मई 2018 वर्ष: 1 अंक :8 - icar-cifricifri.res.in/newsletter/may_18.pdf ·...

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निदेशक की कलम से हदी म काहित सथान की माहसक पहिका का यह अक आपके सम तुत करने म गव महसूस हो रहा है। जैसा की हगत हपछले कुछ महीनो से सथान की माहसक उपलहधि और आयोजन का इस पहिका म सहत हरण रहता है, ैसे ही इस बार भी सथान की मुय उपलहधि को इस अक म समाहहत हकया गया है। यह सथान भारतीय कृहि अनुसिान पररिद् के सबसे पुराने सथान म से एक है और अपनी कृिक हय तकनीको की जह से माहयकी म अपनएक अलग पहचान बनाए हुए है। इस पहिका के मायम से हम तवमान की समत याहाररक तकनीको या कायवरत तकनीको की जानकाररया अपने कृ िक भाईयो और बहन तक पहुचाने का यास लगातार करते रहते है। इसी उपल म भारत सरकार ारा आरभ की गयी योजनाओ ारा हमारे ैाहनक समय समय पर कृिको से सपकव थाहपत करते रहते है और उनकी समयाय के हनपटारे के हलए यासरत रहते है। इसी सपकव कायवकमो ारा हम बीहड़ और रदराज के मय हकसानो से भी साद करते रहते है। हमारे ैाहनक और तकनीकी कमी इन द रदराज थान म हथत कृ िको की समयाओ के हनपटारे के हलए बैरकपुर ए अय केर म अपना िोि कायव करते है। गहतिील कृिको को ोसाहन हेतु सथान के ारा उहचत समान भी हदया जाता है। हमारा हमेिा यह यास रहता है की मय कृ िक अपनी कोई भी समया हमसे बीना हकसी सकोच के साझा कर सके इसहलए सथान म एक याहाररक ातारण की आयकता पर हमेिा जोर हदया जाता है। यह पहिका आप सभी के मागवदिवन के हलए आपके सम तुत है और आिा करते है की आपका का मागवदिवन हमे हमेिा हमलता रहेगा। ियाद वष : 1 अंक :8 मुय शोध उपलधयं ताी नदी के सेण म हदेिी जाहत, ओररयोोहमस मोसाहबकस की उपहथहत इसके उदम थल म पाई गई है। तवमान म यह जाहत इस नदी के सभी भाग म पाई गई है। मानसून पात् हकये गये सैपहलग म यह जाहत ऊपरी और मय भाग म 67 तथा 8 हतित मिः पाई गई है। जलेि म इन जाहतय के होने से थानीय/देिी जाहतय के हलये भोजन, आास और जनन सबिी कहिनाइया आ सकती ह। ताी नदी के नेपानगर जलेि की पेराबेहसस रगा तथा देदातलाई जलेि की पेराटा हसघाला मछहलय म धलैकपाट तथा हिलोटोहमआहसस परजीी समण देखा गया। कािजोड़ी नदी के जल ाह के अययन म पाया गया है हक 5 महीन म इससे होने ाले ाह म लगभग 32 बार कम ाह हुआ है।इस िव मानसून के समय जल ाह 1,60,000 युसेस हुआ। मय जाहतय म सबसे अहिक गोहनआलो समनाहमना और इसके बाद लेहबयो रोहहता पाई गई। इस समय मय जाहत हहिता अहिक देखी गई। ीम काल म जल ाह घटकर 5000 युसेस दजव हकया गया। पुहटयस जाहतया लगभग 60 हतित तक पाई गई पर मय जाहतय की हहिता भी कम देखी गई। ईट कोलकाता ेटलैि्स के हसलर कापव मछहलय म रोग समण पाया गया। इसके हलये इन मछहलय म रोगजनक बैटीरया, लेहसयोमोनास हिजेलोएि की पहचान कर सहमत मछहलय का उपचार हकया गया। हदनाक 12 मई 2018 को गगा नदी के कनौज ेि म बड़ी सया म मछहलया मरी पाई गई । थानीय मछुआर तथा लोग के साथ बातचीत ारा ाथहमक सेण म यह पाया गया हक 12 मई 2018 को गगा नदी का जल गहरा पीले/ काले रग जैसा हो गया था तथा इसम से दुगवि आ रही थी। गगा नदी और गारा मई 2018

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  • निदेशक की कलम से

    हहिंदी में प्रकाहित सिंस्थान की माहसक पहिका का यह अिंक

    आपके समक्ष प्रस्ततु करने में गर्व महसूस हो रहा है। जैसा

    की हर्गत हपछले कुछ महीनो से सिंस्थान की माहसक

    उपलहधि और आयोजनों का इस पहिका में सिंहक्षत हर्र्रण

    रहता है, रै्से ही इस बार भी सिंस्थान की मखु्य उपलहधि

    को इस अिंक में समाहहत हकया गया है। यह सिंस्थान

    भारतीय कृहि अनसुिंिान पररिद ्के सबसे परुाने सिंस्थानों

    में से एक है और अपनी कृिक हप्रय तकनीको की र्जह से माह्स्यकी में अपनी

    एक अलग पहचान बनाए हुए है। इस पहिका के माध्यम से हम र्तवमान की

    समस्त व्यार्हाररक तकनीको या कायवरत तकनीको की जानकाररयााँ अपने

    कृिक भाईयो और बहनों तक पहुाँचाने का प्रयास लगातार करते रहते है। इसी

    उपलक्ष में भारत सरकार द्वारा आरम्भ की गयी योजनाओ द्वारा हमार ेरै्ज्ञाहनक

    समय समय पर कृिको से सिंपकव स्थाहपत करते रहते है और उनकी समस्यायों

    के हनपटार ेके हलए प्रयासरत रहते है। इसी सिंपकव कायवकमो द्वारा हम बीहड़ और

    दूरदराज के म्स्य हकसानो से भी सिंर्ाद करते रहते है। हमार े रै्ज्ञाहनक और

    तकनीकी कमी इन दूरदराज स्थानों में हस्थत कृिको की समस्याओ के हनपटार े

    के हलए बैरकपरु एर्िं अन्य केन्रों में अपना िोि कायव करते है। प्रगहतिील

    कृिको को प्रो्साहन हेत ुसिंस्थान के द्वारा उहचत सम्मान भी हदया जाता है।

    हमारा हमेिा यह प्रयास रहता है की म्स्य कृिक अपनी कोई भी समस्या हमसे

    बीना हकसी सिंकोच के सााँझा कर सके इसहलए सिंस्थान में एक व्यार्हाररक

    र्ातार्रण की आर्श्यकता पर हमेिा जोर हदया जाता है। यह पहिका आप सभी

    के मागवदिवन के हलए आपके समक्ष प्रस्तुत है और आिा करते है की आपका का

    मागवदिवन हमे हमेिा हमलता रहेगा।

    िन्यर्ाद

    वर्ष : 1 अंक :8

    मखु्य शोध उपलब्धधय ं

    ताप्ती नदी के सरे्क्षण में हर्देिी प्रजाहत, ओररयोक्रोहमस मोसाहम्बकस की उपहस्थहत इसके उद्गम स्थल में पाई गई है। र्तवमान में यह प्रजाहत इस नदी के

    सभी भागों में पाई गई है। मानसून पश्चात ्हकये गये सैम्पहलिंग में यह प्रजाहत ऊपरी

    और मध्य भागों में 67 तथा 8 प्रहतित क्रमिः पाई गई है। जलके्षि में इन

    प्रजाहतयों के होने से स्थानीय/देिी प्रजाहतयों के हलये भोजन, आर्ास और प्रजनन सिंबिंिी कहिनाइयािं आ सकती हैं।

    ताप्ती नदी के नेपानगर जलके्षि की पेराम्बेहसस रिंगा तथा देदातलाई जलके्षि की

    स्पेराटा हसिंघाला मछहलयों में धलैकस्पाट तथा हिप्लोस्टोहमआहसस परजीर्ी

    सिंक्रमण देखा गया।

    कािजोड़ी नदी के जल प्रर्ाह के अध्ययन में पाया गया है हक 5 महीनों में इससे

    होने र्ाले प्रर्ाह में लगभग 32 बार कम प्रर्ाह हुआ है।इस र्िव मानसून के समय

    जल प्रर्ाह 1,60,000 क्यसेुक्स हुआ। म्स्य प्रजाहतयों में सबसे अहिक

    गोहनआलो समनाहमना और इसके बाद लेहबयो रोहहता पाई गई। इस समय

    म्स्य प्रजाहत हर्हर्िता अहिक देखी गई। ग्रीष्म काल में जल प्रर्ाह घटकर

    5000 क्यसेुक्स दजव हकया गया। पहुन्टयस प्रजाहतया लगभग 60 प्रहतित तक

    पाई गई िं पर म्स्य प्रजाहतयों की हर्हर्िता भी कम देखी गई।

    ईस्ट कोलकाता रे्टलैण्ि्स के हसलर्र कापव मछहलयों में रोग सिंक्रमण पाया

    गया। इसके हलये इन मछहलयों में रोगजनक बैक्टीररया, लेहसयोमोनास हिजेलोएि की पहचान कर सिंक्रहमत मछहलयों का उपचार हकया गया।

    हदनािंक 12 मई 2018 को गिंगा नदी के कन्नौज के्षि में बड़ी सिंख्या में मछहलयािं

    मरी पाई गई िं। स्थानीय मछुआरों तथा लोगों के साथ बातचीत द्वारा प्राथहमक

    सरे्क्षण में यह पाया गया हक 12 मई 2018 को गिंगा नदी का जल गहरा पीले/

    काले रिंग जैसा हो गया था तथा इसमें से दगुवन्ि आ रही थी। गिंगा नदी और गारा

    मई 2018

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    हसफरी माहसक समाचार , मई 2018 , र्िव 1, अिंक 8

    नदी के सिंगम के हनचले के्षि से िाहजहािंपरु

    तक में मरी हुई मछहलयािं पाई गई थीं। मरी

    हुई मछहलयों में 44 प्रजाहत की मछहलयािं

    थी। सबसे अहिक साइहप्रहनिा र्गव की 41

    प्रहतित और हसहबिा 9 प्रहतित मछहलयािं

    थीं। परीक्षण में पाया गया हक गारा नदी के

    जल प्राचलों जैसे चालकता, कुल घहुलत िोस त्र्, क्षारीयता, क्लोराइि आहद हनिावररत स्तर से कहीं

    अहिक थे और इसका जल

    गिंगा नदी में प्रर्ाहहत होने के

    कारण मछहलयों की मृ् य ु

    हुई।

    अपै्रल 2018 के दौरान गिंगा

    नदी प्रणाली के इलाहाबाद

    खिंि से भारतीय मेजर कापव

    का कुल अनमुाहनत म्स्य

    प्रग्रहण 0.783 टन पाया गया।

    इसमें हसररवहहनसु मगृला का

    योगदान उच्चतम त्पश्चात

    लैबियो कल्िासु, लैबियो

    रोबिता और कतला कतला

    पाया गया।

    अपै्रल 2018 से मई 2018 महीने के दौरान गिंगा नदी के ऊपरी हहस्से और

    मध्य हहस्से के बीच ग्रीष्मकालीन

    म्स्य नमूना हरहसल, टेहरी,

    हररद्वार, हबजनौर, नरोरा,

    फररुखाबाद, कानपरु, इलाहाबाद

    और र्ाराणसी में एकहित कर

    अध्ययन हकया गया। अध्ययन

    अर्हि के दौरान 10 र्गव के 25

    पररर्ार से 66 र्िंि की कुल 95

    प्रजाहतयािं, दजव हकए गई। सबसे

    ज्यादा 86 प्रजाहतयााँ हबजनौर

    मछली लैंहििंग सेंटर से उससे बाद नारोरा (71), इलाहाबाद (67), फररुखाबाद

    (63), कानपरु (59), र्ाराणसी (57), हररद्वार (13), टेहरी (6) और हरहसल में

    एक प्रजाहत दजव की गई।

    सिंस्थान के रै्ज्ञाहनकों की एक टीम ने 3 अपै्रल, 2018 को उत्तर प्रदेि के

    फतेपरु हजले में गिंगा

    नदी में मछहलयों की

    सामहुहक मृ् य ु के

    कारणों की जािंच करने

    के हलए हजले का दौरा

    हकया। मालर्ा धलॉक,

    के आदमपरु घाट के

    हकनार े नदी के लगभग

    6 हकमी भाग का

    सरे्क्षण हकया गया

    और 25 से अहिक

    मछुआरों और ग्राम प्रिान सहहत स्थानीय लोगों से बातचीत की गई। छोटे

    आकार की प्रजाहतयों सहहत 6 हकलोग्राम तक की बड़ी मछहलयों की सामहुहक

    मृ् य ुदर सबसे ज्यदा देखी गयी। मछुआरों ने बताया हक 20 से 25 हकलो तक

    की मछहलयों की भी

    मृ् य ु हो गई। प्रारिंहभक

    सरे्क्षण में मछुआरों से

    यह भी पता चला हक

    मछली मृ् य ु 31 माचव

    2018 मध्यराहि से

    िरुू हुई थी। मछुआरों

    का मानना था हक

    आदापरु घाट के

    अपस्रीम (कानपरु) से

    प्रभाहर्त औद्योहगक

    प्रभार् ही व्यापक मृ् य ुदर का कारण हो सकता। सरे्क्षण दल ने जल के नमूने

    एर्िं जल गणुर्त्ता मानकों को एकहित हकया। म्स्य उच्च मृ् य ुदर का कारण

    अल्प अर्हि के दौरान गिंगा नदी में कानपरु चमव उद्योग के प्रदूिण प्रर्ाह सहहत

    इलाके की अन्य औद्योहगक इकाइयािं का प्रदूिण के साथ जल का बढा हुआ

    जैहर्क भार हो सकता है।

    ब्वनोब भ वे ब्वश्वब्वद्य लय हज रीब ग, झ रखंड के पर स्न तक

    छ त्रों क प्रब्शक्षण क यषक्रम

    हर्नोबा भारे् हर्श्वहर्द्यालय, हजारीबाग, झारखिंि के प्राणीिास्त्र (म्स्य और

    म्स्यपालन) में परास्नातक कर रहे चौथे सेमेस्टर के छािों के हलए 10 हदनों

    का प्रहिक्षण कायवक्रम का आयोजन भाकृअनपु-केन्रीय अन्तस्थवलीय

    माह्स्यकी अनसुिंिान सिंस्थान बैरकपरु में हकया गया। हजसका उद्घाटन

    सिंस्थान के हनदेिक िॉ बसन्त कुमार दास ने हकया। इस प्रहिक्षण कायवक्रम में

    कुल 24 छािों ने

    भाग हलया। एक

    प्रहिक्षण सि में

    छािों का स्र्ागत

    करते हुए हनदेिक

    िॉ. बसन्त कुमार

    दास ने

    अन्तस्थवलीय

    म्स्य प्रबिंिन का

    मह्र् ग्रामीण

    भारत के लोगो का जीर्न और आजीहर्का को सहुनहश्चत करने के हलए म्स्य

    प्रबिंिन पर जोर हदया। िॉ. हबमल प्रसन्ना मोहिंती, प्रभागाध्यछ, म्स्य सिंसािन

    और पयावर्रण प्रबिंिन प्रभाग, ने छािों से हनयहमत आिार पर भाकृअनपु-

    केन्रीय अन्तस्थवलीय माह्स्यकी अनसुिंिान सिंस्थान, बैरकपरु में आयोहजत

    हकए जाने र्ाले भहर्ष्य के प्रहिक्षण में ज्ञान उन्नयन के हलए मछली के पौहिक

    पहलओु िं, आणहर्क जीनोहमक्स पर उन्नत प्रहिक्षण में आने का आग्रह हकया।

    प्रहिक्षण मॉि्यूल में के्षिीय एक्सपोजर मआुयना, फील्ि प्रदिवन और सिंस्थान

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    हसफरी माहसक समाचार , मई 2018 , र्िव 1, अिंक 8

    के रै्ज्ञाहनकों के साथ इन-

    हाउस क्लास इिंटरकै्िन

    िाहमल था हजसमें

    तलछट और जल रसायन

    िास्त्र, जैहर्क जीर्ों,

    हर्हभन्न मछली प्रजाहतयों

    की पहचान, जीआईएस

    मैहपिंग, सजार्टी मछली

    पालन के हर्हभन्न

    पहलओु िं, मछली रोगों पर व्यार्हाररक प्रयोगिाला इ्याहद थे।

    पीकेआर ममेोररयल (पीजी) कॉलेज, धनब द, झ रखंड के

    पर स्न तक छ त्रों क प्रब्शक्षण क यषक्रम

    पीकेआर मेमोररयल (पीजी) कॉलेज, िनबाद, झारखिंि के प्राणीिास्त्र (म्स्य

    और म्स्यपालन) में परास्नातक कर रहे चौथे सेमेस्टर के छािों के हलए 10

    हदनों का प्रहिक्षण कायवक्रम का आयोजन भाकृअनपु-केन्रीय अन्तस्थवलीय

    माह्स्यकी अनसुिंिान सिंस्थान बैरकपरु में हकया गया। प्रहिक्षण कायवक्रम का

    उद्घाटन सिंस्थान के हनदेिक

    िॉ बसन्त कुमार दास ने

    हकया। िॉ. बी. पी. मोहिंती,

    प्रभागाध्यक्ष, म्स्य पालन

    सिंसािन और पयावर्रण

    प्रबिंिन प्रभाग ने छािों से

    सिंस्थान द्वारा हनयहमत आिार

    पर आयोहजत हकए जाने र्ाले

    प्रहिक्षण कायवक्रमों में भाग लेने का आग्रह हकया। प्रहिक्षण के दौरान छािों को

    तलछट और जल रसायन िास्त्र, जैहर्क जीर्ों, हर्हभन्न मछली प्रजाहतयों की

    पहचान, सजार्टी मछली पालन के हबहभन्न पहलओु िं, मछली रोगों का

    व्यार्हाररक ज्ञान, तैरने र्ाले गोलीनमुा म्स्य आहार बनाने की हनमावण सामग्री

    एर्िं हर्हि, सदूुर सिंरे्दी

    हर्हि द्वारा जलीय

    सम्पदा

    मानहचिीकरण आहद

    िाहमल हकया गया।

    इिंटरहैक्टर् सिों में

    अिंतदेिीय खलुी पानी

    म्स्यपालन और

    स्थानीय मछुआरों

    द्वारा सामना की जाने र्ाली हर्हभन्न समस्याओ िं के र्तवमान पहलओु िं को

    िाहमल हकया गया। छािों ने 23 मई, 2018 को सिंस्थान में हर्श्व जैर् हर्हर्िता

    हदर्स-2018 के आयोजन में सहक्रय भूहमका हनभाई। छािों को पहश्चम बिंगाल के

    सुिंदरबन िेल्टा से भी अर्गत कराया गया और ज्र्ानावद्मखु प्रणाली के

    पाररहस्थहतकीय नमूने एकि करर्ाए गये।

    'उन्नत ब्वश्लरे्ण त्मक उपकरण - गैस क्रोमैटोग्र फी म स

    स्पेक्ट्रोमरेी' क प्रथम र ष्ट्रीय प्रब्शक्षण

    म्स्य सिंसािन और पयावर्रण प्रबिंिन हर्भाग द्वारा आयोहजत 'उन्नत

    हर्शे्लिणा्मक उपकरण - गैस क्रोमैटोग्राफी मास स्पेक्रोमेरी' के पहले

    राष्रीय प्रहिक्षण का उद्घाटन िा. बसन्त कुमार दास, हनदेिक भाकृअनपु-

    केन्रीय अन्तस्थवलीय माह्स्यकी अनसुिंिान सिंस्थान के मखु्यालय बैरकपरु

    में हकया। इस प्रहिक्षण पाि्यक्रम में क्रोमैटोग्राफी और जी.सी.-एम.एस. का

    पररचय; हलहपि हनष्किवण और ऍफ़. ए. एम ् .ई. की तैयारी; जी.सी.-एम.एस.

    द्वारा फैटी एहसि हर्शे्लिण; हेि स्पेस जी.सी.-एम.एस. द्वारा अहस्थर हर्शे्लिण

    और जी.सी. द्वारा कीटनािक अर्िेि हर्शे्लिण आहद िाहमल हकये गये। इस

    प्रहिक्षण में ओहििा कृहि एर्िं तकनीकी हर्श्वहर्द्यालय, भरु्नेश्वर और

    हर्द्यासागर हर्श्वहर्द्यालय,

    मेहदनीपरु, पहश्चम बिंगाल

    के िोि हर्द्याथी और

    पोस्ट- िॉक्स के साथ-

    साथ सिंस्थान के

    रै्ज्ञाहनक और तकनीकी

    कमवचारी कुल नौ

    प्रहतभाहगयों ने भाग

    हलया। िरुुआत में, िॉ

    बी.पी. मोहिंती, कोसव समन्र्यक और प्रभागाध्यक्ष, म्स्य पालन सिंसािन

    और पयावर्रण प्रबिंिन प्रभाग ने सभी प्रहतभाहगयों का स्र्ागत हकया और पािंच

    हदनों के प्रहिक्षण के कायवक्रम का एक सिंहक्षप्त अर्लोकन हदया। उन्होंने इस

    पाि्यक्रम के हलए प्रहतभाहगयों की हदलचस्पी के हलए और सम्बहन्ित

    सिंस्थानों के प्रमखुों की उम्मीदर्ारों को प्रायोहजत करने के हलए सराहना की।

    क्रमिः नदीय पाररहस्थहतकी और माह्स्यकी प्रभाग जलािय और आरभूहम

    और रे्टलैंि माह्स्यकी प्रभाग के प्रभागाध्यक्ष िॉ. र्ी. र्ी. सरुिे और िॉ.

    उत्तम कुमार सरकार ने

    अपनी हटप्पहणयों में इस

    तरह के प्रहिक्षण

    कायवक्रमों की उपयोहगता

    पर बल हदया और

    उन्नत उपकरण के ऐसे

    के्षिों में प्रहिक्षण

    आयोहजत करने के

    प्रयासों की भी सराहना

    की। िॉ. बसन्त कुमार दास, हनदेिक, ने अपने सिंबोिन में, क्रोमैटोग्राहफक

    तकनीकों की मूल बातें और क्रोमैटोग्राफी हर्ज्ञान के कालक्रम हर्कास को

    जानने की आर्श्यकता पर जोर हदया, जो िोिकतावओ िं को हर्शे्लिणों में

    नर्ीनतम और उहचत उपकरण और तकनीकों को मछली के स्र्ास््य और

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    हसफरी माहसक समाचार , मई 2018 , र्िव 1, अिंक 8

    अिंतस्थवलीय जलीय पयावर्रण से सिंबिंहित िोि में लागू करने में मदद करगेा।

    उन्होंने प्रहतभाहगयों से इस अर्सर का उनके सिंस्थानों के लाभ के हलए भरपूर

    उपयोग करने का भी आग्रह हकया। अिंत में उद्घाटन कायवक्रम की समाहप्त िॉ.

    एस.के. नाग, हप्रिंहसपल रै्ज्ञाहनक, एफआरईएम हिर्ीजन और प्रहिक्षण कायवक्रम

    के सह-समन्र्यक के िन्यर्ाद ज्ञापन के साथ हुआ।

    ब्वश्व जैव ब्वब्वधत ब्दवस

    सिंयकु्त राष्र ने 22 मई को जैर् हर्हर्िता से सिंबिंहित मदु्दों के बारे में जागरूकता

    बढाने बढाने के हलए अिंतरावष्रीय जैहर्क हर्हर्िता हदर्स(आईिीबी) के रूप में

    घोहित हकया है। सिंस्थान ने इस अर्सर पर २३ मई को एक समारोह का

    आयोजन हकया। िॉ. जोस टी. मै्यू, आई.एफ.एस, पी.सी.सी.एफ.,

    अनसुिंिान, हनगरानी और

    हर्कास, पहश्चम बिंगाल सरकार

    ने मखु्य अहतहथ के रूप में एर्िं

    िॉ अरुण पहियार, प्रोजेक्ट

    मैनेजर, ओहििा र्ल्िव हफि

    प्रोजेक्ट,म्स्यपालन हनदेिालय

    हर्हिि अहतहथ के रूप में

    उपहस्थत हुये। समारोह का

    िभुाराम्भ िा. बसन्त कुमार

    दास, हनदेिक के स्र्ागत भािण के साथ हुआ। हनदेिक महोदय ने जैर्

    हर्हर्िता महत्ता के बार े में बताते हुए हर्हभन्न नहदयों की म्स्य प्रजाहत

    हर्हर्हिता के बार ेमें बताया। मखु्य अहतहथ िॉ. जोंस टी. मै्यू, ने सुिंदरबन में

    पाए जाने र्ाले हर्हभन्न पादप, पषु्प और जीर् जिंत ुके बार ेमें बताया। उन्होंने

    सुिंदरबन की जैर् हर्हर्िता के बार े में भी बताया। उन्होंने कहा हक ये हम

    रै्ज्ञाहनको का फजव है हक हम अपने देि हक जैर् हर्हर्िता को बचाये रखे।

    कायवक्रम के अिंत में िॉ. अचवन काहन्त दास ने िन्यर्ाद प्रस्तार् हदया और सभा

    की समाहप्त राष्रगान के साथ हुई।

    स्वच्छ भ रत पखव ड 2018

    सिंस्थान ने स्र्च्छ भारत पखर्ाड़ा–2018 का िभुारिंभ सिंस्थान के हनदेिक िॉ.

    बसिंत कुमार दास द्वारा सामूहहक रूप से 'स्र्च्छता िपथ' लेकर हकया गया। श्री

    राजीर् लाल, मखु्य

    प्रिासहनक अहिकारी ने

    स्र्च्छ भारत की

    प्रासिंहगकता पर प्रकाि

    िाला और मानर् सिंसािन

    हर्कास मिंिालय से स्र्च्छ

    भारत इिंटनवहिप योजना

    की खूहबयों के बार ेमें सभा

    का अर्गत कराया हकया। स्र्च्छ भारत पखर्ाड़ा आयोजन सहमहत के अध्यक्ष

    िॉ. र्ी. आर. सरुिे ने अगले 15 हदनों तक चलने र्ाले कायवक्रमों के बार े में

    सभा को अर्गत कराया, और सभी कमवचाररयों से अनरुोि हकया की रे् सभी

    कायवक्रमो में हदल से भाग ले| तदोपरािंत पररसर के मखु्य कायावलय भर्न के

    गहलयार ेऔर लॉबी की सफाई की गयी।

    स्थानीय समदुायों के मध्य स्र्च्छता के प्रहत सिंरे्दनिीलता और स्र्च्छता

    सिंदेि को प्रसाररत करने के हलए मोहनरामपरु के्षि में एक "स्र्च्छता रलैी" का

    आयोजन सिंस्थानके कमवचाररयों द्वारा हकया गया ।

    हदनािंक 18 मई, 2018 को प्रिासहनक

    भर्न के कमर,े प्ररे्ि कक्ष, गहलयार,े

    और और पररसर की सफाई की गयी|

    हदनािंक 19 मई, 2018 को स्र्छता

    सिंदेि को जन मानस में फ़ैलाने और

    स्र्छता के प्रहत जागरूकता लाने के

    हलए, सिंस्थान के कमवचाररयों और

    रै्ज्ञाहनको ने सामूहहक रूप से

    बैरकपरु कोटव और सार्वजहनक बस

    स्टैंि की सफाई में भाग हलया।

    हदनािंक 21 मई, 2018 को सिंस्थान

    पररसर के आर्ासीय के्षिों की

    सफाई की गयी। हदनािंक 24 मई,

    2018 को मेर े गािंर् मेरा गौरर्

    (एमजीएमजी) में उत्तर 24 परगना हस्थत

    बारासत धलॉक के चयहनत गािंर्ों कथरुरया

    और रुरपरु में स्र्च्छ भारत हमिन की

    महत्ता समझाने के हलए एक जागरूकता

    कायवक्रम आयोहजत हकया। इस कायवक्रम के अन्तगवत हनदेिक िॉ. बसन्त कुमार

    दास के मागवदिवन में बारासत धलॉक के मोरपलु प्राइमरी स्कूल में दो गािंर्ों की

    महहलाओ िं समेत 50 से अहिक ग्रामीणों ने स्र्छता सिंरे्दीकरण कायवक्रम में भाग

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    हसफरी माहसक समाचार , मई 2018 , र्िव 1, अिंक 8

    हलया। सिंस्थानके रै्ज्ञाहनको ने स्र्च्छ भारत हमिन के बार े में अपने हर्चार

    साझा हकये हैं और रे् ग्रामीणों को

    दैहनक जीर्न में स्र्च्छता के मह्र् के

    बार े में जानकारी दी। रै्ज्ञाहनकों और

    हकसानों के बीच “हदन-प्रहतहदन जीर्न

    में प्लाहस्टक का उपयोग करने के

    हाहनकारक प्रभार्” हर्िय पर एक

    चचाव की गई थी। उस चचाव के बाद

    सिंस्थान के कमवचाररयों ने कथरुरया गािंर् के प्राथहमक स्र्ास््य कें र की पररहि

    को साफ करने के हलए ग्रामीणों के साथ एक स्र्च्छता अहभयान हकया और

    ग्रामीणों के बीच धलीहचिंग पाउिर हर्तररत हकया गया।

    हदनािंक 26 मई, 2018 को गिंगा नदी के तट पर स्थानीय समदुायों को

    सिंरे्दनिील और जागरूक करने के,

    सिंस्थान कमवचाररयों की एक टीम ने

    हुगली नदी पर नार् के द्वारा एक

    अहभयान हकया और उन्हे गैर-जैर्-

    अर्यर् र्स्तओु िं के नदी में हनपटान

    से जलीय र्नस्पहत और जीर्ों पर

    दषु्प्रभार्, प्लाहस्टक ििंहपिंग के

    कुप्रभार् इससे नदी के जैर्

    हर्हर्िता के ह्रास के बारे में अर्गत कराया।

    हदनािंक 29 मई, 2018, बच्चे जो हक भहर्ष्य पीढी की कुिं जी है के बीच स्र्च्छता

    सिंदेि प्रसाररत करने के हलए, "स्र्च्छ

    भारत अहभयान" पर दो प्रहतस्पिाव

    हनबिंि और हचिकला का आयोजन

    हकया गया।

    इस दौरान सिंस्थान ने तीन प्रकार के

    केचऐु यूबिलस यूजेबिया, एसेबिया

    फेररडा और पेरीओबिक्स एक्वावेटास

    के हमश्रण का उपयोग करके दैहनक

    बची हुई चीज (बगीचे अपहिि, पत्ता

    कूड़े, रसोई अपहिि, खरपतर्ार

    बायोमास इ्याहद) से जैहर्क खाद

    का उ्पादन करने के हलए एक नई

    पहल की हजसके अन्तगवत दो

    किं पोहस्टिंग इकाई स्थाहपत की गई।

    स्र्च्छ भारत पखर्ाड़ा–2018 का समापन पहले से तैयार ग्रीन किं पोस्ट हपट में

    केचऐु के सिंरोपण के साथ िरुू हुआ, इसके बाद सिंस्थान कमवचाररयों के बीच

    तलुसी के पौिे का हर्तरण हुआ। समापन कायवक्रम िॉ. बसन्त कुमार दास,

    हनदेिक की अध्यक्षता में, सभी प्रभागो के , प्रभागाध्यक्ष, मखु्य प्रिासहनक

    अहिकारी एर्िं र्ररष्ठ हर्त्त और खाता

    अहिकारी के स्र्ागत के साथ हुआ| िॉ

    सोमा दास सरकार, रै्ज्ञाहनक ने स्र्च्छ

    भारत पखर्ाड़ा, 2018 की गहतहर्हियों

    पर एक सिंहक्षप्त ररपोटव प्रस्ततु की। मखु्य

    प्रिासहनक अहिकारी, र्ररष्ठ हर्त्त और

    लेख अहिकारी और प्रभागाध्यक्ष ने

    अपने भािण में हर्िेि रूप से समाज को सिंरे्दनिील बनाने के हलए सिंस्थान

    द्वारा उिाए गए कदमों पर

    ध्यान कें हरत हकया इसके

    साथ साथ 'ग्रीन हपट की

    स्थापना' की नई पहल की

    भी सराहना की। सिंस्थान के

    हनदेिक िॉ. बसन्त कुमार

    दास, ने पररसर में और

    पररसर के बाहर स्र्च्छ

    भारत हक्रयाकलापों और

    एम.जी.एम.जी. में

    अपनाए गये गािंर्ों में

    हकये गये कायवकलापो

    की सराहना की और

    स्र्च्छ भारत

    पखर्ाड़ा आयोजन

    सहमती के प्रयास की

    सराहना की। उन्होंने

    सिंस्थानके कमवचाररयों

    से अहिक सिंख्या में

    किं पोहस्टिंग इकाई की स्थापना को बढार्ा देने के हलए आग्रह हकया ताहक ये

    जैहर्क खाद सिंस्थान के बागीचे की िशूु्रिा में लागू हो सके और सिंस्थान हनहि

    में राजस्र् उ्पादन में योगदान दे सके। हनदेिक ने हनबिंि और हचिकला

    प्रहतयोहगता के प्रहतभाहगयों के बीच परुस्कार भी हर्तररत हकया है। सशु्री

    सेफली हर्श्वास, सदस्य सहचर्, स्र्च्छ भारत सहमहत ने औपचाररक िन्यर्ाद

    ज्ञापन हकया। कायवक्रम राष्रीय गान के साथ समाप्त हुआ।

    इसी प्रकार से सिंस्थान के सभी कें रो पर स्र्च्छ भारत पखर्ाड़ा–2018

    मनाया गया. सिंस्थान के के्षिीय कें र, इलाहाबाद के स्टाफ सदस्यों ने

    स्र्च्छता पखर्ाड़ा 2018 के दौरान स्र्च्छता से सम्बहन्ित हर्हभन्न

    गहतहर्हियों में भाग हलया। सिंस्थान के के्षिीय कें र, बेंगलरुु के स्टाफ सदस्यों

    ने पखर्ाड़ा के दौरान कें र की सभी प्रयोगिालओ, कमरों एर्िं बगीचों की

    सफाई की सिंस्थान के कमवचाररयों द्वारा की गई। 24 मई, 2018 को कृष्णहगरी

    गािंर् मछुअरो के बीच में सफाई और जागरूकता कायवक्रम आयोहजत हकया

    गया। 30 मई, 2018 को ग्रामीणों के बीच स्र्च्छ भारत हमिन के बार े में

    समझ बनाने के हलए स्र्च्छ भारत पखर्ाड़ा को येलपनापालय (मेरा गााँर् मेरा

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    हसफरी माहसक समाचार , मई 2018 , र्िव 1, अिंक 8

    गौरर् गािंर्) में मनाया गया। इसी हदन हथपागोंिानाहल्ली में चमराजजगर, सरकारी

    उच्च प्राथहमक हर्द्यालय (जीएचपीएस) में जागरूकता कायवक्रम आयोहजत हकया

    गया। स्कूल के छािों को कायवक्रम में सहक्रय रूप से भाग हलया गया था और छािों

    के बीच भािण प्रहतयोहगता भी आयोहजत की गई। कचर े के सरुहक्षत हनपटान के

    हलए के्षिीय कें र, बेंगलरुु के कायावलय पररसर में किं पोस्ट हपट बनाया गया।

    कोलकाता, कोच्ची एर्िं र्ड़ोिरा अनसुिंिान कें र पर सभी प्रयोगिालओ, कमरों

    और पररसर की सफाई कमवचाररयों द्वारा की गयी।

    बैठकें

    हदनािंक 26-27 अपै्रल, 2018 को राष्रीय अन्तस्थवलीय माह्स्यकी एर्िं जलकृहि

    योजना के हनमावण हेत ु भाकृअनपु-केन्रीय माह्स्यकी हिक्षा सिंस्थान, ममु्बई के साथ एक बैिक का आयोजन हकया।

    हदनािंक 30 अपै्रल, 2018 को भाकृअनपु-केन्रीय अन्तस्थवलीय माह्स्यकी

    अनसुिंिान सिंस्थान ने “हपिंजर ेमें मछली पालन’’ पर ओहििा के गिंजम हजले में एक

    कायविाला का आयोजन हकया।

    हदनािंक 2 मई, 2018 को भाकृअनपु-केन्रीय अन्तस्थवलीय माह्स्यकी अनसुिंिान

    सिंस्थान ने राहष्रय माह्स्यकी हर्कास बोिव के साथ माह्स्यकी के्षि में कौिल

    हनमावण हर्िय पर एक हर्चार मिंथन सभा में भाग हलया। इसका आयोजन भाकृअुन

    पररिद ्और पिपुालन, िेयरी एर्िं माह्स्यकी हर्भाग के त्र्ािान में हकया गया था।

    हदनािंक 2 मई, 2018 सिंस्थान के रै्ज्ञाहनको ने को िी.बी.टी.-सेन्टर फार सेलुलर

    एण्ि मालेक्यलुर प्लेटफामव (सी-सीएऍमपी) द्वारा आयोहजत बैिक में प्रस्ताहर्त

    पररयोजना पर प्रस्तहुत दी।

    हदनािंक 4 मई, 2018 सिंस्थान के रै्ज्ञाहनको ने को असम माह्स्यकी हर्कास

    हनगम के तकनीकी हर्िेिज्ञों के साथ बैिक की।

    हदनािंक 5 मई, 2018 सिंस्थान के रै्ज्ञाहनको ने को असम माह्स्यकी हर्कास

    हनगम के साथ बील माह्स्यकी पर प्रायोहजत पररयोजना पर बैिक की।

    हदनािंक 11 मई, 2018 को सिंस्थान ने भाकृअनपु के अनसुिंिान पररसर, उहमयाम

    में आयोहजत भाकृअनपु के्षिीय सहमहत-।। (पूर्ोत्तर के्षि) की मध्यार्हि पनुरीक्षण

    बैिक में भाग हलया।

    हदनािंक 14 मई, 2018 को सिंस्थान ने भाकृअनपु के्षिीय सहमहत-।। की आगामी

    बैिक (22-23 जून 2018) के प्रबिंि हेत ुभाकृअनपु-केन्रीय मीिाजल जीर् पालन

    सिंस्थान, भरु्नेश्वर में आयोहजत बैिक में भाग हलया।

    सिंस्थान ने हदनािंक 21मई, 2018 को ए.आर.आई.ए.एस सोसायटी, असम सरकार

    द्वारा आयोहजत बैिक में भाग हलया। इस बैिक का उदे्दश्य सिंस्थान द्वारा प्रस्ततु

    परामिी पररयोजना के तकनीकी पहलओु िं पर हर्चार-हर्मिव करना था।

    सिंस्थान ने हदनािंक 21 मई, 2018 को हनदेिक, माह्स्यकी हर्भाग, तहमलनािु

    सरकार के साथ बैिक में भाग हलया। इस बैिक का उदे्दश्य जलाियों में

    रै्ज्ञाहनक प्रबिंिन तकनीकों द्वारा म्स्य उ्पादन की र्हृि करना है।

    सिंस्थान ने हदनािंक 18-19 मई, 2018 को अरूणाचल प्रदेि में आयोहजत

    सभा, “पसवपेहक्टर् प्लाहनिंग फॉर ररसजेंट एग्रीकल्चर एिंि अलाइि सेक्टर इन

    अरुणाचल“ में भाग हलया।

    सिंस्थान ने हदनािंक 22 मई 2018 को गिंगा नदी एर्िं र्िव 2025 में इसकी

    जैर्हर्हर्िता: म्स्य आर्ास तथा प्रजाहत सिंरक्षण पर हदिा - हनदेि ’’ हर्िय

    पर आयोहजत कायविाला में भाग हलया। इस कायविाला का आयोजन

    र्ल्िवर्ाइि फण्ि फॉर नेचर-इिंहिया, नई हदल्ली द्वारा हकया गया था।

    सिंस्थान ने हदनािंक 22 मई 2018 को नई हदल्ली में “ई -फ्लो अिंिर आई. ई.

    िधलू . पी. हप्रओररटी एररया 2” पर आयोहजत कायविाला में भाग हलया।

    अंतर षष्ट्रीय बैठकें

    सिंस्थान ने हदनािंक 28 अपै्रल 2018 को हर्श्व बैंक की टीम के साथ जल

    सिंसािन हर्भाग, भरु्नेश्वर में बैिक में भाग हलया।

    हदनािंक 3 मई, 2018 के दौरान भारतीय कृहि अनसुिंिान पररिद और

    र्ल्िवहफि सेंटर के बीच कृहि भर्न, नई हदल्ली में र्िव 2018-19 के हलये कायव

    योजना के समझौता ज्ञापन पर हस्ताक्षर हुआ।

    प्रब्शक्षण क यषक्रम

    हबहार के िेखपरुा हजले 30 मछूआरों/म्स्य पालको के हलये “अन्तस्थवलीय

    माह्स्यकी प्रबिंिन एर्िं हर्कास’’ के हर्हभन्न पहलओु िं पर प्रहिक्षण हदनािंक 11-

    17 मई 2018 तक आयोहजत हकया गया।

    अन्य महत्वपूणष बैठकें

    जनजाहत उपयोजना के अिंतगवत सिंस्थान ने ओहििा के गिंजम हजले में हदनािंक

    30 अपै्रल 2018 को जन जागरूकता कायवक्रम का आयोजन हकया। इसमें

    100 मछुआरें और म्स्य पालक सहम्महलत हुये।

    हदनािंक 16 से 20 मई 2018 के दौरान हबहार के चार मनों, मझररया, करररया,

    हसरसा तथा रूलही में मानसून पूर्व सरे्क्षण हकया गया। हदनािंक 13 से 19 मई

    2018 के दौरान हबहार के दो जलाियों में मानसून पूर्व सरे्क्षण हकया गया।

    इसका उदे्दश्य मछहलयों की उ्पादकता तथा हपिंजर े में मछली पालन आहद

    पहलओु िं पर हर्चार करना है।

    हदनािंक 23 मई 2018 को सिंस्थान ने िा. अरूण पाहियार, प्रबिंिक, र्ल्िवहफि,

    के्षिीय इकाई, ओहििा के साथ बैिक हकया हजसका उदे्दश्य अनसुिंिान

    पररयोजना हेत ुसहयोगा्मक तौर कायव करना है।

    सवे ब्नवृब्ि

    इस माह सिंस्थान से श्री काहतवक सी. मलाकर कुिल सहायक कमवचारी सिंस्थान

    के मखु्यालय से सेर्ाहनर्तृ्त हुए।

    सम्प दक मडंल की तरफ स े

    बड़े हिव के साथ इस अिंक को आप सभी पािको के हलए प्रस्ततु कर रहे है।

    हमारा हमेिा ही यह उदे्दश्य रहता है हक आप सभी को इस पहिका के द्वारा

    सिंस्थान की गहतहर्हियों के बार ेमें नयी नयी जानकाररयााँ समय पर हमलती रहे।

    प्रकािन मिंिल

    प्रकाशक: बसन्त कुमार दास , निदेशक , संकलि एवं सम्पादि: संजीव कुमार साहू , प्रवीण मौर्य , गणेश चंद्र

    संकलि एवं सम्पादि सहार्ता: मो . कनसम एवं सुिीता प्रसाद, फोटोग्राफी : सुजीत चौधरी एवं सम्बंनित वैज्ञानिक।

    भ .कृ.अनु.प.-कें द्रीय अन्तस्थषलीय म ब्त्स्यकी अनुसंध न संस्थ न, (आईएसओ 9001: 2008 प्रम ब्णत सगंठन) बैरकपुर, कोलक त , पब्िम बगं ल 700120 भ रत दूरभ र्: 91-33-25921190/91 फैक्ट्स: 913325920388 ई- मेल : [email protected]; वेबस इट : www.cifri.res.in

    ISSN 0970-616X हसफरी महसक समचर में हनहहत सामग्री प्रकािक की अनमुहत के हबना हकसी भी रूप में पनु: उ्पन्न नहीं की जा सकती है