topic:- general hindi(l2gh) · 30) 1) 4. c o r r e c t a n s w e r : - 1. 2. 3. 4. c o r r e c t a...
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30)
1)
4.
Correct Answer :-
1.
2.
3.
4.
Correct Answer :-
Topic:- General Hindi(L2GH)
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न – ग� के अनुसार बड़े-बड़े िव�ान भी:
1. कड़ी मेहनत नह�ं कर सकत ेह�।
2. पढ़ाई नह�ं कर सकत ेह�।
3. अ�ेंजी पढ़ सकत ेह�।
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2)
3)
4. अ�ेंजी नह�ं �लख सकत ेह�।
Correct Answer :-
अ�ेंजी नह�ं �लख सकत ेह�।
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न – ग� म� फटकार लगाने वाले ��� �ा काय� करते ह�?
1. मेले म� जात ेहै।
2. पढ़ाई करत ेह�।
3. अ�ेंजी नह�ं �लख पात ेह�।
4. मेहनत नह�ं करत ेह�।
Correct Answer :-
पढ़ाई करत ेह�।
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न – ‘ऐरा-गैरा’ म� कौन सा समास है?
1. कम�धारय
2. �वं�व
3. त� प�ुष
4. ��वगु
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4)
5)
Correct Answer :-
�वं�व
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न – ‘बरबाद’ श� द म� कौन सा श� द उपसग� की तरह �यु� त �आ है?
1. बाद
2. आद
3. बर
4. बरबा
Correct Answer :-
बर
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - गाढ़ी कमाई से � या ता�य� है?
1. मोट� कमाई
2. म�ुत क� कमाई
3. हराम क� कमाई
4. मेहनत क� कमाई
Correct Answer :-
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6)
7)
मेहनत क� कमाई
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ‘पास न फटकना’ कहने से अिभ�ाय है?
1. आस-पास भी न जाना
2. एकटक न देखना
3. बात न करना
4. गल� म� न जाना
Correct Answer :-
आस-पास भी न जाना
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ‘तुम....दज�’ म� दरजे का �ा आशय है?
1. �व�यालय
2. क�ा
3. �श�ा
4. �श�क
Correct Answer :-
क�ा
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9)
10)
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ‘हफ़� ’ श� का अथ� है?
1. �वलोम
2. अथ�
3. �वचार
4. अ�र
Correct Answer :-
अ�र
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िकजो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ‘मेहनत’ का समानाथ� श� नही ंहै?
1. प�र�म
2. कम�
3. �याग
4. �म
Correct Answer :-
�याग
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11)
12)
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहै िक जोचाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और ख़ूनजलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ‘म� ि�केट खेल रहा �ँ’ म� कौन सी ि�या है?
1. सकम�क
2. इनम� से कोई नह�ं
3. उपरो�त दोन�
4. अकम�क
Correct Answer :-
सकम�क
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ि�केट श� है?
1. त�भव
2. �वदेशी
3. त�सम
4. देशज
Correct Answer :-
�वदेशी
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है और
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14)
ख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - छोटे भाई ने बड़े भाई को �ा करते कभी नही ंदेखा?
1. �कूल जाते
2. ��केट खेलते
3. डांटते
4. मेहनत करते
Correct Answer :-
��केट खेलते
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ��ुत ग�ांश का उपयु� शीष�क हो सकता है?
1. बड़ ेभाई साहब
2. ��केट
3. मेहनत
4. मेले–तमाशे
Correct Answer :-
बड़ ेभाई साहब
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।
-
15)
16)
म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ��ुत ग�ांश म� ‘आँख� फोड़नी पड़ती है’ से � या ता�य� है?
1. कड़ी मेहनत करना
2. आखँ म� गुलेल लग जाना
3. आखँ� फोड़ देना
4. आखँ� लाल हो जाना
Correct Answer :-
कड़ी मेहनत करना
‘इस तरह अं�ेज़ी पढ़ोगे, तो िज़ंदगी-भर पढ़ते रहोगे और एक हफ़� न आयेगा। अं�ेज़ी पढ़ना कोई हँसी-खेल नही ंहैिक जो चाहे पढ़ ले, नही,ं ऐरा-गैरा न�ू-खैरा सभी अं�ेज़ी के िव�ान् हो जाते। यहाँ रात-िदन आँख� फोड़नी पड़ती है औरख़ून जलाना पड़ता है, तब कही ंयह िवधा आती है। और आती �ा है, हाँ, कहने को आ जाती है। बड़े-बड़े िव�ान् भी शु�अं�ेज़ी नही ंिलख सकते, बोलना तो दूर रहा। और म� कहता �ँ, तुम िकतने घोघंा हो िक मुझे देखकर भी सबक नही ंलेते।म� िकतनी मेहनत करता �ँ, तुम अपनी आँखो ंदेखते हो, अगर नही ंदेखते, जो यह तु�ारी आँखो ंका कसूर है, तु�ारीबु�� का कसूर है। इतने मेले-तमाशे होते है, मुझे तुमने कभी देखने जाते देखा है, रोज ही ि�केट और हॉकी मैच होते ह�।म� पास नही ंफटकता। हमेशा पढ़ता रहता �ँ, उस पर भी एक-एक दरजे म� दो-दो, तीन-तीन साल पड़ा रहता �ँ िफर तुमकैसे आशा करते हो िक तुम यो ंखेल-कूद म� व�, गँवाकर पास हो जाओगे? मुझे तो दो ही तीन साल लगते ह�, तुम उ�-भर इसी दरजे म� पड़े सड़ते रहोगे। अगर तु�� इस तरह उ� गँवानी है, तो बेहतर है, घर चले जाओ और मजे से गु�ी-डंडाखेलो। दादा की गाढ़ी कमाई के �पये �ो ंबरबाद करते हो?’
उपयु�� ग�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न - ��ुत ग�ांश की िवधा कौन सी है?
1. नाटक
2. उप�यास
3. कहानी
4. �नबंध
Correct Answer :-
कहानी
मधुर-मधुर मेरे दीपक जल!
युग-युग �ितिदन �ित�ण �ितपल
ि�यतम का पथ आलोिकत कर!
सौरभ फैला िवपुल धूप बन
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17)
मृदुल मोम-सा घुल रे, मृदु-तन!
दे �काश का िस�ु अप�रिमत,
तेरे जीवन का अणु गल-गल
पुलक-पुलक मेरे दीपक जल!
तारे शीतल कोमल नूतन
माँग रहे तुझसे �ाला कण;
िव�-शलभ िसर धुन कहता म�
हाय, न जल पाया तुझम� िमल!
िसहर-िसहर मेरे दीपक जल!
उपयु�� प�ांश को पढ़कर नीचे पूछे गए �� का उ�र बताइये:
�� न- ‘आलोक’ का पया�यवाची नही ंहै?
1. उजाला
2. अ�धकार
3. इनम� से कोई नह�ं
4. चमक
Correct Answer :-
अ�धकार
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न- ��ततु पंि�त म� ‘�वाला’ का आशय है?
-
18)
19)
1. आग से
2. सी�मत ऊजा� से
3. �यो�त से
4. असी�मत ऊजा� से
Correct Answer :-
असी�मत ऊजा� से
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न- ��ततु पंि�त म� उपसग� �कस श�द म� �य�ुत हुआ है?
1. केवल ��तपल
2. केवल ��त�दन
3. केवल ��त�ण
4. उपरो�त सभी
Correct Answer :-
उपरो�त सभी
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
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20)
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न- ‘मदृलु मोम सा’ म� कौन सा अलंकार है ?
1. उपमा
2. �पक
3. उ��े�ा
4. द�पक
Correct Answer :-
उपमा
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
-
21)
22)
ु�� न- ‘मदृलु’ श�द का आशय है?
1. मंद
2. खारा
3. कोमल
4. कड़वा
Correct Answer :-
कोमल
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न- ‘��त�दन’ म� उपसग� है?
1. न
2. �
3. ��त
4. �दन
Correct Answer :-
��त
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
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23)
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न- सौरभ का अथ� है:
1. नवीन
2. सगंुध
3. क�णा
4. वायु
Correct Answer :-
सगंुध
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
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24)
25)
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न- 'सौरभ....धपू बन’ म� धपू कहने से �या अ�भ�ाय है?
1. इ�, गुलाल
2. �दया, मोम
3. धपू, अगरब�ी
4. घाम, ताप
Correct Answer :-
धपू, अगरब�ी
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न- ‘�व�वभर....म�’ पंि�त म� ‘म�’ का आशय है?
1. अहंकार
2. �वयोग
3. अपराध
4. अपन�व
Correct Answer :-
अहंकार
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
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26)
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न - कव�य�ी ने द�पक को � या �ेरणा द� है?
1. संयोग क�
2. �वयोग क�
3. �ववशता क�
4. मधरुता क�
Correct Answer :-
मधरुता क�
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
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27)
ु�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न - ��ततु क�वता � या �ेरणा देती है?
1. द�पक को बझुा देना
2. ��तपल जलत ेरहना
3. मन क� कामना को पणू� करना
4. मन �पी द�पक को जलाकर दसूर� को �काश देना
Correct Answer :-
मन �पी द�पक को जलाकर दसूर� को �काश देना
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न - ��यतम श�द का �योग यहाँ पर कव�य�ी ने �कसके �लए �कया है?
1. नायक
2. ई�वर
3. प�थक
4. �ेमी
Correct Answer :-
ई�वर
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28)
29)
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न - नतून श�द का �वलोम �या है?
1. नवीन
2. परुातन
3. कुल�न
4. यगुीन
Correct Answer :-
परुातन
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
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30)
ुहाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न - अ�ान के अधेँरे को हटाने के �लए � या आव�यक है?
1. बाती क�
2. शि�तशाल� द�पक क�
3. नतूनता क�
4. �वाला क�
Correct Answer :-
शि�तशाल� द�पक क�
मधरु-मधरु मेरे द�पक जल!
यगु-यगु ��त�दन ��त�ण ��तपल
��यतम का पथ आलो�कत कर!
सौरभ फैला �वपलु धपू बन
मदृलु मोम-सा घलु रे, मदृ-ुतन!
दे �काश का �स�ध ुअप�र�मत,
तरेे जीवन का अण ुगल-गल
पलुक-पलुक मेरे द�पक जल!
तारे शीतल कोमल नतून
माँग रहे तझुसे �वाला कण;
�व�व-शलभ �सर धनु कहता म�
हाय, न जल पाया तझुम� �मल!
�सहर-�सहर मेरे द�पक जल!
उपयु��त प�यांश को पढ़कर नीचे पछेू गए ��न का उ�र बताइये:
�� न - आ�मा�पी द�पक को जलाने के �लए कव�य�ी �य� कह रह� ह�?
1. ई�वर से सा�ा�कार हेतु
2. ��य क� अ�स�नता हेतु
3. मन क� आ�ंशक ख़शुी के �लए
4. उपरो�त सभी
Correct Answer :-
ई�वर से सा�ा�कार हेतु