मी टू मानद महासिचव क अिभयान समथन ... edition...

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नराइटस एसोसएशन का यज़ लटैर जनवर 2019 | संकरण 1 एसडबयए का 'मी ' अिभयान को समथन नई एज़ेयटव कमट ने अपनी पहल बठैक एसडबयए इंटरनल कमट (आईसी) का गठन कर दया था। इस कमट का मक़सद ना सफ़ यौन शोषण शकायत का नवारण करना है , बिक लगक और यौन झकाव समानता को बढ़ावा देतहए सभी लेखक के लए सरत और समानजनक माहौल पदैा करना भी है। 'मी ' अभयान शआत के साथ एसडबयए आईसी को कई शकायत ात हई और उह तपरता से लया गया। िजन महलाओने अपने अनभव बयान कए , उनके साथ एकजटता का घोषणा-जार कया गया िजसम कहा गया यौन शोषण और लगक भेदभाव के मामल एसडबयए 'ज़ीरो टॉलरस' नीत का पालन करता है। आईसी, एसडबयए के सदय को यौन शोषण और लगक भेदभाव के बारे जागक करने के लए नयमत से वक शॉस करवाती रहेगी। नोटः एसडबयए आईसी ने संबंधत शकायत पर गोपनीयता से ात करने के लए वशषे ईमेल आइडी बनाया हआ है - [email protected] मानद महासिचव डैक से दोत, एसडबयए 1954 थापत हआ एक मज़बत संगठन है , िजसक नींव रामानंद सागर, वाजा अहमद अबास, शल , साहर लधयानवी, मजह सतानपर और कमाल अमरोह जसै अज़ीम शिसयत ने रखी थी। सय एवं सतक संगठन होने वजह से आज यह संथा और भी मज़बत होती जा रह है। इसलए एसडयलए के बारे गमराह करने वाल कसी भी बेतक अफ़वाह पर भरोसा ना कर। अगर कोई आप से कहे एफ़डबयआईसीई से अलग होने के बाद हमारे सदय फ़म और टवी इंड काम नहं कर सकततो उनक बात को सरे से नकार द। यह दावा बकल बेबनयाद और शरारत भरा है यक क़ाननन कोई भी यित या संगठन कसी को भी इंड काम करने से रोक नहं सकता। अगर आपके मन इस बारे कोई सवाल या शंका हो तो हम ईमेल कर या कायालय आकर हमसे बात कर। आपके साथ, आपके लए, सदैव- एसडबयए एज़ेयटव कमट तरफ़ से - सनील सािगया

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  • ���नराइटस � एसो�सएशन का �यज़ लटैर ू

    जनवर� 2019 | सं�करण 1

    एसडब�यए का 'मी ट' ू ूअिभयान को समथ�न

    नई ए�ज़े�य�टव क�मट� ने ू

    अपनी पहल� ह� बठैक म�

    एसडब�यए क� इंटरनल क�मट�ू

    (आईसी) का गठन कर �दया

    था। इस क�मट� का मक़सद ना

    �सफ़� यौन शोषण क�

    �शकायत� का �नवारण करना

    है, बि�क ल�� गक और यौन

    झकाव क� समानता को बढ़ावा ु

    देत ेहए सभी लेखक� के �लए ु

    सर��त और स�मानजनक ु

    माहौल पदैा करना भी है।

    'मी ट' अ�भयान क� श�आत के ू ु

    साथ ह� एसडब�यए क� आईसी ू

    को कई �शकायत� �ा�त हई ु

    और उ�ह� त�परता से �लया

    गया। िजन म�हलाओ ंन ेअपन े

    अनभव बयान �कए ह�, उनके ु

    साथ एकजटता का घोषणा-प� ु

    जार� �कया गया

    िजसम� कहा गया �क यौन

    शोषण और ल�� गक भेदभाव के

    मामल� म� एसडब�यए 'ज़ीरो ू

    टॉलर�स' नी�त का पालन करता

    है।

    आईसी, एसडब�यए के सद�य� ू

    को यौन शोषण और ल�� गक

    भेदभाव के बारे म� जाग�क

    करन ेके �लए �नय�मत �प से

    वक� शॉ�स करवाती रहेगी।

    नोटः एसडब�यए क� आईसी ने ू

    संबं�धत �शकायत� पर� ू

    गोपनीयता से �ा�त करन ेके

    �लए �वशषे ईमेल आइडी

    बनाया हआ है -ु

    [email protected]

    मानद महासिचव क� डै�क सेदो�त�, एसडब�यए 1954 म� �था�पत ू

    हआ एक मज़बत संगठन है, िजसक� ूु

    नींव रामानंद सागर, �वाजा अहमद

    अ�बास, शलै े��, सा�हर ल�धयानवी, ु

    मज�ह स�तानपर� और कमाल ु ु

    अमरोह� जसैी अज़ीम शि�सयत� ने

    रखी थी। स��य एव ंसतक� संगठन

    होने क� वजह से आज यह सं�था और

    भी मज़बत होती जा रह� है।ू

    इस�लए एसड�यलए के बारे म� गमराह ू ु

    करने वाल� �कसी भी बेतक� अफ़वाह ु

    पर भरोसा ना कर�। अगर कोई आप से

    कहे �क एफ़डब�यआईसीई से अलग ू

    होने के बाद हमारे सद�य �फ़�म और

    ट�वी इंड��� म� काम नह� ंकर सकत ेतो

    उनक� बात को �सरे से नकार द�। यह

    दावा �ब�कल बेब�नयाद और शरारत ु ु

    भरा है �य��क क़ाननन कोई भी �यि�त ू

    या संगठन �कसी को भी इंड��� म�

    काम करने से रोक नह� ंसकता।

    अगर आपके मन म� इस बारे म� कोई

    सवाल या शंका हो तो हम� ईमेल कर�

    या काया�लय म� आकर हमसे बात

    कर�।

    आपके साथ, आपके �लए, सदैव-

    एसडब�यए क� ए�ज़े�य�टव क�मट� ू ू

    क� तरफ़ से

    - सनील साि�गयाु

  • एसडब�यए इव�टस के चच� ही चच�्ूईसी न ेएसडब�यए क� इव��स सब-क�मट� को ऐसे काय�� म ू

    आयोिजत करन ेक� िज़�मेदार� स�पी है, जो इसके बाईस हज़ार

    से �यादा सद�य� के �लए फ़ायदेमंद ह�। �पछले तीन मह�न� के

    दौरान, क�मट� न े�न�न�ल�खत काय�� म आयोिजत �कए ह�:

    ंएसडब�यए-एमपीए-एपीएसए 'लॉच यौर ि���ट '2018 ू

    स�मान-समारोह: एसडब�यए ऑ�फ़स मे 24 अ�तबर 2018 ू ू

    को आयोिजत �कया गया। िजस म� म�य मेहमान साइ�वन ु

    �वा�स और �वरा भा�कर रह�।

    एसडब�यए वाता�लाप के पांचव� सं�करण म� 3 नवंबर 2018 को ू

    लगभग ढाई सौ सद�य उपि�थत रह�, जब�क मेहमान थ� - �ीराम

    राघवण, पजा लाढा सरती और अ�रजीत �ब�वास। संचालक ू ू

    रहे, पारख चौहान।

    पारो�मता वोहरा �वारा ल�� गक म�� पर जाग�कता फैलान ेहेत ु ु

    वक� शाप 15 नवंबर 2018 को आयोिजत क� गई।

    एसडब�यए वाता�लाप के छठे सं�करण म� 300 सद�य ू

    उपि�थत रह�। इस आयोजन के मेहमान अ�मताभ

    भ�ाचाय � और संचालक शलै � रहे।

    एसडब�यए और लाडल� �वारा �फ़�म इंड��� म� 'मी ट' ू ू

    अ�भयान के बारे म� 28 �दसंबर 2018 को एक �दवसीय

    काय�� म आयोिजत �कया गया, िजसम� व�ता रहे रेण ु

    का शहाणे, �वतंा नंदा, ओनीर और करन अशंमान।ु

    अगले आयोजन� क� जानकार� के �लए अपन ेईमेल और

    एसडब�यए के आ�धका�रक फ़ेसबक पेज व वबैसाईट ू ु

    पर नज़र रख�।

    मीिडया म� गँजी एसडब�यए क� ू ूआवाज़

    अ�तबर 2018 से मी�डया सब-क�मट� ने ू

    सफ़लता से एसडब�यए से जड़ी ख़बर� और ू ु

    घोषणाओ ंको द मंबई �मरर, द इं�डयन ु

    ए�स�सै और द �हदं जसेै �मख अख़बार� म� ू ु

    जगह �दलवाई। लगभग ��येक अख़बार के

    ऑनलाईन सं�करण� और वबै �ोटल� न े

    एसडब�यए के बारे म� �लखा, जब�क द ू

    इं�डयन ए�स�सै ने एंट�-स�ै शअल हरासम�टु

    क�मट� के बारे म� �वशषे फ़�चर भी छापा।

    �दसंबर से एक पेशवेर पि�ल�स�ट क� सेवाए ं

    ल� जा रह� ह� ता�क मी�डया के साथ बेहतर

    तालमेल हो सके और बेहतर कवरेज हो

    सके।

    'िमिनमम बेिसक कॉ��े�ट' किमटी के बढ़ते कदमएसडब�यए ने एमबीसी पर ू

    रज़ामंद� के �लए �ॉड�शन

    हाऊस� और �ट�डयोज़ के साथ ू

    सीधे तौर पर पहंच बनान ेका ु

    फ़ैसला �कया था। इस मामले

    म� अग�त 2018 म� हई 5वी ंु

    इं�डयन ���नराइटस � कॉ��� स

    के दौरान बात कछ आगे बढ़�। ु

    एक सशै न के दौरान िजसम�

    �फ़�म एंड ट�वी �ो�यसज़ �ू

    �ग�ड के �ेसीड�ट �स�ाथ � रॉय

    कपर, आ�मर ख़ान और धमा� ू

    �ॉड�श�स के ��ए�टव हैड

    सोमेन �म�ा शा�मल थ� - तीन�

    ने लेखक� और गीतकार� के

    �लए �म�नमम बे�सक का��े�ट

    को परा समथन� देन ेक� एक ू

    साथ हामी भर�। एसडब�यए ू

    पहले ह� �फ़�म लेखक� के

    संशो�धत एमबीसी का

    ��ता�वत �ा�ट फ़ाइनल करन े

    म� जट� हई थी और इस ु ु

    �सल�सले म� आ�मर ख़ान,

    �रतशे �स�वानी और उनके

    वक�ल� के साथ बठैक भी कर

    चक� थी।ु

    ज�द� ह� इसके बारे म� �ी रॉय

    कपर के साथ �वचार-�वमश �ू

    करके इसे अ�ंतम �प �दया

    जाएगा, िजस के बाद वह इसे

    �ग�ड के सामन ेरख�गे और

    �सफ़ा�रश कर�गे �क �ग�ड के

    सभी सद�य �ॉड�शन हाऊस

    इसे अपना ल�। अगर ज़�रत

    पड़ी, तो एसडब�यए �वारा ू

    �व�भ�न �ॉड�शन हाऊसेस के

    साथ अलग-अलग बातचीत क�

    जा सकती है। इसके बाद यह

    �ा�ट आईएफट�पीसी, इ�पा

    और �व�पा के पास भी ले जाया

    जाएगा। इस के तंरत बाद ु

    एसडब�यए ट�वी और गीतकार� ू

    के एमबीसीज़ के बारे म� भी

    बातचीत क� ���या श� ु

    करेगी।

  • एसडब�यए ऑिफ़स का नया ऑनलाईन ूअवतार ज�दएसडब�यए क� वबैसाईट, सद�य� को �कसी भी समय, कह� ंसे भी, ू

    अपन ेकाम को रिज�टर करवान ेक� �व��ण स�वधा देन ेके �लए ु

    जानी जाती है। अनेक सद�य और ग़ैर-सद�य जानकार� भरे आलेख,

    इंटर�य और आयोजन� क� जानकार� के �लए भी �नय�मत �प से ू

    वबैसाइट पर आत ेह�।

    अब, बदलत ेव�त के साथ आपक�

    एसो�सएशन �डिजटल होन ेजा रह� है।

    ज�द ह�, आप एसडब�यए म�बर�शप के ू

    �लए 'ए�लाई ऑनलाईन', नई म�बर�शप के

    �लए पे ऑनलाईन, एसडब�यए म�बर�शप ू

    ई-काड,� एडवांसड ऑनलाईन ि���ट

    रिज��ेशन �स�टम, ऑटोमे�टक ईमेल/

    टे�सट �रमा�डर जसेै फ़�चर देख�गे।

    सद�य� को जोड़न ेऔर नेटवक� बनान ेके

    �लए बहत ह� ख़ास एसडब�यए ऐप भी ूु

    लाई जा रह� है। एसडब�यए का ू

    ऑ�फ़शीयल फ़ेसबक पेज पहले ह� काफ़� ु

    लोक��य हो चका है, िजस पर अब ु

    एसडब�यए इव��स का फेसबक लाईव के ू ु

    ज़�रए �सारण भी �कया जाएगा।

    हम साथ-साथ ह�:एसडब�यए वैलफ़ेयर सब-किमटीूएसो�सएशन क� वलैफ़ेयर सब-क�मट�

    हमेशा से ह� अपन ेसद�य� क� मे�डकल

    एमरज�सी और उ�च �श�ा क� ज़�रत� के

    समय म� साथ देन ेके �लए जानी जाती है।

    2018 के चनाव के बाद बनी नई क�मट� भी ु

    इस अ�छे काम के �सल�सले को जार� रख

    रह� है।

    एक बड़ी ख़बर यह है �क ईसी न ेक�मट� को

    अब मे�डकल एमरज�सी क� हालत म�

    अ�धक�म 75,000/- �पए जार� करन ेका

    अ�धकार दे �दया है, जब�क पहले यह रा�श

    50,000/- �पए हआ करती थी।ु

    इसके साथ ह� क�मट� �वारा एक नई योजना

    भी श� क� गई है िजसका नाम है 'एडॉ�ट अ ु

    पेश�ट' िजसके तहत संप�न एव ंसफ़ल

    सद�य� को, िजस तरह भी संभव हो सके,

    ज़�रतमंद सद�य� क� मे�डकल ज़�रत� पर� ू

    करन ेम� सहयोग देने के �लए �नमं��त �कया

    जाएगा। इसके �लए �नय�मत दवाओ/ं

    इलाज/सजर� � आ�द के ख़च � या व�र�ठ

    सद�य� क� �नय�मत �वा�थय जांच के ख़च �

    के �लए सहयोग �दया जा सकता है।

    इसके अलावा 2019 म� कई और

    काय�� म करवान ेक� योजना है,

    जसेैः �वा�थय जांच क� प, योग

    क� प और �वशषे�� �वारा मान�सक

    �वा�थय के बारे म� सामा�य �ान

    और मागद� शन� देने वाले ल�ै चर

    इ�या�द।

    क�मट� के �लए 2018 एक

    अ�छा साल रहा है और हम

    2019 को अपन ेसभी सद�य� क�

    सेहत और भलाई के नज़�रए से

    और भी बेहतर बनान ेका वचन देत े

    ह�।

    हम अपन ेज़�रतमंद सद�य�

    को मे�डकल सहायता और

    प�शन ह� नह� ंदेत,े बि�क हम

    उनके ब�च� क� उ�च �श�ा

    के �लए �व�तीय सहायता भी

    �दान करत ेह�।

    ज�द ह�, हम ���नराइ�टगं

    क� �े�नगं के �लए

    �कॉल�शप क� घोषणा भी

    करन ेवाले ह�।

    - स�यम ��पाठ�,

    चेयरपसन� , वलैफ़ेयर सब-

    क�मट�

  • िडस�यट सैटलम�ट किमटीः एसडब�यए क� बड़ी ू ूताकतजब भी कोई एसडब�यए सद�य ू

    �कसी �शकायत के साथ

    एसडब�यए क� डीएससी क�मट� ू

    के पास आया है, हमन ेत�परता के

    साथ �याय के ��त अपनी

    वचनब�ता �नभाई है। डीएससी का

    नज़�रया �शकायतकता� और

    ��तवाद� म� कोई भेदभाव �कए

    �बना �न�प�, �ढ़ एव ं�यायसंगत

    रहा है। जब एसड�लसए के अपन ेू

    सद�य दोषी पाए गए ह� तो क�मट�

    ने उनके �ख़लाफ़ फ़ैसले सनाय � ह� ु

    जब�क दसर� तरफ़ �फ़�म एव ंू

    ट�वी इं�ड�� के कई बड़ ेनाम� के

    �ख़लाफ़ भी फ़ैसले सनाए गए ह� ु

    और �नडरता से उन पर अमल

    �कया गया है।

    इ�तहास भी डीएससी के कठोर

    �ोटोकोल क� �मसाल बाख़बी ू

    पेश करता है। जब कई बार बाद

    म� मामले अदालत म� भी गए ह�

    तो इस �ोटोकोल पर अदालत�

    भी भरोसा करती रह� ह�।

    अपनी ि���ट क� सर�ा के ुिलए अपनाए 6 स�ं ू· अपन ेकाम के सभी �ा�ट, पेशवेर �प से

    �कसी को देन/ेभेजन ेसे पहले हर बार

    रिज�टर करवाएं।

    · रिज��ेशन के �लए एसडब�यए ू

    वबैसाईट क� ऑनलाईन स�वधा को ु

    �ाथ�मकता द�। रिज�टर क� गई सॉ�ट

    कॉपी ई-मेल करना आसान होता है।

    · जब भी सॉ�ट कॉपी ई-मेल कर� तो

    उसके साथ �लख� �क आपन ेवह ि���ट/

    �टोर� उनको सनाई थी। बताए गई ु

    ि���ट/�टोर� क� कॉपी एटैच कर� ।

    · �ोजे�ट पर काम श� करन ेसे पहले ु

    हमेशा �ल�खत कॉ��े�ट कर�। �बना

    कॉ��े�ट के काम ना कर�।

    · अगर कॉ��े�ट �ो�यसर/�ॉड�शन ू

    हाऊस न ेबना कर �दया है तो उस पर

    क़ाननी सलाह �लए बग़ैर ह�ता�र ना ू

    कर�। अगर आप को �कसी भी शत � के

    बारे म� कोई शंका हो तो एसडब�यए क� ू

    ल�गल ऑ�फ़सर से मशवरा कर�।

    · कॉ��े�ट क� कोई भी ऐसी शत,� जो

    �ववाद होन ेक� सरत म� आप को ू

    एसडब�यए के पास जान ेसे बा�धत ू

    करती हो, क़ाननी तौर पर �नर�त और ू

    अमा�य होती है।

    अलिवदा मणाल सेन, क़ादर ख़ान!ृहम भारतीय �सनेमा क� दो अज़ीम हि�तय�, नव-यथाथव� ाद� �फ़�मकार एव ं

    ���नराईटर �ी मणाल सेन (14 मई 1923 – 30 �दसंबर 2018) और लोक��य ृ

    ���नराईटर एव ंअदाकार �ी क़ादर ख़ान (22 अ�तबर, 1937 – 1 जनवर�ू

    2019) के �नधन पर �दल क� गहराईय� से सवंदेना �य�त करत ेह�।

    मणाल सेन जहा ंभारतीय '�य वेव' �सनेमा के मह�वपण � ह�ता�र थ�, िज�ह�न ेू ूृ

    बंगाल� और �हदं� �फ़�म� म� �व��ण �सनेमा रचा; वह� ंकादर ख़ान �हदं�

    कम�शय� ल �सनेमा म� अपन ेहािजर-जवाब और असरदार संवाद� के �लए जान े

    जात ेथ�। दोन� �द�गज भले ह� �सन-ेजगत के �वपर�त �व� पर खड़ ेनज़र आत ेह�, ु

    दोन� के ह� देहांत पर हम गहरा शोक और अपण�य ��त महसस कर रहे ह�।ू ू

    हम परमे�वर से उनक� आ�मा क� शां�त क� �ाथन� ा करत ेह�!

    हम� अपन ेसद�य� के �वचार

    सन कर �स�नता होती है।ु

    इस �यज़लटै र के पहले ू

    सं�करण के बारे म� अपनी

    ��त��याय,� अपन ेसवाल और

    सझाव हम� इस ई-मेल पत ेपर ु

    भेज� -

    आईए,हमसे जिड़ए!ु

    [email protected]