अनुकर्मिणका अंक – सातवा ं जनवरी ... ·...

27
अनुमिणका अंक – सातवां जनवरी-माच, 2014 1. 06.03.2014 को आयोिजत रे लवे बोड राजभाषा कायावयन सिमित की 115 वᱭ बैठक क े दृ 2. 06.03.2014 को आयोिजत पुरकार िवतरण समारोह क े दृ 3. झांसी की रानी लमीबाई – लेख 4. अमर शहीद राम साद िबिमल 5 महारा की वातुकला क े अभुत तीक 6. िहदी भाषा रादु लारी – किवता 7. यूिनकोड आधािरत क ं यूटर संगोठी - एक िरपोट 8. रे ल अंचलᲂ मᱶ राजभाषा संबंधी गितिविधयां 9. होनहार िबरवान क े होते िचकने पात- लेख 10. 25.05.2014 को आयोिजत ेीय रे लᲂ के उप महाबंधकᲂ/ विरठ राजभाषा अिधकािरयᲂ आिद की बैठक के दृ 11. रे ल अं चलᲂ मᱶ िपछली ितमाही मᱶ िकए गए उले खनीय काय. अनᱶ क ु मार अय, रे लवे बोड ए.क े . िमतल िपता : राजभाषा िनदेशालय, रे ल मंालय (रे लवे बोड), कमरा नं.544, रे ल भवन, रे लवे बोड नई िदली - 110001. Email : [email protected] रािगनी यचुरी कायपालक िनदेशक (औ.सं.) के .पी. सयानंदन िनदेशक,राजभाषा ीिनवास िसह उप िनदेशक,राजभाषा अमरीक लाल अनुभाग अिधकारी,राजभाषा िशव चरण गौड़ विरठ अनुवादक यिद आप मᱶ अहं कार नहᱭ है , तो िबना िकसी पुतक की पंियां पढ़े अथवा िबना िकसी मंिदर मᱶ गए आप मो ात करᱶ गे. - वामी िववेकानंद

Upload: others

Post on 29-Feb-2020

12 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • अनुकर्मिणका अंक – सातवां जनवरी-माचर्, 2014

    1. 06.03.2014 को आयोिजत रेलव ेबोडर् राजभाषा कायार्न् वयन सिम ित की 115 व बठैक के दशृ् य

    2. 06.03.2014 को आयोिजत पुरस् कार िवतरण समारोह के दशृ् य 3. झासंी की रानी ल मीबाई – लेख 4. अमर शहीद राम पर्साद िबिस्मल 5 महाराष् टर् की वास् तुकला के अद्भतु पर्तीक 6. िहदी भाषा राष् टर्दलुारी – किवता 7. यिूनकोड आधािरत कंप् यूटर सगंोष् ठी - एक िरपोटर् 8. रेल अचंल म राजभाषा संबधंी गितिविधया ं9. होनहार िबरवान के होत ेिचकन ेपात- लखे 10. 25.05.2014 को आयोिजत क्षतेर्ीय रेल के उप महापर्बंधक /

    विरष् ठ राजभाषा अिधकािरय आिद की बठैक के दशृ् य 11. रेल अचंल म िपछली ितमाही म िकए गए उल्लखेनीय कायर्.

    अरुनदर् कुमार अध् यक्ष, रेलवे बोडर् ए.के. िमत् तल सदस् य कािमक

    पता : राजभाषा िनदशेालय, रेल मंतर्ालय (रेलवे बोडर्),

    कमरा नं.544, रेल भवन, रेलवे बोडर् नई िदल् ली - 110001. Email : [email protected]

    रािगनी यचुरी

    कायर्पालक िनदशेक (औ.सं.)

    के.पी. सत्यानंदन िनदशेक,राजभाषा

    शर्ीिनवास िसह

    उप िनदशेक,राजभाषा

    अमरीक लाल अनुभाग अिधकारी,राजभाषा

    िशव चरण गौड़ विरष् ठ अनुवादक

    यिद आप म अहकंार नह ह,ै तो िबना िकसी पुस् तक की पंिक्तयां पढ़े अथवा िबना िकसी मंिदर म गए आप मोक्ष पर्ाप् त करगे.

    - स् वामी िववेकानंद

  • 06.03.2014 को आयोिजत रेलवे बोडर् राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की 115व बैठक

  • 06.03.2014 को आयोिजत रेलवे बोडर् राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की 115व बैठक

  • 06.03.2014 को आयोिजत पुरस् कार िवतरण समारोह के दशृ् य

  • 06.03.2014 को आयोिजत पुरस् कार िवतरण समारोह के दशृ् य

  • 06.03.2014 को आयोिजत पुरस् कार िवतरण समारोह के दशृ् य

  • झासंी की रानी ल मीबाई

    ने एक पुतर् को जन्म िदया पर चार महीने की आयु म ही उसकी मृत्यु हो गयी। सन् 1853 म राजा गंगाधर राव का स्वास्थ्य बहुत अिधक िबगड़ जाने पर उन्ह द क पुतर् लनेे की सलाह दी गयी। पुतर् गोद लेने के बाद 21 नवम्बर 1853 को राजा गगंाधर राव की मृत्यु हो गयी। द क पुतर् का नाम दामोदर राव रखा गया।

    ल मीबाई का जन्म वाराणसी िजले के भदनैी नामक नगर म 19 नवम्बर 1835 को हुआ था। उसके बचपन का नाम मिणकिणका था परन्तु प्यार से उसे मनु कहा जाता था। मनु की माँ का नाम भागीरथीबाई तथा िपता का नाम मोरोपन्त तांबे था। मोरोपन्त एक मराठी थे और मराठा बाजीराव की सेवा म थे। माता भागीरथीबाई एक सुसंस्कृत, बुि मान एवं धािमक

    मिहला थ । मनु जब चार वषर् की थी तब उनकी माँ की मृत्यु हो गयी। चँूिक घर म मनु की दखेभाल के िलये कोई नह था इसिलए िपता मनु को अपने साथ बाजीराव के दरबार म ले गये जहाँ चंचल एवं सुन्दर मनु ने सबका मन मोह िलया। लोग उसे प्यार से "छबीली" कहकर बुलाने लगे। मनु ने बचपन म शा की िशक्षा के साथ श की िशक्षा भी ली. सन् 1842 म उनका िववाह झाँसी के मराठा शािसत राजा गंगाधर राव िनम्बालकर के साथ हुआ और वे झाँसी की रानी बन । िववाह के बाद उनका नाम ल मीबाई रखा गया। सन् 1851 म रानी ल मीबाई

    अगंर्जेी राजनीितडलहौजी की राज्य हड़प नीित के अन्तगर्त िबर्िटश राज ने बालक दामोदर राव को झाँसी राज्य का उ रािधकारी मानने से इनकार कर िदया तथा झाँसी राज्य को िबर्तानी राज्य म िमलाने का िन य कर िलया। तब रानी ल मीबाई ने िबर्तानी वकील जान लग की सलाह ली और लंदन की अदालत म मुकदमा दायर कर िदया। य िप मुकदमे म बहुत बहस हुई परन्तु इसे खािरज कर िदया गया। िबर्तानी अिधकािरय ने राज्य का खजाना ज़ब्त कर िलया और उनके पित के कज़र् को रानी के सालाना खचर् म से काटन े का फरमान जारी कर िदया। इसके पिरणामस्वरूप रानी को झाँसी का िकला छोड़ कर झाँसी के रानीमहल म जाना

  • पड़ा। पर रानी ल मीबाई ने िहम्मत नह हारी और हर हाल म झाँसी राज्य की रक्षा करने का िन य िकया। झाँसी का यु

    1857 के भारतीय स्वतंतर्ता संगर्ाम के शहीद को समिपत भारत का डाक िटकट िजसम ल मीबाई का िचतर् ह।ै

    झाँसी 1857 के संगर्ाम का एक पर्मुख केन्दर् बन गया जहाँ िहसा भड़क उठी। रानी ल मीबाई ने झाँसी की सुरक्षा को सुदढ़ृ करना शुरू कर िदया और एक स्वयंसेवकसेना का गठन पर्ारम्भ िकया। इस सेना म मिहला की भत की गयी और उन्ह यु का पर्िशक्षण िदया गया। साधारण जनता ने भी इस संगर्ाम म सहयोग िदया। झलकारी बाई जो ल मीबाई की हमशक्ल थी को उसने अपनी सेना म पर्मुख स्थान िदया।

    1857 के िसतम्बर तथा अकू्तबर माह म पड़ोसी राज्य ओरछा तथा दितया के राजा ने झाँसी पर आकर्मण कर िदया। रानी ने सफलतापूवर्क इसे िवफल कर

    िदया। 1858 के जनवरी माह म िबर्तानी सेना ने झाँसी की ओर बढ़ना शुरू कर िदया और माचर् के महीने म शहर को घेर िलया। दो ह त की लड़ाई के बाद िबर्तानी सेना ने शहर पर कब्जा कर िलया। परन्तु रानी दामोदर राव के साथ अंगर्जे से बच कर भाग िनकलने म सफल हो गयी। रानी झाँसी से भाग कर कालपी पहुचँी और तात्या टोपे से िमली।

    तात्या टोपे और रानी की संयुक्त सेना ने ग्वािलयर के िवदर्ोही सैिनक की मदद से ग्वािलयर के एक िकले पर कब्जा कर िलया। 17 जनू 1858 को ग्वािलयर के पास कोटा की सराय म िबर्िटश सेना से लड़ते-लड़ते रानी ल मीबाई ने वीरगित पर्ा की। लड़ाई की िरपोटर् म िबर्िटश जनरल ह्यूरोज़ ने िटप्पणी की िक रानी ल मीबाई अपनी सुन्दरता, चालाकी और दढ़ृता के िलये उल्लेखनीय तो थी ही, िवदर्ोही नेता म सबसे अिधक खतरनाक भी थी।

    कर्ांितकारी, स् वतंतर्ता सेनानी, किव, शायर, अनुवादक, इितहासकार एवं सािहत् यकार अमर शहीद राम पर्साद िबिस्मल का जन् म 11 जून, 1897 को उत् तर पर्दशे के शाहजहांपुर म हुआ था. िबिस्मल उनका उदूर् उपनाम था िजसका अथर् होता ह ै – आित्मक रूप से आहत. स् वामी दयानंद सरस् वती िलिखत पुस् तक सत् याथर् पर्काश पढ़ने से उनके जीवन म मूलभूत पिरवतर्न आया. िबिस्मल ने 19 वषर् की उमर् म कर्ांितकारी मागर् म कदम रखा और राष् टर् के िलए अपने पर्ाण की आहुित द ेदी.

    िबिस्मल ने िहदसु् तान पर्जातंतर् संघ के नाम से दशेव् यापी संगठन खड़ा कर तेजस् वी, मनस् वी नवयुवक को एक नई राह िदखाई. 1925 के काकोरी षड़यंतर् के पर्मुख िहस् सा रह ेिबिस्मल कर्ांितकारी के साथ-साथ अत् यंत पर्भावी किव एवं शायर थे. पर्मखु रचनाएं :-

    किवता का संगर्ह – मन की लहर अन् य पर्ितिनिध रचनाएं :- सरफरोशी की तमन् ना, ऐ मा तृभूिम, तेरी जय हो, न चाहू ंमान, मुखम् मस-िबिस्मल की उदूर् गजल.

    िबिस्मल ने कलम और तलवार दोन की सहायता से गोरे अंगेर्ज के िखलाफ खुद को झ क िदया. काकोरी षडयंतर् रचने के आरोप म अंगेर्ज ने मुकदमा चलाकर िबिस्मल को फांसी की सजा सुनाई और कर्ांितकारी िबिस्मल नौजवान को दशे की आन-बान-शान पर मर-िमटने का संदशे दतेे हुए 19 िदसंबर, 1927 को मातर् 30 वषर् की उमर् म गोरखपुर जेल म फांसी फंद ेसे झूल गए.

    सरफ़रोशी की तम ा अब हमारे िदल म ह ैदखेना ह ैज़ोर िकतना बाज़ु-ए-काितल म ह ैरहबरे राह ेमुहब् बत रह न जाना राह म, सज् जते सहरा न वद दिूरए मंिजल म ह ैआज मक् तल म ये काितल कह रहा ह ैबार-बार अब भला शौके शहादत भी िकसी के िदल म ह ैवक् त आने द ेबता दगे तुझे ऐ आसमां, हम अभी से क् या बताएं क् या हमारे िदल म ह ैऐ शहीद-ेमुल् को-िमल् लत हम तेरे ऊपर िनसार, अब तेरी िहम् मत की चचार् गैर की महिफल म ह ैअब ने अगले बल् बले ह ैऔर न अरमान की भीड़ एक िमट जाने की हसरत, अब िदले िबिस्मल म ह.ै

    अमर शहीद राम पर्साद िबिस्मल

  • अजतंा गफुाएं - अजंता गफुाएं महाराष् टर्, भारत म िस्थत पाषाण स् थापत् य गुफाएं ह. यह स् थल ि तीय शताब् दी ई.पू. का ह.ै यहां बौध धमर् से संबंिधत िचतर् एवं िशल् पकारी के उत् कृष् ट नमूने िमलते ह. ये गुफाएं अजतंा नामक गावं के सि कट ही िस्थत ह जो िक महाराष् टर् के औरंगाबाद िजले म ह. अजंता गफुा को सन् 1983 से युनेस् को ारा िवश् व धरोहर स् थल घोिषत िकया गया ह.ै

    नेशनल ज् यॉगर्ािफक चैनल के अनुसार ऐसा पर्तीत होता ह ै जैसे शतािब्दय तक अजतंा समेत लगभग सभी बौ मंिदर, िहद ु राजा के शासन और आशर्य के अधीन बनवाए गए ह.

    गुफा संख् या एक महत् वपूणर् गुफा ह ैऔर इसका अन् य गुफा के समयानुकर्म से कोई मतलब नह ह.ै इस गुफा म, अत्यंत िवस्तृत नक्काशी कायर् िकया गया ह,ै िजसम कई अित उभरे हुए िशल्प भी ह। यहां बु के जीवन से संबंिधत कई घटनाएं अंिकत ह, साथ ही अनेक अलंकरण नमूने भी ह। गुफा संख् या 1 से लगी गफुा संख् या 2, दीवार , छत एवं स् तंभ पर संरिक्षत अपनी िचतर्कारी के िलए पर्िस ह.ै यह अत् यंत ही संुदर िदखती ह ै एवं गुफा संख् या 1 के लगभग समान ही िदखती ह.ै िकतु संरक्षण कह बेहतर िस्थित म ह.ै

    इस गुफा म दो ार-मंडल ह जो गुफा संख् या 1 से बहुत अलग ह.ै अलक की नक् काशी भी उससे अलग िदखती ह.ै इस गफुा के दो अच् छे खासे मोटे स् तंभ सहारा दते ेह, जो िक भारी नक् काशी से अलंकृत ह.

    सामने का पोचर् दोन ओर स् तभं से युक् त पर्कोष् ठ

    से युक् त ह.ै इनम बु के जन् म से पूवर् बोिधसत् व रूप के अन् य जन् म की कथाएं ह. पोचर् के पीछे की दीवार के बीच एक

    ार-पथ ह,ै िजससे हॉल म पर्वेश हो सकता ह.ै हॉल म चार कॉलोनेड ह, जो छत को सहारा दते ेह, व हॉल के बीच म एक वगर् को घेरते ह. वगर् की पर्त् येक भुजाया कॉलोनेड उसकी दीवार के समानांतर ह.ै कॉलोनेड के ऊपर व नीच ेपाषाण िशलाएं ह. इन पर कलश खड़े हुए ह, जो िक संुदरता

    से तराश गए ह, वे मानव, पशु, पौध एवं िदव् याकृितय से अलंकृत ह. एलोरा गफुाएं :- एलोरा या एल् लोरा (मलू नाम वेरुल) एक पुराताित् वक स् थल ह ै जो भारत म औरंगाबाद, महाराष् टर् से 30 िक.मी. (18.6 मील) की दरूी पर िस्थत ह.ै इन् ह राष् टर्कूट वंश के शासक ारा बनवाया गया था. अपनी स् मारक गुफा के िलए पर्िस एलोरा, युनेस् को ारा घोिषत एक िवश् व धरोहर स् थल ह.ै एलोरा भारतीय पाषाण िशल् प स् थापत् य कला का सार ह,ै यहां 34 गफुाएं ह जो असल म एक ऊध् वार्धर खड़ी चरणािदर् पवर्त के एक फलक से बना ह.ै इसम िहद,ू बौ और जैन गुफा मंिदर बन ेह. ये पाचंव और दसव शताब् दी म बने थे.

    यहां 12 बौ गुफाएं (1-12), 17 िहद ूगफुाएं (13-29) और 5 जैन गफुाएं (30-34) ह. ये सभी आसपास बनी ह और अपने िनमार्णकाल की धािमक सौहादर् को दशार्ती ह. एलोरा के 34 मठ और मंिदर औरंगाबाद के िनकट 2 िक.मी. के के्षतर् म फैले ह, इन् ह ऊंची बसाल् ट की खड़ी च ान की दीवार को काटकर बनाया गया ह.ै दगुर्म पहाि़डय वाला एलोरा 600 से 1000 ईसव के काल का ह.ै यह पर्ाचीन भारतीय सभ् यता का जीवंत पर्दशर्न करता ह.ै बौ , िहद ूऔर जैन धमर् को समिपत पिवतर् स् थान एलोरा पिरसर अि तीय कलात् मक सृजन और एक तकनीकी उत् कृष् टता ह.ै एलीफटा गफुाएं : एिलफटा भारत म मुबंई के गेट वे ऑफ इंिडया के लगभग 12 िक.मी. दरू िस्थत एक स् थल ह ैजो अपनी कलात् मक गुफा के कारण पर्िस ह.ै यहां कुल 7 गुफाएं ह. मखु् य गुफा म 26 स् तंभ ह, िजसम िशव

    महाराष् टर् की वास् तकुला के अद्भतु पर्तीक

  • पावर्ती के िववाह का भी संुदर िचतर्ण िकया गया ह.ै युनेस् क ारा एलीफटा गुफा को िवश् व धरोहर घोिषत िकया गया ह ै यह पाषाण-िशिल्पत मिंदर समूह लगभग 6000 वगर् फुट के के्षतर् म फैला ह,ै िजसम मुख् य कक्ष, दो पाश् वर् कक्ष, पर्ांगण व दो गौण मंिदर ह. इन भव् य गुफा म संुदर उभराकृितयां, िशल् पाकृितयां ह. साथ ही िहद ूभगवान िशव को समिपत एक मंिदर भी ह.ै ये गुफाएं ठोस पाषाण को काटकर बनाई गई ह. ये गफुाएं नौव शताब् दी से तेरहव शताब् दी तक के िसल् हारा वंश के राजा ारा िनिमत बताई जाती ह. कई िशल् पाकृितयां मान् यखेत के राष् टर्कूट वंश ारा बनवाई हुई ह. महाराष् टर् के अष् टिवनायक : सभी दवे म पर्थम पूज् य भगवान गणशे की पूजा वैसे तो पूरे दशे म होती ह,ै पर महाराष् टर् म इनकी मान् यता कुछ अिधक ही ह.ै गणेश जी के कई पर्िस मंिदर महाराष् टर् म ह. ऐसे ही मंिदर की शर्ृंखला ह ैअष् टिवनायक. आठ मंिदर की शर्ृंखला मुबंई के पास रायगढ़ व पुणे म फैली ह.ै इस शंृर्खला के पर्थम गणपित रायगढ़ िजले म महाड गांव म ह. दसूरे गणपित शर्ी मोरेश् वर पुणे से 56 िकमी. दरू मोरगांव म ह. िकलेनुमा िदखने वाले इस मिंदर के चार ार ह और हर

    ार पर अलग-अलग दवे की मूितया ं ह. शर्ी िचतामिण पुणे के ही येशुर कस् बे म ह. अहमदनगर िजले म भीमा नदी के िकनारे िस्थत िस टेक म पहाड़ की चोटी पर िस्थत इस मंिदर म गणेश की उत् तरमुखी स् वयंभू पर्ितमा ह.ै राजगढ़ जनपद के पाली गर्ाम िस्थत शर्ी बललालशे् वर गणपित अपन ेभक् त के नाम से जाने जाते ह. िवघ् नासुर को हराने के कारण शर्ी िवघ् नेश् वर नाम से िवख् यात अष् टिवनायक शर्ृंखला के छठव गणपित पणुे से 85 िकमी. दरू ओझर कस् बे म िस्थत ह.ै िकवदिंतय के अनुसार स् वयं म पावर्ती ारा बनाकर गफुा म रखी गई गणेश पर्ितमा लेनयािदर् की बौ गुफा म िस्थत ह.ै पुणे से 94 िकमी. दरू पहाड़ पर िस्थत यह मंिदर एक ही पत् थर से िनिमत ह.ै शर्ी महागणपित नामक आठव गणपित का मंिदर पुण ेसे 50 िकमी. दरू राजनगांव म ह.ै यह मंिदर इस तरह बनाया गया ह ैिक सूयर् की िकरण सीधे गणेश पर्ितमा पर पड़ती ह.

    को कई रूप म उकेरा गया ह.ै पहािड़य को काटकर बनाई गई ये मूितयां दिक्षण भारतीय मूितकला से पेर्िरत ह. इसका ऐितहािसक नाम धारपुरी ह.ै यह नाम मूल नाम अगर्हारपुरी से िनकला हुआ ह.ै एलीफटा नाम पुतर्गािलय

    ारा यहां पर बने पत् थर के हाथी के कारण िदया गया था. यहां िहद ू धमर् के अनेक दवेी-दवेता की मूितयां ह. ये मंिदर पहाि़डय को काटकर बनाए गए ह. यहां भगवान शंकर की नौ बड़ी-बड़ी मूितयां ह जो शकंर जी के िविभन् न रूप तथा िकर्या को िदखाती ह. इनम िशव की ितर्मिूत पर्ितमा सबसे आकषर्क ह.ै यह मूित 23 या 24 फीट लंबी तथा 16 फीट ऊंची ह.ै इस मूित म भगवान शंकर के तीन रूप का िचतर्ण िकया गया ह.ै

    इस मूित म शंकर भगवान के मुख पर अपूवर् गंभीरता िदखती ह.ै दसूरी मूित िशव के पंचमुखी परमेश् वर रूप की ह ैिजसम शांित तथा सौम् यता का राज् य ह.ै एक अन् य मूित शंकर जी के अधर्नारीश् वर रूप की ह ै िजसम दशर्न तथा कला का संुदर समन् वय िकया गया ह.ै इस पर्ितमा म पुरुष तथा पर्कृित की दो महान शिक्तय को िमला िदया गया ह.ै इसम शंकर तनकर खड़े िदखाए गए ह तथा उनका हाथ अभय मुदर्ा म िदखाया गया ह.ै उनकी जटा से गंगा, यमनुा और सरस् वती की ितर्धारा बहती हुई िचितर्त की गई ह.ै यहां पर िशव के भैरव रूप का भी संुदर िचतर्ण िकया गया ह ैतथा तांडव नृत् य की मुदर्ा म भी िशव भगवान को िदखाया गया ह.ै इस दशृ् य म गित एवं अिभनय ह.ै इसी कारण अनेक लोग के िवचार से एलीफटा की मूितयां सबसे अच् छी तथा िविशष् ट मानी गई ह. यहां पर िशव एवं

  • िहदी भाषा राष् टर्दलुारी, िमतर्ो इसको जान लो, वणर्माला के माध् यम स,े भारत राष् टर् को पहचान लो.

    'क' से कुल दिुनया हमारी, िजसम भारत राष् टर् ह,ै 'ख' से खेती िजसम, जीवन दान का पराकाष् ठ ह,ै 'ग' से गंगा िजसकी पूजा, करता ह ैसारा जहां, 'घ' से घर की आबरू, रक्षक ह िजसके नौजवां, 'च' से राजा चन् दर्गुप् त और 'छ' उनका छतर् ह,ै

    दशे के इितहास म वो युग स् विणम पृष् ठ ह.ै िहदी भाषा राष् टर्दलुारी, िमतर्ो इसको जान लो, वणर्माला के माध् यम स,े भारत राष् टर् को पहचान लो.

    'ज' से जलालु ीन अकबर, िजसने सौ हील ेिकए, िहद,ू मुिस्लम नस् ल और मजहब िमलाने के िलए,

    'झ' से ह ैझांसी की रानी, 'ट' से टीपू सूरमा, िजसके जीते जी न िसक् का, चल सका अगंर्ेज का.

    'ठ ' से वो ठाकुर िजसे, टैगोर कहता ह ैजहा,ं िजसकी रचना से ह,ै िवश् व म भारत का मान.

    िहदी भाषा राष् टर्दलुारी, िमतर्ो इसको जान लो, वणर्माला के माध् यम स,े भारत राष् टर् को पहचान लो.

    'ड' से डल कश् मीर की, जो हर नज़र का नरू ह,ै 'ढ' से ढाका िजसकी मलमल, आज तक मशहूर ह.ै 'त' से ताज आगरे का, एक अनूठा शाहकार,

    शाहजहां की लाडली मुमताज बेगम का मजार. 'थ' से थलसेना हमारी, रण ना पीछे हटे,

    दशु् मन को मारकर हम सबकी रक्षा कर.

    िहदी भाषा राष् टर्दलुारी, िमतर्ो इसको जान लो, वणर्माला के माध् यम स,े भारत राष् टर् को पहचान लो.

    'द' से िदल् ली िदल वतन और 'ध' से धड़कन प् यार की, 'न' से नेहरू िजस पर थी नज़र िटकी संसार की, 'प' से उसका पंचशील और 'फ' से उसका सुखफूल, 'ब' से बापू िजनको प् यारे थे अिहसा के उसूल, 'भ' भगतिसह िजसने ललकारा िवदशेी राज को,

    चढ़कर फांसी पर बचाया भारत म की लाज को िहदी भाषा राष् टर्दलुारी, िमतर्ो इसको जान लो, वणर्माला के माध् यम स,े भारत राष् टर् को पहचान लो.

    'म' से वो मजदरू िजसका दौर अब आने को ह,ै 'य' से युग सरमायेदारी को, जो अब जाने को ह,ै 'र' से रास् ता प् यार का और 'ल' लगन इंसाफ की, 'व' से ऐसा वायुमंडल, िजसम बरसे शांित, 'श' से शाह का जमाना, 'स' से समझो जा चुका 'ह ' से हम सब एक ह , वक् त ऐ फरमा चुका.

    िहदी भाषा राष् टर्दलुारी, िमतर्ो इसको जान लो, वणर्माला के माध् यम स,े भारत राष् टर् को पहचान लो.

    -- भपूिसह यादव मु.िड.सा.अधीक्षक, उ.रे.पर्.का. पता : सी-25-ई, रेलवे कॉलोनी, गुलाबीबाग लाजपत नगर-1, नई िदल् ली-24

    किवता

  • रेल मंतर्ालय (रेलवे बोडर्) के

    अिधकािरय /कमर्चािरय के िलए बोडर् कायार्लय म 23.04.2014 को सिमित कक्ष म यूिनकोड आधािरत कंप् यूटर संगोष् ठी का आयोजन िकया गया, िजसम कंप् यूटर के के्षतर् म जान-ेमाने िवशेषज्ञ एवं विरष् ठ पतर्कार शर्ी बालेन् द ु शमार् दाधीच को आमंितर्त िकया गया। इस संगोष् ठी की अध् यक्षता शर्ी पर्ेमपाल शमार्, कायर्पालक िनदशेक, स् थापना (सामान् य) ने की। कायर्कर्म की शुरूआत उपिनदशेक, राजभाषा शर्ी िरसाल िसह ने इस संगोष् ठी म पधारे शर्ी पर्ेमपाल शमार्, अितिथ वक् ता शर्ी दाधीच जी, िनदशेक, राजभाषा शर्ी के.पी.सत् यनंदन तथा सभी अिधकािरय /कमर्चािरय का स् वागत करते हुए, सिमित कक्ष म पर्ितभािगय की अच् छी-खासी उपिस्थित को दखेकर पर्सन् नता जािहर की तथा शर्ी दाधीच का संके्षप म पिरचय दतेे हुए उन सभी का अिभवादन िकया।

    तत् पश् चात् िनदशेक, राजभाषा न े अितिथ वक् ता शर्ी दाधीच की उपलिब्धय के बारे म िवस् तार से बताते हुए, उनके ारा रेल मंतर्ालय का आमंतर्ण स् वीकार करने के िलए खुशी जािहर की। संगोष् ठी के अध् यक्ष शर्ी पर्ेमपाल शमार् जी ने भी शर्ी दाधीच की उपलिब्धय का उल् लेख िकया। इस संगोष् ठी म शर्ी दाधीच ारा यूिनकोड के बारे म िदए वक् तव् य तथा उसका व् यावहािरक ज्ञान एवं पर्दशर्न िदखाने के बाद, इससे उपिस्थत सभी अिधकारी/कमर्चारी बहुत पर्भािवत हुए तथा सबने इसकी खूब पर्शंसा की। पर्ितभािगय ने भिवष् य म भी इस तरह की संगोि य आयोिजत िकए जाने की अपनी इच् छा जताई।

    उपिस्थत अिधकािरय /कमर्चािरय के मन म यूिनकोड म काम करने के बारे म उन् ह जो शंकाएं थ , उनका शर्ी दाधीच जी ने अपनी सरल एवं सहज भाषा म समाधान िकया। उपिस्थत सभी पर्ितभािगय ने उक् त संगोष् ठी की खूब सराहना की और इसे काफी उपयोगी बताया गया। अंत म, उप िनदशेक, राजभाषा शर्ी िरसाल िसह ारा िदए गए धन् यवाद ज्ञापन के साथ इस संगोष् ठी का समापन हुआ।

    यिूनकोड आधािरत कंप् यटूर सगंोष् ठी - एक िरपोटर्

  • 23.04.2014 को आयोिजत यूिनकोड आधािरत कंप् यूटर संगोष् ठी के दशृ् य

  • रेल अंचल म राजभाषा से संबंिधत गितिविधयां

    राजभाषा प्रदशर्नी म इंद्रायणी पित्रका का िवमोचन करते हुए बीच म ी एस.के.सदू, महाप्रबंधक, म य रेल, दाएं ी सनुीत शमार्, मंडल रेल प्रबंधक, ी सहषर् बाजपेयी,

    विर ठ मंडल कािमर्क अिधकारी बाएं ी िविपन पवार, विर ठ राजभाषा अिधकारी एवं अ य अिधकारी

    पुणे नगर राजभाषा कायार् वयन सिमित से सव कृ ट राजभाषा कायार् वयन के िलए िवशेष पुर कार प्रा त करते हुए पुणे रेल मंडल के अपर मंडल रेल प्रबंधक ी ए.बी. मढेकर तथा विर ठ राजभाषा अिधकारी, ी िविपन पवार

    भारतीय रेल िव युत इंजीिनयिरगं सं थान, नािसक रोड म िदनांक 20.1.2014 से 24.1.2014 तक 5 िदवसीय िहदंी कायर्शाला के समापन समारोह के अवसर पर ी डी.रामा वामी िनदेशक से िहदंी कायर्शाला म भाग लेने

    वाले कमर्चारी प्रमाणपत्र प्रा त करते हुए

  • रेल अंचल म राजभाषा से संबंिधत गितिविधया ं

    किव स मेलन का सचंालन करते हुए ी हिर िवठ्ठल धूमकेतु, भोपाल

    दिक्षण पि चम रेलवे, हुबली मंडल के बेलगाम टेशन पर िदनाकं 26.3.2014 को आयोिजत महादेवी वमार् जी की जयंती के अवसर पर मचं पर आसीन ीमती यामला रिव, राजभाषा अिधकारी, ी कु णानंद

    प्रभ,ु व.मंिचधी एवं बेलगाम सिमित के अ यक्ष एवं ी एम. च द्रमोहन, टेशन प्रबंधक, बेलगाम रेलवे टेशन तथा महादेवी वमार् जी की जीवनी प्र तुत करते हुए ी िवजय कुमार लांड,े व.अनुवादक.

    दिक्षण पि चम रेलवे, हुबली मंडल के बेलगाम टेशन पर िदनांक 26.3.2014 को आयोिजत महादेवी वमार् जी की जयंती के अवसर पर प्र तुत प्रदशर्नी का अवलोकन करते हुए ीमती यामला रिव, राजभाषा अिधकारी, ी एम.च द्रमोहन, टेशन प्रबंधक, बेलगाम रेलवे टेशन, ी कु णानंद प्रभु, व.मंिचधी एवं अ य पयर्वेक्षकगण

  • रेल अंचल म राजभाषा से संबंिधत गितिविधयां

    नराकास की बैठक म भारतीय कपास िनगम के राजभाषा प्रभारी को प्रमाणपत्र प्रदान करते हुए मंडल रेल प्रबंधक, ी िवनय बाबतीवाले. साथ म खड़ ेह राजभाषा अिधकारी

    नराकास, अजमेर की 66वी ं बैठक को सबंोिधत करते हुए नराकास अ यक्ष एवं मरेंप्र ी नरेश सालेचा एवं उनके दाएं अमरुािध एवं अपंरेप्र ी आर.के.मूंदडा एवं सिचव नराकास एवं रािध, ीमती मधुिलका राठौड़

    दिक्षण रेलवे के प्रदान कायार्लय म िदनांक 20.05.2014 तथा 21.05.2014 को आयोिजत अंताक्षरी म पुर कार िवतिरत करते मखु् य राजभाषा अिधकारी एवं उप मखु् य राजभाषा अिधकारी

  • मझु ेहाल ही म इंटरनेट पर 24 साल पहले की घटना पर आधािरत एक ममर् पशीर् एवं अिव मरणीय सं मरणा मक लेख पढ़ने का अवसर िमला। उक् त लेख भारतीय रेल (ट्राि◌फक) सेवा की मिहला अिधकारी एवं असम िनवासी, लोना समार् वारा िलखा गया है जो वषर् 1990 म बतौर प्रोबेशनर प्रिशक्षण प्रा त कर रही थी। सन ्1990 की गिमर्य म लीना अपने एक मिहला बैच-मेट के साथ प्रथम ेणी के आरिक्षत बथर् पर टे्रन वारा लखनऊ से िद ली जा रही थी। उसी बोगी म दो सांसद सवार हो गये। उनके साथ दजर्न भर अस य प्रकृित के समथर्क भी जबरन सवार हो गए िजनके पास अरक्षण-िटकट नहीं था और जो जोर-जबदर् ती एवं अ लील हरकत करते हुए अ य सभी याित्रय के िलए असिुवधा के सबब बन गये। इस प्रकार िद ली तक की क टु अनभुव के साथ यात्रा सपं न हुई, िजसने दोन मिहलाओं को भावा मक प से िवचिलत करके रख िदया। दसूरे िदन िवगत राित्र के अनभुव के सदमे के कारण लीना के िमत्र ने अहमदाबाद म आयोिजत अपने प्रिशक्षण के अगले सत्र म जाने से कतराते हुए िद ली म ही क जाने म अपनी भलाई समझी। लेिकन प्रिशक्षण- कायर्क्रम म भाग लेने के िलए लीना अपने एक अ य मिहला बैच-मेट के साथ प्रतीक्षा सचूी के यात्री के प म अहमदाबाद जाने वाली गाड़ी म सवार हो गयी। टीटीई ने दोन मिहलाओं को दो बथर् वाले एक कूपे म यह कहत े

    हुए त काल बैठने को कहा िक चेिकंग के बाद उपल ध बथर् का आबंटन कर देगा। उसी कूपे म दो खादीधारी राजनेता भी पहले से बैठे हुए थे। ये ट की उम्र 45 एवं किन ट की 40 प्रतीत

    होती थी। दोन आपस म वातार्लाप करने म य त थे। टीटीई के कहने पर सहजता से उ ह ने बथर् के एक कोने म िसमट कर, दोन मिहलाओं को बैठने के िलए जगह बना दी। उधर खादीधारी नेताओं को देखकर पवूर् की यात्रा के अनभुव को यादकर लीना सहम-सी गयी, लेिकन उसका मनोभाव आंककर टीटीई ने आ व त िकया िक दोन नेता शालीन यिक्त ह और वे िनयिमत प से उस ट पर यात्रा करते ह। नेताओं ने भाजपा के सद य के प म अपना पिरचय िदया और वातार्लाप का दौर चल िनकला। भारतीय जनसघं के सं थापक, व यामा प्रसाद मखुजीर् की चचार् करते हुए लीना ने बताया िक जब 35 वषीर्य यामा बाबू 1934-38 की अविध म कलक ता यिूनविसर्टी के वाइस-चांसलर थे, तब उ ह ने असम िनवासी उसके उस समय के िव याथीर् िपता को कॉलरिशप वीकृत िकया था। लीना ने आगे बताया िक उसके िपता अक् सर यामा बाबू को आदरपूवर्क याद िकया करते थे और जनू 1953 म कैद म रहते हुए 52 वषर् की आय ु म उस प्रभावशाली यिक्त व के आकि मक िनधन के समाचार ने उसके िपता को िवचिलत कर िदया था। यामा बाबू के सबंंध म जानकारी पर किन ट नेता ने मदं वर म कहा िक ‘यह अ छा है िक

    होनहार िबरवान के होते िचकने पात लेख

  • ये बहुत कुछ जानती ह।‘ अचानक विर ट नेता ने कहा िक आप लोक गजुरात म हमारी पाटीर् म शािमल क् य नहीं हो जाते? यह सनुकर दोन मिहलाओं ने यह कहत े हुए हंस िदया िक हम लोग गजुरात के नहीं ह। तभी किन ट नेता की तदं्रा भगं-सी हुई और उ होन सजंीदगी से कहा िक इससे क् या ? हमारे रा य म प्रितभाशाली यिक्तय का वागत है।‘ इसके बाद शाकाहारी भोजन के थाल मगंाये गये और चार ने खाना खाया। किन ट नेता ने चार के िलए वयं भगुतान िकया और लीना के ध यवाद के वर को तु छ समझकर अनसुनुी कर िदया। लीना ने उस समय उनकी ऑखं म िवशेष प्रकार की चमक देखी, िजनकी आदत म कम बोलना लेिकन अिधक सनुना शुमार था। तभी टीटीई ने आकर सचूना दी िक पूरी टे्रन पैक् ड है और उसने मिहलाओं को बथर् देने के मामले म अपने हाथ खड ेकर िदये। इस पर दोन नेता खड ेहो गये और कहा िक कोई बात नहीं। हम लोग इंतजाम कर लगे। ऐसा कहकर उ ह ने एक चादर कूपे के फशर् पर िबछाया और सो गये । इस प्रकार कूपे के दोन बथर् दोन मिहलाओं को िमल गये। लीना के मन म बार-बार यह बात आती रही िक लखनऊ-िद ली की यात्रा के दौरान वे दो नेता कैसे थे और अब अहमदाबाद की यात्रा के दौरान भाग् यवश िमल गये ये दो नेता कैसे ह। टे्रन अहमदाबाद टेशन पहंुचने वाली थी। विर ट नेता ने मिहलाओं से कहा िक अगर ठहरने की कोई सम या हो तो आप दोन के िलए मेरे घर के दरवाजे खलेु ह। किन ट नेता ने कहा िक म तो खानाबदोश आदमी हंू। मेरे पास उिचत आवास

    नहीं है जहां म आप लोग को ठहरने के िलए कहंू लेिकन आप िनि चंत होकर हमारे सीिनयर का प्र ताव सरुिक्षत आ य के िलए वीकार कर सकती ह। दोन मिहलाओं ने ध यवाद देते हुए बताया िक उनके िलए ठहरने की कोई सम या नहीं है। टे्रन टेशन पर कने ही वाली थी िक लीना ने अपनी डायरी िनकाली और उसम उन दोन स दय व िवलक्षण विृ त के राजनेताओं का नाम याददा त के िलए अिंकत करना चाहा, िज ह ने उसे आम नेताओं के बारे म कायम अपनी िवचारधारा को बदलने के िलए बा य कर िदया था। िलहाजा, टे्रन के कने तक लीना ने ज दी से अपनी डायरी म उन दोन राजनेताओं से पछूकर उनका नाम नोट कर िलया। लीना की डायरी म अिंकत उनके नाम थे- शकंरिसहं वघेला व नरे द्र मोदी। आ चयर् नहीं िक कालांतर म दोन ही गजुरात के मखु् यमतं्री बने और िवधाता वारा किन ट नेता के िलए भारत का प्रधानमतं्री बनना भी पवूार्ंिकत रहा था। सच ही कहा गया है- होनहार िबरवान के होते िचकने पात। आज से 24 वषर् पवूर् उन दोन राजनेताओं म पिरलिक्षत मानवता एवं चािरित्रक साम यर् को इस िवदेह का नमन, इस तस ली के साथ िक आज देश की बागडोर उक् त दोन राजनेताओं म से एक के समिुचत सु ढ़ हाथ म सवर्था वांिछत फलदायक होगी। --- राम उपदेश िसहं ‘िवदेह‘

    [ लेखक 1961 बैच के सेवािनवृ त आईएएस अिधकारी, लेखक, किव एवं सामािजक कायर्कतार्ह]

  • 25.05.2014 को आयोिजत क्षेतर्ीय रेल के उप महापर्बंधक /विरष् ठ राजभाषा अिधकािरय /राजभाषा अिधकािरय की बैठक के दशृ् य

  • 25.05.2014 को आयोिजत क्षेतर्ीय रेल के उप महापर्बंधक /विरष् ठ राजभाषा अिधकािरय /राजभाषा अिधकािरय की बैठक के दशृ् य

  • 25.05.2014 को आयोिजत क्षेतर्ीय रेल के उप महापर्बंधक /विरष् ठ राजभाषा अिधकािरय /राजभाषा अिधकािरय की बैठक के दशृ् य

  • मध् य रेलव ेइस ितमाही म इस रेलवे के आरओएच िडपो, भुसावल के िहदी पुस् तकालय म 17.01.2014 को िहदी सािहत् यकार रांगेय राघव की जयंती मनाई गई. 29.01.14 को जलगांव स् टेशन पर राजभाषा संबंधी पर्दशर्नी लगाई गई तथा मंडल की ई-सूचना पितर्का ताप् ती के 8व अंक का िवमोचन िकया गया. 04/11/18/25.01.14 को 4 िहदी तकनीकी संगोि य का आयोजन िकया गया. सोलापुर मंडल म 29 और 30.01.2014 को िहदी वाक् तथा िहदी िनबंध एवं िटप् पण-पर्ारूप लेखन पर्ितयोिगता का आयोजन िकया गया. पुण े मंडल के कराड स् टेशन पर 05.02.2014 को राजभाषा की पर्गित दशार्ने वाली पर्दशर्नी लगाई गई और अधर्वािषक राजभाषा पितर्का इंदर्ायणी का िवमोचन िकया गया. नागपुर मंडल के सीिनयर सेक् शन इंजीिनयर शर्ी जी एम चांदकेर को रेलवे बोडर् की लाल बहादरु शास् तर्ी तकनीकी मौिलक लेखन पुरस् कार योजना के अंतगर्त ततृीय पुरस् कार पर्ाप् त हुआ. िदनांक 13.03.14 को के्षतर्ीय राजभाषा कायार्न् यन सिमित की बैठक का आयोजन िकया गया. 08.03.14 को इगतपुरी स् टेशन पर राजभाषा पर्दशर्नी लगाई गई और मंुबई मडंल की अधर्वािषक राजभाषा गृह पितर्का रेल सागर तथा ितमाही ई-पितर्का अिभयान और अभ् यास पुिस्तका राजभाषा िदग् दिशका का िवमोचन िकया गया. 26.03.14 को बुिनयादी पर्िशक्षण कदर् भुसावल म महादवेी वमार् और 29.03.14 को एटीटीएस, भुसावल म भवानी पर्साद िमशर् की जयंती तथा पाठक मंच का आयोजन िकया गया. 05 तकनीकी संगोि य का भी आयोजन िकया गया. भसुावल मंडल को आदशर् मंडल के रूप म आचायर् महावीर पर्साद ि वेदी चल वैजयंती से सम् मािनत िकया गया तथा रेलवे बोडर् ारा व् यिक्तगत नकद पुरस् कार योजना के अतंगर्त रेल के 04 अिधकािरय और 03 कमर्चािरय को पुरस् कृत िकया गया. पूवर् रेलव े इस ितमाही म मालदा मडंल के सुल् तानगंज रेलवे स् टेशन पर 18 से 28.02.14 तक दस िदवसीय िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. आसनसोल मंडल म 19.02.14 को सुपर्िस किवियतर्ी सुभदर्ा कुमारी चौहान की स् मृित म,

    समारोह आयोिजत िकया गया तथा पर्वीण एवं पर्ाज्ञ परीक्षा म बेहतर अंक से उत् तीणर् कुल 25 कािमक को पुरस् कृत िकया गया. जमालपुर कारखाना म 04.02.14 को िहदी के िवख् यात किव सूयर्कांत ितर्पाठी िनराला की जयंती मनाई गई तथा िविभन् न पर्ितयोिगता म सफल कािमक को पुरस् कृत िकया गया. कांचरापाड़ा कारखाना म सवारी गाि़डय एवं ईएमयू के 31 परंपरागत िडब् ब पर राष् टर्ीय भावना को उजागर करने वाले पेर्रक वचन िहदी ह हम, वतन ह ै िहन् दोस् तां हमारा अंिकत िकए गए.िदनांक 25.03.14 को तर्मैािसक गहृ पितर्का पर्ितिबम् ब, ई-पितर्का पूव दय एवं राजभाषा मागर्दिशका पुष् प-14 का िवमोचन िकया गया. हावड़ा मडंल म 10.03.14 से 14.03.14 तक पांच िदवसीय िहदी कायर्शाला और दो िदवसीय िहदी िडक् टेशन कायर्शाला का आयोजन िकया गया. िसयालदह मंडल, आसनसोल मडंल, िललुआ कारखाना म और जमालपुर कारखाना म माचर्, 2014 म िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. िसयालदह मडंल के दत् तपुकुर और गोबरडांगा स् टेशन के स् टेशन संचालन िनयम पुिस्तका का िहदी म अनुवाद िकया गया. मालदा मंडल के रतनपुर, बिरयारपुर, गनगिनयां स् टेशन के संशोिधत स् टेशन संचालन िनयम पुिस्तका का िहदी म अनुवाद िकया गया. कांचरापाड़ा कारखाना म सवारी गाि़डय एवं ईएमयू के 36 परंपरागत िडब् ब पर िहदी ह हम, वतन ह ैिहन् दोस् ता ंहमारा अंिकत िकये गये. उत् तर रेलव ेइस रेलवे पर जनवरी माह म राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की कुल 24 बैठक आयोिजत की गईं. िदल् ली एवं िफरोजपुर मडंल म कुल 2 िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. फरवरी माह म इस रेलवे पर कुल 31 राजभाषा कायार्न् वयन सिमितय की बैठक का आयोजन िकया गया. िदल् ली एवं लखनऊ मडंल म कुल 04 िहदी कायर्शालाएं आयोिजत की गईं िजनम 101 कमर्चािरय को पर्िशिक्षत िकया गया. माचर् माह म राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की कुल 25 बैठक आयोिजत की गई. िदल् ली एवं लखनऊ मंडल पर 04 िहदी कायर्शालाएं आयोिजत की गई. पर्धान कायार्लय म िहदी कायर्शाला के अलावा कंप् यूटर पर

    रेल अचंल म िपछली ितमाही म िकए गए उल्लखेनीय कायर्

  • यूिनकोड आधािरत िहदी कीइंग पर्िशक्षण कायर्शाला का भी आयोजन िकया गया. उप मखु् य लेखा अिधकारी, यातायात कायार्लय, स् टेट एंटर्ी रोड, नई िदल् ली म कायर्रत शर्ी नरेश कुमार गुप् ता, विरष् ठ अनुभाग अिधकारी को रेलवे बोडर् ारा रेल यातर्ा वृत् तांत पर ि तीय पुरस् कार से सम् मािनत िकया गया. पूव त् तर रेलव ेइस रेलवे पर राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की कुल 12 बैठक संपन् न हुईं. 30.01.14 को िहदसु् तान एरोनॉिटक् स िलिमटेड, लखनऊ म लखनऊ मंडल को िहदी म सवार्िधक कायर् करने के िलए िविशष् ट कायार्लय का पुरस् कार पर्ाप् त हुआ. इस माह पयर्वेक्षक पर्िशक्षण कदर्, गोरखपुर म गाि़डय के संरिक्षत संचालन आिद से संबंिधत िविभन् न िवषय पर तकनीकी संगोि य का आयोजन िकया गया. वाराणसी मंडल पर्िशक्षण कदर् एवं मडुंआडीह म िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. 19.02.14 को मुख् यालय के िसगनल िवभाग ारा सूयर्कान् त ितर्पाठी िनराला की जयतंी का आयोजन िकया गया. वाराणसी मंडल म 29.02.14 को राजभाषा पर्श् नोत् तरी पर्ितयोिगता एवं कबीर व् यिक्तत् व एवं कृितत् व िवषय पर गोष् ठी का आयोजन िकया गया. इस रेलवे पर कुल 16 राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक का आयोजन िकया गया. मुख् यालय म 26.02.14 को कसर : लक्षण एवं बचाव िवषय पर संगोष् ठी का आयोजन िकया गया. इज् जतनगर मंडल के कासगंज स् टेशन पर 20.02.14 को बनर् थैरेपी िवषय पर तकनीकी संगोष् ठी का आयोजन िकया गया. मुख् यालय के िसगनल एवं िनमार्ण संगठन तथा तीन मंडल यथा, इज् जतनगर, लखनऊ एवं वाराणसी मंडल म कुल 11 िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. इस रेलवे का पर्यास ह ै िक यह रेलवे हर स् तर पर राजभाषा के उत् तरोत् तर पर्गित के िलए अगर्सर रह.े माचर् माह म रेलवे को रेलमंतर्ी राजभाषा शील् ड से सम् मािनत िकया गया ह.ै इस रेलवे पर राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की कुल 13 बैठक संपन् न हुईं. मखु् यालय तथा तीन मडंल यथा- इज् जतनगर, लखनऊ तथा वाराणसी मंडल म 07 िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. दिक्षण रेलव े10.01.14 को नगर राजभाषा कायार्न् वयन सिमित के तत् वावधान म िवश् व िहदी िदवस मनाया गया. ितरुवनंतपुरम

    मंडल म राजभाषा "ई" पितर्का का िवमोचन िकया गया. सेलम मंडल म रेल पर्बोध परीक्षा चलाई गई. लोको वक् सर् कमर्शाला, पेरंबूर म 27.01.14 से 31.01.14 तक िहदी सप् ताह मनाया गया. मदरैु मंडल म 30.01.14 को आयोिजत मंडल राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक के दौरान कािमक शाखा की फाइल की सूची संबंधी िवषय को एक सहायक सािहत् य के रूप म िवतिरत िकया गया. 14.02.2014 को दिक्षण रेलवे मुख् यालय म संपन् न राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक म गृह पितर्का दिक्षण ध् विन तथा िहदी पर्बोध परीक्षा के पर्श् न पतर् पर आधािरत सहायक सािहत् य का िवमोचन िकया गया. चेन् न ैमंडल म फरवरी, 2014 के दौरान िहदी सप् ताह समारोह के िसलिसले म िनबंध, वाक्, िटप् पण व पर्ारूप लेखन, िहदी सीडी दखे और कह आिद पर्ितयोिगताए ंआयोिजत की गईं. मदरैु मडंल के कोडैक् कानल रोड स् टेशन म िहदी पखवाड़े के दौरान 04.02.14 को िविभन् न पर्ितयोिगता का आयोजन िकया गया. पालक् काड मडंल म 13.02.14 को, लोको वक् सर् कमर्शाला म 07.02.14 को कर्मश: राजभाषा उत् सव का समापन समारोह, राजभाषा सप् ताह समारोह संपन् न हुआ और पुरस् कार िवजेता को पुरस् कार िवतिरत िकए गए. पोनमलै कमर्शाला म फरवरी, 2014 के दौरान पांच िदवसीय गहन कायर्शाला चलाई गई. 27.03.14 को संपन् न मंडल राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक म रेल पर्बोध पा कर्म से संबंिधत जानकारी दी गई. रेल पर्बोध पा कर्म का आयोजन कर 108 कमर्चािरय को पर्िशिक्षत िकया गया. मई म होने वाली िहदी परीक्षा के िसलिसले म संपकर् कायर्कर्म का आयोजन िकया गया. मदरैु मंडल म मागर्दशर्न कक्षाएं चलाई गईं. सेलम मंडल म 28.03.14 को मंडल राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक आयोिजत की गई. 14.03.14 को करूर म िहदी वातार्लाप पर्िशक्षण कायर्कर्म चलाया गया. 26.03.14 को ईरोड स् टेशन म राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक के साथ-साथ पहचाने एवं िहदी म िलख पर्ितयोिगता का आयोजन िकया गया. 25.03.14 का पालक् काड मडंल म राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक का आयोजन िकया गया िजसम िहदी ई-पितर्का रेल कैरली का िवमोचन िकया गया. पालक् काड, षोणूर्र, मगंलूरू, कोिषक् कोड व कण् णूर स् टेशन म एक िदवसीय कायर्शालाएं आयोिजत की गईं. राजभाषा उत् सव के िसलिसले म

  • दिक्षण पवूर् रेलव ेआलोच् य ितमाही म10.01.14 को बंडामुंडा, चकर्धरपुर मंडल म 25.01.14 तथा 30.01.14 को सीनी म गाड़ी संबंधी िविभन् न िवषय पर तकनीकी संगोि य का आयोजन िकया गया. राचंी मंडल म 26.01.14 को "रांची रेल दपर्ण"समाचार बुलेिटन का िवमोचन िकया गया. इस रेलवे के 05 अिधकािरय और 02 कमर्चािरय को िहदी म पर्शंसनीय कायर् करने के िलए रेलवे बोडर् का नकद पुरस् कार पर्दान िकया गया. चकर्धरपुर मंडल म 01.02.14 को बंडामुंडा म प् वाइंट बिस्टग और िनरापद शंिटग, 15.02.14 को डांगोवापोसी म टैर्क अनुरक्षण एवं टैर्क अनुरक्षण के समय सुरक्षा, 22.02.14 को राउरकेला म िव तु के कारण आग लगना तथा सवारी िडब् ब की आग से सुरक्षा िवषय पर तकनीकी संगोष् ठी का आयोजन िकया गया. खड़गपुर मंडल के किनष् ठ अनुवाद शर्ी राजेन् दर् दबेू को टेर्िनग स् कूल के पिरद े नामक उपन् यास लेखन हतेु रेलवे बोडर् से मुंशी पर्ेमचंद पुरस् कार पर्ाप् त हुआ. मुख् यालय म 07.03.14 को संपन् न के्षतर्ीय राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक के अवसर पर गितमान पितर्का के 25व अकं का िवमोचन िकया गया. रांची मंडल म 12.03.14 से 14.03.14 तक तीन िदवसीय िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. चकर्धरपुर मडंल म 27.03.14 और 28.03.14 को कर्मश: विरष् ठ मंडल िव ुत इंजी.(पिरचालन) और विरष् ठ मंडल इंजी.(समन् वय) कायार्लय म संगोष् ठी का आयोजन िकया गया. 01.03.14 और 08.03.14 को टाटानगर और राऊरकेला म तकनीकी संगोष् ठी का आयोजन िकया गया. खड़गपुर मडंल म 26.03.14 को संपन् न मडंल रेल राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक के अवसर पर अपर मडंल िचिकत् सा अधीक्षक ारा िदनचयार् जिनत रोग िवषय पर पावर पॉइंट पर्स् तुित की गई. आदर्ा मडंल के बांकुड़ा स् टेशन पर तीन िदवसीय िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. दिक्षण मध् य रेलव े03.01.14 को के्षतर्ीय राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक के दौरान कािमक िवभाग ारा पतर्ाचार संबंधी टेम् प् लटे पुिस्तका का िवमोचन िकया गया. मेट्टुगुडा कारखाना तथा हदैराबाद मडंल म पाचं िदवसीय िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. पर्धान कायार्लय म 18 और 20.02.2014 को तीन िदवसीय िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. पर्धान संगठन के िनमार्ण संगठन ारा

    कड़पा कायार्लय म 04.02.14 और 05.02.14 तक दो िदवसीय लघु कायर्शाला और मुपर्िध/िन/िसकंदराबाद कायार्लय म 17 से 21.02.14 तक पांच िदवसीय िहदी गहन कायर्शाला का आयोजन िकया गया. हदैराबाद मंडल म 17 और 18.02.14 को दो िदवसीय िहदी कायर्शाला का आयोजन कर नोिटग, राजभाषा नीित आिद का व् यावहािरक पर्िशक्षण िदया गया. िवजयवाड़ा मंडल म 26.02.14 को कोिचग िडपो कायार्लय म आधुिनक िहदी सािहत् य के पर्मुख सािहत् यकार शर्ी सूयर्कांत ितर्पाठी िनराला की जयंती मनाई गई. नादंडे मडंल म 07, 13 और 21.02.14 को िविभन् न संगोि य का आयोजन िकया गया. इसके अितिरक् त इस रेलवे पर टेबल टेर्िनग, िवभागीय बैठक , पर्िशक्षण कायर्कर्म का आयोजन िकया गया. इस माह रेलवे को िहदी म उत् कृष् ट कायर् करने के िलए रेलवे बोडर् ारा रेल मतंर्ी राजभाषा रिनग टर्ॉफी से सम् मािनत िकया गया. िवजयवाड़ा मडंल को आदशर् मडंल के रूप म रेलवे बोडर् ारा आचायर् रघुवीर चल वैजयंती टर्ॉफी पर्दान की गई. 18.03.14 को आयोिजत राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक म भंडार शाखा से संबंिधत टपलेट पुिस्तका और गोपनीय िरपोटर् म पर्युक् त शब् दावली से संबंिधत टेबल काडर् का िवमोचन िकया गया और िचिकत् सा िवभाग ारा कसर बीमारी पर पावर-पॉइंट पर पर्स् तुित दी गई. 28.03.14 को पर्धानाचायर् कायार्लय, रेल सुरक्षा बल पर्िशक्षण कदर्, मौलाअली म तकनीकी संगोष् ठी िहदी म आयोिजत की गई. पर्धान कायार्लय के िनमार्ण संगठन ारा िवजयवाड़ा म िस्थत िनमार्ण यूिनट म 10.03.14 से 14.03.14 तक िहदी कंुजीयन पर्िशक्षण कायर्कर्म का आयोजन िकया गया. िसकंदराबाद मडंल ारा 24.03.14 को तर्ैमािसक समाचार ब ुलेिटन पर्कािशत िकया गया. इसके अलावा समय-समय पर सभी कायार्लय म संपकर् अिभयान, टेबल टेर्िनग और िवभागीय बैठक का आयोजन िकया गया. पि म रेलव ेआलोच् य ितमाही के दौरान इस रेलवे पर यथा िनधार्िरत िनयमानुसार स् टेशन राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक आयोिजत की गई. अहमदाबाद मंडल म मािसक बुलेिटन "राजभाषा साथी" जारी िकया गया. सािहत् यकार आिद की िहदी सुिक्तय के पोस् टर बनाकर मंडल कायार्लय म लगाए

  • गए. फरवरी माह पर्धान कायार्लय म िहदी सरलीकरण पर दो िदवसीय कायर्शाला का आयोजन िकया गया. पुस् तक चयन सिमित की बैठक आयोिजत की गई. राजकोट मंडल पर वािषक िनरीक्षण के दौरान ारका म िहदी म हो रह ेकायर् एवं पर्चार-पर्सार पर पर्दशर्नी लगाई गई और उत् कृष् ट कायर् करने वाल को पुरस् कृत िकया गया. राजकोट मडंल की तर्ैमािसक गृह पितर्का राजभारती के 17व अंक का िवमोचन िकया गया. वड़ोदरा मडंल पर अंकलेश् वर और भरूच तथा भावनगर मंडल के वेरावल और सोमनाथ म िहदी म हो रह ेकायर् एवं पर्चार-पर्सार पर पर्दशर्नी लगाई गई. रतलाम मंडल पर सूयर्कान् त ितर्पाठी िनराला जयंती मनाई गई.रेलवे को राजभाषा म उत् कृष् ट कायर् करने के िलए रेल मंतर्ी राजभाषा शील् ड से सम् मािनत िकया गया. 21.03.14 को संपन् न के्षतर्ीय राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक म ई-राजहसं के 16व अंक का िवमोचन िकया गया. िवभागाध् यक्ष को राजभाषा म कायर् करने म सुगमता हो, इसिलए िहदी-अंगर्ेजी व अंगर्ज़ेी-िहदी शब् द कोश का िवतरण िकया गया. होली के शुभ अवसर पर हास् य किव सम् मेलन का आयोजन िकया गया. के्षतर्ीय स् तर पर िहदी िटप् पण आलेखन, िनबंध एवं वाक् पर्ितयोिगता का आयोजन िकया गया. भावनगर मडंल पर 20.03.14 को आयोिजत राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक म अिधकारी/कमर्चारी ारा िहदी काव् य रचना को एक पुस् तक किवता की रेल भावना का मेल के रूप म िवमोचन िकया गया. अहमदाबाद मंडल पर राजभाषा बुलेिटन का पर्काशन िकया गया. 07.03.14 को आयोिजत राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक म िहदी म उत् कृष् ट कायर् करने वाले दो अिधकारी एवं छ: कमर्चािरय को राजभाषा रत् न से पुरस् कृत िकया गया तथा सिच्चदानंद हीरानंद वात् सयायन अजे्ञय के जीवन पर पॉवर पॉइंट के जिरए पर्काश डाला गया. तर्मैािसक ई-पितर्का राजभाषा आशर्म सौरभ के 9व अंक का िवमोचन िकया गया. उत् तर पि म रेलव ेबीकानेर मंडल म रेल समाचार बुलेिटन "बीकाणा" का पर्काशन िकया गया. जयपरु मंडल म िहदी कायर्शाला का आयोजन िकया गया. इस रेलवे पर 27.02.14 को राजभाषा कायार्न् वयन सिमित की बैठक का आयोजन िकया गया. अजमेर मंडल पर 25.02.14 को ऊजार् संरक्षण िवषय

    पर तकनीकी गोष् ठी का आयोजन िकया गया. पर्धान कायार्लय म 20.03.14 को दघुर्टना जांच िरपोटर् (नाप-जोख), िसगनल िवफलता-कारण और िनवारण, नॉन इंटरलॉक पर्णाली, व् यिक्तगत स् वास् थ् य पर तकनीकी संगोि य का आयोजन िकया गया. 05.03.14 को जयपुर मंडल के फुलेरा स् टेशन के मुख् य स् वास् थ् य िनरीक्षक कायार्लय म “स् टेशन पर खा पदाथ की गुणवत् ता” िवषय पर कायर्शाला का आयोजन िकया गया. अजमरे मंडल म 19.03.14 को राजभाषा व शब् दावली िवषय पर कायर्शाला का आयोजन िकया गया. बीकानेर