जैव कराे क आवश कता हैै मााव जजवा के अ...
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जैव-�व�वधता �दवस समारोह 22 मई 2015
शषु् वव वसुसधाव ससंसाव, जोधपरु
जैव-�व�वधता के संर�ण हेतु लोगो म� जागरकता लााे के लल हर तर रर र ास
कराे क� आवश कता हैै मााव जजवा के अ त्व हेतु जैव-�व�वधता सबसे मह्वरपणण है ,
ह उदगार रशुक वा ासंुधाा सं साा (आफर�) के �ादेरक, शज ला. के. वास,ु भा.व.से.
ाे आफर� सभागार म� ंतराणशष� जैव-�व�वधता �दवस रर आ ोअजत समारोह म� व यत
�कलै इस समारोह म� आफर� के सास-सास वा �वभाग के �धका�र � ाे भज �ह सा
ल ाै इस वसर रर शज वास ुाे बता ा �क , जैव-�व�वधता �दवस को लक उ्सव क�
तरह माा ा जााा चा�हल तसा देर के र् ेक ााग�रक को राे- राे �ैत म� जैव-
�व�वधता के संर�ण लंव संवधणा हेतु र ास कराा चा�हल उएहोाे बता ा �क , रकर �त म�
उरलबध हर वा र�त को राा मह्व है तसा को भज रादर ा जएतु बेकार ाह� होता
हैै रा�रअ स�तक� तंत म� सभज का राा मह्व हैै शज वास ुाे कांजजरंगा म� वए जजव
संर�ण हेतु राे ाभुव� के बारे म� �व तरत व ाय ाा भज �द ाै
का ण् म म� आफर� के व�रश� वठैा�ाक �न. जज. सहं ाे जैव-�व�वधता रर राे
व ाय ाा म� मर �ैत म� रा े जााे वाले �व भएा रादरो के बारे म� व ाय ाा �द ाै �न.
सहं ाे �व भएा रादरो के सास ए रादरो के स बएध म� जैव-�व�वधता दवारा सतत त
�वकास रर राे �वचार र तुत करते हुल जैव-�व�वधता के बारे म� आंक� ेर तुत �कलै
आफर� क� वठैा�ाका �न. रंजाा आ ण ाे लवणज भप म म� रपधरोरण लवं जैव-�व�वधता म�
र�रवतणा रर व ाय ाा �द ाै उएहोाे लवणज �ेत� म� रा े जााे वाले �व भएा रादरो के
बारे म� �व तार से बता ा ै
का ण् म म� वा �वभाग के शज रद�र रमाण ाे जल संर�ण रर क�वता रा� �क ा
और जब�क आफर� के समपह समएव क (रोध) शज बज. आर. भादप तसा आफर� के कर �ष
वा�ाक� लवं �व तार रभाग के रभागार � , शज उमाराम चपधर� , भा.व.से. ाे भज जैव-
�व�वधता रर राे �वचार र तुत �कलै वा �वभाग के उर वा संर�क (वए जजव) ,
महेए् सहं रा�प� ाे मा�च ा राकण , जोधररु के �वकास लवं जैव �व�वधता �दवस रर तसा
उर वा संर�क शज आर. के. सहं ाे मर �ैत क� जैव-�व�वधता लवं भ�वश म� उाके
संर�ण रर राा व ाय ाा �द ाै का ण् म का संचाला शजमतज भावाा रमाण ाे �क ा
जब�क धए वाद ठारा आफर� के समपह समएव क (रोध) शज बज. आर. भादप ाे �क ाै
इस वसर रर जैव-�व�वधता रर लक र ैरलैै का �वमोचा भज �क ा ग ा ै इस
का ण् म म� शज रतााराम लोहरा लवं शज म�हराल �वशाो ाे सह ोग �क ा ै
जैव �व�वधता �दवस पर जार� पमै्फले
जैव-�व�वधता �दवस पर वव मण्फ, जोधपरु दवारा आोोजत रैफ� ्ा ्र�
पाआोयो् वसनर� म� ्ाआनाम
ंतराणशष� जैव-�व�वधता �दवस के रचार-रसार हेतु इस वसर रर रात:काल वा
मण�ल जोधररु दवारा रैल� का आ ोजा भज �क ा ग ाै रैल� का आगाग ैैगोर मार मक
�वद ाल से हुआै इस रैल� म� ैैगोर मार मक �वद ाल , मधबुा हाउ सगं बो�ण के
�वद ासथगण लवं वा मण�ल , जोधररु के ैाफगण सअ म लत सेै रैल� का समारा
आफर� क� रा ो�गक रपधराला रर हुआै हाह रहुहचाे रर रैल� के सद � को उउच
तकाजक रपधराला का भमण करा ा ग ा लवं सास ह� कर �ष वा�ाक� लवं �व तार रभाग
के रभागार � शज उमाराम चपधर� , भा.व.से. ाे रपध त ैार कराे के लल उर युत �व�ध
क� जााकार� द�ै भमण के दपराा ासणर� रभार� शज सादलुराम देवरा ाे भज ासणर� संबंधज
जााकार� उरलबध करााे म� सह ोग �क ाै भमण के रशचात रैल� के समारा का ण् म म�
ंतराणशष� जैव-�व�वधता �दवस क� मह्ता और जैव-�व�वधता संर�ण रर �व भएा
वयताां ाे रकार �ालाै वा �वभाग के शज आर. के. सहं , उर वा संर�क ाे
�वद ासथ � लवं उरअ सत लोग� को जैव �व�वधता संर�ण के �व भएा रहलांु क�
जााकार� द�ै वा संवधणा रभाग के रभागार � शज रज. चवहाण ाे रादर �व�वधता के
बार� म� बता ाै वा �वभाग के शज वज. लस. दवे, सहा क वा संर�क, जोधररु ाे सभज का
धए वाद ठा�रत �क ाै
समाचार पत् ् ्तरव�