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1 गेह का फसलोत सकत िवव भारत सरकार षि मंालय षि एवं सहकाररता षवभाग षवपणन एवं नरीण नदेशालय धान शाखा कायाालय नागप

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गह का फसलोत तर सकषिप त िववर

भारत सरकार

कषि मतरालय कषि एव सहकाररता षवभाग

षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय परधान शाखा कायाालय

नागपर

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परस तावना

भारत म चावल क बाद गह की सबस अधधक पदावार होती ह । आधननक उत पादन परयोयोधगकी को अपनान क कारण गह का उत पादन अत यधधक बाा ह, 1949 म गह का कल उत पादन 6087 हजार मीटरिक टन था जो विा 2000 म बाकर 74251 हजार मीटरिक टन हो गया । इस क पररणामस वरपप दश म षवपणन क ललए अनतररक त मातरा उपल ध हो ग िजस कारण षवपणन सबधी अनक समस याए पदा हो ग । । कषि षवपण न सधार पर गटरतत अ त: मतरालय कायााबल न गह क षवपणन म ककसानो क सम मख आनवाली समस याओ को अनभव ककया । तदनसार, कायाबल न गह सटरहत मख य कषि उपजो क ललए गह का ससलोत तर सकषकषप त षववरण तयार कन की जोरदार लससाररश की । ककसानो तथा षवपणन स सबधधत अ य लोगो को जानकारी दन क ललए ब आधार पर जागरपक ता कायारम शरप ककया गया । गह की सकषकषप त षववरण म ससलोत तर परबध षवपणन काया तथा सवाए, षवपणन माध यम, लागत और लाभ,स वच यता व गह क पादप की स वच यता सबधधत अपकषाए षवपणन क वकिप पक उपाय तथा अ य सबधधत स चनाए शालमल ह । यह पिस तका ा. जी. आर. भाटरटया, अपर कषि षवपणन सलाहकार क मागादशान म शरी एच.पी. लसह सयक त कषि षवपणन सलाहकार क पयावकषण म शरी एन. शरीरामल, षवपणन अधधकारी, शरी पी.ज धचम मलवार, सहायक कषि षवपणन सलाहकार और ा. वी. क. वमाा, उप कषि षवपणन सलाहकार योवारा तयार की ग ह । षवलभ न सरकारी व अधा-सरकारी सगतनो, भारतीय कषि अनसधान पररिद क अधीनस थ अनसधान क रो, व यापार स ो तथा ीएमआ क कषतरीय एव उप कायाालयो योवारा दी ग तकनीकी सहायता व सहयोग क ललए हम आभारी ह ।

भारत सरकार को इस पिस तका म टरदए गए ककसी भी कथन क ललए उत तरदायी नही तहराया जा सकता ह ।

पी क अगरवाल भारत सरकार क कषि षवपणन सलाहकार

सरीदाबाद टरदनाक: 22 जला , 2005

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गह का ससलोत तर सकषकषप त षववरण

िवषय पष सक

1.0 भ मिका 1 1.1 म ल 1 1.2 महत व 2

2.0 उत पादन 3 2.1 षवश व म गह क मख य उत पादक दश 3 2.2 भारत म गह क मख य उत पादक राय य 6 2.3 गह की अचलवार मख य वािणिय यक ककस म 8

3.0 फसलोत तर परक 9

3.1 ससलोत तर हाननया 10 3.2 ससल कटा सबधी सावधानी 11

3.2.1 ससलोत तर उपकरण 13

3.3 गरड ग 17

3.3.1 गर षवननदशन 17

3.3.2 उत पादन स तर पर गरड ग 18

3.4 लमलावटी तत व और षविल पदाथा 30

3.5 पकिजग 32

3.6 पररवहन 34

3.7 भ ारण 38

3.7.1 भ ारो म रख अनाज म लगन वाल की और

उनक ननयतरण उपाय 39 3.7.2 भ ारण ााच 44

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3.7.3 भ ारण सषवधाए 45

i) उत पादको की भ ारण सषवधाए ii) गरामीण गोदाम

iii) म ी गोदाम

iv) एस सी आ , सी प य सी व एस प य सी क गोदाम

v)सहकारी भ ारण सषवधाए 3.7.4 धगरवी षवत त परणाली 53

4.0 िवप न पर ामलयाक और ा ाएक 56

4.1 महत वप णा बाजार 57 4.1.1 मख य गह उत पादक राय यो म आगत 58

4.1.2 परिण 60

4.2 षवतरण 61

4.2.1 अ तराय यीय आवागमन 61

4.3 ननयाात और आयात 66 4.3.1 स वच यता और पादप स वच यता की जरपरत 69 4.3.2 ननयाात परकरयाए 70 4.4 षवपणन बाधाए 71

5.0 िवप न िाध यि, लागत और लाभ 72

5.1 षवपणन माध यम 72

5.2 षवपणन लागत और लाभ 75

6.0 िवप न सकक ी स चना और िवस तार 79

7.0 िवप न की पकलप पक पर ाली 80

7.1 परत यकष षवपणन 80

7.2 सषवदागत खती 81

7.3 सहकारी षवपणन 83

7.4 सारवा ा और फय चर माकट 84

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8.0 सकस थागत सििव ाएक 87

8.1 सरकार/सावाजननक कषतर क सगतनो की

षवपणन सबधी योजनाए 87

8.2 सस थागत उधार सषवधाए 89

8.3 षवपणन सवाए उपल ध करनवाल

सगतन/एजलसया 92

9.0 परयोग 94

9.1 परोसलसग 94 9.2 परयोग 96

10.0 िवध और ननष 101 11.0 सकदभभ 103

सकलग नक 107-129

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गह का फसलोत तर सकषिप त िववर

1.0 भ मिका :

सम च षवश व म मख य भोजन क रपप म गह क महत व को इसी बात स समझा जा सकता ह कक एस ए ओ योवारा गह की बाललयो को अपना परतीक धचहनन बनाया हआ ह । भारत म चावल क बाद गह मख य अनाज ह । विा 2000-01 म, भारत म अनाजो की कल उपज अनमानत : 195.92 लमललयन टन थी िजसम गह की मातरा 68.76 लमललयन टन अथाात लगभग 35 परनतशत थी । भारत गह क सवााधधक उत पादन म चीन क बाद द सर स थान क रपप म उभरा ह तथा षवश व म गह क कल उत पादन म भारत की 12.6% टरहस सदारी ह । नीती ननमााताओ , कषि वजञाननको, षवस तारको तथा ककसानो योवारा ककए गए अनथक परयासो क सलस वरपप, आधननक उत पादन परयोयोधगकी को अपनान स गह क उत पादन म आशातीत क गणा वषह हहा ह । विा 1948-49 म भारत म गह का कल उत पादन कवल 4 लमललयन टन था वह 2002-03 म आश चयाजनक वटरदि क साथ 72.8 लमललयन टन हो गया । 1951 म परनत व यिक त क आधार पर गह की उपल धता मातर 65.7 गराम, परनत टरदन या 24.00 ककलोगराम वाषिाक थी जो विा 2001 म बढकर 135.8 ककलोगराम परनत टरदन या 49.6 ककलोगराम परनत विा हो ग

1.1 उदगगि :

‘परभ, हम जाषवका द’ एक पराचीन पराथाना ह । पराचीन काल स ही गह की रोटी ‘जीवन का म ल’ रही ह । गह आज भी षवश व का सवााधधक महत वप णा अनाज ह ।

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ववीलॉव क सषवख यात अध ययन क अनसार, भारतीय उप महायोवीप क उत तर पिश चम भागो और असगाननस तान स सट हए कषतरो म गह की रोटी मख य भोजन ह । मोहनजोद ो म परातत व जाच की खोजो स जञात हआ ह कक इन कषतरो म गह का उत पादन लगभग 5000 विा प वा भी होता था । वास तव म, भारत म गह का उत पादन परागनतहालसक काल स होता रहा ह । गह ासस स सम ह की उपज ह । कषतरीय भािाओ म गह क अनक नाम ह जस टरह दी म गह , कनक, गधम, मराती म गह गहग, तलग म गोधमल , क ना म गोधी, तलमल म गोद भररसी, मलयालम म गोदम ब । ययोयाषप, षवश व भर म गह की 25 ककस मो की पहचान की ग ह । भारत म व यापार क ललए तीन ककस मो टी-एिस टवम/वप गोयर ललन, टी- रम माकरोनी गह व टी-ड कोसम (इमर गह ) की ससल की जाती ह ।

1.2 िहत व :

गह की बाल म चार टरहस स होत ह - नयलका दाना भार का (10%) परोटीन (प य रोण लयर) (6%), स टाचम लमड ल (81%) और बीज (जमा) (3%)

बाजार म गह की पयाािप त मातरा उपल ध होन क कारण दश क सभी राय यो म गह का परयोग अधधक लोकषपरय होन लगा ह । इस जानकारी क कारण कक गह क आट म चावल की समान मातरा की तलना म दगनी परोटीन और पाच गणा किप सयम की मातरा होती ह । गह का अधधकाधधक परयोग होन का करण उसम ग लटननन का गण होना ह िजसस षवलभ न परकार क परयोगो क ललए यह उपयक त होता ह । इसम नमी सोखकर गथन का गण होता ह । आटा गथन पर पानी सख जाता ह, गस रह जाती ह िजसस पप ी का रग अच या हो जाता ह । गह म ननम नललिखत तत व पाए जात ह ।

नमी 12.8 गराम काबोहाइडरट 71.2 गराम परोटीन 11.8 “ ऊजाा 346 क कल चबम 1.5 “ किप सयम 41 लम.गराम खनीज 1.5 “ साससोरस 306 लम.गराम रशा 1.2 “ लोहा 5.3 गराम

परनत 100 गराम क खायोय योग य भाग म सभी तत व

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सरोत: य टरिटरटव कम पो जीशन ऑस इड यन स स, एन (आ एन आ सी एम आर) हदराबाद एस बी षपगल, आ सी एमआर, न टरदप ली क अनसार गह म पाए जान वाल औसत स टक (परनतशत) ननम नानसार ह ।

नमी 13.3 कच चा रश 2.4 परोटीन 12.7 चबम यक त एलस 22.5 लम.गरा. कल ऐश 1.4 ग ल टीन 8

गह क षवलभ न उत पादो म सवााधधक परयोग आटा (प णा भोजन) क रपप म होता ह, िजसम षवटालमन ए और बी परचर मातरा म होता ह, जबकक मदा म अपकषकत कम षवटालमन बी और परोटीन होती ह । स जी, रवा, न ल व सवइयो का भी आम परयोग ककया जाता ह ।

2.0 उत पादन

2.1 िवश व क गह उत पादक ििख य द

षवश व क लगभग 120 दशो म गह की उपज होती ह । मख य उत पादक दश ह – चीन, भारत, अमरीका, रपसी स क दश, कना ा, आस िललया आटरद । चीन गह का सबस ब ा उत पादक दश ह, विा 2002.03 क दरान षवश व म गह उत पादन म चीन की टरहस सदारी 15.7 परनतशत थी और उसक बाद 12.06 परनतशत क साथ भारत का स थान रहा ।ययोयाषप षवश व भर क कल कषतर क भारत म सबस ब 12.08 परनतशत कषतर म गह की खती की जाती ह जबकक चीन म 11.08 परनतशत कषतर पर गह की खती की जाती ह, चीन म 3830 कक.गराम परनत हक टयर उपज होती ह जबकक भारत म 2696 कक.गराम परनत हक टयर उपज होती ह । षवश व भर म कषतर, उत पादन और गह की उपज को नीच ताललका म दशााया गया ह :

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तामलका सक. 1 िवश व क परिि गह उत पादक द ि औसत षिपतर, उत पादन और उप

स. दश कषतर (‘000 हक ट) उत पादन (‘000 मीटरिक टन) पदावार (ककगरा/हक ट)

2001 2002 2003 औसत 2001 2002 2003 औसत 2001 2002 2003 औसत

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13 14

1 भारत 25731 26345 24886 25654 (12.08) 69681 72766 65129 69192 (12.06) 2708 2762 2617 3696

2 चीन 24664 23908 22040 23537 (11.08) 93873 90290 86100 90088 (15.71) 3806 3777 3906 3830

3 अमररका 19681 18582 21383 19882 (9.36) 53262 44063 63590 53638 (9.35) 2706 2371 2974 2684

4 रपस 22833 24478 19960 22424 (10.56) 46982 50609 34062 43884 (7.65) 2058 2068 1706 1944

5 आस िललया

11597 11045 12456 11699 (5.51) 24854 10059 24900 19938 (3.48) 2143 911 1999 1684

6 कना ा 10585 8856 10467 9963 (4.69) 20567 16198 23552 20106 (3.51) 1943 1833 2250 2009

7 अ य 99598 1005222 97573 33231 (46.72) 281301 289528 259016 276615 (48.24) 2824 2880 2655 2786

षवश व 214689 213716 208765 212390 (100%) 290520 573513 556349 573461 (100%) 2751 2683 2665 2700

सरोत: एफएओ उत पादन वषभ िक क 54.2000

2.2 भारत क परमख गह उत पादक राय य : भारत न गह उत पादन म बहत अधधक वटरदि की ह । विा 1950-51 क दरान, गह का उत पादन मातर 6.46 लमललयन टन था जो 2003 म बाकर 65.12 लमललयन टन हो गया । भारत म उत तर परदश, पजाब, हररयाणा, राजस थान, मध य परदश और िबहार का उत पादन म टरहस सदारी 93.31 परनतशत थी । उत तर परदश की भारत म कल उत पादन म टरहस सदारी 34.89 परनतशत थी, उसक बाद पजाब, हररयाणा, राजस थान, मध य परदश और िबहार की टरहस सदारी रमश : 21.55ए 13.20, 8.81, 8.57 व 6.2 परनतशत थी । कषतर, उत पादन और पदावार को ताललका स. 2 म दशााया गया ह ।

तामलका सक. 2 भार त ि गह उत पादक परिि र ाय य ि औसत षिपतर, उत पादन और उप

.स राय य कषतर (‘000 हक ट) उत पादन (‘000 मीटरिक टन) पदावार (ककगरा/हक ट)

1999-2000

2000-01 2001-02 औसत 1999-2000

2000-01 2001-02 औसत 1999-2000

2000-01 2001-02

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1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 13

1 उत तर परदश 9400 9240 9080 9240 (35.02) 25976 25170 25070 25405 (34.98) 2764 2724 2755

2 पजाब 3388 3410 3420 3406 (12.91) 15910 15550 15500 15653 (21.55) 4696 4563 4532

3 हररयाणा 2317 2360 2300 2326 (8.82) 9650 9670 9440 9587 (13.20) 4265 4106 4103

4 राजस थान 2650 2310 2290 2417 (9.16) 6732 5550 6390 6224 (8.57) 2540 2402 2739

5 मध य परदश 4662 3310 3430 3801 (14.41) 6865 4870 5630 6395 (8.81) 1863 1471 1642

6 िबहार 2145 2070 2130 2115 (8.02) 4687 4440 4380 4502 (6.20) 2126 2146 2056

7 गजरात 0482 0290 0470 414 (1.57) 1020 0650 1140 937 (1.29) 2116 2268 2435

8 महाराषट ि 1049 0750 0780 860 (3.26) 1436 0950 1080 1155 (1.59) 1369 1257 1388

9 अ य 1393 1990 2020 1801 (6.83) 2273 2830 3180 2761 (3.81) 1632 2427 1574

समस त भारत 27486 25730 25920 26380 (100%) 76369 69780 71810 72619 (100%) 2778 2708 2770

सरोत : कषि एव सहकाररता षवभाग, न टरदप ली ।

2.3 गह की षिपतर-वार वाण लय यक सकस ि :

दश क गह उत पादक कषतरो को 5 स सय-षवजञान ख ो म बाटा जा सकता ह (i)उत त र परदश और िबहार का गगा कषतर (ii) पजाब और हररयाणा का लसध ाटी कषतर (iii) मध य और दकषकषणी भारत की काली लमटटी (iv) टरहमाचल आटरद पहा ी कषतरो की लमटटी (v) राजस थान की रधगस तानी लमटटी। पहली दो ककस म गह की खती क ललए सवोत त म ह ।

षवलभ न कषतरो और ससलो क ललए उपयक त गह की अधधक उपज वाली लगभग 190 ककस म अभी तक षवकलसत की जा चकी ह। षवलभ न कषतरो क ललए उपयक त गह की उ नत ककस म ननम नानसार ह :

कर.स. षिपतर/र ाय य/पहा ी षिपतर सकस ि

1 2 3

1 उत तरी पहा ी कषतर (टरहमाचल परदश, उत तराचल व जम म-

वी1,616, एचएस 277, वी1, 421, य पी 1109, एच ी 2380, एचएस 240, एचटी 46 टी, एचएस 295,

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काश मीर की पहाड या) एचएस 207 2 उत तर पिश चमी मदानी कषतर

(पजाब,हररयाणा, पिश चमी उत त र परदश, टरदप ली,राजस थान)

सािान य िई मसचा ई ािर त

एच ी 2329,एच ी 2428, सीपीएएन 3004, पीओ लय 215 ( ी), ओ बी ी 34 ( ी) पीबी लय 154, 3077 राजस थान, 1.4 कआएल, प य एच 542, एचय प य 468, पीबी प य 343, एच ी 2687

पछती िई मसकचा ई ािर त एच ी 2285, एच ी 2270, पीबी प य 226, प य एच 291, राजस थान 2184, राजस थान 3077, राजस थान 3765, य पी 2336, पीबी प य 377, कदन, पीबी प य 65, आ प य पी 72

सािान य िई वषाभ ई ािर त : पीबी प य 175, पीबी प य 299, प य एल 410, पीबी प य 65, प य एल 2265,, प य एच 533, क 9465, एच ीआर 77

3

उत तर प वा मदानी कषतर

(व वम उत तर परदश, िबहार, पिश चमी बगाल, उ ीसा, झारख , असम)

सािान य िई मसकचा ई ािर त : एचपी 1102, य पी 262, एचय प य 206, क 7410, एच ी 2402, क 8804, ीएल 784-3,क 9006, क 9107, एचपी 1731 – पछती िई मसकचा ई ािर त : एच ी 2307, एचय प य 234, एचपी 1633 सिान य िई वषाभ ई ािर त : क 8027, एच ीआर 77, क 8962

4

क रीय कषतर (मध य परदश, यत तीसगढ, गजरात, कोटा व उदयपर (राजस थान)

लोक 1, प य एच 147, एच ी 2236, प य एच 1077, राजस थान 1555 ( ी), एचआ 838 ( ी) ीएल 803-3, जी प य 190, ज 405, स वानत, एच ी 2327, सजाता, जय 12, म द त ( ी) नमादा 4, हदराबाद 65

5 पराययोवीपीय कषतर (महाराषट ि व कनााटक)

एच ी 2189, एच ी 4502 ( ी) एच ी 2380, ी प य आर 39, ी प य आर 162, एमएसीएस 2496, एचआ 977, एच ी 2502, एच ी 2610, भ प य आर 195, एचआ 5439, एमएसीएस 1967 ( ी)

6

(दकषकषणी पवातीय कषतर: एच प य 741, एच प य 971, एचय प य 318,

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13

नीलधगरी व पालनी पहाड या)

एनपी 200 ( ी), एनपी 200 ( ी)

सरोत: इड यन सालमिग, अक त बर,2001

दश म गह उत पादन कषतर का लगभग 10% भाग पर दरपम गह का उत पादन होता ह । षपयल समय म इसकी खती मध य और पराययोवीप भारत म परधान भाग म ही होती थी । कक त अब, अ ा बोनी ककस म की पदावार लसचा वाल कषतरो म भी की जाती ह । अभी हाल म उ त ककस म जस एच आ 8381 और एच आ 8498 की न कवल पदावार अधधक होती ह और धन व करनाल-बट का रोग नही होता ह बिप क ननयाात क िापदक को भी प रा करती ह । अधधक ग ल टीन की मातरा व दानदार और लस न होन क कारण यह पास ता उयोयोग क उपयक त होता ह ।

3.0 फसलोत तर परक :

ककसान की जोिखम ससल पकन क साथ ही समाप त नही हो जाती ह, अनाज कटा क समय िबखरन या पकषकषयो, की ो आटरद योवारा खाया/कषनतगरस त ककया जा सकता ह चाह वह खत म हो या भ ार र म हो । जबकक, जप दी कटा करन पर नमी की मातरा अधधक होती ह िजसस सस दी और की ा लग जाता ह । उपल ध टक नोलजी जस समय पर कटा , कटा और ससा क उधचत उपकरणो का इस तमाल, सरकषकषत भ ारण, उपचारात मक उपाय करक हानन की टाकर आधा ककया जा सकता ह । हालाकक ककसानो को ससल कटा क बाद होन वाल नकसानो और भ ारण आटरद की प री जानकारी नही होती ह ।

3.1 फसलोत त र हाननयाक गह की ससलोत तर हाननया उत पादन की लगभग 8 परनतशत आकललत की ग ह । कटा क बाद अनाज की होन वाली हानन क बार म अलग-अलग अनमान ह । तदनसार, एक अनमान क अनसार कटा और कटा क बाद होन वाली हाननया नीच ललख अनसार ह :

र स हानन (कटा क दरान व अ य कारण)

परनतशत (हानन)

र स हानन (कटा क दरान व अ य कारण)

परनतशत (हानन)

1 ससा 1.0 5 पकषी 0.5

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2 दला 0.5 6 धन 3.0

3 ससाधन - 7

नमी 0.5

4 की ा 2.50 - कल 8.0

सरोत : भारत म खायोया न की ससलोत त र हाननयो स सबधधत सलमनत, खायोय एव कषि मतरालय, भारत सरकार की ररपोटा – 1971

षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय योवारा अभी हाल म कराए गए सवकषण क अनसार, ससल कटा क बाद उत पादक स तर पर कल अनमाननत नकासान 1.79 परनतशत हआ (अपरकालशत) ।

गह उत पादन म 10 परनतशत की दर स हआ 7 लमललयन टन का नकसान बहत ह िजस दश बदााश त नही कर सकता ह । म प य क रपप म सामा य आकलन क अनसार यह नकसान 35 लमललयन रपपए का ह आ अथाात 5 रप. परनत ककलो गराम । ि सर भी, ससल कटा क बाद होन वाली कषनत को कम करन क ललए ननम नललिखत उपाय ककए जान चाटरहए :

कटा क बाद गील अनाज को तरत सखाना । ध ब प न स रोकन क ललए एक समान सखाया जाए । मशीनो स गहा व इना म होन वाल नकसान को कम करन क ललए सही तकनीको को अपनाना चाटरहए ।

सखात और भ ारण करत समय अ य अनाजो की लमलावट स बचन और की ो, पकषकषयो स बचान क ललए उधचत ससा रख ।

भ ारण और ाला क ललए सभी परकार बोरो म बद कर । उधचत नमी को बनाए रखन क ललए सही वजञाननक तकनीको का परयोग कर । भ ार क दरान व उसस पहल कीट ननयतरक उपायो (ध मन) का परयोग कर । अनाज भ ार गहो म हवा का आना-जाना हो और अनाज को अकसर उलट-पलट करत रह ।

की ा लगान और उसकी बावार रोकन क ललए अनाज बोरो म रख ।

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ाला की उधचत सषवधाओ स खती म तथा बाजार ल जान पर नकसान कम करन क ललए तीक स रखना-उताना ।

3.2 फसल कटा सकक ी साव ानी :

ससल कटा म समय का षवशि महत व होता ह । ससल कटा क समय ननम नललिखत बातो का ध यान रख ।

दाना सख त होन पर ससल की कटा की जानी चाटरहए ।

पकन स पहल कटा करन पर अनाज की मातरा कम लमलती ह, कच च बीजो की मातरा अधधक होती ह, दाना ट टा और टरटया ककस म का होता ह तथा भ ारण क समच की ा लगान की आशका होती ह ।

कटा म दरी होन पर अनाज का षवखराब अधधक होता ह । पकषकषयो, की ो और धन आटरद की आशका ।

कटा शषट क गरम मसम म करना चाटरहए ।

कटा का कम उधचत षवधध और उ नत उपकरणो स करना चाटरहए ।

कटा क बाद गह ककस म क अनसार अलग-अलग रखा जाए ताकक आपस म लमल न जाए ।

सीध ध प म सखना व अधधक सखान स बचा जाए । गहा और इना खतो म ही की जाए । गह साबत मजब त बोरो म भरकर पक कर िजसस ाला क समय नकसान को य नतम ककया जा सक ।

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3.2.1 फसलोत तर उपस कर कय आधननक, षवकलसत उपस कर, उनकी कषमता और म प यानसार नीच दशााय गए ह ।

र स उपस कर (को नम बर सटरहत)

सामथाय हक ट/

कषमता %

वानयत शरलमको की सख या

म प य रप ‘x’

लागत रप/ हक ट/ x

धचतर

1 2 3 4 5 6 7 8

क. िई और पौ लगान वाल उपकर

1 नतलहन की बआ क ललए पीएय िक टर िजस पर बीज एव खाद डडरल नगी हो (गह की बआ क ललए भी उपयक त) एसपी 21

0.3 – 04

75-80 5 7000 300

. पौ की सिर षिपा कर न वाल उपकर

1 बटरी चाललत कम वाप य म का नपसक िस पननग ड स क स परयर पीपी-1

0.20 - 5 80 95

ग. कटा उपकर

1 वभव लसकल एच वी -3 0.011 - 89 20 334

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2 स व-चाललत वटीकल

क वयर रीपर एच वी – 8

0.20 – 0.23

65 13 665 1400

3 स व-चाललत धान कटा (गह क ललए भी परयोग ककया जाता ह) एच वी-9

0.175 68.5 68.5 6 60000 320

4 वावर टरटलर चाललत वटीकल क वयर रीपर षव रोअर एच वी-10

0.25 - 4 20000 600

5 सीआ ए िक टर ट आरपढ वटीकल क वइग रीपर षव रोअर

0.31 74 46 30000 400

6 पीएय िक टर ट आरपट

वटीकल क वयर रीपर षव रोअर

0.3 – 0.4

55-70 30-40 30000 750

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घ- गहा /नछलका उतार नवाल उपकर

1 पतनगर एिक सयल फलो- मप टीरोप रससर टी एच 25

312 कक.गरा.परनत टा

गहा कषमता 99% ससा कषमता 99.2%

एम एच परनत िक वटल 1.0

25000 10/- परनत िक वटल

च- िविव उपाकर

1 एपीय बीज उपचारण डरम एमसी- 1

10 कक.गर-एक साथ 100 कक.गर परनत टा

90% 1 1200 1.7 रप परनत कक.गर.

सरोत: सामा मशीनरी ररसचा ाइजस ट-क रीय कषि, इजीननयरी सस थान,भोपाल ’x’ – लगभग म प य

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नवीन हामसया एच वी -1

गह (गहा ) थर र

हि फसल थर र

पक ा हामसया एचवी-II

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3.3 गरड कग :

यह ध यान दन की जरपरत नही होती क योकक मोट अनाज म भ सी, ट टन, कच च दान, लसक न और न लगन तथा को अ य ककस म लमलन, क ा-करकट लमलन की समस या नही होती ह तथा कीमत भी अधधक लमलती ह। आधननक शहरी बाजारो म रय कषमता बान क कारण तरत पकन क ललए तयार खायोय सामगरी की अधधक माग ह । च कक गह की खती षवलभ न परकार की कषि-जलवाय पररिस थनतयो म होती ह, इसललए को एक ककस म लमलना असभव होता ह । अतएव, गणवत ता की षवशिताओ को पररभाषित करन क ललए ककसी एक राषट िीय भािा का होना जरपरी ह इसस वस त की वस तत जाच ककए िबना िबरी करन म सषवधा हो । गरड ग करन स ननम नललिखत षवपणन सबधी लाभ ह :

ाला और भ ारण म कम खचाा

वतामान म प य की जानकारी और सही बाजार

आसान षवत तीय सहायता और भावी कारोबार

कषि उत पादो क ललए षवस तत बाजार

उपभोक ता को सही म प य पर अधधक ककस मो म स चयन करन का षवकप प

बाजार परनतस पधाा को बाावा लमलता ह ।

3.3.1 गर िवननद न :

क. षवलभ न एजलसयो योवारा वस त क अनतम आयोग क अनसार ननम नललिखत षवषवध मानद ो क आधार पर गरड ग की जाती ह । मद ब ी मातरा म होन पर दान क अनसार ननम न परकार स साधारण वगमकरण ककया जा सकता ह –

(i)सख त (ii)कम सख त (iii) मलायम और रग जस (i) ससद (ii) एम बर व(iii) लाल, क आधार पर ।

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व षवलभ न कारण िजन क आधार पर गणवत ता ननधााररत की जाती ह – (i)अशयोवता, खराब अनाज लमला होन क कारण आटा की गववत ता पर गभीर परभाव प गा,(ii) बोर और अनाज का वजन,(iii) दान की ककस म और रपप रग, तथा (iv) नमी की मातरा । भारत म व यापारी लमलावट और अनाज क रपप रग की ओ र मख य रपप स धयान दता ह । लमलावट म को एक या ननम नललिखत का लमशरण हो सकता ह –

लमटटी या को अ य पदाथा जस नतलहन या को अखायोय अनाज

द सर अनाजो की लमलावट

ाटरटया और लमलावटी अनाज

कच च दान वाला अनाज

न लगा अनाज

खा. गरड कग उपकर :

(1) नम ना लन वाला – टय ब या स क प, नम ना षवभाजक गह नम ना- 50 गराम, (2) ससा व गरड ग लसस टम मशीन (3) लमटटी एकतरण सयतर (4) स रीन वाय षवभाजन (5) ससा व गर र (6) स टोनर (7) गरषवटी सपरटर (8) एयर क लासीसायर (9) परी-क लीननग औशर लसलो स टोरज परणाली (10) एसलाटािक सन खोजी ककट – सीएसटीआरआ ।

3.3.2 उत पादक स तर पर गरड कग :

उतपादक स तर पर गह की गरड ग राषट िीय गर मानको क अनसार 1965 स की जा रही ह । ककसानो योवारा ला ग उपज का एपीएमसी पर योग यता पराप त तथा परलशकषकषत गर कतााओ योवारा ननरीकषण ककया और नम ना ललया जाता ह । विा 2000-01 म गर कत गह की मातरा और म प यो म षपयल विा की तलना म वटरदि ह ह । सन 2002 म उत तरी कषतर की टरहस सदारी 95 परनतशत रही । एक

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अननतम आकलन क अनसार, विा 2002-03 क दरान िबरी स प वा बाजार स तर पर गर यक त गह की गण वत ता और म प य म बढती परवित त दखी ग ।

तामलका सक. 3 उत पादक स तर पर गरड कग क परगती

र.स 2000-01 2001-02 2002-03

1 गगवत ता (मी.टन) 1283916.50 1253716 1447094

2 म प य (लाख रप) 83157.72 80932.57 90133.15

सरोत: षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय, सरीदाबाद

तामलका स. 4

उत पादक स तर पर षिपतर-वार /र ाय य-वार – गह की गरड कग (2001-02)

र.स. राय य/कषतर मातरा मी. टन म प य

1 उत तर परदश 856816 68362.51

2 पजाब 233825 14261.08

3 हररधणा 62000 3782.00

4

उत तरी राय य

राजस थान

1191558

38917

77522.01

1116.42

5 महाराषट ि 61998 3399.71

6 गजरात 147 9.91

पिश चमी कषतर 62145 3409.62

7 कनााटक 13 0.94

दकषकषणी कषतर 13 0.94

समस त भारत 1253716 80932.57

गह उत पादक ििख य र ाय य ि उत पादनकताभ क स तर पर गर िदए हिए गह की िातरा और (ि प य परनत त ि)

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सरोत: एगमाका गरड ग आक , 2002.03

II. िवप न एवक ननर ीषिप ननद ालय ( ी एि ई ) :

ी एम आ , कषि मतरालय, भारत सरकार न गह क गर षवननदश ननधााररत ककए ह िज ह राषट िीय गर मानक कहा जाता ह । इ ह सामा यत : गोदामो योवारा अपनाया जाता ह और गरड ग क ललए बाजार को ननयलमत ककया जाता ह । एगमाका षवननदश कषि उत पाद (गरड ग एव षवपणन) अधधननयम, 1937 क तहत बनाए गए ह ।

गह की गणवत ता की पररभािा एव एगमाका गर क नाम :

क – सािान य िव षताएक :

गह का दाना स खा होना चाटरहए । एक समान आकार, परकार व रग होना चाटरहए । लमतास, सखत व सास हो, मोटा हो तथा न न लगा हो, न लगन की गध न हो, रग खराब न हो, लमलावट अन य अखायोय पदाथो की न हो तथा को अ य अशयोवता न हो, लसवाय अनस ची म ककए गए उप लख क । षवपणन क ललए सही हालत म हो, और 12% स अधधक नमी न हो ।

ख – ििख य िव षताएक :

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गर का नाम

ििख य िव षताएक

भार म अधधकतम 1% तक की सहन सीमा

वाहय पदाथा अ य खायोया न

अ य गह कषनतगरस त अनाज

मामली कषनतगरस त टटा अनाज

कच चा दाना व ट टा अनाज

न लगा दाना

I 1.5 1.6 5.0 1.0 2.0 2.0 1.0

II 2.5 3.0 15.0 2.0 4.0 4.0 3.0

III 3.5 6.0 20.0 4.0 6.0 6.0 6.0

IV 4.0 8.0 20.0 5.0 10.0 10.0 10.0

ग - पिर भाषा :

षवजातीय पदाथा - इसम लमटटी, पत थर, ल, भ सा, नतनक तथा को अ य लमलावट व अखायोय बीज शालमल ह ।

अ य अनाज गह क अनतररक त अ य खायोय अनाज

अ य गह इस परयोजन क ललए गह दो शरिणयो म बाटा जाएगा :- (1) रम या मकरोनी गह (2) वलगयर या साधारण गह । रम को भी दो शरिणयो म बॉटा गया ह (1) ऐम बर (2) लाल । बलगयर को तीन शरिणयो म रखा गया ह (i) ससद (ii)ऐम कर (iii) लाल ।

कषनतगरस त अनाज अदर स कषनतगरस त या बदरग अनाज और बदरग होन पर भी ककस म म को अ तर नही ।

कच चा, ट टा दाना कच चा, झरीदार अनाज बह होता ह जो तीक स पका नही होता ह । ट ट स आशय ट टा दाना होता ह ।

न लगा अनाज वह अनाज िजसम आ लशक या प रा धन लगा हो िजस न या अ य की ो योवारा खाया गया हो ।

नोट:- गर I व II म कोइ की ा न लगा हो ।

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III को क स िानक :

को क स एलीम टररयस आयोग की स थापना एसएओ और षवश व स वास य सगतन योवारा विा 1963 म की ग थी कक वह एसएओ / प य एच ओ क सयक त खायोय मानक कायारम क तहत खायोय मानक, टरदशा-ननदश और सबधधत पाठय सामगरी जस व यवहार सटरहता तयार कर । इस कायारम का मख य उदि श य उपभोक ता क स वास थय की सरकषा करना ह, खायोय सामगरी क कारबार म उधचत पयोवनतयो को सननिश चत करना ह, और अ तरााषट िीय स तर पर सरकारी तथा गर-सरकारी सगतनो योवारा ककए जा रह सभी खायोय पदाथो क मानकीकरण कायो म सम वय करना ह । आयोग न ककसी एक या कय खायोय पदाथो क ललए ननटरदाषट ट सामट म 200 स अधधक मानक तयार ककए ह िजनम खायोय पदाथो पर लबल लगान क ललए सामा य मानक, दावो कललए को क स सिल टरदशा-ननदश और पिषट टक लबललग आटरद क बार म टरदशा-ननदश तयार करना भी शालमल ह ।

IV क रीय भा ागार ननगम न नीच दशााए अनसार गरवीमीटरिक (भार परनतशत) क आधार पर पीएसए मानको को अपनाया ह !

बाहय पदाथा

अ य खायोय अनाज

कषनतगरस त अनाज

न लगा अनाज

नमी कल (1 + 2 + 3) स अधधक नही होगा

3.0 6.0 6.0 10 धगनती स 14 12.0

िव ातीय पदाथभ – कल अकाबाननक पदाथा का अधधकतम 3% और जहरील बीज रमश: 1% तथा 5% स अधधक नही होन चाटरहए । कल 0.5% षविल बीज, धत रा और आक क बीज रमश: 0.025% और 0.2% हो सकत ह ।

षिपनतगरस त अना : - 6% स अधधक नही, िजसम करनाल बट ऊगााट रोग परभाषवत अनाज शालमल ह । करनाल बट 3% और अगााट रोग 0.05% स अधधक नही होना चाटरहए ।

य िर क एमस :- 100 लमगरा. परनत ककलोगराम स अधधक नही ।

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िाइकोटोलक सन:- 30 माइरोगराम परनत ककलोगराम स अधधक नही । इसक अनतररक त शरोणीकरण धन और धन खाए अनाज की मातरा क आधार पर ककया जाता ह ।

गह /िाइलो/य वार - िना होन की िातरा क ई ार पर

शर ी भार क ई ार पर िना होन का परनत त

क 1% तक ख 1% स अधधक व 4% तक ग 4% स अधधक व 7% तक 7% स अधधक व 15% तक

V) भार तीय ादय ननगि क गर िवननद न : भारतीय खायोय ननगम गह क अनतम परयोग क आधार पर दो परकार क गर षवननदशन करता ह ।

i) सािान य प ल क मलए : षवननदशन पी एस ए मानको पर आधाररत ह ।

गह क मलए एफसीई क िवननद न पीएफए िानक पर ई ािर त ह

गर बाहय पदाथा

अ य अनाज

कषनतगरस त िजसम करनाल बट व एगोट शालमल ह

मामली कषनतगरस त

झरीदार ट टा

गर -1 ( 2001-02) 0.75% 3.0% 3.0% 6.0% 8.0%

गर -2 (2002-03) 0.75% 2.0% 2.0% 6.0% 7.0%

विा 2004-05 की ससल क ललए ननधााररत आक भार क आधा र पर परनतशत सीमा दशाात ह ।

नोट- िव ातीय पदाथभ – भार क अनसार 1.0% स अधधक नही (िख नज 0.25% स अधधक नही और बीट आटरद 0.10% स अधधक नही)

षिपनतगरस त अना : भार क अनसार 6% स अधधक नही -

i) करनाल बट रोग लगा 3% स अधधक नही

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(भार अनसार)

ii) एगााट रोग लगा 0-05% स अधधक नही (भार अनसार)

घिना अना : गणना क अनसार 10% स अधधक नही और य ररक एलस 10 लमगर/ककगरा स अधधक नही ।

र ो ट हयर व ीट : 5 पीस/ककगरा स अधधक नही – पीएसए मानको म नही दख 7.6.2001 स लाग जीएसआर स- 165 ( ) टरद. 7.3.2001

अन य ादय अना : भार क अनसार 6% स अधधक नही

निी- 13.0-13.3 स पर दो ट तक गमा करन पर प रा अनाज स भार क अनसार 14% स अधधक नही ।

ii) र षिपा कामिभको क मलए : एससीआ सना आप नत ा कोर क षवननदशो क आधार पर सना को आप नत ा क ललए सभरण करती ह । क रीय खायोय परयोगशालाओ म रसायननक जाच भी की जाती ह । एससीआ रसायननक जाच नही करता ह ।

गह – ाकच भार (हक टोमलटर ई ार पर ) सकलोगराि ि

सकस ि पक ा हिर या ा

पीवी-18 75.3-77.6

77.50-85.40

कप या 73.6-77.5

75.40- 82.60

एस-308 75.4-81.6 77.40-83.40 द ी 76.4-82.1 78.50-82.40 ईर ईर -21 - 81.70-82.30

VI) ादय का अपमिशर ननवार अध ननयि, 1955 पीएफए क गर िवननद न : गह परमख खायोयय अनाज ह । कल 8 परकार क जीषवत या मत की , परनत ककलोगराम, अनमतय ह ।

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िववर : गह स खा पका दाना होगा – टरिटीकम एस टीवम या टरिटीकम वलगोयर, टरिटीकम रम, टरिटीकम स परीकोकम, टरिटीकम ायकोकम, टरिटीकम, कम पकटम । वह लमतास यक त, सास व स ला हआ हागा । उस ननम नललिखत मानको क अनसार भी होना चाटरहए :

निी : (13.00 स 13.30 स पर दो ट तक गमा करन पर चरा अनाज स पराप त) भार क अनसार 14% स अधधक नही ।

ाहय पदाथभ – भार क अनसार 1% स अधधक नही, अथाात खनीज पदाथा 0.25% स अधधक नही और पश क ा आटरद 0.10% स अधधक नही ।

अन य ादय अना :- भार क अनसार 6% स अधधक नही

षिपनतगरस त अना :- भार क अनसार 6.0% स अधधक नही िजसम करनल बट और अगाट रोग लगा अनाज शालमल ह । अनाज म करनाल बट स परभाषवत अनाज की मातरा 3.0%, भार क आधार पर, और एगााट परभाषवत अनाज की मातरा 0.05% स अधधक नही होगी ।

घिना अना – 10% स अधधक नही, धगनती क आधार पर

यििर क एमस – 10 लम.गरा. परनत ककगरा स अधधक नही

एफलाटॉलक सन – 38 माइरोगराम. परनत ककगरा. स अधधक नही

ड याक सीनाइवलनाल ( ीओएन) – 1000 माइरोगराम परनत ककगरा स अधधक नही

बशत, भार क आधार पर बाहय पदाथा, अ य खायोय अनाजो एव खराब अनाज की मातरा 12% स अधधक नही होनी चाटरहए ।

भार तीय गह की गिण वत ता लस थनत :

गह म अपन कय षवशि गण होत ह, उनम सबस परमख परोटीन की उपल धता, पानी ाल कर ग धन पर उसम लोच तत व आ जाता ह िजस ग ल टीन कहत ह । ग ल टीन ही परोटीन का टरहस सा होता ह िजसक कारण रोटी

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बनात समय तथा अ य बकरी मद बनान पर लोच ही मदद करता ह । स खा होन पर भार क आधार पर ग ल टीन म 75-80 परनतशत परोटीन और 5-10 परनतशत वसा होती ह । ग ल टीन क ललए गलड यन और अमल दोनो जरपरी ह । कहा जाता ह कक ग ल टोलमन स ग ल टीन म तोसना और ग लड न स नरम व क ापन आता ह । ग ल टननन म ग लड न बा जाती ह िजसस ग ल टरटन को धोत समय वह पानी क साथ बह नही जाती ह । हॉलाकक, ग लड न 60 परनतशत जलीय एप कोहल म धलनशील ह, ग ल टनन य टरल धोलो म धलनशील नही होती ह कक त एसीड क या अप कलाइन धोलो म लमशील होती ह ।

गह की गणवत ता उसकी ककस म, कषि-जलवाय की दशाओ , उत पादन परयोयोधगकी, साकनतक पयोवनतयो आटरद पर ननभार करती ह, यह प री तरह लसह हो चका ह कक एक ही ककस म क गह अलग-अलग कषतरो म खती करन पर उसकी गणवत ता लभ न-लभ न होती ह । लय एच-147 स बाटराया चपाती बनती ह (स कोर 7.25) जब ननसा म उगाया गया, जबनर म उगान पर स कोर (5.58) रह गया । यहा तक कक ससल प वा िीटमट भी ससल बाद की षवशिताओ पर परभाव ालती ह ।

षवलभ न गण वत ता सम बधी मानद ो जस लमलावट, कषनतगरस त और लसक न प ा अनाज, रग, क ापन, परोटीन, तलयटी आटरद पर षवलभ न दशो म षवचार ककया गया । 1970-71 म, एससीआ की उधचत औसत गणवत ता एसए क य को झ

षवदशी माना गया, अ य खायोय अनाज, माम ली खराब, और झरीदार अनाज होत ह । ययोयापी, 1977-78 म, अधधकतम सीमा को बदाया गया और चार गर ो का लसयोवात षवकलसत ककया गया ।

अब लय टी ओ यग क बाद, गह क अनतररक त स टॉक न उपभोक ता की पराथलमकताए/उपयोग षवधध बदली ह, बाजार माग क अनसार उत पादन ननयाात तथा म प यवधान की ओ र अधधक जोर टरदया गया । ननयाात क ललए ‘बाजार ननयमन योजना’ मानद ो का परयोग नही ककया जा सकता ह । इसी समय क दरान,गण वत ता पहल को भी शालमल ककया गया िजसस खत स सीध उपभोक ता को आप नत ा की जान लगी, इसस समय की बचत ह , ाला व भ ारण व यय कम हआ ।

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अ तारााषट र िीय मापद जस हक टोललटर भार, कल खरािबयो का परनतशत, नमी, तलयट का म प य, क ापन, परोटीन आटरद और उपज की ककस म जस ए लय आर सी – परनतशत, ननषट किाण दर, गदन की कषमता, स पर कारणो पर षवचार ककया जाता ह ।

भारत क षवलभ न स थानो/कषतरो म उत पाटरदत षपलभ न ककस मो क गह क नम नो की पहल ककए गए षवश लिण स यह पता लगा ह कक पजाब का गह (65.5%) अमरीका क मापद क अनसार गर -II व III पर खरा उतरता ह, उसक बाद हररयाणा (65.6%) का गर III व IV पर खरा उतरता ह । ऐसा दखा गया ह कक भारतीय गह म कय कारणो स ही सभी खरािबया होती ह, इसललए 11.7% नम न ही अमरीकी गर -I पर खर उतरत ह । अत: यह स पषट ट ह कक क ा-करकट, लसक न, ट टा व कषनतगरस त करनल को प री तरह तीक नही ककया जाता ह । गह गरड ग उपकरणो स सभी दोिो को 2.25% कम ककया जा सकता ह । भारतीय गह का वगमकरण कय मानद ो जस परोटीन परनतशत, तलयट की मातरा, क ापन और अनतम परयोग क आधार पर ककया जाता ह ।

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साफ गह उच च घनत कव िध यि घनत कव न य न घनत कव

- रोटी क ललए भारत का सखत गह - चपाती तथा अ य उत पादो क ललए - भारतीय मध यम सख ती वाला गह - िबस कट क ललए भारतीय नरम गह - पास ता तथा पारपररक उत पादो क ललए भारतीय ोरम गह

अतएव, उत पादो क अनसार षवलशषट ट ककस मो को षवकलसत करना और उन ककस मो क उत पादन कषतरो का ध यान रखना महत वप णा ह, बाजार िबरी को ध यान म रखकर उपज की योजना बना जाए । कम ग ल टीन और 10 परनतशत स कम परोटीन वाली ककस म कक और क कीज क ललए उपयक त होता ह, जबकक चपानतयो, न लो क ललए मध यम परोटीन (9 स 12 परनतशत) और ग ल टीन वाल गह का परयोग ककया जाता ह, जबकक, मकरोनी और व हाइट बर क ललए, उच च परोटीन मातरा (12% स अधधक) और अधधक ग ल टीन वाल गह की जरपरत होती ह ।

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तामलका सक. 5

िवमभन न ा ार /र ाय य ि गह क गि ता सकक ी अकतर

र स म ी राय य जोन गह गर आक कल खरािबय

अ य शरिणयॉ

गह गर -रटरहत आक

हक टो लल.भार कक.गरा/ह

कषनतगरस त करनल %

अ य कचरा %

लसक ा व ट टा %

खल अ य %

नमी %

परोटीन %

1 2 3 4 5 6 7 8 9 10 11 12 1 अप मो ा उत तराचल एन

लय पीज

79.5 0.69 1.12 5.32 7.14 0.45 11.71 10.04

2 पतनगर “ 77.7 2.87 1.27 1.27 8.30 0.35 11.78 11.09 3 सगरपर पजाब ” 79.8 4.81 1.64 4.29 10.74 0.67 10.55 11.36 4 खा ना पजाब “ 79.2 3.18 1.06 3.39 7.62 0.84 10.48 11.03 5 लसरसा हररयाणा “ 77.8 3.15 1.03 5.45 9.63 1.47 9.39 11.47 6 करनाल हररयाणा “ 78.3 3.04 0.50 2.65 6.20 0.49 12.19 11.27 7 कानपर उत त र परदश एन

पीज 79.2 0.55 1.67 7.66 9.89 0.89 13.14 11.04

8 प सा िबहार “ 76.8 1.97 0.92 4.01 6.90 0.06 9.35 11.38 9 उय जन उत तर परदश सीज 82.7 0.26 0.93 2.13 3.32 0.18 8.94 11.58 10 ार मध य परदश “ 81.9 0.94 1.71 2.76 5.40 0.75 10.19 11.33 11 कोटा राजस थान “ 80.0 2.09 2.64 2.53 7.24 0.47 8.86 11.59 12 जाबनर राजस थान “ 81.7 3.54 0.22 4.63 8.38 0.31 9.86 11.14 13 ज नागा गजरात “ 82.5 1.42 0.73 2.79 4.94 0.05 11.23 12.31 14 महसाणा गजरात “ 81.7 0.63 0.58 6.99 8.19 0.20 10.21 12.19 15 सागली महाराषट ि पीज 81.2 1.46 0.63 3.84 5.93 0.23 10.69 12.07 16 नीसा महाराषट ि “ 80.2 1.15 1.35 3.22 5.71 0.14 10.70 12.58

सरोत: भारतीय गह की ककस म,पषट त स. 91-92

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3.4 मिलावट तत व और िवषल पदाथभ : लमटटी,पानी, खाद,उपकरणो, ाला वाहनो और भ ारन क दरान लमलावट हो जाती ह । लमलावटो को कम करन क ललए उधचत हवा का आवागमन हो तथा अ य उपचारात मक कारवा की जाए ।

तामलका सक. 6

गह ि मिलावटी पदाथभ और स वस य पर उनका परभाव

र स लमलावटी वस तए स वास य पर परभाव 1 पदाथा : रत, पत थर, लमटटी, कक ,

भ सा पाचन नललका/ततर पर परनतक ल उपधिम परभाव

2 रसायन: भारी धात अवशि जस पारा, ताबा,लोहा,जस ता आटरद तथा खाद की बची मातरा

िजगर को कषनत पह चाता ह और जलीय धात षवि, लकवा

3 सस दी रोग : सलमोमला, प यशाररयम, एस परजीलस हल बट ( टरटलरया सोयटरट ा) स टॉिक सन, करनाल बट (ननयोवालसया इड या) स टम रस ट, ल ज स मट काला बा

उिप टया, दस त, लकवा, शारीररक कमजोरी, िजगर को कषनत, नतप ली मिस तषट क को कषनत, िजसस मत य हो सकती ह ।

4 वायरल : नो की पसाब क कारण मस पो वायरस

बोटरटषवयन रक त सराव य वर

5 स वाभाषवक लमलावट शारीररक आगो म षविमता गह क मलए कि छ सा ार ाकच सा न

र स लमलावटी वस तए परीकषण जाच 1 अनाज म रत, पत थर,

कक दख कर जाच, गरड ग मशीन जस डरम गर र आटरद स जाच

2 अनाज क अ दर की ा लगा होना

ि सप टर

अनपरािणत नन हीडडरन ि सप टर पपर पर कय अनाज रख (एप कोहल पर 1%) तथा ि सप टर पपर को मो और हथो ी स अनाज पीस द । नीला बगनी रग का ध बा अ दर की ा लग होन का सकतक होता ह ।

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पीएसए न अनाज म खाद व अ य पदाथो की अवलशषट ट मातरा की अनमत य सीमा ननधााररत की ह जा नीच दी ग ह :

1. ाद अवम ष ट - िबटरटानोल(0.05), मधथल क लोरो सनीक सोसीएसटरटक एलस ( एमसीपीए (0.05), एिप डरन ीलाडडरन (0.01),मलाधथयान (4.0), पायरधरसस (श य), साइपरमधरसन (0.05), लल न या एचसीएच (0.10), एधथआन (0.25),कारबाफय रान (0.10) कारबोिजल (1.5)

2. ईिवष पदाथभ - एगररक एलस (100), हाइडरोसाइननक एलस (5), हाइपरीलसन (1), ससरोल (10)

3. एफलाटालक सन - (0.03)

4.िवषली ातिएक - मधथल मरकरी (0.25), पारा (1.0), शीशा (2.5), आसननक (1.1), जस ता (50.0), क ालमयम (1.5) 5. स कष ि ीवीय िातरा - मोप स (10.4 ) गराम, बी.लसररअस (10.5) गराम, सी.परषप जस (10.4 ) गराम)

को क स न भी गह म पसटरटसाइ की अधधकतम अवलशषट ट मातरा का ननधाारण ककया ह, क यक ह – कारबररल (5 ककगरा/लमलीगराम), 2040 ी (0.05), एप टीसोन (1)

पिश चमी दशो म अनक परकार की पसनतसाह पर रोक परनतबध लगा टरदए ह कक त हमार दश म खती म उनका परयोग ककया जाता ह । उनम स कय ह – बीएचसी, कारबोफय रान, परािक वट, मोनोरोटोसास, लमथइल पराधथयान, ाइमथायट आटरद ।

षवश व स वास य सगतन न मोनोरोटोसास को बहत हाननकारक बताया ह तथा पीए इस अत याधधक टािक सक आगनोसास सट मानता ह, 38 पसटरटसाइ उत पादो को खती क परयोग म लान पर सरकार योवारा रोक लगा ग ह । अ य एजलसयो और भारतीय उत पादको को भी ससल उगान/पदावार

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की टरहसाजत क ललए रसायननको का चयन और परयोग करन म सावधानी बरतनी चाटरहए ताकक उत पाटरदत अनाज अ ताराषट िीय बाजार म स वीकायाा हो ।

टॉलक सन : एफलाटॉलक सन : एफलाटॉिक सन माइकोटॉिक सन ककस म की ह जो सस दी क कारण होती ह । यह एस परधगलस गध, एस परधगलस आचनलशयस और एस परधगलस परासीटाइकस स पदा होती ह । एफलाटॉिक सन का लमशरण खत स लकर भ ारण तक ककसी भी समय हो सकता ह जब सस दी लगन क हालात अनक ल होत ह ।

एफलाटॉलक सन की र ोकथाि एवक ननयकतर

- गह का भ ारण नमी स द र सरकषकषत स थान पर कर - अनाज को तीक स स खाकर सस दी लगान स बचाव कर - भ ारण को उधचत और वजञाननक षवधधया अपनाए - परोसाइलिक टक/रसायननक उपकरात मक परकरया आपना कर

सस दी व की ा लगान की रोकथाम कर - की ा लगा अनाज अलग कर द ।

3.5 पकल कग :

खायोयय सामगरी की पकिजग योवारा अधधक समय तक सरकषकषत भ ारण और सामगरी की गणवत ता बनाए रखन क ललए महत वप णा कदम ह, अनाज खराब नही होता ह और दला व भ ारण करत समय यीजत नही होती ह । बरा और लबल क अनसार ही पकिजग की जाए । आजकल उपभोक ता योटी पकिजग चाहता ह । ड बा ब द खायोय उत पादो म प णा तत वो की उपल धता, सास और लमलावटी खायोयय पदाथो स बचाव क कारण महत व क गणा बढ जाता ह । ननयाात क ललए गह की पकिजग म अधधक सावधानी बरतन की जरपरत होती ह । आज उपभोक तावाद क यग म, पकट कवल बद वस त की टरहसाजत ही नही करता ह बिप क गराहक को आकषिात भी करता ह । अनक परीकषणो स जञात हआ ह कक काबोलसन या कप तान स उपचाररत गह की ककस म रमश: एच ी-2329 व एच ी-2285 भारतीय य नतम बीज परमाणन मानक (1 एमएससीएस) स 20 माह और 15 माह अधधक तक सरकषकषत रहता ह जबकक अनपचाररत 9 माह म ही 1

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एमएससीएस हो जाता ह । पालीधथन लगा कप और सस दी उपचाररत बोरो म अनाज अधधक समय तक तीक रहता ह । अच यी पककग क ललए, पकटो म ननम नललिखत गणवत ता होनी चाटरहए ।

* गह की अच यी हालत म और अधधक समय तक तीक रख

* सास-सथर हो और भ ार स थल स लान व उतान-रखन म सषवधाजनक हो ।

* पहचान करना सस पषट ट हो तथा गराहक को आकषिात करनवाल हो ।

* िबखर नही ।

* गह की ककस म की जानकारी दनवाल हो जस पककताा का नाम व पता, पक साइज, ककस म/गर , मातरा, और पक करन की तारीख आटरद ।

पसकक ग की िवध :

- गर षवभािजत गह नए, सास-सथर, मजब त व स ख ज ट बोरो म, कप क थलो, पाली बन थलो, पालीपरोपलीन क हप क बोरा, मजब त पालीथीलीन या खायोय गर की मदो को पक करन वाली सामगरी क पकटो म ब द हो ।

- पकटो म की ा लगान, सस दी लगान या अ य गध आन की आशका न हो ।

- परत यक पकट अच यी तरह ब द हो । - परत यक बोर म एक ही गर का गह हो । - गह को मानक आकार क पकटो म रखा जाए जसा कक

समय-समय पर यथा सशोधधत भार एव माप मानको (पकट बद वस तए) ननयमावली क उपबधो म ननटरदाषट ट ककया गया ह ।

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वसकक ग सािगरी : अभी हाल म ही भारत सरकार न ज ट पककग सामगरी (पककग मदो म अननवाया परयोग) अधधननयम, 1987 क उपबधो क अ तगात अनाजो क ललए कम स कम 60 परनतशत ज ट बोरो का इस तमाल बढान क ललए भारत सरकार योवारा नीनत सबधी ननणाय ललया गया ह । अब, भारत सरकार न सभी अनाजो को कवल ज ट बोरो म ही पक करना अननवाया ककया गया ह । सास गह खदरा व यापाररयो और सपर माकटो योवारा 15 ककगरा. क उपभोक ता पकटो क ललए भी ज ट बोरो का इस तमाल अननयाया ककया गया ह । (इक नालमक टाइम स, टरदनाक 19.10.2004)

ननम नमलण त पसकक ग सामगरी का इस तिाल सकया ाता ह :

- ज ट बोर - पच ीपी /पालीधथन क बोर - पालीधथन लग ज ट क बोर - कप क बोर

3.6 पिर वहन : गह षवतरण करन म, पररवहन क साधनो और लागत की अहम भ लमका होती ह । गह क अधधक उत पादन और कमी वाल कषतरो क बीच भारी अ तर का मख य कारण पररवहन लागत होता ह ।

खतो स बाजार तक गह ब ी मातरा म और बोरो म भजा जाता ह । बाजार भजन क दरान समय समय पर ननम नललिखत ाला साधनो का इस तमाल ककया जाता ह :

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िवप न की िवमभन न अवस थाओक ि परयिक त विर वहन क सा न

ढि ला की ाती ह िपप न की अवस था ढि ला का साथन परयिक त

गहा स थल स गॉ कव/पराथमिक ा ार तक

ककसान

मसर पर लाद कर , लगाड य या टरक टर टराली पर

पराथमिक ा ार स गौ /थोक ा ार तक

व यापािर /मिल िामलक

टरक,र ल दवार ा

थोक ा ार स फि टकर िवकरता फि टकर िवकरता टरक,मिनी टरक,र ल दवार ा

फि टकर िवकरता स उपभोक ता उपभोक ता

मसर पर , प ि पर , लगाडी, िर क ा, ा मसकल,दिपिहया वाहन पर

ननयाभत क मलए ननयाभतक / व यापार ी पोत,हवा हा ,कागो दवार ा

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दश क बाजारो तक भजन क ललए आमतर स स क मागा और रल मागा का परयोग ककया जाता ह, जबकक ननयाात क ललए जल मागो का सामा य रप स इस तमाल ककया जाता ह । हालाकक, स क मागो स ज प ोसी दशो को स क मागो स भी भजा जाता ह ।

दश क षवलभ न भागो म गह की दला क ललए ननम नललिखत साधनो का इस तमाल ककया जाता ह ।

(क)मसर पर लाद कर (ख) प िओक पर लादकर

(ग) ल गाड याक ( )टरक टर टराली

र ल: गह ाला क ललए यह सबस महत वप णा और सस ता साधन ह । यह लम बी द री और अधधक मातरा म भजन क ललए उपयक त होता ह ।

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इसक उतारन-चढान म अधधक खचाा होता ह और स थानीय ाला पर भी व यय होता ह ।

लीय िागभ/सििदरी िागभ स ढिला : नटरदयो, नहरो और समर तटवतम कषतरो या उनक ननकटवतम कषतरो स पररवहन का यह सबस पराना और सस ता साधन ह । यह पररवहन गनत म कय कम कक त ब ी मातरा की ाला क ललए उपयोगी व सस ता भी होता ह । गह का ननयाात अधधकाशत: समरी मागो स पोतो योवारा ही ककया जाता ह ।

पररवहन क साधन का चनाव करत समय ननम नललिखत बातो को ध यान म रखना चाटरहए :

- उपलि ध षवकप पो म सबस सस ता होना चाटरहए । - खराब मसम स गह सरकषकषत रह । - बीलमत हो । - परषिती को आप नत ा समय पर हो जाए । - पररवहन शल क का भगतान करना उत पादक क अनक ल

हो ।

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3.7 भक ार : गह अधधकाश लोगो का मख य भजन ह अत: इस एक सीजन स द सर सीजन तक भ ार म रखा जाता ह । जन सख या म तजी स वयोषव क कारण कषि योग य भ लम कम होती जा रही ह िजसस बहतर भ ारण षवधधयॉ खोजी जा रही ह ताकक भ ारण म कम स कम नकसान हो । इसक अनतररक त, भ ारण की सषवधाए होन क कारण िबरी क ललए अधधक समय लमलन स अधधक म प य (+25%) लमल जाता ह ।

तामलका सक. 7 भक ार ि होन वाली षिपनत क कार

र स कारण 1

नमी

2 तापमान 3 की , कतक 4 अनाज को भ ार करन स पहल अनाज की गणवत ता 5 भ ार करन वाल िबन क टनरो क परकार 6 ससा 7 कीटनाशको व सस दी रोधको का परयोग 8 अनाज को भ ार करन स पहल की हानन जस बीट और जाला,

ननकास, सराख, काल ध ब और अनपचाररत दाना 9 याितरक कारण 10 भ ार गह की सामा य िस थनत और स थान

ताज कट अनाज म सामा यत : 20 परनतशत नमी होती ह जब कक भ ारण करन क ललए 12 परनतशत नमी अनमत य ह । उस सखान का काम पराकनतक या याितरक ससाधन योवारा ककया जाता ह । 30 स 40 ड गरी तापमान होन पर 13 परनतशत स अधधक नमी होन पर गह म सस दी लगान की आशका होती ह िजसस गह म दगिध आ जाती ह, रगा बदरग हो जाता ह और आटा कम ननकलता ह ।

गह क ललए सतललत नमी की मातरा 70 परनतशत आर एच (सापकष आराता) पर 13.5 परनतशत होती ह । अप पकाल क ललए, भ ार ककए जान वाल गह म 13 स 14 परनतशत

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तक की नमी वायनीय रहती ह, जबकक लम ब समय जस 5 विा तक क ललए नमी 11 स 12 परनतशत होनी चाटरहए ।

3.7.1 भक ािर त अना ि अध काक त लगान वाला कीडा और उसको ननयकतरतरत कर न क उपाय :

भारत म ककसान अपनी उपज का लगभग 50 स 60 परनतशत तक टरहस सा अपन भोजन, पशओ क भोजन और बीज क ललए रख लता ह । आमतर स ककसान अपना अनाज स थानीय आधार पर उपल ध सामगरी जस भ सा,खपिच चयो, सरक ो, लमटटी तथा ।टो स ननलमात बतानो म रखत ह । अनक ल तथा सहायक वातावरण म की ो का पदा होना, स कष म जीवो तथा कतको क कारण अनाज को मातरात मकता व गणवत ता की षिषट ट स भारी नकसान होता ह । इसस बीज की उत पादकता और भ ार ााचो को भी कषनत पहचती ह । भ ाररत अनाज को अनक सामा य कारणो स नकसान होता ह जस :-

पषिपी – अनाज को पकषकषयो स बचान क ललए अनाज भ ारण स थान पर खल स थानो जस रोशनदानो, िख ककयो और दरवाजो पर तारदार जाली लगा जा सकती ह ।

कतकक (च ह) - भ ार र क सशा को करीट का बनवाकर और लक ी क दरवाजो पर धात की चादर चढवाकर उस सरकषकषत ककया जा सकता ह ।

कीड - भ ाररत गह को लगभग 13 परकार क की नकसान पहचात ह । दो परकार क धन धगरी को कषनत पहचात ह ।चावल का धन परमख रपप स होता ह जो 2-5 परनतशत तक नकसान पह चाता ह । जबकक भग और पतगो का लारवा अनाज/ट टी धगरी को नकसान पहचाता ह ।

फक गी (कवक) – भ ाररत अनाज को इसस सबस अधधक नकसान होता ह। अनाज या भ ार र म नमी स सगी लगाती ह िजसस अनाज रपगन गह बन जाता ह ।

की और सगी की रोकथाम (क) रोग रोधक उपायो और (ख) उपचारी उपाय करक की जा सकती ह ।

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(क)र ोग र ो क उपाय – रोग ननरोधक उपायो म अनाज व भ ार र की ससा तथा गोदामो म ननम नललिखत रसायनो का परयोग 3 ललटर परनत वगा मीटर की दर स नय काव करक ककया जा सकता ह ।

मलाधथयान 50 परनतशत सी – 100 ललटर पानी म 1 ललटर मलाधथयान लमलाकर परत यक 15 टरदन म एक बार नय काव कर ।

ी ीवीपी (76 परनतशत सी) – 150 ललटर पानी म 1 ललटर लमलाए । जब भी जरपरत हो दीवारो और सशा पर नय काव कर । अनाज क ऊपर नय काव करन स बच ।

ल टामथरीन (2.5/ प य पी) – 25 ललटर पानी म 1 ककगरा लमलाए । दीवारो और सशा पर नय काव कर ।

ख) उपचारात मक उपाय – की ा लग अनाज पर ब द कमर म वायरोधी वातावरण म रसायनो का इस तमाल कर ।

एप य लमननयम साससाइ – 1 टन म 3 गोललया या 100 क य िबक मीटर कषतर म 120-140 गोललया ाल और अनाज को पाललधथन स 7 टरदन तक ाक द ।

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र.स

की का नाम की का धचतर कषनत ननयतरण उपाय

1 अनाज का न लसटो षपलस अनाज गोदाम (एल) काल रा गोदाम (एल)

लारवा और ोटा न अनाज को खाता ह । ब ा न आटा बना दता ह, अनाज को प री तरह लग कर नमीला दता ह िजसस अनाज लमटटी बन जाता ह ।

मलाधथयान, ी ीपीपी, प टामधरसन , सासटॉिक सन या मगटािक सन का धआ करना

2 चावल को योटा न साइटो षपलस आरीिजया (एल) /चावल का ब ा न एस.ि जयामायस (मास च )

न और लारवा अनाज को खाकर चरा कर दत ह । लारवा अनाज म सराख करक स जाता ह और अनाज खाता ह ।

- यथोपरर -

3 अनाज का योटा यदक ररय होपरथा ोलमननका (Fabr)

न और लारवा अनाज म सराख करक खाता ह । लारवा आटा खाता ह । अधधक न होन पर अनाज म गमााहट व नमी आ जाती ह िजसस लमटटी बन जाती ह ।

- यथोपरर –

4 खापरा न िोगो रमा अनाज भ ार

Ev

भ ाररत अनाज म लगान वाला यह लारवा बहत हाननकारक ह, न नकासान नही करता ह । अनाज क चारो ओ र जाला चा जाता ह िजसस भ सी बन जाती ह ।

- यथोपरर –

5 भ रा और आट म लगानवाला न करप टोलस टस सरपजीनीयस (rteph)

िा बोललयम क फय जम J

Du.V

न और लारवा साबत अनाज और ट ट दानो को खाता ह, सामा य लमल की ा ह, अधधक न होन पर आट म तज गध आन लगाती ह ।

- यथोपरर –

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6 औिधध भ ार न स टगोिबयम पनीलसयम (एल)

लारवा सवाभकषी होता ह, पधो की षवलभ न परकार की सामगरी व अनाज को खाता ह । अधधक की ा लगा होन पर अनाज म गोल सराख होत ह ।

- यथोपरर –

7 आरीदात वाला न

ओ रज सलस सरीनामलसस (एल)

न और लारवा दोनो ही ट ट अनाज व उस अनाज को खात ह िजसम पहल ही को द सरा की ा लगा होता ह । यह अनाज म पहल स लग की क साथ-साथ लगाता ह ।

- यथोपरर –

8 क ली

टनबराय स मारीटाननकस (एल)

यह अनाज को कषनत पह चाता ह । - यथोपरर

9 अगोमाया अनाज की ा साइटोिोगा सीररयलला

(oliv)

यह खतो म भी लग जाता ह ककत अधधकतर भ ार र म रहता ह, इसस अनाज क ललए 50 परनतशत नकसान होता ह । अधधक की ा लग अनाज म दगािध आन लगती ह जो खान योग य नही रहता ह ।

- - यथोपरर

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10 म ीटरननयन आटा की ा एससटरटया (अगास ता) य नयला जल

अनाज को खाती ह और नकसान पह चाती ह ।

- यथोपरर -

11 वाटरहाउस की ा एससटरटया एल टला (hubn.)

सड या अनाज पर हमला करती ह । - यथोपरर -

12 भारतीय भोजन का की ा प लोड या इटरपक टला (hubn.)

अनाज और अनाज स बनी वस तओ म लगता ह िजसस अनाज रोगाण ही खा ललए जात ह

- यथोपरर -

13 च ह

रटस नारवोिजस (भ रा च हा), और रटस रटस (काला च हा) ब ी कोटा बगालनलसस (भारतीय योटा च हा) मस मसक य लस ( रो क च ह)

च ह अनाज, खड त अनाज, आटा आटरद खात ह व खात कम और बबााद अधधक करत ह क योकक इसक बाल, मल-म तर आटरद इनम लमल जात ह ।

च ह दान – अनक परकार क च हदानो का परयोग करक ।

च हामार गोललया –

जस िजक साससाइ को रोटी म या ककसी अ य खायोयय सामगरी म लमलाकर च हो क ललए चार क बतर ाला जा सकता ह । च हो क िबलो म धआ करना – च हो क सभी िबलो/सराखो म एप य लमननयम साससाइ की गोललया ाल कर ऊपर स लमटटी स प री तरह ब द कर द

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3.7.2 भक ार घर का ढाकचा : गॉवो म, अनाज षवलभ न आकार-परकार क पारपररक ाग स ननलमात भ ार रो म रखा जाता ह िजनकी कषमता 2 स 5 टन तक होती ह ।

क) भ मिगत भक ार घर – कनााटक, उत तर परदश, िबहार, मध य परदश, महाराषट ि तथा आ परदश क शषट क कषतरो म भ लमगत भ ारण आम बात ह ।ऑक सीजन न पह चन क कारण की ा नही लगता ह कक त सीलन क कारण नमी होन पर न लगान और च हो स नकसान होन की सभावना रहती ह ।

ख) भ मि पर ननमिभत भक ार घर – इ ह रो क अदर तथा बाहर बन भ ार रो म बाटा जा सकता ह । हनका पन: वगमकरण (क) पारम पररक ाग स ननलमात भ ारन बतान िजनम लमटटी क बतान, बास आटरद क बतान, धात क डरम, बोर, पटा शालमल (ख) उ नत ककस म क भ ारन साधनो िजनम उ नत ककस म क िबन, टो स ननलमात गोदाम, सीमट प लास टर, बासी की िबन, कप (कवर ए िप लथ) भ ार, खली ।

100 ककगरा कषमता वाल बोरो का इस तमाल ककया जाता ह । बोरो म नमी, तापमान, की ो, च हो और योट जीवाणओ स हानन होन की सभावना होती ह । बोरो म पॉलीथीन की अस तर लगाकर, अ दर बाहर पट करक िजसस उनक सराख ब द हो जाए, नमी रोधी तथा तापमान रोधी बनाया जा सकता ह ।

पत तो और बास क टोकरो पर 2 परनतशत मथी कागज की लगादी लमलाकर दोनो ओ र स प लास टर करक नमी रोधक बनाया जा सकता ह । भारतीय खायोय ननगम क योवारा ककए गए परयोगो क अनसार इस परकार स भ ाररत करन पर यह विो तक अनाज सरकषकषत रह सकता ह । पारम पररक ाग क भ ार स थलो को च हो स सरकषकषत रखन क ललए भ लम स 2 सट की ऊचा तक धात की चादर की स कटरटिग की जा सकती ह या उपचाररत ज ट बोरो का इस तमाल ककया जा सकता ह । इन पर कय-कय समय बाद बरश ककया जाता ह या च हा मारक/रोधक दवा जस मलाधथयान का नय काव ककया जाता ह। बास क बतानो पर भी कोलतार 10-20 का लप ककया जा सकता ह और उ ह ऊपर स चारो ओ र लमटटी स ब द करक नमी, कीटाण और च हा रोधक बनाया जा सकता ह ।

सीएसटीआरआ न क रीय भवन ननमााण अनसधान सस थान, रप की क साथ सहयोग करक लमटटी की उ नत ककस म की कोतररयो पर परीकषण ककए, उ ह सझाव टरदया कक गीली लमटटी स कोटररया बनान स पहल स खी लमटटी म 2 ककगरा. क य िबक सट की दर स कोलतार का ोल लमला ल । लमटटी म लमलान स पहल करयोसोट तल पर कोलतार 100 सललसयस पर गमा कर । एक द सरा सझाव यह था कोतरी क महानो को चारो

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ओ र स 10-2 कोलतार स बद कर िजसस नमी न स तथा बसमट पर भी एक क ऊपर द सरा रा बनाए तथा जो को गीली लमटटी स बद कर द ।

ाति ननमिभत को र ी : आध टन की कषमता की जीआ धात की ननजाललत कोतरी गम बद क आकार वाल

कवरसटरहत तयार की ग िजसम पररधध पर जलमागा यानाललया बना दी ग । ताकक इकठठा हआ पानी नीच बह जाए ।

सीएसटीआरआ न बह उदि िश य ााच बनाए िजनम जीआ धात की चादरो और लक ी क रीपर म लगाए गाए । इनक ननमााण, इनको लान-ल जान म सषवधा और ााचो को तयार करन म अपकषाकत अधधक आसानी तथा काया ननषट पादन म अत यधधक ससलता परमािणत हो ग ।

3.7.3 भक ार सििव ाएक :

i) उत पादक क मलए भक ार सििव ाएक – षवलभ न आकार- परकार तथा 2 स 5 टन कषमता वाल पारम पररक तथा उ नत ककस म क ााचो म एक विा तक क ललए भ ाररत ककया जाता ह ।

सकसान क स तर पर अना क सिर षिपत भक ार र न क मलए व यवहार सकिहत: जहा तक सभव हो, भ ारण स पहल अनाज को सास कर ल ।

अनाज की नमी को सरकषकषत स तर तक लान क ललए अनाज को ध प म या डरायार स सखाए । (12 स 14 परनतशत जो भ ारन अवधध पर ननभार करता ह)

अनाज भरन स पहल बतान को सास कर और कीटाण रटरहत कर । बतान या ााच को उसकी कषमता क अनसार सावधानीप वाक ऊपर स भर ।

ककसी ब स अनाज को टरहला द िजसस वह तीक स भर जाए ।

बतान या पातर का ाक कन बद करन स पहल, की ग लससाररश क अनसार अनाज पर कीट नाशक ाल द ।

ननकास और परवश मागा तरत ब द कर द ।

दरारो को गीली लमटटी या जो न वाल ककसी अ य पदाथा स ब द कर । ऐसा करन स न और की अनाज या बतान म स कर अनाज को नकसान नही पहचा सक ग ।

बतान क चारो ओ र ससा रख ताकक च ह न आ सक ।

बतान क बाहर िबखरा अनाज उता दना चाटरहए ।

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बतान खाली करन क बाद सभी क ा-करकट, अनाज आटरद बहार द और बतान को कीट रटरहत कर ।

भ ार म अनाज सरकषकषत रखन क ललए स थानीय एजलसयो स रसायनो और उ नत तकनीको क बार म परामशा करना सदा अच या रहता ह ।

ii) गरािी गोदाि : गरामीण स तर पर ककसान उपज को अपन र म षवलभ न परकार क बतानो/कोतररयो म रखता ह । यह सभी जानत ह कक योट ककसान आधरसाक षिषट ट स इतन सप न नही होत ह कक व अपनी उपज को िबरी हत उधचत बाजार म प य लमलन तक रोक रह । कषि उत पादो क षवपणन क ललए गरामीण भ ारन क महत व को यान म रखत हऐ, षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय ( ीएमआ ), कषि मतरालय, भारत सरकार का सलग न सगतन, न नाबा ा और एनसी ीसी क साथ सहयोग करक गरामीण गोदाम ननमााण करन क ललए गरामीण गोदाम योजना आरभ की ह ।

गरािी भक ार यो ना : उपज को वजञाननक षवधध स भ ाररत ककया जाता ह ताकक अनाज की यीजत न हो और गण वत ता कम न हो । यह ककसानो को ण उपल ध कराती ह तथा ककसानो को अपनी उपज ऐस समय पर बचन क ललए बाध य नही करती ह जब कीमत कम हो ।

नाबा ा और एनसी ीसी क योवारा 31.12.2002 तक कल कषमता 36.62 लाख टन क 2373 गोदामो क ननमााण की स वीकनत परदान की ग । इनक अनतररक त, 0.956 लाख टन भ ारण कषमता क 973 गोदामो क नवीनीकरण और षवस तार क ललए स वीकनत परदान की ग । गरामीण गोदाम योजना क मख य उदि श य ननम नललिखत ह :

ससल कटा क बाद अनाज तथा अ य कषि उत पादो को मजब री म तर त बचन स रोकना,

टरटया भ ार रो म खायोया न भ ार की मातरात मक और गणवत तात मक कषनत को कम करना,

ससल कटा क बाद आप नत ा की अत यधधक आवाजाही क समय पररवहन परणाली पर दबाव कम करना

ककसानो की तात काललक षवत तीय जरपरत क समय भ ाररत अनाज क आधार पर बधक ण टरदलान म सहायता करना ।

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तामलका सक. 9 िवमभन न र ा य ि गरािी गोदाि की षिपिता (िी.टन)

कर.सक. र ाय य (िी.टन) कर.सक र ाय य (िी.टन)

1 छत तीसगढ. 206298 7 पक ा 157600

2 गि र ात 104312.98 8 र ा स थान 32500 3 हिर या ा 1083995 9 तमिलना ि 20618 4 कनाभटक 253993 10 उत तर परद 526902 5 कर ल 11059 11 पलश चि कगल 131206.27 6 िहार ाष टर 122136.2

सरोत: षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय क अधीनस थ कायाालय

iii) िक ी गोदाि : ककसान ससल कटा क बाद अनाज म ी ल जाता ह । यह अत यधधक मातरा या बोरो म ल जाया जाता ह, कक त अधधकतर यह बोररयो म ल जाया जाता ह । अधधकाश राय यो और क रशालसत परदशो न कषि उत पाद षवपणन षवननयम अधधननयम बनाए ह । कषि उत पाद षवपणन सलमनतयो न बाजार म अपन गोदामो का ननमााण ककया ह । उसी या ा म, ननजी व यापाररयो, सी प य सी, एस लयसी तथा सहकारी सलमनतयो को भी अपन गोदाम बनान की अनमनत दी ग ह । गोदाम म अनाज को भ ाररत करत समय, भ ार म रख गए अनाज की गण वत ता और वजन की एक रसीद जारी की जाती ह । इस रसीद को परराम य दस तावज माना जाता ह तथा उस धगरवी रख कर ण ललया जा सकता ह ।

म ी स तर पर राय या-वार भ ार कषमता नीच ताललका म दी ग ह ।

तामलका सक. 10

र.स. राय य (मी.टन) र.स राय य (मी.टन)

1 िबहार 14300 7 महाराषट ि 4825

2 यत तीसगा. 41900 8 उ ीसा 1840 3 गजरात 80000 9 पजाब 21614000 4 हररयाणा 129500 10 उत तराचल 39945 5 कनााटक 14000 11 उत तर परदश 10800 6 मध य परदश 29900 12 पिश चम बगाल 28376

सरोत : ननदशालय क अधीनस थ कायाालय

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iv) भार तीय ादय ननगि, सी बय प य सी तथा एस बय प य सी गोदाि

क) कन दरीय भाक ागार ननगि - क रीय भा ागार ननगम की स थापना विा 1957 म की ग थी । यह दश म सबस ब ा सावाजननक माल गोदाम सचालक ह । सी प य सी क 16 कषतरो म 475 गोदाम ह जो दश क 225 िजलो म ह (माचा 2002) । षवलभ न शीिो क अतगात उनकी कल कषमता इस परकार ह :

तामलका सक.11

ीषभ षिपिता ला (िी टन)

ननमिभत 58.89

सकर ाय पर 17.33 िल स थल 12.75 कि ल 89.17

सरोत: वाषिाक ररपोटा 2000-01, सी प यसी, न टरदप ली

खायोय मतरालय, भारत सरकार क अनसार, सी लय सी न 3.59 (2002-03) और 3.11 लाख टन (2003-04) की अनतररक त भ ारण कषमता का ननमााण ककया ह ।

गोदामो का परयोग अनाज, खाद आटरद भ ाररत करन क ललए ककया जाता ह । अनाज क ललए 4088 लाख मीिीक टन कषमता का इस तमाल ककया गया । कषमता म 526 लाख टन की वयोषव की ग जबकक अनाज भ ारण म वटरदि षपयल विा (2001) की तलना म 6.84 लाख टन ह । भ ारण क अनतररक त, सी प य सी अ य सवाए जस क लीयररग और सारवाड िग, ह ललग एव ाला , षवतरण, कीटाण रोधन, धआ यो न आटरद की सहायक सवाए भी उपल ध कराता ह । सी प य सी न चयननत क रो पर ककसान षवस तार सवाए भी आरभ की ह िजनक अ तगात ककसानो को वजञाननक षवधध स भ ारण करन की लाभो की जानकारी दी जाती ह ।

तामलका सक. 12

यथा 31.3.2003 को सी बय प य सी की र ाय य-वार भक ार षिपिता

र.स. राय या का नाम सख या कल कषमता (टन)

1 आ परदश 49 1259450

2 असम 6 46934 3 िबहार 13 104524 4 यत तीसगढ 10 359964

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5 टरदप ली 11 135517 6 गजरात 30 515301 7 हररयाणा 23 338860 8 कनााटक 36 436893 9 करल 7 93599 10 मध य परदश 31 665873 11 महाराषट ि 52 1248510 12 उ ीसा 10 150906 13 पजाब 31 820604 14 राजस थान 26 371013 15 तलमलना 27 676411 16 उत तराचल 7 73490 17 उत तर परदश 50 1018821 18 पिश चम बगाल 43 563698 अ य 13 136826 कल 475 8917194

सरोत : वािषभक िर पोटभ 2001-02 कन दरीय भाक ागार ननगि, न िदप ली

ख) र ाय य भक ागार ननगि : (एस बय प य सी) – षवलभ न राय यो न अपन भ ागार ननलमात ककए हए ह । एस प य सी का कायाकषतर अधधकाशत: राय य क िजला स थलो पर होता ह । क रीय भ ागार ननगम की दश क 17 राय य भा ागार ननगमो क इिक कटी शयरो म 50 टरहस सदारी ह । एस प य सी पर क रीय भा ागार ननगम और सबधधत राय य सरकार दोनो क दोहर ननयतरण क अतगात होता ह । 31.12.2002 तक, राय यो क भा ागार ननगमो का यह नटवका नीच टरदए गए षववरण क अनसार 1597 भा ागारो का सचालन कर रहा था िजनकी कल कषमता 201.90 लाख मीटरिक टन ह ।

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तामलका सक. 13

यथा 31.12.2002 को र ाय य भक ागार ननगि की र ाय य-वार

भक ार षिपिता

कर.सक. र ाय या का नाि सकख या कि ल षिपिता (टन)

1 आ परदश 120 17.14

2 असम 44 2.67 3 िबहार 44 2.29 4 यत तीसगढ 95 6.66 5 गजरात 50 1.43 6 हररयाणा 113 20.48 7 कनााटक 107 6.67 8 करल 62 1.85 9 मध य परदश 219 11.57 10 महाराषट ि 157 10.32 11 म ालय 5 0.11 12 उ ीसा 52 2.30 13 पजाब 115 72.03 14 राजस थान 87 7.04 15 तलमलना 67 6.34 16 उत तर परदश 168 30.42 17 पिश चम बगाल 32 2.58 कल 95 201.90

सरोत: क रीय भा ागार ननगम , न टरदप ली

राय य भा ागार ननगमो न विा 2003-04 क दरान अनतररक त गोदामो का ननमााण करक कषमता बााकर 215,84 लाख टन कर ली (खायोय मतरालय), (भारत सरकार)

ग पजाब राय य म पजाब एगरो स गरन ननगम (पीएएससी) (20.23), पाजाब राय य भा ागार ननगम (पीएस प य सी) माका स (52.46), पनगरन स सप-(16.09), पनकप (32.00) की सयक त भ ारण कषमता 159.06 लाख टन ह , िजसम खल भ ारण कषतर शालमल ह ।

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) भार तीय ादय ननगि (एफसीई ) – 31 माचा, 1999 को भारतीय खाध ननगम की खायोया न भ ारण कषमता 23341.14 हजार टन थी (19155.97 आच याटरदत और खला 4185.17 हजार टन) । इसम स 14133.3 हजार टन की कषमता इसकी अपनी ह और 9207.83 हजार टन भ ारण कषमता ककराय की ह । 31.3.2002 को, भारतीय खायोय ननगम क गोदामो की कषमता 279.01 लाख मीटरिक टन थी िजसम 127.41 उसकी अपनी कषमता थी और 151.60 लाख लमटरिक टन कषमता ककरायाधीन थी । भारतीय खायोय ननगम न 2002-03 म 0.94 और 2003-04 म 1.32 लाख टन अनतररक त भ ारण कषमता का ननमााण ककया ।

v) सहकार ी भक ागार सििव ाएक :

राषट िीय सहकारी षवकास ननगम सहकारी सलमनतयो को षवपणन और आवक क षवतरण, उपभोक ता मदो की िबरी क षवस तार हत अनतररक त भ ारन कषमता का ननमााण करन क ललए लगातार सहायता दता रहा ह । 31.3.2001 को, सहकारी सलमनतयो की भ ारण कषमता 137.63 लाख टन थी । सहकारी भ ारण को षवलभ न योजनाओ क अ तगात ननम नललिखत क अनसार सहायता उपल ध करा जाती ह –

1. कन दरीय सप स परायोल त यो नाएक : टरदनाक 31.3.2001 की िस थनत क अनसार 27.06 लाख टन कषमता क 15146 गरामीण और 2584 षवपणन गोदामो क ललए अपकषाकत अप प कम षवकलसत राय यो/क रशालसत पदशो म मज री दी ग । इस परयोजन हत 4996.70 लाख रप. टरदए गए । यह सगतन स थल को तयार करन, हा ावयर एव लसस टम तथा सॉसटवयर करयाि वत करन क ललए 70 परनतशत ण 20% आधथाक सहायता भी दता ह, ण की अवधध 8 विा ह । नए गोदामो व कोप स टोरज क ननमााण, मरम मत और अनरकषण क लए सहायता दी जाती ह ।

2. एनसी ीसी दवार ा परयोल त यो ना: टरदनाक 31.3.2001 की िस थनत क अनसार 113.12 लाख टन कषमता क 41378 गरामीण और 6989 षवपणन गोदामो क उन राय यो म मज री दी ग जहा सहकाररता परणाली उ नत ह ।

3. अन तर र ाष टरीय सहायता परा त पिर यो नाएक : एनसी ीसी, आ ीए और सी की सहायता स बन रह गरामीण गोदाम पररयोजनाओ स भी सबदि ह । य पररयोजनाए मध य परदश, राजस थान और िबहार म चल रही ह । इन पररयोजनाओ क अ तगात 23,800 गरामीण गोदामो और 3441 षवपणन गोदामो क ननमााण को स वीकनत

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परदान की ग थी। इनकी कल कषमता 730.73 लाख टन पररकिप पत की ग थी ।

4. य र ोपीय ईधथभक द ( सी) न गरािी सकव भन कन दर पिर यो ना (तरहार ) को सहायता दी : पररयोजना – सी गरामीण सवधान क र िबहार म माचा, 1988 स 8 विा क ललए अथाात माचा,1996 तक आरम भ ह । इस अवधध म, 100 मीटरिक टन कषमता, परत यक, वाल 1500 गोदामो क ननमााण क ललए सहायता दी ग िजन पर कल 3330.00 लाख रप. की लागत आऐगी और िबहार राय य सरकार को भी 2832 लाख रप. मज र जारी करक सहायता दी ग ।

तामलका सक. 14 िदनाकक 31.3.2001 को र ाय य-वार सहकार ी भक ार सििव ाएक

र.स. राय य का नाम गरामीण स तर षवपणन स तर कल कषमता (टन)

1 आ परदश 4003 571 690470

2 असम 770 262 297900 3 िबहार 2455 496 557600 4 गजरात 1815 401 372100 5 हररयाणा 1454 376 393960 6 टरहमाचल परदश 1634 203 202050 7 कनााटक 4828 921 941660 8 करल 1943 131 319585 9 मध य परदश 5166 878 1106060 10 महाराषट ि 3852 1488 1950920 11 उ ीसा 1951 595 486780 12 पजाब 3884 830 1986690 13 राजस थान 4308 378 496120 14 तलमलना 4757 409 956578 15 उत तर परदश 9244 762 1913450 16 पिश चम बगाल 2791 469 478560 17 अ य राय य 1031 256 312980 कल 55889 9426 13763463

सरोत: वाषिाक ररपोटा, 2000-01, राषट िीय सहकारी षवकास ननगम, न टरदप ली

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3.7.4 धगर वी िवत त पर ाली :

स कष म आधार पर ककया गया अध ययन दशााता ह कक बाजार म िबरी क ललए आनवाली मातरा योट तथा गरीब ककसानो स आती ह । भ ारण की पयााप त सषवधाए न होन तथा धन की तरत आवश यकता क कारण ककसानो को ससल कटा क तर त बाद उस बचन की जरपरत होती ह । ससल धगरवी रखन क आधार पर षवत त उपल धता महत वप णा होती ह िजसस उत पादक माी क समय अपनी उपज को न बच उस सरकषकषत रपप स भ ार म रख दता ह ।

नाबा ा क अनसार, ससल धगरवी रखन क आधार पर षवत त पोिण ि सलहाल 1200 करो रप. की दी ग ह जबकक X वी. पचविमय योजना क अत तक पराक कललत आवश यकता 7020 करो रप. होन का अनमान ह । ि सलहाल, वािणिय यक और सहकारी बक ससल बचन क ललए सीलमत ण द रह ह क योकक उनका बल ससल उत पादन क ललए ण दन पर होता ह ।

भारतीय ररजवा बक क टरदशा-ननदशो क अनसार, भ ाररत मातरा क म प य का 75% तक का षवत त बधक/षिषट ट बधक क आधार पर दना चाटरहए, जो अधधकतम 1 लाख रपपया की सीमा क अध यधीन होगा । ण अधधकतम यह माह तक क ललए कय ननबधनो एव शतो क साथ टरदया जाता ह । हालाकी, धगरवी क आधार पर 12 माह तक क ललए ण अवधध बाा जा सकती ह । 10,000/- रप. तक क ण पर को याज नही ललया जाता ह, कक त 10,000/- रप. स अधधक पर याज दन क बार म बको योवारा स वय ननणाय ललया जाता ह ।

कय राय यो म, िजला क रीय सहकारी बक ससल धगरवी रखन क आधार पर ककसानो को व यिक तगत ण सीध दत ह । कय राय यो- आ परदश, तलमलना , िबहार, उत तर परदश, राजस थान और हररयाणा म, ससल धगरवी रखन क आधार पर षवत त योजना का सचालन षवपणन सलमनतयो योवारा ककया जाता ह । कषि उत पाद षवपणन सलमनतयो योवारा कषि उत पाद क ललए उपल ध धगरबी आधाररत षवत त योजना की षवलभ न राय यो म िस थनत ताललका स. 15 म दी ग ह ।

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फसल र कर िवत त परा त कर न क लाभ :

उत पादको योवारा मजब री म िबरी को राकना,

खतो म ही ससल की ससा , सखन और गरड ग को परत साहन, उधचत भ ारण सषवधाओ को बढावा दना,

ककसानो को अधधक म प य टरदलान क ललए सषवधाए , बाजार म ससल की भरभार स बचत ह ।

तामलका स. 15 किष उत पाद क मलए धगर ी ई ािर त िवत त-िवमभन न र ाय य /

कन दर ामसत परद ि िवप न समिनतय दवार ा अधगरि परदान कर ना

कर.स र ाय य/कन दर ामसत परद का नाि

उत पादको को धगर ी ई ािर त उगरीि का बय योर ा

1 ईकधर परद आ परदश (कषि उत पाद एव पश भ ार) षवपणन अधधननयम, 1966 क अन तगात एक योजना क तहत उत पादको को धगरबी आधाररत षवत त उपल ध कराया जाता ह । षवपणन सलमनत क पास धगरबी रख उत पाद क म प य का 75% तक अधगरम टरदया जाता ह िजस की अधधकतम सीमा 10,000/- रप. ह । धगरबी रख अनाज को 90 टरदन म बचा जा सकता ह । अधगरम पहल 30 टरदन तक याज मक त ह । 31 व टरदन स ससल िबकन की तारीख तक 6 परनतशत परनत विा की दर स याज वस ल ककया जाता ह । षवपणन सलमनत परथम 7 टरदन तक गोदाम का ककराया नही लगी । 8 व टरदन स, सलमनत क ननयमो क अनसार ननधााररत ककराया, अधधकतम 90 टरदन क ललए वस ल ककया जाएगा ।

2 तमिलना ि योट ककसानो, गरीब ककसानो तथा अ य ककसानो को कषि उत पाद धगरबी रखन क आधार पर अप पकाललक आधगरम दन की योजना राय य म आरभ की जा रही ह । योट और गरीब ककसानो क ललए, ण रालश उत पाद म प य क 75 परनतशत, कक त अधधकतम 10,000/- रप.. तक दी जा सकती ह तथा अ य ककसानो क ललए ण रालश उत पाद म प य क 50 परनतशत तक, कक त अधधकतम 10,000/- रप. दी जा सकती ह । इसकी अवधध अधधकतम 6 माह होगी – परथम मास ण मक त होगा और शि 5 माह क ललए याज 12 परनतशत परनतविा की सामा य दर स वस ल ककया जाएगा । परत यक गरामीण गोदाम क ललए अप पकालीन अधगरम हत 5,00,000/- रप. (पाच लाख रपपए कवल) ननधााररत की ग ह ।

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3 उत तर परद धगरवी-आधाररत षवत त योजना बाजार सलमनतयो योवारा सचाललत की जा रही ह । योजना क अनसार षवपणन सलमनत क नाम धगरबी रख उत पाद क म प य क 75 परनतशत तक, कक त अधधकतम योट तथा गरीब ककसानो को रमश 5000/- रप. व 2500/- रप. अधगरम टरदया जा सकता ह । परथम माह अधगरम याज मक त होगा । 31 व टरदन स उत पाद िबकन की ताररख तक 6 परनतशत वाषिाक की दर स याज परभाररत ककया जाएगा । षवपणन सलमनत गोदाम क ललए परथम 7 का ककराया नही होगी । 8 व टरदन स 10 पसा परनत बोरा परनत माह या उसक भाग का परभाररत करगी । धगरवी अधीन अनाज को 90 टरदन म बचना होगा ।

4 कनाभटक कनााटक सरकार न कएपीएमआर अधधननयम,1966 म एक नया परावधान जो ा ह – ताकक बाजार कषतर म उत पादक-षवरताओ को अधधस धचत कषि उत पाद षवपणन सलमनत क नाम उत पाद धगरवी रखन पर ननधााररत अप प- कालीन अधगरम टरदया जा सक । उक त परवधान 17.6.1986 स लाग हआ ह । हालाकक, अधगरम दन और ननयमन करन क ललए योजना पथक कान न न बनन कारण अभी लाग नही हहा ह । कनााटक राय य म पररवहन की सषवधा उपल ध करान की योजना परचालन म ह । षवपणन सलमनत योवारा पररवहन सषवधा उपल ध करान पर “-को -लाभ को -हानन नही-“ क आधार पर कवल ाला परभार ललया जाता ह ।

5 तरहार राय य म षवपणन सलमनत क बीलमत गोदाम म कषि उत पाद धगरवी रखन पर योट और गरीब ककसानो को अप प कालीन अधगरम दन की योजना अमल म ह । बाजार सलमनतया भ ाररत उत पाद क म प य का 60 परनतशत अप प कालीक अधगरम भारतीय स टट बक क माध यम स, कक त अधधकतम 5000/- रप. परनत व यिक त, दती ह । अधगरम अधधकतम 180 टरदन क ललए टरदया जाता ह । 13.5 परनतशत की दर स याज ललया जाता ह । बाजार सलमनत को अधधकार होगा कक वह 180 टरदन क उपरात धगरवी रखी उपज को खली ननलामी योवारा बच सकती ह ।

6 र ा स थान कषि उपज म ी सलमनतयो क नाम धगरवी रखी उपज क म प य क 60 परनतशत तक का अधगरम टरदया जा सकता ह कक त इसकी अधधकतम सीमा 15000/- रप. ह । अधगरमो पर परथम 60 टरदन तक याज की ररयायती दर 9 परनतशत होगी और शि 90 टरदन क ललए यह 12 परनतशत होगी । धगरवी योजना क तहत अधधकतम भ ारण अवधध 150 टरदन (5 माह) ह । धगरवीकताा गोदाम म माल रख जान की अवधध का गोदाम – ककराया दगा। कषि उपज म ी सलमनतयो को उपज को भ ाररत करन की तारीख स पाच माह क बाद भ ाररत उपज खली नीलामी म बचन का अधधकार होगा

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। राजस थान सरकार ‘–भगतान-वापस-‘ की योजनाओ , योट और गरीब ककसानो को शप क की वापसी तथा योट व गरीब ककसानो को कषि उत पाद की ाला क ललए नन:शप क वाहन उपल ध करान की योजना पर भी काम कर रही ह ।

7 हिर या ा हररयाणा सरकार योवारा कषि उत पादो को धगरवी रखन की योजना सिल बक आस इड या और पजाब नशनल बक क माध यम स लाग की जा रही ह । सरकार ककसानो को हररयाणा वयरहाउलसग ननगम की वयरहाउस रसीदो क आधार पर अधगरम दन क ललए सहकारी बको को सहयोिजत करन पर भी षवचार कर रही ह । हररयाणा राय य कषि षवपणन बो ा इस योजना म सीध भागीदार नही बन रहा ह ।

8 पक ा ककसानो को उनकी उपज क आधार पर ण दन की योजना स सबधधत मामला म ी परकरया क याितरकीकरण क साथ सम बयोव ककया जा रहा ह । म ी परचालन क आलशक याितरकीकरण की योजना परयोधगक पररयोजना क रपप म 8 मड यो म चल रही ह । भ ारण सषवधा और भ ाररत अनाज क आधार पर ण दन की सषवधा दना मज दा याितरकीकरण कायारम की ससलता पर ननभार करगी ।

4.0 िवप न पर ामलयाक और ा ाएक :

गह एक अधधस धचत अनाज ह और ककसानो योवारा िबरी अधधकाशत: षवलभ न सरकारी माड यो म की जाती ह । हालाकक, माकट इटरवशन योजना क अ तगात भारतीय खायोय ननगम तथा अ य सगतन अपन-अपन सगरहण क रो म ककसानो स गह सीध खरीदत ह । षपयल विो क दरान, परमख उपज वाल राय यो म गह की खरीद नीच ताललका स.16 म दशाा ग ह : तामलका सक. 16 उत पाद अध क वाल र ाय य ि गह की परा ती

क स. राय य 1991-92 1995-96 99-2000 2000-01 2001-02 2002-03

1 पजाब 55.43 72.99 78.31 94.24 105.60 98.63

2 उत तर परदश 3.68 13.02 12.61 15.45 24.46 21.11 3 हररयाणा 18.34 31.02 38.70 44.98 64.07 58.88 4 राजस थान 0.08 4.54 6.37 5.39 6.76 4.61 5 अ य 0.00 1.70 5.44 3.50 5.41 7.02 समस त भारत 77.53 123.27 141.43 163.56 206.30 190.25

सरोत : कषि एव सहकाररता षवभाग, कषि मतरालय, भारत सरकार

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क र और राय य एजलसयो क पास 1 जानवरी, 2004 को गह की धाररत मातरा 12.69 लमललयन टन थी । 2002 म गह का सवााधधक भ ार 32.41 लमललयन टन था ।

4.1 ििख य ाचार :

च कक गह एक महत वप णा खायोय मद ह, अत: दश की अनक मिण यो म इसका कारोबार होता ह । महत वप णा गह मड यो की स ची नीच ताललका म दी ग ह ।

तामलका सक. 17

भार त ि गहि की िहव पप भ िकड याक

कर.सक र ाय य सकख या ा ार का नाि

1 िबहार 13 पटना शहर, िबहता, आरा, बक सर, गोपालगज, मोतीहारी, चाललया, यपरा, महाराजगज, ननरमाटी, ितरवणीगज, मगर, रक सल

2 यत तीसगढ 20 अिम बकापर, बकतपर, रायपर, दगा, िबलासपर, काकर, स रजपर, ोगरागढ, राजन दगाव, सरगजा, कड या

3 उत तर परदश 16 पवाय, एटा, बरली, शाहजहापर, हरदो , बल दशहर, पीलीभीत, वाराणसी, गरखपर, कानपर, आगरा

4 हररयाणा 19 अबाला, पचकला, यमनानगर, करनाल, पानीपत 5 कनााटक 58 बगल र, बलागॉव, बीजपर, धारवा , ग क 6 पजाब 144 अजनाला, अमतसर, लमकीषव , ख ना 7 म य परदश 5 उय जन, गना, ग वाललयर, लसहोर, सागर 8 महाराषट ि 20 पण, कप याण, शोलापर, उप हासनगर, ध ल, कोप हापर, नागपर,

नादरबार, अहमदनगर 9 गजरात 33 दर, कप गज, नाड या , मोाासा, टरहम मतनगर, बराला,

पालनपर, धनरा, महसाणा 10 म ालय 1 सलवा ी 11 राजस थान 11 कोटा, अलवर, जयपर, शरीगगानगर, दसा, हनमान गढ,

सीकर, बारन, ब दी, भरतपर 12 उतराचल 12 काशीपर, ककया, खमा, लसतारगज, गादरपर 13 पिश चम बगाल 68 झट पकरी, लसमलापाल, कातलपर, षवषट णपर, अहमदपर,

बलापर, दबराजपर 14 टरदप ली (राजधानी) 2 ननला, नजसगढ सिस त भार त 444

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सरोत: भारत म मख य कषि उत पादो की महत वपणा मड या (षवपणन एव ननरीकष ण षवभाग की एमआरपीसी ररपोटा स. 32,200)

प वोत तर कषतर म, गह की अरणाचल परदश म 9, असम म 7, मिणपर म 8 और ितरपरा म 14 मड या ह । गह का अधधकाश कारोबार गोवा की 3 मड यो म होता ह ।

4.1.1 ििख य गह उत पादक र ाय य ि ईगत :

हररयाणा, उत तरपरदश और िबहार राय यो म गह सबस अधधक आता ह, उनक बाद, मध य परदश और पजाब का स थान आता ह । नीच ताललका स यह स पषट ट हो जाता ह कक विा 1999-2000 स 2001-02 क दरान गह की आन वाली मातरा क भारी ट-बढ ह :

तामलका सक. 18

वषभ 1999 स 2002 क दौर ान ििख य उत पादक र ाय य की िकड य ि गहि की ईगत

र.स. राय या का नाम 1999-2000 2000-2001 2001-2002

1 हररयाणा 3947470 4593091 7574231

2 उत तर परदश 1556179 1789734 1810198 3 िबहार 1237230 1451383 1081550 4 मध य परदश 1164824 1377355 9061322 5 पजाब 793000 9698000 10579000 6 राजस थान 789329 1037531 923467 7 उत तराचल 308629 282312 320866 8 महाराषट ि 283393 194678 लाग नही 9 कनााटक 16488 33743 54569 10 झारख 21919 20596 10964 11 टरदप ली 160390 315260 86330

सरोत: महाननदशक वािणिय यक आस चना एव सािख यकी, कोलकाता

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कि छ ििख य िकड य ि गह की ईगत िातरा नीच तामलका ि द ाभ ग ह

तामलका सक. 19

कि छ र ाय य की चिननकदा ििख य िकड य ि ईगत िातरा

कर.सक र ाय य िक ी वषभ ईवक

1999-2000 2000-01 2001-02

1 हररयाणा 1 अम बाला 105624 141942 1566458 2 लसरसा 627692 742938 829830 3 करनाल 427371 536989 688674 4 कथल 420668 571533 667998 2 उत त र परदश 1 वाराणसी 420079 354600 353094 2 शाहजहापर 152612 198239 197548 3 गोरखपर 197839 158968 176001 4 पवा 152139 186181 173986 3 िबहार 1 सासाराम 10091 15250 14110 2 टरहप सा 18100 19000 9426 3 मजप सरपर 56455 48457 27701 4 गलाबबाग 8757 35526 36130 4 मध य परदश 1 इटारसी 39412 98871 100773 2 हरदा 20998 75576 64694 3 इदर 84827 101207 59244 4 टीकमगढ 36679 63485 58685 5 पजाब 1 सगरपर 1037000 1208000 137000 2 ि सरोजपर 1198000 1240000 1291000 3 अमतसर 830000 1030000 1184000 4 लधधयाना 598000 741000 886000 6 राजस थान 1 हनमानगढ 133310 164353 151477 2 कोटा 174766 252742 233305 3 ब दी 63042 87073 99323 4 शरीरगानगर 92879 112738 80399 7 टरदप ली 1 एपीएमसी, नजसगढ 8979 15485 8141 2 एपीएमसी,नरला 7861 15930 152 3 पना रा लाग नही 111 340 8 उत तराचल 1 काशीपर 83516 79665 75210 2 ककच या 47347 27015 46270 3 खटीमा 38256 32877 41256

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4 लसतारगज 36039 35993 36432 9 महाराषट ि 1 पण 81508 77296 - 2 शोलापर 37094 25531 - 3 जालना 11807 18525 - 10 कनााटक 1 बगल र - 10967 34699 2 नरग 864 5281 6740 11 उ ीसा 1 गारीपली 9866 10159 15315 2 पनपोश 7652 7132 8256 12 पिश चम बगाल 1 समसी 700 800 900 2 लालबाग 600 400 700

सो त: ( ीजीसीआ एस), कोलकाता

उत तर परदश म, 232 दननक ननयलमत िबरी क र ह और 27 साप ताटरहक क र ह । इनम स परत यक की 6 उप और पराथलमक मड या ह । कनााटक म गह की 7 मड या थी, लसवाय बगल र (शहर) क, जो एक टलमानल म ी ह । अ य मड या मख यत: षवननयलमत मड या थी । करल और गोवा म, गह की को भी षवननयलमत म ी नही ह । असम म गह िबरी की 48 मड या ह ।

4.1.2 परष :

अधधकाश मड या म गह भजन वाल स थानो का गतव य स थानवार ररका ा नही रखा जाता था । अधधकाश राय यो म, िजल की द सरी मड यो या आसपास क स थानो को गह भजी जाती थी । अतरराजीय परिणो का षवस तत योरा ताललका स. 21 म टरदया गया ह ।

अपनी खपत स अधधक गह उत पादन करन वाल राय यो जस हररयाणा और उत तर परदश, स गह अ य राय यो को भजा जाता ह । उत तर परदश की कय मड यो जसी पोवा , शाहजहापर, बरली, पीलीभीत और कानपर, स गह असम, पिश चम बगाल, िबहार, टरदप ली और गजरात राय यो को भजा जाता था । पिश चम बगाल को हालाकक उत तर परदश और गजरात स गह लमलता था लककन यह गजरात, प वोत तर कषतर की माग प री करता था । असम म, कल 48 मड यो म स, जहा गह पहचता ह, 35 मड यो स गह राय य क अ य स थानो तथा प वोत तर कषतर क अ तरराय यीय मड यो को भजा जाता ह ।

गह क मख य उत पादक राय यो स अ त:राय य भजी ग मातरा नीच ताललका म दशाा ग ह ।

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तामलका सक. 20 एक र ाय य स द सर र ाय य को गह भ ना

क .स. सी र राय य पराप तकताा राय य

1 पजाब आ परदश, िबहार, टरदप ली, गजरात, कनााटक, करल, माहराषट ि, उ ीसा, राजस थान, तलमलना , पिश चम बगाल 2 हररयाणा

3 उत तर परदश आ परदश, गजरात, कनााटक, करल, महाराषट ि, उ ीसा, पजाब, राजस थान, तलमलना , पिश चम बगाल, प वोत तर कषतर

4 पिश चम बगाल िबहार, गजरात, उ ीसा, उत तर परदश, पजाब, टरदप ली, प वोत तर कषतर

5 टरदप ली आ परदश, कनााटक, गजरात, करल, महाराषट ि, उ ीसा, तलमलना , प वोत तर कषतर

6 मध य परदश आ परदश, िबहार, करल, तलमलना , टरदप ली सरोत : ( ी ीसीई एस), कोलकाता

4.2 िवतर :

उत पादक अपनी उपज सगरहण मड यो म ल जात ह। गह का वहा स षवतरण अ य लोगो योवारा ककया जाता ह जब तक कक वह अनतम उपभोक ता तक न पहच जाए । बाजार म िबकन वाला अधधशि गह जो उत पाटरदत भाग का लगभग 40-50 परनतशत होता ह, उत पादको योवारा षवलभ न माध यमो स बचा जाता ह जसा कक नीच दशाा गया ह :-

1 गराम व यापारी 4 कमीशन एजट 7 परापण एजलसया

2 बाहर जान वाल व यापारी 5 आटा चनल 8 सटकर षवरता

3 थोक षवरता 6 सहकारी एजलसया 9 ननयाातक

4.2.1 अकतर र ाय यीय सकचलन : पजाब (3,44,71,640 मीटरिक टन) हररयाणा (1,89,56,510 मीटरिक टन) और उत तर परदश (70,34,200 मीटरिक टन) व यापार करन वाल राय यो म पहला स थान रखत ह । य तीन राय य लगभग सभी राय यो की गह की मार प री करत थ । यधाषप, िबहार, मध य परदश और राजस थान भी गह क परमख उत पादक कषतर ह । ि सर भी, अ य राय यो को यहा स गह ब ी मातरा म नही भजा जाता ह । िबहार स गह आ परदश, पिश चम बगाल तथा अ य प ोसी राय यो को भजा जाता ह । राजस थान (83,20,139 मीटरिक टन) गह खरीदारो की स ची म परथम ह, उसक बाद गजरात

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(83,20,139 मीटरिक टन) और पिश चम बगाल का स थान ह । हालाकक, राजस थान स गह आ परदश, तलमलना और पिश चम बगाल म भजा जाता ह । उत तर परदश स गह असम भजा गया, पिश चम बगाल और िबहार को पोवा , बरली और पीलीभीत स भजा गया जबकक कानपर स गह टरदप ली और गजरात भजा गया ।

महाराषट ि की जालना और ध ल मड यो स गह गजरात, मध य परदश और पिश चम बगाल भजा गया, यह आवक 50-60 परनतशत तक ह । कनााटक स भी गह तलमलना भजा गया, आ परदश और करल की गह बगल र (शहर) ग क और नारग मड यो म भजा गया । राजयो को भज गए गह का राय यवार योरा ताललका स.22 म टरदया गया ह ।

तामलका सक. 21

वषभ 2000-01 क दौर ान गह की अकतर र ाय यीय ईवा ाही

कहा स

ककसको

भजा गया

आ - परदश

िबहार च ीगढ टरदप ली हरर- याणा

कनाा- टक

मध य

परदश

पजाब राज- स थान

तलमल

ना

उत तर

परदश

प. बगाल

1 आ परदश 78.1 10.0 - 1.20 16.1 19.0 0.23 67.1 3.2 - 34.4 -

2 िबहार - - - - 235.0 - - 0.1 422.2 - - 4.1 4.1 3 टरदप ली - - - - 73.4 - - 45.1 2.7 - - - 4 गजरात - - - 0.33 231.0 - - 596.0 0.5 - 0.4 4.32 5 हररयाणा - - - - - - - 7.0 - - - - 6 कनााटक 7.1 - 2.41 40.1 80.0 - - 200.4 2.20 5.0 103.1 - 7 करल - - - 140.2 22.14 0.3 0.3 37.0 2.0 7.0 24.0 - 8 मध य परदश 0.3 - 0.21 - 99.3 - - 220.0 2.0 - 0.22 - 9 मस र - - 5.1 5.1 231.1 - - 656.0 8.40 - 8.14 - 10 उ ीसा 11.3 - - 4.25 35.15 - - 40.0 - - 140.0 4.6 11 पजाब - - - 0.10 9.04 - - - - - 3.24 - 12 राजस थान 5.22 - - 0.41 381.0 - - 446.4 - - 2.60 - 13 तलमलना 7.42 - - 209.1 46.0 - 0.05 139.1 53.14 76.1 131.1 - 14 उ. परदश - - - 2.34 52.0 2.27 - 140.4 1.9 - - 2.0 15 प. बगाल - 24.2 - - 341.1 - - 299.1 2.4 - 4.2 122.0 16 प वोत तर राय य - - - 18.14 32.20 - - 72.4 - - 255.3 28.02 17 अ य - - - - 14.1 - - 61.1 0.60 2.10 10.03 - कल 109.4 34.2 7.22 4282 898.16 20.5 0.41 3449.3 71.14 90.2 711.1 164.4 सरोत: ीजीसीआ एस,कोलकाता

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वषभ 2000.01 क दौर ान ि पक ा स अन य र ाय य को भ ा गया गह

656596

446.4422.2

299.1220200.4

104.4139.172.467.161.145.140377

0

100

200

300

400

500

600

700

1 3 5 7 9 11 13 15

Series1

1.महाराषट ि 2.गजरात 3. राजस थान 4. िबहार 5. प.बगाल 6.मध य परदश 7.कनााटक 8. उत तर परदश 9. तलमलना 10. प वोत तर राजय

11.आ परदश 12. अ य 13. टरदप ली 14.उ ीसा 15.करल 16. हररयाणा

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2000-01 क दौर ान उत तर परद स अन य र ाय य को भ ा गया गह

िातरा 000 टन ि

पक ा(3.24) अन य र ाय य (0.3)

र ा स थान(2.6)

प वोत तर र ाय य

(255.3)

गि र ात (0.4)

तरहार (4.1)

िहार ाष टर (8.14)

पक.कगाल (4.2)

िध य परद

(0.22)

कनाभटक(103.1) उडीसा(140)

ईकधर परद (34.4)

कर ल (24.0) तमिलना ि (131.1)

उत तर परद

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विा 2000-01 म हररयाणा स अ य राय यो को भजा गया गह

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तामलका सक. 22 हिर या ा स अन य र ाय य को भ ा गया गहि

राजस थान 381.0 उत तर परदश 52.0

प. बगाल 341.1 तलमलना 46.0

िबहार 235.0 उ ीसा 35.15 महाराषट ि 231.1 प वोत तर कषतर 32.2 गजरात 231.0 करल 22.14 मध य परदश 99.3 आ परदश 16.1 कनााटक 80.0 अ य 14.1 टरदप ली 73.4 पजाब 9.04

4.3 ननयाभत और ईयात :

ईयात : 997-98 और 1998-99 म रमश : 19.70 और 14.15 लाख गह का आयात ककया । भारतीय खायोय ननगम आयात भ ारण और षवतरण करन वाली एजसी ह । 1998-1999 म, गह आयात पर 50 परनतशत सीमा शप क लगाया गया था िजसक कारण ननयाात ट गया 2001-02 क दरान कवल 0.84 लाख रप. म प य का 1.35 मीटरिक टन ही गह का आयात ककया गया ।

ननयाभत : षवश व भर म 100 लमललयन टन स भी अधधक गह कारोबार होता ह। 1990 तक, गह की कमी थी और अ तरााषट िीय कीमतो (1990-91 म 2391/- रप. परनत टन) की तलना म यहा कीमत (2860/- रप. परनत टन) अधधक थी । कक त भारत म अधधशि मातरा म िबरी योग य उतपादन होन क कारण भारत एक बहत ब ननयाातक क रपप म और षवश व क ननयाातको म उसन यता स थान पराप त कर ललया । भारत क मख य परनतयोव दी दश ह कना ा, अमरीका, आस िललया और अज टीना ।

भारत न 23 दशो को गह का ननयाात ककया । भारत स सवााधधक ननयाात बाग ला दश, सयक त अरब अमीरात, यमन गण राय य, ि सलीपस और नीदरल को ककया गया । नीच दी ग ताललका स यह स प षट ट दख जा सकता ह कक भारत 2001-

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02 म षपयल विा की तलना म मातरात मक आधार पर एक ब ा गह ननयाातक दश बन गया ।

तामलका सक. 23

वषभ 2000-01 स लकर वषभ 2001-02 ि भार त दवार ा ननयाभनतत गह की िातरा और ि प य

र.स षववरण दश आपरल 00 स 1 माचा 1 अपरल स 2 माचा मातरा (मी टन) म प य 000 रप मातरा (मी टन) म प य 000 रप

1 बीज बाग ला दश 730 4699.88 1964.98 9656.57

इ ोनलशया 1.00 50.63 385.00 1823.55 मललशया 100.00 508.20 6550. 00 32110.07 ओ मान लाग नही लाग नही 27030.00 153666.00 अ य 2852.00 148273.52 34734.30 512731.37 कल 29351.00 153532.23 820379.71 709987.56

2 उपभोग क ललए

बाग ला दश 205110.07 1076558.73 822449.73 4016359.30 इ ोनलशया लाग नही लाग नही 73531.85 369616.94 मललशया लाग नही लाग नही 92158.00 487720.71 ि सलीषपस 36858.65 213622.20 394245.13 2146693.63 लसगपर 18212.00 88007.95 57713.10 273395.94 शरीलका लाग नही लाग नही 31273.00 148384.55 स.अरब गणराय य 103156.00 492045.15 347169.30 1633093.41 षवयतनाम एस.

आर 15750.10 75481.41 149004.98 686376.43

यमन गणराय य 56000.00 265951.21 162501.00 775956.34 अ य 326567.78 1681470.24 278914.56 1523798.40 कि ल 761654 3893136.89 2408955.55 12061395.65

सरोत: ी ीसीई एस, कोलकाता

इसी अषव ध क दरान गह क ननयाात म म प य और मातरा की षिषट ट स 3 गणा वयोषव ह ।

न कषि नीनत म दश म तथा ननयाात व यापार क परयोजनाथा, दोनो क ललए वािणय यीकरण, म प यवरधान और बाजार अलभमखीकरण को शालमल ककया गया ह । षवश व व यापार समझत ( प य टी ए) क बाद ननयाातो मख वटरदि करना एक परमख

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नीनत ह । रपपए का अवम प यन, भारतीय खायोय ननगम स सावाजननक कषतर क उयोयमो और ननजी पाटरटायो को गह लन की अनमनत, मातरा स परनतबध सशता हटाना ननयाात को बढावा दन क उपाय थ । षपयल चार विो क दरान ननयाात ककए गए गह की मातरा और म प य को नीच दी ग ताललका स दखा जा सकता ह ।

तामलका सक. 14

वषभ 1999-2000 स वषभ 2002-03 ि ननयाभत सकए गए गहि की िातरा

विा मातरा (मी. टन) मातरा (रपपए लाख म)

1999-2000 3.15 नगण य

2000-01 813492.28 415.09 2001-02 2649380.73 1330.20 2002.03 3671253.97 1759.87 सरोत: एपी ीए (वाषिाक ननयाात स चना)

दश ननयाात क स विणाम अवसार का प रा लाभ नही उता सका क योकक बननयादी सषवधाए पयााप त और उधचत मातरा म उपल ध नही थी । भारतीय गह म प य की षिषट ट स परनतस पधाात मक ह और दकषकषण एलशया को ननयाात पर भा ा कम होन क कारण लाभ की िस थनत म ह । मालगा ी क ड बो की कमी स ननयाात म बाधा आ हालाकक गह उपल ध था और ननयाात क आ ार भी थी । ननयाातक सशोधधत म प यो पर पहल पराप त आ ारो का नवीनीकारण करा रह थ, क योकक कीमत बढ चकी थी और व यह माह की ननधााररत अवधध म सप ला नही कर सक थ । गह का ननयाात का म प य 4560 स बढा कर 4810 रप. परनत टन पराना गह कर टरदया था और 2002-03 म 1.1.2003 स आन वाली ससल क ललए गह का म प य 4600 रप. स बढा कर 4950 रप. परनत टन कर टरदया गया था ।

टी. रम ककस म क गह क ननयाात की अधधक सभावना थी । पास ता उयोयोग योवारा सनहरा चमकदार रग, सस त दाना और उच च ग ल टीन की मातरा को अधधक तरजीह दी जाती ह । सबधधत पणधारी भी रम ककस म क गह की खती को बढावा दत ह । गह क ननयाात को बढान और उसक म प यवधधात उत पादो क ननयाात क सवधान क ललए ननम नललखीत मदि ो पर सकरयता स षवचार ककया जा रहा ह :

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ननयाात क ललए दी ाकालीन नीनत, िजसम ननयाात सबधी गनतषवधधया भी शालमल होगी ।

अ तरााषट िीय बाजार म परनतयोधगता का मकाबला, गणवत ता मानद ो को बनाए रखना और गणवत ता एव आप नत ा की ननर तरता को कायम रखना आवश यक ह । भारत सरकार सबधधत राय यो स परामशा करक वध सषवदागत खती, परत यकष षवपणन आटरद टरदशा म काया कर रही ह ।

िबस कट, पास ता, न ल आटरद को गह उत पादो क अ तगात रखन पर षवचार ककया जा रहा ह ताकक उ ह सि स ी क ललए अनमनत दी जा सक ।

4.3.1 सफा और पौ क त ि सफा सकक ी उपाय (एसपीएस)

अन तरााषट िीय बाजार क ललए एसपीएस क तहत हए करारो म कय मानद नन ााररत ककए गए ह जो बहत महत वप णा ह । एसपीएस करार म स वास य सबधी मदि ो जस खायोय तत व, कीटनाशक की अवलशषट ट मातरा, को और सास-ससा सम बधी षपर रयाओ क टरदशा-ननदशो को शालमल ककया जाता ह ।

ससा और अनाज की ससा सबधी उपाय चार पररिस थनतयो म लाग होत ह ।

परवश, स थापना या कीट सलन, रोग और रोग वाहक कीटाण या कीटाणओ स रोग सलन का जोिखम ।

रोग जननत, लमलावट, जीव षवि, या अनाज म कीटाण जननत रोग, मादकता या भोजन म षविला तत व सलन की आशका ।

की ा लगान, या सलाव स होन वाली कषनत को रोकन क उपाय करना ।

एसपीएस मानद ो का उप ल न करन पर षवश व व यापार सगतन योवारा ननधााररत द षवधान ।

आयातक/ननयाातक योवारा अनाज की ससा तथा अ य ससा रखना जरपरी होता ह, प लाट, सल और बीज आ ार, 1989 क तहत पीपीक य (प ला परोटक शन और क वारनटाइन) पराधधकाररयो योवारा आयात जोिखम षवशलिण करना होता ह ।

व यापार पर तकनीकी सकावट (टीवीटी): (को क स िानक सिहत) – टीबीटी करार को सशोधधत ककया गया और उस उरगआ दर की वाताा क योवारा बह-

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पाश वा या मप टीलटरल करार म पररवनतात कर टरदया गया । इसम सभी तकनीकी अपकषाओ और मानको जस उत पाद षववरण, लबल लगाना व पकज षवननदशन आटरद को शालमल ककया गया ह जो एसपीएस करार क तहत नही आत ह ।

4.3.2 ननयाभत परसकरयाएक :

वतामान षवश व व यापार सगतन व यवस था म कषि कररार क तहत कय शतो पर ही व यापार हो सकगा जस –

सदस य दश अपनी रल खपत क 5 परनतशत भाग तक की अ य बाजारो को अपन बाजार म पत बनान का अवसर दग ।

715 वस तओ िजनम कषि कषतर की 208 मद शालमल ह, की मातरा पर लग परनतबध हटाना ।

एचएसीसीपी, एसपीएस तथा पयाावरण सरकषा सबधी टरदशा ननदशो/मानद ो का क ा स अनपालन ।

इसी परकार , ननयाभतक क मलए भी त ह, स

भारतीय ररजवा बक क साथ पजीकरण, भारतीय ररजवा बक को नम बर पराप त करना ।

आयातक-ननयाातक को नम बर- महाननदशक, षवदश व यापार स पराप त करना ।

पजीकरण एव सदस यता परमाण पतर सबधधत ननयाात सवधान पररिद स पराप त करना ।

इनक अनतिर क त, ननयाभत पार ष क मलए ननयाभतक क पास ननम नमलिर त ची होनी चािहए :

गणवत ता परमाण-पतर

बीमा कवर (समरी/हवा )

चम बर ऑस कॉमसा स सटरटा षपकट आस ओ ररजन ।

डय टी डरा-क यो ना क तहत िवमभन न लाभ लन क मलए नीच मल कि छ दस ताव की सर त होती ह :-

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लशषपग िबल

ननयाात क ललए लदान आदश

पोत कप टन स ाक परािप त-परमाण पतर

लदान िबल या हवा यातरा िबल

4.4 िवप न सकक ी ा ाएक :

भक ार – उत पादक स तर पर भ ारण की उधचत और पयााप त सषवधाए न होन स समस या होती ह । अब सरकार गरामीण भ ारण योजना क माध यम स और सहकारी सलमनतयो योवारा भ ार रो का ननमााण करक इस समस या को हल कर रही ह ।

गरड कग – गरड ग होन पर ककसान को बहतर कीमत लमल जाती ह कक त म ी म ऐसा न होन की कारण परशानी होती ह ।

पिर वहन – िक स ाला व यय अधधक होन क कारण और म ी म मातरा अधधक होन क कारण, अधधकाश उत पादक अपना गह गराम व यापाररयो, आग तक व यापाररयो आटरद को बच दत ह । ाला की समस या मख यता योट/गरीब ककसानो को उतानी प ती ह ।

ा ार ि अध क िातरा – ससल कटा क बाद बाजार म गह भारी मातरा

म आ जाता ह िजसस भ ारण, िबरी स थलो की कमी प जाती ह, स को पर भारी भी जमा होन आटरद की समस याए पदा हो जाती ह । भारी आप नत ा क कारण मड यो म अधधक मातरा म गह जमा हो जाता ह और मजब री म गह बचन की समस या अक सर सामन आती ह ।

िवप न की लम ी शरक ला – षवपणन परकरया म अनक चरण होन क

कारण, उत पादक को अपनी उपज का सही म प य नही लमल पाता ह ।

उत पादक की िवत तीय सिस याएक – ककसान गराम महाजन स ऊची दर पर इस आशा स ण ल लता ह कक वह अपनी ससल ऊची कीमत पर बच लगा ।

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ा ार सकक ी ानकार ी का अभाव – सामा यता ककसानो को बाजार क बार म सही जानकारी नही होती ह जस आप नत ा, माग, बाजार भाव, बाजार शप क आटरद जो सही समय पर ननणाय लन क ललए बहत जरपरी होत ह । अब स चना परयोयोधगकी का षवकास होन क कारण, गह उत पादक राय य की तथा राय य स बाहर की षवलभ न मड यो की जानकारी शीर पराप त कर सकता ह ।

िवप न-िवस तार का अभाव – वतामान म, बाजार षवस तार की को सगटरतत परणाली नही ह िजसस ककसानो को बाजार-माग क अनसार उत पादन क बार म जागरपक ककया जा सक तथा ससल कटा क बाद आधननक परोयोयोधगकी क बार म उ ह जानकारी दी जा सक ।

5.0 िवप न िाध यि, लागत और लाभ :

5.1 िवप न िाध यि :

माकटरटग चनल म परस पर अत : सबधधत मध यवनतायो का सम ह होता ह जो ककसान की उपज को बाजार क रास त उपभोक ता तक पहचात ह । परमख कषि उत पादो क षवपणन एव षवतरण म ननजी तथा सस थागत चनल महत वप णा षवपणन चनल होत ह । गह क ललए सवााधधक आम चनल ननम नानसार ह :

नन ी – नन ी षिपतर क िवप न चनल ह –

i) ककसानउपभोक ता ii) ककसान सटकर षवरता या गराम व यापारी उपभोक ता iii) ककसान थोक षवरता सटकर षवरता उपभोक ता iv) ककसान गराम व यापारी थोक षवरता सटकर

षवरता उपभोक ता v) ककसान थोक षवरता लमलमाललक सटकार षवरता

उपभोक ता

II. सस थागत : इसक अ तगात सावाजननक और सहकारी कषतर की एजलसया आती ह । य गह क सभरण और षवतरण म अत याधधक अहम भ लमका ननभाती ह । भारतीय खायोय ननगम गह का सभरण, भ ारण और षवतरण करन वाली मख य एजसी ह । गह क मख य सस थागत षवपणन चनल इस परकार ह :

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vi) ककसान भारतीय खायोय ननगम, राय य सरकार सहकारी

समनतया सरकारी एजसी उधचत दर दकान उपभोक ता

vii) ककसान सहकारी षवपणन सलमनतया सटकर षवरता उपभोक ता

viii) ककसान भारतीय खायोय ननगम राय य सरकार सहकारी सलमनतया ननजी व यापारी ननयाात

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गह क िवप न िाध यि

उत पादक

अपन उपभोग,ी ,वस ति सप ि भिगतान क मलए घर ि र लना

तरकरी योग य अध ष

पराथमिक थोक िक ी सा तािहक ा ार गराि ा ार

करता किी न ए ट (पक का ईढनतया )

िवकरता किी न ए ट कच चा ईढि नतया

दिकानदार साह कार ईगन तिक व यापार ी

गराि उपभोक ता

अना की थोक िक ी सर कार

फि टकर िवकरता

उपभोक ता

गौ थोक िक ी ईटा मिल अधचत दर दिकान

अपभोक ता

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िाघ यि चयन क िानदक :

योट मा यम, िजनम षवपणन सबधी य नतम खचाा हो और ककसान को सही म प य लमलना सननिश चत हो, उस सस ता माध यम माना जाता ह । बहतर षवपणन माध यम का चयन करन स सबधधत मानद ननम नानसार ह :

उस माध यम म पररवहना व यय

कमीशन दर और िबचललयो जस व यापारी, आाती, थोक षवरता और सटकर षवरता योवारा बाजार भाव म टरहस सदारी

षवत तीय ससाधन

5.2 िवप न चाभ और लाभ : िवप न चाभ : षवरता योवारा ककया गया कल खचाा-उत पाद क रय-षवरय स लकर अनतम उपभोक ता तक माल पहचन तक की करयाओ स ज षवरता तथा अनक िबचललए-षवपणन लागत व यय कहलाता ह । इसम शालमल होत ह –

पराथलमक स थान पर उत पाद की ह ललग परभाग

उत पाद एकतर करन पर व यय

भ ारण एव पररवहन व यय

थोक और सटकर षवरताओ योवारा ह ललग परभाग

अ य गण सवाओ जस षवत त, जोिखम आसचना पर व यय

िवप न लाभ :

उत पादन स थान स लकर अनतम उपभोक ता तक उत पाद पहचन क बीच षवपणन स ज षवलभ न िबचललया को होन वाला लाभ षवपणन लाभ कहलाता ह ।

चाभ और तरचौमलयाक का लाभ कि कर न क उपाय :

षवपणन व यय षवपणन परणाली की काया कशलता बढाकर कम ककया जा सकता ह ।

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एक साथ ब ी मातरा म उत पाद को लान-लजान स षवपणन खचाा टगा और काया कशलता बढगी ।

ह ललग और पककग की उ नत प दनतयो और शरलमको का बहतर इस तमाल करन स षवपणन व यय कम होगा ।

परबधन की आच यी तकनीक अपना कर षवपणन व यय कम होगा ।

म प य वधधात उत पाद बचन पर षवपणन व यय कम होगा ।

कषि उत पादो का षवपणन मािजान अकसर अधधक होता ह क योकक षवपणन क षवलभ न चरणो क दरान खराबी होन की अधधक आशका होती ह । ननम नललिखत उपायो स जोिखम कम हो सकता ह ।

परनतरकषा उपाय, षवपणन सबधी बहतर समाचार सवा, गरड ग और कषि उत पादो क षवपणन म स पधाा बढाना

कल षवपणन मािजान की मातरा म ी स म ी, चनल स द सर चनल और समय-समय पर लभ न-लभ न होती ह ।

ा ार ि प य – वह उत पाद क भार या म प य क आधार पर परभाररत ककया जाता ह । सामा यत: इस रता स वस ल ककया जाता ह । बाजार शप क राय यो म अलग-अलग ह । यह म प य पर 0.5 परनतशत स लकर 2.00 परनतशत तक होता ह ।

किी न – कमीशन अकसर नगद ललया जाता ह । यह अलग-अलग बाजारो म लभ न-लभ न होता ह । असम, करल, मध य परदश, गावा, अरपणाचल परदश म यह परभार श य था जबकक आ परदश, टरदप ली, गजरात, हररयाणा, कनााटक और महाराषट ि म 2 स 4 परनतशत था । कर – षवलभ न बाजारो म षवलभ न कर वस ल जात ह जस पथ कर, सीमा कर, िबरी कर, चगी आटरद । गह पर य कर कही राय य की मड यो म अलग-अलग और परत यक राय य म भी अलग-अलग होत ह । इन करो का भगतान सामा यता षवरता योवारा ककया जाता ह ।

िविवघ व यय – उक त क अनतररक त, कय और परभार क परभार भी लगाए जात ह । इनम ह ललग, वजन करना, लदान, उतरा , ससा , नकद दान और वस त रपप म दान आटरद शालमल होत ह । इन परभारो का भगतान िबरता या रता योवारा ककया जाता ह ।

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तामलका सक. 25

िवमभन न र ाय य ि वस ल ान वाल ा ार िप क तथा कर

र.स राय य बाजार

शप क %

लाइसस शप क रप. परनत विा

बाजार परभार र . परनत इका

कमीशन परभार %

चगी

%

िबरी कर %

टरटप पणी

1 2 3 4 5 6 7 8 9 1 आ परदश 1 क- 125

ख- 75 ग- 50

- 25

1.तला - 0.50-0.75

2.उतराइ- 0.50-0.75

3.हमल- 0.50-0.75

4.ससा -0.75-1.00

5.लदान- 0.50-0.75

1 स 2 श य 4 -

2 उरपणाचल परदश 2 व यापारी – 1500

कल- 1000

तोलक – 200

हमल – 100

- श य श य श य -

3 असम 1 व यापारी- 10 - श य तट

- म ी म काम होता ह ।

4 टरदप ली 1 व यापारी-

क- 100

ख- 100 ग- 100

- 100 च- 50

1.तला - 0.70 परनत बोरा 2.उतरा - 0.70 -

3.ससा –0.40 -

2

श य -

5 गजरात 0.5 कल- 100

व यापारी –

क- 75

ख – 50

ग- 5-30

1.तला -1 स 2.5 पर.बोरा

2.उतारना- 2.5

3.दलाली – 6

4.हमल-1/परनत बोरा

2 0.2 स 4

-

6 गोवा 1 व यापारी –

क- 150

ख- 100 ग- 50

ससा -100/िक श य श य

- परवश शप क

10 रप/िक

7 हररयाणा 2 व यापारी –

क- 100

ख- 60 ग- 20

1.तला - 0.55

2.उतरा - 0.40

3.दलाली-0.16

4.हमल- 1.0

5.ससा -0.65

2.50 श य 4

8 कनााटक 1 व यापारी/कल- 200

अ य – 100

सटकर िबरता-25

1.तला - 0.50 स 3

2.उतरा -1-3

3.दलाली-0.50-10

4.हमल- 1 स 3

5.ससा - 1 स 3

2 श य

श नय

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9 मध य परदश 2 व यापारी- 1000

परोससर- 1000 - श य

श य लाग

नही कवल व यापारी स षवकास उपकर 1% स 5%

10 महाराषट ि 0.75 स 1.0

व यापारी- 3 स 200 - 4

श य य ट

परवश शप क 10/ रप/िक

11 म ालय 1 अधधननयम क परावधान क अनसार

- श य

श य

श य

-

12 नागाल 2 व यापारी-100 1.तला - 0.50/बोरा 2.उतरा -5.0/िक

3.ससा -1.0/िक भार

4.सवा शप क- 0.50/बोरा

2 श य

श य -

13 पजाब 2 व यापारी-300/3 विा - - - - **

14 राजस थान 1.60

व यापारी -200

कल – 200

सीए व व यापारी-300

1.तला - 1 स 2

2.उतरा -0.50 स 1

3.दलाली-2

4.हमल- 1-4

5.ससा -1 स 2

2 श य 4 िबरी कर पर अधधभार – 15%

15 ितरपरा 2 व यापारी-20 स 50 1.तला - 2.50

2.उतराइ-2.50

3.ससा - 5.00

श य श प य श य परवश शप क 1/ रप. परनत

16 उत त र परदश 2+ षवकास उपकर 0.50

व यापारी- 250

सटकर षवरता-100 1.तला - 0.50/बोरा 2.उतराइ-0.50/ बोरा 3.हमल-1.0/बोरा 4.ससा - 1.00/बोरा

1.50 श य 4

17 प. बगाल 0.50 व यापारी- 150

कल – 200 िस थर दर नही, अ य कायो क ललए स थानीय परभारो क अनसार लभ न- लभ न

िस थर दर नही

श य लाग नही

** सषवदाधीन खती क तहत धान और म गसली क सभरण परभार पजाब म 11.5 परनतशत ह, िजसका षववरण इस परकार ह – रय कर 4%, उपकर 1% , बाजार शप क 2%, आर ी कोि 2%, आढत 1%, बननयाटरद व यय 1.5% । जब प रा दश एक बाजार बन रहा ह तो यह अननवाया हो जाता ह कक क षि उत पादो पर सभी राय यो म करो म समानता होनी चाटरहए ।

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6.0 िवप न सकक ी ानकार ी एवक िवस तार : षवपणन सबधी जानकारी ककसान को उत पादन की योजना बनान और उत पाद की िबरी करन म अहम भ लमका ननभाती ह । बाजार स ज अ य लोगो क ललए भी यह व यापार सबधी इषट टतम ननणाय लन म आवश यक होती ह । सही और सप णा षवपणन-स चना की उपल धता और उसका परसार षवपणन परकरया म परचालनात मक तथा म प यननधाारण कशलता दोनो की परािप त क ललए ही बननयादी आवश यकता ह ।

किष अनिसाक ान एवक िवकास ि स चना परौदयोधगकी :

कप य टर परयोयोधगकी न मानव जीवन क सभी पहलओ को परभाषवत ककया ह और यह स चना का अननवाया उपकरण बन गया ह । स चना परयोयोधगकी क अ तगात कप य टर परोगरालमग, टा बस परबधन परणाली, इ टरनट, इलक िाननक बककग, स माटा का ा, भ गोलीय स चना परणाली, कप य टर मॉ ललग और कषि सबधी अनसधान और षवकास को तज करन क ललए षवशि परणाली शालमल ह । स चना परयोयोधगकी स उपयोगी टा बस, माग क बार म स चना, आप नत ा की उपल धता, म प य, ककस म और आप नत ा समय सीमा की जानकारी लमलती ह । अ त: मतरालयी कायाबल न म 2002 की अपनी ररपोटा म कषि उत पादो क षवपणन म स चना परयोयोधगकी का व यापक परयोग करन की लससाररश की थी ।

षवपणन एव आस चना ननदशालय, कषि मतरालय न 9 वी पच विमय योजना क दरान अपनी वब-साइट म स चना दन का परावधान ककया ह । कप य टरो क साथ कय षवशि एपीएमसी, अनतररक त उपकरण और सॉसटवयर उपल ध कराय गए ह िजनक योवारा बाजार म दननक आधार पर आप तम और बाजार म पयो क बार म जानकारी हालसल की जा सकती ह । अब तक 735 मड यो को उसस जो ा गया ह, िजनम स 650 मड या पोटाल म आप नत ा और म प यो की जानकारी ननयलमत रपप स उपल ध कराती ह । 2005-06 म 406 और मड यो को कनिक टषवटी पराप त हो जाएगी । ससल कटा क बाद धान, बगाल चना, लाल चना और सरसो – रपसी क बार म वबसाइट पर जानकारी उपल ध हो रही ह और अब यह अ य अनाजो – गह , सोयाबीन आटरद की भी जानकारी ककसानो तथा व यापाररयो क लाभाथा उपल ध होन लगगी ।

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कय पराइवट कारपोरट ककसानो और सगतनो क आपसी लाभाथा इस परयोयोधगकी का इस तमाल कर रह ह । आ टीसी की -चपाल का परभाव मध य परदश म सोयाबीन क उत पादन, म प य परािप त और कच ची सामगरी की उपल धता पर स पषट ट टरदखा द रहा ह । उत तर परदश, आ परदश, कनााटक और महाराषट ि म भी इस पर काया हो रहा ह । अब तक, 200 स अधधक -चपाल चल रही ह । ‘एगरीिक लननक’ या ‘एगरीिबजनस सटर’ और ‘ककसान सल’ की स थापना होन पर ककसानो की समस याओ का सोन पर तरत ननदान कर टरदया जाता ह । ‘ककसान कॉल सटर’ पहल स ही काम कर रह ह और जरपरतम द ककसानो को सलाह दी जाती ह ।

िवप न िवस तार :

बाजारो क उदारीकरण और वश वीकरण क कारण कषि षवपणन म भारी बदलाब आए ह । अत: कषि बाजार चाललत होनी चाटरहए, सस ती हो, अलभनव हो और उच च परयोयोधगकी स चना को गहण करन वाली हो ।

षवपणन आस चना सबस ननचल स तर पर ककसानो, बाजार स सम बध द व यिक तयो तथा कषि षवपणन कायो स ज अ य लोगो जस बाजार माग, ससल कटा क बाद परबधन, बाजार षवत त सषवधाओ की उपल धता आटरद को उपल ध करा जाए ।

7.0 िवप न की वकलप पक पदवनतयाक :

7.1 परत यषिप िवप न : परत यकष षवपणन म उत पादक योवारा गह िबना ककसी िबचललया क उपभोक ता/लमल को सीध बची जाती ह । इसस उत पादको तथा लमलो व अ य ब ी

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खरीद करन वाल व यिक तयो को ाला व यय सस ता प ता ह तथा म प य अच या लमल जाता ह । ककसानो योवारा अनतम उपभोक ता को सीध िबरी करन का परयोग पजाब और हररयाणा म ‘अपनी म ी’ क माध यम स ककया गया ह । हालाकक, आजकल इन मड यो का सचालन राय यो क खजान स ककया जा रहा ह ताकक योट और गरीब ककसानो योवारा षवपणन क इस उपाय को बढावा लमल ।

बहराषट िीय कपननयॉ (एमएनसी) उत पादको स उनकी उपज को खरीदन क ललए सषवदा करती ह । आटा लमल माललक भी उत पादको स सीध मोलभाव करत ह और व उनक खतो पर ही सीध भगतान करक गह खरीद लत ह । मध य परदश म ककसानो क रो स गह सीध खरीदना पहल सभव नही था क योकक कषि उत पाद षवपण न षवननयम अधधननयम क तहत कय परनतबध थ । अभी हाल म, आ परदश सरकार न ाट म चल रह ‘ त बाजारो’ का ननजीकरण करन का परस ताव ककया ह ताकक उ ह आधथाक षिषट ट स लाभ बनाया जा सक ।

परत यषिप िवप न क लाभ : उत पादक को अधधक म प य लमल पाता ह । इसस षवपणन व यय और ाला व यय कम हो जाता ह ।

इसस षवतरण सगम हो जाता ह ।

इसस उपभोक ता को सही कीमत पर अच यी ककस म लमल जाती ह । इसस उत पादक और उपभोक ता क बीच सीधा सबध स थाषपत होता ह ।

ककसान को अपना माल सटकर म बचन को परोत साहन लमलता ह, इस परकार षवपणन म उसकी टरहस सदारी हो जाती ह और उस अगली िबरी क ललए बाजार माग का पता लगान म मदद लमलती ह ।

7.2 सकिवदागत ती :

सषवदागत खती क बार म रता और उत पादक क बीच आपसी सहमनत क आधार पर ननधााररत म प य पर उपज खरीदन क बार म पहल ही करार हो जाता ह । इस व यवस था म, रता को ननयाातक या लमल हो सकती ह, आमतर स व उपज सम बधी तकनीकी जानकारी तथा षवत तीय सहायता भी उपल ध करात ह । इस परकार रता और उत पादक दोनो की जोिखम म टरहस सदारी होती ह । यह ऐसा उपाय होता ह िजसस ककसान की आय म वयोषव होती ह, म प य टन का जोिखम समाप त हो जाता ह तथा रता की लाभपरदता अधधक हो जाती ह ।

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अनक कम पननयो जस पप सी स लल., रललस इि या लल., मटरह रा शभलाभ, एस काटास लल., न गह क उत पादन और षवपणन क ललए ककसानो क साथ करार ककय ह । सषवदागत खती की ससलता क य उदाहरण ह । एसीसी न षपय ककसानो और उच च (परयोयोधगकी य ननट) समावशन क लसहा त को ससलताप वाक षवकलसत ककया ह । रललस इड या लल. न मध य परदश या और उत तर परदश म गह की सषवदागत खती शर की ह । यह कपनी बीज, खाद उपल ध कराती ह और भारतीय स टट बक क माध यम स षवत तीय सहायता उपल ध कराती ह । रललस इड या लल. न मध य परदश म टरह दस तान ललवर लल. क साथ वापस-खरीद की व यवस था की ह । यह पहला भारतीय स टट बक ह िजसन सषवदागत खती म कापोरट सक टर क साथ समझता ककया ह, और टरह दस तान लीवर क साथ सारव ा ललकज ककया हआ ह ।

हालाकक, ऐस भी उदाहरण ह जब को एक पकष द सर को यो कर करार स मकर गया हो । आमतर स योट और गरीब ककसानो को ननस सहाय यो टरदया जाता ह । इसम योट और गरीब ककसानो की उपकषा करक, को कान नी बाध यता न होन क कारण ब ककसानो की मागो को ही प रा ककया जाता ह ।

3 लसतम बर, 2001 को ‘ कषि उत पाद षवपणन म ननजी कषतर की भ लमका ’ पर आयोिजत राषट िीय सगोषट ती म अनक लससाररश की ग । इनकी ससलता क ललए कय प वा-शत ननम नानसार ह :

‘भ लम पररसीमन अधधननयम’ और ‘भ लम पटटा’ की समीकषा की जाए – भ लम सधार स आधथाक खती और कषि कायो क ललए भ लम सम हन म सषवधा होगी ।

राय य सरकारो को सषवदागत खती क बार म एक षवस तत नीनत तयार करनी चाटरहए िजसस एमएनसी तथा ब कारपोरट उधर आकषिात हो । इस नीनत क अतगात करो म य ट , षवदशो स उपकरण आटरद आयात करन म य ट, बाजार शप क स य ट क रपप म षवत तीय लाभ टरदए जाए ।

ककसान, रता और सरकार क बीच ितरपकषीय षवधधक करार हो या सषवदा लाग करन की अधा यानयक व यवस था हो ।

सास ट िक ससा और खत ससा की स वीकनत

योट और गरीब ककसानो को शालमल करना

जोिखम पर षवचार ।

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षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय, कषि मतरालय, भारत सरकार न सषवदागत खती क बार म आदशा करार का परारपप पहल ही तयार ककया हआ ह । च कक,सषवदागत खती कषि उत पाद षवपणन (षवननयामावली) अधधननयम को सशोधधत ककए िबना लाग नही की जा सकती ह, अत: षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय न एक आदशा अधधननयम कषि उत पाद षवपणन (षवकास एव षवननयम) अधधननयम, 2003 का परारपप तयार ककया ह, िजसम सषवदागत खती क ललए एक आदशा करार भी शालमल ककया गया ह । इस अनबध स.III म टरदया गया ह । पजाब, महाराश ि और मध य परदश जस राय यो न अपन-अपन कषि उत पाद षवपणन अधधननयमो को सशोधधत कर टरदया ह और सषवदागत खती शरप कर दी ह । मध य परदश म करो को यिक तसगत बनाया गया ह और अब रता को उत पादक क योवारा पर जान की अनमनत ह ।

लाभ : भषवषट य म म प य की टवढ क कारण साझदरर क कारण कम जोिखम

होना । इनस अच य बीज, खाद और न परयोयोधगकी को बढावा लमलता ह

िजसस उत तम ककस म की उत पाद सननिश चत होती ह । बक स साबह होन क कारण ननयलमत औ समय पर भगतान लमलना,

रता/लमल को बहतर गण वत ता की आप नत ा सननिश चत होती ह । िबचललयो क ननकल जान स कदाचार कम हो जाता ह ।

इसस उत पादनकताा, िबरता तथा उपभोक ता क बीच सबध सषढ होत ह ।

7.3 सहकार ी िवप न : ‘सहकारी षवपणन’ षवपणन की वह पहनत ह िजसम कय उत पादक एक साथ लमलकर अपनी उपज को अच यी कीमत पर बचत ह । सहकाररता क योवारा ककसानो को अच यी कीमत लमलना सननिश चत होता ह और बाजार म प यो को सिस थर करन म यह परभावी भ लमका ननभाती ह । सहकाररता क सकारात मक परभाव को दखत हए, सरकार न षवलभ न कषि उत पादो क म प य ननधाारण क ललए उ ह नो ल एजसी ननयक त कर रखा ह । षपलभ न राय यो म सहकारी ााच म तीन स तर होत ह :

पीसीएमएस (पराथलमक सहकारी षवपणन सलमनतया) – म ी स तर पर

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एससीएमएस (भारतीय राय य सहकारी षवपणन स .लल).- राय यस तर पर

एनएएस ी (भारतीय राषट िीय कषि सहकारी षवपणन स लल.) राषट िीय स तर पर । इनक अनतररक त, विा 1962 म, एनसी ीसी (राषट िीय सहकारी षवकास ननगम) की स थापना की ग । विा 2000-01 म, एनसी ीसी न षवपणन और कषि सबधी कायो क ललए 14267 लाख रप. की सहायता रालश जारी की ।

सहकारी सलमनतयो न विा 1999-2000 क दरान भारत सरकार की ‘म प य समथान योजना’ क तहत भारतीय खायोय ननगम क एजटो क रपप म गह खरीदन म अहम भ लमका आदा की । सहकारी सलमनतयो न गह क 5 मख य गह उत पादक राय यो म िस थत 4680 क रो क माध यम स 45.19 लाख टन गह का सभरण ककया ।

तामलका सक. 26

ििख य उत पादक र ाय य ि गहि की परल त: वषभ 1999-2000

मातरा (लम टन)

र.स. राय य सहकारी सलमनतया क रीय प ल

(मातरा) क रो की सख या मातरा

1 हररयाणा 296 16.84 380.7

2 पजाब 940 5.41 783.1 3 राजस थान 103 2.60 63.7 4 उत तर परदश 3196 6.22 126.1 कल 4525 31.07 135.99

सरोत: कषि एव सहकाररता षवभाग, कषि मतरालय, भारत सरकार

7.4 फार व भ और फय चर िाकट:

सारव ा और फय चर माकट म प य िस थरता और जोिखम परबधन क ललए महत वप णा उपकरण ह । भावी बाजारो का सभी-मख य कषि उत पादो म षवस तार विा 2002 म ोषित भारत सरकार की राषट िीय कषि नीनत और षवत त मतरी क बजट भािण (2002-03) म उप लख था ।

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दश म कमोड टी सय चर माकटो का षवननयमन सावा ा अनबध (षवननयम) अधधननयम, 1952 क तहत ककया जाता ह । अधधननयम की धारा 3 क परावधानो क तहत सावा ा बाजार आयोग भावी और सावा ा व यापार म परामशमय, ननयतरण, पयावकषण और षवननयामक काया करता ह । एक सचजो का स वालमत व अधधननयम क तहत पजीकत स ो क पास ह । ि सलहाल, लगभग 25 मदो क एक सचज काया कर रह ह ।

मोट तर स, तीन परकार क ररवटरटव सद हआ करत ह – (i) सावा ा अनबध (क) अहस तातरणीय षवशि ड लीवरी अनबध, और (ख) हस तातरणीय षवशि ड लीवरी अनबध । अ- हस तररणीय षवशि ड लीवरी अनबध क ललए एक सचजो की षवशि रप स अनमनत दी ग ह । सावा ा अनबधो को अनमनत नही दी ग ह । यटरद एक सचज को हज करन की अनमनत हो, तो अनबध अ-हस तातरणीय षवशि आप नत ा अनबध/हस तातरणीय षवशि आप नत ा नही कर सकत ह, बशत कक उ ह षवशि अनमनत नही दी ग हो । अत: कमोड टी एकसचजो और षवत तीय ररवटीव एकसचजो क बीच षवभाजन होता ह । (ii) तरत आप नत ा अनबध- ऐस मामलो म गणवत ता, मातरा, आप नत ा करन का स थान और समय ननयत होता ह । कवल दर क बार म समझता ककया जाता ह । सामान की आप नत ा और उसका भगतान अनबध क ग यारह टरदन म प रा होना चाटरहए । ऐस अनबध अधधननयम क तहत नही आत ह । (iii) माल क सबध म षवकप प-रय या िबरी क ललए या रय या िबरी क अधधकार क ललए करार/ अधधननयम क तहत माल क षवकप प की प णातया मनाही ह ।

सरवरी 2003 तक, खायोया न म सय च र िड ग पर परनतबध था । नशनल मप टी कमोड टी एक सचज, (एनएमसी ), अहमदाबाद न अनाजो म माचा 2003 स सय चर िड ग को स वीकनत परदान कर दी क योकक इस परस ताव को सावा ा बाजार आयोग (एसएमसी) न पहल ही अनमोटरदत कर टरदया था । ररपोटा क अनसार, 470 करो र. म प य का 493,800 टन अनाज का माचा 2004 तक कारोबार हो चका था । 13 टरदसम बर 2003 स 26 सरवरी 2004 तक 73.4 करो र. म प य क 89000 टन गह की फय चर िड ग ह । गह म फय चर िड ग स सरकार को एमएसपी व यय और भारतीय खायोय ननगम को भ ारण व यय स मिक त लमलन की सभावना ह ।

दश म कमोड टरट फय चर िड ग की कनतपय सीमाए ह जस -

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सदस यो की सीलमत सख या और गोपन परकनत । अधधकाश कषि उत पाद एक सचजो म, पजीकत सदस यो क 10 परनतशत स कम ही वास तव म सकरय रपप स व यापार करत ह ।

अनक परकार की सरकषा न होन स, अ य राषट िीय एक सचज जस मप टी कमोड टी एक सचज (एमसीएक स) मम ब और नशनल कमोड टी ए रीवटरटव स एक सचज (एनसी ी एक स) न रमश: अक त बर और टरदसम बर 2003 स काम करना शरप ककया ह ।

वयरहाउस म पररम यता और हस तातरणीयता सटरहत वयरहाउस परिप त परणाली क ललए कान नी ााच का न होना ।

फावभ भ िाकिटकग क लाभ :

म प य खोजी परणाली – उत पादक भावी म प य क बार म कय जानकारी पराप त कर सकता ह, िजसस वह उधचत लाभदायक ससलो का चयन कर सकता ह ।

म प य जोिखम परबधन – इसस ननयाातक को सही म प य उधत करन म मदद लमलती ह और उत पादक या व यापारी को बीमा स सरकषा लमलती ह ।

म प य िस थरता – म प यो म भारी उतार-चढाव होन पर, वायदा बाजार म प य िस थरीकरण म मदद करत ह ।

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8.0 साकस थाननक सििव ाएक :

8.1 सर कार ी और सावभ ननक षिपतर क सकग न की िवप न सकक ी या नाएक :

योजना/कायाा वयक सगतन का नाम

उपल ध करा ग सषवधाए/मख य षवशिताए/उदि श य

1.गरामीण भ ारण

योजना

षवपणन एव ननरीकषण

ननदशालय, मख य

कायाालय, एनएच- IV

सरीदाबाद

यह प जी ननवश सि स ी योजना गरामीण गोदामो क ननमााण/

नवीनीकरण/षवस तारण क ललए ह । इस योजना का करया वयन नाबा ा और एनसी ीसी क सहयोग स षवपणन एव ननरीकषण

ननरीकषण ननदशालय योवारा ककया जाता ह । योजना को उदि श य ह

गरामीण कषतरो म अनतररक त सषवधाओ क साथ-साथ वजञाननक

भ ारण की कषमता सिजत करना ह ।

ससल कटा क तरत बाद मजब री म िबरी को रोकना

गरड ग एव गणवत ता ननयतरण को उ नत करना और बाजार

की सषवधा

बहतर बनाना ।

ऐस गोदामो म भ ाररत कषि उत पादो को गोदामो क ललए एक

राषट िीय माल गोदाम योजना शरप कर दश म प लज साइनलसग और माकटरटग रड ट को बढावा दना । उयोयलमयो को कही भी और ककसी भी आकार क गोदाम बनान की

य ट होगी बशत कक वह नगर ननगम की सीमाओ स बाहर हो और

उसकी न य तम कषमता 50 मीटरिक टन हो ।

योजना क तहत ण सम बयोव अनतम-योर प जी ननवश आधथाक सहायता पररयोजना लागत की 25 परनतशत की दर स दी जाती

ह ककत अधधकतम सीम 37.50 लाख रपपए परनतयोजना ह ।

प वोत तर राय यो व पहा ी कषतरो, िजनकी समर तल स ऊचा 1000 मी. स अधधक हो, म पररयोजनाओ क ललए और अनस धचत

जाती/जनजानतयो क उयोयलमयो को अधधकतम आधथाक सहायता 50

लाख र. अनमत य ह अथाात पररयोजना लागत की 33 परनतशत

की दर स ।

2.एगमाका गरड ग और

मानकीकरण

षवपणन एव ननरीकषण

ननदशालय, मख य

कायाालय, एनएच- IV

सरीदाबाद

कषि उत पाद गरड ग एव षवपणन अधधननयम, 1937 तथा उसक

अ तगात बनाए ननयमो क तहत कषि एव सबधधत उत पादो की

गरड ग को बढावा दना ।

कषि उत पादो क ललए एगमाका षवननदशन उनकी आतररक गणवत ता क आधार पर दन क ललए बनाए गए ह । मानको म खायोय सरकषा

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कारको को शालमल ककया ज रहा ह िजसस षवश व व यापार म

परनतस पधाा की जा सक । षवश व व यापार सगतन की अपकषाओ को

यान म रखत हए मानको को अतरााषट िीय मानको क अनरप

तयार ककया जा रहा ह । कषि उत पादो का परमाणीकरण उत पादक

और उपभोक ता दोनो क लाभाथा ककया जा रहा ह ।

3.कषि षवपणन स चना

नटवका

षवपणन एव ननरीकषण

ननदशालय, मख य

कायाालय, एनएच- IV

सरीदाबाद

षवपणन सबधी आक ो को शीर सकललत एव परसाररत करन क

ललए राषट िीय स तर पर नटवका स थाषपत करना िजसस कशलताप वाक

एव समय पर उनका परयोग ककया जा सक ।

उत पादको, व यापाररयो और उपभोक ताओ को आक ो की उपल धता

ननयलमत व षवश वससनीय ढग स सननिश चत करना िजसस उनकी

िबरी और खरीद स अधधकतम लाभ उताया जा सक ।

मज दा षवपणन स चना परणाली म परभावी ाग स षवपणन की

कषमता को बढाना, इसस अच यी भावी योजना तयार करन म भी

मदद लमलगी ।

योजना म बाजार राय य कषि षवपणन षवभाग/बो ो स बहतर

सम पका परणाली होगी । य समस त नोटस कप य टर और सबधधत

उपकरणो पर उपल ध कराए जा रह ह । राय य कषि षवपणन

षवभाग/बो ा/बाजार वानयत स चना एकतर करत ह और उस

अगरिण क ि लए सबधधत राय य पराधधकाररयो और षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय क मख य कायाालय को भजता ह । राषट िीय

कषि नीनत क तहत दसवी योजना क दरान अ य 2000 क रो को शालमल करन का परस ताव ककया गया ह ।

4. म प य समथान

योजना षवपणन एव ननरीकषण

ननदशालय, मख य

कायाालय, एनएच- IV

सरीदाबाद

म प य समथान योजना क अ तगात गह का सभरण करन वाली

भारत सरकार की नो ल एजसी

गह का उत पादन करन और उ नत करन क ललए ककसानो को

ननयलमत षवपणन सहायता दती ह ।

पजाब व हररयाणा म गह उत पादन करन वाल गावो क मख य

स थलो पर यह योजना लाग ह ।

5. कम/अप प षवकलसत

राय यो म सहकारी

षवपणन, ससा न, भ ारन आटरद

कायारम राषट िीय सहकारी षवकास ननगम, हज खास न टरदप ली-110016

कषतरीय असतलनो को सही करना और सहकारी कषि षवपणन ससाधन, भ ारण आटरद क षवलभ न कायारमो को ककसानो और

समाज क कमजोर वगो की आय बढान क ललए उदार शतो पर षवित तय सहायता दकर अषवकलसत/माम ली रप स षवकलसत

राय यो/क र शालसत परदशो म षवकास को अपकषकषत गनत परदान

करना ।

इस योजना क अ तगात कषि उत पादो का षवतरण, कषि-परणाली का षवकास व अनाज का भ ारण,षवपणन करना और पधरोपण/

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बागवानी उत पाद, कमजोर और जनजानतयो का षवकास, यरी/ मगम पालन/मत सयपालन म सहकाररता को बढावा दना भी

शालमल ह ।

8.2 सकस थागत सििव ाएक :

उत पादक को षवशि रपप स योट और गरीब ककसानो को षवत की पयााप त तथा समय पर उपल धता एक महत व प णा मदि ा ह । सामा यत, ककसान साह कारो पर ननभार रहत ह िजनकी याज बहत अधधक होती ह । अत: तका सगत/सरकारी य ट सटरहत दरो पर सस थागत ण उनकी भला क ललए आवश यक ह । तदनसार, राषट िीय कषि नीनत म इस बात को ध यान म रखा गया । कषि ण पर काया बल न दस वी पचविमय योजना क दरान पाच विो क ललए 736570 करो र. का अनमान लगाया ह । विा 2002-03 म कषि ण क ललए ननधााररत लकष य 82073 करो रप. का रखा गया ह । नीनत की एक अ य महत वप णा षवशिता योट और गरीब ककसानो को समय पर व पयााप त मातरा म ण उपल ध कराना ह ।

ण अप प काल, मध य काल और दी ा काल क ललए टरदया जाता ह । 2002-03 क दोरान, गरामीण ण क ललए टरहस सदारी का लकष य – सहकारी सलमनतयो क माध यम स 43 परनतशत, वािणिय यक बको क माध यम स 50 परनतशत और कषतरीय गरामीण बको स 7 परनतशत ननधााररत ककया गया । वािणिय यक बक भी ररजवा बक क टरदशा ननदशो क अनसार गरामीण कषतरो म अपनी शाखाए खोल रह ह व सषवधाए हया करा रह ह । 30.6.2001 को कल गरामीण शाखाओ की सख या 32,574 थी जो सभी वािणिय यक बको की कल शाखाओ की 49.4 परनतशत थी ।

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तामलका सक. 27

अप प कामलक और िध य कामलक सावध

र.स योजना का नाम

पातरता उदि श य/सषवधाए

1 ससल ण

सभी शरिणयो की ककसानो

षवलभ न ससलो क उपज सबधी खचो की प नता क

ललए अप प काललक ण

यह ण ककसानो को परत यकष षवत त उपल ध कराया

जाता ह िजसकी चकता करन की अवधध अधधकतम

18 माह होती ह ।

2 उपज षवपणन सबधी ण

सभी शरिणयो की ककसानो

यह ण ककसानो को इसललए टरदया जाता ह ताकक

ककसान अपनी उपज को जप दबाजी म न बच कर

रोक सक ।

इस ण स ससल ण का अगली ससल क ललए

तरत नवीनीकरण हो जाता ह ।

ण चकता करन की अधधकतम अवधध 6 माह होती ह ।

3 ककसान रड ट का ा योजना

उन सभी किको क िजनका षपयल दो विा का ररका ा अच या ह ।

इस का ा स ककसानो को अपनी उत पादन सबधी तथा आकिस मक जरपरतो को प रा करन क ललए चाल खात की ननरतर सषवधा लमलती ह ।

ससल ण पान क ललए, जब कभी जरपरत हो,

परकरयाओ को सरल बना टरदया गया ह । पारपररक

आहरण पधचायो का परयोग करक भी पसा ननकाला

जा सकता ह ।

ण सीमा खती की स वधाररत भ लम, उपज की षवधध आटरद पर ननभार करती ह, य नतम सीमा 3000/-

रप. ह ।

ककसान ण का ा 3 विा तक वध रहता ह ककत

उसकी समीकषा परनत विा की जाती ह।

इसम मतय या स थायी ननशक तता होन पर व यिक तगत बीमा शालमल ह िजनक ललए रमश: 50000/- रप.

और 25000/- रप. की अधधकतम रालश दी जाती ह

4 राषट िीय कषि बीमा

यह योजना सभी ककसानो

ककसी पराकनतक आपदा, की ो या बीमारी क कारण

ककसी अधधस धचत ससल क नषट ट होन पर ककसानो

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योजना क ललए उपल ध ह,चाह उ होन ण ललया हो या नही ललया हो और भल ही उनक खत का आकार चाह कय भी हो

को बीमा सषवधा व षवत तीय सहायता परदान करन क ललए ह ।

ककसानो को खती की उ नत तकनीको जस महग

उपकरणो और उच च टक नालाजी का परयोग करन क ललए परोत साटरहत करना ।

ककसानो को आधथाक मजब ती परदान करना, षवशि कर आपदागरस त विो म

भारतीय सामा य बीमा ननगम कायाा वयक एजसी ह बीमा रालश बीमाधीन कषतर की उपज क म प य क

अनसार बढा जा सकती ह ।

यह सभी खायोय ससलो (धा य, य वार, बजरा और

दलहन) नतलहनो और वाषिाक वािणिय यक/बागवानी ससलो पर लाग होती ह ।

योट और गरीब ककसानो को परीलमयम म 50 परनतशत तक आधथाक सहायता परदान की जाती ह । सि स ी 5

विा की अवधध म सनसट आधार पर समाप त की

जाएगी ।

दीघभकालीन

1 2 3 4

1 कषि सवधध तरण

सभी शरिणयो क ककसान पातर ह,बशत कक उनका काया कषतर और वानयत षविय म अपकषकषत अनभव हो

बक यह ण ककसानो को सामान खरीदन क ललए

दत ह िजसस उ ह ससल उगान/आय अिजात करन म सषवधा हो ।

इस योजना क अ तगात भ लम षवकास, योटी लसचा , खत पर याितरकी, वकषारोपण और बागवानी, री,

मगम पालन, रशम कीट पालन, स खी भ लम, ऊसर

भ लम षवकास योजना आटरद काया आत ह ।

यह ण ककसानो को परत यकष साइनस क रपप म

टरदया जाता ह िजस चकता करन की य तम

अवधध 3 विा और अधधकतम अवधध 15 विा होती ह ।

भारत सरकार न षपयल विा 2004-05 क इस ण

म 30 परनतशत वषह करन का ननदश टरदया ह ।

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8.3 िवप न सििव ाएक परदान कर न वाल सकग न/ए मसयाक

र.स सगतन उपप बध करा जान वाली सवा 1 षवपणन एव ननरीकषण

ननदशाला, एनएच-4 सीजीओ काम पलक स, सरीदाबाद- 121001

www.agmarknet.nic.in

दश म कषि एव सबधधत उत पादो क षवपणन का

स टरटत षवकास करना ।

कषि एव सबधधत उत पादो क मानकीकरण एव गरड ग का सवधान करना

वास तषवक बाजार क षवननयमन, आयोजना और

ड जाइननग क माध यम स माकट का षवकास

क र व राय य सरकारो क बीच प र दश म सल उनक

कषतरीय कायाालयो (11) और उप-कायाानयो (37) क

माध यम स सम पका स थाषपत करना

बहतर षवपणन क ललए षवलभ न परलशकषण कायारमो

क योवारा मानव ससाधन षवकास ।

बाजार सबधी स चना का परचार करन क ललए राय य

पराधधकाररयो की सहायता करना ।

2 भारतीय खायोय ननगम,

बाराखम बा लन , कनॉट प लस, न टरदप ली-1 www.fciweb.nic.in

ककसानो क टरहतो की रकषा क ललए ननधााररत समथान

म प य पर अनाज का सभरण

सावाजननक षवतरण योवारा दश भर म अनाज का

षवतरण करना, षवशि रपप गरीबी रखा स नीच क

लोगो क ललए

अनाज का सरकषकषत भ ार सतोिजनक स तर पर बनाए रखना िजसस राषट िीय अनाज सरकषा सननिश चत हो

3 क रीय वयरहाउलसग

ननगम, 4/1 सीरी इस टीटय शनल एररया, सीरी सोटा क सामन न टरदप ली-110016

www.fieo.com/cwc/

भ ारण की और ह ललग की वजञाननक सषवधाए परदान

करना

वयरहाउलसग की बननयादी सषवधाओ का ननमााण करन

क ललए षवलभ न एजलसयो को परामशमय सवाए/

परलशकषण दना

आयात व ननयाात वयरहाउलसग सषवधाए

कीट नाशक सवाए उपल ध कराना ह ।

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4 कषि एव परोसस स

उत पाद ननयाात षवकास पराधधकरण, एनसीय आ भवना -3, सीरी इस टीटय शनल एररया, अगस त रानत मागा न टरदप ली- 110016

www.apeda.com

अनस धचत कषि उत पाद सबधी ननयाात उयोयोगो का

षवकास सवकषण करन, सलसिबललटी अ ययन, राहत और

आधथाक सहायता क ललए इन उयोयोगो को षवत तीय

सहायता परदान करना

अनस धचत उत पादो क ललए माम ली भगतान लकर

ननयााताको का पजीकरण करना ।

अनस धचत उत पादो क ननयाात क ललए मानक और

षवननदशन अपनाना

गोश त और गोश त उत पादो की गण वत ता सननिश चत

करन क ललए ननरीकषण करना

अनस धचत उत पादो क षवकास और ननयाातो मख

उत पाद का सवधान

अनस धचत उत पादो का षवपणन बहतर करन क ललए

आक ो का सकलन एव परकाशन

अनस धचत उत पादो स सबधधत उयोयोगो, काया सबधी

कालमाको को षवलभ न परकार का परलशकषण दना । 5 राषट िीय सहकारी षवकास

ननगम, सीरी इस टीटय शनल एररया, न टरदप ली-16

www.nodc.nic.in

कषि उत पादो का उत पादन, परोसलसग, षवपणन, भ ारण

ननयाात और आयात की योजना बनाना, सवधान एव साइनलसग कायारम

पराथलमक, कषतरीय, राय य और राषट िीय स तर की सहकारी षवपणन सलमनतयो को ननम नललिखत क ललए षवत तीय

सहायता :

i) कषि उत पादो क कारोबार की बढान क ललए

मार ि जन मनी और कायाशील प जी षवत त

उपल ध कराना ii) शयर क पीटल बस को मजब त करना, और iii) वाहनो को खरीदना

6 महाननदशालय षवदश

व यापार, उयोयोग भवन,

न टरदप ली

www.nin.in/eximpol

षवलभ न मदो क ननयाात व आयात क ललए मागादशान/ परकरया ननधााररत कराना

कषि उत पादो क ननयाातको को आयात-ननयाात को नम बर आबटरटत करना ।

7 राय य कषि षवपणन

बो ा ,राय य राजधाननयो म

राय य म बाजा र सबधी षवननयमो का करया वयन

अधधस धचत कषि उत पादो क षवपणन क ललए बननयादी

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सषवधाए परदान करना

बाजारो म गरड ग सवा उपल ध करना

स चना सवाए उपल ध करान क ललए सभी षवपणन

सलमनतयो म सम वय स थाषपत करना

षवत तीय षिषट ट स कमजोर या जरपरत म द षवपणन

सलमनतयो को ण और अनदान क रपप म षवत तीय

सहायता दना

षवपणन परणाली म करीनतयो को समाप त करना

कषि षवपणन क षवलभ न पहलओ पर कषि षवपणन और किक परलशकषण कायारम स सबधधत षविय पर

सगोिषट तया, कायाशालाए या परदशाननया आयोिजत करना

9.0 उपयोग : माग और आप नत ा परोजक शनो पर कायाकारी गर प योवारा तयार ररपोटा क अनसार, गह की परनत व यिक त परनत विा खपत 60.75 ककगरा (2001-02) थी । अक त बर 2004 म गह का भ ार 14.2 लमललयन टन था जबकक य तक माग 11.6 लमललयन टन थी । इस परकार गह की भ ार िस थनत सतोिजनक थी ।

9.1 परोसमसकग : परारभ म गह म स भ सा ननकालन, सखान और ससा क कारण गह का म प य बढ जाता ह और उस रखन-उतान एव भ ाररत करन का व यय ट जाता ह । बलरोटी उयोयोग म म प य वषह कवल 12 परनतशत होती ह जबकक अमरीका म 92 परनतशत होती ह । उपभोग स पहल, गह का उसनन, पीसना, मदा बनाना और स जी, दललया जस अनक परयोगो म लाया जाता ह । आटा 5-10 एचपी बर लमलो योवारा तयार ककया जाता ह, जबकक मदा और स जी रोलन लमलो म तयार की जाती ह िजसम 13 परनतशत चोकर और 32 परनतशत अकर ननकल जाता ह ।

गह क मिल-हिार द ि, लगभग 2,60,000 छोटी ईटा मिल ह ो ईटा पीसन का काि कर ती ह और 820 (1999) डी मिल ह ल नि लगभग 10.5 मिमलयन टन गहि की पत होती ह

पार म पिर क पत थर की चलक कयाक – गह की चोकर और अकर सटरहत पीसा जाता ह ।

ई िननक ईटा मिल – इसका उदि श य चोकर और अकर क िबना प री मातरा म आटा पीसना ह । आमतर स, लगभग 70

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परनतशत आटा और लमल (भ सी-12, आकर-3 और कम 15 परनतशत) म षपसन म 30 परनतशत वजन कम हो जाता ह ।

मिल ि ईटा िपसा क ननम नमलण त चर ह : -

गह – पराप त करना, सखाना व भ ारन सि ाना- सफा – नतनक, पत थर, लमटटी, रता व अ य अनाज, खराब दान ननकालना और अत म गह को धोना

सफा – क ीशननग – गह का तापमान 47 ड गरी स, अधधक नही होना चाटरहए िजसस उसकी गणवत ता परभाषवत न हो

कक ी ननकग – क ीशननग क ललए हाइडरोथमाल उपचार ककया जाता ह ताकक नमी और गमााहट दन क काया साथ-साथ चल सक ।

मिल ि िपसा – पीसना – षपसा रोलर लमलो योवारा की जाती ह – बरक रोल, रर क शन रोल लसस टम और स रच लसस टम आम परयोग म आता ह । बरक रोप स म भ सी षपस जाती ह और धगरी ट ट जाती ह । षपसा रोलर लमलो योवारा की जाती ह – बरक रोल, रर क सन रोल लसस टम और स रच लसस टम आम परयोग म आता ह । बरक रोप स म भ सी षपस जाती ह और धगरी ट ट जाती ह । दाना प री तरह षपस जाता ह ।

पसकक ग – पककग और भ राण – अनतम उत पाद को जलरोधी बोरो म पक ककया जाता ह और उस त ी स ख स थान म रखा जाता ह ।

बय लड कग :- बय लड कग – उपभोक ताओ म स वास य क परनत अधधक जागरपकता क कारण आट की कय लड ग की जा रही ह जस सोयाबीन आटा, किप सयम काबोनट, षवटालमन ए व ी, धथयालमन, ररबोसलषवन आटरद को आट म लमलाया जाता ह ।

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तामलका सक. 28

भार त ि र ोलर ईटा मिल की लस थनत

वषभ 1 ानवर ी

1960 1970 1980 1990 1996 2001 2003

इकाइयो की सख या

17 211 205 516 812 820 516

अन3माननत कषमता लम. टन

20 5.4 7.4 11.25 19.20 19.50 19.50

परयोग 1.6 2.7 3.6 8.00 12.00 12.50 12.50 सरोत: खायोय परसस करण मतरालय, भारत सरकार की षवषिाक ररपोटा

9.2 परयोग 9.3 षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय योवारा िबरी योग य अधधशि मातरा क सवकषण क

अनसार, ककसान स तर पर िबरी योग य मातरा का अनमान 65.1 परनतशत लगाया गया था । ककसान क अपन कल परयोग क ललए उत पाद का 31.7 परनतशत

अनमान लगाया गया था जबकक 3.2 परनतशत का भनतक नकसान था । षववरण

नीच टरदया गया ह ।

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100

तामलका सक. 29

सकसान क स तर पर गह क परयोग और षिपनत का परनत त

र .स मद परनतशत

1 उत पादन 100

II परयोग और कषनत - 1 पररवार क परयोग क ललए रख लना 4.6 2 पररवार क परयोग क ललए खरीदना 6.3 3 मजद री क रपप म पराप त 1.1 4 पररवार क परयोग क ललए कल मातरा

(1 + 2 + 3 ) 12.0

5 अ य परयोग 19.7 6 कल खपत 31.7 7 वास तषवक हानन 3.2 8 कल परयोग और वास तषवक हानन 34.9 III िबरी योग य बची अधधशि मातरा 65.1

इसी सवकषण क दरान, षवलभ न परयोजनो क ललए गह क परयोग का भी अनमान लगाया गया था जो नीच ताललका म टरदया गया ह ।

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तामलका सक. 30 भार त ि िवमभन न परयो न क मलए गह की पत

कर.सक

परयो न उत पादन/पनत त

1 ककसानो योवारा इस तमाल (रख लना खरीदना और वस त रपप म पराप त मजद री) 4.6 + 7.4

12.0

i) बीज क ललए 7.9

ii) पशओ क चार क ललए 0.9

iii) बदल म लनदन क ललए 0.1

iv) वस त रपप म भगतान 4.2

v) नकद भगतान 4.0

vi) अस थायी मजद रो योवारा खपत 0.1

vii) स थायी मजद रो योवारा खपत 2.5

कल 19.7

सकल योग 31.7

हालाकक, षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय योवारा अभी हाल म ककए गए अध ययन क दरान, िबरी योग य अधधशि गह की मातरा का अनमान 53.81 परनतशत लगाया गया था जबकक ककसान योवारा औसतन उपज का 36.83 परनतशत रख लन का अनमान ककया गया थ ।

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पार म पिर क सप स गहि क अन य परयोग का सार ाक ननम नमलण त ह :

1 2 3

1 बल रोटी या बकरी आटा

पयााप त मातरा म उच च गण वत ता की परोटीन और बहतर गलसग पवर

2 िबस कट आटा कम परोटीन और आट म अधधक षवता य 3 कक, ब स, पस आटरद क

ललए क सक शनरी आटा षवस कट क आट जसा आटा कक त कम परोटीन व ननयितरत आकार क टक

4 शप प-रिजग आटा खमीर लमलाए िबना (तरत खमीर तयार करना) आट म कय षवशि रसायन लमलाय जात ह

5 रल परयोग क ललए आटा

रसायन लमशरण क िबना या उसस यक त मध यम परोटीन आटा

6 आटा 2-8 परनतशत चोकर ननकला हआ आटा जो भारतीय रो म रोटी, चपाती आटरद क ललए इस तमाल ककया जाता ह

7 हा राशन आटा हवा म अनाज को उ ाकर अलग-अलग आकार क दानो म बाटा जाता ह और उसी आट स ‘उच च’ और ‘ य न’ परोटीन लमलती ह

8 ए जाइम अननिषट रनयत आटा

गह को गरम करक लमलता ह तथा स प, गरवी, गाढा करन वाल पदाथो आटरद म लमलाया जाता ह ।

गह म 2 स 3 परनतशत अकर होत ह जो आमतर स भ सी क साथ लमल होत ह और उस पशओ क खान क ललए बच टरदया जाता ह । गह क अकर म भारी मातरा म परोटीन होती ह (25-30 परनतशत और षवटालमन ) और इस िबस कटो, नाश त क भोजन और उच च परोटीन मातरा वाल पय पदाथो म इस तमाल ककया जा सकता ह । इसक अनतररक त, गह ग ल टीन का स खा पाउ र आटा म लमलाया जा सकता ह िजसस आहार, करस प बलरोटी, नाश त क आहार, बल रोटी आटरद म रशा और पोिक तत व बढ जात ह ।

जहा तक गह की षवलभ न ककस मो क परयोग का सबध ह, टी एस टीवम/वलगर, सामा य रोटी वाली गह का ही इस तमाल चपाती, बलरोटी, िबस कटो म परयोग होता ह जबकक टी रम, िजस सामा यत : मकरोनी गह कहा जाता ह, स जी, मकरोनी, न ल, सवइयो आटरद म इस तमाल ककया जाता ह । िीटीकम ड कोकम, िजस सामा यता मर गह (बाजार म खापली कहा जाता ह) का दकषकषण भारत म अप पाहार म उपमा क ललए अधधकतर परयोग म लाया जाता ह । गह का परयोग षवलभ न परयोजनो क ललए ककया जाता ह और इस कारण ककस म का ननधाारण उसक अनतम परयोग क अनसार ककया जाता ह । अधधक परोटीन यक त सख त

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गह (टी अस टीवम) और > 11.0 परोटीन उपयक त होती ह । जबकक पास ता उत पादो (ट रम), सख त गह 12.5, ग ल टरटन परोटीन < 10.0 और 7.0 एसपीएम कारटन तत वो की जरपरत होती ह ।

तामलका सक. 31

सकस ि पीी बय प य 343 क गि वत ता िानदक पर षिपतर का परभाव

र स.

गणवत ता मानद उत तराचल पजाब हररयाणा टरहसार एलपी (16.7)

करनाल

एलपी ( 21.0)

भारत

1 आटा आक ( आर)

67.0 71.6 70 70 69.6

2 बलरोटी क टक ो की मातरा

510 560 520 550 528

3 िबस कट षवतरण कारक

7.4 7.19 5.57 7.08 6.56

सरोत: भारतीय गह गणवत ता गह अनसाधन ननदशालय, करनाल

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10.0 िवध और ननष : र.स.

िवध ननष

1 2 3 4

क. ककसान लमटटी की जाच क बाद भ लम का चयन करो

बआ स कासी पहल कम पोस ट की आप नता कर

ककसी ननधााररत ककस म क परमािणत गणवत ता

वाल बीजो का इस तमाल कर ।

गोबर या क ा रो क

पास खत न ल

टॉप डरलसग और मानव

मल स द र रह ।

ससल कटा उधचत समय पर कर जब पोधा

पीला प जाए दाना सख त हो जाए और

नयलका शषट क हो जाए ।

समय प वा या दरी स ससल

कटा न कर की ा लगन और

िबखरन स नकसान हो सकता ह

पककग स थल, पककग सशा पर प री ससा

सननिश चत कर ।

परद षित पानी स सरकषा कर और पक स थल स पशओ का

गद द र रह ।

बाह पदाथा, ट ट, बदरग, लसक ा कच चा दाना या

हर दान ननकाल द ।

ककस मो, आकार, पत थरो,

लमटटी, भ स का लमशरण न होन द

आकार, आकनत, पररपक वता, रग और ककस म

व ननधााररत मानको क अनसार गर , उधचत

पक साइजो म लबल लगाकर एकरपता बनाए

गर रटरहत और गलत पककग

क कारण कम म प य लमल

सकता ह ।

भ ारण की सही पररिस थनतयो का पालन कर

जस स खा अनाज 12 परनतशत और भ ार

र म स व च यता ।

अधधक नमी वाल अनाज म

सस दी लग सकती ह ।

कम लागत की भ ारण व यवस था कर जो

स थानीय रपप स उपल ध सामान स तयार की

गयी हो ।

खल स थान म या कमरो म

खला न रख ।

परान और नए अनाज को अलग-अलग रख । परानी और न ससल को न

लमलाए ।

सस दी रोकन क ललए पराना और नया भ ार

अलग-अलग रख । एसलाटािक सन, माइकोटािक सन

स तर 30 mg/kg स कम न होन द ।

अवजञाननक भ ारण स सस दी और की ा लग सकता ह ।

सशा और बोरो क बीच द री रख । बोरो को सीध जमीन पर रख

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र.स.

िवध ननष

1 2 3 4

क. ककसान कवल अनमत य, असली और अच य कीट नाशको

जस एप य लमननयम साससट (गोललया) मलाधथयान (50 परनतशत) 2-4 ी 0.5 (लमगा करगरा) कारबोररल

(5 लमगरा ककगरा) एथीसान (1.0 लमगरा

ककगरा) ीवीएम पल आटरद का तीक तीक मातरा म

परयोग कर ।

परनतबधधत रसायनो और

कीटनाशको क अवलशषट टो का

परयोग न कर और अनमत य

सीमा स अधधक धात कीट

नाशको का परयोग नही ककया

जाना चाटरहए । य ररक एलस का स तर 100 लमगरा/ककगरा स नीच

रखन क ललए ननयितरत च ह मारको का परयोग कर

खला या अरकषकषत गह ।

मीड या/इटरनट वबसाइट- wwwagmarknet.nic.in

स बाजारो, बाजार शप को, षवलभ न बाजारो म

मज दा कीमतो की ताजा जानकारी रख ।

सनीसना और गराम व यापारी

क ऊपर ननभार न रह ।

क र/राय य सरकार की योजनाओ जस ससल

बीमा, भ ारन बीमा, गरामीण भ ारन योजना,

वयरहाउस की रसीदो क आधार पर षवत तीय

सहायता, ज ट क बोरो की आप नता, एमआरआ एन आटरद का लाभ उताए ।

पारम पररक षवधधयो का परयोग

करन म समय अधधक लगता

ह और परभाव कम होता ह व

पररणाम स वरपप उत पादन कम

होता ह ।

उत पादो की िबरी और षवपणन सबधी ननयमो/

कान नो की जानकारी रख ।

स थानीय महाजनो पर ननभार

न रह क योकक व अधधक याज

लत ह

बहतर म प य क ललए और उधचत समस याओ क

समाधान क ललए सहकारी सलमनतया बनाए । अध री जानकारी रखन वाल

व यिक तयो क परामशा स काम

न कर ।

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11.0 सकदभभ

क पा य पिस तक :

1. व हीट इन टरद थ ा वप ा – लखक इलदोर हनसन – नारमन बोरलग व आर

ग लन ए रसन

2. य टरिटरटव वप य आस इड यन स - गोपालन, सी तथा अ य इड यन

काउलसल आस मड कल ररसचा पि लकशन, 1971

3. ह ललग ए स टोरज आस स गर स- एस वी इगल, 1976

4. पोस ट हारवस ट टक नालाजी आस सीररयलस, पप सज ए आयल सीसस –

चरवतम ए 1988

5. सामा मशीनरी ररसचा ायजस ट : सीआ ए भपाल 1997 ख: वािषभक िर पोट : 1. एसएओ परो कशन इयर बक – 2000 ख 54

2. आ एआरआ (आ सीएआर) न टरदप ली 1998-1999, 2000-2001 3. राषट िीय सहकारी षवकास ननगम, न टरदप ली- 2000-2001 4. कषि एव परोसस स ननयाात षवकास पराधधकरण, न टरदप ली 2000-2001 5. क रीय वयरहाउस ननगम, न टरदप ली- 2001-2002 6. कषि एव सहकारी षवभाग, कषि मतरालय, भारत सरकार, 2001, 2002,

2002-2003

ग: अनिसक ान पतर : 1. लसह एच पी, माकटरटग कॉस ट, मािजान ए एसीलशय सी, एएमटीसी लसरीज- 3, 1990, षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय, शाखा परधान कायाालय, नागपर 2. एनवा ज सारपकी एव लसह एच पी : चपाती मककग परापटीज आस

इड यन व हीट- ए ररव य , कषि षवपणन ख XXIV(1) पषट त 105, अपरल, 1981

3. िबहारी ओ पी ‘ वलपमट आस रपरल पराइमरी माकट एज गरोथ सटर ए

करएशन आस स टोरज ससीललटीज – एगरीकप चर माकटरटग, पषट त 1-6, अक त बर-टरदसम बर, 1991

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4. अगवाल पी क एशटबलललशग रीजनल ए ग लोबल माकटरटग सॉर स माल होप र, एगरीकप चर परो य स/ परो क टस षवद ररसरस ट सनीटरी ए साइटोसनटरी (एसपीएस) ररक वायरमट’, कषि षवपणन पषट त 15-23,

अपरल -ज न 2002

5. पा वी क एटल ‘रोल आस कोआपरटरटव माकटरटग इन इड या’,

कषि षवपणन, पषट त 20-21, अक त बर-टरदसम बर, 2002

6. अटरी वी आर व िबसाररया गीता – ‘माकटबल सरप लस आस राइस ए व हीट एण बनी सटस आस स टोरज ट टरद सामार इन इड या’ –

कषि षवपणन, पषट त 27-31, आपरल-ज न 2003 7. लसह ज व लसह एम एस – ‘स गरन लासस एट सामा लवल – व हीट इन

पजाब , परो क टीषवटी’, ख 44 (1) पषट त 136-143, आपरल-ज न 2003

8. दवी लकष मी –‘इन रोसस ट का िक ट सालमिग एगरीकप चर ट ’, पषट त 27-35, लसतम बर,2003

9. सनील कमार – ‘रोला आस फय चर माकट इन स टबलाइलशन आस एगरो कमोड टी पराइसज’ – योजना, पषट त 36-40, अक त बर 2003 10. लस हा ए सी व लसह एच पी – ‘स ट ीज आन टरद सरीनोगराषपक ए

ररलट करक टरिस टकस आस इम पर व कामलशायल वरायटीज आस

इड यन व हीट’- 1974, बल गरन टक नाला 12 (2), 127-131

: अन य दस ताव : 1. कषि षवपणन सधार पर अ त : मतरालय काया बल की ररपोटा, म ,2002

2. इड यन सालमिग,लसतम बर, 2000 3. भारतीय खायोय ननगम- ओ वरव य , टरदसम बर 2002 4. सषवदागत खती करार और उसक मॉ ल षवननदश, कषि एव सहकाररता षवभाग, कषि मतरालय, लसतम बर, 2003 5. महाननदशक वािणिय यक आस चना एव सािख यकीय कोलकाता स ननयाात आयात और अ तर-राय यीय परिण

6. ननयाातको क ललए टरदशा ननदश, कषि एव सहकाररता षवभाग

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7. इड यन पोटाल सार व हीट ए लमललग इ स िी 8. िबरी क ललए उपल ध मातरा और भारत म ससल कटा क बाद नकसान षवपणन एव ननरीकषण ननदशालय, शाखा मखय कायाालय, नागपर (अभी परकालशत होना ह)

9. कषि षवपणन, सािख यकीय उहरण 2002, राषट िीय षवपणन सस थान, जयपर 10. सक सना बी एस व लसह एच पी - ‘बकगराउ पपर सार क सलटटरटव कमटी सॉर व हीट स पसीषपकश स’, 1979, ी एमआ 11. (i) भारत म सषवदागत कषि उयोयम (कय ससल मामल)

(ii) सषवदागत कषि कान न (आवरण पषट त कहानी) , एगरीकप चर ट , पषट त 29-37, लसतम बर 2003

च: वसाइट :

1. http/www.Indiamiller.com/index.asp. nid-129

2. www.agmarknet.nic.in

3. www.fao.org

4. www.agricoop.nic.in

5. www.pib.nic.in

6. www.icar.org.in

7. www.fciweb.nic.in

8. www.codexalimentarius.net

9. www.apeda.com

10. www.ecostat.unical.in

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110

सकलग नक-1

िवमभन न र ाय य क किष उत पाद िवप न अध ननयि क िहत वप भ परव ान का तिलनात िक अध ययन

र.स

षवशिताए िबहार गजरात मध य परदश महाराषट ि पजाब राजस थान उत तर परदश

1 अधधननयम/ननयमो का शीिाक

िबहार कषि

उत पाद षवपणन

अधधननयम, 1960 ननयम 1975

गजरात कषि उत पाद षवपणन अधधननम 1963/ ननयम 1965

मध य परदश कषि उपज म ी अलभयान 1972/1980

महाराषट ि कषि उपज षवपणन (षवननयम) अधधननयम 1963/1967

पजाब कषि उपज षवपणन अधधननयम 1961/ननयम 1962

राजस थान कषि उपज षवपणन अधधननयम 1961/ननयम 1963

उत तर परदश कषि उत पादन म ी अलभयान 1964/ननयम 1965

2 अधधननयम क पराधधकार का परयोग

षवपणन क ननदशक

ननदशक कषि षवपणन षवत त

ननदशक षवपणन

ननदशक कषि षवपणन

कषि षवपणन बो ा

ननदशक कषि षवपणन

ननदशक म ी

3 षवपणन सलमनत क सदस यो का कायाकाल

तीन विा धारा (9) (5)

चार विा (धारा) 11 (4)

पाच विा (धारा 11 (5) अध यकष एव उपाध यकष कायाकाल ाा विा

पाच विा (धारा 14) (3)

तीन विा (धारा 14 )

तीन विा (धारा 7 (3))

तीन विा (धारा 13 (8))

4 बाजार सलमनत पर अधीकषण व ननयतरण

राय य कषि षवपणन बो ा

ननदशक कषि षवपणन एव गरामीण षवत त

ननदशक षवपणन

ननदशक कषि षवपणन

राय य कषि षवपणन बो ा

5 षवपणन बो ा का दजा

सषवधधक (धारा 33 ए)

सषवधधक (धारा

34)

सषवधधक (धारा 40)

सषवधधक (धारा 39 ए)

सषवधधक (धारा 3)

सषवधधक धारा (33 ए)

सषवधधक धारा (33 ए)

6 षवपणन सलमनत क सधचव

सधचव की ननयिक त सरकार या बो ा योवारा की जाती ह

सधचव की ननयिक त ननदशक क अनमोदन स परबधन सलमनत योवारा होगी

सधचव राय य षवपणन सवा का सदस य होगा और सरकार योवारा ननयक त ककया जाएगा (धारा 27 (2))

सधचव की ननयिक त ननदशक क अनमोदन स परबधक सलमनत योवारा की जाती ह (धारा 35 (1))

सधचव की ननयिक त राय य षवपणन बो ा योवारा की जापएगी (धारा 20 (1)

सधचव की ननयिक त सरकार योवारा होन क कारण वह सरकारी कमाचारी होगा (धारा 11 बी (2)

सधचव की ननयिक त बो ा योवारा की जाएगी

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111

7 षवपणन शप क की दर

1% म प यान सार धारा 27

एमज एक स- स तम % जसाकक परबधक सलमनत योवारा म प यानसार तय ककया जाय

य नतम 0.5% या अधधकतम 2% म प यानसार (धारा 19 (1)) वतामान दर 1% )

इन दरो का ननधाारण परबधक सलमनत योवारा ककया जाता ह (ककत य नतम व अधधकतम दर सरकार योवारा तय की जाती ह (धारा 31 (1))

म प यानसार

2% स अधधक नही धारा 23 (1 )

म प यानसार अधधकतम 2 (धारा 17)

1 स कम नही और ढ परनतशत स अधधक नही धारा 17(iii) (6)

8 बाजार क कारोबाररयो को लाइसस दना/ नवीकरण करन का परायोनयकार

सभी लाइसस षवपणन सलमनत योवारा टरदय जात ह

बाजार सलमनत सभी कारोबाररयो क ललए अनदान/ लाइससो का नवीनीकरण करती ह (धारा 27 (1))

बाजार सलमनत सभी कारोबाररयो क ललए अनदान/ लाइससो का नवीनीकरण करती ह (धारा 32

बाजार सलमनत सभी कारोबाररयो क ललए अनदान/ लाइससो का नवीनीकरण करती ह (धारा 7 (1)

व यापारी लाइसस षवपणन बो ा क सधचव (धारा 9) व अ य कारोबाररयो को लाइसस षवपणन सलमनत योवारा जारी ककय जात ह (धारा (3))

बाजार सलमनत सभी कारोबाररयो क अनदान/ लाइससो का नवीनीकरण करती ह (धारा 14 )

बाजार सलमनत सभी कारोबाररयो क ललए अनदान/ लाइससो का नवीनीकरण करती ह (धारा 17 (1)

9 अपीली परधधकरण षवपणन बो ा/ राय य सरकार

ननदशक/ राय य सरकार (धारा 27 (5))

षवपणन का ननदशक ड वीजनल आयक त (धारा 34)

कषि षवपणन का ननदशक राय य सरकार ( ारा 9)

षवपणन बो ा (धारा 40) राय य सरकार (धारा 42)

कषि षवपण न का नदशक राय य सरकार (धारा 16)

षवपण बो ा (धारा 25)

10 बाजार विा 1 अपरल-31 माचा

1 अक त बर-30 लसतम बर

1 अक त बर-30 लसतम बर

1 अक त बर – 30 लसतम बर

1 अपरल-31 माचा

1 अपरल-31 माचा

1 अपरल-31 माचा

11 व यापाररयो को खात परस तत करन क ललए और

षवपणन सलमनत क अध यकष योवारा परधधकत

बाजार सलमनत क अध यकष,

राजय सरकार योवारा बो ा या षवपणन

राजय सरकार योवारा बो ा या षवपणन

बो ा योवारा पराधधकत को भी अधधकारी

बाजार सलमनत का सधचव या

बाजार सलमनत का सधचव या

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परषविषट ट ननरीकषण व ज त करन का आदश दन का परधधकार

षवपणन सलमनत का को भी अधधकारी/ कमाचारी खातो को परस तत करान, सन और ज त करन का पराधधकत होता ह (धारा 31 बी)

उपाध यकष या सधचव या अ य सदस य, अधधकारी या कमाचारी बाजार सलमनत योवारा पराधधकत होन पर पररसर म जान, तलाशी लन और ज त करन का अधधकार रखता ह (धारा 29)

सलमनत का को भी अधधकारी या कमाचारी उत पादन खात परस तत करन का आदश द सकता ह और ननरीकषण व ज त करन क ललए अधधकार रखता ह (धारा 20)

सलमनत का को भी अधधकारी या कमाचारी उत पादन खात परस तत करन का आदश द सकता ह और ननरीकषण व ज त करन क ललए अधधकार रखता ह

(धारा 20)

उत पादन खातो को परस तत करन क ललए आदश दन और पररसर म जान ननरीकषण व ज त करन क अधधकार रखता ह (धारा 33 ए)

राय य सरकार योवारा पराधधकत अ य अधधकारी उत पादन खात को परस तत करन क ललए आदश दन और पररसर म जान ननरीकषण व ज त करन क अधधकार रखता ह (धारा 27 बी)

राय य सरकार या बो ा योवारा पराधधकत अ य अधधकारी ननरीकषण, परवश व ज त करन क अधधकार रखता ह (धारा 36)

12 अधधननयम म उिप लिखत पररभािा क अनसार कषि उत पाद

को भी उत पाद चाह वह परोसस /गर परोसस ,बागवानी, पश पालन,वन उत पाद जसाकक अनस ची म ललखा ह

कषि,बागवानी, पश पालन क सभी उत पाद चाह व परोसस हो या न हो जसाकक अनस ची म टरदया गया ह

कषि,बागवानी, पश पालन, वन क सभी उत पाद चाह व परोसस उ हो या न हो जसाकक अनस ची म टरदया गया ह

कषि,बागवानी, पश पालन, वन क सभी उत पाद चाह व परोसस हो या न हो जसाकक अनस ची म टरदया गया ह

कषि,बागवानी, पश पालन, वन क सभी उत पाद चाह व परोसस हो या न हो जसाकक अनस ची म टरदया गया ह लसवाए ऊन, ी,जीषवत पश या जीषवत पश उत पाद

कषि,बागवानी, पश पालन, वन क सभी उत पाद चाह व परोसस हो या न हो जसाकक अनस ची म टरदया गया ह (लसवाए ऊन, ी,जीषवत पश या जीषवत पश उत पाद

कषि,बागवानी, पश पालन, वन क सभी उत पाद चाह व परोसस हो या न हो जसाकक अनस ची म टरदया गया ह और इसम दो या अधधक मदो का लमशरण भी शालमल ह

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114

अनबध –II

सकिवदागत ती क िॉ ल

(करार क सभी ख ‘सषवदागत खती की मॉ ल करार की षविय-वस त क तहत दी गहा सबधधत

व याख यात मक टरटपिणयॉ क अ यधीन ह)

यह करार --------------------- स थान पर टरदनक------------- विा ----- को ------आय --------- ननवासी-------------- िजस यहॉ परथम भाग का पकषकार कहा गया ह (इस अथा म जब तक कक सदभा या उसक अथा क परनतक ल न हो तो इसम उसक उत तराधधकारी, ननषट पादनकताा, परशासक और समनदलशती शालमल ह) और मससा ----------------------------- पराइवट/पि लक लल. कम पनी, जो कम पनी अधधननयम, 1956 क परावधानो क तहत ननगलमत ह और िजसका पजीकत कायाालय --------------------- पर ह, को यहा द सर भाग का पकषकार कहा गया ह इस म जब तक कक सदभा या उसक अथा क परनतक ल न हो तो इसम उसक अत तराधधकारी और समनदलशती शालमल ह । जबकक, परथम भाग की पाटी या पकषकार खत का स वामी/खती कताा ह िजसका षववरण नीच टरदया गया ह :

--------------------------------------------------------------------------------------

गराम गाट-नम बर कषतर हक टयर म तहसील व िजला राय य

और जबकक, योषवतीय भाग की पाटी या पकषकार कषि उत पाद का कारोबार करती ह और वह खत, नसारी तयार करन, खती करन, पस ट परबधन करन, लसचा , ससल कटा तथा अ य सबधधत मदि ो पर तकनीकी जानकारी भी उपल ध कराती ह ।

और जबकक द सर भाग की पाटी कषि उत पाद की कय षवशि मदो जो यहा सलग न अनस ची-I म उिप लिखत ह, म रपधच रखती ह और द सर भाग की पाटी क अनरोध पर, परथम भाग की पाटी सलग न अनस ची-I म उिप लिखत कषि उत पादो की खती व पदावार करन क ललए सहमत होती ह

और जबकक दोनो पकष यहा उिप लिखत ननबधनो एव शतो को ललिखत रपप म मानन पर सहमत हो जात ह ।

अब, इन गवाहो की उपिस थनत म और एतदवावारा दोनो पकषो की बीच ननम नललिखत अनसार सहमनत ह ह :

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क -1: परथम भाग की पाटी खती और पदावार करन तथा उपज द सर पकष की पाटी को दन क ललए सहमत ह और द सर भाग की पाटी परथम भाग की पाटी स खती की उत पाटरदत मदो, िजन की गणवत ता, मातरा और उनका म प य सलग न अनस ची-1 म षवशि रपप स उिप लिखत ककया गया ह, को खरीदन क ललए समहत ह ।

क -2:

उन कषि उत पादो, िजनका षववरण यहा अनस ची-1 म टरदया गया ह, की मद परथम भाग की पाटी द सर भाग की पाटी को उपज तारीख स --------- माह/विा की अवधध म सपगी। दोनो पकषो क बीच स पषट ट रपप स यह सहमनत ह ह कक यह करार उन कषि उत पादो, िजनका योरा यहा सलग न अनस ची-1 म टरदया गया ह, क ललए और ---------------माह/विा क ललए ह तथा इस अवधध क समाप त होन क बाद, वह करार स वत: समाप त हो जाऐगा ।

क -3:

परथम भाग की पाटी सलग न अनस ची-1 म उिप लिखत उत पाद की खती, उत पादन और ननधााररत मातरा म द सर भाग की पाटी को उसकी आप नत ा करगी ।

क -4:

परथम भाग की पाटी अनस ची-1 म उिप लिखत गणवत ता की अनबधधत मातरा की आप नत ा करन क ललए सहमत ह और यटरद उपज सहमनत क अनसार ननटरदाषट ट गणवत ता स तर की नही ह , तो द सर भाग की पाटी उस उत पाद की आप नत ा इसी कारण क आधार पर स वीकार करन स इकार कर सकती ह । तब

क) परथम भाग की पाटी आपसी पनसामनत क अनसार म प य पर द सर भाग की पाटी को बचन क ललए स वततर होगी ।

या

ख) खल बाजार म (ब ी मातरा क खरीदार जस ननयाातक/परोससर/ षवननमााता आटरद) और यटरद उस अनबधधत म प य स कम म प य लमलता ह, तो वह द सर भाग की पाटी को, उसक ननवश क अनपात अनसार कम भगतान करगा

या

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ग: बाजार म और यटरद उस अनबधधत म प य स कम म लय लमलता ह, तो वह द सर भाग की पाटी को उसी अनपात म रालश टाकर लटा दगा ।

यटरद द सर भाग की पाटी अपन ही ककसी कारण स अनबधधत उत पाद को लन स इकार करती ह/या इस नही ल पाती ह, तो परथम भाग की पाटी उपनी उपज को खल बाजार म बचन क ललए स वततर होगी और यटरद उस अनबधधत म प य स कम म प य लमलता ह, तो वह दोनो म प यो क बीच क अ तर को द सर भाग की पाटी क लख म ाला जाएगा और उस राशी का भगतान परथम भाग की पाटी को कधथत म प य अतर टरदनो क बीच भगतान करगा ।

क 5: परथम भाग की पाटी खत तयार करन, पध लगान, खाद, कीट रोधी उपाय, लसचा , ससल कटा करन तथा द सर भाग की पाटी योवारा समय-समय पर टरदए गए सझवो को मानन क ललए सहमत ह और सलग न अनस ची-1 म उिप लिखत षवननदशो क अनसार मदो की खती व उत पादन करगा ।

क 6:

दोनो पकषो क बीच यह स पषट ट सहमनत ह ह कक खरीद ननम नललिखत शातो क अनसार की जाएगी तथा खरीद करन क तर त बाद खरीद पधचाया जारी की जाएगी ।

टरदनाक ड लीवरी का स थान ड लीवरी का म प य

यह भी सहमनत ह ह कक अनबधधत उपज की ड लीवरी पारस पररक सहमनत योवारा तय स थान पर लन का दानयत व द सर भाग की पाटी का होगा और यटरद वह ------ अवधध म ड लीवरी स वीकार नही करता ह तो परथम पकष अनबधधत कषि उपज को ननम नललिखत रीनत क अनसार बचन क ललए स वततर होगा ।

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क: खल बाजार म (ब ी मातरा क खरीदार जस ननयाातक/परोससर/ षवननमााता आटरद) और यटरद उस अनबधधत म प य स कम म प य लमलता ह, तो वह द सर पकष को, उसकी ननवलशत क रालश उसी अनपात म कम लटाएगा

या

ख: बाजार म और यटरद उस अनबधधत म प य स कम रालश लमलती ह, तो वह द सर पकष की पाटी को उसक ननवश का उसी अनपात म कम भगतान करगा ।

यह भी समहनत ह ह कक माल ाला को दरान गणवत ता को बनाए ररखन की िजम मदारी द सर पकष की पाटी की होगी तथा परथम पकष की पाटी उसक ललए िजम मदार नही होगी या उस इसक ललए िजम मदार नही तहराया जा सकता ह ।

क -7 :

द सर पकष की पाटी अनस ची-1 म उिप लिखत म प य/दर स परथम पकष की पाटी को तब भगतान करगी जब ससल की कटा हो जाती ह और उपज की आप नत ा द सर पकष की पाटी को कर दी जाती ह, भगतान रालश म स द सर पकष की पाटी योवारा परथम पकष की पाटी को टरदए गए बकाया अधगरमो को काट ललया जाएगा। भगतान क ललए ननम नललिखत अनस ची का अनसरण ककया जाएगा :

टरदनाक भगतान षवधध भगतान का स थान

क : 8: दोनो पकष अनस ची-1 म उिप लिखत अनबधधत उपज को पराकनतक परकोप स होन वाल नकसान क जोिखम स बचान, ण आदायशी म च क व उत पादन व आय म हानन तथा उन पकषो क ननयतरण स बाहर अ य टनाओ या कायो जस को गभीर महामारी, रोग सलन या परनतक ल मसम, बाढ, स खा, ओ लाविषट ट त सान, भ कप, आग लगन या ककसी अ य सकट, पकष, सरकारी

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काया, इस करार की परभावी तारीख पर या उसक बाद ककसान उपन वायद को प री तरह या आलशक रपप म ननभान म अससल हो, क ललए बीमा कराएग । परथम पकष की पाटी क अनरोध पर इन कायो स द सर पकष को त यो की मजद री की पिषट ट हो जाएगी । इस परकार क साकष य म सबधधत सरकारी षवभाग क कथन का एक परमाण पतर भी होगा । यटरद इस परकार की स टटमट या परमाणपतर न ललया जा सक तो परथम पकष की पाटी इनक बदल नोटरी स स टटमट लगी िजसम दाषवत त वो का प णा षववरण होगा और उन कारणो का उप लख होगा िजनक कारण उन त यो की मोज दगी क बार म परमाण पतर या कथन क यो नही पराप त ककया जा सका । इसक षवकप प म, बशत कक दोनो पकषो क बीच सहमनत हो, परथम पकष की पाटी उपज की ननधााररत मातरा ककसी अ य सरोत स उपल ध कराएगी और म प य म अ तर होन क कारण उस ह हानन बीमा कम पनी स पराप त रालश को जो न क बाद, म दोनो पकषो की समान टरहस सदारी होगी, बीमा परीलमयम म भी दोनो पकषो की समान टरहस सदारी होगी ।

क - 9: द सर पकष की पाटी खती करन क दरान और ससल कटा क बाद परथम पकष की पाटी को ननम नललिखत सवाए दन क ललए एतदवावारा सहमत ह, िजनका षववरण नीच टरदया गया ह ।

1. 2. 3. 4. क -10: द सर पकष की पाटी या उसक परनतननधध इस बात पर समहत ह कक व ककसान मच क साथ/परथम पकष की पाटी योवारा ननधााररत मच स अनबधधत अवधध क दरान ननयलमत रपप स सम पका बनाए रखग ।

क -11: द सर पकष की पाटी या उनक परनतननधधयो को परथम पकष की पाटी क पररसर/खतो म समय-समय पर जाकर खती म अपना जा रही तकनीको और उपज की गणवत ता की जाच करन अधधकार होगा ।

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क -12: द सर पकष की पाटी पिषट ट करती ह कक उसन पजीकरण पराधधकारी क यहा स वय को पर पजीकत करा ललय ह और वह इस बार म मज दा कान न क अनसार ननधााररत शप क का भगतान पजीकरण पराधधकरण को करगी िजसक अधधकार कषतर म कषि उपज क षवपणन को षवननयलमत करना आता ह, जो उपज-------वािणात भ लम पर की जाती ह या द सर पकष की पाटी न स वय का ---------एकल स थान पजीकरण पराधधकरण ---------------, राय य सरकार योवारा ननधााररत, क यहा पजीकत करा ललया ह । सबधधत पजीकरण पराधधकरण योवारा लगाए गए शलक को कवल द सर पकष की पाटी वहन करगी और उसकी कटती परथम पकष की पाटी को भगतान की जान वाली रालश स ककसी भी रपप म नही की जाएगी ।

क -13: द सर पकष की पाटी को परथम पकष की पाटी क स वालमत व, खत/सम पित त पर क जा करन, ककसी भी तरह का को अधधकार नही होगा और नही वह परथम पकष की पाटी को उसकी सम पित त स बदखला कर सकगी और न ही परथम पकष की पाटी की सम पित त को ककसी भी रपप म ककसी अ य व यिक त/सस था को करार परभावी रहन क दरान बधक रखगी, पटट पर या उप पटट पर दगी या हस तातररत कर सकग ।

क -14: द सर पकष की पाटी दोनो पकषो योवारा हस तातररत इस करार की वास तषवक परनतललषप, करार ननषट पाटरदत होन की तारीख स 15 टरदनो क अ दर -----------षवपणन सलमनत/पजीकरण पराधधकारी, एपीएमआर अधधननयम क तहत यथा अपकषकषत/इस परयोजन क ललए ननधााररत ककसी अ य पजीकरण पराधधकारी को परस तत करगी ।

क -15: अनबध का षवलयन समापन इस रदि करना दोनो पकषो की सहमनत स होगा/ इस षवलयन, समापन/रदि करन का िबलख पजीकरण पराधधकारी को षवलयन, समापन/रदि करन की तारीख स 15 टरदनो म परस तत करना होगा ।

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क -16: यहा उिप लिखत दोनो पकषो क बीच ककसी भी पकष को द सर क षवरपदि को षववाद या मतभद होन पर या इस करार क तहत पराप त अधधकारो और उत तरदानयत वो या ककसी दाव क बार म षवत तीय या अ य, य इस करार क ककसी ननयम या शता की व याख या क बार म षववाद/मतभद होन पर वह षववाद या मतभद राय य सरकार योवारा इस परयोजन हत गटरतत यानयक पराधधकरण को सदलभात ककया जाएगा ।

क -17: इस करार क ककसी भी पकषकार का पता बदलन पर, उस की स चना द सर पकषकार और पजीकरण पराधधकारी को दी जाएगी ।

क -18: यहा उिप लिखत परत यक पकष इस करार क तहत अपन-अपन उत तरदानयत वो क ननषट पादन म एक द सर क साथ प री मानदारी और षवश वासप वाक काम करग ।

ननम नललिखत साकषकषयो की उपिस थनत म सभी पकषो न इस करार पर ---------

टरदन ------------ माह------विा को हस ताकषर ककय ।

परथम पकष की पाटी न -------------- की

उपिस थनत म हस ताकषर ककए, मोहर लगा और सौपा

1.

2.

द सर पकष की पाटी न ------------- की

उपिस थनत म हस ताकषर ककए, मोहर लगा और सौपा

1.

2.

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अनिस ची-1

गर , िवननद न,गि वत ता और ि प य चाटभ

गर िवननद न िातरा ि प य/दर

गर 1 या क आकार,रग,गध आटरद

गर 2 या ख

.

.

.

सकिवदागत ती स सम ध त सहायक िव ान

पिर भाषा : सकिवदागत ती का अथा ह ककसी ऐस व यिक त िजस सषवदागत खती उत पादनकताा कहा जाता ह , योवारा खती जो द सर व यिक त िजस खाषवदार खती परायोजक कहा जाता ह, क साथ इस आशय का ललिखत करार करता ह कक उसकी उपज इस करार म ननटरदाषट ट ककए गए परावधान क अनसार खरीदी जागगी ।

व या या: सकिवदागत ती उत पादनकताभ का अथा ह ककसान या ककसान स , जो भी नाम हो, क रपप म ककसी कान न क अ तगात उस समय पजीकत हो । प वोत तर राय यो म जहा खती योग य भ लम पर गराम पचायत या कान नी रपप स मा यता पराप त ऐस ककसी अ य सगतन का स वालमत व या ननयतरण होता ह, उस ननकाय को ‘सषवदागत खती उत पादकताा’ कहा जाता ह ।

‘सकिवदागत ती कर ार ’ का अथा वह करार होता ह जो सषवदागत खती क ललए सषवदागत खती परयोजक और सषवदागत खती कताा की बीच ककया जाता ह ।

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सकिवदागत ती कर ार की परसकरया और परासप : सषवदागत खती करार यहा नीच दी ग षवधध क अनसार षवननयलमत होन चाटरहए :-

1: सषवदागत खती परयोजक षवपणन सलमनत या ननधााररत अधधकारी क यहा ननधााररत परकरया क अनसार पजीकरण कराए ।

2. सषवदागत खती परयोजक सषवदागत खती करार को इस परयोजन क ललए ननधााररत अधधकारी क यहा दजा कराएगा । सषवदागत खती करार एस रपप म हो िजस म ननधााररत ननबधनो एव शतो तथा अ य योरो को शालमल ककया जाए ।

सषवदागत खती करार म उिप लिखत ककसी बात क हान क बावज द सषवदागत खती परायोजक या उसक उत तराधधकारी या उसक एजट को सषवदा खती करार स पदा हए ककसी पररणाम क कारण सषवदागत खती करार क तहत स वालमत व, अधधकार या कबजा अतररत नही ककया जाएगा या अ य सरालमत या ननटरहत नही ककया जाएगा ।

3. सषवदागत खती करार स उत प न षव वादो को उनक ननपटान क ललए ननधााररत पराधधकारी को सोपा जाएगा । ननधााररत पराधधकारी दोनो पकषो का मत सनन क ललए पयााप त समय दन क बाद तीस टरदनो म सरी तर पर ननपटान कर दगा ।

4. ननधााररत पराधधकारी क ननणाय स अस तषट ट पकष उप-धारा (3) क तहत ननणाय की तारीख स 30 टरदनो क भीतर अपीली पराधधकारी क यहा अपील दायर कर सकता ह । अपीली पराधधकारी सबधधत पकषो को अपना पकष परस तत करन क ललए पयााप त समय दन क बाद 30 टरदनो क अदर अपील का ननपटान कर दगा तथा अपीली पराधधकारी का ननणाय अनतम होगा ।

5. उप-धारा (3) क तहत पराधधकारी योवारा टरदया गया ननणाय और उप-धारा (4) क तहत अपील का ननणाय को दीवानी अदालत की ड री क समान परभावी तथा ड री रालश की वस ली भ राजस व क बकाया क रपप म की जाएगी ।

6. सषवदागत खती करार स सबधधत षववादो तथा अ य षववादो को, ऊपर ककए गए उिप लिखत यायालय क लसवाय ककसी अ य अदालत म नही उताया जा सकता ह ।

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7. सषवदागत खती करार क तहत कषि उपज बाजार कषतर स बाहर सषवदागत खती परयोजक को बची जा सकती ह, अब उस पर को बाजार शप क वस ल नही ककया जाएगा ।

अनबध-III सकिवदागत ती क िॉ ल कर ार

(करार क सभी ख सषवदागत खती क मॉ ल करार की षविय-वस त क तहत दी ग सबधधत व याख यात मक टरटप पिणयो क समान होगी)

1. कर ार क पषिप

यह करार सषवदागत खती परायोजक, िजस यहा परथम पकष की पाटी कहा गया ह,

और सषवदागत खती कताा िजस यहा द सर पकष की पाटी कहा गया ह, क बीच ननदाक -------- विा 2003 को, ननम नललिखत ननबधनो एव शतो क आधार पर ननषट पाटरदत ककया गया

2. कर ार क अन तगभत ईन वाल सत का िववर

द सर पकष की पाटी ख 4 म उिप लिखत कषि उत पाद की मदो को पदा करन तथा परथम पकष को ड लीवर करन पर तथा परथम पकष की पाटी द सर पकष की पाटी स खरीदन क ललए सहमत ह िज ह ननम नललिखत भ लम (स वालमत वाधीन या खती क ललए) पर पदा ककया जाएगा

3. कर ार की अव ी

ख -4 म उिप लिखत कषि उपज यहा उिप लिखत तारीख स ---------माह/ विा क भीतर परथम पकष की पाटी को आप नत ा की जाएगी/अथवा परथम पकष की पाटी और द सर पकष की पाटी क बीच कषि उत पाद, िजसका उप लख ख -4 म ककया गया ह, क ललए यह करार ------माह/विा क ललए होगा ।

4. किष उत पाद का िववर

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द सर पकष की पाटी परथम पकष की पाटी क ललए सलग न अनस ची-1 क अनसार ननम नललिखत कषि उपज मदो का उत पादन करन क ललए सहमत ह ।

5. िातरा िवननद न

द सरी पाटी अनस ची-1 म उिप लिखत मातरा की आप नत ा परथम पाटी को करन क ललए सहमत ह 1

6. सकिवदागत िद क गि वत ता सकक ी िवननद न : द सरी पाटी अनस ची-1 म उिप लिखत गणवत ता क अनसार अनबधाधीन मातरा की आप नत ा करन क ललए सहमत ह । यटरद कषि उत पाद अनबधधत गणवत ता स तर क नही हए, तो परथम पकष की पाटी कषि उत पाद की आप नत ा को कवल इस आधार पर स वीकार करन स इकार कर सकती ह तब

क) द सर पकष की पाटी उस उत पाद को परथम पकष की पाटी स आपसी सहमनत स पनननाधााररत म प य पर बचन क ललए स वततर होगी ।

या

ख) खल बाजार म (ब खरीदारो जस ननयाातक/परोससर/षवननमााता आटरद) यटरद उस अनबधधत म प य स कम म प य लमलता ह, तो वह परथम पकष को उसक ननवश का उसी अनपात म कम भगतान करगा ।

या ग) बाजार या ा म यटरद उस अनबधधत म प य स कम म प य लमलता

ह, तो वह परथम पकष की पाटी की ननवश रालश म स अनपानतक आधार पर कटती करक वह रालश लटाएगा ।

यटरद परथम पकष की पाटी अपन ककसी कारणवश अनबधधत उत पाद को लन स इकार करती ह/नही ल पाती ह तो द सर पकष की पाटी अपनी उपज को खल बाजार म बचन क ललए स वततर होगी और यटरद उस अनबधगत म प य स कम म प य लमलता ह तो बीच क अ तर की रालश को परथम पकष की पाटी क कारण

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ाटा माना जाएगा जो कान नी परकरया क अनसार वस लनीय होगी

ती सकक ी िवननद :

द सर पकष की पाटी खत तयार करन, नसारी, उवारकता, कीट रोधी उपाय करन लसचा , ससल कटा क बार म ननदश को मानन तथा परथम पकष की पाटी योवारा समय-समय पर टरदए अ य सझावो का अनपालन करन क ललए सहमत ह ।

फसल की ड लीवर ी की व यवस था :

खरीद ननम नललिखत शतो क अनसार की जाएगी और खरीद क तरत बाद खरीद पधचाया दी जाएगी ।

तार ी ड लीवर ी स थल ड लीवर ी ि प य

परथम पकष की पाटी तथा सहमनत, आप नत ा स थान पर की ग आप नत ा या ड लीवरी को लन क ललए उत तरदायी होगी और यटरद वह -------------- अवधध म आप नत ा गरहण नही करता ह तो द सर पकष की पाटी उस अनबधधत उपज को बचन क ललए स वततर होगी ।

ख) ब खरीदार होन जस ननयाातक/परोससर/षवननमााता आटरद और यटरद उस अनबधधत म प य स कम म प य लमलता ह, तो वह परथम पकष की पाटी को उसकी ननवलशत रालश उसी अनपात म कम दी लटाएगी ।

या ख) बाजार पररसर म, और यटरद उस अनबधधत म प य स कम म प य

लमलता ह तो वह परथम पकष की पाटी को उसकी ननवलशत रालश उसी उनपात म कम लटाएगा । ाला क दरान गणवत ता बनाए रखन क ललए परथम पकष की पाटी उत तरदायी होगी ।

9. ि प य नन ाभर व यवस था : द सर पकष की पाटी को ससल कटा और परथम पकष की पाटी को आप नत ा करन क बाद अनस ची 1 म उिप लिखत म प य/दर स भगतान

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ककया जाएगा िजसम स उस टरदए गए सभी अधगरमो की कटती की जाएगी । भगतान क ललए ननम नललिखत अनस ची का अनसरण ककया जाएगा ।

तार ी भिगतान की िवध भिगतान का स थान

10. ीिा व यवस था : सकट, ययोव, सरकारी कारावा क कारण जोिखम क ललए, इस परकार क

परथम पकष की पाटी और द सर पकष की पाटी धारा-4 म उिप लिखत अनबधधत उत पाद का पराकनतक परकोप स होन वाली हानन, ननटरदाषट ट पररसम पनतयो क षवनाश, ण अदायगी म च क, तथा उत पादन व आय म हानन तथा सबधधत पकषो क ननयतरण स बाहर टनाओ जस ककसी महामारी, बीमारी क सलन या असामा य मसम, बाढ, स खा, ओ लाविषट ट, त सान, भ कप, आग या अ य परभावी होन की तारीख पर या उसक बाद कारावा िजसक कारण ककसान अपना उत तरदानयत व प री तरह या अशत: ननभान म असमथा हो, क जोिखम स बचन क ललए ------- अवधध क ललए बीमा कराएगी । अनरोध करन पर, द सर पकष की पाटी इन कायो को ननरस त करक द सर पकष को त थो की मज दगी की पिषट ट करत हए सौप दगी । ऐस साकष य म सबधधत सरकारी षवभाग का कथन, परमाण-पतर भी होगा । यटरद ऐसी स टटमट परमाण-पतर उपयक त कारणो स न ललया जा सक, तो इन कायो का दावा करन वाल द सर पकष की पाटी उसक स थान पर नोटरी स सारयाककत स टटमट लगी िजसम दावा ककए गए त यो व कारणो का षवस तार स उप लख होगा कक उन त यो की पिषट त करन वाला कथन या परमाण पतर क यो नही ललया जा सका । इसक स थान पर, बशत कक दोनो पकषो क बीच आपसी सहमनत हो जाए, द सर पकष की पाटी अ य सरोतो स अपन टरहस स की ननधााररत उपज की भरपा कर द और म प यो म लभ ता क कारण हए नकसान म दोनो पकष, बीमा कम पनी स पराप त

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राशी को शालमल करन क बाद, समान टरहस सदारी कर ल । बीमा परीलमयम म भी दोनो पकषो की समान टरहस स दारी होगी ।

11. परथि पषिप की पाटी दवार ा सहायक सवाएक उपलबय घ कर ा ाएकगी

करार का परथम पकष खती करन और ससल कटा की अवधध क दरान द सर पकष को ननम नललिखत सवाए उपल ध करान क ललए एतर योवारा सहमत ह ।

12. सकसान परक न िकच परथम पकष की पाटी या उसक परनतननधध अनबधधत अवधध क दरान स थाषपत ककसान मच/द सर पकष की पाटी योवारा यथानालमत स ननयलमत रपप स सम पका करन क ललए सहमत ह ।

13. गि वत ता और उप की ननगर ानी परथम पकष की पाटी या उसक परनतननधधयो को खती म अपना जा रही तकनीको और उपज की गणवत ता की ननगरानी क ललए द सर पकष की पटी क पररसरो/खतो म जान का अधधकार होगा ।

14. सकिवदागत ती कर ार का पक ीकर और िववाद ननर ाकर की परसकरया परथम पकष की पाटी पिषट ट करती ह कक उसन पजीकरण पराधधकारी क यहा ------------- को उपना पजीकरण करा ललया ह और वह इस बार म मज दा कान न क अनसार शप क का भगतान पजीकरण पराधधकारी को करगी िजसक अधधकार कषतर म कषि उत पाद षवपणन आता ह िजस ख 2 म उिप लिखत भ लम पर खती की ग । या परथम पकष की पाटी न एकल स थल पजीकरण पराधधकारी िजसका नाम --------------- ह, राय य योवारा इस हत ननधााररत की ग ह, क यहा स वय का ------- को पजीकरण करा ललया ह । सबधधत पजीकरण पराधधकारी योवारा लगाए गए शप क को परथम पकष की पाटी अकल ही वहन करगी और द सर पकष की पाटी को ककए जान भगतान स उसकी ककसी भी रपप म कटती नही की जाएगी ।

यहा उिप लिखत पकषो क बीच उत ककसी षववाद या मतभद क समय या इस करार क तहत पराप त अधधकारो व उत तरदानयत वो या ककसी दाव क बार म, धन सबधी या अ य, एक पकष योवारा द सर क षवरपयोव

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आरोप या इस करार क ककसी ननयम और शता की व याख या या परभाव क बार म षववाद या मतभद को इस परयोजनाथा गटरतत यानयक पराधधकरण या राय य सरकार योवारा इस हत ोषित पराधधकरण को सौपा जाएगा ।

15. द सर पषिप की पाटी क पषिप ि षिपनतप नत भ

परथम पकष की पाटी को द सर पकष की पाटी की भ लम/सम पित त पर स वालमत व या क जा करन का को अधधकार नही होगा िजसका उप लख इस करार क ख 2 म षवशि रपप स ककया गया ह और न ही द सर पकष की पाटी को भ सम पित त, िजसका षवशि रपप स उप लख ख 2 म ककया गया ह, स ननकाल सकता ह आर न ही द सर पकष की पाटी की भ सम पित त ककसी अ य व यिक त/सस थान को धगरवी रख सकता ह / पटट पर या उप पटट पर द सकता ह/हस ता तररत कर सकता ह ।

16. पक ीकर क मलए कर ार परस तित कर ना

दोनो पकषो योवारा हस ताकषररत करार की परनत परथम पकष की पाटी योवारा एपीएमआर अधधननयम क तहत यथा अपकषकषत -------------- बाजार सलमनत/पजीकरण पराधधकारी/इस परयोजनाथा ननधााररत ककसी अ य पजीकारण पराधधकारी को 15 टरदन म परस तत की जाएगी ।

17 अनिक सिा त कर ना

अनबध को दोनो पकषो की सहमनत स समाप त ककया जा सकगा और उस भग करन का षवलख इस समाप त करन की तारीख स 15 टरदनो म पजीकरण पराधधकारी को परषित ककया जाएगा ।

18. दोन ि स सकसी भी पषिप क पत ि पिर वतभन : ककसी पकषकार क पत म पररवतान होन पर, उसकी स चना द सर पकष को और पजीकरण पराधधकारी को दी जानी चाटरहए ।

परत यक पकष इस करार क तहत परदत व अपन दानयत वो का ननवााह मानदारी और सदभाव स करगा तथा द सर क टरहत को सकट म ालन वाली को भी बात नही की जाएगी ।

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ननम नललिखत साकषकषयो की उपिस थनत म दोनो पकषकारो न इस करार पर ------------- टरदनाक ---------- माह------------- विा को हस ताकषर ककय ।

परथम पकष की पाटी द सर पकष की पाटी

(पराधधकत हस ताकषरी/अग ता ननशान व नाम)

गवाह गवाह (नाम,प रा पता) (नाम, प रा पता)

अनबध –IV

गह का को क स िानक (को कक स िानक199-1995)

इस मानक क अनबध म परावधान टरदय गए ह िज ह ‘जनरल परिक टस आस टरद एलम टररयस’ की अनस ची 4 ए (1) (ख) क परावधानो क अथा क अतगात लाग करन की मशा नही ह ।

1. षिपतर – यह मानक उस गह अनाज और रपम गह अनाज लाग होता ह िजस अनस ची 2 ननषियोव ककया गया ह, लोगो क खान क ललए इस परोसस ककया जाता ह । यह क लब गह (िीटीकम काम पकटम हास ट), लाल रपम गह समी ललना या गह स बन उत पादो पर लाग नही होता ह ।

2. व याख या

2.1 गह एक अनाज ह िजस िीटीकम एस टीवम एल की षवलभ न ककस मो स पराप त ककया जाता ह ।

2.2 रपम गह अनाज को िीटीकम रपम स स की षवलभ न ककस मो स पराप त ककया जाता ह ।

3. अननवायभ सकघटन और गि वत ता कार क

3.1 सामा य गणवत ता और सरकषा कारक

3.1.1 गह और रपम गह मानव परयोग क ललए परोसस करन क ललए सरकषकषत और उपयक त हो ।

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3.1.2 गह और रपम गह असामा य गध, दगा ध, की ो स राटरहत होना चाटरहए ।

3.2 िवम ष ट गि वत ता कार क

3.2.1 नमी

अधधकतम स तर

गह 14.5% एम/एम

रपम गह 14.5% एम/एम

मामली नमी, जलवाय, पररवहन और भ ारण अवधध क आधार पर कय स थलो तक क ललए आवश यक होती ह । सरकारी स वीकनत क ललए मानक दशाान का अनरोध ककया जाता ह और उस दश क ललए तीक इ ह दशाान की बाध यता को सही तहरात ह ।

3.2.2 आटरट लसलरोटरटयम सगस क लषवसप परप ररया

अधधकतम स तर

गह 0.05% एम/एम

रपम गह 0.05% एम/एम बाहय पदाथा सभी जषवक होत ह और गह , रपम गह , ट टा दाना, अ य

अनाज व क ा-कचरा सभी गर-जवीय होता ह ।

3.2.3.1 टॉलक सक और नॉलक सयस ी (िवषल व हाननकर ी )

इन मानको क परावधानो क तहत आनवाल उत पाद ननम नललिखत षविल या हाननकर बीजो की उस मातरा स मक त हो जो मानव स वास य क ललए ातक हो सकती हो ।

रोटोलाररया (रोटलाररया-Spp) कॉन ककी (एगरासटमा धगथागो एल) , कस टरवीनस ( ररकीनस कम य ननस एल) , िजम सन वी (धत रा Spp) और अ य बीज िज ह स वास य क ललए हाननकर माना जाता ह ।

3.2.3.2 क ा

पशओ का कचरा - 0.1% एम/एम अधधकतम (मत की ो सटरहत)

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3.2.3.3 अ य जवीय बाहय पदाथा, खान योग य खायोया नो क अलावा, िज ह जषवक टक बताया गया ह (बाहय बीज, तल आटरद)

अधधकतम स तर

गह 1.5% एम/एम

रपम गह 1.5% एम/एम

3.2.3.4 अजषवक बाहय पदाथा िज ह अजषवक पदाथा कहा जाता ह (पत थर, लमटटी आटरद)

अधधकतम स तर

गह 0.5% एम/एम

रपम गह 0.5% एम/एम

4. सकद ष

4.1 हवी िटल

इस मानक क परावधानो क तहत आन वाल उत पाद उन भारी धातओ स मक त होग िजनस मानव स वास थय को खतरा हो सकता ह ।

4.2 कीटना क क अवम ष ट

गह और रपम गह म को क स एलीम टररयस आयोग योवारा ननधााररत मातरा म अधधकतम अवलशषट टो का ध यान रखना होगा ।

5 साफ-सफा 5.1 यह लससाररश की जाती ह कक इस मानक क परावधान क तहत आन

वाल उत पाद को तदनरपप तयार ककया जाए और सस तत इटरनशनल को ऑस परिक टस जनरल षपरलसपल ऑस स हाइजीन (सीएसी/आरसीपी 1969 Rev. 2.1985) और को क स एलीम टररयस ओ योग क अ य ‘को ऑस परिक टस’ क उधचत/सबधधत परावधानो क अनसार हड ल ककया जाए ।

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5.2 सामान तयार करन की परकरयाओ म सास उत पाद जहा तक सभव

हो सकगा आपित तजनक पदाथा स मक त होगा ।

5.3 जब नम ना लन और जाच करन की उपयक त षवधधयो योवारा परीकषण ककए जात ह तो उत पाद की ससा और यटा क बाद तथा आग और परोसलसग स प वा यह जाचा जाएगा कक उत पाद

माइरो-जीवाणओ स मक त हो अ यथा स वास य क ललए हाननकर होता ह ।

परजीषवयो स मक त हो जो स वास य क ललए हाननकार होत ह । माइरो-जीवाणओ स पदा होन वाला को अवलशषट ट नही हो जस

सस दी, जो स वास य क ललए हाननकार होती ह ।

6. पकल कग : 6.1 गह और रपम गह कटनरो म रखी जाएगी िजसस वह स वच य

स वास यपरद जीवाणओ स मक त रह ।

6.2 कटनर तथा पककग सामगरी ऐस पदाथो स ननलमात होगी जो उस परयोग क ललए उपयक त और सरकषकषत हो । उनम को षविल पदाथा, दगा ध या गध नही होनी चाटरहए ।

6.3 उत पाद को बोरो म भरन स पहल बोरो को सास कर ललया जाए और उ ह अच यी तरह मजब ती स लसल कर ब द कर द या सील कर द ।

7 लमलकग : परी पकज (को क स मानक-1-1985,Rev.1-1991, को क स एलीमनटररयस ख 1- ए) म लबल लगान क बार म को क स सामा य मानको की अपकषाओ क अनतररक त, ननम नललिखत षवशि परावधान भी लाग होत ह ।

7.1 उत पाद का नाि उत पाद का नाम लबल क ऊपर इस परकार टरदखा द जस – ‘गह ’ या . ‘ रम गह ’ - जसा भी लाग हो ।

7.2 फि टकर ि न तरकन वाल कन टनर पर लल लगाना सटकर म न बच जान वाल क टनरो क बार म स चना या तो कटनर पर या सलग न कागजातो म दी जाएगी कक त उत पाद का नाम, लॉट

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की पहचान और षवननमााता/ पकट का नाम व पता कटनर पर ही होगा । हालाकक लॉट की पहचान और षवननमााता/पकर का नाम व पता उसक पहचान धचहन क रपप म भी हो सकता ह बशतो कक उस ननशान की सलग न दस तावजो स स प षट ट पहचान होती हो ।

8.0

र.स षववरण गह रपम गह

षवशलिण षवधध

1 2 3 4 5

1 य नतम जाच भार

एक स ललटर को ककलोगराम परनत हकटोललटर म व यक त ककया जाए ।

68 70 जाच भार आ एसओ 7971-1988 क अनसार होगा िजस म ल नम न क जाच भार पर ननधाारण अनसार ककलोगराम परनत हकटोललटर म ललख ।

2 लसक ा और ट टा दाना

ट टा या लसक ा गह या रपम गह जो 1.7 एमएम 20 ब सराख वाली चादर क यलन स गह और रपम गह क ललए 1.9 एमएम 20 आयातकार सराख वाल चादर क यलन स ननकल जाता हो ।

5.0 %

एमएम

अधधकतत

6.0%

एमएम

अधधकतम

आइएसओ 5223-1988 अनाज क ललए जाच यलना

3 गह और रपम गह क अनतररक त तलीय अनाज

(प रा या पहचान म आन वाला ट टा )

2.0% एमएम अधधकतम

3.0%

एमएम अधधकतम

आ एसओ 7970-1987 (अनबध ‘ग’

4 कषनतगरस त दाना

िजसम अनाज क दानो क टक जो नमी, मसम, िबमारी, न, गमम, अकरण होना या अ य रोग क कारण टरदखा दत हो ।

6.0% एमएम अधधकतम

4.0% एमएम अधधकतम

आ एसओ 7970-1987 (अनबध

‘ग’

5 न स सराख हआ अनाज

दानो म की ा / न लगन स सराख टरदखा दत हो ।

1.5% एमएम

2.5% एमएम

तयार ककया जाना ह ।

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परका न दल

िागभद भन ा. ी.ईर . भािटया, अपर किष िवप न सलाहकार

पयभवषिप शरी एच.पी. मसकह, सकयिक त किष िवप न सलाहकार

तयार कताभ ा. वी.क.विाभ, उप किष िवप न सलाहकार

शरी पी. . धचिलवार , सहा.किष िवप न सलाहकार शरी एन. शरीर ाििलि, िवप न अध कार ी

कक य टर टाइप शरी ी.एन. लािघर , ई िमलिपक सहायता शरी ी.य . िशराि, साकलख यकीय सहायक

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