class 2 health hygine
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सवासय और सवचछता
सवासय
हलत शरीर की दकषता वा कषमताको दशााता ह.
सवसथ शरीर को एक हलत टराइगलक मधयम स दशााया जाता ह.
हलत टराइगल तीन चीजो सममलकर बनता ह जो की इस परकारह- फिजजकल, सोमशयल, और मटलहलथ
सवासय तरिकोण
फिजजकल हलथ शरीर कीकाया करन की कषमता कोदशााता ह.
फिजजकल हलथ पर कईचीजो का परभाव पडता हजस की: वयायाम, पोषण,नीद, आलकोहॉल औरनशा, और वजन.
फिजिकल हलथ
वयायाम वो फिया ह जजसस कीशरीर की माषपमशयो कोफिजजकली फिट रखन म मददममलती ह.
वयायाम शरीर को जाडा उजाा दनका कम करता ह, वजनननयतरित रखता ह, खद परभरोस को बढता ह, और जटटलबीमाररयो स लडन की शजततदता ह.
फिजिकल हलथ - एकससााइि
सही और सतमलत आहार एक अछा जीवन जीन कमलए बहत ही आवशयक ह.
पोशाक भोजन हमार खान और हमारा शरीर को उसभोजन को उपयोग म लान क बीच एक सतलन बनताह.
शारीररक सवासय - पोषण
एक वयजतत को टदन मऔसतन 8 घट की नीद लनी चाटहए.
मानव शरीर को ननयममतरहना पसद ह और इसीमलए मलह हम सोन और जागन क समय को ननरााररत करक उसका पालन करना चाटहए..
फिजिकल हलथ-सलीप
आलकोहॉल और अनय नशीलपदाथा टदमाग क सदशो को रीरकर दत ह समझन की शजततपर भी असर डालत ह.
इस तरह क पदाथो क सवन सदघाटनाए, कार दघाटनाए,काननी टदतकत, अनचाह गभा,आड और झगड बढ जात ह.
फिजिकल हलथ : आलकोहॉल और डरगस
सतमलत वजन रखन स कई तरह की बीमाररयो
जस की हदय रोग और मरमह स बचन म मदद
ममलती ह.
वयायाम और आच पोषण स हम अपन वजन को
सतमलत रखन म मदद ममलती ह.
फिजिकल हलथ: वट मनजमट
हम कस सोचत ह, तयामहसस करत ह और रोजमराा की समसयाओ को कस हडल करत ह य हमार मानमसक सवासया पर ननभार करता ह.
मानमसक सवसतया क अतगात सीखन की कषमता, तनावपरबरन और मानमसक तकलीफ शाममल ह.
मानससक सवासय
सीखना अपन जञान, वयवहार और जसकलस को ववकमसत करन की फिया होती ह.
सीख स आतम-ववशवास, जागरकता और खद की समझ बढती ह.
य मजशकलो स ननपटन म भी सहायक होता ह.
मानससक सवासय सिकषण
तनाव हमार रोजमराा क जीवन हए बदलाव और हमार शरीर पर पडन वल परभाव और शरीर क वयवहार को दशााता ह.
य आवशयक ह की तनाव सोसही तरीक स काब म लाया जाए अनयथा अतयधरक तनाव स वयजतत अवसाद या डडपरशन का भी मशकार हो सकता ह.
मटल हलथ : सरस मनजमट
सकल म होन वाली समसयाओऔर तनाव, दोसतो औरपररवार क कारण हएअतयधरक तनाव आटद समानमसक रोग हो सकता ह.
मानमसक रोगो म: डडपरशन,बाइपोलार डडसॉडार,सचीजोफरननया, और दरशाममल ह.
मानससक सवासय मानससक ववकारो
फकसी माहौल म लोगो क परनत हमार बतााव स हमार सामाजजक सवासया का पता चलता ह.
इसम पजललक हलत, पररवाररक ररशत, और साधथयो स सबर शाममल ह.
सामाजिक सवासय
पजललक हलथ म बीमाररयोकी रोकथाम और सहीननणायो स आच सवासयाको बढावा दना शाममल ह.
खद को सरकषकषत औरसवासय रखना पर समाजक मलए लाभकारी होता ह.
सामाजिक सवासय सावािननक सवासय
एक सवसथ पररवाररक सबर वोहोता ह जजसम एक दसर क परनतसहयोग,परम और जजममदारी कीभावना हो.
य परयास फकया जाना चाटहए कीपररवार स तनाव और समयाओ कोडोर फकया जाए और हसी खशी कामाहौल बनाया जाए..
सामाजिक सवासय पररवार क ररशतो
एक हलथ टराइगल क टीन मखया भाग ह: शारीररक, मानमसक और सामाजजक.
आच सवासथ क चनाव और सही ननणायो स बीमाररयो का खतरा कम होता ह और एक अछा माहौल बनता ह
सवासय तरिकोण की समीकषा
हाइिीन
हाइजीन की पररभाषा म सवासय स जडी अचछी आदत जस की सनान, मह की सिाई, तवचा को सया स बचना खान स पहल हाथ रोना शाममल ह.
हाइिीन
अचछ और बर हाइजीन क अतर इस परकार ह: अचछ हाइजीन म कीटाणओ और सयाा कीखतरनाक परबगनी फकणो स बचाव शाममल ह.
बर हाइजीन म इन सभी चीजो स बचाव शाममल नही होता ह और बीमार होन का खतरा बढ जाता ह.
अचछ और बर सवचछता
सटसा िॉर डडसीज कटरोल ऐड परवनषन क अनसार, ववदयालायो म कीटाणओ क िलाव को रोकन क मलए कदम उठाना बहत आवशयक ह जजसस की हमार बच और यवा सवसथ रह सक और अत म परा राषटटर अचछ सवासय को परापत कर.
गड हाइजीन स कीटाणओ को िलन स रोका जा सकता ह.य दसरो पर अचछा परभाव डालन म भी सहयोगी ह.
अचछ सवासय क लाभ
बननयादी आवशयकताओ
• घर क आस पास की सवचता
• घर क अदर की सवचता
आसपास की सिाई
• मचछर-मजकियो स बचाव• डग और मलररया स बचाव• िल-िननत बीमाररयो स बचाव
–िॉडडस, टाइिाइड, कॉलरा…
उचचत िलभडारण
महतत
ा
रोगाण ननजलखित तरीको स िलत ह: िब हाथ सॉि ना हो
िाासी या निला होन प, हवा या परदवितवसतओ दवारा
परदवित वसतओ दवारा
बीमार वयजकत क सपका म आन स (बॉडीफलईड)
कीटाणओ क पारिण
सटसा िॉर डडसीज कटरोल (सीडीक) क अनसार सकल क 22 मममलयन टदन कवल सदी की टदतकत क चलत बबााद हो जात ह .
कछ वाइरस और बतटीररया 20 मी स लकर दो घट तक जीववत रह सकत ह, जजनकी मखया जगह किटीररया टबल, दरवाज क कड, और मजो की सतह शाममल ह.
सवसथ तवचा : हाथ धोन
हलक गनगन पानी स हाथ रोए.साबन का इसतमाल.हाथो को नाखनओ क नीच कम स कम 15-20सक डस तक रगड.
हाथो को ऑटोमटटक हड डराइयर या साि कपड या पपर टवल स सखाना चाटहए.
हाउ ट वॉि यवर हडस
मह की सॉि सिाई और सहत भी बहत आवशयक ह, अगर आप बरश या फलॉस नही करत ह तो-
कववटीस (होलस इन यवर टीत) हो सकती ह.मह स दगर आ सकती ह.जीवन म आग चलकर कोई सीरीयस बीमारी होसकती ह जस की हदय रोग, लकवा और मरमह.
सवसथ दातो और मसडो
आपक मह क बतटीररया शतकर स बढत ह.बाहर का जक िड जजतना कम खाए उतना अछा.=क डी, चॉतलट, और दसरी ममठाइया.
सोडा और मीठी छाई अवायड कर.
अगर इन सब चीजो का सवन करत ह तो आपको इनकसवन क तरत बाद बरश करना चाटहए.
िादय पदाथो स बचन
BMI एक वयजतत की बॉडी का उसक मास और हाइटका ररलटटव मषर होता ह.
BMI एक जनरल आइडडया दता ह की एक नॉमालइसान की बॉडी स उस इसान की बॉडी का फकतनावरीयशन ह.
BMI कलकयलिन-
बी एम आई (बॉडी मास इडकस)
बीएमआई रि चाटा
िनरल हाइिीन
•रगयलली सनान करना.•नाइलस छोट रखना.•हाथो को ढोत रहना.•परी नीद लना.•रगयलली बड शीटस की रलाई.•पानी की बॉटलस की रगयलली सिाई.•बतान रोन क मलए डडटरजट का इसतमाल.
आम सवचछता
सवदनिील कषि
पानी की सपलाइ का सरोत.
पजललक रासन ववतरण कनर.
झजगगया.
ढाब/सडक फकनार क सटॉलस.
फलोर ममलस.
िलो क जस की दकान.
सवदनिील कषि
अपन खान पान और सॉिसिाई क परनत लोगो को जञानहोना बहत ही आवशयक हजजसस की वो इनस होन वालीबीमाररयो और दषटपरभाव स बचसक.
साथ ही य भी जररी ह कीवो इस जञान को अपन तकसीममत ना रखकर दसरो मबात जजसस एक बहतर समाजका ववकास हो.
ननषकिा
िय हहद