हती या हती है उन लोग की, जो अपना इसे समझते ह , या चाहत है उन लोग की, जो ऐसा वैसा करते ह | १ | उह शायद मालूम नह , ददन हर क कसी का किरता है , जो आज कह पर रहता है , कल और कह पर होता है | २ | अपना अपन का गुणा- भाग, जो करते यू रह जाते ह , दुननया म जाने क कतन का, वो हर पल दय दुखाते ह | ३ | जो खुद को ह पसद नह , और से वो य करते ह , आख खर ऐसे क ु छ ग गने चुने , ऊपर वाले से न डरते ह ? | ४ | अब समय आ गया ऐ यार, तुम खुद को अब तैयार करो, लगने वाल है वाट अभी, अब क ु सी अपनी साफ़ करो | ५ | जो ह लायक उस पदवी के , अब के वल वो ह बैठगे , कहना है वो ह कहगे , करना है वो ह करगे | ६ | गोपाल क ृ ण शमाा [email protected]