Transcript
Page 1: Beate Frenzel, Gülşah Mavruk (2018) प्रश्नावल 1 से ज 2ड जानकार · (Hindi – Übersetzung durch externen Anbieter) ौजूदा प्रश्नावली

© Beate Frenzel, Gülşah Mavruk (2018)

हाल ही में आने वाले अप्रवासी ववद्यावथिय ों के शुरुआती

साक्षात्कार के वलए साक्षात्कार से जुडे विशावनिेश

प्रश्नावली से जुडी जानकारी

(Hindi – Übersetzung durch externen Anbieter)

मौजूदा प्रश्नावली को खासतौर पर एक दूसरे को समझने के उदे्दश्य से चचाा करने के ललए तैयार लकया गया

है। इसमें दाखखला लेने आए अप्रवासी बच्ोों, नौजवानोों (जमानी के सू्कल में प्रवेश करने से पहले) और

साक्षात्कार लेने वाले अध्यापकोों के बीच चचाा करवाने से जुडी मूल जानकारी दी गई है।

दाखखले के ललए इस तरह के साक्षात्कार का उदे्दश्य लबलु्कल स्पष्ट होता है, यहााँ बच्ोों के बारे में जानकारी

ली जाती है। उन्हें सू्कल के पररवेश के बारे में बताया जाता है या लिर उन्हें समूह में बााँटकर मूलभूत लशक्षा

दी जाती है। इस शुरुआती साक्षात्कार में सू्कल से जुडे सभी पहलुओों पर चचाा नही ों की जा सकती। इस

साक्षात्कार में पररवार, फ़्लाइट और घर के बारे में चचाा नही ों की जाती, क्ोोंलक इन सवालोों से लवद्यालथायोों

की पुरानी बुरी यादें ताजा हो सकती हैं और वे परेशान हो सकते हैं। साथ ही सखिडी पाने से जुडे लवत्तीय

मामले या बीयूटी के कामोों (व्यावसालयक आवेदन और जॉबसेंटर के ललए लहसे्सदारी से जुडी कारावाई) के

ललए आवेदन से जुडे मामलोों का समाधान लसर्फा तभी लकया जाना चालहए, जब अध्यापकोों, लवद्यालथायोों, माता-

लपता, अलभभावकोों या बच्ोों की देखरेख करने वाले सुपरवाइजर साथ ही साथ सू्कल से जुडे सामालजक

कायाकतााओों के बीच लवश्वास की भावना बढे और अचे्छ सोंबोंध बन जाएाँ ।

Page 2: Beate Frenzel, Gülşah Mavruk (2018) प्रश्नावल 1 से ज 2ड जानकार · (Hindi – Übersetzung durch externen Anbieter) ौजूदा प्रश्नावली

2

लवद्यालथायोों की उम्र और भाषा कौशल को ध्यान में रखते हुए उनके ललए अलग से भी प्रश्नावली तैयार की

जानी चालहए। सभी बच्ोों या नौजवानोों के ललए एक ही तरह के सवाल तैयार करने सही नही ों है। प्रश्नावली

तैयार करने का काम अध्यापकोों को खुद करना चालहए।

प्रश्नावली में लवद्यालथायोों का मागादशान के ललए जरूरी बातोों को शालमल लकया जाना चालहए। इसी तरह

लवद्यालथायोों लकस भाषा में बात करते हैं, इस बारे में अलग से ललखखत जानकारी होनी चालहए। सेक्शन III

(मूल देश की भाषा) में लवद्यालथायोों की बोलचाल की भाषा के बार में जानकारी इकट्ठा की जाती है। यहााँ

सभी अलग-अलग कौशलोों (बोलना, पढना, ललखना, सुनना) पर अचे्छ से लवचार लकया जाता है।

यहााँ प्रश्नावली तैयार करने के साथ-साथ हाल ही में आए अलग-अलग भाषा बोलने वाले अप्रवासी लवद्यालथायोों

या नौजवानोों के सू्कल और व्यवसाय से जुडे अनुभवोों और उनकी रुलच और प्रलतभा के बारे में जानकारी

इकट्ठा की जाती है। इस तरह से इन लवद्यालथायोों के भाषा से जुडे मौजूदा ज्ञान साथ ही साथ प्रभालवत

लवद्यालथायोों की पे्ररणा और उनकी क्षमता को ध्यान में रखते हुए लवद्यालथायोों के अलग-अलग समूह बनाकर

उनके ललए असाइनमेंट तैयार लकए जाते हैं।

इन अप्रवासी लवद्यालथायोों के ललए इनके मूल देश की ओर से एक प्रमाणपत्र लदया जाता है, लजससे इनकी

मूल लशक्षा से लेकर इोंटरमीलडएट तक की लशक्षा के स्तर का पता चलता है। इस प्रमाणपत्र की जााँच करने

की लजमे्मदारी कोलोन लजला सरकार की होती है।

(http://www.bezreg-koeln.nrw.de/brk_internet/

leistungen/abteilung04/48/anerkennung/auslaendische_schulzeugnisse/index.html) दूसरी तरर्फ

डुसेलडॉर्फा लजला सरकार सामान्य लवश्वलवद्यालय में प्रवेश लेने के ललए योग्यता की जरूरी शतों की जााँच

करती है।

(http://www.brd.nrw.de/schule/schulrecht_schulverwaltung/Zeugnisanerkennung.html)

इन अप्रवासी लवद्यालथायोों के ललए सालहत्य की लकताबोों और सू्कल की दूसरी जरूरी लकताबोों की पूरी सूची

ProDaZ वेबसाइट https://www.uni-due.de/prodaz/ पर उपलब्ध है।


Top Related