topic:- general hindi(l2gh) · 30) 1) 4. c o r r e c t a n s w e r : - 1. 2. 3. 4. c o r r e c t a...

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30) 1) 4. Correct Answer :- 1. 2. 3. 4. Correct Answer :- Topic:- General Hindi(L2GH) इस तरह अंेज़ी पढ़ोगे , तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़ आयेगा। अंेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ं है िजो चाहे पढ़ ले , नही ं , ऐरा-गैरा नू -खैरा सभी अंेज़ी के िवान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख फोड़नी पड़ती है और ख़ून जलाना पड़ता है , तब कही ं यह िवधा आती है। और आती है , हाँ , कहने को जाती है। बड़े -बड़े िवान् भी शु अंेज़ी नही ं िलख सकते , बोलना तो दू र रहा। और कहता , तुम िकतने घोंघा हो िमुझे देखकर भी सबक नही ं लेते। िकतनी मेहनत करता , तुम अपनी आँखों देखते हो, अगर नही ं देखते , जो यह तुारी आँखों का कसूर है , तुारी बु का कसूर है। इतने मेले -तमाशे होते है , मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है , रोज ही िकेट और हॉकी मैच होते ह। पास नही ं फटकता। हमेशा पढ़ता रहता , उस पर भी एक-एक दरजे दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता िफर तुम कैसे आशा करते हो ितुम यों खेल-कूद , गँवाकर पास हो जाओगे ? मुझे तो दो ही तीन साल लगते , तुम - भर इसी दरजे पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु इस तरह गँवानी है , तो बेहतर है , घर चले जाओ और मजे से गुी-डंडा खेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के पये ों बरबाद करते हो?’ उपयु गांश को पढ़कर नीचे पूछे गए का उर बताइये : के अनुसार बड़े -बड़े िवान भी: 1. कड़ी मेहनत नहं कर सकते ह। 2. पढ़ाई नहं कर सकते ह। 3. अंेजी पढ़ सकते ह।

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    1)

    4.

    Correct Answer :-

    1.

    2.

    3.

    4.

    Correct Answer :-

    Topic:- General Hindi(L2GH)

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न – ग� के अनुसार बड़े-बड़े िव�ान भी:

    1. कड़ी मेहनत नह�ं कर सकत ेह�।

    2. पढ़ाई नह�ं कर सकत ेह�।

    3. अ�ेंजी पढ़ सकत ेह�।

  • 2)

    3)

    4. अ�ेंजी नह�ं �लख सकत ेह�।

    Correct Answer :-

    अ�ेंजी नह�ं �लख सकत ेह�।

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न – ग� म� फटकार लगाने वाले ��� �ा काय� करते ह�?

    1. मेले म� जात ेहै।

    2. पढ़ाई करत ेह�।

    3. अ�ेंजी नह�ं �लख पात ेह�।

    4. मेहनत नह�ं करत ेह�।

    Correct Answer :-

    पढ़ाई करत ेह�।

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न – ‘ऐरा-गैरा’ म� कौन सा समास है?

    1. कम�धारय

    2. �वं�व

    3. त� प�ुष

    4. ��वगु

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    5)

    Correct Answer :-

    �वं�व

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न – ‘बरबाद’ श� द म� कौन सा श� द उपसग� की तरह �यु� त �आ है?

    1. बाद

    2. आद

    3. बर

    4. बरबा

    Correct Answer :-

    बर

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - गाढ़ी कमाई से � या ता�य� है?

    1. मोट� कमाई

    2. म�ुत क� कमाई

    3. हराम क� कमाई

    4. मेहनत क� कमाई

    Correct Answer :-

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    7)

    मेहनत क� कमाई

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ‘पास न फटकना’ कहने से अिभ�ाय है?

    1. आस-पास भी न जाना

    2. एकटक न देखना

    3. बात न करना

    4. गल� म� न जाना

    Correct Answer :-

    आस-पास भी न जाना

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ‘तुम....दज�’ म� दरजे का �ा आशय है?

    1. �व�यालय

    2. क�ा

    3. �श�ा

    4. �श�क

    Correct Answer :-

    क�ा

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    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ‘हफ़� ’ श� का अथ� है?

    1. �वलोम

    2. अथ�

    3. �वचार

    4. अ�र

    Correct Answer :-

    अ�र

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ‘मेहनत’ का समानाथ� श� नही ंहै?

    1. प�र�म

    2. कम�

    3. �याग

    4. �म

    Correct Answer :-

    �याग

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    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िक जोचाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ‘म� ि�केट खेल रहा �ँ’ म� कौन सी ि�या है?

    1. सकम�क

    2. इनम� से कोई नह�ं

    3. उपरो�त दोन�

    4. अकम�क

    Correct Answer :-

    सकम�क

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ि�केट श� है?

    1. त�भव

    2. �वदेशी

    3. त�सम

    4. देशज

    Correct Answer :-

    �वदेशी

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और

  • 13)

    14)

    ख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - छोटे भाई ने बड़े भाई को �ा करते कभी नही ंदेखा?

    1. �कूल जाते

    2. ��केट खेलते

    3. डांटते

    4. मेहनत करते

    Correct Answer :-

    ��केट खेलते

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ��ुत ग�ांश का उपयु� शीष�क हो सकता है?

    1. बड़ ेभाई साहब

    2. ��केट

    3. मेहनत

    4. मेले–तमाशे

    Correct Answer :-

    बड़ ेभाई साहब

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।

  • 15)

    16)

    म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ��ुत ग�ांश म� ‘आँख� फोड़नी पड़ती है’ से � या ता�य� है?

    1. कड़ी मेहनत करना

    2. आखँ म� गुलेल लग जाना

    3. आखँ� फोड़ देना

    4. आखँ� लाल हो जाना

    Correct Answer :-

    कड़ी मेहनत करना

    ‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’

    उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न - ��ुत ग�ांश की िवधा कौन सी है?

    1. नाटक

    2. उप�यास

    3. कहानी

    4. �नबंध

    Correct Answer :-

    कहानी

    मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!

    युग-युग �ितिदन �ित�ण �ितपल

    ि�यतम का पथ आलोिकत कर!

    सौरभ फैला िवपुल धूप बन

  • 17)

    मृदुल मोम-सा घुल रे, मृदु-तन!

    दे �काश का िस�ु अप�रिमत,

    तेरे जीवन का अणु गल-गल

    पुलक-पुलक मेरे दीपक जल!

    तारे शीतल कोमल नूतन

    माँग रहे तुझसे �ाला कण;

    िव�-शलभ िसर धुन कहता म�

    हाय, न जल पाया तुझम� िमल!

    िसहर-िसहर मेरे दीपक जल!

    उपयु�� प�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:

    �� न- ‘आलोक’ का पया�यवाची नही ंहै?

    1. उजाला

    2. अ�धकार

    3. इनम� से कोई नह�ं

    4. चमक

    Correct Answer :-

    अ�धकार

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न- ��ततु पंि�त म� ‘�वाला’ का आशय है?

  • 18)

    19)

    1. आग से

    2. सी�मत ऊजा� से

    3. �यो�त से

    4. असी�मत ऊजा� से

    Correct Answer :-

    असी�मत ऊजा� से

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न- ��ततु पंि�त म� उपसग� �कस श�द म� �य�ुत हुआ है?

    1. केवल ��तपल

    2. केवल ��त�दन

    3. केवल ��त�ण

    4. उपरो�त सभी

    Correct Answer :-

    उपरो�त सभी

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

  • 20)

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न- ‘मदृलु मोम सा’ म� कौन सा अलंकार है ?

    1. उपमा

    2. �पक

    3. उ��े�ा

    4. द�पक

    Correct Answer :-

    उपमा

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

  • 21)

    22)

    ु�� न- ‘मदृलु’ श�द का आशय है?

    1. मंद

    2. खारा

    3. कोमल

    4. कड़वा

    Correct Answer :-

    कोमल

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न- ‘��त�दन’ म� उपसग� है?

    1. न

    2. �

    3. ��त

    4. �दन

    Correct Answer :-

    ��त

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

  • 23)

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न- सौरभ का अथ� है:

    1. नवीन

    2. सगंुध

    3. क�णा

    4. वायु

    Correct Answer :-

    सगंुध

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

  • 24)

    25)

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न- 'सौरभ....धपू बन’ म� धपू कहने से �या अ�भ�ाय है?

    1. इ�, गुलाल

    2. �दया, मोम

    3. धपू, अगरब�ी

    4. घाम, ताप

    Correct Answer :-

    धपू, अगरब�ी

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न- ‘�व�वभर....म�’ पंि�त म� ‘म�’ का आशय है?

    1. अहंकार

    2. �वयोग

    3. अपराध

    4. अपन�व

    Correct Answer :-

    अहंकार

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

  • 26)

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न - कव�य�ी ने द�पक को � या �ेरणा द� है?

    1. संयोग क�

    2. �वयोग क�

    3. �ववशता क�

    4. मधरुता क�

    Correct Answer :-

    मधरुता क�

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

  • 27)

    ु�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न - ��ततु क�वता � या �ेरणा देती है?

    1. द�पक को बझुा देना

    2. ��तपल जलत ेरहना

    3. मन क� कामना को पणू� करना

    4. मन �पी द�पक को जलाकर दसूर� को �काश देना

    Correct Answer :-

    मन �पी द�पक को जलाकर दसूर� को �काश देना

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न - ��यतम श�द का �योग यहाँ पर कव�य�ी ने �कसके �लए �कया है?

    1. नायक

    2. ई�वर

    3. प�थक

    4. �ेमी

    Correct Answer :-

    ई�वर

  • 28)

    29)

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न - नतून श�द का �वलोम �या है?

    1. नवीन

    2. परुातन

    3. कुल�न

    4. यगुीन

    Correct Answer :-

    परुातन

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

  • 30)

    ुहाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न - अ�ान के अधेँरे को हटाने के �लए � या आव�यक है?

    1. बाती क�

    2. शि�तशाल� द�पक क�

    3. नतूनता क�

    4. �वाला क�

    Correct Answer :-

    शि�तशाल� द�पक क�

    मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!

    यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल

    ��यतम का पथ आलो�कत कर!

    सौरभ फैला �वपलु धपू बन

    मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!

    दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,

    तरेे जीवन का अण ुगल-गल

    पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!

    तारे शीतल कोमल नतून

    माँग रहे तझुसे �वाला कण;

    �व�व-शलभ �सर धनु कहता म�

    हाय, न जल पाया तझुम� �मल!

    �सहर-�सहर मेरे द�पक जल!

    उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:

    �� न - आ�मा�पी द�पक को जलाने के �लए कव�य�ी �य� कह रह� ह�?

    1. ई�वर से सा�ा�कार हेतु

    2. ��य क� अ�स�नता हेतु

    3. मन क� आ�ंशक ख़शुी के �लए

    4. उपरो�त सभी

    Correct Answer :-

    ई�वर से सा�ा�कार हेतु