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घरेलू कामगार संगठन गुडगाँव हरियाणा

ट्रेनिग ( हम इंशान क्यों है और salt क्या है!

आज दिनांक 23-4-16 को सिकन्दपुर में एक ट्रेनिग किया गया जिसमे 12 से 15 महिला थी !आज का हमारा मुद्दा था !की हम इन्सान क्यों है और अपने आप को इन्सान क्यों मानते है !

इंसान

1. महिलाओ का कहना है की हमारे अन्दर एक शक्ति है जिससे हम सोचते है और विचार करते है

2. हमारे अन्दर मोह .भावना है ! जिसके कारण हम लोगो के दर्द को समझते है !

3. हमारे अन्दर हर एक काम करने का गुण है !

4. हमारे अन्दर एक इंसानियत है जो किसी के भी परेशानी में जा कर सामिल होता है !

5. हमारे अन्दर कितनी भी समस्या क्यों न आ जाये उससे लड़ने की शक्ति है !

उपलब्धिया क्या है! 2013 से 2016 तक

1.हम महिलाओ के अन्दर समझ बना है !

2. हमारा संगठन थोडा बड़ा हुआ है !

3. महिलाये अपने हक़ को जानने लगी है ,और आवाज भी उठा रही है !

4. पहले 1 छुट्टी मिलता था वो भी कोई डेटा था तो कोई एक भी नही डेटा था ! लेकिन अब 2 से 3 मिलने लगा है !

5. पहले हमारा वेतन 10 से 15 दिन लेट मिलता था ,लेकिन अब 1 से 7 के बिच में मिल रहा है

6. महिलाओ का कहना है की पहले हम लोग मैडम या साहब से डरते थे कुछ भी बोलने चाहे अपना वेतन ही क्यों न हो हम नही मागते थे लेकिन अब हम बोलते है !

8. पहले से अब थोडा आर्थिक रूप से भी हम मजबूत है !

चिंता क्या है !

1. DW .हमारे लिए एक अच्छा सा कानून हो जहाँ पर हमारी सुनवाई हो सके !

2. DW और मालिक लोग में भेदभाव क्यों है !

3. DW का संगठन आर्थिक रूप से मजबूत होना चाहिए !

4. सरकार जो सुबिधा और वर्क्स को दे रही है वो DW को भी देना चाहिए !

5. DW के बच्चे के लिए अच्छी पढ़ाई की सुबिधा हो !

आशा क्या है !

1. हम चाहते है की हम जो काम कर रहे है वो हमारे बच्चे ना करे वो पढ़े और अच्छा काम करे !

2. हमारा खुद का एक मकान हो जिसमे हम शांत से रह पाए !

3. हरियाणा सरकार ने जो Minimum Wage निकाला है उसको उसको थोडा किलियर कर दे और मंथली और हप्ते या घंटे का सुनिश्चित करे !

4. हम महिलाये मिल कर एक Reat कार्ड तैयार किया है और RWA इसको लागु करे और हमारा सप्ताहिक छुट्टी वार्षिक छुट्टी पर्व की छुट्टी बीमार होने पर छुट्टी का प्रवधान करे !

5. सरकार की तरफ से dw के लिए एक कार्ड हो जिससे वो कुशल वर्ग में हो और कही भी काम कर सकता हो !

6. dw के लिए हेल्थ कार्ड भी सरकार की तरफ से मिलना चाहिए !

आप ने ऐसा कौन सा काम किया जिसपे आप को गर्व हो !

1. मेरा नाम सोनिया है !मेरे साथ में जो महिला काम करती थी ,उसकी मैडम ने उसे बिना पैसा दिए निकल दिया था तो मैं और मेरे साथ और दो महिला गई थी और मैडम से बात कर के मैंने उसका पैसा दिलवाया तो मुझे गर्व होता है की मैंने उसका पैसा दिलवाया क्योकि उस टाइम उसकी घर की हालत बहुत ही खराब थी !

2. मेरा नाम सिपाली है मेरे पडोस में एक बंगाल की महिला रहती है उसने किराया देने में थोडा लेट कर दी थी तो उसका मकान मालिक ने उसे घर से निकल रहा था तो मैंने उससे बात की और फिर वो मान गया मैंने उसे पुलिस को भी फोन करने को भी बोला तो मेरे को गर्व है की मैंने किसी के आत्म सम्मान के लिए आवाज उठाया !

3. मेरा नाम मनोहरा है ,और मेरे घर के बगल में एक महिला रहती है जो की बंगाल की है उसका पति उसको बहुत मरता था ! ये महिला बहुत परेशान रहती थी .एक दिन जब मैं काम से आ रही थी तो ये पार्क में बैठ कर रो रही थी शाम को 7 बजे मैंने पूछा तो उसने मेरे को सारी बात बताई मैं उसको लेकर पुलिस के पास गई और उसके पति के खिलाफ क्म्पलेन किया उस दिन से थोडा सही है !और ये सब मैं अपने संगठन से सिखा है और मैं चाहती हूँ !की सब लोग इस संगठन से जुड़े और अपनी समस्या का समाधान करे !

4. मेरा नाम शिला है .मैं जहाँ रहती हूँ वहां पर लोगो को संगठन से जुड़ने से क्या फायदा है और क्या सिखने को मिलता है और दुसरे के लिए आवाज उठती हूँ महिलाओ को उनके अधिकार के बारे में बताती हूँ .तो मेरे को ख़ुशी होती है क्योकि मैं खुद एक DW हूँ !और मैं अकेली हूँ मेरे 3 बच्चे है मैं उनको अपने दम पर पढ़ा लिखा रही हूँ !और सारा घर का भी खर्च उठा रही हूँ !

हम लोग इसमें SALT का प्रयोग ज्यादा से ज्यादा सुनने में किया और वहां पर उपस्थित महिलाओ को समझाया की आप SALTको आगे ले कर जाओ और लोगो को बताओ इसके बारे में !और इसमें हमे महिलाओ के अन्दर की बहुत सारी शक्तिया दिखाई दिया कुछ महिलाये ने तो अपने बचपन से ले आज की कहानी बताई जो की काफी दुःख भरी थी लेकिन महिलाओ का कहना है की जब हम इस तरह की बात किसी से करते है तो लगता है की मेरा मन आज कितना हल्का हो गया है !

ये सब बात सुनकर हमने उनको सराहना भी किया की आप ने जो काम लिया वो बहुत ही अच्छा था और इस तरह के काम करने से आप के आस –पास में रहने वाले लोग भी आप को सम्मान करते है !

धन्यवाद

अनीता यादव


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