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  • मौन रहना एक साधना ह,ै पर सोच समझ कर बोलना एक कला ह|ै वाद-वववाद वह कला है जो वक्ता और श्रोता दोनों की सोचन ेव समझने की

    परख को बढ़ाता है|

    वाद-वववाद प्रवतयोविता का उद्देश्य –

    ववद्यार्थियों में ज्ञान वृवि के साथ सोचने व समझन ेकी क्षमता का ववकास करना| ववद्यार्थियों में आत्मववश्वास के साथ नेतृत्व के िुणों का ववकास करना| जीवन से जुड़ ेसामान्य ववषयों के सही व िलत की समझ दकेर वैज्ञावनक दवृिकोण

    का ववकास करना| भववष्य वनमािण के वलए ववद्यार्थियों को उवचत समय पर जािरूक करना|

    हहिंदी वाद-वववाद प्रवतयोविता ददल्ली पवललक स्कूल, िािंधीनिर के प्राथवमक ववभाि के प्रािंिण में 20

    जुलाई 2019 को कक्षा 5 के ववद्यार्थियों के वलए अिंतर सदनीय हहिंदी वाद-वववाद प्रवतयोविता का आयोजन दकया िया| ववद्यार्थियों में ज्ञान वृवि के साथ-साथ भाषा

    सम्बन्धी वववभन्न कौशलों जैस-े तार्किक, वचन्तन व अवभव्यवक्त क्षमता का ववकास

    करने के वलए वाद-वववाद प्रवतयोविता को चुना िया| इस प्रवतयोविता में ववद्यार्थियों

    के जीवन से जुड़ ेकुछ ववषय वलए िए जैसे-खेलों का जीवन में महत्त्व, पाश्चात्य व

    भारतीय सिंस्कृवत, टेक्नोलॉजी का बढ़ता प्रयोि, समय का महत्त्व| ववद्यालय के चारों

    सदनों के प्रवतभावियों न ेपक्ष और ववपक्ष में पूरे आत्मववश्वास के साथ अपने ववचार

    प्रस्तुत दकए| ववद्यालय के मुख्याध्यापक श्री राकेश कुमार भित और वनणाियक िण-

    श्रीमती नीवत जैन और श्री कौवशक रावत न े भी प्रवतभावियों के उत्साह व

    आत्मववश्वास के साथ अपनी बात रखने के हुनर की प्रशिंसा की| ववद्यालय के

    साबरमती सदन के प्रवतभावियों ने प्रथम स्थान प्राप्त दकया| ताप्ती सदन वितीय तथा

    माही सदन ततृीय स्थान पर रहा|

    ववषय : अिंतर सदनीय हहिंदी वाद-वववाद प्रवतयोविता ददनािंक : 20.07.2019

    स्थान : सभािार कक्षा : V

    ददल्ली पवललक स्कूल, िािंधीनिर

    शैवक्षक सत्र 2019-20

  • अिंतर सदनीय हहिंदी वाद-वववाद प्रवतयोविता के कुछ वचत्र इस प्रकार हैं :


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