भारतीय रज़वर् ब क...वतर म न क प ज स ब सड क प...

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भारतीय �रज़व ब�क ______________________ RESERVE BANK OF INDIA___________________ www.rbi.org.in भा�रब�/2018-19/89 �वस�व�व.जीएसएसडी.क� का.बीसी.सं.11/09.16.03/2018-19 06 �दसंबर 2018 अय� / बंध �नदेशक एवं मुय कायपालक अ�धकारसभी अनुसू�चत वा�णियक ब�क और लघु �वत ब�क महोदय / महोदया द�नदयाल अंयोदय योजना रा�य शहर� आजी�वका �मशन (डीएवाई - एनयूएलएम) भारतीय �रज़व ब�क ने समय-समय पर ब�क� को भारत सरकार के रा�य शहर� आजी�वका �मशन (डीएवाई-एनयूएलएम) के बारे म� प�रचालनामक अनुदेश जार�कए ह�। डीएवाई-एनयूएलएम के अंतगत -रोजगार कायम (एसईपी) के संबंध म� भारत सरकार के आवासन और शहर� काय मंालय वारा इसके �दशा�नद �श� को संशो�धत �कया गया है। आवासन और शहर� काय मंालय वारा �कए गए संशोधन� को समा�हत करते ह ए यह संशो�धत माटर प�रप जार�कया जा रहा है तथा इसे �रज़व ब�क के वेबसाइट https://www.rbi.org.in पर भी डाला गया है। भवद�या, (सोनाल� सेन गुता) मुय महाबंधक अनुलनक : यथोत �वतीय समावेशन और �वकास �वभाग, के �य कायालय, 10वी मंिजल, के �य कायालय भवन, मुंबई 400 001, टे�लफोन /Tel No: 91-22-22661000 फै स/Fax No: 91-22-22621011/22610948/22610943 -मेल/ Email ID:cgmincfidd@rbi.org.in Financial Inclusion & Development Department, Central Office, 10 th Floor, C.O. Building, Post Box No.10014 Mumbai -400 001 �हंदआसान है , इसका योग बढ़ाइये चेतावनी: �रज़व ब क वारा मेल डाक, एसएमएस या फोन कॉल क े ज�रए �कसी क� भी यितगत जानकार� जैसे ब क क े खाते का यौरा, पासवड आ�द नह�ं मांगी जाती है। यह धन रखने या देने का ताव भी नह�ं करता है। ऐसे ताव� का �कसी भी तर�क े से जवाब मत द�िजए।" Caution: RBI never sends mails, SMSs or makes calls asking for personal information like bank account details, passwords, etc. It never keeps or offers funds to anyone. Please do not respond in any manner to such offers.

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  • भारतीय �रज़वर् ब�क ______________________ RESERVE BANK OF INDIA___________________

    www.rbi.org.in

    भा�रब�/2018-19/89 �वस�व�व.जीएसएसडी.क� का.बीसी.स.ं11/09.16.03/2018-19 06 �दसबंर 2018

    अध्य� / प्रबधं �नदेशक एव ंमखु्य कायर्पालक अ�धकार� सभी अनसु�ूचत वा�णिज्यक ब�क और लघ ु�वत्त ब�क महोदय / महोदया

    द�नदयाल अतं् योदय योजना – राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन (डीएवाई - एनयएूलएम)

    भारतीय �रज़वर् ब�क ने समय-समय पर ब�क� को भारत सरकार के राष्ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन (डीएवाई-एनयएूलएम) के बारे म� प�रचालनात्मक अनदेुश जार� �कए ह�। डीएवाई-एनयएूलएम के अतंगर्त स्व-रोजगार कायर्क्रम (एसईपी) के सबंधं म� भारत सरकार के आवासन और शहर� कायर् मतं्रालय द्वारा इसके �दशा�नद�श� को सशंो�धत �कया गया है। आवासन और शहर� कायर् मतं्रालय द्वारा �कए गए सशंोधन� को समा�हत करत ेहुए यह सशंो�धत मास्टर प�रपत्र जार� �कया जा रहा है तथा इसे �रज़वर् ब�क के वेबसाइट https://www.rbi.org.in पर भी डाला गया है।

    भवद�या,

    (सोनाल� सेन गपु्ता) मखु् य महाप्रबधंक

    अनलुग्नक : यथोक्त

    �वत् तीय समावेशन और �वकास �वभाग, केद्र�य कायार्लय, 10वी मंिजल, केद्र�य कायार्लय भवन, मुंबई 400 001, टे�लफोन /Tel No: 91-22-22661000 फैक्स/Fax No: 91-22-22621011/22610948/22610943 ई-मेल/ Email ID:[email protected]

    Financial Inclusion & Development Department, Central Office, 10th Floor, C.O. Building, Post Box No.10014 Mumbai -400 001

    �हदं� आसान है, इसका प्रयोग बढ़ाइये

    “चेतावनी: �रज़वर् ब�क द्वारा मेल डाक, एसएमएस या फोन कॉल के ज�रए �कसी क� भी व् यिक्तगत जानकार� जसेै ब�क के खाते का ब् यौरा, पासवडर् आ�द नह�ं मांगी जाती है। यह धन रखने या देने का प्रस् ताव भी नह�ं करता है। ऐसे प्रस् ताव� का �कसी भी तर�के से जवाब मत द�िजए।" Caution: RBI never sends mails, SMSs or makes calls asking for per sonal information like bank account details, passwords, etc. It never keeps or offer s

    funds to anyone. Please do not r espond in any manner to such offer s.

    https://www.rbi.org.in/

  • मास् टर प�रपत्र - द�नदयाल अतं् योदय योजना - राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन (डीएवाई - एनयएूलएम)

    पषृ् ठभ�ूम

    भारत सरकार, आवास और शहर� गर�बी उपशमन मतं्रालय (एमओएचयपूीए) ने 2013 म� मौजूदा स् वणर् जयतंी शहर� रोजगार योजना (एसजेएसआरवाई) क� पनुस�रचना क� है और राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन (एनयएूलएम) शरुू �कया है। एनयएूलएम सभी िजला मखु् यालय� (चाहे जनसखं् या कोई भी हो) और एक लाख या उससे अ�धक क� जनसखं् या वाले सभी शहर� म� 24 �सतबंर 2013 से कायार्न् वयनाधीन है।

    एनयएूलएम का स् वरोजगार कायर्क्रम (एसईपी), वयैिक्तक और साम�ूहक उद्यम� तथा शहर� गर�ब� के स् व-सहायता समहू� (एसएचजी) क� स् थापना को समथर्न देने के �लए ऋण� पर ब् याज सिब्सडी के प्रावधान के माध् यम से �वत् तीय सहायता उपलब् ध कराने पर ध् यान क� �द्रत करता है। एसजेएसआरवाई के यएूसईपी (शहर� स् वरोजगार कायर्क्रम) और यडूब् ल् यएूसपी (शहर� म�हला स् व-सहायता कायर्क्रम) के �लए वतर्मान के पूजंी सिब्सडी के प्रावधान के स् थान पर व् यिक्तगत उद्यम (एसईपी-I), साम�ूहक उद्यम (एसईपी-जी) और स्वय ंसहायता समहू (एसईपी-एसएचजी) के ऋण� पर ब् याज सिब्सडी द� जाएगी। शहर� �ेत्र� म� गर�ब� के �लए आजी�वका के अवसर� म� सधुार लाने क� दृिष्ट से आवास और शहर� गर�बी उपशमन मतं्रालय (यपूीए प्रभाग), भारत सरकार ने अपने �दनांक 19 फरवर� 2016 के कायार्लय �ापन सखं् या के-14011/2/2012-यपूीए/एफट�एस-5196 द्वारा राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन क� व् यािप्त बढ़ाने का �नणर्य �लया है। �मशन क� व् यािप्त बढ़ात ेहुए उसका “द�नदयाल अतं् योदय योजना - राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन (डीएवाई - एनयएूलएम)” के रूप म� पनु: नामकरण �कया गया है। डीएवाई - एनयएूलएम के घटक स् वरोजगार कायर्क्रम (एसईपी) के प�रचालनात् मक �दशा�नद�श �नम् नानसुार ह� : 1. प्रस् तावना : 1.1 एसईपी, शहर� गर�ब� को उनके कौशल, प्र�श�ण, योग् यता और स् था�नक िस्थ�तय� के अनकूुल लाभप्रद स् वरोजगार उद्यम� / माइक्रो उद्यम� क� स् थापना के �लए सड़क �वके्रता/ फेर�वाल� स�हत व् यिक्त / समहू को �वत् तीय सहायता प्रदान करता है। यह कायर्क्रम शहर� गर�ब� के स् व-सहायता समहू� (एसएचजी) को ब�क� से आसानी से ऋण प्राप्त करने एव ंएसएचजी ऋण� पर ब् याज सिब्सडी प्राप् त करने म� सहायता करता है। एसईपी, माइक्रो उद्यम� म� लगे हुए लाभा�थर्य� को अपनी आजी�वका के �लए प्रौद्यो�गक�य, �वपणन और अन् य समथर्क सेवाएं देने पर भी ध् यान क� �द्रत करेगा तथा उद्यमकतार्ओं क� कायर्शील पूजंी आवश् यकता के �लए के्र�डट काडर् जार� करने को भी सगुम बनाएगा। 1.2 अल् प रोजगार और बेरोजगार वाले शहर� गर�ब को ऐसे �व�नमार्ण, सेवा और छोटा-मोटा कारोबार के लघ ुउद्यम स् था�पत करने के �लए प्रोत् साहन �दया जाएगा िजनके �लए काफ� स् थानीय मांग हो। स् थानीय

  • कौशल और स् थानीय कार�गर� को �वशषे रूप से प्रोत्सा�हत �कया जाना चा�हए। प्रत् येक शहर� स् थानीय �नकाय (यएूलबी) को चा�हए �क वह उपलब् ध कौशल, उत् पाद� क� �वपणन �मता, लागत, आ�थर्क सभंाव् यता आ�द को ध् यान म� रखत ेहुए ऐसे कायर्कलाप� / प�रयोजनाओं का सगं्रह �वक�सत कर�। 1.3 एसईपी के अतंगर्त म�हला लाभा�थर्य� का प्र�तशत 30 प्र�तशत से कम नह�ं होना चा�हए। एससी और एसट� लाभा�थर्य� क� सखं् या कम से कम शहर / नगर म� गर�ब� क� जनसखं् या म� उनके अनपुात क� सीमा तक होने चा�हए। इस कायर्क्रम के अतंगर्त कमजोर व् यिक्तय� (�डफर�टल� एबल) के �लए 3 प्र�तशत के आर�ण का �वशषे प्रावधान �कया जाना चा�हए। अल् पसखं् यक� के कल् याण के �लए प्रधानमतं्री के 15 सतू्रीय कायर्क्रम को ध् यान म� रखत ेहुए, इस घटक के अतंगर्त अल् पसखं् यक समदुाय� के �लए भौ�तक और �वत् तीय ल� य� का कम से कम 15 प्र�तशत �निश्चत �कया जाना चा�हए। 2. लाभाथ� का चयन तथा आवेदन� को प्रायोिजत करने क� �क्रया�व�ध: शहर� स् थानीय �नकाय (यएूलबी) से समदुाय सघंटक (सीओ) और व् यावसा�यक शहर� गर�ब� म� से सभंाव् य लाभाथ� का अ�भ�नधार्रण कर�गे। डीएवाई-एनयएूलएम के घटक अथार्त सामािजक सगं्रहण और ससं् थागत �वकास (एसएमएण् डआईडी) के अतंगर्त ग�ठत समदुाय अथार्त स् व-सहायता समहू (एसएचजी) और �ेत्र स् तर�य प�रसघं (एएलएफ) भी यएूलबी को एसईपी के अतंगर्त �वत् तीय सहायता के प्रयोजन हेत ुसभंाव् य व् यिक्त और समहू उद्यमकतार्ओं को भेज सकत ेह�। लाभाथ� सहायता के �लए सीधे ह� यएूलबी अथवा उसके प्र�त�न�धय� से सपंकर् कर सकता है। ब�क भी अपने स् तर पर सभंाव् य लाभा�थर्य� का अ�भ�नधार्रण कर सकत ेह� और ऐसे मामले सीधे ह� यएूलबी को भेज सकत ेह�। ब�क आउट�रच को बढ़ाने हेत ुअपने सचूीबद्ध व्यवसाय प्र�त�न�धय� और व्यवसाय सलुभकतार्ओ ंका उपयोग कर सकत ेह�। इस सबंधं म�, ब�क क� नी�त के अनसुार सम�ुचत सावधानी बरती जाए। 2.1 वयैिक्तक और साम�ूहक उद्यम ऋण� के आवेदन शहर� स् थानीय �नकाय (यएूलबी) द्वारा प्रायोिजत �कए जाएंगे जो वयैिक्तक और साम�ूहक उद्यम के �लए प्रायोजक एज�सी होगी। 2.2 यएूलबी वहृद स्तर पर, अ�भयान, सचूना, �श�ा और सचंार (आईईसी) ग�त�व�धय�, स् थानीय समाचार पत्र� म� �व�ापन, शहर� आजी�वका क� द्र (सीएलसी), आ�द के द्वारा सभंाव् य लाभा�थर्य� म� एसईपी के बारे म� जागरूकता फैलाय�गे। यएूलबी ससंाधन सगंठन� और उसके �ेत्रीय स् टाफ को स�क्रय रूप से शा�मल करत ेहुए इस घटक के सबंधं म� सचूना का प्रसार भी कर सकता है। 2.3 उद्यम स् था�पत करने के �लए �वत् तीय सहायता प्राप् त करने के इच् छुक लाभाथ� इस प्रयोजन का आवेदन एक सादे पेपर पर मलूभतू ब् योरे जैसे नाम, आय,ु सपंकर् के ब् योरे, पता, आधार के ब् योरे (य�द कोई हो), अपे��त ऋण क� रा�श, ब�क खाता सखं् या (य�द उपलब् ध हो), उद्यम / कायर्कलाप का प्रकार,

  • सवंगर्, आ�द देत ेहुए सबं�ंधत यएूलबी अ�धकार� को प्रस् ततु कर सकत ेह�। प्रयोजन मेल / डाक द्वारा भी यएूलबी कायार्लय को भेजा जा सकता है। यएूलबी वषर्भर म� ऐसे प्रयोजन प्राप् त करेगा। 2.4 एनयएूलएम के घटक, सामािजक सगं्रहण और ससं् थात् मक �वकास (एसएमएण् डआईडी) के अतंगर्त ग�ठत समदुाय सरंचना अथार्त स् व-सहायता समहू (एसएचजी / �ते्र स् तर�य प�रसघं (एएलएफ) भी एसईपी के अतंगर्त �वत् तीय सहायता के प्रयोजन हेत ुसभंाव् य वयैिक्तक और साम�ूहक उद्यमकतार्ओं को यएूलबी के पास भेज सकत ेह�। 2.5 लाभाथ� से प्रयोजन क� प्रस् ततुी / प्रािप्त पर सबं�ंधत यएूलबी रिजस् टर / या एमआईएस, य�द उपलब् ध हो, म� ब् योर� क� प्र�विष्ट करेगा और इस कारण से लाभा�थर्य� क� प्रती�ा सचूी तयैार करेगा। यएूलबी लाभाथ� को ऐसी �व�शष् ट पजंीकरण सखं् या के साथ प्राप् त सचूना जार� करेगा, िजसका प्रयोग आवेदन क� िस्थ�त का टै्रक रखने के �लए सदंभर् सखं् या के रूप म� �कया जा सकेगा। 2.6 यएूलबी ऋण आवेदन फामर् (एलएएफ) भरने, कायर्कलाप के ब् योरे, पहचान प्रमाण, पत ेका प्रमाण, ब�क खात े के ब् योरे आ�द स�हत आवश् यक दस् तावेजीकरण पणूर् करने के �लए प्रती�ा सचूी के अनसुार लाभा�थर्य� को बलुाएगा। लाभा�थर्य� क� पहचान को सत्या�पत करने हेत ु उनके आधार सखं्या को भी �रकाडर् म� लाया जाए। य�द, लाभाथ� के पास आधार सखं्या न हो तो उनके �कसी अन्य �व�शष्ट पहचान दस्तावेज़ जैसे क� वॉटर काडर्, ड्राइ�वगं लाइस�स आ�द �लया जाएगा तथा उन्ह� जल्द से जल्द आधार काडर् प्राप्त करने म� सहायता प्रदान क� जाएगी। राज्य शहर� आजी�वका �मशन (एसयएूलएम), राज् य स् तर�य ब�कर स�म�त (एसएलबीसी) सयंोजक ब�क के साथ परामशर् से उपयकु् त फाम�ट म� ऋण आवेदन फामर् (एलएएफ) �वक�सत कर सकता है। राज् यभर/क� शाप्र म� उसी एलएएफ का उपयोग �कया जा सकता है। ऋण आवेदन फामर् (एलएएफ) म� लाभाथ� और उनके प�रवार से सबं�ंधत ब�ुनयाद� आ�थर्क िस्थत क� जानकार� शा�मल होगी। यह डाटा ऐसा होना चा�हए �क इसके उपयोग से बाद के �दन� म� लाभाथ� के आ�थर्क िस्थ�त पर पड़ने वाले इसके लाभ के प्रभाव का �वश्लेषण �कया जा सके। 2.7 यएूलबी स्तर पर ग�ठत टास्क फोसर् अनभुव, कौशल, ग�त�व�धय� क� व्यवहायर्ता, ग�त�व�धय� क� व्यापकता, आ�द के आधार पर आवेदन� क� छानबीन कर�गे। तदनतंर, टास् क फोसर् आवेदन� क� स�ं�प् त सचूी तयैार करेगा और आवेदन के �लए �सफा�रश करने अथवा उसे अस् वीकार करने से पहले सा�ात् कार हेत ुलाभा�थर्य� को बलुाएगा अथवा य�द आवश् यक हो तो आवेदक से अ�त�रक् त जानकार� क� मांग करेगा। 2.8 यएूलबी का मखु् य कायर्पालक अ�धकार� (सीईओ) / नगरपा�लका आयकु् त टास् क फोसर् के गठन के �लए िजम् मेदार होगा और वह टास् क फोसर् का अध् य� होगा। यएूलबी के आकार / जनसखं् या के अनसुार यएूलबी के स् तर पर 1 से अ�धक टास् क फोसर् हो सकत ेह�।

  • 2.9 टास् क फोसर् क� �नदश� सरंचना �नम् नानसुार होगी : क्रम स.ं यएूलबी स् तर पर टास् क फोसर् भ�ूमका

    1. मखु् य कायर्पालक अ�धकार� (सीईओ) यएूलबी / नगरपा�लका आयकु् त, यएूलबी / अथवा सीईओ, यएूलबी द्वारा प्रा�धकृत कोई प्र�त�न�ध

    अध् य�

    2. अग्रणी िजला प्रबधंक (एलडीएम) सदस् य 3. शहर प�रयोजना अ�धकार� (सीपीओ), यएूलबी / यूएलबी का कोई

    प्रा�धकृत प्र�त�न�ध सदस् य सयंोजक

    4. िजला उद्योग क� द्र (डीआईसी) से प्र�त�न�ध सदस् य 5. ब�क� के व�रष् ठ शाखा प्रबधंक (अ�धकतम-2) सदस् य 6. �ेत्र स् तर�य प�रसघं / शहर स् तर�य प�रसघं के प्र�त�न�ध (2) सदस् य

    2.10 बाद म� टास् क फोसर् मामला–दर-मामला आधार पर आवेदन यथो�चत पाने पर �सफा�रश करेगा, य�द अन�ुचत हो तो अस् वीकार करेगा अथवा लाभाथ� से पनु: जांच करने हेत ुआवश् यक जानकार� प्रस् ततु करने के �लए कहेगा। 2.11 कायर् बल (टास् क फोसर्) द्वारा �व�धवत �सफा�रश �कए गए मामल� को आगे क� कारर्वाई के �लए यएूलबी द्वारा सबं�ंधत ब�क� को अग्रसा�रत �कया जाएगा। 'टास् क फोसर्' द्वारा �सफा�रश �कए गए ऐसे मामल� पर सबं�ंधत ब�क� को 15 �दन� क� समयाव�ध म� कारर्वाई करनी होगी। चूं�क ऐसे मामल� क� �सफा�रश पहले ह� 'टास् क फोसर्' द्वारा क� गई है, इस�लए ब�क� द्वारा केवल अपवादात् मक प�रिस्थ�तय� म� ह� इन् ह� अस् वीकार �कया जाना चा�हए। 2.12 ब�क यएूलबी को प्राप् त आवेदन� क� िस्थ�त पर आव�धक �रपोटर् भेज�गे। एमआईएस का प्रयोग �कए जाने क� िस्थ�त म� ब�क� को दस् ती �रपोटर् (मनैअुल �रपोटर्) के अलावा ऑन-लाइन आवेदन� क� अद्यतन िस्थ�त देने क� अनमु�त द� जा सकती है। 2.13 ब�क शहर� गर�ब लाभा�थर्य� के ऋण आवेदन को, प्रधानमतं्री मदु्रा योजना (पीएमएमवाई) या इस प्रकार के �कसी अन्य योजना के �दशा�नद�श� के अनसुार यएूलबी से पवूर् प्रायोजन �मलने क� आवश्यकता के �बना ह�, सबं�ंधत कागजात� के आधार पर सीधे ह� प्राप्त कर सकत ेह�। ब�क, डीएवाई - एनयएूलएम के अतंगर्त ब्याज सिब्सडी के �लए पात्रता क� पिुष्ट हेत ुऐसे स्वीकृत ऋण� क� जानकार� यएूलबी को भेज�गे। आवेदन� क� जाचं हेत ुग�ठत टास् क फोसर् इन आवेदन� का �नपटारा शीघ्रताशीघ्र कर�गे य�द वो मानदंड� को परूा करत ेह�। उनके पात्रता क� पिुष्ट होने पर, यएूलबी द्वारा प्रायोिजत लाभा�थर्य� के �लए ब्याज सिब्सडी दावे के आधार पर, यएूलबी से ब्याज सिब्सडी से सबं�ंधत दावा �कया जा सकता है। ब्याज सिब्सडी सीधे लाभाथ� के डीएवाई - एनयएूलएम ऋण खात ेम� जमा अतं�रत �कया जाएगा। यह �क्रया�व�ध प्रत्य� लाभ अतंरण के अनरुूप होगी।

  • 3. श ै��णक अहर्ताएं और प्र�श�ण आवश् यकता: इस घटक के अतंगर्त सभंाव् य लाभाथ� के �लए कोई न् यनूतम श�ै�णक अहर्ता आवश् यक नह�ं है। तथा�प जहां माइक्रो उद्यम �वकास के �लए अ�भ�नधार्�रत कायर्कलाप के �लए कुछ �वशषे कौशल आवश् यक हो वहां लाभाथ� को �वत् तीय सहायता देने से पहले उन्ह� यथो�चत प्र�श�ण �दया जाना चा�हए। 3.1 कौशल प्र�श�ण और �नयोजन के माध् यम से रोजगार (ईएसट�एण् डपी): सभंाव् य लाभाथ� को प्रस् ता�वत माइक्रो उद्यम चलाने के �लए आवश् यक कौशल प्राप् त करने के बाद ह� �वत् तीय सहायता द� जानी चा�हए। य�द लाभाथ� ने पहले ह� �ात ससं् था, पजंीकृत एनजीओ / स् विैच्छक सगंठन से प्र�श�ण �लया है अथवा �कसी सरकार� योजना के अतंगर्त प्र�श��त है तो उसे ऐसा प्र�श�ण देने क� आवश् यकता नह�ं होगी बशत� वह आवश् यक प्रमाणपत्र प्रस् ततु करता है। य�द लाभाथ� ने पा�रवा�रक व् यवसाय से आवश् यक कौशल प्राप् त �कए ह� तो �वत् तीय सहायता देने से पहले ऐसे मामल� को यएूलबी द्वारा प्रमा�णत �कया जाना चा�हए। 3.2 उद्यमशीलता �वकास कायर्क्रम (ईडीपी) : यएूलबी, लाभा�थर्य� को कौशल प्र�श�ण देने के अलावा व् यिक्तगत और साम�ूहक उद्यमकतार्ओ ं के �लए 3-7 �दन का उद्यमशीलता �वकास कायर्क्रम भी आयोिजत करेगा। ईडीपी म� उद्यमशीलता �वकास के मलूभतू कौशल जसेै उद्यम का प्रबधंन, मलूभतू लेखाकरण, �वत् तीय प्रबधंन, �वपणन, उत् पादन-पवूर् और उत् पादनतोत् तर सहलग्नता, काननूी �क्रया�व�धया,ं लागत �नधार्रण और राजस् व आ�द शा�मल �कए जाएंगे। साम�ूहक उद्यम� म� उपयुर्क् त �वषय� के अ�त�रक् त मॉड्यलू म� समहू क� स�क्रयता, काम का आवटंन, लाभ म� �हस् सेदार� ततं्र आ�द भी समा�वष् ट होगा। 3.3 ईडीपी मॉड्यलू को राज् य �मशन प्रबधं इकाई (एसएमएमय)ू द्वारा पनैलबद्ध ससं् था / एज�सी अथवा सलाहकार फमर् क� सहायता से सम�थर्त राज् य शहर� आजी�वका �मशन (एसयएूलएम) द्वारा �वक�सत पणूर्त: �निश्चत �कया जाना चा�हए और यएूलबी द्वारा प्र�श�ण कायर्क्रम आयोिजत करत ेसमय उसका उपयोग �कया जाना चा�हए। ग्रामीण स् वरोजगार प्र�श�ण ससं् थाओं (आरएसईट�आई), उद्यमशीलता �वकास / प्र�श�ण का कायर् करने वाल� प्र�तिष्ठत ससं् थाओ,ं प्रबधंन / श�ै�णक ससं् थाओ,ं प्र�तिष्ठत एनजीओ जो उद्यमशीलता �वकास / प्र�श�ण का कायर् करत ेह� आ�द जैसी ससं् थाओं के माध् यम से यह ईडीपी प्र�श�ण आयोिजत �कया जा सकता है। 3.4 व् यिक्तगत और साम�ूहक उद्यमकतार्ओ ंको अनवुत� उद्यमी सहायता: व् यिक्तगत और साम�ूहक उद्यमकतार्ओ ंको सहायता प्रदान करने के उपरांत, जब भी आवश्यकता हो यएूलबी अनवुत� उद्यमी �वकास कायर्क्रम (ईडीपी) का आयोजन कर�गे। इस प्रकार के कायर्क्रम का आयोजन अ�धमानतः छः मह�ने म� एक बार ऐसे प्रत्येक लाभाथ� हेत ु �कया जाए िजन्ह� ऋण �दया गया है। अनवुत� ईडीपी के दौरान, लाभाथ� द्वारा सामना �कए जा रहे समस्याओं और मदु्द� पर चचार् क� जाए और समाधान के बारे म� बताया जाए।

  • 4. �वत् तीय सहायता का स् वरूप : शहर� गर�ब को वयैिक्तक और साम�ूहक उद्यम स् था�पत करने के �लए उपलब् ध �वत् तीय सहायता ब�क ऋण� पर ब् याज सिब्सडी के रूप म� होगी। वयैिक्तक अथवा साम�ूहक उद्यम� को स् था�पत करने के �लए ब�क ऋण पर 7 प्र�तशत क� ब् याज दर से अ�धक पर ब् याज सिब्सडी उपलब् ध होगी। डीएवाई - एनयएूलएम के अतंगर्त ब�क� को 7 प्र�तशत वा�षर्क और ब् याज क� प्रभा�रत दर के बीच के अतंर क� रा�श उपलब् ध क� जाएगी। ब् याज सिब्सडी केवल ऋण क� समय पर चुकौती �कए जाने वाले मामले म� द� जाएगी। इस सबंधं म� ब�क� से यथो�चत प्रमाणपत्र प्राप् त �कया जाएगा। समय पर ऋण क� चुकौती करने पर सभी म�हला स्वय ंसहायता समहू� (एसएचजी) को 3 प्र�तशत का अ�त�रक् त ब्याज सबव�शन उपलब् ध कराया जाएगा। ब्याज सबव�शन, समय पर ऋण क� चुकौती (ऋण चकुौती अव�ध के अनसुार) तथा ब�क� द्वारा यएूलबी से उपयकु्त प्रमाणपत्र प्राप्त करने के अधीन होगा। 3 प्र�तशत के अ�त�रक् त ब्याज सबव�शन रा�श क� प्र�तप�ूत र् पात्र म�हला स्वय ंसहायता समहू को �कया जाएगा। ब�क, 3 प्र�तशत के अ�त�रक् त ब्याज सबव�शन रा�श क� प्र�तप�ूत र् पात्र म�हला स्वय ंसहायता समहू के खात ेम� करने के उपरांत प्र�तप�ूत र् क� मागं कर�गे। 5. ब�क� को ब् याज सिब्सडी हेत ु�क्रया�व�ध : 5.1 सभी अनसु�ूचत वा�णिज्यक ब�क (एससीबी) और लघ ु�वत्त ब�क जो कोर ब��कंग समाधान (सीबीएस) प् लेटफामर् से सबंद्ध ह� वे इस योजना के अतंगर्त ब् याज सबव�शन पाने के �लए पात्र ह�गे। 5.2 लाभा�थर्य� को ऋण �वतरण के बाद ब�क क� सबं�ंधत शाखा ब् याज सिब्सडी रा�श के ब् योर� के साथ �वत�रत ऋण मामल� के ब् योरे यएूलबी को पे्र�षत करेगी। �क्रया�व�ध I 5.3 ब�क� द्वारा �कए गए दाव� का �नपटान यएूलबी द्वारा �तमाह� आधार पर �कया जाएगा, तथा�प दाव� का प्रस् ततुीकरण मा�सक आधार पर �कया जाना चा�हए। यएूलबी अपने स् तर पर तार�ख क� जांच करेगा और ब् याज सिब्सडी क� रा�श (7 प्र�तशत वा�षर्क तथा प्रच�लत ब् याज दर के बीच अतंर क� रा�श) ब�क� को जार� करेगा। 5.4 इस घटक के अतंगर्त ऋण� पर ब् याज सिब्सडी दाव� के �लए �नधार्�रत फाम�ट सलंग् न (अनबुधं – I) है। 5.5 दावे एक �तमाह� से अ�धक ल�ंबत नह�ं होने चा�हए। य�द ब�क� के दाव� का �नपटान 6 माह क� अव�ध म� नह�ं होता है तो एसएलबीसी को अ�धकार है �क वह ऐसे यएूलबी द्वारा दाव� के �नपटान क� शतर् के अधीन चु�नदंा शहर� म� यह योजना अस् थायी तौर पर बदं करे। ऐसी सभंाव् य घटनाओं म� दाव� का �नपटान भावी प्रभाव से अग्रणी िजला ब�क को �दया जाना चा�हए।

  • �क्रया�व�ध II 5.6 दाव� का �नपटान : ब्याज सिब्सडी �नमुर्क्त करने हेत ुनोडल एज�सी : प्रत्येक राज्य उस राज्य के ‘राज्य स्तर�य ब�कसर् स�म�त (एसएलबीसी) सयंोजक’ के परामशर् द्वारा राज्य म� एक सरकार� �ेत्र के ब�क को नोडल ब�क के रूप म� �नयकु्त कर�गे। सभी ब�क ब्याज सबव�शन के सबंधं म� अपने शाखाओ ंसे प्राप्त डाटा को समे�कत कर�गे तथा नोडल ब�क के पोटर्ल पर अपलोड कर�गे। नोडल ब�क, सत्यापन के बाद, ब्याज सिब्सडी को ब�क शाखाओं को पे्र�षत कर�गे। राज्य/ क� द्र शा�षत प्रदेश नोडल ब�क के पास पहले से ह� कुछ �न�ध जमा रख�गे जो �क डीएवाई-एनआरएलएम के �दशा�नद�श� के अनसुार ब�क शाखाओं को �न�ध �नमुर्क्त कर�गे। नोडल ब�क �नय�मत आधार पर एसयएूलएम को प्र�तप�ूत र् खात ेप्रस्ततु कर�गे। इस �क्रया�व�ध का अनसुरण तीन� प्रकार के ऋण� अथार्त एसईपी (I), एसईपी (जी) तथा एसएचजी-ब�क सहलग्नता म� �कया जाएगा। 6. वयैिक्तक उद्यम (एसईपी – I) ऋण और सिब्सडी स् वरोजगार के �लए वयैिक्तक माइक्रो उद्यम स् था�पत करने हेत ुइच् छुक शहर� गर�ब वयैिक्तक लाभाथ� �कसी भी ब�क से इस घटक के अतंगर्त सिब्सडीकृत ऋण ले सकता है। वयैिक्तक माइक्रो उद्यम ऋण� के मानदंड / �वशषेताएं �नम् नानसुार ह�। 6.1 आय ु: ऋण के �लए आवेदन करत ेसमय सभंाव् य लाभाथ� क� आय ु18 वषर् क� होनी चा�हए। 6.2 प�रयोजना लागत (पीसी) : वयैिक्तक माइक्रो-उद्यम के मामले म� अ�धकतम इकाई प�रयोजना लागत रु. 200,000 (दो लाख रुपए) है। 6.3 ब�क ऋण पर सपंािश्वर्क गारंट� : कोई सपंािश्वर्क आवश् यक नह�ं। �दनांक 6 मई 2010 के �रज़वर् ब�क के प�रपत्र ग्राआऋ�व.एसएमई एण् ड एनएफएस.बीसी.स.ं79/06.02.31/2009-10 के अनसुार ब�क� के �लए अ�धदेश है �क वे एमएसई �ेत्र क� इकाइय� को �दए गए 10 लाख रुपए तक के ऋण� के मामले म� सपंािश्वर्क जमानत स् वीकार न कर�। अत: ऋण देने के �लए �न�मर्त आिस्तयॉ ंह� ब�क� के पास दृिष्टबधंक / �गरवी / बधंक ह�गी। एसईपी ऋण� के �लए गारंट� र�ा (कवर) प्राप् त करने के प्रयोजन से ब�क कायर्कलाप क� पात्रता के अनसुार गारंट� र�ा के �लए लघ ुउद्योग �वकास ब�क (�सडबी) द्वारा स् था�पत स�ू म और लघ ुउद्यम� के �लए ऋण गारंट� न् यास (सीजीट�एमएसई) या �कसी अन्य उ�चत गारंट� फंड से सपंकर् कर सकत ेह�। 6.4 चुकौती : ब�क� के मानदंड� के अनसुार 6-18 माह के प्रारं�भक ऋण स् थगन के बाद चुकौती क� अव�ध 5 से 7 वषर् तक क� होगी।

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  • 6.5 मािजर्न रा�श : रु. 50,000/- तक के ऋण� के �लए कोई मािजर्न रा�श नह�ं ल� जानी चा�हए और रु. 50,000/- से 10 लाख तक के ऋण� के �लए अ�धमानत: 5 प्र�तशत मािजर्न रा�श के रूप म� ल� जानी चा�हए तथा �कसी भी हालत म� वह प�रयोजना लागत के 10 प्र�तशत से अ�धक नह�ं होनी चा�हए। 6.6 ऋण स�ुवधा का प्रकार : ब�क व् यिक्तय� को मीयाद� ऋण के रूप म� पूजंी व् यय के �लए �वत् त और नकद� ऋण के माध् यम से कायर्शील पूजंी ऋण दे सकता है। ब�क अलग – अलग उधारकतार्ओं क� आवश्यकतानसुार पूजंी व् यय और कायर्शील पूजंी घटक� स�हत स�ंमश्र ऋण दे सकत ेह�।

    7. साम�ूहक उद्यम (एसईपी-जी) – ऋण और सिब्सडी स् व-सहायता समहू (एसएचजी) अथवा डीएवाई - एनयएूलएम के अतंगर्त ग�ठत एसएचजी के सदस् य अथवा शहर� गर�ब� का समहू जो स् वरोजगार हेत ुसाम�ूहक उद्यम स् थापन करने का इच् छुक है इस घटक के अतंगर्त �कसी भी ब�क से सिब्सडीकृत ऋण का लाभ ले सकता है। साम�ूहक माइक्रो-उद्यम ऋण� के �लए मानदंड / �वशषेताएं �नम् नानसुार ह�। 7.1 पात्रता मानदंड : साम�ूहक उद्यम� म� शहर� गर�ब प�रवार� के कम से कम 70% सदस्य� के साथ न्यनूतम 3 सदस्य होने चा�हए। एक समहू म� एक ह� प�रवार के एक से अ�धक व् यिक्तय� को शा�मल नह�ं �कया जाना चा�हए। 7.2 आय ु: ब�क ऋण के �लए आवेदन करत ेसमय साम�ूहक उद्यम के सभी सदस् य� क� आय ु18 वषर् क� होनी चा�हए। 7.3 प�रयोजना लागत (पीसी) : समहू रु.2 लाख प्र�त सदस्य क� अ�धकतम ऋण सीमा या �फर रु.10 लाख, जो भी न्यनूतम हो, के �लए पात्र होगा। 7.4 ऋण का प्रकार : ऋण, आपसी �वश् वास और समहू के बीच जमानती व् यवस् था के आधार पर 10 लाख तक के समग्र सीमा तक, एक उधारकतार् इकाई के रूप म� कायर्रत समहू को एकल ऋण के रूप म� या समहू के प्रत् येक सदस् य को वयैिक्तक ऋण के रूप म� 2 लाख तक �दया जा सकता है। समहू को ऋण देत ेसमय ‘भ�ूमह�न �कसान’ के सयंकु् त कृ�ष समहू� के �वत् तपोषण पर बजट (2014-15) घोषणा पर �दनांक 13 नवबंर 2014 के �रज़वर् ब�क के प�रपत्र म� �नधार्�रत �सद्धांत� और बाद म� �कए गए सशंोधन� का पालन �कया जाना चा�हए।

  • 7.5 ऋण स�ुवधा का प्रकार : ब�क समहू� को मीयाद� ऋण के रूप म� पूजंी व ् यय के �लए �वत् त और नकद� ऋण स�ुवधा के माध् यम से कायर्शील पूजंी ऋण दे सकता है। ब�क समहू क� आवश् यकताओं के आधार पर पूजंी व् यय और कायर्शील पूजंी के �लए स�ंमश्र ऋण दे सकत ेह�। 7.6 ऋण और मािजर्न रा�श : ब�क द्वारा समहू उद्यम को ऋण के रूप म� प�रयोजना लागत से �हता�धकार� के अशंदान (मािजर्न रा�श) घटाकर शषे रा�श द� जाएगी। रु. 50,000/- तक के ऋण� के �लए कोई मािजर्न रा�श नह�ं ल� जानी चा�हए और उच् चतर रा�श के ऋण� के �लए अ�धमानत: 5 प्र�तशत मािजर्न रा�श के रूप म� ल� जानी चा�हए तथा �कसी भी हालत म� वह प�रयोजना लागत के 10 प्र�तशत से अ�धक नह�ं होनी चा�हए। 7.7 ब�क ऋण पर सपंािश्वर्क गारंट� : कोई सपंािश्वर्क / गारंट� आवश् यक नह�ं। ऋण देने के �लए �न�मर्त आिस्तयां ह� ब�क� के पास दृिष्टबधंक / बधंक / �गरवी ह�गी। परैा 6.4 म� �दए गए अनसुार ब�क स�ू म और लघ ु उद्यम� के �लए ऋण गारंट� न्यास (सीजीट�एमएसई) या �कसी अन्य उ�चत गारंट� फंड से सपंकर् कर सकत ेह�। 7.8 चुकौती : ब�क� द्वारा �कए गए �नणर्य के अनसुार 6-18 माह के प्रारं�भक ऋण स् थगन के बाद चुकौती अव�ध 5-7 वषर् क� होगी। 8. एसएचजी-ब�क सहलग्नता – सामान्य �दशा�नद�श भारतीय �रज़वर् ब�क क� मौ�द्रक नी�त और समय-समय पर केन् द्र�य बजट म� क� जानेवाल� घोषणाओं म� ब�क� के साथ एसएचजी क� सहलग्नता पर बल �दया जा रहा है और इस सबंधं म� भारतीय �रज़वर् ब�क द्वारा ब�क� को �व�भन् न �दशा�नद�श जार� �कए गए ह�। एसएचजी सहलग्नता कायर्क्रम को बढ़ाने और उसे �नरंतर बनाए रखने के �लए ब�क� को स�ूचत �कया गया है �क वे एसएचजी को �दए जाने वाले उधार को नी�त और कायार्न् वयन के स्तर पर अपने मखु् य प्रवाह के ऋण (के्र�डट) कायर् के भाग के रूप म� मान ल�। 8.1 एसएचजी-ब�क सहलग्नता कायर्क्रम पर भारतीय �रज़वर् ब�क द्वारा �दनांक 02 जुलाई 2018 को जार� मास् टर प�रपत्र �वस�व�व.एफआईडी.बीसी.स.ं04/12.01.033/2018-19 के अनदेुश म� ऐसे स् व-सहायता समहू� (चाहे पजंीकृत ह� अथवा अपजंीकृत) का बचत ब�क खाता खोलना शा�मल �कया गया है जो अपने सदस् य� के बीच प्रारं�भक रूप म� बचत क� आदत को बढ़ावा देने म� लगे हुए ह�। तदनतंर ब�क� द्वारा �व�धवत मलू् यांकन अथवा गे्रड �दए जाने के बाद एसएचजी को बचत सहबद्ध ऋण (बचत के प्र�त ऋण का अनपुात 1:1 से बदलकर 1:4) मजंूर �कया जा सकता है। तथा�प, प�रपक् व एसएचजी के मामले म� ब�क के �ववेका�धकार के अनसुार बचत के चार गनुा क� सीमा से अ�धक ऋण �दया जा सकता है। ब�क� को यह भी अनदेुश �दया गया है �क वे एसएचजी को अ�ग्रम, चाहे प्रयोजन कुछ भी हो, िजसके �लए

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  • ब�क� द्वारा कमजोर वग� को अपने उधार के भाग के रूप म� एसएचजी के सदस् य� को शा�मल करना चा�हए। 8.2 डीएवाई-एनयएूलएम के घटक सामािजक सगं्रहण और ससं् थात् मक �वकास (एसएमएण् डआईडी) के अतंगर्त यएूलबी एसएचजी के �लए ब�क खाता खोलने सबंधंी आवश् यक मलू कायर् करेगा और प�रक्रामी �न�ध (आरएफ) के प्र�त पहंुच क� स�ुवधा देगा। इस प्रयोजन के �लए यएूलबी ससंाधन सगंठन (आरओ) को काम म� लगा सकता है अथवा अपने स् टाफ के माध् यम से एसएचजी को सीधे ह� स�ुवधा पहंुचा सकता है। (डीएवाई-एनयएूलएम के घटक सामािजक सगं्रहण और ससं् थात् मक �वकास (एसएमएण् डआईडी) म� एसएचजी, आरओ और प�रक्रामी �न�ध क� सकंल् पना और �नमार्ण के ब् योरे �दए गए ह�) 8.3 ब�क यएूलबी को ब् याज सिब्सडी रा�श क� गणना के ब् योर� के साथ �वत�रत ऋण मामल� के ब् योरे पे्र�षत कर�गे। यएूलबी अपने स् तर पर डटेा क� जांच करेगा और परैा 5 म� उल् लेख �कए गए अनसुार समान �क्रया�व�ध का पालन करत ेहुए �तमाह� आधार पर ब�क� को ब् याज सिब्सडी रा�श जार� करेगा। अ�त�रक् त ब् याज सबव�शन का दावा करने के �लए �नधार्�रत फाम�ट सलंग् न है (अनबुधं – II)। 8.4 यएूलबी अपने �ेत्रीय स् टाफ अथवा ससंाधन सगंठन (आरओ) के माध् यम से ब�क� से के्र�डट प्राप् त करने हेत ुपात्र एसएचजी के �लए ऋण आवेदन भरने म� सहायता करेगा। यएूलबी, एसएचजी का ऋण आवेदन आवश् यक दस् तावेजीकरण के साथ सबं�ंधत ब�क� को अग्रसा�रत करने के �लए िजम् मेदार होगा। यएूलबी ब�क� को अग्रसा�रत �कए गए एसएचजी ऋण आवेदन� का �ते्रवार, ब�कवार, आरओ / स् टाफवार डटेा बनाए रखेगा। वह� डटेा मा�सक आधार पर एसयएूलएम को पे्र�षत �कया जाएगा। 8.5 डीएवाई-एनयएूलएम के अतंगर्त प्रभावी एसएचजी-ब�क सहलग्नता को स�ुनिश्चत करने के �लए एसयएूलएम ब�क� के साथ �नय�मत आधार पर प्रग�त पर �नगरानी रखेगा और समी�ा करेगा और राज् य म� एसएचजी ऋण� पर ब् याज सिब्सडी / सबव�शन के �लए एसएलबीसी के साथ समन् वयन करेगा। शहर� गर�ब� के �वत् तीय समावेशन के �लए ब�क और शाखा के स् टाफ के सगु्राह�करण को स�ुनिश्चत करने के �लए राज् य स् तर�य ब�कर स�म�त (एसएलबीसी) और अग्रणी ब�क� को स�क्रय रूप से काम म� शा�मल करना चा�हए। 8.6 यह नोट कर� �क ऐसे एसएचजी क� पहचान, चयन, गठन और �नगरानी िजन् ह� ब् याज सबव�शन �दया जाएगा यह राज् य / यएूलबी क� िजम् मेदार� होगी तथा एसएचजी के गलत अ�भ�नधार्रण िजसे ब् याज सबव�शन �दया जाएगा, के �लए ब�क िजम् मेदार नह�ं ह�गे। 8.7 ऋण स�ुवधा का प्रकार : एसएचजी अपने आवश्यकतानसुार या तो साव�ध ऋण या नकद� ऋण सीमा (सीसीएल) ऋण या दोन� ले सकत ेह�। आवश्यकता क� िस्थत म�, पहले से ऋण बकाया होने के बावजूद भी अ�त�रक्त ऋण स्वीकृत �कया जा सकता है।

  • 8.8 समय पर (प्राम्ट) चुकौती के �लए �रज़वर् ब�क के �दशा�नद�श �नम् नानसुार ह� :

    क. एसएचजी को नकद ऋण सीमा के �लए i. बकाया शषे स् वीकृत सीमा / आहरण अ�धकार के अ�त�रक् त �नरंतर रूप से 30 �दन� से अ�धक नह� ंहोना चा�हए। ii. खात ेम� �नय�मत जमा (के्र�डट) और नामे (ड�ेबट) प्र�विष्ट होनी चा�हए। हर हालत म� माह के दौरान कम से कम एक ग्राहक पे्र�रत के्र�डट होना चा�हए। iii. माह के दौरान ग्राहक पे्र�रत के्र�डट माह के दौरान नामे डाले गए ब् याज को कवर करने के �लए पयार्प् त होगा। ख. एसएचजी को मीयाद� ऋण के �लए : ऐसा मीयाद� ऋण खाता िजसम� सभी ब् याज भगुतान और / अथवा मलूधन क� �कस् त� का भगुतान ऋण� क� समग्र अव�ध के दौरान �नयत तार�ख से 30 �दन� के भीतर �कया जाता है उसे समय पर भगुतान वाला खाता माना जाएगा। समय पर भगुतान �दशा�नद�श भ�वष् य म� इस �वषय पर �रज़वर् ब�क के �दशा�नद�श� द्वारा मागर्द�शर्त होत ेरह�गे।

    9. एसईपी-I, एसईपी-जी और एसईपी-एसएचजी के �लए प्रग�त �रपोटर् 9.1 यएूलबी सबं�ंधत ब�क� के साथ आवेदक� के वधैीकरण के बाद टास् क फोसर् द्वारा �सफा�रश �कए गए आवेदन� का आकंड़ा पत्रक तयैार करेगा िजसम� स् वीकृ�त, �वतरण और अस् वीकरण (कारण� स�हत) क� िस्थ�त द� गई हो। यह आकंड़ा पत्रक मा�सक आधार पर एसयएूलएम को भेज �दया जाएगा। 9.2 एसयएूलएम सबं�ंधत यएूलबी से प्राप् त सभी �रपोट� को समे�कत करेगा और आवास और शहर� गर�बी उपशमन मतं्रालय (एमओएचयपूीए) को मा�सक आधार पर स�ूचत करेगा। 9.3 एसयएूलएम को चा�हए �क एसईपी के अतंगर्त प्रग�त क� प्रत् येक एसएलबीसी और िजला परामशर्दात्री स�म�त (डीसीसी) क� बठैक म� समी�ा करने को स�ुनिश्चत कर�। प्रभावी समन् वयन और कायार्न् वयन के �लए एसयएूलएम को एसएलबीसी सयंोजक ब�क के साथ एसईपी के सबंधं म� अन् य कोई महत् वपणूर् मदु्दा हो तो उठाना चा�हए। 10. उद्यम �वकास के �लए के्र�डट काडर् 10.1 वयैिक्तक उद्यमकतार्ओं को �वत् तीय सहायता चाहे एनयएूलएम के अतंगर्त उद्यम स् था�पत करने के �लए सिब्सडीकृत ऋण हो तो भी उसे शहर� गर�ब को आजी�वका सहायता क� स�ुवधा देने के प्रारं�भक प्रोत् साहन के रूप म� देखा जाएगा। तथा�प वयैिक्तक उद्यमकतार् को आ�थर्क दृिष्ट से उद्यम को वहनीय बनाने के �लए कायर्शील पूजंी के सदंभर् म� और �वत् तीय सहायता क� आवश् यकता होती है। इसम� वस् तओु,ं कच् चे माल क� खर�द और अन् य �व�वध खचर् आ�द व् यय क� प�ूत र् करने के �लए तत् काल और अल् पाव�ध

  • मा�सक नकद आवश् यकता को समा�वष् ट �कया जा सकता है। माइक्रो उद्यमकतार् को उद्यमशील कायर्कलाप� से �नमार्ण होने वाले व् यय� क� प�ूत र् करने के �लए �नय�मत �निश्चत मा�सक नकद� प्रवाह / आय नह�ं होती है। इस तरह क� तत् काल ऋण आवश् यकता के �लए �वत् तीय ससं् था से सपंकर् करने के �लए �क्रया�व�धगत दस् तावेजीकरण आवश् यक होता है और इसम� बहुत समय बीत जाता है। कायर्शील पूजंी ऋण क� इस आवश् यकता क� पतूर्ता सामान् यतया ऋण के अनौपचा�रक स्रोत� (साहूकार� स�हत) से क� जाती है जो औसतन उच् च ब् याज दर पर उपलब् ध होता है। 10.2 माइक्रो उद्यमकतार् को अपनी कायर्शील पूजंी और �व�वध ऋण आवश् यकताओं क� प�ूत र् करने म� सहायता करने क� दृिष्ट से डीएवाई - एनयएूलएम ब�क� द्वारा के्र�डट काडर् या मदु्रा काडर् क� पहंुच क� स�ुवधा देगा। 10.3 एसयएूलएम राज् य स् तर�य ब�कर स�म�त (एसएलबीसी) के परामशर् से वयैिक्तक उद्यमकतार् को के्र�डट काडर् (अथवा) मदु्रा काडर् जार� करने के मानदंड, सीमाएं और �वशषेताएं �नधार्�रत करेगा। इसके �लए सभी अनसु�ूचत वा�णज् य ब�क� द्वारा कायार्िन्वत क� जा रह� सामान् य के्र�डट काडर् योजना (जीसीसी) अथवा शहर� �ेत्र� म� ब�क� के उद्यम �वकास के �लए के्र�डट काडर् के अन् य �कसी रूप क� तलाश एसयएूलएम और एसएलबीसी द्वारा क� जाएगी। सशंो�धत जीसीसी योजना पर �रज़वर् ब�क क� अ�धसचूना द्वारा प�रपत्र जार� �कया गया है देख� �दनाकं 2 �दसम् बर 2013 का प�रपत्र ग्राआऋ�व.एमएसएमई एण् ड एनएफएस.बीसी.स.ं61/06.02.31/2013-14 जो �रज़वर् ब�क क� वेबसाइट ’www.rbi.org.in’ पर उपलब् ध है। 10.4 यएूलबी सभंाव् य लाभाथ� क� पहचान करेगा और के्र�डट काडर् जार� करने के �लए ब�क� के साथ सहलग्नता क� स�ुवधा उपलब् ध करेगा। फोकस इस बात पर है �क प्रारं�भक रूप से ऐसे सभी लाभा�थर्य� को के्र�डट काडर् जार� �कए जाने म� समा�वष् ट (कवर) करना िजन् ह�ने एसईपी के अतंगर्त �वत् तीय सहायता प्राप् त क� है। इसके अलावा ऐसे अन् य लाभाथ� जो अपना स् वय ंका व् यवसाय चला रहे ह� परंत ुिजन् ह�ने एसईपी के अतंगर्त सहायता प्राप् त नह�ं क� है को भी इसम� समा�वष् ट �कया जा सकता है य�द वे के्र�डट काडर् जार� करने के मानदंड� क� प�ूत र् करत ेह�। 10.5 यएूलबी के स् तर पर इसके ल� य �निश्चत �कए जा सकत ेह� और इस घटक के अतंगर्त प्रग�त का समेकन एसयएूलएम के स् तर पर �कया जा सकता है तथा आवास और शहर� गर�बी उपशमन मतं्रालय (एमओएचयपूीए) को आव�धक रूप से स�ूचत �कया जा सकता है। 11. प्रौद्यो�गक�, �वपणन और अन् य सहायता 11.1 माइक्रो उद्यमकतार्ओ ंको प्राय: अपना व् यवसाय बढ़ाने और उसे बनाए रखने क� दृिष्ट से सहायता क� आवश् यकता होती है। आवश् यक सहायता स् थापना, प्रौद्यो�गक�, �वपणन और अन् य सेवाओं से सबं�ंधत

    https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/Notifications.aspx?Id=4274&Mode=0https://www.rbi.org.in/hindi/Scripts/Notifications.aspx?Id=4274&Mode=0https://www.rbi.org.in/

  • हो सकती है। जो माइक्रो उद्यमकतार् अत् यतं लघ ुव् यवसाय करत ेह� उन् ह� बाज़ार क� आवश् यकताएं, उनके द्वारा �न�मर्त उत् पाद� क� मांग, मलू् य, कहां �बक्र� कर�, आ�द का बेहतर �ान प्राप् त करने क� आवश् यकता हो सकती है। इस घटक के अतंगर्त सहायक सेवाओ ंक� प�रकल् पना इस दृिष्ट से क� गई है ता�क माइक्रो उद्यम� के �वकास के �लए प्रोत् साहक पयार्वरण उपलब् ध �कया जा सके। 11.2 डीएवाई-एनयएूलएम के अतंगर्त स् था�पत शहर� आजी�वका क� द्र (सीएलसी) माइक्रो उद्यम� को द�घार्व�ध तक बने रहने के �लए स् थापना (लाइस�स, प्रमाणपत्र पजंीकरण, काननूी सेवाएं आ�द), उत् पादन, वसलू�, प्रौद्यो�गक�, प्रोसे�सगं, �वपणन, �बक्र�, पकेैिजंग, लेखाकरण आ�द जसैी सेवाएं प्रदान करेगा। सीएलसी माइक्रो उद्यम� के उत् पाद� और सेवाओं के �लए बाज़ार मांग और बाजार कायर्नी�त पर सभंाव् यता / मलू् यांकन अध् ययन करने म� भी सहायता प्रदान करेगा। 11.3 सीएलसी के मानदंड� के अनसुार सभी एसईपी वयैिक्तक और साम�ूहक उद्यम सीएलसी से सेवाएं प्राप् त कर सकत ेह�। सीएलसी यएूलबी के समथर्न से ऐसी �व�भन् न अन् य सरकार� योजनाओं के साथ तालमेल कर सकता है िजनम� सभंा�वत लाभा�थर्य� के लाभ हेत ुमाइक्रो उद्यम �वकास के �लए सेवा और लाभ �दए जा रहे ह�। 11.4 एसयएूलएम उपयुर्क् त सेवाएं �दए जाने के प्रयोजन से सीएलसी को अ�त�रक् त �न�ध/व् यावसा�यक सहायता क� व् यवस् था कर सकता है। 12. डीएवाई-एनयएूलएम के एसईपी के �न�धयन का स् वरूप

    12.1 डीएवाई-एनयएूलएम के तहत सामान्य मानदंड� के अनसुार इस घटक के अतंगर्त �न�धयन को क� द्र और राज् य� म� बाटंा जाएगा।

    12.2 मतं्रालय राज् य� को आब�ंटत ल� य� पर आधा�रत �न�धय� का वा�षर्क आधार पर आवटंन करेगा। राज् य सबं�ंधत एसएलबीसी और यएूलबी के साथ परामशर् से ल� य �निश्चत करेगा और यएूलबी को तदनरुूपी �न�धय� का आवटंन करेगा ता�क ब् याज सबव�शन के कारण ब�क� को क� जानेवाल� सपंणूर् प्र�तप�ूत र् का �नपटान �वत् तीय वषर् के दौरान �कया जा सके तथा राज् य के पास कोई सबव�शन रा�श अ�तदेय या �वल�ंबत न रहे। 13. �नगरानी और मलू् यांकन 13.1 राज् य स् तर पर राज्य �मशन प्रबधंन इकाई (एसएमएमय)ू और यएूलबी स् तर परशहर� �मशन प्रबधंन इकाई (सीएमएमय)ू इस घटक के अतंगर्त कायर्कलाप� / ल� य� क� प्रग�त पर बार�क� से �नगरानी रखेगा, �रपोटर् और मलू् यांकन करने का उत् तरदा�यत् व लेगा। एसयएूलएम और यएूलबी / कायार्न् वयन

  • एज��सयां �मशन �नदेशालय द्वारा �नधार्�रत फाम�ट म� समय-समय पर प्रग�त क� सचूना द�गी िजसम� मा�सक और �तमाह� के अतं तक सचंयी उपलिब्ध और कायार्न् वयन के प्रमखु �वषय� का उल् लेख होगा।

    13.2 इसके अलावा डीएवाई - एनयएूलएम के अतंगर्त ल� य और उपलिब्धय� का टै्रक रखने के �लए व् यापक और सदुृढ़ आईट�-सम�थर्त डीएवाई - एनयएूलएम एमआईएस स् था�पत क� जाएगी। राज् य� और यएूलबी को अपनी प्रग�त �रपोटर् ऑनलाइन प्रस् ततु करना आवश् यक होगा और वे इस साधन का उपयोग आम लोग� के बीच प्रग�त पर �नगरानी रखने के �लए भी कर सक� गे। सचूना के स�क्रय प्रकट�करण और डीएवाई-एनयएूलएम के अधीन पार द�शर्ता को स�ुनिश्चत करने के �वचार से एसईपी के अतंगर्त प्रमखु प्रग�त �रपोट� को समयबद्ध तर�के से पिब्लक डोमेन पर उपलब् ध �कए जाएंगे। 13.3 सभी एसईपी लाभा�थर्य� के पास आव�धक आधार पर �विजट �कया जाना चा�हए ता�क लाभ के प्रभाव का मलू्याकंन �कया जा सके तथा उनके द्वारा सामना �कए जा रहे �कसी समस्या का भी पता लगाया जा सके। समदुाय सगंठन (सीओ) द्वारा अपने अ�धकार �ेत्र म� िस्थत सभी लाभा�थर्य� के पास तीन मह�ने म� कम से कम एक बार �विजट अवश्य �कया जाना चा�हए। सीएमएमय ूस्तर पर प�रजोजना अ�धकार�/तकनीक� �वशषे� को चा�हए क� वे तीन मह�ने म� कम से कम एक बार 50% लाभा�थर्य� के पास �विजट कर�। फ�ल्ड �विजट के दौरान पार गए तथ्य� को अ�भलेख म� रखा जाए तथा एमआईएस म� भी अपलोड �कया जाए। 13.4 उक्त उल्ले�खत फ�ल्ड �विजट के दौरान, लाभाथ� के आ�थर्क िस्थ�त से सबं�ंधत डटेा का सगं्रह �कया जाए तथा लाभाथ� के आ�थर्क िस्थ�त पर लाभ के प्रभाव को जानने हेत ुऋण आवेदन फामर् म� �दए गए सचूना के साथ उसक� तलुना क� जाए। 13.5 लाभाथ� के आ�थर्क िस्थ�त पर एसईपी के अतंगर्त लाभ के प्रभाव का मलू्यांकन करने के �लए उ�चत अतंराल पर ‘प्रभाव �वश्लेषण अध्ययन’ का आयोजन �कया जा सकता है। 13.6 डीएवाई - एनयएूलएम के अतंगर्त ल� य बनाम उपलिब्ध म� प्रग�त पर �नगरानी रखने के �ल, ब�क� को स�ूचत �कया गया है �क वे �तमाह� आधार पर सलंग् न प्रोफामार् (अनबुधं III और IV) के अनसुार सबं�ंधत �तमाह� क� समािप्त के बाद अगले माह के अतं तक �नदेशक, यपूीए को [email protected] साथ ह� साथ भारतीय �रज़वर् ब�क को ई-मेल पर समे�कत प्रग�त �रपोटर् प्रस् ततु कर�। 13.7 एनयएूलएम के अतंगर्त ऋण हेत ु�व�शष्ट कोड: ब�क� को स�ूचत �कया जाता है �क वे इन ऋण� को गरै-कृ�षगत ऋण म� वग�कृत कर� तथा एनयएूलएम के अतंगर्त अनमुो�दत ऋण� के �लए अपने डटेाबेस म� �व�शष्ट उप-कोड का उपयोग कर�। साथ ह�, एसईपी-I, एसईपी-जी, एसएचजी और डब्लएूसएचजी के �लए अलग से उप-उप-कोड �नधार्�रत �कया जाए। एनयएूलएम के अतंगर्त ऋण� का वग�करण, खास तौर पर एसएचजी और डब्लएूसएचजी के सबंधं म�, उ�चत सावधानी बरती जाए ता�क एनआरएलएम ऋण� क�

    mailto:[email protected]:[email protected]

  • तलुना म� इन ऋण� को अलग से पहचाना जा सके क्य��क डब्लएूसएचजी अलग से अ�त�रक्त 3 प्र�तशत के ब्याज सबव�शन हेत ुपात्र ह�।

  • अनबुधं – I द�नदयाल अतं् योदय योजना - राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन (डीएवाई - एनयएूलएम) के अतंगर्त ब् याज सिब्सडी दावा 1. ब�क का नाम : �तमाह� के अतं म� डीएवाई - एनयएूलएम के अतंगर्त एसईपी-1, एसईपी-जी और एसएचजी को 7 प्र�तशत प्र�त वषर् क� दर से उधार पर ब् याज सिब्सडी दाव� का प्रस् ततुीकरण (आकंड़ ेरुपए म�) : हम एत�वारा �नम् न�ल�खत ग्राहक खाता सखं् य� को नीचे �दए गए ब् योर� के अनसुार स् वीकृत �वत् तीय सहायता के सबंधं म� ----------------- खात� को समा�वष् ट करत ेहुए कुल रु. ----------------------- ( रुपए ---------------------------------------------------------------------------------------------------) क� ब् याज सिब्सडी स् वीकृत और जार� करने के �लए आवेदन करत ेह�।

    क) एसईपी – I (वयैिक्तक उद्यम)

    स.ं शाखा ऋणकतार् का नाम

    ऋण खाता सखं् या

    ऋण रा�श ब् याज

    स् वीकृत �वत�रत प्रभा�रत दावा क� गई सिब्सडी

    1 2 3 4 5 6 7 8 1 2 3 कुल

    ख) एसईपी – जी (साम�ूहक उद्यम)

    स.ं शाखा समहू का नाम

    ऋण खाता सखं् या

    ऋण रा�श ब् याज

    स् वीकृत �वत�रत प्रभा�रत दावा क� गई सिब्सडी

    1 2 3 4 5 6 7 8 1 2 3 कुल

  • ग) स् व-सहायता समहू (एसएचजी ब�क सहलग् नता)

    स.ं शाखा एसएचजी का नाम

    ऋण खाता सखं् या

    ऋण रा�श ब् याज

    स् वीकृत �वत�रत प्रभा�रत दावा क� गई सिब्सडी

    1 2 3 4 5 6 7 8 1 2 3 कुल

    स् थान : (ब�क के प्रा�धकृत अ�धकार� का हस् ता�र) तार�ख और ब�क क� महुर

  • अनबुधं – II

    डीएवाई - एनयएूलएम के अतंगर्त म�हला स् व-सहायता समहू (डब् ल् यएूसएचजी) को 3 प्र�तशत प्र�तवषर् क� दर से उधार पर अ�त�रक् त ब् याज सबव�शन के �लए दाव� का प्रस् ततुीकरण :

    ब�क का नाम : �तमाह� दाव� का �ववरण : �वत�रत ऋण / बकाया (आकंड़ ेरुपए म�)

    स.ं शाखा डब् ल् यएूसएचजी

    का नाम ऋण खाता सखं् या

    �वत�रत ऋण रा�श

    ब् याज सबव�शन क� रा�श

    1 2 3 4 5 6 1 2 3

    कुल हम एत�वारा प्रमा�णत करत ेह� �क उपयुर्क् त ऋण� क� चुकौती समय पर क� गई और अ�त�रक् त ब् याज सबव�शन के लाभ त् व�रत (प्राम्ट) आदाता डब् ल् यएूसएचजी के �लए ब् याज क� प्रभावी दर 4 प्र�तशत तक कम करत ेहुए डब् ल् यएूसएचजी के खात ेम� �दए गए। स् थान (ब�क के प्रा�धकृत अ�धकार� का हस् ता�र) तार�ख और ब�क क� महुर

  • अनबुधं III

    Statement showing Target under Deendayal Antyodaya Yojana – National Urban Livelihoods Mission (DAY-NULM) Name of the Bank (To be furnished at the time of target allocation) Reporting year No in Actual & Amount in Rs lakh

  • अनबुधं IV Quarterly Statement showing Cumulative Progress under Deendayal Antyodaya Yojana – National Urban Livelihoods Mission (DAY-NULM) NAME OF THE BANK REPORTING YEAR REPORTING QUARTER No of Ac/s in Actual and Amt in Rs.Lakhs

  • प�र�शष्ट

    क्रम

    स.ं प�रपत्र स.ं �दनांक �वषय

    1. ग्राआऋ�व.जीएसएसडी.क� का.बीसी.स.ं26/09.16.03/2014-15

    14.08.2014 राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन के रूप म� स्वणर् जयतंी शहर� रोज़गार योजना (एसजेएसआरवाई) क� पनुस�रचना

    2. �वस�व�व.जीएसएसडी.क� का.बीसी.स.ं57/09.16.003/2014-15

    28.05.2015 राष् ट्र�य शहर� आजी�वका �मशन