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24 अट बर 2019 - समाचार वलेषण सामाय अययन 2 से संबंधत : राजयवथा और शासन : PMNDP के तहत पेरटोनयल डायलसस सेवाओं को थापत करेगा : संग : वाय मंालय ने धानमंी राय डायलसस कायम (PMNDP) के तहत पेरटोनयल डायलसस सेवाओं थापना के लए दशानदश जार कए ववरण : ये दशानदश राय वाय णाल संसाधन और एक वशेष समत वारा समिवत एक यापक परामश या के बाद तैयार कए गए थे दशानदश का उदेय घर-आधारत पेरटोनयल डायलसस (home-based peritoneal dialysis) के लए रोगी पह को गम बनना, देखभाल सम लागत को कम करना और ैिटस, नधारण और उपाद उपलधता एक खला को लाना है दशानदश साम दायक वाय कायकताओं को शण दान करने भी परकपना करता है जो घर या ाथमक वाय देखभाल सम पर पेरटोनयल डायलसस के लए यितय को सहायता दान करते मंालय ने सभी राय से उनक संबंधत कायम कायावयन योजनाओं के तहत पेरटोनयल डायलसस थापना के ताव को शामल करने का अन रोध कया है डायलसस के दो कार - 1) हेमोडायलसस और, 2) पेरटोनयल डायलसस1. हेमोडायलसस (HD, िजसे आमतौर पर लड डायलसस के जाना जाता है ) : • HD रत को एक मशीन के मायम से वछ/फ़टर कया जाता है जो कडनी तरह काय करता है तथा रत को शरर वापस लौटा देता है • HD को एक थापत डायलसस कया जाता है आमतौर पर इसक आवयकता एक सताह लगभग तीन बार होती है हर बार डायलसस लगभग तीन से चार घंटे का समय लगता 2. पेरटोनयल डायलसस (PD, िजसे आमतौर पर वाटर डायलसस के जाना जाता है ) : • PD रत को शरर से हटाए बना वछ/फ़टर कया जाता है

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  • 24 अ�टूबर 2019 - समाचार �व�लेषण सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : क� � PMNDP के तहत पे�रटो�नयल डाय�ल�सस सेवाओ ंको �था�पत करेगा : �संग : • �वा��य मं�ालय ने �धानमं�ी रा���य डाय�ल�सस काय��म (PMNDP) के तहत पे�रटो�नयल डाय�ल�सस सेवाओ ंक� �थापना के �लए �दशा�नद�श जार� �कए ह�। �ववरण : • ये �दशा�नद�श रा���य �वा��य �णाल� संसाधन क� � और एक �वशषे� स�म�त �वारा समि�वत एक �यापक परामश� ���या के बाद तयैार �कए गए थे। • �दशा�नद�श� का उ�दे�य घर-आधा�रत पे�रटो�नयल डाय�ल�सस (home-based peritoneal dialysis) के �लए रोगी क� पहंुच को सगुम बनना, देखभाल क� सम� लागत को कम करना और �िै�टस, म�ूय �नधा�रण और उ�पाद उपल�धता क� एक परू� �ृंखला को लाना है। • �दशा�नद�श सामदुा�यक �वा��य काय�कता�ओ ंको ��श�ण �दान करने क� भी प�रक�पना करता है जो घर या �ाथ�मक �वा��य देखभाल समहू� पर पे�रटो�नयल डाय�ल�सस के �लए �यि�तय� को सहायता �दान करत ेह�। • मं�ालय ने सभी रा�य� से उनक� संबं�धत काय��म काया��वयन योजनाओ ंके तहत पे�रटो�नयल डाय�ल�सस क� �थापना के ��ताव� को शा�मल करने का अनरुोध �कया है। डाय�ल�सस के दो म�ुय �कार ह�- 1) हेमोडाय�ल�सस और, 2) पे�रटो�नयल डाय�ल�सस। 1. हेमोडाय�ल�सस (HD, िजसे आमतौर पर �लड डाय�ल�सस के �प म� जाना जाता है) : • HD म� र�त को एक मशीन के मा�यम से �व�छ/�फ़�टर �कया जाता है जो �क कृ��म �कडनी क� तरह काय� करता है तथा र�त को शर�र म� वापस लौटा देता है। • HD को एक �था�पत डाय�ल�सस क� � म� �कया जाता है। • आमतौर पर इसक� आव�यकता एक स�ताह म� लगभग तीन बार होती है। • हर बार डाय�ल�सस म� लगभग तीन से चार घंटे का समय लगता ह�। 2. पे�रटो�नयल डाय�ल�सस (PD, िजसे आमतौर पर वाटर डाय�ल�सस के �प म� जाना जाता है) : • PD म� र�त को शर�र से हटाए �बना �व�छ/�फ़�टर �कया जाता है।

  • • इसम� पेट क� थलै� (परत) एक �ाकृ�तक छलनी/�फ�टर के �प म� काय� करती है। • समाधान (म�ुयत: नमक और शक� रा से बना होता है) को पेट म� �वा�हत �कया जाता है। यह �फ��ेशन को �ो�सा�हत करता है जो �क अप�श�ट को र�त से समाधान म� �थानांत�रत करता है। • PD दो �कार का होता ह�- कंट��यअूस ए�बलेुटर� पेर�टो�नयल डाय�ल�सस (CAPD) और ऑटोम�टेड पेर�टो�नयल डाय�ल�सस (APD)। • CAPD को एक �दन म� तीन से पांच बार �कया जाता है, ले�कन इसम� मशीन क� आव�यकता नह�ं होती है। APD म� �वच�लत साइ�लर मशीन का उपयोग �कया जाता है। यह उपचार तब �कया जाता है जब रोगी सो जाता है, इसे तीन से पांच बार �कया जाता है। �धानमं�ी रा���य डाय�ल�सस काय��म (PMNDP) : • गर�ब� को म�ुत डाय�ल�सस सेवाएं �दान करने के उ�दे�य से इसे रा���य �वा��य �मशन (NHM) के �ह�से के �प म� 2016 म� �धान मं�ी रा���य डाय�ल�सस काय��म श�ु �कया गया था। • इस काय��म का म�ुय उ�दे�य �कडनी संबं�धत रोग� से ��त रो�गय� को डाय�ल�सस क� सरल तथा सहज स�ुवधाएँ �दान करके उनके शर�र को �व�थ बनाना है। • �धानमं�ी रा���य डाय�ल�सस काय��म के �दशा�नद�श PPP (पि�लक-�ाइवेट पाट�नर�शप) मोड म� NHM के तहत डाय�ल�सस सेवाओ ंके �ावधान क� प�रक�पना करत ेह�। • वत�मान म�, गर�बी रेखा से नीचे (BPL) आ�थ�क समहू के रो�गय� के �लए 100% सेवा ���या श�ुक NHM के तहत कवर �कया जाता है। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : अतंरा����य संबंध : हांगकांग ने आ�धका�रक तौर पर ��यप�ण �वधेयक को वापस �लया : �संग : • हांगकांग क� �वधा�यका ने औपचा�रक �प से �नयोिजत ��यप�ण �वधेयक को वापस ले �लया है। इस काननू के अनसुार अगर कोई �यि�त अपराध करके हांगकांग आ जाता है तो उसे जांच ���या म� शा�मल होने के �लए चीन भेज �दया जाएगा। NOTE : 5 �सतंबर 2019 और 17 जनू 2019 के �यापक समाचार �व�लेषण म� इस म�ुदे को कवर �कया गया है। कृपया इस म�ुदे को वहां से पढ़�। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : �व�ान और तकनीक : गूगल ने हा�सल �कया �वांटम सपुरमेसी :

  • �संग : • �द�गज टे�नोलॉजी फम� गूगल के व�ैा�नक� ने दावा �कया है �क कंपनी ने �वांटम सपुरमेसी हा�सल कर ल� है। �ववरण : • गूगल के व�ैा�नक� ने साइकामोर नाम से ऐसी मशीन तयैार क� है, जो असंभव सी लगने वाल� ग�त से गणनाएं करने म� स�म है। • गूगल क� साइकामोर (Sycamore) मशीन पर काम करने वाले �वशषे�� क� ट�म ने कहा �क द�ुनया का मौजदूा सबसे तजे सपुर कं�यटूर िजस काम को करने म� 10 हजार साल लेता है उसे करने म� ये नई �चप �सफ� 200 सेक� ड लेगी। • य�द यह स�या�पत होती है और इसका इ�तमेाल �कया जाता है, तो गूगल भ�व�य म� द�ुनया का सबसे शि�तशाल� सपुर कं�यटूर भी बना सकता है जो ��त सेकंड हजार� खरब� गणना करने म� स�म होगा। �या है �वांटम सपुरमेसी? • �वांटम सपुरमेसी एक तरह क� �मता है जो ऐसे सम�याओ ंका हल �नकाल सकती है जो साधारण कं�यटूर के बस का नह�ं है। �कतनी भी ज�टल सम�या �य� न हो इसे �वांटम सपुरमेसी के ज�रए सॉ�व �कया जा सकता है। • आम कं�यटूस� �कसी सचूना को 0 और 1 म� �ोसेस करत ेह� इसे �ब�स कह सकत ेह�। सपुर कं�यटूस� एक सेकंड म� कई हजार ���लयन ऑपरेश�स को अजंाम देत ेह� जो आम कं�यटूर क� �मता से कह�ं �यादा है। जब�क �वांटम कं�यटूर �य�ूबट पर काम करत ेह�। ये सपुर कं�यटूर �क तलुना म� कई गुना �यादा तजे होत ेह�। कैसे करता है काम? • सामा�य कं�यटूर बाइनर� �स�टम पर काम करत ेह�। यानी ऐसे कं�यटूर म� हर तरह का डाटा 0 और 1 के छोटे टुकड़� म� आगे बढ़ता है। इस छोटे टुकड़ ेको �बट कहा जाता है। एक बार म� केवल एक �बट ह� आगे बढ़ता है। • वह�ं, �वांटम कं�यटूर म� 0 और 1 दोन� को साथ-साथ आगे बढ़ाया जा सकता है। �वांटम कं�यटूर म� डाटा के इस सबसे छोटे टुकड़ ेको �य�ूबट कहा जाता है। • एक साथ 0 और 1 को लेकर चलने क� �य�ूबट क� खबूी ह� �वांटम कं�यटूर क� ग�त को लाख� गुना बढ़ा देती है। • �फलहाल व�ैा�नक� ने जो �वांटम कं�यटूर बनाने का दावा �कया है, उसका �ोसेसर 54 �य�ूबट का है। �वांटम कं�यटूर का उपयोग : • नई दवाओ ंक� खोज म� �वांटम कं�यटूर का उपयोग �कया जा सकता है। • आ�ट��फ�शयल इंटे�लज�स (AI) आधा�रत टे�नोलॉजी को भी इसक� मदद से नई ऊंचाई �मलेगी। • इनक� सहायता से बेहद द� सोलर पनैल भी बनाए जा सक� गे। • �व�ीय लेनदेन म� भी इनक� तजेी का खासा फायदा हो सकेगा।

  • • एक अ�य �े� जहां �वांटम कं�यटूर क� �सं�करण �मता सा�बत हो सकती है, वह है मौसम का पवूा�नमुान। �न�कष� : • कं�यटूर व�ैा�नक� के सम� �वांटम कं�यटूर� को उपयोगी और सामा�य बनाने के �लए कुछ कठोर बाधाएँ ह�। • गूगल का �योग सपुरकंडि�टंग-आधा�रत �वांटम कं�य�ूटगं म� �ग�त का एक उ�कृ�ट उदाहरण है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : �व�ान और तकनीक : अगले तीन PSLV �मशन 14 छोटे �वदेशी उप�ह� को ले जाएंगे : �संग : • भारतीय अतं�र� अनसुंधान संगठन (ISRO) के अगले तीन PSLV (पोलर सटेैलाइट लॉ�च �ह�कल) चार अतंररा���य �ाहक� के कुल 14 छोटे उप�ह� को अतं�र� म� �था�पत करेगा। �ववरण : • इन उप�ह� को PSLV-C47 (जहाँ इसरो का काट�सटै -3 म�ुय पेलोड है), C48 & C-49 �वारा उनक� �न�द��ट क�ाओ ंम� भेजा जाएगा। • इसरो के 3 PSLV उड़ान� म� से ��येक पर प�ृवी अवलोकन उप�ह� म� से एक �ाथ�मक पेलोड के �प म� होगा। • अतं�र�यान को अगल� तीन PSLV उड़ान� म� मामलू� मा�य�मक या��य� के �प म� समायोिजत �कया जा रहा है। �वुीय उप�ह ��ेपण यान (PSLV) : • �वुीय उप�ह ��ेपण यान (PSLV) भारत क� तीसर� पीढ़� का ��ेपण यान है। यह पहला भारतीय �मोचक राकेट है जो �व चरण� से ससुि�जत है। • PSLV को �नचल� प�ृवी क�ीय उप�ह� को पोलर और सन �स�ंोनस क�ाओ ंम� ��ेपण के �लए �वक�सत �कया गया था। • अ� तबूर 1994 म� इसके �थम सफल लॉ�च के प� चात, जनू 2017 तक लगातार 39 सफल �मशन� के साथ PSLV भारत के �व� व�त एवं बहुमखुी �व� वसनीय लॉ�च राकेट के �प म� उभर कर आया है। • वष� 1994-2017 क� अव�ध के दौरान, राकेट ने 48 भारतीय उप�ह� एवं �वदेशी �ाहक� के �लए 209 उप�ह� का ��ेपण �कया। • इसके अ�त�र� त, राकेट ने सफलतापवू�क दो अतं�र�यान - वष� 2008 म� चं�यान-1 एवं वष� 2013 म� मंगल क��� अतं�र�यान का �मोचन �कया िज� ह�ने �मश: चं� और मंगल तक या�ा तय क�। PSLV और GSLV म� म�ुय अतंर :

  • • PSLV परुाना है जब�क GSLV नया सं�करण है। • GSLV क� वजन ले जाने क� �मता �यादा है जब�क PSLV क� कम है। • GSLV म� �ायोजे�नक रॉकेट इंजन लगा हुआ है जो �यादा जोर का ध�का देता है जब�क PSLV म� परंपरागत रॉकेट इंजन लगा हुआ है। • GSLV म� 3 ह� चरण ह� जब�क PSLV म� चार चरण ह�। • GSLV म� 4 �लि�वड ब�ूटर ह� जब�क PSLV म� 6 सॉ�लड ब�ूटर है । • GSLV के मकुाबले PSLV �यादा भरोसेमंद है। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : �हम त�दएु क� गणना के �लए �थम रा� ��य �ोटोकॉल का आरंभ : NOTE : इस म�ुदे को 23 अ�टूबर 2019 के PIB �व�लेषण से पढ़े। सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत : �व�ान और तकनीक : ��मांडीय धलू म� �छपी हुई �वशाल आकाशगंगा �मल� : �संग : • खगोल�वद� ने एक �वशाल आकाशगंगा क� खोज क� है, जो ��मांड म� मौजदू धलू के बीच �छपी हुई थी। �ववरण : • शोधकता�ओ ंने इस �वशाल आकाशगंगा क� खोज करने के �लए अटाकामा लाज� �मल�मीटर ऐरे या ALMA का उपयोग �कया, जो �चल� के ऊंचे पहाड़� म� ि�थत 66 रे�डयो दरूबीन� का एक सं�ह है। • यह आकाशगंगा एक बहुत �वशाल आकाशगंगा है, िजसम� �म�क� वे (मंदा�कनी) के �प म� कई �सतारे मौजदू ह�। • हालां�क, यह पाया गया है �क नई खोजी गई आकाशगंगा ग�त�व�ध के साथ कमज़ोर होती जा रह� है और �म�क� वे आकाशगंगा क� तलुना म� 100 गुना अ�धक दर से नए �सतारे बना रह� है। खोज का मह�व : • यह खोज ��मांड क� कुछ सबसे बड़ी आकाशगंगाओ ंके बारे म� नई अतं��ि�ट (गहर� पहँुच) �दान करती है। • यह उपलि�ध एक नई 'आकाशगंगा जनसं�या �कार' क� खोज के �लए दरवाजे खोल सकती है। • शोधकता�ओ ंका अनमुान है �क प�ृवी तक पहंुचने के �लए �स�नल को 12.5 �ब�लयन वष� लगे, जो उ�ह� ��मांड म� इसक� �ारं�भक अव�था के बारे म� जानकार� �दान करता है। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : राज�यव�था और शासन : �या साव�ज�नक अ�धका�रय� पर ��तबंध क� ज�रत है : SC

  • �संग : • सव��च �यायालय क� एक सं�वधान पीठ ने जांच श�ु कर द� है �क �या ग�रमापणू� जीवन जीने के �लए नाग�रक के मौ�लक अ�धकार क� र�ा हेत ुमं��य� स�हत उ�च साव�ज�नक पदा�धका�रय� के �वतं� भाषण और अ�भ�यि�त के अ�धकार पर "अ�धक ��तबंध" लगाया जाना चा�हए। प�ृठभ�ूम : • सं�वधान पीठ का गठन अ�लै 2017 म� �कया गया था। • यह मामला बलुंदशहर बला�कार पी�ड़ता के प�रवार के सद�य� �वारा दायर एक या�चका के बाद से �काश म� आया था, जो उ�र �देश के मं�ी आजम खान के उन साव�ज�नक बयान� से नाराज थे िजनम� उ�ह�ने बला�कार के मामले को त�काल�न अ�खलेश यादव सरकार के �खलाफ एक राजनी�तक सािजश का �ह�सा बताया था। • आजम खान ने बाद म� सव��च �यायालय म� अपने बयान पर �बना शत� माफ� मांगी, ले�कन इसने संवेदनशील मामल� म� साव�ज�नक पदा�धका�रय� के �वतं� भाषण पर अकुंश लगाने के ��न को जाँच का �वषय बना �दया। �ववरण : • 'बोलने क� �वतं�ता' सं�वधान के अन�ुछेद 19 (2) के तहत साव�ज�नक �यव�था बनाए रखने के �लए "उ�चत ��तबंध�" के अधीन है। • सवाल यह है �क �या अन�ुछेद 19 (2) के तहत उ�चत ��तबंध� का �व�तार �कया जाना चा�हए या नह�ं। पद पर बने रहने क� ि�थ�त म� �या मं��य� पर अ�धक ��तबंध होना चा�हए, खासकर अगर ऐसी संभावना है �क मं�ी के बयान को जनता �वारा सरकार के साम�ूहक बयान के �प म� गलत समझा जा सकता है। ” • एक और सवाल यह है �क �या क� � और रा�य� म� मं��य� के �लए आचार सं�हता का होना अनमु�य या वांछनीय है। • अभी तक, अन�ुछेद 21 स�हत मौ�लक अ�धकार� के उ�लंघन के �लए केवल रा�य� को उ�रदायी ठहराया जा सकता है। • पीठ आगे क� जांच कर रह� है �क �या अन�ुछेद 21 का उ�लंघन करने के �लए �नजी �यि�तय� और �नगम� को उ�रदायी ठहराया जा सकता है। • स�ुीम कोट� ने 2017 म� पाया था �क इस मामले को एक बड़ी ब�च के पास �वचार के �लए भेजा जाना चा�हए �य��क सं�वधान के अन�ुछेद 19 (बोलने और अ�भ�यि�त क� �वतं�ता) अन�ुछेद 21 (जीवन और �यि�तगत �वतं�ता क� सरु�ा) क� �या�या के मह�वपणू� ��न इसम� शा�मल थे। भावी कदम : • अन�ुछेद 19 (2) �वारा उ�चत ��तबंध� का लगाया जाना इस बात का �माण है �क इस देश म� �वतं� भाषण �नरपे� नह�ं है। • अन�ुछेद 19 (2) म� �दए गए म�ुत भाषण के अपवाद प�रभा�षत और सट�क ह�।

  • • यह �प�ट है �क नए ��तबंध� को लाने के बजाय, अन�ुछेद 226 के तहत दल�ल दायर करने जसेै उपाय� पर �यान क� ��त �कया जाना चा�हए - यह एक एक संवधैा�नक �ावधान िजसके मा�यम से नाग�रक अपने मौ�लक अ�धकार� के उ�लंघन के �लए रा�य के �खलाफ उ�च �यायालय� का �ख कर सकत ेह� - �वशषे �प से मं��य� �वारा �दए गए शम�नाक बयान के �लए। • सवाल यह है �क �या �कसी वधैा�नक काननू के �बना ��तबंध लगाया जा सकता है। सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत : सरकार क� नी�तयां : संपादक�य : �श�ा म� सधुार का उपाय : �संग : • सभी नाग�रक� के �लए अ�छ� �श�ा क� �यव�था करना ��येक सरकार का कत��य है। इस संदभ� म� भारत सरकार �श�ा क� बेहतर �यव�था के �लए समय-समय पर �यास भी करती रह� है, ले�कन उसे अपे��त सफलता हा�सल नह� ंहो पा रह� है। इस अकं म� हम उन �व�भ�न उपाय� पर चचा� कर�गे िजनके �वारा सभी के �लए अ�छ� �श�ा क� �यव�था क� जा सके। �व�लेषण : • इन �व�भ�न उपाय� म� जो सबसे मह�वपणू� है वो ये है �क सरकार� �कूल� को अनदुान देने का तर�का बदल �दया जाए। इससे अपे��त सफलता हा�सल क� जा सकती है। इसके तहत ��य� लाभ ह�तांतरण (DBT) के मा�यम से �कूल फ�स क� ��तप�ूत � क� धनरा�श को सीधे ब�च� के माता-�पता के ब�क खात ेम� �थानांत�रत �कया जा सकता है अथवा उ�हे� ‘वाउचर’ �दया जा सकता है। इससे ��येक ब�चे को वाउचर पर �लखी �नधा��रत फ�स लेने वाले तमाम �कूल� म� से अपने �लए सव��े�ठ �व�यालय चनुने का अवसर भी �मल सकेगा। इससे भारत के तमाम ब�च� का भ�व�य बदल सकता है। • मौजदूा समय म� सरकार� �ाथ�मक �कूल� म� ब�चे �टकत ेनह�ं है�। तमाम �कूल खाल� पड़ ेहुए ह�। एक आकंड़ ेके अनसुार वष� 2011-2017 के बीच सरकार� �कूल� म� होने वाले कुल दा�खल� म� 2.38 करोड़ क� �गरावट आई है, वह�ं �नजी �कूल� के कुल नामांकन म� 2.11 करोड़ छा�� क� व�ृ�ध हुई है। वाउचर फं�डगं से सधुर सकत ेह� खराब गुणव�ा वाले सरकार� �कूल : • अगर वाउचर फं�डगं श�ु हो जाए तो देश के खराब गुणव�ा वाले सरकार� �कूल और वहां के �श�क� क� भी जवाबदेह� बढ़ेगी, �य��क इन �कूल� और इनके �श�क� के वेतन को भी �कूल क� फं�डग से जोड़ा जाएगा। ब�च� के इन �कूल� म� दा�खला लेने पर ह� इन �कूल� क� फं�डगं �नभ�र हो जाएगी। ब�च� के पलायन के चलत ेसरकार� �कूल घाटे म� ह� : • ब�च� के पलायन के चलत ेअ�धकांश सरकार� �कूल श�ै�णक एवं आ�थ�क �प से अलाभकार� बन गए ह�। कुल सरकार� �कूल� म� से 41% (4,26,700) �कूल� म� छा�� क� सं�या 50 से भी कम है। • DBT के तहत सरकार हर ब�चे के अ�भभावक को एक �नधा��रत धनरा�श का वाउचर दे सकती है। य�द इस वाउचर क� रा�श 500 �पये ��त माह के �प म� �नधा��रत क� जाती है तो इसका मतलब है �क अ�भभावक अपने ब�चे को

  • �कसी भी ऐसे �कूल म� दा�खला �दला सकत ेह� जहां क� मा�सक फ�स 500 �पये तक है, ले�कन य�द कोई इससे अ�धक फ�स वाले �कूल म� अपने ब�चे को भेजना चाहता है तो बाक� के पसेै अपनी जेब से वहन कर सकता है। �वदेश� म� सफल रह� है वाउचर योजना : • �व�व के कई देश कोलं�बया, �चल�, नीदरल�ड, �यजूील�ड, अमे�रका आ�द म� �कूल वाउचर योजना को लागू कर बेहतर प�रणाम �ा�त कर चकेु ह�। यह� भारत को भी करना चा�हए। • �फलहाल अपने यहां सरकार� अनदुान सीधे �कूल को �मलता है, ले�कन वाउचर योजना के तहत यह पसैा अ�भभावक के मा�यम से ह� �कूल को �मलेगा। वाउचर योजना के तहत �कूल को ��त ब�चे के �हसाब से पसैा �मलेगा, जब�क मौजदूा �क�म म� ��येक सरकार� �व� पो�षत �कूल को एकम�ुत रा�श �मलती है। सकैड़� सरकार� �कूल� म� ब�च� क� सं�या म� भार� �गरावट के बावजदू उ�ह� परूा अनदुान �मलता रहता है। अ�भभावक� को �कूल चनुने का अ�धकार �मलेगा : • वाउचर योजना क� सबसे बड़ी खबूी यह है �क यह अ�भभावक� को �कूल चनुने का अ�धकार देती है। अगर वे �कूल क� गुणव�ा या वहां के माहौल से असंत�ुट ह� तो वे अपने ब�चे को उस �कूल से �नकाल कर दसूरे �कूल म� डाल सकत ेह�, िजससे उस �कूल को वाउचर से �मलने वाल� धनरा�श भी बंद हो जाएगी। • ऐसे म� एक ओर जहां �कूल� एवं �श�क� क� अ�भभावक� के ��त जवाबदेह� बढे

    ़गी तो दसूर� ओर �कूल� को इस

    वाउचर धनरा�श को �ा�त करने के �लए अ�धक से अ�धक ब�च� को अपने �कूल म� �वेश लेने के �लए आक�ष�त करने के �लए दसूरे �कूल� के साथ ��त�पधा� भी करनी पड़गेी। ऐसे म� ये �कूल अ�छे पर��ा प�रणाम देने के �लए भी �यासरत रह�गे। �कूल वाउचर योजना के तहत �श�ा म� समानता भी बढ़ सकती है। �श�ा म� DBT लागू करने को लेकर सरकार क� आप��यां : • �श�ा म� DBT लागू करने को लेकर सरकार क� दो म�ुय आप��यां ह�। पहल�, सरकार का मानना है �क �पछडे

    �ामीण इलाक� म� सरकार� वाउचर फं�डग के बावजदू �थानीय �श��त लोग �नजी �कूल नह�ं छोड़�गे। हालां�क यह डर बेब�ुनयाद है। • नेशनल सै�पल सव� के आकंड़� के अनसुार गैर सहायता �ा�त �नजी �ाथ�मक �कूल� क� औसत फ�स �ामीण इलाक� म� 292 �पये ��त माह और शहर� इलाक� म� 542 �पये ��त माह थी। इस सव� के मतुा�बक भारत के गैर सहायता �ा�त �कूल� म� पढ़ने वाले 25 ��तशत ब�च� ने 200 �पये ��त माह से कम फ�स भर� थी, 57 ��तशत ने 500 ��त माह से कम फ�स भर� थी, 82 ��तशत ने 1000 ��त माह से कम फ�स भर� थी और �सफ� 3.6 ��तशत ने 2,500 �पये ��त माह से अ�धक फ�स भर� थी। • इसका मतलब है �क 25 ��तशत �नजी �कूल 200 �पये ��त माह से कम फ�स ले रहे ह�, जो �क 500 �पये क�मत के वाउचर क� तलुना म� बेहद कम है। ऐसे म� �ामीण इलाक� के �कूल� एवं �श��त �यि�तय� के �लए इस योजना म� शा�मल होना फायदेमंद होगा। • मानव संसाधन �वकास मं�ालय क� DBT योजना को लेकर दसूर� शंका यह है �क इससे सरकार� �कूल खाल� हो सकत ेहै�। सरकार का मानना है �क िजन सरकार� �कूल� म� बेहद कम ब�चे ह�गे उ�ह� DBT के तहत बहुत कम पसैा �मल पाएगा और ऐसे म� वे अपने �श�क� क� तन�वाह भी नह�ं दे सक� गे। सम�याओ ंका समाधान :

  • • सरकार क� आप��यां भी वािजब ह� ले�कन व�त के साथ ये आप��यां ख�म हो जाएगी। उदाहरण के �लए जहां ब�चे कम और �श�क �यादा ह�, वहां जब कुछ �श�क �रटायर ह�गे तो उनक� जगह नई �नयिु�त नह�ं क� जाएगी। • दसूरा समाधान यह है �क सरकार� और �नजी �कूल� के �लए अलग-अलग क�मत के वाउचर �नधा��रत �कए जाएं, �य��क सरकार� �कूल� का ��त छा� खच� 2017-18 म� �ाथ�मक �तर पर 2,500 ��त माह और उ�चतर �ाइमर� �कूल� म� ��त माह 3,300 �पये का है, जो �क औसत �नजी �कूल� क� फ�स से कई गुना अ�धक है। �न�कष� : • यह सव��व�दत है �क क�ठन सम�याओ ंके समाधान के �लए साहसी कदम उठाने ह� पड़त ेह�। मौजदूा �यव�था म� �सफ� थोड़ा-बहुत हेरफेर करने से �कूल� �श�ा म� वां�छत सधुार नह�ं आने वाले। �श�ा क� सम�या का समाधान तभी संभव होगा जब �कूल और �श�क� क� जवाबदेह� तय क� जाएगी और इसके �लए DBT एक सश�त मा�यम है, जो �क देश भर के ब�च� के �लए एक तरह क� �कॉलर�शप का काम करेगी। मह�वपणू� त�य : 1. थोटलाक�डा बौ�ध मठ : • आ�ं �देश के �वशाखाप�नम म� ि�थत 2 ई.प.ू के थोटलाक�डा बौ�ध मठ �थल का म�ुय �तपू भार� बा�रश के कारण आ�ंशक �प से उखड़ गया है। • यह �वरासत �थल, जो सम�ु तल से लगभग 420 फ�ट ऊपर ि�थत है, एक �मखु पय�टक आकष�ण का क� � रहा है। • थोटलाक�डा बौ�ध प�रसर आ�ं �देश के �वशाखाप�नम म� ि�थत है। यह �व�भ�न �तपू�, �वहार� और च�ैय का �नवास �थान है। • इसक� खोज के बाद, �मखु उ�खनन आ�ं �देश रा�य परुात�व �वभाग �वारा �कया गया है। • उ�खनन से 2000 साल पहले उ�भव हुए ह�नयान (थेरवाद) बौ�ध प�रसर के अि�त�व का �माण �मलता है। • उ�खनन से सातवाहन वंश के नेत�ृव और �वदेशी �यापार का संकेत देने वाले रोमन चांद� के �स�क� का पता चलता है। इसके अ�त�र�त टेराकोटा टाइल�, �ला�टर के सजावट� टुकड़,े म�ूत�कला पनैल, प�थर म� लघ ु�तपू मॉडल और ब�ुध के परै� के �नशान भी पाए गए ह�। • उ�खनन से �ा�मी �ल�प म� �ल�खत बारह �शलालेख भी �मले ह�। • थोटलाक�डा क� ि�थ�त �ाचीन क�लगं के समय म� अ�छ� थी। यह �ीलंका और द��ण पवू� ए�शया के �व�भ�न �ह�स� म� बौ�ध धम� के �सार का एक मह�वपणू� �ोत था। • यह इं�डक सं�कृ�त, �वशषे �प से बौ�ध धम� के �ांसओश�नक �सार क� ���या म� एक अतं��ि�ट (गहर� पहँुच) �दान करता है। 2. रा���य म�हला आयोग :

  • • रा���य म�हला आयोग क� �थापना 1992 म� रा���य आयोग अ�ध�नयम, 1990 के तहत क� गई थी। • यह म�हलाओ ंके �लए संवधैा�नक और काननूी सरु�ा उपाय� क� समी�ा करने के �लए �था�पत भारत का एक सव��च रा���य �तर का संगठन है। • आयोग म� एक अ�य�, एक सद�य स�चव और अ�य पांच सद�य होत ेह�। • रा���य म�हला आयोग के बारे म� अ�धक जानकार� के �लए यहां ि�लक कर�। https://byjus.com/free-ias-prep/national-commission-women/ 3. गुट-�नरपे� �शखर स�मेलन के बारे म� जानकर� के �लए 23 अ�टूबर 2019 का PIB �व�लेषण पढ़�। 4. मडैागा�कर ल�मर : • ल�मर मडैागा�कर म� पाये जाने वाले छोटे वानर कुल के �ाणी ह�। यह ��ॅपसराइनी उपकुल के वानर ह� जो मडैागा�कर के मलू �नवासी ह�। • सभी ल�मर �जा�तयाँ �नवास �थान के नकुसान, वन� क� कटाई, मांस के �लए �शकार, अवधै पालत ू�यापार और अ�य कारक� के कारण खतरे म� है। • 111 �ात ल�मर �जा�तय� और उप-�जा�तय� म� से, कम से कम 105 अब �वल�ुत होने के कगार पर ह�। • व�ैा�नक� ने पता लगाया है �क मेडागा�कर के छोटे ल�मर, िजसे aye-aye भी कहा जाता है, क� एक �व�श�ट संरचना�मक संरचना होती है जो उनक� पांच अगंु�लय� के साथ चलने के �लए एक अ�त�र�त अगंूठे के �प म� काय� करती है। • �वशालकाय पांडा के पास भी एक आभासी अगंूठा होता है। 5. VT-NMD (नर�� मोद� देव��) �वमान : • जेट एयरवेज का पवू� कम�चार� और वत�मान �पाइसजेट पायलट ने 1998 म� पहल� बार �यास के बाद 6 सीटर �वमान �वक�सत �कया है। • VT-NMD (नर�� मोद� देव��) नामक यह भारत का पहला �ायो�गक �वमान होगा। • नाग�रक उ�डयन �नयामक, नागर �वमानन महा�नदेशालय (DGCA) से मंजरू� �मलने के बाद इसे उड़ने यो�य �मा�णत �कया जाएगा। • �वमान को पहल� बार 2016 म� 'मेक इन इं�डया स�ताह' म� �द�श�त �कया गया था। UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. �न�न�ल�खत म� से कौन सा ओजोन परत का �य करने वाला पदाथ� नह�ं है?

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  • (a) �लोरो�लोरोकाब�न (b) काब�न टे�ा�लोराइड (c) काब�न डाइऑ�साइड (d) �मथाइल �लोरोफॉम� उ�र : c �प�ट�करण : �व-�या�या�मक ��न 2. �न�न�ल�खत म� से कौन सा यनेू�को क� अमतू� सां�कृ�तक �वरासत (ICH) क� सचूी म� शा�मल नह�ं है / ह�: 1. ल�दाख का बौ�ध जप 2. राममन 3. अयो�या द�पो�सव 4. रामल�ला सह� �वक�प चनु� (a) केवल 1 और 3 (b) केवल 2 और 4 (c) केवल 3 (d) केवल 4 उ�र : c �प�ट�करण : �व-�या�या�मक ��न 3. �न�न�ल�खत को उ�र से द��ण क� तरफ �यवि�थत कर� । 1. चो ला पास 2. डोकलाम 3. नाथ ूला दरा� सह� �वक�प चनु�। (a) 2, 1, 3 (b) 1, 2, 3 (c) 1, 3, 2 (d) 2. 3, 1 उ�र : c �प�ट�करण : �व-�या�या�मक

  • UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न : ��न 1. पद पर बने रहने क� ि�थ�त म� मं��य� पर अ�धक ��तबंध लगाने के �लए अन�ुछेद 19 (2) के तहत उ�चत ��तबंध� का �व�तार �कया जाना चा�हए? आलोचना�मक �ट�पणी कर�। (15 अकं, 250 श�द) ��न 2. PSLV भारत के �व�वसनीय और बहुमखुी वक� होस� ��ेपण वाहन के �प म� उभरा है। �प�ट कर�। (10 अकं, 150 श�द)