karma ka akatya siddhant

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अन�करम

करम� क� अक�टय सिदधा��त

परा�त� सरमरणी�य पररम प�जय �त शरी� आ�र�रमजी� बा�प� क� त�ग-परावचन एव�

शा�सतरो$ � �कसि%तपरासत�वन�

कम� क� सिदधा��त अक�टय ह�। जो� जो�� करत� ह� व�� ह� फल पा�त� ह� चा�ह� र�जो� ह� या� र�क, �ठ ह� या� न�कर। अर� ! सवया� भगव�न भ� अवत�र ल�कर कया$ न आया&? कम� क� अक�टय सिदधा��त उनक� भ� सव�क�र करन� पाडत� ह�।

पा)जया बा�पा)जो� कहत� ह,- "आपा कम� करन� म& �वधा�न रह�। ऐ� कम� न कर� जो� आपाक� बा�/धाकर नरक$ म& ल� जो�या&। किक1त� अभ� जो� पा)व�कम2 क� फल मिमल रह� ह�, उम& आपा परनन रह�। चा�ह� म�ठ� फल मिमल&, चा�ह� खटट� या� कडव� मिमल&, परननत� � उनह& बा�तन� दो�। यादिदो म�ठ� फल$ � �घरष� किकया� त� खटा� या� कडव�पान बाढ जो�या�ग�। अत@ बाक� बा�तन� दो�।

जी& बा�त गय� & बा�त गय�, तकदी(र क� शिशाकव� क*न कर�?जी& त�र करम�न � निनक% गय�, उ त�र क� प�छा� क*न कर�?

पाहल� जो� कम� किकया� ह,, उनक� फल मिमल रह� ह� त� उ� बा�तन� दो�। उम& तयाबा�दधिदधा न कर�। जो�� ग�ग� क� पा�न� किनर�तर बाह रह� ह�, व�� ह� �र� पारिरसथिEकितया�/ बाहत� चाल� जो� रह� ह,। जो� दो�-व�दो� रहत� ह�, उ पारम�तम� म& पर�कित कर� और जो� बाह रह� ह� उक� उपाया�ग कर�।"

परसत�त पा�सतक कम� क� अक�टय सिदधा��त क� मझा�कर, आपाक� म�नव � मह�शवर तक कI या�तरा� कर�न� म& ह�याक ह�ग�, इ� आशा� क� �थ.........

निवन�तशरी� य&ग व�दी�नत �व� मिरमनित,

अरमदी�व�दी आशरीरम।

अन1कररमशिणीक�

परसत�वन�।गहन� कम�णो� गकित@। कम� क� � कर& ? कम�फल।' म, �त क� � बान� ?' ' �नह भरत भ�व� परबाल ' । बा�दो म& पाशचा�त�पा � कया� ल�भ ? पा�जो�र� बान� पर�त ! �त कI अवह�लन� क� दषपारिरणो�म। ' म�झा� ऋणो चा�क�न� ह� ' । ' वह�/ दो�कर छ) टा� त� याह�/ किफटा ह� गया� ' । �ल�म�न पर�त कI तया घटान�। करन� म& �वधा�न। जोह�/ आसिU वह�/ जोनम। र�वणो कI कनया� क� किवव�ह। ' रिरशत� मWतया� क� �थ मिमटा जो�त� ह, .... ' शा�भ कम� वयथ� नहY जो�त�। �त�जो� क� भ� कम�फल भ�गन� पाड�। ' ग�ल� दो�कर कम� क�टा रह� ह� .... ' कम� क� किवधा�न।

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

गहन� करम�णी& गनित�कम� कI गकित बाड� गहन ह�।

करम�णी& हयनिप बा&दधावय� बा&दधावय� च निवकरम�णी�।अकरम�णीशच बा&दधावय� गहन� करम�णी& गनित�।।

'कम� क� सवरपा भ� जो�नन� चा�किहए और अकम� क� सवरपा भ� जो�नन� चा�किहए तथ� किवकम� क� सवरपा भ� जो�नन� चा�किहए, कया$किक कम� कI गकित गहन ह�।'

(ग�त�� 4.17)कम� ऐ� कर& किक कम� किवकम� न बान&, दकिरषत या� बा�धानक�रक न बान&, वरन अकम� म& बादोल जो�या&, कत�� अकत��

ह� जो�या और अपान� पारम�तम-पादो क� पा� ल&।अमदो�व�दो म& व�णो� न�मक एक इल�क� ह�। वह�/ एक इ�जो�किनयार रहत� थ�, जो� नहर क� क�या�भ�र भ�

/भ�लत� थ�। वह� आदो�शा दो�त� थ� किक किक कष�तरा म& पा�न� दो�न� ह�।एक बा�र एक किक�न न� एक सिलफ�फ� म& �-� रपाया� कI दो न�टा& दो�त� हए कह�@ "�हबा ! क� छ भ� ह�, पार

फल�न� वयसिU क� पा�न� न मिमल�। म�र� इतन� क�म आपा कर दो`दधिजोए।"�हबा न� �चा� किक 'हजो�र रपाया� म�र� भ�गया म& आन�व�ल� ह, इ�सिलए याह दो� रह� ह�। किक1त� गलत ढ�ग � रपाया�

ल�कर म, कया$ कम�बा�धान म& पाड/? हजो�र रपाया� आन� व�ल� ह$ग� त� क� � भ� करक� आ जो�या&ग�। म, गलत कम� करक� हजो�र रपाया� कया$ ल)/? म�र� अचछ� कम2 � अपान�-आपा रपाया� आ जो�या&ग�।' अत@ उन� हजो�र रपाया� उ किक�न क� ल�टा� दिदोया�।

क� छ मह�न$ क� बा�दो याह इ�जो�किनयार एक बा�र म��बाई � ल�टा रह� थ�। म��बाई � एक वय�पा�र� क� लडक� भ� �थ बा�ठ�। वह लडक� )रत आकर जोलदोबा�जो� म& उतर गया� और अपान� अटा�चा� ग�ड� म& ह� भ)ल गया�। वह इ�जो�किनयार मझा गया� किक अटा�चा� उ� लडक� कI ह�। अमदो�व�दो र�लव� सटा�शान पार ग�ड� रकI। अटा�चा� ल�व�रिर पाड� थ�। उ इ�जो�किनयार न� अटा�चा� उठ� ल� और घर ल� जो�कर ख�ल�। उम& � पात� और टा�सिलफ�न न�बार सिलया�।

इधार )रत म& वय�पा�र� क� लडक� बाड� पार�शा�न ह� रह� थ� किक 'ह�र� क� वय�पा�र� क� इतन� रपाया� थ�, इतन� ल�ख क� कचचा� म�ल भ� थ�। किकक� बात�या&? बात�या&ग� तबा भ� म��बात ह�ग�।' दर� दिदोन �बाह-�बाह फ�न आया� किक "आपाकI अटा�चा� र�लग�ड� म& रह गया� थ� दधिजो� म, ल� आया� ह/ और म�र� याह पात� ह�, आपा इ� ल� जो�इया�।"

बा�पा-बा�टा� ग�ड� ल�कर व�णो� पाह/चा� और �हबा क� बा/गल� पार पाह/चाकर उनह$न� पा)छ�@ "�हबा ! आपा ह� न� फ�न किकया� थ�?" �हबा@ "आपा तलल� रख&। आपाक� बा �म�न �रकषिकषत ह�।" अन�करम

�हबा न� अटा�चा� दो`। वय�पा�र� न� दो�ख� किक अ�दोर भ� म�ल-�म�न एव� रपाया� जया$ क� तया$ ह,। 'या� �हबा नहY, भगव�न ह,....' ऐ� �चाकर उकI आ/ख$ म& आ/) आ गया�, उक� दिदोल भर आया�। उन� क�र� सिलफ�फ� म& क� छ रपाया� रख� और �हबा क� पा�र$ पार रखकर ह�थ जो�डत� हए बा�ल�@ "�हबा ! फ) ल नहY त� फ) ल कI पा�ख�ड� ह� ह�, हम�र� इतन� �व� जोरर सव�क�र करन�।"

�हबा@ "एक हजो�र रपाया� रख� ह, न?"वय�पा�र�@ "�हबा ! आपाक� क� � पात� चाल� किक एक हजो�र रपाया� ह,?"�हबा@ "एक हजो�र रपाया� म�झा� मिमल रह� थ� बा�र� कम� करन� क� सिलए किक1त� म,न� वह बा�र� क�या� याह �चाकर नहY

किकया� किक यादिदो हजो�र रपाया� म�र� भ�गया म& ह$ग� त� क� � भ� करक� आया&ग�।"वय�पा�र�@ "�हबा ! आपा ठkक कहत� ह,। इम& हजो�र रपाया� ह� ह,।"जो� ल�ग टा�ढ�-म�ढ� र�सत� � क� छ ल� ल�त� ह, व� त� दषकम� कर पा�पा कम� ल�त� ह,, ल�किकन जो� धा�रजो रखत� ह, व�

ईम�नदो�र� � उतन� पा� ह� ल�त� ह, दधिजोतन� उनक� भ�गया म& ह�त� ह�।भगव�न शरी�कW षणो कहत� ह,- गहन� करम�णी& गनित�।एक जो�न�-म�न� �धा� न� म�झा� याह घटान� �न�या� थ�@बा�पा)जो� ! याह�/ गया�जो� म& एक बाड� अचछ� जो�न�-म�न� पा�किmत रहत� थ�। एक बा�र न�पा�ल नर�शा �धा�रणो गर�बा

म�रव�ड� जो�� कपाड� पाहन कर पा�किmत$ क� पा�छ� भटाक� किक 'म�र� दो�दो� क� किपाणmदो�न करव� दो�। म�र� पा� पा�� किबालक� ल नहY ह,। ह�/, थ�ड� � लडड ल�या� ह/, वह� दोकषिकषणो� म& दो� क)/ ग�।'

जो� ल�भ� पा�किmत थ� उनह$न� त� इनक�र कर दिदोया� ल�किकन वह�/ क� जो� जो�न�-म�न� पा�किmत थ� उन� कह�@ "भ�ई ! पा�� कI त� क�ई बा�त ह� नहY ह�। म, किपाणmदो�न करव� दो�त� ह/।"

फटा�-सिचाथड� कपाड� पाहनकर गर�बा म�रव�ड� क� व�शा म& छ� पा� हए न�पा�ल नर�शा क� दो�दो� क� किपाणmदो�न करव� दिदोया� उ पा�किmत न�। किपाणmदो�न मपनन ह�न� क� बा�दो नर�शा न� कह�@ "पा�किmत जो� ! किपाणmदो�न करव�न� क� बा�दो क� छ-न-क� छ दोकषिकषणो� त� दो�न� चा�किहए। म, क� छ लडड ल�या� ह/। म, चाल� जो�ऊ/ उक� बा�दो याह गठर� आपा ह� ख�ल&ग�, इतन� वचान दो� दो`दधिजोए।"

"अचछ� भ�ई ! त) गर�बा ह�। त�र� लडड म, ख� ल)/ग�। वचान दो�त� ह/ किक गठर� भ� म, ह� ख�ल)/ग�।"न�पा�ल नर�शा चाल� गया�। पा�किmत न� गठर� ख�ल� त� उम& � एक-एक किकल� क� �न� क� उनन� लडड किनकल� !व� पा�किmत अपान� जो�वनक�ल म& बाड�-बाड� धाम�क�या� करत� रह� ल�किकन �न� क� व� लडड खचा� म& आया� ह� नहY।जो� अचछ� क�या� करत� ह� उक� पा� अचछ� क�म क� सिलए कहY न कहY � धान, वसत�ए/ अन�या� आ ह�

जो�त� ह,। अत@ उनन� किकल� क� �न� लडड ऐ� ह� पाड� रह�।जोबा-जोबा हम कम� कर& त� कम� क� अकम� म& बादोल दो& अथ��त कम� क� फल ईशवर क� अरपिपा1त कर दो& अथव�

कम� म& � कत��पान हटा� दो& त� कम� करत� हए भ� ह� गया� अकम�। कम� त� किकया� ल�किकन उनक� बा�धान नहY रह�। अन�करम

��र� आदोम� कम� क� बा�धानक�रक बान� दो�त� ह�, �धाक कम� क� अकम� बान�न� क� यातन करत� ह� ल�किकन सिदधा पा�ररष क� परतया�क कम� सव�भ�किवक रपा � अकम� ह� ह�त� ह�। र�मजो� या�दधा जो�� घ�र कम� करत� ह, ल�किकन अपान� ओर � या�दधा नहY करत�, र�वणो आम�कितरात करत� ह� तबा करत� ह,। अत@ उनक� या�दधा जो�� घ�र कम� भ� अकम� ह� ह�। आपा भ� कम� कर& त� अकत�� ह�कर कर&, न किक कत�� ह�कर। कत�� भ�व � किकया� गया� कम� बा�धान म& m�ल दो�त� ह� एव� उक� फल भ�गन� ह� पाडत� ह�।

र�जोE�न क� ढ�गर� ग�/व (तह, �जो�नगढ, दधिजो. चा�र) कI घटान� ह�@ एक बाकर� क� दो�खकर ठक� र�इन क� म�/ह म& पा�न� आ गया�। वह अपान� पाकित � बा�ल�@ "दो�ख� जो� ! याह बाकर� किकतन� हषट-पा�षट ह� !"

बाकर� पाह/चा गया� ठ�क� र किकशानसि1ह क� घर और हल�ल ह�कर उनक� पा�टा म& भ� पाह/चा गया�।बा�रह मह�न� क� बा�दो ठ�क� र किकशानसि1ह क� घर बा�टा� क� जोनम हआ। बा�टा� क� न�म बा�लसि1ह रख� गया�। वह

त�रह �ल क� हआ त� उकI म/गन� ह� गया� एव� चा�दोहव�/ पा)र� ह�त�-ह�त� शा�दो` कI त�या�र� भ� ह� गया�।शा�दो` क� वU बरा�हमणो न� गणो�शा-पा)जोन क� सिलए उक� किबाठ�या� किक1त� याह कया� ! बरा�हमणो किवमिधा शा�र कर� उक�

पाहल� ह� लडक� न� पा�र पा�र� और ल�टा गया�। बरा�हमणो न� पा)छ�@ "कया� हआ... कया� हआ?"क�ई जोव�बा नहY। म�/ र�या�, बा�पा र�या�। �र� बा�र�त� इकटठ� ह� गया�। पा)छन� लग� किक "कया� हआ?"लडक�@ "क� छ नहY हआ ह�। अबा त�मह�र�-म�र� ल�ख�-जो�ख� पा)र� ह� गया� ह�।"किपात�@ "वह क� �, बा�टा�?"लडक�@ "बाकरिरया$ क� गभ��धा�न कर�न� क� सिलए उदोर�र क� चा�रणो क�/ अरदो�न न� जो� बाकर� छ�ड रख� थ�,

उ� त�म ठक� र�इन क� कहन� पार उठ� ल�या� थ�। वह� बाकर� त�मह�र� पा�टा म& पाह/चा� और मया पा�कर त�मह�र� बा�टा� ह�कर पा�दो� हआ। वह बा�टा� ल�न�-दो�न� पा)र� करक� अबा जो� रह� ह�। र�म.. र�म..."

बाकर� कI क�या� � आया� हआ बा�लसि1ह त� रव�न� ह� गया� किक1त� किकशानसि1ह सिर क) टात� रह गया�। अन�करमत�ल�दो� जो� कहत� ह,-

कररम पराधा�न निबासव करिर र�खा�। जी& जी करइ & त फ%1 च�खा�।।(शरी�र�रमचरिरत. अय&.क�. 218.2)

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

करम� क< � कर=?शरी�मदो भगवदो ग�त� क� त�र� अधया�या 'कम�या�ग' म& भगव�न शरी�कW षणो अजो��न � कहत� ह,-

तसरम�दीकतः� तत� क�य? करम� रम�चर।अकतः& हयचरनकरम� पररम�पनो&नित प�रषः�।।

'त) किनर�तर आसिU � रकिहत ह�कर दो� कत�वयकम� क� भल�भ�/कित करत� रह कया$किक आसिU � रकिहत ह�कर कम� करत� हआ मन�षया पारम�तम� क� पर�पत ह� जो�त� ह�।'

(ग�त�� 3.19)ग�त� म& पारम�तम-पर�पतिपत क� त�न म�ग� बात�या� गया� ह,- जञा�नम�ग�, भसिUम�ग� और किनषक�म कम�म�ग�।शा�सतरा$ म& म�खयात@ दो� परक�र क� कम2 क� वणो�न किकया� गया� ह�@ किवकिहत कम� और किनकिरषदधा कम�। दधिजोन कम2 क�

करन� क� सिलए शा�सतरा$ म& उपादो�शा किकया� गया� ह�, उनह& किवकिहत कम� कहत� ह, और दधिजोन कम� क� करन� क� सिलए शा�सतरा$ म& मन�ई कI गया� ह�, उनह& किनकिरषदधा कम� कहत� ह,।

हन�म�नजो� न� भगव�न शरी�र�म क� क�या� क� सिलए ल�क� जोल� दो`। उनक� याह क�या� किवकिहत क�या� ह�, कया$किक उनह$न� अपान� सव�म� क� �व�क�या� क� रपा म& ह� ल�क� जोल�या�। पार�त� उनक� अन�रणो करक� ल�ग एक-दर� क� घर जोल�न� लग जो�या& त� याह धाम� नहY अधाम� ह�ग�, मनम�न� ह�ग�।

हम जो��-जो�� कम� करत� ह,, व��-व�� ल�क$ कI हम& पर�पतिपत ह�त� ह�। इसिलए हम�शा� अशा�भ कम2 क� तया�ग करक� शा�भ कम� करन� चा�किहए।

जो� कम� सवया� क� और दर$ क� भ� �ख-शा��कित दो& तथ� दो�र-व�र भगव�न तक पाह/चा� दो&, व� शा�भ कम� ह, और जो� कषणोभर क� सिलए ह� (अE�या�) �ख दो& और भकिवषया म& अपान� क� तथ� दर$ क� भगव�न � दर कर दो&, कषट दो&, नरक$ म& पाह/चा� दो& उनह& अशा�भ कम� कहत� ह,।

किकया� हए शा�भ या� अशा�भ कम� कई जोनम$ तक मन�षया क� पा�छ� नहY छ�डत�। पा)व�जोनम$ क� कम2 क� जो�� �सक�र ह�त� ह,, व�� फल भ�गन� पाडत� ह�।

गहन� करम�णी& गनित�। कम2 कI गकित बाड� गहन ह�त� ह�। कम2 कI सवत�तरा तता� नहY ह�। व� त� जोड ह,। उनह& पात� नहY ह� किक व� कम� ह,। व� वWकषितता � परत�त ह�त� ह,। यादिदो किवकिहत (शा�सतरा�U) �सक�र ह�त� ह, त� पा�णया परत�त ह�त� ह� और किनकिरषदधा �सक�र ह�त� ह, त� पा�पा परत�त ह�त� ह�। अत@ किवकिहत कम� कर&। किवकिहत कम� भ� किनया�कितरात ह�न� चा�किहए। किनया�कितरात किवकिहत कम� ह� धाम� बान जो�त� ह�। अन�करम

�बाह जोलदो` उठकर थ�ड� दो�र क� सिलए पारम�तम� क� धया�न म& शा��त ह� जो�न� और )या�दोया � पाहल� सन�न करन�, �धया�-व�दोन इतया�दिदो करन� – या� कम� सव�सथया कI दमिषट � भ� अचछ� ह, और �ततवि�वक ह�न� क� क�रणो पा�णयामया भ� ह,। पार�त� किक� क� मन म& किवपार�त �सक�र पाड� ह, त� वह �चा�ग� किक 'इतन� �बाह उठकर सन�न करक� कया� कर/ ग�?' ऐ� ल�ग )या�दोया क� पाशचा�त उठत� ह,, उठत� ह� बा� पाहल� किबासतर पार चा�या कI म�/ग करत� ह, और किबान� सन�न किकया� ह� न�शत� कर ल�त� ह,। शा�सतरा�न��र या� किनकिरषदधा कम� ह,। ऐ� ल�ग वत�म�न म& भल� ह� अपान� क� �ख� म�न ल& पार�त� आग� चालकर शार�र अमिधाक र�ग-शा�क�गरसत ह�ग�। यादिदो �वधा�न नहY रह� त� तम क� क�रणो न�रकIया या�किनया$ म& जो�न� पाड�ग�।

भगव�न शरी�कW षणो न� 'ग�त�' म& कह� भ� कह� ह� किक 'म�झा� इन त�न ल�क$ म& न त� क�ई कत�वय ह� और न ह� पर�पत करन� या�गया क�ई वसत� अपर�पत ह�। किफर भ� म, कम� म& ह� बारत� ह/।'

इसिलए किवकिहत और किनया�कितरात कम� कर&। ऐ� नहY किक शा�सतरा$ क� अन��र कम� त� करत� रह� किक1त� उनक� क�ई अ�त ह� न ह�। कम2 क� इतन� अमिधाक किवसत�र न कर& किक पारम�तम� क� सिलए घड�भर भ� मया न मिमल�। सक) टार चा�ल) करन� क� सिलए वयसिU 'किकक' लग�त� ह� पार�त� चा�ल) ह�न� क� बा�दो भ� वह 'किकक' ह� लग�त� रह� त� उक� जो�� म)ख� इ दकिनया� म& क�ई नहY ह�ग�।

अत@ कम� त� कर� पार�त� लकषया रख� क� वल आतमजञा�न पा�न� क�, पारम�तम-�ख पा�न� क�। अन�U ह�कर कम� कर�, �धान� मझाकर कम� कर�। ईशवर पार�याणो कम�, कम� ह�त� हए भ� ईशवर क� पा�न� म& हया�ग� बान जो�त� ह�।

आजो आपा किक� क�या��लया म& क�म करत� ह, और व�तन ल�त� ह, त� वह ह� न�कर�, किक1त� किक� धा�रमिम1क �E� म& आपा वह� क�म करत� ह, और व�तन नहY ल�त� त� आपाक� वह� कम� धाम� बान जो�त� ह�।

धारम� रम= निबारनित य&ग त= गय�न�.... धाम� � व�र�गया उतपानन ह�त� ह�। व�र�गया � मन�षया कI किवरषया-भ�ग$ म& फ/ मरन� कI वWकषितता कम ह� जो�त� ह�। अगर आपाक� ��र � व�र�गया उतपानन ह� रह� ह� त� मझान� किक आपा धाम� क� र�सत� पार ह, और अगर र�ग उतपानन ह� रह� ह� त� मझान� किक आपा अधाम� क� म�ग� पार ह,।

किवकिहत कम� � धाम� उतपानन ह�ग�, धाम� � व�र�गया उतपानन ह�ग�। पाहल� जो� र�ग�क�र वWकषितता आपाक� इधार-उधार भटाक� रह� थ�, वह शा��तसवरपा म& आया�ग� त� या�ग ह� जो�या�ग�। या�ग म& वWकषितता एकदोम )कषम ह� जो�या�ग� त� बान जो�या�ग� ऋतमभर� परजञा�।

किवकिहत �सक�र ह$, वWकषितता )कषमतम ह� और बराहमव�तता� दोग�रओ क� वचान$ म& शरीदधा� ह� त� बराहम क� �कष�तक�र करन� म& दो�र नहY लग�ग�।

��र� किवरषया-भ�ग$ क� पर�पत करन� क� सिलए किकतन� भ� किनकिरषदधा कम� करक� भ�ग भ�ग�, किक1त� भ�गन� क� बा�दो खिखननत�, बाकिहम��खत� अथव� बा�म�र� क� सिव�या कया� ह�थ लग�? किवकिहत कम� करन� � जो� भगवत�ख मिमलत� ह� वह अ�तर�तम� क� अ�म �ख दो�न� व�ल� ह�त� ह�।

जो� कम� ह�न� चा�किहए व� बराहमव�तता� मह�पा�ररष कI उपासथिEकित म�तरा � सवया� ह� ह�न� लगत� ह, और जो� नहY ह�न� चा�किहए व� कम� अपान�-आपा छ) टा जो�त� ह,। पारम�तम� कI दो` हई कम� करन� कI शासिU क� दपाया�ग करक� पारम�तम� क� पा�न� व�ल� किवव�कI पा�ररष मसत कम�बानधन$ � म�U ह� जो�त� ह,। अन�करम

'ग�त�' म& भगव�न न� कह� भ� ह� किक बराहमजञा�न� मह�पा�ररष क� इ किवशव म& न त� कम� करन� � क�ई परया�जोन रहत� ह� और न ह� कम� न करन� � क�ई परया�जोन रहत� ह�। व� कम� त� करत� ह, पार�त� कम�बा�धान � रकिहत ह�त� ह,।

एक बराहमजञा�न� मह�पा�ररष 'पा�चादोशा�' पाढ रह� थ�। किक� न� पा)छ�@ ''बा�बा�जो� ! आपा त� बराहमजञा�न� ह,, जो�वनम�U ह, किफर आपाक� शा�सतरा पाढन� कI कया� आवशयाकत� ह�? आपा त� अपान� आतम-मसत� म& मसत ह,, किफर पा�चादोशा� पाढन� क� कया� परया�जोन ह�?"

बा�बा�जो�@ "म, दो�ख रह� ह/ किक शा�सतरा$ म& म�र� मकिहम� क� क� � वणो�न किकया� गया� ह�।"अपान� करन� कI शासिU क� दपाया�ग करक� जो� बराहम�न�दो क� पा� ल�त� ह, व� बराहमव�तता� मह�पा�ररष बराहम � अकषिभनन

ह� जो�त� ह,। बराहम�, किवषणो� और मह�शा उनह& अपान� ह� सवरपा दिदोखत� ह,। व� बराहम� ह�कर जोगत कI Wमिषट करत� ह,, किवषणो� ह�कर पा�लन करत� ह, और रदर ह�कर �ह�र भ� करत� ह,।

आपा भ� अपान� करन� कI शासिU क� दपाया�ग करक� उ अमर पादो क� पा� ल�। जो� कर�, ईशवर क� पा�न� क� सिलए ह� कर�। अपान� अह�त�-ममत� क� आतम�-पारम�तम� म& मिमल�कर पारम पर�दो म& पा�वन ह�त� जो�ओ...

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

करम�फ%भगव�न शरी�कW षणो कहत� ह,-

जीर�रमरणीरम&कषा�य रम�रम�शिशरीतय यतनतिनत य�।त� बरहम तनिHदः� कJ तसनरमधय�तरम� करम� च�खिखा%रमM।।

'जो� म�र� शारणो ह�कर जोर� और मरणो � छ) टान� क� सिलए यातन करत� ह,, व� पा�ररष उ बराहम क�, मप)णो� अधया�तम क�, मप)णो� कम� क� जो�नत� ह,।'

(ग�त�� 7.21)'कम� सवया� जोड ह�त� ह,.... कत�� क� उकI भ�वन� क� अन��र फल मिमलत� ह�....' मझान� कम2 क� उकI

भ�वन� क� अन��र फल मिमलत� ह�...' ऐ� मझान� कम2 क� अखिखल रपा �, मप)णो� रपा � जो�नन� ह� गया�।कम� क� पात� नहY किक वह कम� ह�। शार�र क� पात� नहY किक वह शार�र ह�। मक�न क� पात� नहY किक वह मक�न

ह�। याजञा क� पात� नहY किक वह याजञा ह�। कया$? कया$किक बा जोड ह, ल�किकन कत�� दधिजो भ�वन�, दधिजो किवमिधा � जो�-जो� क�या� करत� ह�, उ� व��-व�� फल मिमलत� ह�। अन�करम

किक� दषट न� आपाक� चा�क) दिदोख� दिदोया� त� आपा थ�न� म& उक� खिखल�फ सिशाक�यात करत� ह,। क�ई आपाक� क� वल म�रन� कI धामकI दो�त� ह� तबा भ� आपा उक� किवरदधा सिशाक�यात करत� ह,। ल�किकन m�कटार न आपाक� धामकI दो�त� ह�, न चा�क) दिदोख�त� ह� बाततविलक चा�क) � आपाक� शार�र कI क�टा-छ�/टा करत� ह�, किफर भ� आपा उ� 'फI' दो�त� ह, कया$? कया$किक उक� उदद�शया अचछ� थ�। उदद�शया थ� मर�जो क� ठkक करन�, न किक बादोल� ल�न�। ऐ� ह� आपा भ� अपान� कम2 क� उदद�शया बादोल दो�।

आपा भ�जोन बान�ओ ल�किकन मजो� ल�न� क� सिलए नहY, बाततविलक ठ�क� रजो� क� परनन करन� क� सिलए बान�ओ। पारिरव�र क� सिलए, पाकित क� सिलए, बाचचा$ क� सिलए भ�जोन बान�ओग� त� वह आपाक� वयवह�रिरक कत�वय ह� जो�या�ग� ल�किकन 'पारिरव�रव�ल$ कI, पाकित कI और बाचचा$ कI गहर�ई म& म�र� पारम�शवर ह�...' ऐ� मझाकर पारम�शवर कI परननत� क� सिलए भ�जोन बान�ओग� त� वह बा�दोग� ह� जो�या�ग�, पा)जो� ह� जो�या�ग�, म�सिU दिदोल�न�व�ल� ह� जो�या�ग�।

वसतरा पाहन� त� शार�र कI रकष� क� सिलए, मया��दो� कI रकष� क� सिलए पाहन�। यादिदो मजो� ल�न� क� सिलए, फ� शान क� सिलए वसतरा पाहन�ग�, आव�र� ह�कर घ)मत� किफर�ग� त� वसतरा पाहनन� क� कम� भ� बा�धानक�रक ह� जो�या�ग�।

इ� परक�र बा�टा� क� खिखल�या�-किपाल�या�, पाढ�या�-सिलख�या�... याह त� ठkक ह�। ल�किकन 'बाड� ह�कर बा�टा� म�झा� �ख दो�ग�...' ऐ� भ�व रख�ग� त� याह आपाक� सिलए बा�धान ह� जो�या�ग�।

�ख क� आशरीया न ल�। कम� त� कर�... कत�वय मझाकर कर�ग� त� ठkक ह� ल�किकन ईशवर कI पर�कित क� सिलए कम� कर�ग� त� कम�, कम� न रह�ग�, �धान� ह� जो�या�ग�, पा)जो� ह� जो�या�ग�।

कलपान� कर�@ दो� वयसिU कलक� कI न�कर� करत� ह, और दो�न$ क� त�न-चा�र हजो�र रपाया� म�सिक व�तन मिमलत� ह�। एक कम� करन� कI कल� जो�नत� ह� और दर� कम� क� बा�धान बान� दो�त� ह�। उक� घर बाहन आया� दो� बाचचा$ क� ल�कर। पाकित क� �थ उकI अनबान ह� गया� ह�। वह बा�लत� ह�@ "एक त� मह/ग�ई ह�, 500 रपाया� मक�न क� किकर�या� ह�, बा�कI दधा क� किबाल, ल�इटा क� किबाल, बाचचा$ क� पाढ�न�..... और याह आ गया� दो� बाचचा$ क� ल�कर? म, त� मर गया�..." इ तरह वह दिदोन-र�त द@ख� ह�त� रहत� ह�। कभ� अपान� बाचचा$ क� म�रत� ह�, कभ� पातन� क� आ/ख& दिदोख�त� ह�, कभ� बाहन क� �न� दो�त� ह�। वह खिखनन ह�कर कम� कर रह� ह�, मजोदर� कर रह� ह� और बा�धान म& पाड रह� ह�।

दर� वयसिU क� पा� उकI बाहन दो� बाचचा$ क� ल�कर आया�। वह कहत� ह�@ "बाहन ! त�म �क�चा मत करन�। अभ� जो�जो�जो� क� मन ऐ�-व�� ह� त� क�ई बा�त नहY। जो�जो�जो� क� घर भ� त�मह�र� ह� और याह घर भ� त�मह�र� ह� ह�। भ�ई भ� त�मह�र� ह� ह�।"

बाहन@ "भ�या� ! म, आपा पार बा�झा बानकर आ गया� ह/।"भ�ई@ "नहY-नहY, बा�झा किक बा�त क�? त) त� दो� र�टा` ह� ख�त� ह� और क�म म& किकतन� मदोदो करत� ह� ! त�र�

बाचचा$ क� भ� दो�ख, म�झा� 'म�म�-म�म�' बा�लत� ह,, किकतन� ख�शा� दो�त� ह, ! मह/ग�ई ह� त� कया� हआ? मिमल-जो�लकर ख�त� ह,। या� दिदोन भ� बा�त जो�या&ग�। बाहन ! त) �क�चा मत करन� और ऐ� मत मझान� किक भ�ई पार बा�झा पाडत� ह�। बा�झा-व�झा कया� ह�? याह भ� भगव�न न� अवर दिदोया� ह� �व� करन� क�।" अन�करम

याह वयसिU बाहन कI दआ ल� रह� ह�, पातन� क� धानयाव�दो ल� रह� ह�, म�/ क� आशा�व��दो ल� रह� ह� और अपान� अ�तर�तम� क� �त�रष पा� रह� ह�। पाहल� वयसिU जोल भ�न रह� ह�, म�त� कI ल�नत ल� रह� ह�, पातन� कI दतक�र ल� रह� ह� और बाहन कI बादद�आ ल� रह� ह�।

कम� त� दो�न$ एक � ह� कर रह� ह, ल�किकन एक परनन ह�कर, ईशवर कI �व� मझाकर कर रह� ह� और दर� खिखनन ह�कर, बा�झा मझाकर कर रह� ह�। कम� त� वह� ह� ल�किकन भ�वन� कI कषिभननत� न� एक क� �ख� त� दर� क� द@ख� कर दिदोया�। अत@ जो� जो�� कम� करत� ह�, व�� ह� फल पा�त� ह�।

जोसिलया�व�ल� बा�ग म& जोनरल m�यार न� बाहत जो�लम किकया�, किकतन� ह� किनदो�रष ल�ग$ कI हतया� करव�या�। कया$? उन� �चा� थ� किक 'इ परक�र आजो�दो` क� न�र� लग�न� व�ल$ क� जोसिलया�/व�ल� बा�ग म& नषट कर द/ग� त� म�र� न�म ह�ग�, म�र� पादो�ननकित ह�ग�...' ल�किकन न�म और पादो�ननकित त� कया�, ल�नत$ कI बा�छ�र& पाड� उ पार। उ� तया�गपातरा म�/ग� गया�, न�कर� � किनक�ल� गया� और शा�ह� महल � बा�हर कर दिदोया� गया�। अ�त म& भ�रतव�सिया$ क� उ हतया�र� क� भ�रत क� बाह�दर व�र ऊधामसि1ह न� ग�ल� म�रकर नरक कI ओर धाक� ल दिदोया�। मरन� क� बा�दो भ� किकतन� हजो�र वरष2 तक वह पर�त कI या�किन म& भटाक� ग�, याह त� भगव�न ह� जो�नत� ह,।

जो�पा�न क� किहर�सिशाम� एव� न�ग��कI शाहर पार बाम किगर�न� व�ल� म�जोर टा�म फ� र�बा� क� भ� बाड� बा�र� ह�ल हआ। बाम किगर�कर जोबा वह घर पाह/चा� त� उकI दो�दो` म�/ न� कह�@ "त) अम�नव�या कम� करक� आया� ह�।" उकI अ�तर�तम� गल�किन � फटा` जो� रह� थ�। उन� त� इतन� द@ख दो�ख� किक इकितह� उकI द@खदो आतमकथ� � भर� पाड� ह�।

जोबा बा�र� या� अचछ� कम� करत� ह, त� उक� फल त�र�त चा�ह� न भ� मिमल� ल�किकन हदोया म& गल�किन या� �ख-शा��कित क� एह� त�र�त ह�त� ह� एव� बा�र� या� अचछ� �सक�र पाडत� ह,।

अत@ मन�षया क� चा�किहए किक वह बा�र� कम2 � त� बाचा� ल�किकन अचछ� कम� भ� ईशवर कI पर�कित क� सिलए कर�। कम� करक� �ख ल�न� कI, व�हव�ह� ल�न� कI व�न� क� छ�डकर �ख दो�न� कI, ईशवर क� पा�न� कI भ�वन� धा�रणो कIदधिजोया�। ऐ� करन� � आपाक� कम� ईशवर-पर�तयाथ� ह� जो�या&ग�। ईशवर कI पर�कित क� सिलए किकया� गया� कम� किफर जोनम-मरणो क� बा�धान म& नहY m�ल&ग� वरन म�सिU दिदोल�न� म& फल ह� जो�या&ग�। अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

'रमN �त क< � बान�?'

खर (पा�किकसत�न) म& �धा�बा�ल� न�मक एक आशरीम थ�। रम�शाचा�दर न�म क� आदोम� क� उ मया क� एक �त न� अपान� जो�वन-कथ� �न�या� थ� और कह� थ� किक म�र� याह कथ� बा ल�ग$ क� �न�न�। म, �त क� � बान� याह म�जो म& जो�किहर करन�। वह रम�शाचा�दर बा�दो म& पा�किकसत�न छ�डकर म��बाई म& आ गया�। उ �त न� अपान� कह�न� उ� बात�त� हए कह� थ�@

"जोबा म, गWहE थ� तबा म�र� दिदोन कदिठन�ई � बा�त रह� थ�। म�र� पा� पा�� नहY थ�। एक मिमतरा न� अपान� पा)/जो� लग�कर रई क� धा�धा� शा�र किकया� और म�झा� अपान� किहस�दो�र बान�या�। हम रई खर�दोकर उक� �गरह करत� और म��बाई म& बा�चा दो�त�। धा�धा� म& अचछ� म�न�फ� ह�न� लग�।

एक बा�र हम दो�न$ मिमतरा$ क� वह�/ क� एक वय�पा�र� न� म�न�फ� क� एक ल�ख रपाया� ल�न� क� सिलए बा�ल�या�। रपाया� ल�कर हम व�पा आ रह� थ�। र�सत� म& एक र�या म& र�कितरा ग�जो�रन� क� सिलए हम रक� । आजो � �ठ-ततार वरष� पाहल� कI बा�त ह�। उ मया क� एक ल�ख दधिजो मया �न� �ठ-ततार रपाया� त�ल� थ�। म,न� �चा�@ 'एक ल�ख म& � पाचा� हजो�र त� मिमतरा ल� जो�या�ग�।' ह�ल�/किक धा�धा� म& �र� पा)/जो� उ� न� लग�या� थ� किफर भ� म�झा� मिमतरा क� न�त� आधा� किहस� दो� रह� थ�, त� भ� म�र� किनयात किबागड�। म,न� उ� दधा म& जोहर मिमल�कर किपाल� दिदोया�। ल�शा क� दिठक�न� लग�कर अपान� ग�/व चाल� गया�। मिमतरा क� क� टा�मबा� म�र� पा� आया� तबा म,न� न�टाक किकया�, आ/) बाह�या� और उनक� दो हजो�र रपाया� दो�त� हए कह� किक "म�र� पया�र� मिमतरा र�सत� म& बा�म�र ह� गया�, एक�एक पा�टा दखन� लग�, क�फI इल�जो किकया� ल�किकन... वह हम बाक� छ�डकर किवदो� ह� गया�।" दो हजो�र रपाया� दो�खकर उनह& लग� किक 'याह बाड� ईम�नदो�र ह�। बा� हजो�र म�न�फ� हआ ह�ग� उम& � दो हजो�र दो� रह� ह�।' उनह& म�र� बा�त पार याकIन आ गया�।

बा�दो म& त� म�र� घर म& धान-व�भव ह� गया�। नबबा� हजो�र म�र� किहस� म& आ गया� थ�। म, जोल� करन� लग�। म�र� घर पा�तरा क� जोनम हआ। म�र� आन�दो क� दिठक�न� न रह�। बा�टा� क� छ बाड� हआ किक वह किक� अ�धया र�ग � गरसत ह� गया�। र�ग ऐ� थ� किक उ� सवE करन� म& भ�रत क� किक� m�कटार क� बा न चाल�। म, अपान� ल�mल� क� ततविसवटाजोरल,m ल� गया�। क�फI इल�जो करव�या�, पा�न� कI तरह पा�� खचा� किकया�, बाड�-बाड� m�कटार$ क� दिदोख�या� ल�किकन क�ई ल�भ नहY हआ। म�र� कर�बा-कर�बा �र� धान नषट ह� गया�। और धान कम�या� वह भ� खचा� ह� गया�। आखिखर किनर�शा ह�कर बाचचा� क� भ�रत म& व�पा ल� आया�। म�र� इकल�त� बा�टा� ! अबा क�ई उपा�या नहY बाचा� थ�। m�कटार, व�दय, हकIम$ क� इल�जो चा�ल) रख�। र�कितरा क� म�झा� नYदो नहY आत� और बा�टा� दोदो� � सिचालल�त� रहत�।

एक दिदोन बा�टा� म)रछिछ1त-� पाड� थ�। उ� दो�खत�-दो�खत� म, बाहत वय�क� ल ह� गया� और किवहवल ह�कर उ� पा)छ�@ "बा�टा� ! त) कया$ दिदोन$दिदोन कष�णो ह�त� चाल� जो� रह� ह�? अबा त�र� सिलए म, कया� कर/ ? म�र� ल�mल� ल�ल ! त�र� याह बा�पा आ/) बाह�त� ह�। अबा त� अचछ� ह� जो� पा�तरा !"

म,न� न�कषिभ � आव�जो दो�कर बा�टा� क� पा�क�र� त� वह ह/न� लग�। म�झा� आशचाया� हआ किक अभ� त� बा�ह�शा थ� किफर क� � ह/� आया�? म,न� उ� पा)छ�@ "बा�टा� ! एक�एक क� � ह/ रह� ह�?"

"जो�न� दो�...""नहY, नहY... बात�, कया$ ह/ रह� ह�?" अन�करम आगरह करन� पार आखिखर वह कहन� लग�@ "अभ� ल�न� बा�कI ह�, इसिलए म, ह/ रह� ह/। म, त�मह�र� वह� मिमतरा

ह/ दधिजो� त�मन� जोहर दो�कर म��बाई कI धाम�शा�ल� म& खतम कर दिदोया� थ� और उक� �र� धान हडपा सिलया� थ�। म�र� वह धान और उक� )दो म, व)ल करन� आया� ह/। क�फI क� छ किह�बा पा)र� ह� गया� ह�, क� वल पा�/चा � रपाया� बा�कI ह,। अबा म, आपाक� छ� टट` दो�त� ह/। आपा भ� म�झा� इजो�जोत दो�। या� बा�कI क� पा�/चा � रपाया� म�र� उततार-किकरया� म& खचा� m�लन�, किह�बा पा)र� ह� जो�या�ग�। म, जो�त� ह/... र�म-र�म..." और बा�टा� न� आ/ख& म)/दो लY, उ� कषणो वह चाल बा�।

म�र� दो�न$ ग�ल$ पार थपपाड पाड चा�क� थ�। �र� धान नषट ह� गया� और बा�टा� भ� चाल� गया�। म�झा� अपान� किकया� हए पा�पा कI या�दो आया� त� कल�जो� छटापाटा�न� लग�। जोबा क�ई हम�र� कम� नहY दो�खत� ह� तबा भ� दो�खन� व�ल� म�जो)दो ह�। याह�/ कI रक�र अपार�धा� क� शा�यादो नहY पाकड�ग� त� भ� ऊपारव�ल� रक�र त� ह� ह�। उकI नजोर$ � क�ई बाचा नहY कत�।

म,न� बा�टा� कI उततार-किकरया� करव�या�। अपान� बाचा�-ख�चा� �पाकषितता अचछ`-अचछ` जोगह$ म& लग� दो` और म, �धा� बान गया�। आपा कW पा� करक� म�र� याह बा�त ल�ग$ क� कहन�। म,न� जो� भ)ल कI ऐ� भ)ल व� न कर& कया$किक याह पाWथव� कम�भ)मिम ह�।"

कररम पराधा�न निबासव करिर र�खा�। जी& जी करइ & त फ%1 च�खा�।।कम� क� सिदधा��त अक�टय ह�। जो�� क�/टा�-�-क�/टा� किनकलत� ह� ऐ� ह� अचछ� कम2 � बा�र� कम2 क� पर�याकषिशचात

ह�त� ह�। बा� अचछ� कम� ह� जो�वनदो�त� पारबराहम पारम�तम� क� व�थ� मरपिपा1त ह� जो�न�। पा)व� क�ल म& क� � भ� बा�र� कम� ह� गया� ह$, उन कम2 क� पर�याकषिशचात करक� किफर � ऐ� गलत� न ह� जो�या ऐ� दढ �कलपा करन� चा�किहए। दधिजोक� परकित बा�र� कम� ह� गया� ह$ उ� कषम�या�चान� करक� , अपान� अ�त@करणो उजजवल करक� म�त � पाहल� जो�वनदो�त� � म�ल�क�त कर ल�न� चा�किहए।

भगव�न शरी� कW षणो कहत� ह,-अनिप च�त1दःर�च�र& भजीत� रम�रमननयभ�कM ।

�धा1र�व रमनतवय� मयगवयवसित& निह �।।'यादिदो क�ई अकितशाया दर�चा�र� भ� अननयाभ�व � म�र� भU ह�कर म�झाक� भजोत� ह� त� वह �धा� ह� म�नन�

या�गया ह�, कया$किक वह याथ�थ� किनशचायाव�ल� ह� अथ��त उन� भल�भ�/कित किनशचाया कर सिलया� ह� किक पारम�शवर क� भजोन क� म�न अनया क� छ भ� नहY ह�।'

(ग�त�� 9.30)तथ�

अनिप च�दी� प�प�भय� वRभय� प�पकJ ततरम�।व? जञा�नप%व�न<व वJजिजीन� �तरिरषयसि।।

'यादिदो त) अनया बा पा�किपाया$ � भ� अमिधाक पा�पा करन� व�ल� ह�, त� भ� त) जञा�नरपा न�क� दवा�र� किन@�दो�ह मप)णो� पा�पा-म�दर � भल�भ�/कित तर जो�या�ग�।' अन�करम

(ग�त�� 4.36)ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

'1नह भरत भ�व� पराबा%'त�न परक�र क� पर�रबध ह�त� ह,- 1. मनदो पर�रबध 2. त�वर पर�रबध 3. तरत�वर पर�रबध।म�दो पर�रबध क� त� आपा व�दिदोक पा�ररष�थ� � बादोल कत� ह,, त�वर पर�रबध आपाक� पा�ररष�थ� एव� �त$-मह�पा�ररष$

कI कW पा� � टाल कत� ह� ल�किकन तरत�वर पर�रबध म& जो� ह�त� ह� वह ह�कर ह� रहत� ह�।एक बा�र र�वणो कहY जो� रह� थ�। र�सत� म& उ� किवधा�त� मिमल�। र�वणो न� उनह& ठkक � पाहचा�न सिलया�। उन�

पा)छ�@"ह� किवधा�त� ! आपा कह�/ � पाधा�र रह� ह,?"''म, क�शाल दो�शा गया� थ�।""कया$? क�शाल दो�शा म& ऐ� कया� बा�त ह�?""क�शालनर�शा क� याह�/ बा�टा` क� जोनम हआ ह�।""अचछ� ! उक� भ�गया म& कया� ह�?""क�शालनर�शा कI बा�टा` क� भ�गया बाहत अचछ� ह�। उकI शा�दो` र�जो� दोशारथ क� �थ ह�ग�। उक� घर सवया�

भगव�न किवषणो� शरी�र�म क� रपा म& अवतरिरत ह$ग� और उनहY शरी�र�म क� �थ त�मह�र� या�दधा ह�ग�। व� त�मह& यामपा�र� पाह/चा�या&ग�।"

"ह/ऽऽऽ... किवधा�त� ! त�मह�र� बा�ढ�पा� आ रह� ह�। लगत� ह� त�म दिठया� गया� ह�। अर� ! जो� क�शालया� अभ�-अभ� पा�दो� हई ह� और दोशारथ.... ननह�-म�नन� लडक� ! व� बाड� ह$ग�, उनकI शा�दो` ह�ग�, उनक� बाचचा� ह�ग� किफर वह बाचचा� जोबा बाड� ह�ग� तबा या�दधा करन� आया�ग�। मन�षया क� याह बा�लक म�झा जो�� मह�परत�पा� र�वणो � या�दधा कर�ग�? ह/ऽऽऽ...!"

र�वणो बा�हर � त� mYग ह�/कत� हआ चाल� गया� पार�त� भ�तर चा�टा लग गया�।मया बा�तत� गया�। र�वणो इन बा�त$ क� खया�ल म& रखकर क�शालया� और दोशारथ क� बा�र� म& बा जो�/चा-

पाडत�ल करव�त� रहत� थ�। क�शालया� ग�ई क� या�गया ह� गया� ह� त� ग�ई हई किक नहY? किफर दो�ख� किक मया आन� पार क�शालया� कI ग�ई दोशारथ क� �थ हई। उक� एक झाटाक� � लग� पार�त� वह अपान�-आपाक� मझा�न� लग� किक ग�ई हई ह� त� इम& कया�? अभ� त� शा�दो` ह�... उनक� बा�टा� ह�... बा�टा� बाड� ह� तबा कI बा�त ह�। ..... और वह म�झा� कया$ यामपा�र� पाह/चा�या�ग�?"

र�ग और शातरा� क� नजरअ�दो�जो नहY करन� चा�किहए, उन पार नजर रखन� चा�किहए। र�वणो क�शालया� और दोशारथ कI पा)र� खबार रखत� थ�।

र�वणो न� दो�ख� किक 'क�शालया� कI ग�ई दोशारथ क� �थ ह� गया� ह�। अबा म��बात शा�र ह� गया� ह�, अत@ म�झा� �वधा�न रहन� चा�किहए। जोबा शा�दो` कI कितसिथ तया ह� जो�या�ग�, उ वU दो�ख&ग�।' मया पा�कर शा�दो` कI कितसिथ तया ह� गया� और शा�दो` क� दिदोन नजोदो`क आ गया�। अन�करम

र�वणो न� �चा� किक अबा क� छ करन� पाड�ग�। अत@ उन� अपान� अदशया किवदय� क� परया�ग करन� क� किवचा�र किकया�। दधिजो दिदोन शा�दो` थ� उ दिदोन क�शालया� सन�न आदिदो करक� बा�ठk थ� और ह�सिलया�/ उ� ह�र-शरीW�ग�र � जो� रह� थY। उ वU अवर पा�कर र�वणो न� क�शालया� क� हरणो कर सिलया� और उ� लकड� क� बाक� म& बानदो करक� वह बाक� पा�न� म& बाह� दिदोया�।

इधार क�शालया� क� �थ शा�दो` कर�न� क� सिलए दलह� दोशारथ क� ल�कर र�जो� अजो ग�र वसिशाषठ तथ� बा�र�कितया$ क� �थ क�शाल दो�शा कI ओर किनकल पाड� थ�। एक�एक दोशारथ और वसिशाषठजो� क� ह�थ� सिचा1घ�डकर भ�गन� लग�। मह�वत$ कI ल�ख क�सिशाशा$ क� बा�वजो)दो भ� व� रकन� क� न�म नहY ल� रह� थ�। तबा वसिशाषठजो� न� कह�@

"छ�ड�, ह�थ� जोह�/ जो�न� चा�हत� ह$ जो�न� दो�। उनक� पर�रक भ� त� पारम�तम� ह,।"ह�थ� दो�डत�-भ�गत� वहY पाह/चा गया� जोह�/ पा�न� म& बाहकर आत� हआ लकड� क� बाक� किकन�र� आ गया� थ�।

बाक� दो�खकर बा चाकिकत ह� गया�। उ� ख�लकर दो�ख� त� अ�दोर � ह�र-शरीW�ग�र � जो� एक कनया� किनकल�, जो� बाड� लसथिजजत हई सिर न�चा� करक� खड�-खड� पा�र क� अ�ग)ठ� � धारत� क� र�दोन� लग�।

वसिशाषठजो� न� कह�@ "म, वसिशाषठ बरा�हमणो ह/। पा�तरा� ! किपात� क� आग� और ग�र क� आग� �क�चा छ�डकर अपान� अभ�षट और अपान� वयथ� बात� दो�न� चा�किहए। त) क�न ह� और त�र� ऐ� सथिEकित क� � हई?"

उन� जोव�बा दिदोया�@ "म, क�शाल दो�शा क� र�जो� कI पा�तरा� क�शालया� ह/।"वसिशाषठजो� मझा गया�। आजो त� शा�दो` कI कितसिथ ह� और शा�दो` क� मया भ� नजोदो`क आ रह� ह�।क�शालया� न� बात�या�@ "क�ई अ�र म�झा� उठ�कर ल� गया�, किफर लकड� क� बाक� म& m�लकर म�झा� बाह� दिदोया�। अबा

म�झा� क� छ पात� नहY चाल रह� किक म, कह�/ ह/?"वसिशाषठजो� कह�@ "बा�टा` ! किफकर मत कर। तरत�वर पर�रबध म& जो�� सिलख� ह�त� ह� व�� ह� ह�कर रहत� ह�। दो�ख,

म, वसिशाषठ बरा�हमणो ह/। या� दोशारथ ह, और त) क�शालया� ह�। अभ� शा�दो` क� म�हत� भ� ह�। म, अभ� याहY पार त�मह�र� ग��धाव�-किवव�ह कर� दो�त� ह/।"

ऐ� कहकर महरपिरष1 वसिशाषठजो� न� वहY दोशारथ-क�शालया� कI शा�दो` कर� दो`।उधार क�शालनर�शा क�शालया� क� न दो�खकर सिचा1कितत ह� गया� किक 'बा�र�त आन� क� मया ह� गया� ह�, कया� कर/ ?

बाक� कया� जोव�बा द/ग�? अगर याह बा�त फ� ल गया� किक कनया� क� अपाहरणो ह� गया� ह� त� हम�र� क� ल क� कल�क लग जो�या�ग� किक जो�-धाजो� दलहन अचा�नक कह�/ और क� � ग�याबा ह� गया�?' अन�करम

अपान� इजजत बाचा�न� किक सिलए र�जो� न� क�शालया� कI चा�कर� म& रहन�व�ल� एक दो�� क� बा�ल�या�। वह कर�बा क�शालया� कI उमर कI थ� और रपा-ल�वणया भ� ठkक थ�। उ� बा�ल�कर मझा�या� किक "क�शालया� कI जोगह पार त) त�या�र ह�कर क�शालया� बान जो�। हम�र� भ� इजजत बाचा जो�या�ग� और त�र� भ� जिजो1दोग� �धार जो�या�ग�।" क� छ दो�सिया$ न� मिमलकर उ� जो� दिदोया�। बा�ल$ म& त�ल-फ� ल�ल m�लकर बा�ल बान� दिदोया�। वह त� मन ह� मन ख�शा ह� रह� थ� किक 'अबा म, मह�र�न� बान)/ग�।'

इधार दोशारथ�-क�शालया� कI शा�दो` �पानन ह� जो�न� क� बा�दो बा क�शाल दो�शा कI ओर चाल पाड�। बा�र�त क� क�शाल दो�शा पाह/चान� पार बाक� इ बा�त क� पात� चाल गया� किक क�शालया� कI शा�दो` दोशारथ क� �थ ह� चा�कI ह�। बा परनन ह� उठ� । दधिजो दो�� क� जो�-धाजो�कर किबाठ�या� गया� थ� वह ठनठनपा�ल ह� रह गया�। तबा� कह�वत चाल पाड�@

निवसिधा क� घा�लय� न ट%�, ट%� र�वणी क� खा�%।रह� निबाच�र� दरमडी� घा�% पट� रम= त�%।।

'किबामिधा' म�न� पर�रबध। पर�रबध म& उक� र�न� बानन� नहY थ�, इसिलए जो-धाजोकर, बा�ल$ म& त�ल m�लकर भ� वह क�/ आर� ह� रह गया�।

अत@ मन�षया क� चा�किहए किक सिचा1त� नहY कर� कया$किक तरत�वर पर�रबध जो�� ह�त� ह� वह त� ह�कर ह� रहत� ह�। किक1त� इक� याह अथ� भ� नहY ह� किक ह�थ-पार-ह�थ रखकर बा�ठ जो�या�। पा�ररष�थ� त� करन� ह� चा�किहए। किबान� पा�ररष�थ� क� क�ई भ� क�या� सिदधा ह�न� �भव ह� नहY ह�। यादिदो आपान� ततपारत� �, मन�या�ग �, किवचा�रपा)व�क क�या� किकया� ह�, किफर भ� फल न हए ह$ त� उ� किवमिधा क� किवधा�न म�नकर हजोत� � सव�क�र कर�, द@ख� ह�कर नहY। अन�करम

'शरी�र�मचारिरतम�न' (अया�धया� क�णm@ 171) म& त�ल�दो� जो� न� किवमिधा कI बा�त बात�त� हए कह� ह�@1नह भरत भ�व� पराबा% निबा%खिखा कह�उ रम1निनन�थ।

ह�निन %�भ1 जी�वन1 रमरन1 जी1 अपजी1 निबासिधा ह�थ।।ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

बा�दी रम= पशच�त�प � कय� %�भ?न 1947 � पाहल� कI बा�त ह�। किपालख�आ ग�/व, दधिजो. ग�दधिजोया�बा�दो (उ.पर.) म& दोलव�र ख�/ न�मक एक

म�लम�न बाढई न� 100 रपाया� म& किक� र�जोपा)त � एक हर� पा�पाल क� वWकष खर�दो�। इ �दो� म& इ�क ख�/ न�मक दर� बाढई किहस�दो�र थ�। दो�न$ न� �चा� किक इ� क�टा-बा�चाकर जो� धान आया�ग� उ� बार�बार भ�ग$ म& दो�न$ बा�/टा ल&ग�।

वWकष म& जो�न ह�त� ह�। कभ� किक� क�रणो � ऊ/ चा� आतम�ओ क� वWकष कI या�किन म& आन� पाडत� ह�। व� आतम�ए/ मझादो�र और क�या�शा�ल ह�त� ह,।

भगव�न शरी�कW षणो न� कह� ह�@अशवतथः� व�वJकषा�णी��..... अथ��त म, बा वWकष$ म& पा�पाल क� वWकष ह/।

(ग�त�� 10.26)पा�पाल कI जो�व�तम� दोलबा�र ख�/ क� सवपन म& आया�। पा�पाल कह रह� थ�@ "त�म म�झा� क�टान� व�ल� ह�, म�र� मWतया�

ह� जो�या�ग�। त�मन� म�झा� 100 रपाया� म& खर�दो� ह� और जो� भ� म�न�फ� ह�ग� वह बा म, त�मह� ल�टा� दो�त� ह/। म�र� जोड म& एक जोगह त�म ख�दो�ग� त� त�मक� �न� कI शाल�क� मिमल�ग�। उ� बा�चाकर त�मह& जो� म�न�फ� ह�ग� उ� त�मह�र� �र� खचा� किनकल जो�या�ग�। इसिलए कW पा� करक� म�झा� कल क�टान� मत। म�झा� पर�णो$ क� दो�न दो�न�।"

दोलव�र ख�/ क� इ सवपन पार याकIन नहY हआ। किफर भ� उन� उ बा�त क� आजोम�न� क� सिलए सवपन म& जोह�/ ख�दोन� क� सिलए �क� त मिमल� थ� वह�/ ख�दो� त� चाम�चा �न� कI शाल�क� किनकल आया�। वह अपान� अपा�र ख�शा� क� ग�पत न रख क� और बा�बा� क� जो�कर बात� दिदोया�। बा�बा� भ� आशचाया�चाकिकत ह� उठk। दोलव�र ख�/ न� �चा� किक याह बा�त यादिदो अपान� मिमतरा क� बात� द/ग� त� �न� कI शाल�क� क� आधा� भ�ग कI वह म�/ग करन� लग�ग�।

वह म�नवत� � चया�त ह� गया� और आधा� किहस� बाचा�न� क� ल�भ म& शाल�क�-पर�पतिपत कI घटान� क� छ� पा�या� ह� रह�। जोबा इ�क ख�/ उक� पा� आया�, तबा उक� �थ वह पा�पाल क�टान� क� सिलए चाल पाड�

दोलव�र ख�/ न� म�नवत� क� दर रख दिदोया�। किन@सव�थ�त�, ल�भ-रकिहतत� व किनषक�मत� मन�षयात� � हटाकर दो�नव जो�� द@खदो�या� या�किनया$ म& भटाक�त� ह,। जोह�/ सव�थ� ह� वह�/ आदोम� अ�र ह� जो�त� ह� और जोह�/ किनषक�मत� ह� वह�/ उम& �रतव जो�ग उठत� ह�। मन�षया ऐ� पर�णो� ह� जो� चा�ह� त� �र ह� जो�या�, चा�ह� त� अ�र ह� जो�या और चा�ह� त� �र-अ�र दो�न$ दधिजो� सिदधा ह�त� ह, उ सिदधासवरपा क� पा�कर जो�वनम�U ह� जो�या। याह मन�षया क� ह�थ कI बा�त ह�। वह अपान� ह� कम2 � भगव�न कI पा)जो� कर कत� ह� और अपान� ह� कम2 � क� दोरत क� क�पाभ�जोन भ� बान कत�

ह�। अपान� ह� कम2 � ग�रओ क� अन�भव क� अपान� अन�भव बान� कत� ह� और अपान� ह� क� कम2 � दो�तया, शा)कर-क) कर कI या�किनया$ म& भटाकन� क� म�ग� पाकड कत� ह�। मन�षया पा)णो� सवत�तरा ह�।

पाहल� किनयाम थ� किक जो� हर� वWकष क�टान� चा�ह� वह पाहल� ग�ड बा�/टा�। उनक� �थ म& दो�-चा�र और भ� �थ� ह� गया�। बाक� ग�ड बा�/टा�। जया$ ह� पा�पाल पार क� लह�ड� चाल� त� ल�ग$ न� दो�ख� किक पा�पाल म& � ख)न कI धा�र� फ) टा किनकल�। बा ह�र�न हए किक वWकष म& � ख)न कI धा�र� ! किफर भ� दोलव�र ख�/ ल�भ क� अ�धा�पान म& याह नहY मझा पा� रह� थ� किक र�त क� इन� म�झा� पर�णोदो�न म�/ग� थ�। याह क�ई �धा�रणो वWकष नहY ह� और इन� म�झा� �वणो� क� रपा म& अपान� म)लया भ� चा�क� दिदोया� ह�। अन�करम

किन@सव�थ�त� � आदोम� कI अ�दोर कI आ/ख& ख�लत� ह, जोबाकिक सव�थ� � आदोम� कI किवव�क कI आ/ख म�/दो जो�त� ह�, वह अ�धा� ह� जो�त� ह�। रजो�ग�णो� या� तम�ग�णो� आदोम� क� किवव�क कष�णो ह� जो�त� ह� और �वग�णो� क� किवव�क, व�र�गया व म�कष क� पर�दो अपान�-आपा बाढन� लगत� ह�। आदोम� दधिजोतन� किन@सव�थ� क�या� करत� ह� उतन� ह� उक� �पाक� म& आन�व�ल$ क� किहत ह�त� ह� और दधिजोतन� सव�थ¢ ह�त� उतन� ह� अपान� ओर अपान� क� टा��किबाया$ कI बारबा�दो` करत� ह�। क�ई किपात� किन@सव�थ� भ�व � �त$ कI �व� करत� ह� और यादिदो �त उचचा क�दिटा क� ह�त� ह, और सिशाषया कI �व� सव�क�र कर ल�त� ह, त� किफर उक� पा�तरा-पा�तरा भ� क� भगव�न कI भसिU क� �फल �लभ ह� जो�त� ह�। भसिU क� फल पर�पत कर ल�न� ह/� क� ख�ल नहY ह�।

भगव�न क� पा� एक या�ग� पाह/चा�। उन� कह�@ भगव�न ! म�झा� भसिU दो�।"भगव�न@ "म, त�मह� ऋदधिदधा-सिदधिदधा दो� द/। त�म चा�ह� त� त�मह& पाWथव� क� क� छ किहस� क� र�जया ह� £पा द/ मगर

म�झा� भसिU मत म�/ग�।""आपा बा दो�न� क� त�या�र ह� गया� और अपान� भसिU नहY दो�त� ह�, आखिखर ऐ� कया$?""भसिU दो�न� क� बा�दो म�झा� भU क� पा�छ�-पा�छ� घ)मन� पाडत� ह�।"किनषक�म कम� करन�व�ल� वयसिUया$ क� कम� भगव�न या� �त सव�क�र कर ल�त� ह, त� उक� बादोल� म& उक� क� ल

क� भसिU मिमलत� ह�। दधिजोक� क� ल क� भसिU मिमलत� ह� उकI बार�बार� धानव�न भ� नहY कर कत�। तता�व�ल� भल� उकI कया� बार�बार� कर�ग�?

जो� किनषक�म �व� करत� ह� उ� ह� भसिU ह� मिमलत� ह�। जो�� हन�म�न जो� र�मजो� � कह कत� थ�@ "मह�र�जो ! हम त� बराहमचा�र� ह�। हमक� या�ग, धया�न या� अनया क�ई भ� म�तरा दो� दो`दधिजोए, हम जोपा� कर&। पातन� आपाकI ख� गया�, अ�र ल� गया� किफर हम कया$ पर�णो$ कI बा�जो� लग�या&?"

किक1त� हन�म�नजो� म& ऐ� दबा��दधिदधा या� सव�थ�बा�दधिदधा नहY थ�। हन�म�नजो� न� त� भगव�न र�म क� क�म क� अपान� क�म बान� सिलया�। इसिलए पर�या@ ग�या� जो�त� ह�@ र�रम %कषरमणी जी�नकc, जीय बा&%& हन1रम�न कc।

'शरी�र�मचारिरतम�न' क� ह� एक पर�ग ह� दधिजोम& म�न�क पाव�त न� म�दर क� बा�चा�बा�चा परकटा ह�कर हन�म�नजो� � कह�@ "याह�/ किवशरी�म कर&।"

किक1त� हन�म�नजो� न� कह�@र�रम क�जी1 कcनह= निबान1 रम&निह कह�d निवशरी�रम।

(शरी�र�रमचरिरत. 1�.क�. 1)

किनषक�म कम� करन� व�ल� अपान� दधिजोमम� जो� भ� क�म ल�त� ह�, उ� पा)र� करन� म& चा�ह� किकतन� ह� किवघन आ जो�या&, किकतन� ह� बा�धा�ए/ आ जो�या&, किन1दो� ह� या� �घरष�, उ� पा)र� करक� ह� चा�न कI �/ ल�त� ह�। किनषक�म कम� करन� व�ल� कI अपान� अन)ठk र�कित ह�त� ह�, शा�ल� ह�त� ह�।

दोलव�र ख�/ सव�थ� � इतन� अ�धा� ह� गया� थ� किक रU कI धा�र दो�खकर भ� उ� भ�न नहY आया� किक म, कया� कर रह� ह/? उन� त� क� लह�ड� पार क� लह�ड� चाल�न� जो�र� रख�। जो� सव�थ�¥धा बान किक� पार जो�लम�सितम ढ�त� ह� उ� परकW कित ततकषणो पारिरणो�म भ� दो�त� ह�। अन�करम

जया$ ह� उन� उ किनदो�रष वWकष पार क� लह�ड� म�रन� शा�र किकया�, तया$ ह� उक� सवE, ��दोर, या�व�न बा�टा�, दधिजोक� न�ख)न म& भ� र�ग या� बा�म�र� क� न�म�किनशा�न नहY थ�, वह एक�एक पा�ड� � कर�हत� हए किगर पाड�। उधार

पा�पाल म& � रU कI धा�र किनकल� और इधार बा�टा� क� शार�र � रU परव�किहत ह� चाल�। उधार वWकष कI शा�ख� क� कटान� थ�, इतन� म& दोलव�र ख�/ कI आ/ख$ क� त�र�, उक� बा�टा� क� अ�त ह� गया�। शा�म क� जोबा दोलव�र ख�/ घर आया�, तबा घर पार ग�/व क� मसत ल�ग$ क� इकटठ� शा�कमगन दो�ख�। दोलव�र ख�/ क� दो�ख उकI पातन� सिचालल� उठk@ "बा�टा� ! त�र� हतया�र� त� सवया� त�र� याह बा�पा ह�।"

उन� �र� भ�m� फ�डत� हए कह दिदोया�@ "र�त क� पा�पाल क� �क� त मिमल� थ�। �न� कI शाल�क� भ� मिमल� थ� और सव�थ� म& पाडकर शाल�क� त� ल� ल�। जो� � रपाया� खर�दोन� म& लग�या� थ� और जो� म�न�फ� ह�न� व�ल� थ�, सवणो�-शाल�क� � इ� उ� भ� अमिधाक दरवय मिमल गया� थ�। किफर भ� इन� उ पा�पाल क� अनया�या किकया�। क� दोरत न� उ� अनया�या क� बादोल� चा�क�या� ह�। जया$ ह� पा�पाल क� क�टा� तया$ ह� म�र� बा�टा� क� बादोन � ख)न कI धा�र किनकल चाल�। ह� सव�थ� म& अ�धा� हए म�र� पाकित ! त�मन� ह� अपान� बा�टा� क� ख)न किकया� ह�।" और वह फ) टा-फ) टा कर रदोन करन� लग�।

पर�या@ सव�थ� म& अ�धा� ह�कर आदोम� क� कम� कर बा�ठत� ह� और जोबा उ� उक� फल मिमलत� ह�, तबा पाछत�त� ह�। मगर बा�दो म& पाशचा�त�पा � कया� ल�भ? अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

प1जी�र� बान� परा�त !उकिडया� बा�बा� बाड� ऊ/ चा� कम�ई क� धान� थ�। अख�m�न�दोजो� रसवत� उनक� परकित बाहत शरीदधा� रखत� थ�। व�

आपा म& चाचा�� भ� किकया� करत� थ�।उकिडया� बा�बा� न� एक दिदोन �बाह एक मWत पा�जो�र� क� �मन� खड� दो�खकर पा)छ�@ "अर�, बा�/क� किबाह�र� क� पा�जो�र�

! त) त� मर गया� थ�। त) �बाह-�बाह इधार याम�न� किकन�र� क� � आया�?"उन� कह�@ "बा�बा� ! म, आपा� पर�थ�न� करन� आया� ह/। म, मर गया� ह/ और �कलपा � आपाक� दिदोख रह� ह/। म,

पर�त शार�र म& ह/। म�र� घरव�ल$ क� बा�ल�न� और जोर� बात�न� किक उनह& �ख� करन� क� सिलए म�हवशा म,न� ठ�क� रजो� क� पा�� चा�र�कर घर म& रख� थ�। धाम��दो� क� पा�� चा�र�या� इसिलए म�दिदोर क� पा�जो�र� ह�त� हए भ� म�र� दोगकित नहY हई। म, आपा� ह�थ जो�डकर पर�थ�न� करत� ह/ किक म�र� बा�टा� � ककिहए किक फल�न� जोगह पार थ�ड�-� पा�� गड� ह,, उनह& अचछ� क�म म& लग� दो� और बा�/क� किबाह�र� क� म�दिदोर क� पा�� व�पा कर दो� त�किक म�र� दोगकित ह� क� ।"

कम� किक� क� पा�छ� नहY छ�डत�। थ� त� म�दिदोर क� पा�जो�र�, किक1त� अपान� दषकम� क� क�रणो उ� पर�त ह�न� पाड� !

)रत (ग�जोर�त) म& न 1995 क� जोनम�षटम� क� 'धया�न या�ग �धान� सिशाकिवर' म& क� छ ल�फर$ न� आशरीम क� बा�हर चा�या कI ल�र� � किक� मह�र�जो क� फ�टा� उत�र�। किफर भU$ � कह�@ "त�म ल�ग हरिर ॐ.... हरिर ॐ... करत� ह�। त�मह�र� बा�पा)जो� हम�र� कया� कर ल&ग�?" और फ�टा� क� ऊपार कIचाडव�ल� पा�र रखकर न�चा�।

शा�म क� उनह& लकव� म�र गया�, र�त क� मर गया� और दर� दिदोन शमशा�न म& पाह/चा गया�।बा�र� कम� करत� मया त� आदोम� कर m�लत� ह�, ल�किकन बा�दो म& उक� पारिरणो�म किकतन� भया�कर आत� ह�

इक� पात� ह� नहY चालत� उ बा�चा�र� क�।जो�� दषकW तया उक� कत�� क� फल दो� दो�त� ह�, ऐ� ह� �कW त भ� भगवतपर�तयाथ� कम� करन� व�ल� कत�� क�

अ�त@करणो क� भगवदोजञा�न, भगवदो आन�दो एव� भगवदो दधिजोजञा�� � भरकर भगव�न क� �कष�तक�र कर� दो�त� ह�। अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

�त कc अवह�%न� क� दःषपरिरणी�रमआतम�न�दो कI मसत� म& रमणो करन� व�ल� किकनहY मह�तम� क� दो�खकर एक �ठ न� �चा� किक 'बराहमजञा�न� क� �व�

बाड� भ�गया � मिमलत� ह�। चाल�, अपान� दवा�र� भ� क� छ �व� ह� जो�या।' याह �चाकर उनह$न� अपान� न�कर क� आदो�शा दो� दिदोया� किक "र�जो शा�म क� मह�तम�जो� क� दधा किपाल�कर आया� कर�।"

न�कर कया� करत� किक दधा क� पा�� त� जो�बा म& रख ल�त� और छ�छ मिमल जो�त� थ� म�फत म& त� नमक-मिमचा� मिमल�कर छ�छ क� पया�ल� बा�बा�जो� क� किपाल� आत�।

एक बा�र �ठ घ)मत�-घ�मत� मह�तम�जो� क� पा� गया� और उन� पा)छ�@ "बा�बा�जो� ! हम�र� न�कर आपाक� र�जो शा�म क� दधा किपाल� जो�त� ह� न?"

बा�बा�जो�@ "ह�/, किपाल� जो�त� ह�।"बा�बा�जो� न� किवशल�रषणो नहY किकया� किक कया� किपाल� जो�त� ह�। न�कर क� वयवह�र � मह�तम�जो� क� त� क�ई कषट

नहY हआ, किक1त� परकW कित � �त कI अवह�लन� हन नहY हई। मया पा�कर उ न�कर क� क�ढ ह� गया�, म�जो � इजजत-आबार भ� चाल� गया�। तबा किक� मझादो�र वयसिU न� उ� पा)छ�@ "भ�ई ! बा�त कया� ह�? चा�र$ ओर � त) पार�शा�न� � मिघर गया� ह� !"

उ न�कर न� कह�@ "म,न� और क�ई पा�पा त� नहY किकया� किक1त� �ठ न� म�झा� हर र�जो एक मह�तम� क� दधा किपाल�न� क� सिलए कह� थ�। किक1त� म, दधा क� पा�� जो�बा म& रखकर उनह& छ�छ किपाल� दो�त� थ�, इसिलए याह दषपारिरणो�म भ�गन� पाड रह� ह�।" अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

'रम1झ� ऋणी च1क�न� ह<'आजो � कर�बा 40-45 �ल पाहल� कI एक घदिटात घटान� ह�@मकर�णो� कI एक धाम�शा�ल� म& पाकित-पातन� अपान� छ�टा�-� ननह&-म�नन� बाचचा� क� �थ रक� । धाम�शा�ल� कचचा� थ�।

दो`व�ल$ म& दोर�र& पाड गया� थY। ऊपार पातर� थ�। आपा� म& ख�ल� जो�गल जो�� म�ह�ल थ�।पाकित-पातन� अपान� छ�टा�-� बाचचा� क� पर��गणो म& किबाठ�कर क� छ क�म � बा�हर गया�। व�पा आकर दो�खत� ह, त�

बाचचा� क� �मन� एक बाड� न�ग क� णmल� म�रकर फन फ� ल�या� बा�ठ� ह�। याह भया�कर दशया दो�खकर दो�न$ हकक� -बाकक� रह गया�। बा�टा� मिमटट` कI म�टठ` भर-भरकर न�ग क� फन पार फ& क रह� ह� और न�ग हर बा�र झा�क-झा�ककर ह� जो� रह� ह�। म�/ चा�ख उठk... बा�पा सिचालल�या�@ "बाचा�ओ... बाचा�ओ... हम�र� ल�डल� क� बाचा�ओ।"

ल�ग$ कI भ�ड इकटठ` ह� गया�। उम& एक किनशा�न�बा�जो थ�। ऊ/ टाग�ड� पार बा�झा� ढ�न� क� धा�धा� करत� थ�। वह बा�ल�@ "म, किनशा�न� त� म�र/ , पा� क� ह� खतम कर/ ग� ल�किकन किनशा�न� चा)क जो�या और बाचचा� क� चा�टा लग जो�या त� म, दधिजोमम�दो�र नहY। आपा ल�ग बा�ल� त� म, क�सिशाशा कर/ ।"

पा�तरा क� आग� किवरषधार बा�ठ� ह� ! ऐ� पर�ग पार क�न-� म�/ इनक�र कर�ग�? वह हमत ह� गया� और बा�ल�@ "भ�ई ! �/पा क� म�रन� कI क�सिशाशा कर�। अगर गलत� � बाचचा� क� चा�टा लग जो�या�ग� त� हम क� छ नहY कह&ग�।"

ऊ/ टाव�ल� न� किनशा�न� म�र�। �/पा जोखम� ह�कर किगर पाड�, म)रचछिचछ1त ह� गया�। ल�ग$ न� �चा� किक �/पा मर गया� ह�। उनह$न� उक� उठ�कर बा�ड म& फ& क दिदोया�।

र�त हई। वह ऊ/ टाव�ल� उ� धाम�शा�ल� म& अपान� ऊ/ टाग�ड� पार � गया�। र�त म& ठ�m� हव� चाल�। म)रचछिचछ1त �/पा चा�तन ह� गया� और आकर ऊ/ टाव�ल� क� पा�र म& mकर चाल� गया�। �बाह म& ल�ग दो�खत� ह, त� ऊ/ टाव�ल� मर� हआ थ�।

दो�वया�ग � पा�किवदय� जो�नन� व�ल� एक आदोम� वह�/ ठहर� हआ थ�। वह बा�ल�@ "�/पा क� याह�/ बा�लव�कर जोहर क� व�पा खिख1चाव�न� कI किवदय� म, जो�नत� ह/। याह�/ क�ई आठ-दो �ल क� किनदो�रष बाचचा� ह� त� उक� सिचातता म& �/पा क� )कषम शार�र क� बा�ल� द/ और व�त��ल�पा कर� द/।"

मकर�णो� ग�/व म& � आठ-दो �ल क� बाचचा� ल�या� गया�। उन� उ बाचचा� म& �/पा क� जो�व क� बा�ल�या�। उ� पा)छ� गया�@

"इ ऊ/ टाव�ल� क� त)न� क�टा� ह�?""ह�/।""इ बा�चा�र� क� कया$ क�टा�?"

बाचचा� क� दवा�र� वह �/पा बा�लन� लग�@ "म, किनदो�रष थ�। म,न� इक� क� छ किबाग�ड� नहY थ�। इन� म�झा� किनशा�न� बान�या� त� म, कया$ इ� बादोल� न ल)/?"

"वह बाचचा� त�म पार मिमटट` m�ल रह� थ� उक� त� त�मन� क� छ नहY किकया� !" अन�करम"बाचचा� त� म�र� त�न जोनम पाहल� क� ल�नदो�र ह�। त�न जोनम पाहल� म, भ� मन�षया थ�, वह भ� मन�षया थ�। म,न�

उ� त�न � रपाया� सिलए थ� ल�किकन व�पा नहY दो� पा�या�। अभ� त� दो�न� कI कषमत� भ� नहY ह�। ऐ� भदद` या�किनया$ म& भटाकन� पाड रह� ह�। �या�गवशा वह �मन� आ गया� त� म, अपान� फन झा�क�-झा�क�कर उ� म�फI ल� रह� थ�। उकI आतम� जो�गWत हई त� धा)ल कI म�दिटठया�/ फ& क-फ& ककर वह म�झा� फटाक�र दो� रह� थ� किक 'ल�नत ह� त�झा� ! कजो�� नहY चा�क� क�....' उकI वह फटाक�र हत�-हत� म, अपान� ऋणो अदो� कर रह� थ�। हम�र� ल�न-दो�न क� बा�चा टापाकन� व�ल� वह क�न ह�त� ह�? म,न� इक� क� छ भ� नहY किबाग�ड� थ� किफर भ� इन� म�झा पार किनशा�न� म�र�। म,न� इक� बादोल सिलया�।"

पा�किवदय� जो�नन�व�ल� न� �/पा क� मझा�या�@ "दो�ख�, त�म हम�र� इतन� कहन� म�न$, इक� जोहर खYचा ल�।""म, त�मह�र� कहन� म�न)/ त� त�म भ� म�र� कहन� म�न�। म�र� त� व�र ल�न� कI या�किन ह�। और क� छ नहY त� न ह�,

म�झा� याह ऊ/ टाव�ल� पा�/चा � रपाया� दो�व� त� अभ� इक� जोहर खYचा ल)/। उ बाचचा� � त�न जोनम पा)व� म,न� त�न � रपाया� सिलया� थ�, दो� जोनम और बा�त गया�, उक� )दो क� दो� � मिमल�कर क� ल पा�/चा � ल�टा�न� ह,।"

किक� जजन न� पा�/चा � रपाया� उ बाचचा� क� म�/-बा�पा क� दो� दिदोया�। �/पा क� जो�व व�पा अपान� दो�ह म& गया�, वह�/ � रकत� हआ मर� हए ऊ/ टाव�ल� क� पा� आया� और जोहर व�पा खYचा सिलया�। ऊ/ टाव�ल� जिजो1दो� ह� गया�।

याह किबालक� ल घदिटात घटान� ह�। इम& क� छ भ� �दो�ह नहY ह�। म�सिक पाकितराक� 'कलया�णो' म& याह घटान� छपा� थ�।इ कथ� � सपषट ह�त� ह� किक इतन� वयथ� खचा� नहY करन� चा�किहए किक सिर पार कजो�� चाढ�कर मरन� पाड� और

उ� चा�क�न� क� सिलए फन झा�क�न� पाड�, मिमटट` � फटाक�र हन� पाड�।जोबा तक आतमजञा�न नहY ह�त� तबा तक कम2 क� ऋणो�न�बा�धा चा�क�न� ह� पाडत� ह�। अत@ किनषक�म कम� करक�

ईशवर क� �त�षट कर& और अपान� आतम�-पारम�तम� क� अन�भव करक� याहY पार, इ� जोनम म& शा�घर ह� म�सिU क� पर�पत कर&। अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

'वह�d दी�कर छा� ट� त& यह�d निफट ह& गय�'�न� ह� एक तया घटान�@अमदो�व�दो, शा�ह�बा�ग म& mफन�ल� क� पा� ह�ईक�टा� क� एक जोजो �बाह म& दो�त�न करत� हए घ)मन� किनकल�।

नदो` कI तरफ दो� र�गरटा (मनचाल�) जोव�न आपा म& ह/� मजो�क कर रह� थ�। एक न� सिगर�टा �लग�न� क� सिलए जोजो � म�सिचा म�/ग�। जोजो न� इशा�र� � इनक�र कर दिदोया�। थ�ड� दो�र इधार-उधार टाहलकर जोजो हव� ख�न� क� सिलए कहY बा�ठ गया�, ल�किकन उन दो�न$ क� दो�ख ह� रह� थ�। इतन� म& व� र�गरटा ह/�-मजो�क, त)-त), म,-म, करत� हए लड पाड�। एक न� र�मपा�र� चा�क) किनक�लकर दर� शार�र म& घ��ड दिदोया�, ख)न कर m�ल� और पाल�यान ह� गया�। जोजो न� पा�सिल क� फ�न आदिदो बा किकया� ह�ग�। ख)न क� क� बान�। �शान क�टा� � वह क� घ)मत� घ�मत� क� छ मया क� बा�दो आखिखर ह�ईक�टा� म& उनहY जोजो क� पा� आया�। उनह$न� क� जो�/चा� त� पात� चाल� किक क� वह� ह�। उ दिदोन व�ल� घटान� क� उनह& ठkक समरणो थ�। उनह$न� अपार�धा� क� दो�ख� त� पा�या� किक याह उ दिदोन व�ल� र�गरटा या�वक त� नहY ह�।

व� जोजो कम�फल क� अक�टय सिदधा�नत क� म�नन� व�ल� थ�। व� मझात� थ� किक ल�भ-रिरशवत या� और क�ई भ� अशा�भ कम�, पा�पाकम� करत� मया त� अचछ� लगत� ह� ल�किकन मया पा�कर उक� फल भ�गन� ह� पाडत� ह�। क� छ मया क� सिलए आदोम� किकनह� क�रणो$ � चा�ह� छ) टा जो�या ल�किकन दो�र-व�र कम� क� फल उ� मिमलत� ह�, मिमलत� ह� और मिमलत� ह� ह�।

जोजो न� दो�ख� किक याह आदोम� क� बा)ढ� ह� जोबाकिक ख)न करन� व�ल� र�गरटा त� जोव�न थ�। उनह$न� बा)ढ� क� अपान� चा�मबार म& बा�ल�या�। बा)ढ� र�त�-र�त� कहन� लग�@ "�हबा ! mफन�ल� क� पा�, �बारमत� क� किकन�र�... याह बा घटान� म, किबालक� ल जो�नत� ह� नहY ह/। भगव�न कI कम, म, किनदो�रष म�र� जो� रह� ह/।"

जोजो �वग�णो� थ�, जजन थ�, किनम�ल किवचा�र$ व�ल� एव� ख�ल� मन क� थ�, किनभ�या थ�। किन@सव�थ¢ और �ततवि�वक आदोम� किनभ�या रहत� ह�। उनह$न� बा)ढ� � कह�@ "दो�ख�, त�म इ म�मल� म& क� छ नहY जो�नत� याह ठkक ह�, ल�किकन �शान क�टा� म& त�म पार याह अपार�धा किबालक� ल किफटा ह� गया� ह�। हम त� क� वल क�न)न क� पा�लन करत� ह,। अबा इम& हम और क� छ नहY कर कत�। इ क� म& त�म नहY थ� ऐ� त� म, भ� कहत� ह/, किफर भ� याह बा�त उतन� ह� किनकषिशचात ह� किक अगर त�मन� जो�वनभर कहY भ� किक� इन�न कI हतया� नहY कI ह�त� त� आजो �शान क�टा� क� दवा�र� ऐ� टा`क क� त�म पार बा�ठ नहY कत� थ�।

क�क� ! अबा चा बात�ओ, त�मन� कहY-न-कहY, कभ�-न-कभ�, अपान� जोव�न� म& किक� वयसिU क� म�र� थ�?"

उ बा)ढ� न� कबा)ल करत� हए कह�@ "�हबा ! अबा म�र� आखिखर� दिदोन ह,। आपा पा)छत� ह, त� बात� दो�त� ह/ किक आपाकI बा�त ह� ह�। म,न� दो� ख)न किकया� थ� और रिरशवत दो�कर छ) टा गया� थ�।"

जोजो बा�ल�@ "त�म त� दो�कर छ) टा गया� ल�किकन दधिजोनह$न� सिलया� उन� किफर उनक� बा�टा� ल&ग�, उनकI बा�दिटाया�/ ल&ग�, क� दोरत किक�-न-किक� किह�बा � बादोल� ल�ग�। त�म वह�/ दो�कर छ) टा� त� याह�/ किफटा ह� गया�। उ मया लगत� ह� किक छ) टा गया� ल�किकन कम� क� फल त� दो�र-व�र भ�गन� ह� पाडत� ह�।"

कम� क� फल जोबा भ�गन� ह� पाडत� ह� त� कया$ न बादिढया� कम� कर& त�किक बादिढया� फल मिमल�? बादिढया� कम� करक� फल भगव�न क� ह� कया$ न दो� दो& त�किक भगव�न ह� मिमल जो�या&? अन�करम

न�र�याणो.... न�र�याणो.... न�र�याणो.... न�र�याणो...... न�र�याणो...... न�र�याणो.....ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

अनिHत�य पररम तततव क� �थ निन�सव�थ� �य&ग परा�पत करन� ह� एकरम�तरोचचा� करम� ह<, बा�कc बा गठरिरय�d उठ�न� ह<।

1%�रम�न परा�त कc तय घाटन�अन�कसिचततनिवभरा�नत� रम&हजी�%रम�वJत��।पराकतः�� क�रमभ&ग�षः1 पतनतिनत नरक� ऽशा1च*।।

''अन�क परक�र � भरमिमत सिचातताव�ल�, म�हरपा जो�ल � म�वWत और किवरषयाभ�ग$ म& अतया�त आU आ�र ल�ग मह�न अपाकिवतरा नरक म& किगरत� ह,।"

(ग�त�� 16.16)मन�षया अगर �वधा�न ह�कर �वग�णो नहY बाढ�त� ह� अकिपात� जो� आया� � ख� सिलया�, जो� मन म& आया� �

कर सिलया� और इ� तरह किवरषया किवक�र$, पा�पा$ तथ� बा�र�इया$ म& जिजो1दोग� किबात� दो` त� उ� भया�कर नरक$ म& जो�न� पाडत� ह�, ख)बा द@खदो, दषट या�किनया$ म& किगरन� पाडत� ह�। इसिलए मन�षया क� अपान� भकिवषया अ�धाक�रमया नहY ह�न� दो�न� चा�किहए। नहY त� जो�� ह�लत �ल�म�न पर�त कI हई, व�� ह�लत एक पर�त कI नहY, कइया$ कI ह�त� ह�।

याह घदिटात घटान� ह�@ �ल�म�न पर�त क� बा�धान क� � हआ और उकI म�सिU क� � हई? इ बा�त क� जो�नकर हम& बाहत क� छ �खन� क� मिमल�ग�।

सिख पा�थ क� र�ड�व�ल� �त ईशवरसि1ह मह�र�जो क� याह�/ मनम�हन न�म क� बा�लक क� ल�कर उक� म�त�-किपात� आया�। मनम�हन क� एक पर�त न� त�या� थ�। उ पर�त � जो� बा�त& पा)छ` गयाY, व� र�म��चाक�र� भ� ह, और आशचाया�क�रक भ�। इक� �थ ह� या� बा�त& हम�र� पाकिवतरा पा�र�णो$ कI तयात� कI भ� पा�मिषट करन� व�ल� ह,।

ईशवरसि1ह मह�र�जो न� उ बा�लक क� एक��त ककष म& ल� जो�कर उक� शार�र म& परव�शा किकया� हए पर�त � पा)छ�@ "त) इम& घ�� ह� त� आखिखर त) ह� क�न?"

उन� कह�@ "म, पर�त ह/।""त�र� न�म कया� ह�?""म�र� न�म �ल�म�न ह�।"

"चा बात� त) कह�/ क� ह�?""म, ईर�न क� ह/।""त) ईर�न क� ह� त� इधार क� � आया�?""जोबा न�दिदोरशा�ह अबदो�ल� भ�रत क� ल)टान� क� सिलए याह�/ आया� थ�, तबा उक� �थ म, भ� किहनदसत�न चाल�

आया�। वह त� किहनदसत�न क� ल)टा कर चाल� गया� ल�किकन म, रह गया�। म,न� एक औरत क� पाटा�कर उक� �थ शा�दो` कर ल�।"

"किफर कया� हआ?" अन�करम"म, उक� �थ रहन� लग�। हम�र� दो� बा�दिटाया�/ और दो� बा�टा� हए। उनम& � म�र� एक ख)बा)रत या�वत� लडकI क�

मबानध किक� किहनद त��कितराक क� �थ ह� गया� थ�। वह टा)णो�-टा�टाक� क� क�म भ� करत� थ� और पा�ख�m भ� रचात� थ�। म,न� लडकI क� बाहत मझा�या� किक उक� �थ मबा�धा न रख� ल�किकन वह नहY म�न�। उधार त��कितराक क� भ� धामक�या� ल�किकन म, उम& फल नहY रह�। उ जोम�न� क� शा�क$ � मिमल� और शा�न कI ओर � परयातन करव�या�, ल�किकन उम& भ� म�झा� फलत� नहY मिमल�। इ� सिचा1त� म& म, बा�म�र ह� गया�। बा�ढ�पा� भ� नजोदो`क आ रह� थ�। ऐ� ह�लत म& म�र� मWतया�क�ल किनकटा आ गया�।

"अचछ�, �ल�म�न ! त� त�मह�र� मWतया� क� � हई याह बात�ओग�?""ह�/, म�र� आ/ख$ � झार-झार पा�न� बाहन� लग�। म�र� जोबा�न बा�दो ह� गया�। दिदोल म& परकितशा�धा कI आग म�झा� तपा�

रह� थ�। 'ह� ख�दो�त�ल� ! त�र� रहमत चा�हत� ह/ किक दधिजो त��कितराक न� म�र� लडकI क� �थ गलत मबा�धा जो�ड� ह�, उक� क� � भ� करक� ठkक करन� क� क�ई म�क� मिमल जो�या।' इ परक�र परकितशा�धा कI आग म& तपात�-तपात�, पर�थ�न� करत�-करत� म�र� पर�णो किनकल गया�।"

"पर�णो किनकलत� वU त�मन� कया� दो�ख�, �ल�म�न?""म,न� चा�र यामदत दो�ख�। व� छ�या� पा�ररष थ�। उनक� �क�र रपा नहY थ�।"कई ल�ग$ क� यामदत दिदोखत� ह,, तबा व� मझा ल�त� ह, किक अपान� मWतया�क�ल आ गया� ह�।म�र� एक मिमतरा �त ह, ल�ल जो� मह�र�जो। उनह$न� कई अन�षठ�न किकया�, चा�बा� �ल तक म�न रह�। उनक� एक

भU अचा�नक दघ�टान� क� क�रणो ग�भ�र रपा � घ�याल ह� गया� और म�त कI घकिडया�/ किगन रह� थ�। ल�ल जो� मह�र�जो वह�/ पाह/चा�। थ�ड� बा�तचा�त क� बा�दो वह भU चा�ख�@ "मह�र�जो ! मह�र�जो ! म, मर�... व� म�झा� ल�न� क� आया� ह,।"

मह�र�जो न� पा)छ�@ "कह�/ ह,?"भU@ "म�र� ख�टा क� पा�या� क� आग�।"मह�र�जो उधार गया�।भU@ "मह�र�जो ! व� दो�याY तरफ आ गया�।"मह�र�जो वह�/ गया�।भU@ "मह�र�जो ! अबा व� सिरह�न� क� पा� आ गया�।"मह�र�जो जया$-जया$ घ)मत� गया� तया$-तया$ यामदत भ� अपान� जोगह बादोलत� गया�। मह�र�जो न� भगवनन�म कIत�न

किकया�। आपा� म& अपान� पाकिवतरा दमिषट फ� ल�या� और शा�भ �कलपा किकया�। किफर वह भU बा�ल�@ "मह�र�जो व� चाल� गया�।" उकI अक�ल मWतया� टाल गया�। बा�दो म& वह आदोम� कई वरष2 तक जो�किवत रह�।

याह त� अभ� कI, इ जोम�न� कI बा�त ह�। व� मह�र�जो अभ� किवदयम�न ह,। उनक� वह भU बाह�र�मपा�र, अमदो�व�दो म& थ�। वह सिटा` बा म& डरा�इवर थ� और किक� डक दघ�टान� म& उकI ऐ� दोशा� हई थ�। अबा वह जो�किवत ह� किक नहY, जो�/चा कर� त� पात� चाल�।

हम�र� पाकिवतरा पा�र�णो$ कI बा�त क� इन घटान�ओ � पा�मिषट मिमलत� ह�। �ल�म�न न� कह�@ "म,न� चा�र बाड� mर�वन� यामदत दो�ख�। म, त� इ दो�ह � अपान� रह किनक�लन� नहY चा�हत� थ�

ल�किकन उनह$न� म�र� किपाटा�ई कI और म�झा� बाल�त किनक�लकर ल� चाल�। म�रत�-पा�टात�, या�तन� दो�त�-दो�त� यामदत म�झा� यामर�जो क� पा� ल� जो�न� लग�। वह�/ पाह/चा�न� म& एक �ल क� अ�तर रख�। �ल भर क� बा�दो म, वह�/ पाह/चा�।" अन�करम

"किफर कया� दो�ख�?""यामर�जो न� सिचातराग�पत क� बा�ल�या� और उन� म�र� कम2 कI कह�न� उनह& �न�या�। उ� �नकर यामर�जो न�

क�� भ�पा�क नरक म& भ�जोन� कI आजञा� दो` और म�झा� वह�/ ल� जो�या� गया�।""वह�/ कया� ह�त� ह�? कया� त�म ठkक �, चचा�ई � बात� कत� ह�?""ह�/.... ह�/.... वह धारत� � 86 हजो�र या�जोन ल�बा�-चा�ड� नरक ह�। इ शार�र म& जो� म�ल� भर� पाड� ह�, वह�

वह�/ नरक म& ख�ल� पाड� थ�। किवषठ�, मल-म)तरा, थ)क, ल�दो-चामड� बा तपा� हआ एव� अतया�त दग�नधया�U थ�। उम& परव�शा करन� क� दवा�र म�तरा 9 इ�चा क� ह� ह�। उनह& भ�ग-शार�र मिमलत� ह�। उ� अखिगन म& m�ल� त� जोलकर र�ख नहY ह�त�, वरन अखिगन क� त�पा कI पा�ड� हत� ह�। उ� म�र� और टा�कड� कर दो� त� फर� कचार नहY ह�त� ल�किकन उन बाकI पा�ड� हत� हए वह जया$-क�-तया$ रहत� ह�। वह�/ उ भ�ग-शार�र म& म,न� बाहत द@ख भ�ग�। उक� बा�दो यामर�जो न� कह�@ "त�म क�ल� इलम करत� थ�, पर�त$ क� त�त� थ�, पर�त$ क� किनक�लत� थ�, पारसतरा�गमन करत� थ� और दर� क�ल� कम� करत� थ�। इ� त�मह& लमबा� मया तक पर�तया�किन म& भटाकन� पाड�ग�। बा�दो म& त�म ख�दो�त�ल� � पर�थ�न� करत�-करत� दधिजो त��कितराक � बादोल� ल�न� कI भ�वन� रखकर मर� थ�, उक� बादोल� ल� क�ग�।"

"त� त�मह�र� पर�तया�किन क� मया अभ� तक पा)र� नहY हआ?""नहY, अबा पा)र� ह�न� व�ल� ह�। म, पर�तया�किन पा�कर ह�रनपा�र दधिजोल� क� म�गलख�ड� ग�/व क� ककिबरासत�न म& जोह�/

म�र� कबरा बान� थ�, वह�/ रहन� लग�। वह�/ म�र� �थ पा�/चा और पर�त भ� रहत� थ�।एक कI उमर पा�न� त�न हजो�र वरष� कI ह�, दर� कI त�न हजो�र वरष� कI, त�र� कI �ढ� त�न हजो�र वरष�, चा�थ� कI पा�/चा हजो�र वरष� और पा�/चाव� कI उमर चा�र या�ग कI ह�।"

ग�त� क� शल�क किकतन� चचा�ई क� दोशा�न कर�त� ह� !अन�कसिचततनिवभरा�नत� रम&हजी�%रम�वJत��।पराकतः�� क�रमभ&ग�षः1 पतनतिनत नरक� ऽशा1च*।।

�ल�म�न पर�त न� आग� कह�@"हम कबरा म& रहत� थ�। वह�/ ल�ग आत� थ�। ह�ल�/किक वह�/ त� हम�र� ड� हआ म�� ह�त� ह�, बादोबा) आत� ह�,

ल�किकन क�मन� और म�ह क� क�रणो अ�धा� हए ल�ग वह�/ मतथा� टा�कत� ह,। हम पर�त त� उनह& दो�ख कत� ह, ल�किकन व� हम& नहY दो�ख पा�त�। उम& क�ई ऐर�-ग�र� आया� और कबरा क� आग� गडबाड कर� त� हम उ� म�र दो�त�। ऐ� कई ल�ग$ क� हमन� म�र�। याह लडक� मनम�हन भ� याह�/ आया� और इन� कबरा पार पा�शा�बा कर दिदोया� ल�किकन म,न� इ� म�र� नहY। म,न� ग�र � दो�ख� त� इक� )कषम शार�र, इकI रह वह� त��कितराकव�ल� थ�। E)ल शार�र त� मर जो�त� ह� ल�किकन )कषम शार�र हजो�र$-ल�ख$ जोनम ल�न� क� बा�दो भ� नहY मरत�। अन�करम

याह� म�र� वह शातरा� ह� दधिजोक� सिलए परकितशा�धा कI आग म& म, जोल रह� थ�। अत@ इ� म, जोलदो` कया$ म�रत�? अबा ह�थ म& आया� त� म, क� � छ�डत�? म, इक� अ�दोर घ� गया�। किपाछल� �त �ल$ म& म,न� इ� ख)बा त�या� ह�। अबा म�र� बादोल� पा)र� ह� गया� ह� और म�र� मया भ� पा)र� ह� गया� ह�। इ�सिलए आपा जो�� �त क� दवा�र पार पाह/चा� ह/। अबा आपाकI रहमत � पर�तया�किन � म�र� छ� टाक�र� ह�ग�।"

"�ल�म�न ! त�म मनम�हन क� अ�त@करणो म& आ गया� और �त क� चारणो$ तक पाह/चा गया�। अबा शरीदधा�-भसिU रखकर त�ग �न�ग� त� म�न$, त�मह�र� उदधा�र ह� गया�। किक1त� �ल�म�न याह त� बात�ओ किक पर�त ल�ग कया� ख�त� ह,, कह�/ रहत� ह, और कया� करत� ह,? याह त�म बात� कत� ह� कया$किक त�मह& कई वरष2 � इ या�किन म& ह�, अत@ अन�क अन�भव$ � ग�जोर� ह$ग�।"

"ह�/, भ)ख लगत� ह� तबा लकड� क� क�याल� चाबा� ल�त� ह,, किवषठ� ख� ल�त� ह,, पा�शा�बा पा� ल�त� ह,। हम& क� वल ग�दो` चा�जो$ म& जो�न� कI अन�मकित ह�त� ह�।"

अगर हर जोगह जो�न� कI, बा क� छ ख�न� कI, क� छ भ� करन� कI अन�मकित ह�त� त� मिमठ�ईव�ल� कI मिमठ�इया�/ दक�न म& क� � रह कत� थY? पर�त उठ�कर सव�ह� कर ल�त�। उनक� ऊपार परकW कित क�, ईशवर क� परकितबा�धा नहY ह�त� त� व� त�ग भ� नहY करन� दो�त�।

"अचछ�, �ल�म�न ! त�म मदधिनदोर म&, कथ�-कIत�न म& जो� कत� ह�?""नहY, वह�/ जो�न� क� हकम नहY ह�। जोह�/ त�ग या� पाकिवतरा कम� करन� व�ल� आ जो�त� ह, वह�/ म�न$, हम�र� सिलए

आग खड� ह� जो�त� ह�। हम बाहत तपात� ह,। अत@ हम उ जोगह क� छ�डकर भ�ग जो�त� ह,।""किफर त�मह�र� उदधा�र क� � ह� कत� ह�? अथव� अनया पर�त$ क� एव� पर�त जो� म�गलख�ड� ग�/व कI कबरा म& चा�र

या�ग$ � ड रह� ह� उक� भल� क� � ह� कत� ह�?""अगर हम किक� मन�षया क� शार�र म& घ� गया� और वह बा�दो� �त कI शारणो म& जो�या और �त सव�क�र कर ल&

किक "त�म बा�ठ�, त�ग �न�, त�मह�र� कलया�णो ह�ग�....' तबा उक� शार�र म& रहकर हम अपान� कलया�णो कर कत� ह,।""वह जो� चा�र या�ग$ � पाड� ह� उक� कलया�णो क� � ह�ग�?""जो�� म�झा� मनम�हन मिमल गया� व�� उ� क�ई मन�षया मिमल जो�या, दधिजोक� दवा�र� वह �त क� दवा�र तक पाह/चा

जो�या त� उक� कलया�णो ह� कत� ह�। नहY त� भगव�न अवत�र ल�न� व�ल� ह, – कततविलक अवत�र। उनकI रहमत � बा�कI क� बा पर�त$ क� भल� ह�न� किनधा��रिरत ह�।"

"जो�व$ क� कलया�णो क� � ह�?""अपान�-अपान� दोग�र क� दवा�र� जो� म�तरा मिमल� ह�, उ म�तरा क� जोपा करन� � जो�व$ क� कलया�णो ह�त� ह�।""अचछ�, �ल�म�न ! त�मन� यामर�जो क� दो�ख� ह�? यामर�जो त�मक� क� � लग�?""शव�त दगधा � भ� उजजवल एव� ल�बा� दो�ढ` और किवशा�ल क�या�व�ल� यामर�जो क� वयसिUतव बाड� परभ�वशा�ल�

थ�। व� बाड� र�बादो�र थ�, ऊ/ चा� मझा क� धान� थ� और अपान� रपा बादोलन� क� �मथया� भ� रखत� थ�।" अन�करमख�र ! याह �मथया� त� उन ल�ग$ म& ह�त� ह� ह�। दो�वत�ओ म& भ� ह�त� ह�। व� इचछ�न��र रपा बादोलन� म& मथ�

ह�त� ह,।अर� ! इ धारत� पार रहन� व�ल� भ� यादिदो या�ग�भया� करत� ह, त� उनम& बाड� �मथया� आ जो�त� ह�। किगरन�र क�

या�ग� शा�र क� भ� रपा धा�रणो कर ल�त� ह,। �धा�रणो मन�षया भ� सवपन म& शा�र बान� ल�त� ह,, न जो�न� और कया�-कया� बान� ल�त� ह, ! आपाकI आतम� म& और )कषम शार�र म& अथ�ह शासिU ह�। कलपान� क� जोगत म& आपा बाहत क� छ कर कत� ह,। ऐ� ह� व� दो�वत� आदिदो ठ� �कलपा � बाहत क� छ कर कत� ह,।

�ल�म�न न� कह�@ "म,न� अपान� क�ल� इलम और बा�र� इचछ�ओ क� याह बाहत बा�ल� फल पा�या� ह�।"�ल�म�न पर�त � याह भ� पा�छ� गया�@"क�� भ�पा�क नरक म& और कया� दो�ख�?""अपान� पातन� ह�त� हए भ� जो� पारसतरा�ग�म� थ�, उनक� तपत ल�ह� कI सतरिसतराया$ � बाल�त आसिल1गन कर�या� जो�त�

थ�। जो� अपान� पाकित क� छ�डकर पारपा�ररष क� �थ रमणो करत� थY, ऐ� सतरिसतराया$ क� तपत ल�ह� क� पा�ररष$ क� �थ आसिल1गन कर�या� जो�त� थ�।"

कम� क� फल त� भ�गन� ह� पाडत� ह�, चा�ह� क�ई इ� जोनम म& भ�ग�, चा�ह� जो� जोनम$ क� बा�दो भ�ग�, चा�ह� हजो�र जोनम$ क� बा�दो भ�ग�।

हजो�र वरष2 तक नरक$ म& पाडन� क� बाजो�या दो� पा�/चा वरष� पाकिवतरा जो�वन किबात�न� किकतन� किहतक�र� ह� !याह मन�षया-जोनम एक चा�र�ह� क� म�न ह�। याह�/ � �र� र�सत� किनकलत� ह,। आपा तकम� करक� दो�वतव ल�ओ

और सवग� क� अमिधाक�र� बान� अथव� त� ऐ� कम� कर� किक याकष, किकननर, ग�धाव� बान जो�ओ या� ऐ� घWकषिणोत कम� कर� किक बराहमर�कष बान जो�ओ.... आपाक� ह�थ कI बा�त ह�। जोपा-धया�न-भजोन, �त$ क� �ग आदिदो करक� बराहम क� जञा�न पा�कर म�U ह� जो�ओ... याह भ� आपाक� ह� ह�थ कI बा�त ह�। किफर क�ई कम�बा�धान आपाक� बा�/धा नहY क� ग�। अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

करन� रम= �वधा�नजो� कम� अभ�न�वE� (बा�ह�शा�) म& ह�त� ह,, उन कम2 क� �चाया नहY ह�त�। बा�लया�वE� अथव� म)ढ�वE� म&

किकया� गया� कम2 क� भ� �चाया नहY ह�त�। अह�क�र रकिहत अवE� म& जो� कम� ह�त� ह, उनक� भ� �चाया नहY ह�त� तथ�

जञा�नव�न$ क� कम2 क� भ� �चाया नहY ह�त�। ऐ� ह� फल कI इचछ� क� किबान� किकया� गया� किनषक�म कम2 क� भ� �चाया नहY ह�त�।

क�ई छ�टा� बाचचा� न�चात�-क) दोत� ख�ल रह� ह� और न�मझा� म& किक� बाचचा� क� गल� दोबा� दो� त� उक� ऊपार दोफ� 302 क� क� नहY चाल�ग�। जया�दो�-�-जया�दो� उ� दो�-चा�र चा�/टा� लग� दो&ग�। किक� न� शार�बा पा� ह�, बा�ह�शा-अवE� म& ह� ग�सिलया�/ बाकन� लग जो�या त� उक� ऊपार म�नह�किन क� क� लग�न� उसिचात नहY ह�ग� कया$किक उ� कम� करन� क� भ�न ह� नहY ह�, नशा� म& कत��पान क� भ�व ह� नहY ह�। जञा�न� मह�पा�ररष भ� अकत�� भ�व � कम� करत� ह, इसिलए उनह& कम�बा�धान नहY लगत�।

इ� परक�र त�म जोह�/ भ� रह�, जो� कर� वह अकत�� ह�कर कर� त� त�मह& भ� कम�बा�धान नहY लग�ग�। कत��भ�व ह�त� ह� त� चालत�-किफरत� कIड�-मक�ड� मर जो�या& त� भ� कम� क� �चाया ह�त� ह�। किक� क� पा�न� किपाल�ओ तबा भ� और किक� क� क� छ ल� ल� तबा भ� कम� क� �चाया ह�त� ह�। किक1त� अकत�� भ�व � करन� पार व� ह� कम� बा�धानक�रक नहY ह�त�।

एक बा�र बा�दधा और उनक� सिशाषया घ)मत�-घ�मत� कहY जो� रह� थ�। म�ग� म& उनह$न� दो�ख� किक एक �/पा क� बाहत-� चाYदिटाया�/ सिचापाककर क�टा रह� थY और �/पा छटापाटा� रह� थ�।

सिशाषया$ न� पा)छ�@ "भ�त� ! इतन� �र� चाYदिटाया�/ इ एक �/पा क� सिचापाकर क�टा रह� ह, और इतन� बाड� �/पा इन चा�दिटाया$ � पार�शा�न ह�कर छटापाटा� रह� ह�, ऐ� कया$? कया� याह अपान� किकनहY कम2 क� फल भ�ग रह� ह�?"

बा�दधा@ "ह�/, क� छ �ल पाहल� जोबा हम इ त�ल�बा क� पा� � ग�जोर रह� थ�, तबा एक मछ� आ मछसिलया�/ पाकड रह� थ�। हमन� उ� कह� भ� थ� किक पा�पाकम� मत कर। क� वल पा�टा भरन� क� सिलए जो�व$ कI किह1� मत कर ल�किकन उन� हम�र� बा�त नहY म�न�। वह� अभ�ग� मछ� आ �/पा कI या�किन म& जोनम� ह� और उक� दवा�र� म�र� हई मछसिलया�/ ह� चाYदिटाया� ह� बान� ह, और व� अपान� बादोल� ल� रह� ह,। मछ� आ किनदो�रष जो�व$ कI किह1� क� फल भ�गत रह� ह�।"

मह�भ�रत क� या�दधा क� पाशचा�त एक बा�र अतया�त वयसिथत हदोया � धाWतर�षटर न� व�दोवय� जो� पा)छ�@"भगव�न ! याह क� � किवm�बान� ह� किक म�र� � पा�तरा मर गया� और म, अ�धा� बा)ढ� बा�पा जिजो1दो� रह गया� ! म,न� इ

जोनम म& इतन� पा�पा त� नहY किकया� ह, और पा)व� क� क� छ पा�णया ह$ग� तभ� त� म, र�जो� बान� ह/। किफर किक क�रणो � याह घ�र द@ख भ�गन� पाड रह� ह�?"

व�दोवय�जो� आन लग�कर बा�ठ� और म�मिधा म& ल�न हए। उनह$न� धाWतर�षटर क� पा)व�जोनम$ क� जो�न� तबा उनह& पात� चाल� किक पाहल� वह किहरन थ�, किफर ह�थ� हआ, किफर र�जो� बान�। अन�करम

म�मिधा � उठकर उनह$न� धाWतर�षटर � कह�@ "पा)व�जोनम म& त) र�जो� थ� और सिशाक�र करन� क� सिलए जो�गल म& गया� थ�। वह�/ किहरन क� दो�खकर उक� पा�छ� दो�ड� ल�किकन त) किहरन क� सिशाक�र नहY कर पा�या�। वह जो�गल म& अदशया ह� गया�। त�र� अह� क� ठ� पाह/चा�। ग�स& म& आकर त)न� वह�/ आग लग� दो`, दधिजो� थ�ड� हर�-)ख� घ� और )ख� पातता� जोल गया�। वहY पा� म& �/पा क� किबाल थ�। उम& �/पा क� बाचचा� थ� जो� अखिगन म& जोलकर मर गया� और रपिपा1णो� अ�धा� ह� गया�। त�र� उ कम� क� बादोल� इ जोनम म& मिमल� ह�। इ� त) अ�धा� बान� ह� और त�र� � बा�टा� मर गया� ह,।"

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

जीह�d आसिकतः वह�d जीनरमएक बरा�हमणो र�जो भगव�न � पर�थ�न� करत� थ�। एक दिदोन जोबा वह पर�थ�न� कर रह� थ�, उ� दो�खकर उकI

पातन� जो�र-� ह/ पाड�। बरा�हमणो मझा गया� किक याह म�र� मजो�क उड� रह� ह�। उन� पा)छ�@ "त) ह/� कया$?""आपा र�जो पा)जो�-पा�ठ करत� ह� किफर म�/गत� ह� किक याह दो� दो�, वह दो� दो�। मिमलन� क� बा�दो भ� आपा त� वहY क�

वहY रह जो�त� ह�।""क� �?""वह म, नहY बात� कत� पानघटा � पा�न� भरकर एक सतरा� आ रह� ह�, उ� जो�कर पा)छ�।"

बरा�हमणो उ सतरा� � पा)छन� गया�। उन� बरा�हमणो क� दो�खत� ह� कह�@ "आपाकI पातन� कया$ ह/� याह पा)छन� आया� ह� न? अभ� म�झा� पर)कित कI पा�ड� ह� रह� ह�। अबा म, घर जो�ऊ/ ग� और बाचचा� क� जोनम दो�त�-दो�त� मर जो�ऊ/ ग�। किफर पा� क� जो�गल म& किहरन� बान)/ग�। म�र� गल� म& एक सतन ह�ग�, याह म�र� पाहचा�न ह�ग�। त�न �ल तक म, किहरन� क� शार�र म& रह/ग�। किफर इ� ग�/व म& फल�न� बरा�हमणो क� याह�/ म, कनया� क� रपा म& जोनम ल)/ग�। तबा आपा म�र� पा� आओग� त� याह रहसया परकटा ह� जो�या�ग�। आपा याह रहसया अभ� नहY मझा कत�। अचछ�, म�झा� पर)कित ह�न� व�ल� ह�। म, जो�त� ह/।

जो�/चा करन� पार बरा�हमणो क� पात� चाल� किक बा�टा� क� जोनम दो�कर वह सतरा� मर गया�। उक� उ सतरा� कI बा�त चचा� लग�। क� छ मया बा�दो उन� पा� क� जो�गल म& ढ)/ढ� त� उ� गल� सतनव�ल� किहरन� भ� मिमल�। किफर उन� र�ह दो�ख�। त�न �ल क� बा�दो उ� बरा�हमणो क� याह�/ एक कनया� न� जोनम सिलया�, दधिजो बरा�हमणो क� न�म उ सतरा� न� बात�या� थ�। जोबा कनया� बा�लन� लग� त� पाहल� व�ल� बरा�हमणो न� जो�कर उ� पा)छ�@ "पाहचा�नत� ह�?"

कनया�@ "अचछ� � पाहचा�नत� ह/। किक1त� आपा उसिचात मया क� इ�तजो�र कर&।"मया बा�तत� गया�। कनया� 14-15 �ल कI ह� गया�। उकI शा�दो` हई। दर� दिदोन बरा�हमणो उकI �र�ल म&

पाह/चा� और उपा�या ढ)/ढन� लग� किक 'बाह � क� � मिमल&?' आखिखर उन� �चा� किक 'वह पानघटा पार त� आया�ग� ह�।' 15-20 दिदोन तक र�ह दो�ख�। एक दिदोन म�क� दो�खकर उन� बाह � पा)छ�@ "पाहचा�नत� ह�?"

उन� कह�@ "ह�/, आपा वह� बरा�हमणो ह, जो� पा)जो� करत� मया भगव�न � म�/गत� थ� किक 'म�झा� धा�धा� म& बारकत मिमल�, म�र� दशमन कI बा�दधिदधा क� न�शा ह�, पातन� ठkक चाल�, पा�तरा म�र� पा� ह�...' आपा या� बा नशवर चा�जो& म�/गत� थ�, इ�सिलए आपाकI पातन� ह/ पाड� थ� और उन� कह� थ� किक 'ह/� क� क�रणो पाकिनह�र� बात�एग�।' पाकिनह�र� न� बाचचा� क� जोनम दिदोया� और वह मर गया�। किफर वह किहरन� हई। किफर वह बरा�हमणो-कनया� हई और अबा दलहन ह�कर जो�वन-या�पान कर रह� ह�। आपा पाहचान�त� ह� उक�?" अन�करम

"ह�/, वह त�मह� ह�।""अबा जो�/चा कर� किक दधिजोक� �थ म�र� शा�दो` हई ह� वह बरा�हमणो क�न ह�?""अर�, किपाछल� � किपाछल� जोनम म& त�मह�र� गभ� � जोनम� बा�लक ह� अभ� त�मह�र� पाकित क� रपा म& ह� !""ठkक जो�न गया� बरा�हमणो दो�वत� ! ऐ� ह� किक� जोनम म& आपा म�र� भ�ई थ� और किक� जोनम म& आपाकI पातन�

म�र� बाहन थ�। जो�व कI जोह�/-जोह�/ आसिU ह�त� ह�, ममत� ह�त� ह� मरन� क� बा�दो वह उ� क� अन�रपा शार�र धा�रणो करक� कम� क� बा�झा वहन करत� रहत� ह�। इसिलए जो�इया�, किक� दोग�र क� ख�दधिजोया� और उनकI �ख म�नकर कम� क� बा�धान � छ) टान� क� यातन कIदधिजोए। कम2 कI गकित बाड� गहन ह�- गहन& करम�णी� गनित�।"

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

र�वणी कc कनय� क� निवव�हयादिदो क�ई दर� क� दो�रष लग�त� ह� किक 'अम�क न� म�र� क� द@ख दिदोया�।' त� याह उकI दबा��दधिदधा ह� कया$किक

अकषिभम�नपा)व�क किकया� हए कम�रपा� )तरा म& जो�व बा/धा� हआ ह� और अपान� कम2 क� फल �ख-द@ख क� रपा म& भ�गत� ह�। �ख तथ� द@ख दो�न� व�ल� दर� क�ई नहY ह�। पर�रबध कम� किक� भ� परक�र मिमटा नहY कत�।

र�वणो क� जो�वन कI एक घटान� ह�@मह�र�जो जोनक र�कितरा क� त�र� परहर म& सिपा�किहया$ क� व�शा म& घ)म रह� थ� किक ख�जो&- 'म�र� र�जया म& क�न �ख�

और क�न द@ख� ह�?' घ)मत�-घ)मत� एक जोगह दो�ख� किक एक म�ई क� छ@ म� क� बाचचा� अपान� म�त� क� सतन क� पा�न@-पा�न@ म�ख म& m�ल रह� ह�, छ�डत� नहY ह�। म�त� जोबा छ� ड�न� लग� तबा र�न� लग�।

बा�लक कI इ चा�षट� क� दो�खकर र�सत� � जो� रह� एक पाकितवरत� सतरा� ह/न� लग�। सिपा�ह� क� व�शा बान�कर घ)म रह� र�जो� जोनक न� उ� ह/न� क� क�रणो पा)छ�, तबा वह कहन� लग�@

"म�र� पा� इतन� अवक�शा नहY ह�, जो� म, त�मह& इ बा�लक और म�त� कI कथ� �न�ऊ/ ।"र�जो� न� मया न ह�न� क� क�रणो पा)छ�, तबा वह कहन� लग�@

"आजो म�र� जो�वन क� अ�कितम दिदोन ह�। म, नदो` पार जो�कर सन�न कर/ ग� और पाकित क� सिलए जोल कI ग�गर भरकर घर पाह/चा�ऊ/ ग�। किफर म�र� मक�न कI छत म�झा पार किगर जो�या�ग� और म, मर जो�ऊ/ ग�। अ�कितम मया म� क� छ ईशवर-समरणो कर ल)/ इसिलए म�झा� जोलदो` जो�न� ह�। किक1त� इतन� बात� दो�त� ह/ किक वह लडक� और म�त� दो�न$ र�वणो कI र�जोधा�न� भ�गर और उक� बा�टा� क� रपा म& जोनम ल&ग� तथ� बा�टा� कI शा�दो` र�वणो कI कनया� क� �थ ह�ग�।" ऐ� कहकर वह चाल पाड�।

र�जो� जोनक उक� पा�छ�-पा�छ� गया� और बा�ल�@ "म, र�जो� जोनक ह/, म, त�र� � पा)छन� चा�हत� ह/ किक त�झा� क� � पात� चाल� किक त�र� पार छत किगर�ग�?" अन�करम

उ सतरा� न� कह�@ "म, पा�कितवरतया धाम� क� परभ�व � भकिवषया क� बा ह�ल जो�नत� ह/।" उ सतरा� न� कह�@ "म, पा�कितवरतया धाम� क� परभ�व � भकिवषया क� बा ह�ल जो�नत� ह/।"

"जोबा जो�नत� ह� त� उ� बाचा कया$ नहY जो�त�, घर जो�त� ह� कया$ ह�?""भ�व� अमिमटा ह�, भ�व� क� आग� किक� क� वशा नहY चालत�।""किक� र�जो�-मह�र�जो�, दो�व-दो�नव या� ईशवर क�दिटा म& आया� हए, बराहम�, किवषणो�, सिशाव�दिदोक$ क� वशा त� चाल�ग�,

व� त� भ�व� क� मिमटा� कत� ह,।""भ�व� क� आग� किक� क� वशा नहY चालत�। अन�क उपा�या करन� पार भ� भ�व� नहY मिमटात�। अगर आपाक�

�दो�ह ह� त� जो�कर दो�ख ल�दधिजोया�ग�। र�जोन^ ! अबा म�झाक� न बा�ल�न�।"र�जो� क� बाड� आशचाया� हआ। व� उक� पा�छ�-पा�छ� चालत� रह�। उ सतरा� न� नदो` म& सन�न किकया� और एक ग�गर

जोल भरकर घर कI ओर जो�न� लग�। घर जो�कर पाकित क� सन�न क� सिलए वह ग�गर दो�कर सवया� किक� क�या� किवशा�रष क� सिलए घर क� अ�दोर गया� त� अचा�नक ह� घर कI छत किगर पाड�। वह उक� न�चा� दोबाकर मर गया�। र�जो� जोनक क� उ सतरा� क� मरन� क� बाड� द@ख हआ, पार�त� भ�व� क� आग� उनक� क� छ वशा न चाल�। मया पा�कर उकI बा�त$ क� या�दो कर व� र�वणो कI र�जोधा�न� म& पाह/चा�।

र�वणो न� र�जो� जोनक क� बाड� तक�र किकया� और आन� क� क�रणो पा)छ� त� र�जो� जोनक न� पाकितवरत� सतरा� कI बा बा�त& �न�याY। तबा र�वणो न� बा जया�कितरषगणो, दो�वगणो, ऋकिरषगणो, बराहम�जो� तथ� सिशाव-पा�व�त� क� भ� बा�ल�या� और बा� पर�थ�न� कI किक इ भ�व� क� मिमटा�न� क� क�ई उपा�या बात�या&। तबा बान� जोव�बा दिदोया� किक कम�र�ख� बादोलन� म& हम मथ� नहY ह�। ह� कत� ह� कभ� )या� भगव�न पा)व� क� छ�डकर पाकषिशचाम म& उदोया ह� जो�या&, अखिगन शा�तल ह� जो�या�, म�र पाव�त भ� किगर जो�या�, पातथार पार फ) ल पा�दो� ह� जो�या.... किक1त� भ�व� नहY मिमटा कत�। भ�व याह ह� किक कम�र�ख� कभ� नहY बादोल कत�।

तबा र�वणो क� अकित कर�धा आया� और उन� किनशचाया किकया� किक 'जोबा लडकI जोनम�ग� त� म, कम�र�ख� सिलखन�व�ल� किवधा�तरा� क� �थ लड�ई कर/ ग�।' जोबा मया आया� त� लडकI क� जोनम हआ। छठk र�कितरा म& र�वणो तलव�र ल�कर खड� रह�। इतन� म& किवधा�तरा� कम�फल सिलखन� आया�। र�वणो न� उक� पा)छ�@ "कया� सिलखग�?"

उन� कह�@ "पाहल� म, क� छ नहY कत�। जोबा म, मसतक पार कलम रखत� ह/ तबा अ�तया��म� जो�� पर�रणो� करत� ह,, व�� ह� ल�ख सिलख� जो�त� ह�। सिलखकर पा�छ� म, बात� कत� ह/।"

र�वणो@ "अचछ�, म�र� �मन� मसतक पार कलम रख�।"उन� कलम रख�, अपान� आपा ह� ल�ख सिलख� गया�। र�वणो न� कह�@ "पाढकर �न�ओ।"किवधा�तरा� न� पाढकर �न�या�@ "याह कनया� अकित ��दोर, पाकितवरत�, दोग�णोमपनन व शा�लवत� ह�ग� किक1त� इकI

शा�दो` भ�ग� क� लडक� क� �थ ह�ग�, जो� त�मह�र� महल$ म& फ�ई करत� ह�।" अन�करमर�वणो क� बाड� कर�धा आया� पार�त� कम�फल अमिमटा ह�, ऐ� किवधा�तरा� न� उ� मझा�या� और शा��त किकया�।किवधा�तरा� क� चाल� जो�न� क� बा�दो र�वणो क� किफर कर�धा आया�। उन� भ�ग� क� लडक� क� म/गव�या� जो� किक छ@ म�

क� थ�। र�वणो न� बाचचा� क� म�र m�लन� क� किनशचाया किकया� पार�त� किबागड उठk और परजो�जोन कहन� लग�@ "किबान� अपार�धा बाचचा� क� न म�र&, चा�ह� दो�शा किनक�ल� दो� दो&।'

र�वणो न� उ बा�लक क� जोह�जो पार चाढ�कर म�दरपा�र किक� जो�गल म& छ� डव� दिदोया�, किनशा�न क� सिलए लडक� क� पा�र कI अ�ग�ल� कटाव� दो`। उ जो�गल म& किक� भ� परक�र कI बासत� न थ�। अत@ याह किवचा�र किकया� किक याह बा�लक वहY मर जो�या�ग�। पार�त� दो�व उक� रकषक ह�।

अरशिकषात� नितषठनित दी<वरशिकषात� 1रशिकषात� दी<वहत� निवनशयनित।जी�निवत� न�थ&ऽनिप वन� निवरजिजीpत� कJ तपरायतन&ऽनिप गJह� न जी�वनित।।

अथ��त मन�षया � रकष� न किकया� हआ भ� दो�व � रकष� किकया� हआ रह कत� ह� और मन�षया � �रकषिकषत भ� दो�व � म�र� हआ म�र� जो�त� ह�। जो�� – ईशवर � रकष� किकया� हआ बा�लक वन म& भ� जो�त� रह� और दो�व क� म�र� हआ घर म& भ� मर जो�त� ह�।

जोबा र�वणो न� उ बा�लक क� वन म& छ� डव� दिदोया�, तबा त�न दिदोन तक बा�लक भ)ख� रह� और अपान� ह�थ क� अ/ग)ठ� चा)त� रह�। बराहमल�क म& पा�क�र पाह/चा� किक बा�लक भ)ख� कया$ रह गया� ह�?

बराहम�जो� न� किवधा�तरा� क� आजञा� दो`@ "त�म इ बा�लक क� दधा किपाल�या� कर� और इक� पा�लन कर�।"उ बा�लक क� सिलए किवधा�तरा� वह�/ आया� करत� थ� तथ� उक� अचछ` तरह पा�लन-पा�रषणो करत� और हर

परक�र कI उतताम सिशाकष� भ� दिदोया� करत� थ�। उन� बा�लक क� जोल पार त�रन� कI किवदय� तथ� जोह�जो बान�न� सिख� दिदोया�, शा�सतरा-किवदय� भ� पाढ� दो`। जोबा बा�लक चात�र ह� गया� तथ� धाम� म& किनपा�णो ह� गया� और उकI आया� अठ�रह वरष� ह� गया�, तबा किवधा�तरा� न� अपान� दवा�र� बान�या� हए जोह�जो पार किबाठ�कर उ� दर� टा�पा) म& भ�जो दिदोया�।

वह�/ क� र�जो� किबान� �त�न क� मर गया� थ�। र�जोम�कितराया$ न� ल�ह कI और किनणो�या किकया� किक 'जो� पा�ररष अम�क दिदोन पर�त@क�ल शा�ह� दोरव�जो� ख�लत� ह� बा� पाहल� मिमल�ग�, उ� क� र�जोगदद` पार किबाठ�या&ग�।'

दो�वया�ग � उ दिदोन शा�ह� दोरव�जो� ख�लन� पार याह� या�वक पाहल� मिमल गया�। र�जोम�कितराया$ न� इक� र�जोगदद` पार किबाठ�कर इक� न�म दो�वगकित रख दिदोया�। वह किवधा�तरा� � सिशाकष� पा� चा�क� थ�, इसिलए परजो�पा�लन म& बाड� किनपा�णो थ�। उक� याशा चा�र$ दिदोशा�ओ म& फ� ल गया�। अन�करम

र�वणो और उकI कनया� क� दो�वगकित क� बा�र� म& म�ल)म हआ तथ� उक� सिचातरा भ� उनक� पा� पाह/चा गया�। जोबा उनह$न� सिचातरा म& दो�वगकित कI ��दोरत� दो�ख� और दत$ � उक� याशा�ग�न �न�, तबा र�वणो क� लग� किक 'अपान� कनया� क� किवव�ह इ� क� �थ कर दो&।' और कनया� क� भ� मन दो�वगकित क� पा� अपान� �दो�शा क� �थ भ�जो� पार�त� दो�वगकित न� शा�दो` क� सिलए मन� कर दिदोया�। किफर र�वणो सवया� कनया� क� ल�कर वह�/ गया� और त�र�त उन दो�न$ कI शा�दो` कर� दो`। परनन ह�कर वह ल�क� म& व�पा आया� और बा दो�वत�ओ क� बा�ल�कर उन� कह�@ "आपा कहत� थ� र�जोकनया� भ�ग� क� लडक� क� �थ बया�ह� जो� कत� ह�?"

याह �नकर दो�वत�ओ न� कह�@ "आपान� भ�ग� क� लडक� क� पा�र म& एक किनशा�न किकया� थ�। दो�वगकित क� पा�र पार उकI जो�/चा कर&।"

किनशा�न दो�खन� पार दो�वगकित भ�ग� क� ह� लडक� पा�या� गया� !तबा दो�वत�ओ न� र�वणो क� मझा�या� किक कम�र�ख� कभ� नहY मिमटात�।

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

'रिरशत� रमJतय1 क� �थ मिरमट जी�त� हN....'एक बा�र दो�वरपिरष1 न�रदो अपान� सिशाषया त�मबार क� �थ कहY जो� रह� थ�। गरमिम1या$ क� दिदोन थ�। एक पया�ऊ � उनह$न�

पा�न� किपाया� और पा�पाल क� पा�ड कI छ�या� म& जो� बा�ठ� । इतन� म& एक क�ई वह�/ � 25-30 बाकर$ क� ल�कर ग�जोर�। उम& � एक बाकर� एक दक�न पार चाढकर म�ठ ख�न� लपाक पाड�। उ दक�न पार न�म सिलख� थ� - 'शाग�लचा�दो �ठ।' दक�नदो�र क� बाकर� पार धया�न जो�त� ह� उन� बाकर� क� क�न पाकडकर दो�-चा�र घ)/� म�र दिदोया�। बाकर� 'बा,ऽऽऽ.... बा,ऽऽऽ...' करन� लग� और उक� म�/ह म& � �र� म�ठ किगर पाड�।

किफर क�ई क� बाकर� पाकड�त� हए कह�@ "जोबा इ बाकर� क� त) हल�ल कर�ग� त� इकI म��m� म�र� क� दो�न� कया$किक याह म�र� म�ठ ख� गया� ह�।"

दो�वरपिरष1 न�रदो न� जोर�-� धया�न लग�कर दो�ख� और जो�र-� ह/ पाड�। त�मबार पा)छन� लग�@ "ग�रजो� ! आपा कया$ ह/�? उ बाकर� क� जोबा घ)/� पाड रह� थ� तबा त� आपा द@ख� ह� गया� थ�, किक1त� धया�न करन� क� बा�दो आपा ह/ पाड�। इम& कया� रहसया ह�?"

न�रदो जो� न� कह�@ "छ�ड� भ�.... याह त� बा कम2 क� फल ह�, छ�ड�।""नहY ग�रजो� ! कW पा� करक� बात�इया�।""इ दक�न पार जो� न�म सिलख� ह� 'शाग�लचा�दो �ठ' – वह शाग�लचा�दो �ठ सवया� याह बाकर� ह�कर आया� ह�। याह

दक�नदो�र शाग�लचा�दो �ठ क� ह� पा�तरा ह�। �ठ मरकर बाकर� हआ ह� और इ दक�न � अन� पा�र�न� मबानध मझाकर इ पार म�ठ ख�न� गया�। उक� बा�टा� न� ह� उक� म�रकर भग� दिदोया�। म,न� दो�ख� किक 30 बाकर$ म& � क�ई दक�न पार नहY गया� किफर याह कया$ गया� कमबाखत? इसिलए धया�न करक� दो�ख� त� पात� चाल� किक इक� पा�र�न� मबा�धा थ�। अन�करम

दधिजो बा�टा� क� सिलए शाग�लचा�दो �ठ न� इतन� कम�या� थ�, वह� बा�टा� म�ठ क� चा�र दो�न� भ� नहY ख�न� दो�त� और गलत� � ख� सिलया� ह, त� म��m� म�/ग रह� ह� बा�पा कI। इसिलए कम� कI गकित और मन�षया क� म�ह पार म�झा� ह/� आ रह� ह, किक अपान� – अपान� कम2 क� फल क� परतया�क पर�णो� क� भ�गन� ह� पाडत� ह� और इ जोनम क� रिरशत� – न�त� मWतया� क� �थ ह� मिमटा जो�त� ह,, क�ई क�म नहY आत�।"

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

शा1भ करम� वयथ� नहq जी�त� याह कम�भ)मिम ह�। याह�/ किक� क� भ� कम� वयथ� नहY जो�त�।धाम�दोतता न�मक एक पाकिवतरा और दो�चा�र� बरा�हमणो थ�। वह वरत-उपाव��दिदो करत� थ�। शव��चछ�व� म&

र�मन�मरपा� याजञा करन� व�ल� वह बरा�हमणो एक बा�र किनजो�ल� एक�दोशा� करक� दर� दिदोन अथ��त दवा�दोशा� क� दिदोन परभ�तक�ल म& दो�वपा)जोन ह�त� पा)जो� कI थ�ल� सिलया� म�दिदोर कI ओर जो� रह� थ�। म�ग� म& एक पर�त�तम� किवकर�ल र�कष� क� रपा धा�रणो करक� उक� �मन� आया�। उ� दो�खकर वह घबार� गया� और हडबाड� म& उन� पा)जो� कI थ�ल� जो�र � र�कष� पार दो� म�र�।

कथ� कहत� ह� किक पा)जो� कI थ�ल� म& रख� हए त�ल�-पातरा त� सपशा� ह�त� ह� उ पर�त�तम� कI पा)व�-समWकित जो�ग उठk और वह क�/पात� हई दर जो� खड� हई। किफर बा�ल�@

"ह� बरा�हमणो ! आपाकI इ पा)जो� कI थ�ल� क� सपशा� ह�त� ह� म�र� क� छ उदधा�र हआ ह� और म�झा� अपान� पा)व�जोनम क� समरणो ह� रह� ह�। अबा आपा जो�� भगवतपर�म� भU म�झा पार कW पा� कर& त� म�र� उदधा�र ह�।

ह� भ)दो�व ! म, पा)व�जोनम म& कलह� न�मक बरा�हमणो� थ� और जो�� म�र� न�म थ� व�� ह� म�र� कम� थ�। म, अपान� पाकित क� �थ ख)बा कलह करत� थ�। याह दो�खकर म�र� पाकित बाहत पार�शा�न ह� गया� और अपान� किक� मिमतरा क� �थ उनह$न� किवचा�र-किवमशा� किकया� किक "म, अपान� पातन� � जो� भ� कहत� ह/, वह उक� उलटा� ह� करत� ह�।" तबा मिमतरा न� किनरष�धाया�सिU � क�म ल�न� कI पादधाकित म�र� पाकित क� बातल�या�।

म�र� पाकित घर आया� और बा�ल�@ "कलह� ! म�र� जो� मिमतरा ह� न, वह बाहत खर�बा ह�। अत@ उक� भ�जोन क� सिलए नहY बा�ल�न� ह�।"

तबा म,न� कह�@ "नहY, वह त� बाहत जजन ह� इसिलए उ� आजो ह� भ�जोन क� सिलए बा�ल�न� ह�।"किफर म,न� उ� भ�जोन करव�या�।क� छ दिदोन बा�तन� पार म�र� पाकित न� पा�न@ किनरषधाया�सिU अपान�त� हए कह�@ "कल म�र� किपात� क� शरी�दधा ह� किक1त� हम&

शरी�दधा नहY करन� ह�।"म,न� कह�@ "मिधाकक�र ह� त�मह�र� बरा�हमणोतपा पार ! शरी�दधा ह� और हम शरी�दधा न कर& त� किफर याह जो�वन किक क�म

क�?"तबा पाकित बा�ल�@ " अचछ� ठkक ह�। एक बरा�हमणो क� बा�ल�न�, किक1त� वह अनपाढ ह�।" अन�करम

म,न� कह�@ "मिधाकक�र ह�, त�म ऐ� बरा�हमणो क� पा�दो करत� ह� ! जो� �याम� ह�, किवदवा�न ह$ ऐ� अठ�रह बरा�हमणो$ क� बा�ल�न�।"

पाकित@ "अचछ�..... ठkक ह�। किक1त� पाकव�न मत बान�न�, क� वल दो�ल र�टा` बान�न�।"म,न� त� ख)बा पाकव�न बान�या�। व� जो�-जो� किनरष�धाया�U � कहत�, उक� उलटा� ह� म, करत�। म�र� पाकित भ�तर �

परनन थ� किक1त� बा�हर � किनरष�धाया�सिU � क�म ल� रह� थ�। किक1त� बा�दो म& व� भ)ल गया� और बा�ल�@"याह जो� किपाणm ह� इ� किक� अचछ� त�थ� म& m�ल आन�।" म,न� वह किपाणm न�ल� म& m�ल दिदोया�। याह दो�खकर

उनह& द@ख हआ किक1त� व� �वधा�न हए और बा�ल�@ "ह� किपरया� ! अबा उ किपाणm क� न�ल� � किनक�लकर नदो` म& मत m�लन�, भल� ह� वह वहY पाड� रह�।"

म, त� उ किपाणm क� त�र�त न�ल� � किनक�लकर नदो` म& m�ल आया�।इ परक�र व� जो� भ� कहत�, म, उक� उलटा� ह� करत�। व� �वधा�न� पा)व�क क�म ल�त� रहत� त� भ� म�र�

सवभ�व कलहकिपरया ह�न� क� क�रणो एव� म�र� कलह क� सवभ�व ह�न� क� क�रणो म�र� पाकित ख)बा द@ख� हए एव� �त�नपर�पतिपत ह�त� उनह$न� दर� किवव�ह कर सिलया�।

तबा म,न� फ�/� लग�कर आतमहतया� कर ल� और वह भ� इसिलए किक म�र� पाकित कI बाहत बादोन�म� ह� और ल�ग उनह& पार�शा�न कर&।

आतमहतया� क� क�रणो ह� म�झा� याह पर�तया�किन मिमल� ह�। म, किक� क� शार�र म& परकिवषट हई थ� किक1त� जोबा वह कW षणो� और व�णो� नदिदोया$ क� �गम-तटा पार पाह/चा�, तबा भगव�न सिशाव और किवषणो� क� दत$ न� म�झा� उक� शार�र � दर भग� दिदोया�। अबा म, किक� दर� क� शार�र म& परकिवषट ह�न� क� सिलए ह� आ रह� थ� किक �मन� आपा मिमल गया�। म, आपाक� mर�कर आपाक� मन�बाल किगर�न� चा�हत� थ� त�किक आपाक� शव� दवा�र� आपाक� शार�र म& परकिवषट ह� क)/ , किक1त� आपाक� पाकिवतरा पारम�णो�ओ � या�U पा)जो� कI थ�ल� एव� त�ल� क� सपशा� ह�न� � म�र� क� छ उदधा�र हआ ह�। म�र� क� छ पा�पा नषट हए ह, किक1त� अभ� म�र� दोगकित नहY हई ह�। अत@ आपा क� छ कW पा� कर&।"

तबा धाम�दोतता बरा�हमणो न� कलपा करक� जोनम � ल�कर उ दिदोन तक किकया� क�रपित1क वरत क� आधा� पा�णया उ पर�तया�किन क� पा�या� हई कलह� क� अरपिपा1त किकया�। इतन� म& ह� वह�/ भगव�न क� �शा�ल एव� पा�णयाशा�ल न�म क� दो� दत किवम�न ल�कर आया� और पर�तया�किन � म�U उ कलह� क� उम& बा�ठ�या�। किफर व� धाम�दोतता � बा�ल�@

"ह� बरा�हमणो ! जो� पारकिहत म� रत रहत� ह, उनक� पा�णया दगन� ह� जो�त� ह,। अपान� दो�न$ पासतरितनया$ क� �थ त�म लमबा� मया तक �खपा)व�क रहत� हए बा�दो म& किवषणो�ल�क क� पर�पत कर�ग�। याह कलह� भ� त�मह& वहY मिमल�ग�। वह�/ भ� वरष2 तक रहकर किफर त�म ल�ग मन�-शातरपा� क� रपा म& अवतरिरत ह�कर तपा कर�ग� और भगव�न क� पा�तरारपा म& अपान� घर आम�कितरात कर�ग�। अन�करम

वरदो�न क� फलसवरपा त�म र�जो� दोशारथ क� रपा म& जोनम ल�ग� और याह आधा� पा�णया$ कI फलभ�किगन� कलह� त�मह�र� क� क� या� न�मक र�न� ह�ग�। �थ ह� सवया� भगव�न किवषणो� �क�र रपा ल�कर शरी�र�म क� रपा म& त�मह�र� घर अवतरिरत ह$ग�।"

याह कहत� हए दो�न$ पा�रष�दो कलह� क� ल�कर चाल दिदोया�। क�ल��तर म& वह� बा�त अकषरशा@ चारिरत�थ� हई, जोबा दोशारथ – क�शालया� क� घर किनग��णो – किनर�क�र न� ग�णो – �क�र रपा धारकर पाWथव� क� पा�वन किकया�।

किकतन� महतता� ह� हरिरन�म एव� हरिरधया�न कI ! शव� – शव� म& परभ� न�म क� रटान न� धाम�दोतता बरा�हमणो क� दोशारथ क� रपा म& भगव�न क� किपात� ह�न� क� ग�रव परदो�न कर दिदोया� ! चा ह� ह� किक शा�भ कम� वयथ� नहY जो�त�।

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐजीप, धय�न, सरमरणी, शा1भ करम� करन� � बा1शिदधा सवचछ ह&त� ह<। सवचछ

बा1शिदधा पररम�तरम� रम= शा��त ह&त� ह< और रमसि%न बा1शिदधाजीगत रम= उ%झत� ह<।

�त� जी� क& भ� करम�फ% भ&गन� पडी�

फल दिदोया� किबान� कम� शा��त नहY ह�त�, कत�� क� पा�छ� घ)मत� रहत� ह�। मन�षया त� कया� ईशवर भ� यादिदो मन�षया क� रपा म& अवत�र ल�त� ह, त� उनह& भ� कम� क� सिदधा�नत क� पा�लन करन� पाडत� ह�।

याह त� भ� जो�नत� ह, किक भगवत� �त� �कष�त मह�लकषम� क� अवत�र थY। किफर भ� उनह& अपान� कम� क� फल भ�गन� पाड�। ल�क�पाव�दो क� क�रणो जोबा शरी�र�मजो� न� उनक� तया�ग किकया�, उ मया व� गभ�वत� थY। उनह& उ अवE� म& पाकित-किवया�ग तथ� वनव� क� द@ख मिमल�, जो� बाचापान म& उन� अनजो�न� म& ह� गया� अपार�धा क� पारिरणो�म थ�।

इ �दोभ� म& 'पादम पा�र�णो' म& एक कथ� आत� ह�@अपान� बा�लयाक�ल म& एक दिदोन �त�जो� मिमसिथल�नगर� म& खिखया$ क� �थ किवन�दो कर रह� थY। वह�/ उनह& शा�क

पाकष� क� एक जो�ड� दिदोख�या� दिदोया�, जो� आपा म& किकल�ल करत� हए भगव�न शरी� र�म कI ग�थ� ग� रह� थ� किक "पाWथव� पार शरी� र�म न�म � परसिदधा एक बाड� ��दोर र�जो� ह$ग�। उनकI मह�र�न� �त� क� न�म � किवखया�त ह�ग�। शरी� र�मचा�दरजो� बाड� बालव�न और बा�दधिदधाम�न ह$ग� तथ� मसत र�जो�ओ क� वशा म& रखत� हए �त� क� �थ गया�रह हजो�र वरष2 तक र�जया कर&ग�। धानया ह, शरी� र�म ! पारम मन�हर रपा धा�रणो करन� व�ल� व� जो�नकI दो�व� भ� धानया ह,, जो� शरी� रघ�न�थजो� क� �थ परननत� पा)व�क किवह�र कर&ग�।"

अपान� व शरी�र�मजो� क� चारिरतरा �नकर �त�जो� न� खिखया$ � कह�@ "क� छ भ� करक� इन पाकषिकषया$ क� पाकड ल�ओ।" अन�करम

उन दिदोन$ मन�षया �कलपा करक� कभ�-कभ� पाशा�-पाकषिकषया$ कI भ�रष� मझा ल�त� थ� और उनक� मझा� दो�त� थ�। इसिलए �दो�ह नहY करन� चा�किहए किक शा�क-शा�कI कI बा�त क� �त� जो� क� � मझा गया�?

खिखया$ न� शा�क-शा�कI क� पाकड सिलया� और �त� जो� क� अरपिपा1त कर दिदोया�। �त� जो� न� उन पाकषिकषया$ � कह�@ "त�म दो�न$ बाड� �नदोर ह�। दो�ख�, mरन� नहY। म�झा� बात�ओ किक त�म क�न ह� और कह�/ � आया� ह�? र�म क�न ह, और �त� क�न ह,? त�मह& उनकI जो�नक�र� क� � हई? त�म म�र� तरफ � किनभ¢क रह�। म, त�मह& फ/ �कर त�ग नहY करन� चा�हत�, किक1त� त�मन� ग�थ� ह� ऐ� ग�या� ह� दधिजोन� म�र� मन हर सिलया� ह�।"

�त� जो� क� इ परक�र पर�मपा)व�क पा)छन� पार उनह$न� कह�@ "दो�किव ! हम महरपिरष1 व�लम�किक क� आशरीम म& रहत� ह,। व� कितराक�लजञा�न� ह,। उनह$न� र�म�याणो न�मक एक गर�थ बान�या� ह�। उकI कथ� मन क� बाड� किपरया लगत� ह�।

अपान� पार अनया�या ह�न� पार भ� दर$ पार अनया�या न करन� व�ल� शरी� र�मजो� कI ल�ल� एव� मत� क� किवरषया म& �नत�-�नत� हम�र� सिचातता बाड� परनन ह�त� ह�। इसिलए हम आपा म& उ� कI चाचा�� कर रह� थ�। त�म भ� उ� धया�नपा)व�क �न�।

भगव�न किवषणो� अपान� त�जो � चा�र अ�शा म& परकटा ह$ग�। र�म, लकषमणो, भरत और शातरा�घन क� रपा म& व� अवधापा�र� म& अवतरिर ह$ग�। भगव�न शरी� र�म महरपिरष1 किवशव�मिमतरा क� �थ मिमसिथल� पाधा�र&ग�। उ मया एक ऐ� धान�रष क�, दधिजोक� धा�रणो करन� भ� दर$ क� सिलए कदिठन ह�, दो�खकर व� उ� त�ड m�ल&ग� और जोनककिकशा�र� �त� क� अपान� धाम�पातन� क� रपा म& गरहणो कर&ग�।"

�त� जो� न� पा�न@ पा)छ�@ "शरी�र�मजो� क� � ह$ग�? उनक� ग�णो$ क� वणो�न कर�। मन�षया�वत�र म& उनक� शरी� किवगरह क� � ह�ग�? त�मह�र� बा�त& म�झा� बाड� किपरया लग रह� ह,।"

�त� जो� क� परशन �नकर शा�कI मन ह� मन जो�न गया� कI या� ह� �त� ह,। उनह& पाहचा�न कर वह �मन� आ उनक� चारणो$ पार किगर पाड� और बा�ल�@ "शरी�र�म जो� क� म�ख कमल कI कल� क� म�न ��दोर ह�ग�। न�तरा बाड�-बाड� थ� खिखल� हए पा�कजो कI शा�भ� क� धा�रणो करन� व�ल� ह$ग�। व� अपान� शा��त, �मया दमिषट � दधिजो पार भ� किनग�ह m�ल&ग�, उक� सिचातता परनन और उनकI तरफ आकरपिरष1त ह� जो�या�ग�। शरी�र�मजो� बा परक�र क� ऐशवया�मया ग�णो$ � या�U ह$ग�।

पार�त� ��दोर� ! त�म क�न ह�? म�ल)म ह�त� ह� त�म ह� जो�नकI जो� ह�। इसिलए अपान� पाकित क� �नदोया�, शा)रव�रत� और याशा�ग�न क� बा�र-बा�र शरीवणो करन� त�मह& अचछ� लग रह� ह�।"

�त� जो� क� सिर लजज� � थ�ड� न�चा� ह� गया�। लजज� परदोरछिशा1त करत� हए �त� जो� न� म�ठk म�सक�न क� �थ कह�@ "त�म ठkक कहत� ह�। म�र� मन क� ल�भ�न�व�ल� शरी�र�म जोबा याह�/ आकर म�झा� सव�क�र कर&ग� तभ� म, त�म

दो�न$ क� छ�ड/ग�, अनयाथ� नहY। त�मन� अपान� वचान$ � म�र� मन म& ल�भ उतपानन कर दिदोया� ह�। अबा त�म इचछ�न��र करIड� करत� हए म�र� महल म& �ख � रह� और म�ठ� -म�ठ� पादो�थ2 क� �वन कर�।" अन�करम

�त�जो� कI याह बा�त �नकर शा�कI न� कह�@ "�धव� ! हम वन क� पाकष� ह,। पा�ड$ पार रहत� ह, और व�तरा किवचारणो करत� ह,। हम& त�मह�र� महल म& �ख नहY मिमल�ग�। म, गरभिभ1न� ह/, अभ� व�लम�किक जो� क� आशरीम म& अपान� E�न पार जो�कर बाचचा$ क� जोनम द/ग�। उक� बा�दो त�मह�र� पा� आ जो�ऊ/ ग�।"

�त� जो� न� कह�@ "क� छ भ� ह�, म, त�मह& नहY जो�न� द/ग�।"तबा शा�क न� कह�@ "जो�नकI जो� ! त�म हठ न कर�, हम& जो�न� दो�।"�त�जो�@ "शा�क त�म जो� कत� ह�। किक1त� शा�कI क� नहY छ�ड/ग�।"दो�न$ बाहत र�या�-किगडकिगड�या� किक1त� �त� जो� उनह& छ�डन� क� सिलए त�या�र नहY हई।याह �नकर शा�क द@ख� ह� गया�। उन� करणो�या�U व�णो� म& कह�@ "या�ग� ल�ग जो� कहत� ह, वह ठkक ह� ह�

किक "किक� � क� छ न कह&, म�न ह�कर रह&। नहY त� उनमतता पर�णो� अपान� वचानरपा� दो�रष क� क�रणो ह� बा�धान म& पाडत� ह�।" यादिदो हम इ पाव�त पार बा�ठकर व�त��ल�पा न करत� त� हम& याह बा�धान क� � पर�पत ह�त�? इसिलए म�न ह� रहन� चा�किहए।"

इतन� कहकर शा�क न� पा�न@ �त� जो� � पर�थ�न� कI@ "�नदोर� ! म, अपान� भ�या�� क� किबान� जो�किवत नहY रह कत�। इसिलए इ� छ�ड दो�। म�र� इतन� पर�थ�न� सव�क�र कर ल�।"

किक1त� �त� जो� न म�नY। तबा शा�कI न� कर�धा और द@ख � वय�क� ल ह�कर �त� जो� क� शा�पा दो� दिदोया�@ "अर� ! दधिजो परक�र त) म�झा� इ मया अपान� पाकित � अलग कर रह� ह�, व�� ह� त�झा� भ� गरभिभ1णो� कI अवE� म& शरी�र�मजो� � अलग ह�न� पाड�ग�।"

याह कहकर पाकित-किवया�ग क� शा�क � उन� पर�णो तया�ग दिदोया�। पातन� कI मWतया� ह� जो�न� पार शा�क शा�क�क� ल ह�कर बा�ल�@

"म, मन�षया$ � भर� शरी� र�मजो� कI नगर� अया�धया� म& जोनम ल)/ग� तथ� ऐ� अफव�ह पा�दो� कर/ ग� किक परजो� ग�मर�ह ह� जो�या�ग� और परजो�पा�लक शरी�र�मजो� परजो� क� म�न रखन� क� सिलए त�मह�र� तया�ग कर दो&ग�।"

कर�धा और �त� जो� क� अपाम�न करन� क� क�रणो शा�क क� धा�बा� क� घर जोनम हआ। उ धा�बा� क� कथन � ह� �त� जो� किन1दिदोत हई और गरभिभ1णो� अवE� म& उनह& पाकित � अलग ह�कर वन म& जो�न� पाड�।

कम� क� फल त� अवत�र$ क� भ� भ�गन� पाडत� ह�। इ� � किवदिदोत ह�त� ह� किक कम� करन� म& किकतन� �वधा�न� बारतन� चा�किहए। अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

'ग�%� दी�कर करम� क�ट रह� ह<....'एक र�जो� बाड� धाम��तम�, नया�याक�र� और पारम�शवर क� भU थ�। उन� ठ�क� रजो� क� म�दिदोर बानव�या� और एक

बरा�हमणो क� उक� पा�जो�र� किनया�U किकया�। वह बरा�हमणो बाड� दो�चा�र�, धाम��तम� और �त�रष� थ�। वह र�जो� � कभ� क�ई या�चान� नहY करत� थ�, र�जो� भ� उक� सवभ�व पार बाहत परनन थ�।

उ� र�जो� क� म�दिदोर म& पा)जो� करत� हए बा� वरष� ग�जोर गया�। उन� कभ� भ� र�जो� � किक� परक�र क� क�ई परशन नहY किकया�।

र�जो� क� याह�/ एक लडक� पा�दो� हआ। र�जो� न� उ� पाढ� सिलख�कर किवदवा�न बान�या� और बाड� ह�न� पार उकI शा�दो` एक ��दोर र�जोकनया� क� �थ कर� दो`। शा�दो` करक� दधिजो दिदोन र�जोकनया� क� अपान� र�जोमहल म& ल�या� उ र�कितरा म& र�जोक� म�र� क� नYदो न आया�। वह इधार-उधार घ)मन� लग� जोबा अपान� पाकित क� पाल�ग क� पा� आया� त� कया� दो�खत� ह� किक ह�र� जोव�हर�त जोकिडत म)ठ� व�ल� एक तलव�र पाड� ह�।

जोबा उ र�जोकनया� न� दो�खन� क� सिलए वह तलव�र मया�न म& � बा�हर किनक�ल�, तबा त�कषणो धा�रव�ल� और किबाजोल� क� म�न परक�शाव�ल� तलव�र दो�खकर वह mर गया� व mर क� म�र� उक� ह�थ � तलव�र किगर पाड� और

र�जोक� म�र कI गदो�न पार जो� लग�। र�जोक� म�र क� सिर कटा गया� और वह मर गया�। र�जोकनया� पाकित क� मरन� क� बाहत शा�क करन� लग�। उन� पारम�शवर � पर�थ�न� कI किक 'ह� परभ� ! म�झा� अचा�नक याह पा�पा क� � ह� गया�? पाकित कI मWतया� म�र� ह� ह�थ$ ह� गया�। आपा त� जो�नत� ह� ह,, पार�त� भ� म& म, तया न कह/ग� कया$किक इ� म�र� म�त�-किपात� और �-�र क� कल�क लग�ग� तथ� इ बा�त पार क�ई किवशव� भ� न कर�ग�।'

पर�त@क�ल म& जोबा पा�जो�र� क� ए/ पार सन�न करन� आया� त� र�जोकनया� न� उक� दो�खकर किवल�पा करन� शा�र किकया� और इ परक�र कहन� लग�@ "म�र� पाकित क� क�ई म�र गया�।" ल�ग इकटठ� ह� गया� और र�जो� �हबा आकर पा)छन� लग�@ "किकन� म�र� ह�?"

वह कहन� लग�@ "म, जो�नत� त� नहY किक क�न थ�। पार�त� उ� ठ�क� रजो� क� म�दिदोर म& जो�त� दो�ख� थ�" र�जो� म�त बा ल�ग ठ�क� रजो� क� म�दिदोर म& आया� त� बरा�हमणो क� पा)जो� करत� हए दो�ख�। उनह$न� उक� पाकड सिलया� और पा)छ�@ "त)न� र�जोक� म�र क� कया$ म�र�?"

बरा�हमणो न� कह�@ "म,न� र�जोक� म�र क� नहY म�र�। म,न� त� उनक� र�जोमहल भ� नहY दो�ख� ह�। इम& ईशवर �कष� ह,। किबान� दो�ख� किक� पार अपार�धा क� दो�रष लग�न� ठkक नहY।"

बरा�हमणो कI त� क�ई बा�त ह� नहY �नत� थ�। क�ई क� छ कहत� थ� त� क�ई क� छ.... र�जो� क� दिदोल म& बा�र-बा�र किवचा�र आत� थ� किक याह बरा�हमणो किनदो�रष ह� पार�त� बाहत$ क� कहन� पार र�जो� न� बरा�हमणो � कह�@

"म, त�मह& पर�णोदोणm त� नहY दो�त� ल�किकन दधिजो ह�थ � त�मन� म�र� पा�तरा क� तलव�र � म�र� ह�, त�र� वह ह�थ क�टान� क� आदो�शा दो�त� ह/।"

ऐ� कहकर र�जो� न� उक� ह�थ कटाव� दिदोया�। इ पार बरा�हमणो बाड� द@ख� हआ और र�जो� क� अधाम¢ जो�न उ दो�शा क� छ�डकर किवदो�शा म& चाल� गया�। वह�/ वह ख�जो करन� लग� किक क�ई किवदवा�न जया�कितरष� मिमल� त� किबान� किक� अपार�धा ह�थ कटान� क� क�रणो उ� पा)छ) /। अन�करम

किक� न� उ� बात�या� किक क�शा� म& एक किवदवा�न जया�कितरष� रहत� ह,। तबा वह उनक� घर पार पाह/चा�। जया�कितरष� कहY बा�हर गया� थ�, उन� उनकI धाम�पातन� � पा)छ�@ "म�त�जो� ! आपाक� पाकित जया�कितरष� जो� मह�र�जो कह�/ गया� ह,?"

तबा उ सतरा� न� अपान� म�ख � अया�गया, अहय दव�चान कह�, दधिजोनक� �नकर वह बरा�हमणो ह�र�न हआ और मन ह� मन कहन� लग� किक "म, त� अपान� ह�थ कटान� क� क�रणो पा)छन� आया� थ�, पार�त� अबा इनक� ह� ह�ल पाहल� पा)छ) /ग�।" इतन� म& जया�कितरष� आ गया�। घर म& परव�शा करत� ह� बरा�हमणो� न� अन�क दव�चान कहकर उनक� कितरसक�र किकया�। पार�त� जया�कितरष� जो� चा�पा रह� और अपान� सतरा� क� क� छ भ� नहY कह�। तदोन�तर व� अपान� गदद` पार आ बा�ठ� । बरा�हमणो क� दो�खकर जया�कितरष� न� उन� कह�@ "ककिहया�, बरा�हमणो दो�वत� ! क� � आन� हआ?"

"आया� त� थ� अपान� बा�र� म& पा)छन� क� सिलए पार�त� पाहल� आपा अपान� ह�ल बात�इया� किक आपाकI पातन� अपान� जो�बा�न � आपाक� इतन� कितरसक�र कया$ करत� ह�? जो� किक� � भ� नहY ह� जो�त� और आपा हन कर ल�त� ह,, इक� क�रणो ह�?"

"याह म�र� सतरा� नहY, म�र� कम� ह�। दकिनया� म& दधिजोक� भ� दो�खत� ह� अथ��त भ�ई, पा�तरा, सिशाषया, किपात�, ग�र, मबा�धा� – जो� क� छ भ� ह�, बा अपान� कम� ह� ह�। याह सतरा� नहY, म�र� किकया� हआ कम� ह� ह� और याह भ�ग� किबान� कटा�ग� नहY।

अवशयरम�व भ&कतःवय� कJ त� करम� शा1भ�शा1भरमM।न�भ1कतः� कषा�यत� करम� कलपक&टिटशात�रनिप।।

'अपान� किकया� हआ जो� भ� क� छ शा�भ-अशा�भ कम� ह�, वह अवशया ह� भ�गन� पाडत� ह�। किबान� भ�ग� त� ,कड$-कर�ड$ कलपा$ क� ग�जोरन� पार भ� कम� नहY टाल कत�।' इसिलए म, अपान� कम� ख�शा� � भ�ग रह� ह/ और अपान� सतरा� कI त�डन� भ� नहY करत�, त�किक आग� इ कम� क� फल न भ�गन� पाड�।"

"मह�र�जो ! आपान� कया� कम� किकया� थ�?" अन�करम"�किनया�, पा)व�जोनम म& म, क�आ थ� और म�र� सतरा� गधा� थ�। इकI पा�ठ पार फ�ड� थ�, फ�ड� कI पा�ड� � याह

बाड� द@ख� थ� और कमजो�र भ� ह� गया� थ�। म�र� सवभ�व बाड� दषट थ�, इसिलए म, इक� फ�ड� म& चा$चा म�रकर इ�

जया�दो� द@ख� करत� थ�। जोबा दोदो� क� क�रणो याह क) दोत� थ� त� इकI फजो�हत दो�खकर म, ख�शा ह�त� थ�। म�र� mर क� क�रणो याह ह� बा�हर नहY किनकलत� थ� किक1त� म, इक� ढ)/ढत� किफरत� थ�। याह जोह�/ मिमल� वहY इ� द@ख� करत� थ�। आखिखर म�र� दवा�र� बाहत त�या� जो�न� पार तरासत ह�कर याह ग�/व � दो-बा�रह म�ल दर जो�गल म& चाल� गया�। वह�/ ग�ग� जो� क� किकन�र� घन वन म& हर�-हर� घ� ख�कर और म�र� चा�टा$ � बाचाकर �खपा)व�क रहन� लग�। ल�किकन म, इक� किबान� नहY रह कत� थ�। इक� ढ)/ढत�-ढ)/ढत� म, उ� वन म& जो� पाह/चा� और वह�/ इ� दो�खत� ह� म, इकI पा�ठ पार जो�र-� चा$चा म�र� त� म�र� चा$चा इकI हडडी� म& चा�भ गया�। इ पार इन� अन�क परया� किकया�, किफर भ� चा$चा न छ) टा`। म,न� भ� चा$चा किनक�लन� क� बाड� परयातन किकया� मगर न किनकल�। 'पा�न� क� भया � ह� याह दषट म�झा� छ�ड�ग�।' ऐ� �चाकर याह ग�ग�जो� म& परव�शा कर गया� पार�त� वह�/ भ� म, अपान� चा$चा किनक�ल न पा�या�। आखिखर म& याह बाड� परव�ह म& परव�शा कर गया�। ग�ग� क� परव�ह त�जो ह�न� क� क�रणो हम दो�न$ बाह गया� और बा�चा म& ह� मर गया�। तबा ग�ग� जो� क� परभ�व � याह त� बरा�हमणो� बान� और म, बाड� भ�र� जया�कितरष� बान�। अबा वह� म�र� सतरा� हई। जो� म�र� मरणोपाया�नत अपान� म�ख � ग�ल� किनक�लकर म�झा� द@ख दो�ग� और म, भ� अपान� पा)व�कम2 क� फल मझाकर हन करत� रह/ग�, इक� दो�रष नहY म�न)/ग� कया$किक याह किकया� हए कम2 क� ह� फल ह�। इसिलए म, शा��त रहत� ह/। अबा अपान� परशन पा)छ�।"

बरा�हमणो न� अपान� बा म�चा�र �न�या� और पा)छ�@ "अधाम¢ पा�पा� र�जो� न� म�झा किनरपार�धा क� ह�थ कया$ कटाव�या�?"

जया�कितरष�@ "र�जो� न� आपाक� ह�थ नहY कटाव�या�, आपाक� कम� न� ह� आपाक� ह�थ कटाव�या� ह�।""किक परक�र?""पा)व�जोनम म& आपा एक तपासव� थ� और र�जोकनया� ग� थ� तथ� र�जोक� म�र क�ई थ�। वह क�ई जोबा ग� क�

म�रन� लग�, तबा ग� बा�चा�र� जो�न बाचा�कर आपाक� �मन� � जो�गल म& भ�ग गया�। पा�छ� � क�ई आया� और आपा � पा)छ� किक "इधार क�ई ग�या त� नहY गया� ह�?"

आपान� परणो कर रख� थ� किक 'झा)ठ नहY बा�ल)/ग�।' अत@ दधिजो तरफ ग� गया� थ�, उ तरफ आपान� ह�थ � इशा�र� किकया� त� उ क�ई न� जो�कर ग� क� म�र m�ल�। ग�ग� क� किकन�र� वह उकI चामड� किनक�ल रह� थ�, इतन� म& ह� उ जो�गल � शा�र आया� और ग� एव� क�ई दो�न$ क� ख�कर ग�ग�जो� क� किकन�र� ह� उनकI हकिडडीया�/ उम& बाह गयाY। ग�ग�जो� क� परत�पा � क�ई क� र�जोक� म�र और ग� क� र�जोकनया� क� जोनम मिमल� एव� पा)व�जोनम क� किकया� हए उ कम� न� एक र�कितरा क� सिलए उन दो�न$ क� इकटठ� किकया�। कया$किक क�ई न� ग� क� ह�सिया� � म�र� थ�, इ� क�रणो र�जोकनया� क� ह�थ$ अन�या� ह� तलव�र किगरन� � र�जोक� म�र क� सिर कटा गया� और वह मर गया�। इ तरह अपान� फल दो�कर कम� किनवWतता ह� गया�। त�मन� जो� ह�थ क� इशा�र� रपा कम� किकया� थ�, उ पा�पाकम� न� त�मह�र� ह�थ कटाव� दिदोया� ह�। इम& त�मह�र� ह� दो�रष ह� किक� अनया क� नहY, ऐ� किनशचाया कर �खपा)व�क रह�।"

किकतन� हजो ह� जञा�न�या�U जो�वन ! यादिदो हम इ कम�सिदधा�नत क� म�न ल& और जो�न ल& त� पा)व�कW त घ�र � घ�र कम� क� फल भ�गत� हए भ� हम द@ख� नहY ह$ग� बाततविलक अपान� सिचातता कI मत� बान�या� रखन� म& फल ह$ग�। भगव�न शरी�कW षणो इ मतव क� अभया� क� ह� 'मतव या�ग' �बा�मिधात करत� ह,, दधिजोम& दढ सथिEकित पर�पत ह�न� पार मन�षया कम�बा�धान � म�U ह� जो�त� ह�। अन�करम

ॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

करम� क� निवधा�नशा�भ कम� कर& चा�ह� अशा�भ कम� कर&, कम� क� फल बाक� अवशया भ�गन� पाडत� ह�।मह�भ�रत क� या�दधा क� बा�दो कI एक घटान� ह�@भ�षम किपात�मह शारशायया� क� ल�टा� हए थ�। मह�र�जो या�मिधामिषठर क� सिचा1कितत और शा�क�क� ल दो�खकर भगव�न

शरी�कW षणो उनह& ल�कर किपात�मह भ�षम क� पा� गया� और बा�ल�@ "किपात�मह ! या�दधा क� पाशचा�त धाम�र�जो या�मिधामिषठर बाड� शा�कगरसत ह� गया� ह,। अत@ आपा इनह& धाम� क� उपादो�शा दो�कर इनक� शा�क क� किनव�रणो कर&।"

तबा भ�षम किपात�मह न� कह�@ "आपा कहत� ह, त� उपादो�शा द/ग� किक1त� ह� क� शाव ! पाहल� म�र� शा�क� क� म�धा�न कर&। म, जो�नत� ह/ कI शा�भ�शा�भ कम2 क� फल भ�गन� पाडत� ह,। किक1त� इ जोनम म& त� म,न� क�ई ऐ� कम� नहY किकया� और धया�न करक� दो�ख� त� किपाछल� 72 जोनम$ म& भ� क�ई ऐ� कर) र कम� नहY किकया�, दधिजोक� फलसवरपा म�झा� बा�णो$ कI शायया� पार शायान करन� पाड�।"

तबा शरी�कW षणो न� कह�@ "किपात�मह ! आपान� किपाछल� 72 जोनम$ तक त� दो�ख� किक1त� यादिदो एक जोनम और दो�ख ल�त� त� आपा जो�न ल�त�। किपाछल� 73 व& जोनम म& आपान� आक क� पातता� पार बा�ठ� हए हर� र�ग क� दिटाडडी� क� पाकडकर उक� बाबा)ल क� क�/टा� भ$क� थ�। कम� क� किवधा�न क� अन��र व� ह� क�/टा� आजो आपाक� बा�णो क� रपा म& मिमल� ह,।"

दो�र व�र कम� क� फल कत�� क� भ�गन� ह� पाडत� ह�। अत@ कम� करन� म& �वधा�न और फल भ�गन� म& परनन रहन� चा�किहए। ईशवर�रपिपा1त बा�दधिदधा � �वधा�न और फल भ�गन� म& परनन रहन� चा�किहए। ईशवर�रपिपा1त बा�दधिदधा � किकया� गया� कम� अ�त@करणो क� शा�दधा करत� ह�। आतम�न�भव � कत�� क� कत��पान बराहम म& लया ह� जो�त� ह� और अपान� आपाक� अकत��-अभ�U� म�नन� व�ल� कम�बा�धान � छ) टा जो�त� ह�। उ� ह� म�U�तम� कहत� ह,। अत@ कत�� क� ईशवर�रपिपा1त बा�दधिदधा � कम� करत� हए कत��पान मिमटा�त� जो�न� चा�किहए। कम2 � कम2 क� क�टात� जो�न� चा�किहए।

शरी�मदो भगवदो ग�त� म& भगव�न शरी�कW षणो कहत� ह,-करम�णी<व निह �सिशिदधारम�सथिvत� जीनक�दीय�।%&क�गरहरम�व�निप मपशयनकत1�रमह�सि।।

'जोनक�दिदो जञा�किनजोन भ� आसिUरकिहत कम� दवा�र� ह� पारम सिदधिदधा क� पर�पत हए थ�। इसिलए तथ� ल�क�गरह क� दो�खत� हए भ� त) कम� करन� क� ह� या�गया ह� अथ��त त�झा� कम� करन� ह� उसिचात ह�।'

(ग�त�� 3.20)कम� करन� क� पाहल� उत�ह ह�त� ह�, कम� करत� वU पा�ररष�थ� ह�त� ह� और कम� क� अ�त म& उक� फल

मिमलत� ह�। E)ल दमिषट � त� कभ� क�ल��तर म& फल मिमल कत� ह� किक1त� )कषम दमिषट � दो�ख& त� कम� करन� क� पाशचा�त त�र�त ह� उक� फल हदोया म& फसिलत ह�त� ह�। अन�करम

धान पा�कर, पादो परकितषठ� पा�कर यादिदो आपा अपान� सव�थ� कI बा�त& �चात� ह� व शा�रषणो, छल-कपाटा तथ� धा�ख�धाड� करक� �ख� ह�न� चा�हत� ह� त� कभ� �ख� नहY ह� क�ग� कया$किक गलत कम� करन� � आपाकI अ�तर�तम� ह� आपाक� फटाक�र�ग� और हदोया म& अशा��कित बान� रह�ग�। किक1त� आपा धान-पादो-परकितषठ� क� उपाया�ग दर$ कI भल�ई क� सिलए करत� ह� और जो� अमिधाक�र मिमल� ह� उ� भगवजजन$ कI �व� करत� ह� त� हदोया म& शा��कित फसिलत ह�ग�। इसिलए भगव�न शरी�कW षणो न� कह� ह�@

तसरम�दीकतः� तत� क�य? करम� रम�चर।अकतः& हय�चरनकरम� पररम�पनो&नित प�रषः�।।

'त) किनर�तर आसिU � रकिहत ह�कर दो� कत�वयकम� क� भल�भ�/कित करत� रह कया$किक आसिU � रकिहत ह�कर कम� करत� हआ मन�षया पारम�तम� क� पर�पत ह� जो�त� ह�।'

(ग�त�� 3.19)कम� क� सिदधा�नत क� मझाकर जो� उसिचात ढ�ग � कम� करत� ह�, वह जोनम-मरणो क� चाकर � म�U ह� जो�त� ह�।

पार�त� जो� ठkक � कम� करन� नहY जो�नत� वह जोनम मरणो क� चाककर म& पा�� जो�त� ह�।जो� आदोम� ठkक � ग�ड� चाल�न� नहY जो�नत� उक� भर�� क�ई या�तरा� करन� चा�ह� त� उकI या�तरा� क� �

फल ह�ग�? जो� चा�लक न पतिसटायारिर1ग पार रख पा�त� ह�, न बरा�क और कलचा क� ठkक उपाया�ग कर कत� ह�, न एसथिकलर�टार (गकितवधा�क) पार किनया�तराणो रख पा�त� ह� वह त�मह& म�दधिजोल तक क� � पाह/चा� पा�या�ग�? उक� दवा�र� ग�ड� कहY-न-कहY टाकर� जो�या�ग� या� गडढ� म& जो� किगर�ग�। ऐ� ह� त�मह�र� मनरपा� चा�लक क� कम�रपा� �धान क� ठkक � उपाया�ग करन� आ जो�या� त� त�मह�र� जो�वन कI शा�म ह�न� � पाहल� वह त�मह& जो�वनदो�त� तक पाह/चा� दो�ग�, नहY त� कहY-न-कहY टाकर�कर जोनम-मरणो क� गडढ� म& किगर� दो�ग�। किफर चा�ह� दो� पा�रव�ल�, चा�र पा�रव�ल�, दो पा�र व�ल� या� बा�पा�र पा�, क& चा�आ

आदिदो या�किनया$ म& ल� जो�या�, चा�ह� किक� दो�-दो�� क� घर ल� जो�या या� �ठ-�ठ�न� क� , क�ई पात� नहY। �ठ क� घर जोनम ल� चा�ह� न�कर क� घर, पाशा� क� गभ� म& आओ चा�ह� पाकष� क� , जोनम त� जोनम ह� ह�त� ह�।

जीनरमदः�खा� जीर�दः�खा� जी�यदः�खा� प1न� प1न�अ�तक�%� रमह�दः�खा� तसरम�दीM जी�गरनिह जी�गरनिह।।

बा�र-बा�र जोनम ल�न� और मरन� मह� द@खरपा ह�। मन�षया-जोनम ह� एक ऐ� अवर ह� दधिजोम& इ मह�द@ख � छ) टान� क� �भ�गया मिमलत� ह�। त�म अपान� मझा क� दपाया�ग कर�, अपान� त-अन�भव$ क� आदोर कर� और तपा�ररष$ एव� तशा�सतरा$ � म�ग�दोशा�न पा�कर अपान� जो�वन फल बान� ल�। अन�करम

जो� भ� कम� कर� उत�ह एव� ततपारत� � कर�, क� शालत�पा)व�क कर� – य&ग� करम�1 क*शा%रमM । क�ई क�म छ�टा� नहY ह� और क�ई क�म बाड� नहY ह�। पारिरणो�म कI सिचा1त� किकया� किबान� उत�ह, धा�या� और क� शालत�पा)व�क कम� करन� व�ल� फलत� पर�पत कर ल�त� ह�। अगर वह किनषफल भ� ह� जो�या त� हत�शा-किनर�शा नहY ह�त� बाततविलक किवफलत� क� ख�जोकर फ& क दो�त� ह� और किफर ततपारत� � अपान� उदद�शयापा)रपित1 म& लग जो�त� ह�। जोपा धया�न और ईशवर पर�तयाथ� कम� व�तताम कम� ह,।

'शरी�मदो भगवदोग�त�' भगव�न शरी�कW षणो न� अजो��न � भ� याह� बा�त कह� ह�@य&गv� क1 र करम��शिणी �ग� तयकतव� धान�जीय।

सिदधायसिदधाय&� रम& भ�तव� रमतव� य&ग उचयत�।।'ह� धान�जोया ! त) आसिU क� तया�गकर तथ� सिदधिदधा और असिदधिदधा म& म�न बा�दधिदधाव�ल� ह�कर या�ग म& सथिEत

हआ कत�वयकम2 क� कर, मतवभ�व ह� या�ग कहल�त� ह�।'(ग�त�� 2.48)

एक बा�र शरी� र�मकW षणो पारमह� क� एक सिशाषया बा�जो�र � जो� बजो� खर�दोकर ल�या� उम& दो� पा�� जया�दो� दो� आया�। र�मकW षणो पारमह� जोबा म�मिधा � उठ� तबा उनह$न� सिशाषया � पा)छ�@

"बा,गन कया� भ�व ल�या�?""ठ�क� र ! दो� आन� �र ल�या�।""म)ख� ! m�ढ आन� �र कI चा�जो क� इतन� जया�दो� पा�� दो� आया�? जोबा त) इतन� � बजो� खर�दोन� नहY जो�नत�

त� पारम�तम� क� क� � जो�न क� ग�?"मह�व पा�$ क� नहY ह� किक1त� किफर कभ� किक� क�म म& गलत� न कर�, इ�सिलए करणो� करक� शरी� र�मकW षणो

पारमह� न� सिशाषया क� m�/टा�।बा�ह�र� करत�-करत� किक� � कहY क�ई कचार� रह जो�त� त� उ� भ� ऐ� ह� m�/टात� किक "ठkक � बा�ह�र� करक�

आ/गन �फ नहY कर कत� त� अपान� हदोया क� � शा�दधा कर�ग�? क� � पाकिवतरा कर�ग�?"क� शालत�पा)व�क कम� करन� भ� या�ग ह�। दधिजो मया जो� कम� कर� वह पा)र� मझादो�र� व ततपारत� � कर�।

सिपा�ह� ह� त� सिपा�ह� कI mया)टा` पा)र� ततपारत� � किनभ�ओ और �हबा ह� त� उ पादो क� दपाया�ग करक� बाक� किहत ह� ऐ� कम� कर�। शरी�त� बान� त� ऐ� बान� किक �न� हई बा बा�त& त�मह�र� बान जो�या& और वU� बान� त� ऐ� बान� किक पारम�तम� � जो�डकर किनकलन�व�ल� व�णो� � अपान� और दर$ क� कलया�णो ह� जो�या। पा�जो�र� बान� त� ऐ� पा)जो� कर� किक पा)जो� करत�-करत� अपान�-आपाक� भ)ल जो�ओ और पा)जो� ह� बा�कI रह जो�या। अन�करम

आजोकल ल�ग पा�जो�र�, �धा� या� भU क� सिलबा� त� पाहन ल�त� ह, और म�नत� ह, किक हम पा)जो� करत� ह,, भसिU करत� ह,। ऐ� करक� व� अपान� सव�भ�किवक कत�वयकम� � भ�गन� चा�हत� ह, व पाल�यानव�दो` ह� जो�त� ह,। जोबाकिक चचा� भU आल�-परम�दो` नहY ह�त�, बा�दधा� या� पाल�यानव�दो` नहY ह�त�। वह त� कम� क� भ� पा)जो� म�नकर ऐ� भ�व � कम� करत� ह� किक उक� कम� करन� भसिU ह� जो�त� ह�। जो� भसिU क� बाह�न� क�म � जो� चा�र�त� ह�, वह त� म)ढ ह�। ऐ� ल�ग$ क� सिलए ह� भगव�न शरी� कW षणो न� कह� ह�@

करमRजिनzय�शिणी �यमय य आसत� रमन� सरमरनM।इजिनzय�थ��नतिनवरम�ढा�तरम� मिरमथय�च�र� उचयत�।।

'जो� म)ढबा�दधिदधा मन�षया मसत इदधिनदरया$ क� हठपा)व�क ऊपार � र�ककर मन � उन इदधिनदरया$ क� किवरषया$ क� सिचा1तन करत� रहत� ह�, वह मिमथया�चा�र� अथ��त दोमभ� कह� जो�त� ह�।'

(ग�त�� 3.6)ऐ� मिमथया�चा�र� क� जो�वन ख�दो क� सिलए और म�जो क� सिलए बा�झा बान जो�त� ह�। हम�र� दो�शा क� ल�ग$ न�

जोबा� ग�त� क� याह दिदोवय जञा�न भ�ल� दिदोया� ह�, तभ� � कम� म& ल�पारव�ह�, पाल�यानव�दिदोत�, आलसया, परम�दो आदिदो ख�मिमया�/ आ गयाY जो� इ दो�शा क� पातन क� क�रणो बानY। पारदो�शा क� ल�ग$ क� पा� भल� ह� भगवदो ग�त� क� जञा�न नहY ह� किक1त� उन ल�ग$ म& एक दोग�णो त� याह ह� किक दधिजो मया जो� क�म कर&ग�, उम& पा)र� ततपारत� व दिदोलचासप� � लग जो�या&ग�। पा�शचा�तया �सकW कित � हम�र� �सकW कित मह�न ह�, दिदोवय ह� किक1त� उकI मह�नत� और दिदोवयत� क� ग�णोग�न करत� हए बा�ठ� रहन� � क�म नहY चाल�ग�। टा�लमटा�ल� करक� क�म किबाग�डन� कI आदोत क� शा�घर ह� �धा�रन� ह�ग�। शरी�मदो भगवदो ग�त� क� जञा�न क� किफर � आचारणो म& ल�न� ह�ग�। भगव�न शरी�कW षणो कहत� ह,-

यसतिसतवजिनzय�शिणी रमन� निनयमय�रभत�ऽजी1�न।करमRजिनzय<� करम�य&गरमकतः� निवशिशाषयत�।।

'ह� अजो��न ! जो� पा�ररष मन � इदधिनदरया$ क� वशा म& करक� अन�U हआ मसत इदधिनदरया$ दवा�र� कम�या�ग क� आचारणो करत� ह�, वह� शरी�षठ ह�।' अन�करम

(ग�त�� 3.7)ॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐॐ

चा�ह� क�ई दो�ख� या� न दो�ख� किफर भ� क�ई ह� जो� हर मया दो�ख रह� ह�। दधिजोक� पा� हम�र� पा�पा-पा�णया भ� कम2 क� ल�ख�-जो�ख� ह�। इ दकिनया� कI रक�र � शा�यादो क�ई बाचा भ� जो�या पार उ रक�र � आजो तक न क�ई बाचा� ह� और न बाचा पा�या�ग�। किक� परक�र कI सिफ�रिरशा अथव� रिरशवत वह�/ क�म नहY आया�ग�। उ� बाचान� क� क�ई म�ग� नहY ह�। कम� करन� म& त� म�नव सवत�तरा ह� किकत�� फल भ�गन� म& कदो�किपा नहY। किक� न� कह� ह�@

हd-हd क� निकय� गय� प�प र&-र&कर भ&गन� पडीत� ह<।कषट हन करक� निकय� गय� तप 1खा-शा��नित क� क�रणी बानत� ह<।।

अत@ ह� म�नव ! कम� करन� म& दो�व �वधा�न रह�। कम� त� कर� ल�किकन कम� कI आसिU क�, कम� क� फल क� तया�ग कर�ग� त� बा�दधिदधा सवचछ और �ततवि�वक ह�ग�। सवचछ बा�दधिदधा म& पारम�तम-किवरषयाक दधिजोजञा�� उतपानन ह�ग�, किफर त� �नया�� और या�ग� क� जो� आतम�-पारम�तम� क� अन�भव ह�त� ह� वह� त�मक� ह�ग� और त�म म�U�तम� ह� जो�ओग�।

पररम प�जय �त शरी� आ�र�रमजी� बा�प�