griha nivaran

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  • 8/17/2019 Griha Nivaran

    1/2

    गह   तािक -माि   बीज -माि  

    स  ूय  ॐ घ  णृ : स  ूय नम:।। ॐ  ह स  ूय नम:।। 

    च ॐ स सोम नम:।। ॐ ऐ ऱ सोम नम:।। 

    भौम   ॐ अ अङगक नम:।। ॐ ह  ू   भौम नम:।। 

    ब  धु ॐ ब  ु  ब  धु नम:।। ॐ ऐ   ब  धु नम:।। 

    ग  ु ॐ ब  ृ  ब  हृऩत ेनम:।। ॐ  ऱ ह  ू  ब  हृऩत ेनम:।। 

    श  ु ॐ श  ु  श  ु नम:।। ॐ   श  ु नम:।। 

    शन   ॐ श शनैच नम:।। ॐ ऐ   शनैच नम:।। 

    ह  ु  ॐ  हव ेनम:।। 

    ॐ ऐ  हव ेनम:।। 

    केत   ु ॐ क केतव ेनम:।।  ॐ  ऐ केतव ेनम:।। 

    ह स ेहोन ेवऱ ऩ क नव कने के ऱए इस तो क ऩठ अत ऱभदक है।

    इसम स  ूय स ेऱके ह ह से मश : एक -एक ऱोक के व ऩ द  ू कन ेकी परयन की

    गई है-

    हमदो ऱोकऺकक :। वषमरनसभ  तू ऩ हत   ुम ेव: ।।1।। 

    ोहश : स  धुम  ूत य: स  धुग : स  धुशन :। वषमरनसभ  तू ऩ हत   ुम ेवध  :ु ।।2।। 

    भ  ूमऩ  ुो महतजे जगत भक  ृ त   ्सद। व  ृिटक  ृ व  ृिटहतय च ऩ हत   ुम क  ु ज: ।।3।। 

    उऩतऩो जगत चऩ  ुो मह  ुत :। स  ूयपको ववन   ्ऩ हत   ुम ेब  धु: ।।4।। 

    देवम वशऱऺ : सद ऱोकहत ेत :। अनकेशटसऩ  ूय:ऩ हत   ुम ेग  ु: ।।5।। 

    दैम ग  ुतषे पदच महमत :। पभ  :ु तह च ऩ हत   ुम ेभ  गृ  :ु ।।6।। 

    स  ूयऩ  ुो दघयदेह वशऱऺ : शवप :। मदच : पसनम ऩ हत   ुम ेशन: ।।7।। 

     अनकेऩव  च शतशोऽर सहक  ्। उऩतऩो जगत ऩड ऩ म ेतम: ।।8।। 

    महश महवो दघयदटो महबऱ :। अतन  ुचोवयकेशच ऩ हत   ुम ेशख: ।।9।। 

    स  ूय : ह म परम ऩगणत , अदत के ऩ  ु तर वव की ऺ कन ेवऱे भगवन स  ूय वषम

    रनजनत मे ऩ क ह क ।।1।। 

  • 8/17/2019 Griha Nivaran

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    च : दऺक नऺ ऩ देव ोह के वम , अम  तृम वऩ वऱ,े अमतऩ श वऱे तर

     अम  तृ क ऩन कन ेवऱ ेचदेव वषम रनजनत मे ऩ को द  ू क ।।2।। 

    मगऱ : भ  ूम के ऩ  ु , महन   ्तजेव , जगत   ्को भ पदन कन ेवऱ,े व  ृिट कन ेवऱ ेतर व  ृिट

    क ह कन ेवऱ ेमगऱ (हज ) मे ऩ क ह क ।।3।। 

    ब  धु : जगत   ्म उऩत कन ेवऱे, महन   ुत स ेसऩन , स  ूय क प कन ेवऱ,े ववन तर

    चम के ऩ  ु ब  धु मे ऩ क नव क ।।4।। 

    ग  ु : सवयद ऱोक कल म नत हन ेवऱ,े देवतओ के म , वशऱ ने वऱ ेतर अनके

    शट स े  ुत ब  हृऩत मे ऩ को द  ू क ।।5।। 

    श  ु :  दै के म औ ग  ु तर उह जवनदन देने वऱ,े त ह के वम , महन   ्

    ब  ुसऩन श  ु मे ऩ को द  ू क ।।6।। 

    शन : स  ूय के ऩ  ु , दघय देह वऱ,े वशऱ ने वऱ,े मद गत से चऱन ेवऱे, भगवन   ्शव के प

    तर पसनम शन मे ऩ को द  ू क ।।7।। 

    ह  ु  : ववध ऩ तर वय वऱ,े सकै तर हज आख वऱ,े जगत के ऱए उऩतवऩ ,

    तमोम ह  ु मे ऩ क ह क ।।8।। 

    केत   ु: महन श (न )- स ेसऩन , वशऱ म  खु वऱे, ब ेदत वऱे, महन   ्बऱ , बन श

    वऱे तर ऊऩ की ओ केश वऱे शखवऩ केत   ुमे ऩ क ह क।।9।।