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  • 16 अग�त समाचार �व�लेषण

    सामा�य अ�ययन ��न प� 1 से सबंं�धत : कला और स�ंकृ�त : क�डाप�ल� �खलौने :

    �संग : • क�डाप�ल� �खलौने बनाने वाल� का दावा है �क, लेपा�ी, अमेज़ॅन, और माय�टेटबाजार जसेै कुछ �लेटफॉम� �श�प को बढ़ावा देने वाले उ�पाद� का समथ�न तो करत ेह�, ले�कन इस तरह के �चार ने उनक� जी�वका म� शायद मिु�कल से ह� मदद क� है।

    क�डाप�ल� �खलौने : • क�डाप�ल� �खलौने लकड़ी के बने �खलौने होत� ह�, िजसका �नमा�ण आ�ं �देश रा�य के �वजयवाड़ा के पास क�डाप�ल� नामक गाँव म� �कया जाता है।

    • बो�माला कॉलोनी, जो क�डाप�ल� म� टॉयज कॉलोनी म� त�द�ल हो चकु� है, म� �ाि�टंग क� कला होती है।

    • इन �खलौन� को भौगो�लक संकेत टैग �दया गया है।

    • ये �खलौने सं�ां�त और नवरा�� के �योहार� के दौरान घर� म� बनाए जाने वाले �खलौन� क� �क�म� म� से एक ह� और इ�ह� "बो�माला कोलवु"ु कहा जाता है।

    • �ाि�टंग क� कला 400 साल परुानी परंपरा है।

  • • �खलौने बनाने वाले कार�गर� को आय�ख��य� के �प म� जाना जाता है, िजनका उ�लेख ��मा�ड परुाण म� है। • उनके बारे म� कहा जाता है �क वे 16वीं शता�द� म� राज�थान से क�डाप�ल� म� �वास कर गए थे और म�ुत�र�ष से अपनी उ�प�� का दावा करत ेह�, म�ुत�र�ष एक ऋ�ष थे जो भगवान �शव के आशीवा�द �वारा कला और �श�प म� �नपणु थे।

    �ववरण : • �ाचीन काल से शासक� �वारा िजस कला �प को सरं�ण �मला हुआ है, अब उसका �न�न के कारण पतन हो रहा है- • मनुाफे म� कमी। • �खलौने बनाने म� लगने वाले समय के कारण। • पा�चा�य कला का �भाव। • वत�मान यवुा पी�ढ़य� को इस कला के ��त �ो�सा�हत नह�ं �कया गया।

    • चीनी मशीन से बने �खलौन� से ��त�पधा� उनक� म�ुय बाधा है। उदाहरण के �लए, वे एक दज�न लघ ुभ�स बनाने म� 10-20 घटें ��त�दन खच� करत ेह� जो केवल 300 �पये म� बेची जाती ह�।

    • हालां�क इस �खलौने को बनाने के �लए वे क�ठन प�र�म करत� ह�, ले�कन इस ��त�पधा� के दौर म� खदु को बनाए रखना एक बड़ी चनुौती है।

    • उनक� परेशा�नय� म� एक म�ुय परेशानी टे�ला पो�नक� नामक लकड़ी क� कमी का होना है, जो �खलौन� को �व�श�ट आकर देने म� मदद करती है।

    • कोई अ�य लकड़ी इन �खलौन� को बनाने के �लए एक ��त�थापन नह�ं हो सकती है �य��क टे�ला पो�नक� लचील� होती है और आसानी से वां�छत आकार म� छेनी जा सकती है।

    आगे क� राह :

  • • �खलौन� क� �वदेश� और भारत दोन� म� बड़ी मांग है। • य�द सरकार हम� समय पर धनरा�श देती है, यवुा पीढ़� को ��श�ण �दान करती है, एक �ो�साहन रा�श देती है, तो �श�प अपनी खोई हुई म�हमा को पनुः �ा�त कर सकता है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : राज�यव�था और शासन : सरकार हमारे �लए हमारे �बना काननू बना रह� है : �ांसज�डर

    �संग : • लोकसभा ने हाल ह� म� उभय�लगंी �यि�तय� (अ�धकार� का संर�ण) �वधेयक पा�रत �कया है।

    �वधेयक क� म�ुय �वशषेताएं : • �वधेयक के अनसुार, एक �ांसज�डर (उभय�लगंी) वह �यि�त होता है, िजसका �लगं ज�म के समय �न�द��ट �कए गए �यि�त के साथ मेल नह�ं खाता है। इसम� वे उभय�लगंी आदमी या औरत (चाहे वह �यि�त से�स �रअसाइनम�ट सज�र� या हाम�न थेरेपी या लेजर थेरेपी से गुजरा हो या नह�ं) शा�मल ह�, जो अतंर-�लगं �भ�नता, ल��गक समल��गकता तथा '�क�नर', '�हजड़ा', 'अरवानी' और 'जोगता' जसैी सामािजक पहचान रखत� ह�।

    • ��येक �ांसज�डर �यि�त को एक पहचान �माण प� �ा�त �दान �कया जाएगा, जो उनको �व�श�ट अ�धकार �दान करेगा और �ांसज�डर �यि�त के �प म� उनक� पहचान क� मा�यता का �माण होगा।

    • इस तरह के एक �माण प� �ा�त करने के �लए िजला मिज��ेट (DM) को आवेदन करना होगा। DM ऐसे आवेदन का उ�लेख िजला ����नगं कमेट� को कर�गे।

  • • �ांसज�डर �यि�तय� से सबंं�धत नी�तय� और काननू पर क� � सरकार को सलाह देने के �लए �ांसज�डर (एनसीट�) �यि�तय� के �लए एक रा���य प�रषद क� �थापना क� जाएगी। यह ऐसी नी�तय� क� �नगरानी और म�ूयांकन भी करेगा। • NCT म� (i) मं�ालय� जसेै सामािजक �याय और सश�तीकरण, �वा��य, अ�पस�ंयक मामल� के ��त�न�ध (ii) नी�त आयोग (iii) रा���य मानवा�धकार आयोग और रा���य म�हला आयोग (iv) रा�य सरकार� (v) �ांसज�डर समदुाय से ना�मत सद�य और (vi) गरै-सरकार� सगंठन� के �वशषे� शा�मल ह�गे।

    म�ुदे : • �ांसज�डर समदुाय ने अपने अ�धकार� क� र�ा करने वाले �वधेयक पर बार�क� से �वचार �कया और पाया �क बमिु�कल ह� �वधेयक म� उनक� �कसी मांग को शा�मल �कया गया था।

    • उनक� म�ुय �चतंा यह है �क सरकार उनसे सलाह �लए �बना �नयम बनाती है और इससे उनके जीवन पर कोई फक� नह�ं पड़ता।

  • • �ांसज�डर समदुाय �वारा नौकरशाह� बाधाओ ंके �वारा िजला ����नगं स�म�तय� को बदलने के �लए भी काननू क� आलोचना क� गई है। • उ�ह�ने इस बात पर भी �काश डाला है �क भेदभाव के �खलाफ �ावधान� म� कोई �वत�नीयता नह�ं है। • �वधेयक म� केवल अतंर-�लगं �भ�नता के लोग� के �लए अलग प�रभाषा �दान क� गई है, ले�कन �ांसज�डर के �लए कोई �ावधान नह�ं है।

    • �ांसज�डर समदुाय एक ऐसा �वधेयक चाहता है िजसम� �ांसज�डर, �ांससे�सअुल(पारल��गक) और अतंर-�लगं �भ�न �यि�तय� के �लए अलग �ावधान ह�।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : राज�यव�था और शासन : आजी�वका और आय संवध�न (का�लया) योजना :

    �संग : • ओ�डशा सरकार क� आजी�वका और आय संवध�न (KALIA) योजना के �लए बहु�ती��त कृषक सहायता बहुत आगे बढ़ गई है। अ�धका�रय� को अब फज� लाभा�थ�य� को योजना से हटाने के �लए बहुत परेशा�नय� का सामना करना पड़ रहा है, जो पहले ह� इस योजन का लाभ ले चकेु ह�।

    �ववरण : • म�ुयम�ंी नवीन पटनायक ने अ�लै और मई 2019 म� होने वाले लोकसभा और �वधानसभा चनुाव� से पहले इस योजना क� श�ुआत क� थी।

    • उ�ह�ने आ�वासन �दया था �क कोई भी पा� लाभाथ� योजना से बाहर नह�ं रहेगा।

  • • रा�य सरकार, िजसक� योजना 75 लाख प�रवार� को का�लया योजना के अतंग�त ल��त करना था, ने फज� लाभा�थ�य� के बारे म� रह�यो�घाटन के बाद �व�ीय सहायता के �सार को रोक �दया है।

    म�ुदे : • योजना के तहत अब तक कुल 51 लाख कृषक, कज�दार और गरै-ऋणी �कसान, बटाईदार (साझदेार� म� खेती करने वाला), और भ�ूमह�न खे�तहर मजदरू� को �व�ीय सहायता �दान क� गई है। • अ�धका�रय� को अब पता चला है �क सभी लाभाथ� योजना के तहत लाभ के हकदार नह�ं थे और अब उ�होने अयो�य लोग� से धन वापस करने को कहा है। • योजना के अतंग�त एक प�रवार के एक से अ�धक सद�य सहायता �ा�त करने म� कामयाब रहे ह�।

    • अ�धकांश �लॉक� म�, आवेदक� क� सं�या ने राशन काड� रखने वाले प�रवार� क� स�ंया को पीछे छोड़ �दया है।

    का�लया योजना : • का�लया योजना �ग�तशील तथा समावेशी है और कृ�ष �े� म� बड़ ेपमैाने पर �नवेश के ज�रए गर�बी पर सीधा हमला करेगा और लाभ को सीधे लाभ ह�तांतरण (DBT) मोड के मा�यम से सबसे अ�धक ज�रतमंद� तक पहंुचाएगा।

    • का�लया योजना म� कृषक, ऋणदाता, साथ ह� गरै-ऋणी �कसान, फसल और भ�ूमह�न खे�तहर मजदरू शा�मल ह�। यह �वशषे �प से �ाम पचंायत� के मा�यम से पहचाने जाने वाले कमजोर कृ�ष प�रवार� क� देखभाल करता है और फसल ऋण 0% �याज पर उपल�ध कराता है।

  • • रा�य के सभी छोटे और सीमांत �कसान (92% कृषक) इस योजना के अतंग�त आएंगे। खर�फ और रबी के फसल के �लए 5,000 क� दर से, ��त प�रवार को 10,000 �पए क� रा�श, खेती करने के �लए �व�ीय सहायता के �प म� �दान क� जाएगी।

    • �कसान� को अपनी ज�रत� के अनसुार ह�त�ेप करने क� परू� �वत�ंता होगी। यह घटक �वा�म�व वाल� भ�ूम क� सीमा से जड़ुा हुआ नह�ं है। इससे छोटे �कसानो और वा�त�वक का�तकार� को बहुत लाभ होगा, िजनके पास बहुत कम भ�ूम है।

    • इस योजना के तहत, 10 लाख भ�ूमह�न प�रवार� को,छोट� बकर� पालन इकाइय�, छोट� लेयर इकाइय�, बतख इकाइय�, मछुआर� और म�हलाओ ंके �लए म��य पालन �कट, मश�म क� खेती और मधमु�खी पालन जसैी ग�त�व�धय� को करने के �लए 12,500 �पए क� इकाई लागत के साथ समथ�न �कया जाएगा। • कमजोर कृ�ष प�रवार� और भ�ूमह�न मजदरू� को �व�ीय सहायता के संबधं म�, उनके भरण-पोषण का �याल रखने के �लए ��त प�रवार 10,०००�पय क� वा�ष�क �व�ीय सहायता �दान क� जाएगी। �ाम पचंायत� �वारा संर��त प�रवार� क� पहचान और चयन �कया जाएगा। दो वष� म� लगभग 10 लाख घर� का चयन �कया जाएगा।

    • इसके अलावा, 2 लाख का जीवन बीमा कवर और 2 लाख का अ�त�र�त �यि�तगत दघु�टना कवर दोन� ,का�तकार� और खे�तहर मजदरू� को �दान �कया जाएगा। इस तरह कुल लगभग 57 लाख घर� को कवर �कया जायेगा।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से सबंं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : जलुाई सबसे गम� मह�ना :

    �संग :

  • • रा���य सम�ु� और वायमंुडल�य �शासन (The National Oceanic and Atmospheric Administration) ने घोषणा क� है �क जलुाई �रकॉड� �तर पर अब तक का सबसे गम� मह�ना था।

    �ववरण : • नेशनल ओश�नक एंड एटमॉ�फे�रक एड�म�न��ेशन (NOAA) ने 2019 के 7व� मह�ने क� विै�वक भ�ूम और सम�ु के तापमान क� �रकॉ�ड�ग क� तलुना अपने 140 साल के डटेा सेट से �कया और पाया �क यह अब तक का सबसे गम� मह�ना था।

    • मह�ने का विै�वक औसत तापमान 1.71 �ड�ी फ़ारेनहाइट (0.95 �ड�ी सेि�सयस) था, जो 20वीं शता�द� के औसत 60.4 F से (15.8 C) ऊपर था।

    • 10 सबसे गम� जलुाई मह�ने म� से 9 मह�ने 2005 के बाद से ह�, और �पछले पांच जलुाई मह�ने सबसे गम� रहे ह�। कारण : • एक अ�य�धक गम� ऊ�मीय लहर का परेू यरूोप म� चलना और �फर �ीनल�ड, जहाँ इसने सकैड़� अरब� टन बफ� �पघला द�, म� ख�म होना इसका म�ुय कारण है।

    • NOAA के अनसुार, आक� �टक और अटंाक� �टक दोन� �े�� म� सम�ु� बफ� 41 साल के �नचले �तर तक पहंुच गई है।

    आगे क� राह : • 2018 म�, द�ुनया भर के व�ैा�नक� से �मलकर बनी जलवाय ुप�रवत�न पर इंटरगवन�म�टल पनैल (IPCC) ने कहा �क विै�वक तापमान को 2.7 F (1.5 C) से अ�धक गम� होने से रोकना मह�वपणू� है।

  • • इस �रपोट� से जो बहुत मह�वपणू� संदेश �नकलता ह�, वह यह है �क हम पहले से ह� अ�धक गम� मौसम के कारण �लोबल वा�म�ग के प�रणाम� को देख रहे ह�, िजससे सम�ु का �तर बढ़ रहा है और अ�य प�रवत�न� के बीच आक� �टक सम�ु� बफ� का �ास हो रहा है।

    • IPCC ने कहा �क वा�म�ग को 2.7 F �ेशो�ड �ल�मट से नीचे रखने के �लए, समाज के सभी पहलओु ंम� तजेी से, दरूगामी और अभतूपवू� बदलाव क� आव�यकता होगी।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : बफ� म� माइ�ो�लाि�ट�स �दषूण क� �चतंाओ ंको बढ़ाता है :

    �संग : • जम�नी के अ��ेड वेगेनर इं�ट��यटू और ि�व�जरल�ड के इं�ट��यटू फॉर �नो एंड एवलांच �रसच� के व�ैा�नक� �वारा �कए गए एक नए अ�ययन म� पाया गया �क माइ�ो�लाि�टक कण वायमंुडल के मा�यम से बहुत दरू तक जा सकत� ह�।

    �ववरण : • अ�ययन से पता चलता है �क आक� �टक और आ��स म� बार�क माइ�ो�लाि�टक कण� का पता लगाया गया है, जो हवा �वारा लाए गए थे और बाद म� बफ� म� धलु गए।

    • इस�लए अ�तः�वसन के �वा��य जो�खम� का आकलन करने के �लए त�काल अनसुधंान क� ज�रत है।

    • 2015 और 2017 के बीच एक� �कए गए नमनू�, जो �क �ीनल�ड के �ैम जलडम�म�य म� तरैती बफ� से एक� �कए गए थे, का �व�लेषण करने के �लए इ��ारेड इमेिजगं तकनीक का उपयोग �कया गया था।

  • • �फर उ�ह�ने इनक� तलुना उ�र पि�चमी जम�नी के सदुरू ि�वस आ��स और �ेमेन से �लए गए नमनू� से क�।

    • आक� �टक म� माइ�ोपा�ट�क�स (स�ूम कण�) क� सां�ता यरूोपीय �थल� क� तलुना म� काफ� कम थी ले�कन �फर भी पया��त थी।

    • हवाई अपवाहन के �लए ट�म क� प�रक�पना पराग (प�ुप-रेण)ु पर �कए गए �पछले शोध पर आधा�रत है, जहां �वशषे�� ने पिु�ट क� है �क भमू�य रेखा के पास का पराग आक� �टक म� पहंुचकर समा�त हो जाता है।

    • इसी तरह, सहारा रे�ग�तान से धलू हजार� �कलोमीटर क� दरू� तय कर सकती है और पवू��र यरूोप म� ख�म हो सकती है।

    म�ुदे : • हर साल, कई �म�लयन टन �लाि�टक कूड़ा न�दय� के मा�यम से महासागर� तक पहुचत� है, जहां वे धीरे-धीरे लहर� क� ग�त और सयू� क� पराब�गनी �काश के मा�यम से छोटे टुकड़� म� टूट जात ेह�।

    • पांच �मल�मीटर से कम लंबाई वाले �ेड (छोटा टुकड़ा) के �प म� प�रभा�षत ये कण बाद म� बफ� �वारा धलुकर पानी म� �मल जात ेह�। • �लाि�टक के �टकाऊ गुण उ�ह� पया�वरण म� द�घ��थायी बनाए रखने और धीरे-धीरे �वघटन म� मदद करत ेह�।

    • यह प��य�, जानवर� और मछ�लय� क� खा�य �ृंखलाओ ंम� भी �वेश कर जाता है। इससे सम�ु� पया�वरण �दषूण से व�यजीव� पर मह�वपणू� विै�वक �भाव पड़ता है।

    • बफ� म� अ�धकांश माइ�ो�लाि�टक हवा से आता है।

  • • यह मानव और पश ु�वा��य पर पड़ने वाले �भाव� पर त�काल शोध क� आव�यकता पर बल देता है।

    • इन कण� के सपंक� के �भाव� को �नधा��रत करने के �लए बहुत कम काम �कया गया था।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से सबंं�धत : सरु�ा : चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ पद के सजृन क� घोषणा : �संग : • �धानम�ंी नर�� मोद� ने अपने �वतं�ता �दवस के संबोधन म� एक चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ (CDS) क� �नयिु�त क� घोषणा क� है।

    �ववरण : • कार�गल य�ुध पर एक समी�ा स�म�त के सझुाव के 20 साल बाद यह घोषणा �क गई है।

    • सश�� बल� के तीन� �वगं� को "शीष� �तर पर �भावी नेत�ृव" �दान करने और उनके बीच सम�वय म� सधुार करने म� मदद करने के �लए चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ के पद के �नमा�ण के �लए घोषणा क� गई थी।

    • घोषणा का समय मह�वपणू� है �य��क यह सेना और वाय ुसेना के शीष� �वभाग� म� तजेी से �कए गए प�रवत�न के एक वष� के भीतर ह� आया है। • वत�मान म� भारत के �धानमं�ी रा���य सरु�ा सलाहकार से स�ैय मामल� पर सलाह �ा�त करत ेह�।

    • ऐसा र�ा योजना स�म�त 2018 के गठन के बाद �कया गया है िजसके अ�य� NSA अजीत डोभाल ह� और �वदेश, र�ा और �यय स�चव� स�हत तीन सेवा �मखु इसके सद�य है।

  • चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ (CDS) का काय� �या है? • CDS एक उ�च स�ैय काया�लय है जो तीन� सेवाओ ंके कामकाज क� देखरेख और सम�वय करता है।

    • तीन� सेनाओ ंके पास उसके �मखु बने रह�गे। हालां�क, इन तीन� सेवाओ ंके �मखु� को चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ को स�ूचत करना होगा।

    • यह लंबी अव�ध क� र�ा योजना और �बधंन पर �धानम�ंी को सहज ��-सेवा �वचार और एकल-�बदं ुसलाह �दान करेगा, िजसम� यह जनशि�त, उपकरण और रणनी�त और सबसे ऊपर, ऑपरेशन म� "संय�ुत मनै�शप" शा�मल है।

    • सबंं�धत अ�धकार� तीन� सेवाओ ंसे संब�ंधत मामल� पर सलाह देने क� ि�थ�त म� होगा। इस �कार वह भारत के सश�� बल� को एक�कृत करेगा।

    • CDS तीन� सेनाओ ंका �मखु होगा, �लहाजा उसके पास स�ैय सेवा का लंबा अनभुव और उपलि�धयां होनी चा�हए। चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ के पद क� िज�मेदार� थल सेना, नौसेना या वाय ुसेना �मखु को द� जा सकती है।

    प�ृठभ�ूम : • 1999 के कार�गल य�ुध के बाद पहल� बार चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ (CDS) का पद सिृजत करने क� �सफा�रश क� गई थी। • कार�गल य�ुध के म�देनजर देश क� सरु�ा �यव�था म� खा�मय� क� जांच के �लए ग�ठत एक उ�च-�तर�य स�म�त ने �सफा�रश क� थी �क तीन� सेवाओ ंम� एक चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ होना चा�हए। • स�म�त ने कहा था �क यह �यि�त, एक पाँच �सतारा स�ैय अ�धकार�, र�ा म�ंी का एकल-�बदं ुस�ैय सलाहकार होना चा�हए।

  • • कार�गल य�ुध पर उ�च-�तर�य स�म�त के अलावा, भारत क� रा���य सरु�ा म� सधुार के �लए आव�यक सधुार� का पता लगाने के �लए 2001 म� ग�ठत मं��य� के एक समहू ने भी चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ का पद सिृजत करने का प� �लया था।

    • एक समान �दशा म� आगे बढ़त ेहुए, 2012 म�, नरेश चं� टा�क फोस� ने �सफा�रश क� थी �क चीफ ऑफ �टाफ कमेट� (CoSC) के �थायी अ�य� का पद सिृजत �कया जाए।

    • CoSC म� भारतीय सेना, भारतीय नौसेना और भारतीय वाय ुसेना के �मखु शा�मल ह�। उनम� से सबसे व�र�ठ इसके अ�य� के �प म� काय� करेगा।

    • �पछले 20 वष� म� चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ का पद सिृजत करने का �नण�य नह�ं �लया जा सका है, इसका एक कारण यह था �क इस पर राजनी�तक सहम�त नह�ं बनाई जा सक�।

    • 2016 म�, सरकार ने ससंद को स�ूचत �कया �क यह परामश� ���या परू� नह�ं हो सकती �य��क सभी राजनी�तक दल� ने इस पर जवाब नह�ं �दया था।

    CDS क� आव�यकता �य� थी? • CDS के �लए मामला इस तक� के इद�-�गद� बनाया गया है �क रा���य सरु�ा के मामल� पर सरकार को 'संय�ुत कौशल' क� स�ुवधा �दान करने और सरकार को एकल स�ूीय स�ैय सलाह देने के �लए सव��च �नकाय का होना आव�यक है।

    • CDS बजट, उपकरण खर�द, ��श�ण, संय�ुत �स�धांत� और स�ैय अ�भयान� क� योजना-आध�ुनक य�ुध क� योजना बनाने के मामले म� अतंर-सेवा संय�ुतता को बढ़ावा देने म� एक मह�वपणू� भ�ूमका �नभाएगा।

  • • यह माना जाता है �क यह कदम हमार� रा���य सरु�ा को अ�धक �भावी और अ�धक �कफायती बना देगा।

    • अ�धकांश लोकत�ं� म�, CDS को अतंर-सेवा ��त�व�ं�वता और �यि�तगत स�ैय �मखु� के त�काल प�रचालन पवूा��ह के �प म� देखा जाता है। संघष� के समय म� CDS क� भ�ूमका मह�वपणू� हो जाती है।

    • उ�नत सेनाओ ंवाले अ�धकांश देश� म� इस तरह के पद होत ेह�, िजनम� स�ा और अ�धकार क� अलग-अलग �ड�ी होती है। उदाहरण के �लए यनूाइटेड �टे�स के चेयरमनै जॉइंट ची�स ऑफ �टाफ कमेट� (CJCSC) एक �वधायी जनादेश और तजेी से �वलि�बत शि�तय� के साथ बेहद शि�तशाल� पद है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से सबंं�धत : राजनी�त : संपादक�य : �ेि�जट और भ�व�य का संकट :

    �संग : • �स के रा��प�त �ला�दमीर प�ुतन ने जब उदारवाद� विै�वक अथ��यव�था के यगु म� लोकतं� म� उदारवाद के समा�त होने का अदेंशा जताया था तो इसक� कड़ी ��त��या हुई थी। उस समय यरूोपीय प�रषद के अ�य� डोन�ड ट�क ने इसका जवाब देत ेहुए कहा था �क ऐसा सोचना ठ�क वसैा ह� है जसेै द�ुनया म� आजाद� का समा�त हो जाना या काननू के शासन और मानवा�धकार� का बेकार हो जाना। दरअसल, उदारवाद को लेकर द�ुनया के कई देश� क� आतं�रक और विै�वक राजनी�त म� भार� �वरोधाभास देखने को �मल रहे ह�। �व�व के सबसे बड़ ेबाजार यरूो�पयन य�ूनयन का आ�थ�क �वार ��टेन भी इस नी�त को लेकर गहरे पसोपेश म� है।

    �व�लेषण :

  • • ���टश समाज म�ुत �यापार के फायद� और अपने देश क� आ�थ�क �ग�त से �यादा अ�वासन क� उन चनुौ�तय� से �यादा आशं�कत है जो पवू� यरूोप और गहृय�ुध से जझू रहे अरब और अ��क� देश� से आ रह� है। यहां के �नवा�सय� को लगता है �क यरूोपीय य�ूनयन म� �यादा समय तक बने रहने से न केवल उनका सां�कृ�तक और सामािजक प�र��य बदल जाएगा, बि�क �थानीय नाग�रक� के सामने रोजगार और सरु�ा का संकट भी गहरा सकता है।

    • �ेि�जट पर यरूोपीय संघ के साथ समझौत ेको ससंद से पास न करा पाने से �नराश थेरेसा मे के �धानम�ंी पद से इ�तीफा देने के बाद भी इस देश क� आतं�रक राजनी�त म� उथल-पथुल थमती नह�ं �दखाई पड़ रह� है।

    • नए �धानमं�ी बो�रस जॉनसन घोर परंपरावाद� माने जात ेह� और वे उदारवाद के नाम पर अ�वासन और यरूोपीय संघ के म�ुत आवाजाह� के �नयम� को बदा��त कर ल�, इसक� सभंावनाएं नग�य ह�। द�ुनया भर म� उदारवाद� लोकतं� को माग� �दखलाने के �लए ��टेन क� पहचान रह� है। ले�कन वत�मान म� द��णपंथी राजनी�त के विै�वक उभार का �यापक असर यहां के समाज पर भी देखने को �मल रहा है।

    • यरूोपीय संघ के म�ुत अथ��यव�था के इतर ��डम आ◌ॅफ मवूम�ट का �वरोध िजस �कार ��टेन म� �कया गया, उससे द�ुनया क� साझा सं�कृ�त वाले समाज क� कमजोर होती जड़� खलु कर सामने आई ह�। इस समय ��टेन क� राजनी�त म� उथल-पथुल होने का सबसे बड़ा कारण ह� यह है �क यरूोपीय संघ के �लए भले ह� अथ��यव�था बड़ा म�ुदा हो ले�कन ��टेन के �लए अ�वासन को बड़ी सम�या और चनुौती मान �लया गया है।

    अ�वा�सय� का ��टेन आना : • साल 2011 म� ��टेन म� जनगणना करने वाले �वभाग आ◌ॅ�फस फॉर नेशनल �टे�टि�ट�स ने जब ��टेन क� जनसं�या के आकंड़ ेजार� �कए तो उसक� भी यहां के परंपरावाद� समाज म� कड़ी ��त��या देखी गई थी। इसके अनसुार ��टेन क� जनस�ंया को छह करोड़ ब�ीस लाख बताया

  • गया था िजसम� ��टेन के �थानीय �नवा�सय� का अनपुात 2001 क� जनगणना के स�ासी फ�सद के मकुाबले घट कर अ�सी फ�सद बताया गया था। • आकंड़� के अनसुार ��टेन के म�ुय �ांत� इं�ल�ड और वे�स म� हर आठवां �यि�त �वदेश म� ज�मा है। ��टेन के जनसं�या अनपुात म� �पछले दस साल� म� आए बदलाव के �लए म�ुय कारण अ�वा�सय� का ��टेन आना बताया गया। • इन कारण� से ���टश राजनी�त म� अ�वासन क� सम�या को लेकर हलचल बढ़ गई। इसका असर जनमत सं�ह म� देखने को �मला। साल 2016 म� ��टेन म� हुए जनमत सं�ह म� लोग� से यह सवाल �कया गया �क आप यरूोपीय संघ के सद�य बने रहना चाहत ेह� या उससे बाहर �नकलना चाहत ेह�। जवाब म� 52 फ�सद लोग� ने यरूोपीय संघ से बाहर �नकलने के प� म� मतदान �कया था, जब�क उसम� बने रहने के प� म� मतदान करने वाले अपे�ाकृत कम थे और 48 ��तशत लोग� ने यरूोपीय संघ के प� म� वोट �दया था। ये नतीजे अ��या�शत थे।

    • इस जनादेश को कंजव��टव पाट� के �लए लोक��य माना गया और इसे काननूी जामा पहनाने के �लए थेरेसा मे के बाद �धानमं�ी बने बो�रस जॉनसन भी कृत संकि�पत नजर आत ेह�। थेरेसा मे क� सरकार ने शरणा�थ�य� क� बढ़ती सं�या म� कटौती के �लए गरै-यरूोपीय संघ के लोग� के �लए वीजा नी�त म� बदलाव कर �दया था और इसे ���टश समाज म� रा��वाद के उभार के तौर पर देखा गया था।

    • बो�रस जॉनसन लगातार ��टेन के यरूोपीय य�ूनयन से अलग होने के समथ�क बने हुए ह�। उ�ह� द��णपंथी �वचारधारा क� ओर झकुाव के �लए जाना जाता है।

    विै�वक �भाव : • लोकतं� को लेकर सबसे �यादा उदारता �दखाने वाले ���टश समाज का इस समय रा��वाद के �प म� उभरने वाला परंपरावाद� �ख विै�वक �भाव डाल सकता है।

    • याद रहे �क अ�तवाद� रा��वाद� �वचारधारा के कारण ह� ��वतीय य�ुध हुआ था और यह समचूी यरूोपीय अथ��यव�था के �वनाश का कारण बना था। ले�कन पचास के दशक म� जम�नी,

  • इटल�, �ांस, बेि�जयम, नीदरल�ड और ल�जमबग� जसेै देश लामबदं हुए और 1957 म� यरूोपीय आ�थ�क समदुाय अि�त�व म� आया।

    • साल 1985 म� श�जन क� सं�ध हुई िजसके �वारा यरूोपीय नाग�रक� के म�ुत आवागमन का �ावधान �कया गया। यरूोपीय संघ 28 देश� क� एक आ�थ�क और राजनी�तक सहभा�गता वाल� �यव�था है। ये देश एक स�ंध के �वारा संघ के �प म� जड़ु ेहुए ह�, ता�क �यापार आसानी से हो सके। • ��टेन के यरूोपीय य�ूनयन से बाहर आने के संकट का विै�वक अथ��यव�था पर गहरा �भाव पड़ सकता है। �वय ं��टेन क� आतं�रक सरु�ा के �लए भी यह बड़ी चनुौती बन सकता है।

    • ��टेन के यरूोपीय य�ूनयन से अलग होने से अ�य देश भी अलगाव के रा�त ेपर जा सकत ेह�। �कॉटल�ड और आयरल�ड के लोग इस स�ंध म� बने रहना चाहत ेह�, अत: ��टेन के अलग होने से अलगाववाद पनु: यहां �सर उठा सकता है। इन दोन� �ांत� के �नवा�सय� ने पहले ह� यरूोपीय य�ूनयन म� बने रहने के प� म� मतदान �कया था। वसेै यरूोपीय य�ूनयन के देश आ�थ�क समझौत ेके साथ सां�कृ�तक एकता भी चाहत ेरहे ह�। यह इलाका ईसाई बाहु�य के �लए जाना जाता है ले�कन तकु� के �भाव से मसु�लम अ�वासन बढ़ने को बड़ा संकट माना गया।

    • इसके साथ ह� अरब से अ��का के गहृ य�ुध से पनपे संकट म� शरणा�थ�य� के �लए जम�नी ने उदारता से अपने �वार खोले। जम�नी भी यरूोपीय य�ूनयन का सबसे बड़ा और �भावी देश माना जाता है अत: इसका �भाव अ�य देश� पर पड़ा और ��टेन के समाज को अ�वासन उनके देश के �लए सां�कृ�तक संकट महससू हुआ।

    • यह� नह�ं, म�ुत आवाजाह� के कारण यरूोप के अ�य देश� के नाग�रक ��टेन म� आकर रोजगार तलाशने लगे और �थानीय लोग� म� �वा�सय� के ��त असंतोष उ�प�न हुआ।

    • यरूोपीय संघ के दसूर� सबसे बड़ी जनस�ंया वाले देश ��टेन को इसके �शास�नक सचंालन म� भी बड़ी आ�थ�क भ�ूमका �नभानी होती है िजससे इस देश के लोग� को लगता है �क उन पर

  • ���टश सरकार का नह�ं, बि�क यरूोपीय संघ का �नय�ंण हो गया है। यरूोपीय सघं के म�ुत �यापार के साथ म�ुत आवाजाह�, पया�वरण, खा�य साम�ी और अ�य �नयम� के पालन को भी यहां का समाज अपनी �वतं�ता के �व��ध मानने लगा है।

    • यरूोपीय संघ के �वकास को लोकत�ं का �वकास माना गया �य��क इसका सद�य वह� देश बन सकता है जो लोकतां��क हो और िजसका मानवा�धकार� का भी बेहतर �रकाड� हो। द�ुनया म� गर�बी, आतंकवाद और गहृय�ुध से जझूत ेलोग� को लेकर यरूोप का समाज िजस तरह दो भाग� म� बंट रहा है, उससे भी लोकतं� और मानवा�धकार� के ��त उनक� ��तब�धता पर सकंट गहरा गया है। �न�कष� : • ��टेन तो द�ुनया के बहुलतावाद� समाज का �तीक रहा है और वहां के उदारवाद� समाज का कड़ा �ख बहु-सां�कृ�तक ढांचे पर ह� कड़ा �हार है। बहरहाल, �ेि�जट से बाहर होने क� ���टश सरकार क� रा��वाद� भावनाओ ंके उभार क� को�शश� के बीच द�ुनया म� बहु-सं�कृ�तवाद के अि�त�व को लेकर आशकंाएं गहराने लगी ह�। यह विै�वक अथ��यव�था और समचूी मानव जा�त के �लए खतरनाक संकेत है।

    नोट : �ेि�जट के बारे म� अ�धक जानकार� के �लए 31 जनवर� और 1 अ�लै का समाचार �व�लेषण देख�।

    मह�वपणू� त�य : 1. तपे�दक के �लए नया इलाज : • एक नया उपचार जो तपे�दक के अ�य�धक दवा ��तरोधी उपभेद� को ठ�क करता है और उपचार क� अव�ध को काफ� कम कर देता है, क� खोज �क गई है।

    • तीन-�ग रेिजमेन म� बेड�ैकल�न, �ीटोम�नड और लाइनज़ो�लड होत ेह� - िज�ह� साम�ूहक �प से बीपीएएल रेिजमेन के �प म� जाना जाता है।

  • • �ीटोम�नड अनोखा पदाथ� है िजसे �ययूॉक� ि�थत गरै-लाभकार� सगंठन ट�बी एलायसं �वारा �वक�सत �कया गया है और िजसे खा�य और औष�ध �शासन (FDA) क� मंजरू� �मल� है।

    • �पछले साल, द�ुनया म� आधे �म�लयन से अ�धक �ग-��तरोधी ट�बी के मामले सामने आए थे।

    • उपचार म� तीन दवाओ ंक� पांच गो�लयां शा�मल ह�, िज�ह� केवल छह मह�ने म� �लया जाना होता है, यह �शासन करना आसान है।

    • आमतौर पर द�ुनया म� कई जगह� पर, दवा-��तरोधी ट�बी के इलाज म� 18 से 24 मह�ने लगत ेह�।

    2. भारत के �वतं�ता �दवस पर पाक ने 'काला �दवस' मनाया : • पा�क�तान ने ज�म-ूक�मीर को �वशषे दजा� देने के नई �द�ल� के कदम (अन�ुछेद 370) का �वरोध करने के �लए भारत के �वतं�ता �दवस के अवसर पर 'काला �दवस' मनाया।

    • �वरोध के �तीक के �लए देश भर म� घर� के छत� और वाहन� पर काले झंड ेफहराए गए।

    • �मखु शहर� म� �वरोध रै�लयां �नकाल� ग� और क�मीर म�ुदे पर पा�क�तान के �ख को उजागर करने के �लए �व�भ�न �थान� पर से�मनार आयोिजत �कए गए।

    • पा�क�तान ने अपने �नकटतम सहयोगी चीन क� मदद से भारत के फैसले के �खलाफ सयं�ुत रा�� सरु�ा प�रषद से संपक� �कया है।

    • पा�क�तान के �धानमं�ी इमरान खान ने क�मीर म�ुदे पर अतंरा����य समदुाय क� च�ुपी पर सवाल उठाया है और चेतावनी द� है �क मिु�लम द�ुनया म� "गंभीर �वरोध", "क�टरपथंीकरण" और "�हसंा के च�" के �प म� गंभीर प�रणाम ह�गे।

  • 3. '�माट�' कपड़ ेधारण यो�य तकनीक को बढ़ावा देत ेह� : • �सगंापरु म� शोधकता�ओ ंने ’�माट�’ कपड़� का आ�व�कार �कया है। ऐसा दावा ह� �क ये कपड े�स�नल को बढ़ावा दे सकत ेह� और हेडफ़ोन और �माट�वॉच जसेै वायरलेस उपकरण� क� बटैर� अव�ध को बढ़ा सकत ेह�।

    • "मेटामटे�रयल" नामक आ�व�कार, �लटूूथ और वाई-फाई जसैी रे�डयो तरंग� को सभी �दशाओ ंम� बाहर क� ओर �वक�ण� करने के बजाय धारण यो�य उपकरण� के बीच कपड़� म� �वभािजत करने क� अनमु�त देता है।

    • "मेटामटे�रयल" स�सर� और धारण यो�य तकनीक जसेै ए�पल घडी और एयर पॉ�स को तजेी से मजबतू कने�शन �था�पत करने और ऊजा� बचाने म� मदद करता है। • ऐसा दावा ह� �क ट�-शट� शर�र के चार� ओर उपकरण� क� वायरलेस कनेि�ट�वट� को 1,000 गुना बढ़ा देता है।

    • यह भी कहा जाता है �क इसका उपयोग एथल�ट� या अ�पताल के रो�गय� के मह�वपणू� सकेंत� को मापने के �लए �कया जा सकता है।

    4. �तवा जनजा�त : • �तवा असम और मेघालय रा�य� म� �नवास करने वाल� एक �वदेशी (�टबेटो-बम�न जा�त) समदुाय है और यह अ�णाचल �देश और म�णपरु के कुछ �ह�स� म� भी पायी जाती है।

    • ये असम रा�य के भीतर एक अनसु�ूचत जनजा�त के �प म� मा�यता �ा�त है।

    • उ�ह� अस�मया बिुज�य�, औप�नवे�शक सा�ह�य और भारत के सं�वधान म� लालुगं के �प म� जाना जाता था, हालां�क समहू के सद�य खदु को �तवा कहना पसदं करत ेह�।

  • • �तवा क� एक खा�सयत यह है �क यह दो उप-समहू� म� �वभािजत है, पहाड़ी �तवा और मदैानी �तवा, जो �वपर�त सां�कृ�तक �वशषेताएं �द�श�त करत ेह�।

    5. �ड�थी�रया : • �ड�थी�रया एक गंभीर जीवाण ुस�ंमण है जो आमतौर पर नाक और गले के �ले�म �झ�ल� को �भा�वत करता है।

    • कोराइन ब�ैट��रयम �डपथीर� (Corynebacterium diphtheriae) नामक जीवाण ु�ड�थी�रया का कारण बनता है।

    • �ड�थी�रया आमतौर पर गले म� खराश, बखुार, �ं�थय� के सजून और कमजोर� का कारण बनता है। • इस जीवाण ुके कुछ उपभेद एक �वष का उ�पादन करत ेह�, और यह� वह �वष है जो �ड�थी�रया क� सबसे गंभीर ज�टलताओ ंका कारण बनता है। ब�ैट��रया एक �वष का उ�पादन करत ेह� �य��क वे �वय ंएक �नि�चत �कार के वायरस से स�ं�मत होत ेह� िजसे फेज कहा जाता है।

    • य�द �वष र�त�वाह म� �वेश करता है और अ�य मह�वपणू� ऊतक� को नकुसान पहंुचाता है, तो संभा�वत �प से जीवन-घातक �पी ज�टलताएं हो सकती ह�।

    • �ड�थी�रया के इलाज के �लए बाजार म� दवाएं उपल�ध ह�। हालां�क, उ�नत चरण� म�, �ड�थी�रया �दय, गुद� और तं��का त�ं को नकुसान पहंुचा सकता है।

    • �ड�थी�रया तानीत बूदं� और द�ूषत व�तओु ंके मा�यम से फैलता है। ये स�ं�मत घाव को छूने से भी फैलता है।

    6. छ�ीसगढ़ सरकार ने ओबीसी, एससी के �लए कोटा बढ़ाया :

  • • छ�ीसगढ़ के म�ुयमं�ी भपेूश बघेल ने (�वत�ंता �दवस पर) अ�य �पछड़ी जा�त (ओबीसी) के �लए 27 फ�सद�, अनसु�ूचत जा�त (एससी) के �लए 13 फ�सद� और अनसु�ूचत जनजा�त (एसट�) के �लए 32 फ�सद� आर�ण का ऐलान �कया।

    • भपेूश बघेल क� इस घोषणा से म�ुय �प से ओबीसी को �यादा फायदा होगा �य��क पवू� म� उनका कोटा 14 फ�सद� था जो अब बढ़कर 27 फ�सद� हो जाएगा। एससी, एसट� और ओबीसी के इस आर�ण के बाद �देश म� आर�ण का कोटा 70 फ�सद� से पार कर अब 72 फ�सद� पर पहंुच जाएगा।

    • आर�ण के अलावा म�ुयमं�ी भपेूश बघेल ने एक नए िजले का भी ऐलान �कया। गौरेला-प��ा-मारवाह� को नया िजला बनाया जाएगा। इस �हसाब से छ�ीसगढ़ म� कुल िजल� क� सं�या 28 हो जाएगी। इसे �बलासपरु से काट कर नए िजले का �प �दया जाएगा। • पवू� म� ओबीसी और एससी के �लए �मशः 14 और 12 फ�सद� कोटा �नधा��रत था, हालां�क एसट� को 32 फ�सद� आर�ण का लाभ �मलता था। UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न :

    ��न 1. भारत के सां�कृ�तक प�र��य म� 'कोलम' के मह�व के सदंभ� म�, �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. यह पवू��र रा�य� म� �च�लत �च�कार� का एक पारंप�रक तर�का है। 2. ऐसा �व�वास ह� �क यह घर� म� सम�ृ�ध लाता है। 3. यह चावल के आटे का उपयोग करके बनाया जाता है।

    कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? a) केवल 1 b) केवल 1 और 2 c) केवल 2 और 3 d) 1, 2 और 3

  • उ�र : c �प�ट�करण : कोलम द��ण भारत म� �च�लत �च�कार� का एक पारंप�रक तर�का है।

    ��न 2. आजी�वका और आय सवंध�न (का�लया) योजना के �लए कृषक सहायता के सदंभ� म�, �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�: 1. का�लया एक क� ��य �े� क� योजना है। 2. कृ�ष सम�ृ�ध म� तजेी लाने और गर�बी को ख�म करने के �लए यह योजना श�ु क� गई है। 3. इस योजना के तहत, जमींदार और भ�ूमह�न दोन� �कसान� को �व�ीय सहायता द� जाएगी।

    कथन म� से कौन सा सह� नह�ं है / ह�? a) केवल 1 b) 1 और 2 ह� c) 2 और 3 केवल d) 1 और 3 ह� उ�र : a �प�ट�करण : �व-�या�या�मक

    ��न 3. �तवा जनजा�त आबाद� का �नवास �थान भारत के �न�न�ल�खत रा�य� म� से कौन है? a) त�मलनाडु b) असम c) पंजाब d) म�य �देश

    उ�र : b �प�ट�करण : �तवा असम और मेघालय तथा अ�णाचल �देश और म�णपरु के कुछ �ह�स� म� बसा एक �वदेशी (�टबेटो-बम�न जा�त) समदुाय है।

  • ��न 4. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. क�डाप�ल� �खलौने ओ�डशा म� बनत ेह�। 2. तंजावरु क� गु�ड़या त�मलनाडु म� बनाई जाती ह�।

    कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? a) केवल 1 b) केवल 2 c) 1 और 2 दोन� d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र : b �प�ट�करण : क�डाप�ल� लकड़ी के बने �खलौने होत� ह�, जो आ�ं �देश रा�य के �वजयवाड़ा के पास क�डाप�ल� नामक गाँव म� बनाए जात� है।

    UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न :

    ��न 1. आध�ुनक भारत म�, गर�बी, अपया��तता और वग� संघष� धीरे-धीरे एक आ�व�त, समावेशी, सश�त रा�� का माग� �श�त कर रहे ह�। चचा� कर�। (250 श�द, 15 अकं)

    ��न 2. व�ैवीकरण �व�भ�न देश� को अलग तरह से �भा�वत करता है। �या आप इस कथन से सहमत ह�? भारत के सदंभ� म� अपने जवाब को �प�ट कर�। (250 श�द, 15 अकं)


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