gs-12 · 160,205 वगय लकमी के क्षेत्र क समालहत...

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1 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869 ALL INDIA PRELIMS TEST SERIES – 2019 GS-12 उर:1)(b) ाा: पदम तालिका वरीयताम राझ और औपचाररक अवसर के लिए है और सरकार के लदन- लतलदन के कायइसका कई अनुयग नही है धान मी (नीलत आयग के अȯ भी ) भारत के मु Ɋायाधीश उपाȯ, नीलत आयग राझ के मुमी अपने राझ के बाहर उर:2)(d) ाा: सलवधान (थम सशधन) अलधलनयम, -इस सशधन Ȫारा भाषण और अलभʩि की ˢतता के अलधकार और लकसी भी पेशे या ʩवसाय चिाने के अलधकार के लिए लतबध के कई नए आधार उपिɩ कराया गया जैसा लक सलवधान के अनुछे द 19 लनलहत हैसावयजलनक ʩवथा से सबलधत ये लतबध, लवदेशी राझ के साथ मैीपूणय सबध या बिने की ˢतता के अलधकार के लिए अपराध, और लकसी भी ʩापार के पेशेवर या तकनीकी यता या राझ Ȫारा वहन करने के अलधकार के सबध अपराध , ʩापार, उȨग या सेवा लकसी भी ʩापार या ʩवसाय पर िजाने के अलधकार के सबध हैसशधन ने भूलम सुधार कानून लमिने वािे चुनौती से सुरा दे ने के लिए नए अनुछे द , 31 A और 31B तथा नौवी अनुसूची भी अȶः थालपत लकया गया मौलिक कतयʩ सलवधान (42 वा सशधन) अलधलनयम Ȫारा 1976 और 86 सलवधान सशधन अलधलनयम 2002 Ȫारा जडा गया था उर:3)(c) ाा : आɂ का सबसे पहिा उʟेख ऐतरे य ˦ण (2000 ईसा पूवय ) है यह बताता है लक उर भारत रहने वािे आयजालत, मूि ऱप से लवȯ के दलण चिे गए और बाद गैर-आय के साथ लमलित गए ˢतता के बाद, तेिुगु भाषी सम मास ेसीडसी से अिग कर लदया गया और 1 अू बर 1953 एक नया राझ अˑȕ आया राझ के पुनगयठन अलधलनयम, 1956 के पाररत हने के साथ, हैदराबाद राझ और राझ का लविय गया, और पररणामˢऱप 1 नवबर 1956 दे श अˑȕ आया दे श दे श के दलण-पूवी तट पर थत है यह 160,205 वगय लकमी के समालहत करने वािा दे श का आठवा सबसे बडा राझ है 2011 की जनगणना के अनुसार, 49,386,799 लनवालसय के साथ राझ जनसा दसवा सबसे बडा है राझ भारत के सभी राझ के बीच 974 लकमी (605 मीि) की दू सरी सबसे ि बी तट रे खा है , गुजरात के बाद दू सरे थान पर है उर:4)(b) ाा: असम, लजसे "िि नदी और नीिी पहालडय की भूलम" के ऱप भी जाना जाता है , दे श के सबसे आकषयक और सुदर राझ से एक है ˦पु नदी इसके लकनारे से बहती है , इसके लकनारे बसे िके लिए जीवन रे खा के ऱप कायकरती है िि का अथय परामी ˦पु के एक अɊ नाम से है - िलहत (असमी िइसे िइट कहते ) और दू र से नीिे र ग की पहालडय से नीिे र ग का एक नीिा धुका लनमायण हता है अपने पɄा-हरे चाय के बागान , अभयार और हरे धान के खेत से ढके ललतज, असम की ाकृलतक सुदरता उम है उर:5)(a) ाा : बि सटर फॉर Ɋूियर एनजी पाटयनरलशप (GCNEP) यह भारत सरकार के परमाणु ऊजाय लवभाग (DAE) के तȕावधान अनुसधान और लवकास इकाई हैइसकी थापना 2010 परमाणु ऊजाय लवभाग के तȕावधान की गई थी यह ौȨलगकी साझा करने के लिए सहयगी अनुसधान और लशण काययम के माȯम से वैलʷक परमाणु ऊजाय साझेदारी बढावा दे ता है जीसीएनईपी परमाणु ऊजाय लवभाग (डीएई) के तȕावधान छठी आर.ए ड डी. इकाई है यह एनएच -10 (लदʟी - रहतक - फालजʋा) पर लदʟी हवाई अे से िगभग 55 लकमी दू र है लनकटतम शहर बहादुरगढ है उर:6)(c) ाा: यूरलपयन कटय जːस (ECJ) यूरपीय यूलनयन के कानून के मामि यूरपीय सघ का सवोच Ɋायािय है इसे यूरपीय सघ के कानून की ʩाा करने और सभी यूरपीय सघ के सद˟ देश इसके समान अनुयग सुलनलʮत करने का काम सौपा गया है Ɋायािय 1952 थालपत लकया गया था और ȑेक सद˟ दे श के एक Ɋायाधीश से बना है सद˟ राझ की राʼ र ीय अदाित के फैसि की अपीि करना सभव नही है ,, बʋ राʼ र ीय अदाित EU के सवाि ECJ सदलभयत करती हािालक, अततः लकसी भी मामिे के तȚ की पररणामी ʩाा िगू करने के लिए राʼ र ीय अदाित ही उर:7)(c) ाा: रखर एयर बेस एक सैɊ एयर बेस है तालजलकˑान के रखर शहर के पास थत है भारतीय वायु सेना Ȫारा सचालित है रखर अपने से बाहर भारत का पहिा और एकमा हवाई अा है एजɼशन Ȫीप मेडागाˋर के उर सेशेʤ के बाहरी Ȫीप समूह एक छटा सा Ȫीप है हैविॉक Ȫीप अडमान और लनकबार थत है कछलतवु भारत और िि का के बीच पाक खाडी थत लववालदत Ȫीप है उर:8)(b) ाा : राʼ र ीय ʩवहार : राʼ र ीय ʩवहार के तहत, सरकार घरे िू ˑर पर लनलमयत उȋाद के साथ सममूʞ पर आयालतत उȋाद के उपचार की आवʴकता हती है ʩापार से सबलधत लनवेश उपाय (TRIM): यह माि ʩापार पर बपीय समझौत से एक है , ʩापार से सबलधत लनवेश उपाय जैसे लक थानीय सामी आवʴकताओ लतबलधत करता है , लक GATT 1994 के बुलनयादी ावधान के साथ असगत

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  • 1 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869

    ALL INDIA PRELIMS TEST SERIES – 2019

    GS-12

    उत्तर:1)(b)

    व्याख्या: पदक्रम तालिका में वरीयताक्रम राज्य और

    औपचाररक अवसर ों के लिए है और सरकार के लदन-

    प्रलतलदन के कायय में इसका क ई अनुप्रय ग नही ों है।

    प्रधान मोंत्री (ज नीलत आय ग के अध्यक्ष भी हैं)

    भारत के मुख्य न्यायाधीश

    उपाध्यक्ष, नीलत आय ग

    राज्य ों के मुख्यमोंत्री अपने राज्य ों के बाहर

    उत्तर:2)(d)

    व्याख्या: सोंलवधान (प्रथम सोंश धन) अलधलनयम, -इस सोंश धन

    द्वारा भाषण और अलभव्यक्ति की स्वतोंत्रता के अलधकार और

    लकसी भी पेशे या व्यवसाय क चिाने के अलधकार के लिए

    प्रलतबोंध ों के कई नए आधार ों क उपिब्ध कराया गया जैसा

    लक सोंलवधान के अनुचे्छद 19 में लनलहत है।सावयजलनक व्यवस्था

    से सोंबोंलधत ये प्रलतबोंध, लवदेशी राज्य ों के साथ मैत्रीपूणय सोंबोंध

    या ब िने की स्वतोंत्रता के अलधकार के लिए अपराध, और

    लकसी भी व्यापार के पेशेवर या तकनीकी य ग्यता या राज्य

    द्वारा वहन करने के अलधकार के सोंबोंध में अपराध , व्यापार,

    उद्य ग या सेवा लकसी भी व्यापार या व्यवसाय पर िे जाने

    के अलधकार के सोंबोंध में है।सोंश धन ने भूलम सुधार कानून ों

    क लमिने वािे चुनौती से सुरक्षा देने के लिए द नए

    अनुचे्छद , 31 A और 31B तथा नौवी ों अनुसूची क भी अन्तः

    स्थालपत लकया गया।

    मौलिक कतयव्य ों क सोंलवधान (42 वाों सोंश धन) अलधलनयम

    द्वारा 1976 में और 86 वें सोंलवधान सोंश धन अलधलनयम 2002

    द्वारा ज डा गया था।

    उत्तर:3)(c)

    व्याख्या : आन्ध् ों का सबसे पहिा उले्लख ऐतरेय ब्रह्मण

    (2000 ईसा पूवय) में हुआ है। यह बताता है लक उत्तर

    भारत में रहने वािे आयय जालत, मूि रूप से लवोंध्य के दलक्षण

    में चिे गए और बाद में गैर-आयों के साथ लमलित ह गए।

    स्वतोंत्रता के बाद, तेिुगु भाषी के्षत्र ों क समग्र मद्रास

    पे्रसीडेंसी से अिग कर लदया गया और 1 अकू्टबर 1953 क

    एक नया आोंध्र राज्य अक्तित्व में आया । राज्य ों के पुनगयठन

    अलधलनयम, 1956 के पाररत ह ने के साथ, हैदराबाद राज्य और

    आोंध्र राज्य का लविय ह गया, और पररणामस्वरूप 1 नवोंबर

    1956 क आोंध्र प्रदेश अक्तित्व में आया।

    आोंध्र प्रदेश देश के दलक्षण-पूवी तट पर क्तस्थत है। यह

    160,205 वगय लकमी के के्षत्र क समालहत करने वािा देश

    का आठवाों सबसे बडा राज्य है। 2011 की जनगणना के

    अनुसार, 49,386,799 लनवालसय ों के साथ राज्य जनसोंख्या में

    दसवाों सबसे बडा है।

    राज्य में भारत के सभी राज्य ों के बीच 974 लकमी (605

    मीि) की दूसरी सबसे िोंबी तट रेखा है, ज गुजरात के

    बाद दूसरे स्थान पर है।

    उत्तर:4)(b)

    व्याख्या: असम, लजसे "िाि नदी और नीिी पहालडय ों की

    भूलम" के रूप में भी जाना जाता है, देश के सबसे आकषयक

    और सुोंदर राज्य ों में से एक है। ब्रह्मपुत्र नदी इसके लकनारे

    से बहती है, ज इसके लकनारे बसे ि ग ों के लिए जीवन रेखा

    के रूप में कायय करती है।

    िाि का अथय पराक्रमी ब्रह्मपुत्र के एक अन्य नाम से है -

    िौलहत (असमी ि ग इसे िुइट कहते हैं) और दूर से नीिे

    रोंग की पहालडय ों से नीिे रोंग का एक नीिा धुोंध का लनमायण

    ह ता है। अपने पन्ना-हरे चाय के बागान ों, अभयारण् ों और

    हरे धान के खेत ों से ढोंके लक्षलतज, असम की प्राकृलतक

    सुोंदरता उत्तम है।

    उत्तर:5)(a)

    व्याख्या : ग्ल बि सेंटर फॉर नू्यक्तियर एनजी पाटयनरलशप

    (GCNEP)। यह भारत सरकार के परमाणु ऊजाय लवभाग

    (DAE) के तत्वावधान में अनुसोंधान और लवकास इकाई

    है।इसकी स्थापना 2010 में परमाणु ऊजाय लवभाग के

    तत्वावधान में की गई थी। यह प्रौद्य लगकी साझा करने के

    लिए सहय गी अनुसोंधान और प्रलशक्षण काययक्रम ों के माध्यम

    से वैलिक परमाणु ऊजाय साझेदारी क बढावा देता है।

    जीसीएनईपी परमाणु ऊजाय लवभाग (डीएई) के तत्वावधान में

    छठी आर.एों ड डी. इकाई है। यह कें द्र एनएच -10 (लदल्ली

    - र हतक - फालजल्का) पर लदल्ली हवाई अडे्ड से िगभग

    55 लकमी दूर है। लनकटतम शहर बहादुरगढ है।

    उत्तर:6)(c)

    व्याख्या: यूर लपयन क टय ऑफ़ जक्तिस (ECJ) यूर पीय

    यूलनयन के कानून के मामि ों में यूर पीय सोंघ का सवोच्च

    न्यायािय है। इसे यूर पीय सोंघ के कानून की व्याख्या करने

    और सभी यूर पीय सोंघ के सदस्य देश ों में इसके समान

    अनुप्रय ग क सुलनलित करने का काम सौोंपा गया है।

    न्यायािय 1952 में स्थालपत लकया गया था और प्रते्यक सदस्य

    देश के एक न्यायाधीश से बना है। सदस्य राज्य ों की राष्ट्र ीय

    अदाित ों के फैसि ों की अपीि करना सोंभव नही ों है,, बक्तल्क

    राष्ट्र ीय अदाितें EU के सवाि ों क ECJ क सोंदलभयत करती

    हैं। हािाोंलक, अोंततः लकसी भी मामिे के तथ् ों की पररणामी

    व्याख्या क िागू करने के लिए राष्ट्र ीय अदाित ही हैं।

    उत्तर:7)(c)

    व्याख्या: फ़रख र एयर बेस एक सैन्य एयर बेस है ज

    तालजलकिान के फ़रख र शहर के पास क्तस्थत है ज भारतीय

    वायु सेना द्वारा सोंचालित है। फ़रख र अपने के्षत्र से बाहर

    भारत का पहिा और एकमात्र हवाई अड्डा है।

    एजम्पशन द्वीप मेडागास्कर के उत्तर में सेशेल्स के बाहरी

    द्वीप समूह में एक छ टा सा द्वीप है।

    हैविॉक द्वीप अोंडमान और लनक बार में क्तस्थत है।

    कच्छलतवु भारत और िीिोंका के बीच पाक खाडी में क्तस्थत

    लववालदत द्वीप है।

    उत्तर:8)(b)

    व्याख्या : राष्ट्र ीय व्यवहार : राष्ट्र ीय व्यवहार के तहत,

    सरकार ों क घरेिू िर पर लनलमयत उत्पाद ों के साथ सममूल्य

    पर आयालतत उत्पाद ों के उपचार की आवश्यकता ह ती है।

    व्यापार से सोंबोंलधत लनवेश उपाय (TRIM): यह माि में

    व्यापार पर बहुपक्षीय समझौत ों में से एक है, ज व्यापार से

    सोंबोंलधत लनवेश उपाय ों जैसे लक स्थानीय सामग्री

    आवश्यकताओों क प्रलतबोंलधत करता है, ज लक GATT 1994

    के बुलनयादी प्रावधान ों के साथ असोंगत हैं।

  • 2 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869

    उत्तर:9)(c)

    व्याख्या : भारत और नेपाि में कािापानी और सुिा पर

    के्षत्रीय लववाद हैं, ज क्रमशः नेपाि की पलिमी और पूवी

    सीमा पर क्तस्थत हैं

    उत्तर:10)(d)

    व्याख्या : पारोंपररक हलथयार ों और द हरे उपय ग वािे

    हलथयार ों और प्रौद्य लगलकय ों के हिाोंतरण में पारदलशयता और

    अलधक लजमे्मदारी क बढावा देने के लिए वासेनार व्यवस्था

    की स्थापना की गई है।

    प्रते्यक छह महीने पर सदस्य देश गैर-वासेनार सदस्य ों क

    पारोंपररक हलथयार ों की आपूलतय के बारे में जानकारी का

    आदान-प्रदान करते हैं ज आठ व्यापक हलथयार ों की िेणी

    में आते हैं: युद्धक टैंक, बख्तरबोंद िडाकू वाहन (एसीवी),

    बडे कैलिबर आलटयिरी, सैन्य लवमान, सैन्य हेिीकॉप्टर, युद्धप त,

    लमसाइि या लमसाइि लसिम और छ टे हलथयार और हले्क

    हलथयार।

    19 जनवरी, 2018 क भारत क शालमि करने के साथ, अब

    इसके 43 सदस्य हैं।

    उत्तर:11)(b)

    व्याख्या : राष्ट्र ीय अनुसूलचत जनजालत लवत्त और लवकास

    लनगम:

    अनुसूलचत जनजालतय ों पर ध्यान कें लद्रत करने और उनके

    आलथयक लवकास की गलत में तेजी िाने के उदे्दश्य से, राष्ट्र ीय

    अनुसूलचत जालत और अनुसूलचत जनजालत लवत्तीय लवकास

    लनगम का लवभाजन लकया गया और अपै्रि, 2001 में

    जनजातीय मामि ों के मोंत्रािय के तहत राष्ट्र ीय अनुसूलचत

    जनजालत लवत्त और लवकास लनगम (NSTDDC) की स्थापना

    की गई।

    NSTFDC क कों पनी अलधलनयम (गैर-िाभकारी कों पनी) की

    धारा 25 के तहत िाइसेंस लदया गया है। यह सोंवैधालनक

    सोंस्था नही ों है।

    NSTFDC के लिए लनधायररत आदेश क प्राप्त करने के लिए,

    (स्वर जगार उपक्रम / गलतलवलधय ों के लिए) लवत्तीय सहायता

    NSTFDC द्वारा अनुसूलचत जनजालतय ों क दी जाती है, लजनकी

    वालषयक पाररवाररक आय गरीबी रेखा से द गुनी है। NSTFDC

    िक्ष्य समूह के कौशि और उद्यमशीिता लवकास के लिए

    अनुदान के रूप में लवत्तीय सहायता भी प्रदान करता है।

    NSTFDC के लिए लनधायररत आदेश क प्राप्त करने के लिए,

    (स्वर जगार उपक्रम / गलतलवलधय ों के लिए) लवत्तीय सहायता

    NSTFDC द्वारा अनुसूलचत जनजालतय ों क दी जाती है, लजनकी

    वालषयक पाररवाररक आय गरीबी रेखा से द गुनी तक है।

    NSTFDC िक्ष्य समूह के कौशि और उद्यमशीिता लवकास

    के लिए अनुदान के रूप में लवत्तीय सहायता भी प्रदान

    करता है।

    उत्तर:12)(c)

    व्याख्या : नलदय ों की लसोंधु प्रणािी में तीन पलिमी नलदयााँ -

    लसोंधु, झेिम और चेनाब और तीन पूवी नलदयााँ - सतिज,

    ब्यास और रावी शालमि हैं।

    मामूिी अपवाद ों के साथ, सोंलध भारत क उन पूवी नलदय ों

    और उनकी सहायक नलदय ों के पानी के अनन्य उपय ग का

    अलधकार देती है, जहाों नलदयाों पालकिान में प्रवेश करती हैं।

    इसी प्रकार, पालकिान के पास पलिमी तीन नलदय ों के अनन्य

    उपय ग के अलधकार हैं।

    उत्तर:13)(b)

    व्याख्या : ह दैयडा िाि सागर में क्तस्थत एक बोंदरगाह

    शहर है ज यमन में है लजस पर ह ती लवद्र लहय ों का कब्ज़ा

    है। लवद्र लहय ों के अलधकार वािा ह देइदाह बोंदरगाह आयात

    के लिए महत्वपूणय प्रवेश लबोंदु है तथा मानवीय सहायता के

    प्रवाह के लिए महत्वपूणय है।

    उत्तर:14)(d)

    व्याख्या :

    लकम्बरिे प्र सेस सलटयलफकेशन स्कीम (KPCS) उन लनयम ों क

    रेखाोंलकत करती है ज अपररषृ्कत हीरे के व्यापार क

    लनयोंलत्रत करते हैं।

    केपी एक बाध्यकारी समझौता है लजसने नू्यनतम

    आवश्यकताओों का एक सेट लवकलसत लकया है ज प्रते्यक

    प्रलतभागी क पूरा करना चालहए।

    भारत केपी का सदस्य है।

    भारत क 2018 के लिए लकम्बिी प्र सेस (KP) उपाध्यक्ष और

    2019 के लिए अध्यक्ष लनयुि लकया गया है।

    उत्तर:15)(c)

    समावेशी धन ररप टय (IWR) सोंयुि राष्ट्र पयायवरण और इसके

    सहय लगय ों के नेतृत्व में एक लद्ववालषयक प्रयास है।

    यह समावेशी धन सूचकाोंक के माध्यम से दीघयकालिक

    आलथयक लवकास और मानव कल्याण में महत्वपूणय अोंतर्दयलष्ट्

    प्रदान करता है, एक उपकरण ज एक राष्ट्र की अपनी

    सोंपलत्त की देखभाि करने की क्षमता का आकिन करता है

    ज लक स्थायी है और अपनी भावी पीलढय ों की सुरक्षा करता

    है।

    उत्तर:16)(a)

    व्याख्या:

    कचय जिडमरूमध्य कािा सागर और आज व क ज डने

    वािा एक जिडमरूमध्य है, ज पूवय में रूस के क्रास्न डार

    क्राय के तामन प्रायद्वीप से पलिम में क्रीलमया के केचय

    प्रायद्वीप क अिग करता है।

    इसका उपय ग यूके्रन और रूस द न ों द्वारा लकया जाता है।

    हाि ही में, तीन यूके्रनी नौसैलनक जहाज ों क रूस द्वारा जब्त

    कर लिया गया था, क् ोंलक उन् ोंने सोंकीणय कचय जिडमरूमध्य

    से ह कर आज व के सागर में जाने का प्रयास लकया था, ज

    रूस और यूके्रन के बीच क्तस्थत है।

    उत्तर:17)(c)

    व्याख्या :

    पेटर लियम लनयायतक देश ों का सोंगठन (ओपेक) ईरान, इराक,

    कुवैत, सऊदी अरब और वेनेजुएिा द्वारा 1960 में बगदाद

    समे्मिन में बनाया गया एक स्थायी, अोंतर सरकारी सोंगठन

    है।

    बाद में अन्य देश जैसे कतर (1961), इोंड नेलशया (1962),

    िीलबया (1962), सोंयुि अरब अमीरात (1967), अल्जीररया

    (1969), नाइजीररया (1971), इक्वाड र (1973), गैबॉन (

    1975), अोंग िा (2007), इके्वट ररयि लगनी (2017) और काोंग

    (2018) इसमें शालमि हुए .

    ओपेक का मुख्यािय लजनेवा, क्तस्वट्जरिैंड में अपने अक्तित्व

    के पहिे पाोंच वषों में था।

    इसे 1 लसतोंबर, 1965 क ऑक्तिर या के लवएना में स्थानाोंतररत

    कर लदया गया।

    उत्तर:18)(a)

    व्याख्या : इोंटरनेशनि क टय ऑफ़ जक्तिस (ICJ) की स्थापना

    1945 में हेग, नीदरिैंड में की गई थी। इसके पास देश ों के

    बीच लववाद ों क लनपटाने और मानवालधकार ों के उल्लोंघन से

    सोंबोंलधत मामि ों की जाोंच करने का अलधकार के्षत्र है।

  • 3 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869

    अोंतरायष्ट्र ीय कानून के लसद्धाोंत ों के अनुसार, यह व्यक्तिय ों पर

    मुकदमा नही ों चिा सकता है। क ई बाध्यकारी बि नही ों ह ने

    के बावजूद, न्यायािय की सिाहकार राय व्यापक कानूनी

    अलधमान और नैलतक अलधकार रखती है।

    ICJ के लवपरीत, इोंटरनेशनि लक्रलमनि क टय (ICC) एक स्थायी

    लटर बू्यनि है ज व्यक्तिय ों पर नरसोंहार, मानवता के क्तखिाफ

    अपराध, युद्ध अपराध ों और आक्रामकता के अपराध के लिए

    मुकदमा चिाने के लिए बनाया गया है। इसके लनणयय, पक्ष ों

    के लिए बाध्यकारी हैं। जबलक ICJ सोंयुि राष्ट्र की प्राथलमक

    न्यालयक शाखा है, ICC कानूनी और कायायत्मक रूप से सोंयुि

    राष्ट्र से स्वतोंत्र है।

    उत्तर:19)(c)

    व्याख्या: यूएनएससी प्रलतबोंध सलमलत, सोंगठन के लकसी भी

    देश के क्तखिाफ िगाए जाने वािे प्रलतबन्ध के प्रकार का

    फैसिा करती है। ये प्रलतबोंध व्यापक आलथयक और व्यापार

    प्रलतबोंध, हलथयार प्रलतबोंध, यात्रा प्रलतबोंध और लवत्तीय या विु

    प्रलतबोंध ह सकते हैं। इसमें प्रवतयन उपाय शालमि हैं ज

    सशस्त्र बि का उपय ग नही ों करते हैं।

    वतयमान में 14 प्रलतबोंध व्यवस्थाएों हैं ज सोंघषों, परमाणु अप्रसार

    और आतोंकवाद के राजनीलतक समाधान का समथयन करने

    पर ध्यान कें लद्रत करते हैं। प्रते्यक शासन क सुरक्षा पररषद

    के एक गैर-स्थायी सदस्य की अध्यक्षता में एक प्रलतबोंध

    सलमलत द्वारा प्रशालसत लकया जाता है। 10 लनगरानी समूह, दि

    और पैनि हैं ज 14 प्रलतबोंध सलमलतय ों में से 11 के काम का

    समथयन करते हैं।

    उत्तर:20)(a)

    व्याख्या : LEMOA का अथायत “िॉलजक्तिक्स एक्सचेंज

    मेम रेंडम ऑफ एग्रीमेंट (LEMOA)“, ज द न ों देश ों क , लफर

    से ईोंधन भरने और पुनःपूलतय के उदे्दश्य से नालमत सैन्य

    सुलवधाओों तक पहुोंच प्रदान करता है। समझौते में चार के्षत्र

    शालमि हैं- प टय कॉि, सोंयुि अभ्यास, प्रलशक्षण और मानवीय

    सहायता और आपदा राहत। COMCASA तीन सोंस्थापक

    समझौत ों में से एक है ज अन्य देश ों के साथ रक्षा के्षत्र में

    अमेररकी उच्च प्रौद्य लगकी सहय ग का मागयदशयन करता है।

    इसे पहिे CISMOA कहा जाता था।

    यह क ई आधार समझौता नही ों है। भारतीय जमीन पर

    अमेररकी सैलनक ों या पररसोंपलत्तय ों का क ई लठकाना नही ों

    ह गा। यह लवशुद्ध रूप से एक तालकय क समझौता है।

    उत्तर:21)(b)

    व्याख्या : म ोंटेनेग्र और तुकी नाट के सदस्य हैं।

    मैसेड लनया की सदस्यता की बात अलग्रम चरण में है िेलकन

    आलधकाररक तौर पर अभी तक सदस्य नही ों बने हैं। साइप्रस

    नाट का सदस्य नही ों है।

    उत्तर:22)(b)

    व्याख्या : अोंतरायष्ट्र ीय वे्हलिोंग आय ग (IWC) वे्हि के

    सोंरक्षण और वे्हि लशकार के प्रबोंधन के दालयत्व के साथ

    एक वैलिक लनकाय है। IWC लशकार और जलटिता, समुद्र के

    श र, प्रदूषण और मिबे, वे्हि और जहाज ों के बीच टकराव

    और स्थायी वे्हि लनगरानी सलहत सोंरक्षण के मुद्द ों की एक

    लविृत िृोंखिा क हि करने के लिए भी काम करता है।

    यह वे्हि के सोंरक्षण और वे्हि के लशकार के प्रबोंधन के

    दालयत्व के साथ एक वैलिक अोंतर-सरकारी लनकाय है। यह

    UNO से सोंबद्ध नही ों है।

    जापान हाि ही में अोंतरायष्ट्र ीय वे्हलिोंग आय ग (IWC) की

    सदस्यता से अिग ह गया है।

    उत्तर:23)(c)

    व्याख्या : भारत ने हाि ही में मेिामाइन सोंदूषण की ररप टय

    के कारण चॉकिेट सलहत चीन के दूध उत्पाद ों पर प्रलतबोंध

    िगा लदया है।

    मेिमाइन क यिा उद्य ग का एक उप-उत्पाद है। मेिमाइन

    एक रासायलनक पदाथय है लजसके कई औद्य लगक उपय ग हैं।

    मेिमाइन अवैध रूप से खाद्य उत्पाद ों की आभासी प्र टीन

    सामग्री क बढाने के लिए ज डा जाता है।

    क् ोंलक यह नाइटर जन में समृद्ध है, भ जन में मेिामाइन का

    जुडाव आभासी रूप से प्र टीन सामग्री क बढाता है जैसा

    लक मानक परीक्षण ों से मापा जाता है।

    उत्तर:24)(c)

    व्याख्या : दलक्षण एलशयाई देश ों के सोंगठन (आलसयान) ने

    छह साझेदार ों के साथ मुि व्यापार समझौते लकए हैं ये हैं

    पीपुल्स ररपक्तिक ऑफ चाइना (ACFTA), क ररया गणराज्य

    (AKFTA), जापान (AJCEP), भारत (AIFTA) साथ ही

    ऑिर ेलिया और नू्यजीिैंड (AANZFTA) )।

    आरसीईपी वाताय 10 आलसयान सदस्य राज्य ों (बु्रनेई

    दारुस्सिाम, कों ब लडया, इोंड नेलशया, िाओ पीडीआर, मिेलशया,

    म्ाोंमार, लफिीपी ोंस, लसोंगापुर, थाईिैंड और लवयतनाम) और छह

    आलसयान FTA भागीदार ों (ऑिर ेलिया, पीपुल्स ररपक्तिक ऑफ

    चाइना, भारत, जापान, क ररया गणराज्य और नू्यजीिैंड) के

    द्वारा 21 वें आलसयान लशखर समे्मिन और नवोंबर 2012 में

    कों ब लडया के न मपेन् में सोंबोंलधत लशखर समे्मिन के दौरान

    शुरू लकया गया था।

    उत्तर:25)(c)

    व्याख्या: भारत और पालकिान ने हाि ही में परमाणु

    प्रलतष्ठान ों और उनके बीच परमाणु प्रलतष्ठान ों के क्तखिाफ

    हमिे पर प्रलतबोंध के तहत कवर की गई सुलवधाओों की

    सूची का आदान-प्रदान लकया है। 1988 के समझौते के तहत,

    द न ों देश हर साि पहिी जनवरी क एक दूसरे क

    परमाणु प्रलतष्ठान ों और सुलवधाओों की जानकारी देते हैं।

    उत्तर:26)(d)

    व्याख्या : खेि में ड लपोंग पर पहिा लवि समे्मिन, 1999 में

    क्तस्वट्जरिैंड के िुसाने में आय लजत लकया गया था। िुसाने

    घ षणा की शतों के अनुसार, लवि ड लपोंग र धी एजेंसी

    (वाडा) की स्थापना 10 नवोंबर 1999 क िुसाने में

    अोंतरराष्ट्र ीय िर पर खेि में ड लपोंग के क्तखिाफ िडाई और

    समन्वय क बढावा देने और के लिए लकया गया था।

    वाडा की प्रमुख गलतलवलधय ों में वैज्ञालनक अनुसोंधान, लशक्षा,

    एों टी-ड लपोंग दक्षता का लवकास और वर्ल्य एों टी-ड लपोंग क ड

    की लनगरानी शालमि है। यह एक अोंतरराष्ट्र ीय स्वतोंत्र एजेंसी

    है लजसे सदस्य राज्य ों की खेि गलतलवलधय ों और सरकार ों

    द्वारा समान रूप से लवत्त प लषत लकया जाता है।

    उत्तर:27)(d)

    व्याख्या : सोंयुि राज्य अमेररका के राष्ट्र पलत ने एलशया

    ररअसुरेंस इलनलशएलटव एक्ट (ARIA) कानून पर हिाक्षर

    लकया है।

    यह अलधलनयम इोंड -पैलसलफक के्षत्र में अमेररकी सुरक्षा,

    आलथयक लहत ों और मूल्य ों क बढाने के लिए एक बहुमुखी

    अमेररकी रणनीलत स्थालपत करता है। यह के्षत्र में अमेररका

    के रणनीलतक के्षत्रीय सहय लगय ों के साथ सहय ग बढाने के

  • 4 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869

    लिए पाोंच साि की अवलध में 1.5 लबलियन डॉिर के बजट

    आवोंलटत करता है।

    उत्तर:28)(a)

    व्याख्या : पेररस समझौते के अनुचे्छद-14 में समय-समय

    पर पेररस समझौते के लक्रयान्वयन का जायजा िेने और

    समझौते के उदे्दश्य क प्राप्त करने की लदशा में सामूलहक

    प्रगलत और इसके दीघयकालिक िक्ष्य ों का आकिन करने के

    लिए पालटयय ों की बैठक के रूप में पेररस समझौते (CMA)

    की आवश्यकता ह ती है।

    इस प्रलक्रया क ग्ल बि िॉकटेक कहा जाता है। शमन,

    अनुकूिन और कायायन्वयन के साधन ों और इक्तक्वटी और

    सवोत्तम उपिब्ध लवज्ञान के प्रकाश में लवचार करते हुए,

    वैलिक िॉकटेक क एक व्यापक और सुलवधाजनक तरीके

    से सोंचालित लकया जाएगा। CMA 2023 में पहिा वैलिक

    िॉकटेक करेगी और उसके बाद हर पाोंच साि में, जब तक

    लक CMA द्वारा लनणयय नही ों लिया जाता।

    उत्तर:29)(c)

    व्याख्या : अर्जुन पजरस्कार:

    यह पुरस्कार 1961 में स्थालपत लकया गया था। इस पुरस्कार

    के लिए पात्र ह ने के लिए, एक क्तखिाडी क न केवि लजस

    वषय के लिए पुरस्कार लदया जाना है उस वषय उतृ्कष्ट्ता के

    साथ लपछिे चार वषों में अोंतरराष्ट्र ीय िर पर िगातार अच्छा

    प्रदशयन करना चालहए ,बक्तल्क नेतृत्व, खेि कौशि और

    अनुशासन की भावना भी लदखनी चालहए। हर साि पोंद्रह से

    अलधक पुरस्कार नही ों लदए जाते हैं।

    र्ीवन परु्न्त उपलब्धिर् ों के ललए ध्यानचोंद पजरस्कार:

    यह पुरस्कार 2002 में स्थालपत लकया गया था। यह पुरस्कार

    उन क्तखिालडय ों क सम्मालनत करने के लिए लदया जाता है

    लजन् ोंने अपने प्रदशयन से खेि ों में य गदान लदया है और

    सलक्रय खेि कररयर से सेवालनवृलत के बाद भी खेि क

    बढावा देने के लिए य गदान करना जारी रखते हैं। हर साि

    तीन से अलधक पुरस्कार नही ों लदए जाते हैं।

    द्र णाचारु् पजरस्कार:

    इस पुरस्कार क 1985 में प्रलतलष्ठत प्रलशक्षक ों क सम्मालनत

    करने के लिए स्थालपत लकया गया था, लजन् ोंने क्तखिालडय ों या

    टीम ों क सफितापूवयक प्रलशलक्षत लकया है और उन्ें

    अोंतरायष्ट्र ीय प्रलतय लगताओों में उतृ्कष्ट् पररणाम प्राप्त करने में

    सक्षम बनाया है। हर साि पाोंच से अलधक पुरस्कार नही ों

    लदए जाते हैं।

    दादा साहेब फाले्क पुरस्कार भारत का लसनेमा में सवोच्च

    पुरस्कार है। यह लफल्म समार ह लनदेशािय, (सूचना और

    प्रसारण मोंत्रािय द्वारा स्थालपत एक सोंगठन) द्वारा राष्ट्र ीय

    लफल्म पुरस्कार समार ह में प्रलतवषय प्रदान लकया जाता है।

    प्राप्तकताय क "भारतीय लसनेमा के लवकास और लवकास में

    उतृ्कष्ट् य गदान" के लिए सम्मालनत लकया जाता है।

    उत्तर:30)(b)

    व्याख्या : अनुसूलचत जनजालत शब्द क भारत के सोंलवधान

    में अनुचे्छद-366 (25) के तहत पररभालषत लकया गया है जैसे

    लक जनजालत या आलदवासी समुदाय या ऐसे जनजालतय ों या

    जनजातीय समुदाय ों के भीतर समूह ों के कुछ लहस्स ों क

    अनुचे्छद 342 के तहत इस सोंलवधान के प्रय जन ों के लिए

    अनुसूलचत जनजालत माना जाता है।

    अनुचे्छद 342 अनुसूलचत जनजालतय ों के लवलनदेशन के मामिे

    में अपनाई जाने वािी प्रलक्रया क लनधायररत करता है।

    अनुचे्छद 342 (1) के सोंदभय में, राष्ट्र पलत लकसी भी राज्य या

    कें द्र शालसत प्रदेश ों के सोंबोंध में ह सकता है, और जहाों यह

    एक राज्य है, राज्यपाि के परामशय के बाद, जनजालत या

    आलदवासी समुदाय ों या उसके लहसे्स क अनुसूलचत जनजालत

    के रूप में अलधसूलचत करता है।

    उत्तर:31)(b)

    व्याख्या :डॉ. सिीम अिी पक्षी अभयारण् एक नदी मुहाने से

    सम्बोंलधत मैन्ग्ग्र व पयायवास है, लजसे पक्षी अभयारण् के रूप में घ लषत

    लकया गया है, और भारत में ग वा के मोंड वी नदी के लकनारे च राओ

    द्वीप के पलिमी लसरे पर क्तस्थत है। इस अभयारण् का नाम प्रख्यात

    भारतीय पक्षी लवज्ञानी सिीम अिी के नाम पर रखा गया है।

    उत्तर:32)(d)

    व्याख्या : आलदवासी मलहिा सशिीकरण य जना (AMSY) एसटी

    (एससी नही ों) मलहिाओों के आलथयक लवकास के लिए एक उच्च

    ररयायती दर की लवशेष य जना है।

    इस य जना के तहत NSTFDC (राष्ट्र ीय अनुसूलचत जनजालत लवत्त

    और लवकास लनगम) य जनाओों/ पररय जनाओों के लिए सावलध ऋण

    प्रदान करता है, लजसकी िागत प्रलत व्यक्ति इकाई/ िाभ कें द्र है।

    य जना की िागत का 99 प्रलतशत तक लवत्तीय सहायता NSTFDC

    द्वारा प्रदान की जाती है।

    टीएसपी की रणनीलत, कुछ सोंश धन ों के साथ, आज तक जारी है और

    राज्य ों के लिए टीएसपी के सोंबोंध में मुख्य लवशेषताएों इस प्रकार हैं:

    राज्य के जनजातीय उप य जना के तहत प्रदान की जाने वािी

    धनरालश प्रते्यक की एसटी आबादी के अनुपात में कम से कम बराबर

    ह नी चालहए। राज्य या केन्द्र शालसत प्रदेश; राज्य या सोंघ राज्य के्षत्र

    के आलदवासी और जनजातीय के्षत्र ों क राज्य / कें द्रशालसत प्रदेश की

    समग्र य जना से क्ा िाभ लमिा है, इसके अिावा टीएसपी के तहत

    िाभ लदया जाता है; a) आलदवासी ि ग ों की समस्याओों और उनके

    लवकास में महत्वपूणय अोंतराि की पहचान करना; b) टीएसपी के लिए

    सभी उपिब्ध सोंसाधन ों की पहचान करना; c) लवकास के लिए एक

    व्यापक नीलत ढाोंचा तैयार करना; d) इसके कायायन्वयन के लिए एक

    उपयुि प्रशासलनक रणनीलत क पररभालषत करना; और e) लनगरानी

    और मूल्याोंकन के लिए तोंत्र लनलदयष्ट् करना।

    उत्तर:33)(b)

    व्याख्या : आलदवासी ि ग ों के तेजी से सामालजक-आलथयक

    लवकास के लिए 1972 में लशक्षा और समाज कल्याण मोंत्रािय

    द्वारा गलठत एक लवशेषज्ञ सलमलत द्वारा वतयमान जनजातीय उप

    य जना (टीएसपी) रणनीलत लवकलसत की गई थी, लजसे पाोंचवी ों

    पोंचवषीय में पहिी बार अपनाया गया था।टीएसपी की

    रणनीलत, कुछ सोंश धन ों के साथ, आज तक जारी है और

    राज्य ों के लिए टीएसपी के सोंबोंध में मुख्य लवशेषताएों इस

    प्रकार हैं: राज्य के जनजातीय उप य जना के तहत प्रदान

    की जाने वािी धनरालश प्रते्यक की एसटी आबादी के

    अनुपात में कम से कम बराबर ह नी चालहए। राज्य या केन्द्र

    शालसत प्रदेश; राज्य या सोंघ राज्य के्षत्र के आलदवासी और

    जनजातीय के्षत्र ों क राज्य / कें द्रशालसत प्रदेश की समग्र

    य जना से टीएसपी के तहत ज िाभ लदया जाता है उसके

    अलतररि िाभ लमिा है;उप य जना में ह ना चालहए; a)

    आलदवासी ि ग ों की समस्याओों और उनके लवकास में

    महत्वपूणय अोंतराि की पहचान करना; b) टीएसपी के लिए

    सभी उपिब्ध सोंसाधन ों की पहचान करना; c) लवकास के लिए

    एक व्यापक नीलत ढाोंचा तैयार करना; d) इसके कायायन्वयन के

    लिए एक उपयुि प्रशासलनक रणनीलत क पररभालषत करना

    ; और e) लनगरानी और मूल्याोंकन के लिए तोंत्र लनलदयष्ट् करना ।

    उत्तर:34)(d)

    व्याख्या : आलदवासी ि ग ों के तेजी से सामालजक-आलथयक

    लवकास के लिए 1972 में लशक्षा और समाज कल्याण मोंत्रािय

    द्वारा गलठत एक लवशेषज्ञ सलमलत द्वारा वतयमान जनजातीय उप

  • 5 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869

    य जना (टीएसपी) रणनीलत लवकलसत की गई थी, लजसे पाोंचवी ों

    पोंचवषीय य जना में पहिी बार अपनाया गया था।

    अनुसूलचत जनजालत और अन्य पारोंपररक वन लनवासी (वन

    अलधकार ों की मान्यता) अलधलनयम, 2006 वन लनवास अनुसूलचत

    जनजालतय ों और अन्य पारोंपररक वनवालसय ों में वन भूलम में

    वन अलधकार ों और कबे्ज क मान्यता देने और लनलहत करने

    का प्रयास करता है ज पीलढय ों से ऐसे जोंगि ों में लनवास

    कर रहे हैं। िेलकन पैतृक भूलम पर उनके अलधकार ों क

    और उनके लनवास स्थान क औपलनवेलशक काि के दौरान

    और साथ ही स्वतोंत्र पिात भारत में राज्य के जोंगि ों के

    समेकन में पयायप्त रूप से मान्यता नही ों दी गई, लजसके

    पररणामस्वरूप उनके साथ ऐलतहालसक अन्याय हुआ।

    इस अलधलनयम क 31 लदसोंबर, 2007 से कायायन्वयन के लिए

    अलधसूलचत लकया गया है।

    अलधलनयम के अनुसार, वन अलधकार ों क मान्यता देने और

    लनलहत करने और भूलम अलधकार ों के लवतरण की लजमे्मदारी

    राज्य सरकार के पास ह ती है।

    उत्तर:35)(c)

    व्याख्या : छत्तीसगढ की मुख्य खरीफ फसि धान है ज

    कुि खरीफ फसि ों का िगभग 76 प्रलतशत है। इसके

    अिावा यहााँ उगाई जाने वािी अन्य मुख्य फसिें हैं मक्का,

    स याबीन, मूोंगफिी, उडद और मटर। इसी प्रकार यहााँ पर

    उगाई जाने वािी मुख्य रबी फसिें गेहाँ, चना, खेसारी , सरस ों

    और अिसी हैं।

    खेसारी क शुष्क-सहनशीि फसि के रूप में माना जाता

    है, और कम वषाय वािे के्षत्र ों में बाररश के मौसम में उगाया

    जाता है, सलदयय ों के दौरान जब दाि और छ िे की अच्छी

    पैदावार ह ने की उम्मीद नही ों की जाती है। इस फसि

    में प्रलतकूि पयायवरणीय पररक्तस्थलतय ों के क्तखिाफ न केवि

    सूखे बक्तल्क जि जमाव के प्रलत भी अलद्वतीय सहनशीिता

    की क्षमता है।

    उत्तर:36)(d)

    व्याख्या : क ोंकण रेिवे भारत की वालणक्तज्यक राजधानी,

    मुोंबई और मोंगिौर के बीच की गुम(missing ) कडी थी। 741

    लकि मीटर की िाइन महाराष्ट्र , ग वा और कनायटक राज्य ों क

    ज डती है

    उत्तर:37)(c)

    व्याख्या :अल्पसोंख्यक ों के कल्याण के लिए प्रधान मोंत्री का

    नया 15-सूत्री काययक्रम 2006 में घ लषत लकया गया था।

    काययक्रम के उदे्दश्य हैं :a) लशक्षा के अवसर ों क

    बढाना,b) मौजूदा और नई य जनाओों के माध्यम से, आलथयक

    गलतलवलधय ों और र जगार में अल्पसोंख्यक ों के लिए एक

    समान लहसे्सदारी सुलनलित करना, राज्य और कें द्र सरकार की

    नौकररय ों में स्वर जगार और भती के लिए के्रलडट समथयन में

    वृक्तद्ध,c)अवसोंरचना लवकास य जनाओों में उनके लिए उलचत

    लहसे्सदारी सुलनलित करके अल्पसोंख्यक ों के जीवन िर में

    सुधार,d)साोंप्रदालयक वैमनस्य और लहोंसा की र कथाम और

    लनयोंत्रण। नए काययक्रम का एक महत्वपूणय उदे्दश्य यह

    सुलनलित करना है लक वोंलचत ों के लिए लवलभन्न सरकारी

    य जनाओों का िाभ अल्पसोंख्यक समुदाय ों के वोंलचत वगों तक

    पहुोंचे।

    उत्तर:38)(d)

    व्याख्या : लदव्याोंग व्यक्तिय ों के अलधकार अलधलनयम, 2016

    लजसे 2016 में अलधसूलचत लकया गया, इसमें 21 प्रकार के

    लवकिाोंगताओों क मान्यता दी गई है। लवकिाोंगता के प्रकार ों

    क मौजूदा 7 से बढाकर 21 कर लदया गया है और कें द्र

    सरकार के पास इसमें और लवकिाोंगताओों क ज डने की

    शक्ति ह गी। 21 लवकिाोंगताओों क नीचे लदया गया है: -

    1. अोंधापन

    2. कम-र्दलष्ट्

    3. कुष्ठ र ग से पीलडत व्यक्ति

    4. िवण ह्रास(बहरा और सुनने में कलठनाई)

    5. ि क म टर लवकिाोंगता

    6. बौनापन

    7. बौक्तद्धक लवकिाोंगता

    8. मानलसक बीमारी

    9. ऑलटज्म से्पक्टर म लवकार

    10. सेरेब्रि पाल्सी

    11. मसु्किर लडिर ॉफी

    12. जीणय तोंलत्रका सोंबोंधी क्तस्थलतयाों

    13. लवलशष्ट् सीखने की अक्षमता

    14. मल्टीपि से्किेर लसस

    15. भाषण और भाषा लवकिाोंगता

    16. थैिेसीलमया

    17. हीम लफलिया

    18. लसकि सेि र ग

    19. बहरे-अोंधापन सलहत कई लवकिाोंग

    20. एलसड अटैक पीलडत

    21. पालकिं सोंस र ग

    उत्तर:39)(a)

    व्याख्या : राष्ट्र ीय जि लमशन NAPCC के तहत लमशन ों में

    से एक है।

    चूोंलक देश की अलधकाोंश नलदयााँ अोंतर-राज्यीय हैं, इन नलदय ों

    के जि का लवलनयमन और लवकास, अोंतर-राज्यीय मतभेद ों

    और लववाद ों का एक स्र त है।पानी सोंलवधान में, सूची-II की

    प्रलवलष्ट् 17 यानी राज्य सूची में शालमि एक मामिा है। यह

    प्रलवलष्ट् सूची- I यानी सोंघ सूची के प्रवेश 56 के प्रावधान के

    अधीन है।

    उत्तर:40)(b)

    व्याख्या : राष्ट्र ीय जि सोंसाधन पररषद (NWRC) की

    स्थापना माचय, 1983 में की गई थी। प्रधानमोंत्री, अध्यक्ष और

    जि सोंसाधन, नदी लवकास और गोंगा कायाकल्प पररषद

    के कें द्रीय मोंत्री, उपाध्यक्ष ह ते हैं।

    उत्तर:41)(b)

    व्याख्या : यह एक कें द्र प्राय लजत य जना है न लक कें द्रीय

    के्षत्र की य जना

    कमान के्षत्र लवकास (CAD) काययक्रम 1974-75 में लकसान ों के

    खेत तक लसोंचाई के पानी की पयायप्त लवतरण प्रणािी के

    लवकास के लिए शुरू लकया गया था, लजसका उदे्दश्य लकसान ों

    की आलथयक - सामालजक क्तस्थलत सुधार के लिए भूलम और

    पानी की प्रलत यूलनट पानी की दक्षता और उत्पादन और

    फसि ों की उत्पादकता में वृक्तद्ध करना है।काययक्रम एक

    कमाोंड एररया डेविपमेंट अथॉररटी के तहत बहु-अनुशासलनक

    टीम के साथ समक्तन्वत तरीके से लसोंलचत कृलष से सोंबोंलधत

    सभी गलतलवलधय ों के एकीकरण की पररकल्पना करता

    है।प्रारोंभ में, सीएडी काययक्रम के तहत 60 प्रमुख और मध्यम

    लसोंचाई पररय जनाओों क लिया गया था, ज िगभग 15

    लमलियन हेके्टयर के लसोंचाई य ग्य कमाोंड एररया (CCA) क

    कवर करती है।2004 में इस काययक्रम का पुनगयठन और नाम

    बदिकर कमाोंड एररया डेविपमेंट एों ड वाटर मैनेजमेंट

    (CAD & WM) प्र ग्राम रखा गया।यह काययक्रम प्रधान मोंत्री

  • 6 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869

    कृलष लसचाई य जना (PMKSY) -हर खेत क पानी - 2015-

    16 से िागू लकया जा रहा है।

    उत्तर:42)(a)

    व्याख्या : देश में भूजि प्रबोंधन और लवकास के लनयमन

    और लनयोंत्रण के लिए पयायवरण (सोंरक्षण) अलधलनयम, 1986

    की धारा 3 की उप-धारा (3) के तहत कें द्रीय भूजि

    प्रालधकरण (CGWA) के रूप में कें द्रीय भूजि ब डय का

    गठन लकया गया था।सीजीडबू्ल्यए के लनयामक कायय क

    सुव्यवक्तस्थत करने के रूप में, लजिा मलजिर ेट / राजस्व लजि ों

    के उपायुि ों (और मुख्यमोंलत्रय ों) क अलधसूलचत के्षत्र ों में

    पीने / घरेिू उपय ग ों के लिए भूजि के लनष्कषयण की

    अनुमलत के लिए अलधकृत अलधकाररय ों के रूप में लनयुि

    लकया गया था। उन्ें सीजीडबू्ल्यए द्वारा जारी लदशा-लनदेश ों

    के अनुसार अलधसूलचत के्षत्र ों में पीने / घरेिू उदे्दश्य ों के लिए

    भूजि की लनकासी के लिए अनुमलत प्रदान करने के लिए

    अनुर ध ों क सोंसालधत करने की सिाह दी गई है।

    उत्तर:43)(d)

    व्याख्या : लवज्ञान और प्रौद्य लगकी लवभाग ने अपनी फै्लगलशप

    स्कीम लकरण के तहत मलहिाओों के लिए कई पहि शुरू

    की। इस अनूठी पहि के माध्यम से, डीएसटी उन मलहिा

    वैज्ञालनक ों क अवसर प्रदान करता है लजनका, मुख्यतः

    पाररवाररक कारण ों से, भौलतक और गलणतीय लवज्ञान,

    रासायलनक लवज्ञान, जीवन लवज्ञान, पृथ्वी और वायुमोंडिीय

    लवज्ञान तथा इोंजीलनयररोंग प्रौद्य लगकी में अनुसोंधान क आगे

    बढाने के लिए उनका कैररयर रुक गया था।

    इोंस्पायर अनुसोंधान (INSPIRE) के लिए लवज्ञान की ख ज में

    नवाचार, लवज्ञान और अनुसोंधान के लिए प्रलतभा के आकषयण

    के लिए एक सतत पहि है। 5 लदन ों की अवलध के लवज्ञान

    लशलवर ों का आय जन ग्यारहवी ों कक्षा के छात्र ों क लवज्ञान के

    के्षत्र में भारत और लवदेश ों के लवज्ञान आइकन के साथ

    बातचीत करने का अवसर प्रदान करने के लिए लकया जाता

    है, लजसमें न बेि पुरस्कार लवजेता भी शालमि हैं।

    लवकासशीि और द हन नवाचार ों के लिए राष्ट्र ीय पहि

    (NIDHI) एक सहज नवाचार पाररक्तस्थलतकी तोंत्र बूिर के

    लिए एक छत्र य जना के रूप में लवकलसत लकया गया है।

    बाजार मूल्य िृोंखिा के लिए नवाचार के प्रमुख लिोंक देश

    भर में नवाचार, उद्यमशीिता और ऊष्मायन के माध्यम से

    राष्ट्र लनमायण के लमशन क प्राप्त करने के लिए लवलभन्न

    न ड्स (प्रते्यक 3 पड सी लजि ों के एक ििर क दशायता

    प्रते्यक न ड) क समथयन और मजबूत लकया जाएगा।

    2013 में अनावरण की गई लवज्ञान, प्रौद्य लगकी और नवाचार

    (एसटीआई) नीलत में लवज्ञान और प्रौद्य लगकी के्षत्र में

    नवाचार ों का ज र शालमि है। एसटीआई नीलत वैलिक

    प्रलतस्पधाय हालसि करने और लवज्ञान के्षत्र क देश के लवकास

    के एजेंडे से ज डने की आकाोंक्षा प्रकट करती है। भारत के

    लिए उच्च प्रौद्य लगकी के नेतृत्व वािे मागय (SRISHTI) के

    लिए लवज्ञान, अनुसोंधान और नवाचार प्रणािी मुख्य नीलत िक्ष्य

    है।

    उत्तर:44)(a)

    व्याख्या : भारत सरकार ने गरीबी घटाने की रणनीलत के

    लहसे्स के रूप में, प्रधान मोंत्री ग्राम सडक य जना

    (पीएमजीएसवाई) 2000 क राज्य ों की सहायता के लिए कें द्र

    प्राय लजत य जना के रूप में िॉन्च लकया, हािाोंलक ग्रामीण

    सडकें सोंलवधान के तहत राज्य सूची में हैं।

    य जना का प्राथलमक उदे्दश्य मैदानी के्षत्र ों में 500 या उससे

    अलधक आबादी वािे (2001 की जनगणना के अनुसार)

    असोंबद्ध लनवास स्थान ों क मुख्य नेटवकय के रूप में सभी

    मौसम वािे सडक(आवश्यक पुलिय ों और क्रॉस-डर े नेज

    सोंरचनाओों सलहत, ज पूरे वषय सोंचालित ह ती है) के द्वारा

    सोंय जकता प्रदान करना

    'लवशेष िेणी के राज्य ों' (उत्तर-पूवय, लसक्तक्कम, लहमाचि प्रदेश,

    जमू्म और कश्मीर और उत्तराखोंड) के सोंदभय में, रेलगिानी

    इिाके, आलदवासी (अनुसूची V) के्षत्र और 88 चयलनत

    आलदवासी और लपछडे लजिे, उदे्दश्य क ज डने के लिए है

    250 व्यक्तिय ों और उससे अलधक की जनसोंख्या (2001 की

    जनगणना) के अनुसार क र-नेटवकय के अनुसार असोंबद्ध

    बक्तियााँ।

    इसलिए दूसरा कथन गित है क् ोंलक यह य जना लवशेष

    िेणी के राज्य ों क कवर करती है।

    उत्तर:45)(a)

    व्याख्या : नमालम गोंगे काययक्रम जि सोंसाधन मोंत्रािय

    (MOWR) की एक पहि है, लजसमें गोंगा ओडीएफ नदी के

    लकनारे के गााँव ों क शालमि करना और ठ स और तरि

    अपलशष्ट् प्रबोंधन से सोंबोंलधत हिके्षप ों क पेयजि और

    स्वच्छता मोंत्रािय (MDWS) द्वारा कायायक्तन्वत लकया जा रहा

    है। उत्तराखोंड, उत्तर प्रदेश, लबहार, झारखोंड और पलिम बोंगाि

    के 52 लजि ों में क्तस्थत सभी 4470 गााँव ों क तब से

    एमडीडबू्ल्यएस द्वारा राज्य सरकार ों की सलक्रय मदद से

    ओडीएफ बनाया गया है।

    पेयजि और स्वच्छता मोंत्रािय (MoDWS) ने 5 राज्य

    (उत्तराखोंड, उत्तर प्रदेश, लबहार, झारखोंड, पलिम बोंगाि) में

    गोंगा नदी के तट पर क्तस्थत 1674 ग्राम पोंचायत ों की पहचान

    की। 5 गोंगा बेलसन राज्य ों की 1674 ग्राम पोंचायत ों में शौचािय

    लनमायण के लिए पेयजि और स्वच्छता मोंत्रािय (MoDWS)

    क 578 कर ड रुपये जारी लकए गए हैं। िलक्षत 15, 27,105

    इकाइय ों में से, MoDWS ने 8, 53,397 शौचािय ों का लनमायण

    पूरा कर लिया है। 7 आईआईटी समूह गोंगा नदी बेलसन

    य जना की तैयारी में िगे हैं और 13 आईआईटी द्वारा 65

    गाोंव ों क मॉडि के रूप में लवकलसत करने के लिए

    ग द लिया गया है। यूएनडीपी ग्रामीण स्वच्छता काययक्रम

    और127 कर ड रु की अनुमालनत िागत से झारखोंड क एक

    मॉडि राज्य के रूप में लवकलसत करने के लिए के लिए

    लक्रयान्वयन एजेंसी के रूप में कायय कर रहा है।

    उत्तर:46)(c)

    व्याख्या : भारत के प्रधान मोंत्री नीलत आय ग के अध्यक्ष

    ह ते हैं। गवलनिंग काउों लसि में सभी राज्य ों के मुख्यमोंलत्रय ों,

    लवधायक ों के साथ कें द्र शालसत प्रदेश ों के मुख्यमोंलत्रय ों (और

    सभी सोंघ शालसत प्रदेश ों), अथायत, लदल्ली और पुदुचेरी और

    अन्य कें द्र शालसत प्रदेश ों के उपराज्यपाि शालमि ह ते हैं।

    प्रधानमोंत्री द्वारा लवशेषज्ञ, और प्रासोंलगक के्षत्र के ज्ञान वािे

    लचलकत्सक ों क लवशेष आमोंलत्रत सदस्य के रूप में नालमत

    लकया जाता है। पूणयकालिक सोंगठनात्मक ढाोंचे में प्रधानमोंत्री,

    अध्यक्ष के रूप में शालमि ह ोंगे, उप-अध्यक्ष क प्रधानमोंत्री

    द्वारा लनयुि लकया जाता है। पूणयकालिक और अोंशकालिक

    सदस्य अलधकतम 2 ह ोंगे ज प्रमुख लविलवद्यािय ों, अनुसोंधान

    सोंगठन ों और अन्य सोंबोंलधत सोंस्थान ों से पदेन सदस्य ह ोंगे।

    अोंशकालिक सदस्य चक्रीय आधार पर ह ोंगे। पदेन सदस्य,

    प्रधानमोंत्री द्वारा नालमत लकए जाने वािे कें द्रीय मोंलत्रपररषद के

    अलधकतम 4 सदस्य ह ोंगे। मुख्य काययकारी अलधकारी क

    प्रधान मोंत्री द्वारा एक लनलित काययकाि के लिए लनयुि

    लकया जाता है ,लजसका रैंक भारत सरकार के सलचव के पद

    पर समान ह ता है।

    उत्तर:47)(a)

  • 7 AIPTS 2019 (GS - 12) (H) Answer Key Byju’s Classes: 9205881869

    व्याख्या : नीलत आय ग ने समुद्री व्यापार, लशलपोंग, मत्स्य

    पािन, इक -टूररज्म, समुद्र के भीतर खनन, तेि और गैस और

    अन्य सामालजक-आलथयक गलतलवलधय ों के लिए पहचान लकए

    गए द्वीप ों क लवकलसत करने की प्रलक्रया शुरू की है।

    इसका उदे्दश्य द्वीप ों में गैर-पारों पररक ऊजाय स्र त ों जैसे सौर

    ऊजाय, पवन ऊजाय, ज्वारीय ऊजाय, महासागर थमयि ऊजाय आलद

    क बढावा देकर डीजि के उपय ग क प्रलतस्थालपत

    करना है।

    नीलत आय ग सोंबोंलधत कें द्रीय मोंत्रािय ों / लवभाग ों, सोंघ शालसत

    प्रदेश ों के प्रशासन और अन्य लहतधारक ों के साथ परामशय

    करके, पहिे चरण अथायत, क्तिथ, रॉस, िाोंग,लिलटि अोंडमान

    और एलवस अोंडमान और लनक बार द्वीपसमूह में और िक्षद्वीप

    में लमलनकॉय, बाोंगरम, लतन्नकारा, चेररयम और सुहेिी के समग्र

    लवकास के लिए 10 द्वीप ों क सूचीबद्ध करता है।

    उत्तर:48)(d)

    व्याख्या : अधीनस्थ न्यायािय ों की सोंरचना और कायय पूरे

    देश में एक समान हैं। अदाित ों के पदनाम उनके कायों क

    दशायते हैं। उनक दी गई शक्तिय ों के अनुसार ये अदाितें

    नागररक या आपरालधक प्रकृलत के सभी लववाद ों से लनपटती

    हैं।

    ये अदाितें प्रलक्रयाओों क लनधायररत करने वािे द महत्वपूणय

    सोंलहताओों का पािन करती हैं, अथायत्, लसलवि प्रलक्रया सोंलहता,

    1908 और दोंड प्रलक्रया सोंलहता, सीआरपीसी, 1973 और राज्य

    िरीय सोंश धन ों से और मजबूत हुई।

    भारत के सोंलवधान के अनुचे्छद 235 के तहत, अधीनस्थ

    न्यालयक सेवा के सदस्य ों पर प्रशासलनक लनयोंत्रण सोंबोंलधत

    उच्च न्यायािय में लनलहत है। सोंलवधान के अनुचे्छद 233 और

    234 के साथ पढे जाने वािे अनुचे्छद 309 के प्रावधान के

    तहत प्रदत्त अलधकार ों के अलधकार में, राज्य सरकार ऐसे

    राज्य के सोंबोंध में अलधकार के्षत्र का उपय ग करते हुए उच्च

    न्यायािय के परामशय से लनयम ों और लवलनयम ों क िागू

    करेगी।

    उत्तर:49)(c)

    व्याख्या : TIWB पहि का उदे्दश्य लवकासशीि देश ों क

    ऑलडट क्षमता के लनमायण के माध्यम से राष्ट्र ीय कर प्रशासन

    क मजबूत करने और अन्य देश ों के साथ इस ज्ञान क

    साझा करना है।

    यह सोंयुि रूप से यूएनडीपी और ओईसीडी द्वारा िॉन्च

    लकया गया है।

    उत्तर:50)(b)

    व्याख्या : कुरीि कुि 56 द्वीप ों का एक द्वीपसमूह है, ज

    जापान के ह क्काइड से रूस के कामचटका तक िगभग

    1,800 लकमी की दूरी पर क्तस्थत है। ये सभी रूसी अलधकार

    के्षत्र में हैं, िेलकन जापान द बडे दलक्षणी द्वीप ों, इट र फू और

    कुनालशरी और द अन्य, लशक तन और हाब मई पर अपने

    'उत्तरी के्षत्र' के रूप में दावा करता है।

    उत्तर:51)(c)

    व्याख्या : ग्ल बि फाइनेंलशयि िैलबलिटी ररप टय (GFSR)

    अोंतरायष्ट्र ीय मुद्रा क ष (IMF) की एक अधय-वालषयक ररप टय है

    ज वैलिक लवत्तीय बाजार ों की क्तस्थरता और उभरते-बाजार

    लवत्तप षण का आकिन करती है। यह प्रलत वषय द बार,

    अपै्रि और अकू्टबर में जारी लकया जाता है। ररजवय बैंक

    ऑफ इोंलडया (RBI) लवत्तीय क्तस्थरता ररप टय क प्रलतवषय जारी

    कर रहा है।

    उत्तर:52)(b)

    व्याख्या : गैबॉन मध्य अफ्रीका के पलिमी तट पर क्तस्थत एक

    देश है। भूमध्य रेखा पर क्तस्थत, गैबॉन, उत्तर-पलिम में

    इके्वट ररयि लगनी, उत्तर में कैमरून, पूवय और दलक्षण में काोंग

    गणराज्य और पलिम में लगनी की खाडी से लघरा है।

    उत्तर:53)(d)

    व्याख्या :

    भारत और अमेररका के बीच औद्य लगक सुरक्षा अनुबोंध पर

    हिाक्षर लकए जाने की य जना है।

    यह अमेररकी सरकार और अमेररकी कों पलनय ों से भारतीय

    लनजी के्षत्र के साथ वगीकृत जानकारी साझा करने की

    अनुमलत देता है, ज अब तक भारत सरकार और रक्षा

    सावयजलनक के्षत्र के उपक्रम ों के लिए सामान्य सुरक्षा समझौते

    (GSOMIA) के तहत सीलमत है।

    बीईसीए लजय -स्थालनक सहय ग के लिए बुलनयादी लवलनमय

    और सहय ग समझौते क सोंदलभयत करता है।

    बीईसीए समझौता भारत और सोंयुि राज्य अमेररका के बीच

    सैन्य और नागररक उपय ग द न ों के लिए भू-स्थालनक

    सूचनाओों के आदान-प्रदान की सुलवधा प्रदान करेगा। भारत

    और अमरीका के बीच इस समझौते पर अभी हिाक्षर नही ों

    हुए हैं।

    उत्तर:54)(c)

    व्याख्या :

    उत्तर:55)(c)

    व्याख्या : मेसेड लनया नामकरण लववाद का सोंबोंध ग्रीस और

    मेसेड लनया जनराज्य के साथ सम्बोंलधत है।

    उत्तर:56)(a)

    व्याख्या: वर्ल्य इक नॉलमक फ रम की ग्ल बि ररस्क ररप टय

    2019 लचोंताजनक भू-राजनीलतक और भू-आलथयक तनाव ों की

    पृष्ठभूलम के क्तखिाफ प्रकालशत हुई है। यलद ये अनसुिझे रहते

    हैं, त ये तनाव पयायवरणीय लगरावट के बढते सबूत ों से िेकर

    चौथी औद्य लगक क�