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    vlk/kj.k EXTRAORDINARY

    Hkkx II—[k.M 3—mi&[k.M (i) PART II—Section 3—Sub-section (i)

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    la- 03] ubZ fnYyh] cq/okj] tuojh 4] 2017@ ikS"k 14] 1938 No. 03] NEW DELHI, WEDNESDAY, JANUARY 4, 2017/PAUSA 14, 1938

    मिहला और बाल िवकास मं ालय अिधसूचना

    नई द ली, 4 जनवरी, 2017

    सा.का.िन. 3(अ).—क ीय सरकार, कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) अिधिनयम, 2015 (2016 का 2) क धारा 2 के खंड (3) के साथ प ठत धारा 68 के ख ड (ग) ारा द त शि तय का योग करते ए और तारीख 17 जुलाई, 2015 के भारत के राजप , असाधारण, भाग-II, खंड-3, उप खंड (ii) म अिधसूचना सं या का.आ. 1945 (अ.) तारीख 17 जुलाई, 2015 ारा कािशत बालक के द तक हण को शािसत करने वाले मागदशक िस ांत, 2015 को उन बात के िसवाय अिध ातं करते ए, िज ह ऐसे अिध मण से पूव कया गया है या करने का लोप कया गया ह,ै क ीय द तक हण संसाधन ािधकरण ारा िन िपत िन निलिखत द तक हण िविनयम अिधसूिचत करती ह,ै अथात :—

    अ याय- 1

    ारंिभक

    1. संि त नाम और ारंभ :- (1) इन िविनयम का संि त नाम द तक हण िविनयम, 2017 कहा जाएगा ।

    (2) ये 16 जनवरी, 2017 को वृ त ह गे।

    2. प रभाषाएं :- इन िविनयम म जब तक संदभ से अ यथा अपेि त न हो,

    (1) “अिधिनयम” से कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) अिधिनयम, 2015 (2016 का 2) अिभ ेत ह ै;

    (2) “द तक सिमित” से ऐसी सिमित अिभ ेत ह ैिजसम संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण के ािधकृत पदािधकारी, इसका आगंतुक िच क सक या सरकारी अ पताल का िच क सा अिधकारी और िजला बालक संर ण एकक का एक अिधकारी समािव ट ह गे और बालक दखेरेख सं था का ितिनिध, य द द तक हण िवशेष द तक हण अिभकरण के अलावा कसी बालक दखेरेख सं था से होता ह,ै भी शािमल होगा;

    (3) “द तक हण फ स” से ऐसी फ स अिभ ेत ह ैजो ािधकरण ारा यथा िविहत भावी द तक माता-िपता से सीधे, य द वे भारत म िनवास करते ह, अंतर-दशेीय द तक हण के मामल म ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण या क ीय ािधकरण या संबंिधत सरकारी िवभाग के मा यम से ा त क जाएगी ;

    (4) "बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली" से द तक हण काय म को सुकर बनाने, उसका मागदशन करने, उसक िनगरानी करने के िलए ऑनलाइन सूचना प ित अिभ ेत ह ै;

  • 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (5) "बालक का द तक हण के िलए िविधक प से वतं होना" से अिधिनयम क धारा 38 के अधीन स यक् जांच के प चात् अनुसूची 1 म उपबंिधत प म सिमित ारा उस प म घोिषत कया गया बालक अिभ ेत ह ै;

    (6) "बालक अ ययन रपोट" से ऐसी रपोट अिभ ेत ह ैिजसम अनुसूची 2 म दए गए प के अनुसार बालक के ज म क तारीख और सामािजक पृ ठभूिम सिहत उसका यौरा अंत व ट होता ह ै;

    (7) “िवि छ न” से थानन के प चात् पर तु द तक हण क िविधक या पूरी होने से पहले, द तक हण कुटु ब के साथ बालक का समायोजन न हो पाने के कारण द तक कुटु ब से बालक का अमेल होना अिभ ेत ह;ै

    (8) “िवघटन” से द तक हण के िलए यायालय से िड ा त होने के बाद, द तक कुटु ब म बालक का समायोजन न हो पाने के कारण द तक हण का िविधक प से बाितलीकरण अिभ ेत ह;ै

    (9) “साधारणतया िनवास” से ऐसा आबाद आवास अिभ ेत ह ैजो यि त का कम से कम एक वष से साधारणतया आवास िनयत करता है।

    (10) "हगे द तक हण अिभसमय" से बालक संर ण और अंतर-दशेीय द तक हण क बाबत सहयोग पर हगे अिभसमय (1993) अिभ ेत है ;

    (11) "गृह अ ययन रपोट" से ऐसी रपोट अिभ ेत ह ैिजसम अनुसूची 7 म दए गए प के अनुसार द तक माता-िपता का यौरा अंत व ट होता ह,ै िजसम उनक सामािजक और आ थक हिैसयत, कौटुि बक पृ ठभूिम, घर का िववरण और वहां का वातावरण और वा य क ि थित शािमल होती ह;ै

    (12) "देश के भीतर द तक हण" से भारत के नाग रक ारा बालक का द तक हण अिभ ेत है ;

    (13) " वा य परी ा रपोट" से स यक प से अनु त िच क सक ारा अनुसूची 3 और अनुसूची 4 म दए गए प म बालक के वा य क ि थित के बाबत दी गई रपोट अिभ ेत ह ै;

    (14) "अनापि त माण प " से ािधकरण ारा जारी माण प अिभ ेत ह ैिजसम बालक को िवदशेी या भारतीय मूल के यि त या िवदेशी भारतीय नाग रक या अिनवासी भारतीय भावी द तक माता-िपता को द तक हण म देने क अनु ा दी गई ह ै;

    (15) "लंिबत द तक हण" से ऐसे द तक हण मामले अिभ ेत ह, िजनम भावी द तक माता-िपता द तक हण के िलए पहले से ही रिज ीकृत ह अथवा िज ह ने िवशेष द तक हण अिभकरण या बालक देखरेख सं था क मा यता समा त होने, िनलंबन अथवा

    याहरण से पहले िवशेष द तक हण अिभकरण या बालक देखरेख सं था से बालक के सं ेषण को वीकार कर िलया हो ;

    (16) "द तक हण-पूव पोषण दखेरेख" से वह अव था अिभ ेत ह ैिजसम स म यायालय से द तक हण आदशे लंिबत होने तक, कसी बालक क अिभर ा भावी द तक माता-िपता को दे दी जाती ह ै;

    (17) "िनवासी भारतीय" से भारत म रह रहा भारतीय नाग रक अिभ ेत ह ै;

    (18) "िनयम" से अिधिनयम क धारा 110 के अधीन अिधसूिचत िनयम अिभ ेत ह ै;

    (19) "अनुसूची" से इन द तक हण िविनयम से उपाबध अनुसूची अिभ ेत ह ै;

    (20) “सामािजक कायकता” से ऐसा यि त अिभ ेत है जो समाज काय या सामािजक िव ान या मनोिव ान या बाल िवकास म नातको तर िड ी अथवा बाल िश ा या बाल िवकास या बाल संर ण के े म नातक क िड ी रखता ह ैऔर िजसे बालक

    दखेरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण ारा लगाया गया हो अथवा िजला बाल संर ण एकक या रा य द तक हण संसाधन अिभकरण या के ीय द तक हण संसाधन ािधकरण ारा ािधकृत कया गया हो और िजसे गृह अ ययन रपोट, बालक अ ययन रपोट तैयार करने, द तक हण के प चात् सेवाएं दान करने, और ऐसे यि त को समुनदिेशत कसी अ य काय को पूरा करने का कम से कम दस वष का अनुभव रखता हो ;

    (21) “िवशेष ज रत वाला बालक” से जैसी क अनुसूची 18 म या या क गई है, मानिसक या शारी रक या दोन प से अ म बालक अिभ ेत ह ै;

    (22) उन सभी श द और पद के, जो इन उपिनयम म उपयोग कए गए ह, परंतु प रभािषत नह ह, वही अथ ह गे, जो अिधिनयम और इसके तहत बनाए गए िनयम म उ ह िनयत कए गए ह ।

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    3. द तक हण को शािसत करन ेवाले मलूभतू िस ातं – भारत म द तक हण को शािसत करने के िन निलिखत मूलभूत िस ांत ह गे, अथात् :-

    (क) कोई भी द तक हण क या करते समय, बालक के सव तम िहत का सव प र यान रखा जाएगा ;

    (ख) जहां तक संभव हो, बालक के अपने समाज-सां कृितक पयावरण म थापन के िस ांत को यान म रखते ए, बालक को भारतीय नाग रक के साथ द तक हण करने को वरीयता दी जाएगी।

    (ग) सभी द तक हण बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर रिज ीकृत कए जाएंगे और ािधकारी ारा उनक गोपनीयता रखी जाएगी।

    4. द तक हण के िलए पा बालक – द तक हण के िलए िन निलिखत ा ह गे, अथात् :

    (क) कोई भी अनाथ या प र य त या अ य पत बालक और बाल क याण सिमित ारा द तक हण के िलए वतं घोिषत कया गया बालक ;

    (ख) अिधिनयम क धारा 2 क उपधारा (52) के अधीन यथा प रभािषत नातेदार का बालक ;

    (ग) पूव िववाह से पित या प नी के बालक या बालक को सौतेले माता या िपता ारा द तक हण के िलए जैिवक माता-िपता ारा अ य पत बालक ।

    5. भावी द तक माता-िपता के िलए पा ता मानदडं – (1) भावी द तक माता-िपता को शारी रक, मानिसक और भावा मक प से दढ़ृ; िव तीय प से स म होना चािहए; और उनक जीवन को जोिखम म डालने वाली िच क सा दशा नह होनी चािहए ;

    (2) कोई भी भावी द तक माता-िपता, उसक वैवािहक ि थित पर यान दए िबना और भले ही उसका अपना जैिवक पु या पु ी हो अथवा नह हो, िन निलिखत के अ यधीन बालक का द तक हण कर सकता ह ै:-

    (क) िववािहत दपंि क दशा म, द तक हण पित-प नी दोन क स मित आव यक होगी ।

    (ख) एकल ी कसी भी लग का बालक के द तक हण कर सकती है।

    (ग) एकल पु ष कसी बािलका के द तक हण के िलए पा नह ह ै।

    (3) कसी भी बालक को एक दपंि त को तब तक द तक हण म नह दया जाएगा जब तक क उ ह ने थायी वैवािहक संबंध के कम से कम दो वष पूरे न कर िलए ह ।

    (4) पा ता िनधा रत करने के िलए भावी द तक माता-िपता क आय ु क गणना रिज ीकरण क तारीख को क जाएगी और िविभ न आयु वग के बालको के िलए भावी द तक माता-िपता क पा ता िन नानुसार होगी :-

    बालक क आय ु भावी द तक माता-िपता क अिधकतम संयु त आय ु

    एकल भावी द तक माता-िपता क अिधकतम आय ु

    4 वष तक 90 वष 45 वष

    4 वष से 8 वष तक 100 वष 50 वष

    8 वष से 18 वष तक 110 वष 55 वष

    (5) दपंित के मामले म, भावी द तक माता-िपता क संयु त आयु मानी जाएगी ।

    (6) बालक और भावी द तक माता-िपता म से येक क आयु म यूनतम अंतर 25 वष से कम नह होना चािहए ।

    (7) नातेदार द तक हण और सौतेले माता-िपता ारा द तक हण के मामले म भावी द तक माता-िपता के िलए आयु का मानदडं लागू नह होगा ।

    (8) तीन या तीन से अिधक बालक वाले दंपितय पर द तक हण के िलए िविनयम 2 के उप-िविनयम (21) म यथा प रभािषत िवशेष ज रत वाले बालक, पैरा (50) म यथा उि लिखत क ठनाई से द तक हण कए जाने वाले बालक और नातेदार के बालक के द तक हण और सौतेले माता-िपता ारा द तक हण के अलावा िवचार नह कया जाएगा ।

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    अ याय- 2

    द तक हण के िलए बालक से सबंिंधत या

    6. अनाथ अथवा प र य त बालक से सबंंिधत या :- (1) अनाथ अथवा प र य त बालक को द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत करने क कया से संबंिधत उपाबंध अिधिनयम क धारा 31, धारा 32, धारा 36, धारा 37 क उप धारा (1) के

    खंड (क) से (ग) और (ज) और धारा 40 के अित र त इसके अधीन बनाए गए िनयम के सुसंगत उपबंध म िनधा रत कए गए ह।

    (2) य द कसी बालक दखेरेख सं था, िवशेष द तक हण अिभकरण सिहत, ारा कोई प र य त बालक बाल क याण सिमित के आिव टन के िबना ा त कया जाता ह,ै ऐसे बालक को कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) आदश िनयम, 2016 म दए गए प 17 के अनुसार रपोट के साथ चौबीस घंट ेके भीतर (या ा के समय को छोड़ कर) बाल क याण सिमित के सम

    तुत कया जाएगा और बालक दखेरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण ारा, यथाि थित, ऐसी रपोट क ित उसी समयाविध म थानीय पुिलस टेशन को तुत क जाएगी।

    3) य द बालक का उपचार चल रहा ह ैया बाल क याण सिमित के सम तुत कए जाने क ि थित म नह ह,ै उ त समयाविध म बाल क याण सिमित के सम केवल द तावेज तुत कए जाएंगे और बाल क याण सिमित रोग त बालक का देखने जाएगी।

    (4) बालक क याण सिमित, जांच लंिबत होने पर, अिधिनयम क धारा 37 क उप धारा (ग) और कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) आदश िनयम, 2016 के 18 के उप िनयम 26 उपबंध के अनुसार बालक के अ प कालीन थानन या उसक अंत रम दखेरेख के िलए िनयम के प 18 म आदेश जारी करेगी ।

    (5) बालक के वेश पर, िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को ा त करने के तीन काय दवस के भीतर िनधा रत प म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर उसका यौरा और फोटो ऑनलाइन िव ट कया जाएगा, और िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर बालक के फोटो को येक छह माह पर बदला जाएगा ।

    (6) जैिवक माता-िपता अथवा वैध संर क(क ) का पता लगाने के िलए, बाल क याण सिमित जोिखम के कारक और बालक के सव तम िहत को यान म रखते ए बालक को ा त करने के तीन काय दवस के भीतर के भीतर िजला बालक संर ण एकक यापक प रचालन वाले रा ीय तर के समाचार प म प र य त बालक का यौरा और फोटो का िव ापन देन ेऔर संबंिधत

    बालक देखरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण ारा नोमो ि टत पोटल के खोया अथवा पाया तंभ म डाटा क िवि ट सुिनि चत करने का िनदेश दगेी ।

    (7) ऐसे मामले म जहां बालक दसूरे रा य से ह,ै काशन बालक के मूल ात थान पर थानीय भाषा म कया जाएगा और ऐसे काशन को रा य द तक हण संसाधन अिभकरण ारा सुकर बनाया जाएगा ।

    (8) जहां कह , िजला बालक संर ण एकक याशील नह ह, ऐसा िव ापन संबंिधत िजला मिज ेट जारी कराएगा ।

    (9) उप-िविनयम (6) से (8) म िविन दि टत यास के बावजूद भी, य द जैिवक माता-िपता अथवा िविधक संर क का पता नह चलता ह,ै िजला बाल संर ण एकक, तदनुसार, बालक को बाल क याण सिमित के सम तुत करने क तारीख से तीस दन के तुरंत बाद बाल क याण सिमित को रपोट तुत करेगा ।

    (10) बालक देखरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण बालक को बाल क याण सिमित के सम तुत करने के तीस दन के तुरंत बाद बाल क याण सिमित को एक रपोट तुत करेगा और उस रपोट म बालक ारा अ पकालीन थापन के दौरान

    कट क गई कोई भी सूचना और ऐसे यि तय के यौरा िज ह न बालक का दावा करने के िलए प चं क ह,ै य द कोई हो, सि मिलत कया जाएगा ।

    (11) प र य त बालक क आयु दो या चार वष से कम होने क दशा म, य द थानीय पुिलस से जैिवक माता-िपता अथवा िविधक संर क का पता न लगा पाने के संबंध म रपोट मश: दो मास या चार मास म तुत नह क जाती ह,ै यह मान िलया जाएगा क रपोट दे दी गई ह ै।

    (12) बाल क याण सिमित यह पता लगाने के िलए क या प र य त बालक या अनाथ बालक गुमशुदा बालक ह,ै नोमो ि टत पोटल का उपयेाग करेगी ।

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    (13) बालक क याण सिमित, अिधिनयम के उपबंध और इसके अधीन बनाए गए िनयम और इन िविनयमन के अनुसार कारवाई करने के बाद, अनुसूची 1 म दए गए प म प र य त अथवा अनाथ बालक को वैध प से वतं घोिषत करते ए एक आदेश जारी करेगी और ऐसा आदेश बाल क याण सिमित के क ह तीन सद य के ह ता र से जारी कया जाएगा । ऐसा आदशे दो वष तक क आयु के बालक के मामले म बाल क याण सिमित के सम बालक को तुत करने क तारीख से दो माह क अविध के भीतर और दो वष से अिधक आयु के बालक के मामले म चार माह क अविध के भीतर पा रत कया जाएगा ।

    (14) अिधिनयम क धारा 36 के अधीन जांच और अिधिनयम क धारा 38 के अधीन बाल क याण सिमित ारा प र य त अथवा अनाथ बालक को वैध प से वतं घोिषत करने का आदेश उसी िजले म, िजसम ारंभ म बालक पाया गया था, अथवा उस िजले म जहां बाल क याण सिमित के आदशे के अधीन उसे थानांत रत कया गया ह,ै पूरा कया जाएगा ।

    (15) अनाथ और प र य त बालक क बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट मश: अनुसूची 2 और अनुसूची 3 म दए गए प म तैयार क जाएगी और िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत करने क तारीख से दस दन के भीतर बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर डाल दी जाएगी और यौरा येक छह मास पर अथवा जब कभी बालक म पया त शारी रक प रवतन दखाई द, बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अ तन कया जाएगा।

    (16) बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट थानीय भाषा के अलावा अं ेजी म उपल ध कराई जाएगी ।

    (17) िवशेष द तक हण अिभकरण ारा कसी तकनीक क ठनाई का सामना करने क दशा म, िजला बालक संर ण एकक बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट को केय र स पर अपलोड करने म िवशेष द तक हण अिभकरण क सहायता करेगा ।

    (18) बाल क याण सिमित ारा मानिसक प से िन:श त माता-िपता के बालक को द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत करने क या सामािजक याय और अिधका रता मं ालय, भारत सरकार ारा समय-समय पर मानिसक रोग के िलए जारी दशािनदश के अनुसार यथाि थित क ीय सरकार या रा य सरकार ारा ग ठत िच क सा बोड के मानिसक प से िन:श तता

    दशाने वाले माणप के आधार पर होगी ।

    (19) सहोदर या जुड़वां ब च के मामले म, बाल क याण सिमित सहोदर या जुड़वां बालक के प म ब च क ि थित िविन दि टत करेगी और एक ही आदशे म बालक को वैध प से वतं घोिषत करेगी ।

    7. अ य पत बालक स ेसंबिंधत या – (1) य द कोई माता-िपता या अिभभावक अिधिनयम क धारा 35 क उप धारा (1) के अधीन बालक को अ यप त करने क इ छा करता ह,ै वह बाल क याण सिमित को कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) आदश िनयम, 2016 म िविहत प 23 म आवेदन करेगा ।

    (2) ऐसे माता-िपता या अिभभावक जो अिशि त होन ेया कसी अ य कारण से आवेदन करने म अ म ह, बाल क याण सिमित िविधक सेवा ािधकरण ारा उपल ध कराए गए िविधक सहायता अिधव ता के मा यम से आवेदन करना सुकर बनाएगी ।

    (3) अनुसूची 5 के अनुसार अ यपण िवलेख िन पा दत कया जाएगा ।

    (4) य द अ य पत करने वाली माता एक अिववािहत माता ह,ै अ यपण िवलेख का िन पादन बाल क याण सिमित के कसी एक सद य, अिधमानत: मिहला सद य क उपि थित म िन पा दत कया जाएगा ।

    (5) य द िववािहत दंपित से ज मे बालक का अ यपण कया जाता ह,ै माता-िपता दोन अ यपण िवलेख पर ह ता र करगे और दोन म कसी एक क मृ यु हो जाने क दशा म, मृत माता-िपता के संबंध म मृ यु माणप तुत करना अपेि त होगा ।

    (6) य द िववािहत दंपित से ज मे बालक का अ यपण जैिवक माता अथवा िपता ारा कया जाना ह ैऔर दसूरे माता-िपता के बारे म कोई जानकारी नह ह,ै बालक को प र य त बालक माना जाएगा और आगे क या इन िविनयमन के पैरा 6 के अनुसार क जाएगी ।

    (7) िववाह के प रणाम व प ज मे बालक क दशा म, केवल म ही बालक को अ य पत कर सकती ह ै । य द म अवय क ह,ै अ यपण िवलेख पर साथ आने वाले वय क ारा गवाह के प म ह ता र कए जाएंगे ।

    (8) य द अ यपण जैिवक माता-िपता के अलावा कसी अ य यि त ारा कया जाता ह,ै िजसे यायालय ारा अिभभावक के प म िनयु त नह कया गया ह,ै बालक को प र य त बालक माना जाएगा और आगे क या िविनयम 6 के अनुसार क जाएगी ।

    (9) िवशेष द तक हण अिभकरण और बाल क याण सिमित यह सुिनि चत करेगी क अ यपण िवलेख क एक ित अ यपण करने वाले माता-िपता अथवा यि त को दी जाए ।

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    (10) िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को ा त करने के समय से तीन काय दवस के भीतर बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर उसके फोटो के साथ यौरा ऑनलाइन िव ट कया जाएगा ।

    (11) जैिवक माता-िपता ारा अ यपण को हतो सािहत करने के िलए, िवशेष द तक हण अिभकरण अथवा बाल क याण सिमित को माता-िपता ारा बालक को रखने क संभावना खोजने के यास कए जाएंगे, िजनम बालक को रखने के िलए माता-िपता को परामश देना और ािधकरण या रा य द तक हण संसाधन अिभकरण ारा थािपत कए गए परामश क से उनका संपक कराने और यह प ट करना क अ यपण क या अ ितसंहरणीय होती ह,ै अंत व ट होगा ।

    (12) िवशेष बालक द तक हण अिभकरण और बाल क याण सिमित यह सुिनि चत करेगी क अ यपण करने वाले माता-िपता अथवा िविधक संर क को अवगत कराया जाएगा क वे अ यपण क तारीख से केवल साठ दन के भीतर ही ब चे का पुन: दावा कर सकते ह ।

    (13) अ यपण या म शािमल ािधका रय और अिभकरण ारा अ यपण करने वाले माता-िपता और अ य पत बालक क िनजता का उिचत स मान करना चािहए ।

    (14) अ य पत बालक के मामले म कोई भी सावजिनक सूचना अथवा िव ापन जारी नह कया जाएगा ।

    (15) य द पुन वचार अविध के दौरान अ यपण करने वाले जैिवक माता-िपता बालक को वापस लेने का दावा नह करते ह, अ यपण क तारीख से साठ दन पूरे होने पर िवशेष द तक हण अिभकरण ारा इसक सूचना बाल क याण सिमित को दी जाएगी ।

    (16) जैिवक माता-िपता के िलए पुन वचार क अविध अिधिनयम क धारा 35 क उप धारा (3) म िनयत क गई ह ैऔर अ यपण करने वाले माता-िपता को कोई और सूचना जारी नह क जाएगी।

    (17) बालक क याण सिमित, अ यपण क तारीख से साठ दन क अविध क समाि त पर अनुसूची 1 म दए गए प म अ य पत बालक को वैध प से वतं घोिषत करते ए कम से कम तीन सद य ारा ह ता रत एक आदशे जारी करेगी ।

    (18) अ य पत बालक क बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट द तक हण इन िविनयम क मश: अनुसूची 2 और अनुसूची 3 म दए गए प म िवषेष द तक हण अिभकरण ारा तैयार क जाएगी और बालक को द तक हण के िलए वैध

    प से वतं घोिषत करने क तारीख से दस दन के भीतर केय र स पर डाल दी जाएगी ।

    (19) बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट अं ेजी म ( थानीय भाषा के अलावा) उपल ध कराई जाएगी और य द िवशेष द तक हण अिभकरण को कसी तकनीक क ठनाई का सामना करना पड़ता ह,ै िजला बालक संर ण एकक बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अपलोड करने म िवशेष द तक हण अिभकरण क सहायता करेगा ।

    (20) जैिवक माता -िपता से संबंिधत सभी द तावेज के मामले म स ती से गोपनीयता बरती जाएगा जब तक क अ यपण करने वाले माता -िपता उसे कट करने क अपनी इ छा य त नह करते ह ।

    (21) अिववािहत माता ारा बाल क याण सिमित क मिहला सद य के सम बालक का अ यपण अिधिनयम क धारा 35 के अधीन यथा प रकि पत सिमित के सम अ यपण करने के समान माना जाएगा और उसक िनजता के अिधकार क सुर ा क जाएगी ।

    (22) बाल क याण सिमित के सम बालक का अ यपण बंद कमरे म कया जाएगा ।

    (23) सौतेले माता या िपता ारा द तक हण के िलए जैिवक माता-िपता बालक अथवा बालक का अ यपण अिधिनयम क धारा 35 क उप-धारा के अधीन यथा प रकि पत द तक हण के िलए बाल क याण सिमित के सम अनुसूची 21 म दए गए प म कया जाएगा।

    8. द तक हण के िलए बालक क उपल धता - बाल क याण सिमित ारा बालक को जैसे ही द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत कया जाता ह,ै ऐसे बालक को िनवासी भारतीय अथवा अिनवासी भारतीय माता-िपता को द तक हण म देने क

    अनुमित दी जाए :

    परंतु ऐसे बालक को अंतर-दशेीय द तक हण म भी दया जा सकेगा –

    (क) साठ दन के बाद, य द बालक पांच वष से कम आयु का है;

    (ख) तीस दन के बाद, य द बालक पांच वष से अिधक आयु का है अथवा भाई-बहन ह;ै

    (ग) पं ह दन के प चात, य द बालक म अनुसूची 18 म सूचीब कोई मानिसक अथवा शारी रक िनश तता ह ै।

    प टीकरण – इस िविनयम के योजन के िलए, यह प ट कया जाता है क परंतुक म िनयत समय सीमा का प रकलन उस तारीख से कया जाएगा िजस तारीख को बाल क याण सिमित ारा जारी बालक को द तक हण के िलए िविधक प से वतं घोिषत करने वाला माण प बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) अपलोड कया जाता ह ै।

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    अ याय - 3

    िनवासी भारतीय के िलए द तक हण क या

    9. भावी द तक माता-िपता का रिज ीकरण और गहृ अ ययन – (1) भारतीय भावी द तक माता-िपता, उनके धम पर यान दए िबना, जो कसी अनाथ या प र य त या अ य पत बालक के द तक हण का इरादा रखते ह, अनुसूची 6 म यथा उपबंिधत ऑनलाइन आवेदन प भरकर बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम से िवशेष द तक हण अिभकरण को आवेदन करगे और इस कार सुसंगत द तावेज अपलोड करके भावी द तक माता-िपता के प म रिज ीकरण करगे ।

    (2) भावी द तक माता-िपता रिज ीकरण के समय उन िवशेष रा य का िवक प दकेर वांिछत रा य या रा य का चयन करगे ।

    (3) बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर रिज ीकरण उस रा य या उन रा य के सभी िवशेष द तक हण अिभकरण म, िजनका िवक प उ ह ने दया ह,ै रिज ीकरण माना जाएगा ।

    (4) भावी द तक माता-िपता क रिज ीकरण सं या उस रा य या उन रा य के सभी िवशेष द तक हण अिभकरण को, िजनका िवक प उ ह ने दया ह,ै यथाि थित, उपल ध हो जाएगी ।

    (5) बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर पूण प से भरा आ आवेदन प और अपेि त द तावेज ा त होने के तुरंत बाद रिज ीकरण पूरा होगा और भावी द तक माता-िपता को पुि ट क जाएगी :

    परंतु द तावेज़ रिज ीकरण क तारीख से तीस दन क िनयत अविध के भीतर अपलोड कए जाने चािहए; ऐसा करने पर भावी द तक माता-िपता को दबुारा से रिज टर करना होगा ।

    (6) भावी द तक माता-िपता को अिभ वीकृित पच से उनक रिज ीकरण सं या िमलेगी और वे अपने मामले क गित को दखेने के िलए इसका उपयोग करगे ।

    (7) भावी द तक माता-िपता गृह अ ययन रपोट के िलए अपने सामा य िनवास के रा य म अपने िनवास के िनकटवत िवशेष द तक हण अिभकरण का चयन करगे ।

    (8) भावी द तक माता-िपता क गृह अ ययन रपोट चयन कए गए िवशेष द तक हण अिभकरण के सामािजक कायकता ारा तैयार कराई जाएगी और य द वे िनयत समयाविध म गृह अ ययन रपोट तैयार करने म असमथ रहते ह, वे रा य द तक हण संसाधन अिभकरण या िजला बालक संर ण एकक, यथाि थित, ारा रखे जा रहे पैनल म से सामािजक कायकता क सहायता लगे।

    (9) िवशेष द तक हण अिभकरण अथवा रा य द तक हण संसाधन अिभकरण या िजला बालक संर ण एकक ारा रखे जा रहे पैनल म से सामािजक कायकता गृह अ ययन के दौरान भावी द तक माता-िपता को परामश दगे ।

    (10) गृह अ ययन रपोट अपेि त द तावेज तुत करने क तारीख से एक माह क अविध के भीतर अनुसूची 7 म दए गए प म पूरी क जाएगी और उसके बाद शी ही भावी द तक माता-िपता के साथ साझा जाएगी ।

    (11) गृह अ ययन रपोट, जैसे ही यह परूी होती ह,ै शी ही िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय रग् स) पर डाली जाएगी ।

    (12) गृह अ ययन रपोट तीन वष तक िविधमा य रहगेी और भावी द तक माता-िपता ारा दशे म कह से भी बालक के द तक हण का आधार होगी ।

    (13) भावी द तक माता-िपता को गृह अ ययन रपोट और समथक द तावेज के आधार पर िवशेष द तक हण अिभकरण ारा पा और उपयु त घोिषत कया जाएगा और य द कसी भावी द तक माता-िपता को पा और उपयु त घोिषत नह कया जाता ह,ै इसके कारण को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म अिभिलिखत कया जाएगा ।

    (14) भावी द तक माता-िपता अ वीकृित के िविन चय के िव ािधकरण के सम िविनयम 59 म यथा उपबंिधत अपील कर सकते ह ।

    (15) उप–िविनयम (14) म संद भत अपील का िन तारण पं ह दन क अविध के भीतर कया जाएगा और इस संबंध म ािधकरण का िनणय बा यकारी होगा ।

    (16) िजला बालक संर ण एकक भावी द तक माता-िपता के ऑनलाइन रिज ीकरण करने, द तावेज को अपलोड करने और िवशेष द तक हण अिभकरण के सामने आ रही तकनीक क ठनाइय को दरू करने म भी सहायता करेगा ।

  • 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (17) भावी द तक माता-िपता ारा बालक का दत् तक हण, उनका रिज ीकरण और गृह अ ययन रपोट पूरी होने के बाद, उपयु त बालक क उपल धता पर िनभर करेगा ।

    10. भावी द तक माता-िपता को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम स े िवशेष द तक हण अिभकरण से बालक सं ेषण करना – (1) बालक के सं ेषण के िलए भावी द तक माता-िपता क ये ठता बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर द तावेज अपलोड करने और रिज ीकरण क या पूरी होने क तारीख से होगी ।

    (2) ये ठता के आधार पर, भावी द तक माता-िपता को एक या अिधक सं ेषण म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम से एक या एक से अिधक िवषेष द तक हण अिभकरण म तीन बालक तक के, उनके वरीयता म म, ऑनलाइन िववरिणका अवलोकन करने का अवसर दया जाएगा िजसम फोटो, बाल अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट समािव ट होगी ।

    (3) बालक अथवा बालक क िववरिणका का अवलोकन करने के बाद, भावी द तक माता-िपता अड़तालीस घंट के भीतर संभािवत द तक हण के िलए एक बालक को आरि त कर सकते ह और शेष ब च को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक

    णाली (केय र स) के मा यम से ती ा सूची म अ य भावी द तक माता-िपता के िलए िनमु त कर दया जाएगा ।

    (4) िवशेष द तक हण अिभकरण को िविनयम 2 के उप-िविनयम (2) म यथा प रभािषत द तक हण सिमित ारा भावी द तक माता-िपता क उपयु तता का मू यांकन करने के िलए, िमलान के िलए िमलने का समय िनि चत करने के िलए बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम से भावी द तक माता-िपता का यौरा िमलेगा और द तक हण सिमित अनुसूची 27 म उपबंिधत कए गए प के अनुसार बैठक के कायवृ त तैयार करेगी ।

    (5) द तक हण सिमित क बैठक के िलए कोरम दो सद य का होगा और बालक दखेरेख सं था के बालक के द तक हण के मामले म कोरम तीन सद य का होगा य िप िजला बालक संर ण एकक के अिधकारी क उपि थित अिनवाय होगी ।

    (6) िवशेष द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता क बालक के साथ बैठक भी आयोिजत करेगा ।

    (7) िमलान क पूण या बालक को आरि त करने क तारीख से अिधकतम बीस दन के भीतर पूरी कर ली जाएगी ।

    (8) िवशेष द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता को, जब वे िमलान के िलए अिभकरण आते ह, परामश दगेा ।

    (9) बालक को वीकार करते समय, भावी द तक माता-िपता िवशेष द तक हण अिभकरण के सामािजक कायकता अथवा मु य कृ यकारी क उपि थित म बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ण रपोट पर ह ता र करगे, िजसे बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) से डाउनलोड कया जा सकेगा, िवशेष द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता क वीकृित को केय र स म अिभिलिखत करेगा ।

    (10) य द, द तक सिमित ारा भावी द तक माता-िपता को बालक के िलए नह चुना जाता ह,ै भावी द तक माता-िपता के नह चुने जाने के कारण को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म अिभिलिखत कया जाएगा ।

    (11) य द अ वीकृित णालीगत ु ट से होती ह ैया गैर- यायोिचत कारण क वजह से पाई जाती ह,ै भावी द तक माता-िपता क ये ठता ितधा रत बनी रहेगी ।

    (12) य द भावी द तक माता-िपता आरि त कए गए बालक को वीकार नह करते ह अथवा द तक हण सिमित भावी द तक माता-िपता को उपयु त नह पाती ह,ै तब भावी द तक माता-िपता उस तारीख क ये ठता सूची म सबसे नीचे आ जाएगं,े उ ह नया मौका दया जाएगा जब उनक ये ठता आएगी और त प चात् के मौक पर भी वही या अनुस रत क जाएगी ।

    (13) उप-िविनयम (12) म िन दि टत सभी मामल म, बालक पर िवचार न करने के कारण का बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म प ट प से उ ेख कया जाएगा ।

    (14) भावी द तक माता-िपता का रिज ीकरण येक तीन वष म गृह अ ययन रपोट के पुनवधीकरण के साथ बालक के द तक हण तक जारी रहगेा ।

    (15) भावी द तक माता-िपता बालक को द तक हण क उनक वीकृित दनेे से पहले बालक क वा य परी ा रपोट का पुव वलोकन अपनी पसंद के िच क सक से भी करा सकते ह ।

    11. द तक हण-पूव पोषण दखेरेख – (1) भावी द तक माता-िपता ारा बालक को वीकृित क तारीख से दस दन के भीतर, अनुसूची 8 म उपबंिधत प म द तक हण-पूव पोषण दखेरेख वचनबंध पर ह ता र करने के बाद, द तक हण-पूव पोषण दखेरेख म िलया जाएगा ।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 9

    (2) भावी द तक माता-िपता िवशेष द तक हण अिभकरण को अनुसूची 9 म यथा िविन दि टत द तावेज क मूल ितयां या नोटेरी ारा स यािपत ितयां उपल ध कराएगंे ।

    12. िविधक या – (1) िवशेष द तक हण अिभकरण यायालय से द तक हण आदेश ा त करने के िलए भावी द तक माता-िपता के साथ बालक के िमलान क तारीख से और अंतरदेशीय द तक हण के मामले म ािधकरण से अनापि त माणप ा त होने क तारीख से दस काय दवस के भीतर अनुसूची 11 म यथा िविन दि टत ासंिगक मूल द तावेज के साथ संबंिधत यायालय म, िजसका उस थान पर अिधका रता है जहां पर िवशेष द तक हण अिभकरण ि थत है, आवेदन प फाइल

    करेगा।

    (2) िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण दए गए प म अनुसूची 28 या अनुसूची 29 के अनुसार, जो भी लागू हो, आवेदन फाइल करेगा ।

    (3) य द बालक कसी ऐसी बालक दखेरेख सं था से ह ैजो िवशेष द तक हण अिभकरण नह है और दसूरे िजले म ि थत है, िवशेष द तक हण अिभकरण उस िजले के, जहा ंबालक अथवा िवशेष द तक हण अिभकरण ि थित ह,ै संबंिधत यायालय म यािचका फाइल करेगा और ऐसे मामले म, बालक दखेरेख सं था िवशेष द तक हण अिभकरण के साथ सह-यािचकाकता होगी और बालक दखेरेख सं था संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण को आव यक सहायता दान करेगी ।

    (4) सहोदर या जुड़वां ब च के मामले म, िवशेष द तक हण अिभकरण यायालय म एक ही आवेदन फाइल करेगा ।

    (5) चूं क द तक हण का मामला गैर-िवरोधा मक कृित का होता ह,ै िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आवेदन म कसी को ितप या यथ नह बनाएगा ।

    (6) यायालय द तक हण पर कायवाही बंद कमरे म करेगा और िवशेष द तक हण अिभकरण ारा यािचका फाइल करने क तारीख से दो मास क अविध के भीतर, यथाउपबंिधत अिधिनयम क धारा 61 क उप धारा (2) म प रकि पत ह,ै मामले का िनपटारा करेगा ।

    (7) द तक माता-िपता से, इस त य पर यान दतेे ए क गृह अ ययन रपोट और अ य समथक द तावेज म उनक मनो-सामािजक िववरिणका और िव तीय ि थित पहले ही सुिनि चत कर ली गई है, कोई वचनबंध िन पा दत करने या बालक के नाम पर िनवेश करने के िलए नह कहा जाएगा ।

    (8) िवशेष द तक हण अिभकरण, न् यायालय से द तक हण आदशे क मािणत ित अिभ ा त करेगा और इसे भावी द तक माता-िपता को दस दन के भीतर अ ेिषत करेगा और ऐसे आदेश क एक ित बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक

    णाली (केय र स) पर डालेगा और उसम आव यक िवि टयां करेगा ।

    (9) द तक हण िवलेख का रिज ीकरण अिधिनयम के अनुसार आ ापक नह ह ै।

    (10) िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आदशे जारी होने क तारीख से तीन काय दवस के भीतर ज म माण-प जारी करने वाले ािधकारी से, माता-िपता के प म दत् तक माता-िपता के नाम और द तक हण आदशे म यथा अिभिलिखत ज म क तारीख के साथ, बालक का ज म माण-प ा त करने के िलए आवेदन करेगा और माण जारी करने वाले ािधकारी ारा ज म माण-प अिधमानत: आवेदन ा त होने क तारीख से पांच काय दवस के भीतर जारी कर दया जाएगा ।

    (11) िवशेष द तक हण अिभकरण यािचका दायर करते समय यायालय म अनुसूची 23 म यथा उपबंिधत शपथप तुत करेगा ।

    13. द तक हण कए गए बालक क गित का अनवुतन – (1) िवशेष द तक हण अिभकरण िजसने गृह अ ययन रपोट तैयार क ह,ै भावी द तक माता-िपता के साथ द तक-पूव दखेरेख म थापन क तारीख से दो वष तक छमाही आधार पर अनुसूची 22 म यथा उपबंिधत प म द तक हण प चातवत अनुवतन रपोट तैयार करेगा और बालक के फोटो के साथ उसे बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अपलोड करेगा ।

    (2) य द द तक माता-िपता पनु थािपत हो जाते ह, वह उस अिभकरण को िजसने गृह अ ययन कया ह,ै और उस िजले के, जहां व ेपुन थािपत ए ह, िजला बालक संर ण एकक को सूिचत करगे ।

    (3) वतमान िजले का िजला बालक संर ण एकक द तक हण प चातवत अनुवतन रपोट तैयार करेगा और उसे बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अपलोड करेगा ।

    (4) िवशेष द तक हण अिभकरण या िजला बालक संर ण एकक, यथाि थित, द तक माता-िपता और द तक बालक के परामश क यव था करेगा और जहां कह अपेि त हो, उ ह ािधकरण या रा य अिभकरण म थािपत परामश क से जोड़ेगा ।

  • 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (5) य द बालक को द तक माता-िपता के साथ समायोजन म कोई सम या होती ह,ै िवशेष द तक हण अिभकरण ऐसे द तक माता-िपता और द तक बालक के आव यक परामश क यव था करेगा और जहां कह अपेि त हो, उ ह ािधकरण या रा य अिभकरण म थािपत परामश क से जोड़गेा ।

    (6) अंतदशीय द तक हण म बाधा के मामले म :

    (क) यािचका फाइल करने से पहले द तक हण पूव दखेरेख तर पर, िजला बालक संर ण एकक को सूिचत करते ए संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को वापस ले िलया जाएगा ;

    (ख) यायालय म यािचका दायर करने के बाद द तक हण-पूव दखेरेख तर पर, िजला बालक संर ण एकक को सूिचत करते ए िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को वापस ले िलया जाएगा और संबंिधत यायालय से द तक हण आवेदन वापस ले िलया जाएगा ;

    (ग) जहां द तक हण या के दौरान बालक को दसूरे रा य म ले जाया गया ह,ै वहां रा य द तक हण संसाधन अिभकरण ारा उस रा य से जहां बालक रह रहा ह ैऔर उसके मूल रा य से सम वयन कया जाएगा ।

    (7) िवघटन के मामले म, उस यायालय म, िजसने द तक हण आदशे जारी कया ह,ै द तक हण के बाितलकरण के िलए आवेदन कया जाएगा

    (8) द तक हण के यथाि थित िवि छ न या िवघटन हो जाने के बाद बालक क ि थित को िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म द तक हण के िलए वैध प से मु त के प म अ तन कया जाएगा ।

    अ याय - 4

    अिनवासी भारतीय , िवदेशी भारतीय नाग रक और िवदेशी भावी द तक माता-िपता के िलए द तक हण या

    14. अिनवासी भारतीय को िनवासी भारतीय के समान मानना - अिनवासी भारतीय भावी द तक माता-िपता को भारतीय अनाथ, प र य त अथवा अ य पत बालक के द तक हण के िलए ाथिमकता के मामले म भारत म रह रहे भारतीय के समान माना जाएगा ।

    15. अंतर-दशेीय द तक हण हते ुभावी द तक माता-िपता का रिज ीकरण और उनके िलए गहृ अ ययन रपोट – (1) कोई भी अिनवासी भारतीय, िवदशेी भारतीय नाग रक और िवदेशी भावी द तक माता-िपता, जो एक ऐसे दशे म रहते ह, जो हगे द तक हण अिभसमय पर ह ता रकता दशे ह,ै और भारतीय बालक के द तक हण के इ छुक ह, वे अपनी गृह अ ययन रपोट तैयार कराने और बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म अपने रिज ीकरण के िलए संबंिधत

    ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण से, यथाि थित, प चं कर सकते ह ।

    (2) य द, उनके सामा य िनवास करने वाले दशे म कोई ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण नह ह,ै तब भावी द तक माता-िपता इस योजन के िलए उस दशे के संबंिधत सरकारी िवभाग अथवा भारतीय राजनियक िमशन से संपक करगे ।

    (3) संबंिधत ािधकृत िवदेशी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा संबंिधत यथाि थित सरकारी िवभाग अथवा भारतीय राजनियक िमशन बालक का द तक हण करने के िलए भावी द तक माता-िपता को उपयु त पाए जाने के बाद, उनक गृह अ ययन रपोट पूरी कराएगा और अपेि त द तावेज के साथ अनुसूची 6 म यथा िविन दि टत प म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म भावी द तक माता-िपता के आवेदन का रिज ीकरण करगे ।

    (4) भावी द तक माता-िपता क ये ठता बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म रिज ीकरण और अपेि त द तावेज अपलोड करने क तारीख से मानी जाएगी ।

    (5) भावी द तक माता-िपता क पा ता अथवा उपयु तता िनधा रत करने के उ े य से, िधकरण म इस अ याय म िन द ट उनक गृह अ ययन रपोट और अ य द तावेज क संवी ा ािधकरण ारा क जाएगी और िवशेष द तक हण अिभकरण को अ ेिषत कया जाएगा जहां द तक हण के िलए िविधक प से वतं बालक उपल ध ह गे ।

    (6) बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) ारा दो बालक तक क िववरिणकाएं, एक या दो रैफरल म, ािधकृत िवदेशी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा सरकारी िवभाग अथवा भारतीय राजनियक िमशन, यथाि थित, को भेजी जाएगी, जो ऐसी िववरिणका को थानीय िनयम के अनुसार संबंिधत भावी द तक माता-िपता को अ ेिषत करगे और िवदेशी या िवदेशी भारतीय नाग रक के मामले म, बालक क िववरिणकाएं भावी द तक माता-िपता को िन दि टत करगे ।

    (7) भावी द तक माता-िपता िछयानवे घंटे के भीतर िन दि टत बालक म से एक बालक को आरि त करगे और दसूरे बालक क िववरिणका वत: वापस ली गई मान ली जाएगी।

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    (8) य द भावी द तक माता-िपता िछयानवे घंटे के भीतर संद भत बालक म से कसी भी बालक को आरि त करने म असफल रहते ह, तब दोन बालक क िववरिणकाएं अपने आप वापस ली गई मान ली जाएंगी ।

    (9) भावी द तक माता-िपता को रैफरल भेजते समय, उनक ाथिमकता को यान म रखा जाएगा ।

    (10) य द भावी द तक माता-िपता दखाए गए बालक म से एक को चुनते ह, उ ह चुनने क तारीख से तीस दन के भीतर बालक क बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट पर ह ता र करके बालक को वीकार करना होगा ।

    (11) बालक क बालक अ ययन रपोट, िच क सा परी ा रपोट और उसके फोटो क मूल ित िवशेष द तक हण अिभकरण ारा संबंिधत ािधकृत िवदेशी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा भारतीय राजनियक िमशन को भेजी जाएगी।

    (12) य द भावी द तक माता-िपता तीस दन के भीतर िन द ट बालको म से कसी भी बालक को वीकार करने म असफल रहते ह, तब दोन बालक क िववरिणकाएं बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म वापस ली गई मान ली जाएंगी और भावी द तक माता-िपता क ये ठता सूची म सबसे नीचे आ जाएगी, िज ह बालक का चयन करने और उसे वीकार करने का दसूरा अवसर जब उनक बारी आएगी, तब दया जाएगा बशत क उनक गृह अ ययन रपोट िविधमा य हो ।

    (13) य द भावी द तक माता-िपता बालक को द तक हण के िलए वीकार करने से पहले बालक से यि तगत प से िमलने के िलए िवशेष द तक हण अिभकरण आने के इ छुक ह, ऐसी मुलाकात ािधकरण ारा उनका द तक हण आवेदन अनुमो दत होन ेके बाद ही क जा सकती है और भावी द तक माता-िपता बालक क िच क सा परी ा रपोट का पुन वलोकन अपनी पसंद के िच क सक से भी करा सकते ह ।

    (14) ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता के द तावेज क मूल ित, अनुसूची 9 म यथा िविन द ट, संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण को उनक संवी ा के िलए अ ेिषत करेगा ।

    (15) गृह अ ययन रपोट का भाग होने वाले सभी द तावेज नोटेरी ारा स यािपत ह गे और हगे द तक हण अिभसमय पर ह ता रकता दशे के मामले म नोटेरी को ा तकता दशे के स म ािधकारी ारा ािधकृत होना चािहए, तथािप भारत से मूल

    प म तैयार कए गए द तावेज व- मािणत ह गे ।

    (16) य द द तावेज अं ेजी के अलावा कसी अ य भाषा म ह, तब मूल द तावेज के साथ भावी द तक माता-िपता के आवास के दशे म स यापन या माणन के िलए नामो दि टत अिभकरण या ािधकारण ारा स यािपत उनका अं ेजी अनुवाद संल न होना चािहए।

    16. ािधकरण का िनरापे माण-प और द तक हण-पूव पोषण दखेरेख – (1) ािधकरण भावी द तक माता-िपता ारा बालक क वीकृित और हेग द तक हण अिभसमय के अनु छेद 5 और अनु छेद 17 के अनुसार, जहां भी लागू हो, ा तकता दशे ारा

    अनुमोदन या अनुमित प क ाि त क तारीख से दस दन के भीतर अनुसूची 10 म दए गए प म तािवत द क हण के प म िनरापे माण-प जारी करेगा; और िनरापे माण-प क एक ित सभी संबंिधत को पृ ठां कत क जाएगी और त काल बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर डाली जाएगी ।

    (2) भावी द तक माता-िपता ारा जब यायालय से आदशे लंिबत हो, ािधकरण ारा िनरापे माण-प जारी कए जाने के बाद अनुसूची 8 म दए गए प म िवशेष द तक हण अिभकरण के साथ वचनबंध पर ह ता र करने के बाद, बालक को भारत म अ थायी अविध के िलए द तक हण-पूव पोषण दखेरेख म िलया जाएगा ।

    (3) भावी द तक माता-िपता को िवशेष द तक हण अिभकरण से बालक क अंितम प से अिभर ा स म यायालय ारा द तक हण आदशे जारी करने के बाद पासपोट और वीजा जारी होने के तुरंत बाद दे दी जाएगी ।

    17. िविधक या – (1) इस अ याय के तहत अंतर-दशेीय द तक हण के मामल म िविनयम 12 के अनुसार िविधक या, यथाव यक प रवतन सिहत, अपनाई जाएगी ।

    (2) य द भावी द तक माता-िपता सामा यत: िवदशे म रहते ह, और साथ ही अपनी ओर िवशेष द तक हण अिभकरण से ितिनिधतव करने क इ छा करते ह, तो आवेदन के साथ सामािजक कायकता और िवशेष द तक हण अिभकरण के

    द तक हण भारी जो मामले म कारवाई कर रहे ह, के प म मु तारनामा भी संल न होगा और ऐसे मु तारनामा म अटन को भावी द तक माता-िपता क ओर से मामले म कारवाई करने के िलए ािधकृत कया गया हो ।

    18. पासपोट और वीजा, आ वास ािधका रय को सचूना, पिु ट माण-प , ज म माण-प आ द – (1) य द ा तकता दशे हगे द तक हण अिभसमय पर ह ता रकता दशे है, िधकरण बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म द तक हण आदशे क उपल धता के तीन काय दवस के भीतर अनुसूची 11 म यथा उपबंिधत प म हगे द तक हण अिभसमय के अनु ददे 23 के अधीन पुि ट माणप जारी करेगा ।

  • 12 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (2) ािधकरण द तक हण क पुि ट के बारे म संबंिधत आ वास ािधका रय और यथाि थित िवदेशी ादिेशक रिज ीकरण कायालय अथवा िवदशेी रिज ीकरण कायालय को सूिचत करेगा ।

    (3) द तक बालक के िलए भारतीय पासपोट अिभ ा त करने के िलए, िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आदशे ा त होन ेक तारीख से तीन काय दवस के भीतर े ीय पासपोट अिधकारी को आवेदन तुत करेगा ।

    (4) ादिेशक पासपोट कायालय, समय-समय पर क ीय सरकार के िवदेश मं ालय ारा अंतर-दशेीय द तक हण म दए गए बालक को पासपोट जारी करने से संबंिधत प रप के अनुसरण म, आवेदन क ाि त क तारीख से दस दन के भीतर द तक बालक को पासपोट जारी करेगा ।

    (5) िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आदशे मािणत ित ा त होन ेके तीन दन क अविध के भीतर भावी द तक माता-िपता के नाम और द तक हण आदशे म यथा अिभिलिखत ज म क तारीख के साथ द तक बालक के ज म माण-प के िलए ज म माणप जारी करने वाले ािधकारी से संपक करेगा ।

    (6) द तक बालक िवदेशी भारतीय नाग रकता काड, य द पा पाया जाता ह,ै पाने का हकदार होगा ।

    (7) द तक माता-िपता द तक बालक को अपने दशे ले जाने के िलए द तक आदशे क तारीख से दो माह क अिधकतम अविध के भीतर भारत आएंगे ।

    19. अिनवासी भारतीय , िवदेशी भारतीय नाग रक और िवदशेी भावी द तक माता-िपता

    ारा द तक हण कए गए बालक क गित का अनवुतन – (1) यथाि थित ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा भारतीय राजनियक िमशन अथवा संबंिधत सरकारी िवभाग ा तकता देश म द तक बालक के आगमन क तारीख से दो वष तक, पहले वष के दौरान ितमाही आधार पर और दसूरे वष के दौरान छमाही आधार पर बालक के फोटो के साथ द तक बालक क गित अनुसूची 12 म उपबंिधत प म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म ऑनलाइन रपोट करेगा �


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