भगध विश्िविधारम, फधगमा त्रिवषीय...

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भगध वििविधारम, फोधगमा िवषीय नातक हहदी ऩायम (कऱा, ववऻान और वाणिय, सामाय एवॊ ततठा तथा अहहदी भावषय के लऱए) 2011 2012 से भावी वशेष :- 1. थभ एिॊ वितीम िष के (करा, विान औय िाणणम) विधाथषम के लरए साभाम हिदी (हिदी यचना) का 100 अॊको का औय हिदीतय बावम के लरए 50 अॊको का न ऩ अनिामष िै I 100 अॊको के हिदी यचना ऩ का उतीणाक 33 औय 50 अॊको के हिदी यचना के उतीणाक 17 ननधाषरयत िै I 2. िकपऩक बाा के ऱऩ भ हिदी ऩढ़ने िारे नातक ऩास एिॊ अन ॊगक (ससडडमयी) के विधाथषम के लरए थभ एिॊ वितीम िष भ मेक के लरए हिदी साहिम का 100 अॊको का न ऩ नधाषरयत िै I 3. ऩास कोसष के विधाथषम के लरए त तीम िष भ v 100 अॊक का हिदी साहिम का एक ऩ ऩढ़ना िै, रेककन ससडडमयी के विधाथषम को मि निीॊ ऩढ़ना िै I 4. नातक त तीम िष भ हिदी यचना (साभाम हिदी) का ऩ निीॊ ऩढना िै I 5. हिदी नतठा भ थभ िष भ ऩ 1 एिॊ 2 तथा वितीम िष ऩ 3 एिॊ 4 ऩढ़ना िै I 6. तीम िष भ 5, 6, 7, अननिामष ऩ िगे I 8 िाॉ ऩ विशे अममन का िोगा, जसभे विधाथी ककसी एक ऩ का चमन कय सकगे I हिदी नतठा के तीन खड भ मेक न ऩ 70 अॊक का िोगा I लरणखत ऩयीा तीन घॊटे की िोगी I शे 30 अॊक आॊतरयक (विबागीम) भ पमाॊकन मथा-भौणखकी, म टोरयमरऔय सॊगोठी अहद के लरए ननधाषरयत िै I

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  • भगध विश्िविधारम, फोधगमा त्रिवषीय स्नातक हहन्दी ऩाठ्यक्रम

    (कऱा, ववऻान और वाणिज्य, सामान्य एवॊ प्रततष्ठा तथा अहहन्दी भावषयों के लऱए) 2011 – 2012 से प्रभावी

    ववशेष :-

    1. प्रथभ एिॊ द्वितीम िर्ष के (करा, विज्ञान औय िाणणज्म) विधार्थषमों के लरए साभान्म हिन्दी (हिन्दी यचना) का 100 अॊको का औय हिन्दीतय बावर्मों के लरए 50 अॊको का प्रश्न ऩत्र अननिामष िै I 100 अॊको के हिन्दी यचना ऩत्र का उत्तीणाांक 33 औय 50 अॊको के हिन्दी यचना के उत्तीणाांक 17 ननधाषरयत िै I

    2. िैकल्पऩक बार्ा के रूऩ भें हिन्दी ऩढ़ने िारे स्नातक ऩास एिॊ अनुर्ॊर्गक (सल्ससडडमयी) के विधार्थषमों के लरए प्रथभ एिॊ द्वितीम िर्ष भें प्रत्मेक के लरए हिन्दी साहित्म का 100 अॊको का प्रश्न ऩत्र ननधाषरयत िै I

    3. ऩास कोसष के विधार्थषमों के लरए ततृीम िर्ष भें v 100 अॊकों का हिन्दी साहित्म का एक ऩत्र ऩढ़ना िै, रेककन सल्ससडडमयी के विधार्थषमों को मि निीॊ ऩढ़ना िै I

    4. स्नातक ततृीम िर्ष भें हिन्दी यचना (साभान्म हिन्दी) का ऩत्र निीॊ ऩढना िै I 5. हिन्दी प्रनतष्ठा भें प्रथभ िर्ष भें ऩत्र 1 एिॊ 2 तथा द्वितीम िर्ष ऩत्र 3 एिॊ 4 ऩढ़ना िै I 6. ततृीम िर्ष भें 5, 6, 7, अननिामष ऩत्र िोंगे I 8 िाॉ ऩत्र विशरे् अध्ममन का िोगा, ल्जसभे

    विधाथी ककसी एक ऩत्र का चमन कय सकें गे I

    हिन्दी प्रनतष्ठा के तीन खण्डों भें प्रत्मेक प्रश्न ऩत्र – 70 अॊकों का िोगा I लरणखत ऩयीक्षा तीन घॊटे की िोगी I शरे् 30 अॊक आॊतरयक (विबागीम) भूपमाॊकन मथा-भौणखकी, ट्मूटोरयमरऔय सॊगोष्ठी अहद के लरए ननधाषरयत िै I

  • स्नातक प्रथम वषष हहन्दी रचना (सामान्य हहन्दी) हहन्दी भावषयों के लऱए अतनवायष

    ऩाठ्य ऩुस्तकें -:

    1. कववता कानन – सॊ० डॉ० देिदत्त याम – ऩाठमाॊश ऩिूषित

    अथवा

    साहहत्यधारा - सॊ० डॉ० लशिाजी नारे/डॉ० इयेश स्िाभी – प्रकाशक – ओरयएॊट राॊगभनै, ऩटना

    ऩद्य – कफीय, यिीभ, बफिायी, भरै्थरीशयण गपु्त, याभधायी लस ॊि ‘हदनकय’

    गद्य – पे्रभचॊद, (ऩसू की यात), र्चयॊजीत (अख्िायी विज्ञाऩन), िरयशॊकय ऩयसाई (सभम काटने िारे),

    याभफकृ्ष फेनीऩयुी (िरु्धमा), भिादेिी िभाष (सबफमा)

    (छात्र जीिन, याजनीनत, प्रकृनत, भिाऩरुुर्, मदु्ध, शाॊनत, योजगाय, लशक्षा ऩद्दनत, खेर, चरर्चत्र, येडडमो,

    विज्ञान, साहित्म आहद से सम्फल्न्धत ननफॊध)

    व्याकरि -: उऩसगष, प्रत्मम, िाक्म सॊशोधन, भिुािये एिॊ रोकाल्क्तमाॉ, सॊक्षेऩणऩपरिन, ऩत्र-रेखन

    वस्ततुनष्ठ प्रश्न -: हिन्दी यचना के ऩाठम क्रभ ऩय आधारयत िोंगे I

  • अलभस्ताववत ग्रॊथ

    1. आधनुनक हिन्दी व्माकयण औय यचना - डॉ० िासदेुि नन्दन प्रसाद

    2. व्माकयण बास्कय - डॉ० िचन देि कुभाय

    3. हिन्दी शसदानशुासन - आचामष ककशोयीदास िाजऩेमी

    4. याष्रीम हिन्दी औय व्माकयण - डॉ० जीतने्र ित्स

    5. हिन्दी ननफन्ध - आचामष ननशाॊतकेत ु

    6. हिन्दी ननफन्ध - डॉ० याजनाथ शभाष

    7. आधनुनक हिन्दी काव्म की प्रिलृ्त्तमाॉ - डॉ० याजिॊश सिाम ‘िीया’

    8. हिन्दी साहित्म : सॊिेदना का विकास - डॉ० याभ स्िरुऩ चतिेुदी

    9. हिन्दी के प्राचीन कवि - डॉ० याभ प्माये नतिायी

    10. हिन्दी के आधुननक प्रनतननर्ध कवि - डॉ० श्री ननिास शभाष

  • प्रधान हहन्दी स्नातक प्रथम वषष

    सामान्य हहन्दी (हहन्दी रचना) अहहन्दी भावषयों के लऱए अतनवायष) (कऱा, ववऻान एवॊ वाणिज्य के ववधार्थषयों के लऱए अतनवायष)

    ऩाठ्याॊश –

    काव्य कुसमु – सॊ० – डॉ० याभशकर बफ ॊद - ऩाठमाॊश ऩिूषित

    गध सररत ्– (किानी, ननफॊध, सॊस्भयण, येखार्चत्र) सॊ० डॉ० सनुीर कुभाय – हिन्दी विबाग, भ० वि० फोधगमा

    ऩाठ्याॊश –

    कहानी – उसने किा था, (चॊरधय शभाष गरेुयी), किानी का प्राॉट (आचामष लशि ऩजून सिाम) ऩसू की यात (पे्रभचॊद), अभतृसय आ गमा िै, (बीष्भ सािनी), कारा यल्जस्टय ( यिीन्र कालरमा)

    तनबॊध – (क) उत्साि - आचामष याभचॊर शकु्र

    (ख) लशयीर् के पूर - ि० प्र० द्वििेदी

    (ग) रॊका की एक यात – कुफेयनाथ याम

    सॊस्मरि एवॊ रेखार्चि – घीसा - भिादेिी

    सबुान खाॊ - फेनीऩयुी

    दद्धा - सबुरा कुभायी चौिान

  • अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. कफीय - आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी

    2. सयूदास - सॊ० डॉ० ियिॊश रार शभाष

    3. तरुसीदास - डॉ० िासदेुि लस ॊि

    4. जामसी - डॉ० याभऩजून नतिायी

    5. बफिायी का नमा भपूमाॊकन - डॉ० फच्चन लसॊि

    6. हिन्दी के कृष्णबल्क्त काव्म भें भधुय बाि की उऩासना – डॉ० ऩणूषभासी याम

    7. जमशॊकय प्रसाद – सॊ० डॉ० विश्िनाथ प्रसाद नतिायी

    8. त्रमी – आचामष जानकी िपरब शास्त्री

    9. साठोत्तयी हिन्दी कविता ऩरयिनत षत हदशाएॉ – डॉ० विजम कुभाय

    10. ननफॊध : स्िरुऩ औय भपूमाॊकन – डॉ० चन्र प्रकाश लभश्र

    11. हिन्दी गद्द की नई विधाएॉ – डॉ० कैपश चन्र बाहटमा

  • प्रश्न ऩि – I मध्यकाऱीन काव्य

    (भक्तत एवॊ रीततकाव्य)

    तनधाषररत ऩाठ्याॊश – काव्म-करश – सॊ० डॉ० देव्दत्त याम – हिन्दी विबाग, भ० वि० फोधगमा, ऩाठमाॊश-ऩिूषित

    अथिा मध्यकाऱीन हहन्दी काव्य –सॊ० डॉ० चॊद ूरार दफेू, प्र०ऩणूणषभा प्रकाशन, धायिाड़

    खण्ड – ‘क’

    1. कबीर (कुऱ 5 ऩद) – जानिु ये नय सोफिु कि, िरय भोया वऩउ, एक ननयॊजन अरि भेया, कािे ये

    नलरनी, चरन-चरन सफको कित िै,

    2. साखी – (प्रायॊब से दस सणखमाॉ)

    जायसी – ऩद्माित – केिर गोया फदर खॊड

    सरू – अविगत गनत कछु कित ना आि,ै अफ िौं नाच्मौ फिुत गऩुार, जसोदा िरयऩारने झुराि,ै

    फझूत स्माभ कौन त ूगोयी, चयन कभर फॊदौ, भधुफन तभु कत यित िये

    तरुसीदास – याभचरयत भानस – अमोध्माकाॊड – (याभ िन गभन प्रसॊग)

    त्रबहारी – बल्क्त ऩयक दोिे - श्रृॊगाय ऩयक दोिे आऱोचनात्मक प्रश्न के लऱए तनमनाॊककत इकाइयों में अध्ययन अऩेक्षऺत है –

    इकाई 1 – (i) बल्क्त आॊदोरन की ऩिूष ऩीहठका (ii) हिन्दी बल्क्त काव्म का विकास (iii) बल्क्त काव्म की विविध धायाएॉ

    इकाई 2 - (i) कफीय की यचनाएॉ (ii) कफीय की सभाल्जकता (iii) कफीय की दाशषननकता

  • इकाई 3 – जामसी – (i) जामसी का काव्म ऩरयचम

    (ii) ऩदभाित भें सपूी तत्ि (iii) भानसयोदक/गोया फादर खॊड का काव्म सौंदमष इकाई 4 – सयूदास (i) सयू की यचनाएॉ (ii) सयू का िात्सपम िणषन एिॊ सख्म बाि (iii) सयू की काव्म-करा

    इकाई – 5 – तरुसीदास (i) तरुसीदास की यचनाओॊ का ऩरयचम (ii) याभचरयतभानस की भित्ता (iii) अमोध्माकाॊड ‘भानस’ की रृदमस्थरी इकाई – 6 (i) यीती लसद्ध कवि के रूऩ भें बफिायी (ii) बफिायी की श्रृॊगाय-िणषन (iii) बफिायी की काव्म करा

  • अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. कफीय - आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी

    2. कफीय की खोज – डॉ० याज ककशोय

    3. जामसी – विजमदेि नायामण सािी

    4. सयू साहित्म – आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी

    5. गोस्िाभी तरुसीदास – आचामष याभ चॊर शकु्र

    6. भध्मकारीन स्िछॊद काव्म धाया – डॉ० भनोिय रार गौड़

    7. बफिायी – आचामष विश्िनाथ प्रसाद लभश्र

    8. यीनत काव्म की बलूभका – डॉ० नगेन्र

    9. भध्मकारीन हिन्दी साहित्म औय आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी – डॉ० सनुीर कुभाय

  • प्रश्न ऩि – 2 (गद्द ववधाएॉ)

    (कथा साहहत्य, नाटक एवॊ तनबॊध)

    ऩाठ्य ऩुस्तक – ऩाठ्याॊश –

    1. उऩन्यास – 1. र्चिऱखेा – बगिती चयण िभाष अथिा

    2. जुऱसू – पनीश्ियनाथ येणु 3. नाटक – चन्रगपु्त – जमशॊकय प्रसाद

    4. गद्द तरॊग – सॊ० डॉ० सनुीर कुभाय

    कहानी – सद्गनत, कानों भें कॉ गना, शयणदाता, भरिे का भालरक, चीप की दाित

    तनबॊध – िॊस का नीय – क्षीय वििेक, आचयण की सभ्मता, लशयीर्ॊ के पूर, आॉगन के ऩॊछी

    आऱोचनात्मक प्रश्न इकाई 1 –

    क. हिन्दी गद्द विधाओॊ का विकास ख. हिन्दी किानी की सॊक्षक्षप्त रुऩयेखा ग. हिन्दी ननफॊध का साभान्म ऩरयचम घ. हिन्दी उऩन्मास की सॊक्षक्षप्त रुऩयेखा

    इकाई 2 – र्चिऱखेा – (क) कथािस्त ु(ख) चरयत्र र्चत्रण (ग) उद्देश्म (घ) बार्ा लशपऩ जुऱसू - (क) कथािस्त ु(ख) चरयत्र र्चत्रण (ग) उद्देश्म (घ) बार्ा लशपऩ

    इकाई – 3 – चन्रगपु्त – (क) िस्त ु(ख) नेता (ग) यस

    इकाई – 4 – ऩहठत ननफॊधों एिॊ किाननमों का करात्भक िलैशष्ट्म

  • अलभस्ताववत ग्रॊथ -

    1. हिन्दी उऩन्मास – याभदयश लभश्र

    2. हिन्दी उऩन्मास – लशपऩ औय प्रमोग - डॉ० बत्रबिुन लसॊि

    3. हिन्दी किानी प्रकक्रमा औय ऩाठ – डॉ० सयेुन्र चौधयी

    4. हिन्दी नाटक – डॉ० फच्चन लसॊि

    5. एकाॊकी औय एकाॊकीकाय – डॉ० याभचयण भिेन्र

    6. ननफॊध लसद्धाॊत औय प्रमोग – डॉ० िरयियनाथ द्वििेदी

    7. हिन्दी गद्म की नई विधाएॉ – डॉ० कैराशचन्र बाहटमा

  • स्नातक, द्ववतीय वषष सामान्य हहन्दी (हहन्दी रचना)

    (कऱा, ववऻान, वाणिज्य के उत्तीिष (ऩास), एवॊ प्रततष्ठा दोनों वगों के ववद्यार्थषयों के लऱए अतनवायष

    ऩाठ्यग्रॊथ –

    1. कुरुऺिे – हदनकय अथिा

    यशोधरा – भरै्थरीशयण गपु्त 2. अऺयवट – डॉ० बऩेून्र करसी – ऩाठमाॊश-ऩिूषित गद्द – प्रवाह – सॊ० डॉ० विजम कु. शे्रष्ठ –मनूनिलसषटी फकु िाउस, जमऩयु

    ऩाठ्याॊश – (i) व्मॊग्म – भपूमों का उरटपेय – िरयशॊकय ऩयसाई (ii) रयऩोताषज – भलु्क्त मोद्धाओॊ के लशविय भें – विष्णकुाॊत शास्त्री (iii) ऩत्र साहित्म – इनतिास से लशक्षा – ऩॊ० जिािय रार नेिरु (iv) िजै्ञाननक ननफॊध – ऩमाषियण औय सनातन दृल्ष्ट (v) रलरत ननफॊध – िपदी-दफू औय दर्ध-अच्छत विधाननिास लभश्र

    अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. हिन्दी के आधुननक प्रनतननर्ध कवि – डॉ० श्री ननिास शभाष

    2. भरै्थरी शयण गपु्त – डॉ० येिती यभण

    3. साठोत्तयी कविता : ऩरयिनत षत हदशाएॉ – डॉ० विजम कुभाय

    4. हिन्दी ननफॊध औय ननफॊधकाय – डॉ० याभचॊर नतिायी

    5. हिन्दी गद्द की नई विधाएॉ – डॉ० कैराशचन्र बाहटमा

  • स्नातक, द्ववतीय वषष सामान्य हहन्दी (हहन्दी रचना)

    उत्तीिष (ऩास) एवॊ प्रततष्ठा दोनों वगों के लऱए, (कऱा, ववऻान, वाणिज्य के अहहन्दी भावषयों के लऱए अतनवायष)

    ऩाठ्यग्रॊथ – (1) ववववधा – सॊ० डॉ० जीतने्र ित्स, ऩाठमाॊश-ऩिूषित अथवा (2) हहन्दी गद्द–ऩद्द सॊग्रह – सॊ० हदनेश प्रसाद लसॊि, प्रकाशन – ओरयएॊट सरकै्स्िान, ऩटना

    ऩाठ्याॊश – गद्द खॊड

    (i) दरुाई िारी – फॊग भहिरा (ii) खुन का रयश्ता – बीष्भ सािनी (iii) फड़ ेघय की फेटी – प्रेभचॊद

    ऩद्द खण्ड (i) दोनों ओय पे्रभ चरता िै - भरै्थरीशयण गपु्त (ii) रे चर ििाॉ बरुािा देकय – प्रसाद (iii) भयुझामा पूर – भिादेिी (iv) सभयशरे् िै – हदनकय

    व्यावहाररक हहन्दी रचना में ऩठनीय – सॊक्षेऩण, ऩपरिन, ऩत्र-रेखन, आशम-रेखन, िाक्म-सॊशोधन, शसद-मगु्भों भें अॊतय –

    अलभस्ताववत ग्रॊथ 1. छामािादी कवि औय काव्म – डॉ० देि खये

    2. आधनुनक हिन्दी व्माकयण औय यचना – डॉ० िासदेुि नॊदन प्रसाद

  • स्नातक, द्ववतीय वषष प्रश्न ऩि – 2

    (कऱा, ववऻान, वाणिज्य ऩरीऺा के लऱए अतनवायष) उत्तीिष (ऩास) एवॊ अनुषाॊर्गक (सक्ससडडयरी) (कथा साहहत्य एवॊ नाट्य ववधाएॉ)

    ऩाठ्य ऩुस्तकें – उऩन्यास – ऩरुुर् औय नायी – यजा यार्धका यभण प्रसाद लस ॊि

    नाटक – नेत्रदान – याभिकृ्ष फेनीऩयुी

    प्रतततनर्ध एकाॊकी – सॊ० डॉ० जीतने्र नाथ ऩाठक/डॉ० सत्मेन्र लसॊि, प्र० – सॊजम फकु सेन्टय िायाणसी

    (i) विक्रभाहदत्म – डॉ० याभकुभाय िभाष

    (ii) ऊसय – बिुनेश्िय

    (iii) नमे भेिभान – उदमशॊकय बट्ट

    (iv) रक्ष्भी का स्िागत – उऩेन्रनाथ अश्क

    (v) नेिरु की िसीमत – विष्णु प्रबाकय

    (vi) यीढ़ की िड्डी – जगदीश चन्र भाथुय

    कथाकेत ु– सॊ० डॉ० समूषदेि लस ॊि, ऩाठमाॊश ऩिूषित ्

    अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. हिन्दी उऩन्मास – डॉ० सयेुश लसन्िा

    2. हिन्दी नाटक उदबि औय विकास – डॉ० दशयथ ओझा

    3. नमी किानी – डॉ० नाभिय लसॊि

    4. हिन्दी एकाॊकी : उदबि औय विकास – डॉ० याभचयण भिेन्र

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, द्ववतीय वषष प्रश्न ऩि – 3 आधुतनक काव्य

    वगष – ‘क’ ऩाठ्यग्रॊथ :- ऱहर – जमशॊकय प्रसाद (भेये नाविक, तभुरु कोरािर, फीती बफबाियी, ऩेशोरा की प्रनतध्िनन)

    ऩररमऱ – समूषकाॊत बत्रऩाठी ननयारा – फादर याग -6, स्नेि ननझषय फि गमा िै, सॊध्मा सुॊदयी, तोडती ऩत्थय,

    याजे ने यखिारी की

    ताराऩथ – सलुभत्रानॊदन ऩन्त – भोि, प्रथभ यल्श्भ, बायतभाता-ग्राभिालसनी

    सॊतघनी- भिादेिी –धीये-धीये उत्तय क्षक्षनतज से, कौन तभु भेये ह्रदम भें, भधुय-भधुय भेये दीऩक जर, फीन

    बी िूॉ भैं यार्गनी बी िूॉ I

    वगष – ‘ख’

    ऩाठ्यग्रॊथ – प्रगनतशीर –काव्म धया- सॊ० डॉ० बायत लसॊि, हिन्दी विबाग, भ० वि० फोधगमा अथवा

    काव्य कल्ऩ – सॊ० र० फरीनायामण लसॊि- ऩाठमाॊश ऩिूषित ्

    ऩाठ्याॊश :- भाखन रार चतिेुदी – कैदी औय कोककरा, ऩषु्ऩ की अलबरार्ा, उरािना

    याभधायी लस ॊि हदनकय – हिभारम, हदपरी, विऩथगा

    केदाय नाथ अग्रिार – भैंने उसको, भझु ेनदी से फिुत प्माय िै, चॊदग्रिना से रौटती िेय

    नागाजुषन – भास्टय, मि दॊतरुयत भसु्कान, अकार औय उसके फाद

    अज्ञेम – नदी के द्िीऩ द्िीऩ, करगी फाजये की, दिूाषदर

  • अववस्ताववत ग्रॊथ :-

    1. जमशॊकय प्रसाद – सॊ० डॉ० विश्िनाथ प्रसाद नतिायी

    2. प्रसाद का काव्म – डॉ० प्रेभशॊकय

    3. कवि ननयारा – डॉ० याभ विरास शभाष

    4. क्राॊनतकायी कवि ननयारा – डॉ० फच्चन लसॊि

    5. सलुभत्रा नॊदन ऩॊत : जीिन औय दशषन – शाॊनत जोशी

    6. सलुभत्रा नॊदन ऩॊत – डॉ० नागेन्र

    7. भिादेिी सजृन औय लशपऩ – डॉ० यणजीत लसॊि

    8. भिादेिी का काव्म – डॉ० चौथीयाभ मादि

    9. मगुचायण हदनकय – डॉ० सावित्री लसन्िा

    10. अऩने सभम का समूष : हदनकय – डॉ० भन्भथ नाथ गपु्त

    11. अज्ञेम कवि औय काव्म – डॉ० याजेंर प्रसाद

    12. अज्ञेम की काव्म सॊिदेना – डॉ० कभर कुभाय

    13. मामािय कवि नागाजुषन – डॉ० िीयेन्र लस ॊि

    14. नागाजुषन का यचना – सॊसाय – डॉ० विजम फिादयु लस ॊि

    15. हिन्दी साहित्म औय सॊिेदना का विकास – डॉ० याभस्िरूऩ चतिेुदी

    16. सभकारीन काव्म मात्रा – डॉ० नॊद ककशोय निर

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, द्ववतीय वषष प्रश्न ऩि – 4

    (हहन्दी साहहत्य का इततहास)

    इकाई – 1 हिन्दी साहित्म का कर विबाजन औय नाभकयण

    इकाई – 2 आहदकार, बल्क्तकार, यीनतकार की प्रभखु प्रिनृतमाॉ एिॊ यचनाकाय

    इकाई – 3 आधुननक कर की ऩषृ्ठबलूभ – बायतने्द ुमगु, द्वििेदी मगु, छामािाद, प्रगनतिाद, प्रमोगिाद,

    नमी कविता, निगीत

    इकाई – 4 हिन्दी गद्द की विविध विधाएॉ – किानी, उऩन्मास, नाटक, ननफॊध, आरोचना

    इकाई – 5 हिन्दी गद्द की निीन स्िरुऩ-रयऩोताषज, सॊस्भयण, येखा र्चत्र, डामयी रेखन, मात्रा साहित्म

    अलभस्ताववत ग्रॊथ :-

    1. हिन्दी साहित्म का इनतिास – आचामष याभचॊर शकु्र

    2. हिन्दी साहित्म का आहदकार – आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी

    3. हिन्दी साहित्म : फीसिीॊ शतासदी – आचामष नॊद दरुाये फाजऩेमी

    4. हिन्दी साहित्म का प्रिनृतभरुक इनतिास – डॉ० सबाऩनत लभश्र

    5. हिन्दी साहित्म का सयर इनतिास – डॉ० विश्िनाथ बत्रऩाठी

    6. भध्मकारीन हिन्दी साहित्म औय िजायी प्रसाद द्वििेदी – डॉ० सनुीर कुभाय

  • स्नातक, उत्तीिष (ऩास), ततृीय वषष प्रश्न ऩि – 3

    हहन्दी भाषा और साहहत्य का इततहास ऩाठ्यग्रॊथ –

    1. हहन्दी साहहत्य का इततहास – सामान्य ऩररचय (क) अहद कार (ख) बल्क्त कार (ग) यीनतकार (घ) आधनुनक कार (ड) प्रभखु कवि एिॊ गद्द

    रेखक 2. हहन्दी भाषा का स्वरुऩ ववकास

    (क) हिन्दी की उत्ऩल्त्त औय विकास के सोऩान (ख) हिन्दी बार्ा के विविध रूऩ – फोरचार की बार्ा यचनात्भक बार्ा, याष्रबार्ा, याजबार्ा, सॊऩकष बार्ा (ग) हिन्दी की शसद-सॊऩदा

    तत्सभ, तदबि, देशज, विदेशज, आगत (घ) हिन्दी की विबार्ाएॉ औय फोलरमाॉ (ङ) हिन्दी बार्ा का भानिीकयण

    अलभस्ताववत ग्रॊथ :-

    1. हिन्दी साहित्म का इनतिास – आचामष याभचॊर शकु्र

    2. हिन्दी साहित्म का आहदकार – आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी

    3. हिन्दी बार्ा : विविध आमाभ – डॉ० जीतने्र ित्स

    4. हिन्दी बार्ा का उदबि औय विकास – डॉ० उदम नायामण नतिायी

    5. आधनुनक हिन्दी साहित्म का इनतिास – डॉ० फच्चन लसॊि

    6. आधनुनक हिन्दी व्माकयण औय यचना – डॉ० िासदेुिनॊदन प्रसाद

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, ततृीय वषष प्रश्न ऩि – 5 (भाषा ववऻान)

    वगष ‘क’

    इकाई – 1 बार्ा की ऩरयबार्ा, विशरे्ताएॊ, बार्ा-फोरी

    इकाई – 2 बार्ा विज्ञान की ऩरयबार्ा, बार्ा विज्ञान की उऩमोर्गता, ज्ञान की अन्म शाखाओॊ से सॊफॊध

    इकाई – 3 बार्ा विज्ञान के विलबन्न अॊगो का ऩरयचमात्भक अध्ममन (ध्िनन, शसद, िाक्म औय अथष विज्ञान)

    इकाई – 4 हिन्दी की शसद-सॊऩदा-शसद कोहटमाॉ–सॊज्ञा, सिषनाभ, विशरे्ण औय कक्रमा विशरे्ण व्माकयणणक कोहटमाॉ – लर ॊग, िचन, कर, कायक

    वगष ‘ख’

    इकाई – 5 हिन्दी बार्ा का उद्भबि औय विकास, अथष बार्ाओँ का ऩरयचम I

    इकाई – 6 याष्रबार्ा, याजबार्ा औय सॊऩकष बार्ा के रूऩ भें हिन्दी I हिन्दी का ितषभान याष्रीम एिॊ अॊतयाषष्रीम स्िरुऩ

    अलभस्ताववत ग्रॊथ :-

    1. बार्ा विज्ञान की बलूभका – आचामष देिेन्र नाथ शभाष 2. बार्ा विज्ञान – डॉ० बोरानाथ नतिायी

    3. साभान्म बार्ा विज्ञान – डॉ० फाफयूाभ सक्सेना

    4. बार्ा साहित्म औय सॊस्कृनत – डॉ० बफभरेश काॊनत िभाष

    5. याजबार्ा हिन्दी वििेचन औय प्रमलु्क्त – डॉ० ककशोय िासिानी

    6. हिन्दी बार्ा का इनतिास – डॉ० धीयेन्र िभाष

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, ततृीय वषष प्रश्न ऩि – 6

    (भारतीय काव्य शास्ि और ऩाश्चात्य साहहत्य-लसद्ाॊत)

    इकाई – 1 काव्म-रक्षण, काव्म-िेत,ु काव्म-प्रमोजन, काव्म के प्रकाय, शसद-शल्क्तमाॉ

    इकाई – 2 यस, अरॊकाय, यीनत, ध्िनन औय िक्रोल्क्त लसद्धाॊतों का साभान्म ऩरयचम

    इकाई – 3 अरॊकाय औय छॊद – अरॊकाय – रूऩक, उऩभा, अनन्िम, दृष्टाॊत, विबािना, वियोधाबास, असॊगनत, अनतशमोल्क्त सॊदेि, भ्रॊनतभान, छॊद – दोिा, चौऩाई, सोयठा, कवित्त सिमैा, छप्ऩम, भॊदाक्राॊता, दतुविरॊबफत, इॊरिज्रा, लशखरयणी, कुॊ डलरमा

    इकाई – 4 ऩाश्चात्म आरोचक – प्रेटो, अयस्त,ु भथै्म ूआनषपड, आई० ए० रयचड्षस के साहित्म लसद्धाॊतों का

    साभान्म ऩरयचम

    इकाई – 5 बायतीम सभीक्षक – आचामष याभचॊर शकु्र, आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी, डॉ० नॊददरुाये िाजऩेमी, डॉ० रक्ष्भी नायामण सधुाॊश,ु डॉ० याभ विरास शभाष, डॉ. नाभिय लसॊि, आचामष नलरन विरोचन शभाष

    अलभस्ताववत ग्रॊथ:- 1. हिन्दी काव्मशास्त्र का इनतिास – डॉ० बागीयथ लभश्र

    2. काव्मशास्त्र की रुऩयेखा – डॉ० श्माभनॊदन शास्त्री

    3. बायतीम काव्मशास्त्र के नमे क्षक्षनतज – डॉ० याभभनूत ष बत्रऩाठी

    4. अरॊकाय भकु्तािरी – आचामष देिेन्र नाथ शभाष

    5. छॊद, फोध औय व्माख्मा – डॉ० विवऩन बफिारयशयण द्वििेदी

    6. बायतीम काव्म शास्त्र की ऩयॊऩया – सॊ० डॉ० नागेन्र

    7. ऩाश्चात्म काव्म शास्त्र – डॉ० विजमऩार लसॊि

    8. ऩल्श्चभी आरोचना – डॉ० रक्ष्भी सागय िाश्नेमष

    9. ऩाश्चात्म सभीक्षा लसद्धाॊत औय िाद – डॉ० सत्मदेि लभश्र

    10. हिन्दी आरोचना का विकास – डॉ० नॊद ककशोय निर

    11. हिन्दी सभीक्षा : सीभा औय सॊबािनाएॉ – डॉ० याभ विनोद लसॊि

    12. काव्मशास्त्र – डॉ० शोबाकाॊत लभश्र

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, ततृीय वषष ऩि – 7

    प्रयोजनमूऱक हहन्दी

    इकाई – 1 1. प्रमोजनभरूक हिन्दी का स्िरुऩ एिॊ उद्देश्म 2. सजषनात्भक औय प्रमोजनभरूक साहित्म का अॊतय 3. हिन्दी बार्ा की व्माऩकता

    इकाई – 2 1. हिन्दी की विविध शलैरमाॉ 2. प्रमलु्क्त के सॊदबष भें प्रमोजनभरूक हिन्दी 3. ऩारयबावर्क शसदाफरी एिॊ उसके ननभाषण के लसद्धाॊत

    इकाई – 3 1. प्रमोजनभरूक हिन्दी : प्रकाय एिॊ रक्षण 2. कामाषरमी हिन्दी : प्रमोग एिॊ बार्ामी रक्षण 3. व्मािसानमक हिन्दी : प्रमोग एिॊ बार्ामी रक्षण

    इकाई – 4 1. अनिुाद का अथष एिॊ प्रकक्रमा 2. अनिुाद भें हिन्दी का प्रमोग 3. अनिुाद भें विविध प्रकाय

    इकाई – 5 1. ऩत्रकारयता की ऩरयबार्ा एिॊ प्रकक्रमा 2. ऩत्रकारयता भें हिन्दी का प्रमोग 3. ऩत्रकारयता भें प्रमकु्त तकननकी शसद

    अलभस्ताववत ग्रॊथ – 1. प्रमोजनभरूक हिन्दी – अनऩुभ प्रकाशन 2. प्रमोजनभरूक हिन्दी – डॉ० यिीन्र श्रीिास्ति 3. प्रमोजनभरूक हिन्दी : लसद्धाॊत औय व्मििाय – यघनुन्दन प्रसाद शभाष 4. काभकाजी हिन्दी – डॉ० कैराश चॊर बाहटमा 5. प्रमोजनभरूक हिन्दी : लसद्धाॊत एिॊ प्रमलु्क्त - डॉ० ल्जतने्र ित्स

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, ततृीय वषष ऩि – 8

    ववशेष अध्ययन (सगुि भक्तत काव्य)

    ऩाठ्याॊश 1. भ्रमरगीत सार - सयूदास (सॊ० आचामष याभचॊर शकु्र)

    ऩद सॊ. – 6, 9, 10, 108, 109, 114, 116, 125, 130, 134 (कुर 10 ऩद) 2. कववतावऱी – तरुसीदास – (गीतापे्रस, गोयखऩयु)

    अमोध्माकाॊड – 1, 2, 5, 6, 7, 8, 11, 18, 20, (कुर 10 छॊद) 3. मीरा – भीयाफाई की ऩदािरी सॊ. आचामष ऩयशयुाभ चतिेुदी –

    ऩद सॊ. 50 – 54 = कुर 5 ऩद 4. रसखान – (यसखान यचनािरी सॊ. विद्माननिास लभश्र

    1, 2, 3, 31, 32, 122, 125 = कुर 8 छॊद

    5. रहीम – दोहे – (i) मे यिीभ दय-दय कपये, (ii) जैसे तभु िभको कयी (iii) अनरु्चत िचन ना भाननमे (iv) जो गयीफ

    ऩयहित कयै बखै – (i) कासन किै सदेसिा (ii) फिुत हदना ऩय वऩमिा (iii) रकेै सधुय सरुुवऩमा

    इकाई – 1 1. सयूदास की कविता के आधाय स्त्रोत 2. भ्रभयगीत का दाशषननक ऩक्ष 3. सयू की काव्मबार्ा

    इकाई – 2 1. तरुसीदास का रोकभॊगर 2. दशषन एिॊ बल्क्त 3. काव्मबार्ा – शरैी

    इकाई – 3 1. भीया की कृष्णबल्क्त 2. प्रेभ का स्िरुऩ 3. गेमता एिॊ बार्ा शरैी

  • इकाई – 4 1. कृष्णबल्क्त ऩयम्ऩया औय यसखान 2. ब्रजबलूभ का िणषन 3. काव्मबार्ा एिॊ काव्म रूऩ

    इकाई – 5 1. यिीभ का काव्म 2. नामक – नानमका बेद 3. नीनत ऩयक दोिे

    अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. सयुसहित्म – आचामष िजायी प्रसाद द्वििेदी

    2. गोस्िाभी तरुसीदास - आचामष याभ चॊर शकु्र

    3. ऩयम्ऩया का भपूमाॊकन – डॉ० याभविरास शभाष

    4. भीया एक ऩनुषभपूमाॊकन – सना. ऩपरि

    5. यसखान – श्री श्माभसनु्दय व्मास

    6. बल्क्तकाव्म औय रोक जीिन – डॉ० लशिकुभाय लभश्र

    7. भीयाफाई - डॉ० श्रीकृष्ण रार

    8. यसखान व्मल्क्तत्ि औय कृनतत्ि – डॉ० भाजदा असद

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, ततृीय वषष ऩि – 8

    (ववशेष अध्ययन) दलऱत साहहत्य और स्िी ववमशष

    ऩाठ्याॊश उऩन्यास - (क) धयती धन ना अऩना - जगदीश चॊर (ख) अॊनतभ आदभी – िरयिॊश नायामण (ग) लभत्रो भयजानी – कृष्णा सोफती

    कहातनयाॉ - ठाकुय का कुआॉ – प्रेभचॊद, शिमात्रा – ओभ प्रकाश िापभीकक, फदफ ू– सयूजऩार चौिान

    आत्मकथा - अऩने-अऩने वऩ ॊजये – भोिनदास नलैभशायण्म र्च ॊतन - श्रृॊखरा की कडड़माॉ – भिादेिी िभाष

    इकाई – 1 1. दलरत साहित्म का िचैारयक आधाय 2. जाती व्मिस्था एिॊ छुआछुत 3. आधनुनक बायत भें दलरत

    इकाई – 2 – स्िी ववमशष : 1. ऩरुुर् प्रधान सभाज औय स्त्री 2. आधनुनक बायत भें स्त्री 3. स्त्रीिाद की अिधायणा एिॊ स्त्री-आॊदोरन

    इकाई – 3 1. धयती धन न अऩना – कथािस्त,ु चरयत्र-र्चत्रण, दलरत जीिन की त्रासदी 2. अॊनतभ आदभी – कथािस्त ुउद्देश्म 3. लभत्रो भयजानी - कथािस्त ुलभत्रो का चरयत्राॊकन, स्त्री भलु्क्त के यास्त ेकी ऩिचान

    इकाई – 4 1. ऩहठत किाननमों भें दलरत जीिन-र्चत्र 2. ‘अऩने-अऩने वऩ ॊजये’ की कथािस्त,ु सभाज का मथाथष 3. आत्भितृ

  • इकाई – 5 1. स्त्रीभलु्क्त का प्रथभ दस्तािेज 2. स्त्री भलु्क्त का स्िप्न 3. फॊधनों की ऩिचान

    अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. दलरत साहित्म का सौन्दमष शास्त्र – ओभ प्रकाश िापभीकक

    2. रोकतॊत्र भें बागीदायी का सिार औय दलरत साहित्म की बलूभक – जमप्रकाश कदषभ

    3. हिन्दी उऩन्मासों भें दलरत िगष – कुसभु भेघिार

    4. दलरत किाॉ जाएॉ – ल्जमारार आमष

    5. दलरत साहित्म सजृन के सॊदबष भें – डॉ० चभनरार

    6. देि की याजनीनत से देश की याजनीनतक – भणृार ऩाॊडमे

    7. औयत िोने की सजा – अयविन्द जैन

    8. औयत के िक़ भें – तसरीभा नसयीन

    9. ऩरयर्ध एअक स्त्री – भणृार ऩाॊडमे

    10. स्त्रीत्ि का भानर्चत्र – अनालभका

  • अष्ठम ऩि ववशेष अध्ययन ऱोक-साहहत्य

    ऩाठ्याॊश रोक औय रोकिाताष, रोकिाताष औय रोक विज्ञान, रोक सॊस्कृनत : अिधायणा, रोक सॊस्कृनत औय साहित्म बायत भें रोकसाहित्म के अध्ममन की ऩयम्ऩया, रोक साहित्म के प्रभखु रूऩों का िगीकयण, रोकगीत रोकनाट्म, रोककथा, रोकनतृ्म, रोकगीत स्िरुऩ एिॊ बेद, रोकगीत की विशरे्ता, रोकनाट्म के बेद, रोकनाट्म की विशरे्ता, रोकगाथा के बेद एिॊ विशरे्ता, रोकनतृ्म का स्िरुऩ विशरे्ता, भिुािया स्िरुऩ एिॊ विशरे्ता, ऩिेलरमों का स्िरुऩ एिॊ विशरे्ता

    व्याख्या के लऱए ऩसु्तक –

    1. भगिी सॊस्काय गीत-गीत सॊख्मा - 1 से 15 तक 2. बोजऩयुी सॊस्काय गीत-गीत सॊख्मा - 1 से 15 तक 3. भरै्थलर सॊस्काय गीत-गीत सॊख्मा - 1 से 15 तक

    अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. रोक साहित्म का अध्ममन – डॉ० बत्ररोचन ऩाण्डमे 2. रोक साहित्म:स्िरुऩ औय भपूमाॊकन – डॉ० श्रीयाभ शभाष 3. रोक साहित्म का शास्त्रीम अनशुीरन – भिेश कुभाय 4. रोक सॊस्कृनत की रूऩ येखा – डॉ० कृष्णदेि उऩाध्माम 5. रोक साहित्म औय सॊस्कृनत – डॉ० हदनेश्िय प्रसाद 6. रोक साहित्म विज्ञान – डॉ० सत्मेन्र 7. रोक साहित्म – डॉ० जिािय एिॊ डॉ० स्िणषरता अग्रिार 8. रोक साहित्म – श्री इन्रदेि लस ॊि 9. रोक गीतों की साभाल्जक व्माख्मा – श्रीकृष्ण दास 10. रोकगीतों के सॊदबष औय आमाभ – श्री शाॊनत जैन 11. बायतीम रोक नाट्म – डॉ० िलशष्ठ नायामण बत्रऩाठी 12. बफिाय के रोक नाट्मों की प्रभखु शलैरमों का वििेचन – येखा दास 13. भगिी बार्ा औय साहित्म – डॉ० सम्ऩनत अमाषणी

  • स्नातक हहन्दी प्रततष्ठा, ततृीय वषष ऩि – 8

    (ववशेष अध्ययन) हहन्दी ऩिकाररता

    ऩाठ्याॊश इकाई – 1

    1. ऩत्रकारयता की ऩरयबार्ा औय उद्देश्म 2. बायतने्द ुमगुीन हिन्दी ऩत्रकारयता 3. स्ितॊत्रता सॊघर्ष औय हिन्दी ऩत्रकारयता 4. स्िातॊत्रमोत्तय ऩत्रकारयता

    इकाई – 2 1. सभाचाय का तात्ऩमष 2. सभाचाय के विविध स्रोत 3. सॊऩादन करा के लसद्धाॊत

    इकाई – 3 1. साक्षात्काय के प्रकाय 2. शीर्षक का भित्त्िऔय प्रकाय 3. पीचय रेखन औय उसका उद्देश्म

    इकाई – 4 1. सॊऩादकीम हटप्ऩणणमाॉ 2. अग्ररेख 3. स्तॊब रेखन

    इकाई – 5 1. भरुण करा का साभान्म ज्ञान 2. प्रपू यीडड ॊग 3. भेकअऩऔय ऩषृ्ठ सॊयचना

  • अलभस्ताववत ग्रॊथ –

    1. हिन्दी ऩत्रकारयता विविध आमाभ – िेद प्रताऩ िहैदक

    2. हिन्दी सभाचाऩत्रों का इनतिास – अॊबफका प्रसाद िाजऩेमी

    3. हिन्दी ऩत्रकारयता – डॉ० कृष्ण बफिायी लस ॊि

    4. सॊऩादन करा – के० ऩी० नायामण

    5. भरुण करा – छविनाथ ऩाॊडमे

    6. बायतने्दमुगुीन हिन्दी ऩत्रकारयता – डॉ० िॊशीधय रार

    7. बायतीम स्ितॊत्रता औय हिन्दी ऩत्रकारयता – डॉ० िॊशीधय रार

    8. ऩत्रकारयता के विविध सॊदबष - डॉ० िॊशीधय रार

    9. ऩत्रकारयता : लसद्धाॊत औय प्रमलु्क्त – डॉ० ल्जतने्र ित्स

    10. जनसॊचाय औय हिन्दी ऩत्रकारयता – डॉ० अजुषन नतिायी