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33 GI/2017 (1) jftLVªh la ö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99 vlk/kj.k EXTRAORDINARY Hkkx II—[k.M 3mi&[k.M (i) PART II—Section 3—Sub-section (i) izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY la- 03] ubZ fnYyh] cq/okj] tuojh 4] 2017@ ikS"k 14] 1938 No. 03] NEW DELHI, WEDNESDAY, JANUARY 4, 2017/PAUSA 14, 1938 मिहला और बाल िवकास मंालय अिधसूचना नई ᳰद᭨ली, 4 जनवरी, 2017 सा.का.िन. 3(अ).—कᱶीय सरकार, ᳰकशोर ᭠याय (बालकᲂ कᳱ देखरेख और संरᭃण) अिधिनयम, 2015 (2016 का 2) कᳱ धारा 2 के खंड (3) के साथ पᳯठत धारा 68 के ख᭛ड (ग) ᳇ारा ᮧद᭜त शितयᲂ का ᮧयोग करते ᱟए और तारीख 17 जुलाई, 2015 के भारत के राजप, असाधारण, भाग-II, खंड-3, उप खंड (ii) मᱶ अिधसूचना संया का.आ. 1945 (अ.) तारीख 17 जुलाई, 2015 ᳇ारा ᮧकािशत बालकᲂ के द᭜तकᮕहण को शािसत करने वाले मागᭅदशᭅक िसांत, 2015 को उन बातᲂ के िसवाय अिधᮓांत करते ᱟए, िज᭠हᱶ ऐसे अिधᮓमण से पूवᭅ ᳰकया गया है या करने का लोप ᳰकया गया है, कᱶ ीय द᭜तक ᮕहण संसाधन ᮧािधकरण ᳇ारा िनᱨिपत िन᭥निलिखत द᭜तकᮕहण िविनयम अिधसूिचत करती है, अथाᭅत :— अ᭟याय- 1 रंिभक 1. संिᭃ᭡त नाम और ᮧारंभ :- (1) इन िविनयमᲂ का संिᭃ᭡त नाम द᭜तकᮕहण िविनयम, 2017 कहा जाएगा । (2) ये 16 जनवरी, 2017 को ᮧवृ᭜त हᲂगे। 2. पᳯरभाषाएं :- इन िविनयमᲂ मᱶ जब तक संदभᭅ से अ᭠यथा अपेिᭃत न हो, (1) “अिधिनयम” से ᳰकशोर ᭠याय (बालकᲂ कᳱ देखरेख और संरᭃण) अिधिनयम, 2015 (2016 का 2) अिभᮧेत है ; (2) “द᭜तक सिमित” से ऐसी सिमित अिभᮧेत है िजसमᱶ संबंिधत िवशेष᭄ द᭜तक ᮕहण अिभकरण के ᮧािधकृत पदािधकारी, इसका आगंतुक िचᳰक᭜सक या सरकारी अपताल का िचᳰक᭜सा अिधकारी और िजला बालक संरᭃण एकक का एक अिधकारी समािवट हᲂगे और बालक देखरेख संथा का ᮧितिनिध, यᳰद द᭜तक ᮕहण िवशेष᭄ द᭜तक ᮕहण अिभकरण के अलावा ᳰकसी बालक देखरेख संथा से होता है, भी शािमल होगा; (3) “द᭜तकᮕहण फᳱस” से ऐसी फᳱस अिभᮧेत है जो ᮧािधकरण ᳇ारा यथा िविहत भावी द᭜तक माता-िपता से सीधे, यᳰद वे भारत मᱶ िनवास करते हᱹ, अंतर-देशीय द᭜तकᮕहण के मामलᲂ मᱶ ᮧािधकृ त िवदेशी द᭜तकᮕहण अिभकरण या कᱶ ीय ᮧािधकरण या संबंिधत सरकारी िवभाग के मा᭟यम से ᮧा᭡त कᳱ जाएगी ; (4) "बालक द᭜तकᮕहण संसाधन सूचना और मागᭅदशᭅक ᮧणाली" से द᭜तकᮕहण कायᭅᮓम को सुकर बनाने, उसका मागᭅदशᭅन करने, उसकᳱ िनगरानी करने के िलए ऑनलाइन सूचना पित अिभᮧेत है ;

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  • 33 GI/2017 (1)

    jftLVªh laö Mhö ,yö&33004@99 REGD. NO. D. L.-33004/99

    vlk/kj.k EXTRAORDINARY

    Hkkx II—[k.M 3—mi&[k.M (i) PART II—Section 3—Sub-section (i)

    izkf/dkj ls izdkf'kr PUBLISHED BY AUTHORITY

    la- 03] ubZ fnYyh] cq/okj] tuojh 4] 2017@ ikS"k 14] 1938 No. 03] NEW DELHI, WEDNESDAY, JANUARY 4, 2017/PAUSA 14, 1938

    मिहला और बाल िवकास मं ालय अिधसूचना

    नई द ली, 4 जनवरी, 2017

    सा.का.िन. 3(अ).—क ीय सरकार, कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) अिधिनयम, 2015 (2016 का 2) क धारा 2 के खंड (3) के साथ प ठत धारा 68 के ख ड (ग) ारा द त शि तय का योग करते ए और तारीख 17 जुलाई, 2015 के भारत के राजप , असाधारण, भाग-II, खंड-3, उप खंड (ii) म अिधसूचना सं या का.आ. 1945 (अ.) तारीख 17 जुलाई, 2015 ारा कािशत बालक के द तक हण को शािसत करने वाले मागदशक िस ांत, 2015 को उन बात के िसवाय अिध ातं करते ए, िज ह ऐसे अिध मण से पूव कया गया है या करने का लोप कया गया ह,ै क ीय द तक हण संसाधन ािधकरण ारा िन िपत िन निलिखत द तक हण िविनयम अिधसूिचत करती ह,ै अथात :—

    अ याय- 1

    ारंिभक

    1. संि त नाम और ारंभ :- (1) इन िविनयम का संि त नाम द तक हण िविनयम, 2017 कहा जाएगा ।

    (2) ये 16 जनवरी, 2017 को वृ त ह गे।

    2. प रभाषाएं :- इन िविनयम म जब तक संदभ से अ यथा अपेि त न हो,

    (1) “अिधिनयम” से कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) अिधिनयम, 2015 (2016 का 2) अिभ ेत ह ै;

    (2) “द तक सिमित” से ऐसी सिमित अिभ ेत ह ैिजसम संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण के ािधकृत पदािधकारी, इसका आगंतुक िच क सक या सरकारी अ पताल का िच क सा अिधकारी और िजला बालक संर ण एकक का एक अिधकारी समािव ट ह गे और बालक दखेरेख सं था का ितिनिध, य द द तक हण िवशेष द तक हण अिभकरण के अलावा कसी बालक दखेरेख सं था से होता ह,ै भी शािमल होगा;

    (3) “द तक हण फ स” से ऐसी फ स अिभ ेत ह ैजो ािधकरण ारा यथा िविहत भावी द तक माता-िपता से सीधे, य द वे भारत म िनवास करते ह, अंतर-दशेीय द तक हण के मामल म ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण या क ीय ािधकरण या संबंिधत सरकारी िवभाग के मा यम से ा त क जाएगी ;

    (4) "बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली" से द तक हण काय म को सुकर बनाने, उसका मागदशन करने, उसक िनगरानी करने के िलए ऑनलाइन सूचना प ित अिभ ेत ह ै;

  • 2 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (5) "बालक का द तक हण के िलए िविधक प से वतं होना" से अिधिनयम क धारा 38 के अधीन स यक् जांच के प चात् अनुसूची 1 म उपबंिधत प म सिमित ारा उस प म घोिषत कया गया बालक अिभ ेत ह ै;

    (6) "बालक अ ययन रपोट" से ऐसी रपोट अिभ ेत ह ैिजसम अनुसूची 2 म दए गए प के अनुसार बालक के ज म क तारीख और सामािजक पृ ठभूिम सिहत उसका यौरा अंत व ट होता ह ै;

    (7) “िवि छ न” से थानन के प चात् पर तु द तक हण क िविधक या पूरी होने से पहले, द तक हण कुटु ब के साथ बालक का समायोजन न हो पाने के कारण द तक कुटु ब से बालक का अमेल होना अिभ ेत ह;ै

    (8) “िवघटन” से द तक हण के िलए यायालय से िड ा त होने के बाद, द तक कुटु ब म बालक का समायोजन न हो पाने के कारण द तक हण का िविधक प से बाितलीकरण अिभ ेत ह;ै

    (9) “साधारणतया िनवास” से ऐसा आबाद आवास अिभ ेत ह ैजो यि त का कम से कम एक वष से साधारणतया आवास िनयत करता है।

    (10) "हगे द तक हण अिभसमय" से बालक संर ण और अंतर-दशेीय द तक हण क बाबत सहयोग पर हगे अिभसमय (1993) अिभ ेत है ;

    (11) "गृह अ ययन रपोट" से ऐसी रपोट अिभ ेत ह ैिजसम अनुसूची 7 म दए गए प के अनुसार द तक माता-िपता का यौरा अंत व ट होता ह,ै िजसम उनक सामािजक और आ थक हिैसयत, कौटुि बक पृ ठभूिम, घर का िववरण और वहां का वातावरण और वा य क ि थित शािमल होती ह;ै

    (12) "देश के भीतर द तक हण" से भारत के नाग रक ारा बालक का द तक हण अिभ ेत है ;

    (13) " वा य परी ा रपोट" से स यक प से अनु त िच क सक ारा अनुसूची 3 और अनुसूची 4 म दए गए प म बालक के वा य क ि थित के बाबत दी गई रपोट अिभ ेत ह ै;

    (14) "अनापि त माण प " से ािधकरण ारा जारी माण प अिभ ेत ह ैिजसम बालक को िवदशेी या भारतीय मूल के यि त या िवदेशी भारतीय नाग रक या अिनवासी भारतीय भावी द तक माता-िपता को द तक हण म देने क अनु ा दी गई ह ै;

    (15) "लंिबत द तक हण" से ऐसे द तक हण मामले अिभ ेत ह, िजनम भावी द तक माता-िपता द तक हण के िलए पहले से ही रिज ीकृत ह अथवा िज ह ने िवशेष द तक हण अिभकरण या बालक देखरेख सं था क मा यता समा त होने, िनलंबन अथवा

    याहरण से पहले िवशेष द तक हण अिभकरण या बालक देखरेख सं था से बालक के सं ेषण को वीकार कर िलया हो ;

    (16) "द तक हण-पूव पोषण दखेरेख" से वह अव था अिभ ेत ह ैिजसम स म यायालय से द तक हण आदशे लंिबत होने तक, कसी बालक क अिभर ा भावी द तक माता-िपता को दे दी जाती ह ै;

    (17) "िनवासी भारतीय" से भारत म रह रहा भारतीय नाग रक अिभ ेत ह ै;

    (18) "िनयम" से अिधिनयम क धारा 110 के अधीन अिधसूिचत िनयम अिभ ेत ह ै;

    (19) "अनुसूची" से इन द तक हण िविनयम से उपाबध अनुसूची अिभ ेत ह ै;

    (20) “सामािजक कायकता” से ऐसा यि त अिभ ेत है जो समाज काय या सामािजक िव ान या मनोिव ान या बाल िवकास म नातको तर िड ी अथवा बाल िश ा या बाल िवकास या बाल संर ण के े म नातक क िड ी रखता ह ैऔर िजसे बालक

    दखेरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण ारा लगाया गया हो अथवा िजला बाल संर ण एकक या रा य द तक हण संसाधन अिभकरण या के ीय द तक हण संसाधन ािधकरण ारा ािधकृत कया गया हो और िजसे गृह अ ययन रपोट, बालक अ ययन रपोट तैयार करने, द तक हण के प चात् सेवाएं दान करने, और ऐसे यि त को समुनदिेशत कसी अ य काय को पूरा करने का कम से कम दस वष का अनुभव रखता हो ;

    (21) “िवशेष ज रत वाला बालक” से जैसी क अनुसूची 18 म या या क गई है, मानिसक या शारी रक या दोन प से अ म बालक अिभ ेत ह ै;

    (22) उन सभी श द और पद के, जो इन उपिनयम म उपयोग कए गए ह, परंतु प रभािषत नह ह, वही अथ ह गे, जो अिधिनयम और इसके तहत बनाए गए िनयम म उ ह िनयत कए गए ह ।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 3

    3. द तक हण को शािसत करन ेवाले मलूभतू िस ातं – भारत म द तक हण को शािसत करने के िन निलिखत मूलभूत िस ांत ह गे, अथात् :-

    (क) कोई भी द तक हण क या करते समय, बालक के सव तम िहत का सव प र यान रखा जाएगा ;

    (ख) जहां तक संभव हो, बालक के अपने समाज-सां कृितक पयावरण म थापन के िस ांत को यान म रखते ए, बालक को भारतीय नाग रक के साथ द तक हण करने को वरीयता दी जाएगी।

    (ग) सभी द तक हण बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर रिज ीकृत कए जाएंगे और ािधकारी ारा उनक गोपनीयता रखी जाएगी।

    4. द तक हण के िलए पा बालक – द तक हण के िलए िन निलिखत ा ह गे, अथात् :

    (क) कोई भी अनाथ या प र य त या अ य पत बालक और बाल क याण सिमित ारा द तक हण के िलए वतं घोिषत कया गया बालक ;

    (ख) अिधिनयम क धारा 2 क उपधारा (52) के अधीन यथा प रभािषत नातेदार का बालक ;

    (ग) पूव िववाह से पित या प नी के बालक या बालक को सौतेले माता या िपता ारा द तक हण के िलए जैिवक माता-िपता ारा अ य पत बालक ।

    5. भावी द तक माता-िपता के िलए पा ता मानदडं – (1) भावी द तक माता-िपता को शारी रक, मानिसक और भावा मक प से दढ़ृ; िव तीय प से स म होना चािहए; और उनक जीवन को जोिखम म डालने वाली िच क सा दशा नह होनी चािहए ;

    (2) कोई भी भावी द तक माता-िपता, उसक वैवािहक ि थित पर यान दए िबना और भले ही उसका अपना जैिवक पु या पु ी हो अथवा नह हो, िन निलिखत के अ यधीन बालक का द तक हण कर सकता ह ै:-

    (क) िववािहत दपंि क दशा म, द तक हण पित-प नी दोन क स मित आव यक होगी ।

    (ख) एकल ी कसी भी लग का बालक के द तक हण कर सकती है।

    (ग) एकल पु ष कसी बािलका के द तक हण के िलए पा नह ह ै।

    (3) कसी भी बालक को एक दपंि त को तब तक द तक हण म नह दया जाएगा जब तक क उ ह ने थायी वैवािहक संबंध के कम से कम दो वष पूरे न कर िलए ह ।

    (4) पा ता िनधा रत करने के िलए भावी द तक माता-िपता क आय ु क गणना रिज ीकरण क तारीख को क जाएगी और िविभ न आयु वग के बालको के िलए भावी द तक माता-िपता क पा ता िन नानुसार होगी :-

    बालक क आय ु भावी द तक माता-िपता क अिधकतम संयु त आय ु

    एकल भावी द तक माता-िपता क अिधकतम आय ु

    4 वष तक 90 वष 45 वष

    4 वष से 8 वष तक 100 वष 50 वष

    8 वष से 18 वष तक 110 वष 55 वष

    (5) दपंित के मामले म, भावी द तक माता-िपता क संयु त आयु मानी जाएगी ।

    (6) बालक और भावी द तक माता-िपता म से येक क आयु म यूनतम अंतर 25 वष से कम नह होना चािहए ।

    (7) नातेदार द तक हण और सौतेले माता-िपता ारा द तक हण के मामले म भावी द तक माता-िपता के िलए आयु का मानदडं लागू नह होगा ।

    (8) तीन या तीन से अिधक बालक वाले दंपितय पर द तक हण के िलए िविनयम 2 के उप-िविनयम (21) म यथा प रभािषत िवशेष ज रत वाले बालक, पैरा (50) म यथा उि लिखत क ठनाई से द तक हण कए जाने वाले बालक और नातेदार के बालक के द तक हण और सौतेले माता-िपता ारा द तक हण के अलावा िवचार नह कया जाएगा ।

  • 4 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    अ याय- 2

    द तक हण के िलए बालक से सबंिंधत या

    6. अनाथ अथवा प र य त बालक से सबंंिधत या :- (1) अनाथ अथवा प र य त बालक को द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत करने क कया से संबंिधत उपाबंध अिधिनयम क धारा 31, धारा 32, धारा 36, धारा 37 क उप धारा (1) के

    खंड (क) से (ग) और (ज) और धारा 40 के अित र त इसके अधीन बनाए गए िनयम के सुसंगत उपबंध म िनधा रत कए गए ह।

    (2) य द कसी बालक दखेरेख सं था, िवशेष द तक हण अिभकरण सिहत, ारा कोई प र य त बालक बाल क याण सिमित के आिव टन के िबना ा त कया जाता ह,ै ऐसे बालक को कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) आदश िनयम, 2016 म दए गए प 17 के अनुसार रपोट के साथ चौबीस घंट ेके भीतर (या ा के समय को छोड़ कर) बाल क याण सिमित के सम

    तुत कया जाएगा और बालक दखेरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण ारा, यथाि थित, ऐसी रपोट क ित उसी समयाविध म थानीय पुिलस टेशन को तुत क जाएगी।

    3) य द बालक का उपचार चल रहा ह ैया बाल क याण सिमित के सम तुत कए जाने क ि थित म नह ह,ै उ त समयाविध म बाल क याण सिमित के सम केवल द तावेज तुत कए जाएंगे और बाल क याण सिमित रोग त बालक का देखने जाएगी।

    (4) बालक क याण सिमित, जांच लंिबत होने पर, अिधिनयम क धारा 37 क उप धारा (ग) और कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) आदश िनयम, 2016 के 18 के उप िनयम 26 उपबंध के अनुसार बालक के अ प कालीन थानन या उसक अंत रम दखेरेख के िलए िनयम के प 18 म आदेश जारी करेगी ।

    (5) बालक के वेश पर, िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को ा त करने के तीन काय दवस के भीतर िनधा रत प म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर उसका यौरा और फोटो ऑनलाइन िव ट कया जाएगा, और िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर बालक के फोटो को येक छह माह पर बदला जाएगा ।

    (6) जैिवक माता-िपता अथवा वैध संर क(क ) का पता लगाने के िलए, बाल क याण सिमित जोिखम के कारक और बालक के सव तम िहत को यान म रखते ए बालक को ा त करने के तीन काय दवस के भीतर के भीतर िजला बालक संर ण एकक यापक प रचालन वाले रा ीय तर के समाचार प म प र य त बालक का यौरा और फोटो का िव ापन देन ेऔर संबंिधत

    बालक देखरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण ारा नोमो ि टत पोटल के खोया अथवा पाया तंभ म डाटा क िवि ट सुिनि चत करने का िनदेश दगेी ।

    (7) ऐसे मामले म जहां बालक दसूरे रा य से ह,ै काशन बालक के मूल ात थान पर थानीय भाषा म कया जाएगा और ऐसे काशन को रा य द तक हण संसाधन अिभकरण ारा सुकर बनाया जाएगा ।

    (8) जहां कह , िजला बालक संर ण एकक याशील नह ह, ऐसा िव ापन संबंिधत िजला मिज ेट जारी कराएगा ।

    (9) उप-िविनयम (6) से (8) म िविन दि टत यास के बावजूद भी, य द जैिवक माता-िपता अथवा िविधक संर क का पता नह चलता ह,ै िजला बाल संर ण एकक, तदनुसार, बालक को बाल क याण सिमित के सम तुत करने क तारीख से तीस दन के तुरंत बाद बाल क याण सिमित को रपोट तुत करेगा ।

    (10) बालक देखरेख सं था या िवशेष द तक हण अिभकरण बालक को बाल क याण सिमित के सम तुत करने के तीस दन के तुरंत बाद बाल क याण सिमित को एक रपोट तुत करेगा और उस रपोट म बालक ारा अ पकालीन थापन के दौरान

    कट क गई कोई भी सूचना और ऐसे यि तय के यौरा िज ह न बालक का दावा करने के िलए प चं क ह,ै य द कोई हो, सि मिलत कया जाएगा ।

    (11) प र य त बालक क आयु दो या चार वष से कम होने क दशा म, य द थानीय पुिलस से जैिवक माता-िपता अथवा िविधक संर क का पता न लगा पाने के संबंध म रपोट मश: दो मास या चार मास म तुत नह क जाती ह,ै यह मान िलया जाएगा क रपोट दे दी गई ह ै।

    (12) बाल क याण सिमित यह पता लगाने के िलए क या प र य त बालक या अनाथ बालक गुमशुदा बालक ह,ै नोमो ि टत पोटल का उपयेाग करेगी ।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 5

    (13) बालक क याण सिमित, अिधिनयम के उपबंध और इसके अधीन बनाए गए िनयम और इन िविनयमन के अनुसार कारवाई करने के बाद, अनुसूची 1 म दए गए प म प र य त अथवा अनाथ बालक को वैध प से वतं घोिषत करते ए एक आदेश जारी करेगी और ऐसा आदेश बाल क याण सिमित के क ह तीन सद य के ह ता र से जारी कया जाएगा । ऐसा आदशे दो वष तक क आयु के बालक के मामले म बाल क याण सिमित के सम बालक को तुत करने क तारीख से दो माह क अविध के भीतर और दो वष से अिधक आयु के बालक के मामले म चार माह क अविध के भीतर पा रत कया जाएगा ।

    (14) अिधिनयम क धारा 36 के अधीन जांच और अिधिनयम क धारा 38 के अधीन बाल क याण सिमित ारा प र य त अथवा अनाथ बालक को वैध प से वतं घोिषत करने का आदेश उसी िजले म, िजसम ारंभ म बालक पाया गया था, अथवा उस िजले म जहां बाल क याण सिमित के आदशे के अधीन उसे थानांत रत कया गया ह,ै पूरा कया जाएगा ।

    (15) अनाथ और प र य त बालक क बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट मश: अनुसूची 2 और अनुसूची 3 म दए गए प म तैयार क जाएगी और िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत करने क तारीख से दस दन के भीतर बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर डाल दी जाएगी और यौरा येक छह मास पर अथवा जब कभी बालक म पया त शारी रक प रवतन दखाई द, बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अ तन कया जाएगा।

    (16) बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट थानीय भाषा के अलावा अं ेजी म उपल ध कराई जाएगी ।

    (17) िवशेष द तक हण अिभकरण ारा कसी तकनीक क ठनाई का सामना करने क दशा म, िजला बालक संर ण एकक बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट को केय र स पर अपलोड करने म िवशेष द तक हण अिभकरण क सहायता करेगा ।

    (18) बाल क याण सिमित ारा मानिसक प से िन:श त माता-िपता के बालक को द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत करने क या सामािजक याय और अिधका रता मं ालय, भारत सरकार ारा समय-समय पर मानिसक रोग के िलए जारी दशािनदश के अनुसार यथाि थित क ीय सरकार या रा य सरकार ारा ग ठत िच क सा बोड के मानिसक प से िन:श तता

    दशाने वाले माणप के आधार पर होगी ।

    (19) सहोदर या जुड़वां ब च के मामले म, बाल क याण सिमित सहोदर या जुड़वां बालक के प म ब च क ि थित िविन दि टत करेगी और एक ही आदशे म बालक को वैध प से वतं घोिषत करेगी ।

    7. अ य पत बालक स ेसंबिंधत या – (1) य द कोई माता-िपता या अिभभावक अिधिनयम क धारा 35 क उप धारा (1) के अधीन बालक को अ यप त करने क इ छा करता ह,ै वह बाल क याण सिमित को कशोर याय (बालक क दखेरेख और संर ण) आदश िनयम, 2016 म िविहत प 23 म आवेदन करेगा ।

    (2) ऐसे माता-िपता या अिभभावक जो अिशि त होन ेया कसी अ य कारण से आवेदन करने म अ म ह, बाल क याण सिमित िविधक सेवा ािधकरण ारा उपल ध कराए गए िविधक सहायता अिधव ता के मा यम से आवेदन करना सुकर बनाएगी ।

    (3) अनुसूची 5 के अनुसार अ यपण िवलेख िन पा दत कया जाएगा ।

    (4) य द अ य पत करने वाली माता एक अिववािहत माता ह,ै अ यपण िवलेख का िन पादन बाल क याण सिमित के कसी एक सद य, अिधमानत: मिहला सद य क उपि थित म िन पा दत कया जाएगा ।

    (5) य द िववािहत दंपित से ज मे बालक का अ यपण कया जाता ह,ै माता-िपता दोन अ यपण िवलेख पर ह ता र करगे और दोन म कसी एक क मृ यु हो जाने क दशा म, मृत माता-िपता के संबंध म मृ यु माणप तुत करना अपेि त होगा ।

    (6) य द िववािहत दंपित से ज मे बालक का अ यपण जैिवक माता अथवा िपता ारा कया जाना ह ैऔर दसूरे माता-िपता के बारे म कोई जानकारी नह ह,ै बालक को प र य त बालक माना जाएगा और आगे क या इन िविनयमन के पैरा 6 के अनुसार क जाएगी ।

    (7) िववाह के प रणाम व प ज मे बालक क दशा म, केवल म ही बालक को अ य पत कर सकती ह ै । य द म अवय क ह,ै अ यपण िवलेख पर साथ आने वाले वय क ारा गवाह के प म ह ता र कए जाएंगे ।

    (8) य द अ यपण जैिवक माता-िपता के अलावा कसी अ य यि त ारा कया जाता ह,ै िजसे यायालय ारा अिभभावक के प म िनयु त नह कया गया ह,ै बालक को प र य त बालक माना जाएगा और आगे क या िविनयम 6 के अनुसार क जाएगी ।

    (9) िवशेष द तक हण अिभकरण और बाल क याण सिमित यह सुिनि चत करेगी क अ यपण िवलेख क एक ित अ यपण करने वाले माता-िपता अथवा यि त को दी जाए ।

  • 6 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (10) िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को ा त करने के समय से तीन काय दवस के भीतर बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक प ित पर उसके फोटो के साथ यौरा ऑनलाइन िव ट कया जाएगा ।

    (11) जैिवक माता-िपता ारा अ यपण को हतो सािहत करने के िलए, िवशेष द तक हण अिभकरण अथवा बाल क याण सिमित को माता-िपता ारा बालक को रखने क संभावना खोजने के यास कए जाएंगे, िजनम बालक को रखने के िलए माता-िपता को परामश देना और ािधकरण या रा य द तक हण संसाधन अिभकरण ारा थािपत कए गए परामश क से उनका संपक कराने और यह प ट करना क अ यपण क या अ ितसंहरणीय होती ह,ै अंत व ट होगा ।

    (12) िवशेष बालक द तक हण अिभकरण और बाल क याण सिमित यह सुिनि चत करेगी क अ यपण करने वाले माता-िपता अथवा िविधक संर क को अवगत कराया जाएगा क वे अ यपण क तारीख से केवल साठ दन के भीतर ही ब चे का पुन: दावा कर सकते ह ।

    (13) अ यपण या म शािमल ािधका रय और अिभकरण ारा अ यपण करने वाले माता-िपता और अ य पत बालक क िनजता का उिचत स मान करना चािहए ।

    (14) अ य पत बालक के मामले म कोई भी सावजिनक सूचना अथवा िव ापन जारी नह कया जाएगा ।

    (15) य द पुन वचार अविध के दौरान अ यपण करने वाले जैिवक माता-िपता बालक को वापस लेने का दावा नह करते ह, अ यपण क तारीख से साठ दन पूरे होने पर िवशेष द तक हण अिभकरण ारा इसक सूचना बाल क याण सिमित को दी जाएगी ।

    (16) जैिवक माता-िपता के िलए पुन वचार क अविध अिधिनयम क धारा 35 क उप धारा (3) म िनयत क गई ह ैऔर अ यपण करने वाले माता-िपता को कोई और सूचना जारी नह क जाएगी।

    (17) बालक क याण सिमित, अ यपण क तारीख से साठ दन क अविध क समाि त पर अनुसूची 1 म दए गए प म अ य पत बालक को वैध प से वतं घोिषत करते ए कम से कम तीन सद य ारा ह ता रत एक आदशे जारी करेगी ।

    (18) अ य पत बालक क बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट द तक हण इन िविनयम क मश: अनुसूची 2 और अनुसूची 3 म दए गए प म िवषेष द तक हण अिभकरण ारा तैयार क जाएगी और बालक को द तक हण के िलए वैध

    प से वतं घोिषत करने क तारीख से दस दन के भीतर केय र स पर डाल दी जाएगी ।

    (19) बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट अं ेजी म ( थानीय भाषा के अलावा) उपल ध कराई जाएगी और य द िवशेष द तक हण अिभकरण को कसी तकनीक क ठनाई का सामना करना पड़ता ह,ै िजला बालक संर ण एकक बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अपलोड करने म िवशेष द तक हण अिभकरण क सहायता करेगा ।

    (20) जैिवक माता -िपता से संबंिधत सभी द तावेज के मामले म स ती से गोपनीयता बरती जाएगा जब तक क अ यपण करने वाले माता -िपता उसे कट करने क अपनी इ छा य त नह करते ह ।

    (21) अिववािहत माता ारा बाल क याण सिमित क मिहला सद य के सम बालक का अ यपण अिधिनयम क धारा 35 के अधीन यथा प रकि पत सिमित के सम अ यपण करने के समान माना जाएगा और उसक िनजता के अिधकार क सुर ा क जाएगी ।

    (22) बाल क याण सिमित के सम बालक का अ यपण बंद कमरे म कया जाएगा ।

    (23) सौतेले माता या िपता ारा द तक हण के िलए जैिवक माता-िपता बालक अथवा बालक का अ यपण अिधिनयम क धारा 35 क उप-धारा के अधीन यथा प रकि पत द तक हण के िलए बाल क याण सिमित के सम अनुसूची 21 म दए गए प म कया जाएगा।

    8. द तक हण के िलए बालक क उपल धता - बाल क याण सिमित ारा बालक को जैसे ही द तक हण के िलए वैध प से वतं घोिषत कया जाता ह,ै ऐसे बालक को िनवासी भारतीय अथवा अिनवासी भारतीय माता-िपता को द तक हण म देने क

    अनुमित दी जाए :

    परंतु ऐसे बालक को अंतर-दशेीय द तक हण म भी दया जा सकेगा –

    (क) साठ दन के बाद, य द बालक पांच वष से कम आयु का है;

    (ख) तीस दन के बाद, य द बालक पांच वष से अिधक आयु का है अथवा भाई-बहन ह;ै

    (ग) पं ह दन के प चात, य द बालक म अनुसूची 18 म सूचीब कोई मानिसक अथवा शारी रक िनश तता ह ै।

    प टीकरण – इस िविनयम के योजन के िलए, यह प ट कया जाता है क परंतुक म िनयत समय सीमा का प रकलन उस तारीख से कया जाएगा िजस तारीख को बाल क याण सिमित ारा जारी बालक को द तक हण के िलए िविधक प से वतं घोिषत करने वाला माण प बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) अपलोड कया जाता ह ै।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 7

    अ याय - 3

    िनवासी भारतीय के िलए द तक हण क या

    9. भावी द तक माता-िपता का रिज ीकरण और गहृ अ ययन – (1) भारतीय भावी द तक माता-िपता, उनके धम पर यान दए िबना, जो कसी अनाथ या प र य त या अ य पत बालक के द तक हण का इरादा रखते ह, अनुसूची 6 म यथा उपबंिधत ऑनलाइन आवेदन प भरकर बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम से िवशेष द तक हण अिभकरण को आवेदन करगे और इस कार सुसंगत द तावेज अपलोड करके भावी द तक माता-िपता के प म रिज ीकरण करगे ।

    (2) भावी द तक माता-िपता रिज ीकरण के समय उन िवशेष रा य का िवक प दकेर वांिछत रा य या रा य का चयन करगे ।

    (3) बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर रिज ीकरण उस रा य या उन रा य के सभी िवशेष द तक हण अिभकरण म, िजनका िवक प उ ह ने दया ह,ै रिज ीकरण माना जाएगा ।

    (4) भावी द तक माता-िपता क रिज ीकरण सं या उस रा य या उन रा य के सभी िवशेष द तक हण अिभकरण को, िजनका िवक प उ ह ने दया ह,ै यथाि थित, उपल ध हो जाएगी ।

    (5) बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर पूण प से भरा आ आवेदन प और अपेि त द तावेज ा त होने के तुरंत बाद रिज ीकरण पूरा होगा और भावी द तक माता-िपता को पुि ट क जाएगी :

    परंतु द तावेज़ रिज ीकरण क तारीख से तीस दन क िनयत अविध के भीतर अपलोड कए जाने चािहए; ऐसा करने पर भावी द तक माता-िपता को दबुारा से रिज टर करना होगा ।

    (6) भावी द तक माता-िपता को अिभ वीकृित पच से उनक रिज ीकरण सं या िमलेगी और वे अपने मामले क गित को दखेने के िलए इसका उपयोग करगे ।

    (7) भावी द तक माता-िपता गृह अ ययन रपोट के िलए अपने सामा य िनवास के रा य म अपने िनवास के िनकटवत िवशेष द तक हण अिभकरण का चयन करगे ।

    (8) भावी द तक माता-िपता क गृह अ ययन रपोट चयन कए गए िवशेष द तक हण अिभकरण के सामािजक कायकता ारा तैयार कराई जाएगी और य द वे िनयत समयाविध म गृह अ ययन रपोट तैयार करने म असमथ रहते ह, वे रा य द तक हण संसाधन अिभकरण या िजला बालक संर ण एकक, यथाि थित, ारा रखे जा रहे पैनल म से सामािजक कायकता क सहायता लगे।

    (9) िवशेष द तक हण अिभकरण अथवा रा य द तक हण संसाधन अिभकरण या िजला बालक संर ण एकक ारा रखे जा रहे पैनल म से सामािजक कायकता गृह अ ययन के दौरान भावी द तक माता-िपता को परामश दगे ।

    (10) गृह अ ययन रपोट अपेि त द तावेज तुत करने क तारीख से एक माह क अविध के भीतर अनुसूची 7 म दए गए प म पूरी क जाएगी और उसके बाद शी ही भावी द तक माता-िपता के साथ साझा जाएगी ।

    (11) गृह अ ययन रपोट, जैसे ही यह परूी होती ह,ै शी ही िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय रग् स) पर डाली जाएगी ।

    (12) गृह अ ययन रपोट तीन वष तक िविधमा य रहगेी और भावी द तक माता-िपता ारा दशे म कह से भी बालक के द तक हण का आधार होगी ।

    (13) भावी द तक माता-िपता को गृह अ ययन रपोट और समथक द तावेज के आधार पर िवशेष द तक हण अिभकरण ारा पा और उपयु त घोिषत कया जाएगा और य द कसी भावी द तक माता-िपता को पा और उपयु त घोिषत नह कया जाता ह,ै इसके कारण को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म अिभिलिखत कया जाएगा ।

    (14) भावी द तक माता-िपता अ वीकृित के िविन चय के िव ािधकरण के सम िविनयम 59 म यथा उपबंिधत अपील कर सकते ह ।

    (15) उप–िविनयम (14) म संद भत अपील का िन तारण पं ह दन क अविध के भीतर कया जाएगा और इस संबंध म ािधकरण का िनणय बा यकारी होगा ।

    (16) िजला बालक संर ण एकक भावी द तक माता-िपता के ऑनलाइन रिज ीकरण करने, द तावेज को अपलोड करने और िवशेष द तक हण अिभकरण के सामने आ रही तकनीक क ठनाइय को दरू करने म भी सहायता करेगा ।

  • 8 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (17) भावी द तक माता-िपता ारा बालक का दत् तक हण, उनका रिज ीकरण और गृह अ ययन रपोट पूरी होने के बाद, उपयु त बालक क उपल धता पर िनभर करेगा ।

    10. भावी द तक माता-िपता को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम स े िवशेष द तक हण अिभकरण से बालक सं ेषण करना – (1) बालक के सं ेषण के िलए भावी द तक माता-िपता क ये ठता बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर द तावेज अपलोड करने और रिज ीकरण क या पूरी होने क तारीख से होगी ।

    (2) ये ठता के आधार पर, भावी द तक माता-िपता को एक या अिधक सं ेषण म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम से एक या एक से अिधक िवषेष द तक हण अिभकरण म तीन बालक तक के, उनके वरीयता म म, ऑनलाइन िववरिणका अवलोकन करने का अवसर दया जाएगा िजसम फोटो, बाल अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट समािव ट होगी ।

    (3) बालक अथवा बालक क िववरिणका का अवलोकन करने के बाद, भावी द तक माता-िपता अड़तालीस घंट के भीतर संभािवत द तक हण के िलए एक बालक को आरि त कर सकते ह और शेष ब च को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक

    णाली (केय र स) के मा यम से ती ा सूची म अ य भावी द तक माता-िपता के िलए िनमु त कर दया जाएगा ।

    (4) िवशेष द तक हण अिभकरण को िविनयम 2 के उप-िविनयम (2) म यथा प रभािषत द तक हण सिमित ारा भावी द तक माता-िपता क उपयु तता का मू यांकन करने के िलए, िमलान के िलए िमलने का समय िनि चत करने के िलए बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) के मा यम से भावी द तक माता-िपता का यौरा िमलेगा और द तक हण सिमित अनुसूची 27 म उपबंिधत कए गए प के अनुसार बैठक के कायवृ त तैयार करेगी ।

    (5) द तक हण सिमित क बैठक के िलए कोरम दो सद य का होगा और बालक दखेरेख सं था के बालक के द तक हण के मामले म कोरम तीन सद य का होगा य िप िजला बालक संर ण एकक के अिधकारी क उपि थित अिनवाय होगी ।

    (6) िवशेष द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता क बालक के साथ बैठक भी आयोिजत करेगा ।

    (7) िमलान क पूण या बालक को आरि त करने क तारीख से अिधकतम बीस दन के भीतर पूरी कर ली जाएगी ।

    (8) िवशेष द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता को, जब वे िमलान के िलए अिभकरण आते ह, परामश दगेा ।

    (9) बालक को वीकार करते समय, भावी द तक माता-िपता िवशेष द तक हण अिभकरण के सामािजक कायकता अथवा मु य कृ यकारी क उपि थित म बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ण रपोट पर ह ता र करगे, िजसे बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) से डाउनलोड कया जा सकेगा, िवशेष द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता क वीकृित को केय र स म अिभिलिखत करेगा ।

    (10) य द, द तक सिमित ारा भावी द तक माता-िपता को बालक के िलए नह चुना जाता ह,ै भावी द तक माता-िपता के नह चुने जाने के कारण को बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म अिभिलिखत कया जाएगा ।

    (11) य द अ वीकृित णालीगत ु ट से होती ह ैया गैर- यायोिचत कारण क वजह से पाई जाती ह,ै भावी द तक माता-िपता क ये ठता ितधा रत बनी रहेगी ।

    (12) य द भावी द तक माता-िपता आरि त कए गए बालक को वीकार नह करते ह अथवा द तक हण सिमित भावी द तक माता-िपता को उपयु त नह पाती ह,ै तब भावी द तक माता-िपता उस तारीख क ये ठता सूची म सबसे नीचे आ जाएगं,े उ ह नया मौका दया जाएगा जब उनक ये ठता आएगी और त प चात् के मौक पर भी वही या अनुस रत क जाएगी ।

    (13) उप-िविनयम (12) म िन दि टत सभी मामल म, बालक पर िवचार न करने के कारण का बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म प ट प से उ ेख कया जाएगा ।

    (14) भावी द तक माता-िपता का रिज ीकरण येक तीन वष म गृह अ ययन रपोट के पुनवधीकरण के साथ बालक के द तक हण तक जारी रहगेा ।

    (15) भावी द तक माता-िपता बालक को द तक हण क उनक वीकृित दनेे से पहले बालक क वा य परी ा रपोट का पुव वलोकन अपनी पसंद के िच क सक से भी करा सकते ह ।

    11. द तक हण-पूव पोषण दखेरेख – (1) भावी द तक माता-िपता ारा बालक को वीकृित क तारीख से दस दन के भीतर, अनुसूची 8 म उपबंिधत प म द तक हण-पूव पोषण दखेरेख वचनबंध पर ह ता र करने के बाद, द तक हण-पूव पोषण दखेरेख म िलया जाएगा ।

  • ¹Hkkx IIµ[k.M 3(i)º Hkkjr dk jkti=k % vlk/kj.k 9

    (2) भावी द तक माता-िपता िवशेष द तक हण अिभकरण को अनुसूची 9 म यथा िविन दि टत द तावेज क मूल ितयां या नोटेरी ारा स यािपत ितयां उपल ध कराएगंे ।

    12. िविधक या – (1) िवशेष द तक हण अिभकरण यायालय से द तक हण आदेश ा त करने के िलए भावी द तक माता-िपता के साथ बालक के िमलान क तारीख से और अंतरदेशीय द तक हण के मामले म ािधकरण से अनापि त माणप ा त होने क तारीख से दस काय दवस के भीतर अनुसूची 11 म यथा िविन दि टत ासंिगक मूल द तावेज के साथ संबंिधत यायालय म, िजसका उस थान पर अिधका रता है जहां पर िवशेष द तक हण अिभकरण ि थत है, आवेदन प फाइल

    करेगा।

    (2) िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण दए गए प म अनुसूची 28 या अनुसूची 29 के अनुसार, जो भी लागू हो, आवेदन फाइल करेगा ।

    (3) य द बालक कसी ऐसी बालक दखेरेख सं था से ह ैजो िवशेष द तक हण अिभकरण नह है और दसूरे िजले म ि थत है, िवशेष द तक हण अिभकरण उस िजले के, जहा ंबालक अथवा िवशेष द तक हण अिभकरण ि थित ह,ै संबंिधत यायालय म यािचका फाइल करेगा और ऐसे मामले म, बालक दखेरेख सं था िवशेष द तक हण अिभकरण के साथ सह-यािचकाकता होगी और बालक दखेरेख सं था संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण को आव यक सहायता दान करेगी ।

    (4) सहोदर या जुड़वां ब च के मामले म, िवशेष द तक हण अिभकरण यायालय म एक ही आवेदन फाइल करेगा ।

    (5) चूं क द तक हण का मामला गैर-िवरोधा मक कृित का होता ह,ै िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आवेदन म कसी को ितप या यथ नह बनाएगा ।

    (6) यायालय द तक हण पर कायवाही बंद कमरे म करेगा और िवशेष द तक हण अिभकरण ारा यािचका फाइल करने क तारीख से दो मास क अविध के भीतर, यथाउपबंिधत अिधिनयम क धारा 61 क उप धारा (2) म प रकि पत ह,ै मामले का िनपटारा करेगा ।

    (7) द तक माता-िपता से, इस त य पर यान दतेे ए क गृह अ ययन रपोट और अ य समथक द तावेज म उनक मनो-सामािजक िववरिणका और िव तीय ि थित पहले ही सुिनि चत कर ली गई है, कोई वचनबंध िन पा दत करने या बालक के नाम पर िनवेश करने के िलए नह कहा जाएगा ।

    (8) िवशेष द तक हण अिभकरण, न् यायालय से द तक हण आदशे क मािणत ित अिभ ा त करेगा और इसे भावी द तक माता-िपता को दस दन के भीतर अ ेिषत करेगा और ऐसे आदेश क एक ित बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक

    णाली (केय र स) पर डालेगा और उसम आव यक िवि टयां करेगा ।

    (9) द तक हण िवलेख का रिज ीकरण अिधिनयम के अनुसार आ ापक नह ह ै।

    (10) िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आदशे जारी होने क तारीख से तीन काय दवस के भीतर ज म माण-प जारी करने वाले ािधकारी से, माता-िपता के प म दत् तक माता-िपता के नाम और द तक हण आदशे म यथा अिभिलिखत ज म क तारीख के साथ, बालक का ज म माण-प ा त करने के िलए आवेदन करेगा और माण जारी करने वाले ािधकारी ारा ज म माण-प अिधमानत: आवेदन ा त होने क तारीख से पांच काय दवस के भीतर जारी कर दया जाएगा ।

    (11) िवशेष द तक हण अिभकरण यािचका दायर करते समय यायालय म अनुसूची 23 म यथा उपबंिधत शपथप तुत करेगा ।

    13. द तक हण कए गए बालक क गित का अनवुतन – (1) िवशेष द तक हण अिभकरण िजसने गृह अ ययन रपोट तैयार क ह,ै भावी द तक माता-िपता के साथ द तक-पूव दखेरेख म थापन क तारीख से दो वष तक छमाही आधार पर अनुसूची 22 म यथा उपबंिधत प म द तक हण प चातवत अनुवतन रपोट तैयार करेगा और बालक के फोटो के साथ उसे बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अपलोड करेगा ।

    (2) य द द तक माता-िपता पनु थािपत हो जाते ह, वह उस अिभकरण को िजसने गृह अ ययन कया ह,ै और उस िजले के, जहां व ेपुन थािपत ए ह, िजला बालक संर ण एकक को सूिचत करगे ।

    (3) वतमान िजले का िजला बालक संर ण एकक द तक हण प चातवत अनुवतन रपोट तैयार करेगा और उसे बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर अपलोड करेगा ।

    (4) िवशेष द तक हण अिभकरण या िजला बालक संर ण एकक, यथाि थित, द तक माता-िपता और द तक बालक के परामश क यव था करेगा और जहां कह अपेि त हो, उ ह ािधकरण या रा य अिभकरण म थािपत परामश क से जोड़ेगा ।

  • 10 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (5) य द बालक को द तक माता-िपता के साथ समायोजन म कोई सम या होती ह,ै िवशेष द तक हण अिभकरण ऐसे द तक माता-िपता और द तक बालक के आव यक परामश क यव था करेगा और जहां कह अपेि त हो, उ ह ािधकरण या रा य अिभकरण म थािपत परामश क से जोड़गेा ।

    (6) अंतदशीय द तक हण म बाधा के मामले म :

    (क) यािचका फाइल करने से पहले द तक हण पूव दखेरेख तर पर, िजला बालक संर ण एकक को सूिचत करते ए संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को वापस ले िलया जाएगा ;

    (ख) यायालय म यािचका दायर करने के बाद द तक हण-पूव दखेरेख तर पर, िजला बालक संर ण एकक को सूिचत करते ए िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक को वापस ले िलया जाएगा और संबंिधत यायालय से द तक हण आवेदन वापस ले िलया जाएगा ;

    (ग) जहां द तक हण या के दौरान बालक को दसूरे रा य म ले जाया गया ह,ै वहां रा य द तक हण संसाधन अिभकरण ारा उस रा य से जहां बालक रह रहा ह ैऔर उसके मूल रा य से सम वयन कया जाएगा ।

    (7) िवघटन के मामले म, उस यायालय म, िजसने द तक हण आदशे जारी कया ह,ै द तक हण के बाितलकरण के िलए आवेदन कया जाएगा

    (8) द तक हण के यथाि थित िवि छ न या िवघटन हो जाने के बाद बालक क ि थित को िवशेष द तक हण अिभकरण ारा बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म द तक हण के िलए वैध प से मु त के प म अ तन कया जाएगा ।

    अ याय - 4

    अिनवासी भारतीय , िवदेशी भारतीय नाग रक और िवदेशी भावी द तक माता-िपता के िलए द तक हण या

    14. अिनवासी भारतीय को िनवासी भारतीय के समान मानना - अिनवासी भारतीय भावी द तक माता-िपता को भारतीय अनाथ, प र य त अथवा अ य पत बालक के द तक हण के िलए ाथिमकता के मामले म भारत म रह रहे भारतीय के समान माना जाएगा ।

    15. अंतर-दशेीय द तक हण हते ुभावी द तक माता-िपता का रिज ीकरण और उनके िलए गहृ अ ययन रपोट – (1) कोई भी अिनवासी भारतीय, िवदशेी भारतीय नाग रक और िवदेशी भावी द तक माता-िपता, जो एक ऐसे दशे म रहते ह, जो हगे द तक हण अिभसमय पर ह ता रकता दशे ह,ै और भारतीय बालक के द तक हण के इ छुक ह, वे अपनी गृह अ ययन रपोट तैयार कराने और बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म अपने रिज ीकरण के िलए संबंिधत

    ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण से, यथाि थित, प चं कर सकते ह ।

    (2) य द, उनके सामा य िनवास करने वाले दशे म कोई ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण नह ह,ै तब भावी द तक माता-िपता इस योजन के िलए उस दशे के संबंिधत सरकारी िवभाग अथवा भारतीय राजनियक िमशन से संपक करगे ।

    (3) संबंिधत ािधकृत िवदेशी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा संबंिधत यथाि थित सरकारी िवभाग अथवा भारतीय राजनियक िमशन बालक का द तक हण करने के िलए भावी द तक माता-िपता को उपयु त पाए जाने के बाद, उनक गृह अ ययन रपोट पूरी कराएगा और अपेि त द तावेज के साथ अनुसूची 6 म यथा िविन दि टत प म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म भावी द तक माता-िपता के आवेदन का रिज ीकरण करगे ।

    (4) भावी द तक माता-िपता क ये ठता बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म रिज ीकरण और अपेि त द तावेज अपलोड करने क तारीख से मानी जाएगी ।

    (5) भावी द तक माता-िपता क पा ता अथवा उपयु तता िनधा रत करने के उ े य से, िधकरण म इस अ याय म िन द ट उनक गृह अ ययन रपोट और अ य द तावेज क संवी ा ािधकरण ारा क जाएगी और िवशेष द तक हण अिभकरण को अ ेिषत कया जाएगा जहां द तक हण के िलए िविधक प से वतं बालक उपल ध ह गे ।

    (6) बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) ारा दो बालक तक क िववरिणकाएं, एक या दो रैफरल म, ािधकृत िवदेशी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा सरकारी िवभाग अथवा भारतीय राजनियक िमशन, यथाि थित, को भेजी जाएगी, जो ऐसी िववरिणका को थानीय िनयम के अनुसार संबंिधत भावी द तक माता-िपता को अ ेिषत करगे और िवदेशी या िवदेशी भारतीय नाग रक के मामले म, बालक क िववरिणकाएं भावी द तक माता-िपता को िन दि टत करगे ।

    (7) भावी द तक माता-िपता िछयानवे घंटे के भीतर िन दि टत बालक म से एक बालक को आरि त करगे और दसूरे बालक क िववरिणका वत: वापस ली गई मान ली जाएगी।

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    (8) य द भावी द तक माता-िपता िछयानवे घंटे के भीतर संद भत बालक म से कसी भी बालक को आरि त करने म असफल रहते ह, तब दोन बालक क िववरिणकाएं अपने आप वापस ली गई मान ली जाएंगी ।

    (9) भावी द तक माता-िपता को रैफरल भेजते समय, उनक ाथिमकता को यान म रखा जाएगा ।

    (10) य द भावी द तक माता-िपता दखाए गए बालक म से एक को चुनते ह, उ ह चुनने क तारीख से तीस दन के भीतर बालक क बालक अ ययन रपोट और िच क सा परी ा रपोट पर ह ता र करके बालक को वीकार करना होगा ।

    (11) बालक क बालक अ ययन रपोट, िच क सा परी ा रपोट और उसके फोटो क मूल ित िवशेष द तक हण अिभकरण ारा संबंिधत ािधकृत िवदेशी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा भारतीय राजनियक िमशन को भेजी जाएगी।

    (12) य द भावी द तक माता-िपता तीस दन के भीतर िन द ट बालको म से कसी भी बालक को वीकार करने म असफल रहते ह, तब दोन बालक क िववरिणकाएं बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म वापस ली गई मान ली जाएंगी और भावी द तक माता-िपता क ये ठता सूची म सबसे नीचे आ जाएगी, िज ह बालक का चयन करने और उसे वीकार करने का दसूरा अवसर जब उनक बारी आएगी, तब दया जाएगा बशत क उनक गृह अ ययन रपोट िविधमा य हो ।

    (13) य द भावी द तक माता-िपता बालक को द तक हण के िलए वीकार करने से पहले बालक से यि तगत प से िमलने के िलए िवशेष द तक हण अिभकरण आने के इ छुक ह, ऐसी मुलाकात ािधकरण ारा उनका द तक हण आवेदन अनुमो दत होन ेके बाद ही क जा सकती है और भावी द तक माता-िपता बालक क िच क सा परी ा रपोट का पुन वलोकन अपनी पसंद के िच क सक से भी करा सकते ह ।

    (14) ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण भावी द तक माता-िपता के द तावेज क मूल ित, अनुसूची 9 म यथा िविन द ट, संबंिधत िवशेष द तक हण अिभकरण को उनक संवी ा के िलए अ ेिषत करेगा ।

    (15) गृह अ ययन रपोट का भाग होने वाले सभी द तावेज नोटेरी ारा स यािपत ह गे और हगे द तक हण अिभसमय पर ह ता रकता दशे के मामले म नोटेरी को ा तकता दशे के स म ािधकारी ारा ािधकृत होना चािहए, तथािप भारत से मूल

    प म तैयार कए गए द तावेज व- मािणत ह गे ।

    (16) य द द तावेज अं ेजी के अलावा कसी अ य भाषा म ह, तब मूल द तावेज के साथ भावी द तक माता-िपता के आवास के दशे म स यापन या माणन के िलए नामो दि टत अिभकरण या ािधकारण ारा स यािपत उनका अं ेजी अनुवाद संल न होना चािहए।

    16. ािधकरण का िनरापे माण-प और द तक हण-पूव पोषण दखेरेख – (1) ािधकरण भावी द तक माता-िपता ारा बालक क वीकृित और हेग द तक हण अिभसमय के अनु छेद 5 और अनु छेद 17 के अनुसार, जहां भी लागू हो, ा तकता दशे ारा

    अनुमोदन या अनुमित प क ाि त क तारीख से दस दन के भीतर अनुसूची 10 म दए गए प म तािवत द क हण के प म िनरापे माण-प जारी करेगा; और िनरापे माण-प क एक ित सभी संबंिधत को पृ ठां कत क जाएगी और त काल बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) पर डाली जाएगी ।

    (2) भावी द तक माता-िपता ारा जब यायालय से आदशे लंिबत हो, ािधकरण ारा िनरापे माण-प जारी कए जाने के बाद अनुसूची 8 म दए गए प म िवशेष द तक हण अिभकरण के साथ वचनबंध पर ह ता र करने के बाद, बालक को भारत म अ थायी अविध के िलए द तक हण-पूव पोषण दखेरेख म िलया जाएगा ।

    (3) भावी द तक माता-िपता को िवशेष द तक हण अिभकरण से बालक क अंितम प से अिभर ा स म यायालय ारा द तक हण आदशे जारी करने के बाद पासपोट और वीजा जारी होने के तुरंत बाद दे दी जाएगी ।

    17. िविधक या – (1) इस अ याय के तहत अंतर-दशेीय द तक हण के मामल म िविनयम 12 के अनुसार िविधक या, यथाव यक प रवतन सिहत, अपनाई जाएगी ।

    (2) य द भावी द तक माता-िपता सामा यत: िवदशे म रहते ह, और साथ ही अपनी ओर िवशेष द तक हण अिभकरण से ितिनिधतव करने क इ छा करते ह, तो आवेदन के साथ सामािजक कायकता और िवशेष द तक हण अिभकरण के

    द तक हण भारी जो मामले म कारवाई कर रहे ह, के प म मु तारनामा भी संल न होगा और ऐसे मु तारनामा म अटन को भावी द तक माता-िपता क ओर से मामले म कारवाई करने के िलए ािधकृत कया गया हो ।

    18. पासपोट और वीजा, आ वास ािधका रय को सचूना, पिु ट माण-प , ज म माण-प आ द – (1) य द ा तकता दशे हगे द तक हण अिभसमय पर ह ता रकता दशे है, िधकरण बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म द तक हण आदशे क उपल धता के तीन काय दवस के भीतर अनुसूची 11 म यथा उपबंिधत प म हगे द तक हण अिभसमय के अनु ददे 23 के अधीन पुि ट माणप जारी करेगा ।

  • 12 THE GAZETTE OF INDIA : EXTRAORDINARY [PART II—SEC. 3(i)]

    (2) ािधकरण द तक हण क पुि ट के बारे म संबंिधत आ वास ािधका रय और यथाि थित िवदेशी ादिेशक रिज ीकरण कायालय अथवा िवदशेी रिज ीकरण कायालय को सूिचत करेगा ।

    (3) द तक बालक के िलए भारतीय पासपोट अिभ ा त करने के िलए, िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आदशे ा त होन ेक तारीख से तीन काय दवस के भीतर े ीय पासपोट अिधकारी को आवेदन तुत करेगा ।

    (4) ादिेशक पासपोट कायालय, समय-समय पर क ीय सरकार के िवदेश मं ालय ारा अंतर-दशेीय द तक हण म दए गए बालक को पासपोट जारी करने से संबंिधत प रप के अनुसरण म, आवेदन क ाि त क तारीख से दस दन के भीतर द तक बालक को पासपोट जारी करेगा ।

    (5) िवशेष द तक हण अिभकरण द तक हण आदशे मािणत ित ा त होन ेके तीन दन क अविध के भीतर भावी द तक माता-िपता के नाम और द तक हण आदशे म यथा अिभिलिखत ज म क तारीख के साथ द तक बालक के ज म माण-प के िलए ज म माणप जारी करने वाले ािधकारी से संपक करेगा ।

    (6) द तक बालक िवदेशी भारतीय नाग रकता काड, य द पा पाया जाता ह,ै पाने का हकदार होगा ।

    (7) द तक माता-िपता द तक बालक को अपने दशे ले जाने के िलए द तक आदशे क तारीख से दो माह क अिधकतम अविध के भीतर भारत आएंगे ।

    19. अिनवासी भारतीय , िवदेशी भारतीय नाग रक और िवदशेी भावी द तक माता-िपता

    ारा द तक हण कए गए बालक क गित का अनवुतन – (1) यथाि थित ािधकृत िवदशेी द तक हण अिभकरण अथवा क ीय ािधकरण अथवा भारतीय राजनियक िमशन अथवा संबंिधत सरकारी िवभाग ा तकता देश म द तक बालक के आगमन क तारीख से दो वष तक, पहले वष के दौरान ितमाही आधार पर और दसूरे वष के दौरान छमाही आधार पर बालक के फोटो के साथ द तक बालक क गित अनुसूची 12 म उपबंिधत प म बालक द तक हण संसाधन सूचना और मागदशक णाली (केय र स) म ऑनलाइन रपोट करेगा �