4.6 अवथाएं,गुण और...

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7.1 : कॉिमक प का उपयोग ! ! ! ! ! ! िकथा के माम से िशा 6 अवथाएं, गुण और संरचना आज तो बत ठ लग रही ह l चलो चाय बनता ँI राल आज तो तुम कै से चाय बनाने आ गये ? मेरी आकृ ित िनित नही ं और आयतन िनित ह इसिलए िजस बतन म डालो उसी का आकार ले लेता ँ l और मुझम से काश गुजर सकता ह इसिलय म पारदश भी ँ I पानी म घुल जाती ँ अतः म घुलनशील ँ I म पानी म सही से नही ं घुल पाता ँ इसिलये म अघुलनशील ँ I 4.6 अवथाएं ,गुण और संरचना बतन भैया, आप कभी बदलते नही ं हमेशा एक ही कार के िदखते हो ? मेरी आकृ ित और आयतन िनित ह राल I चलो पानी डालो चाय बनाने के िलये I वाह तुम तो के िकसी का भी प ले सकती हो I पृ 102

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  • 7.1 : कॉिमक ���प का उपयोग!!!!!!

    िच� कथा के मा�म से िश�ा

    6 अव�थाएं, गुण और संरचना

    आज तो ब�त ठ� लग

    रही ह� l चलो चाय बनता �ँI

    रा�ल आज तो तुम कैसे

    चाय बनाने आ गये ?

    मेरी आकृित िनि�त नही ंऔर आयतन िनि�त

    ह� इसिलए िजस बत�न म� डालो उसी का

    आकार ले लेता �ँ l और मुझम� से �काश गुजर

    सकता ह� इसिलय� म� पारदश� भी �ँ I म� पानी म� घुल जाती �ँ

    अतः म� घुलनशील �ँ I

    म� पानी म� सही से नही ंघुल पाता

    �ँ इसिलये म� अघुलनशील �ँ I

    4.6

    अव�थाएं,गुण

    और संरचना

    बत�न भैया, आप कभी बदलते नही ं

    हमेशा एक ही �कार के िदखते हो ?

    मेरी आकृित और आयतन

    िनि�त ह� रा�ल I चलो पानी

    डालो चाय बनाने के िलये I

    वाह तुम तो �� के �प

    म� िकसी का भी �प ले

    सकती हो I

    पृ� 102

  • रा�ल तु�ारी चाय बन गयी ह� I

    अरे वाह तुम लोगो ंसे बात करते करते

    मेरी चाय भी बन गयी I

    मेरा रंग सफ़ेद है और म�

    भी �� का ही एक �प �ँ I

    सभी पदाथ� की िवशेषताएं ब�त ही रोचक

    ह� सभी पदाथ� िबना अणु के नही ंबन सकते

    और ये छोटे छोटे अणु और भी छोटे

    परमाणुओ ंसे िमलकर बने होते ह� I

    7.1 : कॉिमक ���प का उपयोग

    िच� कथा के मा�म से िश�ा

    म� पानी को वा� म� बदल देता �ँ

    इसिलये मेरी आकृित और आयतन

    िनि�त नही ंह� रा�ल I

    मै उ�ा का सुचालक �ँ उ�ा मेरे एक

    िकनारे से दूसरे िकनारे तक ब�त ज�ी

    प�चती है I म� पीटने से फ़ैलता �ँ I मुझ

    म� से �काश नही ंगुजर सकता ह�

    �ोिक म� अपारदश� �ँ I

    मुझे छुने से तु�ारे हाथ नही ंजल�ग� म� उ�ा

    को एक िकनारे से दूसरे िकनारे तक प�चने

    से रोकती �ँ इसिलए म� कुचालक �ँ I म�

    पीटने से टूट जाती �ँ इसिलए भंगुर �ँ I

    6 अव�थाएं, गुण और संरचना पृ� 103

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