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  • सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : भगूोल : �ससल� म� �वालामखुी �व�फोट, एक पय�टक क� मौत

    �संग : • ��ा�बोल� के �ससल� �वीप पर एक �वालामखुी म� �व�फोट ने लगभग 30 पय�टक� को अपनी सरु�ा के �लए सम�ु म� कूदने को मजबरू कर �दया।

    �ववरण : • �ससल� के उ�र� तट से दरू ��ा�बोल�, �तरहे�नयन सागर म� एक छोटा सा �वीप है।

    • इटल� के तीन स��य �वालाम�ुखय� म� से एक इस �वीप पर है।

    • यह आठ एओ�लयन �वीप� (Aeolian Islands ) म� से एक है, जो �ससल� के उ�र म� एक �वालामखुी चाप है।

    • ��ा�बोल� के �वालामखुी म� कई बार �व�फोट हुआ है और यह लगातार छोटे �व�फोट� के साथ स��य है, जो अ�सर �वीप और आसपास के सम�ु के कई �बदंओु ंसे �दखाई देता ह�, िजससे �वीप का उपनाम "भमू�य सागर का �काश �तंभ" भी पड़ गया है।

    • यह �वालामखुी �ह पर सबसे स��य �वालाम�ुखय� म� से एक है और 1932 से �नय�मत �प से �व�फोट क� ि�थ�त म� है।

    • आ�खर� �व�फोट 2007 म� हुआ था।

    • �वालामखुी से �नकलने वाल� राख और ल�ैपल� [च�टान के टुकड़]े को जमीन पर आने और पहाड़ के �कनार� से टकराने से दो �कलोमीटर पहले तक शटू �कया गया था।

  • ��ा�बो�लयन �व�फोट : • ��ा�बो�लयन �व�फोट अपे�ाकृत ह�के �व�फोट ह�। • इनका नाम इतालवी �वालामखुी ��ा�बोल� के नाम पर रखा गया है। • ��ा�बो�लयन �व�फोट म� गम� अगंार, ल�ैप�ल� और लावा बम� क� अ�धकता होती है, िजनक� ऊंचाई द�सय� से कुछ सकैड़� मीटर तक होती है। • �छटपटु �हसंा के साथ उ�प�न ये �व�फोट छोटे से लेकर म�यम आकार के होत ेह�।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से सबंं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� जलवाय ुका अ�ययन करने के �लए शोधकता�ओ ंका आक� �टक �मशन :

    �संग : • 17 देश� के जलवाय ुप�रवत�न व�ैा�नक� क� एक ट�म आक� �टक के �लए एक अ�भयान क� तयैार� कर रह� है, जहां वे अपने जहाज के साथ सम�ु� बफ� के एक बड़ ेटुकड़ ेके आसपास लगंर डाल�गे और पानी को अपने चार� ओर जमने द�गे।

    �ववरण : • व�ैा�नक हर स�द�य� म� उ�र� �वु पर बनने वाले �वशाल सफेद बफ� के ��यमान म� कैद हो जाएंगे।

    • �मशन का उ�दे�य एक मनैअुल अवलोकन और माप करना है, �य��क स�द�य� से म�य आक� �टक म� जलवाय ु���याओ ंका एक मलू अवलोकन भी नह�ं हुआ है।

    • व�ैा�नक� का मानना है �क हर साल बनने वाल� बफ� क� चादर उ�र� गोलाध� म� मौसम के पटैन� और तापमान को �नय�ं�त करने के �लए एक मह�वपणू� करक है। कुछ भी जो आक� �टक को बा�धत करता है उसे आगे द��ण म� महससू �कया जाता है।

  • • अ�भयान को रा���य �व�ान फाउंडशेन, ऊजा� �वभाग, रा���य महासागर�य और वायमुडंल�य �शासन और नासा जसेै अमे�रक� सं�थान� से फंड �ा�त हो रहा है। • MOSAiC �मशन, जो आक� �टक जलवाय ुके अ�ययन के �लए बहुआयामी तरैती वेधशाला है, को नॉव�िजयन खोजकता� ��डचॉफ नानसेन के �वारा पहल� बार उ�र� �वु पर तीन साल के अ�भयान के दौरान अपने लकड़ी के जहाज को बफ� म� सील करने म� कामयाब होने के 125 साल बाद लांच �कया गया है।

    मह�व : • �मशन का उ�दे�य आक� �टक पर जलवाय ुप�रवत�न के �भाव का अ�ययन करना है और यह जानना है �क यह द�ुनया के बाक� �ह�स� को कैसे �भा�वत कर सकता है।

    • �वुीय भंवर, जो �लो�रडा और यरूोप म� श�ुआती गम� क� लहर के �प म� �दखाई देत ेह�, को इस आशय के �मखु उदाहरण� के �प म� उ�धतृ �कया जाता है �क आक� �टक मौसम �णाल� म� बदलाव हो सकता है।

    • उप�ह� से एक� �कए गए डटेा और बफ� से �लए गए माप को जोड़कर, व�ैा�नक मौसम और जलवाय ुभ�व�यवा�णय� के �लए तजेी से प�र�कृत कं�यटूर मॉडल म� सधुार करने क� उ�मीद करत ेह�।

    • �मशन सदुरू उ�र म� ���याओ ंको समझने म� मदद करेगा जो �व�व नेताओ ंके �लए जलवाय ुप�रवत�न पर अकुंश लगाने के �लए सह� �नण�य लेने म� मह�वपणू� सा�बत होगा।

    पोलर�टन� (Polarstern) : • �रसच� �ह�कल पोलर�टन� एक जम�न �रसच� आइस�ेकर है जो अ��ेड वेगेनर इं�ट��यटू फॉर पोलर एंड मर�न �रसच� (AWI) �ेमरवेन (Bremerhaven) म� है।

  • • पोल�टन� को 1982 म� कमीशन �कया गया था और इसका उपयोग म�ुय �प से आक� �टक और अटंाक� �टका म� अनसंुधान के �लए �कया जाता है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से सबंं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : पवन ऊजा� सयं�ं� को यरूोपीय संघ क� �वशषे�ता : �संग : • भारत म� यरूोपीय संघ (EU) के राजदतू टॉमाज़ कोज़लो�क� दो �दन क� भारत या�ा पर थे।

    �ववरण : • चे�नई का दौरा करने वाले राजदतू ने कहा �क यरूोपीय संघ के रा��� और �नजी कंप�नय� के सहयोग से भारत का पहला �मखु अपतट�य पवन ऊजा� �लांट ज�द ह� गजुरात म� �था�पत �कया जाएगा।

    • उनक� आ�धका�रक या�ा यरूोपीय सघं-भारत रणनी�तक साझदेार� के तहत �व�छ ऊजा�, अनसंुधान, नवाचार, �श�ा और सं�कृ�त पर सहयोग पर �काश डालती है।

    • उ�ह�ने इस त�य पर �काश डाला �क यरूोपीय सघं ने त�मलनाडु और गजुरात म� अपतट�य पवन ऊजा� प�रयोजनाओ ंको �वक�सत करने म� भारत के �लए सहयोग बढ़ाया है। अपतट�य �बजल� संय�ं� के �लए �व�नयामक ढांचे और अनभुव� को यरूोपीय संघ �वारा �दान �कया गया था।

    • उ�होने कहा �क कुछ साल पहले हमने �मता का आकलन करने के �लए प�रयोजना श�ु क� थी और अब यह काया��वयन क� ���या म� है।

    • गौरतलब है �क 2022 तक, भारत ने गुजरात और त�मलनाडु म� अपतट�य पवन ऊजा� क� 5 गीगा बाइट क� �मता �ा�त करने के �लए एक मह�वाकां�ी ल�य �नधा��रत �कया है।

  • न�मा ऑटो प�रयोजना : • न�मा ऑटो यरूोपीय संघ �वारा �व� पो�षत पया�वरण के अनकूुल इलेि��क ऑटो-�र�शा है। • ब�गल�ु और चे�नई म� कम �दषूण फैलाने वाले ऑटो-�र�शा को बढ़ावा देने के �लए इस वष� क� श�ुआत म� न�मा ऑटो प�रयोजना क� श�ुआत क� गई थी।

    • इस प�रयोजना का सम� �वचार इलेि��क पि�लक �ांसपोट� पर ि�वच करने के �लए जाग�कता पदैा करना और अ�धक से अ�धक इलेि��क वाहन� को पेश करना है। • चे�नई म� इलेि��क ऑटो-�र�शा का पहला सेट चे�नई मे�ो रेल के सहयोग से फ�डर सेवा के �प म� पहले से ह� श�ु �कया जा चकुा है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से सबंं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : तलंेगाना �ीन �ाइव के �लए एक जापानी सहयोग :

    �संग : • वन �वभाग ने �ीन �ाइव, तलंेगाना कू ह�रता हरम (TKHH) के परूक के �लए पायलट आधार पर वेळुगुमतला शहर� पाक� म� वनीकरण का ��स�ध जापानी "�मयावाक�" को अपनाने क� मंजरू� दे द� है।

    �ववरण : • TKHH के पांचव� चरण के तहत वन �वभाग को लगभग 3.29 करोड़ पौधे लगाने का बड़ा काम स�पा गया है।

    • �मयावाक� प�ध�त, िजसने शहर� वनीकरण क� अवधारणा म� �ां�त ला द� है, को वेळुगमुतला शहर� पाक� म� �योग �कया जाएगा।

  • • इस प�ध�त का नाम जापानी वन�प�तशा��ी और पादप पा�रि�थ�तक� �व�ानी अक�रा �मयावाक� के नाम पर रखा गया है।

    • �ाकृ�तक आपदाओ ंऔर मानव-�े�रत गल�तय� से न�ट हुई भ�ूम पर �ाकृ�तक वन�प�तय� को बढ़ावा देकर, �मयावाक� जापान के सम�ु तट के साथ �मनी जंगल� को बढ़ाने म� कामयाब रहे।

    • इसका �व�ध का उपयोग करत ेहुए, �व�भ�न �कार क� देशी �जा�तय� को 600 वग� फ�ट के सी�मत �थान पर ह� �वक�सत करना संभव है। • लाभ के �प म�, ये जंगल �म�ट� के कटाव और सनुामी के �खलाफ एक �ाकृ�तक बांध के �प म� काम करत ेह�।

    • हाल ह� म� उठाए गए इस कदम का उ�दे�य इस �व�ध का �व�तार करत ेहुए �ाकृ�तक हरे रंग क� जगह �वक�सत करना है।

    तलंेगाना कू ह�रता हरम : • तलंेगाना कू ह�रता हरम या ह�रता हरम एक बड़ ेपमैाने पर व�ृारोपण काय��म है, िजसको तलंेगाना सरकार �वारा रा�य म� वनावरण क� मा�ा को 24% से बढ़ाकर 33% करने के �लए लागू �कया गया है।

    • यह इन जंगल� को �फर से जीवतं करने, त�कर�, अ�त�मण, आग और चराई जसेै खतर� से बचाने के �लए तलंेगाना �लगै�शप काय��म� म� से एक है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : अ�तरा����य म�ुदे : संपादक�य : उ�र को�रया म� ��प : ऐ�तहा�सक मलुाकात के मायने

  • �संग : • अमे�रका के रा��प�त डोना�ड ��प ने उ�र को�रयाई नेता �कम ज�ग-उन से �य�गयांग म� मलुाकात क�। उ�र को�रया क� धरती पर पहंुचने वाले वह पहले अमे�रक� रा��प�त ह�। इस ऐ�तहा�सक �ण के दौरान �ंप द��ण और उ�र को�रया को बांटने वाल� कं��ट क� सीमा (�ड�म�लटर�कृत ज़ोन (DMZ)) पर पहंुचे।

    �व�लेषण : • भले ह� सलुह के �लहाज से यह �तीका�मक मलुाकात हुई, पर �ंप चाह�गे �क उ�र को�रया के साथ �क� हुई परमाण ुवाता� का समाधान �नकल जाए, �य��क अगले वष� उ�ह� चनुाव का सामना करना है। उ�ह� �नि�चत �प से उ�मीद है �क इससे उ�ह� �चार अ�भयान म� मदद �मलेगी। • ले�कन अमे�रक� ख�ुफया एज��सयां और �व�लेषक कहत ेह� �क उ�र को�रया अपने परमाण ुह�थयार शायद ह� छोड़।े �कम ने हाल ह� म� �मसाइल� और ��ेपा�� लांच कर अतंररा���य सकंट को बढ़ावा �दया है तथा और परमाण ुह�थयार� के पर��ण क� धमक� द� है। बेशक �ंप ने �कम क� काफ� �शसंा क�, ले�कन उ�ह�ने यह भी कहा �क यह मलुाकात और भी ऐ�तहा�सक होती, अगर इसका कुछ नतीजा �नकलकर सामने आता।

    उ�सा�हत �ंप : • इस अ��या�शत और नाटक�य मलुाक़ात क� पहल करने वाले अमर�क� रा��प�त डोन�ड �ंप भी उतने ह� उ�सा�हत थे।

    • G-20 स�मेलन म� �ह�सा लेने जापान गए �ंप ने ��वटर पर संदेश भेजकर �कम ज�ग उन को इस मलुाक़ात का �योता �दया था।

    • उ�र को�रया क� ज़मीन पर क़दम रखने के बाद �ंप �कम ज�ग उन के साथ द��ण को�रया लौटे। ये मलुाक़ात �सफ़� हाथ �मलाने तक सी�मत रहनी थी ले�कन जब दोन� नेता '��डम हाउस' नाम क� इमारत म� साथ बठेै तो मी�टगं एक घंटे तक चल�।

  • • नतीजा ये रहा �क दोन� नेता उ�र को�रया के परमाण ुम�ुदे पर फ़रवर� म� ठप हो गई बातचीत बहाल करने क� संभावना तलाशने पर तयैार हो गए।

    नज़र आई गम�जोशी • अमर�का क� कूटनी�त पर क़र�बी नज़र रखने वाले डलेावेयर य�ूनव�स�ट� के �ोफ़ेसर म�ुतदर ख़ान दोन� नेताओ ंके हाव भाव को एक सकारा�मक संकेत क� तरह देखत ेह�। उनके अनसुार, "कूटनी�तक तौर पर ये मलुाक़ात और दोन� नेताओ ंका सकारा�मक तर�क़े से हाव-भाव �दखाना ज़ा�हर करता है �क उ�ह�ने बातचीत का �वक�प खलुा रखा है और उनम� द�ुमनी वाल� बात नह�ं है। इसे एक उपलि�ध कह सकत ेह�। अब ये डर नह�ं है �क जगं हो सकती है।" • ले�कन, इस मलुाक़ात को लेकर हर �व�लेषक क� राय इतनी सकारा�मक नह�ं है। कई �व�लेषक� ने इस मलुाक़ात को 'पॉ�ल�टकल �थयेटर' यानी राजनी�तक नौटंक� बताकर ख़ा�रज करना श�ु कर �दया। तकरार से दो�ती क� बात तक : • ऐसी आशंकाओ ंका आधार भी रहा है। साल 2017 तक द�ुनया ने देखा है �क �ंप उ�र को�रया के अपने इस दो�त को ख़दुकुशी पर आमादा रॉकेट मनै बतात ेथे। वह�ं, �कम दावा करत ेथे �क परमाण ुह�थयार से लसै उनक� बलेैि�टक �मसाइल� अमर�का तक पहंुच सकती ह� और इनका बटन उनक� मेज पर है।

    • �फर, अचानक नाटक�य अदंाज़ म� ये नफ़रत महु�बत म� बदलने लगी। �कम ज�ग उन ने बातचीत के �लए तयैार होने के सकेंत �दए और �ंप ने �बना कोई शत� लगाए मलुाक़ात क� तार�ख़ तय कर द�।

    �य� �बगड़ी बात? • 12 जनू 2018 को �सगंापरु म� हुई पहल� मलुाक़ात म� दो�ती क� बात हुई। तब �ंप ने कहा �क दोन� नेता आपस म� '�यार करने लगे ह�।'

  • • ले�कन,�वयतनाम के हनोई म� इस साल फ़रवर� म� ये दोन� नेता दसूर� बार �मले तो दो�ती क� चलू� �हलती �दखीं। बात टूट� और उ�र को�रया अमर�क� सरु�ा सलाहकार जॉन बो�टन को कोसने लगा।

    • "बातचीत आगे नह�ं बढ़ने क� एक वजह थी �क �ंप ने अपने �शासन म� य�ुधो�मा�दय� को भरा हुआ है। NSA जॉन बो�टन और �वदेश म�ंी माइक पॉि�पयो। इसके पहले क� बातचीत पटर� से उतरने क� वजह नेशनल �स�यो�रट� एडवाइज़र बो�टन ह�, उ�ह�ने �यौरे म� बदमाशी क�, उ�ह�ने उ�र को�रया पर स�त शत� लगाई थीं। ऐसा लग रहा था �क अमर�का चाहता है �क उ�र को�रया सहमत न हो।

    मिु�कल म� अथ��यव�था : • परमाण ुऔर �मसाइल पर��ण के बाद लगे ��तबधं� से उ�र को�रया क� अथ��यव�था चरमरा गई है और इन पाब�ंदय� म� ढ�ल उसक� पहल� मांग है।

    • बा�रश क� कमी से उ�र को�रया म� अकाल क� ि�थ�त है। उ�र को�रया क� सरकार� मी�डया के मतुा�बक उनका देश चार दशक के सबसे भयकंर सखेू का सामना कर रहा है। • सयं�ुत रा�� का अनमुान है �क उ�र को�रया क� कर�ब 40 फ़�सद आबाद� यानी क़र�ब एक करोड़ लोग खाने के सामान क� कमी से जझू रहे ह�।

    • ले�कन �या ये ि�थ�तयां उ�र को�रया को झकुने पर मजबरू कर सकती ह�। �नि�चत �प से उ�र को�रया क� जनता बहुत क�ट सह रह� है। वहां भखुमर� है। इस�लए ज़�र� है �क वो आगे बढ़�। ले�कन दसूर� तरफ़ हमको ये भी मानकर चलना है �क उनक� ज़�रत कभी इतनी अहम नह�ं हो सकती है �क वो �मसाइल टे�ट करने क� �मता अमर�का क� तरफ़ से कोई �ग�त हुए �बना ह� छोड़ द�।

    �कम ज�ग उन क� रणनी�त :

  • • अमर�का से बातचीत टूटने के बाद �कम ने �स जाकर वहां के रा��प�त �ला�दमीर प�ुतन से मलुाक़ात क�। उ�र को�रया ने मई म� एक ह�त ेसे कम व�त के दौरान कम दरू� वाल� �मसाइल� के दो पर��ण �कए और �व�लेषक� को लगा �क ये अमर�का पर दवाब बनाने क� को�शश है।

    • ''जब उनको मालमू हुआ �क �ंप चाहत ेह� �क वो अमर�का तक पहंुच सकने वाल� इंटरकॉि�टन�टल ब�ैलि�टक �मसाइल का पर��ण रोक द� तो वो �दखाना चाहत ेथे �क अगर हम उसे नह�ं कर रहे ह� तो कम से कम कम दरू� क� �मसाइल का टे�ट तो कर ल�। जो पड़ोसी देश ह�, उन पर तो �नशाना लगा सकत ेह�।"

    चीन क� भ�ूमका : • �मसाइल टे�ट पर �ंप क� श�ुआती ��त��या गंभीर थी ले�कन मई म� वो जापान के दौरे पर गए तो �यादा �च�ंतत नह�ं �दखे। ले�कन जापान के �धानम�ंी �शज़ंो अबे ने �फ़� छुपाने क� को�शश नह�ं क�।

    • को�रयन �टडीज़ �डपाट�म�ट के एक अ�स�ट�ट �ोफ़ेसर के अनसुार इस �े� म� चीन को छोड़कर हर देश �च�ंतत है। चीन जानता है �क अगर उ�र को�रया कुछ करता है तो ख़तरा उसके �लए नह�ं बि�क द��ण को�रया और जापान के �लए होगा।

    • अमर�का, द��ण को�रया और जापान तो �फ़�मंद चीन क� नी�तय� को लेकर भी ह�। वह�ं, चीन ज़ा�हर करता रहा है �क वो चाहता है �क को�रयाई �ाय�वीप म� तनाव घटे और अमर�का और उ�र को�रया के बीच बातचीत बहाल हो। ग़ौरतलब ये भी �क G-20 स�मेलन के �सफ़� एक ह�त ेपहले चीन के रा��प�त शी िजन�पगं ने उ�र को�रया का दौरा �कया।

    उपलि�ध हा�सल करना चाहत ेह� �ंप :

  • • ले�कन, G-20 स�मेलन के पहले ह� �कम और �ंप के बीच प� भेजने का �सल�सला श�ु हो गया था। ईरान के �लए कड़ी भाषा का इ�तमेाल करने वाले �ंप उ�र को�रया के नेता पर मेहरबान �दखत ेथे।

    • �ंप चाहत ेह� �क उनके �लए एक बहुत बड़ा मौक़ा हो। इसका चनुाव पर भी असर हो सकता है। दसूर� बात ये है �क लोग कहत ेह� �क �ंप अपने �शासन को एक टेल��वजन शो क� तरह देखता है और अगर शां�त समझौता हो जाता है तो ये उनके �लए एक बड़ी उपलि�ध होगी।

    �या होगा अगला क़दम? • उ�र को�रया क� ज़मीन पर क़दम रखकर �ंप ने ना �सफ़� इ�तहास बनाया है बि�क एक ऐसे देश क� अवधारणा को बदलने क� को�शश क� है िजसने बरस� तक अमर�का म� एक द�ुमन क� छ�व देखी है. ले�कन �या इतने भर से अ�व�वास क� खाई पट सकती है?

    • डोन�ड �ंप ने कहा है �क ��तबधं हटाए नह�ं जा रहे ह� ले�कन हम इस पर बात कर�गे. क�मट� बनेगी और इसके �हसाब से तय �कया जाएगा. इ�ह�ने �कम ज�ग उन को �हाइट हाउस आने का �योता भी �दया है. डोन�ड �ंप इस ���या को आगे बढ़ाना चाहत ेह� और द�ुनया को �दखाना चाहत ेह� �क अमर�का आज भी वच��व रखता है और जो चाहेगा वो करेगा ह�।

    • सबंंध सधुरे तो अमर�का और �ंप दोन� का दबदबा बढ़ेगा ले�कन ताक़त को उ�र को�रया क� सरु�ा क� गारंट� मानने वाले �कम ज�ग उन �या परमाण ुह�थयार हटाने के �लए सहमत ह�गे?

    • उ�र को�रया का ये मानना है �क अमर�का म� जब सरकार बदलती है तो हर सरकार नया रवयैा अपनाती है. ऐसे म� उनके साथ एक ह� तरह क� बात करना थोड़ा मिु�कल पड़ता है. मेरे �याल से इस�लए वो देखना चाहत ेह� �क रा��प�त �ंप वाकई आगे बढ़ने को तयैार ह� या �फर वो �सफ� समय �नकाल रहे ह�। �न�कष� :

  • • हालाँ�क, उ�र और द��ण को�रया क� सीमा पर समय का जो पल क़ैद हुआ है वो उ�मीद जगाता है ले�कन �ंप और �कम दोन� ह� जानत ेह� �क इसम� भरोसे के रंग भरे जाने बाक� ह�. दोन� प�� क� असल चनुौती भी यह� है।

    मह�वपणू� त�य :

    1. रथया�ा : • रथ या�ा भगवान जग�नाथ (भगवान कृ�ण), देवी सभु�ा (उनक� बहन) और भगवान बलराम (उनके बड़ ेभाई) को सम�प�त एक �योहार है।

    • रथ या�ा �यापक �प से मनाया जाने वाला भारत के सबसे बड़ े�योहार� म� से एक है।

    • यह श�द �वशषे �प से ओ�डशा, झारखडं, पि�चम बगंाल और अ�य पवू� भारतीय रा�य�, �वशषेकर ओ�डया उ�सव म� वा�ष�क रथ या�ा को संद�भ�त करता है।

    • पारंप�रक ओ�डया कैल�डर के अनसुार जग�नाथ रथ या�ा उ�सव �हदं ूचं� माह के आषाढ़ के श�ुल प� के दसूरे �दन से श�ु होता है।

    • नौ �दन� तक चलने वाले इस उ�सव म� भगवान जग�नाथ, उनके भाई भगवान बलभ� और बहन सभु�ा क� गंु�डचा मं�दर क� वा�ष�क या�ा होती है।

    • यह रथ या�ा उ�सव अहमदाबाद म� भी मनाई जाती है।

    • ओ�डशा के परु� म� अपने मलू सं�करण के �वपर�त, जो बड़ ेपमैाने पर �हदं ूखडं, बाड़ा डांडा म� होता है, अहमदाबाद रथ या�ा म�ुयतः मिु�लम �े�� से होकर गजुरती है।

  • • इसके अलावा, अहमदाबाद या�ा अपने परु� समक� से अ�य कारण� से भी अलग है - जलुसू के �दन भगवान जग�नाथ, बलदेव और सभु�ा क� आखं� पर प�ट� बधंी होती है, जो �क ने�ो�सव समारोह के �ह�से के �प म� जाना जाता है, ले�कन साव�ज�नक ��य के �लए खलुा रहत ेह�।

    • परु� म�, उ�ह� �नान कराया जाता है और जलुसू तक साव�ज�नक ��य से बाहर रखा जाता है।

    • जग�नाथ भगवान को ओ�डशा म� 'चाका डोला’ (बड़ी गोल आखं� वाला) के �प म� जाना जाता है। जग�नाथ को ऐसे भगवान के �प म� माना जाता है जो द�ुनया भर को देखत ेहै और कभी सोत ेनह�ं है।

    • परु� या�ा को गुं�डचा या�ा भी कहा जाता है, िजसका नाम भगवान जग�नाथ क� मात ृचाची गंु�डचा देवी के नाम पर रखा गया है।

    • भाई-बहन अपनी मौसी के यहाँ कम से कम सात �दन �बतात ेह� और उसके बाद परु� म� म�ुय मं�दर म� वापस लौटत ेह� िजसे 'बहूद� या�ा’ (वापसी या�ा) कहा जाता है।

    2. अतंरा����य �यायालय (ICJ) : • अतंरा����य �यायालय (ICJ) संय�ुत रा�� का �मखु �या�यक अगं है। यह संय�ुत रा�� के घोषणाप� �वारा जनू 1945 म� �था�पत �कया गया था और इसने अ�लै 1946 म� काम करना श�ु �कया था।

    • अतंरा����य �यायालय का म�ुयालय हेग (नीदरल�ड) म� है।

    • यह �यायालय संय�ुत रा�� के छः �मखु अगं� (सरु�ा प�रष�, अतंरा����य �यायालय, महासभा, स�चवालय, आ�थ�क और सामािजक प�रष�, �याय�सता प�रष�) म� से, एकमा� ऐसा अगं है जो �क �ययूॉक� (संय�ुत रा�य अमे�रका) म� ि�थत नह�ं है।

  • • अतंररा���य �यायालय म� 15 �यायाधीश ह�, जो सयं�ुत रा�� महासभा और सरु�ा प�रषद �वारा 9 साल के काय�काल के �लए चनेु जात ेह�, इनको दबुारा भी चनुा जा सकता है। • अतंररा���य �यायालय म� दो �यायाधीश एक देश से नह�ं चनेु जा सकत ेह�।

    • अतंररा���य �यायालय देश� के बीच �ववाद� को �नपटाने और मानवा�धकार� के उ�लघंन से संबं�धत मामल� क� सनुवाई करता है।

    3. असम का बॉरगीत : • बॉरगीत गेय गीत� का एक सं�ह है जो �व�श�ट राग� के �लए �नधा��रत �कया गया है ले�कन �कसी भी ताल के �लए आव�यक नह�ं है। • इन गीत� क� रचना 15वीं -16वीं शता�द� म� �ीमंत शकंरदेव और माधवदेव ने क� थी। • एक शरण धम� के मठ, स� म� बॉरगीत का अ�यास �कया जाता है। • वे �जबोल� भाषा म� �लखे गए थे।

    UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न :

    ��न 1. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. छऊ पवू� भारत का एक शा��ीय न�ृय है। 2. यह यनेू�को क� अमतू� सां�कृ�तक �वरासत सचूी म� शा�मल है। 3. प�ु�लया के छाऊ मा�क को भौगो�लक संकेत टैग �दया गया है। �दए गए कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 1 और 2 (c) केवल 2 (d) केवल 2 और 3

    उ�र : d

  • �प�ट�करण : छऊ एक अध� शा��ीय भारतीय न�ृय है िजसम� माश�ल, आ�दवासी और लोक परंपराएं शा�मल ह� और िजसक� उ�प�� पवू� भारत म� हुई ह�। प�ु�लया के चाऊ मखुौटा को भौगो�लक संकेत रिज��� और बौ��धक संपदा भारत �वारा भौगो�लक संकेत (GI) टैग के साथ ��ततु �कया गया है। यह न�ृय यनेू�को क� अमतू� सां�कृ�तक �वरासत सचूी म� शा�मल है।

    ��न 2. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. गोमीरा मखु न�ृय पि�चम बंगाल से है। 2. गोमीरा मखु न�ृय करने वाले सभी नत�क नर होत ेह�।

    �दए गए कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र : c �प�ट�करण : गोमीरा न�ृय भी अन�ुठा�नक न�ृय �प� का �ह�सा है जो आ�द-शि�त या आ�दकाल�न ऊजा� क� �ाथ�ना करता है। हालां�क गोमीरा को जलपाईगड़ुी और �दनाजपरु म� मनाया जाता है, ले�कन इसक� उ�प�� मालदा (पि�चम बगंाल) से हुई है। मलू �प से गो�मरा च�ै क� समाि�त से चार �दन पहले श�ु होता है और बसैाख के पहले �दन समा�त होता है। नाटक केवल प�ुष� �वारा �कया जाता है, ले�कन वे म�हलाओ ंके च�र� को भी लाग ूकरत ेह�।

    ��न 3. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. सालवीन नद� चीन, �यांमार और थाईल�ड से होकर गजुरती है। 2. नद� माट�बन क� खाड़ी म� खाल� हो जाती है।

    �दए गए कथन� म� से कौन सा सह� है / ह�?

  • (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र : c �प�ट�करण : सालवीन नद� द��ण पवू� ए�शया क� एक �मखु नद� है। यह चीन, थाईल�ड और �यांमार के कुछ �ह�स� से होकर बहती है। नद� मौलमीन म� अडंमान सागर के माटा�बन क� खाड़ी म� �गरती है।

    ��न 4. ई�वर चं� �व�यासागर ने �न�न�ल�खत सामािजक कारण� म� से �कसके �लए सघंष� �कया? (a) अ�प�ृयता (b) सती का उ�मलून (c) म�हलाओ ंक� �श�ा (d) �वधवा पनु�व�वाह

    उ�र : d �प�ट�करण : ई�वर च�ं �व�यासागर एक समाज सधुारक और बगंाल पनुजा�गरण के �मखु �यि�त थे। वह �हदं ू�वधवा पनु�व�वाह के म�ुय �चारक थे।

    UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न :

    ��न 1. उ�रा�धकार कर (inheritance tax) से आप �या समझत ेह�? �या इस तरह के कर का पनु�न�माण मा� कुछ लोग� के हाथ� म� आय और धन क� एका�ता को रोकने के उपाय के �प म� काम करेगा? (15 अकं, 250 श�द)।

  • ��न 2. भारतीय ए�यमुी�नयम ��ैप नी�त का भारत सरकार �वारा समी�ा �कये जाने क� आव�यकता है। इसके �वफल होने क� ि�थ�त म�, भारत ��ैप कचरे का डपंयाड� होगा। उन उपाय� क� चचा� कर� िज�ह� लागू करने क� आव�यकता है। (15 अकं, 250 श�द)।


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