delhin बाबा रामदेव महान संत महान योगी महान...

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वर-2 | अंक-09 | 12 - 18 फरवरी 2018 sulabhswachhbharat.com आरएनआई नंबर-DELHIN/2016/71597 27 10 06 अमेररका के गांव म सुलभ का मैजिक सवच भारत अजभयान समारोह खेल 09 ‘एगिाम वाररयस’ बे 'वररयर’ नह, 'वाररयर’ बन ‘उन परी’ को हराने वाली एथलीट सवचता की िापानी संसकजत सवचता महान संत महान योगी महान समािसेवी एक महान और यशसवी िवन को लेकर दूसरा महान वय कया अनुभव करता और सोचता है, यह िानना हर जकसी के जलए ेरक अनुभव से गुिरने िैसा है। महान समाि सुधारक और सुलभ णेता डाॅ० जवनदेर पाठक ने योगगु बाबा रामदेव के संदभ म अपने मूलयवान और अनुभव-जस जवचार कट जकए ह बाबा रामदेव

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Page 1: DELHIN बाबा रामदेव महान संत महान योगी महान समािसेवी · 'वाररयर’ बनें ‘उड़न

वरष-2 | अक-09 | 12 - 18 फरवरी 2018sulabhswachhbharat.com

आरएनआई नबर-DELHIN/2016/71597

2710

06 अमररका क गावो म सलभ का मजिक

सवचछ भारत अजभयान समारोह

खल

09

‘एगिाम वाररयसष’

बच 'वररयर’ नही, 'वाररयर’ बन ‘उडन परी’ को

हरान वाली एथलीट

सवचछता की िापानी ससककजत

सवचछता

महान सत महान योगी

महान समािसवीएक महान और यशसवी

िीवन को लकर दसरा महान वयकति कया अनभव करता और सोचता ह, यह िानना हर जकसी क जलए परक अनभव स गिरन िसा ह। महान समाि सधारक

और सलभ पणता डा० जवनदशवर पाठक न योगगर बाबा

रामदव क सदभष म अपन मलयवान और अनभव-जसदध जवचार पकट जकए ह

बाबा रामदव

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आवरण कथा 12 - 18 फरवरी 201802

आि अगर दजनया भर म योग जदवस मनाया िाता ह और योग को उसकी खोई पजतषा जफर स जमली ह, तो उसक पीछ बाबा रामदव की बडी

भजमका रही ह

जवनदशवर पाठक(पीएच.डी., डी.लिट.)

दनिया क मल म हर मिषय भरमण करता ह। अपिी अित इचाओ और आकाकाओ क साथ अपिी भनमका निभाता ह। लनकि इस

मल म क ऐस लोग भी होत ह, जो घमि क बजाय मल म आए हए लोगो की सवा करिा पसद करत ह। लोगो की सवा करि वाल य लोग सामानय िही, महाि होत ह। योग गर बाबा रामदव ि अपिा परा जीवि लोगो की सवा क नलए परी तरह अनपपित कर नदया ह। सही अथथो म व एक महाि सत, महाि योगी और महाि समाजसवी ह।

कस बनत ह महान सत?नकसी वयकति क नलए महाि सत बि पािा आसाि िही ह। इसक नलए अपिी इचाओ और लालसाओ को नसरफ नियनरित ही िही करिा होता ह, बकक

कजठन साधना स गिर कर ही कोई महान सत बन पाता ह

बाबा रामदव न योग की धजमल परपरा को जफर स रखाजकत जकया

कई लोगो न योग टीवी क िररए एकलवय की तरह बाबा स सीखा योग

खास बात

उपलबध पाकनतक ससाधिो का नयितम उपभोग भी करिा होता ह। नजसि भी अपिी इचाओ पर नियरिण कर नलया और पाकनतक सपदाओ का सबस कम उपभोग नकया, वही सत कहलाि क योगय होता ह। योग गर बाबा रामदव की कनिि जीवि यारिा इस बात का पमाण ह।

बाबा रामदव सादगी और तयाग की पनतमनतपि ह। व जमीि पर सोत ह, कम वसरि पहित ह, कम खात ह और अनववानहत रहकर, अपिी इचाओ को नियनरित कर व समाज की सवा क नलए परी तरह स समनपपित ह। इसीनलए व एक महाि सत ह।

महान योगीवनदक काल स भारत की समदध और वभवशाली योग परपरा रही ह। योग का जाि लोगो को हजारो साल पहल स ह। दश म योनगयो की परपरा भी योग क साथ ही रही ह। लनकि नवगत क कालखड म लोग योग स नवलग हो गए। योग की पाचीि और महाि परपरा धनमल हो गई। लनकि बाबा रामदव ि योग की इस धनमल हो चकी परपरा को नरर स रखानकत नकया और दश ही िही, बकक इस नवशव सतर पर भी सथानपत नकया। आज अगर दनिया भर म योग नदवस मिाया जाता ह और योग को उसकी खोई पनतषा नरर स नमली ह, तो उसक पी बाबा रामदव की बडी भनमका रही ह।

एकलवय की तरह सीखा योगयोग स निरोग होि का पाि बाबा रामदव ि ही सबको पढाया ह। इसक नलए उनहोि नसरफ बात िही की, बकक लोगो को योग करिा भी नसखाया। दश और दनिया म ऐस करोडो लोग ह, नजनहोि बाबा रामदव क नशनवरो म नहससा नलया, लनकि उसस भी बडी सखया उि लोगो की ह, नजनहोि

एकलवय की भानत योगगर को पनतनदि टीवी चिस पर अभयास करत दख योग का जाि पापत नकया। जो टीवी िही दख सक व लोग योग की सीडी, वीनडयो दखकर योग करत ह। आज दश म ही िही पर नवशव म पतयक और अपतयक रप स योगगर बाबा रामदव का पभाव एक समाि रप स पडा ह, इसीनलए वह एक महाि योगी ह।

पतिजल की दवाएनपल 15-20 नदिो स मर पर म ददपि हो रहा था, नजसस म कारी परशाि था, तो मि बाबा रामदव की नगलोय घिवटी की दो गोली खाई। दवा खाि क दो ही घट बाद मझ आराम नमल गया। मि पहली बार पतजनल क उतपाद का सवि नकया और म इसस कारी पभानवत हआ। इसस पहल पर क ददपि स परशाि होकर मि अपि जयोनतषाचायपि एस भटाचायपि को भी नदखाया, तो उनहोि कहा नक ऐसा क िही ह, आप एक बार चकअप करा ल। बाबा रामदव जसा महाि वयकति इस काल म िही हआ, नजसि सासाररक सखो का तयाग कर समाज सवा क नलए अपि जीवि को समनपपित कर नदया। उिकी इस सरलता स लोग ईषया करि लग ह और लोग यह भी कहि लग ह नक व अब एक वयापारी हो गए ह। बाबा रामदव अपि नलए तो क िही कर रह ह, उिक उतपादो स जो भी पसा आता ह वह टरसट को जाता ह, और यह टरसट समाजनहत म कायपि करता ह। वयापारी वह होता ह जो सवय क नलए

कायपि कर, लनकि बाबा रामदव जो भी कायपि कर रह ह, वह दशनहत व लोकनहत म ह।

पयाषपत यश क भागी ह बाबाबाबा रामदव ि योग और आयववद क करि म नजतिा सराहिीय कायपि नकया ह, कही ि कही उिको उसका परा यश िही नमला ह। उिकी चचापि करत हए अकसर लोग अिावशयक पसगो का नजकर जयादा करत ह। लनकि िील आमपिसटराग और शरलॉक होमस की दो घटिाओ स इस अची तरह स समझा और जािा जा सकता ह। जब िील आमपिसटराग चाद स लौट कर आए तो लोगो ि उिस पा, ‘आपको तो बहत अचा लग रहा होगा?’ िील आमपिसटराग ि जवाब नदया नक ‘चाद पर जािा जरर एक सखद अिभनत रही, लनकि अगर मझ पता होता नक चाद स लौटि क बाद नमरिगण मझस बोलिा बद कर दग, तो म चाद पर कभी िही जाता।’

इसी तरह शरलॉक होमस की एक आपबीती ह। शरलॉक क यहा दोपहर म एक डानकया परि लकर आया। शरलॉक ि उस पढा और नरर रख नदया। यह सब बगल म बि उिक नमरि दख रह थ तो उनहोि शरलॉक होमस स पा, ‘आपि परि पढि क बाद कोई पनतनकरया िही दी।’ शरलॉक ि तब कहा नक ‘एक मडडर हो गया ह और सरकार चाहती ह नक म इसका पता लगाऊ।’ उिक दोसत ि कहा नक ‘यह तो अची बात ह, नरर तम पता

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आवरण कथा12 - 18 फरवरी 2018 03

यह तथय ह जक भारतवरष क लोग दो शबद अचछा उस वयकति क जलए नही कह सकत, िो दश और समाि क जलए महान कायष कर रहा ह

100 करोड की लागत स बन रहा टीवी सीररयलयोगगर बाबा रामदव की नजदगी का सघषपि

जद ही पदव पर नदखगा। बाबा रामदव की नजदगी पर जद ही नडसकवरी चिल पर धारावानहक पसाररत होगा। इस धारावानहक क निमापिण पर करीब 100 करोड रपए खचपि हए ह। इस सीररयल का िाम ‘सवामी रामदव: एक सघषपि’ ह। इस धारावानहक म बाबा रामदव की गरीबी म बीत बचपि स लकर योग गर और बड उदयमी बिि तक क सरर की दासता ह।

बाबा रामदव खद इस धारावानहक को लकर कारी उतसानहत ह। उनहोि कहा नक इसक जररए उनहोि टलीनवजि चिलो का शीषापिसि करा नदया ह। कयोनक दश क टॉप 10 टीवी चिल कहानिया ही नदखात ह, उसम थोडी सी परणा होती ह, मगर इस धारावानहक म मककसमम परणा होगी, नमनिमम एटरटिमट। शदध सनयासीइस धारावानहक को लकर बाबा रामदव ि कहा, ‘जीत जी अपिी कहानियो को नदखािा एक और सघषपि को बलावा दिा ह, लनकि म इसक नलए तयार ह।’ उनहोि तकफ नदया नक उनहोि हमशा धारा क नखलार जीवि बहिा सीखा ह। खद को दसी और शदध सनयासी बतात हए रामदव ि कहा नक उिको लकर दनिया तमाम बात कहती ह, मगर इसस व बपरवाह रहत ह। उनहोि कभी खद को ोटी जानत का मािा ही िही। बाबा रामदव ि बताया नक गाव म उिक ही ररशत क लोग उिकी मा क साथ करररता करत थ। थोडा बड होि पर सवामी रामदव ि खद आवाज उिािी शर की और हररदार आ गए।

नमन बन बाबाइस सीररयल म बाबा रामदव क बचपि का नकरदार राषटीय परसकार पापत बाल कलाकार िमि जि निभाि वाल ह। वही अनभिता करानत पकाश इस शो म यवा रामदव की यवक की भनमका म िजर आएग। धारावानहक क पमोशि क नसलनसल म नदली पहच बाबा ि बताया नक

हररदार म शरआती नदिो क दौराि उनह एक दरा 50 स भी जयादा लोगो ि घरकर मारि की कोनशश की। इस दौराि उनहोि हमलावरो स बचि क नलए चपपल उिा ली और नरर जमकर उिका मकाबला नकया।

िीवन क कई पहल उिागरअपि जीवि पर आधाररत टीवी सीररयल की पस कॉनफरस क दौराि योगगर बाबा रामदव ि खद स जड कई पहलओ को उजागर नकया। उनहोि कहा नक उिका बचपि सघषथो और मकशकलो म बीता ह, इतिा ही िही उनहोि सात बार मौत को भी करीब स दखा ह। य सब कहानिया उनह टीवी सीररयल क माधयम स दखि को नमलगी।

जतरसकार को बनाया ताकत एक और घटिा का नजकर करत हए रामदव ि बताया नक एक बार गलती स एयनमनियम पारि म उबला दध पी नलया था। इस वजह स उिक शरीर म आसवनिक का जहर रल गया। सकडो उकटया हई। अपि जीवि क बार म बात करत हए सवामी रामदव ि कहा, 'मि हर नवरोध और नतरसकार को अपिी ताकत बिाया। मर सरर म मर गर आचायपि वाषणवय हमशा साथ रह।' रामदव ि कहा नक वह अिपढ माता-नपता क बट ह और पदल चलकर सरकारी सकरल म पढि जात थ।

सपशल सकीजनगनदली क रिसाल सटनडयम म सीररयल की सपशल सकरीनिग रखी गई ह, नजसम बीजपी क राषटीय अधयक अनमत शाह और नवततमरिी अरण जटली को आमनरित नकया गया। वही राजिीनत म आि क सवाल पर रामदव ि कहा, 'राजिीनत मर नलए राषटधमपि ह, लनकि म कभी भी कोई राजिीनतक ओहदा िही लगा, यह मरी भीषम पनतजा ह। मरा दश सरनकत रह, यह म अवशय चाहगा। क हानसल करि का मरा कोई मकसद िही ह।'

की जा रही ह उसस जयादा महाि वयकति पशसा करि वाला ह। इस समाज म दसर की पशसा करिा बडा कनिि काम ह।’ शरलॉक की बातो स म पणपितया सहमत ह, कयोनक यह मरा वयकतिगत अिभव भी रहा ह। हमि ट-नपट शौचालय तकिीक का आनवषकार 1968 म नकया। सरकार ट-नपट का इसतमाल तो करती ह, इस तकिीक की पशसा तो करती ह, लनकि ‘सलभ’ का िाम िही लती। दश की पवपिवतती सरकार ि ईषयापिवश 1986-2008 तक वि-नपट शौचालयो का निमापिण कराया, नजसम खचपि हए जिता की गाढी कमाई क पस परी तरह डब गए, कयोनक उसका कोई लाभ लोगो को नमला िही। इसीनलए अब मौजदा सरकार ि ट-नपट तकिीक को अपिा नलया ह।

पशसनीय ह योगगर क कायष आज हम दनिया स पी इसीनलए ह, नक हम अपिी ससकनत को और उिको आग बढाि वालो की पशसा िही करत ह, बकक उसक कायथो को

भी सशय भरी िजरो स दखत ह। यही हमारी सबस बडी नवडबिा ह। रामचररतमािस म तलसीदास ि कहा ह-

‘बार बार गलि चरन सकोची। चिी लबचारर लबबध मलि पोची॥

ऊच लनवास नीलच करििी। दलि न सकलि पराइ लबभिी।।’

यािी पशसा, सराहिा और यश दि म अकसर लोगो को सकोच होता ह। यह तथय ह नक भारतवषपि क लोग दो शबद अचा उस वयकति क नलए िही कह सकत, जो दश और समाज क नलए महाि कायपि कर रहा ह। हम सभी लोगो को बाबा रामदव क कायथो की पशसा करिी चानहए, कयोनक वह शदध दवा, अिाज और इसक साथ ही लाखो लोगो को रोजगार भी महया करा रह ह। उिक कायथो स समाज को और लोगो को लाभ हो रहा ह। ऐसी महाि नवभनतया धरती पर कभी-कभी ही आती ह। निशचय ही ऐसी नवभनतया पशसा की पारि ह।

लगाओ।’ इस पर शरलॉक ि कहा, ‘म सरकार का काम िही करता।’ नमरि ि पा, ‘कयो?’ शरलॉक ि कहा नक ‘हम पता लगाएग, और सरकार इस अपि िाम स पसतत कर दगी।’ नमरि ि कहा नक

‘सरकार तमहारी पशसा तो करगी ही।’ इस बात पर शरलॉक ि कहा, ‘यहा दसरो नक पशसा करि म वयकति की जीभ कट जाती ह। यनद कोई नकसी की पशसा कर रहा हो तो समझिा नक नजसकी पशसा

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हररयाणा क रामककषण दजनया क रामदव

बाबा रामदव का िनम भल एक साधारण पररवार म हआ और उनका बचपन भी अतयत साधारण रहा, पर इस साधारण पषभजम स ही एक

असाधारण सत क िनम की कथा शर होती ह

योगगर बाबा रामदव की पनसनदध निससदह आज की तारीख म कारी ह, पर उिक पारनभक जीवि क बार म जयादा सामगी उपलबध िही ह। उनहोि जब-तब अपि आरनभक

जीवि क बार म जरर क बात कही ह और इसी क आधार पर हम उिक शरआती जीवि का एक सथल रखानचरि खीच पात ह।

पखर छातरसभवत: उिका जनम 1965 म हररयाणा क महदरगढ नजल म अलीपर क िारिौल गाव क एक सामानय पररवार म हआ। माता-नपता ि उिका िाम रामकषण यादव रखा। उिकी जीविी ‘योगगर सवामी रामदव’ क अिसार उनहोि गाव क नवदयालय म पाचवी कका तक अधययि नकया और एक पखर ारि क रप म अपिा सथाि बिाया।

इसक बाद व निकट क गाव शहजादर क नवदयालय म दानखल हए और आिवी कका तक अधययि नकया। चनक गाव म नबजली की वयवसथा िही थी, अत: उनहोि नकरोनसि स जलि वाल लप की रोशिी म अधययि नकया। उिक नपता दारा खरीदी गई परािी पाठय पसतकर ही उिकी पाठय सामगी होती थी। उिक पररवार म उिक माता-नपता, भाई और बहि थ, पर अब उि सभी क साथ उिका सबध क खास िही रह गया ह।

बचपन का पभाव रामदव क बचपि ि उिक भनवषय क जीवि पर एक नचरसथायी पभाव डाला था। जब व कारी ोट थ, उिक शरीर का बाया नहससा पकाघात स गसत हो गया। उिक अिसार, योग क माधयम

योग और आयववद को लोकजपय बनान का सवाषजधक शय रामदव को

2003 स आसथा टीवी न हर सबह रामदव का योग जदखाना शर जकया

योगाभयास पराना उलख पाचीनतम उपजनरद- वहदअरणयक म ह

खास बात

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आवरण कथा12 - 18 फरवरी 2018 05

स ही उनहोि अपि शरीर की सपणपि सनकरयता पापत की और पणपित: सवसथ हो सक। ऐसा पतीत होता ह नक रामदव की पकाघात पीनडत दशा और योग दारा इसक उपचार ि उनह जीवि क लय-ताल क पनत एक दसरा रख अपिाि को पररत नकया। इस असामानय अिभव ि उनह अपि जीवि को एक ऐस पथ पर ल जाि को पररत नकया, जो उनह जाि की तह और उिक जीवि क वासतनवक उदशया की ओर ल जा सकता था। शीघर ही यह यवक पररवार, समाज और औपचाररक नशका क बधिो स पर सामानजक रप स लाभदायी भनमका क एक िए आयाम की खोज करि क नलए नजजास हो गया। जसा व बाद म समरण करत ह- ‘मि जीवि क आरभ म ही यह सीखा नक हमार दश म सवासथय, नशका और सपनतत नवतरण म गहि असतलि ह।’ इस पकार समसत रकावटो और अनिकशचतताओ क साथ इस बालक की तीथपि-यारिा शर हई।

आठवी म छोड दी पढाईनकशोर रामदव क आधयाकतमक जीवि म पहला निणापियक मोड तब आया जब उनहोि आिवी कका तक पढाई परी करि क बाद घर ोड नदया और हररयाणा क रवाडी नजल क नकशिगढ घसदा क खािपर गाव म आचायपि बलदव दारा सथानपत गरकल स जड गए। आचायपि ि अपि िए नशषय को पानणनि क ससकत वयाकरण और वद एव उपनिषद क जाि स पररचय करवाया। इसी समय, उनहोि गहि आतमािशासि और धयािमगिता का

अभयास भी शर नकया। यदयनप व आयपिसमाज क साथ औपचाररक रप स िही जड थ, नरर भी इस दौराि व सवामी दयािद क आदशथो स अतयानधक पभानवत थ।

रामकषण ि ससार स वरागय ल नलया और सनयासी का चोगा पहिा तथा ‘सवामी रामदव’ क िाम स लोकनपय हए। व बतात ह, ‘म नकसी अनय की परणा अथवा पभाव क चलत सनयासी िही बिा। जब म चार साल का था, तब स ही म सनयासी बििा चाहता था। मझम कभी भगोडी मािनसकता िही थी।’ व हररयाणा क जीद नजला चल गए, जहा व आचायपि धमपिवीर क गरकल कव म शानमल हो गए और हररयाणा क गामवानसयो को योग की नशका दि लग।

जहमालय यातरानकत रामदव की खोज अभी परी िही हई थी। पवपिवतती आधयाकतमक गरओ की भानत रामदव क भटकत मि ि उनह नहमालय जाि को पररत नकया, जहा उनहोि अिक आशरमो का भरमण नकया- वहा क मिीनषयो दारा अभयास नकए जा रह योग व धयािमगिता की अपिी समझदारी और दकता बढात हए। गगोरिी गलनशयर क निकट गरा म गहि धयािमगिता म तलीि रहि क दौराि उनह इकचत पबदधता का बोध हआ, नजसि उनह उिक जीवि क वासतनवक नमशि, नजसको समग रप स जािि का पयास व वषथो स कर रह थ, का जाि नदया, ‘जब म नहमालय म था, गहि नचति नकया

करता था, मर अदर आतररक सघषपि चल रहा था। म सोचता था, म यहा कया कर रहा ह? सनयासी बधतव-मािवता क कयाण क नलए ह। यनद मरा जीवि इस सथाि पर समापत हो जाता ह, तब थोडा-बहत जो जाि मझम ह, वह मर साथ समापत हो जाएगा।’ वही उिकी मलाकात अपि भनवषय क सहयोनगयो आचायपि बालकषण और आचायपि कमपिवीर क साथ हई, जो उिक दारा शीघर ही सथानपत नकए जाि वाल नमशि क बहमय सहयोगी बिि वाल थ। इसी सथाि पर उिकी मलाकात अपि भनवषय क अनय सहयोनगयो आचायपि मतिािद और आचायपि वीरदर क साथ भी हई।

सवामी शकरदव क जशषय1993 म रामदव ि नहमालय ोडा और हररदार आ गए। सि 1995 म व कपाल बाग आशरम क अधयक सवामी शकरदव क नशषय बि गए। यह आशरम करानतकारी स आधयाकतमक गर बि सवामी कपाल दव दारा सि 1932 म सथानपत नकया गया था। मवाड, राजसथाि म यनत नकशोर चदर क िाम स जनम यह सनयासी सनकरय सवतरिता सिािी थ। व बगाल क करानतकाररयो दारा सथानपत नवपलव दल क सदसय थ और उततरी भारत म ‘यगातर’ एव ‘लोकातर’ िामक समाचार-परिो क नवतरण की नजममदारी उि पर थी। य समाचार-परि सवतरिता सिानियो क मखपरि थ और नरिनटश सरकार दारा पनतबनधत थ। नरिनटश सरकार ि इि समाचार-परिो क पकाशि सथल का पता लगाि और इिक नवतरण

को रोकि का भरपर पयास नकया, पर नवरल रही।नकशोर चदर ि पनसदध करानतकारी रास नबहारी

बोस (जो लॉडड हानडिग बम पकरण म शानमल थ और नजिक ऊपर नरिनटश सरकार ि 3 लाख रपए का इिाम रखा था) सनहत अिक सवतरिता सिानियो को शरण दी थी। हररदार म पथम सावपिजनिक पसतकालय सथानपत करि का शरय नकशोर चदर को जाता ह। इस पसतकालय म लगभग 3,500 पसतको का सगह था। उनहोि राषटवादी ढाच क अधीि नशका पदाि करि क नलए करि म अिक नवदयालयो की सथापिा की और िवयवको क बीच सवतरिता सगाम की िोस जमीि तयार की। इस अवनध क दौराि नकशोर चदर ि सनयास ल नलया और सवामी कपाल दव क िाम स पकार जाि लग। व बाल गगाधर नतलक, मदि मोहि मालवीय, मोतीलाल िहर, महातमा गाधी नचतरजि दास, गणश शकर नवदयाथती, वीज पटल, हकीम अजमल खा, जवाहरलाल िहर, शयामा पसाद मखजती, परषोततम दास टडि और गरकल कागडी नवशवनवदयालय क ससथापक सवामी शरदधािद क करीबी सहयोगी थ। व सब पाय: उिक आशरम म आया करत थ।

1995 स िारी योगयातरासवामी कपाल दव ‘नवशव जाि’ िामक पनरिका पकानशत करत थ, जो सवतरिता आदोलि का मखपरि था। उनहोि 'वद गीतासार', 'जीवि मदरा गीता' और 'आतमरिहम बोधमाला' सनहत अिक पसतको की रचिा की। सौ वषपि की आय म 1968 म उिकी मतय हो गई। उिकी मतय क बाद सवामी शकरदव उिक उततरानधकारी बि। 1995 म अपि गर स दीका पापत करि क बाद बाबा रामदव ि लोगो क बीच योग और इसक नचनकतसकीय लाभो क पचार-पसार का कायपि ोट सतर पर आरभ नकया। योग और आयववद क महतव पर तयार परचो का नवतरण करत हए व हररदार की सडको पर घमा करत थ। शीघर ही उनहोि मािव शरीर पर योग का पयोग शर नकया और पाच वषथो स भी अनधक समय म नवसतारपवपिक नकए गए शोध क उपरात उनहोि अपिा योग सवासथय नसदधात सथानपत नकया, जो अब नवशव-पनसदध ह। 2002 म अपिी पहली सावपिजनिक सभा म बाबा रामदव ि इस नसदधात को पकट नकया। 2003 म योग उपचार कपो को शर नकया गया और अगल साल पथम आवासीय कप लगाया गया। ऐसा लगता ह नक वयापक तयारी क बाद रामदव ि अपि आगमि की घोषणा की। ऐसा बताया जाता ह नक उनहोि अगजी भाषा सीखी और सयोगय एलोपनथक डॉकटरो स अिक रोगो क उपचार तरीको और आधनिक नचनकतसा नवजाि की नशका गहण की। जसा उिक बाद क सभाषण म नदखता ह, नक नचनकतसीय शबदावली और रोगो की पकनत एव डरग-थरपी पर उिकी पकड और जाि अपरपार ह।

जकशोर रामदव क आधयाकतमक िीवन म पहला जनणाषयक मोड तब आया िब उनहोन आठवी कका तक पढाई परी करन क बाद घर छोड जदया और हररयाणा क रवाडी जिल क जकशनगढ

घसदा क खानपर गाव म आचायष बलदव दारा सथाजपत गरकल स िड गए

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खल रप म शौच जाि की पथा हमार यहा आज तक कायम ह। धमपिगथो की चचापि करत हए उनहोि कहा नक शौचालय सार करिवाल को हमार यहा ‘चाडाल’ कहा गया और ‘यजववद’ क 30व मडल म ‘चाडाल’ शबद की चचापि ह। पानल-सानहतय क ‘थरी गाथा’ म भगवाि बदध और उिक नशषय आिद की वातापि क करम म ‘चाडाल’ वगपि का उलख ह।

12 - 18 फरवरी 201806 आयोजि

डॉ. अशोक कमार जयोजत

‘नपल नदिो जब म अमररका गया तो वहा क लोगो ि कहा नक उिक यहा भी सलभ मनजक शौचालय बिवाया

जाए।’ जब मि पा, ‘अमररका तो एक समदध राषट ह और यहा तो सबक बहत अचा ह, नरर यहा सलभ मनजक शौचालय की जररत कयो ह?’ तब उनहोि बताया नक अमररका क शहरो म तो सीवर लाइि की सनवधा ह, पर गावो म सकपटक टक वाल शौचालय ह, इसीनलए मािव-मल को खाद म बदल दिवाली सलभ मनजक शौचालय की तकिीक उिक नलए रायदमद होगी और मल का सरनकत निपटाि हो जाएगा। इसीनलए आज सलभ मनजक शौचालय वकशवक जररत बि गया ह। दश को सवच और सदर बिाि म हमारी सलभ मनजक शौचालय की तकिीक बहत कारगर सानबत हो रही ह।’ य बात सलभ-सवचता एव सामानजक सधार-आदोलि क ससथापक पदमभषण डॉ. नवनदशवर पािक ि ‘हररयाणा लोक पशासि ससथाि,’ गरगाम एव ‘भारतीय लोक पशासि ससथाि,’ हररयाणा करिीय शाखा क सयति ततवावधाि म आयोनजत

सवचछ भारत अजभयान समारोह

अमररका क गावो म भी दो गड वाल सलभ मजिक शौचालय की माग : डॉ. जवनदशवर पाठक

आि सलभ मजिक शौचालय वकशवक िररत बन गया ह

गाधी िी चाहत थ जक दश का राषटरपजत कोई सकविर बन

सकविसष की मन िाजत बदली और उनह बाहमण बनाया

खास बात

हररयाणा लोक पशासन ससथान, गरगाम एव भारतीय लोक पशासन ससथान, हररयाणा कतरीय शाखा क सयति ततवावधान म आयोजित हआ ‘सवचछ भारत अजभयान क अतगषत ‘सवचछ गरगाम, सवचछ हररयाणा’ जवरयक एकजदवसीय सजमनार

‘सवच भारत अनभयाि क अतगपित सवच गरगाम, सवच हररयाणा’ नवषयक एकनदवसीय सनमिार म ‘राषट-निमापिण म योगदाि : सलभ की पहल’ नवषय पर बतौर मखय वतिा क रप म कही।

अपि वतिवय म डॉ. नवनदशवर पािक ि दश म सवचता क पररदशय और उस कायपि म नवशष रप स जड एक वगपि-नवशष क लोगो क ऐनतहानसक पररपकय को शरोताओ क समक पसतत नकया। अपि पारनभक वतिवय म उनहोि मच पर उपकसथत जी. पसना कमार को रखानकत करत हए कहा नक नबहार क बाद सबस पहल हररयाणा क नभवािी शहर म आज स 42-43 वषपि पहल सलभ इटरिशिल ि शौचालय-निमापिण का कायपि नकया था, जब य नभवािी िगर निगम क अनधकारी थ और इनही लोगो क सहयोग तथा समाज क अिकरल तकिीक क

कारण आज हम पर दश एव नवशव क अिक भागो म कायपि कर रह ह। डॉ. पािक ि कहा नक हररयाणा अपि नवकास क नलए हमशा स ततपर रहा ह और इसीनलए इस राजय ि इतिा नवकास नकया ह। उनहोि कहा नक हररयाणा क नवकास म यहा क राजिीनतजो और अनधकाररयो का समाि योगदाि रहा ह।

डॉ. नवनदशवर पािक ि दश म खल रप म शौच जाि की परपरा का उलख करत हए कहा नक ‘हमार यहा ‘दवी पराण’ म उलख ह नक अपि घर स तीर ोडि पर वह नजतिी दर जाकर नगर, वहा शौच करिा चानहए। शौच करि स पहल वहा पहल गडा खोदिा चानहए, उसम खर-पतवार डालिा चानहए, नरर शौच करिा चानहए और उसपर नरर खर-पतवार डालकर उस नमटी स ढक दिा चानहए। उनहोि कहा नक इसीनलए

अमररका क शहरो म तो सीवर लाइन की सजवधा ह, पर गावो म सकटक टक वाल शौचालय ह, इसीजलए मानव-मल को खाद म बदल दनवाली सलभ मजिक शौचालय की तकनीक उनक जलए फायदमद होगी और

मल का सरजकत जनपटान हो िाएगा

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12 - 18 फरवरी 2018 07आयोजि

पानल म इस ‘पौलकसय’ कहा गया ह। सदभपि ह नक एक नदि भगवाि बदध अपि नशषय आिद क साथ जा रह थ तो मागपि म एक वयकति उिको दखकर प गया और दबक कर बि गया। इस पर बदध ि आिद स पा नक यह वयकति हम दखकर ऐसा कयो कर रहा ह? तब आिद ि बताया नक यह मला सार करिवाला ‘पौलकसय’ ह, इसीनलए सवय को अत समझकर आपस दर हो गया ह। तब भगवाि बदध ि उस अपि पास बलाया, उसस बात की और अपिा आशीवापिद नदया। उनहोि बताया नक इस ‘चाडाल’ जानत का मल रिाहमण ह।

डॉ. पािक ि बताया नक जब मसलमाि शासको ि हमार दश पर कबजा कर नलया और यहा रहि लग तो उिकी मनहलाए जयादा पदव म रहती थी और व शौच क नलए बाहर िही जाती थी। इसीनलए उिक घरो म बाटीिमा खला शौचालय बिा और मल की सराई क नलए नहद कनदयो को रखा गया, नजिम अनधकतर राजपत की कई उपजानतयो क थ। उनहोि अमतलाल िागर क उपनयास ‘िाचयौ बहत गोपाल’ का उलख करत हए कहा नक यह उपनयास एक सकवजर मनहला पर करनदरत ह और इसम बताया गया ह नक मसलमािो दारा राजपतो की 29 उपजानतयो को सकवजर बिा नदया गया, नजिक जानत-शीषपिक आज भी व ही ह। उिक दारा मािव-मल की सराई हाथो स करि क कारण उनह अत की शरणी म रख नदया गया। बाटीिमा शौचालय की यह कपथा बाद म नहद पररवारो म भी शर हो गई और इसकी सराई क नलए सकवजसपि को लगाया गया।

नरिनटश क आि पर यहा बड-बड घर तो बि, पर उिम भी शौचालय की वयवसथा िही थी। हमार यहा सबस पहल 1870 म कलकतता म सीवर लाइि की वयवसथा शर हई, लनकि वह भी आनशक रप स। आज भारत म 7,935 शहर ह, नजिम मारिा 732 शहरो म सीवर ह। सीवर नससटम स ि मला ढोि की पथा समापत हो सकती थी और ि ही खल रप म शौच जाि की पथा। यह पणाली बहत महगी ह और इस सभी जगह लगािा सभव िही ह। इसीनलए अनफका, लनटि अमररका आनद दशो म सवचता की बहत कमी ह। दसरा ह, सकपटक टक की वयवसथा

उनहोि कहा नक दश म गदगी की समसया का बडा कारण यह रहा नक हमार यहा रिाहमण, कनरिय, वशय और शदर तथा शदर म भी अनय जानतयो क लोग गदगी िही सार करग। शदर म भी नसरफ वामीनक वगपि क लोग ही सराई करग यािी 99.9 पनतशत लोग गदा करत ह और सार करिवाल मारिा 0.001 पनतशत ह। गदगी करिवाल ि खद को सार करि की नजममदारी स अलग रखा। इस समसया पर सबस पहल गाधी जी का धयाि गया। उनहोि टरच लनटरि बिवाया और टटी पर नमटी दि की बात की। गाधी जी ि कहा नक सकवजसपि को समाज म समाि अनधकार नमलिा चानहए। उिक सामानजक उनयि क नलए व चाहत थ नक इस दश का राषटपनत कोई सकवजर बि। डॉ. पािक ि कहा नक म गाधी जी क सपिो को परा करि क नलए कायपि कर रहा ह। म उिकी इचा क अिकरल नकसी को दश का राषटपनत तो िही बिा सकता, लनकि सलभ दारा पिवापिनसत अलवर की सकवजर मनहला उषा चौमड को मि सलभ इटरिशिल का पनसडट बिाया ह।

उनहोि कहा नक अब य सकवजर िही, बकक रिाहमण ह। मि इिकी जानत बदल दी ह और इनह रिाहमण बिा नदया ह। समाज म जब धमपि पररवतपिि की वयवसथा ह, तो जानत बदलि की भी वयवसथा होिी चानहए। लोगो ि जब मझस पशि नकया नक आपि इनह रिाहमण ही कयो बिाया, तो मि उनह कहा नक आप चाह तो कोई भी जानत रख ल, लनकि उसम आपका सर िही झकता हो। नजस भी जानत म जाि पर आपकी िजर िही झक, सर िही झक, उस आप सवीकार ल तो य आत की कपथा समापत हो जाएगी। इसी करम म उनहोि अलवर और टोक शहरो म कस सकवजर मनहलाओ को मला ढोि क घनणत कायपि स निकालकर उनह पढाया-नलखाया, खाि-पीि की चीज बिािा नसखाया, मनदरो म पवश करवाया, गगा-साि करवाया, कभ साि करवाया और समाज की मखयधारा स जोडा, इि सब बातो की सनकपत चचापि की। इसी दौराि उनहोि वदावि, वाराणसी और उततराखड म नवधवाओ क कयाण क नलए सलभ दारा नकए जा रह कायथो और दश क नवनभन भागो म निजी घरो म बिवाए जा रह शौचालयो का भी उलख नकया।

डॉ. पािक ि कहा नक बाबासाहब भीमराव आबडकर ि आत खतम करि क चार उपाय बतात हए कहा था नक जब सबलोग एक साथ मनदर जाएग, एक साथ तालाब म साि करग, एक साथ कए स पािी भरग और एक साथ बिकर खािा खाएग, तभी आत समापत होगी। ससद म जाि स या नवधायक बि जाि स आत समापत िही होगी। सलभ-ससथापक डॉ. पािक ि कहा नक हमि अलवर और टोक शहरो म ऊची जानत क लोगो तथा सकवजसपि को एक साथ बिाकर खािा नखलाया और मनदरो म पवश करवाया। आत को परी तरह स खतम करि क नलए एक रॉमपिला दत हए डॉ. पािक ि कहा नक आज दशभर म 6,46,000 गाव ह। हर गाव म एक रिाहमण रहता-ही-रहता ह। व दनलतो क घरो म जाए, उिक यहा पजा करवाए, उिस पसाद ल, उिक यहा खािा खाए, तो आत अपि आप समापत हो जाएगी। उनहोि कहा नक म अपि गाव म सभी जानतयो को एक साथ बिाकर खािा नखलाता

ह और जो िही खािा चाहत ह, उिस हाथ जोडकर कहता ह नक आप जाए।

डॉ. पािक ि अपि वतिवय को आग बढात हए कहा नक ‘गाधी क बाद सकवजसपि की दशा म सधार लाि क नलए कोई आग िही आया। अिक लोगो ि क-क पहल तो की, पर वह कोई बडा पररवतपिि लाि म सरल िही हए। वषपि 1968 म म नबहार गाधी जनम शताबदी समारोह सनमनत स जड गया, नजसम मझ भगी मकति सनमनत म कायपि नदया गया। म समाजशासरिा का नवदयाथती रहा ह, नजसम कहा गया ह नक नजस समदाय क नलए काम कर, उसस सपकफ कर, उसक साथ रह, तभी उसक नलए कोई निदाि निकाला जा सकता ह। इसीनलए म नबहार क बनतया शहर म सकवजसपि की बसती म रहि चला गया। जब म 22 वषपि का था, उसी समय मरी शादी हो चकी थी। यह बात जब मर ससर को पता चली तो व बहत िाराज हए। उनहोि कहा नक म आपका चहरा िही दखिा चाहता ह। और कहा नक यनद हम रिाहमण ि होत तो अपिी बटी की शादी नकसी और स कर दत। आप समझ सकत ह नक मझपर कया बीती होगी। मि उनह कहा था नक म इनतहास का पना पलटि चला ह या तो म सरल हो जाऊगा या कही गम हो जाऊगा। बनतया म रहत हए वहा की दो घटिाओ स म बहत ममापिहत हआ। एक घटिा म, एक िई िवली दहि को उसकी सास जबरदसती उस मला ढोि क कायपि पर भज रही थी, पर बह िही जािा चाहती थी। जब मि उसका नवरोध नकया तो सास ि मर सामि एक बडा पशि रख नदया नक यनद यह मला िही ढोएगी तो कया करगी? यनद यह कल स सबजी बचगी तो कया कोई उस खरीदगा? म उस समय निरततर हो गया था। दसरी घटिा म, लाल कमीज पहि एक लडक को साड घसीटकर मार रहा था। क लोग उस बचाि क नलए दौड, नकत भीड स

आवाज आई नक यह लडका सकवजर की बसती का ह तो सब पी हट गए। म उस असपताल ल गया, पर उसकी जाि िही बच पाई।’ इि घटिाओ स डॉ. पािक ि सकवजसपि क नलए क िोस और जमीिी कायपि करि की िािी।

डॉ. पािक ि बताया नक मला ढोि की कपथा की समाकपत और आत को खतम करि क नलए उनहोि दा गड वाली सलभ मनजक शौचालय तकिीक का आनवषकार नकया। इसम एक बार म एक गड का उपयोग नकया जाता ह और एक गडा सटड बॉय म रखा जाता ह। जब पहला गडा भर जाता ह तो दसर का उपयोग नकया जाता ह और इस दौराि डढ-दो साल म पहल गड का मल खाद म बदल जाता ह। इसीनलए इसको सार करि क नलए नकसी सकवजर की जररत िही पडती ह। इस पकार हमि बाटीिमा शौचालय की जगह सलभ मनजक शौचालय की तकिीक दी, नजसस समाज की एक बडी समसया का समाधाि सभव हआ। उनहोि बताया नक हमि दशभर म 15 लाख शौचालय बिवाए ह, जो आज भी िीक स चल रह ह। उनहोि कहा नक हम सरकार क अनधकाररयो स नमलकर कायपि करत ह। शौचालय क नलए रॉलोअप आवशयक ह। शौचालय बिवाि क नलए सरकार बको स कजपि उपलबध करवाए, तभी लकय को परा नकया जा सकता ह।

डॉ. पािक ि कहा नक सलभ ि लगभग 9000 सावपिजनिक शौचालय बिवाए ह और उिका उपयोग पनतनदि लगभग 2 करोड लोग कर रह ह। उनहोि महाराषट क पढरपर म कसथत नवशव क सबस बड सलभ सावपिजनिक शौचालय क बार म बतात हए कहा नक उस शौचालय का उपयोग पनतनदि लगभग 4 लाख लोग करत ह। उनहोि बताया नक जब हमि सबस पहल पटिा म सलभ सावपिजनिक शौचालय

मला ढोन की कपथा की समाकपत और छआछत को खतम करन क जलए मन दो गड वाली सलभ मजिक शौचालय तकनीक का

आजवषकार जकया

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12 - 18 फरवरी 201808 आयोजि

बिवाया तो लोग कहत थ नक बस और रल म नटकट ि खरीदकर चलिवाल नबहारी मािनसकता क बीच इस शौचालय क नलए कौि पसा दगा। पर हमि जब शर नकया तो 10 पस शक दकर पहल ही नदि लगभग 500 लोगो ि उसका उपयोग नकया। उनहोि सलभ सावपिजनिक शौचालय स बायोगस और उसम उपयोग जल को शर कर पिः उपयोग म लाि की वजानिक सलभ तकिीक का उलख करत हए कहा नक शहरो को सवच रखि और जल-सरकण क नलए हमारी य दोिो तकिीकर कापरी कारगर हो रही ह। उनहोि सलभ दारा 50 पस पनत लीटर पीि लायक शोनधत शदध जल पकशचम बगाल म और 1 रपए पनत लीटर नदली म उपलबध कराि क सलभ जल सयरिा और जल एटीएम मशीि का भी उलख नकया।

सलभ-ससथापक ि बताया नक गाधी क बाद सबस अनधक नकसी ि सवचता और शौचालय की बात की ह तो वह पधािमरिी िरदर मोदी ह। अब बचा-बचा सवचता पर धयाि द रहा ह। डॉ. पािक ि कहा नक अभी एक लाख शौचालय ततकाल बि सकत ह, नजिम ह लाख लोगो को रोजगार नमलगा और इसक निमापिण म जो राजनमसरिी और मजदर कायपि करग, उनह भी काम नमलगा। उनहोि कहा नक हम इस धारणा को खतम करिा होगा नक नजतिा बडा आदमी, उतिा कम काम। अब सबको काम करिा होगा। जब िागररक, ससथा और सरकार नमलकर काम करग, तभी सवचता तक पहच सभव ह।

कायपिकरम क पारभ म अपि सवागत भाषण म हररयाणा लोक पशासि ससथाि क महानिदशक जी. पसना कमार ि कहा नक सवच गरगाम, सवच हररयाणा और सवच भारत बिाि क नलए हम सवचता अपि घर स शर करिी होगी। उनहोि कहा नक म सलभ और डॉ. पािक को नपल 42 वषथो स जािता ह, जब मि इिक दारा नभवािी म शौचालय बिवाया था। उनहोि उपकसथत पनतभानगयो

स अिरोध नकया नक आप नदली कसथत सलभ क पररसर म जरर जाए, जहा आप दखग नक सवचता अनभयाि क नलए नकतिा काम नकया जा रहा ह।

इस अवसर पर अपि वतिवय म गरगाम िगर निगम क आयति वी. उमाशकर ि कहा नक सवचता एक वयकतिगत वयवहार ह, पर इसका असर समदाय पर पडता ह। उनहोि कहा नक पहल शौचालय को सावपिजनिक बनियादी ढाच क रप म िही दखा गया था, पर आज यह सामदानयक जररत बि गया ह। पहल हर गाव अपि-अपि करडो का निषपादि करता था, पर अब गाव जब शहर बि गए तो करडो का निषपादि कनिि हो गया ह। उनहोि कहा नक शहरो म सनवधाओ की बहत जररत ह, सनवधाए हो भी जाती ह, पर उिका रख-रखाव बहत जररी हो जाता ह। उनहोि आग कहा नक यह जररी ह नक शहर को सार रखि क नलए हम सावपिजनिक जगहो पर िही थकर, सावपिजनिक जगहो पर करडा ि ररक। यनद हम मटरो सटशि को सार-सथरा रख सकत ह तो रलव सटशिो को कयो िही! उनहोि कहा नक यनद शहर को सदर बिािा ह तो वह सवचता स ही सभव होगा। उनहोि लोगो स आहाि नकया नक सवचता को एक अनभयाि की तरह लिा होगा।

सलभ इटरिशिल की पनसडट और पिवापिनसत सकवजर मनहला उषा चौमड ि अपि जीवि म आए बदलाव को रखानकत करत हए कहा नक मि अपि इस जीवि म ही दो-दो नजदगी जी ह। हमि पहल जहा मला ढोकर िरक की नजदगी जी, वही सलभ दारा रिाहमण बिा नदए जाि और समाज की मखयधारा म शानमल कर नदए जाि पर सवगपि की नजदगी जी रही ह। उनहोि कहा नक मझ मला ढोि स तो मकति नमली ही, घघट स भी मकति नमली ह। उनहोि डॉ. नवनदशवर पािक दारा उिक जीवि को इस तरह बदल नदए जाि पर अपिी कतजता जानपत करत हए कहा नक मि गाधी जी को तो िही दखा, लनकि हमार नलए तो डॉ. पािक जी ही

गाधी ह और हमार नलए भगवाि ह। उषा चौमड ि कहा नक अलवर म आज बदलाव आ गया ह। जो रिाहमण पहल हमस आत करत थ, व आज अपि घरो म होिवाली शानदयो म हम बलात ह, पम स बिात ह, अपि साथ खािा नखलात ह और उपहार दत-लत ह। अपि दश की सवचता क सबध म उषा चौमड ि कहा नक म कई दशो म गई ह और वहा की सार-सराई दखती ह तो मि पसन हो जाता ह। उसी तरह की सार-सराई हम अपि दश म भी रखिी चानहए। हररयाणा क मवात करिा क नहरमथला गाव की सरपच शकतला दवी ि बताया नक उिक घर म पहल शौचालय िही था तो व अपिी बह-बनटयो को खल म शौच कराि बाहर लकर जाती थी, तब उनह बहत नदककतो का सामिा करिा पडता था। जब सलभ ि उिक गाव क हर घर म शौचालय बिवा नदया ह तो अब उिकी नदककत तो दर हई ही, उिका परा गाव भी सवच हो गया ह।

गरगाम औदयोनगक सघ क अधयक और हररयाणा लोक पशासि ससथाि क सदसय ज. मगला ि कहा नक व डॉ. पािक क जीवि और कायथो क बार म जािकर बहत पसन ह। उनहोि कहा नक पधािमरिा िरनदर मोदी ि सवचता को जो गनत दी ह, उसस लगता ह नक क-क काम हो रहा ह। उनहोि गरगाम शहर को सवच रखि क बाधक ततवो का उलख करत हए कहा नक सरकारी सतर पर उिम सधार करि की जररत ह और सवचता क नलए हम सबको नमलकर काम करिा होगा। ‘आई एम गरगाम’ ससथा की सह-ससथानपका लनतका िकराल ि गरगाम शहर क वजीराबाद म पारस असपताल क निकट क िाल की सराई और उस ढकि क अपि कायथो को एक पसततीकरण क दारा पनतभानगयो को बताया। उनहोि बताया नक जब हमि िाल की सराई शर की तो आसपास क लोगो को यह असभव लगता था, पर हमि लगभग 100 टरक पलाकसटक और अनय कचर को उिाकर उसकी सराई की और उसका सौदयतीकरण नकया तथा अरावली क करिो क पड-पौधो को भी उसक ऊपर बि 2.2 नकलोमीटर क ढककि क ऊपर लगाए। उनहोि बताया नक वषापि का पािी भी िाल म िीक तरीक स चला जाए, उसकी वयवसथा भी की गई।

िोस कचरा पबधि क करिा म कायपि करिवाली वकशवक ससथा ‘इको गीि कपिी’ क पनतनिनध सरदर

शमापि ि अपि पसततीकरण म बताया नक गरगाम िगर निगम क साथ नमलकर उिकी कपिी की गानडया घर-घर जाकर कचरा उिाती ह और उिका निषपादि अच तरीक स नकया जाता ह। उनहोि गरगाम क बधवारी इलाक म कचरा निषपादि क नलए बिाए जा रह आधनिक करदर क बार म भी जािकारी दी, जो नबकल ढका रहगा और उसम स नकसी भी पकार की गध िही आएगी। साथ ही निषपादि क दौराि जो गस उतपन होगी, उस भी जलाकर ोडा जाएगा, जो पयापिवरण क नलए हानिकारक िही होगी। इस तरह गरगाम शहर को सवच रखि की एक बडी पररयोजिा का निमापिण हो रहा ह।

अपि अधयकीय वतिवय म भारतीय लोक पशासि ससथाि, हररयाणा करिाय शाखा क अधयक एव वररष आईएएस अनधकारी एम.सी. गपता ि कहा नक हम गदगी िही रलाए, तभी हम अपि गरगाम, हररयाणा और नरर दश को सवच बिा सकत ह। उनहोि कहा नक सराई क नलए नसरफ सरकार ही िही, बकक हम सभी नजममदार ह। उनहोि कहा नक एिजीओ की तरर स जो कायपि नकए जा रह ह, व पशसिीय ह। उनहोि आग कहा नक डॉ. नवनदशवर पािक जी ि बहत कायद स सलभ शौचालय को सवचता और सामानजक नवसगनतयो को दर करि क नलए जोडा ह। हम यनद सवचता को सामानजक नयाय स जोड तो बहत पररवतपिि आएगा। उनहोि ि कहा नक पहल की सामानजक मानयताओ म अब बहत पररवतपिि आया ह। बचपि म जब हम शौच क नलए जात थ तो वह बहत अशोभिीय होता था, नकत अब बदलाव आया ह, उसम नडगिीटी आई ह। उनहोि कहा नक जस ईमािदारी एक मािनसक वयवहार ह, उसी तरह सवचता भी एक उच मािनसक वयवहार ह। हम शपथ लिी चानहए नक हम गदगी िही रलाएग, करडा िही रलाएग और अपि इलाक को सवच रखग, आज की सबस बडी जररत यही ह। उनहोि आग कहा नक पधािमरिा िरनदर मोदी का सपिा, सपिा ही ि रह जाए, इसक नलए हम सबको पयास करिा चानहए। कायपिकरम का सयोजि डॉ. मिवीर और अिजा तथा सरल सचालि सभानषणी यादव ि नकया। ससथाि की वररष पाधयानपका और पनशकण-समनवयक िीरजा मनलक ि धनयवाद-जापि नकया और कहा नक सवचता की शरआत हम अपि बचो स करिी चानहए, नजसस एक बडा बदलाव आएगा।

दश म गदगी की समसया का बडा कारण यह रहा जक हमार यहा बाहमण, कजतरय, वशय और शदर तथा शदर म भी अनय िाजतयो क लोग

गदगी नही साफ करग। शदर म भी जसफफ वालमीजक वगष क लोग ही सफाई करग यानी 99.9 पजतशत लोग गदा करत ह और साफ

करन वाल मातरा 0.001 पजतशत

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12 - 18 फरवरी 2018 09पसतक समीका

पधािमरिी िरदर मोदी ि दो ररवरी, 2016 को ‘मि की बात’ म परीका और नशका को लकर कई सारी बात

कही थी। उिका मखय जोर इस बात पर था नक नशका सीखि का िाम ह और परीका को लकर खौर बचो म दखा जाता ह, वह अिनचत ह। इसी मौक पर उनहोि परीका को लकर क लोगो क सझाव का नजकर नकया था। उिक ही शबदो म, ‘तनमलिाड क नमसटर कामत ि बहत अच दो शबद नदए ह। व कहत ह नक सटडटस 'वररयर’ ि बि, 'वाररयर’ बि।’

अब इसी शबद को लकर ‘एगजाम वाररयसपि’ िाम स बचो क नलए उिकी पसतक आ गई ह। यह पसतक ऐस समय आई ह जब परीकाओ का वति िजदीक ह। बचो को इस तिाव स लडि क नलए तमाम नवशषज िसख दत ह। पर इस बार य िसख उनह पीएम मोदी की तरर स कारी सकारातमक ढग स नमलग।

‘एगजाम वाररयसपि’ को अिोख अदाज म और मरिो की शकल म नलखा गया ह। साथ ही यह 'इटरएककटव' भी ह। ारि इस पसतक को चाव स पढ इसीनलए इसम कई

गनतनवनधया भी शानमल की गई ह, नजिका ारि अभयास करक ि नसरफ तिाव स मकति पा सकत ह, बकक परीका क नलए तयाररया भी कर सकत ह। पीएम मोदी क ऐपप स इस पसतक क कई खास रीचसपि को अिलॉक नकया जा सकता ह। पसतक

म ारिो का कमयनिटी बिाि क नलए मागपिदशपिि भी नकया गया ह।

एक ऐस दौर म जब परीका को खौर और रोनबया क तौर पर दखा जाता ह। घर स लकर सकरल-कॉलज तक परीका क दौराि हर तरर एक भय का माहौल वयापत

रहता ह, िरदर मोदी की इस पसतक क आि स ारिो पर

ही िही उिक अनभभावको और नशकको पर भी एक रचिातमक पभाव पडगा।

इस पसतक म 10वी और 12वी की बोडड परीका दि वाल ारिो की परशानियो पर रोकस नकया गया ह। पीएम ि इसम बताया ह नक ‘िॉलज’ हमशा ‘एगजाम माकसपि’ स जयादा अहम होती ह। पसतक क साथ एक अची बात यह ह नक उस सीध सवाद करि क अदाज म नलखा गया ह। इसम कई उदाहरण नदए गए ह। साथ ही सटडटस को योग और नरनजकल एककटनवटीज की जररत भी समझाई गई ह। पसतक का पकाशि पकगवि बकस ि नकया ह। इसकी कीमत 100 रपए रखी गई ह।

बच 'वररयर’ नही, 'वाररयर’ बन

‘एगिाम वाररयसष’ को अनोख अदाि म और मतरो की शकल म जलखा गया ह। साथ ही यह

'इटरएककटव' भी ह

पधानमतरी नरदर मोदी की पसतक ‘एगिाम वाररयसष’ म छातरो को परीका स नही डरन को लकर कई उपयोगी जटस

पधािमरिी मोदी की पसतक ‘एगजाम वाररयसपि’ क लॉकनचग क दौराि

नवदश मरिी सषमा सवराज ि बचो को एगजाम म सटरस स बचि क नलए 'चिाव' का उदाहरण नदया। उनहोि पसतक म नलख नटपस का नजकर करत हए 'एगजाम स डरो िही' नक जगह 'चिाव स डरो िही' कह नदया। नजसक बाद पोगाम म उपकसथत लोग जमकर िहाक लगाि लग। इस मौक पर सषमा ि बचो को पसतक म परीका को लकर नदए गए नटपस भी सिाए। उनहोि एक वाकया भी सिाया और कहा नक म ही कई बार बचो को कह दती थी नक एगजाम स डरो िही। भगवाि को पणाम करो और जाओ। मझ

जवाब नमलता था यनद भगवाि को एगजाम दिा पड तो व भी डरि लग। एगजाम ऐसी चीज ह, लनकि आज यहा खडा होकर भगवाि िही एक इसाि, वो भी साधारण िही इस दश क पीएम कह रह ह नक परीका का खौर नसर पर उिाि की कोई जररत िही ह।

इसक बाद नवदश मरिी समझाि लगती ह नक हम खद कहत ह नक चिाव स डरो मत। पधािमरिी मोदी भी यही कहत ह नक म चिाव स िही डरता। तम परीका स िही डरो। पधािमरिी कहत ह नक हम यह परीका हर पाच साल बाद दिी पडती ह। लोकसभा पहल भग हो जाए तो और पहल परीका दिी पडती ह।

हम चनाव स नही बच परीका स न डर

‘एगिाम वाररयसष’ पसतक क लोकापषण क अवसर पर जवदश मतरी सरमा सवराि न पसतक क अश पढकर सनाया

पसतक समीका

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एसएसबी बयरो

जापाि क जिजीवि, परपरा और इनतहास क साथ जो एक बात बहत गहरी जडी ह, वह ह शौचालय।

शौचालय क एक कमर को लकर जापाि म सोच और वयवहार की ि जाि नकतिी आदत जडी ह। जापाि अपि हाई-टक, डरीएर-वानशग, टशी-वानमिग शौचालयो क नलए पनसदध ह। य सब अब जापािी ससकनत का महतवपणपि नहससा ह। जापाि क पनसदध रिाड ‘टोटो’ ि जापाि क चार मखय दीपो क दनकणी नहसस म इिस जडा 60 नमनलयि डॉलर का एक सगहालय बिाया ह।

जापाि म सवचता एक एसी सावपिजनिक सवा ह, नजसक साथ सभी जड ह। इसकी नजममदारी सबक ऊपर ह। एसा नबकल िही ह नक सवचता को लकर वहा समाज क हानशए क लोग ही नचता करत ह। यह बडी बात ह। दनिया भर म सवचता को लकर हए सभयतागत नवकास म इस तरह की सामनहक उततरदानयतव की बात एक तो कही दखि को िही नमलती ह और ि ही इस तरह क नकसी दरकार को जापाि की तरह और कही लोक सवीकनत

सवचछता की िापानी ससककजत

सिी परपरा क तहत बच सककल म सवचछता का पाठ सीखत ह

यहा मजहलाअो म घर को सवचछ रखन की पारपररक समझ ह

आि िापान म इटजलिट टॉयलट तक बनाए िा रह ह

खास बात

िापान जितना आधजनक दश ह उतना ही पारपररक भी। खासतौर पर सवचछता को लकर िापान म परपरा और आधजनक तकनीक का शानदार मल दखन को जमलता ह

हानसल हई ह। जापाि म सवचता को लकर हए सभयतागत नवकास म जो एक बात गौर करि की ह, वह यह नक वहा क लोग तकिीकी सधार क साथ इस नदशा म आग बढत रह ह। यह एक अतर ह जापाि की सवचता की ससकनत और बाकी दनिया म। रिश, झाड और कपड क पो क पारपररक इसतमाल स बहत पहल यहा क लोग कारी आग निकल गए ह। यही वजह ह नक जापािी जीविशली बहत पहल स परी दनिया म सवापिनधक अिशानसत मािी जाती ह। आज इस अिशासि क साथ जहा सवचता क पनत जागरक निषा की परपरा जडी ह, वही आधनिक दौर म इस परपरा का समाटड तकिीकी नवकास भी नदखता ह। सवचता को लकर जापािी परपरा की बात कर तो सबस पहल हम यह दखिा होगा नक वहा बचो म

कस सवचता क ससकार आत ह। जापाि म जब स सकरली नशका का नवकास हआ ह, वहा इसस जडी सवचता की ससकनत भी नवकनसत हई ह। यह एक बडी बात ह। सकरलो म सवचता स जड नकरया-कलाप वहा महज अनिवायपि रप स िही, बकक सवाभानवक तौर पर जड ह। व हर नदि इसक नलए 15 नमिट स लकर आध घट का समय निकालत ह।

'सिी' और 'िोजकन'जापाि क सकरलो म एक काम बहत ही निराला होता ह, जो बचो क बाद क जीवि क नलए कारी उपयोगी नसदध होत ह। इस काम को ‘सजी’ कहत ह। दरअसल, सजी सराई करि की बहत परािी जापािी परपरा ह। इस परपरा का निवापिह हर ारि सकरल की आनखरी घटी क बाद खशी-खशी करता

ह। ‘सजी’ की तरह एक और परपरा ‘जोनकि’ ह। इसम सकरली ारि अपि हाथ स ‘जोनकि’ (सराई का कपडा) नसलत ह। य कपड कका की नपली दीवार म लग हए ोट-ोट हको पर टग रहत ह। कोि म झाड, बाटी और पो भी रख रहत ह। जस ही सकरल की टी क नलए घटी बजती ह। ारि अपिा-अपिा जोनकि उिाकर मज, कसती और नखडनकयो को सार करत ह। जब कका का एक सरि परा हो जाता ह तो सराई का मखय कायपि, नजस ‘ओ-सजी’ कहत ह, आयोनजत नकया जाता ह। इसम कई घट लगत ह और परा सकरल सार नकया जाता ह। अकसर ारि सोचत ह नक इस कायपि क नलए वकयम कलीिर या सराई कमपिचाररयो का पयोग कयो िही नकया जाता, लनकि उनह जद ही समझ म आ जाता ह नक यह उिकी नशका का ही नहससा ह, नजसस व सराई क महतव और उसक तरीक को समझ जात ह।

घर म सवचछताजापािी सामाज म लनगक असमािता जसी समसया बहत पहल स िही रही ह। इसका असर वहा सवचता की घरल ससकनत पर भी सपषट नदखता

िापान म मजहलाए सफाई क सदभष म जसफफ पसतको क अधययन स सतषट नही होती। व गह पबधन क जसलजसल म सापताजहक वयाखयानो म जहससा लती ह। यह लकचर कररिमा शफक या कररशमाई गजहणी दती ह, जिनकी

खयाजत जफलमी जसतारो स कम नही होती

सवचता 12 - 18 फरवरी 201810

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मीनडया सटर स वापस म कमर म आया। िागर

तयार हो रह थ। उिक बाद म भी िहाि घस गया। बाथरम बहत ही शािदार था। सबस आशचयपि की बात थी नक कमोड अतयाधनिक था। दखि म तो यह एकदम साधारण था मगर यह वासतव म कपयटराइजड था। आज सबह भी और कल भी जदी-जदी म इस तरर धयाि िही नदया था। कमोड पर तरह तरह क रग-नबरग बटि लग थ, नजिम जापािी म क नलखा था। यह एसा लग रहा था जस कोई कटरोल पिल हो। इि बटिो को दखकर मर मि म नजजासा हई नक आनखर इिका मतलब कया ह। एक बटि दबाया तो फलश हो गया मगर पािी िही निकला। पर बाथरम म जोर-जोर स फलश की आवाज आ रही थी पर पािी का कही पता िही था। म घबरा गया नक कही मि क गडबड तो िही कर दी। उस बटि को वापस दबाया तो आवाज आिी बद हो गई। वापस दबाया तो नरर फलश होि की आवाज आि लगी, वापस बटि दबाया तो बद हो गई।

बाहर निकला तो मरी निगाह टबल पर पडी क पनरिकाओ पर पडी, इिम एक पनरिका पर कमोड की रोटो पी थी, मि उस उिाया तो पता चला नक एक जापािी कपिी ह-टोटो, यह अतयाधनिक बाथरम क सामाि तथा कमोड आनद बिाती ह। अदर बाथरम म लग कमोड क बार म इस पनरिका म परी जािकारी थी। दरअसल इस कपिी ि य अतयाधनिक कपयटराईजड कमोड हाल ही जारी नकए थ और इिक बार म नवषद जािकारी इस पनरिका म अगजी म दी गई थी।

अभी थोडी दर पवपि ही नजस बात को जािि क नलए म परशाि हो रहा था उसक बार म भी इस पनरिक म जािकारी थी। दरअसल वह बटि जो मि दबाया था और नरर जोर की आवाज आि लगी थी, उसका मकसद यह ह नक कई वयकति शौच करत हए जो अवानत आवाज निकालत ह, बाहर का वयकति उनह सिकर अटपटा महसस िही कर। इसीनलए यह वयवसथा की गई ह। आप शौच कर रह ह और आपको सकोच महसस हो रहा ह तो यह बटि दबा दो तो आप निससकोच हो कर अपिा काम कर सकरग। इसी तरह एक बटि कमोड की सीट गमपि करि क नलए ह। हमार यहा तो इतिी िड िही पडती मगर जहा बहत िड पडती ह, वहा लोग शौच करत हए िड स अकड जात ह, ऐस म एक बटि दबाि मारि स सीट गमपि हो जाती ह। एक बटि दबाि स शौच करि क बाद आपक पी पािी का नडकाव हो जाता ह, नजसस सारी गदगी सार हो जाती ह।

एक अनय बटि दबाि स गमपि-गमपि हवा आपक पी स आती ह। इसस नटशय पपर की भनमका नबकल समापत हो ह। इि बटिो क बार म जािकार मझ पसनता हई, कयोनक नपल तीि

नदिो स वहा म नटशय पपर ही इसतमाल कर रहा था और परशाि हो गया था, कयोनक इसकी आदत मझ िही। भारत क साधारण होटलो क बाथरमो म तो नरर भी मगग नमल जात ह, बड होटलो और नवदशो तथा हवाई जहाजो म कही मगग िही होत।

य टायलट अपि आप सार हो जात ह। जयो ही वयकति सीट स उिता ह, अपि आप फलश चल जाता ह। इि पर कीटिाशक दवाओ की एसी परत लगी होती ह जो कीटाणओ का तरत खातमा कर दती ह। अनय बटिो स कमोड का ढककि व सीट अपि आप खल जाता था। परषो का बटि, ढककि

व सीट दोिो खोलता था जबनक कसरियो का बटि नसरफ ढककि खोलता था।

जापाि अतयाधनिकता का परचम लहराि म दनिया म सदव सबस आग रहता ह। इसीनलए वयकति क रोजमरापि क जीवि की एक महतवपणपि नकरया को सनवधाजिक बिाि म भी व पी िही ह। आज जापािी टॉयलट यरोप और अमररका म हाथो हाथ नबक रह ह। जापािी कपनियो ि अब एस टॉयलट बिा नलए ह, नजिम पयोगकतापि क मरि की जाच तक अपि आप हो जाती ह। कई कमोड ररमोट कटरोल क साथ भी आत ह, नजस बिकर हाथ म ल नलया जाता ह और सनवधािसार बटि दबाए जात ह। टोटो कपिी ि इसी तरह वाशलट भी बिाए ह। य तब काम आत ह, जब आप यारिा म हो या आसपास टॉयलट िही हो। घर स चलि क पवपि इिम पािी भर नलया जाता ह, इिक साथ रोकडग रववारा िोजल लगा होता ह, नजसको खोलकर दबाि स तज गनत स पािी निकलता ह। इस तरह क वाशलट आजकल बहत पनसदध हो रह ह।

(‘पािःकाि’ क पधान सपादक सरश गोयि का बिलॉग)

ह। इस असर म घर म सरिी-परष कायपि क नवभाजि की भी एक नदलचसप परपरा वहा नवकनसत हई ह। नजस तरह बाकी दशो म घर क काम मनहलाअो को मजबरी म करिा पडता ह, जापाि म वह सभयतागत शील का नहससा ह। सकरल सजी का पाि मनहलाए कस अपि घरो म दोहराती ह, यह इसका बहतरीि उदाहरण ह। यह सीख दरअसल उिक बाकी जीवि की पसताविा समाि होती ह। इस नकसम की

मािनसकता ि जापाि म गहकायपि पर आधाररत एक परी ससकनत को नवकनसत नकया ह। आप जापाि क नकसी भी सटोर म कदम रख, तो आप पाएग नक परी की परी शर सवता को समनपपित ह। नकताबो म पाइप नकस तरह सार कर, जस नवषयो पर भी पर-पर अधयाय होत ह। पसतको म यह भी दजपि होता ह नक नकस दश म सराई क कौि-कौि स तरीक अपिाए जा रह ह और उिम कया एसा ह, नजस

सीखा जा सकता ह।

कररिमा शफकि नसरफ नकताबो म, बकक जिसाधारण क सतर पर भी परी दनिया म यह बहस आम ह नक शौचालय को सार करत समय सवीडि का तरीका अपिाया जाए, नजसम नसरक म डबी रई का पयोग होता ह या ‘बशीकी’, जो नक जापाि का परपरागत तरीका ह।जपाि म मनहलाए सराई क सदभपि म नसरफ पसतको क अधययि स ही सतषट िही होती। व गह पबधि क नसलनसल म सापतानहक वयाखयािो म नहससा लती ह। य वयाखयाि 'कररजमा शरर' या कररशमाई

गनहणी दती ह, नजिकी खयानत नरमी नसतारो स कम िही होती। इि वयाखयािो म बताया जाता ह नक रटोमोनमि (परािी रई) की जगह जो लोग अपि पनवरि घरो म रसायि क पो इसतमाल करत ह, उनह शमपि आिी चानहए। बावजद इसक गहकायपि स कम ही जापािी मनहलाए आिनदत होती ह। वासतव म व हमशा सवचता क नलए हाईटक तरीक तलाशती रहती ह। तभी जापाि को 'कानदि ररकोकर' कहा जाता ह यािी अपलायसस पर निनमपित राषट। जापािी मनहलाए अपि गहकायपि को िही ोडती ह और ि ही बाहर की मदद लती ह। उिका माििा ह नक सजी (सवचता) स आतमा को तज नमलता ह। यह भी नक कोई मनहला इसको नजतिा करगी, उतिा ही वह सवगपि क करीब हो जाएगी।

जमशी (राह)जापािी समझ और परपरा म गहकायपि नशगोटो (िौकरी) िही ह, नजस कश स बदला जा सक। यह ‘नमशी’ (राह) ह, जो आनखरकार आतमजाि और अदरिी शकति की ओर ल जाता ह। इस पषभनम म यह आशा करिा गलत ि होगा नक सवचता को हर जगह नशका का नहससा बिािा चानहए और इस हम धानमपिक कायपि क रप म इस अपि जीवि म उतार ल। हम अपि धमपिसथलो को सवच रखत ह और नबिा शरीर की सराई और मि की शदध क उिम पवश िही करत। काश, यही सजीदगी हम अपि घरो क सदभपि म भी अपिाए और उनह मनदर, मकसजद, नगररजाघर और गरदारा समझकर सार रख तो सवच नवशव का सपिा साकार होगा।

तोतो को भी पजशकणभारत म 2014 स सवचता का राषटीय अनभयाि 2014 म शर हआ ह। इसस कसथनत म तजी स बदलाव आ रहा ह। पर आज भी शौचालय की उपलबधता और उसक इसतमाल को लकर कई तरह की समसयाए ह। जापाि म कसथनत इसस नबकल नभन ह। वहा तोत तक को शौच करि का सही तरीका नसखाया जा रहा ह। सिि म यह अजीब लग सकता ह, लनकि इसकी जररत व लोग समझग, नजनहोि अपि घर म कोई पकी पाला होगा। कयोनक ोटा सा नपजडा बहत जदी गदा हो जाता ह और इस सार करिा आसाि काम िही होता ह। जापाि म इसी परशािी को समझत हए नचनडयो क नलए शौचालय बिाकर, अपि घरो म उनह इसकी टरनिग दी जा रही ह।

िापान म तोत तक को शौच करन का सही तरीका जसखाया िा रहा ह। इसकी िररत व लोग समझग, जिनहोन अपन घर म कोई पकी पाला होगा

सवचता12 - 18 फरवरी 2018 11फलश की आवाि पर पानी का पता नही

आि िापानी टॉयलट यरोप और अमररका म हाथो हाथ जबक रह ह। िापानी कपजनयो न अब एस टॉयलट बना जलए ह, जिनम पयोगकताष क मतर की िाच तक अपन आप हो िाती ह

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जो लोग कामयाब हो जा रह ह, व अपिी रोटो भी सोशल मीनडया पर शयर कर रह ह। कविटर ऐसी तसवीरो स भरा पडा ह। जापाि म तो सोशल मीनडया इस टरड को दखत हए अिऑनरनशयल टॉयलट-ड मिा रहा ह। उनहोि तो इसक नलए 10 िवबर की तारीख भी तय कर ली ह। जापाि टाइमस म पी खबर क मतानबक िवबर 10 और 11 को ‘आईआई विॉयर’ पढा जाता ह, नजसका मतलब होता ह ‘िाइस टॉयलट’।

इटजलिट टॉयलटसजापाि म इटनलजट टॉयलटस की एक िई खप तयार हो रही ह। इस सीरीज क विॉयलटस पराि स कही जयादा नदमाग वाल ह, बहत काम कर

गद और बदबदार सावपिजनिक शौचालयो स निजात नदलाि क नलए जापाि की एक गर

सरकारी ससथा ि जनवक शौचालय नवकनसत करि म सरलता हानसल की ह। य खास नकसम क शौचालय गधरनहत तो ह ही, साथ ही पयापिवरण क नलए भी सरनकत ह। ससथा दारा नवकनसत नकए गए जनवक शौचालय ऐस सकम कीटाणओ को सनकरय करत ह, जो मल इतयानद को सडि म मदद करत ह। इस पनकरया क तहत मल सडि क बाद कवल िाइटरोजि गस और पािी ही शष बचत ह, नजसक बाद पािी को पिःचनकरत (री-साइनकल) कर शौचालयो म इसतमाल नकया जा सकता ह। ससथा ि जापाि की सबस ऊची पवपित चोटी ‘माउट ररजी’ पर इि शचालयो को सथानपत नकया ह। गौरतलब ह नक गनमपियो म यहा आि वाल पवपितारोनहयो दारा इसतमाल नकए जाि वाल सावपिजनिक शौचालयो क चलत पवपित पर मािव मल इकटा होि स पयापिवरण दनषत हो रहा ह।

इस पयास क बाद माउट ररजी पर मौजद सभी 42 शौचालयो को जनवक-शौचालयो म बदल नदया गया ह। इसक अलावा सावपिजनिक इसतमाल क नलए पयापिवरण क नलए सरनकत आराम-गह भी बिाए गए ह। इकोजिमल एक ऐसी वसत ह जो हमार पट म तो पदा होती ह पर जस ही वह हमार शरीर स अलग होती ह तो हम उस तरर दखिा या उसक बार म सोचिा भी पसद िही करत।

आकड बतात ह नक फलश लनटरि क आनवषकार क 100 साल बाद भी आज दनिया म नसरफ 15 पनतशत लोगो क पास ही आधनिक नवकास का यह पतीक पहच पाया ह और फलश

लनटरि होि क बावजद भी इस मल का 95 पनतशत स अनधक आज भी बगर नकसी टरीटमट क िनदयो क माधयम स समदर म पहचता ह।

फलश टायलट की सोच गलतसटॉकहोम एिवायरिमट इसटीटट दनिया की पमखतम पयापिवरण शोध ससथाओ म स एक ह। इस ससथा क उप पमख योराि एकसबगपि कहत ह नक फलश टायलट की सोच गलत ह, इसि

पयापिवरण का बहत िकसाि नकया ह और अब हम अपि आप को और अनधक बवकरर बिाि क बजाय नवकरनदरत समाधाि की ओर लौटािा होगा। सीधा सा गनणत ह नक एक बार फलश करि म 10 स 20 लीटर पािी की आवशयकता होती ह। यनद दनिया क 6 अरब लोग फलश लनटरि का उपयोग करि लग तो इतिा पािी आप लाएग कहा स और इति मािव मल का टरीटमट करि क नलए पलाट कहा लगाएग? मािव मल म पथोजि होत

ह, जो सपकफ म आि पर हमारा िकसाि करत ह। इसीनलए मल स दर रहि की सलाह दी जाती ह। पर आधनिक नवजाि कहता ह नक यनद पथोजि को उपयति माहौल ि नमल तो वह थोड नदि म िषट हो जाता ह और मिषय का मल उसक बाद बहत अच खाद म पररवनतपित हो जाता ह, नजस कपोसट कहत ह। वजानिको क अिसार एक मिषय पनतवषपि औसति नजति मल-मरि का तयाग करता ह, उसस बि खाद स लगभग उति ही भोजि का निमापिण होता ह, नजतिा उस साल भर नजदा रहि क नलए जररी होता ह। यह जीवि का चकर ह। रासायनिक खाद म भी हम िाइटरोजि, रासरोरस और पोटनशयम का उपयोग करत ह। मिषय क मल एव मरि उसक बहत अच सोत ह। नवकास की असतनलत अवधारणा ि हम मल को दर ररकि क नलए पोतसानहत नकया ह, फलश कर दो उसक बाद भल जाओ। रासायनिक खाद पर आधाररत कनष हम अनधक दर ल जाती नदखती िही ह। हम एक ही नवशव म रहत ह और गदगी को हम नजतिी भी दर ररक द वह हम तक लौटकर आती ह।

सलभ तकनीकगाधी जी अपि आशरम म कहा करत थ गडा खोदो और अपि मल को नमटी स ढक दो। आज नवशव क तमाम वजानिक उसी राह पर वापस आ रह ह। इस नदशा म सबस बडी तकिीकी पहल सलभ ससथा की तरर स की गई ह। सलभ पणता डॉ. नवनदशवर पािक ि ट-नपट पोर फलश टॉयलट की तकिीक को परा दनिया म लोकनपय बिाया ह।

फलश टायलट की सोच गलत ह, इसन पयाषवरण का बहत नकसान जकया ह और अब हम जवकजदरत समाधान की ओर लौटना होगा

- सटॉकहोम एनवायरनमट इसटीटट

अब िजवक शौचालय की तकनीकिापान की एक गर सरकारी ससथा न िजवक शौचालय जवकजसत करन म सफलता हाजसल की ह

सकत ह। यहा तक नक आपक शगर की बीमारी और बलड पशर क बार म भी य मददगार ह। अगर आप इटनलजट टॉयलट इसतमाल कर रह ह तो आपको क िही करिा ह, बस अपि नदि की सामानय शरआत करिी ह और नितय कमपि करिा ह। आप जस ही इटनलजट टॉयलट का इसतमाल करग, वह अपिी तकिीक का इसतमाल करि लगगा। आपका बलड पशर, शगर, यरीि टसट सब कर लगा। यही िही, इिक ितीज यह आपक निजी कपयटर म सव कर दगा। आपको बस कपयटर का बटि दबािा ह और य डाटा अपि डॉकटर को ईमल कर दिी ह।

जापाि म टोटो कपिी क नलए इस टॉयलट का नडजाइि जापाि क आनकफटकट हाउस दाइवा ि

बिाया। टोटो क अनकहो सजकी बतात ह, ‘हमार चयरमि को यह आइनडया तब आया, जब व एक असपताल म गए थ। वहा उनहोि चक अप क नलए लोगो को लाइि म लग दखा। उनहोि सोचा नक अगर इस तरह की टसट घर पर हो जाए तो अचा होगा।’ टोटो क इजीनियरो ि टॉयलट क बनसि म इस तरह की तकिीक लगाई ह जो तापमाि बता सकती ह और एक कलाई पटी बिाई ह, जो बलड पशर िापगी। सजकी ि कहा, ‘अभी का मॉडल य सब जाच आपक कपयटर म रीड कर दगा। अगला मॉडल ऐसा बिाया जाएगा जो य सार परीकण सीध डॉकटर को मल कर दगा।’ नरलहाल इस तरह क टॉयलट की कीमत 4,000 स 5,500 डॉलर यािी करीब दो लाख रपए ह।

जापाि पहल भी इस तरह क अजब टॉयलटस बिा चका ह। सवचता को धयाि म रखत हए उसि ऐस टॉयलट बिाए ह, नजसकी सीट और ढककि अपि आप उि जात ह, तानक इसकी सराई की जा सक। क टॉयलट ऐस ह, नजिम फलश ऑटोमनटक ह या सीट को गमपि या िडा नकया जा सकता ह। क ऐस भी ह नक आप वॉशरम म

जस ही घसत ह तो सीट का ढककि खद खल जाता ह और तो और वह यह भी जाि लगा नक वॉशरम म घर की मनहला आई ह या परष।

जनयोरसट-एनएकस टॉयलटजापाि हर चीज म आग ह चाह वो आनकफटकचर की बात कर या नरर नकसी टकोलॉजी की। जापाि हर चीज म अपिी समाटडिस नदखा ही दता ह। ऐसा ही क जापानियो ि दनिया का सबस बहतरीि टॉयलट बिाकर कर नदखाया ह। जापाि की टॉयलट बिाि वाली कपिी टोटो ि एक ऐसा खास टॉयलट बिाया ह, नजसक इसतमाल क समय आप ररमोट की मदद स मयनजक सि सकत ह। इस आधनिक टॉयलट म सवत: सखाि व धोि क नलए मशीि लगी हई ह। इस टॉयलट म अनय सनवधाए भी ह। इस टॉयलट का िाम नियोरसट-एिएकस ह। नदखि म खबसरत होि क साथ-साथ इस टॉयलट की नबिा बोडडर वाली शप होि की वजह स पािी की बबापिदी बहत कम होगी और जो टोटो क टिपििाडो फलनशग क साथ नमलकर शौचालय अटरा कलीि रखता ह।

िापानी समझ और परपरा म गहकायष जशगोटो (नौकरी) नही ह जिस कश स बदला िा सक। यह ‘जमशी’ (राह) ह, िो आजखरकार आतमजान और

अदरनी शकति की ओर ल िाता ह

सवचता 12 - 18 फरवरी 201812

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सवचता12 - 18 फरवरी 2018 13कचरापर की पहचान अब सफाईपर

मजलन बकसतयो क बचो न सवचछता का बीडा उठाया

बचो की पहल को एकटीएफसी क समथषन स काफी बल जमला

शौचालय जनमाषण स लकर रग-रोगन को लकर अजभयान

खास बात

मजदता जगरोतरा

दश की राजधािी नदली की एक मनलि बसती क बचो ि सामनहक पयास स सवच व सवासथयवधपिक पररवश बिाि व आनथपिक रप

स सबल बिि क पनत लोगो म जो जागरकता रलाई ह, वह अनय करिो क नलए नमसाल बि सकती ह। मकसलम बहल इलाका हजरत निजामदीि सरी सत हजरत निजामदीि औनलया की पनवरि दरगाह क नलए दनियाभर म मशहर ह, लनकि यहा कसथत मनलि बसती क पास कचर का अबार लगि क कारण इस बाहर स आिवाल लोग कचरापर कहि लग थ। लनकि बचो क पयास स इलाक म ऐसा जादई बदलाव आया नक कचरापर की पहचाि अब सराईपर स होि लगी ह।

इस जादई बदलाव क बार म बसती म रहि वाली 10 वषतीय चादिी कहती ह नक कचरापर क िाम स इलाक क बच आहत थ, इसीनलए उनहोि इसका कायापलट करि का वरत नलया। यहा गदी बसती क दनकणी ोर पर जजपिर व खसताहाल मगर पककी ईटो क मकािो क साथ एक खला िाला ह, नजस बारापला कहा जाता ह। आरभ म यह यमिा की सहायक िदी थी, जो कालातर म गद िाल म तबदील हो गई ह। यह िाला घमावदार रासत स मधय नदली स चलकर पवती नदली तक आि नकलोमीटर का सरर तय करता ह।

मल-मरि और कचरो स आिवाली बदब और उसम अवारा सअरो की मटरगसती स परा इलाका बदहाल था। लनकि आज यहा करड का ढर िही, बकक हरा-भरा पाकफ ह, जहा तग गनलयो और

जदली का पराना इलाका जनिामदीन सफी सत हिरत जनिामदीन औजलया की दरगाह क जलए मशहर ह, पर यहा हाल तक कचर का अबार था। सथानीय बचो क पयास स इलाक म अब सफाई की नई बयार बह रही ह

सकल मकािो म निवास करि वाली औरत और बच खली हवा म सास ल पात ह। खास बात यह ह नक यहा सवचता व हररयाली लाि म इिकी अपिी महित ही रग लाई। वह जगह, जहा कभी लोग करडा-कचरा ररकत थ और वह बीमारी का घर था, वह अब बचो क नलए खल का मदाि और बजगथो क नलए सरगाह व ससताि का मिपसद निकािा बि गया ह।

इस जादई बदलाव म बसती क बचो का महतवपणपि योगदाि रहा और इिकी मदद म खडा हआ आगा खा टरसट रॉर कचर (एकटीएरसी)। एकटीएरसी की पहल और मनलि बकसतयो क बचो की महित रग लाई और सामनहक पयास स आया यह मौि बदलाव ि नसरफ भौनतक रप स दखि को नमल रहा ह, बकक इसम आनथपिक व सासकनतक पहल भी शानमल ह। 11 वषतीय अबबास ि बताया, ‘कचरापर या मलबापर म कोई रहिा िही चाहता ह। इसीनलए सराईपर हमारी टरि का अनतम पडाव ह।’ वह अपिी सराई एकसपस क बार म बता रहा था, जो इलाक क बचो क नलए हर सपताह खला जाि वाला एक लोकनपय खल ह।

एककटीसी क कायपिकतापिओ ि इिक बीच खल क रप म सराई अनभयाि की शरआत की ह, नजस निमामदीि बसती अबपिि ररनयअल इनिनशएनटव कहा जाता ह। यह पररयोजिा 2007 म आरभ हई, लनकि बारापला फलाईओवर निमापिण क कारण इस रोक नदया गया। दोबारा 2012 म इस शर नकया गया। अबबास ि कहा, ‘यह इलाका पहल गदा हआ करता था और यहा मचर पलत थ। लोग घरो का कचरा यहा जमा करत थ। अब यह सार-सथरा

ह और हम यहा लकानपी, आइस वाटर, नगली डडा, नकरकट व अनय खल खलत ह।’ अबबास को लगता ह नक यहा और सराई की जररत ह और यहा क निवानसयो को इसक नलए कोनशश करिी चानहए। िाल क साथ लग घरो का बाहरी नहससा पहल नबखर खडहर-सा मालम पडता था, लनकि अब रग-रोगि हो जाि स उिका सौदयतीकरण हो गया ह। एकटीसी की कायपिकरम निदशक जयोतसिा लाल ि कहा, ‘रग-रोगि इस पररयोजिा का सबस अहम नहससा ह। कगरो अथापित मकाि क बाहरी नहससो क रग-रोगि क पी कई अिकही कहानिया ह।’ लाल ि कहा, ‘बसती क सभी 144 घर मखय सीवर स जड हए थ, जो कनतगसत हो गया था और नदली जल बोडड की मदद स उस बउला जािा था। घरो क पास कोई करडदाि िही था और लोग िाल क पास कचरा डालत थ।’ लनकि अब यहा घर-घर स कचरा जमा नकया जाता ह और िाल को भी चार रट गहरा करक उसकी सराई की गई ह। बचो ि यहा लोगो को इस कायपि क नलए तयार नकया। उनहोि लोगो स वचि नलया नक व कचरा िाल क पास िही डालग।

चादिी ि बताया, ‘हमि कचरा िही रलाि का सकप नलया और अपि माता-नपता व अनय लोगो स भी कोई कचरा यहा िही डालि का आगह नकया ह। अिक लोग इसस सहमत ह, जबनक कई सहमत िही भी ह, लनकि हम उिको सवचता क महतव क बार म समझाि की कोनशश कर रह ह।’ वषपि 2008 म यहा एक आधारभत सववकण करवाया गया था, नजसम यहा क लोगो की बदहाली उजागर हई थी। लाल ि कहा, ‘सववकण क ितीज चौकाि वाल थ। इसम यह बात पकाश म आई नक इि लोगो की अिदखी हो रही ह और यहा 25 रीसदी लोगो क घरो म शौचालय िही ह।’

इसक बाद यहा िवीिीकरण पररयोजिा क तहत 2008 म यहा एक आधारभत सववकण करवाया गया था, इसक मताजबक यहा 25 फीसदी लोगो क घरो म शौचालय नही ह

मौजदा सनवधाओ की मरममत व िवीिीकरण का काम शर हआ। िए शौचालय बिाए गए, नजिका उपयोग अब दरगाह म आि वाल पयपिटक भी करत ह। शौचालय का पबध रहमाि निगरािी समह क दारा नकया जा रहा ह। इस पररयोजिा क तहत बसती क सभी भागो म िोस कचर का पबधि नकया जाता ह, नजसम समदाय की महती भनमका ह और दनकण नदली महािगर निगम की भी इसम भागीदारी ह। िवीिीकरण व आकषपिक िजार और सवासथयवधपिक माहौल क साथ-साथ यहा आए बदलाव क अनय पहल भी ह, नजिम सासकनतक व आनथपिक आयाम भी जड ह।

आजीनवका कायपिकरम क तहत आगा खा टरसट निजामदीि निवासी मनहलाओ को सशति बिा रहा ह। यहा एक ससाधि करदर खोला गया ह, नजसम लोगो को नवनवध सरकारी योजिाओ का लाभ पाि क नलए उिकी पारिता सनिकशचत करि और उि योजिाओ स जोडि का पयास नकया जा रहा ह।

इशा-ए-िर, आकषपिक कढाई, साझी नचरिकारी और करोनशया स कढाई की नमसाल ह। जायका-ए-निजामदीि, एक मनहला सवय सहायता समह की ओर स चलाई जाि वाली रसोई ह, नजसम सवासथयवधपिक व पोषक ततवो स भरपर सकस व लजीज मगलई वयजि तयार नकए जात ह और ऑडडर लकर उसकी नडलीवरी की जाती ह। रहिमाई िामक ससाधि करदर लोगो को नवनभन सरकारी योजिाओ व सनवधाओ का हक नदलाि क नलए उिस जोडि का काम करता ह। यहा इलाक क लोगो क नलए महतवपणपि दसतावज व कागजात तयार नकए जात ह, नजसस उिका सशतिीकरण हो रहा ह। रहिमाई म लोगो को िौकररयो व उच नशका हानसल करि सबधी जािकारी नमलती ह। सर-ए-निजामदीि िामक एक और सवय सहायता समह ह, नजसम निजामदीि की सासकनतक नवरासत का पचार-पसार नकया जाता ह। इस समह क सदसय 700 साल परािी नवरासत स पयपिटको व सकरली नवदयानथपियो को रबर करात ह।

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12 - 18 फरवरी 201814 नमसाल

जकताब स हई आमदनी को नहा जचलडरन फाउडशन का अनदान

सातवी कका म पढन क दौरान ही बलॉग जलखना शर कर जदया

लखक होन क साथ नहा एक अचछी जनशानबाि भी ह

खास बात

जकशोरी नहा न बनी आकाशगगा की कहानी

जवषण मखीिानी

वह शनय स जडकर समय क पार चली गई और पररणाम ‘क और’ सामि आया। 15 साल की िहा गपता की नलखी पहली

नकताब म निकोल गस की कहािी ह, नजस उसक नपता जब उसका गह नविाश क कगार पर होता ह, तब उस धरती पर भजत ह, जो उस गह यािी नरिजि की एकमारि जीनवत सदसय ह, जो पडोसी आकाशगगा एडरमडा म एक गह ह। जसा नक वह खद को धरती पर रहि क अिकरल ढालि की मशककत करती ह और अपि सकरल और गह क नलए अपिा योगदाि दि की कोनशश करती ह, यह एक बहद होनशयार लडकी की चार स 14 साल की यादगार तसवीरो क साथ की कहािी ह।

निकोल क दोसत अमाडा, सारा और आयष उस एक अिानधकत करि की यारिा करि म मदद करत ह और इस पनकरया म व अपि सकरल को सकट स बचात ह और दनिया को अतररक यारिा का एक िया तरीका भी दत ह। मबई क जमिाबाई िरसी इटरिशिल सकरल म 10वी कका म पढि वाली एक ारिा दारा नलखी नकताब की नबकरी स हई आमदिी को अिदाि क रप म नदए जाि को भल ही मटी भर कह, लनकि वह नचडरि राउडशि को अिदाि दती ह, तानक दश क भनवषय बचो का जीवि सवर सक।

15 साल की नहा गपता की जलखी पहली जकताब म जनकोल गस की कहानी ह, जिस उसक जपता िब उसका गह जवनाश क कगार पर होता ह, तब उस धरती पर भित ह

िहा का माििा ह नक नकशोर साधारण िही होत, जसा नक उनह समझा जाता ह। जररत पडि पर व खद को सानबत करि म पी िही हटत। व चिौनतया भी पसद करत ह और कया सही व कया गलत ह, इस चीज को धयाि म रखत ह। िहा ि बताया, ‘शरआत म यह मि म कहािी की एक रपरखा तयार करि जसा था, तो जब भी कोई नवचार आया, म नलख लती। बाद म मझ जब भी समय नमलता, म उि नवचारो को नवसतार दती। लनकि नकताब नलखि क अनतम चरणो म, नजस परा करिा सबस मकशकल होता ह, मि हर नदि एक शबद सीमा तक पहचिा सनिकशचत नकया। वासतव म, अिशासि की वजह स मझ नकताब परी करि म मदद नमली।’

यह प जाि पर नक इस पसतक का कस आिा हआ? िहा ि कहा, ‘म हमशा स पढि की शौकीि रही ह और पढि क पनत मरा पयार नलखि की इचा क रप म बदल गया। सातवी कका म पढि क दौराि मि बलॉग नलखिा शर कर नदया और जस म बडी होती गई, मझ अहसास हआ

नक म उस कहािी क साथ बडी हई ह। नरर मि सोचा नक नकताब को वासतव म बस एक बड बलॉग की तरह होिा चानहए, तो िौवी कका म गनमपियो की कटयो क दौराि मर जहि म एक नवचार आया नक कस दसर गह की रहि वाली लडकी खद को हाईसकरल म पढि वाली ारिा क रप म ढालगी, म इसस बहद रोमानचत हो गई। मि इस कहािी को परा करि का मि बिा नलया और नलखिा शर कर नदया।’ िहा क इस पयास को उिकी सकरल की पमख जसमीि मधािी ि भी सराहा। मधािी ि पसताविा म नलखा नक नकताब का शीषपिक लगभग नबकल सही ह, कयोनक ‘नडररट’ (अलग हटकर) एक ऐसा शबद ह, नजस कोई लनखका क बार म बताि क नलए इसतमाल म ला सकता ह। िहा ि जब स सकरल म पवश नलया ह, तब स ‘ईमािदार’, ‘कतपिवयनिष’ और ‘महिती’ जस शबद उसक ररपोटड काडड का नहससा रह ह। उनह निशािबाजी म नदलचसपी ह। िहा समय बबापिद िही

नहा न िब स सककल म पवश जलया ह, तब स ‘ईमानदार’, ‘कतषवयजनष’ और ‘महनती’ िस शबद उसक ररपोटट काडट का जहससा रह ह। उनह

जनशानबािी म जदलचसपी ह। नहा समय बबाषद नही करती।

करती। यह प जाि

पर नक कया वह एक और नकताब नलख रही ह, िहा ि कहा, ‘वासतव म अभी तक एक और नकताब नलखि क बार म िही सोचा ह, लनकि जब म शनश थरर स नमली, उनहोि मझस कहा नक मझ जरर नलखत रहिा चानहए, इसीनलए अगर समय और नवचार सही

मालम पडगा, तो निकशचत रप स म इस चिौती को सवीकार करगी।’

उनहोि कहा, ‘नरलहाल, म अपिी 10वी बोडड की परीका पर धयाि द रही ह। नकसी नदि, म भारत क नलए नपसटल शनटग (निशािबाजी) म ओलनपक पदक जीति की खवानहश रखती ह।’ इस महीि की शरआत म राषटीय राजधािी क दौर पर आई िहा ि कलाश सतयाथती स मलाकात की और अपि इस अिभव को बहत अचा बताया। उनहोि कहा, ‘सतयाथती स नमलकर बहत अचा लगा। म जयादातर चप रही और उनह इस बात का अहसास हो गया, नजस पर उनहोि कहा नक तमह और बोलिा चानहए। सचाई यह ह नक म 10 करोड बचो क जररए 10 करोड क अनभयाि क नलए कलाश सतयाथती क नचडरि (बाल) राउडशि की रिाड एबसडर बिकर बहद सममानित महसस कर रही ह। अपिी नकताब की नबकरी स योगदाि दि क अलावा म अपिी नकताब क जररए जहा भी पहच सकती ह, यवाओ को सगनित करि की उममीद करती ह।’ इसम कोई हरािी की बात िही नक िोबल परसकार नवजता और कलाश सतयाथती नचडरि राउडशि िहा को ‘बदलाव लाि वाली यवा’ कहत ह।

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12 - 18 फरवरी 2018 15जडर

सघरष स ‘पीजत’ न जदलाया मकाम

लोकगीत व अजभनय क बाद जबहार क जलए कछ करन का इरादा

लोकगीतो म फकहडता की बढी माग पर पीजत न िताया कोभ

साजहतय अजभरजच स एलबमो क जलए गीत जलखन की जमली परणा

खास बात

मनोि पाठक

नबहार क सीतामढी क बलाम पकौिी गाव की रहि वाली पीनत समि का िाम अनभिय, गायि, और निदवशि म अगर

कोई जािा पहचािा िाम बि जाए, तो आपको आशचयपि होगा। लनकि आज पीनत ि मबई स लकर नदली तक म नवनभन करिो म अपिी कला दकता का लोहा मिवाया ह। उिका कहिा ह नक पनतभा स इि करिो म एक मकाम बिाि की जदोजहद तो करिी पडती ह, परत अगर कलाकार अिवरत काम करता रह और धयपि रख तो दर-सबर उस सरलता जरर नमलगी।

लोकगानयका क रप म खासकर मनथली भाषा क गाए पीनत क गीत खास लोकनपय हए ह। वस तो पीनत सोिी चिल क 'महावीर हिमाि', जी टीवी पर 'अममा' सीररयल म अनभिय तथा डीडी नबहार पर मनथली सीररयल, 'और सब िीक इ', एस एन झा क 'गजब दनिया' और सावधाि इनडया, कराइम पटरोल, एक था राजा एक थी रािी, पशवा बाजीराव, सतोषी मा, मशाल, सीररयलो म सहायक निदवशक म काम कर अपिी सरलता क झड ोट पदव पर

गाड चकी ह। इसी दौराि उनहोि नहदी नरम 'मक इि इनडया' म अनभिय का भी मौका नमला और उसम भी एक गामीण मनहला की भनमका को बखबी निभाया।

पीनत इि नदिो मबई स अपि गाव बलाम पकौिी आई ह। उनहोि बातचीत म कहा, ‘मि जो क सीखा वह अपि नपता स सीखा और बहतर करि की सरर की ओर अगसर ह।’ पीनत क नरमी कररयर की शरआत लखि स हई, जब वह मजफररपर क एमडीडीएम कॉलज म पढ रही रही थी, उस समय उिकी उमर 15 साल रही होगी। कॉलज की

जबहार क एक सामानय पषभजम स चलकर रगमच और लोकगीतो की लोकजपय दजनया का सफर तय करन वाली पीजत समन की जिदगी एक जमसाल ह

आि भी समाि यह कबल नही करता था जक बजटया मच पर आए। पारभ म मरा भी जवरोध हआ, लजकन हौसल नही जडग। अपन बलद हौसल क कारण अपन सफर को िारी रखा और

2008 म जदली चली गई – पीजत समन

सहनलया कनवताए नलखती थी, उनह सिती थी। इस कसौटी पर अपि को जाचा तो पाया नक अनभवयकति उिकी तलिा म उसस बहतर ह। वही स गीत, गजल नलखि का दौर आरभ हआ।

व कहती ह नक घर म ही उिको अनभिय और निदवशि क बारीनकयो को समझि का मौका

नमला। पीनत क नपता गजदर मोहि पसाद रगकमपि स जड थ और गाव तथा आसपास क करिो म िाटक करवात रह ह। पीनत बताती ह नक व अपि गाव बलाम पकौिी म भी कई िाटको का मचि नकया। इसम अधर िगरी चौपट राजा, सामा चकवा शानमल ह।

पीनत का माििा ह, ‘आज भी समाज यह कबल िही करता था नक बनटया मच पर आए। पारभ म मरा भी नवरोध हआ, लनकि हौसल िही नडग। अपि बलद हौसल क कारण अपि सरर को जारी रखा और 2008 म नदली चली गई।’ पीनत नदली म सानहतयक पररवश, अनभिय क करि क समझि की कोनशश की। इस कोनशश क दौर म सजीविी आनडयो, वीनडयो कपिी ि गीत नलखि का मौका नदया, लनकि यहा भी अलग तरीक की चिौनतया थी। बकौल पीनत, ‘अलबम वाल चाहत थ नक वह मौजदा दौर म लोकगीतो क िाम पर अशीलता और ररहडता का जो आलम ह, उसी धारा म वह बहकर नलख, लनकि मझ कतई यह मजर िही था। मि सपषट कह नदया। यहा गीतो क अलबम की कडी म ‘कावड जगह पर’, ‘माई क मनहमा’ और ‘नसया क बारात’ अलबम आए।’ पीनत का कहिा ह नक लोक सगीत क नलहाज स लोगो ि इि गीतो को खब पसद नकए। नहदी, भोजपरी, मनथली म कई अलबम क नलए गीत नलख चकी पीनत नबहार शताबदी वषपि क नलए भी गीत तयार की थी। इसक अलाव मनथली और नहदी म तीि अलबम क नलए उनहोि ि नसरफ गीत नलख, बकक सवय अपिी आवाज दी।

पीनत कहती ह नक 'ह मइया जाग ि भलइ नबहाि', 'दहा बचि आइल दख ई सारा बाराती' गीतो को लोगो ि खब पसद नकया। कई परसकार और सममाि पापत कर चकी पीनत अनभिय क अनतररति कई परि पनरिकाओ म कनवताए भी नलखती रही ह। 2014 म नदली इटरिशिल नरम रकसटवल क बक म कनवता नलखि का मौका नमला। ससकार चिल क नलए भी पीनत ि गीत नलख ह।

पीनत अपि आग क सरर क नवषय म कहती ह, ‘मरा सपिा नबहार क नलए क करि और यहा क नवषयो खासकर यहा की समसयाओ को लकर नरम बिाि की ह।’ उिका माििा ह नक काम म समपपिण हो तो मनजल नमल ही जाती ह। अभी तो लबा सरर ह जीवि का पडाव बहत क सीख दता ह।

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ििा मच 12 - 18 ररवरी 2018

(उततर पदश)टॉवर

- सरोजिनी नायड

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आधयाकतमक पयोग और परमहस

रामककषण परमहस क िीवन को यजद तीन शबदो म वयति करना हो, तो व होग- तयाग, सवा और साधना। यजद दो शबद और िोडन हो

तो व शबद होग- पयोग और समनवय

रामककषण को वदात क माधयम स यह समझ म आया जक सार िीव आतमततव ह और आतमा क बीच जलग का कोई भद नही ह

यवा परिकार और सतभकारमनीरा यादव

परोपकार करि स पणय नमलता ह। परोपकार करि की परपरा पराति ह। लनकि खास यह ह नक आजकल परोपकार का पणय लटि वालो की सखया दश म

लगातार बढ रही ह। पचतरि की एक ह नजसम एक बजगपि वयापारी यवा वयापारी को सरल जीवि क नलए चार गणो को अपिाि की सलाह दता ह। एक, तमह पसा कमािा सीखिा चानहए। दो, नरर इस सरनकत रखिा सीखिा चानहए- तीि, यह मालम होिा चानहए नक इस कस खचपि कर- और आनखर म, इस दिा सीखिा चानहए।

धिी लोगो की अपिी समसया होती ह। व अपि बचो को इतिा पसा दिा चाहत ह नक व जो चाह सीख सकर। पर व इतिा भी िही दिा चाहत नक व क भी कर ही िही। अमररका क अमीर पररवारो म स एक क बट जॉि डी. रॉकरलर ि कहा ह, ‘मझ शरआत स ही काम करि, पसा बचाि और दाि दि का पनशकण नमला ह।’ भारत मािव नवकास सचकाक पर 130व सथाि पर ह। धिी भारतीय गरीबो की नजदगी म सधार लाि क नलए बहत क कर सकत ह। व कभी सरकार की जगह िही ल सकत। नकत शरषतम एिजीओ को दकर बहतर काम कर सकत ह। कई कपनिया मयवाि काम करि म सीएसआर लॉ (नजसक तहत कपिी को 50 रीसदी रड डवलपमट चररटी को दिा होता ह) का इसतमाल कर रही ह। आप इस क भी कह- परोपकार, चररटी, सवचा दाि, लनकि दश क लोग इसस बहत क सीख सकत ह और सीख रह ह। इसीनलए दश म परोपकार की भाविा इि नदिो तजी स बढी ह। पनतकषत बि/दसरा इनडया नरलथॉपी ररपोटड 2017 क अिसार नपल पाच वषथो म नवदशी या कॉरपोरट दाि अथवा सरकारी कयाण कायपिकरमो म रनडग की तलिा म वयकतिगत सतर पर निजी दाि अनधक तजी स बढा ह। ररपोटड क अिसार 2001 म 6000 करोड स ह गिा बढकर 2016 म 36,000 करोड रपए हो गया। सरकार कयाणकारी कायपिकरमो पर 1,50,000 करोड रपए खचपि करक सबस अनधक योगदाि द रही ह। यनद यह टरड जारी रहता ह तो निजी सतर पर की गई परोपकाररता भनवषय म नशका और सवासथय क करि म सधार लाि क साथ गरीबी नमटाि म अपिी भनमका निभाएगी।

दश म कॉरपोरट या सरकारी दान की तलना म वयकतिगत दानदाताओ की सखया बढी ह

परोपकाराय पणयाय जस यिाि म सकरात

क नलए पलटो और जिोरि ि नकया। क-

क वसा ही रामकषण परमहस क बार म भी हआ। आज हम रामकषण परमहस को नजस रप म जाित ह, वह शायद वसा िही होता, यनद कशवचदर सि और नववकािद ि दनिया को उिक जीवि और नवचारो क बार म इस रप म बताया ि होता। लनकि असली गरओ की यही सहजता, सरलता और गमिामी ही उिकी महािता होती ह। आतमपचार स दर व अपिी साधिा और मािव सवा म लग रहत ह। रामकषण परमहस क जीवि को यनद तीि शबदो म वयति करिा हो, तो व होग- तयाग, सवा और साधिा। यनद दो शबद और जोडि हो तो व शबद होग- पयोग और समनवय।

यह कहि म सकोच िही होिा चानहए नक उिका जीवि और वयकतितव रहसयमयी रहा। उिकी जीवि-शली और उिका वयवहार अच-अचो की भी समझ स बाहर का था। यह सब इतिा अजीब था नक जयादातर लोग उनह पागल तक समझत थ। क ि तो उिक नदमाग का इलाज कराि तक की कोनशश की। लनकि ढाका क एक मािनसक नचनकतसक ि उिकी यवावसथा म ही एक बार कहा था नक असल म यह आदमी एक महाि योगी और तपसवी ह, नजस दनिया अभी समझ िही पा रही ह। और यह भी नक नकसी नचनकतसकीय जाि स उसका इलाज िही नकया जा सकता था।

उस वदय ि सच ही कहा होगा। नजस तरह कबीर की धि, रदास की भकति और मीरा की लगि को मिोवजानिक तरीक स समझिा सभव िही था, िीक उसी तरह रामकषण क कनथत पागलपि को भी पानडतय बनदध स समझिा असभव था। लनकि इसक पयास होत रहत थ। जो कोई भी ऐसा पयास करि जाता, वह रामकषण की सरलता, निशलता, शदधता-पनवरिता, बालसलभ भोलपि, निःसवाथपिता और तयाग स इतिा अनभभत हो जाता नक अपिा सारा पानडतय भलकर

उिक परो पर नगर पडता। गहि स गहि दाशपिनिक सवालो क जवाब भी व अपिी पानडतयनवहीि सरल भाषा म इस तरह दत नक सिि वाला ततकाल ही उिका मरीद हो जाता। इसीनलए दनियाभर की तमाम आधनिक नवदया, नवजाि और दशपििशासरि पढ महाि लोग भी जब दनकणशवर क इस निरकर परमहस क पास आत, तो अपिी सारी नवदता भलकर उस अपिा गर माि लत थ।

रामकषण बहत ोट ही थ जब उिक नपता का दहात हो गया। जीनवकोपाजपिि क नलए परोनहती क अलावा कोई चारा ि था, सो बालपि म ही नकसी मनदर म इसी काम म लगा नदए गए। लनकि कनथत धमपि-नवषयक बातो को लकर परोनहतो का आपसी मतभद और टकराव उनह अचा िही लगता था। पराणो की कपोल कथाए भी उनह पभानवत िही करती थी। उनह लगि लगा था नक यनद धमपि और ईशवर जसी कोई चीज ह, तो उस मिषय की अिभनत पर भी खरा उतरिा चानहए। उनह लगा नक ईशवर यनद ह तो उस व अपिी आखो स दखकर रहग।

ईशवर को दखि का यह नवचार पहल तो एक नजद की शकल म आया, लनकि वह बाद म एक भकतिपणपि खोज म बदल गया। व ईशवर को ढढि लग और उसक नलए तडपि लग। उसकी खोज म मनदर की परोनहती ोडकर पास क एक निजपिि जगल म जाकर रहि लग। ईशवर-दशपिि की बचिी और अधीरता बढि लगी थी और उिका वयवहार असामानय होि लगा था। इसी असामानय वयवहार को नकसी ि धममोनमाद का िाम नदया, तो नकसी ि पागलपि का।

रामकषण को वदात क माधयम स यह समझ म आया नक सार जीव आतमततव ह और आतमा क बीच नलग का कोई भद िही ह। अब यह बात उिक मि म समा गई नक सरिी-परष का भद तो कवल शरीर क सतर पर ही ह, आतमा

अजभमतएक दश की मिानिा पम और

बलिदान क अपन आदशशो म लनलिि ि, जो आग बढन

क लिए पररि करिी रििी ि रामककषण परमहस ियती (18 फरवरी) पर जवशर

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ििा मच12 - 18 ररवरी 2018 17क सतर पर िही। और यनद सचमच ऐसा ह तो म ऐसी साधिा कयो ि कर नजसस सरिी-परष का भद-भाव ही परी तरह स िषट हो जाए। नरर कया था। उनहोि इसकी पायोनगक साधिा शर कर दी। इसक नलए सबस पहल उनहोि अपि आपको परषतव स उबारिा चाहा। रामकषण यह सोचि लग नक व सवय परष िही, बकक सरिी ह। व मनहलाओ क जस ही कपड पहिि लग, उनही की तरह बोलि लग। परषो की तरह का सारा काम ोड नदया और मनहलाओ क बीच ही जाकर रहि लग। एक समय ऐसा भी आया जब व सरिी-परष का भद परी तरह स भल गए।

अपिी पतिी सारदामनण को भी व मा ही कहा करत थ। जब दोिो का नववाह हआ था तो रामकषण 22 साल क थ और सारदामनण पाच साल की। यािी रामकषण स 17 वषपि की ोटी। सारदामनण को अपि नववाह क बार म क भी याद ि था। हा, इतिा जरर याद था नक नववाह जब हआ था तब खजर क रल पकत ह, कयोनक नववाह क दस नदिो क भीतर ही व खजर क पडो स पक रल चिि जाया करती थी। यहा पािको को भरनमत िही होिा चानहए नक वह आजकल की तरह का नववाह था। वह उस समय की पचनलत बाल-नववाह पथा क नहसाब स एक ससकार मारि था। सवय रामकषण जस भोल क नलए तो वह एक खल क जसा ही था।

इस तरह रामकषण का सारा जीवि अधयातम-साधिा क पयोगो म बीता। इसी पनकरया म उनह उस सतय का साकातकार भी हो गया, नजस व ढढत नरर रह थ। इस बात को व उतिी ही सरलता और आतमनवशवास क साथ बताया भी करत थ। व लगातार कई घटो तक समानध म लीि हो जात थ। चौबीस घट म बीस-बीस घटो तक व उिस नमलिवाल लोगो का दख-ददपि सित और उसका समाधाि भी बतात। यही सवा उिक जीवि का उदशय बि गया था। सगह क िाम पर उिक पास क भी ि था। अपि शरीर तक स नवतषणा हो चकी थी। रामकषण क सबस नपय नशषय नववकािद ि नययॉकफ की एक सभा म अपि गर क बार म एक ओजपणपि वयाखयाि नदया था, जो बाद म ‘मर गरदव’ क िाम स पकानशत भी हआ। नववकािद ि इसम कहा था- ‘एक अतयत महतवपणपि और आशचयपिजिक सतय जो मि अपि गरदव स सीखा, वह यह ह नक ससार म नजति भी धमपि ह व कोई परसपरनवरोधी और वरभावातमक िही ह- व कवल एक ही नचरति शाशवत धमपि क नभन-नभन भाव मारि ह। इसीनलए हम सभी धमथो को माि दिा चानहए और जहा तक हो उिक ततवो म अपिा नवशवास रखिा चानहए।’

इसी सभा म नववकािद ि आग कहा- ‘शरीरामकषण का सदश आधनिक ससार को यही ह— मतवादो, आचारो, पथो तथा नगरजाघरो और मनदरो की अपका ही मत करो। पतयक मिषय क भीतर जो सार वसत अथापित ‘धमपि’ नवदयमाि ह इसकी तलिा म य सब तच ह।’ वासतव म, रामकषण की जीवि-यारिा और जीवि-सदशो का इसस सदर निचोड क भी िही निकाला जा सकता, जसा नववकािद ि निकाला ह। आज तरह-तरह की नहसक सघषथो म रसी दनिया को उबारि की ताकत शायद ऐस ही नवचारो म ह।

19वी शताबदी क पिजापिगरण आदोलि म महनषपि दयािद सरसवती का राषट नचति परवतती

भारतीय राषटीय आदोलि क नचति की आधारनशला बिा। महनषपि दयािद क राषट-नचति का आधार वद था, नजनह महनषपि ि सभी सतयनवदयाओ की पसतक घोनषत नकया। नकसी भी नवषय क वयापक नवचार-नवमशपि क बाद ही उसक नकरयानवयि और उसक पररणाम की अनभवयकति होती ह और यही नचति अनत:वशवीकरण क रप म यगािरप राषटीय आदोलि की बहआयामी पवनततयो को अनभवयति करता रहा ह। महनषपि दयािद सरसवती क समक नवनभन पकार की चिौनतया थी। एक ओर नरिनटश सामराजय की आधीिता, तो दसरी ओर भारतीय समाज म आई सामानजक और धानमपिक नवकनतया। महनषपि दयािद सरसवती को दोधारी तलवार स सामिा करिा था। यह कायपि निशचय ही एक ओर अधानमपिक, अमािवीय और अधनवशवासी परपराओ को धवसत करिा था, तो दसरी ओर िवनिमापिण की आधारनशला पर नवशवगाम की आधारनशला की सकपिा को पणपि करिा था।

महनषपि दयािद सरसवती की राषटदकषट कालजयी तथा सकारातमक सोच क साथ पनतरोध-पनतकार क बाद भी िवसरचिा की बनियाद पर नटकी थी, यही कारण था नक 1875 म आयपि समाज की सथापिा क बाद महनषपि दयािद ि सवराजय, सवदश और सवभाषा का शखिाद नकया था। यदयनप कागस की सथापिा उपयपिति तीिो मानयताओ क नलए िही हई थी, नरर भी 1905 म गोपाल कषण गोखल ि कागस क पसताव म सवदशी को सवीकार नकया और 1906 म सवराजय को लकर पसताव दादा भाई

िौरोजी की अधयकता म सवीकार नकया गया। ‘सवभाषा’ (आयपि भाषा या नहदी) को महातमा

गाधी ि कालातर म कागस क पसताव म सवीकार नकया। महनषपि दयािद सरसवती का यह कथि सवदश क पनत उिकी तीवर उतकिा को सपषट करता ह- ‘ह पस का चाकर वही काम करता ह तो सवा रपए का नवदशी चाकर कयो खरीदा जाए।’ यह कथि परवतती भारतीय राषटीय एव सवदशी आदोलि का पबल उदोष बिा।

महनषपि दयािद सरसवती का राषट-नचति आज भी उतिा ही पासनगक ह, कयोनक यह धमपि या

सपदाय पर आधाररत िही ह। यह वदो स नि:सत मािव कयाण का राषटशासरि ह, नजसम मतवाद का दरागह िही ह। जानतवाद का नवधवसकारी मतवाद िही ह, अनपत यह लोकतरि की सवत: उदत नवचार-पदधनत ह, नजसक नवमशपि की आज महती आवशयकता ह।

आयपि समाज सवतरिता स पवपि नजि उदशयो क नलए समनपपित था, सवतरिता क बाद भी उिकी महतवपणपि आवशयकता थी। आयपि समाज एक सशति राजिीनतक सगिि क रप म अनय राजिीनतक दलो की तरह भल ही पसतत िा हआ हो, लनकि दश क नवनभन करिो म आयपिजि अपिी उलखिीय कायपिकमता का पररचय द रह ह।

दश म आज नजस तरह की लोकतानरिक चिौनतया ह, उसम सवामी दयािद क नवचार कारी पासनगक ह। महनषपि दयािद सरसवती क राषट नचति का उलख उिकी कालजयी पसतक ‘सतयाथपि पकाश’ म ह। इसक मतानबक आयपिजिो को मतानधकार का नववक सममत तरीक स और नबिा नकसी भदभाव व पवापिगह म आए नबिा करिा चानहए। महनषपि दयािद सरसवती का राषट-नचति हमार मत दि क मौनलक अनधकारो को पषट करता ह, नजसम वद, भारतीय ससकनत, भाषा, जानत-नवहीि समाज-वयवसथा को जहा महतवपणपि बताया गया ह, वही आत और भरषट आचरण क निषध की बात कही गई ह। इस दकषट स दख तो उिक नवचारो क आलोक म आग बढत हए हम िवभारत का ि नसरफ निमापिण कर सकत ह, बकक अपि दश को िनतक और आधयाकतमक रप स परी दनिया म एक बार नरर यशसवी भी बिा सकत ह।

सामाजिक बदलाव का सतरधारसवतरिता सगाम म बडी भनमका निभाि क बाद राषटीय सवय सवक सघ दश को एक सरि म नपरोि और सामानजक बदलाव क नलए कायपि करि लगा। िए अक म सघ क कायथो को रखानकत करि वाली ररपाटड बहद अची थी।। गामोदय स राषटोदय का सपिा सघ अपि कायथो क माधयम स साकार कर रहा ह। समाज क निचल तबक को मखयधारा म लाि क नलए उसक दारा चलाए नवनभन कायपिकरमो को उसक अिषानगक सगिि परी निषा स कर रह ह।

सरश चाद, नदली

मोदी की िीवनीसलभ सवच भारत का नियनमत पािक ह। हाल ही म पधािमरिी िरदर मोदी की जीविी का धारावनहक पकाशि आप लोगो ि आरभ नकया ह। यह सच म बहत अचा कदम ह। जो महगी नकताब खरीदि म असमथपि ह, वह वयकति भी इसक माधयम स पधािमरिी क परक जीव को जाि और समझ सकता ह। उममीद करता ह नक सलभ सवच भारत ऐस ही दश क महािायको की कहानिया हम तक पहचाएगा।

कजवता वमाषगोडा, उततर पदश

नवभारत क जनमाषण की परणामहजरष दयानद का जचतन वदो स जन:सत मानव कलयाण का राषटरशासतर ह जिसम मतवाद का दरागह नही ह

ल ीक स परलनखका यवा परिकार ह और दश-समाज स जड मदो पर पखरता स अपि नवचार रखती ह

जपयका जतवारी

महजरष दयानद सरसवती का राषटर-जचतन हमार मत दन क मौजलक अजधकारो को पषट करता ह, जिसम छआछत और भरषट आचरण

क जनरध की बात कही गई ह

महजरष दयानद सरसवती ियती (12 फरवरी) पर जवशर

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रोटो फीचर

िब पराजित होता ह अधरासतय स असतय, जहसा स पम और अधकार स पकाश क शाशवत सघरष की गाथा ह – रामायण। एक ऐसा महाकावय िो सजदयो

स िन िन को पकाश पथ का अनसरण करन को पररत करता ह रोटोः ियराम

18 12 - 18 ररवरी 2018

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रामायण दजनया क कई दशो की साझी जवरासत ह। हर कही इसकी पसतजत का अपना अलग रग ह, अलग तरीका, लजकन िो एक बात हर पसतजत म साझी ह, वह ह– सतय और समपषण की भावना

रोटो फीचर12 - 18 ररवरी 2018 19

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द मजकग ऑफ मोदी द मजकग ऑफ गिरात

अकटबर 2001 म, िरदर मोदी ि गजरात क मखयमरिी क रप म अपि कायपिकाल की शरआत की। उिका यह सरर 12 साल स अनधक समय तक लगातार चला। इस सरर पर नवराम तब लगा जब उनहोि मई, 2014 म दश क पधािमरिी

का पद गहण नकया। मखयमरिी क रप म, उनहोि ि कवल अपिी राजिीनतक निपणता का पदशपिि नकया, बकक व नवकास क एक अनदतीय चनपयि क रप म भी उभर। गजरात क आनथपिक नवकास की शािदार कहािी दश क अनय सभी राजयो क नलए अिकरणीय उदाहरण बि गई। नबजली और पािी की आपनतपि म कस सधार नकया जा सकता ह।

साथ ही कस बहतर सडको और बनियादी ढाच क कारण तजी स नवकास करक लोगो को सशति बिाया जा सकता ह। गजरात मॉडल क िाम स पनसदध नवकास की इस गाथा का तािा-बािा िरदर मोदी ि ही बिा।

गिरात नरदर मोदी की कमषभजम ह। कमषभजम एक जहदी शबद ह जिसका

अथष उस भजम स ह, िहा कोई वयकति रहता ह, काम करता ह और योगदान दता ह। साथ ही यह वह भजम भी ह िहा स वयकति को भावनातमक और

आधयाकतमक रप स बहत गहरा लगाव होता ह। मोदी िहा पदा हए, पल-बढ, वही उनकी कमषभजम भी ह। गिरात क मखयमतरी क रप म कायषभार सभालन स पहल, उनहोन अपनी पाटटी क कदरीय

सगठन म जवजभनन भजमकाओ म परी कमता क साथ काम जकया, लजकन

उनका जदल हमशा गिरात म रमा रहा।

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2001 म हए उप-चिाव म दो नवधािसभा सीटो पर हार क बाद, गजरात क मखयमरिी कशभाई पटल

ि पद स इसतीरा द नदया। राजिीनत क उभरत नसतार िरदर मोदी को पाटती ि राजय म मखयमरिी का पदभार गहण करि को कहा। कम समय म ही, नदसबर 2002 म होि वाल राजय नवधािसभा चिावो म बहमत क साथ जीत हानसल कर भाजपा क नलए एक बहतर माहौल बिािा उिका पमख काम था। राषटीय सतर पर 15 साल क कायपिकाल क बाद िरदर मोदी क नलए गजरात वापसी आवशयक हो गयी थी। गजरात भाजपा क नलए बहत महतवपणपि राजय था। नकत पदश म पाटती की हालत अची िही थी और यह करदरीय िततव क नलए सबस बडी नचता थी। पाटती को नकसी ऐस वयकति की जररत थी जो अदरिी कलह को दर कर सरकार का पभावी ढग स िततव कर सक। करदरीय िततव की कसौटी पर िरदर मोदी नबलकल खर उतर। अनय पदशो और राषटीय सतर पर भाजपा क शािदार रणिीनतकार क रप म, मोदी नसकक क दोिो पहलओ को दख चक थ। इसीनलए पाटती ि सवपिसममनत स िरदर मोदी को गजरात भजि का निणपिय नकया।

राजकोट-2 नवधािसभा करि स नवधायक क रप म निवापिनचत होकर िरदर मोदी गजरात नवधािसभा म पहच और मखयमरिी क रप म अपिा दावा पश नकया। उनहोि कागस क अकशवि महता को हराया। नवधािसभा चिावो क नलए पाटती को तयार करि की बडी नजममदारी क साथ उनहोि मखयमरिी का कायपिभार सभाला।

लनकि उिक कायपिकाल की शरआत बहत अची िही रही। 27 ररवरी, 2002 को गोधरा म एक भयािक घटिा घटी नजसम सनदगध मकसलमो ि अयोधया स गोधरा लौट रह नहद कार सवको की टरि की बोनगयो को कनथत तौर पर जला नदया। इस भयावह घटिा म साि लोगो की जलकर मौत हो गई। जब यह अरवाह रलिी शर हई नक इस घटिा क पी मसलमािो का हाथ ह, तो एक सापदानयक नववाद उि खडा हआ नजसम कई और लोगो को अपिी जाि गवािी पडी।

िरदर मोदी ि इस कसथनत को नियनरित करि क नलए तमाम जररी कदम उिाए। कई जगहो पर कफयपि लगाया गया, किोर अिशासिातमक कदम उिाए गए, सामानय नसथनत बहाल करि क नलए दखत ही गोली मार दि क आदश नदए गए। हालानक, नवपकी दलो ि मोदी पर सापदानयक अशानत क नलए नजममदार होि का आरोप लगाया। लनकि आनखरकार, कई वषथो बाद सपीम कोटड दारा नियति नवशष जाच दल (एसआईटी) ि उनह दोषमति करार नदया। 2013 म नयानयक सतर पर इस कस को बद कर नदया गया।

गिरात को परी तरह स बदल दनाअकटबर 2001 म जब मोदी को सरकार की अगवाई करि क नलए गजरात भजा गया तब राजय की अथपिवयवसथा खसताहाल थी। 26 जिवरी 2001 को कच और भज क इलाको म आए भकप स हई तबाही सरकार क सामि एक और बडी चिौती बि कर खडी हो गई।

रणिीनतकार और सगिि क जादगर िरदर मोदी क सामि भकप स तबाह हए करिो क आनथपिक पिरतथाि, पिनिपिमापिण और पिवापिस की सबस बडी चिौती थी।

भकपगसत इलाको म नकए गए बड पमाि पर पिनिपिमापिण और पिवापिस क साथ उनहोि, राजय नवधािसभा चिावो क नलए बच हए 14 महीिो, म नवकास की एक बडी तसवीर पश की। इस तसवीर म नसरफ सामानजक-आनथपिक असतलि को साधा ही िही, बकक बहआयामी नवकास सबधी पहल भी थी।

नदसबर 2002 क नवधािसभा चिावो म िरदर मोदी की कडी महित ि भाजपा को पणपि बहमत स जीत नदला दी। भाजपा को राजय की 182 म स 117 सीट नमली।

भकप स तबाह कचछ और भि कतरो का पनवाषस और पनजनषमाषणभकप का करदर कच म था, इसीनलए उस सबस जयादा िकसाि हआ। साथ ही नसरफ 20 नकलोमीटर दर भज को भी भारी तबाही झलिी पडी। भकप क झटक अहमदाबाद तक म तबाही क मजर ोड गए। अहमदाबाद म लगभग 50 बह-मनजला इमारत ढह गई और सकडो लोग मार गए।

भारत सरकार ि इस रिासदी स पभानवत लोगो क सखया 15 लाख बताई, नजिम 19, 772 लोगो की मौत हई, 166,000 घायल हए और 600,000 लोग बघर हो गए। 348,000 घर िषट हो गए और 844,000 घर कनतगसत हए। आनधकाररक आकलि क अिसार 1.3 अरब डॉलर का पतयक आनथपिक िकसाि हआ, जबनक अनय अिमािो क

मतानबक 5 अरब डॉलर स अनधक का िकसाि इस आपदा स हआ।

िरदर मोदी ि अकटबर 2001 म मखयमरिी क रप म पदभार गहण करि क बाद, अपिी परी ऊजापि उि भकप पभानवत करिो म लगाई, जहा सबस अनधक िकसाि हआ था। व यह समझ चक थ नक नवततीय ससथािो की सहायता क नबिा इि चिौनतयो स िही निपटा जा सकता ह। इसीनलए उनहोि नवशव बक, एनशयाई नवकास बक और कई गर सरकारी सगििो स सहायता ली और यह सनिकशचत नकया नक यह काम लोगो की आवशयकताओ को धयाि म रखत हए नकया जाए। साथ ही सथायी बसती बिाि क नलए एक वयवहाररक योजिा भी हो।

मखयमरिी िरदर मोदी क गनतशील िततव

क कराण, 124,000 घरो की एक बसती नसरफ चार साल क कम समय म बि कर तयार हो गयी। जबनक नवशव बक ि इस कायपि क नलए लगभग 10 वषथो का अिमानित समय निधापिररत नकया था।तज और मजबत पिनिपिमापिण सनिकशचत करि क नलए मखय योजिा• गाम समदाय दारा नलए गए सथािातरण

या यथासथाि पिनिपिमापिण क नवकप ि नयितम सथािातरण सनिकशचत नकया।

• सरकार दारा नवततीय, सामगी और तकिीकी सहायता स निमापिण

• ररकॉडड समय म घोनषत आवास सहायता पकज

• निमापिण और मरममत क नलए लोगो

कानन और वयवसथा जनयतरण म ह, लोग आिादी स घम रह ह। अब मझ जकसी को हफता नही दना पडता ह। सरकार स सबजधत चीि सरल और पारदशटी हो गई ह। म अपि वयवसाय पर सवतरि रप स धयाि करनदरत कर सकता ह। म भल ही मोदी को पसद ि कर, लनकि म उिक नलए ही वोट दगा।

जानकर हसि, मानलक, वाउ (WOW) - मगल ररड रसतरा, अहमदाबाद

मोदी का पयास हमशा स कछ नया और बहतर करन का रहा ह। गजरात इसका एक उदाहरण ह और इस दखि क नलए लोगो को वहा जािा चानहए।

रति टाटा, पवपि चयरमि, टाटा सस

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गजराि क पवव मखयमती कशभाई पटि क साथ नरदर मोदी

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का मागपिदशपिि करि क नलए नदशा निदवश तयार नकए गए

• निमापिण सामगी क नलए उतपाद शक म ट दी गई

• बह-खतरा पनतरोधी पिनिपिमापिण अनिवायपि बिा नदया गया

• तकिीकी मागपिदशपिि पदाि करि और निमापिण की निगरािी क नलए, इजीनियसपि नियति नकए गए

• तीि नकशतो म भगताि नकए गए दसरी और तीसरी नकशत इजीनियरो दारा सतयापि और पमाणीकरण क बाद ही दी गई

चनावी िीत क बाद जवकास क जलए जनरतर गजतमोदी ि इस चिावी जीत का जशि मिाि म समय बबापिद िही नकया। िई सरकार क शपथ लि क तरत बाद, उनहोि गजरात क एकीकत नवकास क नलए पाच-सतरीय रणिीनत वाली ‘पचामत योजिा’ बिाई। इसक बाद पािी की पतयक बद को बचाि क नलए ‘टपक (नडरप) नसचाई पणाली’ का आकरामक पचार नकया गया। आज मोदी की इस पहल क कारण, गजरात म पाच लाख स अनधक हकटयर भनम नडरप नसचाई क तहत आती ह।

जल पबधि क नलए उिकी सरकार क पयासो क पररणामसवरप गजरात म कनष करि म लगातार 10 पनतशत की वनदध हई ह, जो राषटीय औसत तीि पनतशत की तलिा म बहत अनधक ह। शहरो और गावो को पीि का पािी उपलबध कराया गया, नजसस लोगो को पािी लाि क नलए मीलो चलि स मकति नमली।

िरदर मोदी ि िमपिदा (सरदार सरोवर) बाध की ऊचाई को 121.9 मीटर तक बढाि क नलए सामानजक कायपिकतापिओ की भारी आलोचिा झली, लनकि व अनडग रह। उिक इस कदम स गजरात को कारी रायदा नमला।

उनहोि सौर ऊजापि चानलत नवलवणीकरण (नडसनलिशि) सयरिो स औदयोनगक उपयोग क नलए समदरी जल का उपयोग करि क नलए एक कायपिकरम भी शर नकया। ऊजापि शकति योजिा क माधयम स, गजरात भारत क एकमारि ऐस राजय क रप म उभरा ह, नजसक कसबो और गावो को चौबीसो घट नबजली नमलती ह। तजी स बढती हई गामीण अथपिवयवसथा ि शहरी इलाको म गामीण पवास को कम करि म योगदाि नदया। राजय सरकार क अनतररति ऊजापि क आशवासि ि गजरात को एक आकषपिक उदयोग सथल बिा नदया। गजरात ि उदयोगो और घरो म गस की आपनतपि क नलए एक गस नगड नवकनसत कर नलया। तब स, राजय हाइडरोकाबपिि अनवषण म शानमल रहा ह और गस आधाररत अथपिवयवसथा म नवकनसत करि क नलए लगातार पयास कर रहा ह। गजरात की वयापक ऊजापि िीनत, पचर मारिा म सवच ऊजापि पदाि करि पर करनदरत ह।

िल शकति, वाटर पॉवर

िन शकति: मािव ससाधि शकति (पॉवर ऑर हमि ररसोसपि)

रका शकति: नडररस पॉवर

ऊिाष शकति: एिजती पॉवर

जान शकति: िॉलज पॉवर

पचामत योिनामोदी मॉडल "पाच शकतियो" पर करनदरत

नशश मतय दर को कम करि क नलए - जचरिीवी योिना

सवचता और वकारोपण को पोतसानहत करि क नलए - जनमषल गिरात

हर गाव को नबजली पदाि करि क नलए - जयोजतगाम योिना

नरदर मोदी की कछ महतवपणष पररयोिनाए

कनष अिसधाि पयोगशालाए पदाि करि क नलए - ककजर महोतसवआनदवासी करिो क नवकास क नलए - वनबध कलयाण योिनाखल और नखलानडयो को पोतसानहत करि क नलए - खल महोतसवमनहला उदयनमयो को करनडट नलक उपलबध कराि क नलए - जमशन मगलम

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गजराि म वकारोपण अलभयान की अगवाई करि नरदर मोदी गजराि म सककि जान वािी िडलकयो क साथ नरदर मोदी

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राजय पशासक क रप म अपि कायपिकाल की शरआत क बाद स, िरदर मोदी ि जि शकति या मािवीय ससाधि क मयो को पहचािा और उिका उपयोग नकया। 13 वषथो क अपि मखयमनरितव काल म, उनहोि मािव-सबनधत सचकाको म खानमयो को दर करि क कई सरल पयास नकए। सकरलो स डराप आउट को रोकि क नलए जोरदार अनभयाि चलाए, लडनकयो की नशका को पोतसानहत नकया। इसक नलए उपहारो की िीलामी क माधयम स पसो का योगदाि करक वयकतिगत रप स उनहोि एक उदाहरण सथानपत नकया। उिकी सरकार क लोकनपय "गणोतसव और वच गजरात" अनभयािो ि नशका की गणवतता और पढि की आदतो की आवशयकताओ का खब पचार नकया।

नशश मतय दर को कम करि और आपातकालीि नचनकतसा सहायता पदाि करि क नलए "नचरजीवी योजिा" और 108 आपातकालीि सवाओ जसी पहलो क माधयम स सावपिजनिक सवासथय को महतव नदया गया।

"निमपिल गजरात" क तहत सवचता और वकारोपण शर नकए गए। सावपिजनिक नवतरण पणाली (पीडीएस) क माधयम स सकम पोषक ततवो वाल अिाज की आपनतपि सनिकशचत की गई। वही मधयाहन भोजि योजिा (नमड ड मील) क साथ गरीबी रखा क िीच आि वाल (बीपीएल) पररवारो और सकरल जाि वाल बचो क बीच कपोषण की जाच शर कर दी।

शारीररक गनतनवनधयो और खलो को पोतसानहत करि क नलए "खल महाकभ" शर नकया गया। गजरात की नवशाल और उपनकत जिजातीय आबादी क नलए, िरदर मोदी ि "वि बध कयाण योजिा" का शभारभ नकया। इसका

उदशय आनदवासी करिो म परी तरह स नवकास करिा था। मनहलाओ को आजीनवका पदाि करि क नलए उनह ऋण महया कराि वाल "नमशि मगलम" की शरआत की गई।

पनतसपधती दनिया म जाि और सरका सरलता की कजी ह। इसी को धयाि म रखत हए, दरदशती िरदर मोदी ि गजरात क लोगो क जाि और कौशल को बढाि क नलए योजिाए बिाि पर अपिा अनधकतर समय वयतीत नकया। पनडत दीिदयाल पटरोनलयम यनिवनसपिटी रॉर ररसचपि इि एिजती, नचडरनस यनिवनसपिटी, इनडयि इसटीटट ऑर टीचर टरनिग, रॉरनसक साइस यनिवनसपिटी, रकाशकति यनिवनसपिटी, कामधि यनिवनसपिटी और लॉ यनिवनसपिटी जस ससथाि सथानपत नकए गए। नवनिमापिण करि की बढती जररतो को परा करि क नलए गणवततापणपि तकिीकी नशका को धयाि म लाया गया।

िरदर मोदी क कायपिकाल म कई आईटीआई, पॉलीटककक और इजीनियररग कॉलजो की सथापिा और उिका उनयि नकया गया। उदयोग और तकिीकी नशका क बीच तालमल हानसल करिा पमख व सपषट उदशय था। कौशल नवकास कायपिकरमो को पनशकण क नलए लाया गया और परपरागत नशका मॉडल स अलग मािा गया। राजय की िौकरशाही को पनशनकत करि क नलए "कमपियोगी" कायपिकरम शर नकया गया।

इि सभी पहल क पररणामसवरप गजरात म लगभग सभी गाव अब रिॉडबड िटवकफ स जड ह। सचिा पौदयोनगकी का पभावी ढग स शासि म उपयोग नकया जा रहा ह और राजय को उसकी ई-गविनस पहल क नलए कई परसकार पापत हए ह।

सरका मोचव पर, िरदर मोदी ि गजरात की तटीय सीमा को मजबत करि और घसपि को रोकि क नलए करदरीय रका मरिालय क साथ

राजय िौकरशाही को पनशनकत करि क नलए – कमषयोगी योिनागणवतता नशका क पचार क नलए – गणोतसव और वच गिरात

मकसलम समदाय तक पहचि क नलए - सदावना जमशन

बटी बचाि क नलए - बटी बचाओ अजभयान

बाल सवासथय क नलए निवारक और उपचारातमक सवाए पदाि करि क नलए - मात वदना

मनहला साकरता और नशका को पोतसानहत करि क नलए - कनया कलवानी योिना

ोटी िनदयो और धाराओ को जोडि और जल नगड बिाि क नलए - सिलाम सफलाम

पसतक अश12 - 18 फरवरी 2018 23एक महतवपणपि जीवि सोत क रप म पािी क बार म मोदी क नवचारो ि लाखो लघ बाधा क निमापिण क जररए सथािीय जल सरकण क पयासो को पश नकया और समथपिि नदया। उनहोि जल सरकण और इसक उनचत उपयोग क नलए गजरात म जल ससाधिो की नगड बिाि क नलए "सजलाम सरलाम" योजिा शर की। यह ोटी िनदयो और धाराओ को जोडि की योजिा थी। उिक एकीकत दकषटकोण क पररणामसवरप गजरात जस सख राजय म भजल का सतर सधर गया।

गजराि म एक निर का उदाटन करि हए नरदर मोदी

गजराि क गाधी आशरम म लवधायको, सासदो और राजय क आधयातमक पमिो क साथ एक साववजलनक बठक म नरदर मोदी

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काम नकया। आतकवाद पर उिकी शनय सनहषणता (जीरो टॉलरस) कारी पनसदध ह और उसकी वयापक रप स सराहिा की जाती ह। मखयमरिी क रप म कई अवसरो पर, उनहोि रका सबधी नवनिमापिण क नलए गजरात को एक करदर बिाि का उतसाह नदखाया।

गामीण अथषवयवसथा को मिबत बनान क जलएकनष उतपादि क सदभपि म, गजरात क कच, सौराषट और अनय उततरी नहससो म भजल की बहतर आपनतपि क कारण कारी सधार हआ। सकम नसचाई क इसतमाल को बढाि और कशल नबजली आपनतपि क साथ, खतो को

क उदयनमयो, निवशको, निगमो, नवचारको, िीनतयो को एक साथ लािा था। इि सममलिो को गजरात म वयवसाय क अवसरो को समझि और तलाशि क नलए पलटरामपि क रप म पचाररत नकया गया।

साल 2003 म 28 नसतबर स 2 अतिबर क बीच हए पहल सममलि क नलए, औदयोनगक नवसतार बयरो ि गजरात सरकार क नलए िोडल एजसी क रप म कायपि नकया। उसि भारत सरकार क साथ नमलकर सयति राषट औदयोनगक नवकास सगिि (यएिआईडीओ), भारतीय वानणजय और उदयोग सघ (एरआईसीसीआई) और भारतीय उदयोग पररसघ (सीआईआई) क सहयोग स गजरात क दो पमख वानणकजयक शहरो- अहमदाबाद और सरत म इस सममलि का आयोजि नकया।

अहमदाबाद म औदयोनगक निवश, एगो पससकरण, बायोटक रामापि, पाकनतक गस और तल, बनियादी ढाचा, खिि, पयपिटि, ऐपलपि, रति और आभषण करि मखयता निवश

मोदी ि राजय म म नसलमा तक पहचि क पयास म 2011 क उततरादधपि और 2012 की शरआत म सदभाविा नमशि (सदाविा) का आयोजि नकया। उनहोि इस नवशवास क साथ कई उपवास नकए नक इस कदम स शानत, एकता और सदाव क माहौल वाला गजरात और बहतर बिगा। यह नमशि अहमदाबाद म 17 नसतबर, 2011 को शर हआ। कल नमलाकर, उनहोि आि शहरो और 26 नजलो म 36 उपवास नकए।

सदावना जमशन

उपलबध कराि क पयास भी नकए गए।2001-2007 की अवनध क दौराि गजरात

की कनष नवकास दर म 9.6% की वनदध हई। 2001-2010 क बीच गजरात म यौनगक वानषपिक वनदध दर 10.97 पनतशत तक पहच गई, जो भारत क सभी राजयो म सबस जयादा थी। गामीण करिो म नबजली आपनतपि वयवसथा म आए करानतकारी पररवतपिि ि कनष को आग बढि म मदद की।

बनियादी ढाचा करि म, अकल 2008 म ही 500,000 सरचिाओ का निमापिण गजरात म दखा गया, नजसम स 113,738 लघ बाध थ। 2010 म, 112 तहसीलो म स 60 ि अपि सामानय भजल सतर को वापस पा नलया। इसस आिवानशक रप स सशोनधत बीटी कॉटि का

उतपादि बढा।िरदर मोदी क शासि म गजरात सरकार

ि राजय की नवदयत नवतरण पणाली को बदल नदया, खती और गामीण करि को सवापिनधक लाभ नदया गया। जयोनतगाम योजिा अथवा गावो की पकाश वयवसथा का नवसतार नकया गया। कनष नबजली को गामीण नबजली क अनय रपो स अलग कर नदया। निधापिररत नसचाई की माग को परा करि क नलए कनष नबजली कम लागत पर नवतररत की गई। कल नमलाकर, गजरात क गामीण इलाको म नबजली आपनतपि कसथर ह।

वयापार और जनवश क चजपयन क रप म नरदर मोदी2003 और 2015 क बीच, िरदर मोदी क िततव म सात "वाइरिट गजरात" सममलि आयोनजत नकए गए। गजरात सरकार क ततवावधाि म आयोनजत इि नदवानषपिक निवशक सममलि का उदशय वयापार जगत

पसतक अश 12 - 18 फरवरी 201824

17 लसिबर 2011 को अिमदाबाद क गजराि यलनवलसवटी कनवशन सटर म मखयमती नरदर मोदी का अलभवादन करि मतसिम निा

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क करदर म रह। जबनक सरत म वसरि, रति और आभषण क उदयोग पर रोकस रहा।

अत म, 14 अरब अमरीकी डालर क मय क साथ 76 समझौता पर हसताकर नकए गए।

िरदर मोदी दारा मखयमरिी क रप म सौपी गई वाइरिट गजरात सममलि की नवरासत गजरात म आज भी जारी ह।

सममलि क 2013 और 2015 म हए ि और सातव ससकरणो ि राजय की बढती ताकत, पगनतशील मयो और पशासि को बहतर बिाि क नलए की गई पहलो को दशापिया। साथ ही निवशको क अिकरल वातावरण, कला और ससकनत को पदनशपित करि क साथ राजय म बहतर सभाविाओ को भी दशापिया गया।

2017 म आिवा ससकरण 10 स 13 जिवरी क बीच गजरात की राजधािी गाधीिगर कसथत महातमा मनदर म आयोनजत नकया गया। इसका पमख उदशय "सशति आनथपिक और सामानजक नवकास" पर करनदरत था। इसि दनिया भर स कॉरपोरट जगत क िताओ क साथ राजयो, सरकारो और ससथािो क पमखो को एक ऊजापिवाि और उतसाहजिक बातचीत क नलए एक मच पर साथ आि म मदद की।

गजरात क मखयमरिी क रप म, िरदर मोदी ि नवदशो की कई यारिाए की। इि सब म सबस पमख थी-चीि की यारिा। जहा उनहोि सामानजक-आनथपिक पगनत क मॉडल पर नवशष धयाि नदया।

गजरात क पयपिटि करि को बढावा दि क नलए, मोदी ि बॉलीवड क सपरसटार अनमताभ बचि को रिाड एबसडर बिाया। अनमताभ बचि ि इसक नलए कोई भी शक िही नलया। उिकी आवाज म "खशब गजरात की" पचार अनभयाि ि गजरात म पयपिटि की नवकास दर चार पनतशत पनतवषपि बढा दी। यह इस करि क नलए राषटीय नवकास दर की तलिा म दोगिा था।

एक राजय क रप म गजरात की ाप निरतर और ससगत नवकास पणाली वाल नससटम की हो गई। इसक पररणामसवरप नवशव बक ि लगातार दो वषथो तक कारोबारी सगमता क मामल म गजरात को सवपिशरष भारतीय राजय क रप म समथपिि नदया।

वयापार करन की मोदी शली: नयनतम परशाजनया, अजधकतम

पररणामपकशचम बगाल सरकार और टाटा मोटसपि क बीच नसगर म टाटा ििो सयरि की सथापिा क नलए साल 2008 म बातचीत निषरल हो गई। 3 अकटबर 2008 को पकशचम बगाल क मखयमरिी बदधदव भटाचायपि क साथ बिक क बाद रति टाटा ि ििो पररयोजिा को पकशचम बगाल क बाहर सथािातररत करि की घोषणा की। टाटा ि तणमल कागस की अधयक ममता बिजती की अगवाई म नवपक दारा नसगर पररयोजिा क नखलार आदोलि को लकर अपिी निराशा जताई और और इसी वजह स यह कदम उिाया। तब िरदर मोदी ि रति टाटा को एक एसएमएस भजा, नजसम नलखा था: ससवागतम! (गजरात म आपका सवागत ह!)। मोदी ि टाटा को गजरात म अपि मोटर वाहि सयरि को सथानपत करि क नलए आमरिण नदया। साथ ही टाटा समह क अधयक को गजरात म ििो सयरि को सथािातररत करि क नलए राजी भी कर नलया। गजरात क साणद म िया कारखािा बिाि म नसरफ 14 महीि लग, जबनक नसगर म

राजय म निवश की गनत को बढाि क नलए 2003 म शर हए ‘वाइरिट गजरात गलोबल सममलि’ दश की सबस महतवपणपि अतरराषटीय वयापाररक घटिाओ म स एक क रप म सथानपत हो चका ह।

पसतक अश12 - 18 फरवरी 2018 25

10 जनवरी, 2011 को गजराि क गाधीनगर तसथि मिामा मलदर म वाइबट गजराि गिोबि लशिर सममिन क उदाटन समारोि क दौरान मखयमती नरदर मोदी

2007 म अिमदाबादम वाइबट गजराि गिोबि इनवसटसव सलमट क समारोि म टाटा समि क चयरमन रिन टाटा, ररिायस इडसटीज लिलमटड क चयरमन मकश अबानी और अनय क साथ मखयमती नरदर मोदी

2 जन, 2010 को ननो कार क िोकापवण (रोिआउट) समारोि म टाटा समि क अधयक रिन टाटा क साथ नरदर मोदी

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महीन क हर चौथ गरवार को आयोजितसवागत कायाषलय म 9 स अपराहन 12 बि क बीच ऑनलाइन जशकायत आवदन पिीककत होत हसबजधत अजधकाररयो को तरत जववरण उपलबध होत हअजधकारी 12 बि स दोपहर 3 बि क बीच पजतजकयाए और सचनाए दिष करत हमखयमतरी और वररष अजधकारी 3 बि आवदक क साथ बातचीत करत हवीजडयो कॉनफजसग क माधयम स जिला अजधकारी उपकसथजत होत हमखयमतरी दारा जदए गए सभी जनदवश उसी जदन दिष जकए िात हसभी मामल उसी जदन या समयबदध तरीक स जनपटाए िात ह

28 महीि लग थ।गजरात नवकास क रासत पर तजी स

चल रहा था, वही मोदी क अदर भी उिका रचिातमक वयकतितव नबिा थक काम कर रहा था। व समय की रत पर अपि परो क निशाि ोडत हए, एक क बाद एक मील का पतथर सथानपत करत रह और गजरात का चहरा

भी बदलत रह ।

गिरात मॉडल की अजदतीय सफलताआज, गजरात ई-गविनस, निवश, गरीबी उनमलि, नबजली उतपादि, नवशष आदयोनगक करिो का निमापिण, सडक नवकास और नवततीय अिशासि जस कई करिो म भारत का अगणी राजय ह।

गजरात क नवकास की कहािी सभी तीि मखय करिो - कनष, उदयोग और सवाओ क नवकास पर आधाररत ह। इस मजबत नवकास क पी िरदर मोदी का गनतशील िततव और उिक परक मरि "सबका साथ, सबका नवकास" ह। जोनक लोगो क नहत और सनकरय बहतर

शासि वयवसथा (पी2जी2) पर जोर दता ह।िरदर मोदी दारा सथानपत िवीि नवचारो

ि समयबदध तरीक स गजरात म बह-आयामी नवकास शर नकया। उिक शािदार िततव म, गजरात ि दनिया भर स कई परसकार और पशसा पापत की। नजसम आपदा नयिीकरण क नलए यएि सासाकावा परसकार, शासि म िवाचार क नलए लोक पशासि और पबधि - राषटमडल सघ परसकार (सीएपीएएम), ई-गविनस क नलए यिसको परसकार और सीएसआई परसकार पमख ह।

िरदर मोदी ि एक पशासक क रप म अपिी पनतषा सथानपत की ह। पाटती क अभतपवपि चिावी पदशपिि ि,ि कवल उिको दश क सबस पभावशाली िताओ म स एक क रप म बिाई,

बकक दश क पधािमरिी क सभानवत उममीदवार क रप म उिकी कसथनत को और मजबत नकया। गजरात म बारह वषथो क उिक कायपिकाल ि राजय को आनथपिक और सासकनतक रप स आग बढाि म बहत मदद की।

िरदर मोदी को लगातार तीि वषथो तक जिता दारा सवपिशरष मखयमरिी क रप रखानकत नकया गया। इसी स उिक िततव और उपलकबधयो का अदाजा लगाया जा सकता ह। गजरात म, िरदर मोदी भाजपा क पयापिय बि गए।

जलाई 2007 तक, मोदी ि गजरात क मखयमरिी क रप म लगातार 2,063 नदि पर नकए। इस तरह राजय म मखयमरिी पद पर रहि का ररकॉडड िरदर मोदी क िाम ही ह।

सवागत जशकायत जनवारण पणाली

बचचन की आवाज म "िशब गजराि की" पचार अलभयान न गजराि म पयवटन की लवकास दर चार पलिशि पलिवरव बढा दी। यि इस कत क लिए राषटीय लवकास दर की ििना म दोगनाी थी।

मखयमतरी नरदर मोदी न गिरात को वकशवक नकश पर उभार कर भारत और भारतीयो को गौरवाकनवत जकया ह। ... अपि सवणपि जयती वषपि म, गजरात आज सवणपि भनम की तरह चमक रहा ह। इसका शरय िरदर भाई क दरदशती, पभावी और भावपणपि िततव को जाता ह ... 21 वी सदी का गजरात एक उभरत हए सपर पावर क एक राषट क रपातरण का पतीक ह।

मकश अबािी, अधयक और पबध निदशक, ररलायस इडसटरीज नलनमटड

मखयमरिी क रप म, िरदर मोदी ि क चीज करि क नलए असाधारण ऊजापि नदखाई। नरदर मोदी दारा उठाए गए कदमो की विह स भारत का जवकास बहत तिी स होगा। नजम योग नकम, अधयक, नवशव बक

12 - 18 फरवरी 201826 पसतक अश

अिमदाबाद म गजराि इटरनशनि फाइनस टक लसटी (लगफट) क सकि माडि का लनरीकण करि हए नरदर मोदी

(अगि अक म जारी...)

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12 - 18 ररवरी 2018 27खल

अकशवनी कछ तलग जफलमो की नाजयका भी रही ह

अपन ऊपर बनी जफलम म सवय जनभाई भजमका

1988 क जसओल ओलजपक म नाटकीय तरीक स शाजमल हई

खास बात

एसएसबी बयरो

भारतीय एथनलनटकस क इनतहास म अससी-िबब क दशक म टरक-रीड पर पीटी उषा का िाम सबस बडा था।

उस जमाि म नजस नखलाडी ि 2 बार पीटी उषा को पी ोडा, उसका िाम था अकशविी िचपपा। अकशविी उस दौराि नरमो म भी गई और वापस आकर नरर स िशिल मडल भी जीत। उस दौर म पीटी उषा, अकशविी िचपपा और शाइिी नवसि इि तीि धानवकाओ को दखि क नलए भीड टट पडती थी। लनकि अकशविी को भारत म पहली बार पहचाि नमली 1991 क ओपि िशिल गमस म 400 मीटर दौड म पीटी उषा स आग निकलकर नदखाि क बाद। इस जीत को अकशविी का तकका मािा गया, लनकि इसक कोई 2 हफतो बाद िई नदली म एक अतरराषटीय टिापिमट म अकशविी एक बार नरर पीटी उषा स आग रही। नदली म हई इस दौड म अकशविी िबर 2 और पीटी उषा िबर 3 पर रही। पहला सथाि एक रसी नखलाडी क िाम रहा।

‘उडन परी’ को हरान वाली एथलीटउस दौर म िब पीटी उरा का बडा नाम था, अकशवनी नचपा न 1991 क एजशयन गमस

क 400 मीटर दौड म उनस आग जनकलकर रोमाजचत कर जदया था

1991 क एजशयन गमस क दो हफत बाद बाद जदली म एक अतरराषटरीय टनाषमट म अकशवनी एक बार जफर पीटी उरा स आग रही। जदली म

हई इस दौड म अकशवनी नबर 2 और पीटी उरा नबर 3 पर रही

जमठाई न बनाया एथलीट अकशविी का खलो म कस आिा हआ, इसकी भी नदलचसप कहािी ह। अकशविी ि अपिा बचपि कोलकाता म नबताया था, जहा नपताजी नबडला रयॉि म िौकरी करत थ। क नदिो बाद अकशविी, इिकी बहि पषपा और मा बगलर आ गए। बगलर म शरी कातीरावा सटनडयम क िीक सामि उिका आवास था। उि नदिो भारत क नटरपल जप क नखलाडी और एनशयि गमस क गोड मडनलसट मोनहदर नसह नगल वही थ। नगल साहब मदाि का एक चककर लगाि बच को एक नमिाई दत थ। नमिाइयो क नलए अकशविी और पषपा चककर लगाती-लगाती एथलीट बि गई और टॉनरयो की जगह टरॉनरयो ि ल ली।

बगलर म टरायल क बाद 21 साल की उमर म 1988 नसओल ओलनपक क नलए चयि हो गया।

जसओल ओलजपक टायलअकशविी बताती ह, ‘1988 क नसओल ओलनपक टरायल म ररल टीम क 4 नखलानडयो क चयि क नलए कल 6 नखलानडयो म चिाव होिा था। मकाबल स िीक पहल नदि आनखरी टरायल होिा था। टरायल क वति पीटी उषा और उिक कोच िही आए और अनधकाररयो ि तय नकया नक शाम को नरर टरायल लग।’

शाम क वति अकशविी क साथ 2 और नखलाडी हॉकी टीम का मच दखि चली गई। वापस आि पर

नखलाडी, एकटर, कोच, अधयापक, बककमती बिि क बाद अकशविी

सपोटसपि एककटनवसट भी बि गई ह। अकशविी ि कलीि सपोटसपि इनडया िाम स एक ससथा बिाई ह। इसम साथ और कभी-कभी एक-दसर क

नखलार खलि वाली क औस नखलाडी भी आई ह। अकशविी का माििा ह नक खलो म राजिीनत भी होती ह, पर आपको इस भलकर अपिी खल पनतभा को बढाि पर धयाि दिा चानहए। अकशविी क पनत दतता कारोकमबयाह भारत की जनियर हॉकी टीम क नखलाडी रह ह। अकशविी की दो बनटया ह और दोिो बडनमटि खलती ह। इसको कहत ह सपोटसपि रनमली।

अकशविी को पता चला नक अकशविी को ररजवपि म कर नदया गया। पीटी उषा को शानमल कर नलया गया था। 4×400 मी ररल दौड म भारत की टीम पहल ही दौर म बाहर हो गई। 1992 ओलनपक खलो म एक चोट की वजह स टरायल िही द पाई और ररटायरमट ल नलया। इसी बीच अकशविी को 1990 म अजपिि परसकार स भी सममानित नकया गया।

जफलमी कररयरअपि नरमी कररयर म अकशविी ि नसरफ नगिी-चिी तलग नरम की। इिम इसपकटर अकशविी अची-खासी नहट रही। इस नरम क नलए अकशविी को आधर सरकार स बसट नयकमर एकटर का परसकार भी नमला। धोिी की तरह अकशविी ि अपिी अिटोड सटोरी पर नरम बिाई थी। बस अतर यह था नक इसम खद अकशविी ि एककटग की थी। 1991 म आई आतम कथातमक नरम का िाम भी अकशविी ही था। नरमो म आि क बाद लगा नक खल खतम हो गया ह। लनकि अकशविी ि 1992 क कोलकाता िशिस म चार गोड मडल जीत – 100 मीटर, 200 मीटर, 400 मीटर और 4×400 मीटर।

खल अकादमीहालानक अकशविी की इचा एयर-हॉसटस जस कररयर आजमाि की भी थी पर सपोटसपि कोट स नवजया बक म िौकरी नमल गई। िौकरी ोडि क बाद अकशविी िचपपा ि साल 2004 म अपि पनत क िाम पर खद की खल अकादमी शर कर दी। अकशविी का माििा ह नक खल भी जररी ह और पढाई भी। वह कहती ह,‘खल ोडि क बाद मरा कररयर इसीनलए कामयाब रहा नक म पढाई कर पाई। मर साथ खलि वाल क नखलाडी इति खशनकसमत िही थ। इसीनलए मि सपोटसपि और सकरल दोिो एक ही म शर नकए।’ अकशविी क सकरल स निकल सबस अच नखलानडयो क नलए पनतकषत कॉलजो म दानखल की भी वयवसथा ह और य सकरल हॉकी क गढ किापिटक क करगपि म ह।

सपोटसष एककटजवसट भीअकशवनी न ककलन सपोटसष इजडया

नाम स एक ससथा बनाई ह

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12 - 18 फरवरी 201828 पयपिटि

नवादा की अजवशवसनीय सडक

अमररका का सातवा सबस बडा राजय ह नवादा

नवादा म ही अमररकी की सबस एकात सडक ह

नवादा क साथ िडा एक और बडा आकरषण ह लास वगास

खास बात

अमररका क नवादा म 6 अजवशवसनीय रािमागष व सडक ह। इन सडको क माधयम स आप अमररका क इस सदर पात की अकलपनीय दजनया दख सकत ह

ियत क. जसह

िवादा इलाका करिरल क नलहाज स सयति राजय अमररका का सातवा सबस बडा और जिसखया क नलहाज स 34वा बडा राजय

ह। अपि शािदार कसीिो, बहतरीि होटलो और अिि लाइरसटाइल क नलए दनिया भर म चनचपित

लास वगास िवादा म ही कसथत ह। िवादा को लास वगास क अलावा एक और चीज क नलए दनिया भर म जािा जाता ह और वह ह यहा की नवशालकाय, एकात और बहतरीि सडकर। िवादा म सडक यारिा क नलए 6 अनवशवसिीय राजमागपि व सडकर ह। अगर आप नसरफ लास वगास क नलए िवादा जाि की योजिा बिा रह ह तो कसीिो क इस शािदार शहर क अलावा आपको अित सरीखी नदखती िवादा की लभाविी और सपतीली सडको पर जरर यारिा करिी चानहए। इि सडको क माधयम स आप अमररका क इस सदर पात की अकपिीय दनिया दख सकत ह।

सबस एकात सडक िवादा म अमररकी की सबस एकात सडकर ह, जहा स गजरिा नकसी बहादरी स कम िही। िवादा म पाच स अनधक ऐस राजमागपि ह, नजिका निमापिण एक पररयोजिा क तहत नकया गया ह। य राजमागपि शािदार तरीक स बिाए गए ह और इि पर यारिा करिा एक अदत अिभव पदाि करता ह, जहा रफतार क साथ-साथ रोमाच भी ह। य सडकर आपको अमररका क नलए नदल म पयार भर दगी। जसा नक िाम स पता चलता ह, यह राजमागपि शोर

स दर, शात और खबसरत ह। इसक अलावा, कासपिि नसटी स ईली तक की यह तीि नदि की सडक यारिा म बहत स सथाि दखि को नमलत ह, जस चनचपिल वाइियाडडस, पनकयो को दखि क नलए कसटलवॉटर िशिल वाइड लाइर रफयज आनद। 600 रट ऊची रत क टील स बिा सड माउटि रीनकरएशि एररया, जो सडक क नकिार बजारो और रोटोगाररो स नघरा हआ ह। य सार

सथल यारिा क पमख आकषपिण ह। नरर आता ह नमडलीगट सटशि, मॉनसटर बगपिर का घर, नजस आप नबिा दख िही रहिा चाहग, कयोनक इतिा सवानदषट बगपिर आपि कभी भी िही खाया होगा। सपसर हॉट कसपगस म पाकनतक रप स गरम पािी म जमीि क िीच पल म खद को नभगोए। दश क सबस खबसरत और एकात पाकथो म स एक- गट बनसि िशिल पाकफ क साथ अपिी अदत सडक

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12 - 18 फरवरी 2018 29पयपिटि

आपको अनत सरीखी जदखती नवादा की लभावनी और सपटीली सडको पर िरर यातरा करनी चाजहए। इन सडको क माधयम स आप अमररका क इस

सदर पात की अकलपनीय दजनया दख सकत ह

यारिा समापत कर ।

फी-रि आटट हाईव इस सडक यारिा पर आपको क अिोख और बड पमाि पर ऐसी फी-रज कला दखि को नमलगी, जो आपि पहल कभी िही दखी होगी। लास वगास स तोिोपाह तक की अपिी दो नदवसीय यारिा की शरआत बड पमाि पर रगीि पकबलक आटडवकफ, सात जादई पहाडो की यारिा स कर, नजसम पट नकए गए, सथािीय पतथरो स बि 30 स 35 रीट ऊच सात फलोरोसट टोटम शानमल ह।

गोडवल ओपि एयर सगहालय और राइलाइट घोसट टाउि का भी एक चककर लगाए। क अदत पारपररक अमररकी वयजिो क नलए नमसपाह होटल क अदर नपटमि कर और क बारबकय और नरियरी कराफट नबयर क नलए टोिोपाह रिइग कपिी और नरियरी कराफट नबयर जाए। करदरीय िवादा क समदध इनतहास क बार म जािि क नलए, टोिोपाह ऐनतहानसक खिि पाकफ और करदरीय िवादा सगहालय क साथ इस यारिा की समाकपत कर।

गट बजसन रािमागष वगास स एली क नलए यह पाच नदवसीय यारिा म अमररका क इसस अनधक अदत अिभव िही जोड जा सकत ह। वली ऑउ रायर सटट पाकफ क साथ अपिी यारिा शर कर और इस करि की घानटयो क बीच स जाती टरस की खोज करत हए पटरोगलीफस-पाचीि रॉक कला क बार म जाि। मली पकडि और लबी पदल यारिा क नलए कशर-रयाि सटट पाकफ और बीवर डम सटट पाकफ पर जाए। अगल नदि तग नसटसटोि घानटयो की खोज क नलए कथडल गोजपि सटट पाकफ जाए। नरर

नपयोच शहर म, पराि जल और पराि हवाई टरामव को दखि क नलए नमनलयि डॉलर कोटड हाउस और बट नहल कनरिसताि दखि जाए।

वाडड चारकोल ओवि सटट पाकफ म रोटो नखचाि क अवसर को ि जाि द, नजसम मधमककखयो क ततो क आकार क ओवि होत ह, नजसम 1870 क अत म लकडी का कोयला बिाया जाता था। एली क दो सबस बड सामदानयक कायपिकरमो वहाइट पाइि रायर और आईस शो, और द गट बाथटब रस क मजबाि, कव लक सटट पाकफ जरर जाए। नरर तारो को दखि क नलए अपिी पमख कसथनत क नलए पनसदध गट बनसि िशिल पाकफ क साथ अपिी सडक यारिा समापत कर ।

एकसटाटरकसटयल हाईव एकसटराटरकसटयल हाईव (अलौनकक राजमागपि) क जररए लास वगास स तोिोपाह तक की दो नदि की यारिा एनलयस, अतररक-यािो, यएरओ और एररया-51 स जडी जािकारी और रोमाच भरी हो सकती ह। इस दौराि आप राषटीय परमाण परीकण मयनजयम म पनसदध एररया-51 क बार म जाि, ईटी फश जकती क मसत नवदशी मयरल क साथ रोटो नखचवाए, एनलयि ररसचपि सटर उपहार की दकाि और नलनटल एलइि (सडक क नकिार की एक दकाि), नजसम एक बार, रसतरा और एक मोटल भी ह पर रकर। अपिी यारिा की समाकपत टोिोपाह क ऐनतहानसक खिि पाकफ और सटरल िवादा सगहालय क साथ कर। बनषर बायव बिपिर बायव क जररए रिो शहर म बिपिर बटीकस म जाकर और बनििग मि की आतमा क बार म जािि क साथ रिो स बलक रॉक डजटड तक अपिी यारिा शर कर। द जिरटर म कलातमक नचरि बिाए और एक रचिातमक समदाय का नहससा बि। नपरानमड झील तक अवशय डराइव कर, कयोनक यह मागपि राजय क सबस अच पाकनतक मागथो म स एक ह। रििोस कटरी कलब म खािा खाए और अिजाि

जगल पररदशय क अिभव क नलए गर रोड और बलक रॉक डजटड क साथ अपिी यारिा परी कर।

द रबीि रट इस सडक क साथ एको म अपिी यारिा शर कर, जो अपि चरवाहा और खती की परपराओ क नलए जािा जाता ह। लमोइल कनयि सीनिक बायव क ऊपरी भाग म हाइकसपि क नलए कई टरस ह। इसक अलावा सनदपियो क दौराि, रबी पवपित हली-अिभव पर हली सकीइग क नलए लमोइल क ोट समदाय की यारिा कर। अगल नदि आशचयपिजिक सदर दशयो, मली पकडि, िौकायि और वनय जीवि दखि क नलए एजल झील, जनबपिज और रबी झील राषटीय वनयजीव अभयारण की यारिा कर। िवादा क पास आपको दि क नलए इसक अलावा भी कारी क ह। यह अमररका क सबस दगपिम राजयो म स एक ह, लनकि यहा क कई शहर ऐस ह, जहा की जीविशली बहतरीि ह और अमररका क दसर पातो क लोग भी यहा आकर रहिा चाहत ह। िवादा नजतिा वीराि नदखता ह, उतिा ह िही। लास वगास इसका पनतनिनधतव करता ह, तो वहा तक जाि क नलए बिाई गई बहतरीि सडकर यहा आि वालो क मि म रोमाच स भर दती ह।

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12 - 18 ररवरी 201830 सा नहतय

भागयएक बार की बात ह। जापाि क जिरल िबगा ि अपि शरिओ पर आकरमण करि का रसला नलया। उसक पास क ही सनिक थ और शरिओ क पास ढरो सनिक। िबगा को खद पर पकका भरोसा था की वह जीत जाएगा लनकि उसक सनिक बहत डर हए थ।

व लडाई करि क नलए आग बढ और रासत म ‘नशटो शराइि’ िामक एक जगह पर नवशराम करि क नलए रक। वहा रक कर िबगा ि भगवाि स पाथपििा की और नरर बाहर आकर अपि सनिको स बोला, हम ‘टॉस’ करग।अगर हड आया तो समझो हमारी जीत पककी और अगर टल आया तो समझो हम हार जाएग। चलो दखत ह। हमार भागय म कया ह। यह कह कर उसि नसकका उाला। नसकका जमीि पर नगरा तो हड था। यह दख कर उसक सनिको का हौसला बढ गया। उसक सनिको को यह पकका नवशवास हो गया नक परमातमा

हमार साथ ह। इसीनलए वह पर जोश और जिि स दशमि का सराया करि क नलए कदम आग बढाि लग।

लडाई क मदाि म जब शरि हार की कगार पर था, तब एक सनिक ि िबगा स कहा, ‘ भागय को कोई िही बदल सकता’, यह सिकर िबगा मसकराया और कहा, हा, तम नबकल िीक कह रह हो।, यह कहि क बाद िबगा ि मसकरात हए उस सनिक को टॉस वाला नसकका नदखाया। वह नसकका दोिो तरर स हड ही था। नरर िबगा ि सनिक स पा, अब बताओ भागय कौि बिाता ह। हम ही हमार भागय क निमापिता ह, इसीनलए कभी नकसी क कहि पर पी मत हट जािा, जीत और हार हमार ही हाथो म ही ह। जीवि क हर पहल क निमापिता हम ही ह और कोई िही। भागय जसी कोई चीज िही होती, इस पर नवशवास मत करो।

कहानी

कहानी

जॉजपि बिापिडड शॉ को एक मनहला

ि भोजि पर आमनरित नकया।

शॉ ि उसका आमरिण सवीकार कर

नलया, जबनक उि नदिो वह वयसत

चल रह थ। नजस नदि उनह मनहला

क यहा जािा था, उस नदि भी व

कायपि म वयसत थ। नरर भी समय

निकालकर वह उसक घर पहच।

मनहला उनह दखकर पसन हो गई,

लनकि उिक पहिाव को दखकर

नखन हो गई और बोली मरी गाडी

म अभी वापस जाइए और पररधाि

बदलकर आइए।िीक ह। कहकर शॉ गाडी म

बिकर चल गए। क ही समय बाद

वह कीमती पररधाि पहिकर आए।

व भोजि सथल पर गए और नजति

भी पकवाि बि थ, उि सबको

अपि कपडो पर डाल नलया। वह

कहत जा रह थ खब खाओ। यह

भोजि तमहार नलए ही ह।

लोगो ि यह शॉ को ऐसा करत

दख पा नक आप यह कया कर

रह ह।शॉ बोल दरअसल निमरिण

मझ िही, मर पररधाि को नमला ह।

इसीनलए म तो वही कर रहा ह जो

मझ करिा चानहए।उिक ऐसा कहि पर वहा चपपी

ा गई। इधर निमरिण दिवाली

मनहला को शनमिदगी उिािी पडी।

वह जाि गई की नकसी भी वयकति

का मयाकि उसकी योगयता स

नकया जािा चानहए ि की उसकी

वशभषा स।

योगयता ह मलयवानअलग-अलग गली करचो म लोग कौि नगिता ह

साथ खड हो रहि वाल, दश तभी बिता हबडी-बडी हम दश पम की बात नकए जात हवति पड तो अपिो क भी काम िही आत ह

सरहद की रखवाली तो सिा अपिी करती हपर अदर सडको पर लडकी चलि म डरती हयवा शकति का िारा सिि म अकसर आता ह

सही नदशा भी नकसी यवा को िही नदखा पाता ह

खत हमारी पजी ह और रसल हमार गहिकयो नकसाि नरर कही लग ह जाि सवय की लि।

थाल सजा ह कही, परत भख िही लगती हनकसी की बटी भख क मार रात-रात जगती हकया इति सालो म य आजाद वति अपिा ह

कया यही सपिा था हमाराजो ररल सख कर नबखर गया

वह नरर स िही नखलगाजो समय हाथ स निकल गया

वह वापस िही आएगामनजल दर िही, राही जब कर ल अटल इरादाअपिा हाथ उिाकर खद स आज करो य वादाशपथ गहण कर आजादी का उतसव हम मिात

दश बलाता ह आओ क काम तो इसक आत

आिादीकजवता

गणतरि नदवस पर आओ य पण करसवतरि भारत को एक िया आयाम दग।

राषट नवरोधी गनतनवनधयो को तयाग क अबसोि की नचनडया नरर दश को उपिाम दग

बनटया अब िही अजनमी रहगी, हर जगह नवचरण करगी।

िाम ऊचा दश का अब वह करगी।साथ उिको हर करि अब ल क चलग।

रोटी कपडा मकाि अब सवपि िहीबात अपिी आजादी स अब कह सकरग।

सवच भारत नसरफ एक कोरी कपिा िही घर-घर को अब हम मनदर कह सकरग।पहरी दश क चि स अब रह सकरग

नवशव शानत का हम एक िया सदश दग।गणतरि नदवस पर आओ य पण कर

सवतरि भारत को एक िया आयाम दग।

आओ य पण करकजवता

पिा लथरा

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बाए स दाए1. पभाव म आया हआ (4) 3. समय की ट (4) 6. नकल की चार दीवारी (3) 7. समािाथपिक (5) 8. पनतषा (2) 9. साध (2) 10. लीपिा पोतिा (4) 13. राजा (4) 15. द हा (2) 17. मससा (2) 18. करप एव कनवचार वाली सरिी (5) 20. नजसस नमलकर शबद बित ह (3) 22. मीिा पय (4) 23. तहत, क आधीि (4)

ऊपर स नीच 1. तजसवी (5) 2. इनदरय सख (3) 3. जता सीि वाला (2) 4. पनत (2) 5. गमती, सयपि (3) 6. पराति (3) 8. धप (3) 9. समझौता (2) 11. वषापि ऋत (3) 12. ऊगली का एक भाग (2) 14. नतलक लगा कर उततरानधकारी निकशचत करिा (5) 16. चोटी (3) 17. नशव (3) 19. िाई (3) 20. वतपिमाि म, ततकाल बाद (2) 21. घायल (2)

इदरधिष12 - 18 ररवरी 2018 31

रबडनटकर (बदध स) : बदध, नकसी चीज का लबा-सा िाम बताओ। बदध : रबड।नटकर : यह तो बहत ोटा ह।बदध : लनकि इस खीचकर नजतिा चाह लबा कर सकत ह।

डॉकटर और दावतबच ि डॉकटर स कहा: डॉकटर साहब! कल आप हमार यहा दावत म िही आए।डॉकटर : िही आया तो अचा ही रहा।बच ि पा : कयो?डॉकटर : दावत खाकर लौटि वाल मरीजो को कौि दखता?

पापा का डरमिोज : पापा! आप अधर स डरत ह ?पापा : िही बटा।मिोज - बादल, नबजली और शोर स ?पापा - नबकल िही ।मिोज - इसका मतलब ह पापा, आप मममी को ोडकर नकसी स भी िही डरत ह।

वगष पहली - 09

डोकक -09सआओ हस

सडोकक-08 का हल

सडोकक का हल इस मल आईडी पर भि- [email protected] या 9868807712 पर वहॉटसएप कर।

एक लकी जव िता को 500 रपए का नगद परसकार जद या िाएगा।

सडोकक क हल क जल ए सलभ सवचछ भारत का अगला अक दख।

रग भरोवग

ष पहली-

08 का

हल

काटटन ः धीर

िीवन मतर

महनत एक सनहरी चाबी ह।यह आपक भागय क दरवाि खोल

दती ह।

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आरएिआई िबर-DELHIN/2016/71597; सयति पनलस कनमशिर (लाइसनसग) नदली ि.-एर. 2 (एस- 45) पस/ 2016 वषपि 2, अक - 9

डाक पिीयन नबर-DL(W)10/2241/2017-1932 12 - 18 ररवरी 2018नयजमकर

दीपािजल डालजमया

सवचछता न जकया ‘इसपायर’

छोटी उमर, बडा मकाम

आईएस गररमा नसह इि नदिो नरर चचापि म ह। झारखड क हजारीबाग नजल म बतौर नडकसटरकट सोशल वलरयर ऑनरसर

काम कर रही गररमा ि यहा की एक आगिबाडी को गोद लकर अपि बचत क पसो स उसकी सरत ही बदल डाली। दीवारो पर काटडि, अगजी और नहदी क करकटसपि, बचो को आकनषपित करि वाली पनटग करवाई। इसक अलावा अदर कारपट, सपोटसपि क सामाि, कसती और टबल भी लगवा नदए। इि सब पर करीब 50 हजार रपए खचपि हए ह। उनहोि नजस तरह य सार कायपि सवा भाव क साथ आतमसतोष क नलए नकए, जो पशसिीय तो ह ही, अिकरणीय भी ह। यही कारण ह नक आज गररमा की चचापि अखबारो-टीवी चिलो स लकर सोशल मीनडया

म खब हो रही ह। उिकी इसी चचापि स यह जािकारी भी सामि आई नक वह आईएएस स पहल आईपीएस रह चकी ह।

यपी क बनलया नजल की रहि वाली गररमा ि पहली बार 2012 म नसनवल सनवपिस की परीका दी और वो आईपीएस बि गई। इसक बाद वह लखिऊ म 2 साल तक अडर टरिी एएसपी क तौर पर तिात रही। उिकी दसरी तिाती झासी म एसपी नसटी क तौर पर हई। डटी क बीच समय निकालकर उनहोि आईएएस की तयारी की। डटी पर जाि स पहल रोज सबह वह परीका की तयारी करती थी। यही िही, रनववार टी का नदि भी उिका अधययि म ही बीतता था। 2015 क यपीएससी राइिल म उनहोि 55वी रक हानसल नकया था।

सककली छातर जसकातो न कचरा इकटा करन वाली बनाई अनठी

मशीन और उस पटट भी करा जलया

जदली की सवासथय उदयमी दीपािजल का नाम भी फोबसष की '30 अडर 30' की सची म शाजमल

रोबसपि इनडया ि हाल म ही '30 अडर 30' की सची जारी की ह। इस सची

म व िाम ह, जो भारत को िई नदशा म ल जाि बडी भनमका निभा रह ह। रोबसपि ि 15 शरनणयो को धयाि म रखत हए यह सची बिाई ह। इस सची म भनम पडिकर, सानहल िायक, नकनतज मारवा, रजि बोरडोली, गौरव मजाल, रोमि सिी, नहमश नसह, रोनहत रामसरिमणयि और जसपीत बमराह जसी 30 हकसतया क बीच दीपाजनल डालनमया को भी सथाि नदया गया ह। दीपाजनल डालनमया ि हथ कयर कपिी ‘हड कयर’ क िाम स शर की ह। दो साल क अदर ही उनहोि और उिकी कपिी ि बडा मकाम हानसल कर नलया ह। 26 साल की दीपाजनल पहल मिहटि म राइि नशयल कसटट क तौर

पर काम करती थी। पर उनह जब इस बात का एहसास हआ नक व इस काम क नलए िही बिी ह तो उनहोि िौकरी ोड भारत का रख नकया। यहा आकर उनहोि अपिी हथ कयर कपिी शर की। दो साल क अदर ही उनहोि और उिकी कपिी ि बडा मकाम हानसल कर नलया ह। गौरतलब नक नदली म उदयम चला रही दीपाजनल ि नजस रिाड को आज सवासथय सवा क करि म बडा रिाड बिा नदया ह, वह एक सिटरी िपनकि का िाम ह। दीपाजनल कहती ह नक हमार दो घर होत ह, एक अपिा शरीर और दसरा पयापिवरण। हड सिटरी िपनकि एक बॉयो राइबर उतपाद ह और इसकी इसी खानसयत ि इस मनहलाओ क बीच इस लोकनपय बिा नदया ह।

मथरा क जय गरदव ससथा सकरल म पढि वाल नसकातो मडल क सकरल म आमतौर पर सभी लडनकया सकरल

पररसर म झाड लगाकर सराई करती थी और लडक करडा इकटा कर उस निकािा लगात थ। इस कसथनत को दखकर नसकातो क मि म एक मशीि बिाि का नवचार आया। उस यह दखकर बरा लगता था नक पढि की जगह बच सकरल की सराई म लग जात ह।

नसकातो ि बताया नक इस तरीक को वह खतम करिा चाहता था। उसि पहल अपि आइनडया पर काम नकया नरर उस अपि नशकको को भी नदखाया। सकारातमक पररणाम नमलि क बाद उसि इसपायर अवाडड क नलए भी अपि पोजकट को भजा। इसपायर अवाडड योजिा एक ऐसी राषटीय सतर की योजिा ह, नजसम कका ह स दसवी तक एक–एक बच का चयि कॉलज सतर पर नकया जाता ह। नसकातो क मतानबक, ‘मझ हरािी हई नक मर पोजकट को शानमल कर नलया गया था और इतिा ही िही मर खात म 5,000 रपए भी भज नदए गए।’

कचरा इकटा करि वाली मशीि बिाि म नसकातो को लगभग डढ महीि लग गए। उसि पहल शरआती मॉडल तयार नकया नरर उसक बाद उसम क गलनतया भी नदखी नजस दर नकया गया। नसकातो ि बताया नक मरी गाडी की खानसयत यह ह नक इस परी तरह स हाथ स चलाया जाएगा और यह चलाि म कारी आसाि और हकी भी ह। इसम नकसी भी तरह की बटरी या तल की जररत िही होगी। नसकातो ि इस गाडी का पटट भी करा नलया ह।

अनाम हीरो

गररमा जसह

सवा की गररमाझारखड की आईएस अजधकारी गररमा जसह न जलया आगनबाडी को गोद, खद क पस स बदल

डाली उसकी सरत

जसकातो मडल