भाकृअनुपकेन्द्रीय ...इस सर मय कन दद वग य...

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भाक अन -के री क ाावान सान ी गंगानगर राजमागग, बीछवाल, बीकानेर-334 006 (राज) ICAR- CENTRAL INSTITUTE FOR ARID HORTICULTURE Sri Ganganagar Highway, Beechwal- BIKANER-334006 e-mail- [email protected] www.ciah.icar.gov.in. Phone-0151-2250960 : Fax-2250145 दिनक 18 अेल 2020 दकसन के दलए शु बगवनी की तकनीकी सलह 1. किसान भाईयो िो सलाह दी जाती है कि गी िे ौस उगाई जाने वालिद् दू वगीय सीयो इस सय ृदुरोकल (Downy Mildew) बीारी आ सिती है कजसिे िारण सयो िी पकियो िी ऊपरी सतह पर हे पीले िोणीय धे एव नीचली सतह पर ृदुरोकल फफू द बगनी रग िी कदखाई देने लगती है इसिी रोिथा िे कलए इन फसलो पर रडोकल (1.5ा) अथवा िोजेब (2.0 ा) कत लीटर पानी कलािर 10 कदन िे अतराल पर दो बार किडिाव िर 2. इस सय िद्दूवगीय सयो ाकन (कव) रोग भी आ सिता है इस रोग से पकिया पीली पड़ जाती है और पौधा ुरझािर सूख जाता है इस रोग िी रोिथा िे कलए 1.0 लीटर पानी 1.0 ा बाकवीन कलािर पौधो ड रकचग ितथा नी िी पकियो िा रस कनिालिर, 2.0 कली. रस िो 1.0 लीटर पानी कलािर दस कदन िे अतराल पर दो बार किड़िाव िर 3. इस सय कजन िददूवगीय सियो फल बनना शु हो गये है, उन ौस बदलाव िे िारण फल ी िे िोप िसावना ादा रहती है इसिे कनयण िे कलए कसत फलो िो तोड़िर जीन दबाना चाकहए, खेत 8-10 ूलूर टरेप कत हेयर फूल आने से पहले लगाना चाकहये यकद फल ी िा िोप बत ादा हो तो डाईेथोऐट (30 ई सी) 1.5-2.0 कलीलीटर कत लीटर या ˙ीनोसैड (45 एस सी) िा 0.4-0.5 कली. कत लीटर पानी िे कहसाब से साफ ौस किडिाव िरना चाकहए 4. गी िे ौस अनार ाईट िा िोप अचानि बढ़ जाता है यह िीट पकियो िा रस चूसता है कजससे पकियो िी नीचली सतह सफ़ेद भूरे रग िी हो जाती ह और पकिया ुड़ िर कगरने लगती है इस िीट िे कनयण िे कलए ोपारजाईट (57 ई.सी.) िा 1.5-2.0 कली. कतलीटर अथवा ऐ˙ायरोेकसफेन (240 एस.सी.) ि0.4-0.5 कली. कत लीटर पानी घोल बनािर बारी बारी से किड़िाव िर तथा कनयकत कसचाई िर 5. इस सय कदन-कतकदन वातावरण िा तापान बढ़ रहा है और गर हवा चलने िी भी सभावना है इसीकलए किसान भाईयो िसलाह दी जाती है कि ौस िे बदलाव िो ान रखते ये सयो िफसलो व फलो िे बगीचे उकचत तरीिे से सय-सय पर कसचाई िरते रह और नी सरण िे कलए उकचत पुआल जैसे घास-फूस व शेडनेट िा भी उपयोग िर सिते ह 6. किसान भाईयो िो यह भी सलाह दी जाती है कि गी सी फ़सलो , फलो िी तुड़ाई उकचत सय पर िरिे अी तरह से ेकडग, पैकि ग िर बाज़ार बचे ताकि उकचत भाव कल सि फलो िी तुड़ाई सुबह िे सय ठडे ौस िर 7. िकवड-19 िे सण से बचने िे कलए किसान भाईयो िो सलाह दी जाती है कि अपने खेती िायय िरते सय उकचत सााकजि दूरी (6-7 फीट) बनाए रख , हाथो िो साबून से बार-बार धोते रह खेत िायय िरते सय अपने ुह पर ा ियोग अव िर िृकि िाय उपयोग कलए जाने वाले औज़ार व शीन जैसे ेशर, टर े, टर ोली, हल, ˚ेयर व अ औजारो िी सफाई व उकचत सेनीटाईजेशन िरिे ही उपयोग ल 8. िकवड-19 वायरस बीारी से सति और बचे रहने िे कलए अपने ोबाईल आरो सेतु एप डाउनलोड िर ल

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  • भाकृअनपु-केन्दर्ीय शुष्क ुक््ाावाान ् सं्ा्ान श्री गगंानगर राजमागग, बीछवाल, बीकानेर-334 006 (राज)

    ICAR- CENTRAL INSTITUTE FOR ARID HORTICULTURE Sri Ganganagar Highway, Beechwal- BIKANER-334006

    e-mail- [email protected] www.ciah.icar.gov.in. Phone-0151-2250960 : Fax-2250145

    दिन ांक 18 अपे्रल 2020

    दकस न ां के दलए शुष्क ब गव नी की तकनीकी सल ह

    1. किसान भाईयोों िो सलाह दी जाती है कि गर्मी िे र्मौसर्म र्में उगाई जाने वाली िद्दूवगीय सब्जीयोों र्में इस सर्मय रृ्मदुरोकर्मल

    (Downy Mildew) बीर्मारी आ सिती है कजसिे िारण सब्जब्जयोों िी पकियोों िी ऊपरी सतह पर हले्क पीले िोणीय धबे्ब एवों

    नीचली सतह पर रृ्मदुरोकर्मल फफूों द बैंगनी रोंग िी कदखाई देने लगती है। इसिी रोिथार्म िे कलए इन फसलोों पर ररडोकर्मल

    (1.5ग्रार्म) अथवा र्मेंिोजेब (2.0 ग्रार्म) प्रकत लीटर पानी र्में कर्मलािर 10 कदन िे अोंतराल पर दो बार किडिाव िरें ।

    2. इस सर्मय िद्दूवगीय सब्जब्जयोों र्में म्लाकन (कवल्ट) रोग भी आ सिता है। इस रोग से पकियाों पीली पड़ जाती है और पौधा

    रु्मरझािर सूख जाता है। इस रोग िी रोिथार्म िे कलए 1.0 लीटर पानी र्में 1.0 ग्रार्म बाकवस्टीन कर्मलािर पौधोों र्में डर ें कचोंग िरें

    तथा नीर्म िी पकियोों िा रस कनिालिर, 2.0 कर्मली. रस िो 1.0 लीटर पानी र्में कर्मलािर दस कदन िे अोंतराल पर दो बार

    किड़िाव िरें ।

    3. इस सर्मय कजन िददूवगीय सब्जियोों र्में फल बनना शुरू हो गये है, उनर्में र्मौसर्म र्में बदलाव िे िारण फल र्मक्खी िे प्रिोप

    िी सम्भावना ज्यादा रहती है। इसिे कनयोंत्रण िे कलए ग्रकसत फलोों िो तोड़िर जर्मीन र्में दबाना चाकहए, खेत र्में 8-10 कू्यलूर

    टर ेप प्रकत हके्टयर फूल आने से पहले लगाना चाकहये। यकद फल र्मक्खी िा प्रिोप बहुत ज्यादा हो तो डाईरे्मथोऐट (30 ई सी)

    1.5-2.0 कर्मलीलीटर प्रकत लीटर या स्पीनोसैड (45 एस सी) िा 0.4-0.5 कर्मली. प्रकत लीटर पानी िे कहसाब से साफ र्मौसर्म र्में

    किडिाव िरना चाकहए।

    4. गर्मी िे र्मौसर्म र्में अनार र्में र्माईट िा प्रिोप अचानि बढ़ जाता है। यह िीट पकियोों िा रस चूसता है। कजससे पकियोों िी

    नीचली सतह सफ़ेद भूरे रोंग िी हो जाती हैं और पकियाों रु्मड़ िर कगरने लगती है। इस िीट िे कनयोंत्रण िे कलए प्रोपारजाईट

    (57 ई.सी.) िा 1.5-2.0 कर्मली. प्रकतलीटर अथवा ऐस्पायरोरे्मकसफेन (240 एस.सी.) िा 0.4-0.5 कर्मली. प्रकत लीटर पानी र्में घोल

    बनािर बारी बारी से किड़िाव िरें तथा कनयकर्मत कसोंचाई िरें ।

    5. इस सर्मय कदन-प्रकतकदन वातावरण िा तापर्मान बढ़ रहा है और गरर्म हवा चलने िी भी सोंभावना है। इसीकलए किसान भाईयोों

    िो सलाह दी जाती है कि र्मौसर्म िे बदलाव िो ध्यान र्में रखते हुये सब्जब्जयोों िी फसलोों व फलोों िे बगीचे र्में उकचत तरीिे से

    सर्मय-सर्मय पर कसोंचाई िरते रहें और नर्मी ों सरक्षण िे कलए उकचत पुआल जैसे घास-फूस व शेडनेट िा भी उपयोग िर

    सिते हैं।

    6. किसान भाईयोों िो यह भी सलाह दी जाती है कि गर्मी र्में सब्जी फ़सलोों, फलोों िी तुड़ाई उकचत सर्मय पर िरिे अच्छी तरह

    से गे्रकडोंग, पैकिों ग िर बाज़ार र्में बेंचे ताकि उकचत भाव कर्मल सिें । फलोों िी तुड़ाई सुबह िे सर्मय ठों डे र्मौसर्म र्में िरें ।

    7. िोकवड-19 िे सोंक्रर्मण से बचने िे कलए किसान भाईयोों िो सलाह दी जाती है कि अपने खेती िायय िरते सर्मय उकचत

    सार्माकजि दूरी (6-7 फीट) बनाए रखें, हाथोों िो साबून से बार-बार धोते रहें। खेत र्में िायय िरते सर्मय अपने रु्मुँह पर र्मास्क

    िा प्रयोग अवश्य िरें । िृकि िायों र्में उपयोग कलए जाने वाले औज़ार व र्मशीन जैसे थे्रशर, टर ेक्टर, टर ोली, हल, से्प्रयर व अ

    औजारोों िी सफाई व उकचत सेनीटाईजेशन िरिे ही उपयोग र्में लें।

    8. िोकवड-19 वायरस बीर्मारी से सतिय और बचे रहने िे कलए अपने र्मोबाईल र्में ‘आरोग्य सेतु’ एप डाउनलोड िर लें।

  • भाकृअनपु-केन्दर्ीय शुष्क ुक््ाावाान ् सं्ा्ान श्री गगंानगर राजमागग, बीछवाल, बीकानेर-334 006 (राज)

    ICAR- CENTRAL INSTITUTE FOR ARID HORTICULTURE Sri Ganganagar Highway, Beechwal- BIKANER-334006

    e-mail- [email protected] www.ciah.icar.gov.in. Phone-0151-2250960 : Fax-2250145

    Dated 18.04.2020

    Arid Horticulture Technological Farmers Advisory

    1. The cucurbit vegetables (like Kachri, snapmelon, watermelon, long- melon, ridgegourd and bottlegourd, pumpkin,

    etc.) grown during summer season, may be attacked by downy mildew disease at this time. In this disease light

    yellow angular spots on upper surface of leaves and purple coloured spots of downy mildew fungi occur on lower

    surface of leaves. It may be controlled by spraying 1.5 gram Ridomil or 2.0 gram Mancozeb per litre of water on

    the crops twice at the interval of 10 days.

    2. During this period, wilt disease may occur in cucurbitaceous vegetables due to which the leaves of the affected

    plants become yellow and after some time it die. At this stage of crop, the wilt disease may be controlled by

    drenching the solution of 1.0 gram bavistin per liter of water in crop fields or spray of neem leaves extract @ 2.0

    ml in 1.0 liter of water twice at the interval of 10 days is advised to control this disease.

    3. Due to change in weather, the possibility of attack of fruit flies in cucurbits in which fruit setting already started is high. For integrated management of fruit fly, affected fruits should be collected, buried in soil and 8-10 cue-lure

    traps per ha. should be installed prior to flowering. If the attack of fruit fly is severe, spray of dimethoate (30 EC)

    @ 1.5-2.0 ml/l or spinosad (45 SC) @ 0.4-0.5 ml/l of water should be done during clear weather.

    4. In pomegranate, mite infestation increase suddenly during hot dry weather. Adult and nymphs feed on the lower leaf surface by sucking sap. Shiny white or brown patches can be seen on the under surface of affected leaves

    which may further curl and fall. Leaves show reddish look on severe infestation and give red colour on pressing

    with thumb. Spray of propargite (57% EC) 1.5-2 ml/l or spiromesifen (240 SC) 0.4-0.5 ml/l in rotation during dry

    weather and application of regular irrigation is suggested for effective management.

    5. As the temperature of the environment is increasing day by day and there is possibility of blowing the hot winds. Therefore, farmers are advised to irrigate their vegetable and fruit crops/orchards regularly using appropriate

    method/technique of irrigation and also take some measures to conserve the soil moisture using mulches of

    materials like dry grass, straw or green shed nets, etc.

    6. The farmers are advised for proper harvesting of fruits/produces of summer vegetables on time, essentially early in morning and after grading- packing of them same may be sold in appropriate local markets/mandies so that you

    can get ruminative price of the produces.

    7. To save from the infection of COVID-19, the farmers are advised, to maintain proper social distance (6-7 feet) while doing their daily routing work of farming; wash the hands time to time (again and again) with soap, use

    mask essentially while working in fields/homes and all agricultural implements/machines like harvester, threshers,

    tractors, trolley, sprayers and others should be used after proper cleaning and sensitization.

    8. Please, download the "Aarogya Setu” App in your mobile for staying informed and alert against COVID-19.