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अनु�म भाग सामाय .1 प�रचय .2 माल / सोटवेयर / सेवा� के िनयात क� रािश क� वसूली और उसका �यावतन .3 �ािऔर भुगतान का तरीका .4 िवदेशी मु�ा खाता .5 डायमंड डॉलर खाता [ डी डी ए ] .6 िवदेशी मु�ा अजक िवदेशी मु�ा खाता [ ई ई एफ सी ] खाता .7 काउंटर �ापार करार .8 सड़क रेल माग अथवा न�दयके ज�रये पड़ोसी देश� को िनयात .9 यांमार के साथ सीमा �ापार .10 रोमािनया के साथ काऊं टर �ापार �वथा .11 राय के ऋण� क� वापसी .12 फोरफे�टग .13 गैर �ोत आधार पर िनयात फैकट�रग .14 प�रयोजना िनयात और सेवा िनयात .15 प�े, �कराये आ�द पर वतु� का िनयात .16 दीघाविध ऋण शत� पर िनयात .17 मु�ा का िनयात भाग -बी ईडीएफ / सोटेक �यािविध बी.1 सीमा शुक प�न� के मायम से वतु� का िनयात बी.2 ईडीआई प�न� [ port ] के मायम से वतु� / सोटवेयर का िनयात बी.3 डाक के मायम से वतु� का िनयात बी.4 गहरे समंदर म� मछली पकड़नेवाले जहाज़�ारा पकड़ी गयी मछली का मय समंदर महतातरण बी.5 सोफटेस फाम बी.6 िविश� अिभिनधारण संया� का उलेख बी.7 सेवा� का िनयात बी.8 तीसरी पाट� क� िनयात से �ारािश बी.9 आकिमक सयापन बी.10 अप पोतलदान और शट आउट पोतलदान बी.11 िवमान काग� और समु�ी काग� का समेकन

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Page 1: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

अनम

भाग ndash ए सामानय

ए1 परचय

ए2 माल सोफटवयर सवा क िनयारत क रािश क वसली और उसका तयावतरन

ए3 ाि और भगतान का तरीका

ए4 िवदशी मा खाता

ए5 डायमड डॉलर खाता [ डी डी ए ]

ए6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ई ई एफ सी ] खाता

ए7 काउटर ndash ापार करार

ए8 सड़क रल मागर अथवा नदय क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

ए9 मयामार क साथ सीमा ापार

ए10 रोमािनया क साथ काऊटर ापार वसथा

ए11 राजय क ऋण क वापसी

ए12 फोरफटग

ए13 गर ोत आधार पर िनयारत फकटरग

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

ए15 प कराय आद पर वसत का िनयारत

ए16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

ए17 मा का िनयारत

भाग -बी ईडीएफ सोफटक यािविध बी1 सीमा शलक पन क माधयम स वसत का िनयारत

बी2 ईडीआई पन [ port ] क माधयम स वसत सोफटवयर का िनयारत

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

बी4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण

बी5 सोफटकस फामर

बी6 िविश अिभिनधाररण सखया का उललख

बी7 सवा का िनयारत

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

बी9 आकिसमक सतयापन

बी10 अलप पोतलदान और शट आउट पोतलदान

बी11 िवमान काग और समी काग का समकन

बी12 घोषणा प स छट

भाग -सी ािधकत ापारय क उरदाियतव सी1 ई डी एफ म माफ दान करना

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम ा करना

सी3 िवदश म ापार मल दशरनी क िलए ईडीएफ का अनमोदन

सी4 पनआरयात करन क िलए वसत क िनयारत क िलए ईडीएफ का अनमोदन

सी5 िनयारत घोषणा प [ ईडीएफ ] औपचारकता क िबना िवशष अिधसिचत अचल स क हीर का पननयात

सी6 िवदश म कायारलय सथािपत करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल सपि क खरीद

सी7 िनयारतक ारा पोतलदान सबधी दसतावज क सततीकरण म िवलमब

सी8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

सी9 लड लोकड दश

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का तयकष षण

सी11 शष रािश म स कछ रािश िनकालना आहरत न क गयी शष रािशया

सी12 कनसाईनमनट िनयारत

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराए पर लना

सी14 िनयारत िबल रिजसटर

सी15 अितदय िबल क वसली क िलए अनवत कारवाई करना

सी16 यसान स िबल क समयपवर भगतान क कारण इनवाईस मलय को घटाना

सी17 अनय मामल म इनवाईस मलय को घटाना

सी18 खरीदार कसाईनी का परवतरन

सी19 िवशष आथक कष [ एसईजड ] ारा वसत का िनयारत

सी20 समय सीमा म िवसतार

सी21 याा क दौरान खोय ए पोतलदान

सी22 िनयारत सबधी दाव

सी23 वसल न कय गय िनयारत िबल ब खात डालना

सी24 बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत िनयारत ऋण गारटी योजना [ ईसीजीसी ] और िनजी बीमा कपिनय ारा दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

सी25 ब खात क रयायत

सी26 आयात क दयता का िनयारत स ापय आय स साथ िततलन करना [ Set-off ]

सी27 आयात क िलए कय जानवाल भगतान स िनयारत स ा रािश का नट ऑफ [ Netting-off ] [ एस ई जड म िसथत यिनट ]

सी28 िनयारतक क चतावनी सची

सी29 ािधकत ापारी ारा गारटया जारी करना

भाग डी -िनयारत स सबिधत िवषण डी1 िनयारत पर एजसी कमीशन

डी2 िनयारत स ा रािश क वापसी

परिश

भाग ndash ए सामानय-ए-1 परचय

(i) वािणजय एव उोग मालय वािणजय िवभाग भारत सरकार क अतगरत कायररत िवदशी ापार महािनदशालय [ डीजीएफटी ] और उसक कषीय कायारलय िनयारत ापार को िविनयिमत करत ह | िवदशी ापार महािनदशालय [ डीजीएफटी ] ारा समय-समय पर भारत स िनयारत करन क िलए अपनायी जानवाली नीितया और यािविधय क घोषणा क जाती ह

ािधकत ापारी णी - I ndash बक चिलत िवदशी मा नीित और भारत सरकार ारा तयार कय गय िनयम तथा

भारतीय रज़वर बक ारा समय-समय पर जारी िनदश क अनसार िनयारत क लनदन कर सकत ह | िवदशी मा

िविनयमन अिधिनयम 1999 [ 1999 का 42 ] क उप धारा [ 1 ] क खड [ ए ] और धारा 7 क उप धारा [ 3 ] और

धारा 47 क उप धारा [ 2 ] क अनसरण म भारतीय रज़वर बक न भारत स वसत और सवा क िनयारत स सबिधत

12िवदशी मा िविनयमन अिधिनयम [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली जारी क ह िजस इसक बाद

lsquoिनयारत िविनयमावलीrsquo कहा गया ह | इन िविनयम को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा

23(आर)2015-आरबी क जरय अिधसिचत कया गया ह |

(ii) इस दसतावज म िनिहत िनदश को दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स जीएसआर 381 (ई) क जरय भारत सरकार िव मालय ारा अिधसिचत िनयमावली तथा साथ ही 2

3दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना सखया फमा 23(आर)2015-आरबी क जरय अिधसिचत रज़वर बक ारा जारी िनयमावली क साथ पढ़ा जाए |

(iii) दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 82000-आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन [गारटया] िविनयमावली 2000 क िविनयम 4 िजस समय-समय पर सशोिधत कया गया ह क अनसरण म ािधकत ापारी णी ndash I बक को िनधाररत शत पर भारत स बाहर िनयारत करन क िलए िनयारतक ाहक क ओर स गारटया जारी करन क िलए अनमित दान क गयी ह |

(iv) िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 क अतगरत बनाय गय िनयम िविनयम अिधसचना और िनदश क अनसरण म िनयारत ठक को भारतीय पय म इनवाईस करन पर कोई पाबदी नह ह | साथ ही िवदशी ापार

2 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2000 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी |

3 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2000 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी

नीित (2015-2020) क परा 252 क अनसरण म ldquoसभी िनयारत ठक और इनवाईस या तो म प स परवतत होनवाली मा म अथवा भारतीय पय म मलयवगकत हो जाएग | लकन िनयारत स ा रािश म प स परवतत होनवाली मा म वसल क जाएगी | तथािप िविश िनयारत स ा रािश पय म भी वसल क जा सकती ह बशत वह एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क सदसय दश तथा नपाल और भटान को छोड़ कर अनय कसी भी दश म िसथत अिनवासी बक म धारत म प स परवतत होनवाल वोसो खात स वसल क गयी हो | अभी तक भारतीय पया म प स परवतरनीय मा नह बना ह | (v) जबतक क अनयथा िनद नह कया गया हो तब तक भारतीय रज़वर बक को भजा जान वाला कोई भी प आवदक जहा रहता ह अथवा कपनी या फमर जहा पर कायररत ह उस कायरकष म आनवाल िवदशी मा िवभाग क कषीय कायारलय क पास भजा जाना चािहए | यद कसी िविश कारण स व िवदशी मा िवभाग क अनय कायारलय स काम करवाना चाहत ह तो व अपन कायरकष क कषीय कायारलय स अनमोदन ा करन क िलए उनस सपकर कर |

(vi) ापार स सबिधत सभी लनदन क िलए ldquoिवीय वषर [ अल स माचर ]rdquo को समय का आधार माना गया ह |

ए2 वसत सॉफटवयर सवा क िनयारत क रािश क वसली और उसका तयावतरन िनयारतक क िलए यह बाधय ह क वह वसत सॉफटवयर सवा का परा मलय वसल कर और उस िनयारत क तारीख स िनधाररत अविध क भीतर िनानसार भारत म तयावतत कर द

(i) भारत सरकार स परामशर करत ए यह िनणरय िलया गया ह क िनयारत स ा रािश क वसली और उसक तयावतरन क अविध िवशष आथक कष [ एसईजड ] सटटस धारक िनयारतक िनयारत उनमख यिनट [ ईओय ] इलकोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर [ ईएचटीपी ] म िसथत यिनट सोफटवयर टोलोजी पाकर [ एसटीपी ] और बायोndashटोलोजी पाकर [ बीटीपी ] सिहत सभी िनयारतक क िलए अगली सचना िमलन तक िनयारत क तारीख स नौ माह क होगी |

(ii) भारत स बाहर सथािपत गोदाम को िनयारत क गयी वसत क रािश वसत क पोतलदान [ िशपमट ] क तारीख स पह माह क भीतर वसल करनी होगी |

ए3 ाि और भगतान का तरीका

(i) िनयारत क गयी वसत का परा िनयारत मलय दशारनवाली रािश ािधकत ापारी बक क माधयम स दनाक 2 मई 2016 क अिधसचना सखया फमा 14 [ आर ] 2016 [ आरबी ] क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन [ ाि और भगतान का तरीका ] िविनयमावली 2016 म िनधाररत तरीक स वसल क जाएगी |

(ii) जब उनक दौर क दौरान िवदशी खरीदार को बची गयी वसत का भगतान िवता को इस कार स िमल जाएगा तब ए डी णीndashI क बक ारा उनक नोो खात म रािशया ा होन पर ही ईडीएफ [ दसरी ित ] जारी क जानी चािहए अथवा यद सबिधत ए डी णीndashI बक िडट काडर क सवाए दनवाला बक नह ह तो ऐस मामल म िनयारतक स भारत म िडट काडर क सवाए दनवाल बक ारा जारी कया गया इस आशय का माणप सतत कय जान क बाद क उसन िवदशी मा म उसक समतलय रािश ा कर ली ह ए डी णीndashI बक आयातक क िडट काडर जहा काडर जारी करनवाल बक सगठन स िवदशी मा म ितपत ा क जाएगी को डिबट करत ए भी- भारत क बाहर कय गय िनयारत का भगतान ा कर सकत ह |

(iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स िनयारत स सबिधत ािय पर ोससग करना

ािधकत ापारी णीndashI क बक को [ ए डी णीndashI ] िनिलिखत शत क अधीन ऑनलाईन भगतान गट-व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क साथ सथायी वसथा करत ए िनयारत स सबिधत िवषण क तयावतरन क सिवधा दान करन क अनमित दी जा चक ह ndash

ए) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ओपीजीएसपी क सबध म समिचत सावधानी या का पालन करग

बी) यह सिवधा कवल 10000 अमरीक डॉलर [ दस हजार यएस डॉलर ] स अनिधक क वसत और सवा क िनयारत क िलए ही उपलबध होगी

सी) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ऐसी वसथा क जरय िनयारत स सबिधत भगतान ा करन क िलए नोो सहण खाता खोलग | जहा इस सिवधा का लाभ उठानवाल िनयारतक को ओपीजीएसपी क साथ नोशनल खाता खोलन क जरत होगी वहा यह सिनित कया जाएगा क ऐस खात म कोई भी रािश रखन क अनमित नह होगी और ा ई सभी रािशया अपन आप ए डी णीndashI बक ारा खोल गय नोो सहण खात म इका होती जाएगी |

डी) हर ओपीजीएसपी क िलए एक अलग नोो खाता बनाय रखा जाए अथवा बक हर ओपीजीएसपी क नोो खात म कय गय लन दन को अलग करन म सकषम होना चािहए |

ई) इस वसथा क अतगरत नोो सहण खात म अनमत डिबट कवल िनयारत स ा रािश को िनयारतक क खात म तयावतत करन क िलए पवरिनधाररत दर बारबारता वसथा क अनसार ओपीजीएसपी को शलक कमीशन का भगतान करन क िलए और जहा िब करार क अतगरत िनयारतक न अपना उरदाियतव िनभाया नह होगा ऐस मामल म आयातक को वह रािश लौटान क िलए कया जाएगा |

एफ) नोो सहण खात म रखी गयी शष रािशया सबिधत िनयारतक क भारत म िसथत बक क खात म आयातक स पि िमलन क ततकाल बाद लकन कसी भी िसथित म नोो सहण खात म वह रािश जमा कय जान क तारीख स सात दन क भीतर तयावतत करत ए जमा क जाएगी |

जी) ए डी णीndashI बक स वय को लनदन क वासतिवकता स सतष ट करग और यह सिनित कर क आन-लाइन भगतान गट व क माध यम स रज़वर बक को रपोटर कए गए योजन कट सही ह|

एच) ए डी णीndashI बक इस वसथा क अतगरत कय गय कसी भी लनदन स सबिधत सभी जानकारी जब कभी पछी जाएगी तब रज़वर बक को दान करग |

आई) हर नोो सहण खात का समाधान और उसक लखा परीकषा मािसक आधार पर क जाएगी | ज) भारत क िनयारतक क भगतान सबधी सभी िशकायत क िनपटान क िजममदारी सबिधत ओपीजीएसपी क होगी|

क) जो ए डी णीndashI बक ऐसी वसथा का भाग बनना चाहत ह उनह ऐसी वसथा कय जान क ततकाल बाद उसक समसत बयोर िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय को रपोटर करन चािहए |

एल) 3

4कोइ भी सटाटर अप कपनी अपनी िवदशी सहायक कपनी क ापय रािश वसल कर सकती ह और ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स उस रािश को तयावतत कर सकती ह |

4 दनाक 11 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स51 को दनाक 11 फरवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर ] कया गया |

(iv) एिशयन समाशोधन यिनयन (एसीय) त क अतगरत िनपटान णाली

ए) लनदन िनपटान को िनभान म सिवधा क दि स दनाक 1 जनवरी 2009 स एिशयन समाशोधन यिनयन क सहभािगय को अपन लनदन या तो एसीय डॉलर म अथवा एसीय यरो म करन का िवकलप उपलबध होगा | तदनसार एिशयन मोनटरी यिनट (एएमय) को `एसीय डॉलरrsquo और एसीय यरोrsquo क प म मलयवगत कया जाएगा िजसका मल य मश एक अमरीक डॉलर और एक यरो क बराबर होगा| बी) साथ ही ए डी णीndashI बक को अनय सहभागी दश क ितिनिध बक क साथ एसीय डॉलर और एसीय यरो खात खोलन तथा उनह बनाय रखन क अनमित दी गयी ह | सबिधत बक सभी पा भगतान को इन खात क माधयम स िनपटाय |

सी) एसीय त म छटndash इडो ndash मयामार ापार ndash मयामार स ापार सबधी लनदन एसीय त क अितर म प स परवतत हो सकन वाली कसी भी मा म िनपटाय जा सकत ह |

डी) आयातक को ईरान म भगतान करन क िलए िनयारतक को ईरान स भगतान ा करन म आ रही कठनाईय को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क दनाक 27 दसबर 2010 स ापार लनदन सिहत सभी पा चाल खात क लन दन अगली सचना िमलन तक एसीय त स इतर अनमत मा म पर कय जाए |

ई) जन 2015 म सप एसीय बोडर क 44 व बठक म एसीय सदसय क बीच ई सहमित को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क एसीय दश क बीच माल और सवा क िनयारत और आयात दन क ही िनपटान क िलए एसीय क सदसय दश क वािणिजयक बक क नो खात का अथारत एसीय डॉलर और एसीय यरो खात का उपयोग करन क अनमित दान क जाए |

(v) िनयारत आयात लनदन क िलए तीसरी पाट भगतान

उभरती ई अतरारीय ापार था को धयान म रखत ए यह िनणरय कया गया ह क िनयारत आयात सबधी लन दन क िलए तीसरी पाट भगतान क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी जा सकती ह

ए) ठोस अपरवतरनीय आदश जो िपकषीय सहमित स समथत हो उपलबध होना चािहए | तथािप जहा तीसरी पाट को कय गय भगतान क तरफ सकत करनवाला दसतावजी सबत उपलबध हो उस अपरवतरनीय आदश म तीसरी पाट का नाम आ रहा हो इनवाइस सतत कया गया हो ऐसी िसथितय म दसतावजी सबत का आह नह कया जाना चािहए बशत (i) ािधकत ापारी बक उन लनदन और िनयारत दसतावज जस इनवोईस एफआईआरसी आद क

ामािणकता स सत होना चािहए (ii) ऐस लनदन करत समय ािधकत ापारी बक को एफएटीएफ िववरण को भी धयान म लना चािहए |

बी) तीसरी पाट को भगतान कवल बकग चनल क माधयम स ही कया जाना चािहए सी) िनयारतक को तीसरी पाट को कय जा रह िवषण क बार म िनयारत घोषणा फामर म घोषणा करनी चािहए और यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वह वसल कर और उस तयावतत कर द डी) यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वसल कर और उस तयावतत कर द ई) यद एकसओएस म कोई रािश बकाया हो उस िनयारतक क नाम क आग दशारत रहना चािहए | तथािप िवदशी खरीदार का नाम िजसस वह रािश वसल क जानी ह क बजाय घोिषत तीसरी पाट का नाम उस एकसओएस फामर म दखाया जाना चािहए |

एफ) ितबिधत कवर दश [ जस सडान सोमािलया आद ] क समह II क कसी दश को कोई िशपमट भजा जा रहा ह तो वहा उसक िलए भगतान कसी ओपन कवर दश स वसल कया जाना चािहए और जी) आयात क मामल म इनवाईस म कछ िनित कथन होना चािहए क सबिधत भगतान नािमत तीसरी पाट को कया जाना ह वश क िबल म जहाज भजनवाल का नाम होना चािहए तथा साथ ही इस बात का भी उललख होना चािहए क सबिधत भगतान उस नािमत तीसरी पाट को कया जाना चािहए और आयातक को वसत का आयात करन क िलए दय जा रह अिम भगतान स सबिधत अनदश सिहत आयात स सबिधत मौजदा अनदश का पालन करना चािहए |

(vi) 4

5िजन मा का तयकष कोई िविनमय दर नह ह उन मा म िनयारत लनदन का िनपटान करना

जहा इनवाईसग म प स परवतत होन वाली मा म कया जाता हो और िनपटान लाभाथ क मा म कया जाता हो भल ही वह मा परवतरनीय हो परनत िजसका कोई तयकष िविनमय दर तय नह ह ऐस मामल म िनयारत लनदन को और उदार बनान क िलए तथा उनक िनपटान को और सिवधाजनक बनान क दि स यह िनणरय कया गया ह क ए डी णी I बक को िनिलिखत शत क अधीन ऐस िनयारत लनदन का िनपटान करन क अनमित दान क जाए (उन लनदन को छोड़कर िजनह एसीय त क जरय िनपटाया जाता ह )

ए) िनयारतक उस ािधकत ापारी बक का ाहक होगा

बी) हसताकषरत ठका इनवाईस म प स परवतत होनवाली मा म होगा

सी) लाभाथ इनवाईस ठक साख प क मल मा (म प स परवतत होनवाली मा) क बदल पणर और अितम िनपटान क प म अपनी मा म भगतान ा करन क िलए तयार होगा

डी) ािधकत ापारी बक उ लनदन क ामािणकता स सत होगा और

ई) ािधकत ापारी बक क िनयारतक आयातक का ित पकष [ counterparty ] उस दश या कायरकष स नह होगा िजसपर भारी जोिखम और असहकारी कायरकष को लकर अतन कया गया एफएटीएफ सावरजिनक िववरण जारी कया गया हो और िजसपर एफएटीएफ न ित उपाय [ counter measures ] कय ह |

ए4 िवदशी मा खाता

(i) अतरारीय दशरिनय ापार मल क सहभािगय को दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 5

6िविनयम 5 [ ई ] [ 5 ] क अनसरण म िवदश म असथायी िवदशी मा खाता खोलन क सामानय अनमित दान क गयी ह | िनयारतक अतरारीय दशरिनय ापार मल म वसत क िब स ा ई िवदशी मा उस खात म जमा करत ए भारत स बाहर अपन रहन क दौरान उस खात को परचािलत कर सकत ह बशत वह दशरनी ापार मला समा होन क एक महीन क भीतर उस खात म शष रािश सामानय बकग चनल क माधयम स भारत म तयावतत क जाती ह और उसक सार बयोर उस णी ndash I ािधकत ापारी बक को सतत कय जात ह |

5 दनाक 4 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स 42 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया |

6 दनाक 21 जनवर 2016 स एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7] ldquo

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 2: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

बी12 घोषणा प स छट

भाग -सी ािधकत ापारय क उरदाियतव सी1 ई डी एफ म माफ दान करना

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम ा करना

सी3 िवदश म ापार मल दशरनी क िलए ईडीएफ का अनमोदन

सी4 पनआरयात करन क िलए वसत क िनयारत क िलए ईडीएफ का अनमोदन

सी5 िनयारत घोषणा प [ ईडीएफ ] औपचारकता क िबना िवशष अिधसिचत अचल स क हीर का पननयात

सी6 िवदश म कायारलय सथािपत करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल सपि क खरीद

सी7 िनयारतक ारा पोतलदान सबधी दसतावज क सततीकरण म िवलमब

सी8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

सी9 लड लोकड दश

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का तयकष षण

सी11 शष रािश म स कछ रािश िनकालना आहरत न क गयी शष रािशया

सी12 कनसाईनमनट िनयारत

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराए पर लना

सी14 िनयारत िबल रिजसटर

सी15 अितदय िबल क वसली क िलए अनवत कारवाई करना

सी16 यसान स िबल क समयपवर भगतान क कारण इनवाईस मलय को घटाना

सी17 अनय मामल म इनवाईस मलय को घटाना

सी18 खरीदार कसाईनी का परवतरन

सी19 िवशष आथक कष [ एसईजड ] ारा वसत का िनयारत

सी20 समय सीमा म िवसतार

सी21 याा क दौरान खोय ए पोतलदान

सी22 िनयारत सबधी दाव

सी23 वसल न कय गय िनयारत िबल ब खात डालना

सी24 बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत िनयारत ऋण गारटी योजना [ ईसीजीसी ] और िनजी बीमा कपिनय ारा दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

सी25 ब खात क रयायत

सी26 आयात क दयता का िनयारत स ापय आय स साथ िततलन करना [ Set-off ]

सी27 आयात क िलए कय जानवाल भगतान स िनयारत स ा रािश का नट ऑफ [ Netting-off ] [ एस ई जड म िसथत यिनट ]

सी28 िनयारतक क चतावनी सची

सी29 ािधकत ापारी ारा गारटया जारी करना

भाग डी -िनयारत स सबिधत िवषण डी1 िनयारत पर एजसी कमीशन

डी2 िनयारत स ा रािश क वापसी

परिश

भाग ndash ए सामानय-ए-1 परचय

(i) वािणजय एव उोग मालय वािणजय िवभाग भारत सरकार क अतगरत कायररत िवदशी ापार महािनदशालय [ डीजीएफटी ] और उसक कषीय कायारलय िनयारत ापार को िविनयिमत करत ह | िवदशी ापार महािनदशालय [ डीजीएफटी ] ारा समय-समय पर भारत स िनयारत करन क िलए अपनायी जानवाली नीितया और यािविधय क घोषणा क जाती ह

ािधकत ापारी णी - I ndash बक चिलत िवदशी मा नीित और भारत सरकार ारा तयार कय गय िनयम तथा

भारतीय रज़वर बक ारा समय-समय पर जारी िनदश क अनसार िनयारत क लनदन कर सकत ह | िवदशी मा

िविनयमन अिधिनयम 1999 [ 1999 का 42 ] क उप धारा [ 1 ] क खड [ ए ] और धारा 7 क उप धारा [ 3 ] और

धारा 47 क उप धारा [ 2 ] क अनसरण म भारतीय रज़वर बक न भारत स वसत और सवा क िनयारत स सबिधत

12िवदशी मा िविनयमन अिधिनयम [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली जारी क ह िजस इसक बाद

lsquoिनयारत िविनयमावलीrsquo कहा गया ह | इन िविनयम को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा

23(आर)2015-आरबी क जरय अिधसिचत कया गया ह |

(ii) इस दसतावज म िनिहत िनदश को दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स जीएसआर 381 (ई) क जरय भारत सरकार िव मालय ारा अिधसिचत िनयमावली तथा साथ ही 2

3दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना सखया फमा 23(आर)2015-आरबी क जरय अिधसिचत रज़वर बक ारा जारी िनयमावली क साथ पढ़ा जाए |

(iii) दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 82000-आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन [गारटया] िविनयमावली 2000 क िविनयम 4 िजस समय-समय पर सशोिधत कया गया ह क अनसरण म ािधकत ापारी णी ndash I बक को िनधाररत शत पर भारत स बाहर िनयारत करन क िलए िनयारतक ाहक क ओर स गारटया जारी करन क िलए अनमित दान क गयी ह |

(iv) िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 क अतगरत बनाय गय िनयम िविनयम अिधसचना और िनदश क अनसरण म िनयारत ठक को भारतीय पय म इनवाईस करन पर कोई पाबदी नह ह | साथ ही िवदशी ापार

2 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2000 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी |

3 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2000 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी

नीित (2015-2020) क परा 252 क अनसरण म ldquoसभी िनयारत ठक और इनवाईस या तो म प स परवतत होनवाली मा म अथवा भारतीय पय म मलयवगकत हो जाएग | लकन िनयारत स ा रािश म प स परवतत होनवाली मा म वसल क जाएगी | तथािप िविश िनयारत स ा रािश पय म भी वसल क जा सकती ह बशत वह एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क सदसय दश तथा नपाल और भटान को छोड़ कर अनय कसी भी दश म िसथत अिनवासी बक म धारत म प स परवतत होनवाल वोसो खात स वसल क गयी हो | अभी तक भारतीय पया म प स परवतरनीय मा नह बना ह | (v) जबतक क अनयथा िनद नह कया गया हो तब तक भारतीय रज़वर बक को भजा जान वाला कोई भी प आवदक जहा रहता ह अथवा कपनी या फमर जहा पर कायररत ह उस कायरकष म आनवाल िवदशी मा िवभाग क कषीय कायारलय क पास भजा जाना चािहए | यद कसी िविश कारण स व िवदशी मा िवभाग क अनय कायारलय स काम करवाना चाहत ह तो व अपन कायरकष क कषीय कायारलय स अनमोदन ा करन क िलए उनस सपकर कर |

(vi) ापार स सबिधत सभी लनदन क िलए ldquoिवीय वषर [ अल स माचर ]rdquo को समय का आधार माना गया ह |

ए2 वसत सॉफटवयर सवा क िनयारत क रािश क वसली और उसका तयावतरन िनयारतक क िलए यह बाधय ह क वह वसत सॉफटवयर सवा का परा मलय वसल कर और उस िनयारत क तारीख स िनधाररत अविध क भीतर िनानसार भारत म तयावतत कर द

(i) भारत सरकार स परामशर करत ए यह िनणरय िलया गया ह क िनयारत स ा रािश क वसली और उसक तयावतरन क अविध िवशष आथक कष [ एसईजड ] सटटस धारक िनयारतक िनयारत उनमख यिनट [ ईओय ] इलकोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर [ ईएचटीपी ] म िसथत यिनट सोफटवयर टोलोजी पाकर [ एसटीपी ] और बायोndashटोलोजी पाकर [ बीटीपी ] सिहत सभी िनयारतक क िलए अगली सचना िमलन तक िनयारत क तारीख स नौ माह क होगी |

(ii) भारत स बाहर सथािपत गोदाम को िनयारत क गयी वसत क रािश वसत क पोतलदान [ िशपमट ] क तारीख स पह माह क भीतर वसल करनी होगी |

ए3 ाि और भगतान का तरीका

(i) िनयारत क गयी वसत का परा िनयारत मलय दशारनवाली रािश ािधकत ापारी बक क माधयम स दनाक 2 मई 2016 क अिधसचना सखया फमा 14 [ आर ] 2016 [ आरबी ] क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन [ ाि और भगतान का तरीका ] िविनयमावली 2016 म िनधाररत तरीक स वसल क जाएगी |

(ii) जब उनक दौर क दौरान िवदशी खरीदार को बची गयी वसत का भगतान िवता को इस कार स िमल जाएगा तब ए डी णीndashI क बक ारा उनक नोो खात म रािशया ा होन पर ही ईडीएफ [ दसरी ित ] जारी क जानी चािहए अथवा यद सबिधत ए डी णीndashI बक िडट काडर क सवाए दनवाला बक नह ह तो ऐस मामल म िनयारतक स भारत म िडट काडर क सवाए दनवाल बक ारा जारी कया गया इस आशय का माणप सतत कय जान क बाद क उसन िवदशी मा म उसक समतलय रािश ा कर ली ह ए डी णीndashI बक आयातक क िडट काडर जहा काडर जारी करनवाल बक सगठन स िवदशी मा म ितपत ा क जाएगी को डिबट करत ए भी- भारत क बाहर कय गय िनयारत का भगतान ा कर सकत ह |

(iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स िनयारत स सबिधत ािय पर ोससग करना

ािधकत ापारी णीndashI क बक को [ ए डी णीndashI ] िनिलिखत शत क अधीन ऑनलाईन भगतान गट-व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क साथ सथायी वसथा करत ए िनयारत स सबिधत िवषण क तयावतरन क सिवधा दान करन क अनमित दी जा चक ह ndash

ए) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ओपीजीएसपी क सबध म समिचत सावधानी या का पालन करग

बी) यह सिवधा कवल 10000 अमरीक डॉलर [ दस हजार यएस डॉलर ] स अनिधक क वसत और सवा क िनयारत क िलए ही उपलबध होगी

सी) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ऐसी वसथा क जरय िनयारत स सबिधत भगतान ा करन क िलए नोो सहण खाता खोलग | जहा इस सिवधा का लाभ उठानवाल िनयारतक को ओपीजीएसपी क साथ नोशनल खाता खोलन क जरत होगी वहा यह सिनित कया जाएगा क ऐस खात म कोई भी रािश रखन क अनमित नह होगी और ा ई सभी रािशया अपन आप ए डी णीndashI बक ारा खोल गय नोो सहण खात म इका होती जाएगी |

डी) हर ओपीजीएसपी क िलए एक अलग नोो खाता बनाय रखा जाए अथवा बक हर ओपीजीएसपी क नोो खात म कय गय लन दन को अलग करन म सकषम होना चािहए |

ई) इस वसथा क अतगरत नोो सहण खात म अनमत डिबट कवल िनयारत स ा रािश को िनयारतक क खात म तयावतत करन क िलए पवरिनधाररत दर बारबारता वसथा क अनसार ओपीजीएसपी को शलक कमीशन का भगतान करन क िलए और जहा िब करार क अतगरत िनयारतक न अपना उरदाियतव िनभाया नह होगा ऐस मामल म आयातक को वह रािश लौटान क िलए कया जाएगा |

एफ) नोो सहण खात म रखी गयी शष रािशया सबिधत िनयारतक क भारत म िसथत बक क खात म आयातक स पि िमलन क ततकाल बाद लकन कसी भी िसथित म नोो सहण खात म वह रािश जमा कय जान क तारीख स सात दन क भीतर तयावतत करत ए जमा क जाएगी |

जी) ए डी णीndashI बक स वय को लनदन क वासतिवकता स सतष ट करग और यह सिनित कर क आन-लाइन भगतान गट व क माध यम स रज़वर बक को रपोटर कए गए योजन कट सही ह|

एच) ए डी णीndashI बक इस वसथा क अतगरत कय गय कसी भी लनदन स सबिधत सभी जानकारी जब कभी पछी जाएगी तब रज़वर बक को दान करग |

आई) हर नोो सहण खात का समाधान और उसक लखा परीकषा मािसक आधार पर क जाएगी | ज) भारत क िनयारतक क भगतान सबधी सभी िशकायत क िनपटान क िजममदारी सबिधत ओपीजीएसपी क होगी|

क) जो ए डी णीndashI बक ऐसी वसथा का भाग बनना चाहत ह उनह ऐसी वसथा कय जान क ततकाल बाद उसक समसत बयोर िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय को रपोटर करन चािहए |

एल) 3

4कोइ भी सटाटर अप कपनी अपनी िवदशी सहायक कपनी क ापय रािश वसल कर सकती ह और ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स उस रािश को तयावतत कर सकती ह |

4 दनाक 11 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स51 को दनाक 11 फरवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर ] कया गया |

(iv) एिशयन समाशोधन यिनयन (एसीय) त क अतगरत िनपटान णाली

ए) लनदन िनपटान को िनभान म सिवधा क दि स दनाक 1 जनवरी 2009 स एिशयन समाशोधन यिनयन क सहभािगय को अपन लनदन या तो एसीय डॉलर म अथवा एसीय यरो म करन का िवकलप उपलबध होगा | तदनसार एिशयन मोनटरी यिनट (एएमय) को `एसीय डॉलरrsquo और एसीय यरोrsquo क प म मलयवगत कया जाएगा िजसका मल य मश एक अमरीक डॉलर और एक यरो क बराबर होगा| बी) साथ ही ए डी णीndashI बक को अनय सहभागी दश क ितिनिध बक क साथ एसीय डॉलर और एसीय यरो खात खोलन तथा उनह बनाय रखन क अनमित दी गयी ह | सबिधत बक सभी पा भगतान को इन खात क माधयम स िनपटाय |

सी) एसीय त म छटndash इडो ndash मयामार ापार ndash मयामार स ापार सबधी लनदन एसीय त क अितर म प स परवतत हो सकन वाली कसी भी मा म िनपटाय जा सकत ह |

डी) आयातक को ईरान म भगतान करन क िलए िनयारतक को ईरान स भगतान ा करन म आ रही कठनाईय को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क दनाक 27 दसबर 2010 स ापार लनदन सिहत सभी पा चाल खात क लन दन अगली सचना िमलन तक एसीय त स इतर अनमत मा म पर कय जाए |

ई) जन 2015 म सप एसीय बोडर क 44 व बठक म एसीय सदसय क बीच ई सहमित को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क एसीय दश क बीच माल और सवा क िनयारत और आयात दन क ही िनपटान क िलए एसीय क सदसय दश क वािणिजयक बक क नो खात का अथारत एसीय डॉलर और एसीय यरो खात का उपयोग करन क अनमित दान क जाए |

(v) िनयारत आयात लनदन क िलए तीसरी पाट भगतान

उभरती ई अतरारीय ापार था को धयान म रखत ए यह िनणरय कया गया ह क िनयारत आयात सबधी लन दन क िलए तीसरी पाट भगतान क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी जा सकती ह

ए) ठोस अपरवतरनीय आदश जो िपकषीय सहमित स समथत हो उपलबध होना चािहए | तथािप जहा तीसरी पाट को कय गय भगतान क तरफ सकत करनवाला दसतावजी सबत उपलबध हो उस अपरवतरनीय आदश म तीसरी पाट का नाम आ रहा हो इनवाइस सतत कया गया हो ऐसी िसथितय म दसतावजी सबत का आह नह कया जाना चािहए बशत (i) ािधकत ापारी बक उन लनदन और िनयारत दसतावज जस इनवोईस एफआईआरसी आद क

ामािणकता स सत होना चािहए (ii) ऐस लनदन करत समय ािधकत ापारी बक को एफएटीएफ िववरण को भी धयान म लना चािहए |

बी) तीसरी पाट को भगतान कवल बकग चनल क माधयम स ही कया जाना चािहए सी) िनयारतक को तीसरी पाट को कय जा रह िवषण क बार म िनयारत घोषणा फामर म घोषणा करनी चािहए और यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वह वसल कर और उस तयावतत कर द डी) यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वसल कर और उस तयावतत कर द ई) यद एकसओएस म कोई रािश बकाया हो उस िनयारतक क नाम क आग दशारत रहना चािहए | तथािप िवदशी खरीदार का नाम िजसस वह रािश वसल क जानी ह क बजाय घोिषत तीसरी पाट का नाम उस एकसओएस फामर म दखाया जाना चािहए |

एफ) ितबिधत कवर दश [ जस सडान सोमािलया आद ] क समह II क कसी दश को कोई िशपमट भजा जा रहा ह तो वहा उसक िलए भगतान कसी ओपन कवर दश स वसल कया जाना चािहए और जी) आयात क मामल म इनवाईस म कछ िनित कथन होना चािहए क सबिधत भगतान नािमत तीसरी पाट को कया जाना ह वश क िबल म जहाज भजनवाल का नाम होना चािहए तथा साथ ही इस बात का भी उललख होना चािहए क सबिधत भगतान उस नािमत तीसरी पाट को कया जाना चािहए और आयातक को वसत का आयात करन क िलए दय जा रह अिम भगतान स सबिधत अनदश सिहत आयात स सबिधत मौजदा अनदश का पालन करना चािहए |

(vi) 4

5िजन मा का तयकष कोई िविनमय दर नह ह उन मा म िनयारत लनदन का िनपटान करना

जहा इनवाईसग म प स परवतत होन वाली मा म कया जाता हो और िनपटान लाभाथ क मा म कया जाता हो भल ही वह मा परवतरनीय हो परनत िजसका कोई तयकष िविनमय दर तय नह ह ऐस मामल म िनयारत लनदन को और उदार बनान क िलए तथा उनक िनपटान को और सिवधाजनक बनान क दि स यह िनणरय कया गया ह क ए डी णी I बक को िनिलिखत शत क अधीन ऐस िनयारत लनदन का िनपटान करन क अनमित दान क जाए (उन लनदन को छोड़कर िजनह एसीय त क जरय िनपटाया जाता ह )

ए) िनयारतक उस ािधकत ापारी बक का ाहक होगा

बी) हसताकषरत ठका इनवाईस म प स परवतत होनवाली मा म होगा

सी) लाभाथ इनवाईस ठक साख प क मल मा (म प स परवतत होनवाली मा) क बदल पणर और अितम िनपटान क प म अपनी मा म भगतान ा करन क िलए तयार होगा

डी) ािधकत ापारी बक उ लनदन क ामािणकता स सत होगा और

ई) ािधकत ापारी बक क िनयारतक आयातक का ित पकष [ counterparty ] उस दश या कायरकष स नह होगा िजसपर भारी जोिखम और असहकारी कायरकष को लकर अतन कया गया एफएटीएफ सावरजिनक िववरण जारी कया गया हो और िजसपर एफएटीएफ न ित उपाय [ counter measures ] कय ह |

ए4 िवदशी मा खाता

(i) अतरारीय दशरिनय ापार मल क सहभािगय को दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 5

6िविनयम 5 [ ई ] [ 5 ] क अनसरण म िवदश म असथायी िवदशी मा खाता खोलन क सामानय अनमित दान क गयी ह | िनयारतक अतरारीय दशरिनय ापार मल म वसत क िब स ा ई िवदशी मा उस खात म जमा करत ए भारत स बाहर अपन रहन क दौरान उस खात को परचािलत कर सकत ह बशत वह दशरनी ापार मला समा होन क एक महीन क भीतर उस खात म शष रािश सामानय बकग चनल क माधयम स भारत म तयावतत क जाती ह और उसक सार बयोर उस णी ndash I ािधकत ापारी बक को सतत कय जात ह |

5 दनाक 4 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स 42 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया |

6 दनाक 21 जनवर 2016 स एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7] ldquo

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 3: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

सी29 ािधकत ापारी ारा गारटया जारी करना

भाग डी -िनयारत स सबिधत िवषण डी1 िनयारत पर एजसी कमीशन

डी2 िनयारत स ा रािश क वापसी

परिश

भाग ndash ए सामानय-ए-1 परचय

(i) वािणजय एव उोग मालय वािणजय िवभाग भारत सरकार क अतगरत कायररत िवदशी ापार महािनदशालय [ डीजीएफटी ] और उसक कषीय कायारलय िनयारत ापार को िविनयिमत करत ह | िवदशी ापार महािनदशालय [ डीजीएफटी ] ारा समय-समय पर भारत स िनयारत करन क िलए अपनायी जानवाली नीितया और यािविधय क घोषणा क जाती ह

ािधकत ापारी णी - I ndash बक चिलत िवदशी मा नीित और भारत सरकार ारा तयार कय गय िनयम तथा

भारतीय रज़वर बक ारा समय-समय पर जारी िनदश क अनसार िनयारत क लनदन कर सकत ह | िवदशी मा

िविनयमन अिधिनयम 1999 [ 1999 का 42 ] क उप धारा [ 1 ] क खड [ ए ] और धारा 7 क उप धारा [ 3 ] और

धारा 47 क उप धारा [ 2 ] क अनसरण म भारतीय रज़वर बक न भारत स वसत और सवा क िनयारत स सबिधत

12िवदशी मा िविनयमन अिधिनयम [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली जारी क ह िजस इसक बाद

lsquoिनयारत िविनयमावलीrsquo कहा गया ह | इन िविनयम को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा

23(आर)2015-आरबी क जरय अिधसिचत कया गया ह |

(ii) इस दसतावज म िनिहत िनदश को दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स जीएसआर 381 (ई) क जरय भारत सरकार िव मालय ारा अिधसिचत िनयमावली तथा साथ ही 2

3दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना सखया फमा 23(आर)2015-आरबी क जरय अिधसिचत रज़वर बक ारा जारी िनयमावली क साथ पढ़ा जाए |

(iii) दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 82000-आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन [गारटया] िविनयमावली 2000 क िविनयम 4 िजस समय-समय पर सशोिधत कया गया ह क अनसरण म ािधकत ापारी णी ndash I बक को िनधाररत शत पर भारत स बाहर िनयारत करन क िलए िनयारतक ाहक क ओर स गारटया जारी करन क िलए अनमित दान क गयी ह |

(iv) िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 क अतगरत बनाय गय िनयम िविनयम अिधसचना और िनदश क अनसरण म िनयारत ठक को भारतीय पय म इनवाईस करन पर कोई पाबदी नह ह | साथ ही िवदशी ापार

2 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2000 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी |

3 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2000 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी

नीित (2015-2020) क परा 252 क अनसरण म ldquoसभी िनयारत ठक और इनवाईस या तो म प स परवतत होनवाली मा म अथवा भारतीय पय म मलयवगकत हो जाएग | लकन िनयारत स ा रािश म प स परवतत होनवाली मा म वसल क जाएगी | तथािप िविश िनयारत स ा रािश पय म भी वसल क जा सकती ह बशत वह एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क सदसय दश तथा नपाल और भटान को छोड़ कर अनय कसी भी दश म िसथत अिनवासी बक म धारत म प स परवतत होनवाल वोसो खात स वसल क गयी हो | अभी तक भारतीय पया म प स परवतरनीय मा नह बना ह | (v) जबतक क अनयथा िनद नह कया गया हो तब तक भारतीय रज़वर बक को भजा जान वाला कोई भी प आवदक जहा रहता ह अथवा कपनी या फमर जहा पर कायररत ह उस कायरकष म आनवाल िवदशी मा िवभाग क कषीय कायारलय क पास भजा जाना चािहए | यद कसी िविश कारण स व िवदशी मा िवभाग क अनय कायारलय स काम करवाना चाहत ह तो व अपन कायरकष क कषीय कायारलय स अनमोदन ा करन क िलए उनस सपकर कर |

(vi) ापार स सबिधत सभी लनदन क िलए ldquoिवीय वषर [ अल स माचर ]rdquo को समय का आधार माना गया ह |

ए2 वसत सॉफटवयर सवा क िनयारत क रािश क वसली और उसका तयावतरन िनयारतक क िलए यह बाधय ह क वह वसत सॉफटवयर सवा का परा मलय वसल कर और उस िनयारत क तारीख स िनधाररत अविध क भीतर िनानसार भारत म तयावतत कर द

(i) भारत सरकार स परामशर करत ए यह िनणरय िलया गया ह क िनयारत स ा रािश क वसली और उसक तयावतरन क अविध िवशष आथक कष [ एसईजड ] सटटस धारक िनयारतक िनयारत उनमख यिनट [ ईओय ] इलकोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर [ ईएचटीपी ] म िसथत यिनट सोफटवयर टोलोजी पाकर [ एसटीपी ] और बायोndashटोलोजी पाकर [ बीटीपी ] सिहत सभी िनयारतक क िलए अगली सचना िमलन तक िनयारत क तारीख स नौ माह क होगी |

(ii) भारत स बाहर सथािपत गोदाम को िनयारत क गयी वसत क रािश वसत क पोतलदान [ िशपमट ] क तारीख स पह माह क भीतर वसल करनी होगी |

ए3 ाि और भगतान का तरीका

(i) िनयारत क गयी वसत का परा िनयारत मलय दशारनवाली रािश ािधकत ापारी बक क माधयम स दनाक 2 मई 2016 क अिधसचना सखया फमा 14 [ आर ] 2016 [ आरबी ] क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन [ ाि और भगतान का तरीका ] िविनयमावली 2016 म िनधाररत तरीक स वसल क जाएगी |

(ii) जब उनक दौर क दौरान िवदशी खरीदार को बची गयी वसत का भगतान िवता को इस कार स िमल जाएगा तब ए डी णीndashI क बक ारा उनक नोो खात म रािशया ा होन पर ही ईडीएफ [ दसरी ित ] जारी क जानी चािहए अथवा यद सबिधत ए डी णीndashI बक िडट काडर क सवाए दनवाला बक नह ह तो ऐस मामल म िनयारतक स भारत म िडट काडर क सवाए दनवाल बक ारा जारी कया गया इस आशय का माणप सतत कय जान क बाद क उसन िवदशी मा म उसक समतलय रािश ा कर ली ह ए डी णीndashI बक आयातक क िडट काडर जहा काडर जारी करनवाल बक सगठन स िवदशी मा म ितपत ा क जाएगी को डिबट करत ए भी- भारत क बाहर कय गय िनयारत का भगतान ा कर सकत ह |

(iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स िनयारत स सबिधत ािय पर ोससग करना

ािधकत ापारी णीndashI क बक को [ ए डी णीndashI ] िनिलिखत शत क अधीन ऑनलाईन भगतान गट-व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क साथ सथायी वसथा करत ए िनयारत स सबिधत िवषण क तयावतरन क सिवधा दान करन क अनमित दी जा चक ह ndash

ए) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ओपीजीएसपी क सबध म समिचत सावधानी या का पालन करग

बी) यह सिवधा कवल 10000 अमरीक डॉलर [ दस हजार यएस डॉलर ] स अनिधक क वसत और सवा क िनयारत क िलए ही उपलबध होगी

सी) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ऐसी वसथा क जरय िनयारत स सबिधत भगतान ा करन क िलए नोो सहण खाता खोलग | जहा इस सिवधा का लाभ उठानवाल िनयारतक को ओपीजीएसपी क साथ नोशनल खाता खोलन क जरत होगी वहा यह सिनित कया जाएगा क ऐस खात म कोई भी रािश रखन क अनमित नह होगी और ा ई सभी रािशया अपन आप ए डी णीndashI बक ारा खोल गय नोो सहण खात म इका होती जाएगी |

डी) हर ओपीजीएसपी क िलए एक अलग नोो खाता बनाय रखा जाए अथवा बक हर ओपीजीएसपी क नोो खात म कय गय लन दन को अलग करन म सकषम होना चािहए |

ई) इस वसथा क अतगरत नोो सहण खात म अनमत डिबट कवल िनयारत स ा रािश को िनयारतक क खात म तयावतत करन क िलए पवरिनधाररत दर बारबारता वसथा क अनसार ओपीजीएसपी को शलक कमीशन का भगतान करन क िलए और जहा िब करार क अतगरत िनयारतक न अपना उरदाियतव िनभाया नह होगा ऐस मामल म आयातक को वह रािश लौटान क िलए कया जाएगा |

एफ) नोो सहण खात म रखी गयी शष रािशया सबिधत िनयारतक क भारत म िसथत बक क खात म आयातक स पि िमलन क ततकाल बाद लकन कसी भी िसथित म नोो सहण खात म वह रािश जमा कय जान क तारीख स सात दन क भीतर तयावतत करत ए जमा क जाएगी |

जी) ए डी णीndashI बक स वय को लनदन क वासतिवकता स सतष ट करग और यह सिनित कर क आन-लाइन भगतान गट व क माध यम स रज़वर बक को रपोटर कए गए योजन कट सही ह|

एच) ए डी णीndashI बक इस वसथा क अतगरत कय गय कसी भी लनदन स सबिधत सभी जानकारी जब कभी पछी जाएगी तब रज़वर बक को दान करग |

आई) हर नोो सहण खात का समाधान और उसक लखा परीकषा मािसक आधार पर क जाएगी | ज) भारत क िनयारतक क भगतान सबधी सभी िशकायत क िनपटान क िजममदारी सबिधत ओपीजीएसपी क होगी|

क) जो ए डी णीndashI बक ऐसी वसथा का भाग बनना चाहत ह उनह ऐसी वसथा कय जान क ततकाल बाद उसक समसत बयोर िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय को रपोटर करन चािहए |

एल) 3

4कोइ भी सटाटर अप कपनी अपनी िवदशी सहायक कपनी क ापय रािश वसल कर सकती ह और ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स उस रािश को तयावतत कर सकती ह |

4 दनाक 11 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स51 को दनाक 11 फरवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर ] कया गया |

(iv) एिशयन समाशोधन यिनयन (एसीय) त क अतगरत िनपटान णाली

ए) लनदन िनपटान को िनभान म सिवधा क दि स दनाक 1 जनवरी 2009 स एिशयन समाशोधन यिनयन क सहभािगय को अपन लनदन या तो एसीय डॉलर म अथवा एसीय यरो म करन का िवकलप उपलबध होगा | तदनसार एिशयन मोनटरी यिनट (एएमय) को `एसीय डॉलरrsquo और एसीय यरोrsquo क प म मलयवगत कया जाएगा िजसका मल य मश एक अमरीक डॉलर और एक यरो क बराबर होगा| बी) साथ ही ए डी णीndashI बक को अनय सहभागी दश क ितिनिध बक क साथ एसीय डॉलर और एसीय यरो खात खोलन तथा उनह बनाय रखन क अनमित दी गयी ह | सबिधत बक सभी पा भगतान को इन खात क माधयम स िनपटाय |

सी) एसीय त म छटndash इडो ndash मयामार ापार ndash मयामार स ापार सबधी लनदन एसीय त क अितर म प स परवतत हो सकन वाली कसी भी मा म िनपटाय जा सकत ह |

डी) आयातक को ईरान म भगतान करन क िलए िनयारतक को ईरान स भगतान ा करन म आ रही कठनाईय को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क दनाक 27 दसबर 2010 स ापार लनदन सिहत सभी पा चाल खात क लन दन अगली सचना िमलन तक एसीय त स इतर अनमत मा म पर कय जाए |

ई) जन 2015 म सप एसीय बोडर क 44 व बठक म एसीय सदसय क बीच ई सहमित को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क एसीय दश क बीच माल और सवा क िनयारत और आयात दन क ही िनपटान क िलए एसीय क सदसय दश क वािणिजयक बक क नो खात का अथारत एसीय डॉलर और एसीय यरो खात का उपयोग करन क अनमित दान क जाए |

(v) िनयारत आयात लनदन क िलए तीसरी पाट भगतान

उभरती ई अतरारीय ापार था को धयान म रखत ए यह िनणरय कया गया ह क िनयारत आयात सबधी लन दन क िलए तीसरी पाट भगतान क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी जा सकती ह

ए) ठोस अपरवतरनीय आदश जो िपकषीय सहमित स समथत हो उपलबध होना चािहए | तथािप जहा तीसरी पाट को कय गय भगतान क तरफ सकत करनवाला दसतावजी सबत उपलबध हो उस अपरवतरनीय आदश म तीसरी पाट का नाम आ रहा हो इनवाइस सतत कया गया हो ऐसी िसथितय म दसतावजी सबत का आह नह कया जाना चािहए बशत (i) ािधकत ापारी बक उन लनदन और िनयारत दसतावज जस इनवोईस एफआईआरसी आद क

ामािणकता स सत होना चािहए (ii) ऐस लनदन करत समय ािधकत ापारी बक को एफएटीएफ िववरण को भी धयान म लना चािहए |

बी) तीसरी पाट को भगतान कवल बकग चनल क माधयम स ही कया जाना चािहए सी) िनयारतक को तीसरी पाट को कय जा रह िवषण क बार म िनयारत घोषणा फामर म घोषणा करनी चािहए और यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वह वसल कर और उस तयावतत कर द डी) यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वसल कर और उस तयावतत कर द ई) यद एकसओएस म कोई रािश बकाया हो उस िनयारतक क नाम क आग दशारत रहना चािहए | तथािप िवदशी खरीदार का नाम िजसस वह रािश वसल क जानी ह क बजाय घोिषत तीसरी पाट का नाम उस एकसओएस फामर म दखाया जाना चािहए |

एफ) ितबिधत कवर दश [ जस सडान सोमािलया आद ] क समह II क कसी दश को कोई िशपमट भजा जा रहा ह तो वहा उसक िलए भगतान कसी ओपन कवर दश स वसल कया जाना चािहए और जी) आयात क मामल म इनवाईस म कछ िनित कथन होना चािहए क सबिधत भगतान नािमत तीसरी पाट को कया जाना ह वश क िबल म जहाज भजनवाल का नाम होना चािहए तथा साथ ही इस बात का भी उललख होना चािहए क सबिधत भगतान उस नािमत तीसरी पाट को कया जाना चािहए और आयातक को वसत का आयात करन क िलए दय जा रह अिम भगतान स सबिधत अनदश सिहत आयात स सबिधत मौजदा अनदश का पालन करना चािहए |

(vi) 4

5िजन मा का तयकष कोई िविनमय दर नह ह उन मा म िनयारत लनदन का िनपटान करना

जहा इनवाईसग म प स परवतत होन वाली मा म कया जाता हो और िनपटान लाभाथ क मा म कया जाता हो भल ही वह मा परवतरनीय हो परनत िजसका कोई तयकष िविनमय दर तय नह ह ऐस मामल म िनयारत लनदन को और उदार बनान क िलए तथा उनक िनपटान को और सिवधाजनक बनान क दि स यह िनणरय कया गया ह क ए डी णी I बक को िनिलिखत शत क अधीन ऐस िनयारत लनदन का िनपटान करन क अनमित दान क जाए (उन लनदन को छोड़कर िजनह एसीय त क जरय िनपटाया जाता ह )

ए) िनयारतक उस ािधकत ापारी बक का ाहक होगा

बी) हसताकषरत ठका इनवाईस म प स परवतत होनवाली मा म होगा

सी) लाभाथ इनवाईस ठक साख प क मल मा (म प स परवतत होनवाली मा) क बदल पणर और अितम िनपटान क प म अपनी मा म भगतान ा करन क िलए तयार होगा

डी) ािधकत ापारी बक उ लनदन क ामािणकता स सत होगा और

ई) ािधकत ापारी बक क िनयारतक आयातक का ित पकष [ counterparty ] उस दश या कायरकष स नह होगा िजसपर भारी जोिखम और असहकारी कायरकष को लकर अतन कया गया एफएटीएफ सावरजिनक िववरण जारी कया गया हो और िजसपर एफएटीएफ न ित उपाय [ counter measures ] कय ह |

ए4 िवदशी मा खाता

(i) अतरारीय दशरिनय ापार मल क सहभािगय को दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 5

6िविनयम 5 [ ई ] [ 5 ] क अनसरण म िवदश म असथायी िवदशी मा खाता खोलन क सामानय अनमित दान क गयी ह | िनयारतक अतरारीय दशरिनय ापार मल म वसत क िब स ा ई िवदशी मा उस खात म जमा करत ए भारत स बाहर अपन रहन क दौरान उस खात को परचािलत कर सकत ह बशत वह दशरनी ापार मला समा होन क एक महीन क भीतर उस खात म शष रािश सामानय बकग चनल क माधयम स भारत म तयावतत क जाती ह और उसक सार बयोर उस णी ndash I ािधकत ापारी बक को सतत कय जात ह |

5 दनाक 4 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स 42 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया |

6 दनाक 21 जनवर 2016 स एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7] ldquo

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 4: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

नीित (2015-2020) क परा 252 क अनसरण म ldquoसभी िनयारत ठक और इनवाईस या तो म प स परवतत होनवाली मा म अथवा भारतीय पय म मलयवगकत हो जाएग | लकन िनयारत स ा रािश म प स परवतत होनवाली मा म वसल क जाएगी | तथािप िविश िनयारत स ा रािश पय म भी वसल क जा सकती ह बशत वह एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क सदसय दश तथा नपाल और भटान को छोड़ कर अनय कसी भी दश म िसथत अिनवासी बक म धारत म प स परवतत होनवाल वोसो खात स वसल क गयी हो | अभी तक भारतीय पया म प स परवतरनीय मा नह बना ह | (v) जबतक क अनयथा िनद नह कया गया हो तब तक भारतीय रज़वर बक को भजा जान वाला कोई भी प आवदक जहा रहता ह अथवा कपनी या फमर जहा पर कायररत ह उस कायरकष म आनवाल िवदशी मा िवभाग क कषीय कायारलय क पास भजा जाना चािहए | यद कसी िविश कारण स व िवदशी मा िवभाग क अनय कायारलय स काम करवाना चाहत ह तो व अपन कायरकष क कषीय कायारलय स अनमोदन ा करन क िलए उनस सपकर कर |

(vi) ापार स सबिधत सभी लनदन क िलए ldquoिवीय वषर [ अल स माचर ]rdquo को समय का आधार माना गया ह |

ए2 वसत सॉफटवयर सवा क िनयारत क रािश क वसली और उसका तयावतरन िनयारतक क िलए यह बाधय ह क वह वसत सॉफटवयर सवा का परा मलय वसल कर और उस िनयारत क तारीख स िनधाररत अविध क भीतर िनानसार भारत म तयावतत कर द

(i) भारत सरकार स परामशर करत ए यह िनणरय िलया गया ह क िनयारत स ा रािश क वसली और उसक तयावतरन क अविध िवशष आथक कष [ एसईजड ] सटटस धारक िनयारतक िनयारत उनमख यिनट [ ईओय ] इलकोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर [ ईएचटीपी ] म िसथत यिनट सोफटवयर टोलोजी पाकर [ एसटीपी ] और बायोndashटोलोजी पाकर [ बीटीपी ] सिहत सभी िनयारतक क िलए अगली सचना िमलन तक िनयारत क तारीख स नौ माह क होगी |

(ii) भारत स बाहर सथािपत गोदाम को िनयारत क गयी वसत क रािश वसत क पोतलदान [ िशपमट ] क तारीख स पह माह क भीतर वसल करनी होगी |

ए3 ाि और भगतान का तरीका

(i) िनयारत क गयी वसत का परा िनयारत मलय दशारनवाली रािश ािधकत ापारी बक क माधयम स दनाक 2 मई 2016 क अिधसचना सखया फमा 14 [ आर ] 2016 [ आरबी ] क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन [ ाि और भगतान का तरीका ] िविनयमावली 2016 म िनधाररत तरीक स वसल क जाएगी |

(ii) जब उनक दौर क दौरान िवदशी खरीदार को बची गयी वसत का भगतान िवता को इस कार स िमल जाएगा तब ए डी णीndashI क बक ारा उनक नोो खात म रािशया ा होन पर ही ईडीएफ [ दसरी ित ] जारी क जानी चािहए अथवा यद सबिधत ए डी णीndashI बक िडट काडर क सवाए दनवाला बक नह ह तो ऐस मामल म िनयारतक स भारत म िडट काडर क सवाए दनवाल बक ारा जारी कया गया इस आशय का माणप सतत कय जान क बाद क उसन िवदशी मा म उसक समतलय रािश ा कर ली ह ए डी णीndashI बक आयातक क िडट काडर जहा काडर जारी करनवाल बक सगठन स िवदशी मा म ितपत ा क जाएगी को डिबट करत ए भी- भारत क बाहर कय गय िनयारत का भगतान ा कर सकत ह |

(iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स िनयारत स सबिधत ािय पर ोससग करना

ािधकत ापारी णीndashI क बक को [ ए डी णीndashI ] िनिलिखत शत क अधीन ऑनलाईन भगतान गट-व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क साथ सथायी वसथा करत ए िनयारत स सबिधत िवषण क तयावतरन क सिवधा दान करन क अनमित दी जा चक ह ndash

ए) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ओपीजीएसपी क सबध म समिचत सावधानी या का पालन करग

बी) यह सिवधा कवल 10000 अमरीक डॉलर [ दस हजार यएस डॉलर ] स अनिधक क वसत और सवा क िनयारत क िलए ही उपलबध होगी

सी) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ऐसी वसथा क जरय िनयारत स सबिधत भगतान ा करन क िलए नोो सहण खाता खोलग | जहा इस सिवधा का लाभ उठानवाल िनयारतक को ओपीजीएसपी क साथ नोशनल खाता खोलन क जरत होगी वहा यह सिनित कया जाएगा क ऐस खात म कोई भी रािश रखन क अनमित नह होगी और ा ई सभी रािशया अपन आप ए डी णीndashI बक ारा खोल गय नोो सहण खात म इका होती जाएगी |

डी) हर ओपीजीएसपी क िलए एक अलग नोो खाता बनाय रखा जाए अथवा बक हर ओपीजीएसपी क नोो खात म कय गय लन दन को अलग करन म सकषम होना चािहए |

ई) इस वसथा क अतगरत नोो सहण खात म अनमत डिबट कवल िनयारत स ा रािश को िनयारतक क खात म तयावतत करन क िलए पवरिनधाररत दर बारबारता वसथा क अनसार ओपीजीएसपी को शलक कमीशन का भगतान करन क िलए और जहा िब करार क अतगरत िनयारतक न अपना उरदाियतव िनभाया नह होगा ऐस मामल म आयातक को वह रािश लौटान क िलए कया जाएगा |

एफ) नोो सहण खात म रखी गयी शष रािशया सबिधत िनयारतक क भारत म िसथत बक क खात म आयातक स पि िमलन क ततकाल बाद लकन कसी भी िसथित म नोो सहण खात म वह रािश जमा कय जान क तारीख स सात दन क भीतर तयावतत करत ए जमा क जाएगी |

जी) ए डी णीndashI बक स वय को लनदन क वासतिवकता स सतष ट करग और यह सिनित कर क आन-लाइन भगतान गट व क माध यम स रज़वर बक को रपोटर कए गए योजन कट सही ह|

एच) ए डी णीndashI बक इस वसथा क अतगरत कय गय कसी भी लनदन स सबिधत सभी जानकारी जब कभी पछी जाएगी तब रज़वर बक को दान करग |

आई) हर नोो सहण खात का समाधान और उसक लखा परीकषा मािसक आधार पर क जाएगी | ज) भारत क िनयारतक क भगतान सबधी सभी िशकायत क िनपटान क िजममदारी सबिधत ओपीजीएसपी क होगी|

क) जो ए डी णीndashI बक ऐसी वसथा का भाग बनना चाहत ह उनह ऐसी वसथा कय जान क ततकाल बाद उसक समसत बयोर िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय को रपोटर करन चािहए |

एल) 3

4कोइ भी सटाटर अप कपनी अपनी िवदशी सहायक कपनी क ापय रािश वसल कर सकती ह और ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स उस रािश को तयावतत कर सकती ह |

4 दनाक 11 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स51 को दनाक 11 फरवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर ] कया गया |

(iv) एिशयन समाशोधन यिनयन (एसीय) त क अतगरत िनपटान णाली

ए) लनदन िनपटान को िनभान म सिवधा क दि स दनाक 1 जनवरी 2009 स एिशयन समाशोधन यिनयन क सहभािगय को अपन लनदन या तो एसीय डॉलर म अथवा एसीय यरो म करन का िवकलप उपलबध होगा | तदनसार एिशयन मोनटरी यिनट (एएमय) को `एसीय डॉलरrsquo और एसीय यरोrsquo क प म मलयवगत कया जाएगा िजसका मल य मश एक अमरीक डॉलर और एक यरो क बराबर होगा| बी) साथ ही ए डी णीndashI बक को अनय सहभागी दश क ितिनिध बक क साथ एसीय डॉलर और एसीय यरो खात खोलन तथा उनह बनाय रखन क अनमित दी गयी ह | सबिधत बक सभी पा भगतान को इन खात क माधयम स िनपटाय |

सी) एसीय त म छटndash इडो ndash मयामार ापार ndash मयामार स ापार सबधी लनदन एसीय त क अितर म प स परवतत हो सकन वाली कसी भी मा म िनपटाय जा सकत ह |

डी) आयातक को ईरान म भगतान करन क िलए िनयारतक को ईरान स भगतान ा करन म आ रही कठनाईय को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क दनाक 27 दसबर 2010 स ापार लनदन सिहत सभी पा चाल खात क लन दन अगली सचना िमलन तक एसीय त स इतर अनमत मा म पर कय जाए |

ई) जन 2015 म सप एसीय बोडर क 44 व बठक म एसीय सदसय क बीच ई सहमित को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क एसीय दश क बीच माल और सवा क िनयारत और आयात दन क ही िनपटान क िलए एसीय क सदसय दश क वािणिजयक बक क नो खात का अथारत एसीय डॉलर और एसीय यरो खात का उपयोग करन क अनमित दान क जाए |

(v) िनयारत आयात लनदन क िलए तीसरी पाट भगतान

उभरती ई अतरारीय ापार था को धयान म रखत ए यह िनणरय कया गया ह क िनयारत आयात सबधी लन दन क िलए तीसरी पाट भगतान क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी जा सकती ह

ए) ठोस अपरवतरनीय आदश जो िपकषीय सहमित स समथत हो उपलबध होना चािहए | तथािप जहा तीसरी पाट को कय गय भगतान क तरफ सकत करनवाला दसतावजी सबत उपलबध हो उस अपरवतरनीय आदश म तीसरी पाट का नाम आ रहा हो इनवाइस सतत कया गया हो ऐसी िसथितय म दसतावजी सबत का आह नह कया जाना चािहए बशत (i) ािधकत ापारी बक उन लनदन और िनयारत दसतावज जस इनवोईस एफआईआरसी आद क

ामािणकता स सत होना चािहए (ii) ऐस लनदन करत समय ािधकत ापारी बक को एफएटीएफ िववरण को भी धयान म लना चािहए |

बी) तीसरी पाट को भगतान कवल बकग चनल क माधयम स ही कया जाना चािहए सी) िनयारतक को तीसरी पाट को कय जा रह िवषण क बार म िनयारत घोषणा फामर म घोषणा करनी चािहए और यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वह वसल कर और उस तयावतत कर द डी) यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वसल कर और उस तयावतत कर द ई) यद एकसओएस म कोई रािश बकाया हो उस िनयारतक क नाम क आग दशारत रहना चािहए | तथािप िवदशी खरीदार का नाम िजसस वह रािश वसल क जानी ह क बजाय घोिषत तीसरी पाट का नाम उस एकसओएस फामर म दखाया जाना चािहए |

एफ) ितबिधत कवर दश [ जस सडान सोमािलया आद ] क समह II क कसी दश को कोई िशपमट भजा जा रहा ह तो वहा उसक िलए भगतान कसी ओपन कवर दश स वसल कया जाना चािहए और जी) आयात क मामल म इनवाईस म कछ िनित कथन होना चािहए क सबिधत भगतान नािमत तीसरी पाट को कया जाना ह वश क िबल म जहाज भजनवाल का नाम होना चािहए तथा साथ ही इस बात का भी उललख होना चािहए क सबिधत भगतान उस नािमत तीसरी पाट को कया जाना चािहए और आयातक को वसत का आयात करन क िलए दय जा रह अिम भगतान स सबिधत अनदश सिहत आयात स सबिधत मौजदा अनदश का पालन करना चािहए |

(vi) 4

5िजन मा का तयकष कोई िविनमय दर नह ह उन मा म िनयारत लनदन का िनपटान करना

जहा इनवाईसग म प स परवतत होन वाली मा म कया जाता हो और िनपटान लाभाथ क मा म कया जाता हो भल ही वह मा परवतरनीय हो परनत िजसका कोई तयकष िविनमय दर तय नह ह ऐस मामल म िनयारत लनदन को और उदार बनान क िलए तथा उनक िनपटान को और सिवधाजनक बनान क दि स यह िनणरय कया गया ह क ए डी णी I बक को िनिलिखत शत क अधीन ऐस िनयारत लनदन का िनपटान करन क अनमित दान क जाए (उन लनदन को छोड़कर िजनह एसीय त क जरय िनपटाया जाता ह )

ए) िनयारतक उस ािधकत ापारी बक का ाहक होगा

बी) हसताकषरत ठका इनवाईस म प स परवतत होनवाली मा म होगा

सी) लाभाथ इनवाईस ठक साख प क मल मा (म प स परवतत होनवाली मा) क बदल पणर और अितम िनपटान क प म अपनी मा म भगतान ा करन क िलए तयार होगा

डी) ािधकत ापारी बक उ लनदन क ामािणकता स सत होगा और

ई) ािधकत ापारी बक क िनयारतक आयातक का ित पकष [ counterparty ] उस दश या कायरकष स नह होगा िजसपर भारी जोिखम और असहकारी कायरकष को लकर अतन कया गया एफएटीएफ सावरजिनक िववरण जारी कया गया हो और िजसपर एफएटीएफ न ित उपाय [ counter measures ] कय ह |

ए4 िवदशी मा खाता

(i) अतरारीय दशरिनय ापार मल क सहभािगय को दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 5

6िविनयम 5 [ ई ] [ 5 ] क अनसरण म िवदश म असथायी िवदशी मा खाता खोलन क सामानय अनमित दान क गयी ह | िनयारतक अतरारीय दशरिनय ापार मल म वसत क िब स ा ई िवदशी मा उस खात म जमा करत ए भारत स बाहर अपन रहन क दौरान उस खात को परचािलत कर सकत ह बशत वह दशरनी ापार मला समा होन क एक महीन क भीतर उस खात म शष रािश सामानय बकग चनल क माधयम स भारत म तयावतत क जाती ह और उसक सार बयोर उस णी ndash I ािधकत ापारी बक को सतत कय जात ह |

5 दनाक 4 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स 42 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया |

6 दनाक 21 जनवर 2016 स एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7] ldquo

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 5: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स िनयारत स सबिधत ािय पर ोससग करना

ािधकत ापारी णीndashI क बक को [ ए डी णीndashI ] िनिलिखत शत क अधीन ऑनलाईन भगतान गट-व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क साथ सथायी वसथा करत ए िनयारत स सबिधत िवषण क तयावतरन क सिवधा दान करन क अनमित दी जा चक ह ndash

ए) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ओपीजीएसपी क सबध म समिचत सावधानी या का पालन करग

बी) यह सिवधा कवल 10000 अमरीक डॉलर [ दस हजार यएस डॉलर ] स अनिधक क वसत और सवा क िनयारत क िलए ही उपलबध होगी

सी) ए डी णीndashI बक जो यह सिवधा दान कर रह ह व ऐसी वसथा क जरय िनयारत स सबिधत भगतान ा करन क िलए नोो सहण खाता खोलग | जहा इस सिवधा का लाभ उठानवाल िनयारतक को ओपीजीएसपी क साथ नोशनल खाता खोलन क जरत होगी वहा यह सिनित कया जाएगा क ऐस खात म कोई भी रािश रखन क अनमित नह होगी और ा ई सभी रािशया अपन आप ए डी णीndashI बक ारा खोल गय नोो सहण खात म इका होती जाएगी |

डी) हर ओपीजीएसपी क िलए एक अलग नोो खाता बनाय रखा जाए अथवा बक हर ओपीजीएसपी क नोो खात म कय गय लन दन को अलग करन म सकषम होना चािहए |

ई) इस वसथा क अतगरत नोो सहण खात म अनमत डिबट कवल िनयारत स ा रािश को िनयारतक क खात म तयावतत करन क िलए पवरिनधाररत दर बारबारता वसथा क अनसार ओपीजीएसपी को शलक कमीशन का भगतान करन क िलए और जहा िब करार क अतगरत िनयारतक न अपना उरदाियतव िनभाया नह होगा ऐस मामल म आयातक को वह रािश लौटान क िलए कया जाएगा |

एफ) नोो सहण खात म रखी गयी शष रािशया सबिधत िनयारतक क भारत म िसथत बक क खात म आयातक स पि िमलन क ततकाल बाद लकन कसी भी िसथित म नोो सहण खात म वह रािश जमा कय जान क तारीख स सात दन क भीतर तयावतत करत ए जमा क जाएगी |

जी) ए डी णीndashI बक स वय को लनदन क वासतिवकता स सतष ट करग और यह सिनित कर क आन-लाइन भगतान गट व क माध यम स रज़वर बक को रपोटर कए गए योजन कट सही ह|

एच) ए डी णीndashI बक इस वसथा क अतगरत कय गय कसी भी लनदन स सबिधत सभी जानकारी जब कभी पछी जाएगी तब रज़वर बक को दान करग |

आई) हर नोो सहण खात का समाधान और उसक लखा परीकषा मािसक आधार पर क जाएगी | ज) भारत क िनयारतक क भगतान सबधी सभी िशकायत क िनपटान क िजममदारी सबिधत ओपीजीएसपी क होगी|

क) जो ए डी णीndashI बक ऐसी वसथा का भाग बनना चाहत ह उनह ऐसी वसथा कय जान क ततकाल बाद उसक समसत बयोर िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय को रपोटर करन चािहए |

एल) 3

4कोइ भी सटाटर अप कपनी अपनी िवदशी सहायक कपनी क ापय रािश वसल कर सकती ह और ऑनलाईन भगतान गट व सवा दाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स उस रािश को तयावतत कर सकती ह |

4 दनाक 11 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स51 को दनाक 11 फरवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर ] कया गया |

(iv) एिशयन समाशोधन यिनयन (एसीय) त क अतगरत िनपटान णाली

ए) लनदन िनपटान को िनभान म सिवधा क दि स दनाक 1 जनवरी 2009 स एिशयन समाशोधन यिनयन क सहभािगय को अपन लनदन या तो एसीय डॉलर म अथवा एसीय यरो म करन का िवकलप उपलबध होगा | तदनसार एिशयन मोनटरी यिनट (एएमय) को `एसीय डॉलरrsquo और एसीय यरोrsquo क प म मलयवगत कया जाएगा िजसका मल य मश एक अमरीक डॉलर और एक यरो क बराबर होगा| बी) साथ ही ए डी णीndashI बक को अनय सहभागी दश क ितिनिध बक क साथ एसीय डॉलर और एसीय यरो खात खोलन तथा उनह बनाय रखन क अनमित दी गयी ह | सबिधत बक सभी पा भगतान को इन खात क माधयम स िनपटाय |

सी) एसीय त म छटndash इडो ndash मयामार ापार ndash मयामार स ापार सबधी लनदन एसीय त क अितर म प स परवतत हो सकन वाली कसी भी मा म िनपटाय जा सकत ह |

डी) आयातक को ईरान म भगतान करन क िलए िनयारतक को ईरान स भगतान ा करन म आ रही कठनाईय को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क दनाक 27 दसबर 2010 स ापार लनदन सिहत सभी पा चाल खात क लन दन अगली सचना िमलन तक एसीय त स इतर अनमत मा म पर कय जाए |

ई) जन 2015 म सप एसीय बोडर क 44 व बठक म एसीय सदसय क बीच ई सहमित को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क एसीय दश क बीच माल और सवा क िनयारत और आयात दन क ही िनपटान क िलए एसीय क सदसय दश क वािणिजयक बक क नो खात का अथारत एसीय डॉलर और एसीय यरो खात का उपयोग करन क अनमित दान क जाए |

(v) िनयारत आयात लनदन क िलए तीसरी पाट भगतान

उभरती ई अतरारीय ापार था को धयान म रखत ए यह िनणरय कया गया ह क िनयारत आयात सबधी लन दन क िलए तीसरी पाट भगतान क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी जा सकती ह

ए) ठोस अपरवतरनीय आदश जो िपकषीय सहमित स समथत हो उपलबध होना चािहए | तथािप जहा तीसरी पाट को कय गय भगतान क तरफ सकत करनवाला दसतावजी सबत उपलबध हो उस अपरवतरनीय आदश म तीसरी पाट का नाम आ रहा हो इनवाइस सतत कया गया हो ऐसी िसथितय म दसतावजी सबत का आह नह कया जाना चािहए बशत (i) ािधकत ापारी बक उन लनदन और िनयारत दसतावज जस इनवोईस एफआईआरसी आद क

ामािणकता स सत होना चािहए (ii) ऐस लनदन करत समय ािधकत ापारी बक को एफएटीएफ िववरण को भी धयान म लना चािहए |

बी) तीसरी पाट को भगतान कवल बकग चनल क माधयम स ही कया जाना चािहए सी) िनयारतक को तीसरी पाट को कय जा रह िवषण क बार म िनयारत घोषणा फामर म घोषणा करनी चािहए और यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वह वसल कर और उस तयावतत कर द डी) यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वसल कर और उस तयावतत कर द ई) यद एकसओएस म कोई रािश बकाया हो उस िनयारतक क नाम क आग दशारत रहना चािहए | तथािप िवदशी खरीदार का नाम िजसस वह रािश वसल क जानी ह क बजाय घोिषत तीसरी पाट का नाम उस एकसओएस फामर म दखाया जाना चािहए |

एफ) ितबिधत कवर दश [ जस सडान सोमािलया आद ] क समह II क कसी दश को कोई िशपमट भजा जा रहा ह तो वहा उसक िलए भगतान कसी ओपन कवर दश स वसल कया जाना चािहए और जी) आयात क मामल म इनवाईस म कछ िनित कथन होना चािहए क सबिधत भगतान नािमत तीसरी पाट को कया जाना ह वश क िबल म जहाज भजनवाल का नाम होना चािहए तथा साथ ही इस बात का भी उललख होना चािहए क सबिधत भगतान उस नािमत तीसरी पाट को कया जाना चािहए और आयातक को वसत का आयात करन क िलए दय जा रह अिम भगतान स सबिधत अनदश सिहत आयात स सबिधत मौजदा अनदश का पालन करना चािहए |

(vi) 4

5िजन मा का तयकष कोई िविनमय दर नह ह उन मा म िनयारत लनदन का िनपटान करना

जहा इनवाईसग म प स परवतत होन वाली मा म कया जाता हो और िनपटान लाभाथ क मा म कया जाता हो भल ही वह मा परवतरनीय हो परनत िजसका कोई तयकष िविनमय दर तय नह ह ऐस मामल म िनयारत लनदन को और उदार बनान क िलए तथा उनक िनपटान को और सिवधाजनक बनान क दि स यह िनणरय कया गया ह क ए डी णी I बक को िनिलिखत शत क अधीन ऐस िनयारत लनदन का िनपटान करन क अनमित दान क जाए (उन लनदन को छोड़कर िजनह एसीय त क जरय िनपटाया जाता ह )

ए) िनयारतक उस ािधकत ापारी बक का ाहक होगा

बी) हसताकषरत ठका इनवाईस म प स परवतत होनवाली मा म होगा

सी) लाभाथ इनवाईस ठक साख प क मल मा (म प स परवतत होनवाली मा) क बदल पणर और अितम िनपटान क प म अपनी मा म भगतान ा करन क िलए तयार होगा

डी) ािधकत ापारी बक उ लनदन क ामािणकता स सत होगा और

ई) ािधकत ापारी बक क िनयारतक आयातक का ित पकष [ counterparty ] उस दश या कायरकष स नह होगा िजसपर भारी जोिखम और असहकारी कायरकष को लकर अतन कया गया एफएटीएफ सावरजिनक िववरण जारी कया गया हो और िजसपर एफएटीएफ न ित उपाय [ counter measures ] कय ह |

ए4 िवदशी मा खाता

(i) अतरारीय दशरिनय ापार मल क सहभािगय को दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 5

6िविनयम 5 [ ई ] [ 5 ] क अनसरण म िवदश म असथायी िवदशी मा खाता खोलन क सामानय अनमित दान क गयी ह | िनयारतक अतरारीय दशरिनय ापार मल म वसत क िब स ा ई िवदशी मा उस खात म जमा करत ए भारत स बाहर अपन रहन क दौरान उस खात को परचािलत कर सकत ह बशत वह दशरनी ापार मला समा होन क एक महीन क भीतर उस खात म शष रािश सामानय बकग चनल क माधयम स भारत म तयावतत क जाती ह और उसक सार बयोर उस णी ndash I ािधकत ापारी बक को सतत कय जात ह |

5 दनाक 4 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स 42 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया |

6 दनाक 21 जनवर 2016 स एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7] ldquo

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 6: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(iv) एिशयन समाशोधन यिनयन (एसीय) त क अतगरत िनपटान णाली

ए) लनदन िनपटान को िनभान म सिवधा क दि स दनाक 1 जनवरी 2009 स एिशयन समाशोधन यिनयन क सहभािगय को अपन लनदन या तो एसीय डॉलर म अथवा एसीय यरो म करन का िवकलप उपलबध होगा | तदनसार एिशयन मोनटरी यिनट (एएमय) को `एसीय डॉलरrsquo और एसीय यरोrsquo क प म मलयवगत कया जाएगा िजसका मल य मश एक अमरीक डॉलर और एक यरो क बराबर होगा| बी) साथ ही ए डी णीndashI बक को अनय सहभागी दश क ितिनिध बक क साथ एसीय डॉलर और एसीय यरो खात खोलन तथा उनह बनाय रखन क अनमित दी गयी ह | सबिधत बक सभी पा भगतान को इन खात क माधयम स िनपटाय |

सी) एसीय त म छटndash इडो ndash मयामार ापार ndash मयामार स ापार सबधी लनदन एसीय त क अितर म प स परवतत हो सकन वाली कसी भी मा म िनपटाय जा सकत ह |

डी) आयातक को ईरान म भगतान करन क िलए िनयारतक को ईरान स भगतान ा करन म आ रही कठनाईय को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क दनाक 27 दसबर 2010 स ापार लनदन सिहत सभी पा चाल खात क लन दन अगली सचना िमलन तक एसीय त स इतर अनमत मा म पर कय जाए |

ई) जन 2015 म सप एसीय बोडर क 44 व बठक म एसीय सदसय क बीच ई सहमित को दखत ए यह िनणरय कया गया ह क एसीय दश क बीच माल और सवा क िनयारत और आयात दन क ही िनपटान क िलए एसीय क सदसय दश क वािणिजयक बक क नो खात का अथारत एसीय डॉलर और एसीय यरो खात का उपयोग करन क अनमित दान क जाए |

(v) िनयारत आयात लनदन क िलए तीसरी पाट भगतान

उभरती ई अतरारीय ापार था को धयान म रखत ए यह िनणरय कया गया ह क िनयारत आयात सबधी लन दन क िलए तीसरी पाट भगतान क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी जा सकती ह

ए) ठोस अपरवतरनीय आदश जो िपकषीय सहमित स समथत हो उपलबध होना चािहए | तथािप जहा तीसरी पाट को कय गय भगतान क तरफ सकत करनवाला दसतावजी सबत उपलबध हो उस अपरवतरनीय आदश म तीसरी पाट का नाम आ रहा हो इनवाइस सतत कया गया हो ऐसी िसथितय म दसतावजी सबत का आह नह कया जाना चािहए बशत (i) ािधकत ापारी बक उन लनदन और िनयारत दसतावज जस इनवोईस एफआईआरसी आद क

ामािणकता स सत होना चािहए (ii) ऐस लनदन करत समय ािधकत ापारी बक को एफएटीएफ िववरण को भी धयान म लना चािहए |

बी) तीसरी पाट को भगतान कवल बकग चनल क माधयम स ही कया जाना चािहए सी) िनयारतक को तीसरी पाट को कय जा रह िवषण क बार म िनयारत घोषणा फामर म घोषणा करनी चािहए और यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वह वसल कर और उस तयावतत कर द डी) यह िनयारतक क िजममदारी होगी क ईडीएफ म उिललिखत उस तीसरी पाट स ा िनयारत क रािश को वसल कर और उस तयावतत कर द ई) यद एकसओएस म कोई रािश बकाया हो उस िनयारतक क नाम क आग दशारत रहना चािहए | तथािप िवदशी खरीदार का नाम िजसस वह रािश वसल क जानी ह क बजाय घोिषत तीसरी पाट का नाम उस एकसओएस फामर म दखाया जाना चािहए |

एफ) ितबिधत कवर दश [ जस सडान सोमािलया आद ] क समह II क कसी दश को कोई िशपमट भजा जा रहा ह तो वहा उसक िलए भगतान कसी ओपन कवर दश स वसल कया जाना चािहए और जी) आयात क मामल म इनवाईस म कछ िनित कथन होना चािहए क सबिधत भगतान नािमत तीसरी पाट को कया जाना ह वश क िबल म जहाज भजनवाल का नाम होना चािहए तथा साथ ही इस बात का भी उललख होना चािहए क सबिधत भगतान उस नािमत तीसरी पाट को कया जाना चािहए और आयातक को वसत का आयात करन क िलए दय जा रह अिम भगतान स सबिधत अनदश सिहत आयात स सबिधत मौजदा अनदश का पालन करना चािहए |

(vi) 4

5िजन मा का तयकष कोई िविनमय दर नह ह उन मा म िनयारत लनदन का िनपटान करना

जहा इनवाईसग म प स परवतत होन वाली मा म कया जाता हो और िनपटान लाभाथ क मा म कया जाता हो भल ही वह मा परवतरनीय हो परनत िजसका कोई तयकष िविनमय दर तय नह ह ऐस मामल म िनयारत लनदन को और उदार बनान क िलए तथा उनक िनपटान को और सिवधाजनक बनान क दि स यह िनणरय कया गया ह क ए डी णी I बक को िनिलिखत शत क अधीन ऐस िनयारत लनदन का िनपटान करन क अनमित दान क जाए (उन लनदन को छोड़कर िजनह एसीय त क जरय िनपटाया जाता ह )

ए) िनयारतक उस ािधकत ापारी बक का ाहक होगा

बी) हसताकषरत ठका इनवाईस म प स परवतत होनवाली मा म होगा

सी) लाभाथ इनवाईस ठक साख प क मल मा (म प स परवतत होनवाली मा) क बदल पणर और अितम िनपटान क प म अपनी मा म भगतान ा करन क िलए तयार होगा

डी) ािधकत ापारी बक उ लनदन क ामािणकता स सत होगा और

ई) ािधकत ापारी बक क िनयारतक आयातक का ित पकष [ counterparty ] उस दश या कायरकष स नह होगा िजसपर भारी जोिखम और असहकारी कायरकष को लकर अतन कया गया एफएटीएफ सावरजिनक िववरण जारी कया गया हो और िजसपर एफएटीएफ न ित उपाय [ counter measures ] कय ह |

ए4 िवदशी मा खाता

(i) अतरारीय दशरिनय ापार मल क सहभािगय को दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 5

6िविनयम 5 [ ई ] [ 5 ] क अनसरण म िवदश म असथायी िवदशी मा खाता खोलन क सामानय अनमित दान क गयी ह | िनयारतक अतरारीय दशरिनय ापार मल म वसत क िब स ा ई िवदशी मा उस खात म जमा करत ए भारत स बाहर अपन रहन क दौरान उस खात को परचािलत कर सकत ह बशत वह दशरनी ापार मला समा होन क एक महीन क भीतर उस खात म शष रािश सामानय बकग चनल क माधयम स भारत म तयावतत क जाती ह और उसक सार बयोर उस णी ndash I ािधकत ापारी बक को सतत कय जात ह |

5 दनाक 4 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स 42 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया |

6 दनाक 21 जनवर 2016 स एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7] ldquo

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 7: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

एफ) ितबिधत कवर दश [ जस सडान सोमािलया आद ] क समह II क कसी दश को कोई िशपमट भजा जा रहा ह तो वहा उसक िलए भगतान कसी ओपन कवर दश स वसल कया जाना चािहए और जी) आयात क मामल म इनवाईस म कछ िनित कथन होना चािहए क सबिधत भगतान नािमत तीसरी पाट को कया जाना ह वश क िबल म जहाज भजनवाल का नाम होना चािहए तथा साथ ही इस बात का भी उललख होना चािहए क सबिधत भगतान उस नािमत तीसरी पाट को कया जाना चािहए और आयातक को वसत का आयात करन क िलए दय जा रह अिम भगतान स सबिधत अनदश सिहत आयात स सबिधत मौजदा अनदश का पालन करना चािहए |

(vi) 4

5िजन मा का तयकष कोई िविनमय दर नह ह उन मा म िनयारत लनदन का िनपटान करना

जहा इनवाईसग म प स परवतत होन वाली मा म कया जाता हो और िनपटान लाभाथ क मा म कया जाता हो भल ही वह मा परवतरनीय हो परनत िजसका कोई तयकष िविनमय दर तय नह ह ऐस मामल म िनयारत लनदन को और उदार बनान क िलए तथा उनक िनपटान को और सिवधाजनक बनान क दि स यह िनणरय कया गया ह क ए डी णी I बक को िनिलिखत शत क अधीन ऐस िनयारत लनदन का िनपटान करन क अनमित दान क जाए (उन लनदन को छोड़कर िजनह एसीय त क जरय िनपटाया जाता ह )

ए) िनयारतक उस ािधकत ापारी बक का ाहक होगा

बी) हसताकषरत ठका इनवाईस म प स परवतत होनवाली मा म होगा

सी) लाभाथ इनवाईस ठक साख प क मल मा (म प स परवतत होनवाली मा) क बदल पणर और अितम िनपटान क प म अपनी मा म भगतान ा करन क िलए तयार होगा

डी) ािधकत ापारी बक उ लनदन क ामािणकता स सत होगा और

ई) ािधकत ापारी बक क िनयारतक आयातक का ित पकष [ counterparty ] उस दश या कायरकष स नह होगा िजसपर भारी जोिखम और असहकारी कायरकष को लकर अतन कया गया एफएटीएफ सावरजिनक िववरण जारी कया गया हो और िजसपर एफएटीएफ न ित उपाय [ counter measures ] कय ह |

ए4 िवदशी मा खाता

(i) अतरारीय दशरिनय ापार मल क सहभािगय को दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 5

6िविनयम 5 [ ई ] [ 5 ] क अनसरण म िवदश म असथायी िवदशी मा खाता खोलन क सामानय अनमित दान क गयी ह | िनयारतक अतरारीय दशरिनय ापार मल म वसत क िब स ा ई िवदशी मा उस खात म जमा करत ए भारत स बाहर अपन रहन क दौरान उस खात को परचािलत कर सकत ह बशत वह दशरनी ापार मला समा होन क एक महीन क भीतर उस खात म शष रािश सामानय बकग चनल क माधयम स भारत म तयावतत क जाती ह और उसक सार बयोर उस णी ndash I ािधकत ापारी बक को सतत कय जात ह |

5 दनाक 4 फरवर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स 42 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया |

6 दनाक 21 जनवर 2016 स एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7] ldquo

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 8: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(ii) रज़वर बक अचछा क रकाडर रखन वाल िनयारतक स भारत म और भारत क बाहर ािधकत बक म िवदशी मा खाता खोलन क िलए फोमर ईएफसी म ा आवदन प पर कछ शत पर िवचार कर सकता ह | भारत म णी ndash I क कसी ािधकत ापारी बक क कसी शाखा म खाता खोलन क िलए आवदन प जहा पर खाता खोलना और बनाय रखना ह उस शाखा क माधयम स कया जाना चािहए | यद वह खाता िवदश म बनाय रखना ह तो िनयारतक को जहा वह खाता खोलना चाहता ह उस बक क सार बयोर सतत करत ए आवदन करना चािहए |

(iii) कोई भारतीय ससथा भी दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 6

7िविनयम 5 (बी) म िनिहत शत क अधीन अपन िवदशी कायारलय शाखा क नाम म उस शाखा कायारलय का अथवा ितिनिध का सामानय कारोबार करन क योजन स िवषण करत ए भारत स बाहर िवदशी मा खाता खोल सकती ह और उस बनाय रख सकती ह |

(iv) िवशष आथक कष म िसथत यिनट दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 7

8िविनयम 4 [ डी ] म िनिहत शत क अधीन भारत म णी ndash I ािधकत ापारी बक म िवदशी मा खाता खोल सकत ह और उस बनाय रख सकत ह |

(v) भारत का िनवासी ि परयोजना सवा िनयारतक क प म पीईएम जञापन म िनधाररत मानक शत क अधीन भारत स बाहर अथवा भारत म कसी बक म िवदशी मा खाता खोल सकता ह और उस बनाय रख सकता ह |

ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]

(i) भारत सरकार क योजना क अधीन क अथवा कट ए और पॉिलश कय ए हीर और मलयवान धात क साद [ पलन ] मीनाकारी वाल गहन और अथवा हीर जिडत या िबना हीर जिडत और अथवा अनय मलयवान पतथर क खरीद िब म लगी ई फम कपिनया िजनका हीर रगीन पतथर हीर और रगीन पतथर स जड़ गहन सोन क साद [ पलन ] गहन क आयात िनयारत का कम स कम दो वष का क रकाडर ह और िजनका वाषक टनर ओवर िपछल तीन लाईसस वष (लाइसनस वषर अल स माचर तक ह) क दौरान तीन करोड़ पय और उसस ऊपर ह ऐसी कपिनय को डायमड डॉलर खात क माधयम स अपन लनदन करन क अनमित दान क गयी ह |

ii) उनह अपन बक क साथ पाच स अनिधक डायमड डॉलर खात खोलन क अनमित दी जाए | पा फमर और कपिनया अपन ािधकत ापारी णीndash I बक स अनमित ा करन क िलए िनधाररत ाप म आवदन कर सकती ह

(iii) 9हटाया गया |

(iv) परा ए (6) (iv) ए] और बी] म उिललिखत शत भी लाग हगी |

ए 6 िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ]

7 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

8 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 10 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 6[ए ]ldquo

9 डीडीए खात म िसथत राशय क बार म और डीडीए खात खोलन बद कय जान क बार म पाक और तरमासक ववरणय क परसततीकरण को दनाक 23 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स54 और एफईएम [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता खोलना ] वनयमावल क जरए अब दनाक 21 जनवर 2016 स बद कर दया गया ह |

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 9: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(i) भारत का िनवासी ि भारत म ए डी णी - I बक म िवदशी मा म खाता खोल सकता ह िजस दनाक 21 जनवरी 2016 क िवदशी मा बधन [ भारत क िनवासी ि ारा िवदशी मा खाता ] िविनयमावली क 9

10िविनयम 4 [डी] क अनसार िवदशी मा अजरक िवदशी मा खाता [ ईईएफसी खाता ] कहा जाता ह |

(ii) िनवासी िय को कपनी अिधिनयम 2013 म यथा परभािषत िनवासी नजदीक रशतदार रशतदार को अपन ईईएफसी बक खात म सय खाता धारक खाताधारक क प म पवर अथवा उरजीवी [फोमरर अथवा सरवाईवर] आधार पर शािमल करन क अनमित दी गयी ह

(iii) यह खाता बयाज रिहत चाल खात क प म बनाय रखा जाएगा और इसम ए डी णीndashI क बक ारा ईईएफसी खात म धारत शष रािशय क जमानत पर कोई भी िनिध आधारत अथवा िनिध रिहत ऋण सिवधा दान नह क जाएगी|

(iv) िवदशी मा अजरक क सभी िणय को अपनी िवदशी मा क आय का 100 फसदी अपनी ईईएफसी खात म जमा करन क अनमित दी गयी ह बशत

ए) कसी कलणडर माह म उस खात म कल जमा क गयी रािश का अगल कलणडर माह क आखरी तारीख स पहल अनमोदत योजन क िलए अथवा आग क वायद िनभान िलए समायोजन करन क बाद उस रािश को पय म परवतत कया जाएगा |

बी) िवदशी मा अजरक को िवदशी मा क लनदन करत समय मा परवतरन लनदन क लागत स बचाना ईईएफसी योजना का उशय ह | उसका उशय यह नह ह क व िवदशी मा म परसपिया बनाय रख | कय क भारत अभी भी पजी खात पर पणर प स परवतरनीय दश नह ह |

(v) पा ऋण म िनिलिखत बात शािमल ह ndash

ए) रज़वर बक को दय गय कसी वचन क कारण ा िवषण स ईतर अथवा जो िवषण खाता धारक रा जटाए गए िवदशी मा ऋण अथवा भारत क बाहर स ा िनवश अथवा खाता धारक ारा कछ िविश दाियतव को िनभान क िलए िवदशी मा म िलय गय ऋण का ितिनिधतव करता हो को छोडकर सामानय बकग चनल क माधयम स ा इनवडर िवषण

बी) 100 फसदी िनयारत उनमख यिनट ारा अथवा िनयारत या कष सॉफटवयर टोलोजी पाकर अथवा इलक ोिनक हाडरवयर टोलोजी पाकर म िसथत यिनट ारा ऐस ही कसी यिनट को अथवा डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट को सामान क आपत करन क िलए तथा साथ ही डोमिसटक टरफ कष म िसथत यिनट ारा िवशष आथक कष [ एसईजड ] म िसथत कसी यिनट को सामान क आपत करन क िलए िवदशी मा म ा भगतान

(vi) एडी णीndashI बक अपन िनयारतक ाहक को उनक ईईएफसी खात म िसथत शष रािशय म स उनक िवदशी आयातक को िबना कसी उतम सीमा क ापार स सबिधत ऋण अिम दन क अनमित दान कर सकत ह बशत समय-समय पर यथा सशोिधत दनाक 3 मई 2000 क अिधसचना स फमा 3 2000 -आरबी म उिललिखत ावधान का अनपालन कया जाता ह |

(vii) एडी णीndashI बक िनयारतक को पय म अथवा िवदशी मा म िलय गय पकग िडट अिम को चकान क िलए उनक ईईएफसी खात स िसथत रािश का अथवा उनक पया ोत का उस माा तक उपयोग करन क अनमित दान कर सकत ह िजतनी माा तक वासतव म िनयारत कया गया ह |

10 एफईएम [ भारत म नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा म खाता ] वनयामावल 2015 दवारा दनाक 21 जनवर 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoदनाक 3 मई 2000 क अधसचना सफमा 4 2000 आरबी क जरय अधसचत वदशी मदरा परबधन [ भारत क नवासी वयिकत दवारा वदशी मदरा खाता ] वनयमावल 2000 का वनयम 7[7]ldquo

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 10: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(viii) जहा िनयारत स ा रािश का एक िहससा ईईएफसी खात म जमा कया गया हो वहा िनयारत घोषणाप [ दो ितय म ] क फामर म यह मािणत कया जाए क ldquoिनयारतक ारा helliphellip क पास बनाय रख गय ईईएफसी खात म िनयारत स ाhelliphellip रािश काhellip ितशत िहससा जमा कया गया |rdquo

ए7 ित ापार करार

भारतीय रज़वर बक ित ापार क सताव पर िनिलिखत शत क अधीन िवचार करगा िजनम भारतीय पाट और िवदशी पाट क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क अनसार भारत म अमरीक डॉलर म खोल गय एसो खात क माधयम स भारत म आयात क गयी वसत क मलय का भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह -

(i) इस वसथा क अतगरत कय गय सभी आयात एव िनयारत िवदशी ापार नीित और िवदशी मा अिधिनयम 1999 तथा उसक अतगरत बनाय गय िनयम और िविनयम क अनप अतरारीय कमत म कय जाएग |

(ii) एसो खात म िसथत शष रािश पर कोई बयाज नह दया जाएगा लकन जो िनिधया कछ समय क िलए अिधशष ह उनको एक वषर क भीतर कल तीन माह क अविध क िलए [ अथारत 12 महीन क एक बलाक म ] अलपाविध जमा क प म रखा जाएगा और बक उस पर यथालाग दर स बयाज द सकत ह |

(iii) एसो खात म िसथत शष रािश पर िनिध आधारत िनिध रिहत कोई भी सिवधा नह दी जाएगी |

(iv) िवदशी िनयारतक सगठन अपन एडी णीndashI बक क माधयम स रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को एसो खाता खोलन क िलए अनमित मागन हत आवदन कर |

ए 8 सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत

िनयारतक जहा सड़क रल मागर अथवा नदी क जरय पड़ोसी दश को िनयारत करना हो वहा ईडीएफ क मल ितिलिपया सतत करन क िलए िनिलिखत या अपनाए

(i) बाजर की ाफट अथवा सड़क स िनयारत करन क मामल म िनयारतक अथवा उसका एजट िजस सीमा स उसका वसल अथवा वाहन गजरन वाला ह उस सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] पर िवदशी धरती म वश स पहल अपना फामर सतत कर | इस योजन क िलए िनयारतक वह फामर या तो वसल अथवा वाहन क भारी को दन क वसथा कर अथवा सीमा पर कायररत उसक एजट को वह फामर िषत कर ताक वह सीमा शलक कायारलय [ कसटमस ] को सतत कया जा सक |

(ii) रल स िनयारत क मामल म सीमा शलक [ कसटमस ] क कमरचारय को सीमा शलक [ कसटमस ] क औपचारकता को िनभान क िलए कछ नािमत रल सथानक पर तनात कया गया ह | व इन सथानक पर लाद गय सामान क िलए ईडीएफ ा करग ताक वह सामान सीमा पर और कसी औपचारकता क िबना सीध िवदश म पच जाएगा | इन नािमत रल सथानक क सची रलव स ा क जा सकती ह | नािमत सथानक स अनय सथानक पर लाद गय सामान क िलए िनयारतक को वह ईडीएफ फामर सीमा पर िसथत सीमा शलक सथानक [ कसटमस ] म सतत करन क वसथा करनी चािहए ताक जहा सीमा शलक क सारी औपचारकताए परी क जाती ह |

ए9 मयामार स सीमा ापार

दनाक 16 अबर 2000 क एपी [ डीआईआर ] परप स 17 म िनिहत अनदश का अिधमण करत ए भारत-मयामार सीमा पर ापार क बाटरर णाली पर रोक लगा दी गयी ह और उसक सथान पर दनाक 1 अबर 2015 स सामानय ापार चाल कया गया ह | तदनसार भारत-मयामार सीमा पर होन वाल ापार सिहत मयामार क साथ

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 11: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

होन वाल सभी ापारी लनदन दनाक 1 दसबर 2015 स एिशयन समाशोधन यिनयन त क मा सिहत कसी भी अनय अनमत मा म िनपटाय जाएग |

ए10 रोमािनया क साथ ित ापार

भारतीय रज़वर बक भारतीय िनयारतक स रोमािनया क साथ ित ापार करन क िलए ा सताव पर िवचार करगा िजनम सबिधत पाटय क बीच परसपर सहमित स कय गय करार क शत क अनसार भारत स िनयारत क गयी वसत क मलय को भारत म आयात क गयी वसत क मलय स समायोजन करना शािमल ह | लकन इसक िलए अनय शत क साथ एक शतर यह भी ह क भारतीय िनयारतक एसो खात खोलन क िलए अनमित िमलन क बाद उस खात म रािश जमा होन क तारीख स छ महीन क भीतर उस रािश का रोमािनया स भारत म वसत क आयात क िलए उपयोग करगा |

ए11 राजय ऋण क चकौती

पवरवत यएसएसआर ारा दय गय राजय ऋण क चकौती कय जान क शतर पर वसत और सवा का िनयारत करन क सबध म भारतीय रज़वर बक ारा जारी और समय-समय पर यथा सशोिधत मौजदा िनदश लाग हग |

ए12 फोरफटग

एिगजम बक और एडी णीndashI बक को िनयारत स ा होन वाली रािशय क िवपोषण क िलए फोरफटग करन क अनमित दी गयी ह | एिगजम बक और सबिधत ए डी णीndashI बक ारा यथा अनमोदत िनयारतक ारा दय वायदा शलक सवा भार आद का िवषण कसी ए डी णीndashI बक क माधयम स ही कया जाए | ऐस िवषण सबिधत ािधकारय ारा यथा अनमोदत अिम म एक मशत अथवा मािसक अतराल म कय जा सकत ह |

ए13 नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत फकटरग

एडी बको को िनिलिखत शत क अधीन नॉन-रीकोसर आधार पर िनयारत क फकटरग करन क अनमित दी गयी ह ताक व अपनी कायरशील पजी क आवशयकता को परा करन क िलए नकदी वाह को बढ़ा सक

(i) एडी बक नॉन रीकोसर आधार पर िनयारत क वसथा करन क सबध म अपना िनणरय सवय ल सकत ह | उनह यह सिनित करना होगा क उनक ाहक को अितर िवपोषण नह कया जाता ह | तदनसार व फकटरग क िलए खरीद गय इनवाईस क मलय को धयान म लत ए अपन ाहक क कायरशील पजी क आवशयकता क बार म िनणरय कर सकत ह | खरीद गय इनवाईस वासतिवक ापार स सबिधत इनवाईस होन चािहए |

(ii) यद िनयारत फकटर ारा िनयारत िवपोषण नह कया गया हो तो वह िनयारत क रािश ा होन पर िवपोषक बक ससथा को उसका िनवल मलय अदा कर सकता ह |

(iii) एडी बक को िनयारत फकटर होन क नात आयात फकटर स ऋण मलयाकन और भगतान क सहण क वसथा कर लनी चािहए |

(iv) इनवाईस पर यह टपपणी क जानी चािहए क आयातक को आयात फकटर का भगतान करना होगा |

(v) फकटरग क बाद िनयारत फकटर िनयारत िबल को बद कर सकता ह और भारतीय रज़वर बक क िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ EDPMS ] म सिचत कर सकता ह |

(vi) एकल फकटर क मामल म िजसम िवदश म िसथत आयात फकटर शािमल नह ह िनयारत फकटर िवदश क ितिनिध बक स ऋण मलयाकन क बयोर ा कर सकता ह |

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 12: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(vii) िनयारत फकटर िनयारतक क ओर स कवाईसी और अनय यथोिचत सावधानी को सिनित करगा |

ए14 परयोजना िनयारत और सवा िनयारत

(i) आसथिगत भगतान क शत पर इनजीिनयरग क वसत का िनयारत और िवदश म टनर क परयोजना और नागरी िनमारण ठक क िनषपादन को एकित प स lsquoपरयोजना िनयारतrsquo कहा जाता ह | भारतीय िनयारतक को यह ठका िमलन क पात[ पोसट एवाडर सटज ] ऐस ठक पर काम श करन स पहल एिगजम बक और एडी णीndashI बक का अनमोदन ा करना होगा | lsquoपरयोजना िनयारतrsquo और lsquoसवा िनयारतrsquo स सबिधत िविनयम को परयोजना िनयारत और सवा िनयारत पर अनदश क सशोिधत जञापन म िनधाररत कया गया ह | [ पीईएम-जलाई 2014 ] (ii) तदनसार एडी बक एिगजम बक िबना कसी मौक सीमा क कायर [ post-award ] अनमोदन दन पर िवचार कर और सबिधत फमा दशािनदश िविनयम क दायर क भीतर उस कायर अनमोदन क शत म बाद म कय गय परवतरन क अनमित द | परयोजना और सवा िनयारतक अपन वािणिजयक िनणरय क आधार पर एडी बक एिगजम बक स समपकर कर | सबिधत एडी बक एिगजम बक उनक ारा िजन परयोजना को कायर अनमोदन दया गया ह ऐसी परयोजना पर िनगरानी रख |

(iii) परयोजना और सवा िनयारतक को अपन िवदशी लनदन करन म लचीलापन दन क िलए िनानसार सिवधाए दान क गयी ह

ए) मशीनरी का अतर-परयोजना सथानानतरण-अतरती परयोजना [ transferee project ] स मशीनरी आद क बाजार मलय क वसली क सबध म लगाया गया िनधाररण [ जो उसक बही मलय स कम नह ह ] अब हटाया गया ह | साथ ही िनयारतक उनह कसी भी दश म ा कसी अनय ठक को परा करन क िलए उस मशीनरी सामी का उपयोग कर सकत ह बशत ायोजक एडी णी-I बक एिगजम बक उसस सत हो तथा साथ ही इस बार म रपोटर करन क अपकषा का पालन कया गया हो और उसपर सबिधत एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रख |

बी) िनिधय का अतर परयोजना अतरण - एडी णी-I बक एिगजम बक िनयारतक को अपन पसद क िवदशी मा मा म एक या उसस अिधक खात खोलन बनाए रखन तथा परचािलत करन क अनमित द सकत ह िजसम कसी भी दश म और कसी भी मा म िनिधय का अतर-परयोजना अतरण सिवधा होगी | ऐस अतर-परयोजना अतरण पर एडी णी-I बक एिगजम बक िनगरानी रखग |

सी) अस थायी नकदी अिधशष का िनयोजन - एडी णी-I बक एिगजम बक ारा िनगरानी क शतर पर असथायी नकदी अिधशष का िनयोजन [ Deployment ] परयोजना सवा िनयारतक भारत स बाहर अजत अपनी असथायी अिधशष िनिधय का िवदश म खज़ाना िबल और अनय मौक िलखत सिहत अलपाविध पपसर [ short-term paper ] म एक वषर अथवा उसस कम अविध क परपता अथवा शष परपता क िलए िनवश कर सकत ह इनका सतर कम-स-कम सटणडडर और पअर का A--1AAA अथवा मडी का पी-1-AAA अथवा फच आईबीसीए आद क F1AAA होना चािहए परयोजना सवा िनयारतक उ अिधशष को भारत म िसथत एडी णी-I क बक क बाहरी शाखा उप कायारलय म जमारािशय क प म भी रख सकत ह

डी) ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म िनिधय का तयावतरन - सॉफटवयर िनयारत कपनी फमर ारा ऑन साईट सॉफटवयर ठक क मामल म ठक क मलय क 30 ितशत क रािश का तयावतरन करन क अपकषा को अब समा कर दया गया ह | तथािप व अपन ऑन साईट ठक समा होन क बाद उसक लाभ को तयावतत कर द |

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 13: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

ए15 प कराय आद पर सामान का िनयारत

िवदशी पदार क साथ पा कराया कराय क भार वसल कय जान तथा उस फर स आयात कय जान क शतर पर करार करत ए प कराय पर मशीनरी उपकरण का िनयारत करन क िलए भारतीय रज़वर बक का पवर अनमोदन आवशयक ह | िनयारतक को एडी णी-I बक क माधयम स िनयारत कय जान वाल माल क पर बयोर दत ए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन करना चािहए |

ए 16 दीघारविध ऋण शत पर िनयारत

जो िनयारतक दीघारविध ऋण शत पर सामान का िनयारत करना चाहत ह व पर बयोर दत ए अपन बक क माधयम स अपन सताव रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास आवदन कर |

ए 17 िवदशी मा का िनयारत

दनाक 29 दसबर 2015 क अिधसचना स फमा 6 [ आर ] 2015 आरबी क जरय अिधसिचत िवदशी मा बधन अिधिनयम [ मा का आयात और िनयारत ] िविनयमावली 2000 क अनसरण म िजस समय- समय पर सशोिधत कया गया ह भारतीय मा क कसी भी िनयारत क िलए रज़वर बक क अनमित आवशयक ह | लकन उसम िविनयमावली क अतगरत दान क गयी कसी भी सामानय अनमित क अनसार उस माा तक अनमत रािश शािमल नह होगी जो िनम नानसार ह

(i) भारत का िनवासी कोई भी ि भारत सरकार और रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक मा नोट [ पीस हजार पय मा ] भारत स बाहर [ नपाल और भटान को छोड़ कर ] ल जा सकता ह और

(ii) भारत स बाहर का िनवासी जो पाकसतान और बागलादश का नागरक नह ह तथा साथ ही बागलादश पाकसतान स आन जानवाला याी नह ह और भारत का दौरा कर रहा ह वह भारत सरकार और भारतीय रज़वर बक क 25000 पय स अनिधक नोट [ पीस हजार पय मा ] कवल कसी एयरपोटर स बाहर जात ए ही ल जा सकता ह | भाग -बी िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] सॉफटकस यािविध

बी 1 सीमा शलक पन [ पोटर ] क माधयम स वसत का िनयारत

(i) सीमा शलक घोिषत मलय को मािणत करगा और िनयारतक ारा गर इलकोिनक डटा इटर चज [ EDI ] पोटर म सतत कय गय िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क दो ितिलिपय पर म सखया दगा |

(ii) सीमा शलक मल िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] रज़वर बक को भजन क िलए अपन पास रखगा और उसक ितिलिप िनयारतक को लौटाएगा |

(iii) वसत का पोतलदान करत समय िनयारतक उस ईडीएफ क दसरी ित सीमा शलक को सतत करगा | वसत क जाच करन क बाद सीमा शलक उस फामर म उस वसत क माा को मािणत करगा और िनयारत िबल का परामण सहण करन हत एडी को सतत करन क िलए िनयारतक को लौटा दगा |

(iv) िनयारत क तारीख स 21 दन क भीतर िनयारतक उस दसरी ित को सबिधत पोतलदान क दसतावज और इनवाईस क अितर ितिलिप क साथ उस ईडीएफ म नािमत एडी को सतत करगा |

(v) सभी दसतावज क परामण उनह सहण क िलए भजन क पात बाद एडी िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क माधयम स भारतीय रज़वर बक को भजगा और व दसतावज अपन पास रख लगा |

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 14: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(vi) आसथिगत ऋण वसथा क अतगरत अथवा िवदश म सय उपम को इटी सहभािगता क शतर पर या पया ऋण करार क शतर पर कय गय िनयारत क मामल म रज़वर बक क अनमोदन क सखया और तारीख और अथवा रज़वर बक क सबिधत परप क तारीख उस ईडीएफ फामर पर सही जगह पर दजर क जाएगी |

(vii) जहा ईडीएफ क दसरी ित िमल नह रही हो अथवा खो गयी हो वहा एडी सीमा शलक ारा िविधवत प स मािणत ईडीएफ क दसरी ित सवीकार कर |

बी 2 ईडीआई पन क माधयम स वसत सॉफटवयर का िनयारत

(i) िशपग िबल सबिधत ािधकारी (सीमा शलक आय अथवा िवशष आथक कष को यद िनयारत उ क माधयम स कया गया हो) को दो ितय म सतत कया जाएगा

(ii) उस िबल का सतयापन और अिधमाणन कय जान क बाद सबिधत ािधकारी लदान िबल क lsquoिवदशी मा (ईसी) ितिलिपrsquo अकत क ई ितिलिप िनयारतक को सप दगा ताक उ ितिलिप िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर िशपग दसतावज क सहण परामण क िलए एडी को सपी जा सक | तथािप उन मामल म जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क ितिलिप एडी बक को सतत करन क आवशयकता नह होगी

(iii) िशपग िबल क ितिलिप क िनपटान का तरीका वही होगा जो ईडीएफ क िनपटान का तरीका ह | ईसी इनवाईस आद क एक ितिलिप क साथ उस फामर क दसरी ित एडी ारा अपन पास रखी जाएगी और उस रज़वर बक क पास भजन क आवशयकता नह ह | तथािप जहा लदान िबल क ईसी ितिलिप दनाक 23 नवबर 2016 क सीबीईसी परप स 55 2016-कसटमस क अनसार मत नह क गई ह तथा लदान िबल क आकड़ को ईडीपीएमएस क साथ एककत कया गया हो वहा लदान िबल क िनपटान क आवशयकता ही नह होगी

टपपणी - जहा बीमा िविनयामक और िवकास ािधकरण [ आईआरडीए ] ारा िविनयिमत ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनया ारभ म िनयारतक क दाव का िनपटान करती ह तथा बाद म खरीदार खरीदार क दश स िनयारत क रािश ा होती ह वहा इस कार स ा रािश म िनयारतक का िहससा उन ािधकत ापारय क माधयम स िवतरत कया जाता ह िजनह न ईसीजीसी िनजी बीमा कपिनय ारा माण प जारी करन क बाद िशपग क दसतावज पर काररवाई क थी | इस माण प म घोषणा फाम क सखया िनयारतक का नाम ािधकत ापारय का नाम परामण क तारीख िबल सखया इनवाईस का मलय और ईसीजीसी िनजी बीमा कपनी ारा वासतव म ा रािश दशारयी जाएगी |

बी3 डाक क माधयम स वसत का िनयारत

डाक ािधकारी ईडीएफ क मल ित पर ािधकत ापारी ारा ितहसताकषरत कय जान क िसथित म ही कवल डाक क माधयम स वसत क िनयारत क अनमित दग | अत िनयारतक को वह ईडीएफ िजसम डाक स वसत भजना शािमल ह पहल ािधकत ापारी क पास ित हसताकषर क िलए भजना चािहए | इसक यािविध िनानसार ह

(i) ािधकत ापारी इस बात को सिनित करन क बाद ईडीएफ पर ितहसताकषर करगा क वह पासरल आयात क दश म िसथत उनक शाखा या उनक ितिनिध बक को सबोिधत कया गया ह और िनयारतक को उसक मल ित लौटा दगा | िनयारतक वह ईडीएफ उस पासरल क साथ उस डाक कायारलय को सतत करगा |

(ii) ईडीएफ क दसरी ितिलिप ािधकत ापारी अपन पास रखगा िनयारतक परामण सहण क िलए इनवाईस क अितर ित क साथ सबिधत दसतावज एडी को 21 दन क िनधाररत अविध क भीतर सतत करगा |

(iii) सबिधत िबल का भगतान अथवा सवीकार कय जान क बाद सबिधत िवदशी शाखा अथवा उसक ितिनिध को वह पासरल िषती को सपदर करन क िलए कहा जाएगा |

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 15: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(iv) तथािप ािधकत ापारी सीध ही िषती को सबोिधत पासरल क ईडीएफ पर ितहसताकषर कर सकता ह बशत

(ए) िनयारतक क पकष म िनयारत क पर मलय क िलए अपरवतरनीय साख प खोला गया ह और सबिधत ािधकत ापारी क माधयम स उसक सचना दी गयी ह अथवा

(बी) िनयारतक को ािधकत ापारी क माधयम स पोतलदान का परा मलय पहल ही ा हो चका ह

अथवा

(सी) ािधकत ापारी िनयारतक क साख और परान रकाडर क आधार पर और िनयारत क रािश वसल करन क िलए क गयी वसथा स सत हो |

ऐस मामल म अिम भगतान साख प िनयारतक क साख क सबध म ािधकत ापारी का माणप आद यथोिचत प स अिधमािणत करत ए उस फामर पर सतत कया जाना चािहए |

(v) ईडीएफ म िषती क नाम अथवा पत म कोई भी परवतरन होता ह तो उस ािधकत ापारी ारा उसक सटामप और हसताकषर स अिधमािणत कया जाना चािहए | बी 4 गहर समदर म मछली पकड़नवाल जहाज़ ारा पकड़ी गयी मछली का मधय समदर म हसतानतरण (i) चक गहर समदर म मछली पकड़न क िलए ादिशक सीमा क िनरतर बाहर रहना पड़ता ह अत पकडी गयी मछिलय को गहर समदर म ही हसतातरत करना पड़ता ह | इसम रपोटर करन क िविनयामक अपकषा क यािविधगत बाधयता का सामना करना पड़ता ह जस दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क अनसरण म िनयारत का घोषणाप दना|

(ii) भारतीय सवािमतववाली वसलस ारा पकड़ी गयी मछली क बीच समदर म हसतानतरण क सबध म किष मालय भारत सरकार ारा िनधाररत मानदड क अनसार ईडीएफ घोषणा प क यािविध को भारत सरकार स परामशर करत ए नीच दय गय अनसार तकरसगत बनाया गया ह | िनयारतक को दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 आरबी क िविनयम 3 क अनप काररवाई करनी चािहए |

ए ) िनयारतक कसटम माणप क बदल वसल क मासटर ारा िविधवत प स हसताकषरत ईडीएफ सतत कर िजसम पकड़ी गयी मछली का कार मछली क माा उसका िनयारत मलय पोतलदान क तारीख [ मछली अतरत करन क तारीख ] आद सतत क गयी हो | साथ ही वह अतरारीय काग सवकषणकतार [ सवयर ] क माण प स समथत होना चािहए |

बी ) िबल ऑफ लडग उस करयर वसल ारा जारी क गयी ासिशपमट क रसीद म ईडीएफ क सखया को शािमल कया जाना चािहए |

सी) वसली और तयावतरन क िलए िनधाररत अविध का िहसाब उस वसल क मासटर ारा यथा मािणत पकड़ी गयी मछली को अतरत करन क तारीख अथवा इनवाईस क तारीख जो भी पहल हो धयान म रखत ए लगाया जाना चािहए |

डी) ईडीएफ क मल और दसरी ित दोन म किष मालय ारा वसल क परचालन क िलए जारी कय गय अनमित प क सखया और तारीख को दशारया जाना चािहए |

ई) िनयारतक ईडीएफ दो ितय म परा करगा और दोन ही ितया वसल क पजीकत पन म अथवा किष मालय ारा यथा अनमोदत अनय कसी भी पन म कसटमस को सतत क जाएगी | ईडीएफ क मल ित कसटमस ारा उनक इलकोिनक डटा इटरचज म आकड़ को शािमल करन क िलए उनक पास रखी जाएगी | एफ) कसटमस ईडीएफ क दोन ितय म अपनी म सखया दगा और उसक दसरी ित िनयारतक को लौटाएगा कयक िनयारत का मलय को ऊपर उललख कय गय अनसार पहल ही मािणत कया गया ह |

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 16: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

जी) िनयारतक ारा एडी णी -I क बक को ईडीएफ सतत करन क िलए यािविध क सबध म िनयम िविनयमावली और िनदश और इन बक ारा इन फाम क िनपटान का तरीका वही होगा जो अनय िनयारतक पर लाग ह |

बी 5 सॉफटकस फामर

(i) सभी सॉफटवयर िनयारतक अब एकसल फामट क एक िववरण क प म एक और साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सकषम ािधकारी क पास अिधमाणन क िलए सतत कर सकत ह | चक एसटीपीआई एसईजड स सॉफटकस िववरण इलकोिनक प म रज़वर बक को भज जा रह ह अत िनयारतक को अब सशोिधत यािविध क अनसार सॉफटकस िववरण दो ितय म सतत करन हग | एसटीपीआई एसईजड उसक एक ित अपन पास रखग और दसरी ित यथोिचत अिधमाणन क साथ िनयारतक को सौपग | अब तक क तरह ही िनयारतक को एकसल फामट म एकमशत िववरण म 25000 अमरीक डॉलर स कम क इनवाईस सिहत सभी इनवाईस क बार म परी जानकारी दनी होगी |

(ii) एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटवयर िनयारत क घोषणा करन क िलए एक सामानय सॉफटकस फामर तयार कया गया ह |

(iii) भारतीय रज़वर बक न ईडीएफ फामर और सॉफटकस फामर सखया ा करन क सिवधा अब ऑन लाइन उपलबध करायी ह [ऑफ-साइट सॉफटवयर िनयारत म उपयोग क िलए एकल एव एकमशत] अत रज़वर बक क कषीय कायारलय ारा एकल तथा साथ ही एक मशत सॉफटकस फामर सखया का मनअल आबटन करन क सिवधा अब बद कर दी गयी ह

(iv) सॉफटवयर िनयारत क इनवाईसग

ए) ऐस दीघर अविध क करार क िलए िजनम सारण क खला शािमल ह िनयारतक को अपन िवदशी ाहक स उनक साथ कय गय करार क ावधान क अनसार आविधक प स अथारत कम-स-कम महीन म एक बार अथवा lsquoमील का पतथरrsquo छ लन क बाद िबल लगान चािहए और अितम इनवाईस िबल ठका समा होन क तारीख स 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए | िनयारतक क िलए यह ठीक रहगा क व कसी माह म ा अिम िवषण सिहत कसी िविश िवदशी ाहक को लगाय गय िबल क सभी इनवाईस क िलए सय सॉफटकस फामर सतत कर |

बी) कवल rsquoवन शॉट ऑपरशनrsquo वाल ठक म इनवाईस िबल उसक सारण क 15 दन क भीतर लगाया जाना चािहए |

सी) िनयारतक कमपयटर सॉफटवयर और ऑिडयो वीिडयो टलीिवजन सॉफटवयर क िनयारत क सबध म एसटीपीआई ईपीजड एफटीजड एसईजड म भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी को ऊपर बताय गय अनसार सॉफटकस फामर म एक घोषणाप क चार ितिलिपया कसी माह म लगाय गय इनवाईस क अितम तारीख स तीस दन क भीतर मलयाकन क िलए सतत कर | नािमत अिधकारी भी उनक पास रिजसटर कय गय ईओय क सोफटकस फामर को मािणत कर |

डी) उपयर [ए] स [सी] म यथा उिललिखत िवदशी ाहक ाहक को जारी कय गय इनवाईस सॉफटकस फामर म क गयी िनयारत क मलय क घोषणा का भारत सरकार क सबिधत नािमत अिधकारी ारा मलयाकन कय जान और यद आवशयक हो तो उस इनवाईस क मलय म यद कोई परवतरन कए जान क अधीन होगा

बी 6 िविश अिभिनधाररण सख याए

रज़वर बक क साथ कय गय सभी आवदन पाचार म ईडीएफ और सॉफटकस फामर पर उपलबध िविश अिभिनधाररण सख या का अिनवायरत उललख कया जाना चािहए |

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 17: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

बी7 सवा का िनयारत

यह सप कया जाता ह क उन िनयारत सवा क सबध म िजन पर इन िविनयम म िनद कोई भी फामर लाग नह होता िनयारतक िबना कोई घोषणा कय ऐसी सवा का िनयारत कर सकता ह | लकन वह अिधिनयम और िविनयम क ावधान तथा उ अिधिनयम एव उसक अतगरत बनाय गय अनय िनयम एव िविनयम क अनसार ऐस िनयारत स दय अथवा ोदभत होनवाली िवदशी मा क रािश को वसल करन और उस भारत म तयावतत करन क िलए िजममदार होगा |

बी8 तीसरी पाट क िनयारत स ा रािश

िनयारतक को कसी तीसरी पाट स कय गय वसत सॉफटवयर क िनयारत स ा रािश क यथोिचत घोषणा प फामर म िविधवत प स घोषणा करनी चािहए |

बी 9 आकिसमक सतयापन

उपयर सभी यािविधय म एडी णीndash I बक को अपन आतरक लखा परीकषक सगामी लखा परीकषक ारा सबिधत डपलीकट फाम क आकिसमक जाच करत ए यह सिनित करना चािहए क यद वसली न होन अथवा अलप वसली क अनमित दी गयी हो तो वह उनह तयायोिजत शिय क भीतर ह अथवा जहा आवशयक हो वहा उसक िलए रज़वर बक का िविधवत अनमोदन ा ह |

बी10 अलप िशपमट और शट आउट िशपमट [ पोतलदान ]

(i) जब कसटमस क पास पहल ही सतत कय गय ईडीएफ फामर ारा कवर कए गए िशपमट क भाग का अपणर पोतलदान कया गया हो तब िनयारतक को उस अपणर पोतलदान क कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स सचना दनी चािहए | यद कसटमस स अपणर पोतलदान क मािणत नोटस ा होन म िवलब होता ह तो िनयारतक को चािहए क वह एडी बक को इस आशय का एक वचनप सतत कर क उसन कसटमस क पास िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स अपणर पोतलदान क सचना द दी ह और कसटमस स वह नोटस ा होन क ततकाल बाद उस सतत करगा |

(ii) जहा िशपमट परी तरह स बद हो गया ह और उसका दोबारा पोतलदान िशपमट क वसथा करन म िवलब आ ह ऐसी िसथित म िनयारतक कसटमस को िनधाररत फामर म और िनधाररत तरीक स दो ितय म उसक सचना दगा और उसक साथ अय ईडीएफ क और पोतलदान िबल क ितिलिप सतत करगा | कसटमस इस बात का सतयापन करगा क वह िशपमट वासतव म बद था और उस नोटस क ितिलिप को सही नोटस क प म मािणत करगा और उसक ितिलिप ईडीएफ क अय दसरी ित क साथ रज़वर बक को सतत करगा | इस मामल म कसटमस स पहल ा ई मल ईडीएफ र क जाएगी | यद बाद म िशपमट कया जाता ह तो ईडीएफ का नया सट परा कया जाना चािहए |

बी11 एयर काग समदर काग समकन

(i) एयर काग का समकन

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 18: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

ए) जहा एयर काग को समकन क अतगरत लादा जाता ह वहा उस एयरलाईन कपनी का मासटर एयर-व िबल उस समकन काग एजट को जारी कया जाएगा | उसक बदल काग एजट अपन सवय क हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] वयिक िशपसर [ shippers ] को जारी करगा |

बी) एडी णीndash I बक हाउस एयर-व िबल [ HAWBs ] क परामण पर तभी िवचार करगा जब सबिधत साख प म एयरलाईन कपनी ारा जारी कए गए एयर व िबल क बदल म इन दसतावज क परामण का िवशष प स ावधान कया गया हो |

(ii) समदर काग का समकन

ए) एडी णीndash I बक साख प ारा समथत िनयारत लनदन क मामल म िबल ऑफ लडग क बदल आईएटीए(IATA) ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी फोरवडर काग रसीद को िशपग दसतावज क िनगोिशएशन उनका सहण करन क िलए सवीकार कर सकता ह बशत उस सबिधत साख प म िबल ऑफ लडग क बदल िजस दसतावज का िनगोिशएशन करना ह उसका िवशष प स उललख कया गया हो फर भल ही िवदशी खरीदार क साथ कय गय िब करार म िबल ऑफ लडग क बदल एफसीआर को िशपग दसतावज क प म सवीकार करन का ावधान नह हो |

बी) साथ ही ािधकत ापारी अपन िववक क अनसार िस िशपग कपिनय आईएटीए ारा अनमोदत एजट ारा जारी क गयी एफसीआर [ िबल ऑफ लडग क बदल ] िशपग दसतावज क खरीद भनाई सहण क िलए ऐस मामल म भी सवीकार कर सकत ह जहा िनयारत लनदन साख प स समथत नह ह बशत िवदशी खरीदार क साथ उनक `सबिधत िब करारrsquo म िबल ऑफ लडग क बदल िशपग दसतावज को एफसीआर क प म सवीकार करन का ावधान कया गया हो | तथािप खरीद भनाई क िलए ऐसी एफसीआर को सवीकार करना पणरत उस सबिधत बक का िनणरय होगा जो अनय बात क साथ सवय उस लन दन क ामािणकता स और उस िवदशी खरीददार तथा भारतीय आपतकतार क परान रकाडर स सत हो कय क एफसीआर कोई िनगोिशएबल दसतावज नह होत | ऐस मामल म िनयारतक को िवदशी खरीदार क बार म परी सावधानी बरतनी चािहए |

बी 12 घोषणा प सतत करन स छट

वसत और सॉफटवयर क िनयारत क बार म िनधाररत फामर म घोषणा प सतत करन क अपकषा दनाक 12 जनवरी 2016 क 10

11िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली क िविनयम 4 म दशारय गय मामल म लाग नह होगी | तथािप िनयारतक फमा िविनयमावली क अनसार िनयारत क रािश वसल करन तथा उस तयावतत करन क िलए बाधय होगा |

भाग ndash सी ािधकत ापारय क दाियतव

सी 1 ईडीएफ हटाना

11

12एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़ को हटान क िलए ा अनरोध पर नीच दए गए अनसार िवचार कर सकत ह

11 एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2000 को रदद [ repealed ] करत हए उसक सथान पर दनाक 12 जनवर 2016 स एफईएम [ वसत और सवाओ का नयारत ]वनयमावल 2015 लाग क गयी | 12 दनाक 23 अगसत 2017 क राजपतर अधसचना सखया 232015-2020 दवारा नवषट हटान स पवर इस ldquo एडी शरणी-1 क बक नयारतक दवारा नयारत को बढ़ावा दन क लए पछल तीन वततीय वष क औसत वाषरक नयारत क दो परतशत का लकन पाच लाख रपय स कम मफत नयारत करन पर उसपर स ईडीएफ हटान क लए कय गय अनरोध पर वचार कर सकत ह | सटटस धारक नयारतक क लए मौजदा वदशी वयापार नीत क अनसार यह सीमा पछल तीन लाईसस वष [ अपरल स माचर ] क दौरान नयारत स परापत औसत राश का 10 लाख रपय अथवा दो परतशत 12इनम स जो भी कम हो ह | rdquo पढ़ा जाता था िजस दनाक 03 माचर 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 53 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 19: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

सटटस धारक एक करोड़ पए अथवा िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 इनम स जो भी कम हो क वाषक सीमा क अधीन िनयारत सवधरन क िलए शनय लागत पर म प स िनयारत योगय मद (िजनम र एव गहन सवणर तथा मलयवान धात क वसतए शािमल नह ह) का िनयारत कर क िलए पा ह औषधीय कपिनय ारा औषध उतपाद क िनयारत क िलए वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 2 औषधीय उतपाद टीक तथा जीवनरकषक दवाइय क यएन डबलयएचओ-पीएएचओ जसी अतरारीय एजिनसय हा सरकारी सवासथय कायरम को आपत करन क मामल म वाषक सीमा होगी िपछल तीन लाइससग वषर क दौरान औसत वाषक िनयारत वसली क 8 इस कार क मफत आपतया कसी कार क शलक वापसी अथवा कसी भी िनयारत सवधरन योजना क अतगरत कोई अनय िनयारत ोतसाहन क िलए पा नह हगी

ऐसी वसत क िनयारत पर स िजसम कोई तयकष अथवा अतयकष िवदशी मा लन-दन शािमल नह ह रज़वर बक स ईडी एफ यािविध को हटाय जान क आवशयकता ह |

सी2 िनयारत क जमानत पर अिम क ाि

एडी णी-I बक िनयारतक स ईडीएफ़

(1) दनाक 12 जनवरी 2016 क अिधसचना स फमा 23 [ आर ] 2015 क िविनयम 15 क अनसरण म जहा िनयारतक को भारत स बाहर क खरीददार स अिम म भगतान ा होता ह [ बयाज सिहत अथवा बयाज रिहत ] वहा इस बात को सिनित करना िनयारतक क िजममदारी होगी क अिम भगतान होन क तारीख स एक वषर क भीतर वसत का पोतलदान [ िशपमट ] हो जाता ह अिम भगतान पर यद कोई बयाज दय ह तो उसक दर लदन अतर बक सतािवत दर [ एलआई बीओआर ] + 100 बिसस पॉइट स अिधक नह ह और व दसतावज िजनम वह िशपमट शािमल ह उस एडी णी-ndash I बक क माधयम स भज जात ह िजसक माधयम स वह अिम भगतान ा आ ह |

बशत अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क भीतर पणर प स अथवा आिशक प स िशपमट करन म िनयारतक असफल होता ह तो ऐसी िसथित म उ एक वषर क अविध समा होन क पात रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना अिम भगतान क अय िहसस क वापसी अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाएगा |

12

13ईडीपीएमएस िनयारत क िलए अिम म ा िवषण क बयोर ईडीपीएमएस म पकड़ लगा | इसक बाद एडी णीndash I बक को वसत सॉफटवयर क िनयारत क िलए ा अिम तथा परान बकाया आतरक िवषण सिहत सभी आतरक िवषण क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी | साथ ही जहा कह आतरक िवषण क िलए एफआईआरसी जारी क जाती ह वहा एडी णीndash I क बक को इलकोिनक एफआईआरसी क ईडीपीएमएस म रपोटर करनी होगी |

िनयारत क िलए ा अिम क उपयोग म यद िवलब होता ह तो उसक सबध म सतत क जानवाली मािसक िववरणी का सततीकरण अब बद कर दया गया ह |

13 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर शखला ] परपतर स 74 दवारा जोड़ा [ इनसटर कया ] गया

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 20: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(2) एडी णीndash I बक िजन िनयारतक का नयनतम तीन वषर का िपछला रकाडर सतोषजनक ह उनह अिधकतम 10 वष क अविध तक दीघारविध िनयारत अिम ा करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह िजस वसत क िनयारत क िलए दीघारविध आपत करन क ठक का िनषपादन करन क िलए उपयोग म लाया जाना ह

(i) िनित अपरवतरनीय आपत आदश और करार कय ए होन चािहए | िवदशी पाट खरीदार क साथ कय गय करार क जानी चािहए और उसम उतपाद का सवप उसक रािश और उसक सपदरगी क समय सीमा का तथा यद इन शत का पालन नह कया जाता अथवा वह करार र कया जाता ह तो कया दड लगाया जाएगा इसका भी सप उललख होना चािहए | उतपाद क वतरमान कमत अतरारीय कमत क अनप होनी चािहए|

(ii) कपनी क पास अपनी कषमता णािलया और याए ससथािपत िसथित म होनी चािहए ताक यह सिनित कया जा सक क उ िनधाररत अविध क दौरान आपत आदश को वासतव म िनषपादत कया जाता ह |

(iii) यह सिवधा कवल उनह ससथा को दी जाएगी जो वतरन िनदशालय अथवा ऐसी कसी अनय िविनयामक एजसी क ितकल िनगरानी म नह ह अथवा िजनको चतावनी सची म नह डाला गया ह |

(iv) ऐस अिम को भिवषय म कय जानवाल िनयारत क साथ समायोिजत कया जाना चािहए |

(v) यद कोई बयाज दय हो तो उसक दर िलबोर +200 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए |

(vi) सभी दसतावज कवल एक ही ािधकत ापारी बक क माधयम स ही सतत कय जान चािहए |

(vii) ािधकत ापारी बक को एएमएल कवाईसी सबधी दशािनदश का अनपालन सिनित करना चािहए |

(viii) ऐस िनयारत आिम का उपयोग अनजरक परसपिय क प म वगकत पया ऋण क चकौती करन क िलए नह कया जा सकगा |

(ix) िनयारत आदश क िनषपादन क िलए कायरशील पजी क िलए दोबारा िवपोषण को टाला जाना चािहए |

(x) 100 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसस अिधक क ऐस अिम क ापार भाग िवदशी मा िवभाग भारतीय रज़वर बक कनीय कायारलय मबई क पास ततकाल रपोटर क जानी चािहए |

(xi) यद ािधकत बक को िनयारत सबधी कायरिनषपादन क िलए कोई बक गारटी [ बीजी ] सटड बाई साख प [ एसबीएलसी ] जारी करना पड़ता ह तो अनय बात क साथ-साथ उसका िनदशक मडल ारा अनमोदत नीित पर आधारत िववकपणर अपकषा को धयान म रखत ए कसी अनय ऋण सताव क तरह ही कड़ाई स मलयाकन कया जाना चािहए |

ए ) बीजी एसबीएलसी एक समय म दो वष स अनिधक क अविध क िलए जारी क जानी चािहए और कसी एक समय म उसको दो और वष क िलए आग बढाया जा सकता ह [ रोलओवर ] बशत करार क अनसार सबिधत िनयारत िनषपादन सतोषजनक हो |

बी ) बीजी एसबीएलसी म कवल वही अिम शािमल हो जो घटी ई शष रािश आधार पर ह |

सी) िवदशी खरीददार क पकष म भारत स जारी क गयी बीजी एसबीएलसी को भारत म िसथत बक क िवदशी शाखा ारा िडस काउन ट नह कया जाना चािहए

टपपणी एडी णीndash I बक बकग िविनयमन िवभाग ारा जारी गारटया और सह सवीकित पर जारी मासटर परप स मागरदशरन ल सकत ह |

(xii) एडी णीndash I बक ईईएफसी खात म जमा कय गय अिम भगतान को वापस लौटान क िलए िनयारतक क िविभ शाखा बक म िसथत ईईएफसी खात म रखी गयी सम जमारािश का उपयोग कय जान क बाद बाजार स िवदशी मा क खरीद क अनमित द सकत ह

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 21: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(3) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस वसत क िनयारत क िलए िनिलिखत शत क अधीन अिम भगतान ा करन क अनमित द सकत ह िजसक उतपादन म और उसक िशपमट म एक वषर स अिधक का समय लग सकता ह और जहा िनयारत करार म अिम भगतान ा होन क तारीख स एक वषर क अविध क बाद वसत क िशपमट का ावधान ह-

(i) एडी णीndash I बक न िवदशी खरीददार क िलए कवाईसी और अनय िविधवत सावधानी ल ली ह

(ii) धन शोधन िनवारण मानक क अनपालन को सिनित कया गया ह

(iii) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क िनयारतक को ा िनयारत अिम कवल िनयारत क िनषपादन क योजन स ही कया जाता ह और कसी भी अनय योजन क िलए नह अथारत वह लनदन वासतिवक लनदन ह

(iv) यद कोई ोस भगतान हो तो वह सीध िवदशी खरीदार स करार क शत का कड़ाई स अनपालन करत ए ा कया जाना चािहए|

(v) अिम भगतान पर दय बयाज दर यद कोई हो तो वह लदन अतर बक सतािवत दर [ िलबोर ] +100 बिसस पॉइट स अिधक नह होनी चािहए

(vi) िपछल तीन वष क दौरान ा अिम भगतान क 10 ितशत स अिधक क वापसी क घटना नह होनी चािहए

(vii) िशपमट को दशारन वाल दसतावज उसी ािधकत ापारी बक क माधयम स सतत कय जान चािहए और

(viii) िशपमट परी करन म यद िनयारतक पणरत या अशत असफल हो जाता ह तो रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिम भगतान क अय भाग को वापस लौटान क िलए अथवा बयाज क भगतान क िलए कोई िवषण नह कया जाना चािहए |

(4) (i) जसा क यह दखा गया ह ऐस िनयारत [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] का िनषपादन न होन क कारण िनधाररत अविध क बाद िनयारत क िलए ा अिम क सखया और उसक रािश बकाया रहन क िसथित म भारी वि ई ह | अत एडी णीndash I बक को यह सिचत कया जाता ह क व सबिधत िनयारतक क साथ अनवत काररवाई कर ताक यह सिनित कया जा सक क िनयारत िनषपादन [ वसत क िनयारत क मामल म िशपमट ] िनधाररत समय सीमा क भीतर कया जा सक |

(ii) साथ ही यह भी दोहराया गया ह क एडी णीndash I बक यथोिचत सावधानी बरत तथा कवाईसी और एएमएल दशािनदश का अनपालन सिनित कर ताक कवल ामािणक िनयारत अिम ही भारत म आ सक | सदगध मामल तथा साथ ही िनरतर चककतार क मामल वतरन िनदशालय क पास आग क जाच क िलए सप जाए | ऐस मामल क बयोर दशारत ए एक मािसक िववरण रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को हर ितमाही समा होन क बाद 21 दन क भीतर भज दय जाए |

सी3 ईडीएफ िवदश म ापार मल दशरिनय का अनमोदन

िवदश म ापार मल दशरिनय म भाग लन वाली फमर कपिनया और अनय सगठन भारतीय रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना भारत स बाहर दशरन क िलए वसतए ल जा सकत ह िनयारत कर सकत ह | दशरिनय म न बची गयी वसतए उसी दश म दशरनी ापार मल क बाहर भी अथवा अनय कसी दश म बची जा सकती ह | ऐसी िब िडसकाउट मलय पर करन क भी अनमित ह | यह भी अनमित ह क बची न गयी वसतए ित िनयारतक ित दशरनी ित मला 5000 अमरक डॉलर तक उपहार क प म भी दी जा सकती ह | एडी णीndash I बक भारत स

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 22: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

बाहर ापार मल दशरिनय म दशरन क िलए दशरन क साथ-साथ िब क िलए िनयारत क वसत क ईडीएफ का िनिलिखत शत क अधीन अनमोदन कर सकत ह

(i) िनयारतक दशरनी म बची न गयी वसत का भारत म दोबारा आयात करन पर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] एक माह क भीतर सतत करगा |

(ii) िनयारतक एडी णीndash I बक को िनयारत क गयी सभी वसत क िनपटान क तरीक तथा साथ ही भारत म उस िनयारत स ा रािश क तयावतरन क भी रपोटर करगा |

(iii) एडी णीndash I बक ारा यथा अनमोदत ऐस लनदन क उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक ारा 100 फसदी लखा परीकषा क जाएगी |

सी 4 पनआरयात क िलए वसत का िनयारत करन हत ईडीएफ का अनमोदन

(i) एडी णीndash I बक िनयारतक को ऐस मामल म जहा मरममत रख-रखाव जाच उनम आिशक सशोधन क बाद िनयारत क गयी वसत का पनआरयात करन हत ईडीएफ अनमोदन दन क िलए इस शतर क अधीन अनमित द सकत ह क व भारत स िनयारत क गयी मद क पनः आयात क एक माह क भीतर सबिधत वश िबल [ Bill of Entry ] सतत करग |

(ii) जहा जाच क िलए िनयारत क जा रही वसतए जाच क दौरान न हो जाती ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक आयात क िलए वश क िबल क बदल जाच एजसी स इस आशय का एक माण प ा कर क जाच क दौरान वसतए न हो गयी ह

सी 5 सीमा शलक क िवशष अिधसिचत कष स िनयारत घोषणा प फामर [ ईडीएफ ] क औपचारकता क िबना क और न बच गय हीर का पननयारत

(i) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म लागत म आधार पर आयात कए गए क और न बच गय हीर क पननयारत को सकर बनान क िलए यह सप कया जाता ह क बच न गय की हीर को जब िवशष अिधसिचत कष [एसएनजड ] [ कसटम क कष म आनवाल कष होन क कारण ] स घरल टरफ कष (डीटीए) म वश कय िबना िनयारत कया जाएगा तब उसक िलए ईडीएफ क औपचारकता क आवशयकता नह होगी |

(ii) िवशष अिधसिचत कष [ एसएनजड ] म क हीर क िविभ समह वाल षण क साथ एक इनवाईस क जरय उसक अनमािनत मलय क घोषणा तथा उस षण [ consignment ] क मफत सवप को दशारन वाली एक पकग सची होनी चािहए | कसी भी िसथित म ऐस क हीर क डीटीए म िवि क अनमित नह ह |

(iii) मलयवान काग कसटमस िनकासी क मबई म िनकासी कय गय समह क िलए िवी िबल खरीददार सतत करगा | एडी बक ऐस लन दन क ामािणकता स सत होन क बाद आयात भगतान क अनमित द सकत ह | साथ ही एडी बक ऐस लन दन का रकाडर भी रखगा |

सी 6 िवदश म कायारलय सथापन करना और िवदशी कायारलय क िलए अचल समपि खरीदना

(i) िवदश म कायारलय सथािपत करत समय एडी णीndash I बक िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क पह ितशत अथवा िनवल मािलयत क पीस ितशत इनम स जो भी अिधक हो तक ारिभक य करन क िलए िवषण क अनमित द सकत ह |

(ii) भारत स बाहर उस कायारलय शाखा अथवा ितिनिध कायारलय क सामानय कारोबार [ापारी गर ापारी ] क परचालन क पनरावत खच क िलए िपछल दो िवीय वष क दौरान औसत वाषक िब आय टनर ओवर क दस ितशत रािश का िनिलिखत शत क अधीन िवषण कया जा सकता ह

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 23: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

ए) भारतीय ससथा क िवदशी शाखा कायारलय सथािपत कया जा चका हो अथवा उसका सामानय कारोबार करन क िलए िवदश म ितिनिध क िनयि क गयी हो

बी) िवदशी शाखा कायारलय ितिनिध अिधिनयम िनयमावली अथवा िविनयमावली तथा उसक अतगरत बनाय गय िविनयम का उललघन करत ए कोई भी करार नह करगा

सी) िवदशी कायारलय [ ापारी गर ापारी ] शाखा ितिनिध भारत म अपन धान कायारलय क िलए आकिसमक अथवा अनय कार क कोई िवीय दयताए पदा नह करगा तथा साथ ही भारतीय रज़वर बक क पवर अनमित क िबना अिधशष रािश का िवदश म िनवश नह करगा| यद कोई रािश अिधशष हो तो वह भारत म तयावतत क जानी चािहए |

(iii) िवदश म खोल गय बक खात क बयौर एडी बक को ततकाल रपोटर कए जान चािहए|

(iv) एडी णीndash I बक भारत म रिजसटर क गयी कपनी िजसक िवदश म कायारलय ह ारा ारिभक और आवत य करन क िलए उपयर सीमा क भीतर अपन कारोबार क िलए भारत स बाहर अचल सपि खरीदन क िलए तथा अपन सटाफ क िलए रहायशी वसथा करन क िलए िवषण करन क अनमित दान कर सकत ह |

(v) सॉफटवयर िनयारतक कपनी फमर का िवदशी कायारलय शाखा हर `ऑफ साईटlsquo ठक क मलय का 100 ितशत भारत म तयावतत करगी |

(vi) यद कपिनया `ऑन साईटlsquo ठक लती ह तो उनह वह ठका समा होन क बाद अपन लाभ तयावतत करन चािहए|

(vii) िवदशी कायारलय ारा िलय गय `ऑफ साईटlsquo और `ऑन साईटlsquo ठक क अतगरत ा रािशया कया गया य और कय गय तयावतरन दशारनवाला एक वाषक लखा परीिकषत िववरण एडी णीndash I बक को भजा जाना चािहए |

सी 7 िनयारतक ारा पोत लदान [ िशपग ] क दसतावज सतत करन म िवलब

जहा िनयारतक िनयारत स सबिधत दसतावज िनयारत क 21 दन क िनधाररत अविध क बाद सतत करत ह वहा एडी णीndash I बक रज़वर बक क पवर अनमोदन क िबना उनपर काररवाई कर सकत ह बशत व िवलमब क िलए दय गय कारण स सत ह |

सी 8 िनयारतक को दसतावज लौटाना

ईडीएफ और िशपग दसतावज क दोहरी ितया एडी णीndash I बक को िनगोिसएशन सहण आद क िलए सतत कय जान क बाद िनयारतक को कसी चक को ठीक करन तथा पनरसततीकरण को छोड़ कर अनय कसी कारण स सामानयत लौटायी नह जानी चािहए |

सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]

एडी णीndash I बक िबल ऑफ लडग क एक िनगोिशएबल ितिलिप कछ लड लोकड दश को िनयारत करन क िलए सामान ल जा रह वसल क मासटर को अथवा ापारी ितिनिध को सतत कर सकत ह यद वह िशपमट अपरवतरनीय साख प स समथत हो और उसक सभी दसतावज उस साख प म उिललिखत शत क िबलकल अनप हो िजसम अनय बात क साथ-साथ ऐसी सपदरगी का ावधान कया गया हो |

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 24: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

सी10 िनयारतक ारा दसतावज का सीध षण

(i) एडी णीndash I बक को सामानयत अपनी िवदशी शाखा ितिनिधय को शीता स िशपग दसतावज भज दन चािहए तथािप व उन मामल म ऐस िशपग दसतावज िनयारत क सामान क अितम ठकान क िनवासी अपन िषितय अथवा एजट को भज सकत ह जहा

ए) िनयारत क िशपमट क पर मलय क िलए अिम भगतान अथवा अपरवतरनीय साख पा ा हो चका ह और उसक सबध म कय गय िब करार साख प म जहा सामान भजा जाना ह उस दश क िनवासी िषती को या उसक एजट को षण सबधी दसतावज सीध ही भजन का ावधान कया गया ह |

बी) एडी णीndash I बक िनयारतक क अनरोध को सवीकार कर सकत ह बशत वह िनयारतक उनका िनयिमत ाहक ह और वह एडी णीndash I बक उस िनयारतक क साख और िपछल रकाडर स सत हो और िनयारत क रािश वसल करन क वसथा क गयी हो |

(ii) एडी णीndash I बक सटटस धारक िनयारतक को [ िवदशी ापार नीित म यथा परभािषत ] और िवशष आथक कष क [ एस ई जड ] क यिनट को िनयारत दसतावज भारत स बाहर क िषती को िनिलिखत शत क अधीन भजन क अनमित द सकत ह

ए) िनयारत स ा रािश ईडीएफ म नािमत एडी बक क माधयम स तयावतत कय जात ह |

बी) िनयारतक िनयारत करन क तारीख स 21 दन क भीतर ईडीएफ क ितलिप िनगरानी क योजन स एडी बक को सतत करता ह |

iii) एडी णीndash I बक िनयारतक ारा जहा पर सामान अतत पचना ह उस दश क िनवासी िषती को अथवा उसक एजट को ित िनयारत िशपमट 1 िमिलयन अमरीक डॉलर अथवा उसक समतलय रािश क िशपग क दसतावज सीध ही भजन क मामल को िनिलिखत शत क अधीन िनयिमत कर

ए) िनयारत स ा होनवाली रािश परी तरह स वसल क जा चक ह |

बी) िनयारतक कम स कम छ महीन क िलए एडी णीndash I बक का िनयिमत ाहक ह |

सी) एडी णीndash I बक क पास िनयारतक का खाता भारब क कवाईसी एएमएल दशािनदश क पणरत अनप ह |

डी) एडी णीndash I बक उस लन दन क ामािणकता स सत ह |

ई) यद कोई आशका हो तो एडी णीndash I बक भारत म िवतीय आसचना यिनट को [ FIU_IND ] उस सदगध लनदन क रपोटर [ STR ] कर सकता ह |

सी11 आिशक आहरण आहरत न क गयी शष रािशया

(i) िनयारत ापार क कछ वसाय म यह परपरा ह क इनवाईस क मलय का एक छोटा िहससा भगतान क िलए आहरत नह कया जाता ह उस सामान क पच जान क बाद उसक जाच करन पर यद उसक वजन गणवा आद म कोई अतर आता ह या सामान का िवषण कया जाता ह तो उसक वजह स कय जानवाल समायोजन क िलए छोड़ दया जाता ह | ऐस मामल म एडी णीndash I बक िबल को िनगोिशएट कर सकत ह बशत

ए) आहरत न क गयी शष रािश िनयारत ापार क कसी िविश कार क वसाय म सामानय मानी जाती ह और वह पणर िनयारत मलय क अिधकतम 10 ितशत होगी|

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 25: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

ख) िनयारतक स ईडीएफ क ितिलिप पर इस आशय का एक वचन प ा कया जाना चािहए क वह िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर शष रािशया अभयपत करगा उसका िहसाब सतत करगा |

(ii) जहा िनयारतक सभी कोिशश करन क बावजद आहरत न क गयी शष रािशय क तयावतरन क वसथा नह कर पाया ह ऐस मामल म एडी णीndash I बक इस मामल क ामािणकता स सत होन क बाद यह सिनित कर क िनयारतक न कम-स-कम िजस मलय क िलए ारभ म िबल आहरत कया गया था [ अनाहरत शष रािशय को छोड़कर ] अथवा ईडीएफ फामर पर घोिषत मलय क 90 ितशत मलय इनम स जो भी अिधक हो वसल कर िलया ह और िशपमट क तारीख स एक वषर क अविध समा हो चक ह

सी 12 कनसाईनमट िनयारत

(i) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब एडी णीndash I बक अपनी िवदशी शाखा ितिनिध को िशपग दसतावज भजत ए उनह यह अनदश द क व िवास रसीद [ सट रसीद ] िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनधाररत अविध क भीतर एक िविश तारीख तक िब क रािश सपदर करन का वचनप सतत करन क बाद ही व दसतावज उनह सप द | भल ही कछ िविश वसाय क चिलत परपरा क अनसार अनमािनत मलय क एक भाग का िबल इन िनयारत पर अिम म आहरत कया गया हो तब भी इस यािविध का पालन कया जाना चािहए |

(ii) एजट िषती सामान क िब स ा रािश म स उस सामान क ाि भडारण और उनक िब क िलए कय जानवाल य जस लडग भार गोदाम का कराया हडलग भार को घटाए और िनवल रािश िनयारतक को िविषत कर द |

(iii) एडी णीndash I बक को एजट िषती स ा िब क खात का सतयापन करना चािहए | िब खात क कटौितया डाक तार भार सटामप टी जस मामली भार को छोड़ कर मल प म िबल रसीद स समथत होनी चािहए |

(iv) जब सामान कनसाईनमट आधार पर िनयारत कया गया हो तब सामान और मरीन बीम क वसथा भारत म क जानी चािहए |

(v) एडी णीndash I बक िनयारतक को िब करार समा होन क समय बची न गयी कताब को छोड़ दन क िलए अनमित दान कर सकत ह | तदनसार िनयारतक बची न गयी पसतक क कमत को अपन िब खात म िनयारत स ा रािश म स कटौती क प म दशार सकता ह |

सी13 िवदश म गोदाम खोलना कराय पर लना

एडी णीndash I बक िनयारतक स िवदश म गोदाम खोलन कराय पर लन क िलए ा आवदन प पर िवचार करत ए उनह िनिलिखत शत पर अनमित दान कर सकत ह

(i) आवदक का िनयारत बकाया िपछल िवीय वषर क दौरान कय गय िनयारत क 5 ितशत स अिधक नह होना चािहए|

(ii) आवदक का िपछल िवीय वषर क दौरान नयनतम िनयारत टनर ओवर 100000 अमरीक डॉलर होना चािहए |

(iii) िनयारत क रािश वसलन क अविध यथा लाग होनी चािहए |

(iv) सभी लनदन एडी बक क नािमत शाखा क माधयम स ही कय जान चािहए |

(v) िनयारतक को ारभ म उ अनमित एक वषर क अविध क िलए दान क जानी चािहए और यद आवदक ऊपर उललख क गयी अपकषा का पालन करता ह तो उसको नवीकत करन क बार म िवचार कया जाना चािहए |

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 26: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(vi) इस कार क अनमितअनमोदन दनवाल एडी णीndashI बक इस कार दय गय अनमोदन का अिभलख बनाय रख |

सी 14 िनयारत िबल रिजसटर

एडी णीndash I बक िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ] क साथ िनयारत िबल रिजसटर तयकष अथवा इलकोिनक प म बनाय रख | सभी कार क िनयारत लन दन को िवीय वषर आधार पर [ अल-माचर ] िबल सख या दी जानी चािहए और ईडीपीएमएस म उसक रपोटर क जानी चािहए |

सी15 अितदय िबल पर अनवत काररवाई करना

(i) एडी णीndash I बक िबल क वसली पर बारीक स नज़र रख और जहा िबल िनयारत क तारीख स भगतान क िनयत तारीख क बाद भी बकाया रहत ह वहा उस सबिधत िनयारतक स इस बार म ततकाल पछताछ कर | यद िनयारतक िनधाररत अविध क भीतर िनयारत क रािश क सपदरगी क वसथा करन म असफल रहता ह अथवा िनधाररत अविध क बाद समय िवसतार मागता ह तो उस मामल क रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को िनयारत क रािश वसल होन म हो रह िवलब का उललख करत ए रपोटर क जानी चािहए |

(ii) एडी णीndash I बक आहरत न क गयी शष रािशय को छोड़ कर िनयारत क परी रािश वसल होन तक ईडीएफ सॉफटकस फामर क ितिलिपया अपन पास रख |

(iii) एडी णीndash I बक िनयारतक क साथ िनयारत क रािश वसल करन क िलए उनक साथ योजनाब और तज़ी स अनवत काररवाई करत रह ताक चककतार िनयारतक क िव काररवाई करन म िवलब न होन पाय | एडी णीndash I बक िनयारत रािश को वसल करन म कोई िशिथलता दशारत ह तो उस रज़वर बक गभीरता स लगा और फमा 1999 क ावधान क अतगरत दडातमक काररवाई करन क िलए बाधय होगा |

(iv) 13

14दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस सचािलत होन क बाद स दनाक 28 फरवरी 2014 क बाद िशपग दसतावज क िलए सभी िनयारत लन दन क क वसली क रपोटर ईडीपीएमएस म क जानी चािहए |

सी16 मीयाद िबल का समयपवर भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना

िनयारतक कभी-कभी िवदशी खरीदार ारा मीयाद िबल का समयपवर भगतान कय जान पर उनह कश िडसकाउट दन क िलए इनवाईस मलय को घटान क िलए एडी णीndash I बक स सपकर कर सकत ह | एडी णीndash I बक मीयाद क उपयोग न क गयी अविध क अनपात म िनयारत ठक म िनधाररत बयाज क दर अथवा ाईम दर क अनसार जहा बयाज क दर तय नह क गयी हो वहा इनवाईस क मा क िलबोर दर क िहसाब स बयाज क रािश क सीमा तक नकदी िडसकाउट द सकत ह |

14 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर स74 िजस दनाक 15 जन 2016 स लाग कया जाना था दवारा जोड़ा [इनसटर कया] गया | इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था दनाक 01 माचर 2014 को ईडीपीएमएस परचालत होन क साथ दनाक 28 फरवर 2014 क बाद शपग दसतावज क लए सभी नयारत लनदन क वसल क ईडीपीएमएस म रपोटर क जानी चाहए और दनाक 01 माचर 2014 स पहल क परान बकाया शपग बल क रपोटर उस साईकल क पर होन तक एकसओएस म करना जार रखना चाहए rdquo

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 27: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

सी17 अनय मामल क इनवाईस म कटौती

(i) यद कसी िबल को िनगोिशएट कय जान क बाद अथवा उस सहण क िलए भज जान क बाद उसक रािश म कसी कारण स कोई कटौती करनी पड़ और णीndash I बक इसक िलए कय गय अनरोध क वासतिवकता स सत ह तो इस कार क कटौती क अनमित द सकत ह बशत

ए) ऐसी कटौती इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह होती ह

बी) वह नयनतम कमत क िनधाररण क शतर पर वसत क िनयारत स सबिधत न हो

सी) िनयारतक रज़वर बक क िनयारतक क चतावनी सची पर न हो

डी) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द

(ii) ऐस िनयारतक क मामल म जो तीन वष स अिधक क अविध स िनयारत कारोबार म ह उनह उपरोिलिखत शत पर तथा साथ ही उनका िपछला रकाडर सतोषजनक होन पर इनवाईस क मलय म कसी उतम ितशत क सीमा क िबना कटौती क अनमित दी जा सकती ह अथारत बकाया िनयारत क वसली िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत वाषक वसली क 5 ितशत स अिधक नह हो |

(iii) िपछल तीन िवीय वष क दौरान िनयारत रािश क औसत वसली स बकाया िनयारत िबल क ितशत क गणना करन क योजन स पलायन [ एकसटरनलाईजशन ] स सत दश को कय गय िनयारत क रािश को िहसाब म नह िलया जाना चािहए बशत खरीदार न सथानीय मा म भगतान कर दया हो |

सी18 खरीददार िषती का परवतरन

सामान का लदान करन क बाद यद मल खरीददार ारा चक करन पर उस कसी दसर खरीदार को भजा जाना हो तो रज़वर बक क अनमोदन क आवशयकता नह ह बशत यद इस कार क लनदन म सामान क कमत कम करन क कोई आवशयकता पदा ई हो तो वह इनवाईस मलय क 25 ितशत स अिधक नह हो और िनयारत रािश क वसली म िनयारत क तारीख स नौ महीन स अिधक िवलब नह हो | जहा ऐसी िसथितय म 25 ितशत स अिधक क कटौती क गयी हो वहा सी 17 म िनधाररत सभी अनय सबिधत शत का भी पालन कया जाना चािहए |

सी19 िवशष िनयारत कष [ एस ई जड ] ारा सामान का िनयारत

(i) एस ई जड म िसथत यिनट को िवदश म काम चाल करन क और उसी दश स िनयारत करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दी गयी ह

ए) िनयारत मलय म ससकरण उतपादन भार को यथोिचत प स शािमल कया गया ह और अितम खरीदार उनका वहन करता ह |

बी) िनयारतक न सामानय ईडीएफ या क अनसार समसत िनयारत मलय वसल करन क िलए सतोषजनक वसथा क ह|

(ii) एडी णीndash I बक डीटीए म िसथत यिनट को एसईजड म िसथत यिनट ारा उनह आपत कय गय सामान का भगतान करन क िलए िवदशी मा क खरीद करन क अनमित द सकत ह | ािधकत ापारी बक को एसईजड म िसथत यिनट ारा डीटीए म िसथत यिनट को दी गयी सवा का भगतान करन क िलए डीटीए क यिनट को िवदशी मा बचन क अनमित दान क गयी ह | यह सिनित कया जाए क एसईजड म िसथत यिनट को एसईजड क िवकास आय ारा [ डी सी ] जारी कय गय अनमोदन प म [ एलओए ] एसईजड ारा डीटीए म िसथत यिनट को

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 28: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

आपत कय गय सामान सवा स सबिधत ावधान और िवदशी मा म उसक िलए कय गय भगतान का उललख कया गया ह |

सी 20 समय िवसतार

(i) भारतीय रज़वर बक न एडी णीndash I बक को िनयारत क रािश वसल करन क िलए िनयारत क तारीख स जो अविध िनधाररत क ह उसक बाद छ माह तक समय बढ़ाकर दन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित दान क ह फर उसका इनवाईस मलय कछ भी कय न हो

ए) इनवाईस म उिललिखत िनयारत लनदन क वतरन िनदशालय कनीय जाच बयरो अथवा अनय जाच एजिसय ारा जाच नह चल रही हो

बी) एडी णीndash I बक इस बात स सत हो क िनयारतक अपन िनयण स बाहर क िसथितय क कारण अपन िनयारत क रािश को वसल नह कर पाया ह

सी) िनयारतक यह घोषणाप सतत करता ह क वह िनयारत क रािश बढ़ायी गयी समय सीमा क भीतर वसल कर लगा

डी) िनयारत क तारीख क एक वषर बाद समय बढ़ाकर दन क बात पर िवचार करत समय िनयारतक का कल बकाया एक िमिलयन अमरीक डॉलर स अथवा िपछल तीन िवीय वष क दौरान औसत िनयारत रािश क दस ितशत इनम स जो भी अिधक हो स अिधक नह ह

14

15हटाया गया

15

16ई) िजन मामल म िनयारतक न िवदश म खरीददार क िव दावा दायर कया ह वहा कतनी भी रािश िनिहत बकाया कय न हो समय िवसतार दान कया जाए |

(ii) उपयर अनदश म जो मामल शािमल नह ह उनक िलए रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय का अनमोदन ा करना होगा |

(iii) रपोटग ईडीपीएमएस म क जाए |

सी 21 पारगमन [ ािजट ] म खोयी ई िशपमट

(i) जब भारत स कय गय िशपमट िजसक िलए या तो साख प क अतगरत िबल का बचान [ िनगोिशएट ] करत ए अथवा अनय कसी प म कोई भगतान ा नह आ ह पारगमन [ ािजट ] म खो जाता ह तो एडी णीndash I बक को यह सिनित कर लना चािहए क जस ही हािन का पता चलता ह वस ही बीम क िलए दावा कया गया ह |

15 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] परपतर 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स हटाया गया | उस हटाय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquoछ महन स अधक समय क लए बकाया सभी नयारत बल क रपोटर एकस ओएस ववरण म क जानी चाहए | तथाप जहा पर एडी शरणी ndash I बक न समय वसतार परदान कया ह वहा िजस तारख तक ऐसा समय वसतार परदान कया गया ह उस तारख का ldquoटपपणया सतमभrdquo म उललख कया जाएrdquo

16 दनाक 26 मई 2016 क एपी [डीआईआर] परपतर 74 मौजदा उप परा [ एफ ] को मौजदा उप परा [ ई ] को हटाय जान क बाद उप परा [ ई ] क रप म पनसखया द गयी ह|

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 29: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(ii) जहा बीम का दावा िवदश म दय ह वहा एडी णीndash I बक को खोयी ई िशपमट पर दय बीम क परी रािश उनक िवदशी कायारलय ितिनिध क माधयम स वसल करन क वसथा कर लनी चािहए और वह रािश ा होन क बाद ही ईडीएफ क ितिलिप जारी करनी चािहए |

(iii) ा दाव क रािश क िलए एक माणप उसक ितिलिप क िपछल प पर सतत कया जाना चािहए |

(iv) एडी णीndash I बक यह सिनित कर क ािज़ट म खोय ए िशपमट पर कय गय दाव िजनह िशपग कपिनय एयरलाईन न िवदश म वाहक क दयता क अतगरत [ करयर लाएिबिलटी अॉड ] अशत िनपटाया ह भी िनयारतको ारा भारत म तयावतत कय जात ह |

सी 22 िनयारत सबधी दाव

(i) एडी णीndash I बक आवदन पर िनयारत दाव को िविषत कर सकत ह बशत िनयारत स सबिधत रािश पहल ही वसल क जा चक ह और भारत म उसका तयावतरन कया जा चका ह और िनयारतक रज़वर बक क चतावनी सची म नह ह |

(ii) िनयारतक को सिचत कया जाता ह क यद उस कोई िनयारत ोतसाहन रािश ा ई हो तो वह उस यथोिचत अनपात म अभयपत कर द |

सी 23 वसल न कय गय िनयारत िबल को ब खात डालना

(i) जो िनयारतक सभी कोिशश क बावजद बकाया िनयारत क दयता को वसल नह कर पाया हो वह या तो सवय उस ब खात डाल द अथवा उस एडी णीndash I बक स अपन दाव क समथरन म यथोिचत दसतावज क साथ सपकर कर िजसन सबिधत िशपग दसतावज पर काररवाई क ह | वसल न क गयी िनयारत िबल क रािश ब खात डालन क िलए िनधाररत सीमाए िनानसार ह

िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना [ सटटस धारक िनयारतक को छोड़कर ] 5

सटटस धारक िनयारतक ारा सवय ldquoब खातrdquo डालना 10 ािधकत ापारी बक ाराldquoब खातrdquo डालना 10

िपछल कलडर वषर क दौरान वसल क गयी िनयारत क कल रािश म स (ii) उपयर सीमाए िपछल कलणडर वषर क दौरान कय गय िनयारत क वसल क गयी रािश स सबिधत होगी और व एक वषर म सिचत प स उपलबध होगी |

(iii) उपयर प स ब खात डाली गयी िनयारत रािशया इस शतर क अधीन हगी क वह सबिधत रािश एक वषर स अिधक अविध क िलए बकाया रही हो तथा िनयारतक न उस रािश को वसल करन क िलए सारी कोिशश कर ली ह इसक बार म सतोषजनक दसतावजी सबत सतत कय हो और य मामल नीच उललिखत िणय म स कसी एक णी म आत हो

ए) िवदशी खरीददार को दवािलया घोिषत कया गया हो और आिधकारक परसमापक [ official liquidator ] ारा यह दशारत ए जारी कया गया एक माणप क िनयारत रािश क वसली क कोई सभावना नह ह सतत कया गया ह |

बी) उिचत लब समय क िलए िवदशी खरीददार का कछ अता-पता नह चल रहा ह |

सी) पन [ पोटर ] कसटमस सवासथय ािधकारय ारा आयात करनवाल दश म िनयारत कय गय सामान क नीलामी क गयी ह अथवा उस न कर दया हो

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 30: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

डी) वसल न क गयी रािश भारतीय दतावास िवदशी चबर ऑफ कामसर अथवा इसी कार क कसी अनय ससथा क माधयम स िनपटाय गय मामल म दय शष रािश हो

ई) वसल न क गयी रािश बकाया बन चक और िनयारतक ारा सारी कोिशश करन क बावजद वसल न करन योगय बन रह िनयारत िबल क शष अनाहरत रािश[ इनवाईस मलय क 10 ितशत स अनिधक ]ह |

एफ) काननी कारवाई करन क लागत िनयारत िबल क वसल न क गयी रािश क अनपात म नह ह अथवा जहा िनयारतक न नयायालय म िवदशी खरीददार क िव दायर मामला जीत भी िलया हो वहा वह नयायालय ारा जारी िड अपन िनयण स पर कारण स िनषपादत नह कर पाया हो

जी) साख प क मलय और िनयारत क वासतिवक मलय अथवा अनितम और वासतिवक मालभाड़ क बीच िसथत अतर क िलए आहरत कय गय िबल क रािश िवदशी खरीदार ारा िबल को न भनाय जान क कारण वसल नह क जा सक ह और उसक वसल कय जान क कोई सभावना भी नह ह

(iv) िनयारतक न सबिधत िशपमट क िलए ा ोतसाहन रािश को अभयपत कर दया ह | एडी णीndash I बक को चािहए क व सबिधत िबल को ब खात डालन क अनमित दन क पहल िनयारत क िलए ा ोतसाहन रािश अभयपत कय जान क बार म उपलबध दसतावज ा कर ल |

(v) सवय ारा ब खात डालन क मामल म िनयारतक सबिधत एडी बक को सनदी लखाकार ारा जारी कया गया माणप सतत कर िजसम यह दशारया गया हो क िपछल कलणडर वषर क दौरान कतनी िनयारत क रािश वसल क गयी और यद सबिधत वषर क दौरान पहल ही कोई रािश ब खात डाली गयी हो तो वह कतनी ह और ब खात डालन क िलए सबिधत ईडीएफ िबल सखया इनवाईस मलय िनयारत कया गया सामान वह कस दश म िनयारत कया गया आद भी उस माणप म दशारया गया हो | सनदी लखाकार ारा जारी कय गय माणप म यह भी दशारया जाए क िनयारतक न यद कोई िनयारत लाभ ा कय ह तो उसन उनह अभयपत कया गया ह

(vi) तथािप िनयारत रािश को ब खात डालन क िलए िनिलिखत मामल पा नह हग

ए) बाीकरण [ एकसटरनलाईजशन ] क समसया स सत दश को कय गय िनयारत जहा िवदशी खरीदार न िनयारत का मलय सथानीय मा म जमा कया ह लकन उस दश क कनीय बकग ािधकरण न उस तयावतत करन क िलए अनमित नह दी ह

बी) वतरन िनदशालय राजसव आसचना िनदशालय कनीय जाच बयरो आद जसी एजिसय ारा जाच कय जा रह ईडीएफ तथा ऐस बकाया िबल िजनपर िसिवल आपरािधक मामल चल रह ह

vii) एडी बक िनयारत िबल को ब खात डालन क सचना ईडीपीएमएस क माधयम स रज़वर बक को रपोटर कर |

viii) एडी बक को एक ऐसी णाली ससथािपत करन क िलए सिचत कया जाता ह क िजसम उनक आतरक िनरीकषक लखा परीकषक [ ािधकत ापारय ारा िनय कय गय बाहरी लखा परीकषक सिहत ] ब खात डाल गय बकाया िनयारत िबल क आकिसमक नमना जाच िनरीकषण अथवा ितशत जाच करत ह |

ix) उपयर अनदश म शािमल न कय गय मामल उपयर सीमा स बाहर क मामल भारतीय रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय क पास भज जाए |

सी 24 ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा कय गय दाव क भगतान क मामल ब खात डालना

(i) एडी णीndash I बक ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय स इस बात क पि करत ए क बकाया िबल क सबध म कय गय दाव का उनहन

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 31: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

िनपटान कर दया ह िनयारतक स ा दसतावजी सबत क साथ समथत आवदन प को 16

17ईडीपीमएस म सबिधत िनयारत िबल को ब खात डाल द |

(ii) इस कार ब खात डाल गय िनयारत िबल क रािश को ऊपर दशारयी गयी 10 ितशत क सीमा तक ितबिधत नह कया जाएगा

(iii) ऐस मामल म अभयपत क गयी ोतसाहन क रािश यद कोई हो िवदश ापार नीित म कय गय ावधान क अनप होगी

(iv) ईसीजीसी और बीमा िनयामक एव िवकास ािधकरण (इरडा) ारा िविनयिमत क जानवाली िनजी बीमा कपिनय ारा पय म िनपटाय गय दाव को िवदशी मा म वसल क गयी रािश नह माना जाना चािहए |

सी 25 ब खात डालना ndash रयायत

वषर 2015-20 क िलए घोिषत िवदश ापार नीित क अनसार उ िवदश ापार नीित क अतगरत िनयारत को बढ़ावा दन क योजना क अतगरत िनयारत रािश क वसली क िलए िनिलिखत शत क अधीन आह नह कया जाना चािहए

ए) भारतीय रज़वर बक अथवा एडी णीndash I बक ारा रज़वर बक क ओर स गणवा क आधार पर मामल को मौजदा दशािनदश क अनसार ब खात डालन क िलए अनमित दी जाएगी

बी) िनयारतक िनयारत रािश क खरीददार स वसली न हो सकन क बार म भारत क सबिधत िवदशी िमशन ारा जारी कया गया एक माण प सतत करता ह और

सी) यह सवय ब खात डालन क मामल म लाग नह होगा |

सी 26 िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करना

एडी णीndash I बक िनयारत स ापय रािशय म स आयात क दनदारय का भगतान करन क मामल पर िनिलिखत शत क आधार पर काररवाई कर सकत ह

(i) कया गया आयात चिलत ापार नीित क अनसरण म ह

(ii) आयातक न इनवाईस िबल ऑफ लडग एयर व िबल और दश म उपभोग क िलए वश िबल क िवदशी मा िनयण क ितिलिपया ािधकत ापारी बक को सतत कर दी ह |

(iii) आयातक क बिहय म आयात का भगतान अभी भी बाक ह |

(iv) िब और खरीद दोन क ही लनदन क आर-रटनरस म और एफईटीईआरएस म अलग-अलग प स रपोटर क जानी चािहए |

(v) सबिधत एडी बक िनयारत क रािश पणरत समायोिजत ा होन क बाद ही सबिधत ईडीएफ जारी करगा |

(vi) आयात क भगतान क मकाबल िनयारत स ा होनवाली रािश उसी िवदशी खरीददार और आपतकतार क सबध म होनी चािहए और इस सट-ऑफ क िलए उसस अनमित ली गयी होनी चािहए |

(vii) एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] दश क साथ कय गय लनदन इस वसथा स बाहर रख जान चािहए |

17 दनाक 26 मई 2016 क एपी [ डीआईआर ] शखला क परपतर सखया 74 दवारा दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | जोड़ जान स पहल उस ldquo और उनह एकसओएस ववरण स हटाया जाएldquo क रप म पढ़ा जाता था |

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 32: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(viii) सबिधत एडी बक को सभी सबिधत दसतावज सतत कय जान चािहए जो ऐस लनदन क बार म सभी िविनयामक

अपकषा का पालन करगा |

सी 27 आयात भगतान स ापय िनयारत सको समायोिजत [ नटग ] करना - िवशष आथक कष म िसथत यिनट [एसईजड ]

एडी णी - I बक आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय को समायोिजत करन [ नटग ] क िलए िवशष आथक कष म िसथत यिनट क [ एसईजड ] िनयारतक स ा अनरोध पर िनिलिखत शत पर िवचार कर सकत ह

(i) आयात भगतान स िनयारत स ापय रािशय का समजन [ नटग ] एक ही भारतीय कपनी तथा िवदशी खरीदार आपतकतार [ िपकषीय नटग ] क बीच कया गया ह और यह समजन िवशष आथक कष म िसथत यिनट [ एसईजड ] क तलन प क तारीख को कया जाए |

(ii) सामान क िनयारत क सभी बयोर ईडीएफ [ ओ ] फामर डीटीआर फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय जब क आयात कय गय सामान सवा क बयोर ए1 ए2 फामर म जसी भी िसथित हो दजर कय जान चािहय | नािमत एडी णी - I बक सबिधत ईडीएफ को कवल तभी पणर मान लगा जब इस लनदन क सम रािश समायोिजत ा क गयी हो |

(iii) खरीद और िब दोन क ही लनदन एफईटीईआरएस म आर रटनर म अलगndashअलग रपोटर कय जात ह |

(iv) एसीय दश क साथ कय गय िनयारत आयात लनदन को इस वसथा स बाहर रखा जाए |

(v) सभी सबिधत दसतावज एडी णी - I बक को सतत कय जात ह जो इन लनदन स सबिधत सभी िविनयामक अपकषा का अनपालन करत ह |

सी 28 िनयारतक क चतावनी सची

181) ईडीपीएमएस म िनयारतक को अपन आप सतकरता सची म डाला जाता ह उस सची स हटाया जाता ह | सतकरता सची म डाल गय िनयारतक क अतन क गयी सची दिनक आधार पर ईडीपीएमएस म दखी जा सकती ह| ईडीपीएमएस म सतकर ता सची म डालन उस सची स हटान क िलए िनधाररत मानदड िनानसार ह

ए) यद िनयारतक का कोई िशपग िबल ईडीपीएमएस म दो वष स अिधक समय क िलए खला पाया जाता ह िजसक िलए एडी णी - I बक रज़वर बक स समय िवसतार क कोई अनमित नह दी गयी ह तो उस िनयारतक को चतावनी सची म डाला जाता ह | िनयारत रािश क वसली का समय मानन क िलए िशपमट क तारीख को िहसाब म िलया जाएगा |

बी) एक बार सबिधत िबल को वसल कया जाए और उनह बद कया जाए अथवा रािश को वसल करन क िलए समय िवसतार दान कया जाए तो वह िनयारतक अपन आप उस चतावनी सची स बाहर आ जाएगा |

सी) िनयारतक को एडी बक क िसफारश पर दो वष स पहल भी चतावनी सची म डाला जा सकता ह | इस कार क िसफारश ऐस मामल क आधार पर क जानी चािहए जहा वह िनयारतक वतरन िनदशालय [ईडी] कनीय जाच

18 दनाक 7 मई 2016 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स 74 क जरय दनाक 15 जन 2016 स जोड़ा [ इनसटर कया ] गया | इस परकार स इनसटर कय जान स पहल उस इस परकार पढ़ा जाता था ldquo(i) िजन नयारतक को चतावनी सची म डाला गया ह उनक सची को एडी बक क बीच साझा कया जाएगा और व उन नयारतक क ईडीएफ को अनमोदन परदान कर यद सबधत नयारतक नयारत क राश अगरम म परापत कय जान अथवा उनक प म अपरवतरनीय साख पतर िजसम परसतावत नयारत क पर राश को शामल हो जार कय जान क सबत दत ह (ii) ऐस मामल म भी जहा शपमट क लए मीयाद बल को आहरत कया जाना ह बशत सबधत साख पतर म नयारत क पर राश को शामल कया गया हो और िजसम इस परकार क आहरण क अनमत द गयी हो और शपमट क तारख स बारह महन म वह मीयाद बल परपकव हो जाता हो उन मामल म ऐसा अनमोदन परदान कया जा सकता ह | (iii) एडी शरणी - I बक चतावनी जार कय गए नयारतक क लए गारटया जार करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन परापत कर |rdquo

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 33: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

बयरो [सीबीआई] राजसव आसचना िनदशालय [डीआरआई] अथवा कानन लाग करनवाली इसी कार क कसी ससथा क ितकल नज़र म चढा हो | अथवा जहा िनयारतक का कोई अता पता ही न हो अथवा वह िनयारत रािश को वसलन क िलए कोई गभीर यास नह कर रहा हो | ऐस मामल म एडी बक रज़वर बक क सबिधत कषीय कायारलय को अपन िनषकषर भजत ए उस िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िसफारश कर सकता ह |

डी) रज़वर बक ऐस मामल म एडी णी - I बक क िसफारश पर उन िनयारतक को चतावनी सची म डालगा सची स हटा दगा |

2) एडी णी - I बक चतावनी जारी कय गय िनयारतक क िशपग दसतावज पर काररवाई करत समय िनिलिखत यािविध अपनाए

ए) व िनयारतक को उनक बकाया िशपग िबल क बयोर दत ए उनह चतावनी सची म डाल जान क सबध म सचना दग| जब चतावनी दय गय िनयारतक िनगोिशएशन खरीद िडसकाउट सहण आद क िलए िशपग दसतावज सतत करग तब एडी णी - I बक िनिलिखत शत क अधीन उन दसतावज को सवीकार करग

(i) सबिधत िनयारतक अिम म भगतान ा होन क बार म सबत अथवा उनक पकष म जारी अपरवतरनीय साख प सतत कर िजसम सतािवत िनयारत क परी रािश को शािमल कया गया हो

(ii) मीयाद िबल क मामल म सबिधत साख प म िनयारत क परी रािश को दशारया जाना चािहए और इस कार क आहरण क अनमित दी जानी चािहए | इसक अलावा व मीयाद िबल िशपमट क तारीख स िहसाब म िलय जान वाली िनधाररत वसली अविध क भीतर परप होन चािहए |

(iii) उपयर 2 [ए] [i] और [ii] म दी गयी शत को छोड़कर चतावनी सची म डाल गय िनयारतक क िशपग क अनय दसतावज पर एडी बक कोई काररवाई न कर |

बी) एडी णी-I बक चतावनी सची म डाल गय िनयारतक को बक गारटया जारी करन स पहल रज़वर बक का अनमोदन ा कर |

सी 29 ािधकत ापारय ारा गारटया जारी करना

(1) ािधकत ापारी भारत क कसी िनवासी ि ारा िनयारतक क प म भारत स िनयारत करन क िलए ा कय गय तथा भारत स बाहर क िनवासी ि को दय ऋण दाियतव अथवा अनय दयता क िलए गारटया जारी कर सकत ह |

(2) ािधकत ापारी भारत स बाहर क िनवासी ि ारा िलय गय ऋण दाियतव अथवा अनय कसी दयता क िलए िनिलिखत मामल म गारटी द सकत ह

(i) जहा कसी ामािणक ापारी लनदन क िलए भारत म िनवासी कसी ि को दय ऐसा ऋण िलया गया हो अथवा ऐसा दाियतव अथवा दयता ली गयी हो

बशत इस खड क अतगरत दी गयी गारटी म कसी िवदशी िनवासी अतरारीय सतर पर िवखयात बक ारा उसक िलए ित गारटी दी गयी हो

(ii) जहा िवदशी खरीदार को कवल िनवासी बक ारा दय गारटया ही सवीकायर ह वहा उसक शाखा अथवा भारत स बाहर उसक ितिनिध ारा भारतीय िनयारतक क ओर स दी गयी गारटी को कवर करन क िलए जारी क गयी ित गारटी

सी 30 इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

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19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 34: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

18

19एडी णी ndashI बक को ldquoजब कभी वसली हो गई क आधार परrdquo िनयारत स ा रािश क आकड़ को ईडीपीएमएस म अतन करना ह तथा 16 अबर 2017 स उनको कवल ईडीपीएमएस म उपलबध आकड़ स इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) िनकालना ह ताक व ईडीपीएमएस तथा समकत eBRC म आकड़ क ससगतता को सनित कर सक

भाग डी ndash िनयारत स सबिधत िवषण

डी 1 िनयारत पर एजसी कमीशन

(i) एडी णी-I बक आवदक ारा सतत कय गय आवदन पर या तो िवषण क जरय अथवा इनवाईस मलय म कटौती करत ए कमीशन क भगतान क अनमित द सकत ह | एजसी कमीशन िनिलिखत शत क अधीन दया जा सकता ह

ए) कमीशन क रािश ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत क गयी हो और कसटमस ािधकारय अथवा सचना ौोिगक मालय भारत सरकार ईपीजड ािधकारय जसी भी िसथित हो ारा उस सवीकार कया गया हो | जहा कमीशन ईडीएफ सोफटकस फामर पर घोिषत नह कया गया ह ऐस मामल म िनयारत घोषणा प पर कमीशन घोिषत न करन क िलए िनयारतक ारा दय गय कारण स सत होन क बाद उसक िवषण क अनमित दी जा सकती ह बशत िनयारतक और अथवा लाभाथ क बीच कमीशन क भगतान क िलए वध करार िलिखत समझौता कया गया हो |

बी) सबिधत िशपमट पहल ही कया जा चका ह |

(ii) एडी णी-I बक अमरीक डॉलर म नािमत एसो खात क माधयम स ित ापार वसथा [ counter trade ] क अतगरत शािमल िनयारत क मामल म भारतीय िनयारतक ारा कमीशन का भगतान करन क िनिलिखत शत क अधीन अनमित द सकत ह

ए) कमीशन का भगतान उपयर परा (i) क [क] और [ख] म यथा िनधाररत शत क अनसार ह

बी) एसो खाता धारक को सवय ही कमीशन दय नह ह |

सी) इनवाईस मलय म स कटौती करत ए कमीशन नह दया जाना चािहए |

(iii) चाय और तमबाक क िनयारत क इनवाईस मलय क 10 ितशत तक कमीशन को छोड़ कर भारतीय सहभािगय ारा िवदशी सय उपम पणरतः सवािमतव वाली सहयोगी ससथा क इटी म भाग लत ए कय गय िनयारत पर तथा साथ ही पया ऋण मागर स कय गय िनयारत पर कमीशन का भगतान करन क अनमित नह ह |

डी 2 िनयारत स ा क रािश क वापसी

एडी णी-I बक िजनक माधयम स शआत म िनयारत क रािश वसल क गयी थी भारत स िनयारत कय गय सामान को उसक खराब सतर क चलत भारत म फर स आयात करन क कारण उस रािश क वापसी करन क िलए ा अनरोध पर िवचार कर सकत ह | इस कार क लनदन क अनमित दत समय एडी णी-I बक स यह अपिकषत ह क व

(i) िनयारतक क िपछल रकाडर क सावधानी स जाच कर ल |

19 दनाक 15 सतमबर 2017 क एपी [डीआईआर] शखला क परपतर स4 क जरय नवषट कया गया

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 35: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

(ii) लनदन क ामािणकता का सतयापन कर ल

(iii) डीजीएफटी कसटमस ािधकारय ारा जारी कया गया इस आशय का माण प िनयारतक स ा कया जाए क िनयारतक न सबिधत िनयारत पर कोई ोतसाहन रािश नह पायी ह अथवा यद उस उ िनयारत क अनपात म कोई ोतसाहन रािश िमली हो तो उसन उस अभयपत कर दया ह

(iv) िनयारतक स इस आशय का एक वचनप ा कया जाए क िवषण क तारीख स तीन महीन क भीतर उस सामान का दोबारा आयात कया जाएगा और

(v) यह सिनित कया जाए क सामानय आयात क िलए लाग सभी यािविधय का पालन कया गया ह

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 36: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

परिश

वसत और सवा क िनयारत पर मासटर िनदश म शािमल कय गय परप क सची

स परप स िवषय दनाक

1 फमा अिधसचना स फमा 23(आर)2015-आरबी दनाक 12 जनवरी 2016

िवदशी मा िविनयमन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

1 जनवरी 2016

2 एपी [ डीआईआर खला ] परप स28

िवशष आथक कष म [ एसईजड ] िसथत यिनट ारा भारत म िवदशी मा खाता खोलना और उस बनाय रखना

3 अबर 2002

3 एपी [ डीआईआर खला ] परप स41

िबड बाड गारटी क सथान पर कापरट गारटी जारी करना

8 नवमबर 2002

4 एपी [ डीआईआर खला ] परप स91

वसत और सवा का िनयारत-िवशष आथक कष म [एसईजड] िसथत यिनट को सिवधाए

1 अल 2003

5 एपी [ डीआईआर खला ] परप स100

वसत और सवा का िनयारत- िवदश म िसथत गोदाम को िनयारत

2 मई 2003

6 एपी [ डीआईआर खला ] परप स77

िवदशी मा बधन अिधिनयम 1999 ndash आर रटनर क समकन क िलए दशािनदश

13 माचर 2004

7 एपी [ डीआईआर खला ] परप स71

परयोजना िनयारत िव क आकड़ 8 जन 2007

8 एपी [ डीआईआर खला ] परप स30

आर- रटनर का बक वार समकन 25 फरवरी 2008

9 एपी [ डीआईआर खला ] परप स43

एिशयन समाशोधन यिनयन त क अतगरत िनपटान क णाली

26 दसबर 2008

10 एपी [ डीआईआर खला ] परप स84

आर रटनर का समकन- एफईटीईआरएस क अतगरत रपोटग

29 फरवरी 2012

11 एपी [ डीआईआर खला ] परप स46

िवशष आथक कष क यिनट ारा घरल टरफ कषो को वसत और सवा का िनयारत

23 अबर 2012

12 एपी [ डीआईआर खला ] परप स60

िनयारत बकाया िववरण ndash बक वार ऑन लाइन सततीकरण

01 अबर 2013

13 एपी [ डीआईआर खला ] परप स62

परान बकाया िबल को समा करना ndash िनयारत ndash अनवत काररवाई-एकसओएस िववरण

14 अबर 2013

14 एपी [ डीआईआर खला ] परप स63

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए जञापन

18 अबर 2013

15 एपी [ डीआईआर खला ] परप स146

मा का िनयारत और आयात िनवािसय और गर-िनवािसय को बढ़ायी गयी सिवधाए

19 जन 2014

16 एपी [ डीआईआर खला ] परप स11

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 22 जलाई 2014

17 एपी [ डीआईआर खला ] परप स93

वसत और सवा का िनयारत ndash परयोजना िनयारत 1 अल 2015

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी
Page 37: (i) िनयार्त क गयी वस्तु का पूरा ......1 2 वद श म व नयमन अ ध नयम [ वस त और स व क नय र त

18 एपी [ डीआईआर खला ] परप स21

एिशयन समाशोधन यिनयन [ एसीय ] क माधयम स लनदन करन क िलए यािविधय का जञापन

08 अबर 2015

19 एपी [ डीआईआर खला ] परप स

[(1)23(आर)]

िवदशी मा बधन [ वसत और सवा का िनयारत ] िविनयमावली 2015

12 मई 2016

20 एपी [ डीआईआर खला ] परप स74

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]िनयारतक को चतावनी सची म डालन क िलए अितर मोल िनयारत क िलए अिम िवषण क रपोटर करना और ओउरान एकसओएस आकड़ का उसम सथानानतरण करना

26 मई 2016

21 एपी [ डीआईआर खला ] परप स04

िनयारत आकड़ या और िनगरानी णाली [ ईडीपीएमएस ]- इलकोिनक बक वसली माणप (eBRC) जारी करना

15 िसतबर 2017

  • भारिबकविमवि2015-1611 विमवि मासटर निदश स 162015-16 दिनाक 1 जनवरी 2016
  • ए3 परापति और भगतान का तरीका
  • (iii) ऑनलाईन भगतान गट व सवा परदाता [ ओपीजीएसपी ] क माधयम स निरयात स सबधित परापतियो पर परोससिग करना
  • (iv) एशियन समाशोधन यनियन (एसीय) ततर क अतरगत निपटान परणाली
  • (v) निरयात आयात लनदनो क लिए तीसरी पारटी भगतान
  • (vi) 4F जिन मदराओ का परतयकष कोई विनिमय दर नही ह उन मदराओ म निरयात लनदनो का निपटान करना
  • जहा इनवाईसिग मकत रप स परिवरतित होन वाली मदरा म किया जाता हो और निपटान लाभारथी की मदरा म किया जाता हो भल ही वह मदरा परिवरतनीय हो परनत जिसका कोई परतयकष विनिमय दर तय नही ह ऐस मामल म निरयात लनदनो को और उदार बनान क
  • ए4 विदशी मदरा खाता
  • ए 5 डायमड डॉलर खाता [ डीडीए ]
  • ए7 परति वयापार करार
  • ए 8 सड़क रल मारग अथवा नदी क जरिय पड़ोसी दशो को निरयात
  • ए9 मयामार स सीमा वयापार
  • ए10 रोमानिया क साथ परति वयापार
  • ए12 फोरफटिग
  • ए13 नॉन रीकोरस आधार पर निरयात फकटरिग
  • ए14 परियोजना निरयात और सवा निरयात
  • ए 16 दीरघावधि ऋण शरतो पर निरयात
  • ए 17 विदशी मदरा का निरयात
  • भाग -बी निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] सॉफटकस करियाविधि
  • बी 1 सीमा शलक पततनो [ पोरट ] क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 2 ईडीआई पततनो क माधयम स वसतओ सॉफटवयर का निरयात
  • बी3 डाक क माधयम स वसतओ का निरयात
  • बी 5 सॉफटकस फारम
  • (iv) सॉफटवयर निरयात की इनवाईसिग
  • बी 6 विशिषट अभिनिरधारण सखzwjयाए
  • बी8 तीसरी पारटी क निरयात स परापत राशि
  • बी 9 आकसमिक सतयापन
  • बी10 अलप शिपमट और शट आउट शिपमट [ पोतलदान ]
  • (i) जब कसटमस क पास पहल ही परसतत किय गय ईडीएफ फारम दवारा कवर किए गए शिपमट क भाग का अपरण पोतलदान किया गया हो तब निरयातक को उस अपरण पोतलदान की कसटमस को निरधारित फारम म और निरधारित तरीक स सचना दनी चाहिए | यदि कसटमस स अपरण पोत
  • बी11 एयर कारगो समदर कारगो समकन
  • बी 12 घोषणा पतर परसतत करन स छट
  • सी 1 ईडीएफ हटाना
  • सी2 निरयात की जमानत पर अगरिम की परापति
  • सी3 ईडीएफ विदशो म वयापार मलो परदरशनियो का अनमोदन
  • सी 4 पनरआयात क लिए वसतओ का निरयात करन हत ईडीएफ का अनमोदन
  • सी 5 सीमा शलक क विशष अधिसचित कषतर स निरयात घोषणा पतर फारम [ ईडीएफ ] की औपचारिकता क बिना कचच और न बच गय हीरो का पनरनिरयात
  • सी 6 विदशो म कारयालय सथापन करना और विदशी कारयालयो क लिए अचल समपतति खरीदना
  • सी 7 निरयातको दवारा पोत लदान [ शिपिग ] क दसतावज परसतत करन म विलब
  • सी 8 निरयातको को दसतावज लौटाना
  • सी 9 लड लोकड दश [Landlocked countries]
  • सी10 निरयातक दवारा दसतावजो का सीध परषण
  • सी11 आशिक आहरण आहरित न की गयी शष राशिया
  • सी 12 कनसाईनमट निरयात
  • सी13 विदशो म गोदाम खोलना किराय पर लना
  • सी 14 निरयात बिल रजिसटर
  • सी15 अतिदय बिलो पर अनवरती काररवाई करना
  • सी16 मीयाद बिलो का समयपरव भगतान करन क कारण इनवाईस मलय को घटाना
  • सी17 अनय मामलो क इनवाईस म कटौती
  • सी18 खरीददार परषिती का परिवरतन
  • सी19 विशष निरयात कषतरो [ एस ई जड ] दवारा सामान का निरयात
  • सी 20 समय विसतार
  • सी 21 पारगमन [ टराजिट ] म खोयी हई शिपमट
  • सी 22 निरयात सबधी दाव
  • सी 23 वसल न किय गय निरयात बिलो को बटट खात डालना
  • सी 24 ईसीजीसी और बीमा नियामक एव विकास पराधिकरण (इरडा) दवारा विनियमित की जानवाली निजी बीमा कपनियो दवारा किय गय दावो क भगतान क मामल बटट खात डालना
  • सी 25 बटट खात डालना ndash रियायत
  • सी 26 निरयात स परापय राशियो म स आयात की दनदारियो का भगतान करना
  • सी 27 आयात भगतानो स परापय निरयातो सको समायोजित [ नटिग ] करना - विशष आरथिक कषतर म सथित यनिट [एसईजड ]
  • सी 28 निरयातको की चतावनी सची
  • सी 29 पराधिकत वयापारियो दवारा गारटिया जारी करना
  • डी 1 निरयात पर एजसी कमीशन
  • डी 2 निरयात स परापत की राशि की वापसी