iasbaba 60 day plan 2020: polity compilation …...iasbaba 60 day plan 2020: polity compilation week...

35
IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2 IASBABA 1

Upload: others

Post on 09-Jul-2020

40 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 1

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 2

    Q.1) भारतीय संविधान में उल्लिखित शब्द 'संप्रभु' (Sovereign) के संबंध में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें

    1. इसका तात्पर्य र्ह है कक भारत न तो ककसी अन्र् देश पर ननभयर है और न ही ककसी का डोमिननर्न है तथा इस ेपूर्य राजनीनतक स्वततं्रता प्राप्त है।

    2. भारत र्ा तो ववदेशी क्षते्र का अधिग्रहर् कर सकता है र्ा ककसी ववदेशी राज्र् के पक्ष िें अपने क्षेत्र का हहस्सा दे सकता है।

    3. राष्ट्रिंडल की सदस्र्ता भारत की संप्रभु स्स्थनत को सीमित करती है, जहा ंर्ह सदस्र्ता ब्रिहिश राजा / रानी को राष्ट्रिंडल के प्रिुख के रूप िें स्वीकार करती है।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही वििरण चुनें a) केवल 1 b) केवल 2 c) 1 और 2 d) उपरोक्त सभी

    Q.1) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य सत्य असत्य

    भारत को एक संप्रभु इकाई घोवित करके, प्रस्तावना पूर्य राजनीनतक स्वततं्रता पर जोर देती है। ‘संप्रभु’ शब्द का तात्पर्य है कक भारत न तो ककसी अन्र् राष्ट्र का एक ननभयरता है और न ही एक डोमिननर्न है, बस्कक एक स्वतंत्र राज्र् है।

    एक संप्रभु राज्र् होने के नात,े भारत र्ा तो एक ववदेशी क्षेत्र का अधिग्रहर् कर सकता है र्ा ककसी ववदेशी राज्र् के पक्ष िें अपने क्षेत्र का हहस्सा दे सकता है।

    1949 िें, भारत ने राष्ट्रिंडल की अपनी पूर्य सदस्र्ता जारी रखन ेकी घोिर्ा की तथा ब्रिहिश क्राउन को राष्ट्रिंडल के प्रिुख के रूप िें स्वीकार ककर्ा।

    हालााँकक, कुछ आलोचकों का कहना है कक ‘राष्ट्रिंडल की सदस्र्ता भारत राष्ट्र की संप्रभु स्स्थनत को सीमित करती है, जहााँ तक र्ह सदस्र्ता ब्रिहिश राजा / रानी को राष्ट्रिंडल के प्रिुख के रूप िें स्वीकार करती है। हालााँकक, र्ह दृस्ष्ट्िकोर् सही नहीं है। राष्ट्रिंडल अब ब्रिहिश राष्ट्रिडंल नहीं है। 1949 से र्ह संप्रभु सिान मित्रों का संघ रहा है, स्जन्होंने अपने ऐनतहामसक संबंिों के कारर्, सहकारी

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 3

    प्रर्ासों के िाध्र्ि से अपने राष्ट्रीर् हहतों के संवियन के मलए राष्ट्रिंडल िें हाथ मिलाना पसंद ककर्ा है। भारत की राष्ट्रिंडल की सदस्र्ता एक स्वैस्छछक कार्य और एक मशष्ट्िाचार व्र्वस्था है। राष्ट्रिंडल के प्रिुख के रूप िें ब्रिहिश राजा / रानी का भारतीर् संवविान िें कोई स्थान नहीं है। भारत उसके प्रनत कोई ननष्ट्ठा नहीं रखता है। "ब्रिहिश राजा राष्ट्रिंडल संघ का एक प्रतीकात्िक प्रिुख है।" (नेहरु)

    Q.2) भारत में प्रचलित पंथननरपेक्षता के संबंध में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. भारतीर् संवविान पंथननरपेक्षता की सकारात्िक अविारर्ा का प्रतीक है। 2. र्ह अंतर-िामियक और ववमभन्न ििों के िध्र् प्रभुत्व पर सिान ध्र्ान कें हित करता है। 3. र्ह स्थावपत ििों के कुछ (जड़) पहलुओं के मलए सिान अनादर की अनुिनत देता है।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) 1 और 2 b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.2) Solution (d)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य सत्य सत्य

    भारतीर् संवविान पंथननरपेक्षता की सकारात्िक अविारर्ा को िूतय रूप देता है, अथायत हिारे देश िें सभी ििय (चाहे उनकी संख्र्ा कुछ भी हो) को राज्र् से सिान दजाय और

    भारतीर् पंथननरपेक्षता ने एक ऐसे रूप िें एक अलग रूप िारर् ककर्ा, जो पहल ेसे िौजूद सिाज िें िामियक वववविता और पस्चचि से आए ववचारों के िध्र् िें था। इसने अंतर-िामियक और ववमभन्न ििों के िध्र्

    भारतीर् पंथननरपेक्षता की जहिलता की "सभी ििों के मलए सिान सम्िान" वाक्र्ांश द्वारा व्र्ाख्र्ा नहीं की जा सकती है। र्हद इस वाक्र्ांश का अथय सभी ििों र्ा परस्पर सहसंबंिों के शांनतपूर्य सह-

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 4

    सिथयन प्राप्त है। प्रभुत्व पर सिान ध्र्ान कें हित ककर्ा। भारतीर् पंथननरपके्षता ने सिान रूप से दमलतों और िहहलाओं के हहदं ूििय के भीतर उत्पीड़न, भारतीर् इस्लाि र्ा ईसाई ििय के भीतर िहहलाओं के खखलाफ भेदभाव को सिाप्त ककर्ा तथा आचवस्त ककर्ा कक बहुसंख्र्क सिुदार् अकपसंख्र्क िामियक सिुदार्ों के अधिकारों के मलए कोई खतरा नहीं खड़ा कर सकता है।

    अस्स्तत्व से है, तो र्ह पर्ायप्त नहीं होगा क्र्ोंकक पथंननरपेक्षता केवल शांनतपूर्य सह-अस्स्तत्व र्ा भोगवाद से कहीं अधिक है। र्हद इस वाक्र्ांश का अथय सभी स्थावपत ििों और उनकी प्रथाओं के प्रनत सम्िान की सिान भावना है, तो एक अस्पष्ट्िता है स्जसे सिाशोिन की आवचर्कता है। भारतीर् पंथननरपेक्षता सभी ििों िें सैद्िांनतक रूप से राज्र् के हस्तक्षेप की अनुिनत देती है। इस तरह के हस्तक्षेप से हर ििय के कुछ पहलुओं का अनादर होता है। उदाहरर् के मलए, भारतीर् पंथननरपेक्षता के भीतर िामियक रूप से स्वीकृत जानत-पदानुक्रि स्वीकार्य नहीं हैं। पंथननरपेक्ष राज्र् को हर ििय के हर पहलू को सिान सम्िान के साथ व्र्वहार नहीं करना पड़ता है। र्ह स्थावपत ििों के कुछ पहलुओं के मलए सिान अनादर की अनुिनत देता है।

    Q.3) भारतीय संविधान की ननम्नलिखित विशेषताओं का लमिान उन स्रोतों से करें ल्िनस ेये लिए गए हैं

    1. राष्ट्रपनत के चुनाव की ववधि a. ब्रिहिश सवंविान

    2. न्र्ार् का ववचार b. सोववर्त संवविान

    3. उपराष्ट्रपनत का पद c. अिरेरकी संवविान

    4. िौमलक कतयव्र् d. आर्ररश संवविान

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 5

    5. कैब्रबनेि प्रर्ाली

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1-d, 2-c, 3-c, 4-b, 5-a

    b) 1-d, 2-b, 3-c, 4-b, 5-a

    c) 1-a, 2-b, 3-c, 4-d, 5- a

    d) 1-c, 2-b, 3-d, 4-b, 5-a

    Q.3) Solution (b)

    विशेषताएं स्रोत

    राष्ट्रपनत के चुनाव की ववधि आर्ररश संवविान

    प्रस्तावना िें न्र्ार् (सािास्जक, आधथयक और राजनीनतक) का आदशय

    सोववर्त संवविान (USSR, अब रूस)

    उप-राष्ट्रपनत का पद अिेररकी संवविान

    िौमलक कतयव्र् सोववर्त संवविान (USSR, अब रूस)

    कैब्रबनेि प्रर्ाली ब्रिहिश संवविान

    Q.4) वपट्स इंडिया एक्ट के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. इसने पहली बार गवनयर-जनरल की पररिद के वविार्ी और कार्यकारी कार्य को अलग ककर्ा। 2. इसने कंपनी के वाखर्स्ज्र्क और राजनीनतक कार्ों के िध्र् ववभेद ककर्ा।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) केवल 1 b) केवल 2 c) 1 और 2 दोनों d) न तो 1 और न ही 2

    Q.4) Solution (b)

    कथन 1 कथन 2

    असत्य सत्य

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 6

    1853 का चाियर अधिननर्ि, पहली बार, गवनयर-जनरल की पररिद के वविार्ी और कार्यकारी कार्ों को अलग करता है। इसने गवनयर जनरल की वविार्ी पररिद िें छह नए सदस्र्ों को शामिल करने का प्राविान ककर्ा।

    1784 का वपट्स इंडडर्ा एक्ि ने, कंपनी के वाखर्स्ज्र्क और राजनीनतक कार्ों के िध्र् ववभेद ककर्ा। इसने कोिय ऑफ डार्रेक्िसय को वाखर्स्ज्र्क िािलों का प्रबंिन करने की अनुिनत दी, लकेकन राजनीनतक िािलों के प्रबंिन के मलए बोडय ऑफ कंरोल नािक एक नर्ा ननकार् बनार्ा। इस प्रकार, इसने दोहरी सरकार की एक प्रर्ाली स्थावपत की।

    Q.5) ननम्नलिखित में से कौन सी विशेषताए ंभारत सरकार अधधननयम, 1935 का दहस्सा नहीं थीं? 1. इसने प्रांतों िें द्ववसदनीर्ता (bicameralism) प्रदान की। 2. इसने प्रांतों िें द्वैिशासन (dyarchy) अपनाने के मलए प्राविान ककर्ा। 3. इसने तीन सूधचर्ों-संघीर् सूची, प्रांतीर् सूची और सिवती सूची के संदभय िें कें ि और प्रातंों

    के बीच शस्क्तर्ों को ववभास्जत ककर्ा, स्जसिें प्रातंीर् सूची िें अधिकति संख्र्ा िें वविर् थे। नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें

    a) केवल 1 b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.5) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य असत्य असत्य

    इसने ग्र्ारह प्रांतों िें से छह िें द्ववसदनीर्ता का पररचर् हदर्ा। इस प्रकार, बंगाल, बॉम्ब,े ििास, ब्रबहार, असि और संरु्क्त प्रातं की वविानसभाओं को एक वविान पररिद (उछच सदन) और एक वविान सभा (ननम्न सदन) से रु्क्त द्ववसदनीर् बनार्ा गर्ा। हालांकक, उन पर कई प्रनतबंि लगाए गए थे।

    इसने प्रांतों िें द्वैिशासन को सिाप्त कर हदर्ा तथा इसके स्थान पर 'प्रांतीर् स्वार्त्तता' की शुरुआत की। इसने कें ि िें द्वैिशासन अपनाने का प्राविान ककर्ा।

    अधिननर्ि ने कें ि और प्रांतों के बीच शस्क्तर्ों को तीन सूधचर्ों के संदभय िें ववभास्जत ककर्ा- सघंीर् सूची (कें ि के मलए, 59 वविर्ों के साथ), प्रांतीर् सूची (प्रांतों के मलए, 54 वविर्ों के साथ) और सिवती सूची (दोनों के मलए, 36 वविर्ों के साथ)।

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 7

    Q.6) ननम्नलिखित में से कौन सा कायय संविधान सभा द्िारा ककया गया था? 1. इसने स्वतंत्र भारत की पहली संसद के रूप िें कार्य ककर्ा। 2. इसने िेिन वुड्स संस्थान िें भारत की सदस्र्ता की पुस्ष्ट्ि की। 3. इसने पंडडत जवाहर लाल नेहरू द्वारा लाए गए उद्देचर् सकंकप को अपनार्ा।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) केवल 1 b) 1 और 2 c) 1 और 3 d) 2 और 3

    Q.6) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य असत्य सत्य

    संवविान सभा स्वततं्र भारत (डोमिननर्न लेस्जस्लेचर) की पहली संसद बन गई। जब भी सभा की बैठक संवविान सभा के रूप िें हुई, इसकी अध्र्क्षता डॉ. राजेंि प्रसाद ने की तथा जब र्ह वविार्ी ननकार् के रूप िें मिल,े तो इसकी अध्र्क्षता जी वी िावलंकर ने की थी।

    भारत िेिन वुड्स प्रर्ाली का सदस्र् बन गर्ा था, जबकक र्ह अभी भी एक ब्रिहिश कॉलोनी था।

    22 जनवरी, 1947 को संवविान सभा द्वारा सवयसम्िनत से उद्देचर् संककप को अपनार्ा गर्ा था।

    Q.7) ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. भारतीर् क्षेत्र िें राज्र्ों और कें ि शामसत प्रदेशों के क्षेत्र शामिल हैं। 2. 1975 िें, कें ि शामसत प्रदेश होने के बाद मसस्क्कि को एक राज्र् का दजाय मिला। 3. भारतीर् राष्ट्रपनत कें ि शामसत प्रदेशों के िुख्र् प्रशासक हैं।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) 1 और 2 b) 2 और 3 c) केवल 3 d) उपरोक्त सभी

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 8

    Q.7) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    असत्य असत्य सत्य

    ‘भारत के क्षते्र’ िें केवल राज्र् ही नही,ं बस्कक कें ि शामसत प्रदेश और वो क्षेत्र भी शामिल हैं, स्जन्हें भववष्ट्र् के ककसी भी सिर् भारत सरकार द्वारा अधिग्रहहत ककर्ा जा सकता है। राज्र् संघीर् प्रर्ाली के सदस्र् हैं तथा कें ि के साथ शस्क्तर्ों का ववतरर् साझा करते हैं। दसूरी ओर कें ि शामसत प्रदेश और अधिग्रहहत प्रदेश, सीिे कें ि सरकार द्वारा प्रशामसत होत ेहैं।

    1947 िें, ब्रिहिश राज की सिास्प्त के बाद, मसस्क्कि भारत का 'संरक्षक' राज्र् बन गर्ा, स्जसस ेभारत सरकार ने मसस्क्कि के रक्षा, बाहरी िािलों और संचार की स्जम्िदेारी संभाली। 1974 िें, मसस्क्कि ने भारत के साथ अधिक सहर्ोग की इछछा व्र्क्त की। तदनुसार, 35 वा ंसंवैिाननक संशोिन अधिननर्ि (1974) संसद द्वारा अधिननर्मित ककर्ा गर्ा था। इस संशोिन ने मसस्क्कि को भारतीर् संघ के 'सहर्ोगी राज्र्' का दजाय देकर संवविान के तहत राज्र् का एक नर्ा वगय प्रस्तुत ककर्ा। 36 वें संवैिाननक संशोिन अधिननर्ि (1975) को मसस्क्कि को भारतीर् संघ (22 वा ंराज्र्) का पूर्य राज्र् बनाने के मलए लागू ककर्ा गर्ा था। र्ह कभी कें ि शामसत प्रदेश नहीं था।

    भारतीर् राष्ट्रपनत अनुछछेद 239 के अनुसार कें ि शामसत प्रदेशों के िुख्र् प्रशासक के रूप िें कार्य करता है।

    Q.8) भारत में राज्यों के संबंध में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. ककसी को ‘राज्र्’ का दजाय प्रदान करना, र्ा, ‘राज्र्’ का दजाय छीन लेना, अनुछछेद 368 के

    तहत संवैिाननक संशोिन के अंतगयत आता है। 2. अनुछछेद 368 के तहत संवविान िें संशोिन करके ही भारतीर् क्षेत्र को एक ववदेशी राज्र् के

    रूप िें जाना जा सकता है। 3. भारत और दसूरे देश के बीच सीिा वववाद के ननपिारे के मलए संवैिाननक संशोिन की

    आवचर्कता नहीं है। नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 9

    a) 1 और 2 b) 2 और 3 c) 1 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.8) Solution (b)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    असत्य सत्य सत्य

    अनुछछेद 4 र्ह घोिर्ा करता है कक नए राज्र्ों के प्रवेश र्ा स्थापना (नए अनुछछेद के तहत) तथा नए राज्र्ों के गठन और क्षेत्रों, सीिाओं र्ा िौजूदा राज्र्ों के नाि (अनुछछेद 3 के तहत) के पररवतयन के मलए बनाए गए कानूनों को अनुछछेद 368 के अंतगयत संवविान संशोिनों के रूप िें नहीं िाना जाता है। इसका अथय है कक ऐसे कानून एक सािारर् बहुित और सािारर् वविार्ी प्रकक्रर्ा द्वारा पाररत ककए जा सकते हैं। आप उन उदाहरर्ों पर भी ववचार कर सकते हैं जहााँ कें ि शामसत प्रदेशों को राज्र् बनार्ा गर्ा था, और राज्र्ों को केन्ि शामसत प्रदेश (J & K) बनार्ा गर्ा था, वे संवविान िें संशोिन नहीं थे।

    बेरुबरी रू्ननर्न केस (1960) िें, सुप्रीि कोिय ने िाना कक ककसी राज्र् के क्षेत्र को कि करने के मलए संसद की शस्क्त (अनुछछेद 3 के तहत) एक ववदेशी देश द्वारा भारतीर् क्षेत्र के अधिग्रहर् को कवर नहीं करती है। इसमलए, भारतीर् क्षेत्र को अनुछछेद 368 के तहत संवविान िें संशोिन करके केवल एक ववदेशी राज्र् द्वारा अधिग्रहहत ककर्ा जा सकता है। नतीजतन, 9 वें संवैिाननक संशोिन अधिननर्ि (1960) को उक्त क्षेत्र को पाककस्तान िें स्थानांतररत करने के मलए अधिननर्मित ककर्ा गर्ा था।

    सुप्रीि कोिय ने 1969 िें ननर्यर् सुनार्ा कक, भारत और दसूरे देश के बीच सीिा वववाद के ननपिारे के मलए ककसी संवविान संशोिन की आवचर्कता नहीं है। र्ह कार्यकारी कारयवाई द्वारा ककर्ा जा सकता है क्र्ोंकक इसिें ककसी ववदेशी देश द्वारा भारतीर् क्षते्र का अधिग्रहर् शामिल नहीं है।

    Q.9) भारत में नागररकता के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. भारत िें जन्ि लेने वाले शरर्ाधथयर्ों के बछचों को भारतीर् नागररक िाना जाता है। 2. र्हद कोई ववदेशी क्षेत्र भारत का हहस्सा बन जाता है, तो उसके सभी नागररक स्वतः ही भारत

    के नागररक बन जात ेहैं।

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 10

    3. भारत िें तैनात ववदेशी राजननर्कों के बछचे और ववदेशी शत्रु जन्ि से भारतीर् नागररकता हामसल नहीं कर सकते हैं।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1 और 2 b) 2 और 3 c) केवल 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.9) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    असत्य असत्य सत्य

    वतयिान भारतीर् राष्ट्रीर्ता कानून काफी हद तक जस सेंगुईननस (jus sanguinis) (वंश द्वारा नागररकता) का पालन करता है, जो कक जस सोली ( jus soli) (क्षते्र के भीतर जन्ि के अधिकार से नागररकता) के ववपरीत है।

    र्हद कोई भी ववदेशी क्षेत्र भारत का हहस्सा बन जाता है, तो भारत सरकार उन लोगों को ननहदयष्ट्ि करती है जो क्षेत्र के लोगों िें से हैं, वे भारत के नागररक होंगे। ऐसे व्र्स्क्त अधिसूधचत नतधथ से भारत के नागररक बन जात ेहैं। उदाहरर् के मलए, जब पांडडचेरी भारत का हहस्सा बन गर्ा, तो भारत सरकार ने नागररकता अधिननर्ि, 1955 के तहत नागररकता (पांडडचेरी) आदेश, 1962 जारी ककर्ा।

    भारत िें तैनात ववदेशी राजननर्कों के बछचे और ववदेशी शत्रु जन्ि से भारतीर् नागररकता हामसल नहीं कर सकते हैं।

    Q.10) ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. भारत िें, चाहे वे स्जस भी राज्र् िें पैदा हुए हों र्ा ननवास करत ेहों, सभी नागररक पूरे देश िें

    नागररकता के सिान राजनीनतक और नागररक अधिकारों का आनंद लेते हैं तथा उनके बीच कोई भेदभाव नहीं ककर्ा जाता है।

    2. जब कोई व्र्स्क्त अपनी भारतीर् नागररकता का त्र्ाग करता है, तो उस व्र्स्क्त का नाबामलग बछचा अपनी भारतीर् नागररकता नहीं खोता है।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) केवल 1

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 11

    b) केवल 2 c) 1 और 2 दोनों d) न तो 1 और न ही 2

    Q.10) Solution (d)

    कथन 1 कथन 2

    असत्य असत्य

    भारत िें, चाहे वे स्जस भी राज्र् िें पैदा हुए हों र्ा ननवास करत ेहों, सभी नागररक पूरे देश िें नागररकता के सिान राजनीनतक और नागररक अधिकारों का आनंद लेते हैं तथा उनके बीच कोई भेदभाव नहीं ककर्ा जाता है। हालााँकक, भेदभाव की अनुपस्स्थनत का र्ह सािान्र् ननर्ि कुछ अपवादों के अिीन है,

    • संसद (अनुछछेद 16 के तहत) उस राज्र् र्ा कें ि शामसत प्रदेश िें कुछ ननर्ोजन र्ा ननरु्स्क्तर्ों के मलए एक शतय र्ा उस राज्र् र्ा कें ि शामसत प्रदेश के भीतर स्थानीर् प्राधिकारी र्ा अन्र् प्राधिकारी के रूप िें एक राज्र् र्ा कें ि शामसत प्रदेश के भीतर ननवास आवचर्क कर सकती है।

    • संवविान (अनुछछेद 15 के तहत) ककसी भी नागररक के खखलाफ ििय, जानत, वंश, मलगं र्ा जन्ि स्थान के आिार पर भदेभाव का ननिेि करता है, न कक ननवास के आिार पर।

    • आवागिन और ननवास की स्वतंत्रता (अनुछछेद 19 के तहत) ककसी भी अनुसूधचत जनजानत के हहतों के संरक्षर् के अिीन है।

    जब कोई व्र्स्क्त अपनी भारतीर् नागररकता का त्र्ाग करता है, तो उस व्र्स्क्त का प्रत्रे्क नाबामलग बछचा भी भारतीर् नागररकता खो देता है। हालांकक, जब ऐसा बछचा अठारह विय की आरु् प्राप्त करता है, तो वह भारतीर् नागररकता कफर से आरंभ कर सकता है।

    Q.11) नागररकता संशोधन अधधननयम, 2019 के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. अधिननर्ि संवविान की छठी अनुसूची के साथ-साथ इनर लाइन परमिि शासन वाले क्षते्रों

    पर लागू नहीं होता है।

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 12

    2. र्ह अधिननर्ि भारत िें ककसी भी देश के उन छह ििों के लोगों के मलए 12 विय के ननवास के प्राविान को मशधथल करके 6 विय करता है।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) केवल 1 b) केवल 2 c) 1 और 2 दोनों d) न तो 1 और न ही 2

    Q.11) Solution (a)

    कथन 1 कथन 2

    सत्य असत्य

    नागररकता (संशोिन) वविेर्क (CAB) संवविान की छठी अनुसूची के तहत क्षेत्रों पर लागू नहीं होगा - जो असि, िेघालर्, ब्रत्रपुरा और मिजोरि िें स्वार्त्त आहदवासी बहुल क्षेत्रों से संबंधित है। र्ह वविेर्क उन राज्र्ों पर भी लागू नहीं होगा स्जनके पास इनर-लाइन परमिि शासन है (अरुर्ाचल प्रदेश, नागालैंड और मिजोरि)।

    1955 के अधिननर्ि के तहत, प्राकृनतककरर् द्वारा नागररकता के मलए आवचर्कताओं िें से एक र्ह है कक आवेदक को वपछले 12 िहीनों के दौरान, तथा वपछल े14 विों िें से 11 के मलए भारत िें रहना चाहहए था। संशोिन अधिननर्ि इस 11 साल की आवचर्कता को सिान छह ििों और तीन देशों से संबंधित व्र्स्क्तर्ों के मलए 5 साल तक के मलए छूि देता है।

    नागररकता (संशोिन) अधिननर्ि, 2019 ने हहदं,ू मसख, बौद्ि, जैन, पारसी और ईसाई िामियक अकपसंख्र्कों के अविै प्रवामसर्ों के मलए भारतीर् नागररकता का िागय प्रदान करत ेहुए 1955 के नागररकता अधिननर्ि िें सशंोिन ककर्ा, जो पाककस्तान, बांग्लादेश और अफगाननस्तान से हदसंबर 2014 से पहल ेउत्पीड़न से भाग गए थे।

    Q.12) ननम्नलिखित में से कौन भारतीय संविधान की ककसी अनुसूची में शालमि नहीं है? 1. भारत के िुख्र् चुनाव आरु्क्त के पद, भते्त और ववशेिाधिकारों से संबंधित प्राविान। 2. िखर्पुर के आहदवासी क्षते्रों के प्रशासन से संबंधित प्राविान। 3. भूमि सुिारों से संबंधित राज्र् वविानसभाओं के अधिननर्ि।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1 और 2 b) केवल 1 c) केवल 2 d) 2 और 3

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 13

    Q.12) Solution (a)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य सत्य असत्य

    दसूरी अनुसूची िें पररलस्ब्िर्ां, भते्त, ववशेिाधिकार और इसी तरह से संबंधित प्राविान हैं: 1. भारत के राष्ट्रपनत 2. राज्र्ों के राज्र्पाल 3. लोकसभा के अध्र्क्ष और उपाध्र्क्ष 4. राज्र्सभा के सभापनत और उपाध्र्क्ष 5. राज्र्ों िें वविान सभा के अध्र्क्ष और उपाध्र्क्ष 6. राज्र्ों िें वविान पररिद के अध्र्क्ष और उपाध्र्क्ष 7. सवोछच न्र्ार्ालर् के न्र्ार्ािीश 8. उछच न्र्ार्ालर्ों के न्र्ार्ािीश 9. भारत के ननरं्त्रक और िहालेखा परीक्षक

    छठी अनुसूची िें असि, िेघालर्, ब्रत्रपुरा और मिजोरि राज्र्ों के जनजातीर् क्षेत्रों के प्रशासन से संबंधित प्राविान हैं।

    नौवीं अनुसूची िें भूमि सुिारों और जिींदारी व्र्वस्था के उन्िूलन तथा अन्र् िािलों से ननपिन ेवाले संसद के कानूनों से संबंधित राज्र् वविानसभाओं के अधिननर्ि और ववननर्ि (िूल रूप से 13 लेककन वतयिान िें 282) शामिल हैं।

    Q.13) भारत के प्रिासी नागररक (OCI) योिना के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. ओसीआई, पंजीकृत ओसीआई व्र्स्क्तर्ों को राजनीनतक अधिकार प्रदान करता है। 2. पंजीकृत ओसीआई सावयजननक रोजगार के िािलों िें अवसर की सिानता के संबंि िें

    संवविान के अनुछछेद 16 के तहत भारत के नागररक पर प्रदत्त अधिकारों का हकदार नही ंहोगा।

    3. उनके पास कृवि र्ा वकृ्षारोपर् संपवत्तर्ों के अधिग्रहर् से सबंंधित िािलों को छोड़कर, आधथयक, ववत्तीर् और शैक्षक्षक क्षेत्रों िें उपलब्ि सभी सुवविाओं के संबंि िें गैर-ननवासी भारतीर्ों (NRI) के साथ सिानता है।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1 और 2

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 14

    b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.13) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    असत्य सत्य सत्य

    ओसीआई को 'दोहरी नागररकता' के रूप िें िाने जाने की गलती नहीं करना चाहहए। ओसीआई राजनीनतक अधिकारों को प्रदान नही ंकरता है।

    भारत के पंजीकृत प्रवासी नागररक, सावयजननक रोजगार के िािलों िें अवसर की सिानता के संबंि िें संवविान के अनुछछेद 16 के तहत भारत के नागररक को प्रदत्त अधिकारों के हकदार नहीं होंग।े

    भारत के एक पंजीकृत प्रवासी नागररक को भारत िें आने के मलए कई प्रवेश, बहुउद्देचर्ीर्, जीवन-कालीन वीजा हदर्ा जाता है, उसे भारत िें ककसी भी लम्ब ेप्रवास के मलए ववदेशी क्षेत्रीर् पंजीकरर् अधिकारी र्ा ववदेशी पजंीकरर् अधिकारी के पास पंजीकरर् से छूि दी जाती है, तथा उस ेसािान्र् 'गैर-ननवासी भारतीर्ों (NRI) की तरह कृवि, वकृ्षारोपर् संपवत्तर्ों के अधिग्रहर् से संबंधित िािलों को छोड़कर, आधथयक, ववत्तीर् और शैक्षक्षक क्षेत्रों िें उपलब्ि सभी सुवविाओं के संबंि िें।' सिान अधिकार हैं, जो िंत्रालर् द्वारा सिर्-सिर् पर ववमशष्ट्ि लाभ / सिता अधिसूधचत ककए जात ेहै।

    भारत की प्रवासी नागररकता (OCI) र्ोजना अगस्त 2005 िें नागररकता अधिननर्ि, 1955 िें संशोिन करके प्रस्तुत की गई थी। र्ह र्ोजना भारतीर् िूल के सभी व्र्स्क्तर्ों (PIO) के प्रवासी नागररक (OCI) के रूप िें पजंीकरर् के मलए प्राविान प्रदान करती है, जो भारत के नागररक 26 जनवरी, 1950 र्ा उसके बाद र्ा 26 जनवरी, 1950 को भारत के नागररक बनने के र्ोग्र् थे र्ा नहीं, मसवार् जो पाककस्तान र्ा बांग्लादेश का नागररक रहा है र्ा ऐसे अन्र् देश स्जन्हें कें ि सरकार, आधिकाररक राजपत्र िें अधिसूचना द्वारा, ननहदयष्ट्ि करें ।

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 15

    Q.14) भारत और ब्रिटेन द्िारा सरकार के संसदीय रूप की ननम्नलिखित में से कौन सी विशेषताएँ साझा की िाती हैं?

    1. संसद की संप्रभुता 2. दोहरी कार्यकारी (Dual executive) 3. सािूहहक उत्तरदानर्त्व 4. गर्तंत्रवादी प्रर्ाली

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1 और 2 b) 2 और 3 c) 1 और 4 d) 3 और 4

    Q.14) Solution (b)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4

    असत्य सत्य सत्य असत्य

    ब्रिहिश प्रर्ाली संसद की संप्रभुता के मसद्िांत पर आिाररत है, जबकक संसद भारत िें सवोछच नहीं है तथा एक मलखखत संवविान, संघीर् प्रर्ाली, न्र्ानर्क सिीक्षा और िौमलक अधिकारों के कारर् सीमित और प्रनतबंधित शस्क्तर्ों का आनंद लेती है

    दोनों देशों िें दोहरी कार्यकारी है। राष्ट्रपनत नाििात्र के कार्यकारी (de jure executive or

    titular executive) होत ेहैं जबकक प्रिानिंत्री वास्तववक कार्यकारी (de facto executive) होते हैं।

    दोनों देशों िें सािूहहक उत्तरदानर्त्व है, जहा ंिंत्री सािूहहक रूप से संसद के प्रनत उत्तरदार्ी होत ेहैं।

    ब्रिहिश प्रर्ाली संसद की संप्रभुता के मसद्िांत पर आिाररत है, जबकक भारत िें संसद सवोछच नहीं है तथा एक मलखखत संवविान, संघीर् प्रर्ाली, न्र्ानर्क सिीक्षा और िौमलक अधिकारों के कारर् सीमित और प्रनतबंधित शस्क्तर्ों का आनंद लेती है।

    Q.15) राष्ट्रपनत प्रणािी के स्थान पर सरकार के संसदीय स्िरूप को िरीयता देने के ननम्नलिखित में से कौन से कारण हैं?

    1. स्स्थर सरकार 2. उत्तरदार्ी सरकार

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 16

    3. शस्क्तर्ों का पथृक्करर् 4. व्र्ापक प्रनतननधित्व

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 2 और 4 b) 1, 2 और 3 c) 2, 3 और 4 d) उपरोक्त सभी

    Q.15) Solution (a)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4

    असत्य सत्य असत्य सत्य

    संसदीर् प्रर्ाली अस्स्थर सरकार की ओर ले जाती है।

    उत्तरदार्ी सरकार संसदीर् प्रर्ाली का प्रिुख लाभ है।

    संसदीर् प्रर्ाली शस्क्तर्ों के पथृक्करर् के ववरुद्ि है तथा इसिें वविानर्का और कार्यपामलका के बीच सािंजस्र् होता है

    संसदीर् प्रर्ाली ववमभन्न सिूहों से व्र्ापक प्रनतननधित्व सुननस्चचत करती है।

    Q.16) भारत में क्षेत्रीय पररषदों (Zonal councils) के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. 6 क्षेत्रीर् पररिदें हैं, जो राज्र् पुनगयठन अधिननर्ि 1956 के िाध्र्ि से स्थावपत की गर्ी

    हैं। 2. कें िीर् गहृ िंत्री इनिें से प्रत्रे्क पररिद् के अध्र्क्ष होत ेहैं। 3. क्षेत्रीर् पररिदों की स्थापना के िुख्र् उद्देचर्ों िें से एक तीव्र राज्र् चेतना, क्षेत्रवाद,

    भािावाद और ववमशष्ट्ि प्रववृत्त की वदृ्धि पर रोक लगाना है। नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें

    a) 1 और 2 b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.16) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 17

    असत्य सत्य सत्य

    पांचों क्षते्रीर् पररिदें - पस्चचिी, पूवी, उत्तरी, दक्षक्षर्ी और िध्र् - राज्र् पुनगयठन अधिननर्ि, 1956 के तहत राज्र्ों के बीच अंतर-राज्र् सहर्ोग और सिन्वर् को बढावा देने के मलए स्थावपत की गई थीं। उत्तर पूवी पररिद की स्थापना 1971 िें भारत के सात उत्तर पूवी राज्र्ों की सिस्र्ाओं से ननपिने के मलए की गई थी। इस ेउत्तर पूवी पररिद अधिननर्ि, 1972 नािक कानून के तहत स्थावपत ककर्ा गर्ा था।

    कें िीर् गहृ िंत्री इनिें से प्रत्रे्क पररिद् के अध्र्क्ष होत ेहैं।

    क्षेत्रीर् पररिदों की स्थापना के िुख्र् उद्देचर् ननम्नानुसार हैं:

    • राष्ट्रीर् एकीकरर् लाना; • तीव्र राज्र् चेतना, क्षेत्रवाद,

    भािावाद और ववमशष्ट्ि प्रववृत्त की वदृ्धि पर रोक लगाना;

    • कें ि और राज्र्ों को ववचारों और अनुभवों का सहर्ोग तथा आदान-प्रदान करने के मलए सक्षि करना;

    • ववकास पररर्ोजनाओं के सफल और त्वररत ननष्ट्पादन के मलए राज्र्ों के बीच सहर्ोग के वातावरर् की स्थापना करना।

    Q.17) प्रस्तािना से ननम्नलिखित में से कौन सी सामग्री या घटक का पता चिता है - 1. संवविान के अधिकार का स्रोत 2. भारतीर् राज्र् की प्रकृनत 3. संवविान के उद्देचर् 4. संवविान को अपनाने की नतधथ

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 2 और 3 b) 1, 3 और 4 c) 2, 3 और 4 d) 1, 2, 3 और 4

    Q.17) Solution (d)

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 18

    कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4

    सत्य सत्य सत्य सत्य

    प्रस्तावना िें चार अवर्वों र्ा घिकों का पता चलता है: • संवविान के अधिकार का स्रोत: प्रस्तावना िें कहा गर्ा है कक संवविान भारत के लोगों से अपने

    अधिकार प्राप्त करता है। • भारतीर् राज्र् की प्रकृनत: र्ह भारत को एक संप्रभु, सिाजवादी, पंथननरपेक्ष लोकतांब्रत्रक और

    गर्तंत्रात्िक राजनीनत की घोिर्ा करता है। • संवविान के उद्देचर्: र्ह न्र्ार्, स्वतंत्रता, सिानता और बंिुत्व को उद्देचर्ों के रूप िें ननहदयष्ट्ि करता

    है। • संवविान को अपनाने की नतधथ: इसिें नतधथ के रूप िें 26 नवंबर, 1949 ननिायररत है।

    Q.18) ननम्नलिखित में से कौन-सी योग्यता प्राकृनतकककरण (naturalization) द्िारा नागररकता प्राप्त करने की योग्यता है?

    1. उन्हें संवविान की आठवी ंअनुसूची िें ननहदयष्ट्ि भािा का पर्ायप्त ज्ञान है। 2. वह ककसी भी ऐसे देश का वविर् र्ा नागररक नहीं है, जहा ंभारत के नागररकों को प्राकृनतक

    रूप से उस देश का वविर् र्ा नागररक बनने से रोका जाता है। 3. वह अछछे चररत्र का है।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1 और 2 b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.18) Solution (d)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य सत्य सत्य

    कें ि सरकार, ककसी आवेदन पर, ककसी भी व्र्स्क्त के मलए प्राकृनतककरर् का प्रिार् पत्र प्रदान कर सकती है (अवैि प्रवासी नहीं होने पर) र्हद उसके पास ननम्न र्ोग्र्ताएाँ हैं: (a) िह ककसी भी देश का विषय या नागररक नहीं है, िहा ंभारत के नागररकों को प्राकृनतक रूप से उस देश का विषय या नागररक बनने से रोका िाता है;

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 19

    (b) र्हद वह ककसी भी देश का नागररक है, तो वह भारतीर् नागररकता स्वीकार ककए जाने के मलए आवेदन करने की स्स्थनत िें उस देश की नागररकता का त्र्ाग करने का वचन देता है; (c) वह र्ा तो भारत िें रहता है र्ा भारत िें एक सरकार की सेवा िें है र्ा आंमशक रूप से पहल ेिें है और आंमशक रूप से दसूरे िें है, तो उस ेनागररकता संबंिी आवेदन देने के कि से कि 12 िाह पूवय से भारत िें ननवास कर रहा हो; (d) र्हद 12 िाह की इस अवधि से 14 विय पूवय से वह भारत िें रह रहा हो र्ा भारत सरकार की सेवा िें हो, र्ा आंमशक रूप से पहल ेिें है और आंमशक रूप से दसूरे िें है, इनकी कुल अवधि 11 विय से कि नहीं होनी चाहहए ; (e) वह अछछे चररत्र का है; (f) कक उस ेसवंविान की आठवी ंअनुसूची िें ननहदयष्ट्ि भािा का पर्ायप्त ज्ञान है, और (g) कक उस ेहदए गए प्राकृनतककरर् के प्रिार् पत्र की स्स्थनत िें, वह भारत िें ननवास करने का इरादा रखता है, र्ा एक सेवा के तहत सेवा िें प्रवेश करना र्ा जारी रखना चाहता है। भारत िें सरकार र्ा एक अंतरराष्ट्रीर् संगठन के तहत, स्जसका सदस्र् भारत है र्ा भारत िें स्थावपत सोसइिी, कंपनी र्ा व्र्स्क्तर्ों का ननकार् है।

    Q.19) ननम्नलिखित में से कौन-सी ऐसी ल्स्थनतयाँ हैं िो ककसी को उसकी भारतीय नागररकता से िंधचत करने के लिए उत्तरदायी हैं?

    1. िोखे से नागररकता प्राप्त करना। 2. रु्द्ि के दौरान शत्रु के साथ अवैि रूप से व्र्ापार र्ा संचार। 3. राजिोह के आरोपों (Sec124A) के तहत दजय (Booked) ककर्ा गर्ा हो।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1 और 2 b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.19) Solution (a)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य सत्य असत्य

    वंधचतता (Deprivation) भारतीर् नागररकता का अननवार्य सिापन है कें ि सरकार, र्हद:

    राजिोह के आरोपों का लगना नागररकता वंधचत करने का आिार नहीं है।

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 20

    (a) िोखािड़ी से नागररकता प्राप्त की है: (b) नागररक ने भारत के संवविान के प्रनत अननष्ट्ठा हदखाई है: (c) नागररक ने रु्द्ि के दौरान शत्रु के साथ अविै रूप से व्र्ापार र्ा संचार ककर्ा है; (d) नागररक को पंजीकरर् र्ा प्राकृनतककरर् के बाद पांच विय के भीतर ककसी भी देश िें दो साल तक कैद िें रखा गर्ा है; तथा (e) नागररक सात विों तक लगातार भारत से बाहर रहा है।

    Q.20) सवंिधान सभा की सलमनतयों के साथ ननम्नलिखित व्यल्क्तत्िों का लमिान उनके द्िारा ककया गया

    सलमनतयां व्यल्क्तत्ि

    1. राज्र्ों के मलए समिनत a. डॉ. राजेंि प्रसाद

    2. प्रांतीर् संवविान समिनत b. डॉ. के.एि. िंुशी

    3. प्रकक्रर्ा ननर्ि समिनत c. जवाहर लाल नेहरू

    4. कार्य संचालन समिनत d. सरदार पिेल

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही उत्तर चुनें a) 1-c, 2-d, 3-b, 4-a

    b) 1-d, 2-c, 3-a, 4-b

    c) 1-d, 2-c, 3-b, 4-a

    d) 1-c, 2-d, 3-a, 4-b

    Q.20) Solution (d)

    सलमनत व्यल्क्तत्ि

    1. राज्र्ों के मलए समिनत जवाहर लाल नेहरू

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 21

    2. प्रांतीर् संवविान समिनत सरदार पिेल

    3. प्रकक्रर्ा ननर्ि समिनत डॉ. राजेंि प्रसाद

    4. कार्य संचालन समिनत डॉ. के.एि. िंुशी

    Q.21) मौलिक अधधकारों के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. रे् ननगिों र्ा कंपननर्ों के मलए भी उपलब्ि हैं। 2. रे् ननजी व्र्स्क्तर्ों की कारयवाई के ववरुद्ि भी उपलब्ि हैं। 3. रे् पववत्र (sacrosanct) र्ा स्थार्ी हैं।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) 1 और 2 b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.21) Solution (a)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य सत्य असत्य

    उनिें से कुछ केवल नागररकों के मलए उपलब्ि हैं, जबकक अन्र् सभी व्र्स्क्तर्ों के मलए उपलब्ि हैं चाहे नागररक, ववदेशी र्ा कानूनी व्र्स्क्त जैस ेननगि र्ा कंपननर्ां।

    उनिें से अधिकांश राज्र् की िनिानी कारयवाई के ववरुद्ि, कुछ अपवाद जैस ेकक राज्र् की कारयवाई के ववरुद्ि और ननजी व्र्स्क्तर्ों की कारयवाई के ववरुद्ि उपलब्ि हैं। जब राज्र् की कारयवाई के ववरुद्ि उपलब्ि अधिकार केवल ननजी व्र्स्क्तर्ों द्वारा उकलंघन ककए जात ेहैं, तो कोई संवैिाननक उपचार नहीं होत ेहैं, केवल सािान्र् कानूनी उपचार होत ेहैं।

    वे पववत्र र्ा स्थार्ी नहीं हैं। संसद उन्हें कि कर सकती है र्ा ननरस्त कर सकती है लेककन केवल एक संवविान संशोिन अधिननर्ि द्वारा तथा इस ेएक सािारर् अधिननर्ि द्वारा नहीं ककर्ा जा सकता है। इसके अलावा, र्ह संवविान के 'बुननर्ादी ढांच'े को प्रभाववत ककए ब्रबना ककर्ा जा सकता है।

    Q.22) ननम्नलिखित में से ककस ेअनुच्छेद 12 के तहत ‘राज्य’ माना िाता है? 1. पंचार्तें और नगर पामलकाएाँ 2. ओएनजीसी

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 22

    3. एनसीईआरिी 4. न्र्ार्पामलका

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) 1 और 2 b) 1,2 और 3 c) 1,2 और 4 d) उपरोक्त सभी

    Q.22) Solution (a)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4

    सत्य सत्य असत्य असत्य

    ऐसा कोई भी प्राधिकरर् स्जसके पास कोई भी कानून बनाने, ककसी भी आदेश को पाररत करने, ववननर्िन और उपननर्ि बनाने, आहद की शस्क्त है, राज्र् की पररभािा के अंतगयत आता है। इस प्रकार पंचार्त, नगरपामलका, स्जला बोडय और अन्र् वैिाननक, संवैिाननक ननकार् राज्र् की पररभािा िें आत ेहैं।

    वैिाननक और गैर-वैिाननक ननकार् जो सरकार से ववत्तीर् संसािन प्राप्त करत ेहैं, उन पर सरकार का सिुधचत ननरं्त्रर् होता है तथा कार्ायत्िक चररत्र जैस ेकक ICAR, CSIR, ONGC, IDBI, ववद्रु्त ्बोडय, NAFED, हदकली पररवहन ननगि आहद राज्र् की पररभािा िें आत ेहैं।

    वैिाननक और गैर-वैिाननक ननकार् जो आितौर पर सरकार द्वारा ववत्तपोवित नहीं होत ेहैं, वे राज्र् की पररभािा िें नहीं आते हैं। उदाहरर् स्वार्त्त ननकार्, सहकाररता, एनसीईआरिी आहद हैं।

    न्र्ार्पामलका राज्र् नहीं है।

    बॉम्ब ेउछच न्र्ार्ालर् ने द नेशनल फेडरेशन ऑफ़ द ब्लाइंड, िहाराष्ट्र और Anr v. के िािल ेिें इस प्रचन का उत्तर हदर्ा। बॉम्ब ेउछच न्र्ार्ालर्, स्जसिें र्ह ननिायररत ककर्ा गर्ा था कक 'न्र्ार्ालर्' की पररभािा िें प्रशासननक कियचाररर्ों के साथ व्र्वहार करत ेसिर् र्ा प्रशासननक क्षिता िें ननर्यर् लेते सिर्, केवल "राज्र्" शामिल हैं तथा न्र्ानर्क पक्ष पर नहीं’ ।

    Q.23) भारतीय प्रणािी पर कानून के ननयम (Rule of law) के ननम्नलिखित में से कौन से अियि िागू हैं?

    1. िनिानी शस्क्त का अभाव 2. कानून के सिक्ष सिानता

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 23

    3. व्र्स्क्तगत अधिकारों की प्रिानता नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें

    a) 1 और 2 b) 2 और 3 c) 1 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.23) Solution (a)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य सत्य असत्य

    कानून के ननर्ि की अविारर्ा िें ननम्नमलखखत तीन तत्व र्ा पहलू हैं: (i) िनिानी शस्क्त की अनुपस्स्थनत, अथायत कानून के उकलंघन के अलावा ककसी भी व्र्स्क्त को दंडडत नहीं ककर्ा जा सकता है। (ii) कानून के सिक्ष सिानता, अथायत सभी नागररकों (अिीर र्ा गरीब, उछच र्ा ननम्न, आधिकाररक र्ा गैर-आधिकाररक) की सिान अिीनता जो सािान्र् कानून न्र्ार्ालर्ों द्वारा प्रशामसत भूमि के सािान्र् कानून के मलए हो। (iii) व्र्स्क्तगत अधिकारों की प्रिानता, अथायत ्संवविान व्र्स्क्त के अधिकारों का पररर्ाि है, जो कक कानून के न्र्ार्ालर्ों द्वारा पररभावित और लागू ककर्ा जाता है बजार् कक संवविान व्र्स्क्तगत अधिकारों का स्रोत है।

    पहला और दसूरा तत्व भारतीर् प्रर्ाली पर लागू होते हैं तथा तीसरा नहीं। भारतीर् प्रर्ाली िें, संवविान व्र्स्क्तगत अधिकारों का स्रोत है।

    Q.24) ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. उधचत प्रनतबंि लगाने के मलए अपराि हेतु िानहानन और उकसाना एक आिार है। 2. अकेल ेकार्यकारी कारयवाई द्वारा उधचत प्रनतबंि लगाए जा सकते हैं।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) केवल 1 b) केवल 2 c) 1 और 2 दोनों d) न तो 1 और न ही 2

    Q.24) Solution (a)

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 24

    कथन 1 कथन 2

    सत्य असत्य

    राज्र् भारत की संप्रभुता और अखंडता, राज्र् की सुरक्षा, ववदेशी राज्र्ों के साथ िैत्रीपूर्य संबंि, सावयजननक व्र्वस्था, शालीनता र्ा नैनतकता, न्र्ार्ालर् की अविानना, िानहानन और अपराि के मलए उकसाने के आिार पर वाक् एवं अमभव्र्स्क्त की स्वतंत्रता के अभ्र्ास पर उधचत प्रनतबंि लगा सकता है।

    उधचत प्रनतबंिों की तीन िहत्वपूर्य ववशिेताए ंहैं: (1) उनके तहत प्रनतबंि केवल र्ा ककसी कानून के अधिकार के तहत लगार्ा जा सकता है: कोई कार्यकारी प्रनतबंि अकेल ेब्रबना ककसी कानून का पालन ककए नहीं लगार्ा जा सकता है। (2) प्रत्रे्क प्रनतबंि उधचत होना चाहहए। (3) प्रनतबंि 19 (2) से (6) िें उस्कलखखत उद्देचर्ों से संबंधित होना चाहहए।

    Q.25) विदेश यात्रा का अधधकार ककसके अंतगयत आता है a) अनुछछेद 15 b) अनुछछेद 19 c) अनुछछेद 21 d) अनुछछेद 22

    Q.25) Solution (c)

    अनुछछेद 21 के तहत ववदेश र्ात्रा का अधिकार एक िौमलक अधिकार है। अनुछछेद 19 देश के भीतर आवागिन अधिकार की रक्षा करता है।

    Q.26) लशक्षा के अधधकार के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. इस े2002 के 86 वें संवैिाननक संशोिन अधिननर्ि द्वारा जोड़ा गर्ा था। 2. र्ह संवविान िें सस्म्िमलत होने वाला िुफ्त एवं अननवार्य मशक्षा संबंिी पहला ऐसा प्राविान

    था। 3. र्ह अधिकार नागररकों के साथ-साथ ववदेमशर्ों, दोनों के मलए उपलब्ि है।

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) 1 और 2 b) 1 और 3 c) 2 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.26) Solution (b)

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 25

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    सत्य असत्य सत्य

    मशक्षा का अधिकार (अनुछछेद 21 A) प्राविान 2002 के 86 वें संवैिाननक संशोिन अधिननर्ि द्वारा जोड़ा गर्ा था।

    इस संशोिन से पहल ेभी, संवविान के भाग IV िें अनुछछेद 45 के तहत बछचों के मलए िुफ्त और अननवार्य मशक्षा का प्राविान था।

    र्ह नागररकों के साथ-साथ ववदेमशर्ों, दोनों के मलए भी उपलब्ि है।

    Q.27) ननम्नलिखित में से ककस ेअनुच्छेद 13 के तहत ‘कानून’ (Law) माना िा सकता है? 1. अध्र्ादेशों 2. नागा प्रथागत कानून (Naga customary laws) 3. संवैिाननक संशोिन 4. कें ि सरकार द्वारा अधिसूचना

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) 1 और 2 b) 1,2 और 3 c) 1,2 और 4 d) उपरोक्त सभी

    Q.27) Solution (c)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3 कथन 4

    सत्य सत्य असत्य सत्य

    राष्ट्रपनत र्ा राज्र् के राज्र्पालों द्वारा जारी ककए गए अध्र्ादेश जैसे अस्थार्ी कानून को अनुछछेद 13 के तहत कानून िाना जाता है।

    कानून के गैर-वविार्ी स्रोत, अथायत,् कानून की शस्क्त वाले कस्िि र्ा िान्र्ता को अनुछछेद 13 के तहत कानून िाना जाता है।

    अनुछछेद 13 घोवित करता है कक एक संवविान संशोिन कानून नहीं है और इसमलए इस ेचुनौती नहीं दी जा सकती है। हालााँकक, सवोछच न्र्ार्ालर् ने केशवानंद भारती िािले (1973) िें कहा कक एक संवैिाननक संशोिन को इस आिार पर चुनौती दी जा सकती है कक र्ह एक

    अनुछछेद 13 के तहत आदेश, उपननर्ि, ननर्ि, ववननर्िन र्ा अधिसूचना जैस ेप्रत्र्ार्ोस्जत वविान (कार्यकारी कानून) की प्रकृनत िें वैिाननक उपकरर् को कानून िाना जाता है।

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 26

    िौमलक अधिकार का उकलंघन करता है, जो संवविान के 'बुननर्ादी ढाचंे' का एक हहस्सा है तथा इसमलए, इस ेशून्र् घोवित ककर्ा जा सकता है।

    Q.28) भारतीय संविधान में उल्लिखित अनुच्छेद 25 के बारे में ननम्नलिखित कथनों पर विचार करें 1. इसिें एक व्र्स्क्त को दसूरे के ििय िें पररवतयन का अधिकार शामिल है। 2. इसके तहत, राज्र् हहदं ूिामियक संस्थानों के सुिार के मलए प्राविान प्रदान कर सकता है। 3. इस अधिकार के तहत आने वाल ेहहदंओंु िें मसख, पारसी, जनै और बौद्ि शामिल हैं

    नीचे ददए गए कूट का उपयोग करके सही कथन चुनें a) 1 और 2 b) केवल 2 c) 1 और 3 d) उपरोक्त सभी

    Q.28) Solution (b)

    कथन 1 कथन 2 कथन 3

    असत्य सत्य असत्य

    इसिें दसूरों िें िामियक ववचवासों का प्रसारर् और प्रसार र्ा ककसी के ििय के मसद्िांतों को उजागर करना शामिल है। लेककन, इसिें ककसी अन्र् व्र्स्क्त को एक व्र्स्क्त को अपने ििय िें पररवनतयत करने का अधिकार शामिल नहीं है। जबरन ििय पररवतयन सभी व्र्स्क्तर्ों को सिान रूप से 'अंतचचेतना की स्वतंत्रता' को प्रनतबंधित करता है।

    राज्र् को सािास्जक ककर्ार् और सावयजननक वगों के हहदं ूिामियक संस्थानों को हहदंओंु के सभी वगों और सिूहों के मलए सुिार प्रदान करने की अनुिनत है।

    इस संदभय िें हहदंओंु िें मसख, जैन और बौद्ि शामिल हैं

  • IASBABA 60 DAY PLAN 2020: POLITY COMPILATION WEEK 1 & 2

    IASBABA 27

    Q.29) ननम्नलिखित में से कौन राज्य नीनत के ननदेशक लसद्धांतों में समाििादी लसद्धातंों पर आधाररत नहीं है / हैं?

    1. सिान काि के मलए सिान वतेन 2.