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भारत सरकारकौशल वि�कास और उद्यमशीलता मंत्रालय
लोक सभाअतारांविकत प्रश्न संख्या-358
बुध�ार, 22 जुलाई, 2015/ 31 आषाढ़, 1937 (शक)
दूरदराज/सीमा�त# के्षत्रों में कौशल वि�कास358. श्री जुगल विकशोरः
श्री अजु+न लाल मीणाः डॉ. रमेश पोखरिरयाल विनशंकः श्री राहुल कस्�ां:
क्या कौशल वि�कास और उद्यमिमता मंत्री यह बताने की कृपा करेंगे विकः (क) क्या सरकार की वि�शेषकर दूरदराज/ सीमा�त#/जनजातीय के्षत्रों में यु�ाओं के कौशल वि�कास की कोई वि�शेष
योजना/नीवित है; और
(ख) यदिद हां, तो जम्मू और कश्मीर सविहत तत्संबंधी राज्य-�ार ब्यौरा क्या है?उत्तर
कौशल वि�कास और उद्यमशीलता राज्य मंत्री (स्�तंत्र प्रभार)(श्री राजी� प्रताप रूडी)
(क) प्रशिशक्षण महाविनदेशालय, कौशल वि�कास ए�ं उद्यमशीलता मंत्रालय देश में यु�ाओं जिजसमें दूरस्थ/सीमा�त# और जनजातीय के्षत्र सम्मिम्मशिलत हैं, के कौशल वि�कास हेतु "पू�Lत्तर राज्यों ए�ं शिसक्किक्कम में कौशल वि�कास अ�संरचना सं�ध+न", "�ामपंथी उग्र�ाद द्वारा प्रभावि�त 34 जिजलों में कौशल वि�कास", "वि�श्व बैंक की सहायता से व्या�सामियक प्रशिशक्षण सुधार परिरयोजना", "कौशल वि�कास पहल (एसडीआई) और "पीपीपी के जरिरए 1396 सरकारी आईटीआइज का उन्नयन" नामक योजनाओं का काया+न्�यन कर रहा है।
(ख) इन योजनाओं का राज्य�ार ब्यौरा अनुबंध I पर है।
अनुबंध-I
लोक सभा के दिदनांक 22.7.2015 के अतारांविकत प्रश्न सं. 358 के भाग (ख) के उत्तर में उक्किZलखिखत अनुबंध1.'पूर्वो�त्तर राज्यों एरं्वो सि�क्कि��म में �ौशल विर्वो�ा� अर्वो�ंरचना �ंर्वोर्ध�न' योजना �ा ब्यौरापू�Lत्तर राज्यों में कौशल वि�कास की वि�द्यमान अ�संरचना के सं�ध+न के शिलए कुल 57.39 करोड़ रुपए की यह योजना �ष+ 2011 में तैयार की गई थी। इस योजना का उदे्दश्य प्रवित आईटीआई में तीन नए व्य�साय प्रारम्भ करके 20 औद्योविगक प्रशिशक्षण संस्थानों (आईटीआइज) का उन्नयन करना और नए होस्टल, चार-दी�ारी का विनमा+ण ए�ं पुराने तथा अनुप्रयुक्त औजारों और उपस्करों को पूरिरत करके 28 आईटीआइज में अ�संरचना के अभा�ों को पूरिरत करना है।यह योजना 8 पू�Lत्तर राज्यों में "22 आईटीआइज की स्थापना" के शिलए नए संघटक सविहत 298.13 करोड़ रुपए की संशोमिधत लागत पर 31 माच+, 2017 तक जारी रहेगी।इस योजना में विनम्नशिलखिखत चार संघटकों में राज्यों को केन्द्रीय सहायता हेतु प्रा�धान हैः
1. प्रवित आईटीआई तीन नए व्य�साय प्रारम्भ करके 20 आईटीआइज का उन्नयन;2. नए होस्टल, चारदी�ारी का विनमा+ण करके ए�ं पुराने तथा अनुप्रयुक्त औजारों और उपस्करों को पूरिरत करके 28
आईटीआइज में अ�संरचना अभा�ों को पूरिरत करना;3. केन्द्र ए�ं राज्य स्तर पर विनगरानी कक्षों का वि�त्तपोषण करना; और4. 8 राज्यों में 22 नए आईटीआइज की स्थापना करना।
अब तक इस योजना के तहत 96.69 करोड़ रुपए की राशिश जारी की जा चुकी है।2. योजना का ब्यौराः "�ामपंथी उग्र�ाद द्वारा प्रभावि�त 34 जिजलों में कौशल वि�कास"
योजना माच+, 2011 से लागू है। कुल लागत 241.65 करोड़ रुपए है और यह 31.03.2016 तक जारी रहेगी।संघटकः
(i) विनम्न के शिलए कौशल प्रशिशक्षण काय+क्रम दीघ+काशिलक प्रशिशक्षण में 30 प्रवित जिजला की दर पर 1000 यु�ा अZपकाशिलक प्रशिशक्षण में 120 प्रवित जिजला की दर पर 4000 यु�ा अनुदेशक प्रशिशक्षण में 10 प्रवित जिजला की दर पर 340 यु�ाओं को प्रशिशक्षण देना
(ii) अ�संरचना विनम्नशिलखिखत हेतु सृजिजत की जाएगीः- एक आईटीआई प्रवित जिजला की दर पर 34 औद्योविगक प्रशिशक्षण संस्थान ( आईटीआइज) दो एसडीसीज प्रवित जिजला की दर पर 68 कौशल वि�कास केन्द्र (एसडीसीज)
अब तक इस योजना के तहत 117.85 करोड़ रुपए की राशिश जारी की जा चुकी है।3."वि�श्व बैंक से सहायता से व्या�सामियक प्रशिशक्षण सुधार परिरयोजना" योजना का ब्यौराइस योजना में जम्मू-कश्मीर सविहत 34 राज्यों/संघ-राज्य के्षत्रों में 400 सरकारी आईटीआइज का उन्नयन करना शामिमल है। यह परिरयोजना दिदसम्बर, 2007 में प्रारम्भ की गई और इसके पूण+ करने की तारीख शिसतम्बर, 2015 है।�ास्तवि�क संघटकों में नए कक्षा कमरों, काय+शालाए ं स्थाविपत करना और औजारों, उपस्कर ए�ं यंत्र का आधुविनकीकरण, प्रशिशक्षार्थिथeयों का प्रशिशक्षण और अनुकूल �ाता�रण सुविनश्चिgत करना सम्मिम्मशिलत है।
इस परिरयोजना के अन्तग+त 34 राज्यों/संघ-राज्य के्षत्रों को 1602.10 करोड़ रुपए जारी विकए गए हैं जिजसमें से राज्यों ने मई, 2015 तक 1424.14 करोड़ रुपए उपयोग विकए हैं।4. '�ौशल विर्वो�ा� पहल' योजना �ा ब्यौरा
कौशल वि�कास ए�ं उद्यमशीलता मंत्रालय मई, 2007 से देशभर में क्किस्थत व्या�सामियक प्रशिशक्षण प्रदाताओं (�ीटीपीज) के नेट�क+ के माध्यम से उद्योग के शिलए कुशल जनशशिक्त का वि�कास करने हेतु वि�शेषकर अनौपचारिरक के्षत्र मे लोगों को व्या�सामियक प्रशिशक्षण प्रदान करने के शिलए कौशल वि�कास पहल योजना (एसडीआईएस) का काया+न्�यन कर रहा है।
योजना के तहत व्यशिक्तयों के मौजूदा कौशलों का भी परीक्षण ए�ं प्रमाणीकरण विकया जा सकता है। सक्षमताओं की परीक्षा/मूZयांकन स्�ंतत्र पैनलबद्ध मूZयांकन विनकायों द्वारा विकया जाता है। मूZयांकन के आयोजन
हेतु 116 संगठनों को मूZयांकन विनकायों के रूप में पैनल में रखा गया है। केन्द्रीय सरकार, राज्य सरकारों, सा�+जविनक ए�ं विनजी औद्योविगक प्रवितष्ठानों के अंतग+त वि�श्चिभन्न व्या�सामियक
प्रशिशक्षण प्रदाताओं (�ीटीपीज) द्वारा प्रशिशक्षण प्रदान विकया जाता है। देशभर में 12675 व्या�सामियक प्रशिशक्षण प्रदाता पंजीकृत हैं।
�त+मान में अथ+व्य�स्था के 68 के्षत्रों सविहत 578 पाठ्यक्रम माडू्यZस संचाशिलत विकए जा रहे हैं। 5 �ीं कक्षा पूण+ करने �ाले अथ�ा प्रकाया+त्मक साक्षरता ए�ं संख्यात्मक कौशल प्राप्त व्यशिक्तयों के शिलए पाठ्यक्रम
उपलब्ध हैं। उत्तीण+ अभ्यर्थिथeयों को एनसी�ीटी प्रमाण पत्र दिदया जाता है जो राष्ट्रीय ए�ं अंतरा+ष्ट्रीय रूप से मान्यता प्राप्त है। योजना का काया+न्�यन �ेब पोट+ल के माध्यम से विकया जा रहा है। आरम्भ से देश भर में 35.55 लाख व्यशिक्तयों को प्रशिशश्चिक्षत/परीश्चिक्षत विकया जा चुका है।
योजना �े तहत, पूर्वो�त्तर के्षत्र �े युर्वोाओं तथा मविहलाओं �विहत विर्वोद्यार्थिथ*यों हेतु विनम्नानु�ार विर्वोशेष प्रार्वोर्धान वि�ए गए हैं:
शिसक्किक्कम सविहत पू�Lत्तर राज्यों में चलाए जा रहे माडू्यZस हेतु प्रशिशक्षण के उपरांत मूZयांकन हेतु शामिमल होने �ाले प्रवित प्रशिशकु्ष पर प्रवित घंटा 10% अवितरिरक्त व्यय।
भोजन और आ�ास पर प्रवित प्रशिशकु्ष पर प्रवितदिदन 300/- रु. की दर से व्यय तथा शिसक्किक्कम सविहत पू�Lत्तर के्षत्र में रहने �ाले प्रशिशकु्षओं हेतु आने-जाने के परिर�हन के शिलए प्रवित प्रशिशकु्ष पर 5000/- रु. तक व्यय योजना के तहत तब स्�ीकाय+ होगा जब ऐसे के्षत्रों में रहने �ाले अभ्यथ# इन के्षत्रों से बाहर प्रशिशक्षण लें।
�ीटीपीज अब सीधे ही उस वि�शेष राज्य में जहां पर �े अ�क्किस्थत हैं, के आधार पर पंजीकृत विकए जाते हैं। शिसक्किक्कम सविहत पू�Lत्तर के्षत्र मे रहने �ाले अभ्यर्थिथeयों के बाहर प्रशिशक्षण हेतु अब सृजिजत वि�शेष प्रा�धान के मदे्दनजर, यह संभा�ना है विक ऐसे कदिठन के्षत्रों से अच्छी संख्या में अभ्यर्थिथeयों को बाहर क्किस्थत �ीटीपीज द्वारा प्रशिशश्चिक्षत कर�ाया जाएगा।
5. 'पीपीपी �े जरिरए 1396 �र�ारी आईटीआइइज �ा उन्नयन' योजना �ा ब्यौरासा�+जविनक विनजी भागीदारी के माध्यम से 1396 सरकारी आईटीआइज का उन्नयन योजना के तहत XI �ीं
योजना अ�मिध (2007-08 ए�ं 2011-12 के बीच) के दौरान दूरस्थ/सीमा�त# ए�ं जनजातीय के्षत्रों सविहत 31 राज्यों/संघ-राज्य के्षत्रों में समूचे देश में 1227 सरकारी आईटीआइज को शामिमल विकया गया है। योजना के तहत प्रत्येक सम्मिम्मशिलत आईटीआई को उन्नयन के उदे्दश्य हेतु ब्याज मुक्त ऋण के रूप में 2.50 करोड़ की धनराशिश दी गई थी। विनमिध को जारी विकया जाना 31.03.2012 तक समाप्त हो गया है।
सम्मिम्मशिलत 1227 सरकारी आईटीआइज में से 195 आईटीआइज दूरस्थ/सीमा�त#/जनजातीय के्षत्रों में हैं। इस योजना में कुल जारी विनमिध 487.50 करोड़ रुपए है जिजसमें से 47.50 करोड़ रुपए जम्मू ए�ं कश्मीर राज्य के शिलए जारी विकए गए हैं।