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Page 1: पोषण अमृत से कम नहीं चचाचा में है ... · 2020-05-01 · 68% दादिा औि नगि हवेली 34%. दमन औि

68%दादिा औि नगि हवेली

34%दमन औि दीव (केंद्र शाक्सर)

32%गोवा

30%पुद्दुचेिी

17%रक्मलनाडु

10%छत्ीसगढ़

10%आंध्र प्रदेश

6%रेलंगाना

7%ओक्डशा

-5%क्रिपुिा

-18%झािखंड

-9%क्मजोिम

-13%नागालैंड

-56%मक्िपुि

-21%जमममू औि कशमीि

-35%क्दलली

-42%हरियािा

-9%उत्िप्रदेश

23%कना्तटक

13%केिल

32%महािाष्ट्र

44%मधय प्रदेश

22%क्सक्कम

3%Bihar

-10%असम

-15%मेघालय-17%

पकशचम बंगाल

-15%चंडीगढ़ (केंद्र शाक्सर)

-11%अरुिाचल प्रदेश

-10%क्हमाचल प्रदेश

-5%पंजाब

-18%उत्िाखंड

22%लक्षद्ीप

41%अंडमान औि क्नकोबाि

43%गुजिार

40%िाजस्ान

*1 जून से 30 वसतंबि तक िाजयों में मॉनसून की प्रगवत

जमून 15(जमून 28-जुलाई 3)

जुलाई 1

(जुलाई 4-18)

जुलाई ़

15(ज

ुलाई 1

9)जमून 10(जमून 24)

जमून 5

(जमून 20-23)

जमून 1

(जमून 8-9)

क्सरंबि 1

(अ्टटूबि 10)

मॉनसमून की सामानय समाक्र(मॉनसमून की अनुमाक्नर समाक्र)

मॉनसमून का सामानय आगमन औि प्रगक्र(मॉनसमून का वासरक्वक आगमन व प्रगक्र)

मानवित्र

डाउन टू अर्त/सीएसई डरेटा सेंटि द्ािा तैयािइंफोग्ावफक: विजयेंद्र प्रताप वसंहस्ोत: भाितीय मौसम विज्ान विभाग, आंकडरे 3 अकटबूि 2019 तकविशलेषण: वगरििाज अमिनार, भागीिरअनय इंफोग्ावफक के वलए www.downtoearth.org.in/infographics पि जाएं

123*जमून

458*जुलाई

399*अगसर

270*क्सरंबि

बहुत जयादा (सामानय से 60% अविक )

जयादा (सामानय से 20-60% अविक )सामानय (-19 से 19%)कम (-20 से -60%)

भारी बाररशइस साल मॉनसून में 1,250 वदन भािी बारिश िाले रे। भािी बारिश का मतलब एक वजले में 124.4 एमएम से जयादा बारिश होना है

चचाचा में

अमतृ से कम नहीं ह ैमां का दधूमां के दूि में एक ऐसा घटक पाया जाता है जो हावनकािक बैकटीरिया की िृवधि िोक देता है

अंिररयाष्ट्री् जर्नल साइंटिटिक रिपोरस्स में प्रकाटित एक अध्य्यन के अनुसाि, मां के दूध में एक ऐसा घिक पा्या जाता है, जो हाटनकािक बैकिीरि्या की वृटधि को िोक देता है, जबटक लाभकािी बैकिीरि्या को पनपने में सहा्यता किता है। श्लसिॉल मोनोलॉिेि (जीएमएल) नामक ्यह घिक गा्यों के दूध की तुलना में मां के दूध में 200 गुना अटधक होता है। ्यह बच्ों के टलए बनाए जा िहे ट्बबा बंद दूध में ्यह टबलकुल नहीं होता। मानव दूध में जीएमएल की मात्ा 3,000 माइरिोग्ाम प्रटत टमलीलीिि जबटक गा्यों के दूध में टसि्फ 150 माइरिोग्ाम प्रटत टमलीलीिि औि ट्बबा बंद दूध में टबलकुल नहीं होती। ध्यान िहे टक श्लसिॉल मोनोलॉिेि, प्राकटृतक

रूप से मां के दूध में मौजूद होता है। इस िोध के एक प्रमुख िोधकता्स औि नेिनल ज्यूइि हेलथ में बाल िोग के प्रोिेसि ्ोनाल् लेउंग ने बता्या, “हमािे टनष्करषों से पता चलता है टक मां के दूध में आ्च्य्सजनक रूप से जीएमएल की अटधक मात्ा पाई जाती है। ्यह अपने आप में एक अनोखी बात है। ्यह िोग िैलाने वाले बैकिीरि्या के टवकास को िोकने में अत्यंत प्रभावी होता है।” ्यूटनवटस्सिी ऑि लोवा के काव्सि कॉलेज ऑि मेट्टसन में माइरिोबा्योलॉजी एं् इममनुोलोजी के प्रोिेसि पैटरिक ्लीविडि के अनुसाि “एंिीबा्योटिकस, टििुओं में होने वाले जीवाणुओं के संरिमण से लड़ सकते हैं। वे िोग िैलाने वाले जीवाणुओं के साथ-साथ ििीि में पलने वाले िा्यदेमंद बैकिीरि्या को भी माि देते हैं, इसके टवपिीत जीएमएल में एक टवटिष्ि गुण होता है, ्यह लाभकािी बैकिीरि्या को पनपने देता है, जबटक िोग िैलाने वाले बैकिीरि्या को नष्ि कि देता है।”

पोषण

www.downtoearth.org.in | 1110 | निंबर 2019

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