tikā - abhidhamma piṭaka

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नमो तस भगवतो अरहतो समासबुस॥ अिभधममाितकापािळ एकं समयं भगवा देवेसु िवहरित तावतसभवने पािरछकमूले पडुकबलिसलायं। त खो भगवा देवानं तावतसानं अिभधमकथं कथेिस। १. धमसणीमाितका ितकमाितका कु सला धमा (ध॰ स॰ ितकमाितका १-२२), अकु सला धमा, अयाकता धमा। सुखाय वेदनाय सपयुा धमा, दुखाय वेदनाय सपयुा धमा, अदुखमसुखाय वेदनाय सपयुा धमा। िवपाका धमा, िवपाकधमधमा, नेविवपाकनिवपाकधमधमा। उपािदणुपादािनया धमा, अनुपािदणुपादािनया धमा, अनुपािदणअनुपादािनया धमा। संिकिलसंिकलेिसका धमा, असंिकिलसंिकलेिसका धमा, असंिकिलअसंिकलेिसका धमा। सिवतकसिवचारा धमा, अिवतकिवचारमा धमा, अिवतकअिवचारा धमा। पीितसहगता धमा, सुखसहगता धमा, उपेखासहगता धमा। दसनेन पहातबा धमा, भावनाय पहातबा धमा, नेव दसनेन न भावनाय पहातबा धमा। दसनेन पहातबहेतुका धमा, भावनाय पहातबहेतुका धमा, नेव दसनेन न भावनाय पहातबहेतुका धमा। आचयगािमनो धमा, अपचयगािमनो धमा, नेवाचयगािमनापचयगािमनो धमा। सेखा धमा, असेखा धमा, नेवसेखनासेखा धमा। पिरा धमा, महगता धमा, अपमाणा धमा। पिरारमणा धमा, महगतारमणा धमा, अपमाणारमणा धमा। हीना धमा, मझमा धमा, पणीता धमा। िमछिनयता धमा, समिनयता धमा, अिनयता धमा। मगारमणा धमा, मगहेतुका धमा, मगािधपितनो धमा। उपना धमा, अनुपना धमा, उपािदनो धमा। अतीता धमा, अनागता धमा, पचुपना धमा। अतीतारमणा धमा, अनागतारमणा धमा, पचुपनारमणा धमा। अझा धमा, बिहा धमा, अझबिहा धमा। अझारमणा धमा, बिहारमणा धमा, अझबिहारमणा धमा। सिनदसनसपिटघा धमा, अिनदसनसपिटघा धमा, अिनदसनअपिटघा धमा (ध॰ स॰ ितकमाितका १-२२)। ावीसितितकं । दुकमाितका हेतुगोछकं हेतू धमा, न हेतू धमा। सहेतुका धमा, अहेतुका धमा। हेतुसपयुा धमा, हेतुिवपयुा धमा। हेतू चेव धमा सहेतुका च, सहेतुका चेव धमा न च हेतू। हेतू चेव धमा हेतुसपयुा च, हेतुसपयुा चेव धमा न च हेतू। न हेतू खो पन धमा सहेतुकािप, अहेतुकािप। हेतुगोछकं । चूळतरदुकं सपचया धमा, अपचया धमा। सता धमा, असता धमा। सिनदसना धमा, अिनदसना धमा। सपिटघा धमा, अपिटघा धमा। िपनो धमा, अिपनो धमा। लोिकया धमा, लोकु रा धमा। के निच िवञेया धमा, के निच न िवञेया धमा। चूळतरदुकं। आसवगोछकं आसवा धमा, नो आसवा धमा। सासवा धमा, अनासवा धमा। आसवसपयुा धमा, आसविवपयुा धमा। आसवा चेव धमा सासवा च, सासवा चेव धमा नो च आसवा। आसवा चेव धमा आसवसपयुा च, आसवसपयुा चेव धमा नो च आसवा। आसविवपयुा खो पन धमा सासवािप, अनासवािप। आसवगोछकं । सञोजनगोछकं सञोजना धमा, नो सञोजना धमा। सञोजिनया धमा, असञोजिनया धमा। सञोजनसपयुा धमा, सञोजनिवपयुा धमा। सञोजना चेव धमा सञोजिनया च, सञोजिनया चेव धमा नो च सञोजना। सञोजना चेव धमा सञोजनसपयुा च, सञोजनसपयुा चेव धमा नो च सञोजना। सञोजनिवपयुा खो पन धमा सञोजिनयािप, असञोजिनयािप। सञोजनगोछकं । Page 1 sur 201 Vipassana Research Institute www.tipitaka.org

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Page 1: Tikā - Abhidhamma Piṭaka

॥ नमो त�स भगवतो अरहतो स�मास�बु��स॥

अिभध�ममाितकापािळ

एकं समयं भगवा देवेसु िवहरित ताव�तसभवने पािर�छ�कमूले प"डुक�बलिसलायं। त% खो भगवा देवानं ताव�तसानं अिभध�मकथं कथेिस।

१. ध�मस�णीमाितका

ितकमाितका

कुसला ध�मा (ध॰ स॰ ितकमाितका १-२२), अकुसला ध�मा, अ0याकता ध�मा। सुखाय वेदनाय स�पयु�ा ध�मा, द1ुखाय वेदनाय स�पयु�ा ध�मा, अद1ुखमसुखाय वेदनाय स�पयु�ा ध�मा। िवपाका ध�मा, िवपाकध�मध�मा, नेविवपाकनिवपाकध�मध�मा। उपािद"णुपादािनया ध�मा, अनुपािद"णुपादािनया ध�मा, अनुपािद"णअनुपादािनया ध�मा। संिकिल4संिकलेिसका ध�मा, असंिकिल4संिकलेिसका ध�मा, असंिकिल4असंिकलेिसका ध�मा। सिवत1 कसिवचारा ध�मा, अिवत1 किवचारम�ा ध�मा, अिवत1 कअिवचारा ध�मा। पीितसहगता ध�मा, सुखसहगता ध�मा, उप1ेखासहगता ध�मा। द�सनेन पहात0बा ध�मा, भावनाय पहात0बा ध�मा, नेव द�सनेन न भावनाय पहात0बा ध�मा। द�सनेन पहात0बहेतुका ध�मा, भावनाय पहात0बहेतुका ध�मा, नेव द�सनेन न भावनाय पहात0बहेतुका ध�मा। आचयगािमनो ध�मा, अपचयगािमनो ध�मा, नेवाचयगािमनापचयगािमनो ध�मा। से1खा ध�मा, असे1खा ध�मा, नेवसे1खनासे1खा ध�मा। पिर�ा ध�मा, मह8गता ध�मा, अ9पमाणा ध�मा। पिर�ार�मणा ध�मा, मह8गतार�मणा ध�मा, अ9पमाणार�मणा ध�मा। हीना ध�मा, म:;झमा ध�मा, पणीता ध�मा। िम�छ�िनयता ध�मा, स�म�िनयता ध�मा, अिनयता ध�मा। म8गार�मणा ध�मा, म8गहेतुका ध�मा, म8गािधपितनो ध�मा। उ9प= ना ध�मा, अनु9प= ना ध�मा, उ9पािदनो ध�मा। अतीता ध�मा, अनागता ध�मा, प� चु9प= ना ध�मा। अतीतार�मणा ध�मा, अनागतार�मणा ध�मा, प� चु9प= नार�मणा ध�मा। अ;झ�ा ध�मा, बिह�ा ध�मा, अ;झ�बिह�ा ध�मा। अ;झ�ार�मणा ध�मा, बिह�ार�मणा ध�मा, अ;झ�बिह�ार�मणा ध�मा। सिनद�सनस9पिटघा ध�मा, अिनद�सनस9पिटघा ध�मा, अिनद�सनअ9पिटघा ध�मा (ध॰ स॰ ितकमाितका १-२२)।

@ावीसितितकं।

दुकमाितका

हेतुगो�छकं

हेतू ध�मा, न हेतू ध�मा। सहेतुका ध�मा, अहेतुका ध�मा। हेतुस�पयु�ा ध�मा, हेतुिव9पयु�ा ध�मा। हेतू चवे ध�मा सहेतुका च, सहेतुका चवे ध�मा न च हेतू। हेतू चवे ध�मा हेतुस�पयु�ा च, हेतुस�पयु�ा चवे ध�मा न च हेतू। न हेतू खो पन ध�मा सहेतुकािप, अहेतुकािप। हेतुगो�छकं।

चूळ�तरदुकं

स9प� चया ध�मा, अ9प� चया ध�मा। सAता ध�मा, असAता ध�मा। सिनद�सना ध�मा, अिनद�सना ध�मा। स9पिटघा ध�मा, अ9पिटघा ध�मा। Bिपनो ध�मा, अBिपनो ध�मा। लोिकया ध�मा, लोकु�रा ध�मा। केनिच िवC ञEेया ध�मा, केनिच न िवC ञेEया ध�मा। चूळ=तरदकंु।

आसवगो�छकं

आसवा ध�मा, नो आसवा ध�मा। सासवा ध�मा, अनासवा ध�मा। आसवस�पयु�ा ध�मा, आसविव9पयु�ा ध�मा। आसवा चवे ध�मा सासवा च, सासवा चवे ध�मा नो च आसवा। आसवा चवे ध�मा आसवस�पयु�ा च, आसवस�पयु�ा चवे ध�मा नो च आसवा। आसविव9पयु�ा खो पन ध�मा सासवािप, अनासवािप। आसवगो�छकं।

स� ञोजनगो�छकं

सC ञोजना ध�मा, नो सC ञोजना ध�मा। सC ञोजिनया ध�मा, असC ञोजिनया ध�मा। सC ञोजनस�पयु�ा ध�मा, सC ञोजनिव9पयु�ा ध�मा। सC ञोजना चवे ध�मा सC ञोजिनया च, सC ञोजिनया चवे ध�मा नो च सC ञोजना। सC ञोजना चवे ध�मा सC ञोजनस�पयु�ा च, सC ञोजनस�पयु�ा चवे ध�मा नो च सC ञोजना। सC ञोजनिव9पयु�ा खो पन ध�मा सC ञोजिनयािप, असC ञोजिनयािप। सC ञोजनगो�छकं।

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ग�थगो�छकं

ग=था ध�मा, नो ग=था ध�मा। ग=थिनया ध�मा, अग=थिनया ध�मा। ग=थस�पयु�ा ध�मा, ग=थिव9पयु�ा ध�मा। ग=था चवे ध�मा ग=थिनया च, ग=थिनया चवे ध�मा नो च ग=था। ग=था चवे ध�मा ग=थस�पयु�ा च, ग=थस�पयु�ा चवे ध�मा नो च ग=था। ग=थिव9पयु�ा खो पन ध�मा ग=थिनयािप, अग=थिनयािप। ग=थगो�छकं।

ओघगो�छकं

ओघा ध�मा, नो ओघा ध�मा। ओघिनया ध�मा, अनोघिनया ध�मा। ओघस�पयु�ा ध�मा, ओघिव9पयु�ा ध�मा। ओघा चवे ध�मा ओघिनया च, ओघिनया चवे ध�मा नो च ओघा। ओघा चवे ध�मा ओघस�पयु�ा च, ओघस�पयु�ा चवे ध�मा नो च ओघा। ओघिव9पयु�ा खो पन ध�मा ओघिनयािप, अनोघिनयािप। ओघगो�छकं।

योगगो�छकं

योगा ध�मा, नो योगा ध�मा। योगिनया ध�मा, अयोगिनया ध�मा। योगस�पयु�ा ध�मा, योगिव9पयु�ा ध�मा। योगा चवे ध�मा योगिनया च, योगिनया चवे ध�मा नो च योगा। योगा चवे ध�मा योगस�पयु�ा च, योगस�पयु�ा चवे ध�मा नो च योगा। योगिव9पयु�ा खो पन ध�मा योगिनयािप, अयोगिनयािप। योगगो�छकं।

नीवरणगो�छकं

नीवरणा ध�मा, नो नीवरणा ध�मा। नीवरिणया ध�मा, अनीवरिणया ध�मा। नीवरणस�पयु�ा ध�मा, नीवरणिव9पयु�ा ध�मा। नीवरणा चवे ध�मा नीवरिणया च, नीवरिणया चवे ध�मा नो च नीवरणा। नीवरणा चवे ध�मा नीवरणस�पयु�ा च, नीवरणस�पयु�ा चवे ध�मा नो च नीवरणा। नीवरणिव9पयु�ा खो पन ध�मा नीवरिणयािप, अनीवरिणयािप। नीवरणगो�छकं।

परामासगो�छकं

परामासा ध�मा, नो परामासा ध�मा। पराम4ा ध�मा, अपराम4ा ध�मा। परामासस�पयु�ा ध�मा, परामासिव9पयु�ा ध�मा। परामासा चवे ध�मा पराम4ा च, पराम4ाचवे ध�मा नो च परामासा। परामासिव9पयु�ा खो पन ध�मा पराम4ािप, अपराम4ािप। परामासगो�छकं।

मह�तरदुकं

सार�मणा ध�मा, अनार�मणा ध�मा। िच�ा ध�मा, नो िच�ा ध�मा। चतेिसका ध�मा, अचतेिसका ध�मा। िच�स�पयु�ा ध�मा, िच�िव9पयु�ा ध�मा। िच�संस4ा ध�मा, िच�िवसंस4ा ध�मा। िच�समु4ाना ध�मा, नो िच�समु4ाना ध�मा। िच�सहभुनो ध�मा, नो िच�सहभुनो ध�मा। िच�ानुपिरवि�नो ध�मा, नो िच�ानुपिरवि�नो ध�मा। िच�संस4समु4ाना ध�मा, नो िच�संस4समु4ाना ध�मा। िच�संस4समु4ानसहभुनो ध�मा, नो िच�संस4समु4ानसहभुनो ध�मा। िच�संस4समु4ानानुपिरवि�नो ध�मा, नो िच�संस4समु4ानानुपिरवि�नो ध�मा। अ;झि�का ध�मा, बािहरा ध�मा। उपादा ध�मा, नो उपादा ध�मा। उपािद"णा ध�मा, अनुपािद"णा ध�मा। मह=तरदकंु।

उपादानगो�छकं

उपादाना ध�मा, नो उपादाना ध�मा। उपादािनया ध�मा, अनुपादािनया ध�मा। उपादानस�पयु�ा ध�मा, उपादानिव9पयु�ा ध�मा। उपादाना चवे ध�मा उपादािनया च, उपादािनया चवे ध�मा नो च उपादाना। उपादाना चवे ध�मा उपादानस�पयु�ा च, उपादानस�पयु�ा चवे ध�मा नो च उपादाना। उपादानिव9पयु�ा खो पन ध�मा उपादािनयािप, अनुपादािनयािप। उपादानगो�छकं।

िकलसेगो�छकं

िकलेसा ध�मा, नो िकलेसा ध�मा। संिकलेिसका ध�मा, असंिकलेिसका ध�मा। संिकिल4ा ध�मा, असंिकिल4ा ध�मा। िकलेसस�पयु�ा ध�मा, िकलेसिव9पयु�ा ध�मा। िकलेसा चवे ध�मा संिकलेिसका च, संिकलेिसका चवे ध�मा नो च िकलेसा। िकलेसा चवे ध�मा संिकिल4ा च, संिकिल4ा चवे ध�मा नो च िकलेसा। िकलेसा चवे ध�मा िकलेसस�पयु�ा च, िकलेसस�पयु�ा चवे ध�मा नो च िकलेसा। िकलेसिव9पयु�ा खो पन ध�मा संिकलेिसकािप, असंिकलेिसकािप। िकलेसगो�छकं।

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िपि%दुकं

द�सनेन पहात0बा ध�मा, न द�सनेन पहात0बा ध�मा। भावनाय पहात0बा ध�मा, न भावनाय पहात0बा ध�मा। द�सनेन पहात0बहेतुका ध�मा, न द�सनेन पहात0बहेतुका ध�मा। भावनाय पहात0बहेतुका ध�मा, न भावनाय पहात0बहेतुका ध�मा। सिवत1 का ध�मा, अिवत1 का ध�मा। सिवचारा ध�मा, अिवचारा ध�मा। स9पीितका ध�मा, अ9पीितका ध�मा। पीितसहगता ध�मा, न पीितसहगता ध�मा। सुखसहगता ध�मा, न सुखसहगता ध�मा। उपे1खासहगता ध�मा, न उप1ेखासहगता ध�मा। कामावचरा ध�मा, न कामावचरा ध�मा। Bपावचरा ध�मा, न Bपावचरा ध�मा। अBपावचरा ध�मा, न अBपावचरा ध�मा। पिरयाप= ना ध�मा, अपिरयाप= ना ध�मा। िनEयािनका ध�मा, अिनEयािनका ध�मा। िनयता ध�मा, अिनयता ध�मा। सउ�रा ध�मा, अनु�रा ध�मा। सरणा ध�मा, अरणा ध�मा। िपि4दकंु।

अिभध�मदकुमाितका।

सु&'�तकदुकमाितका

िव; जाभािगनो ध�मा, अिव; जाभािगनो ध�मा। िव; जूपमा ध�मा, विजBपमा ध�मा। बाला ध�मा, प:"डता ध�मा। क"हा ध�मा, सु1 का ध�मा। तपनीया ध�मा, अतपनीया ध�मा। अिधवचना ध�मा, अिधवचनपथा ध�मा। िनIि� ध�मा, िनIि�पथा ध�मा। पC ञि� ध�मा, पC ञि�पथा ध�मा। नामC च, BपC च। अिव; जा च, भवत"हा च। भविदि4 च, िवभविदि4 च। स�सतिदि4 च, उ�छेदिदि4 च। अ=तवा िदि4 च, अन=तवा िदि4 च। पु0ब=तानुिदि4 च, अपर=तानुिदि4 च। अिहिरकC च, अनो�9पC च। िहरी च, ओ�9पC च। दोवच�सता च, पापिम�ता च। सोवच�सता च, कJयाणिम�ता च। आपि�कुसलता च, आपि�वु4ानकुसलता च। समापि�कुसलता च, समापि�वु4ानकुसलता च। धातुकुसलता च, मनिसकारकुसलता च। आयतनकुसलता च, पिट� चसमु9पादकुसलता च। ठानकुसलता च, अ4ानकुसलता च। अ; जवो च, मLवो च। ख:=त च, सोर� चC च। साखJयC च, पिटस=थारो च। इ:=Nयेसु अगु�@ारता च, भोजने अम�C ञुता च। इ:=Nयेसु गु�@ारता च, भोजने म�C ञुता च। मु4�स� चC च, अस�पजC ञC च। सित च, स�पजC ञC च। पिटसAानबलC च, भावनाबलC च। समथो च, िवप�सना च। समथिनिम�C च, प8गाहिनिम�C च। प8गाहो च, अिव1खेपो च। सीलिवपि� च, िदि4िवपि� च। सीलस�पदा च, िदि4स�पदा च। सीलिवसुि� च, िदि4िवसुि� च। िदि4िवसुि� खो पन, यथािदि4�स च पधानं। संवेगो च संवेजिनयेसु ठानेसु, संिव8ग�स च योिनसो पधानं। अस=तुि4ता च कुसलेसु ध�मेसु, अ9पिटवािनता च पधानO�म। िव; जा च, िवमुि� च। खये ञाणं, अनु9पादे ञाण:=त।

सु�:=तकदकुमाितका।

ध�मसPणीमाितका िनि4ता।

२. िवभ�माितका

ख�धिवभ+ो

प� च,ख�धा – (िवभ॰ १) Bप1ख=धो वेदना1ख=धो सC ञा1ख=धो सAार1ख=धो िवC ञाण1ख=धोित। ख=धिवभPं।

आयतनिवभ+ो

-ादसायतनािन (िवभ॰ १५४) – च1खायतनं Bपायतनं सोतायतनं सLायतनं घानायतनं ग=धायतनं िजTहायतनं रसायतनं कायायतनं फो40बायतनं मनायतनं ध�मायतन:=त। आयतनिवभPं।

धातुिवभ+ो

अ%ारस धातुयो (िवभ॰ १८३) – च1खुधातु Bपधातु च1खुिवC ञाणधातु, सोतधातु सLधातु सोतिवC ञाणधातु, घानधातु ग=धधातु घानिवC ञाणधातु, िजTहाधातु रसधातु िजTहािवC ञाणधातु, कायधातु फो40बधातु कायिवC ञाणधातु, मनोधातु ध�मधातु मनोिवC ञाणधातूित। धातुिवभPं।

स� चिवभ+ो

च&ािर अिरयस� चािन (िवभ॰ १८९) – द1ुखं अिरयस� च,ं द1ुखसमुदयं अिरयस� च,ं द1ुखिनरोधं अिरयस� च,ं द1ुखिनरोधगािमनी पिटपदा अिरयस� च:=त। स� चिवभPं।

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इ'�0यिवभ+ो

बावीसित'�0यािन (िवभ॰ २१९) – च1खु:=Nयं सोित:=Nयं घािन:=Nयं िज:Tह:=Nयं कािय:=Nयं मिन:=Nयं इ:Yथ:=Nयं पुिरिस:=Nयं जीिवित:=Nयं सुिख:=Nयं द:ु1ख:=Nयं सोमन:�स:=Nयं दोमन:�स:=Nयं उपे:1ख:=Nयं सि�:=Nयं वीिरिय:=Nयं सित:=Nयं समािध:=Nयं प:C ञ:=Nयं अनC ञातC ञ�सामीित:=Nयं अ:C ञ:=Nयं अC ञातािव:=Nय:=त। इ:=NयिवभPं।

पिट� चसमु3पादिवभ+ो

अिव; जाप� चया सAारा (िवभ॰ २२५), सAारप� चया िवC ञाणं, िवC ञाणप� चया नामBपं, नामBपप� चया सळायतनं, सळायतनप� चया फ�सो, फ�सप� चया वेदना, वेदनाप� चया त"हा, त"हाप� चया उपादानं, उपादानप� चया भवो, भवप� चया जाित, जाितप� चया जरामरणं सोकपिरदेवद1ुखदोमन�सुपायासा स�भव:=त, एवमेत�स केवल�स द1ुख1ख=ध�स समुदयो होित। पिट� चसमु9पादिवभPं।

सितप%ानिवभ+ो

च&ारो सितप%ाना (िवभ॰ ३५५) – इध िभ1खु अ;झ�ं काये कायानुप�सी िवहरित, बिह�ा काये कायानुप�सी िवहरित, अ;झ�बिह�ा काये कायानुप�सी िवहरित आतापी स�पजानो सितमा िवनेEय लोके अिभ;झादोमन�सं।

अ;झ�ं वेदनासु वेदनानुप�सी िवहरित, बिह�ा वेदनासु वेदनानुप�सी िवहरित, अ;झ�बिह�ा वेदनासु वेदनानुप�सी िवहरित आतापी स�पजानो सितमा िवनेEय लोके अिभ;झादोमन�सं।

अ;झ�ं िच�े िच�ानुप�सी िवहरित, बिह�ा िच�े िच�ानुप�सी िवहरित, अ;झ�बिह�ा िच�े िच�ानुप�सी िवहरित आतापी स�पजानो सितमा िवनेEय लोके अिभ;झादोमन�सं।

अ;झ�ं ध�मेसु ध�मानुप�सी िवहरित, बिह�ा ध�मेसु ध�मानुप�सी िवहरित, अ;झ�बिह�ा ध�मेसु ध�मानुप�सी िवहरित आतापी स�पजानो सितमा िवनेEय लोके अिभ;झादोमन�सं। सितप4ानिवभPं।

स4म3पधानिवभ+ो

च&ारो स4म3पधाना (िवभ॰ ३९०) – इध िभ1खु अनु9प= नानं पापकानं अकुसलानं ध�मानं अनु9पादाय छ=दं जनेित वायमित वीिरयं आरभित िच�ं प8ग"हाित पदहित।

उ9प= नानं पापकानं अकुसलानं ध�मानं पहानाय छ=दं जनेित वायमित वीिरयं आरभित िच�ं प8ग"हाित पदहित।

अनु9प= नानं कुसलानं ध�मानं उ9पादाय छ=दं जनेित वायमित वीिरयं आरभित िच�ं प8ग"हाित पदहित।

उ9प= नानं कुसलानं ध�मानं िठितया अस�मोसाय िभEयोभावाय वेपुJ लाय भावनाय पािरपूिरया छ=दं जनेित वायमित वीिरयं आरभित िच�ं प8ग"हाित पदहित। स�म9पधानिवभPं।

इि5पादिवभ+ो

च&ारो इि5पादा (िवभ॰ ४३०) – इध िभ1खु छ=दसमािधपधानसAारसम= नागतं इि�पादं भावेित, वीिरयसमािधपधानसAारसम= नागतं इि�पादं भावेित, िच�समािधपधानसAारसम= नागतं इि�पादं भावेित, वीमंसासमािधपधानसAारसम= नागतं इि�पादं भावेित। इि�पादिवभPं।

बो6झ+िवभ+ो

स& बो6झ+ा (िवभ॰ ४६६) – सितस�बो;झPो ध�मिवचयस�बो;झPो वीिरयस�बो;झPो पीितस�बो;झPो प�सि�स�बो;झPो समािधस�बो;झPो उप1ेखास�बो;झPो। बो;झPिवभPं।

म8ग+िवभ+ो

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अिरयो अ%ि+को म8गो (िवभ॰ ४८६)। सेEयिथदं – स�मािदि4 स�मास\9पो स�मावाचा स�माक�म=तो स�माआजीवो स�मावायामो स�मासित स�मासमािध। म8गPिवभPं।

झानिवभ+ो

इध िभ1खु पाितमो1खसंवरसंवुतो िवहरित (िवभ॰ ५०८) आचारगोचरस�प= नो अणुम�ेसु व; जसुे भयद�सावी समादाय िस1खित िस1खापदेसु इ:=Nयेसु गु�@ारो भोजने म�C ञू पु0बर�ापरर�ं जागिरयानुयोगमनुयु�ो सात� च ंनेप1 कं बोिधप:1खकानं ध�मानं भावनानुयोगमनुयु�ो।

सो अिभ1 क=ते पिट1 क=ते स�पजानकारी होित, आलोिकते िवलोिकते स�पजानकारी होित, सिम:C जते पसािरते स�पजानकारी होित, स]ािटप�चीवरधारणे स�पजानकारी होित, अिसते पीते खाियते साियते स�पजानकारी होित, उ� चारप�सावक�मे स�पजानकारी होित, गते िठते िनिस= नेसु�े जागिरते भािसते तु"हीभावे स�पजानकारी होित।

सो िविव�ं सेनासनं भजित अरC ञं I1खमूलं प0बतं क=दरं िगिरगुहं सुसानं वनपYथं अ0भोकासं पलालपुC जं अ9पसLं अ9पिन8घोसं िवजनवातं मनु�सराह�सेEयकं पिटसJ लानसाI9प।ं

सो अरC ञगतो वा I1खमूलगतो वा सुC ञागारगतो वा िनसीदित पJ ल\ं आभुिजYवा उजु ंकायं पिणधाय पिरमुख ंस�त उप4पYेवा, सो अिभ;झं लोके पहाय िवगतािभ;झेन चतेसा िवहरित, अिभ;झाय िच�ं पिरसोधेित, 0यापादपदोसं पहाय अ0याप= निच�ो िवहरित स0बपाणभूतिहतानुक�पी, 0यापादपदोसा िच�ं पिरसोधेित, िथनिम�ं पहाय िवगतिथनिम�ो िवहरित आलोकसC ञी सतो स�पजानो, िथनिम�ा िच�ं पिरसोधेित, उ�� चकु1 कु� च ंपहाय अनु�तो िवहरित अ;झ�ं वूपस=तिच�ो, उ�� चकु1 कु� चा िच�ं पिरसोधेित, िविचिक�छं पहाय ित"णिविचिक�छो िवहरित अकथंकथी कुसलेसु ध�मेसु, िविचिक�छाय िच�ं पिरसोधेित।

सो इमे पC च नीवरणे पहाय चतेसो उप:1 कलेसे पC ञाय द0ुबलीकरणे िविव� चवे कामेिह िविव� च अकुसलेिह ध�मेिह सिवत1 कं सिवचारं िववेकजं पीितसुखं पठमं झानं उपस�प; ज िवहरित, िवत1 किवचारानं वूपसमा अ;झ�ं स�पसादनं चतेसो एकोिदभावं अिवत1 कं अिवचारं समािधज ंपीितसुखं दिुतयं झानं उपस�प; ज िवहरित, पीितया च िवरागा उपे1खको च िवहरित सतो च स�पजानो सुखC च कायेन पिटसंवेदेित, यं तं अिरया आिच1ख:=त ‘‘उपे1खको सितमा सुखिवहारी’’ित, तितयं झानं उपस�प; ज िवहरित, सुख�स च पहाना द1ुख�स च पहाना पु0बेव सोमन�सदोमन�सानं अYथPमा अद1ुखमसुखं उप1ेखासितपािरसु�� चतुYथं झानं उपस�प; ज िवहरित।

स0बसो BपसC ञानं समित1 कमा पिटघसC ञानं अYथPमा नान�सC ञानं अमनिसकारा ‘‘अन=तो आकासो’’ित आकासानC चायतनं उपस�प; जिवहरित, स0बसो आकासानC चायतनं समित1 क�म ‘‘अन=तं िवC ञाण’’:=त िवC ञाणC चायतनं उपस�प; ज िवहरित, स0बसो िवC ञाणC चायतनं समित1 क�म ‘‘न:Yथ िकC ची’’ित आिकC चC ञायतनं उपस�प; ज िवहरित, स0बसो आिकC चC ञायतनं समित1 क�म नेवसC ञानासC ञायतनं उपस�प; जिवहरित। झानिवभPं।

अ3पम� ञािवभ+ो

चत9सो अ3पम� ञायो (िवभ॰ ६४२) – इध िभ1खु मे�ासहगतेन चतेसा एकं िदसं फिरYवा िवहरित, तथा दिुतयं, तथा तितयं, तथा चतुYथं। इित उ�मधो ितिरयं स0बिध स0ब�ताय स0बाव=तं लोकं मे�ासहगतेन चतेसा िवपुलेन मह8गतेन अ9पमाणेन अवेरेन अ0याप; जने फिरYवा िवहरित।

कIणासहगतेन चतेसा एकं िदसं फिरYवा िवहरित, तथा दिुतयं, तथा तितयं, तथा चतुYथं। इित उ�मधो ितिरयं स0बिधस0ब�ताय स0बाव=तं लोकं कIणासहगतेन चतेसा िवपुलेन मह8गतेन अ9पमाणेन अवेरेन अ0याप; जेन फिरYवा िवहरित।

मुिदतासहगतेन चतेसा एकं िदसं फिरYवा िवहरित, तथा दिुतयं, तथा तितयं, तथा चतुYथं। इित उ�मधो ितिरयं स0बिध स0ब�ताय स0बाव=तं लोकं मुिदतासहगतेन चतेसा िवपुलेन मह8गतेन अ9पमाणेन अवेरेन अ0याप; जने फिरYवा िवहरित।

उपे1खासहगतेन चतेसा एकं िदसं फिरYवा िवहरित, तथा दिुतयं, तथा तितयं, तथा चतुYथं। इित उ�मधो ितिरयं स0बिध स0ब�ताय स0बाव=तं लोकं उपे1खासहगतेन चतेसा िवपुलेन मह8गतेन अ9पमाणेन अवेरेन अ0याप; जने फिरYवा िवहरित। अ9पमC ञािवभPं।

िस,खापदिवभ+ो

प� च िस,खापदािन (िवभ॰ ७०३) – पाणाितपाता वेरमणी िस1खापदं, अिद= नादाना वेरमणी िस1खापदं, कामेसुिम�छाचारा वेरमणी िस1खापदं,

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मुसावादा वेरमणी िस खापदं, सुरामेरयम� जपमाद�ाना वेरमणी िस खापदं। िस खापदिवभ�ं।

पिटस��भदािवभ�ो

चत�सो पिटस��भदा (िवभ॰ ७१८) – अ"थपिटस%&भदा ध&मपिटस%&भदा िन(ि)पिटस%&भदा पिटभानपिटस%&भदा। पिटस%&भदािवभ�ं।

ञाणिवभ�ो

एकिवधेन ञाणव�थु (िवभ॰ ७५१) – प+ च िव+ ञाणा न हेतू, अहेतुका, हेतुिव2पयु)ा, स2प3 चया, स4ता, अ5पा, लोिकया, सासवा, संयोजिनया, ग9थिनया, ओघिनया, योगिनया, नीवरिणया, पराम�ा, उपादािनया, संिकलेिसका, अ=याकता, सार&मणा, अचतेिसका, िवपाका, उपािद>णुपादािनया, असंिकिल�संिकलेिसका, न सिवत कसिवचारा, न अिवत किवचारम)ा, अिवत कअिवचारा, न पीितसहगता, नेव द?सनेन न भावनाय पहात=बा, नेव द?सनेन न भावनाय पहात=बहेतुका, नेवाचयगािमनापचयगािमनो, नेवसे खनासे खा, पिर)ा, कामावचरा, न 5पावचरा, न अ5पावचरा, पिरयाप9 ना, नो अपिरयाप9 ना, अिनयता, अिनAयािनका।

उ2प9 नव"थुका, उ2प9 नार&मणा, पुरेजातव"थुका, पुरेजातार&मणा, अ�झि)कव"थुका, बािहरार&मणा, अस%&भ9 नव"थुका, अस%&भ9 नार&मणा, नानाव"थुका, नानार&मणा, न अ+ ञम+ ञ?स गोचरिवसयं प3 चनुभो%9त, न असम9 नाहारा उ2प� ज%9त, न अमनिसकारा उ2प� ज%9त, न अ=बोिक>णा उ2प� ज%9त, न अपु=बं अचिरमं उ2प� ज%9त, न अ+ ञम+ ञ?स समन9तरा उ2प� ज%9त।

प+ च िव+ ञाणा अनाभोगा, प+ चिह िव+ ञाणेिह न क%+ च ध&मं पिटिवजानाित, अ+ ञC अिभिनपातम)ा, प+ च9 नं िव+ ञाणानं समन9तरािप न क%+ चध&मं पिटिवजानाित, प+ चिह िव+ ञाणेिह न क%+ च इिरयापथं क2पेित, प+ च9 नं िव+ ञाणानं समन9तरािप न क%+ च इिरयापथं क2पेित, प+ चिह िव+ ञाणेिह न कायक&मं न वचीक&मं प�पिेत, प+ च9 नं िव+ ञाणानं समन9तरािप न कायक&मं न वचीक&मं प�पिेत, प+ चिह िव+ ञाणेिह न कुसलाकुसलं ध&मं समािदयित, प+ च9 नं िव+ ञाणानं समन9तरािप न कुसलाकुसलं ध&मं समािदयित, प+ चिह िव+ ञाणेिह न समाप� जित न वु�ाित, प+ च9 नं िव+ ञाणानं समन9तरािप न समाप� जित न वु�ाित, प+ चिह िव+ ञाणेिह न चवित न उ2प� जित, प+ च9 नं िव+ ञाणानं समन9तरािप न चवित न उ2प� जित, प+ चिह िव+ ञाणेिह न सुपित न पिटबु�झित न सुिपनं प?सित, प+ च9 नं िव+ ञाणानं समन9तरािप न सुपित न पिटबु�झित न सुिपनं प?सित, याथावकव"थुिवभावना प+ ञा। एवं एकिवधेन ञाणव"थु।

दुिवधेन ञाणव�थु – लोिकया प+ ञा, लोकु)रा प+ ञा। केनिच िव+ ञAेया प+ ञा, केनिच न िव+ ञAेया प+ ञा। सासवा प+ ञा, अनासवा प+ ञा। आसविव2पयु)ा सासवा प+ ञा, आसविव2पयु)ा अनासवा प+ ञा। संयोजिनया प+ ञा, असंयोजिनया प+ ञा। संयोजनिव2पयु)ा संयोजिनया प+ ञा, संयोजनिव2पयु)ा असंयोजिनया प+ ञा। ग9थिनया प+ ञा, अग9थिनया प+ ञा। ग9थिव2पयु)ा ग9थिनया प+ ञा, ग9थिव2पयु)ा अग9थिनया प+ ञा।

ओघिनया प+ ञा, अनोघिनया प+ ञा। ओघिव2पयु)ा ओघिनया प+ ञा, ओघिव2पयु)ा अनोघिनया प+ ञा। योगिनया प+ ञा, अयोगिनया प+ ञा। योगिव2पयु)ा योगिनया प+ ञा, योगिव2पयु)ा अयोगिनया प+ ञा। नीवरिणया प+ ञा, अनीवरिणया प+ ञा। नीवरणिव2पयु)ा नीवरिणया प+ ञा, नीवरणिव2पयु)ा अनीवरिणया प+ ञा। पराम�ा प+ ञा, अपराम�ा प+ ञा। परामासिव2पयु)ा पराम�ा प+ ञा, परामासिव2पयु)ा अपराम�ा प+ ञा। उपािद>णा प+ ञा, अनुपािद>णा प+ ञा। उपादािनया प+ ञा, अनुपादािनया प+ ञा। उपादानिव2पयु)ा उपादािनया प+ ञा, उपादानिव2पयु)ा अनुपादािनया प+ ञा।

संिकलेिसका प+ ञा, असंिकलेिसका प+ ञा। िकलेसिव2पयु)ा संिकलेिसका प+ ञा, िकलेसिव2पयु)ा असंिकलेिसका प+ ञा। सिवत का प+ ञा, अिवत का प+ ञा। सिवचारा प+ ञा, अिवचारा प+ ञा। स2पीितका प+ ञा, अ2पीितका प+ ञा। पीितसहगता प+ ञा, न पीितसहगता प+ ञा। सुखसहगता प+ ञा, न सुखसहगता प+ ञा। उप ेखासहगता प+ ञा, न उपे खासहगता प+ ञा। कामावचरा प+ ञा, न कामावचरा प+ ञा। 5पावचरा प+ ञा, न 5पावचरा प+ ञा। अ5पावचरा प+ ञा, न अ5पावचरा प+ ञा। पिरयाप9 ना प+ ञा, अपिरयाप9 ना प+ ञा। िनAयािनका प+ ञा, अिनAयािनका प+ ञा। िनयता प+ ञा, अिनयता प+ ञा। सउ)रा प+ ञा, अनु)रा प+ ञा। अ"थजािपका प+ ञा, जािपत"था प+ ञा। एवं दिुवधेन ञाणव"थु।

ितिवधेन ञाणव�थु – िच9तामया प+ ञा, सुतमया प+ ञा, भावनामया प+ ञा। दानमया प+ ञा, सीलमया प+ ञा, भावनामया प+ ञा। अिधसीले प+ ञा, अिधिच)े प+ ञा, अिधप+ ञाय प+ ञा। आयकोसG लं, अपायकोसG लं, उपायकोसG लं।

िवपाका प+ ञा, िवपाकध&मध&मा प+ ञा, नेविवपाकनिवपाकध&मध&मा प+ ञा। उपािद>णुपादािनया प+ ञा, अनुपािद>णुपादािनया प+ ञा, अनुपािद>णअनुपादािनया प+ ञा। सिवत कसिवचारा प+ ञा, अिवत किवचारम)ा प+ ञा, अिवत कअिवचारा प+ ञा। पीितसहगता प+ ञा, सुखसहगता प+ ञा, उप ेखासहगता प+ ञा। आचयगािमनी प+ ञा, अपचयगािमनी प+ ञा, नेवाचयगािमनापचयगािमनी प+ ञा। से खा प+ ञा, असे खा प+ ञा,

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नेवसे खनासे खा प+ ञा। पिर)ा प+ ञा, महHगता प+ ञा, अ2पमाणा प+ ञा। पिर)ार&मणा प+ ञा, महHगतार&मणा प+ ञा, अ2पमाणार&मणा प+ ञा। मHगार&मणा प+ ञा, मHगहेतुका प+ ञा, मHगािधपितनी प+ ञा। उ2प9 ना प+ ञा, अनु2प9 ना प+ ञा, उ2पािदनी प+ ञा। अतीता प+ ञा, अनागता प+ ञा, प3 चु2प9 ना प+ ञा। अतीतार&मणा प+ ञा, अनागतार&मणा प+ ञा, प3 चु2प9 नार&मणा प+ ञा। अ�झ)ा प+ ञा, बिहIा प+ ञा, अ�झ)बिहIा प+ ञा। अ�झ)ार&मणा प+ ञा, बिहIार&मणा प+ ञा, अ�झ)बिहIार&मणा प+ ञा।

सिवत� कसिवचारा प� ञा अ%"थ िवपाका, अ%"थ िवपाकध&मध&मा, अ%"थ नेविवपाकनिवपाकध&मध&मा। अ%"थ उपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णअनुपादािनया। अ%"थ पीितसहगता, अ%"थ सुखसहगता, अ%"थ उपे खासहगता। अ%"थ आचयगािमनी, अ%"थ अपचयगािमनी, अ%"थ नेवाचयगािमनापचयगािमनी। अ%"थ से खा, अ%"थ असे खा, अ%"थ नेवसे खनासे खा। अ%"थ पिर)ा, अ%"थ महHगता, अ%"थ अ2पमाणा। अ%"थ पिर)ार&मणा, अ%"थ महHगतार&मणा, अ%"थ अ2पमाणार&मणा। अ%"थ मHगार&मणा, अ%"थ मHगहेतुका, अ%"थ मHगािधपितनी। अ%"थ उ2प9 ना, अ%"थ अनु2प9 ना, अ%"थ उ2पािदनी। अ%"थ अतीता, अ%"थ अनागता, अ%"थ प3 चु2प9 ना। अ%"थ अतीतार&मणा, अ%"थ अनागतार&मणा, अ%"थ प3 चु2प9 नार&मणा। अ%"थ अ�झ)ा, अ%"थ बिहIा, अ%"थ अ�झ)बिहIा। अ%"थ अ�झ)ार&मणा, अ%"थ बिहIार&मणा, अ%"थ अ�झ)बिहIार&मणा।

अिवत� किवचारम ा प� ञा अ%"थ िवपाका, अ%"थ िवपाकध&मध&मा, अ%"थ नेविवपाकनिवपाकध&मध&मा। अ%"थ उपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णअनुपादािनया। अ%"थ आचयगािमनी, अ%"थ अपचयगािमनी, अ%"थ नेवाचयगािमनापचयगािमनी। अ%"थ से खा, अ%"थ असे खा, अ%"थ नेवसे खनासे खा। अ%"थ उ2प9 ना, अ%"थ अनु2प9 ना, अ%"थ उ2पािदनी। अ%"थ अतीता, अ%"थ अनागता, अ%"थ प3 चु2प9 ना। अ%"थ अ�झ)ा, अ%"थ बिहIा, अ%"थ अ�झ)बिहIा।

अिवत� कअिवचारा प� ञा अ%"थ िवपाका, अ%"थ िवपाकध&मध&मा, अ%"थ नेविवपाकनिवपाकध&मध&मा। अ%"थ उपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णअनुपादािनया। अ%"थ पीितसहगता, अ%"थ सुखसहगता, अ%"थ उपे खासहगता। अ%"थ आचयगािमनी, अ%"थ अपचयगािमनी, अ%"थ नेवाचयगािमनापचयगािमनी। अ%"थ से खा, अ%"थ असे खा, अ%"थ नेवसे खनासे खा। अ%"थ पिर)ार&मणा, अ%"थ महHगतार&मणा, अ%"थ अ2पमाणार&मणा। अ%"थ मHगार&मणा, अ%"थ मHगहेतुका, अ%"थ मHगािधपितनी। अ%"थ उ2प9 ना, अ%"थ अनु2प9 ना, अ%"थ उ2पािदनी। अ%"थ अतीता, अ%"थ अनागता, अ%"थ प3 चु2प9 ना। अ%"थ अतीतार&मणा, अ%"थ अनागतार&मणा, अ%"थ प3 चु2प9 नार&मणा। अ%"थ अ�झ)ा, अ%"थ बिहIा, अ%"थ अ�झ)बिहIा। अ%"थ अ�झ)ार&मणा, अ%"थ बिहIार&मणा, अ%"थ अ�झ)बिहIार&मणा।

पीितसहगता प� ञा, सुखसहगता प� ञा अ%"थ िवपाका, अ%"थ िवपाकध&मध&मा, अ%"थ नेविवपाकनिवपाकध&मध&मा। अ%"थ उपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णअनुपादािनया। अ%"थ सिवत कसिवचारा, अ%"थ अिवत किवचारम)ा, अ%"थ अिवत कअिवचारा। अ%"थ आचयगािमनी, अ%"थ अपचयगािमनी, अ%"थ नेवाचयगािमनापचयगािमनी। अ%"थ से खा, अ%"थ असे खा, अ%"थ नेवसे खनासे खा। अ%"थ पिर)ा, अ%"थ महHगता, अ%"थ अ2पमाणा। अ%"थ पिर)ार&मणा, अ%"थ महHगतार&मणा, अ%"थ अ2पमाणार&मणा। अ%"थ मHगार&मणा, अ%"थ मHगहेतुका, अ%"थ मHगािधपितनी। अ%"थ उ2प9 ना, अ%"थ अनु2प9 ना, अ%"थ उ2पािदनी। अ%"थ अतीता, अ%"थ अनागता, अ%"थ प3 चु2प9 ना। अ%"थ अतीतार&मणा, अ%"थ अनागतार&मणा, अ%"थ प3 चु2प9 नार&मणा। अ%"थ अ�झ)ा, अ%"थ बिहIा, अ%"थ अ�झ)बिहIा। अ%"थ अ�झ)ार&मणा, अ%"थ बिहIार&मणा, अ%"थ अ�झ)बिहIार&मणा।

उपे�खासहगता प� ञा अ%"थ िवपाका, अ%"थ िवपाकध&मध&मा, अ%"थ नेविवपाकनिवपाकध&मध&मा। अ%"थ उपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णुपादािनया, अ%"थ अनुपािद>णअनुपादािनया। अ%"थ आचयगािमनी, अ%"थ अपचयगािमनी, अ%"थ नेवाचयगािमनापचयगािमनी। अ%"थ से खा, अ%"थ असे खा, अ%"थ नेवसे खनासे खा। अ%"थ पिर)ा, अ%"थ महHगता, अ%"थ अ2पमाणा। अ%"थ पिर)ार&मणा, अ%"थ महHगतार&मणा, अ%"थ अ2पमाणार&मणा। अ%"थ मHगार&मणा, अ%"थ मHगहेतुका, अ%"थ मHगािधपितनी। अ%"थ उ2प9 ना, अ%"थ अनु2प9 ना, अ%"थ उ2पािदनी। अ%"थ अतीता, अ%"थ अनागता, अ%"थ प3 चु2प9 ना। अ%"थ अतीतार&मणा, अ%"थ अनागतार&मणा, अ%"थ प3 चु2प9 नार&मणा। अ%"थ अ�झ)ा, अ%"थ बिहIा, अ%"थ अ�झ)बिहIा। अ%"थ अ�झ)ार&मणा, अ%"थ बिहIार&मणा, अ%"थ अ�झ)बिहIार&मणा। एवं ितिवधेन ञाणव"थु।

चतु�'बधेन ञाणव�थु – क&म?सकतञाणं, स3 चानुलोिमकं ञाणं, मHगसमि�?स ञाणं, फलसमि�?स ञाणं। द ुखे ञाणं, द ुखसमुदये ञाणं, द ुखिनरोधे ञाणं, द ुखिनरोधगािमिनया पिटपदाय ञाणं। कामावचरा प+ ञा, 5पावचरा प+ ञा, अ5पावचरा प+ ञा, अपिरयाप9 ना प+ ञा। ध&मे ञाणं, अ9वये ञाणं, पिर3 च ेञाणं, स&मुित ञाणं। अ%"थ प+ ञा आचयाय, नो अपचयाय, अ%"थ प+ ञा अपचयाय, नो आचयाय, अ%"थ प+ ञा आचयाय चवे, अपचयाय च, अ%"थ प+ ञा नेवाचयाय, नो अपचयाय। अ%"थ प+ ञा िन%=बदाय, नो पिटवेधाय, अ%"थ प+ ञा पिटवेधाय, नो िन%=बदाय, अ%"थ प+ ञािन%=बदाय चवे, पिटवेधाय च, अ%"थ प+ ञा नेव िन%=बदाय, नो पिटवेधाय। हानभािगनी प+ ञा, िठितभािगनी प+ ञा, िवसेसभािगनी प+ ञा, िन=बेधभािगनी प+ ञा।

चत?सो पिटस%&भदा। चत?सो पिटपदा। च)ािर आर&मणािन। जरामरणे ञाणं, जरामरणसमुदये ञाणं, जरामरणिनरोधे ञाणं,

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जरामरणिनरोधगािमिनया पिटपदाय ञाणं। जाितया ञाणं…प॰े… भवे ञाणं…प॰े… उपादाने ञाण…ंपे॰… त>हाय ञाणं…पे॰… वेदनाय ञाण…ंपे॰… फ?से ञाण…ंपे॰… सळायतने ञाणं…पे॰… नाम5प ेञाणं…पे॰… िव+ ञाणे ञाणं…पे॰… स4ारेसु ञाणं, स4ारसमुदये ञाणं, स4ारिनरोधे ञाणं, स4ारिनरोधगािमिनया पिटपदाय ञाणं। एवं चतु%=बधेन ञाणव"थु।

प� चिवधेन ञाणव�थु – प+ चि�को स&मासमािध, प+ चञािणको स&मासमािध। एवं प+ चिवधेन ञाणव"थु।

छ�'बधेन ञाणव�थु – छसु अिभ+ ञासु प+ ञा। एवं छ%=बधेन ञाणव"थु।

स िवधेन ञाणव�थु – स)स)ित ञाणव"थूिन। एवं स)िवधेन ञाणव"थु।

अ*िवधेन ञाणव�थु – चतूसु मHगेसु, चतूसु फलेसु प+ ञा। एवं अ�िवधेन ञाणव"थु।

नविवधेन ञाणव�थु – नवसु अनुपु=बिवहारसमाप)ीसु प+ ञा। एवं नविवधेन ञाणव"थु।

दसिवधेन ञाणव�थु – दस तथागत?स तथागतबलािन, येिह बलेिह सम9 नागतो तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित। कतमािन दस? इध तथागतो ठान+ च ठानतो अ�ान+ च अ�ानतो यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो ठान+ च ठानतो अ�ान+ च अ�ानतो यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो अतीतानागतप3 चु2प9 नानं क&मसमादानानं ठानसो हेतुसो िवपाकं यथाभूतं पजानाित। य%&प तथागतो अतीतानागतप3 चु2प9 नानं क&मसमादानानं ठानसो हेतुसो िवपाकं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो स=ब"थगािमRन पिटपदं यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो स=ब"थगािमRन पिटपदं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो अनेकधातुनानाधातुलोकं यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो अनेकधातुनानाधातुलोकं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो स)ानं नानािधमुि)कतं यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो स)ानं नानािधमुि)कतं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो परस)ानं परपुHगलानं इ%9Sयपरोपिरय)ं यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो परस)ानं परपुHगलानं इ%9Sयपरोपिरय)ं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो झानिवमो खसमािधसमाप)ीनं संिकलेसं वोदानं वु�ानं यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो झानिवमो खसमािधसमाप)ीनं संिकलेसं वोदानं वु�ानं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो पु=बेिनवासानु?सRत यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो पु=बेिनवासानु?सRत यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो स)ानं चुतूपपातं यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो स)ानं चुतूपपातं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

पुन चपरं तथागतो आसवानं खयं यथाभूतं पजानाित, य%&प तथागतो आसवानं खयं यथाभूतं पजानाित, इद%&प तथागत?स तथागतबलं होित। यं बलं आग&म तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित।

इमािन दस तथागत?स तथागतबलािन। येिह बलेिह सम9 नागतो तथागतो आसभं ठानं पिटजानाित, पिरसासु सीहनादं नदित, OPच कं पव)ेित। एवं दसिवधेन ञाणव"थु।

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ञाणिवभ�ं।

खु+कव�थुिवभ�ो

एककं

जाितमदो (िवभ॰ ८३२), गो)मदो, आरोHयमदो, यो=बनमदो, जीिवतमदो, लाभमदो, स कारमदो, ग(कारमदो, पुरे खारमदो, पिरवारमदो, भोगमदो, व>णमदो, सुतमदो, पिटभानमदो, र)+ ञुमदो, िप>डपाितकमदो, अनव+ ञातमदो, इिरयापथमदो, इिIमदो, यसमदो, सीलमदो, झानमदो, िस2पमदो, आरोहमदो, पिरणाहमदो, स>ठानमदो, पािरपूिरमदो, मदो, पमादो, थ&भो, सार&भो, अिC3छता, मिह3छता, पािप3छता, िस�ं, ित%9तणं, चापGयं, असभागवुि), अरित, त9दी, िवज%&भता, भ)स&मदो, चतेसो च लीन)ं, कुहना, लपना, नेिमि)कता, िन2पेिसकता, लाभेन लाभं िनिजगीसनता, ‘‘सेAयोहम?मी’’ित मानो, ‘‘सिदसोहम?मी’’ित मानो, ‘‘हीनोहम?मी’’ित मानो। सेAय?स ‘‘सेAयोहम?मी’’ित मानो, सेAय?स ‘‘सिदसोहम?मी’’ित मानो, सेAय?स ‘‘हीनोहम?मी’’ित मानो, सिदस?स ‘‘सेAयोहम?मी’’ित मानो, सिदस?स ‘‘सिदसोहम?मी’’ित मानो, सिदस?स ‘‘हीनोहम?मी’’ित मानो, हीन?स ‘‘सेAयोहम?मी’’ित मानो, हीन?स ‘‘सिदसोहम?मी’’ित मानो, हीन?स ‘‘हीनोहम?मी’’ित मानो, मानो, अितमानो, मानाितमानो, ओमानो, अिधमानो, अ%?ममानो, िम3छामानो, ञाितिवत को, जनपदिवत को, अमरिवत को, परानुYयतापिटसंयु)ो िवत को, लाभस कारिसलोकपिटसंयु)ो िवत को, अनव+ ञि)पिटसंयु)ो िवत को (िवभ॰ ८३२)। एककं।

दुकं

कोधो च उपनाहो च, म खो च पळासो च, इ?सा च म3छिरय+ च, माया च साठेAय+ च, अिव� जा च भवत>हा च, भविदि� च िवभविदि� च, स?सतिदि� च उ3छेदिदि� च, अ9तवािदि� च अन9तवािदि� च, पु=ब9तानुिदि� च अपर9तानुिदि� च, अिहिरक+ च अनो)2प+ च, दोवच?सता च पापिम)ता च, अन� जवो च अमYवो च, अ ख%9त च असोर3 च+ च, असाखGय+ च अ2पिटस9थारो च, इ%9Sयेसु अगु)Zारता च भोजने अम)+ ञुता च, मु�?स3 च+ चअस&पज+ ञ+ च, सीलिवपि) च िदि�िवपि) च, अ�झ)संयोजन+ च बिहIासंयोजन+ च। दकंु।

ितकं

तीिण अकुसलमूलािन, तयो अकुसलिवत का, ित?सो अकुसलस+ ञा, ित?सो अकुसलधातुयो, तीिण द3ु चिरतािन, तयो आसवा, तीिण संयोजनािन, ित?सो त>हा, अपरािप ित?सो त>हा, अपरािप ित?सो त>हा, ित?सो एसना, ित?सो िवधा, तीिण भयािन, तीिण तमािन, तीिण ित"थायतनािन, तयो िक+ चना, तीिण अ�णािन, तीिण मलािन, तीिण िवसमािन, अपरािनिप तीिण िवसमािन, तयो अHगी, तयो कसावा, अपरेिप तयो कसावा।

अ?सादिदि� अ)ानुिदि� िम3छािदि�, अरित िवहेसा अध&मचिरया, दोवच?सता पापिम)ता नान)स+ ञा, उI3 च ंकोस� जं पमादो, अस9तुि�ता अस&पज+ ञता मिह3छता, अिहिरकं अनो)2पं पमादो, अनादिरयं दोवच?सता पापिम)ता, अ?सिIयं अवद+ ञुता कोस� ज,ं उI3 च ंअसंवरो द?ुसीGयं, अिरयानं अद?सनक&यता सI&मं असोतुक&यता उपार&भिच)ता, मु�?स3 च ंअस&पज+ ञ ंचतेसो िव खेपो, अयोिनसो मनिसकारो कु&मHगसेवना चतेसो च लीन)ं। ितकं।

चतु� कं

च)ारो आसवा, च)ारो ग9था, च)ारो ओघा, च)ारो योगा, च)ािर उपादानािन, च)ारो त>हु2पादा, च)ािर अगितगमनािन, च)ारो िवपिरयासा, च)ारो अनिरयवोहारा, अपरेिप च)ारो अनिरयवोहारा, च)ािर द3ु चिरतािन, अपरािप च)ािर द3ु चिरतािन, च)ािर भयािन, (अपरािनिप च)ािर भयािन,) चत?सो िदि�यो। चतु कं।

प� चकं

प+ चोर&भािगयािन संयोजनािन, प+ चुI&भािगयािन संयोजनािन, प+ च म3छिरयािन, प+ च स�ा, प+ च सG ला, प+ च चतेोिखला, प+ चचतेसोिविनब9धा, प+ च नीवरणािन, प+ च क&मािन आन9तिरकािन, प+ च िदि�यो, प+ च वेरा, प+ च =यसना, प+ च अ ख%9तया आदीनवा, प+ च भयािन, प+ च िद�ध&मिन=बानवादा। प+ चकं।

छ� कं

छ िववादमूलािन, छ छ9दरागा ध&मा, छ िवरोधव"थूिन, छ त>हाकाया, छ अगारवा, छ पिरहािनया ध&मा, अपरेिप छ पिरहािनया ध&मा, छ

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सोमन?सुपिवचारा, छ दोमन?सुपिवचारा, छ उपे खुपिवचारा, छ गहेिसतािन सोमन?सािन, छ गेहिसतािन दोमन?सािन, छ गहेिसता उपे खा, छ िदि�यो। छ कं।

स कं

स) अनुसया, स) संयोजनािन, स) पिरयु�ानािन, स) असI&मा, स) द3ु चिरतािन, स) माना, स) िदि�यो। स)कं।

अ*कं

अ� िकलेसव"थूिन, अ� कुसीतव"थूिन, अ�सु लोकध&मेसु िच)?स पिटघातो, अ� अनिरयवोहारा, अ� िम3छ)ा, अ� पुिरसदोसा, अ� अस%+ ञवादा, अ� नेवस%+ ञनास%+ ञवादा। अ�कं।

नवकं

नव आघातव"थूिन, नव पुिरसमलािन, नविवधा माना, नव त>हामूलका ध&मा, नव इ%+ जतािन, नव म%+ ञतािन, नव फ%9दतािन, नव पप%+ चतािन, नव स4तािन। नवकं।

दसकं

दस िकलेसव"थूिन, दस आघातव"थूिन, दस अकुसलक&मपथा, दस संयोजनािन, दस िम3छ)ा, दसव"थुका िम3छािदि�, दसव"थुका अ9तHगािहका िदि�। दसकं।

अ�ारस त>हािवचिरतािन अ�झि)क?स उपादाय, अ�ारस त>हािवचिरतािन बािहर?स उपादाय, तदेक�झं अिभस+ ञुिह"वा अिभसि4िप"वा छR)स त>हािवचिरतािन हो%9त, इित अतीतािन छR)स त>हािवचिरतािन, अनागतािन छR)स त>हािवचिरतािन, प3 चु2प9 नािन छR)स त>हािवचिरतािन, तदेक�झं अिभस+ ञुिह"वा अिभसि4िप"वा अ* त-हािवचिरतसतं होित, यािन च Zासि� िदि�गतािन OPजाले वेAयाकरणे वु)ािन भगवता।

खुYकव"थुिवभ�ं।

ध�महदयिवभ�ो

कित ख9धा, कित आयतनािन, कित धातुयो, कित स3 चािन, कित इ%9Sयािन, कित हेतू, कित आहारा, कित फ?सा, कित वेदना, कित स+ ञा, कित चतेना, कित िच)ािन (िवभ॰ ९७८)?

प+ च ख9धा, Zादसायतनािन, अ�ारस धातुयो, च)ािर स3 चािन, बावीसित%9Sयािन, नव हेतू, च)ारो आहारा, स) फ?सा, स) वेदना, स) स+ ञा, स) चतेना, स) िच)ािन (िवभ॰ ९७८)।

ध&महदयिवभ�ं।

िवभ�माितका िनि�ता।

३. धातुकथामाितका

नयमाितका

स�हो अस�हो (धातु॰ १)। स�िहतेन अस�िहतं। अस�िहतेन स�िहतं। स�िहतेन स�िहतं। अस�िहतेन अस�िहतं। स&पयोगो िव2पयोगो। स&पयु)ेन िव2पयु)ं। िव2पयु)ेन स&पयु)ं। स&पयु)ेन स&पयु)ं। िव2पयु)ेन िव2पयु)ं। स�िहतेन स&पयु)ं िव2पयु)ं। स&पयु)ेन स�िहतं अस�िहतं। अस�िहतेन स&पयु)ं िव2पयु)ं। िव2पयु)ेन स�िहतं अस�िहतं।

अ'भ/तरमाितका

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प� च�ख�धा। �ादसायतनािन। अ�ारस धातुयो। च�ािर स� चािन। बावीसित���यािन। पिट� चसमु पादो। च�ारो सितप�ाना। च�ारो स!म पधाना। च�ारो इि#पादा। च�ािर झानािन। चत%सो अ पम� ञायो। प�� च���यािन। प� च बलािन। स� बो(झ)ा। अिरयो अ�ि)को म+गो। फ%सो वेदना स� ञाचतेना िच�ं अिधमो�खो मनिसकारो।

नयमुखमाितका

तीिह स)हो। तीिह अस)हो। चतूिह स!पयोगो। चतूिह िव पयोगो।

ल�खणमाितका

सभागो। िवसभागो।

बािहरमाितका

स3बािप ध!मस)णी धातुकथाय माितकाित।

धातुकथामाितका िनि�ता।

४. पु�गलप ञि�माितका

छ प� ञि�यो (पु॰ प॰ माितका १) – ख�धप� ञि� आयतनप� ञि� धातुप� ञि� स� चप� ञि� इ���यप� ञि� पु+गलप� ञ�ीित।

पु+गलप� ञि�माितका िनि�ता।

५. कथाव�थुमाितका

पु�गलकथा

सु�स�� चक�अनुलोमप� चनीकं

पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित (कथा॰ १), आम�ता। यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

अनुलोमप� चकं।

पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह पिटक!मं – ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित

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स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

पिटक!मचतु� कं।

>वं च ेपन म� ञिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित। तेन तव त>थ हेताय पिट� ञाय हेवं पिटजान�तं हेवं िन+गहेत3बे, अथ तं िन+गDहाम, सुिन+गिहतो च होिस –

ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, इदं ते िम�छा।

िन+गहचतु� कं।

एसे च ेद�ु� न+गिहते हेवमेवं त>थ द�ख, ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, नो च मयं तया त>थ हेताय पिट� ञाय हेवं पिटजान�ता हेवं िन+गहेत3बा, अथ मं िन+गDहािस, द�ु� न+गिहता च होम –

ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, इदं ते िम�छा।

उपनयनचतु� कं।

न हेवं िन+गहेत3बे, तेन िह यं िन+गDहािस – ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, इदं ते िम�छा। तेन िह ये कते िन+गहे, से िन+गहे द�ु कटे। सुकते पिटक!मे। सुकता पिटपादनाित।

िन+गमनचतु� कं।

पठमो िन+गहो।

सु�स�� चक�प� चनीकानुलोमं

पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो

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नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

प� चनीकप� चकं।

पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह पिटक!मं – ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

पिटक!मचतु� कं।

>वं च ेपन म� ञिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित। तेन तव त>थ हेताय पिट� ञाय हेवं पिटजान�तं हेवं िन+गहेत3बे, अथ तं िन+गDहाम, सुिन+गिहतो च होिस –

ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, इदं ते िम�छा।

िन+गहचतु� कं।

एसे च ेद�ु� न+गिहते हेवमेवं त>थ द�ख, ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, नो च मयं तया त>थ हेताय पिट� ञाय हेवं पिटजान�ता हेवं िन+गहेत3बा, अथ मं िन+गDहािस, द�ु� न+गिहता च होम –

ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, इदं ते िम�छा।

उपनयनचतु� कं।

न हेवं िन+गहेत3बे, तेन िह यं िन+गDहािस – ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

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नो च ेपन व�3बे ‘‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘यो स�� चक�ो परम>थो, ततो सो पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, इदं ते िम�छा, तेन िह ये कते िन+गहे, से िन+गहे द�ु कटे। सुकते पिटक!मे, सुकता पिटपादनाित।

िन+गमनचतु� कं।

दिुतयो िन+गहो।

ओकासस�� चक�अनुलोमप� चनीकं

पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। स3ब>थ पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘स3ब>थ पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3ब>थ पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘स3ब>थ पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3ब>थ पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा…पे॰…।

तितयो िन+गहो।

कालस�� चक�अनुलोमप� चनीकं

पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। स3बदा पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘स3बदा पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बदा पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘स3बदा पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बदा पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा…पे॰…।

चतु>थो िन+गहो।

अवयवस�� चक�अनुलोमप� चनीकं

पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। स3बेसु पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘स3बेसु पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बेसु पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित? िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘स3बेसु पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बेसु पु+गलो उपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा…पे॰…।

प� चमो िन+गहो।

ओकासस�� चक�प� चनीकानुलोमं

पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। स3ब>थ पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘स3ब>थ पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3ब>थ पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

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नो च ेपन व�3बे ‘‘स3ब>थ पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3ब>थ पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा…प॰े…।

छ�ो िन+गहो।

कालस�� चक�प� चनीकानुलोमं

पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। स3बदा पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘स3बदा पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बदा पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘स3बदा पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बदा पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा…पे॰…।

स�मो िन+गहो।

अवयवस�� चक�प� चनीकानुलोमं

पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? आम�ता। स3बेसु पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेनाित? न हेवं व�3बे।

आजानािह िन+गहं – ह�� च पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन, तेन वत रे व�3बे ‘‘स3बेसु पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बेसु पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा।

नो च ेपन व�3बे ‘‘स3बेसु पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित, नो च वत रे व�3बे ‘‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’ित। यं त>थ वदेिस ‘‘व�3बे खो ‘पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेन’, नो च व�3बे ‘स3बेसु पु+गलो नुपल3भित स�� चक�परम>थेना’’’ित, िम�छा…पे॰…।

अ�मो िन+गहो।

कथाव>थुमाितका िनि�ता।

६. यमकमाितका

मूलयमकं

कुसलपदनयचतु� कं

ये केिच कुसला ध!मा (यम॰ १.मूलयमक.१ आदयो), स3बे ते कुसलमूला। ये वा पन कुसलमूला, स3बे ते ध!मा कुसला।

ये केिच कुसला ध!मा, स3बे ते कुसलमूलेन एकमूला। ये वा पन कुसलमूलेन एकमूला, स3बे ते ध!मा कुसला।

ये केिच कुसलमूलेन एकमूला ध!मा, स3बे ते कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूला। ये वा पन कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूला, स3बे ते ध!मा कुसला।

ये केिच कुसला ध!मा, स3बे ते कुसलमूलमूला। ये वा पन कुसलमूलमूला, स3बे ते ध!मा कुसला।

ये केिच कुसला ध!मा, स3बे ते कुसलमूलेन एकमूलमूला। ये वा पन कुसलमूलेन एकमूलमूला, स3बे ते ध!मा कुसला।

ये केिच कुसलमूलेन एकमूलमूला ध!मा, स3बे ते कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूला। ये वा पन कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूला, स3बे ते ध!मा कुसला।

ये केिच कुसला ध!मा, स3बे ते कुसलमूलका। ये वा पन कुसलमूलका, स3बे ते ध!मा कुसला।

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ये केिच कुसला ध�मा, स�बे ते कुसलमूलेन एकमूलका। ये वा पन कुसलमूलेन एकमूलका, स�बे ते ध�मा कुसला।

ये केिच कुसलमूलेन एकमूलका ध�मा, स�बे ते कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलका। ये वा पन कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलका, स�बे ते ध�मा कुसला।

ये केिच कुसला ध�मा, स�बे ते कुसलमूलमूलका। ये वा पन कुसलमूलमूलका, स�बे ते ध�मा कुसला।

ये केिच कुसला ध�मा, स�बे ते कुसलमूलेन एकमूलमूलका। ये वा पन कुसलमूलेन एकमूलमूलका, स�बे ते ध�मा कुसला।

ये केिच कुसलमूलेन एकमूलमूलका ध�मा, स�बे ते कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका। ये वा पन कुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका, स�बे ते ध�मा कुसला।

अकुसलपदनयचतु� कं

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूला। ये वा पन अकुसलमूला, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन एकमूला। ये वा पन अकुसलमूलेन एकमूला, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसलमूलेन एकमूला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूला। ये वा पन अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूला, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलमूला। ये वा पन अकुसलमूलमूला, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन एकमूलमूला। ये वा पन अकुसलमूलेन एकमूलमूला, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसलमूलेन एकमूलमूला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूला। ये वा पन अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूला, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलका। ये वा पन अकुसलमूलका, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन एकमूलका। ये वा पन अकुसलमूलेन एकमूलका, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसलमूलेन एकमूलका ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलका। ये वा पन अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलका, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलमूलका। ये वा पन अकुसलमूलमूलका, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसला ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन एकमूलमूलका। ये वा पन अकुसलमूलेन एकमूलमूलका, स�बे ते ध�मा अकुसला।

ये केिच अकुसलमूलेन एकमूलमूलका ध�मा, स�बे ते अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका। ये वा पन अकुसलमूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका, स�बे ते ध�मा अकुसला।

अ�याकतपदनयचतु� कं

ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूला। ये वा पन अ�याकतमूला, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन एकमूला। ये वा पन अ�याकतमूलेन एकमूला, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकतमूलेन एकमूला ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूला। ये वा पन अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूला, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलमूला। ये वा पन अ�याकतमूलमूला, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

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ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन एकमूलमूला। ये वा पन अ�याकतमूलेन एकमूलमूला, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकतमूलेन एकमूलमूला ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूलमूला। ये वा पन अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूलमूला, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलका। ये वा पन अ�याकतमूलका, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन एकमूलका। ये वा पन अ�याकतमूलेन एकमूलका, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकतमूलेन एकमूलका ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूलका। ये वा पन अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूलका, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलमूलका। ये वा पन अ�याकतमूलमूलका, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकता ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन एकमूलमूलका। ये वा पन अ�याकतमूलेन एकमूलमूलका, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

ये केिच अ�याकतमूलेन एकमूलमूलका ध�मा, स�बे ते अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका। ये वा पन अ�याकतमूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका, स�बे ते ध�मा अ�याकता।

नामपदनयचतु� कं

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूला। ये वा पन नाममूला, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूलेन एकमूला। ये वा पन नाममूलेन एकमूला, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नाममूलेन एकमूला ध�मा, स�बे ते नाममूलेन अ� ञम� ञमूला। ये वा पन नाममूलेन अ� ञम� ञमूला, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूलमूला। ये वा पन नाममूलमूला, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूलेन एकमूलमूला। ये वा पन नाममूलेन एकमूलमूला, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नाममूलेन एकमूलमूला ध�मा, स�बे ते नाममूलेन अ� ञम� ञमूलमूला। ये वा पन नाममूलेन अ� ञम� ञमूलमूला, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूलका। ये वा पन नाममूलका, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूलेन एकमूलका। ये वा पन नाममूलेन एकमूलका, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नाममूलेन एकमूलका ध�मा, स�बे ते नाममूलेन अ� ञम� ञमूलका। ये वा पन नाममूलेन अ� ञम� ञमूलका, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूलमूलका। ये वा पन नाममूलमूलका, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नामा ध�मा, स�बे ते नाममूलेन एकमूलमूलका। ये वा पन नाममूलेन एकमूलमूलका, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच नाममूलेन एकमूलमूलका ध�मा, स�बे ते नाममूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका। ये वा पन नाममूलेन अ� ञम� ञमूलमूलका, स�बे ते ध�मा नामा।

ये केिच कुसला ध�मा, स�बे ते कुसलहेतू…पे॰… कुसलिनदाना…पे॰… कुसलस�भवा…पे॰… कुसल पभवा…पे॰… कुसलसमु!ाना…पे॰… कुसलाहारा…पे॰… कुसलार�मणा…पे॰… कुसलप$ चया…पे॰… कुसलसमुदया…पे॰…।

मूलं हेतु िनदान� च, स�भवो पभवेन च।समु!ानाहारार�मणा, प$ चयो समुदयेन चाित॥

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मूलयमकमाितका िनि!ता।

ख�धयमकं

प�णि�वारो

प� च(ख*धा (यम॰ १.ख*धयमक.१ आदयो) – 1प(ख*धो वेदना(ख*धो स� ञा(ख*धो स2ार(ख*धो िव� ञाण(ख*धो।

पदसोधनवारो

अनुलोमं

1पं 1प(ख*धो, 1प(ख*धो 1पं।

वेदना वेदना(ख*धो, वेदना(ख*धो वेदना।

स� ञा स� ञा(ख*धो, स� ञा(ख*धो स� ञा।

स2ारा स2ार(ख*धो, स2ार(ख*धो स2ारा।

िव� ञाणं िव� ञाण(ख*धो, िव� ञाण(ख*धो िव� ञाणं।

प� चनीकं

न 1पं न 1प(ख*धो, न 1प(ख*धो न 1प।ं

न वेदना न वेदना(ख*धो, न वेदना(ख*धो न वेदना।

न स� ञा न स� ञा(ख*धो, न स� ञा(ख*धो न स� ञा।

न स2ारा न स2ार(ख*धो, न स2ार(ख*धो न स2ारा।

न िव� ञाणं न िव� ञाण(ख*धो, न िव� ञाण(ख*धो न िव� ञाणं।

पदसोधनमूलच� कवारो

अनुलोमं

1पं 1प(ख*धो, ख*धा वेदना(ख*धो।

1पं 1प(ख*धो, ख*धा स� ञा(ख*धो।

1पं 1प(ख*धो, ख*धा स2ार(ख*धो।

1पं 1प(ख*धो, ख*धा िव� ञाण(ख*धो।

वेदना वेदना(ख*धो, ख*धा 1प(ख*धो।

वेदना वेदना(ख*धो, ख*धा स� ञा(ख*धो।

वेदना वेदना(ख*धो, ख*धा स2ार(ख*धो।

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वेदना वेदना(ख*धो, ख*धा िव� ञाण(ख*धो।

स� ञा स� ञा(ख*धो, ख*धा 1प(ख*धो।

स� ञा स� ञा(ख*धो, ख*धा वेदना(ख*धो।

स� ञा स� ञा(ख*धो, ख*धा स2ार(ख*धो।

स� ञा स� ञा(ख*धो, ख*धा िव� ञाण(ख*धो।

स2ारा स2ार(ख*धो, ख*धा 1प(ख*धो।

स2ारा स2ार(ख*धो, ख*धा वेदना(ख*धो।

स2ारा स2ार(ख*धो, ख*धा स� ञा(ख*धो।

स2ारा स2ार(ख*धो, ख*धा िव� ञाण(ख*धो।

िव� ञाणं िव� ञाण(ख*धो, ख*धा 1प(ख*धो।

िव� ञाणं िव� ञाण(ख*धो, ख*धा वेदना(ख*धो।

िव� ञाणं िव� ञाण(ख*धो, ख*धा स� ञा(ख*धो।

िव� ञाणं िव� ञाण(ख*धो, ख*धा स2ार(ख*धो।

प� चनीकं

न 1पं न 1प(ख*धो, न ख*धा न वेदना(ख*धो।

न 1पं न 1प(ख*धो, न ख*धा न स� ञा(ख*धो।

न 1पं न 1प(ख*धो, न ख*धा न स2ार(ख*धो।

न 1पं न 1प(ख*धो, न ख*धा न िव� ञाण(ख*धो।

न वेदना न वेदना(ख*धो, न ख*धा न 1प(ख*धो।

न वेदना न वेदना(ख*धो, न ख*धा न स� ञा(ख*धो।

न वेदना न वेदना(ख*धो, न ख*धा न स2ार(ख*धो।

न वेदना न वेदना(ख*धो, न ख*धा न िव� ञाण(ख*धो।

न स� ञा न स� ञा(ख*धो, न ख*धा न 1प(ख*धो।

न स� ञा न स� ञा(ख*धो, न ख*धा न वेदना(ख*धो।

न स� ञा न स� ञा(ख*धो, न ख*धा न स2ार(ख*धो।

न स� ञा न स� ञा(ख*धो, न ख*धा न िव� ञाण(ख*धो।

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Page 20: Tikā - Abhidhamma Piṭaka

न स2ारा न स2ार(ख*धो, न ख*धा न 1प(ख*धो।

न स2ारा न स2ार(ख*धो, न ख*धा न वेदना(ख*धो।

न स2ारा न स2ार(ख*धो, न ख*धा न स� ञा(ख*धो।

न स2ारा न स2ार(ख*धो, न ख*धा न िव� ञाण(ख*धो।

न िव� ञाणं न िव� ञाण(ख*धो, न ख*धा न 1प(ख*धो।

न िव� ञाणं न िव� ञाण(ख*धो, न ख*धा न वेदना(ख*धो।

न िव� ञाणं न िव� ञाण(ख*धो, न ख*धा न स� ञा(ख*धो।

न िव� ञाणं न िव� ञाण(ख*धो, न ख*धा न स2ार(ख*धो।

सु�ख�धवारो

अनुलोमं

1पं ख*धो, ख*धा 1पं।

वेदना ख*धो, ख*धा वेदना।

स� ञा ख*धो, ख*धा स� ञा।

स2ारा ख*धो, ख*धा स2ारा।

िव� ञाणं ख*धो, ख*धा िव� ञाणं।

प� चनीकं

न 1पं न ख*धो, न ख*धा न 1प।ं

न वेदना न ख*धो, न ख*धा न वेदना।

न स� ञा न ख*धो, न ख*धा न स� ञा।

न स2ारा न ख*धो, न ख*धा न स2ारा।

न िव� ञाणं न ख*धो, न ख*धा न िव� ञाणं।

सु�ख�धमूलच� कवारो

अनुलोमं

1पं ख*धो, ख*धा वेदना।

1पं ख*धो, ख*धा स� ञा।

1पं ख*धो, ख*धा स2ारा।

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Page 21: Tikā - Abhidhamma Piṭaka

�पं ख�धो, ख�धा िव ञाणं।

वेदना ख�धो, ख�धा �पं।

वेदना ख�धो, ख�धा स ञा।

वेदना ख�धो, ख�धा स�ारा।

वेदना ख�धो, ख�धा िव ञाणं।

स ञा ख�धो, ख�धा �पं।

स ञा ख�धो, ख�धा वेदना।

स ञा ख�धो, ख�धा स�ारा।

स ञा ख�धो, ख�धा िव ञाणं।

स�ारा ख�धो, ख�धा �पं।

स�ारा ख�धो, ख�धा वेदना।

स�ारा ख�धो, ख�धा स ञा।

स�ारा ख�धो, ख�धा िव ञाणं।

िव ञाणं ख�धो, ख�धा �प।ं

िव ञाणं ख�धो, ख�धा वेदना।

िव ञाणं ख�धो, ख�धा स ञा।

िव ञाणं ख�धो, ख�धा स�ारा।

प� चनीकं

न �पं न ख�धो, न ख�धा न वेदना।

न �पं न ख�धो, न ख�धा न स ञा।

न �पं न ख�धो, न ख�धा न स�ारा।

न �पं न ख�धो, न ख�धा न िव ञाणं।

न वेदना न ख�धो, न ख�धा न �प।ं

न वेदना न ख�धो, न ख�धा न स ञा।

न वेदना न ख�धो, न ख�धा न स�ारा।

न वेदना न ख�धो, न ख�धा न िव ञाणं।

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Page 22: Tikā - Abhidhamma Piṭaka

न स ञा न ख�धो, न ख�धा न �पं।

न स ञा न ख�धो, न ख�धा न वेदना।

न स ञा न ख�धो, न ख�धा न स�ारा।

न स ञा न ख�धो, न ख�धा न िव ञाणं।

न स�ारा न ख�धो, न ख�धा न �प।ं

न स�ारा न ख�धो, न ख�धा न वेदना।

न स�ारा न ख�धो, न ख�धा न स ञा।

न स�ारा न ख�धो, न ख�धा न िव ञाणं।

न िव ञाणं न ख�धो, न ख�धा न �पं।

न िव ञाणं न ख�धो, न ख�धा न वेदना।

न िव ञाणं न ख�धो, न ख�धा न स ञा।

न िव ञाणं न ख�धो, न ख�धा न स�ारा।

ख�धयमकमाितका िनि�ता।

आयतनयमकं

प णि�वारो

�ादसायतनािन (यम॰ १.आयतनयमक.१ आदयो) – च$खायतनं सोतायतनं घानायतनं िज'हायतनं कायायतनं �पायतनं स)ायतनं ग�धायतनं रसायतनं फो�,बायतनं मनायतनं ध.मायतनं।

पदसोधनवारो

अनुलोमं

च$खु च$खायतनं, च$खायतनं च$खु।

सोतं सोतायतनं, सोतायतनं सोतं।

घानं घानायतनं, घानायतनं घानं।

िज'हा िज'हायतनं, िज'हायतनं िज'हा।

कायो कायायतनं, कायायतनं कायो।

�पं �पायतनं, �पायतनं �पं।

स)ो स)ायतनं, स)ायतनं स)ो।

ग�धो ग�धायतनं, ग�धायतनं ग�धो।

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Page 23: Tikā - Abhidhamma Piṭaka

रसो रसायतनं, रसायतनं रसो।

फो�,बो फो�,बायतनं, फो�,बायतनं फो�,बो।

मनो मनायतनं, मनायतनं मनो।

ध.मो ध.मायतनं, ध.मायतनं ध.मो।

प� चनीकं

न च$खु न च$खायतनं, न च$खायतनं न च$खु।

न सोतं न सोतायतनं, न सोतायतनं न सोतं।

न घानं न घानायतनं, न घानायतनं न घानं।

न िज'हा न िज'हायतनं, न िज'हायतनं न िज'हा।

न कायो न कायायतनं, न कायायतनं न कायो।

न �पं न �पायतनं, न �पायतनं न �पं।

न स)ो न स)ायतनं, न स)ायतनं न स)ो।

न ग�धो न ग�धायतनं, न ग�धायतनं न ग�धो।

न रसो न रसायतनं, न रसायतनं न रसो।

न फो�,बो न फो�,बायतनं, न फो�,बायतनं न फो�,बो।

न मनो न मनायतनं, न मनायतनं न मनो।

न ध.मो न ध.मायतनं, न ध.मायतनं न ध.मो।

पदसोधनमूलच� कवारो

अनुलोमं

च$खु च$खायतनं, आयतना सोतायतनं।

च$खु च$खायतनं, आयतना घानायतनं।

च$खु च$खायतनं, आयतना िज'हायतनं…पे॰…।

च$खु च$खायतनं, आयतना ध.मायतनं।

सोतं सोतायतनं, आयतना च$खायतनं।

सोतं सोतायतनं, आयतना घानायतनं…पे॰…।

सोतं सोतायतनं, आयतना ध.मायतनं।

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Page 24: Tikā - Abhidhamma Piṭaka

घानं घानायतनं, आयतना च$खायतनं…प॰े…।

घानं घानायतनं, आयतना ध.मायतनं…पे॰…।

ध.मो ध.मायतनं, आयतना च$खायतनं।

ध.मो ध.मायतनं, आयतना सोतायतनं…पे॰…।

ध.मो ध.मायतनं, आयतना मनायतनं। (च$ कं ब1�धत,बं।)

प� चनीकं

न च$खु न च$खायतनं, नायतना न सोतायतनं।

न च$खु न च$खायतनं, नायतना न घानायतनं…पे॰…।

न च$खु न च$खायतनं, नायतना न ध.मायतनं।

न सोतं न सोतायतनं, नायतना न च$खायतनं…प॰े…।

न सोतं न सोतायतनं, नायतना न ध.मायतनं।

न घानं न घानायतनं, नायतना न च$खायतनं…पे॰…।

न घानं न घानायतनं, नायतना न ध.मायतनं…प॰े…।

न ध.मो न ध.मायतनं, नायतना न च$खायतनं।

न ध.मो न ध.मायतनं, नायतना न सोतायतनं…पे॰…।

न ध.मो न ध.मायतनं, नायतना न मनायतनं। (च$ कं ब1�धत,बं।)

सु�ायतनवारो

अनुलोमं

च$खु आयतनं, आयतना च$खु।

सोतं आयतनं, आयतना सोतं।

घानं आयतनं, आयतना घानं।

िज'हा आयतनं, आयतना िज'हा।

कायो आयतनं, आयतना कायो।

�पं आयतनं, आयतना �पं।

स)ो आयतनं, आयतना स)ो।

ग�धो आयतनं, आयतना ग�धो।

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रसो आयतनं, आयतना रसो।

फो�,बो आयतनं, आयतना फो�,बो।

मनो आयतनं, आयतना मनो।

ध.मो आयतनं, आयतना ध.मो।

प� चनीकं

न च$खु नायतनं, नायतना न च$खु।

न सोतं नायतनं, नायतना न सोतं।

न घानं नायतनं, नायतना न घानं।

न िज'हा नायतनं, नायतना न िज'हा।

न कायो नायतनं, नायतना न कायो।

न �पं नायतनं, नायतना न �प।ं

न स)ो नायतनं, नायतना न स)ो।

न ग�धो नायतनं, नायतना न ग�धो।

न रसो नायतनं, नायतना न रसो।

न फो�,बो नायतनं, नायतना न फो�,बो।

न मनो नायतनं, नायतना न मनो।

न ध.मो नायतनं, नायतना न ध.मो।

सु�ायतनमूलच� कवारो

अनुलोमं

च$खु आयतनं, आयतना सोतं…पे॰…।

च$खु आयतनं, आयतना ध.मो।

सोतं आयतनं, आयतना च$खु…पे॰…।

सोतं आयतनं, आयतना ध.मो।

घानं आयतनं, आयतना च$खु…पे॰…।

घानं आयतनं, आयतना ध.मो…प॰े…।

ध.मो आयतनं, आयतना च$खु।

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ध�मो आयतनं, आयतना सोतं…प॰े…।

ध�मो आयतनं, आयतना मनो। (च� कं ब��धत�बं।)

प� चनीकं

न च�खु नायतनं, नायतना न सोतं…पे॰…।

न च�खु नायतनं, नायतना न ध�मो।

न सोतं नायतनं, नायतना न च�खु…पे॰…।

न सोतं नायतनं, नायतना न ध�मो।

न घानं नायतनं, नायतना न च�खु…पे॰…।

न घानं नायतनं, नायतना न ध�मो…पे॰…।

न ध�मो नायतनं, नायतना न च�खु।

न ध�मो नायतनं, नायतना न सोतं…प॰े…।

न ध�मो नायतनं, नायतना न मनो। (च� कं ब��धत�बं।)

आयतनयमकमाितका िनि ता।

धातुयमकं

प�णि�वारो

अ�ारस धातुयो (यम॰ १.धातुरमक.१ आदयो) – च�खुधातु सोतधातु घानधातु िज'हाधातु कायधातु )पधातु स*धातु ग�धधातु रसधातु फो �बधातु च�खुिव. ञाणधातु सोतिव. ञाणधातु घानिव. ञाणधातु िज'हािव. ञाणधातु कायिव. ञाणधातु मनोधातु मनोिव. ञाणधातु ध�मधातु।

पदसोधनवारो

अनुलोमं

च�खु च�खुधातु, च�खुधातु च�खु।

सोतं सोतधातु, सोतधातु सोतं…पे॰…।

च�खुिव. ञाणं च�खुिव. ञाणधातु, च�खुिव. ञाणधातु च�खुिव. ञाणं…पे॰…।

मनो मनोधातु, मनोधातु मनो।

मनोिव. ञाणं मनोिव. ञाणधातु, मनोिव. ञाणधातु मनोिव. ञाणं।

ध�मो ध�मधातु, ध�मधातु ध�मो।

प� चनीकं

न च�खु न च�खुधातु, न च�खुधातु न च�खु।

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न सोतं न सोतधातु, न सोतधातु न सोत…ंप॰े…।

न च�खुिव. ञाणं न च�खुिव. ञाणधातु, न च�खुिव. ञाणधातु न च�खुिव. ञाणं…प॰े…।

न मनो न मनोधातु, न मनोधातु न मनो।

न मनोिव. ञाणं न मनोिव. ञाणधातु, न मनोिव. ञाणधातु न मनोिव. ञाणं।

न ध�मो न ध�मधातु, न ध�मधातु न ध�मो।

पदसोधनमूलच� कवारो

अनुलोमं

च�खु च�खुधातु, धातू सोतधातु…प॰े…।

च�खु च�खुधातु, धातू ध�मधातु। (यथा आयतनयमके च� कं ब��धतं, एविमध च� कं ब��धत�बं।)

प� चनीकं

न च�खु न च�खुधातु, न धातू न सोतधातु।

न च�खु न च�खुधातु, न धातू न घानधातु…पे॰…।

न च�खु न च�खुधातु, न धातू न ध�मधातु…पे॰…।

न ध�मो न ध�मधातु, न धातू न च�खुधातु…प॰े…।

न ध�मो न ध�मधातु, न धातू न मनोिव. ञाणधातु। (च� कं ब��धत�बं।)

सु�धातुवारो

अनुलोमं

च�खु धातु, धातू च�खु…प॰े…।

च�खुिव. ञाणं धातु, धातू च�खुिव. ञाणं…प॰े…।

मनोिव. ञाणं धातु, धातू मनोिव. ञाणं।

ध�मो धातु, धातू ध�मो।

प� चनीकं

न च�खु न धातु, न धातू न च�खु…पे॰…।

न च�खुिव. ञाणं न धातु, न धातू न च�खुिव. ञाणं…पे॰…।

न मनोिव. ञाणं न धातु, न धातू न मनोिव. ञाणं।

न ध�मो न धातु, न धातू न ध�मो।

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सु�धातुमूलच� कवारो

अनुलोमं

च�खु धातु, धातू सोतं…पे॰…।

च�खु धातु, धातू ध�मो…पे॰…।

ध�मो धातु, धातू च�खु…पे॰…।

ध�मो धातु, धातू मनोिव. ञाणं। (च� कं ब��धत�बं।)

प� चनीकं

न च�खु न धातु, न धातू न सोतं…पे॰…।

न च�खु न धातु, न धातू न ध�मो…प॰े…।

न ध�मो न धातु, न धातू न च�खु…प॰े…।

न ध�मो न धातु, न धातू न मनोिव. ञाणं। (च� कं ब��धत�बं। )

धातुयमकमाितका िनि ता।

स� चयमकं

प�णि�वारो

च�ािर स� चािन (यम॰ १.स4 चयमक.१ आदयो) – द�ुखस4 च ंसमुदयस4 च ंिनरोधस4 च ंम5गस4 च।ं

पदसोधनवारो

अनुलोमं

द�ुखं द�ुखस4 च,ं द�ुखस4 च ंद�ुखं।

समुदयो समुदयस4 च,ं समुदयस4 च ंसमुदयो।

िनरोधो िनरोधस4 च,ं िनरोधस4 च ंिनरोधो।

म5गो म5गस4 च,ं म5गस4 च ंम5गो।

प� चनीकं

न द�ुख ंन द�ुखस4 च,ं न द�ुखस4 च ंन द�ुख।ं

न समुदयो न समुदयस4 च,ं न समुदयस4 च ंन समुदयो।

न िनरोधो न िनरोधस4 च,ं न िनरोधस4 च ंन िनरोधो।

न म5गो न म5गस4 च,ं न म5गस4 च ंन म5गो।

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पदसोधनमूलच� कवारो

अनुलोमं

द�ुखं द�ुखस4 च,ं स4 चा समुदयस4 च।ं

द�ुखं द�ुखस4 च,ं स4 चा िनरोधस4 च।ं

द�ुखं द�ुखस4 च,ं स4 चा म5गस4 च।ं

समुदयो समुदयस4 च,ं स4 चा द�ुखस4 च।ं

समुदयो समुदयस4 च,ं स4 चा िनरोधस4 च।ं

समुदयो समुदयस4 च,ं स4 चा म5गस4 च।ं

िनरोधो िनरोधस4 च,ं स4 चा द�ुखस4 च।ं

िनरोधो िनरोधस4 च,ं स4 चा समुदयस4 च।ं

िनरोधो िनरोधस4 च,ं स4 चा म5गस4 च।ं

म5गो म5गस4 च,ं स4 चा द�ुखस4 च।ं

म5गो म5गस4 च,ं स4 चा समुदयस4 च।ं

म5गो म5गस4 च,ं स4 चा िनरोधस4 च।ं

प� चनीकं

न द�ुख ंन द�ुखस4 च,ं न स4 चा न समुदयस4 च।ं

न द�ुख ंन द�ुखस4 च,ं न स4 चा न िनरोधस4 च।ं

न द�ुख ंन द�ुखस4 च,ं न स4 चा न म5गस4 च।ं

न समुदयो न समुदयस4 च,ं न स4 चा न द�ुखस4 च।ं

न समुदयो न समुदयस4 च,ं न स4 चा न िनरोधस4 च।ं

न समुदयो न समुदयस4 च,ं न स4 चा न म5गस4 च।ं

न िनरोधो न िनरोधस4 च,ं न स4 चा न द�ुखस4 च।ं

न िनरोधो न िनरोधस4 च,ं न स4 चा न समुदयस4 च।ं

न िनरोधो न िनरोधस4 च,ं न स4 चा न म5गस4 च।ं

न म5गो न म5गस4 च,ं न स4 चा न द�ुखस4 च।ं

न म5गो न म5गस4 च,ं न स4 चा न समुदयस4 च।ं

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न म5गो न म5गस4 च,ं न स4 चा न िनरोधस4 च।ं

सु�स� चवारो

अनुलोमं

द�ुखं स4 च,ं स4 चा द�ुख।ं

समुदयो स4 च,ं स4 चा समुदयो।

िनरोधो स4 च,ं स4 चा िनरोधो।

म5गो स4 च,ं स4 चा म5गो।

प� चनीकं

न द�ुख ंन स4 च,ं न स4 चा न द�ुखं।

न समुदयो न स4 च,ं न स4 चा न समुदयो।

न िनरोधो न स4 च,ं न स4 चा न िनरोधो।

न म5गो न स4 च,ं न स4 चा न म5गो।

सु�स� चमूलच� कवारो

अनुलोमं

द�ुखं स4 च,ं स4 चा समुदयो।

द�ुखं स4 च,ं स4 चा िनरोधो।

द�ुखं स4 च,ं स4 चा म5गो।

समुदयो स4 च,ं स4 चा द�ुखं…पे॰… स4 चा म5गो।

िनरोधो स4 च,ं स4 चा द�ुखं…पे॰… स4 चा म5गो।

म5गो स4 च,ं स4 चा द�ुखं।

म5गो स4 च,ं स4 चा समुदयो।

म5गो स4 च,ं स4 चा िनरोधो।

प� चनीकं

न द�ुख ंन स4 च,ं न स4 चा न समुदयो।

न द�ुख ंन स4 च,ं न स4 चा न िनरोधो।

न द�ुख ंन स4 च,ं न स4 चा न म5गो।

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न समुदयो न स च,ं न स चा न द�ुख…ंपे॰… न स चा न म�गो।

न िनरोधो न स च,ं न स चा न द�ुख…ंपे॰… न स चा न म�गो।

न म�गो न स च,ं न स चा न द�ुख।ं

न म�गो न स च,ं न स चा न समुदयो।

न म�गो न स च,ं न स चा न िनरोधो।

स चयमकमाितका िनि�ता।

स�ारयमकं

पणि वारो

तयो स�ारा (यम॰ २.स ारयमक.१ आदयो) – कायस ारो वचीस ारो िच'स ारो। अ)सासप)सासा कायस ारो, िवत� किवचारा वचीस ारो, स* ञा च वेदना च िच'स ारो, ठपे-वा िवत� किवचारे स.बेिप िच'स0पयु'का ध0मा िच'स ारो।

पदसोधनवारो

अनुलोमं

कायो कायस ारो, कायस ारो कायो।

वची वचीस ारो, वचीस ारो वची।

िच'ं िच'स ारो, िच'स ारो िच'ं।

प� चनीकं

न कायो न कायस ारो, न कायस ारो न कायो।

न वची न वचीस ारो, न वचीस ारो न वची।

न िच'ं न िच'स ारो, न िच'स ारो न िच'ं।

पदसोधनमूलच� कवारो

अनुलोमं

कायो कायस ारो, स ारा वचीस ारो।

कायो कायस ारो, स ारा िच'स ारो।

वची वचीस ारो, स ारा कायस ारो।

वची वचीस ारो, स ारा िच'स ारो।

िच'ं िच'स ारो, स ारा कायस ारो।

िच'ं िच'स ारो, स ारा वचीस ारो।

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प� चनीकं

न कायो न कायस ारो, न स ारा न वचीस ारो।

न कायो न कायस ारो, न स ारा न िच'स ारो।

न वची न वचीस ारो, न स ारा न कायस ारो।

न वची न वचीस ारो, न स ारा न िच'स ारो।

न िच'ं न िच'स ारो, न स ारा न कायस ारो।

न िच'ं न िच'स ारो, न स ारा न वचीस ारो।

सु�स�ारवारो

अनुलोमं

कायस ारो वचीस ारो, वचीस ारो कायस ारो।

कायस ारो िच'स ारो, िच'स ारो कायस ारो।

वचीस ारो िच'स ारो, िच'स ारो वचीस ारो।

प� चनीकं

न कायस ारो न वचीस ारो, न वचीस ारो न कायस ारो।

न कायस ारो न िच'स ारो, न िच'स ारो न कायस ारो।

न वचीस ारो न िच'स ारो, न िच'स ारो न वचीस ारो।

स ारयमकमाितका िनि�ता।

अनुसययमकं

स ानुसया (यम॰ २.अनुसययमक.१) – कामरागानुसयो पिटघानुसयो मानानुसयो िद�ानुसयो िविचिकछानुसयो भवरागानुसयो अिव5 जानुसयो।

अनुसययमकमाितका िनि�ता।

िच यमकं

सु�िच साम� ञं

पु गलवारो

१. उ%पादिनरोधकालस&भेदवारो

य)स िच'ं उ8प5 जित न िन95झित (यम॰ २.िच'यमक.१ आदयो), त)स िच'ं िन9;5झ)सित न उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं िन9;5झ)सित न उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं उ8प5 जित न िन95झित।

य)स िच'ं न उ8प5 जित िन95झित, त)स िच'ं न िन9;5झ)सित उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं न िन9;5झ)सित उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं न

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उ8प5 जित िन95झित।

२. उ%पादु%प* नवारो

य)स िच'ं उ8प5 जित, त)स िच'ं उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं उ8प5 जित।

य)स िच'ं न उ8प5 जित, त)स िच'ं न उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न उ8प5 जित।

३. िनरोधु%प* नवारो

य)स िच'ं िन95झित, त)स िच'ं उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं िन95झित।

य)स िच'ं न िन95झित, त)स िच'ं न उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न िन95झित।

४. उ%पादवारो

य)स िच'ं उ8प5 जित, त)स िच'ं उ8प;5 ज-थ। य)स वा पन िच'ं उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं उ8प5 जित।

य)स िच'ं न उ8प5 जित, त)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ। य)स वा पन िच'ं न उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं न उ8प5 जित।

य)स िच'ं उ8प5 जित, त)स िच'ं उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं उ8प5 जित।

य)स िच'ं न उ8प5 जित, त)स िच'ं न उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं न उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं न उ8प5 जित।

य)स िच'ं उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं उ8प;5 ज-थ।

य)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं न उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं न उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ।

५. िनरोधवारो

य)स िच'ं िन95झित, त)स िच'ं िन9;5झ-थ। य)स वा पन िच'ं िन9;5झ-थ, त)स िच'ं िन95झित।

य)स िच'ं न िन95झित, त)स िच'ं न िन9;5झ-थ। य)स वा पन िच'ं न िन9;5झ-थ, त)स िच'ं न िन95झित।

य)स िच'ं िन95झित, त)स िच'ं िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं िन9;5झ)सित, त)स िच'ं िन95झित।

य)स िच'ं न िन95झित, त)स िच'ं न िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं न िन9;5झ)सित, त)स िच'ं न िन95झित।

य)स िच'ं िन9;5झ-थ, त)स िच'ं िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं िन9;5झ)सित, त)स िच'ं िन9;5झ-थ।

य)स िच'ं न िन9;5झ-थ, त)स िच'ं न िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं न िन9;5झ)सित, त)स िच'ं न िन9;5झ-थ।

६. उ%पादिनरोधवारो

य)स िच'ं उ8प5 जित, त)स िच'ं िन9;5झ-थ। य)स वा पन िच'ं िन9;5झ-थ, त)स िच'ं उ8प5 जित।

य)स िच'ं न उ8प5 जित, त)स िच'ं न िन9;5झ-थ। य)स वा पन िच'ं न िन9;5झ-थ, त)स िच'ं न उ8प5 जित।

य)स िच'ं उ8प5 जित, त)स िच'ं िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं िन9;5झ)सित, त)स िच'ं उ8प5 जित।

य)स िच'ं न उ8प5 जित, त)स िच'ं न िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं न िन9;5झ)सित, त)स िच'ं न उ8प5 जित।

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य)स िच'ं उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं िन9;5झ)सित, त)स िच'ं उ8प;5 ज-थ।

य)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं न िन9;5झ)सित। य)स वा पन िच'ं न िन9;5झ)सित, त)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ।

७. उ%प0 जमाननिनरोधवारो

य)स िच'ं उ8प5 जित, त)स िच'ं न िन95झित। य)स वा पन िच'ं न िन95झित, त)स िच'ं उ8प5 जित।

य)स िच'ं न उ8प5 जित, त)स िच'ं िन95झित। य)स वा पन िच'ं िन95झित, त)स िच'ं न उ8प5 जित।

८. उ%प0 जमानु%प* नवारो

य)स िच'ं उ8प5 जमानं, त)स िच'ं उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं उ8प5 जमानं।

य)स िच'ं न उ8प5 जमानं, त)स िच'ं न उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न उ8प5 जमानं।

९. िन40झमानु%प* नवारो

य)स िच'ं िन95झमानं, त)स िच'ं उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं िन95झमानं।

य)स िच'ं न िन95झमानं, त)स िच'ं न उ8प< नं। य)स वा पन िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न िन95झमानं।

१०. उ%प* नु%पादवारो

य)स िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं उ8प;5 ज-थ। य)स वा पन िच'ं उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं उ8प< नं।

य)स िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ। य)स वा पन िच'ं न उ8प;5 ज-थ, त)स िच'ं न उ8प< नं।

य)स िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं उ8प< नं।

य)स िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं न उ8प;5 ज)सित, त)स िच'ं न उ8प< नं।

११. अतीतानागतवारो

य)स िच'ं उ8प;5 ज-थ, नो च त)स िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं उ8प;5 ज)सित, नो च त)स िच'ं उ8प< नं, त)स िच'ं उ8प;5 ज-थ।

य)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ, नो च त)स िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न उ8प;5 ज)सित। य)स वा पन िच'ं न उ8प;5 ज)सित, नो च त)स िच'ं न उ8प< नं, त)स िच'ं न उ8प;5 ज-थ।

१२. उ%प* नु%प0 जमानवारो

उ8प< नं उ8प5 जमानं, उ8प5 जमानं उ8प< नं।

न उ8प< नं न उ8प5 जमानं, न उ8प5 जमानं न उ8प< नं।

१३. िन4�िन40झमानवारो

िन9>ं िन95झमानं, िन95झमानं िन9>ं।

न िन9>ं न िन95झमानं, न िन95झमानं न िन9>ं।

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१४. अित� क*तकालवारो

य)स िच'ं उ8प5 जमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं, िन95झमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं त)स िच'ं। य)स वा पन िच'ं िन95झमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं, उ8प5 जमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं त)स िच'ं।

य)स िच'ं न उ8प5 जमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं, न िन95झमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं त)स िच'ं। य)स वा पन िच'ं न िन95झमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं, न उ8प5 जमानं खणं खणं वीित� क<तं अित� क<तकालं त)स िच'ं।

सु�िच साम� ञं

ध&मवारो

१. उ%पादिनरोधकालस&भेदवारो

यं िच'ं उ8प5 जित न िन95झित, तं िच'ं िन9;5झ)सित न उ8प;5 ज)सित। यं वा पन िच'ं िन9;5झ)सित न उ8प;5 ज)सित, तं िच'ं उ8प5 जित न िन95झित।

यं िच'ं न उ8प5 जित िन95झित, तं िच'ं न िन9;5झ)सित उ8प;5 ज)सित। यं वा पन िच'ं न िन9;5झ)सित उ8प;5 ज)सित, तं िच'ं न उ8प5 जित िन95झित।

२. उ%पादु%प* नवारो

यं िच'ं उ8प5 जित, तं िच'ं उ8प< नं। यं वा पन िच'ं उ8प< नं, तं िच'ं उ8प5 जित।

यं िच'ं न उ8प5 जित, तं िच'ं न उ8प< नं। यं वा पन िच'ं न उ8प< नं, तं िच'ं न उ8प5 जित।

३. िनरोधु%प* नवारो

यं िच'ं िन95झित, तं िच'ं उ8प< नं। यं वा पन िच'ं उ8प< नं, तं िच'ं िन95झित।

यं िच'ं न िन95झित, तं िच'ं न उ8प< नं। यं वा पन िच'ं न उ8प< नं, तं िच'ं न िन95झित।

४. उ%पादवारो

यं िच'ं उ8प5 जित, तं िच'ं उ8प;5 ज-थ। यं वा पन िच'ं उ8प;5 ज-थ, तं िच'ं उ8प5 जित।

यं िच'ं न उ8प5 जित, तं िच'ं न उ8प;5 ज-थ। यं वा पन िच'ं न उ8प;5 ज-थ, तं िच'ं न उ8प5 जित।

यं िच'ं उ8प5 जित, तं िच'ं उ8प;5 ज)सित। यं वा पन िच'ं उ8प;5 ज)सित, तं िच'ं उ8प5 जित।

यं िच'ं न उ8प5 जित, तं िच'ं न उ8प;5 ज)सित। यं वा पन िच'ं न उ8प;5 ज)सित, तं िच'ं न उ8प5 जित।

यं िच'ं उ8प;5 ज-थ, तं िच'ं उ8प;5 ज)सित। यं वा पन िच'ं उ8प;5 ज)सित, तं िच'ं उ8प;5 ज-थ।

यं िच'ं न उ8प;5 ज-थ, तं िच'ं न उ8प;5 ज)सित। यं वा पन िच'ं न उ8प;5 ज)सित, तं िच'ं न उ8प;5 ज-थ।

५. िनरोधवारो

यं िच'ं िन95झित, तं िच'ं िन9;5झ-थ। यं वा पन िच'ं िन9;5झ-थ, तं िच'ं िन95झित।

यं िच'ं न िन95झित, तं िच'ं न िन9;5झ-थ। यं वा पन िच'ं न िन9;5झ-थ, तं िच'ं न िन95झित।

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यं िच�ं िन�झित, तं िच�ं िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं िन� झ�सित, तं िच�ं िन�झित।

यं िच�ं न िन�झित, तं िच�ं न िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं न िन� झ�सित, तं िच�ं न िन�झित।

यं िच�ं िन� झ�थ, तं िच�ं िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं िन� झ�सित, तं िच�ं िन� झ�थ।

यं िच�ं न िन� झ�थ, तं िच�ं न िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं न िन� झ�सित, तं िच�ं न िन� झ�थ।

६. उ�पादिनरोधवारो

यं िच�ं उ�प जित, तं िच�ं िन� झ�थ। यं वा पन िच�ं िन� झ�थ, तं िच�ं उ�प जित।

यं िच�ं न उ�प जित, तं िच�ं न िन� झ�थ। यं वा पन िच�ं न िन� झ�थ, तं िच�ं न उ�प जित।

यं िच�ं उ�प जित, तं िच�ं िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं िन� झ�सित, तं िच�ं उ�प जित।

यं िच�ं न उ�प जित, तं िच�ं न िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं न िन� झ�सित, तं िच�ं न उ�प जित।

यं िच�ं उ�प ज�थ, तं िच�ं िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं िन� झ�सित, तं िच�ं उ�प ज�थ।

यं िच�ं न उ�प ज�थ, तं िच�ं न िन� झ�सित। यं वा पन िच�ं न िन� झ�सित, तं िच�ं न उ�प ज�थ।

७. उ�प� जमाननिनरोधवारो

यं िच�ं उ�प जित, तं िच�ं न िन�झित। यं वा पन िच�ं न िन�झित, तं िच�ं उ�प जित।

यं िच�ं न उ�प जित, तं िच�ं िन�झित। यं वा पन िच�ं िन�झित, तं िच�ं न उ�प जित।

८. उ�प� जमानु�प� नवारो

यं िच�ं उ�प जमानं, तं िच�ं उ�प� नं। यं वा पन िच�ं उ�प� नं, तं िच�ं उ�प जमानं।

यं िच�ं न उ�प जमानं, तं िच�ं न उ�प� नं। यं वा पन िच�ं न उ�प� नं, तं िच�ं न उ�प जमानं।

९. िन��झमानु�प� नवारो

यं िच�ं िन�झमानं, तं िच�ं उ�प� नं। यं वा पन िच�ं उ�प� नं, तं िच�ं िन�झमानं।

यं िच�ं न िन�झमानं, तं िच�ं न उ�प� नं। यं वा पन िच�ं न उ�प� नं, तं िच�ं न िन�झमानं।

१०. उ�प� नु�पादवारो

यं िच�ं उ�प� नं, तं िच�ं उ�प ज�थ। यं वा पन िच�ं उ�प ज�थ, तं िच�ं उ�प� नं।

यं िच�ं न उ�प� नं, तं िच�ं न उ�प ज�थ। यं वा पन िच�ं न उ�प ज�थ, तं िच�ं न उ�प� नं।

यं िच�ं उ�प� नं, तं िच�ं उ�प ज�सित। यं वा पन िच�ं उ�प ज�सित, तं िच�ं उ�प� नं।

यं िच�ं न उ�प� नं, तं िच�ं न उ�प ज�सित। यं वा पन िच�ं न उ�प ज�सित, तं िच�ं न उ�प� नं।

११. अतीतानागतवारो

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यं िच�ं उ�प ज�थ, नो च तं िच�ं उ�प� नं, तं िच�ं उ�प ज�सित। यं वा पन िच�ं उ�प ज�सित, नो च तं िच�ं उ�प� नं, तं िच�ं उ�प ज�थ।

यं िच�ं न उ�प ज�थ, नो च तं िच�ं न उ�प� नं, तं िच�ं न उ�प ज�सित। यं वा पन िच�ं न उ�प ज�सित, नो च तं िच�ं न उ�प� नं, तं िच�ं न उ�प ज�थ।

१२. उ�प� नु�प� जमानवारो

उ�प� नं उ�प जमानं, उ�प जमानं उ�प� नं।

न उ�प� नं न उ�प जमानं, न उ�प जमानं न उ�प� नं।

१३. िन�!िन��झमानवारो

िन��ं िन�झमानं, िन�झमानं िन��ं।

न िन��ं न िन�झमानं, न िन�झमानं न िन��ं।

१४. अित# क�तकालवारो

यं िच�ं उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं तं िच�ं। यं वा पन िच�ं िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं तं िच�ं।

यं िच�ं न उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, न िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं तं िच�ं। यं वा पन िच�ं न िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, न उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं तं िच�ं।

सु!िच(साम) ञं

पु,गलध-मवारो

१. उ�पादिनरोधकालस-भेदवारो

य�स यं िच�ं उ�प जित न िन�झित, त�स तं िच�ं िन� झ�सित न उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं िन� झ�सित न उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं उ�प जित न िन�झित।

य�स यं िच�ं न उ�प जित िन�झित, त�स तं िच�ं न िन� झ�सित उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं न िन� झ�सित उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं न उ�प जित िन�झित।

२. उ�पादु�प� नवारो

य�स यं िच�ं उ�प जित, त�स तं िच�ं उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं उ�प जित।

य�स यं िच�ं न उ�प जित, त�स तं िच�ं न उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न उ�प जित।

३. िनरोधु�प� नवारो

य�स यं िच�ं िन�झित, त�स तं िच�ं उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं िन�झित।

य�स यं िच�ं न िन�झित, त�स तं िच�ं न उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न िन�झित।

४. उ�पादवारो

य�स यं िच�ं उ�प जित, त�स तं िच�ं उ�प ज�थ। य�स वा पन यं िच�ं उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं उ�प जित।

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य�स यं िच�ं न उ�प जित, त�स तं िच�ं न उ�प ज�थ। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं न उ�प जित।

य�स यं िच�ं उ�प जित, त�स तं िच�ं उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं उ�प जित।

य�स यं िच�ं न उ�प जित, त�स तं िच�ं न उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं न उ�प जित।

य�स यं िच�ं उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं उ�प ज�थ।

य�स यं िच�ं न उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं न उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं न उ�प ज�थ।

५. िनरोधवारो

य�स यं िच�ं िन�झित, त�स तं िच�ं िन� झ�थ। य�स वा पन यं िच�ं िन� झ�थ, त�स तं िच�ं िन�झित।

य�स यं िच�ं न िन�झित, त�स तं िच�ं न िन� झ�थ। य�स वा पन यं िच�ं न िन� झ�थ, त�स तं िच�ं न िन�झित।

य�स यं िच�ं िन�झित, त�स तं िच�ं िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं िन� झ�सित, त�स तं िच�ं िन�झित।

य�स यं िच�ं न िन�झित, त�स तं िच�ं न िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं न िन� झ�सित, त�स तं िच�ं न िन�झित।

य�स यं िच�ं िन� झ�थ, त�स तं िच�ं िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं िन� झ�सित, त�स तं िच�ं िन� झ�थ।

य�स यं िच�ं न िन� झ�थ, त�स तं िच�ं न िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं न िन� झ�सित, त�स तं िच�ं न िन� झ�थ।

६. उ�पादिनरोधवारो

य�स यं िच�ं उ�प जित, त�स तं िच�ं िन� झ�थ। य�स वा पन यं िच�ं िन� झ�थ, त�स तं िच�ं उ�प जित।

य�स यं िच�ं न उ�प जित, त�स तं िच�ं न िन� झ�थ। य�स वा पन यं िच�ं न िन� झ�थ, त�स तं िच�ं न उ�प जित।

य�स यं िच�ं उ�प जित, त�स तं िच�ं िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं िन� झ�सित, त�स तं िच�ं उ�प जित।

य�स यं िच�ं न उ�प जित, त�स तं िच�ं न िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं न िन� झ�सित, त�स तं िच�ं न उ�प जित।

य�स यं िच�ं उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं िन� झ�सित, त�स तं िच�ं उ�प ज�थ।

य�स यं िच�ं न उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं न िन� झ�सित। य�स वा पन यं िच�ं न िन� झ�सित, त�स तं िच�ं न उ�प ज�थ।

७. उ�प� जमाननिनरोधवारो

य�स यं िच�ं उ�प जित, त�स तं िच�ं न िन�झित। य�स वा पन यं िच�ं न िन�झित, त�स तं िच�ं उ�प जित।

य�स यं िच�ं न उ�प जित, त�स तं िच�ं िन�झित। य�स वा पन यं िच�ं िन�झित, त�स तं िच�ं न उ�प जित।

८. उ�प� जमानु�प� नवारो

य�स यं िच�ं उ�प जमानं, त�स तं िच�ं उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं उ�प जमानं।

य�स यं िच�ं न उ�प जमानं, त�स तं िच�ं न उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न उ�प जमानं।

९. िन��झमानु�प� नवारो

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य�स यं िच�ं िन�झमानं, त�स तं िच�ं उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं िन�झमानं।

य�स यं िच�ं न िन�झमानं, त�स तं िच�ं न उ�प� नं। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न िन�झमानं।

१०. उ�प� नु�पादवारो

य�स यं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं उ�प ज�थ। य�स वा पन यं िच�ं उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं उ�प� नं।

य�स यं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न उ�प ज�थ। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प ज�थ, त�स तं िच�ं न उ�प� नं।

य�स यं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं उ�प� नं।

य�स यं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न उ�प ज�सित, य�स वा पन यं िच�ं न उ�प ज�सित, त�स तं िच�ं न उ�प� नं।

११. अतीतानागतवारो

य�स यं िच�ं उ�प ज�थ, नो च त�स तं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं उ�प ज�सित, नो च त�स तं िच�ं उ�प� नं, त�स तं िच�ं उ�प ज�थ।

य�स यं िच�ं न उ�प ज�थ, नो च त�स तं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न उ�प ज�सित। य�स वा पन यं िच�ं न उ�प ज�सित, नो च त�स तं िच�ं न उ�प� नं, त�स तं िच�ं न उ�प ज�थ।

१२. उ�प� नु�प� जमानवारो

उ�प� नं उ�प जमानं, उ�प जमानं उ�प� नं।

न उ�प� नं न उ�प जमानं, न उ�प जमानं न उ�प� नं।

१३. िन�!िन��झमानवारो

िन��ं िन�झमानं, िन�झमानं िन��ं।

न िन��ं न िन�झमानं, न िन�झमानं न िन��ं।

१४. अित# क�तकालवारो

य�स यं िच�ं उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं त�स तं िच�ं। य�स वा पन यं िच�ं िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं त�स तं िच�ं।

य�स यं िच�ं न उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, न िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं त�स तं िच�ं। य�स वा पन यं िच�ं न िन�झमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं, न उ�प जमानं खणं खणं वीित क�तं अित क�तकालं त�स तं िच�ं।

सु(�तिच(िम1सकिवसेसो

य�स सरागं िच�ं उ�प जित…पे॰… य�स वीतराग ंिच�ं उ�प जित। य�स सदोसं िच�ं उ�प जित। य�स वीतदोसं िच�ं उ�प जित। य�स समोहं िच�ं उ�प जित। य�स वीतमोहं िच�ं उ�प जित। य�स संिख�ं िच�ं उ�प जित। य�स िव ख�ं िच�ं उ�प जित। य�स मह+गतं िच�ं उ�प जित। य�स अमह+गतं िच�ं उ�प जित। य�स सउ�रं िच�ं उ�प जित। य�स अनु�रं िच�ं उ�प जित। य�स समािहतं िच�ं उ�प जित। य�स असमािहतं िच�ं उ�प जित। य�स िवमु�ं िच�ं उ�प जित। य�स अिवमु�ं िच�ं उ�प जित।

अिभध-मिच(िम1सकिवसेसो

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य�स कुसलं िच�ं उ�प जित…पे॰… य�स अकुसलं िच�ं उ�प जित। य�स अ-याकतं िच�ं उ�प जित। य�स सुखाय वेदनाय स.पयु�ं िच�ं उ�प जित।

(एतेन उपायेन याव सरणअरणा उ�िरत-बा।)

य�स अरणं िच�ं उ�प जित न िन�झित, त�स अरणं िच�ं िन� झ�सित न उ�प ज�सित। य�स वा पन अरणं िच�ं िन� झ�सित न उ�प ज�सित, त�स अरणं िच�ं उ�प जित न िन�झित।

िच�यमकमाितका िनि3ता।

ध-मयमकं

प3णि(वारो

पदसोधनवारो

अनुलोमं

कुसला कुसला ध.मा (यम॰ ३.ध.मयमक.१ आदयो)। कुसला ध.मा कुसला।

अकुसला अकुसला ध.मा। अकुसला ध.मा अकुसला।

अ-याकता अ-याकता ध.मा। अ-याकता ध.मा अ-याकता।

प5 चनीकं

न कुसला न कुसला ध.मा। न कुसला ध.मा न कुसला।

न अकुसला न अकुसला ध.मा। न अकुसला ध.मा न अकुसला।

न अ-याकता न अ-याकता ध.मा। न अ-याकता ध.मा न अ-याकता।

पदसोधनमूलच# कवारो

अनुलोमं

कुसला कुसला ध.मा। ध.मा अकुसला ध.मा।

कुसला कुसला ध.मा। ध.मा अ-याकता ध.मा।

अकुसला अकुसला ध.मा। ध.मा कुसला ध.मा।

अकुसला अकुसला ध.मा। ध.मा अ-याकता ध.मा।

अ-याकता अ-याकता ध.मा। ध.मा कुसला ध.मा।

अ-याकता अ-याकता ध.मा। ध.मा अकुसला ध.मा।

प5 चनीकं

न कुसला न कुसला ध.मा। न ध.मा न अकुसला ध.मा।

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न कुसला न कुसला धमा। न धमा न अ याकता धमा।

न अकुसला न अकुसला धमा। न धमा न कुसला धमा।

न अकुसला न अकुसला धमा। न धमा न अ याकता धमा।

न अ याकता न अ याकता धमा। न धमा न कुसला धमा।

न अ याकता न अ याकता धमा। न धमा न अकुसला धमा।

सु�ध�मवारो

अनुलोमं

कुसला धमा। धमा कुसला।

अकुसला धमा। धमा अकुसला।

अ याकता धमा। धमा अ याकता।

प� चनीकं

न कुसला न धमा। न धमा न कुसला।

न अकुसला न धमा। न धमा न अकुसला।

न अ याकता न धमा। न धमा न अ याकता।

सु�ध�ममूलच� कवारो

अनुलोमं

कुसला धमा। धमा अकुसला।

कुसला धमा। धमा अ याकता।

अकुसला धमा। धमा कुसला।

अकुसला धमा। धमा अ याकता।

अ याकता धमा। धमा कुसला।

अ याकता धमा। धमा अकुसला।

प� चनीकं

न कुसला न धमा। न धमा न अकुसला।

न कुसला न धमा। न धमा न अ याकता।

न अकुसला न धमा। न धमा न कुसला।

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न अकुसला न धमा। न धमा न अ याकता।

न अ याकता न धमा। न धमा न कुसला।

न अ याकता न धमा। न धमा न अकुसला।

धमयमकमाितका िनि�ता।

इ���ययमकं

प�णि�वारो

बावीसित���यािन (यम॰ ३.इ���ययमक.१ आदयो) – च!खु���यं सोित���यं घािन���यं िज�&ह���यं कािय���यं मिन���यं इ�(थ���यं पुिरिस���यं जीिवित���यं सुिख���यं द�ु!ख���यं सोमन�.स���यं दोमन�.स���यं उपे�!ख���यं सि1���यं वीिरिय���यं सित���यं समािध���यं प�2 ञ���यं अन2 ञात2 ञ.सामीित���यं अ�2 ञ���यं अ2 ञातािव���यं।

पदसोधनवारो

अनुलोमं

च!खु च!खु���यं, च!खु���यं च!खु।

सोतं सोित���यं, सोित���यं सोतं।

घानं घािन���यं, घािन���यं घानं।

िज&हा िज�&ह���यं, िज�&ह���यं िज&हा।

कायो कािय���यं, कािय���यं कायो।

मनो मिन���यं, मिन���यं मनो।

इ(थी इ�(थ���यं, इ�(थ���यं इ(थी।

पुिरसो पुिरिस���यं, पुिरिस���यं पुिरसो।

जीिवतं जीिवित���यं, जीिवित���यं जीिवतं।

सुख ंसुिख���यं, सुिख���यं सुख।ं

द!ुखं द�ु!ख���यं, द�ु!ख���यं द!ुख।ं

सोमन.सं सोमन�.स���यं, सोमन�.स���यं सोमन.सं।

दोमन.सं दोमन�.स���यं, दोमन�.स���यं दोमन.सं।

उपे!खा उप�े!ख���यं, उप�े!ख���यं उपे!खा।

स1ा सि1���यं, सि1���यं स1ा।

वीिरयं वीिरिय���यं, वीिरिय���यं वीिरयं।

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Page 43: Tikā - Abhidhamma Piṭaka

सित सित���यं, सित���यं सित।

समािध समािध���यं, समािध���यं समािध।

प2 ञा प�2 ञ���यं, प�2 ञ���यं प2 ञा।

अन2 ञात2 ञ.सामीित अन2 ञात2 ञ.सामीित���यं, अन2 ञात2 ञ.सामीित���यं अन2 ञात2 ञ.सामीित।

अ2 ञं अ�2 ञ���यं, अ�2 ञ���यं अ2 ञ।ं

अ2 ञातावी अ2 ञातािव���यं, अ2 ञातािव���यं अ2 ञातावी।

प� चनीकं

न च!खु न च!खु���यं, न च!खु���यं न च!खु।

न सोतं न सोित���यं, न सोित���यं न सोतं।

न घानं न घािन���यं, न घािन���यं न घानं।

न िज&हा न िज�&ह���यं, न िज�&ह���यं न िज&हा।

न कायो न कािय���यं, न कािय���यं न कायो।

न मनो न मिन���यं, न मिन���यं न मनो।

न इ(थी न इ�(थ���यं, न इ�(थ���यं न इ(थी।

न पुिरसो न पुिरिस���यं, न पुिरिस���यं न पुिरसो।

न जीिवतं न जीिवित���यं, न जीिवित���यं न जीिवतं।

न सुखं न सुिख���यं, न सुिख���यं न सुखं।

न द!ुख ंन द�ु!ख���यं, न द�ु!ख���यं न द!ुखं।

न सोमन.सं न सोमन�.स���यं, न सोमन�.स���यं न सोमन.सं।

न दोमन.सं न दोमन�.स���यं, न दोमन�.स���यं न दोमन.सं।

न उपे!खा न उप�े!ख���यं, न उप�े!ख���यं न उपे!खा।

न स1ा न सि1���यं, न सि1���यं न स1ा।

न वीिरयं न वीिरिय���यं, न वीिरिय���यं न वीिरयं।

न सित न सित���यं, न सित���यं न सित।

न समािध न समािध���यं, न समािध���यं न समािध।

न प2 ञा न प�2 ञ���यं, न प�2 ञ���यं न प2 ञा।

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न अन2 ञात2 ञ.सामीित न अन2 ञात2 ञ.सामीित���यं, न अन2 ञात2 ञ.सामीित���यं न अन2 ञात2 ञ.सामीित।

न अ2 ञं न अ�2 ञ���यं, न अ�2 ञ���यं न अ2 ञं।

न अ2 ञातावी न अ2 ञातािव���यं, न अ2 ञातािव���यं न अ2 ञातावी।

पदसोधनमूलच� कवारो

अनुलोमं

च!खु च!खु���यं, इ���या सोित���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या घािन���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या िज�&ह���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या कािय���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या मिन���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या इ�(थ���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या पुिरिस���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या जीिवित���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या सुिख���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या द�ु!ख���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या सोमन�.स���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या दोमन�.स���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या उपे�!ख���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या सि1���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या वीिरिय���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या सित���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या समािध���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या प�2 ञ���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या अन2 ञात2 ञ.सामीित���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या अ�2 ञ���यं।

च!खु च!खु���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

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सोतं सोित���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

सोतं सोित���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

घानं घािन���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

घानं घािन���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

िज&हा िज�&ह���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

िज&हा िज�&ह���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

कायो कािय���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

कायो कािय���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

मनो मिन���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

मनो मिन���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

इ(थी इ�(थ���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

इ(थी इ�(थ���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

पुिरसो पुिरिस���यं, इ���या च!खु���यं…प॰े…।

पुिरसो पुिरिस���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

जीिवतं जीिवित���यं, इ���या च!खु���यं…प॰े…।

जीिवतं जीिवित���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

सुख ंसुिख���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

सुख ंसुिख���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

द!ुखं द�ु!ख���यं, इ���या च!खु���यं…प॰े…।

द!ुखं द�ु!ख���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

सोमन.सं सोमन�.स���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

सोमन.सं सोमन�.स���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

दोमन.सं दोमन�.स���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

दोमन.सं दोमन�.स���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

उपे!खा उप�े!ख���यं, इ���या च!खु���यं…पे॰…।

उपे!खा उप�े!ख���यं, इ���या अ2 ञातािव���यं।

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स�ा सि����यं, इ���या च�खु���यं…पे॰…।

स�ा सि����यं, इ���या अ� ञातािव���यं।

वीिरयं वीिरिय���यं, इ���या च�खु���यं…प॰े…।

वीिरयं वीिरिय���यं, इ���या अ� ञातािव���यं।

सित सित���यं, इ���या च�खु���यं…प॰े…।

सित सित���यं, इ���या अ� ञातािव���यं।

समािध समािध���यं, इ���या च�खु���यं…पे॰…।

समािध समािध���यं, इ���या अ� ञातािव���यं।

प� ञा प�� ञ���यं, इ���या च�खु���यं…प॰े…।

प� ञा प�� ञ���यं, इ���या अ� ञातािव���यं।

अन� ञात� ञ सामीित अन� ञात� ञ सामीित���यं, इ���या च�खु���यं…पे॰…।

अन� ञात� ञ सामीित अन� ञात� ञ सामीित���यं, इ���या अ� ञातािव���यं।

अ� ञं अ�� ञ���यं, इ���या च�खु���यं…पे॰…।

अ� ञं अ�� ञ���यं, इ���या अ� ञातािव���यं।

अ� ञातावी अ� ञातािव���यं, इ���या च�खु���यं…प॰े…।

अ� ञातावी अ� ञातािव���यं, इ���या अ�� ञ���यं।

प� चनीकं

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न सोित���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न घािन���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न िज�$ह���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न कािय���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न मिन���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न इ�'थ���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न पुिरिस���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न जीिवित���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न सुिख���यं।

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न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न द�ु�ख���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न सोमन� स���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न दोमन� स���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न उपे��ख���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न सि����यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न वीिरिय���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न सित���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न समािध���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न प�� ञ���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न अन� ञात� ञ सामीित���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न अ�� ञ���यं।

न च�खु न च�खु���यं, न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न सोतं न सोित���यं, न इ���या न च�खु���यं…प॰े… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न घानं न घािन���यं, न इ���या न च�खु���यं…प॰े… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न िज$हा न िज�$ह���यं, न इ���या न च�खु���यं…प॰े… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न कायो न कािय���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न मनो न मिन���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न इ'थी न इ�'थ���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न पुिरसो न पुिरिस���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न जीिवतं न जीिवित���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न सुखं न सुिख���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न द�ुख ंन द�ु�ख���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न सोमन सं न सोमन� स���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न दोमन सं न दोमन� स���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न उपे�खा न उप�े�ख���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न स�ा न सि����यं, न इ���या न च�खु���यं…प॰े… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

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न वीिरयं न वीिरिय���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न सित न सित���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न समािध न समािध���यं, न इ���या न च�खु���यं…प॰े… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न प� ञा न प�� ञ���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न अन� ञात� ञ सामीित न अन� ञात� ञ सामीित���यं, न इ���या न च�खु���यं…प॰े… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न अ� ञं न अ�� ञ���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ� ञातािव���यं।

न अ� ञातावी न अ� ञातािव���यं, न इ���या न च�खु���यं…पे॰… न इ���या न अ�� ञ���यं।

सुि� ��यवारो

अनुलोमं

च�खु इ���यं, इ���या च�खु।

सोतं इ���यं, इ���या सोतं।

घानं इ���यं, इ���या घानं।

िज$हा इ���यं, इ���या िज$हा।

कायो इ���यं, इ���या कायो।

मनो इ���यं, इ���या मनो।

इ'थी इ���यं, इ���या इ'थी।

पुिरसो इ���यं, इ���या पुिरसो।

जीिवतं इ���यं, इ���या जीिवतं।

सुख ंइ���यं, इ���या सुख।ं

द�ुखं इ���यं, इ���या द�ुखं।

सोमन सं इ���यं, इ���या सोमन सं।

दोमन सं इ���यं, इ���या दोमन सं।

उपे�खा इ���यं, इ���या उप�ेखा।

स�ा इ���यं, इ���या स�ा।

वीिरयं इ���यं, इ���या वीिरयं।

सित इ���यं, इ���या सित।

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समािध इ���यं, इ���या समािध।

प� ञा इ���यं, इ���या प� ञा।

अन� ञात� ञ सामीित इ���यं, इ���या अन� ञात� ञ सामीित।

अ� ञं इ���यं, इ���या अ� ञ।ं

अ� ञातावी इ���यं, इ���या अ� ञातावी।

प� चनीकं

न च�खु न इ���यं, न इ���या न च�खु।

न सोतं न इ���यं, न इ���या न सोतं।

न घानं न इ���यं, न इ���या न घानं।

न िज$हा न इ���यं, न इ���या न िज$हा।

न कायो न इ���यं, न इ���या न कायो।

न मनो न इ���यं, न इ���या न मनो।

न इ'थी न इ���यं, न इ���या न इ'थी।

न पुिरसो न इ���यं, न इ���या न पुिरसो।

न जीिवतं न इ���यं, न इ���या न जीिवतं।

न सुखं न इ���यं, न इ���या न सुखं।

न द�ुख ंन इ���यं, न इ���या न द�ुखं।

न सोमन सं न इ���यं, न इ���या न सोमन सं।

न दोमन सं न इ���यं, न इ���या न दोमन सं।

न उपे�खा न इ���यं, न इ���या न उपे�खा।

न स�ा न इ���यं, न इ���या न स�ा।

न वीिरयं न इ���यं, न इ���या न वीिरयं।

न सित न इ���यं, न इ���या न सित।

न समािध न इ���यं, न इ���या न समािध।

न प� ञा न इ���यं, न इ���या न प� ञा।

न अन� ञात� ञ सामीित न इ���यं, न इ���या न अन� ञात� ञ सामीित।

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न अ� ञ ंन इ���यं, न इ���या न अ� ञ।ं

न अ� ञातावी न इ���यं, न इ���या न अ� ञातावी।

सुि� ��यमूलच� कवारो

अनुलोमं

च�खु इ���यं, इ���या सोतं।

च�खु इ���यं, इ���या घानं।

च�खु इ���यं, इ���या िज$हा।

च�खु इ���यं, इ���या कायो।

च�खु इ���यं, इ���या मनो।

च�खु इ���यं, इ���या इ'थी।

च�खु इ���यं, इ���या पुिरसो।

च�खु इ���यं, इ���या जीिवतं।

च�खु इ���यं, इ���या सुख।ं

च�खु इ���यं, इ���या द�ुखं।

च�खु इ���यं, इ���या सोमन सं।

च�खु इ���यं, इ���या दोमन सं।

च�खु इ���यं, इ���या उपे�खा।

च�खु इ���यं, इ���या स�ा।

च�खु इ���यं, इ���या वीिरयं।

च�खु इ���यं, इ���या सित।

च�खु इ���यं, इ���या समािध।

च�खु इ���यं, इ���या प� ञा।

च�खु इ���यं, इ���या अन� ञात� ञ सामीित।

च�खु इ���यं, इ���या अ� ञं।

च�खु इ���यं, इ���या अ� ञातावी।

सोतं इ���यं, इ���या च�खु…प॰े… इ���या अ� ञातावी।

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घानं इ��यं, इ��या च खु…प॰े… इ��या अ� ञातावी।

िज�हा इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

कायो इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

मनो इ��यं, इ��या च खु…प॰े… इ��या अ� ञातावी।

इ"थी इ��यं, इ��या च खु…प॰े… इ��या अ� ञातावी।

पुिरसो इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

जीिवतं इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

सुख ंइ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

द ुखं इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

सोमन'सं इ��यं, इ��या च खु…प॰े… इ��या अ� ञातावी।

दोमन'सं इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

उपे खा इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

स)ा इ��यं, इ��या च खु…प॰े… इ��या अ� ञातावी।

वीिरयं इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

सित इ��यं, इ��या च खु…प॰े… इ��या अ� ञातावी।

समािध इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

प� ञा इ��यं, इ��या च खु…प॰े… इ��या अ� ञातावी।

अन� ञात� ञ'सामीित इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

अ� ञं इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञातावी।

अ� ञातावी इ��यं, इ��या च खु…पे॰… इ��या अ� ञ।ं

प� चनीकं

न च खु न इ��यं, न इ��या न सोतं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न घानं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न िज�हा।

न च खु न इ��यं, न इ��या न कायो।

न च खु न इ��यं, न इ��या न मनो।

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न च खु न इ��यं, न इ��या न इ"थी।

न च खु न इ��यं, न इ��या न पुिरसो।

न च खु न इ��यं, न इ��या न जीिवतं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न सुखं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न द ुखं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न सोमन'सं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न दोमन'सं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न उप ेखा।

न च खु न इ��यं, न इ��या न स)ा।

न च खु न इ��यं, न इ��या न वीिरयं।

न च खु न इ��यं, न इ��या न सित।

न च खु न इ��यं, न इ��या न समािध।

न च खु न इ��यं, न इ��या न प� ञा।

न च खु न इ��यं, न इ��या न अन� ञात� ञ'सामीित।

न च खु न इ��यं, न इ��या न अ� ञ।ं

न च खु न इ��यं, न इ��या न अ� ञातावी।

न सोतं न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न घानं न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न िज�हा न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न कायो न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न मनो न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न इ"थी न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न पुिरसो न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न जीिवतं न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न सुखं न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न द ुख ंन इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

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न सोमन'सं न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न दोमन'सं न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न उपे खा न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न स)ा न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न वीिरयं न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न सित न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न समािध न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न प� ञा न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञातावी।

न अन� ञात� ञ'सामीित न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न अ� ञं न इ��यं, न इ��या न च खु…प॰े… न इ��या न अ� ञातावी।

न अ� ञातावी न इ��यं, न इ��या न च खु…पे॰… न इ��या न अ� ञं।

इ��ययमकमाितका िनि+ता।

यमकमाितका िनि+ता।

७. प�ानमाितका

हेतुप, चयो आर.मणप, चयो अिधपितप, चयो अन�तरप, चयो समन�तरप, चयो सहजातप, चयो अ� ञम� ञप, चयो िन'सयप, चयो उपिन'सयप, चयो पुरेजातप, चयो प,छाजातप, चयो आसेवनप, चयो क.मप, चयो िवपाकप, चयो आहारप, चयो इ��यप, चयो झानप, चयो म2गप, चयो स.पयु4प, चयो िव5पयु4प, चयो अ�"थप, चयो न�"थप, चयो िवगतप, चयो अिवगतप, चयोित (प+ा॰ १.१.प, चयु9ेस)।

प+ानमाितका िनि+ता।

िनगमनं

स45पकरणनामतो, अिभध.ममदेसिय।देवाितदेवो देवानं, देवलोक�.ह तं पुरे॥

त'सायं माितका स>बा, सकल'सािप उ)रा।िचरि+त"थं ध.म'स, तं प2ग@ह�तु साधवो॥

Aावीसित ितका चवे, तथेव हेतुगो,छकं।चूळ�तरदकुा स4, गो,छका च ततो परं॥

मह�तरदकुा चािप, ततो चु9स िनि9से।गो,छकािन दवेु िपि+-दकुािन+ारसेिदसा॥

Aाच4ालीस सु4�त-दकुा तेव��त प� चधा।स45पकरिणका िभ� ना, ध.मसEिणमाितका॥

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अिभध.ममाितकापािळ िनि+ता।

॥ नमो त'स भगवतो अरहतो स.मास.बु)'स॥

मोहिव�छेदनी

ग�थार�भकथा

१. काF� ञभािवतं य'स, ञाणच खु महोदयं।अ�धभूत'स लोक'स, जातं साम� ञलोचनं॥

२. तं बु)ं सुगतं धीरं, सस).मं ससावकं।व��द"वानु'सिर"वा च, थोमे"वा च िवनायकं॥

३. थेरे च िथरसीलािद-गुणालGारसोिभते।सासनुH जोतके धीरे, पु>बके वंसपालके॥

४. िवसुि)देवदेवो यं, देवानं ितदसालये।प� ञाय देसयी त'स, अिभध.म'स माितका॥

५. या त'सा िवपुल"थाय, ध.मसEिणआिदिह।अनेकेिह पकारेिह, पािळअ+कथािह च॥

६. अ"थो िविन,छयो चवे,िवभ4ो सागIपमो।अन�तनयवोिक@णो,द ुखोगाहो यतो ततो॥

७. समासेनािभध.म"थं, माितकामुखतोिखलं।ञातुकामेिह सु)ेिह, अ�तेवासीिह यािचतो॥

८. सGिJ"वान नयतो, पािळअ+कथागतं।अ"थं िविन,छय� चवे, समासेन िनराकुलं॥

९. साम�"थयगतं अ"थं, िनकाय�तरिन'सटं।महािवहारवासीनं, कमाभतनयानुगं॥

१०. दीपय�तो नय� ञूनं, सदा स.मोदकािरLन।मोहिव�छेद#न नाम, किर'साम"थव@णन��त॥

ग�थार.भकथा िनि+ता।

१. ध�मस�णीमाितका

ितकपद$थव%णना

त"थ अिभध�म)स माितकाित ए"थ केन+ेन अिभध�मो? ध.माितरेकध.मिवसेस+ेन। अितरेकिवसेस"थदीपको िह ए"थ अिभ-स9ो ‘‘बाPहा मे द ुखा वेदना अिभ कम��त, नो पिट कम��त (सं॰ िन॰ ४.८७; ५.१९५, १०२२; म॰ िन॰ ३.३८४, ३८९), अिभ क�तव@णा’’ितआदीसु (सं॰ िन॰ १.१;

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खु॰ पा॰ ५.१; सु॰ िन॰ मEलसु4; िव॰ व॰ ८५७) िवय, त'मा यथा समु�'सतेसु बहूसु छ4ेसु चवे धजेसु च यं अितरेक5पमाणं, िवसेसव@णस@ठान� च छ4ं, तं अित,छ4ं, यो अितरेक5पमाणो, िवसेसव@णस@ठानो च धजो, सो अित)जोित च वु, चित, एवमेव अय�.प ध.मो ध.माितरेकध.मिवसेस+ेन ‘‘अिभध.मो’’ित वु, चित। भगवता िह सु4�तं प"वा ख�धायतनधातुस, चइ��यप, चयाकारादयो ध.मा एकदेसेन िवभ4ा, न िन5पदेसेन, अिभध.मं प"वा पन अनेकेिह नयिवसेसेिह िन5पदेसतोव िवभ4ा। एवं ध.माितरेकध.मिवसेस+ेन ‘‘अिभध.मो’’ित वेिदत>बो।

केन+ेन माितका? मातुसम+ेन। माता िवयाित िह माितका यथा पदिुमकं मुख��त। यथा िह माता नानािवधे पु4े पसवित, ते पालेित, पोसेित च, एवमय�.प नानािवधे ध.मे, अ"थे च पसवित, ते च अिवन'समाने पालेित, पोसेित च, त'मा ‘‘माितका’’ित वु, चित। माितकं िह िन'साय ध.मसEणीआिदस45पकरणवसेन िव"थािरयमाना अन�तापिरमाणा ध.मा, अ"था च ताय पसुता, पािलता, पोिसता िवय च हो��त। तथा िह ध�मस+िण,पकरणे चत'सो िवभि4यो िच4िवभि4 Iपिवभि4 िन खेपरािस अ"थु)ारोित। त"थ नानानयेिह एकूननवुितिच4िवभािवनी िच4िवभि4 िव"थािरयमाना अन�तापिरमाणभाणवारा होित, तदन�तरं एकिवधािदना Iपिवभािवनी Iपिवभि4 िव"थािरयमाना अन�तापिरमाणभाणवारा होित, तदन�तरं मूलख�धAारादीिन िन� खिप"वा देिसतो िन खेपरािस िव"थािरयमानो अन�तापिरमाणभाणवारो होित, तदन�तरं तेिपटक'स बु)वचन'स अ+कथाभूतो अ"थु)ारो िव"थािरयमानो अन�तापिरमाणभाणवारो होित। एविमदं ध.मसEिण5पकरणं वाचनाम2गतो अितरेकतेरसम4भाणवार�.प समानं िव"थािरयमानं अन�तापिरमाणभाणवारं होित।

तथा िवभ+,पकरणे ख�धिवभEो आयतनधातुस, चइ��यप, चयाकारसितप+ानस.म5पधानइि)पादबोHझEम2गEझानअ5पम� ञािस खापदपिटस�.भदाञाणखु9कव"थुध.महदयिवभEाित अ+ारस िवभEा िवभ4ा, ते सु4�तभाजनीयअिभध.मभाजनीयािदनानानयेिह िव"थािरयमाना प, चकंे अन�तापिरमाणभाणवारा हो��त। एविमदं िवभE5पकरणं वाचनाम2गतो प� चLतसम4भाणवार�.प समानं िव"थािरयमानं अन�तापिरमाणभाणवारं होित।

तथा धातुकथापकरणं ‘‘सEहो असEहो’’ितआिदना चु9सिवधेन िवभ4ं वाचनाम2गतो अितरेकछभाणवारम4�.प समानं िव"थािरयमानं अन�तापिरमाणभाणवारं होित।

तथा पु.गलप0 ञि2,पकरणं ख�धप� ञि4 आयतनधातुस, चइ��यपु2गलप� ञ4ीित छ�>बधेन िवभ4ं वाचनाम2गतो अितरेकप� चभाणवारम4�.प िव"थािरयमानं अन�तापिरमाणभाणवारं होित।

तथा कथाव$थु,पकरणं सकवादे प� च सु4सतािन, परवादे प� च सु4सतानीित सु4सह'सं समोधाने"वा िवभ4ं वाचनाम2गतो सEीितआरोिपतनयेन दीघिनकाय5पमाण�.प िव"थािरयमानं अन�तापिरमाणभाणवारं होित।

तथा यमक,पकरणं मूलयमकं ख�धायतनधातुस, चस\ारअनुसयिच4ध.मइ��ययमक��त दसिवधेन िवभ4ं वाचनाम2गतो वीसभाणवारसत�.प िव"थािरयमानं अन�तापिरमाणभाणवारं होित।

प4ान,पकरणं हेतुप, चयआर.मणप, चयािदचतुवीसितप, चये गहे"वा ितकप+ानािदचतुवीसितिवधेन िवभ4ं प, चकंे कितपयभाणवार�.प िव"थािरयमानं अन�तापिरमाणभाणवारं होित। एवं अन�तापिरमाणानं ध.मानं, अ"थान� च पसवनतो, पालनतो, पोसनतो च ‘‘माता िवयाित माितका’’ित वु, चित। पालनपोसन� च"ेथ स.मु+ानं, िवर)ान� च पािळअ"थानं माितकानुसारेन स] ल खे"वा समानयनतो, र खणतो च वेिदत>बं। सा पनायं पिर,छेदतो ध.मसEणीमाितका िवभEमाितका धातुकथामाितका पु2गलप� ञि4माितका कथाव"थुमाितका यमकमाितका प+ानमाितकाित स4� नं पकरणानं आिद�.ह ठिपता स4िवधा होित।

त"थ ध.मसEणीमाितका आिद, सािप ितकमाितका दकुमाितकाित दिुवधा। त"थ Aावीसित ितका ितकमाितका नाम। Aेच4ालीससतदकुा दुकमाितका नाम, सा पुन आह, चभािसता सावकभािसताित दिुवधा। त"थ Aावीसित ितका चवे, ‘‘हेतू ध.मा न हेतू ध.मा…पे॰… सरणा ध.मा अरणा ध.मा’’ित इमे च सतं दकुाित अयं आह� चभािसता स.मास.बु)देिसता स4� नं पकरणानं माितका नाम, तदन�तरा ‘‘िवH जाभािगनो ध.मा अिवH जाभािगनो ध.मा…प॰े… खयेञाणं अनु5पादेञाण’’��त इमे Aाच4ालीस सु4��तकदकुा ध.मसेनापितसािरपु4"थेरेन ठिपत4ा सावकभािसता नाम। इमे ठप�ेतो पन थेरो न सामु कंिसकेन अ4नो ञाणेन ठपेिस, एकु4िरयं पन एककिनपातदकुिनपातसEीितसु4दसु4रसु4ेिह समोधाने"वा आिभध�.मक"थेरानं सु4�तं प"वा अिकलमन"थं ठपेिस।

सा पुन स5पदेसिन5पदेसवसेन Aे को+ासा हो��त। ए"थ िह नव ितका, एकस4ित च दकुा स5पदेसानं सावसेसानं नामIपानं पिर2गिहत4ा स,पदेसानाम, अवसेसा तेरस ितका, एकस4ित च दकुा िन5पदेसानं िनरवसेसानं नामIपानं गिहत4ा िन,पदेसा नाम। तेसं िवभागो त"थ त"थेव आिव भिव'सित। तथा नामलाभवसेन िAधा। स>बेव िह एते ितकदकुा आिदपदवसेन, स>बपदवसेन चाित िAधा नामं लभ��त। त"थ ‘‘कुसला ध.मा, अकुसला ध.मा,

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अ�याकता धमा’’ित अयं ताव आिदपदवसेन ल�नामो कुसलि�को नाम। ‘‘सुखाय वेदनाय सपयु�ा धमा…प॰े… धमा’’ित अयं सबपदवसेनल�नामो वेदनाि�को नाम। एवं स�बेस प ितकदकुानं नामं वेिदत�बं।

सा पनेसा प! चदसिह पिर%छेदेिह वव 'थता। ितकानं िह एको पिर%छेदो, दकुानं चु*स। ‘‘हेतू धमा नहेतू धमा’’ितआदयो िह छ दकुा ग.थतो च अ'थतो च अ! ञम! ञसब.धेन क 0णका िवय, घटा िवय च हु'वा िठत�ा ‘‘हेतुगो%छको’’ित वु% चित। ततो अपरे ‘‘स5प% चया धमा’’ितआदयो स� दकुा अ! ञम! ञं असब.धा केवलं दकुसाम! ञने उ % चिन'वा गो%छक.तरे ठिपत�ा, अ! ञेिह च अ.तरदकेुिह चूळक�ा ‘‘चूळ.तरदकुा’’ित वेिदत�बा। ततो परं आसवदकुादीनं छ. नं दकुानं वसेन आसवगो%छको नाम। ततो संयोजनदकुादीनं छ. नं वसेन संयोजनगो%छको नाम। तथा ग.थओघयोगनीवरणदकुादीनं छ. नं छ. नं वसेन ग.थओघयोगनीवरणगो%छका नाम। परामासदकुादीनं प! च. नं वसेन परामासगो%छको नाम। ततो परं सारमणदकुादयो चतु*स दकुा मह.तरदकुा नाम। ततो परं उपादानदकुादयो छ दकुा उपादानगो%छको नाम। ततो िकलेसदकुादयो अ;दकुा िकलेसगो%छको नाम। ततो परं द<सनेनपहात�बदकुादयो अ;ारस दकुा अिभधममाितकाय पिरयोसाने ठिपत�ा िपि;दकुा नाम। िव> जाभािगयदकुादयो पन ?ाच�ालीस दकुा सु� .तकदकुा नाम। एवमेित<सा प! चदसिह पिर%छेदेिह वव 'थताय ताव अयं अ'थव0णना भिव<सित।

कुसलि�कव�णना

य<मा पने'थ ितकमाितका आिद, त'थािप कुसलि�को आिद, त<मा कुसलि�क<स ताव –

अ'थतो भूिमभेदा च, प% चकंे सपयोगतो।उ*ेसतो च धमानं, लAखणािदिवभागतो॥

सCहा सु! ञतो चवे, िवसयािद5पभेदतो।यथानुDप ंस�ब'थ, वेिदत�बो िविन%छयो॥

त'थ अ�थतो ताव कुसला ध�माित ए'थ कुसलस*ो आरोEयानव> जछेकसुखिवपाकेसु िद<सित। अयं िह ‘‘क % च नु भोतो कुसलं, क % च भोतो अनामय’’ .तआदीसु (जा॰ १.१५.२४६; २.२०.१२९) आरोEये िद<सित। ‘‘कतमो पन, भ.ते, कायसमाचारो कुसलो? यो खो, महाराज, कायसमाचारो अनव> जो’’ितआदीसु (म॰ िन॰ २.३६१) अनव> जे। ‘‘कुसलो 'वं रथ<स अCप% चCान’’ .तआदीसु (म॰ िन॰ २.८७) छेके। ‘‘कुसल<स कम<स कत�ा उपिचत�ा’’ितआदीसु (ध॰ स॰ ४३१) सुखिवपाके। <वायिमध आरोEयेिप अनव> जिेप सुखिवपाकेिप व�ित। यथेव िह Dपकाये िन�यािधताय आरोEय;ेन कुसलं वु�ं, एवं अDपधमेिप िकलेस�यािधनो अभावेन आरोEय;ेन कुसलं वेिदत�बं। िकलेसव> ज<स पन अभावा अनव> ज;ेन कुसलं।

ध�म-स*ो पनायं पिरयि�हेतुगुणिन<स�िन> जीवतादीसु िद<सित। अयं िह ‘‘धमं पिरयापुणाित सु�ं गेVय’’ .तआदीसु (अ॰ िन॰ ४.१०२) पिरयि�यं िद<सित। ‘‘हेतु ह ञाणं धमपिटस भदा’’ितआदीसु (िवभ॰ ७२०) हेतु ह। ‘‘न िह धमो अधमो च, उभो समिवपािकनो’’ितआदीसु (थेरगा॰ ३०४) गुणे। ‘‘धमेसु धमानुप<सी िवहरती’’ितआदीसु (दी॰ िन॰ २.३७३) िन<स�िन> जीवतायं, <वायिमधािप िन<स�िन> जीवतायमेव वWित।

वचन'थो पने'थ – कु %छते पापधमे सलय .त चलय .त कपे .त िव�ंसे.तीित कुसला। कु %छतेन वा आकारेन सय.तीित कुसा, ते कुसे लुन .त िछ.द.तीित कुसला। कु %छतानं वा सानतो तनुकरणतो ञाणं कुसं नाम, तेन कुसेन लात�बा पिरव�ेत�बाित कुसला। अथ वा कोसX लं वु% चित प! ञा, ततो कोसX लतो सभूत�ा कुसला। इदं पन अन.तरे वु�! चाित िन�बचन?यं िक! चािप िन5पिरयायतो ञाणसपयु�ानमेव यु> जित, Z[हीवसेन पन तंसिदसताय ञाणिव5पयु�ानपीित गहेत�बं। यथा वा कुसा उभयभागगतं ह'थ5पदेसं लुन .त, एविममेिप उ5प. नानु5प. नभावेन उभयभागगतं संिकलेसपAखं लुन .त, त<मा कुसा िवय लुन.तीित कुसला। अ�नो पन सभावं धारे.तीित धमा, धारीय .त वा प% चयेिह, धारीय .त वा यथासभावतो आधारीय.तीितिप धमा। न कुसला अकुसला, िम�पिटपAखा अिम�ा िवय कुसलपिटपAखाित अ'थो। न �याकताित अयाकता, कुसलाकुसलभावेन अकिथताित अ'थो। तेसु अनव> जसुखिवपाकलAखणा कुसला, साव> जदAुखिवपाकलAखणा अकुसला, अिवपाकलAखणा अ�याकता।

\क पनेतािन कुसलाित वा धमाित वाितआदीिन एक'थािन, उदाहु नान'थानीित? िक! च'ेथ यिद ताव एक'थािन, ‘‘कुसला धमा’’ित इदं ‘‘कुसला कुसला’’ित वु�सिदसं होित। अथ नान'थािन, ितकदकुानं छA कचतुA कभावो आप> जित, पदान! च असब.धो ‘‘कुसला Dपं चAखुमा’’ितआदीनं िवय। अथािप यिद एतािन एक'थािन, कुसलाकुसला�याकतपदानं ित0ण प धमानं धमसभावेन एक�ा कुसलादीन प एक�ं आप> जित। अथ ‘‘कुसलपदतो अकुसलािदपद<स अ! ञ�ं िसया’’ित वदथ, न एतािन एक'थािन। तदा धमो नाम भावो। भावतो च अ! ञो अभावोित। एवं अ! ञो! ञापेAखाय अभाव�माप. नेिह धमेिह अन! ञे कुसलादयोिप अभावा एव िसयु .त? स�बमेतं अकारणं, क<मा? यथानुमितवोहारिसि�तो, न िह ‘‘कुसला धमा’’ितआदीिन पदािन यथा कुसला कुसलाित, एवं अ'थिवसेसाभावेन प 0डतेिह अनुमतािन, नािप कुसला Dपं चAखुमा-स*ा िवय अ! ञम! ञंअनोलोिकत'थभावेन, अथ खो अनव> जइ;िवपाक�ािदस^ात<स अ'थिवसेस<स, सभावसाधारणािदअ'थसाम! ञ<स च जोतक�ेन यथाA कमं

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अनुमतािन। कुसल-स*ो िह धम-स*<स पुरतो वु% चमानो कुसलाकुसलािदस�बसाधारणसाम! ञ'थदीपकं धम-स*ं अकुसलािदतो िनव�े'वा अ�नो अ�नो अ'थिवसेसिविस;'थदीपकं करोित। एवं प% चकंे िभ. निवसयान प नेसं िवसेसनिवसेिसत�बभावेन पवि�यं एक'थताय प 0डतानुमतताय यथावु�दोसारोपने कारणं वु�ं, स�बमेतं अकारणं। एवं ततो परेसुिप स�ब'थ यथानुDपतो ञात�बं। अयं ताव पद'थतो िविन%छयो।

कुसलपद�थो

भूिमभेदाित तेसु कुसलाकुसला�याकतेसु धमेसु कुसला ताव धमा भूिमभेदतो चतु �बधा हो .त – कामावचरा Dपावचरा अDपावचरा लोकु�राित। अयं भूिमभेदतो िविन%छयो।

स�पयोगतोित एवं भूिमभेदतो चतु �बधान प नेसं प% चकंे सपयोगतो िविन%छयो वेिदत�बो। त'थ कामावचरा ताव सपयोगतो अ;िवधा हो .त। सेVयिथदं? सोमन<ससहगतं ञाणसपयु�ं अस^ारं, तथा सस^ारं। उपेAखासहगतं ञाणसपयु�ं अस^ारं, तथा सस^ारं। सोमन<ससहगतं ञाणिव5पयु�ं अस^ारं, तथा सस^ारं। उपAेखासहगतं ञाणिव5पयु�ं अस^ारं, तथा सस^ार .त। त'थ इ;ारमणता, स�ाबाहुX लता, िवसु�िदि;ता, आिनसंसद<सािवता च एकादस पीितसबो>झCकारणािन चाित इमेिह ताव कारणेिह सोमन<ससहगतभावो वेिदत�बो। ञाणसप\� पन प'थे'वा कतकमतो, `aािदउपपि�तो, प! ञादसकवसेन इ .bयपिरपाकतो, िवAखभनेन िकलेसदिूरभावतो च स�िवधधमिवचयसबो>झCकारणतो च ञाणसपयु�ता वेिदत�बा। अ�नो वा परेसं वा वसेन पव�ो पु�बपयोगो स^ारो नाम।

तेन उ5प. नं सस^ारं, तदभावा अस^ार! च वेिदत�बं। एतेसु िह यथावु�सोमन<सञाणहेतुं आगम पह;ो ‘‘अ 'थ िद. न’’ .त आिदनय5पव�ं समािद\; पुरAख'वा असंसीद.तो, परेिह च अनु<सािहतो दानादीिन पु! ञािन करोित, तदा<स सोमन<ससहगतं ञाणसपयु�ं पठमं कुसलं उ5प> जित। यदा पन वु�नयेन ह;तु;ो समािद\; पुरAख'वा अमु�चािगतािदवसेन संसीदमानो, अ�नो पिटस^ारेन वा परेिह वा उ<सािहतो करोित, तदा<स तदेव सस^ारं दिुतयं कुसलं होित। यदा पन ञाितजनािदपिटपि�द<सनेन जातपिरचया बालदारकादयो िभAखुआिदद<सनेन सोमन<सजाता सहसा दानव.दनादीिन करो .त, तदा ञाणिव5पयु�ं तितयं कुसलं उ5प> जित। यदा पन ञाितआदीिह उ<सािहता एवं पिटप> ज .त, तदा तदेव चतु'थं सस^ारिच�ं होित। यदा पन सोमन<सहेतुनो अभावेन िवसंु चतूसुिप िवक5पसुे सोमन<सरिहता हो .त, तदा सेसािन च�ािर उपेAखासहगतािन कुसलािन उ5प> ज .त। एवं प% चकंे सपयोगतो िविन%छयो वेिदत�बो।

उ!ेसतो च ध�मान .त एवं सपयोगतो अ;िवधेसु कुसलेसु प% चकंे धमानं उ*ेसतोिप िविन%छयो वेिदत�बो। त'थ पठमकुसले ताव पािळया सDपेन आगता \तस धमा, येवापनका नवाित एकूनच�ालीस धमा हो .त। सेVयिथदं – फ<सो वेदना स! ञा चतेना िच�ं िवतA को िवचारो पीित वीिरयं िच�ेकEगता जीिवतं स�ा सित िहरी ओ�5प ंअलोभो अदोसो अमोहो कायप<सि� िच�प<सि� कायलहुता िच�लहुता कायमुदतुा िच�मुदतुा कायकम! ञता िच�कम! ञता कायपागु! ञता िच�पागु! ञता कायुजुकता िच�ुजुकताित इमे सDपेन आगता \तसधमा। छ.दो अिधमोAखो मनिसकारो तdम>झ�ता कZणा मुिदता कायद%ु चिरतिवरित वचीद%ु चिरतिवरित िम%छाजीविवरतीित इमे येवापनका नवाित।

पदभाजनीये पन –

‘‘यe<म समये कामावचरं कुसलं िच�ं उ5प. नं होित…पे॰… तe<म समये फ<सो होित, वेदना…पे॰… स! ञा चतेना िच�ं िवतA को िवचारो पीित सुख ंिच�<सेकEगता सि� .bयं वीिरिय .bयं सित .bयं समािध .bयं प ! ञ .bयं मिन .bयं सोमन <स .bयं जीिवित .bयं समािदि; समासf5पो समावायामो समासित समासमािध स�ाबलं वीिरयबलं सितबलं समािधबलं प! ञाबलं िहिरबलं ओ�5पबलं अलोभो अदोसो अमोहो अनिभ>झा अ�यापादो समािदि; िहरी ओ�5पं कायप<सि� िच�प<सि� कायलहुता िच�लहुता कायमुदतुा िच�मुदतुा कायकम! ञता िच�कम! ञता कायपागु! ञता िच�पागु! ञता कायुजुकता िच�ुजुकता सित सपज! ञं समथो िवप<सना पEगाहो अिवAखेपो होती’’ित (ध॰ स॰ १) –

एवं सDपतो उि*;ा छप! ञास धमा ‘‘ये वा पन तe<म समये अ! ञिेप अ 'थ पिट% चसमु5प. ना अDिपनो धमा’’ित (ध॰ स॰ १) एवं येवापनकवसेन साम! ञतो उि*;ा, अ#कथायं च<सा तेसु तेसु सु�5पदेसेसु आगते गहे'वा सDपतो िनि*;ा छ.दादयो नवाित प! चसि; धमा आगता। य<मा पन तेसु सDपेन आगता झानCइ .bयमEगCबलमूलादीनं वसेन एक<सेव बहुिक% चताद<सन'थं पुन5पुनं गहे'वा पिरयायेन छप! ञासिवधेन देिसतािप अगिहतEगहणेन यथावु�ा सम\तसेव धमा हो .त, ते पन सिवभि�का अिवभि�काित दिुवधा। त'थ फ<सादयो अ;ारस एकक�ा अिवभि�का। वेदनादयो ?ादस धमा अ;\तस5पभेदेन यथायोग ंिवभ��ा सिवभि�का, येवापनका पन अिवभि�का एव। त<मा ते स�बेिप िन5पिरयायेन एकूनच�ालीस धमाव हो .त। हो .त च'ेथ –

फ<सािदप! चकं प! चझानCािन .bय;कं।

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मEगCप! चकं स�बलं मूलि�क प च॥

कमपथि�क! चवे, लोकपालदकंु तथा।प<सि�आदी छ दकुा, तीिण िपि;दकुािनित॥

स�रसिह रासीिह, छप! ञासेव पािळयं।वु�ा सभावतो \तस, धमा अगिहतEगहे॥

फ<सो जीिवतस! ञा च, चतेना चारपीितयो।छ दकुा कायप<सि�-पमुखा;ारसेकका॥

िच�ं िवतA को स�ा च, िहिरओ� 5पय प च।अलोभो च अदोसो च, स� ि?धा िवभािवता॥

वेदना ितिवधा वीिरयं, सित च चतुधा मता।छ�ा एकEगता प! ञा, स�धाव िवभािवता॥

िवरती अ5पम! ञायो, मनA कारो छ.दम>झ�ा।िधमोAखो येवापनका, नवेते पठमे मने॥

प! चसि;िवधेनेव, पिरयायेन देिसता।नवािधका च ते\�स, धमाव परम'थतोित॥

ए'थ च सDपेन आगता \तस धमा, येवापनकेसु च�ारो चाित चतु\�स धमा एकAखणे िनयता ल�भ .त, सेसा पन कZणादयो प! चकZणापु�बभागमुिदतापु�बभागवसेन, कायद%ु चिरतवचीद%ु चिरतिम%छाजीवेिह िवरमणवसेन च िच�<स पवि�कालेसु एव उ5प > ज'वा अ! ञथानु5प> जनतो अिनयता। ते च य<मा द ुAखतसुिखतस�वसेन, कायद%ु चिरतािद�यवसेन च प% चकंे िभ. निवसय�ा एकतो न उ5प> ज .त, त<मा कZणापु�बभागािदवसेन पव�ेसु प! चसु िच�Aखणेसु िनयता चतु\�स, कZणादीसु एक .त प! च\तस धमा उ5प> ज .त, केवलं पन दानािदवसेन पवि�यं िनयता चतु\�सेव उ5प> ज.तीित वेिदत�बं। अयं धमु*ेसतो िविन%छयो।

ल%खणािदिवभागतोित एवं उि*;ानं धमानं लAखणरसािदतो िविन%छयो वेिदत�बो। फुसतीित फ(सो। <वायं फुसनलAखणो, सgWनरसो, स . नपातप% चुप;ानो, आपाथगतिवसयपद;ानो। अयं िह अDपधमोिप समानो आरमणे फुसनाकारेन पव�तीित फुसनलAखणो, सा च<स फुसनाकार5पवि� अ बलािदद<सने खेळु5पादािदना ञात�बा। एकदेसेन पन अनX लीयमानोिप Dप ंिवय चAखुं, स*ो िवय च सोतं िच�मारमण! चसgWेतीित सgWनरसो। ितकस . नपातस^ात<स पन अ�नो कारण<स वसेन पवेिदत�ा स . नपातप% चुप;ानो, फल;ेन प% चुप;ानेन पनेस वेदनाप% चुप;ानो नाम होित। त> जासम. नाहारेन चवे इ .bयेन च पिरAखते िवसये अन.तरायेन उ5प> जनतो आपाथगतिवसयपद;ानोित वु% चित। वेदनािध;ानभावतो पनेस िन% चमा गावी िवय द;�बो। लAखणादीसु च तेसं तेसं धमानं सभावो वा साम! ञं वा लAखणं नाम, िक% च ंवा सपि� वा रसो नाम, उप;ानाकारो वा फलं वा प% चुप;ानं नाम, आस. नकारणं पद;ानं नाम। एवं उपिरिप स�ब'थ लAखणादीनं नान�ं वेिदत�बं।

वेदयतीित वेदना, सा वेदियतलAखणा, सभावभेदतो पनेसा प! चिवधा होित – सुखं दAुखं सोमन<सं दोमन<सं उपेAखाित। त'थ इ;फो;�बानुभवनलAखणं सुखं, सपयु�ानं उपबhहनरसं, काियकअ<सादप% चुप;ानं, कािय .bयपद;ानं। अिन;फो;�बानुभवनलAखणं दAुख,ं सपयु�ानं िमलापनरसं, काियकाबाधप% चुप;ानं, कािय .bयपद;ानं। इ;ारमणानुभवनलAखणं सोमन<सं, यथा तथा वा इ;ाकारसभोगरसं, सपयु�ानं उपबhहनरसं वा, चतेिसकअ<सादप% चुप;ानं, इ;ाकारद<सनपद;ानं। अिन;ारमणानुभवनलAखणं दोमन<सं, यथा तथा वा अिन;ाकारसभोगरसं, सपयु�ानं िमलापनरसं वा, चतेिसकाबाधप% चुप;ानं, एक.तेन हदयव'थुपद;ानं। म>झ�वेदियतलAखणा उपAेखा, सपयु�ानं नाितउपबhहनिमलापनरसा, स.तभावप% चुप;ाना, िन5पीितकिच�पद;ाना। ए'थ च सुखं, दAुख! च एक.तम�याकतं, दोमन<समेक.तमकुसलं, सोमन<सुपेAखा पन िसया कुसला, िसया अकुसला, िसया अ�याकता। इध पन कुसला सोमन<सवेदना अिध5पतेा।

नीलािदभेदं आरमणं स! जानातीित स) ञा। सा स! जाननलAखणा, प% चािभ! ञाणरसा, पुनस! जाननप% चयिनिम�करणरसा वा दाZआदीसु त%छकादयो िवय, यथागिहतिनिम�वसेन अिभिनवेसकरणप% चुप;ाना ह 'थद<सकअ.धा िवय, आरमणे अनोगा[हवुि�ताय अिचर;ानप% चुप;ाना वा िव> जु िवय, यथाउपि;तिवसयपद;ाना ितणपुिरसेसु िमगपोतकानं पुिरसाित उ5प. नस! ञा िवय।

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चतेेतीित चेतना, स\� अ�ना सपयु�धमे आरमणे अिभस.दहतीित अ'थो। सा चतेनाभावलAखणा, आयूहनरसा, सा च कुसलाकुसलेसु एव होित। इतरेसु पन तंसिदसताय संिवदहनप% चुप;ाना सिक% चपरिक% चसाधका जे;िस<समहावiिकआदयो िवय। अ% चाियककमानु<सरणादीसु पनायं सपयु�ेसु उ<साहनभावेन पव�माना पाकटा होित।

आरमणं िच.तेतीित िच�ं, िव! ञाणं। िव'थारतो पन<स वचन'थो िच�दकेु आिव भिव<सित। तदेतं िवजाननलAखणं िच�ं, पु�बCमरसं, िनर.तर5पवि�तो स.धानप% चुप;ानं, नामDपपद;ानं।

िवतA केित ऊहेित, िवतA कनम�मेव वा सोित िवत% को। <वायमारमणे िच�<स अिभरोपनलAखणो, आहननपिरयाहननरसो, आरमणे िच�<स आनयनप% चुप;ानो।

आरमणे तेन िच�ं िवचरित, िवचरणम�मेव वा सोित िवचारो। <वायमारमणानुम> जनलAखणो, त'थ सहजातानुयोजनरसो, िच�<स अनु5पब.धनप% चुप;ानो। अिभिनरोपनानुम> जनवसेन पनेसं यथाA कमं ओळािरकसुखुमताय घ0टािभघातो िवय चतेसो पठमािभिनपातो िवतA को, घ0टानुरवो िवय अनु5पब.धो िवचारो। िव5फारवा च'ेथ िवतA को आकासे उ5पिततुकामप Aखनो पAखिवAखेपो िवय, स.तवुि� िवचारो आकासे उ5पितत<स प Aखनो पAखपसारणं िवय। सो पन नेसं िवसेसो पठमदिुतय>झानेसु पाकटो होित। उभोिप पनेते सपयु�धमपद;ाना।

िपणयतीित पीित। सा स पयायनलAखणा, कायिच�पीणनरसा, फरणरसा वा, ओदEयप% चुप;ाना, सोमन<ससहगतिच�पद;ाना।

वीरानं भावो, कमं वा वीिरयं, िविवधेन वा उपायेन ईरियत�बं पव�ियत�ब .त वीिरयं। त! च उ<साहलAखणं, सहजातानं उप'थभनरसं, असंसीदनभावप% चुप;ानं, ‘‘संिवEगो योिनसो पदहती’’ित (अ॰ िन॰ ४.११३) वचनतो संवेगपद;ानं, वीिरयारभव'थुपद;ानं वा। इदं पन कुसलपAख ेपद;ानं, अकुसलािदपAखे पन साधारणवसेन यथा तथा वा दAुखिवनोदनकामतापद;ानं, सपयु�धमपद;ानं वा। तं समार�ं स�बासं सप�ीनं मूलं होतीित द;�बं।

एको अEगो िवसयो अ<साित एकEगं, िच�ं, त<स भावो एकEगता, िच�<स एकEगता िच�ेक-गता, समािध<सेतं नामं। सा अिवसारणलAखणा, सहजातानं स प0डनरसा नहानीयचु0णानं उदकं िवय, उपसमप% चुप;ाना, ञाणप% चुप;ाना वा, सुखपद;ाना, अकुसलािदसाधारणवसेन पने'थािप प% चुप;ानपद;ानािन वु�नयेन योज'ेवा ञात�बािन। िनवाते दीप% चीनं िठित िवय चतेसो िठतीित द;�बा।

ए'थ च िक! चािप आरमणं िभ .द'वा अनुपिवस.ता िवय कुसलपAखे च�ारो धमा आरमणं ओगाह .त स�ा सित एकEगता प! ञाित, तेनेव स�ा ‘‘ओक5पना’’ित वु�ा, सित च ‘‘अिपलापना’’ित, एकEगता ‘‘अवि;ती’’ित, प! ञा ‘‘पिरयोगाहना’’ित च वु�ा। अकुसलपAखे च तयो त0हा िदि; अिव> जाित। तेन ते एव ‘‘ओघा’’ित वु�ा। तथािप नेसं लAखणािदतो नान� प िस�मेव। अकुसलपAखे पन एकEगता उ�% चसमागत�ा ‘‘ओगाहना’’ित न वु�ा। अकुसलधमा िह एकिवसये स प0डनिक% चने समािधना यु�ािप उदकिस�रजु;ानं िवय त^ण! ञवे िविकरणसभावा हो .त। तेनेव हे'थ उपचार5पना5पि� न होित, कुसलधमा पन य<मा उदकं आिस ! च'वा आिस ! च'वा आकोटनम> जनादीिन क'वा उपिल�;ानं िवय सकल प िदवसं िन% चलपव�नसम'थाित उपचार5पना5प�ािप होित, त<मा त'थ ओगाहनाित वु�ाित गहेत�बं।

जीव .त तेन, जीवनम�ं वा त .त जीिवतं, तं सहजातानुपालनलAखणं, तेसं पव�नरसं, तेस! ञवे ठपनप% चुप;ानं, यापियत�बधमपद;ानं। अ�नो िठितAखणे एव चतें ते धमे अनुपालेित उदकं िवय उ5पलादीिन, न भCAखणे। सयं िभ> जमान�ा सयं पवि�तधमसब.धेनेव पव�ित िनयामको िवयाित द;�बं।

स*ह .त एताय, सयं वा स*हित, स*हनम�ं वा एसाित स/ा। सा स*हनलAखणा, ओक5पनलAखणा वा, पसादनरसा उदक5पसादकमिण िवय, पAख.दनरसा वा ओघु�ारकवीरपुिरसो िवय, अकालुिसयप% चुप;ाना, अिधमुि�प% चुप;ाना वा, स�ेVयव'थुपद;ाना, स�मसवनािदसोतापि�यCपद;ाना वा, ह'थिव�बीजािन िवय द;�बा।

सर .त ताय, सयं वा सरित, सरणम�मेव वा एसाित सित। सा अिपलापनलAखणा, असमोसनरसा, आरAखप% चुप;ाना, िवसयािभमुखभावप% चुप;ाना वा, िथरस! ञापद;ाना, कायािदसितप;ानपद;ाना वा। आरमणे द[हपिति;त�ा पन एिसका िवय, चAखु?ारािदरAखणतो दोवािरको िवय च द;�बा।

कायद%ु चिरतादीिह िहरीयतीित िहरी, ल> जायेतं अिधवचनं। तेिहयेव ओ�5पतीित ओ�2पं, पापतो उ�बेग<सेतं अिधवचनं। त'थ पापतो िजगु%छनलAखणा िहरी, उ�ासलAखणं ओ�5पं। ल> जनाकारेन पापकानं अकरणरसा िहरी, उ�ासाकारेन ओ�5पं। असुिचम Aखत<स, अ Eगस.त�<स च अयोगुळ<स गहेतुं अिवसहनं िवय एतेसं यथाA कमं िजगु%छनस.तासाकारेिह पापाकरणं वेिदत�बं। वु�ाकारेनेव च पापतो संकोचनप% चुप;ानािन एतािन,

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अ�परगारवपद;ानािन कुलवधूवेिसया भावो िवय, लोकपालकािन चाित द;�बािन। उिभ. न प पनेसं समु;ानं अिधपित सभावो लAखणेन चाित माितकं ठपे'वा यथाA कमं अ>झ�बिह�ासमु;ानता, अ�लोकािधपितता, ल> जाभयसभावस 0ठतता, स5पित<सवव> जभयद<सािवतालAखणता च अ#सािलिनयं (ध॰ स॰ अ;॰ १ बलरािसव0णना) िव'थारतो िवभ�ा, अ 'थकेिह तं त'थेव गहेत�बं।

न लु�भित एतेन, सयं वा न लु�भित, अलु�भनम�मेव वा त .त अलोभो। अदोसामोहेसुिप एसेव नयो। तेसु अलोभो आरमणे िच�<स अगधेलAखणो, अलEगभावलAखणो वा कमलदले जलिब.द ुिवय, अपिरEगहरसो मु�िभAखु िवय, अनX लीनभावप% चुप;ानो असुिच ह पिततपुिरसो िवय।

अदोसो अच 0डA कलAखणो, अिवरोधलAखणो वा अनुकूलिम�ो िवय, आघातिवनयनरसो, पिरळाहिवनयनरसो वा च.दनं िवय, सोमभावप% चुप;ानो पु0णच.दो िवय।

अमोहो यथासभाव5पिटवेधलAखणो, अAखिलत5पिटवेधलAखणो वा कुसिल<सास Aख�उसु5पिटवेधो िवय, िवसयोभासनरसो अनु�टो पदीपो िवय, असमोहप% चुप;ानो अर! ञगतसुदेसको िवय। तयोिप चतेे स�बकुसलानं मूलभूताित द;�बा।

अिपच अलोभो च'ेथ दानहेतु, अदोसो सीलहेतु, अमोहो भावनाहेतु। तीिहिप चतेेिह यथापिटपािटया नेAखमस! ञा अ�यापादस! ञा अिव\हसास! ञाहो .त, तथा अिधकऊनिवपरीतEगहणानं अभावो, तथा िपयिव5पयोगअ 5पयसपयोगइ %छतालाभदAुखानं, जाितजरामरणदAुखानं, पेतिनरयितर%छानगितदAुखान! च अभावो, तथा भोगिम�अ�सपि�प% चयभावो, तथा कामसुखपिर% चागअ�िकलमथपिर% चागम >झमपिटप�ीनं सभवो, तथा असुभअ5पमाणधातुस! ञानं, अिन% चदAुखअन�स! ञानं, िद�ब`aअिरयिवहारान! च सभवो होतीित एवमादीिह नयेिह तेसं िव'थारो वेिदत�बो।

ए'थ च अमोहो नाम प! ञा, सा पजाननलAखणा। िव! ञाणं िवजाननलAखणं। स! ञा स! जाननलAखणा। \क पनेतासं स! ञािव! ञाणप! ञानं नान� .त? स! जाननिवजाननपजाननमेव। एतासं िह समानेिप जाननभावे स! ञाय ‘‘नीलं पीत’’ .तआिदना पुन स! ञु5पादकम�ेन आकारेन स! जाननम�मेव होित, अजातबुि�दारक<स िवय िच�वWािदभावम�ाकारेन कहापणािदद<सनं, न ततो उ�ं। िव! ञाण<स पन यथावु�ेन च ततो िविस;ेन च अिन% चािदना आकारेन जाननं होित, गािमकपुिरस<स िवय यथावु�ेन चवे उपभोगारहतािदना च आकारेन कहापणािदद<सनं, न ततो उ�ं। प! ञाय पन तेिह च यथावु�ेिह नान5पकारेिह च मEगपातुभावािदहेतूिह स�बेिह आकारेिह पजाननं होित, हेर ! ञक<स िवय यथावु�ेिह चवे छेककूटअ�सारािदस�बेिह आकारेिह च कहापणािदद<सनं। प! ञाय िह अजािनत�बं नाम न 'थ। एवं स! जाननिवजाननपजाननाकारेिह एतासं नान�ं वेिदत�बं। ए'थ च चAखुिव! ञाणादीिन िवतA कवीिरयािदसहजातप% चयिवरहतो Dपादीसु स! ञािक% चतो अिधकिवजाननिक% च ंकातुं न सA को .त, बलपिरणायकािन िवय सेनCािन प! ञानुव�कानेव हो.तीित वेिदत�बािन। तेनाह भगवा ‘‘प! चिह िव! ञाणेिह न क ! च धमं पिटिवजानाित अ! ञd अिभिनपातम�ा’’ितआिद (िवभ॰ ७६६)।

कायप<सभनं कायप(सि/। िच�प<सभनं िच�प(सि/। कायोित पने'थ वेदनादयो तयो ख.धा। उभोिप पनेता कायिच�दरथवूपसमलAखणा, कायिच�दरथिनम*नरसा, कायिच�ानं अपिर5फ.दसीितभावप% चुप;ाना, कायिच�पद;ाना। कायिच�ान! चअवूपसमकरउ�% चािदिकलेसपिटपAखभूताित द;�बा।

कायलहुभावो कायलहुता। िच�लहुभावो िच�लहुता। एवं उपिरिप पद'थो द;�बो। कायिच�ानं गZभाववूपसमलAखणा कायलहुता, िच�लहुता च, तेसं गZभाविनम*नरसा, तेसं अद.धताप% चुप;ाना, तेसं गZभावकरिथनिम�ािदिकलेसपिटपAखभूताित द;�बा।

कायिच�ानं थ�भाववूपसमलAखणा कायमुदुता, िच�मुदुता च, तेसं थ�भाविनम*नरसा, अ5पिटघातप% चुप;ाना, कायिच�पद;ाना, तेसं थ�भावकरिदि;मानािदिकलेसपिटपAखभूताित द;�बा।

कायिच�ानं अकम! ञभाववूपसमलAखणा कायक�म) ञता, िच�क�म) ञता च, तेसं अकम! ञभाविनम*नरसा, कायिच�ानं आरमणकरणसपि�प% चुप;ाना, तेसं अकम! ञभावकरावसेसनीवरणपिटपAखभूताित द;�बा। पसादनीयव'थूसु पसादावहा, िहतिकिरयासु िविनयोगAखमभावावहा सुव0णिवसुि� िवयाित द;�बा।

कायिच�ानं अगेल! ञभावलAखणा कायपागु) ञता, िच�पागु) ञता च, तेसं गले! ञिनम*नरसा, िनरादीनवप% चुप;ाना, तेसं गले! ञकरअ<सि�यािदिकलेसपिटपAखभूताित द;�बा। कायिच�ानं अ> जवलAखणा कायुजुकता, िच�ुजुकता च, तेसं कुिटलभाविनम*नरसा, अिजहताप% चुप;ाना, तेसं कुिटलभावकरमायासाठेVयािदपिटपAखभूताित द;�बा। स�बेपतेे प<सि�आदयो धमा कायिच�पद;ानाित वेिदत�बा।

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�क पने�थ पस�ादयो ध�मा उ�� चा�द िवनोदेतुं न स� को��त, येन इमे पस�ादयो ध�मा न िवसंु िवभ!ाित? नो न स� को��त, इमे पन सिहता एव स� को��त, इतरथा तेसं उ&पि!या एव अस�भवतो। यथा वा पस�ादीसु िव* जमानेसु मोहािहिरकादीनं उजुपिटप�खभावेन अमोहिहिरआदयो हो��त, एवमेतेिप उ�� चािदउजुपिटप�खभावेन इ��छत0बाित गहेत0बा। यमा च�ेथ 3ीिह 3ीिह एव यथासकं पिटप�खा हिरत0बा, तमा ते एते एव ि3धा िवभ!ा, न अमोहादयोित ञात0बा।

येवापनकेसु छ�दोित क!ुकामतायेतं अिधवचनं, तमा सो क!ुकामताल�खणो, आर�मणपिरयेसनरसो, आर�मणेन अ��थकताप� चुप7ानो, तदेवस पद7ानं। आर�मण8गहणे चायं चतेसो ह�थ&पसारणं िवय द70बो। अय9 च यमा िवर�* जत0बादीसुिप ने�ख�मािदना सह लोभिवसिदसेन क!ुकामताकारेन पव!ित, तमा असेखान��प उ&प* जित। लोभो पन सुभसुखािदिवप: लासपु0बकेन अिभस;ाकारेनेव पव!तीित अयमेतेसं िवसेसो। एवं मे!ाक<णादीन��प लोभादीिह िवसेसो यथानु=पं ञात0बो।

अिधमु� चनं अिधमोखो। सो स�� न7ानल�खणो, असंस&पनरसो, िन�छयप� चुप7ानो, स�� न7ात0बध�मपद7ानो, आर�मणे िन� चलभावेन इ�दखीलो िवय द70बो। ननु च स�ािप अिधमो�खोित वु� चित। तथा िह अिधमो�खल�खणे इ�द7ं कारेतीित सि���>य��त वु� चतीित? स� च,ं सा च खो स�पसादनभावेन अिधमो�खो, अयं पन यथा तथा वा िन�छयभावेनाित न कोिच िवरोधो।

िकिरया कारो, मन?म कारो मनिसकारो, पुिरममनतो िवसिदसं मनं करोतीितिप मनिसकारो, वायं आर�मणपिटपादको वीिथपिटपादको जवनपिटपादकोित ित&पकारो, त�थ आर�मणपिटपादको इध मनिसकारो। सो सारणल�खणो, स�पयु!ानं आर�मणेसु पयोजनरसो, आर�मणािभमुखभावप� चुप7ानो, आर�मणपद7ानो, स@ार�ख�धपिरयाप� नो। आर�मणपिटपादक!ेन स�पयु!ानं सारिथ िवय द70बो। वीिथपिटपादकोित पन प9 च3ाराव* जनसेतं अिधवचनं। जवनपिटपादकोित मनो3ाराव* जनस, न ते इध अिध&पेता। ए�थ चायं मनिसकारो सम� नाहारम!ाकारेन आर�मणे स�पयु!ानं पयोजको, चेतना चतेोिकिरयाभावेन, िवत को पन सA&पाकारेन, उपिन*झायनाकारेन च अिभिनरोपको। तेनेव हे�थ पदभाजनीये ‘‘त� को सA&पोित च, झान;’’��त च वु� चतीित अयमेतेसं िवसेसो।

तेसु तेसु ध�मेसु म*झ!ता त�म�झ!ता। सा िच!चतेिसकानं समवािहतल�खणा, ऊनािधकतािनवारणरसा, प�खपातुप�छेदनरसा वा, म*झ!भावप� चुप7ाना, सम&पव!स�पयु!ध�मपद7ाना। स�पयु!ध�मानं अ*झुप�ेखणेन सम&पव!ानं आजानीयानं अ*झुपे�खकसारिथ िवय द70बा।

परद�ुख ेसित साधूनं हदयक�पनं करोतीित क"णा, िकरित वा परद�ुख ं�हसित च, िकरीयित वा द�ु�खतेसु पसारीयतीित क<णा। सा परद�ुखापनयनाकार&पवि!ल�खणा, परद�ुखासहनरसा, अिव�हसाप� चुप7ाना, द�ुखािभभूतानं अनाथभावदसनपद7ाना। मोद��त ताय तंसमि;नो, सयं वा मोदित, मोदनम!मेव वा त��त मुिदता। सा पमोदल�खणा, अिनसायनरसा, अरितिवघातप� चुप7ाना, स!ानं स�पि!दसनपद7ाना।

कमा पने�थ मे!ुपे�खा न वु!ाित? पु0बे गिहत!ा। अदोसो एव िह स!ेसु िहतफरणवसेन पवि!यं मे!ा। तIम*झ!ता एव च इ7ािन7स!ेसु म*झ!ाकारेन पवि!यं उप�ेखा। ते च ध�मा िनयता, केवलं पन नेसं स!ेसु मे!ुपे�खाभावेन पवि! अिनयताित। कायद�ु चिरततो िवरित कायदु% चिरतिवरित। सेसपद3येिप एसेव नयो। ल�खणािदतो पनेता ितसोिप कायद�ु चिरतािदव�थूनं अवीित� कमल�खणा, ततो संकोचनरसा, तेसं अिकिरयप� चुप7ाना, स�ािहरो!&पअ�&प�छतािदगुणपद7ाना, पापिकिरयतो िच!स िवमुखभावभूताित द70बा। एवं ल�खणािदतो िविन�छयो वेिदत0बो।

स&हाित एवं ये इमे इम?म कामावचरपठमकुसले िवभ!ा एकूनच!ालीस ध�मा, स0बेते ख�धतो चतु�0बधा हो��त – वेदना�ख�धो स9 ञा�ख�धो स@ार�ख�धो िव9 ञाण�ख�धोित। त�थ रास7ेन सोमनसवेदना वेदना�ख�धो, तथा स9 ञा स9 ञा�ख�धो, िच!ं िव9 ञाण�ख�धो, अवसेसा फसादयो छ�!स ध�मा स@ार�ख�धोित वेिदत0बा।

ननु च यिद रास7ेन ख�धो, फसादीनं ताव अनेक!ा स@ार�ख�धता यु!ा, कथं पन वेदनादीनं ितLणं ख�धताित? उपचारतो। प� चकंे िह अतीतािदभेदिभ� नेसु वेदनास9 ञािव9 ञाणेसु िन<Mहोिप ख�ध-सOो तदेकदेसेसु एकेकवेदनादीसुिप समुदायोपचारेन वोहरीयतीित तदेकदेसेिप त0बोहारो, यथा <�खस साखाय िछ* जमानाय ‘‘<�खो िछ* जती’’ितआदीसु िवयाित। एवं ख�धतो चतु�0बधा हो��त।

ते पुन आयतनतो दिुवधा हो��त – मनायतनं ध�मायतन��त। स9 जाितसमोसरण7ान7ेन हे�थ िच!ं मनायतनं, सेसा पन अ7�तस ध�मा ध�मायतन��त। एवं आयतनतो दिुवधा हो��त। ते पुन धातुवसेन दिुवधा मनोिव9 ञाणधातु ध�मधातूित। िनस!िन* जीव7ेन हे�थ िच!ं मनोिव) ञाणधातु,सेसा ध�मधातूित। एवं धातुवसेन दिुवधा।

तथा आहारानाहारवसेन। त�थ फसो चतेना िच!��त इमे तयो ध�मा िवसेसप� चय!ेन यथा� कमं ‘‘फसाहारो मनोस9 चतेनाहारो िव9 ञाणाहारो’’ित वु� च��त, अवसेसा न आहाराित। �क पनेते प� चया न हो��त, ये न आहाराित वु� चPेयु��त? नो न हो��त, िवसेसप� चया पन न हो��त, फसादयो पन तेसं

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ध�मानं िवसेसप� चया हो��त, िवसेसतो वेदनादयो च आहर��त। फसाहारो िह ितसो वेदनायो आहरित, मनोस9 चतेनाहारो तयो भवे, िव9 ञाणाहारो पिटस��धनाम=पं। ननु च सो िवपाको, इदं पन कुसलिव9 ञाण��त? िक9 चािप एवं, तंसिर�खताय पन िव9 ञाणाहारो�वेव वु!ं। यमा वा इमे ‘‘अ=िपनो आहारा स�पयु!कानं ध�मानं तंसमु7ानान9 च =पानं आहारप� चयेन प� चयो’’ित (प7ा॰ १.१.१५) वचनतो कबळीकाराहारो िवय =पकायस उप�थ�भक7ेन नामकायस आहारप� चया हो��त, तमा इमेव ‘‘आहारा’’ित वु!ाित वेिदत0बं। एवं आहारानाहारवसेन दिुवधा।

तथा इ��>यािन��>यतो। त�थ स�ा वीिरयं सित एक8गता अमोहो िच!ं सोमनसवेदना जीिवत��त इमे अ7 ध�मा अिधपितय7ेन यथा� कमं ‘‘सि���>यं वीिरिय��>यं सित��>यं समािध��>यं प�9 ञ��>यं मिन��>यं सोमन�स��>यं जीिवित��>य’’��त वु� च��त, अवसेसा न ‘‘इ��>यानी’’ित। एवं इ��>यािन��>यतो दिुवधा।

तथा झान;ाझान;वसेन। त�थ िवत� को िवचारो पीित सोमनसं एक8गताित इमे प9 च ध�मा उपिन*झायन7ेन ‘‘झान;ानी’’ित वु� च��त, इतरे ‘‘अझान;ानी’’ित। एवं झान;ाझान;वसेन दिुवधा।

तथा म8ग;ाम8ग;वसेन। त�थ अमोहो िवत� को िवरित!यं वीिरयं सित एक8गताित इमे अ7 ध�मा िनPयान7ेन, िवमो�ख7ेन च यथा� कमं ‘‘स�मािदि7 स�मासA&पो स�मावाचा स�माक�म�तो स�माआजीवो स�मावायामो स�मासित स�मासमाधी’’ित नामेन ‘‘म8ग;ानी’’ित वु� च��त, इतरे ‘‘अम8ग;ानी’’ित। पािळयं पन लोिकयिच!े िवरतीनं अिनयत!ा, येवापनक!ा च ता व* ज�ेवा ‘‘प9 चि;को म8गो होती’’ित (ध॰ स॰ ५८, १२१) वु� चित। एवं म8ग;ाम8ग;वसेन दिुवधा।

तथा बलाबलवसेन। त�थ स�ावीिरयं सित समािध प9 ञा िहरी ओ!&प��त इमे स! ध�मा अक��पय7ेन बलानीित वु� च��त, इतरे अबलानीित। एवं बलाबलवसेन दिुवधा।

तथा हेतुनहेतुवसेन। त�थ अलोभो अदोसो अमोहोित इमे तयो ध�मा मूल7ेन हेतूित वु� च��त, इतरे नहेतूित। एवं हेतुनहेतुवसेन दिुवधा। एवं फसाफसवेदनावेदना स9 ञास9 ञािच!ािच!ािदवसेनिप वु!नयानुसारेन यथायोगं स;हिवभागो वेिदत0बो। अयमे�थ स@ेपो, िव�थारो पन पदभाजनीयस;हवारे (ध॰ स॰ १०३ आदयो), तद-कथाय) च (ध॰ स॰ अ7॰ ५८-१२०) गहेत0बो। एवं स;हतो िविन�छयो वेिदत0बो।

सु) ञतो चेवाित एवं ख�धादीिह स;िहतेसु तेसु ध�मेसु त�0बिनमु!ो कारकवेदकािदसभावो अ!ा वा ससतो वा भावो न उपल0भित। सु9 ञा ते ध�मा अ!ेन वा अ!िनयेन वा, केवलं पिट� चसमु&प� ना, सल�खणधारणतो ध�मम!ा, िन� चसुखािदसारिवरहतो असारा, पव!किनयामकाभावतो अपिरणायका अिन� चा, द�ुखा, अन!ा, अन!िनया च हु�वा पव!�तीित अयमे�थ स@ेपो, िव�थारो पन पदभाजनीयसु9 ञतवारे, तद-कथाय) चगहेत0बोित। एवं सु9 ञतो िविन�छयो वेिदत0बो।

िनि7ता पठमकुसलस अ�थवLणना।

दिुतयादीसुिप पठमकुसले वु!नयेन ध�मुOेसािदना स0बो िविन�छयो वेिदत0बो। न केवल9 च ए�थेव, इतो परेसुिप स0ब�थ हे7ा वु!सिदसानं पदानं, ध�मान9 च अ�थो, स0बो च िविन�छयो ए�थ वु!नयेनेव वेिदत0बो। इतो परं पन अपु0बमेव वLणियसाम। दिुतयिच!े ताव सस@ारभावम!मेव पठमिच!तो िवसेसो, सेसं तािदसमेव। दिुतयकुसलं।

तितयेिप ध�मुOेसे अमोहाभावा इ��>यम8ग;बलमूलस;हेसु प�9 ञ��>यस�मािदि7म8ग;प9 ञाबलअमोहमूलानं पिरहािनया सि���>यादीनं भावोव िवसेसो, सेसं तािदसमेव। तथा चतु�थे सस@ारभावम!मेव िवसेसो। तितयचतु�थािन।

प9 चमछ7स!म7मेसु पन सुखसोमनस7ानेसु उप�ेखाभावो, पीितया च अभावो। तेनेव झान;स;हवारे चतुर;*झानताव िवसेसो, सेसं पठमदिुतयतितयचतु�थिच!सिदसमेव। उप�ेखासहगतेसु च�ेथ चतूसु क<णामुिदता न उ&प* ज�तीित केिच वद��त, पिरक�मभूतानं पने�थ तासं उ&पि!या महाअ7कथायं अनु9 ञात!ा उपचार&प!ा पन उ&प* ज��त, न इतराित गहेत0बं। प9 चमछ7स!म7मािन।

िवसयािद.पभेदतोित एवं ध�मुOेसािदना िवभ!ािन अ7 कामावचरकुसलािन आर�मणिवभागतो प� चकंे छ�0बधािन हो��त =पार�मणं…पे॰… ध�मार�मण��त। त�थ नीलािदभेदिभ� ना, अतीतानागतप� चु&प� नअ*झि!कबािहरओळािरकसुखुमािदभेदिभ� ना च वLणधातु 0पार�मणं नाम। एवं स1ार�मणादीसुिप यथानु=पं भेदो वेिदत0बो।

ए�थ च फो-3ब��त आपोधातुव�* जतभूत!यं, ध�मार�मण��त प9 चार�मणािन व* जे�वा अवसेसा =पा=पप9 ञि!यो वेिदत0बा, सेसं तािदसमेव। केिच पने�थ ‘‘च�खुिव9 ञाणादीनमापाथगतािन एतानार�मणािन =पार�मणािदवोहारं लभ��त, अनापाथगतािन पन अतीतानागतदरूसुखुमािदभेदिभ� नािन

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ध�मार�मणानेवा’’ित वद��त, तं न यु!ं िद0बच�खादीनं =पार�मणतािदवचनतो।

अनापाथगता एव िह तािन िद0बच�खुआदीनं आर�मणं, न च तािन ध�मार�मणािन। =पादयो िह प9 च प� चकंे 3ीसु 3ीसु 3ारेसु एक?म खणे आपाथमाग��वा तंतं3ािरकजवनानं, तदन�तरे मनो3ािरकान9 च अपरभागे च िद7सुतािदवसेनानुसर�तस सु�मनो3ािरकान9 च आर�मणािन हो��त। तथा िह नानावLणिविच!चिेतयािददसनं करो�तस, ध�मं सुण�तस, भेिरसOादीिह वा पूजा�द करो�तस च ग�धमालादीिन घािय�वा, खादनीयभोजनीयािद9 चसािय�वा, सुखस�फसािन अ�थरणपावुरणादीिन च फुिस�वा मनापभावं ञ�वा तेिह चिेतयपूज ंकरो�तस, त�थ त�थ अकुसलं वा उ&पादे�तस, त?म त?म खणे गPहमानािन =पािदप9 चार�मणािन साखाय अ� कमनं, पथिवयं छायाफरण9 च एक�खणे कु<मानं <�ख8गे िनलीयमानं प��खनो सरीरं िवय यथासकं पसाद9 च घ^े�वा त?मयेव खणे भव;चलनप� चयभावेन मनो3ारेिप आपाथमाग��वा ततो भव;ं िव��छ��द�वा उ&प� नानं आव* जनािदवो70बनपिरयोसानानं, वीिथिच!ानं, तदन�तरान9 च कुसलाकुसलािदजवनानं आर�मणं हु�वा तदन�तरासु मनो3ारवीथीसु च अपरभागे तथा=पं प� चयं आग�म अ!ना पूजािदकरणकालेसु, िद7सुतघाियतसाियतफु7वसेनानुसर�तस, प� च�खतो अनुभुPयमानािन िवय मनो3ारे च आर�मणािन हो��त।

अथािप प9 चिह 3ारेिह अगिहतपु0बािन बु�=पादीिन, िद0ब=पादीिन च प9 चार�मणािन सवनवसेन स: ल�ख�ेवा जवन�खणे वा अपरभागे सुतवसेनेव अनुसिर�वा वा पसादं, क�मफलस�ा�द, लोभािद9 च उ&पादे�तसािप मनो3ारे आपाथमाग�छ��त। अिभ9 ञानं पन सु�मनो3ारे एव, तमा एवं प9 च3ारे, मनो3ारे, सु�मनो3ारे च आपाथगतािन अतीतािदभेदिभ� नािन स0बािनिप प9 चार�मणािन कदािचिप ध�मार�मणं न हो��त, तिदतरा नाम=पप9 ञि!यो ध�मार�मण��त गहेत0बं। ननु चतेािन इ7क�तमनापािन आर�मणािन लोभस व�थु, कथमे�थ कुसलं उ&प* जतीित? िनयमािदकारणतो। िच!ं िह ‘‘कुसलमेव मया क!0ब’’��त पु0बे िनयिमतवसेन स0ब�थ अकुसल&पव�! िनव!े�वा कुसले पिरणामनवसेन च अिभLहं आसेिवतकुसलसमुदाचारवसेन च स&पुिरसूपिनसयािदउपिनसयवसेन च योिनसोआभुिजतवसेन चाित इमेिह कारणेिह कुसलं हु�वा उ&प* जतीित वेिदत0बं। एविममेसु छसु आर�मणेसु उ&प* जनतो प� चकंे छ�0बधािन हो��त। आर�मणवव�थानकथा।

एवं आर�मणभेदिभ� नेसु =पार�मणं ताव कुसलं दसपु9 ञिकिरयव�थुवसेन दसिवधं होित। त�थ एकेकं पन कायक�मं वचीक�मं मनोक�म��त ितिवधं। त�थ काय3ारे पव!ं कायक�मं, वची3ारे पव!ं वचीक�मं, मनो3ारे पव!ं मनोक�मं। त�थ काय3ार��त कायिव9 ञि!। वची3ार��त वचीिव9 ञि!। तासं िवभागो =पिवभि!यं आिव भिवसित। मनो3ार��त स0बं चतेनास�पयु!ं िच!ं वु� चित, िवसेसतो कुसलाकुसलं। तं िह सहजातानं चतेनानं, काय;वाच;चोपनं अस�पापुिण�वा पव!ानं सु�मनोक�मानं पवि!ओकासदानतो 3ार��त वु� चित, इमेसु पन तीसु 3ारेसु पव!ा चतेना कायक�मादयो नाम। अिपच पाणाितपातादयो, पाणाितपातावेरमिणआदयो च कायक�मं नाम, मुसावादादयो, मुसावादावेरमिणआदयो च वचीक�मं नाम, अिभ*झादयो, अनिभ*झादयो च मनोक�मं नाम।

कुसलप�ख ेपन दानािददसपु9 ञिकिरयव�थूिन च यथारहं कायवचीमनोक�मािन हो��त। एवं येभुPयवुि!तो चसे कायक�मािदभावो वु!ो पाणाितपातादीन��प वची3ारादीसु पवि!तो केस�9 च पुिरसानं वनचरकािदभावो िवय, 3ारान9 च कायक�म3ारािदभावो केस�9 च गामानं _ा`णगामािदभावो िवय। अकुसले ताव ए�थ पाणाितपातािदकायक�मं काय3ारे, वची3ारे च यथारहं समु7ाित, नो मनो3ारे। तथा मुसावादािदवचीक�मं। पाणाितपातािदिन&फादन�थं िह मनो3ारे एव िच�ते�तस चतेना0यापादादीसु क�मपथ&प!ेसु वा क�मपथं अ&प!ेसु वा मनोक�मेसु एव पिवसनतो कायक�मािदभावं न पापुणाित। ननु िव* जामयेनािप केवलं मनोक�मेन पाणाितपाता�द करो�तीित? न अलोणभोजनद0भसयनम�तपिरज&पनािदकायवचीपयोगं िवना तसािस*झनतो। अिभ*झािदमनोक�मं पन तीसुिप 3ारेसु समु7ाित। अिभ*झाय िह कायेन परभLड8गाहादीनं, 0यापादेन दLडपरामसनादीनं, िम�छािदि7या ित��थयव�दनादीनं करणकाले, वाचाय परस�पि!प�थनाय ‘‘ह9 ञ�तु ब*झ�तू’’ित अन�थप�थनाय च ित��थय�थुिततद�थदीपनादीन9 च यथा� कमं पवि!काले च तस मनोक�मस कायवाचासु पवि! वेिदत0बा।

कामावचरकुसलं पन पाणाितपातावेरमिणआिदकं कायवचीमनोक�मं प� चकंे 3ार!येिप पव!ित। त�थ पाणाितपातादीिह स�फ&पलापपिरयोसानेिह स!िह िवरम�तस ताव ह�थमुOाय, वचीभेदेन च समािदयनकाले, मनसा िवरमणकाले च तेसं कायवचीक�मानं तीसु 3ारेसु पवि! वेिदत0बा। अनिभ*झादीिह सहगतेन चतेसा त* जस कायपयोगस, ‘‘परिव!ुपकरणं िचरि7ितकं होतु, स0बे स!ा अवेरा हो�तु, सो भगवा अरहं स�मास�बु�ो’’ितआिदना वचीपयोगस, केवलं मनोपयोगस च करणकाले मनोक�मस तीसुिप 3ारेसु पवि! वेिदत0बा। ए�थ च प9 च3ारे उ&प� नािन जवनािन कायवचीक�मािन न हो��त, मनोक�मािन एव। तािन च न क�मपथ&प!ािन, केवलं कुसलादीिन हो��त। मनो3ारे पटुतर&पव!ािन एव िह क�मपथ&प!ािन मनोक�मािन हो��त, =पा=पजवनािन पन एक�तं भावनामयं मनोक�ममेव मनो3ारे एव च पव!��त।

िक9 चािप अिभ9 ञाञाणािन िव9 ञि!3यजनकािन, तथािप कायवचीक�मवोहारं न लभ��त, लोकु!रकुसलं पन कायवची3ारेसु अनु&प* जमान��प िम�छावाचाक�म�ताजीवानं समु�छेद&पहानकारीनं िवरतीनं वसेन कायवचीक�म��प होित, तिदतरम8ग;वसेन मनोक�म�पीित एक�खणे तीिणिप क�मािन हो��त, त9 च भावनामयं, 3ारं पनस मनो3ारमेव। यथा च पाणाितपातावेरमिणयादीनं वसेन कुसलस 3ार!ये पवि! वु!ा, एवं दसपु9 ञिकिरयव�थून��प

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वसेन व!0बा। अ7कथासु पन न िवचािरता, तथािप नयतो एवं वेिदत0बा।

तेसु दानं कायक�ममेव, वचीक�म��प वा। प!ानु&पदानं, अ0भनुमोदनं, देसना वचीक�ममेव। सीलं अपिचितसहगतं, वेPयाव� चसहगत9 चकायक�म��प अ��थ, वचीक�म��प अ��थ। त�थ सीलस कायवचीक�मभावो िस�ो एव। अपिचितया पन पु&फपूजािदना, व�दनािदना वा पवि!काले कायक�मभावो, थुितमयपूजािदना पवि!काले वचीक�मभावो च वेिदत0बो। वेPयाव� चसािप सह�था करणकाले कायक�मभावो, िगलानादीनं चतुप� चयसमादापनािदवसेन, ग=िह आण!सOेन आरोचनप� कोसनािदवसेन वचीक�मभावो च वेिदत0बो। भावना, सवनं, िदि7जुक�म9 च मनोक�ममेव, अ0भनुमोदन�पीित केिच। सवन��प िह सोत3ारानुसारेन मनो3ारे एव ध�म�थस: ल�खणवसेन पवि!काले मनोक�ममेव।

त�थ दानं अपिचित वेPयाव� च ंप!ानु&पदानं देसनाित इमािन प9 च कायवची3ारेसु एव पव!��त, न मनो3ारे। ए�थ च प!ानु&पदानदेसनानं कायिवकारेन प�! दे�तस, ध�मं देसे�तस च काय3ारेिप पवि! वेिदत0बा। सीलं भावना अ0भनुमोदनं सवनं िदि7जुक�म��त इमािन पन प9 च तीसुिप 3ारेसु पव!��त, ‘‘न पुनेवं किरसामी’’ित च�ेथ मनसाव द�ु चिरततो िवरम�तस, अ0भनुमोद�तस च वसेन सील0भनुमोदनानं मनो3ारेिप पवि! वेिदत0बा। यं पन अ-सािलिनयं ‘‘दानमयं कायवचीमनोक�मवसेन ितिवधं होती’’ितआिद वु!ं, तं पु0बचतेनावसेन मनो3ारे पव!ं गहे�वा पिरयायतो वु!ं, िन&पिरयायतो कायवची3ार&पव!ा स�� न7ानचतेनाव। तेनेव िह त�थेव वु!ं ‘‘िवनयपिरयायं प�वा िह ‘दसािम किरसामी’ित वाचा िभ� ना होतीित। इिमना ल�खणेन दानं नाम होित, अिभध�मपिरयायं प�वा पन िव* जमानकव�थुं आर0भ मनसा िच��ततकालतो प7ाय कुसलं होित। अपरभागे कायेन वा वाचाय वा क!0बं किरसती’’ित (ध॰ स॰ अ7॰ १)। इतरथा ‘‘दसामी’’ित िच��ततम!ेनािप दानं नाम भवेPय, तथा च तािदसं व�थुं यथािच��ततिनयामेन अदे�तस धुरिन�खेप ेअिद� नादान��प िसया। एवं मनसा पाणाितपातादयोिप िसयुं, त9 च न यु!ं, तमा वु!नयेनेव गहेत0बं। अथ वा ‘‘स0बं सापतेPयं िद� न9 ञवे हरतू’’ित पिर� चजनस�भवतो दानस मनो3ारेिप पवि! वेिदत0बा।

ए�थ च दानसीलािदकायक�मानं काय3ारे पवि!यं क�मं कायक�ममेव, 3ार��प काय3ारमेव। वची3ारे पवि!यं क�मं कायक�ममेव, 3ारं पन वची3ारं। मनो3ारे पवि!य��प क�मं कायक�मं, 3ारं पन मनो3ारं। देसना0भनुमोदनादीनं वचीक�मानं वची3ारे पवि!यं क�म��प वचीक�मं, 3ार��प वची3ारमेव। काय3ारे पवि!य��प क�मं वचीक�ममेव, 3ारं पन काय3ारं। मनो3ारे पवि!य��प क�मं वचीक�मं, 3ारं पन मनो3ारं। भावनािदमनोक�मानं मनो3ारे पवि!यं क�म��प मनोक�मं, 3ार��प मनो3ारमेव। काय3ारे पवि!य��प क�मं मनोक�ममेव, 3ारं पन काय3ारं। वची3ारे पवि!य��प क�मं मनोक�ममेव, 3ारं पन वची3ारं। एवं पाणाितपातादीनं, पाणाितपातावेरमिणआदीन9 च वु!ानुसारेन क�मवव�थानं, 3ारवव�थान9 च यथानु=प ंयोजे�वा असAरतो ञात0बं।

3ारक�मवव�थानकथा िनि7ता।

इदािन यमा दसिवधािन चतेािन पु9 ञिकिरयव�थूिन तीसु एवं स;Pह��त दानमये सीलमये भावनामयेित। प!ानु&पदानं िह दानमये स;Pहित, ‘‘अ0भनुमोदन�पी’’ित (ध॰ स॰ अ7॰ १५६-१५९ पु9 ञिकिरयव�थािदकथा) अ-कथायं। अपिचितवेPयाव� चािन सीलमये। देसनासवनिदि7जुक�मािन भावनामये, तमा =पार�मणस कुसलस दानसीलभावनावसेन 3ार!य&पव�! योज�ेवा दसेसाम। तदनुसारेनेव इतरेसं वसेनािप स� का ञातु��त। कुसलं िह वLणार�मणं हु�वा उ&प* जमानं दानसीलभावनावसेनेव तीसु 3ारेसु पव!ित। कथं? यदा िह नीलपीतािदवLणिविच!ं पु&फव�थािददेPयध�मं लिभ�वा ‘‘वLणदानं मे भिवसती’’ित वLणवसेन आभुिज�वा चिेतयादीसु सह�थेन पूजिेत, तदा =पार�मणं दानमयं काय3ारे पव!ित, त9 च पु0बचतेना स�� न7ानचतेना अपरचतेनाित ितिवधं होित। एवं उपिरिप स0बवारेसु ितिवधता वेिदत0बा। यदा पन तदेव यथावु!व�थुं वाचाय आणापे�वा पु!दारादीिह दापेित, तदा=पार�मणं दानमयं वची3ारे पव!ित। यदा पन तदेव िव* जमानकव�थुं ‘‘दसामी’’ित िच�तेित, प� चासीसित, यथािध&पायं िन&फादेसित, तदा पु0बचतेनावसेन पिरयायतो दानमयं मनो3ारे पव!ित नाम। एवं =पार�मणं दानमयं 3ारवसेन ितिवधं होित।

यदा पन वु!&पकारवLणं देPयध�मं लिभ�वा ‘‘एवं मनापवLणानं पिर� चजनं नाम मPहं कुलवंसागतव!मेत’’��त सह�था पूजिेत, तािदसवLणव�तं वा परपिर8गिहतािदभोगस�प�! पिर� चिज�वा सीलं र�खित, तदा =पार�मणं सीलं काय3ारे च पव!ित। यदा पन वु!&पकारवLणं देPयध�मं कुलवंसािदवसेन वाचाय आणाप�ेवा परेिह दापेित, तािदसं वा परपिर8गिहता�द वाचाय अपने�वा सीलं र�खित, तदा =पार�मणं सीलं वची3ारे पव!ित। यदा पन तािदसं िव* जमानकव�थुं कुलवंसािदवसेन ‘‘दसामी’’ित, तािदसं परपिर8गिहतािदकं अनामिस�वा ‘‘सीलं र��खसामी’’ित वा िच�तेित, तदा =पार�मणं सीलं मनो3ारे पव!ित। एवं =पार�मणं सीलमयं 3ारवसेन ितिवधं होित।

यदा पन वु!&पकारं वLणव�तं द�वा तदेव वLणं, स0बं वा =पायतनं चAम�तो अिन� चािदतो िवपसित, तदा =पार�मणं भावनामयं काय3ारे पव!ित। तदेव वचीभेदं क�वा स�मस�तस =पार�मणं भावनामयं वची3ारे पव!ित। तदेव काय;वाच;ं अचोपे�वा स�मस�तस =पार�मणं भावनामयं मनो3ारे पव!ित। एवं =पार�मणं भावनामयं 3ारवसेन ितिवधं होित। इित =पार�मणस कुसलस ितिवधपु9 ञिकिरयव�थुवसेन नवसु क�म3ारेसु पवि!िवभागो वेिदत0बो। इिमनाव नयेन =पार�मणस कुसलस दसपु9 ञिकिरयव�थुवसेनािप �तसाय क�म3ारेसु पवि!िवभागो योज�ेवा ञात0बो। यथा च =पार�मणस, एवं सOार�मणादीन��प प9 च� नं कुसलानं पु9 ञिकिरयव�थु3ारेिह िवभागो, योजनानयो च यथानु=प ंञात0बो।

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अिपच सOं नाम क�दमूलं िवय ह�थेन गहे�वा दातुं न स� का। यदा पन ‘‘सOदानं मे’’ित आभुिज�वा भेिरआिदतूिरये ितLणं रतनानं देित, तेिह उपहारं वा करोित, ध�मकिथकादीनं सरभेस* जा�द देित, ध�मसवनं घोसेित, सरभ9 ञध�मकथा�द वा करोित, तदा कुसलं सOार�मणं होित। एवं ग�धािदव�थुपिर� चागेिप ग�धािदआर�मणं। ध�मार�मणं पन ओजाजीिवित��>यतदाय!ानं वसेन ञात0बं। यदा िह ओजव�तािन अ� नपानस�&पनवनीतादीिन ‘‘ओजदानं मे भिवसती’’ित देित, िगलानानं भेस* जं वा वे* जं वा उपने�वा, पाणोपरोधकं आवुधजालकुिमना�द िवनासे�वा वा, व*झ&प!े पािणनो मोच�ेवा वा ‘‘जीिवतदानं मे भिवसित जीिवताय!वुि!ताय, प9 चपसादसोळससुखुम=पिच!चतेिसकानं वसेन पसादािददानं मे भिवसती’’ित च मनिस करोित, तदा कुसलं ध�मार�मणं होित। सेसं तािदसमेव।

अयं नानाव�थूसु िठतार�मणानं योजना। एकव�थु�म��प छार�मणं ल0भतेव। िपLडपात?म िह मनापो वLणो, खादनकाले मु<मुरायनसOो, ग�धो, रसो, फो70बं, ओजा, तदाय!ा वा जीिवतपसादादयो, त�0बसयािन च िव9 ञाणादीनीित छार�मण��प वेिदत0बं। एवं चीवरादीसु चवे व�थादीसु च यथानु=पं ञात0बं। ए�थिप दानसीलभावनामयता, कायवचीमनोक�मभावो च वु!नयेनेव वेिदत0बो। यथा च कुसलानं, एवं अकुसलान��प आर�मणक�म3ारवव�थानं, अपु9 ञिकिरयव�थूसु योजनानयो च वु!ानुसारेन यथायोगं ञात0बो।

एवं आर�मणतो, पु9 ञिकिरयव�थुतो, क�मतो, 3ारतो च अनेकसहस&पभेदेसु चतेेसु कुसलेसु उपdािन पन ञाणस�पयु!ािन चतु� नं अिधपतीनं वसेन प� चकंे चतु�0बधािन, ञाणिव&पयु!ािन पन उपdािन वीमंसािधपितव�* जतािधपित!यवसेन प� चकंे ितिवधािन, तदभुयािन पुन हीनि!कवसेन प� चकंे ितिवधािन, तािन पुन अपिरमाणेसु पन च� कवाळेसु प� चकंे अपिरमाणेसु स!ेसु एकेक?म अतीतानागतप� चु&प� नओळािरकसुखुमतादीिह अन�तेिह पकारेिह उ&प* जनतो अन�तापिरमाणािन हो��त। तािन स0बािन स�बु�ो अन�तेन बु�ञाणेन महातुलाय तुलयमानो िवय, महातु�बे प��खिप�वा िमनयमानो िवय स0बाकारतो पिर��छ��द�वा महाक<णाय कामावचर7ेन सिर�खताय एक!ं उपने�वा, पुन सोमनसुप�ेखासहगत7ेन, ञाणस�पयु!िव&पयु!7ेन, अस@ािरकसस@ािरक7ेन च को7ासे क�वा देसेिस, यथा तं लोकिवद ूस�था देवमनुसान��त। अयमे�थ स@ेपो, िव�थारो पन आिदतो प7ाय ध�मस&िणया (ध॰ स॰ १), तद7कथाय च अ-सािलिनया (ध॰ स॰ अ7॰ १) स0बाकारतो ञात0बोित। एवं िवसयािद&पभेदतो िविन�छयो वेिदत0बो।

कामावचरकुसलध�मा िनि7ता।

=पावचरध�मा पन कुसला झान;स�पयोगभेदतो प9 चिवधा हो��त। सेPयिथदं – िवत� किवचारपीितसुखेक8गतास�पयु!ं पठम*झािनकं, ततो वूपस�तं अित� क�तिवत� कं िवचारपीितसुखके8गतास�पयु!ं दिुतय*झािनकं, ततो वूपस�तं अित� क�तिवचारं पीितसुखेक8गतास�पयु!ं तितय*झािनकं, ततो वूपस�तं िवर!पीितकं सुखेक8गतास�पयु!ं चतु�थ*झािनकं, ततो वूपस�तं अ�थ;तसुख ंउपे�खेक8गतास�पयु!ं प9 चम*झािनक��त। एवं स�पयोगभेदतो िविन�छयो वेिदत0बो।

ध�मुOेसािदतो पन पठम*झाने ताव कामावचरपठमकुसले वु!ेसु ठप�ेवा िवरित!यं सेसा छ�!स ध�मा हो��त। त�थ छ�दादयो च!ारो, क<णा, मुिदता चाित छ येवापनका। सेसं सु9 ञतवारपिरयोसानं स0बं कामावचरपठमकुसले वु!सिदसमेव। केवलं िह िवरतीनं अभावो, स;हवारे प9 चम8ग;भावो, भूम�तरवसेन =पावचरभावो च िवसेसो, सेसं तािदसमेव। पठम*झानं।

तथा दिुतय*झानेिप केवलं ध�मुOेसे िवत� काभावो, स;हवारे चतु� क*झान;म8ग;भावो च िवसेसो, सेसं पठमसिदसमेव। दिुतयं।

तथा तितय*झानेिप केवलं ध�मुOेसे िवचाराभावो, स;हवारे ितवि;क*झानता च िवसेसो, सेसं दिुतयसिदसमेव। तितयं।

तथा चतु�थे केवलं ध�मुOेसे पीितया अभावो, को7ासवारे दवुि;क*झानभावो च िवसेसो, सेसं तितयसिदसमेव। चतु�थं।

तथा प9 चमे केवलं ध�मुOेसे क<णामुिदतादीनं अभावो, सोमनस7ाने उपे�खाभावो, को7ासवारे झािन��>येसु उपे�खाझान;भावो, उपे��ख��>यभावो च िवसेसो, सेसं चतु�थसममेव। प9 चमं।

पदभाजनीये पन िवत� किवचारानं वूपसमा दिुतयं, पीितया च िवरागा तितयं, सोमनसस च अ�थ;मा चतु�थ��त चतु� कनयोिप आगतो, सो ित�खप9 ञानं एक&पहारेनेव िवत� किवचारसमित� कमस�भवतो वु!ो। त�थ दिुतयादीनं स0बसो प9 चकनये तितयािदसम!ा त�थ वु!नयेनेव स0बो िविन�छयो वेिदत0बो त�थेव अ�तोगधभावो चाित। चतु� कनयो।

िवसयािद&पभेदतो पन िविन�छयं प9 चकनयेनेव व�खाम, तदनुसारतो एव चतु� कनयवसेनािप स� का ञातु��त। एवं उपिर लोकु!रेिप। प9 चिवधािप चतेे =पावचरकुसलध�मा किसणार�मणभेदतो प� चकंे अ7िवधा हो��त पथवीकिसणं आपोतेजोवायोनीलपीतलोिहतोदातकिसण9 चाित, आलोकाकासकिसणेिह स�� दसिवधा हो��त। पदभाजनीये (ध॰ स॰ २०२) पन आलोककिसणस ओदातकिसणेन स;िहत!ा अ8गहणं द70बं, आकासकिसणस पन उ8घाटनास�भवतो अना<&प*झािनक!ा। तं िह पुन&पुनं उ8घािटयमान��प आकासमेव होित, तमा त�थु&प� नं

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�पावचरप� चमझानं भविवसेसाय, िद�ध�मसुखिवहाराय च संव�ित, अिभ� ञाय, िवप�सनाय च पादक!�प होित, अना#$प�ा पन िनरोधपादकं न होित। सेसािन पन नव किसणािन िनरोधपादकािनपीित अयमेतेसं िवसेसो। आनापानझान�सािप पने)थ वायोकिसणे स+हो द�,बोित। किसणकथा।

एवं किसणवसेन अ�िवधा चतेे अिभभायतनवसेन पन प/ चकंे अ�िवधा हो!0त। भगवता िह –

‘‘अझ�ं अ�पस� ञी बिह4ा �पािन प�सित पिर�ािन, तािन अिभभु5य…प॰े… अ$पमाणािन। तािन अिभभु5य …पे॰… पिर�ािन सुव8णद,ुब8णािन…प॰े… अ$पमाणािन सुव8णद,ुब8णािन सुिवसु4ं नीलं पीतं लोिहतं ओदात’’!0त (ध॰ स॰ २११ आदयो) –

अ� अिभभायतनािन देिसतािन, तािन च किसणे�वेव अिभभिव)वा समाप जनवसेन झानु$पि�िवसेसतो, अनार�मणिवसेसतो। त)थ िह अ�झ�ं अ�पस ञीित अलािभताय वा अन!)थकताय वा अझ��पे किसणवसेन पिरक�मस� ञािवरिहतोव। बिह�ा �पािन प�सतीित बिह4ा अ� किसण�पािन पिरक�मवसेन चवे अ$पनावसेन च प�सित। पिर�ानीित खुAकपिरमाणािन, तािन अिभभु5य प�स0तो च स�प0 नगहिणको कट/छुम�ं भ�ं लिभ)वा ‘‘Dक ए)थ भु!� जत,बं अ)थी’’ित सEिF)वा स,बं एककबळमेव करोित, एवमेव ञाणु�िरको ‘‘िकमे)थ पिर�के आर�मणे समाप! जत,बं अ!)थ, नायं मम भारो’’ित तािन अिभभिव)वा सह िनिम�ु$पादेनेव अ$पनं िन,ब�ेित, त�मा तं झानं ‘‘अिभभायतन’’!0त वु/ चित। अ�पमाणानीित मह0तािन। तािन अिभभु�याित महHघसो एकं भ�पाDत लिभ)वा िवय ञाणु�रो अ$पमाणं लिभ)वा ‘‘एतं वा होतु अ� ञ ंवा, िकमे)थ समाप! जत,ब’’!0त अ$पनं िन,ब�ेित। सुव�णदु ब�णानीित पिरसु4ापिरसु4व8णािन। पिरसु4ािन िह नीलादीिन, अपिरसु4ािन च सुव8णद,ुब8णानीित इध अिध$पतेािन, एतािनिप ‘‘सुव8णािन वा हो0तु द,ुब8णािन वा, पिर�अ$पमाणवसेनेव अिभभायतनानी’’ित आगम#कथासु (दी॰ िन॰ अK॰ २.१७३; म॰ िन॰ अ�॰ २.२४९; अ॰ िन॰ अ�॰ ३.८.६५) व!8णतािन। व8णाभोग�स िह अ!)थताय पुिरमािन अिभभायतनािन व8णाभोगरिहतसिहतताय ए)थ केवलतो िवसेसस,भावा चतुधा वु�ािन, नीलादीिन पन च�ािर सुिवसु4व8णवसेन सुखारोहताय ञाणु�िरको अिभभिव)वा अ$पनं िन,ब�ेित, त�मा आर�मणिवसेसाभावेिप झानु$पि�िवसेसतो इमेसं अ�0 नं अिभभायतनानं वसेन प/ चकंे अ�िवधा हो0तीित वेिदत,बा। अिभभायतनकथा।

तािन पुन यथा च अिभभायतनवसेन, एवं िवमोUखवसेनािप प/ चकंे ितिवधा हो!0त। भगवता िह ‘‘�पी �पािन प�सित, अझ�ं अ�पस� ञी बिह4ा �पािन प�सित, सुभ0)वेव अिधमु�ो होती’’ित (ध॰ स॰ २४० आदयो; दी॰ िन॰ ३.३३९, ३५८; अ॰ िन॰ ८.६६) तयो िवमोUखा देिसता। ते च किसणे�वेव अिधमु/ चनवसेन झानु$पि�िवसेसतो, भावनार�मणिवसेसतो िकिमदं अिधमु/ चनं नाम? प/ चनीकध�मेिह सु�X िवमु/ चनं, आर�मणेसु च सु�X अिभरित, िपतु मातु अEे िव�स�+प/ च+�स दारक�स सयनं िवय अिनHगिहतभावेन िनरासEताय आर�मणे पव�ीित वु�ं होित। त)थ �पीित अझ�ं केसादीसु उ$पािदतं �पझानं �पं नाम, तद�स अ)थीित �पी। अझ�!�प िह केसादीसु नीलं, मेदादीसु पीतं, मंसादीसु लोिहतं, द0तादीसु ओदात� चव8णकिसणवसेन आभुिज)वा पिरक�मं करो0त�स �पझानािन, किसणं उHघाटे)वा च अ�पझानािन उ$प ज0तेव। �पािन प�सतीित बिह4ािप नीलकिसणािद�पािन झानचUखुना प�सित, इिमना अझ�बिह4व)थुकेसु किसणेसु झान$पिटलाभो द!�सतो। अ�झ�ं अ�पस ञीित अ�नो केसादीसु अनु$पािदत�पावचरझानो, इिमना बिह4ा पिटल4झानता द!�सता। सुभ&'वेव अिधमु�ो होतीित इिमना सुिवसु4ेसु नीलािदव8णकिसणेसु ‘‘सुभ’’!0त अिधमुि�वसेन पिटल4झानता द!�सता। एवं आर�मणिवसेसाभावेिप अिधमुि�वसेन झानु$पि�िवसेसतो इमेसं ित8णं िवमोUखानं वसेन प/ चकंे ितिवधा हो0तीित वेिदत,बा। िवमोUखकथा।

यथा च िवमोUखतो, एवं पिटपदाभेदतो प/ चकंे चतु!,बधा हो!0त दUुखपिटपदं द0धािभ� ञ,ं दUुखपिटपदं िख$पािभ� ञं, सुखपिटपदं द0धािभ� ञ,ं सुखपिटपदं िख$पािभ� ञ!0त। त)थ पठमसम0 नाहारतो प�ाय याव उपचारं उ$प जित, ताव पव�ा झानभावना ‘‘पिटपदा’’ित वु/ चित। सा एक/ च�स दUुखा नीवरणािदप/ चनीकध�मसमुदाचारगहनताय असुखसेवना होित, एक/ च�स तदभावतो सुखा। उपचारतो पन प�ाय याव अ$पना, ताव पव�ा प� ञा‘‘अिभ� ञा’’ित वु/ चित। सा एक/ च�स द0धा असीघ$पवि�नी, एक/ च�स िख$पा। अस$पायसेिवनो दUुखा पिटपदा होित द0धा च अिभ� ञा, स$पायसेिवनो सुखा पिटपदा होित िख$पा च अिभ� ञा। पु,बापरकालेसु स$पायास$पायसेवनवसेन वोिम�सता च वेिदत,बा। तथा पिलबोधुप/छेदािदकं पु,बिक/ च ंअस�पादे0त�स पिटपदा दUुखा, स�पादे0त�स सुखा पिटपदा। अ$पनाकोस[ लं अस�पादे0त�स द0धािभ� ञा, स�पादे0त�स िख$पा। िकलेिस!0\यानं वा ितUखमुदतुाय पठमा, िवपिरयायेन चतु)था, वोिम�सताय म!झमा ]ेित वेिदत,बा। त8हािव जािभभवनानिभभवनवसेन वा समथिवप�सनासु कतािधकाराकतािधकारतावसेन वािप एतासं पभेदो वेिदत,बो। पठमझानािदआगमनवसेनािप दिुतयादीनं पिटपदािभ� ञाभेदो होितयेवाित द�,बं। एवं पिटपदावसेन प/ चकंे चतु!,बधा हो0तीित वेिदत,बा। पिटपदाकथा।

यथा च पिटपदािह, एवं आर�मणभेदतोिप प/ चकंे चतु!,बधा हो!0त पिर�ं पिर�ार�मणं, पिर�ं अ$पमाणार�मणं, अ$पमाणं पिर�ार�मणं, अ$पमाणं अ$पमाणार�मण!0त। त)थ यं अ$पगुणं, उपिरझान�स प/ चयो भिवतुं न सU कोित, इदं पिर�ं। यं पन अविFते आर�मणे पव�ं, तं पिर�ं आर�मणं अ�साित पिर�ार+मणं। िवपिरयायतो अ�पमाणं अ�पमाणार+मणं। तदभुयवोिम�सताय मझे इतर]यं वेिदत,बं। एवं आर�मणभेदतो चतु!,बधा हो0तीित वेिदत,बा। आर�मणकथा।

यथा च पिटपदार�मणेिह, एवं अिधपतीनं वसेन प/ चकंे चतु!,बधता, हीनि�कवसेन पुन ितिवधता च योज)ेवा वेिदत,बा।

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दसकिसणमूलिवभागकथा िनि�ता।

यथा किसणमूलेसु, एवं _`िवहारमूलेसुिप यथायोगं िवभागो वेिदत,बो – मे�ाक#णामुिदतावसेन िह आिदतो च�ािर झानािन प/ चकंे ितिवधा हो!0त मे�ासहगतं, क#णासहगतं, मुिदतासहगत!0त। प� चमझानं पन उपेUखा_`िवहारवसेन एकिवधं उपUेखासहगत!0त। पुिरमेसु िह तीसु प� चमझानं नु$प जित। क�मा? सोमन�सािव$पयोगतो, सोमन�ससमुि�तानं ,यापादिवDहसारतीनं यथाU कमं िन�सरण�ा, प!/छमे च ितकचतुU कझानं नु$प जित। क�मा? उपेUखावेदनास�पयोगतो, त�सा च पिटघानुनयिन�सरणतो मझ�ाकारेन पवि�तो, तािन पुन पिटपदार�मणािधपितहीनि�कभेदेिह पु,बे वु�नयेन योज)ेवा वेिदत,बािन। ए)थ च अ$पस�ार�मणवसेन पिर�ार�मणता, बहुस�ार�मणवसेन अ$पमाणार�मणता च एकa�म स�े अ$पनं पापे)वा अनुU कमेन एकावासएकवीिथगामािदगतस�ेसु पापनवसेन वFना च वेिदत,बा। ध�मुAेसे पने)थ क#णासहगते मुिदतािवरिहता प� चDतस ध�मा, तेसु छ0दादयो च�ारो, क#णा चाित प� चवे येवापनका, क#णा च िनयताित वेिदत,बा। एवं मुिदतासहगतेिप। केवलं क#णािवरिहता मुिदता िनयता पव�ाित अयमे)थ िवसेसो। अवसेस_`िवहार]ये, पन किसणासुभादीसु च स,ब)थ क#णामुिदतािवरिहता च चतुD�स ध�मा, त)थ च छ0दादयो च�ारोव येवापनका वेिदत,बाित। _`िवहारमूलिवभागकथा।

असुभभेदतो पन पठमझानमेवेकं दसिवधं होित उ4ुमातकस� ञासहगतं िवनीलकिवपु,बकिव!/छAकिवUखाियतकिव!Uख�कहतिव!Uख�कलोिहतकपुळवकअि�कस� ञासहगत!0त, दसिवधेिप चतेa�म असुभे पिटकूल�ा, द,ुबल�ा च िवतU कबलेनेव झानं ित�ित, न िवना िवतU केन सीघसोताय निदया अिर�बलेनेव नावा िवय, त�मा पठमझानमेवे)थ उ$प जित, समथिवप�सनािदआिनसंसद�सािवताय, पने)थ नीवरण$पहानेन च पीितसोमन�सं उ$प जित बहुवेतनलाभद�सनेन पु$फछcक�स गूथरािस!�ह िवय, उपस0त,यािधदUुख�स च रोिगनो वमनिवरेचन$पवि�यं िवयाित द�,बं। तं पन दसिवध!�प पठमझानं पिटपदार�मणािधपितहीनि�कवसेन प/ चकंे योज)ेवा वेिदत,बं। ए)थ च असुभार�मण�स अवFनीयताय खुAके उ4ुमातकािद�ाने उ$प0 नं िनिम�ं पिर�ार�मणं, मह0ते अ$पमाणार�मणं वेिदत,बं। एतेसु पन दससु असुभेसु साम� ञतो ]D�साकारवसेन, नविसविथकप,बवसेन च पव�ा कायगतासित स+िहता, व8णकिसणेसु च केसादीनं को�ासानं नीलािदव8णार�मणा, चतुU कप� चकझानवसेन उ$प0 ना कायगतासित च स+िहता। पदभाजनीये िवसंु न वु�ा, त�मा तेसं वसेनािप िवभागो वेिदत,बो। असुभमूलिवभागकथा।

एवं आर�मणािदभेदतो च िभ0 नानं �पावचरकुसलध�मानं कालदेसािदभेदेन अन0तता, भगवता च एक�ं उपने)वा देिसतभावो, िव)थारनयाितदेसो च कामावचरकुसले वु�ानुसारेन यथानु�पं ञात,बो। इतो परं अ�पावचरादीसुिप िवसेसम�मेव वUखाम। एवं िवसयािद$पभेदतो िविन/छयो वेिदत,बो।

�पावचरकुसलध�मा िनि�ता।

अ�पावचरा पन कुसलध�मा स�पयोगतो न िभ0 ना, स,बेिप उपेUखेकHगतास�पयु�ाव, ध�मुAेसािदतोिप स,बसो �पावचरप� चमझानसिदसा। अ�पावचरभावो एव हे)थ िवसेसो। िवसयािद�पभेदतोित ए)थ पन आर�मणतो ते चतु!,बधा हो!0त। से5यिथदं – आकासान� चायतनं िव� ञाण� चायतनं आिक� च� ञायतनं नेवस� ञानास� ञायतन!0त। त)थ िह किसणुHघािटमाकासे ‘‘अन0तो आकासो’’ित पव�ं पठमं, तa�म पठमा#$पिव� ञाणे ‘‘अन0तं िव� ञाण’’!0त पव�ं दिुतयं, त�स पठमा#$पिव� ञाण�स अभावे ‘‘न!)थ िक� ची’’ित पव�ं तितयं, तa�म तितये ‘‘स0तमेतं पणीतमेत’’!0त पव�ं चतु)थं। पुिरमपुिरमेिह प!/छमप!/छमं स0तस0ततरस0ततम!0त च वेिदत,बं।

ननु �पावचरेसु िवतU कािदअ+समितU कमतो उप�पिरझानानं स0ततरािदभावो वु�ो, अ+ाितU कमरिहतेसु पन आ#$पेसु कथ!0त? आर�मणाितU कमतो। एतेसु िह किसण�पसमितU कमतो पठमं झानं �पावचरप� चमझानतो स0तं, ततोिप किसणुHघािटमाकासाितU कमतो दिुतयं, ततोिप आकासे पव�िव� ञाणाितU कमतो तितयं, ततोिप आकासे पव�िव� ञाण�स समितU कमतो चतु)थ!0त। एवं अ+सम�ेिप थूलथूलाितU कमेन सुखुमसुखुमार�मणताय उप�पिरझानानं स0ततरािदभावो वेिदत,बो समायामिव)थारान!�प व)थानं सु�सुखुमतरािदभावो िवय। ननु अभावार�मणताय तितया#$पं स0तपणीततो मनिस करो0त�स चतु)था#$प�स कथं त)थ िनक!0तपिरयादानं, कथं च समितU कमो वा होतीित? असमाप! जतुकामताय, सा च अ�नो स0तपणीतताय। यथा िह राजा द0तकारािदिस!$पकानं अितसुखुममनापिस$पं िद�वा ‘‘छेका वितमे आचिरया’’ित तेसं छेकताय तु�स0तोिप न तं िस!$पकभावं प)थेित, तं समितU क�म राजभावे एव ित�ित, एवंस�पदिमदं द�,बं। एवं आर�मणभेदतो चतु!,बधान�पेतेसं पुन पिटपदार�मणािधपितहीनि�कभेदेिह पु,बे वु�नयेनेव प/ चकंे भेदो वेिदत,बो।

ए)थ च �पावचरचतु)थझानिनक!0त पिरयादानदUुखताय पठमा#$प�स, पठमा#$पािदिनक!0तपिरयादानदUुखताय दिुतया#$पादीन� चदUुखपिटपदता, पिरयािद8णिनक!0तक�स तद$पनापिरवासद0धताय द0धािभ� ञता, िवपिरयायेन इतरा च वेिदत,बा। पिर�किसणुHघािटमाकासमूलकानं पन चतु0 नं पिर�ार�मणता, िवपिरयायानं अ$पमाणार�मणता वेिदत,बा। �पा�पावचरा पने)थ अिधपितसिहताव उ$प ज!0त, न िवना अिधपतीिह। कामावचरा तु अिधपितरिहतािप उ$प ज!0त, ते च आर�मणािधपित सहजातािधपतीित ]ेिप ल,भ!0त। �पा�पावचरा पन सहजातािधपितमेव, नेतरं। त)थ च छ0दािधपितना सहजाता ध�मा छ0दािधपते5या, छ0दो पन अिधपित एव, न छ0दािधपते5यो। इतरे पन अिधपते5याव, नािधपतयो अ� ञ�स अ�ना

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सहजात�स छ0द�स, इतरेस� च अिधपितय)थ�स अभावा। एकa�म िह िच�ु$पादे छ0दादीसु चतूसुिप िव जमानेसु यथाप/ चयं सहजातािधपित एकोव ल,भित। एवं वीिरयािधपितयादीसुिप यथानु�पं ञात,बं। एवं िवसयािद$पभेदतो िविन/छयो ञात,बो।

अ�पावचरकुसलध�मा िनि�ता।

लोकु�रा पन कुसला मHगस�पयोगभेदतो चतु!,बधा। से5यिथदं – सोतापि�मHगस�पयु�ं सकदागािममHगस�पयु�ं अनागािममHगस�पयु�ं अरह�मHगस�पयु�!0त। ननु चतूसुिप चतेेसु मHगस�पयोगो समानो अ�0 न!�प मHग+ानं स,ब)थ उ$पि�तो कथं त)थ भेदोित? अनुसय$पहानसdात�स मHगिक/ च�स भेदतो। अनुसये मारे0तो ग/छतीित िह म,गो। मHगा िह यथासकं अनुसये पजह!0त एव, िनिम�ा वु�ह!0त, पव�� च िछ0द!0त नामाित वु/ च!0त। िनिम�!0त च प� चUख0धा, पव�!0तिप ते एव। तं दिुवधं उपािद0 नकं, अनुपािद0 नक� च।

त)थिप सोतापि�मHगो िद�ानुसयं, िविचिक/छानुसयं, तदेक�े च िकलेसे, तंसहजातािन िदि�स�पयु�ािन, िविचिक/छास�पयु�� चाित प� चाकुसलिच�ािन च उ$प जमानोव समुHघातेित, समुHघाते0तो च अपायभवतो चवे सुगितभवतो च ठपे)वा स� भवे तदवसेसतो वु�ाित। त)थ यदेतं पठममHगानु$पि�यं उ$प जमानारहं िदि�िविचिक/छास�पयु�प� चिच�समु�ानं �प,ं तं �पUख0धो, तािन प� च िच�ािन िव� ञाणUख0धो, तंस�पयु�ा वेदनादयो इतरे तयो ख0धा। इमे अनुपािद0 नप� चUख0धा अनुपािद0 निनिम�ं, अनुपािद0 न$पव�ं नाम। ततो पठममHगो वु�ाित, तं िछ0दित नाम। यदेतं अपायभवे, सुगितय� च ठपे)वा स� भवे तदवसेसे च पठममHगानु$पि�यं आयDत उ$प जमानारहं क�मजUख0धप� चकं, तं उपािद0 निनिम�ं, उपािद0 न$पव�ं नाम। ततो पठममHगो वु�ाित, त� च िछ0दित नाम। ततोव पठममHगो अनुसयं पजह0तोव िनिम�ा वु�हित, पव�� च िछ0दित नामाित वेिदत,बं। एवं इतरमHगसुेिप उपािद0 नानुपािद0 निनिम�$पव�ं वु�ानं िछ0दनं यथानु�पं ञात,बं।

सकदागािममHगो पन ओळािरककामरागानुसयं, पिटघानुसयं, तदेक�े च िकलेसे, तंसहजातािन च तथा पव�ािन च�ािर िदि�िव$पयु�ािन, ]े च दोमन�ससहगतानीित छ अकुसलिच�ािन च उ$प जमानोव समुHघातेित, समुHघाते0तो च कामसुगिततो ठप)ेवा एकभवं तदवसेसतो वु�ाित, पतनुभूताव तंसमि+नो कामराग,यापादा अिधम�ा, ते च कदािच िवरळाव उ$प ज0तीित वेिदत,बा।

अनागािममHगोिप तानेव तनुसहगतकामराग$पिटघानुसयवसेन उ$प0 नािन छ िच�ािन उ$प जमानोव समुHघातेित, समुHघाते0तो च कामभवतो वु�ाित। अरह�मHगो पन �परागअ�परागमानािव जानुसये, उ4/ च,ं तदेक�े स,बे िकलेसे च तंसहजातािन च�ािर िदि�िव$पयु�ािन, उ4/ चसहगत� चाित प� चाकुसलिच�ािन च उ$प जमानोव समुHघातेित, समुHघाते0तो च �पा�पतो, स,बभवतोिप वु�ाित। सेसं पठममHग ेवु�ानुसारतो वेिदत,बं। एवं अनुसय$पहानसdातिक/ चभेदतो चतु0 नं मHगानं भेदो वेिदत,बो।

तदेवं मHगस�पयोगभेदतो चतु!,बधं, पुन झान+स�पयोगभेदतो प/ चकंे प� चिवधा हो!0त। कथं? पठममHगस�पयु�ं ताव िवतU किवचारपीितसुखेकHगतास�पयु�ं पठमझािनकं, िवचारपीितसुखेकHगतास�पयु�ं दिुतयझािनकं, पीितसुखेकHगतास�पयु�ं तितयझािनकं, सुखकेHगतास�पयु�ं चतु)थझािनकं, उपUेखकेHगतास�पयु�ं प� चमझािनक� चाित प� चिवधं होित। एवं दिुतयमHगािदस�पयु�ा चाित वीसितिवधा हो!0त, ए)थ च चतुU कनयवसेन सोळसिवधतािप योजते,बा। Dक पने)थ एवं झान+योगभेद�स िनयामकं कारण!0त? सdा#पेUखाञाणं। तa�म िह वु�ानगािमिनिवप�सनाभूते सोमन�ससहगते अिरयमHगा प� चमझािनका न उ$प ज!0त, सोमन�ससहगता चतुU कझािनकाव उ$प ज!0त, उपUेखासहगते च चतुU कझािनका न उ$प ज!0त, उपेUखासहगता प� चमझािनकाव उ$प ज!0त।

ननु च)ेथ सdा#पेUखाञाणं सोमन�सुपेUखासहगत�ा चतुU कप� चमझािनकानं सोमन�सुपेUखासहगतभाव�स िनयामकहेतु, िवतU कािदअ+समितU कमतो पन नेसं दिुतयािदझानभाव�स िनयामकेन अ� ञने भिवत,बं। न िह सdा#पेUखाञाणं िवतU कािदिवकलं उ$प जित। येन तं िनयामकं भवे5य, Dक तं िनयामककारण!0त? पादकझानं, स�मिसतझानं वा। �पा�पावचरेसु िह यं यं झानं समाप! ज)वा ततु�ाय ये केिच पिक8णकसdारे स�मिस)वा ये मHगे उ$पादेित, ते स,बे तंतंझानसिदसाव हो!0त। यं यं वा पन झानं, तंस�पयु�े च अिन/ चािदतो िवप!�स)वा ये ये मHग ेउ$पादेित, ते च तंतंझानसिदसाव हो!0त भूिमव8णसिदसव8णा गोधा िवय। त)थ च सुUखिवप�सक�स उ$प0 नमHगािप, समापि�लािभना झानं पादकं अक)वा अस�मिस)वाव उ$पािदतमHगािप पठमझानं पादकं क)वा तं तं वा स�मिस)वा उ$पािदतमHगािप स,बे एकसिदसा पठमझािनकाव हो!0त। न िह लोकु�रमHगो अ$पनं अ$प�ो नाम अ!)थ। दिुतयतितयचतु)थझानािन पादकािन क)वा वा त)थ गते ध�मे स�मिस)वा वा उ$पािदतमHगा यथाU कमं चतुरि+का, ितवि+का, दवुि+का च हो!0त। प� चमझानं, पन आ#$पझानािन च पादकं क)वा वा त)थ गते ध�मे स�मिस)वा वा उ$पािदतमHगा उपेUखेकHगतावसेन दवुि+काव हो!0त। एतेस� च प� च0 नं झािनकान!�प पु,बभागे िवप�सना सोमन�ससहगतािप होित उपेUखासहगतािप, वु�ानगािमनी पन िवप�सना चतुU कझािनकानं सोमन�ससहगता होित। प� चमझािनकानं पन उपेUखासहगतावाित तदेव पादकझानं, स�मिसतझानं वा िनयामककारण!0त वेिदत,बं। एवं स�पयोगतो िविन/छयो।

ध�मुAेसािदतो पन पठमझािनकेसु ताव चतूसु कामावचरपठमकुसले वु�ध�मेसु ठप)ेवा क#णामुिदता स�Dतस ध�मा हो!0त। िवरितयो पने)थ

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िनयता, पािळय च (ध॰ स॰ २७७) �पने िनिA�ा, छ0दादयो च च�ारो येवापनकाित वेिदत,बा।

स+हवारे पन बोिधप!Uखयध�मेसु पु,बे स+िहतावसेसानं सितप�ानस�म$पधानइि4पादबोझ+ानं वसेन अितरेका च�ारो स+हा वेिदत,बा। पठमझािनकमHगस�पयु�ेसु िह ध�मेसु सित उप�ान�ेन सितप#ानं, सा िवसयभेदेन चतु!,बधा, इतरे अ�सितप�ानाित स,बेव ते ि]धा हो!0त। तथा वीिरयं पदहन�ेन स+म�पधानं, तं िक/ चभेदेन चतु!,बधं, इतरे अस�म$पधानाित। तथा छ0दो वीिरयं िच�ं अमोहोित च�ारो ध�मा इझनक�ेन यथाU कमं ‘‘छ!0दि4पादो वीिरयिच�वीमंिसि4पादो’’ित नामेन ‘‘इि�पादा’’ित वु/ च!0त, इतरे ‘‘अिनि4पादा’’ित। तथा सित अमोहो वीिरयं पीित प�सि4 समािध तeमझ�ताित इमे स� ध�मा बुझन�ेन यथाU कमं ‘‘सितस�बोझ+ो ध�मिवचयस�बोझ+ो वीिरयपीितप�सि4समािधउपUेखास�बोझ+ो’’ित वु/ च!0त, इतरे अबोझ+ाित एवं च�ारो स+हा।

सेसं स,बं लUखणािदतो प�ाय सु� ञतवारपिरयोसानं कामावचरपठमकुसले वु�सिदसमेव, केवलं पन मHग+स+हे ‘‘अ�ि+को मHगो होती’’ित (ध॰ स॰ ३३७) पदभाजनीये स�पेनेव िनिA�ं, इ!0\यस+हे प!� ञ!0\य�ाने पठममHग�स अन� ञात� ञ�सामीित!0\यं गहे)वा इतरमHगानं अ!� ञ!0\यं गहे)वाव अि�!0\य!0त अि�!0\यता, स,ब)थ लोकु�रता च िवसेसो, सेसं तािदसमेव। पठमझािनका च�ारो मHगा।

तथा दिुतयझािनकेसुिप केवलं ध�मुAेसे िवतU काभावो, स+हवारे चतुर+झानता, स�+मHगता च िवसेसो, सेसं पठमझािनकसिदसमेव। दिुतयझािनकमHगा।

तथा तितयझािनकेसुिप केवलं ध�मुAेसे िवचाराभावो, स+हवारे ितवि+कझानता च िवसेसो, सेसं दिुतयझािनकसिदसमेव। तितयझािनकमHगा।

तथा चतु)थझािनकेसुिप केवलं ध�मुAेसे पीितया अभावो, को�ासवारे दवुि+कझानता, छळि+कबोझ+ता च िवसेसो, सेसं तितयझािनकसिदसमेव। चतु)थझािनकमHगा।

तथा प� चमझािनकेसुिप केवलं स,ब)थ वेदनापिरव�नमेव िवसेसो, सेसं चतु)थझािनकसिदसमेव। प� चमझािनकमHगा। एवं ध�मुAेसािदतो िविन/छयो।

िवसयािद$पभेदतो पन स,बेिप लोकु�रकुसला आर�मणतो िन,बानार�मणाव, त�मा न ततो नेसं भेदो, पिटपदािदभेदतो पन पु,बे वु�नयेन प/ चकंे भेदो वेिदत,बो। ए)थ च यो नाम�पपिरHगहतो प�ाय िकलम0तो िवप�सनं आरिभ)वा दUुखेन किसरेन िकलेसे िवUख�भेित, त�स दUुखा पिटपदा होित। यो पन िवUख!�भतिकलेसो, सो िवप�सनापिरवासं वासे0तो िचरेन मHगपातुभावं पापुणाित, त�स द0धािभ� ञा होित। इिमना नयेन इतरा ित�सोिप पिटपदािभ� ञायो वेिदत,बा। यथा च पिटपदािदभेदतो, एवं िवमोUखभेदतोिप प/ चकंे ि]धा हो!0त – सु� ञतिवमोUखो अ$पिणिहतिवमोUखोित।

त)थ सु ञत!0त, अ�पिणिहत!0त च लोकु�रमHग�स नामं। सो िह आगमनतो सगुणतो आर�मणतोित तीिह कारणेिह नामं लभित। कथं? इध िभUखु िवप�सनाक�म�ािनको आिदतो प�ाय ‘‘अिन/ च ंदUुखमन�ा’’ित ितिवधं अनुप�सनं आरोप)ेवा स�मस0तो िवचरित, सच�स वु�ानगािमिनिवप�सना तेभूमके सdारे अन�तो िवप�सित, अयं अ�सु� ञताद�सन�ेन सु� ञता नाम होित। सच ेदUुखतो िवप�सित, अयं त8हापिणिधरिहत�ेन अ$पिणिहता नाम होित, ता उभोिप आगमनीय�ाने ठ)वा अ�नो अ�नो मHग�स यथाU कमं सु� ञतमHगो अ$पिणिहतमHगोित नामं दे!0त। एवं आगमनतो नामलाभो वेिदत,बो। ननु सु�0तेसु सच ेवु�ानगािमिनिवप�सना अिन/ चतो प�सित, त�सा वसेन मHगो अिनिम�िवमोUखो होतीित क)वा तयो िवमोUखा किथताित? स/ च,ं अिप च खो पिरयायतो किथता, िन$पिरयायतो पन सय!�प सिनिम�ा अ�नो मHग�स अिनिम�नामं दातुं असU कुणे5यताय ]े एव िवमोUखा हो0तीित। ित�सोिप िह िवप�सना िन/ चिनिम�ं, सुखिनिम�� च उHघाटनेन अिनिम�वोहारं लभ!0त, ित�सोिप िनिम�भूतेसु ख0धेसु चरणतो सिनिम�ाव, त�मा सयं आगमनीय�ाने ठ)वा अ�नो मHग�स िन$पिरयायतो अिनिम�नामं दातुं न सU को!0त। य�मा पन मHगो सयं रागादीिह सु� ञो, रागािदिनिम�पिणिधरिहतो च, त�मा सगुणेनेव सु� ञतनामं, अ$पिणिहतनाम� च लभित। एवम�स सगुणतो नामलाभो वेिदत,बो। य�मा पन िन,बानं रागादीिह, सdारेिह च सु� ञ�ा, रागािदिनिम�पिणिधरिहत�ा च ‘‘सु� ञतं, अिनिम�ं, अ$पिणिहत’’!0त च वु/ चित, त�मा तं आर�मणं क)वा उ$प0 नमHगोिप ‘‘सु� ञतो, अिनिम�ो, अ$पिणिहतो’’ित च नामं लभित। एवं आर�मणतो नामलाभो वेिदत,बो।

तेसु इध आगमनतोव मHगो नामं लभित, न सगुणतो, नािप आर�मणतो, सगुणार�मणतो नामलाभ�स सु�0तेसु पिरयायदेिसत�ा। तेनेव हे)थ मHगानं सगुणार�मणतोिप अिनिम�िवमोUखतं अHगहे)वा सु� ञतअ$पिणिहतिवमोUखताव आगमनतो वु�ा, त� चागमनं दिुवधं िवप�सनागमनं, मHगागमन� च। त)थ िवप�सनागमनतो मHगो च सु� ञतािदनामं लभित, मHगागमनतो च लभतेव, इध पन मHग�स अिध$पेत�ा िवप�सनागमनतोव वेिदत,बं। एवं िवमोUखभेदतो प/ चकंे ि]धा हो!0त। एवं िवसयािद$पभेदतो िविन/छयो।

लोकु�रकुसलध�मा िनि�ता।

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िनि�ता च मोहिव/छेदिनया नाम

अिभध�ममाितक)थसंव8णनाय

‘‘कुसला ध�मा’’ित पद�स अ)थव8णना।

अकुसलपद'थो

लोभमूलव�णना

अकुसला पन ध�मा भूिमतो एकिवधा कामावचराव, स�पयोगतो पन मूलवसेन ितिवधा हो!0त लोभमूला दोसमूला मोहमूलाित। त)थ लोभमूला अ�िवधा सोमन�ससहगतं िदि�गतस�पयु�ं असdारं, तथा ससdारं, सोमन�ससहगतं िदि�गतिव$पयु�ं असdारं, तथा ससdारं, उपUेखासहगतं िदि�गतस�पयु�ं असdारं, तथा ससdारं, उपेUखासहगतं िदि�गतिव$पयु�ं असdारं, तथा ससdार!0त।

त)थ इ�ार�मणे लोभबहुलतादीिह कारणेिह सोमन�ससहगतता, अस4�मसवनअक[याणिम�तादीिह िदि�स�पयु�ता च वेिदत,बा। यदा िह ‘‘न!)थ कामेसु आदीनवो’’ितआिदना नयेन िम/छािदD� पुरUख)वा ह�तु�ो कामे वा पिरभु� जित, िद�म+लादीिन वा सारतो प/ चिेत सभावितUखेनेव अनु�सािहतेन िच�ेन, तदा पठमं अकुसलिच�ं उ$प जित। यदा म0देन समु�सािहतेन, तदा दिुतयं। यदा िम/छािदD� अपुरUख)वा केवलं ह�तु�ो मेथुनं वा सेवित, परस�पD� वा अिभझायित, परभ8डं वा हरित सभावितUखेनानु�सािहतेन, तदा तितयं। यदा समु�सािहतेन, तदा चतु)थं। यदा पन कामानं वा अस�पD� आग�म, अ� ञसंे वा सोमन�सहेतूनं अभावेन चतूसुिप िवक$पसुे सोमन�सरिहतता होित, तदा सेसािन च�ािर उपेUखासहगतािन उ$प ज0तीित अयं स�पयोगतो िविन/छयो।

ध�मुAेसतो पन पठमाकुसले ताव िनयता पािळयं स�पेनागता सोळस, येवापनकवसेन च�ारोित वीसित ध�मा हो!0त। कथं? फ�सो वेदना स� ञाचतेना िच�ं िवतU को िवचारो पीित वीिरयं एकHगता जीिवतं अिहिरकं अनो�$पं लोभो मोहो िम/छािद�ीित इमे स�पेनागता सोळस ध�मा, छ0दो अिधमोUखो मनिसकारो उ4/ च!0त इमे येवापनका च�ारोित। पदभाजनीये पन पु,बे वु�नयेनेव ‘‘फ�सप� चकं झान+प� चकं वीिरयसमािधमनोसोमन�सजीिवतवसेन इ!0\यािन प� च, िम/छािदि�सE$पवायामसमािधवसेन मHग+ािन च�ािर, वीिरयसमािधअिहिरकानो�$पवसेन बलािन च�ािर, लोभो मोहोित ]े मूलािन, अिभझा िम/छािद�ीित ]े क�मपथािन, अिहिरकं अनो�$प!0त लोकनासदकंु, समथो पHगाहो अिवUखेपो चाित एवं स�पनेागतानं ]D�सध�मानं सोळससु एव समवरोधो, सिवभि�कािवभि�कभेदो च कामावचरपठमकुसले वु�ानुसारतो ञात,बो। अयं ध�मुAेसतो िविन/छयो।

लUखणािदिवभागतो पन न िहरीयतीित अिहिरको, अिहिरक�स भावो अिहिर6 कं, न ओ�$प ंअनो��पं। तेसु अिहिरU कं कायद/ु चिरतादीिह अिजगु/छनलUखणं, अल जालUखणं वा, अनो�$प ंतेहेव असार जनलUखणं, अनु�ासलUखणं वा, सेसं िहिरओ�$पानं वु�$पिटपUखवसेन वेिदत,बं।

लु,भित तेन, सयं वा लु,भित, लु,भनम�मेव वा त!0त लोभो। सो आर�मणगहणलUखणो मU कटालेपो िवय, अिभस+रसो त�कपाले िख�मंसपेिस िवय, अपिर/ चागप/ चुप�ानो तेल� जनरागो िवय, स� ञोजनीयध�मेसु अ�सादद�सनपद�ानो। त8हानिदभावेन वFमानो सीघसोता नदी िवय महासमुAं अपायमेव गहे)वा ग/छतीित द�,बो।

मु5ह!0त तेन, सयं वा मु5हित, मु5हनम�मेव वा त!0त मोहो। सो िच��स अ0धकारलUखणो, अ� ञाणलUखणो वा, अस�पिटवेधरसो, आर�मणसभाव/छादनरसो वा, अस�मापिटपि�प/ चुप�ानो, अ0धकारप/ चुप�ानो वा, अयोिनसोमनिसकारपद�ानो, स,बाकुसलानं मूल!0त द�,बो।

िम/छा प�स!0त ताय, सयं वा िम/छा प�सित, िम/छाद�सनम�मेव वा एसाित िम7छािदि#। सा अयोिनसो अिभिनवेसलUखणा, परामासरसा, िम/छािभिनवेसप/ चुप�ाना, अिरयानं अद�सनकामतािदपद�ाना, परमं व ज!0त द�,बा।

उ4तभावो उ�7 चं। तं अवूपसमलUखणं, अनव�ानरसं, भ0तताप/ चुप�ानं, अयोिनसोमनिसकारपद�ानं, िच�िवUखपेोित द�,बो। सेसो पने)थ सु� ञतवारपिरयोसानो स,बोिप िविन/छयो कुसलािधकारे वु�ानुसारतो वेिदत,बो। केवलं स+हवारे पािळयं आगतवसेन प!� च!0\यता, चतुर+मHगता, चतु!,बधबलता, ]ेहेतुता, स,ब)थ अकुसलभावो च िवसेसो, सेसं तािदसमेव। पठमाकुसलं िनि�तं।

यथा च पठमे, एवं दिुतयेिप ससdारता, येवापनकेसु िथनिम4ानं स�भवो, िनयतता च िवसेसो। त)थ िथननता िथनं, िम4नता िम�ं,अनु�साहनसंसीदनता, सि�िवघातो चाित अ)थो। त)थ िथनं अनु�साहलUखणं, वीिरयिवनोदनरसं, संसीदनप/ चुप�ानं। िम4ं अक�म� ञतालUखणं,

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ओनहनरसं, लीनताप� चुप�ानं, पचलाियकािन�ाप� चुप�ानं वा, उभय��प अरितत��दिवज��भकादीसु अयोिनसोमनिसकारपद�ानं। दिुतयं।

तितये स#बोिप िविन�छयो पठमाकुसले वु'नयोव। केवलं िदि�या अभावो, येवापनकेसु मान(स स�भवो, अिनयतता च, स)हवारे ितवि)कम*गता च िवसेसो, सेसं तािदसमेव। त,थ म. ञतीित मानो। सो उ0णितल2खणो, स�प*गहरसो, केतुक�यताप� चुप�ानो, िदि�िव4पयु'लोभपद�ानो, उ�मादो िवय द�#बो। तितयं।

यथा च तितये, एवं चतु,थेिप। िथनिम6. च,ेथ सस7ारता च अिधका, सेसं तािदसमेव। चतु,थं।

प. चमछ�स'म�मेसु सोमन(स�ाने उप2ेखास�भवो, पीितया च अभावो, ततो एव स)हवारे चतुर)9झानता च िवसेसो, सेसं स#बं पठमदिुतयतितयचतु,थिच'सिदसमेव।

लोभमूला िनि�ता।

दोसमूलवणना

दोसमूला पन ि<धा दोमन(ससहगतं पिटघस�पयु'ं अस7ारं, तथा सस7ारं। एवं स�पयोगतो। ध�मु�ेसािदतो पन पठमे ताव पठमाकुसले वु'ेसु पीितलोभिदि�यो व9 जे,वा दोसं, येवापनकेसु अिनयतािन इ(साम�छिरयकु2 कु� चािन, सोमन(स�ाने दोमन(स. च प�2खिप,वा एकवीसित ध�मा हो��त। येवापनका च,ेथ स'। त,थ द(ुस��त तेन, सयं वा द(ुसित, द(ुसनम'मेव वा त��त दोसो। सो च�0ड2 कल2खणो पहटासीिवसो िवय, िवस4पनरसो िवसिनपातो िवय, अ'नो िन(सयदहनरसो वा दाव�*ग िवय, द(ुसनप� चुप�ानो ल6ोकासो िवय सप'ो, आघातव,थुपद�ानो, िवससंस�पूितमु'ं िवय द�#बो। इ(सायना इ सा। सा परस�प'ीनं उसूयनल2खणा, त,थेव अनिभरितरसा, ततो िवमुखभावप� चुप�ाना, परस�पि'पद�ाना, स. ञोजन��त द�#बा। म�छेरभावो म�छिरयं। तं ल6ानं वा लिभत#बानं वा अ'नो स�प'ीनं िनगूहनल2खणं, तास. ञवे परेिह साधारणभावअ2खमनरसं, सBोचनप� चुप�ानं, कटुक. चुकताप� चुप�ानं वा, अ'स�पि'पद�ानं, चतेसो िवCपभावोित द�#बं। कु��छतं कतं कुकतं, त(स भावो कु� कु� चं। तं प�छानुतापल2खणं, कताकतानुसोचनरसं, िव4पिटसारप� चुप�ानं, कताकतपद�ानं, दास#यिमव द�#बं। स)हवारे द2ुखने सD6 चतुर)9झानता, दोमन(सेन प�. च��Eयता, ितवि)कम*गता, दोसमोहवसेन ि<हेतुकता च वेिदत#बा। सेसो पन स#बो िविन�छयो पठमाकुसले वु'सिदसो एव। यथा च पठमे, एवं दिुतयेिप, सस7ारता पन िथनिम6ेिह सD6 नवयेवापनकता च िवसेसो, सेसं तािदसमेव।

दोसमूला िनि�ता।

मोहमूलवणना

मोहमूलािप ि<धा उपे2खासहगतं िविचिक�छास�पयु'ं, तथा उ6� चस�पयु'��त। त,थ पठमे ध�मु�ेसतो ताव फ(सप. चकं िवत2 को िवचारो वीिरयं एक*गता जीिवतं अिहिरकं अनो'4पं मोहो िविचिक�छाित सCपनेागता चु�स, उ6� च ंमनिसकारोित येवापनका <े चाित सोळस ध�मा हो��त, एक*गता च,ेथ िच'ि�ितम'ा, इ��Eयम*गबलभावं न स�पापुणाित। ततो एव स)हवारे समाDध व9 जे,वा उपे2खाय सD6 च'ािर इ��Eयािन, <े म*ग)ािन, तीिण बलािन हो��त। मोहो पने,थ एकोव हेतु। सेसो पने,थ स#बो िविन�छयो वु'नयो एव।

त,थ िवगता िचिक�छा एित(साित िविचिक�छा। सा संसयल2खणा, क�पनरसा, अिन�छयप� चुप�ाना, अनेकंसभावप� चुप�ाना वा, अयोिनसोमनिसकारपद�ाना, पिटपि'अ�तरायकराित द�#बा। यथा च िविचिक�छास�पयु'े, एवं उ6� चस�पयु'ेिप। केवलं िविचिक�छाय अभावो, अिधमो2ख(स च भावो, ततो एव बलवतरसमािधता, तेनेव स)हवारे समािधना सD6 प�. च��Eयता, ितवि)कम*गता, चतु#बलता च होित। उ6� च. च,ेथ सCपेनेव िनि��ं, अिधमो2खमनिसकारा <े येवापनकवसेनाित अयं िवसेसो, सेसं तािदसमेव। इमािन पन <े िच'ािन नानािवसये, एकिवसये च अस0ठहनतो पवHनकािन। उ6� चसहगतं िह ल6ािधमो2खताय ल6पित�ं एकार�मणेयेव पित�ाय पित�ाय पवHित चतुर(समिण िवय, इतरं नानार�मणेसु वHमिण िवयाित द�#बं। उ6� चसहगत. च ठपे,वा सेसा एकादस पिटसI�ध जने�तीित वेिदत#बं।

िवसयािद4पभेदतो पनेते <ादसिप व,थार�मणवसेन ताव छ�#बधा हो��त। तेसु लोभमोहमूला पन दस प. च<ारे हदयव,थुं िन(सायेव, मनो<ारे िन(साय वा अिन(साय वा जवनिक� च ंसाधयमाना छ�#बधा। तथा दोसमूला िन(सायेव पन पव'��त। लोभमूला पन अिद� नादानकामिम�छाचारमुसावादपेसु. ञस�फ4पलापािभ9झास7ातानं छ� नं क�मपथानं वसेन छ�#बधा। िदि�स�पयु'ा पने,थ िम�छािदि�वसेनापीित स'िवधा हो��त। दोसमूला पन पाणािभपातािद� नादानमुसावादपेसु. ञफJसस�फ4पलाप#यापादवसेन स'िवधा हो��त। दस� न��प पनेसं <ारक�मवसेन चवे वीमंसाव�9 जतािधपित'यवसेन च कुसले वु'नयेन िवभागो वेिदत#बो। एक�तहीन'ा हीनि'कभेदो न�,थ। आर�मणािधपित पने,थ लोभमूलेसु एव, न इतरेसु, मोहमूलेसु पन सहजातािधपितिप न�,थ, तथा क�मपथभेदोिप। न िह पवHमानं क�. च अिधपDत करोित। दोसो वा सिवसयं, िविचिक�छािच'. च

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पिटपि'म�तरायकर'ेन द�ु चिरतहेतुभूत��प पाणाितपातादीनं दोसलोभमूलिच'ेहेव स�� न�ापिनयतो क�मपथभेदं न ग�छित, पु#बभागे एव पन हेतु होित। तेनेव(स अपायहेतुता पठमम*गव9झताित द�#बं। अतीतािदभेदतो पन <ादस� नं प� चकेमन�तता, सेसो च िविन�छयो कुसलािधकारे वु'नयेनेव वेिदत#बोित।

अकुसला ध�मा िनि�ता।

अ�याकतपद�थो

अहेतुककुसलिवपाकवणना

अ#याकता पन ध�मा जािततो चतु�#बधा िवपाकिकिरयCपिन#बानवसेन। त,थ िवपाका#याकता ध�मा जािततो च ि<धा हो��त कुसलाकुसलिवपाकवसेन। त,थ कुसलिवपाका भूिमतो चतु�#बधा कामCपाCपावचरलोकु'रिवपाकवसेन। त,थ कामावचरिवपाका अहेतुका सहेतुकाित दिुवधा। त,थ अलोभािदसहजातहेतुिवरिहता अहेतुका। ते स�पयोगव,थार�मणािदभेदतो अ�िवधा। सेKयिथदं – उपे2खासहगतं च2खुिव. ञाणं, तथा सोतघानिजMहािव. ञाणं, सुखसहगतं कायिव. ञाणं, उपे2खासहगता मनोधातु, सोमन(ससहगता मनोिव. ञाणधातु, तथा उपे2खासहगता चाित। च2खुिव. ञाणादीिन िह च'ािर च2खुपसादादीसु चतूसु उपादायCपसुे उपादायCपानं घHनािनघंस(स िपचुिप0डे िपचुिप0ड(सेवाितद#ुबलताय उपे2खावेदनास�पयु'ानेव हो��त। कायिव. ञाणं पन कािय��Eये फो�#बभूत'यघHनािनघंस(स अिधकरिणम,थके ठिपतिपचुिप0डे कूटपहार(सेव बलवताय पसादिन(सयेसुिप भूतेसु पिटघातस�भवतो सुखसहगतं होित, मनोधातु अ'नो गहणद#ुबलताय अितइ�ेिप उपे2खासहगताव, मनोिव. ञाणधातु पन अितइ�े सोमन(ससहगता, इ�म9झ'े उपे2खासहगताित अयं स�पयोगतो िविन�छयो।

ध�मु�ेसािदतो पन च2खुिव. ञाणे ताव फ(सप. चकं, एक*गता, जीिवत��त सCपेनागता स', येवापनकवसेन मनिसकारो एको चाित अ� ध�मा हो��त। स)हतो पने,थ ख�धायतनधातुआहािर��Eयवसेन प. चवेस)हा। त,थ च2खुिव. ञाणधातुध�मधातुवसेन धातुस)हो, मनो उपे2खाजीिवित��Eयवसेन इ��Eयस)हो च वेिदत#बो। सेसं वु'नयमेव। ए,थ च िव9 जमानािप वेदना झान)तं न ग�छित, इ��Eयं पन होित। एक*गता इ��Eयम*ग)बलभाव��प न ग�छित अितद#ुबल'ा। िवत2 कप��छमकं िह झानं, हेतुप��छमको म*गो, बल. च। यथा च,ेथ, एवं सोतघानिजMहाकायिव. ञाणेसुिप। केवलं पन स)हवारे सोतिव. ञाणधातुआिदवसेन धातुस)हो, कायिव. ञाणे वेदनापिरव'न. च िवसेसो। यथा च,ेथ, एवं मनोधातुयािप। केवलं पन िवत2 किवचारा <े येवापनका च अिधमो2खोित तयो ध�मा अिधका। स)हवारे मनोधातुध�मधातुवसेन धातुस)हो, िवत2 किवचाJपे2खेक*गतािह चतूिह झान)स)हो च िवसेसो। पािळयं पने,थ िक. चािप झान)स)हो न उ6टो, तथािप सिवत2 केसु िनयमेन झान)तास�भवतो गहेत#बोव। यथा च,ेथ, एवं मनोिव. ञाणधातु<येिप। सोमन(ससहगतताय पने,थ पीित अिधका, स)हवारे च प. च)9झानता, वेदनापिरव'नं, उभय,थािप मनोिव. ञाणधातुध�मधातुवसेन धातुस)हो च िवसेसो, सेसं तािदसमेव।

िवसयािद4पभेदतो पन च2खुिव. ञाणादीिन प. च यथा2 कमं च2खािदएकेकमेव व,थुं िन(साय प� चु4प� ने, इ�े च Cपािदएकेकार�मणे एव िकिरयमनोधातुअन�तरं आलोकाकासवायुजलपथवीसहकारीिन पसादकादीिन द(सनसवनघायनसायनफुसनिक� चािन साधयमानािन च2खु<ारादीसु एकेकI(म एव िवप� च��त। एवमेतेसं व,थु<ारार�मणिक� चािन िवसंु िनयतािन। ठानं पन तेसं प. च� न��प एकमेव, तेन नेसं न भेदो। मनोधातु पन हदयव,थंु िन(सायेव प� चु4प� नेसु Cपादीसु प. चसुिप आर�मणेसु प. चिव. ञाणान�तरं स�पिट�छनिक� च ंसाधयमाना प. चसुिप <ारेसु पव'ित, सोमन(ससहगता मनोिव. ञाणधातु पन हदयव,थुं िन(सायेव अितइ�े प� चु4प� ने प. चार�मणे िवपाकमनोधातुअन�तरं स�तीरणिक� च,ं छसुिप <ारेसु छसु बलवकामावचरार�मणेसु अतीतादीसु जवनान�तरं तदार�मणिक� च. च साधयमाना िवप� चित। एवमेित(सा <ारार�मणिक� च�ानािन अिनब6ािन, ततो तेिह भेदो होित, व,थु पन त,थेव िनब6ं, ततो न भेदो, एवमुपे2खासहगतायिप। केवलं पनेसा <ारिविनमु'ािप हु,वा सुगितयं ज� च�धबिधरज� चु�म'कादीनं पिटस��धकाले पुिरमचुितिच'ान�तरं क�मबलेनोपि�तं क�मक�मिनिम'गितिनिम'ेसु अ. ञतरं अतीतािदभेदं छ�#बध��प कामावचरार�मणमार#भ पिटस��धिक� च,ं तदन�तरतो प�ाय यावतायुकं भव)िक� च,ं अ�ते चुितिक� च. च, वु'नयेन स�तीरणतदार�मणिक� चािन च साधयमाना इमेसु प. चसु ठानेसु िवप� चतीित अयं िवसेसो, सेसं तािदसमेव।

ए,थ च वधब�धािदवस4पव'े अिन�ार�मणे ख��तपिटस7ानािदवसेन कुसलु4पि'तो त�� न#ब'ानं पिटस��धआिदिव. ञाणानं क�मिनिम'. चेआर�मणं होित, अिन�ेनेव तेन भिवत#बं। एवं इ�िवसये उ4प� नानं कुसलिवपाकानं अिन�ार�मणेसु अनु4पि'तो क�मगितिनिम'मेव तेसं आर�मणं होतीित िव. ञायित। िवचारे,वा यथा अिवरोधो होित, तथा गहेत#बं। एवं इ�िवसये उ4प� नकुसलतो िन#ब'ान��प पिटस��धआिदिव. ञाणानं क�मिनिम'ार�मणताय अिवरोधो ञात#बो। अतीतािदभेदतो पन अ�� न��प प� चकेमन�तरता हे�ा वु'नयेन गहेत#बा।

अहेतुककुसलिवपाका िनि�ता।

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सहेतुककुसलिवपाकवणना

अलोभािदिवपाकहेतुस�पयु'ा पन सहेतुका, ते स�पयोगतो कामावचरकुसला िवय अ�िवधा। सोमन(सञाणािदस�पयोगो पने,थ आगमनािदतो वेिदत#बो। ितहेतुकं िह कामावचरकुसलं ितहेतुकि<हेतुकपिटस��धयो द,वा पव'े छसु <ारेसु सोळस िवपाकािन देित, दहेुतुकं पन कुसलं दहेुतुकाहेतुकपिटस��धयो द,वा पव'े छसु <ारेसु ितहेतुकरिहतािन <ादस िवपाकािन देित। अस7ािरकसस7ािरकभावो पने,थ प� चयिवसेसतोिप होित। बलवप� चयेनािप िह उ4प� नं अस7ािरकं होित, द#ुबलेनािप इतरं। केिच पन अस7ािरकेन सस7ारिवपाकानं, सस7ािरकेन च अस7ािरकानं उ4पD' न इ�छ��त। य(मा पनेतािन पिटस��धदायकतो अ. ञेनािप क�मेन पव'े अकुसलिवपाकािन पव'��त, प!ाने च ‘‘सहेतुकं भव)ं अहेतुक(स भव)(स अन�तरप� चयेन प� चयो’’ित (प�ा॰ ३.१.१०२) वु'ं, त(मा अहेतुकपिटस��धक(स पु*गल(स सुगितयं पव'े सहेतुकािनिप िवपाकािन पव'��त। द*ुगितयं, पन Cपावचरभूिमय. च अहेतुकानेव पव'��त। तेसुिप अितइ�े आर�मणे सोमन(ससहगतािन, इ�म9झ'े उप2ेखासहगतानीित एवं आगमनािदतो स�पयोगभेदो वेिदत#बो।

ध�मु�ेसािदतो पन याव सु. ञतवारपिरयोसाना कामावचरकुसलसिदसोव स#बो िविन�छयो, केवल. च,ेथ येवापनकेसु कJणामुिदता न स��त स'ार�मण'ा। एक�तपिर'ार�मणा िह कामावचरिवपाका। िवरितयोप,ेथ लोिकयेसु एक�तकुसलसभाव'ा न स��त। ‘‘प. चिस2खापदा कुसला एवा’’ित (िवभ॰ ७१५ आदयो) िह वु'ं। फ(सादयो च,ेथ िवपाक'ा आदासे मुखिनिम'ं िवय िनJ(साहस�ता, कुसला पन मुखं िवय सउ(साहा। स)हवारे च प. चि)को म*गो होित, अयं िवसेसो। सेसं तािदसमेव।

िवसयािद4पभेदतो पन Kवायं कुसलेसु क�म<ारपु. ञिकिरयािधपतीिह भेदो वु'ो, सो इध न�,थ अिव. ञि'जनकतो, अिवपाकध�मतो, तथा अ4पवि'तो च। हीनि'कभेदो पन अ�,थ हीनम�9झम4पणीतानं कुसलानं िवपाक'ा, तथा <ारार�मणािदभेदो। एते िह हदयव,थंु िन(साय <ारिविनमु'ा हु,वा देवमनु(सेसु ि<हेतुकितहेतुकानं हे�ा वु'नयेन पिटस��धभव)चुितिक� चािन, छ<ारे छसु आर�मणेसु तदार�मणिक� च. च साधयमाना एवं चतूसु ठानेसु िवप� च��त। एवमेतेसं <ारार�मणिक� च�ानािन अिनब6ािन, ततो तेिह भेदो होित। व,थु पन त,थेव िनब6ं, ततो न भेदो। अतीतािदभेदतो पने,थािप अन�तता वु'नया एवाित।

कामावचरसहेतुककुसलिवपाका िनि�ता।

"पावचरिवपाकवणना

Cपावचरिवपाकािप स�पयोगभेदतो अ'नो कुसला िवय प. चिवधा हो��त। स#बो च,ेथ िविन�छयभेदो कुसले वु'नयो एव। िवपाकभावतो पने,थ यथा ह�,थआदीनं छाया तंसिदसा, एवं कुसलागमनतो च झान)ािदस�पयु'ध�मसमायोगो, पिटपदािदभेदो च होित। अिपच,ेथ ितिवधाय पठम9झानभूिमया पठम9झानिवपाका, तथा दिुतय9झानभूिमया दिुतय9झानिवपाका तितय9झानिवपाका च, तितय9झानभूिमया चतु,थ9झानिवपाका, वेह4फलप. चसु6ावासवसेन छ�#बधाय चतु,थ9झानभूिमया प. चम9झानिवपाका च वु'नयेन पिटस��धभव)चुितिक� चािन साधयमाना हदयव,थुं िन(साय <ारिविनमु'ाव क�मिनिम'स7ातप. ञ'ार�मणा हु,वा िवप� च�तीित अयं िवसेसो, सेसं तािदसमेव।

Cपावचरिवपाका िनि�ता।

अ"पावचरिवपाकवणना

एवं अCपावचरिवपाकािप आर�मणभेदतो अ'नो कुसला िवय चतु�#बधा हो��त। िविन�छयो च स#बो कुसले वु'नयोव। कुसलतो च,ेथ िवसेसो Cपावचरिवपाके वु'नयेन वेिदत#बो। केवलं पने,थ क�मिनिम'भूतप. ञ'ार�मणो आकासान. चायतनिवपाको पठमाJ4पभूिमयं, तथा मह*गतार�मणो िव. ञाण. चायतनिवपाको दिुतयाJ4पभूिमयं, क�मिनिम'भूतप. ञ'ार�मणो आिक. च. ञायतनिवपाको तितयाJ4पभूिखयं, मह*गतार�मणो नेवस. ञानास. ञायतनिवपाको चतु,थाJ4पभूिमय. च अव,थुका वु'नयेन पिटस��धभव)चुितिक� चािन साधयमानाव पव'�तीित अयमेव िवसेसो।

अCपावचरिवपाका िनि�ता।

लोकु#रिवपाकवणना

तथा लोकु'रिवपाकािप अ'नो कुसला िवय तंतंम*गफल'ा चतु�#बधा, झान)योगभेदतो प� चकंे प. च प. च क,वा वीसितिवधाव हो��त। िविन�छयो च,ेथ कुसले वु'नयोव। केवलं स)हवारे सोतापि'म*गफलं सकदागािमम*गफलं अनागािमम*गफल��त इमेसं ित0णं अ�. ञ��Eयं, अरह'फल(स च अ. ञातािव��Eयं प�. ञ��Eय�ाने गहे,वा अि���Eयता, बो9झ)म*ग)ािदबोिधप�2खयध�मा, पिटपदािदभेदो च म*गागमनवसेनेव होतीित

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वेिदत#बो। अिधपितभेदोपे,थ ल#भित। लोकु'रकुसला िह अ'नो फलानं अन�तJ4पि'तो, जवनवुि'तो च अिधपDत िवधातुं स2 को��त, लोिकया पन िवपरीततो न स2 को��त। तेनाहु पोराणा ‘‘िवपाके अिधपती न�,थ ठपे,वा लोकु'र’’��त (ध॰ स॰ अ�॰ ५०५)। िवमो2खभेदतो पनेते म*गागमनतो ितिवधा हो��त सु. ञतअिनिम'अ4पिणिहतिवमो2खवसेन। म*गा िह िवप(सनागमनतो ‘‘सु. ञतो अ4पिणिहतो’’ित <े नामािन लिभ,वा सगुणार�मणतो पिरयायेन अिनिम'ाितिप वु� च��त, त(मा सयं आगमनीय�ाने ठ,वा अ'नो अ'नो अन�तरफलानं िन4पिरयायतो तीिणिप नामािन दे��त। अपरभागे पन फलसमापि'भूतानं न दे��त। त,थ िवप(सनागमनतोव म*गे वु'नयेन दिुवधो नामलाभो वेिदत#बो। ते च न म*गा िवय एकिच'2खिणका, म*गवीिथयं पन <ि'2ख'ुं, फलसमापि'वीिथयं सकल��प िदवसं अ4पनाजवनवसेनेव िनर�तरं मह*गतजवनािन िवय पव'�तीित अयं िवसेसो।

लोकु'रिवपाका िनि�ता।

अकुसलिवपाका पन कामावचराव, लोभािदस�पयु'हेतु अभावतो अहेतुका एव च हो��त। ते स�पयोगतो उप2ेखासहगतं च2खुिव. ञाणं, तथा सोतघानिजMहािव. ञाणािन, तथा द2ुखसहगतं कायिव. ञाणं, उपे2खासहगता मनोधातु, तथा मनोिव. ञाणधातूित स'िवधा। िविन�छयो पनेस स#ब,थ तािदसाहेतुककुसलिवपाकेसु वु'नयो एव। केवलं पनािन�ार�मणता, कायिव. ञाण(स द2ुखसहगतता, उपे2खासहगतमनोिव. ञाणधातुया उ6� चव�9 जताकुसलप� चया चतूसु अपायेसु पिटस��धभव)चुितिक� चािन, सुगितय. च स�तीरणतदार�मणिक� चािन च साधनवसेन पवि' च िवसेसो, सेसं तािदसमेव।

अकुसलिवपाका िनि�ता।

िनि�ता च िवपाका#याकता।

अहेतुकिकिरयावणना

िकिरया#याकता पन कामCपाCपावचरवसेन ितिवधा। त,थ कामावचरिकिरया अहेतुका सहेतुकाित दिुवधा। त,थ सहजातहेतुिवरिहता अहेतुका। ता स�पयोगािदतो ितिवधा उपे2खासहगता मनोधातु, सोमन(ससहगता मनोिव. ञाणधातु, तथा उप2ेखासहगताित। िकिरयाित करणम'ं, िक� चम'��त अ,थो। स#बेसुयेव िह िकिरयिच'ेसु यं आव9 जनिक� च<यं, तं अजवनवुि'तो मोघपु4फं िवय। यं जवनवुि'कं, तं िनरानुसयस�तान4पवि'तो िछ� नमूलJ2खपु4फं िवय अफलं होित। तंतंआव9 जनजवनिक� चसाधनवसेन पव''ा पन िक� चम'तं उपादाय ‘‘िकिरया’’ित वु'ं। त,थ मनोधातुया िवपाकमनोधातुयं वु'नयेन स#बो िविन�छयो वेिदत#बो। केवलं पन प. च<ारे इ�ेसु वा अिन�ेसु वा प. चार�मणेसु प. चपसादे घिHतेसु उ4प� नभव)Z प�छेदान�तरं तमेव प. चार�मणमार#भ हदयव,थुं िन(सायेवाव9 जनिक� च ंसाधयमाना प. चसुिप <ारेसु पव'तीित अयं िवसेसो।

मनोिव. ञाणधातु<य��प यथा2 कमं कुसलिवपाकाहेतुकमनोिव. ञाणधातु<यसिदसं, वीिरयं पने,थ अिधकं, वीिरयूप,थ�भोव समािध बलवा होित। ततो एवे,थ स)हवारे वीिरयसमािधमनोसोमन(सजीिवित��Eयानं प. च� नं वसेन इ��Eयस)हो होित, इधािप बलस)हो न,थेव। यं पने,थ पदभाजनीयेसमािधवीिरयानं िन�ेसे ‘‘समािधबलं वीिरयबल’’��त (ध॰ स॰ ५७०-५७२) बलवेवचनं वु'ं, तं इतराहेतुकिच'स�पयु'ेिह इमेसं बलवतरताद(सन,थं पिरयायतो वु'ं। ततो एव िह स)हवारे ‘‘<े बलािन हो�ती’’ित न वु'ं, त(मा अहेतुकेसु िन4पिरयायतो बलं न�,थ एवाित गहेत#बं।

िवसयािद4पभेदतो पने,थ सोमन(ससहगता ताव हदयव,थु. ञवे िन(साय प. च<ारे वो�#बनिक� चाय च, मनो<ारे अनुळारेसु छसु कामावचरार�मणेसु आव9 जनिक� चाय च मनोिव. ञाणधातुया अन�तरं जवनिक� च ंसाधयमाना खीणासवान. ञवे हिसतं उ4पादे�ती पव'ित। हिसतं िह सोमन(ससहगतकामावचरेहेव जवनेिह, तेसु असेखानं प. चिह िकिरयाजवनेिह, सेखानं पन कुसलेिह चवे िदि�िव4पयु'लोभमूलेिह चाित छिह, पुथु9 जनानं िदि�स�पयु'ेिह चाित अ�हीित तेरसिह िच'ेिह उ4प9 जित। उप2ेखासहगता पन प. च<ारे हदयव,थु. ञवे िन(साय स�तीरणिक� चाय िवपाकमनोिव. ञाणधातुया अन�तरं वो�#बनिक� च,ं मनो<ारे स#बेसु छसुिप आर�मणेसु सव,थुका, अव,थुका वा भव)चलनान�तरं आव9 जनिक� चंसाधयमाना पव'ित। अयं िह तीसु भवेसु क(सिच सिच'कपु*गल(स न िक�(म�. च िवसये न उ4प9 जित, स#ब. ञुत. ञाणसिदसं महागमनं नामेतं िच'��त अयं िवसेसो, सेसं तािदसमेव।

अहेतुकिकिरया िनि�ता।

सहेतुककामावचरिकिरयावणना

अलोभािदिकिरयाहेतुस�पयु'ा पन सहेतुका, ते स�पयोगतो कुसला िवय अ�िवधा। स#बोपे,थ िविन�छयो कुसलेसु वु'नयो एव। केवलं पने,थ िवरितयो न स��त, कुसला च सेखपुथु9 जनानं वु'नयेन छसु <ारेसु व,थंु िन(साय वा अिन(साय वा जवनिक� च ंसाधयमाना पव'��त, इमे पन असेखान��त अयं िवसेसो। कामावचरिकिरया।

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"पावचरिकिरयावणना

Cपावचरिकिरया च कुसला िवय प. चिवधा। िविन�छयो च त,थ वु'नयो एव। केवलं िह कुसला सेखपुथु9 जनानं प. ञ'ार�मणा, अिभ. ञावसेन पव'ं प. चम9झानं स#बार�मण. च हु,वा मनो<ारे हदयव,थु. ञेव िन(साय जवनिक� च ंसाधयमाना पव'��त, इमे पन असेखान��त अयमेव िवसेसो। Cपावचरिकिरया।

अ"पावचरिकिरयावणना

अCपावचरिकिरया च कुसला िवय चतु�#बधा। िविन�छयो च त,थ वु'नयो एव। केवलं िह कुसला सेखपुथु9 जनानं सव,थुका, अव,थुका वा हे�ा वु'नयेन यथायोगं प. ञि'मह*गतार�मणा मनो<ारे जवनिक� च ंसायेमाना पव'��त, इमे पन असेखान��त अयं िवसेसो। अCपावचरिकिरया।

िकिरया#याकता िनि�ता।

पिकणककथावणना

ए,थ ठ,वा स#बे िच'चतेिसकध�मे जाितस)हािदतो समोधाने,वा पिक0णककथा व'#बा। यथावु'ािन िह िच'ािन कुसलािन एकवीसित, अकुसलािन <ादस, िवपाकािन छD'स, िकिरयािन वीसित चाित स#बािनिप एकूननवुितिवधािन, लोकु'रानं झान)योगभेदतो च'ालीसिवध'ा एकवीससतं वा हो��त। तेसु कामावचरािन चतुप. ञास, Cपावचरािन प� नरस, अCपावचरािन <ादस, लोकु'रािन अ�, च'ालीसं वा। कामावचरेसु च कुसलािन अ�, िवपाकािन तेवीसित, िकिरयािन एकादस, अहेतुकािन अ�ारस। सेसािन पन चतुभूमकािनिप सहेतुकािन। तेसु च जािततो िच'गणना पु#बे वु'ाव। चतेिसका पन स6ा सित िहरीओ'4पं अलोभो अदोसो कायप(स6ादयो <ादस, त\म9झ'ता अमोहो अ4पम. ञा<यं, िवरित'य. च मोहो अिहिरकं अनो'4प ंउ6� च. च लोभो िदि� दोसो िविचिक�छा च मानो इ(सा म�छिरयं कु2 कु� च ंिथनं िम6. च फ(सो वेदना स. ञा चतेना एक*गता जीिवित��Eय. चमनिसकारो च िवत2 को िवचारो पीित वीिरयं छ�दो अिधमो2खो चाित <ेप. ञास हो��त।

त,थ त\म9झ'ता, अ4पम. ञा<यं, मानादीिन छ, मनिसकारो छ�दो अिधमो2खो चाित <ादस ध�मा यथाठाने येवापनका एव, िवरित'यं, उ6� च. चक,थिच येवापनका। तेसु च त\म9झ'ता मनिसकारो छ�दो अिधमो2खो उ6� च ंिवरितयोित इमे ठपे,वा सेसा अ� यथाठाने अिनयता एव, िवरितयो पन क,थिच अिनयता, इमे पन एकादस ठप,ेवा सेसा एकच'ालीस ध�मा िनयता एव। त,थ स6ादयो प. चवीसित ध�मा कुसला#याकतायेव, मोहादयो चु�स अकुसला एव, फ(सादयो तेरस कुसलाकुसला#याकता ितजाितका। एक�ततो िह कुसला वा अ#याकता वा ध�मा न�,थ, कुसलिच'स�पयु'समये पन कुसला, अ#याकतिच'स�पयु'समये अ#याकता च हो��त। मोहादयो पन सCपनेेव अकुसला, इतरे च तंस�पयोगेन स#बेिप चतेे अ,थना स�पयु'िच'भेदेन भेदव�तोव हो�तीित वेिदत#बा।

तेसु िह स6ादयो एकूनवीसित स#बेसु कुसलेसु चवे सहेतुका#याकतेसु चाित एकूनसि�िच'ेसु उ4प9 ज��त, ततो प� चकंे एकूनसि�4पभेदा च हो��त। एवम. ञेिप ञात#बा। अमोहो तेसु ञाणिव4पयु'ािन <ादस ठपे,वा सेसेसु, अ4पम. ञा पन कामावचरेसु सहेतुकिकिरयकुसलेसु चवे प. चम9झानव�9 जतCपावचरेसु चाित अ�वीसितिच'ेसु, िवरितयो पन कामावचरकुसलेसु, लोकु'रेसु चाित सोळससु। एवमेते प. चवीसित ध�मा कुसला#याकतेसु उ4प9 जनतो कुसला#याकता नाम जाता। अकुसलेसु पन मोहादयो च'ारो <ादससुिप अकुसलिच'ेसु उ4प9 ज��त, लोभो अ�सु लोभमूलेसु, िदि� त,थ िदि�स�पयु'ेसु, मानो िदि�िव4पयु'ेसु, दोसो इ(सा म�छिरयं कु2 कु� च ंपिटघस�पयु'ेसु, िथनिम6ं प. चसु सस7ािरकेसु, िविचिक�छा िविचिक�छास�पयु'े एवाित। एवमेते चु�सिप सयं अकुसल'ा, अकुसले(वेव उ4प9 जनतो च अकुसला नाम।

इतरेसु च फ(सादयो स' ध�मा स#बिच'ेसु, न िह तं िच'म�,थ, यं इमेसु एकेनािप िवना उ4प9 जित। स#ब,थका िह एते। िवत2 कादयो पन यथायोिगका। तेसु िह िवत2 को ताव ि<प. चिव. ञाणव�9 जतकामावचरेसु चवे एकादससु पठम9झािनकCपावचरलोकु'रेसु चाित प. चप. ञासिच'ेसु उ4प9 जित। िवचारो पन तेसु चवे तथा दिुतय9झािनकिच'ेसु चाित छसि�िच'ेसु। पीित चतु,थ9झािनकव�9 जतसोमन(ससहगतेसु। वीिरयं ि<प. चिव. ञाणमनोधातुस�तीरणि'कव�9 जतेसु। छ�दो अहेतुकमोमूहव�9 जतेसु। अिधमो2खो ि<प. चिव. ञाणिविचिक�छायु'व�9 जतेसु। एवमेते तेरस कुसलाकुसला#याकतेसु उ4प9 जनतो ितजाितका नाम जाता। स�पयु'िच'भेदेन चसंे प� चकंे गणनाभेदोिप वेिदत#बो। यथा िह िच'ं सल2खणतो एकिवध��प स�पयोगाव,थािदभेदेनेव िभ� नं, तथा चतेिसकािप प� चके��त ञात#बा, िवसेसं पन नेसं व2खाम।

व,थुस)हे पन नेसं िच'ेसु ताव कामावचरिवपाकमनोधातुहिसतािन, दोसस�पयु'पिटघCपावचरपठमम*गािन चाित तेच'ालीस िच'ािन हे�ा वु'नयेन यथासकं व,थूिन िन(सायेव उ4प9 ज��त, अCपावचरिवपाकािन पन अिन(सायेव, सेसािन <ेच'ालीस िन(सायिप, आJ4पेसुिप उ4प9 जनतो अिन(सायिप। अCपीनं िह छिप व,थूिन न स��त, Cपीनं पन घानादीिन तीिण, स#ब,थ च तंतंव,थुरिहतानं स#ब,थ िनयतिव. ञाणािनिप, अस. ञीनं पन स#बािनिप व,थुिव. ञाणािन न स��त। तेसं िह जीिवतनवकमेव Cप ंपिटस��ध, पवि'यं भव)ं, मरणकाले चुित च हु,वा पव'ित। यथा च,ेथ िच'ानं, एवं

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तंस�पयु�चतेिसकान��प व�थुतो स�हभेदो वेिदत�बो। अयं पन िवसेसो – तेसु िह दोसो इ�सा म!छिरयं कु$ कु! च% च हदयव�थुं िन�साय कामलोके एव उ)प* जित। क,णामुिदता पन .पलोकेिप, न अ.प।े त�थ िह .पावचरपु�बभागािनिप न उ)प* ज�1त, सेसा पन स�बे िन�सायिप अिन�सायिप तीसुिप भवेसु उ)प* ज�1त। त�थ िह फ�सादयो स� छिप व�थूिन, इतरे पन हदयमेवाित, सेसं िच�समं।

िक! च5ारस�हे पन नेसं िच�ं यथा च चु6सिह िक! चिेह छ5ािरक5ारिविनमु�भावेन, एवं पवि�$ कमो वेिदत�बो। यदा िह कुसलाकुसलबलेन तीसु भूमीसु स�ा िन�ब��1त, तदा तेसं मरणकाले येभु7येन छ1 नं 5ारानम% ञतर9�म प! चुपि:तं क�मक�मिनिम�गितिनिम�ानम% ञतरं गहे�वा उपे$खासहगतिवपाकाहेतुकमनोिव% ञाणधातु5य% चवे अ: महािवपाकािन, नव .पा.पिवपाकािन चिेत एकूनवीसित िच�ािन हे:ा वु�नयेन यथासकभूमीसु पिटस�1ध हु�वा उ)प* ज�1त, तानेव भव�चुितवसेन 5ारिविनमु�ािन नाम हो�1त। मरणकाले िह स�ानं अस�% ञस�िवरिहतानं भव1तरे पिटस�1धजनकं अतीतं क�मं वा तंक�मकरणकाले िवसयोपकरणािदभूतं .पािदछ��बध��प अतीतािदभेदं कालिविनमु�% च क�मिनिम�ं वा उपप* जमानभवानु.पं क)प,$खमातुकु�!छिनरय�>गजालािदगितिनिम�ं वा क�मबलेन यथारहं छ1 नं 5ारानम% ञतर9�म साय1हे प�बत!छाया पथिवयं िवय िच�स1ताने अ? लीयमानं उप:ाित। एवं उपि:ते च त9�म आर�मणे क�मबलेन िनर1तरं पव�मानिच�स1तान�स आयु$खयक�म$खयउभय$खयउप!छेदकक�मानम% ञतरेन प! चास1 नमरण�स त�स त�स वीिथिच�भव�ान1तरं चुितिच�ं होित, तदन1तरं क�मक�मिनिम�ादीसु यथागिहतं आर�भ यथारहं तीसु भवेसु यं िक�% च पिटस�1धिच�ं भव1तरे पठमिच�ं हु�वा उ)प* जित।

त�थ च दहेुतुकाहेतुकचुितयान1तरं दस कामावचरपिटस�1धयोव हो�1त, न इतरा, कामावचरितहेतुकाय चुितया स�बािप हो�1त, .पावचराय पन चुितयािप अहेतुकपिटस�1धरिहता, अ.पावचराय चुितया हेि:मव�* जता,)पपिटस�1धयो चवे कामावचरितहेतुकपिटस�1धयो च, अस% ञीनं पन .पचुिततो भव1तरे गिहतपु�बं क�मािदमेवार�भ अहेतुकरिहता कामावचरपिटस�1धयोव हो�1त, न इतरा। पुथु* जनानं, पन सोताप1 नसकदागामीन% च चुितया सुBावासेसु पिटस�1ध न होित, सेखानं ि5हेतुकाहेतुकास�% ञपिटस�1धयो, असेखानं पन स�बािप पिटस�1धयो न हो�1त। ते िह चुिततो िन,पिधसेसिन�बानेन अनुपादापिरिन�बान)प�ा नाम हो�1त। एवं गिहतपिटस�1धिनरोधतो परं तदेव िच�ं त��म% ञवेार�मणे भव�ं हु�वा चुितपिरयोसानं असित वीिथिच�ु)पादे सुिपन��प अिद�वा िन6ो$ कमनकालादीसु अपिरमाणसC��प नदीसोतं िवय िनर1तरं पव�ित। एवं एकूनवीसितिव% ञाणानं पिटस�1धभव�चुितवसेन पवि�$ कमो वेिदत�बो।

एवं पन व�माने भव�स1ताने यदा इ�1Dयपिरपाकमाग�म सभागप! चय1तरसिहतं अितमह1तं .पार�मणं च$खु5ारे घFेित, तदा घFनानुभावेन ि5$ख�ुं त�थ भव�चलनं होित, तदन1तरं भव�ं वो�!छ�1द�वा त9�म .पार�मणे िकिरयमनोधातु आव* जनिक! च ंसाधयमाना उ)प�* ज�वा िन,*झित, तथा तदन1तरं च$खुिव% ञाण5ये यथारहमेकं द�सनिक! च,ं तदन1तरं िवपाकमनोधातु5या अ% ञतरं स�पिट!छनिक! च,ं तदन1तरं िवपाकमनोिव% ञाणधातु�या अ% ञतरं स1तीरणिक! च,ं तदन1तरं उपे$खासहगतिकिरयाहेतुकमनोिव% ञाणधातु वो:�बनिक! च,ं तदन1तरं एकूनHतसकामावचरजवनेसु यं िक�% च यथारहं स�$ख�ुं, छ$ख�ुं, मरणकालादीसु प% च$ख�ुमेव वा जवनिक! च ंसाधयमानं, तदन1तरं एकादससु तदार�मणिक! चसुे महािवपाकस1तीरणेसु यथारहमेकं सHक, ि5$ख�ंु वा तदार�मणिक! च ंसाधयमानं उ)प�* ज�वा िन,*झित, तदन1तरं भव�स1तित एव पव�ित। एवं च$खु5ारे स�िक! चािन छच�ालीस िच�ािन स�भव�1त।

यदा पन वु�नयेन स6ार�मणादीिन सोत5ारादीसु घFे�1त, तदािप च$खु5ारे िवय प! चके% च छच�ालीसेव भव�1त। केवलं हे�थ आव* जनान1तरं च$खुिव% ञाण:ाने सोतिव% ञाणािद5यािन यथा$ कमं सवनािदिक! चािन साधयमानािन उ)प* ज1तीित। एवं प% च5ारे अितमह1ते प% चार�मणे चतुप% ञास कामावचरिच�ानेव स�भव�1त। केिच पने�थ ‘‘ससCािरकजवनािन प% च5ारे न उ)प* ज�1त पु�ब)पयोगास�भवा, मनो5ारेयेवेतािन उ)प* ज1ती’’ित वद�1त।

मह1ते पन तदार�मणव�* जतािन। िवसय�स जवनसमकालमेव अतीत�ा जवनावसाने भव�ं होित। पिर�े पन जवन��प न��थ। वो:�बनं हे�थ जवन:ाने ठ�वा 5ि�$ख�ंु पवि��वा िन,*झित, ततो परं भव�ं होित। अयं पन वारो ‘‘िद:ं िवय मे, सुतं िवय मे’’ितआिदकथनकाले ल�भित। अितपिर�े पन वो:�बन)पादा असKठहनतो भव�चलनम�मेव, न आव* जनादीिन। आव* जनेन िह भव�े आविFते वो:�बनं अ)प�वा अ1तरा च$खुिव% ञाणान1तरं िच�ं भव�ं ओतिर�सतीित नेतं ठानं िव* जित, नािप अ)पव�माने िवसये प% च5ािरकवीिथिच�ािन पव�1तीित। अयं प% च5ारे िवसय)पवि�भेदेन िच�)पवि�िनयमो।

मनो5ारे पन छसु आर�मणेसु आपाथगतेसु वु�नयेन भव�चलनमनो5ाराव* जनान1तरं कुसलाकुसलफलनाव* जनिकिरयिच�ेसु प% चप% ञासजवनिक! चसुे यं िक�% च कामावचरार�मणमार�भ पव�ित, ततो पभुित कामावचरार�मणे तदार�मणं होित। अ)पनाजवने अयं पवि�$ कमो – समथिवप�सनाक�म:ािनकानं िह यथासकिवसये उ)पािदतपु�बभागभावनानं ‘‘इदािन अ)पना उ)प�* ज�सती’’ित भव�चलनाव* जनावसाने ञाणस�पयु�कामावचरजवनेसु अ% ञतर9�म यथारहं पिरक�मोपचारानुलोमगोMभुनामेन चतु$ख�ुं, ित$ख�ुमेव वा उ)प�* ज�वा िन,Bे चतु�थं, प% चमं वा मह>गतजवनेसु यं िक�% च पठमक)पनािभ% ञाभूतं एकवारमेव, झानसमापि�भूतं अन1तवार��प जवित। लोकु�रजवनेसु पन कुसलािन एकस1ताने एकवारमेव जव�1त, तदन1तरं यथासकं फलिच�% च 5ि�वारं, फलसमापि�वीिथयं फलमेव अन1तवार��प जवित, िनरोधसमापि�यं पन

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अनुपु�बिनरोधवसेन पठम*झानतो यावािक% च% ञायतना यथा$ कमं आव* जनपिरक�मािदवसेनेव समाप�* ज�वा वुि:त�स गोMभुतो अन1तरं चतु�था,)पजवने ि5$ख�ंु जिव�वा िन,Bे यथापिर�!छ1 नकाल% च िच�ं न उ)प* जित, वु:ानकाले च आव* जनपिरक�मिच�िनयामेन अनागािमफलं, अरह�फलं वा यथारहमेकवारमेव उ)प* जित। त�थ च कुसलगोMभुतो अन1तरं कुसल% चवे आिदतो फल�य% च अ)पेित, िकिरयागोMभुतो िकिरयं, अरह�फल% च। त�थािप सोमन�ससहगततो सोमन�ससहगतमेव, उप$ेखासहगततो च उपे$खासहगतमेव अ)पिेत। असेखानमेव च�ेथ अरह�फलिकिरयाजवनािन, यथासकं सेखानमेव सेसलोकु�रािन, सेखपुथु* जनानमेव कुसलाकुसलािन, ितहेतुकानमेव अ)पना हो�1त, अयं जवनिनयमो।

अ)पनाजवनतो परं पन तदार�मणं न��थ। जवनार�मणेसु िह कामावचरभूते�वेव कामावचरपिटस�1धकानमेव अितमह1ते, िवभूते च िवसये तदार�मणमु)प* जित। अितइ:े पनार�मणे स1तीरणिकिरयाजवनतदार�मणािन सोमन�ससहगतािन, इ:म*झ�े, अिन:े च उपे$खासहगतािन हो�1त। यदा पन दोमन�सान1तरं सोमन�स�स प�ाने पिट�$ख��ा सोमन�सपिटस�1धक�स अितइ:ादीसु पिटघे जिवते तदार�मणभव�ािन न उ)प* ज�1त, तदा अ% ञंपिरिचतपु�बं पिर�ार�मणमार�भ अनाव* जन��प िनरोधतो वु:ह1त�स साम% ञफलं िवय अ1तरा उपे$खासहगतस1तीरणं उ)प* जित, तमन1तिर�वा भव�ं होतीित अयं तदार�मणिनयमो।

एवं पन भव�ान1तरं छ5ारे आव* जनादीिन वीिथिच�ािन। इित यावतायुकं इिमनाव कमेन िच�िनयामतो िव% ञाणािन पव��1त। वीिथिच�ान1तरं, पन भव�ान1तरं वा स�बप�!छमं तं एकूनवीसितिवधं भव�मेव त��म% ञवेार�मणे चुितिक! च% च साधयमानं पव�ित, त9�म िन,Bे स�ो चुतो नाम होित। ततोिप चुिततो पुन पिटस�1धभव�वीिथचुितयोित एवं पुन)पुनं िच�स1तानं य1तयु�गोणो िवय भवादीसु यावानुपादाय आसवेिह न िवमु! चित, तावािव�!छ1 नं पव�ित एव। एवं पव�माने च िच�स1ताने ‘‘�वं भव�ं नाम होित, �वं तदन1तरं आव* जनं…प॰े… �वं तदन1तरं तदार�मणं नाम होित, �वं पन भव�’’�1तआिदना िनयामको क�ा नाम न��थ, िच�िनयामेनेवेतं पव�ित।

प% चिवधो िह िनयामो – बीजिनयामो उतुिनयामो क�मिनयामो ध�मिनयामो िच�िनयामोित, त�थ अPQ रपKणदKडपु)फफलािद$ कमेन तेसं तेसं बीजानं अ% ञो% ञिवसिदस,$खितणग!छलतािदस1ताने अ�ना सिदसफलदानं बीजिनयामो नाम। त9�म त9�म समये तेसं तेसं ,$खानं एक)पहारेन पु)फफलप? लवानं गहणं उतुिनयामो नाम। त�स त�स वा कुसलाकुसलक�म�स तंतंसिदसासिदस.पा.पिवपाकदानं, क�मसिर$खकिवपाकदान% चक�मिनयामो नाम। बोिधस�ानं पिटस�1ध>गहणे, मातुकु�!छतो अिभिन$खमने, अिभस�बोिधध�मच$ क)पव�नादीसु च 5H�स पु�बिनिम�ािन ध�मिनयामो नाम। यथावु�ेन भव�ाव* जनािदिक! च$ कमेनेव िच�)पवि� िच�िनयामो नाम। इिमना पन िच�िनयामेन यथा$ कमं िक! चव1तेसु चतेेसु िच�ेसु ि5प% चिव% ञाणमनोधातुजवनािन यथास�भवं एकिक! च:ानािन, सेसािन पन ि5ितचतुप% चिक! च:ानािन, तािन च पु�बे वु�ािन, सुिव% ञ7ेयािन च। एवं एक5ािरकादीिन च। यथा च िच�ानं, एवं तंस�पयु�चतेिसकान��प िक! च5ारवसेन स�हो वेिदत�बो। अयं पन िवसेसो – िक! चतो िह स�ब�थका ताव स� िच�ं िवय चु6स िक! चािन करो�1त। िवत$ किवचारािधमो$खा पन तयो द�सनािदप% चिक! चािन व* जे�वा नव, वीिरयं ततो स�पिट!छनस1तीरणािन व* ज�ेवा स�, पीित वो:�बनाव* जनािनिप व* ज�ेवा स1तीरणेन सHB छ, िवरितअ)पम% ञाव�* जता पन वीसित कुसला�याकता चवे छ1दो च स1तीरण��प व* ज�ेवा प% च, ततो अ)पम% ञा तदार�मण��प व* ज�ेवा च�ािर, िवरितयो पन कुसला जवनिक! चमेव करो�1त। 5ारतो च िवरितयो मनो5ािरका एव, तथा क,णामुिदता, 5ारिविनमु�ा च पन हो�1त। मनो5ारे एव िह द!ु चिरतिवरमणं स�प% ञि�>गहण% च होित। अकुसला पन छ5ािरका, त�थािप मानइ�साम!छिरयकु$ कु! चािन मनो5ािरकानेवाित केिच। अवसेसा छ5ािरका चवे 5ारिविनमु�ा च। सेसं िच�सिदसमेव। आर�मणस�हो पन नेसं पिर�ार�मणि�के आिव भिव�सतीित। अयं पिकKणककथा।

िच�ु)पादकKडवKणना िनि:ता।

अ�याकतपदं पन नेव ताव िनि:तं। अ�याकतेसु िह िवपाका�याकतं, िकिरया�याकत% च िवभ�ं, .पा�याकतं, पन िन�बाना�याकत% च अविस:ं। त�थ .पा�याकतं ताव भूिमतो कामावचरमेव, न िभ1 नं, तथा स�पयोगतोिप अस�भवो एव। सार�मणध�मानमेव, िह अ% ञम% ञस�पयोगो, न इतरेस�1त। ध�मु6ेसतो पनेतं अ:वीसितिवधं होित। से7यिथदं – पथवीधातु आपोधातु तेजोधातु वायोधातु च$खु सोतं घानं िजSहा कायो .प ंस6ो ग1धो रसो इ��थ�1Dयं पुिरिस�1Dयं जीिवित�1Dयं हदयव�थु कायिव% ञि� वचीिव% ञि� आकासो .प�स लहुता मुदतुा क�म% ञता .प�स उपचयो स1तित जरता अिन! चता कबळीकारो आहारोित। पदभाजनीये पने�थ िक% चािप हदयव�थु न आगतं, उपिर पन प:ानपािळयं ‘‘यं .प ंिन�साय मनोधातु च मनोिव% ञाणधातु च व�1ती’’ितआिदना (प:ा॰ १.१.८) स.पेनेव आगिम�सतीित तं इध गिहतं। केिच पन िमB.पं बल.पं स�भव.प ंजाित.पं रोग.प�1त इमािनिप प% चगहे�वा ‘‘तेH�स .पािन हो1ती’’ित वद�1त, ते तेसं अभावं, अ1तोगधभाव% च व�वा पिट�$खिपत�बा। इमेसु िह िमBं .पमेव न होित अ.पध�म�ा नीवरणानं। िमBेनेव िह पचलाियकाकारेन .प)पवि� होित, बल.पं पन वायोधातुया अ1तोगधं तंसभाव�ा, स�भव.पं आपोधातुया, जाित.पं उपचयस1ततीसु, रोग.प% च जरताअिन! चतासु पिवसित स)प! चयसमुि:त.पिवकारभेदेसु रोग�यपदेसतोित स�बं .पं अ:वीसितिवधमेव होित। अयं ध�मु6ेसतो िविन!छयो।

ल$खणािदतो पने�थ क$खळ�ल$खणा पथवीधातु, पित:ानरसा, स�पिट!छनप! चुप:ाना। प>घरणल$खणा आपोधातु, बZहनरसा,

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स�हप! चुप:ाना। उKह�ल$खणा तेजोधातु, पिरपाचनरसा, म6वानु)पदानप! चुप:ाना। िव�थ�भनल$खणा वायोधातु, समुदीरणरसा, अिभनीहारप! चुप:ाना। चत�सोिप चतेा सेसभूत�यपद:ाना। .पािभघातारहभूत)पसादल$खणं, द:Qकामतािनदानक�मसमु:ानभूत)पसादल$खणं वा च�खु, .पसुे आिव%छनरसं, च$खुिव% ञाण�स आधारभावप! चुप:ानं, द:Qकामतािनदानक�मजभूतपद:ानं। इदं पन यदेतं अ�$खकूपके पिति:तं नहा,सु�केन म�थलु�ेन आबBमंसयु�ं, य�थ सेत��प अ��थ कKह��प लोिहत��प च�ािरिप महाभूतािन, य% च से�हु�सद�ा सेतं, िप�ु�सद�ा कKहं, ,िह,�सद�ा लोिहतकं, पथवु�सद�ा प��थKणं होित, आपु�सद�ा प>घरित, तेजु�सद�ा पिरद7हित, वायु�सद�ा पिर�भमित, य% च लोके नीलपखुमसमािकKणं कKहसु$ कमKडलिविच�ं नीलु)पलदलस�1 नभं दीघं पुथुलं च$खूित वु! चित, त�स सस�भारच$खुनो सेतमKडलपिर�$ख��स कKहमKडल�स म*झे अिभमुखे िठतानं सरीरसKठानु)पि�देसे स�सु िपचुपटलेसु आिस�तेलं िपचुपटलािन िवय स� अ�$खपटलािन �यापे�वा धारणनहापनमKडनबीजनिक! चािह चतूिह धातीिह खि�यकुमारो िवय स1धारणाब1धनपिरपाचनसमुदीरणिक! चािह चतूिह धातूिह कतूपकारं आयुना अनुपािलयमानं वKणग1धरसादीिह पिरवुतं उतुिच�ाहारेिह उप�थ��भयमानं पमाणतो ऊकािसरम�ं च$खुिव% ञाणादीनं यथारहं व�थु5ारभावं साधयमानं ित:ित। वु���प चतें ध�मसेनापितना –

‘‘येन च$खुपसादेन, .पािन मनुप�सित।पिर�ं सुखुमं एतं, ऊकािसरसमूपम’’�1त॥

स6ािभघातारहभूत)पसादल$खणं, सोतुकामतािनदानक�मसमु:ानभूत)पसादल$खणं वा सोतं, स6ेसु आिव%छनरसं, सोतिव% ञाण�स आधारभावप! चुप:ानं, सोतुकामतािनदानक�मजभूतपद:ानं। इदं पन सस�भारसोतिबल�स अ1तो तनुत�बलोमािचते अ�Q िलवेधकसKठाने पदेसे वु�)पकारािह धातुआदीिह कतूपकारानुपालनपिरवारोप�थ�भं सोतिव% ञाणादीनं यथारहं व�थु5ारभावं साधयमानं ित:ित।

ग1धािभघातारहभूत)पसादल$खणं, घाियतुकामतािनदानक�मसमु:ानभूत)पसादल$खणं वा घानं, ग1धेसु आिव%छनरसं, घानिव% ञाण�स आधारभावप! चुप:ानं, घाियतुकामतािनदानक�मजभूतपद:ानं। इद% च सस�भारघानिबल�स अ1तो अजपदसKठाने पदेसे वु�)पकारोपकारानुपालनपिरवारोप�थ�भं घानिव% ञाणादीनं यथारहं व�थु5ारभावं साधयमानं ित:ित।

रसािभघातारहभूत)पसादल$खणा, साियतुकामतािनदानक�मसमु:ानभूत)पसादल$खणा वा िज�हा, रसेसु आिव%छनरसा, िजSहािव% ञाण�स आधारभावप! चुप:ाना, साियतुकामतािनदानक�मजभूतपद:ाना। एसा च सस�भारिजSहाम*झ�स उपिर उ)पलदल>गसKठाने पदेसे वु�)पकारोपकारानुपालनपिरवारोप�थ�भा िजSहािव% ञाणादीनं यथारहं व�थु5ारभावं साधयमाना ित:ित।

फो:�बािभघातारहभूत)पसादल$खणो, फुिसतुकामतािनदानक�मसमु:ानभूत)पसादल$खणो वा कायो, फो:�बेसु आिव%छनरसो, कायिव% ञाण�स आधारभावप! चुप:ानो, फुिसतुकामतािनदानक�मजभूतपद:ानो। अयं पन इम9�म काये यावता उपािद1 ना पथवीआपोको:ासा हो�1त, त�थ स�ब�थ क)पासपटले ]हेो िवय अनुगतो वु�)पकारोपकारानुपालनपिरवारोप�थ�भो कायिव% ञाणादीनं यथारहं व�थु5ारभावं साधयमानो ित:ित। केिच (ध॰ स॰ अ:॰ ६००) पन ‘‘तेजािधकानं भूतानं पसादो च$खु, िववरवायुआपपथिवअिधकानं सोतघानिजSहाकाया’’ित वद�1त। अपरे (ध॰ स॰ अ॰ ६००) ‘‘तेजोसभावं च$खु, आकासपथिवआपवायुसभावा सोतघानिजSहाकाया’’ित वद�1त। ‘‘तेजािदसहकािर�ा, तेजािदगुण.पािदिवसय�ा चा’’ित कारण% चयथा$ कमं वद�1त। ते च व��बा – को पनेवमाह ‘‘सहकािरसभावेहेव इ�1Dयेिह भिवत�ब’’�1त, ‘‘.पादयो वा तेजादीनं गुणा’’ित। अिविन�भोगेसु िह भूतेसु ‘‘अयं इम�स गुणो, अयं इम�स गुणो’’ित न ल�भा व�ु�1त। अथािप वदे7यंु ‘‘तेजािदअिधकेसु स�भारेसु .पादीनं अिधकभावद�सनतो इ�!छत�बमेतं ‘.पादयो तेजादीनं गुणा’’’ित, ते व��बा इ!छे7याम, यिद आपािधक�स आसव�स ग1धतो पथिवअिधके क)पासे ग1धो अिधकतरो िसया, तेजािधक�स च उKहोदक�स वKणतोिप सीतूदक�स वKणो पिरहायेथ। य�मा पनेतं उभय��प न��थ, त�मा पहायेथ तमेतेसं िन�सयभूतानं िवसेसक)पनं। यथा अिवसेसेिप एककलापे भूतानं .परसादयो अ% ञम% ञ ंिवसिदसा हो�1त, एवं च$खुपसादादयोपीित गहेत�बमेतं। Hक पनेसं िवसेसकारणं न�थीित? नो न��थ। Hक पन त�1त? क�ममेव नेसं असाधारणं कारणं जनकतKहाजिनतानं भूतानं िवसेसतो। भूतिवसेसे िह सित पसादोव नु)प* जित। समानानं िह भूतानं पसादो, न िवसमानान�1त पोराणा। एवं क�मिवसेसतो िवसेसव1तेसु चतेेसु च$खुसोतािन अस�प�िवसय>गाहकािन अ�नो िन�सयं अन? लीनिन�सयेव िवसये िव% ञाणहेतु�ा। घानिजSहाकाया पन स�प�िवसय>गाहका िन�सयवसेन चवे सय% च अ�नो िन�सयं अ? लीने एव िवसये िव% ञाणहेतु�ा।

केिच पन ‘‘च$खुसोतािनिप स�प�िवसय>गाहकानेव, दरेू िठतेसुिप च1द.पादीसु सीघयाियनयनरंिसस% ञोगेन, स6ान% च पर�परायाग1�वा सोतिबले घFनेन िव% ञाणु)पि�तो। तेनेव िह कुFािदअ1तिरतेसु, िव�!छ6प�बतलेणािदगतेसु च .पस6ेसु िव% ञाणं न उ)प* जती’’ित वद�1त। तेस��प िह च$खुनो दरूास1 नेसु च1द,$खादीसु अनुपल�$खतकालभेदेन रंिससमायोजनसाम��थयं, स6ान��प दरूास1 नानं अिविदतताभेदं आग1�वा सोतिबलघFनसाम��थयं िव% ञाणु)पि�हेतुभूतं उपग1त�बं। ततो परं त�थेव िठतान% ञवे िव% ञाणु)पादनसाम��थयोपगमनं। कुFलेणािदअ1तिरतान% च .पस6ानं सहकािरप! चयिवरहतो अनापाथगमनं। इतरथा तेस��प तािदसेसु इ�1Dयस% ञोगं न धािवत�बं। गमनिनवारण��प उ)पि�िनवारणमेव, तथेव सहकािरप! चयिवरहतो यािदसेव तेसं इ�1Dयस% ञोगो होित, तािदसे िव% ञाणु)पि� होतीित गहेत�बं।

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च$खु ताव दरेू िठतानं च1दादीन��प गहणतो अस�प�>गाहकं होतु, सोतं पन दरेू ,$खं िछ1द1तानं, व�थं धोव1तान% च दरूतोव प% ञायमानकायिवकारािदना सHB स6ं गहेतुं असम�थताय कथं सिणकं वव�थापयमानं तं अस�प�>गाहकं होतीित? त�थािप च कुठािरव�थादीनं पठमिनपातस6ानं म1दताय यथा ह�थिछ* जमानसाखापलासचलनािदसमुि:तम1दस6ानं पर�परायागमनं न��थ, तथा अनापाथगमन��प, प!छा पन घFनािनघंस�स बलवताय उ)प1 नमहास6ानं आगमनं िवय त�थेव िठतान% ञेव आपाथगमनं होित, इतरथा दरूास1 नािदवव�थानािन न िसयंु ग1धादीनं िवय, त�मा अस�प�गोचरानेवेतािन, घानादीिन च स�प�गोचरानीित वेिदत�बािन।

अिहसंुसुमारप�$खकु$ कुरिस�ालसिदसािन चतेािन। यथा िह अिह नाम बिहिस�स�म::ाने नािभरमित, तं िवहाय ितणपKणगहनव��मकािदिवसम*झासयोव होित, एवं च$खुिप स�म:िभि�आHद िवहाय इ��थपुिरसपु)फलतािच�ािदिवसम*झासयं होित। यथा च संुसुमारोिप बिह चरणं िवहाय उदके िबल*झासयो होित, एवं सोत��प वातपान�!छ6ािदिबल*झासयं होित। यथा िह िग*झािदप$खीिप भूिम,$खाHद िवहाय आकासे प$ख1दन*झासयो होित, एवं घान��प उB>गं हु�वा ग1धपवेसकवाताकaन�थं आकास*झासयं होित। यथा कु$ कुरो बिहगामचारं िवहाय आिमसगवेसी गाम*झासयो महानसािदिन1 निच�ो होित, एवं िजSहािप आप*झासया होित। यथा च िस�ालो बिहसुसानचारं िवहाय मंसगवेसी सुसान*झासयो होित, एवं कायोिप अनुपािद1 नं सुखस�फ�ससयनाHद लिभ�वािप उपािद1 न*झासयो होित। अ% ञं िह उपािद1 नकं अलभमाना स�ा अ�नो जKणुकािन उर1तरं पवेसे�वा ह�थतले सीसं क�वािप िनप* ज�1त। आलोकिववरवायुजलपथिवप! चयािन चतेािन िव% ञाणु)पादकािन। एवमेतेसं प% च1 नंपसादानं ल$खणरसप! चुप:ानपदेसिन�सयगोचर*झासय)प! चयभेदेन वव�थानं वेिदत�बं।

च$खुपिटहननल$खणं पं, च$खुिव% ञाण�स िवसयभावरसं, त�सेव गोचरभावप! चुप:ानं, चतुमहाभूतपद:ानं, यथा चते�स, एवं स�बेस��प उपादा.पानं पद:ानं वेिदत�बं, िवसेसं पन व$खाम। तियदं .पं नीलपीतलोिहतोदातकाळम�% ज:सामछायातपआलोक1धकारािदवसेन अनेकिवधं। केिच पन ‘‘अ1धकारो नाम आलोकाभावम�ो एव, ततो एव त�थ गत.पािन न िद�स1ती’’ित वद�1त, तं न यु�ं। यथा िह नीलमेघमिणआदीनं छाया आलोकिवसिदसा वKणायतनभूता होित, एवं िभि�!छदनभूिमप�बतािद!छाया च घनीभूता घट.पािद!छादनतो आलोकिवसिदसो अ1धकारोित द:�बो, सोतपिटहननल$खणो स!ो, सोतिव% ञाण�स िवसयभावरसो, त�सेव गोचरभावप! चुप:ानो। सो गीतभेिरस6ािदवसेन अनेकिवधो। घानपिटहननल$खणो ग#धो, घानिव% ञाण�स िवसयभावरसो, त�सेव गोचरभावप! चुप:ानो। सो मूलग1धसारग1धािदवसेन अनेकिवधो। िजSहापिटहननल$खणो रसो,िजSहािव% ञाण�स िवसयभावरसो, त�सेव गोचरभावप! चुप:ानो। सो मूलरसतचरसादीनं वसेन अनेकिवधो।

इ��थभावल$खणं इ&'थ&#(यं, इ�थीित पकासनरसं, इ��थिल�िनिम�कु�ाक)पानं कारणभावप! चुप:ानं। पुिरसभावल$खणं पुिरिस&#(यं, पुिरसोित पकासनरसं, पुिरसिल�िनिम�कु�ाक)पानं कारणभावप! चुप:ानं। उिभ1 न�पसें इ��थपुिरसिल�ादीनं कारणभावो न सरसतो अ��थ केनिच प! चयेन नेसं प! चयभाव�स प:ाने अनागत�ा, अ�नो पन जनकप! चयभूतआगमनतोव। इ��थपुिरसानं पिटिनयतिल�िनिम�कु�ाक)पभावानुगुण.पान��प िनयमेन उ)प* जनतो, िल�िनिम�ािदवोहारान% च त)पधानतो प! चयभावो, इ�1Dयभावो च पिरयायतो वु�ो। तेनेव िह इ��थउभतो�य% जनक�स पुिरिस�1Dयाभावेिप पुिरसिल�िनिम�ािद�य% जनं, पुिरसउभतो�य% जनक�स इ��थ�1Dयाभावेिप इ��थिल�िनिम�ािद�य% जन% च पुिरमक�मतो एव उ)प* जित। यिद िह नेसं तंतंइ�1Dयेनेव पिटिनयत�य% जनािन उ)प* ज7ेयुं, दिुतय�य% जन�स अभावो आप* जित। न िह तेसं भाव5यं अ��थ। यिद िसया, स�बदािप �य% जन5य�स भाव)पस�ो िसया। इ��थउभतो�य% जनक�स िह इ��थ�1Dयमेव िव* जित, न इतरं। त�स पन यदा इ��थयं रागिच�ं उ)प* जित, तदा पुिरस�य% जनं पातुभवित, इ��थ�य% जनं पिट!छ1 नं होित। तथा इतर�स इतरं। य�मा पनेसं एकमेव इ�1Dयं िनयतं, त�मा इ��थउभतो�य% जनको सय��प ग�भं गKहाित, पर��प गKहापेित। पुिरसउभतो�य% जनको परं गKहापेित, सयं पन न गKहाित। यथा तेसं उभतो�य% जनकानं क�मसहायं रागिच�मेव �य% जनकारणं, न भावो, एवं पकित��थपुिरसान��प भाव5यजनकक�मािदप! चयो एव तंतंिल�िनिम�ािदकारण�1त गहेत�बं। उभय��प चतंे पठमक�)पकानं पव�े समु:ाित, ततो अपरभाग ेपिटस�1धयमेव, स�बेसं पन पव�े एव पिरव�ित। इमेसु च पुिरसिल�ं उ�मं, इ��थिल�ं हीनं, त�मा पुिरसिल�ं बलवअकुसलेन अ1तरधायित, इ��थिल�ं द�ुबलकुसलेन पित:ाित। इ��थिल�ं पन अ1तरधाय1तं द�ुबलाकुसलेन अ1तरधायित, इतरं बलवकुसलेन पित:ाित। एवं उभय��प सुगितयं अकुसलेनेव अ1तरधायित, कुसलेनेव पित:ाित। काय)पसादो िवय च सकलसरीर�यापकमेव, न च काय)पसादादीनं िठतोकासे ित:ित।

यिद एवं न स�ब�थ कायभािव�1Dयानीित? नेवं परम�थतो स�ब�थ, िविन�भुिज�वा पनेसं ओकासभेदं प% ञापेतुं न स$ का .परसादीनं िवय। न िह परम�थतो .पे रसो अ��थ। यिद िसया, .प>गहणेनेव गहणं ग!छे7य। एवं कायभािव�1Dयािन परम�थतो न स�ब�थ, न च स�ब�थ न��थ िववेचतेुं अस$ कुणे7यताय हे:ा वु�ल$खणािदवव�थानतोिप चसंे अस��म�सता देसतो न िववेकाभावेिप। न केवल% च इमानेव, स�बािनिप .पािन अस��म�सानेव हो�1त। यथा िह प% चवKणेन क)पासेन वHF क�वा दीप ेजिलते िक% चािप जाला एकाबBा िवय हो�1त, त�स त�स पन अंसुनो पािटये$ कं जाला अ% ञम% ञंअस��म�साव। एवं कायभािव�1Dयादीिन एक9�म ठाने समोसटािनिप िभ1 न:ानेसु हे:Qपिरयािदवसेन न��थ, तािनिप अस��म�सानेव हो�1त।

सहज.पानं अनुपालनल$खणं जीिवित&#(यं, तेसं पव�नरसं, तेसंयेव ठपनप! चुप:ानं, यापियत�बध�मपद:ानं। अ��थ$खणे एव चतें सहज.पािन अनुपालेित उदकं िवय उ)पलादीिन, न भ�$खणे सयं िभ* जमान�ा, यथासकं प! चयु)प1 नेिप च ध�मे पालेित धाती िवय कुमारं, सयंपवि�तध�मस�ब1धेनेव च पव�ित िनयामको िवयाित द:�बं।

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मनोधातुमनोिव% ञाणधातूनं िन�सयल$खणं हदयव'थु, तास% ञवे धातूनं धारणरसं, उ�बहनप! चुप:ानं। इदं पन हदयव�थु यदेतं अ1तोसरीरे ि51 नंथनानं म*झे बािहरप�ािन अपने�वा अधोमुख:िपतर�पदमुमकुलसKठानं बिह म:ं, अ1तो कोसातकीफल�स अ�भ1तरसिदसं, प% ञव1तानं थोकं िवकिसतं, म1दप% ञानं मकुिळतं, हदयमंसयमकं पिर�$खिप�वा व$ कयकनिकलोमकिपहकादयो ित:�1त। त�स सस�भारहदयमंस�स अ1तो पु1 नागि:पित:ानम�े आवाटके स�Kठतं अBपसतम�लोिहतं सKठाित। त% च रागचिरत�स र�ं, दोसचिरत�स काळकं, मोहचिरत�स मंसधोवनउदकसिदसं, िवत$ कचिरत�स कुल�थयूसवKणं, सBाचिरत�स किणकारपु)फवKणं, बुिBचिरत�स अ!छं िव)पस1 नं अनािवलं पKडरं पिरसुBं िनBोतजाितमिण िवय जुितम1तं होित, �यापे�वा स1धारणािदिक! चिेह भूतेिह कतूपकारं आयुना अनुपािलयमानं वKणािदपिरवुतं उतुिच�ाहारेिह उप�थ��भयमानं मनोधातुमनोिव% ञाणधातून% चवे तंस�पयु�ान% च व�थुभावं साधयमानं ित:ित।

अिभ$ कमािद)पव�किच�समु:ानवायोधातुया सहज.पकायस1थ�भनस1धारणचलन�स प! चयाकारिवकारल$खणा कायिव* ञि�,अिध)पाय)पकासनरसा, कायिव)फ1दनहेतुभावप! चुप:ाना, िच�समु:ानवायोधातुपद:ाना। वचीभेद)पव�किच�समु:ानपथवीधातुया उपािद1 नघFन�स प! चयाकारिवकारल$खणा वचीिव* ञि�, अिध)पाय)पकासनरसा, वचीघोस�स हेतुभावप! चुप:ाना, िच�समु:ानपथवीधातुपद:ाना। उभोपतेा कायिव)फ1दनवचीघोसेिह सयं िव% ञे7य�ा, अिध)पायिव% ञापनतो च ‘‘कायवचीिव% ञि�यो’’ित वु! च�1त। च$खुसोतपथ9�म िह ठ�वा केनिच ह�थिवकारसीसु�$खपनािदकायिवकारे, स6े वा कते तथापव�.पस6ायतनािन च$खुसोतिव% ञ7ेयािन, न तािन िव% ञि�यो, िच�समुि:तकलापगताय पन वायोधातुया सहजात.पकायस1धारणचलनादीनं प! चयभूतो िवकारो कायिव% ञि�, तथा िच�समुि:तपथवीधातुया उपािद1 नघFन�स प! चयभूतो आकारिवकारो वचीिव% ञि�। न च ता च$खुसोतिव% ञ7ेया, ता पन मनो5ािरकजवनेिह तालपKणािदस% ञाय उदपानादीिन िवय यथागिहतकायिवकारवचीघोसानुसारेन ितर!छानान��प िव% ञे7या, तदनुसारेनेव ‘‘इद�% चद% च एस कारेित, वदित चा’’ित अिध)पायो च िव% ञे7यो होित, त�मा सयं िव% ञे7यतो, अिध)पायिव% ञापनतो च ‘‘िव% ञि�यो’’ित वु! च�1त।

त�थ च मनो5ािरकजवनवीिथयं स�सु कामावचरजवनेसु कायिव% ञि�जनकेसु पुिरमेिह छिह जवनेिह समुि:तवायोधातुयो उप�थ�भनस1धारणिक! चमेव कातुं स$ को�1त, अिभ$ कमाHद पन िन)फादेतंु न स$ को�1त। स�मजवनसमुि:ता पन हे:ा छिह जवनेिह समुि:तवायोधातुयोप�थ�भं लिभ�वा स�िह युगिेह आकिaत�बभारं सकटं स�मयुगयु�गोणो िवय इतरछयुगयु�गोणोप�थ�भं लिभ�वा .पकाय�स अिभ$ कमपिट$ कमाHद कारेतुं स$ कोित, एवं वचीिव% ञि�जनकेिप स�मजवनेिह समुि:ताय पथवीधातुयािप उपािद1 नघFन�स प! चयभावो वेिदत�बो। इध पन पुिरमजवनसमुि:ताय उप�थ�भक�,ं स�मजवनसमुि:ताय चलनप! चय�% च न��थ तेसं वायोधातुिक! च�ा, पुिरमसहगता पन प�!छमा पथवीधातु उपािद1 नघFनसम�था होित, सेसं तािदसमेव। िच�समुि:तकाये पन वायोधातुया चल1ते तदपु�थ��भततेसमु:ािनकान��प चलनतो सकलकाय�स अिभ$ कमादयो हो�1त उदके ग!छ1ते त�थ पिततितणपKणािन िवयाित द:�बं।

.पपिर!छेदल$खणा आकासधातु, .पपिरय1त)पकासनरसा, .पमिरयादप! चुप:ाना, अस�फु:भावप! चुप:ाना, िछ6िववरभावप! चुप:ाना वा, पिर�!छ1 न.पपद:ाना, याय पिर�!छ1 नेसु .पसुे ‘‘इदिमतो उBं, अधो, ितिरय’’�1त च होित।

अद1धताल$खणा प-सलहुता, .पानं ग,भाविवनोदनरसा, लहुपिरवि�ताप! चुप:ाना, लहु.पपद:ाना। अथBताल$खणा प-समुदुता, .पानं थBभाविवनोदनरसा, स�बिकिरयासु अिवरोिधताप! चुप:ाना, मुद.ुपपद:ाना। सरीरिकिरयानुकूलक�म% ञभावल$खणा प-सक�म* ञता,अक�म% ञतािवनोदनरसा, अद�ुबलभावप! चुप:ाना, क�म% ञता.पपद:ाना। एता पन ित�सोिप अ% ञम% ञ ंन िवजह�1त, ग,थBअक�म% ञ.पपिटप$खभावेन च समुि:तानं उतुिच�ाहारजानं लहुमुदकु�म% ञभूतानं .पानं िवकारताय च पिरयायतो ग,थBाक�म% ञभाविवनोदनिक! चा वु�ा, न पन सभावतो सयं अिव* जमान�ा।

आचयल$खणो प-सउपचयो, पु�ब1ततो .पानं उ�मु* जापनरसो, िन7यातनप! चुप:ानो, पिरपुKणभावप! चुप:ानो वा, उपिचत.पपद:ानो। पवि�ल$खणा प-सस#तित, अनु)पब1धनरसा, अनुप!छेदप! चुप:ाना, अनु)पब1धक.पपद:ाना। उभय�पेतं जाित.प�सेवािधवचनं। स��प�Kडतानं िह चतुसमु:ािनक.पानं पठमु)पि� उपचयो नाम, उप.प,)पि� स1तित नाम। तेनेव तासं पदभाजनीये ‘‘यो .प�स उपचयो, सा .प�स स1तती’’ित (ध॰ स॰ ६४२) वु�ं, आकारनान�तो पन िवसंु उि6:ा।

.पपिरपाकल$खणा प-सजरता, उपनयनरसा, सभावानपगमेिप नवभावापगमप! चुप:ाना वीिहपुराणभावो िवय, पिरप! चमान.पपद:ाना। खणे खणे िभ* जमानािप चसेा उपािद1 नेसु खKडद1तािदतो, अनुपािद1 नेसु ,$खलतादीसु वKणिवकारािदतो च अ1तर1तरा च सुिव% ञे7यिवकार�ा ‘‘पाकटजरा, सवीिचजरा’’ित च वु! चित, मिणकनकच1दसूिरयादीसु दिुव% ञ7ेय�ा, िनर1तर�ा च ‘‘अपाकटजरा, अवीिचजरा’’ित वु! चित। ईिदसेसु िह क)पिवनासािदकाले िवकारतो जरा प% ञाये7य। स�बदािप पन अप% ञायमानिवकार�ा अ.पध�मेसु जरा पिट!छ1 नजरा नाम। न च त�थ वKणिवकारादयो जरा तेसं च$खुिव% ञ7ेयतो। न िह जरा च$खुिव% ञ7ेया, मनोिव% ञे7या पन होित। यथा ओघेन पिरिभ1 नभूिमआिदद�सनेन अिद:ोिप ओघो सुिव% ञ7ेयो होित, एवं िवकारद�सनेन जराित गहेत�बं।

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पिरभेदल�खणा �प�सअिन� चता, संसीदनरसा, खयवयप� चुप�ाना, पिरिभ� जमान�पपद�ाना। न केवल� चतेािन उपचयािदचतूिह गिहतािन जाितजरामरणािन �पध%मानमेव, अ�पध%मान'%प हो')तयेव। एतािन च इमेसं स,ानं अर� ञ.पवेसकपिव�पिरपातकपिततघातकचोरेिह यथा� कमं सिदसानीित द�1बािन।

ओजाल�खणो कबळीकारो आहारो, �पाहरणरसो, उप4थ%भनप� चुप�ानो, कबळं क4वा आहिरत1बव4थुपद�ानो। अयं ल�खणािदतो िविन�छयो।

स8हतो पन स1ब%पतें �पं ख)धतो एकिवधं �प�ख)धोव होित, तथा अहेतुकं स.प� चयं स9तं लोिकयं सासवं स� ञोजनीयं ओघनीयं योगनीयं नीवरणीयं पराम�ं संिकलेिसकं अनार%मणं अ.पहात1ब')तआिदना च एकिवधं, तं पुन भूतोपादायवसेन दिुवधं, तथा िन.फ) नािन.फ) नािदवसेन च। त4थ पथवीआदीिन च,ािर महाभूतािन भूत�पं नाम, सेसं उपादा�पं नाम। पथवीआदयो स,रस, कबळीकारो आहारो चिेत अ�ारसिवध'%प परम4थतो िव� जमान,ा िन�फ� न�पं नाम, इतरं अिन�फ� न�पं नाम। च�खादयो प� च पसादा, भाव;यं, जीिवित')<य')त अ�िवध'%प इ�� य�पं नाम, इतरं अिन�� यं। तािन इ')<यािन चवे हदय� चाित नविवध'%प उपािद� नं, इतरं अनुपािद� नं, प� च पसादा, च,ारो �पस=ग)धरसा, आपोधातुिवव'� जतभूत,य� चाित ;ादसिवध'%प ओळािरक�पं, स��तके�पं, स�पिटघ�प' च, सेसं सुखुम�पं, दूरे�पं, अ�पिटघ�प' च। पसादा, हदय� च व+थु�पं, इतरं अव+थु�पं। पसादा, िव� ञि,;य� च -ार�पं, इतरं अ-ारं। पसादा अ.झि0क�पं, गोचर2गािहक�प' च, इतरं बािहरं, अगोचर2गािहक�प' च। च,ािर भूत�पािन, �पग)धरसओजा चाित इदं सु>�कं अिविन3भोग�पं नाम, इतरं िविन3भोग�पं।

च�खु नच�खूित एवमािदवसेन च दिुवधं होित। पुन तं सिनद?सनि,कवसेन ितिवधं होित। त4थ �पायतनं सिनद�सनस�पिटघं, सेसमोळािरक�प ंअिनद�सनस�पिटघं, स1ब'%प सुखुम�पं अिनद�सनअ�पिटघं। तथा क%मजािदि,कवसेन। त4थ नविवधं उपािद) न�पं, सु>�कं, आकासो च क4मजंनाम, िव� ञि,;यं, लहुतािद,य� च स=ो च अक4मजं नाम, उपचयािदचतु'1बधं ल�खण�पं अजं नाम। सु>�कं, आकासो, िव� ञि,;यं, लहुतािद,यं, स=ो च िच0जं नाम, तदवसेसं ल�खण�पिवरिहतं अिच0जं नाम, ल�खण�पं अजं नाम। सु>�कं, आकासो, लहुतािद,य� च आहारजं नाम, सेसं ल�खणव'� जतं अनाहारजं नाम, ल�खणं अजं नाम। सु>�कं, आकासो, लहुतािद,यं, स=ो च उतुजं नाम, सेसं ल�खणिवरिहतं अनुतुजं नाम, ल�खणं अजं नाम। ल�खणािन िह जायमानजीयमानपिरिभ� जमानध%मानं सभावताय कुतोिच जाितवोहारं न लभ')त भेस'%प जाितआिद.पस8तो। न िह ‘‘जाित जायित, जरा जीरित, मरणं मीयती’’ित वोहिरतुं यु,ं अनव�ानतो। तदवसेसानं पन आकासिव� ञ,ािदअिन.फ) नानं यिदिप परम4थतो अिव� जमानताय न कुतोिच उ.पि, अ'4थ, तथािप तथा तथा पव,�पं उपादाय नेसं िव� जमानवोहार?सेव हेतुसमु.प) नवोहार?सािप िवरोधाभावतो सहेतुकता वु,ा। यं पन पािळयं ‘‘�पायतनं…पे॰… �प?स उपचयो �प?स स)तित कबळीकारो आहारो। इमे ध%मा िच,समु�ाना’’ितआदीसु (ध॰ स॰ १२०२) जाितयािप कुतोिच जात,ं वु,ं, तं �पजनकप� चयानं िक� चानुभावल�खणे िद�,ा �पु.पि,�खणे िव� जमानतं स)धाय वु,ं, जरामरणानं पन �पु.पि,�खणे अभावतो न वु,ं। ‘‘जरामरणं, िभ�खवे, अिन� च ंस9तं पिट� चसमु.प) न’’')त (सं॰ िन॰ २.२०) इदं पन जरामरणसीसेन तथापव,िव� ञाणनाम�पादीनमेव गिहत,ा वु,')त वेिदत1बं। यं तं �प ंअ�झि,कं, तं उपादा, यं तं �पं बािहरं, तं अ'4थ उपादा, अ'4थ नो उपादाित एवमािदना नयेनािप ितिवधं होित।

पुन तं स1बं िद�सुतमुतिव� ञातवसेन चतु'1बधं होित। त4थ �पायतनं िद6ं नाम, स=ो सुतं नाम, ग)धरसफो�1बािन प4वाव गहेत1बतो मुतं नाम, सेसं मनसा िव� ञात1बतो िव' ञातं नाम। तथा �प�पचतु� कािदवसेन चतु'1बधं, त4थ अ�ारसिवधं िन.फ) नं �प�पं नाम, आकासो पिर�छेद�पं नाम, िव� ञि,;यं, लहुतािद,य� च िवकार�पं नाम, उपचयािदचतु'1बधं ल:खण�पं नाम। तथा हदयव4थु व4थु, न ;ारं नाम, िव� ञि,;यं ;ारं, न व4थु नाम, च�खादयो प� च पसादा व4थु चवे ;ार� च नाम, सेसं नेव व4थु न ;ारं नामाित एवमािदना नयेन चतु'1बधं।

तं पुन एकजािदवसेन प� चिवधं। नविवधं िह उपािद) न�पं क%मेनेव, िव� ञि,;य� च िच,ेनेव उ.प� जनतो एकजं नाम, स=ो उतुिच,ेिह उ.प� जनतो ि-जं नाम, लहुतािद,यं उतुिच,ाहारेिह उ.प� जनतो ितजं नाम, सु>�कं, आकासो च चतूिहिप उ.प� जनतो चतु. जं नाम, ल�खणािन अजं नाम। एवमािदना प� चिवधं होित।

तं पुन च�खुसोतघानिजLहाकायमनइ')<यिव� ञMेयवसेन छ'1बधं। स,िव� ञाणधातुिव� ञMेयवसेन स,िवधं। तदेव मनोिव� ञाणधातुिव� ञMेयं भूतोपादायवसेन ि;धा क4वा अ�िवधं होित। त4थ िह आपोधातु मनोिव� ञाणेनेव िव� ञेMयं भूत�पं नाम, इतरं पसादसिहतसुखुम�प ंमनोिव� ञाणिव� ञMेयोपादाय�पं नाम। तदेव पुन मनोिव� ञाणिव� ञेMयोपादाय�पं इ')<यािन')<यवसेन ि;धा क4वा नविवधं होित। तं पुन पसादिवसयआपोधातुभावहदयजीिवतपिर�छेदिवकारल�खणआहारवसेन दसिवधं होित।

तदेव पुन च�खायतनं सोतायतनं घानायतनं िजLहायतनं कायायतनं �पायतनं स=ायतनं ग)धायतनं रसायतनं फो�1बायतनं ध%मायतन')त एवं आयतनतो एकादसिवधं होित, तथा धातुवसेन। त4थ आपोधातुिवव'� जतभूत,यं फो�1बायतनं फो�1बधातु ‘‘कायिव� ञMेयं, कायिव� ञाणिव� ञेMय’’')त च वु� चित, सुखुम�पं ध%मायतनं ध%मधातूित, तदेव पसादसिहतं ‘‘मनोिव� ञMेयं, मनोिव� ञाणिव� ञMेय’’')त च वु,ं। सेसं सुिव� ञMेयमेव।

क?मा पने4थ आपोधातुिवव'� जतान� ञवे भूतानं फो�1बता वु,ा, ननु आपोधातुिप सीतवसेन फुिस4वा वेिदत1बाित? न सीत?सािप तेजोधातु,ा।

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उOहमेव िह सीत')त 1यपिद?सित। किठनाकिठनतं उपादाय Q�खािदिवरळ�छाया िवय, तं वा उपादाय स)द�छायािद, अ� ञथा क?सेतं सीत,ं सभावं िसया। ‘‘आपोधातुया’’ इित च।े यिद एवं उOहोदकादीसु आप,ं न िसया आपोतेजान� च सहपव,ानं िवQ>ल�खण,ा, न च सा तेजोस') नधाने सीत,ं िवहाय ित�ित। न िह सभावा केनिच सहभावेन तंसभावं जह')त अभावापि,तो, नािप?सा सीतभावं मु'� च4वा अपरसभावो अ'4थ, येन सहभावो यु� जMेय। यिद िसया ‘‘आपो सीत,’’')त, भाव;यं िसया अ� ञो� ञिवल�खणसभाव,ा भाव?स, अथािप न सीत,ं, आपोधातुया स�प ंसीतगुणो, सो च उOहस') नधाने िवग�छित, गुणी�पमेव ित�तीित च?े तदा तRह सयं अफो�1बाव आपोधातु, न िनयतफ?सवतीित च िसया, यो च सीतफ?सो गुणोित सुवु,ो, सो अ%हेिह तेजोधातुिवसेसोित।

अयमेव िवसेसोित च,े ननु सीत,ं, उOह,� च अ� ञो� ञिवQ>ं, कथं तेजोधातुया सभावं िसयाित? नायं दोसो एककलापे तेसं स%भवाभावतो, िभ) नकलापेसु पन पवि,यं आलोक)धकारनीलपीतादीनं वOणायतनता िवय तेजोधातु,ं न िवQ�झतीित। यिद आपोधातुया न सीत,ं स�पं, Rक पन?सा स�प')त? <वता। यिद एवं <वतािप फुिस4वा ञात1बतो फो�1बं िसयाित? न सीताRद फुिस4वा मनसाव वOणं िद?वा ञात1बतो। अ)धकारे सय)ता िह अितसीतलताय प,ाRद फुिस4वा ‘‘उदकं ए4था’’ित आसिSता हो')त, उदकं वा फुिस4वा स.पािदस'� ञनो, त?मा अफो�1बमेव आपोधातु, इतरभूत,यमेव फो�1ब')त गहेत1बं।

Rक पनेतं भूत,यं एकतो आर%मणं क4वा कायिव� ञाणं उ.प'� जतंु स� कोित, न स� कोतीित? न स� कोित। क?मा? आभुिजतवसेन वा उ?सदवसेन वा तेसु एकमेवार%मणं क4वा उ.प� जनतो। आभुिजतवसेन िह ओदनथािलयं िस4थं गहे4वा थ>मुदभुावं वीमंस)त?स, उOहोदकभाजने वा ह4थं ओतारे4वा उOहभावं वीमंस)त?स, उOहसमये वा वातपानं िवविर4वा वातेन सरीरं पहराप)ेत?स च त4थ त4थ िक� चािप इतरं भूत,य'%प अ'4थ, यथाभुिजतं पन तंतंपथवीतेजोवायोधातुमेव यथा� कमं आर1भ कायिव� ञाणं उ.प� जित। एवं आभुिजतवसेन आर%मणं करोित नाम। उ?सदवसेन पन भु� जनसमये स�खरं डंस)त?स, मUगे वा अVUग अ� कम)त?स, बलववातेन वा कOणस�खिलय'%प पहर)त?स च त4थ त4थ िक� चािप इतरभूत,य'%प अ'4थ, यथाउ?सदं पन तंतंपथवीतेजोवायोधातुमेवार1भ यथा� कमं कायिव� ञाणं उ.प� जित। अ'Uग'%ह वा िनमुUगसकलसरीर?स यिदिप एक.पहारेन अ'Uगना कायो घWीयित, यV?म यV?म पन ठाने काय.पसादो उ?स) नो होित, य4थ य4थ वा पन िवसयघWनािनघंसो बलवा होित, त4थ त4थेव पठमं कायिव� ञाणं उ.प� जित, प�छा इतर�ानेसु। खणपिर,ताय पन सहसा पिरवि,4वा उ.प� जनवसेन एक.पहारेन सकलसरीरं डMहमानं िवय खायित। न िह एकV?म खणे बहूिन िव� ञाणािन उ.प� ज')त, 1यापे4वा वा एकं। एकेकV?म पन अिविन1भोगे कायदसके एकमेव कायिव� ञाणं उ?सदवसेन उ.प� जित, एवं इतरव4थूसुिप िव� ञाणानं अिविन1भोगे पदेसे एकेकानमेव उ.पि, वेिदत1बा। एवं उ�सदवसेन आर%मणं करोित नाम।

केन पन िच,?स आर%मणसS')त होतीित? अ�झासयतो, िवसयािधम,तो वा। नानाठानेसु िह िच,पिटमादीिन प'?सतुकाम?स पठमं एक�ाने िद?वा ततो इतर�ानेसु च �पािन प'?सतुं सरसेनाव� जनं उ.प� जित। एवं अ�झासयतो सS')त होित। �पार%मणं पन मह)त'%प प?स)त?स स1बतूिरयिनUघोसे उि�ते तं वा सुण)त?स मनु� ञामनु� ञ ेअिधम,ग)धरसफो�1बे इ')<येसु घिWते इतिरतरे िच,ं सSमित, एवं िवसयािधम,तो सS')त होतीित अयमे4थ स8हतो िविन�छयो। सु� ञतो, पन अतीतािदवसेन प� चकंे अन)त.पभेदतो च िविन�छयो िच,िवभि,यं वु,नयानुसारेन यथानु�पं वेिदत1बो।

समु�ानतो, पने4थ भवयोनीसु पवि,� कमतो च पिकOणककथा वेिदत1बा – चतुसमु�ािनकािन िह �पािन उ.प� जमानािन ;ीसु भवेसु चतूसु योनीसु दसकािदकलापवसेनेव पिटस')ध.पव,ीसु यथास%भवं समु.प� ज')त। त4थ क%मजसुे ताव वीसितया कामावचरकुसलाकुसलेिह कामलोकेयेव संसेदजानं, ओपपाितकान� च छ व4थूिन, भाव;ये अ� ञतरं, जीिवत� चाित अ� �पािन यथास%भवं पिटस')धतो प�ाय पातुभव')त। तािन च सु>�कं, जीिवत� चजीिवतनवकं, तदेव नवकं च�खुना सह च�खुदसकं, सोतेन सोतदसकं, घानेन घानदसकं, िजLहाय िजLहादसकं, कायेन कायदसकं, हदयव4थुना व4थुदसकं, भाव� ञतरेन भावदसक� चाित नव कलापा हु4वा उ.प� ज')त। नपंुसकानं पने4थ भावदसकं न'4थ, तथा ज� च)धादीनं च�खुसोतघानदसकािन। एवं अOडजजलाबुजान'%प, तेसं पन पिटस')धिच,ेन सह कायव4थुभावदसकानेव उ.प� ज')त, ततो पवि,काले जीिवतनवकच�खुदसकादीिन यथानु�प ंउ.प� ज')त। �पभवे पन घानदसकािद,यं, भावदसक;यं, उदर'Uगनवक� च न'4थ, सेसािन प� चिह �पावचरकुसलक%मेिह पिटस')धतो पभुित उ.प� ज')त। अ� ञ� ञीनं पन प� चम�झानकुसलेन जीिवतनवकमेव। एवं काम�पावचरक%मसमुि�ता नव �पकलापा ;ीसु भवेसु चतूसु योनीसु यथास%भवं पिटस')धतो प�ाय याव चुितिच,ोपिरस,रसमिच,?स िठित, ताव िच,?स उ.पादिठितभ8स9ातेसु तीसु खणेसु िनर)तरं अ�झ,स)ताने एव उ.प� ज')त, ततो पभुित अनु.प'� ज4वा चुितिच,ेन सह िनQ�झ')त।

िच,जािन पन प� चवोकारभवे ि;प� चिव� ञाणआQ.पिवपाकव'� जतप� चस,ितिच,ेिह अ,नो अ,नो उ.पि,�खणे एव समु�ािपतािन पठमभव8मुपादाय चुितिच,पिरयोसानं अ�झ,स)ताने एव सु>�कं, तदेव कायिव� ञि,या सह कायिव� ञि,नवकं, वचीिव� ञि,स=ेिह वचीिव� ञि,दसकं, लहुतािद,येन लहुतादेकादसकं, कायिव� ञि,लहुतादीिह ;ादसकं, वचीिव� ञि,स=लहुतादीिह तेरसक� चाित छ कलापा हु4वा यथायोग ंपव,')त। �पजनकिच,ेसु च4ेथ सोमन?ससहगतकामावचरजवनािन इिरयापथिव� ञि,हसनसिहतं स1बं िच,ज�पं समु�ापे')त, सेसकामावचरजवनािभ� ञावो�1बनािन हसनव� जं, अ.पनाजवनािन च इिरयापथािदिवरिहतमेव, यथापव,ं पन इिरयापथं अिवन?समानं उप4थ%भे')त। सेसािन पन �पावचरिवपाकमनोधातुतदार%मणािन एकूनवीसित त'%प न करो')त, सु>�कं, स=नवकं, लहुतादेकादसकं, स=लहुतािद;ादसक� चाित

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च,ारो कलापे उ.पादे')त, त4थािप स1बेस'%प पिटस')धिच,ािन, अरह)तानं चुितिच,ािन, अ�पभवूपप) नािन च न िक'� च �प ंसमु�ापे')त, आQ.पिवपाकि;प� चिव� ञाणािन स1बथा न उ.पादे)तीित।

आहारजािन पन कामभवे एव अ�झोहटाहारे िठतेन िठित.प,ेन ओजास9ातेन आहारेन समुि�तािन अ�झ,स)ताने एव सु>�कं, लहुतादेकादसक� चाित ;े कलापा हु4वा यावतायुकं पव,')त, न �पभूिमयं। उतुजािन अ�झि,कबािहरेन तेजोधातुस9ातेन िठित.प,ेन उतुना अ�झ,स)ताने समुि�तािन सु>�कं, स=नवकं, लहुतादेकादसकं, स=लहुतादेकादसकं, स=लहुतािद;ादसक� चाित च,ारो कलापा हु4वा यावतायुकं, बिह>ा पन पथवीप1बतदेवYZिवमानादीसु सु>�कं, समु=घोसािदस=नवक� चाित ;े कलापाव हु4वा पव,')त। आकासल�खणािन च4ेथ स1बकलापेसु िव� जमानािनिप कलापस8हे वोहाराभावा न गणीय')त। पिटस')ध�खणे च4ेथ उतुिच,ाहारजािन न हो')त, न स1ब4थािप उ.पि,�खणे जरामरणानीित एवं चतुसमु�ािनक�प?स भवयोनीसु, पिटस')ध.पव,ीसु च पवि,� कमो वेिदत1बो।

अिपच ;ाच,ालीसाय को�ासानं वसेनािप च4ेथ त?स अ�झ,ं, महाभूतािदवसेन बिह>ा च पवि, एवं वेिदत1बा – अ�झि,का िह केसा लोमा…प॰े… करीसं म4थलु8')त इमे वीसित पथवािधकको�ासा, िप,ं…पे॰… मु,')त इमे ;ादस आपािधकको�ासा, येन च स)त.पित, येन च जीरित, येन च पिरडMहित, येन च अिसतपीतखाियतसाियतं स%मापिरणामं ग�छतीित इमे च,ारो तेजािधकको�ासा, उ>ंगमो अधोगमो कु'�छसयो को�ासयो अ8म8ानुसारी अ?सासप?सासो चाित इमे छ वायुअिधकको�ासाित ;ेच,ालीस को�ासा हो')त। तेसु उदिरयं करीसं पु1बो मु,')त इमे च,ारो को�ासा उतुजा। एवमेतेसु एकेकं उतुज�कमेव होित, सेदो अ?सु खेळो िस[ािणकाित इमे च,ारो उतुिच,जा, तेसु एकेकV?म ;े ;े अ�का हो')त। अिसतािदपिरपाचको तेजो क%मजोव, त4थ जीिवतनवकमेव। अ?सासप?सासो पन िच,जोव, त4थ िच,जस=नवकमेव। इमे दस को�ासे ठपे4वा सेसा ;R,स चतुजा।

त4थ अ�सु तेजोवायोको�ासेसु एकेकV?म जीिवतनवक� चवे तीिण च उतुिच,ाहारज�कािन हो')त, वायोको�ासेसु च4ेथ उतुिच,जस=नवक'%प होित, सेसेसु चतुवीसितया को�ासेसु केसलोमनखद)तानं मंसिविनमु,�ानं ठपे4वा स1ब4थ ;े कायभावदसकािन, तीिण च अ�कािन, मंसमु,ेसु पन केसादीसु उतुज�कमेव होित। तािन च यथावु,दसकनवक�कािन सकलसरीर1यापीसु तचमंसQिहरादीसु, अ1यापीसु च केसादीसु को�ासेसु अिविन1भोगे एकV?म अणुपदेसे हो)तीित प� चकंे अन)तापिरमाणा, अन)तधातुप� चय,ा तेसं सरीरV?म िह परमाणुभेदस� चुOणािन अन)तािन च,ािर महाभूतािन चवे सउपादा�पािन च अ� ञो� ञप� चयभूतािन अ�झ,ं ;ाच,ालीसको�ाससरीरारोहपिरणाहसOठानािदना, बिह>ा च पथवीप1बतािदना च आकारेन यथाप� चयं समु.प) नािन। मायाकारादयो िवय न बालजन.पबोधकािन हो')त।

पथवीधातु च4ेथ सुखुमस� चुOणा रजभूता एव आपोधातुया स8िहता, तेजोधातुया अनुपािलता, वायोधातुया िव4थ'%भता, वOणादीिह पिरवािरता न िविकिरयमाना अ�झ,ं इ'4थपुिरसिमगप'�खदेवYZािदसरीरभावं, बिह>ा च पथवीप1बतQ�खदेवYZलोकच)दसूिरयन�ख,मिणकनकािदभाव� चउपग�छित, यूसगता ब)धनभूता पने4थ आपोधातु पथवीपिति�ता। अवसेसानुपालनिव4थ%भनपिरपाचनपिरवािरता न पUघरित, अपUघरमाना पीिणतभावं द?सेित, उसुम,गता तेजोधातु सेसधातुपित�ानस8हिव4थ%भनपिरवािरता इमं कायं पिरपाचिेत, वOणस%पि,� च?स अपूितभाव� च साधेित, वायोधातु िव4थ%भनसमुदीरणसभावा सेसधातुपित�ानस8हानुपालनपिरवािरता िव4थ%भेित चालेित, सरीरिवमानादीनं गमनािदपदवीितहरणादीनं िठित� च स%पादेित। चत?सोिप चतेा स%भूय पथवीअिधकताय केसािदभावं, पथवीप1बतािदभाव� च, आपािधकताय िप,ािदभावं, समु=जलािदभाव� च, वायुअिधकताय उ>8मवातािदभावं, पथवीस)धारकवातािदभाव� च, तेजािधकताय पिरपाचक'Uगआिदभावं, नरक'Uगआिदभाव� च साधे')त, यासं पकोपेन रोगजरामरण� चवे क.पिवनासादयो च हो')त। एवमेतासं चुOणिवचुOणानं धातूनं स� चय,ा प� चकंे अन)तापिरमाणा कलापा एव अ�झि,कको�ासा हो')त, तथा बािहरािन �पािन। तािन च तेन तेन प� चयेन तथातथाकारेन समुिदताव उ.प� ज')त चवे उ.प'� ज?स')त च।

यिद पठमं धातुयो अणु�पने ठ4वा प�छा संयु� ज')त, तथा ठाने िविनयोगाभावतो अपरेनािप पिरयायेन च4ेथ क%मजं क%मप� चयं क%मप� चयउतुसमु�ानं, आहारज ंआहारप� चयं आहारप� चयउतुसमु�ानं, उतुजं उतुप� चयं उतुप� चयउतुसमु�ानं, िच,जं िच,प� चयं िच,प� चयउतुसमु�ान')त एवं समु�ानभेदो वेिदत1बो। त4थ उपािद) न�प ंक4मजं नाम, मंसमु,केसलोमद)तिस[ािणकािद क4मप� चयं नाम, स%पि,करमहामेघपथवीप1बतािद, च� करतनदेविवमानािद च क4मप� चयउतुसमु6ानं नाम। आहारतो समुि�तं सु>�कं आहारजं नाम, कबळीकारो आहारो आहारज?स जनको हु4वा क%मज?स अनुपालको होतीित तदनुपािलतं क%मज�पं आहारप� चयं नाम, िवसभागाहारं सेिव4वा आतपे ग�छ)त?स काळकु�ादीिन उ.प� ज')त, इदं आहारप� चयउतुसमु6ानं नाम। क%मजउतुतो समुि�तं सु>�कं उतुजं नाम, तV?म उतु अ� ञ ंअ�कं समु�ापिेत, इदं उतुप� चयं नाम, त'?म'%प उतु अ� ञ ंअ�कं समु�ापिेत, इदं उतुप� चयउतुसमु6ानं नाम। एवं उपािद) नके ित?सो एव स)तितयो घWेतुं स� को')त, अनुपािद) नके पन वलाहको उतुजं नाम, वुि�धारा उतुप� चयं नाम, देवे पन वु�े पथवी ग)धं मु� चित, बीजािन िवQह)तीित एवं यं अन)तं स)तितवसेन पव,ं, एतं उतुप� चयउतुसमु6ानं नाम। िच,तो समुि�तं सु>�कािद िच0जं नाम, िच,ेन प�छाजातप� चयभावेन उप4थ'%भतो कायो िच0प� चयं नाम, अिभ� ञािच,ेन बिह>ा समु�ािपतह'4थअ?सािदकं िच0प� चयउतुसमु6ानं नाम। पिकOणककथा।

�पा1याकतं िनि�तं।

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िन3बाना3याकतव=णना

िन1बाना1याकतं पन भूिमतो लोकु,रमेव, ध%मतोिप च एकमेव, भेदो न'4थ, ल�खणािदतो पन स')तल�खणं िन1बानं, िनवि,ल�खणं, अस9तल�खणं वा, अ� चुितरसं, अिनिम,प� चुप�ानं, अस9तताय पन?स कारकहेतुिवरहतो पद�ानं न'4थ, पापकहेतुवसेन पनेतं ‘‘द�ुखिनरोधगािमिनपिटपदा’’ितआिदवचनतो (िवभ॰ २०६) ‘‘अिरयमUगपद�ान’’')त व,ुं वWित। स8हतो पन भेदाभावा ख)धेसु स8हं न ग�छित, आयतनादीसु ध%मायतनध%मधातूसु स8हं ग�छित। सु� ञतो पन अ,सु� ञ,ं सल�खणधारणतो अन,कं ध%मम,ं, अस9तताय वा अ� च)त,ा च अिन� चतासु� ञं, द�ुखतासु� ञ,ं रागािदसु� ञं, िनिम,सु� ञ')त पव,ं सु� ञ')त गहेत1बं।

भेदतो पन स')तल�खणािदसभावतो एकिवध'%प कारणपिरयायतो सउपािदसेसिन1बानधातु, अनुपािदसेसिन1बानधातु चिेत दिुवधं होित। सरसवसेन पन पिरक'.पताकारभेदतो सु� ञतं अिनिम,ं अ.पिणिहत')त ितिवधं होित। स9तध%मभेदमुपादाय पिट'�खिपत1बाकारतो न िच,ं, न चतेिसकं, न �प,ं न अतीतं, न अनागतं, न प� चु.प) नं, न मUगो, न फल')तआिदना अन)त.पकारं होित।

िन1बाना1याकतं िनि�तं।

एवं इमV?म कुसलि,के अवु,ो सभावध%मो नाम न'4थ। असभावध%मेसु पने4थ िक� चािप �पध%मानं पिर�छेदाकासल�खणािन एव वु,ािन, किसणािदपिटभागिनिम,ािन पन किसणुUघािटमाकासो, िव� ञाणाभावो, िनरोधसमापि,, ित?सो नामपुUगलउपादाप� ञि,यो, अ�पध%मानं अिन� चतािदल�खणादयो च न वु,ा, तथािप तेस'%प सभावध%म1यितरेकाभावतो गहणं होित, त?मा अयं ितको िन.पदेसि,कोित वेिदत1बो। यथा च4ेथ, एवं इतो परेसुिप ितकदकेुसु प� ञि,Uगहणाभावेिप िनरवसेसपरम4थUगहणेनेव िन.पदेसता, िवपिरयायतो स.पदेसता च वेिदत1बा। य4थ पन स%मुितUगहणं अ'4थ, त4थ व�खाम।

�पिन1बानकOडो िनि�तो।

इित मोहिव�छेदिनया

अिभध%ममाितक4थसंवOणनाय

कुसलि,कसंवOणना िनि�ता।

वेदनाि0कािदव=णना

इदािन कुसलि,कान)तरं वेदनाि,कादीनं अ4थवOणना अनु.प,ा, य?मा पन Mवायं कुसलि,क?स –

‘‘अ4थतो भूिमभेदा च, प� चकंे स%पयोगतो।उ=ेसतो च ध%मानं, ल�खणािदिवभागतो’’ित॥ –

आिदना माितकं िन'�खिप4वा ‘‘कुसला ताव ध%मा भूिमतो चतु'1बधा हो')त कामावचरा…पे॰… लोकु,रा’’ितएवमािदना िविन�छयनयो वु,ो, सो एव सेसि,कदकुान'%प यथायोग ंहोित। यथा िह ए4थ, एवं ‘‘सुखाय वेदनाय स%पयु,ा ताव ध%मा भूिमतो ितिवधा हो')त कामावचरा �पावचरा लोकु,रा’’ितआिदना अनु� कमेन स1बि,कदकुान'%प प'Oडतेिह स� का िविन�छयनयं स^ ल�खेतुं, त?मा तं िव4थारनयं व� ज4ेवा िन�खेपकOडे, अ4थु>ारकOडे च वु,ानुसारतो नाितस9ेपिव4थारनयेन वेदनाि,कादीनं ितकदकुानं –

पद4था तंस�पा च, नव,1बिवभागतो।िविन�छयो िवजानीयो, त4थ त4थ यथारहं॥

त4थ वेदनाि,के पद4थतो ताव ‘‘सुखाय वेदनाया’’ितआदीसु सुख-स=ो सुखवेदनासुखमूलसुखार%मणसुखहेतुसुखप� चय�ानअ1याब�झिन1बानादीसु िद?सित। अयं िह ‘‘सुख?स च पहाना’’ितआदीसु (दी॰ िन॰ १.२३२; ध॰ स॰ १६५; िवभ॰ ५९४) सुखवेदनाय िद?सित। ‘‘सुखो बु>ानमु.पादो’’ितआदीसु (ध॰ प॰ १९४) सुखमूले। ‘‘य?मा च खो, महािल, �पं सुखं सुखानुपिततं सुखाव� क)त’’')तआदीसु (सं॰ िन॰ ३.६०) सुखार%मणे। ‘‘सुख?सेतं, िभ�खवे, अिधवचनं, यिददं पु� ञानी’’ितआदीसु (अ॰ िन॰ ७.६२; इितवु॰ २२) सुखहेतु'%ह। ‘‘याव'� चदं, िभ�खवे, न सुकरं अ�खानेन पापुिणतुं, याव सुखा सUगा (म॰ िन॰ ३.२५५)। न ते सुखं पजान')त, ये न प?स')त न)दन’’')त (सं॰ िन॰ १.११) आदीसु सुखप� चय�ाने। ‘‘िद�ध%मसुखिवहारा एते ध%मा’’ितआदीसु (म॰ िन॰ १.८२) अ1याब�झे। ‘‘िन1बानं परमं सुख’’')तआदीसु (ध॰ प॰ २०३-२०४; म॰ िन॰ २१५, २१७) िन1बाने। इध पनायं सुखवेदनायमेव द�1बो।

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वेदना-स=ो ‘‘िविदता वेदना उ.प� ज)ती’’ितआदीसु (म॰ िन॰ ३.२०८) वेदियतV?म येव व,ित। द�ुख-स=ो द�ुखवेदनाद�ुखव4थुद�ुखार%मणद�ुखप� चयद�ुखप� चय�ानादीसु िद?सित। अयं िह ‘‘द�ुख?स च पहाना’’ितआदीसु (दी॰ िन॰ १.२३२; ध॰ स॰ १६५; िवभ॰ ५९४) द�ुखवेदनायं िद?सित। ‘‘जाितिप द�ुखा’’ितआदीसु (दी॰ िन॰ २.३८७; िवभ॰ १९०) द�ुखव4थुV?म। ‘‘य?मा च खो, महािल, �प ंद�ुख ंद�ुखानुपिततं द�ुखाव� क)त’’')तआदीसु (सं॰ िन॰ ३.६०) द�ुखार%मणे। ‘‘द�ुखो पाप?स उ� चयो’’ितआदीसु (ध॰ प॰ ११७) द�ुखप� चये। ‘‘याव'� चदं, िभ�खवे, न सुकरं अ�खानेन पापुिणतुं, याव द�ुखा िनरया’’ितआदीसु (म॰ िन॰ ३.२५०) द�ुखप� चय�ाने। इध पनायं द�ुखवेदनायमेव द�1बो।

वचन4थो पने4थ – सुखयित स,ं, सु�g वा खादित, खनित च कायिच,ाबाध')त सुखा, काियकचतेिसकानं सुखसोमन?सानमेतं अिधवचनं। द�ुखयतीित दु:खा, काियकचतेिसकानं द�ुखदोमन?सानमेतं अिधवचनं। न द�ुखा न सुखाित अदु:खमसुखा, उपे�खायेतं अिधवचनं। म-कारो पदस')धकरो। एवं तीिह पदेिह प� चिवधािप वेदना गिहता। स1बािप आर%मणरसं वेिदय')त अनुभव)तीित वेदना। यो पनायं तीसुिप पदेसु स%पयु,-स=ो, त?स4थो – समं पकारेिह यु,ाित स4पयु0ा, कतरेिह पकारेहीित? ‘‘अ'4थ केिच ध%मा केिहिच ध%मेिह सहगता सहजाता संस�ा एकु.पादा एकिनरोधा एकव4थुका एकार%मणा’’ित (कथा॰ ४७३) एवं वु,ेिह इमेिह एकु.पादतादीिह चतूिह पकारेिह। उ� क�िन=ेसो चसे। आQ.पे िह िवनािप एकव4थुकभावं स%पयोगो ल1भतीित। सेसं वु,4थमेव। अयं तावे4थ पद+थतो िविन�छयो।

तंस�पाित त?स पद4थ?स स�पम,द?सनतो। त4थ सुखसहगतं कायिव� ञाणं, सोमन?ससहगतािन अ�ारस कामावचरिच,ािन, पठमदिुतयतितयचतु4थ�झािनकािन चतुच,ालीस �पावचरलोकु,रिच,ािन चाित तेसि� िच,ािन सुखाय वेदनाय स%पयु,ा नाम। तथा द�ुखसहगतं कायिव� ञाणं, ;े दोमन?ससहगतािन चाित तीिण िच,ािन द�ुखाय वेदनाय स%पयु,ा नाम। सेसािन उपे�खासहगतािन प� चप� ञास िच,ािन अद�ुखमसुखाय वेदनाय स%पयु,ा नाम। यथा च िच,ानं सुखािदस%पयोगो, एवं तंिच,स%पयु,ानं चतेिसकान'%प। न केवल� च ए4थेव, इतो परेसुिप ितकदकेुसु िच,वसेनेव तंस%पयु,चतेिसकान'%प स8हो वेिदत1बो। य4थ पन िवसेसो होित, त4थ व�खाम। इध पन चतेिसकेसु स.पीितकािन वेदनाव'� जतािन छ चतेिसकािन एव प� चिहिप वेदनािह स%पयु,ािन, इतरािन पन काियकसुखद�ुखव'� जतािह तीहेव। तेसु च पीितव'� जता प� चयथायोिगका चवे मोहो अिहिरकं अनो,.पं उ>� च ंिथनं िम>� चाित इमे एकादस यथायोग ंतीिहिप। त4थािप िवत� किवचारा महUगतलोकु,रभूताय सुखाय एव, पीित पन स1ब4थ सुखाय एव, दोसइ?साम�छेरकु� कु� चािन द�ुखाय एव, िविचिक�छा उपे�खाय एव, सेसािन अ�वीसितसोमन?सुप�ेखािह एव वेदनािह स%पयु,ािन, त4थािप कQणामुिदता महUगतभूताय सुखाय एवाित अयं िवसेसो। सेसं िच,स%पयोगसिदसं। अयं स�पतो िविन�छयो।

नव03बिवभागतोित इमV?म ितके स1बा वेदना स1बं �प ंिन1बानं स%मुितयोित इमे ध%मा ‘‘सुखाय वेदनाय स%पयु,ा’’ित वा ‘‘द�ुखाय वेदनाय स%पयु,ा’’ित वा ‘‘अद�ुखमसुखाय वेदनाय स%पयु,ा’’ित वा न व,1बा। न िह वेदना वेदनाय स%पयु,ा होित �पादयो वा, त?मा इमे इमV?म ितके न ल1भ')त। अय� च स.पदेसि,को होित। यथा च4ेथ, एवं इतो परेसुिप ितकदकेुसु नव,1बयोजना। यं य'?म� च न वु,ं अ'4थ, त?स स.पदेसता वेिदत1बा। इतो परं पन य4थ अस8िहता ध%मा हो')त, त4थ तेसं िवभागं द?से4वा ‘‘इमे नव,1बा’’ित ए,कमेव व�खाम, तेन?स स.पदेसतािप ञात1बा। य4थ पन अस8िहता न'4थ, तं िन.पदेस')त व�खाम। तेन त4थ नव,1बाभावोिप िव� ञात1बो। स1ब4थ पन माितकं अनु>िर4वाव पद4थं, तंस�पिवभाग� चव�खाम। अयं नव,1बिवभागतो िविन�छयो।

वेदनाि,कं िनि�तं।

िवपाकि,के अ� ञम� ञिविस�ानं कुसलाकुसलानं पाकाित िवपाका, िवप� कभावमाप) नानं अ�पध%मानमेतं अिधवचनं। िक� चािप अ�पध%मा िवय �पध%मािप क%मसमु�ाना अ'4थ, अनार%मण,ा पन ते क%मसिर�खका न हो)तीित सार%मणा अ�पध%माव क%मसिर�ख,ा िवपाकाित वु,ा बीजसिर�खकं फलं िवय। यथा िह सािलबीजतो िन�ख)तसीसमेव सािलफल')त वु� चित, न अSg रादीिन, तािन पन ‘‘सािलजातािन, सािलिन1ब,ािन चा’’ित वु� च')त, एवं क%मसिदसा अ�पध%माव ‘‘िवपाका’’ित वु� च')त, �पध%मा पन क%मजा ‘‘उपािद) ना’’ित वु� च')त। िवपाकध4मध4माित िवपाकसभावा ध%मा। यथा िह जाितजरासभावा स,ा ‘‘जाितध%मा जराध%मा’’ित वु� च')त, एवं िवपाकजनक�ेन िवपाकसभावा िवपाकपकितका ध%माित अ4थो। तितयपदं उभयसभावपिट�खपेवसेन वु,ं, अयं पद4थो।

त4थ चतूसु भूमीसु छR,स िवपाकिच,ािन िवपाका नाम, तथा एकवीसित कुसलािन, ;ादस अकुसलािन चाित तेR,स िवपाकध%मध%मा नाम, तीसु भूमीसु वीसित िकिरयिच,ािन, स1ब� च �पं, िन1बान� चाित इमे नेविवपाकनिवपाकध%मध%मा नाम। चतेिसकेसु पन चु=स अकुसला िवपाकध%मध%मा एव, िवरितयो िसया िवपाका, िसया िवपाकध%मध%मा, तदवसेसा पन िसया िवपाका, िसया िवपाकध%मध%मा, िसया नेविवपाकनिवपाकध%मध%माित िच,ं िवय ितिवधा हो)तीित अयं िवसेसो, सेसं िच,समं, इद� च िन.पदेसि,क')त वेिदत1बं।

िवपाकि,कं िनि�तं।

आर%मणकरणवसेन तOहािद�ीिह उपतेेन क%मुना आिद) ना फलभावेन गिहताित उपािद) ना, आर%मणभावं उपग)4वा उपादानस%ब)धेन उपादानानं

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िहताित उपादािनया, उपादान�स आर�मणप� चयभूतानमेतं अिधवचनं। उपािद� ना च ते उपादािनया चाित उपािद� नुपादािनया, सासवक�मिन�ब!ानं "पा"पध�मानमेतं अिधवचनं। इिमना नयेन सेसपद$येिप पिटसेधसिहतो अ'थो वेिदत�बो।

त'थ $)!स लोिकयिवपाकिच!ािन, नव क�मजकलापा च उपािद� नुपादािनया नाम। अवसेसलोिकयिच!ािन चवे अक�मज"पकलापा च अनुपािद� नुपादािनया नाम। लोकु!रिच!िन�बानािन अनुपािद� नअनुपादािनया नाम। िक- चािप खीणासवानं उपादान0ख�धा ‘‘अ�हाकं मातुल'थेरो’’ितआिदना वद�तानं परेसं उपादान�स आर�मणप� चया हो3�त, म4गफलिन�बानािन पन िदवसं स�त!अयोगुळो िवय म30खकािह तेजु�सद!ा उपादानेिह अनुपािद� नानेव। असंिकिल8असंिकलेिसकेसुिप एसेव नयो। चतेिसकेसु पन कुसला अनुपािद� नुपादािनया एव, क:णामुिदता िसया उपािद� नुपादािनया, िसया अनुपािद� नुपादािनया िवरितयो पन िसया अनुपािद� नुपादािनया, िसया अनुपािद� नअनुपादािनया, सेसा िच!ं िवय ितिवधा हो3�त, इद- च िन;पदेसि!क3�त वेिदत�बं। उपािद� नुपादािनयि!कं।

संिकलेसेतीित संिकलेसो, िवबाधित उपतापतेीित अ'थो। संिकलेसेन स�पयु!ा संिकिल8ा, संिकलेससहगताित अ'थो। अ!ानं आर�मणं क'वा पव!नेन संिकलेसं अरह3�त, संिकलेसे वा िनयु!ा त�स आर�मणभावं अनित0 कमनतोित संिकलेिसका, संिकलेस�स आर�मणप� चयभूतानमेतं अिधवचनं। संिकिल8ा च ते संिकलेिसका चाित संिकिल�संिकलिेसका। सेसपद$यं पुिरमि!के वु!नयेनेव वेिदत�बं।

त'थ $ादस अकुसलिच!ु;पादा संिकिल8संिकलेिसका नाम। सेसलोिकयिच!ािन चवे स�बं "प- च असंिकिल8संिकलेिसका नाम। लोकु!रिच!ािन, िन�बान- च असंिकिल8असंिकलेिसका नाम। चतेिसकेसु पन अकुसला संिकिल8संिकलेिसकाव, क:णामुिदता असंिकिल8असंिकलेिसकाव, सेसकुसला�याकता िसया संिकिल8संिकलेिसका, िसया असंिकिल8संिकलेिसका, िसया असंिकिल8असंिकलेिसकाित ितधािप हो3�त, इद- च िन;पदेसि!कं। संिकिल8संिकलेिसकि!कं।

स�पयोगवसेन व!मानेन सह िवत0 केन सिवत0 का, तथा सह िवचारेन सिवचारा, सिवत0 का च ते सिवचारा चाित सिवत� कसिवचारा। उभयरिहता अिवत� कअिवचारा। िवत0 किवचारेसु िवचारोव म!ा पमाणमेतेस3�त िवचारम!ा, िवचारतो उ!)र िवत0 केन स)< स�पयोगं न ग�छ�तीित अ'थो। अिवत0 का च ते िवचारम!ा चाित अिवत� किवचारम�ा।

त'थ ि$प- चिव- ञाणव3? जतकामावचरिच!ािन चवे एकादस मह4गतलोकु!रपठम?झािनकिच!ािन च तंस�पयु!ेसु िवत0 किवचारे ठपे'वा सेसा च सिवत0 कसिवचारा नाम। तेसु िवत0 को एकादस दिुतय?झािनकमह4गतलोकु!रािन च तंस�पयु!ेसु िवचारं ठपे'वा सेसा च अिवत0 किवचारम!ा नाम। दिुतय?झािनकेसु िवचारो, सेसा प- चच!ालीस मह4गतलोकु!रिच!ािन, ि$प- चिव- ञाणािन, तंस�पयु!ा च स�ब- च "प,ं िन�बान- च अिवत0 कअिवचारा नाम। अिपच कुसलचतेिसका सिवत0 कसिवचाराव, िवत0 को अिवत0 किवचारम!ोव, िवचारो पन दिुतय?झािनकेसु िसया अिवत0 कअिवचारो, सिवत0 किच!ेसु िसया न व!�बो, अवसेसा पन स�बे चतेिसका ध�मा ितधािप हो3�त। इमB�म पन ितके िवत0 कसहजातो िवचारोव न व!�बो। िवत0 कि!कं।

पीितया सह एकु;पादािदभावं गताित पीितसहगता, पीितस�पयु!ाित अ'थो। सेसपद$येिप एसेव नयो। उपे�खाित च'ेथ अद0ुखमसुखा वेदना वु!ा। सा िह सुखद0ुखाकार;पव)! उपे0खित म?झ!ाकारस3Cठत!ा तेनाकारेन पव!तीित उप0ेखा। इित वेदनाि!कतो पद$यमेव गहे'वा िन;पीितकसुख�स स;पीितकसुखतो िवसेसद�सनवसेन अयं ितको वु!ो।

त'थ पीित प- चिवधा खुिDका खिणका ओ0 क3�तका उ�बेगा फरणाित। त'थ खुि�का पीित सरीरे लोमहंसनम!मेव कातुं स0 कोित। खिणका पीित खणे खणे िव? जु;पादसिदसा होित। ओ� क!�तका पीित समुDतीरं वीिच िवय कायं ओ0 किम'वा ओ0 किम'वा िभ? जित। उ"बेगा पीित बलवती होित कायं उ<4गं क'वा आकासे लFापन;पमाण;प!ा। फरणाय पीितया पन उ;प� नाय सकलसरीरं धिम'वा पूिरतव3'थ िवय, महता उदकोघेन प0ख�दप�बतकु3�छ िवय च अनुपिर;फुटं होित। त'थ फरणा "पावचरलोकु!राव, सेसा कामावचराव।

सुख ंपन काियकं, चतेिसक- चिेत दिुवधं होित। सितिप च नेसं क'थिच अिव;पयोगे इ8ार�मणपिटलाभतुि8 पीित, पिटल<रसानुभवनं सुखं। य'थ पीित, त'थ सुखं। य'थ सुख,ं त'थ न िनयमतो पीित। सHार0ख�धसIिहता पीित, वेदना0ख�धसIिहतं सुख।ं क�तारिख� न�स वन�तोदकद�सनसवनेसु िवय पीित, वन�छायापवेसनउदकपिरभोगेसु िवय सुखं। तB�म तB�म समये पाकटभावतो चतें वु!3�त वेिदत�बं।

त'थ सुखसहगता, उपे0खासहगता च वेदनाि!के वु!ाव, सुखसहगतं पन कायिव- ञाणं, मह4गतलोकु!रचतु'थ?झािनकिच!े च व? ज'ेवा सेसा पीितसहगता नाम, त'थ पीित न पीितसहगता, सुखसहगताव होित, सुखं पन पीितसहगतं नाम िसया न पीितसुखसहगता। इमB�म ितके $े दोमन�ससहगतिच!ु;पादा, द0ुखसहगतं कायिव- ञाणं, "प,ं िन�बान- च नव!�बा। चतेिसकेसु पन पीित सुखसहगताव, िविचिक�छा उप0ेखासहगताव, लोभिदि8माना, प- चवीसित कुसला�याकता च ितधािप हो3�त, चतेिसकसुख ंिसया पीितसहगतं, पठमदिुतयतितय?झािनकेसु चतु'थ?झािनकेसु िसया

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नव!�ब,ं काियकं पन सुखं द0ुखं दोमन�सं स�बा च उपे0खा दोसो इ�सा म�छिरयं कु0 कु� च- च नव!�बाव, सेसा स!रस ध�मा िसया ितधािप हो3�त नव!�बािप। सेसं सुिव- ञेJयमेव। पीिति!कं।

द%सनेनाित सोतापि!म4गेन। सो िह पठमं िन�बानद�सनतो ‘‘द�सन’’3�त वु!ो। गोKभु पन िक- चािप पठमतरं प�सित, यथा पन र- ञो स3�तकं केनिचदेव करणीयेन आगतो पुिरसो दरूतोव रिथकाय चर�तं ह3'थ0ख�धगतं राजानं िद�वािप ‘‘िद8ो ते राजा’’ित पु8ो िद�वािप कात�बिक� च�स अकत!ा ‘‘न प�सामी’’ित वदित, एवमेव िन�बानं िद�वा क!�ब�स िकलेस;पहान�स अभावा ‘‘द�सन’’3�त न वु� चित। तं िह ञाणं म4ग�स आव? जन8ाने ित8ित। भावनायाित सेसम4ग!येन। सेसम4ग!यं िह पठमम4गने िद8B�मयेव ध�मे भावनावसेन उ;प? जित, अिद8पु�बं क3- च न प�सित, त�मा ‘‘भावना’’ित वु� चित। तितयपदं उभयपिट0खेपवसेन वु!ं।

त'थ च!ारो िदि8गतस�पयु!िच!ु;पादा, िविचिक�छासहगतो चाित प- च द�सनेन पहात�बाव, उ<� चसहगतो भावनाय एव पहात�बो, अवसेसा छ अकुसलिच!ु;पादा अपायहेतुभावेन पवि!तो, अ;पवि!तो च िसया द�सनेनपहात�बा, िसया भावनायपहात�बा, अकुसलव3? जता पन स�बे िच!ु;पादा, "प,ं िन�बान- च नेवद�सनेननभावनायपहात�बा। चतेिसकेसु पन िदि8 िविचिक�छा इ�सा म�छिरयं कु0 कु� च ंद�सनेनपहात�बाव, सेसा अकुसला िसया द�सनेनपहात�बा, िसया भावनायपहात�बाित ितजाितका तेरसिवधा हो3�त, वु!ावसेसा नेवद�सनेननभावनायपहात�बाव। यं पन ‘‘सोतापि!म4गञाणेन अिभसHारिव- ञाण�स िनरोधेन स! भवे ठप'ेवा अनमत4गे संसारे ये उ;प? जJेयंु नाम- च "प- च, ए'थेते िन:?झ�ती’’ितआिदना (चूळिन॰ अिजतमाणवपु�छािनDेस ६) नयेन कुसला�याकतान3�प पहानं अनु- ञातं, तं तेसं म4गानं अभािवत!ा ये उ;प? जJेयंु, ते उपिन�सयप� चयानं िकलेसानं पहीन!ा पहीनाित इमं पिरयायं स�धाय वु!ं, इद- च िन;पदेसि!कं। द�सनेनपहात�बि!कं।

द�सनेन पहात�बो हेतु एतेस3�त द%सनेनपहात"बहेतुका। दिुतयपदेिप एसेव नयो। तितयपदे पन नेवद�सनेननभावनायपहात�बो हेतु एतेस3�त एवम'थं अ4गहे'वा नेवद�सनेननभावनाय पहात�बो हेतु एतेसं अ'थीित एवम'थो गहेत�बो। इतरथा िह अहेतुकानं अ4गहणं भवेJय। हेतु एव िह तेसं न3'थ, यो द�सनभावनािह पहात�बो िसया। सहेतुकेसुिप हेतुव? जानं पहानं आप? जित, न हेतूनं। हेतुयेव िह एतेसं नेवद�सनेननभावनायपहात�बोित वु!ो, न ते ध�मा। उभय3�प चतें अनिध;पेतं, त�मा वु!नयेन अ'थो गहेत�बो। इतो परं स�बो िविन�छयो अन�तरि!कसिदसोव। केवलं चतेिसकेसु िविचिक�छु<� चस�पयु!ो मोहो द�सनभावनािह पहात�बहेतुकेसु न पिवसित सहजात�स अ- ञ�स हेतुनो अभावा, नेवद�सनेननभावनायपहात�बहेतुकेसु पन पिवसित। लोभदोसमूलिच!ेसु पन हेतूसु मोहो लोभेन चवे दोसेन च सहेतुको, लोभदोसा च मोहेनेवाित इमे पहात�बहेतुकपदे पिव8ाित अयं िवसेसो, सेसं तािदसमेवाित। द�सनेनपहात�बहेतुकि!कं।

क�मिकलेसेिह आचीयतीित आचयो, पिटस3�धचुितगितपवि!सHातानं उपािद� न0ख�धानमेतं अिधवचनं। त�स कारणं हु'वा िन;फादनभावेन तं आचयं ग�छ3�त, य�स वा पव!3�त, तं पु4गलं यथावु!मेव आचयं गमे�तीित आचयगािमनो। ततो एव आचयसHाता चया अपेत!ा िन�बानं अपेतं चयाित अपचयो, तं आर�मणं क'वा पव!नतो अपचयं ग�छ�तीित अपचयगािमनो। अिपच पाकारं इ8कवPकी िवय पव!ं आिचन�ता ग�छ�तीित आचयगािमनो। तेनेव वPिकना िचतं िचतं िव<ंसयमानो पुिरसो िवय तदेव पव!ं अपिचन�ता ग�छ�तीित अपचयगािमनो। तितयपदं उभयपिट0खपेेन वु!ं।

त'थ लोिकयकुसलाकुसलािन आचयगािमनो नाम, च!ािर म4गािन अपचयगािमनो नाम, स�बािन िवपाकफलिकिरयािन, "पं, िन�बान- चनेवआचयगािमनो न अपचयगािमनो नाम। चतेिसकेसु पन अकुसला आचयगािमनो एव, क:णा मुिदता िसया आचयगािमनो, िसया नेवाचयगािमनो न अपचयगािमनो नाम, सेसा ितधािप हो3�त, इद- च िन;पदेसि!कं। आचयगािमि!कं।

तीसु िस0खासु जाता, स!� नं वा सेखानं एतेितिप सेखा, अपिरयोिसतिस0ख!ा सयमेव िस0ख�तीितिप सेखा। उपिर िस30खत�बाभावतो न सेखाित असेखा, वुि<;प!ा वा सेखाितिप असेखा। तितयपदं उभयपिट0खेपेन वु!ं।

त'थ च!ािर लोकु!रकुसलािन, हेि8मािन च तीिण साम- ञफलानीित स! सेखा नाम, अरह!फलं असेखा नाम, लोिकयिच!ािन, "प,ं िन�बान- चनेवसेखा नासेखा नाम। चतेिसकेसु पन अकुसला च अ;पम- ञा च नेवसेखा नासेखा एव, सेसा ितधािप हो3�त, इद- च िन;पदेसि!कं। सेखि!कं।

सम�ततो ख3Cडत!ा अ;पम!कं पिर!3�त वु� चित ‘‘पिर!ं गोमयिपCड’’3�त (सं॰ िन॰ ३.९६) आदीसु िवय। कामावचरध�मा िह अ;पानुभावताय पिर!ा िवयाित पिर�ा। िकलेसिव0ख�भनसम'थताय, मह�तिवपुलफलताय, दीघस�तानताय च मह�तभावं गता, मह�तेिह वा उळार�छ�दवीिरयिच!प- ञेिह गता पिटप� नाितिप मह)गता। पमाणकरा ध�मा रागादयो पमाणं नाम, आर�मणतो वा स�पयोगतो वा न3'थ एतेसं पमाणं, पमाण�स च पिटप0खाित अ*पमाणा।

त'थ चतुप- ञास कामावचरिच!ािन, "प- च पिर!ा नाम, स!वीसित "पा"पावचरिच!ािन मह4गता नाम, लोकु!रिच!ािन, िन�बान- च अ;पमाणा

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नाम। चतेिसकेसु पन अकुसला पिर!ा एव, अ;पम- ञा पिर!मह4गता एव, िवरितयो पिर!अ;पमाणा एव, सेसा ितधािप हो3�त, इद- चिन;पदेसि!कं। पिर!ि!कं।

पिर!ं आर�मणं एतेस3�त पिर�ार+मणा। सेसपद$येिप एसेव नयो। सयं पिर!ा वा हो�तु मह4गता वा, पिर!ािदध�मे आर�भ पव!ा तदार�मणाित वु� च3�त।

त'थ तेवीसित कामावचरिवपाका, िकिरयामनोधातुअहेतुकजवन- च पिर!ार�मणाव, िव- ञाण- चायतननेवस- ञानास- ञायतनकुसलिवपाकिकिरयािन मह4गतार�मणाव, अ8 लोकु!रिच!ािन अ;पमाणार�मणाव, अकुसलिच!ािन च अ8 ञाणिव;पयु!जवनािन च िसया पिर!ार�मणा, िसया मह4गतार�मणा, िसया नव!�बार�मणताय न व!�बा, न कदािच अ;पमाणार�मणा, अ8 ञाणस�पयु!कामावचरजवनािन, अिभ- ञा, मनो$ाराव? जन- चाित एकादस ितधािप हो3�त नव!�बािप। तेसु च कुसलािन प- चअरह!म4गफलव3? जतस�बार�मणािन। त'थािप तंतंसेखानमेव यथासकं म4गफलािन आर�मणािन हो3�त, िकिरयािन छ स�बथािप स�बार�मणािन, अिभ- ञाव3? जत"पावचरािन चवे छ आकासान- चायतनआिक- च- ञायतनिच!ािन च िनयमेन प- ञ!ार�मणताय, "पिन�बानान- च अनार�मणताय स�बथा नव!�बाित। चतेिसकेसु पन अकुसला अकुसलिच!सिदसाव, िवरितयो िसया पिर!ार�मणा, िसया अ;पमाणार�मणा, क:णामुिदता नव!�बाव, सेसा ितधािप हो3�त िसया नव!�बाित। सेसं सुिव- ञJेयमेव। पिर!ार�मणि!कं।

हीनाित लामका, अकुसला ध�मा। हीनपणीतानं म?झे भवाित म!,झमा, अवसेसा तेभूमका "पा"पध�माव। उ!म8ेन, अत;पक8ेन च पणीता,लोकु!रिच!िन�बानािन। चतेिसकेसु पन अकुसला हीनाव, क:णामुिदता म3?झमाव, सेसकुसला�याकता म3?झमपणीताव, सेसा ितधािप हो3�त, इद- चिन;पदेसि!कं। सेसं सुिव- ञेJयमेव। हीनि!कं।

‘‘िहतसुखावहा मे भिव�स�ती’’ित एवं आसीिसतािप तथा अभावतो, असुभादीसुयेव सुभ3�तआिदिवपरीत;पवि!तो च िम�छा सभावाित िम�छ!ा, िवपाकदाने सित ख�धभेदान�तरमेव िवपाकदानतो िनयता, िम�छ!ा च ते िनयता चाित िम.छ�िनयता। वु!िवपरीतेन अ'थेन स�मा सभावाित स�म!ा, स�म!ा च ते िनयता चाित स+म�िनयता। उभयथािप न िनयताित अिनयता।

आन�तिरकभावेन पवि!यं िसया िम�छ!िनयता, अ- ञथा पवि!यं िसया अिनयता। अहेतुकअिकिरयन3'थकिद8ीसु िह अ- ञतरा िदि8 य�स िनयता, तं बु<सत3�प िवबोधेतुं न स0 कोित। येन च अन�तरे एव अ!भावे फलदानतो आन�तिरकेसु मातुघातकिपतुघातकअरह�तघातकसFभेदकलोिहतु;पादकसHातेसु प- चसु क�मेसु एक3�प क�मं पिटघिच!ेन कतं होित, सो िसने:;पमाणेिप सुवCणथूपे क'वा सकलच0 कवाळं पूरे'वा िनिस� नस�बु<;पमुखं सFं यावजीवं चतूिह प� चयेिह उप8िह'वािप तेन कुसलेन आन�तिरक�स िवपाकं पिटबािहतुं न स0 कोित, आन�तिरकेन पन अिधकेन आन�तिरकं पिटबाहित, त�मा िनयतिम�छािदि8 आन�तिरका च म4गफलानं, मह4गतान- च पिटबाहकताय अन�तरमेव िनरये िवपाकदानतो िम�छ!िनयता च जाता, च!ारो पन म4गा स�म!िनयता नाम, सेसिच!"पिन�बानािन अिनयता नाम। चतेिसकेसु पन मोहो अिहिरकं अनो!;प ंउ<� च ंलोभो िदि8 दोसो िथनं िम<3�त इमे नव िसया िम�छ!िनयता, िसया अिनयता, सेसअकुसला, क:णा, मुिदता च अिनयता एव, सेसकुसला�याकता िसया स�म!िनयता, िसया अिनयता, ितजाितका पन ितधािप हो3�त, इद- च िन;पदेसि!क3�त। िम�छ!ि!कं।

िन�बानं म4गित, िकलेसे वा मारे�तो ग�छतीित म4गो, अिरयम4गो, सो आर�मणमेतेस3�त म)गार+मणा। लोिकयो अ8िIकोिप म4गो प� चय8ेन एतेसं हेतूित म)गहेतुका, म4गस�पयु!ा ध�मा। म4गे वा हेतूित म4गहेतू, अलोभादयो। ते एतेसं हेतूित म)गहेतुका। स�मािदि8 सयं म4गो चवे हेतु च, इित म4गभूतो हेतु एतेस3�त म)गहेतुका, लोकु!राव। अिभभिव'वा पव!न8ेन म4गो अिधपित आर�मणभूतो, सहजातो वा एतेस3�त म)गािधपितनो, तदभुयं।

त'थ "पावचरचतु'थ?झानकुसलिकिरया च अिभ- ञाभूता, मनो$ाराव? जन- च िसया म4गार�मणा, िसया नव!�बा, अिरयानं िह चतेोपिरयअनागतंसञाणािन परेस- ञेव म4गिच!�स जाननकाले म4गार�मणािन, पु�बेिनवासञाणमनो$ाराव? जनािन पन अ!नो, परेस- चािप तद- ञार�मणकाले पन नव!�बािन, चतेोपिरयञाण�स पन िनयमेन परिच!िवसय!ा तेन अ!ना अिधगतम4गं अिरया आल3�बतुं न स0 को3�त, अनागतंसञाणेन पन अ!नो अनागते उ;प? जनक�स उपिरम4ग�स अिवसय!ा न स0 को3�त। अिरया िह यथासकं, हेि8म- च म4गफलं जािनतंु स0 को3�त, न उपिरमं। तािन पन अिभ- ञाजवनािन म4गेन असहजात!ा न म4गहेतुकािन। म4गं ग:ंक'वा अ;पव!नतो न म4गािधपतीिन। न िह तािन िक3- चआर�मणं अिधप)त करो3�त, अ�तमसो लोकु!रमिप। क�मा? अ!नो मह4गतताय राजानं िद�वा त�स मातािपतरो िवय, मनो$ाराव? जनं पन अ!नो अहेतुकताय राजानं िद�वा खु? जचटेकादयो िवय। च!ािर म4ग8िच!ािन स�बदा म4गहेतुका एव, तानेव च वीमंसावीिरयानं अिधपितभावेन पवि!यं िसया म4गािधपितनो, इतरेसं छ�दिच!ानं अिधपितभावेन पवि!यं िसया नव!�बा, अ8 ञाणस�पयु!कामावचरजवनािन िसया म4गार�मणा, िसया म4गािधपितनो, िसया नव!�बा। तािन िह अ!ना, परेिह च पिटिव<म4गप� चवे0खणकाले म4गार�मणा, अ!नो म4गं ग:ंक'वा प� चवे0खणकाले म4गािधपितनो च तथाअ;पवि!यं नव!�बा च हो3�त। अिरया िह परेसं म4गफलािन प� चवे0ख�ता ग:ं करो�तािप अ!नो म4गफलािन िवय ग:ं न करो3�त, अिप स�मास�बु<ानं। तेसु सोताप� नो सोताप� नानमेव म4गफलािन जािनतुं स0 कोित, ना- ञसंे, सकदागामी पन सकदागामीन3�प, न अनागािमअरह�तानं,

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अनागामी पन अनागामीन3�प, न अरह�तानं, अरहा पन स�बेस3�प म4गफलािन जानाित, सोभनलोिकयिच!"पिन�बानािन नव!�बानेव। चतेिसकेसु पन िवरितयो लोकु!रकुसले म4गसिदसाव, अ- ञ'थ नव!�बा, क:णा, मुिदता, अकुसला च नव!�बा, सेसा ितधािप हो3�त नव!�बा च। सेसं सुिव- ञJेयमेवाित। म4गार�मणि!कं।

उ*प� नाित ए'थ व!मानभूतापगतओकासकतभूिमल<वसेन उ;प� ना अनेक;पभेदा हो3�त। त'थ स�ब3�प उ;पादजराभIसमIीसHातं सHतं व�मानु*प� नं नाम, आर�मणरसं अनुभिव'वा िन:<ं अनुभूतापगतसHातं कुसलाकुसल- च उ;पादािद!यं अनु;प'वा िन:<ं भूतापगतसHातं, सेससHत- च भूतापगतु*प� नं नाम, ‘‘यािन�स तािन पु�बेकतािन क�मानी’’ित एवमािदना नयेन वु!ं क�मं अतीत3�प समानं अ- ञं िवपाकं पिटबािह'वा अ!नो िवपाक�सोकासं क'वा िठत!ा, तथाकतोकास- च िवपाकं अनु;प� न3�प एकंसेन उ;प? जनकतो ओकासकतु*प� नं नाम, तासु तासु भूमीसु असमूहतं अकुसलं भूिमल2ु*प� नं नाम। ए'थ च िवप�सनाय आर�मणभूता तेभूमका प- च0ख�धा भूिम नाम, तेसु ख�धेसु उ;प!ारहिकलेसजाता भूिमल2ं नाम, तेिह िकलेसेिह सा भूिम ल<ा होतीित एवमेतेसु उ;प� नेसु इध व!मानु;प� ना अिध;पतेा।

तKायं वचन'थो – पु�ब�ततो उ;पादतो प8ाय याव भIा प� ना गता पव!ाित उ*प� ना, प� चु;प� नाित अ'थो। न उ;प� नाित अनु*प� ना। पिरिनि8तकारणेकदेस!ा अव�सं उ;प3? ज�स�तीित उ*पािदनो, उभयेनािप अनागताव द3�सता। अयं िह ितको ि$� नं अ<ानं वसेन पूरे'वा द3�सतो। ल<ोकास�स िह क�म�स िवपाको उ;पादी नाम। यिद पन आयूिहतकुसलाकुसलं क�मं स�बं िवपाकं ददेJय, अ�स ओकासो न भवेJय। तं पन दिुवधं होित धुविवपाकं, अ<ुविवपाक- च। त'थ प- चान�तिरकअ8समापि!चतु'थम4गािद धुविवपाकं नाम। तं पन क�मं खण;प!3�प अ3'थ अ;प!3�प। त'थ खण;प!ं उ;प� नं नाम, अ;प!ं अनु;प� नं नाम। त�स दिुवध�स च िवपाको दिुवधो होित खण;प!ो च अ;प!ो च। त'थ खण;प!ो उ;प� नो नाम, अ;प!ो िच!ान�तरे वा उ;प? जतु, क;पसतसह�साित0 कमे वा धुवप� चय8ेन उ;पादी नाम होित। मे!ेJय�स बोिधस!�स म4गो अनु;प� नो नाम होित, फलं उ;पादी नाम। त'थ चतूसु भूमीसु िवपाको, क�मज"प- च व!मानु;प� ना नाम, उ;प? जनारहा उ;पािदनो नाम, न पन व!�बा ‘‘अनु;प� ना’’ित। कुसलाकुसलिकिरया, क�मज"प- च िसया उ;प� ना, िसया अनु;प� ना, न पन व!�बा ‘‘उ;पािदनो’’ित। चतेिसकेसु पन अकुसला अकुसलिच!सिदसाव, सेसा दिुवधािप हो3�त, अतीता, पने'थ िन�बान- च नव!�बा। सेसं सुिव- ञेJयमेवाित। उ;प� नि!कं।

अ!नो सभावं, उ;पादािद0खणं वा प'वा तं अित0 किम'वा इता गता प!ाित अतीता। तदभुय3�प न आगताित अनागता। तं तं कारणं पिट� चउ;प� नाित प. चु*प� ना, स�बे सHता नाम"पध�मा। न सHतध�मेसु तेकािलकभावं अ;प!ो नाम अ3'थ, स�बेिप ते ितधा हो3�त। िन�बानं पने'थ नव!�ब3�त। अतीति!कं।

अतीतं आर�मणं एतेस3�त अतीतार+मणा। सेसपद$येिप एसेव नयो।

त'थ कुसलिवपाकिकिरयावसेन छ3�बधािन िव- ञाण- चायतननेवस- ञानास- ञायतनािन हे8ा अतीतसमाप)! आर�भ पवि!तो अतीतार�मणािन, ि$प- चिव- ञाणमनोधातुयो प� चु;प� नार�मणाव, सेसा एकादस कामावचरिवपाका, अहेतुकहसनिच!- च ितधािप हो3�त, सेसकामावचरिकिरयकुसलाकुसला च अिभ- ञाभूत"पावचरचतु'थ?झानकुसलिकिरया च ितधािप हो3�त नव!�बा च। तेसु कामावचरानं अतीतादीसु छसु आर�मणेसु पवि!िवभागो हे8ा वु!ोव। नव!�बता पन तेसु ञाणिव;पयु!जवनकुसलानं प- ञ!ार�मणवसेनेव, न िन�बानार�मणवसेन, तेसुिप ितहेतुकजवनाव? जनानं म4गफल"पा"प?झानानं, पुरेचािरकभावेनािप िन�बानचतु0 क?झानिवसयान- च प� चवे0खणभावेनािप नव!�बता वेिदत�बा, अिभ- ञानं पन इि<िवधञाण�स ताव कायवसेन िच!ं पिरणामे'वा कायस3� न3�सतं क'वा िद�समानेन कायेन ग�छ�त�स अतीतं पादक?झानिच!ं आर�भ पव!नतो अतीतार�मणं, ‘‘अनागतेसु "पािन एवं हो�तू’’ित अिध8ह�त�स अनागतार�मणं, कायं पन िच!स3� न3�सतं क'वा अिद�समानेन कायेन गमनकाले, अ?झ!ं कुमारवCणादीनं, बिह<ापासादकूटागारादीन- च प� चु;प� नानं िन�मानकाले च प� चु;प� नार�मण- च ताव होतीित एवं इि<िवध�स छ3�बध3�प अ?झि!कं, बािहर- च तेकािलकं आर�मणं होतीित वेिदत�बं।

िद�बसोत�स कु3�छगतं अ?झि!कं, बािहर- च प� चु;प� नं सDायतनमेवार�मणं। चतेोपिरयञाण�स अतीते स!िदवस�भ�तरे, अनागते स!िदवस�भ�तरे च परेस- ञेव िच!ं अतीत- च अनागत- चार�मणं होित। स!िदवसाित0 कमे पनेतं परिच!ं जािनतंु न स0 कोित। अतीतंसअनागतंसञाणानं िह एस िवसयो, न एत�स। प� चु;प� निच!जाननकाले पन�स प� चु;प� नमार�मणं होित।

प� चु;प� न- च नामेतं ितिवधं खणप� चु;प� नं स�तितप� चु;प� नं अ<ाप� चु;प� न- चाित। त'थ उ;पादि8ितभI;प!ं खणप. चु*प� नं नाम। स�तितप� चु;प� नं पन दिुवधं "पा"पवसेन। त'थ आतप8ाना आग�'वा ग�भं पिव8�स याव अ�धकारभावो न िवग�छित, अ�तोग�भे वा विस'वा िदवा आतप8ानं ओलोके�त�स याव अ0खीनं फ�दनभावो न वूपस�मित, अयं 3पस�तित नाम। $े तयो जवनवारा अ3पस�तित नाम, तदभुयं स�तितप. चु*प� न3�त वेिदत�बं। एकभवपिर3�छ� नं अ2ाप. चु*प� नं नाम। इमB�म पन चतेोपिरयञाणिवसये कितपयजवनवारा अ<ाप� चु;प� नं नाम। त'थ खणप� चु;प� नं िच!ं चतेोपिरयञाण�स आर�मणं न होित आव? जनेन स)< िन:?झनतो। न िह आव? जनजवनानं ए'थ िभ� नार�मणता यु!ा। "पस�तितप� चु;प� नं पन कितपयजवनवारपिर3�छ� नं अ<ाप� चु;प� नं अ�स आर�मणं होित। इि<मा िह पर�स िच!ं जािनतुकामो आव? जेित, तं

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आव3? जत0खणे प� चु;प� निच!मार�मणं क'वा तेनेव सह िन:?झित। ततो तदेव िन:<ं िच!माल3�ब'वा च!ािर, प- च वा जवनािन उ;प? ज3�त, तेसं प3�छमं इि<िच!ं, सेसािन कामावचरजवनािन। तेस- च एकार�मण!ेिप इि<िच!मेव पर�स िच!ं जानाित, न इतरािन। यथा च0खु$ारवीिथयं च0खुिव- ञाणमेव "पं प�सित, न इतरािन, तेसु च आव? जनमेव िन;पिरयायतो प� चु;प� नार�मणं, इतरािन पन अ<ास�तितवसेन पिरयायतोित गहेत�बं, एवमेत�स अतीतानागतप� चु;प� नं िच!मेवार�मणं होित, त- च खो पर�सेव, न अ!नो।

पु�बेिनवासञाणं पन नामगो!किसणप- ञ!ािदअनु�सरणे, िन�बानानु�सरणे च नव!�बार�मणं, सHतध�मानु�सरणे अतीतार�मणमेव। त�स िह अतीतेसु सासवानासवेसु, अ?झि!कबािहरेसु च ध�मेसु अनार�मणं नाम न3'थ, बु<ानं स�ब- ञुत- ञाणसमगितकं होित। यथाक�मूपगञाण�स अ?झि!कं, बािहर- च अतीतं कुसलाकुसलचतेनाम!मेव। ‘‘चतेोपिरयञाण�स िच!मेवार�मणं होित, न तंस�पयु!ध�मा’’ित अ�कथासु वु!ं, प�ाने पन ‘‘कुसला ख�धा इि<िवधञाण�स चतेोपिरयञाण�स पु�बेिनवासानु�सितञाण�स यथाक�मूपगञाण�स अनागतंसञाण�स आर�मणप� चयेन प� चयो’’ित (प8ा॰ १.१.४०४) वु!!ा चतेोपिरयञाणयथाक�मूपगञाणानं िच!स�पयु!ािप चतेनास�पयु!ािप च!ारो ख�धा आर�मणं हो3�त एवाित द8�बं।

िद�बच0खुञाण�स पन अ?झि!कं, बािहर- च प� चु;प� नं वCणायतनमेवार�मणं। अनागतंसञाण�स छ3�बध3�प अनागतमेव अ?झ!- चबािहर- चार�मणं, इद3�प पु�बेिनवासञाणं िवय अनागते स�ब- ञुत- ञाणसिदस3�त। एवं अिभ- ञानं अतीतानागतप� चु;प� नेसु, नव!�बेसु च अ?झि!कबािहरेसु छसु आर�मणेसु यथायोग ंपवि! वेिदत�बा। सेसािन प� नरस "पावचरिच!ािन, आकासान- चायतनआिक- च- ञायतनकुसलिवपाकिकिरयािन, अ8 लोकु!रिच!ािन, "पिन�बानािन च नव!�बािन। चतेिसकेसु पन अ;पम- ञानव!�बाव। सेसं सुिव- ञJेयमेव। अतीतार�मणि!कं।

‘‘एवं पव!माना मयं अ!ाित गहणं गिम�सामा’’ित इिमना िवय अिध;पायेन अ!ानं अिधकारं क'वा पव!ाित अ,झ�ा। अ?झ!-सDो पनायं गोचर?झ!े िनयक?झ!े अ?झ!?झ!े िवसय?झ!ेित चतूसु अ'थेसु िद�सित। ‘‘अ?झ!रतो समािहतो’’ितआदीसु (ध॰ प॰ ३६२) िह अयं गोचर?झ!े िद�सित। ‘‘अ?झ!ं वा ध�मेसु ध�मानुप�सी िवहरती’’ितआदीसु (दी॰ िन॰ २.३७३) िनयक?झ!े। ‘‘छ अ?झि!कािन आयतनानी’’ितआदीसु (म॰ िन॰ ३.३०४) अ?झ!?झ!े। ‘‘अ?झ!ं सु- ञतं उपस�प? ज िवहरती’’ितआदीसु (म॰ िन॰ ३.१८७) िवसय?झ!े, इ�सिरय8ानेित अ'थो। फलसमापि! िह बु<ानं इ�सिरय8ानं नाम। इध पनायं िनयक?झ!े व!ित, त�मा अ!नो स�ताने पव!ा पािटपु4गिलका "पा"पध�मा इध अ?झ!ाित वेिदत�बा। ततो बिहभूता इ3�^यब<ा वा अिन3�^यब<ा वा "पा"पप- ञि!यो बिह<ा नाम, तितयपदं तदभुयवसेन वु!ं।

त'थ स�बािन िच!चतेिसकािन इ3�^यब<"पं ितधा हो3�त, अिन3�^यब<"प,ं िन�बानप- ञि!यो च बिह<ाव। इमB�म िह ितके कुसलि!के अल�भमाना प- ञि!योिप ल�भ3�त ठप'ेवा आिक- च- ञायतनार�मणं, तदेव इध नव!�बं। तेनेव िह भगवता अन�तरि!के ‘‘किसणािदप- ञ!ार�मणािन काम"पावचरािदिच!ािन बिह<ार�मणािन, आिक- च- ञायतन- च नव!�ब’’3�त वु!ं, इद- च िन;पदेसि!कं। अ?झ!ि!कं।

यथावु!े अ?झ!ािदके आर�मणं क'वा पव!ानं वसेन अयं ितको वु!ो। त'थ छ3�बधािन िव- ञाण- चायतननेवस- ञानास- ञायतनिच!ािन अ?झ!ार�मणानेव, आकासान- चायतन!यं, "पावचरलोकु!रिच!ािन च बिह<ार�मणानेव, वो8�बनव3? जता अहेतुकमहािवपाका ितधािप हो3�त, अवसेसा पन आिक- च- ञायतनव3? जतािन आव? जनजवनािन, अिभ- ञा च िसया ितधािप हो3�त, आिक- च- ञायतनार�मण�स आव? जनपिरक�मप� चवे0खणािदभाव;पवि!यं िसया नव!�बाित। तेसं अ?झ!ािदआर�मणता अन�तरि!के, हे8ा च वु!नयानुसारेन ञात�बा, आिक- च- ञायतन!यं, पन "पिन�बानािन च नव!�बाव। चतेिसकेसु पन अ;पम- ञािवरती बिह<ार�मणाव, सेसा ितधािप हो3�त नव!�बा च। सेसं सुिव- ञJेयमेव। अ?झ!ार�मणि!कं।

द8�बभावसHातेन सह िनद�सनेनाित सिनद�सना, पिटहननभावसHातेन सह पिटघेनाित स;पिटघा, सिनद�सना च ते स;पिटघा चाित सिनद%सनस*पिटघा, "पायतनमेव। नीलािदभेदमुपादाय पन बहुवचनिनDेसो। न3'थ एतेसं द8�बभावसHातं िनद�सन3�त अिनद�सना, अिनद�सना च ते वु!नयेन स;पिटघा चाित अिनद%सनस*पिटघा, सेसािन ओळािरक"पािन। तितयपदं उभयपिट0खेपेन वु!ं, सुखुम"पिच!चतेिसकिन�बानािन अिनद%सनअ*पिटघा नाम, इद- च िन;पदेसि!क3�त वेिदत�बं। सिनद�सनि!कं।

ितकमाितक'थवCणना िनि8ता।

अिभध+मदुकमाितक7थव8णना

दकुमाितकाय पन हे8ा अनागतपद'थवCणनंयेव किर�साम। हेतुगो�छके ताव हेतू ध�माित ए'थ हेतुहेतु प� चयहेतु उ!महेतु साधारणहेतूित चतु3�बधा हेतू। त'थ अलोभादयो छ ध�मा हेतुहेतू नाम, उपादा"पादीनं महाभूतादयो प. चयहेतू नाम, िवपाकु;पि!यं कुसलाकुसलं, इ8ािन8ार�मण- च उ�महेतूनाम, सHारादीनं अिव? जादयो साधारणहेतू नाम। इध पन हेतुहेतु अिध;पेतो। हेतू ध+माित मूल8ेन हेतुसHाता ध�मा, ‘‘हेतुध�मा’’ितिप पाठो, सोयेव'थो।

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न हेतूित तेस� ञवे पिट�खेपवचनं।

त�थ अलोभो अदोसो अमोहोित कुसला�याकता तयो, लोभो दोसो मोहोित अकुसला तयो चाित इमे छ ध#मा हेतू नाम। इमे ठपे�वा अवसेसा चतेिसका, स�बािन च िच'ािन, (पिन�बानािन चाित इमे ध#मा न हेतू नाम, इद� च िन)पदेसदकु*+त वेिदत�बं। हेतुदकंु पठमं।

स#पयोगतो पव'ेन सह हेतुनाित सहेतुका। तथेव पव'ो न*�थ एतेसं हेतूित अहेतुका।

त�थ अहेतुकिच'व*. जतािन एकस'ित िच'ािन सहेतुका नाम। तेसु 0े मोहमूलािन मोहेनेव सहेतुकािन, अ1 लोभमूलािन लोभमोहेिह 0ीिह, 0े दोसमूलािन दोसमोहेिह, 0ादस ञाणिव)पयु'कुसला�याकतािन अलोभादोसेिह, सेसािन स'च'ालीस अलोभादीिह तीिहिप सहेतुकानीित, मोहमूलेसु पन मोहो, ि0प� चिव� ञाणं, मनोधातु, स+तीरण'यं, वो1�बनं, हिसतु)पादकािन अ1ारस िच'ािन, (पिन�बानािन चाित इमे ध#मा अहेतुका नाम। चतेिसकेसु पन लोभदोसा, िविचिक5छा च मोहेनेव सहेतुका, िदि1मानो लोभमोहेिह 0ीिह, इ6साम5छिरयकु� कु5 चािन दोसमोहेिह, मोहो पन िसया लोभेन, िसया दोसेनाित 0ीिह सहेतुकोिप मोहमूलेसु अहेतुकोिप, िथनिम7ािन िसया लोभमोहेिह, िसया दोसमोहेहीित तीिहिप सहेतुकािन, अिहिरकानो')पउ75 चािन तथा च केवलमोहेन च, अमोहो पन अलोभादोसेहेव 0ीिह, अलोभो िसया अदोसामोहेिह, िसया अदोसेनाित 0ीिह, अदोसो िसया अलोभामोहेिह, िसया अलोभेनाित 0ीिह, सेसा पन 0ावीसित कुसला�याकता िसया तीिह, िसया 0ीिहिप हेतूिह सहेतुका, छ+दो पन यथायोगं तीिह, पीितदोसव*. जतेिह प� चिह िसया सहेतुकािप अहेतुकािप, सेसा एकादस ितजाितका छिह हेतूिह सहेतुकािप अहेतुकािप, वेदना च�ेथ दोमन6सभूता ि0हेतुकाव, सोमन6सउपे�खा यथायोग ंदोसव*. जतेिह प� चिह सहेतुकािप अहेतुकािप, सुखद�ुखभूता अहेतुकाव, इद� च िन)पदेसदकु*+त। दिुतयं।

एकु)पादािदताय हेतुना स#पयु'ाित हेतुस�पयु�ा। हेतुना िव)पयु'ाित हेतुिव�पयु�ा। अयं हेतुस#पयु'दकुो अन+तरे वु'सहेतुकदकेुन अ�थतो िन+ नानाकरणो। सहेतुकदकुो एव िह भगवता देसनािवलासेन, तथा बु.झनकपु:गलानं वा अ.झासयवसेन हेतुस#पयु'दकुभावेनािप वु'ो। एवं उपिरिप समान�थदकुानं वचने कारणं वेिदत�बं। तितयं।

चतु�थादयो पन य6मा पठमदकुदिुतयतितयदकेुसु पठमपदेन योजे�वा 0े दकुा, पठमदकेु च प*5छमपदं दिुतयदकेुन योजे�वा एकं दकु*+त तयो दकुा देिसता, त6मा तेसं पद�थो वु'नयोव।

त�थ च यथेव ‘‘हेतू चवे ध#मा सहेतुका च, सहेतुका चवे ध#मा न च हेतू’’ित अयं दकुो स#भवित, तथा ‘‘हेतू चवे ध#मा अहेतुका च, अहेतुका चवे ध#मा न च हेतू’’ित अय*#प स#भवित। इिमना नयेन हेतुस#पयु'दकेुन योजनायिप एको ल�भित। यथा च ‘‘न हेतू खो पन ध#मा सहेतुकािप, अहेतुकापी’’ित अयं ल�भित, तथा ‘‘हेतू खो पन ध#मा सहेतुकािप, अहेतुकापी’’ित अय*#प। यथा च�ेथ सहेतुकदकेु 0े दकुा, एवं हेतुस#पयु'दकेुिप ‘‘न हेतू खो पन ध#मा हेतुस#पयु'ािप, हेतुिव)पयु'ापी’’ित च ‘‘हेतू खो पन ध#मा हेतुस#पयु'ािप, हेतुिव)पयु'ापी’’ित च 0े दकुा ल�भ+तीित अपरेिप प� च दकुा हेतुगो5छके योजेतुं स� का। ते पन भगवता वु'ानुसारेनेव स� का ञातु*+त छसु एव स=िहताित वेिदत�बा। त�थ ये ताव एक>6म िच'े 0े तयो हेतू एकतो उ)प. ज*+त, ते हेतू चवे अ� ञो� ञापे�खाय सहेतुका च नाम। सहेतुकिच'ेसु पन हेतुं ठपे�वा सेसा िच'चतेिसका ध#मा सहेतुका चवे न च हेतू नाम। इम>6म दकेु स�बे अहेतुकध#मा न व'�बा। चतेिसकेसु पन हेतुव*. जता अकुसला चवे कुसला�याकता च, छ+दो च सहेतुको चवे न हेतु एव, सेसा ितजाितका, तथा नव'�बा च, मोहो पन हेतु चवे सहेतुको च नव'�बो च। चतु�थं।

अन+तरदकुोिप इिमना दकेुन स�बथािप सिदसोवाित। प� चमं।

सहेतुकिच'ेसु हेतुव*. जता िच'चतेिसका ध#मा नहेतू सहेतू नाम, अहेतुकिच'(पिन�बानािन नहेतू अहेतुका नाम। इम>6म पन दकेु छ हेतू न व'�बा। सेसं सुिव� ञे?यमेवाित। छ1ं।

हेतुगो5छकं िनि1तं।

स'सु चूळ+तरदकेुसु अ'नो िन)फादकेन सह प5 चयेनाित स�प� चया, िच'चतेिसक(पािन। न*�थ एतेसं उ)पादे वा िठितयं वा प5 चयो अहु�वा भवन6सेवाभावाित अ�प� चया, िन�बानमेव। देसनाय पने�थ परमताय सोतपिततवसेन बहुवचनिनBेसो कतो। एवं सिनद6सनादीसुिप। इद� च इतो परािन छ च िन)पदेसदकुानीित वेिदत�बािन। ततो पर� च य�थ ‘‘इमे न व'�बा’’ित न व�खाम, तं िन)पदेस*+त गहेत�बं। स)प5 चयदकंु।

प5 चयेिह समाग+�वा कताित स�ता। न सCताित अस�ता। इद� च स�बथा स)प5 चयदकुसिदसमेव। स)प5 चयसCतउभयदकंु स�बथा सिदसमेव। सCतदकंु।

(पायतनं सिनद�सनं नाम। सेस(पिच'चतेिसकिन�बानािन अिनद�सना नाम। सिनद6सनदकंु।

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पसादिवसय(पािन 0ादस स�पिटघा नाम। सेस(पिच'चतेिसकिन�बानािन अ�पिटघा नाम। स)पिटघदकंु।

अिविन�भोगवसेन (पं एतेसं अ�थीित �िपनो, E)पनल�खणं वा (प,ं तं एतेसं अ�थीित �िपनो, भूतोपादाय(पमेव। न (िपनो अ�िपनो,िच'चतेिसकिन�बानािन। (िपदकंु।

लोको वु5 चित लु. जनपलु. जन1ेन वFं, त>6म पिरयाप+ नभावेन लोके िनयु'ाित लोिकया, प� चुपादान�ख+धा। ततो लोकतो त�थ अपिरयाप+ नभावेन उि'Gणाित लोकु�रा, अिरयम:गफलिन�बानािन। चतेिसकेसु पने�थ यं व'�बं, तं असेखि'के वु'नयेन वेिदत�बं। लोिकयदकंु।

केनिच िव ञे"याित च�खुिव� ञाणादीसु केनिच एकेन च�खुिव� ञाणेन वा सोतिव� ञाणािदना वा िवजािनत�बा। केनिच न िव ञे"याित तेनेव च�खुिव� ञाणेन वा सोतिव� ञाणािदना वा न केनिच िवजािनत�बािन। एवं िह सित ि0+ न*#प पदानं अ�थनान'तो दकुो होित। पदभाजनीय&�म&�प ‘‘ये ते ध#मा च�खुिव� ञे?या, न ते ध#मा सोतिव� ञ?ेया’’ित (ध॰ स॰ ११०१) ए'कं एकदकु*+त अ:गहे�वा ‘‘ये ते ध#मा च�खुिव� ञ?ेया, न ते ध#मा सोतिव� ञ?ेया, ये वा पन ते ध#मा सोतिव� ञ?ेया, न ते ध#मा च�खुिव� ञे?या’’ित (ध॰ स॰ ११०१) अयमेको दकुोित वेिदत�बो। त6स पन (पं च�खुिव� ञ?ेयं, सBो न च�खुिव� ञ?ेयोित अयम�थो। एवं सेसेसुिप दकुपिर5छेदो ञात�बो। त�थ (पायतनं च�खुना वा च�खुिव� ञाणेन वा िव� ञ?ेयं नाम। सेस(पा(पध#मा तेनेव च�खुना वा च�खुिव� ञाणेन वा केनिच निव� ञ?ेया। एवं सोतघानिजMहाकायत*�ब� ञाणमूिलकासुिप चतूसु योजनासु िवभागो यथानु(प ंञात�बो। (पादयो पन प� चिवसया मनोधातु'येन केनिच िव� ञे?या। सेस(पा(पध#मा तेनेव मनोधातु'येन केनिच निव� ञे?या। िक� चािप साम� ञतो मनोिव� ञाणेन अिव� ञ?ेय6स अभावतो पािळयं मनोिव� ञाणिव� ञे?यवसेन दकुो न वु'ो, तथािप िवसेसतो व'�बोव। तथा िह छ*�बधािप कामावचरध#मा कामावचरिवपाकािदना मनोिव� ञाणेन केनिच िव� ञ?ेया, (पा(पावचरलोकु'रप� ञि'यो तेनेव केनिच निव� ञ?ेया। तथा काम(पा(पावचरप� ञि'यो अकुसलािदना केनिच िव� ञे?या, लोकु'रा तेनेव केनिच निव� ञ?ेया। तथा िन�बानं लोकु'रेन केनिच िव� ञ?ेयं, सेसलोिकयलोकु'रा तेनेव केनिच निव� ञे?याित इिमना नयेन (पा(पावचरािदभेदेन मनोिव� ञाणेन केनिच िव� ञे?यािव� ञ?ेयध#मा यथायोगं योजेत�बा। एवं स�बे ध#मा केनिच िव� ञ?ेया, केनिच न िव� ञे?या नाम। इम*6म� च दकेु प� ञि'योिप ल�भ+तीित वेिदत�बाित। केनिचिव� ञ?ेयदकंु।

चूळ+तरदकुा िनि1ता।

आसवगो5छके आसम+ततो सव+तीित आसवा, च�खुतोिप…पे॰… मनतोिप सव*+त, पव'+तीित वु'ं होित। ध#मतो यावगोPभंु, ओकासतो यावभव:गा सव+तीित वा आसवा, एते ध#मे, एत� च ओकासं अ+तोकिर�वा पव'+तीित अ�थो। अ+तोकरण�थो िह अयं आ-कारो। िचरपािरवािसय1ेन मिदरािदआसवा िवयाितिप आसवा। यिद च िचरपािरवािसय1ेन आसवा, एते एव भिवतुं अरह*+त। अनािद'ा आयतं वा संसारद�ुखं सव*+त पसव+तीितिप आसवा। ततो अ� ञे नो आसवा नाम।

त�थ कामासवो भवासवो िद1ासवो अिव. जासवोित इमे च'ारो आसवा नाम। त�थ अ1सु लोभसहगतिच'ेसु उ)प+ नो स�बोिप लोभो कामासवोनाम। अ)सािलिनयं पन ‘‘प� चकामगुिणको रागो कामासवो’’ित (ध॰ स॰ अ1॰ ११०२) च, ‘‘िदि1सहजातो रागो कामासवो न होित, िदि1रागो नाम होती’’ित (ध॰ स॰ अ1॰ ११०५) च, ‘‘यो UVानं िवमानक)पE�खाभरणेसु छ+दरागो उ)प. जित, सो कामासवो न होित प� चकामगुिणक6स राग6स इधेव पहीन'ा’’ित च वु'ं। पािळयं पन ‘‘कामासवो अ1सु लोभसहगतेसु िच'ु)पादेसु उ)प. जती’’ित (ध॰ स॰ १४६५) च, ‘‘कामासवं पिट5 च िद1ासवो अिव. जासवो’’ित (प1ा॰ ३.३.१) च वु''ा भवासवं ठप�ेवा अवसेसो स�बोिप लोभो कामासवोित प� ञायित िदि1स#पयु'राग6स, UVानं व�थाभरणादीसु राग6स च भवासव'ाभावा। िदि1िव)पयु'रागो एव िह (पा(पभवप�थनावसेन पवि'यं भवासवो होित ‘‘(पधातुया अ(पधातुया ए�थ भवरागानुसयो अनुसेती’’ितआिदवचनतो (यम॰ २.अनुसययमक.२), न च कामासवभवासविविनमु'ो लोभो अ*�थ। यिद िसया, ‘‘लोभो िसया आसवो, िसया नो आसवो’’ित पािळयं व'�बो भवे?य, ‘‘िदि1िव)पयु'लोभेन स#पयु'ो अिव. जासवो िसया आसवस#पयु'ो, िसया आसविव)पयु'ो’’ित च व'�बो िसया। पदभाजनीये च कामासविनBेसे आगत6स ‘‘कामेसु काम5छ+दो’’ित (ध॰ स॰ ११०३) इम6स पद6स अ)सािलिनयं ‘‘प� चकामगुणेसु काम5छ+दो’’ित (ध॰ स॰ अ॰ ११०३) अ�थो वु'ो, त6स पन पद6स व�थुकामेसु िकलेसकामोितिप अ�थयोजना स� का कातुं तेभुमक6स ध#म6स व�थुकाम'ा, त�थ स�ब�थ राग6स च िकलेसकाम'ा। वु'ं हेतं ध#मसेनापितना महािन+ेसे –

‘‘कतमे व�थुकामा? मनािपका (पा…पे॰… स�बेिप कामावचरा ध#मा, स�बेिप (पावचरा ध#मा, स�बेिप अ(पावचरा ध#मा…पे॰… इमे वु5 च*+त व�थुकामा।

‘‘कतमे िकलेसकामा? छ+दो कामो रागो कामो…पे॰… यो कामेसु काम5छ+दो कामरागो कामन+दी कामतGहा काम]ेहो कामपिरळाहो काममु5छा काम.झोसानं कामोघो कामयोगो कामुपादानं काम5छ+दनीवरणं…पे॰… इमे वु5 च*+त िकलेसकामा’’ित (महािन॰ १)।

अिपच�ेथ ‘‘कामोघो कामयोगो’’ितआिदना िकलेसकाम6स कामोघािदभावं वदता ध#मसेनापितना व�थुकाम'िवसय6स राग6स आसवािदभावो

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अनु� ञातो, न प� चकआमगुिणक6सेव राग6स। न च ओघासवेसु कोिच िवसेसो अ*�थ। अ)सािलिनय&�प िह उपादानगो5छक6स पदभाजनीये‘‘कामेसु काम5छ+दो’’ित (ध॰ स॰ १२२०) इम6स ‘‘व�थुकामेसु काम5छ+दो’’ित (ध॰ स॰ अ॰ १२२०) अयमेव�थो वु'ो। ततो अ� ञसुे हेतुग+थिकलेसगो5छकेसु लोभ6सेव अनवसेसपिरयादानं वु'ं, न इतरगो5छकेसु। तेसु च लोभ6स पािळअनुसारतो ओलोिकयमाने िकलेसकामम'को। अनवसेसलोभपिरयादानं प� ञायित। वीमंिस�वा गहेत�बं।

चतूसु पन िदि1गतिव)पयु'िच'ेसु उ)प+ नो (पा(पभवेसु छ+दरागभावेन, काम.झोसानिनक*+तभावेन च पव'ो लोभो भवासवो नाम। अ)सािलिनयं पन ‘‘स6सतिदि1सहजातो रागो भवासवो’’ित (ध॰ स॰ अ1॰ ११०२) वु'ं। पािळयं पन ‘‘भवासवो चतूसु िदि1गतिव)पयु'लोभसहगतेसू’’ित (ध॰ स॰ १४६५) िनयिमत'ा न स� का गहेतुं, अिध)पायो पन गवेिसत�बो। 0ासि1पभेदा स�बािप िदि1 िद)ासवो नाम। अ1व�थुको स�बोिप मोहो अिव, जासवो नाम। तेसु िद1ासवो पठमेन म:गेन पहीयित, कामासवो चतूिहपीित व'ुं यु'ं, ‘‘तितयेना’’ित पन वु'ं। भवासवो, अिव. जासवो च चतु�थेन पहीयित। इमेस� च कामासवभवासवानं लोभसभाव'ा सभावतो तयो ध#मा िवभागतो च'ारो आसवा नाम जाता। इमे ठप�ेवा सेसा लोिकयलोकु'रा स�बे ध#मा नो आसवा नाम। आसवदकंु पठमं।

अ'ानं आर#मणं क�वा पव'ेिह सह आसवेहीित सासवा, स�बे लोिकयध#मा। एवं पव'माना न*�थ एतेसं आसवाित अनासवा, नव लोकु'रध#माव। चतेिसका पने�थ लोिकयदकेु वु'सिदसाव। सासवदकंु दिुतयं।

तितयादीनं चतु+ नं दकुानं पद�थो वु'नयोव। सेसमे�थ हेतुगो5छके वु'नयेन वेिदत�बं। अयं पन िवसेसो – यथा त�थ ‘‘न हेतू खो पन ध#मा सहेतुकािप, अहेतुकापी’’ित अयं ओसानदकुो पठमदकेु दिुतयपदं दिुतयदकेुन योजे�वा वु'ो, एविमध ‘‘नो आसवा खो पन ध#मा सासवािप, अनासवापी’’ित न वु'ो। अय� च त�थ त�थ वु'नयेन इह स=िहतोित वेिदत�बो। यथा च�ेथ, एवं स� ञोजनगो5छकादीसुिप यथानु(प ंञात�बं।

त�थ 0ादस अकुसलिच'ु)पादा आसवस�पयु�ा नाम। दोसमोहमूलिच'ेसु मोहो, कुसला�याकतिच'(पिन�बानािन च आसविव�पयु�ा नाम। चतेिसकेसु पन मोहं ठपे�वा सेसा अकुसला आसवस#पयु'ाव, मोहो पन ितजाितको च ि0धािप होित, सेसा आसविव)पयु'ा एवाित। तितयं।

च'ारो आसवा आसवा चेव सासवा च नाम। तदवसेसा लोिकयध#मा सासवा चेव नो च आसवा नाम। इध पन लोकु'रा न व'�बा। चतेिसकेसु पन आसवाित वु'ेिह सेसा अकुसला, कEणामुिदता च सासवा चवे नो च आसवा एव, सेसा तथा च न व'�बा च। चतु�थं।

ये पन लोभमूलेसु लोभमोहा, लोभिदि1मोहो चाित 0े तयो एकतो क�वा उ)प. ज*+त, ते आसवा चेव आसवस�पयु�ा च नाम। 0ादस अकुसलिच'ािन चवे आसवव*. जता तंस#पयु'ा च आसवस�पयु�ा चेव नो च आसवा नाम। इध पन आसविव)पयु'ा न व'�बा। चतेिसकेसु पन आसवव*. जता अकुसला आसवस#पयु'ा चवे नो च आसवा एव, मोहो िसया आसवो चवे आसवस#पयु'ो च, िसया न व'�बो, ितजाितका िसया आसवस#पयु'ा चवे नो च आसवा, िसया न व'�बा, कुसला�याकता न व'�बाव। सेसं सुिव� ञ?ेयमेव। प� चमं।

लोकु'रव*. जता आसविव�पयु�ा सासवा नाम। लोकु'रा आसविव�पयु�ा अनासवा नाम। इध पन आसवस#पयु'ा न व'�बाव। चतेिसकेसु पन कEणामुिदता आसविव)पयु'ा सासवा एव, मोहो तथा च न व'�बो च, सेसकुसला�याकता ि0धािप हो*+त, ितजाितका ि0धािप न व'�बाव, मोहव*. जता पन अकुसला न व'�बाव। छ1ं।

आसवगो5छकं िनि1तं।

संयोजनगो5छके य6स संिव. ज*+त, तं पु:गलं वF>6म संयोजे*+त ब+ध+तीित संयोजना। ततो अ� ञे नो संयोजना।

त�थ कामरागसंयोजनं भवरागपिटघमानिदि1िविचिक5छासील�बतपरामासइ6साम5छिरयअिव. जासंयोजन*+त इमे दस ध#मा संयोजना नाम। तेसु कामभविदि1अिव. जासंयोजनािन आसवगो5छके वु'नयानेव। ‘‘अन�थं मे अचिर, चरित, चिर6सित, िपय6स मे अन�थं अचिर, चरित, चिर6सित, अ*)पय6स मे अ�थं अचिर, चरित, चिर6सती’’ित (ध॰ स॰ १०६६) एवं वु'ेिह नविह आकारेिह स'ेसु, अ1ानकोपवसेन सCारेसु च उ)प. जमानो स�बोिप दोसो पिटघसंयोजनं नाम।

‘‘से?योहम*6म, सिदसोहम*6म, हीनोहम6मी’’ित एवं तीिह आकारेिह पव'ो स�बो मानो मानसंयोजनं नाम। त�थ से?य6सेव सतो पु:गल6स ‘‘से?योहम*6म, सिदसो, हीनो’’ित च ितधा मानो उ)प. जित, तथा सिदसहीनान*#प। त�थ से?य6स से?यमानोव याथावमानो। तथा सिदस6स सिदसमानो, हीन6स हीनमानो च। ितGण*#प इतरे 0े 0े माना अयाथावमानाित ञात�बा।

स�थुध#मस^िस�खासु, पु�ब+तापर+ततदभुयपिट5 चसमु)प+ नेसु च कCतावसेन पव'ा स�बािप िविचिक5छा िविचिक5छासंयोजनं नाम।

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गोसीलगोवतादीिह सु7ीित गहणाकार)पव'ा िदि1 एव सील�बतपरामाससंयोजनं नाम।

तदवसेसा िदि1 िदि1संयोजन*+त गहेत�बं।

परलाभस� कारगEकारमाननव+दनपूजनादीसु असहनाकारेन पव'ा इ6सा इ6सासंयोजनं नाम। आवासम5छिरयं कुललाभवGणध#मम5छिरय*+त प� चिवधं म5छिरयं म5छिरयसंयोजनं नाम। सकलारामेिप िह पिरवेणोवरकादीसु वा वस+तो त�थ अ� ञ6स व'स#प+ न6स पेसल6स िभ�खुनो आगमनं न इ5छित, आगत6सािप िख)पं गमन� ञवे इ5छित, इदं आवासम�छिरयं नाम। भGडनकारकादीनं पन त�थ वासं अिन5छतो आवासम5छिरयं नाम न होित।

अ'नो पन उप1ाककुले वा ञाितकुले वा अ� ञ6स पेसल6स उपस`मनं अिन5छतो कुलम�छिरयं होित, पापपु:गल6स अिन5छतो पन न होित। सो िह तेसं पसादभेदाय पिटप. जतीित।

अ'ना लभन1ाने चतुप5 चयं लभ+ते सीलव+ते िद6वा ‘‘मा लभ+तू’’ित िच+ते+त6स लाभम�छिरयं होित। यो पन स7ादे?यं िविनपातेित, पूितभाव*#प ग5छ+तं अ� ञ6स न देित, तं लभ+तं िद6वा ‘‘सच ेइमं अ� ञो सीलवा लभे?य, पिरभोगं ग5छे?या’’ित िच+ते+त6स म5छिरयं नाम न*�थ।

वGणो नाम अ'ना सिदसो सरीरवGणोिप गुणवGणोिप। त�थ ‘‘(पवा पासािदको’’ित पर6स सरीरवGणं, ‘‘सीलवा, धुतवा’’ितआिदना गुणवGण� चअ'नो वGणभणन1ाने वु5 चमानं असह+त6स दिुवधं व.णम�छिरयं नाम होित, अपेसलं पन िवप+ नं पसंिस�वा पिरसासु उप�थ#भे+तं िद6वा पापगरिहताय असह+त6स न होित।

ध#मोित पिरयि'येव, न पिटवेधो अिरयानं त�थ म5छिरयाभावा। पिरयa' पन गुbहग+थं अ� ञसंे अकथेतुकाम6स ध�मम�छिरयं नाम होित, ध#मानु:गहेन पन लोल6स, कालेन समणो, कालेन िनगGठािद च हु�वा िवचर+त6स पवेिणआगतं त>+त ‘‘सGहसुखुमं ध#म+तरं िभ*+द�वा आलुिळ6सित, अ#हाकं समयं िभ*+द6सती’’ित च न दे+त6स, पु:गलानु:गहेन वा पकितया सठ6स मायािवनो ‘‘सGहसुखुमध#मं उ:ग*Gह�वा अ� ञं �याकिर�वा न*6स6सती’’ित न दे+त6स च ध#मम5छिरयं न होित। यथा च िभ�खूनं, एवं गह1ान*#प प� चिवधं म5छिरयं यथानु(पं ञात�बं। सCेपतो पन गह1प�बिजतानं अ'स#पि'िनगूहनल�खणं म5छिरयं नामाित गहेत�बं।

इमेसु च संयोजनेसु िदि1िविचिक5छासील�बतपरामासइ6साम5छिरयािन सोतापि'म:गेन पहीय*+त, पिटघो अनागािमम:गेन, कामरागो चतूिहपीित व'�बं, ‘‘तितयेना’’ित पन वु'ं। मानभवरागअिव. जा अरह'म:गने। त�थ च अयाथावमानो पठमम:गने पहीयतीित द1�बो, इमेसं कामरागभवरागानं लोभसभाव'ा िदि1सील�बतपरामासानं िम5छािदि1सभाव'ा सभावतो अ1ेव ध#मा दस संयोजना नाम जाता। इमे दस ठपे�वा सेसा लोिकयलोकु'रध#मा नो संयोजना नाम। सेसं आसवदकुसिदसं। संयोजनदकंु पठमं।

आर#मणभावं उपग+�वा संयोजनसंवcनेन संयोजनानं िहताित संयोजिनया, सासवध#मा एव। तथा नीवरिणयाित ए�थािप। न संयोजिनया असंयोजिनया, अनासवा। सेसं सासवदकुसिदसमेव। दिुतयं।

तितयादयोिप आसवगो5छके तितयािदसिदसा एव, िवसेसम'मेवे�थ व�खाम। त�थ िह 0ादसाकुसलिच'ािन संयोजनस�पयु�ा नाम, उ75 चसहगतो मोहो, सेसिच'(पिन�बानािन संयोजनिव�पयु�ा नाम। सेसं सममेव। तितयं।

दस संयोजनािन संयोजना चेव संयोजिनया च नाम। तदवसेसलोिकयध#मा संयोजिनया चेव नो च संयोजना नाम। सेसं सुिव� ञ?ेयमेव। चतु�थं।

ये पन उ75 चिवरिहतेसु एकादससु अकुसलिच'ेसु िविचिक5छामोहा दोसमोहा दोसइ6सामोहा दोसम5छिरयमोहा लोभमानमोहा लोभिदि1मोहा चाित 0े तयो एकतो उ)प. ज*+त, ते संयोजना चेव संयोजनस�पयु�ा च नाम। 0ादसाकुसलिच'ािन चवे संयोजनव*. जततंस#पयु'ा च संयोजनस�पयु�ा चेव नो च संयोजना नाम। सेसिमध अन+तरदकु� च आसवगो5छके प� चमछ1दकुसिदसमेव। केवलं आसवपद1ाने संयोजनपदमेव िवसेसो। प� चमछ1दकुािन।

संयोजनगो5छकं िनि1तं।

ग+थगो5छके य6स संिव. ज*+त, तं चुितपिटस*+धवसेन वF>6म ग+थे*+त घटे+तीित ग2था। ततो अ� ञे नो ग2था।

त�थ अिभ.झाकायग+थो, �यापादो, सील�बतपरामासो, इदंस5 चािभिनवेसो कायग+थोित इमे च'ारो ध#मा ग+था नाम। त�थ अिभ.झा एव नामकायं

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वु'नयेन ग+थेतीित अिभ,झाकायग2थो। एवं सेसेसुिप। स�ब� ञुभािसत*#प पिट*�खिप�वा ‘‘स6सतो लोको, इदमेव स5 च,ं मोघम� ञ’’*+त इिमना आकारेन अिभिनिवसनतो सील�बतपरामासिवरिहता स�बािप िदि1 इदंस� चािभिनवेसो नाम। सेसा वु'�थाव। इमेसु च प*5छमा 0े ग+था पठमेन म:गने पहीय*+त, �यापादो तितयेन, अिभ.झा चतूिहिप। इमे च सभावतो तयो ध#मा च'ारो ग+था नाम जाता। इमे पन ठप�ेवा सेसा स�बे ध#मा नो ग+था नाम। ग+थदकंु पठमं।

आर#मणकरणवसेन ग+थेिह ग*+थत�बाित ग2थिनया। न ग+थिनया अग2थिनया। सेसं सासवदकुसिदसमेव। दिुतयं।

मोहमूलव*. जतािन दस अकुसलिच'ािन, िदि1िव)पयु'िच'ेसु लोभं, दोसमूलेसु च दोसं ठप�ेवा तंस#पयु'ा च ग2थस�पयु�ा नाम। यथावु'ो लोभो, दोसो, मोहमूलािन, कुसला�याकतािन िच'ािन, (पिन�बानािन च ग2थिव�पयु�ा नाम। चतेिसकेसु पन िदि1मानइ6साम5छिरयकु� कु5 चिथनिम7ािन ग+थस#पयु'ा एव। दोसिविचिक5छा, कुसला�याकता च ग+थिव)पयु'ा एव, सेसा ि0धािप हो*+त। तितयं।

च'ारो ग+था ग2था चेव ग2थिनया च नाम। तदवसेसा लोिकया ग2थिनया चेव नो च ग2था नाम। तथा चतेिसकेसु ग+थव*. जता अकुसला, अ)पम� ञा च, सेसा चतेिसका पन तथा च न व'�बा च, इध पन लोकु'रा न व'�बा। चतु�थं।

िदि1 ग2थाचेव ग2थस�पयु�ा च नाम। लोभो तथा च न व'�बो च, ग+थस#पयु'ेसु ग+थे ठपे�वा सेसा ग2थस�पयु�ा चेव नो च ग2था नाम। इध पन ग+थिव)पयु'ा न व'�बा। चतेिसकेसु पन मानइ6साम5छिरयकु� कु5 चिथनिम7ािन ग+थस#पयु'ा चवे नो च ग+था एव, मोहािहिरकानो')पउ75 चािन ितजाितका च िसया, तथा नव'�बा च, सेसा न व'�बा। सेसं सुिव� ञ?ेयमेव। प� चमं।

लोकु'रव*. जता ग2थिव�पयु�ा ग2थिनया नाम। लोकु'रा पन ग2थिव�पयु�ा अग2थिनया नाम। इध पन ग+थस#पयु'ा न व'�बा। चतेिसकेसु पन दोसो िविचिक5छा कEणा मुिदता ग+थिव)पयु'ा ग+थिनया एव, मोहािहिरकानो')पउ75 चलोभा तथा न व'�बा च, सेसा कुसला�याकता ि0धािप हो*+त, ितजाितका पन ि0धािप न व'�बा च, सेसा अकुसलािप न व'�बा च। छ1ं।

ग+थगो5छकं िनि1तं।

ओघयोगगो5छकािन स�बथा आसवगो5छकसिदसािन। पद�थम'मेव, हे�थ नामम'� च िवसेसो। त�थ य6स संिव. ज*+त, तं वF>6म ओहन*+त ओसीदाप+ेतीित ओघा। आर#मणं क�वा अित� कमनीयतो ओघेिह अित� किमत�बाित ओघिनया। तथा योगिनयाित ए�थािप। वF>6म योज+ेतीित योगा। सेसं तािदसमेव।

ओघयोगगो5छकािन िनि1तािन।

नीवरणगो5छके िच'ं नीवर*+त पिरयोन+ध+तीित नीवरणा। त�थ काम5छ+दनीवरणं �यापादनीवरणं िथनिम7नीवरणं उ75 चकु� कु5 चनीवरणं िविचिक5छानीवरणं अिव. जानीवरण*+त इमे छ नीवरणा नाम। त�थ िथन*+त स*)पिपGडो िवय अिव)फािरकताय िच'6स घनभावो, थ7ताित अ�थो। मेधतीित िम7ं, अक#म� ञभावो, पचलाियकभावकरोित अ�थो। इद� च सेखपुथु. जनानं िनBाय पु�बभागे, अपरभागे च पचलायनहेतुकं उ)प. जित, न िनBो� कमनकाले। खीणासवान*#प िह करजकाय6स द�ुबलभावेन अस*#म6सभव=स+तितवसेन िनBो� कमनं होित, तं पन तेसं िथनिम7हेतुकं न होित, इतरेसमेव होित।

केिच पन (पमेव ‘‘िम7’’*+त वद*+त, तं न यु'ं, ‘‘िथनिम7नीवरणं अिव. जानीवरणेन नीवरण� चवे नीवरणस#पयु'� चा’’ित अ(पध#मेिह स#पयोगवचनतो अ(पमेव। अकुसल� च ‘‘िथनिम7नीवरण6स पहीन'ा’’ितआिदपहानवचनतो। अकुसला एव िह पहात�बा, त6मा आE)पेिप चतें उ)प. जित। ‘‘नीवरणं ध#मं पिट5 च नीवरणो ध#मो उ)प. जित न पुरेजातप5 चया’’ित (प1ा॰ ३.८.८) एत6स िवभ7े ‘‘आE)प ेकाम5छ+दनीवरणं पिट5 चिथनिम7उ75 चअिव. जानीवरण’’*+त (प1ा॰ ३.८.८) स�बं िव�थारेत�बं। ‘‘सो)पं पचलाियका’’ित (ध॰ स॰ ११६३) पदभाजनीये पन6स फलूपचारेन वु'*+त वेिदत�बं। िथनं िम7� चाित इदं 0यं नीवरण1ाने एकनीवरणं वु'ं, तथा उ75 चकु� कु5 च� चाित इदं 0यं। त�थ कु� कु5 च*+त ‘‘अकतं वत मे कeयाणं, कतं पाप’’*+तआिदना उ)प. जमानो िव)पिटसारो। तेनेव6स पदभाजनीये ‘‘चतेसो िव)पिटसारो मनोिवलेखो’’ित च वु'ं। ‘‘अक*)पये क*)पयस*� ञता’’ितआिद पन कु� कु5 चमूलद6सन�थं। एवंस*� ञताय िह कते वीित� कमे प5छा ‘‘द1ुf मया कत’’*+त सुिद+ नादीनं िवय िव)पिटसारो उ)प. जित। यं पन िवनये ‘‘अथ खो आय6मा सािरपु'ो…प॰े… कु� कु5 चाय+तो न पिट:गहेसी’’ित (पािच॰ २०४) कु� कु5 च ंआगतं, तं नीवरणकु� कु5 च।ं न िह अरहतो नीवरणं अ*�थ, नीवरणवित(पकं पन ‘‘क)पित, न क)पती’’ित वीमंसनसCातं िवनयकु� कु5 च ंनामेत*+त वेिदत�बं। सेसनीवरणािन वु'�थािन एव। इमेसु च कु� कु5 चिविचिक5छा पठमेन म:गेन पहीय*+त, �यापादो तितयेन, िथनिम7ु75 चािव. जा चतु�थेन, काम5छ+दो चतूिहपीित व'�बं, ‘‘तितयेना’’ित पन वु'ं। इमे च सभावतो अ1 ध#मा छ नीवरणा नाम जाता, इमे पन ठप�ेवा सेसा नो नीवरणा नाम। नीवरणदकंु पठमं।

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दिुतयं सासवदकुसिदसमेव। �ादस अकुसलिच�ािन नीवरणस�पयु�ा नाम। सेसिच��पिन�बानािन नीवरणिव�पयु�ा नाम। चतेिसकेसु अकुसला नीवरणस�पयु�ाव, कुसला�याकता नीवरणिव�पयु�ाव, सेसा ि�धािप हो"#त। तितयं।

छ नीवरणा नीवरणा चेव नीवरिणया च नाम। सेसा लोिकया नीवरिणया चेव नो च नीवरणा नाम। लोकु�रा न व��बा। सेसं आसवगो'छके चतु(थसिदसमेव। चतु(थं।

छ नीवरणा नीवरणा चेव नीवरणस�पयु�ा च नाम। तद* ञे नीवरणस�पयु�ा पन नीवरणस�पयु�ा चेव नो च नीवरणा नाम। तथा चतेिसकेसु नीवरणिवरिहता अकुसला, ितजाितका पन तथा च न व��बा च, कुसला�याकता न व��बाव। इध पन नीवरणिव�पयु�ा स�बे न व��बा। प* चमं।

लोकु�रव". जता नीवरणिव�पयु�ा नीवरिणया नाम। लोकु�रा नीवरणिव�पयु�ा अनीवरिणया नाम। इध पन नीवरणस�पयु�ा न व��बा। चतेिसकेसु पन क/णामुिदता नीवरणिव�पयु�ा नीवरिणयाव, कुसला�याकता ि�धािप हो"#त, ितजाितका तथा च न व��बा च, अकुसला पन न व��बाव। छ0ं।

नीवरणगो'छकं िनि0तं।

परामासगो'छके ध�मानं यथाभूतं अिन' चािदआकारं अित3 किम(वा ‘‘िन' च’’"#तआिदवसेन पव�माना परतो आमस#तीित परामासा। िम'छािदि0। बहुवचनिन6ेसे कारणं वु�मेव। तद* ञ ेस�बे ध�मा नो परामासा नाम। परामासदकंु पठमं।

परामासेिह आर�मणकरणवसेन पराम0�ा पराम�ा। सेसं आसवदकुसिदसमेव। दिुतयं।

िदि0स�पयु�िच�ेसु िदि0िवरिहता ध�मा परामासस�पयु�ा नाम। सेसिच��पिन�बानािन परामासिव�पयु�ा नाम। इध पन िदि0 न व��बा, सेसचतेिसकेसु पन मानदोसइ8साम'छिरयकु3 कु' चिविचिक'छा, कुसला�याकता च परामासिव�पयु�ा एव, सेसा ि�धािप हो"#त। तितयं।

िदि0 एव परामासा चेव पराम�ा च नाम। सेसलोिकया पराम�ा चेव नो च परामासा नाम। इध पन लोकु�रा न व��बा। सेसं सुिव* ञ:ेयमेव। चतु(थं।

इम;8म पन गो'छके ‘‘परामासा चवे ध�मा परामासस�पयु�ा चा’’ित अयं दकुो न ल�भित। न िह िदि0 िदि0या स�पयु. जित। प"'छमदकेु लोकु�रव". जता परामासिव�पयु�ा पराम�ा नाम। लोकु�रा परामासिव�पयु�ा अपराम�ा नाम। इध पन परामासो, तंस�पयु�ा च न व��बा। सेसं वु�नयमेव।

परामासगो'छकं िनि0तं।

मह#तरदकेुसु आर�मणं अ<गहे(वा अ�पवि�तो सह आर�मणेनाित सार�मणा, िच�चतेिसका। न"(थ आर�मणमेतेस"#त अनार�मणा,�पिन�बानािन। सार�मणदकंु।

िच#तन0ेन िच�ं, िच�ताय वा िच�ं। तं िह व(थु�ारार�मणिक' चािदभेदतो, अतीतािदभेदतो च अ�नो िविच�ताय िच�"#त वु' चित िच�करणताय वा। लोक;8म िह िच�क�मतो उ�िरतरं िच�ं नाम न"(थ, त"8म"�प चरणं नाम िच�ं अितिच�ं होित। यं वा पन* ञ"�प लोके िस�पजातं, स�बं तं िच�ेनेव करीयित। एवं त8स त8स िच�8स िन�फादकं िच�"�प तथेव िच�ं होित। यथा िच"#तत8स वा अनवसेस8स अिन�फ. जनतो ततोिप िच�मेव िच�तरं, तथा यदेतं देवमनु8सिनरयितर'छानभेदासु गतीसु कुसलाकुसलक�मनान�,ं तेन तासु गतीसु अपदि�पदािदउ' च�नीच�ािदनान�ं, त;8म त;8म अ�भावे दीघर8सथूलाथूलसुव@णद�ुब@णािदलाभालाभािद चाित एवमािद अ.झ�ं िच�ं, बिहBा च पथवीप�बतितण/3खलतािददेवDEिवमानक�प/3खािदभूतं क�मप' चयं िच�ं, त"�प िच�ेनेव कतं, ततो िच�मेव िच�तरं िच"#ततिनयामेन स�बाकार8स अस�भवतो। एवं िच#तन0ेन, िच�िविच�0ेन, िच�करण0ेन च ‘‘िच�’’"#त िव* ञाणं वेिदत�बं, तदेव िव* ञाणं िच�ं नाम। चतेिसक�पिन�बानािन नो िच�ा नाम। िच�दकंु।

अिव�पयोगवसेन चतेिस िनयु�ा चेतिसका, फ8सादयो ि�प* ञास ध�मा। िच��पिन�बानािन अचेतिसका नाम। चतेिसकदकंु।

चतेिसका एव िच�स�पयु�ा नाम। �पिन�बानािन िच�िव�पयु�ा नाम, इध पन िच�ं न व��बं। िच�स�पयु�दकंु।

िनर#तरभावूपगमनताय उ�पादतो याव भFािच�ेन संस0ाित िच�संस�ा। एकतो व�मानािप िनर#तरभावं अनुपगमनताय िच�ेन िवसंस0ाित िच�िवसंस�ा। सेसं अन#तरदकुसिदसमेव। िच�संस0दकंु।

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समु0ह"#त एतेनाित समु0ानं, िच�ं समु0ानं एतेस"#त िच�समु�ाना, चतेिसकािन चवे िच�ज�पकलापा च। िच�ं, पन अिच�ज�पकलापा, िन�बान* च नो िच�समु�ाना नाम। िच�समु0ानदकंु।

सह भव#तीित सहभुनो, िच�ेन सहभुनो िच�सहभुनो, चतेिसकािन चवे कायवचीिव* ञि�यो च। िच�ं, पन िव* ञि�व". जत�पिन�बानािन च नो िच�सहभुनो नाम। िच�सहभुदकंु।

अनुपिरव�#तीित अनुपिरवि�नो, Gक अनुपिरव�"#त? िच�ं, िच�8स अनुपिरवि�नो िच�ानुपिरवि�नो। सेसं अन#तरदकुसिदसमेव। िच�ानुपिरवि�दकंु।

इतो परे पन तयो दकुा चतेिसकदकुसिदसाव, केवलं पद(थम�मेव िवसेसो। त(थ िच�संस0ा च ते िच�समु0ाना एव चाित िच�संस�समु�ाना। िच�संस0ा च ते िच�समु0ाना च िच�सहभुनो एव चाित िच�संस�समु�ानसहभुनो, िच�संस0ा च ते िच�समु0ाना च िच�ानुपिरवि�नो एव चाित िच�संस�समु�ानानुपिरवि�नो। सेसं सुिव* ञ:ेयमेव।

तदन#तरे पन अ.झि�कदकेु अ.झ�.झ�ं अ.झ�ि�के वु�वसेन अ.झ�ाव अ�झि�का। पसाद�पिच�सIातािन छ अ.झि�कािन आयतनािन। ततो बिहभूता बािहरा। सेस�पचतेिसकिन�बानप* ञि�सIातािन छ बािहरायतनािन, इध पन प* ञि�योिप ल�भ"#त। अ.झि�कदकंु।

उपािदय#तेव भूतािन, न भूता िवय उपािदय#तीित उपादा, चतुवीसित उपादा�पािन एव। न उपािदय#तीित नो उपादा,चतुमहाभूतिच�चतेिसकिन�बानािन। उपादादकंु।

�G�स लोिकयिवपाकिच�ािन, क�मज�प* च उपािद! ना नाम। सेसलोिकयलोकु�रािन, िन�बान* च अनुपािद! ना नाम। सेसं उपािद# नुपादािनयि�के वु�ानुसारेन ञात�बं। उपािद# नदकंु।

मह#तरदकुा िनि0ता।

उपादानगो'छकेभुसं आिदय#तीित उपादाना, दJह<गाहं ग@ह#तीित अ(थो। दJह(थो िह ए(थ उप-स6ो ‘‘उपायासो’’ितआदीसु िवय। ततो अ* ञे नो उपादाना। त(थ कामुपादानं िद0Lपादानं सील�बतुपादानं अ�वादपुादान"#त इमे उपादाना नाम। त(थ व(थुकामेसु उ�प# नो िकलेसकामोव वु�नयेन उपादान"#त कामुपादानं। एवं सेसेसुिप। त(थ वीसितव(थुका स3 कायिदि0 अ�वादुपादानं नाम। सेसािन पु�बे वु�ानेव। प"'छमािन पने(थ तीिण उपादानािन तथापव�िदि0 एव। तािन च पठमेन म<गेन पहीय"#त, कामुपादानं चतूिहिप। इमे च सभावतो �े ध�मा िवभागतो चतु/पादाना नाम जाता। इमे पन ठपे(वा सेसा स�बे ध�मा नो उपादाना नाम। उपादानदकंु पठमं।

उपादािनयदकुो संयोजिनयदकुसिदसोव। दिुतयं।

अ0लोभसहगतिच�ािन, तंस�पयु�ेसु िदि0िव�पयु�लोभं ठपे(वा सेसा च उपादानस�पयु�ा नाम। िदि0िव�पयु�लोभदोसमोहमूलािन, कुसला�याकतािन च िच�ािन, �पिन�बानािन च उपादानिव�पयु�ा नाम। चतेिसकेसु पन िदि0माना उपादानस�पयु�ाव, दोसइ8साम'छिरयकु3 कु' चिविचिक'छा, कुसला�याकता च उपादानिव�पयु�ा एव। सेसा दिुवधािप हो"#त। तितयं।

च�ािर उपादानािन उपादाना चेव उपादािनया च नाम। तदवसेसा लोिकया उपादािनया चेव नो च उपादाना नाम। इध पन लोकु�रा न व��बा। सेसं वु�नयमेव। चतु(थं।

प* चमछ0दकुा पाठतो ग#थगो'छके प* चमछ0दकुसिदसाव, केवलं प* चमदकेु ‘‘चतेिसकेसु मानो उपादानस�पयु�ो चवे नो च उपादानो एव, मोहािहिरकानो��पउB' चिथनिमBािन ितजाितकािन तथा च न व��बा चा’’ित इद* च, छ0दकेु ‘‘चतेिसकेसु दोसइ8साम'छिरयकु3 कु' चिविचिक'छा अ�पम* ञा उपादानिव�पयु�ा उपादािनया एव, मोहािहिरकानो��पउB' चलोभिथनिमBािन तथा च न व��बािन चा’’ित ए�कमेव पाठतो िवसेसो, अ(थतो पन नामम�कोव िवसेसो। सेसो सुिव* ञे:योव। प* चमछ0ािन।

उपादानगो'छकं िनि0तं।

िकलेसगो'छके संिकिल0ि�के वु�नयेन पद(थो वेिदत�बो। लोभो दोसो मोहो मानो िदि0 िविचिक'छा िथनं उB' च ंअिहिरकं अनो��प"#त इमे दस ध�मा िकलसेा नाम। इमे च वु�(था एव, इध पन लोभो, हेतुग#थनीवरणउपादानगो'छकेसु लोभो च िन�पदेसतो चतुम<गव.झोिप एकेनेव को0ासेन िठतो,

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सेसगो'छकेसु सो स�बोिप लोभो ‘‘कामासवो भवासवो’’ितआिदना �े �े को0ासा हु(वा िठतो, इिमना पन अ0कथावचनेनािप भवासवािद�यितिर�ो स�बो चतुम<गव.झोिप रागो कामासवादीसु सFिहतो। काम'छ#दनीवरणं पन भवरागोिप न प* चकामगुिणकरागम�ोवाित प* ञायित, ‘‘आ/�पे काम'छ#दनीवरणं पिट' च िथनिमBनीवरण’’"#तआिदपािळतो (प0ा॰ ३.८.८) चतें द0�बं प* चकामगुिणकराग8स �पा�पभूमीसु अनु�प. जनतो। इमेसु च िकलेसेसु िदि0िविचिक'छा पठमेन म<गने पहीय"#त, दोसो तितयेन, लोभादयो चतूिहिप। इमे पन दस ध�मे ठपे(वा सेसा नो िकलसेा नाम। िकलेसदकंु पठमं।

संिकलेिसकदकुो सासवदकुसिदसोव। दिुतयं।

संिकिल0दकुो, िकलेसस�पयु�दकुो चाित �ेिप समान(थाव। ते च नीवरणगो'छके तितयदकुसिदसाव। तितयचतु(थािन।

दस िकलेसा िकलसेा चेव संिकलिेसका च नाम। सेसा लोिकयध�मा संिकलिेसका चेव नो च िकलसेा नाम। इध पन लोकु�रा न व��बा। सेसं नीवरणगो'छके चतु(थदकुसिदसमेव। प* चमं।

छ0स�मदकुािनिप अ* ञम* ञ ंसमान(थानेव। तािन छ0स�मािन नीवरणगो'छके यथा3 कमं पाठतो प* चमछ0दकुसिदसािन, अ(थतो पन नामम�कोव िवसेसो। सेसो सुिव* ञ:ेयो। छ0स�मअ0मािन।

िकलेसगो'छकं िनि0तं।

िपि0दकेुसु आिदतो च�ारो दकुा द8सनेनपहात�बि�के, द8सनेनपहात�बहेतुके च वु�नयेन वेिदत�बा। केवलं पन त(थ पठमि�के वु�ेसु द8सनेनपहात�बे ध�मे ठपे(वा सेसा इध पठमदकु8स दिुतयपदे द8सनेनपहात�बेसु पिवस"#त, भावनायपहात�बे ठप(ेवा सेसा इध दिुतयदकेु नभावनायपहात�बेसु पिवस"#त। त(थ च दिुतयि�के वु�ेसु द8सनेनपहात�बहेतुके ठप(ेवा सेसा इध तितयदकेु नद8सनेनपहात�बहेतुके, भावनायपहात�बहेतुके च ठपे(वा सेसा इध चतु(थदकेु नभावनायपहात�बहेतुकेसु पिवस"#त।

पद(थो च द8सनेन पहात�बो हेतु एतेसं अ(थीित द#सनेनपहात$बहेतुका। एवं भावनायपहात�बहेतुकाित ए(थािप अ(थो वेिदत�बो। एवं िह सित अहेतुकानं अ<गहणं िसयाित ए�कमेव िवसेसो। ितक�यमेव िह भगवा देसनािवलासेन च�ारो दकेु क(वा देसेिस। सेसं तािदसमेव। च�ारो दकुा िनि0ता।

प* चप* ञाससिवत3 किच�ेसु िवत3 किवरिहता िच�चतेिसका ध�मा सिवत% का नाम। िवत3 को, पन सेसिच��पिन�बानािन च अिवत% का नाम। प* चमं।

छसि0या सिवचारिच�ेसु िवचारिवरिहता ध�मा सिवचारा नाम। िवचारो, पन सेसिच��पिन�बानािन च अिवचारा नाम। सेसं इध, अन#तरे वु�दकेु च िवत3 कि�के वु�ानुसारेन ञात�बं। छ0ं।

इतो परेसु स�पीितकदकुो, पीितसहगतदकुो च समान(थाव, ते च सुखसहगतउप3ेखासहगतदकुा चाित च�ारोिप दकुा पीिति�के वु�नयाव। केवलं पनेतेसं दकुानं पठमं पदं त(थ पिवसित, पीिति�के इतरीतरपद�यसFिहता, असFिहता च स�बे अ(था हे0ा वु�नयेने(थ दकुानं दिुतयपदेसु अ(थतो सFिहता, इमे च िन�पदेसदकुाित अयमेव िवसेसो। स�मअ0मनवमदसमा।

तदन#तरेसु कामावचराित ए(थ ‘‘हे0तो अवीिचिनरयं पिरय#तं किर(वा उपिरतो परिन"�मतवसव�ी देवे अ#तो किर(वा यं त;8म अ#तरे ए(थावचरा ए(थ पिरयाप# ना’’ित एवं (ध॰ स॰ १२८७) पािळयं पिर"'छ# नानं चतु# नं अपायानं, मनु8सानं, छ# नं देवलोकान* च वसेन ओकासतो एकादसिवधो कामभवो ‘‘कामो’’ित वु' चित उ�रपदलोपेन यथा ‘‘�पूपपि�या’’ितआदीसु �पभवो ‘‘�प’’"#त। त;8म कामे अवचर"#त पव�#तीित कामावचरा। येभु:यतो चतें वु�ं �पा�पेसु चतेेस* च इध पवि�तो ‘‘थलचरा’’ितआदीसु िवय। कामभवसIाते वा कामे पिटस;#ध अवचारे#तीितिप कामावचरा,कुसलाकुसलािन। उB' चसहगतिच�ं पन अ�याकतिच�सिदसं। तदाय�ताय, आर�मणकरणवसेन वा िकलेसकामो ए(थ अवचरतीितिप कामावचरं। काम* चसे �पा�पावचरध�मेसुिप अवचरित, /िJहतो पन ‘‘वदतीित व'छो’’ितआदीसु िवय इमे एव ‘‘कामावचरा’’ित वु' च"#त। अिपच कामत@हा �पत@हा अ�पत@हाित ए(थ वु�कामत@हासIातो कामो ए(थ अवचरतीितिप कामावचरा। एवं DEानं िवमानाभरणादीसु छ#दराग8सािप कामत@हाभावो िसBो, �पत@हािवसयान"�प च DEानं क�मज�पादीनं कामत@हायिप िवसयताय कामावचरता िसBा होित। न �पा�पावचरानं तदभावतो तद* ञे न कामावचरा। इिमना नयेन �पावचरािददकुान"�प पद(थो यथारहं ञात�बो। त(थ चतुप* ञास कामावचरिच�ािन, स�ब* च �प ंकामावचरा नाम। सेसिच�िन�बानािन न कामावचरा नाम। चतेिसकेसु व��बं पिरयाप# नदकेु एव आिव भिव8सित। एकादसमं।

प# नरस �पावचरिच�ािन 'पावचरा नाम। सेसिच��पिन�बानािन न 'पावचरा नाम। �ादसमं।

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�ादस अ�पावचरिच�ािन अ'पावचरा नाम। सेसिच��पिन�बानािन न अ'पावचरा नाम। तेरसमं।

तेभूमकवYे पिरयाप# ना अ#तोगधाित पिरयाप! ना, लोिकयध�माव। त(थ न पिरयाप# नाित अपिरयाप! ना, लोकु�रा। चतेिसकेसु पन कामावचरािददकुानं चतु# न"�प साधारणो िविन'छयो एवं वेिदत�बो – अकुसलचतेिसका कामावचराव, अ�पम* ञा काम�पावचरा, िवरितयो पन कामावचरपिरयाप# ना, िवत3 किवचारपीितयो पन काम�पावचरपिरयाप# ना, सेसा चतुभूमकाित। चु6समं।

वYमूलं िछ#द#ता िन�बानं आर�मणं क(वा वYतो नीय#तीित िन(यािनका, च�ािर लोकु�रम<गिच�ािन। इिमना ल3खणेन न िन:य#तीित अिन(यािनका, सेसिच��पिन�बानािन। सेसं सुिव* ञे:यमेव। प* चदसमं।

चुितया वा अ�नो वा पवि�या अन#तरं फलदाने िनयत�ा िनयता, िम'छ�िनयता, स�म�िनयता च। तथा अिनयत�ा अिनयता, सेसध�मा। सेसं वु�नयमेव। सोळसमं।

अ* ञे ध�मे उ�र"#त अित3 कम#तीित उ�रा, अ�ानं उ�िरतुं सम(थेिह सह उ�रेहीित सउ�रा, लोिकयाव। न"(थ एतेसं उ�राित अनु�रा,लोकु�रा। स�रसमं।

रण"#त क#द"#त एतेहीित रणा, येिह अिभभूता स�ा नान�पकारतो पिरदेव"#त, तेसं अकुसलमूलानं एतं अिधवचनं, तेिह स�पयोगवसेन, पहानेक0तावसेन च सह रणेहीित सरणा। एतेनाकारेन न"(थ एतेसं रणाित अरणा।

त(थ �ादस अकुसलिच�ािन सरणा नाम। सरणध�मेसु च(ेथ लोभदोसमोहा रणा चवे सरणा च, तेसु लोभदोसा मोहेनेव स�पयोगतो सरणा, तथा िविचिक'छुB' चसहगतिच�ं, तंस�पयु�ा च। मोहो पन तेसु स�पयोगतो सरणो, िदि0स�पयु�रागेन, पन भवरागने च रणभूतेन पहानेक0तावसेनेव सरणो। लोभदोसमोहमूलस�पयु�ेसु पन मोहो लोभेन चवे दोसेन च, सेसा लोभमोहेन चवे दोसमोहेन च स�पयोगतो सरणाित वेिदत�बा। स�बािन कुसला�याकतिच�ािन, �पिन�बानािन च अरणा नाम। चतेिसकेसु पन अकुसला सरणाव, कुसला�याकता अरणाव, ितजाितका पन ि�धािप हो#तीित। अ0ारसमं।

िपि0दकुा िनि0ता।

अिभध�मदकुमाितक(थव@णना िनि0ता।

सु�)!तकदुकमाितक*थव,णना

सु�"#तकदकेुसु वेदेित, िविवधेन वा आकारेन जानातीित िव. जा, िवप8सनाञाणमनोमियिBछअिभ* ञावस�पव�ा प* ञा, त;8म िव. जाभाग ेिव. जाको0ासे िव. जासभावे व�#तीित िव� जाभािगनो। ता एव िव. जा, तं वा िव. जं स�पयोगवसेन भज#तीितिप िव� जाभािगनो,अ0िवधिव. जास�पयु�ध�मा। तासु या कािच एका िव. जा िव. जा, सेसा िव. जाभािगनोित एवं िव. जािप िव. जास�पयु�ध�मािप िव. जाभािगनो(वेव वेिदत�बा, इध पन िव. जास�पयु�ा ध�माव अिध�पतेा। न िवजानातीित अिव. जा, चतुस' च'छादकवसेन चतु"�बधो मोहो, त;8म अिव. जाभागे अिव. जाको0ासे अिव. जासभावे व�#तीित अिव� जाभािगनो। ता एव अिव. जा, तं वा अिव. ज ंस�पयोगवसेन भज#तीितिप अिव� जाभािगनो,अिव. जास�पयु�ध�मा। एवं अिव. जािप अिव. जास�पयु�ध�मािप अिव. जाभािगनो(वेव वेिदत�बा, इध पन अिव. जास�पयु�ध�माव अिध�पेता।

त(थ अरह�म<गिच�ं, प* ञािवरिहततंस�पयु�ा च िव. जाभािगनो च ञाणस�पयु�कामावचरजवनािन, ञाणिवरिहततंस�पयु�ा च िवप8सनाभावेन पवि�यं िव. जाभािगनो, अ* ञदा न व��बा। �पावचरचतु(थ.झािनकजवनिच�ािन, प* ञािवरिहततंस�पयु�ा च मनोमियिBभावेन च प* चािभ* ञाभावेन च पवि�यं िव. जाभािगनो, अ* ञदा न व��बा। त(थ �ादसाकुसलिच�ािन, अिव. जािवरिहततंस�पयु�ा च अिव. जाभािगनोव, इध पन अिव. जा, सेसिच��पिन�बानािन च न व��बाव। चतेिसकेसु पन मोहअ�पम* ञा न व��बाव, सेसा कुसला�याकता िसया िव. जाभािगनो, िसया न व��बा, ितजाितका ि�धािप न व��बा च। सेसं सुिव* ञ:ेयमेव। पठमं।

पुन अन.झो(थरणवसेन िकलेस#धकारं िवBंसेतुं असम(थताय िव. जु उपमा एतेस"#त िव� जूपमा, आिदतो तीसु म<गसुे ञाणंव। िन8सेसं िवBंसनसम(थताय विजरं उपमा एतेस"#त विज'पमा, अरह�म<गे ञाणं। यथा िह मेघ#धकारे म<गपिटप# न8स पिट'छादनअ#धकारं िवधिम(वा िव. जुया उ�प# न3खणे चातुिदसा म<गा पाकटा हो"#त, िव. जुया िन/Bाय पुन अ#धकारो ओ(थिर(वा म<गं पिट'छादेित, एवं िवप8सनायािनक8स यथासकं स' च'छादकिकलेस#धकारं िवधिम(वा तीसु म<गसुे यथा3 कमं उ�प# नेसु च�ािर स' चािन पाकटािन हो"#त, तेसु िन/Bेसु पुन अविस0िकलेस#धकारो चतुस' च ंपिट'छादेित, त8मा तीसु म<गसुे प* ञा िव. जूपमा वु�ा। यथा पन विजर8स अभे. जो पासाणो नाम न"(थ, त* च िन8सेसतो विजरं खेपिेत, विजरेन

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च गतम<गे पासाण8स पुन पाकितकभावो न"(थ, एवं अरह�म<गञाण8स अव.झिकलेसो नाम न"(थ, त* च िन8सेसतो अरह�म<गञाणं खेपेित, तेन च खेिपते िकलेसे अविस0िकलेसाभावतो त8स पुन प' चुदाव�नं नाम न"(थ, त8मा चतु(थम<गे प* ञा विज�पमा वु�ा। प* ञा एव हे(थ िसया िव. जूपमा, िसया न व��बा च होित। सेसचतेिसकिच��पिन�बानािन पन स�बािन न व��बानेव। दिुतयं।

बालेसु िठत�ा, य(थ िठता तदपुचारेन बाला, बालकर�ा वा बाला, �ादसाकुसलिच�ािन। इध पन अिहिरक* च अनो��प* च बाला नाम। प"@डतेसु िठत�ा प),डता, प"@डतकर�ा वा प),डता, एकवीसित कुसलिच�ािन। इध पन िहरी च ओ��प* च प"@डता नाम। सेसिच��पिन�बानािन न व��बािन। सेसं सुिव* ञ:ेयमेव। तितयं।

क,हाित काळका, िच�8स अपभ8सरभावकरणा। सु% काित ओदाता, पभ8सरभावकरणा। सेसं स�बं बालदकुसिदसमेव। चतु(थं।

इध चवे स�पराये च तपे#तीित तपनीया। न तपनीया अतपनीया। सेसं बालदकुसिदसमेव। प* चमं।

‘‘िसिरव\को धनव\को’’ितआदयो िवय वचनम�मेव अिधकारं क(वा पव�ा अिधवचना नाम। नामधे:य"#त तेसं तेसं ध�मानं नामािन। तािन चतु"�बधािन साम* ञनामं गुणनामं िकि�मनामं ओपपाितकनाम"#त। त(थ पठमक"�पकेसु महाजनेन स�म"# न(वा ठिपत�ा ‘‘महास�मतो’’ित र* ञो नाम"#त एव�पं साम2 ञनामं नाम। ‘‘ध�मकिथको पसुंकूिलको काळो र8सो’’ित एव�प ंगुणतो आगतं, ‘‘भगवा अरहं स�मास�बुBो’’ितआदीिनिप तथागत8स अनेकािन नामसतािन गुणनामं नाम। यं पन जात8स कुमार8स ञातका क�पे(वा पक�प(ेवा ‘‘अयं असुको नामा’’ित नामं करो"#त, इदं िकि�मनामं नाम। या पन पुिरमप* ञि� अपरप* ञि�यं िनपतित, से:यिथदं – पुिरमक�पिेप च#दो च#दो एव, एतरिहिप अनागतेिप च#दो एव। तथा ‘‘सूिरयो समु6ो पथवी �पं वेदना स* ञा सIारा िव* ञाणं िन�बान’’"#तएवमािद ओपपाितकनामं नाम। तािन पुन िव. जमानप* ञि� अिव. जमानप* ञि� िव. जमानेनअिव. जमानप* ञि� अिव. जमानेनिव. जमानप* ञि� िव. जमानेनिव. जमानप* ञि� अिव. जमानेनअिव. जमानप* ञ�ीित एवं नामप* ञि�वसेन छ"�बधािन हो"#त।

त(थ परम(थतो उपल�भमाना यथावु��ास�ितिवधा नाम�पध�मा िव. जमाना नाम, तेसं पकारेिह ञापनतो प* ञि� िव� जमानप2 ञि� नाम, ‘‘िच�ं फ8सो पथवी �पं िन�बान’’"#तआदयो परम(थवाचका स6ा। उपािद# ननाम�पध�मे पन उपादाय प* ञ�ा स�पु<गलइ"(थपुिरसदेवमनु8सितर'छानािदभेदा, अनुपािद# न�पध�मे उपादाय प* ञ�ा भूिमप�बत/3खसकटच#दसूिरयन3ख�िदसाकालकिसणािदभेदा च परम(थतो अनुपल�भमाना अिव. जमाना नाम, तेसं प* ञि� अिव� जमानप2 ञि� नाम। तथा ‘‘अ�ा भूमी’’ितआदयो अ(थप* ञि�वाचका स6ा च िच�स#तितव@णुपग"#तआिद िव. जमान(थवाचका स6ा िव� जमानेनअिव� जमानप2 ञि� नाम। ‘‘पुिरस8स िच�ं, मेघव@णो’’ितआदीसु अिव� जमानेनिव� जमानप2 ञि� नाम। ‘‘िच�लहुता पथवीग#धो’’ितआिद िव� जमानेनिव� जमानप2 ञि� नाम। ‘‘मनु8ससरीरं /3खसाखा’’ितआिद अिव� जमानेनअिव� जमानप2 ञि� नाम। एवं छ"�बधािप चतेा अिध�पायं िव* ञापेतुकामतािच�समु0ािपतसिव* ञि�स6ानुसारेन ञातस]ेत8स सोतिव* ञाणवीिथअन#तरं उ�प# नेिह मनो�ािरकिव* ञाणेिह ‘‘इम8सेदं नाम’’"#त अनेकस6ेसु एक�मारोप(ेवा वव(थािपता अ(थािभमुखं नमनतो पकारेिह अ(थ8स ञापनतो ‘‘नामप* ञ�ी’’ित वु' च"#त, तेसं अिधवचनानं पथा अ(था अिधवचनपथा, स�मुितपरम(थभेदा स�बे ध�मा स6वचनीयसभावा। छ0ं।

इतो परं �े दकुा अिधवचनदकुसिदसाव, केवलं पद(थम�मेव िवसेसो। त(थ अिभसIरो#तीित सIाराित एवं िनBारे(वा सहेतुकं क(वा वु' चमाना िन5ि� नाम, ‘‘त3 को िवत3 को स]�पो’’ित एवं तेन तेन पकारेन ञापनतो प* ञि� नाम, यथावु�नामप* ञि�योव। न िह अिधवचनिन/ि�प* ञ�ीसु अ(थतो कोिचिप भेदो अ"(थ, िन�बि�िनिम�भेदद8सन(थं पन नेसं िवभागेन पद(थो द"8सतो। इमेसु च तीसु दकेुसु प* ञि�सिहता स�बे ध�मा ल�भ"#त, अन#तरे नाम�पदकेु प* ञि�रिहताित इमे च�ारो दकुा इमेसु सु�"#तकदकेुसु िन�पदेसा, सेसा पन अ0Gतसािप स�पदेसाित वेिदत�बा। स�म0मािन।

नामकरण0ेन, नमन0ेन, नामन0ेन च नामं, अ�प3ख#धिन�बानािन। तािन िह स�बदािप वेदना स* ञा सIारा िव* ञाणं िन�बान"#त ओपपाितकनामवसेन अ�नो नामं करो#ताव पव�"#त च#दसूिरयादयो िवय। न िह तेसं साम* ञगुणिकि�मवसेन नामकरणिक' च ंअ(थीित। एवं नामकरण0ेन नामं वेिदत�बं। आर�मणािभमुखं पन नमन0ेन, अ* ञम* ञ ंत(थ नामन0ेन च च�ारो अ�प3ख#धाव नामं। िन�बानं पन आर�मणािधपितप' चयताय अ�िन अनव. जध�मानं नामन0ेनेव नामं वेिदत�बं। /�पन0ेन 'पं, �प3ख#धो। नवमं।

अिव� जाित द3ुखािदपिट'छादको स�बो मोहो। भवत,हाित भवप(थनावसेन पव�ो लोभो। तथा अ�पव�ो पने(थ लोभो, सेसचतेिसकिच��पिन�बानािन च न व��बािन। इतो परं पन एवं नव��बिवभागं अद8से(वा पद(थस�पम�मेव द8सिय8साम, द"8सतावसेसा न व��बाित गहेत�बा। दसमं।

भवो वु' चित स8सतं। ‘‘भिव8सित अ�ा च लोको चा’’ित स8सतवसेन उ�प. जनकिदि0 भविदि� नाम। िवभवो वु' चित उ'छेदो। ‘‘न भिव8सित अ�ा च लोको चा’’ित उ'छेदवसेन उ�प. जनकिदि0 िवभविदि� नाम। उभयेनािप िम'छािदि0 गिहता। तथा अन#तरेसुिप तीसु दकेुसु। एकादसमं।

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ख�धप� चकं ‘‘अ�ा च लोको चा’’ित गहे�वा ‘‘स�सतो अ�ा च लोको चा’’ित पव�ा िदि� स�सतिदि� नाम। तथा ‘‘उ!"छ!$ ज�सती’’ित पव�ा िदि� उ�छेदिदि� नाम। ‘‘अ�तवा’’ित पव�ा अ�तवािदि� नाम। ‘‘अन�तवा’’ित पव�ा अन�तवािदि� नाम। पु(ब�तं अनुगता ��जाल ेवु�नयेन अतीतको�ासं आर-मणं क�वा पव�ा अ�ारसिवधा पु�ब�तानुिदि� नाम। अपर�तं अनुगता त�थेव आगतनयेन अनागतको�ासं आर-मणं क�वा पव�ा चतुच�ालीसिवधा अपर�तानुिदि� नाम। अयमे�थ स/ेपो, िव�थारो पन ��जाले (दी॰ िन॰ १.२८), तद�कथाय (दी॰ िन॰ अ�॰ १.२८) च वेिदत(बो। 8ादसमतेरसमचु9समािन।

अिहिरकदकंु, िहिरदकु� च सुिव� ञ;ेयमेव। प� चदसमसोळसमािन।

द=ुखं वचो एत?�म िव@पिटकूलगािह!-ह िवप" चनीकसाते अनादरे पुCगलेित द(ुबचो, सहध!-मकं द�से�वा ओविदयमाने अनादरकारको पुCगलो, त�स क-मं दोवच�सं, त�स भावो दोवच�सता, अनादरवसेन पव�ा 8े पिटघिच�ा, तंस-पयु�ा च। पापा अ�सGादयो पुCगला एत�स िम�ाित पापिम�ो, त�स भावो पापिम ता, पापपुCगलेसु दHहभि�वसेन, कायिच�ेिह तंसेवनात!� न� नतावसेन च पव�ािन अ� लोभिच�ािन। स�रसमं।

सोवच�सता, क!याणिम ता च वु�पिटप=खवसेन वेिदत(बा। अ�थतो पन तथापव�ािन सहेतुककामावचरकुसलिकिरयिच�ािन। अ�ारसमं।

प� चसु, स�सु वा आप�ीसु कुसलभावो आपि कुसलता, सह व�थुना तासं आप�ीनं आप$ जनपिर"छेदजाननवसेन पव�ा कामावचरजवनप� ञा। आप�ीिह वु�ाने कुसलभावो आपि वु�ानकुसलता, वु�ानिवधानेन सIG आपि�वु�ानपिर"छेदजाननवसेन पव�ा यथावु�िच�स-पयु�प� ञाव। एकूनवीसितमं।

समाप!$ जत(बतो समापि�, तासु लोिकयलोकु�रासु सिवत= कसिवचारादीसु समाप�ीसु कुसलता समापि कुसलता, सह पिरक-मेन अ@पनापिर"छेदजाननवसेन पव�ा प� ञा। समाप�ीिह वु�ाने कुसलभावो समापि वु�ानकुसलता, यथापिर!"छ� नकालेयेव तािह वु�ानकप� ञाकामावचरजवनप� ञाव। वीसितमं।

अ�ारससु धातूसु कुसलभावो धातुकुसलता, सवनधारणपिटवेधप" चवे=खणप� ञा। तास� ञेव धातूनं मनिसकारे कुसलभावो मनिसकारकुसलता,तासं स-मसनपिटवेधप" चवे=खणप� ञा। एस नयो आयतनकुसलतायिप। त�थ िह सवनधारणप" चवे=खणा कामावचराव, पिटवेधो लोकु�रोव, स-मसनं कामावचरलोकु�रं। अ� ञम� ञं पिट" च सिहतं फलं उ@पादेतीित पिट" चसमु@पादो, अिव$ जादीिह िनि9�ो प" चयसमूहो, त?�म 8ादसKे अनुलोमपिट" चसमु@पादे कुसलभावो पिट� चसमु'पादकुसलता, ‘‘इिमना प" चयेन इदं होती’’ित जाननवसेन पव�ा लोिकयजवनप� ञाव। एकवीसितम8ावीसितमािन।

ित�ित ए�थ फलं तदाय�वुि�तायाित ठानं, कारणं, त?�म ठाने कुसलता ठानकुसलता। न ठाने कुसलता अ�ानकुसलता। तेवीसितमं।

उजुभावो अ) जवो। मुदभुावो म*वो। कायिच�ुजुकतामुदकुता8यं। चतुवीसितमं।

अिधवासनस/ाता खमनं ख,�त, तथापव�कामावचरजवनािन। पापतो सु�N ओरतो िवरतोित सोरतो, त�स भावो सोर� चं। कायवचीमनोसंवरसीलस/ातािन लोिकयलोकु�रजवनािन। प� चवीसितमं।

स-मोदकिपयवािदतास/ातो सिखलभावो साख!यं, यथा परेिह सIG अ�नो िछ9ं िववरं न होित, एवं ध-मािमसेिह पिटस�थरणं पिट"छादनं पिटस�थारो। आग�तुक�स िह प" चुCगमनप�चीवरपिटCगहणआसनदानबीजनपादधोवनम=खनािदना, पानीयेन आपु"छनेन, काले आगत�स यागुआदीनं, िवकाले पानकादीन� च दानेन, पुनिदवसे िपOडाय चरण�ानद�सनपवेसनिन=खमनकालारोचनािदना च प(बिजता, गह�ान� च िवनयेआगतनयेन यथानुQपं आिमसपिटस�थारो कात(बो। आग�तुकं पन उपसRिम�वा ‘‘तु-हे कतरभाणका’’ित अपु!"छ�वा ‘‘आचिरयुप$झाया वो कतरं ग�थं वळ� जे�ती’’ित पु!"छ�वा त�स िवसये प�हपु"छनेन सच ेन स= कोित, सयं कथे�वा दानेन, ध-मकथनप�हिव�स$ जनक-म�ानकथनकु= कु" चिदि�िवनोदनािदना, पिरवासािदिवनयक-मकरणेन, प(बाजनउपस-पदािदना च ध-मपिटस�थारो कात(बो। अयमे�थ स/ेपो, िव�थारतो पनायं सIG आिनसंसदीपकव�थूिह अ�सािलिनयं (ध॰ स॰ अ�॰ १३५१) ञात(बो। एत?�म दिुवधे पिटस�थारे कुसलभावो पिटस�थारकुसलता, तथापव�कामावचरजवनािन एव। छ(बीसितमं।

इ!�Vयेसु मन"छ�ेसु आपाथगतQपादीसु आर-मणेसु िनिम�गहणािदना इ!�Vयसंवरभेदस/ातो अगु�8ारभावो इ,�/येसु अगु 1ारता। पिटCगहणपिरभोगवसेन भोजने म�ं अजाननभावो भोजने अम 3 ञुता, तथापव�अकुसलिच�ािन। स�वीसितमं।

अन�तरदकेुिप वु�पिटप=खवसेन कामावचरसहेतुककुसलिकिरयिच�ािन वेिदत(बािन। अ�वीसितमं।

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सितिव@पवासस/ातो मु�सितभावो मु��स� चं, स(बे अकुसला ध-मा, अस-पजाननभावो अस5पज3 ञं, मोहो। एकूनIतसितमं।

अन�तरदकेु चतुभूिमका सितप� ञाव वु�ा। Iतसितमं।

अ@पिटस/ाने अ@पिटवानस/ाते अक!-पय�ेन योिनसोद�सनस/ातं पिटस/ानमेव बल!�त पिटस6ानबल,ं कामावचरप� ञाव। स�बो$झKािदभावनावसेन पव�ा चतुभूमकध-मा भावनाबल।ं एकIतसितमं।

प" चनीकध-मे समेतीित समथो, सो ितिवधो िच�समथो अिधकरणसमथो स(बस/ारसमथोित। त�थ च पु(बभागासु अ�समाप�ीसु एकCगता िच समथो नाम, स-मुखािवनयािद स�िवधो अिधकरणसमथो नाम, िन(बानं स�बस6ारसमथो नाम। इध पन चतुभूमको समािध अिध@पेतो। अिन" चािदवसेन िविवधेनाकारेन प�सतीित िवप�सना, लोिकयलोकु�रा िवप�सनाप� ञाव। बाI�सितमं।

समथोव तं आकारं गहे�वा पुन पव�ेत(ब�स समथ�स िनिम�!�त समथिनिम ं। प8गाहिनिम ेिप एसेव नयो। चतुभूमकसमािधवीिरयािन एव। तेI�सितमं।

अन�तरदकेुिप वीिरयसमाधी एव वु�ा। चतुI�सितमं।

सीलिवनािसका असंवरस/ाता सील�स िवप�ीित सीलिवपि , तथापव�ा अकुसलध-मा। स-मािदि�या िवपि� िदि�िवपि , िम"छािदि� एव। प� चIतसितमं।

सोर" चमेव सील�स स-पादनतो सीलपिरपूरणतो सील�स स-पदाित सीलस5पदा। िदि�पािरपूिरभूतं ञाणमेव िदि�या स-पदाित िदि�स5पदा। चतुभूमका सीलप� ञाव। तथा अन�तरदकेुिप। छI�सितमं।

िवसुिGभावं स-प�ा सीलस/ाता सील�स िवसुिG सीलिवसुि;। िन(बानस/ातं िवसुIG पापेतुं सम�था द�सनस/ाता िदि�या िवसुिG िदि�िवसुि;। स�I�सितमं।

क-म�सकतास" चानुलोिमकमCगफलस-पयु�प� ञा िदि� िवसुि; नाम। यथािदि��स तदनुQपं पधानं यथािदि��स च पधानं नाम। अ�Iतसितमं।

संवेगजनकािन जाितजरा(यािधमरणस/ातािन कारणािन संवेजनीय�ानािन नाम, तेसु जाितआिदपिट" चसमु@प� नभयस/ातं संिवजनं संवेगो नाम, तथापव�कुसलािद एव। एवं संवेगजात�स योिनसो उपायेन पधानं संिव8ग�स योिनसो पधानं, लोिकयलोकु�रवीिरयमेव। एकूनच�ालीसितमं।

कुसलध-मपूरणे अस�तुि�भावो अस�तुि�ता। यो पन दानं द�वा ततो तेन अस�तु�ो हु�वा सरणगमनं आक/ित, ततो प� चसीलाIद, प(ब$ जं, बुGवचनानं उCगOहनं, समथिवप�सनं, ततो तेनािप अस�तु�ो अनु= कमेन अरह�ं गOहाित, अयं अस�तुि�ता कुसलसुे ध5मेसु। अिधकुसलध-मानं भावनाय उ= कOठमानो पधानं पिटवापेित िनव�ापतेीित पिटवािन, न पिटवािन अ@पिटवािन, त�स भवो अ'पिटवािनता। अरह�ं अ@प�वा पधान?�म अिनव�नता अनोस= कनता, तथापव�लोिकयलोकु�रकुसला ध-मा। च�ालीसितमं।

िवजाननतो िव) जा, पु(बेिनवासचुतूपपातआसव=खयञाणािन। िवमु" चनतो िवमुि , अ� समापि�यो, िन(बान� च। अ� समापि�यो िह आर-मणे अिधमु" चनतो, सयं िव=ख!-भतिकलेसेिह िवमु" चन�ेन च िवमु�ीित वु�ा, िन(बानं पन स(बिकलेसेिह अ" च�तिवमु" चन�ेन। एकच�ालीसितमं।

िकलेस=खयकरेसु चतूसु अिरयमCगेसु ञाणं खये ञाणं नाम। पिटस!�धवसेन अनु@पादभूते तंतंमCगव$झिकलेसानं अनु@पादपिरयोसाने उ@प� नअिरयफले ञाणं अनु'पादे ञाणं नाम। सेसं स(ब�थ सुिव� ञे;यमेव। 8ाच�ालीसितमं।

सु�!�तकदकुमाितक�थवOणना िनि�ता।

मोहिव"छेदिनया अिभध-ममाितक�थवOणनाय

ध-मसKणीमाितक�थवOणना िनि�ता।

२. िवभ�माितका

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इदािन ध-मसKणीमाितकान�तरं िवभKमाितकाय अ�थवOणना अनु@प�ा। त�सा पन –

अ�थतो ध-मभेदेन, िवभKनयद�सना।पािळमु�नया चािप, होित संवOणनानयो॥

सा पनेसा अ�ारस� नं िवभKानं आिद!-ह ठिपता अ�ारसिवधा होित – ख�धिवभKमाितका-आयतन-धातु-स" च-इ!�Vय-प" चयाकार-सितप�ान-स-म@पधान-इिGपादबो$झK-मCगKझान-अ@पम� ञा-िस=खापद-पिटस!-भदा-ञाण-खु9कव�थु-ध-महदयिवभKमाित

ख�धिवभ<माितक=थव>णना

त�थ आिदभूताय ख�धिवभKमाितकाय अ=थतो ताव – प3 च?ख�धाित ए�थ प3 चाित गणनपिर"छेदो, तेन न ततो हे�ा, न उG!�त द�सेित। ख�धाित पिर!"छ� नध-मिनद�सनं। तZायं ख�ध-स9ो स-बहुलेसु ठानेसु िनपतित रािस!-ह गुणे पOणि�यं [िHहय!�त। त�थ ‘‘महाउदक=ख�धो’’ितआदीसु (सं॰ िन॰ ५.१०३७; अ॰ िन॰ ४.५१; ५.४५; ६.३७) िह रािसतो ख�धो नाम। ‘‘सील=ख�धो समािध=ख�धो’’ितआदीसु (दी॰ िन॰ ३.३५५) गुणतो। ‘‘अ9सा खो भगवा मह�तं दा[=ख�ध’’!�तआदीसु (सं॰ िन॰ ४.२४१) पOणि�तो। ‘‘िव� ञाणं िव� ञाण=ख�धो’’ितआदीसु (ध॰ स॰ ६३) एक!-प िच�ं [िHहतो ख�धो नाम, �वायिमध रािसतो अिध@पतेो। रास�ो िह ख�ध-स9ो, को�ास�ोितिप व�ुं वaित। लोक?�म िह इणं गहे�वा चोिदयमाना ‘‘8ीिह ख�धेिह द�साम, तीिह ख�धेिह द�सामा’’ित वद!�त, त�मा ख�धोित को�ासोित वु�ं होित। @प?ख�धोित ए�थ [@पतीित Qपं, सीतुOहादीिह पिसGाकारेन [@पित घaीयित, पीिळयतीित अ�थो। वु�ं हेतं भगवता –

‘‘[@पतीित खो, िभ=खवे, त�मा Qप!�त वु" चित। केन [@पित? सीतेनिप [@पित, उOहेनिप [@पित, िजघ"छायिप [@पित, िपपासायिप [@पती’’ितआिद (सं॰ िन॰ ३.७९)।

Qप� च तं ख�धो चाित @प?ख�धो, Qपरािस Qपको�ासोित अ�थो। वेदना?ख�धादीसुिप एसेव नयोित अयं तावे�थ अ�थतो संवOणनानयो।

ध5मभेदतो पने�थ हे�ा कुसलि�के िवभ�ा अतीतािदभेदिभ� ना स(बे Qपध-मा @प?ख�धो नाम। तथा चतुभूमका वेदनास� ञायो वेदना?ख�धोनाम, स3 ञा?ख�धो नाम। वेदनास� ञा पन ठपे�वा सेसा फ�सादयो प� ञास चतेिसका स6ार?ख�धो नाम। प� चसु ख�धेसु िन(बानमेव असKिहतं, उपादान=ख�धेसु पन स(बे लोकु�रध-मा। अयमेव िह ख�धेिह उपादान=ख�धानं िवसेसो। ख�धा अिवसेसतो वु�ा, उपादान=ख�धा सासवोपादािनयभावेन िवसेसे�वा। इध पन अिवसेसेन वु��ा िन(बानं ठप�ेवा अवसेसा स(बे ध-मा सKहं ग"छ�तीित अयं ध-मभेदतो संवOणनानयो।

िवभ<नयद�सनाित िवभKपािळया आगतअ�थनयद�सनतो। िवभ<पािळयं िह सु��तभाजनीयं अिभध-मभाजनीयं प�हापु"छक!�त तीिह नयेिह ख�धिवभKो िवभ�ो। तथा आयतनिवभKादयो। केवलं िह इ!�VयिवभKे, िस=खापदिवभKे च सु��तभाजनीयं न!�थ। प" चयाकारिवभKे प�हापु"छकं न!�थ। ञाणिवभKादीसु पन तीसु तयोिप नया न स!�त। तेसु िह ञाणिवभKो एकिवधतो प�ाय याव दसिवधा िवभ�ो, खु9कव�थुिवभKो एकिवधतो प�ाय याव 8ासि�पभेदा िवभ�ो, ध-महदयिवभKो पन स(बसKहादीिह दसिह वारेिह िवभ�ो, त�मा तेसं तेसं नयानं मुखम�द�सनवसेन त�थ त�थ संवOणना भिव�स!�त। तिZदं ख�धिवभKे ितOणं नयानं मुखम�द�सनं। से;यिथदं – सु �तभाजनीये ताव Qप=ख�धो –

‘‘त�थ कतमो Qप=ख�धो? यं िक!� च Qपं अतीतानागतप" चु@प� नं अ$झ�ं वा बिहGा वा ओळािरकं वा सुखुमं वा हीनं वा पणीतं वा यं दरेू स!�तके वा, तदेक$झं अिभस� ञूिह�वा अिभसि/िप�वा अयं वु" चित Qप=ख�धो’’ित (िवभ॰ २) –

एवं उि9िस�वा िव�थारतो िवभ�ो, तथा वेदना=ख�धादयोिप। त�थ िनयक$झ�ं नाम अ$झ�Qप ंअ)झ ं नाम, ततो अ� ञ ंपरपुCगलगतं, अिव� ञाण� चबिह;ा नाम, तथा वेदनादयोिप। पसादिवसयQपं पन ओळािरकं नाम, सेसं सुखुमं नाम। अिन�Qप ंहीनं नाम, इ�Qप ंपणीतं नाम।

ननु इ�ािन�ं नाम पाटे= कं पिटिवभ�ं नाम न!�थ, एकं एक" च�स इ�ं होित मनाप,ं तदेव अ� ञ�स च अिन�ं होित। व�थादीिन िह सूकरादीनं न!@पयािन हो!�त, न मनु�सादीनं, तेस� च व�थाभरणादीिन िपयािन, न सूकरादीन!�त, त�मा [िचवसेनेव इ�ािन�ता गहेत(बा? न, इ�ािन�ानं पाटे= कं िवभ��ा। कुसलक-मज ंिह कुसलिवपाकिवसयोव इ�ं नाम, अकुसलक-मज ंअकुसलिवपाकिवसयोव अिन�ं नाम, स� ञािवपd लासेन पन कोिच इ�मेव बुGQपाIद जवन=खणे अिन�तो मनिस करोित, अिन�� च िनरय!Cगस�थिवसाIद इ�तो मनिस करोित। जवनेिह एव िवपd लासभावो, न िवपाकेहीित िवपाकवसेन इ�ािन�ं िनयतं वेिदत(बं।

स5मोहिवनोदिनया पन िवभK�कथाय –

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‘‘सुखस-फ�सं िह गूथकललं च=खु8ारघान8ारेसु अिन�ं, काय8ारे इ�ं होित। च= कवि�नो मिणरतनेन पोिथयमान�स, सुवOणसूले उ�ािसयमान�स च मिणरतनसुवOणसूलािन च=खु8ारे इ�ािन हो!�त, काय8ारे अिन�ानी’’ित (िवभ॰ अ�॰ ६) –

एवं 8ारवसेन एक�सेव व�थुनो इ�ता, अिन�ता च वु�ा। सा च एक=खणे न यु�ा एककलापगतभूतोपादायQपानं एकसाम!Cगयमु@पि�तो। न िह भूतेसु अकुसलवसेन अिन�ेसु उ@प$ ज�तेसु तदपुादायQपािदकुसलेन इ�ािन उ@प$ ज!�त, िभ� न=खणे पन इ�ािन मिणरतनादीिन तेिह पोिथयमान�स अकुसलप" चयेन उतुना अिन�ािन िवपिरणम!�त, कुसलप" चयेन अिन�ािन गूथकललादीिन इ�ानीित, अयं नो अ�नोमित। एवं िवभ�ेसु च इ�ािन�ेसु तं तं Qपं उपादायुपादाय हीनं, पणीत� च द�(बं। सुखुमं पन Qप ंदूरे@पं नाम, ओळािरकं स,�तके@पं नाम। तं तं वा पन Qपं उपादायुपादाय Qप ंदरेू स!�तके द�(बं। सेसं वु�नयमेव।

वेदनादीसु पन अकुसला वेदना ओळािरका, इतरा सुखुमा। कुसलाकुसला ओळािरका, अ(याकता सुखुमा। द=ुखा वेदना ओळािरका, इतरा सुखुमा। सुखद=ुखा वा ओळािरका, इतरा सुखुमा। असमाप� न�स वा वेदना ओळािरका, समाप� न�स सुखुमा। सासवा ओळािरका, अनासवा सुखुमा। तं तं वा पन वेदनं उपादायुपादाय ओळािरकसुखुमता द�(बा। अकुसला वेदना कुसला(याकतािह दरेू, ता च ताय दरेूित एवं जाितसभावपुCगलभूिमभेदतो वु�नयेन दूरेवेदना द�(बा, कुसला वेदना कुसलाय स!�तकेित एवं जाितआिदसाम� ञतो स,�तकेवेदना द�(बा। तं तं वा पन वेदनं उपादायुपादाय वेदना दरेूस!�तके द�(बा। एवं स� ञा=ख�धादीसुिप यथानुQपं ओळािरकसुखुमतादयो वेिदत(बाित। अयमे�थ स/ेपो, िव�थारो पन िवभ<पािळअ�कथासु(िवभ॰ ८ आदयो; िवभ॰ अ�॰ ८ आदयो) गहेत(बोित अयं सु��तभाजनीयनयो।

अिभध5मभाजनीयनये Qप=ख�ध�स ताव एकिवधािदतो याव एकादसिवधा QपकOडे वु�नयेन वेिदत(बा। वेदना=ख�धो पन एकिवधो फ�सस-पयु�ो, दिुवधो सहेतुकदकुवसेन, ितिवधो कुसलि�कवसेन, चतु!(बधो चतुभूमकवसेन, प� चिवधो सभावभेदेन, छ!(बधो छ8ािरकवसेन, स�िवधो स�िव� ञाणस-पयोगवसेन, अ�िवधो तेसु कायिव� ञाणस-पयु�ं सुखद=ुखवसेन ि8धा िभ!�द�वा, नविवधो तेसु मनोिव� ञाणस-पयु�ं कुसलि�कवसेन ितधा िभ!�द�वा, दसिवधो तेसु कायिव� ञाणस-पयु�ं दिुवधा, मनोिव� ञाणस-पयु�� च ितधा िभ!�द�वाित एवं सहेतुकदकुमूलं पठमवारं व�वा पुन कुसलि�क�ाने वेदनाि�कपीिति�कसिनद�सनि�कव!$ जते स(बि�के योजे�वा याव दसिवधा, अपरेिप अ�ारस वारा वु�ा। यथा च�ेथ सहेतुकदकुमूिलका स(बि�कयोजना, एवं हेतुस-पयु�दकुादीसु अनुQपदकुमूिलकािप सरणदकुपिरयोसाना प" चकंे स(बि�कयोजनािप वेिदत(बाित अयं दकुमूलको योजनानयो। यथा च एकेकदकेुन स(बि�कयोजनावसेन दकुमूलको नयो वु�ो, एवं एकेकि�केन यथानुQपं स(बदकुयोजनावसेन ितकमूलको, तदभुयिम�सकवसेन उभतोवeनको च नयो वेिदत(बो। यथा च�ेथ वेदना=ख�धे, एवं स� ञा=ख�धादीसुिप यथारहं दकुमूलकािदनया वेिदत(बाित अयं अिभध-मभाजनीयनयो।

प3हापु�छकनये पन प� च� नं ख�धानं कित कुसला, कित अकुसला, कित अ(याकता, कित सुखाय वेदनाय स-पयु�ा…पे॰… कित सरणा, कित अरणाित? Qप=ख�धो अ(याकतो, च�ारो ख�धा िसया कुसला, िसया अकुसला, िसया अ(याकता, Qपं, वेदना च वेदनाि�के न व�(बा, सेसा ितधािप हो!�त, Qपं नेविवपाकनिवपाकध-मध-मं, िसया उपािद� नुपादािनयं, िसया अनुपािद� नुपादािनयं, असंिकिल�संिकलेिसकं, सेसा च�ारो ख�धा तीिह ितकेिह ितधािप हो!�त। Qपं अिवत= कअिवचारं, तयो ख�धा ितधािप हो!�त, स/ार=ख�धो ितधा च न व�(बो च। Qप ंन व�(बं, वेदना िसया पीितसहगता, न व�(बा, तयो ितधा च न व�(बा च। Qप ंनेवद�सनेननभावनायपहात(बं, नद�सनेननभावनायपहात(बहेतुकं, नेवाचयगािमनअपचयगािम, नेवसेखंनासेख,ं पिर�ं, सेसा ितधािप हो!�त। पिर�ार-मणि�के Qप ंअनार-मणं, सेसा ितधा च न व�(बा च। Qपं म!$झमं, अिनयतं, सेसा ितधािप। मCगार-मणि�के च Qपं अनार-मण,ं सेसा ितधािप वा न व�(बा। उ@प� नातीति�केसु प� चिप ितधा हो!�त। अतीतार-मणि�के Qप ंअनार-मणं, सेसा ितधा च न व�(बा च। अ$झ�ि�के प� चिप ितधा हो!�त। अ$झ�ार-मणि�के Qपं अनार-मणं, सेसा ितधािप न व�(बा च। च�ारो ख�धा अिनद�सनअ@पिटघा, Qप=ख�धो ितधािप होित।

च�ारो ख�धा नहेतू, स/ार=ख�धो िसया हेतु, िसया न हेतु। Qपं अहेतुकं, हेतुिव@पयु�ं, सेसा ि8धािप। तयो ख�धा िसया सहेतुका चवे न च हेतू, िसया न व�(बा च, स/ार=ख�धो ि8धा च न व�(बो च, Qप ंन व�(बमेव। तथा अन�तरदकेुिप। Qप ंनहेतुअहेतुकं, तयो ि8धािप, स/ार=ख�धो ि8धा च न व�(बो च। प� चिप स@प" चया, स/ता, च�ारो अिनद�सना, अ@पिटघा, Qपं ि8धािप। Qपं Qपी, सेसा अQिपनो। Qप ंलोिकयं, सेसा ि8धािप। प� चिप केनिच िव� ञे;या, न च केनिच िव� ञे;या च। च�ारो नो आसवा, स/ारा ि8धािप, न व�(बा च। Qपं सासवो, आसविव@पयु�ो, सेसा ि8धािप। Qपं सासवा चवे नो च आसवा, तयो तथा च न व�(बा च। स/ारो ि8धा च न व�(बो च। Qपं न व�(बमेव, तयो िसया आसवस-पयु�ा चवे नो च आसवा, िसया न व�(बा, स/ारो ि8धा च न व�(बो च। Qपं आसविव@पयु�ं सासव� च, सेसा ि8धा च न व�(बा च। इिमना नयेन संयोजनगो"छकादीसुिप योजना वेिदत(बा। केवलं िह परामासस-पयु�दकेु Qपं परामासिव@पयु�ं, तयो ि8धािप, स/ारो ि8धािप, िदि�वसेन न व�(बो च। तितये ए�कमेव िवसेसो। Qपं अनार-मणं, सेसा सार-मणा। िव� ञाणं िच�ं, सेसा नो िच�ा। तयो चतेिसका, 8े अचतेिसका। तयो िच�स-पयु�ा, Qप ंिच�िव@पयु�ं। िव� ञाणं न व�(बं। तथा िच�संस�दकेुिप। तयो िच�समु�ाना, िव� ञाणं नो िच�समु�ानं। Qपं ि8धािप। तथा अन�तरदकु8येिप। तयो िच�संस�समु�ाना, 8े नो िच�संस�समु�ाना। तथा अन�तरदकु8येिप। िव� ञाणं अ$झि�कं, तयो बािहरा, Qपं ि8धािप। च�ारो नो उपादा। Qपं ि8धािप। प� चिप िसया उपािद� ना,

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िसया अनुपािद� ना, नो उपादाना।

िकलेसगो"छको वु�नयोव। Qपं नेवद�सनेननभावनाय पहात(बं, सेसा ि8धािप। एवं यावपीितदकुा योजना वेिदत(बा।

Qपं न वेदना, न सुखा, न सुखसहगता, सेसा ि8धािप। तथा अन�तरदकेुिप। Qपं कामावचरं, सेसा ि8धािप। एवं याव सरणदकुा योजना वेिदत(बा। अयं प�हापु"छकनयो।

इमे पन नया िव�थारतो पािळअ�कथािह ञात(बा। अ�थिविन"छयो च नेसं ध-मसKणीमाितक�थसंवOणनाय वु�ानुसारेन ञात(बो। इतो परं अितरेकं अव�वा अपु(बमेव वOणिय�सामाित अयं िवभKनयद�सनतो संवOणनानयो।

इदािन पने�थ –

कमतोनूनािधकतो, द�(बसमभेदतो।पािळमु�नयो ञ;ेयो, ख�धकोसd लिम"छता॥

त�थ कमतोित ए�थ उ@पि�= कमो पहान= कमो पिटपि�= कमो भूिम= कमो देसना= कमोित बहुिवधेसु कमेसु ख�धानं देसना= कमोव यु$ जित, न इतरे, अस-भवा। अभेदेन िह प� चसु ख�धेसु अ�Cगाहपिततं वेने;यजनं समूहघनिविन(भोगद�सनेन अ�Cगाहतो मोचतेुकामो भगवा िहतकामो त�स त�स जन�स सुखCगहण�थं च=खुआदीनं िवसयभूतं ओळािरकं पठमं Qप=ख�धं देसेिस, ततो इ�ािन�िवसयसंवेदकं ओळािरकं वेदनं, यं वेदेित, तं स� जानातीित एवं वेदनािवसय�स आकारCगािहकं स� ञ,ं स� ञावसेनािभस/ारके स/ारे, तेसं वेदनादीनं िन�सयािधपितभूतं िव� ञाण!�त अयं तावे�थ कमो।

अनूनािधकतोित क�मा पन भगवता प� चवे ख�धा वु�ा अनूना अनिधकाित? स(बस/तसभागेकसKहतो, अ��िनयCगाहव�थु�स एत@परमतो, अ� ञेस� च तदवरोधतो। अनेक@पभेदेसु िह स/तध-मेसु सभागवसेन सK;हमानेसु Qप ंQपसभागेकसKहवसेन एको ख�धो होित, वेदना वेदनासभागेकसKहवसेन एको ख�धो होित। एस नयो स� ञादीसुिप, त�मा स(बस/तसभागेकसKहतो प� चवे वु�ा। एतपरम� चतें अ��िनयCगाहव�थु, यिददं Qपादयो प� च, त�मा अ��िनयCगाहव�थु�स एतपरमतोिप प� चवे वु�ा। येिप च� ञे सीलादयो प� च ध-म=ख�धा वु�ा, तेिप स/ार=ख�धपिरयाप� न�ा ए�थेव अवरोधं ग"छ!�त, त�मा अ� ञेसं तदवरोधतोिप प� चवे वु�ाित अयं अनूनािधकतो।

द��बसमभेदतोित द�(बभेदतो, उपमाभेदतो च। त�थ द�(बभेदतो ताव प� चुपादान=ख�धा साम� ञतो उ!=ख�ािसकप" च!�थकतो, भारतो, खादकतो, अिन" चद=ुखअन�स/ातवधकतो च द�(बा। िवसेसतो पन फेणिपOडं िवय Qपं द�(बं, उदकबु(बुळमरीिचककदिल=ख�धमाया िवय यथा= कमं वेदनादयो द�(बा। यथा िह फेणिपOडो िवम9ासहो, सो च प�थालकािदअ�थं गिहतोिप तम�थं न साधेित, िभ$ जित, एवं Qप!-प िवम9ासहं, त� चसुभािदवसेन गिहत!-प न तथा ित�ित, असुभािदयेव होित।

यथा वा फेणिपOडो अनेकस!�धघिटतो बहु� नं उदकस@पािदपाणकानं आवासो, आिदतो चसे बदरप= कम�ो हु�वा अनुपु(बवeनको उि�तम�ोिप चसे िभ$ जित, थोकं ग��वािप, समु9ं प�वा पन अव�समेव िभ$ जित, एवं Qप!-प िछ9ाविछ9ं अनेकस!�धघिटतं असीितिकिमकुलवोिकOणं, आिदतो चतें कललम�ं हु�वा अनुपु(बवeनकं, कललम�ेिप चतें िभ$ जित, अ(बुदािदभावेिप आयु=खयं प�वा अव�समेव िभ$ जित। एवं फेणिपOडसिदसं द�(बं।

यथा पन बु(बुळो मुहु�रमणीयो अग;हुपगो न िचरि�ितकोव, एवं वेदनािप। यथा च बु(बुळो उदकतलं, उदकिब�दुं, उदकजd लकं सRिe�वा पुटं क�वा गहणवात� चाित च�ािर कारणािन पिट" च उ@प$ जित, एवं वेदनािप व�थुं, आर-मणं, िकलेसजd लं, फ�ससgaन� चाित च�ािर कारणािन पिट" चउ@प$ जतीित सा बु(बुळसिदसा द�(बा।

यथा पन मरीिचका जलासयािदभावेन िव@पल!-भका, एवं स� ञािप िन" चािदभावेनाित मरीिचसिदसा द�(बा। यथा पन कदिल=ख�धो अग;हुपगो बहुविaसमोधानो, एवं स/ार=ख�धोिप अग;हुपगोिन" चािदसारिवरिहतो, फ�सािदबहुध-मसमोधानो च होतीित सो कदिल=ख�धसिदसो द�(बो। यथा पन माया असुवOणरजतािदQपािनिप तथा गाहापे�वा महाजनं व� चिेत, एवं िव� ञाण!-प अिन" चािदQप ंतेनेव िच�ेन आग"छ�तं िवय िन" चािदतो च गाहाप�ेवा व� चतेीित तं मायासिदसं द�(बं। वु�� च –

‘‘फेणिपOडूपमं Qपं, वेदना बु(बुळूपमा।मरीिचकूपमा स� ञा, स/ारा कदलूपमा।मायूपम� च िव� ञाण,ं देिसतािद" चब�धुना’’ित॥ (सं॰ िन॰ ३.९५)।

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अयमे�थ दबभेदो।

उपमाभेदतो च पन िगलानसालूपमो �पुपादान�ख�धो, गले� ञूपमो वेदनुपादान�ख�धो, गले� ञसमुानूपमो स� ञुपादान�ख�धो, अस"पायसेवनूपमो स#ा$पादान�ख�धो, िगलानूपमो िव� ञाणुपादान�ख�धो। अिपच चारककारणअपराधकारणकारकअपरािधकूपमा एते भाजनभोजनय� जनपिरवेसकभु� जकूपमा चाित अयमे�थ उपमाभेदो। एवं पािळमु किविन�छयनयो ञे-यो।

ख�धिवभ.माितक�थव/णना िनिता।

आयतनिवभ�माितक�थव�णना

आयतनिवभ.माितकाय पन अ�थतो ताव – �ादसायतनानीित ए�थ आयतनतो, आयानं तननतो, आयत2स च नयनतो आयतनािन। च�खु�पादीसु िह तंतं5ारार6मणा िच7चतेिसका ध6मा सेन सेन अनुभवनािदना िक8 चने आयत9�त उपह9�त घटे9�त वायम9�त, ते च पन आयभूते ध6मे एतािन तनो9�त िव�थारे9�त, इद� च अतीव आयतं संसारद�ुखं नय�तेव, पव7य�तीित वु7ं होित, त2मा ‘‘आयतनानी’’ित वु8 च9�त।

अिपच िनवासानेन, आकरेन, समोसरणानेन, स� जािभदेसेन, कारणेन च सासने, लोके च ‘‘आयतन’’9�त वु8 च9�त। च�खुआदीसु िह ते ते िच7चतेिसका ध6मा तदाय7वुि7ताय िनवस9�त, तेसु च आकरभूतेसु आिक/णा व�थार6मणवसेन च समोसर9�त, च�खादयोव नेसं स� जाितदेसो, कारण� च, त2मा िनवासानािदना अ�थेन च�खादीिन आयतनानीित वेिदतबािन।

च�खायतन9�तआदीसु च�खतीित च�खु, �पं अ2सादेित, िवभावेित चाित अ�थो। �पयतीित "पं। व/णिवकारं आप? जमानं हदय.तभावं पकासेतीित अ�थो। सुणातीित सोतं। स"पतीित स$ो, उदाहरीयतीित अ�थो। घायतीित घानं। ग�धयतीित ग'धो, अ7नो व�थंु सूचयतीित अ�थो। जीिवतं अ@हायतीित िज*हा। रस9�त तं स7ाित रसो, अ2सादे�तीित अ�थो। कु98छतानं सासवध6मानं आयोित कायो, उ"पि7देसो। फुसीयतीित फो./बं। मनतीित मनो। अ7नो ल�खणं धारे�तीित ध1मा। च�खु च तं यथावु7ेन�थेन आयतन� चाित च�खायतनं…प॰े… ध6मा च ते आयतन� चाित ध1मायतन9�त अयं तावे�थ पद�थो।

ध1मभेदतो पने�थ सब96प िव� ञाणं मनायतनं नाम। चतेिसकसुखुम�पिनबानािन ध6मायतनं नाम। सेसािन सुिव� ञे-यािन। इमेसु च आयतनेसु अतीतािदभेदिभ� ना, कालिविनमु7ा च लोिकयलोकु7रा सबे नाम�पध6मा, प� ञि7यो च स.िहताित वेिदतबा। ‘‘जाित 5ीिह ख�धेिह एकेनायतनेन एकाय धातुया स.िहता’’ितआिदवचनतो (धातु॰ ७१) िह �पा�पल�खणानं जाितजराभ.ानं स#ार�ख�धध6मायतनध6मधातूसु स.िहत7ा इतरास96प प� ञ7ीनं यथारहं त�थ स.िहतभावो वेिदतबोित अयमे�थ ध6मभेदो।

िवभ�नयतो पने�थ सु 'तभाजनीये ताव ‘‘च�खुं अिन8 च ंद�ुखं अन7ा िवपिरणामध6मं। �पा अिन8 चा द�ुखा अन7ा िवपिरणामध6मा…प॰े… ध6मा अिन8 चा द�ुखा अन7ा िवपिरणामध6मा’’ित (िवभ॰ १५४) एवं िवसियिवसयायतनवसेन आयतनािन वु7ानीित अयं सु7�तभाजनीयनयो।

अिभध1मभाजनीये पन पसादिवसयायतनािन ताव ‘‘त�थ कतमं च�खायतनं? यं च�खु चतु� नं महाभूतानं उपादाय पसादो’’ितआिदना (िवभ॰ १५६) "पक�डे (ध॰ स॰ ५९७) वु7नयेन िवभ7ािन। मनायतनं पन एकिवधतो पाय यावदसिवधा वेदना�ख�धे वु7नयेन िवभ7ं। ध6मायतनं पन ‘‘त�थ कतमं ध6मायतनं? वेदना�ख�धो स� ञा�ख�धो स#ार�ख�धो, य� च �पं अिनद2सनअ"पिटघं ध6मायतनपिरयाप� नं अस#ता च धातू’’ित (िवभ॰ १६७) उिNिस�वा ‘‘त�थ कतमो वेदना�ख�धो’’ितआिदना (िवभ॰ १६७) वेदना�ख�धादीसु वु7नयेन िवभ7ं। सुखुम�पिनबानािन �पक/डे वु7नयानेवाित अयं अिभध6मभाजनीयनयो।

प3हापु�छकनयं पन इतो परं िव�थारतो अद2से�वा ितकदकुानं आिदअ�तेिह चवे िवसेस�थदीपकेिह च ितकदकेुिह योज�ेवा द2सिय2साम, सेसेिहिप ितकदकेुिह योजनानयो ख�धे वु7नयेन स� का ञातु9�त। कथं 5ादस� नं आयतनानं कित कुसला…पे॰… कित अरणाित? दसायतना अयाकता, 5ायतना िसया कुसला, िसया अकुसला, िसया अयाकता। वेदनाि7के दसायतनािन न व7बािन, मनायतनं ितधािप, ध6मायतनं ितधा न व7ब� च…पे॰… �पायतनं सिनद2सनस"पिटघं, नवायतनािन अिनद2सनस"पिटघािन, मनायतनध6मायतनािन अिनद2सनअ"पिटघािन, एकादसायतनािन न हेतू, ध6मायतनं िसया हेतु, िसया न हेतु…पे॰… एकादसायतनािन स"प8 चयािन, ध6मायतनं िसया स"प8 चयं, िसया अ"प8 चयं…प॰े… दसायतनािन �पं, मनायतनं अ�पं, ध6मायतनं ि5धािप…प॰े… दसायतनािन अरणािन, 5ायतनािन िसया सरणािन, िसया अरणानीित अयं प�हापु8छकनयो।

इदािन पन –

कमतो ताव7तो च, तेसं दबभेदतो।

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पािळमु7नयेने�थ, िव� ञातबो िविन8छयो॥

त�थ कमतोित इधािप देसना� कमोव यु? जित। अ?झि7केसु िह आयतनेसु सिनद2सनस"पिटघिवसय7ा च�खायतनं पाकट9�त पठमं देिसतं, ततो अिनद2सनस"पिटघिवसयािन सोतायतनादीिन। अथ वा द2सनानु7िरयसवनानु7िरयहेतुभावतो बहूपकार7ा च�खुसोतायतनािन पठमं देिसतािन, ततो घानायतनादीिन तीिण, प� च� न96प पन गोचरिवसय7ा अ�ते मनायतनं, च�खायतनादीनं गोचर7ा तेसं अन�तरं �पायतनादीिन। अिपच िव� ञाणु"पि7कारणवव�थानतोिप अयमेतेसं कमो वेिदतबो। वु7ं हेतं ‘‘च�खु� च पिट8 च �पे च उ"प? जित च�खुिव� ञाणं…प॰े… मन� च पिट8 च ध6मे च उ"प? जित मनोिव� ञाण’’9�त (म॰ िन॰ ३.४२१; सं॰ िन॰ ४.६०, ११३; महािन॰ १०७) अयं तावे�थ कमो।

ताव तोित तावभावतो। इदं वु7ं होित – च�खादयोिप िह ध6मा एव, एवं सित ध6मायतनिम8 चवे अव�वा क2मा 5ादसायतनािन वु7ानीित च?े छिव� ञाणकायु"पि7या 5ारार6मणवव�थानतो अयमेतेसं भेदो होतीित 5ादस वु7ािन। च�खुिव� ञाणवीिथपिरयाप� न2स िह िव� ञाणकाय2स च�खायतनमेव उ"पि75ारं, �पायतनमेवार6मणं। तथा इतरािन इतरेसं। छ2स पन भव.मनस#ातो मनायतनेकदेसोव उ"पि75ारं, असाधारण� चध6मायतनं आर6मण9�त। इित छ� नं िव� ञाणकायानं उ"पि75ारार6मणवव�थानतो 5ादस वु7ानीित अयमे�थ ताव7ता।

द./बभेदतोित ए�थ पन सबािन चतेािन आयतनािन अनागमनतो, अिनYगमनतो च दबािन। न िह तािन पुबे उदया कुतोिच आग8छ9�त, निप उZं वया कुिह9� च ग8छ9�त, अथ खो पुबे उदया अ"पिटलZसभावािन उZं वया पिरिभ� नसभावािन, पुब�तापर�तवेम?झे प8 चयाय7वुि7ताय अवसािन पव79�त, त2मा अनागमनतो, अिनYगमनतो च दबािन। तथा िनरीहतो, अयापारतो च। न िह च�खु�पादीनं एवं होित ‘‘अहो वत अ6हाकं साम9Yगयं िव� ञाणं नाम उ"प? ज-ेया’’ित, न च तािन िव� ञाणु"पादन�थं 5ारभावेन, व�थुभावेन, आर6मणभावेन वा यापारमाप? ज9�त, अथ खो ध6मतावेसा यं च�खु�पािदसाम9Yगयं च�खुिव� ञाणादीिन स6भव9�त, त2मा िनरीहतो, अयापारतो च दबािन। अिपच अ?झि7कािन सु� ञो गामो िवय दबािन धुवसुभसुख7भाविवरिहत7ा, बािहरािन गामघातकचोरा िवय। तथा अ?झि7कािन छपाणका िवय दबािन, बािहरािन तेसं गोचरा िवयाित अयमे�थ दबभेदो। एवं पािळमु7नयेने�थ िव� ञातबो िविन8छयो।

आयतनिवभ.माितक�थव/णना िनिता।

धातुिवभ�माितक�थव�णना

धातुिवभ.माितकाय पन अ�थतो ताव – अ.ारस धातुयोित ए�थ िवदहित, धीयते, िवधानं, िवधीयते एताय, ए�थ वा धीयतीित धातु। लोिकया िह धातुयो कारणभावेन वव9�थता। अनेक"पकारं संसारद�ुख ंिवदह9�त िन"फादे9�त, स7ेिह च धीय�ते धारीय9�त, द�ुखिवधानम7मेव चतेा, एतािह च कारणभूतािह संसारद�ुखं स7ेिह अनुिवधीयित, यथािविहत� च द�ुखं एता2वेव धीयित ठपीयतीित एतेिह अ�थेिह यथास6भवं ‘‘धातुयो’’ित वु8 च9�त।

यथा वा सरीरस#ात2स समुदाय2स अवयवभूतेसु रससोिणतादीसु अ� ञम� ञं िवसभागल�खणपिर98छ� नेसु धातुसम� ञा, एवमेतेसुिप प� च�ख�धस#ात2स अ7भाव2स च�खादीसु धातुसम� ञा वेिदतबा। लोिकयलोकु7रसाधारण�थवसेन पन अ7नो सभावं धारे�तीित धातुयो। िन? जीवम7ानमेतं अिधवचनं, त2मा यथावु7ेन�थेन च�खु च तं धातु चाित च�खुधातु। एवं सेसेसुपीित अयं तावे�थ पद�थो।

ध1मभेदतो पने�थ आयतनेसु वु7नयेन वेिदतबो। अिपच प� च5ाराव? जनस6पिट8छन5यिव� ञाणं मनोधातु नाम। प� चिव� ञाणमनोधातुव9? जतं पन सब96प िव� ञाणं मनोिव� ञाणधातु नाम। सेसं सुिव� ञ-ेयमेव।

िवभ�नयतो पने�थ सु 'तभाजनीये ताव – ‘‘पथवीधातु आपो तेजो वायो आकासिव� ञाणधातू’’ित छ धातुयो उिNिस�वा आिदतो प� चअ?झि7कबािहरवसेन, प98छमा च छ िव� ञाणवसेन िवभ7ा, अपरािप ‘‘सुखधातु द�ुखसोमन2सदोमन2सुप�ेखाअिव? जाधातू’’ित छ धातुयो उिNिस�वा तथा तथा िवभ7ा, पुन अपरािप ‘‘कामधातु यापादिव[हसाने�ख6मअयापादअिव[हसाधातू’’ित छ धातुयो उिNिस�वा, एवं तीिह छ� केिह प8 चकंे तेभूमका अारस धातुयो स�पतो, ल�खणाहारतो, िन2सयिवसयपयोगिवनाभावािदतो च वु7ाित वेिदतबाित अयं सु7�तभाजनीयनयो।

अिभध1मभाजनीये पन स�पेनेव अारस धातुयो उिNिस�वा पसादिवसयधातुयो आयतने वु7नयेन िवभ7ा, स7 िव� ञाणधातुयो पन –

‘‘त�थ कतमा च�खुिव� ञाणधातु? च�खु� च पिट8 च �पे च उ"प? जित िच7ं…पे॰… च�खुिव� ञाणधातु। अयं वु8 चित च�खुिव� ञाणधातु…पे॰… कायिव� ञाणधातु।

‘‘त�थ कतमा मनोधातु? च�खुिव� ञाणधातुया…पे॰… कायिव� ञाणधातुया…प॰े… िन$Zसमन�तरा उ"प? जित िच7ं…प॰े… सबध6मेसु वा पन पठमसम� नाहारो उ"प? जित िच7ं…पे॰… अयं वु8 चित मनोधातु।

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‘‘त�थ कतमा ध6मधातु? वेदना�ख�धो स� ञा�ख�धो स#ार�ख�धो, य� च �प ंअिनद2सनं अ"पिटघं ध6मायतनपिरयाप� नं, अस#ता च धातु…पे॰… अयं वु8 चित ध6मधातु।

‘‘त�थ कतमा मनोिव� ञाणधातु…प॰े… मनोधातुयािप उ"प9? ज�वा िन$Zसमन�तरा उ"प? जित िच7ं…प॰े… मन� च पिट8 च ध6मे च उ"प? जित िच7ं…प॰े… अयं वु8 चित मनोिव� ञाणधातू’’ित (िवभ॰ १८४) –

एवं िवभ7ा। त�थ स/बध1मेसु वा पन पठमसम' नाहारोित ए�थ प� चिव� ञाणिवसयेसु सबध6मेसूित एवं अ�थो गहेतबो। मनोधातुयािप उ6प78 ज�वा िन9:समन'तराित ए�थ पन िप-कारो स96प/डन�थो, त2मा मनोधातुयािप स�तीरणवोबनािदमनोिव� ञाणधातुयापीित एवम�थो गहेतबो। मन3 चपिट� चाितआदीसु मनो5ारे भव.मन� चवे चतुभूमकध6मार6मण� च पिट8 च सहाव? जनकजवनं िनब7तीित अ�थो। अयं अिभध6मभाजनीयनयो।

प3हापु�छकनये पन अारस� नं धातूनं कित कुसला…प॰े… कित अरणाित? सोळस धातुयो अयाकता, 5े धातुयो ितधािप हो9�त…पे॰… दस धातुयो नेविवपाकनिवपाकध6मध6मा, प� च धातुयो िवपाका, मनोधातु िसया िवपाका, िसया नेविवपाकनिवपाकध6मध6मा, 5े धातुयो ितधािप हो9�त। दस धातुयो उपािद� नुपादािनया, सNधातुयो अनुपािद� नुपादािनया, प� च धातुयो िसया उपािद� नुपादािनया, िसया अनुपािद� नुपादािनया, 5े धातुयो ितधािप…प॰े… दस धातुयो िसया उ"प� ना, िसया उ"पािदनो, सNधातु िसया उ"प� ना, िसया अनु"प� ना, िसया न व7बा उ"पािदनोित, छ धातुयो ितधािप। ध6मधातु ितधाव…प॰े… �पधातु सिनद2सनस"पिटघा, नव धातुयो अिनद2सनस"पिटघा, अ धातुयो अिनद2सनअ"पिटघा। स7रस धातुयो न हेतू, ध6मधातु ि5धाव…प॰े… सोळस धातुयो अरणा, 5े धातुयो ि5धापीित अयं प�हापु8छकनयो।

इदािन पनेतासं –

कमताव7तो दबा, प8 चयानं िवभागतो।धातूनिमध िव� ञ-ेयो, पािळमु7िविन8छयो॥

त�थ कमतो ताव इधािप देसना� कमोव यु? जित। सो च पनायं हेतुफलानुपुबवव�थानवसेन वु7ो। च�खुधातु �पधातूित इदं िह 5यं हेतु, च�खुिव� ञाणधातूित इदं फलं। एवं सब�थ। अयं तावे�थ कमो।

ताव तो पन या इध सु 'तभाजनीये तीिह छ� केिह वु7ा धातुयो चवे, तेसु तेसु सु7ािभध6मपदेसेसु ‘‘आभाधातु…पे॰… अनेकधातुनानाधातुलोको’’ितआिदना आगता चाित अ� ञािप बहुधातुयो िद2स9�त, तास96प वसेन पिर8छेदं अव�वा क2मा अारसेव वु7ाित? तास96प तद�तोगध7ा।

अिपच िवजाननसभावे िव� ञाणे जीवस� ञीनं त2सा च�खुिव� ञाणािदभेदेन अनेकतं, च�खु�पािदप8 चयाय7वुि7ताय अिन8 चत� च पकासे�वा त^2म दीघर7ानुसियतजीवस� ञासमूहनन�थ� च अारसेव वु7ा। िक� च िभ-यो – वेने-य?झासयवसेन च। वेने-या िह अ�पमू_हो �पमू_हो उभयमू_होित ितिवधा हो9�त। तेसं ित/ण96प यथा� कमं नाितस#ेपिव�थारतो अ�पभेदिवभािवनी ख�धदेसना, �पभेदिवभािवनी आयतनदेसना, तदभुयभेदिवभािवनी धातुदेसना स"पायाित वेने-य?झासयवसेन अारसेव वु7ाित। वु7� च –

‘‘स#ेपिव�थारनयेन तथा तथा िह,ध6मं पकासयित एस यथा यथा2स।सZ6मतेजिवहतं िवलयं खणेन,वेने-यस7हदयेसु तमो पयाती’’ित॥ (िवभ॰ अ॰ १८३)।

अयमे�थ ताव7ता।

द./बतो पनेता सबािप स#ता धातुयो पुब�तापर�तिविव7तो, धुवसुभसुख7भावसु� ञतो, प8 चयाय7वुि7तो च दबा। िवसेसतो पने�थ भेिरतलं िवय च�खुधातु दबा, द/डो िवय �पधातु, सNो िवय च�खुिव� ञाणधातु। तथा ित2सोिप चतेा यथा� कमं आदासतलमुखमुखिनिम7ािन िवय। तथा ितलय�तच� कतेलािन िवय, अधरारणीउ7रारणीअYगी िवय च दबा। एस नयो सोतधातुआदीसुिप। मनोधातु पन यथास6भवतो च�खुिव� ञाणधातुआदीनं पुरेचरानुचरा िवय दबा। ध6मधातुयं पन वेदना स` लसूलिमव, स� ञा िर7मुि िवय, स#ारा िवस$�खिमव, सुखुम�पं खुरच� कं िवय, अस#ता धातु खेम�तभूिम िवय च दबा, मनोिव� ञाणधातु पन म� कटो िवय, अ2सखळुaो िवय, य�थकामिनपािततो वेहास9�ख7द/डो िवय, र.नटो िवय च दबा। अयमे�थ दबता।

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प� चयानं िवभागतो पने�थ च�खुिव� ञाणधातुया च�खु िन2सयप8 चयो, �पं आर6मणप8 चयो, िकिरयामनोधातु अन�तरप8 चयो, तयो अ�िपनो ख�धा सहजातप8 चयो। एवं सोतिव� ञाणादीसुिप। मनोिव� ञाणधातुया पन मनोधातु अन�तरप8 चयो, ध6मधातु आर6मणप8 चयो, स6पयु7िन2सयसहजातािदप8 चयोित अयं प8 चयिवभागो। एवं िव� ञे-यो पािळमु7िविन8छयो।

धातुिवभ.माितक�थव/णना िनिता।

स� चिवभ�माितक�थव�णना

स8 चिवभ.माितकाय पन अ�थतो ताव – च ािर अिरयस� चानीित ए�थायं स� च-सNो अनेकेसु अ�थेसु िद2सित। से-यिथदं – ‘‘स8 च ंभणे न कु?झे-या’’ितआदीसु (ध॰ प॰ २२४) वाचास8 च।े ‘‘स8 च ेिठता समणbाcणा’’ितआदीसु (जा॰ २.२१.४३३) िवरितस8 च।े ‘‘क2मा नु स8 चािन वद9�त नाना, पवािदयासे कुसलावदाना’’ितआदीसु (सु॰ िन॰ ८९१) िदिस8 च।े ‘‘एकं िह स8 च,ं न दिुतयम�थी’’ितआदीसु (सु॰ िन॰ ८९०) परम�थस8 च,े िनबाने चवे मYगे च। ‘‘चतु� नं अिरयस8 चानं कित कुसला’’ितआदीसु (िवभ॰ २१६) अिरयस8 च।े 2वायिमधािप अिरयस8 च ेव7ित। केनेन स8 चािन? तथेन। कोयं तथो नाम? यो प� ञाच�खुना उपपिर�खमानानं मायाव िवपरीतो, मरीचीव िवसंवादको, ित9�थयानं अ�था िवय अनुपलभमानसभावो च न होित, अथ खो बाधन"पभवस9�तिन-यानभूतेन त8छािवपरीतभूतभावेन अिरयञाण2स गोचरो होित। अयं तथो स8 चोित वेिदतबो। वु7� च –

‘‘इित त8छािवप` लासभूतभावं चतूसुिप।द�ुखादी2विवसेसेन, स8 चं आहु प9/डता’’ित (िवभ॰ अ॰ १८९; सार�थ॰ टी॰ महावYग ३.१४)॥

अिरयािन च तािन स8 चािन चाित अिरयस� चािन। अिरयानीित उ7मािन, अिवसंवादकानीित अ�थो। अिरयेिह बुZादीिह पिटिव9?झतबािन स8 चािन, अिरय2स वा स6मास6बुZ2स स�तकािन स8 चािन तेन उ"पािदत7ा, पकािसत7ा च, अिरयभावकरािन वा स8 चािन तेसं अिभस6बुZ7ा अिरयभाविसिZतोित अिरयस� चािन। ‘‘द�ुख ंअिरयस8 च’’9�तआदीसु पन दु-इित अयं सNो कु98छते िद2सित। कु98छतं िह पु7ं ‘‘दपुु7ो’’ित वद9�त। खं-सNो पन तु8छे। तु8छं िह आकासं ‘‘ख’’9�त वु8 चित। इद� च पठमस8 च ंकु98छतं अनेकोपNवािधानतो, तु8छं बालजनपिरक9"पतधुवसुभसुख7भाविवरिहततो, त2मा कु98छत7ा, तु8छ7ा च ‘‘द�ुख’’9�त वु8 चित। सं-इित च अयं सNो ‘‘समागमो, समेत’’9�तआदीसु संयोगं दीपेित। उ-इित अयं सNो ‘‘उ"प� नं उिदत’’9�तआदीसु उ"प[7। अय-सNो पन कारणं दीपेित। इद� च दिुतयस8 च ंअवसेसप8 चयसमायोग ेसित द�ुख2सु"पि7कारण9�त ‘‘द�ुखसमुदयो’’ित वु8 चित।

तितयस8 च ंपन य2मा िन-सNो अभावं, रोध-सNो चारकं दीपेित, त2मा अभावो ए�थ, एत^2म वा अिधगते संसारचारकस#ात2स द�ुखिनरोध2स सबगितसु� ञ7ा, त"पिटप�ख7ा चाित ‘‘द�ुखिनरोध’’9�त वु8 चित, द�ुख2स वा अनु"पादिनरोधप8 चय7ा। चतु�थं पन य2मा एतं द�ुखिनरोधं ग8छित, स7ं वा तं गमयित आर6मणवसेन तदिभमुख7ा, पिटपदा च होित द�ुखिनरोध"पि7या, त2मा ‘‘द�ुखिनरोधगािमनी पिटपदा’’ित वु8 चित।

अिपच द�ुखादीनं च7ारो च7ारो अ�था िवभ7ा तथा अिवतथा अन� ञथा, ये द�ुखादीिन अिभसमे�तेिह अिभसमेतबा। यथाह –

‘‘द�ुख2स पीळनो स#तो स�तापो िवपिरणामो, इमे च7ारो द�ुख2स द�ुखा तथा अिवतथा अन� ञथा। समुदय2स आयूहनो िनदानो संयोगो पिलबोधो …प॰े… िनरोध2स िन2सरणो िववेको अस#तो अमतो…पे॰… मYग2स िन-यानो हे�वो द2सनो आिधपते-यो…पे॰… अन� ञथा’’ित (पिट॰ म॰ २.८)।

एवं िवभ7ानं चतु� नं चतु� नं अ�थानं वसेन द�ुखादीिन वेिदतबािन। अयं तावे�थ पद�थो।

ध1मभेदतो पन त/हाव9? जता सबलोिकयध6मा, संिकलेिसकव9? जता वा दु�खस� चं नाम, त/हा पन सबा अकुसला वा लोिकयकुसला वा ध6मा समुदयस� चं नाम, िनबानं िनरोधस� चं नाम, लोकु7रकुसलिच7स6पयु7ािन अमYग.ािन दु�खिनरोधगािमनी पिटपदा अिरयस� चं नाम। इमेिह पन मYग.ेिह स6पयु7ा िच7चतेिसका ध6मा चवे साम� ञफलािन च�ेथ अस.िहतानीित वेिदतबािन। तािन िह ‘‘यदिन8 च ंतं द�ुख’’9�त (सं॰ िन॰ ३.१५) वचनतो स#ारद�ुखस.िहतािनिप। याय पिर� ञाय भगवित bcचिरयं वु2सित तथ7ेन न हो9�त, द�ुखं अिरयस8 च9�त न वु8 च9�त, तािन ठप�ेवा सबे लोिकयलोकु7रध6मा स.िहताित दबा। अयं ध6मभेदो।

िवभ�नयतो पने�थ सु 'तभाजनीये द�ुखस8 च ंताव –

‘‘त�थ कतमं द�ुखं अिरयस8 च?ं जाितिप द�ुखा, जरािप द�ुखा, मरण96प द�ुखं, सोकपिरदेवद�ुखदोमन2सुपायासािप द�ुखा, अ9"पयेिह स6पयोगो द�ुखो, िपयेिह िव"पयोगो द�ुखो, य96प8छं न लभित, त96प द�ुख,ं संिख7ेन प� चुपादान�ख�धा द�ुखा’’ित (िवभ॰ १९०) –

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उिNिस�वा िवभ7ं। त�थ द�ुख ंितिवधं होित द�ुखद�ुख ंिवपिरणामद�ुखं स#ारद�ुख9�त। त�थ द�ुखद�ुखं दिुवधं पिरयायद�ुखं िन"पिरयायद�ुख9�त। त�थ काियकचतेिसकद�ुखदोमन2सवेदना िन6पिरयायदु�खं नाम, तदवसेसा पन द�ुखद�ुख2स व�थुभूता प� चुपादान�ख�धा पिरयायदु�खं नाम। सुखसोमन2सवेदना िवपिरणामदु�खं नाम। सबे पन प� चुपादान�ख�धा, सबस#ता वा स<ारदु�खं नाम। इमेसं ित/णं द�ुखानं वसेन यथायोग ंतीसु भवेसु जाितआदीनं द�ुखद�ुखता वेिदतबा। कामभव^2म िह जाित ताव सयं न द�ुखा, अपायगितमनु2सगितआदीसु पन िनरय9Yगस�तापािदमूलकं, गभो� क9�तकािदमूलकं, िजघ8छािपपासािदमूलक� च द�ुखं त2स सब2स काियकचतेिसकद�ुख2स व�थुभावेन पिरयायतो द�ुख9�त। तथा जरामरणादयोिप। केवलं जरा कायदुबलतामूल2स, पु7दारािदपिरभवमूल2स च, मरणं पन मारण9�तकवेदनाभूत2स, िनरयािदगितिनिम7द2सनमूल2स च द�ुख2स व�थुभावतो, सोकादयो सोकािदमूल2स काियकचतेिसकद�ुख2स व�थुभाव7ा चवे सयं द�ुख7ा च द�ुखाित वेिदतबा। िवपिरणामद�ुखस#ारद�ुखता चसंे पिसZायेव। एवं कामभवे जाितआदीनं तीिहिप द�ुखिेह द�ुखता वेिदतबा। �पा�पभवेसु पन य2मा सोकपिरदेवद�ुखदोमन2सुपायासा न स9�त, त2मा त�थ जाितआदीनं िवपिरणामद�ुखस#ारद�ुखवसेन च द�ुखता वेिदतबा, न द�ुखद�ुखवसेनाित अयं द�ुखस8 च ेनयो।

समुदयस8 च ंपन ‘‘कामत/हा भवत/हा िवभवत/हा’’ित (िवभ॰ २०३) त7कमेव उिNिस�वा ‘‘सा खो पनेसा त/हा क�थ उ"प? जमाना उ"प? जती’’ित (िवभ॰ २०३) पु98छ�वा छ� नं छ� नं इ9�dयिवसयिव� ञाणफ2सवेदनास� ञाचतेनात/हािवत� किवचारानं िवसयभूतानं वसेन त/हाय ‘‘ए�थेसा त/हा उ"प? जमाना उ"प? जती’’ित एवं उ"प[7 पकासे�वा िव�थारतो िवभ7ं।

िनरोधस8 च ंपन ‘‘त2सा एव त/हाय असेसिवरागिनरोधो चागो पिटिन2सYगो मुि7 अनालयो’’ित (िवभ॰ २०४) व�वा पुन ‘‘सा खो पनेसा त/हा क�थ िन$?झमाना िन$?झती’’ित (िवभ॰ २०४) पु98छ�वा समुदयस8 च ेवु7इ9�dयादीनं वसेन पिटलोमतो त/हाय िनरोधं पकासे�वा िव�थारतो िवभ7ं। त�थ असेसिवरागिनरोधोितआदीिन पदािन िनबानवेवचनािन। िनबानं िह आग6म त/हा असेसा िवर? जित, िन$?झित, चजीयित, पिटिन2स? जीयित, मु8 चित, न अ` लीयित, त2मा ‘‘असेसिवरागिनरोधो चागो पिटिन2सYगो मुि7 अनालयो’’ित वु8 चित। एकमेव िह िनबानं, नामािन पन2स सबस#तानं नामपिटप�खवसेन अनेकािन हो9�त।

ननु पाटे� कं िनबानं नाम न9�थ, िकलेस�खयम7मेव िनबानं, तेनेव च तासु तासु सु7ािभध6मदेसनासु ‘‘राग�खयो दोस�खयो’’ितआिदना (सं॰ िन॰ ४.३१४) वु79�त च?े न, अरह7िनबानानं एकताप? जनतो। अरह796प िह ‘‘यो खो, आवुसो, राग�खयो दोस�खयो मोह�खयो, इदं वु8 चित अरह7’’9�त (सं॰ िन॰ ४.३१४) रागादीनं पिर�खय�ते उ"प� न7ा उपचारेन अरह7ं राग�खयािदभावेन वु8 चित, तथा रागादीनं खयहेतु7ा िनबान96प राग�खयािदभावेन वु79�त गहेतबं। इतरथा िनबान2स बहु7ं आप? जित रागादीनं बहु� नं खय2सािप बहु7ा। सबिकलेसान96प खय2स एक7ेन पठममYगेन िदिआदीनं खये सबिकलेस�खयो आप? जित, ओळािरक7� च2स िसया ितर8छानान96प उ"प� नराग�खय2स पाकट7ेन िनबान"पि7तो, गोfभू�खणेिप च रागािद�खयो होित गोfभुनो िनबानिवसय7ा, मYग2स पन िनबानार6मणताअ"पस.ो। न िह अ7ना खेिपयमानिकलेस�खयमारभ मYगो उ"प? जित, अभावो च2स आप? जित रागािद�खयभूत2स पन अभाव2स प�खवसेन तु8छ�प7ा, त2सािप भाव7ाभावाव िववेकल�खणं न िसया, स#तता च2स िसया। न िह कदािच उपलभमानं अस#तं भिवतुमरहित सबेस96प अहेतुक7ापि7तो, स#त7ेिप च2स न िनबान7ं उ"पि7जराभ.समि.ताय द�ुख7ा, तथा च अभाव2सािप अभावो, अनवान� च खीणान96प रागादीनं पुन उ"प? जनं येसं तेसमेव अभावो अभाव2स िवन7ा।

अिपच कारण�तरेन वा भावे उ"प� ने रागादीनं न कािच हािन होित। न िह अ� ञ2सु"पि7यं अ� ञ ंिवग8छित। अभावो भाव2स िवरोिध, िवरोिधस9� नधाने च इतरं िवग8छतीित च?े िकिमदं िवगमनं नाम। यिद त96प भाव�प,ं समानदोसता च2स िसया अनवान� च, न च अ�थिसिZ। यिद तु8छ�प,ं [क पठममेव2स तु8छ�पताय उपगताय दरू96प ग��वा उपग�तबाित िसZा, रागािद�खयभूत2स िनबान2स तु8छ�पताय अभावो, न च अभावो एव िनबानं। अतीतानागतदोसानमभावे िनबान"पि7या अभावतो व7मानान� च अभावो नाम। अभावो नाम न िकलेसिवगमम7ो, अिप तु अनु"पि7भावेन। अ8 च�तिवगमो िनबानेनािप स6पादीयतीित च?े न, त2स कारणभावा। िवप2सना कारणिमित च?े न, अ7ािदिवक"पजनकस#तध6मद2सनेन िवना अन7ािदिवक"पभूताय िवप2सनाय अनु"पि7तो। यिद िह उ"प? जे-य, ताय सबेिप स7ा िवमु7ा एव िसयंु, नो च कदािच न पु8छे-य िव$Zध6मद2सनाभावा। न िह द2सनं िवना िवक"पो स6भवित, न च अ7ाित िवक"पजनक�पािदद2सनमेव त9ब$Zिवक"पजनकं होित। बुZान� च पर6परोपदेसेन �पादीसु िवप2सनािवक"पो उ"प? जतीित च?े न, तेस96प िव$Zद2सनाभावेन िवप2सनािवक"पानु"पि7तो। न िह यािदसाय कारणसाम9Yगया यािदसं कािरयं उ"प? जित, तािदसाय एव त9ब$Zं उ"प? जित अहेतुक7"पस.तो। न च िव$Zद2सनाभावेन एक2स िवप2सनािवक"पजनकसाम9�थयाभावतो तािदसानं पर6परायिप तभावो, तदपुदेसो च स6भवित। ितल�खणूपदेसनान�तिरकताय पन बुZानं िनबानस98छिकिरया िसिZ, तेनेव2स िकलेसानम8 च�त"पहान2स, िवप2सनोपदेससाम9�थय2स च िसZीित िनबानमेव तदभुयकारणं, ना� ञ9�त गहेतबं।

क2मा पन िनबानद2सनेन रागादीनं अ8 च�त"पहानं, ितल�खण� च होित। न िह अ� ञ2स द2सनेन इतरराग"पहानं, ितल�खणञाण� च यु79�त? न, अस#तद2सनेन स#त2स वा दोस2स वा पाकट7ा। िदअ8 च�तसुखानं िह वgसुखे, त9� न2सयार6मणादीसु च सुखािभमानो, वgािभरित च पहीयित

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िद�परतीर�स नािवक�स नावायेकदेसे सुखािभमानािभरितयो िवय। अिपच स�तध�मेसु अ�� लना रागादयो अस�तध�मे स ठातंु न स# को�$त अ�%ग#ख$धे िवय म�#खका, थले िवय च जलचरा, िन)बानद�सनेन पहीनदोस�स िच,�स याथावतो तेसु स�तेसु ितल#खणद�सनं स�भवित भेस. जालेपने िवहतकाचितिमरािददोस�स च#खुनो घटािद1पद�सनं िवय, िद�दोसेसु च�स स�ारेसु न पुन रागादीनमु2पि, ञाता सुिचभावे िवय व4 चकूपेित वेिदत)बं।

क�मा पन केस�6 च स,ानं एव िन)बानस�4छिकिरयास�भवो, न स)बेस�$त? अनािदबु:पर�परोपदेससापे#ख,ा, तेस6 च उपदेसकानं स)ब<थ स)बदा अभावतो, सोतून6 च खणस�पि,या अ4 च$तद�ु लभ,ा, च# कवाळान6 च अन$त,ा, त�मा केिच एव बु:ु2पादकाले ितल#खणोपदेसलाभेन िन)बानं स�4छकरो�$त, न स)बेित गहेत)बं।

कथं पने<थ रागादीनं अ4 च$तिवगमो िन)बानेन साधीयतीित? न ताव सो, अतीतानागतानं तेसिमदािन अभावा, पु)बे च त�स िव. जमान,ा, व,मानानं सरसिनरोधतो। कथ6 च�स तु4छ1प�स िन)बान�स हेतु,े यथावु,दोसानमवसरोित च?े न, त�स भाव1प,ा। पु)बभागपिटपि,या िह िन)बानमार)भ अनुसयाजननभावेन उ2प$ नम%गा एव िकलेसानमनु2पादिनरोधो तद2ुपि,या आय?त उ2प. जनारहानं अनु2पि,तो अ�%गस�$ नधाने अ@A राजनकभावेन उ2प$ नसािल#ख$ध�स बीजताभाव1पता िवय। न िह अभावो नाम कोिच परम<थतो अ�<थ, यो कारणेन जनीयित त�)बB:#खणु2पादनभावोवु2पादनं अनेक#खणु2पादनेन ख$धकाराभावु2पादनं िवय, त�मा िकलेसानं अनु2पि,िनरोधस�ात�स अिरयम%ग�स उपिन�सय,ा उपिन�सयोपचारेन िन)बानं ‘‘असेसिवरागिनरोधो’’ितआिदना वु,ं। स1पनेेव क�मा न वु,�$त च?े अिभसुखुम,ा, अनुपल:पु)ब,ा च, सुखुमता च�स भगवतो अ2पो�सु# कतावचनतो, अिरयेन च#खुना प��सत)बतो च वेिदत)बा।

ए<थ पन परवादी आह – ‘‘न<थेव िन)बानं अनुपल)भनीयतो’’ित। न अनुपल)भनीयं त�स िस:,ा। उपल)भित िह तं तदनु1पपिटपि,या अिरयेिह। अिपच िन)बानं न<थीित न व,)बं स)बस,ानं िवB:ध�मानं भावेन अपव%गाभाव2पसFतो। न च तं यु,ं उ हािदपिटप#ख�स सीतािदनो िवय भवपिटप#ख�स िन)बान�सिप अव�संभावा। वु,6 च –

‘‘यथािप उ हे िव. ज$ते, अपरं िव. जित सीतलं।एवं ितिवध�%ग िव. ज$ते, िन)बानं इ�4छत)बक’’�$त॥ (बु॰ वं॰ २.११) –

आिद। अ4 च$तिनरोधहेतुनो िवप�सनोपदेस�स द�सनतो च अ<थेव िन)बानं तं िवना त�सास�भवतोित वु,ोवायम<थो। तदेतं पुिरमाय कोिटया अभावतो अ2पभवं, ततोव अजरामरणं, िन4 च6 च होतीित अणुआदीन��प िन4 चभावपि, िन)बान�सेव िन4 च,ाित च?े न, िभ$ नािधकरण,ेन हेतुल#खण�सानुपपि,तो। अणुआदीन��प अस�तता इित च?े न, अस�ततािसि:तो अस�तान6 चानेक,ानुपपि,तो। यिद िह अस�तं नाम भवेOय, एकेनेव भिवत)बं देसकालसभावभेद�स कारणभेदक,ा, िभ$ नसभावान��प अहेतुक,े अित2पसFतो।

स�तेिह सभाविभ$ न�स िन)बान�स कथं अहेतुकताित च?े अस�तसभावेन स�तसभावेिह िभ$ न�स कारणानपे#ख,ा। अस�त,े िह समाने भवसभावभेदो कारणभेदं सूचयित, त�मा एकमेव िन4 च ंभिवतुमरहित, त6 च यथावु,युि,तो, स)ब6 ञुवचनतो च परम<थतो िव. जमानं िन)बानमेव। वु,ं हेतं भगवता ‘‘अ�<थ, िभ#खवे, अजातं अभूतं अकतं अस�त’’�$त (इितवु॰ ४३)। अयं द#ुखिनरोधस4 च ेनयो।

इतरं पन ‘‘स�मािदि�…पे॰… स�मासमाधी’’ित उिSिस<वा िव<थारतो िवभ,ं। िविन4छयो पने<थ म%गFिवभFे आिव भिव�सतीित अयं सु,$तभाजनीयनयो।

अिभध�मभाजनीये पन –

‘‘च,ािर स4 चािन द#ुख ंद#ुखसमुदयो द#ुखिनरोधो द#ुखिनरोधगािमनी पिटपदा। त<थ त हा द#ुखसमुदयो। अवसेसा सासवध�मा…पे॰… द#ुखं। त हाय पहानं द#ुखिनरोधो। अ�िFको म%गो द#ुखिनरोधगािमनी पिटपदा’’ित (िवभ॰ २०६) –

व<वा अ� म%गFािन िव<थारतो िनिSिस<वा ‘‘अवसेसा ध�मा द#ुखिनरोधगािमिनया पिटपदाय स�पयु,ा’’ित (िवभ॰ २०६ आदयो) एवं पठमवारे च,ािर स4 चािन िवभ,ािन। तािन पुन अपरेिहिप ‘‘त हा, अवसेसा च िकलेसा समुदयो, तथा त हा, अवसेसा च िकलेसा, अवसेसा च अकुसला समुदयो, तथा त हा, अवसेसा च िकलेसा, अवसेसा च अकुसला, तीिण च कुसलमूलािन, सासवािन समुदयो, तथा त हा, अवसेसा च िकलेसा, अवसेसा च अकुसला, तीिण च कुसलमूलािन, सासवािन, अवसेसा च सासवकुसलध�मा समुदयो। अवसेसा सासवध�मा द#ुख,ं त�स त�स समुदय�स पहानं िनरोधो, अ�िFको म%गो पिटपदा’’ित इमेिह वारेिह िवभ,ािन। त<थ ‘‘अिरयस4 चानी’’ित अव<वा िन2पदेसतो प4 चयस�ातं समुदयं द�सेतुं ‘‘स4 चानी’’ित वु,ं। अिरयस4 चसुे िह त हाव समुदयो, न इतरे। न च केवलं त हाव द#ुखं समुदानेित, अवसेसा कुसलाकुसलािप प4 चयं समुदाने�$तयेवाित तेिप समुदयतो द�सेतुं

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‘‘स4 चािन’’<वेव वु,ं। ततो परं य�मा अ�िFको म%गोव पिटपदाित। स�पयु,ा पन फ�सादयो स)बेिप ध�मा पिटपदा एव, त�मा तं नयं द�सेतुं स)बसFािहकवारेिप स)बािन िवभ,ािन। ए<थ िह अिरयधनानेव सFिहतािन। सेसं सिदसमेवाित अयं अिभध�मभाजनीयनयो।

प�हापु�छकनये पन चतु$ नं अिरयस4 चानं कित कुसला…प॰े… कित अरणा? समुदयस4 च ंअकुसलं, िनरोधस4 च ंअ)याकतं, द#ुखस4 च ंितधािप। समुदयो सिवत# कसिवचारो, िनरोधो अिवत# कअिवचारो, म%गो ितधािप, द#ुखं ितधािप, न व,)बं च। तीिण स4 चािन अिनद�सनअ2पिटघािन, द#ुखं ितधािप। समुदयो हेतु, िनरोधो न हेतु, सेसा िWधािप। Wे स4 चािन लोिकयािन, म%गिनरोधा लोकु,रा। समुदयस4 च ंसरणं, Wे स4 चािन अरणािन, द#ुखं दिुवधािप। अयं प6हापु4छकनयो। इदािन पने<थ –

कमतोनूनािधकतो, ल#खणादीिह सु6 ञतो।ञाणिक4 चोपमा ञOेयो, पािळमु,िविन4छयो॥

त<थ कमतो ताव इधािप देसना# कमोव यु. जित। ए<थ ओळािरक,ा, स)बस,साधारण,ा च सुिव6 ञेOय�$त द#ुखस4 च ंपठमं वु,ं, ततो त�सेव हेतुद�सन<थं समुदयस4 च,ं ततो ‘‘हेतुिनरोधा भविनरोधो’’ित ञापन<थं िनरोधस4 च,ं तदिधगमुपायद�सन<थं अ$ते म%गस4 च।ं भवसुख�सादगिधतानं संवेगजनन<थं पठमं द#ुखमाह, ततो ‘‘भवं नेव अहेतुकं आग4छित, न इ�सरिन�मानािदना होित, इतो पन होती’’ित ञापन<थं समुदयस4 च,ं ततो सहेतुकेन द#ुखेन अिभभूत,ा संिव%गमानसानं त�$ न�सरणद�सनेन अ�सासजनन<थं िनरोधं, ततो िनरोधस�पापकं म%ग�$त अयमे<थ कमो।

अनूनािधकतो पन क�मा च,ािर एव स4 चानीित च?े ततो अ6 ञ�स अस�भवतो, अ6 ञतर�स च अनपनेOयतो। अिपच पवि,मािच#ख$तो भगवा सहेतुकं आिच#खित, िनवि,6 च सउपायं। इित पवि,िनवि,तदभुयहेतूनं एतपरमतो च,ािर एव वु,ानीित अयमे<थानूनािधकतो।

ल�खणादीिह पने<थ ल#खणतो बाधनल#खणं द#ुखस4 च,ं स$तापनरसं, पवि,प4 चुप�ानं। पभवल#खणं समुदयस4 च,ं अनुप4छेदकरणरसं, पिलबोधप4 चुप�ानं। स�$तल#खणं िनरोधस4 च,ं अ4 चुितरसं, अिनिम,प4 चुप�ानं। िनOयानल#खणं म%गस4 च,ं िकलेसपहानकरणरसं, वु�ानप4 चुप�ानं। अिपच पवि,पव,किनवि,िनव,कल#खणािन पिटपािटया, तथा स�तत हाअस�तद�सनल#खणािन चाित इमाने<थ ल#खणािन।

सु� ञतो पनेतािन यथा# कमं वेदककारकिन)बुतगमकाभावतो सु6 ञािन। वु,6 च –

‘‘द#ुखमेव िह, न कोिच द�ु#खतो,कारको न, िकिरयाव िव. जित।अ�<थ िन)बुित, न िन)बुतो पुमा,म%गम�<थ, गमको न िव. जती’’ित॥ (िवभ॰ अ�॰ १८९)।

अथ वा –

धुवसुभसुख,सु6 ञ,ंपुिरमWयम,सु6 ञममतपदं।धुवसुभसुखअ,िवरिहतो,म%गो इित सु6 ञतो तेसु॥ (िवभ॰ अ�॰ १८९)।

िनरोधसु6 ञािन वा तीिण। िनरोधो च सेस,यसु6 ञो। फलसु6 ञो वा हे<थ हेतु समुदयम%गसुे द#ुखिनरोधानं अभावा पकितवादीनं पकित िवय। हेतुसु6 ञ6 च फलं द#ुखसमुदयानं, िनरोधम%गान6 च असमवाया, न हेतुसमवेतं हेतुफलं। हेतुफलसमवायवादीनं िWअणुकादीिन िवयाित अयमे<थ सु6 ञता।

ञाणिक� चतोित ए<थ दिुवधं स4 चञाणं अनुबोधञाणं, पिटवेधञाण6 च। त<थ अनुबोधञाणं लोिकयं, तं अनु�सवािदवसेन िनरोधे, म%गे च पव,ित। पिटवेधञाणं लोकु,रं, तं स4 चावबोधपिटप#खिकलेसे खपेे$तं िनरोधमार�मणं क<वा िक4 चतो च,ािरिप स4 चािन पिटिव.झित। यं पनेतं लोिकयं, त<थ द#ुखञाणं पिरयु�ानािभभवनवसेन पव,मानं स# कायिद?� िनव,ेित, समुदयञाणं उ4छेदिद?�, िनरोधञाणं स�सतिद?�, म%गञाणं अिकिरयिद?�। द#ुखञाणं वा तेसु धुवसुभसुख,भावरिहतेसु ख$धेसु धुवसुभसुख,भावस6 ञास�ातं फले िव2पिटप?,, समुदयञाणं ‘‘इ�सरपधानकालसभावादीिह लोको पव,ती’’ित अकारणे कारणािभमान2पव,ं हेतु��ह िव2पिटप?,, िनरोधञाणं अ1पलोकादीसु अपव%ग%गाहभूतं िनरोधे िव2पिटप?,, म%गञाणं कामसुख�� लकअ,िकलमथानुयोग2पभेदे अिवसुि:म%गे िवसुि:म%ग%गाहवसेन पव,ं उपाये िव2पिटप?, िनव,ेित। इदमे<थ ञाणिक4 च।ं

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उपमातो पने<थ भारो िवय िह द#ुखस4 च ंद�)बं, भारादानिमव समुदयस4 च,ं भारिन#खपेनिमव िनरोधस4 च,ं भारिन#खेपनुपायो िवय म%गस4 च।ं अिपच रोगत�$ नदानतदपुसमभेस. जिेह, ओिरमतीरमहोघपािरमतीरतंस�पापकोपायेिह चाित एवमादीिह यथा# कमं योजे<वािप एतािन उपमातो वेिदत)बािन। अयमे<थ उपमा। एवं ञेOयो पािळमु,िविन4छयो।

स4 चिवभFमाितक<थव णना िनि�ता।

इ&'(यिवभ)माितक*थव,णना

इ�$\यिवभFमाितकाय पन अ*थतो ताव – -ावीसित इ&'(यानीित ए<थ इ�$\य�स�भवतो इ&'(यािन। को पनेस इ�$\य�ो नामाित? इ$दिलF�ो, इ$ददेिसत�ो, इ$दिद��ो, इ$दिस��ो, इ$दजु��ो च, सो स)बोिप इध यथायोगं यु. जित। कुसलाकुसलं क�मं इ$दो नाम क�मेसु क�सिच इ�सिरयाभावतो, तेनेवे<थ क�मस6 जिनतािन ताव इ�$\यािन अ,नो जनकक�मं उ�� लFे�$त, तेन च िस�ानीित इ$दिलF�ेन, इ$दिस��ेन च इ&'(यािन। स�मास�बु:ो पन परिम�सिरयभावतो इ$दो, ततो स)बािनपतेािन इ�$\यािन भगवता यथाभूततो पकािसतािन, अिभस�बु:ािन चाित इ$ददेिसत�ेन, इ$दिद��ेन च इ&'(यािन। तेनेव भगवता कािनिच गोचरासेवनाय, कािनिच भावनासेवनाय सेिवतानीित इ$दजु��ेनिप इ&'(यािन। अिपच आिधप4 चस�ातेन इ�सिरय�ेनािप एतािन इ&'(यािन।

च�खु&'(य�$तआदीसु च#खादीनं पद<थो हे�ा पकािसतो। प�4छमेसु पन तीसु पु)बभागे अन6 ञातं अमतं पदं, चतुस4 चध�मं वा जािन�सामीित एवं पिटप$ न�स उ2प. जनतो, इ�$\य�स�भवतो च अन� ञात� ञ.सामीित&'(यं। आजाननतो अ6 ञा एव इ�$\य�$त अ&� ञ&'(यं। अ6 ञातािवनो चतूसु स4 चसुे िनि�तञाणिक4 च�स खीणासव�स इ�$\य�$त अ� ञातािव&'(यं। त<थ च पसािद�$\यान$तरं च#खुिव6 ञाणािदवीिथिच,2पवि,यं 1पादीनं िनयतभाव�स, अ,नो ित#खम$दतानुिवधान�स च आपादनतो आिधप4 च ंवेिदत)बं। मिन�$\यादीनं पन अ,नो अ,नो िवजाननािदल#खणे आिधप4 चंवेिदत)बं। सेसं सुिव6 ञेOयमेव। अयं तावे<थ पद<थो।

ध�मभेदतो पने<थ जीिवित�$\यं 1पा1पवसेन िWधा। सुिख�$\यादीिन प6 च वेदनाभावतो एकध�मो, तथा प�6 ञ�$\यादीिन च,ािर अमोहभावतो। सेसािन पन इ�$\यािन एकेकध�मा एवाित एवं परम<थतो सोळस ध�माव Wावीसित�$\यभावेन देिसतािन। सेसािन पने<थ चतेिसक1पिन)बानािन असFिहतानीित अयं ध�मभेदो।

िवभ)नयतो पने<थ सु,$तभाजनीयं नाम न गिहतं। क�मा? सु,$ते इमाय पिटपािटया Wावीसितया इ�$\यानं अनागत,ा। सु,$त]�म िह क<थिच Wे इ�$\यािन किथतािन, क<थिच तीिण, क<थिच प6 च, एवं पन िनर$तरं Wावीसित आगतािन नाम न�<थ। अिभध�मभाजनीयेिप िवसेसो न�<थ।

प�हापु�छकनये पन Wावीसितया इ�$\यानं कित कुसला…पे॰… कित अरणाित? अन6 ञात6 ञ�सामीित�$\यं कुसलं, दोमन��स�$\यं अकुसलं, स:ासितप6 ञाअ�6 ञ�$\यािन च,ािर कुसला)याकतािन, मनजीिवतसोमन�सउप#ेखावीिरयसमािध�$\यािन छ ितधािप, सेसािन दस अ)याकतािन। छ इ�$\यािन िसया सुखाय वेदनाय स�पयु,ा, िसया अद#ुखमसुखाय वेदनाय स�पयु,ाित, तीिण ितधािप, जीिवतं ितधा च न व,)ब6 च, Wादिस�$\यािन न व,)बािन एव। तीिण िवपाकािन, Wे िवपाकध�मध�मािन, 1िप�$\यािन स, नेविवपाकनिवपाकध�मध�मािन, अ�6 ञ�$\यं िसया िवपाकं, िसया िवपाकध�मध�मं, निव�$\यािन ितधािप। निव�$\यािन उपािद$ नुपादािनयािन, दोमन��स�$\यं अनुपािद$ नुपादािनयं, तीिण अनुपािद$ नअनुपादािनयािन, नव ितधािप। दोमन��स�$\यं सिवत# कसिवचारं, उप�े#ख�$\यं तथा च अिवत# कअिवचार6 च, नव अिवत# कअिवचारािन, एकादस ितधािप। स, 1िप�$\यािन चवे सुखद#ुखदोमन��स�$\यािन चाित दस पिर,ािन, प�4छमािन तीिण अ2पमाणािन, सेसािन नव ितधाव। त<थ च सोमन��स�$\यं 1पावचरवसेनेव मह%गतं, तदवसेसािन अ1पावचरवसेनापीित वेिदत)बं। प�6 च�$\यािन अिनद�सनस2पिटघािन, स,रस अिनद�सनअ2पिटघानेव।

प�6 ञ�$\यादीिन च,ािर हेतू, सेसा न हेतू…प॰े… दोमन��स�$\यं सरणं, मनजीिवतसोमन�सउप#ेखावीिरयसमािध�$\यािन िWधािप, सेसािन प$ नरस अरणानेवाित अयं प6हापु4छकनयो।

इ�$\येसु पनेतेसु, पािळमु,िविन4छयो।कमतो दािन िव6 ञOेयो, त<थ कोस� लिम4छता॥

कमतोित अय��प देसना# कमोव। त<थ अ.झ,ध�मे पिर6 ञाय अिरयभूिमपिटलाभो होतीित अ,भावपिरयाप$ नािन च#खु�$\यादीिन पठमं देिसतािन। सो मनु�स,भावो यं ध�मं उपादाय ‘‘इ<थी’’ित वा ‘‘पुिरसो’’ित वा स�ं ग4छित, ‘‘अयं सो’’ित िनद�सन<थं ततो इ�<थ�$\यं, पुिरिस�$\य6 च। सो दिुवधोिप जीिवित�$\यपिटब:वु,ीित ञापन<थं ततो जीिवित�$\यं। याव त�स पवि,, ताव एतेसं वेदियतानं अिनवि,। य6 च िक�6 च वेदियतं, स)बं तं सुख ंद#ुख�$त ञापन<थं ततो सुिख�$\यादीिन। त�$ नरोध<थं पन एते ध�मा भावेत)बाित पिटपि,द�सन<थं ततो स:ादीिन। ‘‘इमाय पिटपि,या एस ध�मो पठमं अ,िन पातुभवती’’ित पिटपि,या अमोघभावद�सन<थं ततो अन6 ञात6 ञ�सामीित�$\यं। त�सेव फल,ा, ततो अन$तरं भावेत)ब,ा च ततो अ�6 ञ�$\यं।

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इतो परं भावनाय इम�स अिधगमो, अिधगते च पन इम]�म न�<थ िक�6 च उ,िर करणीय�$त ञापन<थं अ$ते परम�सासभूतं अ6 ञातािव�$\यं देिसत�$त एवं कमतो पािळमु,िविन4छयनयो िव6 ञेOयो।

इ�$\यिवभFमाितक<थव णना िनि�ता।

प� चयाकारिवभ)माितक*थव,णना

प4 चयाकारिवभFमाितकाय पन अ*थतो ताव – अिव0 जाप� चयाितआदीसु अिव�$दयं कायद4ु चिरता?द िव$दित पिटलभित, िव�$दयं वा कायसुचिरता?द न िव$दित, ध�मानं वा यथासभावं अिविदतं करोित, अ$तिवरिहते वा संसारे स,े जवापेित, अिव. जमानेसु वा जवित, िव. जमानेसु वा न जवतीित अिव. जा। पिट4 च फलमेित एत�माित प4 चयो, ध�मानं उ2पि,या, िठितया च उपकारको ध�मो। अिव. जा च सा प4 चयो चाित अिव. जाप4 चयो, त�मा अिव0 जाप� चया। स�तमिभस�रो$तीित स�ारा।

इतो परं स1ारप� चया िव� ञाण�$तआदीसु वु,ं वु,नयेनेव वेिदत)बं। अवु,ेसु पन िवजानातीित िव� ञाणं। नमतीित नामं, B2पतीित 1प,ं नाम6 च1प6 च नाम1प6 च नाम2प�$त एकदेसस1पेकसेसनयेन वेिदत)बं। आये तनोित, आयत6 च नयतीित आयतनं, छ�ायतन6 च सळायतन6 चसळायतन�$त एकसेसनयेन वेिदत)बं। फुसतीित फ.सो। वेदयतीित वेदना। पिरत�सतीित त,हा। उपािदयतीित उपादानं। भवित, भावयित चाित भवो। जननं जाित। जीरणं जरा। मर�$त एतेनाित मरणं। सोचनं सोको। पिरदेवनं पिरदेवो। द#ुखयित, उ2पादि�ितवसेन िWधा खणतीितिप दु�खं। द�ुमन�स भावो दोमन.सं। भुसो आयासो उपायासो। स�भव'तीित िन)ब,�$त। न केवल6 च सोकादीहेव, अथ खो अिव. जाप4 चया स�ारा स�भव$तीितआिदना स)बपदेिहिप स�भव�$त-सS�स योजना कात)बा। एवं िह प4 चयप4 चयु2प$ नवव<थानं कतं होित।

एव�$त िनिS�नयिनद�सनं, तेन अिव. जादीहेव कारणेिह, न इ�सरिन�मानादीहीित द�सेित। एत.साित यथावु,�स। केवल.साित अस��म�स�स, सकल�स वा, दु�ख�ख'ध.साित द#ुखसमूह�स, न स,�स, न सुखसुभादीनं। समुदयोित िन)बि,, होतीित स�भवित। अयं तावे<थ पद<थो।

ध�मभेदतो पने<थ अिव0 जाित सु,$तपिरयायेन द#ुखादीसु चतूसु, अिभध�मपिरयायेन पु)ब$तादीिह स?: अ�सु वा ठानेसु अ6 ञाणं। स1ारा पन पु6 ञापु6 ञाने6 जािभस�ारा तयो, कायवचीिच,स�ारा तयो चाित छ�)बधा। त<थ अ� कामावचरकुसलचतेना, प6 च 1पावचरकुसलचतेना चिेत तेरस चतेना पु� ञािभस1ारो नाम। Wादस अकुसलचतेना अपु� ञािभस1ारो नाम। चत�सो अ1पावचरकुसलचतेना आने� जािभस1ारो नाम। इमेसं पन ित णं स�ारानं एव Wारतो पवि,द�सन<थं अयं स�ारािदि,को वु,ो।

अ� कामावचरकुसलचतेना चवे Wादसाकुसलचतेना च कायWारे पवि,यं कायस1ारो, वचीWारे पवि,यं वचीस1ारो, एता चवे मनोWारे पवि,यं, मनोWारे एव पव,नका 1पा1पकुसलचतेना च िच9स1ारोित वु4 च�$त। अिभ6 ञाचतेना, पने<थ उ:4 चचतेना च परतो पिटस�$धिव6 ञाणप4 चयभावे अपनेत)बािप अिव. जाप4 चया स�भवतो इध गहेत)बावाित अयं ितको पुिरमि,कमेव पिवसतीित अ<थतो लोिकयकुसलाकुसलचतेनाव अिव. जाप4 चया स�ाराित वेिदत)बं। इद6 च सु,$तभाजनीयनयेन, अिभध�मभाजनीयनयेन पन लोिकयलोकु,रे एकेकिच,#खणे WादसF�स पिट4 चसमु2पाद�स गहणतो स)बािप चतेना स1ाराित वेिदत)बं। एवं िव6 ञाणनाम1पादीसुिप स)बिच,स�पयु,वसेन च ध�मभेदो वेिदत)बो। सु,$तभाजनीयनयेनेव पन द�सिय�साम।

स�ारप4 चया िव6 ञाण6 च च#खुिव6 ञाणािदछ�)बधं बा?,सलोिकयिवपाकिव6 ञाणमेव होित, लोकु,रािन पन व_कथाय न यु. ज$तीित न गिहतािन। िव6 ञाणप4 चया नाम1प ंपन स)बलोिकयिव6 ञाणस�पयु,ा तयो अ1िपनो ख$धा। 1प ंस)बािन भूतुपादाय1पािन। सळायतनं मन4छ�ािन इ�$\यािन। फ�सो च#खुस�फ�सािदको छिवपाकफ�सो, तथा वेदनािप। त हा 1पत हािदभेदतो छ�)बधो लोभो। उपादानं कामुपादानािदतो चतु�)बधा लोभिदि�योव। भवो पन दिुवधो क�मभवो, उपपि,भवोित। त<थ क�मभवो तेभूमककुसलाकुसलचतेना च तंस�पयु,ा अिभ.झादयो च। उपपि9भवोपन क�मािभिन)ब,ा प6 चिप ख$धा। सो पभेदतो काम1पा1पभवा तयो, स6 ञा अस6 ञा नेवस6 ञानास6 ञा भवा तयो, एकचतुप6 चवोकारभवा तयोित नविवधो िनिS�ो। जाितआदीिन पु)बे वु,ािन। तेसु जाित%गहणेन िव6 ञाणनाम1पसळायतनफ�सवेदनाव गिहता तदिवनाभावतो। तथा जरामरण%गहणेनािप तेस6 ञवे पाकभेद,ा। सोकादयो पन जरामरणेन Wादसमेन अFेन एकस�ेपं क<वा वु,ा, न िवसंु अFभावेन। िकम<थ�$त च?े भवच# क�स अिव4छेदद�सन<थं। सोकािदतो िह अिव. जा िस:ा होित अिव. जािव2पयोगतो, अिव. जासमु2पि,तो च। जरामरण)भाहत�स िह बाल�सेव ते स�भव�$त, तेिह च अिव. जाय िस:ाय पुन अिव. जाप4 चया स�ाराित एवं हेतुफलपर�पराय भवच# कं अिव�4छ$ नं, अनािदकं, अपिरय$तं, अपिरयोसान6 च होित।

यिद एवं, क�मा अिव. जा आिदतो वु,ाित? पधानद�सन<थं पन आिदतो वु,ा। ित णं िह व_ानं अिव. जा पधानो हेतु त�सा भावे भावतो, िनरोधेन च िनB.झनतो। एवं अिव. जादीिह Wादसिह अFेिह सु,$तभाजनीयनयेन स)बे लोिकयध�माव प4 चयप4 चयु2प$ नभावेन वु,ाित वेिदत)बा।

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अिभध�मपिरयायेन पन लोकु,रापीित अयमे<थ ध�मभेदो।

िवभ)नयतो पने<थ प6हापु4छकनयो न�<थ, सु,$तभाजनीयनयािप ध�मभेदे वु,नयेनेव िव<थारतो िवभ,ाित वेिदत)बो। अिभध�मभाजनीये पन –

‘‘अिव. जाप4 चया स�ारो, स�ारप4 चया िव6 ञाणं, िव6 ञाणप4 चया नामं, नामप4 चया छ�ायतनं, छ�ायतनप4 चया फ�सो, फ�सप4 चया वेदना, वेदनाप4 चया त हा, त हाप4 चया उपादानं, उपादानप4 चया भवो, भवप4 चया जाित, जाितप4 चया जरामरणं, एवमेत�स केवल�स द#ुख#ख$ध�स समुदयो होित।

‘‘अिव. जाप4 चया स�ारो…प॰े… िव6 ञाणप4 चया नामं, नामप4 चया फ�सो…पे॰… समुदयो होित।

‘‘अिव. जाप4 चया…पे॰… िव6 ञाणप4 चया नाम1पं, नाम1पप4 चया छ�ायतनं, छ�ायतनप4 चया फ�सो…पे॰… समुदयो होित।

‘‘अिव. जाप4 चया …पे॰… िव6 ञाणप4 चया नाम1पं, नाम1पप4 चया सळायतनं, छ�ायतनप4 चया फ�सो…प॰े… समुदयो होती’’ित (िवभ॰ २४३) –

एवं प4 चयचतु# कं, पुन ‘‘अिव. जाप4 चया स�ारो अिव. जाहेतुको’’ितआिदना (िवभ॰ २४४) वु,नयेनेव हेतुचतु# कं, पुन ‘‘अिव. जाप4 चया स�ारो अिव. जास�पयु,ो’’ितआिदना (िवभ॰ २४५) स�पयु,चतु# कं, पुन ‘‘अिव. जाप4 चया स�ारो, स�ारप4 चयािप अिव. जा’’ितआिदना (िवभ॰ २४६) अ6 ञम6 ञप4 चयचतु# क�$त एवं अिव. जामूलकािन च,ािर चतु# कािन वु,ािन। एवं ‘‘स�ारप4 चया अिव. जा’’ितआिदना स�ारािदमूलकािदउपादानमूलकपिरयोसानािन अ�सु पदेसु च,ािर च,ािर चतु# कानीित बा?,स चतु# कािन माितकं क<वा िन�#खिप<वा पुन अकुसलकुसलिवपाकिकिरयिच,ेसु लोिकयलोकु,रेसु एकेक]�म िच,े यथािन�#ख,ेिह छ?,सबा?,समाितकाचतु# केिह िव<थारतो यथानु1पं प4 चयाकारो िवभ,ो। इद6 च य�मा न केवलं अयं प4 चयाकारो नानािच,ेसु एव होित, एकिच,ेिप होितयेव। नािप व_िच,े एव होित, त हाभावतो िवव_िच,ेिप, त�मा तं िन2पदेसतो एकिच,#खिणकं प4 चयाकारं द�सेतुं वु,ं। तेनेव हे<थ ‘‘अिव. जाप4 चया स�ारा’’ित अव<वा ‘‘अिव. जाप4 चया स�ारो’’ित एकवचनेन वु,ं एकिच,#खणे बहुचतेनाभावा। त<थ यदेतं पठमचतु# कं, त<थ पठमवारो नाम1प�ाने नामं, सळायतन�ाने छ�ायतन6 चगहे<वा 1पा1पािदस)बभवसाधारणवसेन, एकिच,#खणपिरयाप$ नध�म%गहणवसेन च 1पं छaे<वा वु,ो 1प�स स)बभवासाधारण,ा, बहुिच,#खिणक,ा च। दिुतयो नाम1प�ाने नामं, ‘‘नामप4 चया फ�सो’’ित सळायतन�ाने फ�समेव गहे<वा फ�स�स सळायतनं िवनािप प4 चयिवसेसस�भवद�सनवसेन चवे महािनदानसु9नयद�सनवसेन (दी॰ िन॰ २.९५ आदयो) च वु,ो। तितयो सळायतन�ाने छ�ायतनमेव गहे<वा ग)भसेOयकानं अपिरपु णायतनानं, 1पभिवकादीन6 च वसेन वु,ो। चतु<थो ‘‘नामप4 चया सळायतनं, सळायतनप4 चया फ�सो’’ित एवं इतरायतनेिहिप सळायतन�स िवसेसतो फ�सप4 चयतंव द�से<वा ओपपाितकानं, पिरपु णायतनानं कामभिवकान6 च वसेन वु,ो। एवं दिुतयचतु# कादीसुिप।

स)ब<थािप च<ेथ य�मा सोकादयो स)बे एकिच,#खणे न स�भव�$त, स)ब��म6 च िच,े, भवे च न2पव,�$त, त�मा न गिहता। जाितजरामरणािन पने<थ अ1पध�मानं ल#खणम,ािन, तािन च अिच,#खणम,ािनिप समानािन िच,#खणे अ$तोगध,ा पिरयायतो प4 चयु2प$ ने क<वा अFपिरपूरण<थं गिहतािन। भवोित च<ेथ उपादानािदप4 चयिवरिहता च,ारो अ1िपनो ख$धा, त हाप4 चया उपादान�$त ए<थ कामुपादानं व. ज<ेवा तीिण उपादानािन एव गहेत)बािन। िW$ न��प एकल#खणानं ध�मानं एक#खणे अस�भवा लोभमूलिवरिहतेसु दोसमोहमूलेसु चवे कुसला)याकतेसु च िच,ेसु वेदनाप4 चया पिटघं िविचिक4छा उ:4 च�$त एवं त हाठाने यथायोगं पिटघादयो तयो। तेसु िविचिक4छाव�. जतेसु चवे िदि�िव2पयु,ेसु च उपादान�ाने अिधमो#खो गिहतो। िविचिक4छाय पन स?: अिधमो#ख�सािप अस�भवा िविचिक4छाप4 चया भवोित च गिहतो। उपादान�ाने च अिधमो#खो च गिहतो। लोिकयान6 च<ेथ कुसला)याकतानं उपिन�सयवसेन अिव. जाप4 चयता वु,ा। लोकु,रानं पन य�मा अ2पहीनािव. जो अिव. जाय पहान<थं, पिट2प�स�भन<थ6 च लोकु,रं भावेित, त�मा समित# कमनवसेन अिव. जाप4 चयता वु,ा, न सहजातवसेन। तेनेव तेसं िन:ेसवारेसु ‘‘त<थ कतमा अिव. जा’’ित अिवभिज<वा ‘‘त<थ कतमो अिव. जाप4 चया स�ारो’’ित (िवभ॰ २४०) िवभ,ं। िकिरयध�मानं पन केनिच पिरयायेन अिव. जामूलक,ं न<थीित ‘‘स�ारप4 चया िव6 ञाण’’�$तआिदना स�ारमूलकािदको नयो वु,ो, न अिव. जामूलको। अिपच लोिकयकुसलादीसु तेसं ध�मानं द#ुखस4 चपिरयाप$ न,ा ‘‘एवमेत�स केवल�स द#ुख#ख$ध�स समुदयो होती’’ित (िवभ॰ २२५) एवं अ2पना कता, लोकु,रकुसलादीसु ‘‘एवमेतेसं ध�मान’’�$त। अयं लोिकयतो लोकु,रानं देसनाय िवसेसोित अयं अिभध�मभाजनीये नयो।

इदािन प4 चयनया, कारकादीिह सु6 ञतो।मूल:स�$धस�ेपाकारव_िवभागतो॥

वारणोपमतोपे<थ, ग�भीरनयभेदतो।यथारहं िवजानीयो, पािळमु,िविन4छयो॥

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त�थ प� चयनयो साम� ञतो, िवसेसतो चाित दिुवधो होित। त�थ त�भावभािवम�तापकासको साम� ञतो प� चयनयो। िवसेसतो पन प�ाने आगतेसु हेतुप� चयािदचतुवीसितया प� चयेसु यथानु!प ंप� चयिवसेसु#प$ नम�तापकासको। सा च नेसं चतुवीसितया प� चयानं िवभागता प�ानमाितक�थसंव%णनाय आिव भिव'सित। त�थ साम� ञतो स(ारादयो अिव+ जािदप� चयभावे एव भािवनोित वेिदत�बा। य'स िह चतूसु स� चसुे, पु�ब$तादीसु च अिव+ जा अ#पहीना होित, सो द0ुखे ताव पु�ब$तादीसु च अ� ञाणेन तीसु भवेसु जाितजरारोगमरणािदअनेकादीनववोिक%णं पु� ञफलस(ातं स(ारिवपिरणामद0ुखं द0ुखतो अजान$तो सुखस� ञाय प�थे�वा तीिह 4ारेिह पु� ञाने� जािभस(ारे आरभित। समुदये अ� ञाणेन द0ुखहेतुभूतेसुिप त%हापिर0खारेसु द0ुखहेतुकं आपाियकािदद0ुखं, द0ुखहेतुभूतेसु कामूपसेवनादीसु च आदीनवं अप'स$तो सुखहेतुस� ञाय चवे िकलेसािभभूतताय च ितिवधेिप स(ारे आरभित। िनरोधे, पन म5गे च अ� ञाणेन अिनरोधभूते गितिवसेसे िनरोधस� ञी, िनरोध'स च वा अम5गभूतेसुिप य� ञामरतपादीसुिप िनरोधम5गस� ञी हु�वा ितिवधेिप स(ारे आरभित। इद#प� चयतापिट� चसमु#प$ नेसु ध8मेसु अ� ञाणेन ‘‘अहेतू अ#प� चया स�ा उ#प+ ज;$त, न हो;$त परं मरणा’’ित वा ‘‘अ�ाव जानाित वा न जानाित वा, सोव स(ारे स(रोित, सोव पिटस;$धयं उ#प+ जित, त'स अणुइ'सरादयो कललािदभावेन सरीरं स%ठाप$ेता इ;$>यािन स8पादे;$त, सोव इ;$>यस8प$ नो फुसित, वेदयित, त;%हयित, उपादानादीिन च करोती’’ित वा ‘‘स�बे स�ा िनयितस?ितभवपिरणता’’ित वा िवक#पेित। सो एवं अिव+ जाय अ$धीकतो –

‘‘यथािप नाम ज� च$धो, नरो अपिरणायको।एकदा याित म5गेन, उ8म5गेनािप एकदा॥

‘‘संसारे संसरं बालो, तथा अपिरणायको।करोित एकदा पु� ञ,ं अपु� ञमिप एकदा’’ित॥ (िवभ॰ अ�॰ २२६ स?ारपदिनFेस) –

वु�नयेन ितिवधे स(ारे अिभस(रोतीित। Hक पने�थ एकाव अिव+ जा स(ारानं प� चयो होित, ननु एक'मा कारणा एकंव कािरयं उ#प+ जित, अनेकं कािरयं न उ#प+ जित, अनेक'मा वा एक;$त, अनेक'मा कारणा अनेकं कािरयं उ#प+ जतीित? स� च,ं पधान�पाकट�असाधारण�दीपन�थं पने�थ अनेकेसु कारणेसुिप एका अिव+ जा एव प� चयभावेन िनिF�ा ‘‘फ'सप� चया वेदना (उदा॰ ३), से8हसमु�ाना आबाधा’’ितआदीसु (अ॰ िन॰ १०.६०; महािन॰ ५; चूळिन॰ ख5गिवसाणसु�िनFेस १२८) िवय। अिव+ जा िह पधानो हेतु, स(ारानं पाकटो, असाधारणो च त%हािदहेतून;8प हेतु�ा, न व�थार8मणादीिन खीणासव'स तेसं स8भवेिप स(ारानं अभावाित। एवं तावे�थ वRस(ारानं अिव+ जाय एव भावे भावो वेिदत�बो। तथा िव� ञाण'सािप उपिचतक8माभावे अभावतो, स�ब�थ स�बेस� च स�बिवपाकिव� ञाणु#पि�#पस?तो च स(ारानं एव भावे भावो वेिदत�बो। यथा च�ेथ, एवं उपिरिप नाम!पादीनं िव� ञाणािदभावे भावो यथानु!प ंअनुभवयु�ीिह ञात�बोित अयं साम� ञतो प� चयनयो।

िवसेसतो पन अिव+ जा पु� ञािभस(ारानं ताव आर8मणप� चयेन, उपिन'सयप� चयेन चाित ि4धा प� चयो होित। सा िह अिव+ ज ंआर�भ स8मसनािदवसेन उ#पि�यं कामावचरानं, अिभ� ञािच�ेन समोहिच�'स जाननकाले !पावचरान� च पु� ञािभस(ारानं ताव आर8मणप� चयेन प� चयो होित, अिव+ जासमित0 कमन�थाय पन अिव+ जास8मूSहताय काम!पभवस8पि�यो प�थे�वाव काम!पावचरपु� ञािन करो$त'स उपिन'सयप� चयेन प� चयो होित। अपु� ञािभस(ारानं पनेसा अिव+ ज ंआर�भ रागादीनं उ#प+ जनकाले आर8मणािदप� चयेन अिव+ जास8मूSहताय पाणाितपातादीिन करो$त'स िन'सयप� चयेन, दिुतयजवनादीनं अन$त!पिन'सयासेवनन;�थिवगतप� चयेिह यं िक;� च अकुसलं करो$त'स हेतुसहजातअ� ञम� ञिन'सयस8पयु�अ;�थअिवगतप� चयेहीित एवं अनेकधा प� चयो होित, आने� जािभस(ारानं पन एकेन उपिन'सयप� चयेनेव प� चयो होित।

स(ारप� चया िव� ञाणपदे पन तयोिप स(ारा िव� ञाण'स यथारहं तीसु भवेसु पिटस;$धपव�ीसु क8मप� चयेन चवे उपिन'सयप� चयेन चाित ि4धा प� चया हो;$त। अिभध8मभाजनीयनयेन सहजात'स िव� ञाण'स सहजातअ� ञम� ञिन'सयस8पयु�क8म;�थअिवगतािदप� चयेिह प� चया हो;$त।

िव� ञाणप� चया नाम!पपदे पन िव� ञाणं िवपाकभूतं, अिवपाकभूत� च नाम'स केवल'स वा !पिम'सक'स वा पिटस;$धपव�ीसु सहजातअ� ञम� ञिन'सयस8पयु�िवपाकआहारइ;$>यअ;�थअिवगतप� चयेिह यथारहं नवधा, अ�धा वा प� चयो होित। पिटस;$धयं िवपाकिव� ञाणं व�थु!प'स सहजातअ� ञम� ञिन'सयिवपाकआहारइ;$>यिव#पयु�अ;�थ अिवगतप� चयेिह नवधा प� चयो होित। ठपे�वा पन व�थु!पं सेस!प'स तेहेव अ� ञम� ञप� चयरिहतेिह अ�िह प� चयो होित। अिभस(ारिव� ञाणं पन एकवोकारप� चवोकारभवेसु क8मज!प'स सु�;$तकपिरयायेन उपिन'सयवसेन प� चयो होित। पवि�यं पन स�ब;8प िव� ञाणं त'स त'स नाम!प'स यथारहं प� चयो होित। त�थ अ!पभवे िव� ञाणं नाम'सेव, अस;� ञभवे !प'सेव, प� चवोकारभवे नाम!प'स प� चयो होतीित वेिदत�बं। तेनेव नाम� च !प� च नाम!प� च नाम!प;$त िन�बचनं कत;$त।

नाम!पप� चया सळायतनपदे पन नामं िवपाकभूतं, अिवपाकभूत� च अ!पभवे छ�ायतन'स अवकंसतो सहजातअ� ञम� ञिन'सयस8पयु�िवपाकअ;�थअिवगतवसेन यथारहं स�धा प� चयो होित। इतरेसं पनेतं प� च$ नं च0खायतनादीनं प� चवोकारभवे पिटस;$धयं चतुमहाभूतसहायं हु�वा सहजातिन'सयिवपाकिव#पयु�अ;�थअिवगतवसेन छधा प� चयो होित। िक;� च पने�थ हेतुप� चयेन, िक;� च

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आहारप� चयेन चाित तेसं वसेन स�बवारेसु उ0 कंसावकंसो वेिदत�बो। पव�े पन च0खादीनं प� च$ नं िवपाकमिवपाक;8प नामं प�छाजातिव#पयु�अ;�थअिवगतवसेन चतुधा प� चयो होतीित। एवं ताव नाममेव सळायतन'स प� चयो होतीित वेिदत�बं।

!पं पन व�थुभूतं पिटस;$धयं छ�ायतन'स सहजातअ� ञम� ञिन'सयिव#पयु�अ;�थअिवगतवसेन छधा प� चयो होित। चतुमहाभूत!प ंच0खादीनं प� च$ नं पिटस;$धयं, पव�े च सहजातिन'सयअ;�थअिवगतप� चयेिह चतुधा प� चयो होित। !पजीिवित;$>यं पन इ;$>यअ;�थअिवगतवसेन ितिवधा। तथा आहारो आहार;�थअिवगतवसेन। सो च आहा!पजीवीनं पव�ेयेव, नो पिटस;$धयं। तािन पन प� च च0खायतनादीिन प� चिव� ञाणस(ात'स छ�'स मनायतन'स िन'सयपुरेजातइ;$>यिव#पयु�अ;�थअिवगतवसेन छधा प� चया हो;$त पव�ेयेव, नो पिटस;$धयं। तथा प� चिव� ञाणिवरिहतमनायतन'स व�थु!प ंिन'सयपुरेजातिव#पयु�अ;�थअिवगतवसेन प� चधा प� चयो होतीित। एवं !पमेव छ�ायतन'स, सळायतन'स च प� चयो होतीित वेिदत�बं। ख$ध�यव�थु!पस(ातं पन नाम!पं छ�ायतन'स पिटस;$धयं सहजातअ� ञम� ञिन'सयस8पयु�िव#पयु�िवपाकअ;�थअिवगतािदवसेन यथारहं प� चयो होतीित। एवं नाम� च !प� च नाम!प� च यथारहं छ�ायतन'स, सळायतन'स च प� चयो होतीित वेिदत�बं।

सळायतनप� चया फ'सपदे पन छ�ायतनं िवपाकं, अिवपाक� च स�ब�थ स8पयु�फ'स'स सहजातािदवसेन नवधा, अ�धा वा प� चयो होित। च0खायतनादीिन प� च यथा0 कमं पव�े च0खुस8फ'सादीनं प� च$ नं िन'सयपुरेजातइ;$>यिव#पयु�अ;�थअिवगतवसेन छधा, !पायतनादीिन प� च तेसं आर8मणपुरेजातअ;�थअिवगतवसेन ितधा। मनोस8फ'स'स पन तािन, ध8मार8मण� च तथा च आर8मणािधपितम�ेन चाित बहुधा प� चया हो;$त। एवं छ�ायतन� च सळायतन� च छ;�बध'सािप फ'स'स प� चयो होतीित वेिदत�बं।

फ'सप� चया वेदनापदे स�बोिप फ'सो सहजातानं वेदनानं सहजातअ� ञम� ञिन'सयिवपाकआहारस8पयु�अ;�थअिवगतवसेन अ�धा, स�धा वा प� चयो होित, असहजातानं उपिन'सयवसेनेवाित।

वेदनाप� चया त%हापदे िवपाकवेदना अनुसयपितताय त%हाय उपिन'सयवसेन, सहजातािदवसेन च प� चयो होित। य'मा पन –

द0ुखी सुखं प�थयित, सुखी िभUयोिप इ�छित।उपे0खा पन स$त�ा, सुखिम� चवे भािसता।त%हाय प� चया त'मा, हो;$त ित'सोिप वेदनाित॥ (िवसुिV॰ २.६४४)।

त%हाप� चया उपादानपदे त%हा असहजाता चतु$ न;8प उपादानानं उपिन'सयवसेन चवे अन$तरािदवसेन च, सहजाता पन कामुपादानव;+ जतानं ित%णं हेतुसहजात अ� ञम� ञिन'सयस8पयु�अ;�थअिवगतवसेन स�धा प� चयो होित।

उपादानप� चया भवपदे चतु;�बध;8प उपादानं असहजात'स स�बक8मभव'स चवे उपपि�भव'स च उपिन'सयवसेनेव प� चयो होित, सहजात'स पन क8मभव'स हेतुसहजातािदवसेन प� चयो होित।

भवप� चया जाितपदे भवोित क8मभवोव अिध#पतेो, सो च जाितया क8मप� चयउपिन'सयप� चयवसेन ि4धा प� चयो होित।

जाितप� चया जरामरणािदपदे जाित पन जरामरणानं, सोकादीन� च त�भावभावीभावम�तो सु�;$तकनयेन उपिन'सयकोिटयाव प� चयो होतीित अयं तावे�थ प� चयनयो।

कारकादीिह सु� ञतो पनेते अिव+ जादयो 4ादस ध8मा य'मा एवं प� चयप� चयु#प$ नभावेन अ� ञम� ञ ंपिटबVा अ� ञिनरपे0खा हु�वा अिव;�छ$ नाअनािदका पव�;$त, त'मा ततो अ� ञने XYािदना कारकेन, पकितअणुकालािदहेतुना वा कारकवेदक!पेन परपिरक;#पतेन अ�ना वा रिहता। न चतेे अ�ा, न अ�िन, न अ�व$तो, सु� ञा एते अ�ेन वा अ�िनयेन वा धुवभावेन वा सुभभावेन वा सुखभावेन वाित अयं कारकादीिह सु� ञता।

मूल�स��धस�ेपाकारव�िवभागतोित ए�थ मूलतो ताव अिव+ जा, त%हा चाित 4े ध8मा मूल;$त वेिदत�बा। अVतो पने�थ अिव+ जा, स(ाराित 4े अ?ािन अतीतो अ�ा, िव� ञाणादीिन भवावसानािन अ� प� चु#प$ नो अVा, जाित चवे जरामरण� चाित 4े अनागतो अVाित तयो अVा वेिदत�बा। स;$धतो पन स(ारानं, पिटस;$धिव� ञाण'स च अ$तरा एको हेतुफलस;$ध, वेदनाय च त%हाय च अ$तरा एको फलहेतुस;$ध, भव'स च जाितया च अ$तरा एको हेतुफलस;$ध चाित तयो स�धी वेिदत�बा। स(ेपतो पन स$धीनं आिदपिरयोसानवव;�थता च�ारो स(ेपा हो;$त। सेUयिथदं – अिव+ जास(ारा एको स(ेपो, िव� ञाणनाम!पसळायतनफ'सवेदना दिुतयो, त%हुपादानभवा तितयो, जाितजरामरणािन चतु�थोित एवं च�ारो स�ेपा वेिदत�बा।

आकारतो पने�थ –

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अतीते हेतुयो प� च, इदािन फलप� चकं।इदािन हेतुयो प� च, आयHत फलप� चक;$त॥ –

एवं वीसित आकारा हो;$त।

ए�थ िह स!पतो वु�ा अिव+ जास(ारा, तेसं गहणेन तदिवनाभावतो गिहता त%हुपादानभवाित इमे प� च ध8मा अतीते हेतुयो नाम, स!पतो वु�ा िव� ञाणादयो प� च ध8मा इदािन फलप� चकं नाम, स!पतो पन वु�ा त%हुपादानभवा, तेसं गहणेन तदिवनाभावतो गिहता अिव+ जास(ाराित इमे प� चइदािन हेतुयो नाम। जाितआिदअपदेसेन वु�ा िव� ञाणादयो प� च ध8मा आय'त फलप� चकं नामाित एवं वीसित आकारा वेिदत�बा। वRतो पने�थ स(ारभवा क8मवRं, अिव+ जात%हुपादाना िकलेसवRं, सेसािन िवपाकवR;$त तीिण व�ािन हो;$त। याव च तेसु िकलेसवRं अिरयम5गेन न उप;�छ+ जित, ताव इदं भवच0 कं अनुप;�छ$ नं पव�तीित अयमे�थ मूलVस;$धस(ेपाकारवRिवभागो।

वारणोपमतोित ए�थ वारणतो ताव – ‘‘अिव+ जाप� चया स(ारा’’ित इदमहेतुकिवसमहेतुकद'सनिनवारणं, ‘‘स(ारप� चया िव� ञाण’’;$त उ�छेदअ�सZ;$तद'सनिनवारणं, ‘‘िव� ञाणप� चया नाम!प’’;$त अ�ाित पिरक;#पतव�थुभेदद'सनतो घनस� ञािनवारणं, ‘‘नाम!पप� चया सळायतन’’;$तआिद अ�ा प'सित…पे॰… िवजानाित फुसित, वेदयित, त;%हयित, उपािदयित, भवित, जायित, जीयित, मीयतीित एवमािदद'सनिनवारण;$त इदमे�थ िम�छाद'सनिनवारणं।

उपमातो पने�थ अ$धो िवय अिव+ जा, त'स उप0खलनं िवय स(ारा, पतनं िवय िव� ञाणं, तेन ग%डपातुभावो िवय नाम!पं, त'स ग%डभेदपीळका िवय सळायतनं, त'स स^Rनं िवय फ'सो, त+ जिनतद0ुखं िवय वेदना, द0ुख'स पिटकारािभलासो िवय त%हा, अस#पाय5गहणं िवय उपादानं, अस#पायालेपनं िवय भवो, तेन ग%डिवकारपातुभावो िवय जाित, त;�बकारभेदो िवय जरामरणं। यथासभावद'सनिनवारणािदतो वा एते अिव+ जादयो अ;0खपटलािद उपमािहिप वेिदत�बाित अयमे�थ उपमा।

ग*भीरनयभेदतोित ए�थ ग8भीरभेदो ताव इमेसं अिव+ जादीनं प� चकंे ध8म�थदेसनापिटवेधग8भीरता वेिदत�बा। इमे िह अिव+ जादयो ध8मा येनाकारेन यदव�था च स(ारादीनं फलानं प� चया हो;$त, सो नेसं प� चय�ो दरुवबोधतो ग8भीरोित अयमे�थ ध*मग*भीरता। ध8मोित हेतु ‘‘हेतु;8ह ञाणं ध8मपिटस;8भदा’’ित (िवभ॰ ७२०) वचनतो। जरामरणादीनं फलानं जाितआदीिह प� चयेिह स8भूतसमुदागत�ो दरुवबोधतो ग8भीरोित अयं अ+थग*भीरता। अ�थोित फलं ‘‘हेतुफले ञाणं अ�थपिटस;8भदा’’ित (िवभ॰ ७२०) वचनतो। तेसं पन हेतूनं, फलान� च तेन तेनाकारेन अिवपरीततो देसनािप स�ब� ञुत� ञाण'सेव गोचरतो ग8भीराित अयं देसनाग*भीरता। यो पनेसं अिव+ जास(ारादीनं अद'सनायूहनािदसभावो, सो म$दप� ञेिह द#ुपिरयोगाह�ा ग8भीरोित अयं पिटवेधग*भीरताित अयमे�थ ग8भीरभेदो।

नयभेदो पने�थ एक�नयो नान�नयो अ�यापारनयो एवंध8मतानयोित इमेसं चतु$ नं अ�थनयानं वसेन वेिदत�बो। त�थ िह ‘‘अिव+ जाप� चया स(ारा, स(ारप� चया िव� ञाण’’;$त एवं बीज'स अZ̀रािदभावेन a0खभाव#पि� िवय स$तानानुप�छेदो एक/नयो नाम। यं स8मा प'स$तो हेतुफलस8ब$धेन स$तानानुप�छेदावबोधतो उ�छेदिदH� पजहित, िम�छा प'स$तो हेतुफलस8ब$धेन पव�मान'स स$तानानुप�छेद'स एक�5गहणतो स'सतिदH� उपािदयित।

अिव+ जादीनं पन यथासकं ल0खणवव�थानं नान/नयो नाम। यं स8मा प'स$तो नवनवानं उ#पादद'सनतो स'सतिदH� पजहित, िम�छा प'स$तो एकस$तानपितत'स िभ$ नस$तान'सेव नान�5गहणतो उ�छेदिदH� उपािदयित।

अिव+ जाय पन ‘‘स(ारा मया उ#पादेत�बा, स(ारानं वा िव� ञाणं अ8हेही’’ित एवमािद�यापाराभावो अ0यापारनयो नाम। यं स8मा प'स$तोकारक'स अभावावबोधतो अ�िदH� पजहित, िम�छा प'स$तो यो असितिप �यापारे अिव+ जादीनं सभाविनयमिसVो हेतुभावो, त'स अ5गहणतो अिकिरयिदH� उपािदयित।

अिव+ जादीिह पन कारणेिह स(ारादीनंयेव स8भवो खीरादीिह दिधआदीनं िवय, न अ� ञसे;$त अयं एवंध*मतानयो नाम। यं स8मा प'स$तो प� चयानु!पतो फलावबोधतो अहेतुकिदH�, अिकिरयिदि�� च पजहित, िम�छा प'स$तो प� चयानु!प ंफल#पवH� अ5गहे�वा यतो कुतोिच य'स क'सिच अस8भव5गहणतो अहेतुकिदH� चवे िनयतवाद� च उपािदयतीित अयमे�थ नयभेदोित एवं िवजानीयो पािळमु�िविन�छयो।

प� चयाकारिवभ?माितक�थव%णना िनि�ता।

सितप1ानिवभ2माितक+थव3णना

सितप�ानिवभ?माितकाय पन अ+थतो ताव – च/ारोित गणनपिर�छेदो, तेन न ततो हे�ा, न उV;$त दीपेित। सितप1ानाित ए�थ 4े सितप�ाना

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सितगोचरोिप सितिप। ‘‘चतु$ नं, िभ0खवे, सितप�ानानं समुदय� च अ�थ?म� च देसे'सामी’’ितआदीसु (सं॰ िन॰ ५.४०८) िह सितगोचरो ‘‘सितप�ान’’;$त वु� चित, त'स�थो पित�ाित त;'म;$त प�ानं, का पित�ाित? सित। सितया प�ानं सितप1ानं। पधानं ठान;$त वा प�ानं, सितया प�ानं सितप1ानं। ‘‘च�ारो सितप�ाना भािवता बहुलीकता स� बो+झ?े पिरपूरे$ती’’ितआदीसु (म॰ िन॰ ३.१४७) पन सित। त'स�थो पित�ातीित प�ानं, उप�ाित ओ0 क;$त�वा प0ख;$द�वा पव�तीित अ�थो। सितयेव प�ान�थेन सितप1ानं। अथ वा सरण�ेन सित, सा च उप�ान�ेन प�ान;$त सितप1ानं,इदिमध अिध#पेतं। यिद एवं, क'मा सितप�ानाित बहुवचनं कतं? सितया बहु�ा। आर8मणभेदेन िह बहुका ता सितयो।

इधाित इमd'म सासने, तेन अ+झ�ािदवसेन स�ब#पकारचतुच�ालीसिवधसितप�ानिन�ब�क'स पु5गल'स िन'सयभूतं सासनमेव, ना� ञं सासन;$त दीपेित। वु�ं हेतं ‘‘इधेव, िभ0खवे, समणो…प॰े… सु� ञा पर#पवादा समणेिह अ� ञेही’’ित (दी॰ िन॰ २.२१४; म॰ िन॰ १.१३९; अ॰ िन॰ ४.२४१)।

िभ4खूित संसारे भयं इ0खनको। तेन िक� चािप भगवतो देवलोके िनसीिद�वा सितप�ानं देसे$त'स स;$तके देवगणं मु;� च�वा एकिभ0खुिप िनिस$ नोनाम न;�थ, तथािप देवो वा होतु मनु'सो वा गह�ो वा प�बिजतो वा, संसारे भय;$त स8मा इ0खमानो यथानुिस�ं पिटप+ जमानोव िभ0खु नाम होित, ना� ञोित द'सेित। यथाह ‘‘अलZतो चपेी’’ित (ध॰ प॰ १४२)।

अ6झ/;$त िनयक+झ�ं। कायेित ए�थ आय;$त ततोित आयो। के आय;$त? कु;�छता केसादयो, इित कु;�छतानं आयोित कायो। अथ वा अ?प� च?ानं, केसादीन� च समूह�ेनिप कायो, !पकायो, तd'म अ�नो कायेित अ�थो। कायानुप8सीित कायं अनुप'सनसीलो। ‘‘काये’’ित च व�वा पुन ‘‘कायानुप'सी’’ित दिुतयकाय-5गहणं ‘‘एवं न काये अ?प� च?िविनमु�एकध8मानुप'सी, नािप केसलोमािदिविनमु�इ;�थपुिरसानुप'सी, न च भूतुपादायिविनमु�एकध8मानुप'सी, अथ खो रथस8भारनगरावयवकदिल0ख$धिवभागानुप'सको िवय यथा0 कमं अ?प� च?केसािदभूतुपादायसमूहानुप'सी एवा’’ित द'सन�थं कतं। तथा हे�थ यथावु�ध8मसमूहिविनमु�ो इ;�थपुिरसािदको, अ� ञो वा कोिच ध8मो न िद'सित, यथावु�ध8मसमूहम�ेयेव पन बाला तथा तथा सुभािदतो च िम�छािभिनवेसं करो;$त, अयं पन योगी त�थ कायानुप'सी एव अिन� चद0ुखअन�ासुभानुप'सी एवाित वु�ं होित। अथ वा Uवायं महासितप�ाने अ'सासप'सासािदको चुFसिवधो कायो वु�ो, त'स स�ब'स इमd'मयेव काये अनुप'सनतो ‘‘काये कायानुप'सी’’ित एवमािदनािप अ�थो द��बो।

िवहरतीित इिरयित, चतूसु इिरयापथेसु एकेनागतं सरीरबाधनं अ� ञेन इिरयापथेन िव;�छ;$द�वा अपतमानं अ�भावं हरित, पव�ेतीित अ�थो। बिह�ा कायेित पर'स काये। अ6झ/बिह�ा कायेित कालेन अ�नो, कालेन पर'स काये। कालेन िह अ+झ�बिहVाकायेसुिप एकd'म खणे कायानुप'सना उ#प+ जित, पगुणक8म�ान'स पन अपरापरं स� चरणकालो ए�थ किथतो। आतापीित कायपिर5गाहकवीिरयेन वीिरयवा। सो िह य'मा िकलेसानं आतापनतो आतापो वु� चित वीिरयं, सो च'स अ;�थ, त'मा आतापीित वु� चित। स*पजानोित कायपिर5गाहकेन स8पज� ञेन सम$ नागतो। सितमाित कायपिर5गािहकाय सितया सम$ नागतो। अयं पन य'मा सितया आर8मणं पिर5गहे�वा प� ञाय अनुप'सित, वीिरयेन च अ$तरा वोसानं नाप+ जित, त'मा येसं ध8मानं आनुभावेन तं सितप�ानं स8प+ जित, तेसं द'सन�थं ‘‘आतापी स8पजानो सितमा’’ित इदं वु�;$त वेिदत�बं।

इित कायानुप'सनासितप�ानं, स8पयोग?� च द'से�वा इदािन पहान?ं द'सेतुं ‘‘िवने<य लोके अिभ6झादोमन8स’’;$त वु�ं। त�थ िवने<याित तद?िवनयेन वा िव0ख8भनिवनयेन वा िवनिय�वा। लोकेित Uवायं अ+झ�ािदभेदो कायो वु�ो, 'वेव इध लु+ जनपलु+ जन�ेन लोको नाम। िवभ2े पन य'मा !पकाये पहीनअिभ+झादयो वेदनादीसुिप पहीय;$त एव, त'मा प� चिप उपादान0ख$धा ‘‘लोको’’ित वु�ं। तd'म लोके अिभ+झादोमन'सस(ातं काम�छ$द�यापादं िवनेUयाित स8ब$धो। इम'स च नीवरणेसु बलवध8म4य'स पहानद'सनेन सेसनीवरणान;8प पहानं वु�ंयेवाित वेिदत�बं। िवसेसेन च�ेथ अिभ+झादोमन'सिवनयेन यथा0 कमं कायस8पि�िवपि�मूलानं अनुरोधिवरोधानं, अ�अिभरिततदसुभाकारािदभावनानिभरतीनं, अभूतगुणप0खेपभूतदोसापनयनान� च पहानं वु�ं, तेन योगावचर'स योगानुभाविन�ब�फलं, योगसम�थता च दीिपता होित।

अ6झ/ं वेदनासूितआदीसुिप अ+झ�ादीिन वु�नयेन वेिदत�बािन। ए�थ पन वेदनाित ित'सो वेदना लोिकया, तथा िच/ं, ध*मा च, तेसं िवभागो िवभ?नये आिव भिव'सित। केवलं पने�थ यथा वेदनादयो अनुप'स$तो वेदनािदअनुप'सी नाम होित, सो नयो द'सेत�बो। सेUयिथदं – वेदनासु ताव सुखा वेदना द0ुखतो, द0ुखा सg लतो, इतरा च अिन� चतो अनुप;'सत�बा। यथाह –

‘‘यो सुख ंद0ुखतो अF, द0ुखमF;0ख सg लतो।अद0ुखमसुखं स$तं, अF;0ख नं अिन� चतो’’ित (सं॰ िन॰ ४.२५३; इितवु॰ ५३)॥

स�बा एव एता द0ुखतो अनुप;'सत�बा ‘‘यं िक;� च वेदियतं, तं द0ुख;'म;$त वदामी’’ित (सं॰ िन॰ ४.२५९) वचनतो। एवं अनुप'स$तो पन अिन� चािदस�ानुप'सनावसेन वा अनुप'स$तोिप ‘‘इमं वेदनं को वेदयित, क'सायं वेदना, Hक कारणायं वेदना’’ित उपपिर;0ख�वा ‘‘न कोिच स�ािदको वेदयित, न केस;� च स�ादीनं वेदना, व�थार8मणािदकारणा पनायं वेदना उ#प+ जती’’ित अनुप'स$तोिप वेदनानुप8सी नाम होित। अथ वा सुखादीनं उ#पि�0खणे द0ुखादीनं अस8भवा अिन� चा अVुवा िवपिरणामध8माित एवं वा अनुप'स$तो वेदनानुप8सी नाम होित। इिमनाव नयेन पािळनयानुसारेन

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सेसिच�ध8मान;8प अनुप'सनाकारो वेिदत�बो। िवसेसतो पने�थ िच�ेसु अिन� चतावसेन, ध8मेसु अन�तावसेन च अनुप'स$तो िच/ानुप8सी, ध*मानुप8सी च नाम होतीित वेिदत�बं। सेसं सुिव� ञUेयमेव। अयं तावे�थ पद�थो।

ध*मभेदो पने�थ न;�थ, सरणवसेन च एकाव सित आर8मणवसेन ‘‘च�ारो सितप�ाना’’ित वु�ाित।

िवभ2नयतो पने�थ सु/�तभाजनीये ताव अ+झ�बिहVातदभुयकाये केसािदको�ासभावनावसेन पठमं सितप�ानं िव�थािरतं। तथा अ+झ�ादीसु प� चकंे सािमसिनरािमसवसेन दिुवधानं सुखद0ुखअद0ुखमसुखवेदनानं वसेन दिुतयं, सरागवीतरागसदोसवीतदोससमोहवीतमोहसंिख�िव;0ख�मह5गतअमह5गतसउ�रानु�रसमािहतासमािहतिवमु�ािवमु�भेदतो सोळसिवधेिह िच�पजाननवसेन तितयं, प� चनीवरणानं, स�बो+झ?ान� च स8भवास8भवउ#पादपहानपहीनानु#पि�भावनापािरपूिरहेतु+झानवसेन चतु�थं सितप�ानं िव�थािरतं। अयं सु�$तभाजनीयनयो।

अिभध*मभाजनीये पन ताव ‘‘च�ारो सितप�ाना। इध िभ0खु काये कायानुप'सी िवहरित वेदनासु…पे॰… ध8मेसु ध8मानुप'सी िवहरती’’ित (िवभ॰ ३८०) एवं माितकं ठपे�वा ध8मस?िणयं वु�नय'स िव�थारेसु अ�सु लोकु�रिच�ेसु स8पयु�सितवसेनेव िव�थारतो िवभ�ा।

प�हापु�छकनयेिप चतु$ नं सितप�ानानं कित कुसला…पे॰… कित अरणा? िसया कुसला, िसया अ�याकता…पे॰… अनुपािद$ नअनुपादािनयाव, असंिकिल�असंिकलेिसकाव…प॰े… अिनद'सनअ#पिटघाव। न हेतू अहेतुकाव…प॰े… अनु�रा अरणावाित लोकु�रवसेनेव िवभ�ा। स8मास8बुVेन िह सु�$तभाजनीय;'म� ञवे लोिकयलोकु�रिम'सका सितप�ाना किथता, अिभध8मभाजनीयप�हापु�छकेसु पन लोकु�रायेव। तेसु च लोिकया नानािच�ेसु एव ल�भ;$त। अ� ञनेेव िह िच�ेन कायं प5ग%ह;$त, अ� ञने वेदनादयोित। लोकु�रा पन च�ारोिप म5ग0खणे एकिच�ेयेव ल�भ;$त। एक;'म;�ह म5गिच�0खणे आर8मणतो िन�बानार8मणा एकाव सित कायादीसु सुभसुखिन� चअ�िवपg लाससमु�छेदकताय चतुिक� चसाधन�ेन च�ािरिप नामािन लभतीित अयमे�थ िवभ?नयो।

कमतो सितप�ाने, अनूनािधकतोिप च।पािळमु�नयो ञUेयो, त�थ कोसg लिम�छता॥

त�थ कमतो ताव अय;8प देसना0 कमोव, सोिप पाकटापाकटवसेन वु�ो। इमासु िह !पक8म�ानं पाकट;$त पठमं कायानुप'सना वु�ा। ततो अ!पक8म�ानं। त�थािप आर8मणं अनुभव$ती उ#प+ जमाना वेदना पाकटाित अन$तरा वेदनानुप'सना, ततो आर8मणं िवजान$तं िव� ञाणं पाकट;$त िच�ानुप'सना, िच�े पाकटे त;$ न;'सता सुखुमािप ध8मा पाकटा हो$तीित अ$ते ध8मानुप'सना वु�ा। अयं तावे�थ कमो।

अनूनािधकतोित ए�थ पन क'मा भगवता च�ारोव सितप�ाना वु�ा, अनूना अनिधकाित? त%हाचिरतिदि�चिरतसमथयािनकिवप'सनायािनकानं म$दित0खवसेन ि4धा पव�ानं िवसुिVम5गवसेन। म$द'स िह त%हाचिरत'स ओळािरकं कायानुप'सनासितप�ानं िवसुिVम5गो, ित0ख'स सुखुमं वेदनानुप'सनासितप�ानं, िदि�चिरत'सािप म$द'स नाित#पभेदगतं िच�ानुप'सनासितप�ानं, ित0ख'स अित#पभेदगतं ध8मानुप'सनासितप�ानं िवसुिVम5गो। समथयािनक'स च म$द'स अिक�छेन अिधग$त�बिनिम�ं पठमं सितप�ानं िवसुिVम5गो, ित0ख'स दिुतयं, िवप'सनायािनक'सािप म$द'स तितयं, ित0ख'स चतु�थं िवसुिVम5गोित वेनेUय+झासयतो च�ारो वु�ा। सुभसुखिन� चअ�भाविवपg लास#पहान�थं वा चतुरोघयोगासवग$थउपादानअगित#पहान�थ;8प चतु;�बधाहारपिर� ञ�थ� च च�ारोव वु�ा, अनूना अनिधकाित अयमे�थ अनूनािधकता। एवं पािळमु�नयो ञेUयो।

सितप�ानिवभ?माितक�थव%णना िनि�ता।

स*म?पधानिवभ2माितक+थव3णना

स8म#पधानिवभ?माितकाय पन अ+थतो ताव – स*म?पधानाित कारण#पधाना उपाय#पधाना। योिनसो पदहनतो परमं धानं पधानं, पधानवीिरयानीित अ�थो। इध िभ4खूित इमd'म सासने पिटप$ नको िभ0खु। अनु?प� नान;$त अिन�ब�ानं। पापकान;$त लामकानं। अकुसलानं ध*मान;$त अकोसg लस8भूतानं ध8मानं। अनु?पादायाित न उ#पादन�थाय। छ�दं जनेतीित क�ुक8यतास(ातं कुसल�छ$दं जनेित उ#पादेित। वायमतीित पयोगं पर0 कमं करोित। वीिरयं आरभतीित काियकचतेिसकवीिरयं करोित। िच/ं प@ग3हातीित तेनेव सहजातवीिरयेन िच�ं उ;0खपित। पदहतीित पधानवीिरयं करोित। पिटपािटया पनेतािन च�ािरिप पदािन वीिरय'सेव आसेवनाभावनाबहुलीक8मसात� चिकिरयािह योजते�बािन।

उ?प� नान;$त अनु#प$ नाित अव��बतं आप$ नानं। पहानायाित पजहन�थाय। अनु?प� नानं कुसलानं ध*मान;$त अिन�ब�ानं कोसg लस8भूतानं ध8मानं। उ?पादायाित उ#पादन�थाय। उ?प� नान;$त िन�ब�ानं। िठितयाित िठत�थाय। अस*मोसायाित अन'सन�थं। िभ<योभावायाित पुन#पुनं भवनाय।

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वेपु� लायाित िवपुलभावाय। भावनायाित वि�या। पािरपूिरयाित पिरपूरण�थाय। सेसं पदतो उ�ानमेव।

अ�थतो पने�थ ‘‘अनु�प� नानं पापकान’’!�तआदीसु असमुदाचारवसेन वा अननुभूतार%मणवसेन वा िकलेसानं अनु�पि� वेिदत&बा। अ( ञथा िह अनमत+ग ेसंसारे अनु�प� ना अकुसलध%मा नाम न!�थ। कुसलध%मेसु पन रतन�य�पसादिवप.सनािदिवव/0पिन.सयकुसलािदवसेन अनु�प� नािप अ!�थ। तेस!%प उ�प� नपु&ब�े सित स&बस�ानं इतो पु&बे च आसव2खय�पस4तो। एक�त�पव�साधका तेसं। त�थ एक6 च.स व�ग�थधुत4समािधिवप.सनानवक%मेसु अ( ञतर7.म िन6 च�पयु�.स, घटतो, वायमतो च ;<लोका आगत�ा भववसेन िकलेसेसु अल=ासेवन.स स�.स िकलेसा न समुदाचर!�त, अपरभाग ेपन.स व�ादीिन िव.स> जे�वा कुसीत.स चरतो चवे अक@याणिम�ािदतो िकलेसेसु ल=ासेवन.स च अयोिनसोमनिसकारं, सितवो.स+ग( च आग%म उ�प> ज!�त। एवं ताव असमुदाचारवसेन िकलेसानं अनु�पि� वेिदत&बा।

एक6 च.स पन त7.म अ�भावे अननुभूतपु&बं िद&बािदभेदं मनािपयं आर%मणं लिभ�वा त�थ अयोिनसोमनिसकारसितवो.स+ग ेआग%म िकलेसा उ�प> ज!�त, अलिभ�वा एवं अननुभूतार%मणवसेन िकलेसानं अनु�पि� वेिदत&बा।

‘‘उ�प� नानं पापकान’’!�त ए�थ पन चतु!&बधं उ�प� नं व�मानभूतापगतओकासकतभूिमल=वसेन, तेसं िवभागो उ�प� नि�के वु�ोव। अपर!%प चतु!&बधं उ�प� नं समुदाचारआर%मणािध+गिहतअिव2ख!%भतअसमु+घािततवसेन। त�थ स%पित व�मानंयेव समुदाचा��प� नं नाम। सेसं पाकटमेव। य.मा पने�थ इमेसु उ�प� नेसु व�मानभूतापगतओकासकतसमुदाचारसBातं चतु!&बधं उ�प� नं न म+गािदव>झं, त.मा भूिमल=आर%मणािध+गिहतअसमु+घािततसBातं चतु!&बधं उ�प� नं स�धाये�थ ‘‘उ�प� नानं पापकानं पहानाया’’ित वु�ं।

कथं पन म+ग2खणे अनु�प� नानं कुसलानं उ�पादाय वायामो होित, कथ( च उ�प� नानं िठितयाित? म+ग�पवि�या एव। म+गो िह पव�मानो पु&बे अनु�प� नपु&ब�ा अनु�प� नो नाम वु6 चित। या च.स पवि�, अयमेव िठित नामाित अयं तावे�थ पद�थो।

ध�मभेदो पने�थािप एक.सेव वीिरय.स िक6 चभेदतो चतुधा वु�ाित अयमे�थ पािळमु�िविन6छयो।

िवभ�नयतो पन सु��तभाजनीये ताव च�ारो स%म�पधाना लोिकयलोकु�रकुसलिच�स%पयु�वीिरयवसेन अकुसलािदपदेिह सH= िव�थारतो िवभ�ा। अिभध%मभाजनीयप(हापु6छकेसु पनेते लोकु�रकुसलिच�स%पयु�वसेनेव िवभ�ा, फलिच�स%पयु�ा पन न गिहता। तेनेव प(हापु6छके ‘‘कुसला एव, िवपाकध%मध%मा एव, अपचयगािमनोव, सेखावा’’ितआिदना वु�ा। सेसो पने�थ िविन6छयो सितपJाने वु�नयानुसारेन वेिदत&बो।

स%म�पधानिवभ4माितक�थवKणना िनिJता।

इि!पादिवभ�माितक�थव#णना

इि=पादिवभ4माितकाय पन च%ारो इि!पादाित ए�थ इ>झतीित इि=, सिम>झित िन�फ> जतीित अ�थो, इि= एव पादो इि!पादो, इि=कोJासोित अ�थो। इ>झ!�त वा एताय स�ा इ=ा वु=ा उ2 कंसगता हो�तीितिप इि=, प> ज!�त एतेनाित पादो, पितJा अिधगमूपायोित अ�थो, इि=या पादो इि!पादो। छ�दसमािधपधानस)ारसम� नागत!�त ए�थ छ�दहेतुको, छ�दािधको वा समािध छ�दसमािध, क�ुक%यताछ�दं अिधपHत किर�वा पिटल=समािध.सेतं अिधवचनं। पधानभूता सBारा पधानस)ारा, चतुिक6 चसाधक.स स%म�पधानवीिरय.सेतं अिधवचनं। सम� नागत!�त तेन छ�दसमािधना, पधानसBारेन च उपेतं। इि!पाद!�त यथावु��थेन ‘‘इ=ी’’ित सLMयं गतानं उपचार>झानािदकुसलिच�स%पयु�ानं छ�दसमािधपधानसBारानं अिधJानJेन पादभूतसेसिच�चतेिसकराHस। भावेतीित व�ेित, अ�नो स�ताने पुन�पुनं जनेतीित अ�थो। इिमना नयेन सेसेसुिप अ�थो वेिदत&बो। त�थ वीमंसाित प( ञा। सेसं पदतो सुिव( ञNेयमेव।

अ�थतो पने�थ तेन Hक किथतं? चतु� नं िभ2खूनं म�थक�प�ं क%मJानं किथतं। यथा िह चतूसु अम6 चपु�ेसु ठान�तरं प�थे�वा िवचर�तेसु एको उपJानेन, एको सूरभावेन, एको जाितस%पि�या, एको म�तबलेनाित एवं ते प6 चकेकारणेन राजानं आराधे�वा ठान�तरं पापुण!�त, एवं िभ2खूिप छ�दवीिरयिच�वीमंसासु एकेकं जJंे धुरं पु&ब4मं क�वा लोकु�रध%मिन&ब�का हो!�त। ए�थ च छ�दो समािध पधानसBारोित तयो ध%मा इ=ीिप हो!�त इि=पादािप, सेसा पन स%पयु�ा च�ारो ख�धा इि=पादा एव। एवं सेसािधपितयु�िच�ेसुिप इि=पादाित वेिदत&बा।

अिपच झानिवप.सनासु पु&बभागो इि=पादो। यो पिटलाभो, सा इि=। पठम>झानादीनं िह पु&बभागपिरक%मािन इि=पादो नाम, पठम>झानादयो इि= नाम। पठमम+गादीनं पु&बभागिवप.सना इि=पादो नाम, पठमम+गादयो इि= नाम। पिटलाभवसेनािप दीपतेुं व/ित। पठम>झानादयो िह पठमम+गादयो च इि=पादो नाम, दिुतय>झानादयो, दिुतयम+गादयो च इि= नामाित अयं तावे�थ पद�थो।

ध�मभेदो पने�थ िवभ4नयेनेव पाकटो भिव.सित। त�थ िह सु%�तभाजनीये ताव छ�दादीनं पदानं िवभ4ं व�वा अ�ते ‘‘इि=पादोित तथाभूत.स

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वेदना2ख�धो…प॰े… िव( ञाण2ख�धो। इि=पादं भावेतीित ते ध%मे आसेवित भावेित बहुलीकरोित, तेन वु6 चित इि=पादं भावेती’’ित (िवभ॰ ४३४) एवं स&बे लोिकयलोकु�रध%मा इि=पादोित वु�ा।

अिभध�मभाजनीये पन छ�दादीिन पदािन िवभिज�वा अ�ते ‘‘इि=पादोित तथाभूत.स फ.सो…पे॰… प+गाहो अिव2खेपो’’ित (िवभ॰ ४४७) एवं स&बे लोकु�रकुसलध%मा इि=पादाित व�वा पुन ‘‘छ!�दि=पादो वीिरियि=पादो िचि�ि=पादो वीमंिसि=पादो’’ित (िवभ॰ ४५७) माितकं ठपे�वा ‘‘त�थ कतमो छ!�दि=पादो? इध िभ2खु य7.म समये लोकु�रं झानं भावेित…पे॰… यो त7.म समये छ�दो छ!�दकता…पे॰… अयं वु6 चित छ!�दि=पादो’’ितआिदना लोकु�रकुसलिच�स%पयु�छ�दवीिरयिच�वीमंसा एव इि=पादाित वु�ा। तथा प-हापु/छकेिप कुसला एव, अिनद.सनअ�पिटघा एव, वीमंिसि=पादो हेतु, सेसा न हेतू…प॰े… िचि�ि=पादो न व�&बो, सेसा िच�स%पयु�ा…प॰े… अनु�राव, अरणावाित। सेसमे�थ सितपJाने वु�सिदसमेव। पािळमु�कनयो पने�थािप न उ=टोित।

इि=पादिवभ4माितक�थवKणना िनिJता।

बो1झ�िवभ�माितक�थव#णना

बो>झ4िवभ4माितकाय पन अ�थतो ताव – स% बो1झ�ाित ए�थ बोिधया, बोिध.स वा अ4ाित बो1झ�ा। इदं वु�ं होित – याय एव ध%मसाम!+गया म+ग2खणे उ�प> जमानाय लीनु=6 चािदअनेकेसं उपXवानं पिटप2खभूताय सितध%मिवचयािदस�िवधाय ध%मसाम!+गया अिरयसावको बु>झित, िकलेसिनXाय उJहित, स6 चािन वा पिटिव>झित, त.सा ध%मसाम!+गसBाताय बोिधया अ4ाित बो1झ�ा झान4म+ग4ािन िवय। यो पनेस यथावु��पकाराय एताय ध%मसाम!+गया बु>झतीित क�वा अिरयसावको ‘‘बोधी’’ित वु6 चित, त.स बोिध.स अ4ाित बो1झ�ा सेन4रथ4ादयो िवय। अिपच ‘‘बोधाय संव��तीित बो>झ4ा’’ितआिदना पिटस!%भदानयेनािप बो>झ4�थो वेिदत&बो। पस�थो, सु�दरो वा बो>झ4ो स%बो>झ4ो, सितयेव स%बो>झ4ो सितस�बो1झ�ो। एवं सेसेसुिप। त�थ ध%मे िविचनाित अिन6 चािदतो पिरवीमंसित जानाित, ध%मे वा एतेन स�ा िविचन�तीित ध�मिवचयो,प( ञा। उप2ेखित समरसानं ध%मानं हापनव�ने अवावटताय पिटसBानाकारेन म>झ�ा होतीित उपे4खा, तYम>झ�ता। पिटसBानल2खणो िह उपे2खास%बो>झ4ोित। सेसं सुिव( ञेNयमेव। अयं तावे�थ पद�थो। ध�मभेदोपे�थ सुिव( ञेNयोव।

िवभ�नयतो पने�थ सु%�तभाजनीये ताव लोिकयलोकु�रवसेन सेसेसु लोकु�रकुसलिवपाकवसेन िवभ�ा। प-हापु/छके पन िसया कुसला, िसया अ&याकता, पीितस%बो>झ4ो सुखाय वेदनाय स%पयु�ोव, सेसा Zीिह…प॰े… पीितस%बो>झ4ो सुखसहगतोव, सेसा ितधािप, अिनद.सनअ�पिटघा, ध%मिवचयस%बो>झ4ो हेतु, सेसा न हेतू…पे॰… [पावचराव, अरणावाित। सेसं सितपJाने वु�नयमेव। अयमे�थ िवभ4नयो।

इदािन पन –

कमतो ताव�तो च, हेतुभूिमिवभागतो।िववेकतो च िव( ञNेयो, पािळमु�िविन6छयो॥

त�थ कमतो ताव अय!%प देसना2 कमोव। स&बेसं िह बो>झ4ानं उपकार�ा सितस%बो>झ4ो पठमं वु�ो, ततो य.मा उपिJतसितको ध%मे प( ञाय पिविचनाित, पिविचतध%मो वीिरयं आरभित, आर=वीिरय.स पीित उ�प> जित, पीितमन.स कायोिप िच�!%प प.स%भित, प.स=काय.स सुिखनो िच�ं समािधयित, समािहतिच�ो तं िच�ं साधुकं अ>झुपे!2खता होित, त.मा ध%मिवचयस%बो>झ4ादयो यथा2 कमं वु�ाित अयं तावे�थ कमो।

ताव%तो पन क.मा ते स�ेव वु�ा, अनूना अनिधकाित? लीनु=6 चपिटप2खतो, स&बि�कतो च। ए�थ िह तयो बो>झ4ा लीन.स पिटप2खा। यथाह – ‘‘य7.म च खो, िभ2खवे, समये लीनं िच�ं होित, कालो त7.म समये ध%मिवचयस%बो>झ4.स भावनाय, कालो वीिरय…पे॰… पीितस%बो>झ4.स भावनाया’’ित (सं॰ िन॰ ५.२३४)। तयो उ=6 च.स पिटप2खा। यथाह – ‘‘य7.म च खो, िभ2खवे, समये उ=तं िच�ं होित, कालो त7.म समये प.सि=स%बो>झ4.स भावनाय, कालो समािध…प॰े… उपे2खास%बो>झ4.स भावनाया’’ित (सं॰ िन॰ ५.२३४)। एको पने�थ लोणधूपनं िवय स&ब&य( जनेसु स&बबो>झ4ेसु इ!6छत&बो। यथाह – ‘‘सित( च Mवाहं, िभ2खवे, स&ब!�थकं वदामी’’ित (सं॰ िन॰ ५.२३४)। एवं लीनु=6 चपिटप2खतो च स&ब!�थकतो च स�ेव वु�ाित अयं ताव�तो।

हेतुभूिमिवभागतोित ए�थ हेतुिवभागतो ताव – च�ारो सितस%बो>झ4.स उ�पादाय संव�!�त सितस%पज( ञ ंमुJ.सितपु+गलपिरव> जनता उपिJत.सितपु+गलसेवनता तदिधमु�ताित। तथा स� ध%मा दिुतय.स पिरपु6छकता व�थुिवसदिकिरया इ!�_यसम�पिटपादना द�ुप( ञपु+गलपिरव> जना प( ञव�तपु+गलसेवना ग%भीरञाणचिरयप6 चवे2खणता तदिधमु�ताित। त�थ अ>झि�कबािहरानं सरीरपिर2खारभूतानं व�थूनं िवसदभावकरणं व�थुिवसदिकिरया नाम। तथा एकादस ध%मा तितय.स अपायभयगमनवीिथदाय> जमह�स�थुमह�जाितमह�स;<चािरमह�ानं प6 चवे2खणता आिनसंसद.सािवता िपKडपातापचायनता कुसीतपु+गलपिरव> जनता आर=वीिरयपु+गलसेवनता तदिधमु�ताित। त�थ ‘‘बु=ादीिह गतम+गो मया

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ग�त&बो’’ित प6 चवे2खणा वीिथप/ चवे4खणा नाम। ‘‘दायकेिह िद� निपKडपात.स मह�फलतं स%पादे.सामी’’ित अ�ानं दमनं िप#डपातापचायनंनाम। तथा एकादस ध%मा चतु�थ.स बु=ध%मसaसीलचागदेवतोपसमानु.सितयो स�, लूखपु+गलपिरव> जनता िसिन=पु+गलसेवनता पसादनीयसु��तप6 चवे2खणता तदिधमु�ताित। तथा स� ध%मा प( चम.स पणीतभोजनसेवनता, उतुसुखइिरयापथसुखसेवनता Zे म>झ��पयोगता सार=कायपु+गलपिरव> जनता स�तकायपु+गलसेवनता तदिधमु�ताित। एकादस ध%मा छJ.स व�थुिवसदिकिरया इ!�_यसम�पिटपादना िनिम�कुसलता समये िच�.स प+गहिन+गहस%पहंसन>झुप2ेखना चत.सो, असमािहतसमािहतपु+गलानं पिरव> जनसेवनता Zे, झानिवमो2खप6 चवे2खणता तदिधमु�ताित। त�थ किसणािदिनिम�ानं उ+गहणकुसलता िनिम%कुसलता नाम। प( च ध%मा स�म.स स�सBारकेलायनम>झ�पु+गलानं पिरव> जनसेवनता Zे Zे, तदिधमु�ताित। अयमे�थ सBेपो, िव�थारो पन स�मोहिवनोदिनया िवभ4Jकथाय गहेत&बोित अयमे�थ हेतुिवभागो।

भूिमिवभागतो पनेते कामावचरा, लोकु�रा वा हो!�त, कामावचरेसु बलविवप.सनादीसु एव बो>झ4ा ल&भ!�त, न इतरेसु। लोकु�रेसु पन स&ब�थ ल&भ!�त, [पावचरा[पावचरिच�ेसु स&बथा न ल&भ!�त अबोिधप!2खक�ा। केिच पन थेरा िवप.सनापादकेसु किसणासुभ;<िवहार>झानेसुिप बो>झ4े उ=र!�त, न च ते पिटिस=ा अJकथाचिरयेिह, त.मा तेसं मतेन [पावचरािप हो!�त, न केनिच पिरयायेन अ[पावचराित अयमे�थ भूिमिवभागो।

िववेकतोित ए�थ िववेकोित िविव�ता, .वायं प( चिवधो तद4िव2ख%भनसमु6छेदपिटप.सि=िन.सरणिववेकवसेन। तद�िववेकोित िवप.सना, िव4ख�भनिववेकोित अJ समापि�यो, समु/छेदिववेकोित म+गो, पिटप8सि!िववेकोित फलं, िन8सरणिववेकोित स&बिनिम�िन.सटं िन&बानं। तिYमे तद4समु6छेदपिटप.सि=िन.सरणिववेकिन!.सता हो!�त। तथा हेते िवप.सना2खणे िक6 चतो तद4िववेकिन!.सता, अ>झासयतो िन.सरणिववेकिन!.सता। म+गकाले पन िक6 चतो समु6छेदिववेकिन!.सता, आर%मणतो िन.सरणिववेकिन!.सता, फल2खणे िक6 चतो पिटप.सि=िववेकिन!.सता। आर%मणतो िन.सरणिववेकिन!.सता च हो!�त। केस!( च थेरानं मते िवप.सनापादक[पावचर>झान2खणे िव2ख%भनिववेकिन!.सतावाित प( चिववेकिन!.सतािप हो�तीित अयमे�थ िववेको। एवं िव( ञNेयो पािळमु�िविन6छयो।

बो>झ4िवभ4माितक�थवKणना िनिJता।

म9ग�िवभ�माितक�थव#णना

म+ग4िवभ4माितकाय पन अ�थतो ताव – अिरयोित तंतंम+गव>झिकलेसेिह आरक�ा, अिरयभावकर�ा च अिरयो, अJ अ4ािन अ.साित अ:ि�को, िन&बान!�थकेिह म+गीयित, िन&बानं वा म+गित, िकलेसे वा मारे�तो ग6छतीित म9गो। से;यिथद!�त सो कतमोित च,े इदािन .वायं म+गो चतुरि4नी िवय सेना अ4म�मेव होित, अ4िविनमु�ो न�थीित द.से�तो ‘‘स�मािदि:…पे॰… स�मासमाधी’’ित आह। त�थ स%मा प.सतीित स�मािदि:,प( ञा। स%मा सb�पेित त2 केतीित स�मास@�पो, िवत2 को। सेसं सुिव( ञेNयमेव। ततो ध�मभेदोिप िवभ�नयोिप बो>झ4ेसु वु�सिदसो।

अिभध�मभाजनीये पन िवरित�यव!> जतो प( चि4कोिप म+गो िवभ�ो, त( च प( च� नं अ4ानं िक6 चािधकतं, िवरतीन( च अवु�िस=तं स�धाय, िवरितव!> जत.स पन लोकु�रम+ग.स अभावा सोिप अJि4कोवाित वेिदत&बो।

प-हापु/छकेिप स%मासb�पो सुखाय वेदनाय स%पयु�ोव, सेसा Zीिह। स%मासb�पो अिवत2 किवचारम�ो, पीितसहगतो सुखसहगतोव, न उपे2खासहगतो, सेसा ितधािप। स%मािदिJ हेतु, सेसा नहेतूित अयं िवसेसो। सेसं सममेव। इदािन पन –

कमतो िक6 चभेदतो, भूिमभेदिववेकतो।म+ग4ेसु िवजानीयो, पािळमु�िविन6छयो॥

त�थ कमतो ताव अय!%प देसना2 कमोव। भगवता िह िन&बानािधगमाय पिटप� न.स प( ञाप> जोतप( ञास�थताय अिव> ज�धकारिवधमनतो बहूपकार�ा पठमं स%मािदिJ देिसता। ततो हेर!( ञक.स कहापणपिरव�कह�थो िवय यथासभावद.सन.स स%मािदिJया बहूपकार�ा स%मासb�पो। .वायं यथा स%मािदिJया, एवं स%मावाचायिप उपकारको। यथाह ‘‘पु&बे खो, गहपित, त2 के�वा िवचारे�वा प6छा वाच ंिभ�दती’’ित (म॰ िन॰ १.४६३), त.मा तदन�तरं स%मावाचा। य.मा पन वाचाय संिवदिह�वा लोके क%म�ते पयोजे!�त, त.मा तदन�तरं स%माक%म�तो। कायवचीद6ु चिरतं पहाय उभयसुचिरतं पूरे�त.सेव य.मा आजीवJमकं सीलं पूरित, न इतर.स, त.मा तदभुयान�तरं स%माआजीवो वु�ो। एवं ‘‘िवसु=िदिJसीलेनािप ए�ावता पिरतोसं अक�वा इदं वीिरयं आरिभत&ब’’!�त द.सेतुं तदन�तरं स%मावायामो। आर=वीिरयेनािप कायादीसु सित सूपिJता कात&बाित द.सन�थं तदन�तरं स%मासित। सूपिJताय सितया एक�ार%मणे िच�ं समाधातुं स2 काित तदन�तरं स%मासमािध वु�ोित अयं तावे�थ कमो।

िक/ चतो पनेसं एकेक.स तीिण तीिण िक6 चािन, सेNयिथदं – स%मािदिJ ताव अ( ञिेहिप अ�नो प6 चनीकिकलेसेिह सH= िम6छािदHJ पजहित, आर%मणतो िनरोधस6 च ंस!6छकरोित, अस%मोहतो सेसस6 चािन पिटिव>झित। एवं स%मासb�पादीनं िम6छासb�पपजहनािदवसेन यथानु[प!�त िक6 चता वेिदत&बा। िवसेसतो पने�थ स%मासb�पो सहजातध%मे अिभिनरोपिेत, स%मावाचा पिर+गKहाित, स%माक%म�तो समुJापिेत, स%माआजीवो वोदापेित,

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स%मावायामो प+गKहाित, स%मासित उपJापेित, स%मासमािध समादहतीित इदमे�थ िक6 च।ं

भेदतो पन पु&बभागे स%मािदिJ ‘‘द2ुखे ञाण’’!�तआिदना चतूसु स6 चसुे ञाणवसेन नान2खणा नानार%मणा नानानामा होित, दिुतयो पन ने2ख%मअ&यापादअिवHहसासb�पवसेन, िवरितयो चतु!&बधवचीद6ु चिरतितिवधकायद6ु चिरतिम6छाजीविवरमणसBातचतेनावसेनिप िवरितवसेनिप, छJस�मा चतु!&बधस%म�पधानसितपJानवसेन नान2खणा नानार%मणा नानानामा हो!�त। म+गकाले पनेते स%मािदिJआदयो एक2खणा एकार%मणा। िक6 चतो पन तािन पु&बभागे नानानामािन लभ!�त, स%मासमािध पन पु&बभागेिप म+ग2खणेिप चतु2 कप( चक>झानवसेन नान2खणो नानानामो, म+ग2खणे पन एकार%मणो होित। एक.स िह पठमम+गो पादक>झानािदिनयमतो पठम>झानािदको वा दिुतय>झानादीसु अ( ञतर>झािनको वा, दिुतयम+गादयोिप.स पठमम+गसिदस>झािनका वा िवसिदस>झािनका वाित सो म+गकालेिप नान2खणो नानानामो वाित अयमे�थ भेदो।

भूिमतो च िववेकतो च िविन6छयो बो>झ4ेसु वु�ानुसारेन वेिदत&बोित एवं िवजानीयो पािळमु�िविन6छयो।

म+ग4िवभ4माितक�थवKणना िनिJता।

झानिवभ�माितक�थव#णना

झानिवभ4माितकाय पन अ�थतो ताव – पाितमो4खसंवरसंवुतोितआदीसु पाितमो2ख!�त िस2खापदसीलं। तं िह यो नं पाित र2खित, तं मो2खेित मोचिेत आपाियकादीिह द2ुखेिह, त.मा ‘‘पाितमो2ख’’!�त वु6 चित। संवरणं, संवर!�त वा तेनाित संवरो, पाितमो2खमेव संवरो पाितमो2खसंवरो, क%मवाचापिरयोसाने इ>झनक.स अ�थतो चतेनािद[प.स पाितमो2खसंवरसील.सेवेतं अिधवचनं। तेन संवुतो िपिहतकायवचीपयोगोित पाितमो4खसंवरसंवुतो। िवहरतीित इिरयित पव�ेित। आचारगोचरस�प� नोित ए�थ आचिरत&बतो आचारो, गावो चर!�त ए�थाित गोचरो, गु� नंचरणJानं। तंसिदसताय पन स&बोिप पवि�िवसयो गोचरोित वेिदत&बो। तेसं िवभागो िनXेसे वु�नयेनेव वेिदत&बो।

िनXेसे िह –

‘‘आचारगोचरस%प� नोित अ!�थ आचारो, अ!�थ अनाचारो। त�थ कतमो अनाचारो? काियको वीित2 कमो, वाचिसको वीित2 कमो, काियकवाचिसको वीित2 कमो, अयं वु6 चित अनाचारो, स&ब!%प द.ुसी@यं अनाचारो, इधेक6 चो वेळुदानेन वा प�…प॰े… पु�फफलिसनानद�तकJदानेन वा चाटुक%यताय वा मु+गसु�यताय वा पािरभटुताय वा जaपेसिनकेन वा अ( ञतर( ञतरेन वा बु=पितकुJेन िम6छाआजीवेन जीिवकं क�पेित, अयं वु6 चित अनाचारो।

‘‘त�थ कतमो आचारो? काियको अवीित2 कमो’’ितआिदना (िवभ॰ ५१३) –

वु�िवपिरयायेन आचारो िनिXJो।

‘‘गोचरोित अ!�थ गोचरो, अ!�थ अगोचरो। त�थ कतमो अगोचरो? इधेक6 चो वेिसयागोचरो वा होित, िवधवा…प॰े… थु@ लकुमारीपKडकिभ2खुनीपानागारगोचरो वा, संसJो िवहरित राजूिह राजमहाम�ेिह ित!�थयेिह ित!�थयसावकेिह अननुलोिमकेन संस+गेन, यािन वा पन तािन कुलािन अ.स=ािन अ�पस� नािन…प॰े… तथा[पािन कुलािन सेवित भजित पियeपासित, अयं वु6 चित अगोचरो।

‘‘त�थ कतमो गोचरो? इधेक6 चो न वेिसयागोचरो होती’’ितआिदना (िवभ॰ ५१४) –

वु�िवपिरयायेन गोचरो िनिXJो।

अिपच�ेथ थेरानं िभ2खूनं पुरतो गमनिनसीदनचbमनघ/नािभभवनािदकाियकािच�ीकारिकिरयान( चवे थेरे िभ2खू अनापु6छा ध%मकथनखुंसनािदवाचिसकािच�ीकारिकिरयान( च अनाचारानं पिटप2खवसेन काियकवाचिसको आचारो वेिदत&बो। अिपच िभ2खु सगारवो स�पित.सो िहरो��पस%प� नो सुिनव�थो सुपाeतो पासािदकेन अिभ2 क�तािदना ओ!2ख�च2खु इिरयापथस%प� नो आिभसमाचािरकेसु स2 क6 चकारी गeिच�ीकारबहुलो िवहरित, अयं वु6 चित आचारो। गोचरो पन ितिवधो उपिन.सयगोचरो आर2खगोचरो उपिनब�धगोचरोित। त�थ दसकथाव�थुगुणसम� नागतो क@याणिम�ो उपिन8सयगोचरो नाम। अ�तरघरादीसु ओ!2ख�च2खुतादीिह िदसा िविदसा अनोलोके�वा गमनं आर4खगोचरो नाम। च�ारो पन सितपJाना उपिनब�धगोचरो नाम। य�थ िच�ं उपिनब�धित, अयं ितिवधोपे�थ गोचरोित वेिदत&बो। इिमनाित इिमना आचारेन, गोचरेन च सम� नागतो आचारगोचरस�प� नो नाम।

अणुम%ेसु व1 जेसूित अणु�पमाणेसु दोसेसु। भयद8सावीित भयद.सनसीलो, अणुम�ं रेणुं िसनेeसिदसं प.स�तो िवय स&बलहुक!%प

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द2ु कटद&ुभािसतम�ं पारािजकसिदसं क�वा व> जतो भयतो द.सनसीलोित अ�थो। समादाय िस4खित िस4खापदेसूित यं िक!( च िस2खापदेसु िस!2खत&बं, तं सुJf आदाय गहे�वा िस2खित।

इB�Cयेसु गु%Dारोित मन6छJेसु इ!�_येसु [पािदआर%मणिनिम�ादीनं अ+गहणसBातसितसंवरेन िपिहतZारो। भोजने म%- ञूित िपKडपाते पिट+गहणपिरभोगेसु प6 चवे2खणञाणवसेन चवे अ!�प6छतादीिह च म�जाननको, िपKडपातवसेन च�ेथ चतु� नं प6 चयानं गहणं वेिदत&बं। अथ वा भु!( जत&बतो भोजन!�त चतु� नं प6 चयानं गहणं वेिदत&बं। पुFबर%ापरर%!�त ए�थ अ�रि�सBाताय रि�या पु&बे पु&बर�ं, इिमना पठमयाम( चवे प6छाभ�( च गKहाित। रि�या प6छा अपरर�ं, इिमना प!6छमयाम( चवे पुरेभ�( च गKहाित। प!6छमयामो पन.स िभ2खुनो िनXािकलमथिवनोदनोकासोित न गिहतो।

जागिरयानुयोगमनुयु%ोित असुभभावनासBात.स भावनाराम.स अनुयोगसBातं आसेवनभावनं अनुयु�ो चbमनिनस> जािह योिनसोमनिसकारेन आवरणीयेिह ध%मेिह िच�पिरसोधने यु��पयु�ोित अ�थो। सात/ चं नेप4 क!�त सततं पव�ियत&बतो सात6 चसBातं वीिरयं, पिरपाकगत�ा नेप2 कसBात( च प( ञ ंअनुयु�ोित स%ब�धो। इिमना वीिरयप( ञािह यु�.सेव जागिरयानुयोगिस=ीित द.सेित।

इदािन तं जागिरयानुयोगं स[पतो द.से�तो ‘‘बोिधपB4खकानं ध�मान’’!�तआिदमाह। बोिधपB4खकानं ध�मान!�त चतुस6 चावबोधसBात.स म+गञाण.स प2ख ेभवानं चतुस6 चसितपJानािदस�Hतसध%मानं। िनXेसे पन.स लोिकयभावनाय िवसेसबोिधप!2खयध%मे एकार%मणे पव�नसम�थताय स� बो>झ4ा एव िनिXJा। तेसं गहणेन पन सेसान!%प त�थ गहणं वेिदत&बं। सो अिभ4 क�ते पिट4 क�तेितआदीसु अिभ4 क�तं वु6 चित पुरतो गमनं, पिट4 क�तं िनव�नं, तदभुय( च ठानिनस> जासयनेसुिप पुरतो, प6छतो च काय.स अिभगमनअपगमनवसेन ल&भित। स�पजानकारी होतीित स%पज( ञने स&बिक6 चकारी, स%पज( ञ.सेव वा कारी, स%पज( ञ-+गहणेन च�ेथ अिव�पयोगतो सितिप गिहताव होित। तेनेव.स िनXेसे ‘‘सतो स%पजानो अिभ2 कमती’’ितआिद वु�ं।

आलोिकतेितआदीसु आलोिकतं नाम पुरतो पे2खनं। िवलोिकतं नाम अनुिदसाप2ेखनं। इमेसं पन िZ� नं गहणेन हेJा उपिर प6छतो प2ेखनसBातािन ओलोिकतु@ लोिकतापलोिकतािनिप गिहतानीित वेिदत&बािन।

सिमB- जते पसािरतेित प&बानं सिम( जने, पसारणे च। सGािटप%चीवरधारणेित ए�थ सaािटचीवरानं िनवासनपाeपनवसेन, प�.स िभ2खापिट+गहणािदवसेन च पिरभोगो धारणं नाम। अिसतेित िपKडपातािदभोजने। पीतेित यागुआिदपाने। खाियतेित िपJख> जािदखादने। साियतेित मधुफािणतािदसाियते। उ/ चारप8सावक�मेित उ6 चार.स च प.साव.स च करणे। गतेित गमने। िठतेित ठाने। िनिस� नेित िनस> जाय। सु%ेित सयने। जागिरतेित जागरणे। ए�थ च िभ2खाचारगमनािदवसेन ‘‘अिभ2 क�ते’’ित वु�ं। िवहारे पन चbमनािदइिरयापथवसेनेव ‘‘गते’’ितआिद वु�!�त वेिदत&बं। भािसतेित कथने। तु#हीभावेित अकथने।

स&बेसु पन तेसु अिभ2 क�तादीसु प6 चकंे सा�थकस%पज( ञं स�पायस%पज( ञ ंगोचरस%पज( ञ ंअस%मोहस%पज( ञ!�त चतु!&बधं स%पज( ञंवेिदत&बं। त�थ अिभ2 किमतुकामतािदिच�े उ�प� ने िच�वसेनेव गमनाHद अक�वा ‘‘Hक नु मे त�थ गतेन अ�थो’’ित पिर+ग!Kह�वा चिेतयद.सनािदनो त.स त.स अ�थ.स पिर+गKहनं सा�थकस�पज- ञं नाम। सा�थकेसु पनेतेसु गमनादीसु जीिवत;<चिरय�तरायान( चवे स@ लेखपिटपि�िवघातकरानं काियकचतेिसकपिर!2 कलेसान( च स&बेसानं स&भावाभावं पिर+गहे�वा स�पायपिर+गKहनं स�पायस�पज- ञं नाम। एवं पिर+गिहतसा�थकस�पाय.स पन अJHतसाय क%मJानेसु, िवप.सनाय वा अ�नो अिभeिचतं क%मJानसBातं गोचरं अिव.स> जे�वाव अिभ2 कमादीनं करणं गोचरस�पज- ञं नाम। अिभ2 कमादीसु पन अ�धबालपुथु> जना ‘‘अ�ा अिभ2 कमादीिन करोित, अहं करोमी’’ित वा स%मुNह!�त, तथा अस%मु!Nह�वा ‘‘अिभ2 किमतुकामतािदिच�िकिरयवायोधातु िव�फारािदकारणसाम!+गया अयं कायसBातो अिJसaाटो अिभ2 कमादीिन करोित, ततो अ( ञो अ&भ�तरे अ�ा वा स�ो वा अिभ2 कम�तो वा पिट2 कम�तो वा…पे॰… तुKही भव�तो वा न�थी’’ित एवमािदना याथावतो जाननवसेन प( ञाय पव�नं अस�मोहस�पज- ञं नाम। अयमे�थ सBेपो, िव�थारो पन स�मोहिवनोदिनयं (िवभ॰ अJ॰ ५०८) गहेत&बो।

इदािन य.मा य.स अ&भ�तरे यथावु�ा ए�का गुणा न!�थ, त.स अर( ञवासो पन म2 कटादीनं िवय अनु6छिवको न होित, उपचारम�!%प.स झानं न उ�प> जित। य.स पन स!�त, त.स अर( ञवासो अनु6छिवको होित। सो िह त�थ स&ब�पकार>झानं िन&ब�ेतंु स2 कोित, अर( ञवास( चवे आर( ञके च उपसोभेित, सकल( च सासनं पसादेित, त.मा एव[प.स िभ2खुनो उपासनJानयोगपथं स�पायसेनासनं द.से�तो ‘‘सो िविव%ं सेनासनं भजती’’ितआिदमाह। त�थ िविव%!�त सु( ञ।ं सेित चवे आसित च ए�थाित सेनासनं, म( चािद, िवहारािद च। तेनेव.स िनXेसे ‘‘म( चो पीठ’’!�तआिद वु�ं।

इदािन अ( ञ!%प.स पभेदं द.सेतंु ‘‘अर- ञ’’!�तआिद वु�ं। त�थ अर- ञ!�त िवनयपिरयायेन ताव ठप�ेवा गाम( च गामूपचार( च अवसेसं, सु��तपिरयायेन च आर( ञकं िभ2खुं स�धाय प( चधनुसितकं प!6छमं अर( ञ!�त वु�ं, अिभध%मपिरयायेन पन गामZार.स इ�दखीलतो बिह स&बं

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‘‘अर� ञ’’�त गहेत�बं। ‘‘िन�खिम�वा बिह इदखीला’’ित (िवभ॰ ५२९) िह वु&ं। क�दर�त कं वु( चित उदकं, तेन दिरतं उदकेन िभ नं प�बतपदेसं, यं ‘‘िनतु/ब’’�तिप ‘‘नदीकु� ज’’�तिप वद�त। त�थ िह रजतप2सिदसवािलकापुिलने मिणिवतानसिदसे सद(छाये वनगहने िनसीिद�वा मिण�खधसिदसे उदके सदमाने सीतेन वातेन बीिजयमान6स समणध/मं करोतो िच&ं एक9ग ंहोित। िगिरगुह�त ि: नं प�बतानमतरं, एक�6म� ञेव वा उम;सिदसं महािववरं। वनप�थ�त गामतं अित� किम�वा मनु6सानं अनुपचार<ानं, य�थ न कस�त न वप�त। तेनेव6स िन=ेसे ‘‘वनप�थ�त दरूानमेतं सेनासनानं अिधवचन’’�तआिद वु&ं।

अ�भोकास�त अ(छ नं। आक@मानो पने�थ चीवरकुAट क�वा वसित। पलालपु� ज�त पलालराAस। महापलालपु� जतो िह पलालं िन� किC�वा प�भारलेणसिदसे आलये करो�त, ग(छगु/बादीन�/प उपिर पलालं प��खिप�वा हे<ा िनसीद�त, तं सधायेतं वु&ं। अ�पस��तआदीसु वचनस=ेन िवरिहत&ा अDपस=ं। नगरिन9घोसस=ेन चवे िमगप��खिन9घोसेन च रिहत&ा अ�पिन�घोसं। िवजनवात�त अनुस� चरकजन6स सरीरवातेन िवरिहत&ा िवजनवातं, ‘‘िवजनवाद’’�तिप पाठो। सेनासन6स अतो जनवादस=ेन रिहत�त अ�थो। मनु6सानं रह6स िकिरयारह&ा मनु सराह से"यकं, ततो ततो पिटिनवि&�वा स/मदेव क/म<ाने िच&6स लीयनतो पिटसG लानस@ात6स िववेक6स भावनाराम6स अनुHप&ा पिटस& लानसा'�पं। भजतीित स/बधो। अर� ञगतोितआदीसु अर� ञ,ं I�खमूल� च ठप�ेवा अवसेसं स�ब�/प सेनासनं सु� ञागारेन स;िहतं।

प& ल)ं आभुिज�वाित समततो ऊIबKासनं ब�ध�वा। उजंु कायं पिणधायाित उपिरमकायं उजु ंठप�ेवा, अ<ारस िपि<कLटके कोिटया कोAट पिटपादे�वा। एवं िनिस न6स िह च/ममंसनहाHिन न पणम�त, अथ6स तेसं अपणमनप( चया खणे खणे वेदना न उDपM ज�त, ततो िच&ं एक9गं होित, क/म<ानं वुAK उपग(छित। पिरमुखं स/त उप0पे�वाित क/म<ानािभमुखं सAत प<प�ेवा, मुखसमीप ेवा क�वा। तेनेव6स िन�ेसे ‘‘अयं सित उपि<ता होित सूपि<ता, नािसक9ग ेवा मुखिनिम&े वा’’ित (िवभ॰ ५३७) वु&ं। मुखिनिम1�त च�ेथ उ&रो<6स वेमMझपदेसो, य�थ नािसकावातो पिटह� ञित। अथ वा ‘‘परीित पिर9गह<ो, मुख�त िनQयान<ो, सतीित उप<ान<ो, तेन वु( चित पिरमुखं सित’’�त (पिट॰ म॰ १.१६४) वं पिटस23भदायं वु&नयेनप�ेथ अ�थो द<�बो। तVायं स@ेप�थो ‘‘पिर9गिहतिनQयानं सAत क�वा’’ित।

अिभ4झं लोकेितआदीसु अिभमुख ंझायित िचतेतीित अिभ4झा, रागो। लुM जनपलुM जन<ेन लोको, प� चुपादान�खधा। तेसु काम(छदं िव�ख/भे�वाित अ�थो। िव�ख/भनवसेनेव िवगतािभMझेन, न च�खुिव� ञाणािदसिदसेनाित अ�थो। चेतसाित िच&ेन, इ�थ/भूतो िवहरतीित अ�थो। अिभ4झायाित अिभMझातो। िच1ं पिरसोधेतीित यथा नं सा मु�� च�वा न पुन गLहाित, एवं पिरमोचतेीित अ�थो। �यापM जित इिमना िच&ं पूितकु/मासादयो िवय पकAत जहातीित �यापादो। िवकारDपि&या पद6ुसित, परं वा पदसेूित िवनासेतीित पदोसो, उभय/पेतं कोध6सेवािधवचनं। य6मा चतें स�बक/म<ानसाधारणवसेन देसीयित, त6मा ‘‘स�बपाणभूतिहतानुक/पी’’ित एवं मे&ावसेन अव�वा ‘‘अ�याप निच&ो’’ित ए&कमेव वु&ं।

िथनं िच&6स गेल� ञ,ं िम8ं चतेिसकानं। आलोकस� ञीित रि&य�/प िदवािप िद<आलोकस� जाननस� ञाय सम नागतो, ताय पन आलोकस� ञाय िथनिमKिवनोदन6स िवसेसतो सितस/पज� ञ ंइ�(छत�ब�त आह ‘‘सतो स3पजानो’’ित।

अनु8तोित अिव��ख&ो तथा एव अMझ&ं वूपसतिच&ो। ित;णिविचिक<छोित िविचिक(छं अित� किम�वा िठतो। अकथंकथी कुसलसुे ध3मेसूित अनवM जध/मेसु ‘‘कथं इमे, कथं इमे’’ित एवं पव&नतो कथंकथीस@ाताय िविचिक(छाय िवरिहतो। एवं प� चनीवरणDपहानं द6से�वा इदािन य6मा अDपहीननीवरण6स झानं न उDपM जित, न िह काम(छदादीिह नानािवसयिव��ख&िच&ं एक&ार/मणे समािधयित, न कामधातुसमित� कमनाय वा पिटपM जित, त6मा ‘‘सो इमे प� च नीवरणे पहाया’’ितआिद वु&ं। त�थ सोित यो यथावु&सीलािदगुणे पित<ाय अर� ञािदअनुHपसेनासनगतो अ&नो चिरयानुकुलक/म<ाने लीनुK( चरिहताय सात( चिकिरयाय उDपािदतुपचारMझानेन पहीनप� चनीवरणो पठमMझानािधगमाय वायमित, सोित अ�थो।

चेतसो उप2@ कलसेेित िच&6स अDपभ6सरभावकरणे। प� ञाय दु�बलीकरणेित य6मा इमे नीवरणा उDपM जमाना अनुDप नाय लोिकयलोकु&राय प� ञाय उDप�M जतुं न दे�त, उDप नाय पन लोिकयअ<समापि&या, अिभ� ञाभूताय वा मूलं उप�(छ�द�वा पाते�त, त6मा ‘‘प� ञाय द�ुबलीकरणा’’ित वु( च�त। िविव< चेव कामेहीितआदीसु कामेहीित व�थुकामिकलेसकामेिह। िविव< चेवाित िविव�( च�वा िवना हु�वा, अप� किम�वाित अ�थो। िनयम�थेन पने�थ एव-कारेन झानपिटप�खभूतानं कामानं पिर( चागेनेव पठमMझानािधगमो, अधकारपिर( चागेनेव दीपDपवि& िवयाित द6सेित। उ&रपदेिप चसे एव-कारो आने�वा ‘‘िविव( चवे अकुसलेिह ध/मेही’’ित स/ब�धत�बो। न िह स� का कामतो अ� ञेिह नीवरणस@ातेिह अकुसलध/मेिह अिविव( चािप झानं उपस/पM ज िवहिरतंु। पद:येिप पन ‘‘िविव( चा’’ित इिमना कायिववेकादीसु, तद;िववेकादीसु च तद;िन6सरणिववेकव�M जता स�बेिप िववेका इध अिधDपतेा। व�थुकामिववेकवचनतो िह कायिववेको वु&ो, िकलेसकामेिह पन सेसाकुसलेिह च िववेकवचनतो िच&उपिधिववेका, िव�ख/भनािदिववेका च वु&ा। लोकु&रMझान�/प स;िहत&ा द<�बं। एवमेतेन पद:येन यथा� कमं काम(छदनीवरणसेसनीवरणिव�ख/भनािदको वु&ो। एवं ओघादीसुिप यथारहं योजते�बं।

ए&ावता च पठम6स झान6स पहान;ं द6से�वा इदािन स/पयोग;ं द6सेतुं ‘‘सिवत@ कं सिवचार’’�तआिद वु&ं। त�थ िवत� केन च िवचारेन च सह व&ित I�खो िवय पुDफेन, फलेन चाित इदं झानं ‘‘सिवत@ कं सिवचार’’�त वु( चित। िववेकज�त ए�थ िविवि& िववेको, नीवरणिवगमोित अ�थो।

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िविव&ोित वा िववेको, नीवरणिविव&ो झानस/पयु&ध/मरासीित अ�थो, त6मा िववेकतो, तZ6म वा िववेके जात�त िववेकजं। पीितसुख�त ए�थ पीतीित अDपनाDप&ा फरणापीित, सुख� च तंस/पयु&ं, इित अय� च पीित इद� च सुखं अ6स झान6स, अZ6म वा अ�थीित इदं झानं ‘‘पीितसुख’’�त वु( चित। अथ वा पीित च सुख� च पीितसुखं, िववेकजं पीितसुखं अ6स, अZ6म वाित िववेकजं पीितसुखं, एवं एकपदवसेन ‘‘िववेकजपीितसुख’’�त व&�बे िन9गहीतागमं क�वा ‘‘िववेकजं पीितसुख’’�तिप व&ुं युM जित। यथेव िह झानं, एवं पीितसुख�/प िववेकजमेव होतीित। पठमं झान�त गणनानुपु�बतो पठम,ं पठमं उDपि&तोिप पठमं। आर/मणूपिनMझानतो, प( चनीकझापनतो वा झानं, इिमना नयेन उपिर ‘‘दिुतयं झान’’�तआदीसु अ�थो वेिदत�बो। उपस3प4 ज िवहरतीित एवं प� च;िवDपहीनं प� च;सम नागतं ितिवधकGयाणं दसल�खणस/प नं पठमं झानं अिधग�वा तदनुHपेन इिरयापथिवहारेन पव&तीित अ�थो। ए�थ च िच&ेक9गता िक� चािप ‘‘सिवत� कसिवचार’’�त इमZ6म पाठे न िनि=<ा, तथािप िवभDे ‘‘झान�त िवत� कोिवचारो पीित सुखं िच&6सेक9गता’’ित (िवभ॰ ५६९) वु&&ा अ;मेव।

एवं पठमMझानािधगमं द6से�वा इदािन तदनतरं अिधगतपठमMझान6स तं आवM जनसमापM जनवु<ानािध<ानप( चवे�खणस@ातािह प� चिह वसीिह वसीभूतं क�वा ततो वु<ाय त�थ आस ननीवरणप( च��थकताय चवे ओळािरकिवत� किवचार�खोभसमि;ताय च दोसं िद6वा िनकZत पिरयादाय िवत� कािदभेदोळािरक;Dपहानाय, पीितआिदसत;पिटलाभाय च तदेव क/म<ानं पुनDपुनं मनिसकरोतो दिुतयं झानं उDपM जित, तDपादक� चलोकु&रMझानं पु9गलािध<ानेन द6सेतुं ‘‘िवत@ किवचारानं वूपसमा’’ितआिदमाह। त�थ वूपसमाित समित� कमा, दिुतयMझान�खणे अपातुभावाित वु&ं होित। अ4झ1�त अ&िन जातं, अ&सताने िन�ब&�त अ�थो। स3पसादन�त सKास@ातस/पसादनयोगतो झान�/प स/पसादनं नीलवLणयोगतो नीलव�थं िवय। एकोिदभाव�त ए�थ िवत� किवचारेिह अनMझाI\ह&ा एको अ9गो से<ो उदेतीित एकोिद, समािध। तं भावेित वCेतीित दिुतयMझानं एकोिदभावं। सो पनायं एकोिद य6मा चतेसो, न स&6स, न जीव6स, त6मा एतं ‘‘चतेसो एकोिदभाव’’�त वु&ं।

ननु चायं सKा पठमMझानेिप अ��थ, अय� च एकोिदनामको समािध, अथ क6मा इदमेव एवं वु&�त? वु( चते – इम�6म��ह झाने िवत� किवचार�खोभाभावेन बलवती सKा, समािध च, त6मा इदमेव एवं वु&�त। अिवत@ कं अिवचार�त भावनाय पहीन&ा न��थ एतZ6म, एत6स वा िवत� को िवचारो, न तितयMझानािद िवय, च�खुिव� ञाणािद िवय च अभावDपि&तो, त6मा इम6स ‘‘िवत� किवचारानं वूपसमा’’ित इदं कारणवचन�त द<�बं। समािधज�त पठमMझानसमािधतो, स/पयु&समािधतो वा जातं, िवत� कािद�खोभाभावेन चते6स वLणभणन�थं इदमेव ‘‘समािधज’’�त वु&ं। उपस3प4 ज िवहरतीित एवं दवु;िवDपहीनं ितव;सम नागतं ितिवधकGयाणािदयु&ं दिुतयं झानं अिधग�वा वु&नयेन व&तीित अ�थो।

एवं दिुतयMझानािधगमं द6से�वा इदािन तदनतरं अिधगतदिुतयMझान6स तं वु&नयेनेव वसीभूतं क�वा त�थ आस निवत� किवचारप( च��थकताय चवे ओळािरकपीत;समि;ताय च दोसं िद6वा िनकZत पिरयादाय तदोळािरक;Dपहानाय सेससत;पिटलाभाय तदेवार/मणं पुनDपुनं मनिसकरोतो तितयं झानं उDपM जित, तDपादक� च लोकु&रं, तं द6सेतुं ‘‘पीितया च िवरागा’’ितआिदमाह। त�थ िवरM जनं िवरागो, समित� कमो, त6मा िवरागा। च-कारेन िवत� किवचारानं वूपसमं स�/पLडेित ‘‘पीितया च िवरागा, िवत� किवचारान� च वूपसमा’’ित। इद� चते6स आगमनम9गपिरदीपन�थं, वLणभणन�थ� चवु&ं। उपे@खको िवहरतीित ए�थ उपपि&तो इ�खित अप�खपितता हु�वा प6सतीित उपे�खा, तVमMझ&ता। ताय िवसदाय पीितिवरागपद<ानाय थामगताय सम नागत&ा तितयMझानसम;ी ‘‘उपे�खको’’ित वु( चित, िवत� कािद�खोभाभावेन पनेसा ए�थेव पिर�य&िक( चा जाता, न पठमMझानादीसूित। सतो च स3पजानोित पु9गलािध<ानेन सित च स/पज� ञ� च वु&ं, इद� च सितस/पज� ञबलेनेव िठतं तंपीितसहचिरतं सुखं, ततो अपनीतं व(छो िवय बधनबलेन धेनंु पीAत न उपग(छित, इम�6म� च सित अितमधुरे सुखे योिगनो न सारM ज�त, नो अ� ञथाित इम�/प अ�थिवसेसं द6सेतुं इधेव वु&�त वेिदत�बं। सुख� च कायेन पिटसंवेदेतीित ए�थ िक� चािप तितयMझानसमि;नो सुखपिटसंवेदनाभोगो न��थ, एवं सतेिप य6मा त6स नामकायेन स/पयु&ं अितपणीतं सुखं, तंसमुि<तेन त6स अितपणीतेन Hपेन Hपकायो फु<ो, य6स फु<&ा झाना वुि<तोिप काियकसुखं पिटसंवेदेQय, त6मा एतम�थं द6सेतो ‘‘सुख� च कायेन पिटसंवेदेती’’ित आह। यं त�तआदीसु य�त य6मा, यं झानहेतूित अ�थो। त�त तं तितयMझानसमि;पु9गलं बुKादयो अिरया आिच@ख2�त पसंस�त। िक�त? ‘‘उपे@खको सितमा सुखिवहारी’’ित। एवं एक;िवDपहीनं दवु;सम नागतं ितिवधकGयाणािदयु&ं तितयं झानं अिधग�वा पव&तीित अ�थो। यं पन झानं िवभDे ‘‘झान�त उप�ेखा सित स/पज� ञ ंसुखं िच&6सेक9गता’’ित (िवभ॰ ५९१) वु&ं, तं सपिर�खारं झानं द6सेतुं पिरयायेन वु&ं। उपिनMझानल�खणानं पन सुखिच&ेक9गतानं वसेन दवुि;कमेवेतं वेिदत�बं। यथाह – ‘‘दवुि;कं झानं होती’’ितआिद (िवभ॰ ६२४)।

एवं तितयMझानािधगमं द6से�वा इदािन तदनतरं अिधगततितयMझान6स तं वसीभूतं क�वा ततो वु<ाय त�थ वु&नयेन दोसं िद6वा िनकZत पिरयादाय ओळािरकसुख;Dपहानाय, उपे�खेक9गतास@ातसेससत;पिटलाभाय च तदेव िनिम&ं मनिसकरोतो चतु�थं झानं उDपM जित, तDपादक� चलोकु&रं, तं पु9गलािध<ानेन द6सेतुं ‘‘सुख स च पहाना’’ितआिदमाह। त�थ सुख स च पहाना दु@ख स च पहानाित काियक6स सुख6स, द�ुख6स च पहाना। पु�बेवाित त� च खो पु�बेव, न चतु�थMझान�खणेित अ�थो। सोमन सदोमन सानं अ�थDमाित चतेिसक6स सुख6स, द�ुख6स च पु�बेव पहाना। कदा पन तेसं पहानं होतीित? चतु नं झानानं उपचार�खणे। द�ुखदोमन6ससुखसोमन6सािन िह यथा� कमं पठमािदचतु नं झानानं उपचार�खणे एव पहीय�त। यिद एवं, क6मा पनेस ‘‘िविव( चवे…पे॰… पठमं झानं उपस/पM ज िवहरित, ए�थुDप नं द�ु�ख�aयं अपिरसेसं िनIMझित…पे॰… चतु�थं झानं उपस/पM ज िवहरित, ए�थुDप नं सोमन�6स�aयं अपिरसेसं िनIMझती’’ित (सं॰ िन॰ ५.५१०) एवं झाने6वेव िनरोधो वु&ोित? अितसयिनरोध6स वु&&ा।

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उपचार�खणेसु िह यो िनरोधो, सो िनरोधो एव, नाितसयिनरोधो, सो पन झान�खणेसु एव। ततो एव िह त�थ त�थ अपिरसेस9गहणं कत�त, त�थ त�थ पन पहीनािप एता वेदना ए�थ दिुव� ञQेयल�खणाय अद�ुखमसुखाय वेदनाय द�ुखािद�यितरेकेन सुख9गहण�थं, वLणभणन�थ� च6स झान6स समाहटा, प( चयद6सन�थ� च6स। यथाह – ‘‘च&ारो खो, आवुसो, प( चया अद�ुखमसुखाय चतेोिवमुि&या समापि&या, इधावुसो, िभ�खु सुख6स च पहाना’’ितआिद (म॰ िन॰ १.४५८)।

उपे@खासितपािरसुि8�त तVमMझ&तास@ाताय उपे�खाय जिनतसितया पािरसुिK। िनIप� लेसताय िह तं पिरसुK&ं। न केवल� च�ेथ उपे�खाय सित एव पिरसुKा, अिपच खो स�बेिप स/पयु&ध/मा, सितसीसेन पनायं देसना कताित। उपस3प4 ज िवहरतीित एवं एक;िवDपहीनं दवु;सम नागतं ितिवधकGयाणािदयु&ं चतु�थं झानं अिधग�वा तदनुHपने इिरयापथिवहारेन पव&तीित अ�थो।

एवं Hपावचरलोकु&रचतु� कMझानं द6से�वा इदािन अHपावचरMझानं द6सेतो यं त�थ पठमं, एवं अिधगतHपावचरचतु�थMझान6स करजHपे दLडादानादीन� चवे च�खुरोगािदआबाधान� च वसेन िद<ादीनव6स करजHप6स समित� कमाय आकासकिसणिवरिहतेसु नवसु किसणेसु अ� ञतरZ6म चतु�थं झानं उDपादे�वा त6सार/मणभूतं किसणपिटभागHप�/प करजHपपिटभागताय, अर� ञे सDपानुबध6स भयेन पलायतो रM जुतालपLणाAद सDपपिटभागताय िवय समित� किमतुकाम6स प� चहाकारेिह तं झानं वसीभूतं क�वा ततो वु<ाय त�थ िन�बेजनीयHपपिटभागार/मणताय, आस नसोमन6सप( च��थकताय च दोसं िद6वा िनकZत पिरयादाय अ;ेसु समित� किमत�बाभावेन आर/मणसमित� कमभूतं आकासान� चायतनं सततो मनिसकिर�वा च� कवाळपिरयतं वा य&कं वा इ(छित, त&कं किसणं प�थिर�वा वा किसणं अमनिसकिर�वा तेन फु<ोकासं ‘‘आकासो आकासो’’ित वा ‘‘अनतो आकासो’’ित वा मनिसकारेन किसणं उ9घाटे�वा वा तं किसणु9घािटमाकासिनिम&ं ‘‘आकासो’’ित पुनDपुनं मनिसकरोतो आकासान� चायतनं उDपM जित, तं ताव द6सेतुं ‘‘स�बसो Eपस� ञानं समित@ कमा’’ितआिदमाह।

त�थ स�बसोित स�बाकारेन, स�बासं वा अनवसेसान�त अ�थो। Eपस� ञान�त स� ञासीसेन वु&ानं कुसलिवपाकिकिरयवसेन प� चदसHपावचरMझानान� चवे तदार/मणान� च। HपMझान�/प िह ‘‘Hपे स� ञा Hपस� ञा’’ित एवं स� ञासीसेन वु( चित, तदार/मणकिसण�/प Hप�त स� ञा नामम6साित ‘‘Hपस� ञ’’�त वु( चित। समित@ कमाित िवरागा, िनरोधा च। िवभDे पन स� ञासु समित� कतासु आर/मणं समित� कतमेव होतीित ‘‘समाप न6स वा उपप न6स वा िद<ध/मसुखिवहािर6स वा’’ितआिदना (िवभ॰ ६०२) स� ञानमेव समित� कमो वु&ो, आर/मणे अिवर&6स स� ञासमित� कमो न�थेवाित तं समित� कमवसेनािप अ�थवLणना कात�बाव।

पिटघस� ञानं अ�थDमाित च�खादीनं व�थूनं, Hपादीन� च आर/मणानं पिटघातेन समुDप ना ि:प� चिव� ञाणस� ञा पिटघस� ञा, तासं अ�थ;मा। िक� चािप ता HपावचरMझानसमाप न6सािप न स�त, अथ खो न पहीन&ा न स�त। न िह Hपिवरागाय Hपावचरभावना संव&ित, Hपाय&ाव एतासं पवि&, अयं पन भावना Hपिवरागाय संव&ित, त6मा ता ए�थ पहीनाित व&ुं व2ित। नान1स� ञानं अमनिसकाराित नान&े गोचरे पव&ानं, नान&ानं वा मनोिव� ञाणधातुवसेन पव&ान� च चतुच&ालीसकामावचरस� ञानं अमनिसकारा अनावM जना। ए�थ च Hपपिटघस� ञानं इिमना झानेन िन�ब&भवेिप अनुDपि&तो ‘‘समित� कमा अ�थ;मा’’ित एवं अभावो एव वु&ो। ‘‘नान&स� ञानं अमनिसकारा’’ित अ<कामावचरकुसलानं नविकिरयानं दसाकुसलानं वसेन स&वीसितस� ञानं अHपभवेिप मनिसकारेन उDपि&स/भवतो तासं अमनिसकारा इ( चवे वु&�त वेिदत�बं।

अन�तो आकासोित ए�थ ना6स उDपादतो वा वयतो वा प� ञायतीित अन�तो। आकासोित किसणु9घािटमाकासो वु( चित, मनिसकारवसेनपे�थ अनतता वेिदत�बा। तेनेव िवभDे वु&ं ‘‘तZ6म आकासे िच&ं ठपेित…प॰े… अनतं फरित, तेन वु( चित अनतो आकासो’’ित (िवभ॰ ६०५)। इदं पन6स भावनाकारद6सनं। आकासान� चायतन�त ए�थ ना6स अतोित अनतं आकासमेव अनतं आकासानतं, आकासानतमेव आकासान� च,ं तदेव आकासान� च ंअिध<ान<ेन, स� जाितसमोसरण<ेन च आयतनं, तं आर/मणम6स सस/पयु&ध/म6स झान6साित आकासान� चायतनं। तं उपस/पM जवु&नयेन िवहरतीित अ�थो।

एवं आकासान� चायतनािधगमं द6से�वा इदािन यं तदनतरं अिधगतपठमाIDप6स तं वसीभूतं क�वा त�थ आस नHपMझानप( च��थकताय, Hपपिटभागाकासार/मणताय च दोसं िद6वा िनकZत पिरयादाय तं समित� कमाय आकासं फिर�वा पव&ं िव� ञाणं ‘‘अनतं िव� ञाण’’�त पुनDपुनं मनिसकरोतो िव� ञाण� चायतनं उDपM जित, तं द6सेतुं ‘‘स�बसो आकासान� चायतनं समित@ क3मा’’ितआिद वु&ं। त�थ पु�बे वु&नयेन झान�/प आकासान� चायतनं आर/मण�/प। आर/मण�/प िह पुिरमनयेन आकासान� च� च तं पठमाIDप6स आर/मण&ा वु&नयेन आयतन� चाित ‘‘आकासान� चायतन’’�त वु( चित। इित उभय6सािप अDपवि&करणेन, अमनिसकरणेन च एकMझं क�वा ‘‘आकासान� चायतनं समित� क/मा’’ित इदं वु&�त वेिदत�बं।

अन�तं िव� ञाण�त त� ञेव पठमाIDपिव� ञाणं आकासं अनततो फिर�वा पव&ं ‘‘अनतं िव� ञाण’’�त एवं मनिसकरोतोित वु&ं होित, मनिसकारवसेन वा अनतं। िवभDेिप िह ‘‘अनतं फरती’’ित (िवभ॰ ६१०) वु&ं। िव� ञाण� चायतन�त ए�थ वु&नयेन अनतमेव आन� च,ं िव� ञाण� चतं आन� च� चाित िव� ञाणानत�त व&�बे Iि\हतो ‘‘िव� ञाण� च’’�त वु&ं, तदेव आयतनमार/मणम6साित िव� ञाण� चायतनं। सेसं वु&नयमेव।

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एवं िव� ञाण� चायतनं द6से�वा इदािन यं तदनतरं अिधगतदिुतयाIDप6स तं वसीभूतं क�वा त�थ आस नाकासान� चायतनप( च��थकताय, तदार/मणताय च दोसं िद6वा िनकZत पिरयादाय तं समित� कमाय पठमाIDपिव� ञाणाभावं ‘‘न��थ न�थी’’ित वा ‘‘सु� ञ ंसु� ञ’’�त वा ‘‘िविव&ं िविव&’’�त वा पुनDपुनं मनिसकरोतो आिक� च� ञायतनं उDपM जित, तं द6सेतंु ‘‘स�बसो’’ितआिदमाह। इधािप वु&नयेन झान6स, तदार/मण6स च िव� ञाण� चायतन6स समित� कमोव वेिदत�बो। न2�थ िक� चीित ‘‘न��थ न��थ, सु� ञ ंसु� ञं, िविव&ं िविव&’’�त एवं मनिसकरोतोित अ�थो।

आिक� च� ञायतन�त ए�थ ना6स िक� चन�त अिक� चनं, अतमसो भ;म&�/प6स अविस<ं न�थीित वु&ं होित, अिक� चन6स भावो आिक� च� ञं, आकासान� चायतनिव� ञाणापगम6सेतं अिधवचनं, आिक� च� ञ ंआयतनमार/मणम6साित आिक� च� ञायतनं। सेसं सुिव� ञQेयमेव।

एवं आिक� च� ञायतनािधगमं द6से�वा इदािन यं तदनतरं अिधगततितयाIDप6स तं वसीभूतं क�वा त�थ आस निव� ञाण� चायतनप( च��थकताय दोसं िद6वा िनकZत पिरयादाय तं समित� कमाय तदेव आिक� च� ञायतनं ‘‘सतं सत’’�त पुनDपुनं मनिसकरोतो नेवस� ञानास� ञायतनं उDपM जित, तं द6सेतुं ‘‘स�बसो’’ितआिदमाह। त�थ नेवस� ञानास� ञायतन�त ओळािरकाय स� ञाय अभावतो, सुखुमाय च भावतो नेव6स सस/पयु&ध/म6स झान6स स� ञा नास� ञाित नेवस� ञानास� ञं, तदेव ध/मायतनमनायतनपिरयाप न&ा आयतन�त नेवस� ञानास� ञायतनं।

अथ वा यायमे�थ स� ञा, सा पटुस� ञािक( च ंकातुं असम�थताय नेवस� ञा, स@ारावसेससुखुमभावेन िवM जमान&ा नास� ञाित नेवस� ञानास� ञा, नेवस� ञानास� ञा च सा स/पयु&ध/मानं अिध<ान<ेन आयतन� चाित नेवस� ञानास� ञायतनं। न केवल� च�ेथ स� ञाव एिदसी, अिप तु फ6सोिप नेवफ6सो नाफ6सो, िच&�/प नेविच&ं नािच&ं, एवं सेसस/पयु&ध/मािप, स� ञासीसेन पनायं देसना कताित वेिदत�बा। त�थ सFारावसेससुखुमभावेनाित अ( चतसुखुमभावDप&स@ारभावेन। सेसं वु&नयमेव।

अयं पने�थ आिदतो प<ाय िपLड�थDपकासना – ‘‘इध िभ�खु पाितमो�खसंवरसंवुतो’’ितआिदना सासने लोिकयलोकु&रMझानिन�ब&कपु9गल6स पित<ाभूतसीलेसु पाितमो�खसंवरसीलिवसुAK उपिदसित। ‘‘िवहरती’’ित इिमना तदनुHपिवहारसमि;भावं। ‘‘आचारगोचरस/प नो’’ित इिमना आजीवपािरसुिKसीलं, तदपुकारके च ध/मे। ‘‘अणुम&ेसू’’ितआिदना यथावु&सीलेिह अचवनं, तेस� च अनवसेसतो समादानं। ‘‘इ�aयेसु गु&:ारो’’ित इिमना इ�aयसंवरसीलं। ‘‘भोजने म&� ञू’’ित इिमना प( चयस� न�6सतसीलं, सतोसािदगुण� च। ‘‘पु�बर&ापरर&’’�तआिदना सीलधुत;ेसु पिति<त6स भावनाराम6स तदपुकारके ध/मे। ‘‘बोिधप��खकान’’�तआिदना पिटपि&या िन�बेधभािगयतं। ‘‘सो अिभ� कते’’ितआिदना यथावु&गुणानं अपिरहानाय, व�खमानान� च पिटलाभाय सितस/पयोगं। ‘‘सो िविव&’’�तआिदना भावनानुHपसेनासनपिर9गहं। ‘‘सो अर� ञगतो’’ितआिदना झानभावनार/भDपकारं। ‘‘सो अिभMझ’’�तआिदना झानभावनािभयोगेन पहीनप� चनीवरण6स उपचारMझानुDपA&। ‘‘सो इमे प� च नीवरणे’’ितआिदना त6स उपHपिर वायमतो HपाHपMझानुDपि&� कमं उपिदसित। अयं तावे�थ पद�थो।

ध3मभेदो पने�थ िवभ;नये पाकटो भिव6सित। तीसु िह नयेसु मह9गतलोकु&रा कुसलिवपाकिकिरयिच&स/पयु&ा िवत� किवचारपीितसुखउपे�खाएक9गतास@ाता झानध/मा नानानयेिह िवभ&ा, झानस/पयु&ा पन सेसकामावचरध/माव इध स;िहता। िक� चािप पने�थ पाितमो�खसंवरसीलादयोिप वु&ा, तथािप ते झानानं पु�बभागDपिटपि&द6सनवसेन चवे झानस/पयु&ध/मवसेन च वु&ा, इध पन न स;िहताित वेिदत�बा।

प�हापु<छके पन िसया कुसला, िसया अ�याकता, तीिण झानािन सुखाय वेदनाय स/पयु&ा, चतु�थं अद�ुखमसुखाय वेदनाय स/पयु&ं, उप�ेखा पने�थ वेदना न व&�बा, िसया िवपाका, िसया िवपाकध/मध/मा, पठमMझानं िवत� किवचारव�M जतं सिवत� कसिवचारं, िवत� को पने�थ अिवत� किवचारम&ो, िवचारो न व&�बो, तीिण झानािन अिवत� कअिवचारा, :े झानािन पीितव�M जतािन पीितसहगतािन, तीिण सुखव�M जतािन सुखसहगतािन, चतु�थं उप�ेखाव�M जतं उपे�खासहगतं, तितयMझाने सुखं, उपे�खा च इध न व&�बं…प॰े… िसया मह9गता, िसया अDपमाणा, तीिण िसया अDपमाणार/मणा, िसया न व&�बा, चतु�थं ितधािप न व&�ब� च, तीिण िसया म9गहेतुका, िसया म9गािधपितनो, िसया न व&�बा, चतु�थं ितधािप न व&�ब� च…पे॰… पीित बिहKार/मणािन, चतु�थं ितधािप न व&�ब� च…पे॰… अिनद6सनअDपिटघा न हेतू…पे॰… नोिच&चतेिसका अरणाित। सेसं सुिव� ञQेयमेव। पािळमु&नयो पने�थ न��थ, इतो परं पन ए&क�/प अव�वा िवM जमान<ाने एव व�खाम।

झानिवभ;माितक�थवLणना िनि<ता।

अ�पम� ञािवभDमाितक�थव;णना

अDपम� ञािवभ;माितकाय पन अ�थतो ताव – चत सो अ�पम� ञायोितआदीसु फरणअDपमाणवसेन अDपम� ञायो। एता िह आर/मणवसेन अDपमाणे वा स&े फर�त, एकस&�/ह वा अनवसेसफरणवसेन अDपमाणतो फरतीित एवं फरणअDपमाणवसेन ‘‘अ�पम� ञायो’’ित वु( च�त, स& अDपमाणवसेनािप व&ुं व2ित। मे1ासहगतेनाित मे&ाय सम नागतेन। एकं िदस�त पुर��थमादीसु चतूसु िदसासु यं िक�� च एकं िदसं, तंिदसापिरयाप नस&फरणवसेन चतंे वु&ं। फिर�वाित फुिस�वा आर/मणं क�वा। िवहरतीित पव&ेित। तथा दुितय�तआदीसु। यथा एकं िदसं फिर�वा,

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तथेव तदनतरं दिुतय,ं तितयं, चतु�थ� चाित अ�थो। इित उ8मधो ितिरय�त एतेनेव नयेन उपिरमं िदसं, हेि<मं िदसं, अनुिदस� च अनु� कमेन मे&ासहगतेन चतेसा फिर�वा िवहरतीित अ�थो। ए&ावता एकमेकं िदसं पिर9गहे�वा ओिधसो मे&ाफरणतं द�6सतं।

स�बधीितआिद पन अनोिधसो द6सन�थं वु&ं। त�थ स�बधीित स�ब�थ। स�ब1तायाित स�बेसु हीनम�Mझमु� क<िम&सप&मMझ&ािदDपभेदेसु अ&ताय, तेसु िवभागं अक�वा अ&समतायाित वु&ं होित। अथ वा स�ब1तायाित स�बेन िच&भावेन, ईसक�/प बिह अिव�खपेमानोित अ�थो। स�बाव�त�त स�बस&वतं, स�बस&यु&�त अ�थो। लोक�त स&लोकं। पुन ‘‘मे&ासहगतेना’’ित इदं ‘‘िवपुलेना’’ितआदीिह िवसेसनेिह स/बधद6सनवसेन वा वु&,ं िनगमनवसेन वा। त�थ फरणवसेन िवपुलता वेिदत�बा। भूिमवसेन पन मह9गतता। पगुणवसेन, अDपमाणस&ार/मणवसेन च अDपमाणता। �यापादप( च��थकDपहानेन अवेरता। दोमन6सDपहानेन िन=�ुखता, स@तता, अ�यापM जता च द<�बा। एवं क'णासहगतेनाितआदीसुिप अ�थो वेिदत�बोित अयं तावे�थ पद�थो।

ध3मभेदो पने�थ सुिव� ञेQयोव। िवभDनयेन पन तीसु Hपावचरकुसलिवपाकिकिरयािच&ेसु स/पयु&ा स&ेसु मे&ािदefिवहारभूता अदोसो कIणा मुिदता तVमMझ&ताित च&ारो ध/मा नानानयेिह िवभ&ा, तंस/पयु&ा पन कामावचरभूता च एता इध न गिहता। अHपावचरलोकु&रेसु पनेता अDपम� ञान�थेवाित। प�हापु<छके पनेता ताव िसया कुसला, िसया अ�याकता। ित6सो सुखाय, चतु�था अद�ुखमसुखाय वेदनाय स/पयु&ा। िवपाकि&के ितधािप, उपे�खा अिवत� कअिवचारा, सेसा ितधािप, मह9गताव, पिर&ार/मणअतीतार/मणि&केसु न व&�बाव, बिहKार/मणाव, अिनद6सनअDपिटघाव, मे&ा हेतु, सेसा न हेतू, नो िच&ा, चतेिसका, Hपावचरा, सउ&राव। सेसं सुिव� ञQेयमेवाित।

अDपम� ञािवभ;माितक�थवLणना िनि<ता।

िस@खापदिवभDमाितक�थव;णना

िस�खापदिवभ;माितकाय पन अ�थतो ताव – िस@खापदानीित िस��खत�बपदािन, िस�खाको<ासाित अ�थो। अिपच स�बेिप कुसला ध/मा िस��खत�बतो िस�खा, तासं पित<ान<ेन पदं, प� चसु पन सील;ेसु यं िक�� च अ;ं। पाणाितपातादीसु पाण6स अतीव पातो पाणाितपातो, पाणवधोित अ�थो। पाणोित च�ेथ वोहारतो स&ो, परम�थतो जीिवित�aयं, तZ6म पन पाणे पाणस�� ञनो जीिवित�aयुप(छेदकउप� कमसमु<ािपका कायवची:ारानं अ� ञतर:ारDपव&ा वधकचतेना पाणाितपातो, त6मा पाणाितपाता। वेरमणीित िवरित, सा एव वु&नयेन िस�खापद�त वेरमिणिस@खापदं। अिद� न�त न िद नं, परपिर9गिहतं, परपिर9गिहत6स अिद न6स आदानं अिद नादानं। पर6स हरणं थेQयं चोिरकाित वु&ं होित। अ�थतो पन परपिर9गिहते तथास�� ञनो तदादायकउप� कमसमु<ािपका थेQयचतेना अिद� नादानं। कामेसूित व�थुकामेसु। िम<छाचाराित िकलेसकामवसेन लामकाचारा, पुिरस6स मातुर��खतािदस@ातासु, इ��थया अ&नो िनयिमतपुिरसतो परपुिरसस@ातेसु च अगमनीय<ानेसु वीित� कमाचाराित वु&ं होित। अ�थतो पन अगमनीयव�थूसु म9गेनम9गDपिटपादनोप� कमसमु<ािपका, अिधवासनाकारDपव&ा वा मेथुनचतेना कामेसुिम<छाचारो। मुसाित अभूतं अत(छं व�थु, वादोित त6स अभूततं ञ�वाव भूततो त(छतो िव� ञापनं। ल�खणतो पन अतथं व�थुं ञ�वा तथतो परं िव� ञापेतुकाम6स अ�थभ� जककायवचीपयोगसमु<ािपका चतेना मुसावादो। सुराित िप<सुरा पूवसुरा ओदनसुरा िकLणप��ख&ा स/भारसंयु&ाित प� च सुरा। मेरय�त पुDफासवो फलासवो गुळासवो मgवासवो स/भारसंयु&ोित प� च आसवा। तदभुय�/प मदनीय<ेन म4 जं, याय चतेनाय तं मM ज ंिपवित, सा पमादकारण&ा पमाद0ानं, त6मा सुरामेरयम4 जपमाद0ाना। सेसं सुिव� ञेQयमेवाित अयं तावे�थ पद�थो।

ध3मभेदो पन िवभ;नये पाकटो भिव6सित। एवं उपिरिप। िवभ;नयेसु च�ेथ सु&तभाजनीयं न��थ, अिभध3मभाजनीये पनेतािन प� चिस�खापदािन कामावचरकुसलिच&स/पयु&ानं िवरतीनं वसेन नानDपकारतो पठमवारे िवभ&ािन, तथा दिुतयवारे चतेनावसेन, िवरितचतेनास/पयु&ा पने�थ ध/मा न िस�खापदािन, िस�खापदस/पयु&ा पन हो�त, तथा तितयनये फ6सादीनं स�बेसं ध/मानं वसेन नानDपकारतो िवभ&ाित।

प�हापु<छके पन चतेनाय, फ6सादीन� च पिरयायिस�खापद&ा िनDपिरयायिस�खापदभूतानं िवरतीनं वसेनेव िवभ&ािन। त�थ िह प� च िस�खापदािन कुसला एव, िसया सुखाय, िसया अद�ुखमसुखाय स/पयु&ा…पे॰… पिर&ार/मणाव, प( चुDप नार/मणाव, बिहKार/मणाव, अिनद6सनअDपिटघाव, न हेतू, सहेतुका, नो िच&ा, चतेिसका, कामावचरा, सउ&राव, अरणावाित। ए�थ च यािन िस�खापदािन स&ार/मणािन वु&ािन, तािन च िवरितसभाव&ा य6मा ‘‘स&ो’’ित स@ं गते पिर&ध/मे एव प( चुDप ने एव ध/मे आर/मणं करो�त, त6मा पिर&ार/मणाित च वु&ाित वेिदत�बा। इदािन िवरिमत�बपाणाितपातादीनं –

ध/मक/मपथाल/ब-वेदनामूलक/मतो।सावM ज;ािदतो ञQेयो, पािळमु&िविन(छयो॥

त�थ ध3मतो ताव – प� चपतेे पाणाितपातादयो चतेनासभावाव हो�त। क3मपथतो प� च क/मपथाव। आर3मणतो पन पाणाितपातो

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जीिवित���यार�मणो, अिद� नादानं स�ार�मणं, स�ारार�मणं वा, तथा मुसावादो, िम�छाचारो इ��थपुिरसार�मणो, सुरापानं स�ारार�मणं। वेदनातोपन पाणाितपातो द"ुखवेदनो, अिद� नादानं ितवेदनं, तथा मुसावादो, िम�छाचारो पन सुखम%झ�वसेन ि'वेदनो, तथा सुरापानं। मूलतो पन पठमो दोसमोहमूलो, दिुतयं िसया लोभमोहमूलं, िसया दोसमोहमूलं, तथा मुसावादो, िम�छाचारो पन लोभमोहमूलोव, तथा सुरापानं। क�मतो पने�थ मुसावादो वचीक�मं, सेसा कायक�ममेव।

साव� जतो पन पाणाितपातो ताव अमनु.सके पाणे अ/पसाव% जो, मनु.सके महासाव% जो। तेसु च खु0कसरीरे अ/पसाव% जो, महासरीरे महासाव% जो। क.मा? पयोगमह�तताय। पयोगसम�ेिप अ/पगुणे अ/पसाव% जो, महागुणे महासाव% जो। सरीरगुणानं समभावे सित िकलेसानं, उप" कमान4 च मुदिुत5बताय अ/पमहासाव% जो होित, खीणासवे पन महासाव% जतरोित। अिद� नादानं व�थुनो हीन/पणीतताय चवे गुणिवरिहतत5ब�तस�तकताय च। त�थािप तं तं उपादायुपादाय च अ/पमहासाव% ज,ं खीणासवस�तके महासाव% जतर��त वेिदत5बं। िम�छाचारो द.ुसीलसीलव�तव�थुवीित" कमनेन। त�थािप तं तं उपादायुपादाय च अ/पमहासाव% जो, खीणासवव�थुवीित" कमने महासाव% जतरोित च वेिदत5बो। मुसावादो यम�थं भ4 जित, त.स अ/पमह�ततं, व�थुसािमनो गुणिवरिहततं, त5ब�तत4 च उपादायुपादाय अ/पमहासाव% जो होित। अिपच अ�नो स�तकं अदातुकामताय, हसािध/पायेन वा ‘‘न�थेत’’��तआिदनय/पव�ो अ/पसाव% जो, अिद;ं ‘‘िद;’’��तआिदना कूटस�"खआिदभावेन वा पव�ो महासाव% जो, मुसा व�वा पन स=भेदने महासाव% जतरो। सुरापानं िब�दमु�तो प;ाय तं तं उपादायुपादाय अ/पसाव% ज,ं बहुके महासाव% ज,ं कायिवकारजननपहोनकपाने पन महासाव% जतरमेव।

अ�ािदतो पन पाणाितपात.स पाणो पाणस�4 ञता वधकिच�ं उप" कमो तेन मरण��त प4 च अ?ािन। साह��थको आणि�को िन.स�@गको थावरो िव% जामयो इिAमयोित छ पयोगा। अिद� नादान.स परपिर@गिहतता तथास�4 ञता थेBयिच�ं उप" कमो तेन हरण��त प4 च अ?ािन। साह��थकादयो छ एव पयोगा। ते च खो यथानुDपं थेBयावहारादीनं वसेन पव�ा। िम�छाचार.स अगमनीयव�थुता सेवनिच�ं म@गेन म@ग/पिटप�ीित तीिण अ?ािन। साह��थको एकोव पयोगो। एवं सेसान��प पयोगो वेिदत5बो। मुसावाद.स अतथं व�थु, िवसंवादनिच�ं, त% जो वायामो, पर.स तद�थिवजानन��त च�ािर अ?ािन। सुरापान.स सुरादीनं अ4 ञतरता अ%झोहरण��त 'े अ?ानीित।

एवं पाणाितपातादीनं ध�मािदतो िविन�छयं ञ�वा इदािन पाणाितपातावेरमिणआदीनं प4 च� न��प –

ध�मक�मपथाल�ब-समादानपयोगतो।खGडतो च िवजानीयो, पािळमु�िविन�छयो॥

त�थ ध�मक�मपथतो िविन�छयो वु�नयोव। आर�मणतो पनेतािन जीिवित���यािदतंतंवीित" किमत5बव�थार�मणािन। समादानतो एक.स स��तके वा सयमेव वा ‘‘प4 च सीलािन अिध;हामी’’ित एकतो वा पािटए" कं वा समािदय�तेन एतािन समािद� नानेव हो��त। पयोगतो पन स5बािनिप साह��थकपयोगानेव। ख�डतो गह;ा यं यं वीित" कम��त, तं तदेव खGडं होित, नेतरे। गह;ा अिनबAसीला हो��त, यं यं स" को��त, तं तदेव गोपे��त। सामणेरानं पन एकK.म वीित" किमते स5बािनिप िभ% ज�तीित एवं िवजानीयो पािळमु�िविन�छयो।

िस"खापदिवभ?माितक�थवGणना िनि;ता।

पिटस �भदािवभ�माितक"थव�णना

पिटस��भदािवभ?माितकाय अ"थतो ताव – चत$सो पिटस �भदाित च�ारो पभेदा। िन%ेसे पन ‘‘अ�थे ञाणं अ�थ/पिटस��भदा’’ितआिदना (िवभ॰ ७१८) ञाणवसेन िनि0;�ा ञाण.सेव, न अ4 ञ.स क.सचीित वेिदत5बं। अ"थपिटस �भदाित अ�थिवसयञाण/पभेदा, अ�थ/पभेदसR ल"खणिवभावनवव�थानकरणसम�थतावसेन अ�थे पभेदगतं ञाण��त अ�थो। सेसपदेसुिप एसेव नयो। ए�थ च अ"थोित हेतुफलं। सो िह हेतुवसेन अरणीयतो ग�त5बतो, उ/पादेत5बतो च ‘‘अ�थो’’ित वु� चित। पभेदतो पनेसोिप प4 चिवधो होित यं िक�4 च प� चयु/प� नं, िन5बानं, भािसत�थो, िवपाको, िकिरयाित।

ध�मोित प� चयो, सो िह फलं िवदहित पव�ेित उ/पादेित चवे पापेित चाित ‘‘ध�मो’’ित वु� चित। पभेदतो पनेसोिप प4 चिवधो होित यो कोिच फलिन5ब�को हेतु, अिरयम@गो, भािसतं, कुसलं, अकुसल��त।

िन&'ीित यथावु�ानं ध�मानं, अ�थान4 च वाचको सभाविनTि�स�ातो स0ो। इमा ध�म�थिनTि�यो आर�मणं क�वा प� चवे"ख�त.स त�थ त�थ पभेदगतं ञाणं िन&ि'पिटस �भदा नाम।

ए�थ च िनTि�पिटस��भदा स0ार�मणा, न प4 ञ�ार�मणा, पिटस��भदाप�ो िह ‘‘फ.सो वेदना’’ितआिदकं स0ं सु�वा ‘‘अयं सभाविनT�ी’’ित

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जानाित, ‘‘फ.सा वेदनो’’ितआिदकं पन ‘‘न सभाविनT�ी’’ित जानाित। सभाविनT�ीित (िवभ॰ अ;॰ ७१८) च मागिधका भासा, याय स�मास�बुAा तेिपटकं बुAवचनं तK�त आरोप�े�त, UVानो च अगामके अर4 ञे िक�4 च वचनं असु�वा विWतदारका च अ�नो ध�मताय भास��त, या च अपायेसु मनु.से देवलोके चवे मागधभासा उ.स� ना, प�छा च ततो अ�धकयोनकदिमळािददेसभासा चवे स" कतािदअ;ारसमहाभासा च िन5ब�ा, सा िह य.मा इतरासु भासासु पिरव��तासुिप न पिरव�ित, स5बकालं अ�नो सभावे एव ित;ित, त.मा ‘‘सभाविनT�ी’’ित वु� चित। या UVवोहारो, अिरयवोहारोित च वु� चित, ताय पन मागधभासाय तK�त आTXह.स बुAवचन.स पिटस��भदाप�ानं सोतपथागमनमेव पप4 चो। सोते पन स=िYतम�े एव नयसतेन नयसह.सेन अ�थो उप;ाित। अ4 ञाय पन भासाय तK�त आTXहं तं तेसं िच�ं सहसा नारोहित, िक�छेन उ@गहेत5बं होित, पुथु% जनान4 चसकलं बुAवचनं उ@गहे�वािप पिटस��भदापि� नाम न��थ, अिरयसावको नो पिटस��भदाप�ो नाम न��थ, पिटस��भदाप�ो अ4 ञ ंस0ं नामाZयातोपस@गिनपातभेदतो जानाित, न जानातीित? यद@गेन स0ं सु�वा ‘‘अयं सभाविनTि�, अयं न सभाविनT�ी’’ित जानाित, तद@गने एत��प जािन.सित, न चतंे पिटस��भदािक� च��त वेिदत5बं।

पिटभान��त ध�म�थािदिवसयं स5ब�थकञाणं, तं ञाणं आर�मणं क�वा प� चवे"ख�त.स पभेदगतं ञाणं पिटभानपिटस �भदा नाम, इमा चत.सोिप पिटस��भदा अिधगमेन पिरयि�उ@गहणेन स" क� चध�म.सवनेन अ�थपिरपु�छाय पु5बयोगनेाित प4 चिह कारणेिह िवसदा हो��त, सेखभूिमयं, असेखभूिमय4 चाित 'ीसु ठानेसु पभेदं ग�छ�तीित वेिदत5बा। अयं तावे�थ पद�थो।

ध�मभेदो पने�थािप िवभ?नये पाकटो भिव.सित। िवभ?नयेसु िह तीसुिप ध�मिनTि�पिटभानपिटस��भदा ित.सोिप कामावचरजवनस�पयु�ञाणानं वसेन त�5बसय/पभेदेन स[A नान/पकारतो िवभ�ा। अ�थपिटस��भदा पन तेसं ञाणान4 चवे अ;लोकु�रिच�स�पयु�ान4 च वसेन त�5बसय/पभेदेन स[A। लोकु�रञाणािनिप िह म@ग/प�5बताय अ�थभूतिन5बानार�मण�ा ‘‘अ�थपिटस��भदा’’ित वु� चित।

प)हापु,छके पन िसया कुसला, िसया अ5याकता, ित.सो पिटस��भदा िसया िवपाकध�मध�मा, िसया नेविवपाकनिवपाकध�मध�मा, अ�थपिटस��भदा ितधािप, ित.सो पिटस��भदा पिर�ा, अ�थपिटस��भदा िसया पिर�ा, िसया अ/पमाणा, िनTि�पिटस��भदा पिर�ार�मणा, बिहAार�मणा च, सेसा ितधािप, िनTि�पिटस��भदा प� चु/प� नार�मणाव, अ�थपिटस��भदा ितधािप न व�5बा च, अिनद.सनअ/पिटघा, हेतू, सहेतुका, ित.सो पिटस��भदा सउ�रा, अ�थपिटस��भदा ि'धािप, अरणा चाित। सेसं सुिव4 ञBेयमेव।

पिटस��भदािवभ?माितक�थवGणना िनि;ता।

ञाणिवभ�माितक"थव�णना

ञाणिवभ?माितकाय पन अ"थतो ताव – एकिवधेनाित एक/पकारेन, एकको;ासेन वा। ञाणव"थूित ए�थ पन ञाण4 च तं व�थु च नान/पकारानं स�प�ीन��त ञाणव�थु। प) च िव) ञाणाित च"खुिव4 ञाणादीिन प4 च। न हेतू अहेतुकाितआदीसु हे;ा हेतुदकुादीसु वु�नयानुसारेन स5ब�थ अ�थो वेिदत5बो। अिपच हेतुदकुादीसु प4 च िव4 ञाणा हेतू ध�माित वा सहेतुका ध�माित वा न व�5बा, एक�तेन पन न हेतू एव, अहेतुका एवाित। एवं ‘‘याथावकव�थुिवभावना प4 ञा’’ित इिमना उपिर एकिवधपिर�छेदावसाने व"खमानेन स�ब�धोित। इिमना नयेन स5ब�थ यथानुDपं अ�थो वेिदत5बो। त�थ च अचेतिसकाित िच�ािन एव प4 चिव4 ञाणस�पयु�ानं इध अपराम;�ा।

उ1प2 नव"थुका उ1प2 नार�मणाित खणप� चु/प� नवसेन अनागतपिट"खपेो। न िह तािन अनागतेसु प4 चसु व�थार�मणेसु उ/प% ज��त। पुरेजातव"थुका पुरेजातार�मणाित सहु/पि�पिट"खपेो। न िह तािन सहु/प� नं व�थार�मणं पिट� च उ/प% ज��त। अ�झि'कव"थुकाित अ%झ�%झ�भूते प4 च पसादे व�थुं क�वा उ/प% जनका। ए�थ च प4 च िव4 ञाणा सय��प अ%झि�का, अ%झि�कव�थुका च, मनोिव4 ञाणं हदयिन�.सतं अ%झि�कं, बािहरव�थुकं, प4 चिव4 ञाणस�पयु�ा तयो ख�धा बािहरा, अ%झि�कव�थुका, मनोिव4 ञाणस�पयु�ा तयो ख�धा बािहरा, बािहरव�थुकाित एवं चतु" कंवेिदत5बं।

अस �भ2 नव"थुका अस �भ2 नार�मणाित अिनTAव�थार�मणा। न िह तािन िनTAव�थार�मणं पिट� च उ/प% ज��त। नानाव"थुका नानार�मणाित तािन यथा" कमं च"खुDपािदिनयतेकेकव�थार�मणताय अ4 ञम4 ञ ंिभ� नव�थुका, िभ� नार�मणा च। न िह च"खुिव4 ञाणं च"खु ंमु�4 च�वा सोतादीसु अ4 ञतरं व�थुं क�वा Dपं मु�4 च�वा स0ादीसु अ4 ञतरार�मणं पिट� च उ/प% जित, न इतरािन चतेरािन। न अ) ञम) ञ$स गोचरिवसयं प, चनुभो2तीित इिमना च नेसं नानार�मणतंयेव िवभावेित। न असम2 नाहारा उ1प� ज2तीित अनाव% जने न उ/प% ज��त, प4 च'ाराव% जनेन अनाव�% जते िवसये न उ/प% ज�तीित अ�थो। न अमनिसकाराित तमेवे�थ पिरयाय�तरेन िवभावेित। न अ5बोिक�णाित अ4 ञम4 ञं िनर�तरा हु�वा न उ/प% ज��त। न अपु5बं अचिरम��त एक"खणेिप सह न उ/प% ज��त। न केवल4 च एतािन, अ4 ञािनिप िव4 ञाणािन 'े वा तद�ु[र वा एकतो न उ/प% ज��त, एकेकमेव पन िव4 ञाणं उ/प% जतीित वेिदत5बं। यथाह – ‘‘अ4 ञ ंउ/प% जते िच�ं, अ4 ञं िच�ं िनT%झती’’ितआिद (दी॰ िन॰ अ;॰ १.२१४; म॰ िन॰ अ;॰ १.१०९; सं॰ िन॰ अ;॰ ३.५.३६८; िवभ॰ अ;॰ ५२३)। न अ) ञम) ञ$स समन2तराित इिमना अन5बोिकGणताय एव िवभावना।

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अनाभोगाित अनाव% जनभूता आव% जन;ाने ठ�वा आव% जनिक� च ंकातुं न सम�थाित अ�थो। न क ) च ध�मं पिटिवजानातीित ‘‘मनोपु5ब?मा ध�मा’’ित (ध॰ प॰ १-२) एवं वु�ं एक��प कुसलाकुसलं ध�मं कोिचिप पु@गलो न पिटिवजानाित, तेिह िव4 ञाणेिह न साधेतीित अ�थो। अ) ञ7अिभिनपातम'ाित ठपे�वा Dपािदआर�मणानं अिभिनपातम�ं आपाथगमनम�ं, 5य�तरोिप पु@गलो प4 चिव4 ञाणेिह आपाथगतार�मणपिटिवजाननम�तो अ4 ञ ंकुसलाकुसलपिटिवजाननं कातंु न स" कोतीित अ�थो।

प) च2 नं िव) ञाणानं समन2तरापीित मनोधातुयािप। अिप-स0ो च�ेथ स��पGडन�थो, तेन न केवलं मनोधातुयाव, ततो परेिहिप प4 च'ािरकिव4 ञाणेिह तदार�मणपिरयोसानेिह न िक�4 च कुसलाकुसलं ध�मं पिटिवजानातीित अयम�थो द�.सतोित गहेत5बो। िक4 चािप प4 च'ारे कुसलाकुसलादीिन जवनािन उ/प% ज��त, तथािप तािन मोघपु/फािन िवय अ5बोहािरकानीित द;5बािन। न क ) च इिरयापथं क1पेतीितआदीसुिप एसेव नयो। न िह प4 च'ािरकिव4 ञाणेिह गमनादीसु क�4 च इिरयापथं क/पेित, न कायवचीक�मं प;पेित, न िव4 ञ[� वा समु;ापिेत, न कुसलाकुसलं ध�मं समािदयित, न लोिकयलोकु�रं समा[ध समाप% जित, न ततो वु;ाित, न भवतो चवित, न भव�तरे उ/प% जित, स5ब�पतें िक� च ंमनो'ािरकिच�ेनेव होित। यथा चतेेसं एतािन िक� चािन न��थ, एवं िनयामो" कमनादीिनिप। न िह कोिच प4 च'ािरकजवनेिह िम�छ�िनयामं, स�म�िनयामं वा ओ" कमित, न चतेािन नामगो�ं वा किसणािदप4 ञ[� वा ितल"खणा[द वा आर5भ भव��त। न सुपतीितआदीसु स5बेिह प4 च'ािरकिच�ेिह न िन0ं ओ" कमित, न िक�4 च सुिपनं प.सित। िन0ाय�त.स िह इ���येसु महापदीपतुिरयस0ािदओळािरकेिहिप Dपािदप4 चार�मणेिह घिYतेसु पठमं प4 च'ािरकािन आव% जनािन भव?ं आवYेतंु न स" को��त, मनो'ािरकमेव आव% जनं स" कोित, त�.म4 च उ/प� ने मनो'ािरकजवनं जिव�वा भव?ं ओतरित। दिुतयवारे पन प4 च'ािरकआव% जनेसु यं िक�4 च यथारहं भव?ं आवYेित, ततो तदार�मणपिरयोसानािन तंतं'ािरकवीिथिच�ािन यथा" कमं पवि��वा भव?ं ओतर��त। तितयवारे पन मनो'ािरकाव% जनजवनािन पव���त, तK.म खणे Dपािदप4 चार�मणवव�थानं होित, स�ो च िन0ाय पिटबुAोित, एवं मनो'ािरकिच�ेनेव पिटबु%झित।

सुिपन��प िह तेनेव प.सित, न प4 च'ािरकेन, त4 च पनेतं सुिपनं प.स�तो चतूिह कारणेिह प.सित धातु"खोभतो वा अनुभूतपु5बतो वा देवतोपसंहारतो वा पु5बिनिम�तो वा। इमेसं पन संस@गस�� नपाततोिप बहुधा पप4 च�े�त। त�थ यं वातिप�ािदधातु"खोभतो, अनुभूतपु5बतो च सुिपनं प.सित, न तं स� च।ं यं देवतोपसंहारतो प.सित, तं स� च ंवा होित अिलकं वा। कुAा िह देवता िवपरीत��प क�वा द.से��त। यं पु5बिनिम�तो प.सित, तं एक�तस� चमेव बोिधस�कोसलराजादीनं प4 चसोळसमहासुिपनािन िवय। त4 च पनेतं चतु�5बधं सुिपनं सेखपुथु% जनाव प.स��त, न असेखा पहीनिवपR लास�ा। [क पनेतं प.स�तो सु�ो प.सित पिटबुAो वा? िक4 च�ेथ, यिद सु�ो प.सित, सुिपन.स कुसलािदसभावतो, भव?.स च तदभावा अिभध�मिवरोधो आप% जित। अथ पिटबुAो, सुिपनं प.स�तेन कत.स अ5बोहािरक.सािप वीित" कम.स स5बोहािरक.सेव एक�तसाव% ज�ा अनापि� न िसयाित िवनयिवरोधो आप% जित। पकार�तरो च न��थ, येन सुिपनं प.सेBयाित सुिपन.स अभावोव आप% जतीित? नाप% जित। क.मा? य.मा किपिमAपरेतो प.सित ‘‘किपिमAपरेतो खो, महाराज, सुिपनं प.सती’’ित (िम॰ प॰ ५.३.५) वचनतो, या पन िन0ा म" कटिन0ा िवय पुन/पुनं कुसलािदिच�वोिकGण�ा लहुपिरव�ा, तं किपिमAं, तेन सु�ो सुिपनं प.सित, त.मा सुिपनो कुसलोिप होित अकुसलोिप, आव% जनतदार�मणवसेन अ5याकतोिप, सुिपने च कतं कुसलाकुसलद5ुबलताय पिटसK�ध आकिWतुं न स" कोित, पव�े वेदनीयं पन होित। ‘‘याथावकव�थुिवभावना प4 ञा’’ित ए�थ यो प4 च� नं िव4 ञाणानं यथावु�ो न हेतुक;ो, अहेतुक;ो…पे॰… न सुिपनं प.सन;ो, सो याथाव;ो, तंतंयाथाव�थुं िवभावेतीित याथावकव�थुिवभावना प4 ञा। एवं एकिवधेन ञाणव"थूित एवं वु�ेन एकेन पकारेन एकेन आकारेन, एकको;ासेन ञाणव�थु होतीित।

एककं िनि;तं।

दकेुसु अ"थजािपकाित ए�थ अ�थपिटस��भदािवभ?े वु�ेसु प4 चसु अ�थेसु यथानुDपं अ�थं जापेित जनेित पव�ेतीित अ"थजािपका,चतुभूमककुसलिच�ेसु चवे असेखानं अिभ4 ञासमाप�ीनं पिरक�मािदभूतकामावचरिकिरयािच�ेसु च स�पयु�ा प4 ञा। तासु िह य.मा कुसलस�पयु�ाव प4 ञा अ�नो अ�नो भूिमपिरयाप� नं िवपाकस�ातं अ�थं जापेित जनेित। कामावचरिकिरयास�पयु�ा पन पिरक�मािदभूता अिभ4 ञासमापि�िकिरया अरह�फलस�ातं अ�थं जापेित जनेित, त.मा एता अ�थजािपकाित वु�ा। अ;कथासु पन पािळयं अवु�ािप तीसु भूमीसु िकिरयजवनप4 ञाअन�तरािदप� चयवसेन अ�नो अन�तरं िकिरय�थं जापेतीित ‘‘अ�थजािपका’’�वेव वु�ा। जािपत"था प) ञाित सहजातं िवपाक�थं जाप�ेवा िठता, अ�नो वा कारणेिह जािपता जिनता पवि�ता सय��प अ�थभूताित जािपत"था। चतुभूमकिवपाकेसु च िकिरयािभ4 ञासमाप�ीसु च स�पयु�ा प4 ञा। अ;कथासु पन पािळयं अवु�ा सेसिकिरयास�पयु�ािप प4 ञा यथासकं कारणेिह जािपता, सय4 च अ�थभूताित ‘‘जािपत�था’’�वेव वु�ा। सेसं सुिव4 ञेBयमेव।

दकंु िनि;तं।

ितकेसु पन िच�तामयि�के परतो अिद.वा असु�वाव अ�नो ध�मताय ‘‘एवं सित एवं भिव.सती’’ित एवं िच�तामयअनुबुिAया उ/पािदता अनव% जक�मायतनिस/पायतनिव% जा;ानेसु प4 ञा चवे क�म.सकतञाणं, स� चानुलोिमकञाण4 च िच2तामया नाम प4 ञा। त�थ वWिकक�मपु/फछhकक�मािद हीन4 चवे किसवािण% जािद उ" क;4 च क�ममेव क�मायतनं। नळकारपेसकारिस/पािद हीन4 चवे मु0ागणनालेखािद उ" क;4 च िस/पमेव िस1पायतनं। नागमGडलपिर�ािद ध��मकिव% जाव िव� जा:ानं। तेसु िच�ताबलेनेव उ/प� ना प4 ञा। बोिधस�ादयो िह स�िहताय

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अिद;ं असुतं तंतंअनव% जक�मिस/पतदपुकरणकरण/पकार4 च ञाणबलेन िच�ते�वा िन/फादे��त। नागमGडलपिर�ािदिव% ज��प उ/पादे��त, एवं कतािनिप तािन पु5बे उ@ग�Gह�वा करो�तेिह कतिस/पसिदसानेव हो��त। क�म$सकतञाणं नाम कुसलक�मं स�ानं सकं, अकुसलं नो सक��त एवं जाननप4 ञा। अथ वा कुसलक�ममेव स�ानं सकं तदाय�थवुि�ताय, ना4 ञ��त एवं जाननप4 ञािप। स, चानुलोिमकं ञाण��त िवप.सनाञाणं। तं िह म@गस� च.स परम�थस� च.स अनुलोमनतो ‘‘स� चानुलोिमक’’��त वु� चित। इद��प िह ञाण'यं परतो असु�वा िच�ताबलेन उ/पािदतं िच�तामयञाणमेव होित। इद4 च न येसं केस�4 च स�ानं उ/प% जित, अिभ4 ञातानं पन पु4 ञव�तानं महास�ानमेव उ/प% जित। त�थािप स� चानुलोिमकञाणं प��छमभिवकानं ि'� न4 ञेव बोिधस�ानं उ/प% जतीित वेिदत5बं। सुतमया प) ञाित परतो सु�वा सुतवसेन उ/पािदता यथावु�क�मायतनािदप4 ञाव। परतो असु�वा पन क�मायतनािद परेन कियरमानं, कतं वा िद.वा उ@गहे�वा वा पिटलAािप प4 ञा ‘‘सुतमया’’�वेव वु� चित। तदभुयािप िच�तामया, सुतमया च कामावचराव। भावनामया पन प4 ञा िच�तामयवसेन, सुतमयवसेन वा पवि�तकामावचरपु5बभागभावनािन/फि�या समु/प� ना मह@गतलोकु�रजवनप4 ञा।

दानमयि�के देBयध�मपिर� चागवसेन पव�ा दानमया, सीलपूरणवसेन पव�ा सीलमया, तदभुयािप कामावचराव। भावनामया पने�थ समथिवप.सनावसेन पव�ा चतुभूमकप4 ञा। िन0ेसे पन.स िक4 चािप ‘‘समाप� न.स प4 ञा’’ित (िवभ॰ ७६८) एवं मह@गतलोकु�रप4 ञाव वु�ा, तथािप तं उ" क;वसेन वु�ं। कामावचरानं पन पु5बभागभावनानं, अनु.सितउपचारभावनान4 च भावनामये स?होित द;5बं। पुिरमि�के पनेतासं िच�तामये स?िहत�ा भावनामये अस?हो, त�थािप भावनाबलिन/फ� नानमेव स?हो द;5बो।

अिधसीलि�के पाितमो"खसंवरसीलं िवप.सनाहेतु�ा सेससीलतो अिधकं सील��त अिधसीलं, तK.म स�पयु�ा प4 ञा अिधसील ेप) ञा। िवप.सनापािदका पन अ; समापि�यो सेसिच�ेिह अिधक�ा अिधिच�ं, तK.म प4 ञा अिधिच'े प) ञा, िच�सीसेन च�ेथ समािध िनि0;ो। सिवप.सना पन म@गफलप4 ञा सेसािह अिधक�ा अिधप4 ञा नाम। सा च अिधप4 ञाय प4 ञाित देसनाय समरसताय वु�ा। सीलादयो ‘‘सीलं िच�ं प4 ञा, अिधसीलं अिधिच�ं अिधप4 ञा’’ित प� चकंे दिुवधा हो��त। तेसु पुिरमा प4 चसीलदससीलािन, वYपािदकअ;समापि�यो, िन5बेधभािगयक�म.सकतप4 ञा च यथा" कमं हो��त। ते च ध�मा अनु/प� नेिप तथागते बोिधस�ानं, तापसपिर5बाजकानं, च" कवि�राजादीन4 च काले पव���त, प��छमा पन वु�ावसेसा उ/प� ने एव तथागते िव�थािरका हो��त, नो अनु/प� नेित वेिदत5बो। ए�थ च रतन�ये दानापचायनािदवसेन, सरणगमनसA�मसवनािदवसेन च पव�ा िववYiपिन.सयभूता कुसलध�मािप अिधसीलअिधप4 ञासु गिहता एवाित गहेत5बा।

आयकोसR लि�के आयोित विW, सा अकुसलािदअन�थहािनतो, कुसलािदअ�थु/पि�तो च दिुवधा। अपायोित अविW, सािप कुसलािदअ�थहािनतो, अकुसलािदअन�थु/पि�तो च दिुवधा। तेसु कोसR लं, कुसलसभावा प4 ञा। अपायकोसR लं प4 ञवतो एव ‘‘एवं मनिसकारािद/पवि�यं अविW उ/प% जित, विW पिरहायती’’ित ञ�वा तदभुयपिटपि�स�भवतो। उपायकोस; ल��त अj उपायो अ� चाियकिक� चादीसु ठानु/पि�कउपायजाननप4 ञा, ितिवधािप चतेा कामावचरप4 ञाित वेिदत5बा। सेसं सुिव4 ञBेयमेव।

ितकं िनि;तं।

चतु" केसु पन पठमे क�म$सकतञाणं स, चानुलोिमकं ञाण) च वु�मेव, इध पन ठप�ेवा स� चानुलोिमकञाणं स5बािप सासवा कुसला प4 ञाक�म.सकतञाण��त वेिदत5बं। चतूसु म@गेसु, फलेसु च प4 ञाव म@गसमि?.स ञाणं, फलसमि?.स ञाण4 चाित।

स� चचतु" के अिरयम@गफलप4 ञाव चतूसु स� चसुे एकपिटवेधवसेन ‘‘द"ुखे ञाण’’��तआिदना चतूसु ठानेसु गिहता। िक4 चािप िह कामावचरञाण��प चतूसु स� चसुे आर�मणवसेन पव�ित, पिटवेधिक� चवसेन पन इधािध/पेत�ा पािळयं तं न गिहत��त वेिदत5बं।

ध�मचतु" के म@गफलेसु प4 ञा ध�मे ञाणं नाम। तेसु िह म@गञाणं ताव चतुस� चध�मानं एकपिटवेधवसेन जाननतो ‘‘ध�मे ञाण’’��त वु� चित। फलञाणं पन िनरोधस� चवसेन ध�मे ञाण��त वेिदत5बं। म@गानुभाविन5ब�ं पन अतीतानागतेसु स� चपिटवेधनयस?हणवसेन पव�ं प� चवे"खणञाणं अ2वये ञाणं नाम। त.स च येिह नयेिह अिरया अतीतमAानं चतुस� चध�मं जा[नसु, तेिप इम4 ञवे चतुस� च ंएवमेव जा[नसु, अनागतमAान��प जािन.स�तीित एवं जाननवसेन पवि� आकारो वेिदत5बो। सरागािदवसेन परिच�पिर�छेदञाणं पिरये ञाणं नाम। ध�म�वयपिरयञाणािन पन ठप�ेवा स5बलोिकयप4 ञाञाण��त स�मत�ा स�मुित��ह ञाण��त स�मुितञाणं नाम।

आचयचतु" के कामावचरकुसले प4 ञा आचयाय नो अपचयाय। सा िह चुितपिटसK�ध आिचनोित एव, नो अपिचनोित। म@गप4 ञा पन अपचयाय नो आचयाय। DपाDपकुसलप4 ञा आचयाय चेव अपचयाय च। सा िह िव"ख�भनवसेन िकलेसे च त�मूलके च िवपाकध�मे अपिचनोित। सेसा अ5याकता प4 ञा नेवाचयाय नो अपचयाय।

िन�5बदाचतु" के Dपावचरपठम%झानप4 ञा िन 5बदाय नो पिटवेधाय। सा िह कामिववेकेन प�5ब�ा िकलेसिन�5बदाय पव�ित, अिभ4 ञापादकभावं पन अ/प�ताय नेवािभ4 ञापिटवेधाय संव�ित। चतु�थ%झानप4 ञा पिटवेधाय नो िन 5बदाय। सा िह अिभ4 ञापादकभावेनािप

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अिभ4 ञाभाव/पि�यािप पिटवेधाय संव�ित। पठम%झान"खणे एव नीवरणिन�5ब�दन�ा नो िन�5बदाय। दिुतयतितय%झानप4 ञा पन सोमन.ससहगतताय पठम%झानस�� न�.सता वा अिवत" कताय चतु�थ%झानस�� न�.सता वा कात5बा। म@गप4 ञा पन िन 5बदाय चेव पिटवेधाय च। ए�थ िह चतुस� चपिटवेधवसेन िन�5बदाय चवेेतासं छळिभ4 ञा/पि�या पिटवेधाय च संव�नं वेिदत5बं। सेसा लोिकयलोकु�रा प4 ञा नेव िन 5बदाय नो पिटवेधाय।

हानभािगयचतु" के हानं भजतीित हानभािगनी, एवं सेसेसुिप। िन5बेधोित च�ेथ अिरयम@गो त�� न5ब�किवप.सनापादक�ा। िन5बेधभािगनीित चतूसुिप ठानेसु DपाDपकुसलप4 ञाव वु�ा। तािन िह अ�नो सभावा पिरहािय�वा हे;ा ओरोहणप� चयभूता हानभािगनी। उपिन%झानप� चयभूता िवसेसभािगनी, तं पन झानिनक��तया बलवताय िवसेसं, हा[न वा अनु.सु�" क�वा िठितको;ािसका िठितभािगनी,अिरयम@गपद;ानिवप.सनापादकभूताव िन5बेधभािगनी च हो�तीित वेिदत5बा।

चत$सो पिटस �भदाित अ�थध�मिनTि�पिटभानपिटस��भदाव। चत$सो पिटपदाित द"ुखापिटपदाद�धािभ4 ञादयो हे;ा वु�ाव। च'ािर आर�मणानीित पिर�ा, पिर�ार�मणाितआिदका हे;ा वु�नयाव। जरामरणािदचतु" केसुिप म@गञाणवसेनेव चत.सो योजना वु�ा। सेसं सुिव4 ञBेयमेव।

चतु" कं िनि;तं।

प4 चकेसु पन प) चि�को स�मासमाधीित पीितफरणता सुखफरणता चतेोफरणता आलोकफरणता प� चवे"खणिनिम���त एवं पािळयं वु�ेिह प4 चिह ञाण?ेिह सम� नागतो समािध। त�थ पी[त फरमाना उ/प% जतीित 'ीसु झानेसु प4 ञा पीितफरणता नाम, सुख ंफरमाना उ/प% जतीित तीसु झानेसु प4 ञा सुखफरणता नाम। परेसं चतेोफरमाना उ/प% जतीित चतेोपिरयञाणं चेतोफरणता नाम। आलोकफरणे उ/प% जतीित िद5बच"खुञाणं आलोकफरणता नाम। प� चवे"खणञाणं प, चवे>खणिनिम'ं नाम। ए�थ च पीितफरणता, सुखफरणता च 'े पादा िवय, चतेोफरणता, आलोकफरणता च 'े ह�था िवय, प� चवे"खणिनिम�ं सीसं िवय, अिभ4 ञापादक%झानं म�%झमकायो िवय। इित भगवा प4 चि?कं स�मासमा[ध अ?प� च?स�प� नं पुिरसं िवय क�वा द.सेित। इिमना च समािधना अ?ािन प4 च ञाण?ािन वु�ानीित वेिदत5बािन।

प) चञािणको स�मासमाधीित –

‘‘‘अयं समािध प� चु/प� नसुखो चवे आयित4 च सुखिवपाको’ित प� च�4 ञेव ञाणं उ/प% जित, ‘अयं समािध अिरयो िनरािमसो’ित…पे॰… ‘महापुिरससेिवतो’ित…पे॰… ‘स�तो पणीतो पिटप.सिAलAो एकोिदभावािधगतो न सस�ारिन@गBहवािरतगतो’ित…पे॰… ‘सो खो पनाहं इमं समा[ध सतोव समाप% जािम, सतो वु;हामी’ित प� च�4 ञवे ञाणं उ/प% जती’’ित (िवभ॰ ८०४) –

एवं पािळयं वु�ेिह प4 चिह प� चवे"खणञाणेिह यु�ो अरह�फलस�ातो समापि�फलसमािध। सो एवं िह अ�/पत�/पत"खणे सुख�ा प, चु1प2 नसुखो, पुिरमो पुिरमो प��छम.स प��छम.स समािधसुख.स चवे अ�ना समु;ािपत��प पणीतDपेन फु;सकलकायताय फलसमापि�तो वुि;तकाले अितपणीतं कायिव4 ञाणसुख.स प� चय�ा आय@त सुखिवपाको उ/प% जित, इिमनािप पिरयायेन आय[त सुखिवपाकोित एकं अ?ं, िकलेसेिह आरक�ा अिरयो कामािमसवYािमसलोकािमसानं अभावा िनरािमसोित एकं, बुAादीिह महापुिरसेिह सेिवत�ा अकापुिरससेिवसोित एकं, अ?ार�मणे स�तताय, स5बिकलेसदरथस�तताय च स2तो अत/पनीय;ेन पणीतो िकलेसपिटप.सिAभाव.स लA�ा पिटप$सAलAो एकोिदभावेन च अिधगतो अ/पगुणसासवसमािध िवय सस�ारेन स/पयोगेन प� चनीकध�मे िन@गBह िकलेसे वारे�वा अनिधगत�ा न ससBारिनCगDहवािरतगतो। पु@गल.सायं समाधीित एवं खीणासव.स सितवेपुR ल/पि�या यथापिर��छ� नकालवसेन इमं समा[ध सतोव समाप% जित, उ;हित चाित एकम?��त इमेिह प4 चिह अ?ेिह स5बाकारतो यु��ा ‘‘प4 चञािणको स�मासमाधी’’ित वु� चित।

प4 चकं िनि;तं।

छ" के छसु अिभ) ञासु प) ञाित इिAिवधे ञाणं, िद5बसोतधातुया ञाणं, चतेोपिरये ञाणं, पु5बेिनवासानु.सितयं ञाणं, चुतूपपाते ञाणं, आसवानं खये ञाण��त एवं वु�ािन छळिभ4 ञािच�स�पयु�ािन ञाणािन। तेसु प��छमं लोकु�रं, सेसािन Dपावचरप4 चम%झािनकानीित।

छ" कं िनि;तं।

स�के स'स'ित ञाणव"थूनीित ‘‘अिव% जाप� चया स�ारा’’ित प� चवे"खणञाणं एकं, ‘‘असित अिव% जाय न��थ स�ारा’’ित एक��त 'े ञाणािन, एवं अतीतेिप 'े, अनागतेिप 'ेित छ, तं छ�5बध��प ञाणं ‘‘खयध�म’’��तआिदना प� चवे"खणञाणेन स[A स� ञाणािन। एवं सेसेसुिप जाितपिरयोसानेसु चाित एवं एकादससु पिट� चसमु/पाद?ेसु प� चकंे काल�येिप अ�वय5यितरेकञाणं तेसं वयद.सनञाण.स च वसेन स� स� क�वा स�स�ित ञाणािन।

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स�कं िनि�तं।

अ�कं सुिव� ञ�ेयमेव।

नवके नवसु अनुपु�बिवहारसमाप�ीसु प� ञाित िनरोधसमाप�� समाप� ज�त�स अनुपिटपािटया िवहात बतो उ#पादेत बतो अनुपु बिवहारस%ातासु &पा&पसमाप�ीसु स(पयु�ा अ� प� ञा चवे तदन�तरं िनरोधं फुिस+वा वुि�त�स िनरोधं स�ततो प, चवे-खणञाण� चाित नव।

नवकं िनि�तं।

दसके तथागत�साित यथा िवप�सीआदयो पु बका इसयो आगता, तथा आगत�स स(मास(बु5�स। तथागतबलानीित अ� ञेिह असाधारणािन तथागत�सेव बलािन, यथा वा पु बबु5ानं बलािन पु� ञु�सयस(पि�या आगतािन, तथा आगतािन बलानीितिप अ+थो। त+थ दिुवधं तथागत�स बलं कायबलं, ञाणबल� च। तेसु कायबल ंह7+थकुलानुसारेन वेिदत बं। वु�ं हेतं पोराणेिह –

‘‘काळावक� च ग;े�यं, प<डरं त(बिप;लं।ग�धम;लहेम� च, उपोसथछ?7�तमे दसा’’ित॥ (िवभ॰ अ�॰ ७६०; म॰ िन॰ अ�॰ १.१४८; सं॰ िन॰ अ�॰ २.२.२२; अ॰ िन॰ १०.२१; उदा॰ अ�॰ ७५; बु॰ वं॰ अ�॰ १.३९; पिट॰ म॰ अ�॰ २.२.४४; चूळिन॰ अ�॰ ८१)।

इमािन िह दस ह7+थकुलािन। त+थ काळावक7�त पकितह7+थकुलं, यं दस� नं पुिरसानं कायबलं, तं एक�स काळावकह7+थनो बलं, यं तेसं दस� नं बलं, तं एक�स ग;े�य�स, तेसं दस� नं प<डर�स, तेसं दस� नं त(ब�स, तेसं दस� नं िप;ल�स, तेसं दस� नं ग�धह7+थनो, तेसं दस� नं म;ल�स, तेसं दस� नं हेम�स, तेसं दस� नं उपोसथ�स, तेसं दस� नं बलं छ?�त�स, यं दस� नं छ?�तानं बलं, तं तथागत�स नारायणबल7�त वु, चित। तदेतं पकितह7+थगणनाय ह+थीनं कोिटसह�सं, पुिरसगणनाय दस� नं पुिरसकोिटसह�सानं बलं होित। इदं ताव तथागत�स कायबलं। यािन पन दसबलचतुवेसार� जादीिन अनेकािन ञाणसह�सािन, एतं ञाणबल ंनाम। इधािप ञाणबलमेव अिध#पेतं। ञाण7�ह अक7(पय�ेन, उप+थ(भन�ेन च बल7�त वु�ं।

येिह बलिेह सम� नागतोित येिह दसिह ञाणबलेिह उपतेो। आसभ"ठान7�त से��ानं। अिपच गवसतज�ेको उसभो, गवसह�सजे�को वसभो। वजसतजे�को वा उसभो, वजसह�सजे�को वसभो, स बगवसे�ो िनसभो, सेतो पासािदको महाभारवहो स बपिर�सयसहो असिनसतस?ेिहिप अक(पनीयो िनसभो, सो इध उसभोित अिध#पेतो। इद7(प िह त�स पिरयायवचनं। उसभ�स इद7�त आसभं। ठान7�त त�स िनसभबलसम� नागत�स चतूिह पादेिह पथ�व उ#पीळे+वा अचल�ानं, इदं पन आसभं िवयाित आसभं। यथेव िह िनसभस%ातो उसभो उसभबलेन सम� नागतो चतूिह पादेिह पथ�व उ#पीळे+वा अचल�ानेन ित�ित, एवं तथागतोिप िह दसबलसम� नागतो चतुवेसार� जपादेिह अ�पिरसपथ�व उ#पीळे+वा सदेवके लोके केनिच अ#पधंिसयो अचलेन ठानेन ित�ित, त� चसे पिटजानाित उपग,छित न प, च-खाित अ�िन आरोपेित, तेन वु�ं ‘‘आसभं ठानं पिटजानाती’’ित (िवभ॰ ७६०)।

पिरसासूित अ�सु पिरसासु। सीहनादं नदतीित से�नादं अभीतनादं, सीहनादसिदसं वा नादं नदित। अयम+थो सीहनादसु�ेन दीपेत बो। यथा वा सीहो सहनतो च हननतो च ‘‘सीहो’’ित वु, चित, एवं तथागतोिप लोकध(मानं सहनतो, पर#पवादान� च हननतो ‘‘सीहो’’ित वु, चित, त�स नादं नदित।

+,च. क7�तआदीसु +,7�त उ�मं िवसु5ं। च. क-स?ो पनायं ‘‘च�ािरमािन, िभ-खवे, च- कािन, येिह सम� नागतानं देवमनु�सान’’7�तआदीसु (अ॰ िन॰ ४.३१) स(पि�यं िद�सित। ‘‘पादतलेसु च- कािन जातानी’’ितआदीसु (दी॰ िन॰ २.३५; ३.२०४; म॰ िन॰ २.३८६) ल-खणे। ‘‘च- कंव वहतो पद’’7�त (ध॰ प॰ १) ए+थ रथ;े। ‘‘चतुच- कं नवVार’’7�त (सं॰ िन॰ १.२९) ए+थ इिरयापथे। ‘‘च- कं पव�य स बपािणन’’7�त (जा॰ १.७.१४९) ए+थ दाने। ‘‘िद बं च- करतनं पातुरहोसी’’ित (दी॰ िन॰ ३.८५) ए+थ रतनच- के। ‘‘इ,छाहत�स पोस�स, च- कं भमित म+थके’’ित (जा॰ १.१.१०४; १.५.१०३) ए+थ उरच- के। ‘‘खुरपिरय�तेन चिेप च- केना’’ित (दी॰ िन॰ १.१६६) ए+थ पहरणच- के। ‘‘असिनच- क’’7�त (दी॰ िन॰ ३.६१; सं॰ िन॰ २.१६२) ए+थ असिनम<डले। ‘‘मया पवि�तं च- क’’7�त (सु॰ िन॰ ५६२) ए+थ ध(मच- के। इध पन ध(मच- के पव�ित।

ध(मच- क� च दिुवधं होित पिटवेधञाण� च देसनाञाण� च। त+थ प� ञापभािवतं अ�नो अिरयफलावहं लोकु�रं पिटवेधञाणं, कWणापभािवतं सावकानं अिरयफलावहं कामावचरं देसनाञाणं, उभय7(प पनेतं अ� ञिेह असाधारणं बु5ान� ञवे ओरसञाणं, तं पव�ेित उ#पादेित िवभावेित िव+थािरकं करोतीित अ+थो।

इदािन यािन दस ञाणािन आिदतो ‘‘तथागतबलानी’’ित िन7-ख�ािन, तािन िव+थारेतुं ‘‘कतमािन दस? इध तथागतो’’ितआिदमाह। त+थ ठान� चठानतोित कारण� च कारणतो। कारणं िह य�मा त+थ फलं ित�ित तदाय�वुि�ताय उ#प� जित चवे पव�ित च, त�मा ठान7�त वु, चित। अ3ान� चअ3ानतोित अकारण� च अकारणतो। य4पीित येन ञाणेन यथाभूतं पजानाित, इद7(प ठानाठानञाणं तथागत�स तथागतबलं नाम होतीित अ+थो। एवं उपिरिप स ब+थ योजना वेिदत बा। कथं पने+थ भगवा ठान� च ठानतो, अ�ान� च अ�ानतो यथाभूतं पजानातीित? अ�ानमेतं अनवकासो, यं िदि�स(प� नो

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पुZगलो क7� च स%ारं िन, चतो उपग,छे�य…प॰े… क7� च ध(मं अ�तो उपग,छे�य, मातरं जीिवता वोरोप�ेय, िपतरं…पे॰… अरह�तं जीिवता वोरोप�ेय, पद�ुिच�ेन तथागत�स लोिहतं उ#पादे�य, स\ं िभ�दे�य, अ� ञं स+थारं उि?से�य, अ�मं भवं िन ब�े�य, नेतं ठानं िव� जित, पुथु� जनो पनेतं स बं करे�याित ठानमेतं िव� जतीित पजानाित, तथा यं एिक�सा लोकधातुया Vे अरह�तो स(मास(बु5ा अपु बं अचिरमं उ#प� ज�ेयंु, तथा Vे राजानो च- कव�ी उ#प� ज�ेयुं, नेतं ठानं िव� जित, एको पन उ#प� जित, ठानमेतं िव� जतीित पजानाित, तथा यं कायद,ु चिरतादीनं ित<णं द,ु चिरतानं इ�ो िवपाको, सुचिरतान� च अिन�ो िवपाको िन ब�े�याित नेतं ठानं िव� जित, त7 बपरीतो पन नेसं िवपाको िन ब�े�याित ठानमेतं िव� जतीित, ये ये ध(मा येसं येसं ध(मानं हेतू प, चया उ#पादाय, तं तं ठानं, इतरे अ�ान7�त यथाभूतं पजानाित, ए+थ पनायं स%ेपतो अ�कथािविन,छयो। ‘‘सुखतो उपग,छे�या’’ित इदं ‘‘एक�तसुखी अ�ा’’ितआिदना (म॰ िन॰ ३.२७) िदि�िवप] लासवसेन सुखतो गाहं स�धाय वु�ं, स� ञािच�िवप] लासवसेन पन अिरयसावकोिप िकलेसपिरळाहािभभूतो म�ह7+थपिरतािसतो िवय, सुिचकामो गूथकूपं िवय क7� च स%ारं सुखतो उपग,छित, अ�तो उपगमनवारे किसणािदप<णि�या, िन बान�स च स;<हन+थं ‘‘स%ार’’7�त अव+वा ‘‘क5� च ध4म’’7�त वु�ं।

मातर7�तआदीसु िक� चािप अिरयसावको सीस,छेदं पापुण�तोिप कु�थिकिप7] लकं उपादाय पाणाितपातं, अिद� नादानादीसु वा यंिक7� च द,ु चिरतं अपायहेतुभूतं कातुं भव�तरेिप न स- कोित, पुथु� जनभाव�स पन महासाव� जताद�सन+थमे+थ प� चान�तिरयानेव उ5टािन। साव� जो िह पुथु� जनभावो, य^ िह नाम आन�तिरयािनिप किर�सतीित। ए+थ च मनु�सभूत�सेव मनु�सभूतं जिनकं मातरं, िपतरं वा अिप पिरव�िल;ं जीिवता वोरोप�ेत�स क(मं आन�तिरयं होित। ितर,छानभूतं पन मातरं, िपतरं वा सयं वा ितर,छानभूतो मनु�सभूतं, ितर,छानभूतं वा जीिवता वोरोपे�तो आन�तिरयं न फुसित, क(मं पन भािरयं, आन�तिरयं आह, चवे ित�ित। अरह�त7(प मनु�सभूतमेव घाते�तो आन�तिरयं फुसित। त�स च पुथु� जनकाले पहारं द+वा अरह�ं प+वा त`�म तेनेव रोगेन मतेिप अरह�तघातको होित, न य-खभूतं अरह�तं, सेसअिरयपुZगले वा मनु�सभूतेिप घाते�तो, क(मं पन आन�तिरयसिदसं होित। यं पन पुथु� जनकाले िद� नं दानं अरह�ं प+वा पिरभु� जित, पुथु� जन�सेव तं िद� नं होित, सेसअिरयपुZगले मारे�त�स आन�तिरयं न7+थ, क(मं पन गWकं होित। ए+थ च एळकािदचतु- कं वेिदत बं – ‘‘एळकं मारेमी’’ित िह अिभस7�धना एळक�ाने िनप� नं मातरं, िपतरं, अरह�तं वा मारे�तो आन�तिरयं फुसित, एळकािभस7�धना वा मातािदअिभस7�धना वा एळकं मारे�तो आन�तिरयं न फुसित, मातािदअिभस7�धना ते एव मारे�तो फुसतेव। एस नयो चोरचतु- कादीसुिप।

लोिहतु#पादे तथागत�स अभे� जकायताय कु5िच��स पर�स उप- कमेन च(म,छेदो, लोिहतपZघरणं वा न7+थ, देवद�ेन पन पिव5िसलातो िभ7� ज+वा गतस-खिलक#पहारेन िवय सरीर�स अ�तोयेव एक`�म ठाने यथा खुि?कम7-खकािपवनम�7(प लोिहतं िवसमं समोसरित, तथा करो�त�स आन�तिरयं होित, न पन जीवक�सेव मुदिुच�ेन द�ुलोिहतं नीहिर+वा फासुकं करो�त�स, पु� ञमेव पन�स होित, पिरिन बुते भगवित चिेतयं िभ�द�त�स, बो�ध िछ�द�त�स, धातूसु उप- कम�त�स च आन�तिरयं न होित, क(मं पन आन�तिरयसिदसं होित। बोिधW-ख�स पन थूपं वा सधातुकं पिटमं वा बाधयमानं साखं, चिेतयव+थुं िभ7�द+वा ग,छ�तं बोिधमूल� च िछ7�द+वा हिरतुं वaित। सचिेप साखाय िनलीना सकुणा चिेतये व, च ंपाते7�त, िछ7�दतंु वaित। पिरभोगचिेतयतो िह सरीरचिेतयमेव मह�ततरं। धातुिनधानरिहतं पिटमाघरं वा बोिधघरं वा बाधे�तं साखं िछ7�दतुं न वaित, ओजोहरणसाख,ं पन�स पूित�ानं वा िछ7�दतुं वaित, सरीरपिटजZगने िवय पु� ञमेव होित।

स\भेदे समानसंवाससीमाय समानसंवासके स\े एकतो िठते िवसंु वZगस\ं गहे+वा प� चिह कारणेिह स\ं िभ�द�त�स स\भेदो होित आन�तिरयक(म� च। वु�ं हेतं ‘‘प� चिह, उपािल, आकारेिह स\ो िभ� जित। कतमेिह प� चिह? क(मेन उ?ेसेन वोहर�तो अनु�सावनेन सलाकZगाहेना’’ित (पिर॰ ४५८)। त+थ क4मेनाित अपलोकनादीसु चतूसु अ� ञतरेन क(मेन। उ6ेसेनाित पाितमो-खु?ेसेन। वोहर�तो कथय�तो तािह तािह उपप�ीिह ‘‘अध(मं ध(मो’’ितआदीिन अ�ारस भेदकरव+थूिन दीप�ेतो। अनु�सावनेनाित ‘‘ननु तु(हे जानाथ म�हं बहु�सुतािदभावं, कथं िह नाम मािदसो उ5(मं उ7 बनयं स+थुसासनं गाहे�य, िकमहं अपायतो न भायामी’’ितआिदना नयेन क<णमूले वचीभेदं क+वा अनु�सावनेन। सलाक7गाहेनाित एवं वोहारानु�सावनेिह तेसं िच�ं उप+थ(भे+वा अिनवि�ध(मं क+वा ‘‘ग<हथ इमं सलाक’’7�त सलाकZगाहेन।

ए+थ च क(ममेव उ?ेसो वा पमाणं, वोहारानु�सावनसलाकZगाहा पन पु बभागा। तेसु िन#फ� नेसुिप अिभ� नोव होित स\ो। यदा पन वोहारानु�सावनेिह च�ारो वा अितरेके वा िभ-खू सलाकं गाहे+वा वZगं स\ं गहे+वा िवसंु क(मं वा उ?ेसं वा करोित, तदा स\ो िभ� नो नाम होित। अभेदपुरे-खार�स पन समZगस� ञाय वaित। समZगस� ञाय िह करो�त�स नेव भेदो होित, न आन�तिरयं, तथा ततो ऊनपिरसाय करो�त�स। वु�ं हेतं ‘‘एकतो, उपािल, च�ारो हो7�त एकतो च�ारो, नवमो अनु�सावेती’’ितआिद (चूळव॰ ३५१)।

इमेसु पन प� चसु आन�तिरयेसु स\भेदो वचीक(मं, सेसािन कायक(मािन, स बानेव खो तािन कायVारतोिप वचीVारतोिप समु�ह7�त। स\भेदोिप िह ह+थमु?ाय भेदं करो�त�स कायVारतोिप समु�ाित, स\भेदो च+ेथ क#पि�ितयो। क#पिवनासे एव िह स\भेदतो मु, चित, सेसानं पन तथा िनयमो न7+थ। येन च प� चपेतािन क(मािन कतािन हो7�त, त�स स\भेदोव िनरये िवप, चित, सेसािन ‘‘अहोिस क(मं नाहोिस क(मिवपाको’’ित एवमादीसु सcdयं ग,छ7�त। स\भेदाभावे लोिहतु#पादो, तदभावे अरह�तघातो, तदभावे मातुघातो, िपतुघातो वा, त7�म7(प सीलस(प� नतरे। पुिरमािन च+ेथ च�ािर स बेसं गह�प बिजतानं साधारणािन, स\भेदो पन पकत��स िभ-खुनोव, असाधारणो अ� ञसंे, िभ-खुनीिप िह स\ं न िभ�दित, पगवे इतरे। प� चिप चतेािन

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द-ुखवेदनास(पयु�ािन, दोसमूलािन चाित वेिदत बािन।

अ3मं भवं िन�ब�े8याित ए+थ अिरयसावक�स अ�मभवागहणं केन िनयािमत7�त? िवप�सनाय। य�स िह सा ित-खा, सो एकं एव भवं िन बि�+वा अरह�ं प+वा एकबीजी नाम होित। य�स म�दा, सो दिुतये…पे॰… छ�े वा भवे अरह�ं प+वा कोलकंोलो नाम होित। य�स पन अितम�दा, सो स�मं भवं नाित- कमित, त+थ िनयमेन अरह�ं पापुिण+वा स�.ख�ुपरमो नाम होित। सचिेप िह�स स�मे भवे िन?ं ओ- क�त�स म+थके असिन वा प बतकूटो वा पते�य, त7�म7(प काले अरह�ं प+वाव पिरिन बाित। उ�मकोिटया िह स�मभवानित- कमन� ञेव स�धायेव ‘‘िनयतो स(बोिधपरायणो’’ित (म॰ िन॰ १.६६; २.१६९; सं॰ िन॰ ५.९९८) वु�ोित।

एिक�सा लोकधातुया ;े अरह�तो स4मास4बु<ाितआदीसु दससह�सच- कवाळस%ातं जाितखे�ं एका लोकधातु नाम आणािवसयखे�ेसु बु5ु#पि�सeाय एवाभावतो। त+थ िV� नं बु5ानं उ#पि�पिटसेधं अक+वा जाितखे�े एव कतो। ठपे+वा इमं च- कवाळं अ� ञ`�म च- कवाळे बु5ा न उ#प� ज7�त बु5�हेतूनं अनािदबु5पर(परादीनं तथाभावा। ततो एव िह स�ा िनरवसेसतो िन बु�त न पापुण7�त। यिद िह स बच- कवाळेसु बु5ा उ#प� जे�युं, स बे स�ा इतो पु बे िनरवसेसतो िन बु�त पापुणे�यंु, न च तं अ7+थ, त�मा अनािदबु5पर(पराय िववafपिन�सयस(प� नानं िनवासभूते इम`�म च- कवाळे एव उ#प� ज�तीित वेिदत बा। ते च+ेथािप द]ु लभा, तेसं द]ु लभ�ा एवे+थ क#पानं असcdये�य7(प बु5ु#पादरिहतं होित। यिद च ते सुलभा भवे�युं, एक`�म िववa�ाियअसcdये�ये चतुसि�बु5ान7(प उ#प7� जतुं स- का भवे�य अ�तरक#प�स बु5�तर�ा। भ?क#पेसु च+ेथ प� च बु5ा एव उ#प� ज7�त। कथं पने+थािप द]ु लभतरा च- कवाळ�तरेसु उ#प� ज�ेयंु, बु5ान� च द]ु लभता कारणद]ु लभताय, त�मा इम7�म� ञेव च- कवाळे बु5ा उ#प� ज7�त? ए+थािप न देवghलोकेसु, मनु�सलोके एव पन उ#प� ज7�त ए+थेव स बसो ितिवधस5(माधार�स स\रतन�स पातुभावतो, इतरलोकेसु िनरवसेसतो पकारास(भवतो च।

यिद िह बु5ा देवलोकादीसु उ#प� ज�ेयंु, मनु�सा भयेन उपसeिमतुमेव न स- को7�त, पगवे ध(मसवनप ब� जा�द कातुं, तेनेव अ(हाकं बोिधस�ो अ�नो &पकायानुभावािदस(पि�या उ#प� नअमनु�ससeाकुतूहलं जनं िन�झापेतंु उ�ानसे�यकािदिनयामेन विj+वा दारपिरZगहा�द अकािस, एवं क+वा प बिजत7(प नं राजगहे िप<डाय पिविस+वा प<डवप बतप�से िनसीिद+वा िप<डपातं पिरभु� ज�तं िब7(बसारो नान#पकारतो मनु�सभावं िविचिन+वाव उपसeिमतुं िवसिह, नो अ� ञथा। लोकिन+थारण+थाय िह बु5ा उ#प� ज7�त, न अ�नो स- कारािदअ+थाय, त�मा मनु�सेसु एव उ#प� ज�तीित वेिदत बो। त+थािप इम`�म ज(बुदीपे एव, त+थािप इम`�म म7�झमपदेसे एव। न केवल� च बु5ाव, प, चकेबु5ा, अZगसावकमहासावका च च- कवि�आदयो च अ� ञेिप पु� ञव�तस�ा ए+थेव उ#प� ज7�त।

अपु�बं अचिरम7�त ए+थ मातुकु7,छ`�म पिटस7�धZगहणतो पुरे पु बं नाम, धातुअ�तरधानतो प,छा चिरमं नाम, उिभ� नम�तरा अपु बं अचिरमं नाम। ए+थ�तरे अ� ञ�स बु5�स उ#पि� िनवािरता, धातुअ�तरधाने पन जाते अ� ञ�स उ#पि� न िनवािरता। िक� चािप न िनवािरता, अ�तरक#पं पन खेपे+वाव उ#प� ज�तीित वेिदत बं।

प� च िह अ�तरधानािन नाम अिधगमअ�तरधानं पिटपि�अ�तरधानं पिरयि�अ�तरधानं िल;अ�तरधानं धातुअ�तरधान7�त। त+थ अिधगमोित मZगफलािभ� ञापिटस7(भदायो, सो पिरहायमानो पिटस7(भदातो प�ाय पिरहायित। पिरिन बानतो िह व�ससह�समेव पिटस7(भदा िन ब�ेतुं स- को7�त, ततो परं अिभ� ञा, तािप िन ब�ेतुं अस- को�ता सु-खिवप�सकखीणासवा हो7�त, ततो अनागािमनो, ततो सकदागािमनो, सोताप� ना च हो7�त, तेसु धर�तेसुिप अिधगमो अन�तरिहतोव होित, प7,छमक�स पन सोताप� न�स जीिवत-खयेन अिधगमो अ�तरिहतो नाम होित। इदं अिधगमअ�तरधानं।

ततो मZगफलािन िन ब�ेतुं अस- को�ता ‘‘न7+थ दािन नो अिरयध(मपिटवेधो’’ित झानिवप�सनासु वोसानं आप7� ज+वा कोस� जबहुला चतुपािरसुि5सीलम�ं र-ख�तो अ� ञम� ञं न चोदे7�त, न सारे7�त, अकु- कु, चका हो7�त, ततो प�ाय खु?ानुखु?कािन म?7�त, ततो गWकाप�� आप� ज7�त, पारािजकम�मेव र-ख7�त, तेसु धर�तेसुिप पिटपि� अन�तरिहताव होित, प7,छमक�स पन िभ-खुनो सीलभेदेन वा जीिवत-खयेन वा पिटपि� अ�तरिहता नाम होित। इदं पिटपि�अ�तरधानं नाम।

पिरय�ीित सा�कथं तेिपटकं बु5वचनं, ग,छ�ते ग,छ�ते काले अध7(मकेिह किलयुगराजादीिह िवप� नस�सािदस(पि�ताय प, चयदायका दZुगता हो7�त, िभ-खू च प, चयेिह िकलम�ता अ�तेवािसके गहेतंु न स- को7�त। ततो अ�कथा पिरहायित, पािळवसेनेव पिरय�� धारे7�त, ततो पा�ळ सकलं धारेतुं न स- को7�त, पठमं अिभध(मिपटकं पिरहायित, त� च�स पिरहायनं म+थकतो पठाय। पठममेव िह महापकरणं पिरहायित, ततो यमकं कथाव+थु पुZगलप� ञि� धातुकथा िवभ;ो ध(मस;हो च अनु- कमेन पिरहाय7�त, ततो म+थकतो प�ाय सु��तिपटकं पिरहायित, पठमं िह अ;k �रिनकायो एकादसकिनपाततो प�ाय यावएककिनपाता पिरहायित, ततो म+थकतो प�ाय संयु�िनकायो, पठमं िह महावZगो पिरहायित, ततो सळायतनवZगो ख�धकवZगो िनदानवZगो सगाथावZगोित, एवं म7�झमिनकायदीघिनकायादयो च म+थकतो प�ाय पिरहाय7�त, ततो िवनयिपटकमेव ित�ित, त7(प पिरवारतो प�ाय याव महािवभ;ा पिरहायित, ततो उपोसथ-ख�धकतो माितकाम�मेव धारे7�त, तदािप याव चतु#पिदकािप गाथा मनु�सेसु पव�ित, ताव पिरयि� अन�तरिहताव होित, ताय अ�तरिहताय पिरयि� अ�तरिहता नाम होित। इदं पिरयि�अ�तरधानं नाम।

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ग,छ�ते ग,छ�ते काले प�चीवरZगहणािदआक#पं न पासािदकं होित, िनग<ठादयो िवय अलाबुप�ा�द अZगबाहाय प7-खिप+वािप ओल7(ब+वािप िस- काय ओलZगे+वािप िवचर7�त, चीवररजन7(प न साW#पं, ओ�ि�कव<णं क+वा धारे7�त, ततो रजन7(प ओविaकिव�झन7(प न होित, दसा छे+वा पिर बाजका िवय कासावम�मेव धारे7�त, ततो पिर-खीणे काले खु?ककासावख<डं ह+थे वा गीवाय वा ब7�ध+वा किसक(मादीिन क+वा दारभरणा�द करो7�त, तदा द7-खणं दे�तो जनो स\ं उि?�स एतेसं देित, इदं स�धाय भगवता वु�ं ‘‘भिव�स7�त खो पनान�द, अनागतम5ानं गो^भुनो कासावक<ठा द�ुसीला पापध(मा, तेसु द�ुसीलेसु स\ं उि?�स दानं द�स7�त, तदापहं, आन�द, स\गतं द7-खणं असcdये�यं अ#पमे�यं वदामी’’ित (म॰ िन॰ ३.३८०)। ततो ‘‘पप� चो एस, �क इिमना अ(हाक’’7�त तं कासावख<डं िछ7�द+वा अर� ञ ेिखप7�त, एत`�म काले िल;ं अ�तरिहतं नाम होित। इदं िल=अ�तरधानंनाम।

ततो त+थ त+थ स- कारस(मानं अलभमाना धातुयो बु5ानं अिध�ानबलेन स- कारस(मानल भमानक�ानं गिम�स7�त, ततो स ब+थ अलभमाना स बधातुयो महाबोिधम<डमेव गिम�स7�त। सासपम�ािप िह धातु न अ�तरा न7�स�सित, ता पन बोिधम<डे प] लeेन िनिस� नबु5सरीरिस�र, यमकपािटहािरय� च द�से�स7�त, ततो धातुसरीरतो तेजो समु�ाय तं सरीरं अप<णि�कभावं गमेित, तदा दससह�सच- कवाळे देवता पिरिन बानिदवसे िवय पिरदेिव+वा पूजास- कारं क+वा प- कम7�त। इदं धातुअ�तरधानं नाम।

इम�स प� चिवध�स अ�तरधान�स पिरयि�अ�तरधानमेव मूलं। पिरयि�यं िह सित पिटवेधादयोिप न�ा नाम न हो7�त, असित न�ाित। यथा च िनिधकु7(भया जानन+थाय पासाणिप�े उपिनब5अ-खरेसु धर�तेसु िनिधकु7(भ न�ा नाम न होित, अ-खरेसु पन न�ेसु न�ा, एवंस(पदिमदं वेिदत बं। यथाह –

‘‘याव ित�7�त सु��ता,िवनयो याव िद#पित।ताव द-ख7�त आलोकं,सूिरये अ भुि�ते यथा॥

‘‘सु��तेसु अस�तेसु,पमु�े िवनय7(ह च।तमो भिव�सित लोके,सूिरये अ+थ;ते यथा॥

‘‘सु��ते र7-खते स�ते,पिटपि� होित र7-खता।पिटपि�यं िठतो धीरो,योग-खेमा न धंसती’’ित। (अ॰ िन॰ अ�॰ १.१.१३०; सार+थ॰ टी॰ पािचि�य ३.४३८)।

एविममेसु प� चसु अ�तरधानेसु धातुअ�तरधानतो प,छा चिरमं नामाित वेिदत बं।

क�मा पन Vे स(मास(बु5ा अपु बं अचिरमं न उ#प� ज�तीित? िनर+थकतोव। एकोव िह स(मास(बु5ो अन�तेसु च- कवाळेसु स बस�ान7(प यिद उपिन�सयो भवे�य, एक-खणे सपािटहािरयं स बानुकूलं ध(मं देसे+वा ते िवनेतुं स- कोित, िकम;ं पन नान-खणेसु, त�मा एक`�म काले अनेकेसं स(मास(बु5ानं उ#पि� िनर7+थकाव। अन+थकता पन अन,छिरयअगारविववादािददोसतो चवे महापथिवया िV� नं बु5ानं धारणे असम+थताय िविकरणािददोसतो च वेिदत बा। च- कवि�नो पन एक`�म च- कवाळे Vे एकतो न उ#प� ज7�त, एकोव उ#प� जित। नानाच- कवाळेसु पन बहूिप एकतो उ#प� ज�तीित वेिदत बा। ए+थ िह ‘‘एिक�सा लोकधातुया’’ित एत�स एक`�म च- कवाळेित अ+थो गहेत बो। अपु बं अचिरम� च+ेथ च- करतनपातुभावअ�तरधानानं वेम�झं वेिदत बं। अ�तरधान� च�स च- कवि�नो कालिकिरयतो, प ब� जातो वा स�मे िदवसे होित, त�स च आनुभावेन िV� नं एक+थ सहअनु#पि� च वेिदत बा। सेसं सुिव� ञे�यमेव। ठानाठानञाणबलं पठमं।

दिुतये क4मसमादानान7�त समािदिय+वा कतानं कुसलाकुसलानं, क(ममेव वा क(मसमादानं। ठानसो हेतुसोित प, चयतो चवे हेतुस%ातकारणतो च। त+थ गितउपिधकालपयोगा िवपाक�स प, चया, क(मं हेतु। तदभुयतो क(मिवपाकं यथाभूतं पजानाित। कथं? भगवा िह ‘‘एक, च�स बहूिन पापक(मािन गितउपिधकालपयोगानं स(पि�या पिटबािहतािन न िवप, च7�त, तेसं िवप�� आग(म िवप, च7�त, एक, च�स बहूिन क]याणक(मािन तेसं िवपि�या पिटबािहतािन न िवप, च7�त, तेसं स(प�� आग(म िवप, च�ती’’ित पजानाित।

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त+थ गितिवप�ीित च�ारो अपाया। गितस4प�ीित मनु�सदेवगितयो। उपधीित अ�भावो। त�स सिमि5 स4पि� नाम, असिमि5 िवपि� नाम। कालस4प�ीित सुराजसुमनु�सकालस%ातो स(प� नकालो, त#पिटप-खो कालिवपि� नाम। त�स त�स पन क(म�स स(मापयोगो पयोगस4पि�,िम,छापयोगो पयोगिवपि� नाम। त+थ िह एक, च�स कुसलक(मेन देवगितआदीसु गितयं िन ब��स तं गितस(प�� आग(म कुसलािन एव िवप, च7�त। ताय पन गितस(पि�या पिटबािहतािन अकुसलािन त+थ िवप7, चतुं न स- को7�त। तािन पुन िनरयादीसु अपायेसु िन ब��स तं गितिवप�� आग(म यथासुखं िवप, च7�त। ताय पन गितिवपि�या पिटबािहतािन कुसलािन त+थ िवप7, चतुं न स- को7�त। एक, च�स द�सनीयेनािभ&पने कायेन सम� नागत�स यिदिप सो दासो वा होित हीनज, चो वा, तं उपिधस(प�� आग(म कुसलािन एव�स िवप, च7�त। तािदसं िह सु&प ं‘‘अयं िकिल�क(म�स नानु,छिवको’’ित उ, चसुे अम, चािद�ानेसु ठपे7�त, च<डािल7(प सु&प ंअZगमहेिसआिद�ानेसु ठपे7�त। ताय पन उपिधस(पि�या पिटबािहतािन अकुसलान�स िवप7, चतुं न स- को7�त। तािन पन उपिधिवपि�यं च िठत�स यथासुखं िवप, च7�त। राजकुलादीसु िह उ#प� न7(प द&ुपं हीनेसु ठपे7�त। एक, च�स पन पठमक7#पकानं वा च- कवि�र� ञो वा बु5ानं वा सुराजसुमनु�सानं स(प� ने काले िन ब��स तं कालस(प�� आग(म कुसलािन एव िवप, च7�त, न अकुसलािन। तािन पुन दरुाजदमुनु�सानं िवप� ने काले तं कालिवप�� आग(म िवप, च7�त, न पन कुसलािन ताय कालिवपि�या पिटबािहत�ा। एक, च�स पन सीलसंयमािदअनव� जपयोगेन चवे साव� जेन वा अनव� जने वा देसकालानुसारेन आयुधिस#पािदपयोगसाम7+थयेन च सम� नागत�स तं पयोगस(प�� आग(म कुसलािन एव िवप, च7�त, न अकुसलािन। तािन पुन यथावु�िवपरीतपयोगिवप�� आग(म िवप, च7�त, न पन कुसलािन ताय पिटबािहत�ा। यु5ादीसु िह पाणाितपातािदअकुसलं करो�तािप तंतंआयुधिस#पािदपयोगस(प�� िन�सायेव सेनापित�ानािदमहास(प�� लभ7�त, न पन तं अकुसलं िन�साय। यथा दानवे�याव, चादीसु कुसलं करो�तािप अिधम�वायामािदपयोगिवप�� िन�साय अनय यसन7(प पापुण7�त, न पन तं कुसलं िन�साय। एवमेतािह चतूिह स(प�ीिह, िवप�ीिह च कुसलाकुसलानं िवप, चनािवप, चनिवभागं भगवा यथाभूतं पजानाित। अयं तावे+थ िवभ;नयेन दिुतयबल�स िवभावना।

अपरेन च�स –

‘‘अहोिस क(मं अहोिस क(मिवपाको, अहोिस क(मं नाहोिस क(मिवपाको, अहोिस क(मं अ7+थ क(मिवपाको, अहोिस क(मं न7+थ क(मिवपाको, अहोिस क(मं भिव�सित क(मिवपाको, अहोिस क(मं न भिव�सित क(मिवपाको, अ7+थ क(मं न7+थ क(मिवपाको, अ7+थ क(मं न7+थ क(मिवपाको, अ7+थ क(मं भिव�सित क(मिवपाको, अ7+थ क(मं न भिव�सित क(मिवपाको, भिव�सित क(मं भिव�सित क(मिवपाको, भिव�सित क(मं न भिव�सित क(मिवपाको’’ित (पिट॰ म॰ १.२३४) –

इिमना पिटस7(भदायं वु�ेनािप नयेन िवभावना वेिदत बा। त+थ यं अतीत�भावे आयूिहतं क(मं वु�ं, हेतुप, चयं आग(म त+थेव िवपाकं अदािस। इदं स�धाय ‘‘अहोिस क(मं अहोिस क(मिवपाको’’ित पठमं पदं वु�ं। यं अतीतेसु पन िद�ध(मवेदनीयादीसु बहूसु एकं िद�ध(मवेदनीयं ल5प, चयं िवपाकं देित, सेसािन अिवपाकािन। एकं उपप� जवेदनीयं पन पिटस`�ध आकjित, एकं आन�तिरयं िनरयपिटस`�ध देित, सेसािन अिवपाकािन। अ�सु समाप�ीसु एकाय ghलोके िन ब�ित, सेसा अिवपाका। इदं स�धाय ‘‘अहोिस क(मं नाहोिस क(मिवपाको’’ित दिुतयं पदं वु�ं। यं अतीतं क(मं एतरिह िवपाकं देित, इदं स�धाय तितयं। यं पुिरमनयेन न िवप, चित, इदं स�धाय चतु+थं। यं अनागते िवपाकं द�सित, इदं स�धाय प� चमं। यं न िवप, चित, इदं स�धाय छ�ं। यं एतरिह आयूिहतं क(मं एतरहेव िवपाकं देित, इदं स�धाय स�मं। यं न िवप, चित, इदं स�धाय अ�मं। इिमना नयेन सेसपदान7(प अ+थो द� बो। इदं तथागत�साित इदं स बेिह एतेिह पकारेिह अतीतानागतप, चु#प� नानं क(म�तरिवपाक�तरानं यथाभूततो जाननञाण7�त अ+थो। दिुतयबलं।

तितये स�ब>थगािमिन7�त स बगितगािमिन� च अगितगािमिन� च। पिटपद7�त मZगं। यथाभूतं पजानातीित बहूसुिप मनु�सेसु पाणाितपातादीसु एकमेव अकुसलं एकतो करो�तेसु इम�स चतेना िनरयगािमनी भिव�सित, इम�स ितर,छानयोिनगािमनी, इम�स पिे�िवसयगािमनी, िनरयादीसुिप पनेसा एव&पे एव&प ेठाने एव� चवे� च िवपाकं द�सित, इम�स पिटस`�ध आकिjतुं न स- कोित, अ� ञेन क(मेन िद� नपिटस7�धक�स द ुबलं उपिधवेप- कंभिव�सित। बहूसु वा एकतो दानािदकुसलं, िवप�सनं वा प�पे�तेसु इम�स चतेना मनु�सगितगािमनी भिव�सित, इम�स देवगितगािमनी, त+थािप एव� चवे� च िवपाकं द�सित, इम�स वा िवप�सना एकं मZग ंVे वा तयो वा च�ारो वा पिटस7(भदािदसिहते वा रिहते वा िन#फादे�सित, इम�स न क7� चपिटवेधं साधे�सतीितआिदना अन�तेिह आकारेिह एकव+थु7�म7(प उ#प� नं कुसलाकुसलस%ातं स ब+थगािमिनपिटपदं अिवपरीततो पजानातीित। तितयबलं।

चतु+थे अनेकधातु7�त च-खुधातुआदीिह, कामधातुआदीिह वा बहुधातुं। नानाधातु7�त तास� ञेव धातूनं िवल-खण�ा नान#पकारं धातंु। लोक7�त ख�धायतनधातुलोकं। यथाभूतं पजानातीित तासं तासं धातूनं ख�धायतनधातुिवभ;ादीसु वु�नयेन अन�त#पभेदं नान�ं अिवपरीततो पजानाित। न केवल� च तथागतो उपािद� नकस%ारलोक�सेव नान�ं पजानाित, अथ खो अनुपािद� नकस%ारलोक�सािप प, चकेबु5ादीिह पिटिव7�झतुं अस- कुणे�यं नान�ं पजानाितयेव। तेिह उपािद� नकलोक�सािप नान�ं एकदेसतोव जान7�त, अनुपािद� न�स पन नेव जान7�त, स ब� ञुबु5�सेवेतं िवसयो। एवं िह इमाय नाम धातुया उ�स� नाय इमेसं W-खग,छलतादीनं, ख�धद<डव7] लतचप�पु#फफलािदनो स<ठानव<णग�धरसओजािह, देसकालेिह च अन�त#पभेदं नान�ं, पथवीप बतादीन� च नान�ं होतीित अन�तेिह आकारेिह जािनतुं स- कोित, ना� ञिेत। चतु+थबलं।

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प� चमे नानािधमुि�क��त हीनादीिह अिधमु�ीिह नानािधमुि�कभावं। यथाभूतं पजानातीित तीसुिप कालेसु हीनािधमुि�का हीनािधमुि�के एव सेव��त, पणीतािधमुि�का च पणीतािधमुि�के। त�थािप अ स!ा अ स!े, द ुसीला द ुसीले, िम"छािदि$का िम"छािदि$के, स!ा स!े, सीलसुतचागप� ञािदस'प� ना च ते ते एव सेव�तीित नान(पकारतो जानाित। स!ासीलािदस'प� ना िह त�,बरिहते अ�नो आचिरयुप0झायेिप न सेव��त, तेिप इतरे, अ�ना अ�ना पन सिदसे एव सेव�तीित। प� चमबलं।

छ$े परस�ान��त पधानस�ानं। परपु�गलान��त ततो परेसं हीनस�ानं। एक�थमेव वा एतं पद3यं वेने4यवसेन ि3धा वु�ं। इ���यपरोपिरय���त स!ादीनं इ��5यानं परभाव� च अपरभाव� च, वुि!� च हािन� चाित अ�थो। यथाभूत��त स,बेसं स�ानं आसयानुसयचिरतािधमुि�आदीिह स!ािद ित�6ख��5यमुिद��5यतं स,बाकारतो जानाित। त�थ आसयोित िनवास$ानं, य�थ स�ानं िच�स�तानं िन" च ंिनवसित। सो दिुवधो व8ासयो िवव8ासयो च। त�थ स सतु"छेदवसेन पव�ं स,बं िदि$गतं व�ासयो नाम। स(प" चयनाम9पपिर:गहतो प$ाय स,बं िवप सनाञाणं, म:गञाण� च िवव�ासयो नाम। म:गञाण�'प िह ‘‘दसियमे, िभ6खवे, अिरयावासा, यदिरया आव<ससू’’ितआिदवचनतो (अ॰ िन॰ १०.१९) आसयोव। इमं पन भगवा स�ानं आसयं जान�तो उिभ� नं िदि$ञाणानं अ(पवि�6खणेिप जानाित एव। कामरागािदिकलेसािधमु�� ञवे िह पु:गलं भगवा तथेव जानाित। ‘‘अयं ने6ख'मािदअिभरतो िवव8ासयो’’ित ने6ख'मा<द सेव�त� ञवे जानाित, ‘‘अयं कामािदअिभरतो व8ासयो’’ित अनुसयचिरतािदजाननेिप एसेव नयो। त�थ अनुसयोकामरागानुसयािदतो स�िवधो। चिरत��त तीिह 3ारेिह अिभसGतलोिकयकुसलाकुसलं। अिधमु�ीित अ0झासयो। एवमे�थ आसयानुसयञाणं, इ��5यपरोपिरय�ञाण� चाित 3े ञाणािन एकतो हु�वा एकं बलञाणं नाम जात��त। छ$बलं।

स�मे झानिवमो#खसमािधसमाप�ीन��त पठमादीनं चतु� नं झानानं, ‘‘9पी 9पािन प सती’’ितआदीनं अ$� नं िवमो6खानं, सिवत6 कसिवचारादीनं ितIणं समाधीनं, पठम0झानसमापि�आदीनं नव� नं अनुपु,बसमाप�ीनं। संिकलसे��त हानभािगयध'मं। वोदान��त िवसेसभािगयं ध'मं। वु'ान��त येन कारणेन झानादीिह वु$ह��त, तं कारणं। तं पन दिुवधं वोदान�'प भवJ�'प। हेि$मं िह पगुणं झानं अ�नो वोदानवसेन उपिरम स झान स पद$ानतो ‘‘वु$ान’’��त वु" चित, त'हा त'हा पन समािध'हा भवJवसेनेव वु$ानतो भवJ�'प। िनरोधतो पन फलसमापि�याव वु$ह��त। इदं पािळमु�कवु$ानं नाम, तं स,बं भगवा यथाभूतं स,बाकारेन पजानाित। स�मबलं।

अ$मे पु(बेिनवासानु*सतीित पु,बेिनवु�थ6ख�धानु सरणं, तं नामगो�वIणाहारसुखद6ुखादीिह त�थ त�थ भवे िव0 जमानेिह अन�तेिह आकारेिह यथाभूतं पजानातीित। अ$मबलं।

नवमे चुतूपपात��त चुित� च उपपात� च, तं चवमानउपप0 जमानहीनपणीतसुवIणद,ुबIणािदतो अन�तपभेदे यथाक'मूपग ेस�े िद,बच6खुञाणेन वIणायतन:गहणमुखने िद वा स,बाकारतो पजानातीित। नवमबलं।

दसमे आसवानं खय��त आसविनरोधं िन,बानं, तं अरह�म:गञाणेन चतुस" चपिटवेधतो पजानातीित। दसमबलं।

इमानीित यािन हे$ा ‘‘तथागत स दस तथागतबलानी’’ित अवोच, इमािन तानीित अ(पनं करोित। य मा चतेोपिरयञाणादीिन सावकादीन�'प यथारहं िव0 जमानािनिप सिवसयं िक�� चदेव जान��त, न च स,बाकारतो। बु!ानं पन स,ब� ञुत� ञाणं िवय स,बध'मेसु यथासकं िवसये स,ब�थ स,बाकारतो एक6खणे अ(पिटहतं पव�ित, त मा ‘‘तथागतबलानी’’ित वु" च��त। यिद एवं स,ब� ञुत� ञाण सेवायं पभेदो होित, क मा पन ‘‘दसबलञाणानी’’ित िवसंु िवभ�ानीित? िवसयिक" चभूिमभेदतो नेसं अ� ञ�ा। दसबलञाणेसु िह पठमं कारणाकारणमेव जानाित, दिुतयं क'म�तरिवपाक�तरमेव जानाित, तितयं क'मपिर"छेदमेव, चतु�थं नान�कारणमेव, प� चमं स�ानं अ0झासयािधमुि�मेव, छ$ं इ��5यानं ित6खमुदभुावमेव, स�मं झानादीिह स<! तेसं संिकलेसािदमेव, अ$मं पु,बेिनवु�थ6ख�धस�तितमेव, नवमं स�ानं चुितपिटस��धमेव, दसमं स" चपिर"छेदमेव, ना� ञ।ं

स,ब� ञुत� ञाणं पन एतेिह जािनत,ब� च ततो उ�िर� च स,बं अतीतािदभेदं एक6खणे स,बाकारतो जानाित, एतेसं पन िक" च ंन स,बं करोित। तं िह झानं हु�वा अ(पेतु,ं इि! हु�वा िवकु�,बतुं, म:गो हु�वा िकलेसे खेपतेुं न स6 कोित। दसबलञाणािन पन तं स,बं यथारहं कातुं स6 को��त। तेसु च पिटपािटया स� ञाणािन कामावचरािन, ततो 3े 9पावचरािन, अवसाने एकं लोकु�रं। स,ब� ञुत� ञाणं पन कामावचरमेवाित एवं िवसयिक" चभूिमभेदतो अ� ञमेव दसबलञाणं। अ� ञं स,ब� ञुत� ञाण��त। अयं ताव पद�थानुसारतो िविन"छयो। ध+मभेदािदतो पन स,बोिप िविन"छयो एकिवधको$ासतो प$ाय ए�थ वु�ानुसारतोव ञात,बो, सु��तभाजनीयादयो िह िवभJनयभेदा ए�थ, इतो परेसु च िवभJेसु न�थीित।

ञाणिवभJमाितक�थवIणना िनि$ता।

खु,कव-थुिवभ.माितक-थव/णना

खुOकव�थुिवभJमाितकाय पनायं िन6खेपपिर"छेदेन स<! अ-थतो िविन"छयो। माितकाय िह आिदतो ताव – जाितमदोितआदयो तेस�ित एकका िन�6ख�ा, ततो कोधो च उपनाहो चाितआदयो अ$ारस दकुा, अकुसलमूलादयो प� च<तस ितका, आसवचतु6 कादयो चुOस चतु6 का,

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ओर'भािगयसंयोजनादयो प� नरस प� चका, िववादमूलादयो चुOस छ6 का, अनुसयादयो स� स�का, िकलेसव�थुआदयो अ$ अ$का, आघातव�थुआदयो नव नवका, िकलेसव�थुआदयो स� दसका, छ� नं अ$ारसकानं वसेन अ$सततIहािवचिरतािन च यथा6 कमं िन�6खिप�वा अ�ते 3ासि$ िदि$गतािन STजालसु�े अितद� सतानीित स,बािनिप तेसि$अिधकािन अ$िकलेससतािन िन�6ख�ानीित वेिदत,बािन। अयं ताव िन6खेपपिर"छेदो।

अ�थतो पन ‘‘जाितमदो’’ितआदीसु जाितउ" चाकुलीनतं िन साय ‘‘खि�यादीनं चतु� न�'प वIणानं अहं उ�मजाितको, इमे न उ�मजाितका’’ित एवं अ�ु6 कंसनपरव'भनवसेन उ(प� नो म0 जनाकार(पव�ो मानो जाितमदो नाम। सेसपदेसुिप एसेव नयो। त�थ आिद" चगो�क सपगो�ािदउ�मगो�ं िन साय गो�मदो। िनराबाधतं, यो,ब� ञ,ं ‘‘िचरं सुखं जी<व जीवािम जीिव सामी’’ित एवं जीिवतं, बहुलाभ� च िन साय यथा6 कमं आरो�यमदादयो वु�ा। सुकतपणीतप" चयलाभं, माननव�दनािदगUकारं म� ञेव पमुखं क�वा प�हं पु"छ��त, पिरवारे�वा ग"छ�तीित एवं पुरे6खारं, महापिरवारं, सुिचपिरवार� चिन साय यथा6 कमं स# कारमदादयो च वेिदत,बा। भोगो पन िक� चािप लाभ:गहणेनेव गिहतो, िनिहतधनवसेन पने�थ लाभो वेिदत,बो, ‘‘अ� नपानव�थाभरणमालाग�धािदउपभोगसिमि!वसेनािप व�ंु व8ती’’ितिप वद��त। सरीरवIणं, गुणवIण� च िन साय व/णमदो। बाहुस" च,ं पिटभानं, ‘‘वIणं बु!वंसं राजवंसं जनपदवंसं गामवंसं रि���दवपिर"छेदं न6ख�मुहु�योगं जानामी’’ित एवं र�� ञुतं वा िन साय यथा6 कमं सुतमदादयो च वेिदत,बा। जाितिपIडपाितकतं, अनव� ञाततं, इिरयापथपासािदकतं, मिहि!कत� च िन साय यथा6 कमं िप/डपाितकमदादयो। िक� चािप पिरवार-:गहणेन यसो गिहतो। पिरवार स पन सवसव�कभावेन प�थटतं िकि�यस� ञवे वा िन साय यसमदो। पिरसु!सीलं, उपचार(पनाझानं, िस(पकोसX लं, सरीर स आरोहस'पदं, पिरणाहस'पदं, अनूनिनOोसअJप" चJताय सरीरपािरपूिर� च िन साय सीलमदादयो वेिदत,बा।

इिमना ए�केन ठानेन सव�थुकं मानं द से�वा इदािन अव�थुकमेव साम� ञतो मानं द से�तो ‘‘मदो’’ित आह। पमादोितआदीसु प� चकामगुणेसु िच�वो स:गसGातो सुचिरतासेवनाय, द"ु चिरतसेवनाय च हेतुभूतो पम0 जनाकार(पव�ो अकुसलिच�ु(पादो पमादो नाम, वायं सितवो स:गल6खणो। वातभिरतभ�ा िवय मातािपतूसुिप अनोणतभावसGातो क6खळमानो थ+भो नाम, वायं िच� स उ!ुमातभावल6खणो। अ� ञसंे गेहािदउपकरणस'पदं, िव0 जास'पदं वा िद वा तिOगुणसमार'भनवस(पव�ो अकुसलिच�ु(पादो सार+भो नाम। ग�थोिप िह सार'भवसेन उ:गहेतुं न व8ित, अकुसलमेव होित। वायं करणु�िरयल6खणो।

अY अY िवसये इ"छा अ साित अिY"छो, पु:गलो, त स भावो अि67छता। एवं मिह7छतादीसुिप अ�थो वेिदत,बो। त�थ यं यं ल!ं, तेन तेन अस�तु� स�वा अपर स अपर स प�थनावसेन पव�ो लोभो अि67छता। याय अ�ना ल!ं पणीत�'प लामकं िवय खायित, परेन ल!ं लामक�'प पणीतं िवय खायित। सायं अपरापरलाभप�थनाल6खणा। स�तगुणिवभावनावस(पव�ो चवे तद(ुप� नेिह अितमह�तेिहिप व�थूिह अस�तु सनाकार(पव�ो च लोभो मिह7छता। याय सम� नागतो पु:गलो प" चयेिह द(ुपूरो अ�:ग िवय उपादानेन, समुOो िवय च उदकेन। या चायं स�तगुणस'भावनता, पिट:गहणे च पिरभोग ेच अम�� ञुता, एतं मिह"छताल6खणं।

अस�तानं पन स!ासीलानं, म:गफलादीन� च लोिकयलोकु�रानं गुणानं िवभावनावस(पव�ो चवे तद(ुप� नेिह अितमह�तेिहिप प" चयेिह अस�तु सनाकार(पव�ो च लोभो पािप7छता। या चायं अस�तगुणस'भावनता, पिट:गहणे च पिरभोगे च अम�� ञुता एतं पािप"छताल6खणं।

िस.��त िव0झन$ेन िसJं, नागिरकभावसGात स िकलेसिसJ सेतं अिधवचनं, तं अ�थतो िसJारकरणवस(पव�ो लोभोव। ित��तण��त खीयनं, तं अ�थतो िनवास$ाने सुनखानं िवय अ� ञम� ञ ंस�ानं ‘‘तव स�तकं, मम स�तक’’��त िख4यनाकार(पव�ो दोसोव। चाप9य��त चपलता, तं प�चीवरािदपिर6खारानं, अ�भाव स च मIडनिवभूसनकेळायनवस(पव�ो रागोव, येन सम� नागतो िजIणोिप दहरो िवय होित। असभागवु�ीित िवसभागवुि� िवसभागिकिरया, सा गU$ािनयेसुिप अनादरवसेन िवप" चनीक:गािहतावस(पव�ो दोसोव, याय सम� नागतो िगलानेिप मातािपतुआचिरयुप0झायािदके न ओलोकेित, तेिह स<! लाभस6 कारकारणा कलहं करोित, तेसु िहरो�(पं, चिेतयादीसु िच�ीकार� च न प" चुप$पेित। अरतीित प�तेसु सेनासनेसु, समथिवप सनासु च अनिभरमणा उ6 क�Iठतता, सा तथापव�ो अकुसलिच�ु(पादो। त�दीित आल यं। िवज�+भताित काय स आनमनािदआकारेन फ�दना िवज'भना। भ�स+मदोित भ�मु"छाय काय स अक'म� ञता। चेतसो च लीन���त िच�सZोचो। अ�थतो पनेतािन स,बािनिप िथनिम!वसेन िच� स िगलानाकारोव।

कुहनाितआदीसु लाभस6 कारिसलोकस�� न� सत स पािप"छ स तेन तेन उपायेन िव'हापना कुहना नाम। सा ितिवधा प" चयपिटसेवनसाम�तज(पनइिरयापथसIठापनवसेन। त�थ चीवरादीिह िनम��तत स तद��थक सेव सतो पािप"छतं िन साय पिट�6खपनेन, ते च गहपितके अ�िन सु(पिति$तस!े ञ�वा पुन तेसं ‘‘अहो अ4यो अ�(प"छो न िक�� च पिट:ग�Iहतुं इ"छित, सुल!ं वत नो अ स, सच ेअ(पम�कं िक�� चपिट:गIहे4या’’ित नानािवधेिह उपायेिह पणीतािन चीवरादीिन उपनामे�तानं तदनु:गहकामत� ञेव आिवक�वा पिट:गहणेन च ततो पभुित अिप सकटभारेिह उपनामनहेतुभूतं िव'हापनं प7 चयपिटसेवनस;ाता कुहना नाम। पािप"छ सेव पन सतो ‘‘यो एव9पं चीवरं धारेित, सो समणो महेस6खो’’ितआिदना उ�िरमनु सध'मािधगमपिरदीपनवाचाय तथा तथा िव'हापनं साम�तज<पनस;ाता कुहना नाम। पािप"छ सेव पन सतो समािहत सेव

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स'भावनािध(पायकतेन पिणधाय सIठिपतेन गमनािदइिरयापथेन िव'हापनं इिरयापथस/ठपनस;ाता कुहना नाम।

आलपनाितआिदना पन वु�प" चयपिटसंयु�ा वाचायेव द� सता। अनु�(पयभािणता, चाटुक'यता, मु:गसू(यता, पािरभटयता च आलपना नाम। त�थ आलपनाितआिदतोव लपना। अनु�<पयभािणताित स" चानु9पं, ध'मानु9पं वा अनपलोके�वा पुन(पुनं िपयभणनं। चाटुक+यताित नीचवुि�ता, अ�ानं हे$तो ठपे�वा पव�नं। मु�गसू<यताित मु:गसूपसिदसता, अप6 कमु:गसिदसेन अ(पस" चने सम� नागतवचनता। पािरभटयताित कुलदारकानं अZेन पिरहरणािदकं पिरभट स िक" च।ं एवमयं स,बोिप िकिरयाभेदो ‘‘लपना’’�वेव वु" चित। परेसं पन प" चयदानस� ञाजनकं कायवचीक'मं नेिमि�कतानाम, या ‘‘पिरकथोभासिनिम�क'म’’��त वु" चित। अ6 कोसनव'भनगरहणादीिह यथा दायको अवIणं भायित, एवं तं िन(पीळनं िन<पेिसकता नाम। अयं िह य मा वेळुपिेसकाय िवय अ,भJं इमाय पर स गुणं िन(पेसेित िनपु�छित, य मा वा ग�धजातं िपिस�वा ग�धम:गना िवय परगुणे िन�(पिस�वा िवचुIणे�वा एसा लाभम:गना होित, त मा ‘‘िन(पेिसकता’’ित वु" चित। एक[ म पन कुले ल!ािमसं अ� ञ�थ दानवसेन लाभेन लाभ स प�थना लाभेन लाभं िनिजगीसना नाम। इमे च कुहनादयो प� चिप तथा तथा पव�ा लोभािदअकुसलिच�ु(पादाित वेिदत,बा। ‘‘से4योहम मी’’ितआदयो 3ादस माना हे$ा संयोजनगो"छके वु�ानुसारेन सुिव� ञे4याव। त�थ च आिदतो तयो माना पु:गलं अिन साय जाितगो�9पभोगिस(पसुतािदमानव�थुवसेनेव किथता, ततो परं पन नव माना से4यसिदसहीनपु:गले िन साय किथता।

एवमेतेिह 3ादसिह पदेिह सव�थुके माने कथे�वा इदािन अव�थुकं द सेतुं ‘‘मानो’’ितआिद वु�ं। ततो परं अितमानोितआदीसु ‘‘जाितआदीिह मया सिदसो न�थी’’ित अित6 किम�वा म� ञनावसेन पव�ो मानो अितमानो नाम। ‘‘इमे मया पु,बे सिदसा, इदािन अहं से$ो, इमे हीनतरा’’ित उ(प� नो मानो भाराितभारो िवय मानाितमानो नाम। अ�ानं पन अवम� ञनावसेन पव�ो मानो ओमानो नाम, सो ‘‘हीनोहम मी’’ित पव�हीनमानसिदसोव। अनिधगतेसु अिरयध'मेसु ‘‘अिधगता मया’’ित उ(प� नो मानो अिधकमान�ा अिधमानो नाम, अयं पन सोताप� नािदअिरयसावकानं ‘‘अहं सकदागामी’’ितआिदना न उ(प0 जित तेसं म:गफलिन,बानपहीनिकलेसाविस$िकलेसप" चवे6खणेन अिरयगुणपिटवेधे िन6 कG�ा। द ुसील स पन न उ(प0 जतेव, सीलवतोिप पिर" च�क'म$ान स न उ(प0 जित, पिरसु!सील सेव पन सु!समथलािभनो, सु!िवप सनालािभनो, तदभुयलािभनो वा उ(प0 जित। तेसु तदभुयलाभी अरह�े एव अिधम�� ञ�वा पित$ाित सुिव6ख�'भतिकलेस�ा, पिरमिOतसGार�ा च, इतरे सोताप� नादीसुपीित वेिदत,बा। प� चसु पन ख�धेसु ‘‘अहम मी’’ितआिदना पव�ो मानो अ�*ममानो नाम। पापकेन पन प9पघातकेन क'मायतनिस(पायतनिव0 जा$ानािदना अ�ानं से4यािदतो ज(पनवसेन पव�ो मानो िम7छामानो नाम।

ञाितिवत# कोितआदीसु ‘‘म4हं ञातका सुखजीिवनो स'पि�यु�ा’’ित एवं गेहिसतपमेेन ञातके उिO स उ(प� नो िवत6 को ञाितिवत# को नाम, ‘‘ञातका खयं गता वयं गता स!ा पस� ना’’ितआिदना पन ने6ख'मिसतो ञाितिवत6 को नाम न होित। एवं जनपदिवत# केिप, त स पन ‘‘अ'हाकं जनपदो सुिभ6खो सु�दरो’’ितआिदना पवि�आकारो वेिदत,बो। अमर�थाय िवत6 को, अमरो वा िवत6 कोित अमरिवत# को। त�थ यो उ6 कुिटक(पधानादीिह द6ुखे िन�0 जIणे स'पराये अ�ा सुखी अमरो होतीित एवं पव�ो, सो अमर�थाय िवत6 को नाम। यो पन िदि$गितक स एक[ म प6खे असIठिह�वा ‘‘एव�'प मे नो, तथािप मे नो, अ� ञथािप मे नो’’ितआिदना अमरम"छो िवय गहेतुं अस6 कुणे4यताय पव�ो, सो अमरो िवत6 को नाम। तं दिुवध�'प एकतो क�वा इध ‘‘अमरिवत6 को’’ित वु�ो।

अनुOयता पित9पकेन पन िगहीिह सहसोिकसहन��दतािदवसेन गेहिसतपेमेन यु�ो परानु,यतापिटसंयु�ो िवत# को नाम। लाभेन चवे स6 कारेन च िकि�सOेन च स<! आर'मणकरणवसेन यु�ो गहेिसतो िवत6 को लाभस# कारिसलोकपिटसंयु�ो िवत# को नाम, त स पन ‘‘अहो वत मे लाभादयो उ(प0 जे4यु’’��तआिदना पवि�आकारो वेिदत,बो। ‘‘अहो वत मं परे न अवजाने4यु’’��त उ(प� नो गेहिसतो िवत6 को अनव@ ञि�पिटसंयु�ो िवत# कोनाम। एककं।

दकुादीसु कोधादयो हे$ा वु��थे व0 जे�वा अवसेसान� ञवे वIणना होित। त�थ दकेुसु ताव उपनाहोितआदीसु पु,बभाग ेकोधो ‘‘अ6 को�"छम’’��तआिदना आसेवनेन अपरकाले वेरिच�े द\हतरं आब!ो उपनाहो नाम, येन सम� नागतो वेरं िन स�0 जतंु न स6 कोित वसातेलम�6खतिपलोितका िवय, सोिधयमान�'प स िच�ं न पिरसु0झित, वायं वेUपिनब�धनल6खणो।

परगुणं पन िवनासे�वा त�थ दोसम6खनवसेन पव�ो कोधो म#खो नाम। अयं िह पठमतरं अ�नो िच�ं गूथो िवय गूथ:गाहकं ह�थं म6खेित, प"छा पर��त ‘‘म6खो’’ित वु�ो, वायं परगुणम6खनल6खणो। पळासेतीित पळासो, पर स गुणे द से�वा अ�नो गुणेिह समे करोतीित अ�थो। तथापव�ो लोभो, वायं युग:गाहल6खणो।

3ार�येिप िव0 जमान सेव दोस स पिट"छादनतो च6खुमोहनमाया िवयाित माया, सा कतदोसपिट"छादनल6खणा। सठ स भावो, क'मं वा साठेCयं,केरािटयं, तं अिव0 जमानगुण(पकासनल6खणं।

अनD जवादयो हे$ा वु�अ0 जवािदपिटप6खअकुसलवसेन वेिदत,बा। अDझ�संयोजन��तआदीसु अ0झ���त कामभवो, त�थ स�े ब�धनवसेन

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पव�ािन प� चोर'भािगयसंयोजनािन अDझ�संयोजनं नाम। बिह!ाित 9पा9पभवो। त�थ ब�धनवसेन पव�ािन प� च उ!'भािगयसंयोजनािन बिहEासंयोजनं नाम। कामभवे िह स�ानं आलयो बहुको, न इतरेसु, त मा सो अ0झ�ं इतरे च बिह!ाित वेिदत,बा। दकंु।

ितकेसु पन लोभादीिन तीिण अकुसलमूलािन नाम। काम,यापादिव<हसास'पयु�ा िवत6 का तयो अकुसलिवत# का नाम। ते एव स� ञासीसेन ित*सो अकुसलस@ ञा। सभाव$ेन ित*सो अकुसलधातुयोित च वु" च��त। कायवचीमनोद"ु चिरतािन तीिण दु7 चिरतािन नाम, तािन 3ार�य(पव�ानं पाणाितपातादीनं, स,बाकुसलानं वा वसेन योजेत,बािन। सु��तपिरयायेन पन िद$ासवव�0 जता कामासवादयो तयो आसवा नाम। स6 कायिदि$िविचिक"छासील,बतपरामासा तीिण संयोजनािन नाम।

कामतIहा भवतIहा िवभवतIहा च ित*सो त/हा नाम। त�थ स सतिदि$सहगतो रागो भवत/हा, उ"छेदिदि$सहगतो रागो िवभवत/हा, अवसेसा पन स,बािप तIहा कामत/हा। कामधातुपिटसंयु�ो वा रागो कामतIहा, 9पा9पधातुपिटसंयु�ो भवतIहा, उ"छेदिदि$सहगतो िवभवतIहाित वेिदत,बा। कामतIहा 9पतIहा अ9पतIहा च अपरािप ित*सो त/हा नाम। 9पतIहा अ9पतIहा िनरोधतIहा च पुन अपरािप ित*सो त/हा नाम। त�थ िनरोधत/हाित उ"छेदिदि$सहगतो। कामेसना भवेसना STचिरयेसना च ित*सो एसना नाम। त�थ GHचिरयेसनाित स सतु"छेदिदि$सGातSTचिरय स गवेसना। ‘‘से4योहम मीित िवधा, सिदसोहम मीित िवधा, हीनोहम मीित िवधा’’ित एवं वु�मानिवधा ित*सो िवधानाम। मानो िह से4यािदवसेन िवदहनतो म� ञनतो ‘‘िवधा’’ित वु" चित। जाितजरामरणािन पिट" च उ(प� नािन भयािन तीिण भयािन नाम। ‘‘अतीतं वा अ!ानं आर,भा’’ितआिदना वु�ािन तीिण, बु!ादीसु कGनिविचिक"छनवसेन पव�ा ित सो अिव0 जा तीिण तमािन नाम। िविचिक"छासीसेन त स िवभJे तंस'पयु�ा अिव0 जाव वु�ा, त सा एव पिट"छादक�ेनिप तमभावतोित द$,बं।

यं िक�� च पन स� स सुखािदकं उ(प0 जित, तं स,बं पु,बेकतहेतूित एकं ित�थायतनं, इ सरिन'मानहेतूित दिुतयं, अहेतुअ(प" चयाित तितय��त इमािन तीिण ित-थायतनािन नाम। त�थ पठमवादी कुसलाकुसलिकिरयउतुिच�ाहारािदकं, गितउपिधआिदकं, स(पुिरसूपिन सयस!'म सवनािदक� च स,बं प" चयप" चयु(प� नं पिट�6खिप�वा एकं क'मिवपाकमेव स'पिट"छित, इतरे पन 3ेिप स,बं हेतुं पिट�6खिप�वा इ सरहेतुकं, अहेतुक� च स'पिट"छ��त, तेसं ितIणं वादानं वसेनेव पयोजनाभावािदतो यथानु9पं दोसो ञात,बो। ग�थिव�थारभयेन पने�थ न िव�थारिय'ह।

रागदोसमोहा पन तयो पिलबोध$ेन िक@ चना नाम। ते एव िह िकलेस$ेन अ.णािन, मलीनभावकरण$ेन मलािन, प6खलनपातहेतुतो िवसमािन च हो��त। पाणाितपातादीिन कायवचीमनोिवसमािन अपरािनिप तीिण िवसमािन नाम। रागदोसमोहा अनुदहन$ेन तयो अ�गी, कसटिनरोज$ेन कसावा च हो��त। पाणाितपातादीिन कायकसावादयो पन अपरेिप तयो कसावा नाम। अ सादिदि$ि�के कामपिरभोगे ‘‘न��थ कामेसु दोसो’’ित एवं पव�ा स सतिदि$ अ*सादिदि' नाम। वीसितव�थुका पन अ�िदि$ अ�ानं अनुगत�ा अ�ानुिदि' नाम। त सा पन ‘‘9पं अ�तो समनुप सित, 9पव�तं वा अ�ानं, अ�िन वा 9पं, 9प[ म वा अ�ानं समनुप सती’’ित एवं 9प6ख�धे चत सो िदि$यो। एवं सेस6ख�धेसुपीित वीसितव�थुकता वेिदत,बा।

त�थ च Iपं अ�तोिदआिदना प� च6ख�धे अ�तो गहणवसेन पव�ा प� च उ"छेदिदि$यो, सेसा पन स सतिदि$योित वेिदत,बा। ‘‘न�-थ िद� न’’��तआिदनय(पव�ा पन न��थकिदि$ िम7छािदि' नाम, लामकिद$ीित अ�थो। अरिति�के पािणले]^दIडादीिह स�ानं िव<हसना िवहेसा नाम। 3ार�य(पव�अकुसलध'म स चिरया अध+मचिरया नाम। दोवच सताितके साव काम,यापादिव<हसास� ञा नानार'मणेसु पवि�तो, नानाभूत�ा च नान�स@ ञा नाम। उ!" चि�के कुसीत स भावो कोसD जं, पमादोव। अनादिरयि�के ओवाद स अनािदयनवस(पव�ो कोधो अनादिरयं नाम। अ सि!यि�के रतन�यक'मफलानं असOहनवस(पव�ा अकुसलध'मा अ*सिEयं नाम। प� चिवधम"छिरयवसेन ‘‘देही’’ित वचन स अजानना अवद@ ञुता नाम।

उ!" चि�के मन"छ$ेसु इ��5येसु अगु�3ारता असंवरो नाम। काियकवाचिसकवीित6 कमो दु*सी9यं नाम। अिरयि�के बु!प" चकेबु!सावकानं द सनोपासनादीसु अिन"छा अिरयानं अद*सनक+यता नाम। बोिधप�6खकस!'म स सवनधारणादीसु अिन"छा सE+मं असोतुक+यता नाम। पर स दोसारोपने र�धगवेिसतासGातो उपार'भोव उपार+भिच�ता नाम। मु$ स" चि�के उ!" चं चेतसो िव#खेपो नाम। अयोिनसोमनिसकारि�के ‘‘अिन" चेिन" च’’��तआिदना, स" चपिटप6खवसेन वा अनुपायमनिसकारसGातं आव0 जनिच�ं अयोिनसोमनिसकारो नाम। िम"छािदि$िम"छासZ(पादयो अ$ िम"छाम:गा कु'म:गो नाम, िम"छाम:ग स आसेवना कु+म�गसेवना नाम। िथनिम!ं चेतसो च लीन�ं नाम। ितकं।

चतु6 केसु चीवरादीसु चतूसु प" चयेसु ‘‘क�थ मनापं लिभ सामी’’ित तIहाय उ(पादो च�ारो त/हु<पादा नाम। न ग"छ��त एतािह अिरयाित अगितयो, छ�ददोसमोहभया। ता िह अग�त,बम:गगमनािन अक�,बकरणािन च�ािर अगितगमनािन नाम। त�थ छ�दोित प6खपातरागो। भय��त तथापव�ो दोसो। अिन" चादीसु ‘‘िन" च ंसुखं अ�ा सुभ’’��त एवं पव�ा च�ारो िवपिरयासा िवपरीततो ध'मे एसनतो। तेसु वा आसनतो पिवसनतो च�ारो िवपिरयासा नाम। ते स� ञािच�िदि$िवपिरयासवसेन प" चकंे तयो तयो हु�वा 3ादस हो��त। तेसु अिन" च ेिन" च,ं अन�िन अ�ाित स� ञािच�िदि$िवपिरयासा छ, द6ुख ेसुखं, असुभे सुभ��त िदि$िवपिरयासा 3े चाित अ$ सोतापि�म:गेन पहीय��त, असुभे सुभ��त स� ञािच�िवपिरयासा 3े अनागािमम:गेन, द6ुखे सुख��त स� ञािच�िवपिरयासा 3े अरह�म:गेनाित वेिदत,बा।

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अिद$े िद$ं, असुते सुतं, अमुते मुत,ं अिव� ञाते िव� ञात��त एवं पव�ा च�ारो अनिरयवोहारा नाम। िद$ादीसु पन अिद$ं असुतं अमुतं अिव� ञात��त एवं पव�ा अपरेिप च�ारो अनिरयवोहारा नाम। इमे च पुिरमेिह स<! अ$ अनिरयवोहाराितिप वु" च��त। पाणाितपातअिद� नादानकामेसुिम"छाचारमुसावादा च�ािर दु7 चिरतािन नाम। मुसावादािदवचीद"ु चिरतािन अपरािनिप च�ािर वचीदु7 चिरतािन नाम। जाितजरा,यािधमरणभयािन च�ािर भयािन नाम। राजचोरअ�:गउदकभयािन च�ािर, समुOं ओरोह�त स पन उ(प0 जनकािन ऊिमकु'भीलआव8सुसुकाभयािन च च�ािर, अ�ानुवादपरानुवाददIडद:ुगितभयािन च�ािर चाित इमािन वा अपरािन तीिण चतु6 कािन च�ािर भयािननाम। त�थ सुसुकाित चIडम"छा। स,बािनिप चतेािन भयािन पिटघिच�ानीित वेिदत,बािन। स,बं सुखद6ुखािदकं सयंकतं परंकतं उभयकतं अिध" चसमु(प� न��त एवं उ(प0 जमाना इमा चत*सो िदि'यो नाम। चतु6 कं।

प� चकेसु प@ चोर+भािगयाितआदीसु ओरं वु" चित कामधातु हे$ाभावतो, त�थ उपपि�िन(फादनतो तं ओरं भज�तीित स6 कायिदि$िविचिक"छासील,बतपरामासकामरागपिटघा प@ च ओर+भािगयसंयोजनािन नाम। उ!��त 9पा9पधातु उपिरभावतो, तं वु�नयेन भज�तीित 9परागअ9परागमानउ!" चअिव0 जा प@ च उE+भािगयसंयोजनािन नाम। रागदोसमोहमानिदि$यो प� च ल:गन$ेन स.ा नाम। ते एव प� चअनुपिवसन$ेन, तुदन$ेन च प� च स9 ला नाम। स�थुध'मस`िस6खासु कGनािन च�ािर, सSTचारीसु कुिपतिच�ता चाित इमे प� च िच� स थ!कचवरखाणुकभावकरण�ा चेतोिखला नाम। कामेसु अवीतरागो। काये…पे॰… 9प…ेपे॰… यावद�थं भु�� ज�वा से4यसुखं प ससुखं िम!सुखं अनुयु�ो िवहरित, अ� ञतरं देविनकायं पिणधाय STचिरयं चरतीित एवं पव�ा प� च ध'मा िच�ं ब��ध�वा मुि$यं क�वा िवय गहणतो चेतसोिविनब�धा नाम। त�थ कायेित अ0झि�के काये, Iपेित बिह!ा9पे। स� ञी अ�ा, अस� ञी अ�ा, नेवस� ञीनास� ञी अ�ा, संिव0 जमानो पन अ�ा उ�"छ0 जित, िद$ध'मिन,बानं वा पापुणातीित एवं पव�ा प@ च िदि'यो नाम।

पाणाितपातािदम0 जपानपिरयोसाना प� च वेरकरण$ेन वेरा नाम। ञाितभोगरोगसीलिदि$,यसनािन प@ च (यसना नाम। त�थ (यसनाित िवनाससहजाता, ततो उ(प� ना अकुसला। बहुजन स अ�(पयता, वेरबहुलता, व0 जबहुलता, स'मू\हमरणं, अपायगमन��त इमे प� च अ#ख��तया आदीनवा, अनिधवासनाय दोसाित अ�थो। आजीवकभयं अिसलोकभयं पिरससार0 जभयं मरणभयं द:ुगितभय��त इमािन प@ च भयािन नाम। यावद�थं प� चकामगुणपिरभोगेन चवे पठम0झानादीिह चतूिह झानेिह चाित प� चिह कारणेिह अ�ा परमिद$ध'मिन,बान(प�ो होतीित पव�ा वादा प@ चिद'ध+मिन(बानवादा नाम। प� चकं।

छ6 केसु पन कोधो म6खो इ सा साठे4यं पािप"छता स��दि$परामािसताित इमािन छ िववादमूलािन। मनािपयेसु 9पादीसु छसु आर'मणेसु छ�दरागोित इमे छ छ�दरागा गेहिसता ध'मा नाम। अमनािपयेसु छसु आर'मणेसु पिटघो छ िवरोधव-थूिन नाम। िवरोधो एव व�थु िवरोधव�थु। छसु आर'मणेसु तIहाव छ त/हाकाया नाम। स�थुध'मस`िस6खासु, अ(पमादे, पिटस�थारे च अगारवा छ अगारवा नाम। क'मारामता, भ सिनOासJिणकसंस:गपप� चारामता च छ पिरहािनया ध+मा नाम, पिरहािनकराित अ�थो। त�थ सवनद सनसमुX लपनपिरभोगकायसंस:गेसु प� चसु यु�पयु�ता संस�गारामता। तIहामानिदि$पप� चसुे यु�पयु�ता पप@ चारामताित वेिदत,बं। क'मभ सिनOासJिणकारामता च�ारो, दोवच सता, पापिम�ता 3े चाित इमे अपरेिप छ पिरहािनया ध+मा नाम।

सोमन स$ािनयेसु 9पादीसु छसु आर'मणेसु उ(प� ना गेहिसतसोमन सस'पयु�ा िवचारा सोमन*सुपिवचारा नाम, िवत6 कादयो ध'मा, तंस'पयु�ा चाित गहेत,बा। एस नयो इतर3येिप। अ� ञाणसिहता पने�थ वेदनुपे6खा उपे6खाित वेिदत,बा, या ‘‘अ� ञाणुपे6खा’’ितिप वु" चित। इ$ािन$म0झ�ेसु छसु आर'मणेसु यथा6 कमं उ(प� ना वेदना ‘‘छ गेहिसतािन सोमन*सानी’’ितआिदना छ6 क�येन वु�ा। ‘‘अ��थ मे अ�ा’’ित वा, ‘‘न��थ मे अ�ा’’ित वा, ‘‘अ�ना वा अ�ानं स� जानामी’’ित वा, ‘‘अ�ना वा अन�ानं स� जानामी’’ित वा, ‘‘अ�ना वा अ�ानं स� जानामी’’ित वा, ‘‘सो मे अयं अ�ा कारको वेदको िन" चो धुवो’’ित एवं उ(प0 जमाना इमा छ िदि'यो नाम। त�थ अ-थीित स सतिदि$। न-थीित उ"छेदिदि$। प� चिप ख�धे ‘‘अ�ा’’ित गहे�वा स� ञा6ख�धेन सेसानं जाननवसेन अ�ना वा अ�ानं स@ जानामीित िदि', स� ञा6ख�धं पन ‘‘अ�ा’’ित, इतरे च ‘‘अन�ा’’ित गहे�वा अ�ना वा अन�ानं स@ जानामीित िदि', स� ञा6ख�धं पन ‘‘अन�ा’’ित, इतरे च ‘‘अ�ा’’ित गहे�वा अन�ना वा अ�ानं स@ जानामीित िदि' च वेिदत,बा। छ6 कं।

स�केसु पन कामरागपिटघमानिदि$िविचिक"छाभवरागअिव0 जा स� थामगत$ेन, अ(पहीन$ेन च िच�स�ताने अनु अनु सयनतो अनुसया नाम। ते एव स�े व8[ म संयोजनतो संयोजनािन। समुदाचारवसेन पिरयु$ानतो पिरयु'ानाित वेिदत,बा। अ सि!यं अिहिरकं अनो�(प ंअ(प सुतता कोस0 जंमु$ स" च ंद(ुप� ञताित इमे स� असतं अस(पुिरसानं, अस�ता वा लामका ध'माित असE+मा नाम। पाणाितपातादयो कायवचीद"ु चिरतािन स� दु7 चिरतािन नाम। मानो अितमानो मानाितमानो ओमानो अिधमानो अ� ममानो िम"छामानोित इमे स� माना नाम। ‘‘मनु सलोके मातापेि�कस'भवो अ�ा उ�"छ0 जित, तथा छसु देवलोकेसु िद,बो कबळीकारभ6खो अ�ा, 9पलोके 9पी मनोमयो अ�ा, चतूसु अ9पभवेसु चतु�,बधो अ9पी अ�ा त�थ त�थ उ�"छ0 जित िवन सित न होित परं मरणा’’ित एवं पव�ा स� उ"छेदिदि$यो स� िदि'यो नाम। ए�थ च आिदतो ित सो िदि$यो 9प6ख�धं अ�तो गहे�वा पव�ा उ"छेदिदि$यो, सेसा चत सो अ9प6ख�धेित ञात,बा। स�कं।

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अ�केसु पन लोभो दोसो मोहो मानो िदि� िविचिक�छा िथनं उ�� च� चाित अ� िकलसेवथूिन नाम। ‘‘यं िक�� च क मं क!"बं म’े’ित एकं, तथा ‘‘कतं मे’’ित, ‘‘म'गो मे ग)त"बो’’ित, ‘‘गतो’’ित, ‘‘अ*पकं मे भु!’’�)त, ‘‘सुभु!’’�)त, ‘‘आबाधो मे उ*प) नो’’ित, ‘‘अिचरवुि�तो गेल� ञा’’ित एक�)त इमािन अ� कुसीतवथूिन नाम, कुसीत1स कोस2 जकारणानीित अ5थो। लाभे अलाभे च यसे अयसे च पसंसाय िन)दाय च सुखे द7ुखे च यथा7 कमं रागदोसेिह िच!1स पिटहननं अ�सु लोकध�मेसु िच��स पिटघातो नाम। हे�ा 9ीिह चतु7 केिह वु!ा अ� अनिरयवोहारा नाम। िम�छािदि�िम�छास:*पादयो अ� िम�छ�ा नाम। िभ7खूिह िव2 जमानाय आपि!या चोिदयमान1स ‘‘न सरामी’’ित िन"बेठनं एकं, ‘‘5वं बालो’’ितआिदना चोदकपिट*फरणं एकं, तथा ‘‘तुवं चतेमाप) नो’’ित चोदक1स प� चारोपनं, अ� ञेन� ञ ंपिटचरणं, स>े बाहािव7खेपभणनं, तु?हीभावेन िवहेठनं, स>ं, चोदक� च अनािदिय5वा प7 कमनं, चोदनाभया िस7खाप� च7खान�)त इमे अ� पुिरसदोसा नाम। अस� ञी अ!ा @पी, अ@पी, @पी च अ@पी च, नेव@पीना@पी, अ)तवा, अन)तवा, अ)तवा च अन)तवा च, नेव)तवानान)तवाित एवं पव!ा अ� अस" ञीवादा नाम। नेवस� ञीनास� ञी अ!ा @पी अ@पीितआिदना पव!ा अ� नेवस" ञीनास" ञीवादा नाम। अ�कं।

नवकेसु पन ‘‘अन5थं मे अचिर, चरित, चिर1सित, िपय1स मे अन5थं अचिर, चरित, चिर1सित, अ�*पय1स मे अ5थं अचिर, चरित, चिर1सती’’ित एवं पव!ा नव आघाता एव आघातवथूिन नाम। कोधो म7खो इ1सा म�छिरयं माया साठेBयं मुसावादो पािप�छता िम�छािद�ीित इमािन नव पुिरसमलािन नाम। ‘‘सेBय1स सेBयोहम1मी’’ितआदयो नविवधा माना नाम। ‘‘त?हं पिट� च पिरयेसना, पिरयेसनं पिट� च लाभो, तं पिट� च िविन�छयो, तं पिट� च छ)दरागो, तं पिट� च अ2झोसानं, तथा पिर'गहो, म�छिरयं, आर7खो, आर7खािधकरणं द?डादानस5थादानकलहिव'गहिववादािदअनेके पापका ध मा’’ित एवं वु!ा इमे नव त%हामूलका ध�मा नाम। त5थ िविन�छयोित ञाणत?हािदि�िवत7 कवसेन चतूसु िविन�छयेसु िवत7 किविन�छयो इध अिध*पतेो। लाभं िह लिभ5वा ‘‘इदं @पार मण5थाय, इदं सEार मणािदअ5थाया’’ित एवं िवत7 केनेव िविन�छयो। छ&दरागो द"ुबलरागो, अ(झोसान�)त बलवस�) न�ानं। पिर*गहोित त?हािदि�वसेन पिर'गहकरण�)त वेिदत"बं। ‘‘अ1मी’’ित, ‘‘अहम1मी’’ित, ‘‘अयमहम1मी’’ित, ‘‘भिव1स’’�)त, ‘‘@पी भिव1स’’�)त, ‘‘अ@पी भिव1स’’�)त, ‘‘स� ञी भिव1स’’�)त, ‘‘अस� ञी भिव1स’’�)त, ‘‘नेवस� ञीनास� ञी भिव1स’’�)त एवं वु!ािन इमािन नव चलन�ेन इ," जतािन नाम। इमानेव म� ञन�ेन म," ञतािन, िव*फ)दनतो िव/फ,&दतािन, पप� चनतो पप," चतािन, तानेव तेिह तेिह कारणेिह सFत!ा स1तािन च नाम हो�)त। स"बेिह तेिह प� चिह नवकेिह मानो एव किथतो। सोिप िह ‘‘अ1मी’’ितआदीिह स� ञीिह च आकारेिह िदि� िवय पव!तीित। नवकं।

दसकेसु पन लोभो दोसो मोहो मानो िदि� िविचिक�छा िथनं उ�� च ंअिहिरकं अनो!*प�)त इमे दस िकलेसा एव िकलसेवथूिन नाम। ‘‘अन5थं मे अचरी’’ितआदयो नव खाणुक?टकादीसु अ�ानआघातेन सG� दस आघातवथूिन नाम। पाणाितपातादयो दस अकुसलक�मपथा नाम। कामरागसंयोजनं पिटघमानिदि�िविचिक�छासील"बतपरामासभवरागइ1साम�छिरयअिव2 जासंयोजन�)त इमािन दस संयोजनािन नाम। िम�छािदि�िम�छास:*पादयो अ�, िम�छाञाणिम�छािवमु!ीिह सG� दस िम�छ�ा नाम। त5थ िम�छाञाण�)त पापिकिरयासु उपायिच)तावसेन चवे पापकं क5वा ‘‘सुकतं मया’’ित प� चवे7खणवसेन च पव!ो मोहो। िम�छािवमु�ीित अिवमु!1सेव सतो िवमु!स�� ञता। ‘‘न�5थ िद) नं, न�5थ िय�’’�)तआदीिह दसिह आकारेिह पव!ं न�5थकद1सनं दसवथुका िम�छािदि� नाम। ‘‘स1सतो लोको, तथा अस1सतो, अ)तवा, अन)तवा, तं जीवं तं सरीर’’�)त वा, ‘‘अ� ञं जीवं अ� ञं सरीर’’�)त वा, ‘‘होित तथागतो परं मरणा’’ित वा, ‘‘न होित…प॰े… होित च न होित च, नेव होित न न होित तथागतो परं मरणा’’ित वा एवं पव!ा दसवथुका अ&त*गािहका िदि� नाम। त5थ लोकोित ख)धादयो, ‘‘अ)तवा’’ित इदं पिर!ं किसण2झानं स)धाय वु!ं। ‘‘अन)तवा’’ित इदं िवपुल�)त गहेत"बं। तथागतोित स!ो। दसकं।

अ�ारसकेसु त%हािवचिरतानीित त?हासमुदाचारा त?हापवि!यो। अ(झि�क�सुपादायाित अ2झि!कं ख)धप� चकं उपादाय। इदं िह उपयोग5थे सािमवचनं। त5थ ‘‘अ1मीित होित, इ5थ1मीित होित, एव1मीित होित, अ� ञथा1मीित होित, तथा भिव1स�)त, इ5थं भिव1स�)त, एवं भिव1स�)त, अ� ञथा भिव1स�)त होित, तथा अ1मीित, सात1मीित होित, तथा िसय�)त, इ5थं िसय�)त, एवं िसय�)त, अ� ञथा िसय�)त होित, तथा अपाहं िसय�)त, अपाहं इ5थं िसय�)त, अपाहं एवं िसय�)त, अपाहं अ� ञता िसय�)त होती’’ित एवं वु!ािन इमािन अ2झि!क1सुपादाय अ�ारस त%हािवचिरतािन नाम।

त5थ अ�मीित होतीित अ2झि!केसु ख)धप� चकेसु समूहतो ‘‘अहम1मी’’ित गहणे सतीित अ5थो। एवं पन गहणे सित ततो परं अनुपिनधाय, उपिनधाय वाित ि9धा गहणं होित। त5थ अनुपिनधायाित अ� ञ ंआकारं अनुपिनधाय अनुपग म सकभावमेवार मणं क5वा इ5थ1मीित होित। त1स ‘‘खि!यादीसु इदंपकारो अह’’�)त त?हामानिदि�वसेन गहणं होतीित अ5थो। उपिनधाय गहणं पन दिुवधं होित समतो च असमतो च। त5थ समतो गहणं एव1मीित इदं, त1स यथा अयं खि!यो, JाKणादयो वा देवमनु1स@पीअ@िपआदयो वा, एवमहम1मीित अ5थो। अ" ञथा�मीित इदं पन असमतो गहणं, त1स यथा इमे खि!यादयो, ततो अ� ञथा अहं हीनो वा अिधको वाित अ5थो। इमािन ताव प� चु*प) नवसेन च!ािर त?हािवचिरतािन, भिव�स�)तआदीिन पन च!ािर अनागतवसेन वु!ािन। तेसं पुिरमचतु7 के वु!नयवसेन अ5थो वेिदत"बो। त5थ अ�मीितआिद9यं स1सतु�छेद'गाहवसेन वु!ं। त5थ िह अ1मीित स1सतं, सीदतीित सातं, अस1सतं, इतो परािन िसय�)तआदीिन च!ािर संसयपिरिवत7 कवसेन वु!ािन। अपाहं िसय�)तआदीिन च!ािर ‘‘अिप नामाहं भवेBय’’�)त एवं पव!प5थनाक*पनवसेन वु!ानीित द�"बं। अ�ारसकं पठमं।

दिुतये बािहर�सुपादायाित बािहरं ख)धप� चकं उपादाय। त5थ ‘‘इिमना अ1मीित होित, इिमना इ5थ1मीित होित, इिमना एव1मीित होित, इिमना

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अ� ञथा1मीित होती’’ितआिदना अन)तरे वु!नयेन बािहर1सुपादाय अ�ारस त%हािवचिरतानीित वेिदत"बािन। ‘‘इिमना’’ित पदम!मेव हे5थ पुिरमेिह िवसेसो। त5थ इिमनाित इिमना बािहरेन @पेन वा…प॰े… िव� ञाणेन वाित अ5थो। त5थ च छ!ख'गबीजिनअ) नपानधनध� ञािदउपकरणवसेन बािहरं @प ंवेिदत"बं। दासदािसञाितपिरजनह�5थअ1सािदउपकरणवसेन वेदनादयो वेिदत"बा। इमेिह बािहरेिह @पादीिह ‘‘इ5थ1मीित एव1मी’’ितआिदना स"ब5थ योजना वेिदत"बा। अ�ारसकं दिुतयं।

इतरेसु पन तदेक(झं अिभसंयूिहवाितआदीसु तदभुयं अ�ारसकं एकतो योज5ेवा छG!सत?हािवचिरतािन हो�)त, एवं एकेक1स पु'गल1स अतीतकाले ि9) नं अ�ारसकानं वसेन छG!स, तथा अनागते छG!स हो�)त। प� चु*प) ने पन एक1स यथालाभवसेन तािनिप ल"भ�)त, स"बस!ानं वसेन प� चु*प) नेिप छG!स ल"भ�)त। इित एवं वु!ेन पकारेन तं स"बं एकतो क5वा स"बस!ानं काल!येिप छ) नं अ�ारसकानं वसेन अ�सतं त?हािवचिरतािन हो)तीित अ5थो। अ�त%हािवचिरतसतं होतीित ए5थािप एवमेव अ5थो द�"बो।

त?हािवचिरतािन िनि�तािन।

यािन चाितआदीसु यािन च5ेथ 9ासि� िदि�गतािन व!"बािन, तािन JKजालनामके दीघिनकाय�स पठमसु!)ते (दी॰ िन॰ १.२९ आदयो) स5थारा सयं आह� च भािसतानीित अ5थो। JKजाले िह च!ारो स1सतवादा, च!ारो एक� चस1सितका, च!ारो अ)तान�)तका, च!ारो अमरािव7खेिपका, 9े अिध� चसमु*प�) नका, सोळस स� ञीवादा, अ� अस� ञीवादा, अ� नेवस� ञीनास� ञीवादा, स! उ�छेदवादा, प� च िद�ध मिन"बानवादाित इमािन 6ासि� िदि�गतािन सिनदानािन नानानयतो वु!ािन, त5थ वु!नयेनेव नेसं िवभागो वेिदत"बो। अयं तावे5थ पद5थानुसारतो िविन�छयो, सेसोपे5थ िविन�छयो पद5थे वु!ानुसारतोव सुिव� ञBेयोित।

खुEकव5थुिवभSमाितक5थव?णना िनि�ता।

ध�महदयिवभ7माितकथव%णना

ध महदयिवभSमाितकाय पन पद5थािदतो िविन�छयो पु"बे वु!ोव। य1मा पन भगवता हे�ा नानानयतो िवभ!ान� ञवे ख)धायतनादीनं 9ादस) नंध मको�ासानं पुन स"बसSािहकचतुभूमु*पि!त*पिरयाप) नतादीिह दसिह वारेिह अपु"बनयसह1सिवभावकेिह स"बध मािध*पायसFातेिह ध महदयेिह िवभागद1सन5थमेवायं िवभSो वु!ो, त1मा िवभSनयतो च5ेथ िविन�छयो होित। िवभSे िह पठमं ‘‘कित ख)धा’’ितआिदना सपु�छकं 9ादसपिदकं माितकं िन�7खिप5वा हे�ा वु!ानुसारेनेव चतुभूमकसाम� ञतो स"बसSािहकवारो नाम िवभ!ो, त5थ स! फ1सादयो स!) नं िव� ञाणधातूनं वसेन वेिदत"बा।

दिुतयो पन वारो तेसं चतूसु भूमीसु चतूिह को�ासेिह उ*प!ानु*पि!द1सनवसेन पव!ो। त5थ पठमको�ासे ताव –

‘‘कामधातुया कित ख)धा…पे॰… कित िच!ािन? कामधातुया प� च7ख)धा, 9ादसायतनािन, अ�ारस धातुयो, तीिण स� चािन, बावीसित�)Vयािन, नव हेतू, च!ारो आहारा, स! फ1सा, वेदना, स� ञा, चतेना, िच!ानी’’ित –

माितकं िन�7खिप5वा िवभ!ा। त5थ य1मा चतुभूमकािप ध मा येभुBयेन कामावचरस!ानं उ*प2 ज�)त, न कामावचराव। तेने5थ ‘‘प� च7ख)धा’’ितआिदना चतुभूमकािप वु!ा। त5थु*प2 जनकध मा हे5थ अिध*पेता, न तंभूिमपिरयाप) नाव। @पधातुआदीसुिप एसेव नयो।

ए5थ च तीिण स� चानीित इदं िनरोधस� च1स देसिविनमु!ताय क5थिच देसे अिनिEिसत"बतो तं व2 ज5ेवा वु!ं। कारणसापे7खा िह ध मा अ!नो िन1सयकारणभूतं देसं समावस�)त अकारण1स अिन1सय!ा, यथा वा कदािच उपल"भमाना ध मा कालिनयतताय अ!नो सFत!ंव सूच�े)त। अ� ञथा इतरकालेसुिप भाव1स च पसSतो, एतरिहिप वा अभाव1स, एवं 7 विच देसे उपल"भमानापीित गहेत"बं। स"बदेसअ"यािपता पन असFत1स, सFत1स वा अस भवतो एव नोपप2 जित, त1मा देसकालिविनमु!मेव असFत�)त गहेत"बं।

दिुतयको�ासे पन –

‘‘@पधातुया प� च7ख)धा, छ आयतनािन, नव धातुयो, तीिण स� चािन, चुEिस�)Vयािन, अ� हेतू, तयो आहारा, च!ारो फ1सा…पे॰… च!ािर िच!ानी’’ित –

माितकं िन�7खिप5वा िवभ!ा। य1मा पन @पीनं घानादीनं अभावेन िव2 जमानािनिप ग)धायतनादीिन आयतनािदिक� च ंन करो�)त, त1मा ते व2 ज5ेवा ‘‘छ आयतनािन, नव धातुयो’’ितआिद वु!ं न तेसं अभावा। केिच पन ‘‘@पलोके ग)धरसा कबळीकारो आहारो च महाभूतान� च फो�"बिक� चता न�5थ, तेनेव पािळयं न उ�टा’’ित व5वा तं साधेतुं बहंु हेतुपिट@पकं व5वा पप� च�े)त, तं तेसं मितम!मेवाित न गहेत"बं। ग)धादीनं अिविन"भोग!ा, फो�"ब!ा,

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धातुसभाव!ा च घानािद!यभाव9यसुखद7ुखदोमन�1स�)Vयािन, पन दोमन1सहेतुकबळीकाराहारघानािद!यस फ1सादीिन च व2 जे5वा चुEिस�)Vयािदभावो वेिदत"बो।

तितयको�ासे पन –

‘‘अ@पधातुया च!ारो ख)धा, 9े आयतनािन, 9े धातुयो, तीिण स� चािन, एकादिस�)Vयािन, अ� हेतू, तयो आहारा, एको फ1सो…पे॰… एकं िच!’’�)त –

माितकं िन�7खिप5वा िवभ!ा। ए5थ च च7खुसोतअन� ञात� ञ1सामीित�)Vयान� प अभावा एकादिस�)Vयािन वेिदत"बािन।

चतु5थको�ासे पन –

‘‘अपिरयाप) ने च!ारो ख)धा, 9े आयतनािन, 9े धातुयो, 9े स� चािन, 9ादिस�)Vयािन, छ हेतू, तयो आहारा, एको फ1सो…प॰े… एकं िच!’’�)त –

माितकं िन�7खिप5वा िवभ!ा। य1मा च ओकासवसेन वा स!ु*पि!वसेन वा अपिरयाप) नधातु नाम न�5थ, त1मा ‘‘अपिरयाप) नधातुया’’ित अव5वा िन"बि!तलोकु!रमेव द1सेतुं ‘‘अपिरयाप) ने च!ारो ख)धा’’ितआिद वु!ं। एवं चतूिह को�ासेिह दिुतयो वारो वेिदत"बो।

तितयो पन वारो –

‘‘@प7ख)धो कामधातुपिरयाप) नो, च!ारो ख)धा िसया कामधातुपिरयाप) ना, िसया न कामधातुपिरयाप) ना’’ितआिदना –

चतूसु भूमीसु चतूिह को�ासेिह तंतंभूिमपिरयाप) नध मद1सनवसेन पव!ो, सो च हे�ा वु!ानुसारेन स7 का ञातु�)त न िव5थािरतो। त5थ च कामधातुपिरयाप& नोित कामावचरभावेन त5थ अ)तोगधो कामावचरोित अ5थो। सेसेसुिप एसेव नयो।

चतु5थो पन वारो तीसु भूमीसु चतूिह को�ासेिह पिटस�)ध7खणे उ*प2 जनकानु*प2 जनकध मद1सनवसेन पव!ो। त5थ पठमको�ासे ताव –

‘‘कामधातुया उपपि!7खणे स"बेसं प� च7ख)धा पातुभव�)त, क1सिच एकादसायतनािन पातुभव�)त, क1सिच दसायतनािन पातुभव�)त, क1सिच अपरािन दस, क1सिच नव, क1सिच स!, क1सिच एकादस धातुयो…पे॰… स! धातुयो। स"बेसं एकं स� च ंपातुभवित। क1सिच चुEिस�)Vयािन, क1सिच तेरस, क1सिच अपरािन तेरस, क1सिच 9ादस, क1सिच दस, क1सिच नव, क1सिच अपरािन नव, क1सिच अ�, क1सिच अपरािन अ�, क1सिच स!, क1सिच प� च, क1सिच च!ािर�)Vयािन पातुभव�)त, क1सिच तयो हेतू पातुभव�)त, क1सिच 9े, क1सिच अहेतुका पातुभव�)त। स"बेसं च!ारो आहारा, एको फ1सो…पे॰… एकं िच!ं पातुभवती’’ित –

माितकं िन�7खिप5वा िवभ!ा। त5थ पिटस�)ध7खणे कामावचरानं ओपपाितकानं, आपाियकानं, देवमनु1सानं पिरपु?णायतनानं सEायतनव�2 जतािन एकादसायतनािन पातुभव�)त, तानेव एकादस धातुयो हो�)त। सEो िह एक)तेन पिटस�)धयं न उ*प2 जित, तेस� ञेव पन ज� च)धानं दस, ज� चबिधरानं अपरािन दस, ज� च)धबिधरानं नव, ग"भसेBयकानं @पग)धरसकायफो�"बमनोध मवसेन स! आयतनधातुयो पातुभव�)त। ओपपाितकानं ितहेतुकानं मन�छ�ािन इ�)Vयािन, भाव9ये एकं, जीिवित�)Vयं, सोमन1सुप�े7ख�)Vयेसु एकं, स�ादीिन प� चाित चुEिस�)Vयािन, तेसं ि9हेतुकानं प�� ञ�)Vयं व2 जे5वा तेरस, पठमक�*पकानं मनु1सानं ितहेतुकानं भािव�)Vयं व2 ज5ेवा अपरािनिप तेरस, तेस� ञवे दहेुतुकानं 9ादस, ग"भसेBयकानं पन ितहेतुकानं पुिरमेसु चुEससु च7खादीिन च!ािर व2 जे5वा दस, तेसं दहेुतुकानं नव, ओपपाितकानं अहेतुकानं पिरपु?णायतनानं पुिरमेसु चुEससु सEादीिन व2 जे5वा अपरािन नव, तेस� ञवे ज� च)धानं अ�, तथा बिधरानं, अ)धबिधरानं पन स!, ग"भसेBयकानं पन अहेतुकानं कायमनोभावजीिवतउपे�7ख�)Vयािन प� च, तेस� ञवे नपुंसकानं च!ािर पातुभव�)त। अहेतुकिच!ेसु िह िव2 जमानािप एक'गता समािध�)Vयतं न ग�छित, मनोिव� ञाणधातुवसेन पन ‘‘एको फ1सो’’ितआदयो वेिदत"बा।

दिुतयको�ासे पन –

‘‘@पधातुया उपपि!7खणे ठपे5वा अस� ञस!ानं देवानं प� च7ख)धा पातुभव�)त। प� चायतनािन, प� च धातुयो, एकं स� च,ं दिस�)Vयािन, तयो हेतू, तयो आहारा, एको फ1सो…पे॰… एकं िच!’’�)त –

माितकं िन�7खिप5वा िवभ!ा। त5थ च7खु@पसोतमनोध मानं वसेन प� चायतनधातुयो वेिदत"बा। ए5थािप ग)धरसफो�"बानं अ'गहणे कारणं पु"बे

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वु!मेव। च7खुसोतमनोजीिवित�)Vयािन, सोमन1सुपे7खानं अ� ञतरं, स�ादीिन प� चाित दिस�)Vयािन वेिदत"बािन।

तितयको�ासे पन –

‘‘अस� ञस!ानं देवानं उपपि!7खणे एको ख)धो पातुभवित @प7ख)धो, 9े आयतनािन @पायतनं ध मायतनं, 9े धातुयो @पधातु ध मधातु, एकं द7ुखस� च,ं एकं @पजीिवित�)Vयं, अस� ञस!ा देवा अहेतुका, अनाहारा, अफ1सका…पे॰… अिच!का’’ित –

सिनEेसमाितका िन�7ख!ा। ए5थ च @प� प िक� चािप तेसं आयतनािदिक� च ंन करोित, सिव� ञाणक@पीसु पन गिहत!ा इधािप गिहतं। ग)धादयो पन त5थ न गिहत!ा इधािप न गिहता, नो अिव2 जमानताय। एकतलवािसकानं वा सेसJKानं च7खुिवसय!ा इधािप @पायतनं उ�टं, अस� ञीनं पन प� चायतनािन, एको आहारो उ*प2 जतीित वेिदत"बं।

चतु5थको�ासे –

‘‘अ@पधातुया उपपि!7खणे च!ारो ख)धा, 9े आयतनािन, 9े धातुयो, एकं स� च,ं अि��)Vयािन, तयो हेतू, तयो आहारा, एको फ1सो…प॰े… एकं िच!’’�)त –

माितकापदािन िन�7खिप5वा िवभ!ा। ए5थ च मनोजीिवतउपे�7ख�)Vयािन, स�ादीिन प� चाित अि��)Vयािन वेिदत"बािन। सेसं सुिव� ञेBयमेव। एवं चतूिह को�ासेिह चतु5थो वारो वेिदत"बो।

प� चमो पन वारो तेसं ध मानं भूम)तरवसेन ‘‘कामावचरध मा, न कामावचरा…पे॰… पिरयाप) ना’’ित च!ारो दकेु माितकावसेन िन�7खिप5वा िवभजनवसेन पव!ो, सो हे�ा वु!5थोव।

छ�ो पन वारो स मुितदेवउपपि!देविवसुि�देवे िनिEिस5वा मनु1सदेवगतीसु उ*पादकक मआयु*पमाणद1सनवसेन वु!ो। त5थायं सFेप5थो – स!ा िह दानसीलािदकामावचरकुसलं क5वा मनु1सलोके खि!यमहासालािदकुलेसु चवे चातुमहारािजकतावGतसयामतुिसतिन मानरितपरिन� मतवसवि!सFातेसु छसु देवलोकेसु च उ*प2 ज�)त, त5थ िसनेXप"बतवेम2झपिरभ?डप"बततो प�ाय हे�ा याव भूिम ितिरयं च7 कवाळप"बतं आह� च ए5थ)तरे प"बतआकासX7खपथिविन�1सता चातुमहाराजच)दसूिरया स"बे चातुमहारािजका। ततो उ�ं च7 कवाळपिरय)तं तावGतसादयो यथा7 कमं उप@पिर िठताित वेिदत"बा। देवलोकोिप पर परच7 कवाळप"बतं अ*प!ो नाम न�5थ।

पठम2झानं पन पिर!ं भावे5वा JKपािरस2 जसुे उ*प2 ज�)त, म�2झमं भावे5वा JKपुरोिहतेसु, पणीतं भावे5वा महाJKेसु, इमे तयोिप जना पठम2झानभूिमयं एकतले वस�)त। आयुआभािदभेदेन पनेसं भेदो, एवं उपिरिप।

चतु7 कनये पन दिुतय2झानं, प� चकनये दिुतयतितय2झान� च पिर!ं, म�2झमं, पणीत� च भावे5वा पिर!ाभाअ*पमाणाभाआभ1सरेसु उ*प2 ज�)त। तितय2झानं पिर!ािदवसेन भावे5वा पिर!सुभअ*पमाणसुभसुभिक?हेसु। चतु5थ2झानं पन भावे5वा आर मणमनिसकारछ)दािधमुि!आिदनान!तो केिच अस� ञीसु, केिच वेह*फलेसु, केिच अिवहेसु, अत*पसुे, सुद1सेसु, सुद1सीसु, केिच अकिन�ेसु, आकासान� चायतनादीसु चतूसु च यथा7 कमं उ*प2 ज�)त। त5थ िह एक� च ेित�5थया ‘‘िच!ं िन1साय र2 जनद1ुसनादयो, त�) नदानािन च द7ुखािन समु*प2 ज)ती’’ित िच!े दोसं िद1वा ‘‘िद�ध मिन"बानमेत’’�)त स� ञािवरागं जने5वा ततYपपि!या झानं भावे5वा @पकायम!ा िठता वा िनिस) ना वा िनप) ना वा हु5वा िन"बि!5वा त5थेव प� चक*पसतािन ित�)तीित वेिदत"बा।

अ�समापि!लाभीनं कतरं झानं िवप� चतीित? पगुणं, स"बेसु पगुणेसु य1स िवपाकभूGम प5थेित, तंप5थनाय च असित यं मरणसमये समाप2 जित, तं, त�1म� प असित उ!मवसेन नेवस� ञानास� ञायतनं िवप� चित। सु�ावासेसु च अिवहादीसु अनागािमव�2 जता स!ा न उ*प2 ज�)त, अनागािमनो पन अस� ञीव�2 जतJKलोकेसु स"ब5थ उ*प�2 जतुं लभ�)त। स"बेस� प च अिरयानं ततYपपि!तो उप@पपि!िप, न हे�Zपपि!। ते िह पठम2झानभूिमयं िन"ब!ा अनागािमनो नव JKलोके सोधे5वा म5थके वेह*फलेसु िठता पिरिन"ब�)त, न िनव!�)त अिरयानं हे�Zपपि!अभावा। वेह*फलअकिन�नेवस� ञानास� ञायतनभवा तयोिप से�भवा नाम। इमेसु तीसु ठानेसु िन"ब!ा अनागािमनो नेव उ�ं ग�छ�)त, न अधो। त5थेव पिरिन"बाय�)त। मनु1सलोके च सेखा िगिहभावे यावजीवं ित��)त, न असेखा। ते िह अरह!ं प!िदवसे प"बज�)त वा, पिरिन"ब�)त वा। भु मदेवेसु पन खीणासवािप यावजीवं ित��)त। छसु कामावचरदेवेसु सोताप) नसकदागािमनोव ित��)त, अनागािमनो पन तदहेव @पभवं ग)तुं व[ित खीणासवेन पिरिन"बातु�)त गहेत"बं। एवं इमासु स!वीसितया भूमीसु पिरयाप) नमनु1सदेवJKलोकेसु िन"ब!स!ेसु मनु1सानं ताव इम\1म बु�ु*पादेव व1ससतं आयु*पमाणं, अ*पं वा िभBयो। आपाियकानं, भु मदेवान� च कदािच आयुपिर�छेदो न�5थ, क ममेव पमाणं। ते िह स!ाहेनिप मर�)त, क*प� प ित�)तीित।

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चातुमहारािजकानं पन मानुसकािन प� ञास व1सािन एकं रि!�)दवं, ताय रि!या Gतस रि!यो मासो, तेन मासेन 9ादसमािसयो संव�छरो, तेन संव�छरेन िद"बािन प� चव1ससतािन आयु*पमाणं। तािन मनु1सगणनाय नवुितव1ससतसह1सािन हो�)त। तावGतसानं मानुसकं व1ससतं एकं रि!�)दवं क5वा एवमागतं िद"बं व1ससह1सं। एवं यामादीनं व1सगणन� च िदगुणं क5वा हेि�मतो िदगुणचतु'गुणं आयु*पमाणं वेिदत"बं।

JKसुे पन JKपािरस2 जानं क*प1स तितयो भागो आयु*पमाणं, JKपुरोिहतानं उप]क*पो, महाJKानं एको क*पो, पिर!ाभानं 9े क*पाित एवं उप@पिर िदगुणं क5वा याव सुभिक?हा योजेत"बं। सुभिक?हानं िह चतुसि�क*पं आयु*पमाणं, अस� ञीनं, वेह*फलान� च प� चक*पसतािन, अिवहानं क*पसह1स�)त उप@पिर िदगुणवसेन याव अकिन�ा योजेत"बं। अकिन�ानं िह सोळसक*पसह1सािन, अ@पानं चतु) नं यथा7 कमं वीसित, च!ािर, सि�, चतुरासीित क*पसह1सािन आयु*पमाण�)त।

उ�7ख!ा पु� ञतेजेन, काम@पगGत गता।भव'गत� प स प!ा, पुनाग�छ�)त द'ुगGत॥

ताव दीघायुका स!ा, चव�)त आयुसFया।न�5थ कोिच भवो िन� चो, इित वु!ं महेिसना॥

त1मा िह धीरा िनपका, िनपुणा अ5थिच)तका।जरामरणमो7खाय, भावे�)त म'गमु!मं॥

भाविय5वा सुGच म'गं, िन"बानोगधगािमनं।स"बासवे पिर� ञाय, पिरिन"ब�)त अनासवाित॥ (िवभ॰ १०२९)।

अयं छ�वारे नयो।

स!मो पन वारो तेसं ख)धादीनं अिभ� ञेBयािदभाविवभावनवसेन पव!ो। त5थ िह –

‘‘@प7ख)धो अिभ� ञBेयो, पिर� ञेBयो, न पहात"बो, न भावेत"बो, न स��छकात"बो। च!ारो ख)धा अिभ� ञBेया पिर� ञेBया, िसया पहात"बा, िसया भावेत"बा, िसया स��छकात"बा, िसया न पहात"बा न भावेत"बा न स��छकात"बा’’ितआिदना –

9ादसिप को�ासा िव5थारतो िवभ!ा। त5थ ल7खणपिर'गािहकाय प� ञाय ख)धादयो स"बे ध मा अिभ� ञBेया। ञाततीरणपहानपिर� ञासु यथायोगं याय कायिच पिर� ञाय वसेन स"बेिप ध मा पिर� ञBेया। लोकु!रध मािप ञातपिर� ञेBयाव। अकुसला पन पहात"बा। म'गो भावेत"बो, फलं, िन"बान� चस��छकात"बं। त5थ @प7ख)धो ञाततीरणवसेन पिर� ञBेयो। िवप1सनािवसये िह स"बं तीरणपिर� ञाय पिर� ञेBय�)त। इिमना नयेन स"ब5थ अिभ� ञBेयािदभावो वेिदत"बो।

अ�मो पन वारो तेसं सार मणतािवभावनवसेन पव!ो, नवमो पनेसं िद�सुतमुतिव� ञातेसु सSहद1सनवसेन। दसमो कुसलि!कादीिह सरणदकुपिरयोसानेिह ितकदकेुिह िवभागद1सनवसेन पव!ो, तेिप हे�ा वु!नयावाित अयमे5थ सFेपो, िव5थारो पने5थ हे�ा वु!ोयेव। आिदतो प�ाय स"ब5थ िवभ7पािळअ�कथासु (िवभ॰ ९७८ आदयो; िवभ॰ अ�॰ ९७८ आदयो) गहेत"बोित।

ध महदयिवभSमाितक5थव?णना िनि�ता।

मोहिव�छेदिनया अिभध ममाितक5थव?णनाय

िवभSमाितक5थव?णना िनि�ता।

३. धातुकथामाितका

इदािन िवभSमाितकान)तरं –

अयं धातुकथादीनं, स प!ा अ5थव?णना।माितकानं यतो त1मा, प� च) न� प यथारहं॥

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अनु�ान�थतो चवे, स�ेपेन�थिन�छया।िवभ�नयतो चवे, होित संव�णनानयो॥

त�थ धातुकथामाितकाय ताव संव�णना होित। सा पनेसा िन!खेपतो प# चधा िठता – नयमाितका अ&भ'तरमाितका नयमुखमाितका ल!खणमाितका बािहरमाितकाित। त�थ ‘‘स�हो, अस�हो…प॰े… िव.पयु�ेन स�िहतं अस�िहत’’0'त अयं चु1सिह पदेिह िन0!ख�ा स�हािदकेन नयेन धातुकथाय ध3मा िवभ�ाित द4सेतुं ठिपत�ा नयमाितका नाम, या ‘‘मूलमाितका’’ितिप वु� चित।

‘‘प# च!ख'धा…पे॰… मनिसकारो’’ित अयं प# चवीसािधकेन पदसतेन िन0!ख�ा स�हािदनयेन िवभिजत&बभावेन धातुकथाय अ&भ'तरे एव ठिपत�ा अभ�तरमाितका नाम, या ‘‘धातुकथामाितका’’ितिप वु� चित।

‘‘तीिह स�हो, तीिह अस�हो, चतूिह स3पयोगो, चतूिह िव.पयोगो’’ित अयं चतूिह पदेिह िन0!ख�ा ख'धादीसु च कुसलि�कादीसु च माितकाध3मेसु तीिह ख'धायतनधातुपदेहेव स�हो अस�हो च, तथा चतूिह अ:प!ख'धेिह स3पयोगो, िव.पयोगो चाित इमेसं स�हास�हादीनं नयानं मुखानीित द4सेतुं ठिपत�ा नयमुखमाितका नाम।

‘‘सभागो िवसभागो’’ित अयं <ीिह पदेिह िन0!ख�ा सभागिवसभागल!खणवसेनेव स�हास�हनया चवे स3पयोगिव.पयोगनया च हो'तीित द4सेतुं ठिपत�ा ल�खणमाितका नाम। स&बािप ध3मस�णी धातुकथाय माितकाित अयं छसि= ितकपदािन, <े च दकुपदसतािन सि�िप�वा िन0!ख�ा धातुकथा माितकातो बिह ठिपत�ा बािहरमाितका नाम। एवमेित4सा प# चिवधाय माितकाय अयमनु�ान�थव�णना।

स�होितआदीसु िह स�हो ताव जाितस# जाितिकिरयागणनवसेन चतु0&बधो। त�थ ‘‘स&बे खि�या आग�छ'तु, या चावुसो िवसाख, स3मावाचा, यो च स3माक3म'तो, यो च स3माआजीवो, इमे ध3मा सील!ख'धे स�िहता’’ित (म॰ िन॰ १.४६२) अयं जाितस�हो नाम। ‘‘स&बे कोसलका आग�छ'तु, यो चावुसो िवसाख, स3मावायामो, या च स3मासित, यो च स3मासमािध, इमे ध3मा समािध!ख'धे स�िहता’’ित (म॰ िन॰ १.४६२) अयं स� जाितस�हो नाम, एक=ाने जाितस3ब'धभावेन स�होित अ�थो। ‘‘स&बे ह�थारोहा आग�छ'तु, या चावुसो िवसाख, स3मािदि=, यो च स3मासF.पो, इमे ध3मा प# ञा!ख'धे स�िहता’’ित (म॰ िन॰ १.४६२) अयं िकिरयास�हो नाम। ‘‘ह0# च च!खायतनं :प!ख'धगणनं ग�छित, तेन वत रे व�&बे ‘च!खायतनं :प!ख'धेन स�िहत’’’0'त (कथा॰ ४७१) अयं गणनस�हो नाम, अयिमध अिध.पतेो। त.पिटप!खेन अस�हो वेिदत&बो। तेसं िवक.पतो स�िहतेन अस�िहतादीिन, एकु.पादेकिनरोधएकव�थुकएकार3मणतावसेन स�पयोगो, त.पिटप!खतो िव"पयोगो, तेसं िवक.पतो स3पयु�ेन िव"पयु#ादीिन,तदभुयसंसJगिवक.पतो स�िहतेन स�पयु#ं िव"पयु#0'तआदीिन च वेिदत&बािन। सेसं वु��थमेव। अयं तावे�थ अनु�ानपद�थो।

स�हास�हपद%थव'णना

अ%थिविन(छयतो पन य4मा अ&भ'तरमाितकाय :प!ख'धादीिन, बािहरमाितकाय कुसलादीिन च ‘‘स�हो अस�हो’’ितआिदकेिह नयमाितकापदेिह ‘‘तीिह स�हो, तीिह अस�हो’’ितआिदनयमुखमाितकावसेन यथारहं िन1ेस�थाय भगवता ठिपतािन, त4मा ख'धादीनं स�हादीनं पािळयं वु�ानुसारेनेव स�ेपतो अ�थिविन�छयो होित। इिमना नयेन िवभ�नयो स! का ञातु0'त तं िवसंु न व!खाम।

त�थ स�हास�हवारे ख'धानं ताव अयं िन1ेसे नयो – :प!ख'धो एकेन ख'धेन एकादसिह आयतनेिह एकादसिह धातूिह स�िहतो। चतूिह ख'धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह अस�िहतो। त�थ एकादसहीित मनायतनवL जेिह। ध3मायतनेनािप िह केिच :पध3मा स�िहता। एकादसहीित स�िव# ञाणधातुवL जािह। सेसं सुिव# ञेMयमेव।

वेदनादयो तयो ख'धा यथासकं एकेन ख'धेन एकेनायतनेन एकाय धातुया स�िहता, चतूिह ख'धेिह एकादसिह आयतनेिह स�रसिह धातूिह अस�िहता, तथा िव# ञाण!ख'धोिप। केवलं पने�थ स�िह िव# ञाणधातूिह स�िहतो, एकादसिह धातूिह अस�िहतोित ए�कमेव िवसेसो। त�थ िह वेदनादीनं ित�णं ख'धानं एकेन ध3मायतनेन च एकाय ध3मधातुया च स�िहतता वेिदत&बा। पािळयं पने�थ ख'धपदिन1ेसे, उपिर आयतनािदिन1ेसेसु च ‘‘:प!ख'धो च वेदना!ख'धो च <ीिह ख'धेिह एकादसहायतनेिह एकादसिह धातूिह स�िहता’’ितआिदना (धातु॰ १५) ि<मूलकािदनयेनािप िव�थारनयो िवभ�ो, सोिप इिमना एकमूलनयानुसारेन स&ब�थ सुिव# ञेMयोित न िव�थारिय3हा। अयं ख'धपदिन1ेसनयो।

आयतनधातुपदान03प ख'धपदे वु�ानुसारेनेव तीिह स�हो, तीिह अस�हो च यथायोगं योजे�वा ञात&बो। केवलं पने�थ ध3मायतनध3मधातूसु अस�त4स ख'धस�हाभावा तं ठपे�वा सेसानं ख'धेसु स�हो वेिदत&बो।

स� चसुे द!ुखस� च ंस&बेिह ख'धायतनधातूिह। समुदयमJगस� चािन स�ार!ख'धेन, ध3मायतनध3मधातूिह च स�िहतािन। िनरोधस� च ंख'धेन अस�िहतं, ध3मायतनध3मधातूिह एव स�िहतं।

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इ0'Pयेसु जीिवित0'Pयं <ीिह :प!ख'धस�ार!ख'धेिह। सुिख0'Pयादीिन प# च वेदना!ख'धेन, सQादीिन स�ार!ख'धेन, स&बािन चतेािन जीिवित0'Pयादीिन, इ0�थ0'Pयपुिरिस0'Pयादीिनिप ध3मायतनध3मधातूिह स�िहतािन। सेिस0'Pयािन सुिव# ञMेयािन।

पिट� चसमु.पादेसु नाम:प ंिव# ञाणव0L जतेिह चतूिह ख'धेिह, एकादसिह आयतनधातूिह च स�िहतं। ए�थ िह पवि�यं नाम:प4सािप गिहत�ा स1ायतन03प गिहत0'त वेिदत&बं। सळायतनं <ीिह ख'धेिह, पसादिव# ञाणभूतेिह छिह आयतनेिह, <ादसिह धातूिह स�िहतं। उपपि�भवो पन कामभवभूतो प# चिह ख'धेिह, स1ायतनव0L जतेिह एकादसिह आयतनेिह, स�रसिह धातूिह। :पभवो प# चिह ख'धेिह, स1ािदचतु! कघानािद�यत0&ब# ञाणवL जिेह प# चहायतनेिह, अ=िह धातूिह स�िहतो। अस# ञीभवो एकेन :प!ख'धेन, :पध3मवसेन <ीिह आयतनधातूिह स�िहतो। घानािद�यं पने�थ आयतनािदिक� चाकरणतो आयतनधातूिह अस�िहत03प :प!ख'धेन स�िहत0'त द=&बं। भव4स च एक'तमुपािद' न�ा पवि�िवपाकानं च!खुिव# ञाणादीनं गहणेिप अनुपािद' नस1ायतन4स इध अJगहणं द=&बं। अ:पभवो चतूिह ख'धेिह <ीिह आयतनधातूिह। जाितजरामरणािन नाम:पध3मानं ल!खण�ा <ीिह :प!ख'धस�ार!ख'धेिह। सोकद!ुखदोमन4सािन वेदना!ख'धेन। उपायासो स�ार!ख'धेन, ध3मायतनध3मधातूिह च स�िहतो। पिरदेवो :प!ख'धस1ायतनस1धातूिह। सेसािन पने�थ पिट� चसमु.पाद�ािन, सितप=ानस3म.पधाना च सुिव# ञेMयाव।

इिQपादा <ीिह ख'धेिह, आयतनेिह, धातूिह स�िहता। ए�थ च िचि�िQपाद4स ध3मधातुमनोिव# ञाणधातुिनयमतो सोळसिह धातूिह अस�हो वेिदत&बो। झानािन <ीिह वेदनास�ार!ख'धेिह, एकेनायतनेन, एकाय धातुया च स�िहतािन। अ.पम# ञा एकेन ख'धेन, एकेन आयतनेन, एकाय धातुया स�िहता। एवं प0# च0'Pयादीिनिप। केवलं पन िच�ं स�िह िव# ञाणधातूिह स�िहत0'त ए�कमेव िवसेसो। स&बेस03प चसे वु�ावसेसेिह ख'धायतनधातूिह अस�िहतभावो वेिदत&बो।

इिमना नयेन बािहरमाितकायिप ‘‘कुसला ध3मा, अकुसला ध3मा चतूिह ख'धेिह, <ीिह आयतनेिह, धातूिह स�िहता। अ&याकता पन अस�तं ख'धतो ठप�ेवा प# चिह ख'धेिह <ादसिह आयतनेिह अ=ारसिह धातूिह स�िहता’’ितआिदना योज�ेवा स�हास�हो ञात&बोित अयमे�थ स�ेपो, िव�थारो पन धातुकथापािळअ-कथासु (धातु॰ ७७ आदयो; धातु॰ अ=॰ ७७) गहेत&बोित।

िनि=तो ‘‘स�हो अस�हो’’ित पद4स

अ�थिविन�छयो।

स�िहतेनअस�िहतपद%थव'णना

स�िहतेनअस�िहतपदे स&बेसं :प!ख'धािदपदानं िन1ेसो न स3भवित। यािन पने�थ पदािन :पकेदेसं, अ:पेन अस03म4सं िव# ञाणेकदेस# चअ# ञेन अस03म4सं दीप0े'त, तेसिमध िन1ेसो। तािन पन मनायतनध3मायतनव0L जतानं दसायतनानं, ध3मधातुव0L जतानं स�रस' नं धातूनं, स�:िप0'Pयान# च वसेन वेिदत&बािन, न :प!ख'धादीनं। तेनेव पािळयं –

‘‘दसायतना स�रस धातुयो,सि�0'Pया अस# ञाभवो एकवोकारभवो।पिरदेवो सिनद4सनस.पिटघं,अिनद4सनं पुनदेव स.पिटघं उपादा’’ित॥ (धातु॰ १७८) –

एवं उ1ानगाथा वु�ा। :प!ख'धेन िह :प!ख'धोव स�िहतो, एवं वेदना!ख'धादीिह च वेदना!ख'धादयोव। तेिप च येिह केिहिच आयतनधातूिह अस�िहता नाम न�थीित तेसं स�िहतेन अस�िहत�ाभावा यथावु�ायतनानं वसेनेवे�थ अ�थिविन�छयो होित। इदं हे�थ ल!खणं – यं ख'धपदेन स�िहतं हु�वा आयतनधातुपदेिह अस�िहतं, ख'धायतनपदेिह वा स�िहतं हु�वा धातुपदेन अस�िहतं, त4स ख'धायतनधातूिह अस�हो वु� चित। कथं? च!खायतनेन ये ध3मा ख'धस�हेन स�िहता, आयतनस�हेन, धातुस�हेन च अस�िहता, ते ध3मा कितिह ख'धेिह, आयतनेिह, धातूिह अस�िहता? ते ध3मा चतूिह ख'धेिह <ीिह आयतनेिह अ=िह धातूिह अस�िहता। एवं :पायतनादीसुिप पसादिवसयभूतेसु धातूसु, :िप0'Pयादीसु च योजन! कमो वेिदत&बो।

तWायं नयो – च!खायतनेन ये :पध3मा ख'धस�हेन :प!ख'धोित स�िहता, आयतनधातुस�हेन च!खायतनेन अस�िहता, च!खुधातुया अस�िहता, च!खायतनच!खुधातूिह एक4सेवेत4स च!खु4स िवसंु आयतनधातूसु स�िहत�ा ते च!खायतनिवरिहता स&बे :पध3मा चतूिह अ:प!ख'धेिह च!खायतनं मनायतन0'त <ीिह आयतनेिह च!खुधातु स�िव# ञाणधातूित अ=िह धातूिह अस�िहता। उपिर :पायतनादीसुिप एसेव नयो। इमX4म िह वारे च!खायतन4स अ�नो तीिहिप ख'धायतनधातुस�हेिह स�िहतताय अस�िहत�ाभावा ख'धस�हेन स�िहतं, आयतनस�हेन अस�िहतं, धातुस�हेन अस�िहत0'त एवं तीिहिप स�िहतास�िहतिवसेसनेिह िविस=4सेव ‘‘कितिह ख'धेही’’ितआिदना ख'धादीिह अस�ह4स वु� चमान�ा च

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अ:प!ख'धेिह सह बिहभूतता वेिदत&बा। यथा च�ेथ च!खायतनेन उपल0!खतानं :पध3मानंयेव स�िहतेन अस�िहतता, न च!खायतन4स, एवं उपिर :पायतनादीिह उपल0!खतवारेिप यथारहं ञात&बा।

सेसेसु पन च!खुिव# ञाणधातुया ये ध3मा ख'धस�हेन स�िहता, आयतनस�हेन स�िहता, धातुस�हेन अस�िहता, ते ध3मा चतूिह ख'धेिह एकादसिह आयतनेिह <ादसिह धातूिह अस�िहता। एवं सेसिव# ञाणधातूसुिप। पिट� चसमु.पाद�ेसु अस# ञीभवेन ये ध3मा…पे॰… ते ध3मा चतूिह ख'धेिह दसहायतनेिह सोळसिह धातूिह अस�िहता। उपादाध3मेिह ये ध3मा…प॰े… ते ध3मा चतूिह ख'धेिह एकादसहायतनेिह स�रसिह धातूिह अस�िहताित इमे च�ारो वारा अपु&बिवसेसा समायेव। त�थ च!खुिव# ञाणवारे .ादसहीित छ िव# ञाणधातुयो वL जे�वा अवसेसािह धातूिह सेसा छ िव# ञाणधातुयोव ख'धायतनस�हेिह स�िहता, धातुस�हेनेव अस�िहता। अवसेसािह <ादसिह धातूिह अस�िहताित। एस नयो सेसिव# ञाणधातूसुिप।

दिुतये तीहायतनेहीित :पायतनध3मायतनमनायतनेिह। अस0# ञYZलोके िह :पायतनध3मायतनवसेन <े आयतनािन उपपि�भवभावेन पािळयं आगतािन, ते पन ख'धेिह स�िहतािन, आयतनधातूसु अस�िहतािन। तदवसेसािन नव :पायतनािन, तािन तेहेव च <ीिह मनायतनध3मायतनेिह च अस�िहतािन नाम हो0'त। नविह धातूहीित :पधातुध3मधातूिह स[Q स�िह िव# ञाणधातूिह।

तितये दसहीित :पायतनध3मायतनवL जेिह। सोळसहीित :पधातुध3मधातुवL जािह। अिनद4सनस.पिटघािन नाम नव ओळािरकायतनािन, तािन तेिह ख'धस�हेन स�िहतािन, आयतनधातुस�हेिह च अस�िहतािन, :पायतनध3मायतनािन <ेिप सेसेिह आयतनधातूिह अस�िहतािन नाम हो0'त।

चतु�थे एकादसहीित फो=&बायतनवL जिेह फो=&बायतन4स उपादाध3मेिह आयतनादीसु अस�िहत�ा। सेसं सुिव# ञेMयमेव। अयं स�िहतेनअस�िहतपदे नयो।

अस�िहतेनस�िहतपद%थव'णना

अस�िहतेनस�िहतपदे पन यािन पदािन िव# ञाणेन वा ओळािरक:पेन वा अस03म4सं ध3मायतनेकदेसं दीपे0'त, तानेव िनि1सीय0'त, तािन पन वेदनादीनं ित�णं ख'धानं, द!ुखस� चव0L जतानं ित�णं स� चानं, पसादमनोव0L जतानं सोळस' नं इ0'Pयानं, अिवL जास�ारफ4सवेदनात�हुपादानक3मभवजाितजरामरणसोकद!ुखदोमन4सुपायासवसेन चु1सप� चयाकारपदान# च वसेन वेिदत&बािन, न :प!ख'धादीनं। तेनेव अ-कथायं –

‘‘तयो ख'धा तथा स� चा, इ0'Pयािन च सोळस।पदािन प� चयाकारे, चु1सूपिर चु1स॥

‘‘सम[तस पदा हो0'त, गो�छकेसु दस4वथ।दवेु चूळ'तरदकुा, अ= हो0'त मह'तरा’’ित॥ (धातु॰ अ=॰ १७९) –

एवं उ1ानगाथा वु�ा। इदं हे�थ ल!खणं – यं ख'धपदेन अस�िहतं, आयतनधातुपदेिह स�िहतं, त4सेव तीिह िवसेसनेिह िविस=4स ख'धादीिह स�हो वु� चित। कथं? वेदना!ख'धेन ये ध3मा ख'धस�हेन अस�िहता, आयतनधातुस�हेिह स�िहता, ते ध3मा कितिह ख'धेिह, आयतनेिह, धातूिह स�िहता? ते ध3मा अस�तं ख'धतो ठपे�वा तीिह ख'धेिह एकेनायतनेन एकाय धातुया स�िहताित।

तWायं नयो – वेदना!ख'धेन िह िन&बानं, सुखुम:पं, स# ञास�ारा च ख'धस�हेन अस�िहता हु�वा ध3मायतनध3मधातुस�हेन स�िहता। तेसु िन&बानं ख'धस�हं न ग�छित, सेसा तीिह :पस# ञास�ार!ख'धेिह स�हं ग�छ0'त, आयतनधातुयो पने�थ ध3मायतनध3मधातूनं वसेनेव स&ब�थ वेिदत&बा इतरासं अस3भवा, इमेसु च िन&बान03प स�हं ग�छित। तेनेव िह ‘‘अस�तं ख'धतो ठप�ेवा’’ित वु�ं। त4सायम�थो – ख'धस�हे एव अस�तं ठपे�वा, न इतरस�हेसूित एवं स# ञा!ख'धादीसुिप योजना वेिदत&बा। अयं पन िवसेसो – जीिवित0'Pयेन ये ध3मा…पे॰… ते ध3मा <ीिह वेदनास# ञा!ख'धेिह स�िहता, :पा:पजीिवित0'Pयेिह िन&बानवेदनास# ञािव# ञाण!ख'धा ख'धस�हेन अस�िहता, तेसु च िन&बानवेदनास# ञाव आयतनधातुस�हेन स�िहताित। सेसं सुिव# ञMेयमेव। अयं अस�िहतेनस�िहतपदे नयो।

स�िहतेनस�िहतपद%थव'णना

स�िहतेनस�िहतपदे पन यािन पदािन स�ारेकदेसं अ# ञेन अस03म4सं दीपे0'त वेदनेकदेसं वा सुखुम:पं वा स1ेकदेसं वा, तानेव िनि1सीय0'त। ख'धायतनधातूसु एक03प को=ासं सकलेन गहे�वा िठतपदािन न युL ज0'त। तािन पन ि<' नं समुदयमJगस� चानं, प' नरिस0'Pयानं, एकादसपिट� चपदादीन# च वसेन वेिदत&बािन। इदं हे�थ ल!खणं – यं अ�ना ख'धािदवसेन स�िहतेिह ख'धािदतो स�िहतं, त4सेव पठमं उQटपद4स पुन

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ख'धादीिह स�हो वु� चित।

तWायं आिदपदे नयो – समुदयस� चने ये ध3मा ख'धादीिह तीिह स�हेिहिप स�िहता, तेिह ध3मेिह ये ध3मा ख'धादीिह तीिहिप स�िहता, ते ध3मा एकेन ख'धेन एकेनायतनेन एकाय धातुया स�िहताित। समुदयस� चने िह त�हावL जा सेसा स�ारा ख'धादीिह स�हेिह स�िहता, पुन तेिह च त�हाव स�िहता, सा च पुन स�ार!ख'धध3मायतनध3मधातूिह स�िहता। सेसेसुिप एसेव नयो। अयं स�िहतेनस�िहतपदे नयो।

अस�िहतेनअस�िहतपद%थव'णना

अस�िहतेनअस�िहतपदे पन यािन पदािन प# च!ख'धगाहकेिह द!ुखस� चादीिह, िव# ञाणेन स[Q सुखुम:पगाहकेिह अचतेिसकादीिह च पदेिह िवव0L जतािन :प!ख'धादीिन, तानेव िनि1सीय0'त। इदं हे�थ ल!खणं – यं पठमं उQटेन :प!ख'धािदपदेन ख'धािदतो अस�िहतं, यं तेिह अस�िहतं, त4सेव पुन ख'धादीिह अस�हो वु� चित।

तWायं एकपदयोजना – :प!ख'धेन ये ध3मा ख'धादीिह तीिहिप अस�हेिह अस�िहता, तेिह ध3मेिह ये ध3मा ख'धादीिह तीिह अस�िहता, ते ध3मा एकेन ख'धेन एकेनायतनेन स�िह धातूिह अस�िहता। :प!ख'धेन िह च�ारो ख'धा, िन&बान# च ख'धस�हेन अस�िहता, आयतनादीिह पन िव# ञाणमेव ठपे�वा वेदनादयो ध3मायतनेन :प!ख'धेकदेसेन स�िहताित िव# ञाणमेव तीिहिप ख'धस�हादीिह :प!ख'धेन अस�िहतं नाम। तेन पुन िव# ञाणेन स[Q सिन&बाना च�ारो ख'धा ख'धादीिह अस�िहता, ते स&बेिप पुन िव# ञाणभूतेन एकेन ख'धेन एकेनायतनेन स�िह धातूिह अस�िहताित। अयं अस�िहतेनअस�िहतपदे नयो।

स�पयोगिव"पयोगपद%थव'णना

स3पयोगिव.पयोगपदे पन यािन पदािन िन&बानेन, :पने वा िम4सेसु स�सु िव# ञाणधातूसु एकायिप अिव.पयु�े अ:पध3मे पकासे0'त, तेसं ध3मायतनद!ुखस� चादीनं िन1ेसो न स3भवित। कािहिच पन िव# ञाणधातूिह िव.पयु�ानं :पिम4सा:पध3मानं, केवलानार3मणानं वा सकल:प!ख'धानं वा पकासकानं :पभव:प!ख'धकुसलािदपदानं स3पयोगपदे एव िन1ेसो न स3भवित, िव.पयोगपदे पन स3भवित। अ:प!ख'धानं पन प� चकंे, ि<' नं, ित�णं, तदेकदेसानं वा तदभुयेिप स3भवित। ‘‘चतूिह स3पयोगो, चतूिह िव.पयोगो, सभागो िवसभागो’’ित िह वचनतो चतूिह अ:प!ख'धेहेव सभागानं एकस'ताने एक!खणेव उ.प' नानं अ:प!ख'धानं एव अ# ञम# ञ ंस3पयोगो ल&भित। :पध3मानं पन :पने, िन&बानेन वा, िन&बान4स च :पेन स[Q स3पयोगो नाम न0�थ, तथा :पिन&बानानं अ:प!ख'धेिह। िवसभागा िह ते तेसं यथा अ:प!ख'धानं :पिन&बानेिह, एवं िभ' नस'तािनकेिह नान!खिणकेिह अ:पध3मेिहिप स[Q न0�थयेव। तेिप िह तेसं स'तान!खणिवसभागताय िवसभागा एव। अयं पन िवसभागता इध साम# ञतो न गिहता तेसं अिवसेसेन स3पयोग4सािप स3भवा। य�थ पन िवसेसे�वा च!खुिव# ञाणतंस3पयु�ादयो िन0!ख�ा, त�थाय03प िवसभागता गिहता। य�थ पन ये अिनQािरतिवसेसना, त�थािप स&बथा स3पयोगल!खणं न स3भवित। सो च त4स एक'तेन िवसभागोित इध गMहित।

तWायं नयो – :प!ख'धो केनिच स3पयु�ोित? न0�थ। कितिह िव.पयु�ो? चतूिह ख'धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह िव.पयु�ो, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच िव.पयु�ो। एस नयो च!खायतनािदअनार3मणेसुिप। सार3मणेसु पन वेदना!ख'धो तीिह ख'धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह स3पयु�ो, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच स3पयु�ो। एकेन ख'धेन दसिह आयतनेिह दसिह धातूिह िव.पयु�ो, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच िव.पयु�ो। एस नयो स# ञा!ख'धादीसुिप।

त�थ एकेनाित मनायतनेन। स#हीित िव# ञाणधातूिह। केिहचीित ध3मायतनध3मधातुपिरयाप' नेिह वेदनास# ञास�ारेिह। दिुतयनये तीहीित अ�ानं ठपे�वा सेसेिह अ:प!ख'धेिह। केिहिच िव"पयु#ोित ध3मायतनध3मधातूसु स# ञास�ारेिह। केिहिच िव"पयु#ोित :पिन&बानेिह। एवं उपिरिप स&ब�थ यथानु:प ंञात&बं। सेसं वु�नयमेव। अयं पन िवसेसो ‘‘समुदयमJगस� चादयो एकाय मनोिव# ञाणधातुया स3पयु�ा, अिधमो!खो पन मनोधातुमनोिव# ञाणधातूिह <ीहेवा’’ित। अयं स3पयोगिव.पयोगपदे नयो।

स�पयु#ेनिव"पयु#पद%थव'णना

स3पयु�ेनिव.पयु�पदे पन स3पयोगारहपदेसु यािन पदािन ध3मधातुया स3पयु�े ध3मे, िव# ञाण# च अ# ञने अस03म4सं दीपे0'त, तेसमेव िन1ेसो। तािन पन चतु' नं अ:प!ख'धपदानं, मनायतन4स, स�' नं िव# ञाणधातूनं, मनोप!ेखावसेन ि<' नं इ0'Pयानं, िव# ञाणफ4सवेदनानं ित�णं पिट� चसमु.पादपदानं, फ4सस�क4स, अद!ुखमसुखसिवत! कसिवचारउपे!खासहगतानं वसेन ित�णं ितकपदानं, स�मह'तरदकुपदादीन# च वसेन वेिदत&बािन, न इतरेसं अस3भवा। तेनेव अ-कथायं –

‘‘च�ारो ख'धायतन# च एकं,

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<े इ0'Pया धातुपदािन स�।तयो पिट� चा अथ फ4सस�कं,ितके तयो स� मह'तरे च।एकं सिवत! कं सिवचारमेकं,यु�ं उपे!खाय च एकमेवा’’ित॥ (धातु॰ अ=॰ ३०६) –

उ1ानगाथा वु�ा। इदं हे�थ ल!खणं – ये ध3मा पठमं उQटपदेन स3पयु�ा, तेिह ये ध3मा िव.पयु�ा, तेसं ख'धादीिह िव.पयोगो वु� चित।

तWायं नयो – वेदना!ख'धेन ये ध3मा स3पयु�ा, तेिह ध3मेिह ये ध3मा िव.पयु�ा, ते ध3मा चतूिह ख'धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह िव.पयु�ा, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच िव.पयु�ा। च!खुिव# ञाणधातुया ये ध3मा स3पयु�ा, तेिह ध3मेिह ये ध3मा िव.पयु�ा, ते ध3मा न केिहिच ख'धायतनेिह िव.पयु�ा, एकाय पन धातुया िव.पयु�ाित एवं स&ब�थ योजना वेिदत&बा।

त�थ ते ध�माित :पिन&बानध3मा, ते वेदनाय स3पयु�ेिह िव.पयु�ा। एकेनाित मनायतनेन। दिुतयनये ते ध�माित स.पीितका ते ध3मा। न केिहचीित पठमं उQटं च!खुिव# ञाणधातुं ठप�ेवा सेसा छिव# ञाणधातू, तंस3पयु�ा, :प,ं िन&बान# च। तेिह स&बेसं ख'धायतनानं स�िहत�ा न केिहिच ख'धेिह, आयतनेिह वा िव.पयु�ा। न िह सयं अ�ना िव.पयुL जित, स3पयुL जित वाित। एकायाित च!खुिव# ञाणधातुया। सेसं सुिव# ञेMयमेव। अयं स3पयु�ेनिव.पयु�पदे नयो।

िव"पयु#ेनस�पयु#पद%थव'णना

िव.पयु�ेनस3पयु�पदे पन िव.पयु�ेन स3पयु�ो नाम ध3मो न0�थ, देसनास3पदम�ाय पन मोघ3पतें पदं उQटं, तेनेव पािळयं स&बवारेसुिप ‘‘न0�थ न0�थ’’ इ� चवे वु�ं। :प!ख'धािदअनार3मणध3मेिह िव.पयु�ा च�ारो ख'धा, तेस# च अ# ञिेह स3पयोगो न0�थ। वेदनादीिहिप :पिन&बानादीिन िव.पयु�ािन, तेस# च केनिच स3पयोगोव न�थीित। अयं िव.पयु�ेनस3पयु�पदे नयो।

स�पयु#ेनस�पयु#पद%थव'णना

स3पयु�ेनस3पयु�पदे पन यािन पदािन :पेन अस03म4सं अ:प!ख'धेकदेसमेव दीपे0'त, तेसमेव िन1ेसो, न :पा:पस03म4सानं, स&ब:प!ख'धदीपकानं तेसं स3पयु�तायोगाभावा। स&बा:प!ख'धेनािप िह कुसलािदना अ# ञो स3पयु�ो नाम न0�थ। इदं हे�थ ल!खणं – ये ध3मा पठमं उQटा, अ�ना स3पयु�ेन पुन स3पयु�ा, तेस# ञेव ख'धादीिह स3पयोगो वु� चित।

तWायं नयो – वेदना!ख'धेन ये ध3मा स3पयु�ा, तेिह ध3मेिह ये ध3मा स3पयु�ा, ते ध3मा तीिह ख'धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह स3पयु�ा, एकेनायतनेन…प॰े… केिहिच स3पयु�ा। समुदयस� चने ये ध3मा स3पयु�ा, तेिह ध3मेिह ये ध3मा स3पयु�ा, ते ध3मा तीिह ख'धेिह एकेनायतनेन एकाय मनोिव# ञाणधातुया स3पयु�ा, एकेन ख'धेन एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच स3पयु�ाित। सेसं सुिव# ञMेयमेव। अयं स3पयु�ेनस3पयु�पदे नयो।

िव"पयु#ेनिव"पयु#पद%थव'णना

िव.पयु�ेनिव.पयु�पदे पन स3पयोगपदे वु�पदानेव िनि1सीय0'त। इदं हे�थ ल!खणं – ये ध3मा पठमं उQटपदेन िव.पयु�ेिह पुन िव.पयु�ा, तेसं ख'धादीिह िव.पयोगो वु� चित।

तWायं नयो – :प!ख'धेन ये ध3मा िव.पयु�ा, तेिह ध3मेिह ये ध3मा िव.पयु�ा, ते ध3मा चतूिह ख'धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह िव.पयु�ा, एकेनायतनेन…प॰े… केिहिच िव.पयु�ा। वेदना!ख'धेन ये ध3मा िव.पयु�ा, तेिह ध3मेिह ये ध3मा िव.पयु�ा, ते ध3मा एकेन ख'धेन दसहायतनेिह दसिह धातूिह िव.पयु�ा, एकेन…प॰े… केिहिच िव.पयु�ाित। सेसं सुिव# ञMेयमेव। अयं िव.पयु�ेनिव.पयु�पदे नयो।

स�िहतेनस�पयु#िव"पयु#पद%थव'णना

स�िहतेनस3पयु�िव.पयु�पदे पन स�िहतेनस�िहतपदे िनि1=ािन समुदयस� चािदपदानेव िनि1सीय0'त। इदं हे�थ ल!खणं – ये ध3मा पठमं उQटपदेन ख'धादीिह तीिहिप स�िहता, तेसं ख'धादीिह स3पयोगो, िव.पयोगो च वु� चित।

तWायं नयो – समुदयस� चने ये ध3मा ख'धादीिह तीिहिप स�हेिह स�िहता, ते ध3मा तीिह ख'धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह स3पयु�ा, एकेन ख'धेन एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच स3पयु�ा। एकेन ख'धेन दसहायतनधातूिह िव.पयु�ा, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच िव.पयु�ा।

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इ��थ���येन ये ध�मा ख�धादीिह तीिहिप स�िहता, ते ध�मा न केिहिच स�पयु�ा, चतूिह ख�धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह िव पयु�ा, एकेन…पे॰… केिहिच िव पयु�ाित।

त�थ एकेनाित मनायतनेन। एकेन ख�धेनाित स$ार&ख�धेन। केिहचीित स$ार&ख�धे त'हाय ध�मायतनध�मधातूसु त'हावेदनास( ञािह। सेसं सुिव( ञ+ेयमेव। अयं स�िहतेनस�पयु�िव पयु�पदे नयो।

स�पयु�ेनस�िहतास�िहतपद�थव�णना

स�पयु�ेनस�िहतास�िहतपदे पन स�पयु�ेनस�पयु�पदे िनि./ािन वेदना&ख�धािदपदानेव िनि.सीय��त। इदं हे�थ ल&खणं – ये ध�मा पठमं उ5टपदेन स�पयु�ा, तेसं ख�धादीिह स�हो, अस�हो च वु7 चित।

त8ायं नयो – वेदना&ख�धेन ये ध�मा स�पयु�ा, ते ध�मा तीिह ख�धेिह 9ीिह आयतनेिह अ/िह धातूिह स�िहता, सेसेिह अस�िहता। िव( ञाण&ख�धेन ये ध�मा स�पयु�ा, ते ध�मा तीिह ख�धेिह एकेनायतनेन एकाय धातुया स�िहता, सेसेिह अस�िहताित।

त�थ तीहीित स( ञा&ख�धादीिह तीिह। तेिह वेदनाय स�पयु�ा। �ीहीित ध�मायतनमनायतनेिह। सेसं सुिव( ञ+ेयमेव। अयं स�पयु�ेनस�िहतास�िहतपदे नयो।

अस�िहतेनस�पयु�िव�पयु�पद�थव�णना

अस�िहतेनस�पयु�िव पयु�पदे पन यािन पदािन सुखुम;पं अिव( ञाणं, अ;पं सिव( ञाणं वा, केवलं अ;पं वा थूल;प<सिप केवलं वा, सुखुम;प ंदीप�े�त, तेसमेव िन.ेसो। इदं हे�थ ल&खणं – ये ध�मा पठमं उ5टध�मेिह ख�धादीिह तीिहिप अस�िहता, तेसं ख�धादीिह स�पयोगो, िव पयोगो च वु7 चित।

त8ायं नयो – ;प&ख�धेन ये ध�मा ख�धादीिह अस�िहता, ते ध�मा तीिह ख�धेिह स�पयु�ा, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच स�पयु�ा, एकेन ख�धेन दसिह आयतनधातूिह िव पयु�ा, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच िव पयु�ा। एवं ध�मायतनइ��थ���यादीसुिप योजना।

अ;पभवेन ये ध�मा ख�धादीिह अस�िहता, ते स�पयु�ाित न��थ। ते चतूिह ख�धेिह एकेनायतनेन स�िह धातूिह िव पयु�ा, एकेनायतनेन एकाय धातुया केिहिच िव पयु�ा। एवं इि5पादकुसलािदपदेसुिप योजना।

त�थ ;प&ख�धेन िव( ञाण<सेव तीिहिप अस�िहत�ा त<स तीिह वेदनादीिह स�पयोगो, इतरेिह च िव पयोगो ञात@बो। सेसं सुिव( ञे+यमेव। अयं अस�िहतेनस�पयु�िव पयु�पदे नयो।

िव�पयु�ेनस�िहतास�िहतपद�थव�णना

िव पयु�ेनस�िहतास�िहतपदे पन यािन पदािन केवलानं सार�मणानं, अनार�मणानं वा ध�मानं पकासकािन च सभावजाितभूिमकालस�तानवसेन िभ� नताय केिहिच अ;प&ख�धेिह िव पयु�ानं अनार�मणध�मिम<सा;प&ख�धानं पकासकािन द&ुखस7 चअ@याकतपिर�अतीतअBझ�ािदपदािन, तेसमेव िन.ेसो इतरेसं ध�मायतनजीिवित���यनाम;पसळायतनजाितजरामरणअBझ�बिह5ाअिनद<सनअ पिटघनहेतुआदीनं तेसं केनिच िव पयोगास�भवा। इदं हे�थ ल&खणं – ये ध�मा पठमं उ5टपदेन िव पयु�ा, तेसं ख�धादीिह स�हो, अस�हो च वु7 चित।

त8ायं नयो – ;प&ख�धेन ये ध�मा िव पयु�ा, ते ध�मा चतूिह ख�धेिह 9ीहायतनेिह अ/िह धातूिह स�िहता, एकेन ख�धेन दसिह आयतनधातूिह अस�िहता। द&ुखस7 चने ये ध�मा िव पयु�ा, ते ध�मा चतूिह ख�धेिह 9ीहायतनेिह 9ीिह धातूिह स�िहता। त�थ द&ुखस7 चने िव पयु�ा नाम लोकु�रिच�चतेिसकािन, ते च ध�मा वेदना&ख�धािदचतु&ख�धेिह मनोिव( ञाणध�मधातुवसेन 9ीिह धातूिह स�िहताित। सेसं सुिव( ञे+यमेव। अयं िव पयु�ेनस�िहतास�िहतपदे नयो। अयमे�थ स$ेपतो िवभ�नयेन सF5 अ�थिन7छयो, िव�थारो पन धातुकथापािळअ कथासु (धातु॰ १२; धातु॰ अ/॰ १-२) गहेत@बोित।

मोहिव7छेदिनया अिभध�ममाितक�थव'णनाय

धातुकथामाितक�थव'णना िनि/ता।

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४. पु�गलप ञि�माितका

एककमाितक�थव�णना

इदािन पुNगलप( ञि�माितकासंव'णनानयो होित। त�थ अनु�ान�थतो ताव छ प# ञि�योित ए�थ ‘‘आिच&खित देसेित प( ञपिेत प/पतेी’’ित (सं॰ िन॰ २.२०) आगत/ाने स�द<सना पकासना प( ञि� नाम। ‘‘सुप( ञ�ं म( चपीठ’’��त (पारा॰ २६९) आगत/ाने ठपना िन�&खपना प( ञि� नाम, इध उभय��प वUित। छ प( ञि�योित िह छ प( ञापना छ स�द<सना पकासनाितिप, छ ठपना िन�&खपनाितिप वु�ं होित। नामप( ञि�येव िह ते ते िवB जमानािवB जमाने ध�मे स�द<सेतीितिप। तेन तेन को/ासेन ठपेतीितिप। ख�धप# ञ�ीितआिद पन स$ेपतो तासं प( ञ�ीनं स;पद<सनं। त�थ ख�धानं ‘‘ख�धा’’ित प( ञापना स�द<सना पकासना च ठपना िन�&खपना च ख�धप# ञि� नाम…पे॰… पुNगलानं ‘‘पुNगला’’ित प( ञापना स�द<सना पकासना च ठपना िन�&खपना च पु&गलप# ञि� नाम। इमा एव छ प( ञि�यो िवB ज��त। अ( ञास��प स�मुितपरम�थकथानं प( ञ�ीनं अन�त�ा, उपल&खणवसेन पन पधानभावतो च एताव वु�ा। पािळमु�कनयेन पन स@बस�ािहका िवB जमानप( ञि�आदयो छ नामप( ञि�यो अ कथासु (पु॰ प॰ अ/॰ माितकाव'णना १) आगता, ता च हे/ा वु�ाित इध न वु�ा। तासु इध पुNगलप( ञि�पदेन अिवB जमानप( ञि�, सेसेिह िवB जमानप( ञि� चाित 9े एव ल@भ��त।

अ/कथामु�केन पन आचिरयनयेन अपरािप छ प# ञि�यो – उपादाप( ञि� उपिनधाप( ञि� समोधानप( ञि� उपिन�&ख�प( ञि� तB जाप( ञि� स�तितप( ञ�ीित, या ‘‘अ�थप( ञ�ी’’ित वु7 चित। त�थ या ख�धप( चकं उपादाय िन<साय स�मता स�ािदका, अ�ािन उपादाय रथािदका, च�दािदपिरव�ादयो उपादाय कालिदसािदका, तंतंभूतिनिम�ं, भावनािवसेस( च उपादाय किसणािदउNगहपिटभागिनिम�ािदकाित अयं एव;पा सभावध�मेिह एक�ेन वा स�7छक/परम�थेन अनुपल@भसभावा उपादाप# ञि� नाम। प( ञापेत@ब/ेन चसेा प( ञि� वु�ा, न पन प( ञापन/ेन। या त<स त<स�थ<स प( ञापना, सा अिवB जमानप( ञि�येव।

या पन अ( ञ ंपठमाFद उपिनधाय अप�े&ख�वा दिुतयं र<सं दीघं दरंू स��तक��तआिदका तद( ञापे&खूपिनधा, छ�पाणीितआिदका ह�थगतूपिनधा, कु'डलीितआिदका स�पयु�ूपिनधा, ध( ञसकट��त आिदका समारोिपतूपिनधा, इ�दसालगुहाितआिदका अिवदरूगतूपिनधा, सुव'णव'णोितआिदका पिटभागूपिनधा, WाXणगामोितआिदका त@बहुलूपिनधा, मिणकटक��तआिदका त�@बिस/Yपिनधाित एवमािद अनेक पकारा प( ञापना, अयं उपिनधाप# ञि� नाम।

ध( ञरासीितआिदका पन समोधानप# ञि� नाम। पुिरम<स पुिरम<स उपिन�&खिप�वा 9े तीणीितआिदका उपिन+,ख�प# ञि� नाम। तंतंसभाविन�<सता पथवीआिदका त- जाप# ञि� नाम। आसीितकोितआिदका पन स�तितप# ञि� नाम।

अ/कथामु�केनेव आचिरयनयेन अपरािप ध�मकिथकािदका िक/ चप# ञि�, िकसथूलािदका स�ठानप# ञि�, इ��थपुिरसािदका िल�प# ञि�,कामावचरािदका, कोसलकािदका च भूिमप# ञि�, ित<सो नागोितआिदका प/ च�प# ञि�, िनरोधािदका अस4तप# ञि� चाित छ प( ञि�यो।

एतासु पन 9ादससु तB जाप( ञि�, एक7 चा भूिमप( ञि�, अस$तप( ञि� च िवB जमानप( ञि�स$ाता नामप( ञि�, तद( ञा परम�थावसेसा, पन अ�थप( ञ�ीित दीिपता अिवB जमानािदप( ञि�यो चाित। अयं तावे�थ अनु�ान�थतो संव'णना।

अ�थिन7छयो पने�थािप पािळनयेनेव सF5 होित, न िवना पाFळ त<स व�ुमस& कुणे+य�ा। पािळय( च य<मा आिदतो प( च प( ञि�यो, तद�थभूता ख�धादयो च हे/ा िवभ� पकरणे िन पदेसतो किथताित ता इध ‘‘िक�ावता ख�धानं ख�धप( ञि�, यावता प( च&ख�धा ;प&ख�धो’’ितआिदना स$ेपेनेव िनि./ा, ता च�ेथािप वु��था। पुNगलप( ञि� पन हे/ा न वु�ाित ‘‘िक�ावता पुNगलानं पुNगलप( ञि�? समयिवमु�ो, असमयिवमु�ो’’ितआिदना एककािदभेदेन याव दसका दसधा माितकं ठप�ेवा िव�थारेनेव िवभ�ा, सा च ञात@बपभेदतो अवु7 चमाना द�ु@ब( ञ+ेया, त<मा पुNगलप( ञि�या एव च�ेथ पािळनयानुसारेन स$ेपतो अ�थिन7छयो होित, सो च�ेथ माितकायं वु�े स@बपुNगले अनु5िर�वा ञात@बानं द�ु@ब( ञे+यानं पुNगलानं एककािदभेदतोव माितकं उ5िर�वा िवभजनवसेन स$ेपतोव होित। कथं? ‘‘समयिवमु�ो असमयिवमु�ो, कु पध�मो अकु पध�मो, चतेनाभ@बो अनुर&खणाभ@बो, भयूपरतो अभयूपरतो, भ@बागमनो अभ@बागमनो, िनयतो अिनयतो, पिटप� नको फले िठतो, समसीसी िठतक पी, सोताप� नो स�&ख�ुपरमो कोलंकोलो एकबीजी, सकदागामी, अनागामी अ�तरापिरिन@बायी उपह7 चपिरिन@बायी अस$ारपिरिन@बायी सस$ारपिरिन@बायी उ5ंसोतो अकिन/गामी, अरहा’’ित एककमाितका।

त�थ यो अ पनं िन@ब�ेतुं यु�प�काले ;पा;पसमापि�स$ातेिह अ/िह िवमो&खेिह प7 चनीकध�मतो िवमु�7 च�वा तीसु मNगेसु येन केनिच यथासकं आसवे खेपे�वा वुि/तो, अयं समयिवमु�ो नाम। ‘‘एक7 च ेआसवा पिर&खीणा’’ितआिदवचनतो (पु॰ प॰ १) िह अ/समापि�लाभी पुथुB जनो वा खीणासवो वा इध न गिहतो, समापि�लािभनो पन फल/सेखाव गिहताित वेिदत@बा। सु&खिवप<सकखीणासवो, स@बेिप च अिरया मNगिवमो&खं स�धाय असमयिवमु�ा नाम। बािहरान�(ह अ/� नं समाप�ीनं समापB ज�त<स पिववेक/ानलाभािदसमयोिप अ��थ, व�करणकालािदअसमयोिप अ��थ।

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मNगिवमो&खेन िवमु7 चन<स पन तािदसो समयो वा असमयो वा न��थ, य<स स5ा बलवती, िवप<सना च आर5ा, त<स ग7छ�त<स वा भु( ज�त<स वा मNगफलपिटवेधो नाम न होतीित न��थ, त<मा स@बे अिरया अिरयिवमो&खे असमयिवमु�ाित वेिदत@बा। पुिरमपदेिप लोिकयसमापि�( ञेव स�धाय सेखा समयिवमु�ा नाम जाता।

अविसभावा अ/समापि�लाभी पन पुथुB जनो, सोताप� नसकदागािमनो 9े सेखा अ/समापF� स�धाय कु�पध�मो नाम। पिरहानध�मोितिप दिुवधा एव। अनागािमआदयो सु पहीनसमािधपािरप��थक�ा विसभावा समापि�लाभी पुथुB जनो, अिरया च लोकु�रध�मेिप स�धाय अकु�पध�मो नाम। अपिरहानध�मोित ते एव। चेतनाभ5बोित चतेनास$ातेन झानसमापि�वळ( जनेन अपिरहाFन आप�B जतुं भ@बो। यो िह ;पा;पBझानेसु आिच'णविसताय चतेनास$ाताय झानसमापि�या िनर�तरं वळ( जमानो तेिह न पिरहायित, अवळ( जमानो च पिरहायित, अयं वळ( जमानो चेतनाभ5बोनाम। अनुर,खणाभ5बोित झान<स उपकारानुपकारध�मे जािन�वा अनुर&खणाय अवळ( जमानोिप अपिरहाFन आप�B जतुं भ@बो, एसो च पुिरमतो बलवतरो, आिच'णविसनो प( ञास�पदाय उपकारानुपकारध�मे जािन�वा तदनु;पं पिटपB जनतोित वेिदत@बो।

भयूपरतोित भयेन पापतो उपरतो िवरतो सेखो, क\याणपुथुB जनो च। तेसु प�7छमो दNुगितवUिकलेसउपवादस$ातेिह चतूिह भयेिह पापतो ओरमित, सेखो दNुगितवB जिेह, अपायेिह मु��ा। खीणासवो पन अभयूपरतो नाम समु�7छ� नभय�ा, उपवादतो पन ओरिमत@बो।

अभ5बागमनोित स�म�िनयामागमन<स अभ@बो, ये आन�तिरयस$ातेन क�मावरणेन, िनयतिम7छािदि/स$ातेन िकलेसावरणेन, अहेतुकदहेुतुकपिटस��धस$ातेन िवपाकावरणेन च सम� नागता, बु5ादीसु च स5ारिहता, मNगभावनाय च उ�रकु^कादयो िवय अ7छ��दका, पु@बूपिन<सयरिहता च, स@बेते अभ5बागमना नाम। िवपरीता भ5बागमना नाम। प( चान�तिरयिनयतिम7छािदि/का िनरयगमने, अ/ अिरयपुNगला अनुपादापिरिन@बानादीसु िनयता नाम। अवसेसपुNगला अिनब5गितकताय अिनयता नाम, उ�रकु^का पन सुगितिनयतािप िम7छ�स�म�िनयाम<सेव इधािध पते�ा ‘‘िनयता’’ित न वु�ा। मNगसम�ी पुNगलो मNग&खणे फल�थाय पिटप� नको नाम, फलसम�ी फलानु पि�य��प फल ेिठतो नाम।

य<स पन अपु@बाचिरमं आसवपिरयादान( च होित जीिवतपिरयादान( च, अयं समसीसी नाम। सो च ितिवधो होित इिरयापथसमसीसी रोगसमसीसी जीिवतसमसीसीित। त�थ यो चतूसु इिरयापथेसु एक_<म िवप<सनं प/पे�वा अरह�ं प�वा त�<म( ञवे इिरयापथे पिरिन@बाित, अयं इिरयापथसमसीसीनाम। यो पन एकं रोगं प�वा अ�तोरोग ेएव िवप<सनं प/पे�वा अरह�ं प�वा तेनेव रोगेन पिरिन@बाित, अयं रोगसमसीसी नाम। य<स पन िकलेससीसस$ाता अिवB जा, अरह�मNगने पव�सीसस$ातं जीिवित���य( च चुितिच�ेन समं पिरयादानं ग7छित, अयं जीिवतसमसीसी नाम। कथिमदं समं होतीित? वारसमताय। य_<म िह वारे मNगने िकलेसे खेिपते प7 चवे&खणञाणािन पव���त, त<सान�तरमेव पिरिन@बायतो इमाय वारसमताय इदं उभयसीसपिरयादान��प समं होित नाम, अयमेव जीिवतसमसीसी इधािध पेतो।

िठतक�पीित िठतो क पो िठतक पो, <वा<स अ�थीित िठतक�पी, क प��ह िवन<समान��ह क पं ठपेतुं सम�थोित अ�थो।

सच ेिह येसं मNगसमि�&खणे क पिवनासो भवे+य, नेव ताव क पो िवन<से+य, यावायं यथासकं फलं न स�7छकरोतीित ते िवन<समान��प क पं ठपे�तीित िठतक+�पनो नाम जाताित। िक( चािप क पिवनासनकाले सासनं न��थ, गतकोिटके िह काले क पिवनासो होित, एवं स�तेिप मNगान�तरफल<स अन�तरायं दीपेतुं इदं अभूत��प कारणं आहटं।

सोताप� नोित िन@बानसमु.िन� नताय सोतस$ात<स मNग<स पठमसम�ी वु7 चित, इध पन फल/ो अिध पेतो। त<सेव च पभेदद<सन�थं ‘‘स�&ख�ुपरमो’’ितआिद वु�ं। स�वारा परमा अ<स भवूपप�ीित स�&ख�ुपरमो, ततो परं अ/मं भवं नािदयतीित अ�थो। सोताप� नो िह यो स�&ख�ुं देवेसु, मनु<सेसु च पिटस_�ध गहे�वा स�मे भवे द&ुख<स�तं करोित, अयं स�,ख�ुपरमो नाम। कुलतो कुलं भवतो भवं ग7छतीित कोलंकोलो। सो िह देवमनु<सवसेन 9े गितयो भवे संसिर�वा द&ुख<स�तं करोित, अयं कोलकंोलो नाम। क�मपिटस��धया एकं क�मं िकलेसबीज ंअ<साित एकबीजी। सो िह एक�<म( ञेव भवे खीणासवो होित। Fक पन<स भेद<स िनयामक��त? िवप<सनािभ( ञाभेदा। सोताप� नेसु िह यो िवप<सनाय पम�ो, सो स�&ख�ुपरमो होित। यो िक�( च अ पम�ो, सो कोलंकोलो। यो पन िवप<सनाय अितिवय अ पम�ो, सो एकबीजी होित। ये पन अिभिवय पम�ा वUBझासया अनाथिप�'डकिवसाखास& कादयो, ते पुन पुनं वU_<मयेव िवचर�ता आिदतो प/ाय छ देवलोके ओसाप�ेवा WXलोकेसुिप यथा& कमं िन@बि��वा अकिन/े ठ�वा पिरिन@ब��त, न ते इध गिहता। ते िह मनु<सगFत पुन पुनं आिदय��त। ये पन मनु<सगितय��प भवं आिदय��त, तेसं वसेन स�&ख�ुपरमो कोलंकोलो मानुिसकभविन@ब�को एव एकबीजी गिहतो। ते पन स5ाधुरेन आगता तयो, प( ञाधुरेन आगता तयोित सोताप� नो छ�@बधो होतीित वेिदत@बो।

पिटस��धवसेन पन सFक इमं मनु<सगFत आग7छतीित सकदागामी, दिुतयमNगफलसम�ी। इिमना प( चसु सकदागामीसु च�ारो वB जे�वा एकोव गिहतो। एक7 चो िह सकदागािमफले ठ�वा पुन दिुतयभवे इधेव पिरिन@बाित, एक7 चो इध प�वा देवलोके पिरिन@बाित, एक7 चो देवलोके प�वा दिुतयभवे त�थेव पिरिन@बाित, एक7 चो देवलोके प�वा इधूपप�B ज�वा पिरिन@बाित, इमे च�ारोिप इध न गिहता। यो पन इध प�वा देवलोके िन@बि��वा पुन इधूपप�B ज�वा पिरिन@बाित, अयमेकोव इध गिहतो। इम<स च 9े पिटस��धयो, एकबीिज<स पन एकावाित इदं तेसं नानाकरण��त वेिदत@बं।

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पिटस��धवसेन कामभवं नाग7छतीित अनागामी, तितयमNगफलसम�ी। त<सेव पन पभेदद<सन�थं ‘‘अ�तरापिरिन5बायी’’ितआिद वु�ं। त�थ अ�तरापिरिन5बायीित आयुवेमBझ<स अ�तरा एव अरह�मNगं उ पादे�वा िकलेसपिरिन@बानेन पिरिन@बायनसीलो एको अनागामी। सो च उ प� नसमन�तरं पिरिन@बायी, आयुवेमBझं अ प�वा पिरिन@बायी, आयुवेमBझं प�वा पिरिन@बायीित ितिवधो होित। उपह/ चपिरिन5बायीित आयुवेमBझं उपह7 च अित& किम�वा, मरणसमयं वा उपह7 च उपग��वा पिरिन@बायी, आयुवेमBझं अित& किम�वा याव मरणसमया पिरिन@बायीित अ�थो। अस4ारपिरिन5बायीित अस$ारेन अ पद&ुखेन अिधम� पयोग ंअक�वा पिरिन@बायनसीलो। सस4ारपिरिन5बायीित सस$ारेन द&ुखेन किसरेन अिधम� पयोगेन पिरिन@बायनसीलो। उ=ंसोतोित उ5ंवािहभावेन उ5म<स त'हासोतं वUसोत( च, उ5ं वा ग��वा पिटलिभत@बतो उ5ं मNगसोतम<साितिप उ=ंसोतो। अकिन/ं ग7छतीित अकिन गामी। इमेसं पन अनागामीनं पभेदद<सन�थ�पे�थ उ5ंसोतो अकिन/गामीितआिद चतु& कंवेिदत@बं।

त�थ यो अिवहतो प/ाय चतूसु यथा& कमं उ प�B ज�वा यावतायुकं ठ�वा चुतो अकिन/े उ प�B ज�वा पिरिन@बाित, अयं उ=ंसोतो अकिन गामीनाम। यो पन अकिन/ं अ प�वा अ�तरा पिरिन@बाित, अयं उ=ंसोतो न अकिन गामी नाम। यो मनु<सलोको अकिन/मेव ग��वा पिरिन@बाित, अयं न उ=ंसोतो अकिन गामी नाम। यो पन हे/ा चतूसु सु5ावासेसु अ( ञतर_<म उ प�B ज�वा त�थेव पिरिन@बाित, अयं न उ=ंसोतो न अकिन गामी नाम। एवमेते अनागािमनो अ/च�ालीसिवधा हो��त। कथं? अिवहेसु ताव तयो अ�तरापिरिन@बाियनो, एको उपह7 चपिरिन@बायी, एको उ5ंसोतोित प( च, ते अस$ारपिरिन@बाियसस$ारपिरिन@बाियवसेन दस हो��त, एवं अत पसुद<ससुद<सीसूित च�ालीसं, अकिन/े पन उ5ंसोतो न��थ, त<मा त�थ तं सस$ारास$ारवसेन दिुवधं उ5ंसोतं वB ज�ेवा अ/ चाित अ/च�ालीस हो��त।

अरहाित िकलेसारीनं हत�ािदना खीणासवो अरहा नाम। सो सु( ञतािदिवमो&ख�यवसेन ितिवधो हु�वा पुन प7 चकंे पिटपदाचतु& कवसेन 9ादसिवधा हो��त। यथा च अरहा 9ादसिवधो, एवं 9ादसेव सकदागािमनो, चतुवीसित सोताप� ना अ/च�ालीस अनागािमनोव प7 चके��त वेिदत@बं। इमे च स@बे अिरया इम_<म सासने एव उ पB ज��त, नो बिह5ाित। एककनयो।

दुकािदमाितक�थव�णना

दकुादीसु ‘‘9े पुNगला – कोधनो च उपनाही च म&खी च पळासी चा’’ितआिदना दकु( च, ‘‘तयो पुNगला – िनरासो आसंसो िवगतासो’’ितआिदना ितक( च, ‘‘च�ारो पुNगला – अस पुिरसो, अस पुिरसेनअस पुिरसतरो, स पुिरसो, स पुिरसेनस पुिरसतरो’’ितआिदना चतु& क( च, ‘‘प( च पुNगला –अ�थेक7 चो पुNगलो आरभित च िव पिटसारी च होित, त( च चतेोिवमुF� प( ञािवमुF� यथाभूतं न पजानाित। य�थ<स ते उ प� ना पापका अकुसला ध�मा अपिरसेसा िन^Bझ��त, अ�थेक7 चो पुNगलो आरभित न िव पिटसारी च होित…प॰े… अपिरसेसा िन^Bझ��त, अ�थेक7 चो पुNगलो नारभित िव पिटसारी च होित…पे॰… अपिरसेसा िन^Bझ��त। अ�थेक7 चो पुNगलो नारभित न िव पिटसारी होित…पे॰… अपिरसेसा िन^Bझ�ती’’ितआिदना प( चक( च िव�थारतो माितकं िन�&खिप�वा स@बेिप ते पुNगला िनि./ा, इध पन ते ग�थिव�थारभयेन स@बे न उि./ा, पािळया एव ञात@बाित।

त�थ ितके िनरासोित अरह�ासाय िवरिहतो द<ुसीलो। त<स िह अ�नो अभ@बताय भ@बसहायक<स सीलवतो अरह� पF� सु�वा, च'डालपु�<स िवय क<सिच राजपु�<स रB जािभसेकं सु�वा अिभसेक पि�यं, ‘‘कुदा<सु नामाह��प अरह�ं पापुणे+य’’��त अरह� पि�यं प�थनािप न उ पB जित। आसंसोित अरह�ं आसीसमानो प�थयमानो सीलवा। त<स िह अरह�प�थनाय सीलस�पि�या िठत�ा क<सिच अरह� पF� सु�वा, उभतोसुजात<स राजकुमार<स िवय तािदस<स क<सिच रB जािभसेकं सु�वा अिभसेक पि�यं, अरह� पि�यं प�थना उ पB जित। िवगतासोित अरहा। सो िह प�अरह�ताय त�थ िवगतासो होित प�ािभसेको िवय खि�यो अिभसेक पि�य��त वेिदत@बं।

चतु& के पन पाणाितपातािदअकुसलक�मपथसम� नागतो अस�पुिरसो नाम। यो पन सय��प पाणाितपातादीिन क�वा पर( च त�थ समादपिेत, अयं अस�पुिरसेनअस�पुिरसतरो, अस पुिरसतोिप अस पुिरसतरोित अ�थो। वु�पिटप&खकुसलवसेन स�पुिरसो, स�पुिरसेनस�पुिरसतरो च वेिदत@बो।

प( चके आरभित च िव�पिटसारी च होतीित ए�थ आर�भ-स.ो आपि�वीित& कमे व�ित, त<मा आपि�वीित& कमवसेन आरभित चवे त प7 चया च िव पिटसारी होतीित अ�थो। चेतोिवमुि���त फलस�पयु�समाFध। प# ञािवमुि���त फलस�पयु�ञाणं। यथाभूतं न�पजानातीित अनिधगत�ा यथासभावतो न पजानाित। य�थ?साित य_<म अरह�फलस$ाते झाने अिधगते अ<स पुNगल<स स@बे पापका अकुसला ध�मा िनरवसेसा िन^Bझ��त, ते न पजानातीित स�ब�धो। िक( चािप ते मNग&खणे एव िन^Bझ��त नाम, फल&खणे पन िन^5ा नाम हो��त, इध पन मNगिक7 चवसेन ‘‘फल&खणे िन^Bझ�ती’’ित वु�ाित वेिदत@बा।

आरभित न िव�पिटसारी च होतीित आपF� आपB जित, तं पन देसेतुं सभागपुNगलं पिरयेसित, वु/ापेित वा, त<मा न िव पिटसारी होित। नारभित िव�पिटसारी च होतीित आपF� नापB जित, िवनयप( ञि�यं पन अकोिवद�ा अनापि�या आपि�स�( ञताय वुि/तायिप तं आपि�या िव पिटसारं िवनोदेतुं अस& कुणे+यताय िव पिटसारी होित। नारभित न िव�पिटसारी होतीित नारभित नेव आपF� आपB जित, न िव पिटसारी होित। अरह�( च न पापुणाित।

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कतरो पनेस पुNगलोित? सीलवा ओ<स/वीिरयो पुNगलो। सो िह ‘‘Fक मे इम_<म बु5काले पिरिन@बानेन, अनागते मे�े+यस�मास�बु5काले पिरिन@बािय<सामी’’ित िवसु5सीलोिप पिटपF� न पूरेित। इमे च�ारोिप पुNगला तथा तथा ओविद�वा आसव&खये पित/ापते@बा। एवं िह तेिप +वायं प( चमो पुNगलो नारभित न िव पिटसारी आर5वीिरयो अरह�ं पापुणाित, तेन समसमाव भिव<स�तीित।

छ& कादीसु –

‘‘छ पु&गला – अ�थेक7 चो पुNगलो पु@बे अननु<सुतेसु ध�मेसु सामं स7 चािन अिभस�बुBझित, त�थ च स@ब( ञुतं पापुणाित बलेसु च वसीभावं। अ�थेक7 चो पुNगलो…पे॰… अिभस�बुBझित, न च त�थ स@ब( ञुतं पापुणाित, न च बलेसु विसभावं। अ�थेक7 चो पुNगलो…पे॰… अनिभस�बुBझित, िद/ेव ध�मे द&ुख<स�तकरो होित, सावकपारिम( च पापुणाित। अ�थेक7 चो पुNगलो…प॰े… द&ुख<स�तकरो होित, न च सावकपारFम पापुणाित। अ�थेक7 चो पुNगलो…प॰े… अनिभस�बुBझित, न च िद/ेव ध�मे द&ुख<स�तकरो होित, अनागामी होित अनाग�ता इ�थ�ं। अ�थेक7 चो पुNगलो…प॰े… अनिभस�बुBझित, न च िद/ेव ध�मे द&ुख<स�तकरो होित, आगामी होित आग�ता इ�थ�’’��त –

छ& कं, ‘‘स� पु&गला – स� उदकूपमा पुNगला सFक िनमुNगो िनमुNगोव होित, उ�मु�B ज�वा िनमुB जित, उ�मु�B ज�वा िठतो होित, उ�मु�B ज�वा िवप<सित िवलोकेित, उ�मु�B ज�वा पतरित, उ�मु�B ज�वा पिटगाध प�ो होित, उ�मु�B ज�वा ित'णो होित पार�तो, थले ित/ित WाXणो’’ितआिदना स�कं, ‘‘अ पु&गला – च�ारो मNगसमि�नो, च�ारो फलसमि�नो पुNगला’’ित अ/कं, ‘‘नव पु&गला – स�मास�बु5ो प7 चकेस�बु5ो उभतोभागिवमु�ो प( ञािवमु�ो कायस&खी िदि/ प�ो स5ािवमु�ो ध�मानुसारी स5ानुसारी’’ित नवकं, ‘‘दस पु&गला – प( च� नं इध िन/ा, प( च� नं इध िवहाय िन/ा’’ित दसक( च माितकं िन�&खिप�वा पािळयं िन.ेसो कतो। त�थ छ& के पठमेन पदेन स�मास�बु5ो द/@बो। सो िह अनाचिरयको अ�ना उ पािदतेन स@ब( ञुत( ञाणपद/ानेन अरह�मNगञाणेन स@बाकारतो स7 चािन अिभस�बु�Bझ�वा स@ब( ञुतं पापुिण, दसञाणबलेसु च विसभाव��त। दिुतयेन पन प7 चकेस�बु5ो द/@बो। तितयेन अNगसावको, चतु�थेन अवसेसा अरह�तो, प( चमेन अनागामी, छ/ेन सोताप� नसकदागािमनो द/@बा। ते िह ‘‘आग�ता इ�थ�’’��त वु�ाित।

स�के पठमेन पदेन सासने अिनिव/स5ो िनयतिम7छािदि/ध�मेिह एक�तकाळकेिह सम� नागतो गिहतो। सो िह समु.े उदकभी^कपुिरसो िवय संसारे अपाये िनमुNगो िनमुNगोव होित, न पुन भवतो वु/ाित, अन�त��प कालं भवे एव िवचरित सासनसमायोगाभावा। दिुतयेन पदेन सासने पिटल5स5ोिप देवद�ादयो िवय स5ािदपिरहािनयं िठतो द<ुसीलो गिहतो। सो िह समु.े केनिच कारणेन उ�मु�B ज�वा पुन िनमुNगो िवय सासनस5ाय उ�मु�B ज�वािप अपाये िनमुB जित एव, अयं पन िचरकालाित& कमेन बु5ादीिह, अ�ना एव वा प7 चकेबोिधञाणेन भवतो उ5रणीयो होित सासने सFक उ प� नायिप स5ाय मो&खभावेन िनयमेन िन@बानावह�ा। अयमेव िह<स पुिरमपुNगलतो िवसेसो, इतरथा त<स िवसंु गहणे पयोजनमेव न िसयाित गहेत@बं। तितयेन सासने उ प� नस5ो िठितभािगयेिह सीलािदगुणेिह सम� नागतो गिहतो। सो िह उ�मु�B ज�वा तीरं अिद<वाव समु.मBझे नावािदआगमनं ओलोके�तो पुन अिनमु�B ज�वा उ'णत पदेसे िठतो िवय सासनस5ाय उ�मु�B ज�वा िन@बानं अिद<वाव बु5ाFद ओलोकयमानो सNगे, सीलािद��ह िठतो होित। चतु�थेन पन सोताप� नो गिहतो। सो िह उ�मु�B ज�वा िठतो तीरं िद<वा उ�रणूपायं िवलोकयमानो िवय लोकु�रस5ाय उ�मु�B ज�वा िन@बानतीरं िद<वा उ�रणोपायं िवलोकेित। प( चमेन सकदागामी गिहतो। सो िह समु.े तीरं िद<वा तदिभमुखं पतरमानो िवय पठममNगेन िन@बानतीरं िद<वा तदिभमुखं दिुतयमNगने पतरित नाम। छ/ेन अनागामी गिहतो। सो िह पतिर�वा तीरं उपNग�म किट पमाणे उदके िठतो िवय अरह�समीप ेसितकवाटपित�थे अनावि�ध�मताय तितयमNगेन ित/ित। स�मेन पन अरहा गिहतो, सो िह तिर�वा पारं प�वा िठतपुिरसो िवय च�ारो ओघे तिर�वा िन@बान�थले िठतो खीणासवWाXणो नाम होतीित।

नवके उभतोभागिवमु�ोित ;पा;पसमापि�या िव&ख�भनिवमो&खेन, अिरयमNगने समु7छेदिवमो&खने िकलेसतो िवमु�ो, अ;पसमापि�या वा ;पकायतो, मNगेन च नामकायतोित इमेिह उभतोभागेिह िवमु�ोितिप उभतोभागिवमु�ो, सो चतु� नं अ;पसमाप�ीनं एकेकतो वु/ाय स$ारे स�मिस�वा अरह� प�ानं चतु� नं, िनरोधा वु/ाय अरह� प�अनागािमनो च वसेन प( चिवधो, तेसु प�7छमोव िन पिरयायतो उभतोभागिवमु�ो नाम, सेसा पिरयायेन। ए�थ च ;पावचरचतु�थBझानं िकलेसकायतो िवमु���प ;पकायतो अिवमु�ं, अ;पावचरं पन तदभयतोिप िवमु�ं, त<मा तदेव पादकं क�वा अरह� प�ोव उभतोभागिवमु�ो होित, न ;पावचर��त वेिदत@बं। प# ञािवमु�ोित अरह�मNगप( ञाय आसवेिह िवमु�ो। सो िह सु&खिवप<सको, चतूिह ;पावचरBझानेिह वु/ाय अरह� प�ा च�ारो चाित प( चिवधो। अ;पावचरBझानेसु िह एक�<म��प सित उभतोभागिवमु�ोव नाम होित।

कायस,खीित ;पा;पBझानलाभी अिरयो। सो िह सोतापि�मNग/व�B जतानं छ� नं सेखानं वसेन छ�@बधो। तेनेव िह<स ‘‘एक7 च ेआसवा पिर&खीणा’’ित िन.ेसे वु�ं। सोतापि�मNग/<स च न केिचिप आसवा पिर&खीणाित व�@बा, पिर&खीिय<स�तीित पन व�@बा, अरहतो पन स@बेिप आसवा पिर&खीणा, न एक7 चिेत। सो िह फु/�तं स�7छकरोतीित कायस,खी, फु/ानं पिटल5ानं झानानं अन�तरं नामकायेन िनरोधं स�7छकरोतीितिप कायस&खी, कायेनाित च�ेथ ‘‘नामकायेन चवे परम�थस7 च ंस�7छकरोित, प( ञाय च अितिवBझ प<सती’’ित वचनतो अरह�फलं ठपे�वा सेसमNगफलानमेतं अिधवचनं, तेन कायेन पठमBझानान�तरं िन@बान<स स�7छकरणतोिप कायस&खीित केिच। िदि �प�ोित सु&खिवप<सको,

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�प�झानलाभी च यथावु�ो छ��बधो सेखो च, अयं िद� त"प�ोित िदि�"प�ो। द$सनं िदि�, पठमम'गो, त$स अन तरं िनरोध"प�ोित अ*थो। िद�"प�ोितिप पाठो, त$स पठमम'गेन िद�ं िन�बानं पुन प�ोित अ*थो।

स�ािवमु�ोित सु+खिवप$सको, �प�झानलाभी च यथावु�ो छ��बधो सेखो च। अयं िह स.ह तो िवमु�ोित स/ािवमु�ो। कथं पनेत$स िदि�"प�तो नान�� त? आगमनीयपिटपदाय। िदि�"प�ो िह प3 ञास5पदाय पु�बभाग ेिवप$सनाय िकलेसे अ"पद+ुखेन िव+ख5भे तो आगतो, स/ािवमु�ो पन स/ाबहुलताय िकलेसे द+ुखने िव+ख5भे तो आगतो। एतमेव िह भेदं स धाय िन.ेसे ‘‘एक8 च ेआसवा पिर+खीणा हो� त, नो च खो यथािदि�"प�$सा’’ित वु�ं।

ध�मानुसारीित य$स सोतापि�म'ग+खणे प�3 ञ� ;यं अिधम�ं होित, अयं प3 ञास<ातेन ध5मेन सरित अनु$सरतीित ध5मानुसारी, सोतापि�म'ग�$सेतं नामं। फले पन प�े िदि�"प�ो नाम होित। स�ानुसारीित य$स सोतापि�म'ग+खणे सि/� ;यं अिधम�ं होित, अयं स/ाय सरित अनु$सरतीित स/ानुसारी, सोतापि�म'ग�$सेतं नामं। फले पन प�े स/ािवमु�ो नाम होित।

लोकु�रध5मं िह िन�ब�े तानं >े धुरािन नाम, >े अिभिनवेसा नाम, >े सीसािन नाम। त*थ स/ाधुरं प3 ञाधुर� त >े धुरािन नाम। एको पन समथािभिनवेसो, एको िवप$सनािभिनवेसोित >े अिभिनवेसा। एको च अरह�ं म*थकं पापुण तो उभतोभागिवमु�ो होित, एको प3 ञािवमु�ोित इमािन >े सीसािन नाम। ये िह केिच लोकु�रं ध5मं िन�ब�े� त, स�बे ते >े इमे ध5मे धुरं क*वा इमेसु >ीसु ठानेसु अिभिनिविस*वा इमेिह >ीिह ठानेिह िवमु8 च� त। तेसु यो िभ+खु अ�समापि�लाभी प3 ञ ंधुरं क*वा समथवसेन अिभिनिव�ो अ3 ञतरं अ�पसमापA� पद�ानं क*वा िवप$सनं प�पे*वा अरह�ं पापुणाित, अयं सोतापि�म'ग+खणे ध5मानुसारी नाम। परतो पन छसु ठानेसु कायस+खी नाम। अरह�फलं प�े उभतोभागिवमु�ो नाम।

अपरो प3 ञमेव धुरं क*वा िवप$सनावसेन अिभिनिव�ो सु/स<ारे वा �पावचर�झानेसु वा अ3 ञतरं स5मिस*वा अरह�ं पापुणाित, अय�5प सोतापि�म'ग+खणे ध5मानुसारी नाम। परतो पन छसु ठानेसु िदि�"प�ो नाम, अरह�ं प�े प3 ञािवमु�ो नाम।

अपरो पन अ�समापि�लाभी स/ं धुरं क*वा समािधवसेन अिभिनिव�ो अ3 ञतरं अ�पसमापA� पद�ानं क*वा िवप$सनं प�पे*वा अरह�ं पापुणाित, अयं सोतापि�म'ग+खणे स/ानुसारी नाम, परतो छसु ठानेसु कायस+खीयेव नाम। अरह�ं प�े उभतोभागिवमु�ोयेव नाम। अपरो स/मेव धुरं क*वा िवप$सनावसेन अिभिनिव�ो सु/स<ारे वा �पावचर�झानेसु वा अ3 ञतरं स5मिस*वा अरह�ं पापुणाित, अय�5प सोतापि�म'ग+खणे स/ानुसारी नाम, परतो छसु ठानेसु स/ािवमु�ो नाम। अरह�"प�े प3 ञािवमु�ो नाम। इमे स� पु'गला स5मास5बु/प8 चकेस5बु/ेिह सA/ नव लोके अ'गद�+खणेBया नामाित।

दसके प� च� नं इध िन�ाित स�+ख�ुपरमो, कोलंकोलो, एकबीजी, सकदागामी कामावचरपिटस� धको, अरहा चाित इमेसं प3 च नं इध कामावचरभूिमय3 ञवे अनुपािदसेसिन�बानस<ाता िन�ाित अ*थो। कामावचर�भावे एव िह एते पिरिन�बाय� त, ना3 ञE$म। प� च� नं इध िवहाय िन�ाित अ तरापिरिन�बायी उपह8 चपिरिन�बायी अस<ारपिरिन�बायी सस<ारपिरिन�बायी उ/ंसोतो अकिन�गामी चाित इमेसं प3 च नं इध कामावचरे अ�भावं िवहाय िवजिह*वा FG�भावे िठतान3 ञवे िन�ाित अ*थो। सेसमे*थ उ�ान*थमेवाित। अयमे*थ स<ेपतो पािळनयेन सA/ अ*थिन8छयो, िव*थारो पन पु�गलप� ञि�पािळअ�कथासु (पु॰ प॰ माितका १ आदयो; पु॰ प॰ अ�॰ माितकावMणना १) गहेत�बोित।

मोहिव8छेदिनया अिभध5ममाितक*थवMणनाय

पु'गलप3 ञि�माितक*थवMणना िनि�ता।

५. कथाव�थुमाितका

पु�गलकथाव!णना

इदािन कथाव*थुमाितकाय अ*थसंवMणनानयो होित। त*थ अनु�ान*थतो ताव ‘‘पु'गलो उपल�भित स�8 चक�परम*थेना’’ित अयं पु8छा, ‘‘आम ता’’ित अयं पिटजानना। क$स पनायं पु8छा, क$स पिटजाननाित? ‘‘असुक$सा’’ित न व��बा। न िह भगवा परवादीिह सA/ िव'गािहककथं कथे तो इमं माितकं ठपिेस, पु'गलप3 ञि�देसनाAद पन िन$साय ‘‘परम*थतो अ�ा नाम अ*थी’’ितआिदना अनागते िवपO लासगािहिभ+खूनं, परवादीन3 चनान"पकारिदि��ानिवसोधन*थं मो'गिलपु�ित$स*थेर$स वादनयद$सनवसेन पु'गलवादमेतं आर�भ त� तवसेन माितकं ठपे तो सकवािदपरवादीनं पु8छािवस� जनदोसारोपनिन'गहपापनािदवचनपिटवचनवसेनेव ठपेिस, त$मा तद*थ$स सुखावधारण*थं सकवादीपु8छा परवादीपु8छा सकवादीपिट3 ञापरवादीपिट3 ञाित एवं िवभागं द$से*वा अ*थवMणनं किर$साम।

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‘‘पु'गलो उपल�भित स�8 चक�परम*थेना’’ित अयं सकवादीपु8छा, ताय च ‘‘ये ‘अ�*थ पु'गलो’ित एवंलि/का पु'गलवािदनो, ते एवं पु�8छत�बा’’ित दीपेित। के पन ते पु'गलवािदनोित? सासने व�� जपु�का चवे स�5मितया च बिह/ा बहू अ3 ञित�*थया च। कदा पनेते सासने उ"प नाित? पिरिन�बानतो दिुतये व$ससते। भगवित िकर पिरिन�बुते महाक$सप*थेरेन समु$सािहतेिह त"पमुखिेह विसगणेिह सुभ.वुPप�बिजतादीनं पापिभ+खूनं पवेसोकासिनसेधन*थं अजातस�ुराजानं सहायं लिभ*वा ध5मिवनयसरीरं सQहं आरोपे*वा सासने अचले पव�ािपते ततो व$ससत$स अ8 चयेन वेसािलयं व�� जपु�केिह दीिपतािन दस व*थूिन मि.*वा ते च िभ+खू िन'गहे*वा यस*थेरसमु$सािहतेिह विसगणेिह पुन ध5मिवनयसQहे कते तेिह िन'गिहता दससह$सा व�� जपु�का क�3 च द�ुबलराजानं बलं लिभ*वा मूलसQहं िभ� द*वा अ�नो अनाचारानुकूलवचनं प�+खिप*वा बु/वचन3 च छRे*वा महासQीतीिह िवसंु ध5मिवनयसQहं क*वा महासिSकाचिरयकुलं नाम अकंसु। पिरसु/सासनं पन थेरेिह पिरपािलत�ा ‘‘थेरवादो’’ित प3 ञािय, इमेसु पन >ीसु वादेसु महासिSकतो िभ�� ज*वा एक�योहािरका, गोकुिलका च, ततो पMणि�वादा, बहुिलया, चिेतयवादा चाित प3 च वादा, महासिSकेिह पन सA/ छ आचिरयकुलािन नाम जातािन। तथा थेरवादतो िभ�� ज*वा मिहसासका, व�� जपु�का च, ततो ध5मु�िरया, भ;यािनका, छ नागािरका, स�5मितया च, मिहसासकतो ध5मगुि�का, स�ब�*थका च, ततो क$सिपका, ततो सT� तका, ततो सु�वादा चाित इमे एकादस वादा जाता। ते पुिरमेिह छिह सA/ स�रस िभ नवादा दिुतये व$ससते उ"प ना, थेरवादो पन एकोव अस�5भ नको, तेन सA/ सासने अ�ारस िनकाया जाताित वेिदत�बा, ये ‘‘अ�ारसाचिरयकुलानी’’ित पवु8 च� त। इमेसं पन अ�ारस नं आचिरयवादानं वसेन आयAत सासन$स आलुळनं ञ*वा स5मास5बु/ो ि> नं व$ससतानं अ8 चयेन सासने पिटल/स/ेन असोकेन ध5मर3 ञा बािहरके अनोलोके*वा सासने एव लाभस+ कारे पव� ते लाभस+ कार*थाय सासनवेसं गहे*वा सकािन सकािन िदि�गतािन तथतो दीपे तेसु >ासि�िदि�गितकेसु यथावु�स�रसाचिरयकुलेसु च समयकुसलताय िविचिन*वा सेतकािन द*वा उ"प�बािजतेसु पिरसु/े महािभ+खुसSे िनसीिद*वा मो'गिलपु�ित$स*थेर$स यािन तदा उ"प नािन व*थूिन, यािन च आयAत उ"प�� ज$स� त, स�बािनिप तािन अ�नो स*थारा िद नमाितकामुखम�ेन पिटबािह*वा सु�सह$सपिटम�Mडतं पर"पवादमथनं आयितल+खणं कथाव*थु"पकरणं माितकािवभजनवसेन भािस*वा तं तितयसQीितयं सQहं आरोपे*वा आलुिळतं सासनं प'गहेतुं सम*थभावं िभ+खुसSे पकासन*थं आयितवाद"पिटबाहननयद$सनवसेन इमं कथाव*थुमाितकं व*वा थेर$स ओकासं ठपे तो त$सा िवभQं न अवोचाित वेिदत�बं।

त*थ पु�गलोित अ�ा जीवो स�ो। उपल$भतीित प3 ञाय उपग *वा ल�भित, ञायतीित अ*थो। स'( चक�परम)थेनाित ए*थ स'( चक�ोित मायामरीिचआदयो िवय अभूताकारेन अ'गहेत�बो भूत�ो। परम)थोित अनु$सवािदवसेन अ'गहेत�बो उ�म*थो। उभयेनािप यथा �पवेदनादयो ध5मा भूतेन सभावेन उपल�भ� त, एवं ताव ‘‘पु'गलो उपल�भती’’ित पु8छित। परवादी ‘‘आम ता’’ित पिटजानाित। पिटजानन�3ह क*थिच ‘‘आम भ ते’’ित आग8छित, क*थिच ‘‘आमो’’ित आग8छित, इध पन ‘‘आम ता’’ित आगतं। तWायं अिध"पायो – परवादी िह य$मा भगवता ‘‘अ�*थ पु'गलो अ�िहताय पिटप नो’’ितआिदना (अ॰ िन॰ ४.९५-९६) पु'गलो पकािसतो, भगवा च अिवतथवादी, त$मा सो ‘‘स�8 चक�परम*थेनेव अ*थी’’ित लA/ गहे*वा ‘‘आम ता’’ित पिटजानाित।

अथ$स तािदस$स लेसवचन$स छलवाद$स ओकासं अददमानो सकवादी ‘‘यो स'( चक�ो’’ितआिदमाह। तWायं अिध"पायो – Bवायं हे�ा �पवेदनािदको ध5म"पभेदो आगतो, न स5मुितस8 चवसेन, नािप अनु$सवािदवसेन गहेत�बो, अ�नो पन भूतताय एव स�8 चक�ो, अ�प8 च+खताय च परम*थो, सो तथापिट3 ञातो पु'गलो ततो तेन स�8 चक�परम*थेन आकारेन उपल�भित, यथा _"पनानुभवनािदना सिकयेनाकारेन पुन स�8 चक�परम*थो उपल�भित, Aक तव पु'गलोिप एवं उपल�भतीित वु�ं होित। न हेवं व�$बेित अवजानना परवािद$स। सो िह तथा�पं पु'गलं अिन8छ तो अवजानाित। न िह अ�ा नाम ख धािदिवमु�ो कोिच िद$सित अ3 ञW �यामोहम�ा। तWायं पद8छेदो – न िह एवं व��बेित। ‘‘न ह एव’’� तिप पठ� त, ि> न�5प एवं न व��बोित अ*थो।

आजानािह िन�गह� त सकवािदवचनं। य$मा ते पुिरमाय व��बपिट3 ञाय प�8छमा नव��बपिट3 ञा, प�8छमाय च पुिरमा न स धीयित, त$मा िन'गहं प�ो, तं िन'गहं दोसं अपराधं आजानािह, स5पिट8छाहीित अ*थो। एवं िन'गहं आजानाप*ेवा इदािन तं ठपनाय चवे अनुलोमपिटलोमतो पापनारोपनान3 च वसेन पाकटं करो तो ‘‘ह'� च पु�गलो’’ितआिदमाह। त*थ ह� चीित यिद, सच ेपु'गलो उपल�भतीित अ*थो। अयं ताव परवादीप+ख$स अनुवदनेन ठपनतो िन'गहपित�ापनतो िन'गहपापनारोपनानं ल+खणभूता अनुलोम�पना नाम। तेन वत रेितआिद अनुलोमप+खे िन'गह$स पािपक�ा अनुलोमपापना नाम। त*थ तेनाित कारणवचनं। वताित ओक"पनवचनं िनयमवचनं। रेित आम तनवचनं। इदं वु�ं होित – तेन वत रे व��बे वत रे ह5भो भ;मुख तेन कारणेन व��बो एवाित अ*थो। यं त)थ वदेसीितआिद अनुलोमप+खे िन'गह$स आरोिपत�ा अनुलोमरोपना नाम। य3 च$स पिरयोसाने ‘‘िम8छा’’ित पदं, त$स पुरतो ‘‘इदं ते’’ित आहिरत�बं। इदं ते िम8छाित अय3हे*थ अ*थो। एवं उपिरिप। परतो पािळय�5प एतं आगतमेव। नो चे पन व�$बेितआिद ‘‘न हेवं व��बे’’ित पिट�+ख�प+ख$स अनुवदनेन ठिपत�ा पिटलोमतो िन'गहपापनारोपनानं ल+खणभूता पिटलोम�पना नाम। नो च वत रेितआिद पिटलोमप+खे िन'गह$स पािपत�ा पिटलोमपापना नाम। पुन यं त)थ वदेसीितआिद पिटलोमप+ख ेिन'गह$स आरोिपत�ा पिटलोमरोपना नाम।

तWायं आिदतो प�ाय स<ेप*थो – यिद पु'गलो उपल�भित स�8 चक�परम*थेन, तेन वत भो सो उपल�भतीित व��बो। यं पन त*थ वदेिस ‘‘व��बो खो पुिरमप3हे ‘स�8 चक�परम*थेन उपल�भती’ित नो च व��बो दिुतयप3हे ‘ततो सो पु'गलो उपल�भती’’’ित, इदं ते िम(छाित एवं ताव अनुलोमतो

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ठपनापापनारोपना हो� त।

अथ न व��बो दिुतयप3हे ‘‘ततो सो पु'गलो उपल�भती’’ित, पुिरमप3हेिप न व��बोव। यं पन त*थ वदेिस ‘‘व��बो खो पुिरमप3हे ‘स�8 चक�परम*थेन उपल�भती’ित, नो च व��बो दिुतयप3हे ‘ततो सो पु'गलो उपल�भती’’’ित, इदं ते िम8छाित एवं पिटलोमतो ठपनापापनारोपना हो� त। एवमेतं िन'गह$स च अनुलोमतो ि> नं, पिटलोमतो ि> न� त चतु नं पापनारोपनान3 च वु��ा उपल�भतीितआिदकं अनुलोमप� चकं नाम। ए*थ च िक3 चािप अनुलोमतो पापनारोपनािह एको, पिटलोमतो पापनारोपनािह एकोित >े िन'गहा कता, आजानािह िन'गह� त एत$सेव पन पठम$स िन'गह$स >ीहाकारेिह आरोिपत�ा एकोवायं िन'गहोित गहेत�बो। पठमो िन'गहो।

इदािन प8 चनीकनयो होित। त*थ पु�गलो नुपल$भतीित पु8छा परवािद$स। सकवादी यथा �पवेदनादयो ध5मा उपल�भ� त, एवं अनुपल�भनीयतो ‘‘आम�ता’’ित पिटजानाित। पुन इतरो अ�ना अिध"पेतं स�8 चक�ंयेव स धाय ‘‘यो स'( चक�ो’’ितआिदमाह। स5मुितस8 चपरम*थस8 चािन वा एकतो क*वािप परवादी एवमाह। सकवादी पु'गलो िह उपादायप3 ञि�स�भावतोिप ि> नं स8 चानं एकतो क*वा पु�8छत�ािप ‘‘न हेव’’� त पिट�+खपित। इदािन िक3 चािप तेन पठमं परम*थस8 चवसेन नुपल�भनीयता स5पिट�8छता, प8छा पन स5मुितस8 चवसेन वा वोिम$सकवसेन वा पिट�+ख�ा। परवादी पन ‘‘नुपल�भती’’ित वचनसाम3 ञम�ं छलवादं िन$साय ‘‘यं तया पठमं पिट3 ञातं, तं प8छा पिट�+ख�’’� त भMडन$स पिटभMडनं िवय अ�नो कत$स िन'गहक5म$स पिटक5मं करो तो ‘‘आजानािह पिटक�म’’� त आह। इदािन यथा$स अनुलोमप3 चके सकवािदना वाद�पनं क*वा अनुलोमपिटलोमतो पापनारोपनािह परवािदिन'गहो पाकटो कतो, एवं पिटक5मं पाकटं करो तो ‘‘ह'� च पु�गलो’’ितआिदमाह। तं हे�ा वु�नयेनेव अ*थतो वेिदत�बं। य$मा पने*थ ठपना नाम परवािदप+ख$स ठपनतो ‘‘अयं तव दोसो’’ित द$सेतुं ठपनम�मेव होित, न िन'गह$स वा पिटक5म$स वा पाकटीभावकरणं, पापनारोपनािह पन$स पाकटीकरणं होित, त$मा इदं अनुलोमपिटलोमतो पापनारोपनानं वसेन चतूहाकारेिह पिटक5म$स कत�ा पिटक�मचतु3 कं नामाित एकं चतु+ कं वेिदत�बं।

एवं पिटक5मं क*वा इदािन Bवा$स अनुलोमप3 चके सकवािदना िन'गहो कतो, त$स तमेव छलवादं िन$साय द+ु कटभावं द$से तो ‘‘)वं चे पन म� ञसी’’ितआिदमाह। त*थ )वं चे पन म� ञसीित यिद *वं म3 ञिस। ‘‘व�$बे खो’’ित इदं प8 चनीके ‘‘आम ता’’ित पिटजाननं स धाय वु�ं, ‘‘नो च व�$बे’’ित इदं पन ‘‘न हेवा’’ित अवजाननं स धाय वु�ं। तेन तव त)थाित तेन कारणेन *वंयेव तE$म ‘‘यो नुपल�भती’’ित प+खे हेवं पिटजान� त ‘‘आम ता’’ित एवं पिटजान तो। हेवं िन�गहेत$बेित पुन ‘‘न हेवा’’ित अवजान तो एवं िन'गहेत�बो। अथ तं िन�ग!हामाित अथेवं िन'गMहनारहं तं िन'गMहाम, सुिन�गिहतो च होसीित सकेन मतेन िन'गिहत�ा सुिन'गिहतो च भविस। एवम$स िन'गहेत�बभावं द$से*वा इदािन तं िन'गMह तो ‘‘ह� ची’’ितआिदमाह। त*थ ठपनापापनारोपना हे�ा वु�नयेनेव वेिदत�बा। पिरयोसाने पन इदं ते िम(छाित इदं तव वचनं िम8छा होतीित अ*थो। इदं छलवादेन चतूिह आकारेिह िन'गह$स कत�ा िन�गहचतु3 कं नाम।

एवं िन'गहं क*वािप इदािन ‘‘यिद अयं मया तव मतेन कतो िन'गहो द�ु न'गहो, योिप मम तया हे�ा अनुलोमप3 चके कतो िन'गहो, सोिप द�ु न'गहो’’ित द$से तो ‘‘एसे चे दु'� न�गिहते’’ितआिदमाह। त*थ एसे चे दु'� न�गिहतेित एसो च ेतव वादो मया द�ु न'गिहतो, अथ वा एसो च ेतव मया कतो िन'गहो द�ु न'गहो। हेवमेवं त)थ द3खाित त*थािप तया मम हे�ा कते िन'गहे एवमेवं प$स। इदािन Bवा$स हे�ा सकवािदना िन'गहो कतो, तं ‘‘व�$बे खो’’ितआिदवचनेन द$से*वा पुन तं िन'गहं अिन'गहभावं उपने तो ‘‘नो च मयं तया’’ितआिदमाह। त*थ नो च मयं तया त)थ हेताय पिट� ञायाितआदीसु अयम*थो – य$मा सो तया मम कतो िन'गहो द�ु न'गहो, त$मा मयं तया त*थ अनुलोमप3 चके ‘‘आम ता’’ित एताय पिट3 ञाय एवं पिटजान ता पुन ‘‘न हेवा’’ित पिट+खेप ेकतेिप ‘‘आजानािह िन'गह’’� त एवं िन'गहेत�बायेव, एवं अिन'गहेत�ब�5प मं िन'गMहािस, ईिदसेन पन िन'गहेन द�ु न'गिहता मयं होम। इदािन यं िन'गहं स धाय द�ु न'गिहता च होमाित अवोच, तं द$सेतुं ‘‘ह'� च पु�गलो…पे॰… इदं ते िम(छा’’ित आह। एविमदं अनुलोमपिटलोमतो चतूिह पापनारोपनािह िन'गह$स उपनीत�ा उपनयनचतु3 कं नाम होित।

इदािन न हेवं िन'गहेत�बेितआिदकं िन�गमनचतु3 कं नाम होित। त*थ न हेवं िन�गहेत$बेित यथाहं तया िन'गिहतो, न िह एवं िन'गहेत�बो, एत$स िह िन'गह$स द�ु न'गहभावो मया सािधतो। तेन हीित तेन कारणेन। य$मा एस िन'गहो द�ु न'गहो, त$मा यं मं िन'गMहािस। ह'� च पु�गलो…पे॰… इदं ते िम(छाित इदं िन'गMहनं तव िम8छाित अ*थो। तेन िह ये कते िन�गहेित येन कारणेन इदं िम8छा, तेन कारणेन यो तया िन'गहो कतो, सो द+ु कटो। यं मया पिटक5मं कतं, तदेव सुकतं। यािप चसेा पिटक5मचतु+ कािदवसेन कथाम'गस5पिटपादना कता, सािप सुकताित। तदेव पु'गलो उपल�भतीितआिदक$स अनुलोमप3 चक$स नुपल�भतीितआिदकानं पिटक5मिन'गहोपनयनिन'गमनचतु+ कान3 च वसेन अनुलोमप( चनीकं नाम िनि.�� त वेिदत�बं। ए�ावता सकवािदनो पु�बप+ख ेसित परवािदनो वचनसाम3 ञम�ेन छलवादेन जयो होित।

इदािन यथा परवािदनो पु�बप+खे सित सकवािदनो ध5मेनेव तथेन जयो होित, तथा वाद"ुपA� द$सेतुं ‘‘पु�गलो नुपल$भती’’ित प8 चनीकानुलोमप3 चकं आर/ं। त*थ प8 चनीके पु8छा परवािद$स, �पािदभेदं स�8 चक�परम*थं स धाय पिट3 ञा सकवािद$स, सु/स5मुितस8 च ंवा परम*थिम$सकं वा स5मुितस8 च ंस धाय ‘‘यो स�8 चक�ो’’ित पुन अनुयोगो परवािद$स, स5मुितवसेन ‘‘पु�गलो नुपल$भती’’ित नव��ब�ा िम$सकवसेन

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वा अनुयोग$स संिकMण�ा ‘‘न हेव’’� त पिट+खपेो सकवािद$स, पिट3 ञातं पिट�+खपतीित वचनसाम3 ञम�ेन ‘‘आजानािह िन�गह’’� तआिदवचनं परवािद$स। एवमयं पु'गलो नुपल�भतीित दिुतयवादं िन$साय दिुतयो िन'गहो होतीित वेिदत�बो। एवं तेन छलेन िन'गहो आरोिपतो।

इदािन ध5मेन समेन परवािदपिट3 ञाय अ�नो वादे जयं द$सेतंु अनुलोमनये पु8छा सकवािद$स, अ�नो लA/ िन$साय पिट3 ञा परवािद$स, लि/या ओकासं अद*वा परम*थवसेन पुन अनुयोगो सकवािद$स, परम*थवसेन पु'गल$स अनुपल�भनतो पिट+खेपो परवािद$स, ततो परं ध5मेन समेन अ�नो जयद$सन*थं ‘‘आजानािह पिटक�म’’� तआिद स�बं सकवािदवचनमेव होित। त*थ स�बेसं पिटक5मिन'गहोपनयनिन'गमनचतु+ कानं हे�ा वु�नयेनेव अ*थो वेिदत�बो। एविमदं ‘‘पु'गलो नुपल�भती’’ितआिदक$स प8 चनीकप3 चक$स ‘‘उपल�भती’’ितआदीनं पिटक5मिन'गहोपनयनिन'गमनचतु+ कान3 चवसेन प( चनीकानुलोमप� चकं नाम िनि.�ं होित। एवमेतािन पठमस�8 चक�े >े प3 चकािन िनि.�ािन, त*थेतं वु8 चित –

‘‘िन'गहो परवािद$स, सु/ो पठमप3 चके।असु/ो पन त$सेव, पिटक5मजयो तAह॥

‘‘िन'गहो सकवािद$स, असु/ो दिुतयप3 चके।िवसु/ो पन त$सेव, पिटक5मजयो तAह॥

‘‘त$मा >ीसुिप ठानेसु, जयोव सकवािदनो।ध5मेन िह जयो नाम, अध5मेन कुतो जयो॥

‘‘स�8 चक�े यथा च*ेथ, प3 चक>यम�Mडते।ध5माध5मवसेनेव, वु�ो जयपराजयो॥

‘‘इतो परेसु स�बेसु, स�8 चक�ेसु प�Mडतो।एवमेव िवभावेBय, उभो जयपराजये’’ित॥ (कथा॰ अ�॰ ७-१०)।

पठमो सुि/कस�8 चक�ो िनि�तो।

एवं सुि/कस�8 चक�ं िव*थारे*वा इदािन तमेव अपरेिहिप ओकासादीिह नयेिह िव*थारेतुं पुन ‘‘पु�गलो उपल$भती’’ितआिद आर/ं। त*थ पु8छा सकवािद$स, पिट3 ञा परवािद$स। पुन स$ब)थाित सरीरं स धाय अनुयोगो सकवािद$स, �पE$म अ�ानं समनुप$सनादोस3 च ‘‘अ3 ञं जीवं अ3 ञंसरीर’’� त आप� जनदोस3 च िद$वा पिट+खपेो परवािद$स। सेसमे*थ अनुलोमप8 चनीकप3 चके हे�ा वु�नयेनेव वेिदत�बं। पाठो पन संिख�ो। त*थ य$मा सरीरं स धाय ‘‘स�ब*थ नुपल�भती’’ित वु�े सरीरतो बिह उपल�भतीित आप� जित, त$मा प8 चनीके पिट+खपेो सकवािद$स, पठमं अनुजािन*वा प8छा अवजानातीित छलवाद$स वसेन पिटक5मं परवािद$स, सेसं पाकटमेव।

दिुतयनये स$बदाित पुिरमप�8छमजाितकाल3 च धरमानपिरिन�बुतकाल3 च स धाय अनुयोगो सकवािद$स, $वेव खि�यो सो FाGणोितआदीनं आपि�दोस3 च धरमानपिरिन�बुतानं िवसेसाभावदोस3 च िद$वा पिट+खपेो परवािद$स। सेसं पठमनये वु�सिदसमेव।

तितयनये स$बेसूित ख धायतनादीिन स धाय पु8छा सकवािद$स, �पE$म अ�ा, च+खुE$म अ�ाितआिददोसभयेन पिट+खेपो परवािद$स। सेसं तािदसमेवाित।

एविममािन तीिण मुखािन अनुलोमप8 चनीकप3 चके अनुलोमम�वसेनेव ताव पिटपािटया भाज*ेवा पुन प8 चनीकानुलोमप3 चके प8 चनीकम�वसेनेव भाजेतुं ‘‘पु�गलो नुपल$भती’’ितआिद आर/ं। त*थ हे�ा वु�नयेन अ*थो वेिदत�बो। ए�ावता सुि/क$स चवे इमेस3 च ितMण� त चतु नं स�8 चक�ानं एकेकE$म स�8 चक�े अनुलोमप8 चनीक$स, प8 चनीकानुलोम$स चाित ि> नं ि> नं प8 चनीकानं वसेन अयं अ�मुखा नाम वादयुि� िनि.�ा होतीित वेिदत�बा। या एकेकE$म मुखे एकेक$स िन'गह$स वसेन वु8 चित। त*थेतं वु8 चित –

‘‘एवं चतु��बधे प3हे, प3 चक>यभेदतो।एसा अ�मुखा नाम, वादयुि� पकािसता॥

‘‘अ�ेव िन'गहा त*थ, च�ारो तेसु ध�5मका।

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अध�5मका च च�ारो, स�ब*थ सकवािदनो।जयो पराजयो चवे, स�ब*थ परवािदनो’’ित॥ (कथा॰ अ�॰ १४)।

अयं तावे*थ अनु�ान*थतो संवMणना।

अ*थिविन8छयो पने*थािप मो'गिलपु�ित$स*थेरेन कतिन.ेस$स नयमुखम�द$सनवसेनेव होित। थेरेन िह भगवता ठिपताय एित$सा माितकाय पद/ुारवसेन िन.ेसं अक*वा भगवता िद नअ�मुखवादयुि�नये ठ*वा अपरेिह पिरयायेिह पु'गलवादं, तद3 ञ ंनान"पकारं िम8छागाह3 च िनराकरो तेनेव पु'गलकथं आAद क*वा सािधकि>सतकथािह िन.ेसो कतो।

त*थ पु'गलवादिनराकरण*थं ताव ख धायतनधातुइ� ;यवसेन स�प3 ञासाय ध5मेसु एकेकेन सA/ ‘‘पु'गलो उपल�भित स�8 चक�परम*थेन, �प3 च उपल�भित स�8 चक�परम*थेन…प॰े… पु'गलो उपल�भित स�8 चक�परम*थेन, वेदनािप उपल�भित स�8 चक�परम*थेना’’ितआिदना नयेन पु'गलसंस दनवस"पव�ं सुि�कसंस�दनं, यथा �पवेदनादयो स�प3 ञास ध5मा अ3 ञम3 ञा िवसिदसा उपल�भ� त, एवं �पादीिह िवसिदसो पु'गलो उपल�भतीित पु8छनवस"पव�ं ओप�मसंस�दनं, ‘‘�पं पु'गलो, �पE$म पु'गलो, अ3 ञW �पा पु'गलो, पु'गलE$म �प’’� त एवं चतु+ कनयेन स�प3 ञासाय ध5मेिह पु8छनवस"पव�ं चतु+ कनयसंस दन� त ितिवधा संस दननया वु�ा। त*थ पु'गल$स �पािदसभाव�े िन8 चस$सतु8छेदािद"पसQतो यथानु�प ंिनराकरणं वेिदत�बं, अितिव*थारभयेने*थ उपिर चतें न िव*थारीयित।

ततो ‘‘यथा �पादयो स"प8 चया, अ"प8 चयादयो वा हो� त, एवं तव पु'गलोिप स"प8 चयतािदल+खणयु�ो’’ित पु8छनवस"पव�ा ल3खणयुि�कथा,‘‘पु'गलो’’ित, ‘‘उपल�भती’’ित च पद>यािदसोधन*थं ‘‘यो पु'गलो, सो उपल�भित। यो वा उपल�भित, सो पु'गलो’’ितआिदपु8छनवस"पव�ं वचनसोधनं, ‘‘�पधातुया �पी’’ितआिद नामप3 ञि�सोधनवस"पव�ो प� ञ�ानुयोगो च, ‘‘सोव पु'गलो स धावित अ$मा लोका परं लोकं, अ3 ञो वा, न अ3 ञो वा, नेव अ3 ञो नान3 ञो वा’’ितआिदना गितपिरव�नमुखेन चुितपिटस�धानुयोगो, ‘‘_+ख ंउपादाय छायादीनं िवय ख धाAद उपादाय परम*थतो पु'गलप3 ञ�ी’’ित वादे त$स अिन8 चस<ततािद"पसQदीपको उपादाप� ञ�ानुयोगो, ‘‘कOयाणपापकानं क5मानं कारको पु'गलो’’ित वादे त$स वeद+ुखानुप8छेदािद"पसQदीपको पुिरसकारानुयोगो च, ‘‘यो इि/िवकु�बको, सो पु'गलो’’ितआिदवादभेदको अिभ� ञानुयोगो, ‘‘मातािपतादयो नाम अ�*थ, तेन पु'गलो अ*थी’’ित वादभेदको ञातकानुयोगो, ‘‘एवं खि�यो’’ितआिद जा)यानुयोगो, ‘‘गह�ो प�बिजतो’’ितआिद पिटप�ानुयोगो, ‘‘देवो मनु$सो’’ितआिद उपप�ानुयोगो, ‘‘सोताप नो’’ितआिद पिटवेधानुयोगो, ‘‘अ� पुिरसपु'गला’’ितआिद स;ानुयोगो, ‘‘पु'गलो स<तो’’ितआिदवस"पव�ो स'( चक�सभागानुयोगो, ‘‘सुख ंवेदनं वेिदयमानो’’ितआिद वेदकानुयोगो, ‘‘काये कायानुप$सी’’ितआिद िक( चानुयोगो,‘‘अ�*थ पु'गलो अ�िहताय पिटप नो’’ितआिदना पु'गलसभावसाधकसु�ेसु स� न�$सतेसु –

स�बे ध5मा अन�ा (म॰ िन॰ १.३५३, ३५६; ध॰ प॰ २७९), द+ुखमेव उ"प� जमानं उ"प� जित (सं॰ िन॰ २.१५)।

िक नु स�ोित प8 चिेस, मार िदि�गतं नु ते।सु/स<ारपु3 जोयं, नियध स�ूपल�भित॥

द+ुखमेव िह स5भोित, द+ुखं ित�ित वेित च।ना3 ञW द+ुखा स5भोित, ना3 ञं द+ुखा िन_�झित॥ (सं॰ िन॰ १.१७१)।

य$मा च खो, आन द, सु3 ञं अ�ेन वा अ�िनयेन वा…पे॰… त$मा सु3 ञो लोकोित वु8 चित (सं॰ िन॰ ४.८५)।

‘‘अ�िन वा, िभ+खवे, सित अ�िनयं मेित अ$साित…पे॰… अ�िन च िभ+खवे अ�िनये च स8 चतो थेततो अनुपल�भिनयमाने य�5प तं िदि��ानं, सो लोको, सो अ�ा, सो पे8 च भिव$सािम, िन8 चो धुवो स$सतो अिवपिरणामध5मो, स$सितसमं तथेव ठ$सामीित, ननायं, िभ+खवे, केवलो पिरपूरो बालध5मो’’ित (म॰ िन॰ १.२४४), ‘‘तW, सेिनय, Bवायं स*था िद�े चवे ध5मे अ�ानं स8 चतो थेततो न प3 ञापेित, अिभस5पराये च…पे॰… अयं वु8 चित, सेिनय, स*था स5मास5बु/ो’’ितआिदना पु'गलाभावदीपकसु�स द$सनवस"पव�ो सु�स�द<सनानुयोगो चाित ए�केन कथाम'गेन िव*थारतो पठमा पु'गलकथा िवभ�ा। त*थ ‘‘अ�*थ पु'गलो अ�िहताय पिटप नो’’ितआदीसु यथा �पादयो ध5मा प8 च�ल+खणसाम3 ञल+खणवसेन ल�भ� त, न एवं पु'गलो, �पादीसु पन सित लोकवोहारम�ेन ‘‘अ�*थ पु'गलो’’ित वु8 चतीित। वु��5प चतें भगवता – ‘‘इमा खो, िच�…पे॰… लोकवोहारा लोकप3 ञि�यो’’ित (दी॰ िन॰ १.४४०)। ि>धािप बु/ानं कथा स5मुितकथा, परम*थकथा च। त*थ ‘‘स�ो पु'गलो गामो प�बतो’’ितआिदका स�मुितकथानाम, ‘‘अिन8 च ंद+ुखं अन�ा ख धा आयतनानी’’ितआिदका परम)थकथा नाम। बु/ा िह ये ये स�ा यथा यथा बु��झ*वा चतुस8 चपिटवेधं कातुं स+ को� त, तेसं तेसं तथा तथा स5मुितवसेन वा परम*थवसेन वा वोिम$सकवसेन वा देसे*वा नाम�पपिर8छेदद$सनवसेनेव अमतं म'ग ंपकासे� त। अय�3ह –

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दवेु स� चािन अ खािस, स�बु�ो वदतं वरो।स�मु�त परम�थ� च, तितयं नुपल भित॥

त�थ –

स$ेतवचनं स� च,ं लोकस�मुितकारणं।परम�थवचनं स� च,ं ध�मानं तथल खणं॥

त(मा िव� ञू अक�वान, य� जनेिभिनवेसनं।परम�थे पित,ाय, पु-गला�द िवव/ जये॥

प� ञ�0 अनित क�म, परम�थो पकािसतो।िवनायकेन सो य(मा, त(मा अ� ञोिप प12डतो।परम�थं पकासे4तो, सम� ञं नाितधावयेित॥ (कथा॰ अ,॰ २३७)।

अयं पु-गलकथानयो।

पिरहािनकथािदव�णना

पु-गलकथातो परं ‘‘पिरहायित अरहा अरह0ा’’ितआिदना असेखा, सोताप4 नव1/ जतसेखा च अ-गम-गफलतो पिरहाय4तीित पव0ा पिरहािनकथा। प ब/ जा िवय पिटवेधसBातो CDचिरयवासोिप मनु(सेसु एव भवित, न1�थ देवेसु CDचिरयवासोित पव0ा �चिरयकथा। द ुखद(सनेन एकदेसतो िकलेसा पहीय14त, तथा समुदयद(सनादीहीित एवं नानािभसमयवसेन ओिधसो िकलेसा पहीय4तीित पव0ा ओिधसोकथा। झानलाभी पुथु/ जनो कामराग यापादे समु�छेदवसेन जहित, सो चतुस� चािभसमया पठममेव अनागामी होतीित पव0ा जहितकथा। अतीतािदभेदं स बं ख4धािदकं काल0येिप ख4धािदसभावेन अ�थीित पव0ा स�बम�थीितकथा। अतीतं, अनागत� च ख4धािदकं अ�थीित पव0ा अतीत�ख�धािदकथा। अतीतेसु िवपाकध�मध�मेसु एक� च ंअिवप किवपाकमेव अ1�थ, न इतर14त पव0ा एक! चम�थीितकथा। स बे ध�मा सितप,ानाित पव0ा सितप#ानकथा। अतीतानागतािदवसेन न1�थ, सकभावेन वा अ1�थ, परभावेन न�थीित पव0ा हेव%�थकथा। त�थ हेव�थीित एवं इिमना पकारेन अ�थीित अ�थो।

अिधमािनकानं, कुहकानं वा अरह0पिट� ञानं सु किव(स�, िद(वा मारकाियका देवता उपसंहर4तीित पव0ा प&पहारकथा। अरहतो परेसं नामगो0ादीसु अ1�थ अ� ञाणं, अ1�थ कBा, परेिह ञापनीयतो अ1�थ परिवतरणाित ित'सो कथा। सोतापि0म-ग खणे द ुख14त वाचा िभ/ जतीित पव0ा वचीभेदकथा। द ुख14त वाच ंभास4तो द ुख ेञाणं आहरित, त� च लोकु0र14त पव0ा दु�खाहारकथा। समापि0यं, भवLे च िच0ं िचरं ित,तीित पव0ा िच*ि#ितकथा। स बे सBारा िनMपिरयायेन आिद0ा कु कुळिनरयसिदसाित पव0ा कु� कुळकथा। प� चकंे चतुस� चद(सनवसेन एकेक(स म-ग(स चतु ख0ुं उMपि0वसेन सोळसिह को,ासेिह अरह0Mप0ीित पव0ा अनुपु�बािभसमयकथा। बु�ानं वोहारवचनं लोकु0र14त पव0ा वोहारकथा। सु�स0ानं अMपिटसBाय म-गेन िवना िकलेसिनरोधसBातो अMपिटसBािनरोधो, पिटसBाय तेन म-गेन िकलेसिनरोधोित Oे िनरोधाित पव0ा िनरोधकथा।

तथागतबलं सावकसाधारण14त पव0ा बलकथा। आसव खयञाणिवरिहतं नवबलं लोकु0र14त पव0ा अिरय%�तकथा। सरागं िच0ं िन बानं आर भ रागतो िवमु� चतीित पव0ा िवमुि*कथा। झानेन िव ख�भनिवमुि0या पठमं िवमु0ं िच0ं म-ग खणे समु�छेदिवमुि0या िवमु� चमानं नाम होतीित पव0ा िवमु! चमानकथा। अ,मकसBात(स सोतापि0म-ग,(स अनुलोमगोPभु खणे िदि,िविचिक�छा पहीय14त नाम, म-ग खणे पहीना नामाित पव0ा अ#मककथा। अ,मक(स म-ग खणे सि�14Qयादीिन पिटलभ14त, न पिटल�ानीित पव0ा अ#मक'स इ%�.यकथा। चतु�थ/झानध�मुप�थ�ं मंसच खुमेव िद बच खु नामाित पव0ा िद�बच�खुकथा। तथा मंससोते िद�बसोतकथा। यथाक�मूपगतञाणमेव िद बच खूित पव0ा यथाक/मूपगतञाणकथा। देवCDानं पाणाितपातािदअसंवराभावम0ेन स�प0िवरितया अभावेिप संवरो अ�थीित पव0ा संवरकथा। अस� ञीन1�प चुितपिटस14ध खणे स� ञा अ�थीित पव0ा अस4 ञकथा। नेवस� ञानास� ञायतनभूिमयं स� ञा नMपव0तीित पव0ा नेवस4 ञानास4 ञायतनकथा।

अरहा िगही अ(साित पव0ा िगिह'स अरहाितकथा। अनागािमनो सु�ावासेसु पिटस14धिच0ेन उपपि0 खणे अरह4तो हो4तीित पव0ा उपपि*कथा। अरहतो लोिकयध�मािप अनासवाित पव0ा अनासवकथा। प� चुMप4 न खणे समिLभावसम4 नागमो च Rपावचरािदभूम4तरपिटलाभसम4 नागमो चाित Oे सम4 नागमा, येसं पन इमे Oे सम4 नागमे ठपे�वा अ� ञोिप हे�थ उपपि0ध�मवसेन एको सम4 नागमो नाम अ1�थ, तेन अरहा चतूिह फलेिह सम4 नागतोित पव0ा सम� नागतकथा। इिमनाव नयेन अरहा छिह उप ेखािह सम4 नागतोित पव0ा उपे�खासम� नागतकथा। म-गञाणस ब� ञुत� ञाणसBातबोिधया सदा स14 निहतभावेन बु�ोित पव0ा बोिधया बु6ोितकथा। महापुिरसल खणयु0ाव बोिधस0ाित पव0ा ल�खणकथा। बोिधस0ान1�प म-गिनयामो अ�थीित पव0ा िनयामो� क%�तकथा। चतु�थम-ग,ो तीिह फलेिह सम4 नागतोितआिदना

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पव0ा अपरािप सम� नागतकथा। पठमम-गादीिह पहीनेिह स�� िनMपिरयायतो अरह0ं स बसंयोजनMपहान14त पव0ा स�बसंयोजनपहानकथा।

िनMपिरयायतो फलं िवमुि0 नाम, िवप(सनाम-गप� चवे खणञाणािन पन पिरयायतो। एवं पन अ-गहे�वा यं िक1� च िकलेसिवMपयु0ं ञाणं िवमु0ीित पव0ा िवमुि*कथा। बु�ािदअसेखार�मणं असेखञाण14त पव0ा असेखञाणकथा। पथवीकिसणािदसमापि0यो परम�थतो अिव/ जमाने प� ञ0ार�मणे पव00ा िवपरीतञाण14त पव0ा िवपरीतकथा। त�थ अिन� च ेिन� च14तआिदना चतु1 बधो िवपS लासो वेिदत बो। स बेसं पुथु/ जनानं िनयामगमनाय ञाणं अ�थीित पव0ा िनयामकथा। स बं ञाणं पिटस1�भदाित पव0ा पिटस%/भदाकथा। स�मुितिवसय1�प ञाणं भूतार�मणमेवाित पव0ा स/मुितञाणकथा। चतेोपिरयञाणं िच0ार�मणमेव, न तंस�पयु0रागािदचतेिसकार�मण14त पव0ा िच*ार/मणकथा। स बT(म अनागतध�मे स बेसं ञाणं अ�थीित पव0ा अनागतञाणकथा। प� चुMप4 ने अ0नो ञाणेिप ञाणं पव0तीित पव0ा पटु8प� नञाणकथा। बु�ा िवय सावकािप तेन तेन वेनेUयजनेन प0 बफलं ञ�वाव तद�थाय ध�मं देसे4तीित पव0ा फलञाणकथा।

स�म0िनयामो िनयमतो िन� च,ेन असBतोित पव0ा िनयामकथा। ‘‘ध�मि,तता ध�मिनयामता’’ितआिदवचनतो पिट� चसमुMपादो असBतोित पव0ा पिट! चसमु8पादकथा। ‘‘स� चािन तथािन अिवतथानी’’ितआिदवचनतो चतुस� चािन असBतानीित पव0ा स! चकथा। ‘‘च0ारो आVMपा आने� जा’’ित वचनतो असBताित पव0ा आ;8पकथा। िनरोधसमापि0 असBताित पव0ा िनरोधसमापि*कथा। असBतो आकासोित आकासकथा। आकासो सिनद'सनोितकथा। पथवीधातु सिनद'सनाितआ�द क�वा कायक/मं सिनद'सन14त पिरयोसानकथा।

न1�थ केिच ध�मा केिहिच ध�मेिह सLिहता, तेन एकिवधेन RपसLहोितआिद िनर�थक14त पव0ा स=िहतकथा। वेदनादयो अRपध�मा अ� ञम� ञंन स�पयु0ाित पव0ा स/पयु*कथा। चतेिसकं न�थीित पव0ा चेतिसककथा। चतेनाध�मोव दानं, न देUयध�मोित पव0ा दानकथा। पिट-गाहकानं पिरभोगमयं पु� ञं अ�थीित पव0ा पिरभोगकथा। पतेा इतो िद4 नचीवरादीहेव यापे4तीित पव0ा इतोिद� नकथा। पथवीक/मिवपाकोितकथा। जरामरणं िवपाकोितकथा। िकलेसMपहानम0मेव साम� ञफलं, न िच0चतेिसका ध�माित पव0ा अिरयध/मिवपाककथा। अ� ञम� ञािदप� चयताय िवपाको िवपाकध/मध/मोितकथा।

असुरकायेन स�� छ गितयोित पव0ा गितकथा। मतस0ो मातुउतुसमय� च मातािपतुसंयोग� च ओलोकयमानो स0ाहं, अितरेकस0ाहं वा यT(म भवे ित,ित, सो अ4तराभवो नाम अ�थीित पव0ा अ�तराभवकथा। Rपािदप� चकामगुणाव कामधातु नाम, न तु व�थुकामिकलेसकामाित पव0ा कामगुणकथा। प� चवेायतनािन कामाितकथा। Rपध�माव Rपधातूितकथा। अRपध�माव अRपधातूितकथा। Rपधातुया स0ा घानादीिह स�� सळायतिनकाित पव0ा &पधातुयाआयतनकथा। आVMपेिप अ1�थ सुखुमRप14तकथा। कायवचीिव� ञि0वसेन Rपं क�म14तकथा। िच0िवMपयु0ो अRपध�मोव जीिवित14Qयं, Rपजीिवित14Qयं न�थीित पव0ा जीिवित%�.यकथा। अिरयुपवादक�मेन अरह0ा पिरहायतीित पव0ा क/महेतुकथा।

अिन� चािदवसेन सBारे आदीनवतो अप1(स�वा िन बानं आिनसंसतो प(स4त(स संयोजनMपहानं होतीित पव0ा आिनसंसद'सािवकथा। िन बानार�मण1�प संयोजनं अ�थीित पव0ा अमतार/मणकथा। Rप ंसार�मण14तकथा। अनुसया अनार�मणाितकथा। ञाणं अनार�मण14तकथा। अतीतार�मण� च अनागतार�मण� च िच0ं अनार�मण14तकथाOयं। स बं िच0ं िवत कानुपितत14तकथा। िवत किवMफारोव सXो, सो च न सोतिव� ञUेयोित पव0ा िवत� किव8फारस>कथा। िवनािप िच0ेन वाचा पव0तीित पव0ा नयथािच*'सवाचाितकथा। िवनािप िच0ेन कायक�मं पव0तीित पव0ा नयथािच*'सकायक/म%�तकथा। अतीतेिहिप झानेिह, अनागतेिहिप योिगनो सम4 नागताित पव0ा अतीतानागतसम� नागतकथा।

भवLिच0े अिनV�े एव कुसलाकुसलिच0ािन उMप/ ज14त, तदभावे च स4तितिनरोधो िसयाित पव0ा िनरोधकथा। सह वाचािह िव� ञि0Rप ंम-गोितकथा। प� चिव� ञाणसमिL(सािप म-गभावना अ�थीित पव0ा प4 चिव4 ञाणसमि='सम?गकथा। प� चिव� ञाणा कुसलािप अकुसलापीितकथा। प� चिव� ञाणा साभोगाितकथा। म-ग खणे लोिकयेन, लोकु0रेन चाित Oीिह सीलेिह यु0ाितकथा। सीलं अचतेिसक14तकथा। सीलं न िच0ानुपिरव0ीितकथा। समादानहेतुिच0िवMपयु0ो पु� ञोपचयो होतीित पव0ा समादानहेतुककथा। िव� ञि0 सील14तकथा। पाणाितपातादयो िवनािप िव� ञ�0 हो4तीित पव0ा अिव4 ञि*दु'सी@यकथा।

अनुसया अ याकता, अहेतुका, िच0िवMपयु0ाित ित'सोिप अनुसयकथा। असेख(स ञाणिवMपयु0Mपवि0या सो ञाणीित नव0 बोित पव0ा ञाणकथा। ञाणं िच0िवMपयु014तकथा। म-ग खणे इदं द ुख14त ञाणं पव014त पव0ा इदं दु�ख%�तकथा। बु�ा इि�बलेन आयुकMपं िवनािप महाकMप ंित,4तीित पव0ा इि6बलकथा। िच0स4तित समािध, न एकिच0 खिणकोित पव0ा समािधकथा। अिव/ जािदपिट� चसमुMपादLेिह अ� ञा ध�मि,तताित पव0ा ध/मि#तताकथा। Rपादीिह अ� ञा अिन� चताित पव0ा अिन! चताकथा।

िव� ञि0यो िवनािप इ14Qयसंवरो कायवचीक�म14त पव0ा कथा। स बं क�मं िवपाकजनक14त पव0ा क�मकथा। सXो िवपाकोित पव0ा कथा। सळायतनं िवपाकोित पव0ा कथा। म-गं िवनािप स0 ख0ुपरमोितकथा। तथा कोलंकोलएकबीिजकथासुिप। िदि,स�प4 नो जीिवता वोरोपेतीितकथा। िदि,स�प4 न(स अपायद-ुगितया स�� Rपािदत2हासBातद-ुगितपहीनाित पव0ा दु?गितकथा। स0मभिवक(स त2हास�भवतो द-ुगित अMपहीनाित पव0ा

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स*मभिवककथा।

सYभेदािदकMप,ं क�मं क�वा तेन महाकMपं असीितभागं क�वा ततो एकभागम0ं कालं आयुकMप ंिनरये प� च4तीित अ-गहे�वा सकलं महाकMप ंप� च14त, िवन(समानेिप कMप ेच कवाळ4तरेसु प� च4तीित पव0ा क8प#कथा। सYभेदको अMपनाकुसलािन िवय कामावचरकुसल1�प न पिटलभतीित पव0ा कुसलपिटलाभकथा। अLस�प4 नाय आणि0या अभावेिप मातुघातािदआन4तिरयक�मपयोजको िम�छ0िनयतो एवाित पव0ा अन�तरापयु*कथा। अिनयतध�मेसुिप केिच कुसलस�पयु0ािनयता अ�थीित पव0ा िनयत'स िनयामकथा। नीवरणेिह िनवुतेन पिट�छ4 नेनेव िच0ेन नीवरणं पजह4तीित पव0ा िनवुतकथा। स�मुखीभूतं संयोजनमेव जहतीित पव0ा स/मुखीभूतकथा। समाप4 नो च झानार�मणिनक14तया झानं अ(सादेतीित पव0ा समाप� नो अ'सादेतीितकथा। द ुखवेदनायिप राग(सादवेदना होतीित पव0ा अ'सातरागकथा। ध�मत2हा अ याकताितकथा। ध�मत2हा न द ुखसमुदयोितकथा।

कुसलं वा अकुसल(स, अकुसलं वा कुसल(स अन4तरा उMप/ ज4तीित पव0ा कुसलाकुसलपिटस�दहनकथा। ग भसेUयकान1�प बीजम0ं सळायतनं पिटस14ध खणे उMप/ जतीित पव0ा सळायतनु8पि*कथा। प� चिव� ञाणािन अ� ञम� ञ(स अन4तरा उMप/ ज4तीित पव0ा अन�तरप! चयकथा। स�मावाचाक�म4तिव� ञि0यो अिरयRप14तकथा। कामरागािदतो अ� ञो अनुसयोितकथा। िकलेसपिरयु,ानं िच0िवMपयु014तकथा। यथा कामरागो कामधातुयं पिरयाप4 नो, एवं RपरागअRपरागा RपाRपभूिमयं पिरयाप4 नाित पव0ा पिरयाप� नकथा। Oयं िदि,गतं अ याकत14तकथा। िदि,गतं अपिरयाप4 न14तकथा। यो येसं हेतुप� चयो, सो पुन तेसं सहजातािदप� चयो न होित, एकधाव एक(स प� चयो होतीित पव0ा प! चयताकथा। अिव/ जाव सBारानं प� चयो, न पन सBारा अिव/ जायाित पव0ा अ4 ञम4 ञप! चयकथा। काल�ाना इमे पिरिनMफ4 नेन प� ञि0म0ाित पव0ा अ6ाकथा। एवं खणलयमुहु*कथा। अ� ञ(स आसव(स अभावा आसवा अनासवाित पव0ा आसवकथा। लोकु0रानं ध�मानं जरामरणं लोकु0र14त पव0ा जरामरणकथा। िनरोधसमापि0 लोकु0राित पव0ा स4 ञावेदियतकथा। सा लोिकयाित पव0ा दुितयस4 ञावेदियतकथा। िनरोधसमाप4 नोिप कालं करेUयाित पव0ा तितयस4 ञावेदियतकथा। िनरोधसमापि0 अस� ञस0ुिपकाितकथा। क�मतो अ� ञो िच0िवMपयु0ो क�मूपचयोितकथा।

बलMप0ा बु�ादयो इि�बलेन स0ानं िच0ं रागािदअनुMपि0या िन-ग2ह4तीित पव0ा िन?गहकथा। एवं कुसलुMपि0या परिच0प-गहनकथा। बु�ा इि�या परेसं सुखं दे4तीित पव0ा सुखानु8पदानकथा। ‘‘सBारा अिन� चा’’ित मनिसकरोतो अतीतािदभेदिभ4 ने स बे सBारे आर�मणवसेन एकतो अिधग2हातीित पव0ा अिधगAहमनिसकारकथा। Rपं हेतुक14तकथा। एवं Rपं सहेतुक14तकथा। Rपं कुसलाकुसल14तकथा। Rप ंिवपाकोितकथा, यथा कामावचरक�मेन जातं Rपं कामावचरं, एवं RपावचराRपावचरक�मेिह जातं Rप ंRपावचराRपावचर14तकथा। Rपरागो Rपधातुया, अRपरागो च अRपधातुया पिरयाप4 नोितकथा।

अ1�थ अरहतो पु� ञूपचयोितकथा। न1�थ अरहतो अकालम� चूितकथा। यं िक1� च उMप/ जित, स बिमदं क�मतोितकथा। इ14Qयब�मेव द ुखं, न स बे सBाराित पव0ा इ%�.यब6कथा। स बे सBारा द ुखा ठपे�वा अिरयम-ग14तकथा। म-गफलानेव सYो नाम, न च तािन द1 खणं पिट-ग2ह14त, त(मा न व0 बं सYो द1 खणं पिट-ग2हातीितकथा। तथा न व0 बं सYो द1 खणं िवसोधेतीितकथा। न व0 बं सYो भु� जतीितकथा। न व0 बं सY(स िद4 नं महMफल14तकथा। बु�ा न िक1� च भु� ज14त, त(मा न व0 बं बु�(स िद4 नं महMफल14तकथा। दायकतो दानं िवसु/झित, न पिट-गाहकतोित पव0ा द%�खणािवसुि6कथा।

बु�ा तुिसतलोके एव िन ब014त, न मनु(सलोके। ए�थ िह िन1�मतRपम0ं द(से4तीित पव0ा मनु'सलोककथा। िन1�मतRपं ध�मं देसेित, न बु�ोित पव0ा ध/मदेसनाकथा। रागोव कVणा नाम, ततो न1�थ बु�ानं कVणाितकथा। बु�ानं उ� चारप(सावो अ� ञ ेग4धजाते अितिवय अिधग2हातीित पव0ा ग�धजातकथा। बु�ा एकेन म-गेन च0ािर साम� ञफलािन स1�छकरो4तीित पव0ा एकम?गकथा। पिरक�मा�द िवनाव पठमािद/झाना दिुतयािद/झानं स$मतीित पव0ा झानसC%�तकथा। प� चकनये अिवत किवचारम0ं झानं िवसंु झानं नाम न होित, झान4तिरकं नाम होतीित पव0ा झान�तिरककथा। समाप4 नो सXं सुणातीितकथा। िव� ञाणं िवना पसादच खुना Rपं प(सतीितकथा।

तेकािलके िकलेसे पजहतीित पव0ा िकलसे8पजहनकथा। िन बानसBातािप सु� ञता सBार ख4धपिरयाप4 नाित पव0ा सु4 ञतकथा। असBतमेव साम� ञफल14तकथा। येसं केस1� च ध�मानं पिटलाभा असBताित पव0ा पि*कथा। स बध�मानं सभावसBाता तथता असBताित पव0ा तथताकथा। अनव/ ज,ेन िन बान1�प कुसल14तकथा। आन4तिरया�द िवनािप अ1�थ पुथु/ जन(स अ� च4तिनयामताितकथा। लोिकयस�ादयो न इ14Qयानीित पव0ा इ%�.यकथा।

अस1� च� चािप आन4तिरको होतीित पव0ा अस%4 च! चकथा। न1�थ पुथु/ जन(स ञाण14त पव0ा ञाणकथा। नेरियकानं क�मानेव िनरयपालRपने वधे14त, न िनरयपालाित पव0ा िनरयपालकथा। अ1�थ देवेसु ितर�छानाितकथा। िवरित0यं िच0िवMपयु0ं, प� चिLकोव म-गोित पव0ा म?गकथा। पिट� चसमुMपादेसु ञाणं लोकु0र14त पव0ा ञाणकथा।

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ित(सो सLीितयो आर भ सासनं नवं कत14त पव0ा सासनकथा। पुथु/ जनो एक खणे तेधातुकेिह ध�मेिह अिविव0ोित पव0ा अिविव*कथा। ञेUयावरणहेतुकं िक1� च संयोजनं अMपहायिप अरहा होतीित पव0ा संयोजनकथा। ‘‘सBारा िन� चा हो4तु, V खा िन� चपुMफफलािदयु0ा खिेमनो हो4तू’’ितआिदना यथािधMपायं इि� पव0तीित पव0ा इि6कथा। बु�ानं सरीरआयुपभावेम0तो अ� ञािप वेम0ता अ�थीित पव0ा बु6कथा। एकT(म खणे स बलोकधातूसु अनेके बु�ा स4तीित पव0ा स�बिदसाकथा। स बे ध�मा िनयताित पव0ा ध/मकथा। स बक�मािन फलदाने िनयतानीित पव0ा क/मकथा।

अरहा अस ब� ञुभावेन स ब� ञुिवसये िक1� च संयोजनं अMपहाय पिरिन बातीित पव0ा पिरिन�बानकथा। अरहा कुसलिच0ो पिरिन बायतीित पव0ा कुसलिच*कथा। अरहा आने� ज ेस12ठतो पिरिन बायतीित पव0ा आने4 जकथा। अ1�थ ग भसेUयाय ध�मािभसमयो, अ1�थ ग भसेUयाय अरह0Mपि0, सुिपन4ते ध�मािभसमयो, अरह0Mपि0 चाित पव0ा ित'सोिप कथा। स बं सुिपनिच0ं अ याकत14तकथा। खिणकताय िच0ानं न1�थ आसेवनप� चयताितकथा। स बे सBता एकिच0 खिणकाित पव0ा खिणककथा।

इ1�थया स�� एकतो स�प�0 अनुभिव(सामाित पूजा�द क�वा एकािधMपायMप0(स िभ खुनो मेथुनो ध�मो पिटसेिवत बोित पव0ा एकािध8पायकथा। पापिभ खूसु मेथुनं पिटसेव4तेसु अरह4तानं व2णेन अमनु(सा मेथुनं पिटसेव4तीित पव0ा अरह�तव�णकथा। केिच स0ा अ0नो इ(सिरयेन कामकािरकावसेन िविनपातं ग�छ14त, न क�मवसेनाित पव0ा इ'सिरयकामकािरकाकथा। न रागो रागपितRपकोितआिद पित&पकथा। ख4धायतनादयो अपिरिनMफ4 नाित पव0ा अपिरिन8फ� नकथाित सािधकिOसतकथा। पािळयं अ,मुखवादयुि0वसेनेव स1�मितयादीनं िभ4 नलि�कानं लि�भेदवसेन नानापकारतो िवभ0ा, ता पन स बकथा पु-गलकथाव। ता तंतंलि�भेदवसेन सBेपतोिप वु� चमाना अितभािरयं ग4थं करो14त, त(मा न िव�थािरता। तं पन नयं इ�छ4तेिह पािळअ#कथासु (कथा॰ १ आदयो; कथा॰ अ,॰ िनदानकथा) एव िव�थारतो गहेत बोित अयमे�थ पािळनयेन स�� अ�थिविन�छयो।

मोहिव�छेदिनया अिभध�ममाितक�थव2णनाय

कथाव�थुमाितक�थव2णना िनि,ता।

६. यमकमाितका

मूलयमकमाितक�थव�णना

इदािन यमकमाितकाय संव2णनानयो होित। सा पनेसा मूलयमकमाितका ख4धआयतनधातुस� चसBारअनुसयिच0ध�मइ14Qययमकमाितकाित दसिवधा होित। केन,ेन च�ेथ यमक14त? युगळ,ेन। युगळं िह ‘‘यमकपािटहािरयं’’, ‘‘यमकसाला’’ितआदीसु ‘‘यमक’’14त वु� चित, इित युगळसBातानं यमकानं वसेन देिसत0ा इमेसु दससु एकेक1�प, एतेसं िवभजन0ा िनXेसोिप, स बेसं समूह0ा पकरण1�प यमकं नाम। इध पनेता िनXेसयमकं उपादाय ‘‘यमकमाितका’’�वेव वु0ा, तासं पन दस4 नं यमकमाितकानं मूलयमकमाितका आिद। त�थािप ‘‘ये केिच कुसला ध�मा, स बे ते कुसलमूला। ये वा पन कुसलमूला, स बे ते ध�मा कुसला’’ित इदं यमकं आिद। त(स कुसलमूलसBातानं िO4 नं अ�थानं वसेन अ�थयमक14त वा, तेस� ञेव अ�थानं अनुलोमतो पिटलोमतो पव0पािळध�मवसेन ध�मयमक14त वा, अनुलोमपिटलोमतो पव0पु�छावसेन पु�छायमक14त वा ितधा यमकभावो वेिदत बो। सेसेसुिप एसेव नयो।

इदािन इमेसं यमकानं वसेन देिसताय इिम(सा मूलयमकमाितकाय ताव नययमकपु�छाअ�थवारMपभेदवसेन पािळवव�थानं एवं वेिदत बं –कुसलि0कमाितकाय िह ‘‘कुसला ध�मा’’ित इदं आिदपदं िन(साय मूलनयो मूलमूलनयो मूलकनयो मूलमूलकनयोित इमे च0ारो नया हो14त। तेसु एकेकT(म नये मूलयमकं एकमूलयमकं अ� ञम� ञमूलयमक14त तीिण तीिण यमकानीित Oादस यमकािन। एकेकT(म यमके अनुलोमपिटलोमवसेन Oे Oे पु�छाित चतुवीसित पु�छा, एकेकपु�छाय स14 न,ानसंसयवसेन Oे Oे अ�थाित अ,च0ालीस अ�था।

त�थ ये केिच कुसलाित कुसलेसु ‘‘कुसला नु खो, न कुसला नु खो’’ित स4देहाभावतो इमT(म पदे स14 न,ान�थो वेिदत बो। स�बे ते कुसलमूलाित ‘‘स बे ते कुसला ध�मा कुसलमूला नु खो, न नु खो’’ित एवं िवमितवसेन पु1�छत0ा इमT(म पदे संसय�थो वेिदत बो। सो च खो वेनेUयानं संसय,ाने संसयं दीपे�वा तंिवनोदन�थं भगवता वु0ो, तथागत(स पन संसय,ानं नाम न1�थ। इतो परेसुिप पु�छापदेसु एसेव नयो। यथा च कुसलपदं िन(साय इमे चतुनयादयो हो14त, अकुसलपदं िन(सायिप तथेव, अ याकतपदं िन(सायिप तथेव, कुसलादीिन तीिणिप पदािन एकतो क�वा िनिX,ं नामपदं िन(साय तथेवाित कुसलि0कमाितकाय चतूसु पदेसु स बेिप सोळस नया, अ,च0ालीस यमकािन, छ4 नवुित पु�छा, Oानवुितसतं अ�था च उXेसवसेन वु0ाित वेिदत बा। ए0ावता मूलवारो हेतुवारो िनदानवारो स�भववारो पभववारो समु,ानवारो आहारवारो आर�मणवारो प� चयवारो समुदयवारोित स बेिप दस वारा हो14त। त�थ मूलवारे आगतपिर�छेदेनेव अवसेसेसुिप नयादयो वेिदत बा। पािळ पने�थ अितसंिख0ा। इित स बेसुिप दससु वारेसु सि,सतं नया,

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असीितअिधकािन च0ािर यमकसतािन, सि,अिधकािन नव पु�छासतािन, वीसािधकािन एकूनवीसित अ�थसतािन च उिX,ानीित वेिदत बािन।

एवमे�थ नययमकपु�छा अ�थवारMपभेदवसेन पािळवव�थानं िविद�वा इदािन त(सा अनु0ानपद�थानुसारेनेव िवभLनयसिहतो सBेप�थव2णनानयो एवं वेिदत बो – त�थ ये केचीित अनवसेसवचनं। कुसला ध/माित अनव/ जसुखिवपाका िन(स0सभावा। स�बे ते कुसलमूलाित �क ते स बेयेव कुसलमूला हो4तीित पु�छा। इमािन पन िव(स/ जनमाितकाय न1�थ। यमकमाितकाय िह स ब�थ पु�छापदानेव उ�टािन, न िव(स/ जनानीित। िव(स/ जनािन पन िनXेसेयेव वु0ािन, त(मा स ब�थ िनXेसनयेनेव िव(स/ जनमुखं द(सिय(साम। इिम(साव ‘‘ये केिच कुसला ध�मा, स बे ते कुसलमूला’’ित पु�छाय िवभLनयेन इदं िव(स/ जनमुखं। ‘‘तीणेव कुसलमूलािन, अवसेसा कुसला ध�मा न कुसलमूला’’ित त(सा चायम�थो – न ते स बे कुसला ध�मा कुसलमूलािन हो14त, अलोभादीिन पन तीणेव कुसलमूलानीित। ये वा पन कुसलमूला तयो अलोभादयो कुसलानं मूलाित वु0ा, स�बे ते कुसला ध/माित �क ते स बे तयोिप ध�मा कुसलाित पु�छा। त(सा िनXेसे ‘‘आम4ता’’ित िव(स/ जनं। त(स तेसं ित2णं मूलानं कुसलभाव1�प स�पिट�छामीित अ�थो। अयं ताव मूलनये मूलयमकनयो।

एकमूलयमके पन स�बे ते कुसलमूलने एकमूलाित गणन,ेन एकमूलकं अ-गहे�वा समान�थेन गहेत बा, अयं हे�थ अ�थो – ‘‘स बे ते कुसलमूलेन एकं समानं मूलं एतेस14त एकमूला’’ित। यं फ(स(स मूलं, �क तदेव वेदनादीन14त अयं पु�छा। अथ नेसं तथाभावं स�पिट�छनवसेन ‘‘आम4ता’’ित िवभLे िव(स/ जनं। ये वा पन कुसलमूलने एकमूला, स�बे ते ध/मा कुसलाित पु�छा। त(सा पन कुसलिच0समु,ानं Rपं कुसलमूलेन एकमूलमेव, न कुसलं, फ(सािदध�मजातं पन कुसलमूलेन एकमूल� चवे कुसल� चाित इदं िव(स/ जनं। यथेव िह फ(सादीनं अलोभादयो सुMपिति,तभावसाधनेन हेतुप� चय0ा मूलं, तथा तंसमु,ानRप(सापीित तंRप1�प अRपध�मेिह स�� समानमूल14त वु� चित, न पन कुसलं अनव/ जसुखिवपाक0ाभावा। एकमूलयमकनयो।

अ� ञम� ञमूलयमके पन ‘‘ये केिच कुसला’’ित अपु1�छ�वा ‘‘ये केिच कुसलमूलने एकमूला’’ित पु�छा कता। क(मा? इिमनािप य� जनेन त(सेव�थ(स स�भवद(सन�थ,ं कुसलसमु,ानRप(सािप स1�प2डन�थ� च। अ4 ञम4 ञमूलाित स बेव ते �क अ� ञम� ञ(स हेतुप� चय,ेन मूलािन हो4तीित पु�छा। त(सा यािन Oे तीिण मूलािन एकतो उMप/ ज14त, तानेव एकमूलािन चवे अ� ञम� ञमूलािन च, अवसेसा कुसलमूलसहजाता RपाRपध�मा कुसलमूलेन एकमूलाव, न च अ� ञम� ञमूलाित िव(स/ जनं। त(सेव पिटलोमनये स बे ते अ� ञम� ञमूला अलोभादयो कुसलाित पु�छा। आम4ताित िव(स/ जनं। मूलनयो।

यथा च मूलनये मूलयमकएकमूलयमकअ� ञम� ञमूलयमकवसेन छ1 बधा पु�छािव(स/ जननया वु0ा, एवं मूलमूलनयादीसुिप वेिदत बा। अयं पने�थ िवसेसो – स�बे ते कुसलमूलमूलाित स बे ते कुसलमूलसBाता मूला, कुसलमूलमूला�वेव अ�थो। एकमूलमूलाित समान,ेन एकमेव मूलमूलं एतेस14त एकमूलमूला, समानमूलमूला�वेव अ�थो। अ4 ञम4 ञमूलमूलाित अ� ञम� ञ(स मूलं अ� ञम� ञमूलं, तं हेतुप� चय,ेन मूलं एतेस14त अ� ञम� ञमूलमूला, अ� ञम� ञमूलमूला�वेव अ�थो। सेसं तािदसमेवाित। मूलमूलनयो।

मूलकनये पन स�बे ते कुसलमूलकाित स बे ते कुसला हेतुप� चय,ेन कुसलभूतं मूलं एतेस14त कुसलमूलकाित पु�छा। आम4ताित िव(स/ जनं। ‘‘ये वा पन कुसलमूलका, स बे ते ध�मा कुसला’’ित पु�छा। यं Rप,ं तं ठपे�वा सेसं कुसल14त िव(स/ जनं, सेसं तािदसमेवाित। मूलकनयो।

मूलमूलकनये पन कुसलमूलमूलकाित कुसलमूलसBातं मूलं एतेस14त कुसलमूलमूलका। सेसं तािदसमेवाित।

अयं ताव कुसलपदेसु पु�छािव(स/ जननयो। अकुसलपदादीसुिप एसेव नयो। अयं पन िवसेसो – अकुसलपदमूलेसु एकमूलयमके ‘‘ये केिच अकुसला ध�मा, स बे ते अकुसलमूलेन एकमूला’’ित पठमपु�छाय ‘‘अहेतुकं अकुसलं अकुसलमूलेन एकमूल’’14त िनXेसे िव(स/ जनं कतं। त�थ अहेतुकं अकुसल14त Oीसु मोहमूलिच0ेसु मोहं स4धाय वु0ं, अ याकतपदमूलेसु एकमूलयमके ‘‘ये केिच अ याकता ध�मा, स बे ते अ याकतमूलेन एकमूला’’ित पु�छाय ‘‘अहेतुकं अ याकतं ठपे�वा सेसा अ याकतमूलेन एकमूलका’’ित िव(स/ जनं। त�थ अहेतुकं अ�याकत14त अ,ारसाहेतुकिच0ुMपादा, Rपं, िन बान� च। ए�थ च िक� चािप सहेतुकअ याकतिच0समु,ानRप1�प अ याकतमूलेन एकमूलमेव, तं पन अ बोहािरकं क�वा िनXेसे एकतो ल भमानकवसेनपेतं िव(स/ जनं कत14त वेिदत बं।

नामपदमूलेसु च ‘‘ये केिच नामा ध�मा, स बे ते नाममूला’’ित पु�छाय ‘‘नवेव नाममूलािन, अवसेसा नामा ध�मा, न नाममूला’’ित िव(स/ जनं। एकमूलनये पने�थ ‘‘ये केिच नामा ध�मा, स बे ते नाममूलेन एकमूला’’ित पु�छा। ‘‘अहेतुकं नामं ठपे�वा सेसं नाममूलेन एकमूल’’14त िव(स/ जनं। त�थ अहेतुकिच0ुMपादिविचिक�छु�� चस�पयु0मोहिन बानवसेन अहेतुकं नामं वेिदत बं। सेसं स ब�थ कुसलपदे वु0ानुसारेन सुिव� ञUेयमेवाित। अयं मूलवारे नयो।

इतो परेसु हेतुवारादीसु नवसु वारेसु मूलवारसिदसोव स ब�थ संव2णनानयो। हेतुआिदपदम0मेव हे�थ िवसेसो, तािन च मूल-सXपिरयायतो अलोभािदहेतुकानेव। अलोभादयो िह सहजातध�मसBात(स अ0नो फल(स पित,ान,ेन मूल।ं त(स िनMफादन�थं िहनोित पव0तीित हेतु, ‘‘ह4द नं

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ग�हथा’’ित द�से�तं िवय अ�नो फलं िनदेतीित िनदानं। एत�मा फलं स�भवतीित स�भवो। पभवतीित पभवो। समु ाित तं ए!थ, एतेनाित वा समु�ानं। तं आहरतीित आहारो। अपिट&'खिपत)ब ेन तेन आल�बीयतीित आल�बणं। एतं पिट+ च तं एतीित प� चयो। एत�मा तं समुदेतीित समुदयो। स)बं कारणपिरयायेन वु�ा ‘‘मूलं हेतु िनदान1 चा’’ित गाथा दस� न&�प वारानं उ3ानगाथा नाम। अयं मूलयमकमाितक!थव�णनानयो।

ख�धयमकमाितक�थव णना

ख�धयमकपािळया पन पािळवव!थानं ताव एवं वेिदत)बं – ‘‘प1 च'ख�धा’’ित पदं आ7द क!वा याव ‘‘न ख�धा न स8ारा’’ित पदं, ताव पव�ा अयं ख�धयमकमाितका नाम। सा प�णि�वार�स ‘‘उ3ेसवारो’’ितिप ‘‘पु+छावारो’’ितिप वु+ चित। सो च पदसोधनवारो पदसोधनमूलच' कवारो सु:ख�धवारो सु:ख�धमूलच' कवारोित चतूिह नयवारेिह पिटम&�डतो। त!थ ‘‘<प ं<प'ख�धो, <प'ख�धो <प’’&�तआिदना नयेन पदमेव सोधे!वा गतो पदसोधनवारो नाम। सो अनुलोमपिटलोमवसेन दिुवधो होित। त�स अनुलोमवारे ‘‘<पं <प'ख�धो, <प'ख�धो <प’’&�तआदीिन प1 च यमकािन। पिटलोमवारेिप ‘‘न <पं न <प'ख�धो, न <प'ख�धो न <प’’&�तआिदना प1 च वारा।

ततो परं तेस1 ञेव पदसोधनवारे सोिधतानं ख�धानं ‘‘<पं <प'ख�धो, ख�धा वेदना'ख�धो’’ितआिदना नयेन एकेकख�धमूलकािन च�ािर च�ािर च' कािन ब&�ध!वा गतो पदसोधनमूलकानं च' कानं अ&!थताय पदसोधनमूलच" कवारो नाम। सोिप अनुलोमपिटलोमवसेन दिुवधो होित। त�स अनुलोमवारे ‘‘<पं <प'ख�धो, ख�धा वेदना'ख�धो’’ितआदीिन एकेकख�धमूलकािन च�ािर च�ािर क!वा वीसित यमकािन। पिटलोमवारेिप ‘‘न <प ंन <प'ख�धो, न ख�धा न वेदना'ख�धो’’ितआदीिन वीसितमेव।

ततो परं ‘‘<प ंख�धो, ख�धा <प’’&�तआिदना नयेन सु:ख�धवसेनेव गतो सु#ख�धवारो नाम। सोिप अनुलोमपिटलोमवसेन दिुवधो होित। त�स अनुलोमवारे ‘‘<पं ख�धो, ख�धा <प’’&�तआदीिन प1 च यमकािन। पिटलोमवारेिप ‘‘न <प ंन ख�धो, न ख�धा न <प’’&�तआदीिन प1 चवे।

ततो परं तेस1 ञेव सु:ख�धानं ‘‘<प ंख�धो, ख�धा वेदना’’ितआिदना नयेन एकेकख�धमूलकािन च�ािर च�ािर च' कािन ब&�ध!वा गतो सु:ख�धमूलकानं च' कानं अ&!थताय सु#ख�धमूलच" कवारो नाम। सोिप अनुलोमपिटलोमवसेन दिुवधो होित। त�स अनुलोमवारे ‘‘<पं ख�धो, ख�धा वेदना’’ितआदीिन एकेकख�धमूलकािन च�ािर च�ािर क!वा वीसित यमकािन। पिटलोमवारेिप ‘‘न <प ंन ख�धो, न ख�धा न वेदना’’ितआदीिन वीसितमेव। एवमे!थ चतूसु नयवारेसु एकं यमकसतं, >े पु+छासतािन, एकेकपु+छाय स&� न ानसंसयवसेन >े >े अ!थे क!वा च�ािर च अ!थसतािन उि3 ानीित वेिदत)बािन।

एवमेित�सा पािळवव!थानं िविद!वा इदािन अनु�ानपद!थानुसारेन िवभ@नयसिहतस8ेप!थव�णनानयो एवं वेिदत)बो। प$ च"ख�धाित अयं यमकवसेन पु&+छत)बानं ख�धानं उ3ेसो। %प"ख�धो…पे॰… िव$ ञाण"ख�धोित तेस1 ञवे पभेदतो नामवव!थानं। ततो परं पदसोधनवारादयो च�ारो नयवारा। त!थ %पं %प"ख�धोित यं िक&1 च ‘‘<प’’&�त वु+ चित, स)बं तं ‘‘<प'ख�धो’’ित पु+छतीित वचनसोधन!थं पु+छा। त�सा च ‘‘िपय<प ंसात<पं <पं न <प'ख�धो, <प'ख�धो <प1 चवे <प'ख�धो चा’’ित इदं िन3ेसनयेन िव�सA जनं। त!थ िपय%पं सात%प&�तआदीसु यं ‘‘<प’’&�त वु�ं, तं <पमेव न <प'ख�धो। यो पन ‘‘<प'ख�धो’’ित वु�ो, सो ‘‘<प’’&�तिप ‘‘<प'ख�धो’’ितिप व�ुं वCतीित अ!थो। %प"ख�धो %प&�त ए!थ पन ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं <प'ख�ध�स िनयमेन <प&�त व�)ब�ा। वेदना वेदना"ख�धोित पु+छाय, वेदना"ख�धो वेदनाित पु+छाय च ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। स$ ञास$ ञा"ख�धोित पु+छाय ‘‘पप1 चस1 ञा’’ितआदीसु आगता िदि स1 ञा स1 ञा न स1 ञा'ख�धो, स1 ञा'ख�धो स1 ञा चवे स1 ञा'ख�धो चाित िव�सA जनं। स$ ञा"ख�धो स$ ञाित पु+छाय च ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। स*ारा स*ार"ख�धोित पु+छाय ‘‘अिन+ चा वत स8ारा’’ितआदीसु आगतो स8ार'ख�धो, ततो अवसेसा स8तध�मा स8ारा न स8ार'ख�धोित िव�सA जनं। स*ार"ख�धो स*ाराित पु+छाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। िव$ ञाणं िव$ ञाण"ख�धोित पु+छाय, िव$ ञाण"ख�धो िव$ ञाण&�त पु+छाय च ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं।

पिटलोमवारे न %पं न %प"ख�धोित पु+छाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। त�स <प-स3वचनीया ध�मा <प'ख�धो न हो�तीित अ!थो। न %प"ख�धो न %प&�त पु+छाय <प'ख�धिवरिहता ‘‘िपय<पं सात<प’’&�त वु�ा ध�मा न <प'ख�धो, <प,ं िपय<पसात<प<प'ख�धिवरिहता पन ध�मा न <प'ख�धो चवे न <प1 चाित िव�सA जनं। न वेदना न वेदना"ख�धोित पु+छाय, न वेदना"ख�धो न वेदनाित पु+छाय, न स$ ञा न स$ ञा"ख�धोित पु+छाय च ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। न स*ारा न स*ार"ख�धोित पु+छाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। न स$ ञा"ख�धो न स$ ञाित पु+छाय पन िदि स1 ञा न स1 ञा'ख�धो, स1 ञा, तं िदि स1 ञ,ं स1 ञा'ख�ध1 च ठपे!वा अवसेसा न चवे स1 ञा न च स1 ञा'ख�धोित िव�सA जनं। न स*ारा न स*ार"ख�धोित पु+छाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। न स*ार"ख�धो न स*ाराित पु+छाय स8ार'ख�धं ठपे!वा अवसेसस8तध�मा न स8ार'ख�धो, स8ारा, अस8ता पन धातु न चवे स8ारा न च स8ार'ख�धोित िव�सA जनं। न िव$ ञाणं न िव$ ञाण"ख�धोित पु+छाय, न िव$ ञाण"ख�धो न िव$ ञाण&�त पु+छाय च ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। इिमनाव नयेन इतो परेसुिप स)ब!थ िव�सA जननयो वेिदत)बो, िवसेसम�मेव पन व'खाम।

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पदसोधनमूलच' कवारे पन अयं िवसेसो – ख�धा वेदना"ख�धोित ये केिच ख�धा, स)बे ते वेदना'ख�धोित पु+छा। त�सा ‘‘वेदना'ख�धो ख�धो चवे वेदना'ख�धो च, अवसेसा पन ख�धा, न वेदना'ख�धो’’ित िव�सA जनं। सेसेसुिप एसेव नयो। पिटलोमे पन न ख�धा न वेदना"ख�धोित पु+छाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं। ए!थ च ये प1 ञि�िन)बानस8ाता ध�मा ख�धािप न हो&�त, ते य�मा वेदना'ख�धोिप न होित, त�मा ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं, सेसं सुिव1 ञFेयमेव। पदसोधनमूलच' कवारो।

सु:ख�धवारे पन ‘‘<पं ख�धो’’ित पु+छाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं िपय<पादीन1 च प1 चसु ख�धेसु स@िहत�ा। ‘‘ख�धा <प’’&�तआदीसु ये केिच ख�धा, स)बे ते <प'ख�धोितआिदना अ!थो गहेत)बो। तेनेव िह�स िन3ेसे ‘‘ख�धा <प’’&�तआिदना पदं अनु:िर!वा ‘‘ख�धा <प'ख�धो’’ितआिदना अ!थवसेनेव पदं उ:िर!वा ‘‘<प'ख�धो ख�धो चवे <प'ख�धो च, अवसेसा ख�धा, न <प'ख�धो’’ित िव�सA जनं कतं। तेनेव च कारणेन सु:ख�धवारोित वु�ो। वचनसोधने िवय िह ए!थ न वचनं पमाणं, यथा पन सु:ख�धा ल)भ&�त, तथा तथा अ!थोव पमाणं। परतो आयतनयमकमाितकादीसुिप एसेव नयो। पिटलोमे ‘‘न <पं न ख�धो’’ित यं ध�मजातं <प ंन होित, तं ख�धोिप न होतीित पु+छा, त�सा ‘‘<प'ख�धिवरिहता ख�धा, न <पं, तथा िन)बानं न पन <प1 चवे न ख�धो चा’’ित िव�सA जनं। सेसं सुिव1 ञेFयमेव। सु:ख�धवारो।

सु:ख�धमूलच' कवारेिप ‘‘ख�धा वेदना'ख�धो’’ितआिदना हे ा वु�नयेन अ!थो वेिदत)बोित अयं प�णि�वारे नयो।

य�मा पन िन3ेसे इिम�सा पन माितकाय प�णि�वारस8ातं िन3ेसं व!वा ततो इमं माितका' कमं मु&1 च!वा अपरेन पिरयायेन अ1 ञिेप उ3ेसवारिवरिहता ‘‘पवि�वारो पिर1 ञावारो’’ित >े महावारा पु+छािव�सA जनवसेन वु�ा, त�मा तेसं ि>� न&�प वारानं नयो द�सेत)बो। ततो पवि�वारे ताव पािळवव!थानपु&)बका मुखम�Gपकासना – इमH�म िह उGपादवारो िनरोधवारो उGपादिनरोधवारोित तयो अ�तरवारा हो&�त। त!थ उGपादवारे ताव ित�णं अ:ानं वसेन छ कालभेदा हो&�त प+ चुGप� नो, अतीतो, अनागतो, प+ चुGप� नेनातीतो, प+ चुGप� नेनानागतो, अतीतेनानागतोित। एवमेतेसु छसु कालभेदेसु Fवायं पठमो प+ चुGप� नो, त!थ पुIगलतो ओकासतो पुIगलोकासतोित तयो वारा हो&�त।

त!थ ‘‘य�स <प'ख�धो उGपA जित, त�स वेदना'ख�धो उGपA जतीित? अस1 ञस�ं उपपA ज�तानं तेसं <प'ख�धो उGपA जित, नो च तेसं वेदना'ख�धो उGपA जित। प1 चवोकारं उपपA ज�तानं तेसं <प'ख�धो च उGपA जित, वेदना'ख�धो च उGपA जित। य�स वा पन वेदना'ख�धो उGपA जित, त�स <प'ख�धो उGपA जतीित? अ<पं उपपA ज�तानं तेसं वेदना'ख�धो उGपA जित, नो च तेसं <प'ख�धो उGपA जित। प1 चवोकारं उपपA ज�तानं तेसं वेदना'ख�धो च उGपA जित, <प'ख�धो च उGपA जित। य�स <प'ख�धो उGपA जित…प॰े… त�स िव1 ञाण'ख�धो उGपA जित…पे॰… य�स वा पन िव1 ञाण'ख�धो उGपA जित, त�स <प'ख�धो उGपA जतीित…पे॰… प1 चवोकारं …पे॰… उGपA जती’’ित एवं <प'ख�धमूलकािन च�ािर, ‘‘य�स वेदना'ख�धो उGपA जित, त�स स1 ञा'ख�धो उGपA जती’’ितआिदना च वेदना'ख�धमूलकािन तीिण, स1 ञा'ख�धमूलकािन >े, स8ार'ख�धमूलकं एक&�त एवमेतािन प+ चुGप� नकाले पुIगलवारे अनुलोमनये दस यमकािन हो&�त। त!थ <प'ख�धमूलकेसु चतूसु आिदतो एकमेव पािळयं िव�स&A जतं, सेसािन तेन सिदसिव�सA जनानीित त&�तया लहुभाव!थं संिख�ािन।

वेदना'ख�धमूलके पन स)ब!थ ‘‘आम�ता’’ित एकसिदसमेव िव�सA जनं। वेदनादीसु उGप� नेसु िनयमेन स1 ञादीनं उGपA जनतो त!थ स)बािन संिख�ािन। यथा च पुIगलवारे दस यमकािन, एवं ओकासवारेिप ‘‘य!थ <प'ख�धो उGपA जित, त!थ वेदना'ख�धो उGपA जतीित? अस1 ञस�े त!थ…प॰े… प1 चवोकारे त!थ…पे॰… उGपA जती’’ितआिदना, पुIगलोकासवारेिप ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो उGपA जित, त�स त!थ वेदना'ख�धो उGपA जतीित? अस1 ञस�ं…पे॰… प1 चवोकारं…पे॰… उGपA जती’’ितआिदना। प+ चुGप� नकाले तीसु वारेसु अनुलोमनये 7तस यमका हो&�त। यथा अनुलोमनये 7तस, एवं पिटलोमनयेिप ‘‘य�स <प'ख�धो नुGपA जित, त�स वेदना'ख�धो नुGपA जतीित? अ<पं उपपA ज�तानं तेसं <प'ख�धो नुGपA जित, नो च तेसं वेदना'ख�धो नुGपA जित। स)बेसं चव�तानं तेसं <प'ख�धो च नुGपA जित वेदना'ख�धो च नुGपA जित। य�स वा पन वेदना'ख�धो नुGपA जित, त�स <प'ख�धो नुGपA जतीित? अस1 ञस�ं उपपA ज�तानं तेसं वेदना'ख�धो नुGपA जित, नो च तेसं <प'ख�धो नुGपA जित। स)बेसं चव�तानं तेसं वेदना'ख�धो च नुGपA जित <प'ख�धो च नुGपA जती’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो नुGपA जित, त!थ वेदना'ख�धो नुGपA जतीित? उGपA जित। य!थ वा पन…पे॰… नुGपA जतीित? उGपA जती’’ितआिदना च, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो नुGपA जित, त�स त!थ वेदना'ख�धो नुGपA जतीित…पे॰… स)बेसं चव�तानं तदभुयं नुGपA जती’’ितआिदना चाित 7तस यमका। एवं प+ चुGप� नकाले सि यमकािन, ति3गुणा पु+छा, ति3गुणा च अ!था वेिदत)बा।

त!थ य+स %प"ख�धो उ-प. जतीित य�स पुIगल�स पिटस&�ध'खणे <प'ख�धो उGपA जित। त+स वेदना"ख�धोित वेदना'ख�धोिप त�स तH�मयेव खणे उGपA जतीित अ!थो इिमनाव नयेन। त!थ अस$ ञस2&�त अस1 ञ�भवं पिटस&�धवसेन उपपA ज�तानं तेसं उGपA जन'खणे <प'ख�धो उGपA जित, नो च तेसं अिच�क�ा वेदना'ख�धो उGपA जतीित अ!थो। इिमनाव नयेन ‘‘य�स वा पन वेदना'ख�धो’’ितआिदकेसु पु+छािव�सA जनेसु, ततो परेसुिप स)ब!थ अ!थो वेिदत)बो।

इदं पने!थ उGपादिनरोधेसु िनयमल'खणं – सकलेिप िह इमH�म ख�धयमके त!थ त!थ उGप� नानं स�ानं पव�े याव मरणा वा ख�धानं अपिरय�तेसु उGपादिनरोधेसु िवA जमानेसुिप लहुपिरव�ानं ध�मानं िविन)भोगं क!वा उGपादिनरोधे द�सेतुं न सुकर&�त पवि�यं उGपादिनरोधे अनामिस!वा

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पिटस&�धउGपादवसेनेव उGपादवारो, िनरोधमरणकाले िनरोधवसेनेव च िनरोधवारो किथतो। एवमे!थ उGपादिनरोधेसु िनयमल'खणं िविद!वा पिटस&�धउGपादमेव च चुितिनरोधमेव च गहे!वा तेसु तेसु ठानेसु आगतानं पु+छािव�सA जनानं अ!थिविन+छयो वेिदत)बो।

पिटलोमनये पन स3बेसं चव�तान&�त मरणिच��स भ@'खणसम� नागतानं। तेसं िह त!थ <प'ख�धो नुGपA जित, वेदना'ख�धो च चुितिच��स उGपि�'खणे एव उGप� न�ा। ‘‘य!थ <प'ख�धो नुGपA जित, त!थ वेदना'ख�धो नुGपA जती’’ित पु+छाय अ<पभवं स�धाय ‘‘उGपA जती’’ित इदं िव�सA जनं कत,ं अन�तरपु+छाय अस&1 ञभवं स�धाय ‘‘उGपA जती’’ित इदं िव�सA जन&�त वेिदत)बं। सेसं सुिव1 ञFेयमेवाित अयं प+ चुGप� नकाले नयो।

यथा च प+ चुGप� नकाले सि यमकादीिन, एवं सेसेसुिप प1 चसु कालभेदेसु प+ चके&�त गहेत)बं। पु+छािव�सA जनेसु पने!थ िक1 चािप ‘‘य�स <प'ख�धो उGप&A ज!थ, त�स वेदना'ख�धो उGप&A ज!थाित? आम�ता’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो उGप&A ज!थ, त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज!थाित? प1 चवोकारे उGप&A ज!थ, ना1 ञ!था’’ितआिदना च, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो उGप&A ज!थ, त�स त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज!थाित? प1 चवोकारानं तेसं त!थ उGप&A ज!थ, ना1 ञ!था’’ितआिदना च अतीतकाले अनुलोमनये, ‘‘य�स <प'ख�धो नुGप&A ज!थ, त�स वेदना'ख�धो नुGप&A ज!थाित? न!थी’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो नुGप&A ज!थ, त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज!थाित? उGप&A ज!था’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो नुGप&A ज!थ, त�स त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज!थाित? अ<पानं तेसं त!थ <प'ख�धो नुGप&A ज!थ, नो च तेसं…पे॰… सु:ावासानं तेसं त!थ तदभुयं नुGप&A ज!था’’ितआिदना तीसु वारेसु पिटलोमनये च,

‘‘य�स <प'ख�धो उGप&A ज�सित, त�स वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित? आम�ता’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो उGप&A ज�सित, त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित…पे॰… प1 चवोकारे उGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो उGप&A ज�सित, त�स त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज�सित…प॰े… प1 चवोकारानं तेसं त!थ उGप&A ज�सती’’ितआिदना च अनागतकाले अनुलोमनये, ‘‘य�स <प'ख�धो नुGप&A ज�सित, त�स वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सतीित? ये अ<प ंउपप&A ज!वा पिरिन)बािय�स&�त, तेसं <प'ख�धो नुGप&A ज�सित, नेतरो, प&+छमभिवकानं तदभुयं नुGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो नुGप&A ज�सित, त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो नुGप&A ज�सित, त�स त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सतीित? अ<पानं तेसं त!थ <प'ख�धो नुGप&A ज�सित, नेतरो, प&+छमभिवकानं तदभुयं नुGप&A ज�सती’’ितआिदना पिटलोमनये च,

‘‘य�स <प'ख�धो उGपA जित, त�स वेदना'ख�धो उGप&A ज!था’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो उGपA जित, त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज!थाित…प॰े… प1 चवोकारे उGपA जती’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो उGपA जित, त�स त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज!थाित? सु:ावासं अस1 ञस�ं उपपA ज�तानं तेसं त!थ <प'ख�धो उGपA जित, नो च तेसं त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज!थ, प1 चवोकारे पन उGप&A ज!था’’ितआिदना प+ चुGप� नेन अतीतकाले अनुलोमनये, ‘‘य�स <प'ख�धो नुGपA जित, त�स वेदना'ख�धो नुGप&A ज!था’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो नुGपA जित, त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज!थाित? उGप&A ज!था’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो नुGपA जित, त�स त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज!थाित? प1 चवोकारा चव�तानं अ<पान1 च तेसं त!थ <प'ख�धो नुGपA जित, नो च तेसं त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज!थ, सु:ावासे पिरिन)ब�तानं अस1 ञस�ा चव�तानं तेसं त!थ <प'ख�धो च नुGपA जित वेदना'ख�धो च नुGप&A ज!था’’ितआिदना पिटलोमनये च,

‘‘य�स <प'ख�धो उGपA जित, त�स वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित? प&+छमभिवकानं प1 चवोकारं उपपA ज�तानं तेसं <प'ख�धो उGपA जती’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो उGपA जित, त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित? प1 चवोकारे…पे॰… उGप&A ज�सती’’ितआिदना च, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो उGपA जित, त�स त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित? प&+छमभिवकानं प1 चवोकारे…पे॰… उGप&A ज�सती’’ितआिदना च प+ चुGप� नेन अनागतकाले अनुलोमनये, ‘‘य�स <प'ख�धो नुGपA जित, त�स वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सतीित प1 चवोकारे पिरिन)ब�तानं अ<पे प&+छमभिवकानं…प॰े… नुGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो नुGपA जित, त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सतीित? उGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो नुGपA जित, त�स त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सतीित…प॰े… प1 चवोकारे पिरिन)ब�तानं अ<पे प&+छमभिवकानं अस1 ञस�ा चव�तानं तेसं त!थ…पे॰… नुGप&A ज�सती’’ितआिदना पिटलोमनये च,

‘‘य�स <प'ख�धो उGप&A ज!थ, त�स वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित? प&+छमभिवकानं उGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो उGप&A ज!थ, त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित…पे॰… प1 चवोकारे उGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो उGप&A ज!थ, त�स त!थ वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित? प1 चवोकारे प&+छमभिवकानं अस1 ञस�ानं…पे॰… उGप&A ज�सती’’ितआिदना अतीतेन अनागतकाले अनुलोमनये, ‘‘य�स <प'ख�धो उGप&A ज!थ, त�स वेदना'ख�धो उGप&A ज�सतीित? न!थी’’ितआिदना, ‘‘य!थ <प'ख�धो नुGप&A ज!थ, त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सतीित? उGप&A ज�सती’’ितआिदना, ‘‘य�स य!थ <प'ख�धो नुGप&A ज!थ, त�स त!थ वेदना'ख�धो नुGप&A ज�सतीित…पे॰… सु:ावासानं अ<पे प&+छमभिवकानं तेसं त!थ <प'ख�धो च नुGप&A ज!थ वेदना'ख�धो च नुGप&A ज�सती’’ितआिदना पिटलोमनये च सु:ा अ!थिवसेसा उपल)भ&�त। तथािप ग�थिव!थारभयेन अनवसेसतो न द�सिय�साम, द&�सतनयेनेव स)ब!थ पु+छािव�सA जनं स' का प&�डतेन ञातु&�त अयं उGपादवारे नयो।

यथा च उGपादवारे छसु कालभेदेसु प+ चकंे पुIगलािदभेदतो अनुलोमपिटलोमनयुभयेन छ छ वारा, एकेकH�म वारे दस दस क!वा सि सि यमकािन,

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स)बािनिप सि अिधकािन तीिण यमकसतािन, ततो ि>गुणा पु+छा, ि>गुणा अ!था च हो&�त, एवं िनरोधवारे उGपादिनरोधवारेिप वेिदत)बा। त!थ च ‘‘य�स <प'ख�धो िनNAझित, त�स वेदना'ख�धो िनNAझतीित…पे॰… प1 चवोकारा चव�तानं…प॰े… िनNAझती’’ितआिदना, ‘‘य�स <प'ख�धो न िनNAझित, त�स वेदना'ख�धो न िनNAझतीित…प॰े… स)बेसं उपपA ज�तानं…पे॰… न िनNAझती’’ितआिदना िनरोधवारे, ‘‘य�स <प'ख�धो उGपA जित, त�स वेदना'ख�धो िनNAझतीित? नो। य�स <प'ख�धो नुGपA जित, त�स वेदना'ख�धो न िनNAझतीित…पे॰… अ<पं उपपA ज�तानं अस1 ञस�ा चव�तानं तेसं <प'ख�धो च नुGपA जित, वेदना'ख�धो च न िनNAझती’’ितआिदना उGपादिनरोधवारे च हे ा वु�ानुसारेन स)ब!थ पु+छािव�सA जननयो ञात)बोित अयं पवि�वारे नयो।

पिर1 ञावारे पन पुIगलवारादीसु तीसु पुIगलवारो एकोव ल)भित, न ओकासपुIगलोकासवारा सिदसिव�सA जन�ा। यो िह कोिच पुIगलो <पा7द पिरजान�तोव, य!थ क!थिच िनN:ोिप तािदसोव होित, त�मा छसु कालभेदेसु अनुलोमतो पुIगलवसेन >े >े वारा, एकेकH�म वारे दस दस क!वा वीसित वीसित यमकानीित वीसं यमकसतं, ति3गुणा पु+छा, ति3गुणा च अ!था वेिदत)बा। त!थ च ‘‘यो <प'ख�धं पिरजानाित, सो वेदना'ख�धं पिरजानातीित? आम�ता’’ितआिदना च, ‘‘यो <प'ख�धं न पिरजानाित, सो वेदना'ख�धं न पिरजानातीित? आम�ता’’ित आिदना च अनुलोमपिटलोमतो आिदतो तीसु कालेसु स)बपु+छानं ‘‘आम�ता आम�ता’’!वेव िव�सA जनं। इतरेसु पन तीसु िम�सककालेसु ‘‘यो <प'ख�धं पिरजानाित, सो वेदना'ख�धं पिरजािन!थाित? नो। यो वा पन…पे॰… नो’’ित एवं इतरकाल>येिप अनुलोमनये ‘‘नो नो’’!वेव िव�सA जनं।

पिटलोमनये पन ‘‘यो <प'ख�धं न पिरजानाित, सो वेदना'ख�धं न पिरजािन!थाित? अरहा <प'ख�धं न पिरजानाित, नो च सो वेदना'ख�धं न पिरजािन!थ। अIगमIगसमि@1 च अरह�त1 च ठपे!वा अवसेसा पुIगला <प'ख�ध1 च न पिरजान&�त, वेदना'ख�ध1 च न पिरजा7नसू’’ितआिदना, ‘‘यो <प'ख�धं न पिरजानाित, सो वेदना'ख�धं न पिरजािन�सतीित? ये मIग ंपिटलिभ�स&�त, ते <प'ख�धं न पिरजान&�त, नो च वेदना'ख�धं न पिरजािन�स&�त। अरहा ये च पुथुA जना मIग ंन पिटलिभ�स&�त, ते <प'ख�ध1 च न पिरजान&�त, वेदना'ख�ध1 च न पिरजािन�स�ती’’ितआिदना च, ‘‘यो <प'ख�धं न पिरजािन!थ, सो वेदना'ख�धं न पिरजािन�स�तीित? ये मIगं पिटलिभ�स&�त, ते <प'ख�धं न पिरजा7नसु, नो च वेदना'ख�धं न पिरजािन�स&�त। अIगमIगसम@ी ये च पुथुA जना मIग ंन पिटलिभ�स&�त, ते <प'ख�ध1 च न पिरजा7नसु, वेदना'ख�ध1 च न पिरजािन�स�ती’’ितआिदना च पु+छािव�सA जननयो वेिदत)बो।

ए!थ च अतीतानागतप+ चुGप� नस8ाता तयो अ:ा पवि�वारे चुितपिटस&�धवसेन न ल)भ&�त, पव�े िच�'खणवसेनेव ल)भ&�त। लोकु�रमIग'खणH�म िह िन)बानार�मणेन िच�ेन प1 चसु ख�धेसु पिर1 ञािक+ चिनGफि�या यं क&1 च एकं ख�धं पिरजान�तो इतर&�प ‘‘पिरजानाती’’ित अनुलोमप1हेसु पिर1 ञािक+ च�स म!थकGप�ं अIगमIगसम7@ स�धाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं वु�ं। ‘‘न पिरजानाती’’ित पिटलोमप1हेसु पुथुA जनादयो स�धाय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं वु�&�त वेिदत)बं। ‘‘पिरजािन!था’’ित इमH�म पन अतीतकालवारे मIगान�तरे अIगफले िठतोिप पिर1 ञािक+ च�स िनि त�ा पिरजािन!थयेव नाम। ‘‘पिरजानाती’’ित च अIगमIगसम@ी वु+ चित, ‘‘पिरजािन�स�ती’’ित पुथुA जनादयो, त�मा यो न पिरजानाित, सो पिरजािन!थाित वा, पिरजािन�सतीितआिदना वा व�ुं अस' कुणेFयताय ‘‘आम�ता’’ित िव�सA जनं कतं।

पिटलोमनये पन ‘‘अIगमIगसमि@1 च अरह�त1 च ठपे!वा’’ित इदं अIगमIगसमि@नो ‘‘न पिरजानाती’’ित वचनं, अरहतो च ‘‘न पिरजािन!था’’ित व�ुं अस' कुणेFयताय वु�ं, ‘‘ये च पुथुA जना मIग ंन पिटलिभ�स�ती’’ित इिमना अतीते िवय अनागतेिप अन�तकालं अमु+ चनका स�ा नाम अ!थीित द�सेित, ते च अरहता िनि तपिर1 ञािक+ चने, ‘‘न पिरजािन�स�ती’’ित व�)बतं वा आप� नेन समका जाता, स)ब!थ च एकं ख�धं पिरजान�तो स)बं पिरजानाित, अपिरजान�तोिप च स)बं न पिरजानातीित वेिदत)ब&�त अयं ख�धयमकमाितक!थसंव�णनानयो।

आयतनयमकमाितक�थव णना

आयतनयमकमाितकाय पन पािळवव!थानािदकं स)बं ख�धयमकमाितकाय वु�नयेनेव वेिदत)बं अ1 ञP िवसेसा, तPायं िवसेसो –‘‘>ादसायतनानी’’ित पदं आ7द क!वा याव ‘‘नायतना न मनो’’ित, ताव पव�ा अयं आयतनमाितका नाम। त!थ >ादसायतनािन उि3िस!वा यमकवसेन पु+छासु ख�धपदं ठपे!वा च'खादीिन प1 च अAझि�कायतनािन पठमं वु�ािन, प+छा <पािदप1 चबािहरायतनािन, पिरयोसाने मनायतनध�मायतनानीित एवं पािळवव!थाने प1हे। िव�सA जने पन ‘‘च'खु च'खायतन&�त? िद)बच'खु प1 ञाच'खु च'खुमेव, न च'खायतनं, च'खायतनं च'खु चवे च'खायतन1 च। सोतं सोतायतन&�त? िद)बसोतं त�हासोतं सोतमेव, न सोतायतनं। घानं घानायतन&�त? आम�ता…प॰े… कायो कायायतन&�त? नामकायो िच�कायोितआिद कायो, न कायायतनं। <प ं<पायतन&�त? भूतािद, िपय<पािद च <पवं, न <पायतनं। स3ो स3ायतन&�त? आम�ता। ग�धो ग�धायतन&�त? सीलग�धादयो ग�धोव, न ग�धायतनं। रसो रसायतन&�त? अ!थरसादयो रसोव, न रसायतनं। ध�मो ध�मायतन&�त? पिरयि�ध�मादयो ध�मोव, न ध�मायतनं। ध�मायतनं ध�मोित? आम�ता’’ित अयं प�णि�वारे िवसेसो।

पवि�वारे पन ‘‘य�स च'खायतनं उGपA जित, त�स सोतायतनं उGपA जतीित? सच'खुकानं असोतकानं उपपA ज�तानं तेसं च'खायतनं उGपA जित, नो च तेसं सोतायतनं उGपA जित। सच'खुकानं ससोतकानं उपपA ज�तानं तेसं च'खायतन1 च उGपA जित, सोतायतन1 च उGपA जित…पे॰… य�स <पायतनं

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उGपA जित, त�स मनायतनं उGपA जतीित? अिच�कानं <पायतनं उGपA जित, नो च तेसं मनायतनं उGपA जित। प1 चवोकारे उGपाद'खणे तदभुयं उGपA जित। य�स वा पन मनायतनं उGपA जित, त�स <पायतनं उGपA जतीित? अ<पभवव&A जते स1 ञाभवे उपपA ज�तानं…पे॰… उGपA जित। य�स <पायतनं उGपA जित, त�स ध�मायतनं उGपA जतीित? आम�ता। य�स वा पन…पे॰… उGपA जतीित? अ<पभवव&A जते स)ब!थ उGपA जित। य�स मनायतनं उGपA जित, त�स ध�मायतनं उGपA जतीित? आम�ता, य�स वा पन…प॰े… उGपA जतीित? अस1 ञभवव&A जते स)ब!थ उGपA जती’’ित एवं स3ायतनव&A जता सेसायतनमाितकायमकयोजना यथानु<पं वेिदत)बा। स3ायतनं िह पिटस&�ध'खणे न ल)भित, अयं उGपादवारे िवसेसो, इिमना नयेन िनरोधवारादीसु, पिर1 ञावारे च योजनािवसेसो वेिदत)बो, स)ब!थ च ख�धतो आयतनानं बहुता च यमकवारबहुता च वेिदत)बा। सेसं तािदसमेवाित अयं आयतनयमकमाितक!थसंव�णनानयो।

धातुयमकमाितक�थव णना

धातुयमकमाितकाय पन पािळवव!थानं स)बं आयतनयमकमाितकाय वु�नयेनेव वेिदत)ब&�त अयं धातुयमकमाितक!थसंव�णनानयो।

स� चयमकमाितक�थव णना

स+ चयमकमाितकाय पन ख�धयमके वु�नयेन वारभेदा, कालािदभेदा च वेिदत)बा, पािळवव!थाने पने!थ चतु� नं स+ चानं वसेन पदसोधनवारो पदसोधनमूलच' कवारो सु:स+ चवारो सु:स+ चमूलच' कवारोित इमेसु चतूसु वारेसु यमकगणना वेिदत)बा। पु+छािव�सA जनेसु पन ‘‘द'ुखं द'ुखस+ च&�त? आम�ता। द'ुखस+ च ंद'ुख&�त? काियकचतेिसकं द'ुखं ठपे!वा अवसेसं द'ुखस+ च,ं न द'ुख।ं काियकचतेिसकं द'ुखं पन द'ुख1 चवे द'ुखस+ च1 च। समुदयो समुदयस+ च&�त? त�हं ठपे!वा अवसेसा स+ चिवभ@े िनि3 ा कुसलािदध�मा समुदयो, न समुदयस+ च।ं त�हा पन समुदयो चवे समुदयस+ च1 च। समुदयस+ च ंसमुदयोित? आम�ता। िनरोधो िनरोधस+ च&�त? तद@िनरोधादयो, खिणकिनरोधो च िनरोधोव, न िनरोधस+ च।ं िन)बानं पन िनरोधो चवे िनरोधस+ च1 च। िनरोधस+ च ंिनरोधोित? आम�ता। मIगो मIगस+ च&�त? िम+छामIग@ादयो मIगो, न मIगस+ च।ं अिरयमIगो पन मIगो चवे मIगस+ च1 च। मIगस+ च ंमIगोित? आम�ता’’ितआिदना प�णि�वारे नयो वेिदत)बो।

पवि�वारे पन ‘‘य�स द'ुखस+ च ंउGपA जित, त�स समुदयस+ च ंउGपA जतीित? स)बेसं उपपA ज�तानं पव�े त�हािवGपयु�िच��स उGपाद'खणे तेसं द'ुखस+ च ंउGपA जित, नो च तेसं समुदयस+ च ंउGपA जित। त�हाय उGपाद'खणे तदभुयं उGपA जित। य�स द'ुखस+ च ंउGपA जित, त�स मIगस+ चंउGपA जतीित…प॰े… प1 चवोकारे मIग�स उGपाद'खणे तदभुयं उGपA जित। य�स वा पन…पे॰… उGपA जतीित? अ<प ेमIग�स उGपाद'खणे तेसं मIगस+ चंउGपA जित, नो च तेसं द'ुखस+ च ंउGपA जित। प1 चवोकारे तदभुयं उGपA जित। य�स समुदयस+ च ंउGपA जित, त�स मIगस+ च ंउGपA जतीित? नो, य�स वा पन…पे॰… नो’’ितआिदना पुIगलवारे, ‘‘य!थ द'ुखस+ च ंउGपA जित, त!थ समुदयस+ च ंउGपA जतीित? अस1 ञस�े त!थ द'ुखस+ च ंउGपA जित, नो च त!थ तद1 ञं, अ1 ञ!थ तदभुय&�प। य!थ द'ुखस+ च ंउGपA जित, त!थ मIगस+ च ंउGपA जतीित? अपाये, अस1 ञस�े च द'ुखमेव, नो च त!थ तद1 ञ,ं अ1 ञ!थ तदभुय�पी’’ितआिदना ओकासवारे, पुIगलोकासवारेपीित एवं अनुलोमनये,

‘‘य�स द'ुखस+ च ंनुGपA जित, त�स समुदयस+ च ंनुGपA जतीित? आम�ता। य�स वा पन…पे॰… नुGपA जतीित? स)बेसं उपपA ज�तानं पव�े त�हािवGपयु�िच��स उGपाद'खणे समुदयस+ च ंनुGपA जित, नो च तेसं द'ुखस+ च ंनुGपA जित। स)बेसं चव�तानं पव�े िच��स भ@'खणे अ<पे मIग�स च फल�स च उGपाद'खणे तेसं समुदयस+ च1 च नुGपA जित, द'ुखस+ च1 च नुGपA जती’’ितआिदना, ‘‘य!थ द'ुखस+ च ंनुGपA जित, त!थ समुदयस+ चंनुGपA जतीित? न&!थ। य!थ वा पन समुदयस+ च ंनुGपA जित, त!थ द'ुखस+ च ंनुGपA जतीित? उGपA जती’’ितआिदना च, ‘‘य�स य!थ द'ुखस+ च ंनुGपA जित, त�स त!थ समुदयस+ च ंनुGपA जतीित? आम�ता। य�स वा पन य!थ समुदयस+ च ंनुGपA जित, त�स त!थ द'ुखस+ च ंनुGपA जतीित? स)बेसं उपपA ज�तानं पव�े त�हािवGपयु�िच��स उGपाद'खणे तेसं त!थ समुदयस+ च ंएव नुGपA जित, नेतरं, स)बेसं पन चव�तानं पव�े िच��स भ@'खणे अ<प ेमIग�स च फल�स च उGपाद'खणे तेसं त!थ तदभुय&�प नुGपA जती’’ितआिदना च स)ब!थ पिटलोमनये च,

‘‘य�स द'ुखस+ च ंउGप&A ज!थ, त�स समुदयस+ च ंउGप&A ज!थाित? आम�ता। य�स द'ुखस+ च ंउGप&A ज!थ, त�स मIगस+ च ंउGप&A ज!थाित? अिभसमेतावीनं उGप&A ज!थ, न इतरेस’’&�तआिदना, ‘‘य�स य!थ द'ुखस+ च ंउGप&A ज!थ, त�स त!थ समुदयस+ च ंउGप&A ज!थाित? सु:ावासानं दिुतये िच�े व�माने अस1 ञस�ानं त!थ द'ुखस+ च ंउGप&A ज!थ, नेतरं, इतरेसं तदभुयं उGप&A ज!था’’ितआिदना, ‘‘य�स द'ुखस+ च ंउGप&A ज�सित, त�स समुदयस+ चंउGप&A ज�सतीित? अIगमIगसम@ीनं अरह�तानं य�स िच��स अन�तरा अIगमIगं पिटलिभ�स&�त, तेसं द'ुखस+ च ंउGप&A ज�सित, नेतरं, इतरेसं तदभुयं उGप&A ज�सती’’ितआिदना च, ‘‘य�स द'ुखस+ च ंउGपA जित, त�स समुदयस+ च ंउGप&A ज!थाित? आम�ता, य�स वा पन…पे॰… उGपA जतीित? स)बेसं चव�तानं पव�े िच��स भ@'खणे अ<पे मIगफलुGपि�'खणे तेसं समुदयस+ च ंउGप&A ज!थ, नो च तेसं द'ुखस+ च ंउGपA जित। स)बेसं उपपA ज�तानं पव�े िच��स उGपाद'खणे समुदयस+ च1 च उGप&A ज!थ, द'ुखस+ च1 च उGपA जती’’ितआिदना च सेसकालभेदेसु च अनुलोमपिटलोमादीसु च वु�ानुसारेन उGपादवारे स)ब!थ िव�सA जननयो यथानु<पं ञात)बो। ‘‘य�स द'ुखस+ च ंिनNAझित, त�स समुदयस+ च ंिनNAझतीित…प॰े… त�हाय भ@'खणे तेसं तदभुयं िनNAझती’’ितआिदना िनरोधवारे, उGपादिनरोधवारेपीित एवं पवि�वारे स)ब!थ यथानु<पतो योजना वेिदत)बा।

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तथा ‘‘यो दुखस च ंपिरजानाित, सो समुदयस च ंपजहतीित? आम�ता’’ितआिदना पिर� ञावारेपीित एवमे"थ पािळनयो ञात$बो।

अ"थिविन छये पने"थ इदं लखणं – पवि- वारे तावे"थ िनरोधस च ंन ल$भतेव, सेसेसु पन तीसु स चसुे समुदयम0गस चािन एक�तेन पवि-यं एव ल$भ3�त। दुखस च ंचुितपिटस�धीसुिप पव-ेपीित एवमे"थ यं यं स$ब"थ ल$भित, त5स त5स वसेन अ"थिविन छयो वेिदत$बो। ति6दं नयमुख ं–स�बेसं उपप ज�तान3�त अ�तमसो सु7ावासान38प। तेिप िह दुखस चनेेव उ:प; ज3�त। त�हािव�पयु�िच��साित इदं दुखस चसमुदयस चसुे एकको<ास5स उ:पि-द5सन"थं वु-ं, त5मा प� चवोकारवसेनेव गहेत$बं। चतुवोकारे पन त=हािव:पयु-फलसमापि-या उ:पादखणे एक38प स चंनु:प; जित। तदुभय3�त दुखसमुदयस च?यं। त@5म िह खणे त=हं ठप"ेवा सेसं दुखस च ंनाम होतीित तं स�धायेतं वु-ं। म0ग5स उ:पादखणे पन Bपमेव दुखस च ंनाम, सेसा म0गसहजाता ध8मा स चिविनमु-ाव। तेनेव कारणेन ‘‘अBपे म0ग5स उ:पादखणे तेसं म0गस च ंउ:प; जित, नो च तेसं दुखस च ंउ:प; जती’’ित वु-ं। स$बेसं उपप; ज�तानं पव-े त=हािव:पयु-िच-5स उ:पादखणे। तेसं त�थाित तेसं त@5म उपपि-खणे त=हािव:पयु-िच-ु:पि-खणे चाित एवमे"थ खणवसेन ओकासो वेिदत$बो। अ� ञसुेिप एवBपेसु एसेव नयो। अनिभसमेतावीन3�त अनिभसिमतस चान3�त इिमना नयमुखने स$ब"थ अ"थिविन छयो वेिदत$बो।

पिर� ञावारे पन ञाततीरणपहानवसेन ित5सोिप पिर� ञायो ल$भ3�त। य5मा पन लोकु-रध8मेसु पिर� ञानाम न3"थ, त5मा इध ?े एव स चािन गिहतािन। त"थ ‘‘दुखस च ंपिरजानाती’’ित ञाततीरणपिर� ञावसेन वु-ं, ‘‘समुदयस च ंपजहती’’ित ञातपहानपिर� ञावसेन, इित इमासं पिर� ञानं वसेन स$ब"थ अ"थो वेिदत$बो। अयं स चयमकमाितक"थसंव=णनानयो।

स ारयमकमाितक�थव�णना

सDारयमकमाितकाय पन हे<ा वु-नयेनेव महावार�तरािदभेदा वेिदत$बा। अयं पने"थ िवसेसो – माितकाय ताव यथा हे<ा ख�धादयो ध8मे उिEिस"वा ‘‘Bपं Bपख�धो’’ितआिदना पदसोधनवारो आर7ो, तथा अनारिभ"वा ‘‘अ5सासप5सासा कायसDारो’’ितआिदना पठमं तयोिप सDारा िवभिज"वा द35सता। त"थ काय5स सDारो कायस ारो, अ5सासप5सासा। ‘‘काियका एते ध8मा कायपिटब7ा’’ित (म॰ िन॰ १.४६३; सं॰ िन॰ ४.३४८) वचनतो कारणभूत5स करजकाय5स फलभूतो एस सDारोित कायसDारो। अपरो नयो – सDरीयतीित सDारो। केन सDरीयित? कायेन। अयं िह वातो िवय भ5ताय करजकायेन सDरीयित, एव38प काय5स सDारोित कायसDारो, कायेन कतो अ5सासप5सासवातोित अ"थो। चतेसा िवत के"वा िवचारे"वा प छा वाच ंिभ�दित, त5मा ‘‘िवत किवचारा वचीसDारो’’ित (म॰ िन॰ १.४६३) वचनतो पन सDरोतीित सDारो, Qक सDरोित? वQच। विचया सDारोित वचीस ारो, वचीभेदसमु<ापक5स िवत किवचार?य5सेतं नामं। ‘‘स� ञा च वेदना च चतेिसका एते ध8मा िच-पिटब7ा’’ित (म॰ िन॰ १.४६३; सं॰ िन॰ ४.३४८) वचनतोयेव पन तितयपदे सDरीयतीित सDारो, केन सDरीयित? िच-ेन, इित िच-5स सDारोित िच�स ारो, स$बेस38प िच-समु<ानानं चतेिसकानं ध8मानं एतं अिधवचनं। िवत किवचारानं पन वचीसDारभावेन िवसंु गिहत-ा ‘‘ठपे"वा िवत किवचारे’’ित वु-ं।

इदािन ‘‘कायो कायस ारो’’ित पदसोधनवारो आर7ो, त5स अनुलोमनये तीिण, पिटलोमनये तीणीित छ यमकािन। पदसोधनमूलच कवारे एकेकसDारमूलकािन ?े ?े क"वा अनुलोमनये छ, पिटलोमनये छाित ?ादस यमकािन। सु7सDारवारे पन यथा सु7ख�धवारादीसु ‘‘Bप ंख�धो, ख�धा Bप’’3�तआिदना नयेन यमकािनवु-ािन, एवं ‘‘कायो सDारो, सDारा कायो’’ित अव"वा ‘‘कायसDारो वचीसDारो’’ितआिदना नयेन कायसDारमूलकािन ?े, वचीसDारमूलकं एक3�त अनुलोमे तीिण, पिटलोमे तीणीित छ यमकािन वु-ािन। Qक कारणा? सुि7कएकेकपदवसेन अ"थभेदाभावतो, कायसDारोित पन ?ीिहिप पदेिह एकोव अ"थो ल$भतीित अयं िवसेसोव, त5मा एकेकपदवसेन न वु-ं, ‘‘कायो कायसDारो’’ितआिद पन व-$बं िसया, सोिप नयो पदसोधनवारे िवनािप अ"थेन वचनं यु; जतीित त"थेव वु-ो, इध पन कायसDारादीनं वचीसDारादीिह अ� ञ-ा ‘‘कायसDारो वचीसDारो’’ितआिदनािप यमकािन वु-ािन। सु7सDारमूलच कवारो पने"थ न गिहतोित अयं तावे"थ पािळवव"थाने िवसेसो।

प�हिव5स; जनेसु पन ‘‘कायो कायसDारोित? नो, कायसDारो कायोित? नो’’ित वा एवं स$ब"थ पिटसेधो। िव5स; जनानं कायादीनं एव कायसDारािदनाम-ा। न िह कायादयो िवय कायसDारादीनं नामं होित, पिटलोमे पन न कायो न कायसDारोित यो कायो न होित, सो कायसDारोिप न होतीित पु छाय अ"थो, त5सा कायसDारो न कायो कायसDारोित कायसDारो कायो न होित, कायसDारोयेव पनेसो होित, काय� च कायसDार� च ठपे"वा अवसेसं सDतासDतािदभेदं स$बं न च कायो, न च कायसDारोित िव5स; जनं। सेसेसुिप एसेव नयो, इतरेसु च अनुलोमपिटलोमेसु ‘‘कायो कायसDारोित? नो, सDारा वचीसDारोित? वचीसDारो सDारो चवे वचीसDारो च, अवसेसा सDारा, न वचीसDारो, न सDारा न वचीसDारोित? आम�ता’’ितआिदना स$ब"थ पु छािव5स; जननयो वेिदत$बो।

पवि-वारे पन ‘‘य5स कायसDारो उ:प; जित, त5स वचीसDारो उ:प; जतीित? िवना िवत किवचारेिह अ5सासप5सासानं उ:पादखणे तेसं कायसDारो उ:प; जित, नेतरो, सिवत कसिवचारिच-समRीनं पन कामावचरस-ानं तदभुय38प उ:प; जित। य5स वा पन…प॰े… उ:प; जतीित? BपाBपभिवकानं िवत किवचाT:पादखणे वचीसDारोव उ:प; जित, नेतरो…पे॰… यथावु-कामावचरानं पन तदभुयं उ:प; जित। य5स कायसDारो उ:प; जित, त5स िच-सDारो उ:प; जतीित? आम�ता…पे॰… य5स वा पन…पे॰… उ:प; जतीित…पे॰… अ5सासप5सासानं उ:पादखणे तदभुयं उ:प; जित।

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य5स वचीसDारो उ:प; जित, त5स िच-सDारो उ:प; जतीित? आम�ता…पे॰… य"थ कायसDारो उ:प; जित, त"थ वचीसDारो उ:प; जतीित? कामावचरस-ानं दिुतय;झाने तितय;झाने त"थ कायसDारोव उ:प; जित, नेतरो, पठम;झानादीसु पन तदभुयं उ:प; जित। य"थ वा पन …प॰े… उ:प; जतीित? कामावचरे उ:प; जित, न BपाBपभवेसु। य"थ कायसDारो उ:प; जित, त"थ िच-सDारो उ:प; जतीित? आम�ता। य"थ वा पन…पे॰… उ:प; जतीित? कामावचरस-ानं चतु"थ;झाने BपाBपभवे च त"थ िच-सDारोव उ:प; जित, नेतरो, इतर;झानादीसु पन तदभुयं उ:प; जती’’ितआिदना,

‘‘य5स कायसDारो नु:प; जित, त5स वचीसDारो नु:प; जतीित? िवना अ5सासप5सासेिह िवत किवचारानं उ:पादखणे तेसं कायसDारोव नु:प; जित, नेतरो, स$बेसं िच-5स भRखणे िवना अ5सासप5सासेिह अिवत कअिवचारिच-5स उ:पादखणे िनरोधसमाप� नानं अस� ञस-ान� चतदभुय38प नु:प; जित…प॰े… य5स कायसDारो नु:प; जित, त5स िच-सDारो नु:प; जतीित…प॰े… स$बिच-ानं भRखणे िनरोधसमाप� नानं अस� ञस-ान� च नु:प; जती’’ितआिदना च, ‘‘य"थ कायसDारो नु:प; जित, त"थ वचीसDारो नु:प; जतीित…प॰े… चतु"थ;झानखणे Bपभवादीसु नु:प; जती’’ितआिदना च, ‘‘य5स कायसDारो उ:प3; ज"थ, त5स वचीसDारो उ:प3; ज"थाित? आम�ता’’ितआिदना, ‘‘य5स कायसDारो नु:प3; ज"थ, त5स िच-सDारो नु:प3; ज"थाित? न"थी’’ितआिदना, ‘‘य5स य"थ कायसDारो नु:प3; ज"थ, त5स त"थ वचीसDारो नु:प3; ज"थाित…प॰े… चतु"थ;झानं समाप� नानं सु7ावासानं दिुतये िच-े व-माने अस� ञस-ानं तेसं त"थ कायसDारो च नु:प3; ज"थ वचीसDारो चा’’ितआिदना च,

‘‘य5स कायसDारो उ:प3; ज5सित, त5स वचीसDारो उ:प3; ज5सतीित? आम�ता। य5स वा पन…प॰े… उ:प3; ज5सतीित? य5स िच-5स अन�तरा कामावचरानं प3 छमिच-ं उ:प3; ज5सित, BपाBपभवे प3 छमभिवकानं वचीसDारोव उ:प3; ज5सित, न कायसDारो, अ� ञसंे पन तदभुयं उ:प3; ज5सती’’ितआिदना च, ‘‘य5स कायसDारो नु:प3; ज5सित, त5स वचीसDारो नु:प3; ज5सतीित…पे॰… प3 छमिच-समRीनं य5स िच-5स अन�तरा अिवत कअिवचारं प3 छमिच-ं उ:प3; ज5सित, तेसं तदभुयं नु:प3; ज5सती’’ितआिदना स$बकालभेदेसु यथानुBपतो उ:पादवारे योजनानयो वेिदत$बो। ‘‘य5स कायसDारो िनT;झित, त5स वचीसDारो िनT;झतीित…पे॰… पठम;झानं समाप� नानं कामावचरानं अ5सासप5सासानं भRखणे तदभुयं िनT;झित। य5स कायसDारो िनT;झित, त5स िच-सDारो िनT;झतीित? आम�ता’’ितआिदना िनरोधवारे, ‘‘य5स कायसDारो उ:प; जित, त5स वचीसDारो िनT;झतीित? नो’’ितआिदना उ:पादिनरोधवारे च,

‘‘यो कायसDारं पिरजानाित, सो वचीसDारं पिरजानातीित? आम�ता’’ितआिदना पिर� ञावारे च हे<ा वु-ानुसारेन स$ब"थ पािळनयो वेिदत$बो।

पवि-वारे पने"थ प चु:प� नकाले पु0गलवार5स अनुलोमनये कायसDारमूलकािन ?े, वचीसDारमूलकं एक3�त तीणेव यमकािन ल$भ3�त। त5स पिटलोमनयेिप ओकासवारादीसुिप एसेव नयो। एवमे"थ स$बवारेसु ित=णं ित=णं यमकानं वसेन यमकगणना वेिदत$बा। अ"थिविन छये पने"थ इदं लखणं – इम@5म िह सDारयमके ‘‘अ5सासप5सासानं उ:पादखणे, िवत किवचारानं उ:पादखणे’’ितआिदवचनतो (यम॰ २.सDारयमक.१९) प चु:प� नािदकालभेदो पवि-वसेनािप गहेत$बो, न चुितपिटस3�धवसेनेव। ‘‘दिुतय;झाने तितय;झाने त"थ कायसDारो उ:प; जती’’ितआिदवचनतो (यम॰ २.सDारयमक.२१) च झान38प ओकासवसेन गिहत3�त वेिदत$बं। एवमे"थ यं यं ल$भित, त5स त5स वसेन अ"थिविन छयो वेिदत$बो। ति6दं नयमुखं –‘‘िवना िवत किवचारेही’’ित दिुतयतितय;झानवसेन वु-ं, न चतु"थ;झानवसेन त"थ अ5सासप5सासानं अभावतो। ‘‘िच-5स भRखणे’’ित इदं कायसDार5स एक�तिच-समु<ान-ा वु-ं, उ:प; जमानमेव िह िच-ं Bप,ं अBप ंवा समु<ापेित, न िभ; जमानं, िठतं वा। ‘‘प3 छमिच-समRीन’’3�त स$बप3 छमेन अ:पिटस3�धकिच-ेन समRीनं खीणासवानं। ‘‘अिवत कअिवचारं प3 छमिच-’’3�त ए"थ Bपावचरानं दिुतय;झािनकािदचुितिच-वसेन, अBपावचरान� च चतु"थ;झािनकचुितिच-वसेन अ"थो गहेत$बो।

‘‘य5स कायसDारो िनT;झित, त5स िच-सDारो िनT;झती’’ित ए"थ िनयमतो कायसDार5स िच-सDारेन सQ7 एकखणे िनT;झनतो ‘‘आम�ता’’ित पिटवचनं िद� नं न एकिच-खिणक-ा। िच-सDारो िह कायसDारेन िवनािप उ:प; जित च िनT;झित च। कायसDारो पन िच-समु<ान-ा येन िच-ेन सQ7 उ:प; जित, ततो प<ाय स-रसमेन सQ7 िनT;झित, एसा िच-समु<ानBप5स ध8मता। यं पन िवभR:पकरण5स सीहळ<कथाय ‘‘िच-समु<ानBप ंस-रसमिच-5स उ:पादखणे िनT;झती’’ित वु-ं, तं इमाय पािळया िवT;झित। ‘‘य5स कायसDारो उ:प; जित, त5स वचीसDारो िनT;झती’’ित ए"थ य5मा कायसDारो िच-5स उ:पादखणे उ:प; जित, न च त@5म खणे िवत किवचारा िनT;झ3�त, त5मा ‘‘नो’’ित पिटसेधो कतो। इिमना नयमुखेन स$ब"थ िविन छयो वेिदत$बो। अयं सDारयमकमाितक"थसंव=णनानयो।

अनुसययमकमाितक�थव�णना

अनुसययमकमाितकाय पन पािळवव"थानं ताव एवं वेिदत$बं। अनुसययमकेिप ख�धयमकमाितकादीसु िवय देसनं अक"वा अ� ञेन नयेन पािळदेसना कता। कथं? पठमं ताव पिर छेदवारो पिर3 छ� नुEेसवारोित ?े वारा उEेसवसेन देिसता, ततो उ:पि-<ानवारोित एको खुEकवारो। ततो अनुसयवारो सानुसयवारो पजहनवारो पिर� ञावारो पहीनवारो उ:प; जनवारो धातुवारोित अनुसये योज"ेवा यमकवसेन पप� चतो िनिE<ा स- महावाराित अ<किनEेसवसेन देिसता, एवं दसिह वारेिह अनुसययमकदेसना कता। तेसु ये इमे िह पिर छेदवारोितआिदना ?े वारा उEेसवसेन वु-ा, ते इध अनुसययमकमाितकाित गहेत$बा।

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त"थ िह स� अनुसयाित अयं गणनाय पिर3 छ3�द"वा अनुसयानं देिसत-ा पिर छेदवारो नाम। कामरागानुसयो…पे॰… अिव जानुसयोित अयं पिर छेदवसेन पिर3 छ� नानं नामम-ं उिEिस"वा ‘‘इमे नाम ते’’ित देिसत-ा पिर3 छ� नुEेसवारो नाम। त"थ अनु-ान"थतो ताव अनुसयाित केन<ेन अनुसया? अनुसयन<ेन। को एस अनुसयन<ो नामाित? अ:पहीन<ो। कामरागानुसयादयो िह अ:पहीन<ेन त5स त5स स�ताने अनुसे3�त नाम, त5मा ‘‘अनुसया’’ित वु च3�त, अनुसे�तीित च तं तं अनुBप ंकारणं लिभ"वा उ:प; ज�तीित अ"थो। अथािप िसया – अनुसयन<ो नाम अ:पहीनाकारो, अ:पहीनाकारो च न उ:प; जित, त5मा अनुसया न उ:प; ज�तीित। ति6दं पिटवचनं – अ:पहीनाकारो अनुसयो, अनुसयोित पन अ:पहीन<ेन थामगतिकलेसो वु चित, सो िच-स8पयु-ो सार8मणो स:प चय<ेन सहेतुको एक�ताकुसलोव होित कथाव�थु+�म (कथा॰ ५५४ आदयो) अनुसयानं िच-िव:पयु-भाव5स पिटसेिधत-ा, सो च अतीतोिप होित, अनागतोिप प चु:प� नोिप, त5मा उ:प; जतीित व-ुं यु-ं। तथा िह ध-मस.हे मोह5स पदभाजने ३१७ ‘‘अिव; जानुसयो अिव; जापिरयु<ानं…प॰े… अयं त@5म समये मोहो होती’’ित (ध॰ स॰ ३९०)। इम35म� च यमके उ:प; जनवारे ‘‘य5स कामरागानुसयो उ:प; जित, त5स पिटघानुसयो उ:प; जती’’ितआिद वु-ं, त5मा ‘‘अनुसे�तीित तं तं अनुBपं कारणं लिभ"वा उ:प; ज�ती’’ित यं वु-ं, तं सुवु-3�त वेिदत$बं। कामरागानुसयोित कामरागो च सो अ:पहीन<ेन अनुसयो चाित कामरागानुसयो। सेसपदेसुिप एसेव नयो। अयं तावे"थ अनु-ान"थो। अ"थिविन छयो पने"थािप िनEेसनयमुखद5सनवसेनेव होित, िनEेसो च"ेथ हे<ा वु-ो।

उ:पि-<ानवारादयो अ< वारा च, त6ायं पािळवव"थानानुपु3$बकामुखम-:पकासना। तेसं िह पठमो अनुसयानं उ:पि-<ानवारो नाम। त"थ वारभेदो यमकयोजनवारे न3"थ, इतरेसु पन स-सु महावारेसु अ3"थ। तेसु िह पठमो अनुसयवारो अनुलोमपिटलोमनयवसेन दिुवधो होित। त"थ अनुलोमनये ‘‘य5स य"थ…पे॰… अनुसेती’’ित पु0गलोकासतदभुयनामवसेन तयो अ�तरवारा हो3�त, तेसु एकेक@5म एकमूलकि?मूलकितमूलकचतुमूलकप� चमूलकछमूलकानं वसेन यमकभेदा हो3�त। यथा च अनुलोमनये, एवं पिटलोमनयेिप वेिदत$बा। यथा च"ेथ अनुसयवारे, एवं सानुसयवारपजहनवारपिर� ञावारपहीनवारउ:प; जनवारेसु प� चसुिप। अयं पने"थ पुिरमेसु तीसु वारेसु िवसेसो। ओकासवारे ‘‘य"थ त"था’’ित अव"वा ‘‘यतो ततो’’ित िन5स कवचनेन देसना कता। सेसं तािदसमेव। यो पनायं स$बप3 छमो धातुवारो नाम, सो पु छावारो िव5स; जनवारोित ि?धा िठतो। त"थ पु छावारो अनुलोमपिटलोमवसेन दिुवधो। त5सावसाने पु छानु कमेन िव5स; जनं कत3�त। एवं तावे"थ पािळवव"थानं वेिदत$बं।

ति6दं अ<� नं वारानं आिदतो प<ाय मुखम-द5सनं। ‘‘क"थ कामरागानुसयो अनुसेित? कामधातुया ?ीसु वेदनासु ए"थ कामरागानुसयो अनुसेित। क"थ पिटघानुसयो अनुसेित? दुखाय वेदनाय…पे॰… मानानुसयो कामधातुया ?ीसु वेदनासु Bपधातुया अBपधातुया च अनुसेित। िद<ानुसयो, िविचिक छानुसयो च स$बस कायपिरयाप� नेसु ध8मेसु, भवरागानुसयो BपाBपधातूसु, अिव; जानुसयो स$बस कायपिरयाप� नेसु ध8मेसु अनुसेती’’ित अयं ताव पठमवारे पािळनयो।

त"थ कामधातुया /ीसु वेदनासूित कामावचरभूिमयं सुखाय चवे उपेखाय चाित ?ीसु वेदनासु, कामरागानुसयो पन सहजातवसेन, आर8मणवसेन चाित ?ीहाकारेिह अनुसेित उ:प; जित, त"थ अकुसलािह सुखउपेखािह सहजातोिप हु"वा ता आर8मणं क"वािप उ:प; जित। अवसेसा पन कामावचरकुसलिवपाकिकिरयवेदना आर8मणमेव क"वा उ:प; जित, इमासु वेदनासु अनुसयमानो चसे तािह वेदनािह स8पयु-ेसु स� ञासDारिव� ञाणेसुिप अनुसेितयेव। इमासं पन वेदनानं अ5साद<ेन कामरागानुसयु:पि-या सेसस8पयु-ेिह पधान-ा, ओळािरक-ेन वेने\यानं सुबोध-ा च ?ीसु वेदनासुयेव अनुसेतीित वु-ं, एवं उपिरिप। न केवल� चसे अनुसयमानो इमासु ?ीसु वेदनासुयेव, वेदनास8पयु-ेसु ध8मेसु च अनुसेित, इ<ेसु पन Bपादीसुिप अनुसेित एव। वु-38प चतें िवभ.�पकरणे ‘‘यं लोके िपयBप ंसातBप,ं ए"थ स-ानं कामरागानुसयो अनुसेती’’ित (िवभ॰ ८१६), ए"थानुसययमकेिप वु-ं ‘‘दुखाय वेदनाय Bपधातुया ए"थ कामरागानुसयो नानुसेती’’ितआिद। एतेन वु-ावसेसBपादीसु छसुिप आर8मणेसु अनुसेतीित वु-ं होित। इध पन तं स$बं अव"वा िक3� चदेव पधान-ािदना कारणेन वु-3�त गहेत$बं।

दु1खायाित ए"थ पिटघिच-स8पयु-ा ?े दोमन5सवेदना, कायिव� ञाणस8पयु-ा दुखवेदना चाित ित5सो वेदना, तं स8पयु-ा च ध8मा, अिन<ा छ Bपादयो ध8मा पिटघानुसयसहजातवसेन, आर8मणवसेन च यथारहं अनुसयन<ानं। Qक पन इतरा ?े वेदना इ<ार8मणं वा पिटघ5स आर8मणं न हो�तीित? नो न हो3�त। पिरहीन;झान5स िह न<ं इ<ं सस8पयु-ध8मं झानमार$भ दोमन5सं उ:प; जित, तं पन आर8मणम-मेव, नानुसयन<ानं इ<-ा। अिन<मेव िह इ<तो पिटहननिनिम-ं, यं पन त"थु:प� नं, त5स पिटघम-मेव होित, न पिटघानुसयोित। पिटघानुसयो िह अिन<ार8मणे पिटहननवसेन उ:प� नो थामगतो िकलेसो, इतरो दोमन5सेन सQ7 उ:प� नोिप अ-नो पिटहननिक च5स अकरणतो पिटघानुसयो न होित, अ$बोहािरक-ं ग छित। यथा िह पाणाितपातचतेनाय सQ7 उ:प� नोिप $यापादो मनोक8मं नाम न होित, अ$बोहािरक-ं ग छित, एव3�त गहेत$बं। तेनेव नेख8म35सतं दोमन5सं सेिवत$बं वु-ं। मानानुसय5स पन दुखदोमन5सव3; जता स$बे लोिकया ध8मा अनुसयन<ानं। ‘‘दुखाय वेदनाय अपिरयाप� ने ए"थ…पे॰… मानानुसयो च नानुसेती’’ित िह वु-ं। िद<ानुसयिविचिक छानुसयानं पन लोकु-रव3; जता स$बेिप ध8मा अनुसयन<ानं। तेन वु-ं ‘‘स$बस कायपिरयाप� नेसु ध8मेसू’’ित। त"थ संसारव]िन35सत<ेन स कायपिरयाप� नेसु स$बध8मेसूित अ"थो। एवं अिव; जानुसयोिप वेिदत$बो। स$ब"थ च सहजातार8मणभेदो हे<ा वु-नयेनेव वेिदत$बो।

भवरागानुसयो पन िक� चािप िदि<िव:पयु-ेसु चतूसु िच-ेसु उ:प; जनतो सहजातवसेन कामधातुया ?ीसु वेदनासु अनुसेतीित व-$बो भवे\य, सो पन

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य5मा BपाBपावचरमेवार8मणं लभित, न कामावचरार8मणमेव, अनुसयानं पन तं न अनुसयन<ानं, त5मा आर8मणवसेन िनयमं अक"वा ‘‘Bपधातुया अBपधातुया ए"थ भवरागानुसयो अनुसेती’’ित वु-ं। तं रागवसेन सो च स$बोिप रागो कामरागानुसयो गहेत$बोित अयं उ:पि-<ानवारे नयो।

इतरेसु पन स-सु महावारेसु ताव ‘‘य5स कामरागानुसयो अनुसेित, त5स पिटघानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य5स वा पन पिटघानुसयो अनुसेित, त5स कामरागानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य5स कामरागानुसयो अनुसेित, त5स मानानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य5स वा पन मानानुसयो अनुसेित, त5स कामरागानुसयो अनुसेतीित? अनागािम5स मानानुसयो अनुसेित, नो च त5स कामरागानुसयो अनुसेित, ित=णं पु0गलानं मानानुसयो च अनुसेित, कामरागानुसयो च अनुसेित। य5स कामरागानुसयो अनुसेित, त5स िद<ानुसयो अनुसेतीित? ि?� नं पु0गलानं कामरागानुसयो अनुसेित, नो च…पे॰… िद<ानुसयो च अनुसेित, य5स वा पन…पे॰… आम�ता। य5स कामरागानुसयो अनुसेित, त5स िविचिक छानुसयो अनुसेती’’ित पु छायिप िद<ानुसयसिदसमेव िव5स; जनं। य5स कामरागानुसयो अनुसेित, त5स भवरागानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य5स वा पन…पे॰… अनुसेतीित…पे॰… ित=णं पु0गलानं भवरागानुसयो च अनुसेित, कामरागानुसयो च अनुसेित। अिव; जानुसयेिप एसेव नयो। इिमना नयेन पिटघानुसयािदमूिलकासु पु छासु िव5स; जननयो वेिदत$बो। अयं एकमूलके नयो।

य5स कामरागानुसयो च पिटघानुसयो च अनुसेित, त5स मानानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। ि?� नं ि?मूिलका…पे॰… प� चमूिलकानं पन एकमूले वु-ानुसारेन िव5स; जननयो ञात$बो। त6ायं प3 छमानुसये योजना – ‘‘य5स कामरागानुसयो च पिटघानुसयो च मानानुसयो च िद<ानुसयो च िविचिक छानुसयो च भवरागानुसयो च अनुसेित, त5स अिव; जानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य5स वा पन अिव; जानुसयो अनुसेित, त5स कामरागानुसयो च…पे॰… भवरागानुसयो च अनुसेतीित? अनागािम5स अिव; जानुसयो च मानानुसयो च भवरागानुसयो च अनुसेित, न इतरे, ि?� नंपु0गलानं अिव; जानुसयो च कामरागपिटघमानभवरागानुसया च अनुसे3�त, न िदि<िविचिक छानुसया, पुथु; जन5स पन स$बेिप अनुसे�ती’’ित अयं पु0गलवारे नयो।

ओकासवारे पन ‘‘य"थ कामरागानुसयो अनुसेित, त"थ पिटघानुसयो अनुसेतीित? नो। य"थ वा पन…प॰े… अनुसेतीित? नो। य"थ कामरागानुसयो अनुसेित, त"थ मानानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य"थ वा पन मानानुसयो अनुसेित, त"थ कामरागानुसयो अनुसेतीित? Bपधातुया अBपधातुया ए"थ मानानुसयो अनुसेित, न कामरागानुसयो, कामधातुया ?ीसु वेदनासु तदभुयं अनुसेित। य"थ कामरागानुसयो…पे॰… अनुसेतीित? आम�ता। य"थ वा पन…पे॰… अनुसेतीित? दुखाय वेदनाय Bपधातुया अBपधातुया ए"थ िविचिक छानुसयो अनुसेित, न कामरागानुसयो, कामधातुया ?ीसु वेदनासु तदभुयं अनुसेित। य"थ कामरागानुसयो…प॰े… अनुसेित, त"थ भवरागानुसयो अनुसेतीित? नो। य"थ वा पन…प॰े… नो। य"थ कामरागानुसयो अनुसेित, त"थ अिव; जानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य"थ वा पन…प॰े… अनुसेतीित? दुखाय वेदनाय BपाBपधातुया ए"थ अिव; जानुसयो अनुसेित, न कामरागानुसयो, कामधातुया ?ीसु वेदनासु तदभुयं अनुसेित।

य"थ पिटघानुसयो अनुसेित, त"थ मानानुसयो अनुसेतीित? नो। य"थ वा पन…प॰े… नो। य"थ पिटघानुसयो अनुसेित, त"थ िद<ानुसयो िविचिक छानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य"थ वा पन…प॰े… अनुसेतीित? कामधातुया ?ीसु वेदनासु BपाBपधातुया ए"थ िविचिक छानुसयो अनुसेित, न पिटघानुसयो, दुखाय पन वेदनाय तदभुयं अनुसेित। य"थ पिटघानुसयो अनुसेित, त"थ भवरागानुसयो अनुसेतीित? नो। य"थ वा पन…पे॰… नो। य"थ पिटघानुसयो अनुसेित, त"थ अिव; जानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य"थ वा पन…पे॰… अनुसेतीित…पे॰… दुखाय वेदनाय तदभुयं अनुसेित, अ� ञ"थ अिव; जानुसयो च।

य"थ मानानुसयो अनुसेित, त"थ िद<ानुसयो िविचिक छानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य"थ वा पन…पे॰… अनुसेतीित? दुखाय वेदनाय िद<ानुसयोव, नेतरो, तद� ञेसु स$ब"थ अनुसेित। य"थ मानानुसयो अनुसेित, त"थ भवरागानुसयो अनुसेतीित? कामधातुया ?ीसु वेदनासु मानानुसयो, नेतरो, BपाBपधातुया पन तदभुयं अनुसेित। य"थ वा पन…पे॰… आम�ता। य"थ मानानुसयो अनुसेित, त"थ अिव; जानुसयो…प॰े… आम�ता। य"थ वा पन…पे॰… अनुसेतीित? दुखवेदनं ठपे"वा तद� ञासु स$ब"थ तदभुयं अनुसेित। य"थ िद<ानुसयो, त"थ िविचिक छानुसयो…प॰े… आम�ता। य"थ िद<ानुसयो, त"थ भवरागानुसयो अनुसेतीित? कामधातुया तीसु वेदनासु िद<ानुसयोव, BपाBपभवेसु तदभुयं अनुसेित। य"थ वा पन…पे॰… आम�ता। य"थ िद<ानुसयो अनुसेित, त"थ अिव; जानुसयो…पे॰… आम�ता। य"थ वा पन…प॰े… आम�ता। एस नयो िविचिक छामूलकेसुिप। य"थ भवरागानुसयो, त"थ अिव; जानुसयो अनुसेतीित? आम�ता। य"थ वा पन…प॰े… अनुसेित, त"थ कामधातुया तीसु वेदनासु अिव; जानुसयोव, BपाBपभवेसु पन तदभुयं अनुसेती’’ित अयमे"थ एकमूलनयो।

‘‘य5स…प॰े… नानुसेित। य5स…पे॰… नानुसेित मानानुसयो, अरहतो पन तदभुय38प नानुसेित। य5स वा पन…पे॰… आम�ता। य5स कामरागानुसयो नानुसेित, त5स िद<ानुसयो िविचिक छानुसयो नानुसेतीित? आम�ता। य5स वा पन…पे॰… नानुसेतीित? ि?� नं पु0गलानं िविचिक छानुसयोव नानुसेित, नेतरो, अनागािमअरह�तानं तदभुय38प नानुसेती’’ितआिदना नयेन पु0गलवारे,

‘‘य"थ कामरागानुसयो नानुसेित, त"थ पिटघानुसयो नानुसेतीित? दुखाय वेदनाय कामरागानुसयोव नानुसेित, नेतरो, BपाBपधातुपिरयाप� नेसु

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तदभुयं नानुसेित। य"थ वा पन…पे॰… नानुसेतीित? कामधातुया ?ीसु वेदनासु पिटघानुसयोव, BपाBपपिरयाप� नेसु पन तदभुयं नानुसेित। य"थ कामरागानुसयो नानुसेित, त"थ मानानुसयो नानुसेतीित? BपाBपधातूसु कामरागानुसयोव, दुखाय पन वेदनाय, अपिरयाप� नेसु च तदभुयं नानुसेित। य"थ वा पन…प॰े… आम�ता। य"थ कामरागानुसयो नानुसेित, त"थ िद<ानुसयो, िविचिक छानुसयो नानुसेतीित? दुखाय वेदनाय BपाBपधातूसु कामरागानुसयोव, अपिरयाप� ने पन तदभुयं नानुसेती’’ितआिदना नयेन ओकासवारे च,

‘‘य5स य"थ कामरागानुसयो नानुसेित, त5स त"थ पिटघानुसयो नानुसेतीित? ित=णं पु0गलानं दुखाय वेदनाय कामरागानुसयोव, BपाBपपिरयाप� नेसु तदभुयं नानुसेित, ि?� नं पु0गलानं स$ब"थ तदभुयं नानुसेित। य5स वा पन य"थ…पे॰… नानुसेतीित? ित=णं पु0गलानं कामधातुया ?ीसु वेदनासु पिटघानुसयोव, BपाBपपिरयाप� नेसु तदभुयं नानुसेित, ि?� नं पु0गलानं स$ब"थ तदभुयं नानुसेित। य5स य"थ कामरागानुसयो नानुसेित, त5स त"थ मानानुसयो नानुसेतीित? ित=णं पु0गलानं BपाBपधातुया कामरागानुसयोव, नेतरो, दुखाय वेदनाय, अपिरयाप� ने च तदभुयं नानुसेित, अनागािम5स कामधातुया ?ीसु वेदनासु BपाBपधातुया कामरागानुसयोव, अरहतो पन स$ब"थ तदभुयं नानुसेती’’ितआिदना पु0गलोकासवारे च वु-ानुसारेन नयो ञात$बोित अयं पािळनयो।

त"थ ‘‘य5स कामरागानुसयो अनुसेित, त5स पिटघानुसयो अनुसेती’’ित ए"थ यदेतं ‘‘आम�ता’’ित पिटवचनं िद� नं, तं दिुE� नं िवय खायित। क5मा? कामरागपिटघानं एकखणे अनु:पि-तो। यथा िह ‘‘य5स मनायतनं उ:प; जित, त5स ध8मायतनं उ:प; जती’’ितआदीसु मनायतनध8मायतनादीिन एकखणे उ:प; ज3�त, न तथा कामरागपिटघा, िवसु� ञवे उ:प; जनतो, त5मा ए"थ ‘‘नो’’ित पिटसेधो क-$बो िसया, तं पन अक"वा ‘‘आम�ता’’ित पिटवचन5स िद� न-ा हे<ा यमकेसु िवय ए"थ खणप चु:प� नवसेन व-मानवोहारं अ0गहे"वा अ� ञथा गहेत$बो। कथं गहेत$बो? अ:पहीनवसेन। अ:पहीनतं िह स�धाय अयं अनुसेतीित व-मानवोहारो वु-ो, न खणप चु:प� नतं, त5मा इिम5सा पु छाय य5स कामरागानुसयो अ:पहीनो, न अनु:पि-ध8मतं आपािदतो, त5स पिटघानुसयो अ:पहीनो, न अनु:पि-ध8मतं आपािदतो, त5स पिटघानुसयो अ:पहीनोित एवम"थो गहेत$बो। य5मा च तेसु कामरागपिटघेसु य5सेको अ:पहीनो, त5स इतरोिप अ:पहीनोव होित, त5मा ‘‘आम�ता’’ित वु-ं। इतो परेसुिप एवBपेसु उ:प; जितवारािदिव5स; जनेसु एसेव नयो। ित�णं पु3गलान3�त पुथु; जनसोताप� नसकदागामीनं। ि?� न3�त सोताप� नसकदागामीनं। एवं उ:प; जनं दीिपतं। ओकासवार5स पठमदिुतयपु छासु य5मा कामरागपिटघा एकिच-े न उ:प; ज3�त, त5मा ‘‘नो’’ित पिटसेधो कतो। दकुमूलादीसु च य5मा कामरागपिटघादयो एक@5म ठानसDाते िच-े, आर8मणे वा न उ:प; ज3�त, त5मा ‘‘न"थी’’ित त"थ पिटखेपो कतो, अयं पु छा अपु$बा एवाित अिध:पायो। पु0गलोकासवारे चतु� न3�त पुथु; जनसोताप� नसकदागािमअनागामीनं। पिटलोमे ि/� न3�त अनागािमअरह�ते स�धाय वु-3�त अयं अनुसयवारे नयो।

सानुसयवारे पन ‘‘यो कामरागानुसयेन सानुसयो, सो पिटघानुसयेन सानुसयोित? आम�ता…पे॰… मानानुसयेन सानुसयोित? आम�ता। यो वा पन मानानुसयेन सानुसयो, सो कामरागानुसयेन सानुसयोित? अनागामी मानानुसयेनेव, न कामरागानुसयेन, तयो पन पु0गला तदभुयेनािप अनुसयेना’’ित इिमना नयेन सेसेसु दकुमूलादीसु पु छािव5स; जननयो ञात$बो, अयं पु0गलवारे नयो।

‘‘यतो कामरागानुसयेन सानुसयो, ततो पिटघानुसयेन सानुसयोित? नो…प॰े… मानानुसयेन सानुसयोित? आम�ता। यतो वा पन मानानुसयेन सानुसयो, ततो कामरागानुसयेन सानुसयोित? BपाBपधातुया मानानुसयेनेव, नेतरेन, कामधातुया ?ीसु वेदनासु तदभुयेनापी’’ितआिदना ओकासवारे च,

‘‘यो यतो कामरागानुसयेन सानुसयो, सो ततो पिटघानुसयेन सानुसयोित? नो’’ितआिदना पु0गलोकासवारे चाित एवं अनुलोमनये च, ‘‘यो कामरागानुसयेन िनरनुसयो, सो पिटघानुसयेन िनरनुसयोित? आम�ता’’ितआिदना पिटलोमनयेिप स$ब"थ अनुसयवारे वु-ानुसारतो पु छािव5स; जननयो ञात$बो।

त"थ यतो कामरागानुसयेन सानुसयोित यतो कारणतो उ:प� नेन कामरागानुसयेन सानुसयो, Qक सो ततो कारणतो उ:प� नपिटघानुसयेनिप सानुसयोित वु चित। य5मा पनेते ?े एक5मा ठाना न उ:प; ज3�त, त5मा ‘‘नो’’ित पिटसेधो कतो सेसं तािदसमेवाित अयं सानुसयवारे नयो।

पजहनवारे पन ‘‘यो कामरागानुसयं पजहित, सो पिटघानुसयं पजहतीित? आम�ता…प॰े… मानानुसयं पजहतीित? तदेक<ं पजहित। यो वा पन मानानुसयं पजहित, सो कामरागानुसयं पजहतीित? नो…पे॰… सो िद<ानुसयं िविचिक छानुसयं पजहतीित? नो। यो वा पन िविचिक छानुसयं पजहित, सो कामरागानुसयं पजहतीित? तदेक<ं पजहित। यो…पे॰… भवरागानुसयं अिव; जानुसयं पजहतीित? तदेक<ं पजहित…पे॰… यो कामरागानुसय� चपिटघानुसय� च मानानुसय� च…पे॰… पजहतीित? न"थी’’ितआिदना पु0गलवारे,

‘‘यतो कामरागानुसयं पजहित, ततो पिटघानुसयं पजहतीित? नो…पे॰… यतो कामरागानुसयं पजहित, ततो मानानुसयं पजहतीित? आम�ता। यतो वा पन मानानुसयं पजहित, ततो कामरागानुसयं पजहतीित? BपाBपधातुया ततो मानानुसयमेव, कामधातुया पन ?ीसु वेदनासु ततो मानानुसयं पजहती’’ितआिदना ओकासवारे च,

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‘‘यो यतो कामरागानुसयं पजहित, सो ततो पिटघानुसयं पजहतीित? नो…प॰े… मानानुसयं पजहतीित? तदेक�ं पजहित…प॰े… िविचिक�छानुसयं पजहतीित? नो। यो वा पन यतो िविचिक�छानुसयं पजहित, सो ततो कामरागानुसयं पजहतीित? अ�मको द#ुखाय वेदनाय %पा%पधातुया सो ततो िविचिक�छानुसयं पजहित, नो च सो ततो कामरागानुसयं पजहित, 'वेव पु(गलो कामधातुया *ीसु वेदनासु सो ततो िविचिक�छानुसयं पजहित, कामरागानुसयं तदेक�ं पजहती’’ितआिदना पु(गलोकासवारे चाित एवं अनुलोमनये च, ‘‘यो कामरागानुसयं न पजहित, सो पिटघानुसयं न पजहतीित? आम.ता…प॰े… िविचिक�छानुसयं न पजहतीित? अ�मको कामरागानुसयं न पजहित, नेतरं, अनागािमम(गसम/0, अ�मक1 च ठपे3वा अवसेसा पु(गला तदभुयं न पजह.ती’’ितआिदना पिटलोमनये च स5ब3थ पु�छािव'स8 जननयो ञात5बो।

त3थ पजहतीित तेन तेन म(गेन पहानपिर1 ञावसेन पजहित। तदेक:.त पहानेक�तं स.धाय वु;ं। पठमम(गािदना िह न केवलं िद�ािदका एव ध<मा पहीय:.त, अथ खो अपायगमिनया तेन कामरागपिटघमानादयोिप पहीय:.त एव। पठमम(गव8झा िह कामरागा, अपायगमिनया च मानािव8 जादयोिप, तितयम(गव8झाित पहानेक�ा हु3वा पहीय:.त एवाित ‘‘नो’’ित अरह;म(ग�ं स.धाय वु;ं। सो िह कामरागानुसयंयेव पहीन;ा न पजहतीित। यतो कामरागानुसयं पजहतीित यतो उ?प8 जनकं कामरागानुसयं पजहतीित अ3थो, अमकोित सोतापि;म(ग�ो। सो िह द:#खणेAय# कमेन अरह;फल�तो प�ाय गिणयमानो अ�मको नाम। पिटलोमनये अनागािमम�गसमि�� च अमक� च ठपे�वा अवसेसाित पुथु8 जनसेससेखासेखा। तेसु िह पुथु8 जना पहानपिर1 ञाय अभावेन न पजह:.त, सेसा तेसं पहीन;ाित इिमना नयेन स5ब3थ िविन�छयो वेिदत5बोित अयं पजहनवारे नयो।

पिर1 ञावारो पन ‘‘यो कामरागानुसयं पिरजानाित, सो पिटघानुसयं पिरजानाती’’ितआिदना पजहनवारसिदसोव। अय:<प िह पजहनवारो िवय म(ग�ान1 ञवे वसेन िव'स:8 जतो। त3थ पिरजानातीित तीिह पिर1 ञािह पिरजानातीित अ3थो। अयं पिर1 ञावारे नयो।

पहीनवारे पन ‘‘य'स कामरागानुसयो पहीनो, त'स पिटघानुसयो पहीनोित? आम.ता…पे॰… मानानुसयो पहीनोित? अनागािम'स कामरागानुसयोव, अरहतो पन मानानुसयोिप पहीनो’’ितआिदना पु(गलवारे, ‘‘य3थ कामरागानुसयो पहीनो, त3थ पिटघानुसयो पहीनोित? न व;5बो पहीनोित वा अ?पहीनोित वा। य3थ वा पन…प॰े… न व;5बो…प॰े… त3थ मानानुसयो पहीनोित? आम.ता। य3थ वा पन…पे॰… पहीनोित? %पा%पधातुया ए3थ मानानुसयो पहीनो, कामरागानुसयो न व;5बो, कामधातुया *ीसु वेदनासु ए3थ तदभुयं पहीन’’:.तआिदना ओकासवारे, पु(गलोकासवारेित एवं अनुलोमनये, ‘‘य'स कामरागानुसयो अ?पहीनो, त'स पिटघानुसयो अ?पहीनोित? आम.ता। य'स वा पन…प॰े… आम.ता…प॰े… य'स वा पन मानानुसयो अ?पहीनो, त'स कामरागानुसयो अ?पहीनोित? अनागािम'स मानानुसयोव, ितEणं पु(गलानं तदभुयं अ?पहीन’’:.तआिदना पिटलोमनये च वु;नयेनेव पु�छािव'स8 जननयो ञात5बो।

ए3थ च फल�वसेनेव अ3थो गहेत5बो म(ग�ानं पहीनिकलेस;ाभावा। तेसं िह अनुसया पहीय:.त एव, न पन पहीनाित अनागािमआदयो फल�ाव गहेत5बा, ओकासवारे पन ‘‘न व;5बो’’ित इदं उिभ. नं उ?पि;�ान'स असाधारण;ा वु;ं। अ1 ञ ंिह कामरागानुसय'स उ?पि;�ानं, अ1 ञं पिटघानुसय'स। अभािवतम(ग'स च य3थ अनुसयो उ?प8 जित, म(गे भािवते त3थेव सो पहीनो नाम होित, त'मा सो त3थ पहीनोित वा, अ?पहीनोित वा न व;5बो, स5ब3थािप पन सयं अभावेन त3थ अ?पहीनोित न व;5बो। उिभ. नं पन साधारण�ानं स.धाय ‘‘आम.ता’’ित वु;ं। मानानुसयो िह कामधातुया वेदना*यसFाते साधारण�ाने कामरागेन स/G पहीनो नाम होित। य�स कामरागानुसयो अ�पहीनोित पुथु8 जन'स, सोतापि;सकदागािमफल�ान1 चवसेन अ3थो गहेत5बो। ‘‘ितEणं पु(गलान’’:.त िह वु;ं। सेसं सुिव1 ञAेयमेवाित अयं पहीनवारे नयो।

उ?प8 जनवारे पन ‘‘य'स कामरागानुसयो उ?प8 जित, त'स पिटघानुसयो उ?प8 जती’’ितआिदना स5ब3थ अनुसयवारसिदसोवाित अयं उ?प8 जनवारे नयो।

धातुवारे पन ‘‘कामधातुया चुत'स कामधातुं उपप8 ज.त'स कित अनुसया अनुसे:.त, कित अनुसया नानुसे:.त, कित अनुसया भ0ा? कामधातुया चुत'स %पधातुं उपप8 ज.त'स…पे॰… कित भ0ा? कामधातुया चुत'स अ%पधातुं उपप8 ज.त'स…पे॰… %पधातुं उपप8 ज.त'स न अ%पधातुं उपप8 ज.त'स…प॰े… कित भ0ं? कामधातुया चुत'स न कामधातुं, न अ%पधातुं उपप8 ज.त'स…पे॰… न %पधातुं न अ%पधातुं उपप8 ज.त'स। न कामधातुं न %पधातुं उपप8 ज.त'स कित भ0ा’’ित एवं कामधातुमूलका नव पु�छा, तथा ‘‘%पधातुया चुत'सा’’ितआिदना %पधातुमूलका नव, अ%पधातुया नव चाित स;वीसित अनुलोमपु�छा, तथा ‘‘न कामधातुया चुत'सा’’ितआिदना स;वीसित पिटलोमपु�छा च, तथा ‘‘न कामधातुया न अ%पधातुया चुत'स कामधातुं उपप8 ज.त'सा’’ितआिदना स;वीसित दकुमूलका पु�छा चाित एवं पु�छावारे एकासीित पु�छा वेिदत5बा।

त3थ अनुसे तीित िच;स.ताने अनुगता हु3वा कित अनुसे:.त, भ�ाित अनुसे:.त च नानुसे:.त चाित एवं कित िवभिजत5बाित अ3थो। न कामधातंु उपप$ ज त�साित कामधातुिवरिहता *े %पा%पधातुयो उपप8 ज.त'स। न कामधातंु न %पधातु:.त अ%पधातुं उपप8 ज.त'स। न कामधातुयाित %पा%पधातूिह चुत'स, एवं सेसेसुिप स5ब3थ पिटस:.धवसेन, धातुवसेन च अ3थो वेिदत5बोित अयं उIेसवारे नयो।

िनIेसवारे पन'स ‘‘कामधातुया चुत'स कामधातुं उपप8 ज.त'स क'सिच स; अनुसया अनुसे:.त, क'सिच प1 च अनुसया अनुसे:.त, अनुसया भ0ा

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न:3थ, कामधातुया चुत'स %पधातुं उपप8 ज.त'स क'सिच स; अनुसया अनुसे:.त, क'सिच प1 च, क'सिच तयो …पे॰… भ0ा न3थी’’ित इिमना नयेन स5ब3थ िव'स8 जनं वेिदत5बं, अयं पने3थ िवसेसो – %पधातुया चुत'स कामधातुं उपप8 ज.त'स स;ेव अनुसया अनुसे:.त, तथा ‘‘अ%पधातुया चुत'स कामधातुं उपप8 ज.त'सा’’ितआदीसुिप, अ%पधातुया पन चुत'स %पधातुया उपपि; न:3थ, हे�ा उपप8 जमानो कामधातुं एव उपप8 जित, स;ेव अनुसया अनुसे.तीित एवं अ1 ञेसुिप एव%पेसु िव'स8 जननयो वेिदत5बोित अयं िवसेसो, सेसं वु;नयमेवाित अयमे3थ पािळनयो।

त3थ क�सिच स&ाित पुथु8 जनवसेन वु;ं, प� चाित सोताप. नसकदागामीनं वसेन। तेसं िह िदि�िविचिक�छानुसया पहीनाित, कामधातुया पन अनागामीनं उपपि;अभावतो पठमवारे ‘‘क'सिच तयो’’ित न वु;ं, %पा%पधातूसु उ?प8 जनवारेसु एव वु;ं…पे॰… अनागामीनं िह कामरागपिटघान:<प पहीन;ा तयोव अनुसया अनुसे:.त, इध च अनुसयानं उ?पि;वसेन नयो, अनुसयानं अनुसयनं अ(गहे3वा अ?पहीनभावेन पिटस:.ध#खणे अिप अनुसयनं गहेत5बं। स&ेवाित अिरयसावक'स %पा%पधातुया चुत'स हे�ा कामभवादीसु उपपि; नाम न:3थ, पुथु8 जन'सेव होित, त'मा ‘‘स;ेवा’’ित िनयमे3वा वु;ं, अ%पधातुया चुत'स %पधातुया उपपि; न3थीित। क'मा न:3थ? अ%पीनं %प8झान'स अभावा। ते िह स5बसो %पस1 ञानं समित# कमन%पधातुं उपप. नाित। सेसं नयतो सुिव1 ञेAयमेवाित अयं धातुवारे नयो। अयं अनुसययमकमाितक3थसंवEणनानयो।

िच&यमकमाितक�थव(णना

िच;यमकमाितकायं पन पािळवव3थानं ताव एवं वेिदत5बं। इिम'सं िह माितकायं पु(गलवारो ध<मवारो पु(गलध<मवारोित आिदतोव तयो सुिGकमहावारा हो:.त, त3थ ‘‘य'स िच;ं उ?प8 जित न िनL8झती’’ित एवं पु(गलवसेन िच;'स उ?प8 जनिनL8झनािदभेदं दीपे.तो गतो पु�गलवारो नाम। ‘‘यं िच;ं उ?प8 जित न िनL8झती’’ित एवं ध<मवसेनेव िच;'स उ?प8 जनिनL8झनािदभेदं दीप.ेतो गतो ध+मवारो नाम। ‘‘य'स यं िच;ं उ?प8 जित न िनL8झती’’ित एवं उभयवसेनेव िच;'स उ?प8 जनिनL8झनािदभेदं दीप.ेतो गतो पु�गलध+मवारो नाम।

ततो ‘‘य'स सरागं िच;’’:.तआदीनं सोळस. नं पदानं वसेन अपरे सरागािदपदिवसेिसता सोळस पु(गलवारा, सोळस ध<मवारा, सोळस पु(गलध<मवाराित अ�च;ालीस िम'सकवारा हो:.त, ते सरागािदपदम;ं द'से3वा संिख;ा। ततो ‘‘य'स कुसलं िच;’’:.तआिदना नयेन छसि�ि*सतसFातानं अिभध<ममाितकापदानं वसेन अपरे कुसलािदपदिवसेिसता छसि�ि*सतपु(गलवारा, छसि�ि*सतध<मवारा, छसि�ि*सतपु(गलध<मवाराित अ�नवुितस;सता िम'सकवारा हो:.त, तेिप कुसलािदपदम;ं द'से3वा संिख;ायेव, यािनपे3थ सिनद'सनादीिन पदािन िच;ेन स/G न यु8 ज:.त, तािन मोघपु�छावसेन गिहतानीित।

तेसु पन तीसु वारेसु स5बपठमे सुिGकपु(गलमहावारे ताव उ?पादिनरोधकालस<भेदवारो उ?पाद?ुप. नवारो िनरोधु?प. नवारो उ?पादवारो िनरोधवारो उ?पादिनरोधवारो उ?प8 जमाननिनरोधवारो उ?प8 जमानु?प. नवारो िनL8झमानु?प. नवारो उ?प. नु?पादवारो अतीतानागतवारो उ?प. नु?प8 जमानवारो िनLGिनL8झमानवारो अित# क.तकालवारो चाित चुIस अ.तरवारा, तेसु उ?पादवारो िनरोधवारो उ?पादिनरोधवारोित इमेसु तीसु वारेसु प� चकंे व;मानातीत'स, व;मानानागत'स, अतीतानागत'स चाित ितEणं कालभेदानं वसेन अनुलोमपिटलोमतो छ छ क3वा अ�ारस यमकािन, उ?प. नु?पादवारे अतीतानागतकालवसेन अनुलोमतो *े, पिटलोमतो *ेित च;ािर यमकािन, सेसेसु आिदतो िनिI�ेसु तीसु, अ.तरे िनिI�ेसु तीसु, अवसाने िनिI�ेसु चतूसूित दससु वारेसु अनुलोमतो एकं, पिटलोमतो एक:.त *े *े क3वा वीसित यमकािन, एवं स5बेसुिप चुIससु अ.तरवारेसु *ाच;ालीस यमकािन, चतुरासीित पु�छा, अ�सि�अ3थसतं होित। यथा च एकM'म सुिGकपु(गलमहावारे, तथा सुिGकध<ममहावारे, सुिGकपु(गलध<ममहावारेपीित तीसु महावारेसु छ5बीसितयमकसतं, ततो िदगुणा पु�छा, िदगुणा अ3था च वेिदत5बा, इदं पन वार;यं सरागािदवसेन सोळसगुणं, कुसलािदवसेन छसि�ि*सतगुणं क3वा इिम'सा िच;यमकमाितकाय अनेकािन यमकसह'सािन, तिIगुणा पु�छा, तिIगुणा अ3था च हो:.त, पाठो पन संिख;ो। एवमे3थ पािळवव3थानं िविद3वा इदािन अनु;ानपद3थानुसारेन िवभ0नयसिहतो सFेप3थवEणनानयो एवं वेिदत5बो।

य�स िच&ं उ�प$ जतीित य'स पु(गल'स िच;ं उ?पाद#खणसमि0ताय उ?प8 जित। न िन,$झतीित िनरोध#खणं अ?प;ताय न िनL8झित। त�स िच&:.त /क त'स पु(गल'स ततो प�ाय िच;ं िनL:8झ'सतीित पु�छा, त'सा च, ‘‘प:�छमिच;'स उ?पाद#खणे तेसं िच;ं उ?प8 जित न िनL8झित, िनL:8झ'सित नु?प:8 ज'सित, इतरेसं िच;'स उ?पाद#खणे तेसं िच;ं उ?प8 जित न िनL8झित, िनL:8झ'सित चवे उ?प:8 ज'सित चा’’ित िव'स8 जनं। त3थ तेसं िच&:.त येसं खीणासवानं प:�छमिच;सFात'स चुितिच;'स उ?पाद#खणे व;ित, तेसं तदेव चुितिच;ं उ?पाद?प;ताय उ?प8 जित नाम, भ0ं अ?प;ताय न िनL8झित नाम, इदािन पन भ0ं प3वा तं तेसं िच;ं िनL:8झ'सित, ततो अ?पिटस:.धक;ा अ1 ञं नु?प:8 ज'सित। इतरेस:.त प:�छमिच;सम/0 खीणासवं ठपे3वा अवसेसानं सेखासेखपुथु8 जनानं िनL:8झ'सित चवे अ1 ञं पन तM'म वा अ;भावे उ?प:8 ज'सित चाित अ3थो।

‘‘य'स वा पन िच;ं िनL:8झ'सित नु?प:8 ज'सित, त'स िच;ं उ?प8 जित न िनL8झती’’ित इिम'सा दिुतयपु�छाय प:�छमिच;समि0नो खीणासव'स िच;ं स.धाय ‘‘आम.ता’’ित िव'स8 जनं। ‘‘य'स िच;ं नु?प8 जित िनL8झित, त'स िच;ं न िनL:8झ'सित उ?प:8 ज'सती’’ित पु�छाय ‘‘नो’’ित पिटसेधोव िव'स8 जनं। न उ?प8 जित िनL8झतीित िह भ0#खणे अरहतो प:�छमिच;:<प सेसानं िभ8 जमानिच;:<प पु�छित, ततो प�ाय पन अरहतो ताव िच;ं न िनL:8झ'सतीित स# का व;ंु, उ?प:8 ज'सतीित पन न स# का, त'मा ‘‘नो’’ित ए3थ पिटसेधो कतो, ‘‘य'स वा पन िच;ं न िनL:8झ'सित उ?प:8 ज'सित,

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त'स िच;ं नु?प8 जित िनL8झती’’ित पु�छाय ‘‘न3थी’’ित पिट#खेपोव िव'स8 जनं। य'स िह िच;ं न िनL:8झ'सित उ?प:8 ज'सित, सो च पु(गलो न3थीित।

य'स िच;ं उ?प8 जित, त'स िच;ं उ?प. न:.त? आम.ता, य'स वा पन…पे॰… उ?प8 जतीित? स5बेसं िच;'स भ0#खणे तं िच;ं उ?प. नं, नो च उ?प8 जित, स5बेसं िच;'स उ?पाद#खणे तेसं िच;ं उ?प. न1 चवे उ?प8 जित च, य'स िच;ं नु?प8 जित, त'स िच;ं नु?प. न:.त? िच;'स भ0#खणे िच;ं नु?प8 जित, नो च नु?प. नं, िनरोधसमाप. नानं अस1 ञस;ानं िच;ं नु?प8 जित चवे नु?प. न1 च। य'स वा पन…पे॰… नु?प8 जतीित? आम.ता। ए3थ च उ�प न:.त उ?पादसमि0नोपतें नामं, उ�प$ जतीित च उ?पादसमि0नोव।

य'स िच;ं िनL8झित, त'स िच;ं उ?प. न:.त? आम.ता। य'स वा पन…प॰े… िनL8झतीित? भ0#खणे तथा। य'स िच;ं न िनL8झित, त'स िच;ं नु?प. न:.त? िनरोधसमाप. नादीनं िच;ं। य'स वा पन…पे॰… आम.ता।

य'स िच;ं उ?प8 जित, त'स िच;ं उ?प:8 ज3थाित? आम.ता। य'स वा पन…प॰े… उ?प8 जतीित? स5बेसं िच;'स उ?पाद#खणे तथा। ए3थ च उ?पाद?प;;ा उ?प:8 ज3थ, तं अनतीत;ा उ?प8 जित नामाित अ3थोित अकथायं खणप� चु?प. नवसेन अ3थो वु;ो। उ?प:8 ज3थाित पन इम'स अतीतिच;#खणवसेन अ3थे गAहमाने एव उपिरपािळया न िवL8झित, न अ1 ञथाित प1 ञायित, त'मा पु5बापरं ओलोके3वा पािळअिवरोधेन अ3थो गहेत5बो।

य'स िच;ं नु?प8 जित, त'स िच;ं नु?प:8 ज3थाित? उ?प:8 ज3थ। य'स वा पन…पे॰… नु?प8 जतीित? न:3थ। य'स िच;ं उ?प8 जित, त'स िच;ं उ?प:8 ज'सतीित? प:�छमिच;समि0खीणासविवरिहतानं िच;ं तथा। य'स वा पन…प॰े… उ?प8 जतीित? उ?पाद#खणे तथा। य'स िच;ं…प॰े… नु?प:8 ज'सतीित? असेखानं प:�छमिच;'स भ0#खणे तथा। य'स वा पन…पे॰… नु?प8 जतीित? प:�छमिच;'स भ0#खणे तथा। य'स िच;ं उ?प:8 ज3थ, त'स िच;ं उ?प:8 ज'सतीित? प:�छमिच;सम/0 ठपे3वा सेसानं तथा। य'स वा पन…पे॰… आम.ता। य'स िच;ं नु?प:8 ज3थ, त'स िच;ं नु?प:8 ज'सतीित? न:3थ। य'स वा पन…प॰े… नु?प:8 ज3थाित? उ?प:8 ज3थ।

य'स िच;ं िनL8झित, त'स िच;ं िनL:8झ3थाित? आम.ता। य'स वा पन…पे॰… िनL8झतीित? भ0#खणे तथा। य'स िच;ं…पे॰… न िनL:8झ3थाित? िनL:8झ3थ। य'स वा पन…प॰े… न:3थ। य'स िच;ं िनL8झित, त'स िच;ं िनL:8झ'सतीित? प:�छमिच;सम/0 ठपे3वा सेसानं िच;'स भ0#खणे तथा। य'स वा पन…प॰े… सेसानं भ0#खणे तथा। य'स िच;ं…प॰े… िनL:8झ'सित। य'स वा पन…पे॰… िनL8झित।

य'स िच;ं िनL:8झ3थ, त'स िच;ं िनL:8झ'सतीित? प:�छमिच;'स भ0#खणे ठपे3वा सेसानं िच;ं तथा। य'स वा पन…पे॰… आम.ता। य'स िच;ं न िनL:8झ3थ, त'स िच;ं न िनL:8झ'सतीित? न:3थ। य'स वा पन…पे॰… न िनL:8झ3थाित? िनL:8झ3थ।

य'स िच;ं उ?प8 जित, त'स िच;ं िनL:8झ3थाित? आम.ता। य'स वा पन…पे॰… उ?प8 जतीित? स5बेसं िच;'स उ?पाद#खणे तथा। य'स िच;ं नु?प8 जित, त'स िच;ं न िनL:8झ3थाित? िनL:8झ3थ। य'स वा पन…प॰े… न:3थ, य'स िच;ं उ?प8 जित, त'स िच;ं िनL:8झ'सतीित? आम.ता। य'स वा पन…पे॰… उ?प8 जतीित? स5बेसं िच;'स उ?पाद#खणे तथा। य'स िच;ं नु?प8 जित, त'स िच;ं न िनL:8झ'सतीित? प:�छमिच;'स भ0#खणे तथा। य'स वा पन…पे॰… आम.ता। य'स िच;ं उ?प:8 ज3थ, त'स िच;ं िनL:8झ'सतीित? िनL8झमानं प:�छमिच;ं ठपे3वा तथा। य'स वा पन…पे॰… आम.ता। य'स िच;ं नु?प:8 ज3थ, त'स िच;ं न िनL:8झ'सतीित? न:3थ। य'स वा पन…प॰े… नु?प:8 ज3थाित? उ?प:8 ज3थ।

य'स िच;ं उ?प8 जित, त'स िच;ं न िनL8झतीित? आम.ता। य'स वा पन…पे॰… उ?प8 जतीित? स5बेसं िच;'स उ?पाद#खणे तथा। य'स िच;ं नु?प8 जित, त'स िच;ं िनL8झतीित? स5बेसं िच;'स भ0#खणे तथा। य'स वा पन…पे॰… नु?प8 जतीित? आम.ता।

य'स िच;ं उ?प8 जमानं, त'स िच;ं उ?प. न:.त? आम.ता। य'स वा पन…पे॰… उ?प8 जमान:.त? स5बेसं िच;'स उ?पाद#खणे तथा। य'स िच;ं नु?प8 जमानं, त'स िच;ं नु?प. न:.त? िनरोधसमाप. नादीनं िच;ं तथा। य'स वा पन…प॰े… आम.ता।

य'स िच;ं िनL8झमानं, त'स िच;ं उ?प. न:.त? आम.ता। य'स वा पन…प॰े… भ0#खणे तथा। य'स िच;ं न िनL8झमानं, त'स िच;ं नु?प. न:.त? िनरोधसमाप. नादीनं िच;ं तथा। य'स वा पन…पे॰… आम.ता।

य'स िच;ं उ?प. नं, त'स िच;ं उ?प:8 ज3थाित? आम.ता। य'स वा पन…प॰े… उ?प. न:.त? िच;सम0ीनं तथा। य'स िच;ं नु?प. नं, त'स िच;ं नु?प:8 ज3थाित? उ?प:8 ज3थ। य'स वा पन…प॰े… नु?प. न:.त? न:3थ…प॰े… य'स िच;ं नु?प. नं, त'स िच;ं नु?प:8 ज'सतीित? उ?प:8 ज'सित। य'स वा पन…पे॰… नु?प. न:.त? उ?प. नं।

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य'स िच;ं उ?प:8 ज3थ नो च त'स िच;ं उ?प. नं, त'स िच;ं उ?प:8 ज'सतीित? आम.ता। य'स वा पन िच;ं उ?प:8 ज'सित नो च त'स िच;ं उ?प. नं, त'स िच;ं उ?प:8 ज3थाित? आम.ता। ए3थ ‘‘नो च त'स िच;ं नु?प. न’’:.त इदं अस1 ञािदअिच;के स.धाय वु;ं। तेसं िनयमेन िच;ु?पि;या अभावतो ‘‘आम.ता’’ित उभय3थ िव'स8 जनं वु;ं। अय1 च वारो काल;ये गहे3वा सम:3थतोित गहेत5बो।

‘‘य'स िच;ं नु?प:8 ज3थ नो च त'स िच;ं नु?प. नं, त'स िच;ं नु?प:8 ज'सतीित? न:3थ। य'स वा पन िच;ं नु?प:8 ज'सित नो च त'स िच;ं नु?प. नं, त'स िच;ं नु?प:8 ज3थाित? उ?प:8 ज3थ।

उ?प. नं उ?प8 जमान:.त? उ?पाद#खणे िच;ं तथा। उ?प8 जमानं उ?प. न:.त? आम.ता। नु?प. नं नु?प8 जमान:.त? आम.ता। नु?प8 जमानं नु?प. न:.त? अतीतानागतिच;ं तथा।

िनLGं िनL8झमान:.त? नो, िनL8झमानं िनLG:.त? नो, निनLGं निनL8झमान:.त? उ?पाद#खणे अनागत1 च िच;ं तथा। निनL8झमानं निनLG:.तिप तथेव।

य'स िच;ं उ?प8 जमानं खणं खणं वीित# क.तं अित# क.तकालं, िनL8झमानं खणं खणं वीित# क.तं अित# क.तकालं, त'स िच;:.त? नो च भ0#खणं वीित# क.तं, अतीतं िच;ं तदभुयं वीित# क.तं, य'स वा पन िच;ं िनL8झमानं खणं खणं वीित# क.तं अित# क.तकालं, उ?प8 जमानं खणं खणं वीित# क.तं अित# क.तकालं, त'स िच;:.त? अतीतं िच;’’:.त इिमना नयेन पु(गलवारे स5ब3थ िव'स8 जननयो वेिदत5बो।

त3थ उ�प$ जमानं खण:.त उ?प8 जमान'स खणं, उ?पाद#खण:.त अ3थो। खणं वीित0 क तं अित0 क तकाल:.त न िचरं वीित# क.तं, तमेव पन उ?पाद#खणं वीित# क.तं हु3वा अित# क.तकाल:.त सFं ग�छित, िन,$झमानं खण:.त िनL8झमान'स खणं, भ0#खण:.त अ3थो। खणं वीित0 क तं अित0 क तकाल:.त /क त'स िच;ं एवं िनरोध#खण:<प वीित# क.तं हु3वा अित# क.तकालं नाम होतीित पु�छित। य'स भ0#खणे िच;ं उ?पाद#खणं खणं वीित# क.तं हु3वा अित# क.तकालं नाम होित, िनरोध#खणं वीित# क.तं हु3वा अित# क.तकालं नाम होित, अतीतं पन िच;ं उभोिप खणे खणं वीित# क.तं हु3वा अित# क.तकालं नाम होतीित अतीतिच;वसेन िव'स8 जनं कतं। इिमनाव उपायेन उपिरमेसु अ3थध<मवारादीसु च स5बिव'स8 जनेसु अ3थो वेिदत5बो। अयं अित# क.तकालवारे नयो।

यं िच;ं उ?प8 जित निनL8झित, तं िच;ं िनL:8झ'सित नु?प:8 ज'सतीित? आम.ता। यं वा पन…पे॰… आम.ता। यं िच;ं नु?प8 जित िनL8झित, तं िच;ं निनL:8झ'सित उ?प:8 ज'सतीित? नो। यं वा पन िच;ं निनL:8झ'सित उ?प:8 ज'सित, तं िच;ं नु?प8 जित िनL8झतीित? न:3थ।

यं िच;ं उ?प8 जित, तं िच;ं उ?प. न:.त? आम.ता। यं वा पन…पे॰… उ?प8 जतीित? उ?पाद#खणे िच;ं तथा, एवं पिटलोमपु�छासुिप ततो सेसासुिप। ‘‘यं िच;ं नु?प8 जित, तं िच;ं नु?प. न:.त? अतीतानागतं िच;ं तथा। यं वा पन…पे॰… आम.ता…पे॰… भ0#खणे िच;’’:.तआिदना, ‘‘यं िच;ं उ?प8 जित, तं िच;ं उ?प:8 ज3थाित? नो। यं िच;ं नु?प8 जित, तं िच;ं नु?प:8 ज3थाित? भ0#खणे िच;ं अनागत1 चा’’ितआिदना, ‘‘यं िच;ं उ?प8 जित, तं िच;ं उ?प:8 ज'सतीित? नो। यं वा पन…पे॰… नो, यं िच;ं नु?प8 जित, तं िच;ं नु?प:8 ज'सतीित? अनागतं िच;ं नु?प8 जित, नो च तं िच;ं नु?प:8 ज'सित, भ0#खणे िच;ं अतीतं िच;’’:.तआिदना च, ‘‘यं िच;ं उ?प:8 ज3थ, तं िच;ं उ?प:8 ज'सतीित? नो। यं वा पन…पे॰… नो, यं िच;ं नु?प:8 ज3थ, तं िच;ं नु?प:8 ज'सतीित? अनागतं िच;’’:.तआिदना च,

‘‘यं िच;ं िनL8झित, तं िच;ं िनL:8झ3थाित? नो’’ितआिदना च, ‘‘यं िच;ं उ?प8 जित, तं िच;ं िनL:8झ3थाित? नो’’ितआिदना च, ‘‘यं िच;ं उ?प8 जित, तं िच;ं िनL:8झ'सतीित? आम.ता’’ितआिदना च, ‘‘यं िच;ं उ?प:8 ज3थ, तं िच;ं िनL:8झ'सतीित? नो’’ितआिदना च,

‘‘यं िच;ं उ?प8 जमानं, तं िच;ं उ?प. न:.त? आम.ता। यं वा पन…प॰े… उ?प8 जमान:.त…प॰े… उ?पाद#खणे िच;’’:.तआिदना च, ‘‘यं िच;ं िनL8झमानं, तं िच;ं उ?प. न:.त? आम.ता’’ितआिदना च, ‘‘यं िच;ं उ?प. नं, तं िच;ं उ?प:8 ज3थाित? नो। यं वा पन…पे॰… नो’’ितआिदना च,

‘‘यं िच;ं उ?प:8 ज3थ नो च तं िच;ं उ?प. नं, तं िच;ं उ?प:8 ज'सतीित? नो। यं वा पन…प॰े… नो। यं िच;ं नु?प:8 ज3थ नो च तं िच;ं नु?प. नं, तं िच;ं नु?प:8 ज'सतीित? आम.ता’’ितआिदना च, ‘‘उ?प. नं उ?प8 जमान:.त…प॰े… उ?पाद#खणे उ?प. न1 चवे उ?प8 जमान1 च। उ?प8 जमानं उ?प. न:.त? आम.ता’’ितआिदना च, ‘‘िनLGं िनL8झमान:.त? नो’’ितआिदना च,

‘‘यं िच;ं उ?प8 जमानं खणं खणं वीित# क.तं अित# क.तकालं, िनL8झमानं खणं खणं वीित# क.तं अित# क.तकालं, तं िच;:.त…पे॰… अतीतं िच;’’:.तआिदना च ध<मवारे,

‘‘य'स यं िच;ं उ?प8 जित न िनL8झित, त'स तं िच;ं िनL:8झ'सित नु?प:8 ज'सतीित? आम.ता’’ितआिदना च पु(गलध<मवारे च, सरागािदपदेिह,

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कुसलािदपदेिह च िम'सेसु स5बवारेसु च पु�छासु हे�ा वु;ानुसारेन िव'स8 जननयो वेिदत5बो। अयं िच;यमकमाितक3थसंवEणनानयो।

ध+मयमकमाितक�थव(णना

ध<मयमकमाितकाय पन ख.धयमके वु;नयेनेव पािळवव3थानं वेिदत5बं। ‘‘यो कुसलं ध<मं भावेित, सो अकुसलं ध<मं पजहती’’ित आगत;ा पने3थ पिर1 ञावारो भावनावारो नाम। त3थ य'मा अ5याकतो ध<मो नेव भावेत5बो न पहात5बो, त'मा पदमेव न उGट:.त वेिदत5बं। पु�छािव'स8 जने पने3थ ‘‘कुसलाकुसला ध<माित? आम.ता’’ितआिदना, ‘‘ध<मा अकुसला ध<माित? अकुसला ध<मा ध<मा चवे अकुसला ध<मा च, अवसेसा ध<मा न अकुसला ध<मा’’ितआिदना च पEणि;वारे िव'स8 जननयो ञात5बो।

‘‘य'स कुसला ध<मा उ?प8 ज:.त, त'स अकुसला ध<मा उ?प8 ज.तीित? नो। य'स वा पन…पे॰… य'स कुसला ध<मा उ?प8 ज:.त, त'स अ5याकता ध<मा उ?प8 ज.तीित? प1 चवोकारे कुसलानं उ?पाद#खणे…पे॰… उ?प8 ज.ती’’ितआिदना च, ‘‘य3थ कुसला ध<मा उ?प8 ज:.त, त3थ अकुसला ध<मा उ?प8 ज.तीित? आम.ता…प॰े… त3थ अ5याकता ध<मा उ?प8 ज.तीित? आम.ता। य3थ वा पन अ5याकता ध<मा उ?प8 ज:.त, त3थ कुसला ध<मा उ?प8 ज.तीित …पे॰… चतुवोकारे…पे॰… उ?प8 ज.ती’’ितआिदना च, ‘‘य'स य3थ कुसला ध<मा…पे॰… उ?प8 ज.तीित? नो’’ितआिदना च,

‘‘य'स कुसला ध<मा नु?प8 ज:.त, त'स अकुसला ध<मा नु?प8 ज.तीित…पे॰… स5बेसं िच;'स भ0#खणे अ5याकतिच;'स उ?पाद#खणे िनरोधसमाप. नानं अस1 ञस;ानं तेसं कुसला च ध<मा नु?प8 ज:.त, अकुसला च ध<मा नु?प8 ज.ती’’ितआिदना च, ‘‘य'स कुसला ध<मा नु?प8 ज:.त, त'स अ5याकता ध<मा नु?प8 ज.तीित…पे॰… स5बेसं चव.तानं पव;े िच;'स भ0#खणे आL?पे अकुसलानं उ?पाद#खणे च नु?प8 ज.ती’’ितआिदना च, ‘‘य3थ कुसला ध<मा नु?प8 ज:.त, त3थ अकुसला ध<मा नु?प8 ज.तीित? आम.ता…पे॰… त3थ अ5याकता ध<मा नु?प8 ज.तीित? उ?प8 ज:.त। य3थ वा पन अ5याकता ध<मा नु?प8 ज:.त, त3थ अकुसला ध<मा नु?प8 ज.तीित? न3थी’’ितआिदना च उ?पादवारे,

‘‘य'स कुसला ध<मा िनL8झ:.त, त'स अकुसला ध<मा िनL8झ.तीित? नो’’ितआिदना िनरोधवारे च,

‘‘य'स कुसला ध<मा उ?प8 ज:.त, त'स अकुसला ध<मा िनL8झ.तीित? नो’’ितआिदना उ?पादिनरोधवारे च,

‘‘यो कुसलं ध<मं भावेित, सो अकुसलं ध<मं पजिह3थाित? नो…पे॰… यो कुसलं ध<मं न भावेित, सो अकुसलं ध<मं न?पजिह3थाित? अ(गम(गसमि01 च अरह.त1 च ठप3ेवा अवसेसा पु(गला’’ितआिदना भावनावारे च पु�छािव'स8 जननयो हे�ा वु;ानुसारेन ञात5बो।

अ3थिविन�छये पने3थ इदं ल#खणं। इम'स िह ध<मयमक'स पवि;महावारे उ�प$ ज1 त िन,$झ तीित इमेसु उ?पादिनरोधेसु कुसलाकुसलध<मा ताव एक.तेन पवि;यंयेव ल5भ:.त, न चुितपिटस.धीसु, अ5याकतध<मा पन पव;े च चुितपिटस.धीसु चाित तीसुिप कालेसु ल5भ:.त, एवमे3थ यं य3थ य3थ ल5भित, त'स वसेन त3थ त3थ िविन�छयो वेिदत5बो।

तिNदं नयमुखं – कुसलाकुसलानं ताव एक#खणे अनु?प8 जनतो ‘‘नो’’ित पिटसेधो कतो। अ4याकता चाित इदं िच;समु�ान%प ंस.धाय वु;ं। य�थ कुसला ध+मा नु�प$ ज तीित अस1 ञभवं स.धाय वु;ं, अ5याकतानं ध<मानं अनु?पि;�ान'साभावा ‘‘न�थी’’ित पिट#खेपो कतो, िनरोधवारे कुसलाकुसलानं एकतो अिनL8झनतो ‘‘नो’’ित वु;:.त इिमनाव नयमुखेन स5ब3थ िविन�छयो वेिदत5बो। अयं ध<मयमकमाितक3थसंवEणनानयो।

इ1 5ययमकमाितक�थव(णना

इ:.Oययमकमाितकायं पन ख.धयमकमाितकादीसु वु;नयेनेव पािळवव3थानािदको स5बो अ3थसंवEणनानयो वेिदत5बो। मिन:.Oयं पने3थ यथा च#खु:.Oयािदमूलकेिह, तथेव इ:3थ:.Oयािदमूलकेिह स/G स<पयोग ंग�छित, त'मा िन:#ख;पिटपािटया अयोजे3वा स5बेिहिप च#खु:.Oयमूलादीिह स/G पिरयोसाने योिजतं, च#खु:.Oयेन च स/G सुिख:.Oयद:ु#ख:.Oयदोमन:'स:.Oयािन, लोकु;िर:.Oयािन च पिटस:.धयं न3थीित न गिहतािन। यथा च3ेथ, एवं सेिस:.Oयमूलकेसुिप यथानु%पं ञात5बं। इ:.Oयानं पन बहुकताय धातुयमकतोिप बहुतरािन यमकािन हो:.त अयं िवसेसो, सेसं हे�ा वु;ानुसारेन ञात5ब:.त। अयं इ:.Oययमकमाितक3थसंवEणनानयो।

मोहिव�छेदिनया अिभध<ममाितक3थवEणनाय

यमकमाितक3थवEणना िनि�ता।

७. प�ानमाितक�थव�णना

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इदािन प�ानमाितकाय अ�थसंव�णनानयो होित। केन�ेन प�ान��त? नान�पकारप� चय�ेन। प-स!ो िह नान�पकार�थं दीपेित, ठान-स!ो प� चय�थं। अथ वा िवभजन�ेन प�ानं। यथा िह प' ञापना प�पना िववरणा िवभजना उ*ानीक+म��त आगत�ाने िवभजन�ो प�ानस!समान�थो प�पना-स!ो िद.सित, एविमधािप कुसलादीनं ध+मानं हेतुप� चयादीिह िवभजनतो िवभजन�ेन प�ानं नाम। अथ वा पि�त�ेन प�ानं, गमन�ेनाित अ�थो। स3बध+मेसु िह अस5गमन.स स3ब' ञुत' ञाण.स हेतुप� चयािदभेदिभ� नेसु कुसलादीसु िव�थािरतनयलाभतो िन.स5वसेन पव*गमन*ा गमन�ेन प�ानं नाम, इित नान�पकारप� चय�ेन, िवभजन�ेन, गमन�ेन च ितकप�ानादीसु चतुवीसितया प�ानेसु एकेक�+प प�ानं नाम, तेसं पन समूहतो पकरणं प�ानं नाम, तेसं प�ानानं माितका। सय�+प वा प�ानभूता माितका, स3ब+पेतं प�ानमाितका। या सा ‘‘हेतुप� चयो, आर+मणप� चयो…प॰े… अिवगतप� चयो’’ित एवं ितकप�ानािदचतुवीसित�पभेदसम�तप�ानदेसनाय मूलभूतप� चयभेद.स वसेन भगवता पकरण.स आिद�+ह ठिपता, अयं इध प�ानमाितका नाम।

त�थ अनु*ान�थािदसिहतो स;ेप�थिविन�छयो ताव एवं वेिदत3बो – हेतुप� चयोितआदीसु िह हेतु च सो प� चयो चाित हेतुप� चयो, हेतु हु�वा प� चयो हेतुप� चयो, हेतुभावेन प� चयोित वु*ं होित। त�थ हेतूित वचनावयवकारणमूलानमेतं अिधवचनं। ‘‘पिट' ञाहेतू’’ितआदीसु िह लोके वचनावयवो ‘‘हेतू’’ित वु� चित, सासने पन ‘‘ये ध+मा हेतु�पभवा’’ितआदीसु (महाव॰ ६०; अप॰ थेर १.१.२८६) कारणं, ‘‘तयो कुसला हेतू, तयो अकुसला हेतू’’ितआदीसु (ध॰ स॰ १०५९) मूलं, इदं इध अिध�पेतं, तं पिट� च एत.मा एतीित प� चयो, अप� चJखाय नं व*तीित अ�थो। यो िह ध+मो यं ध+मं पिट� चअप� चJखाय ित�ित वा उ�पL जित वा, सो त.स उपकारकलJखणेन प� चयो नाम। इित मूल�ेन हेतु, उपकारक�ेन प� चयोित स;ेपतो मूल�ेन उपकारको ध+मो हेतुप� चयो, कुसलादीनं कुसलािदभावसाधकोित केिच, एवं स�ते पन तंसमु�ानMपेसु हेतुप� चयता न स+पL जित, अहेतुकिच*ान' च िवना एतेिह अ3याकतभावो िसNो, सहेतुकान�+प च योिनसोमनिसकारािदपिटबNो कुसलािदभावो, न स+पयु*हेतुपिटबNो। यिद च िसया, हेतूसुिप कुसलािदभावसाधकेन अ' ञने भिवत3बं, कुसलािदभावसाधनवसेन पन हेतूनं मूल�ं अOगहे�वा सु�पिति�तभावसाधनवसेन गPहमाने न िक�' चिवQLझित। लNहेतुप� चया िह ध+मा िवQSहमूला िवय पादपा िथरा हो��त सु�पिति�ता, इतरे पन ितलबीजकािदसेवाला िवय न सु�पिति�ता, इित मूल�ेन उपकारकोित सु�पिति�तभावसाधनेन उपकारको ध+मो हेतुप� चयोित वेिदत3बो।

िन!ेसे ‘‘हेतू हेतुस+पयु*कानं ध+मानं तंसमु�ानान' च Mपानं हेतुप� चयेन प� चयो’’ित वु*ं, त�थ ‘‘िच*समु�ानान’’��त अव�वा ‘‘तंसमु�ानान’’��त इदं अिच*समु�ानान�+प स5�हन�थं। प'हावारT.म िह ‘‘पिटस��धJखणे िवपाका3याकता हेतू स+पयु*कानं ख�धानं कट*ा च Mपानं हेतुप� चयेन प� चयो’’ित आगतं, क.मा पनायं हेतु पिटस��धयमेव कट*ाMपानं हेतुप� चयेन प� चयो होित, न पव*ेित? पिटस��धयं क+मजMपानं िच*पिटबNवुि*ताय, भवपठमिनपाततो िच*जाित। इतरMपस�तितउ�प�थ+भाभावेन एव द3ुबलव�थंु िच*मेव िन.साय उ�पL जित चवे ित�ित च। तं िच*�+प िह पिटस��धJखणे क+मवेग�Jख*ताय चवे अपुरेजातव�थुकताय च अ�पिति�तं, पपाते पिततम*को पुिरसो न िक�' च िस�पं कातुं िवय िच*जMपं जनेतुं न सJ कोित, तमेव कट*ाMप ंिन.साय पित�ाित। पिटस��धिच*ािन िह Mपं न जने��त, क+मजMपमेव पन तेसं िच*समु�ानMप�ाने ित�ित, पवि*यं पन पिटलNुप�थ+भताय तं Mपं िवनािप क+मपिटबNाव पवि*, हेतुप� चय.स पने�थ कुसलािदभेदतो, भूिमभेदतो च िवभागो हे�ा वु*नयेनेव वेिदत3बोित अयं हेतुप� चये नयो।

ततो परेसु आर+मणभावेन उपकारको ध+मो आर�मणप� चयो, सो िन!ेसे ‘‘Mपायतनं चJखुिव' ञाणधातुया…पे॰… फो�3बायतनं कायिव' ञाणधातुया तंस+पयु*कान' च ध+मानं…पे॰… Mपायतनं स!ग�धरसफो�3बायतनं मनोधातुया…पे॰… स3बे ध+मा मनोिव' ञाणधातुया…पे॰… यं यं ध+मं आर3भ ये ये ध+मा उ�पL ज��त िच*चतेिसका ध+मा, ते ते ध+मा तेसं तेसं ध+मानं आर+मणप� चयेन प� चयो’’ित एवं िनि!�*ा न कोिच ध+मो न होित। यथा िह द3ुबलपुिरसो द�डं वा रL जंु वा आल�+ब�वा उ�हित चवे ित�ित च, एवं िच*चतेिसका ध+मा Mपादीसु छसु यं िक�' च आल�+ब�वा उ�पL ज��त चवे ित���त च, त.मा लोिकयलोकु*रािदभेदा स3बेिप ध+मा यथायोगं िच*चतेिसकानं आर+मणप� चयोित वेिदत3बोित अयं आर+मणप� चये नयो।

जे�क�ेन उपकारको ध+मो अिधपितप� चयो, सो िन!ेसे ‘‘छ�दािधपित छ�दस+पयु*कानं ध+मानं तंसमु�ानान' च Mपानं…पे॰… वीिरयिच*वीमंसािधपित…प॰े… अिधपितप� चयेन प� चयो, यं यं ध+मं गQं क�वा ये ये ध+मा उ�पL ज��त िच*चतेिसका ध+मा, ते ते ध+मा तेसं तेसं ध+मानं अिधपितप� चयेन प� चयो’’ित एवं िWधा िनि!�ो। त�थ छ�दादयो सहजातािधपितभावेन वु*ा, गQकात3बं आर+मणािधपितभावेन। त�थ च लोिकयकुसलभूतो आर+मणािधपित लोिकयकुसलान' चवे लोभसहगतिच*ान' च आर+मणािधपित होित, ना' ञ.स, अकुसलभूतो पन लोभसहगतिच*ु�पादोित वु� चित इतरेसु गQकात3बताय अभावतो, सो िWहेतुकाहेतुकािदलोिकयिवपाकMपJख�धभूतो च लोभसहगत.सेव, ना' ञ.स, तथा िकिरयभूतोपीित अ�कथायं आगतं, तं ञाणस+पयु*िकिरयानं स3ब' ञुत' ञाणािभ' ञािदपु3बवस�पव*ानं कामावचरकुसलेिह गQकात3बभाव.सािवरोधभाव.स द.सनतो वीमंिसत3बं। लोकु*रकुसलािन पन कामावचरञाणस+पयु*जवनानमेव आर+मणािधपितप� चया हो��त, िन3बानं पन तेस' ञवे लोकु*रकुसलिवपाकान' चाित वेिदत3ब��त अयं अिधपितप� चये नयो।

अन�तरभावेन उपकारको ध+मो अन�तरप� चयो, सोव समन�तरप� चयो, 3य' जनम*मेव नानं ‘‘उपचयस�तती’’ितआदीसु िवय। य�+प ‘‘अ�थान�तरताय अन�तरप� चयो, कालान�तरताय समन�तरप� चयो’’ित आचिरयानं मतं, तं ‘‘िनरोधा वु�ह�त.स नेवस' ञानास' ञायतनकुसलं फलसमापि*या समन�तरप� चयेन प� चयो’’ितआदीिह िवQLझित, तंिन!ेसे ‘‘चJखुिव' ञाणधातु तंस+पयु*का च ध+मा मनोधातुया…पे॰…

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कायिव' ञाणधात…ुप॰े… मनोधातु…पे॰… मनोिव' ञाणधातुया…पे॰… पुिरमा पुिरमा कुसला ध+मा प��छमानं प��छमानं कुसलानं ध+मानं…पे॰… अ3याकतानं ध+मानं…पे॰… पुिरमा पुिरमा अकुसला ध+मा प��छमानं प��छमानं अकुसलानं…पे॰… अ3याकतानं…पे॰… येसं येसं ध+मानं अन�तरा ये ये ध+मा उ�पL ज��त िच*चतेिसका ध+मा, ते ते ध+मा तेसं तेसं ध+मानं अन�तरप� चयेन प� चयो’’ित इिमना अन�तरप� चयिन!ेससमको एव समन�तरप� चयो िनि!�ो अ' ञX नामनाना*ाित अयं अन�तरसमन�तरप� चयWये नयो।

उ�पL जमानोव सह उ�पL जमानभावेन उपकारको ध+मो सहजातप� चयो, सो िन!ेसे ‘‘च*ारो ख�धा अMिपनो अ' ञम' ञं सहजातप� चयेन प� चयो, च*ारो महाभूता अ' ञम' ञ…ंप॰े… ओJ क��तJखणे नामMप ंअ' ञम' ञ…ंपे॰… िच*चतेिसका ध+मा िच*समु�ानानं Mपानं…पे॰… महाभूता उपादाMपानं…पे॰… Mिपनो ध+मा अMपीनं ध+मानं िक�' चकाले सहजातप� चयेन प� चयो, िक�' चकाले नसहजातप� चयेन प� चयो’’ित एवं छ�3बधो िनि!�ो। त�थ अ� ञम� ञ��त इिमना तेसं ध+मानं एकJखणे प� चयभाव' चवे प� चयु�प� नभाव' च दीपिेत, पिटस��धJखणे व�थुMप ं�पं नाम। िच चेतिसकाित पवि*यं च*ारो ख�धा, पिटस��धय+पीित केिच त�थ कट*ाMपान�+प िच*समु�ाने पिव�*ा। तेसं िह पिटस��धिच*चतेिसका सहजातप� चया हो��तयेव, तािन पन व�थुिवरिहतािन Mपािन पवि*यं िच*समु�ानानं िवय िच*चतेिसकानं प� चय�थं न फर��त, त.मा ‘‘अ' ञम' ञ’’��त न वु*ं, तथा भूतानं उपादाMप।ं एवं िह अगPहमाने पिटस��धयं कट*ाMपानं सहजाता नाम िन.सयता न वु*ाित सहजातप� चयिन!ेसो अपिरपु�णो एव िसया। िक!� चकालिेत इद�+प ओJ क��तJखणे हदयव�थुमेव स�धाय वु**ा तितयको�ासमेव भजतीित अ�थतो अयं प� चयो प' चिवधोित अयं सहजातप� चये नयो।

अ' ञम' ञं उ�पादनुप�थ+भनभावेन उपकारको ध+मो अ� ञम� ञप� चयो ितद�डकं िवय। सो िन!ेसे ‘‘च*ारो ख�धा अMिपनो अ' ञम' ञप� चयेन प� चयो, च*ारो महाभूता…प॰े… ओJ क��तJखणे नामMपं अ' ञम' ञप� चयेन प� चयो’’ित एवं ितधा िनि!�ोित अयं अ' ञम' ञप� चये नयो।

अिध�ानाकारेन, िन.सयाकारेन च उपकारको ध+मो िन#सयप� चयो तQिच*क+मादीनं पथवीपटादयो िवय, सो िन!ेसे सहजातप� चये िवय छधाव िनि!�ो। छ�ो पने�थ को�ासो ‘‘चJखायतनं चJखुिव' ञाणधातुया, सोतघानिज[हाकायायतनं कायिव' ञाणधातुया…पे॰… यं Mप ंिन.साय मनोधातु च मनोिव' ञाणधातु च व*��त, तं Mपं मनोधातुया च मनोिव' ञाणधातुया च तंस+पयु*कान' च ध+मानं िन.सयप� चयेन प� चयो’’ित एवं पुरेजातिन.सयद.सनवसेन िवभ*ो, सेसं तािदसमेव। त�थ �प��त हदयव�थु।

उपिन.सयप� चयोित ए�थ पनायं वचन�थो – तदधीनवुि*ताय अ*नो फलेन िन�.सतो, न�पिट�Jख*ोित िन.सयो, यथा पन भुसो आयासो उपायासो, एवं भुसो िन.सयो उपिन.सयो, बलवकारण.सेतं अिधवचनं, त.मा बलवकारणभावेन उपकारको ध+मो उपिन#सयप� चयोित वेिदत3बो। सो आर+मणूपिन.सयो अन�तMपिन.सयो पकतूपिन.सयोित ितिवधो होित। त�थ आर�मणूपिन#सयो ताव आर+मणािधपितना स\N नान*ं अक�वा िवभ*ो। त�थ यं आर+मणं गQं क�वा िच*चतेिसका उ�पL ज��त, तं िनयमतो तेसं आर+मणेसु बलवार+मणं होित, इित गQकात3बम*�ेन आर+मणािधपित, बलवकारण�ेन आर+मणूपिन.सयोित एवमेतेसं नान*ं वेिदत3बं।

अन�त�पिन#सयोिप अन�तरप� चयेन नान*ं अक�वाव िवभ*ो, एवं स�तेिप अ*नो अ*नो अन�तरं अनुMप.स िच*ु�पाद.स पव*नसम�थताय अन�तरता, पुिरमिच*.स प��छमिच*ु�पादने बलवताय अन�तMपिन.सयता च वेिदत3बा। यथा िह हेतुप� चयादीसु क�' च ध+मं िवनािप िच*ं उ�पL जित, न एवं अन�तरिच*ं िवना िच*.स उ�पि* नाम अ��थ, त.मा बलवप� चयो होित, इित बलवकारण�ेन अन�तरोव अन�तMपिन.सयोित एवमेतेसं नान*ं वेिदत3बं।

पकतो उपिन.सयो पकतूपिन#सयो, पकतो नाम अ*नो स�ताने उ�पािदतो वा सNासीलािदउपसेिवतो वा उतुभोजनािदपकितयायेव वा उपिन.सयो पकतूपिन.सयो, इित पMपिन.सयेन अिम.सोित अ�थो। सो च पकतूपिन.सयो ‘‘सNं उपिन.साय दानं देित, सीलं समािदयित, उपोसथक+मं करोित, झानं उ�पादेित; िवप.सनं, मOगं, अिभ' ञ,ं समाप\* उ�पादेित; सीलं, सुतं, चागं, प' ञं उपिन.साय दानं देित…पे॰… समाप\* उ�पादेती’’ितआिदना इमेसं सNादीनं वसेन बहुधा िवभ*ो, एवं उपिन.सयप� चयो ितिवधो। िन!ेसे पनायं ‘‘पुिरमा पुिरमा कुसला ध+मा प��छमानं प��छमानं कुसलानं ध+मानं …प॰े… अकुसलानं केस�' च…पे॰… अ3याकतानं ध+मानं…पे॰… पुिरमा पुिरमा अकुसला ध+मा प��छमानं प��छमानं अकुसलानं…पे॰… कुसलानं केस�' च…पे॰… अ3याकतानं ध+मानं…पे॰… पुिरमा पुिरमा अ3याकता ध+मा…पे॰… अ3याकतानं, कुसलानं, अकुसलानं उपिन.सयप� चयेन प� चयो, पुOगलोिप उपिन.सयप� चयेन प� चयो, सेनासन+पी’’ित एवं िनि!�ो। त�थ पुिरमाित अन�तMपिन.सये समन�तरातीताव ल3भ��त।

आर+मणूपिन.सयपकतूपिन.सयेसु पन नानािविधवसेन पुिरमतरावाित तयोिप रासी कुसलेन कुसलपदे ल3भ��त। कुसलेन पनाकुसले समन�तरातीता न ल3भ��त, तेनाह ‘‘केस' ची’’ित। इदं िह ‘‘कुसलो ध+मो अकुसल.स ध+म.स आर+मणूपिन.सयो पकतूपिन.सयो, आर+मणूपिन.सयो पन दानं द�वा…पे॰… तं गQं क�वा रागो उ�पL जित…पे॰… पकतूपिन.सयो सNं उपिन.साय मानं ज�पतेी’’ितआिदना प�हावारे आगतं इमं नयं स�धाय वु*ं।

अकुसलेन कुसलपदे िह समन�तरातीता न ल3भ��त, तेनाह ‘‘केस' ची’’ित। इदं पन ‘‘अकुसलो ध+मो कुसल.स ध+म.स पकतूपिन.सयो। रागं

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उपिन.साय दानं देित…पे॰… पाणं ह��वा त.स पिटघात�थाय दानं देती’’ितआिदना नयेन प�हावारे आगतं पकतूपिन.सयमेव स�धाय वु*ं। यथा िह अकुसलं कुसल.स अन�तMपिन.सयो न होित, तथा आर+मणूपिन.सयोिप न होित। न िह तं गQं क�वा कुसलं पव*ित।

अकुसलेन अ3याकतपदे पन आर+मणूपिन.सयोव न ल3भित। न िह तं अ3याकता गQं करो��त, अन�तरा पन.स हो��त। तेनेवे�थ ‘‘केस' ची’’ित न वु*ं। सेसपदेसु तयोिप उपिन.सया ल3भ�तेव। ‘‘पुOगलोिप, सेनासन+पी’’ित इद�+प Wयं पकतूपिन.सयवसेनेवे�थ वु*ं, उतुभोजनादयो च�ेथ स5हेत3बा। इम�.म' च प� चये एक� चाय प' ञि*या स\N स3बेिप चतुभूमका ध+मा स5िहताित वेिदत3बाित अयं उपिन.सयप� चये नयो।

पठमतरं उ�प�L ज�वा व*मानभावेन उपकारका Mपध+मा पुरेजातप� चयो, सो पसादत�3बसयहदयव�थुवसेन एकादसिवधो। िन!ेसे च ‘‘चJखायतनं चJखुिव' ञाणधातुया तंस+पयु*कान' च ध+मानं पुरेजातप� चयेन प� चयो…पे॰… कायायतनं कायिव' ञाणधातुया …पे॰… Mपायतनं चJखुिव' ञाणधातुया…पे॰… फो�3बायतनं कायिव' ञाणधातुया…पे॰… Mपायतनं स!ग�धरसफो�3बायतनं मनोधातुया…पे॰… यं Mप ंिन.साय…प॰े… तं Mपं मनोधातुया च मनोिव' ञाणधातुया च िक�' चकाले पुरेजातप� चयेन प� चयो, िक�' चकाले न पुरेजातप� चयेन प� चयो’’ित एवं स3बथािप प' चWारे व�थार+मणवसेन, मनोWारे व�थुवसेनेव चायं िनि!�ो। प�हावारे पन आर+मणपुरेजातं ‘‘अरहा चJखुं अिन� चतो दJुखतो अन*तो िवप.सती’’ित आगत*ा मनोWारेिप अ�ारस� नं Mपानं वसेन आर+मणपुरेजात�+प ल3भतेवाित अयं पुरेजातप� चये नयो।

पुरेजातानं Mपध+मानं उप�थ+भक�ेन उपकारको अMपध+मो प�छाजातप� चयो िगLझपोतकसरीरानं आहारासा चतेना िवय। िन!ेसेिप च.स ‘‘प�छाजाता िच*चतेिसका ध+मा पुरेजात.स इम.स काय.स प�छाजातप� चयेन प� चयो’’ित एवं वु*ं। त�थ इम#स काय#साित चतुसमु�ािनकितसमु�ािनकभूतुपादायMपकाय.स। ध+मतो चायं ठपे�वा पिटस��धिवपाके आQ�पिवपाके अवसेसा स3बे चतुभूमका अMपध+माित वेिदत3बाित अयं प�छाजातप� चये नयो।

आसेवन�ेन अन�तरानं पगुणबलवभावेन उपकारको ध+मो आसेवनप� चयो ग�थािदपुिरमािभयोगो िवय। सो कुसलाकुसलिकिरयजवनवसेन ितिवधो। िन!ेसे पन.स ‘‘पुिरमा पुिरमा कुसला ध+मा प��छमानं प��छमानं कुसलानं ध+मानं…प॰े… अकुसलानं ध+मानं…प॰े… िकिरया3याकतानं ध+मानं आसेवनप� चयेन प� चयो’’ित िनि!�ो। त�थ पुिरमा पुिरमाित स3ब�थ समन�तरातीताव द�3बा, त�थािप कुसलादयो अ3याकतादीनं िभ� नजाितकानं समन�तरान�+प वासनास;ातेन आसेवनेन पगुणतरबलवभाविविस�ं अ*नो कुसलािदभावस;ातग\त गाहापेतुं असम�थताय आसेवनप� चया न हो��त, भूिमतो, पन आर+मणतो च िभ� नािप कामावचरितहेतुककुसलिकिरया अ*ना सिदसवेदनानमेव महOगतलोकु*रकुसलिकिरयान�+प, स;ारार+मण' चअनुलोमकुसलं िन3बानार+मण.स गोXभुकुसल.स आसेवनप� चया हो��तयेव। लोकु*रो पन आसेवनप� चयो न��थ, तथा िवपाको क+मपिरणािमत*ाित अयं आसेवनप� चये नयो।

िच*�पयोगस;ातेन िकिरयभावेन उपकारको ध+मो क�मप� चयो। सो नानJखिणकाय कुसलाकुसलचतेनाय चवे सहजाताय च स3बायिप चतेनाय वसेन दिुवधो होित। िन!ेसेिप च.स ‘‘कुसलाकुसलं क+मं िवपाकानं ख�धानं कट*ा च Mपानं…प॰े… चतेना स+पयु*कानं ध+मानं तंसमु�ानान' च Mपानं क+मप� चयेन प� चयो’’ित िWधाव वु*ो। त�थ क�म��त चतेनाक+ममेव। कट ा च �पान��त क+म.स कट*ा उपिचत*ा िन�फािदत*ा उ�प� नानं क+मजानं Mपानं कट*ा एव, क+म�+प काल�तरेयेव अवसेसप� चयसमायोगे सित अ*नो फलं उ�पादेित, न तु िवन�*ा िठत*ा तं वा िठतं पन क+मं न जनेित। एवं तंसमु�ान��त इिमना पिटस��धयं कट*ाMपOगहणं द�3ब��त अयं क+मप� चये नयो।

िनQ.साहस�तभावेन िनQ.साहस�तभावाय उपकारको िवपाकध+मो िवपाकप� चयो। सो पव*े िच*समु�ानानं, पिटस��धJखणे कट*ाMपानं, स3ब�थ च स+पयु*ध+मानं प� चयो होित। यथाह स+बप�हावारे – ‘‘िवपाका3याकतो एको ख�धो ित�ण� नं ख�धानं िच*समु�ानान' च Mपानं पिटस��धJखणे…पे॰… कट*ा च Mपानं िवपाकप� चयेन प� चयो’’ितआिद। िन!ेसे पन.स ‘‘िवपाका च*ारो ख�धा अMिपनो अ' ञम' ञ ंिवपाकप� चयेन प� चयो’’ित ए*कमेव वु*ं। तं प�हावारे वु*िवधानं स�धाय सावसेसं वु*��त अयं िवपाकप� चये नयो।

MपाMपानं उप�थ+भक�ेन उपकारका च*ारो आहारा आहारप� चयो। िन!ेसे पन ‘‘कबळीकारो आहारो इम.स काय.स…पे॰… अMिपनो आहारा स+पयु*कानं ध+मानं तंसमु�ानान' च Mपानं आहारप� चयेन प� चयो’’ित एवं िनि!�ो। त�थ चतुसमु�ानमुपगता ओजा कबळीकारो आहारो नाम। सो य.मा आहाMपसेवीन' ञवे अLझोहटाहारउतुजाहाMप�थNो एव च क+मजािदआहारो इम.स काय.स िठितया पव*ित, न अ' ञथा, त.मा कबळीकात3बउतुजव�थुस�� न�.सतताद.सन�थं कबळीकारो आहारोित वु*ो। िक' चािप चायं ‘‘इम.स काय.सा’’ित अिवसेसेन वु*ो, िवसेसतो पन आहारजMप.स जनको चवे अनुपालको च हु�वा सेसितस�तितसमु�ानMप.स अनुपालको एव हु�वा आहारप� चयो होित। तंसमु�ानान��त इिमना पिटस��धयं क+मसमु�ानािन गिहतानेव। प�हावारे िह ‘‘पिटस��धJखणे िवपाका3याकता आहारा स+पयु*कानं ख�धानं कट*ा च Mपानं आहारप� चयेन प� चयो’’ित वु*��त अयं आहारप� चये नयो।

अिधपितय�ेन उपकारका इ��थ��^यपुिरिस��^यवL जा वीसित इ��^या इ!�-यप� चयो। इ��थ��^यपुिरिस��^यािन िह िक' चािप

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इ��थपुिरसिल5ाक�पादीनं बीजभूतािन, नेव पन तेसं, न अ' ञसंे इ��^यािदप� चयतं फर��त। सु*��तकपिरयायेन पन तेसं पकतूपिन.सयभावं फर�तीित बावीसतेव इ��^यािन। त�थ चJखु��^यादयो प' च अMपध+मानमेव इ��^यप� चयो, Mपजीिवित��^यं कट*ाMपानमेव, सेसा MपाMपानं। िन!ेसे ‘‘चJखु��^यं चJखुिव' ञाणधातुया तंस+पयु*कान' च ध+मानं…पे॰… कायिव' ञाणधातुया…पे॰… Mपजीिवित��^यं कट*ाMपानं, अMिपनो इ��^या स+पयु*कानं ध+मानं तंसमु�ानान' च Mपानं इ��^यप� चयेन प� चयो’’ित एवं िनि!�ो। तंसमु�ानान��त ए�थािप कट*ाMप�+प स5िहतं। प�हावारे िह ‘‘पिटस��धJखणे िवपाका3याकता इ��^या स+पयु*कानं ख�धानं कट*ा च Mपान’’��त वु*��त अयं इ��^यप� चये नयो।

उपिनLझायन�ेन उपकारकािन ठपे�वा िWप' चिव' ञाणेसु वेदना*यं, एकOगत' च सेसािन कुसलािदभेदािन स* झान5ािन झानप� चयो। िWप' चिव' ञाणानं िह अिभिनपातम**ा तेसु वेदनेकOगता उपिनLझायनाकार.स अभावेन झान5ेसु न उNटा, िन!ेसे पन.स ‘‘झान5ािन झानस+पयु*कानं ध+मानं तंसमु�ानान' च Mपानं झानप� चयेन प� चयो’’ित िनि!�ो। इधािप तंसमु�ानान��त इिमना च कट*ाMप�+प गिहतं। प�हावारेिह ‘‘पिटस��धJखणे िवपाका3याकतािन झान5ािन स+पयु*कानं ख�धानं कट*ा च Mपान’’��त वु*��त अयं झानप� चये नयो।

यतो ततो वा िनPयान�ेन उपकारकािन कुसलािदभेदािन Wादस मOग5ािन म/गप� चयो। िन!ेसे पन ‘‘मOग5ािन मOगस+पयु*कानं ध+मानं तंसमु�ानान' च Mपानं मOगप� चयेन प� चयो’’ित िनि!�ो। ए�थािप तंसमु�ानान��त इिमना कट*ाMपOगहणं। प�हावारे िह ‘‘पिटस��धJखणे िवपाका3याकतािन मOग5ािन स+पयु*कानं ख�धानं कट*ा च Mपान’’��त वु*ं, अहेतुकिच*ेसु च�ेथ िवL जमानािन मOग5ािन मOगप� चया न हो��त। अयं मOगप� चये नयो।

एकव�थुकएकार+मणएकु�पादएकिनरोधस;ातेन स+पयु*भावेन उपकारका अMिपनो ध+मा स�पयु प� चयो। िन!ेसे पन ‘‘च*ारो ख�धा अMिपनो ध+मा अ' ञम' ञं स+पयु*प� चयेन प� चयो’’ित िनि!�ोित अयं स+पयु*प� चये नयो।

एकव�थुकािदभावानुपगमेन उपकारका Mिपनो ध+मा अMपीनं, अMिपनो ध+मा Mपीनं िव1पयु प� चयो, सो सहजातपुरेजातप�छाजातवसेन ितिवधो होित। वु*ं हेतं ‘‘सहजाता कुसला ख�धा िच*समु�ानानं Mपानं…पे॰… प�छाजाता कुसला ख�धा पुरेजात.स इम.स काय.स िव�पयु*प� चयेन प� चयो’’ितआिद। पुरेजातं पन छव�थुवसेनेव वेिदत3बं। िन!ेसे पन.स ‘‘Mिपनो ध+मा अMपीनं…पे॰… अMिपनो ध+मा Mपीनं ध+मानं िव�पयु*प� चयेन प� चयो’’ित एवं साम' ञतो िनि!�ो। त�थ �िपनोित इदं छव�थूनं वसेन वु*ं, Mपादयो पन आर+मणध+मा स+पयोगास_ायाभावेन िव�पयु*प� चया न वु*ा। चJखादीनं िह व�थूनं अ3भ�तरतो अMपध+मा िनJखम�ता िवय उ�पL ज��त, त�थ स+पयोगास_ा होित। प�हावारेिप िह ‘‘व�थु कुसलानं ख�धानं…पे॰… चJखायतनं चJखुिव' ञाणधातुया’’ितआिदना छ व�थूनेव उNटािन, अ�िपनो ध�मा �पीन��त ए�थािप िन3बानं अMप�+प समानं Mप.स िव�पयु*प� चयो न होित स3बथा स+पयोगास_ाभावतो, ‘‘चतूिह स+पयोगो चतूिह िव�पयोगो’’ित (धातु॰ ३) िह वु*��त अयं िव�पयु*प� चये नयो।

प� चु�प� नलJखणेन अ��थभावेन तािदस.सेव ध+म.स उप�थ+भक�ेन उपकारको ध+मो अ!3थप� चयो, सो िन!ेसे ‘‘च*ारो ख�धा अMिपनो अ' ञम' ञं…पे॰… च*ारो महाभूता अ' ञम' ञं, ओJ क��तJखणे नामMप ंअ' ञम' ञ,ं िच*चतेिसका ध+मा िच*समु�ानानं Mपानं, महाभूता उपादाMपानं, चJखायतनं चJखुिव' ञाणधातुया…पे॰… Mपायतनं चJखुिव' ञाणधातुया तंस+पयु*कान' च ध+मानं…पे॰… Mपायतनं…पे॰… फो�3बायतनं मनोधातुया…पे॰… मनोधातुया च मनोिव' ञाणधातुया च तंस+पयु*कान' च ध+मानं अ��थप� चयेन प� चयो’’ित एवं सहजातपुरेजातवसेन च बहुधा िनि!�ो, प�हावारेपन ‘‘सहजातं पुरेजातं प�छाजातं आहारं इ��^य’’��त इमेसं प' च� न�+प वसेन आगत*ा प�छाजातकबळीकारआहारMपजीिवित��^यानं वसेनािप अ��थप� चयो गहेत3बोवाित अयं अ��थप� चये नयो।

अ*नो अन�तरं उ�पL जमानानं अMपध+मानं पवि*ओकासदानवसेन उपकारका समन�तरिनQNा अMपध+मा न!3थप� चयो, िन!ेसे पन ‘‘समन�तरिनQNा िच*चतेिसका ध+मा पटु�प� नानं िच*चतेिसकानं ध+मानं न��थप� चयेन प� चयो’’ित एवं साम' ञतोव िनि!�ो। स3बथा अन�तरप� चयसिदसताय त�थ िनि!�नयेनेवे�थ िवसेसो ञात3बोित अयं न��थप� चये नयो।

न��थप� चयध+माव िवगतभावेन उपकारक*ा िवगतप� चयोित सह िन!ेसेन न��थप� चयसिदसोवाित।

अिवगतप� चयोिप स3बथा अ��थप� चयसिदसोव, देसनािवलासेन, वेनेPयवसेन वा अयं दकुो वु*ोित अयं अिवगतप� चये नयो।

पिक4णकिविन�छयो

इमेसु पन चतुवीसितया प� चयेसु ञाणचार.स िवसदभाव�थं –

ध+मतो कालतो चवे, एक.सानेकप� चया।अनेकेस' च ध+मानं, एकप� चयभावतो॥

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सभागा िवसभागा च, युगळा जनकािदतो।स3ब�ानािदभेदा च, MपाMपिवक�पतो।भवतो स5हा ञPेयो, पिक�णकिविन�छयो॥

त�थ ध�मतोित इमेसु िह प� चयेसु हेतुप� चयो ताव नामMपध+मेसु नामध+मेकदेसो, तथा सहजातािधपितक+मझानमOगप� चया, तथा आसेवनिवपाकप� चया, चतुJख�धस5िहतािप िवपाकध+मा अन�तरसमन�तरप�छाजातस+पयु*न��थिवगतप� चया। िन3बान.स अस5हतो नामेकदेसोितिप व*ंु वbित। पुरेजातप� चयो Mपध+मोव, सेसा यथालाभवसेन नामMपध+मा। त�थ च आर+मणािधपितआर+मणूपिन.सयपकतूपिन.सयेसु प' ञि*िप स5िहताित अयं ध+मतो िविन�छयो।

कालतो पन हेतुसहजातअ' ञम' ञिन.सयपुरेजातप�छाजातिवपाकआहारइ��^यझानमOगस+पयु*िव�पयु*अ��थअिवगतप� चया प� नरस प� चु�प� नाव हु�वा अ*नो फल.स प� चया हो��त, अन�तरसमन�तरआसेवनन��थिवगतप� चया प' च अतीता एव हु�वा, क+मप� चयो पनेको प� चु�प� नोिप अतीतोिप हु�वा, सेसा आर+मणअिधपितउपिन.सयप� चया तयोिप तेकािलकािप, िन3बानप' ञि*वसेन कालिवमु*ािप हु�वा अ*नो फल.स प� चया हो�तीित अयं कालतो िविन�छयो।

एक#सानेकप� चयाित एकध+म.स, एकप� चय.स च अनेकप� चयभावतो। कथं? हेतुप� चये ताव अमोहो एको ध+मो, सो पुरेजातक+मआहारझानवL जानं वीसितया प� चयानं वसेन अनेकप� चयो होित, हेतुप� चय*ं अिवजह�तोव अिधपितसहजातअ' ञम' ञिन.सयिवपािक��^यमOगस+पयु*िव�पयु*अ��थअिवगतानं अ' ञसंे एकादस� नं वसेन वा अनेकप� चयो होित, तथा अलोभादयो, तेसु पन अलोभादोसा इ��^यमOगप� चया न हो��त, ते तयो अिवपाकभूता लोभदोसमोहा िवपाकप� चयािप न हो��त, ते पन अमोहव�L जता प' च अिधपितप� चया न हो��त, तथा सेसािप अिवपाकभूता।

आर+मणप� चये Mपायतनं चJखुिव' ञाणधातुया आर+मणपुरेजातअ��थअिवगतानं चतु� नं वसेन अनेकप� चयो होित, तथा मनोधातुया, अहेतुकमनोिव' ञाणधातुया च। सहेतुकाय पन आर+मणािधपितआर+मणूपिन.सयान�+प वसेन, स!ादीसुिप एसेव नयो। ध+मायतनं पन िन.सयिव�पयु*ानं वसेनािप अनेकप� चयो होित, तथा आर+मणप� चय*ं अिवजह�तोव आर+मणािधपितिन.सयउपिन.सयपुरेजातिव�पयु*अ��थअिवगतानं वसेन अपरेस�+प स*� नं वसेन अनेकप� चयो होतीित अयमे�थ उJ क�पिर�छेदो। त�थ अMपानं पन Mपानं वा अतीतानागतानं आर+मणप� चयभावे सित आर+मणािधपितउपिन.सयम*मेव उ*िर ल3भित।

अिधपितप� चये आर+मणािधपित वु*नयोव। सहजातािधपतीसु िच*ं हेतुपुरेजातक+मझानमOगवL जानं एकूनवीसितया प� चयानं वसेन अनेकप� चयो होित, अिधपितप� चय*ं अिवजह�तो अपरेसं सहजातअ' ञम' ञिन.सयिवपाकाहािर��^यस+पयु*िव�पयु*अ��थअिवगतानं दस� नं वसेनेव, तथा वीिरयं आहारप� चयवL जानं मOगप� चयसिहतानं वसेन, छ�दो आहािर��^यवL जानं वसेन अनेकप� चयो होित, वीमंसा हेतुप� चये वु*नयाव।

अन�तरप� चये चतूसु ख�धेसु वेदनाJख�धो ताव हेतुपुरेजातक+माहारमOगप� चयवL जानं एकूनवीसितया वसेन, स' ञाJख�धो तेसु इ��^यझानवL जानं स*रस� नं वसेन, स;ारJख�धो हेतुपुरेजातक�+म��^यझानमOगवL जानं अ�ारस� नं वसेन, तथा चतेना क+मसिहतानं, िवतJ कोहेतुपुरेजातक+मआहािर��^यवL जानं झानमOगसिहतानं, िवचारो, पीित च आन�तिरयानं मOगवL जानं, एकOगता हेतुपुरेजातक+माहारवL जानं वीसितया प� चयानं वसेन, सNा, जीिवित��^य' च अन�तरानं हेतुपुरेजातक+माहारझानमOगवL जानं अ�ारस� नं, सित मOगसिहतानं एकूनवीसितया, िहिरओ*�पकायप.सNािदछयुगा, येवापनकेसु अिधमोJखमनिसकारतXमLझ*ता, कQणामुिदता च हेतुपुरेजातक+माहारझानम�Oग��^यवL जानं स*रस� नं, िवरितयो पन मOगसिहतानं अ�ारस� नं, िम�छािदि� ततो िवपाकवL जानं स*रस� नं वसेन, िम�छावाचाक+म�ताजीवा तेिह चवे क+माहारप� चयेिह चाित एकूनवीसितया प� चयानं वसेन, अिहिरकं अनो*�पं मानो िथनं िमNं उN� च��त इमे हेतुपुरेजातक+मिवपाकाहािर��^यझानमOगवL जानं सोळस� नं, िविचिक�छा इ.साम�छिरयकुJ कु� चािन ततो अिधपितवL जानं प� नरस� नं वसेन अनेकप� चया हो��त। अन�तरप� चय*ं अिवजह�तानं पनेतेसं समन�तरउपिन.सयक+मन��थिवगतानं अपरेसं छ� नं वसेन च। िव' ञाणJख�ध.स अिधपितप� चयेनेव अनेकप� चयभावो वेिदत3बो।

सहजातप� चये महाभूतािन आर+मणआर+मणािधपितसहजातअ' ञम' ञिन.सयउपिन.सयपुरेजातअ��थअिवगतानं नव� नं, हदयव�थु तेस' ञवे िव�पयु*सिहतानं वसेन। िन#सयप� चये चJखायतनादीिन आर+मणआर+मणािधपितिन.सयउपिन.सयपुरेजातइ��^यिव�पयु*अ��थअिवगतानं नव� नंवसेन। पुरेजातप� चये Mपस!ग�धरसायतनादीिन आर+मणआर+मणािधपितउपिन.सयपुरेजातअ��थअिवगतानं छ� नं वसेन। आहारप� चये ओजा आर+मणआर+मणािधपितउपिन.सयाहारअ��थअिवगतानं छ� नं प� चयानं वसेन अनेकधा प� चयो होित। तंतंप� चय*ं अिवजह�तानं तेसं तेसं स3ब�थ आर+मणािधपितअन�तरसमन�तMपिन.सयािदप� चयता वु*नयेन वेिदत3बा। सेसं सुिव' ञेPयमेवाित अयं एक.सानेकप� चयतो िविन�छयो।

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अनेकेस� च धमानं, एकप� चयभावतोित एतेसु िह ठप�ेवा क�मप� चयं सेसेसु तेवीसितया प� चयेसु अनेके अनेकेसं ध�मानं एकतो एकेकं प� चया हो��त। क�मप� चयो पन चतेना एकध�मोवाित अयं अनेकध�मानं एकप� चयभावतो िविन�छयो।

सभागा िवसभागा चाित एतेसु िह अन�तरसमन�तरअन�त पिन!सयासेवनन��थिवगतप� चया सभागा, तथा आर�मणआर�मणािधपितआर�मणूपिन!सया। पुरेजातप� चयो पने�थ प�छाजातेन िवसभागो, तथा स�पयु)ो िव*पयु)ेन, अ��थ न��थना, िवगतो अिवगतेनाित अयं सभागिवसभागतो िविन�छयो।

युगळाित ए�थ अ�थसिर+खताय स-सिर+खताय कालपिटप+खताय हेतुफलताय अ1 ञम1 ञपिटप+खतायाित इमेिह कारणेिह युगळं वेिदत6बं। अन�तरसमन�तरा िह अ�थसिर+खताय एकं युगळं नाम। िन!सयूपिन!सया स-सिर+खताय, पुरेजातप�छाजाता कालपिटप+खताय, क�मिवपाका हेतुफलताय, स�पयु)िव*पयु)ा अ1 ञम1 ञपिटप+खताय एकं युगळं, तथा अ��थन��थप� चया, िवगतअिवगतप� चयाित अयं युगळतो िविन�छयो।

जनकािदतोित जनकोप�थ�भकतो। एतेसु िह अन�तरसमन�त पिन!सयपकतूपिन!सयासेवनप� चया, नान+खिणको क�मप� चयो, न��थिवगतप� चया चाित इमे जनका एव, न उप�थ�भका। प�छाजातप� चयो उप�थ�भको एव, न जनको। सेसा जनका चवे उप�थ�भका चाित अयं जनकािदतो िविन�छयो।

स�ब�ानािदभेदाित स6ब9ािनकअस6ब9ािनकभेदतो। एतेसु िह सहजातिन!सयअ��थअिवगतप� चया स6ब9ािनका। स6बेसु प� चयु*प� नेसु इ��छत6बा। एतेिह िवना उ*प: जमानो एकध�मोिप न��थ। सेसा अस6ब9ािनका। त�थ च आर�मणआर�मणािधपितअन�तरसमन�तरान�त पिन!सयपकतूपिन!सयपुरेजातासेवनस�पयु) अ��थन��थिवगतप� चया अ पध�मान1 ञेव कारणतो अस6ब9ािनका। तथा प�छाजातप� चयो पान1 ञवे कारणतो, सेसा एक� चानं पा पध�मानं कारणतो अस6ब9ािनका। अयं स6ब9ानािदभेदतो िविन�छयो।

पा पिवक!पतोित प ं प!स, पं अ प!साितआिद िवक*पतो। एतेसु िह एकोिप प� चयो पमेव हु�वा प!सेव प� चयो भव�तो नाम न��थ, पमेव पन अ प!सेव अ��थ, सो पुरेजातप� चयो एको एव। पमेव हु�वा पा प!सेव प� चयो नामाितिप न��थ, अ पमेव हु�वा अ प!सेव प� चयोिप अ��थ, सो अन�तरसमन�तरआसेवनस�पयु)न��थिवगतवसेन छ�6बधो। अ पमेव पन प!सेव प� चयोिप अ��थ, सो प�छाजातप� चयो एको एव। अ पमेव हु�वा पा पान��प अ��थ, सो हेतुक�मिवपाकझानम<गवसेन प1 चिवधो। पा पप1 ञि) हु�वा अ प!सेव प� चयोिप अ��थ, सो आर�मणउपिन!सयवसेन दिुवधो। पा प ंपन पा प!सािप अ��थ, सो अिधपितसहजातअ1 ञम1 ञिन!सयाहािर��=यिव*पयु)अ��थअिवगतवसेन नविवधोित अयं पा पिवक*पतो िविन�छयो।

भवतोित इमेसु िह प� चयेसु प1 चवोकारभवे ताव न कोिच प� चयो न ल6भित नाम, स6बेिप ल6भ��त। चतुवोकारभवे पन पुरेजातप�छाजातिव*पयु)प� चये अपने�वा सेसा एकवीसितमेव। एकवोकारभवे सहजातअ1 ञम1 ञिन!सयक��म��=यअ��थअिवगतवसेन स)ेव। बािहरे पन अिन��=यब> पे तेसु क��म��=यव: जा प1 चवे ल6भ�तीित अयं भवतो िविन�छयो।

स"हाित स6बेिप िह इमे चतुवीसित प� चया आर�मणसहजातउपिन!सयपुरेजातप�छाजातक�माहािर��=येसु अ9सु च प� चयेसु स?हं ग�छ��त। कथं? तेसु िह हेतुअ1 ञम1 ञिवपाकझानम<गस�पयु)प� चया छ सहजातप� चये स?हं ग�छ��त। अन�तरसमन�तरासेवनन��थिवगतप� चया प1 चअन�त पिन!सये उपिन!सयप� चये। िन!सयप� चयो सहजातपुरेजातभेदतो दिुवधो। त�थ सहजातो सहजातप� चये, पुरेजातो पुरेजातप� चये। अिधपितप� चयोिप आर�मणभूतो आर�मणूपिन!सये, सहजातभूतो सहजातप� चये। िव*पयु)प� चयोिप सहजातपुरेजातप�छाजातभूतताय त�थ त�थ स?हं ग�छित। अ��थअिवगतप� चयािप सहजातपुरेजातप�छाजाताहािर��=यभूतताय त�थ त�थ प� चयेसु स?हं ग�छ��त। एवं इमेसु प� चयेसु स6बप� चयानं स?हो वेिदत6बो। तेनेव ितकप9ानपािळयं प� चनीयनये इमेसं अ9� नं प� चयानं वसेनेव कितपयप1हा िव!स�: जता। इमेसं पन अ9� न��प अ1 ञम1 ञस?होिप अ��थयेव। तेसु िह आर�मणप� चयो अिधपितभूतो उपिन!सये, अनिधपितभूतो न क�थचीित आर�मणप� चयो हु�वा िवसु1 ञवे ित9ित। क�मप� चयोिप सहजातो सहजाते। नान+खिणको पन बलवा िवपाकध�मानं उपिन!सयो होतीित उपिन!सयप� चये स?हं ग�छित। बलवािप पन क�मज पानं, द6ुबलो अ पानं नान+खिणकक�मप� चयो हु�वा िवसु1 ञवे ित9ित। आहारप� चयोिप अ पभूतो सहजाते, पभूतो न क�थचीित िवसु1 ञवे ित9ित, इ��=यप� चयोिप अ पभूतो सहजाते, पसािद��=या पुरेजाते, पजीिवित��=यं न क�थिच स?हं ग�छतीित इ��=यप� चयो हु�वा िवसु1 ञेव ित9तीित एवमेवं अ1 ञम1 ञस?होिप अ�थेव। स6बेिप पनेते चतुवीसित प� चया आर�मणउपिन!सयक�मअ��थप� चयेसु चतूसुिप स?हं ग�छ�तीित अयं स?हतो िविन�छयो। अयं अनु)ानपद�थसिहतो सAेप�थिविन�छयो।

पिकBणकिविन�छयो िनि9तो।

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िवभ?नये पने�थ पािळवव�थानं ताव सAेपतो एवं वेिदत6बं। प�ानपािळयं िह ‘‘हेतुप� चयो…पे॰… अिवगतप� चयो’’ित प� चयपदािन माितकावसेन िन�+खिप�वा तेसं प� चयानं – ‘‘हेतू हेतुस�पयु)कानं ध�मानं तंसमु9ानान1 च पानं हेतुप� चयेन प� चयो’’ितआिदना नयेन प� चयभाजनीयसAातो िन-ेसवारो पठमं वु)ो। सोिप च अन�तरसAेप�थिविन�छयो त�थ त�थ द�!सतो एव। तदन�तरं तेसं चतुवीसितया प� चयानं कुसलि)कादयो Hावीसितितके, हेतुदकुादयो सतं दकेु च िन!साय नानानयतो िवभजनवसेन चतुवीसितसम�तप9ानसमोधानं अन�तनयसम�तप9ानं िवभ)ं। कथं? चतु�6बधं िह प9ानं – अनुलोमप9ानं, प� चनीकप9ानं, अनुलोमप� चनीकप9ानं, प� चनीकानुलोमप9ान��त। त�थ ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जित हेतुप� चया’’ितआिदना, ‘‘हेतुं ध�मं पिट� च हेतुध�मो उ*प: जित हेतुप� चया’’ितआिदना कुसलादीनं, हेतुआदीन1 च ध�मानं अनुलोमवसेन पव)ं अनुलोमप�ानं नाम। ‘‘नकुसलं ध�मं पिट� च नकुसलो ध�मो उ*प: जित हेतुप� चया…पे॰… नहेतुं ध�मं पिट� च नहेतुध�मो उ*प: जित हेतुप� चया’’ितआिदना कुसलादीनं, हेतुआदीन1 च ध�मानं प� चनीकवसेन पव)ं प� चनीकप�ानं नाम। ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च नकुसलो ध�मो उ*प: जित हेतुप� चया…प॰े… हेतुं ध�मं पिट� च नहेतुध�मो उ*प: जित हेतुप� चया’’ितआिदना पव)ं अनुलोमप� चनीकप�ानं नाम। ‘‘नकुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो…पे॰… नहेतुं ध�मं पिट� च हेतुध�मो उ*प: जित हेतुप� चया’’ितआिदना पव)ं प� चनीकानुलोमप�ानं नाम।

एवमेतेसु चतूसु प9ानेसु यं ध�मं अनुलोमप9ानं नाम, तं ताव छ�6बधं होित – ितकप9ानं दकुप9ानं दकुितकप9ानं ितकदकुप9ानं ितकितकप9ानं दकुदकुप9ान��त। यथा चतंे, एवं प� चनीकप9ानादीिनिप तीिण तीिण प� चके��त चतुवीसितसम�तप9ानसमोधानं प9ान*पकरणं वेिदत6बं। स�मास�बु>ेन िह अनुलोमप9ाने Hावीसितितके िन!साय ितकप�ानं नाम िनि-9ं। सतं दकेु िन!साय दुकप�ानं नाम। ततो ितके दकेुसु प�+खिप�वा दुकितकप�ानं नाम। ततो दकेु ितकेसु प�+खिप�वा ितकदुकप�ानं नाम। ितके पन ितकेसुयेव प�+खिप�वा ितकितकप�ानं नाम। दकेु च दकेुसु एव प�+खिप�वा दुकदुकप�ानंनाम िनि-9ं। पठमं तावे�थ अनुलोमप9ाने ितकप9ाननयो िनि-9ो। एवं प� चनीकप9ाने, अनुलोमप� चनीकप9ाने, प� चनीकानुलोमप9ानेित चतुवीसितसम�तप9ानं देिसतं।

ए�थ च दिुवधं अनुलोमं, प� चनीक1 च ध�मानुलोमं ध�मप� चनीकं, प� चयानुलोमं प� चयप� चनीक��त। त�थ ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो’’ितआिदना कुसलादीनं ितकध�मानं, हेतुआदीनं दकुध�मान1 च अनुलोमदेसनावसेन धमानुलोमं वेिदत6बं। ‘‘नकुसलं ध�मं पिट� च नकुसलो ध�मो’’ितआिदना ितकदकुध�मानं प� चनीकवसेन धमप� चनीकं वेिदत6बं। ‘‘हेतुप� चया आर�मणप� चया’’ित एवं चतुवीसितया प� चयानं अनुलोमदेसनावसेन प� चयानुलोमं वेिदत6बं। ‘‘नहेतुप� चया नार�मणप� चया’’ित एवं प� चयानं प� चनीकवसेन प� चयप� चनीक� च वेिदत6बं। तI यिददं ध�मानुलोमं ध�मप� चनीक1 च, त!स वसेन चतुवीसितसम�तप9ानं वेिदत6बं। प� चयानुलोमं प� चयप� चनीक1 च अनुलोमितकप9ानादीसु चतुवीसितया प9ानेसु एकेकितकदकेुसु एवं ल6भित। त1 च उपिर पािळनयद!सने एव पाकटं भिव!सित। तिIमािन चतुवीसित प9ानािन इमेसं ितकदकुानं वसेन िनि-9)ा ितकप9ानं…पे॰… दकुदकुप9ान��त वु� चित।

तेसु ितकदकेुसु एकेकं ितकदकंु इमेसं हेतुप� चयादीनं चतुवीसितया प� चयानं अनुलोमािदनयचतु+ कवसेन स)िह स)िह महावारेिह िव�थारतो िवभ)ं। कतमेिह स)िह? पिट� चवारो सहजातवारो प� चयवारो िन!सयवारो संस9वारो स�पयु)वारो प1हावारोित इमेिह। त�थ ‘‘कुसलं ध�मं पिट� चकुसलो ध�मो’’ितआिदना पिट� चािभधानेन वु)ो पिट� चवारो नाम। ‘‘कुसलं ध�मं सहजातो, कुसलं ध�मं प� चया, कुसलं ध�मं िन!साय, कुसलं ध�मं संस9ो, कुसलं ध�मं स�पयु)ो’’ित एवं सहजातािदअिभधानेिह वु)ा प1 च वारा सहजातािदवारािन। परतो च संस9स�पयु)वारेसु Hीसु अ पध�मवसेनेव प� चयप� चयु*प� ना च, सेसेसु चतूसु वारेसु, स)मेव प1हावारे च पा पवसेन, प� चयवारे, िन!सयवारे च सहजातप�छाजातपुरेजातवसेन, सेसेसु सहजातवसेन प� चयप� चयु*प� ना च किथताित अयं िवसेसो। स)मवारे पन य!मा ‘‘कुसलो ध�मो कुसल!स ध�म!स हेतुप� चयेन प� चयो’’ितआिदना नयेन ते ते प1हे उ>िर�वा पुन ‘‘कुसला हेतू स�पयु)कानं ख�धान’’��तआिदना नयेन स6बेिप ते प1हा िन: जटा, िन<गु�बा च क�वा िवभ)ा, त!मा सो वारो प1हानं साधुकं िवभ))ा प�हावारो�वेव सAं गतो। इित इमेिह स)िह महावारेिह चतुवीसितया सम�तप9ानेसु स6बेिप ितकदकुा चतुवीसितया प� चयानं अनुलोमािदवसेन िव�थारतो िवभ)ा। कथं? अनुलोमप9ाने िह यिददं Hावीसितितके िन!साय ितकप9ानं नाम स6बपठमं िनि-9ं। त�थ कुसलि)कं ताव इमेिह पिट� चवारादीिह महावारेिह प� चयानुलोमािदनयचतु+ कतो िवभ)ं। त�थ यो तावेस स6बपठमो पिट� चवारो नाम, सो उ-ेसिन-ेसतो दिुवधो होित।

त�थ उ-ेसवारो कुसलादयो पिट� च हेतुप� चयािदवसेन कुसलादीनं यु)ानं, अकुसलादीनं अयु)कान1 च ध�मानं उ*पि)पु�छनवसेनेव पव))ा ‘‘पु�छावारो’’ितिप, पु�छान1 ञवे प1 ञापनतो ‘‘पBणि)वारो’’ितिप वु� चित। न िह त�थ िव!स: जनं अ��थ। िन-ेसवारो पन पु�छावारे पिरपु��छतेसु प1हेसु ‘‘िसया अकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो ध�मो उ*प: जJेया’’ितआिदकं अयु)ं प1हं अनु>िर�वा ल6भमानान1 ञवे प1हानं वसेन पव)ो। इतरेसु पन सहजातादीसु, सेसेसु च ितकेसु, सेसप9ानेसु च स6ब�थ पु�छावारो न��थ, ल6भमानवसेन स6बिव!स: जनमेव द�!सत��त इदमे�थ सAेपतो पािळवव�थानं।

इदािन पने�थ आिदतो प9ाय एवं िवभ?नयो वेिदत6बो। अनुलोमप9ान�!म�1ह ितकप9ाने कुसलि)क!स स)सु महावारेसु पठम!स पिट� चवार!स पु�छावारे ताव – ‘‘िसया कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जJेय हेतुप� चया…पे॰… अकुसलो ध�मो…पे॰… अ6याकतो…पे॰… कुसलो च अ6याकतो च…पे॰… अकुसलो च अ6याकतो च…पे॰… कुसलो च अकुसलो च…प॰े… कुसलो च अकुसलो च अ6याकतो च ध�मा उ*प: जJेयंु हेतुप� चया’’ित कुसलपदमूला स) पु�छा उ>टा।

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एवं अकुसलपदमूला, अ6याकतपदमूला च। ‘‘िसया कुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अकुसलो…पे॰… िसया अकुसल1 च अ6याकत1 च…पे॰… िसया कुसल1 च अकुसल1 च…पे॰… िसया कुसल1 च अकुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� चा’’ित िHमूलका, ितमूलका च स) स) पु�छाित एकूनप1 ञास पु�छा हेतुप� चयमूलका उ>टा।

इिमनाव नयेन ‘‘िसया कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जJेय आर�मणप� चया…प॰े… अिवगतप� चया’’ित एवं सेसप� चयमूलकािप पु�छावेिदत6बा। एकमूलकनयो।

यथा च एकमूलके, एवं ‘‘िसया कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जJेय हेतुप� चया आर�मणप� चया…पे॰… हेतुप� चया अिवगतप� चया’’ितआिदना िHमूलकेिप। ‘‘हेतुप� चया आर�मणप� चया अिधपितप� चया…पे॰… हेतुप� चया आर�मणप� चया अन�तरप� चया…पे॰… हेतुप� चया आर�मणप� चया अिवगतप� चया’’ितआिदना ितमूलकादीसु स6बमूलकपिरयोसानेसु वारेसु नया वेिदत6बा। हेतुप� चयमूलकनयो।

यथा च हेतुमूलके, एवं ‘‘िसया कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जJेय आर�मणप� चया’’ितआिदना सेसप� चयमूलकेसुिप नयो ञात6बो। प� चयानुलोमवारो। एतेनेव उपायेन ‘‘िसया कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जेJय नहेतुप� चया’’ितआिदना स6ब*पकारयु)ो प� चयप� चनीकवारोिप। ‘‘िसया कुसलं ध�मं…पे॰… उ*प: जित हेतुप� चया नार�मणप� चया’’ितआिदना अनुलोमप� चनीकप� चयवारोिप। ‘‘िसया कुसलं ध�मं…प॰े… उ*प: जJेय नहेतुप� चया आर�मणप� चया’’ितआिदना प� चनीयानुलोमवारोिप स6ब�थ नेत6बोित अयं तावे�थ पु�छावारे नयो।

िन-ेसवारो पन उ-ेसवारे द�!सतासु पु�छासु कुसलाकुसलादीनं सहु*पि)या अभावतो या एता ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जती’’ितआिदका पु�छा स6बसो िव!स: जनं लभ��त, ता पहाय या िव!स: जनं लभ��त, तासमेव िव!स: जनवसेन पव)ो। तIायं नयो – ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जित हेतुप� चया। कुसलं एकं ख�धं पिट� च तयो ख�धा। तयो ख�धे पिट� च एको ख�धो। Hे ख�धे पिट� च Hे ख�धा। कुसलं ध�मं पिट� च अ6याकतो ध�मो उ*प: जित हेतुप� चया। कुसले ख�धे पिट� च िच)समु9ानं पं। कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो च अ6याकतो च ध�मा उ*प: ज��त हेतुप� चया। कुसलं एकं ख�धं पिट� च तयो ख�धा िच)समु9ान1 च पं। तयो ख�धे पिट� च एको ख�धो िच)समु9ान1 च प।ं Hे ख�धे पिट� चHे ख�धा िच)समु9ान1 च प’’��त एवं कुसलपदमूलासु स)सु पु�छासु ित!सोव ल6भमाना िव!स�: जता। तथा अकुसलपदमूलासुिप ित!सोव। अ6याकतपदमूलासु पन ‘‘अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो ध�मो उ*प: जित हेतुप� चया। िवपाका6याकतं िकिरया6याकतं एकं ख�धं पिट� च तयो ख�धा िच)समु9ान1 च पं…पे॰… Hे ख�धे पिट� च Hे ख�धा िच)समु9ान1 च पं। पिटस��ध+खणे िवपाका6याकतं एकं ख�धं पिट� च तयो ख�धा कट)ा च प…ंपे॰… Hे ख�धा कट)ा च पं। ख�धे पिट� च व�थु, व�थुं पिट� च ख�धा। एकं महाभूतं पिट� च तयो महाभूता…प॰े… Hे महाभूते पिट� च Hे महाभूता। महाभूते पिट� च िच)समु9ानं पं कट)ा प ंउपादा प’’��त एकाव। िHमूिलकादीसु च ‘‘कुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अ6याकतो ध�मो उ*प: जित हेतुप� चया। कुसले ख�धे च महाभूते च पिट� च िच)समु9ानं प’’��त एका। तथा ‘‘अकुसल1 च अ6याकत1 च पिट� चा’’ित, एवं हेतुप� चयमूिलकासु एकूनप1 ञासाय पु�छासु नवेव ल6भमाना िव!स�: जता। सेसा च)ालीस मोघपु�छाित न िव!स�: जता। एवं उपिर आर�मणप� चयादीसु िव!स�: जतावसेसा मोघपु�छाित गहेत6बा। िवजाननसुख�थं पन भगवता पु�छावारे ल6भमाना, अल6भमाना च स6बािप ता द�!सताित वेिदत6बाित।

त�थ कुसल ंधमं पिट� चाित सहजातेसु वेदना+ख�धािदभेदं एकं कुसलं ध�मं पिट� च पिटग��वा, सहु*पि)सAातेन सिदसभावेन प�वाित अ�थो। सिदस�थो िह ए�थ पिटस-ो ‘‘पिटपु<गलो’’ितआदीसु िवय। कुसलो धमोित स1 ञा+ख�धािदभेदो सहु*प� नो कुसलो ध�मो। उ!प) जतीित पाकटभावतो उ>ं उ*पादाLद पापुणाित, अ)ानं वा पिटलभित। हेतुप� चयाित न केवलं कुसलध�मम)मेव पिट� च उ*प: जित, अथ खो कुसलहेतुना हेतुप� चयतं साधे�तेन च उ*प: जतीित एवम�थो गहेत6बो।

एविमदं ‘‘उ*प: जJेया’’ित पु�छाय ‘‘उ*प: जती’’ित अिवसेसेन िव!स: जनं व�वा इदािन यं ध�मं पिट� च ये ध�मा उ*प: ज��त, ते प� चयप� चयु*प� नेख�धवसेन िवसेसे�वा द!सेतुं ‘‘कुसल ंएकं ख,ध’’��तआिद वु)ं। य!मा पने�थ एको ख�धो एक!सेव, िH� नंयेव वा, Hे वा पन एक!सेव प� चया नाम न हो��त, त!मा ते पकारेन अनामिस�वा ‘‘एकं ख�धं पिट� च तयो ख�धा’’ितआिदना प� चयभावेन गिहतावसेसं स6बं प� चयु*प� नं क�वा द�!सत��त वेिदत6बं। एवं उपिरिप स6ब�थ। िच.समु�ानं प��त इदं पिट� च�थ!स सहजात�थ)ा यं कुसलेन सहजात1 चवे हेतुप� चय1 च लभित, तं द!सेतुं वु)ं ‘‘िवपाका�याकतं िकिरया�याकत’’��त। ए�थ हेतुप� चयािधकारे अहेतुका न गहेत6बा। ख,धे पिट� च व/थूितआिद कट)ा प<गहणेन व�थुM!म गिहतेिप व�थंु पिट� च अ प+ख�धानं उ*पि)द!सन�थं वु)ं। एकं महाभूत��तआिद पन पा6याकतं पिट� च पा6याकत!स उ*पि)द!सन�थं। हेतुप� चये उप�थ�भकानमेव च�ेथ िच)जानं, पिटस��धयं क�मजान1 च अ1 ञम1 ञ ंप� चयप� चयु*प� नता गहेत6बा, न अहेतुकिच)जउतुजादीनं तेसं हेतुप� चया उ*पि)या अभावतो। महाभूते पिट� च िच.समु�ान��तआिद महाभूते पिट� च उपादादीनं उ*पि)द!सन�थं वु)ं। इिमना उपायेन आर�मणप� चयादीसुिप िव!स: जनानं अ�थो वेिदत6बो।

आर�मणप� चये ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जित आर�मणप� चया। एकं ख�धं…पे॰… Hे ख�धे पिट� च Hे ख�धा। अकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो ध�मो…प॰े… अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो ध�मो उ*प: जित आर�मणप� चया। िवपाका6याकतं िकिरया6याकतं एकं ख�धं…प॰े… Hे

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ख�धा। पिटस��ध+खणे िवपाका6याकतं एकं ख�धं…पे॰… Hे ख�धा। व�थंु पिट� च ख�धा’’ित एवं ित!सो िव!स�: जता। सेसा पिम!सक)ा, प!स च आर�मणप� चयेन अनु*पि)तो न गिहता। तेनेव ‘‘व�थुं पिट� च ख�धा’’ित व�वा ‘‘ख�धे पिट� च व�थू’’ित न वु)ं। ए�थ च आरमणप� चयाित सहजातं कुसलं ध�मं पिट� च उ*प: जमानो कुसलो ध�मो ततो अ1 ञेन असहजातेन छ�6बधेन आर�मणभूतेन प� चयेनाित एवं अ�थो गहेत6बो। न िह अ)ना सहजातं आर�मणं क�वा िच)चतेिसका उ*प: ज��त।

अिधपितप� चये हेतुप� चयसिदसं िव!स: जनं। अन�तरसमन�तरेसु पन पाभावतो आर�मणप� चयसिदसं। सहजातप� चयेिप हेतुप� चयसिदसं। अ6याकतं पिट� च अ6याकतु*पि)या पन ‘‘बािहरं एकं महाभूतं पिट� च…प॰े… Hे महाभूता। महाभूते पिट� च उपादा प…ंप॰े… आहारसमु9ानं एकं महाभूतं…पे॰… Hे महाभूता…प॰े… उतुसमु9ानं एकं…पे॰… Hे महाभूता…प॰े… अस1 ञस)ानं एकं महाभूतं पिट� च…पे॰… Hे महाभूता…प॰े… कट)ा पं उपादा प’’��त इदं अिधकं। एवं अ1 ञम1 ञप� चयेिप। केवलं त�थ कट)ा पं उपादा प1 च न गिहतं तेसं अ1 ञम1 ञप� चय)ाभावा। िन!सयप� चयेिप सहजातप� चयसिदसं िव!स: जनं। पिट� च�थ!स पन सहजात�थ)ा च+खादीसु पुरेजातिन!सया इध न गिहताित। उपिन!सयप� चयेिप प!स उपिन!सयप� चयु*प� न)ाभावा आर�मणप� चयसिदसमेव िव!स: जनं।

पुरेजातप� चये पन ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जित पुरेजातप� चया। कुसलं एकं…पे॰… Hे ख�धा। व�थंु पुरेजातप� चया। अकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो…प॰े… अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… पुरेजातप� चया। िवपाका6याकतं िकिरया6याकतं एकं ख�धं…प॰े… Hे ख�धा। व�थुं पुरेजातप� चया’’ित एवं ित!सो पु�छा िव!स�: जता। त�थ व/थंु पुरेजातप� चयाित इदं आर�मणपुरेजातिनव)न�थं वु)ं। तं िह च+खुिव1 ञाणादीनंयेव पुरेजातप� चयतं साधयित, न मनोिव1 ञाणधातुयाित इध न गिहतं।

प�छाजातप� चयो इध अ पध�मेसु न ल6भित। पध�मेसु च उप�थ�भकोव, न जनको, त!मा ‘‘अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो ध�मो उ*प: जती’’ितआिद न व)6बोवाित अयं न गिहतो। आसेवनप� चयेिप आर�मणप� चये िवय ित!सोव पु�छा िव!स�: जता।

क�मप� चये ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो ध�मो उ*प: जित क�मप� चया। कुसलं एकं ख�धं…प॰े… अ6याकतो ध�मो उ*प: जित…प॰े… िच)समु9ान1 च पं…पे॰… कुसलो च अ6याकतो च ध�मा…पे॰… िच)समु9ानं प’’��त कुसलपदे ित!सो, तथा अकुसलपदे। अ6याकतपदे पन ‘‘अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो…प॰े… िवपाका6याकतं िकिरया6याकतं एकं ख�धं पिट� च…प॰े… महाभूते पिट� च िच)समु9ानं प ंकट)ा पं उपादा प,ं अस1 ञस)ानं…पे॰… कट)ा पं उपादा प’’��त एवं ित!सो। ‘‘कुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अ6याकतो…प॰े… कुसले ख�धे च महाभूते च पिट� च िच)समु9ानं प’’��तआिदना सहजातसिदसं िव!स: जनं। न��थिवगतप� चयेसु आर�मणसिदसं।

एवं स6बप� चयेसु ल6भमानप1हे िव!स: जनं द!से�वा ततो हेतुअिधपितझानम<गप� चया एकसिदसा। आर�मणान�तरसमन�त पिन!सयासेवनन��थिवगतप� चया एकसिदसा। सहजातअ1 ञम1 ञिन!सयअ��थअिवगता एकसिदसा। आसेवनप� चये िवपाको न ल6भित। अ1 ञम1 ञप� चये िच)ज प,ं उपादा प1 च न ल6भतीितआिदना प� चयानं अ1 ञम1 ञसिदस)ं व�वा पुन तेसं ‘‘हेतुया नव। आर�मणे तीिण। अिधपितया नव। अन�तरसमन�तरेसु तीिण। सहजाते नव। अ1 ञम1 ञ ेतीिण। िन!सये नव। उपिन!सये तीिण। पुरेजाते तीिण। आसेवने तीिण। क�मे नव। िवपाके एकं। आहारे नव। इ��=ये नव। झाने नव। म<ग ेनव। स�पयु)े तीिण। िव*पयु)े नव। अ��थया नव। न��थया तीिण। िवगते तीिण। अिवगते नवा’’ित एवं हेतुप� चयादीनं एकेकM!म पु�छािव!स: जनवारगणना वु)ाित अयं एकमूलकनयो।

यथा च एकमूलके, एवं ‘‘हेतुप� चया आर�मणप� चया’’ितआिदना िHमूलकादीसुिप स6बमूलकपिरयोसानेसु यथानु प ंनयो नेत6बो। पािळय��प िव�थारनयं अद!से�वा ‘‘हेतुप� चया आर�मणे तीणी’’ितआिदना िव!स: जनवारगणनभेदो द�!सतोित अयं प� चयानुलोमे नयो।

प� चयप� चनीये पन ‘‘अकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो ध�मो उ*प: जित नहेतुप� चया। िविचिक�छासहगते उ>� चसहगते ख�धे पिट� चिविचिक�छासहगतो उ>� चसहगतो मोहो। अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो ध�मो उ*प: जित नहेतुप� चया। अहेतुकं िवपाका6याकतं िकिरया6याकतं एकं ख�धं…पे॰… Hे ख�धा िच)समु9ान1 च पं। अहेतुकपिटस��ध+खणे िवपाका6याकतं एकं ख�धं…पे॰… Hे ख�धा कट)ा च प…ंपे॰… व�थुं पिट� चख�धा। एकं महाभूतं पिट� च…पे॰… महाभूते पिट� च िच)समु9ानं पं, कट)ा पं उपादा पं…पे॰… एकं महाभूतं पिट� च…प॰े… उपादा प’’��त इमा Hे िव!स�: जता।

नार�मणप� चये ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च अ6याकतो…प॰े… कुसले…प॰े… अकुसलं ध�मं पिट� च अ6याकतो…प॰े… अकुसले…पे॰… अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… कुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अ6याकतो…प॰े… िच)समु9ानं पं, अकुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� चअ6याकतो…प॰े… महाभूते पिट� च िच)समु9ानं प’’��त इमा प1 च िव!स�: जता।

नािधपितप� चये ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो…पे॰… कुसलं एकं ख�धं…पे॰… Hे ख�धा। कुसलं ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… कुसले ख�धे पिट� च

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िच)समु9ानं प।ं कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो च अ6याकतो च ध�मा उ*प: ज��त…पे॰… अकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो…पे॰… Hे ख�धे पिट� च Hे ख�धा, अकुसलं ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… अकुसले ख�धे पिट� च िच)समु9ानं पं। अकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो च अ6याकतो च ध�मा…पे॰… अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो …प॰े… महाभूते पिट� च…पे॰… कट)ा पं उपादा प।ं कुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अ6याकतो…प॰े… कुसले ख�धे च महाभूते च पिट� च िच)समु9ानं पं। अकुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… अकुसले ख�धे च महाभूते च पिट� चिच)समु9ानं प’’��त नव पु�छा िव!स�: जता। नान�तरनसमन�तरप� चया नार�मणप� चयसिदसा।

ना1 ञम1 ञप� चये ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… कुसले…पे॰… िच)समु9ानं प।ं अकुसलं ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… अकुसले…पे॰… िच)समु9ानं प।ं अ6याकतं ध�मं पिट� च अ6याकतो…प॰े… िवपाका6याकते िकिरया6याकते ख�धे पिट� च िच)समु9ानं पं। पिटस��ध+खणे िवपाका6याकते…पे॰… कट)ा पं। महाभूते पिट� च िच)समु9ानं प ंकट)ा पं उपादा प।ं बािहरे महाभूते पिट� च उपादा प।ं आहारसमु9ाने महाभूते पिट� च उपादा प।ं उतुसमु9ाने…प॰े… उपादा पं। अस1 ञस)ानं महाभूते पिट� च कट)ा पं उपादा प।ं कुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� चअ6याकतो…प॰े… कुसले ख�धे च महाभूते च पिट� च िच)समु9ानं पं। अकुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अ6याकतो…पे॰… अकुसले ख�धे च महाभूते च पिट� च िच)समु9ानं प’’��त प1 च िव!स�: जता। त�थ िवपाका�याकते ख,धे पिट� च कट.ा प��त हदयव�थुव: जं वेिदत6बं। नउपिन!सयप� चयो नार�मणप� चयसिदसो।

नपुरेजातप� चये ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च कुसलो…प॰े… अ पे कुसलं…प॰े… Hे ख�धा। कुसलं पिट� च अ6याकतो…पे॰… िच)समु9ानं प’’��त कुसलपदे Hे, तथा अकुसलपदेिप। ‘‘अ6याकतं पिट� च अ6याकतो…पे॰… अ पे िवपाका6याकतं िकिरया6याकतं…पे॰… बािहरं…पे॰… उपादा पं। कुसल1 च अ6याकत1 च ध�मं पिट� च अ6याकतो। कुसले ख�धे च महाभूते च पिट� च िच)समु9ानं पं। अकुसल1 च अ6याकत1 च…प॰े… अकुसले ख�धे च…पे॰… प’’��त इमा ित!सोित स) िव!स�: जता। नप�छाजातनासेवनप� चया नािधपितप� चयसिदसा। त�थ कुसलाकुसलिकिरयानं पठमजवनवसेन नासेवनप� चय*पवि) वेिदत6बा।

नक�मप� चये ‘‘कुसलं पिट� च कुसलो, कुसला चतेना। अकुसलं पिट� च अकुसलो, अकुसला चतेना। अ6याकतं पिट� च अ6याकतो, िवपाकिकिरया चतेना। बािहरं, आहारसमु9ानं, उतुसमु9ान’’��त ित!सो िव!स�: जता।

निवपाकप� चये ‘‘कुसलं पिट� च कुसलो, अ6याकतो। कुसलो च अ6याकतो चा’’ित कुसलपदे ित!सो, तथा अकुसलपदेिप। ‘‘अ6याकतं पिट� चअ6याकतो…प॰े… बािहरं आहारसमु9ानं उतुसमु9ानं अस1 ञ…पे॰… उपादा प…ंपे॰… अकुसल1 च अ6याकत1 च अ6याकतो’’ित इमा ित!सोित नव िव!स�: जता।

नाहारप� चये ‘‘अ6याकतं पिट� च अ6याकतो। बािहरं उतुसमु9ानं, अस1 ञ…प॰े… उपादा प’’��त एकाव।

नइ��=यप� चये ‘‘अ6याकतं पिट� च अ6याकतो। बािहरं आहारसमु9ानं…प॰े… उतुसमु9ानं…प॰े… अस1 ञस)ानं महाभूते पिट� च पजीिवित��=य’’��त एकाव।

नझानप� चये ‘‘अ6याकतं पिट� च अ6याकतो। प1 चिव1 ञाणसहगतं…पे॰… बािहरं आहारउतुअस1 ञउपादा प’’��त एकाव।

नम<गप� चये ‘‘अ6याकतं पिट� च अ6याकतो। अहेतुकं िवपाका6याकतं िकिरया6याकतं…प॰े… िच)समु9ानं…प॰े… अहेतुकपिटस��ध+खणे िवपाका…पे॰… कट)ा च पं…पे॰… बािहरं आहारउतुअस1 ञउपादा प’’��त एकाव।

नस�पयु)प� चयो नार�मणप� चयसिदसो।

निव*पयु)प� चये ‘‘कुसलं पिट� च कुसलो। अ पे कुसलोव। अकुसलं…प॰े… अ प ेअकुसलो। अ6याकतं पिट� च अ6याकतो, अ प ेिवपाकिकिरया6याकतं। बािहरं अस1 ञ…पे॰… उपादा प’’��त इमा ित!सोव पु�छा िव!स�: जता। नोन��थनोिवगतप� चया नार�मणप� चयसिदसा। नसहजातनिन!सयनोअ��थनोअिवगतप� चया पने�थ च)ारोिप न ल6भ�तीित।

एवं प� चनीके ल6भमानप1हिव!स: जनं द!से�वा ततो ‘‘नहेतुया Hे। नार�मणे प1 च। नािधपितया नव। नान�तरे नसमन�तरे ना1 ञम1 ञे नउपिन!सये प1 च। नपुरेजाते स)। नप�छाजाते नासेवने नव। नक�मे तीिण। निवपाके नव। नाहारे नइ��=ये नझाने नम<गे एकं। नस�पयु)े प1 च। निव*पयु)े तीिण। नोन��थनोिवगतेसु प1 चा’’ित िव!स: जनवारगणना वु)ाित अयं एकमूलकनयो।

इिमनाव नयेन िHमूलकादीसुिप यथानु पं नयो नेत6बो, पािळयं पन ‘‘नहेतुप� चया नार�मणे एक’’��तआिदना िव!स: जनवारगणनाव द�!सताित अयं

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प� चयप� चनीयनयो।

इिमना वु�ानुसारेनेव ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च अ�याकतो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया नार�मणप� चया’’ितआिदना अनुलोमप� चनीयनये, ‘‘अकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो ध�मो उ�प जित नहेतुप� चया आर�मणप� चया’’ितआिदना प� चनीयानुलोमनये प(हिव)स जननयो वेिदत�बो। पािळयं पने,थ िव)स जनवारगणनाव द/)सताित अयं अनुलोमप� चनीयकुसलि�के पिट� चवारनयो।

सहजातवारादीसुिप छवारेसु पिट� चवारे वु�ानुसारेन स�ब,थ नयो नेत�बो। ये पन त,थ त,थ पािळिवसेसा, अ,थिवसेसा च उपल�भ/2त, ते प3ानपािळअ3कथासु एव स�बाकारतो गहेत�बा। इध पन ते स�बे स5ेपनयतो द/)सयमानािप ग2थभािरयं करो2तीित न द/)सता।

तेसु पन वारेसु ‘‘कुसलं ध�मं सहजातो कुसलो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। कुसलं ध�मं प� चया… कुसलं ध�मं िन)साय… कुसलं ध�मं संस3ो… कुसलं ध�मं स�पयु�ो कुसलो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ित एवं आिदतो प( चसु वारेसु पािळगित ञात�बा। तेसु च पिट� चसहजाता एक,था, प� चयिन)सया एक,था, संस3स�पयु�ा एक,था। त,थ ‘‘कुसलं ध�मं सहजातो’’ितआदीसु कुसलं ध�मं पिट� च तेन सहजातो हु,वाितआिदना यथानु8पं अ,थो वेिदत�बो। प/�छमे पन प(हावारे ‘‘कुसलो ध�मो कुसल)स ध�म)स हेतुप� चयेन प� चयो। कुसला हेतू स�पयु�कानं ख2धानं हेतुप� चयेन प� चयो। कुसलो अ�याकत)स…प॰े… कुसल)स च अ�याकत)स च…प॰े… कुसला हेतू स�पयु�कानं ख2धानं िच�समु3ानान( चा’’ितआिदना हेतुप� चये,

‘‘कुसलो ध�मो कुसल)स ध�म)स आर�मणप� चयेन प� चयो। दानं द,वा सीलं समािदिय,वा उपोसथक�मं क,वा तं प� चवे<खित। पु�बे सुिच=णािन…पे॰… झाना वु3िह,वा झानं… सेखा गो?भंु वोदानं म@गं प� चवे<ख/2त। सेखा वा पुथु जना वा कुसलं अिन� चतो द<ुखतो अन�तो िवप)स/2त। चतेोपिरयञाणेन कुसलिच�समिA)स िच�ं जान/2त। आकासान( चायतनकुसलं िव( ञाण( चायतनकुसल)स आर�मणप� चयेन प� चयो। आिक( च( ञायतनकुसलं नेवस( ञानास( ञायतनकुसल)स… कुसला ख2धा इिBिवधञाण)स चतेोपिरयपु�बेिनवासयथाक�मूपगअनागतंसञाण)स आर�मणप� चयेन प� चयो।

कुसलो अकुसल)स…पे॰… दानं द,वा…पे॰… क,वा तं अ)सादेित अिभन2दित। तं आर�भ रागो उ�प जित। िदि3 िविचिक�छा उB� च ंदोमन)सं उ�प जित। पु�बे सुिच=णािन अ)सादेित …प॰े… दोमन)सं उ�प जित। झाना वु3िह,वा झानं अ)सादेित…प॰े… उB� च ंउ�प जित। झाने पिरहीने िव�पिटसािर)स दोमन)सं उ�प जित।

कुसलो अ�याकत)स…प॰े… प� चयो। अरहा म@गं प� चवे<खित। पु�बे सुिच=णािन… कुसल…पे॰… िवप)सित…पे॰… िवपाको तदार�मणता उ�प जित। आकासान( चायतनकुसलं िव( ञाण( चायतनिवपाक)स…पे॰… िकिरय)स। आिक( च( ञायतन…पे॰… िवपाक)स च िकिरय)स च। कुसला ख2धा चतेोपिरय…प॰े… अनागतंसञाण)स आव जनाय।

अकुसलो अकुसल)स…पे॰… प� चयो। रागं अ)सादेित…पे॰… उB� च ंउ�प जित। अकुसलो कुसल)स…पे॰… प� चयो। सेखा पहीने िकलेसे…पे॰… अनागतंसञाण)स। अकुसलो अ�याकत)स… अरहा पहीने िकलेसे…पे॰… आव जनाय।

अ�याकतो अ�याकत)स… अरहा फलं प� चवे<खित। िन�बानं, च<खुं…प॰े… फो3�बं िवप)सित। िद�बेन च<खुना 8प ंप)सित…पे॰… आिक( च( ञायतनिकिरयं…प॰े… िकिरय)स। 8पायतनं च<खुिव( ञाण)स…प॰े… आव जनाय। अ�याकतो कुसल)स… सेखा फलं…पे॰… अनागतंसञाण)स। अ�याकतो अकुसल)स… च<खुं अ)सादेती’’ितआिदना आर�मणप� चये च,

‘‘कुसलो कुसल)स अिधपितप� चयेन प� चयो। आर�मणािधपित, सहजातािधपित। आर�मणािधपित – दानं द,वा’’ितआिदना अिधपितप� चये च,

‘‘कुसलो कुसल)स अन2तरप� चयेन प� चयो’’ितआिदना िव,थारतो अन2तरसमन2तरसहजातअ( ञम( ञिन)सयप� चयेसु च,

‘‘कुसलो कुसल)स उपिन)सयप� चयेन प� चयो। आर�मणूपिन)सयो अन2त8पिन)सयो पकतूपिन)सयो। आर�मणूपिन)सयो – दानं द,वा’’ितआिदना आर�मणप� चये वु�नयेन, ‘‘अन2त8पिन)सयो – पुिरमा पुिरमा कुसला ख2धा प/�छमानं प/�छमान’’/2तआिदना अन2तरप� चये वु�नयेनेव, ‘‘पकतूपिन)सयो – सBं उपिन)साय…पे॰… उपोसथक�मं करोित। झानं, िवप)सनं, म@गं, अिभ( ञ,ं समापE� उ�पादेित। सीलं, सुतं, चाग,ं प( ञ ंउपिन)साय…पे॰… पठम)स झान)स पिरक�मं पठम)स झान)स उपिन)सयप� चयेन प� चयो…पे॰… आिक( च( ञायतनं नेवस( ञानास( ञायतन)स…पे॰… यथाक�मूपगञाणं अनागतंसञाण)स…पे॰… पठम)स म@ग)स पिरक�मं पठम)स…पे॰… तितयो म@गो चतु,थ)स। म@गो सेखानं अ,थपिटस/�भदाय…पे॰… ठानाठानकोसG ल)स उपिन)सय। कुसलो अकुसल)स…पे॰… आर�मणूपिन)सयो। पकतूप…पे॰… पकतूपिन)सयो – सBं उपिन)साय मानं ज�पेित। िदE3 ग=हाित…पे॰… सBा सीलं सुतं चागो प( ञा राग)स, दोस)स, मोह)स, मान)स, िदि3या। प,थनाय…पे॰… कुसलो अ�याकत)स…प॰े… आर�मणूपिन)सयो। अन2त8पिन)सयो। पकतूप…पे॰… पकतूपिन)सयो – सBं उपिन)साय अ�ानं आतापेित…प॰े… काियक)स सुख)स, द<ुख)स,

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फलसमापि�या। कुसलं क�मं िवपाक)स…पे॰… म@गो अरहतो अ,थपिटस/�भदाय प� चयो।

अकुसलो अकुसल)स…पे॰… पकतूपिन)सयो – रागं उपिन)साय पाणं हनित…पे॰… स�फं पलपित…पे॰… सHं िभ2दित। दोसं, मोहं, मानं, िदE3, प,थनं उपिन)साय…पे॰… सHं िभ2दित…प॰े… पाणाितपातो पाणाितपात)स…पे॰… सHभेदक�म)स…पे॰… प� चयो।

अकुसलो कुसल)स…पे॰… पकतूपिन)सयो – रागं उपिन)साय दानं देित…प॰े… म@गं उ�पादेित…पे॰… समापE� उ�पादेित। रागो…पे॰… प,थना। सBाय, सील)स…पे॰… प( ञाय उपिन)सय। पाणं ह2,वा त)स पिटघात,थाय दानं देती’’ितआिदना च उपिन)सयप� चये च,

‘‘अ�याकतो अ�याकत)स पुरेजातप� चयेन प� चयो…पे॰… आर�मणपुरेजातं – अरहा च<खु…ंप॰े… फो3�बे, व,थुं िवप)सित…पे॰… िद�बेन च<खुना 8पं प)सित…पे॰… 8पायतनं च<खुिव( ञाण)स…पे॰… व,थुपुरेजातं – च<खायतनं च<खुिव( ञाण)स…प॰े… व,थु िवपाका�याकतान’’/2तआिदना पुरेजातप� चये च,

‘‘कुसलो अ�याकत)स…पे॰… प�छाजाता कुसला ख2धा पुरेजात)स इम)स काय)सा’’ितआिदना प�छाजातप� चये च,

‘‘कुसलो कुसल)स…पे॰… पुिरमा पुिरमा कुसला ख2धा’’ितआिदना आसेवनप� चये च,

‘‘सहजाता नाना<खिणका, सहजाता कुसला चतेना…प॰े… स�पयु�कानं ख2धानं िच�समु3ानान( च 8पानं। नाना<खिणका िवपाकानं ख2धानं कट�ा च 8पान’’/2तआिदना क�मप� चये च,

‘‘अ�याकतो अ�याकत)स…पे॰… एको ख2धो ित=ण2 न’’/2तआिदना िवपाकप� चये च,

‘‘कुसलो कुसल)सा’’ितआिदना आहारप� चयादीसु च, ‘‘कुसलो अ�याकत)स, सहजातं, प�छाजातं, सहजाता िच�समु3ानानं 8पानं। प�छाजाता इम)स काय)स…प॰े… अ�याकतो कुसल)स…पे॰… पुरेजातं व,थु कुसलानं ख2धानं िव�पयु�प� चयेन प� चयो’’ितआिदना िव�पयु�प� चयादीसु च पािळगित वेिदत�बा।

त,थ कुसलध�मो नामेस य)मा उ�प ज2तो ठपे,वा प�छाजातप� चयं, िवपाकप� चय( च सेसेिह Jावीसितया प� चयेिह उ�प जित। कुसल)स च प� चयो हो2तो ठपे,वा पुरेजातप�छाजातिवपाकिव�पयु�प� चये सेसेिह वीसितया प� चयेिह प� चयो होित। एवं कुसलो कुसलादीनं, अकुसलो च अकुसलादीनं यथानु8पं प� चया हो/2त, त)मा कुसलादीनं तंतंप� चयु�प2 निवभागं द)सेतुं प(हावारो वु�ो। त,थ सेखा गो�भु/2त सोताप2 नं स2धाय वु�ं, वोदान/2त सकदागािमअनागािमनो। तेसं िह गो?भुिच�ं वोदानं नाम। म�गा वु�िह�वाित म@गवीिथतो वु3ाय। न िह म@गान2तरा प� चवे<खणा नाम अ,थीित अयं अनुलोमप3ाने कुसलि�कनयो।

वेदनाि�कादीसु ‘‘सुखाय वेदनाय स�पयु�ं ध�मं पिट� च सुखाय वेदनाय स�पयु�ो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। सुखाय वेदनाय स�पयु�ं एकं ख2धं पिट� च Jे ख2धा। Jे ख2धे पिट� च एको ख2धो’’ितआिदना कुसलि�के वु�ानुसारेन पिट� चवारादीसु प(हावारपिरयोसानेसु स�सु वारेसु एकेकK)म प� चयानुलोमादीिह च एकमूलादीिह नयेिह च स�बि�केसु ल�भमानपदवसेन गणनानयो योजे,वा ञात�बो। त,थ वेदनाि�के वेदना<ख2ध)स अल�भनतो ‘‘एकं ख�धं िन�साय �े ख�धा’’ितआिद वु�ं। स�ब,थ िवसेसो पािळअ3कथानुसारेनेव ञात�बोित अयं अनुलोमपिटलोमे ितकप�ाननयो।

दकुप3ाने पन ‘‘हेतुं ध�मं पिट� च हेतु ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। अलोभं पिट� च अदोसो। अमोहो। अदोसं अमोहं पिट� च अलोभो। अदोसो। लोभं पिट� च मोहो। मोहं पिट� च लोभो। दोसं पिट� च मोहो। मोहं पिट� च दोसो। पिटस/2ध<खणे हेतुं ध�मं पिट� च नहेतु ध�मो उ�प जित…पे॰… हेतू च नहेतू च। नहेतुं पिट� च नहेतु ध�मो न…प॰े… हेतू च नहेतू चा’’ितआिदना हेतुदकेु,

‘‘सहेतुकं ध�मं पिट� च सहेतुको ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। सहेतुकं एकं ख2धं…पे॰… सहेतुकं ध�मं पिट� च। अहेतुको…पे॰… िच�समु3ानं 8प।ं पिटस/2ध<खणे…पे॰… सहेतुको च, अहेतुको च…प॰े… अहेतुकं ख2धं पिट� च अहेतुको। िविचिक�छासहगतं उB� चसहगतं मोहं पिट� च स�पयु�का ख2धा…पे॰… िच�समु3ानं। आहारसमु3ान’’/2तआिदना सहेतुकदकुादीसु च केनिचिव( ञLेयदकुव/ जतेसु स�बदकेुसु प� चकंे पिट� चवारादीसु स�सु महावारेसु एकेकK)म प� चयानुलोमादीसु चतूसु नयेसु एकमूलकादीिह स�बवारेिह कुसलि�के वु�ानुसारेन यथानु8प ंिवभAनयो योज,ेवा ञात�बो। स�ब/)म/�प िह प3ाने केनिचिव( ञेLयदकंु न ल�भतीित अयं दुकप�ाननयो।

दकुितकप3ाने पन ‘‘हेतुं कुसलं ध�मं पिट� च हेतु कुसलो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना हेतुदकेुन सEB कुसलि�के कुसलं पदं योजे,वा पिट� चवारादीसु स�सु वारेसु प� चयानुलोमादीनं चतु2 नं नयानं वसेन ल�भमानकप� चया एकमूलकािदनयेिह द/)सता। यथा च कुसलं पदं, एवं अकुसलं

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पदं, अ�याकत( च हेतुदकेुन योजे,वा वु�नयेन द)से,वा हेतुकुसलदकुितक/2त ठिपतं। पािळ पन अितसंिख�ा। यथा कुसलि�कं, एवं ‘‘हेतुं सुखाय वेदनाय स�पयु�ं ध�मं पिट� च हेतु सुखाय वेदनाय स�पयु�ो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना ल�भमानकपदवसेन वेदनाि�कादयोिप हेतुदकेुन योज,ेवा हेतुवेदनदकुितकादीिन एकवीसितदकुितकािन द/)सतानीित। यथा च हेतुदकेुन सEB ल�भमानकपदवसेन Jावीसितितका योिजता, एवं सहेतुकदकुादीिह स�बेिह सEB प� चकंे Jावीसितितका योजेत�बा। पािळ पने,थ इतो परेसुिप स�ब,थ अितसंिख�ा। एवं Jावीसितितके गहे,वा दकुसते प/<खिप,वा दकुितकप3ानं देिसत/2त अयं दुकितकप�ाननयो।

ितकदकुप3ानेिप ‘‘कुसलं हेतुं ध�मं पिट� च कुसलो हेतु ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना कुसलि�केन सEB हेतुपदं योजे,वा पिट� चवारादीसु स�सु महावारेसु प� चयानुलोमािदनयचतु< कवसेन ल�भमानकप� चया एकमूलादीिह स�बवारेिह द/)सता। यथा हेतुपदं, एवं नहेतुपद/�प कुसलि�केन सEB योजे,वा कुसलहेतु ितकदकु/2त ठिपतं। यथा च कुसलि�केन सEB हेतुदकंु, एवं ‘‘सुखाय वेदनाय स�पयु�ं हेतुं कुसलं ध�मं पिट� चा’’ितआिदना वेदनाि�कादीिहिप तं योज,ेवा वेदनाि�कदकुादीिन एकवीसितितकदकुादीिन द/)सतािन। यथा च हेतुदकंु, एवं सहेतुकादयोिप स�बे प� चकंे Jावीसितया ितकेिह ल�भमानपदवसेनेव योिजता। एवं दकुसतं Jावीसितया ितकेसु प/<खिप,वा ितकदकुप3ानं देिसत/2त अयं ितकदुकप�ाननयो।

ितकितकप3ानेिप ‘‘कुसलं सुखाय वेदनाय स�पयु�ं ध�मं पिट� च कुसलो सुखाय वेदनाय स�पयु�ो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना कुसलि�कं वेदनाि�कादीिह स�बि�केिह, वेदनाि�कादयो च कुसलि�कादीिह वु�नयेन योज,ेवा प� चया द/)सता। एवं ितकेसु एव ितके प/<खिप,वा ितकितकप3ानं देिसत/2त अयं ितकितकप�ाननयो।

दकुदकुप3ानेिप ‘‘हेतुं सहेतुकं ध�मं पिट� च हेतु सहेतुको ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना हेतुदकंु सहेतुकादीिह, सहेतुक( च हेतुदकुादीिह योज,ेवा हे3ा वु�नयेिह प� चया द/)सता। एवं दकेुसु एव दकेु प/<खिप,वा दकुदकुप3ानं देिसत/2त अयं दुकदुकप�ाननयो। एवं ताव अनुलोमप3ाने –

‘‘ितक( च प3ानवरं दकुु�मं,दकुितक( चवे ितकदकु( च।ितकितक( चवे दकुदकु( च,छ अनुलोम"#ह नया सुग�भीरा’’ित॥ –

वु�ा छ नया वेिदत�बा। प� चयवसेन पनेतेसु छसु एकेकK)म प3ाने प� चयानुलोमादीनं चतु2 नं नयानं वसेन एतेन पिरयायेन चतुवीसितनयपिटम/=डतिमदं ध�मानुलोमप3ान/2त वेिदत�बं। अयं अनुलोमप�ाननयो।

प� चनीयप3ाने पन ‘‘नकुसलं ध�मं पिट� च नकुसलो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। अकुसलं अ�याकतं एकं ख2धं पिट� च…पे॰… Jे ख2धा, िच�समु3ान( च 8प’’/2तआिदना ितकप�ाने, ‘‘नहेतुं ध�मं पिट� च नहेतु ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। नहेतुं एकं ख2धं पिट� च…प॰े… िच�समु3ान( च8प’’/2तआिदना दुकप�ाने च, ‘‘नहेतुं नकुसलं ध�मं पिट� च नहेतु नकुसलो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। नहेतुं नकुसलं अ�याकतं एकं ख2धं पिट� चतयो ख2धा’’ितआिदना दुकितकप�ाने च, ‘‘नकुसलं नहेतंु ध�मं पिट� च नकुसलो नहेतु ध�मो उ�प जती’’ितआिदना ितकदुकप�ाने च, ‘‘नकुसलं नसुखाय वेदनाय स�पयु�ं ध�मं पिट� च नकुसलो नसुखाय वेदनाय स�पयु�ो ध�मो उ�प जती’’ितआिदना ितकितकप�ाने च, ‘‘नहेतुं नसहेतुकं ध�मं पिट� च नहेतु नसहेतुको ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना दुकदुकप�ाने चाित छसु प� चनीयप3ानेसु अनुलोमितकप3ानादीसु छसु प3ानेसु वु�ेन स�बेन पकारेन पािळनयो वेिदत�बो। इद( च कुसलादीनं, हेतुआदीन( च ध�मानं प� चयु�प2 नभावपिट<खेपवसेन पव��ा ध�मप� चनीयप3ानं नाम जातं। त,थ िह नकुसल ंध#मं पिट& चाित कुसल)स प� चयपिट<खेपो। नकुसलो ध#मो उ)प* जतीित कुसल)स प� चयु�प2 नभावपिट<खपेो। तथा ‘‘अकुसलं अ�याकतं एकं ख2धं पिट� च…पे॰… अकुसला, अ�याकता ख2धा िच�समु3ान( च 8पं उ�प जती’’ित एवमािदना नयेने,थ अ,थो वेिदत�बो। एवमे,थ प� चनीयप3ाने –

‘‘ितक( च प3ानवरं दकुु�मं,दकुितक( चवे ितकदकु( च।ितकितक( चवे दकुदकु( च,छ प& चनीय"#ह नया सुग�भीरा’’ित॥ –

वु�ा छ नया वेिदत�बा। प� चयवसेन पने,थािप एकेकK)म प� चयानुलोमादीनं चतु2 नं चतु2 नं नयानं वसेन चतुवीसितनयपिटम/=डतिमदं ध�मप� चनीयप3ान/2त वेिदत�ब/2त अयं प& चनीयप�ाननयो।

अनुलोमप� चनीयप3ाने पन ‘‘कुसलं ध�मं पिट� च नकुसलो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया। कुसले ख2धे पिट� च िच�समु3ानं 8प’’/2तआिदना

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ितकप�ाने, ‘‘हेतुं ध�मं पिट� च नहेतु ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना दुकप�ाने च, ‘‘हेतुं कुसलं ध�मं पिट� च नहेतु नकुसलो ध�मो उ�प जती’’ितआिदना दुकितकप�ाने च, ‘‘कुसलं हेतुं ध�मं पिट� च नकुसलो नहेतु ध�मो उ�प जती’’ितआिदना ितकदुकप�ाने च, ‘‘कुसलं सुखाय वेदनाय स�पयु�ं ध�मं पिट� च नकुसलो नसुखाय वेदनाय स�पयु�ो ध�मो उ�प जती’’ितआिदना ितकितकप�ाने च, ‘‘हेतुं सहेतुकं ध�मं पिट� च नहेतु नसहेतुको ध�मो उ�प जती’’ितआिदना दुकदुकप�ाने च हे3ा वु�नयेन स�बेन पकारेन पािळनयो वेिदत�बो। इदं कुसलादीनं ध�मानं प� चय�ं अ�पिट/<खिप,वा प� चयु�प2 नानं कुसलािदभावपिट<खपेवसेन पव��ा ध�मानुलोमप� चनीयप3ानं नाम जातं। त,थ िह कुसल ंध#मं पिट& चाित कुसल)स प� चयभाविवधानं। नकुसलो ध#मो उ)प* जतीित कुसल)स प� चयु�प2 नभाविनवारणं, त)मा ‘‘कुसले ख2धे पिट� च िच�समु3ानं 8प’’/2तआिदना िव)स जनं वु�/2त वेिदत�ब/2त एवमे,थ अनुलोमप� चनीयप3ाने –

‘‘ितक( च प3ानवरं दकुु�मं,दकुितक( चवे ितकदकु( च।ितकितक( चवे दकुदकु( च,छ अनुलोमप& चनीय"#ह नया सुग�भीरा’’ित॥ –

वु�ा छ नया वेिदत�बा। प� चयवसेन पने,थािप एकेकK)म प� चयानुलोमादीनं चतु2 नं चतु2 नं नयानं वसेन चतुवीसितनयपिटम/=डतिमदं ध�मानुलोमप� चनीयप3ान/2त वेिदत�ब/2त अयं अनुलोमप& चनीयप�ाननयो।

प� चनीयानुलोमप3ाने ‘‘नकुसलं ध�मं पिट� च अकुसलो ध�मो…प॰े… नकुसलं ध�मं पिट� च अ�याकतो ध�मो उ�प जित हेतुप� चया’’ितआिदना ितकप�ाने, ‘‘नहेतुं ध�मं पिट� च हेतु ध�मो उ�प जती’’ितआिदना दुकप�ाने च, ‘‘नहेतुं नकुसलं ध�मं पिट� च हेतु अकुसलो ध�मो…प॰े… हेतु अ�याकतो ध�मो उ�प जतीित’’आिदना दुकितकप�ाने च, ‘‘नकुसलं नहेतुं ध�मं पिट� च अकुसलो हेतु ध�मो…पे॰… अ�याकतो हेतु ध�मो उ�प जती’’ितआिदना ितकदुकप�ाने च, ‘‘नकुसलं नसुखाय वेदनाय स�पयु�ं ध�मं पिट� च अकुसलो सुखाय वेदनाय स�पयु�ो ध�मो…पे॰… अ�याकतो सुखाय वेदनाय स�पयु�ो ध�मो उ�प जती’’ितआिदना ितकितकप�ाने च, ‘‘नहेतुं नसहेतुकं ध�मं पिट� च हेतु सहेतुको ध�मो उ�प जती’’ितआिदना दुकदुकप�ाने च, हे3ा वु�ेन पकारेन पािळनयो वेिदत�बो। इद( च कुसलािदध�मानं प� चय�ं पिट/<खिप,वा तेसं प� चयु�प2 नभावअ�पिट<खेपवसेन पव��ा ध�मप� चनीयानुलोमप3ानं नाम जातं। त,थ नकुसल ंध#म/2त कुसल)स प� चयभाविनवारणं। अकुसलो ध#मो उ)प* जतीित अकुसल)स उ�पि�िवधानं। कुसलं पन पिट� च कुसल)स उ�पि�अभावतो ‘‘कुसलो ध�मो उ�प जती’’ित अव,वा ‘‘अकुसलो ध�मो उ�प जती’’ित ल�भमानपदवसेन वु�ं। कुसलं, िह अकुसलं, अ�याकतं वा सहजातप� चयं क,वा उ�प जमानो कुसलो नाम न/,थ, त)मा अकुसल)स च अ�याकत)स च वसेन देसना कता। एवम( ञ,थ। एवमे,थ ध�मप� चनीयानुलोमप3ाने –

‘‘ितक( च प3ानवरं दकुु�मं,दकुितक( चवे ितकदकु( च।ितकितक( चवे दकुदकु( च,छ प& चनीयानुलोम"#ह नया सुग�भीरा’’ित॥ –

वु�ा छ नया वेिदत�बा। प� चयवसेन पने,थािप ितकप3ानादीसु एकेकK)म प� चयानुलोमादीनं चतु2 नं चतु2 नं नयानं वसेन एकेन पिरयायेन चतुवीसितनयपिटम/=डतिमदं ध�मप� चनीयानुलोमप3ान/2त वेिदत�ब/2त अयं प& चनीयानुलोमप�ाननयो।

एविमदं भगवता अनुलोमप3ानादीसु चतूसु एकेकK)म प3ाने ितकदकुादीन( ञवे छ2 नं छ2 नं नयानं वसेन चतुवीसितनयपिटम/=डतं सम2तप3ानमहापकरणं देिसतं। प� चयवसेन पनेतेसु चतुवीसितया प3ानेसु एकेकK)म प� चयानुलोमादीनं चतु2 नं चतु2 नं नयानं वसेनेतं छ2 नवुितनयपिटम/=डतं होित, ध�मवसेनेव चतें पकरणं चतुवीसितसम2तप3ानं वु�/2त अयमे,थ िवभAनयो।

मोहिव�छेदिनया अिभध�ममाितक,थव=णनाय

प3ानमाितक,थव=णना िनि3ता।

िनगमनकथा

ए�ावता च –

१. माितकायािभध�म)स, आरBा अ,थव=णना।

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मोहिव&छेदनी नाम, या सा िन3मुपागता॥

२. िन3ं यथायं स�प�ा, ल जीिह अिभप/,थता।स�बे िन3ं तथा स2ता, समे2तु सुमनोरथा॥

३. यो ग�भीरो ससादीनं, समुPोव भयावहो।कालेK)म धीमत( चािप, अिप ग2थावलोकने॥

४. पठम2तरधान)स, अिभध�म)स त)स यं।िसलालेखा िनधीनंव, ध�म,थानं पकािसका॥

५. नावा िवय समुP)स, सुखोतरणपBित।पािळअ3कथा चसेा, पिरसुBा अनाकुला॥

६. नयतोिप अिव/< क=णा, असंिक=णा िनकायतो।यतो स< क� च सोत�बा, सB�मि3ितया सता॥

७. सB�मि3ितकामेन, अन�ु< कंसनािदतो।मयािप व=णय2तेन, रिचता सुBचतेसा।तेE�सभाणवाराय, पिरमाणेन त/2तया॥

८. माितकाव=णना या सा, याव िन3ं यथाबलं।स�ब,थसAहा एसा, अनाकुलपद< कमा॥

९. यं प�ं कुसलं तेन, प,वा स�बोिधमु�मं।िन3ं पापेLयमिखले, पािणनो िहतचतेसा॥

१०. नानाजनािधरमणीयतर)स,चोळर��स भारमिधवाहकुल2धर)स।कावेिरपूतसिललेन िहतालय)स,राजािधराजवरवंससुपीिणत)स॥

११. म झ/�ह चोळककलQिनभेन म@ग,ंपूरं िवसालिवभवेिह महाकुलेिह।पाकारच< कपिरखािह च गोपुरेिह,यु�ं जनाकुलसुस/ जतराजम@गं॥

१२. स�बूपभोगपिरभोगधनेिह नाना-व=णेिह पु=णिविवधापिणकेिह सोभं।चोळािधनागपुरन2दननाथभूतं,ये त,थ सोगतिवहारवरािभरामा॥

१३. तेसं मुख ेजनमनोहरस,थुिब�ब-स�भािवते महित स जनमाननीये।िव जालयेिह उदयाचलस/2 नभेिह,केलासकूटिसखरोपमचिेतयेिह॥

१४. पासादह/�मयवरेिह च म=डपिेह,

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ज�ब�बतालपनसािदतरावलीिह।न�दोपन�दभुजग�स वर�स भोग-च� कावलीसमसुधाकतगोपुरेिह॥

१५. यु"े िवसालिसकतािसतमाळकेिह,यु"े सुसीलयितस%िनसेिवत&�ह।क'याणक�मिनरतेिह हटूपहारे,नाग� जुन+हयिवहारवरे वस�तो॥

१६. नामेन यो धुतधर,गसमाननामो,च�दोव पाकटनभोिदतवीतप- ञो।स/थ�तरेसु िनपुणो िपटक"ये च,वादीभयूथिविपने िमगराजलीलो॥

१७. यो सागरोव न िवल%ित सीलवेल-म&1प2छतािदगुणसारिवभूिसत"ो।जोतेित सासनमलं िनिखलं जह�तो,स� क2 च ध�मिवनयं पिरदीपय�तो॥

१८. तेनािभध�मिपटक6णविव1पिक6ण-सार/थर7िनकरेव समु8िर/वा।स�मापजानगळल9रणाय मोह-िव�छेदनी िवरिचता रतनावली या॥

१९. सायं पभासतु सुिकि"िवराजमाना,ध�मेसु मोहितिमरं िविनह2 च स�मा।आभातु ताव िजनसासनजोित याव,वि"�सित�स जनतािहतमावह�ती॥

इित चोळर<े महाक�सप�थेरेन िवरिचता

मोहिव�छेदनी नाम

अिभध�ममाितक/थव6णना िनि<ता।

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