जी.टी.आई. नोएडा में हास्य कवि ......आम त र त...

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जी.टी.आई., नोएडा म हाय कवि समेलनका आयोजन जी.टी.आई., नोएडा म हदी के गामी योग बढ़ाने तथा कामिक एव उनके परिवािजन म हदी के तत चि व जागकता बढ़ाने के उदेय से िाजभाषा कायािवयन समतजी.टी.आई., नोएडा के तवाधान म हदनाक 11 मािि 2016 को एक ाय कवसमेलन का आयोजन कया गया | कवव समेलन म म य अततचथ के प म ी बी.सी. िपाठ, अय एव बध तनदेशक आमित थे तथा ी एम. िववन, तनदेशक (मानव ससाधन) भी कायिम म उपथथे | कायिम का आिभ ीमती एव ी बी.सी. िपाठी, ीमती एव ी एम. िवन, एव आमित कवगण वािा दीप वलत किके कया गया | कवव समेलन म देश के यात ाय कव ी स ि शमाि के अलावा ी वीण श ला, ी ववनय ववास तथा स ी सीता सागि आमित थे | ी अजय दीप, वरि. बधक (शण) ने म य अततचथ, अय गणमाय अततचथय तथा ोताओ का वागत कया | तपिात उने कवव समेलन के मि सिालन के लए ाय कव ी स ि शमाि को आमित ककया | कवव समेलन के ािभ म ी स ि शमाि ने आमित सभी कववय का परििय हदया तपिात कववय वािा काय पाठ की श आत | कवव ी वनय ववास ने अपनी कवता के मायम से सास’, पिपिाऔि ईमानदािीजैसे शद के िलत तथा आध तनक सदभि म य त अथि समझाए तथा अय ाय कववताओ से ोताओ का मनोिजन कया | ी सीता सागि ने गाि िस की कववताओ का स िमय पाठ किके ेाग को िगमय कि हदया | उने अपनी कववताओ के मायम से नािी की ववभन मनोदशाओ का स दि व सजीव वणिन ककया जसे दशिक ने ब त सिाा | कवव ी वीण श ल ने आज के माौल के परिेय म ययामक हटपणी किते ए कववताओ को त त ककया | ी स ि शमाि ने अपने सध अदाज म ववभन वषय पि ाय कवताए स नाने के अलावा मानवीय जीवन के क छ पल ओ से ज ड़ी सजीदा त तया भी द| जा ी स ि शमाि की ाय तय ने लोग को सा-सा कि लोटपोट कया वी उनकी सजीदा त तय ने लोग को सोिने पि मजब ि भी ककया | ाय, यय, गाि िस की कववताओ व ि टीले

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  • जी.टी.आई., नोएडा में ‘हास्य कवि सम्मेलन’ का आयोजन जी.टी.आई., नोएडा में ह िंदी के प्रगामी प्रयोग बढ़ाने तथा कार्मिकों एविं उनके परिवािजनों में ह िंदी के प्रतत रूचि व जागरूकता बढ़ाने के उद्देश्य से िाजभाषा कायािन्वयन सर्मतत जी.टी.आई., नोएडा के तत्वाधान में हदनािंक 11 मािि 2016 को एक ास्य कवव सम्मेलन का आयोजन ककया गया |

    कवव सम्मेलन में मुख्य अततचथ के रूप में श्री बी.सी. त्रिपाठी, अध्यक्ष एविं प्रबिंध तनदेशक आमिंत्रित थे तथा श्री एम. िवव िंद्रन, तनदेशक (मानव सिंसाधन) भी कायिक्रम में उपस्स्थत थे | कायिक्रम का आिम्भ श्रीमती एविं श्री बी.सी. त्रिपाठी, श्रीमती एविं श्री एम. िवव िंद्रन, एविं आमिंत्रित कववगणों द्वािा दीप प्रज्जज्जवर्लत किके ककया गया | कवव सम्मेलन में देश के प्रख्यात ास्य कवव श्री सुिेंद्र शमाि के अलावा श्री प्रवीण शुक्ला, श्री ववनय ववश्वास तथा सुश्री सीता सागि आमिंत्रित थे | श्री अजय दीप, वरि. प्रबिंधक (प्रर्शक्षण) ने मुख्य अततचथ, अन्य गणमान्य अततचथयों तथा श्रोताओिं का स्वागत ककया | तत्पश्िात उन् ोंने कवव सम्मेलन के मिंि सिंिालन के र्लए ास्य कवव श्री सुिेंद्र शमाि को आमिंत्रित ककया | कवव सम्मेलन के प्रािम्भ में श्री सुिेंद्र शमाि ने आमिंत्रित सभी कववयों का परििय हदया तत्पश्िात कववयों द्वािा काव्य पाठ की शुरूआत ुई | कवव श्री ववनय ववश्वास ने अपनी कववता के माध्यम से ‘सा स’, ‘पिम्पिा’ औि ‘ईमानदािी’ जैसे शब्दों के प्रिर्लत तथा आधुतनक सिंदभि में प्रयुक्त अथि समझाए तथा अन्य ास्य कववताओिं से श्रोताओिं का मनोििंजन ककया | सुश्री सीता सागि ने श्ररिंगाि िस की कववताओिं का सुिमय पाठ किके पे्रक्षागर को ििंगमय कि हदया | उन् ोंने अपनी कववताओिं के माध्यम से नािी की ववर्भन्न मनोदशाओिं का सुिंदि व सजीव वणिन ककया स्जसे दशिकों ने ब ुत सिा ा | कवव श्री प्रवीण शुक्ल ने आज के मा ौल के परिपे्रक्ष्य में व्यिंग्यात्मक हटप्पणी किते ुए कववताओिं को प्रस्तुत ककया | श्री सुिेंद्र शमाि ने अपने सुप्रर्सद्ध अिंदाज में ववर्भन्न ववषयों पि ास्य कववताएिं सुनाने के अलावा मानवीय जीवन के कुछ प लुओिं से जुड़ी सिंजीदा प्रस्तुततयािं भी दी | ज ााँ श्री सुिेंद्र शमाि की ास्य प्रस्तुततयों ने लोगों को ाँसा- ाँसा कि लोटपोट ककया व ीिं उनकी सिंजीदा प्रस्तुततयों ने लोगों को सोिने पि मजबूि भी ककया | ास्य, व्यिंग्य, श्ररिंगाि िस की कववताओिं व िुटीले

  • कटाक्षों के माध्यम से सभी कववयों की प्रस्तुततयों से श्रोतागण खूब आनिंहदत ुए तथा सभी कववयों के प्रयासों की प्रशिंसा की |

    कवव सम्मेलन में हदल्ली तथा िाष्ट्रीय िाजधानी के्षि में पदस्थ कायिकािी तनदेशक, म ाप्रबिंधक, अन्य वरिष्ट्ठ अचधकािीगण तथा जी.टी.आई., नोएडा में पदस्थ कार्मिक अपने परिवाि के साथ उपस्स्थत थे |

    कायिक्रम के अिंत में अध्यक्ष एविं प्रबिंध तनदेशक श्री बी.सी. त्रिपाठी ने अपने उद्बोधन में क ा कक म ानगिों में ि ने वाले लोग िोजमिाि की आपाधापी औि भागदौड़ की वज से तनावग्रस्त ो जाते ैं | इस प्रकाि के ल्के-फुल्के कायिक्रम लोगों को तनावमुक्त ोने में स ायता किते ै | उन् ोंने सभी कववयों को अपनी प्रस्तुततयों के माध्यम से सािगर्भित सिंदेश देने के र्लए भी धन्यवाद हदया |

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