मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house...

134
विधान सभा कायिाही / 21 July 2017 अशोवधत / काशन के विए नह मदेश विधान सभा कᳱ कायिाही (अवधकृत वििरण) __________________________________________________________ चतुदयश विधान सभा चतुदयश स जुिाई, 2017 स शुिार, ᳰदनािक 21 जुिाई, 2017 (30 आषा, शक सित् 1939 ) [खड- 14] [अिक- 5 ] __________________________________________________________

Upload: others

Post on 09-Feb-2020

15 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

Page 1: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मधरपरदश विधान सभा

की

कारयिाही

(अवधकत वििरण)

__________________________________________________________

चतदयश विधान सभा चतदयश सतर

जिाई, 2017 सतर

शकरिार, ददनााक 21 जिाई, 2017

(30 आषाढ, शक साित 1939 )

[खणड- 14] [अाक- 5 ]

__________________________________________________________

Page 2: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मधरपरदश विधान सभा

शकरिार, ददनााक 21 जिाई, 2017

(30 आषाढ, शक साित 1939 )

विधान सभा पिायहन 11.01. बज समित हई.

{अधरकष महोदर (डॉ.सीतासरन शमाय) पीठासीन हए.}

बधाई

नि-वनिायवचत राषटरपवत शरी रामनाथ कोविाद जी को सदन दवारा बधाई

शरी रशपाि वसाह वससोददरा(मादसौर)--माननीर अधरकष महोदर, आज का ददन ऐवतहावसक

ददन ह. सदन क अनक सदसरो न वजनको मतदाता क रप म काननी वनिायवचत करन का अवधकार

था. दश क राषटरपवत आदरणीर कोविाद जी वनिायवचत हए ह. सदन की ओर स बहत बहत बधाई,

शभकामनाएा.

अधरकष महोदर--रह सदन शरी रामनाथ कोविाद को भारत गणराजर का चौदहिाा राषटरपवत

वनिायवचत होन पर हारदयक बधाई दता ह. हम सभी को रह विशवास ह दक राषटरपवत क रप म उनक

कारयकाि म हमार दश की सािधावनक वयिसथा और मजबत होगी.

शरी बाबिाि गौर--माननीर अधरकष महोदर, मरा वनिदन ह दक सदन खड होकर क

माननीर शरी रामनाथ कोविाद जी को बधाई द.

(सभी माननीर सदसरो दवारा खड होकर सदन म शरी रामनाथ कोविाद जी को नि-वनिायवचत

राषटरपवत चन जान पर बधाई दी गई)

शरी विशवास साराग(राजरमातरी, सहकाररता)--माननीर अधरकष महोदर, (XXX)

शरी सोहनिाि बालमीक--माननीर अधरकष महोदर, रह सदन क अादर वयिहार नही होना

चावहर तथा इस तरह की रिपपणी भी नही होनी चावहर.

शरी विशवास साराग--रिपपणी करा सबको धनरिाद एिा बधाई द रह ह.

शरी सोहनिाि बालमीक--माननीर अधरकष महोदर, रह कौन सी बात हो गई? इतना भी

अहाकार तथा घमाड नही होना चावहर.

अधरकष महोदर--इसको कारयिाही स वनकाि द.

Page 3: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ताराादकत परशनो क मौवखक उततर

िावणजर साकार क वशकषको की पदोन नवत

[सकि वशकषा]

1. ( *कर. 1589 ) शरी सदशयन गप ता (आरय) करा सकि वशकषा मातरी महोदर रह बतान की कपा करग

दक (क) करा सकि वशकषा विभाग म कारयरत ि सहारक वशकषक वजनकी सनातक/सनातकोततर की वडगरी

िावणजर विषर स थी, उनकी पदोननवत नही होन क कारण िावणजर साकार को किा साकार म

समावहत करना ह? रदद हाा, तो इस दकस आधार पर दकरा जाएगा? (ख) परशनााश (क) अनसार की

गई कारयिाही क तहत ऐस सहारक वशकषक जो एक ही पद पर रहत हए 20 स 30 िषय स भी अवधक

सिा पणय करन क बाद भी पदोननवत का िाभ नही ि पा रह ह, इनक विर विभाग करा कारयिाही

करगा?

सकि वशकषा मातरी ( का िर विजर शाह ) (क) रचनाकरम एिा भती पदोननवत वनरम म िावणजर

विषर समह नही होन क कारण इस विषर क िोक सिको की गणना किा साकार (सामावजक

विजञान) म म.पर. राजपतर (असाधारण) ददनााक 3/4अगसत 2012 क वबाद की अनसची चार म

कॉिम (2) म अनकरमााक (2क) की परविवि एिा साचािनािर क पतर ददनााक 13.02.2013 अनसार की

जाती ह। जानकारी सािग न पररवशि अनसार ह। (ख) भती एिा पदोननवत वनरम क अनसार पातरता

एिा पद ररकतता की दशा म पदोननवत का िाभ ददए जान का परािधान ह। ितयमान म माननीर

उचचतम नरारािर म परचवित पदोननवत स साबावधत नरारािरीन परकरण म रथावसथवत बनाए रखन

क आदश क पररपािन म पदोननवत की कारयिाही नही की जा रही ह।

पररवशि - ''एक''

शरी सदशयन गपता--माननीर अधरकष महोदर, सियपरथम म भी नि-वनिायवचत राषटरपवत शरी

रामनाथ कोविाद जी को बधाई दता हा. म अपन परशन की ओर आता ह. हम अपना अवधकार माागत ह

न दकसी स भीख माागत ह. इस रवकत क आधार पर रह वशकषकगण शीघर नरार की उममीद कर रह

ह. माननीर मातरी जी न अपन उततर (ख) म सिीकार दकरा ह दक भती एिा पदोननवत वनरम क

अनसार उनकी पातरता एिा ररकतता की दशा म पदोननवत का िाभ ददर जान का परािधान ह, दकनत

उनको िाभ नही वमि रहा ह. चादक मामिा माननीर उचचतम नरारािर म सि क आधार पर िावबत

ह. शासन की भवमका नरार परदकररा म शीघर वनपिार को िकर उममीद पर रिकी ह. कपरा कर रह

Page 4: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

बतार दक सि को िकि करान म विभाग क दवारा वनरातर पररास दकर जाएाग. वजसस वशकषको को

भविषर म उसका िाभ वमि सक.

का िर विजर शाह--माननीर अधरकष महोदर, जहाा तक कोिय का सिाि ह उसक बार म

विधान सभा क तौर पर कछ कहना िगता ह दक ठीक नही ह. पदोननवत िाि मिर पर वनणयर

होगा, िदकन जो पदनाम की बात माननीर विधारक जी न कही ह. विभाग उसस सहमत ह दक

उनही क साथ िािो का पदनाम बदि गरा ह इनकी पदोननवत नही हई ह. कवबनि म हम वनवित

रप स िाकर क इनकी जो हक की िडाई ह उस पर जो भी सहानभवतपियक विचार होगा और जो

भी उनक हक म हो सकता ह. परा-परा पररास सरकार करगी.

शरी सदशयन गपता--माननीर अधरकष महोदर, रह कारय शीघरावतशीघर हो जाए, करोदक

वशकषको को उनका हक नही वमि रहा ह. माननीर मातरी जी न बोिा ह तो म उनक उततर स साति

हा. धनरिाद.

का िर विजर शाह--बहत जलदी कर दग.

फजी जावत परमाण पतर की जााच

[सकि वशकषा]

2. ( *कर. 859 ) शरी िाखन वसाह रादि करा सकि वशकषा मातरी महोदर रह बतान की कपा करग

दक (क) क रा ग िाविरर वजि क शा.पर.वि. हकमगण जनपद पाचारत घािीगााि म पदस थ परधान

अध रापक शरी विजर वसाह बाजारा फजी जावत परमाण पतर क आधार पर परधान अध रापक क पद पर

पदस थ ह? क रा इस साबाध म गोविन द वसाह पतर शरी िोकमन वसाह गराम हकमगण क दवारा वशकारत

पर परश नकताय विधारक क दवारा पतर कर./किक िर/2017-18/11, ददनााक 20.04.2017 को वशकारत

की थी? रदद हाा, तो उक त ददिस स परश न ददनााक तक ऐस फजी अन.जनजावत क परमाण पतर क

आधार पर कारयरत परधान अध रापक क परवत कोई जााच कराई गई? रदद हाा, तो क रा जााच म दोषी

पारा? रदद हाा, तो ऐस दोषी परधान अध रापक क विरध क क रा कोई दण डात मक कारयिाही की गई

ह? रदद हाा, तो क रा? रदद नही, तो क रो? (ख) वभतरिार विधान सभा कषतर म

शासकीर, पराथवमक, माध रवमक, हाईस कि एिा हारर सकण डरी विािर म कौन-कौन

कमयचारी/वशकषक/अवधकारी पदस थ ह? परत रक विािरिार अिग-अिग स िीकत पदो की सा‍ रा

तथा उनक विरध क दकतन कमयचारी/अवधकारी पदस थ ह, उनका नाम, पद, पदस थापना ददनााक तथा

Page 5: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

दकस-दकस विािर म दकतन-दकतन दकस स तर क कमयचारररो क पद ररक त ह? परत रक विािर

िार स पष ि कर। इन ररक त पदो को कब तक भर विरा जािगा? एक वनवित समर-सीमा स पष ि कर।

सकि वशकषा मातरी ( का िर विजर शाह ) (क) जी नही। जी हाा। जी हाा। जी नही। शषााश का परश न

उपवसथत नही होता ह। (ख) जानकारी पसतकािर म रख पररवशि अनसार ह। पद ररक तता एिा

परतय सतत परदकररा ह। समर-सीमा बतारा जाना साभि नही ह।

शरी िाखन वसाह रादि -माननीर अध रकष, मर परश न क उत तर म माननीर मातरी जी न जो

उत तर ददरा ह, िह आप भी दख रह होग. आपन उत तर म विखा ह दक (क) म जी नही, जी हाा. जी

हाा.जी नही.शषााश का परश न उपवसथत नही होता ह और समर-सीमा बतारा जाना साभि नही ह.

रह मर परश न का उत तर आरा ह.

अध रकष महोदर, म आपक माध रम स मातरी जी स वनिदन करना चाहता हा दक मन जो परश न

िगारा था िह एक सहारक वशकषक क बार म था. म मातरी जी स जानना चाहता हा दक क रा रह

विजर वसाह बाजारा, अनसवचत जावत म आता ह रा वपछड िगय म आता ह ? रदद रह वपछड िगय म

आता ह तो अनसवचत जनजावत की किगरी म इसको परमोशन ददरा गरा था. रदद ददरा गरा तो

क रो ददरा गरा और दफर इसको 200 म इसको परमोशन दन क बाद, दफर 2015 म इसका

वडमोशन दकसक कहन पर, दकसकी वशकारत पर दकरा गरा ? रह माननीर मातरी जी स मरा पहिा

परश न ह. दक रह विजर वसाह बाजारा दकस किगरी म आता था और इसको परमोशन दकस किगरी म

वमिा और दफर दकसकी वशकारत पर इसका वडमोशन दकरा गरा.

का िर विजर शाह - विजर वसाह बाजारा की वनरवकत िषय 22.7.1992 म हई थी और उसक

बाद वजस जावत क आधार पर उसकी पदोन नवत हई थी, जब उसकी जााच करारी गरी तो िह उस

जावत का नही पारा गरा, वजस जावत क कारण उसन पदोन नवत का िाभ विरा. हम िोग इसकी

जााच कर रह ह और वजस अवधकारी/कमयचारी न वबना परी जााच क उसको पदोन नवत का िाभ

ददरा ह उन िोगो पर हम स‍ त कारयिाही करग. अभी उस िीचर को हमन िहाा स हिा ददरा ह.

शरी िाखन वसाह रादि - माननीर अध रकष महोदर, मरा दसरा परश न रह ह दक आपन अभी

स िीकार दकरा दक उसकी पदोन नवत गित किगरी म की गरी. उसम स‍ चाई तो रह ह दक िह

वपछड िगय का था और अनसवचत जनजावत का सरियदफकि िगाकर उसन अपनी पदोन नवत करिा

िी और िगातार साढ सात साि तक उसन अपन पद का दरपरोग दकरा. मरा आपक माध रम

स माननीर मातरी जी स वनिदन ह दक आज िह सदन म घोषण कर दक ऐस गित तरीक स अपन

Page 6: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

पद का दरपरोग करन िाि और गित सरियदफकि िगान िाि ऐस सहारक अध रापक को, सहारक

वशकषक को आप इस सदन म तत काि वनिावबत करक उसकी जााच करान की और िहाा स हिान की

घोषणा करग क रा ?

अध रकष महोदर - िहाा स हिान का तो मातरी जी न कह ददरा ह.

शरी िाखन वसाह रादि - माननीर अध रकष महोदर, उसको तत काि वनिावबत कर, रह इतना

बडा घोर-अपराध ह, िह अपन पद का गित तरीक स साढ सात साि स दरपरोग कर रहा ह.

का िर विजर शाह - माननीर अध रकष जी, परथम दष िरा ऐसा िगता ह परी-परी गिती उस

वशकषक की नही ह. हमार विभाग स भी कही न कही िापरिाही इसम हई ह. इसविर इसकी समगर

जााच करिारग. इसम बड ििि पर जो अवधकारी रहाा पर भी दोषी ह, उन भी कारयिाही करग.

वजिा अवधकारी पर भी कारयिाही करग और उस साबावधत िीचर को िहाा स हिाकर क जााच

करिारग. आज ही िह हि जारगा.

शरी िाखन वसाह रादि - इसम बात रह ह दक वजस व रवकत न फजी सरियदफकि अनसवचत

जनजावत का बनारा ह, पहि वजसन नकिी सरियदफकि बनारा ह तो आप उसको क रो सस पड नही

करना चाहत ह. आप उनको सस पड करक जााच करिा ि. उसको सस पड करन म क रा ददक कत ह,

उसन साढ सात साि अपन पद का दरपरोग दकरा.

अध रकष महोदर - मातरी जी न कहा ह दक अभी तत काि हिा रह ह.

शरी िाखन वसाह रादि - मातरी जी हिाना अिग बात ह, आप उसको तत काि सस पड कर.

उसन इतना बडा घोर-अपराध दकरा ह.

अध रकष महोदर - (शरी रामवनिास राित क खड होन पर) शरी रामवनिात राित आप कछ

कह रह ह.

शरी रामवनिास राित - विधारक जी का जिाब आ जार.

शरी िाखन वसाह रादि - माननीर अध रकष महोदर, रह बहत ...

अध रकष महोदर - उनक परश न का जिाब आ गरा ह.उस पर कारयिाही भी हो रही ह.

शरी िाखन वसाह रादि- अध रकष महोदर, क रा कारयिाही हो रही ह, उस हिाकर जााच

करिाई जा रही ह. हम चाहत ह दक उस वनिावबत दकरा जार वजसस उस कछ तो सजा वमि. जााच

क बाद जो होगा, िह परश न बाद म आता ह. सदन म मातरी जी इसकी घोषणा कर दक उस वनिावबत

कर जााच करिाई जारगी.

Page 7: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

का िर विजर शाह- माननीर अध रकष महोदर, दकसी की जावत की जााच करिान और उसका

वनराकरण करन की एक परदकररा ह.

शरी िाखन वसाह रादि- मातरी जी, आपन स िरा स िीकार दकरा दक िह उस जावत का नही

था, वजस जावत क िगय म उसन करमोन नवत पराप त की थी.

का िर विजर शाह- अध रकष महोदर, म कहना चाहता हा दक जावत क परकरणो म होन िािी

जााच पी.एस. स तर की कमिी दवारा होती ह और िह माननीर उ‍ च न रारािर स नामद द होती ह.

हमन कारयिाही करक उसकी पदोन नवत िापस कर दी ह. वजिा और परदश स तर क वजन

अवधकारररो न गडब डी की ह, उनक विरध क भी कारयिाही कर रह ह. उस मास िर को िहाा स हिा

ददरा गरा ह. उसक जावत परमाण-पतर को हम जााच कमिी को भज दग.

शरी िाखन वसाह रादि- माननीर अध रकष महोदर, मरा वनिदन ह दक रह बहत ही बडा

अपराध ह. उस वनिावबत करन म क रा आपवतत ह ? जब मातरी जी सदन म स िीकार कर रह ह दक

उसन गित तरीक स करमोन नवत पराप त की ह तो उस वनिावबत क रो न दकरा जार. रदद हमारा रिरा

ऐसा ही रहा तो हर आदमी ऐसा करगा. रह एक परकरण साजञान म आरा ह और भी बहत स ऐस

परकरण होग.

माननीर अध रकष महोदर, रदद आज मातरी जी सदन म रह घोषणा नही करत तो म रह

मानकर चिागा दक (XXX)

....(व रिधान)....

अध रकष महोदर- इस तरह क आरोप सदन म नही िगार जा सकत. इसको कारयिाही स

वनकािा जार.

शरी िाखन वसाह रादि- दफर मातरी जी कारयिाही क रो नही करना चाहत, वनिाबन की

घोषणा क रो नही कर रह ह ?

....(व रिधान)....

का िर विजर शाह- माननीर अध रकष महोदर, उनकी बात कारयिाही स वनकािी जार.

रादि जी, म आपको चनौती दता हा. आप मरी जावत को चनौती द रह ह. आप विखकर अनसवचत

जावत आरोग म दीवजए. इस तरह स सदन नही चि पाएगा और न ही जिाब ददए जा सक ग.

....(व रिधान)....

अध रकष महोदर- मन ि शब द कारयिाही स वनकििा ददए ह.

Page 8: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

राजस ि मातरी (शरी उमाशाकर गप ता)- माननीर अध रकष महोदर, इन ह अपनी बात क विए

खद व रक त करना चावहए. रह गित तरीका ह. क रा आप मातरी जी क बार म कछ भी बोिग ?

....(व रिधान)....

शरी िाखन वसाह रादि- माननीर अध रकष महोदर, ऐस दोषी कमयचारी को तो तत काि

वनिावबत करना चावहए था. उसन गिती की ह और आप उस हिाना नही चाहत ह.

का िर विजर शाह- माननीर अध रकष महोदर, (XXX)

....(व रिधान)....

शरी िाखन वसाह रादि- माननीर अध रकष महोदर, रदद मातरी जी कारयिाही नही करग तो

रह सदन का अपमान ह.

शरी रामवनिास राित- माननीर अध रकष महोदर, रह क रा तरीका ह. रह आसादी और सदन

का अपमान ह.

....(व रिधान)....

शरी उमाशाकर गप ता- आप जो कह रह ह, क रा िह अपमान नही ह ? आप कछ भी बोिग.

....(व रिधान)....

शरी िाखन वसाह रादि- माननीर अध रकष महोदर, जब सदन म रह स िीकार दकरा जा रहा

ह दक उसन गित तरीक स करमोन नवत पराप त की ह तो उस वनिावबत क रो नही दकरा जा रहा ह.

मातरी जी न जो कहा िह भी सदन की गररमा क अनसार उपरक त नही ह. क रा आप अपन जनाधार

का बि ददखा रह ह.

....(व रिधान)....

शरी उमाशाकर गप ता- माननीर अध रकष महोदर, दकसी क बार म कछ भी बोिन का, रह

गित तरीका ह. आप दकसी मातरी को जिाब दन क विए मजबर नही कर सकत ह. क रा आपन सदन

की गररमा को कारम रखा ? आपन मातरी जी क बार म क रा बोिा ? आपको माफी माागनी चावहए.

आपको रह अवधकार दकसन ददरा दक आप मातरी जी क विए कह दक िह भी ऐस ही गित तरीक स

जावत का िाभ ि रह ह.

अध रकष महोदर- रादि जी, मरा आपस अनरोध ह दक कभी-भी इस तरीक क आरोप

व रवकतगत नही िगान चावहए. आपक परश नो का समाधान रदद नही हआ तो इसका मतिब रह नही

ह दक आप व रवकतगत आरोप िगार. रह एक सामान र परदकररा ह दक माननीर सदस रगण कछ मााग

करत ह उनम स कई मााग मातरीगण मानत ह और कई नही मानत ह. इसम व रवकतगत राग-दवष का

Page 9: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

परश न नही आता ह. माननीर मातरी जी न करोध म आकर जो कह ददरा ह, म उस भी अनवचत मानता

हा. माननीर मातरी जी, आपन जो पहि अपन उत तर म कहा ह, िही कारयिाही होगी, बाद की

आपकी बात वििोवपत की जाती ह. जािि जी आप अपना परश न कररए उन ह बोिन दीवजए. िाखन

वसाह जी जो बोिग िह नही विखा जाएगा. आप उन ह पढन दीवजए उनका परश न भी महत िपणय ह.

आपकी बात हो गई ह.

राज रमातरी, सहकाररता (शरी विश िास साराग) -- माननीर अध रकष महोदर, माननीर नता

परवतपकष जी इस पर खड होकर साजञान तो ि.

अध रकष महोदर-- रह विषर समाप त हो गरा ह, अब रह विषर आग नही बढगा. डॉ.

किाश जािि जी अपना परश न कर नही तो म आग बढागा.

शरी रामवनिास राित -- माननीर अध रकष महोदर, आपन मरी बात सनी ही नही.

अध रकष महोदर-- नही सनना आपकी बात. परश नकाि होन द.

विािरो म शौचािरो का वनमायण

[सकि वशकषा]

3. ( *कर. 1404 ) डॉ. किाश जािि करा सकि वशकषा मातरी महोदर रह बतान की कपा करग

दक (क) करा विधानसभा कषतर गोिगााि म िषय 2013-14, 2014-15 एिा 2015-16 म विभाग दवारा

रावश र. 1.17 िाख, 1.13 िाख क एिा एन.िी.पी.सी. दवारा विािरो म शौचािरो का वनमायण

करारा गरा ह? रदद हाा, तो उकत शौचािरो का कहाा-कहाा वनमायण दकरा गरा? सकििार सची

उपिबध कराि। (ख) परशनााश (क) क सादभय म इन शौचािरो म करा-करा सविधार उपिबध कराई

जाना थी? क रा जो सविधार उपिब ध करारी जानी थी, िह सभी सविधार महरा करा दी गई

ह? रदद नही, तो इसक विए कौन वजम मदार ह? (ग) परशनााश (क) क सादभय म वजन सकिो म

शौचािरो का वनमायण दकरा जाना था? करा समसत सिीकत शौचािरो का वनमायण पणय हो चका

ह? पणय एिा अपणय शौचािरो की सची उपिबध कराि। जहाा शौचािरो का वनमायण पणय हो चका

ह, िहाा उकत शौचािरो का मलरााकन दकस अवधकारी दवारा दकरा गरा? नाम,पद सवहत, सकििार

सची उपिबध कराि।

सकि वशकषा मातरी ( का िर विजर शाह ) (क) विधानसभा कषतर गोिगााि म िषय 2013-14, 2014-

15 एिा 2015-16 म विभाग एिा एन.िी.पी.सी. दवारा विािरो म शौचािरो का वनमायण करारा

गरा ह। शौचािर वनमायण की सकि िार सची पसतकािर म रख पररवशि अनसार ह। हाई एिा

हारर सकणडरी सकिो म उकत िागत क शौचािर वनरमयत नही हए। (ख) िषय 2013-14 म शौचािर

Page 10: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वनमायण क साथ म‍र घिक रमप रविाग, इनसीनिर एिा पानी की िाकी आदद का परािधान दकरा गरा

था। िषय 2014-15 एिा 2015-16 म शौचािर वनमायण क साथ म‍र घिक रमप रविाग, मा.शािा की

छातराओ हत इनसीनिर, फोसयविफि पाप, हणडिाश रवनि और पानी की िाकी आदद का परािधान

दकरा गरा था। वजन शािाओ म फोसयविफि पाप का वनमायण नही हआ ह, साबावधत एजसी को

फोसयविफि पाप की रावश का भगतान नही दकरा गरा ह। (ग) जी हाा। परशनााश (क) म वजन सकिो म

शौचािरो का वनमायण दकरा जाना था, उन सिीकत समसत शौचािर का वनमायण कारय पणय हो चका

ह। शौचािर वनमायण, कारय क मलरााकनकताय उपरातरी क वििरण की सकििार जानकारी पसतकािर

म रख पररवशि अनसार ह।

डॉ. किाश जािि-- माननीर अध रकष महोदर, मातरी महोदर न जो मर सिाि का उत तर

ददरा ह उसम म मातरी महोदर स पछना चाहागा दक जो शौचािर 300 रपए, 71000 रपए,

6,300 रपए और 1.13 िाख रपए, 1.17 िाख रपए क बन ह इसम क रा-क रा सविधाएा

उपिब ध कराना थी. एक बार मातरी जी बता दग तो ठीक रहगा.

अध रकष महोदर-- इसम विखा ह दफर भी मातरी जी आप एक बार बता द.

का िर विजर शाह -- माननीर अध रकष महोदर, जो परश न माननीर विधारक जी न विखा

ह. रह गोिगााि नरवसाहपर म एन.िी.पी.सी. का पनी की ओर स स किो म पानी की सविधा,

शौचािर की व रिस था उसक विए सी.एस.आर. फा ड स रावश दी ह. कछ िषय का पनी न खद काम

करारा और कछ िषय जो स कि की सवमवत होती ह स कि की सवमवत को भी उन होन एक दो बार

पसा ददरा ह. शािा परबाध सवमवत वजसक माध रम स रह काम हआ. जहाा तक रावश क वडफरस का

सिाि ह उसम पााच घिक थ वजसम फोसयविफि पाप, पानी की िाकी, पाप रविाग, बाविकाओ दवारा

इस तमाि दकर जान िाि सनिरी नपदकन जिान क विए इन सीनिर, हण डिॉश रवनि तो जो रावश

का अातर आ रहा ह िह सामान क वहसाब स ह. दकसी शौचािर म इन सीनिर नही िगा ह दकसी

म इन सीनिर ह, दकसी म हण डिॉश रवनि नही िगी ह इसीविए आप विस तार स अगर आप चाहग

तो म आपको परी सची उपिब ध करा दागा.

डॉ. किाश जािि-- माननीर अध रकष महोदर, मातरी महोदर न जो जिाब ददरा ह अभी

ितयमान म मरा विधानसभा कषतर म जो दौरा हआ उसम एक भी जो मापदण ड जो इसम विख ह और

एन.िी.पी.सी. का मामिा नही ह. हमारी सरकार न भी 71000 रपए, 6300 रपए और

विधारक वनवध स भी हमन 1.14 िाख रपए की रावश शौचािर क वनमायण क विए दी ह. इसम

जो कराइिरररा बतारा गरा ह इसम जो इासीििर और फोसयविफि पाप क विए बतारा गरा ह रह

Page 11: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

दकसी भी शौचािर म उपिब ध नही ह. पानी की िाकी भी नीच रखी ह इसीविए म माननीर मातरी

महोदर स वनिदन करा गा दक रह वजतन भी शौचािर बन ह अगर इनकी उ‍ च स तरीर जाचा हो

जाए तो रह वजस तरीक स बाविकाओ क साथ अन रार हआ ह उनकी सविधा क विए मध रपरदश

शासन न इतना पसा खचय दकरा ह और दकन िोगो न इस पस म दिािी खाई ह उसकी जााच होना

चावहए. मरा ऐसा माननीर मातरी महोदर स वनिदन ह. अगर िह जााच का आदश करग तो म

समझता हा दक बाविकाओ क विए जो सविधा शासन दना चाह रही थी िह सही ढाग स उन तक

पहाच पाएगी.

का िर विजर शाह-- अध रकष महोदर, इसम बहत सारी सची ह मझ ऐसा िगता ह दक

विधारक जी को जहाा-जहाा वशकारत ह उसकी सची वमि जाएगी तो वनवित रप स रहाा स कमिी

भजकर हम जााच करिा िग.

डॉ. किाश जािि-- माननीर अध रकष महोदर, इसम एक भी शौचािर जो सदन क अादर

पातरता दी जा रही ह उसम पातर नही ह िह भी इसीविए म चाहता हा दक पर शौचािरो की आप

जााच कमिी बनाकर गोिगााि विधानसभा की जााच करिाएा

अध रकष महोदर-- मातरी जी, आप पर की जााच करा िीवजए.

का िर विजर शाह-- माननीर अध रकष महोदर, ठीक ह.

डॉ. किाश जािि-- धन रिाद मातरी महोदर.

सजयन, सपशविसि ि सपर सपशविसि की परतय

[िोक सिास र एिा पररिार कलराण]

4. ( *कर. 108 ) शरी कािवसाह ठाकर करा िोक सिास र और पररिार कलराण मातरी महोदर रह

बतान की कपा करग दक (क) करा परश नकताय दवारा ताराादकत परश न

करमााक 5842, ददनााक 22.03.2017 क माधरम स वचदकतसा कषतर क सजयन,सपशविसि ि सपर

सपशविसि वचदकतसक का वनधायरण करन क साबाध म परश न पछा गरा था, वजसक उततर म जानकारी

एकवतरत दकरा जाना बतारा गरा था? (ख) रदद हाा, तो करा जानकारी साकवित कर िी गई ह ि

परश नकताय को कब तक उपिबध कराई जािगी? रदद साकवित नही की गई ह, तो इसक विर कौन

दोषी ह तथा उसक विरध क करा कारयिाही, कब तक की जािगी?

Page 12: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िोक सिास र और पररिार कलराण मातरी ( शरी रसतम वसाह ) (क) जी हाा. जी हाा (ख) जी हाा.

जानकारी साकवित कर िी गई ह. शष परश न उपवसथत नही होता.

शरी कािवसाह ठाकर-- माननीर अध रकष महोदर, मन माननीर मातरी जी स सजयन, स पशविस ि

ि सपर स पशविस ि क बार म जानकारी चाही थी. मरा कषतर मााडि परयिन स थि जो पर विश ि म

जाना जाता ह, िदकन हमार रहाा एक भी डॉक िर नही ह इसक विए मन मातरी जी स पछा था

वपछिी बार माचय म भी मरा परश न िगा था उसम भी उनक दवारा जानकारी दी गई ह दक

''जानकारी एकवतरत की जा रही ह'' आज जो परश न िगा ह उसम भी रही ''जानकारी एकवतरत की

जा रही ह'' म आपक माध रम स मातरी जी स जानना चाहागा दक चार माह म भी जानकारी एकवतरत

नही हई आप बताएा दक कब तक इसका समाधान दकरा जाएगा?

अधरकष महोदर--जानकारी आ गई ह.

शरी रसतम वसाह--माननीर अधरकष महोदर, विधारक जी न जो परशन पछा ह िह वचदकतसा

वशकषा विभाग स साबावधत था िदकन आपका आगरह था दक सिास र विभाग ही जिाब द तो उनस

हमको जानकारी वमि गई ह और िह जानकारी हमन विधान सभा म उपिबध भी करा दी ह.

इनका परशन था दक करा सपर सपशवििी िाि डॉकिर वनजी कषतर म परवकिस कर सकत ह. इसम रह

आगरह ह दक जो भी एमसीआई (मवडकि काउा वसि ऑफ इावडरा) की गाइड िाइन स अवधकत ह.

सपर सपवशवििी का, सजयरी का िह कर सकता ह इसम कोई आपवतत नही ह. रही म आगरह करना

चाहता हा और जानकारी भी आपको द दी गई ह.

शरी कािवसाह ठाकर--अधरकष जी चार महीन म जानकारी नही आई ह और अभी भी परशन म

विखा ह दक ''जानकारी एकवतरत की जा रही ह.'' मझ अभी तक उपिबध नही हई ह. म आपक

माधरम स मातरी जी को बताना चाहता हा दक धार वजि म माणडि परयिन सथि ह विशव म उसका

नाम ह. िहाा पर हॉवसपिि ए.एन.एम. और अनर सिाफ क जररए चि रहा ह. िहाा पर विदशी

परयिक भी आत ह उनको भी परशानी उठाना पडती ह.

अधरकष महोदर--मातरी जी, जो जानकारी आपन साकवित की ह िह माननीर सदसर को

उपिबध करा द.

शरी रसतम वसाह--अधरकष महोदर, हमन विधान सभा म जानकारी भज दी ह, माननीर

सदसर को वमि जाएगी. दसरी चीज अब जो माननीर सदसर कह रह ह िह तो परशन स उभत

होता ही नही ह.

Page 13: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रामवनिास राित--माननीर अधरकष महोदर, माननीर मावतररो की परवतबध कता को

बढाएा.

शरी रसतम वसाह--हमन जानकारी वभजिा दी ह.

अधरकष महोदर--आप वभजिा दीवजए. माननीर सदसर को शारद िह नही वमिी ह.

शरी रामवनिास राित--दकतनी गाभीर बात ह. थोडी सी सदन की गाभीरता तो बनाए रख.

शरी रसतम वसाह--अधरकष महोदर, हमन रह जानकारी वचदकतसा वशकषा विभाग स िी थी

हमार पास आ गई थी हमन वभजिा दी ह.

नता परवतपकष (शरी अजर वसाह)--माननीर अधरकष महोदर, विधारक महोदर की पीडा

दसरी भी ह दक माणड एक विशव परयिक सथि ह िहाा पर डाकिर उपिबध नही ह माननीर सदसर

भी बोि रह ह असपताि एएनएम क भरोस चि रहा ह. िहाा विदशी परयिक भी आत ह. कभी-

कभी शारद आप भी दौरा कर ित होग िहाा का तो कपा करक िहाा एक ढाग का डॉकिर तो पदसथ

कर द.

अधरकष महोदर--कािवसाह जी बठ जाएा, उततर ि ि उसक बाद कछ पछना होगा तो दफर

मौका दग. माननीर मातरी जी, दोनो विषर एक तो जो जानकारी ह िह कह रह ह उनह परापत नही

हई ह िह उपिबध करा द.

शरी रसतम वसाह--अधरकष महोदर, इनहोन इस परशन को पछा ही नही ह. इनका जो परशन ह िह

किि इतना सा ह दक करा सपशविसि, सपर सपशविसि परारिि म भी सजयरी कर सकत ह, इिाज

कर सकत ह. हमारा जिाब रह ह दक जो एमसीआई स अवधकत ह एमसीआई की गाइडिाइन को

परा करत ह ि सजयरी कर सकत ह. जहाा तक धरमपरी क हावसपिि का सिाि ह उसक बार म

इनहोन परशन म कतई नही पछा ह, नाम भी नही विरा ह दक हावसपिि म डॉकिर ह रा नही ह, कम

ह रा जरादा ह. िदकन म आपक जररए उनको आशवसत करना चाहता हा दक डॉकिर हम पदसथ कर

रह ह करोदक अब हमार पास पीएससी क वसिकिड डॉकिर आ गए ह. उनकी सची भी बन गई ह.

इनको बहत जलदी हम डॉकिर द दग.

शरी कािवसाह ठाकर--अधरकष महोदर, मरा कहना ह दक जब हमन पछा उसकी जानकारी

नही दी तो मन ऐस ही आपस पछ विरा था दक दकसी तरह तो मर विधान सभा कषतर माणडि म

डॉकिर वमि. चार महीन म जानकारी नही द पा रह ह.

Page 14: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर--विधारक जी, जानकारी आ गई ह. मातरी जी, आप विधारक जी को

वयवकतगत रप स जानकारी उपिबध करा द. विधारक जी, डॉकिर भी आपक कषतर म पदसथ दकरा

जा रहा ह, जानकारी क साथ रह आपको बोनस वमि रहा ह.

शरी रसतम वसाह--हमन जानकारी भज दी ह शारद इनहोन दखी नही होगी. हम उपिबध

करा दग.

शरी कािवसाह ठाकर--माननीर अधरकष महोदर, हमारा बस इतना ही वनिदन ह दक हमार

रहाा डॉकिर उपिबध करारा जाए और रह जानकारी वमि जाए. इसक विए बहत-बहत धनरिाद.

शरी रामवनिास राित--अधरकष महोदर, आप वनदश तो द द दक समर पर जानकारी

उपिबध करारा कर.

अधरकष महोदर-- वनदश द ददए ह. डॉकिर भी पदसथ कर दग और जानकारी भी एक बार

दफर स वभजिा दीवजए.

वचदकत सको क ररक त पदो की परतय

[िोक सिास र एिा पररिार कलराण]

5. ( *कर. 1255 ) शरी नीिश अिस थी करा िोक सिास र और पररिार कलराण मातरी महोदर रह

बतान की कपा करग दक (क) पािन विधानसभा कषतर अातगयत साचावित सामदावरक एिा पराथवमक

स िास र कन रो म वचदकत सको क दकतन पद स िीकत ह तथा इनक विरध क कहाा-कहाा पर कौन-कौन स

वचदकत सक कब स पदस थ ह और कौन-कौन स पद कब स ररक त ह? स िास र कन रिार सची

दि। (ख) परशनााश (क) म उल िवखत ररक त पदो की परतय हत परश नकताय दवारा विधानसभा सतरो म बठक

ददनााक 04 जिाई, 2014 परश न करमााक 984, ददनााक 24 जिाई, 2015 परश न

करमााक 1077, ददनााक 18 जिाई, 2016, परश न करमााक 828, ददनााक 09 ददसम बर, 2016 तथा परश न

करमााक 1441, ददनााक 08 माचय, 2017 को पछ गर परश नो क उत तर म पदपरतय की कारयिाही वनरातर

जारी ह, शीघर पद परतय होगी, ददर गर उत तर क बािजद तथा परश नकताय दवारा वचदकत सको की कमी

क सादभय म िगातार शासन स पतराचार करन क बािजद परश न ददनााक तक ररक त पदो की परतय न

होन क क रा कारण ह? ररक त पद की परतय दकस परकार स कब तक कर दी जािगी? (ग) म‍ र

वचदकत सा एिा स िास र अवधकारी जबिपर क अातगयत वित त िषय 2015-16 स परश न ददनााक तक

स िास र कारयो हत दकर गर समस त कारयो /सिाओ/दिाओ आदद पर दकर गर व रर की जानकारी

दि? (घ) परश नााश (ग) म दकर गर व रर क साबाध म कब-कब क रा-क रा वशकारत पराप त हई एिा पराप त

वशकारतो पर कब क रा कारयिाही की गई?

Page 15: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िोक सिास र और पररिार कलराण मातरी ( शरी रसतम वसाह ) (क) जानकारी सािग न पररवशि क

परपतर ''अ'' अनसार ह। (ख) जी हाा रह सही ह दक विभाग दवारा पदपरतय की कारयिाही वनरातर जारी

रहन का िख दकरा गरा ह, परात विभाग दवारा परदश म ररकत 1896 पदो हत मधरपरदश िोक सिा

आरोग को मााग पतर परवषत दकरा गरा था, परात मातर 726 वचदकतसको की चरन सची परापत हई ह।

विशषजञो की अतरवधक कमी ह कि सिीकत 3278 पदो क विरध क मातर 1055विशषजञ उपिबध ह।

अतः सामदावरक सिास र कनर सतर की सासथाओ म विशषजञो की पदसथापना नही की जा सकी ह।

ितयमान म पािन म 01 विशषजञ, 01 वनरवमत वचदकतसक, 01 साविदा आर.सी.एच. वचदकतसक

तथा 01 आरष वचदकतसक की पदसथापना ह। विधानसभा कषतर पािन अातगयत पराथवमक स िास र

कन र, िमकाना एिा इनराना म ही वचदकतसक उपिबध नही ह, परात अनर समसत सासथाओ म

वनरवमत वचदकतसक एिा आरष वचदकतसको की पदसथापना ह। (ग) जानकारी सािग न पररवशि क

परपतर ''ब'' अनसार ह। (घ) जानकारी वनराक ह।

पररवशि - ''दो''

शरी नीिश अिसथी--माननीर अधरकष महोदर, म आपक माधरम स माननीर मातरी जी स

वनिदन करना चाहागा दक मर विधान सभा कषतर म िगातार डॉकिर की कमी ह और रह मरा

विधान सभा म छििाा परशन ह. आपस वनिदन ह दक मर कषतर म डॉकिर पदसथ दकरा जाए. हमार

रहाा दो तहसीि ह पािन एिा मझौिी. पािन म िगभग 230 गााि आत ह, मझौिी म िगभग 260

गााि आत ह.

शरी वनशाक कमार जन--आपक तो 6 परशन ही िग ह. म तो कम स कम 200 पतर म‍रमातरी

जी और मातरी जी को द चका हा.

अधरकष महोदर--वनशाक जी आप बठ जाएा.

शरी नीिश अिसथी--माननीर अधरकष महोदर, म आपक माधरम स माननीर मातरी जी स

रह पछना चाहता हा दक पािन म 11 पद सिीकत ह और मातर 2 ही डॉकिर पदसथ ह. मझौिी म

10 पद ह और मातर 2 डॉकिर पदसथ ह. म पराथवमक सिास र कनर, उप-सिास र कनर की बात नही

करना चाहता हा. कम स कम तहसीि म‍रािर म तो कर द. असपताि म रोज वििाद की वसथवत

बनी रहती ह. डॉकिर क न रहन क कारण आए ददन िडाई झगड होत ह. म माननीर मातरी जी को

एक चीज और बताना चाहता हा दक मझौिी म दो डॉकिर ह उसम स एक डॉ. पारस का टाासफर

भी आपन अनर सथान पर कर ददरा ह. म माननीर मातरी जी स वनिदन करना चाहता हा, मर दो

Page 16: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वनिदन ह, पहिा रह ह दक िह जो डॉ.पारस ह वजनका टाासफर हो गरा, उसको वनरसत दकरा

जाए और पािन सामदावरक सिास र कनर म कम स कम मझ 2 डॉकिर ददए जाएा.

शरी रसतम वसाह-- माननीर अधरकष महोदर, वजस डॉकिर क टाासफर की बात कर रह ह,

िह पािन रा मझौिी म नही था, िह दसर सथान पर था और आपन मर स वयवकतगत आगरह दकरा

था, िह वनरसत कर ददरा ह, िह डॉकिर इनक पास बना रहगा. दसरा, जहाा तक पािन सीएचसी

(सामदावरक सिास र कनर) का परशन ह, िहाा पर एक सतरी रोग विशषजञ ह, जो जररी थी सजयरी क

विए, चादक िहाा पर कोई वनितना विशषजञ नही था, अभी हमन वनितना विशषजञ भी आपक रहाा

द ददरा ह, अनराग अतरौविरा, तो सजयरी िहाा होन िगगी और इसक साथ साथ आपक रहाा

कलपना चौधरी पदसथ ह, एक शाविनी गपता, परगवत कशिाह, र भी आपक पािन म ही पदसथ ह

और डॉ.आशीष शरीिासति, जो था, बॉणड पर, िह बॉणड की िजह स 1 साि होन पर गरा ह.

िदकन आपको पनः एक डॉकिर और हम दग. आपक पािन क डॉकिसय की परतय हम करग. िस

माननीर अधरकष महोदर, म रह कहना चाहता हा दक पर परदश म डॉकिसय की कमी ह. हम कोवशश

कर रह ह. हमन करीब 1900 डॉकिसय की पीएससी स वडमाणड की थी, आगरह दकरा था, 1400

डॉकिसय इनिरवय म गए और 700 की उनहोन भती की. अभी 500-550 डॉकिसय की वनरवकत हमन

कर दी ह. बहत सारी जगह र पोवसिागस हई ह, जो हमन वपछि 2 ददन म की ह. र सब की सब

पोवसिागस ऑन िाइन की गई ह. वजसस डॉकिर न जो मररि क वहसाब स, वजसन जहाा माागा ह,

कमपरिर स उसको िही वमि गरा ह, तो म रह आगरह करना चाहता हा दक बहत सार डॉकिसय

इनको बहत जलदी, 2-3 ददन म ऑडयसय पहाच रह ह, वमि जाएाग.

शरी नीिश अिसथी-- माननीर अधरकष महोदर, म माननीर मातरी जी को धनरिाद दना

चाहागा. िदकन उनस एक सहरोग चाहता हा दक डॉकिर की वनरवकत जरर हो जाती ह िदकन ि

जिाईन नही करत. म चाहता हा दक सरकार कम स कम इसम धरान द दक अगर जिाईवनाग नही

होती तो िहाा कोई दसरा डॉकिर जिाईन हो....(वयिधान)..

शरी तरण भनोत-- अधरकष महोदर, मवडकि कॉिज जबिपर म तो डॉकिर नही ह.....

अधरकष महोदर-- पहि कपा करक मि परशनकताय का उततर तो आ जान दीवजए. आपक परशनो

म भी दफर कोई दसरा बोि दगा...(वयिधान)..माननीर मातरी जी बोविए....(वयिधान)..जो दसरो

क परशनो म बोिग उनक परशन क समर दफर वयिधान होगा तो म कछ नही बोिागा. रह कोई तरीका

ह. उनहोन परशन पछा आप उसका उततर ही नही आन द रह ह.. ...(वयिधान)..मन आपको एिाऊ

Page 17: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नही दकरा. माननीर मातरी जी, उनक परशन का उततर द, आप िोगो न वयिधान कर ददरा तो ि

इतनी दर म उनका परशन भि ही गए होग.

शरी रसतम वसाह-- माननीर अधरकष महोदर, जो विधारक जी न वचनता वयकत की ह दक

डॉकिर जिाईन नही करत, अब पीएससी स जो वसिकि हए ह उनकी खद की ‍िाईस क अनसार

उनकी पोवसिाग की गई ह तो इसम कोई आपवतत नही होगी. दसरी चीज, इस बार टारबि एररराद

म, ररमोि एररराद म, डॉकिसय म कॉवमपरिशन ह दक कौन जाए. हम आिरय हआ दक िह ररमोि

एरररा जहाा कोई जाता नही था, िह फसिय मररि िािा िडका जा रहा ह करोदक पीजी करन क

विए ररमोि एररराद क उनको माकसय वमित ह इसविए अब ददककत नही होगी, आपको डॉकिसय

वमि जाएाग.

शरी नीिश अिसथी-- धनरिाद. ..(वयिधान)..

अधरकष महोदर-- वसफय सखिार को मन एिाऊ दकरा ह.

शरी घनशराम वपरौवनरॉ-- (xxx)

अधरकष महोदर-- आप बठ जाएा. जो घनशराम जी बोि रह ह िह ररकाडय म नही आएगा.

एडिोकि शरी सतरपरकाश सखिार-- माननीर अधरकष महोदर, मरी एक गजाररश ह और

सझाि भी ह दक आज पर दश म, पर मधरपरदश म, डॉकिसय की िासति म बहत कमी ह और जो

परारिि डॉकिसय ह, इनको गााि, दहातो म, सदर इिाक म जो िोग रहत ह उनको ि

फसिय-एड दकर क, पराथवमक उपचार करत रहत ह और मझ िगता ह उनक सहार िोगो की जान

भी बचती रहती ह, तो मरा मातरी जी को एक सझाि था दक इन डॉकिसय को शासन, जो परारिि

परवकिस करत ह, उनको 2 महीन रा 3 महीन रा 6 महीन की कोई टवनाग दकर क इनह एक परमाण

पतर द ददरा जाए और मझ िगता ह दक फसिय-एड क विए इनह वनरकत कर ददरा जाए रा फसिय-एड

क विए इनह मानरता वमि जाए. ऐसी मरी गजाररश ह.

अधरकष महोदर-- माननीर मातरी जी सझाि की ओर वनरमानसार विवधित धरान दग.

शरी रसतम वसाह-- माननीर अधरकष महोदर, इस पर विवधित धरान दग िदकन हमारी

मवडकि कााउवसि आफ इावडरा कतई कोई चीज ऐसी परवमि नही करती और वबना उनक परवमि

क हम िोग कछ कर नही पाएाग. ...(वयिधान)..

अधरकष महोदर-- तीन ददन हो गर 10 स जरादा परशन नही हो पा रह ह.

Page 18: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रामवनिास राित-- अधरकष महोदर, इसम महतिपणय बात धरान म आ गई इसविए

पछना चाह रह थ.

अधरकष महोदर-- इस तरह स बीच बीच म दसर सदसरो क बोिन स परशनकताय सदसरो को

तकिीफ हो रही ह मरा माननीर िररषठ,मरा माननीर नर सदसरो स अनरोध ह दक कम स कम

परशन काि बावधत ना कर. अब कोई सपिीमटी एिाऊ नही दकरा जाएगा.

रवकतरक तकरण की परदकररा

[सकि वशकषा]

6. ( *कर. 721 ) शरी सोहनिाि बाल मीक करा सकि वशकषा मातरी महोदर रह बतान की कपा करग

दक (क) क रा उप सवचि स कि वशकषा विभाग म.पर. शासन क पतर करमााक/एफ-1/42/2014/ 20-

1/भोपाि, ददनााक 04.05.2017 का वडका करमााक 5 म नगरीर वनकारो की शकषवणक सास थाओ म

अवतशष अध रापको को उसी नगरीर वनकार क अातगयत अन र शािाओ म रवकतरक तकरण की

परदकररा क अातगयत पदस थ दकरा जारगा? (ख) क रा अध रापक सािगय की पदस थापना वनकार क बाहर

नही की जारगी? रदद हाा, तो क रा अध रापक सािगय को उसी वनकार म पद ररक त नही होन की

वसथवत म उनका अवतशष सची स नाम हिा ददरा गरा ह? रदद हाा, तो परावसरा विधान सभा कषतर

क नगरीर वनकारो म पदस थ अध रापको क नामो की सची उपिब ध करार? रदद नाम नही हिार

गर ह तो ऐस अध रापको क नाम अवतशष सची स कब तक हिा ददरा जारग? (ग) रवकतरकतकरण क

तहत अवतशष की गणना म शािा म पदस थ िररष ठ/कवनष ठ म स दकस हिान का परािधान ह? रदद

िररष ठ को हिान का परािधान ह तो परावसरा विधान सभा कषतर की पराथवमक एिा माध रवमक

शािाओ म िररष ठो का ही नाम सची म आरा ह? क रा रह वनरमानसार ह? अगर हाा, तो

पदस थापना ददनााक क अनसार स कििार िररष ठ/कवनष ठ की सची उपिब ध करार? (घ) पराथवमक

शािा रवकतरक तकरण क तहत अवतशष की अावतम सची म परथमिार वजन अध रापक/वशकषक सािगय

का नाम आरा ह? क रा उन ह दािा आपवतत परस तत करन का समर ददरा गरा ह? रदद हाा, तो अावतम

सची क बाद दकस ददनााक ि माह म इनको दािा आपवतत करन का समर ददरा गरा? अगर दािा

आपवतत का समर नही ददरा गरा ह तो इन ह कब तक दािा आपवतत परस तत करन का समर ददरा

जारगा?

सकि वशकषा मातरी ( का िर विजर शाह ) (क) जी हाा। (ख) अधरापक सािगय की पदसथापना वनकार

क बाहर रवकतरक तकरण परदकररा क तहत नही की जाएगी। जी नही। ितयमान म रवकतरक तकरण

की परदकररा परचवित ह। अतः शषााश का परश न उपवसथत नही होता ह। (ग) सकि वशकषा विभाग

Page 19: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

म.पर. शासन क पतर कर. एफ-1/42/2014/20-1, भोपाि ददनााक 11.04.2017 की का वडका 5 (द)

अनसार अवतशष वशकषको की गणना सासथा म पदााकन ददनााक स िररषठता क आधार पर की

जािगी अथायत सासथा म पदसथ ददनााक स िररषठ वशकषक को अवतशष मानन क वनदश ह। जहाा

तक परावसरा विधानसभा कषतर की पराथवमक एिा माधरवमक शािाओ म िररषठो का ही नाम सची

म आरा ह, दाि आपवततरो क वनराकरण उपराात अावतम अवतशष सची का परकाशन होना िावबत

ह। अतः शषााश का परश न उपवसथत नही होता ह। (घ) सकि वशकषा विभाग म.पर. शासन क पतर कर.

एफ-1/42/2014/20-1, भोपाि ददनााक14.06.2017 दवारा ददनााक 12.06.2017 को जारी

पररपतर शासकीर पराथवमक शािाओ क रवकतरक तकरण की परदकररा क तहत परकावशत सची म

अभरािदनो क वनराकरण उपराात मत एिा सिावनितत वशकषको क डािा पणय रप स समारोवजत

न होन, शारीररक रप स ददवयााग एिा गाभीर बीमारी स गरवसत वशकषको क वचनहााकन म

सॉफििरर म तकनीकी समसरा क कारण जारी सची को वनरसत दकरा जाकर निीन सची एिा

परदकररा की समर सारणी पथक स जारी दकए जान क आदश जारी दकए गए। अतः शषााश का

परश न उपवसथत नही होता ह। रथासमर वनदश जारी दकए जाएाग, तनसार कारयिाही की

जािगी।

सोहनिाि बालमीक-- माननीर अधरकष महोदर, मरा परशन रवकतरकतकरण क साबाध म था

मर परशनााश (क) म रह था दक करा सकि वशकषा मातरी महोदर बतान की कपा करग दक करा उप

सवचि,सकि वशकषा विभाग, मधरपरदश शासन क पतर करमााक एफ-1.42.2014.20-1 ददनााक

4.5.2017, का वडका 5 म नगरीर वनकारो की शकषवणक सासथाओ म अवतशष अधरापको को उसी

नगरीर वनकार क अातगयत अनर शािाओ म रवकतरकतकरण की परदकररा क अातगयत पदसथ दकरा

जारगा? इस पर मातरी महोदर न कहा जी हाा. म रह पछना चाहता हा दक रह जो रवकतरकतकरण क

वनरम िाग दकर जा रह ह. पहिी बात तो जो वशकषाकमी स अधरापक बन ह, जो नगरीर वनकार

म वजतन भी वशकषाकमी भती हए थ उनको नगरीर वनकारो न भती दकरा था तो रह अधरापक

आज वशकषा विभाग क अातगयत आत ह?

अधरकष महोदर-- आपका परशन करा ह.

सोहनिाि बालमीक-- िह मन पढकर सनारा तो ह.

अधरकष महोदर-- आपका परक परशन करा ह.

Page 20: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सोहनिाि बालमीक-- रह जो रवकतरकतकरण की जो नीवत बनाई गई ह उस नीवत क तहत

नगरीर वनकार म जो वशकषाकमी भती हए थ िह अधरापक बन गर. इसम मरा रह कहना ह दक

करा रह वशकषा विभाग क अातगयत आत ह?

का िर विजर शाह-- माननीर अधरकष महोदर, िह नगरीर वनकार क कमयचारी ह और

उसका वशकषा विभाग म अभी कोई साविविरन नही हआ ह िदकन िह नगरीर वनकार क कमयचारी

ही कहिाएाग.

सोहनिाि बालमीक-- दफर रवकतरकतकरण क साबाध म इनका सथानाातरण रा इनकी सची

कस बिा रह ह. दकस वहसाब स बिा रह ह, दकस वनरम क तहत बिा रह ह?

का िर विजर शाह-- माननीर अधरकष महोदर, बहत सार वशकषक जो गाािो म थ उनहोन,

चाह हमारी सरकार रही हो रा आपकी रही हो, अपन-अपन जगाड करक सब शहर म चि गर.

आप मरी भािना सन ि मझ िगता ह आप इसस सहमत होग. मरा वनिदन ह दक अवधकााश जो

गाािो क िीचर थ िह धीर-धीर सब शहर की ओर आ गर. वजतन बचच ह मान िीवजर 50 बचचो पर

2 िीचर होना चावहए िदकन जो सा‍रा अभी आ रही ह िह बडी आिरयजनक ह. शहरो म इतन

िीचर आ गर ह दक िगभग 20 हजार िीचर अवतशष ह, उन 20 हजार िीचसय को हम गाािो म

भजग तो गााि क बचचो का भिा होगा और इसविए रवकतरकतकरण की नीवत म हम भारत सरकार

और मधरपरदश सरकार क मापदाड क वहसाब स काम करग. इसम भी जो िररषठ ह, वजनक

ररिाररमि म 1 साि शष ह उनको नही हिा रह ह, जो गाभीर रोग स पीवडत ह उनको नही हिा

रह ह, जो पवत-पतनी शहर म ही काम कर रह ह उनको नही हिा रह ह. इसक बाद जो अवतशष ह,

उनको रवकतरकतकरण म हम ि रह ह. माननीर अधरकष महोदर, मझ रह सिीकार करत हए

वबलकि भी वहचक नही ह दक कई िीचर तो ऐस ह दक पद ह गवणत का, पद ह अागरजी का िदकन

भगोि का िीचर ह, वहादी का िीचर बना हआ ह करोदक शहर म रहना ह.

सोहनिाि बालमीक-- रह आप अपन विभाग की कवमराा बता रह ह.

का िर विजर शाह-- हम कमी दरसत कर रह ह. कमी िही बताता ह जो दरसत करन की

कषमता रखता ह और मरा आपस वनिदन ह.

सोहनिाि बालमीक-- अधरकष महोदर, रह मर परशन का जिाब नही ह.

अधरकष महोदर-- आपन जो कहा ह दक वनकार स बाहर नही जार उसका ही िह उततर द

रह ह थोडा िाबा उततर द रह ह. मातरी जी थोडा साकषप म कर.

Page 21: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

एडिोकि शरी सतरपरकाश सखिार-- िासति म मातरी जी बधाई क पातर ह दक उनहोन अपनी

कमी को कहा ह उसक विए उनको बधाई.

सोहनिाि बालमीक-- रह सचचाई नही सरकार का फविरर ह.

शरी तरण भनोत-- पहि गिती करो दफर दरसत करो.

अधरकष महोदर--आप मातरी जी को उततर दन द. मातरी जी साकषप कर कपरा.

सोहनिाि बालमीक-- 13 साि क बाद बोिग दक सधार कर रह ह तो रह दभायगर की बात

ह.

क ा िर विजर शाह -- माननीर अध रकष महोदर, विपकष क सावथरो स मरी विनमर पराथयना ह

दक आप और हम रहाा मध रपरदश क ब‍ चो क कल राण क विए आत ह. ब‍ चो क कल राण और

भविष र क विए कई बार कठोर कदम भी उठान पडत ह. मकश नारक जी, इसम मरा कोई

व रवकतगत िाभ नही ह िदकन अगर बीस हजार वशकषक वबना पस ददर मध रपरदश क गााि को वमिग

तो मझ िगता ह दक आपक सहरोग स एक बहत बडा काम हो जाएगा.

शरी सोहनिाि बाल मीक -- माननीर अध रकष महोदर, माननीर मातरी जी न मर परश न का

जिाब ही नही ददरा.

शरी मकश नारक -- माननीर मातरी जी, आप कठोर वनणयर िीवजए, िीचर को गााि म भवजए

हम सब आपक साथ ह और हम सब िोग ही रह अव रिस था फिात ह...(व रिधान).....

शरी रामवनिास राित -- माननीर मातरी जी, अवतशष वशकषको को हिाइए, रवकतरक तकरण

कररए....(व रिधान)......

नता परवतपकष (शरी अजर वसाह) -- माननीर अध रकष महोदर, माननीर मातरी महोदर न बहत

अ‍ छा वनणयर िन का सोचा ह िदकन कही इसम जगाड न आ जाए, वजसस अिरध क हो जाए.

(हासी) जो तरह-चौदह साि स जगाड हो रहा ह उस आप ठीक-ठाक करिा िीवजए.

क ा िर विजर शाह -- माननीर अध रकष महोदर, म नता परवतपकष जी और सदन को आश िस त

करता ह ा दक दकसी का ररश तदार कोई जगाड स अगर िह विषर-िस त का िीचर नही ह तो िह िहाा

पर नही रह पाएगा, रह म आपस िादा करता ह ा.

शरी सोहनिाि बाल मीक -- माननीर अध रकष महोदर, रह मरा विषर नही ह. माननीर मातरी

जी बार-बार कछ और विषर पर बोि रह ह. आप मझ सीधा-सीधा जिाब द दीवजए.

अध रकष महोदर -- माननीर मातरी जी, माननीर सदस र का परश न (ख) का स पष िीकरण द

दीवजए. माननीर सदस र न पछा ह दक क रा अध रापक सािगय की पदस थापना वनकार क बाहर की

Page 22: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

जाएगी ? आपन कहा ह दक रवकतरक तकरण परदकररा क तहत नही की जाएगी. इसका उत तर चाहत

ह न आप?

शरी सोहनिाि बाल मीक -- माननीर अध रकष महोदर, मरा इसम रह कहना ह दक आप एक

तरफ कह रह ह दक रवकतरक तकरण क तहत नगरीर वनकारो स हम दकसी भी वशकषक को बाहर

नही जान दग और अब कह रह ह दक बीस हजार वशकषक शहरो क अादर आ गए ह उनका उपरोग

हम गरामीण कषतरो म करग. िदकन रहाा तो दो तरह की बात हो रही ह और दसरा मरा इसम रह

कहना ह दक रदद इन वशकषाकरमयरो को नगरीर वनकार म भती दकरा गरा ह अध रापक बनारा गरा

ह, इनका परमोशन कर रह ह इनकी सारी दख-रख कर रह ह, एडवमवनस टशन की वजतनी भी

कारयिावहरॉ ह िह नगरीर वनकार कर रहा ह तो रह आपक विभाग क ह ही नही, तो आपका िहाा

पर कस जोर चिगा ? आप उनका स थानाातरण क रो करना चाहत ह ?

क ा िर विजर शाह -- माननीर अध रकष महोदर, रह वशकषा विभाग क पर शासकीर वनरातरण

म ह. हम िोग तन‍ िाह दत ह और परा परशासकीर वनरातरण हमारा ह. इतन िषयो म िोग बाहर स

भी शहरो म आए ह अब रह व रिस था हम िोग कर रह ह मरा आपस कहना ह दक आप िोग

सहरोग करग. रह पहिी बार हो रहा ह दक शहर का िीचर वबना भदभाि क ऑनिाइन अपनी

मजी स टाासफर करिा सकता ह, रह बहत अ‍ छी व रिस था हमन की ह. जो बाहर भी जाना चाहत

ह, उनका माननीर मातरी स थानाातरण नही करग. िह िीचर पोियि म दख ि. मध रपरदश म रा गााि

म जहाा भी िह जाना चाहता ह िह 20 जगह भर द और 20 स थानो म स ऑिोमरिक कम प रिर

उसका स थानाातरण कर दगा.

शरी सोहनिाि बाल मीक -- माननीर मातरी जी, रह तो बाद का विषर ह. आप मर परश न का

सही जिाब तो द दीवजए. मरी बात को आप समवझए. माननीर अध रकष जी, मर परश नो का जिाब

नही वमि पा रहा ह. जस मातरी जी न कहा दक र शासकीर स तर पर हमार विभाग क वनरातरण म ह.

मान िीवजए आपक विभाग क शासकीर वनरातरण म ह तो इनका वनरातरण नगरीर वनकार स क रो ह

? इसकी सीधी भती आप क रो नही करत ? वशकषा विभाग इनका जीपीएफ क रो नही कािता, इनका

फा ड क रो नही दता, इनकी गर‍ रिी क रो नही दता, इनका वनरवमतीकरण क रो नही करता, इनक

आवशरत क जो ब‍ च ह उन नौकरी क रो नही दता ?

अध रकष ाा महोदर -- आप विषर स भिक रह ह. आपका परश न सीधा-सा ह दक वनकार क जो

अध रापक ह उनका वनकार क बाहर रवकतरक तकरण क तहत पदस थापना की जाएगी रा नही. मातरी

जी न कहा दक नही दकरा जाएगा. मातरी जी आपस मरा अनरोध ह दक ख म जो आपन उत तर ददरा

Page 23: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह दक अध रापक सािगय की पदस थापना वनकार क बाहर रवकतरक तकरण परदकररा क तहत नही की

जाएगी. अब िास ति म इनकी पदस थापना की जाएगी रा नही, इसका उत तर माननीर सदस र को द

दीवजए.

शरी सोहनिाि बाल मीक -- माननीर अध रकष ाा जी, उन होन कहा ह दक नगरीर वनकार स

कही बाहर नही करग तो अब बीस हजार सरप िस बता रह ह, इसस कस कारय चिगा.

अध रकष महोदर -- उसको आप छोड दीवजए. इसका हॉ रा ना म उत तर ि िीवजए. दफर

आग बढत ह.

क ा िर विजर शाह -- माननीर अध रकष महोदर, नगरीर वनकार न वजनका सिक शन दकरा ह

उन ह नगरीर वनकार म ही रखा जाएगा और जो गरामीण वनकार स नगरीर वनकार म आ गए ह

उनको िापस दकरा जाएगा.

शरी सोहनिाि बाल मीक -- अध रकष महोदर, म उनक विए नही कह रहा ह ा.

अध रकष महोदर -- अब वकिरर हो गरा. परश न करमााक 7

शरी सोहनिाि बाल मीक -- माननीर अध रकष जी, मरी बात सन िीवजए. मरा मतिब रह ह

दक जब आपक विभाग का का टोि नही ह आपक विभाग क नही ह तो आप कस उनका टाासफर करग

? .....(व रिधान).....

शरी गोपाि परमार -- माननीर अध रकष महोदर, बडी ददक कत ह.....(व रिधान).......

शरी सोहनिाि बाल मीक -- अध रकष महोदर, जब म कह रहा हा दक विभाग क का टोि म नही

ह तो ..(व रिधान)...

अध रकष महोदर -- आपका समाधान हो गरा, रहाा िाद-वििाद का परश न नही ह. आपका

उत तर आ गरा ह. परश न सा. 7, शरी सबदार वसाह रजौधा, अपना परश न कर.

शास तरी हाईस कि कोढा क साबाध म पराप त वशकारत पर कारयिाही

[सकि वशकषा]

7. ( *कर. 1495 ) शरी सबदार वसाह रजौधा करा सकि वशकषा मातरी महोदर रह बतान की कपा करग

दक (क) शास तरी हाईस कि कोढा, जनपद पाचारत किारस क फजी साचािन क साबाध म विभाग को

दकतनी वशकारत पराप त हई ह? वशकारतकताय का नाम एिा वशकारतो पर की गई कारयिावहरो स

अिगत कराि (ख) क रा उक त विािर की साचािन सवमवत क सदस र/सदस रो पर वजिा िीकमगढ

म िषय 2002-03 म छातर-छातराओ एिा रिा बरोजगार स फजी रप स स कि साचावित कर िाखो की

ठगी करन क साबाध म पविस परकरण पाजीबध क दकरा गरा था? (ग) परशनााश (क) म िरणयत स कि क रा

Page 24: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

फजी तरीक स विभाग क अवधकारररो की वमिीभगत स साचावित ह? स कि म न तो छातर पढन

आत ह और न ही स कि भिन ह, जो पराना ककष ह िह भी जीणय-शीणय ह, स कि की िस तवसथवत छातर

सा‍ रा, वशकषक सा‍ रा एिा वनरीकषणकताय की वनरीकषण िीप सवहत, अतन जानकारी द? (घ) क रा

वशकषा मादफराओ दवारा उपरोक त फजी साचावित स कि को शासनाधीन करन की परदकररा पराराभ कर

दी ह? रदद हाा, तो परकरण दकस वसथवत म ह? शासनाधीन परदकररा क वनरम, परािधानो स अिगत

करारा जाि। क रा परदकररा को रोक कर स कि की जााच कराई जाएगी?

सकि वशकषा मातरी ( का िर विजर शाह ) (क) माननीर विधारक शरी सबदार वसाह रजौधा न

वशकारती पतर ददनााक 7.2.2017 दवारा शरीमती सातोषी धाकड का वशकारती पतर सािगन परसतत दकरा

ह। इसकी जााच हत सारकत साचािक, िोक वशकषण साभाग गिाविरर को वनदवशत दकरा गरा ह।

जााच परदकरराधीन ह। (ख) जी नही। (ग) जी नही। विािर म 08 कमर ि छातरो की सा‍रा 101 ह।

ततसमर वनरीकषणकताय दवारा की गई िीप पस तकािर म रख पररवशि क

परपतर 'अ' अनसार ह। (घ) विािर को विभागीर आदश ददनााक 22.3.2002 दवारा विभागीर आदश

ददनााक 21.3.2002 म वनधायररत सिा शत एिा मापदणड क अधीन वनकाराधीन करन क वनदश

जारी दकर गर ह। विभागीर पतर ददनााक 19.6.2017 दवारा किकिर को वनकाराधीन करन हत

वनदवशत दकरा गरा ह। परदकररा ि वनरम साबाधी शासनादश पस तकािर म रख पररवशि क

परपतर 'ब' अनसार ह। शषााश का परशन उपवसथत नही होता।

शरी सबदार वसाह रजौधा -- माननीर अध रकष महोदर, मन परश न दकरा था और माननीर

मातरी जी स जानना चाहा था दक शास तरी हाईस कि, कोढा क फजी साचािन क साबाध म विभाग को

जो वशकारत पराप त हई ह, उसम क रा कारयिाही हई ? अध रकष महोदर, मर मरना वजि म एक

वशकषा मादफरा ह, एक वगरोह ह, रह स कि खोिकर, पसा िसि करता ह दक इसका सरकारीकरण

कराएाग. इसी परकार का एक परकरण िीकमगढ म हआ ह.

अध रकष महोदर -- ठीक ह, आपका परश न आ गरा.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- माननीर अध रकष महोदर, पहि समझ ि, तभी तो उसका

जिाब द पाएाग.

अध रकष महोदर -- समझ गए.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- अध रकष महोदर, इस वगरोह न िीकमगढ म ऐसा कााड दकरा दक

िह 6 महीन जि म रह, और जमानत पर छि कर मरना म एक स कि, शास तरी हाईस कि, कोढा क

Page 25: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नाम स खोिा. उसम फजी छातरिवत त क नाम पर िाखो रपरो का घोिािा दकरा, उसम

एफआईआर हई, अभी िहाा न तो स कि ह.

अध रकष महोदर -- आप परश न कर.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- अध रकष महोदर, मर परश न (क) का जिाब ददरा गरा ह दक जो

वशकारत हई थी, उनकी जााच परदकरराधीन ह, क रा 6 महीन म कोई कारयिाही नही हई ?

अध रकष महोदर -- आप सीधा परश न कर द. माननीर मातरी जी, शरी रजौधा जी का परश न रह

ह दक वजस स कि क साबाध म वनकाराधीन करन क आदश जारी दकए ह, उस पर इनका एतराज ह

तो क रा उसकी जााच कराएाग, आप उनका समाधान कर द.

का िर विजर शाह -- अध रकष महोदर, करिा िग.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- माननीर अध रकष महोदर, म अपनी परी बात कह िा.

अध रकष महोदर -- कस आपका रही ह, रह कस ह दक नही ?

शरी सबदार वसाह रजौधा -- माननीर अध रकष महोदर, मरा कहना रह ह दक िह मान रता की

पररवध म नही आता, उसम ऐसी कोई का डीशन नही ह दक उसकी मान रता भी बनी रह.

अध रकष महोदर -- हाा तो आपका रही तो कहना ह दक रह वनरम विपरीत हो रहा ह.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- अध रकष महोदर, आपक माध रम स म आश िासन चाहता हा दक

उनक वखिाफ कारयिाही की जाए, उसकी मान रता रद की जाए और जो सरकारीकरण क नाम स

उन होन करोडो रपर िसि कर विए ह, उस पर रोक िगाई जाए.

का िर विजर शाह -- माननीर अध रकष जी, म आपक माध रम स माननीर सदस र को आश िस त

करना चाहता हा दक रह सरकार ब‍ चो क भविष र क साथ वखििाड नही करन दगी. वजस सास था

का इन होन नाम विरा ह, और जो िषय 2002-03 बतारा ह, उसकी जााच हमन िीकमगढ क

एस.पी. क कराई, उन होन कहा दक इनक विरध क म कोई परकरण पाजीबध क नही ह, रह िहाा क

एस.पी. की ररपोिय ह, इसक बाद भी अगर माननीर सदस र को िगता ह दक रह िषय 2003 का

मामिा नही ह, इसक पहि का ह रा बाद का ह, तो जसी आप जााच करना चाहत ह, िसी बता द.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- माननीर अध रकष महोदर, रह िषय 2002-03 का मामिा ह,

पक का 3 महीन जि म एक रहा ह और 6 महीन एक रहा ह, जमानत पर छिा ह, फजी छातरिवत त

क नाम पर जहाा भी एफआईआर हई ह. अध रकष महोदर, आपक माध रम स म तो रह जानना

चाहता हा दक जहाा हाईस कि की वबवल डाग बनी ह, िह कााजी-हाऊस क िारक भी नही ह जहाा दक

आिारा पशओ को रखा जाता ह, कोई भी पातरता उसकी नही ह दक उसकी मान रता बनी रह.

Page 26: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अध रकष महोदर -- माननीर मातरी जी कह रह ह दक आप जसी जााच चाहत ह, िसी करा

दग.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- अध रकष महोदर, पहिी बात तो रह ह दक मरना क किक िर

महोदर स तत काि उसका वनरीकषण करिा विरा जाए दक अब तक जो ररपोि अवधकारररो न भजी

ह, क रा ि सही ह ? अगर सही नही ह तो उनक वखिाफ कडी कारयिाही की जाए, उन होन करोडो

रपरो की िसिी की ह.

का िर विजर शाह -- माननीर अध रकष महोदर, ददनााक 19.06.2017 को किक िर को

वनकाराधीन करन हत वनदवशत दकरा गरा ह. परदकररा ि वनरम साबाधी जो भी आदश होग, उनको

िन क पहि दक आपन ध रान म िारा ह, सोमिार को ही हमार अवधकारी और किक िर स सारक त

जााच कराक जो भी कवमराा होगी, उस पर कारयिाही करग.

अध रकष महोदर -- माननीर सदस र को भी जानकारी द दीवजएगा.

का िर विजर शाह -- अध रकष महोदर, जी हाा.

शरी सबदार वसाह रजौधा -- अध रकष महोदर, मातरी जी को बहत-बहत धन रिाद.

अशासकीर विािरो दवारा शल क िसिी

[सकि वशकषा]

8. ( *कर. 1347 ) शरी जािम वसाह पिि करा सकि वशकषा मातरी महोदर रह बतान

की कपा करग दक (क) करा नरवसाहपर वजि म अशासकीर विािरो दवारा विवभनन मदो क नाम

पर अत रवधक शलक वबना पािक वशकषक साघ की अनमवत क िसिा जा रहा ह? रदद हाा, तो इस पर

करा कारयिाही की जा रही ह? (ख) करा नरवसाहपर वजि म अशासकीर विािरो म म.पर. सरकार

दवारा सी.बी.एस.ई. एिा म.पर. पाठय पसतक वनगम की पसतक विािर परबाधन को इसतमाि करन

की अनमवत ह? रदद हाा, तो जो विािर रह नही कर रह ह, उन पर करा कारयिाही की

जाएगी? (ग) करा परशनकताय सदसर दवारा उकत सादभय म वजिा किकिर को पतर दवारा सवचत दकरा

गरा था? रदद हाा, तो उन पतरो क साबाध म करा कारयिाही सकि परबाधको पर की गरी?

सकि वशकषा मातरी ( का िर विजर शाह ) (क) ितयमान म वजि म साचावित

अशासकीर विािरो दवारा अतरवधक शलक िसि दकर जान क साबाध म परापत पतरो पर कारयिाही

करत हर वजि क समसत अशासकीर विािरो को कारायिर वजिा वशकषा अवधकारी, वजिा

नरवसाहपर क आदश ददनााक 02.03.2017 एिा किकिर, नरवसाहपर क आदश

Page 27: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ददनााक 31.03.2017 दवारा मधरपरदश शासन, सकि वशकषा विभाग दवारा अशासकीर विािरो क

फीस वनरातरण हत जारी मागयदशी वसध काात ददनााक 30.04.2015 क पािन हत वनदवशत दकरा गरा

ह। (ख) जी हाा। उत तरााश (क) अनसार। (ग) जी हाा। कारायिर वजिा वशकषा अवधकारी, वजिा

नरवसाहपर दवारा वजि क समसत अशासकीर विािरो की बठक िकर मधरपरदश शासन, सकि

वशकषा विभाग दवारा अशासकीर विािरो क फीस वनरातरण हत जारी मागयदशी वसध काात

ददनााक 30.04.2015 का कडाई स पािन करन एिा पसतको क साचािन हत वनदवशत दकरा

गरा तथा कारायिर वजिा वशकषा अवधकारी, नरवसाहपर क पतर

करमााक 2755/मानरता/2017/नरवसाहपर ददनााक 31.05.2017 दवारा वनदश जारी कर माननीर

विधारक महोदर को अिगत करारा गरा ह।

शरी जािम वसाह पिि -- अधरकष महोदर, मधरपरदश म परारिि सकिो म कछ

अवनरवमतताएा ह, उसक साबाध म मातरी जी न परशन का उततर भी ददरा था. उसम फीस क कई

परकार होत ह. एक तो उनस डोनशन विरा जाता ह, दसरा कमपरिर, खिो, साासकवतक कारयकरमो

क नाम पर और कई परकार स उनस फीस िसिी जाती ह. मरा मातरी जी स वनिदन ह दक

नरवसाहपर म एक नरवसाह पवबिक सकि ह, उसम जो बचच 10िी,11िी और 12िी म पढत ह,

िह बचच बाहर कोवचाग करन चि जात ह और उनक नाम स ि एक िाख रपर की रावश कई बार

ि ित ह. जो बचच 12िी म फि हो जात ह, उनस 50,000/- रपर िकर क पनः एडवमशन दत

ह. मरा मातरी जी स वनिदन ह दक वजि म कई परारिि सकि जो 200 रपर परवतमाह और

1100 एिा 1200 रपर परवतमाह भी फीस ित ह. इसम जो अातर ह. मातरी जी स मरा वनिदन ह

दक इसम करा एकरपता िारग.

का िर विजर शाह -- अधरकष महोदर, म इस बात स सहमत हा दक कछ

अशासकीर विािर विवभनन मदो, विवभनन पसतको क नाम पर एिा विवभनन िखको की पसतक

चिात ह और इसम थोडा काम गडबड ह. अभी फीस वनरातरण क विर हम िोग बहत जलदी

वनरम रहाा िा ही रह ह. आपकी सभी की अनमवत स बनारग और उसम हम रह विािरो म

पसतक दकतन दाम पर, दकतन मारजयन पर चि, मझ िगता ह दक इसको भी शावमि करना

चावहर, करोदक रह समसरा तो ह और जो फीस सकिो की वनधायररत होगी, उसम कछ पसतको क

वनधायरण क विर भी हम िोग विचार कर रह ह.

Page 28: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी जािम वसाह पिि -- अधरकष महोदर, मरा दसरा परशन रह ह दक परारिि

सकिो म 25 परवतशत गरीब बचचो को एडवमशन वमिता ह, मगर परारिि सकलस करत करा ह दक

जब एडवमशन की डि होती ह, तो उनको कई कारण बताकर एडवमशन नही दत ह और बाद म

उनकी सीिो पर दसर बचचो स पसा िकर एडवमशन दत ह. म मातरी जी स वनिदन करना चाहता हा

दक उसकी जााच करारग करा.

का िर विजर शाह -- अधरकष महोदर, अगर ऐसा ह, तो रह बहत गाभीर विषर ह,

करोदक भारत सरकार न, सपरीम कोिय न और हमारी सरकार न भी बचचो क भविषर क विर 25

परवतशत जो आरकषण दकरा ह, िह सािधावनक ह. आरिीईआई क अातगयत हर सकि को 25

परवतशत बचचो की भती करना ह. अगर एक भी सकि की ऐसी वशकारत होगी, तो हम ततकाि

जााच करारग और अगर उस सकि की मानरता रद करन तक भी हम करना पडी, तो हम वनणयर

िग. आप वजन वजन सकिो की बात बतारग, वजतन साि की बतारग, एक महीन क अनदर

जााच करक आपको जानकारी बता दी जारगी.

शरी जािम वसाह पिि -- अधरकष महोदर..

अधरकष महोदर -- आपकी सब बात तो आ गरी.

शरी जािम वसाह पिि -- अधरकष महोदर, परारिि सकिो म बसता, पसतक और जो

बाकी रवनफामय ह, िह िही स खरीदना पडती ह..

अधरकष महोदर -- उनहोन कह ददरा ह दक जहाा जहाा अवनरवमतता होगी, उसकी

जााच करा िग. समर सीमा भी बता दी ह. आपको जानकारी भी दग, िह भी बता ददरा ह.

शरी जािम वसाह पिि -- अधरकष महोदर, मातरी जी को धनरिाद.

अवधकारररो, कमयचारररो को आिास गह की सविधा

[िोक सिास र एिा पररिार कलराण]

9. ( *कर. 116 ) शरी वहतनर वसाह ध रान वसाह सोिाकी करा िोक सिास र और

पररिार कलराण मातरी महोदर रह बतान की कपा करग दक (क) िोक सिास र एिा पररिार कलराण

विभाग अातगयत बडिाह विधान सभा कषतर म दकतन अवधकारररो,कमयचारररो क पास आिास गह ह

एिा दकतनो क पास नही ह? (ख) राजर शासन आिासहीन कमयचारररो क विए आिास गह सविधा

उपिबध करान क विए करा पररास कर रहा ह? (ग) कब तक आिासहीनो को आिास की सविधा

उपिब ध हो जािगी?

Page 29: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िोक सिास र और पररिार कलराण मातरी ( शरी रसतम वसाह )

(क) 19 अवधकारररो, कमयचारररो क पास आिासगह ह एिा 206 क पास नही ह। (ख) आिास गह

हत भवम की उपिबधता एिा परसताि परापत होन पर उपिबध विततीर सासाधनो की सीमा म

पराथवमकतार वनधायररत कर आिासगह बनान की सिीकवतराा परापत करन हत पररास दकर

जारग। (ग) वनवित समर-सीमा बतारा जाना साभि नही ह।

शरी वहतनर वसाह धरान वसाह सोिाकी -- अधरकष महोदर, मन मातरी जी स जो

आिासो क मामि म पछा था दक सिास र विभाग क आिास दकतन ह और दकतन बन हए ह,

उसम दकतन िोग रह रह ह.तो उनहोन बतारा ह दक किि 19 अवधकारररो, कमयचारररो क पास

आिास गह ह और 225 अवधकारी, कमयचारी िहाा पर कारयरत ह. अगर 225 म स रदद 19 रह

रह ह, तो 10 परवतशत भी र िहाा पर पर उपिबध नही ह. इनक आिास कब तक बन जारग.

जस हमार रहाा पर कािकि,बढिाह, ढकिगााि, सनािद, बदढरा,भढद, र सब बड बड असपताि

ह. रहाा पर रदद अवधकारररो, कमयचारररो को रहन क विर कवाियर नही ह, तो िहाा पर रहगा

कौन और कस िहाा पर डॉकिर उपिबध हो पारग. म मातरी जी वनिदन करना चाहता हा दक इनक

आिास कब तक बन जारग और जो बढिाह का हासपीिि बन रहा ह, िह कब तक कमपिीि हो

जारगा, उसकी समर सीमा बता द.

शरी रसतम वसाह -- अधरकष महोदर, जस उनही न बतारा ह दक 225 म स 19

उपिबध ह, मि उनका जो परशन ह, करोदक म सिरा बढिाह गरा था, वजस हासपीिि को िकर

उनहोन वचाता वयकत की थी, उसम आिास बनन थ और 2014 म इनकी धनरावश सिीकत हई

थी. उसक विर जो भवम वमिनी थी, िह वििाददत हो गई और इसकी िजह स िह बन नही

पार. अभी 17 तारीख को इसक विर किकिर, खरगौन न जमीन आिारित कर दी ह और अब

िह परोसस म आ जारगा एिा वनमायण भी हो जारगा. उसक विर हमार पास 4 करोड 25 िाख

1 हजार रपर पहि स उपिबध ह और िह हमार विभाग क पास ह. शीघर ही जो कारयिाही

होती ह, परदकररा होन क साथ ही उस वनमायण कारय को परारमभ कर ददरा जारगा.

शरी वहतनर वसाह धरान वसाह सोिाकी -- अधरकष महोदर, इसी विषर म मन धरान

आकषयण भी िगरा था. म मातरी जी स रही वनिदन करना चाहता हा दक िह समर सीमा म बन

जार, तो उसका उपरोग होना शर हो जारगा. करा ह दक ओकारशवर पास म ह और िोग तीथय

रातरा म आत जात ह और िहाा पर कई तरह की समसराएा आती ह, एकसीडि भी होत ह, इनदौर

Page 30: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

-इछापर हाइि होन क कारण. तो म रही चाहता हा दक आप समर सीमा बता द, िह कब तक

बन जारग और रह हासपीिि का काम कब तक कमपिीि हो जारगा.

शरी रसतम वसाह -- माननीर अधरकष महोदर, आपन परशन म असपताि का कोई वजकर नही

दकरा ह. एक शबद भी असपताि को िकर नही ह, किि आिास क बार म बात की ह िदकन

इनहोन वजस असपताि क बार म बोिा ह, िह पहि जी पिस ि की वडजाइन क अनसार माजर

दकरा गरा था, और उसकी िागत करोड 62 िाख थी. िह पसा था और असपताि बनना शर

हआ, उनहोन गराऊा ड फिोर पिस फसिय फिोर बनारा और उसका वडजाइन बीच म चज हआ और

ऐसा बन गरा दक उसम जो 100 वबसतर की जररत थी िह उतन म ही परी हो रही ह, कााटकिर न

अपना एसिीमि ददरा था दक 14 करोड रपर िगग, िह बाद म आरा ह और रहाा पर मई म

वनदश द ददर गर ह दक नही, हमारा असपताि तो गराऊा ड पिस िन म तरार हो रहा ह और अभी

जो 5 करोड 5 िाख खचय दकरा ह, शष रावश उपिबध ह उनको डाररकशन ददर गर ह. हम िोग

पररास कर रह ह दक अगि 6 माह म रह असपताि तरार हो कर उपरोग होन िगगा.

शरी वहतनर वसाह सोिाकी -- मातरी जी धनरिाद.

परयिन स थिो का विकास

[परयिन]

10. ( *कर. 1394 ) शरी हरदीप वसाह डाग करा राज रमातरी, सासकवत महोदर रह बतान की कपा करग

दक (क) सिासरा विधानसभा कषतर म विभाग दवारा दकतन सथानो पर विकास क कारय परगवत पर ह

तथा कौन-कौन स सथानो पर विकास कारय एिा सविधाएा होना परसतावित ह? (ख) गााधी सागर म

जो जि महोतसि होना परसतावित ह, उसम सिासरा विधानसभा कषतर क दकतन सथानो को जि

महोतसि क तहत सवममवित (चरवनत) दकरा गरा ह? (ग) सिासरा विधानसभा कषतर म परयिन हत

मिाझर, माता, सीतामऊ, कोिशवर महादि, सीतामउ, गागशवर महादि सीतामऊ, एििी महादि

करामपर, भडकशवर महादि बसई, माकडी माता शामगढ, मोडी माता शामगढ, आनाद धाम

घसोई, हरणशवर महादि घसोई, भसासरी माता, आमबा,धमयराजशवर, चादिासा, जोगवणरा

माता, मररराखडी, बाबा रामदि, कचनारा, गफामाता, सिासरा, गणश मगरा सिासरा, बौध क

गफाएा खजवड रा भप, भर बािजी घसोई, परासिी धाम, साािरररा माददर, रनीजा, आदद सथानो

पर विभाग दवारा वनरीकषण कर कब तक परयिन सथि घोवषत कर ददरा जािगा? (घ) बसई एिा

धमयराजशवर म विभाग दवारा कौन-कौन स कारय एिा दकतनी-दकतनी रावश परसतावित ह, कब तक

कारय पराराभ कर ददरा जािगा?

Page 31: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

राज रमातरी, सासकवत ( शरी सरनर पििा ) (क) सिासरा विधानसभा कषतर

म 02 स थानो, धमयराजश िर, सीतामऊ पर कारय परगवत पर ह, इसक अवतररक त अन र कोई कारय

परस तावित नही ह। (ख) गााधी सागर म परस तावित महोत सि बााध क वनकि परस तावित ह। (ग) विभाग

दवारा जारी निीन परयिन नीवत 2016 क तहत दकसी भी स थि को ''परयिन स थि'' घोवषत करन की

कोई नीवत नही ह। (घ) जानकारी सािग न पररवशष ि अनसार ह।

पररवशि - ''तीन''

शरी हरदीप वसाह डाग --माननीर अधरकष महदोर, मरा माननीर मातरी जी स परशन था दक कौन

कौन स काम सिासरा विधान सभा म चि रह ह और कहाा कहाा पर चि रह ह.

शरी सरनर पििा-- माननीर अधरकष महोदर, जसा दक माननीर सदसर न पछा ह

धमयराजशवर और सीतामऊ म काम चि रह ह वजसम स िगभग 2 करोड 90 िाख रपर क काम

धमयराजशवर म चि रह ह और सीतामऊ क पास म बसई जगह ह िहाा ब-साइड एवमवनिी ह 1

करोड 90 िाख का ह रह दोनो काम िहाा पर चि रह ह.

शरी हरदीप वसाह डाग -- अधरकष महोदर, मरा एक और परशन ह दक परयिन सथि आप घोवषत

करत ह उसम हमन कई बार मााग की ह दक हमार रहाा पर जो सथान ह िह मनमोहक सादर और

आकरषयत करन िाि ह, उन सथानो की विसि मर दवारा कई बार दी ह. अगर िहाा पर परयिन

विभाग कोई विकास का काम कराता ह रा अपन विभाग म उन सथानो को सवममवित करता ह तो

कही न कही मधरपरदश म परयिन सथिो को बढािा वमिगा और परदश म नर परयिक भी आरग.

मरा वनिदन ह दक िहाा पर एििी महादि और भडकशवर महादि और भी कई सथान मन बतार ह

और परशन म विखकर जानकारी पछी ह अगर उनको आप परयिन सथि की विसि म शावमि करग तो

कब तक करग.

शरी सरनर पििा -- अधरकष महोदर, विधारक जी न दो चीज पछी ह. पहिा तो रह दक

विभाग की जो निीन परयिन नीवत 2016 उसम हम कोई भी परयिन सथि घोवषत नही कर सकत

ह, ऐसी विभाग की नीवत ह. िदकन माननीर विधारक जी न जो सथान बतार ह उसम आननदधाम

खसोई म 30 िाख क काम पर हो चक ह, खजवडरा भप म 61 िाख का काम सिीकत ह िह चि

रहा ह.अगर बहत अवत आिशरक होगा तो विधारक जी मझ बता द तो िहाा का परीकषण करिा

िग.

शरी हरदीप वसाह डाग -- धनरिाद मातरी जी.

Page 32: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वजिा वशकषा अवधकारी क विरध क कारयिाही

[सकि वशकषा]

11. ( *कर. 1458 ) शरी शाकर िाि वतिारी करा सकि वशकषा मातरी महोदर रह बतान की कपा करग

दक (क) क रा म.पर. पाठय पस तक वनगम दवारा परकावशत न की जान िािी पस तको का परचारयो दवारा

करर दकरा जाकर छातर/छातराओ को वितररत दकर जान क वनदश ह? वनदश की परवत दि एिा

परदकररा बताि। (ख) क रा फरिरी 2017 म सतना वजि को परशनााश (क) की परतय क विर 45 िाख

रपर का आिािन उपिब ध करारा गरा था? उक त आिािन दकन-दकन िषयो का था?तत कािीन

डी.ई.ओ. दवारा उक त रावश का उपरोग दकरा रा नही? उक त रावश का भगतान दकन-दकन

सास थाओ/पराचारयो को दकतना-दकतना दकरा जाना था? िषयिार, सास थािार वििरण एिा सास था क

वबि व हाउचर की परवतराा दि। (ग) रदद उक त रावश का उपरोग नही दकरा गरा और रावश समरपयत

नही की गई तो आिारित रावश क रा िप स हई? स िरा को बचान क विर तत कािीन डी.ई.ओ. एिा

विवपक दवारा रावश िप स होन क बाद परचारयो क दरको म आपवतत िगाकर िापस दकर गर?रावश

को िप स करान िाि अवधकारी एिा विवपक को तत काि वनिावबत कर कब तक जााच करा िी

जािगी? (घ) क रा सास थाओ स दरको को पराप त कर वनरमानसार साधारण नही दकरा जाकर उनका

परीकषण समर-सीमा म नही दकरा गरा और आिािन पराप त होन पर आनन-फानन म कारयिाही की

गई? फजी वबि होन एिा दरको का वनरमानसार परवतिषय साधारण न कर परीकषण न करन िाि

तत कािीन पाठय पस तक परभारी विवपक एिा रावश िप स करान िाि डी.ई.ओ. को अब तक वनिावबत

क रो नही दकरा गरा ह? तत काि वनिावबत करत हर परकरण की जााच कब तक करा िी जारगी?

सकि वशकषा मातरी ( का िर विजर शाह ) (क) जी हाा। वनदश की परवत पस तकािर म रख पररवशष ि क

परपतर 'क' अनसार ह। (ख) जी हाा। रह आिािन िषय 2013-14 स 2016-17 तक की अिवध क विर

था। जी नही। उक त रावश का भगतान वजन सास थाओ को भगतान दकर जान हत मााग पतर पराप त हआ

था, उनका सास थािार, िषयिार वििरण पस तकािर म रख पररवशष ि क

परपतर 'ख' अनसार ह। (ग) आिारित रावश समरपयत की गई ह। अत शषााश का परश न उपस वाथत नही

होता। (घ)आिारित रावश का उपरोग समर-सीमा म नही करन क विर तत कािीन वजिा वशकषा

अवधकारी को कारण बताओ सचना पतर जारी दकरा गरा ह। अत शषााश का परश न उपस वाथत नही

होता।

Page 33: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी शाकरिाि वतिारी -- माननीर अधरकष महोदर, जसा परशन म मातरी जी न सिीकार दकरा

ह दक सरकार न वजतनी वचाता की ह, म मातरी जी को पहि इस बात की बधाई दागा, दक सच म

वशकषा क कषतर म जसी वसथवत हम सबको वमिी थी उसम उततरोततर भारी परगवत हई ह, िदकन अगर

रहाा स हम कछ करत ह और िहाा स कछ नही होता ह तो इस वयिसथा तातर को भी ठीक करन का

काम मातरी जी को ही करना ह,45 िाख रपर गरीब बचचो को, जो दकताब रहाा स नही वमि पा

रही थी, उसम रह विखा ह दक वबलकि सही ह दक 45 िाख रपर की दकताब नही बाािी गई ह

बचचो को , वबलकि सही ह दक 45 िाख रपर िपस हो गर ह, आवखर म विखा ह दक कारण बताओ

नोरिस जारी दकरा ह वडठौरा, हमारा तो कहना ह दक रह वडठौरा की िजह उस तो ससपड करना

चावहए था. जब इतनी बडी चक ह तो मझ पछन की नौबत ही नही आती, अगर इस चक को

गाभीरता स ि.

अध रकष महोदर- आप सीधा परश न कर द, आप िररष ठ सदस र ह.

शरी शाकर िाि वतिारी- माननीर अध रकष जी, एक विधारक परश न तब िगाता ह जब नाक

क उपर पानी आता ह और र वजिा वशकषा अवधकारी न इतना बडा अपराध दकरा िषय 2014 स

िकर 2015-16, 2016-17 तक की दकताबो का पसा, गरीब को दकताब नही वमिी, पसा िप स हो

गरा और हम कारण बताओ नोरिस जारी कर रह ह, मरी विनती ह दक आप सस पड करन म मरी

मदद कर और इस अवधकारी को सस पड कर. सस पशन म कोई ददक कत नही ह अभी छ महीन पहि

इन होन एक डीईओ को सस पड दकरा था और तीन महीन म उसको बहाि भी कर ददरा. इसविर

बहत िकष मण रखा म न पड और व रिस था तातर को विधारको क सहरोग स सधार.

का िर विजर शाह- अध रकष जी, म आपक माध रम स इस सदन को और माननीर विधारक

जी को भी बतिाना चाहता हा दक पस तक तो वमिी, िि वमिी िदकन वमिी. दसरा था दक पन ना क

डीईओ को वपछिी बार आपन ही सस पड करारा था, अभी 2-3 महीन ही हए बहाि हए और अब

हमन सचना-पतर दफर स जारी कर ददरा ह दक क रो न तम ह वनिावबत कर ददरा जाए.

शरी शाकर िाि वतिारी- न म कावति हा, न म जाविम, म तो आपकी मदद क विर ही खडा

हआ हा.

अध रकष महोदर- आप बठ जाएा वतिारी जी.

का िर विजर शाह- माननीर अध रकष जी, विधारक जी की भािना का हम सम मान कर रह ह

और भविष र म मध रपरदश क कोई भी अवधकारी इतनी बडी गिती न कर दक जो रावश ब‍ चो की

पस तको क विर भजत ह, ऐसी पाठय पस तक जो हमारा पाठय पस तक वनगम ह िह नही छपिाता,

Page 34: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

तो हमन पराचारयो को अवधकार द रखा ह दक आिश रकता पडन पर िह अपनी पस तको को खरीदकर

ब‍ चो को वितरण कर और इसका हम स‍ ती स पािन करग. सचना-पतर हमन अभी ददरा ह और

उसका जिाब अगर सातविकारक नही आरा तो कारयिाही भी करग. िदकन भविष र म इस तरह की

घिना परदश म कही न हो इसका जरर हम सादश वभजिा दग.

शरी शाकर िाि वतिारी- म एक विनती और करना चाहता हा दक उन होन ठीक कहा िदकन

इसम सस पशन क बार म कछ नही बोि, कारण बताओ नोरिस र वडठौरा ह. अगर विधानसभा म

परश न होन क बाद भी इस तरह क एक शन विभाग स और मातरािर स हो रह ह तो, दसरी बात रह

कह रह ह दक दकताब बािी ह, म कह रहा हा दक एक पस का भगतान जब िषय 2014 स 2017 तक

नही हआ, तब दकताब कस बािी होगी ?

का िर विजर शाह- माननीर अध रकष जी, वडठौरा शब द क रा होता ह हमको नही मािम.

हमन कभी पस तक म नही पढा.

शरी शाकर िाि वतिारी- वडठौरा मान डीठ उतारना, नजर उतारना. जब आपका पमि नही

हआ एक रपर का, 45 िाख रपर िप स हो गरा तो दकस आधार पर आप कह रह ह दक दकताब

बािी ह ?

नता परवतपकष (शरी अजर वसाह)- वतिारी जी, आप वनरातर सरकार की तारीफ करत ह हर

बजि भाषण म आप पहि बोित ह और इस तरह की हाित आपकी स िरा की हो गई ?

शरी शाकर िाि वतिारी- आप हमार ऊपर दरा कर. म अजर वसाह जी का धन रिाद करता हा

मरी मदद करन क विर, क रोदक भाजपा का कोई विधारक परश न िगाता ह तो आदणीर नता

परवतपकष बडी गम भीरता स मदद करत ह. माननीर अध रकष महोदर, इस मदद को रखाादकत दकरा

जार और माननीर मातरी स कहा जार दक जब पस नही ह, पसो का क रा होगा ? र कह रह ह दक

दकताब बािी ह. आज तक दकसी का एक रपर का पमि नही हआ ह तो दकताब कहाा स बािी ह ?

माननीर अध रकष महोदर, मरा उत तर नही आरा.

अध रकष ाा महोदर- जााच करा रह ह, समर सीमा म करा दग. मातरी जी समर सीमा म जााच

कराएा.

Page 35: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वजिा वचदकत सािर श रोपर म सजयरी विशषजञो की पदस थी

[िोक सिास र एिा पररिार कलराण]

12. ( *कर. 677 ) शरी दगायिाि विजर करा िोक सिास र और पररिार कलराण मातरी महोदर रह

बतान की कपा करग दक (क) परश नकताय क तारा.पर.सा. 03 (करमााक 1032), ददनााक 08.03.2017 म

सदन म चचाय क दौरान वजिा वचदकत सािर श रोपर म िन िीििर परदार होन क उपराात दो माह म

आई.सी.र. की स थापना कर ददए जान क कथन क उपराात भी परश न ददनााक तक इसकी स थापना

नही हो पान का क रा कारण ह? कब तक स थापना होगी? (ख) वचदकत सािर म आई.सी.र. क

साचािन हत शासन वनदशानसार क रा विशषजञ वचदकत सक ि परवशवकषत स िाफ पदस थ कर ददरा

ह? रदद नही, तो आई.सी.र. को कौन ऑपरि करगा? (ग) उक त परश न क परश नााश (ख) क उत तर म

बतारा था दक जनिरी 2014 स ददनााक30.11.2016 तक वचदकत सािर म सभी बीमारररो क गाभीर

भती 12107 मरीजो म स 168 मरीज रफर दकर, 24 क ऑपरशन (सीजरररन ऑपरशन को

छोडकर) दकर 11936 गाभीर मरीजो को मजबरी म ऑपरशन हत अन रतर नही जाना पडा,इनका

उपचार ितयमान पदस थ विशषजञ एिा वचदकत सको दवारा दकरा गरा। (घ) क रा िास तविकता रह ह दक

सजयरी विशषजञ क दोनो पद ररक त होन स उक त अिवध म 11936 मरीजो क ऑपरशन ही नही हो

पार, इन ह विशषजञो ि आई.सी.र. क अभाि क कारण मजबरी म अन रतर जाना पडा? रदद नही, तो

क रा शासन इसकी जााच कराएगा तथा सजयरी विशषजञो क पद शीघर भरकर आई.सी.र. की स थापना

करिाएगा।

िोक सिास र और पररिार कलराण मातरी ( शरी रसतम वसाह ) (क) मससय कोवबवडरन हलथ करर

गोर गॉि हररराणा क दवारा ददनााक 28.03.2017 को आई.सी.र. िनिीििर वजिा वचदकतसािर

श रोपर को परदार कर ददरा गरा ह। सथान क अभाि होन क कारण आई.सी.र की सथापना नही हो

सकी थी। ितयमान म आई.सी.र. ककष का वचनहााकन कर विरा गरा ह। ककष म िनिीििर एिा पिाग

सथावपत कर आई.सी.र. का साचािन ददनााक 11.07.2017 को पराराभ कर ददरा गरा

ह। (ख) वजिा वचदकतसािर श रोपर म आई.सी.र. साचािन हत शासन दवारा वजिा

वचदकतसािर म पदसथ 03 स िॉफ नसय को परवशवकषत दकरा गरा ह एिा कारयरत 01 वनश चतना

विशषजञ, 03 पी.जी.एम.ओ. वनश चतना, 01 मडीवसन विशषजञ, 01 पी.जी.एम.ओ. वचदकतसा

विशषजञ, 01 पी.जी.एम.ओ. सजयरी क दवारा वजिा वचदकतसािर श रोपर म आई.सी.र. का साचािन

दकरा जािगा। (ग) हाा रह सही ह दक जनिरी 2014 स ददनााक 30.11.2016 तक की वसथवत म

गाभीर भती मरीजो की सा‍रा 12107 एिा रफर दकर मरीजो की सा‍रा 168 एिा ऑपरशन दकर गर

Page 36: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मरीजो की सा‍रा 24 थी। शष 11936 गाभीर मरीजो का उपचार वजिा वचदकतसािर श रोपर म

पदसथ विशषजञ एिा वचदकतसको क दवारा दकरा गरा ह। िदकन सभी बीमारररो क अवधकााश मरीजो

को अनरतर रफर नही दकरा जाता ह। कछ बीमारररो स साबावधत गाभीर मरीजो को जस

हडइनजरी, हदर रोग िाि मरीजो को सपर सपशविसि क अभाि म आगामी उपचार हत हारर

सनिर क विर रफर दकरा जाता ह। (घ) हाा रह सही ह दक वजिा वचदकतसािर श रोपर म सजयरी

विशषजञ क 2 पद सिीकत ह, जो ररकत ह। परनत उकत विधा म पी.जी.एम.ओ. सजयरी ितयमान म

कारयरत ह। पी.जी.एम.ओ. वचदकतसा एिा सी.एम.एच.ओ. क दवारा असपताि म आर मरीजो का

ऑपरशन दकरा जाता ह। वजिा वचदकतसािर श रोपर म आई.सी.र. का शभाराभ

ददनााक 11.07.2017 स दकरा गरा ह। परदश म विशषजञो की अतरवधक कमी ह। कि

सिीकत 3278 पदो क विरध द मातर 1055 विशषजञ उपिबध ह। अतः विशषजञ क ररकत पदो म

करठनाई हो रही ह। विभाग ररकत पद की परतय हत वनरातर पररासरत ह, उपिबधता अनसार

पदसथापना की कारयिाही की जा सकगी।

शरी दगायिाि विजर- माननीर अध रकष महोदर, मरा परश न श रोपर वजिा वचदकत सािर म

सजयरी विशषजञ नही हो पान क कारण श रोपर क मरीजो को बाहर जाना पडता ह मरा माननीर

मातरी जी स वनिदन ह दक सजयरी विशषजञ क जो दो पद खािी ह उन पदो को जल दी-स-जल दी क ब

तक भर ददरा जाएगा ? दसरा माननीर अध रकष महोदर, एक सिाि और ह आईसीर क परारम भ

करन क बाद इसम जो व रिस थाएा करनी चावहए ि व रिस थाएा परी नही हई ह, इस कारण स िह

नही चि पा रहा ह, उसक साबाध म माननीर मातरी जी स मरा वनिदन ह दक इस व रिस था को ठीक

कर और जो उनकी आिश रकता ह वचदकत सको की, आईसीर म िगान की उनको परा करक उस

कारय को करन की मरी पराथयना ह.

शरी रसतम वसाह - अधरकष महोदर, म तो ऐस सचत विधारक जी को बधाई दना चाहता हा.

मधरपरदश क दकसी भी हॉवसपिि स जरादा तो इनक रहाा पर डॉकिसय ह. 20 चावहए मडीकि

अफसर 20 इनक पास म ह. वनितना िाि 2 डॉकिसय चावहए, 3 इनक पास म ह और अब तो

इनका हॉवसपिि 200 बड का हो गरा ह, िह परोसस म ह. वजतना आप चाह रह ह, उसस जरादा

ही कछ आपको वमिन िािा ह. म रही आशवसत करना चाहता हा.

अधरकष महोदर - परशनकाि समापत.

(परशनकाि समापत)

Page 37: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

12.01 बज वनरम 267-क क अधीन विषर

अधरकष महोदर - वनरम 267-क क अधीन िावबत सचनाओ म स 26 सचनाएा वनरम 267-

क (2) को वशवथि कर आज सदन म विर जान की अनजञा मन परदान की ह. रह सचनाएा साबावधत

सदसरो दवारा पढी हई मानी जािगी. इन सभी सचनाओ को उततर क विए साबावधत विभागो को

भजा जाएगा.

म समझता हा, सदन इसस सहमत ह?

(सदन दवारा सहमवत परदान की गई.)

(1) शरी आररफ अकीि

(2) शरी क.पी. वसाह

(3) शरी किाश चाििा

(4) शरी दगायिाि विजर

(5) शरी सशीि कमार वतिारी

(6) शरी आशीष गोविनद शमाय

(7) शरी ददनश रार

(8) शरी नारारण वसाह पािार

(9) शरी परहिाद भारती

(10) शरी रामवनिास राित

(11) शरी हषय रादि

(12) शरी रणजीत वसाह गणिान

(13) शरी सखनर वसाह

(14) शरी रजनीश हरिाश वसाह

(15) शरी वगरीश भाडारी

(16) शरी इनदर वसाह परमार

(17) शरीमती ऊषा चौधरी

(18) शरी घनशराम वपरोवनराा

(19) शरी साजर शमाय

(20) शरी रजनीश हरिाश वसाह

(21) डॉ. रोगनर वनमयि

Page 38: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

(22) शरी वहतनर वसाह सोिाकी

(23) शरी सवचन रादि

(24) शरी मध भगत

(25) शरी बहादर वसाह चौहान

(26) शरी सबदार वसाह रजौधा

शनरकाि म उलिख

1. शरी आररफ अकीि (भोपाि उततर) - अधरकष महोदर, मन आपक पास धरानाकषयण

सचना भजी ह. मधरपरदश की जिो म हफत, 15 ददन म कददरो स वमिाई म जो कचचा सामान

उनको ददरा जाता था. एक तगिकी आदश स िह बाद हो गरा ह. िह नमक क विए तरह रह ह तो

सामान िन की वयिसथा हो, रा जि क अादर कोई दकान खोिकर उनस पस िकर उनको सामान

सपिाई कर तादक उनकी आिशरकतानसार उनको सामान वमि सक.

2. शरी परताप वसाह (जबरा) - अधरकष महोदर, म‍रमातरी गरामीण सडक रोजना म पर

मधरपरदश म चौथा चरण समापत हो गरा ह. िदकन दमोह वजि म अभी भी काम शर नही हए ह.

उनकी डीपीआर सवममवित ह, इस अनपरक बजि म उनको ि विरा जार.

अधरकष महोदर - कपरा सदन म खड होकर बात न कर.

शरी आररफ अकीि - मरा कहना ह दक आप गह मातरी जी स तो कह दक ि इस पर विचार

कर.

अधरकष महोदर - आपकी बात आ गई ह. (कई माननीर सदसरो क खड होकर आपस म बात

करन पर) कपरा अपन सथान पर बठ जारा. रदद बात करना हो तो बठकर बात कर.

शरी आररफ अकीि - कपरा करक ऐसी वयिसथा तो कर द. रह जनवहत का मामिा ह.

अधरकष महोदर - आपन जो धरानाकषयण ददरा ह, उस पर विचार कर िग.

3. नता परवतपकष (शरी अजर वसाह) - माननीर अधरकष महोदर, म आपक माधरम स गह मातरी

का धरान आकरषयत करना चाहता हा दक एक वयवकत, वजसक ऊपर धारा, परकरण सब पाजीबध क हो,

Page 39: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िह फरार घोवषत हो, एसआईिी जााच कर रही हो और िह वनरातर विधान सभा क अादर और

बाहर हो, उसक ऊपर भी कोई कारयिाही होगी?

गहमातरी (शरी भपनर वसाह) -माननीर अधरकष महोदर, माननीर नता परवतपकष जी न जो

विषर रखा ह. म अभी वयवकतगत उनस वमि िागा और जो भी वयवकत इस तरह का होगा, हम उस

पर कारयिाही करग.

शरी अजर वसाह - माननीर अधरकष महोदर, इसम एक चीज ह. जबिपर म एसआईिी म

गरठत हई. िह कह रही ह - "परकरण म एसआईिी जबिपर दवारा आरोवपरो की वगरफतारी हत हर

साभि पररास दकर जा रह ह. ितयमान म परकरण वििचना म ह. " रह बहत गाभीर विषर ह.

अधरकष महोदर - िह आपस बात कर रह ह और कारयिाही करन को भी आशवसत दकरा ह.

आप बहत िररषठ सदसर ह, रह बहस का विषर नही ह. परनत चादक आप परवतपकष क नता ह,

इसविए उनहोन उसका ररसपाास ददरा ह. िह आपस बातचीत करग.

शरी अजर वसाह - माननीर अधरकष महोदर, अपन बीच का कोई साथी म नाम इस तरह स

नही िना चाहता हा. बातचीत भर स नही, उसकी वयिसथा कराएा.

अधरकष महोदर - नता परवतपकष जी, रह िाद-वििाद का सथान, समर नही ह और इसविए

आपस अनरोध ह दक आप शासन क धरान म बात को ि आए ह और उनहोन भी आशवसत दकरा ह

दक िह अवििाब आपस बात करक उस पर आग बढग.

शरी अजर वसाह - समर न हो, सथान ह. आपन कहा दक न समर, न सथान. समर न हो,

सथान ह. म नाम इसविए नही ि रहा हा दक अपन बीच का कोई वयवकत ह और इस तरह स घिना

हो रही ह तो दफर कानन वयिसथा दकस तरह स चिगी?

अधरकष महोदर - िह आपस अभी बातचीत करग.

शरी रामवनिास राित(विजरपर)-- अधरकष महोदर, म गह मातरी जी का धरान आकरषयत

करना चाहता हा दक ददनााक 6 जन को दकसान आादोिन क दौरान मादसौर म हए गोिीकााड क 32

आरोवपरो की एक सची जारी की ह वजसम ढाढन क विए 5 हजार रपर का इनाम घोवषत दकरा ह.

अधरकष महोदर-- रह विषर कि परशन म आ गरा.

शरी रामवनिास राित-- एक आरोपी शरी बरीिाि वपता नानराम चमयकार अपावहज ह. िह

ददनााक 2011 स पिाग पर पडा ह िह चि ही नही सकता. (XXX)

अधरकष महोदर-- रह नही विखा जाएगा.

Page 40: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

का िर विकरम वसाह (राजनगर)--अधरकष महोदर, मर विधान सभा कषतर म रजिा (नीिगार)

जानिर स एक अतरात जििात समसरा उतपनन हो रही ह. उसन परी फसि चौपि कर दी ह. बरसाती

फसि िगभग इाच की हो चकी थी. इसस समच कषतर म, मर विधान सभा कषतर म, वजि म

हाहाकार मचा ह. दकसानो म रोष ह.

शरी सनदरिाि वतिारी--अधरकष महोदर, इसी समसरा स हमारा वजिा भी गरसत ह.

शरी मरिीधर पािीदार--अधरकष महोदर, रोजड स हम भी परशान ह. हमार दकसानो की

सारी फसि नि हो गई ह. इसक विए कोई वयिसथा करना चावहए.

शरी अजर वसाह-- अधरकष महोदर, सदन म सियसममवत स परसताि पाररत दकरा जार दक

हमार नातीराज को रजिा क वशकार की अनमवत दी जार(हासी)

(वयिधान)

अधरकष महोदर-- बठ जाइर. (वयिधान)

12.06 बज पतरो का पिि पर रखा जाना.

1.विकरम उोगपरी विवमिड का िारषयक परवतिदन िषय 2014-2015

राजसि मातरी(शरी उमाशाकर गपता)--अधरकष महोदर, का पनी अवधवनरम, 2013 (करमााक 1

सन 2013) की धारा 395 की उपधारा (1) (ख) की अपकषानसार विकरम उोगपरी विवमिड का

िारषयक परवतिदन िषय 2014-2015 पिि पर रखता हा.

Page 41: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

2.विकरम विश िविािर, उज जन का 59 िाा िारषयक परवतिदन िषय 2015-2016 (01

जिाई, 2015 स 30 जन, 2016 तक)

उ‍ च वशकषा मातरी( शरी जरभान वसाह पिरा)--अधरकष महोदर, मध रपरदश विश िविािर

अवधवनरम, 1973 (करमााक 22 सन 1973) की धारा 47 की अपकषानसार विकरम विश िविािर,

उज जन का 59 िाा िारषयक परवतिदन िषय 2015-2016 (01 जिाई, 2015 स 30 जन, 2016 तक)

पिि पर रखता हा.

3.ददनााक 13 ददसम बर, 2013 को बढन, वजिा वसागरौिी म घरित गोिी-चािन घिना की

न रावरक जााच आरोग का परवतिदन शासन क साकल प सवहत

राज रमातरी सामान र परशासन(शरी िाि वसाह आरय)-- अधरकष महोदर, जााच आरोग

अवधवनरम, 1952 (करमााक 60 सन 1952) की धारा 3 की उपधारा (4) की अपकषानसार

ददनााक 13 ददसम बर, 2013 को बढन, वजिा वसागरौिी म घरित गोिी-चािन घिना की न रावरक

जााच आरोग का परवतिदन शासन क साकल प सवहत पिि पर रखता हा.

Page 42: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

12.0 बज धरान आकषयण.

सदन दवारा सहमवत परदान की गई

1.वशिपरी वजि क मारापर स रडडी चौराहा तक सिीकत वडिाइडर न बनार जान साबाधी.

शरी क पी वसाह (वपछोर)-- अधरकष महोदर,

Page 43: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िोक वनमायण विभाग मातरी(शरी रामपाि वसाह) - वशिपरी वजि क विधान सभा कषतर वपछोर

अातगयत मारापर स खवनराधाना-रहिी चौराहा मागय िाबाई 2.65 दक.मी. का उननरन सी.सी.

माकय क वनमायण हत शासन दवारा पतर ददनााक 02.04.2016 स िाबाई 2.56 दक.मी. िागत रावश

रपर 4997.59 िाख की परशासकीर सिीकवत परदार की थी. उकत सिीकवत म खवनराधाना शहरी

भाग म वडिाइडर,चौडीकरण का कारय सवममवित नही था.

खवनराधाना शहरी भाग का पि 1200 मीिर म वडिाइडर एिा 7-7 मीिर चौडाई म दोनो

तरफ सी.सी. मागय की पनरीवकषत परशासकीर सिीकवत ददनााक 10.04.2017 दवारा िागत रावश

रपर 4766. िाख का अनमोदन शासन क दवारा दकरा गरा. ितयमान म कारय परगवत पर ह.

धरानाकषयण म उलिवखत िाबाई हत पनरीवकषत परसताि का तकनीकी परीकषण परदकरराधीन

ह.

शरी क.पी. वसाह - माननीर अधरकष महोदर, म अकिबर,2016 स इस बार म मातरी जी स

वनरातर अनरोध कर रहा हा. पहिा पतर मन अकिबर,2016 म पी.एस. को विखी,माननीर मातरी जी

स वयवकतगत अनरोध दकरा,सदन म भी अनरोध दकरा. वपछि अपरि और मई म भी वयवकतगत रप

स मातरी जी स चचाय की. मातरी जी को खद मािम ह दक नगर पाचारत कषतर की दकतनी िाबाई ह और

दभायगर स कहना पड रहा ह दक विभाग क परमख सवचि मौक पर जाकर दख आर और उनक दखन

और मौवखक वनदश जारी हो न क बािजद भी रह काम अभी तक पराराभ नही हआ. इसविर मझ

धरानाकषयण रहाा िाना पडा. एक विशष वयवकत, जो नही चाहता दक नगर पाचारत क कषतर म काम

हो करोदक िह बरी तरह स नगर पाचारत का चनाि हारा ह, उसकी जमानत जपत हई ह. हमारा

सौभागर कह रा दभायगर कह दक नगर पाचारत म काागरस पािी का अधरकष बन गरा. उसका

दषपररणाम हम रह भगतना पड रहा ह दक सारा वनमायण पणय होन की वसथवत म ह िहाा अभी एक

जन समाज का एक िहाा सममिन हआ था. पर दश क जन समाज क िोग िहाा इकटठ हए थ. मन

उस समर भी कहा था दक पर दश क जन समाज क िोग िहाा इकटठ होग तो बडी बदनाम होगी,

िदकन परी गमी गजरन और आज तक भी िहाा वडिाइडर का एक इाच काम चाि नही हआ. आपन

रदद 1.2 दक.मी. का अनमोदन कर ददरा तो 1.2 दक.मी. का आपन काम करो नही करिारा, इसक

पीछ करा कारण ह ? उसका अनमोदन दकर हए महीना भर गजर चका ह तो उसका काम चाि हो

जाना चावहर था. जब पी.एस. मौक पर जाकर दख आर दक 2.2दक.मी. िाबाई ह और 1. दक.मी.

नगर पाचारत कषतर म ह, तो उसका वनमायण होना चावहर तो उसका कारण बता द दक रह करो

आपक रहाा पवडाग पडा हआ ह ?

Page 44: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रामपाि वसाह - माननीर अधरकष महोदर, मन उततर म पढा ह आपन ठीक स उसको

गाभीरता स सना नही. आपन मझ पतर ददरा. मन िहाा फोर िाईन मागय सिीकत कर ददरा. उसकी

रावश भी जारी कर दी ह और वडिाइडर भी बनगा, इसक विर आपको धनरिाद दना चावहर. आप

जब धरानाकषयण विख रह थ,आपन उसम विख ददरा दक सिास र पर विपरीत परभाि पड रहा ह.

जब आप मातरी थ जब िहाा करा गढढ नही थ, जब सिास र पर विपरीत परभाि नही पडता था अब

सिास र पर परभाि पड रहा ह.

शरी क.पी. वसाह - जब डामर रोड था. अभी आपन खोद डािा ह.

शरी रामपाि वसाह - म 20 साि पहि िहाा गरा था जब िहाा गढढ थ.

शरी क.पी.वसाह - आपन उसकी ऊपर की सारी डामर खोद दी. 6 महीन स िह खिा पडा ह

और नगर पाचारत क बीच म आप खोि कर छोड द तो सिास र पर विपरीत परभाि नही पडगा.

शरी रामपाि वसाह - माननीर अधरकष महोदर, इतनी बडी सडक क विर इतनी बडी िगभग

50 करोड रपर की रावश द दी. ऐसी सडक आपको बनाकर द रह ह जो आप नही बनाए.

शरी क.पी.वसाह - अपनी गिती सिीकार करो. रह विषर को अधरकष महोदर, मोड रह ह.

अगर आपस वििाब हआ तो कारण बता द.

शरी रामपाि वसाह - कारण नही, तरात िहाा कारय पराराभ कराएाग.

शरी क.पी.वसाह-- अक िबर आ जारगा, एक साि हो जारगा, तरात का तात परय क रा ह. एक

साि गजर गरा अब तरात कब होगा.

शरी रामपाि वसाह-- तरात का तात परय रह ह, आपन पतर विखा, परदकररा तो परी करना

पडती ह, उसको दखना पडता ह, शहरी भाग, चौडाई, अवतकरमण दकतना ह. अब काम िगगा,

अभी खम भ िहाा स हिग और तरात कारय पराराभ हो जारगा.

शरी क.पी.वसाह-- िही म आपको कह रहा हा दक इस काम को जानबझकर वििाब दकरा जा

रहा. खाब हिान का िडर हो चका ह, अब जानबझकर एक परियक रिर आदमी उस िडर की माजरी

नही द रहा ह, चादक माजरी मातरी जी को नही दना, परमख सवचि को नही दना ह, एक ग िाविरर म

बठा हआ व रवकत िह उसकी माजरी जानबझकर ििका रहा ह वजसस और िाबा समर वखाच जार.

जब िडर हो गर, रि सही आ गर तो अब खम भ हिान क िडर को आप माजरी क रो नही द रह. उसी

कारण स आपका काम चाि नही हो पा रहा ह. आप स िीकार करना नही चाहत, आपका विभाग

पर का टोि नही ह, अवधकारी आपस दबत नही ह.

Page 45: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रामपाि वसाह-- अगर का टोि आपको दखना ह तो इसको रकिा दता हा. आप मरा

का टोि िस ि कर िो, आप मरा िस ि कर िो.

शरी क.पी.वसाह-- एक साि म आप काम चाि नही करा पार, रह का टोि ह ?

अध रकष महोदर-- क.पी.वसाह जी कपरा बठ जार, सीध िाद वििाद न कर.

शरी क.पी.वसाह-- अध रकष महोदर, रह बात बताईर, एक साि म काम चाि नही हो पारा.

शरी रामपाि वसाह-- 50 साि म आप कर नही पार, एक गडडा नही भर पार.

शरी क.पी.वसाह-- इसम 50 साि कहाा स आग गर.

शरी रामपाि वसाह-- हम िोग जब विधारक थ, हमको कारयकरमो म बिात नही थ. ...

(व रिधान)....

शरी क.पी.वसाह-- िदकन एक साि म आप वडिाइडर नही बनिा पार, रोड की तो बात ही

छोड दो, रोड की तो हम बात ही नही कर रह.

अध रकष महोदर-- आप सीध 2-3 परश न एक ही बार म पछ ि.

शरी क.पी.वसाह-- मन पछ विर.

अध रकष महोदर-- माननीर मातरी जी उत तर द द दफर आग बढग.

शरी रामपाि वसाह-- माननीर अध रकष महोदर, क.पी. वसाह जी हमार परान साथी ह.

िदकन आप बरा मत मावनर, स‍ चाई तो हमको बताना पडगी, िदकन बडा काम कर ददरा, हम

तरात काम िगारग.

डॉ. गोविाद वसाह-- साथी ह, साथ वनभान का तरीका दख िो.

शरी उमाशाकर गप ता-- गोविाद वसाह जी आप क रो बीच म बोि रह ह, दो ठाकरो की बात

होन दो, िह आपस म वनपि िग. ...(हासी)...

शरी रामपाि वसाह-- माननीर अध रकष महोदर, िषय 201 तक का उसका अनबाध ह, 70

परवतशत काम परा हो गरा ह. शहर क भाग का काम ह उसको हम तरात शर करिारग.

शरी क.पी.वसाह-- म पछ कछ रहा हा आप जिाब कछ द रह ह. म रोड क बार म बात ही

नही कर रहा हा.

अध रकष महोदर-- शहर क भाग की ही बात उन होन बोिी ह, आपन सना नही.

शरी रामपाि वसाह-- शहर क भाग का ही म बोि रहा हा, वबजिी क खम भ हिग, तरात कारय

पराराभ करग, िदकन आपन जरा बात कह दी न दक पकड नही ह तो पहि उस पर हो जार.

Page 46: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी क.पी.वसाह-- म रही पछ रहा हा दक एक साि म एकमातर नगर पाचारत क एररर क

वडिाइडर का काम आप शर नही करा पार इसविर मन कहा.

शरी रामपाि वसाह-- आपन पतर बाद म ददरा.

शरी क.पी.वसाह-- मन अक िबर 2016 म पतर ददरा था.

शरी रामपाि वसाह-- आपन खद वचाता नही की, आप खद मातरी रह िहाा. आप खद फोर

व हीिर स िहाा घमत थ.

अध रकष महोदर-- कपरा िाद-वििाद न कर आप ब हत िररष ठ सदस र ह और माननीर मातरी

जी भी बहत िररष ठ ह. कपरा करक आप सीधी-सीधा पछ ि दक काम कब तक पराराभ करग.

शरी क.पी.वसाह-- अध रकष महोदर, म वसफय इतनी ही बात पछ रहा हा दक वििाब का कारण

क रा ह रह बता द, एक साि स जो नही हो पारा और दसरा रह बता द एक परियक रिर डि दकस

ददन स चाि हो जारगा और वजतनी िाबाई ह, जो परमख सवचि महोदर मौक पर दखकर आर ह,

परमख सवचि स बडा अवधकारी तो कोई होता नही ह. अब इसक बाद भी उसकी स िीकवत म

दकतना समर और िगगा. अब मातरी जी और रह गर ह अब रह आकर और दख ि.

शरी रामपाि वसाह-- अध रकष महोदर, म िही कहन िािा था, िदकन िह कह रह ह दक

पकड नही ह, पकड का िस ि पहि हो जार.

शरी क.पी.वसाह-- तो पकड ददखाओ न. एक साि म पकड नही पार...(हासी)...

शरी विश िास साराग-- माननीर अध रकष महोदर, र अगर पकड शब द िापस ि ि तो काम

हो जारगा, क.पी. वसाह जी आप बोिो दक पकड ह तो काम हो जारगा.

शरी क.पी.वसाह-- अगर आपकी िास ति म पकड ह, म कि जा रहा हा, खम भो की िजह स

जो काम रका हआ ह आज उसका िडर माजर करा द .... (व रिधान)...

अध रकष महोदर-- शरी अशोक रोहाणी कपरा अपना ध रानाकषयण पढ.

शरी क.पी.वसाह-- अध रकष महोदर, मरा उत तर तो आ जान द. .... (व रिधान)...

अधरकष महोदर-- क.पी. वसाह जी आप उततर िना नही चाहत ह . कपरा आप बठ तो जार

तभी तो मातरी जी उततर द पारग.

नता परवतपकष (शरी अजर वसाह) -- माननीर अधरकष महोदर, मातरी जी की विभाग पर पकड

सही ह. िदकन क. पी. वसाह का कहना ह दक पकड सही ह इसका मलरााकन तभी होगा रदद

सोमिार तब उनका काम माजर हो जार.

अधरकष महोदर- अभी आपन उनकी बात ओिर रि कर दी थी.

Page 47: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी अजर वसाह -- नही, मन दोनो बात कही ह. उनकी तरफ स भी कह रहा हा दक मातरी जी

पर विभाग की पकड ह. बहत अ‍छी पकड ह.

अधरकष महोदर- बस, इसक आग कछ नही.

शरी उमाशाकर गपता - अधरकष महोदर वशिपरी की पकड रारसन म कस आ सकती ह.(हासी)

रह तो आप क पी वसाह साहब को चनौती द रह ह.

अधरकष महोदर- आप सभी िोगो स अनरोध ह दक कपा करक बठ जार. अब इस विषर पर

वसफय माननीर मातरी जी का उततर आरगा. इसक बाद म अगिा धरानाकषयण विरा जारगा.

शरी क.पी. वसाह - िदकन जिाब तो आ जार, उसक बाद मरा एक और परशन ह.

अधरकष महोदर- नही, पिीज आप बहत िररषठ सदसर ह. िदकन अब अवत हो रही ह. अब

नही, मातरी जी का जिाब आ रहा ह उनक जिाब क बाद म बात खतम हो जारगी.

शरी रामपाि वसाह -- माननीर अधरकष महोदर, रह जो हमन अभी सिीकवत दी ह. माननीर

सदसर न कछ इिाका बढान का अनरोध दकरा ह उसको हम करग िदकन अभी जो हमन सिीकवत

दी ह उसका कारय हम शीघर पराराभ करा दग वजसकी अभी हमन सिीकवत दी ह. हो ही गरा ह रह

मानकर क आप चविर, आप जसा कह रह ह िसा ही हो जारगा.

शरी क.पी.वसाह-- माननीर अधरकष महोदर, िसा ही हो जारगा तो बहत बहत धनरिाद

मातरी जी को, परान और अभी क कारय की सिीकवत क विर खब धनरिाद. आपकी खब पकड सावबत

हो, हमारी शभकामनार आपक साथ म ह. धनरिाद.

2. जबिपर कणि कषतर क राजीि नगर, साजर नगर आदद कषतरो म पटटो का निीनीकरण

दकरा जाना.

शरी अशोक रोहाणी (जबिपर-कनिोनमि) माननीर अधरकष महोदर, मरी धरानाकषयण की

सचना की विषर इस परकार ह :-

जबिपर क कणि विधानसभा क अातगयत राजीि गााधी नगर, साजर गााधी नगर एिा

मोदीबाडा, किागा कषतरो म मधरपरदश नगरीर कषतरो म भवमहीन वयवकत (पटटाधवत अवधकारो का

परदान दकरा जाना) अवधवनरम, 194 क अधीन वितररत पटटो की िीज समापत हो गई ह, जबदक

नगरीर विकास विभाग दवारा इस अवधवनरम म पटटो क निीनीकरण क साबाध म वनरम बनान

Page 48: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

साबाधी कारयिाही करनी थी पररणामत आज ददनााक तक उकत अवधवनरम क अातगयत िीज

निीनीकरण क साबाध म कोई वनदश परसाररत नही दकर गर ह वजसस पटटाधवत अवधवनरम क पटटो

का निीनीकरण नही हो पान स नागररको म परशासन/शासन क विरध क रोष वयापत ह.

नगरीर विकास एिा आिास मातरी( शरीमती मारा वसाह ) -- माननीर अधरकष महोदर,

मधरपरदश क नगरीर कषतरो क भवमहीन वयवकतरो ( पटटाधवत अवधकारो का परदान दकरा जाना)

अवधवनरम 194 एिा उसक अातगयत वनरमयत "मधरपरदश नगरीर कषतरो क भवमहीन वयवकत"(पटटाधवत

अवधकारो का परदान दकरा जाना) वनरम 200 क अातगयत िषय 194 स पटट ददर गर थ, वजन पटटो

की अिवध 30 िषय पणय हो गई ह, ि निीनीकरण रोगर हो गर ह.

मधरपरदश नगरीर कषतरो क भवमहीन वयवकतरो (पटटाधवत अवधकारो का परदान दकरा जाना)

वनरम, 200 क वनरम 7 क परारप "ख" की शतयो की का वडका-6 म पटटो क निीनीकरण परािधान

पिय स ही ह. इन परािधानो क अातगयत कारयिाही दकर जान क विर समसत किकिर मधरपरदश को

िख दकरा गरा ह. कषतर क नागररको म आकरोश जसी कोई वसथवत नही ह.

शरी अशोक रोहाणी -- माननीर अधरकष महोदर, नगर उदर अवभरान क दौरान हमार कषतर

क िगभग 500 ऐस पटटाधारी ह वजनक परकरण िावबत ह . किकिर दवार रह कहा जाता ह दक जब

तक हम ऊपर स वनदश नही वमिग तब तक हम इनक निीनीकरण की कारयिाही नही करग. मर

मातरी जी स आगरह ह दक आज ही ऐस वनदश रहाा स जारी कर तादक उनक निीनीकरण की

कारयिाही परी हो सक.

शरी तरण भनोत (जबिपर-पविम) - माननीर अधरकष महोदर, बहत ही महतिपणय विषर

ह.

अधरकष महोदर- पहि रोहाणी जी क परशन का उततर तो आ जार. चविर आप भी बोि

दीवजर.

शरी तरण भनोत-- अधरकष महोदर, मर विधानसभा कषतर की भी कमोिश रही वसथवत ह .

माननीर म‍रमातरी जी इस साबाध म सदन म भी घोषणा कर चक ह, विधानसभा स रह साकलप भी

पाररत हआ था दक नगरीर वनकार कषतर म नजि क सथान पर जो िोग 10 िषो स अवधक स रह

रह ह उनको मकान क पटट ददर जारग. रह तो 194 क पटट ततकािीन सरकार दवारा वमि हर ह,

चादक सरकार इन पटटो का निीनीकरण नही कर रही ह इसविर माननीर विधारक शरी अशोक जी

क कषतर म भी रह वसथवत ह दक िोगो का मतदाता सची स नाम कािा जा रहा ह.

शरीमती उषा चौधरी -- माननीर अधरकष महोदर, सतना म भी रही हाि ह.

Page 49: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अधरकष महोदर-- नही. कपरा बठ. भनोत जी आपन बहत अ‍छा परशन पहि दकरा था उतन

तक ही आप सीवमत रहत तो ठीक था.

शरी भारत वसाह कशिाह- माननीर अधरकष महोदर, मरा भी इसी स साबावधत परशन ह.

अध रकष महोदर - शरी भारत वसाह भी आप बठ जाएा. माननीर मातरी जी, इनकी बात का

और शरी तरण भनोत जी की बात का समदकत उत तर आ जारगा तो अ‍ छा रहगा.

शरीमती मारा वसाह - माननीर अध रकष महोदर, रह कह रह ह दक 200 म वनरम नही बन

िदकन 200 म वनरम साशोवधत दकर गर थ और पिय स परचवित वनरमो का ही पािन दकरा जा

रहा था. िदकन दफर भी नगरीर विकास विभाग न कि सभी किक िसय को वनदश जारी करक

वनरमानसार निीनीकरण का िख दकरा ह और इस साबाध म हम समर सीमा म कारय पणय करन क

उद श र स शीघर ही विस तत वनदश समर सारणी क साथ भी जारी कर दग.

शरी तरण भनोत - निीनीकरण क साथ-साथ वजनको नर पटट परदान दकर जान थ और

वजनकी सरकार घोषणा कर चकी ह, इनक भी आदश कर. रह बहत महत िपणय विषर ह.

अध रकष महोदर - शरी अशोक रोहाणी जी आपको इस साबाध म और कछ पछना ह तो पछ

िीवजए.

शरी अशोक रोहाणी - माननीर अध रकष महोदर, म आपका धन रिाद दता हा और माननीर

मातरी जी का भी धन रिाद दता हा वजस आदश की परवतकषा किक िरो को थी िह आज इस सदन क

माध रम स पराप त हए ह और कारयिाही पराराभ होगी इसक विर बहत-बहत धन रिाद .

शरी तरण भनोत - अध रकष महोदर, रह तो निीनीकरण की बात हई म उनकी बात कर

रहा हा वजनको नर पटट ददर जा रह ह.

अध रकष महोदर - माननीर मातरी जी क रा आप इस बार म कछ कहगी ? हािाादक रह बात

ध रानाकषयण म शावमि नही ह.

शरी तरण भनोत - अध रकष महोदर, रह महत िपणय विषर ह.

शरी भारत वसाह कशिाह - माननीर अध रकष महोदर, इसी स साबावधत मरा भी परश न ह. रह

मर कषतर की भी समस रा ह.

अध रकष महोदर - आप बठ जाएा मातरी जी कछ कह रही ह. रह सभी जगह की समस रा ह.

शरीमती मारा वसाह - माननीर अध रकष जी, अभी ददसाबर 2014 तक क कब जो क पटट ददर

जान क वनदश जारी दकर जा चक ह.

शरी तरण भनोत - माननीर मातरी जी कब तक द ददर जाएाग.

Page 50: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरीमती मारा वसाह - उनका परीकषण करक वनरमानसार निीनीकरण दकरा जाएगा.

3. छतरपर वजि क जसगिाा वबजािर वसथत डी.एड. कॉिज दवारा

फजीिाडा दकरा जाना.

चौधरी मकश वसाह चतिदी (महगााि) { सिय शरी ठाकरदास नागिाशी एाि ििवसाह भरररा} -

माननीर अध रकष महोदर, मर ध रानाकषयण की सचना इस परकार ह दक -

जसगािा, वबजािर वजिा छतरपर म शासकीर रामकष ण ममोरररि बी.एड. कॉिज खोिा

गरा ह. इसक बाद फजी तरीक स इसी स थान म एक अशासकीर डी.एड. कॉिज खोि ददरा गरा

ह. किरवचत दस तािजो क आधार पर एक ही भिन म दोनो कोसय साचावित दकर जा रह ह. डी.एड.

म पढन िाि विारथयरो को पढन हत भिन ही नही ह. छातरो एिा उनक अवभभािको क दवारा

अिगत करारा गरा दक कॉिज परबाधक शासन क दवारा वनधायररत शल क क अवतररक त कई गना शल क

ित ह. ज रादा शल क दन स मना करन िाि छातरो को विवभन न परकार स परतावतडत दकरा जाता ह

तथा परारोवगक परीकषा म फि करन की धमकी दी जाती ह, वजस कारण छातरो को अवतररक त शल क

दन पडती ह. इसक अवतररक त ाा कॉिज म वनरवमत ककषाएा भी साचावित नही होती ह और पढान

िाि वशकषक भी नही ह. उक त डी.एड. कॉिज म शासन दवारा वनधायररत मापदाड स कम भिन

वनधायररत शल क स ज रादा शल क िन एिा वनरवमत एिा गणित तापणय वशकषा परदार नही दकर जान क

कारण छातरो एिा उनक अवभभािको म रोष व राप त ह. छातर एिा अवभभािक उपरोक त वबादओ की

उ‍ च स तरीर जााच करिान एिा जााच होन तक सास थान म निीन परिश परदकररा को रोकन की मााग

कर रह ह. अत उक त डी.एड. कॉिज क फजीिाड की जााच करिान एिा जााच परदकररा परी होन तक

निीन परिश परदकररा को रोकत हए डी.एड. कॉिज की मान रता वनरस त करन की कारयिाही की

जाए.

स कि वशकषा मातरी (का िर विजर शाह) - माननीर अध रकष महोदर, माननीर सदस र न जो

विषर ध रानाकषयण क माध रम स उठारा ह. उक त ध रानाकषयण सचना क सादभय म उल िखनीर ह दक

मध रपरदश शासन वशकषा विभाग क वनदशानसार राज र वशकषा कन र दवारा एन.सी.िी.ई. स मान रता

पराप त एिा माध रवमक वशकषा मण डि स साबाध कता पराप त डी.एि.एड. महाविािरो म परिश की

परदकररा साचावित की जाती ह. िषय 2017-1 म माध रवमक वशकषा मण डि स साबाध कता पराप त

डी.एि.एड महाविािरो की सची म जसगािा, वबजािर छतरपर म अशासकीर रामकष ण

ममोरररि महाविािर सवममवित नही ह. अत ऐस दकसी महाविािर म परिश की परदकररा

नही की जा रही ह. राष टीर अध रापक वशकषा पररषद की सची क अनसार इसी पत पर एक अन र

Page 51: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अशासकीर डी.एि.एड. महाविािर पीताम बर पीठ वशकषा परसारणीर इास िीटयटि क नाम स

साचावित ह. फजी तरीक स अशासकीर डी.एि.एड कॉिज साचावित करन क साबाध म साभागीर

अवधकारी को तत काि छतरपर जााच क विर भजा जा रहा ह. जााच परवतिदन क आधार पर राष टीर

अध रापक वशकषा पररषद को मान रता समाप त करन क विर विख ददरा जाएगा. रदद आिश रकता

हई तो तत काि एफ.आई.आर. भी दजय की जािगी. कॉिजो को ब‍ चो क भविष र स वखििाड नही

करन ददरा जाएगा. परदश म साचावित डी.एि.एड. महाविािरो क वनरीकषण और जााच म राज र

शासन की परभािी भवमका बनान हत राष टीर अध रापक वशकषा पररषद को िख दकरा जारगा तादक

परवतिषय राज र शासन क अवधकारररो दवारा वनरीकषण सवनवित दकरा जा सक और उसक बाद ही

उसकी मान रता रह.

12.30 बज [उपाध रकष महोदर (डॉ. राजन र कमार वसाह) पीठासीन हए]

चौधरी मकश वसाह चतिदी - माननीर उपाध रकष महोदर, म आपक माध रम स माननीर

मातरी जी स रह जानना चाहता हा दक जब तक जााच चि, तब तक निीन सतर की परिश परदकररा

रोकी जार और अगर जााच उपरान त दोषी पाए जात ह तो स थारी रप स इनकी साबध कता खत म की

जार क रोदक कही न कही एक ही कॉिज म, मर पास उस कॉिज क वबजिी क वबि भी ह, उसम

बी.एड. कॉिज, रामकष ण महाविािर उसका वबजिी क वबि इस नाम स ह- वपरवसापि, बी.एड.

कॉिज महाविािर एिा उसी म माा पीताम बरा साचावित होती ह तो कही न कही शासन क साथ

फरॉड दकरा जा रहा ह तो क रा माननीर मातरी जी उनकी 3 िषय की मान रता रद करग और तब तक

निीन एडवमशन रोक ग ?

का िर विजर शाह - माननीर उपाध रकष महोदर, जहाा तक जााच का सिाि ह. आज शकरिार

ह, हम सोमिार को एक िीम भजकर, इसकी विस तार स जााच करिारग और किि रही नही

डी.एड., बी.एड. कॉिज, वजतन भी परारिि ह, उनकी बहत िम ब समर स वशकारत आ रही ह.

हमार जो साभागीर अवधकारी ह, ज.डी. ह, उनको भी हम वनदवशत कर रह ह दक अपन-अपन कषतर

म वजतन भी डी.एड., बी.एड. कॉिज ह, 7 ददन म उसकी ररपोिय शासन को भज तथा ररपोिय

वमिन क बाद जररत पडी तो एफ.आई.आर. करिाएाग एिा अगर जररत पडी तो भारत सरकार

को साबध कता वनरस त करन क विए भज ददरा जाएगा.

शरी ददिीप वसाह पररहार - माननीर मातरी जी, नीमच क भी ह.

Page 52: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

चौधरी मकश वसाह चतिदी - क रा तत काि निीन सतर क परिश रोक जाएाग ? वजसस ब‍ चो

क भविष र क साथ वखििाड न हो.

का िर विजर शाह - माननीर उपाध रकष महोदर, हम सोमिार को तो भज ही रह ह.

चौधरी मकश वसाह चतिदी - मातरी जी, तब तक एक ऐसा आदश परसाररत हो जार दक

निीन वशकषा सतर क एडवमशन न हो.

का िर विजर शाह - उपाध रकष महोदर, मझ िगता ह दक वबना जााच दकर दकसी परदकररा को

रोकना काननन ठीक नही ह.

चौधरी मकश वसाह चतिदी - मातरी जी, रह आप अपन जिाब म मान ही रह ह दक िहाा इस

तरह का कोई कॉिज नही ह, तब तक निीन सतर की परदकररा 2 ददन तक रोक दी जार अगर िह

सही वनकि तो आप जसा उवचत समझ, िसा करररगा.

12.33 बज [सभापवत महोदर (शरी क.पी. वसाह) पीठासीन हए]

शरी ििवसाह भरररा (सरदारपर) - माननीर सभापवत महोदर, मरा इसम कहना ह दक रदद

रह क िीरर हो गरा ह दक सास था फजी ह तो म माननीर मातरी जी स आपक माध रम स वनिदन

करना चाहता हा दक क रा आप फजी सास था की मान रता रद करग ?

का िर विजर शाह - सभापवत महोदर, वजतन भी मध रपरदश म डी.एड., बी.एड. परारिि

कॉिज ह. चाह उनकी वशकारत आई ह रा नही, हम 7 ददनो क अन दर उनकी जााच करिाएाग और

ज.डी. स ररपोिय वमिन क बाद उवचत कारयिाही, स‍ त कारयिाही की जारगी.

शरी ििवसाह भरररा - सभापवत महोदर, मरा रह कहना ह दक इस तरह क पर परदश म

सभी साभागो म फजी कॉिज चि रह ह, इनकी भी जााच की जारगी तो विारथयरो क भविष र क

विर अ‍ छा होगा. माननीर मातरी जी, सभी जगह जााच करिा िग तो बहत अ‍ छा रहगा, ऐसा मरा

अनरोध ह.

का िर विजर शाह - सभापवत महोदर, एन.सी.िी.ई.आर. की सची म जो नाम आरा ह, रदद

उसम उसका नाम नही ह और रदद िहाा परिश हो रहा ह तो िह इल िीगि ह.

Page 53: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

चौधरी मकश वसाह चतिदी - सभापवत महोदर, मरा अनरोध रह था दक नाम नही ह तो

परिश रोका जार. उनको फजी परिश िन की परवमशन न दी जार.

का िर विजर शाह - सभापवत जी, वजनको मान रता नही ह, जहाा तक मरी जानकारी म अभी

आरा ह तो परिश का परश न ही नही उठता ह. अगर उसक बाद भी परिश िता ह तो एफ.आई.आर.

कर दग.

चौधरी मकश वसाह चतिदी - माननीर सभापवत महोदर, जब तक जााच चि रही ह तब

तक क रा उनकी मान रता वनिावबत करग ?

का िर विजर शाह - सभापवत महोदर, हम िोग भी विपकष म बहत ददनो तक बठ ह. हमन

7 ददन का समर माागा ह.

शरी ििवसाह भरररा - म माननीर मातरी जी को अवतशीघर कारयिाही करन क आश िासन पर

बहत बहत धन रिाद दता हा.

का िर विजर शाह - सभापवत महोदर, मान रता वनरस त करन का अवधकार नही ह, ररकमाड

करन का अवधकार ह. जााच क बाद ररकमाड कर सकत ह, मकश जी ज रादा बहतर जानत ह. जााच

क बाद रदद इस तरह स वसथवत ह तो वनवित रप स वनरस त होना ही ह.

शरी ठाकर दास नागिाशी(वपपरररा) - माननीर सभापवत जी, आपक माध रम स कहना

चाहता हा दक विधान सभा म अभी दो शब द आए ह. एक पकड और एक ह जगाड, इसक पास न

तो पकड ह न तो जगाड ह दफर भी एक भिन म बीएड और डीएड दोनो चि रह ह. रदद ब‍ चो क

परिश हो जात ह और जााच क बाद उसकी मान रता रद होती ह तो ऐस म ब‍ चो क भविष र स

वखििाडा होगा. इसविए तत काि परिश रोक जान चावहए.

का िर विजर शाह - माननीर उपाध रकष जी, किक िर को पतर विख रह ह दक िहाा जाकर क

एक बार परीकषण कर ि और ब‍ चो को भी इस बार म समझाए और मीवडरा क माध रम स

जानकारी म भी आ ही जाएगा. रदद थोडा सा भी गडबड ह तो गडबडी करन िािो को जि जान

स कोई नही रोक पाएगा.

सभापवत महोदर - सदस र का कहना ह दक ब‍ चो क भविष र का क रा होगा, गिती तो कोई

और कर रहा ह.

का िर विजर शाह - माननीर सभापवत जी, सोमिार को हम जााच कमिी भज दग, जााच क

बाद जो भी त र पाए जाएाग, चाह एफआईआर करना हो, रा राष टीर वशकषा पररषद को मान रता

वनरस त करन क विए पतर विखना हो तो हम रह जााच क बाद ही तो विख पाएाग.

Page 54: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

चौधरी मकश वसाह चतिदी - माननीर सभापवत महोदर, आज अ‍ छा ददन ह, शकरिार ह

आज ही जााच क आदश ददए जाए तो बहतर होगा.

शरी ददिीप वसाह पररहार - नीमच वजि म भी रह बहत चि रहा ह. मातरी जी आज ही जााच

क आदश कर दीवजए.

सभापवत महोदर - आदश तो अिग बात ह िदकन सदस रो की वचन ता रह ह दक ब‍ चो क

भविष र का क रा होगा.

चौधरी मकश वसाह चतिदी - अभी तत काि म परिश रोक ददए जाएा. आजकि तो तकनीकी

बहत फास ि ह, आप अभी आदश कर दीवजए तो तरात जााच हो जाएगी.

का िर विजर शाह - माननीर सभापवत महोदर, वचन ता आिश रक ह. हम किक िर को वनदश

जारी कर रह ह और किक िर की ररपोिय शाम तक आ जाएगी, उसक बाद कोई वनणयर ि िग.

चौधरी मकश वसाह चतिदी - मातरी जी को धन रिाद.

शरी रशपाि वसाह वससौददरा - माननीर सभापवत जी, ध रानाकषयण छतरपर वजि क

जस सगााि वबजािर कषतर स साबावधत ह. सभापवत महोदर म आपका सारकषण चाहता हा और मातरी जी

स आगरह करा गा दक क रा पर मध रपरदश म इस परकार की जााच करिा िग.

का िर विजर शाह - सार मध रपरदश म वजतन भी डीएड और बीएड क परारिि कािज ह, 7

ददन म सभी की जााच जीएडी स करिाकर द दग.

शरी फन दिाि वसाह माको (पष पराजगढ) - माननीर सभापवत जी, अनमवत हो तो मर कषतर क

विए कछ कह दा. इाददरा गााधी जनजावत विश िविािर अमरका िक वपछि बीए, बीएड, बीकॉम म

परिश िकर क ब‍ चो न अध ररन दकरा, अध ररन करन क पश चात ब‍ चो को वडगरी वमिनी चावहए

थी, िदकन आज करीब 300 ब‍ च पढाई पणय करन क पश चात विश िविािर दवारा उनको वडगरी

परदान ही की गई.

सभापवत महोदर - रह परश न इसस उभत नही होता.

शरी फन दिाि वसाह माको - सभापवत जी, वशकषा स साबावधत विषर ह इसविए म कह रहा हा

दक कम स कम विश िविािर स जानकारी ही इस साबाध म बििा िी जाए दक ऐसा क रो हो हआ

ह, मध रपरदश क ही ब‍ च ह, रदद पढाई परी हो गई ह तो वडगरी वमिना चावहए.

सभापवत महोदर - आप अिग स माननीर मातरी जी को विखकर द द, जो कारयिाही होगी

मातरी जी करिा िग.

शरी फन दिाि वसाह माको - धन रिाद.

Page 55: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

(4) आददम जावत कल राण विभाग दवारा आपरावधक परकरण म विप त अवधकारररो क विरध क

कारयिाही न दकरा जाना.

शरी वनशाक कमार जन (बासौदा) - माननीर सभापवत महोदर, मरी धरान आकषयण सचना

का विषर इस परकार ह-

आरक त आददिासी विकास को थाना परभारी जहाागीराबाद भोपाि क पतर करमााक

07.02.2017 दवारा सासवचत दकरा गरा दक अपर साचािक क विरध क अपराध करमााक 9/13,

धारा 306, 34 भादावि क अातगयत कारम कर परकरण वििचना म विरा गरा. अपर साचािक को

वगरफतार कर मचिक पर ररहा दकरा गरा. परकरण का चािान परस तत होन क उपराात भी उन ह

वनिावबत नही दकरा गरा, इनकी वशकारत िोकारक त म भी की गई. िाहन चािको की भती म भी

विभाग न शरी भण डारी को दोषी माना ह, इनक दोहर आहरण स साबावधत वबिो म इनक दवारा

हस ताकषर दकए गए ह, इनकी वििाददत कारयशिी ि इनक विरध क समवचत कारयिाही नही होन क

कारण िोगो म रोष व राप त ह.

Page 56: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

राजरमातरी, सामानर परशासन (शरी िाि वसाह आरय )-- माननीर सभापवत महोदर,

शरी वनशाक कमार जन--माननीर सभापवत महोदर, जसा दक माननीर मातरी जी न कहा दक

उचच नरारािर स सथगन ह. रदद दकसी मामि म उचच नरारािर अथिा दकसी भी नरारािर स

सथगन आता ह तो साबावधत थाना परभारी वजसन कवमशनर टाईबि को विखा तथा उनको वगरफतारी

Page 57: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

की सचना दी. रदद दकसी भी तरह का सथगन होता तो म अपन पतर क साथ कवमशनर म उस बात

का उलिख भी करत नाबर एक, नाबर दो कवमशनर न िह पतर परमख सवचि को विखा, िीआई

जहाागीराबाद क पतर की कापी िगारी. उन दोनो पतरो म दकसी भी नरारािर क दकसी भी तरह क

सथगन नही ह. नाबर एक, नाबर दो रदद सथगन होता तो दकसी भी तरह की सथगन की कापी

विभाग म उपिबध होती. न तो विभाग म दकसी भी तरह की कापी उपिबध ह. रदद ह तो

माननीर मातरी जी मझ दन का कि करग अथिा पिि पर रखन का कि करग. नाबर तीन वजस

दोहर आहरण की बात माननीर मातरी जी न कही. म आपको बताना चाहता हा दक शरी भणडारी

दवारा 6 करोड रपर का दोहरा आहरण दकरा गरा, उसकी वशकारत जब िोकारकत म हई.

िोकारकत न चीफ सकटी को विखा. चीफ सकटी न तीनो परमख सवचिो को अपन चमबर म

बिारा. चीफ सकटी की मर पास नोिशीि की कापी ह. शरी भणडारी न वजस पपर पर दसतखत

करक आहरण विरा उस समर दभायगर शरी भणडारी का रह दवखर दक वजन खातो म िह पसा

टाासफर हआ 70 िाख रपर एक भतर, एक बाब क पास रावश का एक अाश टाासफर हो गरा. अब

भतर एिा बाब विभाग म घम दक हमार खात म 70 िाख रपर आ गर तब इस परकरण की जााच

पराराभ हई और जााच म शरी भणडारी को दोषी पारा गरा. चीफ सकटी विभाग को विखत ह दक रह

गाभीर मामिा ह और इस पर परकरण पाजीबध क दकरा जाना चावहर. विभाग क अवधकारी वनवित

रप स शरी भणडारी को बचा रह ह. नाबर एक.

सभापवत महोदर--आप सपवसदफक परशन कर.

शरी वनशाक कमार जन--माननीर सभापवत महोदर, माननीर मातरी जी जो जााच आपक

विभाग क दवारा की गई वजसम शरी भणडारी को दोषी पारा गरा. करा आप शरी भणडारी को

वनिावबत कर दफर जााच की कारयिाही करारग ?

शरी िाि वसाह आरय - माननीर सभापवत महोदर, एक तो माननीर सदस र दवारा रह कहा

गरा दक स थगन की कापी ह नही. माननीर सदस र न कहा ह दक म पिि पर रह स थगन की कापी

सदन रखन को तरार हा, नाबर एक. नाबर दो, आपन कहा ह दक 6 करोड का कोई..

सभापवत महोदर - स थगन की कापी जो आपक पास ह, उसम जो न रारािर क डाररक शन

ह, िह आप सीध पढकर ही बता दीवजर. उसम डाररक शन क रा ह ?

शरी िाि वसाह आरय - सभापवत महोदर, मन परी बात बतारी ह, मन तारीख भी बतारी

ह. विधारक जी न कहा दक 6 करोड घोिाि िािा कोई मामिा बतारा ह. रदद कोई भी जााच

परदकररा होती ह तो उसम हमार जो विभागीर आरक त ह एस.सी क, उनको जााच दी गरी ह. रदद

Page 58: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िह दोषी होग तो दफर तो किि वनिाबन की कारयिाही नही होगी, दफर तो एफआईआर भी दजय

होगी. दकसी को छोडन का सिाि ही नही ह.

सभापवत महोदर - माननीर मातरी जी, इसम दो बात हो रही ह. आपक ही जिाब म आप

कह रह ह दक एफआईआर दजय ह और इधर आप कह रह ह दक एफआईआर दजय होगी. दोनो म स

कौन सी बात सही ह.

शरी िाि वसाह आरय - सभापवत महोदर, रह 6 करोड िाि मामि म बता रहा हा.

सभापवत महोदर - अ‍ छा, रह 6 करोड िािा मामिा ह.

शरी िाि वसाह आरय - जी हाा.

शरी वनशाक कमार जन - माननीर सभापवत महोदर, विभाग न जााच की और 7 कमयचारररो

को दोषी पारा और उन सातो को वनिावबत कर ददरा और वजसका जो कताय-धताय था तो उस बचान

क विर छोि कमयचारररो को बवि चढारा गरा. जबदक कताय-धताय को विभाग दवारा सारकषण ददरा

जा रहा ह. रदद भण डारी दोषी नही थ तो चीफ सकरिरी न ...

सभापवत महोदर - मातरी जी, आपक पास जो माननीर न रारािर का आदश ह, उसम क रा

उनक वखिाफ कोई कारयिाही न करन क विर विस ि ह ?

शरी वनशाक कमार जन - माननीर सभापवत महोदर, रह भरष िाचार का मामिा दसरा ह.

िह एक आत महत रा क मामि म कारयिाही न करन क मामि म मना कर रह ह.

सभापवत महोदर - िही मन कहा ह दक माननीर न रारािर आदश क रा ह, उसको आप

आप पिि पर रखन को तरार ह तो आप पढ द दक िह ह क रा. उसस वकिरर हो जारगा दक स ि

इस पर ह रा दकस पर ह.

शरी वनशाक कमार जन - माननीर सभापवत महोदर, िह दसरा मामिा ह. उसम इन होन

एक पतरकार को परतावतडत दकरा था, उसन आत महत रा करी थी, उसम िह स थगन ह.

सभापवत महोदर - आप बठ जार, मातरी जी उत तर द रह ह.

शरी िाि वसाह आरय - सभापवत महोदर, रह बात सही ह, जो वनशाक जी बता रह ह दक एक

अपराध पाजीबध क हआ था जो भण डारी क वखिाफ अपराध पाजीबध क दकरा गरा था. उसम उनको

मचिक पर छोडा गरा ह. िह उसी ददन कोिय म गर और उसी ददन उनको स ि इस बात का ददरा

दक इनकी अभी वगरफतारी न की जार. इस पर उनको मचिका वमि गरा.जहाा तक 6 करोड का

मामिा ह. म बहत ही स पष ि कह रहा हा दक 2 महीन क अादर, इसम जो भी जााच चि रही ह....

Page 59: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी वनशाक कमार जन - माननीर सभापवत महोदर, 2010 स जााच चि रही ह और अभी

2017 हो गरा ह. सामान र परशासन विभाग का ही वनरम ह दक एक िषय म विभागीर जााच परी की

जारगी. अभी 2010 स 2017 तक अकिी जााच ही चि रही ह. चीफ सकरिरी अपनी नोिशीि म

विखत ह और तीनो विभागो तीनो परमख सवचिो को पष ठााकन करत ह और चीफ सकरिरी क वनदश

क बाद उनको वनिावबत नही दकरा गरा ह और 6 करोड क मामि म उनक वखिाफ एफआईआर

नही की गरी.

सभापवत महोदर, म आपक माध रम स मातरी जी स कहना चाहता हा दक ऐस अवधकारी को

तत काि वनिावबत कर और उनक वनिाबन क पश चात जााच करार. रदद िह वनदोष हो तो उनको

आप िापस बहाि कर द.

शरी िाि वसाह आरय - माननीर सभापवत महोदर, उन होन जो स ि विरा ह उस पर 16.3.17,

5.4.17, आप एक वमनि मरी बात सन ि.

शरी वनशाक कमार जन - सभापवत महोदर, मातरी जी सदन को गमराह कर रह ह. स ि दसरी

बात पर ह. स ि एक आत महत रा पर ह न दक 6 करोड रपर क घािाि पर ह.

शरी िाि वसाह आरय - वनशाक जी, रह कभी नही होता ह, अगर दकसी न कोई आरोप

िगारा ह तो उसकी जााच करना ही पडती ह नही तो िह कोिय म जाकर दफर उस चीज पर स ि ि

िगा. इसविर हम उस बचाना नही चाहत ह. हमन उस पर जााच बठा दी ह. आरक त जााच कर रह

ह.

सभापवत महोदर - माननीर मातरी जी, माननीर सदस र का सिाि रह ह दक जीएडी का

जो सक रयिर ह, उसक अनसार एक साि क अादर जााच परी होना चावहर. आपको जााच करत हए

करीब 7 साि हो गर ह, क रा रह सही ह, वसफय इतनी सी बात ह. आवखरकार इसम चीफ सकरिरी

की बात भी नही सनी जारगी.

शरी िाि वसाह आरय - सभापवत महोदर, म इसीविर तो कह रहा हा. म चाहता तो म रह

कह दता दक जल दी कारयिाही कारयिाही करा गा. म समर द रहा हा.

सभापवत महोदर - 7 साि का समर बहत िम बा होता ह.

शरी िाि वसाह आरय - सभापवत महोदर, म किि दो महीन का समर चाह रहा हा. म किि

2 महीन कर रहा हा. किि 2 महीन म परी जााच करक अावतम वबाद पहाचग. अगर दोषी होग तो

वनिावबत भी होग और एफआईआर भी होगी.

Page 60: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी बहादर वसाह चौहान - माननीर सभापवत महोदर, जब 7 िषयो का इातजार दकरा ह तो

मातरी जी 2 महीन मााग रह ह. 2 महीन म जााच क वनष कषय आ जारग.

शरी रामवनिास राित- माननीर सभापवत जी, मातरी महोदर क जिाब म एक बात और

वनकिकर आई ह. मातरी जी जााच की बात कह रह ह. कपरा अावतम परा पढ- ''िाहन चािको की

वनरवकत परदकररा म अवनरवमतता क साबाध म िोकारक त कारायिर, भोपाि म वशकारत दजय की गई

वजसम परारावभक जााच म सरर वसाह भाडारी, अपर साचािक आददम जावत, कषतरीर विकास रोजना,

भोपाि को परथम दष िरा दोषी पारा गरा''. क रा आपको िोकारक त पर भी भरोसा नही ह ? िह

दोषी वसध क ह, जााच हो चकी ह. आप उस वनिावबत क रो नही कर रह ह. स ि अपरावधक परकरण म

कारयिाही करन क विरध क ह और आप बात कही की कही और ि जा रह ह. स ि

शरी िाि वसाह आरय- माननीर सभापवत जी, बात को कही का कही ि जान का सिाि ही

नही ह. राित जी जो िाहन चािको की बात कह रह ह, उसम भी विभागीर जााच सावसथत की गई

ह. उनको नोरिस ददरा गरा ह.

शरी वनशाक कमार जन- माननीर सभापवत जी, उस नोरिस को ददए हए तीन साि हो गए

ह.

शरी िाि वसाह आरय- माननीर सभापवत जी, नोरिस की तावमिी 07.07.2017 को हई ह.

शरी रामवनिास राित- माननीर सभापवत जी, म पछना चाहता हा दक इनका विभाग बडा

ह दक िोकारक त बडा ह ?

शरी िाि वसाह आरय- आप दबाि क रो बना रह ह ?

....(व रिधान)....

शरी वनशाक कमार जन- माननीर सभापवत जी, दबाि की बात नही ह. हमारी मााग ह दक

आप उस वनिावबत कर और दफर जााच करिार.

सभापवत महोदर- कपरा माननीर मातरी जी की बात सन ि.

शरी रामवनिास राित- मातरी जी आप कछ न बतार किि रह बता द दक आपकी क रा

मजबरी ह ?

....(व रिधान)....

शरी िाि वसाह आरय- माननीर सभापवत जी, िाि वसाह आरय की न कोई मजबरी ह, न कोई

दबाि ह और न ही कोई परभाि ह. किि 15 ददिस का नोरिस ह, उसम स भी 6-7 ददन वनकि गए

Page 61: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह. रदद 15 ददिस क अादर उनका जिाब सातोषजनक नही आता ह तो हम उनक वखिाफ कारयिाही

करग.

शरी रामवनिास राित- इसका मतिब आप िोकारक त की जााच को नही मानग.

शरी वनशाक कमार जन- माननीर सभापवत जी, 6 करोड रपर िाि मामि म 3-3 परमख

सवचि जााच कर रह ह. म‍ र सवचि नोिशीि विख रह ह. अब इसक बाद दकसका इातजार दकरा

जा रहा ह.

स कि वशकषा मातरी (का िर विजर शाह)- माननीर सभापवत जी, न रारािरीन परकरण ह.

शरी रामवनिास राित- अब उनको बचान क विए आपको खडा होना पडा. आप कपरा

बचाि म न आर.

शरी वनशाक कमार जन- मातरी जी, िह न रारािरीन परकरण दसरा ह. िह आत महत रा का

परकरण ह. दवनक-भास कर, पवतरका, नि-दवनरा सभी परमख समाचार पतरो न इसक साबाध म विखा

ह. दसरी बात म रह कहना चाहता हा दक वपछिी विधान सभा म 20 विधारको दवारा इस साबाध म

परश न िगार गए थ. 6 करोड रपर का परकरण और आत महत रा िािा परकरण, दो अिग-अिग

परकरण ह. माननीर सभापवत जी, इसक बाद भी वजस परमाण-पतर क आधार पर भाडारी को नौकरी

दी गई, िह परमाण-पतर फजी वनकिा. वजसन परमाण-पतर ददरा ह, उसन स िरा कह ददरा दक हमन

ऐसा कोई परमाण-पतर नही ददरा ह.

सभापवत महोदर- जन जी, आपकी सारी बात आ गई ह. मातरी जी 2 माह का समर मााग

रह ह. अब आप बताईर दक इस 2 माह क समर म आप क रा चाहत ह ?

शरी वनशाक कमार जन- माननीर सभापवत जी, मरी मााग ह दक ऐसा भरष ि अवधकारी

वजसक मामि म पिय की विधान सभा क 20 विधारको न परश न िगारा, तमाम मीवडरा म उसक

बार म छप चका, एक पतरकार न म‍ र सवचि क समकष िल िभ भिन क सामन आत महत रा की, एक

मवहिा परताडना की वशकारत कर रही ह, आददम जावत कल राण विभाग न उस कागज को भी दबा

ददरा ह. मवहिाओ और बवचचरो को शाम को ऑदफस िाईम क बाद उसक दवारा बिारा जाता ह.

इतनी ढर सारी वशकारतो क बािजद कारयिाही नही की जा रही ह तो माननीर मातरी जी आप ऐस

अवधकारी को परस कार द दीवजर और मान िीवजर दक आपकी सरकार ऐसा ही करती ह.

माननीर सभापवत जी, म मााग करता हा दक उस तत काि वनिावबत दकरा जार और जााच

करिाई जार. रदद जााच म िह वनदोष सावबत होता ह तो उस बहाि कर दीवजरगा.

का िर विजर शाह- माननीर सभापवत जी, रह तो परा भाषण ह.

Page 62: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी अजर वसाह- माननीर सभापवत जी, विधारक महोदर भाषण नही द रह ह. अपनी

पीडा त रो क साथ बता रह ह दक मध रपरदश म दकस तरह स भरष िाचारी िोगो को मातरी महोदर

बचान की कोवशश कर रह ह.

का िर विजर शाह- माननीर सभापवत जी, रह कारयिाही स वििोवपत होना चावहए.

शरी रामवनिास राित- माननीर सभापवत जी, क रो वििोवपत दकरा जाना चावहए. क रा

िोकारक त की जााच को भी आप वििोवपत कर दग ? आपका ही जिाब ह दक िोकारक त की जााच

म परथमदष िरा िह दोषी पारा गरा ह.

का िर विजर शाह- माननीर सभापवत जी, मरा वनिदन ह दक मातरी जी और शासन दवारा

दकसी को बचान का सिाि ही नही उठता ह. जो वनरम ह, उसका पािन तो सभी क विए होगा.

मातरी जी न कहा ह दक 15 ददनो म रदद जााच नही होती ह तो कारयिाही करग.

शरी रामवनिास राित- मर भाई, िह परथमदष िरा िोकारक त की जााच म दोषी ह.

सभापवत महोदर- 15 ददन म ? जन जी, विजर शाह जी न 15 ददन कह ददरा ह. अब तो

ठीक ह ?

....(व रिधान)....

सभापवत महोदर- माननीर िाि वसाह जी स िरा जिाब दन म सकषम ह. विजर शाह जी,

कपरा आप उन ह जिाब दन द.

शरी वहतन र वसाह सोिाकी- माननीर सभापवत जी, विपकष म अब रही हो रहा ह दक 2-2, 3-

3 िोग एक साथ बोि रह ह और कोई दकसी की बात सनना ही नही चाहता ह, न ही समझना

चाहता ह. रह तो गित बात ह.

शरी वनशाक कमार जन-- माननीर सभापवत महोदर, मझ समझ नही आता चीफ सकरिरी

विखत ह, वपरावसपि सकरिरी विखत ह, िोकारक त विखत ह, ई.ओ.डब ल र. विखता ह हर चीज मानी

जा रही ह. माननीर मातरी जी इसक बाद भी क रो बचारा जा रहा ह. माननीर मातरी जी आप

वनिाबन कर दीवजए. (व रिधान)

सभापवत महोदर-- मातरी जी कछ कहना चाह रह ह आप सन तो िीवजए. (व रिधान)

शरी वनशाक कमार जन-- माननीर मातरी जी वनिाबन करा कर जााच कर िीवजए.

राजस ि मातरी (शरी उमाशाकर गप ता)-- माननीर सभापवत महोदर, माननीर मातरी जी न बड

ही स पष ि रप स कहा दो महीन म कारयिाही करग और नोरिस ददए हए समर हो गरा ह 15 ददन

बच ह.

Page 63: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी वनशाक कमार जन-- माननीर मातरी जी िह सब अिग अिग मामि ह मरा कहना रह ह

दक इतन सार परमाण तमाम मीवडरा म तमाम िी.व ही. चनिो पर चि तमाम वपराि मीवडरा म चि

जााच हई अब इसक बाद जााच क विए क रा बचा ह?

सभापवत महोदर-- आप सन िीवजए िह क रा कह रह ह. उन होन दो महीन का समर कहा

ह और उसम स अब ददन का समर बचा ह.

शरी वनशाक कमार जन-- सभापवत महोदर, िह 15 ददन िािा मामिा डराइिर का ह. 6

करोड का मामिा दसरा ह. मवहिाओ िािा मामिा तीसरा ह.

सभापवत महोदर-- आप सनना नही चाहत ह आपकी बात स पष ि हो रही ह. आप मरी परी

बात सन ि. दो महीन का समर उनन आज स नही माागा ह जब स नोरिस जारी हआ ह तब स

माागा ह. विजर शाह जी क अनसार उसम 15 ददन बच ह. िह एक परकरण की बात नही कर रह ह

सम पणय परकरण म 15 ददन क अादर िह कारयिाही कर दग. इसस ज रादा आप क रा चाहत हो. ऐसा

नही होता ह दक तत काि कारयिाही हो.

का िर विजर शाह -- 15 ददन बाद कारयिाही करग दफर खद चिा जाएगा.

शरी वनशाक कमार जन-- माननीर स कि वशकषा मातरी जी आप सन िीवजए.

सभापवत महोदर-- धरय रख और समझ. 15 ददन क अादर कारयिाही पर पररणाम आपको द

दग इसस ज रादा आपको क रा चावहए.

शरी वनशाक कमार जन-- सभापवत महोदर, 15 ददन का डराइिर का मामिा ह.

सभापवत महोदर-- उन होन सार मामिो की बात कही ह.

शरी वनशाक कमार जन-- नही उन होन नही कहा. 15 ददन का कहा ह डराइिर िािा.

सभापवत महोदर-- माननीर मातरी जी आप स पष ि कर द दक आप 15 ददन क अादर परी

कारयिाही कर दग.

शरी वनशाक कमार जन-- सभापवत महोदर, िह वनिाबन क रो नही करत.

सभापवत महोदर-- ऐसा नही ह दक आप जो कह िह हो जाए.

शरी वनशाक कमार जन-- वजस अवधकारी को पर िोग दोषी मान रह ह, चीफ सकरिरी दोषी

मान रह ह .

सभापवत महोदर-- आपको जिाब िना ह दक नही िना ह. आपकी परी बात आ गई ह और

आपका जिाब वमि रहा ह.

शरी िाि वसाह आरय-- वनशाक जी, आप जो मामिा उठा रह ह दक एक साि स.....

Page 64: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सभापवत महोदर-- मातरी जी आप अपनी िाबी बात रख रह ह बहत िाबा समर हो गरा

ह.आप सीधा- सीधा एक िाइन म जिाब द द आपन दो महीन दकरा था विजर शाह जी न 15

ददन कर ददरा ह. 15 ददन पर सहमवत दकर खत म कर.

शरी िाि वसाह आरय-- माननीर सभापवत महोदर, मन बहत स पष ि कहा. मर पास अभी

विभाग आरा.

सभापवत महोदर-- उसस पहि िाि मातरी जी न कह ददरा.

शरी िाि वसाह आरय-- सभापवत महोदर, सन तो ि. मन बहत स पष ि कहा ह दक म खद भी

दखागा. माननीर सभापवत महोदर, दकसी भी भरष िाचारी को बचान का सिाि ही नही ह परी

जााच, दोनो चीज एक महीन क अादर करक विधारक जी को सचना दागा. दकसी को बचान का

सिाि ही नही ह. अगर दकसी न शासन को नकसान पहाचारा होगा तो.

शरी वनशाक कमार जन--- सभापवत महोदर, वजसका परमाण पतर असत र, वजसकी नौकरी

असत र, वजसन 6 करोड रपए विए चीफ सकरिरी न मीटिाग िी, उनकी मीटिाग क बाद ए.सी.एस.

फारनस, पी.एस. एस.िी......

सभापवत महोदर-- माननीर सदस र आप अपनी बात समाप त कर. अब वनशाक जी जो बोि

रह ह कछ नही विखा जाएगा. जो मातरी जी न कह ददरा उसक अनसार एक महीन क अादर

कारयिाही हो जाएगी.

शरी वनशाक कमार जन-- (XXX)

12.59 बज रावचकाओ की परस तवत

सभापवत महोदर-- आज की कारयसची म सवममवित सभी रावचकाएा परस तत की गई मानी

जाएागी.

Page 65: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

12.59 बज बवहगयमन

इावडरन नशनि काागरस क सदस रो दवारा शासन क उत तर स असातष ि होकर सदन स बवहगयमन

नता परवतपकष (शरी अजर वसाह)-- सभापवत महोदर, मातरी महोदर क उत तर स हम सातष ि

नही ह िोकारक त क मामि म भी रह रार नही ि रह ह भरष ि अवधकारररो को बचान की कोवशश

कर रह ह जो मामिा सात साि स चि रहा ह हम कस उम मीद कर दक िह ह 15 ददन म हो

जाएगा. हम िोग सदन स िॉकआऊि कर रह ह.

(इावडरन नशनि काागरस क सदस रो दवारा शासन क उत तर स असातष ि होकर बवहगयमन दकरा गरा)

12.59 बज िषय 2017-201 क परथम अनपरक अनमान की माागो पर मतदान

सभापवत महोदर -- अब अनपरक अनमााग की माागो पर चचाय होगी. इस सदन की

परम परा अनसार सभी मााग एक साथ परस तत की जाती ह उन पर एक साथ चचाय होती ह अत वित त

मातरी जी भी सभी मााग एक साथ परस तत कर द. म समझता हा दक सदन इसस सहमत ह.

वितत मातरी (शरी जरात मिरा)--सभापवत महोदर, म, राजरपाि की वसफाररश क अनसार

परसताि करता हा दक--

"ददनााक 31 माचय, 201 को समापत होन िाि विततीर िषय म अनदान सा‍रा 1, 3, 4, 6,

7, 10, 11, 12, 13, 14, 17, 1, 21, 22, 23, 24, 25, 2, 29, 31, 33, 35, 37, 3, 39,

43, 45, 4, 50, 52, 53, 55, 56, 60, 64, तथा 67 क विए राजर की सावचत वनवध म स

परसतावित वयर क वनवमतत राजरपाि महोदर को कि वमिाकर पााच हजार बािन करोड, वतरपन

िाख, सतािीस हजार, दो सौ रपर की अनपरक रावश दी जार."

सभापवत महोदर--परसताि परसतत हआ.

शरी रामवनिास राित (विजरपर)--माननीर सभापवत महोदर, पहि तो म एक बात की

ओर आपका धरान आकरषयत करना चाहागा दक माननीर मातरी जी न अभी 5 हजार 52 करोड रपए

बतारा ह जबदक उनक दवारा जो अनपरक अनमान और विवनरोग विधरक परसतत दकरा गरा ह

उसम 5 हजार 59 करोड रपए विखा ह. इन दोनो म स कौन सा सही ह रह बता द. दकतन का

परसतत दकरा ह रही होश नही ह.

सभापवत महोदर--माननीर मातरी जी आप कछ कहना चाहग.

Page 66: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी जरात मिरा--सभापवत महोदर, म इसको दख िता हा, हो सकता ह रह वपराटिाग वमसिक

हो.

शरी बािा बचचन--सभापवत महोदर, आज की दवनक कारय सची म पााच हजार बािन करोड,

वतरपन िाख, सतािीस हजार, दो सौ रपए विखा ह.

शरी जरात मिरा--जी हाा मन भी दखा ह, मन इसको पढा ह.

शरी रामवनिास राित--ऐसी वसथवतराा सपि होना चावहए. (XXX)

शरी जरात मिरा--माननीर सभापवत महोदर, म कि अपना भाषण पराराभ करन क पहि

इसको सपि कर दागा.

शरी रामवनिास राित--माननीर मातरी जी धनरिाद. माननीर सभापवत महोदर, माननीर

मातरी जी दवारा परसतत अनपरक बजि, अनपरक अनमान और विवनरोग विधरक जो पााच हजार

उनसठ करोड, पसीस िाख, सनतानि हजार, चार सौ रपए का परसतत दकरा गरा ह.

सभापवत महोदर, रह सरकार चिान की एक सामानर परदकररा ह. सततापकष माागगा और

विपकष को उनकी कवमराा वगनात हए विरोध करना पडता ह. आज जो हािात ह िह बड गाभीर ह.

सबस बडी बात तो रह दक रह हमस समथयन भी चाहत ह और सतता को बहमत क बि पर चिाना

भी चाहत ह. मझ विधारक बन हए 14 साि हो गए ह. म समझता हा वजतन भी अनपरक अनमान

बजि आए ह रा बजि आए ह. आज तक सामानर रप स जान िािी रावश क अिािा जस

परधानमातरी सडक रोजना की रावश कोई बजि म नही होती ह. िोक वनमायण विभाग स मझ इन 14

िषयो म कोई भी सडक मर विधान सभा कषतर म नही वमिी ह, इस तरह की वसथवत ह. रह चीहन

चीहन कर अपन िोगो को दत ह. रह सरकार पर परदश क नागररको का परवतवनवधति करती ह.

किि भारतीर जनता पािी क विधारको का रा भाजपाई...

शरी उमाशाकर गपता--नही, नही रामवनिास राित का नाम मन दखा ह.

शरी रामवनिास राित--जब ि मझ दग तो म उनह हदर स धनरिाद दागा. अनपरक अनमान

म विशष कोई परािधान नही दकए गए ह. कछ वजिो की सडक , कछ वजिो की जि सारकषण

रोजनाएा और कछ वजिो म भिन कारयो को िकर विशष कोई परािधान इसम नही दकए गए ह.

सभापवत महोदर, पराज खरीदी क विए जरर 50 करोड रपए का परािधान दकरा ह उसक विए

हमारा परा समथयन ह अगर और भी परािधान करत तो हम उसका परा समथयन करत. कि ही

म‍रमातरी जी न घोषणा की थी दक म एक हजार करोड रपए का मलर वसथरीकरण कोष बनाउागा.

िदकन जो बजि परािधान ह जो अनपरक अनमान ह रा तो मातरी जी रह सपि कर दक नौ हजार

Page 67: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

साठ करोड रपए का परािधान पहि क बजिो म दकरा गरा ह करोदक इस बार जो आपका अनपरक

अनमान ह अनपरक बजि ह इसम मातर और मातर 40 करोड रपए का मलर वसथरीकरण क विए

परािधान दकरा गरा ह. हम खशी होती हम हदर स समथयन करत दक ितयमान म जो पर परदश म

दकसान आादोिन चि रहा ह और दकसान भरभीत ह, दकसान दखी ह, दकसान कजय क बोझ ति दब

1.05 बज {उपाधरकष महोदर (डॉ. राजनर कमार वसाह ) पीठासीन हए}

करक रोज 6 दकसान परदश म आतमहतरा कर रह ह. वजसकी पररणीवत मादसौर क गोिीकाणड स हई,

दकसान आनदोिन को दबान क विए, सरकार को गोविराा चिानी पडी. उपाधरकष महोदर, अगर

माननीर मातरी और रह सरकार दकसान की कजय माफी क विए परािधान करत तो हमारा दि हदर स

समथयन करता और िह कषण ऐसा होता, इस पाररत करान क विए दक शारद कोई भी सदसर इसका

विरोध नही करता. सभी सदसर इसक समथयन म खड होत.माननीर उपाधरकष महोदर, अगर दकसानो

क वबजिी क वबि माफ दकए होत तो हम इसक समथयन म खड होत करोदक कई बात आती. माननीर

कवष मातरी कहत ह दक दकसान की जमीन ककय नही होन दग, मकान ककय नही होन दग, म‍रमातरी कहत

ह हम दकसी भी दकसान की जमीन ककय नही होन दग. मन परसो भी बतारा, आज भी म बडी

वजममदारी स कह रहा हा दक मर रहाा दकसानो क मकान की ककी करन क विए, वबजिी क वबि की

िसिी करन क विए, ककी आदश वचपका ददए गए ह. ककी की कारयिाही शर कर दी ह. मर रहाा

सहकारी बको न ककी करन क विए तहसीिदार को परकरण भज ददए ह और तहसीिदारो न इसक

विए नोरिस जारी कर ददए ह. इसस बड दभायगर की बात कोई दसरी नही हो सकती. उपाधरकष

महोदर, अगर माननीर मातरी जी इसम दकसानो की िागत मलर का डढ गना उतपादन मलर ददिान की

वयिसथा करत रा उसक विए परािधान करत तो हम इसक विए अपन तह ददि स आपका बजि पाररत

करान म सहरोग करत.

माननीर उपाधरकष महोदर, दकसान आनदोिन म गोिी स दकसान मर उनक विए आपन

मआिजा ददरा, इसक विए हदर स धनरिाद. िदकन जो दकसान रोज रोज आतमहतरा कर रह ह कम

स कम इनका परीकषण तो करा ित दक दकन पररवसथवतरो म र आतमहतराएा कर रह ह, इनका पररिार

कसा ह, इनक पररिार की वसथवत करा ह, इनक दकतन छोि-छोि बचच ह और करा बसहारा माा-बाप ह

दक नही ह. दकतना कजय ह, दकतनी जमीन वगरिी रखी हई ह. अगर इनको सहारा दन क विए, इनको

राहत रावश दन क विए आप बजि परािधान करत तो हम बडी खशी होती.

Page 68: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

माननीर उपाधरकष महोदर, रावश ि, रावश िना आपका अवधकार ह. सरकार चिाना ह, परदश

की जनता क वहत क विए काम करना ह, िदकन हम चाहत ह दक जो पसा आप ित ह, िह पसा जनता

क काम आए, जनता क िाभ म िग, जनता को विकास क पथ पर ि जाए.

उपाधरकष महोदर, म भारत क वनरातरक एिा महािखापरीकषक की ररपोिय क साबाध म, जो अभी

परसतत की गई ह, इसी सतर म परसतत की गई ह, इसी सतर म मझ वमिी ह, म उसकी तरफ जरर

धरानाकरषयत करना चाहागा और माननीर मावतररो स, माननीर परी सरकार स, रह अनरोध करना

चाहागा दक भारत क वनरातरक एिा महािखापरीकषक की जो ररपोिय ह उनका अधररन जरर दकरा कर

और दखा कर दक उनकी वसथवत करा ह.

उपाधरकष महोदर, म कवष क बार म कहना चाहागा दक इनका एक वमशन ह राषटरीर खा

सरकषा वमशन का कारायनिरन, रह राषटरीर खा सरकषा वमशन क अातगयत, जो सहारता इनह 2012-13

स िकर 2015-16 तक परापत हई ह. इसम 1,051.41 करोड रपर की रावश मधरपरदश को परापत हई ह.

उसम स किि 945.1 करोड रपर ही वयर हए ह. रह महािखाकार की ररपोिय म विखा गरा ह दक

राषटरीर खा सरकषा वमशन कारयकरम क अातगयत 2012 स 2016 क दौरान 945.1 करोड रपर वयर

करन क बाद भी राजर क कि दकसानो म स किि 2 परवतशत दकसान ही इस रोजना स िाभावनित हो

सक ह. दकतनी दभायगरपणय वसथवत ह. आपको पर दकसानो क विकास की बात सोचना चावहए. इन

रोजनाओ स जहाा आपका महािखाकार रह ररपोिय द रहा ह दक आपकी रोजनाओ स किि 2 परवतशत

दकसानो को िाभ वमिा ह तो इसस बडी दभायगरपणय वसथवत कोई दसरी नही हो सकती.

उपाधरकष महोदर, दसरा, खााननो का कवष कषतर, राषटरीर खा सरकषा वमशन रोजना क

अातगयत वजिो म धान क बिाई कषतरो म एिा गहा क बिाई कषतरो म भी सतत िवध क नही हई करोदक बिाई

कषतरफिो म पिय िषय की तिना म 2014-15 म कमी आई ह. दािो क उतपादन म 2012-13 की तिना

म 2013-14 म 22 परवतशत और 2014-15 म 14 परवतशत की काफी कमी आई ह. रह कमी सख

इतरादद क कारण आई ह. िदकन आप बता रह हो कवष कमयण अिाडय परापत कर रह ह िदकन िगातार

कमी आती जा रही ह. राषटरीर खा सरकषा वमशन क अातगयत आपको जो वनवध परापत हई ह.उसका

उपरोग िषय 2015-16 म 64 परवतशत तक घि गरा ह. इसस बडी दभायगरपणय वसथवत दसरी नही हो

सकती. इसी तरह स राषटरीर खा सरकषा वमशन क अातगयत विभाग न एजवसरो और कवष उपकरणो की

दर को वनधायररत नही दकरा दकसानो को कवष उपकरणो क करर म सहारता क पररणाम सिरप

261.1 करोड का अवनरवमत भगतान दकरा ह.माननीर उपाधरकष महोदर, रह रावश परापत कर इसस

Page 69: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

हम कोई आपवतत नही ह िदकन दकस तरह स इस रावश का दरपरोग पर परदश म हो रहा ह रह दकसी

स छपा नही ह.

माननीर उपाधरकष महोदर, कवष सघनता और विविधीकरण रोजना, रह भी मधरपरदश

शासन की रोजना ह इसक तहत चना,अरहर, सरसो क बआई कषतर क परभाि को साकतक क रप म

वचवनहत दकरा जाता ह. िषय 2011-12 की तिना म 2014-15 म चना एिा अरहर क बआई कषतर म

करमशः 20 परवतशत स िकर 35 परवतशत तक की कमी आई ह. और 2012-13 की तिना म 2014-15

म सरसो की बआई कषतर म 19 परवतशत की कमी आई ह. फिो क कषतर म 2.90 परवतशत और

पौधारोपण क कषतर म 7.31 परवतशत की कमी आई ह और पीआईपी कवष सघनता विविधीकरण म

पररकवलपत वसाचाई कषतर क िकषर म 21 परवतशत क विरध क राजर न औसत 9 परवतशत स नीच भजा ह.

रह आपका पसा वमि रहा ह तो जा कहाा रहा ह. इस पस का उपरोग करो नही हो रहा ह.

उपाधरकष महोदर-- रह आप सीएजी की ररपोिय पढ रह ह.

शरी रामवनिास राित-- जी हाा. रह भारत क वनरातरक एिा महािखापरीकषक की ररपोिय ह

इसक परवत सबको वचावतत होना चावहए और सबको वचातन करना चावहए. इसी तरह स बीमा रोजना

क बार म ददरा हआ ह दक बीमा रोजना स भी सार दकसान किर नही हए ह. वबजिी क वबिो की

बात कर तो म वबजिी क बार म भी रह कहागा दक रोज म‍रमातरी जी पर परदश म, हाउस म और पर

परदश क विवभनन माचो पर भाषण दत ह दक हम चौबीस घािो वबजिी उपिबध करा रह ह, ऊजाय मातरी

भी रही कहत ह, परदश क सभी विधारक कहत ह. रह भी भारत क वनरातरक एिा महािखापरीकषक की

ररपोिय ह 31 माचय 2016 को समापत होन िाि िषय क परवतिदन का सार (िषय 2017 का परवतिदन

सा‍रा1) पसतक म ददरा ह दक चादक का पनी कारय क म‍र घिको को ठको की वनधायररत पणयता अिवध म

पणय नही कर पाई इसस सरकार दवारा साकलप 2013, जो आपन विरा था. िषय 2013 स गरामीण

पररिारो को िगातार 24 घाि वित आपरतय दन की परवतबध कता पणय नही की जा सकी. इसम सरकार

पणयतः असफि रही ह और इनहोन दकरा करा ह दक जो का पवनराा ठक पर थी उनको एक जगह 23.34

िाख का अपररहारय भगतान कर ददरा गरा और एक अनर को 11.94 करोड का अवतररकत भगतान कर

ददरा गरा. इस तरह की वसथवतराा बनी ह. कम स कम आप इनह तो दख.

माननीर उपाधरकष महोदर, खााननो क उपाजयन की भी िगभग रही वसथवत ह. दकसानो

का उपाजयन आप करत ह िह अ‍छी बात ह. गहा क बिाई कषतर म आपकी कमी आती जा रही ह और

आपक उपाजयन की मातरा िगातार बढती जा रही ह. सीएजी न अपनी ररपोिय म विखा ह दक धान

क सिॉक म साचर एिा तदपरानत कषवतगरसत होन क कारण 114.40 करोड की हावन हई ह. इसक

Page 70: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

विए कौन वजममदार ह? माननीर उपाधरकष महोदर, अनािशरक रप स बारदान खरीदन क विए

176 करोड रपर बराज की हावन हई ह. इस तरह की वसथवतराा म समझता हा दक इस ररपोिय स दख

िना चावहए. इसी तरह स िोक सिास र की बात आती ह. परशनकाि म भी िोक सिास र विभाग

मातरी न काफी अपनी बात कही. परदश की जनता क विए सिास र सविधाओ की करा वसथवत ह रह

दकसी स छपा नही ह.सीएजी की ररपोिय म इस विषर म कहा गरा ह दक गभयिती मवहिाओ म स

47.27 िाख की एचआईिी जााच तथा 60.34 िाख की िीडीआरएि जााच नही की गई

थी.सिास र विभाग म एनआरएचएम क अातगयत जनसा‍रा क मानदाड क विरध क 25 उप सिास र

क रो की कमी ह जो 22 परवतशत ह. 2 पीएचसी की कमी ह जो दक 41 परवतशत ह तथा 153

सीएचसी (वसविि हलथ सिर) की कमी ह जो 31 परवतशत की कमी को दशायता ह. इस तरह स

अपरि 2016 की वसथवत म राजर म कि 1172 पीएचसी म स 503 पीएचसी वबना वचदकतसको क

दकरराशीि ह िहाा कौन इिाज कर रहा ह. आप पसा तो ित जा रह ह िदकन परदश की जनता क

सिास र क बार म आप करा कर रह हो? इसी तरह स जो आपका परा मवडकि सिाफ ह उसम

पररोगशािा तकनीवशरन तथा फामायवससि करमशः 525 एिा 312 पीएचसी पर पदसथ नही थ.

चरवनत वजिो की 96 वसविि हल थ सिर म स िीकत 346 विशषजञो म स किि 13 विशषजञ ही

उपिब ध थ. इसस बडी दभायग रपणय वसथवत क रा हो सकती ह. म वचतरण नही कर रहा ह ा. रह भारत

क वनरातरण और महािखा परीकषक की ररपोिय क अनसार ह. आईसीडीएस रोजना क अातगयत िषय

2011 स 2016 क दौरान दजय छ माह स तीन िषय की आर समह क 20.94 िाख ब‍ च, तीन िषय

स छ िषय की आर समह क 57.02 िाख ब‍ च तथा 7.99 िाख गभयिती एिा धातरी माताओ को

परक पोषण आहार परदान नही दकरा जा सका ह. सरकार परी तरह स पोषण आहार परदान करन

म विफि रही ह. इसस िगातार कपोषण क कारण निजात वशशओ की, जो इस दश का भविष र

बन सकत थ उनकी मौत होती जा रही ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, सरकार न भरष िाचार क मामि म जरर कीरतयमान स थावपत

दकए ह. मन भरष िाचार क परकरण भी बताए ह. वचदकत सा वशकषा म शासकीर मरणािर क फजी

वबि सत रापन पतरो का परमाणीकरण सीि एिा हस ताकषर का उपरोग करक एमिार अस पताि, इादौर

एिा जरारोग र अस पतािो क समह ग िाविरर दवारा वनजी मरणािरो को रावश 79.50 िाख रपरो

का अवनरवमत भगतान दकरा गरा. इस तरह क कई परकरण ह. रह बडी दभायग रपणय वसथवत ह दक

दकस तरह स रावश का दरपरोग दकरा जा रहा ह. कई बार बात आरी. व रापम घोिािा हआ,

वसाहस थ घोिािा हआ. वसाहस थ घोिाि म बडी िाहिाही ििी गई और वसाहस थ घोिाि क उस समर

Page 71: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

जो परभारी थ उनको धन रिाद ददरा गरा. उनको परस कत भी दकरा गरा दक आपन बहत

ईमानदारी स काम करक बहत अ‍ छा काम दकरा ह. इस वसाहस थ घोिाि क परभारी शरी सरन र

कमार कथरररा थ, जो बाद म किनी नगर वनगम क कवमश नर बनाए गए. शरी कथरररा 50 िाख

रपए की ररश ित ित हए राग हाथो पकडत गए. रह दकसक चहत थ, दकसन परस कार ददरा, दकसक

ररश तदार थ मझ कहन की आिश रकता नही ह. कि ही हमार नता जी न बतारा दक नागररक

आपरतय वनगम क जीएम शरी सोनी जी खि आम दकस तरह पााच िाख रपए की ररश ित ि रह ह

रह कहन की आिश रकता नही ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, दकस तरह स सरआम ऑदफसो म ररश ित माागी जा रही ह.

परदश की वसथवत बहत भरािह ह. म कछ आाकडत बताना चाहागा दक परदश म बीपीएि की जनसा‍ रा

कम करन क विए, जसा दक कहा गरा िगातार पर परदश क वजिो म बीपीएि सची स नाम काि

गए ह. मर वजि म िगभग अठारह हजार नाम काि गए ह. मर ही परश न क जिाब म सरकार न

स िीकार दकरा ह दक कपोषण क कारण 0 स िकर 6 िषय की उमर तक क 75 ब‍ च परवतददन काि क

गाि म किवित हो रह ह. 75 ब‍ च जो इस परदश का भविष र बन सकत थ, कपोषण क कारण

रोज मौत हो रही ह. दकसान आत महत रा की बात रोज हो रही ह. छातर आत महत राओ को हम रोक

नही पा रह ह. मवहिाओ क साथ बिात कार हो रह ह. 13 मवहिाओ क साथ परवतददन बिात कार

दकरा जा रहा ह रह मर परसो क परश न क उत तर म ही माननीर गहमातरी जी का जिाब था और दो

मवहिाओ क साथ रोज सामवहक बिात कार दकरा जा रहा ह, इसस बडी दभायग रपणय वसथवत कोई

नही हो सकती. 90 मवहिाएा इस परदश म रोज गारब हो रही ह मातर 15 रा 20 परवतशत

मवहिाओ का ही पता िग पाता ह बाकी मवहिाओ का पता िगान म रह सरकार परी तरह स

विफि रही ह. आज हम पर दश म आपरावधक मामिो म राष ट म दसर नाबर पर पहाच गए ह. रह

भी बडी दभायग रपणय वसथवत ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, िगातार आप अ‍ छ काम कर, इसक विए हम कोई आपवतत

नही ह. आप विजञापनो म खब खचय करत ह. नमयदा रातरा म भी आपन खब खचय दकरा. नमयदा

बचाओ म, नमयदा नदी ही नही, परदश की सारी नददरो का सारकषण दकरा जाना चावहए. उसम हम

कोई आपवतत नही ह. िदकन वजतन विजञापन आपन ददए, वजतनी रावश खचय की और विदशो म भी

आपन इसक पोस िर और परचार-परसार की सामवगररॉ िगाई, अगर उसक बजार नमयदा नदी म

थोडा-सा स नान करक उसको शध क करन का साकल प विरा जाता. तो म समझता हा दक बहत बडा

िाभ परदश की जनता को हो सकता था.

Page 72: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

माननीर उपाध रकष महोदर, म एक बात और कहना चाहागा दक आज परदश क वशवकषत

बरोजगार रिाओ का भविष र अधर म ििका हआ ह, िषय 2003 स पिय जब शासकीर सिा म

ततीर शरणी कमयचारररो की भती की जाती थी तो उस समर रह व रिस था थी दक हम 10िी और

12िी की परीकषा मध रपरदश स पास दकरा हआ माागत थ, हम मि वनिासी परमाण-पतर भी माागत

थ, रोजगार कारायिरो म जीवित पारीरन की भी शतय होती थी दक रोजगार कारायिर म पाजीरन

अवनिारय ह, िदकन आपन तो उस स ितातर कर ददरा, आपक स ितातर करन क बाद मध रपरदश क

वशवकषत बरोजगार रिा आज शासकीर सिा पराप त करन म असफि हो रह ह. आपकी वशकषा की

गणित ता अ‍ छी नही ह, वशकषा की व रिस थाएा उवचत नही ह, रदद दसर राज रो स तिना की जाए

तो हमार राज र की वशकषा की गणित ता बहत ही खराब ह, कम पीिीशन क मामि म दसर राज रो क

ब‍ चो की तिना म हमार ब‍ च नही ठहर पात, वजसक कारण राज र स बाहर क 60 स 70 परवतशत

ब‍ च हमार रहाा शासकीर सिा म आ रह ह, हमार किि 30 स 40 परवतशत ब‍ च ही

परवतरोवगताओ म स थान बना पा रह ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, म वित त मातरी महोदर स अनरोध करा गा दक आप वित त मातरी ह,

पस आप दत ह, खजान क माविक आप ह, कम स कम आप रह तो दख विरा कर दक आपक दवारा

ददरा हआ पसा दकस ढाग स खचय हो रहा ह ? उसका सही तरह स उपरोग हो रहा ह रा नही ? कस

पर परदश म भरष िाचार वनबायध रप स चि रहा ह ?

माननीर उपाध रकष महोदर, जसा मन पहि कहा दक आपरावधक मामिो म जहाा मध रपरदश

दसर नाबर पर ह, िही मध रपरदश को भरष िाचार क मामि म एक नाबर पर पहाचन स बचाओ, अभी

तो रह तीसर नाबर पर ह. एक सास था सि करती ह, उस सि क अनसार मध रपरदश भरष िाचार क

मामि म तीसर नाबर पर ह. जो अवधकारी अ‍ छा काम करत ह उनको इनाम द, साियजवनक रप स

उनकी सराहना कर, उन ह परस कत कर, हम कोई आपवत त नही ह, िदकन जो आपक अवधकारी और

कमयचारी भरष िाचार म विप त ह, कम स कम उन ह सारकषण तो न द.

माननीर उपाध रकष महोदर, इस तरह स म माननीर वित त मातरी जी दवारा परस तत अनपरक

अनमान की माागो का आावशक समथयन करता हा, म किि तीन चीजो का समथयन करता हा, पहिा,

प राज खरीदी क विए जो बजि परािधान दकरा ह, दसरा, दकसानो हत मल र वस थरीकरण कोष क

विए जो बजि परािधान दकरा ह, तीसरा, दकसानो क विए ऊजाय हत जो सवब सडी दन का बजि

परािधान दकरा ह, िदकन ऊजाय विभाग भी भरष िाचार की भि चढ रहा ह. माननीर उपाध रकष

महोदर, आपन मझ बोिन क विए समर ददरा, उसक विए बहत-बहत धन रिाद.

Page 73: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रशपाि वसाह वससोददरा (मादसौर) -- माननीर उपाध रकष महोदर, वित त मातरी माननीर

शरी जरात मिरा जी दवारा िषय 2017-201 क विए जो पााच हजार बािन करोड, वतरपन िाख,

सतािीस हजार, दो सौ रपर का परथम अनपरक अनमान बजि परस तत दकरा गरा ह, म उसका

समथयन करता हा. उपाध रकष महोदर, सदन क िररष ठ विधारक आदरणीर शरी रामवनिास राित जी

को म बहत गाभीरता स सन रहा था, उनक पर भाषण म दोहरी मानवसकता झिक रही थी, ि

अपन परवतपकष की भवमका वनभा रह थ, उन ह कही आपवत त हो रही थी, और कही आपवत त नही हो

रही थी, कही समथयन हो रहा था, कही विरोध हो रहा था.

शरी रामवनिास राित -- उपाध रकष महोदर, हम दकसानो क विए समथयन करत ह, िदकन

भरष िाचार का समथयन नही करत.

शरी उमाशाकर गप ता -- उपाध रकष महोदर, रामवनिास राित जी जब मातरी थ तो भी बड

न रार की बात करत थ और जब सरकार म इनकी नही सनी गई तो बादक िकर बीहड म उतरन की

धमकी भी इन होन द दी थी. (हासी)

शरी रशपाि वसाह वससोददरा -- म रामवनिास राित जी स जानना चाहागा दक बवहगयमन

की वस थवत आएगी तो आधा बवहगयमन करग दक परा करग.

का िर विकरम वसाह -- माननीर उपाध रकष महोदर, एक वनिदन करना चाहता हा दक आज

सदन म व रिधान परष नही ह तो रह परस कार आज गप ता जी को द ददरा जाए.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा -- माननीर उपाध रकष महोदर, मन अनपरक बजि पवस तका क

पन नो को पििन की कोवशश की ह.सम-सामवरक वसथवतराा, पररवसथवतराा, तातकाविक

पररवसथवतराा, परदश म उठी हई मााग, ि बात, वजनको ततकाि परभाि स अनपरक बजिो म

समाविि दकरा जाना चावहर. म समझता हा दक उसकी आिशरकता होती ह और आदरणीर

राित जी न पराज को िकर क जो कछ घिनाकरम अभी परदश म हआ ह, पराज को िकर क हा-

हाकार मचा हआ था. म आदरणीर म‍रमातरी जी एिा वितत मातरी जी को धनरिाद दना चाहता हा

दक अनपरक बजि म उन पररवसथवतरो का सामना करत हए, आपन उन विषर िसतओ को

सवममवित दकरा, वजसकी िासति म महतती आिशरकता थी. पर दश म जीएसिी को िकर क

चचाय ह. क र शावसत जीएसिी और राजर शावसत जीएसिी. अगर हम दखग, तो मद करमााक

54,55,62,63 एिा 110, इनम करमशः 5400, 00 एिा 4700 का परािधान, चादक आिशरकता

ह. वजस परकार स पराज की खरीदी को िकर क और राित जी न समथयन ददरा, म समझता हा

दक उसी परकार स इस अनपरक बजि म राजर जीएसिी को, िसत एिा सिा कर को िकर क

Page 74: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सागरवहत तातकाविक आिशरकता जो परतीत हो रही थी, उसको समाविि दकरा ह, उसक विर म

मातरी जी का आभार वयकत करना चाहता हा. राित जी न एक बात और कही थी दक चीहन-चीहन

कर ददर जान की. म बठा बठा विचार कर रहा था. म वजस वजि का परवतवनवधति करता हा, उसम

हमार वजि म 4 विधान सभा कषतरो म स 3 भारतीर जनता पािी क पकष क समथयन म और 1

सिासरा हरदीप वसाह डाग जी काागरस क समथयन म ह. मर विधान सभा कषतर स रह िगता हआ ह.

कोई भदभाि नही ह. म इसविर वजममदारी क साथ कहना चाहता हा दक अभी हरदीप वसाह जी

रहाा नही ह और न म अखबारो की कोई कतरन िकर क आरा हा. िदकन समर समर पर जब

सिासरा विधान सभा कषतर म ऊजाय का मामिा आता ह. जब वसाचाई की रोजनाएा गााधी सागर स

चिकर क सिासरा, सीतामऊ तक आ जाती ह, तो विपकष क विधारक, हरदीप वसाह जी डाग

सथानीर समाचार पतरो म उनक दवारा दकर गर पररासो को जरर उलिवखत करत ह और जो

रोजना आती ह, उसका धनरिाद भी दत ह. िदकन उसम डाग जी जो पकषपात करत ह, िह म

बताना चाहागा. सरकार क रशसिी म‍रमातरी, माननीर वशिराज वसाह चौहान जी का रा जो

विभागो स परापत रोजनाएा उनकी विधान सभा कषतर म आती ह, उनका फोिो विजञापनो म नही

होता ह. न म‍रमातरी जी का होता ह और न साबावधत विभाग क मातरी जी का होता ह. िदकन हाा

काागरस क िररषठ नताओ का जरर उसम फोिो होता ह. म इसविर कहना चाहता हा दक पर

मादसौर वजि म जो रोजनाएा आती ह, िह सिासरा विधान सभा कषतर म भी आती ह. म रह

वजममदारी क साथ कह सकता हा. अगर एनिीपीसी का रडीजा म 250 मगािॉि का कोई

परोजकि रदद परचिन म ह,तो हरदीप वसाह जी उसका वनरीकषण भी करत ह, अििोकन भी करत ह

और उसका विजञापन भी दत ह. मन कहा दक वसाचाई रोजन अगर गााधी सागर स चिकर क

परधानमातरी सकषम वसाचाई रोजना मादसौर वजि क सिासरा विधान सभा कषतर क करामपर,

सिासरा, शरामगढ आदद कषतरो म आती ह, तो उसका ि बखान भी करत ह और धनरिाद भी दत

ह, िदकन ि बझ मन स धनरिाद दत ह. अनपरक बजि म मधरपरदश ..

शरी रामवनिास राित -- रह बझा मन करा होता ह.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा -- बझ मन स रावन हलक मन स. काजसी क साथ.

शरी उमाशाकर गपता -- राित जी, जस आप सरकार क विरोध म बोित ह, सब

जानत हए भी जो बोिना पडता ह, उस कहत ह बझ मन स.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा -- खि करक नही. जस आप खिकर बोित ह, उस

परकार स सब खि करक परशासा नही करत ह. उपाधरकष महोदर, मधरपरदश वयापार सािध कयन माडि

Page 75: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

का जो गठन दकरा गरा ह, वनत नई रोजनाएा वयापार क सािध कयन को िकर क, निाचार को िकर

क, निीनीकरण रोजनाओ को िकर क म समझता हा दक 50 िाख रपर का जो इसम परािधान

दकरा गरा ह, इसकी महतती आिशरकता हो रही थी, उसकी परतय की गई ह. अनसवचत जावत

और अनसवचत जनजावत िगय क विर वनशलक वित परदार रोजना म परवतपरतय क विर सरकार

न रदद कोई वनणयर दकरा हो और उसका भगतान रदद कमपनी को करना हो, दफर चाह पविम

कषतर वित कमपनी हो सकती ह, मधर कषतर वितरण कमपनी हो सकती ह, अनर कमपवनराा जो

हमारी ह, उसम 200 करोड रपर की आिशरकता महसस की जा रही थी और अनसवचत जावत,

अनसवचत जनजावत िगय को वनशलक वित परदार दकर जान को िकर क ...

उपाधरकष महोदर -- रशपाि वसाह जी का भाषण जारी रहगा. सदन की कारयिाही

अपराहन 3.00 बज तक क विर सथवगत.

(1.30 बज स 3.00 बज तक अातराि)

03.12 बज ( डॉ राजनर कमार वसाह ( उपाधारकष महोदर )पीठासीन हए.

उपाधरकष महोदर -- वितत मातरी जी कोई िकतवय दना चाहत ह.

मातरी का िकतवय

वितत मातरी ( शरी जरात मिरा ) -- माननीर उपाधरकष महोदर, मन िषय 2017-1 क परथम

अनपरक अनमान म अपना िकतवय दत समर मधर धनरावश 5 हजार 92 करोड रपर का उलिख

दकरा था वजसम शरी रामवनिास राित जी न और शरी बािा बचचन जी न कहा था दक इसम फकय ह

रह 5 हजार 59 करोड रपर परथम अनपरक की कि रावश ह, जो िोटिाग होता ह िह मतदर रावश

पर होता ह इसविए उसी का उलिख दकरा गरा ह.

उपाधरकष महोदर -- शकरिार को अावतम ढाई घाि अशासकीर कारय क विए वनरत ह.अत:

अब अशासकीर साकलप विर जारग.

Page 76: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अशासकीर साकलप

मधरपरदश क कई वजिो म परचवित " ऐरा परथा " को समापत दकरा जाना

शरी शाकरिाि वतिारी ( सतना ) -- अधरकष महोदर, म साकलप परसतत करताहा दक - सदन

का रह मत ह दक मधरपरदश क कई वजिो म परचवित ऐरा परथा को समापत दकरा जार.

उपाधरकष महोदर -- साकलप परसतत हआ.

शरी शाकरिाि वतिारी -- उपाधरकष महोदर, िगभग एक िषय स म इस पररास म था दक ऐरा

परथा दक चचाय और इस पर रह साकलप विधान सभा म आर और सरकार इस साबाध म कछ न कछ

वनवित रप स कारयिाही कर. परदश की सरकार न कवष क विए, और कवष को िाभ का धाधा

बनान क विए वजतन उपार दकर ह िह सच म ऐवतहावसक ह और उसस कवष क परवत जो आकषयण

समापत हो गरा था, वपछि 10 - 12 िषयो म अनरानर परकार क जो पररास दकर गर वबजिी

उतपादन का, वबजिी की उपिबधता, वसाचाई की उपिबधता और इसक साथ ही साथ खाद बीज की

उपिबधता, वबना बराज का ऋण इन तमाम बातो स दकसानी का आकषयण बढा ह. िदकन इस

सबक बािजद मर विाधर कषतर म विशषकर रीिा शहडोि साभाग म पररवसथवत वभनन ह. म मातरी

जी स, सरकार स इस साकलप क माधरम स रह कहना चाहता हा दक पर मधरपरदश की कलपना न

करक अकि सागर साभाग और रीिा साभाग, शहडोि साभाग पर विचार कर तो आप दखग दक

हमार रहाा आिारा पश जो ऐरा परथा क नाम स जानी जाती ह, ऐस पश जो दधार भी ह, वबना

दधार भी ह, पाित भी ह, गर पाित भी ह, कछ ऐस ह दक वबल कि आिारा ह वजनका कोई धनी-

धोरी नही ह, परात कछ ऐस पश ह वजनको मध रम पररिार, अवत मध रम पररिार, गरीब पररिार

जो पशओ को पािता ह, सिर उन होन उसन दध तो िगा विरा और दफर उनको छोड ददरा. कछ

ऐस भी ह दक जब तक उसन दध ददरा तब तक उस बााध रह और उसक बाद उस छोड ददरा.

मान रिर उपाध रकष महोदर, उसका नतीजा रह हआ दक मर साभाग म, मर कषतर म बोिाई

ही नही हो रही ह, हजारो एकड जमीन मर रहाा बोिाई स िावचत ह. दकसान मजदरी करन पर

मजबर हो गरा ह खती छोडकर, परात िह बोिाई नही कर पा रहा ह. शासन की वजतनी भी

रोजनाएा ह, जब हम बोिाई ही नही कर पाएाग, हमारी वसावचत जमीन पडती पड गई ह और हम

िषयो स उसको बो नही पा रह ह, बोत ह तो हमारा बीज भी िौिकर िापस नही आता और उसम

पराकवतक आपदा तो ह पर विाध र कषतर को अिग स दखन की बात जब मन सरकार स चाही इस

साकल प क माध रम स, तो इसक पीछ भाि रह ह दक ओिा, पािा, सखा, अवतिवि, गरआ, इल िी

इन सब पर तो आपन खब सारी व रिस थाएा की ह, अभी फसि बीमा रोजना भी बहत िाभकारी

Page 77: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ढाग स कन र की सरकार िाई ह परात जब हमार रहाा इस वसथवत म पराकवतक विपवततरो क अिािा

सबस बडी विपवतत, इन पराकवतक विपवततरो स तो हम दकसी तरह स जझकर आग भी बढ तो जब

हम बो ही नही पा रह ह, हमारी बोिाई ही नही हो पा रही ह, इसविर मन रह साकल प रखा ह

और इस साकल प स मरी अपकषा ह दक रह साकल प परा नही हो सकता वबना सरकार क और वबना

समाज क. जहाा एक ओर कवष विभाग, पश-पािन विभाग और पाचारत विभाग र तीनो विभाग

वमिकर पर साभाग म, पर कषतर म इस समस रा को दकसानी की ज ििात समस रा मानकर उसक विर

जन-जागरण चिाएा. गराम सभाओ क माध रम स, अन रान र माध रमो स और रह बात सवनवित करन

का पररास कर दक आिारा पश, रह पश की समस रा नही ह, रह दकसान की पि की समस रा ह, रह

दकसान क उत पादन की समस रा ह. रह मध रपरदश क उत पादन की समस रा ह उस साभाग की दवि स,

इसक विर जहाा एक ओर गराम सभाएा और अन रान र परकार क कारयकरम चिाकर जन-जागरण कर,

कमरिरा बनाएा गााि-गााि म जो ऐरा परथा को रोकन का काम कर िही सरकार की ओर स दकसी न

दकसी परकार स कछ पाबाददराा िगानी चावहर, कछ वनरम-कानन बनान चावहर, कछ नीवत

अपनानी चावहर.

माननीर उपाध रकष महोदर, वपछि समर म कााजी हाऊस की परथा चिती थी. कााजी हाऊस

की परथा परी तरीक स हमार रहाा तहस-नहस हो चकी ह. अब न कही कााजी हाऊस ह , न उसका

कोई रवजस िर ह और न उसकी कारयिावहराा होती ह. म कह रहा हा दक कााजी हाऊस का पराना

परकल प था, उसको दकन कारणो स खत म दकरा गरा, म उस पर नही जाना चाहता. आज की

आिश रकता क अनरप वपछि समर और भी कई विषरो पर जब खती पर चचाय हई ह तो रह बात

आई ह दक दो पाचारत, तीन पाचारतो क बीच म शासकीर जमीन को आरवकषत करक गौ-अभ रारण र

वजसम कााजी हाऊस भी प िस रह, कााजी हाऊस प िस गौ-अभ रारण र रह, क रोदक आज समस रा रह

ह दक बहत सार पश आप कााजी हाऊस म बााध िो, कोई छडान नही आन िािा ह और नही छडान

आत. ऐस पशओ को गौ-अभ रारण र म रख विरा जार, परात जो पश फसिो का नकसान करत ह

उनको कााजी हाऊस की व रिस था दी जाए, उनको कााजी हाऊस म रखा जार तादक दकसान को

उसका खचय कम पड और कााजी हाऊस का खचय वनवित रप स सरकार, कवष विभाग अपन खचय स,

अपन बजि स कर, क रोदक र तमाम सवबसवडरो स रह बडी सवबसडी होगी, अगर मर विाध र कषतर म

ऐरा परथा पर दकसी भी तरह स रोक िग जाएगी.

माननीर उपाध रकष महोदर, म आपस कहना चाहता हा दक इस सब मामि म जहाा गौ-

अभ रारण र बनाएा जाएा और जहाा पर उसम कााजी हाऊस भी प िस दकरा जाए, अभी एक नर-नर

Page 78: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

आराम आए ह उसम रह सावबत हआ ह दक गोबर स जविक खती की तरफ भी मध रपरदश का और

मध रपरदश क कवष मातरािर का जोर ह. मरा कहना रह ह दक इसम एक पॉवजरिि पररास रह होगा

दक गााि क दकसान का गोबर रदद हम उस जगह ही जाकर खरीदन की कोई व रिस था ब िॉक स रा

पाचारतो क बीच म दो-दो, तीन-तीन पाचारतो म कर सक तो म सोचता हा दक दकसान भी अपन

जानिरो को छोडगा नही. रदद उस िगगा दक गोबर स मझ आमदनी हो सकती ह, रदद उस िगगा

दक गौ-मतर स मझ आमदनी हो सकती ह, उसका किकशन रदद शासन अनरानर परकार स कर सक,

वजस ढाग स अभी कछ पराइिि िोगो न हमार रहाा शहरी कषतर म दकरा ह, अगर गरामीण अाचि म

पाचारत सतर पर गोबर का किकशन हो तो उसस दकसान को फारदा भी होगा. जविक खती क

विए और अनर गोबर स जो भी कारय हो रह ह, उनक विए गोबर भी वमिगा और दकसान भी उस

बााधगा.

उपाधरकष महोदर, म आपक माधरम स सरकार स कहना चाहता हा दक विनधर कषतर म दध

किकशन का काम, दगध उतपादन का काम बहत पीछ ह. आप मर साभाग स ह, मर साभाग क बड

नता ह. आप भी दख रह ह दक हम विनधर परदश, मधरपरदश क साथ जड हए तो जरर ह. मधरपरदश

सरकार न रोजनाएा बडी-बडी बनाई ह, परनत हमारा दामन ही इस िारक नही ह दक हम उन

रोजनाओ को अपन आाचि म समि सक . दगध उतपादन की दवि स अगर हमार साभाग म ऐरा परथा

को िकषर रखत हए काम दकरा जार और अ‍छी नसि की गार और जानिरो को दधार बनान क

विए जो भी वचदकतसकीर उपिबधता ह उसको और सघन ढाग स उसक परवत आकषयण बढारा जार

तो वनवित रप स दकसानी भी फारद का धाधा बनगी और रह ऐरा परथा क कारण जो परकवत स भी

जरादा बडी विपवतत ह, वजस पर सरकार की नजर इसविए नही जा रही करोदक रह हमार 2-3

साभागो की ही बडी विपवतत ह. अनर साभागो म बडा दकसान ह, कषमा करग. उपजाऊ जमीन ह और

इस नात ि िहाा पर वयिसथा बना ित ह परनत हमार रहाा छोि-छोि रकब ह, छोि दकसान ह और

हमार रहाा की जमीन भी उतनी उपजाऊ नही ह.

उपाधरकष महोदर, मधरपरदश क रशसिी म‍रमातरी न हम बाण सागर तो ददरा. बाण सागर

क कारण हमको वसाचाई रीिा म वमिी, शहडोि म वमिी, सीधी म वमिी, सतना म हम िि ही

वमिी, पाछ ही वमिी, परनत जो वमिी, िह वमिी. बरगी स उममीद ह दक शारद हम और कछ वमि

जार? परनत इस सबक बािजद बाण सागर का पानी वमिन क बाद भी इस ऐरा परथा क कारण

हमार रहाा क दकसान तीसरी फसि िन क विए मोहताज ह. दो फसि ही नही बो पा रह ह. हम

आप पानी द रह हो. इस बार जब हम गााि म राजनीवतक ि अनर कामो स गर तो कछ दकसानो न

Page 79: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वहममत की मानरिर उपाधरकष महोदर, आपक ही वजि म माग की फसि बोन की. इस बार अपन

कछ वजिो म कछ िोगो न माग बोई भी ह और पदािार भी हई ह. िदकन रह ऐरा परथा क कारण

मर रहाा गहा, धान, अरहर, उरदा की खती नही हो पा रही ह. हम हॉरियकलचर, फि, फि, सबजी,

दकराना इस मामि म कहाा स सोच, जब हमारी हजारो एकड जमीन, दकसान की वसावचत जमीन

परती पडी हई ह? िह बोन की वहममत नही कर पा रहा ह. म विनती करा गा दक कााजी हाऊस और

गौ अभरारणर वसफय पशओ क विए ही न सोच कर दक रह तो पशओ का विषर ह, इसको हम आग

करग, इसस हम बहत पीछ हो गर ह. आग हम कवष म पीछ न हो पाएा, इसविए ऐरा परथा क विए

शासन भी वनरम बनाएा, विभाग भी वनरम बनाएा और पश वचदकतसा विभाग, पाचारत विभाग

और कवष विभाग इसम सारकत रप स कोई नीवत तरार कर. आिशकता हो तो म तो कहागा दक

आपकी ही उपवसथवत म रीिा साभाग क अनर विधारको की उपवसथवत म, अवधकारररो की

उपवसथवत म इस पर एक दो बार और चचाय हो, कोई सवमवत बनािा दीवजए और इस ऐरा परथा को

हमार रहाा स नि करन क विए कदम बढाइए. मझ इतना ही कहना ह मानरिर उपाधरकष महोदर,

मझ पणय विशवास ह दक डढत-दो साि बाद रह साकलप िगा ह. इसम कछ न कछ आपका भी सारकषण

हम वमिगा और इसम कही आग बढ पाएाग.धनरिाद.

शरी कदारनाथ शकि (सीधी) - उपाधरकष महोदर, रह ऐरा परथा बहत वयापक रप ि रही

ह. विनधर कषतर म विशषकर वजस हम बनदिखणड, बघिखणड ऐसा बोिचाि की भाषा म बोित

ह. रहाा पहि गमी क ददनो म चतर की फसि जब कि जाती थी, चतर की फसि किन क बाद आसाढ

की फसि की बोनी जस ही शर होती थी, इस समर म जो खािी समर होता था, वजसम पहि

िहाा किि दो फसिी खती होती थी तो ऐस समर म पश खि छोड ददर जात थ. पशओ क इसी

खिा छोडन को उस समर ऐरा परथा कहा जाता था. माना जाता था अब ऐरा हो गरा और जस ही

आसाढ की खती म फसि ऊपर आन िगती थी तो कहत थ दक अब िाठी उठ गई अथायत पश अब

बाद कर ददर जाएाग. इसम म भी शर म दो भद थ. पहिा खती और पाती. खती मान कवष स

साबावधत वजतनी बात ह. पाती मान बवगरा मतिब हारियकलचर. उस समर पाती िािो पर पशओ

का िग होता था तो उस सामावजक रप स आपवततजनक माना जाता था. समाज क िोग पश

पािको स कहत थ दक इस बवगरा म मत जान दो. ऐस ही हमार कशिाह समाज क और िोग जो

बवगरा िगात थ, सबजी िगात थ तो उनको उस समर भी ऐरा म हजायना ददििात थ. िदकन रह

ऐरा परथा वजतना वयापक रप इस समर ि रही ह, ऐसा पहि नही था. आज तो बारहो महीना ऐरा

हो गरा. बारहो महीना इसविए ऐरा हो गरा दक आज पशओ क चार की समसरा ह. मधरपरदश म

Page 80: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

सागर,रीिा और शहडोि सबस अवधक पशधन िाि साभाग ह. उसक बाद जबिपर ह. इन साभागो

म चार की कमी आरी. चरनोई की कमी तो हो ही गई. चरनोई की जमीनो पर िोगो न अिध कबज

कर विए. पररवसथवत रह बन गई दक पशओ क चरन क विए जगह नही ह. जागिो म जहाा कही

पशओ को रोक ददरा गरा िहाा पिाािशन शर हए. इन पररवसथवतरो क कारण आज पशपािन बडा

करठन हआ ह. पशओ को कोई खरीद भी नही रहा ह.

उपाधरकष जी, म एक विसफोिक बात आपको बताऊा दक िोग टको म पशओ को भरत ह

और अपन गााि स 10 दकिोमीिर, 20 दकिोमीिर दर ि जाकर छोड दत ह. अ‍छ-अ‍छ नसि की

गार, अ‍छ नसि क बि, सााड र सब घम रह ह और उनको घमन को ही कहत ह दक ऐरा घम रह

ह मतिब आिारा घम रह ह. आिारा और ऐरा वमिता-जिता शबद ह. आज पररवसथवत रह ह दक

दकसान परशान ह. कााजी हौस की परथा बाद नही ह. पाचारतो को कााजी हौस बनान की अभी भी

इजाजत ह. नगर पाविका, नगर वनगमो को अभी भी कााजी हौस बनान की इजाजत ह िदकन

कााजी हौस म भी चार की उपिबधता तर नही कर पा रह ह. पशओ क आहार की वयिसथा

सवनवित नही कर पा रह ह. पररणाम पश को मरना ह तो उनहोन कााजी हौस ही बाद कर ददए.

कााजी हौस म रखना ही बाद कर ददरा. ऐसी पररवसथवत म दकसान बारहो महीन चौबीसो घाि

अपन खत क चारो तरफ घमता रह. आप जानत ह दक चकबादी ह नही. एक खत रहाा ह तो दसरा

खत 2 दकिोमीिर दर ह. तीसरा खत कही और ह. जमीन क छोि-छोि िकड उसम भी चकबादी

नही. दकसान दकतनी जगह पर िाठी िकर पशओ को ताक . ऐसी वसथवत म सार पश आिारा घम

रह ह. इसकी वयिसथा क विए बात की जा सकती ह जस इस समर मधरपरदश न जविक खाद क

मामि म, जविक खती क मामि म अगिाई की ह. जब परदश न इसकी अगिाई की तो जविक खाद

िोगो न गााि म बनाना शर दकरा. छोि छोि दकसानो न भी बनाना शर दकरा. िदकन हमार

सरकारी विभाग इस मामि म इतनी बरी तरह स रोड अिकाना शर दकए ह. हमार कवष मातरी जी

भी नही ह. शारद कवष विभाग क अवधकारी भी नही होग. अभी जो काबयवनक खाद जविक खाद

को खरीदन की बात चिी. अगर कोई छोिा पिााि डाि रहा ह तो उसकी खाद खरीदन स रोक दी

गई. वजसकी 4 करोड र स ऊपर की पाजी होगी किि उसी पिााि का माविक कही जविक खाद बच

सकता ह. िोग गोबर स खाद बना ि और उसको बच और उसस कछ फारदा कमार उनह बनान

की छि खतम करोदक सरकारी विभाग उस खरीदगा नही. साियजवनक रप स उनह बचन की अऩमवत

नही . मधरपरदश म गणितता क नाम पर रह बडी विसफोिक वसथवत ह.

Page 81: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उपाधरकष जी, म माननीर नता परवतपकष का धरान आकरषयत करना चाहता हा. 4 करोड र स

अवधक पाजी िािा काबयवनक खाद बनान िािा िही किि खाद की सपिार कर सकता ह.

मधरपरदश म रह बडी विरोधाभासी वसथवत आरी ह. म मधरपरदश शासन का धरान आकरषयत

करना चाहता हा दक इस मामि म कवष विभाग, सहकाररता विभाग रा वजन िोगो न भी इस तरह

का वनरम बनारा ह इस वनरम को ततकाि खतम दकरा जाना चावहए. रह वनरम पश पािको क

विए और गोबर स जविक खाद बनान िािो क विए रह एक बहत बडा अवभशाप ह. इस वनरम

को ततकाि तोडना चावहए. छोि-छोि दकसानो को भी इस मामि म परोतसावहत करना चावहए.

म आपस वनिदन करा , हम िोग गर थ, कवष विकास सवमवत क दौर पर जिाहरिाि नहर

कवष विशवविािर,िहाा एक जिाइाि डाररकिर साहब ििनरी क आ गर. उनस हमन पछा ऐस ही

ि बोि म रहाा आता-रहता हा बचचो को पढाता हा. मन उनस पछा आप पाचगवय क बार म जानत ह,

ि बोि करा होता ह पाचगवय.ििनरी क डाकिर को पाचगवय की जानकारी नही. भारत क इवतहास

म,भारत की साासकवतक वसथवत म वजस जिाइाि डाररकिर को पाचगवय की जानकारी नही, िदकन

जस ही हम िहाा स वनकि तो िहाा क किपवत जी न मझस कहा दक चविर म आपको अपनी

पाचगवय की रवनि ददखान ि जाता हा. हम िहाा गर. िहाा गौमतर का पररशोधन हो रहा था,िहाा

गोबर िगरह स पाचगवय भी बनिारा जा रहा था. हमन जिाइाि डाररकिर साहब को ढढािारा तब

तक ि कही चि गर थ. वसथवतराा रह ह दक जो रहाा पाचगवय की रहाा कलपना थी और पाचगवय

परतरक पररिार क उपरोग क विर होता था. अगर हम पाचगवय को रोग वनदान क मामि म

उपरोग कर तो हम बहत कछ कर सकत ह. आज बाबा रामदि गौमतर को गौधन क रप म बचकर

करोडो,अरबो रपर कमात ह. अगर रही गौधन अकय गााि म दशी गार स पदा दकरा जार और

सबस बडी बात रह दक दशी गार की नसि सबस जरादा हमार रीिा,सागर और शहडोि साभाग म

ह. सबस अवधक पशध नऔर सबस अवधक दशी गारो की नसि हमार रहाा ह. उन दशी गारो की

नसिो को दशी गारो की नसिो स करास करक उनको हम दधार पश क रप म बना सकत

ह. दभायगर रह ह दक सबस अवधक पश धन िािा हमारा कषतर आज दध क मामि म सबस पीछ ह.

दध उतपादन रवनि िगाकर दकसानो को परोतसावहत दकरा जा सकता ह. जब दकसान परोतसावहत

होग तब ि अपनी गारो को पािग. चारा पदा करन क विर भी हम कोवशश करनी होगी करोदक

वबना चारा क,वबना पशओ को पािना साभि नही ह और इस नात खवतहरो को,हािीकलचर िािो

को,रहाा तक दक िन विभाग को भी पश चार की पदािार की ओर धरान दना होगा और जब हम

पश चार की ओर धरान दग और ऐसा चारा पदा करग जो दध दन िाि पशओ क विर उपरकत

Page 82: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह,जो सामानर पशओ क विर उपरकत ह तो वनवित रप स हमारा पश धन धन की शरणी म

आरगा. आज उस पश धन को िोगो न खलिा छोड ददरा ह. ि जाओ वजसको ि जाना ह. र

पररवसथवतराा ह. इस पररवसथवत म हम पश धन को हम सारवकषत भी करना पडगा,सरवकषत भी

करना पडगा और उसस हमारी खती भी सरवकषत होगी.जब खती सरवकषत होगी तब हम शष परदश

क साथ परवतसपधाय म भाग ि सक ग. आज हम गहा,चािि जरर पदा कर रह ह िदकन विनधर का

कषतर कई जीस पदा करन िािा ह. जीस हमारा बघिी का शबद ह अागरजी क जीस म म नही जा रहा

हा. हमार रहाा दिहन भी कई तरह की दाि ह,हमार रहाा वतिहन म भी कई तरह की फसि

ह,हमार रहाा गहा,चािि म भी कई तरह की फसि, चािि म तो इतनी िरारिीज हमार रहाा थी

दक कहत थ दक वगन िो,बराहमणो की सा‍रा थोडा एक जरादा हो गई ह धान की कम हो गई ह.कि

वमिाकर हमार रहाा क ि सार जीस समापत हो रह ह.हमार रहाा पश धन को आिारा कर ददरा

गरा ह. इन पररवसथवतरो म पश धन को हम कस रोक पाएाग इस पर जब हम उपार करन का

सोचग तो हम रचनातमकता की ओर बढना पडगा. हम गोबर स,कचाए स जो भी हमारी काबयवनक

खाद ह उसको बनान की छि दनी पडगी. बनान का परवशकषण दना पडगा. बनान का पिााि दना

पडगा. उसक बाद उसक विर बाजार उपिबध कराना पडगा. अगर रह शतय िगा दी गई दक 4

करोड िािा ही किि काबयवनक खाद उतपादन कर सकता ह तो इसस बडी दभायगरपणय बात और

नही हो सकती. रहाा मधरपरदश सरकार क कई मातरी बठ ह. िह इस बात को सोच दक कस कवष

विभाग क अवधकारररो न,कस सहकाररता विभाग क अवधकारररो न मधरपरदश म इस बात का

वनरम िगा ददरा दक काबयवनक खाद,जविक खाद िही सपिाई कर सकता ह वजसक पिााि की पाजी

4 करोड हो. रह विडाबनापणय मामिा ह. उपाधरकष महोदर, आप भी उसी धरती स आर ह.और

उस धरती का ऋण आप पर भी ह, हमार ऊपर भी ह और िहाा क पशधन का भी ऋण ह. हम

पशधन को सारवकषत भी कर, पशधन को बचार भी और हमार विर िह बहत बडा धन रहा ह और

िह हमारा धन दफर स धन बन जार, इस बात क विर सरकार उपार कर और सरकार जो उपार

करगी तो वनवित रप स बड साधारण उपार ह, उनक विर चार की व रिस था, उनक विर चरनोई

की व रिस था, काबयवनक खाद की व रिस था और खती की व रिस था और तब जाकर क हमारा विाध र

विकास कर सकता ह. रह किि ऐरा परथा को बाद करन का मामिा नही ह, रह विाध र क विकास

का मामिा ह और विाध र क विकास की ददशा म हम सबको सोचना ही होगा. नता परवतपकष जी ह,

आप भी ह, शाकरिाि जी भी ह रह तमाम सार िोग विाध र क ह और विाध र की धरा बहत उियरा ह

और िहाा स परवतभार भी वनकिी ह, िहाा अ‍ छा पशधन भी ह, िहाा सारी चीज ह और इस नात

Page 83: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

इस पशधन को बचान क विर ऐरा परथा को भी बाद करना चावहर, खती को भी बचाना चावहर.

धन रिाद.

चौधरी मकश वसाह चतिदी (महगााि)-- माननीर उपाध रकष महोदर, आपक माध रम स

कदारनाथ जी स वनिदन करा गा दक सापणय मध रपरदश की बात कर, अकि विाध र की बात न कर.

माननीर उपाध रकष महोदर, आप भी विाध र क ह, आप भी नही िोक रह. रह पीढा तो सभी जगह

ह.

उपाध रकष महोदर-- मकश जी िहाा ऐरा की समस रा कछ ज रादा ह.

चौधरी मकश वसाह चतिदी-- ऐसा नही ह वजतना िणयन कदारनाथ जी न दकरा उसस

अवधक भरािह वसथवत हमार रहाा ह.

उपाध रकष महोदर-- आप इनको अपन इिाक म आमावतरत कररर.

शरी शाकरिाि वतिारी-- माननीर उपाध रकष महोदर, इसम बादिखाड जडा ह.

उपाध रकष महोदर-- नही उनका चाबि आ जाता ह.

चौधरी मकश वसाह चतिदी-- माननीर उपाध रकष महोदर, िदकन आप तो सभी क सारकषक

ह.

शरी िखन पिि (पथरररा)-- माननीर उपाध रकष महोदर, आपक माध रम स म माननीर

वतिारी जी को बहत-बहत धन रिाद करना चाहता हा और उनको धन रिाद भी दना चाहता हा दक

िह इतना अ‍ छा साकल प िार ह, हािाादक रह बार-बार कहा गरा दक रह समस रा विाध र की ह. म

मकश भाई की बात स सहमत हा, रह समस रा पर परदश की ह. माननीर उपाध रकष महोदर, आप

खद भी गाडी स जात होग और खासतौर स बरसात क ददनो म तो आप रोड पर दखग दक हजारो

जानिर आपको बठ वमिग और रदद आप रहाा स िकर जबिपर तक जार तो रास त म कम स कम

10 स 15 गार, नािा बि आपको दघयिना म गरवसत, कई मर हर आपको वमिग. रह सब अगर

हआ ह तो रह ऐरा परथा क कारण हआ ह, क रोदक आज जानिर को रखना बहत करठन सा होता

जा रहा ह. खती करना आज मवशकि हो रहा ह. उसकी सबस बडी समस रा हम िोग दखत ह अगर

एक गााि म हम चि जार तो दो सौ, तीन सौ, चार सौ जानिर िहाा छटटा वमि जात ह और अब

खती शर हो गई तो हम दखत ह एक गााि स दसर गााि, इस गााि क 25-50 जानिर इकटठ करक

दसर गााि म भज दत ह और िहाा क उस गााि को भज दत ह. हम िोगो न कई बार दखा दक

जानिरो क पीछ िोग घम रह ह. क रोदक खती करना बहत मवशकि हो रहा ह और मझ िगता ह

दक जो समस रा अभी हमको ददख रही ह रह समस रा मातर अभी 10 स 15 परवतशत 20 परवतशत

Page 84: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अवधकतम ह. आप कल पना कररर दक रह समस रा और बढी, इस पर रदद तत काि ध रान नही ददरा

गरा तो मझ िगता ह दक जसा वतिारी जी कह रह ह दक सकडो एकड, हजारो एकड जमीन की

बोिनी नही हई, िस ही पर परदश म आिारा पशओ क कारण िोग बोिनी करना छोड दग और

रह समस रा वसफय आिारा पशओ स नही ह खती क विर, आज दोपहर म म सन रहा था, राजनगर

स विधारक राजा साहब को जागिी जानिरो की बात कर रह थ. रह जागिी जानिर और आिारा

पश दोनो वमिाकर खती को नकसान पहाचान का इतना काम कर रह ह दक दकसान बहत अवधक

परशान ह.

शरी क.क. शरीिास ति (िीकमगढ)-- माननीर उपाध रकष महोदर, इनको आिारा नही कहा

जार, बवलक बसहारा पश कहा जार.

उपाध रकष महोदर-- आपको आिारा स क रा आपवतत ह.

शरी िखन पिि-- जब हमन छोड ददरा तभी तो िह आिारा हआ.

शरी क.क. शरीिास ति-- छटटा कर ददरा उनको, िह आिारा नही ह, िह बसहारा हो गर.

उपाध रकष महोदर-- िह आपक विर नही कह रह ह, पशओ क विर कह रह ह. ...(हासी)...

शरी क.क. शरीिास ति-- माननीर उपाध रकष महोदर, म तो इस सदन म सदस र हा (XXX).

शरी िखन पिि -- माननीर उपाधरकष महोदर, एक परथा सी चि पडी ह. पहि क ददनो म

हमन दखा ह दक हमार गााि क मजदर जो खती िाि दकसान थ, अपन मजदरो को बरिरा पर गार,

भस रा बि द ददरा करत थ और िह कछ ददन उनको पािकर उनका दध आदद उपरोग करक िो

बच दता था परात आज वसथवत रह हो गई दक अ‍छी नसि की गार भी आिारा घम रही ह, ऐरा

घम रही ह वजसक कारण दकसानो को बहत परशानी हो रही ह. म सरकार का धरानाकरषयत करना

चाहता हा दक अगर रही वसथवत रही तो अननदाता और जरादा परशान हो जारगा.

माननीर उपाधरकष महोदर, म आपक माधरम स सदन म कछ सझाि भी दना चाहता हा.

पर परदश म गोचर की भवम हर गााि म ह परात उस गोचर की भवम पर अवतकरमण कर विरा गरा

ह .मरा सरकार स अनरोध ह दक कडाई स पािन करक उस गोचर की भवम पर जहाा जहाा पर भी

अवतकरमण ह उस अवतकरमण स मकत करारा जार. करोदक गााि म जानिर ह और गोचर की भवम न

होन क कारण ि सडक पर रहत ह रा खतो म घसत ह.इसविर सरकार को पराथवमकता स गोचर

की भवम पर हर अवतकरमण को हिारा चावहर. दसरा सझाि मरा रह ह दक पहि कााजी हाउस

हआ करत थ .आज िह परथा िगभग समापत हो गई ह करोदक अगर हम दकसी जानिर को कााजी

हाउस म बाद भी कर दग तो उस वखिारगा कौन, और जानिर को िापस कौन िन आरगा इसविर

Page 85: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मरा अनरोध ह दक 3 स 4 पाचारत रा िगभग एक जनपद कषतर म एक सवमवत बनार और उसको

कााजी हाउस, गोशािा एक साथ वमिकर क पराराभ कर और जसा दक हमार कदारनाथ जी शकि

कह रह थ दक जविक खाद खरीदन म रह शतय डाि दी ह दक वजनका 4 करोड स अवधक का

िनयओिर होगा उसी स जविक खाद खरीदी जारगी. ऐसी ही सवमवत जनपद कषतर म बनाकर क

सवमवत िाि गोशािा और कााजी हाउस चिार उसस होन िाि दध को माकि म बच, उसक गो

मतर को बच और गोबर को एकवतरत करक जविक खाद बनार , सरकार उसको खरीदन का काम कर

अगर हम रह करग तो बहत बडी समसरा का वनदान हम गााि म ही वमि जारगा.

माननीर उपाधरकष महोदर, म एक बात सदन क धरान म ओर िाना चाहता हा दक हमार

कषतर क साासद आदरणीर परहिाद पिि जी न मर ही विधानसभा कषतर म िगभग 1 हजार एकड म

गोशािा ,गो अभरारणर बनान का काम दकरा ह. जस ही गो अभरारणर का शभाराभ हआ आपको

सनकर क आिरय होगा दक एक हपत क अादर 20 हजार जानिर िहाा पर आ गर. अब आप कलपना

कर दक 20 हजार जानिरो को कस वखिारा जा सकता ह, कस उनका रख रखाि और वयिसथा की

जा सकती ह. िस हमार साासद जी और हम सब िोग वमिकर क इस वयिसथा को बनार रखन का

पररास कर रह ह िदकन जब तक इसम सरकार सहरोग नही करगी तब तक मझ नही िगता दक

रह ऐरा परथा समापत होगी और रह जानिरो की सा‍रा जो ददन परवतददन बढती चिी जा रही ह

इसको हम समापत कर पारग. अगर सरकार इस पर धरान दती ह दक एक सवमवत बनाकर क गो

मतर, गोबर स जविक खाद बनाकर क खरीदन का काम होगा तब मझ िगता ह दक समसरा का

बहत हद तक वनदान हो सकगा.

माननीर उपाधरकष महोदर, तीसरा सझाि मरा रह ह दक इस मामि म एनजीओ,

सामावजक सासथाओ रा जन जागरण अवभरान क माधरम स भी कारय दकरा जा सकता ह. जन

जागरण अवभरान चिाकर क हम गााि गााि म सादश द दक इसस होन िाि करा करा नकसान ह

और गार को पािन स हम करा करा फारद हो सकत ह तो बहतर होगा. उपाधरकष महोदर, एक

सझाि मरा सरकार स रह भी ह दक दध किकशन सनिर बहत जगहो पर नही ह. दध किकशन

सनिर रदद हम हर गााि रा हर पाचारत सतर तक बना द तो गरामीण अाचि म जो दध का उतपादन

होता ह उसकी खपत नही हो पाती ह, िोगो को िगता ह दक दध स बन उतपाद बनान म बहत

समर भी िगता ह और परापर माकटिाग भी नही हो पाती ह. अगर सरकार दगध किकशन सनिर

जगह जगह बना द तो शारद इसम भी िगाम िगगी, इसम भी कमी आरगी तो म आपस अनरोध

करता हा दक इन सझाि पर सरकार धरान दगी तो समसरा म बहत कमी आरगी. जसा शरी

Page 86: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शाकरिाि वतिारी जी और शरी कदारनाथ शक ि जी न कहा ह दक पशपािन विभाग, कवष विभाग,

सहकाररता विभाग क साथ म जि विविधता विभाग को वमिकर पर परदश म जानिरो स होन

िाि फारद और उनस बनन िाि उत पाद क साबाध म रोजना बनाना चावहए. रदद रह विभाग इस

परकार की कछ रोजना बनाकर िाभ दन का काम करग तो मझ िगता ह दक इसस दकसानो की

समस रा हि हो जाएगी. मन बजि सतर म भी जब कवष की माागो पर चचाय चि रही थी तब सरकार

स एक अनरोध दकरा था .

उपाध रकष महोदर - माननीर कवष मातरी जी आपक विभाग स साबावधत बड अ‍ छ सझाि आ

रह ह.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा - माननीर उपाध रकष महोदर, हम भी मातरी जी को कछ सझाि

द रह थ तो उन होन हम बागि पर ही आमावतरत कर विरा ह.(हासी)

उपाध रकष महोदर - अन र मावतररो को भी इसस पररणा िनी चावहए..(हासी)

शरी िखन पिि - माननीर उपाध रकष महोदर, अगर सरकार तार फ वसाग क विर अनदान

दना शर कर द रा ऐसी रोजना बनाए वजसम 100-200 एकड क प िॉि म गरप फ वसाग करन स

िागत भी कम आए और दकसानो को उसस िाभ भी वमि. क रोदक हम दखत ह दक आजकि फ वसाग

करना माहगा भी ह और फवसाग स कोई उत पादन नही होता ह. इसविए फवसाग क विर बक फाइनस

नही करती ह. इसविए मरा सरकार स अनरोध ह दक इसको शासकीर रोजना म जडिाएा. रदद

अनदान दग तो शासकीर रोजना म जड जान स बक इसको फाइनस कर दगी क रोदक एक रा दो

एकड म फ वसाग ज रादा माहगी पडती ह िदकन अगर बड एररर म 100-200 एकड म गरप फवसाग

की रोजना बनाएा तो मझ िगता ह दक इसस ऐरा जानिर वजसस खती को नकसान पहाचता ह,

उसस िाभ पराप त होगा.

माननीर उपाध रकष महोदर, आज हम दखत ह दक भसा और चार की बहत बडी ददक कत ह.

भसा रा चार की समस रा म बहत बडा रोगदान हािस िर का ह. िस दकसान मजबरी म फसि

हािस िर स किा रहा ह, िदकन सरकार कम स कम रह तर कर द दक सौ परवतशत गहा रा चना

हािस िर स न किा जाए, उसम हर दकसान को एक बाध रता कर द दक कम स कम 25 परवतशत

आपको हाथ स किाना पडगा वजसस दक भसा बच सक और उस भस स जानिरो की खान की

व रिस था हो सक. शरी शाकरिाि वतिारी जी का बहत-बहत धन रिाद दक इतनी बडी समस रा का

उन होन अशाासकीर साकल प िकर आर और माननीर उपाध रकष महोदर, आपन बोिन का समर

ददरा इसक विए बहत-बहत धन रिाद, जर वहाद, जर भारत.

Page 87: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

चौधरी मकश वसाह चतिदी (महगााि) - माननीर उपाध रकष महोदर, सदन क िररष ठ सदस र

आदरणीर शरी शाकरिाि वतिारी दवारा जो अशाासकीर साकल प िारा गरा ह वनवित रप स रह

हमार पशधन और विशषकर गार क विर बहत अ‍ छ सझाि िािा अशासकीर साकल प ह. जसा दक

शरी कदारनाथ शक ि जी और शरी िखन पिि जी न जो बात बताई म उनको दोहराऊा गा नही,

िदकन कही न कही गार हमार पाररवसथवतक बिस की म‍ र धरी ह. िदकन अगर गार सखी नही

रहगी तो बहत सार पाररवसथवतक बिस डगमगाएाग. आप रह दवखए की आज स नही सददरो स

गार हमार समाज की और समाज पािन की म‍ र धरी रही ह. आज िही गार सिायवधक परशान ह

म अपन कषतर की बात करा गा जहाा िोग टको म गार भरत ह और उस गार को दसर गााि म

छोडकर आ जात ह और िहाा क गााि िाि गार को िहाा स टको म भरकर दसर गााि म छोड दत ह.

इसका मतिब रह वसथवत ह दक गार कही पर भी आराम नही कर पाती ह. कही न कही हो सकता

ह दक सोच म पररितयन आ रहा ह और व रवकत बहत ज रादा स िाथीपन की तरफ बढ रहा ह रा

आत मक दरत होता जा रहा ह. आजकि हर चीज का व रािसारीकरण कर ददरा जाता ह, रह भी एक

कारण हो सकता ह िदकन जो सझाि शरी कदारनाथ शक ि और शरी िखन जी न ददरा ह दक

आगवनक सक िर म सरकार को और सरकार क दवारा पोवषत वनजी िोगो को आगवनक सक िर म

बहत ज रादा ज रादा पदायपण करना चावहए. जब आप आगवनक खाद रा पाचगव र का जसा दक कदार

भरा न बतारा. इस तरह की औषवधरो और खाद का वनमायण जब आप करग तो वनवित रप स

व रवकत को िाभ वमिगा. हर व रवकत की एक कमरशयरि सोच हो गई ह दक उस कछ न कछ आमदनी

हो. जब आप आगवनक खाद बचग तो उसस आमदनी होगी, आप पाचगव र रा उसस बनी हए पदाथय

गौ-रस, गौ-मतर तथा गोबर स बनी हई औषवधराा बचग, इस तरह की औषवधराा बनारग और बचग

तो कछ न कछ आमदनी होगी तो आपकी आर का एक स तरोत डव हिप होगा और आपका एक िगाि

कही न कही पशधन क परवत बढगा. मरा आपस अनरोध ह दक कही न कही सदन को इसकी वचन ता

करनी चावहए एिा सदन को इसम एकमत होकर कछ न कछ इस तरह का और सरकार, जब समाज

क परत रक िगय क विर सोच रही ह और उसक विए बहत सारी रोजनाएा िाई ह. िदकन रह

भारतीर समाज, वहन द सास कारो की महती और पजनीर दिी ह और जसा कहत ह दक गार म 4

हजार दिी-दिता बसत ह और गार की परत रक चीज, चाह िह मतर हो, गौ रस हो, गोबर हो रा

मत र उपरान त उसकी कारा हो, िह सभी मानि क दकसी न दकसी काम म आत ह. आपको और

हमको खद इतना स िाथी और सल फ सन िडय नही होना चावहए दक कही न कही जो जीि हमको

अपना सब कछ द रहा ह, उसको हम आिारा रा दसरो क हिाि छोड द. मरा आपस अनरोध ह दक

Page 88: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

म आपक माध रम स माननीर मातरी जी स भी अनरोध करा गा दक शासन कही न कही गौ-शािाओ क

खोिन पर और आगवनक खाद सारातर िगान पर जोर द. वजसस उसका एक उपरोग रह भी होगा

दक कवमकि खाद जब बन द हो जारगा तो बहत सारी जो बीमाररराा ह- जस कन सर ह, आप रह तर

मावनर दक कही न कही कवमकि खाद इसका बहत बडा कारण ह. आज हर 10 ि और 12 ि

व रवकत पर आपको कन सर का मरीज वमि जारगा, रह शध कता भी समाज म आरगी और जसा म

आपको पिय म भी बता चका हा, पिय िक ता भी इन बातो को कह चक ह दक हमार सम पणय ग िाविरर-

चाबि अाचि म रह समस रा भरािह होती जा रही ह, अगर इस पर समर रहत वचन तन नही दकरा

गरा तो वसथवत और भी भरािह होती जारगी. इसविए म आपस, सदन क माध रम स और सम पणय

सदन स अनरोध करता हा दक इस पर गाभीरता स वचन तन कर, इस पर कछ न कछ ठोस वनणयर

वनकिना चावहए और उसका पररणाम आना चावहए. धन रिाद.

शरी िखन पिि - माननीर उपाध रकष महोदर, म सदन को अिगत कराना चाहता हा दक

दीघाय म गौ सािध कयन बोडय क अध रकष माननीर अवखिश जी बठ ह, मझ िगता ह दक उन होन परी

चचाय सनी होगी, उस पर अपनी तरफ स जरर कछ करग.

3.53 बज स िागत उल िख

साासद एिा पिय मातरी शरी जञान वसाह का सदन की अध रकषीर दीघाय म

उपवसथवत पर स िागत

शरी कदारनाथ शक ि (सीधी) - माननीर उपाध रकष महोदर, सदन म माननीर साासद शरी

जञान वसाह जी मौजद ह.

उपाध रकष महोदर - आज सदन की दीघाय म माननीर साासद और पिय मातरी जञान वसाह जी

उपवसथत ह, सदन की ओर स उनका स िागत ह. गौ सािध कयन बोडय क अध रकष शरी अवखिश भी ह,

उनका भी स िागत ह.

Page 89: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

3.54 बज अशासकीर साकल प (करमश )

शरी मरिीधर पािीदार (ससनर) - उपाध रकष महोदर, म एक वमनि िागा. मरा आपस

विनमरतापियक आगरह ह दक जो हमार विाध र कषतर क सम माननीर िररष ठ विधारको न कहा दक गारो

िािा मामिा उनक इधर ही ह, ऐसा नही ह. माििा बल ि म भी उसस ज रादा परशानी ह. एक

जमाना ऐसा था दक जो नर कड ह, वजनको हम बि कहत थ, उनका खतो म उपरोग होता था

इसविए गार की कर थी. अगर बि क बाद दकसी की खशी होती थी तो जब गार कडा जनती थी.

िदकन आज चादक उसकी कोई कीमत नही ह और हर व रवकत कही न कही अपना आरथयक फारदा

दखता ह इसविए अब गारो को आिारा छोड ददरा गरा ह. गार वनवित तौर पर दध ज रादा नही

दती ह. म रहाा पर दो-तीन सझाि दना चाहता हा, एक जो गौचर भवम थी, उस पर पटटा तो 2 बीघ

का ददरा, 1 एकड का और 20 एकड जमीन घर रखी ह. सबस बडी ददक कत गारो को चरान की आ

रही ह, गार चरान की जगह नही वमि रही ह तो ि गार को कहाा ि जारग. इसविए िह गार को

मजबरी म छोडत ह. सबस बडी ददक कत रह ह दक गौमाता क विए एक अवभरान चिाकर

सरकारी जमीन वजसको गौचर भवम कहा जाता ह. सनातन काि स हमार रहाा रह व रिस था ह.

उस व रिस था को बबायद कर ददरा ह, उसको पन स थावपत करना चावहए. कई गााि िाि कहत ह दक

हम गार तो चराना चाहत ह, िदकन गार को चरान क विए कहाा ि जाए, जगह ही नही ह, इसको

पनरियचार करना चावहए, सारी गोचर भवम को अवतकरमण मक त कराना चावहए. दसरा आगरह रह

ह दक इसको हर पररिार क िाभ स भी इसको जोडना पडगा. हमार कषतर क ही िोग बोित ह दक

बीपीएिधारी सरकारी राशन और अन र फारदा ित ह, क रा उनको हम कानन बनाकर बाध र नही

कर सकत दक हर बीपीएिधारी एक गार का पािन कम स कम आिश रक रप स कर, अगर उसक

पास गौ-माता नही ह तो उस बीपीएि काडय का फारदा नही वमिगा. कही न कही इसस भी

परोत साहन वमिगा. तीसरा, आज भी कछ नस िो की गार ज रादा दध दती ह. आज भी वगर नस ि की

गार 10 स 12 िीिर दध दती ह और उसकी कीमत 30 स 40 हजार रपए ह. अगर हम उन गारो

क साथ बरीड कराए तो िोग ऐसी गार जो सडक पर घम रही ह उनको हमारी गौ-शािा स ि

जाएाग. माननीर म‍ रमातरी जी न विश ि परवसध क जो दवनरा म कही भी नही ह ऐसा गौ अभ रारण र

मर ससनर विधान सभा कषतर म बनारा ह, जो िगभग पणयता की ओर ह. माननीर अवखिशानाद जी

जो गोसािधयन बोडय क अध रकष ह, ि भी रहाा बठ ह, ि अभी उसका वनरीकषण करक आए ह, हमार

पशपािन मातरी जी भी उसका वनरीकषण करक आए ह, िदकन उसकी कषमता 5 हजार गारो की ह.

जस हमार पिय िक ता न कहा था दक परहिाद जी पिि न ऐसा दकरा ह िही वसथवत हमार रहाा ह,

Page 90: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अभी शर नही हआ ह और 50 स 60 दकिोमीिर स खबर आती ह दक अभ रारण र कब शर हो रहा

ह, मतिब 40 स 50 हजार गार 24 घाि म तो एकवतरत हो ही जाएगी. हर पाचारत स तर पर एक

गौशािा गााि िाि की सवमवत क माध रम स साचावित होना चावहए, गौशािा मिनस का पसा,

शड, पानी, बाउाडरीिाि, चारा आदद की व रिस था होगी तो वनवित तौर पर रह रोजना बहत

िाभदारी वसध क होगी. गौ-माता की हर चीज िाभदारी होती ह, कोई भी चीज ऐसी नही ह जो

अनमोि नही ह. पन इस बात पर ध रान दना होगा, रही मरा अनरोध ह.

शरी आर.डी. परजापवत (चन दिा) - माननीर उपाध रकष महोदर, माननीर शरी शाकरिाि

वतिारी जी न जो अशासकीर साकल प िारा ह उसक विए म उन ह बहत बहत धन रिाद दना चाहता

हा और आपस वनिदन करना चाहता हा दक हमारी सरकार दकसानो क परवत साकवलपत ह. दकसानो

को दकतना ही अ‍ छा खाद, बीज और पानी की व रिस था कर दी जाए, िदकन अगर दो चीज मरी

विधानसभा म दो चीज स दकसान परतावतडत ह, पहिा नीिगार और दसरा आिारा पश.

उपाध रकष महोदर - परजापवत जी (हासी...) रोजडो का भी एक अभ रारण बन और उसका

मनवजाग डाररक िर नातीराजा विकरम वसाह जी को बना ददरा जाए. िदकन आपको सवनवित करना

पडगा दक कही कम न हो जाए.

का िर विकरम वसाह - उपाध रकष जी, मर विधान सभा कषतर म, वजि म और साभाग म रोजडो

स सब िोग परशान ह.

उपाध रकष महोदर - रही तो म अजय कर रहा था दक एक अभ रारण र बनारा जाए और उसका

चररमन आपको बनारा जाए, िदकन उसम एक शतय डािी जाएगी दक एक भी सा‍ रा कम न हो.

(हासी...)

शरी उमाशाकर गप ता - उपाध रकष जी, रोजड इनस परशान ह ि सब इनक वखिाफ जञापन दन

आए थ. (हासी...)

शरी रशपाि वसाह वससौददरा - उपाध रकष जी, क रा िह परावधकरण बनगा (हासी...)

शरी आर.डी. परजापवत - उपाध रकष जी, म 40 हजार िोिो स चनाि जीता हा, किि रोजडो

की िजह स. मर कषतर म कोई समस रा नही ह, वसफय गार और रोज, इनकी व रिस था सरकार कर द

और कोई भी विकास न हो, सभी व रवकत क पिारन रक जाएाग, दकसानो का पिारन रक जाएगा

और दकसानो को रोजगार वमि जाएगा. म बताना चाहता हा, परी की परी फसि खराब कर दत ह.

कई िोग गौ भक त ह, ददन भर वचल िात ह. गार हमारी माता ह. म उनका बहत आदर करता हा,

िदकन उनस पछता हा दक एकाध गार बााधी ह करा ? दफर गार नही भस हमारी माती ह. एक

Page 91: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

वसागि वयवकत भी गार नही बााधता ह, जबदक इसको सब िोग राषटरीर पश करन क विर तरार ह.

मरा वयवकतगत वनिदन ह दक मरी विधान सभा म करीब 20 हजार आिार पश ह. ऐस पश बहत

परशान भी ह. हर साि रह गरमयरो म बहत मर भी जात ह. मर कषतर म जो आिागमन क साधन

होत ह, जहाा पर मणडी िगती ह, परा माि कानपर जाता ह. परा हाईि ह िहाा पर सकडो की

सा‍रा म गार ह. िहाा एक ददन म 10 स 20 गारो की मतर हो जाती ह. रह बहत ही करठन

मामिा ह. मरा वयवकतगत वनिदन ह दक मर कषतर म कोई विकास हो अथिा न हो, िदकन गारो का

परबाध हो जाए. िहाा पर गारो का एक अभरारणर बना ददरा जार तो म समझता हा दक दकसानो का

इसस बडा कोई कलराण नही ह. उनको कोई मआिजा अथिा कछ भी न ददरा जार, किि गार

एिा रोजडो की वयिसथा की जाए तो मर कषतर का एक भी दकसान पिारन नही कर सकता ह तथा

एक भी दकसान का नकसान नही हो सकता ह. इसविर मरा आपस वयवकतगत वनिदन ह दक चादक

मरा कषतर नीि गारो एिा आिारा पशओ स बहत परतावडत ह. िहाा पर रह पश 20 हजार स कम

नही ह. बरसात क ददनो म परी रात दकसान सोता नही ह चाह उनह सााप खाए अथिा वब‍छ खाए.

ठणडी म हम हीिर िगाकर सोत ह. दकसान भाई अपन फि परान कपड पहनकर परी रात ठाड म

वसकडता ह. इसका एक ही उपार ह दक इनका अभरारणर बना ददरा जाए. हर विधान सभा म

अभरारणर बनारा जार. मरा कषतर चनदिा विधान सभा म बनात ह तो पर कषतर का विकास एिा

कलराण हो जाएगा.

माननीर उपाधरकष महोदर, रोद एिा नीि गार दोनो बहत ही बडी समसरा ह. िहाा पर

खाद-बीज पानी की समसरा नही ह तभी दकसान िहाा स पिारन नही कर सकता ह, िही रही

बहत बडी समसरा ह. बार बार इसक बार म माननीर नातीराजा जी परशन, धरानाकषयण िगात ह,

म भी िगाता हा. म इसी स चनाि जीतकर क आरा हा. अगर इनकी वयिसथा अ‍छ स नही कर पार

तो िहाा पर हम िोगो को कोई घसन भी नही दगा, रह म आपस वनिदन करना चाहता हा दक रह

बहत बडी समसरा ह. मझ तो रोजो का विधारक ही कहत ह. जब जाता हा तो रोजड िािा

विधारक आ गरा. मरा तो 24 घनिा काम ही एक ही ह जब तक इस समसरा स वनजात नही पाता

हा तब तक मरी विधान सभा म िोग मझ घसन नही दग.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा--उपाधरकष महोदर, नातीराज का एक और विकलप आ गरा ह.

(हासी)

चौधरी मकश वसाह चतिदी--उपाधरकष महोदर, नातीराजा का िाईिि छीनन की बात हो

रही ह. (हासी)

Page 92: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उपाधरकष महोदर--आिशरक ह हर चीज का विकलप चावहर.

शरी आर.डी.परजापवत--उपाधरकष महोदर, मरा वयवकतगत वनिदन ह दक दकसानो की

समसराओ को दखकर क मरी समसरा भी दखकर क उनस वनजात ददिान का कि कर तादक म

अपनी विधान सभा म घस सका . इनक विर अभरारणर बनारा जार इसक विर बहत बहत

धनरिाद.

उपाधरकष महोदर--इनहोन अपन जीतन का राज बता ददरा ह. नता परवतपकष न इसको नोि

कर विरा ह. (हासी)

शरी शिनर पिि (इछािर)--माननीर उपाधरकष महोदर, आज का अशासकीर साकलप आरा

मन उसको पढा म खद ही नही समझ पारा दक िह दकस चीज क विर िकर क आर ह. हमार

माििा कषतर म ऐरा शबद परचवित नही ह. जब रह शबद वडसकशन म आरा तो वनवित रप स मरा

रह मानना ह दक रह मधरपरदश की बहत बडी समसरा ह. हर विधान सभा स आरग तो हजारो

िाखो म भी आ सकत ह सबन समसरा की ओर इावगत करा ददरा ह मरा एक सझाि ह दक गार करो

रोड क ऊपर ह. आज गार दकसानो क पास न होत हए करो बसहारा अथिा आिारा घम रही ह,

रह एक बडा परशन उठता ह. मन उसक विर धरानाकषयण भी िगारा ह दक जो भोपाि दगध साघ

दसर दगध साघ परदश म विमान ह उनम वपछि 10 िषयो म भस का जो दध ह उसका रि पर फि

कजी बढा ददरा ह, िदकन गार का नही बढारा ह. हम जो बसहारा और आिारा पश को दखग तो

सार क सार गौिाशी ह न भसिाशी ह. इसका सबस बडा कारण ह दक गार क दध का िावजब दाम

नही वमिना, इसका सबस बडा कारण ह और जो उनक बिो को, जो इनक कड ह खतो म न

जोतना इसका सबस बडा कारण ह. अगर िही उपरोगी होता तो दकसान उस छोडता क रो. वजतनी

अभी तक बात आरी ह, िह उन बसहारो को साभािन की बात आ रही ह. हमारी कोवशश रह होनी

चावहर दक िह बसहारा न बन. िह दकसी दकसान क पास न आत हए रोड पर न जार. इस ओर

रदद हमारा पररास होगा तो शारद िह ज रादा साथयक होग. इसक विर हम उन दकसानो को

स िाििाबन की ओर उनको बढार, कस िह अपनी इ कानामी को गार स और उन जानिरो स बढार,

इस और हम विचार करन की सबस बडी आिश रकता ह.

मरा आपस, इस अशासकीर साकल प क माध रम स, सरकार स रह वनिदन ह दक अगर गार

रोड पर ह, क रोदक हजारो गारो की एक सीडि म मत र होती ह. रह हम सब रात को दखत ह और

हाित रह ह दक रात क समर रदद उनको खत म सखी जगह नही वमिती ह तो सारी गार रोड पर

आकर बठ जाती ह, क रोदक वगि म जानिर नही बठता ह. इसका वसफय एक ही उपार ह दक गारो

Page 93: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

क दध का रि बढारा जार, तादक दकसान कभी भी मजबरी म गारो को नही छोड. उनको कभी

रोड पर नही िार. इस अशासकीर साकल प क माध रम स म वतिारी जी को और सार िक ताओ को

बहत-बहत धन रिाद दना चाहता हा दक रह समस रा सबकी ह और वनवित रप स हम सब इस बार

म वचन तन कर रह ह दक इसक साबाध म कोई रास ता वनकिगा. गार और गौिाशी वजतन जानिर ह,

उनक विर उपार वनकिगा, हम उनकी रकषा कर पारग और दकसान उनको अपन पास रख पार.

आपन समर ददरा उसक विर धन ररिाद.

शरी ददव रराज वसाह (वसरमौर) - माननीर उपाध रकष महोदर, म आपक माध रम स, माननीर

शाकरिाि वतिारी जी न जो आज रह अशासकीर साकल प िारा ह. उसक साबाध म, म दो शब द

कहना चाहता हा.

माननीर उपाध रकष मरी विधानसभा वसरमौर जो दक रीिा वजि की एक छोर की

विधानसभा ह और उस विधानसभा म अवधकााश जागिी एरररा विधानसभा म िगता ह. उसक

कारण रह दखा जा रहा ह रीिा वजि क अवधकााश जो भी आिारा पश ह, िह जागि की तर खदड

ददर जात ह और उसी माध रम स हमारी विधान सभा म सार आकर बस गर ह. हमार जिाा ब िाक

म अगर शाम को हम वनकि जार तो 200-200 मडा गार आिारा घमती हई ददखाई दती ह.

इसस हमार दकसानो को बहत बडा नकसान उठाना पड रहा ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, मरा सौभाग र ह दक म ऐस पररिार स आता हा दक जहाा मर

पियजो को गौरकषा क विर महारानी विक िोरररा तक न विक िोरररा करास ददरा था और आज हम

इस समर पर आ गर ह दक हम अपनी गार की रकषा नही कर पा रह ह. हमारी तरफ स िह र.पी

की बाडयर स होत हए पहि िह किन क विर जाती थी.परात अब र.पी म भारतीर जनता पािी की

सरकार आ गरी ह तो उसम अब काफी हद तक उस पर रोक हो गरी ह.परात हम अपनी गार को

दकस तरह स सारवकषत कर और कस उसकी एक माईकरो स टज डी बनार दक हर गााि म हम अपनी

गार का सारकषण कस कर. मर कषतर म दध का उत पादन भी बहत ज रादा होता ह. परन त जब तक हम

उनकी करास बरीवडाग नही करारग अगर सही तरीक स जो परान जानिर ह, उनको कस नर तरीक

स, सही तरीक स ररििाईद कर, उनको हम नर बरीड स जडिार, वजसस अ‍ छी नस ि क जानिर

उसस वनकिकर आर. इसक साथ-साथ एक चीद करन की और आिश रकता ह दक हमार कषतर म

वजतनी भी गार ह, उनकी िवगाग करान की बहत आिश रकता ह. क रोदक जब तक उनकी िवगाग नही

होगी तो रह पता नही हो पाता ह दक रह जानिर दकसका ह. जब हम जानिर की िवगाग कर िग

तो रह वनवित हो जारगा दक रह जानिर इस व रवकत का ह और उसम स जो बचग, उनको हम

Page 94: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

आिारा पश क अातगयत ि आर. जब आिारा पशओ का डिा किक ि हो जारगा दक िास ति म इतन

आिारा पश ह, इन पशओ की कोई दखरख करन िािा नही ह. उनको एक अभ रारण म भज द.

माननीर म‍ रमातरी जी मर कषतर अतरिा म आर थ और उन होन िहाा पर घोषणा भी की थी दक हम

रहाा पर एक अभ रारण भी खोिागा. म चाहता हा दक अभ रारणो को इस तरह स इस तमाि दकरा

जार दक जो वबल कि िािाररस पश हो, िहाा पर उन जानिरो को ि जारा जार. िहाा पर उनका

सारकषण करारा जार और सल फ गरप क माध रम स गााि क सार दकसानो स हम रोगदान ि.

शरी ददव रराज वसाह- इस माध रम स गौ-सिा भी हो जारगी और साथ ही साथ ऐसी गार

जो परी तरह स िािाररस ह, उन ह हम जागिी जानिर का भी दजाय ददिा सक ग वजसस दक उन ह

जागिो म वशफि दकरा जा सकगा. हमार कई राष टीर उानो म िन विभाग की ऐसी जमीन ह जहाा

बाड बनाकर ऐसी िािाररस गारो को रखा जा सकता ह. रदद ऐसी कोई रोजना हम बनात ह तो

हमारी िािाररस गौ-माता और परशान दकसानो को नकसान स बचारा जा सकगा. इसक

अवतररक त गार को सारवकषत कर उसकी नस ि म सधार भी िारा जा सकगा. इन सभी वबादओ पर म

माननीर मातरी का ध रान आकरषयत करिाना चाहता था. आपन मझ बोिन का अिसर ददरा इसक

विए धन रिाद.

शरी क.पी.वसाह (वपछोर)- माननीर उपाध रकष महोदर, इस साकल प क साबाध म मरा सापणय

सदन स अनरोध ह दक रह समस रा दकसी एक अाचि की नही ह. अवपत माििा, विाध र, चाबि,

बादिखाड और पर मध रपरदश म रह समस रा ह. म समझता हा दक मातर सदन म साकल प पाररत करन

स इस समस रा का समाधान नही हो सकता. माननीर उपाध रकष महोदर, आपक माध रम स

माननीर मातरी जी स मरा अनरोध ह दक इसम एक कमिी बनार. सदन म आज अिग-अिग तरह

क सझाि आर ह. इस सझािो को नकारा भी जा सकता ह. वतिारी जी, का साकल प म‍ रत गौ-

रकषा क साबाध म नही था. उनका मत ह दक दकसान हजारो एकड जमीन म खती नही कर पा रहा ह

इसविए दकसान परशान ह.

उपाध रकष महोदर- गार भी परशान ह और दकसान भी परशान ह.

शरी क.पी.वसाह- माननीर उपाध रकष महोदर, चचाय क उपराात रह त र सामन आरा दक

गार और दकसान दोनो ही परशान ह. वपछि 14 िषयो स दकसान वहतषी सरकार इस परदश म ह

और गौ-माता की रकषा करन िािी सरकारी भी वपछि 14 िषयो स ह. दफर भी वपछि 14 िषयो स

दोनो समस राओ का समाधान नही वनकि पा रहा ह. रह इतना आसान नही ह, वजतना की हम

सोच रह ह दक साकल प पाररत हो गरा तो समाधान भी हो जाएगा.

Page 95: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

मातरी जी, आप इसम एक कमिी बनाईर. 1-2 मातरी वजन ह आप साथ म रखना चाह, उन ह

उस कमिी म रवखर और कछ विधारको को भी उसम शावमि कररर. मरा अनरोध मातर इतना ह

दक इस समस रा का समाधान किि साकल प पाररत करन स नही होगा. इसक विए कमिी बनाई

जार. सौभाग र स गौ-सािध कयन आरोग क अध रकष भी आज विराजमान ह. उनको भी इस कमिी म

शावमि दकरा जार और सभी वमिकर इस समस रा का समाधान वनकाि. जसा दक अभी हमार

सदस रो न कहा दक परहिाद पिि जी 1000 गारो क विए गौ-शािा साचावित करन की कोवशश की

िहाा 20000 गार आ गई. इसी तरह स माििा म और भी स थानो पर पररास दकए गए िदकन हम

वजतनी गारो की व रिस था िहाा करत ह, उसस 10 गना ज रादा गार िहाा पहाच जाती ह. इसविए म

कह रहा हा दक इस समस रा का समाधान इतना आसान नही ह. कााजी हाऊस स भी इस समस रा का

समाधान नही हो सकता ह. आज मानि समाज की परिवतत बन चकी ह दक िह ऐसा कोई काम नही

करना चाहता वजसम उसका िाभ न हो. मानि की इस परिवतत का उपचार ढाढना इतना आसान

नही ह दक साकल प पाररत कर ददरा और सारी जिाबदारी सरकार पर डाि दी. मातरी जी, आप एक

कमिी बनार और माििा, विाध र, बादिखाड और अन र सभी कषतरो म ररसचय करिार दक इसका

समाधान क रा हो सकता ह. रदद आप ररसचय करिाकर कोई समाधान ढाढग तो शारद कोई रास ता

वनकि आर. िरना साकल प तो पाररत हो ही जारगा. वतिारी जी, न कहा ह दक सत तापकष का

साकल प ह, आपका बहमत ह, हम सभी भी सहमत ह. बहमत स साकल प पास हो जाएगा और

सियसम मवत स भी पास हो जारगा. िदकन साकल प मातर पाररत करन स इसका समाधान नही हो

पारगा. माननीर मातरी जी, रदद इस समस रा को िकर िास ति म आपक मन म वचाता ह और आप

इस समस रा का समाधान ढाढना चाहत ह तो इस पर थोडा ररसचय करिाईर दक इसका समाधान

क रा हो सकता ह. रह इतना आसान नही ह दक कह ददरा दक अवतकरमण हिा दो. क रा आज गााि म

रह रह दकसानो को हिारा जा सकता ह ? बरसो स दकसान िहाा खती कर रह ह. इधर सरकार

व रिस था कर रही ह. जो जहाा बसा ह, जो जहाा रह रहा ह, जो जहाा खती कर रहा ह उनको हम पटट

द दग और इधर आप कहग दक उनको हिाइए तो उनको हिाना इतना आसान नही ह वजतना हम

िोग समझ रह ह. इस समस रा का समाधान अगर ढाढना ह तो समाधान पर गहन विचार हो, एक

ररसचय हो और दफर बठक हो दक क रा हो सक ता ह क रा नही हो सकता ह अगर ऐसी कोई रोजना

बनाई जाएगी तो ही इस साकल प का मतिब ह िरना साकल प आए तमाम साकल प हम पाररत करत ह

और उन साकल पो का जो भी नतीजा वनकिता ह इसका नतीजा भी चनाि आत आत तक आ

जाएगा. हमार एक विधारक आर.डी. परजापवत जी रही कह रह ह दक म तो िारदा करक आरा था

Page 96: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

तो िह तो बचार जीतकर ही नही आएाग उनन पहि ही कह ददरा ह दक म तो इसी एजड पर

चनकर आरा था. ऐस और भी कई विधारक हो सकत ह जो इसी एजड पर चनकर आए हो िह तो

कषतर म ही नही जा पाएाग. जहाा तक रोजडो की बात ह, रोजडो की समस रा पर भी कई बार चचाय

हो चकी ह. िन मातरी शजिार जी न ध रानाकषयण चचाय म जिाब ददरा था दक पााच रोजडत िन

विभाग न पकडत. हम और आप सब िादकफ ह दक वसफय पााच रोजडत िन विभाग न सािभर म पकडत

तो इस समस रा का समाधान दकतन सािो म होगा.

अध रकष महोदर-- क.पी. वसाह जी रहाा पर रोजडा वािषर नही ह.

शरी क.पी. वसाह-- रह उदाहरण म इसीविए द रहा हा दक िन विभाग की जो दकताब आई

थी उसम विखा था दक पााच रोजडत हमन सािभर म पकडत इस तरह स इसका समाधान नही हो

सकता ह. मरा अनरोध ह दक मातरी जी इसम ठीक स विचार कर साकल प तो पाररत ह ही. माननीर

सदस रो न और सभी न बात की ह अगर आपक ददमाग म इसक विए अ‍ छी समाधानकारक रोजना

हो तो उस िाग कर तभी कोई अथय ह. आपन बोिन क विए समर ददरा इसक विए बहत-बहत

धन रिाद.

शरी चौधरी मकश वसाह चतिदी -- उपाध रकष महोदर, आदरणीर क.पी. वसाह जी न जो बात

कही चरनोई की भवम वनरातर बटट पर द रह ह िषय 199 म िषय 2003 स और आज भी िदकन जो

मक ह, जो अपनी बात रहाा कह नही सकत ह और जो भाषा नही बोि सकत ह उनकी बात कौन

कहगा रह बहत अ‍ छी बात कही दक चरनोई की भवम वनवित रप स बचनी चावहए.

शरी उमाशाकर गप ता-- उपाध रकष महोदर, माननीर सदस र न एक बात कही ह पहि चरनोई

की भवम दी जाती थी िषय 199 स िषय 2003 तक अब सपरीम कोिय का आदश आ गरा ह. 2

परवतशत ररजिय रखकर ही आिािन होता ह.

शरी अजर वसाह-- माननीर उपाध रकष महोदर, 2 परवतशत भी क रो उसको बढाकर 5 परवतशत

रा 10 परवतशत कर द.

का िर सौरभ वसाह वससोददरा (बहोरीबाद) -- उपाध रकष महोदर, हमार रहाा तीन फसि हो

सकती ह िदकन ऐरा परथा क कारण दो ही हो पा रही ह.

उपाध रकष महोदर-- म क.पी. वसाह जी स जानना चाह रहा था दक आपक वशिपरी वजि म

ऐरा परथा को क रा कहत ह.

शरी क.पी. वसाह-- उपाध रकष महोदर, पहि तो सार जानिरो क विए हर गााि म एक आदमी

वनरक त करत थ और िह जानिरो को जागि म ि जाता था.

Page 97: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उपाध रकष महोदर-- रह तो हमार रहाा भी होता था.

शरी क.पी. वसाह-- उपाध रकष महोदर, ऐरा परथा नही बोित ह हमार रहाा तो सार गााि क

जानिर इकटठ होत ह और उनको जागि ि जारा जाता ह िदकन िह परथा खत म हो चकी ह क रोदक

जमीन ही नही बची ह तो कहाा ि जाएा. अब तो उन ह आिारा ही छोड ददरा गरा ह.

का िर सौरभ वसाह वससोददरा -- उपाध रकष महोदर, हमार रहाा रह परथा आग बढकर अब

जानिरो का रप िनचर म पररिरतयत हो गरा ह. िनचर मतिब ऐसी गार ऐस जानिर जो

िगातार दो-तीन जनरशन स बााध ही नही गए ह. उनस बहत नकसान हो रहा ह. सबस ज रादा दध

का उत पादन ऑस टविरा म होता ह. िहाा पर भी दध का सिन सीध नही दकरा जाता ह. दध का

परोडक ि बनाकर घी रा चीद क रप म विरा जाता ह क रोदक जो िहाा की विकवसत गार ह उनक

दध म एक ऐसा तत ि पारा जाता ह जो बहत नकसानदारक होता ह परात जो हमार रहाा की दसी

गार ह इन गारो म िह तत ि नही पारा जाता ह. जसा दक क.पी. वसाह जी कह रह थ जब तक

वमल करि की व रिस था नही बनगी, जब तक जानिर परोडवक िि नही होगा तब तक साकल प का कोई

औवचत र नही वनकिगा क रोदक हमार कषतर म एक एक आदमी क पास 40-40 नग जानिर ह और

उसक पास एक पााच फि की रस सी नही ह जहाा िगाना ह जानिर को िगारा और जहाा चाहा उस

छोड ददरा. पर जानिर रोड पर ददखाई दत ह. म रही चाहता हा दक जसा आपन कहा दक एक

कमिी बन वजसम परोडवकिि काम हो वसफय साकल प मातर तक ही अपना काम न रह जाए. आपन

बोिन का समर ददरा बहत बहत धन रिाद.

नता परवतपकष (शरी अजर वसाह)--माननीर उपाधरकष महोदर, आदरणीर वतिारी जी बहत

अ‍छा साकलप िाए. कदारनाथ शकि जी न ऐरा और अनर बातो को बहत अ‍छ स पररभावषत कर

ददरा. मझ राद ह िषय 2015 म डॉ. गोविनद वसाह जी भी ऐसा ही कछ साकलप िाए थ. उस समर

नरोततम वमशरा जी न उततर म कह ददरा था दक इसकी कोई आिशरकता नही ह और बात खतम हो

गई थी. िषय 2017 म वतिारी जी विनधर साभाग की ऐरा परथा क वहसाब स िाए. िदकन चचाय म

रह दखा गरा दक समसरा पर मधरपरदश म ह. आदरणीर क.पी. वसाह जी न अ‍छा सझाि ददरा ह

दक इसक विए सवमवत गरठत की जाए.

माननीर उपाधरकष महोदर, मरा मानना ह दक हर साभाग की अिग-अिग समसरा ह. हम

िोग ऐरा परथा स पीवडत ह अनर िोग दकसी और तरीक स जानिरो स पीवडत ह. रदद खती को

सही म िाभ का धाधा बनाना चाहत ह, हमार रहाा तो खती धाधा ही नही बचा ह तो िाभ की तो

बात ही छोड दीवजए. दकसी क रहाा िाभ कम हो रहा ह तो जरादा होना ह. इसका साभागिार

Page 98: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

समाधान वनकाि. मातरी महोदर का तो रह उततर आरगा दक हमन रीिा म इतनी गौशािा बना दी

ह और सतना म इतनी गौशािा बना दी ह करोदक रीिा-सतना की बात ह. गौशािा बनान स काम

नही चिन िािा ह. क.पी. वसाह जी न अ‍छा सझाि ददरा ह उस सझाि क तहत मधरपरदश सतर

पर अिग-अिग अाचिो क वहसाब स इस पर माननीर मातरी महोदर कोई ऐसी कलपना कर वजसस

आन िाि समर म दकसान भी खश रह और गौमाता को भी सवनवित घर वमि. उपाधरकष महोदर,

Artificial Insemination बहत ही आिशरक ह. करोदक नसि वबगडती जा रही ह. हमन अपन कषतर

म कछ साि पहि Artificial Insemination क माधरम स कोवशश की थी. रमणड िािो की एक

सासथा थी उसन वजन गाािो म Artificial Insemination centres खोि थ िहाा ऐरा परथा समापत

हो गई थी. करोदक उनक जो बचच पदा हए ि अ‍छी नसि क हए, दधार हए तो िोगो को िगा

इसम फारदा ह. आज हर वयवकत अपना फारदा दखता ह इसविर समसरा और जरादा बढती जा

रही ह.

शरी का िर विकरम वसाह (राजनगर)--माननीर उपाधरकष महोदर, आपन मझ बोिन का समर

ददरा उसक विए धनरिाद.

उपाधरकष महोदर, माननीर शाकरिाि वतिारी जी जो साकलप िकर आए ह, िह बहत

अ‍छा साकलप ह. आज रह पर मधरपरदश की जििात समसरा ह. म जरादा समर न ित हए किि

दो बात ही कहना चाहागा. एक तो पहि वजस परकार स बिो को बवधरा दकरा जाता था. अब इन

रोजो को, आिारा पशओ को और बलस को बवधरा दकरा जाएगा तो रह समसरा धीर-धीर घिती

जाएगी. दसरी बात जो म कहना चाहागा दक Artificial Insemination की जो बात माननीर नता

परवतपकष जी न कही ह िह वबिकि सही बात ह. We need to change the breed to higher

yielding. जब हारर रीलड म बरीड पररिरतयत होगी तब िोग उसकी िलर को समझग. Today's

people are thinking that buffalo is a higher yielding and more paying in aspect to

cows. आज आिशरकता ह दक नसि सधार होना चावहए. और रोजो क बार म एक सझाि दना

चाहता हा.

उपाधरकष महोदर--आप दफर रोजो पर आ गए आिारा पशओ की बात हो रही ह. उसक

विए आप एक अिग स साकलप ि आइए. मातरी जी रोजडो क बार म जिाब दग नही आतम सातवि क

विए कहना ह तो कह िीवजए.

सकि वशकषा मातरी (का िर विजर शाह)--उपाधरकष महोदर, नसि सधार की तो सभी म

जररत ह.

का िर विकरम वसाह-- माननीर, म एक वमनि म अपनी बात परी कर दागा.

Page 99: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उपाधरकष महोदर-- मातरी जी आपको रोज का जिाब कछ दग नही.

का िर विकरम वसाह-- एक वमनि म म अपनी बात परी कर रहा हा.

उपाधरकष महोदर-- आतम सातवि क विए कहना ह तो कह िीवजए.

का िर विकरम वसाह-- माननीर उपाधरकष महोदर, रह रोजो क विए एक ऐसी वयिसथा

सरकार कर दक एक अ‍छा बडा बाडा बनारा जाए, उसम हााक करक इनको दकरा जाए और िहाा

पर इनकी बरीवडाग हो, अगर सरकार इनका परवमि नही द सकती ह तो कम स कम रह तो कर

सकती ह, करोडो रपर बबायद होत ह, जो फणस िपस हो जात ह, िावपस चि जात ह, इस विभाग

का फणड बढा करक, इस वयिसथा को दकरा जाए. रह िन विभाग क दवारा दकरा जा सकता ह.

आपन बोिन का समर ददरा इसक विए धनरिाद. म इस परसताि का समथयन करता हा.

उपाधरकष महोदर-- धनरिाद.

दकसान कलराण तथा कवष विकास मातरी (शरी गौरीशाकर चतभयज वबसन)-- माननीर

उपाधरकष महोदर, हमार माननीर सदसर, हमार िररषठ नता, शाकरिाि जी वतिारी क दवारा "ऐरा

परथा" क ऊपर जो साकलप िारा गरा ह, िासति म अतरनत ही महतिपणय साकलप ह और इस साकलप

पर और इसस वमिजि विषरो पर अनक हमार माननीर सदसरो न बहमलर सझाि भी ददए, परा

उततर हमार माननीर मातरी जी अातर वसाह आरय साहब दग. म तो अपन कषको को, खि मिवशरो स

होन िािी फसिो की नकसानी, िनर परावणरो क, िन कषतर स बाहर वनकि कर, जस वहरण ह,

रोजड ह और अनर जो ह, रहाा तक दक जागिी सअर, इनस होन िािी जो नकसानी ह, इस तक ही

अपनी बात को रखना चाहागा.

उपाधरकष महोदर, एक अ‍छा सारोग ह दक हमार पिय मातरी, हमार बड भाई, हमार साासद,

परम सममाननीर जञान वसाह जी, रहाा विमान ह और हमार गर, गौ सािधयन बोडय क अधरकष जी

भी रहाा पर ह. ऐसा सारोग कम आता ह. उपाधरकष महोदर, काफी समर हो गरा ह, म 2-3 बात

करना चाहागा. मझ शहडोि िोकसभा चनाि क बाद बााधिगढ विधान सभा चनाि म जाना पडा

और बााधिगढ विधान सभा चनाि कषतर म जब मन दखा तो िोकसभा म मानपर म मझ काम ददरा

गरा था और विधान सभा म बााधिगढ म काम करन को कहा गरा था. 23 और 24 जनिरी को,

जब चनाि की आचार सावहता नही िगी थी, मन बााधिगढ उमरररा कषतर का परिास दकरा, तो

दकसानो न एक बात रखी, उनकी समसरा न मझ वहिा ददरा. उनहोन कहा दक आपन हमार विए

तािाब बना ददरा, आपन हमार खत तक नहर पहाचा दी, आपन हमको अनदान पर बीज द ददरा,

टकिर द ददरा, सब कछ हमको परवशवकषत कर ददरा. फसि िहिहाती आ भी गई और िनर परावणरो

Page 100: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

न चर विरा तो बचा करा? इसम स वनकि कर आरा दक हमको करा करना चावहए. उपाधरकष

महोदर, मन अपन माननीर म‍रमातरी महोदर पर और उनकी कारयशिी पर विशवास करत हए

घोषणा की दक बीस करोड रपरा इस, जो िन का होता ह कोर आफ बफर, तो कोर तो उनका

ररजिय कषतर ह, बफर होता ह वजसम हम, िन और दकसान ह. हमन तर दकरा ह दक उमरररा

बााधिगढ ररजिय िारगर का सिायवधक जहाा स िनर पराणी वनकिता ह, िहाा पर हम अणडर गराउणड

बीम डािग, वजसस दक सअर बाहर नही वनकि सक और चनविाग िोह क पोि पर िगाएाग और

दफर सोिर िारर िगाएाग. सोिर िारर िगान स, सोिर निी स कराि आएगा, तो िनर पराणी की

मतर भी नही होगी और िनर पराणी िहाा स भाग जाएगा. इस तरह क विकलप पर हमको विचार

करना पडगा. हमारी राषटरीर कवष विकास रोजना स, हमन इस परोजकि का डीपीआर बनाना चाि

दकरा ह. इस सतर क बाद मन 2-3 ददन िहाा रहन का तर दकरा ह. हमार माननीर साासद जी स

मागयदशयन िग. हमार जन परवतवनवधरो स िग,हमार विशषजञो स िग और हम िहाा स इसकी

शरआत कर रह ह. मझ िगता ह दक हम एक-एक वयवकत को िाभ नही द सकत िदकन ऐस बड

कषतरो को जब हम घर िग तो िनर पराणी अपन सथान पर सरवकषत रहग और हमारा खत भी बचारा

जा सकगा. इस तरह क और बहत स विकलप हो सकत ह वजसक ऊपर माननीर सदसरो न सझाि

ददर ह. माननीर उपाधरकष महोदर, पहि हर एक गराम पाचारत म आिारा पशओ को एक जगह

बाद दकरा जाता था अब उसको बाद करन की वसथवत बची नही ह करोदक हम जनपरवतवनवध िोग ह.

चाह सरपाच हो, चाह विधारक हो, हम जनता क बीच म िोि िन जाना ह हम दकस-दकस स बराई

िग इसीविर कोई-न-कोई नीवत बनान की आिशरकता पडगी. मझ िगता ह हमार मातरी आरय जी

बड िररषठ एिा अनभिी ह. मझस सीवनरर ह उनक साथ हम बठग और इस पर काम करग. िह

अपन विभाग का उततर तो दग िदकन इस सरकार का दविकोण म सदन क सामन रखना चाहता

हा. हम चाहत ह. हम करग भी दक मधरपरदश म वजतन भी खि मिशी ह,वजतन भी िनर पराणी ह,

उनस हम अपन दकसानो की फसिो को बचा सक. कछ हमार सदसरो न और विशष तौर स हमारी

भाभी जी न जो गहा की नरिाई जिान की बात कही,अब गहा की नरिाई जिान स िहाा का

पराकवतक सातिन, जविक सातिन, नसरगयक सातिन तो अपन आप म वबगडता ही ह िदकन कभी-

कभी िगी हई फसि भी जि जाती ह और भस की कमी हो जाती ह इसीविए हमन नरिाई को

किकि करन क विए जो हमार रातर ह उनको राजर का िॉप अप दकर 75 परसि अनदान पर हम

अब दकसानो को उपिबध करा रह ह. इसम भारत सरकार का 50 और मधरपरदश सरकार का 25

परसि होगा रदद और जररत पडगी तो इसको बढाएाग िदकन नरिाई ना जि. रदद नरिाई

Page 101: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

जिती ह तो पराकवतक नकसान तो होता ही ह हमार मिवशरो का चारा भी समापत होता ह. उसको

बाडि बना कर क फरि क रप क रप म उपरोग दकरा जा सकता ह तो मन अपन विभाग म जो

हम कर सकत थ उसको करना पराराभ दकरा ह.

शरीमती नीना विकरम िमाय-- माननीर उपाधरकष महोदर, मातरी जी स वनिदन ह दक इस पर

वनरम कछ स‍त कर ददर जार चादक सिाह दन क बाद और काफी वनिदन करन क बाद भी

नरिाई का जिना नही रकना रहा ह. मरा मातरी जी स वनिदन ह दक आपन अनदान दकरा ह

िदकन इसक विए और भी थोडा सा परािधान बढा द तो शारद ठीक रहगा.धनरिाद.

शरी गौरीशाकर चतभयज वबसन-- माननीर उपाधरकष महोदर, हमारी िमाय भाभी का सझाि

का हम सममान करत ह, हमारी िररषठ नता ह. हम स‍ती तो नही बढाएाग िदकन दकसानो को

भािनातमक रप स जोडग और ऐसा सादश पहाचाएाग दक िह नरिाई ना जिार वजसस हमार अपन

मिवशरो क विए हम चारा उपिबध करा सक. इसक साथ-साथ कछ और विषर ह उनकी बात हम

अपनी बठक म करग िदकन म इस परसताि का समथयन करत हए कहना चाहता हा दक सरकार को

कोई नीवत बनान की आिशरकता ह. इस समसरा पर जस हमार नता परवतपकष जी न कहा, क.पी.

वसाह भरा न कहा. म शरोपर गरा हा, वशिपरी गरा हा, पर मधरपरदश म हम िोग गर ह. उपाधरकष

महोदर, आपन दखा होगा आपक अपन कषतर म भी रह समसरा ह. हमार 230 विधानसभा कषतरो म

शारद ही कोई ऐसा कषतर होगा जहाा रह समसरा ना हो. शहरो म मिशी हम पाित ह. माननीर

उपाधरकष महोदर, आपन दखा ह दक मर बी-2 बागि म हमन 4 गार पािी ह िदकन उनको हम

खिा नही छोडत ह. आपन गार रखी ह उसक दध का सिन कररर, घी बनाइए िदकन उसको

सरवकषत भी रवखर िदकन हम िोग दध वनकािन तक ही सीवमत रहत ह बाद म पशओ को खिा

छोड दत ह. इसक बार म हमको विचार करना पडगा और म सदन क सावथरो स कहना चाहता हा

दक रदद आप सही म गौ सािधयन करना चाहत ह तो दशी गार पाविर. दशी नसि पाविर, दशी

गार क दध का सिन कररर और गौमाता की रकषा करक हमार साकलप को आप परा कररर. रह

सरकार परी िचनबध कता क साथ आपक साथ ह.

पशपािन मातरी( शरी अातर वसाह रािजी आरय)--माननीर उपाधरकष महोदर, माननीर

वतिारी जी जो अशासकीर साकलप िारा गरा ह िह िासति म बहत महतिपणय साकलप ह. म

समझता हा दक रदद रहाा पर आध स अवधक अगर विधारक मौजद होत तो बजि सतर पर वजतना

िह नही बोित उतना इस विषर क ऊपर चचाय करत और हमार माननीर 12 विधारको न ऐरा

परथा को िकरसमस रा और सझाि सदन म रख ह. वपछि कई सतर म चाह सत ता पकष हो, चाह

Page 102: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

परवतपकष हो, अनक विधारको न परश न क माध रम स चाह िह ताराादकत परश न हो रा अताराादकत परश न

हो, ध रानाकषयण क माध रम स सदन म र बात रखी ह और रह िास ति म दकसी एक कषतर की

समस रा नही ह. अवधकतर मध रपरदश क पिी वहस स और दवकषण वहस स क इिाको म रह सबस बडी

गाभीर "ऐरा परथा" की समस रा ह. माननीर शक ि जी, माननीर वतिारी जी और हमार अन र

माननीर सदस रो न विस तत रप स शासन को सझाि ददए ह और माननीर म‍ रमातरी जी इस परथा

और गौिाश की बात को िकर बहत ही गाभीर ह. इन सब बातो की समस रा को दखत हए माननीर

म‍ रमातरी जी न आगर वजि म इन समस राओ का वनदान करन क विए गौ-अभ रारण र की घोषणा

की थी और उस घोषणा को हम मतय रप दन जा रह ह. अध रकषीर दीघाय म माननीर गरजी गौ-

सािधयन बोडय क अध रकष जी भी रहाा बठ ह. आगर ससनर म गौ-अभ रारण र दखन म स िरा गरा था.

हमार अवधकारी थ. िहाा पर परी तरह स गौ-अभ रारण र परा हो चका ह. दो-तीन महीन बाद रा

बाररश क बाद उस गौ-अभ रारण र को हम परारम भ करन जा रह ह. िहाा पर 472 हक िरर जमीन म

रह अभ रारण र बना हआ ह. िहाा पर हम पााच हजार गौिाश रखन की व रिस था कर रह ह और जसा

दक वतिारी जी न कहा दक विाध र कषतर रीिा साभाग क अादर भी रह बहत बडी गाभीर समस रा ह.

माननीर म‍ रमातरी जी न रीिा दौर क समर िहाा पर गौ-अभ रारण र खोिन की घोषणा की थी.

जस ही आगर क गौ-अभ रारण र का उािन हो जाता ह, तो हम रीिा गौ-अभ रारण र का परािधान

करक उसको भी चाि करन का पररास करग. माननीर म‍ रमातरी जी न इस समस रा क वनदान क

विए नमयदा सिा रातरा क समापन क बाद म एक पारिि परोजक ि तरार दकरा जसा दक माननीर

सदस रो न रहाा पर अपन सझाि ददए ह दक गराम पाचारतो म कााजी हाउस और गौशािा होना

चावहए. माननीर म‍ रमातरी जी न नमयदा रातरा क समापन क बाद विवभन न विभागो की एक नमयदा

सिा वमशनकारी रोजना की शरआत की ह. उसी क अातगयत हमारा पशपािन विभाग नमयदा क

दोनो दकनार क आन िाि गरामो म 535 गराम पाचारतो क अादर परत रक 5 पाचारत क बीच म एक

कााजी-हाऊस सह गौशािा कारयरोजना माननीर म‍ रमातरी जी क वनदश पर बनी हई ह, उसक

अादर 107 गौशािाओ की शरआत विवभन न चरणो म शर करन जा रह ह वजसम परत रक गौशािा

म शड बनान, पानी की व रिस था तथा अन र चीजो पर 20 िाख रपर का खचाय आ रहा ह और हम

उस कााजी-हाऊस क साथ-साथ गौशािा स जोड रह ह, उसम परत रक गौशािा क अादर 100 गोिाश

रखन की व रिस था की गई ह और इस गौशािा का साचािन स िरासिी सास था, नगर पाचारत तथा

गराम पाचारत करगी. गोिाश क गोबर और गोमतर स जविक खाद और जविक कीिनाशक तरार

करन क विए परत रक गौशािा को पशपािन विभाग स हम 2 िाख रपर दन की व रिस था कर रह

Page 103: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह. माननीर म‍ रमातरी जी न रह पारिि परोजक ि तरार दकरा ह और इसक चाि होन क बाद

इसका कसा ररजल ि रहगा, अन र कषतरो म हमारी इसी आधार पर कारयरोजना बनगी तादक इन

चीजो का समाधान हो सक. माननीर वतिारी जी न रह सझाि ददरा दक इस अभ रारण र को

मनरगा स भी जोडना चावहए, म आपको सदन म बताना चाहागा दक अभी 11 तारीख को माननीर

म‍ रमातरी जी की अध रकषता म पश सािधयन बोडय की बठक हई, वजसम हमार अध रकष जी भी

उपवस थत थ और उसम इन सब बातो क ऊपर हमारी चचाय हई ह.

माननीर उपाध रकष जी, आदरणीर शरी क.पी. वसाह जी न जो सझाि ददरा ह, माननीर नता

परवतपकष न भी उसका समथयन दकरा ह दक रह जो ''ऐरा परथा'' की समस रा ह, इसका हम स थाई हि

वनकािन की जररत ह, साकल प रहाा आरा ह, परात जो सझाि ददरा ह, म सदन म राज र स तर की

सियदिीर कमिी की घोषणा करता हा, इस कमिी क माध रम स जब हमारी बठक होगी उस कमिी

म हमार कवष मातरी होग, हमार गौ सािधयन बोडय क अध रकष तो रहग ही, म स िरा रहागा और हमार

अन र दिो क विधारको का भी उसम चरन दकरा जाएगा और परदश स तर की रह कमिी होगी और

रह कमिी अिग-अिग कषतर की अिग-अिग समस राओ पर विचार करत हए एक स थाई हि वनकि

सक, उस आधार पर हम रहाा पर वनणयर िग. जो रह अशासकीर साकल प िारा गरा ह, रह सदन

क सभी सदस रो की वचाता ह, पर मध रपरदश क कषको की वचाता ह. उपाध रकष महोदर, हमारी

माननीर सदस रा न रहाा पर बात रखी थी दक जो हािस िर स चारा, जो हम गहा वनकाित ह उसम

जो भसा रहता ह.िह खतो म रह जाता ह, उसको जिा ददरा जाता ह और इस साबाध म

म‍रमातरी जी न जो नरिाई जिाई जाती ह, उसको बाद करन क विर एक घोषणा की थी,

करोदक परायिरण विभाग भी मर ही पास ह, इसक ऊपर पणय रप स परवतबावधत कर ददरा ह, रह

म सदन को अिगत कराना चाहता हा, तादक आन िाि समर म चार की कोई समसरा न रह.

इसक ऊपर परायिरण विभाग न कारयिाही की ह. इसम जरादा स जरादा परचार परसार करन

की जररत ह. जसा दक वतिारी जी न बोिा दक इसको मनरगा स जोडना चावहर. हमार

विभाग क परमख सवचि भी रहाा पर बठ ह. बोडय की बठक म पाचारत गरामीण विकास

विभाग,कवष विभाग एिा अनर वजतन भी हमार जो सदसर बोडय क अनदर ह, उसम रह वनणयर

दकरा गरा ह, करोदक इसम बहत बड बजि की आिशरकता होती ह, उसक विर कवष विभाग को

भी हम जोड ि, पाचारत एिा गरामीण विकास विभाग को भी इसम जोड ि, तादक इसकी सथाई

समसरा का समाधान हो सक. म सदन म रह जानकारी दना चाहागा दक हमार मधरपरदश क

मरना वजि क किकिर न मनरगा क अातगयत कााजी हाउस बनान का जो उनहोन वनणयर विरा ह,

Page 104: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उसम करीब 26 रा 30 कााजी हाउस बन हए ह. म वतिारी जी को आशवासत करता हा दक

उनकी इ‍छा ह दक आप हमार रीिा साभाग क अादर आर और िहाा पर साभाग सतर क जन

परवतवनवध और कछ अवधकारररो की बठक कर. म वतिारी जी को आशवसत करता हा दक आन

िाि समर म हम आपको सचना दकर समपकय करक रीिा साभाग की बठक िग. िहाा

कवमशनर, किकिर, वजिा पाचारत क सीईओ,गराम पाचारत स साबावधत अवधकारी होग, उनक साथ

हमारी बठक होगी, इसम समाज, कषको को जागत करन की आिशरकता ह, करोदक गौिाश रा

भसिाश ह, ि बचार मक ह, बात नही कर सकत ह, करोदक आज आिशरकता ह दक हम पश

पािको क बीच म इस मामि को िकर जरादा परचार परसार कर. पाचारत सतर पर, गराम सभा

तक इसकी परचार-परसार की वयिसथा होना चावहर. म आन िाि समर म रीिा म जरर आऊा गा

और इस परकार की बठक हम रखग, तादक वजस परकार स मरना किकिर न िहाा पर जो कारय

दकरा ह, उसी की भाावत हमार रीिा साभाग म भी रह कारयकरम तर हो. इसक विर म िहाा

जरर जाकर बठक िागा और इस समसरा का समाधान करन का पररास करागा. कई माननीर

सदसरो न और भी अनको रहाा पर सझाि ददर ह. कवष विभाग एिा िन विभाग स भी साबावधत

कछ बात आई ह. हमार विभाग क माधरम स इस अशासकीर साकलप का हिािा दत हए हम

उनस भी अनरोध करग दक माननीर सदसरो की जो वचाता ह, उसक ऊपर विचार होना चावहर.

म वतिारी जी स अनरोध करना चाहागा दक जो आपकी भािना ह, उस भािना को हमारी

सरकार परा करगी. बस मझ इतना ही कहना ह.

उपाधरकष महोदर -- वतिारी जी, करा आप अपन साकलप को िापस िना चाहत ह.

शरी शाकरिाि वतिारी -- उपाधरकष महोदर, मातरी जी न जो जो बात कही ह, वनवित रप

स रह साियभौवमक विषर था और मन रीिा साभाग को इसम इसविर विरा दक िहाा पर रह

बहत अवधक ह. मातरी जी न भी सिीकार दकरा दक पिी कषतर और दवकषणी कषतर म अवधक ह.

सच म रह परदश की समसरा ह और वजस गाभीरता स अभी मातरी जी न बठक की बात की ह.

शरी अातर वसाह आरय --माननीर उपाधरकष महोदर, हमन रहाा पर सवमवत बनान की घोषणा

की ह. हमारी सवमवत क जो भी माननीर सदसर होग, उनका जसा भी जो सझाि होगा सरकार

उसको परा करन का पररास करगी और म माननीर वतिारी जी स अनरोध कर रहा हा दक रहाा पर

आज वजन माननीर सदसरो न अपनी भािना वयकत की ह, करोदक रह कोई िाद वििाद का विषर

नही ह. सततापकष और परवतपकष सभी सहमत ह. इस कारण म आपस अनरोध कर रहा हा दक आप रह

साकलप िापस ि ि.

Page 105: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी शाकर िाि वतिारी -- उपाधरकष महोदर, चादक सरकार आग बढ चकी ह. सरकार न

सवनवित दकरा ह दक ऐरा परथा क मामि को हम सथारी रप स सवमवत बनाकर और सथानीर सतर

पर जाकर क इस काम को आग बढारग सच म रह काम करठन ह िदकन रह काम बहत आिशरक

ह . माननीर मातरी जी क आदश पर माननीर उपाधरकष महोदर जी की मोहर िगी हई ह और इस

विशवास स की इस ऐरा परथा पर जो गाभीरता सदन म सभी पकषो न ददखाई ह और सभी विधारको

न जो बात कही ह. म हदर स उनका धनरिाद करता हा और माननीर उपाधरकष महोदर की मोहर

क साथ म, माननीर मातरी जी की घोषणा का सिागत करत हए, साकलप िापस करता हा इस विशवास

स की ऐरा परथा जो दक दकसान क पि क विए बहत गाभीर बात ह उस पर सरकार आग बढगी और

वनराकरण करन तक पहाचगी, धनरिाद.

उपाधरकष महोदर -- करा सदन साकलप िापस िन की अनमवत दता ह.

साकलप िापस हआ

(2) गरामीण इिाको क विवभनन गरामो की बडी आबादी िािी बसाहिो/ मजरो / िोिो को

राजसि गराम घोवषत दकरा जाना.

शरी क. पी. वसाह ( वपछोर ) -- माननीर उपाधरकष महोदर, म रह साकलप परसतत करता हा

दक- सदन का रह मत ह दक मधरपरदश क गरामीण इिाको क विवभनन गरामो की बडी आबादी िािी

बसाहिो/ मजरो / िोिो को राजसि गराम घोवषत दकरा जार.

उपाधरकष महोदर -- साकलप परसतत हआ.

शरी क पी वसाह -- उपाधरकष महोदर, वपछिी विधान सभा क कारयकाि क समर म म रह

साकलप िारा था और ततसमर माननीर नरोततम वमशर जी, आज हमार सामन विराजमान नही ह,

उनहोन उसका जिाब ददरा था जिाब सरकार की तरफ स आरा था दक हम 6 माह क अादर, रह

बात विधान सभा क ररकाडय म होगी, सार किकिरो को वनदश करग और सार ऐस मजर िोि

वजनको गाािो म पररिरतयत करन की आिशरकता ह. उनक परसताि मागाकर उनको मजर िोिो स

गााि म घोवषत कर दग. 5 साि तो उस कारयकाि क वनकि गर ह, वपछिी विधान सभा की बात

कर रह ह, रही सरकार थी रह ही म‍रमातरी थ और इस विधान सभा क भी चार साि वनकिन को

ह. बाकी वजिो की तो मझ बहत जरादा जानकारी नही ह इसविए म नही कह सकता हा दक करा

हआ, हो सकता ह उनक परभार का वजिा और उनका गह वजिा जहाा क िह मातरी थ िहाा पर हो

सकता ह कछ हआ होगा. जहाा तक मझ राद ह उस समर िमाय जी राजसि मातरी हआ करत थ.

िदकन हमार वजि म हमार आसपास क वजिो म वजतनी मझ जानकारी ह, िहाा पर कछ भी ऐसा

Page 106: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

नही हआ ह. इसविए मझ इस साकलप को पन: िाना पडा ह और िान का कारण भी हम वजतन

िोग गरामीण विधान सभा स चनकर आत ह, शहरी विधान सभाओ म तो इस तरह की समसरा

नही ह. कनर सरकार की वजतनी रोजनाएा ह िह सभी गराम कवनरत ह, राजीि गााधी वितीकरण

रोजना म कछ मजर जो दक राजसि ररकाडय म मजर क रप म दजय ह उनको भी शावमि दकरा गरा

ह िदकन इसक बाद म भी बहत सारी बवसतराा ऐसी ह. वजनका कोई नाम ही नही ह और जनसा‍ रा

का िगातार दबाि पर दश म और परदश म गरामीणो को अपन गााि स अिग हिकर अपनी दसरी

बसाहि म बसन को मजबर होना पड रहा ह. िगातार जनसा‍ रा बढ रही ह. वजस गााि की

जनसा‍ रा 500 थी आज िहाा दो हजार, तीन हजार और चार हजार की वसथवत बन रही ह. गााि म

सीवमत आबादी की जगह थी तो स िाभाविक रप स नर पररिार जो बन रह ह उनको गााि स अिग

होकर अिग बसना पड रहा ह और रह पर मध रपरदश म हो रहा ह रह कोई अकि वशिपरी वजि

रा मरी विधानसभा की बात नही ह और कही-कही ऐसी वसथवत हो गई ह दक गााि छोि स रह गर

ह और मजरो की आबादी गााि स चौगनी हो गई ह. चाह राजीि गााधी वितीकरण रोजना हो,

चाह परधानमातरी गराम सडक रोजना हो, चाह हमार म‍ रमातरी जी की महती रोजना म‍ रमातरी गराम

सडक रोजना हो और चाह आागनबाडी क कन र हो, चाह उनक भिन हो, ऐसी बहत सारी रोजनाएा

ह वजनक िाभ स हमार गरामो की बहत बडी आबादी िावचत रह रही ह और कही-कही तो और

विवचतर विडाबना हो रही ह दक दकसान अगर अपनी माविकाना हक की जमीन पर बस गर ह,

पहि तो जमीन की बहत बडी कीमत नही थी िदकन अब कभी-कभी ऐस मसि भी सामन आ जात

ह दक एक व रवकत वजसक नाम स िह जमीन ह िह बाकी िोगो स कहता ह दक रा तो हमारी जमीन

का पसा दो, नही तो रहाा स भागो. इसस एक जडा हआ मसिा ह दक उन मजरो की आबादी भी

घोवषत नही हो पाई और जब आबादी घोवषत नही हो पाई तो माविकाना हक आज भी दकसी-न-

दकसी भ-स िामी क नाम पर ह. तो िहाा भी झगड फसाद की वसथवत बनती ह, सविधाओ स भी

िावचत ह, आपस म िमनस रता भी हो रही ह.

उपाध रकष महोदर, मरा आपक माध रम स माननीर मातरी जी और सरकार स अनरोध ह दक

इसम शीघरता की जाए. शीघरता इसविर की जाए दक वजन सरकारो न रह व रिस था कर दी अपन

मजरो को गराम घोवषत कर ददरा रा उनको दकसी-न- दकसी तरह स कानन क दारर म िाकर

उनका नामकरण कर ददरा, उनको तो फारदा कन र सरकार की रोजनाओ का वमि जाता ह िदकन

हमार जो मजर-िोि ह वजनका नामकरण नही ह, राजस ि म गराम दजय नही ह उनको रह िाभ नही

वमि पा रहा ह. चाह स कि वशकषा विभाग हो. हमन काागरस सरकार क जमान म वशकषा गारािी स कि

Page 107: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

खोि थ. हर मजर की जहाा 20-25 सा‍ रा विारथयरो की थी िहाा स कि खि गए. इसी सरकार क

विजर शाह जी आजकि स कि वशकषा मातरी ह, मझ िगता नही दक विजर शाह जी क जमान का

आदश होगा इनक पहि क मातरी जी को शारद समझारा गरा होगा दक ऐस मजर-िोि जहाा पर

विारथयरो की सा‍ रा कम ह उन स किो को बाद कर दो. ऐसा हआ ह म बताउा गा आपको आदश की

कॉपी दागा. अब उन मातरी जी न रह क रो कर ददरा मझ इसकी जानकारी नही ह, उनको भगिान

सबवध क द उन होन क रो दकरा िदकन ऐसा आदश रहाा स गरा दक वजन मजर-िोिो म स कि ह अगर

उनम 20-25 क आस-पास ब‍ च ह तो ि स कि ही बाद कर दो.

उपाध रकष महोदर, आपस भी कहना चाहता हा और माननीर मातरी विजर शाह जी चादक

कछ ज रादा गाभीर विषर पर चचाय कर रह ह इसविर म उनको वडस िबय नही करा गा, माननीर शरी

गप ता जी आप ही सन िना दक उन स किो को बाद करन का आदश जारी हो गरा. अब आदश जारी

हो गरा जो 3-3, 4-4 साि क ब‍ च स किो म जाना चाि हए थ, क रा उनस आप उम मीद कर सकत

ह दक 2-3 दकिोमीिर पदि चिकर स किो म जाएाग ? एक तरफ तो कन र सरकार मध राहन भोजन

क जररर और हमारी सरकार भी सवनवित कर रही ह दक ज रादा-स-ज रादा हमारी आबादी वशवकषत

हो. िदकन दभायग र स िही दसर विभाग इस तरह की व रिस था करन की कोवशश कर रह ह दक भरा

सा‍ रा नही ह तो स कि बाद कर दो. वबवलडाग बनी ह िदकन उन वबवलडगो का क रा होगा ? मन दकसी

किक िर स पछा दक इन भिनो का क रा होगा तो किक िर का जिाब था दक सरकार न कहा ह दक

वबवलडगो का उपरोग तम जानो रह हमारा काम नही ह, िदकन ऐस स किो को बाद कर दो जहाा पर

सा‍ रा कम ह. तो रह बडी विवचतर वसथवत इन मजरो की हो रही ह, इसविए रह साकलप म रहाा

माननीर मातरी जी िारा हा. आप जिाबदार ह और अभी तक आपका वजतना अनभि ह दक जो

विभाग आपक पास म रहता ह. सदन म उस पर आप कहत ह तो अपनी तरफ स आप परी कोवशश

करत ह दक उसका दकररानरिन हो. चादक वजनको रह अवधकार ददर गर ह, िह किकिरो को ददर

गर ह दक किकिरो को परसताि बनाना ह और ि सीध-सीध आपक अधीन नही ह. सरकार क

अधीन तो ह और आपकी बात को दकतना तिजजो दग, इस बात का भी म बहत जरादा आाकिन

नही कर सकता. िदकन म आपस उममीद पािता हा दक वजस तरह स आपका सिभाि ह दक अगर

आपको िगता ह दक रह बात गित ह और रह गित हो रहा ह तो आप उसम परी तरह स जस भी

हो सकता ह, वयिसथा करन का पररास करत ह. इसी उममीद क साथ म आपस कहना चाहता हा दक

इस बात को आप समवझए. रह बहत बडी आबादी सविधाएा स िावचत हो रही ह, चाह राजर

सरकार की रोजना हो, चाह कनर सरकार की रोजना हो, उनको अगर आप सविधा ददिाना

Page 108: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

चाहता ह तो इन मजरो को एक सा‍रा वनधायररत करक, आपन वनरम बनाए होग, मन बहत जरादा

उसका अधररन नही दकरा ह. चाह आप 200-250 की आबादी कर, चाह 500 की आबादी कर तो

एक वनवित आबादी कर दीवजए दक आददिावसरो की इतनी रा दकसी िगय की भी आप अिग स

वनधायररत करना चाह तो छोिी-छोिी बवसतरो को भी उसम समावहत कर सकत ह. बहत सार मजर

िोि जो आपकी रोजना चि रही ह वजसका नाम शारद अिि जरोवत रोजना ह, और एक और

कोई रोजना ह, उसम भी मन ठकदारो को बिाकर पछा दक र मजर आप करो छोड रह हो? तो

उनहोन कहा दक वजन मजरो का नाम ही नही ह, उनको हम कहाा विख? इनका नाम ही पता नही ह

तो हम विख करा? हम काम कर दत ह तो हमारा भगतान नही होता. ऐस बहत सार हर विधारक

क कषतर म मजर, िोि ह वजनक िासति म नाम ह ही नही तो ि काम भी कस कर? ठकदारो क

सामन रह समसरा ह. विभाग कहता ह दक इसका नाम नही ह, हम इस ररकॉडय कहाा कर? कभी

कभी तो राजसि गराम क कमपरिर म उस मजर क नाम नही ह तो िहाा भी दजय करन की समसरा

पदा होती ह तो इसविए इनका नामकरण करना जररी ह. बचचा जब पदा होता ह तो पदा होत ही

हम नामकरण सासकार करत ह. र जो हमार बचच ह, वजनको पदा हए िषयो गजर गर, कई कई मजर

तो 50-50 साि, 25-25 साि क हो गर, उनका आज तक नाम ही नही ह तो उपाधरकष महोदर,

मरी आपक माधरम स माननीर मातरी जी स पराथयना ह..

उपाधरकष महोदर - आपकी नजर इनारत तो इस ददशा म हई, आप तो सीध दख रह थ,

आसादी को दखत ही नही ह.

शरी क.पी. वसाह - नही, नही. उपाधरकष महोदर, म जो कछ कह रहा हा िह आपक माधरम स

ही कह रहा हा. चादक उममीद कर रहा हा हमार कछ सततापकष क सदसर ह करोदक रह मामिा दकसी

अकि एक कषतर का नही ह तो सब िोग वमिकर इस बार म सोचग, सरकार भी सोचगी और

सरकार पर दबाि डािग तो शारद रह दवययिसथा क वशकार जो िोग हो रह ह. जो वबना नाम क

हमार तमाम मजर, िोि असविधाओ क वशकार ह, जो सविधाओ का िाभ नही ि पा रह ह, उस

बार म सरकार अगर कोई वनणयर करगी तो इस साकलप का कोई अथय वनकिगा. िरना वपछि समर

भी रह साकलप आरा था, उस साकलप को पास हए जहाा तक मझ अादाज ह करीब-करीब स जरादा

साि हो सकत ह. चादक सही तारीख मझ राद नही ह. अब उस समर जब 6 महीन का िारदा था

तो 6 महीन क िारद म साि स ऊपर गजर गर और एक जिाबदार मातरी न रहाा अपना जिाब

ददरा था. उनका कहना था दक वनरमो म परािधान ह, अब वसफय किकिरो को रह करना ह. अब

इसम मझ कही कोई ददककत समझ म नही आती दक वनरमो म कोई अिग स वयिसथा करना ह तो

Page 109: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

माननीर मातरी जी और उपाधरकष महोदर, अगर आप उवचत समझग तो आप भी इसम कछ वनदश

दना चाहग.

उपाधरकष महोदर, मरी आपक माधरम स माननीर मातरी जी स पराथयना ह दक इस साबाध म

ततकाि दकसी वनणयर की आिशरकता ह, वजसस इन मजर, िोिो की समसराएा जो ह उनको उसस

वनजात ददिा सक और इसी उममीद क साथ म रह साकलप रहाा पर िारा हा. समसत उपवसथत

सदसरो स भी पराथयना ह दक इसम आप सब सहरोग करग और रह वयथा आप सबक इिाक की भी

ह, इसविए उपाधरकष महोदर, मन जो रह साकलप रहाा पर रखा ह और उममीद करता हा दक रह

साकलप सियसममवत स पाररत दकरा जार, चादक वनरम पहि स बन हए ह वसफय उसक दकररानिरन

की आिशरकता ह. सरकार पर कोई बाधरता नही आ रही ह. वनरम पहि स ह. वसफय उनका

दकररानरिन नही हो रहा ह और दकररानिरन क विए अगर साकलप पाररत होता ह तो उसम कोई

िधावनक अडचन नही ह दक वजस तरह स शरी वतिारी जी को साकलप िापस िन क विए कहा गरा

ह. मझ उममीद ह दक मातरी जी मझस इस साकलप को िापस िन को नही कहग. चादक दकररानिरन

भर की बात ह, कोई नरा कानन नही बना रह ह. (दकसी माननीर सदसर क बठ-बठ कछ कहन

पर) म फसिा नही कर रहा हा. म आपस अनरोध कर रहा हा. अगर आपको अनरोध ही खराब िग

रहा ह तो दफर आपकी मजी ह. उपाधरकष महोदर, आपन जो समर ददरा ह उसक विए बहत-बहत

धनरिाद.

शरी शिनर पिि(इछािर)-- उपाधरकष महोदर, आदरणीर क पी वसाह जी क साथ मरा भी

साकलप िगा था. म इस अशासकीर साकलप िान क पहि की कछ वसथवतराा बताना चाहता हा. मन

वजिा रोजना सवमवत म मर वजि और मरी विधान सभा क अातगयत आन िाि गाािो की सची

किकिर को दी थी. िहाा पर उस बार म सनिाई नही हई. म उन 4 गााि का उलिख करना चाहता

हा. एक गााि का नाम खजरररा डगी िदकन िह िासति म दो गााि ह और उनकी दरी आपस म 2

दकिोमीिर स जरादा ह. डगी की जनसा‍रा िगभग 500 स भी जरादा ह िदकन एक नाम

खजरररा डगी होन क कारण उसको एक ही गााि माना जाता ह. दो अिग अिग गााि नही मान

जात ह. इसक कारण जो सबस बडी समसराएा आती ह उनका उलिख म बाद म करागा. इसी तरह

खारी गााि का समिघािा गााि ह उसकी भी दरी 2 दकिोमीिर स जरादा होन क बाद भी आज तक

िह गााि घोवषत नही हआ. इसी तरह नरापरा गााि ह जो किारररा पाचारत म आता ह उसकी भी

रही वसथवत ह. एक गााि जनापानी ह उसकी जनसा‍रा हजार क िगभग ह िदकन िह भी आज तक

राजसि गराम घोवषत नही हआ.

Page 110: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उपाधरकष जी, मन पहि रह विषर वजिा रोजना सवमवत म उठारा. उसक बाद वपछि सतर

म 22.2.2017 को म एक धरानाकषयण िकर आरा था वजसका जिाब माननीर शरी उमाशाकर गपता

जी ,मातरी जी न ददरा था. मझ जानकारी वमिी की शरी क पी वसाह साहब वपछि सतर म भी रह

विषर िकर आर थ और वजस ततकािीन राजसि मातरी का िह वजकर कर रह िह मरी इसी इछािर

विधान सभा क थ जहाा का म परवतवनवधति कर रहा हा. िहाा क चार गााि की वसथवत म आपक

सामन रख रहा हा. अगर उन चार गाािो का कछ नही हआ तो पर परदश म नही हआ होगा. खर !

मर धरानाकषयण क बाद माननीर उमाशाकर गपता जी न एक पतर भी हम सबको विखा ह वजसम

अपन-अपन गााि की उनन सची भी माागी ह दक आपक रहाा ऐस कौन-कौन स गााि ह उनकी सची

उपिबध करार तादक र गााि राजसि गााि बन सक . मन िह सची वजिा किकिर और माननीर

मातरी जी को वयवकतगत रप स भी दी ह.

उपाधरकष महोदर, इसम जो वनरम गाईड िाइन म बन ह उसम 2 दकिोमीिर की दरी और

उस गााि की जनसा‍रा िगभग 200 स जरादा होना चावहए और उस गााि म जो मजरा ह, िोिा ह

रा वजसका राजसि ररकाडय म नाम नही ह-अनाम ह, िहाा पर रहन िाि िोगो क पास 200 एकड

क िगभग काशतकारी की जमीन होना चावहए. रह गाईड िाइन बनी हई ह. िदकन अगर कोई

गााि िहाा बस गरा ह और उसकी जनसा‍रा 200 नही होगी तो उसका करा होगा? रा दो

दकिोमीिर की दरी ह, िदकन िहाा पर जमीन नही होगी तो उनका करा होगा? करा उनको राजसि

गराम नही बनारा जाएगा?

उपाधरकष महोदर, मरा आपक माधरम स राजसि मातरी स अनरोध ह दक एक दकिोमीिर का

वनरम हो और िहाा की आबादी 200 स अगर जरादा हो गई होगी तो वनवित रप स उस राजसि

गराम घोवषत दकरा जार. मझ रह भी पता ह दक रह साभि नही होगा करोदक कही 50 िोग रह रह

होग और िह राजसि गराम घोवषत हो जार रह साभि नही ह इसविए आप 200 की आबादी का

कराइि एरररा रख सकत ह. आददिासी कषतर म थोडा भार कम कर सकत ह करोदक बहत स

आददिासी भाई जगह जगह रहत ह. उनकी आबादी अगर कम हो तो उनक विए एससी/एसिी का

वनरम हो सकता ह. िदकन जहाा सामानर की आबादी हो िहाा पर 200 की आबादी और 1

दकिोमीिर की दरी का कराइि एरररा रख सकत ह.

उपाधरकष महोदर, माननीर क पी वसाह जी न बाकी समसराएा तो बता दी ह. िदकन जो

बडी समसरा ह िह सडक की ह. हमन परधान मातरी और म‍रमातरी सडक रोजना म सडक बना दी

ह. परधान मातरी सडक रोजना म 250 स ऊपर और म‍रमातरी सडक रोजना म 0-250 तक सडक

Page 111: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

बना दी. िदकन जो इस तरह क गााि ह, िहाा पर कोई सडक नही बनी ह. पाचारत क पास इतना

बजि नही होता ह दक िहाा क विए मिि रा समी मिि रोस बना सक . सबस म‍र समसरा िहाा

पर सडक की आती ह. ऐस बहत स मजर-िोि ह िहाा आागनबावडराा तो बन गई ह िदकन सडक

नही बनी.

उपाधरकष महोदर, दसरी बात जसा आदरणीर क पी वसाह जी न कहा दक िहाा वबजिी की

भी समसरा रहती ह. बहत सी ऐसी जगह ह जहाा पर वबजिी नही ह. आज क समर म अगर हम

वबजिी नही द पार तो रह सबस बडी समसरा िहाा क विए हो सकती ह.

उपाधरकष महोदर,इसक पहि भी कपी वसाह जी अशासकीर साकलप िकर आर थ. मरा

आपक माधरम स राजसि मातरी जी स वनिदन ह दक आज आप रहाा स घोषणा कर दक जो भी गााि

ह वजनकी दरी मि गााि स 1 दकिोमीिर हो और 200 की जनसा‍रा हो िह राजसि गराम घोवषत

हो तादक उनह सडक,वबजिी और सकिी वशकषा का फारदा वमि. धनरिाद.

शरी गोविनद वसाह पिि(गाडरिारा) - माननीर उपाधरकष महोदर, जो साकलप माननीर

क.पी.वसाह जी दवारा रखा रा ह उस पर म अपन विचार रखना चाहता हा. िासति म मजरो,िोिो म

बहत सी समसराएा ह. पहि जो मजर,िोि बस हए ह उनम दो-चार मकान थ िदकन ि अब बड हो

चक ह. तो िहाा सडक की समसरा होती ह. परधानमातरी सडक रोजना रा म‍रमातरी सडक रोजना क

तहत उनही गरामो म सडक बनाई जाती ह जो राजसि गराम हो और राजसि गराम न होन क कारण

उनह सडको स नही जोडा जाता ह दसर जो दीनदराि गराम जरोवत रोजना ह उसम राजसि गराम

घोवषत होना चावहर. िस 24 घाि वबजिी हर गााि म वमिती ह िदकन जो मजर,िोि ह उनकी

बसाहि दकतनी भी हो चकी हो िदकन िहाा अभी तक 24 घाि वबजिी नही वमि रही ह. रदद ि

राजसि गराम हो जारग तो उनह 24 घाि वबजिी वमिन िगगी करोदक हर जगह वबजिी वमिन क

कारण ि दखी होत ह दक हम भी रहाा क नागररक ह, िोि डाित ह तो हम 24 घाि वबजिी नही

वमि रही. तो ऐस मजर,िोि जहाा की जनसा‍रा की पातरता आती ह, 200 की जनसा‍रा रा 2

दक.मी. की मि गााि स वजनकी दरी ह और वजन दकसानो का रकबा ह, िह पातरता भी रखत ह

उनह राजसि गराम हो जाना चावहर. िहाा शािा भिन भी होन चावहर और जो अनर सरकारी

सविधाएा जो अभी उनह नही वमि रही ह तो उनह िह वमिना चावहर. म अपन विधान सभा कषतर

की बात करना चाहता हा िहाा वसफय एक राजसि गराम घोवषत हआ ह. एक पना गााि का धानािोिा

ह, िह राजसि गराम म पररिरतयत हआ. उसका फारदा रह हआ दक िहाा परधानमातरी सडक रोजना

सिीकत हो गई और िह सडक िहाा बन भी गई. िहाा िगभग एक हजार की आबादी रहती थी,

Page 112: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उनको फारदा हआ. िह मि गााि स 4 दक.मी. दर था िदकन सडक न होन क कारण िहाा क िोग

परशान थ. िहाा सडक बन चकी ह. ऐस कछ मजर,िोि िहाा और ह वजनकी मि गााि स दरी की

पातरता आती ह उनको राजसि गराम बनना चावहर. एक िहाा चाादनखडा गााि ह,जो चीचिी

विकासखणड म आता ह, उसका नाम ह डावगरािोिा, वजसकी जनसा‍रा 1 हजार ह. उसकी दरी 3

दक.मी. ह. िह राजसि गराम बन जार. दसरा छनाकछार का नराखडािोिा गााि ह वजसकी

जनसा‍रा 500 ह, उसकी दरी 3 दक.मी. ह. िह राजसि गराम बन जार. एक ह पमोरीकिा जो

सााईखडा बिाक म आता ह उसका िोिापडिा गााि,उसकी जनसा‍रा 700 ह और उसकी दरी ढाई

दक.मी. ह. एक मडगिा गााि जो सााईखडा बिाक म आता ह, उसका मारिरािोिा गााि ह, वजसकी

जनसा‍रा 500 ह और दरी 2 दक.मी. ह और एक ह ररछािर गााि का नागरिोिा, वजसकी

जनसा‍रा 500 ह और दरी 3 दक.मी. ह तो र मजर,िोि राजसि गराम की पातरता रखत ह तो

इनको राजसि गराम बना ददरा जार और िनिासी कषतर म बहत स ऐस िोि ह जहाा वशकषा गारािी

भिन भी बन ह और िहाा बसाहि भी ह तथा 200 स ऊपर की बसाहि िहाा ह, तो उनको भी

राजसि गराम बना ददरा जार, तो मिभत सविधाएा जो राजसि गराम को वमिती ह ि उनको भी

वमिन िगग.उपाधरकष महोदर,आपन मझ बोिन का समर ददरा धनरिाद.

शरी हमनत सतरदि किार(अिर) - आदरणीर उपाधरकष जी, म आदरणीर क.पी.वसाह जी को

और आदरणीर शिनर पिि जी को धनरिाद दना चाहागा दक ि एक महतिपणय मद को अशासकीर

साकलप क माधरम स सदन म िकर आर ह. मझ धरान ह म जब उपचनाि जीतकर आरा और आत

ही म माननीर मातरी जी स वमिा तो सबस पहिी बात वजस पर मन उनस चचाय की थी िह रही

बात थी. मन उनको बतारा दक मर विधान सभा कषतर म ऐस कई गााि ह,ऐस कई

मजर,िोि,बसाहि ह जहाा पर आज भी विकास नही पहाच पारा ह. वजसका म‍र कारण रही ह दक

िह राजसि गराम नही ह और मझ इस बात की खशी ह दक मातरी जी न मझस बठकर चचाय की और

इस समसरा का समाधान वनकािन की ददशा म कई बात भी हई. म 15-20 वमनि मातरी जी क साथ

बठा और म इस उममीद क साथ आज इस सदन म अपनी बात कह रहा हा. मातरी जी क क सिभाि स

म पररवचत हा. बहत तजतरायर मातरी ह,बहत जानकार मातरी ह, और जो काम अपन करिान होत ह,

ि करिा ित ह. अनर मावतररो की तरह नही, जहाा विभाग क अवधकारी मातरािर चिा रह ह, तो म

उनस इस उममीद क साथ रह बात कह रहा हा दक रह गरामीण कषतर का म‍र मद ा ह. चादक आप

शहर स चनाि िडत ह शारद आप इस बात को उतना नही समझ पार िदकन हम िोगो क विर

रह बहत ही महतिपणय विषर ह. जब हम गााि म िोि माागन जात ह तो हम िोग सभी स एक

Page 113: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

भाि स िोि माागत ह चाह िह एक छोि स मजर,िोि का वयवकत हो, चाह िह राजसि गराम का

वयवकत हो, िदकन जब विकास की बात आती ह,उस तक िाभ पहाचान की बात आती ह तो

अवधकारी विखकर द दत ह दक राजसि गराम नही होन क कारण रहाा हम आागनिाडी नही द सकत.

राजसि गराम न होन क कारण हम रहाा सकि नही द सकत. परधानमातरी गराम सडक रोजना को

अस िीकत दकरा जार, म‍ रमातरी सडक रोजना को अस िीकत दकरा जार. हर चीज म जस दक

अछतो जसा व रिहार उनक साथ दकरा जाता ह. म समझता हा दक ऐसा (XXX) नही होना

चावहर. जस िह िोग ह िस ही बाकी िोग ह और रहाा तो मरी विधान सभा म कई जगह ऐसी

वसथवत ह जस दीनपरा, खोडकी की बात की जार रा पचौरन क परा की बात की जार, रह ऐस

मजर िोि ह वजनकी जनसा‍ रा आज की तारीख म रिन र वििज स ज रादा हो चकी ह मतिब पतर

वपता स बडा हो चका ह, िदकन पतर का नामकरण आज तक नही हआ जसा दक क.पी. वसाह जी न

कहा अगर उनकी भाषा म म कहा तो इन गाािो को विकास स िावचत रखन का क रा कारण ह मझ

समझ नही आ रहा और इस तरह क इश र कोई आज का मद ा तो रह ह नही, रह तो बहत सािो स

चिा आ रहा ह. जब मर पज र वपताजी जीवित थ, उनक माध रम स 46 परस ताि अिर विधान सभा

म सडक वनमायण क विर ददर थ और मझ ध रान ह उसम स 41 परस ताि अस िीकत होकर आर थ रह

कहत हर दक रह रिन र वििज नही होन क कारण, मरा तो काम ह, हम विधारक ह, हम विपकष म

ह हम तो परस ताि दग, िदकन दकररान िरन करना आपका काम ह, म‍ रमातरी जी का काम ह िह

हमार हाथ म नही ह नही तो हम आपको करक ददखात अगर आज हमारी सरकार होती तो आप

हमस बोित हम आपको िह करक दत, िदकन आज हमारी सरकार नही ह इसविर एक

जनपरवतवनवध होन क नात, उस गााि का बिा होन क नात, विधान सभा का एक मतदाता होन क

नात, विधारक होन क नात म सदन क माध रम स आपस आगरह ही कर सकता हा दक आप इस

समस रा को समझ और इसम वसफय विकास का मद ा नही ह, इसम एक बहत बडा मद ा ह जो शारद

आप और हम दख नही पा रह ह रा महसस नही कर पा रह ह िह मद ा रह ह जस अब चौमासा

आन िािा ह इस बाररस म परी जो सडक रहगी िह परी कीचड स भर चकी होगी. अादर दकसी

व रवकत को हािय अिक आरा िह 10 पर फोन करगा, आदरणीर म आपको बताना चाहता हा िह

10 अादर जा नही सकती, पहि तो िह 10 अादर जारगी नही और अगर िह 10 जान की

कोवशश करगी तो िह कीच होन क कारण अादर पहाच नही सकती और ऐस कई िोगो न मर कषतर म

जान गािाई ह. िहाा पर ऐसी मवहिार ह वजनकी गााि क अादर वडििरी करनी पडी रह बहत

शमयनाक बात ह. रह कही न कही चाह, अनचाह एक पाप हो रहा ह. इस पाप का भागीदार म तो

Page 114: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

हा ही िदकन म‍ र भागीदार आप और म‍ रमातरी जी इसक बनग क रोदक करना आपक हाथ म ह,

मर हाथ म तो वसफय परस ताि भजना ह और माननीर मातरी जी आपस मरा रह भी अनरोध ह दक

आप हमार वजि क परभारी मातरी ह तो आपको उस नात मझ डबि दखना पडगा और म आपका

भतीजा हा कही न कही तो उस नात भी आपको मरी विधान सभा को दखना पडगी क रोदक मर

पास बहत अल प अिवध बची हई ह. आपको अिर विधान सभा की ओर दखना पडगा, मर पज र

वपताजी भी बीमार रह तब भी िह विकास स िावचत रहा, उसक बाद जस ही उप चनाि की बारी

आई तो म‍ रमातरी जी न आकर क बड धडल ि स िहाा घोषणार कऔ और िह (XXX) क साथ कऔ. म

रहाा पर बडी गाभीरता क साथ कह रहा हा बड (XXX) क साथ कऔ.

स कि वशकषा मातरी (का िर विजर शाह)-- आप अशासकीर साकल प पर बोविर, आप भाषण

ददर जा रह ह, हम किि आपक वपताजी का सम मान कर रह ह, इसका क रा मतिब ह.

उपाध रकष महोदर-- हमात जी आप विषर स मत भ िदकर.

िोक स िास र राावतरकी मातरी (सशरी कसम वसाह महदि)-- उपाध रकष जी, इस बात को

कारयिाही स वनकािा जार.

शरी हमात सत रदि किार-- आप उपाध रकष जी को बताइर मत दक क रा करना ह आप

अनरोध कर िीवजर, उन ह जो करना होगा िह कर िग. उपाध रकष जी, आप दख िीवजरगा जो

वनरम कहता ह उसक वहसाब स कर िीवजर, िदकन आप उनको कपरा वनदवशत मत कीवजर.

उपाध रकष महोदर-- ठीक ह, उस शब द को वनकाि दीवजर.

शरी हमात सत रदि किार-- उपाध रकष जी, आपक माध रम स मरा मातरी जी स रही वनिदन ह

दक जो ढाई सौ रा उसस अवधक जनसा‍ रा क र जो मजर िोि ह उनको रिन र वििज घोवषत

दकरा जार. जो िहाा पर इस तरह की समस रार ह उनस पार पान क विर जो भी कदम उठा सकत

ह माननीर मातरी जी उस ददशा म आग बढ और वजस तजतरायर तरीक स उन होन गह मातरािर को

साभािा था उसी तरीक स इस मातरािर को भी दख और हमार वभाड वजि को जो दक गरामीण कषतर ह

और बहत ही वपछडा हआ कषतर ह खास तौर स अिर विधान सभा उसम सबस वपछडी हई विधान

सभा ह उसकी ओर म आपका ध रान आकरषयत करना चाहागा और म उम मीद करा गा दक आन िाि

समर म, आन िाि एक िषय म इसम काम होगा, आग परगवत होगी. बहत-बहत धन रिाद.

……………………………………………………………………………………

(XXX) : आदशानसार ररकाडय स वनकािा गरा.

Page 115: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रशपाि वसाह वससोददरा (मादसौर)-- माननीर उपाध रकष महोदर, माननीर क.पी.वसाह

जी को और शिन र जी को म धन रिाद दना चाहता हा दक उन होन उस परस ताि को, उस अशासकीर

साकल प को रहाा परस तत दकरा वजसको िकर माननीर म‍ रमातरी जी स िरा और माननीर राजस ि मातरी

जी िगातार वचावतत ह और वपछि ददनो बात चचाय म आई भी थी दक इसका दकस परकार स

समाधान जो गाइडिाइन ह जो मानदण ड ह उनको साशोवधत करत हर दकरा जार. म तो वसफय

इतना कहना चाहागा दक 1 जिाई को अभी 3 ददन पहि ही मरी शन रकाि की सचना थी वजसम

मन भी इस बात को उठारा था दक मरी विधान सभा कषतर का पािसोडा, अजनोिी और

आक रउमाडा रह तीन गााि ऐस बच रह ह . िह जो मजर िोि गााि ह, िहाा एक नई विसागवत और

एक नई परशानी सामन आ गई ह. मजर िोि कोई नई बात नही ह िह बहत परान समर स चि

आ रह ह. आन िाईन और आफ िाईन जब स वयिसथार पराराभ हई ह तब स वहतगराहीमिक

रोजनाओ म उन पातर िोगो को ददककत आ रही ह. उदाहरण क विर जस सारदकि दकसी बि बिी

को वमिना ह तो चादक गराम पाचारत का म‍रािर ह उस पर तो आफ िाईन थ तब भी वमि जाती

थी िदकन आन िाईन होन क कारण अब राजसि गााि म उन पातर बि बरिरो को िह तमाम

सविधार सवनवित नही हो पा रही ह.

सकि वशकषा मातरी (का िर विजर शाह)-- माननीर उपाधरकष महोदर आपक माधरम स

माननीर सदसर को म जानकारी दना चाहता हा दक इस िषय जो सारदकि बिगी अगर िह 2

दकिोमीिर दर ह और िह िोि मजर भी ह तो उनको भी सारदकि परदान की जारगी, ऐस वनरम

जारी कर ददर गर ह.

शरी रशपाि वसाह वससौददरा -- माननीर मातरी जी इसक विर आपको बहत बहत धनरिाद.

म इसीविर कह रहा था दक िगातार विसागवतराा आ रही थी . जो वहतगराही ह उसको तो इन

रोजनाओ का िाभ वमिना ही चावहर मजरा िोिा ह रा राजसि गराम ह इसस करा मतिब ह.

शरी क.पी.वसाह -- माननीर मातरी जी, आन िाईन म आप मजर का नाम करा विखग.

शरी रशपाि वसाह वससौददरा-- मातरी जी उसका कोड एकसपि नही कर रहा ह.

शरी क.पी.वसाह -- मातरी जी, रह समसरा आग आरगी इसविर मरी वजजञासा ह दक आप उस

मजर का नाम करा विखग, अगर नाम नही विखग तो कमपरिर एकसपि नही करगा.

का िर विजर शाह- दकस गााि स ररििड ह, उसम किवगरी द रह ह.

शरी रशपाि वसाह वससौददरा -- उपाधरकष महोदर, मरी भी रही मााग ह दक कमपरिर

एकसपि नही कर रहा ह. करोदक कोड होता ह, जो कोड होता ह िह गराम पाचारत क वहसाब स

Page 116: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

होता ह राजसि गराम क वहसाब स कोड जारी होता ह. मातरी जी न जो घोषणा की ह उसक विर म

उनका आभार वयकत करता हा.

शरी राजनर फिचनद िमाय- रशपाि भरा उसका कमपरिर कोड कस होगा.

उपाधरकष महोदर- राजनर जी कपरा आपस म बात न कर.

का िर विजर शाह - आप मरी बात सन, आप तो सारदकि स मतिब रखो. कौन दगा, कब

दगा.

शरी क.पी. वसाह -- मातरी जी आपन तो रहाा पर कह ददरा िदकन जो कमपरिर म फीड करन

िाि ह ि कह दग दक कोड नही ह तो नही वमिगी.

का िर विजर शाह -- कककाज, अपन 2-30 साि स इस सदन क सदसर ह.

शरी क.पी. वसाह -- आप हमारी छोडो बाकी िोगो की वचाता करो.

का िर विजर शाह-- जो माननीर उपाधरकष जी क सामन विजर शाह न घोषणा कर दी िह

तो होगी.

शरी रशपाि वसाह वससौददरा-- माननीर उपाधरकष महोदर, म आपक माधरम स माननीर

मातरी जी को पन: धनरिाद दना चाहता हा दक वहतगराही मिक रोजना का िाभ राजसि गराम का

वयवकत हो रा मजर िोि का हो उन सबको वमिना चावहर रह मरा सझाि ह. आपन समर ददरा

उसक विर धनरिाद.

शरीमती नीना विकरम िमाय(धार) -- माननीर उपाधरकष महोदर, म इस अशासकीर साकलप

का समथयन करती हा. भाई रशपाि वसाह जी न जो बात रहाा पर रखी ह उनकी सभी बातो का

समथयन करत हर म किि एक सझाि मातरी जी को दना चाहती हा दक मरी विधानसभा म 300 तक

की आबादी क सभी गााि परधान मातरी सडक स जड चक ह िदकन कछ गााि जो मजर िोि क नाम

स िावचत ह करोदक जब मजर िोि बन थ तो 100 और 50 की आबादी क थ आज िही 500 स

अवधक की आबादी क हो गर ह. उनको न तो मिभत सविधार परापत हो रही ह , मानिता क नात

भी हम उनको मिभत सविधार नही द पा रह ह. वशकषा, सिास र, नि जि रोजना जो म‍रमातरी

जी कलपनाशीि रोजना ह उनका भी िाभ नही द पा रह ह, कोई भी रोजना का िाभ उनको नही

ददिा पात ह तो मरी विधानसभा कषतर क कछ गााि जस पाथविरा, शाकरपरा, गोविादपरा, नरापरा

और कषणापरा ऐस कई गााि ह जो 500 स अवधक की आबादी क ह इनको राजसि गराम म

पररिरतयत करन का कि कर करोदक रह पर परदश की समसरा ह, मन जो गााि क नाम बतार ह इस

पर धरान दत हर मातरी जी इनको अवतशीघर राजसि गराम घोवषत करग तो मझ िगता ह दक हम

Page 117: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

इासावनरत और मानिता क साथ म इासाफ कर पारग. माननीर उपाधरकष जी आपन मझ अपनी

बात कहन का अिसर परदान दकरा उसक विर बहत बहत धनरिाद.

उपाधरकष महोदर-- माननीर मातरी जी, मन भी आपको परसताि ददर हर ह 7- मजरो क.

राजसि मातरी (शरी उमाशाकर गपता) --जी. जब आसादी की उदारता दकसी मामि म होती ह

तो म समझ जाता हा दक उनका समथयन ह.

माननीर उपाधरकष महोदर, बहत ही गाभीर विषर ह, इसका विरोध कोई कर ही नही

सकता. सभी क विर वचाता का विषर ह िदकन हम सब जसा जानत ह दक हमार परदश क

म‍रमातरी जी सिरा भी गााि क रहन िाि ह, दकसान ह, सािदनशीि ह और उनहोन भी इस साबाध म

वचाता की ह. उनकी इस साबाध म एक घोषणा ह. घोषणा करमााक 0969 और उसको धरान म रखत

हर ही राजसि विभाग क दवारा 11. जनिरी, 2010 और जिाई, 2011 को सभी वजिा

किकिरो को पतर िख दकरा गरा ह दक शासन क पतर क वबाद तीन म उलिख ह दक धारा 71 स 5

क विर मजर िोिो को पथक राजसि गराम बनार जान हत परदकररातमक परािधान इन धाराओ क

अधीन बन वनरमो म ह अतएि उकत परािधानो का पािन करत हर तिररत परीकषण कर अपन वजि

क मजर िोिो को पथक राजसि गराम बनान क साबाध म समवचत कारयिाही कर. रह जो कराईिरररा

ह रह जो मापदाड ह िह पर करना चावहर जस नाबर (1) मि राजसि गराम स मजर िोिो की दरी

िगभग 2 दकिोमीिर रा उसस अवधक होना चावहर (2) पथक बनार जा रह राजसि गराम का

कषतरफि 200 एकड स कम न हो तथा पथक हर उकत गराम की आबादी 200 रा अवधक होना

चावहर और तीसरा ह पथक बनार जा रह राजस ि गराम की चतथय सीमाएा मि गराम स एिा अन र

सीमािती गरामो स वमिना चावहए. मजर िोिो स पथक बनार जा रह राजस ि गराम की सीमाएा

मि गराम क अादर ही वसथवत न रह, रह कराइिरररा क आधार पर हमन परस ताि मााग थ.

माननीर उपाध रकष महोदर, म आपको बताना चाहता हा दक हमार सदस रो को शारद रह

जानकर हषय होगा दक 51 वजिो म स 44 वजिो स परस ताि किक िरो न हमार पास भज ह, वजनका

परीकषण हो रहा ह और हम उनकी अवधसचना जारी करग. पथक राजस ि गराम सवजत करन क

पररणामस िरप निीन गराम और परान गरामो को पनरीवकषत अवधकार अवभिख तरार करान हत

भ-राजस ि सावहता की धारा 10 क अातगयत परावधकत अवधकारी की अवधसचना जारी करन क विर

परस ताि शासन को उपिब ध कराएा. हमार रहाा स अवधसचना जारी होती ह. हमार दवारा 44 वजिो

म 55 मि गरामो म 60 मजर िोिो को वचन हाादकत दकरा गरा ह. कि 55 मि गराम और 60

मजर िोि इस परकार 1265 गरामो क अवधकार अवभिख वनमायण का कारय करारा जा रहा ह. इस

Page 118: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

हत माननीर म‍ रमातरी दवारा राजस ि विभाग की समीकषा बठक ददनााक 1/01/2016 म ददर गर

वनदशानसार शासन दवारा इस काम को समर सीमा म करन क विर सभी किक िरो को वनदवशत

भी दकरा गरा ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, अभी मन भी एक महीन पहि माननीर सभी विधारको को

एक पतर विखा था दक अगर ऐसी कही कोई समस रा ह तो िह बताएा और इसका उल िख शरी शिन र

जी न दकरा भी था. अगर कही ऐसी समस रा ह तो उसस साबावधत परस ताि किक िर को द.

शरी ििवसाह भरररा - माननीर उपाध रकष महोदर, हम सभी को वचटठी पराप त हो गई ह.

शरी उमाशाकर गप ता - अगर वचटठी पराप त होन क बाद उसका ररस पाास भी वमि जाए तो काम

जल दी हो जाएगा.

शरीमती नीना विकरम िमाय - माननीर मातरी जी उसक करारिरररा म साशोधन करन की

आिश रकता ह. कराइिरररा बहत हाडय ह और राजस ि अवधकारी इस पर कछ ज रादा ही स‍ ती स

पािन करत ह

शरी उमाशाकर गप ता - मन रह भी विखा ह दक अगर आपको इसम कछ सझाि दना ह रा

आपको कोई करठनाई आ रही ह तो हम बताएा. इस करारिरररा क सभी गाािो को हम राजस ि गराम

बना दग और हमार पास इसस साबावधत 44 वजिो क परस ताि आ भी गर ह तथा सात वजिो क

परस ताि भी हम बहत जल दी मागा िग. मझ विश िास ह दक ददसाबर 2017 तक इस कराइिररर क

अातगयत मध रपरदश म जो भी मजर िोि ह, उन सबको हम राजस ि गराम बना दग. िदकन अगर इस

कराइिररर स हिकर कोई मामि ऐस ह तो मन इस साबाध म सझाि मााग ह और किक िरो स भी

कहा दक आपको कही कोई सझाि समझ आए तो हम दीवजए. िदकन पहि मरा आगरह रह ह दक

इस कराइिररर क अातगयत जो मजर िोि ह इनको राजस ि गराम घोवषत कर द.

माननीर उपाध रकष महोदर, मरा आपक माध रम स परत रक माननीर विधारक स आगरह ह

दक इसक अवतररक त उन ह कही पर िगता ह दक मजर िोिो की दरी कम ह िदकन राजस ि गराम

बनना चावहए तो िह अपन-अपन वजि और कषतर क साबाध म विखकर दग तो हम अिग-अिग

परकरण क बार म वनणयर कर िग क रोदक सब जगह एक जसी वसथवत नही होती ह. कही आददिासी

कषतर होता ह जहाा मजर िोिो की दर-दर होत ह, कही सघन होत ह हमन इसविए परस ताि विवखत

म माननीर विधारक स मााग ह और किक िसय को भी इस साबाध म कहा ह दक आपक जो परस ताि

आएाग उनको हम गाभीरता स ही िग और रह सरकार की पराथवमकता म शावमि ह. हमारी रह

Page 119: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

कोवशश ह दक हमार जो मजर िोि ह, रह शासकीर रोजना और शासकीर सहारताओ क िाभ स

िावचत नही रह. इस साबाध म हम साबावधत विभागो क साथ बठकर बातचीत भी करग और शीघर स

शीघर जो भी मजर िोि इस िारक ह और इस करारिररर म आएाग उन मजर िोिो को हम ददसाबर

2017 क पहि तक राजस ि गराम घोवषत कर दग (मजो की थपथपाहि). बाकी इसस हिकर कछ

सझाि आएाग तो उस पर भी हम विचार करग. चादक हम रह वनरम और परदकररा चिा ही रह ह

इसविए म शरी क.पी.वसाह जी स वनिदन कर रहा हा दक इसम कोई अवतररक त वनणयर नही होना ह,

इसका दकररान िरन ही होना ह इसविए साकल प को िापस ि ि हमारी सरकार आपकी भािना क

अनरप ही काम कर रही ह. बहत - बहत धन रिाद.

5.29 आसादी स घोषणा

सदन क समर म िवध क विषरक

उपाध रकष महोदर - आज की कारयसची म उल िवखत कारय पणय होन तक सदन क समर म

िवध क की जाए. म समझता हा दक सदन इसस सहमत ह.

(सदन दवारा सहमवत परदान की गई)

5.30 अशासकीर साकल प (करमश )

उपाध रकष महोदर - क रा माननीर सदस र इस साकल प को िापस िन क पकष म ह.

शरी क.पी.वसाह - उपाध रकष महोदर, म कछ बोिना चाहागा. मातरी जी, आपकी जानकारी और

सदन की जानकारी क विए बोिना चाहता हा दक आपको 44 वजिो स परस ताि पराप त हो चक ह एिा

आपको 44 वजिो स 60 परस ताि पराप त हो चक ह. अब माननीर विदवान सदस र वससौददरा जी 44

वजिो स और उस समर विदवान सदस र आप जरा अादाज कररर दक 44 वजिो स 60 परस ताि,

मतिब एक वजि स 10 परस ताि ह.

शरी उमाशाकर गप ता - एक वमनि मरी बात सन िीवजर. इसम कोई पाबन दी नही ह दक एक

वजि स 2 रा 10 आएाग.

शरी क.पी.वसाह - मरी परी बात सन िीवजर.

Page 120: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी उमाशाकर गप ता - मरा एक वनिदन सन ि, जो आप कह रह ह दक मन माननीर

विधारको को भी पतर विखा ह दक अगर िह ह तो एक कॉपी किक िर को द द और हम भज द.

शरी रशपाि वसाह वससौददरा - मरी विधानसभा म तो वसफय 3 गााि बच रह ह.

शरी क.पी.वसाह - उपाध रकष महोदर, म परी बात कहना चाह रहा हा. आपको 44 जविोा स

60 परस ताि पराप त हए ह, इसका मतिब एिरज आपको एक वजि स 10-12 परस ताि पराप त हए ह.

अगर एक वजि म 5 विधानसभा ह तो एिरज वनकािग तो 2-3 स ज रादा नही होत. म आज बता

रहा हा तथा ऐस और भी माननीर विधारक होग, जहाा सघन कषतर नही ह, िहाा अगर आाकिन करग

तो सकडो की सा‍ रा बनती ह, म हजार-हजार की आबादी की बात कर रहा हा.

उपाध रकष महोदर - क.पी.वसाह जी, आप आसादी को साबोवधत कीवजर. आप िहाा सीध बात

करत ह. आप थोडा िनय हो जाइर.

शरी क.पी.वसाह - उपाध रकष महोदर, मझ माफ करग. मरा वसफय इतना अनरोध ह दक इसम

किक िरो न उतनी गाभीरता स परस ताि तरार नही दकर, वजतनी गाभीरता स हम िोग सोच रह थ.

रह हकीकत ह. म और आप चाहग तो वजन वजिो क आपक परस ताि होग, उन ही वजिो म स आप

मझ एक वजि की विस ि द दीवजर. म उन ही वजिो स वनकािकर आपको बता दागा दक र भी इस

िारक थ दक इन होन नही ददए. ऐस कामो म दकसी की कोई ज रादा रवच नही होती ह. जब

किक िसय स नीच मामिा जाता ह तो उनकी तो और ही इस कारय म कोई रवच नही होती ह तो

उनकी सहत को क रा फकय पडना ह. हम विधारक तो कोवशश करग दक पॉविरिकि रप स चादक

हमारी जिाबदारी ह, हम तो रवच िग और विस ि भी द दग. िदकन र मामि ऐस ह दक वजनम

परशासकीर कमयचारी और अवधकारररो की बहत ज रादा रवच नही होती ह. रह िापरिाही का ही

पररणाम ह दक आपको मातर 60 परस ताि आए. आप दकसी मातरी जी, जो आपक सबस करीबी

विधारक हो, उनको जरा कह दीवजर दक उनकी अपनी विधानसभा म आपक मापदण डो को छाािकर

ि आएा, म समझता हा मातरी जी इसम कम स कम आपकी सा‍ रा का दो गना एिा चार गना का

इजाफा होगा, इसम वनणयर आपको करना ह.

शरी उमाशाकर गप ता - उपाध रकष महोदर, क रा अभी आपका कछ रह गरा ह.

शरी क.पी.वसाह - उपाध रकष महोदर, मरा अनरोध सन िीवजर. मरा आपस आगरहपियक

वनिदन ह दक आप, मातरी जी स िरा वजिो म दौरा कर. आपन स िरा कहा ह दक 7 वजि रह गए ह, 7

वजिो म जाकर बठक कर, साभाग म‍ रािर म बठक कर. इस बात की ताकीद कर दक इसम

Page 121: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

िापरिाही न बरत, जब सरकार न वनरम बनारा ह. जब आप रह तक कह रह ह दक सरकार क

वनरमो म कोई वशवथिीकरण की आिश रकता हो तो हम परस ताि भज, हम वशवथि करग. जब

आपकी माशा और माननीर म‍ रमातरी जी भी इसको चाहत ह तो आप महरबानी करक साभागीर

एिा वजिा म‍ रािरो पर स िरा जाइर और िहाा विधारको को भी मीटिाग म बिाइर, ि अपनी

विस ि िकर आएाग, किक िसय उनका जिाब दग. जब आपको पता िगगा दक िास ति म इन होन

दकतनी ईमानदारी स परस ताि तरार दकए ह? अगर आप करना चाहत ह तो ठीक ह, नही तो आप

भोपाि म बठकर वनदश जारी कर दीवजर. रहाा स जो उनको भजना ह, भज दग और रदद नही

भजना होगा तो नही भजग. जस 7 वजिो म हआ, उन होन परस ताि नही भजा तो नही भजा. आप

इस वसथवत का िास ति म आाकिन करना चाहत ह तो मरा आपस अनरोध ह दक इस तरह करन का

पररास कीवजर, वनणयर करना आपका काम ह. मझ जो अपनी बात रखनी थी, अपना ददय वपछि कई

िषयो स जबस सदन म आरा हा, रह तभी स ही ह. रह मरा 5िी बार ह. मन हर समर कोवशश की

ह एिा व रवकतगत रप स हमारी सरकार क जमान म भी राजस ि मातरी जी को समझान की कोवशश

की थी और अभी 3 बार स, जब स अपोवजशन म हा तब स रह मरा तीसरी बार का साकल प होगा.

म रह साकल प तीसरी बार इसविए िारा दक सरकार जब भी इस गाभीरता स ि और जब भी

सरकार को िग दक हम इसम कछ करना चावहए तो ि कर. रदद ि नही करग तो जसा ह, िसा

चि ही रहा ह, 2017 तथा 201 भी हो ही जाएगा. उसक बाद भी गााि, मजर सिामत रहग.

शरी उमाशाकर गप ता - उपाध रकष महोदर, म कोवशश करा गा दक आपको अगिी बार

अशासकीर साकल प नही िाना पड और आपन जो सझाि ददरा ह, हम उसका भी पािन करग.

िदकन म आपक माध रम स, जो माननीर सदस र रहाा ह एिा वजनको मन पतर विख ह.

उपाध रकष महोदर - माननीर मातरी जी, एक करठनाई जो म समझ पा रहा हा दक िह दरी की

ह, बाकी 200 एकड जमीन िह सब तो ठीक ह िदकन अगर एक दकिोमीिर विचार करग.

शरी उमाशाकर गप ता - माननीर उपाध रकष महोदर, जो भी और विसागवत आएगी, हम उसम

वनणयर ि िग, पहि उन गााि म जहाा िषयो स िावबत ह कर दग, हम जररत पडी तो हम साभागो म

भी जाएाग. अभी एक बात किि जानकारी क विए दना चाहता हा दक माननीर म‍ रमातरी जी न

स िरा इस 15 ददन म दो बार किि राजस ि समस रा को िकर ही किक िरो क साथ िीवडरो कान फर स

की ह और ि स िरा इस बात की मॉनीरिटराग कर रह ह दक सीमााकन, बाििारा, कम प रिराइज ड हो

रहा ह दक नही. इस विषर को हम उसम भी रखग, जहाा जररत पडगी. वशिपरी वजि का तो म

Page 122: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

आदरणीर क.पी. वसाह जी स कहता हा दक चािय बनाकर मझ द द, एक वजिा आपको ददरा हम सार

गााि को मजर करा िग, इसविए आगरह करता हा दक आप इस साकल प को िापस ि ि.

शरी शिन र पिि(इछािर) - माननीर उपाध रकष महोदर, इसम 200 एकड का जो वनरम ह,

बहत सी ऐसी जगह ह परत रकष रप स म दखकर आरा हा दक िहाा पर आबादी तो ज रादा ह, िदकन

उनक पास जमीन नही ह, इस वनरम म भी कही न कही हम साशोधन की आिश रकता पडगी, ऐस

ददशा वनदश आप आसादी स दन का कष ि कर.

उपाध रकष महोदर - क रा माननीर सदस र इस साकल प को िापस िन क पकष म ह.

शरी क.पी. वसाह - माननीर उपाध रकष महोदर, मातरी जी न जब आश िस त दकरा ह दक हम एक

साि क अादर अादर सारी परदकररा को परी कर दग और आपन भी 1 दकिोमीिर िािी बात रखी ह

और 200 एकड िािी बात माननीर शिन र पिि जी न रखी ह, इसम भी आपन साशोधन का जो

आश िासन ददरा ह, उस आधार पर म कह सकता हा दक मझ साकल प िापस िन म कोई ददक कत नही

ह. सरकार जस चाह िस वनणयर कर, िदकन हमार परशानी को समझ और माननीर म‍ रमातरी जी

इस ददशा म सोच रह ह और आप भी सोच रह ह तो दफर कोई कारण नही ह दक परशासवनक

अवधकारी िापरिाही कर, जररत वसफय इस बात की ह दक आप दकररान िरन की दशा म परी पहि

कर और धराति पर जाकर काम कराए. माननीर उपाध रकष महोदर, म साकल प िापस िता हा,

बहत बहत धन रिाद.

उपाध रकष महोदर - क रा सदन साकल प िापस िन की अनमवत दता ह.

(सदन दवारा अनमवत परदान की गई)

साकल प िापस हआ

(3) कन र सरकार क वशकषा का अवधकार अवधवनरम क अनसार वशकषको की मत र उपराात उनक

पररिारजनो को दी जान िािी अनका पा वनरवकत क मामिो म बी.एड. एिा डी.एड. की अवनिारयता

को समाप त दकरा जाना.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा (मादसौर)- माननीर अध रकष महोदर, म रह साकल प परस तत

करता हा दक -

''सदन का रह मत ह दक कन र सरकार क वशकषा का अवधकार अवधवनरम क अनसार

वशकषको की मत र उपराात उनक पररिारजनो को दी जान िािी अनका पा वनरवकत क मामिो म

बी.एड. एिा डी.एड. की अवनिारयता को समाप त दकरा जार.''

Page 123: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अध रकष महोदर - साकल प परस तत हआ.

शरी रशपाि वसाह वससौददरा - माननीर उपाध रकष महोदर, मरा रह अशासकीर साकल प न

किि मध रपरदश स ह, बवलक सम पणय दश स जडा ह, मरा रह साकल प सािदनाओ स भी जडा ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, अनका पा वनरवकत को कन र सरकार क वशकषा क अवधकार अवधवनरम क

साथ जोडा गरा ह. म अ‍ छी तरह स जानता हा दक वशकषा की गणित ता को िकर जो परथम वनरवकत

होती ह, वशकषक-वशवकषकाओ की, उसकी गणित ता को दखत हए बी.एड. एिा डी.एड. की

अवनिारयता कर दी गई ह, म इस बात स इाकार नही करता हा. िदकन एक शासकीर कमयचारी की

मत र क उपराात उसक पररिार को अनका पा वनरवकत पराप त करन का काननन अवधकारी ह. ऐसा

कोई वशकषक वशवकषका नही होगी, जो वशकषक वशवकषका क पद पर जो बी.एड. एिा डी.एड. कर

रखा ह और दौरान सिा उसकी मत र स पिय िह अपन पातर रोग र बि बिी को रह कह दक तम

जल दी स पढाई कर िो और बी.एड. एिा डी.एड. की तरारी भी कर ि, क रोदक पता नही कब मर

पराण वनकि जाएाग और तम ह बी.एड. एिा डी.एड. की वनरवकत नही वमि पाएगी, ऐसा कोई परसाग

नही हो सकता ह, रह सब भविष र क गभय म वछपा पडा ह.

5 39 बज {सभापवत महोदर (शरी क.पी. वसाह) पीठासीन हए}

सभापवत महोदर, अनका पा वनरवकत कन र की सरकार और राज र की सरकार म दन का

परािधान ह. वशकषा म ऐसा उदाहरण भी ह दक वजसकी पत नी विधिा हो गई ह वशकषक पवत चि

बसा. एक तरफ भारत सरकार का वशकषा का अवधकार अवधवनरम ह, दसरी तरफ िह पत नी मातर

आठिी रा दसिी पास ह और िह विधिा हो गई अब उसक ऊपर वशकषा का अवधकार का कानन

आि और उसस कहा जाए दक तम आग पढो, गरज रशन करो, बी.एड. एिा डी.एड. करो तब तमको

नौकरी वमिगी. रह बहत िाबा अातराि हो जाएगा, उसका कोई बिा-बिी भी नही ह. िह अकिी

विधिा मवहिा ह. ऐस म सदन करा विचार करता ह तथा हमारा करा विचार ह ? हम भारत की

सरकार को दकस परकार स दकस परकार स परसताि को अनशावसत कर सक . हमन रहाा भी दखा ह दक

हम जनपरवतवनवध िोग ह सदन म हमार िररषठ साथी भी बठ ह. हमन पविस विभाग म नाबाविग

बचचो को बाि पविस क रप म दखा ह. आपका बहत ही िाबा राजनीवतक अनभि ह. म जब पढता

था तो तब दकसी छोि पविस कमयचारी को दखता था तो मझ बडा आिरय होता था दक आठ-दस

साि का बचचा पविस की गणिश म, िदकन उसको वनरवकत द दी जाती थी. इसी परकार स सभापवत

महोदर, कोई ऐसा कमयचारी जो ददिागत हो जाता ह दफतर म उसकी नौकरी िगती थी उसक

Page 124: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

पररिार क रोगर बि-बिी की उसको िारवपाग नही आती थी उसको रह कहकर रख ददरा जाता था

दक छः महीन, एक साि का समर आपको ददरा जाता ह िारवपाग की परीकषा पास कर क इस पद

की परावपत कर सकत ह. इसको एक अिसर ददरा जाता था.

माननीर सभापवत महोदर, इस महतिपणय अशासकीर साकलप क माधरम स रह सझाि भी

दना चाहता हा दक वशकषा विभाग स जड वशकषक वशवकषकाओ की मतर क बाद भि ही उनको डीएड,

बीएड करन की अवनिारयता का अनमोदन नही कर सकत ह, इसम ददककत आ रही ह. तो एक

विकलप तो पछा जा सकता ह दक आप डीएड एिा बीएड नही कर पाएाग, करोदक आप गरजरएि ही

नही ह. आपन आठिी एिा दसिी क बाद स पढना ही बाद कर ददरा ह. करा आप भतर की नौकरी

सिीकार कर िग ? करा आप बाब बनना पसाद करग ? करा अनर पद पर चौकीदार क रप म

आपकी पदसथापना की जा सकती ह ? जहाा तक मरी जानकारी ह दक अनका पा वनरवकत म रदद 7

साि का अातर आ जाता ह. 7 साि क बाद पररिार म अनका पा वनरवकत म भी ददककत आती ह, ऐसी

मरी जानकारी ह. मझ पता नही ह दक इसम आग करा ह ? िदकन इस साकलप क माधरम स वनवित

रप स वशकषक-वशवकषकाओ की मतर क उपराात कोई विकलप की भी बात करनी पडगी. वसफय वशकषा

का काननन अवधकार बन गरा उस अवधकार क तहत डीएड एिा बीएड अवनिारय ह. म समझता हा

दक परथम वनरवकत क विर डीएड एिा बीएड की आिशरकता वनरवपत की जा सकती ह, करोदक

वशकषा की गणितता म डीएड एिा बीएड का महति ह. म इस बात को सिीकार करता हा. कनर की

अनशासा विकलप नौकरी को ददर जान को िकर क और वशकषा विभाग म पड अनक ररकत पद ह.

ऐस ररकत पद जो भती हो नही पा रह ह. अगर पररिार म अनकमपा वनरवकत चाहन िाि वयवकत क

विर ऐसा कोई अनबाध कर दक वशकषक बनान क बजार आपको उप साचािक वशकषा क दफतर म

बठना पडगा रा आपको वमवडि सकि म, हारर सकणडरी सकि म, कही किरीकि म तथा ऑदफस

म बठना पडगा तो इसस म समझता हा दक कोई रासता साफ हो सकता ह. चादक बार-बार इस बात

को िकर क उदाहरण दकर क बठ रह जाएाग दक कनर की सरकार न वशकषा क अवधकार का

अवधवनरम िाग कर ददरा ह तपराात डीएड, बीएड होना आिशरक ह और उसक कारण स मझ

नही पता दक दकतन आाकड होग. पर मधरपरदश म सकडो ऐस वशकषक वशवकषकाएा ददिागत हो गर ह,

इस कानन क बनन क बाद वजनक पररिार िक-िकी िगार बठ ह दक उनको अनकमपा वनरवकत

वमि जाए, िदकन उनक बि-बिी अथिा उनकी विधिा पतनी डीएड एिा बीएड नही कर पार उसक

कारण स उनको जो कानन अवधकार ह अनकमपा वनरवकत का, रह सार क सार परकरण अिक पड ह.

रह माननीर वशकषा मातरी ही बता पाएाग दक पर मधरपरदश म अनकमपा वनरवकत को िकर क इस

Page 125: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

अवधवनरम क बाद दकतन पातर िोग अथिा दकतन चाहन िाि िोग वजनक घर का मवखरा चिा

गरा ह. िह चाह वशकषक हो अथिा वशवकषका हो, िदकन उनकी विधिा पतनी अथिा पररिार म

बिा-बिी अनका पा वनरवकत को परापत करन क विर सरकार की तरफ स चाह भारत की सरकार हो

अथिा राजर की सरकार हो, उसकी तरफ िह वनगाह िगार बठ ह इसविर मरा जो अशासकीर

साकलप ह, उस कानन क तहत एक विकलप क रप म रा एक सझाि क रप म इसको मरी ओर स

इस सदन म परसतत दकरा गरा ह तो म समझता हा दक अनर सदसरगण भी भाग िग तो विचार

उसम परापत होग. आपन बोिन का समर ददरा धनरिाद.

शरी राजनर फिचनद िमाय (सोनक‍छ)--माननीर सभापवत महोदर, इस अशासकीर साकलप

की वनताात आिशरकता थी. रह किि मधरपरदश का ही विषर नही ह अवपत पर भारत िषय का

विषर ह. वशकषक पररिार क िोग अनकमपा वनरवकत की परतीकषा कर रह ह. रह अशासकीर साकलप

मानिीर सािदनाओ स भरा हआ पररास ह. क रोदक दकसी व रवकत का पररिार स चिा जाना, जो

कमान िािा पररिार का सदस र हो, उसक बाद उस पररिार की क रा वसथवत होती ह. हम सब

िोगो को उसका गहराई स अनभि ह. इसम साशोधन की आिश रकता ह और मरा सदन क सभी

सदस रो स और आपक माध रम स कन र सरकार स आगरह ह दक िह इसम आिश रक साशोधन कर.

तादक जो िोग इस साकल प क माध रम स नौकरी की िकिकी िगार परतीकषा कर रह ह ,आशािादी

वनगाहो स सरकार की ओर दख रह ह. उन िोगो को भी राहत वमि सक.

सभापवत महोदर, म इसक साथ-साथ रह भी कहना चाहता हा दक हम जो वशकषा का कानन

अवधकार अवधवनरम ह, उसका विरोध नही कर रह ह. िह अपनी जगह ह. जब हम िगातार अपनी

कषतर म जात ह तो िोग हमको इस परकार की समस रा बतात ह दक हमार पररिार म जो वशकषक थ

िह एक सपारर हो गर ह. अब हमार सामन आजीविका की ददक कत ह, हम अपना जीिन-रापन

कस करग अब हमार सामन रह परश न खडा हो गरा ह. म रशपाि जी का धन रिाद करना चाहता हा

दक उन होन बहत ही सािदनशीि और गाभीर विषर को रहाा पर अशासकीर साकल प क माध रम स

रखा ह. मरा इसम माननीर मातरी जी स भी आगरह ह दक इसम बहत गहराई और मानिीर

सािदनाओ स विचार करक, इसम क रा-क रा साशोधन क साथ हम कन र को अपनी अनशासा भज

सकत ह, िह हम भजना चावहर और इस अशासकीर साकल प की जो भािना ह, िह िह मतयरप ि

सक. ऐसा इसम पररास होना चावहर. तादक जो पररिार अनका पा वनरवकत क विर िकिकी िगार

दख रहा ह, उसको अनका पा वनरवकत वमि सक. रह जररी नही ह दक िह िीचर म ही भती हो,

उनकी जो रोग रता ह, उसक अनसार उनको काम ददरा जा सकता ह. सभापवत महोदर, जसा दक

Page 126: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

रशपाि जी न कहा दक 7 साि का समर बहत िम बा होता ह. उनको उसी समर जब बीएड और

डीएड की अवनिारयता समाप त हो जारगी, क रोदक हमन िास ति म पविस म और अन र जगह भी

दखा ह दक 6- साि क ब‍ चो को पविस की नौकरी म और अन र नौकरररो म भी वनरवकत होत

दखा ह. मरा आपक माध रम स इतना ही आगरह ह दक इसम हमारी सरकार को कन र को आिश रक

साशोधन करक अनशासा भजना चावहर. आपन मझ इस अशासकीर साकल प पर बोिन का समर

ददरा, उसक विर बहत-बहत धन रिाद.

शरी शिन र पिि (इछािर) -माननीर सभापवत महोदर, बडा ही अ‍ छा साकल प माननीर

रशपाि जी आज िकर आर ह. रह बहत ही व रािहाररक समस रा ह, जब हम कषतर म जात ह तो

कई बार रह वशकारत आती ह. एक तो मर मामाजी का ही मामिा ह, उनक बि एक सपारर हो गर

और उनका बिा िगातार इस ओर पररास कर रहा ह. िदकन उनको कोई ररिीफ नही वमिी ह. म

समझता हा दक रह अवधकार कन र सरकार को ह, क रोदक राईि ि एजकशन का वनणयर साविधान क

अनरप भारत सरकार करगी. िदकन एक सझाि मध रपरदश की सरकार की तरफ स, हम सब की

तरफ स कन र सरकार को जार दक इस वबि म साशोधन दकरा जार. उसम साशोधन क बाद इस

तरह का ररिीफ पररिारो को ददरा जार. तादक कोई भी पररिार सफर नही कर.

5.4 बज { उपाध रकष महोदर(डॉ. राजन र कमार वसाह)पीठासीन हए.}

उपाध रकष महोदर, एक महत िपणय बात और ह, वशकषा विभाग का ध रानाकषयण इसी बात को

िकर िगारा था दक राईि ि एजकशन म नसयरी क िास म जो दावखि की जो जो उमर ह, िह पााच

िषय कर दी गरी ह. जबदक राईि ि एजकशन म साढ तीन साि ह, जब कन र सरकार का वबि पास

हआ उसम रह ददरा गरा था. िदकन मध रपरदश म जो गरीब और वनधयन ब‍ च ह, जो राईि ि

एजकशन म परारिि स कि म भती होत ह उनकी एज िीवमि को बढा ददरा गरा ह, उसको साढ

तीन साि की जगह पााच साि कर ददरा गरा ह. जबदक हमार रहाा पर वनरम ह दक 6 साि की

उमर म पहिी क िास हो जानी चावहर, तादक 1 िषय की आर तक िह चित-चित 12 िी ककषा को

उत तीणय कर ि. िदकन अगर ब‍ च का पााच साि की उमर म नसयरी म दावखिा होता ह तो िह

वनवित रप स िह 12 िी क िास 20 साि की उमर म करगा और ऐस वनधयन पररिार क जो ब‍ च

ह, िह कॉम पीरिि एक द ाम स बाहर हो जारग, रह इस साकल प का विषर तो नही ह. िदकन आपक

माध रम स वशकषा विभाग का ध रान इस ओर आकरषयत करना चाहता हा. तादक िह राईि ि एजकशन

क अातगयत जो ब‍ चो का नसयरी म एडवमशन की जो िीवमि थी, उसको िापस घिारा जार, तादक

Page 127: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उनको िाभ वमि. म पन रशपाि जी को भी और राजन र जी को भी बधाई दता हा और उम मीद

करता हा दक हम सबकी तरफ स भारत सरकार को रह सझाि जार दक वजतन भी इस परकार क

मामि आत ह, वजसम दकसी क पररिार म मत र हो जाती ह और उनक पररिार म कोई बीएड,

डीएड नही हो तो कोई उनक पररिार म स कोई एक बार विभाग म आ जात ह और उसक बाद म

िह नौकरी क दौरान बीएड,डीएड कर ि. इस तरह का कोई परािधान हो तो उसम कोई समस रा

नही रहगी. उनको नौकरी वमि जारगी, चाह दकसी भी रप म वमि िह िहाा पर काम कर सक .

आपन मझ बोिन का समर ददरा उसक विर, म आपको बहत-बहत धन रिाद दता हा.

शरी मरिीधर पािीदार (ससनर)- माननीर उपाध रकष महोदर, म रशपाि जी को धन रिाद

दना चाहता हा दक एक बहत ही महत िपणय विषर उन होन सदन म रखा ह. परदश क िगभग हर

ब िॉक म 6-7 परकरण ऐस होत ह वजनम िोग हमार सामन आकर कहत ह दक हमारी अनका पा

वनरवकत नही हो पा रही ह. म सदन का ध रान इस ओर आकरषयत करना चाहागा दक अनका पा वनरवकत

म दो वबादओ की अवनिारयता ह. एक तो व रापम दवारा आरोवजत िी.ई.िी. परीकषा पास होन की शतय

ह और दसरा बी.एड. एिा डी.एड. की अवनिारयता ह. जबदक इन दोनो ही वबादओ पर हम छि द

सकत ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, म मातरी जी स आपक माध रम स पछना चाहता हा दक क रा हम

सौ परवतशत वशकषा क अवधकार अवधवनरम का पािन कर रह ह ? रदद हम वशकषा क अवधकार

अवधवनरम का सौ परवतशत पािन नही कर पा रह ह तो हम अनका पा वनरवकत क परकरणो म छि द

सकत ह और थोड स उदार हो सकत ह. वशकषक का पररिार बहत ही छोि तबक का होता ह, उसकी

तन‍ िाह बहत अवधक नही होती ह. रदद पररिार का मवखरा चिा जार तो उस पररिार की क रा

दशा होगी, इसकी कल पना हम रहाा बठकर नही कर सकत ह. रह मानि सािदना स जडा हआ मद ा

ह. हम इस पर गाभीरता स वनणयर िन की जररत ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, इसक अवतररक त मरा एक और विनमर आगरह ह. हमार मातरी जी

बहत ही बोल ड ह और अिग स वनणयर िन की उनम वहम मत ह. म सदन को बताना चाहागा दक एक

पिय आई.ए.एस. का जब वनधन हो गरा था तो उनकी बिी को कवबनि न परोफसर बना ददरा था.

िह आई.ए.एस.था इसविए उसक विए अिग वनरम और एक आम पररिार, वशकषक पररिार,

गरीब पररिार जो गरामीण अाचिो म नौकरी करता ह, रदद िह मरता ह तो उसक विए कोई वनरम

नही ह. आम िोगो म इस बात का अ‍ छा सादश नही जाता ह. इसविए म मातरी जी स आगरह करना

चाहता हा दक व रापम की िी.ई.िी. परीकषा पास करन और बी.एड./डी.एड. करन क मामि म छि

Page 128: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

दन क साबाध म ठोस वनणयर विरा जार. रदद व रापम की प रीकषा िना आिश रक ह तो बाद म भी

परीकषा िी जा सकती ह और बी.एड. एिा डी.एड. क विए भी उस बाद म 3 स 5 साि का मौका द

सकत ह. हमार शासकीर बी.एड. एिा डी.एड. कॉिज ह. रदद सरकार चाह तो उन कॉिजो म 5-

10 परवतशत का कोिा अनका पा वनरवकत स आर हए िोगो क विए आरवकषत कर उन ह पराथवमकता स

िहाा परवशकषण ददििा सकती ह. िास तविकता रह ह दक विभाग इस मामि म साजीदा ही नही ह.

विभाग रदद ठोस कारयिाही कर तो वनवित रप स ऐसा वनणयर विरा जा सकता ह. म पन

माननीर मातरी जी स वनिदन करा गा दक ि कोई बडा वनणयर इस मामि म ि और क र सरकार को

भी परस ताि भज वजसस दक अन र राज रो को भी इसका िाभ वमि सक. माननीर उपाध रकष महोदर,

आपन मझ बोिन का अिसर ददरा, इसक विए म धन रिाद जञावपत करता हा.

शरी क.पी.वसाह (वपछोर)- माननीर उपाध रकष महोदर, रशपाि जी दवारा जो साकल प िारा

गरा ह, उसस साबावधत ददक कत बहत सी जगहो पर ह. मरा मातरी जी स एक आगरह ह और एक

सझाि भी ह दक जब शष सभी विभागो म दकसी परकार की टवनाग की आिश रकता नही ह तो दफर

वशकषा विभाग म अनका पा वनरवकत िाि परकरणो म ही ऐसी अवनिारयता क रो ह. इसक पिय म भी

हमार ऐस बहत स वशकषक वजन ह दफवतजकि एजकशन अथिा दकसी विशष विधा की जररत होती ह

तो उन ह डपिशन पर भजा जाता था. वशिपरी म एक दफवतजकि कॉिज ह. िहाा वशकषा विभाग क

िोग डी.पी.एड. और सी.पी.एड. का विभागीर परवशकषण िन जात ह. तो दफर हमन अनका पा

वनरवकत क विए ऐसी बाध रतार क रो रखी ह.

माननीर उपाध रकष महोदर, मित मरा विचार तो थोडा और आग का ह. आपन कई वनरम

बना ददए ह िदकन व रािहाररक वसथवत क रा ह ? िह िगय वजनकी आरथयक वसथवत बहत कमजोर ह.

75-90 हजार रपर और पिय क िषयो म िगभग 1 िाख 20 हजार रपर तक की रावश

बी.एड./डी.एड. करन क विए िगती थी. िोगो स रावश कछ इस परकार िसिी जाती ह दक पहि

75 हजार रपर म सौदा तर कर विरा जाता ह और दफर जब माकय शीि िन की बारी आती ह रा

फाइनि परीकषा की बारी आती ह तो उनस कहा जाता ह दक 20 हजार रपर और रवखर तब

आपको परीकषा म बठन दग. हमार सामन ऐस कई परकरण आत ह वजनम हम स िरा मदद करनी

पडती ह. बी.एड. एिा डी.एड. की आपक दवारा जो बाध रता रखी गई ह तो िह गरीब पररिार

वजसक पास सासाधन नही ह. 75-90 हजार रपर दकसी गरीब विधिा मवहिा क पास कहाा स

अवतररक त हो सकत ह ? जो कछ मत र क बाद पसा वमिता ह िह बहत सारी परम पराओ का वनिायह

करन म चिा जाता ह. िास ति म इस ददशा म आपको वनणयर करना चावहए और इसक आग उन

Page 129: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

गरीब पररिारो क बार म सोच तो हमार अनसवचत जनजावत क जो ब‍ च ह जो रोजाना मजदरी

करक अपना जीिनरापन करत ह उनक पास तो 75 हजार रपए और 90 हजार रपए की कल पना

नही की जा सकती. आप टाइबि विभाग क इाचाजय रह ह टाइबि विभाग दकतन ब‍ चो की मदद

कर पाता ह दकतन िोगो को डी.एड. रा बी.एड. क विए फारनस कर पाता ह न क बराबर एक

वजि म मवशकि स दस बीस होग. इसविए आपको उन सब िगयो क विए भी सोचना चावहए और

अनका पा वनरवकत पर तो आपको विचार करना ही चावहए िदकन उन िगयो को जो िषयो स इसी

िजह स वशकषा विभाग की नौकरी म नही जा सक दक िह डी.एड. नही ह. व रापम की परीकषा तो

जस तस पास भी कर ित ह क रोदक िह िस ि ठीक ह िह तत काि वबना दकसी फीस क हो जाता ह

िदकन उनक सामन िही समस रा ह दक डी.एड. रा बी.एड. नही ह. इस िजह स उनकी माककग

नही होती ह. डी.एड. रा बी.एड. की माककग न होन क कारण िह विस ि म नही आ पात ह. रह

विडाबना बडी विवचतर ह. म आपस इसीविए कह रहा हा दक आप उसी िगय स आत ह और उस िगय

की वचाता भी कर सकत ह आप उस िगय क हािात भी समझत ह. हम िोग व रवकतगत रप स दकतनी

मदद कर सकत ह चाह आप अपन कषतर म कर रा म अपन कषतर म करा .व रवकतगत रप स उतनी मदद

नही की जा सकती ह. आप उन ह नौकरी म तन‍ िाह नही दीवजए आप किि भोजन क विए

स िारफा ड द दीवजए जस दक 10 हजार रपए रा 15 हजार रपए तन‍ िाह ह तो उसम िह 1000

रपए म अपन भोजन की व रिस था कर िग. टवनाग क दौरान तन‍ िाह दन की जररत नही ह

क रोदक िह काम नही कर रह ह टवनाग ि रह ह. उनका पि क िारक गजारा हो जाए उतन म िह

टवनाग करक आ जाएाग और आपक वनरम की साथयकता भी हो जाएगी परतय होन क बाद उनको

साशोधन की आिश रकता भी नही ह. वसफय सरकार क दवारा थोडी सी मदद करन की आिश रकता ह.

आपन बोिन का समर ददरा बहत बहत धन रिाद.

शरी ददिीप वसाह पररहार (नीमच)-- माननीर उपाध रकष महोदर, रह अशासकीर साकल प

माननीर रशपाि वसाह जी िाए ह. इस परकार की वनरवकतराा जब होती ह उसम मानिीर सािदना

की बहत आिश रकता होती ह. बचपन म मर वपताजी शाात हो गए थ और जब अनका पा वनरवकत का

मामिा आरा तो मरी चप पि वघस गई मगर अनका पा वनरवकत नही हई. मन एम.ए. बी.एड.

एि.एि.बी. दकरा उसक बाद कही न कही भाग र चिता ही ह तो राजनीवत म आरा परात इसम

जस मतक शासकीर कमयचारररो क ब‍ चो को वनरवकतरो क मामि म कही न कही सािदना होनी

चावहए और इसम डी.एड. रा बी.एड. की आिश रकता नही होना चावहए. क रोदक जब तक व रवकत

रह कोसय करगा तब तक कई पररवसथवतराा उसक ऊपर स वनकि जाती ह. डी.एड. रा बी.एड.

Page 130: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

करन म आन- जान म और फीस म 1 िाख रपए स 2 िाख रपए तक भी खचय होता ह और िह

पररिार उस समर िहन नही कर पाता ह. रह मामिा सािदनाओ स भरा हआ ह इस पर कही न

कही माननीर मातरी जी को वनणयर िना चावहए और रदद कन र स भी इसम कछ िन की आिश रकता

ह तो आपको इस अशासकीर साकल प पर विचार करना चावहए और दढता क साथ जो अनका पा

वनरवकत क विए पातर ह उन पररिारो म रदद डी.एड. रा बी.एड. नही दकरा ह तो भी उन ह पद पर

वनरवकत दना चावहए. आपन बोिन का समर ददरा धन रिाद.

स कि वशकषा मातरी (का िर विजर शाह) -- माननीर उपाध रकष महोदर, जो विषर आज इस

विधान सभा म हमार माननीर विधारक रशपाि जी माननीर क.पी.वसाह जी, माननीर राजन र

जी, माननीर शिन र वसाह जी और ददिीप वसाह पररहार जी न वजस विषर पर इस अशासकीर

साकल प पर जो विचार रख हमारा शासन हमारी सरकार, इस विषर को इसस कही ज रादा गाभीरता

स ि रही ह और इसका उदाहरण ह म आपको बताउागा दक हम िोगो न इस विषर म क रा दकरा

क रा नही दकरा, िदकन िास ति म रह वचाता का विषर ह िदकन हमारी मरायदाएा हमारी सीमाएा

िह सवनवित ह और इस कारण स अभी जब हमन विभाग की समीकषा अशासकीर साकल प आन क

पहि इसी विषर पर दो तीन बार की सािभर क अादर दक क रा कारण ह दक वजस पररिार का

मवखरा अगर असमर ईश िर को प रारा हो जाता ह तो उसक बाि ब‍ चो को किोरा िकर भीख

माागन की आिश रकता न पड क रोदक रह िह पररिार ह वशकषाकमी, हमार मास िर सहारक

अध रापक अगर अचानक पररिार क मवखरा की मौत हो गई तो िह अपन आपको असहार और

बसहारा महसस करता ह और इसक विए हमार पास सथान भी ह िदकन जब स आर.िी.ई. एकि

आरा ह इसम सािधावनक मरायदाएा ह. उसक अनसार जब तक वयवकत डी.एड, बी.एड नही होगा िह

मधरपरदश क दकसी भी शासकीर सकि म कमयचारी नही बन सकता ह. इसक विए हम िोगो न

बार-बार ददलिी म जाकर कनरीर मातरी स चचाय की ह. मन सिरा न वजन तारीखो म जाकर बात की

ह, पतर विख ह उसका म हिािा दना चाहागा. 11 जिाई और 11 मई को माननीर मातरी जािडकर

जी स राजरमातरी कशिाह जी स इन सार मामिो को मन परी गाभीरता क साथ और सदन की

भािना को धरान रखत हए चचाय की. जो मरी भािना ह िही सदन की भािना ह. उन पररिारो को

नौकरी वमिना चावहए. मन दो बार वनिदन दकरा, न वसफय वनिदन दकरा बवलक मर पास हमार

म‍र सवचि का पतर ह, 16 फरिरी 2017 का. इसम भी भारत सरकार स वनिदन दकरा गरा ह.

मर पास वजििार सची ह इसम 540 िोग ह रह ि िोग ह वजनह िासति म नौकरी की

आिशरकता ह और रह डी.एड, बी.एड नही ह. इस पतर क माधरम स भी हमन वनिदन दकरा ह

Page 131: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

जसा दक आपन कहा दक बचपन म दसर विभागो म नौकररराा वमि जारा करती थी और उनको

समर ददरा जाता था. हमन भी वनिदन दकरा ह दक इनको 2-3 िषय का समर ददरा जाए. इन 2-3

िषय म रह डी.एड., बी.एड. कर िग अगर 2-3 िषय म रह नही करत ह तो उनह नौकरी स हिा

दग. इसक विए पहि भी हमार पी.एस. न पतर विखा ह. परी गाभीरता क साथ हम िोग इसका

पररास कर रह ह. जहाा तक सिाि ह दक अब नौकरी नही वमि रही ह तो विभाग करा कर. विभाग

क मवखरा क नात और माननीर म‍रमातरी जी क साजञान म िान क बाद हम िोग रह भी पररास

कर रह ह दक अगर दकसी कारण स उस नौकरी नही द सकत ह तो करो न हम उस 4-5 िाख रपए

द द, तादक िह कोई छोिा-मोिा रोजगार, वयिसार करक अपन पररिार का िािन-पािन कर

सक. रह परसताि भी हमन वितत विभाग को भजा ह. पराकवतक आपदा होती थी तो पहि उसम

10,000 रपए ही वमित थ िदकन माननीर गपता साहब न उस बढाकर 4 िाख रपए कर ददरा ह.

दकसी की असमर मतर भी उस पररिार क विए पराकवतक आपदा स कम नही ह. रह मानिीर

सािदनाओ स जडा हआ विषर ह. म रशपाि वसाह जी को और सदन क सार सममाननीर सदसरो

को भी धनरिाद दना चाहागा दक उनहोन इस विषर को उठाकर हम आग कारयिाही करन क विए

परररत दकरा ह. किि वशकषक सािगय ही नही, अधरापक सािगय ही नही हमार रिीन क भी जो

वपरासीपि हो, िकचरार हो उनको भी हम िोग नही द पा रह ह. इसक विए मझ िगता ह दक हम

सहषय रप स इसको भारत सरकार को भज और सदन की भािना स, सरकार की भािना तो उसक

साथ-साथ ह ही, सदन की भािना स भी भारत सरकार अिगत हो और अगर िहाा स कोई ददशा-

वनदश आएाग तो ही हम कछ करन की वसथवत म रहग. अगर िहाा स कोई ददशा-वनदश नही आत ह

तो आरथयक रप स पकज दन की वयिसथा बहत जलदी रह सरकार करन जा रही ह. मझ िगता ह

इसस जरादा इस विषर म कछ बोिन की आिशरकता नही ह. बहत-बहत धनरिाद.

शरी क.पी. वसाह --माननीर उपाधरकष महोदर, इसम एक बात जो मन रखी ह. जस िह

वयापम पास हो गरा आप उस नौकरी म न रख. सरकार 4-5 िाख का पकज दना चाहती ह रदद

सरकारी कॉिजो म इनको ररजिशन वमि जाए जो फीस जमा करन की वसथवत म नही ह. एकमशत

रकम आप द ही रह ह. बहतर रह हो दक आप उनकी फीस जमा कर द, भोजन की वयिसथा कर द

उतन म उनका काम हो जाएगा.

का िर विजर शाह--उपाधरकष महोदर, अनकमपा वनरवकत िाि मिसय पर जो पीवडत पररिार

ह अगर ि डी.एड., बी.एड करना चाहत ह. इस बार म माननीर क.पी. वसाह जी न जो सरकारी

कॉिज िािा सझाि ददरा ह उस पर हम विचार कर िग.

Page 132: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

उपाधरकष महोदर-- परशन रह ह दक-

"सदन का रह मत ह दक कनर सरकार क वशकषा का अवधकार अवधवनरम क अनसार

वशकषको की मतर उपराात उनक पररिारजनो को दी जान िािी अनका पा वनरवकत क मामिो म

बी.एड.एिा डी.एड. की अवनिारयता को समापत दकरा जाए."

जो माननीर सदसर इस परसताि क पकष म हो ि कपरा हाा कह......

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- माननीर उपाधरकष महोदर, एक वमनि बोिना चाहता हा.

परसताि मन रखा ह...

उपाधरकष महोदर-- बोविए.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- उपाधरकष महोदर, 540 की सा‍रा पर मधरपरदश म कोई

बहत जरादा नही होती ह. डी.एड. और बी.एड. कर करक वशकषक और वशवकषकाएा सकि म बचचो को

पढाएा, रह आिशरक तो ह, िदकन उस पररिार का सदसर रदद डी.एड. और बी.एड. नही कर

पारा ह और वशकषक, वशवकषकाओ, की मतर पर रदद हम उनको विकलप की नौकरी द द, उनस आप

‍िाईस ि ि.

का िर विजर शाह-- माननीर उपाधरकष जी....

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- मरा सझाि ह. मरा राजर सरकार को सझाि ह.

का िर विजर शाह-- म आपकी बात ही रख रहा हा..

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- मरा राजर सरकार को सझाि ह....

का िर विजर शाह-- माननीर उपाधरकष जी, चादक रह बहत भािनातमक मिर ह और कई

बार हम भी चाहत ह, सरकार भी चाहती ह, हम इसम आग बढकर एक और कारयिाही करना

चाहत ह दक अगर, इन िोगो की एक समर सीमा होती ह दक वनवित समर सीमा म आप नौकरी

पर आ जाइर. अगर कोई उस समर सीमा स गजर गए ह और अगर िह कही स डी.एड., बी.एड.,

कर रह ह और समर सीमा गजर गई ह तो िह भी हम वशवथि कर दग. अगर ि डी.एड., बी.एड.,

कर ित ह तो िापस हमार पास आ जाएा हम कर दग.

शरी ददिीप वसाह पररहार-- बहत स िोग नाबाविग भी होत ह.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- माननीर उपाधरकष महोदर, आज ही एक धरानाकषयण म

आपन पर मधरपरदश क डी.एड. और बी.एड. कॉिज की जााचो की और परीकषण की घोषणा की ह.

क.पी.वसाह साहब न जो एक परसताि रखा, िह मर भी मन म था, दक शासकीर डी.एड. और

बी.एड. कॉिज म उस मतक वशकषक, वशवकषकाओ क रोगर, पातर, बि, बिी को, जो नौकरी चाहती

Page 133: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

ह, पतनी विधिा ह, तो उसको वनःशलक रप स आप वशकषण की वयिसथा करग, ऐसा आपन

आशवासन ददरा ह. उसको कम स कम उसकी फीस...

का िर विजर शाह-- मन वनःशलक नही कहा, मन बोिा विचार करग.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- विचार करग. कछ तो आपको विचार करक उसको आग

बढाना पडगा.

शरी मरिीधर पािीदार-- उपाधरकष महोदर, उसका एडवमशन ही तो नही

होगा...(वयिधान)..उसक परिश की वयिसथा करा द...(वयिधान)..गिनयमि कॉिजो म उसक परिश

की वयिसथा होना चावहए. फीस तो िहाा कम िगती ह. उसको परिश ही नही वमिता ह. उसम रह

ददककत ह.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- उपाधरकष महोदर, उसको परिश की वयिसथा वमि जाए,

उसको सहारा वमि जाए, सरकार उसक वशकषण की वयिसथा म थोडी सी उदारता ददखा द, रही तो

मरा कहना ह और करा ददककत ह.

का िर विजर शाह-- माननीर उपाधरकष जी, हमन तो इसस और बढ कर भी भारत सरकार

को कहा ह दक अगर सीि नही ह, मान िीवजए वजतन डी.एड., बी.एड., कॉिज ह और उसकी सीि

फि हो गई ह तो हम तो आप अनमवत द, हम सकणड वशफि म भी डी.एड., बी.एड., कॉिज

चिाना चाहत ह.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- पर आपका जो परसताि ह दक चार-पााच िाख रपर का

पकज द ददरा जाएगा. उपाधरकष महोदर, चार-पााच िाख रपर म उस विधिा की वजनदगी नही

वनकिगी. इसक बजार उसको अगर आप कही नौकरी म िन का पररास करग रा उसको कही आप

उसक बि को वशकषक बनान की बात करग.....दफर भी आपन जो हमार सझाि को सिीकार दकरा,

भारत सरकार तक आपन वचटठी विखन का हमको आशवासन ददरा और जो आपन उदारता ददखाई

उसक विए म आपका हदर स आभार वयकत करता हा.....

का िर विजर शाह-- उपाधरकष महोदर, इसको हम भारत सरकार को भज दत ह.

उपाधरकष महोदर-- सहमत ह मातरी जी.

शरी क.पी.वसाह-- इसको िापस नही िना, इसको भारत सरकार को जान

दीवजए...(वयिधान)..

शरी मरिीधर पािीदार-- माननीर मातरी जी क साथ सदन क सार विधारक जाएा परकाश जी

जािडकर क पास. ..(वयिधान)..

Page 134: मध्र्प्रदेश विधान सभा की ...mpvidhansabha.nic.in/house proceedings/hp210717.pdfस म नन र म त र ज स वन दन ह दक

विधान सभा कारयिाही / 21 July 2017 अशोवधत / परकाशन क विए नही

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- िापस का सिाि नही, उन सझािो क साथ....(वयिधान)..

शरी क.पी.वसाह-- इसको तो जान दीवजए जो हमन सझाि ददरा ह..(वयिधान)..

शरी शाकरिाि वतिारी-- उपाधरकष महोदर, जो चार-पााच िाख िािी बात आई ह रह

उवचत नही ह.

शरी रशपाि वसाह वससोददरा-- माननीर उपाधरकष जी, म कषमा चाहागा. जो माननीर मातरी

जी न आशवासन ददए ह, भारत की सरकार को इसक आिशरक सझाि परसतत कर और राजर

सरकार की ओर स जो आप उनको अनदान द रह ह, रा उनकी वयिसथा कर रह ह, उस आशर क

साथ आप अनशासा करन की कपा कर.

शरी शाकरिाि वतिारी-- उपाधरकष महोदर, उनको चार-पााच िाख का झनझना नही,

उनको नौकरी दी जाए.

उपाधरकष महोदर-- परशन रह ह दक-

"सदन का रह मत ह दक कनर सरकार क वशकषा का अवधकार अवधवनरम क अनसार

वशकषको की मतर उपराात उनक पररिारजनो को दी जान िािी अनका पा वनरवकत क मामिो म

बी.एड.एिा डी.एड. की अवनिारयता को समापत दकरा जाए."

का िर विजर शाह-- माननीर उपाधरकष जी, सियसममवत स भारत सरकार को भज दग.

सियसममवत स साकलप सिीकत हआ.

उपाधरकष महोदर-- विधान सभा की कारयिाही सोमिार ददनााक 24 जिाई 2017 क परातः

11.00 बज तक क विए सथवगत.

अपराहन 6.10 बज विधान सभा की कारयिाही सोमिार ददनााक 24 जिाई 2017 (2

शरािण शक साित 1939) क पिायहन 11.00 बज तक क विए सथवगत की गई.

भोपािः अिधश परताप वसाह

ददनााकः 21 जिाई 2017 परमख सवचि,

मधरपरदश विधान सभा