Aadhunik Bharat Ka Itihas - Part 1 - A Hindi Book by - Dhanpati Pandey - आधुनिक भारत का इतिहास - भाग 1 - धनपति पाण्डेय
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8/16/2015 Aadhunik Bharat Ka Itihas Part 1 A Hindi Book by Dhanpati Pandey आध नक भारत का इतहास भाग 1 धनपत पाड य http://pustak.org/home.php?bookid=4577 1/7 Hindi / English शदकाअथखोज प तक 耂वषय नई प तक कहानी स ह क耂वता स ह उपयास नाटकएका क ल खनब ध हायय य यवहारक माग द耂श का गजलऔरशायर स मरण बाल एव य वा साहय जीवनी/आमकथा याा व ता त भाषा एव साहय वासी ल खक स क त धम एव दश न नार 耂वमश कलास गीत वाय耂च耂कसा योग ऑ耂डयो सी.डी. एव डी. वी. डी. इतहास और राजनीत खाना खजाना कोशस ह अथ शा वात एव योतष 耂सन मा एव मनोर जन 耂व耂वध पया वरण एव 耂वान प एव पकारता ईप तक अय भाषा 耂सतबर ०९, २०१३ प तकभ जनका खच प तकभ जनक सामाय डाक खच क जानकार आग स रलज़ >> इतहास और राजनीत >> आध नक भारत का इतहास भाग 1 आध नक भारत का इतहास भाग 1 << खरद धनपत पाड य << आपका काट म य : $ 11.95 काशक : मोतीलाल बनारसीदास पिलशस आईएसबीएन : 81-208-2884-4 का耂शत : जनवर ०१, १९९४ प तक : 4577 म खप ठ : सिजद सारा श: त तहप तक कक छ अ श आध नक भारत का इतहास पटतः दो भाग मब टा ह । 1857 का स नक 耂वोह अपनपीछ िजस प ठभ 耂म को रखह ए हवह प तककपहलभागक耂वषय-वतह । इसका आरभ डच, प त गाल, अ जी, ा सीसी-इन सभी 耂वद 耂शय कभारत-आगमन सहोता ह । यह बात श मह साफ हो गई थी 耂क सफलता अ ज कहाथ लग गी और उसककारण पट थ । व रावाद म 耂ववासरखतथजब耂क भारत मन यह भावना थी और न अन शासन। य -कौशल तथा रणनीत मअ ज भारतीय क अप ाकहआग थ । भारतीय स नक अपन राजाओकतनठावाननहथ । इहसब बात सभारतीय का अपनी भ 耂म पर ह पतन ह आ। उधर अ जकसामनन तकता ज सी कोई चीज नहथी। ब गाल, अवध, म स र महारा, प जाब और 耂स ध इन सभी का 耂वलय अ जी सााय महो गया। जो भी अ जशासकआयचाहवह वार न ह िट स हो या लाडकान वा耂लस,लाडव ल जल हो या लाडह िट स लाड 耂व耂लयम ब ट क हो या लाड डलहौजी सभी नशासकय स धार पर बल दया। भारतीय समाज अन क क रतय का 耂शकार था। जात-था, बाल-वध, बाल-耂ववाह, सती-था, 耂वधवा 耂ववाह- नष ध आद ककारण भारतीय समाज खोखला हो रहा था। अपनी अ ध耂ववासी परपरा एव रत-रवाज क घ रमपड़भारतीयआध नकताससव था अपर耂चत थ । ईट इिडया कपनी नश मतो भारतीय समाजकमामलमतटथताकनीतअपनायीपरत13वीशतादकअितमचरणमअ ज भारतीय समाज मस धारलानकसोचनलग । भारत कत स धारवादिटकोणअपनानकपीछजोभी कारणरहह,परतइससभारतमप नजा गरण का मागख ला। सामािजक कान न बनानका म श ह आ बाल-वध, 耂वधवा 耂ववाह-नष ध, नर ब耂ल, सती था आद ऐसी बातथी िजनकनवारण मसरकार को राजा राममोहन राय तथा ईवरच 耂वयासागर ज सभारतीयन ताओका सहयोग भी 耂मला। ईट इिडया कपनी ककाल मआ耂थ क परवत नह ए। अ जकआनसपहलभारतीयामआमनभ र थ । भारतीय कारगर क यात द र-द र तक थी। भारत कसामान सद शी और 耂वद शी मिडयाभर रहती थी । 18 वीशताद कआरभ तक भारत सउक ट स ती और र शमी व, मसाल , नील, चीनी, दवाए और जवाहरात आद बड़ी माा म 耂वद श भ जजातथऔरबदलमसोनाऔरचा द हद तानमआता था। श मईट इिडया कपनी नभी भारतीय चीज का ख ब नया त 耂कया परतकालातर मभारतीय यापार और कला-कौशल का गला घटनक नीत अपनायी गयी। क 耂ष-भ 耂म पर भ राजव लगाया गया िजसक कठोरता ककारण क 耂ष क गत समात हो गई। इस कार कपनी कशासन काल मक 耂ष, यापार व उयोग तीन का ास ह आ। 19 वीशताद कप वभारतमप जी लगाकर अ जनयहाक अथ यथा पर अपनी पकड़ कर ल। द सर ओर वह भारत का धन इ गल डलगय । इन दोन बात सह भारत का आ耂थ क शोषण ह आ। धन कइस नग मन नजहाभारत को दर बनाया वहाइ गल ड क औयो耂गक 耂वकास नगत पकड़ी। प तक का समापन स नक 耂वोह कह पहलककाल पर होता ह । प तक को उपयोगी बनानक耂लए यथास भव यास 耂कया गया ह । तय कत तीकरण मइतहास धम का पालन 耂कया गया ह । इतहास का कोई भी अय ता इस सचाई को नहनकार सकता 耂क इतहास 耂लखनमकोई भी बात अितम प स 耂ल耂पब नहक जा सकती। म रत तीकरण क भी यह सीमा प तक खोज च耂च त प तक महासमर नर कोहल लावयद वी क स म ख मानी आग समाचार और स चनाऍ माच १५, २०१५ ग गललब स आग ... मई १८, २०१३ हमारस हमई प तकभी उपलध ह ।कछ ई-प तकयहा द ख । आग ... एपल आई ब स एपल य पर हद प तकपढ़ आग ... Font : CDACGIS1 Go