uksvcunh - मज़दूर बिगुल · 2016-12-26 · ्रिीलवरोधी...

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8 नवमर को भारत सरकार ने 500 और 1000 हजार पये के चालू नोट चलन से हटा लये और उनकी जगह 500 और 2000 के नये नोट चालू करने का ऐलान लकया जो 10 नवमर से चलन म आये। सरकार ारा शु म इस फसले के मसद ताये गये थे - काले धन पर हमला, ाचार को रोकना और नली नोट का चलन रोककर इनह इसतेमाल करने वाले आतंकवालदय की कमर तोना। ले लकन ज इन उेशय के पूरा होने पर सवाल उठने लगे तो अ सरकार के सुर दल गये ह, अ सरकार इन सकी ात को पीछे कर कशलेस लेनदेन की वयवसथा चालू करने पर मुखय जोर दे रही ह। सरकार ने यह भी नह ताया ह लक अगर इन नोट की वजह से ही देश म काला धन, ाचार और अपराध-आतंकवाद होता ह तो लिर इनको सथाई प से ख़तम करने के जाय वापस चालू करने का कया मतल ह? और दो हजार का और भी ा नोट ले आने से कया और जयादा काला धन पदा नह होगा? करसी नोट को नद करने के इस फसले से होने वाली ताही और मौत की ख़र पूरे देश भर से आ रही ह। एक ऐसे देश म जहाँ कुल लेनदेन का 98 फीसदी नदी के जररये लकया जाता ह, कुल करसी म से 86.4 फीसदी मूलय के नोट को अचानक नद करने से भारी अफरा-तफरी पदा होना लालज़मी था। अभी तक 100 से जयादा मौत की ख़र आ चुकी ह। पूरी की पूरी असंगलठत अथवयवसथा ठप पी हुई ह, जो भारत की कुल कायशल के 93 फीसदरोज़गार देती ह और सकल घरेलू उतपाद का 45 फीसदी लहससा भी ह। पहले से दहाली झेल रही शहरी-ामीण जनता इस ात से भी डरी हुई ह लक उसके चाये हुए पसे री काज म तबदील हो रहे ह। क के ाहर अपनी ख़ून- पसीने की कमाई को पके हुए लोग की लमी तार पूरे देश भर म देखी जा सकती ह। इन तार म लगे लोग अपना काम-धनधा या मजद री छोकर आते ह और लदनलदन ख़ाली हाथ लौट जाने को मजूर ह। अपने पसे ही न लनकाल पाना और ऊपर से अपनी दलनक कमाई से भी वंलचत होना आम लोग के लए दोहरी तलीफ का स ना हुआ ह। लिर इस नोटनदी का कया मतल ह? इसके ललए समझना होगा लक जहाँ तक े समपलशाली और संगलठत कारोारी ते का सवाल ह पू ँजीवादी वयवसथा म धन-समपदा नोट के प म नह ललक जमीन-मकान, जंगल, इककीसव सदी के द सरे दशक का एक और साल समापन की ओर असर ह। इस सदी के तमाम साल की तरह इस साल भी पूरी द लनया की हुसंखयक मेहनतकश आादी कलज़नदगी पर छाया पू ँजी का कुहरा छँटने की जाय और गहरा होता गया। जसा लक अनदेशा था, इस साल फासीवाद के दानव ने हमारे देश म अपने पर अभूतपूव प से पसारे। ढाई साल पहले जनता को लोक-लुभावने वायद के छलावे म िँसाकर सा म पहुँची मोदी सरकार ने उन वायद को पूरा करने म अपने लिसड्डीपन को लछपाने के ललए साल की शुआत से हसंघ पररवार की गुणडा वालहलनय की मदद से पूरे देश म सुलनयोलजत ढंग से अनधरावादी उनमाद िलाया। साथ ही संघ पररवार का फालससट लगरोह इस साल सामदालयक व जालतगत लवेष को ढावा देने की अपनी पुरानी रणनीलत को नयी ऊँ चाइय पर ले गया। ज ये कुलतसत रणनीलतयाँ भी सरकार के लनकममेपन को लछपाने म कारगर नह सालत हुई तो साल के अनत म काले धन पर सलजकल साइक करने के नाम पर मेहनतकश जन-जीवन पर ही सलजकल साइक कर डाली लजससे आम लोग अभी तक ालह-ालह कर रहे ह। भारत ही नह द लनया के लवलभलहसस म धुर-दलणपनथी व फालससट झान वाली तात ने अपना वीभतस लसर उठाया और 2007 से जारी लव वयापी मनदी से लनजात न लमलता देख पलम के लवकलसत मु लक म नसलवाद, रंगभेद, वासी-लवरोधी वृलयाँ अपने चरम पर लदख। साल के अनत तक आते-आते लव पू ँजीवाद के लसरमौर अमेररका के रापलत चुनाव म मप जसे फालससट और लमपट धनपशु की जीत के ाद अ इस ात म शक ककोई गु ंजाइश नह ची ह लक पू ँजीवाद ने आज मनुयता को उस अनधी गली म पहुँचा लदया ह जहाँ वह उनमाद, नफरत लक़सम-लक़सम के लतलयावादी लवचार और मू लय के अलतरर और कुछ भी देने म लनतानत अम ह। अरा वाद और नली देशभ का जुनून लोग की लज़नदगी म ेहतरी ला पाने म अपनी लविलता को लछपाने के ललए पू ँजीपलत वग अकसर ही अनधरावाद का उनमाद िलाता ह तालक लोग का धयान रोजी-रोटी के ुलनयादी मसल से हटाया जा सके। मोदी सरकार व संघ परवार ने यह पूरा साल अनधरावादी उनमाद िलाने की नयी-नयी लतकम को आजमाने म लताया। साल की शुआत म लदली म जवाहरलाल नेह लवलवालय (जेएनयू) म कुछ छा ारा अफजल गु की याद म आयोलजत लकये गये एक कायम को हाना नाकर संघ पररवार की वानर सेना ने पूरे देश म सुलनयोलजत ढंग से अनधरावाद का जुनून िलाया तालक आम लोग सरकार की नाकालमय को भू ल जाय और उसकी जनलवरोधी नीलतय पर कोई सवाल न उठा पाय। सरकार की नीलतय और संघ की जहरीली लवचारधारा पर सवाल उठाने वाले हर वयल को देशोही रार लदया जाने लगा। यह एक लवलच लवडमना ह लक देश की आजादी की लाई के समय लजस लवचारधारा का ारी, मुख़लरी और माफीनाम का शमनाक इलतहास रहा उससे जुे नफरत के सौदागर ने देशभल का माणप ाँटने का ठेका अपने हाथ म ले लया ह। अनधरावादी जू नून को और हवा देने के मसद से मोदी सरकार ने इस साल पालकसतान पर तथाकलथत सलजकल साइक करने का सवांग रचा और सेना की एक सामानय कारवाई को मीलडया के जररये ढा-चढाकर ताकर अपनी वाहवाही लूटने का हासयासपद यास लकया। कशमीर म ctk fcxqy esgurd'k tkx] fpaxkjh ls yxsxh vkx! ekfld lekpkji=k l iw.kk±d 53 l o"kZ 6] vad 10 l fnlEcj 2016 l ik¡p #i;s l 16 i`"B ‘समान काम के ललए समान वेतन’ के फसले से बसंक मज़दूर आबादी को ा मलेगा? मराठा आोलन : जनता के असली दुनों को पहचानो रा य यंसेवक संघ के देश के तता संाम म योगदान की असललयत 5 जनता की गाढी कमाई से सरमायेदारों की ततजोररयाँ भरने का बोब (पेज 9 पर जारी) (पेज 8 पर जारी) मेहनतकशों की जुझा एकता से ही ककया जा सकता ह इन हमलों का तकार मेहनतकश जन-जीवन पर पू ँजी के चतुदक हमलों के बीच गुज़रा एक और साल 13 सादक मल 3 uksVcUnh मुके श तगी

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8 नवमबर को भारत सरकार न 500 और 1000 हजार रपय क चाल नोट परचलन स हटा ललय और उनकी जगह 500 और 2000 क नय नोट चाल करन का ऐलान लकया जो 10 नवमबर स चलन म आय सरकार दारा शर म इस फ सल क मकसद बताय गय थ - काल धन पर हमला भरषाचार को रोकना और नकली नोटो का चलन रोककर इनह इसतमाल करन वाल आतकवालदयो की कमर तोडना ललकन जब इन उदशयो क परा होन पर सवाल उठन लग तो अब

सरकार क सर बदल गय ह अब सरकार इन सबकी बात को पीछ कर क शलस लनदन की वयवसथा चाल करन पर मखय जोर द रही ह सरकार न यह भी नही बताया ह लक अगर इन नोटो की वजह स ही दश म काला धन भरषाचार और अपराध-आतकवाद होता ह तो लिर इनको सथाई रप स ख़तम करन क बजाय वापस चाल करन का कया मतलब ह और दो हजार का और भी बडा नोट ल आन स कया और जयादा काला धन पदा नही होगा

करसी नोटो को बनद करन क इस फ सल स होन वाली तबाही और मौतो की ख़बर पर दश भर स आ रही ह एक ऐस दश म जहा कल लनदन का 98 फीसदी नकदी क जररय लकया जाता ह कल करसी म स 864 फीसदी मलय क नोटो को अचानक बनद करन स भारी अफरा-तफरी पदा होना लालजमी था अभी तक 100 स जयादा मौतो की ख़बर आ चकी ह परी की परी असगलठत

अथथवयवसथा ठप पडी हई ह जो भारत की कल कायथशलति क 93 फीसदी रोजगार दती ह और सकल घरल उतपाद का 45 फीसदी लहससा भी ह पहल स बदहाली झल रही शहरी-गामीण जनता इस बात स भी डरी हई ह लक उसक बचाय हए पस रदी कागज म तबदील हो रह ह बको क बाहर अपनी ख़न-पसीन की कमाई को पकड हए लोगो की लमबी कतार पर दश भर म दखी जा सकती ह इन कतारो म लग लोग अपना काम-धनधा या मजदरी छोडकर आत ह

और लदनोलदन ख़ाली हाथ लौट जान को मजबर ह अपन पस ही न लनकाल पाना और ऊपर स अपनी दलनक कमाई स भी वलचत होना आम लोगो क ललए दोहरी तकलीफ का सबब बना हआ ह

लिर इस नोटबनदी का कया मतलब ह इसक ललए समझना होगा लक जहा तक बड समपलतिशाली और सगलठत कारोबारी तबक का सवाल ह पजीवादी वयवसथा म धन-समपदा नोटो क रप म नही बललक जमीन-मकान जगल

इककीसवी सदी क दसर दशक का एक और साल समापन की ओर अगसर ह इस सदी क तमाम सालो की तरह इस साल भी परी दलनया की बहसखयक महनतकश आबादी की लजनदगी पर छाया पजी का कहरा छटन की बजाय और गहरा होता गया जसा लक अनदशा था इस साल फासीवाद क दानव न हमार दश म अपन पर अभतपवथ रप स पसार ढाई साल पहल जनता को लोक-लभावन वायदो क छलाव म िसाकर सतिा म पहची मोदी सरकार न उन वायदो को परा करन म अपन लिसडडीपन को लछपान क ललए साल की शरआत स ही सघ पररवार की गणडा वालहलनयो की मदद स पर दश म सलनयोलजत ढग स अनधराषटरवादी उनमाद ि लाया साथ

ही सघ पररवार का फालससट लगरोह इस साल सामपरदालयक व जालतगत लवदष को बढावा दन की अपनी परानी रणनीलत को नयी ऊचाइयो पर ल गया जब य कलतसत रणनीलतया भी सरकार क लनकममपन को लछपान म कारगर नही सालबत हई तो साल क अनत म काल धन पर सलजथकल सटराइक करन क नाम पर महनतकश जन-जीवन पर ही सलजथकल सटराइक कर डाली लजसस आम लोग अभी तक तालह-तालह कर रह ह भारत ही नही दलनया क लवलभनन लहससो म धर-दलषिणपनथी व फालससट रझान वाली ताकतो न अपना वीभतस लसर उठाया और 2007 स जारी लवशव वयापी मनदी स लनजात न लमलता दख पलचिम क लवकलसत मलको म नसलवाद रगभद परवासी-लवरोधी परवलतिया अपन

चरम पर लदखी साल क अनत तक आत-आत लवशव पजीवाद क लसरमौर अमररका क राषटरपलत चनावो म टरमप जस फालससट और लमपट धनपश की जीत क बाद अब इस बात म शक की कोई गजाइश नही बची ह लक पजीवाद न आज मनषयता को उस अनधी गली म पहचा लदया ह जहा वह उनमाद नफरत लकसम-लकसम क परलतलरियावादी लवचारो और मलयो क अलतररति और कछ भी दन म लनतानत अषिम ह

अनधराषटरवाद और नकली दशभकति का जनन

लोगो की लजनदगी म बहतरी ला पान म अपनी लविलता को लछपान क ललए पजीपलत वगथ अकसर ही

अनधराषटरवाद का उनमाद ि लाता ह तालक लोगो का धयान रोजी-रोटी क बलनयादी मसलो स हटाया जा सक मोदी सरकार व सघ पररवार न यह परा साल अनधराषटरवादी उनमाद ि लान की नयी-नयी लतकडमो को आजमान म लबताया साल की शरआत म लदलली म जवाहरलाल नहर लवशवलवदालय (जएनय) म कछ छातो दारा अफजल गर की याद म आयोलजत लकय गय एक कायथरिम को बहाना बनाकर सघ पररवार की वानर सना न पर दश म सलनयोलजत ढग स अनधराषटरवाद का जनन ि लाया तालक आम लोग सरकार की नाकालमयो को भल जाय और उसकी जनलवरोधी नीलतयो पर कोई सवाल न उठा पाय सरकार की नीलतयो और सघ की जहरीली

लवचारधारा पर सवाल उठान वाल हर वयलति को दशदोही करार लदया जान लगा यह एक लवलचत लवडमबना ह लक दश की आजादी की लडाई क समय लजस लवचारधारा का गदारी मख़लब री और माफीनामो का शमथनाक इलतहास रहा उसस जड नफरत क सौदागरो न दशभलति का परमाणपत बाटन का ठका अपन हाथ म ल ललया ह

अनधराषटरवादी जनन को और हवा दन क मकसद स मोदी सरकार न इस साल पालकसतान पर तथाकलथत सलजथकल सटराइक करन का सवाग रचा और सना की एक सामानय कारथवाई को मीलडया क जररय बढा-चढाकर बताकर अपनी वाहवाही लटन का हासयासपद परयास लकया कशमीर म

ctk fcxqy esgurdk tkx] fpaxkjh ls yxsxh vkx

ekfld lekpkji=k l iwkkplusmnd 53 l okZ 6] vad 10 l fnlEcj 2016 l ikiexclp is l 16 i`B

lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo क फ सल स बहसखयक मज़दर आबादी को का ममलगा

मराठा आनोलन जनता क असली दशमनो को पहचानो

राषटरीय सवयसवक सघ क दश क सवतनतरता सगाम म योगदान की असललयत 5

जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 9 पर जारी)

(पज 8 पर जारी)

महनतकशो की जझार एकता स ही ककया जा सकता ह इन हमलो का परततकार

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

13

समादक मणडल

3

uksVcUnhमकश तयागी

मज़दर तबगल की वबसाइटwwwmazdoorbigulnet

इस वबसयाइट पर दिसमबर 2007 स अब तक दबगल क सभी अक करमवयार उसस पहल क कछ अको की सयामगी तथया रयाहल फयाउणशन स परकयादशत सभी दबगल पदतकयाए उपलबध ह दबगल क परवशयाक स लकर नवमबर

2007 तक क सभी अक भी वबसयाइट पर करमशः उपलबध करया जया रह हमजिर दबगल कया हर नया अक परकयादशत होत ही वबसयाइट पर दनशलक

पढया जया सकतया हआप इस फसबक पज क जरर भी lsquoमजिर दबगलrsquo स जड सकत ह

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lsquolsquoबरजआ अखबार परी की विशाल राशशयो क दम पर चलत ह मज़दरो क अखबार खद मज़दरो दारा इकटा ककय गय पस स चलत हrsquorsquo - लतनन

1 lsquoमजिर दबगलrsquo वयापक महनतकश आबयािी क बीच करयादतकयारी रयाजनीदतक दशकषक और परचयारक कया कयाम करगया ह मजिरो क बीच करयादतकयारी वजयादनक दवचयारधयारया कया परचयार करगया और सचची सववहयारया स कक दत कया परचयार करगया ह िदनया की करयादतो क इदतहयास और दशकषयाओ स अपन िश क वगव सघरषो और मजिर आिोलन क इदतहयास और सबक स मजिर वगव को पररदचत करयागया तथया तमयाम पजीवयािी अफवयाहो-कपरचयारो कया भणयाफोड करगया

2 lsquoमजिर दबगलrsquo भयारती करयादत क वरप रयात और समयाओ क बयार म करयादतकयारी कमदनटो क बीच जयारी बहसो को दनदमत रप स छयापगया और lsquoदबगलrsquo िश और िदनया की रयाजनीदतक घटनयाओ और आदथवक दथदतो क सही दवशरण स मजिर वगव को दशदकषत करन कया कयाम करगया

3 lsquoमजिर दबगलrsquo व ऐसी बहस लगयातयार चलयागया तयादक मजिरो की रयाजनीदतक दशकषया हो तथया व सही लयाइन की सोच-समझ स लस होकर करयादतकयारी पयाटटी क बनन की परदकरया म शयादमल हो सक और ववहयार म सही लयाइन क सतयापन कया आधयार तयार हो

4 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क बीच रयाजनीदतक परचयार और दशकषया की कयारववयाई चलयात हए सववहयारया करयादत क ऐदतहयादसक दमशन स उस पररदचत करयागया उस आदथवक सघरषो क सयाथ ही रयाजनीदतक अदधकयारो क दलए भी लडनया दसखयागया िअनी-चवनीवयािी भजयाछोर lsquolsquoकमदनटोrdquo और पजीवयािी पयादटवो क िमछलल या वदतिवयािी-अरयाजकतयावयािी टदननो स आगयाह करत हए उस हर तरह क अथववयाि और सधयारवयाि स लडनया दसखयागया तथया उस सचची करयादतकयारी चतनया स लस करगया ह सववहयारया की कतयारो स करयादतकयारी भरती क कयाम म सहोगी बनगया

5 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क करयादतकयारी दशकषक परचयारक और आहयानकतयाव क अदतररति करयादतकयारी सगठनकतयाव और आिोलनकतयाव की भी भदमकया दनभयागया

lsquoमज़दर तबगलrsquo का सवरप उदशय और जज़ मदाररया

पपरय पाठको बहत स सदसो को lsquoमज़दर तबगलrsquo तनयममत भजा जा रहा ह लककन काफी

समय स हम उनकी ओर स न कोई जवाब नही ममला और न ही बकाया राजश आपको बतान की ज़ररत नही कक मज़दरो का यह अख़बार लगातार आरथिक समसा क बीच ही तनकालना होता ह और इस जारी रखन क ललए हम आपक सहयोग की ज़ररत ह अगर आपको lsquoमज़दर तबगलrsquo का परकाशन ज़ररी लगता ह और आप इसक अक पात रहना चाहत ह तो हमारा अनरोध ह कक आप कपया जलद स जलद अपनी सदसता राजश भज द आप हम मनीआरडर भज सकत ह या सीध बक खात म जमा करा सकत ह

मनीआरडर क ललए पतामज़दर तबगल दारा जनचतनारी-68 तनरालानगर लखनऊ-226020बक खात का तववरणः Mazdoor Bigul खाता सखयाः 0762002109003787 IFSC PUNB0076200पजाब नशनल बक तनशातगज शाखा लखनऊतबगल की सदसता का भगतान ऑनलाइन करन क ललए तबगल की

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lsquoमज़दर तबगलrsquo मज़दरो का अपना अख़बार ह ह आपकी दनदमत आदथवक मिि क दबनया नही चल सकतया

दबगल क दलए सहोग भदजजटयाइ सहोग कपन मगयान क दलए मजिर दबगल कयायावल को दलदख

मज़दर तबगल क ललए अपन कारख़ान दफतर या बसती की ररपोटट लख पतर या सझाव आप इन तरीको स भज सकत हः

डाक स भजन का पता मजिर दबगल दयारया जनचतनया ी-68 दनरयालयानगर लखनऊ-226020ईमल स भजन का पता bigulakhbargmailcom

2 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

पजीपततयो क पास दजडनो अख़बार और टीवी चनल ह मज़दरो क पास ह उनकी आवाज़ मज़दर तबगल

इस हर मज़दर क पास पहचान म हमारा साथि द

(पज 4 पर जारी)(पज 4 पर जारी)

लदसमबर 2013 म हए बहचलचथत लदलली बलातकार काणड क बाद बहत शोर-शराब क साथ सरकारो न दाव लकए थ लक बलातकार पीलडत लरियो को जलद इसाफ लदलान क ललए व लरियो क लख़लाफ अपराधो को लगाम कसन क ललए तरनत पखता कदम उठाए जाएग जलद इसाि तो कया लमलना था ललकन जलद ही कनद व राजय सरकारो का अदालतो पलल स-परशासन का रिी लवरोधी चररत और भी सामन आ गया ह न तो लरियो क साथ बलातकार छडछाड अपहरण तजाब ि कन व अनय धककशालहयो म कमी आई ह न ही इस समबनधी पललस-परशासलनक ढाच को दरसत लकया गया ह कहा गया था लक बलातकार क हर मामल की िासट टरक अदालतो म सनवाई होगी कछ मामलो को छोडकर बाकी कसो म पीलडत अदालतो की सालो-साल खाक छानन को मजबर ह

राषटरीय अपराध ररकाडथ बयरो की एक ररपोटथ क मतालबक भारत म रोजाना लगभग बलातकार क 100 कस दजथ होत ह कहन की जररत नही ह लक बलातकार पीलडतो की वासतलवक सखया इसस कही अलधक होगी अपरालधयो दारा डराय-धमकान बदनामी पललस दारा कस दजथ न करन या टालमटोल इसाि की नाउममीद आलद अनको कारणो स बहसखयक पीलडतो दारा तो कस दजथ ही नही हो पात दजथ कसो म लसफथ चौथा लहससा कसो म ही सजा सनाई जाती ह इन मामलो म भी बडी बहसखयक मामलो म लमब इनतजार क बाद ही सजा सनाई जाती ह इसक बाद ऊपर की अदालतो म लिर स सालो-साल कस लटकता रहता ह दरी स लमला इसाि भी वासतव म बइसािी ही होता ह

िासट टरक कस चलान क वादो की सरआम धलजजया उडाई गयी ह यहा तक लक लजन मामलो की समाज म बड सतर पर चचाथ भी होती ह उन

मामलो म भी िासट टरक कस नही चलाए जात सन 2014 की आलख री लतमाही म ललधयाना म घलटत शहनाज अगवा बलातकार व कतल काणड इसकी बडी उदाहरण ह ललधयाना क ढणडारी इलाक म 17 वषथ की शहनाज को अकटबर महीन म इलाक क एक गणडा लगरोह न अगवा करक सामलहक बलातकार लकया था गणडा लगरोह दारा डरान-धमकान मामला दजथ करन म पललस की टालमटोल दर-दर की ठोकर खान क बावजद शहनाज और उसक पररजनो न एिआईआर दजथ करवाई गणडा लगरोह कछ लदनो क ललए जल म रहन का बाद जमानत पर ररहा हो गया चार लदसमबर को घर म घस करक लमटी का तल डालकर शहनाज को लजनदा जला लदया गया चार लदन बाद उसकी मौत हो गयी मौत स पहल उसन पललस व मलजसटरट क सामन बयान दजथ करवाए लजसम उसन सात वयलतियो क नाम ललए कारखाना मजदर यलनयन क नततव म बनी ढणडारी बलातकार व कतल काणड लवरोधी सघषथ कमटी क नततव म हजारो लोगो क सघषथ क दबाव म पलल स न सार दोषी (सात) लगरफतार कर ललए पहल तो चालान पश करन म दरी की गयी झठी कहालनया गढी गयी (परम कहानी और पररजनो दारा इजजत क नाम कतल) ललकन जनसघषथ क दबाव म य सालजश िल हो गयी ललकन चालान पश करन म ही तीन महीन का समय लगा लदया गया ह पलल स-परशासन न वादा लकया था लक कस िासट टरक कोटथ म चलाया जायगा ललकन ऐसा नही हआ दो साल होन वाल ह ललकन अब तक इस कस का लनपटारा नही हो पाया ह

जलद इसाि लमलन की समभावनाए यहा बहत कम ह सारी सरकारी वयवसथा रिी लवरोधी सोच स गसत ह जब कोई रिी लहममत करक पललस क पास लशकायत लकर जाती ह तो

सबस पहल उस ही गनाहगार ठहरान की कोलशश की जाती ह पललस की परी कोलशश रहती ह लक मामला दजथ न हो कोलशश की जाती ह लक घस लकर मामला रिा-दिा कर लदया जाय अगर रपट दजथ भी होती ह तो दरी कार कारण मडीकल करवान पर बलातकार सालबत करना मलशकल हो जाता ह असपताल क डॉकटर गवालहया द क बचन क ललए मामल को रिा-दिा करन या खद को मामल स दर रखन क ललए लतकडमबालजया लभडान लगत ह अदालतो म भी रिी लवरोधी सोच हावी ह पीलडत लरियो को ही लकसी न लकसी रप स गलत समझा जाता ह वस तो जजो और अनय मलालजमो की कमी क कारण अदालतो म अलधकतर मामल लमब समय तक लटक रहत ह ललकन रिी लवरोधी अपराधो क मामलो म अदालती वयवसथा म लरियो क परलत असवदनशीलता हावी होन क कारण भी इसाि या तो लमल ही नही पाता या दरी स लमलता ह

लरियो क लख़लाफ अपराधो की कमी और इसाफ क ललए सरकारी वयवसथा म चसती-दरसती पर ही भरोसा नही रखा जा सकता बशक इसक ललए सरकारी वयवसथा म चसती-दरसती आनी चालहए ललकन ऐसा भी एक हद तक तब ही हो सकता ह जब समाज म लरियो क अलधकारो का एक बडा आनदोलन मौजद हो कहन की जररत नही ह लक इस आनदोलन म लरियो की भागीदारी मखय होगी लरियो की वयापक भागीदारी वाल इस आनदोलन क लबना उनक लवरध अपराधो म कमी नही आ सकती और न ही अपरालधयो को जलद सजाए करवाई जा सकती ह रिी क लख़लाफ अपराधो म कमी क ललए जररी ह लक समाज म लरियो क परलत सवदनशीलता का परसार हो ऐसा भी लरियो क वयापक आनदोलन क लबना नही हो सकता

mdash रणबीर

बलातार पीडितो को इसाफ क झठ वाद16 ददसमबर की बबडर घटना क पाच साल बाद

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 3

mdash जशवानीहाल ही म सववोचच नयायालय दारा

लदय गय एक फ सल की काफी चचाथ रही 26 अतिबर को lsquoपजाब राजय बनाम जगजीत लसह (2016)rsquo मामल म अपना फ सला सनात हए सववोचच नयायालय की एक खणडपीठ न कहा लक lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का लसदानत पजाब सरकार क ललए काम करनवाल असथायी कमथचाररयो पर भी लाग होगा लजसका अथथ यह ह लक पजाब सरकार दारा लनयति लकय गय हजारो असथायी कमथचारी जस लक लदहाडी मजदर एड हॉक क जअल और कॉणटरकट कमथचारी यलद व सथायीलनयलमत कमथचाररयो क समान काम कर रह ह तो व सब सथायी कमथचाररयो को लमलनवाल वतनमान क ही हकदार होग

गौरतलब ह लक इस तरह क मसल पर यह कोई इकलौता फ सला नही ह इसस पहल भी कई राजयो क उचच नयायालयो और ख़द सववोचच नयायालय न lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo क सवधालनक लसदानत को लाग लकय जान की बात कही ह हालालक इस बार यह फ सला ऐस वकत म आया ह जब कनद म बठी भाजपा सरकार शरम क असथायीकरण और अनौपचाररकता की परलरिया को नयी ऊचाइयो तक ल जान क ललए परलतबद ह मोदी सरकार न सतिासीन होत ही इस बाबत अपनी मशा जालहर भी कर दी हर लकसम क शरम कानन को लचीला बनाकर ख़तम कर दन की कवायद जोरो स जारी ह मजदर-कमथचाररयो को बच-खच काननी परावधानो क तहत लमलनवाली सहललयतो को पजीपलतयो और कॉरपोरट घरानो क हाथ बचन क ललए इस पजी-भति सरकार न कमर कस ली ह यह बात दीगर ह लक पहल ही य शरम कानन वासतलवकता म लकतन लाग होत थ हालालक अब इस काननी जाम की औपचाररकता को भी उतार फ क दन की फासीवादी मलहम चल रही ह

उति जगजीत लसह का मामला सववोचच नयायालय क समषि पजाब एव हररयाणा उचच नयायालय क कई अनतरलवरोधी लनणथयो क बाद एक अपील क रप म आया पजाब-हररयाणा उचच नयायालय क अधीन इन सभी मामलो म जो सामानय मदा था वह यह था लक कया असथायीअलनयलमत तौर पर काम कर रह कमथचारी लजनम लदहाडी मजदर एड हॉक कमथचारी क जअल कमथचारी ठक पर काम कर रह कमथचारी और व सभी कमथचारी जो लनयलमत या पणथकाललक आधार पर काम नही कर रह ह शालमल ह लनयलमतसथायी पदो पर काम कर रह कमथचाररयो को लमलनवाल वतन क हकदार ह या नही जहा 2003 म lsquoपजाब राजय बनाम रालजनदर कमारrsquo मामल म पजाब-हररयाणा उचच-

नयायालय की एक पीठ न इस मद पर सकारातमक रवया अपनाया वही 2013 म lsquoअवतार लसह बनाम पजाब राजयrsquo मामल म उति उचच नयायालय की पणथ पीठ न 2003 क फ सल को पलटत हए यह लनषकषथ लनकाला लक असथायी अलनयलमत कमथचारी सथायीलनयलमत कमथचाररयो क समान वतन क हकदार नही हो सकत ह सपरीम कोटथ का हाललया फ सला इसी सनदभथ म आया ह

अपन इस फ सल म उचचतम नयायालय न कहा ह लक एक lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo अपन दारा लनयति लकय गय कमथचाररयो म वतन क आधार पर भदभाव नही कर सकता ह ऐसा करना lsquolsquoदमनकारी और उतपीडनकारीrsquorsquo होगा कम स कम सरकार को तो अपन कमथचाररयो क साथ एक आदशथ लनयोतिा क तौर पर बताथव करना चालहए आज का भारतीय राजय लकतना lsquolsquoकलयाणकारीrsquorsquo ह इस पर चचाथ करना ही बमानी ह पजीवाद क इस नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म जब आलथथक सकट पजीवाद की ढाचागत लवलशषता बन चका ह तब भारत तो कया दलनया का कोई दश lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo होन का जोलखम या ख़चथ नही उठा सकता ह और लिर तो यह दसरी ही चचाथ का लवषय ह लक पजीवाद क lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo क दौर म भी राजय लकतना और लकसक ललए कलयाणकारी था इसललए सववोचच नयायालय का यह कथन एक ऐस भरम को बनाय रखना चाह रहा ह लजसका आज क पजीवाद म कोई भौलतक आधार मौजद ह ही नही

यहा एक और बात धयान दन लायक ह सववोचच नयायालय क इस फ सल समत ऐस सभी फ सल जयादातर उन मामलो म आय ह लजनह काननी भाषा म lsquoसवा काननrsquo (सलवथस लॉ) की सजा परापत ह यानी य सभी मामल कनद या राजय सरकारो क परतयषि कमथचाररयो स जड मामल ह

बहरहाल इस फ सल क बाद कनदीय टरड यलनयनो क लीडरान म खशी की लहर सी दौड गयी लकसी न इस अभतपवथ फ सला बताया तो लकसी न इस कनदीय टरड यलनयनो क नततव म चल रह lsquolsquoभारत क मजदर आनदोलनrsquorsquo की अहम जीत बताया इन सभी न भारतीय नयालयक वयवसथा और सलवधान म अपनी दढ आसथा को एक दफा लिर जतात हए सववोचच नयायालय क इस फ सल की भरर-भरर सराहना की यह तक कह डाला लक यह lsquolsquoऐलतहालसक फ सलाrsquorsquo भारत म ठकाकरण और lsquolsquoक जअलाइजशनrsquorsquo की समसया क समाधान म एक महतवपणथ कदम ह जबलक सचचाई तो यह ह लक सववोचच नयायालय क इस फ सल का शरम क ठकाकरण क परशन स दर-दर तक कोई लना-दना नही ह

यह बात सच ह लक इस फ सल

स कनद व राजय सरकारो दारा अपन लवभागो म परतयषि तौर पर लनयति लकय गय असथायीअलनयलमत कमथचाररयो को कछ राहत लमलगी व सभी इस फ सल का इसतमाल एक लमसाल या पवथलनणथय क तौर पर सथायीलनयलमत कमथचाररयो लजतना ही वतन पान क ललए एक हद तक कर पायग ललकन यह भी नही भलना चालहए लक यह फ सला लसफथ सरकारी कमथचाररयो पर लाग होगा जो लक भारत की कल मजदर आबादी का बहद छोटा सा लहससा ह लनजी षित और सरकार दारा लनयलनतत सावथजलनक षित क उपरिमो क अनौपचाररकअसगलठत मजदरो की लसथलत पर इस फ सल स कोई असर नही पडगा कयोलक यह फ सला उनक ललए ह ही नही

आज भारत की कल मजदर आबादी का 93 परलतशत स अलधक असगलठत षित म काम करता ह बाकी 7 परलतशत आबादी जो सगलठत औपचाररक षित म काम करती ह उसका भी तीन-चौथाई लहससा ठका या क जअल मजदर ह या अगर वह सथायी ह भी तो लकसी यलनयन म सगलठत नही ह आज शरम क अनौपचाररकीकरण की परवलति ही मखय परवलति ह अथथवयवसथा म एक लवशालकाय अनौपचाररक षित पदा हआ ह लवशाल सखया म ऐसी औदोलगक इकाइया अलसततव म आयी ह जो लकसी भी परकार क कानन या सरकार दारा लाग लकसी भी लवलनयमन क अनतगथत नही आती इनम घरो म उपठकाकरण क तहत होनवाल काम स लकर हणडीरिाफट उदोग वकथ शॉप छोट-मोट कारख़ान तक शालमल ह इनम काम करनवाली शरलमक आबादी का 98 परलतशत लहससा ऐसा ह लजसक पास लनलचित मजदरी वाला पकका लनयलमत रोजगार नही ह और लकसी भी परकार की काननी सरषिा उनह हालसल नही ह इसक अलावा सगलठत और असगलठत दोनो ही षितो म कायथशलति का अभतपवथ अनौपचाररकीकरण हआ ह यानी लक जो मजदर आबादी सगलठत षित म पकक रोजगार और लनयलमत पकक वतन क साथ काम कर रही थी उसक आकार को भी ठकाकरण-उपठकाकरण और छटनी क जररय तजी स छोटा लकया जा रहा ह 2011-12 क राषटरीय नमना सववषिण क मतालबक 79 परलतशत मजदरो क पास काम का कोई लललखत समझौता या करार नही होता वस यह आकडा इसस कही और बडा हो सकता ह

इस रप म दख तो अनौपचाररक असगलठत षित म काम करन वाली 98 परलतशत आबादी अनौपचाररक मजदर क रप म काम करती ह लजसक पास कोई रोजगार सरषिा सामालजक सरषिा शरम काननो को सरषिण काम करन की अचछी लसथलतया नयनतम मजदरी 8 घणट का कायथलदवस पशन ईएसआई पीएफ आलद की सलवधा नही ह इसक साथ ही औपचाररक

सगलठत षित म भी काम करन वाली मजदर आबादी का तीन-चौथाई स भी अलधक लहससा अनौपचाररक मजदर म तबदील हो चका ह लजसका कारण ह लपछल तीन दशक स जारी ठकाकरण क जअलाइजशन और लदहाडीकरण की परलरिया इस बहसखयक मजदर आबादी की लसथलत कया ह यह लकसी स लछपा नही ह सववोचच नयायालय स भी नही यलद मनयफ कचररग उदोग को दख तो लदलली म वजीरपर बवाना बादली शाहबाद डरी स लकर मायापरी-नारायणा ओखला पीरागढी मगोलपरी म 12-14 घणट खटन वाली मजदर आबादी की लसथलत इस तसवीर को साफ कर दती ह और लदलली ही कयो दश भर म ललधयाना-पानीपत स लकर गडगाव-मानसर और बगलर-चननयी तक ि ल लकसी औदोलगक षित पर लनगाह डाललए सभी जगह हालात एक ही ह - शरम का अभतपवथ अनौपचाररकीकरण-लदहाडी और ठक पर काम कर रही असगलठत मजदरो की सबस अरलषित आबादी का लहलहाता महासमद सववोचच नयायालय क इस फ सल म इनक ललए कछ भी नही ह इसक अलावा कलष स जड षितो म लगी मजदर आबादी लनमाथण मजदर घरल कामगार आलद असगलठत मजदरो की शरणी म आत ह य मजदर आबादी भी इस फ सल स कोई उममीद नही रख सकती यहा एक बात लिर रखालकत करन की जररत ह लक दश की तमाम बडी कनदीय टरड यलनयनो की इस असगलठत अनौपचाररक मजदर आबादी क बीच कोई आधार या पहच-पकड नही ह और न ही इन यलनयनो दारा इस असगलठत आबादी को सगलठत करन का ही कोई इरादा मौजद ह इसललए इस फ सल क बाद उनक बीच वयापत हषवोललास की लसथलत को सहज ही समझा जा सकता ह

अब अगर सावथजलनक षित क उपरिमो की बात कर तो लसथलतया वहा भी इसस कछ अलग नही ह इस षित म काम करन वाल मजदरो को भी असथायी अलनयलमत तौर पर ही लनयति लकया जा रहा ह अनौपचाररकीकरण का पहल यहा भी परधान ह यह असगलठत मजदर आबादी भी लकसी टरड यलनयन की सदसयता क दायर म नही आती जस लदलली मटरो रल कारपोरशन को ही लीलजए यह लदलली सरकार और कनद सरकार का सयति उपरिम ह इसम लटकट-टोकन दन वाला सटाफ सफाई कमथचारी व लसकयोररटी गाडथ - सभी असथायी मजदर ह जो लवलभनन ठका कमपलनयो दारा काम पर रख जात ह हालालक डीएमआरसी (लदलली मटरो रल कॉरपोरशन) इन सभी ठका मजदरो की परधान लनयोतिा ह ललकन वह हमशा इस लजममदारी स बचती ह ऐस म इन ठकाकलमथयो क ललए और इनही जस लाखो अनय ठकाकलमथयो क ललए

इस फ सल म ऐसा कछ नही ह लजसस व थोडी भी राहत की सास ल सक

यहा सववोचच नयायालय क समषि आय दो मामलो का उललख लवचारणीय ह पहला मामला सावथजलनक षित क उपरिम स जड मजदरो का ह 1966 म lsquoलहनदसतान एणटीबायोलटक लललमटड बनाम कामगार (1967)rsquo मामल म सववोचच नयायालय न ही फ सला लदया था लक lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का लसदानत उन कामगारो पर लाग नही होगा जो राजय सरकार क अनतगथत परतयषि तौर पर काम नही करत इस फ सल म नयायालय न यह भी कहा लक न तो काननन और न ही सवधालनक तौर पर यह बाधयताकारी ह लक lsquoसावथजलनक षितrsquo और lsquoलनजी षितrsquo म कायथरत कमथचाररयो का वतनमान बराबर हो लसफथ इसललए लक व समान काम कर रह ह चलक उनक लनयोतिा अलग-अलग ह इसललए वतनमान भी अलग-अलग हो सकता ह अब यलद दश का सववोचच नयायालय ही ऐसा तकथ दगा तो इस पर और कया कहा जाय

एक अनय महतवपणथ मामल म भी सववोचच नयायालय न lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo क लसदानत को नजरअनदाज लकया ह 2007 म lsquoकनाथटक राजय बनाम अमीरबीrsquo मामल म फ सला सनात हए कोटथ न आगनवाडी म काम करनवाली मलहलाओ को राजय सरकार क कमथचारी होन का दजाथ और इसक पररणामसवरप लमलनवाली सलवधाए दन स साफ इनकार कर लदया इस फ सल म समलकत बाल लवकास योजना क तहत काम करनवाली इन आगनवाडी कायथकताथओ क काम की परकलत को सवलचछक बताया गया लजनह वतन की जगह मानदय लमलता ह और इसललए य सब सरकार की लनयलमत कमथचारी नही बन सकती इस फ सल क पीछ काम करनवाला तकथ यह ह लक य रिी कामगार महज lsquolsquoनागररक पदrsquorsquo पर कायथरत ह कयोलक अदालत क अनसार तो बचचो क पालन-पोषण का काम रोजगार होता ही नही और वस भी यह काम लसफथ मलहलाओ दारा ही लकया जा रहा ह इसललए परषो दारा लकय जानवाल पणथकाललक लनयलमत रोजगार स इसकी तलना नही की जा सकती लरियो क काम क परलत यह नजररया लकतना भरामक और गहराई स जड जमाय हए ह यह इस फ सल स साफ हो जाता ह

अगर गौर स दख तो सववोचच नयायालय दारा लदया गया यह हाललया फ सला वासतव म इस दश की बहसखयक मजदर आबादी को कछ भी राहत नही दता इस फ सल म दश की आम मजदर आबादी जो असथायीकरण और अनौपचाररकीकरण का लशकार ह क ललए ऐसा कछ भी नही ह लजस पर सनतोष लकया जा सक ndash उलट इस आबादी की कायथ-लसथलतयो पर एक परशान कर दनवाली चपपी ह l

सववोचच नायालय दारा lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का फ सलालककन दश की बहसखयक मज़दर आबादी को इसस हाससल होगा का

4 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लपछल लदनो lsquoलबर बयरोrsquo दारा जारी नयी रोजगार-बरोजगारी सववषिण ररपोटथ क मतालबक बरोजगारी लपछल 5 वषषो क लशखर पर ह बरोजगारी की दर 2011 म 38 फीसदी 2013 म 49 फीसदी और 2015-16 म बढ कर 73 फीसदी पर पहच गयी ह रोजगार-परापत वयलतियो म स भी एक-लतहाई को पर वषथ काम नही लमलता जबलक कल पररवारो म स 68 फीसदी पररवारो की आमदनी 10000 रपय महीन स भी कम ह गामीण षितो म हालत और भी ख़राब ह यहा 42 फीसदी वयलतियो को वषथ क पर 12 महीन काम नही लमलता गामीण षित म 77 फीसदी पररवार 10000 मालसक स कम कमान वाल ह

य ह व असल करप सचचाइया लजनह लछपान क ललए ही मोदी मणडली तमाम तरह क फालत मद उभार रही ह

एक तरफ तो लवकास की 7-8 फीसदी की रफतार को छन क दाव लकय जा रह ह ललकन दसरी तरफ बरोजगारो की सखया लगातार बढती जा रही ह जालहरा तौर पर इस लवकास का फायदा लसफथ ऊपर बठ अमीर वगषो को ही हआ ह आम घरो क नौजवान तो अब भी दो वकत की रोटी जटान क ललए भटक रह ह इसललए आज हम समझना होगा लक भारत-पालकसतान क बीच तनाव और दशभलति क नाम पर अनधराषटरवाद को उभारन क पीछ भारत और पालकसतान क हकमरानो की कया सालजश ह आज हमार वासतलवक मसल अपन घर म ही ह और जररत ह लक हम बहतर लशषिा और रोजगार दन क ललए अपनी सरकारो स जोरदार माग कर और जनानदोलन को इस मकसद क ललए सगलठत कर

ndash ससकनर

भारत म धमथ जालत षित भाषा आलद क नाम पर लवलभनन हकमरान वगगीय पालटथया अपनी राजनीलतक रोलटया सकती आयी ह भाजपा भी मौका लमलत ही दश म लगातार िासीवादी माहौल को अचछा खाद-पानी द रही ह मोदी 2014 क चनावो म दश क अचछ लदन लकर आन क नारो की गज क साथ दश क बहपषिीय लवकास का ऐलान करता पर दश म छाया रहा था कया भाजपा क चनाव जीतन स दश की साधारण जनता की बहतर लजनदगी की उममीद की जा सकती ह इसका जवाब लबना सकोच क न म लदया जा सकता ह भाजपा लकस मकसद क ललए सतिा पर लवराजमान हई ह यह इसका कायथकाल ख़तम होन स पहल ही घोलषत लकया जा सकता ह मोदी सरकार दश क पजीपलतयो क सकट की घडी म उसका हाथ बटान क ललए ही आयी थी और इसक ललए ही अपनी परी ताकत लगा रही ह

भाजपा न अपन घोषणापत म अलपसखयको (मलसलम और ईसाई) और दललतो क ललए आलथथक और सामालजक बराबरी क मौक रोजगार सामालजक एकता और नयाय की गारणटी अछत जसी लपछडी मलय-

मानयताओ का ख़ातमा करन शालनतपणथ और सरषिा का माहौल उपलबध करवान का एजणडा घोलषत करक बवजह ही कई कागज काल लकय कयोलक लपछल दो वषषो क दौरान मोदी को अभी तक इन मामलो पर सोचन-लवचारन का समय नही लमल सका और परी उममीद ह लक आन वाल लदनो म भी मोदी पजीपलतयो की सवा म ही वयसत रहग

हम रोज दखत ह लक आय लदन अलपसखयको और दललतो क साथ भदभाव की कोई न कोई घटना हमार सामन होती ह 21वी सदी म भारत म अभी भी दललतो को अछत या अपलवत आलद कहकर नकार लदया जाता ह और समाज का लहससा नही माना जाता अलपसखयको क ल ख़ लाफ तमाम तरह क झठ परचारकर लगातार जहर घोला जाता रहा ह यह भदभाव इतना भयकर ह लक जालत या धमथ क नाम पर तो आपक जीन का अलधकार भी छीना जा सकता ह हाल ही की एक घटना म उतिराखणड क एक गाव लपथौरागढ म आटा चककी lsquolsquoअपलवतrsquorsquo करन क कारण एक उचच जालत क अधयापक न हलसया स दललत का गला काट लदया लपछल समय म दख तो सघ क गौ-भतिो न भी कई बगनाह मसलमानो और

दललतो को मौत क घाट उतारा ह हाल ही म गजरात क ऊना लजल म दललतो क साथ हई घटना को कौन भला सकता ह

कछ और तथयो पर नजर डालत ह लोक सभा म पश की गयी गह मनतालय की ररपोटथ क मतालबक 2016 क पहल पाच महीनो म ही 278 सामपरदालयक लहसा की घटनाए हो चकी ह इन घटनाओ म 903 लोग जखमी हए और 38 लोगो की मौत हई उतिर परदश राजय सामपरदालयक लहसा की 61 घटनाओ क साथ सबस आग रहा ह 2014 म यह आकडा 644 था जो 2015 म 17 बढकर 741 हो गया था दललतो की हालत दख तो राषटरीय अनसलचत और जनजालत आयोग की ररपोटथ क मतालबक गजरात राजय म दललतो क ल ख़लाफ अपराध 2014 म 277 स 2015 म 1633 और छतिीसगढ राजय म 2014 म 326 स 2015 म 919 बढ ह गजरात छतिीसगढ और राजसथान तीनो राजय जहा भाजपा की सरकार ह दललत क ल ख़लाफ अपराधो म सबस आग ह

य तथय दशाथत ह लक भाजपा क आन स िासीवादी ततवो और दललत क ल ख़लाफ अपरालधयो को छट लमली

भाजपा क सता म आन क बाद स अलपसखयको व दललतो क क ख़लाफ अपराधो की रफतार हई तज़

दश जहा लमब समय स कोई सशति मजदर आदोलन मौजद नही ह जहा का टरड-यलनयन आनदोलन लमब समय स नसलवाद स गसत रहा ह और जहा आम आबादी क बीच वगथ-चतना का भारी अभाव ह जहा उपभोतिावाद की ससकलत अपन चरम पर हो लरियो और बचचो क परलत अपराध एक आम बात हो उस दश क टटपलजया वगथ का नायक और तारणहार टरमप जसा ही कोई वयलति हो सकता था ललकन कया इसका मतलब टरमप एक िासीवादी ह और उसका सतिा म आना अमररकी राजय को एक िासीवादी शासन म तबदील कर दता ह लहलरी लकलणटन और बनगी साणडसथ की हार पर रदाली और सयापा करन वाल भदजनो क एक बड तबक स लकर वाम दायर क कछ धडो म भी टरमप को िासीवादी सालबत करन का परयास लकया जा रहा ह दसर कया आम महनतकश जनता को यह जानन स कोई िकथ पडता ह लक टरमप िासीवादी ह या नही या यह लसफथ एक लकताबी सवाल ह

हम इस सवाल स अपनी बात शर करग लक हमार ललए कयो यह जानना बहद जररी ह लक टरमप एक िासीवादी ह या लिर वलशवक आलथथक सकट क दौर म अमररका की लवलशष सामालजक-आलथथक पररलसथलतयो म पदा हआ एक धर परलतलरियावादी दलषिणपथी यह इसललए जररी ह लक लसिथ लकताबी लोग सडको पर उतरकर िासीवाद का मकाबला नही करत बललक अपन वासतलवक नताओ और सगठनो क

मागथदशथन म यह काम आम महनतकश जनता करती ह अगर हर परलतलरियावादी शलति को हम िासीवादी करार द दग तो जब वाकई िासीवादी सतिा म आयग तो हम बगल झाक रह होग जो रोज भलडया आया भलडया आया करता ह वह सच म भलडय क आ जान पर कछ नही कर पाता िासीवाद क लवरद जनता क सघषथ की रणनीलत अलग होती ह व आम परलतलरियावादी काल म अलग

आलखर हम टरमप को िासीवादी कयो नही मान सकत पजीवाद क वलशवक आलथथक सकट क लजस दौर म आज हम जी रह ह उसम उदारवादी और कलयाणकारी बजथआ राजय क ललए समभावनाए ख़तम हो चकी ह यही कारण ह लक आज दलनया भर म परलतलरियावादी सतिाए कायम हो रही ह जो जनता को जयादा स जयादा लनचोडकर उसक हर लवरोध को कचलकर लवतिीय और इजारदारी पजी क लहतो की रषिा कर सक ललकन ऐसी हर परलतलरियावादी ताकत िासीवादी नही हो सकती कयोलक िासीवाद एक आधलनक लवचारधारा ह जो मखयतः लवतिीय और इजारदार पजी की सवा करती ह और टटपलजया वगषो क समथथन क दम पर सतिा म कालबज होती ह िासीवाद को तीन परमख चीजो क आधार पर ही पहचाना जा सकता हmdashक डर आधाररत सगठन िासीवादी लवचारधारा और टटपलजया वगषो क समथथन की लहर पर उभरा वयापक सामालजक आधार वाला आनदोलन एक क डर आधाररत सगठन एक सलनलचित िासीवादी लवचारधारा

(जो मलतः वयवहारवादी होती ह) क आधार पर ही खडा लकया जा सकता ह इसी सगठन क बलबत पजीवादी सकट क काल म टटपलजया वगषो क बीच जीवन की बदहाली स उदार क ललए पहल वाली महानता का सवपन लदया जाता ह और उनह लवशवास लदलाया जाता ह लक मजबत नता क रप म उनका तारणहार इस लाकर दगा इन वगषो को यह लवशवास लदलाया जाता ह लक उनह सतिा क परलत लबलकल वफादार होना होगा और इस तारणहार का लवरोध करन वाल हर लकसी का सिाया करना होगा चाह वो टरड-यलनयन सगठन हो कमयलनसट कायथकताथ हो या मानवालधकार कमगी हो अपनी वगगीय महतवाकाषिाओ और सकलचत दलष क चलत टटपलजया वगषो की एक बडी आबादी और यहा तक लक हताशा स गसत मजदर वगथ क एक लहसस को भी कछ समय क ललए सवगथ की परालपत की उममीद होन लगती ह कहन की जररत नही लक इस भरोस का आग चलकर कया हशर होता ह

अगर इस लवशषण क आधार पर टरमप क सतिा तक पहचन की परलरिया को दख और सवाल कर लक कया वह वाकई लकसी क डर आधाररत सगठन व िासीवादी लवचारधारा स टटपलजया वगषो क बीच स उभर हए आनदोलन क बलबत सतिा तक पहचा ह तो इसका जवाब होगा नही इसका मतलब यह कतिई नही लक िासीवादी चनाव क रासत स सतिा तक नही पहचत लहटलर स लकर मोदी तक चनाव जीत कर ही सतिा तक पहच ललकन चनावो क

पहल लमब समय तक उनक िासीवादी सगठन न टटपलजया वगषो और मजदर वगथ क कलीन तबको क अचछ-खास लहसस म काम करत हए िासीवादी लहर पदा की थी इसक उलट अमररका म टरमप क पीछ कोई सामालजक आनदोलन नही ह टरमप नसली या जातीय आधार पर वयापक दगा या कतलआम कराकर लवरोलधयो का सिाया करना तो दर चनावो स पहल कह गय अपन बहद मखथतापणथ ललकन जनता क बीच लोकलपरय हए जमलो क एक लहसस को भी लाग करवान म मलशकल का सामना करगा मसलन कया वह परवालसयो लवशषकर लालतनी-अमररकी परवालसयो क अमररका म परवश पर परी रोक लगा सकता ह कतिई नही कयोलक इन परवालसयो क ससत शरम की लट अमररकी पजीपलतयो की जररत ह इसी तजथ पर कया वह लवदशो म लशफट हए अमररकी कमपलनयो क उतपादन को वापस अपन दश म ला सकता ह लजसस बरोजगारी स गसत अमररकी शवत आबादी क ललए नय रोजगार पदा हो सक यह हो ही नही सकता लवतिीय पजी क वचथसव क इस दौर म मनाफ की दर जहा जयादा स जयादा होगी (और यह वही होगा जहा लटन क ललए ससत स ससता शरम होगा) उतपादन क कनद वही सथालपत लकय जायग यहा तक लक आतकवाद क लवरद लडाई क नाम पर टरमप न लजस लकसम क मलसलम लवरोध की बात की ह वह भी महज एक जमला ही सालबत होगी जालहरा तौर पर कोई िासीवादी शासक भी अपन सभी जमलो को लाग नही करवा पाता

ललकन वह जनता को लमब समय तक छलाव म रख पाता ह कयोलक समाज म उसकी पहच जयादा गहरी होती ह टरमप क ललए ऐसा करना भी ममलकन नही होगा

कल लमलाकर दखा जाय तो टरमप का उभार अमररकी सतिा क िासीवादी हो जान का परतीक नही ह ललकन साथ ही यह भलवषय म ऐसी लकसी समभावना क पदा होन क ख़तरो क ललए भी आगाह करता ह यह सही ह लक वलशवक आलथथक सकट का यह दौर आज जगह-जगह पर बजथआ वगथ की धर परलतलरियावादी पालटथयो और शासको क सतिासीन होन क ललए उपजाऊ जमीन परदान कर रहा ह ललकन साथ ही यही सकट एक रिालनतकारी लवकलप क लनमाथण और जनता क बीच उसका आधार बनान क ललए भी जमीन उपलबध करा रहा ह अगर मजदर वगथ और उसक लहरावल न समय की इस आहट को अनसना लकया अगर उनहोन इस तासदी क ललए लजममदार मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा का जनता क बीच पदाथिाश नही लकया तो हम यह जमीन िासीवालदयो को उपहारसवरप भट कर दग आज मजदर वगथ और उसक लहरावल को आम जनता और लवशषकर मजदर वगथ और टटपलजया वगथ स आन वाल नौजवानो को उनकी दःख-तकलीिो क ललए वासतव म लजममदार इस मौजदा आलथथक-सामालजक तान-बान की असललयत उजागर करनी होगी और भलवषय का ठोस लवकलप उनक सामन परसतत करना होगा

भारत म बढ रही बरोज़गारी

हई ह आरएसएस की लवचारधारा म दललतो अलपसखयको लरियो क लवरद नफरत ि लाना शालमल ह मोदी जो लक 2002 म ख़द िासीवादी लहसा म मसलमानो क कतलआम म शालमल रहा था स और उममीद भी कया की जा सकती ह इसललए आज जररत ह लक लजतन भी उतपीलडत वगथ चाह व अलपसखयकदललत या लरिया हो उनह

समची जनता क अग क तौर पर अपनी आलथथक राजनीलतक और सामालजक सरषिा क ललए भारत की समची महनतकश जनता की पजीपलतयो क ल ख़लाफ वगगीय लडाई को मजबत बनात हए अपन उतपीडन का डटकर लवरोध करना पडगा

ndash fcUuh

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह(पज 8 स आग)

mdash नारायण आनन खरारआजकल सभी दशवालसयो

को दशपरम का अथथ समझान की लजममदारी राषटरीय सवयसवक सघ व उसक अनषगी सगठनो न अपन लसर पर ल रखी ह यही कारण ह लक भारत माता लहनद राषटर सनातन धमथ पराचीन ससकलत जसी सघ की पसनदीदा अवधारणाओ न अब अगार स जगल की आग का रप ल ललया ह सघ की इन अवधारणाओ का लवरोध करन या सघ पर लकसी भी परकार की लटपपणी करन वालो को सघ दशदोही ठहरा रहा ह यह सच ह लक दशभलति व दशदोह का परमाणपत बाटन का हक सघ को लकसी न नही लदया ह पर लिर भी सघ क बोलन को अनदखा नही लकया जा सकता इसका कारण ह लक सघ 90 वषषो क इलतहास वाला दशभर म 51335 शाखाओ वाला व लगभग 60 लाख सवयसवको वाला सगठन ह इतना ही नही बललक लपछल 5 वषषो म सघ की दलनक शाखाओ म 29 परलतशत सापतालहक शाखाओ म 61 परलतशत व मालसक शाखाओ म 40 परलतशत की बढोतरी भी हई ह इसक साथ ही वतथमान परधानमनती भी सघ क सचच सवयसवक ह व उनह ख़द इसका अलभमान भी ह इसललए दशभलति क बार म सघ क लवचारो को अनदखा करन का साहस समभव नही ह उलटा सघ की दशभलति व दशपरम पर सागोपाग चचाथ करना आज समाज क ललए पहल स कही जयादा जररी बन गया ह

राषटरीय सवयसवक सघ की सथापना 1925 म नागपर म हई तब स 15 अगसत 1947 तक यानी 22 सालो तक भारत पर अगजो का राजय था इस काल म भारतीय राषटरीय कागस जस बड सगठन स लकर दश क अलग-अलग भागो म सलरिय अनक छोट सगठन अगजो स दश को सवतनत करान क ललए अपन-अपन तरीको स परयास कर रह थ ऐस समय म सघ कया कर रहा था य समझना सघ की दशभलति को समझन क ललए सबस उपयति रहगा सषिप म कहना हो तो एक सगठन क रप म सघ न अगजो क लवरद कछ भी नही लकया उलटा उस समय दश क ललए लदल म कछ करन का जजबा ललए सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन वाल लोगो को ऐसा करन स हतोतसालहत करना व दश क ललए बललदान करन वाल दशभतिो क तयाग का अपमान सघ न सलनयोलजत तरीक स अनथक लकया आज सघ दशभलति की लकतनी ही बात कर ल पर उनका य काला इलतहास उनकी ख़द की पसतको म दजथ हो चका ह बशक अपनी इस मककार भलमका क ललए सघ न कभी शमथ महसस नही की य भी सतय ह दश क सवतनत होन क बाद सवतनतता आनदोलन स दर रहन क सघ क कतय का समथथन सघ क दसर सरसघचालक माधव सदालशव गोलवलकर (गरजी) न लनमन शबदो म लकया - ldquo1942 क समय भी अनक लोगो क मन म आनदोलन क लवचार थ पर तब भी सघ क लनयलमत

कायथरिम चलत रह सघ न सीध तौर पर कछ भी न करन का सकलप ललया था लिर भी सघ क सवयसवको क मन म खलबली मची थी सघ लसफथ लनठलल लोगो का सगठन ह उनक बोलन का कोई अथथ नही ह ऐसा लसफथ बाहर क लोग ही नही बललक सघ क सवयसवक भी बोलन लग गय थ व नाराज हो गय थ इसक बावजद सघ न अपनी अवलसथती छोडी नहीrdquo1 सघ क परमपजय गोलवलकर गरजी क य शबद सघ की दशभलति का सबत ह

सवतनतता सगाम व सघ की चचाथ करत हए एक सावधानी बरतनी पडगी सगठन व एक वयलति क रप म सवयसवक क बार म अलग-अलग लवचार करना भी जररी ह लकसी भी सगठन का अपन सदसयो पर परा लनयनतण नही हो सकता ह सगठन म अलग-अलग मदो पर मतभद व लवरोधी अवलसथलतयो का लनमाथण होता ह आजापालन क ललए परलसद सघ भी इसका अपवाद नही ह ऐस समय म कया भलमका ली जायगी इसका लनणथय लकसी सगठन क लसदानत व लषिय स तय होता ह जनवादी मलयो व तालकथ कता म भरोसा करन वाला सगठन मतदान बहस तकथ आलद क दारा अपना पषि तय करता ह पर सघ म ऐस ldquoफालतrdquo मलयो की जगह नही ह सघ एक झणडा एक नता एक लवचारधारा इस लसदानत स अपनी अवलसथती बताता ह मतभद रखन वालो व ख़द तकथ करन की इचछा पालन वालो को दर होना पडता ह सघ सचच अथषो म समाज क एक छोट स वगथ क लहतो का परलतलनलधतव करता ह यही कारण ह लक वयापक जनता का समथथन परापत करन क ललए असली उदशयो को छपाकर सघ क उदशयो क बार म एक भरामक तसवीर परचाररत करना सघ की जररत ह इसक ललए सघ न जो सबस परभावी शरि तयार लकया ह वो ह सघ की भावनाओ को सहारा दती अलकाररक भाषा भोल भाल लोगो को सघ स जोडन का काम इस मायावी अरि न साल-दर-साल परभावी तरीक स लकया ह इसी कारण सामानय सवयसवक व सघ क नततव क बीच समय-समय पर टकराव पदा होता ह य तो तमाम अनय सगठनो म भी इस तरह का टकराव पदा होता ह सवतनतता सगाम क बार म सघ की अवलसथलत पर भी ऐस ही टकराव पदा होन क अनक उदाहरण ह इसललए जहा भी सघ क सवयसवक क वयलतिगत तौर पर सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन क उदाहरण लमलत ह उस वकत सघ की सागठलनक अवलसथलत कया थी इसकी पडताल करना जररी ह

राषटरीय सवयसवक सघ क ससथापक और पहल सरसघचालक डा कशव बलिराम हडगवार न अपन राजनीलतक जीवन की शरआत भारतीय राषटरीय कागस स की थी 1920 म असहयोग आनदोलन म भाग लन क कारण उन पर कस दजथ हआ व एक साल क सशरम कारावास की सजा

लमली सतयागालहयो का मानना था लक सामाजयवादी सतिा का लवरोध करना कवल अलधकार ही नही बललक एक कतथवय ह इसललए उनहोन य परलतजा ली थी लक वो अपना बचाव नही करग पर डॉ हडगवार न अपना बचाव लकया ldquoअपना बचाव न कर खटमल की तरह कचला जाना मझ गवारा नही ह अपना पषि रखकर हम दशमन की कचषाओ को दलनया क सामन लाना चालहएrdquo2 यही दशसवा ह यह तकथ उनहोन अपन समथथन म लदया दशसवा करत हए जल तो कया काला पानी जाना पड या िासी पर भी चढना पड तो हम तयार रहना चालहए ऐसी हकार भी उनहोन भरी पर सजा परी कर लौटन क बाद उनहोन इस बात की परी सावधानी बरती लक उनह काला पानी या िासी न हो वो कागस स दर हो गय कयोलक उनह य मजर नही था लक य दश यहा रहन वाल सभी जालत-धमथ क लोगो का ह डॉ हडगवार की जीवनी ललखन वाल ना ह पालकर क अनसार ldquoलहनदसतान म रहन वाल सभी लोगो का य दश ह इस धारणा पर स उनका लवशवास परी तरह उठ चका था उनक मन म य सपष लवशवास घर कर गया था लक लहनदतव ही राषटरीयता हrdquo इसीललए उनहोन 1925 म सघ की सथापना की इस सगठन क दारा नौजवानो को सामाजयवाद लवरोध की बजाय मसलमान लवरोध करन व कटर लहनदतववाद की तरफ लान क ललए उनहोन अपना परा जीवन समलपथत कर लदया सवतनतता सगाम म शालमल होन को उतसाही नौजवानो को हडगवार कया बोलत थ य उनकी उपरोति जीवनी म लदय वणथन स सपष हो जाता ह इस जीवनी क लखक ना ह पालकर ख़द हडगवार क साथी व एक सघ परचारक थ इसक साथ ही इस जीवनी की परसतावना सघ क दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी न ललखी ह इसललए य आरोप भी नही लगाया जा सकता ह लक सघ क लवरोधी कतसापरचार कर रह ह पालकर ललखत ह - ldquoअगर नौजवान क मन म सतयागह म भाग लन की इचछा जगती थी तो डॉकटर उसस सवाल करत थ - सतयागह क बाद जल जाना पडगा तयारी ह कया हा नौजवान का दढ उतिर होता था लकतन लदन का सकलप करक लनकल हो नौजवान की तरफ स छह महीन जसा कछ उतिर आता उसक बाद डॉकटर बोलत अगर छह महीन की जगह दो साल की सजा हो गयी तो इस सवाल का नौजवान तरनत जवाब दता लक वो भी काट लग इतनी ततपरता लदखान पर डॉकटर उसस बोलत आपको सजा हो गयी ह ऐसा समझकर य समय सघ कायाथलय को कयो नही दतrdquo मतलब सवतनतता सगाम म भाग लना सघ का काम नही था हडगवार क ऐस उपदशो को हमशा कामयाबी नही लमलती थी कछ लोग अपन लवचार बदल लत थ पर बहत सार सतयागह म भाग लत थ उनक बार म डॉ हडगवार क कया लवचार थ इसका उतिर भी पालकर न लदया ह ldquoहमन दश

क ललए कछ लकया ह इसका परदशथन जनता क सामन करन की इचछा रखन वाल नौजवान अलधक दखकर उनह (डॉ हडगवार को) दख होता थाrdquo 3

नमक सतयागह शर होत ही सघ पर भी इस आनदोलन म भागीदारी करन का दबाव बनना सवाभालवक था ऐस समय म पत जारी कर डॉ हडगवार न सघ की अवलसथलत लनमनलललखत शबदो म सपष की ldquoजारी आनदोलन म सघ न एक सगठन क तौर पर भागीदारी करना अभी तय नही लकया ह वयलतिगत तौर पर अगर कोई भागीदारी करना चाहता ह तो अपन सघचालक की अनमलत स शालमल हो सकता ह उस वहा भी इस तरीक स काम करना चालहए लक उसस सघ का लहतसाधन होrdquo2 सघ की मककार भलमका का य उतिम उदाहरण ह सवतनतता आनदोलन का खला लवरोध करना सघ क ललए राजनीलतक रप स आतमघाती होता इसललए सघ न ऐसा तो नही लकया पर सवयसवको को आजादी की लडाई स दर रखन का काम उसन परी चालाकी व ताकत स लकया

राषटरगौरव की डीग हाकन व सवतनतता आनदोलन स दर िटकन की नीलतयो क कारण सघ परी तरह नगा हो रहा था सवयसवको क वयलतिगत तौर पर भाग लन क बावजद सघ की एक सगठन क रप म सवतनतता सगाम लवरोधी अवलसथलत कदम-कदम पर लदख रही थी इसललए सघ की आलोचना भी हो रही थी ऐस समय म सघ दारा लदखायी गयी अववल दजव की लनलथजजता भागानगर सतयागह व उसम सघ की भलमका क बार म डॉ हडगवार क सपषीकरण म साफ लदख रही थी अख़बारो क माधयम स सघ की आलोचना करन वालो म एक शरी गो गो अलधकारी थ वस तो सघ ऐसी आलोचनाओ का कोई जवाब न दन का धतथ तरीका अपनाता था पर उस समय पररलसथलतयो क नाजक होन क कारण हडगवार को उतिर दना पडा इस जवाब म हडगवार बोलत ह - ldquoलनतय कायथ व नलमलतिक (यदाकदा) कायथ क बीच का अनतर अगर उनहोन (शरी गो गो अलधकारी) अपन लववक स समझा होता तो वो सघ क लवरद जहर नही छोडत ऐसा लगता ह लक शरी अलधकारी भल गय ह लक भागानगर सतयागह ख़तम होन क बाद भी राषटरमलति का काम बचा रहगा राषटर को मति करान क ललए लकय जान वाल आलख़ री परहार का समय आन स पहल की तयारी राषटरमलति का लनतय कायथ ह व भागानगर आनदोलन जस आनदोलन राषटरमलति क नलमलतिक कायथ ह हमारी सारी ताकत व लवशषजता लनतय ससथा क नलमलतिक कायषो म इस तरह नही बहायी जा सकती लक उसस लनतय कायषो म वयवधान उतपनन होrdquo2 लरिलटश सतिा क लवरद आनदोलन करना सघ की नजर म ऐसा ही एक तचछ नलमलतिक कायथ था ऐस नलमलतिक कायथ म अपनी ताकत ख़चथ करन क ललए सघ तयार नही था सवतनतता आनदोलन म भागीदारी क परलत सघ की अलनचछा

लकतनी दढ थी इसका एक दसरा सबत रिानतदशगी डॉ कशव बललराम हडगवार नामक पसतक म लमलता ह इस पसतक क लखक डॉ हडगवार क कामो की महानता का बखान करत हए ललखत ह - ldquoलजस समय सवतनतता क ललए चल रह लवलभनन आनदोलनो क अलतररति भी छोट-मोट सामालजक कायथ हाथ म लकर लवलभनन ससथाए काम कर रही थी उस समय भी डॉकटरजी न ऐसा कोई भी अभीष कायथ आखो क सामन न रख पररलसथलत लनरपषि दशवयापी सगठन खडा करन का बलनयादी काम हाथ म ललया डॉकटर कहत थ - सघ को कवल लहनद सगठन ही अपना लषिय रखना चालहए सघ कवल सगलठत करगा व इसक अलतररति कछ नही करगाrdquo2 सघ असललयत म कया कर रहा था इस सगठन का उदशय कया था सवतनतता आनदोलन व अनय सामालजक कायषो को लजन लनतय कायषो स परम क कारण सघ वलजथत मानता था वो लनतय कायथ असल म कया थ व उनका उदशय कया था वासतव म कया सघ कोई भी नलमलतिक कायथ नही कर रहा था इन सवालो क जवाब क ललए डॉ हडगवार की जीवनी म नागपर दगा परकरण पढन योगय ह लहनद धमथलनषठ सवयसवको न इन दगो म मलसलमो को क स मारा मलसजद क स जलायी इन परारिमो का वणथन लखक न गवथ क साथ लकया ह सघ क लनतय कायषो का सवरप व सगठन का उदशय वहा सपष हो जाता ह

सघ का हलथयार परम सवथजात ह हलथयारो का उतपादन भणडारण व परलशषिण इसको सघ की सथापना स ही महतव लदया जाता रहा ह सघ क सवयसवको को लवलभनन हलथयारो का परलशषिण लदया जाता ह य हलथयार कभी अगजो क लवरद इसतमाल हए कया नागपर दगो म सवयसवको न दर स ही जलत बाणो की वषाथ कर मलसजद जलायी3 धनलवथदा म इतनी पारगता सवयसवको को लमली थी पर अगजो की कचहरी या पललस सटशन की लदशा म कभी एक भी जलता बाण इन रामसवको क धनष स छटा नही इस हलथयार भणडार का एक बडा लहससा डॉ हडगवार न कयो नष लकया इसकी कहानी भी सघ की अगज परसती और कायरता पर अचछ-स परकाश डालती ह सघ क पहल सरकायथवाह बालाजी हदार को जनवरी 1931 म बालाघाट सरकारी हलथयार लट म पकडा गया (यही बालाजी हदार बाद म सपन क गहयद म लड व वहा स वापस आन क बाद कमयलनसट पाटगी ऑफ इलणडया क सदसय बन) बशक इस लट को सघ न अजाम नही लदया था य घटना डॉ हडगवार क ललए बडा आघात थी नाह पालकर क शबदो म - ldquoसरसघचालक क बाद सगठन म लजसका सथान ह उस पर इस तरह क आरोप लगन का मतलब अगजो की आख म चभ रह राषटरीय सवयसवक सघ पर आपदा थी इसीललए हडगवार न हलथयारो को 1931 म नष करवा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 5

(पज 6 पर जारी)

राषटरीय सवयसवक सघ क दश क सवतनतरता सगाम म योगदान की असललयत

6 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लदयाrdquo3 सघ अगजो की आख म चभ रहा था ऐसा यहा ना ह पालकर बोलत ह इसम लकतनी सचचाई ह य सच ह लक कछ सवयसवको क वयलतिगत सतर पर सतयागह म भाग लन व पर दश म सवतनतता आनदोलन क उिान पर होन क कारण सघ पर अगजो की नजर थी ऐस समय म डॉ हडगवार न सवयसवको क मन म य लबठान व अगजो को इसका आशवासन दन का सतत व जोरदार परयास लकया लक अगजो का लवरोध हमारा लषिय नही ह यही कारण था लक सघ पर परलतबनध लगान की जररत अगजो को कभी महसस नही हई मसलमानो को दश का दशमन बताकर उनक लवरद तो हलथयार इसतमाल लकय जाय पर सवयसवक अगजो क लवरद हलथयार इसतमाल कर गरजररी आफत मोल न ल इस बार म डॉ कशव बललराम हडगवार लकतन सावधान थ य हदार क उदाहरण स लदख जाता ह गह क साथ घनन भी लपसता ह कहावत को चररताथथ करत हए जब लकसी भी परकार की लरिलटश-लवरोधी गलतलवलध म शालमल न होन क बावजद सघ पर परलतबनध लगाया गया तब भी डॉ हडगवार को परा लवशवास था लक सघ पर परलतबनध नही लगगा यह लवशवास य ही नही था अगजो न सघ का सवरप परी तरह पहचान ललया था इसीललए सघ की सवामीभलति पर अगजो को परा लवशवास था सघ क बार म अगजो क दसतावजो म आग की जानकारी लमलती ह उन दसतावजो म ललखा ह लक भलवषय म सघ भारत म वही भलमका अदा करगा जो जमथनी म नाजी कर रह ह व इटली म िासीवादी

दश की रषिा स एलजगी सघ की

पहली पराथथना स भी परलतलबलमबत होती ह सघ की पहली पराथथना म एक मराठी व एक लहनदी शोक था इसम स लहनदी का शोक आयथसमाज की एक पराथथना म कछ बदलाव कर ललया गया था आयथसमाज की मल पराथथना थी

ह परभो आननददाता गयान हमको दीलजय

शीघर सार दगथणो को दर हमस कीलजय

लीलजय हमको शरण म हम सदाचारी बन

रिहमचारी दशरषिक वीर वरतधारी बन

इसम बदलाव कर सघ न नीच दी गयी पराथथना सवीकार की

ह गरो शरीरामदता शील हमको दीलजय

शीघर सार सदणो स पणथ लहनद कीलजय

लीलजय हमको शरण म रामपनथी हम बन

रिहमचारी धमथरषिक वीरवरतधारी बन3

इसम लकया गया बदलाव दखन योगय ह पणथ लहनद बनान की राम स की गयी पराथथना रामपनथी बनन की इचछा तो ह ही पर दशरषिक होन क बार म सघ की लवरलति इतनी जयादा थी व धमथ क सामन दश का सथान इतना दोयम था लक मल पराथथना की अलनतम लाइन म स दशरषिक शबद लनकालकर धमथरषिक शबद डालना सघ का नततव भला नही

सवतनतता की लडाई म योगदान दन वाल सभी दशभतिो स आज सघ अपना समबनध जोड रहा ह झठा इलतहास ि लाया जा रहा ह दश क ललए लडत-लडत अपनी जान नयौछावर करन वाल दशभतिो क बार म सघ दारा

अपन लखन व वयाखयानो स वयति लकया गया मत सघ की सवतनतता आनदोलन म भागीदारी की भलमका स एकदम ससमबनध ह सवयसवको का मागथदशथन करत हए दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी बोलत ह - ldquoअगजो क परलत गसस क कारण बहतो न अदत साहस लदखाया ह हम भी वसा ही कर य लवचार हमार मन म भी कभी आ सकता ह पर एक वयलति को यह भी सोचना चालहए लक कया ऐसा करन स दशलहत पर हो रह ह बललदान स उस लवचारधारा को बढावा नही लमलता लजसस समाज अपना सबकछ राषटर क नाम कबाथन करन क बार म परररत होता ह अब तक क अनभव स तो यह कहा जा सकता ह लक लदल म इस तरह की आग लकर जीना एक आम आदमी क ललए असहय हrdquo1 दशभतिो का रासता सामानय जनता को असहय लगता ह लसफथ इतना ही सघ का आरोप नही था बललक इन दशभतिो का अलधक स अलधक अपमान करना सघ न अपना कतथवय समझा था ऐसा उनक लवचारो स लदखता ह ldquoडॉ हडगवार रिानतदशगी यगपरषrdquo नामक पसतक क लखक लवना नन हडगवार का दशभतिो क बार म मत सपष करत हए ललखत ह - ldquoलरिलटश-लवरोधी भावना ही उस आनदोलन की मखय पररणा थी राषटर की सवतनतता क बार म सवराजय क बार म रचनातमक दलष या धारणा वहा कही नही लमलती सतयागह करन वाल बहत लोगो को छोटी-मोटी सजाए होती थी इस तरह सतयागह कर जल जाकर आय लोगो को ऐसा लगता था लक हमन दशभलति का एक लवशष कायथ लकया ह हम लोग अनय लोगो स शरषठ ह अगवा ह दसरो को हमारी जयजयकार

करनी चालहए अनयायी होकर हमारी लगरती बात को भी झल ऐसी भावना उनम बल मारन लगी दशभलति का एक ऐसा लनराला वगथ तयार होन लगाrdquo2 सघ का आगह था लक नौजवानो को भगतलसह राजगर सखदव जस दश क ललए पराण दन वाल दशभतिो को आदशथ क रप म नही दखना चालहए सवयसवको को इस बाबत आगाह करत हए गोलवलकर बोलत ह - ldquoहमारी भारतीय ससकलत को छोडकर अनय सभी ससकलतयो म ऐस बललदानो की पजा की जाती ह व उनको आदशथ माना जाता ह और ऐस बललदान करन वालो को राषटरनायक क रप म सवीकार लकया जाता ह परनत हमन हमारी भारतीय ससकलत म ऐस बललदानो को सववोचच आदशथ नही माना गया हrdquo1 इन दशभतिो को आदशथ मत मानो इतना कहकर ही गोलवलकर नही थमत ह बललक इसस भी आग वो बोलत ह - ldquoयह साफ ह लक जो जीवन म असिल होत ह उनम लनलचित तौर पर कछ गमभीर खालमया होती ह जो ख़द हारा हआ ह वह लकस परकार दसरो को रौशनी द सकता ह और सिलता की राह पर ल जा सकता ह हवा क हलक-स झोक स कापन वाली जयोलत हमारा मागथ क स परकालशत कर सकती हrdquo1 सघ की नजर म शहीद होन वाल दशभति असिल नायक ह व अगजो स माफी मागकर जल स छटन वाल व बाद म लकसी परकार की लरिलटश-लवरोधी कारथवाई न करन वाल सावरकर सवातनतयवीर ह दश की आजादी क ललए अपना जीवन दाव पर लगा दन वाल महान दशभतिो का ऐसा अपमान सामाजयवादी अगजो न भी कभी नही लकया था

राषटरीय सवयसवक सघ आज

दशभलति व दशपरम का ठकदार बना हआ ह जनता को अधर म रखन क ललए व असली मदो स धयान भटकान क ललए दशभलति का अफीम की गोली की तरह इसतमाल लकया जा रहा ह धनपशओ व पजीपलतयो की चाकरी करन क काम को बहतर तरीक स करन क ललए सघ न दशभलति को एक बाजार माल बना लदया ह पतजलल का सामान ख़रीदन वाला ही असली दशभति बाबा रामदव की य घोषणा इस बाजार दशपरम का घलणत आलवषकार हम पहल ही दख चक ह लवलभनन पजीवादी परसार माधयमो क दारा लकय जा रह लभावन परचार क पीछ छप जहरील सतय को पहचानन क ललए जनता को गरीबी की ओर ढकलन वाली व जनता क बीच िट डालन वाली सघी राजनीलत को उखाड ि कन क ललए सघ का इलतहास जनता क सामन आना बहत जररी ह आज सघ दशपरम की लकतनी ही बात कर ल पर उनका सचचा काला इलतहास सघ क ही सालहतय म सरलषित रखा हआ ह हाफ पणट छोडकर िल पणट पहनन पर भी राषटरीय सवयसवक सघ का नगापन छपगा नही

सिभव 1 शरीगरजी समग दशथन खड 32 डा हडगवार रिानतदशगी

यगपरष ndash लव वा नन3 डा हडगवार ndash ना ह पालकर(सभी पस तको क परकाशक

भारतीय लवचार साधना परकाशन)

(लखक मरयाठी मजिर अखबयार कयामगयार दबगल क समपयािक ह)

मरयाठी स अनवयाि - सतया

राषटरीय सवयसवक सघ का दश क सवतनतरता सगाम म योगदान

लपछल वषथ दायर हई कल एफआईआर म स कवल 1 परलतशत दललतो या आलदवालसयो दारा हई थी इस 1 परलतशत म स 40 परलतशत ही दललत उतपीडन रोधी कानन क तहत हई थी और इन 40 परलतशत एफआईआर म दणड लमलन की दर मात 7 परलतशत ह 87 परलतशत कसज पलणडग ह कया इस दाव म कछ दम ह लक इस कानन का दरपयोग होता ह यलद कछ अपवादसवरप मामलो म दरपयोग होता भी ह तो इस आधार पर भारतीय सलवधान व दणड सलहता क हर कानन को रद कर दना चालहए कयोलक उन सबका ही दरपयोग होता ह सच यह ह लक मराठा आबादी का कलीन तबका 50 परलतशत शषिलणक ससथानो 70 परलतशत लजला सहकारी बको और 90 परलतशत शगर कारख़ानो का माललक ह परदश की राजनीलत पर मराठा कलीन वगथ का कबजा रहा ह 1960 स 18 मखयमलनतयो म स 10 और करीब 50 परलतशत लवधायक इस मराठा बजथआ

वगथ स आत ह यह सवय गरीब मराठा आबादी का शोषक और उतपीडक ह अगर इस मराठा कलीन तबक को मराठा अलसमता और बहतरी की इतनी ही लचनता ह तो लजस षित म सबस बडी गरीब मराठा आबादी रहती ह जस लक मराठवाडा वहा य मराठा शासक खती क सकट को दर करन क ललए लसचाई व कजथ माफी की योजनाए लाग कयो नही करत य रोजगार गारणटी कानन और बरोजगारी भतिा को लाग कयो नही करत य रोजगार सजन करन वाली वासतलवक लवकास की नीलतयो को लाग कयो नही करत य पलचिमी महाराषटर की अपनी चीनी लमलो म नयनतम मजदरी कयो नही लाग करत कारण य लक मराठो क बीच का यह छोटा-सा कलीन पजीवादी तबका अपन मनाफ की हवस म अनधा ह और उसक ललए कछ भी कर सकता ह मराठा महनतकश आबादी क साथ इसका जो वगथ अनतरलवरोध ह उस दबान क ललए ही आज यह कलीन मराठा शासक वगथ दललत-लवरोधी

माहौल बना रहा ह यह वयवसथा क लवरद जनअसनतोष को रोकन क ललए गरीबो को जालत क नाम पर एक-दसर क सामन खडा कर रहा ह और गर-मदो को मदा बना रहा ह

हकमरानो की साजज़श म मत फसो महनतकशो की वगड एकजटता सातपत करो

य कोलशश आज लसफथ महाराषटर म ही नही हो रही ह हाल ही म गजरात म पलटदारो का उभार भी इसललए पदा लकया गया था कयोलक पलटदारो-पटलो क बीच भी एक छोटा सा पजीपलत वगथ ह जो सवय गरीब पलटदारो-पटलो को लट और दबा रहा ह इस गरीब आबादी का गससा अपनी ही जालत क कलीनो क परलत न िट पड इसललए उस दललतो और आलदवालसयो क लवरद मोडा जा रहा ह कया हमन हररयाणा म (जहा पर बरोजगारी दर दश म सबस तजी स बढ रही ह) हाल ही म आरषिण क ललए हए जाट आनदोलन म यही

षडयनत होत नही दखा वहा भी गरीब और लनमन मधयवगगीय जाट आबादी क गसस को अनय जालतयो क लवरद मोड लदया गया

आज पर दश म ही पजीवादी वयवसथा जनता को रोजगार रोटी कपडा मकान और सामालजक-आलथथक सरषिा व नयाय नही द सकती ह ऐस म आम महनतकश लोगो का गससा वयवसथा-लवरोधी रख़ न ल ल इसक ललए लोगो को जालत और धमथ क नाम पर लडवाया जा रहा ह महाराषटर म आज जो मराठा उभार हो रहा ह उसक मल कारण तो मराठा गरीब आबादी म बरोजगारी महगाई गरीबी और असरषिा ह ललकन मराठा शासक वगषो न इस दललत-लवरोधी रख़ दन का परयास लकया ह इस सालजश को समझन की जररत ह इस सालजश का जवाब अलसमतावादी राजनीलत और जालतगत गोलबनदी नही ह इसका जवाब वगथ सघषथ और वगगीय गोलबनदी ह इस सालजश

को बनकाब करना होगा और सभी जालतयो क बरोजगार गरीब और महनतकश तबको को गोलबनद और सगलठत करना होगा इसी परलरिया म रिाहमणवाद और जालतवाद पर भी परहार करना होगा वासतव म जालत उनमलन और रिाहमणवाद क नाश का रासता इसी परकार की वगगीय गोलबनदी क जररय समभव ह अलसमताओ क टकराव म हर अलसमता कठोर बनती जाती ह और अनततः गर-मदो पर आम महनतकश लोग ही कट मरत ह कया दशको स ऐसा ही नही होता आया ह कया अब भी हम शासक वगषो क इस टरप म िसग कया हम अब भी उनक हाथो मखथ बनत रहग नही पजीवादी वयवसथा क लवरद एकजट होना और इसक ललए और इसी परलरिया म रिाहमणवाद जालतवाद और सामपरदालयकता क लवरद समझौतालवहीन सघषथ करना - महनतकश जनता क पास यही एकमात रासता ह

पजीपततयो की साजजश को पहचानो शासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 5 स आग)

(पज 13 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 7

आठ नवमबर की रात को परधानमनती मोदी न अचानक 500 और 1000 रपय की नोटबनदी का ऐलान लकया नकदी पररचलन का 86 परलतशत लहससा 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही था गौरतलब ह लक लन-दन का 90 परलतशत नकदी क रप म ही लकया जाता ह और 85 परलतशत स जयादा कामगारो को तनखवाहो का भगतान भी नकदी क रप म ही लकया जाता ह फाइननलश यल इनकलायशन इनसाइटस परोगाम क एक सवव क अनसार लगभग 53 परलतशत आबादी क पास कोई बक खाता नही ह यनाइटड नशस डवलपमणट परोगाम की एक ररपोटथ क अनसार 80 परलतशत मलहलाओ क पास कोई बक खाता नही ह ऐस म सहज ही अनदाजा लगाया जा सकता ह लक नोटबनदी का आम जनता पर लकतना गहरा परभाव पड रहा होगा

नोटबनदी की घोषणा क बाद स अब तक एक महीन स जयादा समय बीतन क बाद भी जनता की मसीबत बदसतर जारी ह बको क बाहर लोग घणटो खड होकर अपनी दलनक जररतो क ललए नकदी लनकालन क ललए मजबर कर लदय गय ह लजन लोगो क बक खात नही थ उनह नोट बदलवान क ललए लबचौललयो का सहारा लना पडा लजसकी एवज म उनहोन 30 स 40 परलतशत तक का कमीशन काटा जयादातर कारख़ानो म तो माललक अब भी मजदरो को परान 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही तनखवाहो का भगतान कर रह ह मजदरो क एतराज जतान पर उनह काम छोडन क ललए कहा जा रहा ह नोटबनदी क बाद कई कमपलनयो न मजदरो को उनकी तनखवाहो का भगतान करन म असमथथता जतात हए तालाबनदी की घोषणा कर दी ह पलचिम बगाल क हावडा लजल म शरी हनमान जट लमल म 5 लदसमबर को कमपनी परबनधन न कमपनी बनदी का ऐलान लकया लजसक बाद 2500 मजदरो को काम स हाथ

धोना पडा मदास इसटीटयट ऑफ डवलपमणट सटडीस क एक अथथशारिी एस जनकरजन क अनसार नोटबनदी क बाद बडी तादाद म लनमाथण मजदरो पर छटनी की तलवार लटक रही ह एक अनमान क अनसार तलमलनाड क लनमाथण उदोग म लग लगभग 5 लाख मजदरो पर इस समय छटनी का ख़तरा मडरा रहा ह नोटबनदी क बाद नकदी और काम दोनो म ही आयी कमी क कारण सरत क डायमणड कलटग और पॉलललशग उदोग म लग करीब 20 लाख मजदरो म स तकरीबन 10 लाख मजदर अपन गावो की ओर वापस रख़ कर रह ह (सोत लबजनस सटणडडथ 10 लदसमबर) कमोबश यही लसथलत राजकोट क जवलरी उदोग अलग म जहाज तोडन क काम म लग मजदरो की ह इसी तरह पवगी बगाल क तराई इलाक क एक चाय बागान की बनदी क बाद करीब 2500 मजदरो की रोजी-रोटी का सोत परी तरह ख़तम होता ह (सोत इलणडयन एकसपरस 11 लदसमबर) लदय गय आकड यह बतान क ललए काफी ह लक नोटबनदी न आम महनतकश जनता को लकतनी बरी तरह परभालवत लकया ह सरकार व उसक लपट नोटबनदी क समथथन म चाह लकतन ही (क)तकथ दकर बच लनकलन की बशमथ कोलशश कर ललकन जनता पर बरपाय गय इस कहर पर पदाथ नही डाला जा सकता

नोटबनदी का ऐलान करत हए यह दावा लदया गया लक यह कदम काला धन और नकली नोटो पर नकल कसन क ललए उठाया गया ह आइए जरा इन दावो की भी पडताल कर ल जात हो लक काल धन का कवल 6 परलतशत ही नकदी क रप म मौजद रहता ह काल धन का बडा लहससा ऐस दशो या इलाको (जस सवीटजरलणड पनामा बरमडा कमन आइलणड वलजथन आइलणड आलद) म लगाया जाता ह जो या तो परी तरह कर मति होत ह या लिर वहा नाममात का

कर लगता ह इसस बडी लवडमबना कया हो सकती ह लक नोटबनदी की तारीफो क पल उन तमाम नामी-लगरामी हलसतयो (याद कीलजए अलमताभ बचचतन अजय दवगन) न बाध लजनका नाम पनामा पपर लीक मामल म सामन आया था इसक अलावा काला धन बड पमान पर ररयल एसटट सोना या शयर की ख़रीदारी म लगा लदया जाता ह यही नही बड-बड पजीपलत फजगी कमपलनयो क नाम पर (लजसका कोई वासतलवक कारोबार नही ह) काल धन को एफडीआई का नाम दकर पन दश की अथथवयवसथा म ल आत ह इस परलरिया को क पीटल राउणड लटरलपग क नाम स जाना जाता ह ऐस म सपष ह लक काला धन क असली लखलाडी जो बहतरी तकनीको का इसतमाल करक अपना काला धन लठकान लगात ह उन पर नोटबनदी का कोई परभाव नही पडन वाला हा इसस यह जरर होगा लक कछ छोट-मोट लखलाडी पकड म आ सकत ह

अब नोटबनदी स नकली नोटो क ख़ातम क दाव की पडताल कर ली जाय नशनल इनवसटीगलटव एजसी (एनआइए) और इलणडयन सटलटल सटकल इसटीटयट क 2015 क एक सयति अधययन क अनसार अथथवयवसथा म हमशा ही 400 करोड की नकली मदा मौजद रहती ह एक और मजदार तथय दलखए िाइनलशयल एकसपरस की 15 नवमबर की एक ख़बर क अनसार नयी नोटो की कवल छपाई का ही ख़चथ 11000 करोड रपय ह अब जरा सोलचए लक 400 करोड क नकली नोटो क ख़ातम क ललए 11000 करोड का ख़चथ करक नय नोट छापना कहा की समझदारी ह

बहरहाल अब तक तो यह सपष हो ही गया ह लक नोटबनदी स न तो काला धन पर लगाम लग सकती ह न ही नकली नोटो क कारोबार पर तब लिर सवाल उठता ह लक आलखरकार

नोटबनदी का यह कदम उठाया ही कयो गया ह अगर समय म जयादा नही करीब 1 साल पीछ जाय तो आपको शायद याद हो लक अगसत 2015 म लवति मनती अरण जटली का बयान आया था लक तरलता की कमी स लनपटन क ललए बको म 70000 करोड रपय डालन की आवशयकता ह आलखरकार तरलता की यह कमी पदा ही क स हई इस कमी का कारण ह बको क lsquolsquoबर कजथrsquorsquo या नॉन-परफॉलमिग एसटस (एनपीए) एनपीए का अथथ ह लनदार दारा 90 लदनो की समय सीमा क दौरान न तो मलधन न ही बयाज की अदायगी भतपवथ आरबीआई गवनथर रघराम राजन क अनसार भारतीय बको पर इन बर कजषो की माता माचथ 2016 तक 6 लाख करोड तक पहच चकी ह इन बर कजषो का 90 परलतशत भार पलबलक सकटर क बको पर ह वस हम यह नही भलना चालहए लक बको की छलव को खराब होन स बचान क ललए इन बर कजषो की माता को कम करक बताया जाता ह असली तसवीर की भयावहता का अनदाजा रलटग एजलसयो की ररपोटषो स पता चल जाता ह भारतीय रलटग एजसी इलणडया रलटगस क अनसार माचथ 2016 तक भारतीय बको दारा लदया गया कल कजथ 70 लाख करोड था और इसका 15वा भाग (यानी 13 लाख करोड) सटरसड एसटस का था सटरसड एसटस बको दारा लदय गय उन कजषो को कहा जाता ह लजनक वापस आन की या तो कोई उममीद नही ह या बहत कम उममीद ह या लिर उनह परी तरह माफ कर लदया गया ह गौरतलब ह लक अभी कछ महीन पहल 29 सरकारी बको न पजीपलतयो दारा ललय गय 154 लाख करोड क बर कजथ को परी तरह माफ कर लदया ह 9000 करोड रपय डकारकर लवजय मालया लवदश भाग गया यह लकसी स लछपा नही ह हालालक लवजय मालया तो कवल एक नाम ह जो चचाथ म आया दरअसल इस हमाम क

कई नग धडलल स सरकार की मदद स जनता की आखो म धल झोक रह ह बको म जमा जनता की गाढी कमाई को खलआम पजीपलतयो को कजथ क रप म लदया जाता ह और जब व उस लौटान स मना करत ह तो सरकार तब भी कोई कारथवाई करन क बजाय उनको पलको पर लबठा कर रखती ह

शोध ससथान रिलडट सयसी ररसचथ की ररपोटथ बताती ह लक भारत म लजन कॉरपोरट घरानो पर सबस जयादा कजथ लदा ह उसम नामी-लगरामी कमपलनया वदानता एससार अडानी अलनल अमबानी और मकश अमबानी की कमपलनया शालमल ह कल लमलाकर बक अपनी साख़ बचान क ललए तरह-तरह की तकनीकी शबदावललया गढकर जनता की नजर स असललयत लछपान की लघनौनी कोलशश करत हए पजीपलतयो की तन-मन-धन स सवा करत ह यह सपष ह लक बको पर इन बर कजषो क दबाव स अथथवयवसथा म तरलता की कमी का आना लनलचित था नोटबनदी का ऐलान करक जनता को नकदी जमा करन क ललए मजबर करक इस तरलता की कमी स लनपटन का आसान तरीका खोजा गया

काल धन पर सलजथकल सटराइक का हवाला दकर सरकार की असली मशा काला धन पर हमला नही बललक पजीपलतयो की सवा करना ह यहा एक और तथय का लजरि करत हए चल नोटबनदी क ि सल क बाद बको न बयाज दर घटा दी ह इसस जालहरा तौर पर जनता को तो कोई लाभ नही होगा पर 73 लाख करोड का कजथ दबाय बठ 10 बड ऋणगसत कॉरपोरट घरानो क ललए तो यह कदम सोन पर सहागा होन जसा ह भई साफ ह यह जनता नही पजीपलतयो की सरकार ह

micro osrk

नोटबनी और बको क lsquolsquoबर कज़डrsquorsquo

यह सब कछ बलकग चनल क जररय हआ था शायद मोदी सरकार की नजर म यह घपला था ही नही इन दोनो को तो ईनाम लमलना चालहए क शलस क रिाणड एमबसडर होन का आयात म कीमत स जयादा लबल और लनयाथत म कीमत स कम लबल दारा काला धन पदा करन वाल तरीक जो ऊपर बताय गय व भी क शलस और लडलजटल तरीक स ही चलत ह इसका पसा जब मॉरीशस-लसगापर होत हए लबना पहचान वाल पी-नोटस क जररय लवदशी लनवश क रप म आता ह तो वह भी क शलश और लडलजटल होता ह बड परोजकटस बढी-चढी लागत क फजगी लबलो क जररय जो बक कजथ ललया और बाद म कमपनी को बीमार कर मारा जाता ह वह भी सब क शलस ही होता ह लवजय मालया न जो 9 हजार करोड का चना बको को लगाया वह भी तो पकका क शलस और

लडलजटल था बोरी म नकदी भरकर नही भागा वह

अगर दलनया क और दशो का भी उदाहरण दख तो दलषिण कोररया और नाइजीररया जस दशो म सकल घरल उतपाद म नकदी की माता बहत कम ndash लगभग 4 - ह ललकन दोनो म भरषाचार कम होन का कोई परमाण नही बललक दलषिण कोररया की राषटरपलत को तो लिलहाल ही भरषाचार क आरोपो क चलत पद स हटन क ललए मजबर लकया जा रहा ह इसक लवपरीत जापान म भारत क 117 क मकाबल 20 नकदी ह ललकन वहा भारत स बहत जयादा भरषाचार का कोई परमाण नही

लिर मात आम लोगो क लन-दन का ररकॉडथ रखन म सरकार इतनी लदलचसपी कयो लदखा रही ह इसकी एक बडी वजह ह लक इसस लोगो क ऊपर लनगाह रखना उनकी जाससी करन का एक मजबत तनत खडा होगा हाल क वकत म दलनया क सभी पजीवादी दशो

की सरकार लभनन लवचार रखन वाल अलधनायकवादी परवलतियो का लवरोध करन वाल वयलतियो पर लनगहबानी का लशकजा कसन म बहत लनवश कर रही ह लजसस जनवादी आनदोलनो को लनयलनतत लकया जा सक इसका एक दसरा उपयोग ऐस कायथकताथओ को बदनाम करन क ललए उनक लकसी परान लन-दन लकसी वसत की ख़रीद को बगर सनदभथ बताय परचाररत करन म भी लकया जाता ह गजरात क 2002 क सामपरदालयक दगो म मोदी की भलमका की लवरोधी कायथकताथ तीसता सीतलवाड को बदनाम करन क ललए अभी कछ ही समय पहल गजरात पललस न ऐस ही उनक रिलडट काडथ क ररकॉडथ का परयोग लकया था

इसक अलतररति समपणथ नकदी रलहत मात इलकटरॉलनक मदा की लसथलत म लकसी वयलति ही नही बललक पर इलाक क जनसमदाय क जीवन को मात कीबोडथ पर कछ बटन दबाकर पग बना

दना भी शासक तबक क ललए बहत आसान हो जायगा अभी ही हम दखत ह लक लकसी भी आनदोलन की लसथलत म परशासन सबस पहल मोबाइल-इणटरनट को ही बनद करता ह लपछल एक साल म हरर याणा क जाट आनदोलन गजरात क पाटीदार आनदोलन कशमीर झारखणड उतिर-पवथ आलद म कल जोड तो 250 लदन तक इणटरनटमोबाइल पर रोक लगायी जा चकी ह क शलस लडजीटल लन-दन पर लनभथरता की लसथलत म परशासन क ललए लकसी भी षित क समसत जनसमदाय को उनक धन तथा वसतओ की ख़रीद-फरोखत की आम सलवधा स भी वलचत कर पाना बहद आसान होगा ऐसी लसथलत लकसी भी दश की जनता क ललए कतई सवीकायथ नही होनी चालहए कयोलक यह उनक सवतनतता और जनवादी अलधकारो क हनन का रासता खोल दगी

इसललए नोटबनदी मात लकसी नीलत क गलत लरियानवयन और कपरबनध

स जनता को होन वाली तकलीफ का ही सवाल नही ह बललक गरीब कमजोर वलचत शोलषत महनतकश बहसखयक तबक स ताकतवर और पहच वाल पजीपलत और उचच मधयम वगथ को धनसमपदा क बड और सथाई हसतानतरण साफ शबदो म कह तो लट और डक ती का बडा सवाल ह ललकन बजथआ लवपषिी पालटथया कछ ससदीय वामपनथी दलो समत नोटबनदी क इस मद को मात कपरबनधअसलवधा क सवाल तक सीलमत करना चाहत ह कयोलक वह जनता क गसस को पजीवादी शासन वयवसथा क ही ल ख़ लाफ जान स रोकन क ललए परयासरत ह इसक असली जनलवरोधी सवरप क सवाल को य पालटथया नही उठाना चाहती कयोलक अनत म य सब सरमायदार तबक की ही सवा करती ह

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नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 10 स आग)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

मज़दर तबगल की वबसाइटwwwmazdoorbigulnet

इस वबसयाइट पर दिसमबर 2007 स अब तक दबगल क सभी अक करमवयार उसस पहल क कछ अको की सयामगी तथया रयाहल फयाउणशन स परकयादशत सभी दबगल पदतकयाए उपलबध ह दबगल क परवशयाक स लकर नवमबर

2007 तक क सभी अक भी वबसयाइट पर करमशः उपलबध करया जया रह हमजिर दबगल कया हर नया अक परकयादशत होत ही वबसयाइट पर दनशलक

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lsquolsquoबरजआ अखबार परी की विशाल राशशयो क दम पर चलत ह मज़दरो क अखबार खद मज़दरो दारा इकटा ककय गय पस स चलत हrsquorsquo - लतनन

1 lsquoमजिर दबगलrsquo वयापक महनतकश आबयािी क बीच करयादतकयारी रयाजनीदतक दशकषक और परचयारक कया कयाम करगया ह मजिरो क बीच करयादतकयारी वजयादनक दवचयारधयारया कया परचयार करगया और सचची सववहयारया स कक दत कया परचयार करगया ह िदनया की करयादतो क इदतहयास और दशकषयाओ स अपन िश क वगव सघरषो और मजिर आिोलन क इदतहयास और सबक स मजिर वगव को पररदचत करयागया तथया तमयाम पजीवयािी अफवयाहो-कपरचयारो कया भणयाफोड करगया

2 lsquoमजिर दबगलrsquo भयारती करयादत क वरप रयात और समयाओ क बयार म करयादतकयारी कमदनटो क बीच जयारी बहसो को दनदमत रप स छयापगया और lsquoदबगलrsquo िश और िदनया की रयाजनीदतक घटनयाओ और आदथवक दथदतो क सही दवशरण स मजिर वगव को दशदकषत करन कया कयाम करगया

3 lsquoमजिर दबगलrsquo व ऐसी बहस लगयातयार चलयागया तयादक मजिरो की रयाजनीदतक दशकषया हो तथया व सही लयाइन की सोच-समझ स लस होकर करयादतकयारी पयाटटी क बनन की परदकरया म शयादमल हो सक और ववहयार म सही लयाइन क सतयापन कया आधयार तयार हो

4 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क बीच रयाजनीदतक परचयार और दशकषया की कयारववयाई चलयात हए सववहयारया करयादत क ऐदतहयादसक दमशन स उस पररदचत करयागया उस आदथवक सघरषो क सयाथ ही रयाजनीदतक अदधकयारो क दलए भी लडनया दसखयागया िअनी-चवनीवयािी भजयाछोर lsquolsquoकमदनटोrdquo और पजीवयािी पयादटवो क िमछलल या वदतिवयािी-अरयाजकतयावयािी टदननो स आगयाह करत हए उस हर तरह क अथववयाि और सधयारवयाि स लडनया दसखयागया तथया उस सचची करयादतकयारी चतनया स लस करगया ह सववहयारया की कतयारो स करयादतकयारी भरती क कयाम म सहोगी बनगया

5 lsquoमजिर दबगलrsquo मजिर वगव क करयादतकयारी दशकषक परचयारक और आहयानकतयाव क अदतररति करयादतकयारी सगठनकतयाव और आिोलनकतयाव की भी भदमकया दनभयागया

lsquoमज़दर तबगलrsquo का सवरप उदशय और जज़ मदाररया

पपरय पाठको बहत स सदसो को lsquoमज़दर तबगलrsquo तनयममत भजा जा रहा ह लककन काफी

समय स हम उनकी ओर स न कोई जवाब नही ममला और न ही बकाया राजश आपको बतान की ज़ररत नही कक मज़दरो का यह अख़बार लगातार आरथिक समसा क बीच ही तनकालना होता ह और इस जारी रखन क ललए हम आपक सहयोग की ज़ररत ह अगर आपको lsquoमज़दर तबगलrsquo का परकाशन ज़ररी लगता ह और आप इसक अक पात रहना चाहत ह तो हमारा अनरोध ह कक आप कपया जलद स जलद अपनी सदसता राजश भज द आप हम मनीआरडर भज सकत ह या सीध बक खात म जमा करा सकत ह

मनीआरडर क ललए पतामज़दर तबगल दारा जनचतनारी-68 तनरालानगर लखनऊ-226020बक खात का तववरणः Mazdoor Bigul खाता सखयाः 0762002109003787 IFSC PUNB0076200पजाब नशनल बक तनशातगज शाखा लखनऊतबगल की सदसता का भगतान ऑनलाइन करन क ललए तबगल की

वबसाइट mazdoorbigulnet पर जाय सदसताः वारषिक 70 रपय (राकख़चड सकहत) आजीवन 2000 रपयमज़दर तबगल क बार म ककसी भी सचना क ललए आप हमस इन माधयमो स

समकड कर सकत हःफोनः 0522-2786782 8853093555 9936650658ईमलः bigulakhbargmailcom फसबक wwwfacebookcomMazdoorBigul

मज़दर तबगलसमपयािकी कयायावल ः 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 फोन 8853093555दिलली समपकव ः बी-100 मकि दवहयार करयावलनगर दिलली-94 फोनः 011-64623928 ईमल ः bigulakhbargmailcomमल ः एक परदत - र 5- वयादरवक - र 70- (याक खचव सदहत) आजीवन सितया - र 2000-

lsquoमज़दर तबगलrsquo मज़दरो का अपना अख़बार ह ह आपकी दनदमत आदथवक मिि क दबनया नही चल सकतया

दबगल क दलए सहोग भदजजटयाइ सहोग कपन मगयान क दलए मजिर दबगल कयायावल को दलदख

मज़दर तबगल क ललए अपन कारख़ान दफतर या बसती की ररपोटट लख पतर या सझाव आप इन तरीको स भज सकत हः

डाक स भजन का पता मजिर दबगल दयारया जनचतनया ी-68 दनरयालयानगर लखनऊ-226020ईमल स भजन का पता bigulakhbargmailcom

2 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

पजीपततयो क पास दजडनो अख़बार और टीवी चनल ह मज़दरो क पास ह उनकी आवाज़ मज़दर तबगल

इस हर मज़दर क पास पहचान म हमारा साथि द

(पज 4 पर जारी)(पज 4 पर जारी)

लदसमबर 2013 म हए बहचलचथत लदलली बलातकार काणड क बाद बहत शोर-शराब क साथ सरकारो न दाव लकए थ लक बलातकार पीलडत लरियो को जलद इसाफ लदलान क ललए व लरियो क लख़लाफ अपराधो को लगाम कसन क ललए तरनत पखता कदम उठाए जाएग जलद इसाि तो कया लमलना था ललकन जलद ही कनद व राजय सरकारो का अदालतो पलल स-परशासन का रिी लवरोधी चररत और भी सामन आ गया ह न तो लरियो क साथ बलातकार छडछाड अपहरण तजाब ि कन व अनय धककशालहयो म कमी आई ह न ही इस समबनधी पललस-परशासलनक ढाच को दरसत लकया गया ह कहा गया था लक बलातकार क हर मामल की िासट टरक अदालतो म सनवाई होगी कछ मामलो को छोडकर बाकी कसो म पीलडत अदालतो की सालो-साल खाक छानन को मजबर ह

राषटरीय अपराध ररकाडथ बयरो की एक ररपोटथ क मतालबक भारत म रोजाना लगभग बलातकार क 100 कस दजथ होत ह कहन की जररत नही ह लक बलातकार पीलडतो की वासतलवक सखया इसस कही अलधक होगी अपरालधयो दारा डराय-धमकान बदनामी पललस दारा कस दजथ न करन या टालमटोल इसाि की नाउममीद आलद अनको कारणो स बहसखयक पीलडतो दारा तो कस दजथ ही नही हो पात दजथ कसो म लसफथ चौथा लहससा कसो म ही सजा सनाई जाती ह इन मामलो म भी बडी बहसखयक मामलो म लमब इनतजार क बाद ही सजा सनाई जाती ह इसक बाद ऊपर की अदालतो म लिर स सालो-साल कस लटकता रहता ह दरी स लमला इसाि भी वासतव म बइसािी ही होता ह

िासट टरक कस चलान क वादो की सरआम धलजजया उडाई गयी ह यहा तक लक लजन मामलो की समाज म बड सतर पर चचाथ भी होती ह उन

मामलो म भी िासट टरक कस नही चलाए जात सन 2014 की आलख री लतमाही म ललधयाना म घलटत शहनाज अगवा बलातकार व कतल काणड इसकी बडी उदाहरण ह ललधयाना क ढणडारी इलाक म 17 वषथ की शहनाज को अकटबर महीन म इलाक क एक गणडा लगरोह न अगवा करक सामलहक बलातकार लकया था गणडा लगरोह दारा डरान-धमकान मामला दजथ करन म पललस की टालमटोल दर-दर की ठोकर खान क बावजद शहनाज और उसक पररजनो न एिआईआर दजथ करवाई गणडा लगरोह कछ लदनो क ललए जल म रहन का बाद जमानत पर ररहा हो गया चार लदसमबर को घर म घस करक लमटी का तल डालकर शहनाज को लजनदा जला लदया गया चार लदन बाद उसकी मौत हो गयी मौत स पहल उसन पललस व मलजसटरट क सामन बयान दजथ करवाए लजसम उसन सात वयलतियो क नाम ललए कारखाना मजदर यलनयन क नततव म बनी ढणडारी बलातकार व कतल काणड लवरोधी सघषथ कमटी क नततव म हजारो लोगो क सघषथ क दबाव म पलल स न सार दोषी (सात) लगरफतार कर ललए पहल तो चालान पश करन म दरी की गयी झठी कहालनया गढी गयी (परम कहानी और पररजनो दारा इजजत क नाम कतल) ललकन जनसघषथ क दबाव म य सालजश िल हो गयी ललकन चालान पश करन म ही तीन महीन का समय लगा लदया गया ह पलल स-परशासन न वादा लकया था लक कस िासट टरक कोटथ म चलाया जायगा ललकन ऐसा नही हआ दो साल होन वाल ह ललकन अब तक इस कस का लनपटारा नही हो पाया ह

जलद इसाि लमलन की समभावनाए यहा बहत कम ह सारी सरकारी वयवसथा रिी लवरोधी सोच स गसत ह जब कोई रिी लहममत करक पललस क पास लशकायत लकर जाती ह तो

सबस पहल उस ही गनाहगार ठहरान की कोलशश की जाती ह पललस की परी कोलशश रहती ह लक मामला दजथ न हो कोलशश की जाती ह लक घस लकर मामला रिा-दिा कर लदया जाय अगर रपट दजथ भी होती ह तो दरी कार कारण मडीकल करवान पर बलातकार सालबत करना मलशकल हो जाता ह असपताल क डॉकटर गवालहया द क बचन क ललए मामल को रिा-दिा करन या खद को मामल स दर रखन क ललए लतकडमबालजया लभडान लगत ह अदालतो म भी रिी लवरोधी सोच हावी ह पीलडत लरियो को ही लकसी न लकसी रप स गलत समझा जाता ह वस तो जजो और अनय मलालजमो की कमी क कारण अदालतो म अलधकतर मामल लमब समय तक लटक रहत ह ललकन रिी लवरोधी अपराधो क मामलो म अदालती वयवसथा म लरियो क परलत असवदनशीलता हावी होन क कारण भी इसाि या तो लमल ही नही पाता या दरी स लमलता ह

लरियो क लख़लाफ अपराधो की कमी और इसाफ क ललए सरकारी वयवसथा म चसती-दरसती पर ही भरोसा नही रखा जा सकता बशक इसक ललए सरकारी वयवसथा म चसती-दरसती आनी चालहए ललकन ऐसा भी एक हद तक तब ही हो सकता ह जब समाज म लरियो क अलधकारो का एक बडा आनदोलन मौजद हो कहन की जररत नही ह लक इस आनदोलन म लरियो की भागीदारी मखय होगी लरियो की वयापक भागीदारी वाल इस आनदोलन क लबना उनक लवरध अपराधो म कमी नही आ सकती और न ही अपरालधयो को जलद सजाए करवाई जा सकती ह रिी क लख़लाफ अपराधो म कमी क ललए जररी ह लक समाज म लरियो क परलत सवदनशीलता का परसार हो ऐसा भी लरियो क वयापक आनदोलन क लबना नही हो सकता

mdash रणबीर

बलातार पीडितो को इसाफ क झठ वाद16 ददसमबर की बबडर घटना क पाच साल बाद

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 3

mdash जशवानीहाल ही म सववोचच नयायालय दारा

लदय गय एक फ सल की काफी चचाथ रही 26 अतिबर को lsquoपजाब राजय बनाम जगजीत लसह (2016)rsquo मामल म अपना फ सला सनात हए सववोचच नयायालय की एक खणडपीठ न कहा लक lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का लसदानत पजाब सरकार क ललए काम करनवाल असथायी कमथचाररयो पर भी लाग होगा लजसका अथथ यह ह लक पजाब सरकार दारा लनयति लकय गय हजारो असथायी कमथचारी जस लक लदहाडी मजदर एड हॉक क जअल और कॉणटरकट कमथचारी यलद व सथायीलनयलमत कमथचाररयो क समान काम कर रह ह तो व सब सथायी कमथचाररयो को लमलनवाल वतनमान क ही हकदार होग

गौरतलब ह लक इस तरह क मसल पर यह कोई इकलौता फ सला नही ह इसस पहल भी कई राजयो क उचच नयायालयो और ख़द सववोचच नयायालय न lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo क सवधालनक लसदानत को लाग लकय जान की बात कही ह हालालक इस बार यह फ सला ऐस वकत म आया ह जब कनद म बठी भाजपा सरकार शरम क असथायीकरण और अनौपचाररकता की परलरिया को नयी ऊचाइयो तक ल जान क ललए परलतबद ह मोदी सरकार न सतिासीन होत ही इस बाबत अपनी मशा जालहर भी कर दी हर लकसम क शरम कानन को लचीला बनाकर ख़तम कर दन की कवायद जोरो स जारी ह मजदर-कमथचाररयो को बच-खच काननी परावधानो क तहत लमलनवाली सहललयतो को पजीपलतयो और कॉरपोरट घरानो क हाथ बचन क ललए इस पजी-भति सरकार न कमर कस ली ह यह बात दीगर ह लक पहल ही य शरम कानन वासतलवकता म लकतन लाग होत थ हालालक अब इस काननी जाम की औपचाररकता को भी उतार फ क दन की फासीवादी मलहम चल रही ह

उति जगजीत लसह का मामला सववोचच नयायालय क समषि पजाब एव हररयाणा उचच नयायालय क कई अनतरलवरोधी लनणथयो क बाद एक अपील क रप म आया पजाब-हररयाणा उचच नयायालय क अधीन इन सभी मामलो म जो सामानय मदा था वह यह था लक कया असथायीअलनयलमत तौर पर काम कर रह कमथचारी लजनम लदहाडी मजदर एड हॉक कमथचारी क जअल कमथचारी ठक पर काम कर रह कमथचारी और व सभी कमथचारी जो लनयलमत या पणथकाललक आधार पर काम नही कर रह ह शालमल ह लनयलमतसथायी पदो पर काम कर रह कमथचाररयो को लमलनवाल वतन क हकदार ह या नही जहा 2003 म lsquoपजाब राजय बनाम रालजनदर कमारrsquo मामल म पजाब-हररयाणा उचच-

नयायालय की एक पीठ न इस मद पर सकारातमक रवया अपनाया वही 2013 म lsquoअवतार लसह बनाम पजाब राजयrsquo मामल म उति उचच नयायालय की पणथ पीठ न 2003 क फ सल को पलटत हए यह लनषकषथ लनकाला लक असथायी अलनयलमत कमथचारी सथायीलनयलमत कमथचाररयो क समान वतन क हकदार नही हो सकत ह सपरीम कोटथ का हाललया फ सला इसी सनदभथ म आया ह

अपन इस फ सल म उचचतम नयायालय न कहा ह लक एक lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo अपन दारा लनयति लकय गय कमथचाररयो म वतन क आधार पर भदभाव नही कर सकता ह ऐसा करना lsquolsquoदमनकारी और उतपीडनकारीrsquorsquo होगा कम स कम सरकार को तो अपन कमथचाररयो क साथ एक आदशथ लनयोतिा क तौर पर बताथव करना चालहए आज का भारतीय राजय लकतना lsquolsquoकलयाणकारीrsquorsquo ह इस पर चचाथ करना ही बमानी ह पजीवाद क इस नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म जब आलथथक सकट पजीवाद की ढाचागत लवलशषता बन चका ह तब भारत तो कया दलनया का कोई दश lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo होन का जोलखम या ख़चथ नही उठा सकता ह और लिर तो यह दसरी ही चचाथ का लवषय ह लक पजीवाद क lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo क दौर म भी राजय लकतना और लकसक ललए कलयाणकारी था इसललए सववोचच नयायालय का यह कथन एक ऐस भरम को बनाय रखना चाह रहा ह लजसका आज क पजीवाद म कोई भौलतक आधार मौजद ह ही नही

यहा एक और बात धयान दन लायक ह सववोचच नयायालय क इस फ सल समत ऐस सभी फ सल जयादातर उन मामलो म आय ह लजनह काननी भाषा म lsquoसवा काननrsquo (सलवथस लॉ) की सजा परापत ह यानी य सभी मामल कनद या राजय सरकारो क परतयषि कमथचाररयो स जड मामल ह

बहरहाल इस फ सल क बाद कनदीय टरड यलनयनो क लीडरान म खशी की लहर सी दौड गयी लकसी न इस अभतपवथ फ सला बताया तो लकसी न इस कनदीय टरड यलनयनो क नततव म चल रह lsquolsquoभारत क मजदर आनदोलनrsquorsquo की अहम जीत बताया इन सभी न भारतीय नयालयक वयवसथा और सलवधान म अपनी दढ आसथा को एक दफा लिर जतात हए सववोचच नयायालय क इस फ सल की भरर-भरर सराहना की यह तक कह डाला लक यह lsquolsquoऐलतहालसक फ सलाrsquorsquo भारत म ठकाकरण और lsquolsquoक जअलाइजशनrsquorsquo की समसया क समाधान म एक महतवपणथ कदम ह जबलक सचचाई तो यह ह लक सववोचच नयायालय क इस फ सल का शरम क ठकाकरण क परशन स दर-दर तक कोई लना-दना नही ह

यह बात सच ह लक इस फ सल

स कनद व राजय सरकारो दारा अपन लवभागो म परतयषि तौर पर लनयति लकय गय असथायीअलनयलमत कमथचाररयो को कछ राहत लमलगी व सभी इस फ सल का इसतमाल एक लमसाल या पवथलनणथय क तौर पर सथायीलनयलमत कमथचाररयो लजतना ही वतन पान क ललए एक हद तक कर पायग ललकन यह भी नही भलना चालहए लक यह फ सला लसफथ सरकारी कमथचाररयो पर लाग होगा जो लक भारत की कल मजदर आबादी का बहद छोटा सा लहससा ह लनजी षित और सरकार दारा लनयलनतत सावथजलनक षित क उपरिमो क अनौपचाररकअसगलठत मजदरो की लसथलत पर इस फ सल स कोई असर नही पडगा कयोलक यह फ सला उनक ललए ह ही नही

आज भारत की कल मजदर आबादी का 93 परलतशत स अलधक असगलठत षित म काम करता ह बाकी 7 परलतशत आबादी जो सगलठत औपचाररक षित म काम करती ह उसका भी तीन-चौथाई लहससा ठका या क जअल मजदर ह या अगर वह सथायी ह भी तो लकसी यलनयन म सगलठत नही ह आज शरम क अनौपचाररकीकरण की परवलति ही मखय परवलति ह अथथवयवसथा म एक लवशालकाय अनौपचाररक षित पदा हआ ह लवशाल सखया म ऐसी औदोलगक इकाइया अलसततव म आयी ह जो लकसी भी परकार क कानन या सरकार दारा लाग लकसी भी लवलनयमन क अनतगथत नही आती इनम घरो म उपठकाकरण क तहत होनवाल काम स लकर हणडीरिाफट उदोग वकथ शॉप छोट-मोट कारख़ान तक शालमल ह इनम काम करनवाली शरलमक आबादी का 98 परलतशत लहससा ऐसा ह लजसक पास लनलचित मजदरी वाला पकका लनयलमत रोजगार नही ह और लकसी भी परकार की काननी सरषिा उनह हालसल नही ह इसक अलावा सगलठत और असगलठत दोनो ही षितो म कायथशलति का अभतपवथ अनौपचाररकीकरण हआ ह यानी लक जो मजदर आबादी सगलठत षित म पकक रोजगार और लनयलमत पकक वतन क साथ काम कर रही थी उसक आकार को भी ठकाकरण-उपठकाकरण और छटनी क जररय तजी स छोटा लकया जा रहा ह 2011-12 क राषटरीय नमना सववषिण क मतालबक 79 परलतशत मजदरो क पास काम का कोई लललखत समझौता या करार नही होता वस यह आकडा इसस कही और बडा हो सकता ह

इस रप म दख तो अनौपचाररक असगलठत षित म काम करन वाली 98 परलतशत आबादी अनौपचाररक मजदर क रप म काम करती ह लजसक पास कोई रोजगार सरषिा सामालजक सरषिा शरम काननो को सरषिण काम करन की अचछी लसथलतया नयनतम मजदरी 8 घणट का कायथलदवस पशन ईएसआई पीएफ आलद की सलवधा नही ह इसक साथ ही औपचाररक

सगलठत षित म भी काम करन वाली मजदर आबादी का तीन-चौथाई स भी अलधक लहससा अनौपचाररक मजदर म तबदील हो चका ह लजसका कारण ह लपछल तीन दशक स जारी ठकाकरण क जअलाइजशन और लदहाडीकरण की परलरिया इस बहसखयक मजदर आबादी की लसथलत कया ह यह लकसी स लछपा नही ह सववोचच नयायालय स भी नही यलद मनयफ कचररग उदोग को दख तो लदलली म वजीरपर बवाना बादली शाहबाद डरी स लकर मायापरी-नारायणा ओखला पीरागढी मगोलपरी म 12-14 घणट खटन वाली मजदर आबादी की लसथलत इस तसवीर को साफ कर दती ह और लदलली ही कयो दश भर म ललधयाना-पानीपत स लकर गडगाव-मानसर और बगलर-चननयी तक ि ल लकसी औदोलगक षित पर लनगाह डाललए सभी जगह हालात एक ही ह - शरम का अभतपवथ अनौपचाररकीकरण-लदहाडी और ठक पर काम कर रही असगलठत मजदरो की सबस अरलषित आबादी का लहलहाता महासमद सववोचच नयायालय क इस फ सल म इनक ललए कछ भी नही ह इसक अलावा कलष स जड षितो म लगी मजदर आबादी लनमाथण मजदर घरल कामगार आलद असगलठत मजदरो की शरणी म आत ह य मजदर आबादी भी इस फ सल स कोई उममीद नही रख सकती यहा एक बात लिर रखालकत करन की जररत ह लक दश की तमाम बडी कनदीय टरड यलनयनो की इस असगलठत अनौपचाररक मजदर आबादी क बीच कोई आधार या पहच-पकड नही ह और न ही इन यलनयनो दारा इस असगलठत आबादी को सगलठत करन का ही कोई इरादा मौजद ह इसललए इस फ सल क बाद उनक बीच वयापत हषवोललास की लसथलत को सहज ही समझा जा सकता ह

अब अगर सावथजलनक षित क उपरिमो की बात कर तो लसथलतया वहा भी इसस कछ अलग नही ह इस षित म काम करन वाल मजदरो को भी असथायी अलनयलमत तौर पर ही लनयति लकया जा रहा ह अनौपचाररकीकरण का पहल यहा भी परधान ह यह असगलठत मजदर आबादी भी लकसी टरड यलनयन की सदसयता क दायर म नही आती जस लदलली मटरो रल कारपोरशन को ही लीलजए यह लदलली सरकार और कनद सरकार का सयति उपरिम ह इसम लटकट-टोकन दन वाला सटाफ सफाई कमथचारी व लसकयोररटी गाडथ - सभी असथायी मजदर ह जो लवलभनन ठका कमपलनयो दारा काम पर रख जात ह हालालक डीएमआरसी (लदलली मटरो रल कॉरपोरशन) इन सभी ठका मजदरो की परधान लनयोतिा ह ललकन वह हमशा इस लजममदारी स बचती ह ऐस म इन ठकाकलमथयो क ललए और इनही जस लाखो अनय ठकाकलमथयो क ललए

इस फ सल म ऐसा कछ नही ह लजसस व थोडी भी राहत की सास ल सक

यहा सववोचच नयायालय क समषि आय दो मामलो का उललख लवचारणीय ह पहला मामला सावथजलनक षित क उपरिम स जड मजदरो का ह 1966 म lsquoलहनदसतान एणटीबायोलटक लललमटड बनाम कामगार (1967)rsquo मामल म सववोचच नयायालय न ही फ सला लदया था लक lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का लसदानत उन कामगारो पर लाग नही होगा जो राजय सरकार क अनतगथत परतयषि तौर पर काम नही करत इस फ सल म नयायालय न यह भी कहा लक न तो काननन और न ही सवधालनक तौर पर यह बाधयताकारी ह लक lsquoसावथजलनक षितrsquo और lsquoलनजी षितrsquo म कायथरत कमथचाररयो का वतनमान बराबर हो लसफथ इसललए लक व समान काम कर रह ह चलक उनक लनयोतिा अलग-अलग ह इसललए वतनमान भी अलग-अलग हो सकता ह अब यलद दश का सववोचच नयायालय ही ऐसा तकथ दगा तो इस पर और कया कहा जाय

एक अनय महतवपणथ मामल म भी सववोचच नयायालय न lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo क लसदानत को नजरअनदाज लकया ह 2007 म lsquoकनाथटक राजय बनाम अमीरबीrsquo मामल म फ सला सनात हए कोटथ न आगनवाडी म काम करनवाली मलहलाओ को राजय सरकार क कमथचारी होन का दजाथ और इसक पररणामसवरप लमलनवाली सलवधाए दन स साफ इनकार कर लदया इस फ सल म समलकत बाल लवकास योजना क तहत काम करनवाली इन आगनवाडी कायथकताथओ क काम की परकलत को सवलचछक बताया गया लजनह वतन की जगह मानदय लमलता ह और इसललए य सब सरकार की लनयलमत कमथचारी नही बन सकती इस फ सल क पीछ काम करनवाला तकथ यह ह लक य रिी कामगार महज lsquolsquoनागररक पदrsquorsquo पर कायथरत ह कयोलक अदालत क अनसार तो बचचो क पालन-पोषण का काम रोजगार होता ही नही और वस भी यह काम लसफथ मलहलाओ दारा ही लकया जा रहा ह इसललए परषो दारा लकय जानवाल पणथकाललक लनयलमत रोजगार स इसकी तलना नही की जा सकती लरियो क काम क परलत यह नजररया लकतना भरामक और गहराई स जड जमाय हए ह यह इस फ सल स साफ हो जाता ह

अगर गौर स दख तो सववोचच नयायालय दारा लदया गया यह हाललया फ सला वासतव म इस दश की बहसखयक मजदर आबादी को कछ भी राहत नही दता इस फ सल म दश की आम मजदर आबादी जो असथायीकरण और अनौपचाररकीकरण का लशकार ह क ललए ऐसा कछ भी नही ह लजस पर सनतोष लकया जा सक ndash उलट इस आबादी की कायथ-लसथलतयो पर एक परशान कर दनवाली चपपी ह l

सववोचच नायालय दारा lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का फ सलालककन दश की बहसखयक मज़दर आबादी को इसस हाससल होगा का

4 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लपछल लदनो lsquoलबर बयरोrsquo दारा जारी नयी रोजगार-बरोजगारी सववषिण ररपोटथ क मतालबक बरोजगारी लपछल 5 वषषो क लशखर पर ह बरोजगारी की दर 2011 म 38 फीसदी 2013 म 49 फीसदी और 2015-16 म बढ कर 73 फीसदी पर पहच गयी ह रोजगार-परापत वयलतियो म स भी एक-लतहाई को पर वषथ काम नही लमलता जबलक कल पररवारो म स 68 फीसदी पररवारो की आमदनी 10000 रपय महीन स भी कम ह गामीण षितो म हालत और भी ख़राब ह यहा 42 फीसदी वयलतियो को वषथ क पर 12 महीन काम नही लमलता गामीण षित म 77 फीसदी पररवार 10000 मालसक स कम कमान वाल ह

य ह व असल करप सचचाइया लजनह लछपान क ललए ही मोदी मणडली तमाम तरह क फालत मद उभार रही ह

एक तरफ तो लवकास की 7-8 फीसदी की रफतार को छन क दाव लकय जा रह ह ललकन दसरी तरफ बरोजगारो की सखया लगातार बढती जा रही ह जालहरा तौर पर इस लवकास का फायदा लसफथ ऊपर बठ अमीर वगषो को ही हआ ह आम घरो क नौजवान तो अब भी दो वकत की रोटी जटान क ललए भटक रह ह इसललए आज हम समझना होगा लक भारत-पालकसतान क बीच तनाव और दशभलति क नाम पर अनधराषटरवाद को उभारन क पीछ भारत और पालकसतान क हकमरानो की कया सालजश ह आज हमार वासतलवक मसल अपन घर म ही ह और जररत ह लक हम बहतर लशषिा और रोजगार दन क ललए अपनी सरकारो स जोरदार माग कर और जनानदोलन को इस मकसद क ललए सगलठत कर

ndash ससकनर

भारत म धमथ जालत षित भाषा आलद क नाम पर लवलभनन हकमरान वगगीय पालटथया अपनी राजनीलतक रोलटया सकती आयी ह भाजपा भी मौका लमलत ही दश म लगातार िासीवादी माहौल को अचछा खाद-पानी द रही ह मोदी 2014 क चनावो म दश क अचछ लदन लकर आन क नारो की गज क साथ दश क बहपषिीय लवकास का ऐलान करता पर दश म छाया रहा था कया भाजपा क चनाव जीतन स दश की साधारण जनता की बहतर लजनदगी की उममीद की जा सकती ह इसका जवाब लबना सकोच क न म लदया जा सकता ह भाजपा लकस मकसद क ललए सतिा पर लवराजमान हई ह यह इसका कायथकाल ख़तम होन स पहल ही घोलषत लकया जा सकता ह मोदी सरकार दश क पजीपलतयो क सकट की घडी म उसका हाथ बटान क ललए ही आयी थी और इसक ललए ही अपनी परी ताकत लगा रही ह

भाजपा न अपन घोषणापत म अलपसखयको (मलसलम और ईसाई) और दललतो क ललए आलथथक और सामालजक बराबरी क मौक रोजगार सामालजक एकता और नयाय की गारणटी अछत जसी लपछडी मलय-

मानयताओ का ख़ातमा करन शालनतपणथ और सरषिा का माहौल उपलबध करवान का एजणडा घोलषत करक बवजह ही कई कागज काल लकय कयोलक लपछल दो वषषो क दौरान मोदी को अभी तक इन मामलो पर सोचन-लवचारन का समय नही लमल सका और परी उममीद ह लक आन वाल लदनो म भी मोदी पजीपलतयो की सवा म ही वयसत रहग

हम रोज दखत ह लक आय लदन अलपसखयको और दललतो क साथ भदभाव की कोई न कोई घटना हमार सामन होती ह 21वी सदी म भारत म अभी भी दललतो को अछत या अपलवत आलद कहकर नकार लदया जाता ह और समाज का लहससा नही माना जाता अलपसखयको क ल ख़ लाफ तमाम तरह क झठ परचारकर लगातार जहर घोला जाता रहा ह यह भदभाव इतना भयकर ह लक जालत या धमथ क नाम पर तो आपक जीन का अलधकार भी छीना जा सकता ह हाल ही की एक घटना म उतिराखणड क एक गाव लपथौरागढ म आटा चककी lsquolsquoअपलवतrsquorsquo करन क कारण एक उचच जालत क अधयापक न हलसया स दललत का गला काट लदया लपछल समय म दख तो सघ क गौ-भतिो न भी कई बगनाह मसलमानो और

दललतो को मौत क घाट उतारा ह हाल ही म गजरात क ऊना लजल म दललतो क साथ हई घटना को कौन भला सकता ह

कछ और तथयो पर नजर डालत ह लोक सभा म पश की गयी गह मनतालय की ररपोटथ क मतालबक 2016 क पहल पाच महीनो म ही 278 सामपरदालयक लहसा की घटनाए हो चकी ह इन घटनाओ म 903 लोग जखमी हए और 38 लोगो की मौत हई उतिर परदश राजय सामपरदालयक लहसा की 61 घटनाओ क साथ सबस आग रहा ह 2014 म यह आकडा 644 था जो 2015 म 17 बढकर 741 हो गया था दललतो की हालत दख तो राषटरीय अनसलचत और जनजालत आयोग की ररपोटथ क मतालबक गजरात राजय म दललतो क ल ख़लाफ अपराध 2014 म 277 स 2015 म 1633 और छतिीसगढ राजय म 2014 म 326 स 2015 म 919 बढ ह गजरात छतिीसगढ और राजसथान तीनो राजय जहा भाजपा की सरकार ह दललत क ल ख़लाफ अपराधो म सबस आग ह

य तथय दशाथत ह लक भाजपा क आन स िासीवादी ततवो और दललत क ल ख़लाफ अपरालधयो को छट लमली

भाजपा क सता म आन क बाद स अलपसखयको व दललतो क क ख़लाफ अपराधो की रफतार हई तज़

दश जहा लमब समय स कोई सशति मजदर आदोलन मौजद नही ह जहा का टरड-यलनयन आनदोलन लमब समय स नसलवाद स गसत रहा ह और जहा आम आबादी क बीच वगथ-चतना का भारी अभाव ह जहा उपभोतिावाद की ससकलत अपन चरम पर हो लरियो और बचचो क परलत अपराध एक आम बात हो उस दश क टटपलजया वगथ का नायक और तारणहार टरमप जसा ही कोई वयलति हो सकता था ललकन कया इसका मतलब टरमप एक िासीवादी ह और उसका सतिा म आना अमररकी राजय को एक िासीवादी शासन म तबदील कर दता ह लहलरी लकलणटन और बनगी साणडसथ की हार पर रदाली और सयापा करन वाल भदजनो क एक बड तबक स लकर वाम दायर क कछ धडो म भी टरमप को िासीवादी सालबत करन का परयास लकया जा रहा ह दसर कया आम महनतकश जनता को यह जानन स कोई िकथ पडता ह लक टरमप िासीवादी ह या नही या यह लसफथ एक लकताबी सवाल ह

हम इस सवाल स अपनी बात शर करग लक हमार ललए कयो यह जानना बहद जररी ह लक टरमप एक िासीवादी ह या लिर वलशवक आलथथक सकट क दौर म अमररका की लवलशष सामालजक-आलथथक पररलसथलतयो म पदा हआ एक धर परलतलरियावादी दलषिणपथी यह इसललए जररी ह लक लसिथ लकताबी लोग सडको पर उतरकर िासीवाद का मकाबला नही करत बललक अपन वासतलवक नताओ और सगठनो क

मागथदशथन म यह काम आम महनतकश जनता करती ह अगर हर परलतलरियावादी शलति को हम िासीवादी करार द दग तो जब वाकई िासीवादी सतिा म आयग तो हम बगल झाक रह होग जो रोज भलडया आया भलडया आया करता ह वह सच म भलडय क आ जान पर कछ नही कर पाता िासीवाद क लवरद जनता क सघषथ की रणनीलत अलग होती ह व आम परलतलरियावादी काल म अलग

आलखर हम टरमप को िासीवादी कयो नही मान सकत पजीवाद क वलशवक आलथथक सकट क लजस दौर म आज हम जी रह ह उसम उदारवादी और कलयाणकारी बजथआ राजय क ललए समभावनाए ख़तम हो चकी ह यही कारण ह लक आज दलनया भर म परलतलरियावादी सतिाए कायम हो रही ह जो जनता को जयादा स जयादा लनचोडकर उसक हर लवरोध को कचलकर लवतिीय और इजारदारी पजी क लहतो की रषिा कर सक ललकन ऐसी हर परलतलरियावादी ताकत िासीवादी नही हो सकती कयोलक िासीवाद एक आधलनक लवचारधारा ह जो मखयतः लवतिीय और इजारदार पजी की सवा करती ह और टटपलजया वगषो क समथथन क दम पर सतिा म कालबज होती ह िासीवाद को तीन परमख चीजो क आधार पर ही पहचाना जा सकता हmdashक डर आधाररत सगठन िासीवादी लवचारधारा और टटपलजया वगषो क समथथन की लहर पर उभरा वयापक सामालजक आधार वाला आनदोलन एक क डर आधाररत सगठन एक सलनलचित िासीवादी लवचारधारा

(जो मलतः वयवहारवादी होती ह) क आधार पर ही खडा लकया जा सकता ह इसी सगठन क बलबत पजीवादी सकट क काल म टटपलजया वगषो क बीच जीवन की बदहाली स उदार क ललए पहल वाली महानता का सवपन लदया जाता ह और उनह लवशवास लदलाया जाता ह लक मजबत नता क रप म उनका तारणहार इस लाकर दगा इन वगषो को यह लवशवास लदलाया जाता ह लक उनह सतिा क परलत लबलकल वफादार होना होगा और इस तारणहार का लवरोध करन वाल हर लकसी का सिाया करना होगा चाह वो टरड-यलनयन सगठन हो कमयलनसट कायथकताथ हो या मानवालधकार कमगी हो अपनी वगगीय महतवाकाषिाओ और सकलचत दलष क चलत टटपलजया वगषो की एक बडी आबादी और यहा तक लक हताशा स गसत मजदर वगथ क एक लहसस को भी कछ समय क ललए सवगथ की परालपत की उममीद होन लगती ह कहन की जररत नही लक इस भरोस का आग चलकर कया हशर होता ह

अगर इस लवशषण क आधार पर टरमप क सतिा तक पहचन की परलरिया को दख और सवाल कर लक कया वह वाकई लकसी क डर आधाररत सगठन व िासीवादी लवचारधारा स टटपलजया वगषो क बीच स उभर हए आनदोलन क बलबत सतिा तक पहचा ह तो इसका जवाब होगा नही इसका मतलब यह कतिई नही लक िासीवादी चनाव क रासत स सतिा तक नही पहचत लहटलर स लकर मोदी तक चनाव जीत कर ही सतिा तक पहच ललकन चनावो क

पहल लमब समय तक उनक िासीवादी सगठन न टटपलजया वगषो और मजदर वगथ क कलीन तबको क अचछ-खास लहसस म काम करत हए िासीवादी लहर पदा की थी इसक उलट अमररका म टरमप क पीछ कोई सामालजक आनदोलन नही ह टरमप नसली या जातीय आधार पर वयापक दगा या कतलआम कराकर लवरोलधयो का सिाया करना तो दर चनावो स पहल कह गय अपन बहद मखथतापणथ ललकन जनता क बीच लोकलपरय हए जमलो क एक लहसस को भी लाग करवान म मलशकल का सामना करगा मसलन कया वह परवालसयो लवशषकर लालतनी-अमररकी परवालसयो क अमररका म परवश पर परी रोक लगा सकता ह कतिई नही कयोलक इन परवालसयो क ससत शरम की लट अमररकी पजीपलतयो की जररत ह इसी तजथ पर कया वह लवदशो म लशफट हए अमररकी कमपलनयो क उतपादन को वापस अपन दश म ला सकता ह लजसस बरोजगारी स गसत अमररकी शवत आबादी क ललए नय रोजगार पदा हो सक यह हो ही नही सकता लवतिीय पजी क वचथसव क इस दौर म मनाफ की दर जहा जयादा स जयादा होगी (और यह वही होगा जहा लटन क ललए ससत स ससता शरम होगा) उतपादन क कनद वही सथालपत लकय जायग यहा तक लक आतकवाद क लवरद लडाई क नाम पर टरमप न लजस लकसम क मलसलम लवरोध की बात की ह वह भी महज एक जमला ही सालबत होगी जालहरा तौर पर कोई िासीवादी शासक भी अपन सभी जमलो को लाग नही करवा पाता

ललकन वह जनता को लमब समय तक छलाव म रख पाता ह कयोलक समाज म उसकी पहच जयादा गहरी होती ह टरमप क ललए ऐसा करना भी ममलकन नही होगा

कल लमलाकर दखा जाय तो टरमप का उभार अमररकी सतिा क िासीवादी हो जान का परतीक नही ह ललकन साथ ही यह भलवषय म ऐसी लकसी समभावना क पदा होन क ख़तरो क ललए भी आगाह करता ह यह सही ह लक वलशवक आलथथक सकट का यह दौर आज जगह-जगह पर बजथआ वगथ की धर परलतलरियावादी पालटथयो और शासको क सतिासीन होन क ललए उपजाऊ जमीन परदान कर रहा ह ललकन साथ ही यही सकट एक रिालनतकारी लवकलप क लनमाथण और जनता क बीच उसका आधार बनान क ललए भी जमीन उपलबध करा रहा ह अगर मजदर वगथ और उसक लहरावल न समय की इस आहट को अनसना लकया अगर उनहोन इस तासदी क ललए लजममदार मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा का जनता क बीच पदाथिाश नही लकया तो हम यह जमीन िासीवालदयो को उपहारसवरप भट कर दग आज मजदर वगथ और उसक लहरावल को आम जनता और लवशषकर मजदर वगथ और टटपलजया वगथ स आन वाल नौजवानो को उनकी दःख-तकलीिो क ललए वासतव म लजममदार इस मौजदा आलथथक-सामालजक तान-बान की असललयत उजागर करनी होगी और भलवषय का ठोस लवकलप उनक सामन परसतत करना होगा

भारत म बढ रही बरोज़गारी

हई ह आरएसएस की लवचारधारा म दललतो अलपसखयको लरियो क लवरद नफरत ि लाना शालमल ह मोदी जो लक 2002 म ख़द िासीवादी लहसा म मसलमानो क कतलआम म शालमल रहा था स और उममीद भी कया की जा सकती ह इसललए आज जररत ह लक लजतन भी उतपीलडत वगथ चाह व अलपसखयकदललत या लरिया हो उनह

समची जनता क अग क तौर पर अपनी आलथथक राजनीलतक और सामालजक सरषिा क ललए भारत की समची महनतकश जनता की पजीपलतयो क ल ख़लाफ वगगीय लडाई को मजबत बनात हए अपन उतपीडन का डटकर लवरोध करना पडगा

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अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह(पज 8 स आग)

mdash नारायण आनन खरारआजकल सभी दशवालसयो

को दशपरम का अथथ समझान की लजममदारी राषटरीय सवयसवक सघ व उसक अनषगी सगठनो न अपन लसर पर ल रखी ह यही कारण ह लक भारत माता लहनद राषटर सनातन धमथ पराचीन ससकलत जसी सघ की पसनदीदा अवधारणाओ न अब अगार स जगल की आग का रप ल ललया ह सघ की इन अवधारणाओ का लवरोध करन या सघ पर लकसी भी परकार की लटपपणी करन वालो को सघ दशदोही ठहरा रहा ह यह सच ह लक दशभलति व दशदोह का परमाणपत बाटन का हक सघ को लकसी न नही लदया ह पर लिर भी सघ क बोलन को अनदखा नही लकया जा सकता इसका कारण ह लक सघ 90 वषषो क इलतहास वाला दशभर म 51335 शाखाओ वाला व लगभग 60 लाख सवयसवको वाला सगठन ह इतना ही नही बललक लपछल 5 वषषो म सघ की दलनक शाखाओ म 29 परलतशत सापतालहक शाखाओ म 61 परलतशत व मालसक शाखाओ म 40 परलतशत की बढोतरी भी हई ह इसक साथ ही वतथमान परधानमनती भी सघ क सचच सवयसवक ह व उनह ख़द इसका अलभमान भी ह इसललए दशभलति क बार म सघ क लवचारो को अनदखा करन का साहस समभव नही ह उलटा सघ की दशभलति व दशपरम पर सागोपाग चचाथ करना आज समाज क ललए पहल स कही जयादा जररी बन गया ह

राषटरीय सवयसवक सघ की सथापना 1925 म नागपर म हई तब स 15 अगसत 1947 तक यानी 22 सालो तक भारत पर अगजो का राजय था इस काल म भारतीय राषटरीय कागस जस बड सगठन स लकर दश क अलग-अलग भागो म सलरिय अनक छोट सगठन अगजो स दश को सवतनत करान क ललए अपन-अपन तरीको स परयास कर रह थ ऐस समय म सघ कया कर रहा था य समझना सघ की दशभलति को समझन क ललए सबस उपयति रहगा सषिप म कहना हो तो एक सगठन क रप म सघ न अगजो क लवरद कछ भी नही लकया उलटा उस समय दश क ललए लदल म कछ करन का जजबा ललए सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन वाल लोगो को ऐसा करन स हतोतसालहत करना व दश क ललए बललदान करन वाल दशभतिो क तयाग का अपमान सघ न सलनयोलजत तरीक स अनथक लकया आज सघ दशभलति की लकतनी ही बात कर ल पर उनका य काला इलतहास उनकी ख़द की पसतको म दजथ हो चका ह बशक अपनी इस मककार भलमका क ललए सघ न कभी शमथ महसस नही की य भी सतय ह दश क सवतनत होन क बाद सवतनतता आनदोलन स दर रहन क सघ क कतय का समथथन सघ क दसर सरसघचालक माधव सदालशव गोलवलकर (गरजी) न लनमन शबदो म लकया - ldquo1942 क समय भी अनक लोगो क मन म आनदोलन क लवचार थ पर तब भी सघ क लनयलमत

कायथरिम चलत रह सघ न सीध तौर पर कछ भी न करन का सकलप ललया था लिर भी सघ क सवयसवको क मन म खलबली मची थी सघ लसफथ लनठलल लोगो का सगठन ह उनक बोलन का कोई अथथ नही ह ऐसा लसफथ बाहर क लोग ही नही बललक सघ क सवयसवक भी बोलन लग गय थ व नाराज हो गय थ इसक बावजद सघ न अपनी अवलसथती छोडी नहीrdquo1 सघ क परमपजय गोलवलकर गरजी क य शबद सघ की दशभलति का सबत ह

सवतनतता सगाम व सघ की चचाथ करत हए एक सावधानी बरतनी पडगी सगठन व एक वयलति क रप म सवयसवक क बार म अलग-अलग लवचार करना भी जररी ह लकसी भी सगठन का अपन सदसयो पर परा लनयनतण नही हो सकता ह सगठन म अलग-अलग मदो पर मतभद व लवरोधी अवलसथलतयो का लनमाथण होता ह आजापालन क ललए परलसद सघ भी इसका अपवाद नही ह ऐस समय म कया भलमका ली जायगी इसका लनणथय लकसी सगठन क लसदानत व लषिय स तय होता ह जनवादी मलयो व तालकथ कता म भरोसा करन वाला सगठन मतदान बहस तकथ आलद क दारा अपना पषि तय करता ह पर सघ म ऐस ldquoफालतrdquo मलयो की जगह नही ह सघ एक झणडा एक नता एक लवचारधारा इस लसदानत स अपनी अवलसथती बताता ह मतभद रखन वालो व ख़द तकथ करन की इचछा पालन वालो को दर होना पडता ह सघ सचच अथषो म समाज क एक छोट स वगथ क लहतो का परलतलनलधतव करता ह यही कारण ह लक वयापक जनता का समथथन परापत करन क ललए असली उदशयो को छपाकर सघ क उदशयो क बार म एक भरामक तसवीर परचाररत करना सघ की जररत ह इसक ललए सघ न जो सबस परभावी शरि तयार लकया ह वो ह सघ की भावनाओ को सहारा दती अलकाररक भाषा भोल भाल लोगो को सघ स जोडन का काम इस मायावी अरि न साल-दर-साल परभावी तरीक स लकया ह इसी कारण सामानय सवयसवक व सघ क नततव क बीच समय-समय पर टकराव पदा होता ह य तो तमाम अनय सगठनो म भी इस तरह का टकराव पदा होता ह सवतनतता सगाम क बार म सघ की अवलसथलत पर भी ऐस ही टकराव पदा होन क अनक उदाहरण ह इसललए जहा भी सघ क सवयसवक क वयलतिगत तौर पर सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन क उदाहरण लमलत ह उस वकत सघ की सागठलनक अवलसथलत कया थी इसकी पडताल करना जररी ह

राषटरीय सवयसवक सघ क ससथापक और पहल सरसघचालक डा कशव बलिराम हडगवार न अपन राजनीलतक जीवन की शरआत भारतीय राषटरीय कागस स की थी 1920 म असहयोग आनदोलन म भाग लन क कारण उन पर कस दजथ हआ व एक साल क सशरम कारावास की सजा

लमली सतयागालहयो का मानना था लक सामाजयवादी सतिा का लवरोध करना कवल अलधकार ही नही बललक एक कतथवय ह इसललए उनहोन य परलतजा ली थी लक वो अपना बचाव नही करग पर डॉ हडगवार न अपना बचाव लकया ldquoअपना बचाव न कर खटमल की तरह कचला जाना मझ गवारा नही ह अपना पषि रखकर हम दशमन की कचषाओ को दलनया क सामन लाना चालहएrdquo2 यही दशसवा ह यह तकथ उनहोन अपन समथथन म लदया दशसवा करत हए जल तो कया काला पानी जाना पड या िासी पर भी चढना पड तो हम तयार रहना चालहए ऐसी हकार भी उनहोन भरी पर सजा परी कर लौटन क बाद उनहोन इस बात की परी सावधानी बरती लक उनह काला पानी या िासी न हो वो कागस स दर हो गय कयोलक उनह य मजर नही था लक य दश यहा रहन वाल सभी जालत-धमथ क लोगो का ह डॉ हडगवार की जीवनी ललखन वाल ना ह पालकर क अनसार ldquoलहनदसतान म रहन वाल सभी लोगो का य दश ह इस धारणा पर स उनका लवशवास परी तरह उठ चका था उनक मन म य सपष लवशवास घर कर गया था लक लहनदतव ही राषटरीयता हrdquo इसीललए उनहोन 1925 म सघ की सथापना की इस सगठन क दारा नौजवानो को सामाजयवाद लवरोध की बजाय मसलमान लवरोध करन व कटर लहनदतववाद की तरफ लान क ललए उनहोन अपना परा जीवन समलपथत कर लदया सवतनतता सगाम म शालमल होन को उतसाही नौजवानो को हडगवार कया बोलत थ य उनकी उपरोति जीवनी म लदय वणथन स सपष हो जाता ह इस जीवनी क लखक ना ह पालकर ख़द हडगवार क साथी व एक सघ परचारक थ इसक साथ ही इस जीवनी की परसतावना सघ क दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी न ललखी ह इसललए य आरोप भी नही लगाया जा सकता ह लक सघ क लवरोधी कतसापरचार कर रह ह पालकर ललखत ह - ldquoअगर नौजवान क मन म सतयागह म भाग लन की इचछा जगती थी तो डॉकटर उसस सवाल करत थ - सतयागह क बाद जल जाना पडगा तयारी ह कया हा नौजवान का दढ उतिर होता था लकतन लदन का सकलप करक लनकल हो नौजवान की तरफ स छह महीन जसा कछ उतिर आता उसक बाद डॉकटर बोलत अगर छह महीन की जगह दो साल की सजा हो गयी तो इस सवाल का नौजवान तरनत जवाब दता लक वो भी काट लग इतनी ततपरता लदखान पर डॉकटर उसस बोलत आपको सजा हो गयी ह ऐसा समझकर य समय सघ कायाथलय को कयो नही दतrdquo मतलब सवतनतता सगाम म भाग लना सघ का काम नही था हडगवार क ऐस उपदशो को हमशा कामयाबी नही लमलती थी कछ लोग अपन लवचार बदल लत थ पर बहत सार सतयागह म भाग लत थ उनक बार म डॉ हडगवार क कया लवचार थ इसका उतिर भी पालकर न लदया ह ldquoहमन दश

क ललए कछ लकया ह इसका परदशथन जनता क सामन करन की इचछा रखन वाल नौजवान अलधक दखकर उनह (डॉ हडगवार को) दख होता थाrdquo 3

नमक सतयागह शर होत ही सघ पर भी इस आनदोलन म भागीदारी करन का दबाव बनना सवाभालवक था ऐस समय म पत जारी कर डॉ हडगवार न सघ की अवलसथलत लनमनलललखत शबदो म सपष की ldquoजारी आनदोलन म सघ न एक सगठन क तौर पर भागीदारी करना अभी तय नही लकया ह वयलतिगत तौर पर अगर कोई भागीदारी करना चाहता ह तो अपन सघचालक की अनमलत स शालमल हो सकता ह उस वहा भी इस तरीक स काम करना चालहए लक उसस सघ का लहतसाधन होrdquo2 सघ की मककार भलमका का य उतिम उदाहरण ह सवतनतता आनदोलन का खला लवरोध करना सघ क ललए राजनीलतक रप स आतमघाती होता इसललए सघ न ऐसा तो नही लकया पर सवयसवको को आजादी की लडाई स दर रखन का काम उसन परी चालाकी व ताकत स लकया

राषटरगौरव की डीग हाकन व सवतनतता आनदोलन स दर िटकन की नीलतयो क कारण सघ परी तरह नगा हो रहा था सवयसवको क वयलतिगत तौर पर भाग लन क बावजद सघ की एक सगठन क रप म सवतनतता सगाम लवरोधी अवलसथलत कदम-कदम पर लदख रही थी इसललए सघ की आलोचना भी हो रही थी ऐस समय म सघ दारा लदखायी गयी अववल दजव की लनलथजजता भागानगर सतयागह व उसम सघ की भलमका क बार म डॉ हडगवार क सपषीकरण म साफ लदख रही थी अख़बारो क माधयम स सघ की आलोचना करन वालो म एक शरी गो गो अलधकारी थ वस तो सघ ऐसी आलोचनाओ का कोई जवाब न दन का धतथ तरीका अपनाता था पर उस समय पररलसथलतयो क नाजक होन क कारण हडगवार को उतिर दना पडा इस जवाब म हडगवार बोलत ह - ldquoलनतय कायथ व नलमलतिक (यदाकदा) कायथ क बीच का अनतर अगर उनहोन (शरी गो गो अलधकारी) अपन लववक स समझा होता तो वो सघ क लवरद जहर नही छोडत ऐसा लगता ह लक शरी अलधकारी भल गय ह लक भागानगर सतयागह ख़तम होन क बाद भी राषटरमलति का काम बचा रहगा राषटर को मति करान क ललए लकय जान वाल आलख़ री परहार का समय आन स पहल की तयारी राषटरमलति का लनतय कायथ ह व भागानगर आनदोलन जस आनदोलन राषटरमलति क नलमलतिक कायथ ह हमारी सारी ताकत व लवशषजता लनतय ससथा क नलमलतिक कायषो म इस तरह नही बहायी जा सकती लक उसस लनतय कायषो म वयवधान उतपनन होrdquo2 लरिलटश सतिा क लवरद आनदोलन करना सघ की नजर म ऐसा ही एक तचछ नलमलतिक कायथ था ऐस नलमलतिक कायथ म अपनी ताकत ख़चथ करन क ललए सघ तयार नही था सवतनतता आनदोलन म भागीदारी क परलत सघ की अलनचछा

लकतनी दढ थी इसका एक दसरा सबत रिानतदशगी डॉ कशव बललराम हडगवार नामक पसतक म लमलता ह इस पसतक क लखक डॉ हडगवार क कामो की महानता का बखान करत हए ललखत ह - ldquoलजस समय सवतनतता क ललए चल रह लवलभनन आनदोलनो क अलतररति भी छोट-मोट सामालजक कायथ हाथ म लकर लवलभनन ससथाए काम कर रही थी उस समय भी डॉकटरजी न ऐसा कोई भी अभीष कायथ आखो क सामन न रख पररलसथलत लनरपषि दशवयापी सगठन खडा करन का बलनयादी काम हाथ म ललया डॉकटर कहत थ - सघ को कवल लहनद सगठन ही अपना लषिय रखना चालहए सघ कवल सगलठत करगा व इसक अलतररति कछ नही करगाrdquo2 सघ असललयत म कया कर रहा था इस सगठन का उदशय कया था सवतनतता आनदोलन व अनय सामालजक कायषो को लजन लनतय कायषो स परम क कारण सघ वलजथत मानता था वो लनतय कायथ असल म कया थ व उनका उदशय कया था वासतव म कया सघ कोई भी नलमलतिक कायथ नही कर रहा था इन सवालो क जवाब क ललए डॉ हडगवार की जीवनी म नागपर दगा परकरण पढन योगय ह लहनद धमथलनषठ सवयसवको न इन दगो म मलसलमो को क स मारा मलसजद क स जलायी इन परारिमो का वणथन लखक न गवथ क साथ लकया ह सघ क लनतय कायषो का सवरप व सगठन का उदशय वहा सपष हो जाता ह

सघ का हलथयार परम सवथजात ह हलथयारो का उतपादन भणडारण व परलशषिण इसको सघ की सथापना स ही महतव लदया जाता रहा ह सघ क सवयसवको को लवलभनन हलथयारो का परलशषिण लदया जाता ह य हलथयार कभी अगजो क लवरद इसतमाल हए कया नागपर दगो म सवयसवको न दर स ही जलत बाणो की वषाथ कर मलसजद जलायी3 धनलवथदा म इतनी पारगता सवयसवको को लमली थी पर अगजो की कचहरी या पललस सटशन की लदशा म कभी एक भी जलता बाण इन रामसवको क धनष स छटा नही इस हलथयार भणडार का एक बडा लहससा डॉ हडगवार न कयो नष लकया इसकी कहानी भी सघ की अगज परसती और कायरता पर अचछ-स परकाश डालती ह सघ क पहल सरकायथवाह बालाजी हदार को जनवरी 1931 म बालाघाट सरकारी हलथयार लट म पकडा गया (यही बालाजी हदार बाद म सपन क गहयद म लड व वहा स वापस आन क बाद कमयलनसट पाटगी ऑफ इलणडया क सदसय बन) बशक इस लट को सघ न अजाम नही लदया था य घटना डॉ हडगवार क ललए बडा आघात थी नाह पालकर क शबदो म - ldquoसरसघचालक क बाद सगठन म लजसका सथान ह उस पर इस तरह क आरोप लगन का मतलब अगजो की आख म चभ रह राषटरीय सवयसवक सघ पर आपदा थी इसीललए हडगवार न हलथयारो को 1931 म नष करवा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 5

(पज 6 पर जारी)

राषटरीय सवयसवक सघ क दश क सवतनतरता सगाम म योगदान की असललयत

6 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लदयाrdquo3 सघ अगजो की आख म चभ रहा था ऐसा यहा ना ह पालकर बोलत ह इसम लकतनी सचचाई ह य सच ह लक कछ सवयसवको क वयलतिगत सतर पर सतयागह म भाग लन व पर दश म सवतनतता आनदोलन क उिान पर होन क कारण सघ पर अगजो की नजर थी ऐस समय म डॉ हडगवार न सवयसवको क मन म य लबठान व अगजो को इसका आशवासन दन का सतत व जोरदार परयास लकया लक अगजो का लवरोध हमारा लषिय नही ह यही कारण था लक सघ पर परलतबनध लगान की जररत अगजो को कभी महसस नही हई मसलमानो को दश का दशमन बताकर उनक लवरद तो हलथयार इसतमाल लकय जाय पर सवयसवक अगजो क लवरद हलथयार इसतमाल कर गरजररी आफत मोल न ल इस बार म डॉ कशव बललराम हडगवार लकतन सावधान थ य हदार क उदाहरण स लदख जाता ह गह क साथ घनन भी लपसता ह कहावत को चररताथथ करत हए जब लकसी भी परकार की लरिलटश-लवरोधी गलतलवलध म शालमल न होन क बावजद सघ पर परलतबनध लगाया गया तब भी डॉ हडगवार को परा लवशवास था लक सघ पर परलतबनध नही लगगा यह लवशवास य ही नही था अगजो न सघ का सवरप परी तरह पहचान ललया था इसीललए सघ की सवामीभलति पर अगजो को परा लवशवास था सघ क बार म अगजो क दसतावजो म आग की जानकारी लमलती ह उन दसतावजो म ललखा ह लक भलवषय म सघ भारत म वही भलमका अदा करगा जो जमथनी म नाजी कर रह ह व इटली म िासीवादी

दश की रषिा स एलजगी सघ की

पहली पराथथना स भी परलतलबलमबत होती ह सघ की पहली पराथथना म एक मराठी व एक लहनदी शोक था इसम स लहनदी का शोक आयथसमाज की एक पराथथना म कछ बदलाव कर ललया गया था आयथसमाज की मल पराथथना थी

ह परभो आननददाता गयान हमको दीलजय

शीघर सार दगथणो को दर हमस कीलजय

लीलजय हमको शरण म हम सदाचारी बन

रिहमचारी दशरषिक वीर वरतधारी बन

इसम बदलाव कर सघ न नीच दी गयी पराथथना सवीकार की

ह गरो शरीरामदता शील हमको दीलजय

शीघर सार सदणो स पणथ लहनद कीलजय

लीलजय हमको शरण म रामपनथी हम बन

रिहमचारी धमथरषिक वीरवरतधारी बन3

इसम लकया गया बदलाव दखन योगय ह पणथ लहनद बनान की राम स की गयी पराथथना रामपनथी बनन की इचछा तो ह ही पर दशरषिक होन क बार म सघ की लवरलति इतनी जयादा थी व धमथ क सामन दश का सथान इतना दोयम था लक मल पराथथना की अलनतम लाइन म स दशरषिक शबद लनकालकर धमथरषिक शबद डालना सघ का नततव भला नही

सवतनतता की लडाई म योगदान दन वाल सभी दशभतिो स आज सघ अपना समबनध जोड रहा ह झठा इलतहास ि लाया जा रहा ह दश क ललए लडत-लडत अपनी जान नयौछावर करन वाल दशभतिो क बार म सघ दारा

अपन लखन व वयाखयानो स वयति लकया गया मत सघ की सवतनतता आनदोलन म भागीदारी की भलमका स एकदम ससमबनध ह सवयसवको का मागथदशथन करत हए दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी बोलत ह - ldquoअगजो क परलत गसस क कारण बहतो न अदत साहस लदखाया ह हम भी वसा ही कर य लवचार हमार मन म भी कभी आ सकता ह पर एक वयलति को यह भी सोचना चालहए लक कया ऐसा करन स दशलहत पर हो रह ह बललदान स उस लवचारधारा को बढावा नही लमलता लजसस समाज अपना सबकछ राषटर क नाम कबाथन करन क बार म परररत होता ह अब तक क अनभव स तो यह कहा जा सकता ह लक लदल म इस तरह की आग लकर जीना एक आम आदमी क ललए असहय हrdquo1 दशभतिो का रासता सामानय जनता को असहय लगता ह लसफथ इतना ही सघ का आरोप नही था बललक इन दशभतिो का अलधक स अलधक अपमान करना सघ न अपना कतथवय समझा था ऐसा उनक लवचारो स लदखता ह ldquoडॉ हडगवार रिानतदशगी यगपरषrdquo नामक पसतक क लखक लवना नन हडगवार का दशभतिो क बार म मत सपष करत हए ललखत ह - ldquoलरिलटश-लवरोधी भावना ही उस आनदोलन की मखय पररणा थी राषटर की सवतनतता क बार म सवराजय क बार म रचनातमक दलष या धारणा वहा कही नही लमलती सतयागह करन वाल बहत लोगो को छोटी-मोटी सजाए होती थी इस तरह सतयागह कर जल जाकर आय लोगो को ऐसा लगता था लक हमन दशभलति का एक लवशष कायथ लकया ह हम लोग अनय लोगो स शरषठ ह अगवा ह दसरो को हमारी जयजयकार

करनी चालहए अनयायी होकर हमारी लगरती बात को भी झल ऐसी भावना उनम बल मारन लगी दशभलति का एक ऐसा लनराला वगथ तयार होन लगाrdquo2 सघ का आगह था लक नौजवानो को भगतलसह राजगर सखदव जस दश क ललए पराण दन वाल दशभतिो को आदशथ क रप म नही दखना चालहए सवयसवको को इस बाबत आगाह करत हए गोलवलकर बोलत ह - ldquoहमारी भारतीय ससकलत को छोडकर अनय सभी ससकलतयो म ऐस बललदानो की पजा की जाती ह व उनको आदशथ माना जाता ह और ऐस बललदान करन वालो को राषटरनायक क रप म सवीकार लकया जाता ह परनत हमन हमारी भारतीय ससकलत म ऐस बललदानो को सववोचच आदशथ नही माना गया हrdquo1 इन दशभतिो को आदशथ मत मानो इतना कहकर ही गोलवलकर नही थमत ह बललक इसस भी आग वो बोलत ह - ldquoयह साफ ह लक जो जीवन म असिल होत ह उनम लनलचित तौर पर कछ गमभीर खालमया होती ह जो ख़द हारा हआ ह वह लकस परकार दसरो को रौशनी द सकता ह और सिलता की राह पर ल जा सकता ह हवा क हलक-स झोक स कापन वाली जयोलत हमारा मागथ क स परकालशत कर सकती हrdquo1 सघ की नजर म शहीद होन वाल दशभति असिल नायक ह व अगजो स माफी मागकर जल स छटन वाल व बाद म लकसी परकार की लरिलटश-लवरोधी कारथवाई न करन वाल सावरकर सवातनतयवीर ह दश की आजादी क ललए अपना जीवन दाव पर लगा दन वाल महान दशभतिो का ऐसा अपमान सामाजयवादी अगजो न भी कभी नही लकया था

राषटरीय सवयसवक सघ आज

दशभलति व दशपरम का ठकदार बना हआ ह जनता को अधर म रखन क ललए व असली मदो स धयान भटकान क ललए दशभलति का अफीम की गोली की तरह इसतमाल लकया जा रहा ह धनपशओ व पजीपलतयो की चाकरी करन क काम को बहतर तरीक स करन क ललए सघ न दशभलति को एक बाजार माल बना लदया ह पतजलल का सामान ख़रीदन वाला ही असली दशभति बाबा रामदव की य घोषणा इस बाजार दशपरम का घलणत आलवषकार हम पहल ही दख चक ह लवलभनन पजीवादी परसार माधयमो क दारा लकय जा रह लभावन परचार क पीछ छप जहरील सतय को पहचानन क ललए जनता को गरीबी की ओर ढकलन वाली व जनता क बीच िट डालन वाली सघी राजनीलत को उखाड ि कन क ललए सघ का इलतहास जनता क सामन आना बहत जररी ह आज सघ दशपरम की लकतनी ही बात कर ल पर उनका सचचा काला इलतहास सघ क ही सालहतय म सरलषित रखा हआ ह हाफ पणट छोडकर िल पणट पहनन पर भी राषटरीय सवयसवक सघ का नगापन छपगा नही

सिभव 1 शरीगरजी समग दशथन खड 32 डा हडगवार रिानतदशगी

यगपरष ndash लव वा नन3 डा हडगवार ndash ना ह पालकर(सभी पस तको क परकाशक

भारतीय लवचार साधना परकाशन)

(लखक मरयाठी मजिर अखबयार कयामगयार दबगल क समपयािक ह)

मरयाठी स अनवयाि - सतया

राषटरीय सवयसवक सघ का दश क सवतनतरता सगाम म योगदान

लपछल वषथ दायर हई कल एफआईआर म स कवल 1 परलतशत दललतो या आलदवालसयो दारा हई थी इस 1 परलतशत म स 40 परलतशत ही दललत उतपीडन रोधी कानन क तहत हई थी और इन 40 परलतशत एफआईआर म दणड लमलन की दर मात 7 परलतशत ह 87 परलतशत कसज पलणडग ह कया इस दाव म कछ दम ह लक इस कानन का दरपयोग होता ह यलद कछ अपवादसवरप मामलो म दरपयोग होता भी ह तो इस आधार पर भारतीय सलवधान व दणड सलहता क हर कानन को रद कर दना चालहए कयोलक उन सबका ही दरपयोग होता ह सच यह ह लक मराठा आबादी का कलीन तबका 50 परलतशत शषिलणक ससथानो 70 परलतशत लजला सहकारी बको और 90 परलतशत शगर कारख़ानो का माललक ह परदश की राजनीलत पर मराठा कलीन वगथ का कबजा रहा ह 1960 स 18 मखयमलनतयो म स 10 और करीब 50 परलतशत लवधायक इस मराठा बजथआ

वगथ स आत ह यह सवय गरीब मराठा आबादी का शोषक और उतपीडक ह अगर इस मराठा कलीन तबक को मराठा अलसमता और बहतरी की इतनी ही लचनता ह तो लजस षित म सबस बडी गरीब मराठा आबादी रहती ह जस लक मराठवाडा वहा य मराठा शासक खती क सकट को दर करन क ललए लसचाई व कजथ माफी की योजनाए लाग कयो नही करत य रोजगार गारणटी कानन और बरोजगारी भतिा को लाग कयो नही करत य रोजगार सजन करन वाली वासतलवक लवकास की नीलतयो को लाग कयो नही करत य पलचिमी महाराषटर की अपनी चीनी लमलो म नयनतम मजदरी कयो नही लाग करत कारण य लक मराठो क बीच का यह छोटा-सा कलीन पजीवादी तबका अपन मनाफ की हवस म अनधा ह और उसक ललए कछ भी कर सकता ह मराठा महनतकश आबादी क साथ इसका जो वगथ अनतरलवरोध ह उस दबान क ललए ही आज यह कलीन मराठा शासक वगथ दललत-लवरोधी

माहौल बना रहा ह यह वयवसथा क लवरद जनअसनतोष को रोकन क ललए गरीबो को जालत क नाम पर एक-दसर क सामन खडा कर रहा ह और गर-मदो को मदा बना रहा ह

हकमरानो की साजज़श म मत फसो महनतकशो की वगड एकजटता सातपत करो

य कोलशश आज लसफथ महाराषटर म ही नही हो रही ह हाल ही म गजरात म पलटदारो का उभार भी इसललए पदा लकया गया था कयोलक पलटदारो-पटलो क बीच भी एक छोटा सा पजीपलत वगथ ह जो सवय गरीब पलटदारो-पटलो को लट और दबा रहा ह इस गरीब आबादी का गससा अपनी ही जालत क कलीनो क परलत न िट पड इसललए उस दललतो और आलदवालसयो क लवरद मोडा जा रहा ह कया हमन हररयाणा म (जहा पर बरोजगारी दर दश म सबस तजी स बढ रही ह) हाल ही म आरषिण क ललए हए जाट आनदोलन म यही

षडयनत होत नही दखा वहा भी गरीब और लनमन मधयवगगीय जाट आबादी क गसस को अनय जालतयो क लवरद मोड लदया गया

आज पर दश म ही पजीवादी वयवसथा जनता को रोजगार रोटी कपडा मकान और सामालजक-आलथथक सरषिा व नयाय नही द सकती ह ऐस म आम महनतकश लोगो का गससा वयवसथा-लवरोधी रख़ न ल ल इसक ललए लोगो को जालत और धमथ क नाम पर लडवाया जा रहा ह महाराषटर म आज जो मराठा उभार हो रहा ह उसक मल कारण तो मराठा गरीब आबादी म बरोजगारी महगाई गरीबी और असरषिा ह ललकन मराठा शासक वगषो न इस दललत-लवरोधी रख़ दन का परयास लकया ह इस सालजश को समझन की जररत ह इस सालजश का जवाब अलसमतावादी राजनीलत और जालतगत गोलबनदी नही ह इसका जवाब वगथ सघषथ और वगगीय गोलबनदी ह इस सालजश

को बनकाब करना होगा और सभी जालतयो क बरोजगार गरीब और महनतकश तबको को गोलबनद और सगलठत करना होगा इसी परलरिया म रिाहमणवाद और जालतवाद पर भी परहार करना होगा वासतव म जालत उनमलन और रिाहमणवाद क नाश का रासता इसी परकार की वगगीय गोलबनदी क जररय समभव ह अलसमताओ क टकराव म हर अलसमता कठोर बनती जाती ह और अनततः गर-मदो पर आम महनतकश लोग ही कट मरत ह कया दशको स ऐसा ही नही होता आया ह कया अब भी हम शासक वगषो क इस टरप म िसग कया हम अब भी उनक हाथो मखथ बनत रहग नही पजीवादी वयवसथा क लवरद एकजट होना और इसक ललए और इसी परलरिया म रिाहमणवाद जालतवाद और सामपरदालयकता क लवरद समझौतालवहीन सघषथ करना - महनतकश जनता क पास यही एकमात रासता ह

पजीपततयो की साजजश को पहचानो शासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 5 स आग)

(पज 13 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 7

आठ नवमबर की रात को परधानमनती मोदी न अचानक 500 और 1000 रपय की नोटबनदी का ऐलान लकया नकदी पररचलन का 86 परलतशत लहससा 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही था गौरतलब ह लक लन-दन का 90 परलतशत नकदी क रप म ही लकया जाता ह और 85 परलतशत स जयादा कामगारो को तनखवाहो का भगतान भी नकदी क रप म ही लकया जाता ह फाइननलश यल इनकलायशन इनसाइटस परोगाम क एक सवव क अनसार लगभग 53 परलतशत आबादी क पास कोई बक खाता नही ह यनाइटड नशस डवलपमणट परोगाम की एक ररपोटथ क अनसार 80 परलतशत मलहलाओ क पास कोई बक खाता नही ह ऐस म सहज ही अनदाजा लगाया जा सकता ह लक नोटबनदी का आम जनता पर लकतना गहरा परभाव पड रहा होगा

नोटबनदी की घोषणा क बाद स अब तक एक महीन स जयादा समय बीतन क बाद भी जनता की मसीबत बदसतर जारी ह बको क बाहर लोग घणटो खड होकर अपनी दलनक जररतो क ललए नकदी लनकालन क ललए मजबर कर लदय गय ह लजन लोगो क बक खात नही थ उनह नोट बदलवान क ललए लबचौललयो का सहारा लना पडा लजसकी एवज म उनहोन 30 स 40 परलतशत तक का कमीशन काटा जयादातर कारख़ानो म तो माललक अब भी मजदरो को परान 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही तनखवाहो का भगतान कर रह ह मजदरो क एतराज जतान पर उनह काम छोडन क ललए कहा जा रहा ह नोटबनदी क बाद कई कमपलनयो न मजदरो को उनकी तनखवाहो का भगतान करन म असमथथता जतात हए तालाबनदी की घोषणा कर दी ह पलचिम बगाल क हावडा लजल म शरी हनमान जट लमल म 5 लदसमबर को कमपनी परबनधन न कमपनी बनदी का ऐलान लकया लजसक बाद 2500 मजदरो को काम स हाथ

धोना पडा मदास इसटीटयट ऑफ डवलपमणट सटडीस क एक अथथशारिी एस जनकरजन क अनसार नोटबनदी क बाद बडी तादाद म लनमाथण मजदरो पर छटनी की तलवार लटक रही ह एक अनमान क अनसार तलमलनाड क लनमाथण उदोग म लग लगभग 5 लाख मजदरो पर इस समय छटनी का ख़तरा मडरा रहा ह नोटबनदी क बाद नकदी और काम दोनो म ही आयी कमी क कारण सरत क डायमणड कलटग और पॉलललशग उदोग म लग करीब 20 लाख मजदरो म स तकरीबन 10 लाख मजदर अपन गावो की ओर वापस रख़ कर रह ह (सोत लबजनस सटणडडथ 10 लदसमबर) कमोबश यही लसथलत राजकोट क जवलरी उदोग अलग म जहाज तोडन क काम म लग मजदरो की ह इसी तरह पवगी बगाल क तराई इलाक क एक चाय बागान की बनदी क बाद करीब 2500 मजदरो की रोजी-रोटी का सोत परी तरह ख़तम होता ह (सोत इलणडयन एकसपरस 11 लदसमबर) लदय गय आकड यह बतान क ललए काफी ह लक नोटबनदी न आम महनतकश जनता को लकतनी बरी तरह परभालवत लकया ह सरकार व उसक लपट नोटबनदी क समथथन म चाह लकतन ही (क)तकथ दकर बच लनकलन की बशमथ कोलशश कर ललकन जनता पर बरपाय गय इस कहर पर पदाथ नही डाला जा सकता

नोटबनदी का ऐलान करत हए यह दावा लदया गया लक यह कदम काला धन और नकली नोटो पर नकल कसन क ललए उठाया गया ह आइए जरा इन दावो की भी पडताल कर ल जात हो लक काल धन का कवल 6 परलतशत ही नकदी क रप म मौजद रहता ह काल धन का बडा लहससा ऐस दशो या इलाको (जस सवीटजरलणड पनामा बरमडा कमन आइलणड वलजथन आइलणड आलद) म लगाया जाता ह जो या तो परी तरह कर मति होत ह या लिर वहा नाममात का

कर लगता ह इसस बडी लवडमबना कया हो सकती ह लक नोटबनदी की तारीफो क पल उन तमाम नामी-लगरामी हलसतयो (याद कीलजए अलमताभ बचचतन अजय दवगन) न बाध लजनका नाम पनामा पपर लीक मामल म सामन आया था इसक अलावा काला धन बड पमान पर ररयल एसटट सोना या शयर की ख़रीदारी म लगा लदया जाता ह यही नही बड-बड पजीपलत फजगी कमपलनयो क नाम पर (लजसका कोई वासतलवक कारोबार नही ह) काल धन को एफडीआई का नाम दकर पन दश की अथथवयवसथा म ल आत ह इस परलरिया को क पीटल राउणड लटरलपग क नाम स जाना जाता ह ऐस म सपष ह लक काला धन क असली लखलाडी जो बहतरी तकनीको का इसतमाल करक अपना काला धन लठकान लगात ह उन पर नोटबनदी का कोई परभाव नही पडन वाला हा इसस यह जरर होगा लक कछ छोट-मोट लखलाडी पकड म आ सकत ह

अब नोटबनदी स नकली नोटो क ख़ातम क दाव की पडताल कर ली जाय नशनल इनवसटीगलटव एजसी (एनआइए) और इलणडयन सटलटल सटकल इसटीटयट क 2015 क एक सयति अधययन क अनसार अथथवयवसथा म हमशा ही 400 करोड की नकली मदा मौजद रहती ह एक और मजदार तथय दलखए िाइनलशयल एकसपरस की 15 नवमबर की एक ख़बर क अनसार नयी नोटो की कवल छपाई का ही ख़चथ 11000 करोड रपय ह अब जरा सोलचए लक 400 करोड क नकली नोटो क ख़ातम क ललए 11000 करोड का ख़चथ करक नय नोट छापना कहा की समझदारी ह

बहरहाल अब तक तो यह सपष हो ही गया ह लक नोटबनदी स न तो काला धन पर लगाम लग सकती ह न ही नकली नोटो क कारोबार पर तब लिर सवाल उठता ह लक आलखरकार

नोटबनदी का यह कदम उठाया ही कयो गया ह अगर समय म जयादा नही करीब 1 साल पीछ जाय तो आपको शायद याद हो लक अगसत 2015 म लवति मनती अरण जटली का बयान आया था लक तरलता की कमी स लनपटन क ललए बको म 70000 करोड रपय डालन की आवशयकता ह आलखरकार तरलता की यह कमी पदा ही क स हई इस कमी का कारण ह बको क lsquolsquoबर कजथrsquorsquo या नॉन-परफॉलमिग एसटस (एनपीए) एनपीए का अथथ ह लनदार दारा 90 लदनो की समय सीमा क दौरान न तो मलधन न ही बयाज की अदायगी भतपवथ आरबीआई गवनथर रघराम राजन क अनसार भारतीय बको पर इन बर कजषो की माता माचथ 2016 तक 6 लाख करोड तक पहच चकी ह इन बर कजषो का 90 परलतशत भार पलबलक सकटर क बको पर ह वस हम यह नही भलना चालहए लक बको की छलव को खराब होन स बचान क ललए इन बर कजषो की माता को कम करक बताया जाता ह असली तसवीर की भयावहता का अनदाजा रलटग एजलसयो की ररपोटषो स पता चल जाता ह भारतीय रलटग एजसी इलणडया रलटगस क अनसार माचथ 2016 तक भारतीय बको दारा लदया गया कल कजथ 70 लाख करोड था और इसका 15वा भाग (यानी 13 लाख करोड) सटरसड एसटस का था सटरसड एसटस बको दारा लदय गय उन कजषो को कहा जाता ह लजनक वापस आन की या तो कोई उममीद नही ह या बहत कम उममीद ह या लिर उनह परी तरह माफ कर लदया गया ह गौरतलब ह लक अभी कछ महीन पहल 29 सरकारी बको न पजीपलतयो दारा ललय गय 154 लाख करोड क बर कजथ को परी तरह माफ कर लदया ह 9000 करोड रपय डकारकर लवजय मालया लवदश भाग गया यह लकसी स लछपा नही ह हालालक लवजय मालया तो कवल एक नाम ह जो चचाथ म आया दरअसल इस हमाम क

कई नग धडलल स सरकार की मदद स जनता की आखो म धल झोक रह ह बको म जमा जनता की गाढी कमाई को खलआम पजीपलतयो को कजथ क रप म लदया जाता ह और जब व उस लौटान स मना करत ह तो सरकार तब भी कोई कारथवाई करन क बजाय उनको पलको पर लबठा कर रखती ह

शोध ससथान रिलडट सयसी ररसचथ की ररपोटथ बताती ह लक भारत म लजन कॉरपोरट घरानो पर सबस जयादा कजथ लदा ह उसम नामी-लगरामी कमपलनया वदानता एससार अडानी अलनल अमबानी और मकश अमबानी की कमपलनया शालमल ह कल लमलाकर बक अपनी साख़ बचान क ललए तरह-तरह की तकनीकी शबदावललया गढकर जनता की नजर स असललयत लछपान की लघनौनी कोलशश करत हए पजीपलतयो की तन-मन-धन स सवा करत ह यह सपष ह लक बको पर इन बर कजषो क दबाव स अथथवयवसथा म तरलता की कमी का आना लनलचित था नोटबनदी का ऐलान करक जनता को नकदी जमा करन क ललए मजबर करक इस तरलता की कमी स लनपटन का आसान तरीका खोजा गया

काल धन पर सलजथकल सटराइक का हवाला दकर सरकार की असली मशा काला धन पर हमला नही बललक पजीपलतयो की सवा करना ह यहा एक और तथय का लजरि करत हए चल नोटबनदी क ि सल क बाद बको न बयाज दर घटा दी ह इसस जालहरा तौर पर जनता को तो कोई लाभ नही होगा पर 73 लाख करोड का कजथ दबाय बठ 10 बड ऋणगसत कॉरपोरट घरानो क ललए तो यह कदम सोन पर सहागा होन जसा ह भई साफ ह यह जनता नही पजीपलतयो की सरकार ह

micro osrk

नोटबनी और बको क lsquolsquoबर कज़डrsquorsquo

यह सब कछ बलकग चनल क जररय हआ था शायद मोदी सरकार की नजर म यह घपला था ही नही इन दोनो को तो ईनाम लमलना चालहए क शलस क रिाणड एमबसडर होन का आयात म कीमत स जयादा लबल और लनयाथत म कीमत स कम लबल दारा काला धन पदा करन वाल तरीक जो ऊपर बताय गय व भी क शलस और लडलजटल तरीक स ही चलत ह इसका पसा जब मॉरीशस-लसगापर होत हए लबना पहचान वाल पी-नोटस क जररय लवदशी लनवश क रप म आता ह तो वह भी क शलश और लडलजटल होता ह बड परोजकटस बढी-चढी लागत क फजगी लबलो क जररय जो बक कजथ ललया और बाद म कमपनी को बीमार कर मारा जाता ह वह भी सब क शलस ही होता ह लवजय मालया न जो 9 हजार करोड का चना बको को लगाया वह भी तो पकका क शलस और

लडलजटल था बोरी म नकदी भरकर नही भागा वह

अगर दलनया क और दशो का भी उदाहरण दख तो दलषिण कोररया और नाइजीररया जस दशो म सकल घरल उतपाद म नकदी की माता बहत कम ndash लगभग 4 - ह ललकन दोनो म भरषाचार कम होन का कोई परमाण नही बललक दलषिण कोररया की राषटरपलत को तो लिलहाल ही भरषाचार क आरोपो क चलत पद स हटन क ललए मजबर लकया जा रहा ह इसक लवपरीत जापान म भारत क 117 क मकाबल 20 नकदी ह ललकन वहा भारत स बहत जयादा भरषाचार का कोई परमाण नही

लिर मात आम लोगो क लन-दन का ररकॉडथ रखन म सरकार इतनी लदलचसपी कयो लदखा रही ह इसकी एक बडी वजह ह लक इसस लोगो क ऊपर लनगाह रखना उनकी जाससी करन का एक मजबत तनत खडा होगा हाल क वकत म दलनया क सभी पजीवादी दशो

की सरकार लभनन लवचार रखन वाल अलधनायकवादी परवलतियो का लवरोध करन वाल वयलतियो पर लनगहबानी का लशकजा कसन म बहत लनवश कर रही ह लजसस जनवादी आनदोलनो को लनयलनतत लकया जा सक इसका एक दसरा उपयोग ऐस कायथकताथओ को बदनाम करन क ललए उनक लकसी परान लन-दन लकसी वसत की ख़रीद को बगर सनदभथ बताय परचाररत करन म भी लकया जाता ह गजरात क 2002 क सामपरदालयक दगो म मोदी की भलमका की लवरोधी कायथकताथ तीसता सीतलवाड को बदनाम करन क ललए अभी कछ ही समय पहल गजरात पललस न ऐस ही उनक रिलडट काडथ क ररकॉडथ का परयोग लकया था

इसक अलतररति समपणथ नकदी रलहत मात इलकटरॉलनक मदा की लसथलत म लकसी वयलति ही नही बललक पर इलाक क जनसमदाय क जीवन को मात कीबोडथ पर कछ बटन दबाकर पग बना

दना भी शासक तबक क ललए बहत आसान हो जायगा अभी ही हम दखत ह लक लकसी भी आनदोलन की लसथलत म परशासन सबस पहल मोबाइल-इणटरनट को ही बनद करता ह लपछल एक साल म हरर याणा क जाट आनदोलन गजरात क पाटीदार आनदोलन कशमीर झारखणड उतिर-पवथ आलद म कल जोड तो 250 लदन तक इणटरनटमोबाइल पर रोक लगायी जा चकी ह क शलस लडजीटल लन-दन पर लनभथरता की लसथलत म परशासन क ललए लकसी भी षित क समसत जनसमदाय को उनक धन तथा वसतओ की ख़रीद-फरोखत की आम सलवधा स भी वलचत कर पाना बहद आसान होगा ऐसी लसथलत लकसी भी दश की जनता क ललए कतई सवीकायथ नही होनी चालहए कयोलक यह उनक सवतनतता और जनवादी अलधकारो क हनन का रासता खोल दगी

इसललए नोटबनदी मात लकसी नीलत क गलत लरियानवयन और कपरबनध

स जनता को होन वाली तकलीफ का ही सवाल नही ह बललक गरीब कमजोर वलचत शोलषत महनतकश बहसखयक तबक स ताकतवर और पहच वाल पजीपलत और उचच मधयम वगथ को धनसमपदा क बड और सथाई हसतानतरण साफ शबदो म कह तो लट और डक ती का बडा सवाल ह ललकन बजथआ लवपषिी पालटथया कछ ससदीय वामपनथी दलो समत नोटबनदी क इस मद को मात कपरबनधअसलवधा क सवाल तक सीलमत करना चाहत ह कयोलक वह जनता क गसस को पजीवादी शासन वयवसथा क ही ल ख़ लाफ जान स रोकन क ललए परयासरत ह इसक असली जनलवरोधी सवरप क सवाल को य पालटथया नही उठाना चाहती कयोलक अनत म य सब सरमायदार तबक की ही सवा करती ह

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नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 10 स आग)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 3

mdash जशवानीहाल ही म सववोचच नयायालय दारा

लदय गय एक फ सल की काफी चचाथ रही 26 अतिबर को lsquoपजाब राजय बनाम जगजीत लसह (2016)rsquo मामल म अपना फ सला सनात हए सववोचच नयायालय की एक खणडपीठ न कहा लक lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का लसदानत पजाब सरकार क ललए काम करनवाल असथायी कमथचाररयो पर भी लाग होगा लजसका अथथ यह ह लक पजाब सरकार दारा लनयति लकय गय हजारो असथायी कमथचारी जस लक लदहाडी मजदर एड हॉक क जअल और कॉणटरकट कमथचारी यलद व सथायीलनयलमत कमथचाररयो क समान काम कर रह ह तो व सब सथायी कमथचाररयो को लमलनवाल वतनमान क ही हकदार होग

गौरतलब ह लक इस तरह क मसल पर यह कोई इकलौता फ सला नही ह इसस पहल भी कई राजयो क उचच नयायालयो और ख़द सववोचच नयायालय न lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo क सवधालनक लसदानत को लाग लकय जान की बात कही ह हालालक इस बार यह फ सला ऐस वकत म आया ह जब कनद म बठी भाजपा सरकार शरम क असथायीकरण और अनौपचाररकता की परलरिया को नयी ऊचाइयो तक ल जान क ललए परलतबद ह मोदी सरकार न सतिासीन होत ही इस बाबत अपनी मशा जालहर भी कर दी हर लकसम क शरम कानन को लचीला बनाकर ख़तम कर दन की कवायद जोरो स जारी ह मजदर-कमथचाररयो को बच-खच काननी परावधानो क तहत लमलनवाली सहललयतो को पजीपलतयो और कॉरपोरट घरानो क हाथ बचन क ललए इस पजी-भति सरकार न कमर कस ली ह यह बात दीगर ह लक पहल ही य शरम कानन वासतलवकता म लकतन लाग होत थ हालालक अब इस काननी जाम की औपचाररकता को भी उतार फ क दन की फासीवादी मलहम चल रही ह

उति जगजीत लसह का मामला सववोचच नयायालय क समषि पजाब एव हररयाणा उचच नयायालय क कई अनतरलवरोधी लनणथयो क बाद एक अपील क रप म आया पजाब-हररयाणा उचच नयायालय क अधीन इन सभी मामलो म जो सामानय मदा था वह यह था लक कया असथायीअलनयलमत तौर पर काम कर रह कमथचारी लजनम लदहाडी मजदर एड हॉक कमथचारी क जअल कमथचारी ठक पर काम कर रह कमथचारी और व सभी कमथचारी जो लनयलमत या पणथकाललक आधार पर काम नही कर रह ह शालमल ह लनयलमतसथायी पदो पर काम कर रह कमथचाररयो को लमलनवाल वतन क हकदार ह या नही जहा 2003 म lsquoपजाब राजय बनाम रालजनदर कमारrsquo मामल म पजाब-हररयाणा उचच-

नयायालय की एक पीठ न इस मद पर सकारातमक रवया अपनाया वही 2013 म lsquoअवतार लसह बनाम पजाब राजयrsquo मामल म उति उचच नयायालय की पणथ पीठ न 2003 क फ सल को पलटत हए यह लनषकषथ लनकाला लक असथायी अलनयलमत कमथचारी सथायीलनयलमत कमथचाररयो क समान वतन क हकदार नही हो सकत ह सपरीम कोटथ का हाललया फ सला इसी सनदभथ म आया ह

अपन इस फ सल म उचचतम नयायालय न कहा ह लक एक lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo अपन दारा लनयति लकय गय कमथचाररयो म वतन क आधार पर भदभाव नही कर सकता ह ऐसा करना lsquolsquoदमनकारी और उतपीडनकारीrsquorsquo होगा कम स कम सरकार को तो अपन कमथचाररयो क साथ एक आदशथ लनयोतिा क तौर पर बताथव करना चालहए आज का भारतीय राजय लकतना lsquolsquoकलयाणकारीrsquorsquo ह इस पर चचाथ करना ही बमानी ह पजीवाद क इस नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म जब आलथथक सकट पजीवाद की ढाचागत लवलशषता बन चका ह तब भारत तो कया दलनया का कोई दश lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo होन का जोलखम या ख़चथ नही उठा सकता ह और लिर तो यह दसरी ही चचाथ का लवषय ह लक पजीवाद क lsquolsquoकलयाणकारी राजयrsquorsquo क दौर म भी राजय लकतना और लकसक ललए कलयाणकारी था इसललए सववोचच नयायालय का यह कथन एक ऐस भरम को बनाय रखना चाह रहा ह लजसका आज क पजीवाद म कोई भौलतक आधार मौजद ह ही नही

यहा एक और बात धयान दन लायक ह सववोचच नयायालय क इस फ सल समत ऐस सभी फ सल जयादातर उन मामलो म आय ह लजनह काननी भाषा म lsquoसवा काननrsquo (सलवथस लॉ) की सजा परापत ह यानी य सभी मामल कनद या राजय सरकारो क परतयषि कमथचाररयो स जड मामल ह

बहरहाल इस फ सल क बाद कनदीय टरड यलनयनो क लीडरान म खशी की लहर सी दौड गयी लकसी न इस अभतपवथ फ सला बताया तो लकसी न इस कनदीय टरड यलनयनो क नततव म चल रह lsquolsquoभारत क मजदर आनदोलनrsquorsquo की अहम जीत बताया इन सभी न भारतीय नयालयक वयवसथा और सलवधान म अपनी दढ आसथा को एक दफा लिर जतात हए सववोचच नयायालय क इस फ सल की भरर-भरर सराहना की यह तक कह डाला लक यह lsquolsquoऐलतहालसक फ सलाrsquorsquo भारत म ठकाकरण और lsquolsquoक जअलाइजशनrsquorsquo की समसया क समाधान म एक महतवपणथ कदम ह जबलक सचचाई तो यह ह लक सववोचच नयायालय क इस फ सल का शरम क ठकाकरण क परशन स दर-दर तक कोई लना-दना नही ह

यह बात सच ह लक इस फ सल

स कनद व राजय सरकारो दारा अपन लवभागो म परतयषि तौर पर लनयति लकय गय असथायीअलनयलमत कमथचाररयो को कछ राहत लमलगी व सभी इस फ सल का इसतमाल एक लमसाल या पवथलनणथय क तौर पर सथायीलनयलमत कमथचाररयो लजतना ही वतन पान क ललए एक हद तक कर पायग ललकन यह भी नही भलना चालहए लक यह फ सला लसफथ सरकारी कमथचाररयो पर लाग होगा जो लक भारत की कल मजदर आबादी का बहद छोटा सा लहससा ह लनजी षित और सरकार दारा लनयलनतत सावथजलनक षित क उपरिमो क अनौपचाररकअसगलठत मजदरो की लसथलत पर इस फ सल स कोई असर नही पडगा कयोलक यह फ सला उनक ललए ह ही नही

आज भारत की कल मजदर आबादी का 93 परलतशत स अलधक असगलठत षित म काम करता ह बाकी 7 परलतशत आबादी जो सगलठत औपचाररक षित म काम करती ह उसका भी तीन-चौथाई लहससा ठका या क जअल मजदर ह या अगर वह सथायी ह भी तो लकसी यलनयन म सगलठत नही ह आज शरम क अनौपचाररकीकरण की परवलति ही मखय परवलति ह अथथवयवसथा म एक लवशालकाय अनौपचाररक षित पदा हआ ह लवशाल सखया म ऐसी औदोलगक इकाइया अलसततव म आयी ह जो लकसी भी परकार क कानन या सरकार दारा लाग लकसी भी लवलनयमन क अनतगथत नही आती इनम घरो म उपठकाकरण क तहत होनवाल काम स लकर हणडीरिाफट उदोग वकथ शॉप छोट-मोट कारख़ान तक शालमल ह इनम काम करनवाली शरलमक आबादी का 98 परलतशत लहससा ऐसा ह लजसक पास लनलचित मजदरी वाला पकका लनयलमत रोजगार नही ह और लकसी भी परकार की काननी सरषिा उनह हालसल नही ह इसक अलावा सगलठत और असगलठत दोनो ही षितो म कायथशलति का अभतपवथ अनौपचाररकीकरण हआ ह यानी लक जो मजदर आबादी सगलठत षित म पकक रोजगार और लनयलमत पकक वतन क साथ काम कर रही थी उसक आकार को भी ठकाकरण-उपठकाकरण और छटनी क जररय तजी स छोटा लकया जा रहा ह 2011-12 क राषटरीय नमना सववषिण क मतालबक 79 परलतशत मजदरो क पास काम का कोई लललखत समझौता या करार नही होता वस यह आकडा इसस कही और बडा हो सकता ह

इस रप म दख तो अनौपचाररक असगलठत षित म काम करन वाली 98 परलतशत आबादी अनौपचाररक मजदर क रप म काम करती ह लजसक पास कोई रोजगार सरषिा सामालजक सरषिा शरम काननो को सरषिण काम करन की अचछी लसथलतया नयनतम मजदरी 8 घणट का कायथलदवस पशन ईएसआई पीएफ आलद की सलवधा नही ह इसक साथ ही औपचाररक

सगलठत षित म भी काम करन वाली मजदर आबादी का तीन-चौथाई स भी अलधक लहससा अनौपचाररक मजदर म तबदील हो चका ह लजसका कारण ह लपछल तीन दशक स जारी ठकाकरण क जअलाइजशन और लदहाडीकरण की परलरिया इस बहसखयक मजदर आबादी की लसथलत कया ह यह लकसी स लछपा नही ह सववोचच नयायालय स भी नही यलद मनयफ कचररग उदोग को दख तो लदलली म वजीरपर बवाना बादली शाहबाद डरी स लकर मायापरी-नारायणा ओखला पीरागढी मगोलपरी म 12-14 घणट खटन वाली मजदर आबादी की लसथलत इस तसवीर को साफ कर दती ह और लदलली ही कयो दश भर म ललधयाना-पानीपत स लकर गडगाव-मानसर और बगलर-चननयी तक ि ल लकसी औदोलगक षित पर लनगाह डाललए सभी जगह हालात एक ही ह - शरम का अभतपवथ अनौपचाररकीकरण-लदहाडी और ठक पर काम कर रही असगलठत मजदरो की सबस अरलषित आबादी का लहलहाता महासमद सववोचच नयायालय क इस फ सल म इनक ललए कछ भी नही ह इसक अलावा कलष स जड षितो म लगी मजदर आबादी लनमाथण मजदर घरल कामगार आलद असगलठत मजदरो की शरणी म आत ह य मजदर आबादी भी इस फ सल स कोई उममीद नही रख सकती यहा एक बात लिर रखालकत करन की जररत ह लक दश की तमाम बडी कनदीय टरड यलनयनो की इस असगलठत अनौपचाररक मजदर आबादी क बीच कोई आधार या पहच-पकड नही ह और न ही इन यलनयनो दारा इस असगलठत आबादी को सगलठत करन का ही कोई इरादा मौजद ह इसललए इस फ सल क बाद उनक बीच वयापत हषवोललास की लसथलत को सहज ही समझा जा सकता ह

अब अगर सावथजलनक षित क उपरिमो की बात कर तो लसथलतया वहा भी इसस कछ अलग नही ह इस षित म काम करन वाल मजदरो को भी असथायी अलनयलमत तौर पर ही लनयति लकया जा रहा ह अनौपचाररकीकरण का पहल यहा भी परधान ह यह असगलठत मजदर आबादी भी लकसी टरड यलनयन की सदसयता क दायर म नही आती जस लदलली मटरो रल कारपोरशन को ही लीलजए यह लदलली सरकार और कनद सरकार का सयति उपरिम ह इसम लटकट-टोकन दन वाला सटाफ सफाई कमथचारी व लसकयोररटी गाडथ - सभी असथायी मजदर ह जो लवलभनन ठका कमपलनयो दारा काम पर रख जात ह हालालक डीएमआरसी (लदलली मटरो रल कॉरपोरशन) इन सभी ठका मजदरो की परधान लनयोतिा ह ललकन वह हमशा इस लजममदारी स बचती ह ऐस म इन ठकाकलमथयो क ललए और इनही जस लाखो अनय ठकाकलमथयो क ललए

इस फ सल म ऐसा कछ नही ह लजसस व थोडी भी राहत की सास ल सक

यहा सववोचच नयायालय क समषि आय दो मामलो का उललख लवचारणीय ह पहला मामला सावथजलनक षित क उपरिम स जड मजदरो का ह 1966 म lsquoलहनदसतान एणटीबायोलटक लललमटड बनाम कामगार (1967)rsquo मामल म सववोचच नयायालय न ही फ सला लदया था लक lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का लसदानत उन कामगारो पर लाग नही होगा जो राजय सरकार क अनतगथत परतयषि तौर पर काम नही करत इस फ सल म नयायालय न यह भी कहा लक न तो काननन और न ही सवधालनक तौर पर यह बाधयताकारी ह लक lsquoसावथजलनक षितrsquo और lsquoलनजी षितrsquo म कायथरत कमथचाररयो का वतनमान बराबर हो लसफथ इसललए लक व समान काम कर रह ह चलक उनक लनयोतिा अलग-अलग ह इसललए वतनमान भी अलग-अलग हो सकता ह अब यलद दश का सववोचच नयायालय ही ऐसा तकथ दगा तो इस पर और कया कहा जाय

एक अनय महतवपणथ मामल म भी सववोचच नयायालय न lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo क लसदानत को नजरअनदाज लकया ह 2007 म lsquoकनाथटक राजय बनाम अमीरबीrsquo मामल म फ सला सनात हए कोटथ न आगनवाडी म काम करनवाली मलहलाओ को राजय सरकार क कमथचारी होन का दजाथ और इसक पररणामसवरप लमलनवाली सलवधाए दन स साफ इनकार कर लदया इस फ सल म समलकत बाल लवकास योजना क तहत काम करनवाली इन आगनवाडी कायथकताथओ क काम की परकलत को सवलचछक बताया गया लजनह वतन की जगह मानदय लमलता ह और इसललए य सब सरकार की लनयलमत कमथचारी नही बन सकती इस फ सल क पीछ काम करनवाला तकथ यह ह लक य रिी कामगार महज lsquolsquoनागररक पदrsquorsquo पर कायथरत ह कयोलक अदालत क अनसार तो बचचो क पालन-पोषण का काम रोजगार होता ही नही और वस भी यह काम लसफथ मलहलाओ दारा ही लकया जा रहा ह इसललए परषो दारा लकय जानवाल पणथकाललक लनयलमत रोजगार स इसकी तलना नही की जा सकती लरियो क काम क परलत यह नजररया लकतना भरामक और गहराई स जड जमाय हए ह यह इस फ सल स साफ हो जाता ह

अगर गौर स दख तो सववोचच नयायालय दारा लदया गया यह हाललया फ सला वासतव म इस दश की बहसखयक मजदर आबादी को कछ भी राहत नही दता इस फ सल म दश की आम मजदर आबादी जो असथायीकरण और अनौपचाररकीकरण का लशकार ह क ललए ऐसा कछ भी नही ह लजस पर सनतोष लकया जा सक ndash उलट इस आबादी की कायथ-लसथलतयो पर एक परशान कर दनवाली चपपी ह l

सववोचच नायालय दारा lsquoसमान काम क ललए समान वतनrsquo का फ सलालककन दश की बहसखयक मज़दर आबादी को इसस हाससल होगा का

4 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लपछल लदनो lsquoलबर बयरोrsquo दारा जारी नयी रोजगार-बरोजगारी सववषिण ररपोटथ क मतालबक बरोजगारी लपछल 5 वषषो क लशखर पर ह बरोजगारी की दर 2011 म 38 फीसदी 2013 म 49 फीसदी और 2015-16 म बढ कर 73 फीसदी पर पहच गयी ह रोजगार-परापत वयलतियो म स भी एक-लतहाई को पर वषथ काम नही लमलता जबलक कल पररवारो म स 68 फीसदी पररवारो की आमदनी 10000 रपय महीन स भी कम ह गामीण षितो म हालत और भी ख़राब ह यहा 42 फीसदी वयलतियो को वषथ क पर 12 महीन काम नही लमलता गामीण षित म 77 फीसदी पररवार 10000 मालसक स कम कमान वाल ह

य ह व असल करप सचचाइया लजनह लछपान क ललए ही मोदी मणडली तमाम तरह क फालत मद उभार रही ह

एक तरफ तो लवकास की 7-8 फीसदी की रफतार को छन क दाव लकय जा रह ह ललकन दसरी तरफ बरोजगारो की सखया लगातार बढती जा रही ह जालहरा तौर पर इस लवकास का फायदा लसफथ ऊपर बठ अमीर वगषो को ही हआ ह आम घरो क नौजवान तो अब भी दो वकत की रोटी जटान क ललए भटक रह ह इसललए आज हम समझना होगा लक भारत-पालकसतान क बीच तनाव और दशभलति क नाम पर अनधराषटरवाद को उभारन क पीछ भारत और पालकसतान क हकमरानो की कया सालजश ह आज हमार वासतलवक मसल अपन घर म ही ह और जररत ह लक हम बहतर लशषिा और रोजगार दन क ललए अपनी सरकारो स जोरदार माग कर और जनानदोलन को इस मकसद क ललए सगलठत कर

ndash ससकनर

भारत म धमथ जालत षित भाषा आलद क नाम पर लवलभनन हकमरान वगगीय पालटथया अपनी राजनीलतक रोलटया सकती आयी ह भाजपा भी मौका लमलत ही दश म लगातार िासीवादी माहौल को अचछा खाद-पानी द रही ह मोदी 2014 क चनावो म दश क अचछ लदन लकर आन क नारो की गज क साथ दश क बहपषिीय लवकास का ऐलान करता पर दश म छाया रहा था कया भाजपा क चनाव जीतन स दश की साधारण जनता की बहतर लजनदगी की उममीद की जा सकती ह इसका जवाब लबना सकोच क न म लदया जा सकता ह भाजपा लकस मकसद क ललए सतिा पर लवराजमान हई ह यह इसका कायथकाल ख़तम होन स पहल ही घोलषत लकया जा सकता ह मोदी सरकार दश क पजीपलतयो क सकट की घडी म उसका हाथ बटान क ललए ही आयी थी और इसक ललए ही अपनी परी ताकत लगा रही ह

भाजपा न अपन घोषणापत म अलपसखयको (मलसलम और ईसाई) और दललतो क ललए आलथथक और सामालजक बराबरी क मौक रोजगार सामालजक एकता और नयाय की गारणटी अछत जसी लपछडी मलय-

मानयताओ का ख़ातमा करन शालनतपणथ और सरषिा का माहौल उपलबध करवान का एजणडा घोलषत करक बवजह ही कई कागज काल लकय कयोलक लपछल दो वषषो क दौरान मोदी को अभी तक इन मामलो पर सोचन-लवचारन का समय नही लमल सका और परी उममीद ह लक आन वाल लदनो म भी मोदी पजीपलतयो की सवा म ही वयसत रहग

हम रोज दखत ह लक आय लदन अलपसखयको और दललतो क साथ भदभाव की कोई न कोई घटना हमार सामन होती ह 21वी सदी म भारत म अभी भी दललतो को अछत या अपलवत आलद कहकर नकार लदया जाता ह और समाज का लहससा नही माना जाता अलपसखयको क ल ख़ लाफ तमाम तरह क झठ परचारकर लगातार जहर घोला जाता रहा ह यह भदभाव इतना भयकर ह लक जालत या धमथ क नाम पर तो आपक जीन का अलधकार भी छीना जा सकता ह हाल ही की एक घटना म उतिराखणड क एक गाव लपथौरागढ म आटा चककी lsquolsquoअपलवतrsquorsquo करन क कारण एक उचच जालत क अधयापक न हलसया स दललत का गला काट लदया लपछल समय म दख तो सघ क गौ-भतिो न भी कई बगनाह मसलमानो और

दललतो को मौत क घाट उतारा ह हाल ही म गजरात क ऊना लजल म दललतो क साथ हई घटना को कौन भला सकता ह

कछ और तथयो पर नजर डालत ह लोक सभा म पश की गयी गह मनतालय की ररपोटथ क मतालबक 2016 क पहल पाच महीनो म ही 278 सामपरदालयक लहसा की घटनाए हो चकी ह इन घटनाओ म 903 लोग जखमी हए और 38 लोगो की मौत हई उतिर परदश राजय सामपरदालयक लहसा की 61 घटनाओ क साथ सबस आग रहा ह 2014 म यह आकडा 644 था जो 2015 म 17 बढकर 741 हो गया था दललतो की हालत दख तो राषटरीय अनसलचत और जनजालत आयोग की ररपोटथ क मतालबक गजरात राजय म दललतो क ल ख़लाफ अपराध 2014 म 277 स 2015 म 1633 और छतिीसगढ राजय म 2014 म 326 स 2015 म 919 बढ ह गजरात छतिीसगढ और राजसथान तीनो राजय जहा भाजपा की सरकार ह दललत क ल ख़लाफ अपराधो म सबस आग ह

य तथय दशाथत ह लक भाजपा क आन स िासीवादी ततवो और दललत क ल ख़लाफ अपरालधयो को छट लमली

भाजपा क सता म आन क बाद स अलपसखयको व दललतो क क ख़लाफ अपराधो की रफतार हई तज़

दश जहा लमब समय स कोई सशति मजदर आदोलन मौजद नही ह जहा का टरड-यलनयन आनदोलन लमब समय स नसलवाद स गसत रहा ह और जहा आम आबादी क बीच वगथ-चतना का भारी अभाव ह जहा उपभोतिावाद की ससकलत अपन चरम पर हो लरियो और बचचो क परलत अपराध एक आम बात हो उस दश क टटपलजया वगथ का नायक और तारणहार टरमप जसा ही कोई वयलति हो सकता था ललकन कया इसका मतलब टरमप एक िासीवादी ह और उसका सतिा म आना अमररकी राजय को एक िासीवादी शासन म तबदील कर दता ह लहलरी लकलणटन और बनगी साणडसथ की हार पर रदाली और सयापा करन वाल भदजनो क एक बड तबक स लकर वाम दायर क कछ धडो म भी टरमप को िासीवादी सालबत करन का परयास लकया जा रहा ह दसर कया आम महनतकश जनता को यह जानन स कोई िकथ पडता ह लक टरमप िासीवादी ह या नही या यह लसफथ एक लकताबी सवाल ह

हम इस सवाल स अपनी बात शर करग लक हमार ललए कयो यह जानना बहद जररी ह लक टरमप एक िासीवादी ह या लिर वलशवक आलथथक सकट क दौर म अमररका की लवलशष सामालजक-आलथथक पररलसथलतयो म पदा हआ एक धर परलतलरियावादी दलषिणपथी यह इसललए जररी ह लक लसिथ लकताबी लोग सडको पर उतरकर िासीवाद का मकाबला नही करत बललक अपन वासतलवक नताओ और सगठनो क

मागथदशथन म यह काम आम महनतकश जनता करती ह अगर हर परलतलरियावादी शलति को हम िासीवादी करार द दग तो जब वाकई िासीवादी सतिा म आयग तो हम बगल झाक रह होग जो रोज भलडया आया भलडया आया करता ह वह सच म भलडय क आ जान पर कछ नही कर पाता िासीवाद क लवरद जनता क सघषथ की रणनीलत अलग होती ह व आम परलतलरियावादी काल म अलग

आलखर हम टरमप को िासीवादी कयो नही मान सकत पजीवाद क वलशवक आलथथक सकट क लजस दौर म आज हम जी रह ह उसम उदारवादी और कलयाणकारी बजथआ राजय क ललए समभावनाए ख़तम हो चकी ह यही कारण ह लक आज दलनया भर म परलतलरियावादी सतिाए कायम हो रही ह जो जनता को जयादा स जयादा लनचोडकर उसक हर लवरोध को कचलकर लवतिीय और इजारदारी पजी क लहतो की रषिा कर सक ललकन ऐसी हर परलतलरियावादी ताकत िासीवादी नही हो सकती कयोलक िासीवाद एक आधलनक लवचारधारा ह जो मखयतः लवतिीय और इजारदार पजी की सवा करती ह और टटपलजया वगषो क समथथन क दम पर सतिा म कालबज होती ह िासीवाद को तीन परमख चीजो क आधार पर ही पहचाना जा सकता हmdashक डर आधाररत सगठन िासीवादी लवचारधारा और टटपलजया वगषो क समथथन की लहर पर उभरा वयापक सामालजक आधार वाला आनदोलन एक क डर आधाररत सगठन एक सलनलचित िासीवादी लवचारधारा

(जो मलतः वयवहारवादी होती ह) क आधार पर ही खडा लकया जा सकता ह इसी सगठन क बलबत पजीवादी सकट क काल म टटपलजया वगषो क बीच जीवन की बदहाली स उदार क ललए पहल वाली महानता का सवपन लदया जाता ह और उनह लवशवास लदलाया जाता ह लक मजबत नता क रप म उनका तारणहार इस लाकर दगा इन वगषो को यह लवशवास लदलाया जाता ह लक उनह सतिा क परलत लबलकल वफादार होना होगा और इस तारणहार का लवरोध करन वाल हर लकसी का सिाया करना होगा चाह वो टरड-यलनयन सगठन हो कमयलनसट कायथकताथ हो या मानवालधकार कमगी हो अपनी वगगीय महतवाकाषिाओ और सकलचत दलष क चलत टटपलजया वगषो की एक बडी आबादी और यहा तक लक हताशा स गसत मजदर वगथ क एक लहसस को भी कछ समय क ललए सवगथ की परालपत की उममीद होन लगती ह कहन की जररत नही लक इस भरोस का आग चलकर कया हशर होता ह

अगर इस लवशषण क आधार पर टरमप क सतिा तक पहचन की परलरिया को दख और सवाल कर लक कया वह वाकई लकसी क डर आधाररत सगठन व िासीवादी लवचारधारा स टटपलजया वगषो क बीच स उभर हए आनदोलन क बलबत सतिा तक पहचा ह तो इसका जवाब होगा नही इसका मतलब यह कतिई नही लक िासीवादी चनाव क रासत स सतिा तक नही पहचत लहटलर स लकर मोदी तक चनाव जीत कर ही सतिा तक पहच ललकन चनावो क

पहल लमब समय तक उनक िासीवादी सगठन न टटपलजया वगषो और मजदर वगथ क कलीन तबको क अचछ-खास लहसस म काम करत हए िासीवादी लहर पदा की थी इसक उलट अमररका म टरमप क पीछ कोई सामालजक आनदोलन नही ह टरमप नसली या जातीय आधार पर वयापक दगा या कतलआम कराकर लवरोलधयो का सिाया करना तो दर चनावो स पहल कह गय अपन बहद मखथतापणथ ललकन जनता क बीच लोकलपरय हए जमलो क एक लहसस को भी लाग करवान म मलशकल का सामना करगा मसलन कया वह परवालसयो लवशषकर लालतनी-अमररकी परवालसयो क अमररका म परवश पर परी रोक लगा सकता ह कतिई नही कयोलक इन परवालसयो क ससत शरम की लट अमररकी पजीपलतयो की जररत ह इसी तजथ पर कया वह लवदशो म लशफट हए अमररकी कमपलनयो क उतपादन को वापस अपन दश म ला सकता ह लजसस बरोजगारी स गसत अमररकी शवत आबादी क ललए नय रोजगार पदा हो सक यह हो ही नही सकता लवतिीय पजी क वचथसव क इस दौर म मनाफ की दर जहा जयादा स जयादा होगी (और यह वही होगा जहा लटन क ललए ससत स ससता शरम होगा) उतपादन क कनद वही सथालपत लकय जायग यहा तक लक आतकवाद क लवरद लडाई क नाम पर टरमप न लजस लकसम क मलसलम लवरोध की बात की ह वह भी महज एक जमला ही सालबत होगी जालहरा तौर पर कोई िासीवादी शासक भी अपन सभी जमलो को लाग नही करवा पाता

ललकन वह जनता को लमब समय तक छलाव म रख पाता ह कयोलक समाज म उसकी पहच जयादा गहरी होती ह टरमप क ललए ऐसा करना भी ममलकन नही होगा

कल लमलाकर दखा जाय तो टरमप का उभार अमररकी सतिा क िासीवादी हो जान का परतीक नही ह ललकन साथ ही यह भलवषय म ऐसी लकसी समभावना क पदा होन क ख़तरो क ललए भी आगाह करता ह यह सही ह लक वलशवक आलथथक सकट का यह दौर आज जगह-जगह पर बजथआ वगथ की धर परलतलरियावादी पालटथयो और शासको क सतिासीन होन क ललए उपजाऊ जमीन परदान कर रहा ह ललकन साथ ही यही सकट एक रिालनतकारी लवकलप क लनमाथण और जनता क बीच उसका आधार बनान क ललए भी जमीन उपलबध करा रहा ह अगर मजदर वगथ और उसक लहरावल न समय की इस आहट को अनसना लकया अगर उनहोन इस तासदी क ललए लजममदार मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा का जनता क बीच पदाथिाश नही लकया तो हम यह जमीन िासीवालदयो को उपहारसवरप भट कर दग आज मजदर वगथ और उसक लहरावल को आम जनता और लवशषकर मजदर वगथ और टटपलजया वगथ स आन वाल नौजवानो को उनकी दःख-तकलीिो क ललए वासतव म लजममदार इस मौजदा आलथथक-सामालजक तान-बान की असललयत उजागर करनी होगी और भलवषय का ठोस लवकलप उनक सामन परसतत करना होगा

भारत म बढ रही बरोज़गारी

हई ह आरएसएस की लवचारधारा म दललतो अलपसखयको लरियो क लवरद नफरत ि लाना शालमल ह मोदी जो लक 2002 म ख़द िासीवादी लहसा म मसलमानो क कतलआम म शालमल रहा था स और उममीद भी कया की जा सकती ह इसललए आज जररत ह लक लजतन भी उतपीलडत वगथ चाह व अलपसखयकदललत या लरिया हो उनह

समची जनता क अग क तौर पर अपनी आलथथक राजनीलतक और सामालजक सरषिा क ललए भारत की समची महनतकश जनता की पजीपलतयो क ल ख़लाफ वगगीय लडाई को मजबत बनात हए अपन उतपीडन का डटकर लवरोध करना पडगा

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अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह(पज 8 स आग)

mdash नारायण आनन खरारआजकल सभी दशवालसयो

को दशपरम का अथथ समझान की लजममदारी राषटरीय सवयसवक सघ व उसक अनषगी सगठनो न अपन लसर पर ल रखी ह यही कारण ह लक भारत माता लहनद राषटर सनातन धमथ पराचीन ससकलत जसी सघ की पसनदीदा अवधारणाओ न अब अगार स जगल की आग का रप ल ललया ह सघ की इन अवधारणाओ का लवरोध करन या सघ पर लकसी भी परकार की लटपपणी करन वालो को सघ दशदोही ठहरा रहा ह यह सच ह लक दशभलति व दशदोह का परमाणपत बाटन का हक सघ को लकसी न नही लदया ह पर लिर भी सघ क बोलन को अनदखा नही लकया जा सकता इसका कारण ह लक सघ 90 वषषो क इलतहास वाला दशभर म 51335 शाखाओ वाला व लगभग 60 लाख सवयसवको वाला सगठन ह इतना ही नही बललक लपछल 5 वषषो म सघ की दलनक शाखाओ म 29 परलतशत सापतालहक शाखाओ म 61 परलतशत व मालसक शाखाओ म 40 परलतशत की बढोतरी भी हई ह इसक साथ ही वतथमान परधानमनती भी सघ क सचच सवयसवक ह व उनह ख़द इसका अलभमान भी ह इसललए दशभलति क बार म सघ क लवचारो को अनदखा करन का साहस समभव नही ह उलटा सघ की दशभलति व दशपरम पर सागोपाग चचाथ करना आज समाज क ललए पहल स कही जयादा जररी बन गया ह

राषटरीय सवयसवक सघ की सथापना 1925 म नागपर म हई तब स 15 अगसत 1947 तक यानी 22 सालो तक भारत पर अगजो का राजय था इस काल म भारतीय राषटरीय कागस जस बड सगठन स लकर दश क अलग-अलग भागो म सलरिय अनक छोट सगठन अगजो स दश को सवतनत करान क ललए अपन-अपन तरीको स परयास कर रह थ ऐस समय म सघ कया कर रहा था य समझना सघ की दशभलति को समझन क ललए सबस उपयति रहगा सषिप म कहना हो तो एक सगठन क रप म सघ न अगजो क लवरद कछ भी नही लकया उलटा उस समय दश क ललए लदल म कछ करन का जजबा ललए सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन वाल लोगो को ऐसा करन स हतोतसालहत करना व दश क ललए बललदान करन वाल दशभतिो क तयाग का अपमान सघ न सलनयोलजत तरीक स अनथक लकया आज सघ दशभलति की लकतनी ही बात कर ल पर उनका य काला इलतहास उनकी ख़द की पसतको म दजथ हो चका ह बशक अपनी इस मककार भलमका क ललए सघ न कभी शमथ महसस नही की य भी सतय ह दश क सवतनत होन क बाद सवतनतता आनदोलन स दर रहन क सघ क कतय का समथथन सघ क दसर सरसघचालक माधव सदालशव गोलवलकर (गरजी) न लनमन शबदो म लकया - ldquo1942 क समय भी अनक लोगो क मन म आनदोलन क लवचार थ पर तब भी सघ क लनयलमत

कायथरिम चलत रह सघ न सीध तौर पर कछ भी न करन का सकलप ललया था लिर भी सघ क सवयसवको क मन म खलबली मची थी सघ लसफथ लनठलल लोगो का सगठन ह उनक बोलन का कोई अथथ नही ह ऐसा लसफथ बाहर क लोग ही नही बललक सघ क सवयसवक भी बोलन लग गय थ व नाराज हो गय थ इसक बावजद सघ न अपनी अवलसथती छोडी नहीrdquo1 सघ क परमपजय गोलवलकर गरजी क य शबद सघ की दशभलति का सबत ह

सवतनतता सगाम व सघ की चचाथ करत हए एक सावधानी बरतनी पडगी सगठन व एक वयलति क रप म सवयसवक क बार म अलग-अलग लवचार करना भी जररी ह लकसी भी सगठन का अपन सदसयो पर परा लनयनतण नही हो सकता ह सगठन म अलग-अलग मदो पर मतभद व लवरोधी अवलसथलतयो का लनमाथण होता ह आजापालन क ललए परलसद सघ भी इसका अपवाद नही ह ऐस समय म कया भलमका ली जायगी इसका लनणथय लकसी सगठन क लसदानत व लषिय स तय होता ह जनवादी मलयो व तालकथ कता म भरोसा करन वाला सगठन मतदान बहस तकथ आलद क दारा अपना पषि तय करता ह पर सघ म ऐस ldquoफालतrdquo मलयो की जगह नही ह सघ एक झणडा एक नता एक लवचारधारा इस लसदानत स अपनी अवलसथती बताता ह मतभद रखन वालो व ख़द तकथ करन की इचछा पालन वालो को दर होना पडता ह सघ सचच अथषो म समाज क एक छोट स वगथ क लहतो का परलतलनलधतव करता ह यही कारण ह लक वयापक जनता का समथथन परापत करन क ललए असली उदशयो को छपाकर सघ क उदशयो क बार म एक भरामक तसवीर परचाररत करना सघ की जररत ह इसक ललए सघ न जो सबस परभावी शरि तयार लकया ह वो ह सघ की भावनाओ को सहारा दती अलकाररक भाषा भोल भाल लोगो को सघ स जोडन का काम इस मायावी अरि न साल-दर-साल परभावी तरीक स लकया ह इसी कारण सामानय सवयसवक व सघ क नततव क बीच समय-समय पर टकराव पदा होता ह य तो तमाम अनय सगठनो म भी इस तरह का टकराव पदा होता ह सवतनतता सगाम क बार म सघ की अवलसथलत पर भी ऐस ही टकराव पदा होन क अनक उदाहरण ह इसललए जहा भी सघ क सवयसवक क वयलतिगत तौर पर सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन क उदाहरण लमलत ह उस वकत सघ की सागठलनक अवलसथलत कया थी इसकी पडताल करना जररी ह

राषटरीय सवयसवक सघ क ससथापक और पहल सरसघचालक डा कशव बलिराम हडगवार न अपन राजनीलतक जीवन की शरआत भारतीय राषटरीय कागस स की थी 1920 म असहयोग आनदोलन म भाग लन क कारण उन पर कस दजथ हआ व एक साल क सशरम कारावास की सजा

लमली सतयागालहयो का मानना था लक सामाजयवादी सतिा का लवरोध करना कवल अलधकार ही नही बललक एक कतथवय ह इसललए उनहोन य परलतजा ली थी लक वो अपना बचाव नही करग पर डॉ हडगवार न अपना बचाव लकया ldquoअपना बचाव न कर खटमल की तरह कचला जाना मझ गवारा नही ह अपना पषि रखकर हम दशमन की कचषाओ को दलनया क सामन लाना चालहएrdquo2 यही दशसवा ह यह तकथ उनहोन अपन समथथन म लदया दशसवा करत हए जल तो कया काला पानी जाना पड या िासी पर भी चढना पड तो हम तयार रहना चालहए ऐसी हकार भी उनहोन भरी पर सजा परी कर लौटन क बाद उनहोन इस बात की परी सावधानी बरती लक उनह काला पानी या िासी न हो वो कागस स दर हो गय कयोलक उनह य मजर नही था लक य दश यहा रहन वाल सभी जालत-धमथ क लोगो का ह डॉ हडगवार की जीवनी ललखन वाल ना ह पालकर क अनसार ldquoलहनदसतान म रहन वाल सभी लोगो का य दश ह इस धारणा पर स उनका लवशवास परी तरह उठ चका था उनक मन म य सपष लवशवास घर कर गया था लक लहनदतव ही राषटरीयता हrdquo इसीललए उनहोन 1925 म सघ की सथापना की इस सगठन क दारा नौजवानो को सामाजयवाद लवरोध की बजाय मसलमान लवरोध करन व कटर लहनदतववाद की तरफ लान क ललए उनहोन अपना परा जीवन समलपथत कर लदया सवतनतता सगाम म शालमल होन को उतसाही नौजवानो को हडगवार कया बोलत थ य उनकी उपरोति जीवनी म लदय वणथन स सपष हो जाता ह इस जीवनी क लखक ना ह पालकर ख़द हडगवार क साथी व एक सघ परचारक थ इसक साथ ही इस जीवनी की परसतावना सघ क दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी न ललखी ह इसललए य आरोप भी नही लगाया जा सकता ह लक सघ क लवरोधी कतसापरचार कर रह ह पालकर ललखत ह - ldquoअगर नौजवान क मन म सतयागह म भाग लन की इचछा जगती थी तो डॉकटर उसस सवाल करत थ - सतयागह क बाद जल जाना पडगा तयारी ह कया हा नौजवान का दढ उतिर होता था लकतन लदन का सकलप करक लनकल हो नौजवान की तरफ स छह महीन जसा कछ उतिर आता उसक बाद डॉकटर बोलत अगर छह महीन की जगह दो साल की सजा हो गयी तो इस सवाल का नौजवान तरनत जवाब दता लक वो भी काट लग इतनी ततपरता लदखान पर डॉकटर उसस बोलत आपको सजा हो गयी ह ऐसा समझकर य समय सघ कायाथलय को कयो नही दतrdquo मतलब सवतनतता सगाम म भाग लना सघ का काम नही था हडगवार क ऐस उपदशो को हमशा कामयाबी नही लमलती थी कछ लोग अपन लवचार बदल लत थ पर बहत सार सतयागह म भाग लत थ उनक बार म डॉ हडगवार क कया लवचार थ इसका उतिर भी पालकर न लदया ह ldquoहमन दश

क ललए कछ लकया ह इसका परदशथन जनता क सामन करन की इचछा रखन वाल नौजवान अलधक दखकर उनह (डॉ हडगवार को) दख होता थाrdquo 3

नमक सतयागह शर होत ही सघ पर भी इस आनदोलन म भागीदारी करन का दबाव बनना सवाभालवक था ऐस समय म पत जारी कर डॉ हडगवार न सघ की अवलसथलत लनमनलललखत शबदो म सपष की ldquoजारी आनदोलन म सघ न एक सगठन क तौर पर भागीदारी करना अभी तय नही लकया ह वयलतिगत तौर पर अगर कोई भागीदारी करना चाहता ह तो अपन सघचालक की अनमलत स शालमल हो सकता ह उस वहा भी इस तरीक स काम करना चालहए लक उसस सघ का लहतसाधन होrdquo2 सघ की मककार भलमका का य उतिम उदाहरण ह सवतनतता आनदोलन का खला लवरोध करना सघ क ललए राजनीलतक रप स आतमघाती होता इसललए सघ न ऐसा तो नही लकया पर सवयसवको को आजादी की लडाई स दर रखन का काम उसन परी चालाकी व ताकत स लकया

राषटरगौरव की डीग हाकन व सवतनतता आनदोलन स दर िटकन की नीलतयो क कारण सघ परी तरह नगा हो रहा था सवयसवको क वयलतिगत तौर पर भाग लन क बावजद सघ की एक सगठन क रप म सवतनतता सगाम लवरोधी अवलसथलत कदम-कदम पर लदख रही थी इसललए सघ की आलोचना भी हो रही थी ऐस समय म सघ दारा लदखायी गयी अववल दजव की लनलथजजता भागानगर सतयागह व उसम सघ की भलमका क बार म डॉ हडगवार क सपषीकरण म साफ लदख रही थी अख़बारो क माधयम स सघ की आलोचना करन वालो म एक शरी गो गो अलधकारी थ वस तो सघ ऐसी आलोचनाओ का कोई जवाब न दन का धतथ तरीका अपनाता था पर उस समय पररलसथलतयो क नाजक होन क कारण हडगवार को उतिर दना पडा इस जवाब म हडगवार बोलत ह - ldquoलनतय कायथ व नलमलतिक (यदाकदा) कायथ क बीच का अनतर अगर उनहोन (शरी गो गो अलधकारी) अपन लववक स समझा होता तो वो सघ क लवरद जहर नही छोडत ऐसा लगता ह लक शरी अलधकारी भल गय ह लक भागानगर सतयागह ख़तम होन क बाद भी राषटरमलति का काम बचा रहगा राषटर को मति करान क ललए लकय जान वाल आलख़ री परहार का समय आन स पहल की तयारी राषटरमलति का लनतय कायथ ह व भागानगर आनदोलन जस आनदोलन राषटरमलति क नलमलतिक कायथ ह हमारी सारी ताकत व लवशषजता लनतय ससथा क नलमलतिक कायषो म इस तरह नही बहायी जा सकती लक उसस लनतय कायषो म वयवधान उतपनन होrdquo2 लरिलटश सतिा क लवरद आनदोलन करना सघ की नजर म ऐसा ही एक तचछ नलमलतिक कायथ था ऐस नलमलतिक कायथ म अपनी ताकत ख़चथ करन क ललए सघ तयार नही था सवतनतता आनदोलन म भागीदारी क परलत सघ की अलनचछा

लकतनी दढ थी इसका एक दसरा सबत रिानतदशगी डॉ कशव बललराम हडगवार नामक पसतक म लमलता ह इस पसतक क लखक डॉ हडगवार क कामो की महानता का बखान करत हए ललखत ह - ldquoलजस समय सवतनतता क ललए चल रह लवलभनन आनदोलनो क अलतररति भी छोट-मोट सामालजक कायथ हाथ म लकर लवलभनन ससथाए काम कर रही थी उस समय भी डॉकटरजी न ऐसा कोई भी अभीष कायथ आखो क सामन न रख पररलसथलत लनरपषि दशवयापी सगठन खडा करन का बलनयादी काम हाथ म ललया डॉकटर कहत थ - सघ को कवल लहनद सगठन ही अपना लषिय रखना चालहए सघ कवल सगलठत करगा व इसक अलतररति कछ नही करगाrdquo2 सघ असललयत म कया कर रहा था इस सगठन का उदशय कया था सवतनतता आनदोलन व अनय सामालजक कायषो को लजन लनतय कायषो स परम क कारण सघ वलजथत मानता था वो लनतय कायथ असल म कया थ व उनका उदशय कया था वासतव म कया सघ कोई भी नलमलतिक कायथ नही कर रहा था इन सवालो क जवाब क ललए डॉ हडगवार की जीवनी म नागपर दगा परकरण पढन योगय ह लहनद धमथलनषठ सवयसवको न इन दगो म मलसलमो को क स मारा मलसजद क स जलायी इन परारिमो का वणथन लखक न गवथ क साथ लकया ह सघ क लनतय कायषो का सवरप व सगठन का उदशय वहा सपष हो जाता ह

सघ का हलथयार परम सवथजात ह हलथयारो का उतपादन भणडारण व परलशषिण इसको सघ की सथापना स ही महतव लदया जाता रहा ह सघ क सवयसवको को लवलभनन हलथयारो का परलशषिण लदया जाता ह य हलथयार कभी अगजो क लवरद इसतमाल हए कया नागपर दगो म सवयसवको न दर स ही जलत बाणो की वषाथ कर मलसजद जलायी3 धनलवथदा म इतनी पारगता सवयसवको को लमली थी पर अगजो की कचहरी या पललस सटशन की लदशा म कभी एक भी जलता बाण इन रामसवको क धनष स छटा नही इस हलथयार भणडार का एक बडा लहससा डॉ हडगवार न कयो नष लकया इसकी कहानी भी सघ की अगज परसती और कायरता पर अचछ-स परकाश डालती ह सघ क पहल सरकायथवाह बालाजी हदार को जनवरी 1931 म बालाघाट सरकारी हलथयार लट म पकडा गया (यही बालाजी हदार बाद म सपन क गहयद म लड व वहा स वापस आन क बाद कमयलनसट पाटगी ऑफ इलणडया क सदसय बन) बशक इस लट को सघ न अजाम नही लदया था य घटना डॉ हडगवार क ललए बडा आघात थी नाह पालकर क शबदो म - ldquoसरसघचालक क बाद सगठन म लजसका सथान ह उस पर इस तरह क आरोप लगन का मतलब अगजो की आख म चभ रह राषटरीय सवयसवक सघ पर आपदा थी इसीललए हडगवार न हलथयारो को 1931 म नष करवा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 5

(पज 6 पर जारी)

राषटरीय सवयसवक सघ क दश क सवतनतरता सगाम म योगदान की असललयत

6 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लदयाrdquo3 सघ अगजो की आख म चभ रहा था ऐसा यहा ना ह पालकर बोलत ह इसम लकतनी सचचाई ह य सच ह लक कछ सवयसवको क वयलतिगत सतर पर सतयागह म भाग लन व पर दश म सवतनतता आनदोलन क उिान पर होन क कारण सघ पर अगजो की नजर थी ऐस समय म डॉ हडगवार न सवयसवको क मन म य लबठान व अगजो को इसका आशवासन दन का सतत व जोरदार परयास लकया लक अगजो का लवरोध हमारा लषिय नही ह यही कारण था लक सघ पर परलतबनध लगान की जररत अगजो को कभी महसस नही हई मसलमानो को दश का दशमन बताकर उनक लवरद तो हलथयार इसतमाल लकय जाय पर सवयसवक अगजो क लवरद हलथयार इसतमाल कर गरजररी आफत मोल न ल इस बार म डॉ कशव बललराम हडगवार लकतन सावधान थ य हदार क उदाहरण स लदख जाता ह गह क साथ घनन भी लपसता ह कहावत को चररताथथ करत हए जब लकसी भी परकार की लरिलटश-लवरोधी गलतलवलध म शालमल न होन क बावजद सघ पर परलतबनध लगाया गया तब भी डॉ हडगवार को परा लवशवास था लक सघ पर परलतबनध नही लगगा यह लवशवास य ही नही था अगजो न सघ का सवरप परी तरह पहचान ललया था इसीललए सघ की सवामीभलति पर अगजो को परा लवशवास था सघ क बार म अगजो क दसतावजो म आग की जानकारी लमलती ह उन दसतावजो म ललखा ह लक भलवषय म सघ भारत म वही भलमका अदा करगा जो जमथनी म नाजी कर रह ह व इटली म िासीवादी

दश की रषिा स एलजगी सघ की

पहली पराथथना स भी परलतलबलमबत होती ह सघ की पहली पराथथना म एक मराठी व एक लहनदी शोक था इसम स लहनदी का शोक आयथसमाज की एक पराथथना म कछ बदलाव कर ललया गया था आयथसमाज की मल पराथथना थी

ह परभो आननददाता गयान हमको दीलजय

शीघर सार दगथणो को दर हमस कीलजय

लीलजय हमको शरण म हम सदाचारी बन

रिहमचारी दशरषिक वीर वरतधारी बन

इसम बदलाव कर सघ न नीच दी गयी पराथथना सवीकार की

ह गरो शरीरामदता शील हमको दीलजय

शीघर सार सदणो स पणथ लहनद कीलजय

लीलजय हमको शरण म रामपनथी हम बन

रिहमचारी धमथरषिक वीरवरतधारी बन3

इसम लकया गया बदलाव दखन योगय ह पणथ लहनद बनान की राम स की गयी पराथथना रामपनथी बनन की इचछा तो ह ही पर दशरषिक होन क बार म सघ की लवरलति इतनी जयादा थी व धमथ क सामन दश का सथान इतना दोयम था लक मल पराथथना की अलनतम लाइन म स दशरषिक शबद लनकालकर धमथरषिक शबद डालना सघ का नततव भला नही

सवतनतता की लडाई म योगदान दन वाल सभी दशभतिो स आज सघ अपना समबनध जोड रहा ह झठा इलतहास ि लाया जा रहा ह दश क ललए लडत-लडत अपनी जान नयौछावर करन वाल दशभतिो क बार म सघ दारा

अपन लखन व वयाखयानो स वयति लकया गया मत सघ की सवतनतता आनदोलन म भागीदारी की भलमका स एकदम ससमबनध ह सवयसवको का मागथदशथन करत हए दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी बोलत ह - ldquoअगजो क परलत गसस क कारण बहतो न अदत साहस लदखाया ह हम भी वसा ही कर य लवचार हमार मन म भी कभी आ सकता ह पर एक वयलति को यह भी सोचना चालहए लक कया ऐसा करन स दशलहत पर हो रह ह बललदान स उस लवचारधारा को बढावा नही लमलता लजसस समाज अपना सबकछ राषटर क नाम कबाथन करन क बार म परररत होता ह अब तक क अनभव स तो यह कहा जा सकता ह लक लदल म इस तरह की आग लकर जीना एक आम आदमी क ललए असहय हrdquo1 दशभतिो का रासता सामानय जनता को असहय लगता ह लसफथ इतना ही सघ का आरोप नही था बललक इन दशभतिो का अलधक स अलधक अपमान करना सघ न अपना कतथवय समझा था ऐसा उनक लवचारो स लदखता ह ldquoडॉ हडगवार रिानतदशगी यगपरषrdquo नामक पसतक क लखक लवना नन हडगवार का दशभतिो क बार म मत सपष करत हए ललखत ह - ldquoलरिलटश-लवरोधी भावना ही उस आनदोलन की मखय पररणा थी राषटर की सवतनतता क बार म सवराजय क बार म रचनातमक दलष या धारणा वहा कही नही लमलती सतयागह करन वाल बहत लोगो को छोटी-मोटी सजाए होती थी इस तरह सतयागह कर जल जाकर आय लोगो को ऐसा लगता था लक हमन दशभलति का एक लवशष कायथ लकया ह हम लोग अनय लोगो स शरषठ ह अगवा ह दसरो को हमारी जयजयकार

करनी चालहए अनयायी होकर हमारी लगरती बात को भी झल ऐसी भावना उनम बल मारन लगी दशभलति का एक ऐसा लनराला वगथ तयार होन लगाrdquo2 सघ का आगह था लक नौजवानो को भगतलसह राजगर सखदव जस दश क ललए पराण दन वाल दशभतिो को आदशथ क रप म नही दखना चालहए सवयसवको को इस बाबत आगाह करत हए गोलवलकर बोलत ह - ldquoहमारी भारतीय ससकलत को छोडकर अनय सभी ससकलतयो म ऐस बललदानो की पजा की जाती ह व उनको आदशथ माना जाता ह और ऐस बललदान करन वालो को राषटरनायक क रप म सवीकार लकया जाता ह परनत हमन हमारी भारतीय ससकलत म ऐस बललदानो को सववोचच आदशथ नही माना गया हrdquo1 इन दशभतिो को आदशथ मत मानो इतना कहकर ही गोलवलकर नही थमत ह बललक इसस भी आग वो बोलत ह - ldquoयह साफ ह लक जो जीवन म असिल होत ह उनम लनलचित तौर पर कछ गमभीर खालमया होती ह जो ख़द हारा हआ ह वह लकस परकार दसरो को रौशनी द सकता ह और सिलता की राह पर ल जा सकता ह हवा क हलक-स झोक स कापन वाली जयोलत हमारा मागथ क स परकालशत कर सकती हrdquo1 सघ की नजर म शहीद होन वाल दशभति असिल नायक ह व अगजो स माफी मागकर जल स छटन वाल व बाद म लकसी परकार की लरिलटश-लवरोधी कारथवाई न करन वाल सावरकर सवातनतयवीर ह दश की आजादी क ललए अपना जीवन दाव पर लगा दन वाल महान दशभतिो का ऐसा अपमान सामाजयवादी अगजो न भी कभी नही लकया था

राषटरीय सवयसवक सघ आज

दशभलति व दशपरम का ठकदार बना हआ ह जनता को अधर म रखन क ललए व असली मदो स धयान भटकान क ललए दशभलति का अफीम की गोली की तरह इसतमाल लकया जा रहा ह धनपशओ व पजीपलतयो की चाकरी करन क काम को बहतर तरीक स करन क ललए सघ न दशभलति को एक बाजार माल बना लदया ह पतजलल का सामान ख़रीदन वाला ही असली दशभति बाबा रामदव की य घोषणा इस बाजार दशपरम का घलणत आलवषकार हम पहल ही दख चक ह लवलभनन पजीवादी परसार माधयमो क दारा लकय जा रह लभावन परचार क पीछ छप जहरील सतय को पहचानन क ललए जनता को गरीबी की ओर ढकलन वाली व जनता क बीच िट डालन वाली सघी राजनीलत को उखाड ि कन क ललए सघ का इलतहास जनता क सामन आना बहत जररी ह आज सघ दशपरम की लकतनी ही बात कर ल पर उनका सचचा काला इलतहास सघ क ही सालहतय म सरलषित रखा हआ ह हाफ पणट छोडकर िल पणट पहनन पर भी राषटरीय सवयसवक सघ का नगापन छपगा नही

सिभव 1 शरीगरजी समग दशथन खड 32 डा हडगवार रिानतदशगी

यगपरष ndash लव वा नन3 डा हडगवार ndash ना ह पालकर(सभी पस तको क परकाशक

भारतीय लवचार साधना परकाशन)

(लखक मरयाठी मजिर अखबयार कयामगयार दबगल क समपयािक ह)

मरयाठी स अनवयाि - सतया

राषटरीय सवयसवक सघ का दश क सवतनतरता सगाम म योगदान

लपछल वषथ दायर हई कल एफआईआर म स कवल 1 परलतशत दललतो या आलदवालसयो दारा हई थी इस 1 परलतशत म स 40 परलतशत ही दललत उतपीडन रोधी कानन क तहत हई थी और इन 40 परलतशत एफआईआर म दणड लमलन की दर मात 7 परलतशत ह 87 परलतशत कसज पलणडग ह कया इस दाव म कछ दम ह लक इस कानन का दरपयोग होता ह यलद कछ अपवादसवरप मामलो म दरपयोग होता भी ह तो इस आधार पर भारतीय सलवधान व दणड सलहता क हर कानन को रद कर दना चालहए कयोलक उन सबका ही दरपयोग होता ह सच यह ह लक मराठा आबादी का कलीन तबका 50 परलतशत शषिलणक ससथानो 70 परलतशत लजला सहकारी बको और 90 परलतशत शगर कारख़ानो का माललक ह परदश की राजनीलत पर मराठा कलीन वगथ का कबजा रहा ह 1960 स 18 मखयमलनतयो म स 10 और करीब 50 परलतशत लवधायक इस मराठा बजथआ

वगथ स आत ह यह सवय गरीब मराठा आबादी का शोषक और उतपीडक ह अगर इस मराठा कलीन तबक को मराठा अलसमता और बहतरी की इतनी ही लचनता ह तो लजस षित म सबस बडी गरीब मराठा आबादी रहती ह जस लक मराठवाडा वहा य मराठा शासक खती क सकट को दर करन क ललए लसचाई व कजथ माफी की योजनाए लाग कयो नही करत य रोजगार गारणटी कानन और बरोजगारी भतिा को लाग कयो नही करत य रोजगार सजन करन वाली वासतलवक लवकास की नीलतयो को लाग कयो नही करत य पलचिमी महाराषटर की अपनी चीनी लमलो म नयनतम मजदरी कयो नही लाग करत कारण य लक मराठो क बीच का यह छोटा-सा कलीन पजीवादी तबका अपन मनाफ की हवस म अनधा ह और उसक ललए कछ भी कर सकता ह मराठा महनतकश आबादी क साथ इसका जो वगथ अनतरलवरोध ह उस दबान क ललए ही आज यह कलीन मराठा शासक वगथ दललत-लवरोधी

माहौल बना रहा ह यह वयवसथा क लवरद जनअसनतोष को रोकन क ललए गरीबो को जालत क नाम पर एक-दसर क सामन खडा कर रहा ह और गर-मदो को मदा बना रहा ह

हकमरानो की साजज़श म मत फसो महनतकशो की वगड एकजटता सातपत करो

य कोलशश आज लसफथ महाराषटर म ही नही हो रही ह हाल ही म गजरात म पलटदारो का उभार भी इसललए पदा लकया गया था कयोलक पलटदारो-पटलो क बीच भी एक छोटा सा पजीपलत वगथ ह जो सवय गरीब पलटदारो-पटलो को लट और दबा रहा ह इस गरीब आबादी का गससा अपनी ही जालत क कलीनो क परलत न िट पड इसललए उस दललतो और आलदवालसयो क लवरद मोडा जा रहा ह कया हमन हररयाणा म (जहा पर बरोजगारी दर दश म सबस तजी स बढ रही ह) हाल ही म आरषिण क ललए हए जाट आनदोलन म यही

षडयनत होत नही दखा वहा भी गरीब और लनमन मधयवगगीय जाट आबादी क गसस को अनय जालतयो क लवरद मोड लदया गया

आज पर दश म ही पजीवादी वयवसथा जनता को रोजगार रोटी कपडा मकान और सामालजक-आलथथक सरषिा व नयाय नही द सकती ह ऐस म आम महनतकश लोगो का गससा वयवसथा-लवरोधी रख़ न ल ल इसक ललए लोगो को जालत और धमथ क नाम पर लडवाया जा रहा ह महाराषटर म आज जो मराठा उभार हो रहा ह उसक मल कारण तो मराठा गरीब आबादी म बरोजगारी महगाई गरीबी और असरषिा ह ललकन मराठा शासक वगषो न इस दललत-लवरोधी रख़ दन का परयास लकया ह इस सालजश को समझन की जररत ह इस सालजश का जवाब अलसमतावादी राजनीलत और जालतगत गोलबनदी नही ह इसका जवाब वगथ सघषथ और वगगीय गोलबनदी ह इस सालजश

को बनकाब करना होगा और सभी जालतयो क बरोजगार गरीब और महनतकश तबको को गोलबनद और सगलठत करना होगा इसी परलरिया म रिाहमणवाद और जालतवाद पर भी परहार करना होगा वासतव म जालत उनमलन और रिाहमणवाद क नाश का रासता इसी परकार की वगगीय गोलबनदी क जररय समभव ह अलसमताओ क टकराव म हर अलसमता कठोर बनती जाती ह और अनततः गर-मदो पर आम महनतकश लोग ही कट मरत ह कया दशको स ऐसा ही नही होता आया ह कया अब भी हम शासक वगषो क इस टरप म िसग कया हम अब भी उनक हाथो मखथ बनत रहग नही पजीवादी वयवसथा क लवरद एकजट होना और इसक ललए और इसी परलरिया म रिाहमणवाद जालतवाद और सामपरदालयकता क लवरद समझौतालवहीन सघषथ करना - महनतकश जनता क पास यही एकमात रासता ह

पजीपततयो की साजजश को पहचानो शासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 5 स आग)

(पज 13 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 7

आठ नवमबर की रात को परधानमनती मोदी न अचानक 500 और 1000 रपय की नोटबनदी का ऐलान लकया नकदी पररचलन का 86 परलतशत लहससा 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही था गौरतलब ह लक लन-दन का 90 परलतशत नकदी क रप म ही लकया जाता ह और 85 परलतशत स जयादा कामगारो को तनखवाहो का भगतान भी नकदी क रप म ही लकया जाता ह फाइननलश यल इनकलायशन इनसाइटस परोगाम क एक सवव क अनसार लगभग 53 परलतशत आबादी क पास कोई बक खाता नही ह यनाइटड नशस डवलपमणट परोगाम की एक ररपोटथ क अनसार 80 परलतशत मलहलाओ क पास कोई बक खाता नही ह ऐस म सहज ही अनदाजा लगाया जा सकता ह लक नोटबनदी का आम जनता पर लकतना गहरा परभाव पड रहा होगा

नोटबनदी की घोषणा क बाद स अब तक एक महीन स जयादा समय बीतन क बाद भी जनता की मसीबत बदसतर जारी ह बको क बाहर लोग घणटो खड होकर अपनी दलनक जररतो क ललए नकदी लनकालन क ललए मजबर कर लदय गय ह लजन लोगो क बक खात नही थ उनह नोट बदलवान क ललए लबचौललयो का सहारा लना पडा लजसकी एवज म उनहोन 30 स 40 परलतशत तक का कमीशन काटा जयादातर कारख़ानो म तो माललक अब भी मजदरो को परान 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही तनखवाहो का भगतान कर रह ह मजदरो क एतराज जतान पर उनह काम छोडन क ललए कहा जा रहा ह नोटबनदी क बाद कई कमपलनयो न मजदरो को उनकी तनखवाहो का भगतान करन म असमथथता जतात हए तालाबनदी की घोषणा कर दी ह पलचिम बगाल क हावडा लजल म शरी हनमान जट लमल म 5 लदसमबर को कमपनी परबनधन न कमपनी बनदी का ऐलान लकया लजसक बाद 2500 मजदरो को काम स हाथ

धोना पडा मदास इसटीटयट ऑफ डवलपमणट सटडीस क एक अथथशारिी एस जनकरजन क अनसार नोटबनदी क बाद बडी तादाद म लनमाथण मजदरो पर छटनी की तलवार लटक रही ह एक अनमान क अनसार तलमलनाड क लनमाथण उदोग म लग लगभग 5 लाख मजदरो पर इस समय छटनी का ख़तरा मडरा रहा ह नोटबनदी क बाद नकदी और काम दोनो म ही आयी कमी क कारण सरत क डायमणड कलटग और पॉलललशग उदोग म लग करीब 20 लाख मजदरो म स तकरीबन 10 लाख मजदर अपन गावो की ओर वापस रख़ कर रह ह (सोत लबजनस सटणडडथ 10 लदसमबर) कमोबश यही लसथलत राजकोट क जवलरी उदोग अलग म जहाज तोडन क काम म लग मजदरो की ह इसी तरह पवगी बगाल क तराई इलाक क एक चाय बागान की बनदी क बाद करीब 2500 मजदरो की रोजी-रोटी का सोत परी तरह ख़तम होता ह (सोत इलणडयन एकसपरस 11 लदसमबर) लदय गय आकड यह बतान क ललए काफी ह लक नोटबनदी न आम महनतकश जनता को लकतनी बरी तरह परभालवत लकया ह सरकार व उसक लपट नोटबनदी क समथथन म चाह लकतन ही (क)तकथ दकर बच लनकलन की बशमथ कोलशश कर ललकन जनता पर बरपाय गय इस कहर पर पदाथ नही डाला जा सकता

नोटबनदी का ऐलान करत हए यह दावा लदया गया लक यह कदम काला धन और नकली नोटो पर नकल कसन क ललए उठाया गया ह आइए जरा इन दावो की भी पडताल कर ल जात हो लक काल धन का कवल 6 परलतशत ही नकदी क रप म मौजद रहता ह काल धन का बडा लहससा ऐस दशो या इलाको (जस सवीटजरलणड पनामा बरमडा कमन आइलणड वलजथन आइलणड आलद) म लगाया जाता ह जो या तो परी तरह कर मति होत ह या लिर वहा नाममात का

कर लगता ह इसस बडी लवडमबना कया हो सकती ह लक नोटबनदी की तारीफो क पल उन तमाम नामी-लगरामी हलसतयो (याद कीलजए अलमताभ बचचतन अजय दवगन) न बाध लजनका नाम पनामा पपर लीक मामल म सामन आया था इसक अलावा काला धन बड पमान पर ररयल एसटट सोना या शयर की ख़रीदारी म लगा लदया जाता ह यही नही बड-बड पजीपलत फजगी कमपलनयो क नाम पर (लजसका कोई वासतलवक कारोबार नही ह) काल धन को एफडीआई का नाम दकर पन दश की अथथवयवसथा म ल आत ह इस परलरिया को क पीटल राउणड लटरलपग क नाम स जाना जाता ह ऐस म सपष ह लक काला धन क असली लखलाडी जो बहतरी तकनीको का इसतमाल करक अपना काला धन लठकान लगात ह उन पर नोटबनदी का कोई परभाव नही पडन वाला हा इसस यह जरर होगा लक कछ छोट-मोट लखलाडी पकड म आ सकत ह

अब नोटबनदी स नकली नोटो क ख़ातम क दाव की पडताल कर ली जाय नशनल इनवसटीगलटव एजसी (एनआइए) और इलणडयन सटलटल सटकल इसटीटयट क 2015 क एक सयति अधययन क अनसार अथथवयवसथा म हमशा ही 400 करोड की नकली मदा मौजद रहती ह एक और मजदार तथय दलखए िाइनलशयल एकसपरस की 15 नवमबर की एक ख़बर क अनसार नयी नोटो की कवल छपाई का ही ख़चथ 11000 करोड रपय ह अब जरा सोलचए लक 400 करोड क नकली नोटो क ख़ातम क ललए 11000 करोड का ख़चथ करक नय नोट छापना कहा की समझदारी ह

बहरहाल अब तक तो यह सपष हो ही गया ह लक नोटबनदी स न तो काला धन पर लगाम लग सकती ह न ही नकली नोटो क कारोबार पर तब लिर सवाल उठता ह लक आलखरकार

नोटबनदी का यह कदम उठाया ही कयो गया ह अगर समय म जयादा नही करीब 1 साल पीछ जाय तो आपको शायद याद हो लक अगसत 2015 म लवति मनती अरण जटली का बयान आया था लक तरलता की कमी स लनपटन क ललए बको म 70000 करोड रपय डालन की आवशयकता ह आलखरकार तरलता की यह कमी पदा ही क स हई इस कमी का कारण ह बको क lsquolsquoबर कजथrsquorsquo या नॉन-परफॉलमिग एसटस (एनपीए) एनपीए का अथथ ह लनदार दारा 90 लदनो की समय सीमा क दौरान न तो मलधन न ही बयाज की अदायगी भतपवथ आरबीआई गवनथर रघराम राजन क अनसार भारतीय बको पर इन बर कजषो की माता माचथ 2016 तक 6 लाख करोड तक पहच चकी ह इन बर कजषो का 90 परलतशत भार पलबलक सकटर क बको पर ह वस हम यह नही भलना चालहए लक बको की छलव को खराब होन स बचान क ललए इन बर कजषो की माता को कम करक बताया जाता ह असली तसवीर की भयावहता का अनदाजा रलटग एजलसयो की ररपोटषो स पता चल जाता ह भारतीय रलटग एजसी इलणडया रलटगस क अनसार माचथ 2016 तक भारतीय बको दारा लदया गया कल कजथ 70 लाख करोड था और इसका 15वा भाग (यानी 13 लाख करोड) सटरसड एसटस का था सटरसड एसटस बको दारा लदय गय उन कजषो को कहा जाता ह लजनक वापस आन की या तो कोई उममीद नही ह या बहत कम उममीद ह या लिर उनह परी तरह माफ कर लदया गया ह गौरतलब ह लक अभी कछ महीन पहल 29 सरकारी बको न पजीपलतयो दारा ललय गय 154 लाख करोड क बर कजथ को परी तरह माफ कर लदया ह 9000 करोड रपय डकारकर लवजय मालया लवदश भाग गया यह लकसी स लछपा नही ह हालालक लवजय मालया तो कवल एक नाम ह जो चचाथ म आया दरअसल इस हमाम क

कई नग धडलल स सरकार की मदद स जनता की आखो म धल झोक रह ह बको म जमा जनता की गाढी कमाई को खलआम पजीपलतयो को कजथ क रप म लदया जाता ह और जब व उस लौटान स मना करत ह तो सरकार तब भी कोई कारथवाई करन क बजाय उनको पलको पर लबठा कर रखती ह

शोध ससथान रिलडट सयसी ररसचथ की ररपोटथ बताती ह लक भारत म लजन कॉरपोरट घरानो पर सबस जयादा कजथ लदा ह उसम नामी-लगरामी कमपलनया वदानता एससार अडानी अलनल अमबानी और मकश अमबानी की कमपलनया शालमल ह कल लमलाकर बक अपनी साख़ बचान क ललए तरह-तरह की तकनीकी शबदावललया गढकर जनता की नजर स असललयत लछपान की लघनौनी कोलशश करत हए पजीपलतयो की तन-मन-धन स सवा करत ह यह सपष ह लक बको पर इन बर कजषो क दबाव स अथथवयवसथा म तरलता की कमी का आना लनलचित था नोटबनदी का ऐलान करक जनता को नकदी जमा करन क ललए मजबर करक इस तरलता की कमी स लनपटन का आसान तरीका खोजा गया

काल धन पर सलजथकल सटराइक का हवाला दकर सरकार की असली मशा काला धन पर हमला नही बललक पजीपलतयो की सवा करना ह यहा एक और तथय का लजरि करत हए चल नोटबनदी क ि सल क बाद बको न बयाज दर घटा दी ह इसस जालहरा तौर पर जनता को तो कोई लाभ नही होगा पर 73 लाख करोड का कजथ दबाय बठ 10 बड ऋणगसत कॉरपोरट घरानो क ललए तो यह कदम सोन पर सहागा होन जसा ह भई साफ ह यह जनता नही पजीपलतयो की सरकार ह

micro osrk

नोटबनी और बको क lsquolsquoबर कज़डrsquorsquo

यह सब कछ बलकग चनल क जररय हआ था शायद मोदी सरकार की नजर म यह घपला था ही नही इन दोनो को तो ईनाम लमलना चालहए क शलस क रिाणड एमबसडर होन का आयात म कीमत स जयादा लबल और लनयाथत म कीमत स कम लबल दारा काला धन पदा करन वाल तरीक जो ऊपर बताय गय व भी क शलस और लडलजटल तरीक स ही चलत ह इसका पसा जब मॉरीशस-लसगापर होत हए लबना पहचान वाल पी-नोटस क जररय लवदशी लनवश क रप म आता ह तो वह भी क शलश और लडलजटल होता ह बड परोजकटस बढी-चढी लागत क फजगी लबलो क जररय जो बक कजथ ललया और बाद म कमपनी को बीमार कर मारा जाता ह वह भी सब क शलस ही होता ह लवजय मालया न जो 9 हजार करोड का चना बको को लगाया वह भी तो पकका क शलस और

लडलजटल था बोरी म नकदी भरकर नही भागा वह

अगर दलनया क और दशो का भी उदाहरण दख तो दलषिण कोररया और नाइजीररया जस दशो म सकल घरल उतपाद म नकदी की माता बहत कम ndash लगभग 4 - ह ललकन दोनो म भरषाचार कम होन का कोई परमाण नही बललक दलषिण कोररया की राषटरपलत को तो लिलहाल ही भरषाचार क आरोपो क चलत पद स हटन क ललए मजबर लकया जा रहा ह इसक लवपरीत जापान म भारत क 117 क मकाबल 20 नकदी ह ललकन वहा भारत स बहत जयादा भरषाचार का कोई परमाण नही

लिर मात आम लोगो क लन-दन का ररकॉडथ रखन म सरकार इतनी लदलचसपी कयो लदखा रही ह इसकी एक बडी वजह ह लक इसस लोगो क ऊपर लनगाह रखना उनकी जाससी करन का एक मजबत तनत खडा होगा हाल क वकत म दलनया क सभी पजीवादी दशो

की सरकार लभनन लवचार रखन वाल अलधनायकवादी परवलतियो का लवरोध करन वाल वयलतियो पर लनगहबानी का लशकजा कसन म बहत लनवश कर रही ह लजसस जनवादी आनदोलनो को लनयलनतत लकया जा सक इसका एक दसरा उपयोग ऐस कायथकताथओ को बदनाम करन क ललए उनक लकसी परान लन-दन लकसी वसत की ख़रीद को बगर सनदभथ बताय परचाररत करन म भी लकया जाता ह गजरात क 2002 क सामपरदालयक दगो म मोदी की भलमका की लवरोधी कायथकताथ तीसता सीतलवाड को बदनाम करन क ललए अभी कछ ही समय पहल गजरात पललस न ऐस ही उनक रिलडट काडथ क ररकॉडथ का परयोग लकया था

इसक अलतररति समपणथ नकदी रलहत मात इलकटरॉलनक मदा की लसथलत म लकसी वयलति ही नही बललक पर इलाक क जनसमदाय क जीवन को मात कीबोडथ पर कछ बटन दबाकर पग बना

दना भी शासक तबक क ललए बहत आसान हो जायगा अभी ही हम दखत ह लक लकसी भी आनदोलन की लसथलत म परशासन सबस पहल मोबाइल-इणटरनट को ही बनद करता ह लपछल एक साल म हरर याणा क जाट आनदोलन गजरात क पाटीदार आनदोलन कशमीर झारखणड उतिर-पवथ आलद म कल जोड तो 250 लदन तक इणटरनटमोबाइल पर रोक लगायी जा चकी ह क शलस लडजीटल लन-दन पर लनभथरता की लसथलत म परशासन क ललए लकसी भी षित क समसत जनसमदाय को उनक धन तथा वसतओ की ख़रीद-फरोखत की आम सलवधा स भी वलचत कर पाना बहद आसान होगा ऐसी लसथलत लकसी भी दश की जनता क ललए कतई सवीकायथ नही होनी चालहए कयोलक यह उनक सवतनतता और जनवादी अलधकारो क हनन का रासता खोल दगी

इसललए नोटबनदी मात लकसी नीलत क गलत लरियानवयन और कपरबनध

स जनता को होन वाली तकलीफ का ही सवाल नही ह बललक गरीब कमजोर वलचत शोलषत महनतकश बहसखयक तबक स ताकतवर और पहच वाल पजीपलत और उचच मधयम वगथ को धनसमपदा क बड और सथाई हसतानतरण साफ शबदो म कह तो लट और डक ती का बडा सवाल ह ललकन बजथआ लवपषिी पालटथया कछ ससदीय वामपनथी दलो समत नोटबनदी क इस मद को मात कपरबनधअसलवधा क सवाल तक सीलमत करना चाहत ह कयोलक वह जनता क गसस को पजीवादी शासन वयवसथा क ही ल ख़ लाफ जान स रोकन क ललए परयासरत ह इसक असली जनलवरोधी सवरप क सवाल को य पालटथया नही उठाना चाहती कयोलक अनत म य सब सरमायदार तबक की ही सवा करती ह

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नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 10 स आग)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

4 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लपछल लदनो lsquoलबर बयरोrsquo दारा जारी नयी रोजगार-बरोजगारी सववषिण ररपोटथ क मतालबक बरोजगारी लपछल 5 वषषो क लशखर पर ह बरोजगारी की दर 2011 म 38 फीसदी 2013 म 49 फीसदी और 2015-16 म बढ कर 73 फीसदी पर पहच गयी ह रोजगार-परापत वयलतियो म स भी एक-लतहाई को पर वषथ काम नही लमलता जबलक कल पररवारो म स 68 फीसदी पररवारो की आमदनी 10000 रपय महीन स भी कम ह गामीण षितो म हालत और भी ख़राब ह यहा 42 फीसदी वयलतियो को वषथ क पर 12 महीन काम नही लमलता गामीण षित म 77 फीसदी पररवार 10000 मालसक स कम कमान वाल ह

य ह व असल करप सचचाइया लजनह लछपान क ललए ही मोदी मणडली तमाम तरह क फालत मद उभार रही ह

एक तरफ तो लवकास की 7-8 फीसदी की रफतार को छन क दाव लकय जा रह ह ललकन दसरी तरफ बरोजगारो की सखया लगातार बढती जा रही ह जालहरा तौर पर इस लवकास का फायदा लसफथ ऊपर बठ अमीर वगषो को ही हआ ह आम घरो क नौजवान तो अब भी दो वकत की रोटी जटान क ललए भटक रह ह इसललए आज हम समझना होगा लक भारत-पालकसतान क बीच तनाव और दशभलति क नाम पर अनधराषटरवाद को उभारन क पीछ भारत और पालकसतान क हकमरानो की कया सालजश ह आज हमार वासतलवक मसल अपन घर म ही ह और जररत ह लक हम बहतर लशषिा और रोजगार दन क ललए अपनी सरकारो स जोरदार माग कर और जनानदोलन को इस मकसद क ललए सगलठत कर

ndash ससकनर

भारत म धमथ जालत षित भाषा आलद क नाम पर लवलभनन हकमरान वगगीय पालटथया अपनी राजनीलतक रोलटया सकती आयी ह भाजपा भी मौका लमलत ही दश म लगातार िासीवादी माहौल को अचछा खाद-पानी द रही ह मोदी 2014 क चनावो म दश क अचछ लदन लकर आन क नारो की गज क साथ दश क बहपषिीय लवकास का ऐलान करता पर दश म छाया रहा था कया भाजपा क चनाव जीतन स दश की साधारण जनता की बहतर लजनदगी की उममीद की जा सकती ह इसका जवाब लबना सकोच क न म लदया जा सकता ह भाजपा लकस मकसद क ललए सतिा पर लवराजमान हई ह यह इसका कायथकाल ख़तम होन स पहल ही घोलषत लकया जा सकता ह मोदी सरकार दश क पजीपलतयो क सकट की घडी म उसका हाथ बटान क ललए ही आयी थी और इसक ललए ही अपनी परी ताकत लगा रही ह

भाजपा न अपन घोषणापत म अलपसखयको (मलसलम और ईसाई) और दललतो क ललए आलथथक और सामालजक बराबरी क मौक रोजगार सामालजक एकता और नयाय की गारणटी अछत जसी लपछडी मलय-

मानयताओ का ख़ातमा करन शालनतपणथ और सरषिा का माहौल उपलबध करवान का एजणडा घोलषत करक बवजह ही कई कागज काल लकय कयोलक लपछल दो वषषो क दौरान मोदी को अभी तक इन मामलो पर सोचन-लवचारन का समय नही लमल सका और परी उममीद ह लक आन वाल लदनो म भी मोदी पजीपलतयो की सवा म ही वयसत रहग

हम रोज दखत ह लक आय लदन अलपसखयको और दललतो क साथ भदभाव की कोई न कोई घटना हमार सामन होती ह 21वी सदी म भारत म अभी भी दललतो को अछत या अपलवत आलद कहकर नकार लदया जाता ह और समाज का लहससा नही माना जाता अलपसखयको क ल ख़ लाफ तमाम तरह क झठ परचारकर लगातार जहर घोला जाता रहा ह यह भदभाव इतना भयकर ह लक जालत या धमथ क नाम पर तो आपक जीन का अलधकार भी छीना जा सकता ह हाल ही की एक घटना म उतिराखणड क एक गाव लपथौरागढ म आटा चककी lsquolsquoअपलवतrsquorsquo करन क कारण एक उचच जालत क अधयापक न हलसया स दललत का गला काट लदया लपछल समय म दख तो सघ क गौ-भतिो न भी कई बगनाह मसलमानो और

दललतो को मौत क घाट उतारा ह हाल ही म गजरात क ऊना लजल म दललतो क साथ हई घटना को कौन भला सकता ह

कछ और तथयो पर नजर डालत ह लोक सभा म पश की गयी गह मनतालय की ररपोटथ क मतालबक 2016 क पहल पाच महीनो म ही 278 सामपरदालयक लहसा की घटनाए हो चकी ह इन घटनाओ म 903 लोग जखमी हए और 38 लोगो की मौत हई उतिर परदश राजय सामपरदालयक लहसा की 61 घटनाओ क साथ सबस आग रहा ह 2014 म यह आकडा 644 था जो 2015 म 17 बढकर 741 हो गया था दललतो की हालत दख तो राषटरीय अनसलचत और जनजालत आयोग की ररपोटथ क मतालबक गजरात राजय म दललतो क ल ख़लाफ अपराध 2014 म 277 स 2015 म 1633 और छतिीसगढ राजय म 2014 म 326 स 2015 म 919 बढ ह गजरात छतिीसगढ और राजसथान तीनो राजय जहा भाजपा की सरकार ह दललत क ल ख़लाफ अपराधो म सबस आग ह

य तथय दशाथत ह लक भाजपा क आन स िासीवादी ततवो और दललत क ल ख़लाफ अपरालधयो को छट लमली

भाजपा क सता म आन क बाद स अलपसखयको व दललतो क क ख़लाफ अपराधो की रफतार हई तज़

दश जहा लमब समय स कोई सशति मजदर आदोलन मौजद नही ह जहा का टरड-यलनयन आनदोलन लमब समय स नसलवाद स गसत रहा ह और जहा आम आबादी क बीच वगथ-चतना का भारी अभाव ह जहा उपभोतिावाद की ससकलत अपन चरम पर हो लरियो और बचचो क परलत अपराध एक आम बात हो उस दश क टटपलजया वगथ का नायक और तारणहार टरमप जसा ही कोई वयलति हो सकता था ललकन कया इसका मतलब टरमप एक िासीवादी ह और उसका सतिा म आना अमररकी राजय को एक िासीवादी शासन म तबदील कर दता ह लहलरी लकलणटन और बनगी साणडसथ की हार पर रदाली और सयापा करन वाल भदजनो क एक बड तबक स लकर वाम दायर क कछ धडो म भी टरमप को िासीवादी सालबत करन का परयास लकया जा रहा ह दसर कया आम महनतकश जनता को यह जानन स कोई िकथ पडता ह लक टरमप िासीवादी ह या नही या यह लसफथ एक लकताबी सवाल ह

हम इस सवाल स अपनी बात शर करग लक हमार ललए कयो यह जानना बहद जररी ह लक टरमप एक िासीवादी ह या लिर वलशवक आलथथक सकट क दौर म अमररका की लवलशष सामालजक-आलथथक पररलसथलतयो म पदा हआ एक धर परलतलरियावादी दलषिणपथी यह इसललए जररी ह लक लसिथ लकताबी लोग सडको पर उतरकर िासीवाद का मकाबला नही करत बललक अपन वासतलवक नताओ और सगठनो क

मागथदशथन म यह काम आम महनतकश जनता करती ह अगर हर परलतलरियावादी शलति को हम िासीवादी करार द दग तो जब वाकई िासीवादी सतिा म आयग तो हम बगल झाक रह होग जो रोज भलडया आया भलडया आया करता ह वह सच म भलडय क आ जान पर कछ नही कर पाता िासीवाद क लवरद जनता क सघषथ की रणनीलत अलग होती ह व आम परलतलरियावादी काल म अलग

आलखर हम टरमप को िासीवादी कयो नही मान सकत पजीवाद क वलशवक आलथथक सकट क लजस दौर म आज हम जी रह ह उसम उदारवादी और कलयाणकारी बजथआ राजय क ललए समभावनाए ख़तम हो चकी ह यही कारण ह लक आज दलनया भर म परलतलरियावादी सतिाए कायम हो रही ह जो जनता को जयादा स जयादा लनचोडकर उसक हर लवरोध को कचलकर लवतिीय और इजारदारी पजी क लहतो की रषिा कर सक ललकन ऐसी हर परलतलरियावादी ताकत िासीवादी नही हो सकती कयोलक िासीवाद एक आधलनक लवचारधारा ह जो मखयतः लवतिीय और इजारदार पजी की सवा करती ह और टटपलजया वगषो क समथथन क दम पर सतिा म कालबज होती ह िासीवाद को तीन परमख चीजो क आधार पर ही पहचाना जा सकता हmdashक डर आधाररत सगठन िासीवादी लवचारधारा और टटपलजया वगषो क समथथन की लहर पर उभरा वयापक सामालजक आधार वाला आनदोलन एक क डर आधाररत सगठन एक सलनलचित िासीवादी लवचारधारा

(जो मलतः वयवहारवादी होती ह) क आधार पर ही खडा लकया जा सकता ह इसी सगठन क बलबत पजीवादी सकट क काल म टटपलजया वगषो क बीच जीवन की बदहाली स उदार क ललए पहल वाली महानता का सवपन लदया जाता ह और उनह लवशवास लदलाया जाता ह लक मजबत नता क रप म उनका तारणहार इस लाकर दगा इन वगषो को यह लवशवास लदलाया जाता ह लक उनह सतिा क परलत लबलकल वफादार होना होगा और इस तारणहार का लवरोध करन वाल हर लकसी का सिाया करना होगा चाह वो टरड-यलनयन सगठन हो कमयलनसट कायथकताथ हो या मानवालधकार कमगी हो अपनी वगगीय महतवाकाषिाओ और सकलचत दलष क चलत टटपलजया वगषो की एक बडी आबादी और यहा तक लक हताशा स गसत मजदर वगथ क एक लहसस को भी कछ समय क ललए सवगथ की परालपत की उममीद होन लगती ह कहन की जररत नही लक इस भरोस का आग चलकर कया हशर होता ह

अगर इस लवशषण क आधार पर टरमप क सतिा तक पहचन की परलरिया को दख और सवाल कर लक कया वह वाकई लकसी क डर आधाररत सगठन व िासीवादी लवचारधारा स टटपलजया वगषो क बीच स उभर हए आनदोलन क बलबत सतिा तक पहचा ह तो इसका जवाब होगा नही इसका मतलब यह कतिई नही लक िासीवादी चनाव क रासत स सतिा तक नही पहचत लहटलर स लकर मोदी तक चनाव जीत कर ही सतिा तक पहच ललकन चनावो क

पहल लमब समय तक उनक िासीवादी सगठन न टटपलजया वगषो और मजदर वगथ क कलीन तबको क अचछ-खास लहसस म काम करत हए िासीवादी लहर पदा की थी इसक उलट अमररका म टरमप क पीछ कोई सामालजक आनदोलन नही ह टरमप नसली या जातीय आधार पर वयापक दगा या कतलआम कराकर लवरोलधयो का सिाया करना तो दर चनावो स पहल कह गय अपन बहद मखथतापणथ ललकन जनता क बीच लोकलपरय हए जमलो क एक लहसस को भी लाग करवान म मलशकल का सामना करगा मसलन कया वह परवालसयो लवशषकर लालतनी-अमररकी परवालसयो क अमररका म परवश पर परी रोक लगा सकता ह कतिई नही कयोलक इन परवालसयो क ससत शरम की लट अमररकी पजीपलतयो की जररत ह इसी तजथ पर कया वह लवदशो म लशफट हए अमररकी कमपलनयो क उतपादन को वापस अपन दश म ला सकता ह लजसस बरोजगारी स गसत अमररकी शवत आबादी क ललए नय रोजगार पदा हो सक यह हो ही नही सकता लवतिीय पजी क वचथसव क इस दौर म मनाफ की दर जहा जयादा स जयादा होगी (और यह वही होगा जहा लटन क ललए ससत स ससता शरम होगा) उतपादन क कनद वही सथालपत लकय जायग यहा तक लक आतकवाद क लवरद लडाई क नाम पर टरमप न लजस लकसम क मलसलम लवरोध की बात की ह वह भी महज एक जमला ही सालबत होगी जालहरा तौर पर कोई िासीवादी शासक भी अपन सभी जमलो को लाग नही करवा पाता

ललकन वह जनता को लमब समय तक छलाव म रख पाता ह कयोलक समाज म उसकी पहच जयादा गहरी होती ह टरमप क ललए ऐसा करना भी ममलकन नही होगा

कल लमलाकर दखा जाय तो टरमप का उभार अमररकी सतिा क िासीवादी हो जान का परतीक नही ह ललकन साथ ही यह भलवषय म ऐसी लकसी समभावना क पदा होन क ख़तरो क ललए भी आगाह करता ह यह सही ह लक वलशवक आलथथक सकट का यह दौर आज जगह-जगह पर बजथआ वगथ की धर परलतलरियावादी पालटथयो और शासको क सतिासीन होन क ललए उपजाऊ जमीन परदान कर रहा ह ललकन साथ ही यही सकट एक रिालनतकारी लवकलप क लनमाथण और जनता क बीच उसका आधार बनान क ललए भी जमीन उपलबध करा रहा ह अगर मजदर वगथ और उसक लहरावल न समय की इस आहट को अनसना लकया अगर उनहोन इस तासदी क ललए लजममदार मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा का जनता क बीच पदाथिाश नही लकया तो हम यह जमीन िासीवालदयो को उपहारसवरप भट कर दग आज मजदर वगथ और उसक लहरावल को आम जनता और लवशषकर मजदर वगथ और टटपलजया वगथ स आन वाल नौजवानो को उनकी दःख-तकलीिो क ललए वासतव म लजममदार इस मौजदा आलथथक-सामालजक तान-बान की असललयत उजागर करनी होगी और भलवषय का ठोस लवकलप उनक सामन परसतत करना होगा

भारत म बढ रही बरोज़गारी

हई ह आरएसएस की लवचारधारा म दललतो अलपसखयको लरियो क लवरद नफरत ि लाना शालमल ह मोदी जो लक 2002 म ख़द िासीवादी लहसा म मसलमानो क कतलआम म शालमल रहा था स और उममीद भी कया की जा सकती ह इसललए आज जररत ह लक लजतन भी उतपीलडत वगथ चाह व अलपसखयकदललत या लरिया हो उनह

समची जनता क अग क तौर पर अपनी आलथथक राजनीलतक और सामालजक सरषिा क ललए भारत की समची महनतकश जनता की पजीपलतयो क ल ख़लाफ वगगीय लडाई को मजबत बनात हए अपन उतपीडन का डटकर लवरोध करना पडगा

ndash fcUuh

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह(पज 8 स आग)

mdash नारायण आनन खरारआजकल सभी दशवालसयो

को दशपरम का अथथ समझान की लजममदारी राषटरीय सवयसवक सघ व उसक अनषगी सगठनो न अपन लसर पर ल रखी ह यही कारण ह लक भारत माता लहनद राषटर सनातन धमथ पराचीन ससकलत जसी सघ की पसनदीदा अवधारणाओ न अब अगार स जगल की आग का रप ल ललया ह सघ की इन अवधारणाओ का लवरोध करन या सघ पर लकसी भी परकार की लटपपणी करन वालो को सघ दशदोही ठहरा रहा ह यह सच ह लक दशभलति व दशदोह का परमाणपत बाटन का हक सघ को लकसी न नही लदया ह पर लिर भी सघ क बोलन को अनदखा नही लकया जा सकता इसका कारण ह लक सघ 90 वषषो क इलतहास वाला दशभर म 51335 शाखाओ वाला व लगभग 60 लाख सवयसवको वाला सगठन ह इतना ही नही बललक लपछल 5 वषषो म सघ की दलनक शाखाओ म 29 परलतशत सापतालहक शाखाओ म 61 परलतशत व मालसक शाखाओ म 40 परलतशत की बढोतरी भी हई ह इसक साथ ही वतथमान परधानमनती भी सघ क सचच सवयसवक ह व उनह ख़द इसका अलभमान भी ह इसललए दशभलति क बार म सघ क लवचारो को अनदखा करन का साहस समभव नही ह उलटा सघ की दशभलति व दशपरम पर सागोपाग चचाथ करना आज समाज क ललए पहल स कही जयादा जररी बन गया ह

राषटरीय सवयसवक सघ की सथापना 1925 म नागपर म हई तब स 15 अगसत 1947 तक यानी 22 सालो तक भारत पर अगजो का राजय था इस काल म भारतीय राषटरीय कागस जस बड सगठन स लकर दश क अलग-अलग भागो म सलरिय अनक छोट सगठन अगजो स दश को सवतनत करान क ललए अपन-अपन तरीको स परयास कर रह थ ऐस समय म सघ कया कर रहा था य समझना सघ की दशभलति को समझन क ललए सबस उपयति रहगा सषिप म कहना हो तो एक सगठन क रप म सघ न अगजो क लवरद कछ भी नही लकया उलटा उस समय दश क ललए लदल म कछ करन का जजबा ललए सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन वाल लोगो को ऐसा करन स हतोतसालहत करना व दश क ललए बललदान करन वाल दशभतिो क तयाग का अपमान सघ न सलनयोलजत तरीक स अनथक लकया आज सघ दशभलति की लकतनी ही बात कर ल पर उनका य काला इलतहास उनकी ख़द की पसतको म दजथ हो चका ह बशक अपनी इस मककार भलमका क ललए सघ न कभी शमथ महसस नही की य भी सतय ह दश क सवतनत होन क बाद सवतनतता आनदोलन स दर रहन क सघ क कतय का समथथन सघ क दसर सरसघचालक माधव सदालशव गोलवलकर (गरजी) न लनमन शबदो म लकया - ldquo1942 क समय भी अनक लोगो क मन म आनदोलन क लवचार थ पर तब भी सघ क लनयलमत

कायथरिम चलत रह सघ न सीध तौर पर कछ भी न करन का सकलप ललया था लिर भी सघ क सवयसवको क मन म खलबली मची थी सघ लसफथ लनठलल लोगो का सगठन ह उनक बोलन का कोई अथथ नही ह ऐसा लसफथ बाहर क लोग ही नही बललक सघ क सवयसवक भी बोलन लग गय थ व नाराज हो गय थ इसक बावजद सघ न अपनी अवलसथती छोडी नहीrdquo1 सघ क परमपजय गोलवलकर गरजी क य शबद सघ की दशभलति का सबत ह

सवतनतता सगाम व सघ की चचाथ करत हए एक सावधानी बरतनी पडगी सगठन व एक वयलति क रप म सवयसवक क बार म अलग-अलग लवचार करना भी जररी ह लकसी भी सगठन का अपन सदसयो पर परा लनयनतण नही हो सकता ह सगठन म अलग-अलग मदो पर मतभद व लवरोधी अवलसथलतयो का लनमाथण होता ह आजापालन क ललए परलसद सघ भी इसका अपवाद नही ह ऐस समय म कया भलमका ली जायगी इसका लनणथय लकसी सगठन क लसदानत व लषिय स तय होता ह जनवादी मलयो व तालकथ कता म भरोसा करन वाला सगठन मतदान बहस तकथ आलद क दारा अपना पषि तय करता ह पर सघ म ऐस ldquoफालतrdquo मलयो की जगह नही ह सघ एक झणडा एक नता एक लवचारधारा इस लसदानत स अपनी अवलसथती बताता ह मतभद रखन वालो व ख़द तकथ करन की इचछा पालन वालो को दर होना पडता ह सघ सचच अथषो म समाज क एक छोट स वगथ क लहतो का परलतलनलधतव करता ह यही कारण ह लक वयापक जनता का समथथन परापत करन क ललए असली उदशयो को छपाकर सघ क उदशयो क बार म एक भरामक तसवीर परचाररत करना सघ की जररत ह इसक ललए सघ न जो सबस परभावी शरि तयार लकया ह वो ह सघ की भावनाओ को सहारा दती अलकाररक भाषा भोल भाल लोगो को सघ स जोडन का काम इस मायावी अरि न साल-दर-साल परभावी तरीक स लकया ह इसी कारण सामानय सवयसवक व सघ क नततव क बीच समय-समय पर टकराव पदा होता ह य तो तमाम अनय सगठनो म भी इस तरह का टकराव पदा होता ह सवतनतता सगाम क बार म सघ की अवलसथलत पर भी ऐस ही टकराव पदा होन क अनक उदाहरण ह इसललए जहा भी सघ क सवयसवक क वयलतिगत तौर पर सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन क उदाहरण लमलत ह उस वकत सघ की सागठलनक अवलसथलत कया थी इसकी पडताल करना जररी ह

राषटरीय सवयसवक सघ क ससथापक और पहल सरसघचालक डा कशव बलिराम हडगवार न अपन राजनीलतक जीवन की शरआत भारतीय राषटरीय कागस स की थी 1920 म असहयोग आनदोलन म भाग लन क कारण उन पर कस दजथ हआ व एक साल क सशरम कारावास की सजा

लमली सतयागालहयो का मानना था लक सामाजयवादी सतिा का लवरोध करना कवल अलधकार ही नही बललक एक कतथवय ह इसललए उनहोन य परलतजा ली थी लक वो अपना बचाव नही करग पर डॉ हडगवार न अपना बचाव लकया ldquoअपना बचाव न कर खटमल की तरह कचला जाना मझ गवारा नही ह अपना पषि रखकर हम दशमन की कचषाओ को दलनया क सामन लाना चालहएrdquo2 यही दशसवा ह यह तकथ उनहोन अपन समथथन म लदया दशसवा करत हए जल तो कया काला पानी जाना पड या िासी पर भी चढना पड तो हम तयार रहना चालहए ऐसी हकार भी उनहोन भरी पर सजा परी कर लौटन क बाद उनहोन इस बात की परी सावधानी बरती लक उनह काला पानी या िासी न हो वो कागस स दर हो गय कयोलक उनह य मजर नही था लक य दश यहा रहन वाल सभी जालत-धमथ क लोगो का ह डॉ हडगवार की जीवनी ललखन वाल ना ह पालकर क अनसार ldquoलहनदसतान म रहन वाल सभी लोगो का य दश ह इस धारणा पर स उनका लवशवास परी तरह उठ चका था उनक मन म य सपष लवशवास घर कर गया था लक लहनदतव ही राषटरीयता हrdquo इसीललए उनहोन 1925 म सघ की सथापना की इस सगठन क दारा नौजवानो को सामाजयवाद लवरोध की बजाय मसलमान लवरोध करन व कटर लहनदतववाद की तरफ लान क ललए उनहोन अपना परा जीवन समलपथत कर लदया सवतनतता सगाम म शालमल होन को उतसाही नौजवानो को हडगवार कया बोलत थ य उनकी उपरोति जीवनी म लदय वणथन स सपष हो जाता ह इस जीवनी क लखक ना ह पालकर ख़द हडगवार क साथी व एक सघ परचारक थ इसक साथ ही इस जीवनी की परसतावना सघ क दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी न ललखी ह इसललए य आरोप भी नही लगाया जा सकता ह लक सघ क लवरोधी कतसापरचार कर रह ह पालकर ललखत ह - ldquoअगर नौजवान क मन म सतयागह म भाग लन की इचछा जगती थी तो डॉकटर उसस सवाल करत थ - सतयागह क बाद जल जाना पडगा तयारी ह कया हा नौजवान का दढ उतिर होता था लकतन लदन का सकलप करक लनकल हो नौजवान की तरफ स छह महीन जसा कछ उतिर आता उसक बाद डॉकटर बोलत अगर छह महीन की जगह दो साल की सजा हो गयी तो इस सवाल का नौजवान तरनत जवाब दता लक वो भी काट लग इतनी ततपरता लदखान पर डॉकटर उसस बोलत आपको सजा हो गयी ह ऐसा समझकर य समय सघ कायाथलय को कयो नही दतrdquo मतलब सवतनतता सगाम म भाग लना सघ का काम नही था हडगवार क ऐस उपदशो को हमशा कामयाबी नही लमलती थी कछ लोग अपन लवचार बदल लत थ पर बहत सार सतयागह म भाग लत थ उनक बार म डॉ हडगवार क कया लवचार थ इसका उतिर भी पालकर न लदया ह ldquoहमन दश

क ललए कछ लकया ह इसका परदशथन जनता क सामन करन की इचछा रखन वाल नौजवान अलधक दखकर उनह (डॉ हडगवार को) दख होता थाrdquo 3

नमक सतयागह शर होत ही सघ पर भी इस आनदोलन म भागीदारी करन का दबाव बनना सवाभालवक था ऐस समय म पत जारी कर डॉ हडगवार न सघ की अवलसथलत लनमनलललखत शबदो म सपष की ldquoजारी आनदोलन म सघ न एक सगठन क तौर पर भागीदारी करना अभी तय नही लकया ह वयलतिगत तौर पर अगर कोई भागीदारी करना चाहता ह तो अपन सघचालक की अनमलत स शालमल हो सकता ह उस वहा भी इस तरीक स काम करना चालहए लक उसस सघ का लहतसाधन होrdquo2 सघ की मककार भलमका का य उतिम उदाहरण ह सवतनतता आनदोलन का खला लवरोध करना सघ क ललए राजनीलतक रप स आतमघाती होता इसललए सघ न ऐसा तो नही लकया पर सवयसवको को आजादी की लडाई स दर रखन का काम उसन परी चालाकी व ताकत स लकया

राषटरगौरव की डीग हाकन व सवतनतता आनदोलन स दर िटकन की नीलतयो क कारण सघ परी तरह नगा हो रहा था सवयसवको क वयलतिगत तौर पर भाग लन क बावजद सघ की एक सगठन क रप म सवतनतता सगाम लवरोधी अवलसथलत कदम-कदम पर लदख रही थी इसललए सघ की आलोचना भी हो रही थी ऐस समय म सघ दारा लदखायी गयी अववल दजव की लनलथजजता भागानगर सतयागह व उसम सघ की भलमका क बार म डॉ हडगवार क सपषीकरण म साफ लदख रही थी अख़बारो क माधयम स सघ की आलोचना करन वालो म एक शरी गो गो अलधकारी थ वस तो सघ ऐसी आलोचनाओ का कोई जवाब न दन का धतथ तरीका अपनाता था पर उस समय पररलसथलतयो क नाजक होन क कारण हडगवार को उतिर दना पडा इस जवाब म हडगवार बोलत ह - ldquoलनतय कायथ व नलमलतिक (यदाकदा) कायथ क बीच का अनतर अगर उनहोन (शरी गो गो अलधकारी) अपन लववक स समझा होता तो वो सघ क लवरद जहर नही छोडत ऐसा लगता ह लक शरी अलधकारी भल गय ह लक भागानगर सतयागह ख़तम होन क बाद भी राषटरमलति का काम बचा रहगा राषटर को मति करान क ललए लकय जान वाल आलख़ री परहार का समय आन स पहल की तयारी राषटरमलति का लनतय कायथ ह व भागानगर आनदोलन जस आनदोलन राषटरमलति क नलमलतिक कायथ ह हमारी सारी ताकत व लवशषजता लनतय ससथा क नलमलतिक कायषो म इस तरह नही बहायी जा सकती लक उसस लनतय कायषो म वयवधान उतपनन होrdquo2 लरिलटश सतिा क लवरद आनदोलन करना सघ की नजर म ऐसा ही एक तचछ नलमलतिक कायथ था ऐस नलमलतिक कायथ म अपनी ताकत ख़चथ करन क ललए सघ तयार नही था सवतनतता आनदोलन म भागीदारी क परलत सघ की अलनचछा

लकतनी दढ थी इसका एक दसरा सबत रिानतदशगी डॉ कशव बललराम हडगवार नामक पसतक म लमलता ह इस पसतक क लखक डॉ हडगवार क कामो की महानता का बखान करत हए ललखत ह - ldquoलजस समय सवतनतता क ललए चल रह लवलभनन आनदोलनो क अलतररति भी छोट-मोट सामालजक कायथ हाथ म लकर लवलभनन ससथाए काम कर रही थी उस समय भी डॉकटरजी न ऐसा कोई भी अभीष कायथ आखो क सामन न रख पररलसथलत लनरपषि दशवयापी सगठन खडा करन का बलनयादी काम हाथ म ललया डॉकटर कहत थ - सघ को कवल लहनद सगठन ही अपना लषिय रखना चालहए सघ कवल सगलठत करगा व इसक अलतररति कछ नही करगाrdquo2 सघ असललयत म कया कर रहा था इस सगठन का उदशय कया था सवतनतता आनदोलन व अनय सामालजक कायषो को लजन लनतय कायषो स परम क कारण सघ वलजथत मानता था वो लनतय कायथ असल म कया थ व उनका उदशय कया था वासतव म कया सघ कोई भी नलमलतिक कायथ नही कर रहा था इन सवालो क जवाब क ललए डॉ हडगवार की जीवनी म नागपर दगा परकरण पढन योगय ह लहनद धमथलनषठ सवयसवको न इन दगो म मलसलमो को क स मारा मलसजद क स जलायी इन परारिमो का वणथन लखक न गवथ क साथ लकया ह सघ क लनतय कायषो का सवरप व सगठन का उदशय वहा सपष हो जाता ह

सघ का हलथयार परम सवथजात ह हलथयारो का उतपादन भणडारण व परलशषिण इसको सघ की सथापना स ही महतव लदया जाता रहा ह सघ क सवयसवको को लवलभनन हलथयारो का परलशषिण लदया जाता ह य हलथयार कभी अगजो क लवरद इसतमाल हए कया नागपर दगो म सवयसवको न दर स ही जलत बाणो की वषाथ कर मलसजद जलायी3 धनलवथदा म इतनी पारगता सवयसवको को लमली थी पर अगजो की कचहरी या पललस सटशन की लदशा म कभी एक भी जलता बाण इन रामसवको क धनष स छटा नही इस हलथयार भणडार का एक बडा लहससा डॉ हडगवार न कयो नष लकया इसकी कहानी भी सघ की अगज परसती और कायरता पर अचछ-स परकाश डालती ह सघ क पहल सरकायथवाह बालाजी हदार को जनवरी 1931 म बालाघाट सरकारी हलथयार लट म पकडा गया (यही बालाजी हदार बाद म सपन क गहयद म लड व वहा स वापस आन क बाद कमयलनसट पाटगी ऑफ इलणडया क सदसय बन) बशक इस लट को सघ न अजाम नही लदया था य घटना डॉ हडगवार क ललए बडा आघात थी नाह पालकर क शबदो म - ldquoसरसघचालक क बाद सगठन म लजसका सथान ह उस पर इस तरह क आरोप लगन का मतलब अगजो की आख म चभ रह राषटरीय सवयसवक सघ पर आपदा थी इसीललए हडगवार न हलथयारो को 1931 म नष करवा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 5

(पज 6 पर जारी)

राषटरीय सवयसवक सघ क दश क सवतनतरता सगाम म योगदान की असललयत

6 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लदयाrdquo3 सघ अगजो की आख म चभ रहा था ऐसा यहा ना ह पालकर बोलत ह इसम लकतनी सचचाई ह य सच ह लक कछ सवयसवको क वयलतिगत सतर पर सतयागह म भाग लन व पर दश म सवतनतता आनदोलन क उिान पर होन क कारण सघ पर अगजो की नजर थी ऐस समय म डॉ हडगवार न सवयसवको क मन म य लबठान व अगजो को इसका आशवासन दन का सतत व जोरदार परयास लकया लक अगजो का लवरोध हमारा लषिय नही ह यही कारण था लक सघ पर परलतबनध लगान की जररत अगजो को कभी महसस नही हई मसलमानो को दश का दशमन बताकर उनक लवरद तो हलथयार इसतमाल लकय जाय पर सवयसवक अगजो क लवरद हलथयार इसतमाल कर गरजररी आफत मोल न ल इस बार म डॉ कशव बललराम हडगवार लकतन सावधान थ य हदार क उदाहरण स लदख जाता ह गह क साथ घनन भी लपसता ह कहावत को चररताथथ करत हए जब लकसी भी परकार की लरिलटश-लवरोधी गलतलवलध म शालमल न होन क बावजद सघ पर परलतबनध लगाया गया तब भी डॉ हडगवार को परा लवशवास था लक सघ पर परलतबनध नही लगगा यह लवशवास य ही नही था अगजो न सघ का सवरप परी तरह पहचान ललया था इसीललए सघ की सवामीभलति पर अगजो को परा लवशवास था सघ क बार म अगजो क दसतावजो म आग की जानकारी लमलती ह उन दसतावजो म ललखा ह लक भलवषय म सघ भारत म वही भलमका अदा करगा जो जमथनी म नाजी कर रह ह व इटली म िासीवादी

दश की रषिा स एलजगी सघ की

पहली पराथथना स भी परलतलबलमबत होती ह सघ की पहली पराथथना म एक मराठी व एक लहनदी शोक था इसम स लहनदी का शोक आयथसमाज की एक पराथथना म कछ बदलाव कर ललया गया था आयथसमाज की मल पराथथना थी

ह परभो आननददाता गयान हमको दीलजय

शीघर सार दगथणो को दर हमस कीलजय

लीलजय हमको शरण म हम सदाचारी बन

रिहमचारी दशरषिक वीर वरतधारी बन

इसम बदलाव कर सघ न नीच दी गयी पराथथना सवीकार की

ह गरो शरीरामदता शील हमको दीलजय

शीघर सार सदणो स पणथ लहनद कीलजय

लीलजय हमको शरण म रामपनथी हम बन

रिहमचारी धमथरषिक वीरवरतधारी बन3

इसम लकया गया बदलाव दखन योगय ह पणथ लहनद बनान की राम स की गयी पराथथना रामपनथी बनन की इचछा तो ह ही पर दशरषिक होन क बार म सघ की लवरलति इतनी जयादा थी व धमथ क सामन दश का सथान इतना दोयम था लक मल पराथथना की अलनतम लाइन म स दशरषिक शबद लनकालकर धमथरषिक शबद डालना सघ का नततव भला नही

सवतनतता की लडाई म योगदान दन वाल सभी दशभतिो स आज सघ अपना समबनध जोड रहा ह झठा इलतहास ि लाया जा रहा ह दश क ललए लडत-लडत अपनी जान नयौछावर करन वाल दशभतिो क बार म सघ दारा

अपन लखन व वयाखयानो स वयति लकया गया मत सघ की सवतनतता आनदोलन म भागीदारी की भलमका स एकदम ससमबनध ह सवयसवको का मागथदशथन करत हए दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी बोलत ह - ldquoअगजो क परलत गसस क कारण बहतो न अदत साहस लदखाया ह हम भी वसा ही कर य लवचार हमार मन म भी कभी आ सकता ह पर एक वयलति को यह भी सोचना चालहए लक कया ऐसा करन स दशलहत पर हो रह ह बललदान स उस लवचारधारा को बढावा नही लमलता लजसस समाज अपना सबकछ राषटर क नाम कबाथन करन क बार म परररत होता ह अब तक क अनभव स तो यह कहा जा सकता ह लक लदल म इस तरह की आग लकर जीना एक आम आदमी क ललए असहय हrdquo1 दशभतिो का रासता सामानय जनता को असहय लगता ह लसफथ इतना ही सघ का आरोप नही था बललक इन दशभतिो का अलधक स अलधक अपमान करना सघ न अपना कतथवय समझा था ऐसा उनक लवचारो स लदखता ह ldquoडॉ हडगवार रिानतदशगी यगपरषrdquo नामक पसतक क लखक लवना नन हडगवार का दशभतिो क बार म मत सपष करत हए ललखत ह - ldquoलरिलटश-लवरोधी भावना ही उस आनदोलन की मखय पररणा थी राषटर की सवतनतता क बार म सवराजय क बार म रचनातमक दलष या धारणा वहा कही नही लमलती सतयागह करन वाल बहत लोगो को छोटी-मोटी सजाए होती थी इस तरह सतयागह कर जल जाकर आय लोगो को ऐसा लगता था लक हमन दशभलति का एक लवशष कायथ लकया ह हम लोग अनय लोगो स शरषठ ह अगवा ह दसरो को हमारी जयजयकार

करनी चालहए अनयायी होकर हमारी लगरती बात को भी झल ऐसी भावना उनम बल मारन लगी दशभलति का एक ऐसा लनराला वगथ तयार होन लगाrdquo2 सघ का आगह था लक नौजवानो को भगतलसह राजगर सखदव जस दश क ललए पराण दन वाल दशभतिो को आदशथ क रप म नही दखना चालहए सवयसवको को इस बाबत आगाह करत हए गोलवलकर बोलत ह - ldquoहमारी भारतीय ससकलत को छोडकर अनय सभी ससकलतयो म ऐस बललदानो की पजा की जाती ह व उनको आदशथ माना जाता ह और ऐस बललदान करन वालो को राषटरनायक क रप म सवीकार लकया जाता ह परनत हमन हमारी भारतीय ससकलत म ऐस बललदानो को सववोचच आदशथ नही माना गया हrdquo1 इन दशभतिो को आदशथ मत मानो इतना कहकर ही गोलवलकर नही थमत ह बललक इसस भी आग वो बोलत ह - ldquoयह साफ ह लक जो जीवन म असिल होत ह उनम लनलचित तौर पर कछ गमभीर खालमया होती ह जो ख़द हारा हआ ह वह लकस परकार दसरो को रौशनी द सकता ह और सिलता की राह पर ल जा सकता ह हवा क हलक-स झोक स कापन वाली जयोलत हमारा मागथ क स परकालशत कर सकती हrdquo1 सघ की नजर म शहीद होन वाल दशभति असिल नायक ह व अगजो स माफी मागकर जल स छटन वाल व बाद म लकसी परकार की लरिलटश-लवरोधी कारथवाई न करन वाल सावरकर सवातनतयवीर ह दश की आजादी क ललए अपना जीवन दाव पर लगा दन वाल महान दशभतिो का ऐसा अपमान सामाजयवादी अगजो न भी कभी नही लकया था

राषटरीय सवयसवक सघ आज

दशभलति व दशपरम का ठकदार बना हआ ह जनता को अधर म रखन क ललए व असली मदो स धयान भटकान क ललए दशभलति का अफीम की गोली की तरह इसतमाल लकया जा रहा ह धनपशओ व पजीपलतयो की चाकरी करन क काम को बहतर तरीक स करन क ललए सघ न दशभलति को एक बाजार माल बना लदया ह पतजलल का सामान ख़रीदन वाला ही असली दशभति बाबा रामदव की य घोषणा इस बाजार दशपरम का घलणत आलवषकार हम पहल ही दख चक ह लवलभनन पजीवादी परसार माधयमो क दारा लकय जा रह लभावन परचार क पीछ छप जहरील सतय को पहचानन क ललए जनता को गरीबी की ओर ढकलन वाली व जनता क बीच िट डालन वाली सघी राजनीलत को उखाड ि कन क ललए सघ का इलतहास जनता क सामन आना बहत जररी ह आज सघ दशपरम की लकतनी ही बात कर ल पर उनका सचचा काला इलतहास सघ क ही सालहतय म सरलषित रखा हआ ह हाफ पणट छोडकर िल पणट पहनन पर भी राषटरीय सवयसवक सघ का नगापन छपगा नही

सिभव 1 शरीगरजी समग दशथन खड 32 डा हडगवार रिानतदशगी

यगपरष ndash लव वा नन3 डा हडगवार ndash ना ह पालकर(सभी पस तको क परकाशक

भारतीय लवचार साधना परकाशन)

(लखक मरयाठी मजिर अखबयार कयामगयार दबगल क समपयािक ह)

मरयाठी स अनवयाि - सतया

राषटरीय सवयसवक सघ का दश क सवतनतरता सगाम म योगदान

लपछल वषथ दायर हई कल एफआईआर म स कवल 1 परलतशत दललतो या आलदवालसयो दारा हई थी इस 1 परलतशत म स 40 परलतशत ही दललत उतपीडन रोधी कानन क तहत हई थी और इन 40 परलतशत एफआईआर म दणड लमलन की दर मात 7 परलतशत ह 87 परलतशत कसज पलणडग ह कया इस दाव म कछ दम ह लक इस कानन का दरपयोग होता ह यलद कछ अपवादसवरप मामलो म दरपयोग होता भी ह तो इस आधार पर भारतीय सलवधान व दणड सलहता क हर कानन को रद कर दना चालहए कयोलक उन सबका ही दरपयोग होता ह सच यह ह लक मराठा आबादी का कलीन तबका 50 परलतशत शषिलणक ससथानो 70 परलतशत लजला सहकारी बको और 90 परलतशत शगर कारख़ानो का माललक ह परदश की राजनीलत पर मराठा कलीन वगथ का कबजा रहा ह 1960 स 18 मखयमलनतयो म स 10 और करीब 50 परलतशत लवधायक इस मराठा बजथआ

वगथ स आत ह यह सवय गरीब मराठा आबादी का शोषक और उतपीडक ह अगर इस मराठा कलीन तबक को मराठा अलसमता और बहतरी की इतनी ही लचनता ह तो लजस षित म सबस बडी गरीब मराठा आबादी रहती ह जस लक मराठवाडा वहा य मराठा शासक खती क सकट को दर करन क ललए लसचाई व कजथ माफी की योजनाए लाग कयो नही करत य रोजगार गारणटी कानन और बरोजगारी भतिा को लाग कयो नही करत य रोजगार सजन करन वाली वासतलवक लवकास की नीलतयो को लाग कयो नही करत य पलचिमी महाराषटर की अपनी चीनी लमलो म नयनतम मजदरी कयो नही लाग करत कारण य लक मराठो क बीच का यह छोटा-सा कलीन पजीवादी तबका अपन मनाफ की हवस म अनधा ह और उसक ललए कछ भी कर सकता ह मराठा महनतकश आबादी क साथ इसका जो वगथ अनतरलवरोध ह उस दबान क ललए ही आज यह कलीन मराठा शासक वगथ दललत-लवरोधी

माहौल बना रहा ह यह वयवसथा क लवरद जनअसनतोष को रोकन क ललए गरीबो को जालत क नाम पर एक-दसर क सामन खडा कर रहा ह और गर-मदो को मदा बना रहा ह

हकमरानो की साजज़श म मत फसो महनतकशो की वगड एकजटता सातपत करो

य कोलशश आज लसफथ महाराषटर म ही नही हो रही ह हाल ही म गजरात म पलटदारो का उभार भी इसललए पदा लकया गया था कयोलक पलटदारो-पटलो क बीच भी एक छोटा सा पजीपलत वगथ ह जो सवय गरीब पलटदारो-पटलो को लट और दबा रहा ह इस गरीब आबादी का गससा अपनी ही जालत क कलीनो क परलत न िट पड इसललए उस दललतो और आलदवालसयो क लवरद मोडा जा रहा ह कया हमन हररयाणा म (जहा पर बरोजगारी दर दश म सबस तजी स बढ रही ह) हाल ही म आरषिण क ललए हए जाट आनदोलन म यही

षडयनत होत नही दखा वहा भी गरीब और लनमन मधयवगगीय जाट आबादी क गसस को अनय जालतयो क लवरद मोड लदया गया

आज पर दश म ही पजीवादी वयवसथा जनता को रोजगार रोटी कपडा मकान और सामालजक-आलथथक सरषिा व नयाय नही द सकती ह ऐस म आम महनतकश लोगो का गससा वयवसथा-लवरोधी रख़ न ल ल इसक ललए लोगो को जालत और धमथ क नाम पर लडवाया जा रहा ह महाराषटर म आज जो मराठा उभार हो रहा ह उसक मल कारण तो मराठा गरीब आबादी म बरोजगारी महगाई गरीबी और असरषिा ह ललकन मराठा शासक वगषो न इस दललत-लवरोधी रख़ दन का परयास लकया ह इस सालजश को समझन की जररत ह इस सालजश का जवाब अलसमतावादी राजनीलत और जालतगत गोलबनदी नही ह इसका जवाब वगथ सघषथ और वगगीय गोलबनदी ह इस सालजश

को बनकाब करना होगा और सभी जालतयो क बरोजगार गरीब और महनतकश तबको को गोलबनद और सगलठत करना होगा इसी परलरिया म रिाहमणवाद और जालतवाद पर भी परहार करना होगा वासतव म जालत उनमलन और रिाहमणवाद क नाश का रासता इसी परकार की वगगीय गोलबनदी क जररय समभव ह अलसमताओ क टकराव म हर अलसमता कठोर बनती जाती ह और अनततः गर-मदो पर आम महनतकश लोग ही कट मरत ह कया दशको स ऐसा ही नही होता आया ह कया अब भी हम शासक वगषो क इस टरप म िसग कया हम अब भी उनक हाथो मखथ बनत रहग नही पजीवादी वयवसथा क लवरद एकजट होना और इसक ललए और इसी परलरिया म रिाहमणवाद जालतवाद और सामपरदालयकता क लवरद समझौतालवहीन सघषथ करना - महनतकश जनता क पास यही एकमात रासता ह

पजीपततयो की साजजश को पहचानो शासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 5 स आग)

(पज 13 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 7

आठ नवमबर की रात को परधानमनती मोदी न अचानक 500 और 1000 रपय की नोटबनदी का ऐलान लकया नकदी पररचलन का 86 परलतशत लहससा 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही था गौरतलब ह लक लन-दन का 90 परलतशत नकदी क रप म ही लकया जाता ह और 85 परलतशत स जयादा कामगारो को तनखवाहो का भगतान भी नकदी क रप म ही लकया जाता ह फाइननलश यल इनकलायशन इनसाइटस परोगाम क एक सवव क अनसार लगभग 53 परलतशत आबादी क पास कोई बक खाता नही ह यनाइटड नशस डवलपमणट परोगाम की एक ररपोटथ क अनसार 80 परलतशत मलहलाओ क पास कोई बक खाता नही ह ऐस म सहज ही अनदाजा लगाया जा सकता ह लक नोटबनदी का आम जनता पर लकतना गहरा परभाव पड रहा होगा

नोटबनदी की घोषणा क बाद स अब तक एक महीन स जयादा समय बीतन क बाद भी जनता की मसीबत बदसतर जारी ह बको क बाहर लोग घणटो खड होकर अपनी दलनक जररतो क ललए नकदी लनकालन क ललए मजबर कर लदय गय ह लजन लोगो क बक खात नही थ उनह नोट बदलवान क ललए लबचौललयो का सहारा लना पडा लजसकी एवज म उनहोन 30 स 40 परलतशत तक का कमीशन काटा जयादातर कारख़ानो म तो माललक अब भी मजदरो को परान 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही तनखवाहो का भगतान कर रह ह मजदरो क एतराज जतान पर उनह काम छोडन क ललए कहा जा रहा ह नोटबनदी क बाद कई कमपलनयो न मजदरो को उनकी तनखवाहो का भगतान करन म असमथथता जतात हए तालाबनदी की घोषणा कर दी ह पलचिम बगाल क हावडा लजल म शरी हनमान जट लमल म 5 लदसमबर को कमपनी परबनधन न कमपनी बनदी का ऐलान लकया लजसक बाद 2500 मजदरो को काम स हाथ

धोना पडा मदास इसटीटयट ऑफ डवलपमणट सटडीस क एक अथथशारिी एस जनकरजन क अनसार नोटबनदी क बाद बडी तादाद म लनमाथण मजदरो पर छटनी की तलवार लटक रही ह एक अनमान क अनसार तलमलनाड क लनमाथण उदोग म लग लगभग 5 लाख मजदरो पर इस समय छटनी का ख़तरा मडरा रहा ह नोटबनदी क बाद नकदी और काम दोनो म ही आयी कमी क कारण सरत क डायमणड कलटग और पॉलललशग उदोग म लग करीब 20 लाख मजदरो म स तकरीबन 10 लाख मजदर अपन गावो की ओर वापस रख़ कर रह ह (सोत लबजनस सटणडडथ 10 लदसमबर) कमोबश यही लसथलत राजकोट क जवलरी उदोग अलग म जहाज तोडन क काम म लग मजदरो की ह इसी तरह पवगी बगाल क तराई इलाक क एक चाय बागान की बनदी क बाद करीब 2500 मजदरो की रोजी-रोटी का सोत परी तरह ख़तम होता ह (सोत इलणडयन एकसपरस 11 लदसमबर) लदय गय आकड यह बतान क ललए काफी ह लक नोटबनदी न आम महनतकश जनता को लकतनी बरी तरह परभालवत लकया ह सरकार व उसक लपट नोटबनदी क समथथन म चाह लकतन ही (क)तकथ दकर बच लनकलन की बशमथ कोलशश कर ललकन जनता पर बरपाय गय इस कहर पर पदाथ नही डाला जा सकता

नोटबनदी का ऐलान करत हए यह दावा लदया गया लक यह कदम काला धन और नकली नोटो पर नकल कसन क ललए उठाया गया ह आइए जरा इन दावो की भी पडताल कर ल जात हो लक काल धन का कवल 6 परलतशत ही नकदी क रप म मौजद रहता ह काल धन का बडा लहससा ऐस दशो या इलाको (जस सवीटजरलणड पनामा बरमडा कमन आइलणड वलजथन आइलणड आलद) म लगाया जाता ह जो या तो परी तरह कर मति होत ह या लिर वहा नाममात का

कर लगता ह इसस बडी लवडमबना कया हो सकती ह लक नोटबनदी की तारीफो क पल उन तमाम नामी-लगरामी हलसतयो (याद कीलजए अलमताभ बचचतन अजय दवगन) न बाध लजनका नाम पनामा पपर लीक मामल म सामन आया था इसक अलावा काला धन बड पमान पर ररयल एसटट सोना या शयर की ख़रीदारी म लगा लदया जाता ह यही नही बड-बड पजीपलत फजगी कमपलनयो क नाम पर (लजसका कोई वासतलवक कारोबार नही ह) काल धन को एफडीआई का नाम दकर पन दश की अथथवयवसथा म ल आत ह इस परलरिया को क पीटल राउणड लटरलपग क नाम स जाना जाता ह ऐस म सपष ह लक काला धन क असली लखलाडी जो बहतरी तकनीको का इसतमाल करक अपना काला धन लठकान लगात ह उन पर नोटबनदी का कोई परभाव नही पडन वाला हा इसस यह जरर होगा लक कछ छोट-मोट लखलाडी पकड म आ सकत ह

अब नोटबनदी स नकली नोटो क ख़ातम क दाव की पडताल कर ली जाय नशनल इनवसटीगलटव एजसी (एनआइए) और इलणडयन सटलटल सटकल इसटीटयट क 2015 क एक सयति अधययन क अनसार अथथवयवसथा म हमशा ही 400 करोड की नकली मदा मौजद रहती ह एक और मजदार तथय दलखए िाइनलशयल एकसपरस की 15 नवमबर की एक ख़बर क अनसार नयी नोटो की कवल छपाई का ही ख़चथ 11000 करोड रपय ह अब जरा सोलचए लक 400 करोड क नकली नोटो क ख़ातम क ललए 11000 करोड का ख़चथ करक नय नोट छापना कहा की समझदारी ह

बहरहाल अब तक तो यह सपष हो ही गया ह लक नोटबनदी स न तो काला धन पर लगाम लग सकती ह न ही नकली नोटो क कारोबार पर तब लिर सवाल उठता ह लक आलखरकार

नोटबनदी का यह कदम उठाया ही कयो गया ह अगर समय म जयादा नही करीब 1 साल पीछ जाय तो आपको शायद याद हो लक अगसत 2015 म लवति मनती अरण जटली का बयान आया था लक तरलता की कमी स लनपटन क ललए बको म 70000 करोड रपय डालन की आवशयकता ह आलखरकार तरलता की यह कमी पदा ही क स हई इस कमी का कारण ह बको क lsquolsquoबर कजथrsquorsquo या नॉन-परफॉलमिग एसटस (एनपीए) एनपीए का अथथ ह लनदार दारा 90 लदनो की समय सीमा क दौरान न तो मलधन न ही बयाज की अदायगी भतपवथ आरबीआई गवनथर रघराम राजन क अनसार भारतीय बको पर इन बर कजषो की माता माचथ 2016 तक 6 लाख करोड तक पहच चकी ह इन बर कजषो का 90 परलतशत भार पलबलक सकटर क बको पर ह वस हम यह नही भलना चालहए लक बको की छलव को खराब होन स बचान क ललए इन बर कजषो की माता को कम करक बताया जाता ह असली तसवीर की भयावहता का अनदाजा रलटग एजलसयो की ररपोटषो स पता चल जाता ह भारतीय रलटग एजसी इलणडया रलटगस क अनसार माचथ 2016 तक भारतीय बको दारा लदया गया कल कजथ 70 लाख करोड था और इसका 15वा भाग (यानी 13 लाख करोड) सटरसड एसटस का था सटरसड एसटस बको दारा लदय गय उन कजषो को कहा जाता ह लजनक वापस आन की या तो कोई उममीद नही ह या बहत कम उममीद ह या लिर उनह परी तरह माफ कर लदया गया ह गौरतलब ह लक अभी कछ महीन पहल 29 सरकारी बको न पजीपलतयो दारा ललय गय 154 लाख करोड क बर कजथ को परी तरह माफ कर लदया ह 9000 करोड रपय डकारकर लवजय मालया लवदश भाग गया यह लकसी स लछपा नही ह हालालक लवजय मालया तो कवल एक नाम ह जो चचाथ म आया दरअसल इस हमाम क

कई नग धडलल स सरकार की मदद स जनता की आखो म धल झोक रह ह बको म जमा जनता की गाढी कमाई को खलआम पजीपलतयो को कजथ क रप म लदया जाता ह और जब व उस लौटान स मना करत ह तो सरकार तब भी कोई कारथवाई करन क बजाय उनको पलको पर लबठा कर रखती ह

शोध ससथान रिलडट सयसी ररसचथ की ररपोटथ बताती ह लक भारत म लजन कॉरपोरट घरानो पर सबस जयादा कजथ लदा ह उसम नामी-लगरामी कमपलनया वदानता एससार अडानी अलनल अमबानी और मकश अमबानी की कमपलनया शालमल ह कल लमलाकर बक अपनी साख़ बचान क ललए तरह-तरह की तकनीकी शबदावललया गढकर जनता की नजर स असललयत लछपान की लघनौनी कोलशश करत हए पजीपलतयो की तन-मन-धन स सवा करत ह यह सपष ह लक बको पर इन बर कजषो क दबाव स अथथवयवसथा म तरलता की कमी का आना लनलचित था नोटबनदी का ऐलान करक जनता को नकदी जमा करन क ललए मजबर करक इस तरलता की कमी स लनपटन का आसान तरीका खोजा गया

काल धन पर सलजथकल सटराइक का हवाला दकर सरकार की असली मशा काला धन पर हमला नही बललक पजीपलतयो की सवा करना ह यहा एक और तथय का लजरि करत हए चल नोटबनदी क ि सल क बाद बको न बयाज दर घटा दी ह इसस जालहरा तौर पर जनता को तो कोई लाभ नही होगा पर 73 लाख करोड का कजथ दबाय बठ 10 बड ऋणगसत कॉरपोरट घरानो क ललए तो यह कदम सोन पर सहागा होन जसा ह भई साफ ह यह जनता नही पजीपलतयो की सरकार ह

micro osrk

नोटबनी और बको क lsquolsquoबर कज़डrsquorsquo

यह सब कछ बलकग चनल क जररय हआ था शायद मोदी सरकार की नजर म यह घपला था ही नही इन दोनो को तो ईनाम लमलना चालहए क शलस क रिाणड एमबसडर होन का आयात म कीमत स जयादा लबल और लनयाथत म कीमत स कम लबल दारा काला धन पदा करन वाल तरीक जो ऊपर बताय गय व भी क शलस और लडलजटल तरीक स ही चलत ह इसका पसा जब मॉरीशस-लसगापर होत हए लबना पहचान वाल पी-नोटस क जररय लवदशी लनवश क रप म आता ह तो वह भी क शलश और लडलजटल होता ह बड परोजकटस बढी-चढी लागत क फजगी लबलो क जररय जो बक कजथ ललया और बाद म कमपनी को बीमार कर मारा जाता ह वह भी सब क शलस ही होता ह लवजय मालया न जो 9 हजार करोड का चना बको को लगाया वह भी तो पकका क शलस और

लडलजटल था बोरी म नकदी भरकर नही भागा वह

अगर दलनया क और दशो का भी उदाहरण दख तो दलषिण कोररया और नाइजीररया जस दशो म सकल घरल उतपाद म नकदी की माता बहत कम ndash लगभग 4 - ह ललकन दोनो म भरषाचार कम होन का कोई परमाण नही बललक दलषिण कोररया की राषटरपलत को तो लिलहाल ही भरषाचार क आरोपो क चलत पद स हटन क ललए मजबर लकया जा रहा ह इसक लवपरीत जापान म भारत क 117 क मकाबल 20 नकदी ह ललकन वहा भारत स बहत जयादा भरषाचार का कोई परमाण नही

लिर मात आम लोगो क लन-दन का ररकॉडथ रखन म सरकार इतनी लदलचसपी कयो लदखा रही ह इसकी एक बडी वजह ह लक इसस लोगो क ऊपर लनगाह रखना उनकी जाससी करन का एक मजबत तनत खडा होगा हाल क वकत म दलनया क सभी पजीवादी दशो

की सरकार लभनन लवचार रखन वाल अलधनायकवादी परवलतियो का लवरोध करन वाल वयलतियो पर लनगहबानी का लशकजा कसन म बहत लनवश कर रही ह लजसस जनवादी आनदोलनो को लनयलनतत लकया जा सक इसका एक दसरा उपयोग ऐस कायथकताथओ को बदनाम करन क ललए उनक लकसी परान लन-दन लकसी वसत की ख़रीद को बगर सनदभथ बताय परचाररत करन म भी लकया जाता ह गजरात क 2002 क सामपरदालयक दगो म मोदी की भलमका की लवरोधी कायथकताथ तीसता सीतलवाड को बदनाम करन क ललए अभी कछ ही समय पहल गजरात पललस न ऐस ही उनक रिलडट काडथ क ररकॉडथ का परयोग लकया था

इसक अलतररति समपणथ नकदी रलहत मात इलकटरॉलनक मदा की लसथलत म लकसी वयलति ही नही बललक पर इलाक क जनसमदाय क जीवन को मात कीबोडथ पर कछ बटन दबाकर पग बना

दना भी शासक तबक क ललए बहत आसान हो जायगा अभी ही हम दखत ह लक लकसी भी आनदोलन की लसथलत म परशासन सबस पहल मोबाइल-इणटरनट को ही बनद करता ह लपछल एक साल म हरर याणा क जाट आनदोलन गजरात क पाटीदार आनदोलन कशमीर झारखणड उतिर-पवथ आलद म कल जोड तो 250 लदन तक इणटरनटमोबाइल पर रोक लगायी जा चकी ह क शलस लडजीटल लन-दन पर लनभथरता की लसथलत म परशासन क ललए लकसी भी षित क समसत जनसमदाय को उनक धन तथा वसतओ की ख़रीद-फरोखत की आम सलवधा स भी वलचत कर पाना बहद आसान होगा ऐसी लसथलत लकसी भी दश की जनता क ललए कतई सवीकायथ नही होनी चालहए कयोलक यह उनक सवतनतता और जनवादी अलधकारो क हनन का रासता खोल दगी

इसललए नोटबनदी मात लकसी नीलत क गलत लरियानवयन और कपरबनध

स जनता को होन वाली तकलीफ का ही सवाल नही ह बललक गरीब कमजोर वलचत शोलषत महनतकश बहसखयक तबक स ताकतवर और पहच वाल पजीपलत और उचच मधयम वगथ को धनसमपदा क बड और सथाई हसतानतरण साफ शबदो म कह तो लट और डक ती का बडा सवाल ह ललकन बजथआ लवपषिी पालटथया कछ ससदीय वामपनथी दलो समत नोटबनदी क इस मद को मात कपरबनधअसलवधा क सवाल तक सीलमत करना चाहत ह कयोलक वह जनता क गसस को पजीवादी शासन वयवसथा क ही ल ख़ लाफ जान स रोकन क ललए परयासरत ह इसक असली जनलवरोधी सवरप क सवाल को य पालटथया नही उठाना चाहती कयोलक अनत म य सब सरमायदार तबक की ही सवा करती ह

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नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 10 स आग)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

mdash नारायण आनन खरारआजकल सभी दशवालसयो

को दशपरम का अथथ समझान की लजममदारी राषटरीय सवयसवक सघ व उसक अनषगी सगठनो न अपन लसर पर ल रखी ह यही कारण ह लक भारत माता लहनद राषटर सनातन धमथ पराचीन ससकलत जसी सघ की पसनदीदा अवधारणाओ न अब अगार स जगल की आग का रप ल ललया ह सघ की इन अवधारणाओ का लवरोध करन या सघ पर लकसी भी परकार की लटपपणी करन वालो को सघ दशदोही ठहरा रहा ह यह सच ह लक दशभलति व दशदोह का परमाणपत बाटन का हक सघ को लकसी न नही लदया ह पर लिर भी सघ क बोलन को अनदखा नही लकया जा सकता इसका कारण ह लक सघ 90 वषषो क इलतहास वाला दशभर म 51335 शाखाओ वाला व लगभग 60 लाख सवयसवको वाला सगठन ह इतना ही नही बललक लपछल 5 वषषो म सघ की दलनक शाखाओ म 29 परलतशत सापतालहक शाखाओ म 61 परलतशत व मालसक शाखाओ म 40 परलतशत की बढोतरी भी हई ह इसक साथ ही वतथमान परधानमनती भी सघ क सचच सवयसवक ह व उनह ख़द इसका अलभमान भी ह इसललए दशभलति क बार म सघ क लवचारो को अनदखा करन का साहस समभव नही ह उलटा सघ की दशभलति व दशपरम पर सागोपाग चचाथ करना आज समाज क ललए पहल स कही जयादा जररी बन गया ह

राषटरीय सवयसवक सघ की सथापना 1925 म नागपर म हई तब स 15 अगसत 1947 तक यानी 22 सालो तक भारत पर अगजो का राजय था इस काल म भारतीय राषटरीय कागस जस बड सगठन स लकर दश क अलग-अलग भागो म सलरिय अनक छोट सगठन अगजो स दश को सवतनत करान क ललए अपन-अपन तरीको स परयास कर रह थ ऐस समय म सघ कया कर रहा था य समझना सघ की दशभलति को समझन क ललए सबस उपयति रहगा सषिप म कहना हो तो एक सगठन क रप म सघ न अगजो क लवरद कछ भी नही लकया उलटा उस समय दश क ललए लदल म कछ करन का जजबा ललए सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन वाल लोगो को ऐसा करन स हतोतसालहत करना व दश क ललए बललदान करन वाल दशभतिो क तयाग का अपमान सघ न सलनयोलजत तरीक स अनथक लकया आज सघ दशभलति की लकतनी ही बात कर ल पर उनका य काला इलतहास उनकी ख़द की पसतको म दजथ हो चका ह बशक अपनी इस मककार भलमका क ललए सघ न कभी शमथ महसस नही की य भी सतय ह दश क सवतनत होन क बाद सवतनतता आनदोलन स दर रहन क सघ क कतय का समथथन सघ क दसर सरसघचालक माधव सदालशव गोलवलकर (गरजी) न लनमन शबदो म लकया - ldquo1942 क समय भी अनक लोगो क मन म आनदोलन क लवचार थ पर तब भी सघ क लनयलमत

कायथरिम चलत रह सघ न सीध तौर पर कछ भी न करन का सकलप ललया था लिर भी सघ क सवयसवको क मन म खलबली मची थी सघ लसफथ लनठलल लोगो का सगठन ह उनक बोलन का कोई अथथ नही ह ऐसा लसफथ बाहर क लोग ही नही बललक सघ क सवयसवक भी बोलन लग गय थ व नाराज हो गय थ इसक बावजद सघ न अपनी अवलसथती छोडी नहीrdquo1 सघ क परमपजय गोलवलकर गरजी क य शबद सघ की दशभलति का सबत ह

सवतनतता सगाम व सघ की चचाथ करत हए एक सावधानी बरतनी पडगी सगठन व एक वयलति क रप म सवयसवक क बार म अलग-अलग लवचार करना भी जररी ह लकसी भी सगठन का अपन सदसयो पर परा लनयनतण नही हो सकता ह सगठन म अलग-अलग मदो पर मतभद व लवरोधी अवलसथलतयो का लनमाथण होता ह आजापालन क ललए परलसद सघ भी इसका अपवाद नही ह ऐस समय म कया भलमका ली जायगी इसका लनणथय लकसी सगठन क लसदानत व लषिय स तय होता ह जनवादी मलयो व तालकथ कता म भरोसा करन वाला सगठन मतदान बहस तकथ आलद क दारा अपना पषि तय करता ह पर सघ म ऐस ldquoफालतrdquo मलयो की जगह नही ह सघ एक झणडा एक नता एक लवचारधारा इस लसदानत स अपनी अवलसथती बताता ह मतभद रखन वालो व ख़द तकथ करन की इचछा पालन वालो को दर होना पडता ह सघ सचच अथषो म समाज क एक छोट स वगथ क लहतो का परलतलनलधतव करता ह यही कारण ह लक वयापक जनता का समथथन परापत करन क ललए असली उदशयो को छपाकर सघ क उदशयो क बार म एक भरामक तसवीर परचाररत करना सघ की जररत ह इसक ललए सघ न जो सबस परभावी शरि तयार लकया ह वो ह सघ की भावनाओ को सहारा दती अलकाररक भाषा भोल भाल लोगो को सघ स जोडन का काम इस मायावी अरि न साल-दर-साल परभावी तरीक स लकया ह इसी कारण सामानय सवयसवक व सघ क नततव क बीच समय-समय पर टकराव पदा होता ह य तो तमाम अनय सगठनो म भी इस तरह का टकराव पदा होता ह सवतनतता सगाम क बार म सघ की अवलसथलत पर भी ऐस ही टकराव पदा होन क अनक उदाहरण ह इसललए जहा भी सघ क सवयसवक क वयलतिगत तौर पर सवतनतता आनदोलन म भागीदारी करन क उदाहरण लमलत ह उस वकत सघ की सागठलनक अवलसथलत कया थी इसकी पडताल करना जररी ह

राषटरीय सवयसवक सघ क ससथापक और पहल सरसघचालक डा कशव बलिराम हडगवार न अपन राजनीलतक जीवन की शरआत भारतीय राषटरीय कागस स की थी 1920 म असहयोग आनदोलन म भाग लन क कारण उन पर कस दजथ हआ व एक साल क सशरम कारावास की सजा

लमली सतयागालहयो का मानना था लक सामाजयवादी सतिा का लवरोध करना कवल अलधकार ही नही बललक एक कतथवय ह इसललए उनहोन य परलतजा ली थी लक वो अपना बचाव नही करग पर डॉ हडगवार न अपना बचाव लकया ldquoअपना बचाव न कर खटमल की तरह कचला जाना मझ गवारा नही ह अपना पषि रखकर हम दशमन की कचषाओ को दलनया क सामन लाना चालहएrdquo2 यही दशसवा ह यह तकथ उनहोन अपन समथथन म लदया दशसवा करत हए जल तो कया काला पानी जाना पड या िासी पर भी चढना पड तो हम तयार रहना चालहए ऐसी हकार भी उनहोन भरी पर सजा परी कर लौटन क बाद उनहोन इस बात की परी सावधानी बरती लक उनह काला पानी या िासी न हो वो कागस स दर हो गय कयोलक उनह य मजर नही था लक य दश यहा रहन वाल सभी जालत-धमथ क लोगो का ह डॉ हडगवार की जीवनी ललखन वाल ना ह पालकर क अनसार ldquoलहनदसतान म रहन वाल सभी लोगो का य दश ह इस धारणा पर स उनका लवशवास परी तरह उठ चका था उनक मन म य सपष लवशवास घर कर गया था लक लहनदतव ही राषटरीयता हrdquo इसीललए उनहोन 1925 म सघ की सथापना की इस सगठन क दारा नौजवानो को सामाजयवाद लवरोध की बजाय मसलमान लवरोध करन व कटर लहनदतववाद की तरफ लान क ललए उनहोन अपना परा जीवन समलपथत कर लदया सवतनतता सगाम म शालमल होन को उतसाही नौजवानो को हडगवार कया बोलत थ य उनकी उपरोति जीवनी म लदय वणथन स सपष हो जाता ह इस जीवनी क लखक ना ह पालकर ख़द हडगवार क साथी व एक सघ परचारक थ इसक साथ ही इस जीवनी की परसतावना सघ क दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी न ललखी ह इसललए य आरोप भी नही लगाया जा सकता ह लक सघ क लवरोधी कतसापरचार कर रह ह पालकर ललखत ह - ldquoअगर नौजवान क मन म सतयागह म भाग लन की इचछा जगती थी तो डॉकटर उसस सवाल करत थ - सतयागह क बाद जल जाना पडगा तयारी ह कया हा नौजवान का दढ उतिर होता था लकतन लदन का सकलप करक लनकल हो नौजवान की तरफ स छह महीन जसा कछ उतिर आता उसक बाद डॉकटर बोलत अगर छह महीन की जगह दो साल की सजा हो गयी तो इस सवाल का नौजवान तरनत जवाब दता लक वो भी काट लग इतनी ततपरता लदखान पर डॉकटर उसस बोलत आपको सजा हो गयी ह ऐसा समझकर य समय सघ कायाथलय को कयो नही दतrdquo मतलब सवतनतता सगाम म भाग लना सघ का काम नही था हडगवार क ऐस उपदशो को हमशा कामयाबी नही लमलती थी कछ लोग अपन लवचार बदल लत थ पर बहत सार सतयागह म भाग लत थ उनक बार म डॉ हडगवार क कया लवचार थ इसका उतिर भी पालकर न लदया ह ldquoहमन दश

क ललए कछ लकया ह इसका परदशथन जनता क सामन करन की इचछा रखन वाल नौजवान अलधक दखकर उनह (डॉ हडगवार को) दख होता थाrdquo 3

नमक सतयागह शर होत ही सघ पर भी इस आनदोलन म भागीदारी करन का दबाव बनना सवाभालवक था ऐस समय म पत जारी कर डॉ हडगवार न सघ की अवलसथलत लनमनलललखत शबदो म सपष की ldquoजारी आनदोलन म सघ न एक सगठन क तौर पर भागीदारी करना अभी तय नही लकया ह वयलतिगत तौर पर अगर कोई भागीदारी करना चाहता ह तो अपन सघचालक की अनमलत स शालमल हो सकता ह उस वहा भी इस तरीक स काम करना चालहए लक उसस सघ का लहतसाधन होrdquo2 सघ की मककार भलमका का य उतिम उदाहरण ह सवतनतता आनदोलन का खला लवरोध करना सघ क ललए राजनीलतक रप स आतमघाती होता इसललए सघ न ऐसा तो नही लकया पर सवयसवको को आजादी की लडाई स दर रखन का काम उसन परी चालाकी व ताकत स लकया

राषटरगौरव की डीग हाकन व सवतनतता आनदोलन स दर िटकन की नीलतयो क कारण सघ परी तरह नगा हो रहा था सवयसवको क वयलतिगत तौर पर भाग लन क बावजद सघ की एक सगठन क रप म सवतनतता सगाम लवरोधी अवलसथलत कदम-कदम पर लदख रही थी इसललए सघ की आलोचना भी हो रही थी ऐस समय म सघ दारा लदखायी गयी अववल दजव की लनलथजजता भागानगर सतयागह व उसम सघ की भलमका क बार म डॉ हडगवार क सपषीकरण म साफ लदख रही थी अख़बारो क माधयम स सघ की आलोचना करन वालो म एक शरी गो गो अलधकारी थ वस तो सघ ऐसी आलोचनाओ का कोई जवाब न दन का धतथ तरीका अपनाता था पर उस समय पररलसथलतयो क नाजक होन क कारण हडगवार को उतिर दना पडा इस जवाब म हडगवार बोलत ह - ldquoलनतय कायथ व नलमलतिक (यदाकदा) कायथ क बीच का अनतर अगर उनहोन (शरी गो गो अलधकारी) अपन लववक स समझा होता तो वो सघ क लवरद जहर नही छोडत ऐसा लगता ह लक शरी अलधकारी भल गय ह लक भागानगर सतयागह ख़तम होन क बाद भी राषटरमलति का काम बचा रहगा राषटर को मति करान क ललए लकय जान वाल आलख़ री परहार का समय आन स पहल की तयारी राषटरमलति का लनतय कायथ ह व भागानगर आनदोलन जस आनदोलन राषटरमलति क नलमलतिक कायथ ह हमारी सारी ताकत व लवशषजता लनतय ससथा क नलमलतिक कायषो म इस तरह नही बहायी जा सकती लक उसस लनतय कायषो म वयवधान उतपनन होrdquo2 लरिलटश सतिा क लवरद आनदोलन करना सघ की नजर म ऐसा ही एक तचछ नलमलतिक कायथ था ऐस नलमलतिक कायथ म अपनी ताकत ख़चथ करन क ललए सघ तयार नही था सवतनतता आनदोलन म भागीदारी क परलत सघ की अलनचछा

लकतनी दढ थी इसका एक दसरा सबत रिानतदशगी डॉ कशव बललराम हडगवार नामक पसतक म लमलता ह इस पसतक क लखक डॉ हडगवार क कामो की महानता का बखान करत हए ललखत ह - ldquoलजस समय सवतनतता क ललए चल रह लवलभनन आनदोलनो क अलतररति भी छोट-मोट सामालजक कायथ हाथ म लकर लवलभनन ससथाए काम कर रही थी उस समय भी डॉकटरजी न ऐसा कोई भी अभीष कायथ आखो क सामन न रख पररलसथलत लनरपषि दशवयापी सगठन खडा करन का बलनयादी काम हाथ म ललया डॉकटर कहत थ - सघ को कवल लहनद सगठन ही अपना लषिय रखना चालहए सघ कवल सगलठत करगा व इसक अलतररति कछ नही करगाrdquo2 सघ असललयत म कया कर रहा था इस सगठन का उदशय कया था सवतनतता आनदोलन व अनय सामालजक कायषो को लजन लनतय कायषो स परम क कारण सघ वलजथत मानता था वो लनतय कायथ असल म कया थ व उनका उदशय कया था वासतव म कया सघ कोई भी नलमलतिक कायथ नही कर रहा था इन सवालो क जवाब क ललए डॉ हडगवार की जीवनी म नागपर दगा परकरण पढन योगय ह लहनद धमथलनषठ सवयसवको न इन दगो म मलसलमो को क स मारा मलसजद क स जलायी इन परारिमो का वणथन लखक न गवथ क साथ लकया ह सघ क लनतय कायषो का सवरप व सगठन का उदशय वहा सपष हो जाता ह

सघ का हलथयार परम सवथजात ह हलथयारो का उतपादन भणडारण व परलशषिण इसको सघ की सथापना स ही महतव लदया जाता रहा ह सघ क सवयसवको को लवलभनन हलथयारो का परलशषिण लदया जाता ह य हलथयार कभी अगजो क लवरद इसतमाल हए कया नागपर दगो म सवयसवको न दर स ही जलत बाणो की वषाथ कर मलसजद जलायी3 धनलवथदा म इतनी पारगता सवयसवको को लमली थी पर अगजो की कचहरी या पललस सटशन की लदशा म कभी एक भी जलता बाण इन रामसवको क धनष स छटा नही इस हलथयार भणडार का एक बडा लहससा डॉ हडगवार न कयो नष लकया इसकी कहानी भी सघ की अगज परसती और कायरता पर अचछ-स परकाश डालती ह सघ क पहल सरकायथवाह बालाजी हदार को जनवरी 1931 म बालाघाट सरकारी हलथयार लट म पकडा गया (यही बालाजी हदार बाद म सपन क गहयद म लड व वहा स वापस आन क बाद कमयलनसट पाटगी ऑफ इलणडया क सदसय बन) बशक इस लट को सघ न अजाम नही लदया था य घटना डॉ हडगवार क ललए बडा आघात थी नाह पालकर क शबदो म - ldquoसरसघचालक क बाद सगठन म लजसका सथान ह उस पर इस तरह क आरोप लगन का मतलब अगजो की आख म चभ रह राषटरीय सवयसवक सघ पर आपदा थी इसीललए हडगवार न हलथयारो को 1931 म नष करवा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 5

(पज 6 पर जारी)

राषटरीय सवयसवक सघ क दश क सवतनतरता सगाम म योगदान की असललयत

6 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लदयाrdquo3 सघ अगजो की आख म चभ रहा था ऐसा यहा ना ह पालकर बोलत ह इसम लकतनी सचचाई ह य सच ह लक कछ सवयसवको क वयलतिगत सतर पर सतयागह म भाग लन व पर दश म सवतनतता आनदोलन क उिान पर होन क कारण सघ पर अगजो की नजर थी ऐस समय म डॉ हडगवार न सवयसवको क मन म य लबठान व अगजो को इसका आशवासन दन का सतत व जोरदार परयास लकया लक अगजो का लवरोध हमारा लषिय नही ह यही कारण था लक सघ पर परलतबनध लगान की जररत अगजो को कभी महसस नही हई मसलमानो को दश का दशमन बताकर उनक लवरद तो हलथयार इसतमाल लकय जाय पर सवयसवक अगजो क लवरद हलथयार इसतमाल कर गरजररी आफत मोल न ल इस बार म डॉ कशव बललराम हडगवार लकतन सावधान थ य हदार क उदाहरण स लदख जाता ह गह क साथ घनन भी लपसता ह कहावत को चररताथथ करत हए जब लकसी भी परकार की लरिलटश-लवरोधी गलतलवलध म शालमल न होन क बावजद सघ पर परलतबनध लगाया गया तब भी डॉ हडगवार को परा लवशवास था लक सघ पर परलतबनध नही लगगा यह लवशवास य ही नही था अगजो न सघ का सवरप परी तरह पहचान ललया था इसीललए सघ की सवामीभलति पर अगजो को परा लवशवास था सघ क बार म अगजो क दसतावजो म आग की जानकारी लमलती ह उन दसतावजो म ललखा ह लक भलवषय म सघ भारत म वही भलमका अदा करगा जो जमथनी म नाजी कर रह ह व इटली म िासीवादी

दश की रषिा स एलजगी सघ की

पहली पराथथना स भी परलतलबलमबत होती ह सघ की पहली पराथथना म एक मराठी व एक लहनदी शोक था इसम स लहनदी का शोक आयथसमाज की एक पराथथना म कछ बदलाव कर ललया गया था आयथसमाज की मल पराथथना थी

ह परभो आननददाता गयान हमको दीलजय

शीघर सार दगथणो को दर हमस कीलजय

लीलजय हमको शरण म हम सदाचारी बन

रिहमचारी दशरषिक वीर वरतधारी बन

इसम बदलाव कर सघ न नीच दी गयी पराथथना सवीकार की

ह गरो शरीरामदता शील हमको दीलजय

शीघर सार सदणो स पणथ लहनद कीलजय

लीलजय हमको शरण म रामपनथी हम बन

रिहमचारी धमथरषिक वीरवरतधारी बन3

इसम लकया गया बदलाव दखन योगय ह पणथ लहनद बनान की राम स की गयी पराथथना रामपनथी बनन की इचछा तो ह ही पर दशरषिक होन क बार म सघ की लवरलति इतनी जयादा थी व धमथ क सामन दश का सथान इतना दोयम था लक मल पराथथना की अलनतम लाइन म स दशरषिक शबद लनकालकर धमथरषिक शबद डालना सघ का नततव भला नही

सवतनतता की लडाई म योगदान दन वाल सभी दशभतिो स आज सघ अपना समबनध जोड रहा ह झठा इलतहास ि लाया जा रहा ह दश क ललए लडत-लडत अपनी जान नयौछावर करन वाल दशभतिो क बार म सघ दारा

अपन लखन व वयाखयानो स वयति लकया गया मत सघ की सवतनतता आनदोलन म भागीदारी की भलमका स एकदम ससमबनध ह सवयसवको का मागथदशथन करत हए दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी बोलत ह - ldquoअगजो क परलत गसस क कारण बहतो न अदत साहस लदखाया ह हम भी वसा ही कर य लवचार हमार मन म भी कभी आ सकता ह पर एक वयलति को यह भी सोचना चालहए लक कया ऐसा करन स दशलहत पर हो रह ह बललदान स उस लवचारधारा को बढावा नही लमलता लजसस समाज अपना सबकछ राषटर क नाम कबाथन करन क बार म परररत होता ह अब तक क अनभव स तो यह कहा जा सकता ह लक लदल म इस तरह की आग लकर जीना एक आम आदमी क ललए असहय हrdquo1 दशभतिो का रासता सामानय जनता को असहय लगता ह लसफथ इतना ही सघ का आरोप नही था बललक इन दशभतिो का अलधक स अलधक अपमान करना सघ न अपना कतथवय समझा था ऐसा उनक लवचारो स लदखता ह ldquoडॉ हडगवार रिानतदशगी यगपरषrdquo नामक पसतक क लखक लवना नन हडगवार का दशभतिो क बार म मत सपष करत हए ललखत ह - ldquoलरिलटश-लवरोधी भावना ही उस आनदोलन की मखय पररणा थी राषटर की सवतनतता क बार म सवराजय क बार म रचनातमक दलष या धारणा वहा कही नही लमलती सतयागह करन वाल बहत लोगो को छोटी-मोटी सजाए होती थी इस तरह सतयागह कर जल जाकर आय लोगो को ऐसा लगता था लक हमन दशभलति का एक लवशष कायथ लकया ह हम लोग अनय लोगो स शरषठ ह अगवा ह दसरो को हमारी जयजयकार

करनी चालहए अनयायी होकर हमारी लगरती बात को भी झल ऐसी भावना उनम बल मारन लगी दशभलति का एक ऐसा लनराला वगथ तयार होन लगाrdquo2 सघ का आगह था लक नौजवानो को भगतलसह राजगर सखदव जस दश क ललए पराण दन वाल दशभतिो को आदशथ क रप म नही दखना चालहए सवयसवको को इस बाबत आगाह करत हए गोलवलकर बोलत ह - ldquoहमारी भारतीय ससकलत को छोडकर अनय सभी ससकलतयो म ऐस बललदानो की पजा की जाती ह व उनको आदशथ माना जाता ह और ऐस बललदान करन वालो को राषटरनायक क रप म सवीकार लकया जाता ह परनत हमन हमारी भारतीय ससकलत म ऐस बललदानो को सववोचच आदशथ नही माना गया हrdquo1 इन दशभतिो को आदशथ मत मानो इतना कहकर ही गोलवलकर नही थमत ह बललक इसस भी आग वो बोलत ह - ldquoयह साफ ह लक जो जीवन म असिल होत ह उनम लनलचित तौर पर कछ गमभीर खालमया होती ह जो ख़द हारा हआ ह वह लकस परकार दसरो को रौशनी द सकता ह और सिलता की राह पर ल जा सकता ह हवा क हलक-स झोक स कापन वाली जयोलत हमारा मागथ क स परकालशत कर सकती हrdquo1 सघ की नजर म शहीद होन वाल दशभति असिल नायक ह व अगजो स माफी मागकर जल स छटन वाल व बाद म लकसी परकार की लरिलटश-लवरोधी कारथवाई न करन वाल सावरकर सवातनतयवीर ह दश की आजादी क ललए अपना जीवन दाव पर लगा दन वाल महान दशभतिो का ऐसा अपमान सामाजयवादी अगजो न भी कभी नही लकया था

राषटरीय सवयसवक सघ आज

दशभलति व दशपरम का ठकदार बना हआ ह जनता को अधर म रखन क ललए व असली मदो स धयान भटकान क ललए दशभलति का अफीम की गोली की तरह इसतमाल लकया जा रहा ह धनपशओ व पजीपलतयो की चाकरी करन क काम को बहतर तरीक स करन क ललए सघ न दशभलति को एक बाजार माल बना लदया ह पतजलल का सामान ख़रीदन वाला ही असली दशभति बाबा रामदव की य घोषणा इस बाजार दशपरम का घलणत आलवषकार हम पहल ही दख चक ह लवलभनन पजीवादी परसार माधयमो क दारा लकय जा रह लभावन परचार क पीछ छप जहरील सतय को पहचानन क ललए जनता को गरीबी की ओर ढकलन वाली व जनता क बीच िट डालन वाली सघी राजनीलत को उखाड ि कन क ललए सघ का इलतहास जनता क सामन आना बहत जररी ह आज सघ दशपरम की लकतनी ही बात कर ल पर उनका सचचा काला इलतहास सघ क ही सालहतय म सरलषित रखा हआ ह हाफ पणट छोडकर िल पणट पहनन पर भी राषटरीय सवयसवक सघ का नगापन छपगा नही

सिभव 1 शरीगरजी समग दशथन खड 32 डा हडगवार रिानतदशगी

यगपरष ndash लव वा नन3 डा हडगवार ndash ना ह पालकर(सभी पस तको क परकाशक

भारतीय लवचार साधना परकाशन)

(लखक मरयाठी मजिर अखबयार कयामगयार दबगल क समपयािक ह)

मरयाठी स अनवयाि - सतया

राषटरीय सवयसवक सघ का दश क सवतनतरता सगाम म योगदान

लपछल वषथ दायर हई कल एफआईआर म स कवल 1 परलतशत दललतो या आलदवालसयो दारा हई थी इस 1 परलतशत म स 40 परलतशत ही दललत उतपीडन रोधी कानन क तहत हई थी और इन 40 परलतशत एफआईआर म दणड लमलन की दर मात 7 परलतशत ह 87 परलतशत कसज पलणडग ह कया इस दाव म कछ दम ह लक इस कानन का दरपयोग होता ह यलद कछ अपवादसवरप मामलो म दरपयोग होता भी ह तो इस आधार पर भारतीय सलवधान व दणड सलहता क हर कानन को रद कर दना चालहए कयोलक उन सबका ही दरपयोग होता ह सच यह ह लक मराठा आबादी का कलीन तबका 50 परलतशत शषिलणक ससथानो 70 परलतशत लजला सहकारी बको और 90 परलतशत शगर कारख़ानो का माललक ह परदश की राजनीलत पर मराठा कलीन वगथ का कबजा रहा ह 1960 स 18 मखयमलनतयो म स 10 और करीब 50 परलतशत लवधायक इस मराठा बजथआ

वगथ स आत ह यह सवय गरीब मराठा आबादी का शोषक और उतपीडक ह अगर इस मराठा कलीन तबक को मराठा अलसमता और बहतरी की इतनी ही लचनता ह तो लजस षित म सबस बडी गरीब मराठा आबादी रहती ह जस लक मराठवाडा वहा य मराठा शासक खती क सकट को दर करन क ललए लसचाई व कजथ माफी की योजनाए लाग कयो नही करत य रोजगार गारणटी कानन और बरोजगारी भतिा को लाग कयो नही करत य रोजगार सजन करन वाली वासतलवक लवकास की नीलतयो को लाग कयो नही करत य पलचिमी महाराषटर की अपनी चीनी लमलो म नयनतम मजदरी कयो नही लाग करत कारण य लक मराठो क बीच का यह छोटा-सा कलीन पजीवादी तबका अपन मनाफ की हवस म अनधा ह और उसक ललए कछ भी कर सकता ह मराठा महनतकश आबादी क साथ इसका जो वगथ अनतरलवरोध ह उस दबान क ललए ही आज यह कलीन मराठा शासक वगथ दललत-लवरोधी

माहौल बना रहा ह यह वयवसथा क लवरद जनअसनतोष को रोकन क ललए गरीबो को जालत क नाम पर एक-दसर क सामन खडा कर रहा ह और गर-मदो को मदा बना रहा ह

हकमरानो की साजज़श म मत फसो महनतकशो की वगड एकजटता सातपत करो

य कोलशश आज लसफथ महाराषटर म ही नही हो रही ह हाल ही म गजरात म पलटदारो का उभार भी इसललए पदा लकया गया था कयोलक पलटदारो-पटलो क बीच भी एक छोटा सा पजीपलत वगथ ह जो सवय गरीब पलटदारो-पटलो को लट और दबा रहा ह इस गरीब आबादी का गससा अपनी ही जालत क कलीनो क परलत न िट पड इसललए उस दललतो और आलदवालसयो क लवरद मोडा जा रहा ह कया हमन हररयाणा म (जहा पर बरोजगारी दर दश म सबस तजी स बढ रही ह) हाल ही म आरषिण क ललए हए जाट आनदोलन म यही

षडयनत होत नही दखा वहा भी गरीब और लनमन मधयवगगीय जाट आबादी क गसस को अनय जालतयो क लवरद मोड लदया गया

आज पर दश म ही पजीवादी वयवसथा जनता को रोजगार रोटी कपडा मकान और सामालजक-आलथथक सरषिा व नयाय नही द सकती ह ऐस म आम महनतकश लोगो का गससा वयवसथा-लवरोधी रख़ न ल ल इसक ललए लोगो को जालत और धमथ क नाम पर लडवाया जा रहा ह महाराषटर म आज जो मराठा उभार हो रहा ह उसक मल कारण तो मराठा गरीब आबादी म बरोजगारी महगाई गरीबी और असरषिा ह ललकन मराठा शासक वगषो न इस दललत-लवरोधी रख़ दन का परयास लकया ह इस सालजश को समझन की जररत ह इस सालजश का जवाब अलसमतावादी राजनीलत और जालतगत गोलबनदी नही ह इसका जवाब वगथ सघषथ और वगगीय गोलबनदी ह इस सालजश

को बनकाब करना होगा और सभी जालतयो क बरोजगार गरीब और महनतकश तबको को गोलबनद और सगलठत करना होगा इसी परलरिया म रिाहमणवाद और जालतवाद पर भी परहार करना होगा वासतव म जालत उनमलन और रिाहमणवाद क नाश का रासता इसी परकार की वगगीय गोलबनदी क जररय समभव ह अलसमताओ क टकराव म हर अलसमता कठोर बनती जाती ह और अनततः गर-मदो पर आम महनतकश लोग ही कट मरत ह कया दशको स ऐसा ही नही होता आया ह कया अब भी हम शासक वगषो क इस टरप म िसग कया हम अब भी उनक हाथो मखथ बनत रहग नही पजीवादी वयवसथा क लवरद एकजट होना और इसक ललए और इसी परलरिया म रिाहमणवाद जालतवाद और सामपरदालयकता क लवरद समझौतालवहीन सघषथ करना - महनतकश जनता क पास यही एकमात रासता ह

पजीपततयो की साजजश को पहचानो शासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 5 स आग)

(पज 13 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 7

आठ नवमबर की रात को परधानमनती मोदी न अचानक 500 और 1000 रपय की नोटबनदी का ऐलान लकया नकदी पररचलन का 86 परलतशत लहससा 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही था गौरतलब ह लक लन-दन का 90 परलतशत नकदी क रप म ही लकया जाता ह और 85 परलतशत स जयादा कामगारो को तनखवाहो का भगतान भी नकदी क रप म ही लकया जाता ह फाइननलश यल इनकलायशन इनसाइटस परोगाम क एक सवव क अनसार लगभग 53 परलतशत आबादी क पास कोई बक खाता नही ह यनाइटड नशस डवलपमणट परोगाम की एक ररपोटथ क अनसार 80 परलतशत मलहलाओ क पास कोई बक खाता नही ह ऐस म सहज ही अनदाजा लगाया जा सकता ह लक नोटबनदी का आम जनता पर लकतना गहरा परभाव पड रहा होगा

नोटबनदी की घोषणा क बाद स अब तक एक महीन स जयादा समय बीतन क बाद भी जनता की मसीबत बदसतर जारी ह बको क बाहर लोग घणटो खड होकर अपनी दलनक जररतो क ललए नकदी लनकालन क ललए मजबर कर लदय गय ह लजन लोगो क बक खात नही थ उनह नोट बदलवान क ललए लबचौललयो का सहारा लना पडा लजसकी एवज म उनहोन 30 स 40 परलतशत तक का कमीशन काटा जयादातर कारख़ानो म तो माललक अब भी मजदरो को परान 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही तनखवाहो का भगतान कर रह ह मजदरो क एतराज जतान पर उनह काम छोडन क ललए कहा जा रहा ह नोटबनदी क बाद कई कमपलनयो न मजदरो को उनकी तनखवाहो का भगतान करन म असमथथता जतात हए तालाबनदी की घोषणा कर दी ह पलचिम बगाल क हावडा लजल म शरी हनमान जट लमल म 5 लदसमबर को कमपनी परबनधन न कमपनी बनदी का ऐलान लकया लजसक बाद 2500 मजदरो को काम स हाथ

धोना पडा मदास इसटीटयट ऑफ डवलपमणट सटडीस क एक अथथशारिी एस जनकरजन क अनसार नोटबनदी क बाद बडी तादाद म लनमाथण मजदरो पर छटनी की तलवार लटक रही ह एक अनमान क अनसार तलमलनाड क लनमाथण उदोग म लग लगभग 5 लाख मजदरो पर इस समय छटनी का ख़तरा मडरा रहा ह नोटबनदी क बाद नकदी और काम दोनो म ही आयी कमी क कारण सरत क डायमणड कलटग और पॉलललशग उदोग म लग करीब 20 लाख मजदरो म स तकरीबन 10 लाख मजदर अपन गावो की ओर वापस रख़ कर रह ह (सोत लबजनस सटणडडथ 10 लदसमबर) कमोबश यही लसथलत राजकोट क जवलरी उदोग अलग म जहाज तोडन क काम म लग मजदरो की ह इसी तरह पवगी बगाल क तराई इलाक क एक चाय बागान की बनदी क बाद करीब 2500 मजदरो की रोजी-रोटी का सोत परी तरह ख़तम होता ह (सोत इलणडयन एकसपरस 11 लदसमबर) लदय गय आकड यह बतान क ललए काफी ह लक नोटबनदी न आम महनतकश जनता को लकतनी बरी तरह परभालवत लकया ह सरकार व उसक लपट नोटबनदी क समथथन म चाह लकतन ही (क)तकथ दकर बच लनकलन की बशमथ कोलशश कर ललकन जनता पर बरपाय गय इस कहर पर पदाथ नही डाला जा सकता

नोटबनदी का ऐलान करत हए यह दावा लदया गया लक यह कदम काला धन और नकली नोटो पर नकल कसन क ललए उठाया गया ह आइए जरा इन दावो की भी पडताल कर ल जात हो लक काल धन का कवल 6 परलतशत ही नकदी क रप म मौजद रहता ह काल धन का बडा लहससा ऐस दशो या इलाको (जस सवीटजरलणड पनामा बरमडा कमन आइलणड वलजथन आइलणड आलद) म लगाया जाता ह जो या तो परी तरह कर मति होत ह या लिर वहा नाममात का

कर लगता ह इसस बडी लवडमबना कया हो सकती ह लक नोटबनदी की तारीफो क पल उन तमाम नामी-लगरामी हलसतयो (याद कीलजए अलमताभ बचचतन अजय दवगन) न बाध लजनका नाम पनामा पपर लीक मामल म सामन आया था इसक अलावा काला धन बड पमान पर ररयल एसटट सोना या शयर की ख़रीदारी म लगा लदया जाता ह यही नही बड-बड पजीपलत फजगी कमपलनयो क नाम पर (लजसका कोई वासतलवक कारोबार नही ह) काल धन को एफडीआई का नाम दकर पन दश की अथथवयवसथा म ल आत ह इस परलरिया को क पीटल राउणड लटरलपग क नाम स जाना जाता ह ऐस म सपष ह लक काला धन क असली लखलाडी जो बहतरी तकनीको का इसतमाल करक अपना काला धन लठकान लगात ह उन पर नोटबनदी का कोई परभाव नही पडन वाला हा इसस यह जरर होगा लक कछ छोट-मोट लखलाडी पकड म आ सकत ह

अब नोटबनदी स नकली नोटो क ख़ातम क दाव की पडताल कर ली जाय नशनल इनवसटीगलटव एजसी (एनआइए) और इलणडयन सटलटल सटकल इसटीटयट क 2015 क एक सयति अधययन क अनसार अथथवयवसथा म हमशा ही 400 करोड की नकली मदा मौजद रहती ह एक और मजदार तथय दलखए िाइनलशयल एकसपरस की 15 नवमबर की एक ख़बर क अनसार नयी नोटो की कवल छपाई का ही ख़चथ 11000 करोड रपय ह अब जरा सोलचए लक 400 करोड क नकली नोटो क ख़ातम क ललए 11000 करोड का ख़चथ करक नय नोट छापना कहा की समझदारी ह

बहरहाल अब तक तो यह सपष हो ही गया ह लक नोटबनदी स न तो काला धन पर लगाम लग सकती ह न ही नकली नोटो क कारोबार पर तब लिर सवाल उठता ह लक आलखरकार

नोटबनदी का यह कदम उठाया ही कयो गया ह अगर समय म जयादा नही करीब 1 साल पीछ जाय तो आपको शायद याद हो लक अगसत 2015 म लवति मनती अरण जटली का बयान आया था लक तरलता की कमी स लनपटन क ललए बको म 70000 करोड रपय डालन की आवशयकता ह आलखरकार तरलता की यह कमी पदा ही क स हई इस कमी का कारण ह बको क lsquolsquoबर कजथrsquorsquo या नॉन-परफॉलमिग एसटस (एनपीए) एनपीए का अथथ ह लनदार दारा 90 लदनो की समय सीमा क दौरान न तो मलधन न ही बयाज की अदायगी भतपवथ आरबीआई गवनथर रघराम राजन क अनसार भारतीय बको पर इन बर कजषो की माता माचथ 2016 तक 6 लाख करोड तक पहच चकी ह इन बर कजषो का 90 परलतशत भार पलबलक सकटर क बको पर ह वस हम यह नही भलना चालहए लक बको की छलव को खराब होन स बचान क ललए इन बर कजषो की माता को कम करक बताया जाता ह असली तसवीर की भयावहता का अनदाजा रलटग एजलसयो की ररपोटषो स पता चल जाता ह भारतीय रलटग एजसी इलणडया रलटगस क अनसार माचथ 2016 तक भारतीय बको दारा लदया गया कल कजथ 70 लाख करोड था और इसका 15वा भाग (यानी 13 लाख करोड) सटरसड एसटस का था सटरसड एसटस बको दारा लदय गय उन कजषो को कहा जाता ह लजनक वापस आन की या तो कोई उममीद नही ह या बहत कम उममीद ह या लिर उनह परी तरह माफ कर लदया गया ह गौरतलब ह लक अभी कछ महीन पहल 29 सरकारी बको न पजीपलतयो दारा ललय गय 154 लाख करोड क बर कजथ को परी तरह माफ कर लदया ह 9000 करोड रपय डकारकर लवजय मालया लवदश भाग गया यह लकसी स लछपा नही ह हालालक लवजय मालया तो कवल एक नाम ह जो चचाथ म आया दरअसल इस हमाम क

कई नग धडलल स सरकार की मदद स जनता की आखो म धल झोक रह ह बको म जमा जनता की गाढी कमाई को खलआम पजीपलतयो को कजथ क रप म लदया जाता ह और जब व उस लौटान स मना करत ह तो सरकार तब भी कोई कारथवाई करन क बजाय उनको पलको पर लबठा कर रखती ह

शोध ससथान रिलडट सयसी ररसचथ की ररपोटथ बताती ह लक भारत म लजन कॉरपोरट घरानो पर सबस जयादा कजथ लदा ह उसम नामी-लगरामी कमपलनया वदानता एससार अडानी अलनल अमबानी और मकश अमबानी की कमपलनया शालमल ह कल लमलाकर बक अपनी साख़ बचान क ललए तरह-तरह की तकनीकी शबदावललया गढकर जनता की नजर स असललयत लछपान की लघनौनी कोलशश करत हए पजीपलतयो की तन-मन-धन स सवा करत ह यह सपष ह लक बको पर इन बर कजषो क दबाव स अथथवयवसथा म तरलता की कमी का आना लनलचित था नोटबनदी का ऐलान करक जनता को नकदी जमा करन क ललए मजबर करक इस तरलता की कमी स लनपटन का आसान तरीका खोजा गया

काल धन पर सलजथकल सटराइक का हवाला दकर सरकार की असली मशा काला धन पर हमला नही बललक पजीपलतयो की सवा करना ह यहा एक और तथय का लजरि करत हए चल नोटबनदी क ि सल क बाद बको न बयाज दर घटा दी ह इसस जालहरा तौर पर जनता को तो कोई लाभ नही होगा पर 73 लाख करोड का कजथ दबाय बठ 10 बड ऋणगसत कॉरपोरट घरानो क ललए तो यह कदम सोन पर सहागा होन जसा ह भई साफ ह यह जनता नही पजीपलतयो की सरकार ह

micro osrk

नोटबनी और बको क lsquolsquoबर कज़डrsquorsquo

यह सब कछ बलकग चनल क जररय हआ था शायद मोदी सरकार की नजर म यह घपला था ही नही इन दोनो को तो ईनाम लमलना चालहए क शलस क रिाणड एमबसडर होन का आयात म कीमत स जयादा लबल और लनयाथत म कीमत स कम लबल दारा काला धन पदा करन वाल तरीक जो ऊपर बताय गय व भी क शलस और लडलजटल तरीक स ही चलत ह इसका पसा जब मॉरीशस-लसगापर होत हए लबना पहचान वाल पी-नोटस क जररय लवदशी लनवश क रप म आता ह तो वह भी क शलश और लडलजटल होता ह बड परोजकटस बढी-चढी लागत क फजगी लबलो क जररय जो बक कजथ ललया और बाद म कमपनी को बीमार कर मारा जाता ह वह भी सब क शलस ही होता ह लवजय मालया न जो 9 हजार करोड का चना बको को लगाया वह भी तो पकका क शलस और

लडलजटल था बोरी म नकदी भरकर नही भागा वह

अगर दलनया क और दशो का भी उदाहरण दख तो दलषिण कोररया और नाइजीररया जस दशो म सकल घरल उतपाद म नकदी की माता बहत कम ndash लगभग 4 - ह ललकन दोनो म भरषाचार कम होन का कोई परमाण नही बललक दलषिण कोररया की राषटरपलत को तो लिलहाल ही भरषाचार क आरोपो क चलत पद स हटन क ललए मजबर लकया जा रहा ह इसक लवपरीत जापान म भारत क 117 क मकाबल 20 नकदी ह ललकन वहा भारत स बहत जयादा भरषाचार का कोई परमाण नही

लिर मात आम लोगो क लन-दन का ररकॉडथ रखन म सरकार इतनी लदलचसपी कयो लदखा रही ह इसकी एक बडी वजह ह लक इसस लोगो क ऊपर लनगाह रखना उनकी जाससी करन का एक मजबत तनत खडा होगा हाल क वकत म दलनया क सभी पजीवादी दशो

की सरकार लभनन लवचार रखन वाल अलधनायकवादी परवलतियो का लवरोध करन वाल वयलतियो पर लनगहबानी का लशकजा कसन म बहत लनवश कर रही ह लजसस जनवादी आनदोलनो को लनयलनतत लकया जा सक इसका एक दसरा उपयोग ऐस कायथकताथओ को बदनाम करन क ललए उनक लकसी परान लन-दन लकसी वसत की ख़रीद को बगर सनदभथ बताय परचाररत करन म भी लकया जाता ह गजरात क 2002 क सामपरदालयक दगो म मोदी की भलमका की लवरोधी कायथकताथ तीसता सीतलवाड को बदनाम करन क ललए अभी कछ ही समय पहल गजरात पललस न ऐस ही उनक रिलडट काडथ क ररकॉडथ का परयोग लकया था

इसक अलतररति समपणथ नकदी रलहत मात इलकटरॉलनक मदा की लसथलत म लकसी वयलति ही नही बललक पर इलाक क जनसमदाय क जीवन को मात कीबोडथ पर कछ बटन दबाकर पग बना

दना भी शासक तबक क ललए बहत आसान हो जायगा अभी ही हम दखत ह लक लकसी भी आनदोलन की लसथलत म परशासन सबस पहल मोबाइल-इणटरनट को ही बनद करता ह लपछल एक साल म हरर याणा क जाट आनदोलन गजरात क पाटीदार आनदोलन कशमीर झारखणड उतिर-पवथ आलद म कल जोड तो 250 लदन तक इणटरनटमोबाइल पर रोक लगायी जा चकी ह क शलस लडजीटल लन-दन पर लनभथरता की लसथलत म परशासन क ललए लकसी भी षित क समसत जनसमदाय को उनक धन तथा वसतओ की ख़रीद-फरोखत की आम सलवधा स भी वलचत कर पाना बहद आसान होगा ऐसी लसथलत लकसी भी दश की जनता क ललए कतई सवीकायथ नही होनी चालहए कयोलक यह उनक सवतनतता और जनवादी अलधकारो क हनन का रासता खोल दगी

इसललए नोटबनदी मात लकसी नीलत क गलत लरियानवयन और कपरबनध

स जनता को होन वाली तकलीफ का ही सवाल नही ह बललक गरीब कमजोर वलचत शोलषत महनतकश बहसखयक तबक स ताकतवर और पहच वाल पजीपलत और उचच मधयम वगथ को धनसमपदा क बड और सथाई हसतानतरण साफ शबदो म कह तो लट और डक ती का बडा सवाल ह ललकन बजथआ लवपषिी पालटथया कछ ससदीय वामपनथी दलो समत नोटबनदी क इस मद को मात कपरबनधअसलवधा क सवाल तक सीलमत करना चाहत ह कयोलक वह जनता क गसस को पजीवादी शासन वयवसथा क ही ल ख़ लाफ जान स रोकन क ललए परयासरत ह इसक असली जनलवरोधी सवरप क सवाल को य पालटथया नही उठाना चाहती कयोलक अनत म य सब सरमायदार तबक की ही सवा करती ह

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नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 10 स आग)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

6 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

लदयाrdquo3 सघ अगजो की आख म चभ रहा था ऐसा यहा ना ह पालकर बोलत ह इसम लकतनी सचचाई ह य सच ह लक कछ सवयसवको क वयलतिगत सतर पर सतयागह म भाग लन व पर दश म सवतनतता आनदोलन क उिान पर होन क कारण सघ पर अगजो की नजर थी ऐस समय म डॉ हडगवार न सवयसवको क मन म य लबठान व अगजो को इसका आशवासन दन का सतत व जोरदार परयास लकया लक अगजो का लवरोध हमारा लषिय नही ह यही कारण था लक सघ पर परलतबनध लगान की जररत अगजो को कभी महसस नही हई मसलमानो को दश का दशमन बताकर उनक लवरद तो हलथयार इसतमाल लकय जाय पर सवयसवक अगजो क लवरद हलथयार इसतमाल कर गरजररी आफत मोल न ल इस बार म डॉ कशव बललराम हडगवार लकतन सावधान थ य हदार क उदाहरण स लदख जाता ह गह क साथ घनन भी लपसता ह कहावत को चररताथथ करत हए जब लकसी भी परकार की लरिलटश-लवरोधी गलतलवलध म शालमल न होन क बावजद सघ पर परलतबनध लगाया गया तब भी डॉ हडगवार को परा लवशवास था लक सघ पर परलतबनध नही लगगा यह लवशवास य ही नही था अगजो न सघ का सवरप परी तरह पहचान ललया था इसीललए सघ की सवामीभलति पर अगजो को परा लवशवास था सघ क बार म अगजो क दसतावजो म आग की जानकारी लमलती ह उन दसतावजो म ललखा ह लक भलवषय म सघ भारत म वही भलमका अदा करगा जो जमथनी म नाजी कर रह ह व इटली म िासीवादी

दश की रषिा स एलजगी सघ की

पहली पराथथना स भी परलतलबलमबत होती ह सघ की पहली पराथथना म एक मराठी व एक लहनदी शोक था इसम स लहनदी का शोक आयथसमाज की एक पराथथना म कछ बदलाव कर ललया गया था आयथसमाज की मल पराथथना थी

ह परभो आननददाता गयान हमको दीलजय

शीघर सार दगथणो को दर हमस कीलजय

लीलजय हमको शरण म हम सदाचारी बन

रिहमचारी दशरषिक वीर वरतधारी बन

इसम बदलाव कर सघ न नीच दी गयी पराथथना सवीकार की

ह गरो शरीरामदता शील हमको दीलजय

शीघर सार सदणो स पणथ लहनद कीलजय

लीलजय हमको शरण म रामपनथी हम बन

रिहमचारी धमथरषिक वीरवरतधारी बन3

इसम लकया गया बदलाव दखन योगय ह पणथ लहनद बनान की राम स की गयी पराथथना रामपनथी बनन की इचछा तो ह ही पर दशरषिक होन क बार म सघ की लवरलति इतनी जयादा थी व धमथ क सामन दश का सथान इतना दोयम था लक मल पराथथना की अलनतम लाइन म स दशरषिक शबद लनकालकर धमथरषिक शबद डालना सघ का नततव भला नही

सवतनतता की लडाई म योगदान दन वाल सभी दशभतिो स आज सघ अपना समबनध जोड रहा ह झठा इलतहास ि लाया जा रहा ह दश क ललए लडत-लडत अपनी जान नयौछावर करन वाल दशभतिो क बार म सघ दारा

अपन लखन व वयाखयानो स वयति लकया गया मत सघ की सवतनतता आनदोलन म भागीदारी की भलमका स एकदम ससमबनध ह सवयसवको का मागथदशथन करत हए दसर सरसघचालक गोलवलकर गरजी बोलत ह - ldquoअगजो क परलत गसस क कारण बहतो न अदत साहस लदखाया ह हम भी वसा ही कर य लवचार हमार मन म भी कभी आ सकता ह पर एक वयलति को यह भी सोचना चालहए लक कया ऐसा करन स दशलहत पर हो रह ह बललदान स उस लवचारधारा को बढावा नही लमलता लजसस समाज अपना सबकछ राषटर क नाम कबाथन करन क बार म परररत होता ह अब तक क अनभव स तो यह कहा जा सकता ह लक लदल म इस तरह की आग लकर जीना एक आम आदमी क ललए असहय हrdquo1 दशभतिो का रासता सामानय जनता को असहय लगता ह लसफथ इतना ही सघ का आरोप नही था बललक इन दशभतिो का अलधक स अलधक अपमान करना सघ न अपना कतथवय समझा था ऐसा उनक लवचारो स लदखता ह ldquoडॉ हडगवार रिानतदशगी यगपरषrdquo नामक पसतक क लखक लवना नन हडगवार का दशभतिो क बार म मत सपष करत हए ललखत ह - ldquoलरिलटश-लवरोधी भावना ही उस आनदोलन की मखय पररणा थी राषटर की सवतनतता क बार म सवराजय क बार म रचनातमक दलष या धारणा वहा कही नही लमलती सतयागह करन वाल बहत लोगो को छोटी-मोटी सजाए होती थी इस तरह सतयागह कर जल जाकर आय लोगो को ऐसा लगता था लक हमन दशभलति का एक लवशष कायथ लकया ह हम लोग अनय लोगो स शरषठ ह अगवा ह दसरो को हमारी जयजयकार

करनी चालहए अनयायी होकर हमारी लगरती बात को भी झल ऐसी भावना उनम बल मारन लगी दशभलति का एक ऐसा लनराला वगथ तयार होन लगाrdquo2 सघ का आगह था लक नौजवानो को भगतलसह राजगर सखदव जस दश क ललए पराण दन वाल दशभतिो को आदशथ क रप म नही दखना चालहए सवयसवको को इस बाबत आगाह करत हए गोलवलकर बोलत ह - ldquoहमारी भारतीय ससकलत को छोडकर अनय सभी ससकलतयो म ऐस बललदानो की पजा की जाती ह व उनको आदशथ माना जाता ह और ऐस बललदान करन वालो को राषटरनायक क रप म सवीकार लकया जाता ह परनत हमन हमारी भारतीय ससकलत म ऐस बललदानो को सववोचच आदशथ नही माना गया हrdquo1 इन दशभतिो को आदशथ मत मानो इतना कहकर ही गोलवलकर नही थमत ह बललक इसस भी आग वो बोलत ह - ldquoयह साफ ह लक जो जीवन म असिल होत ह उनम लनलचित तौर पर कछ गमभीर खालमया होती ह जो ख़द हारा हआ ह वह लकस परकार दसरो को रौशनी द सकता ह और सिलता की राह पर ल जा सकता ह हवा क हलक-स झोक स कापन वाली जयोलत हमारा मागथ क स परकालशत कर सकती हrdquo1 सघ की नजर म शहीद होन वाल दशभति असिल नायक ह व अगजो स माफी मागकर जल स छटन वाल व बाद म लकसी परकार की लरिलटश-लवरोधी कारथवाई न करन वाल सावरकर सवातनतयवीर ह दश की आजादी क ललए अपना जीवन दाव पर लगा दन वाल महान दशभतिो का ऐसा अपमान सामाजयवादी अगजो न भी कभी नही लकया था

राषटरीय सवयसवक सघ आज

दशभलति व दशपरम का ठकदार बना हआ ह जनता को अधर म रखन क ललए व असली मदो स धयान भटकान क ललए दशभलति का अफीम की गोली की तरह इसतमाल लकया जा रहा ह धनपशओ व पजीपलतयो की चाकरी करन क काम को बहतर तरीक स करन क ललए सघ न दशभलति को एक बाजार माल बना लदया ह पतजलल का सामान ख़रीदन वाला ही असली दशभति बाबा रामदव की य घोषणा इस बाजार दशपरम का घलणत आलवषकार हम पहल ही दख चक ह लवलभनन पजीवादी परसार माधयमो क दारा लकय जा रह लभावन परचार क पीछ छप जहरील सतय को पहचानन क ललए जनता को गरीबी की ओर ढकलन वाली व जनता क बीच िट डालन वाली सघी राजनीलत को उखाड ि कन क ललए सघ का इलतहास जनता क सामन आना बहत जररी ह आज सघ दशपरम की लकतनी ही बात कर ल पर उनका सचचा काला इलतहास सघ क ही सालहतय म सरलषित रखा हआ ह हाफ पणट छोडकर िल पणट पहनन पर भी राषटरीय सवयसवक सघ का नगापन छपगा नही

सिभव 1 शरीगरजी समग दशथन खड 32 डा हडगवार रिानतदशगी

यगपरष ndash लव वा नन3 डा हडगवार ndash ना ह पालकर(सभी पस तको क परकाशक

भारतीय लवचार साधना परकाशन)

(लखक मरयाठी मजिर अखबयार कयामगयार दबगल क समपयािक ह)

मरयाठी स अनवयाि - सतया

राषटरीय सवयसवक सघ का दश क सवतनतरता सगाम म योगदान

लपछल वषथ दायर हई कल एफआईआर म स कवल 1 परलतशत दललतो या आलदवालसयो दारा हई थी इस 1 परलतशत म स 40 परलतशत ही दललत उतपीडन रोधी कानन क तहत हई थी और इन 40 परलतशत एफआईआर म दणड लमलन की दर मात 7 परलतशत ह 87 परलतशत कसज पलणडग ह कया इस दाव म कछ दम ह लक इस कानन का दरपयोग होता ह यलद कछ अपवादसवरप मामलो म दरपयोग होता भी ह तो इस आधार पर भारतीय सलवधान व दणड सलहता क हर कानन को रद कर दना चालहए कयोलक उन सबका ही दरपयोग होता ह सच यह ह लक मराठा आबादी का कलीन तबका 50 परलतशत शषिलणक ससथानो 70 परलतशत लजला सहकारी बको और 90 परलतशत शगर कारख़ानो का माललक ह परदश की राजनीलत पर मराठा कलीन वगथ का कबजा रहा ह 1960 स 18 मखयमलनतयो म स 10 और करीब 50 परलतशत लवधायक इस मराठा बजथआ

वगथ स आत ह यह सवय गरीब मराठा आबादी का शोषक और उतपीडक ह अगर इस मराठा कलीन तबक को मराठा अलसमता और बहतरी की इतनी ही लचनता ह तो लजस षित म सबस बडी गरीब मराठा आबादी रहती ह जस लक मराठवाडा वहा य मराठा शासक खती क सकट को दर करन क ललए लसचाई व कजथ माफी की योजनाए लाग कयो नही करत य रोजगार गारणटी कानन और बरोजगारी भतिा को लाग कयो नही करत य रोजगार सजन करन वाली वासतलवक लवकास की नीलतयो को लाग कयो नही करत य पलचिमी महाराषटर की अपनी चीनी लमलो म नयनतम मजदरी कयो नही लाग करत कारण य लक मराठो क बीच का यह छोटा-सा कलीन पजीवादी तबका अपन मनाफ की हवस म अनधा ह और उसक ललए कछ भी कर सकता ह मराठा महनतकश आबादी क साथ इसका जो वगथ अनतरलवरोध ह उस दबान क ललए ही आज यह कलीन मराठा शासक वगथ दललत-लवरोधी

माहौल बना रहा ह यह वयवसथा क लवरद जनअसनतोष को रोकन क ललए गरीबो को जालत क नाम पर एक-दसर क सामन खडा कर रहा ह और गर-मदो को मदा बना रहा ह

हकमरानो की साजज़श म मत फसो महनतकशो की वगड एकजटता सातपत करो

य कोलशश आज लसफथ महाराषटर म ही नही हो रही ह हाल ही म गजरात म पलटदारो का उभार भी इसललए पदा लकया गया था कयोलक पलटदारो-पटलो क बीच भी एक छोटा सा पजीपलत वगथ ह जो सवय गरीब पलटदारो-पटलो को लट और दबा रहा ह इस गरीब आबादी का गससा अपनी ही जालत क कलीनो क परलत न िट पड इसललए उस दललतो और आलदवालसयो क लवरद मोडा जा रहा ह कया हमन हररयाणा म (जहा पर बरोजगारी दर दश म सबस तजी स बढ रही ह) हाल ही म आरषिण क ललए हए जाट आनदोलन म यही

षडयनत होत नही दखा वहा भी गरीब और लनमन मधयवगगीय जाट आबादी क गसस को अनय जालतयो क लवरद मोड लदया गया

आज पर दश म ही पजीवादी वयवसथा जनता को रोजगार रोटी कपडा मकान और सामालजक-आलथथक सरषिा व नयाय नही द सकती ह ऐस म आम महनतकश लोगो का गससा वयवसथा-लवरोधी रख़ न ल ल इसक ललए लोगो को जालत और धमथ क नाम पर लडवाया जा रहा ह महाराषटर म आज जो मराठा उभार हो रहा ह उसक मल कारण तो मराठा गरीब आबादी म बरोजगारी महगाई गरीबी और असरषिा ह ललकन मराठा शासक वगषो न इस दललत-लवरोधी रख़ दन का परयास लकया ह इस सालजश को समझन की जररत ह इस सालजश का जवाब अलसमतावादी राजनीलत और जालतगत गोलबनदी नही ह इसका जवाब वगथ सघषथ और वगगीय गोलबनदी ह इस सालजश

को बनकाब करना होगा और सभी जालतयो क बरोजगार गरीब और महनतकश तबको को गोलबनद और सगलठत करना होगा इसी परलरिया म रिाहमणवाद और जालतवाद पर भी परहार करना होगा वासतव म जालत उनमलन और रिाहमणवाद क नाश का रासता इसी परकार की वगगीय गोलबनदी क जररय समभव ह अलसमताओ क टकराव म हर अलसमता कठोर बनती जाती ह और अनततः गर-मदो पर आम महनतकश लोग ही कट मरत ह कया दशको स ऐसा ही नही होता आया ह कया अब भी हम शासक वगषो क इस टरप म िसग कया हम अब भी उनक हाथो मखथ बनत रहग नही पजीवादी वयवसथा क लवरद एकजट होना और इसक ललए और इसी परलरिया म रिाहमणवाद जालतवाद और सामपरदालयकता क लवरद समझौतालवहीन सघषथ करना - महनतकश जनता क पास यही एकमात रासता ह

पजीपततयो की साजजश को पहचानो शासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 5 स आग)

(पज 13 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 7

आठ नवमबर की रात को परधानमनती मोदी न अचानक 500 और 1000 रपय की नोटबनदी का ऐलान लकया नकदी पररचलन का 86 परलतशत लहससा 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही था गौरतलब ह लक लन-दन का 90 परलतशत नकदी क रप म ही लकया जाता ह और 85 परलतशत स जयादा कामगारो को तनखवाहो का भगतान भी नकदी क रप म ही लकया जाता ह फाइननलश यल इनकलायशन इनसाइटस परोगाम क एक सवव क अनसार लगभग 53 परलतशत आबादी क पास कोई बक खाता नही ह यनाइटड नशस डवलपमणट परोगाम की एक ररपोटथ क अनसार 80 परलतशत मलहलाओ क पास कोई बक खाता नही ह ऐस म सहज ही अनदाजा लगाया जा सकता ह लक नोटबनदी का आम जनता पर लकतना गहरा परभाव पड रहा होगा

नोटबनदी की घोषणा क बाद स अब तक एक महीन स जयादा समय बीतन क बाद भी जनता की मसीबत बदसतर जारी ह बको क बाहर लोग घणटो खड होकर अपनी दलनक जररतो क ललए नकदी लनकालन क ललए मजबर कर लदय गय ह लजन लोगो क बक खात नही थ उनह नोट बदलवान क ललए लबचौललयो का सहारा लना पडा लजसकी एवज म उनहोन 30 स 40 परलतशत तक का कमीशन काटा जयादातर कारख़ानो म तो माललक अब भी मजदरो को परान 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही तनखवाहो का भगतान कर रह ह मजदरो क एतराज जतान पर उनह काम छोडन क ललए कहा जा रहा ह नोटबनदी क बाद कई कमपलनयो न मजदरो को उनकी तनखवाहो का भगतान करन म असमथथता जतात हए तालाबनदी की घोषणा कर दी ह पलचिम बगाल क हावडा लजल म शरी हनमान जट लमल म 5 लदसमबर को कमपनी परबनधन न कमपनी बनदी का ऐलान लकया लजसक बाद 2500 मजदरो को काम स हाथ

धोना पडा मदास इसटीटयट ऑफ डवलपमणट सटडीस क एक अथथशारिी एस जनकरजन क अनसार नोटबनदी क बाद बडी तादाद म लनमाथण मजदरो पर छटनी की तलवार लटक रही ह एक अनमान क अनसार तलमलनाड क लनमाथण उदोग म लग लगभग 5 लाख मजदरो पर इस समय छटनी का ख़तरा मडरा रहा ह नोटबनदी क बाद नकदी और काम दोनो म ही आयी कमी क कारण सरत क डायमणड कलटग और पॉलललशग उदोग म लग करीब 20 लाख मजदरो म स तकरीबन 10 लाख मजदर अपन गावो की ओर वापस रख़ कर रह ह (सोत लबजनस सटणडडथ 10 लदसमबर) कमोबश यही लसथलत राजकोट क जवलरी उदोग अलग म जहाज तोडन क काम म लग मजदरो की ह इसी तरह पवगी बगाल क तराई इलाक क एक चाय बागान की बनदी क बाद करीब 2500 मजदरो की रोजी-रोटी का सोत परी तरह ख़तम होता ह (सोत इलणडयन एकसपरस 11 लदसमबर) लदय गय आकड यह बतान क ललए काफी ह लक नोटबनदी न आम महनतकश जनता को लकतनी बरी तरह परभालवत लकया ह सरकार व उसक लपट नोटबनदी क समथथन म चाह लकतन ही (क)तकथ दकर बच लनकलन की बशमथ कोलशश कर ललकन जनता पर बरपाय गय इस कहर पर पदाथ नही डाला जा सकता

नोटबनदी का ऐलान करत हए यह दावा लदया गया लक यह कदम काला धन और नकली नोटो पर नकल कसन क ललए उठाया गया ह आइए जरा इन दावो की भी पडताल कर ल जात हो लक काल धन का कवल 6 परलतशत ही नकदी क रप म मौजद रहता ह काल धन का बडा लहससा ऐस दशो या इलाको (जस सवीटजरलणड पनामा बरमडा कमन आइलणड वलजथन आइलणड आलद) म लगाया जाता ह जो या तो परी तरह कर मति होत ह या लिर वहा नाममात का

कर लगता ह इसस बडी लवडमबना कया हो सकती ह लक नोटबनदी की तारीफो क पल उन तमाम नामी-लगरामी हलसतयो (याद कीलजए अलमताभ बचचतन अजय दवगन) न बाध लजनका नाम पनामा पपर लीक मामल म सामन आया था इसक अलावा काला धन बड पमान पर ररयल एसटट सोना या शयर की ख़रीदारी म लगा लदया जाता ह यही नही बड-बड पजीपलत फजगी कमपलनयो क नाम पर (लजसका कोई वासतलवक कारोबार नही ह) काल धन को एफडीआई का नाम दकर पन दश की अथथवयवसथा म ल आत ह इस परलरिया को क पीटल राउणड लटरलपग क नाम स जाना जाता ह ऐस म सपष ह लक काला धन क असली लखलाडी जो बहतरी तकनीको का इसतमाल करक अपना काला धन लठकान लगात ह उन पर नोटबनदी का कोई परभाव नही पडन वाला हा इसस यह जरर होगा लक कछ छोट-मोट लखलाडी पकड म आ सकत ह

अब नोटबनदी स नकली नोटो क ख़ातम क दाव की पडताल कर ली जाय नशनल इनवसटीगलटव एजसी (एनआइए) और इलणडयन सटलटल सटकल इसटीटयट क 2015 क एक सयति अधययन क अनसार अथथवयवसथा म हमशा ही 400 करोड की नकली मदा मौजद रहती ह एक और मजदार तथय दलखए िाइनलशयल एकसपरस की 15 नवमबर की एक ख़बर क अनसार नयी नोटो की कवल छपाई का ही ख़चथ 11000 करोड रपय ह अब जरा सोलचए लक 400 करोड क नकली नोटो क ख़ातम क ललए 11000 करोड का ख़चथ करक नय नोट छापना कहा की समझदारी ह

बहरहाल अब तक तो यह सपष हो ही गया ह लक नोटबनदी स न तो काला धन पर लगाम लग सकती ह न ही नकली नोटो क कारोबार पर तब लिर सवाल उठता ह लक आलखरकार

नोटबनदी का यह कदम उठाया ही कयो गया ह अगर समय म जयादा नही करीब 1 साल पीछ जाय तो आपको शायद याद हो लक अगसत 2015 म लवति मनती अरण जटली का बयान आया था लक तरलता की कमी स लनपटन क ललए बको म 70000 करोड रपय डालन की आवशयकता ह आलखरकार तरलता की यह कमी पदा ही क स हई इस कमी का कारण ह बको क lsquolsquoबर कजथrsquorsquo या नॉन-परफॉलमिग एसटस (एनपीए) एनपीए का अथथ ह लनदार दारा 90 लदनो की समय सीमा क दौरान न तो मलधन न ही बयाज की अदायगी भतपवथ आरबीआई गवनथर रघराम राजन क अनसार भारतीय बको पर इन बर कजषो की माता माचथ 2016 तक 6 लाख करोड तक पहच चकी ह इन बर कजषो का 90 परलतशत भार पलबलक सकटर क बको पर ह वस हम यह नही भलना चालहए लक बको की छलव को खराब होन स बचान क ललए इन बर कजषो की माता को कम करक बताया जाता ह असली तसवीर की भयावहता का अनदाजा रलटग एजलसयो की ररपोटषो स पता चल जाता ह भारतीय रलटग एजसी इलणडया रलटगस क अनसार माचथ 2016 तक भारतीय बको दारा लदया गया कल कजथ 70 लाख करोड था और इसका 15वा भाग (यानी 13 लाख करोड) सटरसड एसटस का था सटरसड एसटस बको दारा लदय गय उन कजषो को कहा जाता ह लजनक वापस आन की या तो कोई उममीद नही ह या बहत कम उममीद ह या लिर उनह परी तरह माफ कर लदया गया ह गौरतलब ह लक अभी कछ महीन पहल 29 सरकारी बको न पजीपलतयो दारा ललय गय 154 लाख करोड क बर कजथ को परी तरह माफ कर लदया ह 9000 करोड रपय डकारकर लवजय मालया लवदश भाग गया यह लकसी स लछपा नही ह हालालक लवजय मालया तो कवल एक नाम ह जो चचाथ म आया दरअसल इस हमाम क

कई नग धडलल स सरकार की मदद स जनता की आखो म धल झोक रह ह बको म जमा जनता की गाढी कमाई को खलआम पजीपलतयो को कजथ क रप म लदया जाता ह और जब व उस लौटान स मना करत ह तो सरकार तब भी कोई कारथवाई करन क बजाय उनको पलको पर लबठा कर रखती ह

शोध ससथान रिलडट सयसी ररसचथ की ररपोटथ बताती ह लक भारत म लजन कॉरपोरट घरानो पर सबस जयादा कजथ लदा ह उसम नामी-लगरामी कमपलनया वदानता एससार अडानी अलनल अमबानी और मकश अमबानी की कमपलनया शालमल ह कल लमलाकर बक अपनी साख़ बचान क ललए तरह-तरह की तकनीकी शबदावललया गढकर जनता की नजर स असललयत लछपान की लघनौनी कोलशश करत हए पजीपलतयो की तन-मन-धन स सवा करत ह यह सपष ह लक बको पर इन बर कजषो क दबाव स अथथवयवसथा म तरलता की कमी का आना लनलचित था नोटबनदी का ऐलान करक जनता को नकदी जमा करन क ललए मजबर करक इस तरलता की कमी स लनपटन का आसान तरीका खोजा गया

काल धन पर सलजथकल सटराइक का हवाला दकर सरकार की असली मशा काला धन पर हमला नही बललक पजीपलतयो की सवा करना ह यहा एक और तथय का लजरि करत हए चल नोटबनदी क ि सल क बाद बको न बयाज दर घटा दी ह इसस जालहरा तौर पर जनता को तो कोई लाभ नही होगा पर 73 लाख करोड का कजथ दबाय बठ 10 बड ऋणगसत कॉरपोरट घरानो क ललए तो यह कदम सोन पर सहागा होन जसा ह भई साफ ह यह जनता नही पजीपलतयो की सरकार ह

micro osrk

नोटबनी और बको क lsquolsquoबर कज़डrsquorsquo

यह सब कछ बलकग चनल क जररय हआ था शायद मोदी सरकार की नजर म यह घपला था ही नही इन दोनो को तो ईनाम लमलना चालहए क शलस क रिाणड एमबसडर होन का आयात म कीमत स जयादा लबल और लनयाथत म कीमत स कम लबल दारा काला धन पदा करन वाल तरीक जो ऊपर बताय गय व भी क शलस और लडलजटल तरीक स ही चलत ह इसका पसा जब मॉरीशस-लसगापर होत हए लबना पहचान वाल पी-नोटस क जररय लवदशी लनवश क रप म आता ह तो वह भी क शलश और लडलजटल होता ह बड परोजकटस बढी-चढी लागत क फजगी लबलो क जररय जो बक कजथ ललया और बाद म कमपनी को बीमार कर मारा जाता ह वह भी सब क शलस ही होता ह लवजय मालया न जो 9 हजार करोड का चना बको को लगाया वह भी तो पकका क शलस और

लडलजटल था बोरी म नकदी भरकर नही भागा वह

अगर दलनया क और दशो का भी उदाहरण दख तो दलषिण कोररया और नाइजीररया जस दशो म सकल घरल उतपाद म नकदी की माता बहत कम ndash लगभग 4 - ह ललकन दोनो म भरषाचार कम होन का कोई परमाण नही बललक दलषिण कोररया की राषटरपलत को तो लिलहाल ही भरषाचार क आरोपो क चलत पद स हटन क ललए मजबर लकया जा रहा ह इसक लवपरीत जापान म भारत क 117 क मकाबल 20 नकदी ह ललकन वहा भारत स बहत जयादा भरषाचार का कोई परमाण नही

लिर मात आम लोगो क लन-दन का ररकॉडथ रखन म सरकार इतनी लदलचसपी कयो लदखा रही ह इसकी एक बडी वजह ह लक इसस लोगो क ऊपर लनगाह रखना उनकी जाससी करन का एक मजबत तनत खडा होगा हाल क वकत म दलनया क सभी पजीवादी दशो

की सरकार लभनन लवचार रखन वाल अलधनायकवादी परवलतियो का लवरोध करन वाल वयलतियो पर लनगहबानी का लशकजा कसन म बहत लनवश कर रही ह लजसस जनवादी आनदोलनो को लनयलनतत लकया जा सक इसका एक दसरा उपयोग ऐस कायथकताथओ को बदनाम करन क ललए उनक लकसी परान लन-दन लकसी वसत की ख़रीद को बगर सनदभथ बताय परचाररत करन म भी लकया जाता ह गजरात क 2002 क सामपरदालयक दगो म मोदी की भलमका की लवरोधी कायथकताथ तीसता सीतलवाड को बदनाम करन क ललए अभी कछ ही समय पहल गजरात पललस न ऐस ही उनक रिलडट काडथ क ररकॉडथ का परयोग लकया था

इसक अलतररति समपणथ नकदी रलहत मात इलकटरॉलनक मदा की लसथलत म लकसी वयलति ही नही बललक पर इलाक क जनसमदाय क जीवन को मात कीबोडथ पर कछ बटन दबाकर पग बना

दना भी शासक तबक क ललए बहत आसान हो जायगा अभी ही हम दखत ह लक लकसी भी आनदोलन की लसथलत म परशासन सबस पहल मोबाइल-इणटरनट को ही बनद करता ह लपछल एक साल म हरर याणा क जाट आनदोलन गजरात क पाटीदार आनदोलन कशमीर झारखणड उतिर-पवथ आलद म कल जोड तो 250 लदन तक इणटरनटमोबाइल पर रोक लगायी जा चकी ह क शलस लडजीटल लन-दन पर लनभथरता की लसथलत म परशासन क ललए लकसी भी षित क समसत जनसमदाय को उनक धन तथा वसतओ की ख़रीद-फरोखत की आम सलवधा स भी वलचत कर पाना बहद आसान होगा ऐसी लसथलत लकसी भी दश की जनता क ललए कतई सवीकायथ नही होनी चालहए कयोलक यह उनक सवतनतता और जनवादी अलधकारो क हनन का रासता खोल दगी

इसललए नोटबनदी मात लकसी नीलत क गलत लरियानवयन और कपरबनध

स जनता को होन वाली तकलीफ का ही सवाल नही ह बललक गरीब कमजोर वलचत शोलषत महनतकश बहसखयक तबक स ताकतवर और पहच वाल पजीपलत और उचच मधयम वगथ को धनसमपदा क बड और सथाई हसतानतरण साफ शबदो म कह तो लट और डक ती का बडा सवाल ह ललकन बजथआ लवपषिी पालटथया कछ ससदीय वामपनथी दलो समत नोटबनदी क इस मद को मात कपरबनधअसलवधा क सवाल तक सीलमत करना चाहत ह कयोलक वह जनता क गसस को पजीवादी शासन वयवसथा क ही ल ख़ लाफ जान स रोकन क ललए परयासरत ह इसक असली जनलवरोधी सवरप क सवाल को य पालटथया नही उठाना चाहती कयोलक अनत म य सब सरमायदार तबक की ही सवा करती ह

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नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 10 स आग)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 7

आठ नवमबर की रात को परधानमनती मोदी न अचानक 500 और 1000 रपय की नोटबनदी का ऐलान लकया नकदी पररचलन का 86 परलतशत लहससा 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही था गौरतलब ह लक लन-दन का 90 परलतशत नकदी क रप म ही लकया जाता ह और 85 परलतशत स जयादा कामगारो को तनखवाहो का भगतान भी नकदी क रप म ही लकया जाता ह फाइननलश यल इनकलायशन इनसाइटस परोगाम क एक सवव क अनसार लगभग 53 परलतशत आबादी क पास कोई बक खाता नही ह यनाइटड नशस डवलपमणट परोगाम की एक ररपोटथ क अनसार 80 परलतशत मलहलाओ क पास कोई बक खाता नही ह ऐस म सहज ही अनदाजा लगाया जा सकता ह लक नोटबनदी का आम जनता पर लकतना गहरा परभाव पड रहा होगा

नोटबनदी की घोषणा क बाद स अब तक एक महीन स जयादा समय बीतन क बाद भी जनता की मसीबत बदसतर जारी ह बको क बाहर लोग घणटो खड होकर अपनी दलनक जररतो क ललए नकदी लनकालन क ललए मजबर कर लदय गय ह लजन लोगो क बक खात नही थ उनह नोट बदलवान क ललए लबचौललयो का सहारा लना पडा लजसकी एवज म उनहोन 30 स 40 परलतशत तक का कमीशन काटा जयादातर कारख़ानो म तो माललक अब भी मजदरो को परान 500 और 1000 रपय क नोटो क रप म ही तनखवाहो का भगतान कर रह ह मजदरो क एतराज जतान पर उनह काम छोडन क ललए कहा जा रहा ह नोटबनदी क बाद कई कमपलनयो न मजदरो को उनकी तनखवाहो का भगतान करन म असमथथता जतात हए तालाबनदी की घोषणा कर दी ह पलचिम बगाल क हावडा लजल म शरी हनमान जट लमल म 5 लदसमबर को कमपनी परबनधन न कमपनी बनदी का ऐलान लकया लजसक बाद 2500 मजदरो को काम स हाथ

धोना पडा मदास इसटीटयट ऑफ डवलपमणट सटडीस क एक अथथशारिी एस जनकरजन क अनसार नोटबनदी क बाद बडी तादाद म लनमाथण मजदरो पर छटनी की तलवार लटक रही ह एक अनमान क अनसार तलमलनाड क लनमाथण उदोग म लग लगभग 5 लाख मजदरो पर इस समय छटनी का ख़तरा मडरा रहा ह नोटबनदी क बाद नकदी और काम दोनो म ही आयी कमी क कारण सरत क डायमणड कलटग और पॉलललशग उदोग म लग करीब 20 लाख मजदरो म स तकरीबन 10 लाख मजदर अपन गावो की ओर वापस रख़ कर रह ह (सोत लबजनस सटणडडथ 10 लदसमबर) कमोबश यही लसथलत राजकोट क जवलरी उदोग अलग म जहाज तोडन क काम म लग मजदरो की ह इसी तरह पवगी बगाल क तराई इलाक क एक चाय बागान की बनदी क बाद करीब 2500 मजदरो की रोजी-रोटी का सोत परी तरह ख़तम होता ह (सोत इलणडयन एकसपरस 11 लदसमबर) लदय गय आकड यह बतान क ललए काफी ह लक नोटबनदी न आम महनतकश जनता को लकतनी बरी तरह परभालवत लकया ह सरकार व उसक लपट नोटबनदी क समथथन म चाह लकतन ही (क)तकथ दकर बच लनकलन की बशमथ कोलशश कर ललकन जनता पर बरपाय गय इस कहर पर पदाथ नही डाला जा सकता

नोटबनदी का ऐलान करत हए यह दावा लदया गया लक यह कदम काला धन और नकली नोटो पर नकल कसन क ललए उठाया गया ह आइए जरा इन दावो की भी पडताल कर ल जात हो लक काल धन का कवल 6 परलतशत ही नकदी क रप म मौजद रहता ह काल धन का बडा लहससा ऐस दशो या इलाको (जस सवीटजरलणड पनामा बरमडा कमन आइलणड वलजथन आइलणड आलद) म लगाया जाता ह जो या तो परी तरह कर मति होत ह या लिर वहा नाममात का

कर लगता ह इसस बडी लवडमबना कया हो सकती ह लक नोटबनदी की तारीफो क पल उन तमाम नामी-लगरामी हलसतयो (याद कीलजए अलमताभ बचचतन अजय दवगन) न बाध लजनका नाम पनामा पपर लीक मामल म सामन आया था इसक अलावा काला धन बड पमान पर ररयल एसटट सोना या शयर की ख़रीदारी म लगा लदया जाता ह यही नही बड-बड पजीपलत फजगी कमपलनयो क नाम पर (लजसका कोई वासतलवक कारोबार नही ह) काल धन को एफडीआई का नाम दकर पन दश की अथथवयवसथा म ल आत ह इस परलरिया को क पीटल राउणड लटरलपग क नाम स जाना जाता ह ऐस म सपष ह लक काला धन क असली लखलाडी जो बहतरी तकनीको का इसतमाल करक अपना काला धन लठकान लगात ह उन पर नोटबनदी का कोई परभाव नही पडन वाला हा इसस यह जरर होगा लक कछ छोट-मोट लखलाडी पकड म आ सकत ह

अब नोटबनदी स नकली नोटो क ख़ातम क दाव की पडताल कर ली जाय नशनल इनवसटीगलटव एजसी (एनआइए) और इलणडयन सटलटल सटकल इसटीटयट क 2015 क एक सयति अधययन क अनसार अथथवयवसथा म हमशा ही 400 करोड की नकली मदा मौजद रहती ह एक और मजदार तथय दलखए िाइनलशयल एकसपरस की 15 नवमबर की एक ख़बर क अनसार नयी नोटो की कवल छपाई का ही ख़चथ 11000 करोड रपय ह अब जरा सोलचए लक 400 करोड क नकली नोटो क ख़ातम क ललए 11000 करोड का ख़चथ करक नय नोट छापना कहा की समझदारी ह

बहरहाल अब तक तो यह सपष हो ही गया ह लक नोटबनदी स न तो काला धन पर लगाम लग सकती ह न ही नकली नोटो क कारोबार पर तब लिर सवाल उठता ह लक आलखरकार

नोटबनदी का यह कदम उठाया ही कयो गया ह अगर समय म जयादा नही करीब 1 साल पीछ जाय तो आपको शायद याद हो लक अगसत 2015 म लवति मनती अरण जटली का बयान आया था लक तरलता की कमी स लनपटन क ललए बको म 70000 करोड रपय डालन की आवशयकता ह आलखरकार तरलता की यह कमी पदा ही क स हई इस कमी का कारण ह बको क lsquolsquoबर कजथrsquorsquo या नॉन-परफॉलमिग एसटस (एनपीए) एनपीए का अथथ ह लनदार दारा 90 लदनो की समय सीमा क दौरान न तो मलधन न ही बयाज की अदायगी भतपवथ आरबीआई गवनथर रघराम राजन क अनसार भारतीय बको पर इन बर कजषो की माता माचथ 2016 तक 6 लाख करोड तक पहच चकी ह इन बर कजषो का 90 परलतशत भार पलबलक सकटर क बको पर ह वस हम यह नही भलना चालहए लक बको की छलव को खराब होन स बचान क ललए इन बर कजषो की माता को कम करक बताया जाता ह असली तसवीर की भयावहता का अनदाजा रलटग एजलसयो की ररपोटषो स पता चल जाता ह भारतीय रलटग एजसी इलणडया रलटगस क अनसार माचथ 2016 तक भारतीय बको दारा लदया गया कल कजथ 70 लाख करोड था और इसका 15वा भाग (यानी 13 लाख करोड) सटरसड एसटस का था सटरसड एसटस बको दारा लदय गय उन कजषो को कहा जाता ह लजनक वापस आन की या तो कोई उममीद नही ह या बहत कम उममीद ह या लिर उनह परी तरह माफ कर लदया गया ह गौरतलब ह लक अभी कछ महीन पहल 29 सरकारी बको न पजीपलतयो दारा ललय गय 154 लाख करोड क बर कजथ को परी तरह माफ कर लदया ह 9000 करोड रपय डकारकर लवजय मालया लवदश भाग गया यह लकसी स लछपा नही ह हालालक लवजय मालया तो कवल एक नाम ह जो चचाथ म आया दरअसल इस हमाम क

कई नग धडलल स सरकार की मदद स जनता की आखो म धल झोक रह ह बको म जमा जनता की गाढी कमाई को खलआम पजीपलतयो को कजथ क रप म लदया जाता ह और जब व उस लौटान स मना करत ह तो सरकार तब भी कोई कारथवाई करन क बजाय उनको पलको पर लबठा कर रखती ह

शोध ससथान रिलडट सयसी ररसचथ की ररपोटथ बताती ह लक भारत म लजन कॉरपोरट घरानो पर सबस जयादा कजथ लदा ह उसम नामी-लगरामी कमपलनया वदानता एससार अडानी अलनल अमबानी और मकश अमबानी की कमपलनया शालमल ह कल लमलाकर बक अपनी साख़ बचान क ललए तरह-तरह की तकनीकी शबदावललया गढकर जनता की नजर स असललयत लछपान की लघनौनी कोलशश करत हए पजीपलतयो की तन-मन-धन स सवा करत ह यह सपष ह लक बको पर इन बर कजषो क दबाव स अथथवयवसथा म तरलता की कमी का आना लनलचित था नोटबनदी का ऐलान करक जनता को नकदी जमा करन क ललए मजबर करक इस तरलता की कमी स लनपटन का आसान तरीका खोजा गया

काल धन पर सलजथकल सटराइक का हवाला दकर सरकार की असली मशा काला धन पर हमला नही बललक पजीपलतयो की सवा करना ह यहा एक और तथय का लजरि करत हए चल नोटबनदी क ि सल क बाद बको न बयाज दर घटा दी ह इसस जालहरा तौर पर जनता को तो कोई लाभ नही होगा पर 73 लाख करोड का कजथ दबाय बठ 10 बड ऋणगसत कॉरपोरट घरानो क ललए तो यह कदम सोन पर सहागा होन जसा ह भई साफ ह यह जनता नही पजीपलतयो की सरकार ह

micro osrk

नोटबनी और बको क lsquolsquoबर कज़डrsquorsquo

यह सब कछ बलकग चनल क जररय हआ था शायद मोदी सरकार की नजर म यह घपला था ही नही इन दोनो को तो ईनाम लमलना चालहए क शलस क रिाणड एमबसडर होन का आयात म कीमत स जयादा लबल और लनयाथत म कीमत स कम लबल दारा काला धन पदा करन वाल तरीक जो ऊपर बताय गय व भी क शलस और लडलजटल तरीक स ही चलत ह इसका पसा जब मॉरीशस-लसगापर होत हए लबना पहचान वाल पी-नोटस क जररय लवदशी लनवश क रप म आता ह तो वह भी क शलश और लडलजटल होता ह बड परोजकटस बढी-चढी लागत क फजगी लबलो क जररय जो बक कजथ ललया और बाद म कमपनी को बीमार कर मारा जाता ह वह भी सब क शलस ही होता ह लवजय मालया न जो 9 हजार करोड का चना बको को लगाया वह भी तो पकका क शलस और

लडलजटल था बोरी म नकदी भरकर नही भागा वह

अगर दलनया क और दशो का भी उदाहरण दख तो दलषिण कोररया और नाइजीररया जस दशो म सकल घरल उतपाद म नकदी की माता बहत कम ndash लगभग 4 - ह ललकन दोनो म भरषाचार कम होन का कोई परमाण नही बललक दलषिण कोररया की राषटरपलत को तो लिलहाल ही भरषाचार क आरोपो क चलत पद स हटन क ललए मजबर लकया जा रहा ह इसक लवपरीत जापान म भारत क 117 क मकाबल 20 नकदी ह ललकन वहा भारत स बहत जयादा भरषाचार का कोई परमाण नही

लिर मात आम लोगो क लन-दन का ररकॉडथ रखन म सरकार इतनी लदलचसपी कयो लदखा रही ह इसकी एक बडी वजह ह लक इसस लोगो क ऊपर लनगाह रखना उनकी जाससी करन का एक मजबत तनत खडा होगा हाल क वकत म दलनया क सभी पजीवादी दशो

की सरकार लभनन लवचार रखन वाल अलधनायकवादी परवलतियो का लवरोध करन वाल वयलतियो पर लनगहबानी का लशकजा कसन म बहत लनवश कर रही ह लजसस जनवादी आनदोलनो को लनयलनतत लकया जा सक इसका एक दसरा उपयोग ऐस कायथकताथओ को बदनाम करन क ललए उनक लकसी परान लन-दन लकसी वसत की ख़रीद को बगर सनदभथ बताय परचाररत करन म भी लकया जाता ह गजरात क 2002 क सामपरदालयक दगो म मोदी की भलमका की लवरोधी कायथकताथ तीसता सीतलवाड को बदनाम करन क ललए अभी कछ ही समय पहल गजरात पललस न ऐस ही उनक रिलडट काडथ क ररकॉडथ का परयोग लकया था

इसक अलतररति समपणथ नकदी रलहत मात इलकटरॉलनक मदा की लसथलत म लकसी वयलति ही नही बललक पर इलाक क जनसमदाय क जीवन को मात कीबोडथ पर कछ बटन दबाकर पग बना

दना भी शासक तबक क ललए बहत आसान हो जायगा अभी ही हम दखत ह लक लकसी भी आनदोलन की लसथलत म परशासन सबस पहल मोबाइल-इणटरनट को ही बनद करता ह लपछल एक साल म हरर याणा क जाट आनदोलन गजरात क पाटीदार आनदोलन कशमीर झारखणड उतिर-पवथ आलद म कल जोड तो 250 लदन तक इणटरनटमोबाइल पर रोक लगायी जा चकी ह क शलस लडजीटल लन-दन पर लनभथरता की लसथलत म परशासन क ललए लकसी भी षित क समसत जनसमदाय को उनक धन तथा वसतओ की ख़रीद-फरोखत की आम सलवधा स भी वलचत कर पाना बहद आसान होगा ऐसी लसथलत लकसी भी दश की जनता क ललए कतई सवीकायथ नही होनी चालहए कयोलक यह उनक सवतनतता और जनवादी अलधकारो क हनन का रासता खोल दगी

इसललए नोटबनदी मात लकसी नीलत क गलत लरियानवयन और कपरबनध

स जनता को होन वाली तकलीफ का ही सवाल नही ह बललक गरीब कमजोर वलचत शोलषत महनतकश बहसखयक तबक स ताकतवर और पहच वाल पजीपलत और उचच मधयम वगथ को धनसमपदा क बड और सथाई हसतानतरण साफ शबदो म कह तो लट और डक ती का बडा सवाल ह ललकन बजथआ लवपषिी पालटथया कछ ससदीय वामपनथी दलो समत नोटबनदी क इस मद को मात कपरबनधअसलवधा क सवाल तक सीलमत करना चाहत ह कयोलक वह जनता क गसस को पजीवादी शासन वयवसथा क ही ल ख़ लाफ जान स रोकन क ललए परयासरत ह इसक असली जनलवरोधी सवरप क सवाल को य पालटथया नही उठाना चाहती कयोलक अनत म य सब सरमायदार तबक की ही सवा करती ह

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नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 10 स आग)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

भी जन बगावत की असललयत लछपान क ललए सरकार न अनधराषटरवाद का ही सहारा ललया यह बात दीगर ह लक कशमी र म सना क बबथर कतयो को अनधराषटरवाद क गबार म लछपान की तमाम कोलशशो क बावजद कशमीर घाटी म भारतीय राजय क ल ख़ लाफ उमडा जनसलाब सलखथयो म छाया रहा पहल हनदवाडा की शमथनाक घटना और लिर बरहान वानी की हतया क बाद कशमी र घाटी म जनलवदोह लजस भयानक रप म उमडा उसस सपष था लक जाडो म बफथ बारी भल ही उसकी जवाला को थोडी दर क ललए शानत कर द ललकन भलवषय म वह लिर-लिर उमडगा और भारत क हकमरानो की नीद हराम करता रहगा कशमीर क अलतररति छतिीसगढ म भी भारतीय राजय की बबथरता अपन वीभतसतम रप म लदखी फजगी मठभडो का लसललसला बदसतर जारी रहा और खलनज समपदा को दशी-लवदश पजीपलतयो को सौपन क लकय को परा करन क ललए भारतीय राजयसतिा छतिीसगढ की आलदवासी जनता की लजनदगी को तार-तार करती रही छतिीसगढ म भारतीय राजय क बबथर कतयो की भनक दश की आम आबादी तक न पहचन पाय इसक ललए वहा काम कर रह जनपषिधर पतकारो सामालजक कायथकताथओ और अकादमीलशयनो को भालत-भालत की लतकडमो क जररय परतालडत लकया गया तालक व उस इलाक स चल जाय

बढती जातीय नफरत और दललतो पर हमल

अनधराषटरवादी जनन भडकान क अलतररति सघ पररवार क रिाहमणवादी फालससट लगरोह न इस साल दललतो पर ताबडतोड हमल लकय हदराबाद सणटरल यलनवलसथटी म परशासन और सघ क छात सगठन एबीवीपी की लमलीभगत स दललत छातो क साथ की गयी जयादलतयो स तग आकर एक दललत छात रोलहत वमला को आतमहतया करन क ललए मजबर होना पडा रोलहत की आतमहतया क बाद दललत उतपीडन का मदा राषटरीय राजनीलत क पटल पर भी छाया रहा और उसस मोदी सरकार की लकरलकरी भी हई जएनय परकरण क बाद अनधराषटरवाद की हवा म सघ पररवार न दललत-उतपीडन क मद को भी दबाना चाहा ललकन साल क मधय म गजरात क ऊना म कछ दललत यवको को सघ पररवार दारा परायोलजत गोरषिा लगरोह क गणडो न बबथरता स पीटन की घटना क बाद दललत उतपीडन क मद को लकर एक बार लिर पर दश म जनारिोश दखन म आया ललकन ऊना क बाद महाराषटर म भी दललतो पर बबथर हमल बदसतर जारी रह दललतो पर होन वाल इन हमलो स एक बार लिर सालबत हो गया लक बजथआ चनावी राजनीलत की नौटकी क जररय दललत

मलति का खवाब दख रह लोग लकतनी बडी गफलत म जी रह हनोटबनी का नया पतरा जनता

की आखो म धल झोककर पजीपतत आकाओ का सकट दर

करन का खलअनधराषटरवादी जनन और

सामपरदालयक व जालतगत नफरत की आग भडकान क बावजद जब मोदी सरकार का लनकममापन लछपाय नही लछप रहा था तो गरीबी महगाई बरोजगारी स तसत आम जनता की आखो म धल झोकन क ललए साल क आलखर म मोदी सरकार न नोटबनदी क नाम पर नया पतरा ि का 2014 क लोकसभा चनाव स पहल नरनद मोदी दारा काल धन को वापस लान और हर दशवासी क बक खात म 15-15 लाख रपय जमा करवान का वायदा जनता को अचछीा तरह स याद था सतिाा म आन क ढाई साल बाद भी काला धन वापस आना तो दर इस साल पनामा पपसथ क सनसनीखज खलास क बाद यह साफ होता जा रहा था लक मोदी राज दरअसल धननाससठो का राज ह और काल धन क लख़ लाफ जग का ऐलान सतिा पान क ललए भाजपा दारा उछाला गया महज एक चनावी जमला था मोदी सरकार की पजीपलतयो क परलत सवाऐमीभलति उस समय जगजालहर हो गयी जब उसन भारतीय बको स 9000 करोड रपय का कजाथ लकर हजम करन वाल अययाश धनपश लवजय मालयात को दश स फरार होन लदया दसरी ओर पजीपलतयो दारा बको स ललए कजथ बढत गय और बको क नॉन परिालमिग एसटस (ऐस कजथ लजनकी अदायगी की सभावन बहद कम ह) कई लाख करोड तक पहच गय ऐसी पररलसथलत म मोदी सरकार न नोटबनदी क फ सल क जररय जहा एक ओर काल धन क ल ख़ लाफ जग को लकर जनता म अपनी खोती जा रही साख को वापस लान की कोलशश की वही दसरी ओर इसी बहान पजीपलतयो दारा ललय गय कजषो की अदायगी न होन स खसता हाल बको को जनता की गाढी कमायी क जररय सजीवनी दन की कलटल चाल चली ललकन नोटबनदी का कहर लजस तरह स महनत-मजरी करक लकसी तरह अपनी रोजी-रोटी चलान वाली आम आबादी पर बरपा ह और जनता क कषो क परलत परधानमनती सलहत सरकार क तमाम नमाइनदो न लजस कदर सवदनशनयता लदखायी ह उसस यह लदन क उजाल की तरह साफ हो जाता ह लक यह सरकार गरीबो-महनतकशो की धर-लवरोधी ह और पजीपलतयो की चाकरी म यह अववल नमबर पर ह

दतनयाभर म मनी की मार महनतकशो पर

अनतरराषटरीय सतर पर भी इस साल पजी की मार दलनया भर की महनतकश आबादी पर बदसतर

जारी रही 2007 स जारी लवशववयापी महामनदी क भवरजाल स लनकलन क आसार इस साल भी नही नजर आय उलट दलनया की तथाकलथत उभरती हई अथथवयवसथाए भी मनदी की चपट म आती लदखी अमररका और यरोप क लवकलसत मलको की महनतकश जनता भी बरोजगारी महगाई सावथजलनक सलवधाओ म कटौती और बढती आलथथक असमानता स तसत लदखी हालालक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी म सकट की इस लवकट पररलसथलत का लाभ धर-दलषिणपनथी ताकत ल उडी

पशचिमी दशो म बढती नव-फासीवादी ताकत

पलचिम का उदारवादी तबका रिलकजट (लरिटन का यरोपीय सघ स बाहर जाना) और अमररका म टरमप की जीत क बाद स सदम म ह इस साल घलटत य दोनो पररघटनाए लनलचित रप स सामाजयवाद क इलतहास म बहद अहम ह और इनक दरगामी पररणाम होन लनलचित ह इसम कोई दो राय नही लक य दोनो पररघटनाए पलचिम क लवकलसत दशो म बढत नसलवाद परवासी-लवरोध और परलतलरियावादी लवचारो की पठ का सकत दती ह ललकन मजदर वगथ क नजररय स इनको दखन पर हम पात ह लक दरअसल व आलथथक सकट स जझ रही महनतकश जनता क गसस की अलभवयलति ह आलथथक सकट क दौर म अममन ऐसा होता ह लक लकसी रिालनतकारी ताकत की गर-मौजदगी या कमजोर उपलसथलत की वजह स सकट की पररलसथलत का लाभ दलषिणपनथी राजनीलत को लमलता ह जो लोकलभावन नारो और जमलो क जररय जनता क बीच अपनी पठ बना लती ह जालहर ह लक लरिटन क यरोपीय सघ स अलग होन क बाद भी वहा की महनतकश जनता की परशालनया लकसी भी रप म कम नही होन वाली ह अमररका म भी महनतकश तबक क लजस लहसस न टरमप की जमलबाजी म िसकर उसको वोट लदया था उसका भी मोहभग होना बस समय की बात ह ऐस म अमररका लरिटन और यरोप म रिालनतकारी ताकतो का यह दालयतव बनता ह लक व जनता क बीच सकट का मजदर वगगीय नजररया लकर जाय और उस यह बताय लक पजीवाद क रहत उनह बदहाली ही नसीब होन वाली ह और यह लक दलनया क हर लहसस म मजदर वगथ की मलति का रासता मजदर इकलाब स ही होकर जाता ह

सामाजयवादी लटरो क बीच तीखी होती होि और जनता पर

पिती इसकी मारइस साल दलनया क लवलभनन लहससो

म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीख होन क सपष परमाण लमल सीररया म यद की महालवभीलषका अभी भी जारी ह लजसम अब तक लगभग साढ चार लाख लोग मौत क घाट उतार जा

चक ह और 1 करोड स भी अलधक लोगो को अपना घर-बार छोडना पडा ह 2011 स जारी इस यद म सीररया क करीब 48 लाख लोग तकगी लमस जॉडथन लबनॉन और इराक म पलायन करन को मजबर हए ह और करीब 66 लाख लोग सीररया क भीतर ही दसरी जगहो पर पलालयत हए ह करीब 10 लाख सीररयाइयो न यरोप म पनाह मागी ह गौर करन वाली बात यह ह लक इस यद म रस और चीन क असद की ओर स कद पडना सामाजयवादी जगत म एक नयी धरी क मजबत होन का जीता-जागता सबत ह

सीररया यद क अलतररति अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ क तीखा होन क परमाण और भी षितो म दखन को लमल इसी साल अमररका व नाटो न 31000 सलनको और 105 लवमानो व 12 यदक लवमानो क साथ रसी सीमा क समीप अब तक का सबस बडा यदाभयास लकया उधर चीन न दलषिण चीन सागर म लववालदत दीपो समबनधी सयति राषटर सघ क एक टराइबयनल फ सल को खल आम धता बतात हए एक सामाजयवादी राषटर क रप म अपनी उपलसथलत जगजालहर की ह इसक अलतररति लिलीपीनस क नव लनवाथलचत राषटरपलत रोलरिगो दततव की अमररका स दरी और चीन स करीबी स भी एलशया परशानत म अमररका क वचथसव वाल परान सामाजयवादी समीकरण म बदलाव क सकत लमल रह ह एक सामाजयवादी दश क रप म चीन क तजी स उभार क सकत तीन लवकास बको ndash एलशयन इफासटरकचर इवसटमणट बक यरोलपयन बक फॉर रीकसटरकशन एणड डवलपमणट तथा लरिकस क नय डवलपमणट बक ndash म चीन क बढत दबदब म भी सपष दख जा सकत ह चीन लसलक रोड पहल क तहत समच यरलशयाई षित म अपना दबदबा बढाना चाहता ह उतिरी अफीका मधय एलशया और तकगी म चीन पहल ही पजी का लनयाथत करता रहा ह उसकी आगामी योजना पवगी यरोप और पवथ सोलवयत सघ क गणराजयो क साथ वयापाररक समबनधो को नयी ऊचाइयो पर ल जान की ह सपष ह लक आन वाल वषषो म अनतरसामाजयवादी परलतसपदाथ और तीखी होन वाली ह लजसका दश दलनया भर की महनतकश आबादी को ही झलना पडगा

अमररका क नततव म बरसो स चलाया जा रहा आतक क ल ख़ लाफ यद दलनया भर म आतकवाद की जड और मजबत कर रहा ह इस साल भी रिसलस पररस ढाका सलहत दलनया क कई लहससो म भीषण आतकी कारथवाइया अजाम दी गयी अमररका दारा खडा लकया गया इसलाम सटट का भसमासर अपनी वीभतसता क परान कीलतथमान तोडता पाया गया

जनता का परततरोध जारी हदलनया क अलग-अलग लहससो

म आम महनतकश आबादी क जीवन पर पजी क चतलदथक हमलो क परलतकार क भी कछ शानदार उदाहरण इस साल दखन को लमल लजनस इस अनधकारमय दौर म भी भलवषय क ललए उममीद बधती ह भारत की बात कर तो इस साल बगलर क टकसटाइल उदोग की मलहला मजदरो न मोदी सरकार की ईपीएफ समबनधी मजदर लवरोधी नीलत क लवरोध म जबरदसत जझारपन का पररचय दत हए समच बगलर शहर को ठप कर लदया बगलर की मलहला टकसटाइल मजदरो क जझार सघषथ को दखत हए कनद सरकार बचाव की मदा म आ गयी इसी तरह स राजसथान क टपपखडा म होणडा कमपनी दारा 3000 मजदरो क लनकाल जान क बाद शर हआ होणडा मजदरो का जझार सघषथ भी पररणादायी रहा 8 महीन लमब सघषथ क बाद होणडा मजदरो न 19 लसतमबर स लदलली क जनतर मनतर पर अपना खटा गाडा और लवषम पररलसथलतयो क बावजद 52 लदन तक डट रह दलनया क अनक लहससो म भी मजदरो और आम महनतकश आबादी क जझार सघषथ दखन को लमल अमररका म काल लोगो पर जारी लगातार हमलो क ल ख़ लाफ lsquoबलक लाइवस मटसथrsquo नामक एक लडाक सघषथ शर हआ लजसम बडी सखया म लोगो न भागीदारी की साल क अनत म उतिरी डकोता परानत क क नन बॉल कसब की आलदवासी आबादी न एक दतयाकार कमपनी दारा बनाय जा रह गस व तल पाइपलाइन क परोजकट को अपन जझार सघषथ क जररय रोकन पर मजबर कर लदया इसक अलतररति यरोप क लवलभनन दशो म भी आम जनता तमाम मसलो पर सडको पर उतरी ख़बरो क अनसार चीन म भी हडतालो की सखया म जबरदसत वलद हई जालहर ह लक जस-जस पजीवादी वयवसथा का सकट और गहराता जायगा जनता क जझार सघषथ परी दलनया म ि लग ऐस म रिालनतकारी ताकतो क सामन चनौती यह ह लक आन वाल लदनो म जनता क सवतसितथ सघषषो को एक कडी म लपरोकर वयवसथा पररवतथन की दरगामी लडाई स जोडा जाय

(पज 1 स आग)

8 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

महनतकश जन-जीवन पर पजी क चतरदक हमलो क बीच गज़रा एक और साल

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

ख़ान कारख़ानो सोना-चादी हीर-मोती जस लदखायी दन वाल रपो स भी जयादा दशी-लवदशी कमपलनयो क शयरो-बॉनडस दशी-लवदशी बक खातो पनामा-लसगापर जस टकस चोरी क अडडो म सथालपत कागजी कमपलनयो और बक खातो मॉरीशस की कागजी कमपलनयो क पी-नोटस वगरह जलटल रपो म भी रहती ह मौजद वयवसथा म लजन क पास असली समपलति ह वह असल म इस नोटो क रप म भरकर नही रखत कयोलक उसस यह समपलति बढती नही बललक इसक रखन म कछ ख़चथ ही होता ह और चोरी जान का ख़तरा भी होता ह| इसक बजाय वह इस उपरोति लवलभनन रपो-कारोबारो म लनवश करत ह लजसस उनकी समपलति लगातार बढती रह बललक ऐस लोग तो आजकल बक नोटो का रोजमराथ क कामकाज म भी जयादा इसतमाल नही करत कयोलक य अपना जयादा काम डलबट-रिलडट काडथ या ऑनलाइन लन-दन क जररय करत ह इनक ललए करसी नोट क रप म मदा का इसतमाल बहत सीलमत ह और समपलति की ख़रीद-फरोखत म टकस बचान ररशवत दन राजनीलतक दलो को दन या ऐस ही कछ और कायषो क ललए ही उस असथाई तौर पर नोटो म बदला जाता ह

इसक लवपरीत दश की अथथवयवसथा म 45 लहससा रखन वाला एक अनौपचाररक-असगलठत षित ह लजसम छोट उदोग वयवसाय पटरी-रहडी दकानदार छोट-मधयम लकसान और कल मजदरो का अलधकाश लहससा आता ह इनक ललए नकदी कारोबार और जीलवका का अलनवायथ-अटट अग ह इन कारोबारो क ललए नकदी उनकी कल चाल पजी ह कयोलक इनका सारा लन-दन क श म ही होता ह य इस नकद चाल पजी स ही कचचा माल ख़रीदत ह कल-पजषो का मणटनस करत ह मजदरी का भगतान करत ह और लिर तयार माल बचकर इस चरि को चलात रहत ह इसी चरि म स अपन मनाफ का लहससा लनकालकर अपन ख़चथ म भी लगात ह अगर इस पजी का कोई लहससा लकसी वजह स कही अटक जाय तो उस हद तक इनका कारोबार ही रक जाता ह जो अगर कछ वकत ल तो इनह कारोबार को बनद करना होता ह अगर कारोबार कछ समय बनद रह जाय तो य अपनी पजी को ही खान लगत ह और दोबारा कारोबार शर करना मलशकल होता जाता ह काम बनद होत ही इनक कामगार सडक पर आ जात ह और उनक ललए भख मरन की नौबत आ जाती ह इसीललए नोटबनदी क कछ लदन बाद स ही दश क हर कोन स ndash लतरपर का हौजरी लभवणडी-इछलकरजी का पावरलम ललधयाना का साइलकल-हौजरी आगरा का जता-पठा लिरोजाबाद का काच-चडी मरादाबाद का बतथन बगाल का जट-चाय बागान बनारस-भदोही का साडी-कालीन आलद हर तरफ स एक ही ख़बर ह लक

50 स 70 तक कारोबार बनद ह हर जगह लाखो मजदरो को काम पर ना आन क ललए कह लदया गया ह

लगभग 93 भारतीय शरलमक असगलठत अनौपचाररक षित म काम करत ह और इनकी परी आमदनी नकदी म ह नकदी क अभाव स इनक छोट धनध बनद हो रह ह या इनका रोजगार लछन जा रहा ह इन मजदरो और छोट कारोबाररयो दोनो को ही इसकी वजह स या तो और भी कम मजदरी पर काम करन को मजबर होना पड रहा ह या अपना माल बड कारोबाररयो को उनकी मनमानी कीमतो पर बचकर नकसान उठाना पड रहा ह नही तो सदखोरो क पास जाकर अपनी भलवषय की कमाई का एक लहससा सद क रप म उनक नाम ललख दन क साथ लकसी तरह कछ बचाकर इकठा की गयी एकाध बहमलय वसत लगरवी भी रखन की मजबरी ह जो लिर वापस न आन की बडी समभावना ह

यही लसथलत गावो क छोट-मधयम लकसानो की ह य लकसान अपनी एक फसल बचकर जो नकदी पात ह उसस ना लसफथ अपन पररवार क ख़चथ का इनतजाम करत ह बललक अगली फसल बोन का भी इनक पास ऐसी षिमता नही ह लक व अपनी फसल को कछ समय भी रोक सक अब नोटबनदी की वजह स नकदी की कमी क बहान धान आल टमाटर पयाज सव कपास आलद सभी फसलो की कीमतो म मणडी क ख़रीदार आढलतयो न 40-50 फीसदी तक की कमी कर दी ह इन हालात म इनह एक और तो अपनी ख़रीफ की फसल को नकदी की कमी म औन-पौन दाम बचन की मजबरी ह वही अगली फसल की बआई क ललए साधन जटान वासत सदखोरो स 30-50 क सद पर कजथ लना मजबरी ह लजसक ललए खत और गहन भी लगरवी रख जात ह धनी लकसानो-कारोबाररयो (यही सद का धनधा भी करत ह) क अपन समथथक वगथ आधार की मदद करन क ललए सरकार न सहकारी बकोसलमलतयो पर भारी रकावट भी लगा दी ह कयोलक इनस कछ मधयम-छोट लकसानो को कछ कजथ लमलता था अब वह रासता भी बनद हो गया ह इस परलरिया म बहत स गरीब लकसान अपनी जमीनो स हाथ धो बठग लपछल तीन वषषो म खती-लकसानी क सकट और सख न पहल ही कलष जमीनो की कीमतो म भारी कमी कर दी ह कछ षितो म तो खती लायक जमीनो की कीमत 40 तक नीच आयी ह ऐस हालात म कजथ लन वाल लकसानो क ललए लसथलत और भी ख़राब होन वाली ह कम कजथ क ललए जयादा खत लगरवी तथा सकट की लसथलत म जमीन बचन पर और कम कीमत लमलन की मजबरी इस लसथलत म छोट-मधयम लकसानो की जमीनो को इन धनी लकसानो-कारोबाररयो दारा ख़रीदकर उनह मजदर बनान की परलरिया म और भी तजी आयगी

ऊपर स सरकार न परान नोटो को

बदलन क जो लनयम बनाय ह उसम बहत स गरीब लोग अपन थोड स परान नोटो को बदलवान म भी असमथथ ह याद रख लक अभी भी 5 करोड स जयादा वयसक लोगो क पास आधार या और कोई पहचान नही ह जनधन योजना म खल 25 करोड खातो (लजनम स 6 करोड म अभी भी शनय रालश जमा ह) क बाद भी कल जनसखया क मात 53 वयसको क बक खात ह इनम स भी 40 फीसदी अथाथत हर 5 म स 2 खात लनलषरिय ह अथाथत सालो स उनम कोई गलतलवलध नही हई असल म तो लसफथ 15 फीसदी खातो म ही लन-दन होता ह कल जनसखया क 60 लोग ऐसी जगहो पर रहत ह जहा कोई बक शाखा नही ह अथाथत य लोग बक म कछ करना चाह तो इनह अपना काम-धनधा छोडकर मीलो चलकर जाना होता ह ऊपर स सरकार न गामीण षितो म पाय जान वाल सहकारी बको को नोट बदलन स रोक लदया अब तो 31 लदसमबर तक परान नोट बदल पान क अपन पहल ऐलान स मकरकर सरकार न 24 नवमबर को ही नोट बदलन का काम बनद कर लदया इसस जालहर ह लक बहत सार खाता-पहचान पत लवहीन गरीब लोगो को अपन परान नोटो को बदलवा पान म असमथथ रहन पर अपन 500 क नोटो को 200-300 रपय म बचन पर मजबर होना पड रहा ह जो इनक ललए एक कमरतोड नकसान ह महनतकश लोगो म भी सबस जयादा शोलषत मजदर लरिया होती ह लजनह शरम क शोषण क साथ परषवादी समाज का भी अतयाचार झलना होता ह शराबी अपराधी गरलजममदार मदषो स लववालहत लरियो क ललए नकदी क रप म रखी कछ लछपायी हई रकम मसीबत क वकत का सहारा होती ह अब यह रकम इनम स जयादातर क हाथ स लनकल गयी ह

साथ ही जो नकदी जनता क बड लहसस को अपन छोट कारोबारो की चाल पजी या वकत जररत की बचत को बको म जमा करन क ललए मजबर लकया गया ह उस पर बको न तरनत ही बयाज दर घटा दी ह मतलब एक और नकसान कल लमलाकर दख तो नोटबनदी की परी परलरिया म आम महनतकश जनता की थोडी बहत समपलति का एक बडा लहससा उनक हाथ स लनकलकर समपलतिशाली तबक क हाथ म हसतानतररत हो जान वाला ह भारत पहल ही एक बहद असमानता वाला समाज ह ndash 10 शीषथ तबक क पास 81 समपलति ह (इसम भी 1 शीषथ तबक क पास ही 58 समपदा ह) जबलक नीच क 50 क पास लसफथ 2 समपलति ह ऐस समाज म नोटबनदी का नतीजा असमानता को और भी जयादा बढायगा तथा लनमन मधय तबक की 40 जनसखया को भी और गरीबी-कगाली की ओर धकलन की परलरिया को और तज करगा जहा तक इन कछ बहतर लसथलत वाल लनमन मधयवगगीय अदथ शरलमको-छोट कारोबाररयो का सवाल ह उनह पहल ही घटत लनयाथत और घरल माग म

कमी स कम होत लनवश की वजह स नौकररयो स हाथ धोना पड रहा ह अब नकदी क अभाव स माग और लनवश म मनदी स यह परलरिया और तज होगी एक अनमान क अनसार सकल घरल उतपाद की वलद दर म एक फीसदी की लगरावट स 20 लाख स जयादा लोग बरोजगार होग इस आधार पर सकल घरल उतपाद दर म लगरावट क लवलभनन अनमानो क आधार पर 50 लाख स 1 करोड लोग तक अपन रोजगार स हाथ धो सकत ह और जयादातर अथथशालरियो क अनमानानसार यह लसथलत लसफथ कछ महीन नही बललक एक साल या उसस भी जयादा तक रह सकती ह इस जबरदसती लाद दी गयी बरोजगारी स अपनी थोडी सी जमा-पजी खोकर कगाल हए बहत स महनतकश लोगो क ललए तो यह बदहाली सथाई भी बन सकती ह

इसक लवपरीत हम पजीपलत और अमीर तबक की लसथलत पर नजर डालत ह ससती बयाज दरो पर जमा की रकम स अब बक कजथ की बयाज दरो को भी कछ हद तक घटाया जा रहा ह यह कजथ कौन लता ह बको स कजथ का 80 लहससा पजीपलतयो और उचच मधयम वगथ क अमीरो दारा लनवश स और कमाई क ललए ललया जाता ह अब ससती बयाज दरो स इनह तरनत इसका फायदा होगा उनकी पजी की लागत कम होन स मनाफा बढगा दस बड पजीपलत घरानो न ही 73 लाख करोड रपय बको स कजथ ललया ह अगर बयाज दर 01 भी कम हो तो इनह 730 करोड रपय का लाभ होगा जो इन गरीब जमा करन वालो की जब स आयगा इसीललए यह सब पजीपलत इसक समथथन म खड ह

अब जमीन-मकान आलद समपलति की कीमत कम होन क सवाल पर आत ह हम समझना चालहए लक कीमत बढन और कम होन दोनो चरिो का फायदा उसी तबक को होता ह लजसक पास पजी सचना और पहच होती ह लपछल सालो म लजन बहत स लोगो न कजथ लकर महगी कीमतो पर जमीन-मकान ख़रीद ह अब नौकररया-मजदरी कम होन की लसथलत म इनको ही कम कीमतो पर बचन को मजबर होना पडगा न लक ररयल एसटट क कारोबाररयो को बललक य कारोबारी ही लिर स ससती कीमतो पर समपलति ख़रीदकर अगल कीमत वलद चरि म मनाफा कमान की लसथलत म होग न लक अमीर बनन क सपन दखत लनमन मधय वगगीय लोग अमररका म लवतिीय सकट क दौरान यही हआ था लनमन मधय वगगीय लोगो न कजथ लकर जो घर महग दामो पर ख़रीद थ रोजगार लछन जान स जब उनकी लकशत जमा ना हई तो बको न उनह अपन कबज म लकर नीलाम कर लदया लजस समपलति क कारोबाररयो न औन-पौन दामो ख़रीदा तथा अब लिर स इनकी कीमत 2008 क सतर पर आन स भारी मनाफा कमाया डब कजथ ससत म ख़रीद कर मनाफा कमान का भी एक बडा कारोबार ह लजसक ललए कई कमपलनया भारत म भी खडी हो चकी ह

अब समझत ह लक काला धन असल म होता कया ह कयो और क स पदा होता ह और इसका कया लकया जाता ह काल धन का अथथ ह गरकाननी कायषो तथा टकस चोरी स हालसल लकया गया धन इसको कछ उदाहरणो स समझत ह लपछल लदनो ही लबजली उतपादन करन वाली बडी कमपलनयो दारा 60 हजार करोड रपय काला धन का मामला सामन आया था इन कमपलनयो लजनम लजनदल अलनल अमबानी और गौतम अडानी की कमपलनया भी ह न ऑसटरललया स कोयला आयात लकया ललकन ऑसटरललया की कमपनी स सौदा इन कमपलनयो न नही बललक इनकी ही दबई या लसगापर लसथत कमपलनयो न लकया कह लक 50 डॉलर परलत टन पर और लिर अपनी इस कमपनी स इन कमपलनयो न यही कोयला मान लीलजय 100 डॉलर परलत टन पर ख़रीद ललया तो भारत स 100 डॉलर बाहर गया ललकन ऑसटरललया 50 डॉलर ही पहचा बीच का 50 डॉलर दबईलसगापर म इनकी अपनी कमपनी क पास ही रह गया ndash यह काला धन ह इसस इन कमपलनयो को कया फायदा हआ इनकी भारतीय कमपनी न जयादा लागत और कम मनाफा लदखाकर टकस बचाया लागत जयादा लदखाकर लबजली क दाम बढवाय और उपभोतिाओ को लटा कई बार घाटा लदखाकर बक का कजथ मार ललया जो बाद म आधा या परा बट खात म डाल लदया गया ऐस ही अडानी पॉवर न दलषिण कोररया स मशीनरी मगान म 5 हजार करोड रपया जयादा का लबल लदखाकर इतना काला धन लवदश म रख ललया आयात म की गयी इस गडबडी को ओवर इनवॉयलसग या अलधक कीमत का फजगी लबल बनवाना कह सकत ह लनयाथत म इसका उलटा या अणडर इनवॉयलसग लकया जाता ह अथाथत सामान जयादा कीमत का भजा गया और लबल कम कीमत का बनवा कर अनतर लवदश म रख ललया गया ररजवथ बक न अभी कछ लदन पहल ही बताया लक 40 साल म इस तरीक स 170 खरब रपया काला धन लवदश म भज लदया गया

लवदश म रख ललया गया यह काला धन ही लसवस बको या पनामा जस टकस चोरी की पनाहगाहो म जमा होता ह और बाद म घम-लिरकर मॉरीशस आलद जगहो म सथालपत कागजी कमपलनयो क पी-नोटस म लग जाता ह और लवदशी लनवश क तौर पर लबना कोई टकस चकाय भारत पहच जाता ह लवदशी लनवश को बढावा दन क नाम पर भारत सरकार इस पर लिर स होन वाली कमाई पर भी टकस छट तो दती ही ह यह हजारो करोड रपया लकसका ह यह सवाल भी नही पछती

लिर दश क अनदर भी लवलभनन तरह स काला धन पदा होता ह जस बलारीगोवा आलद म लौह खनन करन वाल रडडी बनधओ जस मालिया कारोबाररयो न लजतना लौह अयसक लनकालकर बचा

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 9

(पज 10 पर जारी)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत(पज 1 स आग)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

उसस बहत कम खातो म लदखाया और बाकी काल धन क रप म रह गया इसक अलतररति लकराय लनवश और बॉणड आलद गलतलवलधयो (राजनता पललस नौकरशाह) और आमदनी छपान क अनक तरीको (ररयल एसटट कारोबारी लनजी असपताल लशषिा क सठ) क जररय भी काला धन बनाया जाता ह ललकन कछ अपवादसवरप कजस लकसम क वयलतियो को छोडकर यह काला धन बक नोटो क रप म नही रखा जाता बललक जमीन-मकान जसी समपलतियो बहमलय धातओ तथा लकसम-लकसम की कमपलनया-टरसट-सोसायटी आलद बनाकर और कारोबार म लगा लदया जाता ह लजसस और भी कमाई होती रह इस धन को काननी बनान क अनक उपाय ह इसम इनह टकस वकीलो चाटथडथ एकाउणटणटो और ख़द सरकारी अमल की मदद भी लमलती ह इन तरीको का इसतमाल करत हए छटभयो (कागजो पर चलन वाली अनक खराती ससथाए यही काम करती ह) स लकर बडी मछललया तक करो की छट वाल दशो क जररय भारत म सीध लवदशी लनवश क रप म वापस ल आती ह गरकाननी धन पदा करन और चलान क इन उपायो पर नोटबनदी का कोई असर नही पडगा

उपरोति स यह तो साफ ही ह लक घरो म नोटो क ढर न लगाकर बको क जररय ही यह काला या चोरी का धन लवलभनन कारोबार म लग जाता ह अनक लवशषको न बख़बी लदखाया ह लक लपछली छापामारी क आकड लदखात ह लक लसफथ 5 काला धन ही नकदी (लजसम जवर भी शालमल ह) क रप म रहता ह इसललए नोटबनदी स कालाधन वाल असली कारोबाररयो को न तो कछ नकसान होन वाला ह न ही इनका काल धन का चोरी का कारोबार रकन वाला ह अगर इनक पास तातकाललक जररत क ललए कछ नोट इकठा हो भी तो भी वतथमान वयवसथा म राजनताओ अफसरो पललस लवतिीय वयवसथा म इनका रतबा और पहच इतनी गहरी ह लक उनह खपान म इनह कोई ख़ास लदककत नही आती कछ कमीशन - सलवधा शलक दकर उनक काल धन को लठकान लगान म इनह कोई तकलीफ पश आन वाली नही ह

जहा तक पजीवादी तबक की मीलडया और लवशषको का सवाल ह व इस असथाई तकलीफ क बाद टकस चोरी पर रोक लगन क तकथ स उलचत ठहरा रह ह ललकन अगर टकस चोरी को ही रोकना ह तो वोडाफोन का 20 हजार करोड का टकस (कनथ वदानता आलद भी ह) इस सरकार न माफ कयो लकया अभी साढ चार हजार करोड क बगर लनयम क टकस छट को सीएजी न उजागर लकया वह क स लवदशी लनवशको और पी-नोटस क पस पर टकस छट कयो इन सब बड टकस चोरो को पकडन म कया ऐतराज ह अगर वतथमान शासको को काला धन वासतव म ही जबत करना या बनद करना होता तो ऊपर लदय गय

उदाहरणो वाल कारोबाररयो की जाच करत उसम पदा काल धन का पता लगात और उस जबत कर इनको सजा लदलवात ललकन सब सामन होत हए भी इन मामलो म कछ न कर परान नोटो को बनद कर नय चलान की नौटकी स काल धन और भरषाचार स लडन की नौटकी की जा रही ह असल म तो शासन म बठ लोग इस पजीपलत वगथ क ही परलतलनलध ह और उनक धन स ही चनाव लडकर सतिा परापत कर उनकी सवा करत ह तो उनस इनक ल ख़ लाफ कोई कदम की उममीद करना ही बमानी ह अब जबलक इस नौटकी की पोल खलन लगी ह तो आयकर लवभाग दारा छाप मारकर काला धन पकडन का परचार शर लकया गया ह ललकन हम जानना चालहए लक यह छापामारी आयकर लवभाग का एक लनयलमत कायथ ह लजसको परचाररत कर काल धन क ल ख़ लाफ लडन का यह छदम परचार ही चल रहा ह अगर यह करन स ही काला धन लनकलन वाला था तो इसक ललए पर दश की जनता को परशन लकय बगर 2 साल पहल ही लकया जा सकता था ललकन ऐसा करन का कोई वसतलवक इरादा नही ह नही तो कई लाख करोड क टकस लडिॉलटरो और बक कजथ दबाय बठ पजीपलतयो की समपलति कयो नही जबत कर ली जाती

इनको राहत दन क ललए तो पहल एक 45 फीसदी टकस वाली सकीम आयी थी काला धन बाहर लान वाली मोदी-जतली जोडी न खद ही वाहवाही भी कर ली थी लक 65 हजार करोड का काला धन घोलषत हो गया अब उसम स 24 हजार करोड क दाव तो फजगी लनकल आय ह तथा ऐस ही और भी लनकल सकत ह लिर नोटबनदी आयी इस बार कहा गया 5 लाख करोड काली कमाई नष कर दगा मोदी जी का रिहमारि यह सब ररजवथ बक सरकार को दगा लजसस मोदी जी दश म अचछ लदन ला दग अब परा एक महीना अभी बाकी ह और बस 3 लाख करोड ही बाहर बचा ह यह तीर भी ख़ाली गया अब लिफटी-लिफटी का फामथला लाया गया ह मामल को सभालन क ललए लगता ह लक आलखर क लदनो म इसम भी बडी रकम घोलषत होन क ऐलान होग चाह बाद म फजगी ही लनकल इसस लिर परचार लकया जायगा लक मोदी जी की सखती स सब काल धन वाल डर गय और खद ही बाहर आ गय इसीललए आजकल इनकम टकस की रड म नोट और सोना बरामदगी की कहालनया ख़ब परचाररत हो रही ह थोडी अलधक उम वाल लजन लोगो को इमरजसी की थोडी याद होगी वो जानत ह लक उस दौरान भी रलडयोअख़बार म इनकम टकस छापो या सदखोरो क पकड जान की ख़बर भरी होती थी वस इनकम टकस म एक लडपाटथमणट ही ह लजसका काम ही साल भर यह छाप मारना ह उसम स कछ ख़बर रोज छपवाना कोई बडी बात नही ललकन लजस तरह स यह परचार चल रहा ह उसस मोदी की गरीबो क ललए काली कमाई वाल अमीर लोगो क ल ख़ लाफ जान की बाजी लगाकर लडन वाली

इमज क ललए जररी ह लक लकसी तरह यह लदखाना लक बडी माता म काला धन जबत हआ ह

यह आम तजबव और जान का लवषय ह लक जहा भी अफसरशाही क लनयनतण म जीवन की गलतलवलध आती ह उसम बईमानी और कालाबाजारी बढती ही जाती ह यह लनयनतण करोलसन तल पर हो या चीनी सीमणट या सोन या रपय पर हो नतीजा यही होता ह इसललए नोटबनदी स पदा की गयी मदा की नकली कमी स भी कालाबाजारी का एक बडा और नया धनधा खडा होना ही था जो अब हम सबक सामन ह ललकन इन छापो म करोडो पकड जान स यह धनधा बनद नही होता इसस तो लनजी लगरोहो दारा शर लकय जान वाल इस धनध म पललस-अफसरशाही-जजो और उनक जररय राजनीलतक तनत - सरकार की लहससदारी और तालमल सथालपत होता ह ऐस ही सरकारी तनत स लकर लनजी कारोबाररयो और अपराधी लगरोहो की साठ-गाठ की लगरोहबनदी पर परशासलनक-आलथथक-राजनीलतक तान-बान को अपन लनयनतण म लती ह अभी आयकर-पललस की जो छापमारी चल रही ह मोदी जी जो चतावनी जारी कर रह ह उसका इलगत यही ह - काला धनधा करना ह तो हमस बचकर नही कर पाओग हमारा लहससा चनाव क समय हमारी मदद सामालजक गलतलवलधयो पर लनयनतण क ललए गणडा दल की वयवसथा और रसद-पानी - यह सब करो तभी कर पाओग और यह कोई पहली बार नही हो रहा ह इलनदरा गाधी क नततव म ठीक यही काम कागस एक जमान म कर चकी ह हा अब वाला िासीवादी शासक लगरोह उसस भी अलधक लनयनतण सथालपत करना चाहता ह

व भारत को भरषाचार और गनद धन स मति करान का दावा करत ह उनक सतिा म आन क ललए वोट लमलन की वजहो म स एक लपछली सपरग दो सरकार क दौरान घोटालो की लहर भी थी लजसका कारगर तरीक स इसतमाल करत हए उनहोन दश को पारदशगी बनान और lsquoबहत कम सरकारी दख़ल क साथ अलधकतम परशासनrsquo का वादा लकया था व अपना आधा कायथकाल लबता चक ह और उनक शासन म ऊच लकसम क भरषाचार की फसल भरपर लहलहाती हई लदख रही ह भरषाचार क महान यानी राजनीलतक दल अभी भी अपारदशगी ह और सचना का अलधकार क दायर स बाहर ह lsquoपनामा ललसटrsquo म लदय गय 648 काल धन वालो क नाम अभी भी जारी नही लकय गय ह उनकी सरकार न बको दारा लदय गय 114 लाख करोड रपय क कॉरपोरट कजषो को नन-परफॉलमिग असटस (एनपीए) कहकर माफ कर लदया ह सावथजलनक षित क बको का एनपीए 11 लाख करोड ह ललकन कॉरपोरट लटरो क ल ख़ लाफ कोई भी कारथवाई नही की जा रही ह कॉरपोरट अरबपलतयो का सीधा कर बकाया 5 लाख करोड स ऊपर चला गया ह ललकन मोदी न कभी भी

इसक ल ख़ लाफ जबान तक नही खोली लपछल दशक क दौरान उनको करो स छट 40 लाख करोड स ऊपर चली गयी लजसकी सालाना दर मोदी क कायथकाल क दौरान 6 लाख करोड को पार कर चकी ह जो सपरग सरकार क दौरान 5 लाख करोड थी मोदी अपन आप म कॉरपोरट भरषाचार क भारी समथथक रह ह जो गरकाननी धन का असली जनमदाता ह

यहा तक लक यह भी सनदह लकया जा रहा ह लक नोटबनदी म भी भारी भरषाचार हआ ह इस फ सल को लकर जो नाटकीय गोपनीयता बरती गयी वह असल म लोगो को लदखान क ललए थी इस फ सल क बार म भाजपा क अनदरनी दायर को पहल स ही पता था लजसम राजनता नौकरशाह और लबजनसमन शालमल ह इसको 30 लसतमबर को ख़तम होन वाली लतमाही क दौरान बको म पस जमा करन म आन वाली उछाल म साफ-साफ दखा जा सकता ह लवलभनन राजयो स ख़बर आ रही ह लक भाजपा न नोटबनदी क पहल क महीनो म बड पमान पर जमीन-मकान ख़रीद इसम इसतमाल होन वाल धन का सोत कया था ख़बरो क मतालबक भाजपा की पलचिम बगाल ईकाई न घोषणा स कछ घणटो पहल अपन बक खात म कल 3 करोड रपए जमा लकय एक भाजपा नता न नोटबनदी क काफी पहल ही 2000 रपय क नोटो की गडलडयो की तसवीर पोसट कर दी थी और एक लडलजटल पमणट कमपनी न 8 नवमबर 2016 की रात 8 बज होन वाली घोषणा की अगली सबह एक अख़बार म नोटबनदी की तारीफ करत हए पर पनन का लवजापन परकालशक कराया असल म नोटबनदी न बनद लकय गय नोटो को कमीशन पर बदलन का एक नया धनधा ही शर कर लदया ह इसललए इसम कोई हरानी नही ह लक टरासपरसी इणटरनशनल दारा भारत की रलकग म मोदी क राज म कोई बदलाव नही आया ह जो 168 दशो म 76व सथान पर बना हआ ह

जहा तक नकली नोटो का रोक लगन का सवाल ह अब तो ख़द सरकार न भी इसकी बात करनी कम कर दी ह कयोलक lsquoद लहनदrsquo और lsquoलहनदसतान टाइमसrsquo (11 नवमबर 2016) की ररपोटथ क अनसार NIA जसी कनदीय एजलसयो और भारतीय सालखयकी ससथान कोलकाता (ISI) क अनसार हर वषथ 70 करोड रपय क नकली नोट परचलन म आत ह और दश म कल नकली करसी की माता 400 करोड रपय या 10 लाख नोटो म 250 नोट आकी गयी ह अब इसको ख़तम करन क ललए परी करसी को बदलन पर 15-20 हजार करोड रपय ख़चथ करना अगर मखथता भी नही तो अलववकी फ सला तो कहा ही जायगा जस सडक पर चीटी मारन क ललए रोड रोलर चलाना वस ररजवथ बक का यह भी कहना ह लक छापन की जलदी क कारण इन नय नोटो म कोई सरषिा उपाय नही जोड जा सक मतलब इनक नकली नोट छापना और भी आसान होगा इसीललए नय नोट

बाजार म आन क चनद लदनो क अनदर ही इनक नकली नोट भी बडी माता म दश क लवलभनन कोनो स पकड जान शर हो गय ह

वतथमान पजीवादी सामालजक वयवसथा का आधार ही महनतकशो क शरम दारा उतपालदत मलय को हलथयाकर अलधकतम मनाफा और लनजी समपलति इकठा करना ह लजसम एक और आधी स जयादा समपलति क माललक 1 लोग ह और दसरी और गरीब लोगो की बहसखया इतनी भयकर असमानता और शोषण वाल समाज म न भरषाचार ख़तम हो सकता ह न अपराध इनको ख़तम करन क ललए तो पजीवाद को ही समापत करना होगा हा वासतलवक समसयाओ स जनता का धयान हटान क ललए ऐस नाटक दलनया भर म बहत दशो म पहल भी ख़ब हए ह और आग भी होत रहग ख़ास तौर पर मोदी सरकार जो लवकास रोजगार आलद क बड वाद कर सतिा म आयी थी जो बाद म लसफथ जमल लनकल उसक ललए एक क बाद एक ऐस कछ मद और ख़बर पदा करत रहना जररी ह लजसस उसक समथथको म उसका लदमागी सममोहन टटन न पाय कयोलक असललयत म तो इसक आन क बाद भी जनता क जीवन म लकसी सधार-राहत क बजाय और नयी-नयी मसीबत ही पदा हई ह इसस काला धनभरषाचारअपराधआतकवाद ख़तम हो जायगा ndash यह कहना शखलचलली क लकसस सनान स जयादा कछ नही

जहा तक क शलस लन-दन का सवाल ह अब जबलक सरकार को यह सवीकार करना पडा ह लक अवध घोलषत सब नोट वापस बक म जमा हो जान वाल ह और जनता को बहद तकलीफ दन क बाद भी लगभग नगणय काला धन बाहर आयगा तो मोदी न नया राग अलापना शर कर लदया ह लक वह दश म क शलस वयवसथा लाना चाहत ह तकथ लदया जा रहा ह लक नकदी क बजाय लडलजटल लन-दन बढन स ररकॉडथ रहगा खातो म पारदलशथता बढगी भरषाचार और काला धन कम होगा इसस जयादा टकस वसल होगा लजस सरकार समाज कलयाण क कायषो पर ख़चथ करगी

जहा तक क श क कम इसतमाल स काला धन कम होन का सवाल ह यह बात सही ह लक आम लोगो दारा लकय गय लन-दन का ररकॉडथ रहगा ललकन इसस काल धन क कारोबाररयो पर रोक लगगी ऐसा कोई अथथशारिीय परमाण उपलबध नही ह इसक लवपरीत बगर क श क भी काला धन पदा होन क बहत स उदाहरण ह जस शयरो क सटाबाजार सटॉक एकसचज का काम-काज परी तरह क शलस होता ह लिर भी काल धन का यह परमख अडडा ह सबस जयादा सक म घपल ठगी आलद यही होती ह 1995 क हषथद महता लगरोह न तो पर बलकग लससटम क ही घटन लटकवा लदय थ 2001 म कतन पारीख लगरोह न लिर स बलकग लससटम को तगडा झटका लदया था पर इन दोनो न क श कतई इसतमाल नही लकया था

10 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

(पज 9 स आग)

नोटबनी जनता की गाढी कमाई स सरमायदारो की ततजोररया भरन का बनोबसत

(पज 7 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

(पज 16 स आग)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 11

(तपछल अक क समादकीय लख की समापन किी)

अकटबर करयादत की महयान दवरयासत क परलत आज हमारा नजररया कया होना चालहए कया हम अकटबर रिालनत का आख बनद करक अनसरण कर सकत ह लजस तरह हमार दश म कछ कमयलनसट रिालनतकारी आख मदकर चीनी रिालनत की नकल करन का परयास कर रह ह नही रिालनतयो का दहराव नही होता और न ही उनकी काबथन कॉपी की जा सकती ह मजदर वगथ की हर नयी पीढी अपन परखो दारा लकय गय परयोगो का नीर-छीर-लववक करती ह और उनस एक आलोचनातमक ररशता कायम करती ह वह उनस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लती ह और नय दौर म बदली हई पररलसथलतयो क अनसार नयी रिालनतयो की रणनीलत और आम रणकौशल लनलमथत करती ह तो लिर आज हम अकटबर करयादत की दवरयासत स दकस परकयार सीख सकत ह इसक दलए हम सकषप म इस बयात की चचयाव करग दक लदनन और तयादलन न अकटबर करयादत की दवदशषटतया क बयार म कया कहया थया

ललनन न उन लवलशष राषटरीय और अनतरराषटरीय पररलसथलतयो का लजरि लकया था लजसम लक अकटबर 1917 म रसी समाजवादी रिालनत हो सकी ललनन का कहना था लक लवशष तौर पर दो पररलसथलतया उस समय अकटबर रिालनत क ललए मखय रप स लजममदार थी पहली पररलसथलत थी - परथम लवशव यद दारा रस म पदा आलथथक सामालजक और राजनीलतक सकट दसरी पररलसथलत थी - दश म सवतःसितथ रप स मजदर सोलवयतो का जाग उठना और साथ ही भलम कमलटयो दारा जमीनो पर कबज और कारख़ाना सलमलतयो दारा कारख़ाना कबज की मलहम का शर होना इन पररलसथलतयो म बोलशलवक पाटगी को एक ऐस दश म मजदर वगथ की अगवाई करत हए सतिा अपन हाथो म लनी पडी लजसम मजदरो की आबादी कल आबादी का मात 10-11 परलतशत था जबलक लकसान आबादी कल आबादी का करीब 85 फीसदी थी अभी भलम सधार व अनय जनवादी कायथ भी अधर थ अगर बोलशलवक पाटगी उस समय ऐसा न करती तो लिर जनवादी रिालनत की हतया कर दी जाती और साथ ही समाजवादी रिालनत की समभावना भी लमब समय क ललए समापत हो जाती समझा जा सकता ह लक य दोनो पररलसथलतया अकटबर रिालनत को लवलशष बनाती ह इस लवलशषता को समझना बहद जररी ह

सताललन न 1924 म lsquoअकटबर करयादत और रसी कमदनटो की कया वनीदतrsquo नामक अपन लख म रसी रिालनत की लवलशष पररलसथलतयो की लवसतार स चचाथ की आज मजदर रिालनतकाररयो को उस अवशय समझना चालहए तालक हम रसी रिालनत क अनधानकरण क आधार पर इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतयो की

रणनीलत व आम रणकौशल न तयार कर सताललन एक परकार स आन वाली पीढी क कमयलनसट रिालनतकाररयो को ऐस ख़तर क परलत अपरतयषि रप स आगाह करत हए नजर आत ह सताललन ललखत ह लक लजन तीन बाहय पररलसथलतयो न रसी रिालनत की मदद की व इस परकार हः (1) सामाजयवादी यद (परथम लवशव यद) लजसन दो परमख सामाजयवादी गटो (लरिटन-फास व जमथनी-ऑलसटरया) को रस म सवथहारा वगथ क रिालनतकारी आनदोलन पर धयान दन का मौका ही नही लदया (2) सामाजयवादी यद न रस म महनतकश अवाम क धयथ की आलखरी सीमा का इमतहान ल ललया था और लोग यद स बरी तरह स थक चक थ और उनकी समझ म आन लगा था लक यद स लनजात पान का एक ही रासता ह - समाजवादी रिालनत (3) यरोप म एक मजबत मजदर वगथ का आनदोलन मौजद था और जमथनी समत कई दशो म रिालनतकारी पररलसथलत लनलमथत हो रही थी (जो रस क अलतररति नततवकारी पालटथयो की गललतयो क कारण रिालनत म तबदील नही हो सकी) लजनक कारण रसी रिालनत को कई दशो म अपन शलतिशाली लमत लमल गय थ

इन तीन बाहय पररलसथलतयो क अलतररति छह आनतररक कारक थ लजनहोन बोलशलवक रिालनत को समभव बनाया जो इस परकार थः (1) बोलशलवको को मजदर वगथ का भारी समथथन परापत था (2) भलम और शालनत क परशन पर रिालनतकारी अवलसथलत क कारण पाटगी को लकसानो और सलनको का समथथन हालसल था (3) अकटबर रिालनत म मजदर वगथ को नततव दन क ललए एक तपी-तपायी अनभवी अनशालसत और मझी हई कमयलनसट पाटगी मौजद थी (4) अकटबर रिालनत का सामना एक कमजोर पड चक शत स था ndash रस का पजीपलत वगथ अभी नया-नया सतिा म आया था और अभी पजीवादी राजयसतिा अपन आपको सदढ नही कर पायी थी वह कछ शहरो और औदोलगक कनदो म ही परभावशाली थी लकसान बगावतो क कारण पजीवादी भसवालमयो की सतिा म भी दरार पड चकी थी और जो बजथआ व लनमन-बजथआ पालटथया आरजी सरकार म थी व भलम और शालनत क परशन पर समझौतापरसती और गदारी कर रही थी (5) रसी सामाजय लवशालकाय था और उसक कोनो-अनतरो तक एक यवा बजथआ राजयसतिा की पहच नही थी लजसक कारण रिालनतकाररयो को मति रप दाव-पच करन जररत पडन पर पीछ हटन और ससतान और लिर नय आरिमण की तयारी का जयादा मौका लमला (6) परलतरिालनतकाररयो क लख़लाफ और सामाजयवालदयो दारा घरबनदी क लख़लाफ लटक पान क ललए बर हालात होत हए भी सोलवयत रस क पास काम चलान योगय खादानन आपलतथ व अनय ससाधन मौजद थ

आग सताललन दो परलतकल पररलसथलतयो का लजरि करत ह जो इस परकार थीः (1) अकटबर रिालनत

न सोलवयत रस क रप म दलनया की पहली समाजवादी सतिा की सथापना की और उस समय दलनया म कोई अनय समाजवादी राजय मौजद नही था लजस पर बोलशलवक समाजवादी लनमाथण क ललए लनभथर रह सकत थ इसन सोलवयत सतिा को सापलषिक अलगाव म डाल रखा था (2) रसी जनता म सवथहारा वगथ एक छोटी-सी अलपसखया था और लवलशष पररलसथलतयो म रस म समाजवादी रिालनत की लसथलतया लनलमथत हो गयी थी लजसक कारण उस रलडकल बजथआ भलम सधार करन पड और खती म समाजवादी उतपादन समबनधो की सथापना क ललए लमबा इनतजार करना पडा उसक बाद भी बहद कलठनाइयो और जलटलताओ का सामना करत हए खती म समाजवादी समबनधो की सथापना हो सकी साथ ही बजथआ जनवादी रिालनत क कई छट कायथभारो को परा करन क कारण भी समाजवादी रिालनत और लनमाथण को आग बढन म कई बाधओ का सामना करना पडा इनही लवलशषताओ क कारण रसी रिालनत की सताललन क अनसार दो चाररलतक आलभलाषिलणकताए थीः पहली यह लक यह रिालनत मजबत मजदर-लकसान सशरय क आधार पर ही समपनन हो सकती थी लजसम लक वयापक लकसान जनसमदायो का नततव एक अलपसखयक सवथहारा वगथ को करना था और दसरी यह लक यह एक दश म समाजवाद क लनमाथण और सवथहारा अलधनायकतव पर आधाररत थी जो लक लकसान बहसखया वाला एक लपछडा दश था लजसम बजथआ जनवादी रिालनत क भी कई कायथभार अधर पड थ यरोप क अनय दशो लवशषकर जमथनी म रिालनतयो क असिल हो जान क कारण रसी रिालनत और समाजवादी लनमाथण का रासता बहद जलटल और मलशकल हो गया था

सताललन दारा बतायी गयी इन लवलशषताओ और आलभलाषिलणकताओ क कारण ही ललनन न कहा था लक रस म समाजवादी रिालनत को समपनन करना तो आसान ह ललकन उस लटका पाना जयादा मलशकल और जलटल ह जबलक अपषिाकत उननत और औदोगीकत दश जहा सवथहारा वगथ लवशाल ह जस लक जमथनी या फास वहा रिालनतयो को अजाम दना जयादा मलशकल होगा ललकन एक बार यलद समाजवादी रिालनत हो गयी तो इन दशो समाजवादी लनमाथण का रासता अपषिाकत सगम होगा इसका कारण यह ह लक इन दशो म सवथहारा वगथ आबादी म एक परमख लहससा बन चका था खती का पजीवादी रपानतरण मखयतः और मलतः रिालनतकारी या गर-रिालनतकारी रप स परा हो चका था दश म उतपादक शलतियो क लवकास का सतर ऊपर पहच चका था और अनय जनवादी कायथभार भी मखयतः और मलतः पर हो चक थ दश क सवथहारा वगथ क पास सगठन और सघषथ का अपषिाकत लमबा अनभव था और उसकी राजनीलतक चतना का सतर अपषिाकत रप स ऊपर था इन उननत पजीवादी दशो म बजथआ राजयसतिा क सामालजक आधार अपषिाकत जयादा

वयापक थ बजथआ वगथ क पास शासन चलान का लमबा अनभव था और उसकी राजयसतिा की पहच समाज क भीतर जयादा गहराई तक थी यही कारण था लक इस जयादा कशल जयादा अनभवी और जयादा सगलठत बजथआ वगथ और उसकी राजयसतिा क लवरद रिालनत को अजाम दना रस जस लपछड पजीवादी दश क मकाबल जयादा मलशकल था ललकन एक बार रिालनत को अजाम दन पर ऊपर बताय कारणो क चलत उस लटका पाना और समाजवादी लनमाथण अपषिाकत जयादा सगम होता रसी रिालनत क साथ एक तासदी यह घलटत हई लक यरोप क अपषिाकत उननत पजीवादी दशो म कई जगहो पर रिालनतकारी पररलसथलतया लनलमथत होन क बावजद सवथहारा वगथ रिालनत सगलठत नही कर सका इसक कारण रस म मजदर सतिा और समाजवाद को कोई मजबत लमत नही लमल सका ऐसी परलतकल पररलसथलतयो म एक दश म समाजवाद का लनमाथण करना ही एक सताललन क नततव म एक चमतकाररक सिलता क समान था ललकन रसी रिालनत की इन लवलशष परलतकल व अनकल दोनो ही परकार की ऐलतहालसक पररलसथलतयो क कारण उसका इलतहास म एक लवलशष सथान ह और इसी कारण स उसका अनकरण करना समभव ही नही ह

ललनन न कहा था लक सामाजयवाद और इजारदार पजीवाद क दौर म सवथहारा रिालनतयो का तफान कनद यरोप क उननत पजीवादी दशो स लखसककर एलशया अफीका और लालतन अमररकी दशो की ओर आ रहा ह जब यह हो रहा था तो पवथ और पलचिम क सत पर यानी रस (लजस लक यरलशया भी कहा जाता ह) म सवथहारा वगथ न अनतरलवरोधो की एक गाठ बनन की लवलशष लसथलत सवथहारा रिालनत कर डाली और पहली समाजवादी सतिा की सथापना की इस परयोग की ऐलतहालसक महतिा उसकी लवलशषता और साथ ही उसकी ऐलतहालसक सीमाओ क लवषय म हम बात कर चक ह आज क िौर म करयादतो कया तफयान कदर परी तरह स उन िशो म आ चकया ह दजन िशो कया गलयामी कया इदतहयास ह ललनन न बीसवी सदी क पवाथदथ म कहा था लक इन दशो म (जो लक उस समय गलाम या आध गलाम थ) दो चरणो म रिालनत समपनन होगीः पहल सवथहारा वगथ समच लकसान वगथ को साथ लकर सामाजयवाद और सामनतवाद-लवरोधी राषटरीय जनवादी रिालनत करगा और लिर गरीब लकसान आबादी को साथ लकर पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत करगा 1970 क दशक क अनत तक एलशया अफीका और लालतन अमररका क अलधकाश दश राजनीलतक तौर पर सवतनत हो चक थ हालालक आलथथक तौर पर उनकी सामाजयवाद पर लनभथरता बनी हई थी आज क भमणडलीकरण क दौर म यह आलथथक लनभथरता एक नय रप म सामन ह ललकन राजनीलतक तौर पर भारत लमस टकगी इणडोनलशया रिाजील अजवणटीना आलद

जस दशो म पजीपलत शासक वगथ न अपनी राजनीलतक सवतनतता को कायम रखा ह लकनही लवलशष दौरो म इसकी सामाजयवाद पर आलथथक लनभथरता इसकी राजनीलतक सवतनतता पर हावी होत हए लदखती ह ललकन मलतः और मखयतः वह राजनीलतक तौर पर सवतनत ही ह इन दशो का पजीपलत वगथ सामाजयवाद का (लकसी एक सामाजयवादी दश का नही बललक अलग-अलग सामाजयवादी गटो स मोलभाव करत हए समच सामाजयवाद का) lsquoजलनयर पाटथनरrsquo ह यह सामाजयवादी दशो पर तकनोलॉजी और पजी क ललए लनभथर ह तालक अपन दश क मजदर वगथ का जयादा कशलता स शोषण कर सक और बदल म वह सामाजयवादी दशो क ललए अपन बाजारो क दरवाज खोलता ह सामाजयवादी दश भी बाजारो और परतयषि लनवश क अवसरो क ललए इन दशो पर लनभथर ह कयोलक इनक पास एक लवशाल उपभोतिा मधयवगथ ह

इन तमाम अपषिाकत रप स लपछड हए पजीवादी दशो म सामनती उतपादन समबनध क जयादा स जयादा कछ अवशष बच ह रिालनतकारी तरीक स (राषटरीय जनवादी रिालनत व रलडकल भलम सधार) या लिर गर-रिालनतकारी तरीक स (सामनती भसवालमयो को ही पजीवादी कलक व फामथर बनन का मौका दन वाला परलशयाई पथ वाला भलम सधार) इन दशो म सामनती उतपादन समबनध मखयतः और मलतः समापत हो चक ह लजन दशो म यह परलरिया गर-रिालनतकारी ढग स हई ह उनम सामनती अवशष दर तक मौजद रह और जब व ख़तम भी हो गय तो खती म लपछडापन बना रहा जो लक कई कमयलनसट रिालनतकाररयो म सामनती उतपादन समबनध की मौजदगी का भरम पदा करता रहा मगर आज तो कोई अनधा और पर को जत क नाप स काटन पर आमादा कठमललावादी कमयलनसट ही कह सकता ह लक भारत म खती म सामनती उतपादन समबनध ह सपष ह लक इन सभी भतपवथ गलाम दशो म एक लवलशष परकार का अपषिाकत रप स लपछडा हआ पजीवाद लवकलसत हआ ह इन दशो म उदोगो का अचछा-ख़ासा लवकास हआ ह अवसरचनागत ढाचा भी ठीक-ठाक लवकलसत हआ ह मजदर आबादी कल आबादी क करीब 40 स 50 परलतशत तक पहच रही ह शहरीकरण की रफतार तज ह और 2020 तक इनम स अलधकाश दशो म आबादी का बहलाश शहरी हो जायगा ऐस म सपष ह लक इन दशो म अब मखय अनतरलवरोध खती स लकर उदोग तक म शरम और पजी क बीच ह ऐस म इन दशो म पजीवाद-लवरोधी समाजवादी रिालनत की मलजल आ चकी ह

ललकन साथ ही यह भी सच ह लक इन दशो की लसथलत रस स काफी लभनन ह रस की लसथलत सवय एक दसरी कतार क सामाजयवादी दश की थी वह लरिटन फास जमथनी और अमररका स पीछ होत हए भी पवगी यरोप व बालकन दशो क ललए एक सामाजयवादी दश ही था

(पज 12 पर जारी)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

12 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

ललकन भारत लमस इणडोनलशया टकगी रिाजील जस दश अभी सामाजयवादी नही कह जा सकत ह लनलचित तौर पर इन उभरती अथथवयवसथाओ की सामाजयवादी महतवाकाषिाए ह और अपन कछ पडोलसयो क बीच इनकी लसथलत एक उभरती सामाजयवादी शलति जसी बनती ह ललकन लिर भी लवशव पमान पर इनह अभी सामाजयवादी नही कहा जा सकता ह दसरी बात यह ह लक इन दशो पर अभी सवय अमररकी जापानी और यरोपीय सघ क सामाजयवाद की लट का दबाव ह ऐस म इन दशो की एक जलटल लसथलत बनती ह मखय तौर पर इन दशो की जनता अभी भी यानी लक आजादी क बाद भी सामाजयवाद क आलथथक शोषण और उतपीडन का लशकार ह और य सामाजयवादी शोषण अब दशी पजी क साथ लमलकर अकसर नतथी होकर होता ह ऐस म सामाजयवाद क साथ इन दशो की जनता का अनतरलवरोध कोई सदर अतीत की बात नही ह बललक एक तातकाललक महतव की बात ह यह कहा जा सकता ह लक इन दशो म जो समाजवादी रिालनतया अपलषित ह व महज पजीवाद-लवरोधी नही बललक पजीवाद-लवरोधी सामाजयवाद लवरोधी रिालनतया होगी इस तौर पर य गणातमक रप स एक नय परकार की समाजवादी रिालनतया होगी और इस नयी लवलशषता क कारण रिालनत की रणनीलत और आम रणकौशल म कछ अहम बदलाव अपलषित ह

एक अनय बडा पररवतथन भी आज हमार सामन ह जसा लक हमन ललनन और सताललन क लखन क जररय दखा रस म पजीवादी राजयसतिा अभी बहद कमजोर थी बजथआ वगथ का शासन अभी सदढीकत नही हो पाया था और यद न उस और भी जयादा कमजोर और खोखला बना लदया था और तभी सवथहारा वगथ न अपनी लहरावल पाटगी क नततव चोट की और बजथआ राजयसतिा का धवस कर अपनी राजयसतिा की सथापना कर दी थी यह राजयसतिा कछ शहरो म सीलमत थी और रस जस लवशाल दश क सदर अचलो म इसकी पकड अभी तक मजबत नही हई थी समची रसी आबादी म इस राजयसतिा का सामालजक आधार बहद सीलमत था आबादी म पाच-छह परलतशत स जयादा लोग इस नवजात बजथआ सतिा क समथथक नही थ आज ऐसी लसथलत नही ह लमसाल क तौर पर हमार ही दश म आज बजथआ राजयसतिा क सामालजक अवलमब की भलमका लनभान वाल वगषो की आबादी कल आबादी का करीब 15 स 20 परलतशत ह बड पजीपलत वगथ छोट पजीपलत वगथ नौकरशाह वगथ शयर बाजार क दलालो स लकर परापटगी डीलरो जस लबचौललयो क वगथ छोट व बड वयापाररयो क टटपलजया वगथ और साथ ही खात-पीत मझोल लकसानो और धनी लकसानो क समच वगथ की जनसखया को जोड लदया जाय तो वह आबादी का पनदह स बीस फीसदी बठता ह नतीजतन आज की पजीवादी राजयसतिा की सामालजक

जड जयादा गहरी ह इसकी राजनीलतक और परशासलनक जड भी जयादा गहरी ह आज की पजीवादी राजयसतिा कछ परमख शहरो या औदोलगक कनदो तक सीलमत नही ह बललक गाव पचायत क परधान स लकर लखपाल तहसीलदार बलॉक डवलपमणट ऑलिसर पाषथद लवधायक स लकर सासद तक इसकी नस और लशराए गाव महललो और बलसतयो तक ि ली हई ह इसकी सनय ताकत की पहच कछ लमनटो क भीतर दश क हर कोन तक ह सषिप म ह रयाजसतया समयाज और रयाजनीदतक तयान-बयान स अलग-थलग ऊपर स थोपी हई चीज नही ह बदलक िश क सयामयादजक-आदथवक-रयाजनीदतक तयान-बयान म गथी हई ह इसदलए हया पर उस सगमतया क सयाथ करयादत समपन नही हो सकती दजस सगमतया क सयाथ रस म समयाजवयािी करयादत हई थी और हया करयादत को कयाफी अलग रयातो स होकर गजरनया होगया

ललकन इसस परशान होन की बात नही ह कयोलक रसी करयादत की तलनया म एक बहत बडया सकयारयातमक भी आज की नी समयाजवयािी करयादत क पकष म खडया ह रस म समाजवादी रिालनत क समय कल आबादी म मजदर वगथ का लहससा मलशकल स 10 स 12 परलतशत था यानी रिालनत का मखर और लनससनदह समथथन करन वाला लहससा आबादी का कल 10 स 12 परलतशत ही था लकसानो की वयापक आबादी को अपन साथ लन क ललए बोलशलवक पाटगी को रलडकल बजथआ भलम सधार क कायथरिम को अपनाना पडा था यह इचछा का परशन नही था यह उस समय इलतहास दारा उपलसथत अलनवायथता थी लकसानो की वयापक आबादी इसक लबना रिालनत क पषि म नही खडी होती रलडकल बजथआ भलम सधारो न दरगामी तौर पर रस म समाजवादी लनमाथण क समषि एक चनौती और जलटलता भी खडी कर दी थी कयोलक रिालनत क बाद समाजवादी मजदर सतिा क ललए खती म समाजवादी साझी खती क उतपादन समबनध को सथालपत करन क ललए बहद कलठन पररलसथलतयो और जलटलताओ का सामना करना पडा था आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि यह चनौती नही ह दश म जमीन क माललक लकसानो की कल सखया आबादी का मात 27 परलतशत ह इस 27 परलतशत का भी दो-लतहाई स जयादा लहससा अदथसवथहारा की लसथलत म ह कयोलक उसक पास इतनी छोटी या गर-कमाऊ जोत ह लक उसक पररवार क सदसयो को दसर क खतो म या लिर औदोलगक कनदो म जाकर मजदरी करनी पडती ह वासतव म उनकी घर की अथथवयवसथा मखयतः अब खती स नही चलती बललक उजरती शरम यानी मजदरी स चलती ह व मखयतः मजदर बन चक ह और एक छोटी-सी जोत का माललकाना महज उनह औपचाररक तौर पर गरीब लकसान क रप म बनाय हए ह लनलचित तौर पर इसस उसकी सवथहारा चतना कनद होती ह मगर लिर भी एक बात तय ह लक उसक धनी लकसानो कलको व खात-पीत मझोल

लकसानो स वगथ अनतरलवरोध सपष और तीख होत जा रह ह और मजदर वगथ स उसी माता म उनकी लनकटता भी बढती जा रही ह अगर मजदर आबादी पर लनगाह डाल तो वह करीब 55 करोड क आस-पास ह इसम स करीब 33 करोड गामीण मजदर ह जबलक करीब 20 स 22 करोड शहरी व औदोलगक मजदर ह यह वह आबादी ह जो शद रप स सवथहारा वगथ की आबादी कही जा सकती ह अगर हम इस गामीण और शहरी सवथहारा वगथ को गरीब लकसान गामीण व शहरी अदथसवथहारा आबादी और लनमन मधयवगगीय आबादी क साथ जोड द तो आज उनकी आबादी 80 करोड स ऊपर बठती ह सषिप म आज भयारत और भयारत जस अ िशो की दथदत 1917 क रस स कयाफी दभन ह दि रयाजसतया क सयामयादजक अवलमबो कया दवतयार हआ ह तो उसस भी तज गदत स समयाजवयािी करयादत क दमतर वगषो कया दवतयार हआ ह इन बिली हई पररदथदतो क कयारण ह कहया जया सकतया ह दक आज क िौर की नी समयाजवयािी करयादतया ज़यािया कदठन रयातो स गजरगी मगर सफल होन क बयाि उनक दटकन और अपकषयाकक त सगम समयाजवयािी दनमयावण की समभयावनया ज़यािया ह हमार दश म जनवादी रिालनत क छट-िटक कायथभार 1917 क रस क मकाबल कही कम ह आज की नयी समाजवादी रिालनत क समषि वयापक लकसान आबादी को साथ लन क ललए रलडकल भलम सधार क कायथरिम को अपनान की कोई लववशता नही ह अववलन को ख़दकाशत लकसानो की आबादी ही परी जनसखया म काफी कम हो गयी ह और उनम भी पररलधगत लकसान या अदथसवथहारा आबादी का लहससा दो-लतहाई स भी जयादा ह नतीजतन गामीण व खलतहर आबादी क बड लहसस को साझी खती पर सहमत करना अपषिाकत रप स आसान काम होगा यह जरर ह लक अगर कोई कमयलनसट ताकत आज भी उनम जमीन की भख पदा करन म आमादा हो जाय तो यह भख पदा की जा सकती ह जमीन का माललकाना लनजी समपलति का सबस आलदम रप ह और इसक परलत अपील पदा करना लपछडी लकसान आबादी म समाजवादी रिालनत की मलजल म समभव ह दसर शबदो म यलद आज दश म आलथथक तौर पर खलतहर आबादी क समषि समाजवादी खती का कायथरिम उलचत कायथरिम ह तो इसका यह अथथ नही ह लक समची खलतहर आबादी सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स इसक ललए तयार बठी हई ह और कमयलनसटो का इनतजार कर रही ह इसका यह अथथ भी नही ह लक समाजवादी खती क कायथरिम को पश लकय जान पर वह उसका लवरोध करगी इसका यह अथथ ह लक उनह आज समाजवादी भलम कायथरिम पर जयादा आसानी क साथ राजी लकया जा सकता ह कयोलक छोटी-सी जोत उनह कया द सकती ह य व दख चक ह व समझ सकत ह लक साझी खती की वयवसथा क जररय ही उनह गरीबी बरोजगारी और

भख स लनजात लमल सकती ह ललनन इस बात को अचछी तरह समझत थ आलथथक तौर पर लकसान आबादी क लवभदीकरण और साझी खती क ललए आलथथक तौर पर उनक तयार होन का यह अथथ नही होता लक वह सवतःसितथ तौर पर राजनीलतक रप स समाजवादी साझी खती क ललए तयार बठी ह आलथथक तौर पर लवभदीकरण क बाद भी लकसान आबादी को कमयलनसट पाटगी साझी समाजवादी खती क ललए तयार करती ह और व इसी रप म तयार हो सकत ह भारत म आज ऐसी लसथलत ह लक लकसानो की वयापक बहसखया यानी गरीब लकसानो को इसक ललए तयार लकया जा सकता ह इस रप म भी इककीसवी सदी की नयी समाजवादी रिालनतया लजन दशो म समभालवत ह वहा की सामालजक-आलथथक और राजनीलतक लसथलतया 1917 क रस स काफी लभनन ह इनक कारण भी इन समाजवादी रिालनतयो का चररत सवरप और पथ रसी समाजवादी रिालनत स काफी लभनन होगा

हम यहा पर लदतीय लवशवयद क बाद लवशव पजीवाद की कायथपरणाली म आय बदलावो की लवसतार म चचाथ नही कर सकत और आग हम अलग स lsquoमजदर लबगलrsquo म ललखग ललकन अभी इतना कहना पयाथपत होगा लक 1945 क बाद स लवशव पजीवादी वयवसथा क काम करन क तरीक म कछ अहम बदलाव आय ह लजनक कारण समाजवादी रिालनतयो की कायथनीलतयो म भी कछ बदलाव आन लालजमी ह इन पररवतथनो म परमख इस परकार ह - उतिर-िोडथवाद (यानी एकीकत कारख़ान को छोटी-छोटी इकाइयो म तोडकर मजदर आबादी को कायथसथल पर लबखरा दना आज यह वलशवक पमान पर हो रहा ह) मजदर आबादी का पहल बड पमान पर औपचाररकीकरण (1945 स 1970) और लिर उसस भी बड पमान पर अनौपचाररकीकरण लवतिीय और लवशष तौर पर सटबाज पजी क अलधपतय और कायथपरणाली म ललनन क समय क मकाबल अभतपवथ बदलाव सचना तकनोलॉजी पररवहन व सचार क षिता म हई रिालनत क चलत पजी क चलन क तरीक और गलत म भारी पररवतथन आज क सामाजयवाद और पजीवाद दारा मीलडया व परचार तनता का वयापकतम सकमतम और कशलतम उपयोग और ससकलत क षिता का वगथ सघषथ क पहल स जयादा परमख षित क रप म सामन आना आलद अभी हम इन पररवतथनो पर चचाथ नही करग और आग क अको म हम अकटबर रिालनत क शताबदी वषथ क दौरान इन मदो पर लवसतार स ललखग अभी बस इतना कहा जा सकता ह लक आज की लवशव पजीवादी वयवसथा आज स सौ या सतिर साल परानी लवशव पजीवादी वयवसथा स काफी अलग ह इस अगर गणातमक नही तो महतवपणथ पररमाणातमक पररवतथन तो अवशय ही कहा जा सकता ह ऐस म रिालनतयो की भी व रणनीलतया और आम रणकौशल तथा पथ परान पड गय ह लजन पर बीसवी सदी की रिालनतयो न अमल लकया था उपरोति पररवतथनो का

अधययन करत हए और उनह समझत हए आज मजदर वगथ को नयी रणनीलतया रणकौशल व पथ ईजाद करन होग यहा तक लक रिालनत स पहल भी उस अपन आलथथक व राजनीलतक सघषषो क नय रपो को ईजाद करना ही होगा

बहरहाल इन सभी पररवतथनो क मदनजर हम मानत ह लक बीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो लवशषकर अकटबर रिालनत की तलना म इककीसवी सदी की समाजवादी रिालनतयो म पररवतथन का पहल परधान ह और इसीललए इस पररवतथन क पहल को रखालकत करन और उस दलषओझल होन स बचान क ललए हम इस नयी समाजवादी रिालनत कहत ह इनम भी लकसी भी समाजवादी रिालनत क समान मलतः तीन वगषो (मजदर वगथ गरीब व लनमन मझोला लकसान वगथ तथा लनमन मधयवगथ) का मोचाथ ही बनगा ललकन इसका सवरप और इसकी परलरिया अकटबर रिालनत स काफी लभनन होगी लजसक कारणो की हम ऊपर चचाथ कर चक ह

आज अकटबर रिालनत की महान लवरासत को याद करन की लशदत स जररत ह कयोलक मजदर वगथ का बडा लहससा आज पसतलहममत ह और लनराशा म भी ह वह जानता भी नही ह लक उसक परखो न मजदरो का राज कायम लकया था और ऐस चमतकारी परयोग लकय थ लजनक बार म पढकर आज भी आचियथचलकत हए लबना नही रहा जा सकता ह अनत म उन परयोगो की असिलता और उसक कारणो को भी समझन की जररत ह ललकन इस महान रिालनत स पररणा और ताकत लत हए इसस सकारातमक और नकारातमक लशषिा लत हए यह धयान रखना होगा लक इस रिालनत की लवरासत भी मानो हमस यही कह रही हः मझस सीखो मरी उपलदबधया और मरी गलदतो िोनो स सीखो लदकन मरी नकल मत करो मरया अधयानकरण मत करो अपन िश-कयाल की दवदशषटतयाओ को समझो और उसक मतयादबक मर न स करणो को रचन की तयारी करो मरी दवरयाट छयाया म नी जनकरयादत क अकरो और कोपलो को कमहलयान मत िो मझस सबक लो और इस सबक क दलए सम और थयान िोनो ही पमयानो पर मझस िरी जररी ह तभी अकटबर क न स करण रच जया सक ग आज हम इस सनदश को समझना होगा और भावी नयी समाजवादी रिालनत की तयारी म जट जाना होगा अभी बहत काम बाकी ह बहत लमबा रासता तय करना ह इसललए एक पल की भी दरी एक गमभीर भल होगी

सजग दफर न लशकरमचगया रणमहयाभीरणउठो सगयादमो जयागो नी

शरआत करन कया सम दफर आज रहया ह

दक जीवन को चटख गलनयार करन कया सम दफर आ रहया ह

(पज 11 स आग)

अकबर कानति की तवरासत और इकीसवी सदी की नयी समाजवादी कानतियो की चनौततया(पज 11 स आग)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

कोपडगी म एक मराठा लडकी क जघनय बलातकार व हतया क बाद पर महाराषटर म शासक वगषो न मराठा मोचव लनकाल नालसक समत कई सथानो पर दललत आबादी पर हमल लकय गय मराठो क कलीन वगथ व राजनीलतजो न इस घटना का इसतमाल महनतकश जनता की जालतगत गोलबनदी क ललए लकया महाराषटर म बढती बरोजगारी कलष सकट गरीबी व महगाई क लवरद बढत जनअसनतोष को महनतकश आबादी की जालतगत गोलबनदी का रप लदया जा रहा ह इसक जवाब म अलसमतावादी राजनीलत करन वाल दललत राजनीलतजो न जवाबी दललत मोचव लनकालन शर लकय ह इन दोनो ही कारको क चलत आम महनतकश जनता का गससा आपस म एक-दसर क ऊपर िट रहा ह जबलक इसका असली कारण बढती बरोजगारी और कलष सकट ह इसक ललए लजममदार पजीपलत वगथ और परी पजीवादी वयवसथा बच लनकल रही ह शासक वगषो की इस सालजश को समझन क ललए महाराषटर क सामालजक-आलथथक हालात पर एक लनगाह डालना आवशयक ह

महाराषटर म आम महनतकश आबादी की हालत

2013 म महाराषटर म बरोजगारी की दर रोजगार एकसचज क अनसार 45 परलतशत पहच चकी थी गौरतलब ह य आकड अधरी सचचाई बतात ह कयोलक य रोजगार एकसचज म पजीकत बरोजगारो की सखया ही बतात ह जबलक अलधकाश बरोजगार इन कायाथलयो म पजीकरण करात ही नही ह 2008 म कवल 459 परलतशत लोगो क पास लनयलमत वतन वाल रोजगार थ 2012 म काम करन योगय हर 1000 लोगो म स 32 स जयादा लोग बरोजगार थ य सभी आकड दो वषथ या उसस पहल क ह जबलक महाराषटर म बरोजगारी मखय तौर पर लपछल 2 साल म तजी स बढी ह खती का सकट लपछल दो दशको म भयकर रफतार स बढा ह सरकारो की नवउदारवादी नीलतयो क चलत छोट और मझोल लकसान तजी स तबाह हए ह भलमहीन मजदरो की सखया म लजनम करीब आधी आबादी दललतो की ह तजी स बढोतिरी हई ह यह आबादी गावो म सबस भयकर हालात म जी रही ह कोऑपरलटवो का भी तजी स पतन हआ ह दललत व आलदवासी आबादी समत मराठो की भी जबरदसत बहसखया आज कलष क सकट बढती बरोजगारी और महगाई की बरी तरह लशकार हमराठा आबादी की हालत पाच

परमख वगड और उनकी ससततमराठा आबादी परदश की 33

परलतशत ह इस मराठा आबादी म स

200 कलीन और अलत-धनाढय मराठा पररवारो का आज परदश क लगभग सार मखय आलथथक ससाधनो और राजनीलतक सतिा क कनदो पर कबजा ह मराठा आबादी म सबस ऊपर यह कलीन वगथ ह जो सीध सतिा क कनदो पर कबजा रखता ह इनम नता मनती (जो अकसर सवय बड पजीपलत भी होत ह) लवलभनन आयोगो क अधयषि तमाम कोऑपरलटव बको क बोडथ ममबर शगर कोऑपरलटवो क बोडथ ममबर लजला पररषदो क सदसय स लकर गाम पचायत क परधानो तक शालमल ह इनक ठीक नीच मराठा आबादी का दसरा वगथ ह - धनी लकसान वगथ या ldquoबगायतीrdquo वगथ जो नकदी फसल पदा करता ह और गावो का पजीपलत वगथ ह यह वगथ यलद सतिा क परलतषठानो पर सीधी पकड नही भी रखता तो यह महाराषटर का एक परमख राजनीलतक परशर गप ह लजसका नीलत-लनमाथण पर असर ह इसक नीच आन वाला मराठो का तीसरा वगथ ह मझोल लकसानो का जो न तो परी तरह आबाद ह और न ही परी तरह बरबाद य अलनलचितता म जीत ह और अपनी खती म काफी हद तक मौसम-बाररश जस पराकलतक कारको और सरकारी नीलतयो पर लनभथर होत ह य धनी लकसानो की जीवन शली की नकल करत ह और जब ऐसा करन म आलथथक तौर पर नाकामयाब होत ह तो हताशा और रोष का लशकार होत ह य सदखोरो और बको स छोट कजथ लत ह और उनकी वापसी न कर पान और सदखोरो या बको दारा तग लकय जान पर भी कई बार आतमहतयाए करत ह मझोल लकसानो क इस वगथ का लनचला लहससा तजी स खलतहर मजदरो की कतार म भी शालमल हआ ह इसक नीच आन वाला चौथा वगथ ह गरीब मराठा लकसान जो लक कवल खती स जीलवकोपाजथन नही कर पात और उनका अचछा-ख़ासा लहससा बड लकसानो क खतो पर मजदरी भी करता ह इसकी लसथलत काफी हद तक खलतहर मजदरो जसी होती ह य अपन बचचो को सतरीय लशषिा नही लदला सकत शहरी रोजगारो क ललए शहर परवास क दरवाज इनक ललए बनद ही होत ह इनम शषिलणक और सासकलतक लपछडापन बरी तरह वयापत ह पाचवा वगथ सबस गरीब मराठा आबादी का यानी खलतहर मजदरो का ह जो दसर क खतो पर मजदरी करन या लिर सरकार की रोजगार गारणटी योजनाओ पर लनभथर रहन का बाधय ह यह आबादी सबस भयकर गरीबी म जीवन-वयापन कर रही ह

लबबलबाब यह लक मराठा आबादी का ऊपर 15 स 20 परलतशत आज परदश क सभी आलथथक ससाधनो और राजनीलतक शलति पर एकालधकार जमाय हए ह मराठा आबादी का

करीब 80 परलतशत लहससा मजदर वगथ लनमन मधयवगथ गरीब लकसानो व खलतहर मजदरो का ह इस 80 फीसदी आबादी का जीवन कागस-एनसीपी सरकार और साथ ही भाजपा-लशवसना सरकार क दौरान लगातार बद स बदतर होता गया ह कागस-एनसीपी सरकार क दौरान हताश इस मराठा आबादी क एक अचछ-ख़ास लहसस न ldquoअचछ लदनोrdquo की आस म भाजपा सरकार को वोट लदया था ललकन ldquoअचछ लदनोrdquo का इनतजार कभी ख़तम न हआ उलट और भी जयादा बर लदन आ गय लपछल 2 वषषो म दश भर म बरोजगारो की तादाद म 2 करोड की बढोतिरी हई ह इसका एक अचछा-ख़ासा लहससा महाराषटर म खती क सकट क बढन और बरोजगारी क बलगाम होन क कारण बढा ह सयति राषटर की एक हाललया रपट क अनसार अब महाराषटर म बरोजगारी दर गजरात और उतिर परदश स भी जयादा हो गयी ह जीवन क असरलषित और जीलवकोपाजथन क अलनलचित होत जान क साथ 80 फीसदी आम महनतकश मराठा आबादी म असनतोष और रोष तजी स बढा ह जो लक आज परदश क हकमरानो क ललए लचनता का लवषय बन गया था

बढत वगड अतिरतवरोधो को दबान क ललए जाततगत

गोलबनी का सहाराऐस म मराठा शासक वगथ न मराठा

गरीब आबादी क बढत असनतोष को गलत लदशा म मोडन का बार-बार परयास लकया चलक आम मराठा आबादी म भी जालतगत पवाथगह और रिाहमणवादी लवचारधारा का परभाव मौजद रहा ह इसललए उसक गसस को जालतगत रग दन की एक जमीन पहल स मौजद रही ह इन जालतगत पवाथगहो और रिाहमणवादी लवचारधारा क लवरद आज सतत सघषथ की आवशयकता ह ललकन यह भी याद रखना जररी ह लक यह सघषथ हम अलसमतावादी राजनीलत की जमीन पर खड होकर नही बललक वगगीय राजनीलत की जमीन पर खड होकर करना होगा सवणथवादी पजीवादी राजयसतिा और गरीब महनतकश दललत आबादी क बीच का अनतरलवरोध एक दशमनाना अनतरलवरोध ह ललकन उसी परकार महनतकश जनता क बीच मौजद जालतगत पवाथगहो को यलद दशमनाना अनतरलवरोध की तरह हल करन का परयास लकया जायगा तो यह अलसमताओ क टकराव की ओर ल जायगा जो लक दोनो ही अलसमताओ को और जयादा रढ और कठोर बनायगा यह अनततः वयापक मजदर वगथ और महनतकश जनता को जातीय

समीकरण लबठाकर राजनीलत करन वाली रिाहमणवादी ताकतो और साथ ही अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाली ताकतो क हाथो का मोहरा बना दगा इन रिाहमणवादी हकमरानो और रामदास आठवल जस अलसमतावादी दललत राजनीलत करन वाल हकमरानो क बीच जो अनतरलवरोध ह व दशमनाना नही ह मलतः व दोनो ही हकमरानो की जमात स ही आत ह यह जरर ह लक हमशा की तरह हकमरानो की बीच भी राजनीलतक सतिा और ससाधनो क बटवार को लकर जतम-पजार होती ह ललकन इसका यह अथथ नही ह लक व जनता क समषि बट होत ह जस ही जनता क बीच बरोजगारी गरीबी महगाई आलद जसी समसयाओ क कारण वगगीय गोलबनदी की समभावना-समपननता पदा होती ह वस ही य दोनो ही ताकत अलसमतावादी राजनीलत का तरप का पतिा ि कती ह और जनता को आपस म बाट दती ह चलक शासक वगथ की लवचारधारा हर यग की शासक लवचारधारा होती ह इसललए जनता क बीच भी अलसमतावादी और रिाहमणवादी राजनीलत का असर मौजद होता ह और जालतगत पवाथगह मौजद रहत ह और य शासक वगषो को मौका दत ह लक व महनतकश जनता क बीच जालतवादी वमनसय पदा कर उनह बाट द मौजदा मराठा मोचषो क पीछ भी यही गलतकी काम कर रही ह ऐस दौर म यह तथय भी दजथ लकया जाना चालहए नालसक म हए दललत-लवरोधी हमलो क दौरान कछ मौको पर आम मराठा आबादी न भी दललत पररवारो को बचान का परयास लकया य थोड-स और लबखर हए उदाहरण इस समभावना की ओर इशारा करत ह लक यलद रिालनतकारी शलतिया वयापक महनतकश आबादी म जालतगत पवाथगहो क लवरद वगगीय जमीन पर खड होकर दढता स समझौतालवहीन और दीघथकाललक सघषथ कर तो रिाहमणवादी लवचारधारा की जकडबनदी पर चोट की जा सकती ह कयोलक इसकी सषपत समभावना-समपननता आम महनतकश आबादी म मौजद ह यह जरर ह लक लबना सचतन रिालनतकारी परचार क यह समभावना हमशा सषपत ही बनी रहगी यह सवतःसितथ तरीक स होना मलशकल ह

कोपडगी की घटना क बाद मराठा शासक वगषो को वमनसय भडकाकर जालतगत गोलबनदी करन का एक अवसर लमल गया कोई भी कोपडगी की घटना का लवरोध करगा और आरोलपयो को उलचत दणड दन की लहमायत करगा तमाम दललतो न सवय इस घटना की लननदा की और दोलषयो को सजा लदलान की माग उठायी ललकन मराठा शासक वगथ न मराठा महनतकश आबादी क गसस को इस घटना को आधार बनाकर

दललत-लवरोधी लदशा द दी यह मदा उठा लदया गया लक दललत उतपीडन रोधी कानन को भग लकया जाय कयोलक इसका दललतो दारा दरपयोग होता ह और साथ ही मराठा आबादी को आरषिण लदया जाय इसक बाद इन मागो को लकर आम महनतकश मराठा आबादी म भी एक लहर पदा की गयी और उसक बाद मक मोचषो का लसललसला शर हआ कहन क ललए य मक मोचव पणथतः ldquoगर-राजनीलतकrdquo थ और इसम मराठा रिालनत दल समभाजी लरिगड मराठा सवालभमान सना आलद जस सगठनो न भलमका लनभायी ललकन सभी जानत ह लक इसक पीछ काफी हद तक एनसीपी कागस लशवसना और भाजपा की मराठा लॉबी शालमल ह यही कारण ह लक इनम स कई पालटथयो पर जब इन मराठा मोचषो को हवा दन का आरोप लगा तो उनहोन इसका खणडन तक नही लकया

वासतव म आज परदश म गरीब मराठा आबादी क वयवसथा-लवरोधी गसस और मराठा शासक वगथ स उसक अनतरलवरोधो को दबान क ललए उनक बीच अलसमतावाद को बढावा दकर मराठा आरषिण दन व दललत उतपीडन रोधी कानन को ख़तम करन की माग उठायी जा रही ह इन मागो म कोई दम नही ह कनबी आबादी को पहल ही ओबीसी म शालमल करक आरषिण लदया गया था इसी क आधार पर मराठो क ललए आरषिण को लवसताररत करन की माग उठायी जा रही ह दललत आबादी का एक बहद छोटा-सा लहससा आरषिण क चलत कछ लाभ पाकर लशषिा व रोजगार म कछ सथान पा सका ह ललकन अब इसका कोई ख़ास लाभ दललत आबादी को भी नही लमल रहा ह कयोलक सरकारी नौकररया ही पदा नही हो रही ह नवउदारवादी नीलतयो क तहत लगातार लनजीकरण लकया जा रहा ह लजसक कारण बची-खची सरकारी नौकररया भी समापत हो रही ह ऐस म जब सरकारी नौकररया ही नाम-मात की ह तो आरषिण का कोई लवशष लाभ दललत व लपछडो की आबादी को भी नही लमल पा रहा ह यही कारण ह लक दललतो म भी बरोजगारी दर उसी परकार भयकर ह हाल ही म महाराषटर सावथजलनक सवा आयोग न 5 पोटथरो की भतगी क ललए आवदन लनकाल लजनम शषिलणक योगयता चौथी कषिा पास थी इसक ललए 2500 आवदन परापत हए लजनम स 250 पोसटगजएट थ और 1000 स भी जयादा गजएट थ इसस बरोजगारी की एक तसवीर लमलती ह

दललत उतपीडन रोधी कानन को हटान की माग भी आधारहीन ह महाराषटर म दललत व आलदवासी आबादी का लहससा 19 परलतशत ह

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 13

भाणडवलशाहो (पजीपततयो) की साजज़ श को पहचानोशासक वगगो दारा महनतकशो की जाततगत गोलबनी का तवरोध करो

अपन असली दशमन को पहचानो

(पज 6 पर जारी)

mdash अजभनव ससना

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

14 मज़दर तबगल ददसमबर 2016

मोदी सरकार की नोटबनदी का सखत लवरोध करत हए लबगल मजदर दसता नौजवान भारत सभा जागरक नागररक मच रिी मजदर सगठन और अनय जनसगठन दश क लवलभनन इलाको म परचार अलभयान चलाकर लोगो को इस घोर जनलवरोधी फ सल की असललयत स वालकफ करा रह ह

लसधयानाललधयाना म लबगल मजदर दसता टकसटाइल-

हौजरी कामगार यलनयन न सरकार क इस घोर जनलवरोधी कदम क लखलाफ परचार अलभयान चलाया इस दौरान बडी सखया म पचव लवतररत लकय गय घर-घर परचार लकया गया लवलभनन इलाको म नककड सभाए की गई पदल माचथ भी आयोलजत लकया गया 27 नवमबर को मजदर लाइरिरी ताजपर रोड ललधयाना म इस मद पर लवचार चचाथ का आयोजन लकया गया इन सगठनो का कहना ह लक मोदी सरकार न नोटबनदी भल ही काल धन क खातम क बहान की ह ललकन इसक साथ न तो काला धन खतम होगा और ना ही सरकार का इस तरह का कोई इरादा ह सरकार भरषाचार क लखलाि लडाई का भरम पदा करक जनता की आखो म धल झोकना चाहती ह

पहल ही ललधयाना म लचकनगलनया डग और वायरल जसी बीमाररयो क कारण गरीब आबादी बहत जयादा परशान थी इसी दौरान नोटबनदी न उसकी मसीबत कई गना बढा दी जनता क पास दो वति की रोटी दवाई-इलाज जसी बलनयादी जररतो को परा करन क ललए भी पसा नही ह कारोबार ठपप होन की वजह स बडी सखया म मजदर बरोजगार-अधथ बरोजगार हो गए ह छोट- मोट काम धनध करन वालो की भी बहद बरी हालत हो गई ह बको और एटीएम मशीनो क आग कई-कई लदन कतारो म खड होन क बाद भी पसा नही लमल रहा कोई कालधन वाला इन कतारो म नजर नही आया व तरह-तरह क तरीको स कालाधन सि द करन म कामयाब हो रह ह

लजस सरकार काला धन कह रही ह वह तो कल काल धन एक छोटा सा लहससा ह पजीपलत वगथ क पास पडी सारी दौलत ही असल म काला धन ह सरकार क मतालबक अगर कछ टकस द लदया जाय तो लट का माल (वासतलवक तौर पर काला धन) सिद बन जाता ह इसललए सगठनो का मानना ह लक मोदी सरकार काल धन क लखलाि एक नकली लडाई लड रही ह इस परचार अलभयान क शर म ऐस आम लोगो की ठीक-ठाक सखया थी जो नोटबनदी को मोदी सरकार क काल धन क लखलाि लडाई मानत हए समथथन कर रह थ ललकन जस-जस लदन बीतत गय जनता क सामन मोदी सरकार की नौटकी का पदाथिाश होता गया अब कोई इकका-दकका लोग ही नोटबनदी का समथथन करत लमलत ह जनवादी-रिालनतकारी ताकतो दारा नोटबनदी क लखलाि भणडािोड क चलत और अपन अनभव स लोग यह हकीकत समझन लग ह लक मोिी की ldquoसदजवकल टयाईकrdquo असल म जोको पर नही बदलक लोगो पर ह

नोटबनी क खखलाफ रोषिपणड परदशडन28 नवमबर को लबगल मजदर दसता नौजवान

भारत सभा इकलाबी कनद पजाब जमहरी अलधकार सभा मोलडर एणड सटील वकथ जथ यलनयन अजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन दारा ललधयाना म रोषपणथ परदशथन लकया गया शहीद करतार लसह सराभा पाकथ म रली की गई और इसक बाद भारत नगर चौक तक पदल माचथ लकया गया

वतिाओ न कहा लक काल धन क खातम क नाम पर नोटबनदी मोदी सरकार का महानौटकी ह न तो काल धन का खातमा मोदी सरकार का मकसद ही ह और न ही नोटबनदी स कालाधन खतम हो सकता ह

परदशथन को लबगल मजदर दसता की ओर

स राजलवनदर इकलाबी कनद पजाब की ओर स कवलजीत खनना नौजवान भारत सभा की ओर स ऋलष जमहरी अलधकार सभा की ओर स एक मलरी आजाद लहनद लनमाथण मजदर यलनयन की ओर स हरी साहनी मोलडर एड सटील वकथ जथ यलनयन की ओर स लवजय नारायण आलद न सबोलधत लकया

ददलीलदलली क वजीरपर म नौजवान भारत सभा

दारा नोटबदी क लवषय पर पररचचाथ का आयोजन लकया लजसम इलाक क यवा नौजवानो न लहससदारी की नोटबदी क बाद आम जनता की लजनदगी पर हो रह असर और पहल स ही कम रोजगार क अवसरो क और कम हो जान क कारण परशालनया झल रही महनतकश आबादी क सामन अपन जीवनयापन की जदोजहद स जडी समसयाओ क बार म बातचीत की गयी नौजवान भारत सभा दारा करावल नगर लदलली म एक लवचार-लवमशथ चरि रखा गया लजसका लवषय थाndashनोटबिी कयालया धन और सोचन क दलए कछ सवयाल इस

लवमशथ म इलाक क छात-छाताए नागररक और मजदर शालमल हए वजीरपर करावलगनर खजरी आलद इलाको म नोटबनदी क लवरोध म लगातार अलभयान चलाकर पचव बाट जा रह ह

पटनापटना क गोसाई टोला इलाक म नौजवान

भारत सभा दारा मोदी सरकार की नोटबदी की नौटकी की असललयत पर लोगो क बीच सभा की गयी व पचव बाट गए| लोगो को बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह| अत म लोगो न सरकार क इस ि सल क लखलाफ लवरोध दजथ करात हए मोदी का पतला दहन लकया |

ससरसा नौजवान भारत सभा (लजला-लसरसा

हररयाणा) दारा लपछल एक महीन स नोटबदी क लवरद अलभयान चलाया जा रहा ह इस अलभयान क तहत रालनया नकोडा हररपरा कससर दमदमा भडोललयावाली कहरवाला सतनगर आलद गावो व शहरो म नार लगात हए माचथ लकया गया घर-घर जाकर परचा बाटा गया बको क सामन यहा लोग

आधी-आधी रात स खड हए थ वहा परचा बाटा गया व सभाए की गई सकलो म जाकर परचा बाटा गया इस अलभयान क तहत हई सभाओ म नौभास क सालथयो न सबोलधत करत हए कहा लक सरकार गरीबी भखमरी बरोजगारी सहत व लशषिा जस मदो स लोगो का धयान हटान और अपनी नाकामी छपान क ललए कोई न कोई जमला छोडती रहती ह कभी लव-लजहाद गौ-रषिा सलजथकल-सटराइक और अब नोटबदी हमारी सभी समसयाओ व भरषाचार का हल नोटबदी स नही बललक शोषण व अनयाय पर लटक इस परबध को बदलकर ही हो सकता ह इस अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा इसक मकाबल क ललए जन-एकता कायम करत हए लोगो को सगलठत होन का आहान लकया गया

लखनऊlsquoनोटबनदी की पोल खोल - कॉरपोरट परसत

फालससट मोदी सरकार प हलला बोलrsquo अलभयान क तहत नौजवान भारत सभा दारा लखनऊ शहर क अलग-अलग इलाको म परचार अलभयान चलाया

गया अलभयान टोली न शहर क अनक महललो चौराहो और बाजारो म लोगो क बीच छोटी-छोटी सभाए करत हए हजारो की सखया म पचव बाट नमो ऐप क फजगी सवव क बरकस उनहोन जगह-जगह लोगो स सीध उनकी राय पछी और हर जगह आम लोगो न मोदी सरकार को जमकर खरी-खोटी सनाई सभी जगह लोगो न खलकर कहा लक लजन अमीरो क पास काला धन ह उन पर कोई मार नही पड रही ह या व अपना पसा बचान का कोई इतजाम कर ही ल रह ह ललकन गरीब लोग बलनयादी जररत परी करन क ललए भी मोहताज हो गय ह

ममबई मानखदथ लशवाजीनगर मबई का वो इलाका

ह जहा जयादातर मजदर आबादी रहती ह ठका लदहाडी मजदर हो या छोटी-मोटी रहडी पटरी लगाकर अपना पट पालन वाली लनमनमधयमवगगीय आबादी सबका काम इस नोटबनदी क बाद स या तो बनद ह या बरी तरह परभालवत ह इलाज क अभाव म इलाक म दो बचचो की मौत भी हो चकी ह मजदरो को या तो काम नही लमल पा रहा ह या लिर उनक माललक परान 500 क नोटो म भगतान कर रह ह अगर मजदर दसर लदन उस बदलवान क

ललए लाइन म लगगा तो उसकी परी लदहाडी चली जायगी कमीशन पर नोट बदलन का धधा भी अब जोरो पर ह 500 का नोट 400 म बदला जा रहा ह इसकी भी सबस भयकर मार मजदरो पर ही पड रही ह बहत सार लोगो क घर म एक ही समय खाना बन पा रहा ह

इसी को लकर नौजवान भारत सभा व लबगल मजदर दसता महाराषटर न लपछल कई लदनो स इलाक म लगातार नककड सभाए की व इस नोटबनदी क पीछ की असललयत को उजागर करन वाल पचषो का लवतरण लकया पर इलाक म माचथ लनकाला गया जगह जगह सभाए करत हए इलाक क लवधायक क दफतर क बाहर नरनद मोदी का पतला दहन लकया गया व साथ ही मखयमती व परधानमती क नाम एक जापन भी लवधायक को सौपा गया साथ ही लवधायक स माग की गयी लक जब तक मोदी सरकार कछ कदम नही उठाती तब तक लवधायक को अपन सतर पर लोगो की तकलीि दर करनी चालहए उनह वहा मलडकल वन लगानी चालहए तालक इलाज क अभाव म लकसी की मौत ना हो लवधायक न इस माग को माना व मलडकल वन लगाना शर करन का वायदा लकया ह

नौभास क नारायण न बात रखत हए कहा लक य लसिथ एक तातकाललक राहत ह हम इस नोटबदी क जनलवरोधी लनणथय क लखलाि जयादा स जयादा लोगो को सगलठत करना होगा तालक पर दश म महनतकशो पर टट रह कहर को रोका जा सक

अहमदनगरअहमदनगर महाराषटर म नोटबनदी क लवरद

कई इलाको म अलभयान चलाया गया अलभयान क दौरान मोदी सरकार की बड पजीपलतयो क पषि की नीलतयो का पदाथिाश लकया गया व पचव क माधयम स बताया गया लक क स मोदी सरकार हर मोचव पर ि ल होन क बाद अब नोटबनदी क माधयम स काल धन पर चोट करन की नौटकी कर रही ह हकीकत य ह लक असली काला धन रखन वालो क लवरद सरकार ना तो जाच कर रही ह और ना कोई कारथवाई जनता स गदारी करत हए बड बड उदोगपलतयो क परान कजव माि लकय जा रह ह व नय कजव मजर लकय जा रह ह ऐस म आम जनता को इस नोटबनदी की नौटकी की असललयत समझनी होगी

पववी उतर परदशनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ चलाय जा

रह परचार अलभयान क तहत गोरखपर शहर म साईलकल माचथ लनकाला गया इलाहाबाद मऊ अमबडकरनगर क लवलभनन इलाको म पदल व साइलकल माचथ लनकालत हए सभाए की गयी और पचव बाट गय इलाहाबाद म नोटबनदी क सवाल पर पररचचाथ आयोलजत की गयी लजसम छात-छाताओ क बीच इस मद पर मौजद लवलभनन सवालो पर लवसतार स बातचीत की गयी

गाजज़ याबादनोटबनदी की नौटकी क लख़लाफ गालजयाबाद

क लवजयनगर षित क लवलभनन लहससो म परचार अलभयान चलाया गया एव पचाथ लवतरण लकया गया नागररको न नौजवानो क इस परयास की तारीि की और कहा लक कम स कम कोई तो नोटबदी क ि सल स आम जनता की तकलीिो क बार म बता रहा ह नही तो सारी पालटथया और जयादातर मीलडया मोदी क सर म सर लमला रही ह यह भी दखन म आया लक जनता क लनमन मधय वगथ का कािी बडा लहससा सघी िालससटो दारा ि लायी गई अिवाहो और सरकार क भरामक परचार क परभाव म ह लोगो क सवालो पर परचार टोली न उनह तकषो और आकडो सलहत असललयत समझायी

ndash तबगल सवाददाता

नोटबनी क तवरोध म तबगल मज़दर दसता और जनसगठनो का भणडाफोि अजभयान

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

मज़दर तबगल ददसमबर 2016 15

(1) िासीवाद सडता हआ पजीवाद ह (ललनन) यह लवतिीय पजी क आलथथक लहतो की सवाथलधक परलतलरियावादी राजनीलतक अलभवयलति होती ह

(2) िासीवाद कई बमल ततवो स बना एक परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन ह बड लवतिीय-औदोलगक पजीपलतयो क एक लहस स क अलावा वयापारी वगथ और कलको का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह उचच मधयवगथ का एक लहससा भी इसका समथथन करता ह

(3) िासीवाद पजीवादी वयवसथा म परशानहाल मधयवगथ क पील-बीमार चहर वाल यवाओ को लोकलभावन नार दकर और गढ गय शत क लवरद उनमाद पदा करक उनह अपन साथ गोलबनद करता ह बरोजगार-अदथबरोजगार असगलठत यवा मजदर जो लवमानवीकरण और लमपटीकरण क लशकार होत ह िासीवाद उनक बीच स अपनी गणडा वालहलनयो म भरती करता ह

(4) िासीवाद घोर परषसवालमतववादी और रिी-लवरोधी होता ह शर स लकया जान वाला रिी-लवरोधी मानलसक अनकलन िासीवादी कायथताथओ को पराय सदाचार क छदम वष म मनोरोगी और दलमत यौनग लथयो का लशकार बना दता ह

(5) िासीवाद एक क डर-आधाररत परलतलरियावादी सामालजक आनदोलन होता ह जो समाज म तणमल सतर पर काम करता ह वह हमशा कई सगठन और मोचव बनाकर काम करता ह हर जगह उसकी कई परकार की गणडावालह लनया होती ह बजथआ जनवाद म ससदीय चनाव लडन वाली पाटगी उसका महज एक मोचाथ होती ह

(6) िासीवाद हमशा उग अनधराषटरवादी नार दता ह वह हमशा ससकलत का लबादा ओढकर आता ह ससकलत का मखय घटक धमथ या नसल को बताता ह और सासकलतक राषटरवाद का नारा दता ह इस तरह दश लवशष म बहसखयक धमथ या नसल का राषटरवाद ही मान य हो जाता ह और धालमथक या नसली अलपसखयक सवत पराय या बाहरी हो जात ह इस धारणा को और अलधक पष करन क ललए िासीवादी इलतहास को तोड-मरोडत ह लमथको को ऐलतहालसक यथाथथ बतात ह और ऐलतहालसक यथाथथ का लमथकीकरण करत ह

(7) िासीवाद धालमथक या नसली अलपसखयको को लनशाना बनान क ललए ससकलत और इलतहास का लवकलतकरण करन क ललए तणमल परचार क लवलवध रपो क साथ लशषिा का कशल और वयवलसथत इस तमाल करत ह धालमथक परलतष ठानो का भी व खब इसतमाल करत ह

(8) िासीवादी वयवलसथत ढग स सना-पललस-नौकरशाही म अपन लोगो को घसात ह और इनम पहल स ही मौजद दलषिणपथी लवचार क लोगो को चनकर अपन परभाव म लत ह

(9) अपनी पत-पलतकाओ स भी अलधक िासीवादी मखय धारा की बजथआ मीलडया का इसतमाल कर लत

ह इसक ललए व मीलडया परलतषठानो म योजनाबद ढग स अपन लोग घसात ह और तमाम दलषिणपथी बलदजीलवयो की लशनाखत करक उनका इसतमाल करत ह

(10) िासीवादी कवल इलतहास का ही लवकलतकरण नही करत आम तौर पर व अपनी लहतपलतथ क ललए लकसी भी मामल म सफद झठ को भी सच बनाकर पश करत ह सभी िासीवादी गोयबलस क इस सत वाकय को अपनात ह एक झठ को सौ बार दहराओ वह सच लगन लगगा

(11) िासीवादी हमशा अदर-ही-अदर शर स ही कमयलनसटो को अपना मखय शत समझत ह और उलचत अवसर लमलत ही चन-चनकर उनका सिाया करत ह वामपथी लखको-कलाकारो तक को नही बखशत इलतहास म हमशा ऐसा ही हआ ह िासीवालदयो को लकर भरम म रहन वाल नरमी या लापरवाही बरतन वाल कमयलनसटो को इलतहास म हमशा कीमत चकानी पडी ह िासीवालदयो न तो सतिा-सदढीकरण क बाद ससदीय कमयलनसटो और सामालजक जनवालदयो को भी नही बखशा

(12) आज क िासीवादी लहटलर की तरह यहलदयो क सफाय क बार म नही सोचत व दगो और राजय-परायोलजत नरसहारो स आतक पदा करक धालमथक अलपसखयको को ऐसा दोयम दजव का नागररक बना दना चाहत ह लजनक ललए कानन और जनवादी अलधकारो का कोई मतलब ही न रह जाय व लनकषतम शरणी क उजरती गलाम बन जाय और ससती स ससती दरो पर उनकी शरमशलति लनचोडी जा सक साथ ही मजदर वगथ क भीतर पदा हए धालमथक अलगाव की वजह स मजदर आनदोलन बटकर कमजोर हो जाय और उस तोडना आसान हो जाय

(13) िासीवादी गणड हर दश म हडतालो को तोडन म अहम भलमका लनभात रह ह जहा भी व सतिा म आय कमयलनसटो क सिाय क साथ मजदर आनदोलन का बबथर दमन लकया

(14) अतीत स सबक लकर आज का पजीपलत वगथ िासीवाद का अपनी लहतपलतथ क ललए लनयलतत इसतमाल करना चाहता ह जजीर स बध कति की तरह पर यह खखवार कतिा जजीर छडा भी सकता ह और उतना उतपात मचा सकता ह लजतना पजीपलत वगथ की चाहत कतिई न हो िासीवाद ही नवउदारवाद की नीलतयो को डणड क जोर स लाग कर सकता ह अत सकटगसत पजीवाद इस लवकलप को चनन क बार म सोच रहा ह

(15) यलद हमार भीतर थोडा भी इलतहास बोध हो तो यह बात भली-भालत समझ लनी होगी लक िासीवाद स लडन का सवाल चनावी जीत-हार का सवाल नही ह इस धर परलतलरियावादी सामालजक-राजनीलतक आनदोलन का मकाबला कवल एक जझार रिालनतकारी वाम आनदोलन ही कर सकता ह

इन बातो स जो साथी सहमत ह व इसका वयापक परचार कर और सवय भी िासीवाद-लवरोधी मलहम स सलरिय भागीदारी क बार म सोच

फासीवाद की बतनयादी समझ बनाय और आग बढकर अपनी जज़मदारी तनभाय

मसखरया दसहयासन पर बठयातरह-तरह क करतब दिखयातया हिरबयारी हसत ह तयादलया पीट-पीटकरऔर र हए भदर नयागररक उनकया सयाथ ित हव जयानत ह मसखरया एक हतयारया हऔर िरबयार म खन क चहबचचो क ऊपरदबछी हई ह लयाल कयालीनमसखर कया सबस दपर शगल हसडको पर गपरर बनकर दनकलन कया वयाग रचनयादवशयाल भव मचो स अचछ दिनो की घोरणया करनयादजह सनकर सममोदहत भीड नयार लगयान लगती हसिगकहथ भल लोग र जयात हसयान अपनी दहफयाजत की जगत दभडयान लगत हऔर दववकवयान लोग दचतयापववक आन वयाल दिनो कीतबयादहो क बयार म सोचन लगत हसदिो पहल जो बबवर हमलयावर बनकर आ थव अदतदथ बनकर आ रह हमसखर न ऐसया जयाि चलयाया हमसखरया अपन मयामली स महयान बनन क अगदणत स मरण सनयातया हवह चयाि को दतलमी रसी फ ककरधरती पर खीच लयान क ियाव करतया हमसखरया शबिो स खलतया हऔर अलकयार-वदचत की झडी लगयातया हशबि हो या पररधयान या लट और िमन क दवधयानया सयामदहक नरसहयार रचन क दलएदवकदसत दकया गया सकत दवजयानमसखरया सबकछ सगढ-पररषकक त ढग स करतया हऔर कररतया कया नया सौि वशयासतर रचतया हसकव स कया मयादलक बन बठया ह मसखरयाजनमत उसक सयाथ हऐसया बतयान क गदणती तकव ह उसक पयासदफर भी वग-उददगन ह मसखरयािगव-नगर सरीख इस दवशयाल बि सकव स पणयाल क बयाहरअभी दनचयाट सनयाटया ह दचलकती धप हऔर हया-वहया उठत कछ धल क बगल हमसखरया रहम सनयाट को नही समझतयामसखरया बचच की उस हसी तक कोबियावशत नही कर पयातया दजसम दववशतया नही होतीभ नही होतयातमयाम आशवदतो क बयावजिअतीत क परत सतयात रहत ह मसखर कोवह रया रहतया ह

mdash कदवतया कक षणपललवी

मसखरा

नरनद मोदी क सतिा म आन क बाद स दश म िासीवादी ताकतो को अभतपवथ बढत लमली ह और सतिा व समाज क हर षित म उनका उतपात बढता जा रहा ह ससदीय वामपलथ यो म अभी यही यही बहस चल रही ह लक इनह िासीवाद कहा जाय या नहीmdashहालालक इस बहस का कल मकसद बस यही तय करना ह लक िासीवाद स लडन क नाम पर लिर स कागस का दमछलला बनन का समय आ गया ह या नही मगर िासीवालद यो का लवरोध करन वाल बहत स बलदजीलवयो और अनक रिालनतकारी सगठनो क बीच भी िासीवाद को लकर कई तरह क लवभरम मौजद ह मजदर लबगल क पाठको स भी अकसर िासीवाद को लकर कई तरह क सवाल हम लमलत रहत ह इसीललए हम यहा कदवतया कक षपललवी का यह नोट परकालशत कर रह ह हालालक इस मोदी सरकार बनन क पहल ललखा गया था ललकन इसकी परासलगकता और भी बढ गयी ह आज नोटबनदी क फ सल क बाद जनता म ि ल रोष को दखकर कछ लोग इस ख़शफहमी म ह लक मोदी सरकार न सलफ गोल कर ललया ह अब उनह कछ करन की जररत नही ह 2019 म जनता ख़द ही सघ और भाजपा को सबक लसखा दगी ऐस लोगो को भी इस लटपपणी को जरर पढना चालहए और यह समझना चालहए लक िासीवाद एक सामालजक आनदोलन ह लजसन भारतीय समाज म गहर जड जमा ली ह इसक महज चनावो म हराकर परासत और नसतनाबद नही लकया जा सकता mdash समपयािक

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)

मदरक परकयाशक और वयामी कयातयानी दसहया दयारया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006 स परकयादशत और उही क दयारया मलटीमीदम 310 सज गयाधी परम फजयाबयाि रो लखनऊ स मददरत समपयािक सखदविर अदभनव l समपयाकी पतया 69 ए-1 बयाबया कया परवया पपरदमल रो दनशयातगज लखनऊ-226006

16 Mazdoor Bigul l Monthly l December 2016 RNI No UPHIN201036551

याक पजीन SSPLWNP-3192014-2016पररण याकघर आरएमएस चयारबयाग लखनऊ

पररण दतदथ दिनयाक 20 परतक मयाह

ndash जशवाथिडबॉलीवलडया और हॉलीवलडया

लिलम दख कर ऐसा परतीत हो सकता ह लक अमररका और यरोप क फास इगलड जस उननत दशो म राजनीलत और आम जनजीवन म उतनी घोटालबाजी धनलोलपता और नगई नही ह लजतनी लक हमार दश म ह ललकन नवउदारवादी नीलतयो क लपछल पचचीस-तीस सालो म पजीवादी पतनशीलता न तीसरी दलनया क दशो क अलावा अमररका और यरोप क दशो म भी नगई क ऐस नय कीलतथमान सथालपत लकय ह लक व अब इस षित म भी हमार दश क नता-मलतयो को राह लदखा रह ह अमररका म नव-लनवाथलचत राषटरपलत डोनालड टरमप इस नग नीलत का नया झणडाबरदार ह टरमप कोई जमीनी सतर स राजनीलत करता हआ राषटरपलत पद तक नही पहचा ह बललक कछ अजीब पररलसथयो म आकलसमक तरीक स राषटरपलत बन गया ह जयादातर लवशषको का मानना था लक लवलभनन राजयो म होन वाल पराथलमक चनावो म ही हार कर टरमप बाहर हो जायगा चनावी भाषणो और अनय खलासो क पहल भी उसकी छलव एक अययाश लकसम क अरबपलत की थी जो कािी हद तक मसखरा माना जाता था यहा तक लक ररपलबलकन पाटगी क ही कािी लोगो न चनावी परलरिया शर होन क बहत दर बाद नवमबर क शरआती लदनो म ही जाकर टरमप को उममीदवार क तौर पर सवीकार लकया

राषटरपतत उफड खरबपतत रोनालड टटरम

टरमप कोई भी सामानय दलषिणपथी नही ह जॉजथ बश जो लबल लकलटन क बाद अमररका का राषटरपलत बना वह भी एक परलतलकयावादी पाटगी (ररपलबलकन पाटगी) का एक परलतलरियावादी नता था थोड बहत अनतर क साथ अमररकी राजनीलत म मौजद दसरी परलतलरियावादी पाटगी डमोरिलटक पाटगी स 2008 म चनकर आया पहला अमररकी-अफीकी राषटरपलत बराक ओबामा भी एक परलतलरियावादी शासक था ललकन टरमप इन दोनो स ही अलग ह डोनालड टरमप लबल लकलटन या बराक ओबामा जसा कोई पशवर राजनीलतज नही ह वह अमररका क खरबपलतयो म स एक ह लजसकी पजी ररयल-एसटट शयर-बाजार स लकर कई उदोगो म लगी ह 1971 म नययॉकथ शहर म अपन लपता स परापत ररयल-एसटट वयापर क साथ उसन अपन वयवसाय की शरआत की 1973 म अपनी कमपनी दारा बनाय घरो की लबरिी म और लकरायदारो क साथ नसली आधार पर भदभाव करन क ललए सरकार न उसक लख़लाफ मकदमा दायर लकया लजसस बाद म वह बरी हो गया इसक बाद उसन अपन वयापार का लवसतार करत हए गड हयात नामक होटल खडा लकया और अपन भाई क साथ लमलकर जए क कारोबार की शरआत की उसन ताज महल नाम स दलनया का सबस बड होटल और क लसनो बनाना शर लकया ललकन 1990 तक उसकी

कमपनी और वह सवय लदवाललया होन की कगार तक आ गय लिर दस साल बाद उसक ररयल-एसटट वयापार म दोबारा तजी आई और उसी दौरान उसन पहली बार ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररका क राषटरपलत पद क ललए चनाव लडन का मन बनाया ललकन क ललफोलनथया क परारलमभक चनाव म बरी तरह हारन क कारण उस पीछ हटना पडा इसी क बाद अपन पस और मीलडया एव लिलम जगत क लोगो स करीबी क दम पर उसन 2004 म द अपरलटस नामक एक ररयललटी टीवी शो म पसा लगाया इस शो म लवलभनन परलतभागी टरमप आगथनाईजशन का सदसय बनन क ललए आपस म होड करत थ इस शो म टरमप दारा इन कलाकारो को बरी तरह जलील करना उसक सटाइल क तौर पर परसतत लकया गया ललकन इसी ररयललटी टीवी शो स टरमप को दश म जबरदसत लोकलपरयता हालसल हई और 2012 आत-आत उसन दोबारा ररपलबलकन उममीदवार क तौर पर अमररकी राषटरपलत पद का चनाव लडन क ललए तयारी शर कर दी अनततः 2016 म वह चनाव लडा और जीत भी गया परनत इस जीत का कारण अगर हम लसिथ टरमप क वयलतिगत अतीत म ढढग तो हम गलत नतीजो पर पहचग वयलतियो को इलतहास बनाता ह न लक इलतहास को कोई अकला वयलति ऐसा क स हआ लक टरमप जसा वयलतितव दलनया की महाशलति अमररका का राषटरपलत बन गया यह समझन क ललए हम इलतहास की उन शलतियो को समझना होगा जो टरमप जसी कठपललयो को सचाललत करती ह टरमप की जीत को समझन क ललए अमरीकी राजनीलत क अनतलवथरोधो की पडताल कनी होगी व आलथथक व राजलनलतक कारण कया ह लजनहोन टरमप सरीख मसखर को अमरीकी चनाव म लवजय लदलायी

वशविक आरथिक मनी और दतनया भर म परततककयावादी

राजनीतत का उदयआज लसिथ अमररका ही नही बललक

परी दलनया म धर परलतलरियावादी और दलषिणपथी राजनीलत का उभार हो रहा ह और कई दशो ऐसी ताकत सतिा म भी आ रही ह दरअसल पजीवादी वयवसथा का क आलथथक सकट की राजनीलतक अलभवयलति इन परलतलरियावादी सरकारो क रप म हो रही ह डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी एवम दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत क रप म चना जाना इसी का एक लवलशष उदहारण ह लपछल एक दशक म यरोप ऑसटरललया समत दलनया क कई उननत दशो म जो आज स तीस-चालीस पहल उदारवादी नताओ और पालटथयो क ललए जान जात थ धर दलषिणपथी और परलतलरियावादी ताकत या तो सतिासीन हई ह या लिर अपरतयालशत तौर पर उनको जनता क बीच समथथन परापत हआ ह मजदर लबगल क पननो पर हम समय-समय पर इसकी चचाथ करत रह ह पाठको को याद होगा लक अभी चार महीन पहल ही यानी

जलाई म लरिटन की जनता न वहा पर हए एक जनमतसगह म लरिटन को यरोपीय सघ स अलग करन क पषि म मतदान लकया ह इसी को दलनया भर म रिलगजट क नाम स जाना गया डोनालड टरमप का राषटरपलत बनना भी इसी कडी का ही अगला लहससा ह इसक कनद म 2006 म अमररका म सब-पराइम सकट स शर हई वलशवक आलथथक मनदी ह लाख पसीना बहान क बाद और दलनया भर क नीम-हकीमी नसखो की झाड-िक करन क बावजद हर आन वाल साल क साथ यह मनदी और गहराती हई नजर आती ह भमणडलीकरण क दौर म परी दलनया क बाजारो की ख़ाक छानन क बावजद पजीपलतयो को अपन माल क ख़रीदार नही लमल रह ह अथथशारि की भाषा म लजस अलतउतपादन का सकट कहत ह उसन पर पजीवादी लवशव को अधरी गली क महान पर लाकर खडा कर लदया ह मनाफ की घटती दरो को बनाय रखन क ललए एलशया-अफीका-लालतनी अमररकी दशो क मजदरो का ससत स ससता शरम ख़रीदकर उनह लगभग भखमरी और बदहाली की लसथलत तक पहचा दन क बाद अब इस तगी की मार अमररका और यरोपीय दशो की जनता क लनमन-मधयम और मधय वगगीय ससतरो तक भी पहच रही ह

लदतीय लवशवयद क बाद 1950 और 60 क दशक क दौरान लवशव पजीवाद न लमब समय बाद जबरदसत उछाल का दौर दखा इसी क साथ 150 साल स जारी सामाजयवादी लट क बलबत अमररका और पलचिमी यरोप क दश की सरकार अपन यहा क मजदरो और लनमन-मधयवगगीय आबादी को आवास लशषिा सवासथय इतयालद की बहतर सलवधाए द सकती थी यही कारण था लक इस दौरान जहा भारत सरीख तीसरी दलनया क दशो की गरीब जनता लदन-रात खटन क बाद भी बमलशकल अपन ललए दो जन की रोटी जटा पा रही थी वही पलचिमी दशो म आबादी का बडा लहससा अपषितया इन समसयाओ स मति था (हालालक इन उछाल क लदनो म भी वहा पर गरीब दशो स आय परवासी मजदरो का अशवत आबादी क बड लहसस का भयकर शोषण बदसतर जारी था) 1980 क दशक स शर हए नवउदारवादी भमणडलीकरण क दौर म मनाि की घटती दरो को बनाय रखन क ललए पजी ससत स ससत शरम की खोज म परी दलनया को रौद रही थी अमररका और यरोप की बडी कमपलनयो न अपन कारख़ान तीसरी दलनया क दशो म सथानानतररत करन शर कर लदय जहा की सरकारो की लमली-भगत स उन दशो क मजदरो क ससत शरम को आसानी स लनचोडा जा सकता था इसी की एक बानगी ह लक कभी ऑटोमोबाइल उदोग का कनद मान जाना वाला अमररका का डटरॉयट शहर आज लगभग उजाड हो गया ह

ललकन लपछली सदी क आलखरी दशक और नई सदी म परवश क साथ एक क बाद एक कई सकटो न लवशव-

पजीवाद की कमर तोड दी दरअसल 1973 क तल सकट क समय स ही जारी सकटो की शरखला की अगली कडी थी 2006 म अमररका म शर हआ सब-पराइम (यालन ख़राब ऋणो का) सकट जो 1930 की महामनदी क बाद आज दसरी वलशवक पजीवादी महामनदी का रप ल चका ह इस सकट क चलत बड-बड बको क लदवाललया होन की शरआत हो गयी लजनह अमररका और यरोप क दशो की सरकारो न अरबो रपय क बल-आउट पकज दकर बचाया ऐस म अब इन उननत दशो की पजीवादी सरकारो क ललए यह ममलकन नही रह गया लक वह जनता को आवास लशषिा सवासथय इतयालद सलवधाओ का खचथ पहल की तरह उठा सक इसी दौरान इन दशो म बरोजगारी कािी तजी स बढी और सरकारो की तरि स लदय जान वाल बरोजगारी भति म भी भारी कटौती की गयी इन दशो की सरकार पहल की तरह अपन बजट का एक बडा लहससा इन सलवधाओ पर खचथ करगी तो मनाि की घटती दर स जझ रह बड-बड पजीपलत घरान और बक सडक पर आ जायग इस समसया को हल करन का एकमात तरीका जो इन पजीवादी दशो क हकमरानो को नजर आ रहा ह वह यह ह लक व अपना उदारवादी मखौटा उतार ि क और जनता क ऊपर इस पर सकट का बोझ डाल द यही कारण ह लक अमररका और यरोप क लगभग सभी दशो म सवासथय लशषिा पशन सलहत सामालजक सरषिा क तमाम मदो म भारी कटौती की गयी ह लजसक लवरोध म वहा ऑकयपाई वॉल सटरीट जस आनदोलन उभर ह

अमररका म आरथिक मनी स पदा हई परततककयावाद की ज़मीन

डोनालड टरमप जस धर परलतलरियावादी व दलषिणपथी वयलति का अमररकी राषटरपलत चना जाना आलथथक मनदी स जनम ल रह परलतलरियावाद का एक लवलशष उदहारण ह 2006 क बाद स जारी वलशवक आलथथक मनदी न अमररकी सरकार को सवासथय सवाओ लशषिा और रोजगार जस मदो म लकय जान वाल सरकारी खचथ म भारी कटौती क ललए मजबर कर लदया इसक चलत मजदर और लनमन-मधयवगगीय आबादी भयकर बदहाली का लशकार ह 2008 म चनकर आय डमोरि ट उममीदवार बराक ओबामा स जनता को कािी उममीद थी ललकन उसक आठ साल क कायथकाल न लोगो क सामन यह सपष कर लदया अगली सरकार डमोरि ट या ररपलबलकन लकसी की भी हो इन समसयाओ स उनह छटकारा नही लदला सकती ऐस म पजीवादी वयवसथा और उसक नताओ स जनता क इस मोहभग का इसतमाल कोई ऐसी ताकत कर सकती थी जो उनक समषि इस मरणासनन और मानवदोही बन चकी पजीवादी वयवसथा की कलई खोल कर रख दती और एक रिालनतकारी लवकलप परसतत करती ररपलबलकन डमोरि ट या सामालजक-जनवादी शली

क डमोरि ट बनगी सडसथ ऐसा नही कर सकत थ जनता इसस वालकफ थी रिालनतकारी लवकलप परसतत करन वाली कोई मजबत शलति अमररकी राजनीलत म मौजद ह नही ऐस म टरमप जस वयलति न तरह-तरह क लोकलभावन नारो और जमलो क जररए जनता क इस गसस का इसतमाल अपन पषि म कर ललया यहा यह बात गौर करन वाली ह लक इस चनाव म करीब 45 परलतशत मतदाताओ न लकसी भी उममीदवार को वोट नही लदया यालन टरमप की जीत मखय तौर पर जनता की हताशा को लदखलाती ह और हताशा हमशा परलतलरिया की जमीन पदा करती ह

जनता को अगर भलवषय का लवकलप नही लमलगा तो वह उस अतीत म तलाशगी और टरमप न इसी का इसतमाल लकया उसन महान अमररकी राषटर क परान लदनो को वापस लान का नारा लदया उसन बरोजगारी स तगहाल जनता को यह समझाया लक उसकी इस हालात क लजममदार व परवासी ह जो मलकसको और एलशया-अफीका क दशो स आकर उनकी नौकररया खा जात ह इसललए वह इन परवालसयो को दश स बाहर कर दगा और उनक आन पर रोक लगा दगा उसन कहा लक हमारी कमपलनया और पजीवादी घरान इसललए मनाफा नही कमा पात कयोलक पयाथवरण सरषिा क नाम पर उनह जयादा खचथ करना पडता ह इसललए पयाथवरण सरषिा क लनयमो को लकनार लगाकर वह कोयला जस उन ऊजाथ सोतो का और दोहन करगा जो बहत जयादा परदषण करत ह पजीपलतयो को जयादा मनाफा मतलब जनता की बहतरी इराक-अफगालनसतान और मधय-पवथ म अमररकी सनय कारथवाइयो क कारण हए आलथथक नकसान क चलत लपछली सरकार थोडा बचाव की मदा म थी मगर टरमप न जयादा आरिामक रवया अपनात हए कहा लक अमररका को दोबारा महान बनान क ललए इनह और तज करना होगा अमररका को अपनी खोई हई महानता वापस पान क ललए दलनया को डराकर रखना होगा उसन मलसलमो मलहलाओ अशवत नागररको परवालसयो उन सबको लनशान पर ललया जो अमररकी गोर टटपलजया वगथ व मजदर आबादी क एक लहसस क परषो क ललए पराय थ टरमप क अनसार य सभी पराय उसकी बदहाली क ललए लजममदार ह इसललए इनह ठीक करना पडगा उसन एक बहद लोकरजक ललकन आरिामक शली अपनायी लजसन जनता क एक लहसस म उसकी छलव लनणाथयक और मजबत वयलति की बनायी टटपलजया वगथ (जो लक आज अमररकी गोरी आबादी का बडा लहससा ह) को एक तारणहार की जररत होती ह और टरमप म उस इसकी समभावना नजर आयी

पर रोनालड टटरम फासीवादी नही ह

अमररका समाज का इलतहास यह बतान क ललए कािी ह लक ऐसा

अमररकी राषटरपतत रोनालड टटरम की जीत का मतलब का ह

(पज 4 पर जारी)