f अल्पसंख्यकों की शिक्षा ·...

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अलस खक की शि नीशिँ, कम और ोजनएँ बर बर छे जने वले न UNDER PUBLICATION

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  • F

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    अल्पसखं्यकों की शिक्षा नीशि्यषँा, कषा्य्यक्रम और ्योजनषाए ँ

    बषारंबषार ्ूपछे जषाने वषाले प्रश्न

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  • “एक सभ्यता को अल्पसंख्यकों के प्रतत उनके व्यवहार से ्परखा

    जा सकता ह ै।” – महातमा गांधी

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  • अल्पसखं्यकों की शिक्षा नीशि्यषँा, कषा्य्यक्रम और ्योजनषाए ँ

    बषारंबषार ्ूपछे जषाने वषाले प्रश्न

    रषाष्ट्ी्य िैशक्क अनुसंधषान और प्रशिक्ण ्पररषद्National Council of Educational Research and Training

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    80 जीएसएम कागज ्पर मतुरित_________________________सतिव, राष्ट्ी्य शतैषिक अनसुंधान और प्रतशषिण ्पररषद,् श्ी अरतवंदो माग्ग, नई तदल्ी 110016 द्ारा प्रकाशन तवभाग में प्रकातशत और एजकेुशन् स्ोस्ग, एस - 5,बु् ंदशहर रोड इडंतसट््य् एरर्या, साइ् 1, गातज्याबाद (उ. प्र)

    ्पहलषा ससंकरण

    नवंबर 2017PD IT BS© रषाष्ट्ी्य िैशक्क अनुसंधषान और प्रशिक्ण ्पररषद्, 2017

    ISBN 978-93-5007-834-1

    प्रकषािन दल

    प्रमखु, प्रकाशन: एम. तसराज अनवर

    प्रभाग

    मखु्य स्ंपादक: श्ेता उप्प्

    मखु्य व्या्पार प्रबंधक: गौतम गांगु् ी

    मखु्य उत्पादन अतधकारी (प्रभारी): अरुण तितकारा

    स्ंपादक: तबज्ान सतुार

    उत्पादन सहा्यक: प्रकाश वीर तसंह

    आवरण

    ब्लू तिश तडजाइन प्रा. त्.

    प्रकषािन शवभषाग कषा कषा्यषा्यल्य, एन.सी.ई.आर.टी.

    एन.सी.ई.आर.्ी. ्पररसर

    श्ी अरतवंदो माग्ग

    नई शदलली 110 016 फोन: 011 - 26562708

    108, 100 िी् रोड होसडाकेरे हा्ी एकस े्ंशन बनशाखरी 3 स्ेजबैंगलुरु 560 085 फोन: 080-26725740

    नवजीवन ट्स् तबतलडंग डाक घर नवजीवन अहमदषाबषाद 3800 014 फोन : 079 - 27541446

    सीडबल्यलूसी कैम्पसढंक् बस स ै्ंड ्पतनहती के ्पीछे कोलकषािषा 700 114 फोन : 033-25530454

    सीडबल्यलूसी काॅमप्ेकस, मा्ीगांवगुवषाहषाटी 781 021 फोन : 0361 - 2674869

    यह पसु्तिका अगं्रेज़ी और उर्दू सं्करण में भी उपलब्ध है

    R इस प्रकाशन का कोई भी तहससा प्रकाशक की ्पलूव्ग अनमुतत के तबना इ्ेकट्ाॅतनक, ्यांतरिक, िो्ोकाॅ्पी, ररकाॅतडिंग ्या तकसी भी तरह ्पनुः उत्पातदत नहीं तक्या जा सकता, न ही इसे ्पनुः प्रातति प्रणा्ी में भणडाररत ्या संपे्रतषत तक्या जा सकता ह ै।

    R ्यह ्पसुतक इस शत्ग के अधीन उ्प्बध कराई जा रही ह ैतक इसे व्या्पार, तकराए, ्पनुः तबक्ी ्या अन्यथा उद्शे्य हते ु बाइतंडंग ्या आवरण के तकसी भी रू्प में प्रकाशक की सहमतत के तबना इसतेमा् नहीं तक्या जाएगा, तजसमें इसे प्रकातशत तक्या ग्या ह ै।

    R इस प्रकाशन का सही मलूल्य इस ्पेज ्पर मतुरित तक्या ग्या ह।ै रबर की महुर ्या तस्कर द्ारा संशोतधत मलूल्य ग्त ह ैऔर इसे सवीकार नहीं तक्या जाना िातहए ।

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  • भारत एक बहुसांसककृ ततक, बहुनकृजाती्य, बहुधातम्गक और बहुभाषी राष्ट् ह ैजहाँ तवतवधता ही

    इसकी शतति ह ै। भारत सरकार ने धातम्गक और भाषा्यी , दोनों अल्पसंख्यकों हते ुकुछ प्रावधान

    तक्ेय हैं । वत्गमान में भारत सरकार ने 6 धातम्गक समलूहों को अल्पसंख्यक समलूह के रू्प में

    अतधसलूतित तक्या ह,ै तजसम े मतुस्म, ईसाई, तसख, बौद्ध, जौरातसट््यन (्पारसी) और जैन

    शातम् ह ै।

    भारत सरकार द्ारा तवतभनन धातम्गक अल्पसंख्यकों की प्रगतत तथा समग्र तवकास के त्ए कई

    कदम उठाए गए हैं । ऐसा ही एक प्र्यास प्रधानमरंिी का न्या 15 सलूरिी का्य्गक्म ह ै जो

    अल्पसंख्यकों के कल्याण के त्ए बना्या ग्या ह ैऔर ्यह एक व्या्पक का्य्गक्म ह ैतजसमें

    तवतभनन मरंिा््यों/तवभागों की तवतभनन ्योजनाओ ंऔर प्र्यासों को शातम् तक्या ग्या ह।ै

    मानव संसाधन तवकास मरंिा््य (एमएिआरडी) द्ारा अल्पसंख्यक समदुा्यों के बचिों की

    तशषिा की तवतभनन ्योजनाओ ं का का्या्गनव्यन तक्या जाता रहा ह ै । सव्ग तशषिा अतभ्यान

    (एसएसए) के तहत कु् 15 प्रततशत ्पररव्य्य अलसंख्यक बहु् तज्ों (एमसीडी) के त्ए

    ्तषित तक्या ग्या ह,ै तातक प्रारंतभक तशषिा के साव्गभौमीकरण (्यलूईई) का ्क््य ्पलूरा तक्या जा

    सके, साथ ही तवद्ा््यों, कषिाओ,ं तशषिकों के त्ए मल्ू संरिनातमक अतंरा्ों को ्पा्ा जा

    सके तथा नए तवद्ा््य खो्कर उ्प्बधता का तवसतार तक्या जा सके । सरकार के तवतभनन

    प्र्यास और ्योजनाए ँअतधसलूतित अल्पसंख्यक समदुा्यों के त्ए उ्प्बधता और समानता में

    सधुार करते हुए समावेशी तशषिा को बढ़ावा दतेी हैं ।

    इस ्पतुसतका का तवकास तवद्ातथ्ग्यों, तशषिकों, अतभभावकों, अन्य ्पषिकारों और संसथाओ ंके

    बीि अल्पसंख्यक समलूहों से संबंतधत बचिों के त्ए सरकार की तवतभनन ्योजनाओ ंके बारे में

    जागरूकता ्ाने के त्ए तक्या ग्या ह ै। ्यह आशा की जाती ह ैतक इस ्पतुसतका से सभी के

    त्ए समावेशी तशषिा तवशषेकर अल्पसंख्यक समदुा्यों के बचिों की तशषिा के ् क््यों की प्रातति

    में संवैधातनक प्रावधानों, मौजलूदा नीतत्यों और संगत अतधतन्यमों के बारे में एक बेहतर समझ

    तवकतसत करने में भी मदद तम्ेगी । इस ्पतुसतका ्पर रिनातमक त्प्पतण्यों का सवागत ह ै।

    हृशषकेि सेनषा्पशिसिररेशक

    राष्ट्ी्य शतैषिक अनसुंधान और प्रतशषिण ्पररषद्

    आमखु

    िई सरलली नवंबर 2017

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  • “समस्या ्यह नहीं ह ै की सभी मतभदेों को कैसे भु् ा्या जाए, बतलक ्यह ह ैतक सभी मतभदेों के साथ एकता कैसे रखी जाए ।” – रबींरिनाथ ्ैगोर

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  • “अल्पसखं्यकों की शिक्षा – नीशि्यषँा, कषा्य्यक्रम और ्योजनषाए:ँ बषारंबषार ्ूपछे जषाने वषाले प्रश्न” एक द् के प्र्यासों का ्पररणाम ह ैतजसमें भारत सरकार द्ारा धातम्गक अल्पसंख्यकों के बचिों और ्यवुाओ ंकी तशषिा के त्ए तवतभनन उ्पा्यों ्पर व्या्पक ्पतुसतका तै्यार की गई ह ै। सघन अनसुंधान,ििा्गओ ंऔर का्य्गशा्ाओ ंसे इस ्पतुसतका को बना्या ग्या ह ै। का्य्गशा्ाओ ंके दौरान, एनसीईआर्ी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सदस्यों का एक द् तथा षिेरि के तवशषेज्ों ने राज्यों/संघ राज्य षिेरिों में इन उद्शे्यों, सामग्री, प्रसततुीकरण की शै् ी, ्ाभों, प्रसार और ्पतुसतका के उ्प्योग से संबंतधत तवतभनन ्पह्ओु ं ्पर तविार तवमश्ग तक्या । इन प्रश्ों का उत्तर ्पाने के दौरान सकलू ्ी तशषिा के तवतभनन सतरों ्पर अल्पसंख्यक समदुा्यों के बचिों और ्यवुाओ ंके त्ए उ्प्बध शतैषिक ्योजनाओ ंतथा छारिवकृतत्त्यों ्पर प्रमखु ब् तद्या ग्या । सरकार द्ारा संबंतधत मरंिा््यों/तवभागों की वेबसाइ् ्पर उ्प्बध जानकारी के मौजलूदा स्ोतों का उ्प्योग करते हुए अल्पसंख्यक तशषिा के प्रावधानों से संबंतधत प्रशनों के उत्तर दनेे का प्र्यास तक्या ग्या है ।1

    इस ्पतुसतका में ्पाठक संबंतधत अतधतन्यमों, बड़ी ्योजनाओ,ं का्य्गक्मों और प्र्यासों के माम्े में अल्पसंख्यकों के कल्याण के त्ए सरकार के प्र्यास, ्योजनाओ ंकी तवतभनन तवशषेताए ँ और उनके ्ाभ उठाने के तरीकों के बारे में जानकारी ्पाएगँे जो अल्पसंख्यकों के अतधकारों की रषिा के त्ए बनाए गए हैं । अल्पसंख्यकों के कल्याण के त्ए प्रधानमरंिी के नए 15 सलूरिी का्य्गक्म ्पर तवशषे ध्यान तद्या ग्या ह ैक्योंतक इसमें सामातजक, आतथ्गक और शैतषिक षिेरि में हसतषिे्पी ्योजनाओ ंके माध्यम से तवकास के प्रमखु षिेरिों को संबोतधत तक्या ग्या ह।ै ्पतुसतका में तवतभनन का्य्गक्मों और ्योजनाओ ंके आक्न, तनगरानी, माग्गदश्गन और का्या्गनव्यन के त्ए सरकार द्ारा सथात्पत साव्गजतनक तनका्यों, संसथानों, सतमतत्यों और आ्योगों द्ारा तनभा्यी गई महतव्पलूण्ग भलूतमका ्पर प्रकाश डा्ा ग्या ह ै। ्यह तवशषे रू्प से 2006 में सचिर सतमतत द्ारा प्रसततु रर्पो ््ग में की गई तसिाररशों की ओर ध्यान आकतष्गत करती ह ै और अल्पसंख्यकों में मसु्मानों के त्ए शतैषिक सतुवधाओ ंके सधुार के संबंध में तक्या ग्या प्र्यास ह ै । ्यह ्पतुसतका अल्पसंख्यक बहु् तज्ों (एमसीडी), दलूरसथ और त्पछड़े षिेरिों के तवद्ा््यों में तशषिकों और मास्र-प्रतशषिकों के त्ए अनसुंधान, प्रतशषिण, का्य्गशा्ाओ ंऔर का्य्गक्मों के संिा्न में तथा एनसीईआर्ी और इसकी घ्क इकाइ्यों की भलूतमका के साथ अल्पसंख्यकों के शतैषिक अतधकारों के त्ए राज्य ्पदधारर्यों के माग्गदश्गन और ्प्य्गवेषिण के त्ए भी ह ै।

    इस ्पतुसतका के सं्गनकों में जनसांतख्यकी, अल्पसंख्यक बहु् तज्ों (एमसीडी), राज्य अल्पसंख्यक आ्योगों, अरबी मदरसों/महातवद्ा््यों में प्रवेश के त्ए मान्यताप्राति संसथानों द्ारा प्रसततु ्पाठ््यक्मों, ्योजनाओ ंऔर अतधक जानकारी के त्ए संदभ्ग के बारे में ब्योरे तदए

    प्रषाककथन

    ____________1नवंबर 2017 तक अद्यतन

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  • गए हैं । ककृ ्प्या ध्यान दें तक इस ्पतुसतका में सं्पलूण्ग ्योजनाओ ंऔर का्य्गक्मों को शातम् नहीं तक्या जा सकता ह ैऔर राज्यों में मानदडं तभनन हो सकते हैं । आसान संदभ्ग के त्ए, ्पतुसतका के साथ एक तववरतणका भी ह ैजो सरकार की नीतत, का्य्गक्मों और ्योजनाओ ंका तसंहाव्ोकन प्रदान करती ह ै।

    अकसर ऐसा होता ह ैतक सतुवधाए,ँ सेवाए ँऔर आवास उ्प्बध हैं ्ेतकन उनकी उ्प्बधता के बारे में जागरूकता कम होती ह ै। हमें उममीद ह ैतक ्यह ्पतुसतका तवद्ातथ्ग्यों, माता-त्पता, तशषिकों और अन्य ्पषिकारों के बीि सरकार की प्रमखु ्योजनाओ ंऔर प्र्यासों के बारे में जागरूकता ्पैदा करने में मदद करेगी और अल्पसंख्यक समदुा्यों के बचिों की तशषिा की गणुवत्ता ्पर इसका सकारातमक प्रभाव ्पड़ेगा ।

    अनु्पम आहूजषा

    अधयक्ष

    तवशषे आवश्यकता समलूह तशषिा तवभाग

    एनसीईआर्ीिई सरलली नवंबर 2017

    vii

    असवीकरण

    ्यह ्पतुसतका मानव संसाधन तवकास मरंिा््य, अल्पसंख्यक का्य्ग मरंिा््य, ्परि सलूिना का्या्ग््य और अन्य सरकारी वेबसाइ्ों ्पर उ्प्बध अल्पसंख्यकों की तशषिा से संबंतधत ्योजनाओ,ं का्य्गक्मों और नीतत्यों की जानकारी ्पर कें तरित ह ै। इस ्पतुसतका में तद्ेय गए वेबसाइ्ों के सभी त्ंक 29 नवंबर, 2017 को सु् भ थे । वेबसाइ्ों ्पर उ्प्बध सलूिना में तकसी प्रकार के ्पररवत्गन की तिममदेारी उ्परोति तततथ के बाद नहीं ्ी जाएगी ।

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  • अल्पसखं्यक प्रकोष्ठ, शविेष आवश््यकिषा समूह शिक्षा शवभषाग, एनसीईआरटीअध्यक्मो. िारुक़ असंारी, भाषा तशषिा तवभाग, एनसीईआर्ी

    सदस्य एत्जा बेथ गंगेमईे, षिेरिी्य तशषिा संसथान, भवुनेशवर

    फ्ोरे् जी. दखार, उत्तर ्पलूव्ग षिेरिी्य तशषिा संसथान, तश्ांग

    आई. बी. िगुताई (तवशषे आमतंरित), षिेरिी्य तशषिा संसथान, भो्पा्

    कंुदा शामकुवार, कें रिी्य शतैषिक प्रौद्ोतगकी संसथान, एनसीईआर्ी

    एम. तसराज अनवर (तवशषे आमतंरित), प्रकाशन प्रभाग, एनसीईआर्ी

    एम. ्यलू. ्पै्ी, षिेरिी्य तशषिा संसथान, मसैलूर

    मजुातमम् हसन, षिेरिी्य तशषिा संसथान, अजमरे

    ्पलूजा जैन, राष्ट्ी्य तशषिा संसथान, एनसीईआर्ी

    रंजना अरोड़ा, राष्ट्ी्य माध्यतमक तशषिा अतभ्यान , एनसीईआर्ी

    संज्य कुमार ्पंडाग्े, षिेरिी्य तशषिा संसथान, भो्पा्

    तवन्य कुमार तसंह, तवशषे आवश्यकता समलूह तशषिा तवभाग, एनसीईआर्ी

    जेंडर शविेषज्ञमोना ्यादव, जेंडर अध्य्यन तवभाग , एनसीईआर्ी

    अन्य शविेषज्ञ (अवकषािप्रषाप्त)असिा एम. ्यातसन, ्पीएसएससीआईवीई, भो्पा्

    तदनेश कुमार शमा्ग, तवशषे आवश्यकता समलूह तशषिा तवभाग, एनसीईआर्ी

    जी. रवींरि, एनसीईआर्ी

    जे. एस. तग्, तवज्ान एवं गतणत तशषिा तवभाग , एनसीईआर्ी

    कानन साध,ु तवशषे आवश्यकता समलूह तशषिा तवभाग, एनसीईआर्ी

    समीक्षा शविेषज्ञिराह िारुकी, जातम्या तमतल््या इस्ातम्या, नई तदल्ी

    इतमत्याि अहमद, जेएन्यलू, नई तदल्ी

    सदस्य समनव्यक अन्ुपम आहूजा, तवशषे आवश्यकता समलूह तशषिा तवभाग , एनसीईआर्ी

    शनमषा्यण सशमशि

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  • राष्ट्ी्य तशषिा संसथान के तवशषे आवश्यकता समलूह तशषिा तवभाग (डीईजीएसएन) को उन सभी व्यतति्यों को धन्यवाद दनेे का अवसर तम्ा ह ैतजनके ्पलूण्ग समथ्गन, सम्प्गण और कड़े प्र्यासों के तबना ्यह ्पतुसतका “अल्पसखं्यकों की शिक्षा – नीशि्यषँा, कषा्य्यक्रम और ्योजनषाए:ँ बषारंबषार ्ूपछे जषाने वषाले प्रश्न” ्पलूरी नहीं हो ्पाती । तवभाग, एनसीईआर्ी के अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के सदस्यों और तवशषे आमतंरितों, जेंडर अध्य्यन तवभाग (डीजीएस) के ्पलूव्ग संका्य सदस्यों और संका्यों से तम्े ्योगदान और बहुमलूल्य सह्योग का आभार व्यति करता ह ै। समीषिक इतमत्याि अहमद और िराह िारुकी, तजनहोंने इस ्पतुसतका के त्ए मलूल्यवान सझुाव तदए, के साथ ्परामश्ग भी ि्दा्यी रह े। हम बाहरी समीषिक एन.के.जंगीरा, वररष्ठ सशक्षा सवशरेषज्ञ, तवशव बैंक और पव्दू अधयक्ष, डी्ीई, एनसीईआर्ी, सदुशे मखुो्पाध्या्य, पव्दू अधयक्ष, आरसीआई और प्रोफ़ेसर एवं समावेशी तशषिा तवभाग के अध्यषि, एन्यलूई्पीए के महतव्पलूण्ग ्योगदान के त्ए तवशषे रू्प से ककृ तज् हैं ।

    तवभाग एनसीईआर्ी के भाषा तशषिा तवभाग (डीईए्) के प्रो. िारूक असंारी को धन्यवाद पे्रतषत करता ह,ै जो अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ के अध्यषि हैं और तजनहोंने इस ्पतुसतका के त्ए अ्पना ्पलूण्ग समथ्गन और माग्गदश्गन प्रदान तक्या । हम सशुांत मोहतंी, परामशदूरातिा, अल्पसंख्यक प्रकोष्ठ, एनसीईआर्ी को भी इस ्पतुसतका के तवकास हते ु उनके तवशषे प्र्यासों के त्ए आभार प्रक् करना िाहते हैं ।

    हम अवंततका तरि्पाठी को इस ्पतुसतका के ससु्पष्ट ढंग से अनवुाद करने के त्ए उनके समत्प्गत प्र्यासों के त्ए धन्यवाद करना िाहते हैं । अनवुाद की समीषिा करने के त्ए श्ीमती भारती, तवशषे आवश्यकता समलूह तशषिा तवभाग एवं श्ी नरेश कोह्ी, भाषा तशषिा तवभाग, एनसीईआर्ी को तवशषे धन्यवाद दतेे हैं । तवभाग प्रतणता केशव, वररष्ठ अिसुं्धाि सहायक, तजनहोंने ्पतुसतका को ्पठनी्य बनाने के त्ए उसमें सधुार और बद्ाव तक्ेय, के तनष्ठा्पलूण्ग प्र्यासों और ्योगदान को सवीकार करता ह ै । रतजत अरोड़ा, वररष्ठ अिसुं्धाि सहायक ने वेबसाइ्ों की ्पनुः जाँि की और ्पतुसतका को अतंतम रू्प दनेे में आवश्यक मदद प्रदान की । हम राधा को सं्पादन के त्ए, संजीव कुमार ्परमार, के.के.शमा्ग, एन. एस. ्यादव और ॠिा प्रसाद को सम्पातदत ्पतुसतका की कड़ी महेनत के साथ समीषिा करने के त्ए धन्यवाद करना िाहते हैं । अतं में हम अजंन प्रसाद और प्रमोद कुमार के प्रतत आभार प्रक् करना िाहते हैं, तजनहोंने डी्ी्पी ऑ्परे्र और ्ाइत्पंग सहा्यक के रू्प में सहा्यता दी ।

    उन सभी के प्रतत आभार की अतभव्यतति अनंत ह,ै तजनहोंने प्रत्यषि ्या अप्रत्यषि रू्प से इसमें ्योगदान तद्या और हम उन सभी के प्रतत आभारी हैं तजनहोंने इस ्पतुसतका के तवकास के तवतभनन सतरों ्पर अ्पना ्योगदान तद्या । हम ्पलूरी तनष्ठा से आशा करते हैं तक इस ्पतुसतका से अल्पसंख्यक समदुा्यों के बचिों और ्यवुाओ ंकी तशषिा को बढ़ावा दनेे का प्र्योजन ्पलूरा होगा ।

    आभार

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  • आमखुप्राककथन तनमा्गण सतमतत आभार

    अल्पसखं्यक समूहों को समझनषा

    अल्पसखं्यक बहुल शजले

    अल्पसखं्यकों के कल्यषाण के शलए प्रधषानमंत्ी कषा

    न्यषा 15 सतू्ी कषा्य्यक्रम

    अल्पसखं्यकों के सवैंधषाशनक अशधकषार और सरुक्षा उ्पषा्य

    ्योजनषाएँ

    अन्य ्योजनषाए ँ

    सं्गनक I सं्गनक IIसं्गनक IIIसं्गनक IVसं्गनक V

    विषय-सचूी

    1

    5

    7

    11

    36

    71

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  • “एक बचिा, एक तशषिक, एक ्पसुतक और एक क्म तवशव को बद् सकते हैं ।” – म्ा्ा ्यसुफ़ुिई

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  • 1

    अल्पसखं्यक समूहों को समझना

    प्र.1 अल्पसखं्यक समूहों से क्यया तयात्प्य्य है ?

    उत्तर अल्पसंख्यक उन लोगों का समहू ह ै जिनहें समाि में सामाजिक, आज थ्िक ्या रािनीजिक सत्ा का आन्ुपाजिक लाभ नहीं जमल ्पािा ह ै । ्यह एक सामाजिक ्पररप्रेक्ष्य ह ै। आकॅसफोरथि शब्दकोश में 'अल्पसंख्यक' को कम संख्या ्या कम भाग करे िौर ्पर ्पररभाजिि जक्या ग्या ह,ै िो समग्र करे आधरे सरे कम का प्जिजनजधत्व करिा ह;ै लोगों का अ्परेक्ाकृि छोटा समहू, िो अन्य लोगों सरे नसल, धमथि, भािा ्या रािनीजिक धारणा में जभनन ह ै । सं्यकुि राष्ट्र मान्वाजधकार आ्योग द्ारा 1946 में जन्यकुि अल्पसंख्यक करे अजधकारों करे संरक्ण की एक ज्वशरेि उ्पसजमजि नरे 'अल्पसंख्यक' को इस प्कार ्पररभाजिि जक्या “जकसी िनसंख्या में गैर-प्मखु समहू, िो एक जस्र िािी्य, धाजमथिक और भािा संबंधी ्परं्परा ्या शरेि िनसंख्या सरे उललरेखनी्य रू्प सरे जभनन ज्वशरेििाए ँरखनरे की इचछा रखिरे हैं ।”

    प्र.2 भयारत के सवंिधयान में अल्पसखं्यकों को कैसे ्पररभयावित वक्यया ग्यया है ?

    उत्तर भारि करे संज्वधान में अल्पसंख्यकों को ्पररभाजिि नहीं जक्या ग्या ह ै। ि्ाज्प इसकरे अनचुछरे्द 29, 30, 350क और 350ख में शब्द 'अल्पसंख्यक' का उ्प्योग जक्या ग्या ह ै। अनचुछरे्द 29 में शब्द 'अल्पसंख्यक' की लघ ु्पररभािा ्दी गई ह ैऔर इसमें बिा्या ग्या ह ैजक भारि करे राज्यक्रेत्र में रहनरे ्वालरे ्या इसकरे जकसी भाग में जन्वास करनरे ्वालरे नागररकों का एक ्वगथि, जिनकी अ्पनी एक ज्वजशष्ट भािा, जलज्प ्या संसकृजि ह,ै उनहें इनकरे संरक्ण का अजधकार होगा । अनचुछरे्द 30 में अल्पसंख्यकों की ्दो श्रेजण्याँ बिाई गई हैं – धाजमथिक (धमथि संबंधी) और भािा संबंधी । अनचुछरे्द 350क और 350ख करे ्वल भािा संबंधी अल्पसंख्यकों सरे संबंजधि ह ै । राष्ट्री्य धाजमथिक और भािा्यी आ्योग की रर्पोटथि ्दो भागों में ज्वभाजिि ह ै। रर्पोटथि उ्पलबध ह ै:

    प्र.3 भयारत में अल्पसखं्यक समूहों के कौन से विवभनन प्रकयार और िग्य विद्यमयान हैं ?

    उत्तर राष्ट्री्य धाजमथिक और भािा्यी अल्पसंख्यक आ्योग की 2007 की रर्पोटथि करे अनसुार भारि में अल्पसंख्यकों करे ्दो प्कारों – धाजमथिक अल्पसंख्यकों और भािा संबंधी अल्पसंख्यकों को मान्यिाप्ाप्ि हैं । ्विथिमान में धाजमथिक अल्पसंख्यकों करे ्वगाथिरें में शाजमल हैं – मसुलमान, ईसाई, जसख, बौद्ध, ्पारसी (िौराजसट्र्यन) और िैन । राष्ट्री्य सिर ्पर भािा संबंधी अल्पसंख्यक बहुसंख्या मंरे नहीं हैं । अिः अल्पसंख्यकों करे ्दिजे

    http://www.minorityaffairs.gov.in/reports/national-commission-religious-and-linguistic-minoritie

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    ्पर राज्य/संघ राज्य क्रेत्र करे सिर ्पर जनणथि्य लरेना अजन्वा्यथि होिा ह ै । ्यह जकिाब अल्पसंख्यकों सरे संबंजधि ह ैजिनकरे बाररे में अनचुछरे्द 30 में उललरेख जक्या ग्या ह ै।

    प्र.4 अल्पसखं्यक समूह के अंतग्यत कौन आतया है ?

    उत्तर ्वह व््यजकि िो राष्ट्री्य सिर ्पर मान्यिाप्ाप्ि कोई भी धाजमथिक अल्पसंख्यक, िैसरे मसुलमान, जसख, ईसाई, बौद्ध, ्पारसी (िौराजसट्र्यन) और िैन सरे संबंजधि हो । इन सम्ुदा्यों को राष्ट्री्य अल्पसंख्यक आ्योग अजधजन्यम, 1992 की धारा 2 करे िहि संघ सरकार द्ारा अजधसजूिि जक्या ग्या ह ै। िैन सम्ुदा्य को भी 27 िन्वरी 2014 को अल्पसंख्यक सम्ुदा्य करे रू्प में अजधसजूिि जक्या ग्या ह,ै गिट ए. नं. 1-1/2009 एन सी एम भाग -iii, खरं-3 , उ्पधारा -ii करे भारि असाधारण, अल्पसंख्यक मामलों करे मतं्राल्य, भारि सरकार द्ारा 27 िन्वरी 2014 करे स्ंदभथि करे अनसुार ।

    प्र.5 भयारत में विवभनन अल्पसखं्यक समुदया्यों की जनसखं्यया के आकँड़े क्यया हैं ?उत्तर भारि की िनगणना 2011 करे अनसुार मसुलमानों की िनसंख्या 17.22 करोड़ (14.23

    प्जिशि), ईसाई 2.78 करोड़ (2.30 प्जिशि), जसख 2.08 करोड़ (1.72 प्जिशि), बौद्ध 84.43 लाख (0.70 प्जिशि) और िनै 44.51 लाख (0.37 प्जिशि) ह ै। िनगणना 2011 में ्पारसी (िौराजसट्र्यन) की िानकारी उ्पलबध नहीं ह ै। ि्ाज्प द हिनददू में छ्परे एक लरेख ''पारसी पाॅपलेुशन हिप्स बाय 22% हबटवीन 2001-2011: स्टिी'' (26 िलुाई 2016) में जलखा ह ै जक ्विथि 2011 में कुल ्पारसी/िौराजसट्र्यन िनसंख्या घटकर 57,264 हो गई, िो जक ्विथि 2001 में 69,601 ्ी । अल्पसंख्यक िनसंख्या करे ज्विरण को राज्य/संघ राज्य क्रेत्र में क्रेत्र्वार िाननरे करे जलए संलगनक I ्दरेखें ।

    प्र.6 हमयारे देश में अल्पसखं्यकों के अवधकयारों की रक्या करनया आिश्यक क्यों है ?उत्तर भारि एक लोकिांजत्रक ्दरेश ह ैऔर संज्वधान सभी नागररकों को समान अजधकार की

    गारंटी ्दरेिा ह ै । लोकिंत्र में सभी नागररकों करे अजधकारों की रक्ा होनी िाजहए । इसजलए अल्पसंख्यकों सजहि सभी हाजश्यरे ्पर करे समहूों की रक्ा आ्वश्यक हो िािी ह ै।

    प्र.7 क्यया सभी अल्पसखं्यक समुदया्यों के विए अल्पसखं्यक कल्ययाणकयारी उ्पया्य वकए गए हैं ?

    उत्तर कें द्र और राज्य सरकारों द्ारा जशक्ा को प्ोतसाहन ्दरेनरे की ्योिना करे सा्-सा् लगभग सभी अल्पसंख्यक कल्याणकारी उ्पा्य; िैसरे – अल्पसंख्यक संस्ानों में

    http://ncm.nic.in/pdf/jains_minorities.pdf

    http://www.censusindia.gov.in/2011census/C-01.html UNDE

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    अ्वसंरिना ज्वकास (आईरीएमआई), राष्ट्री्य अल्पसंख्यक ज्वकास और ज्वत् जनगम (एनएमरीएफसी), नई रोशनी आज्द अजधसूजिि अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों को उ्पलबध कराए गए हैं । हालाँजक कुछ ज्वजशष्ट ्योिनाएँ संसकृजि, ्परं्परा, भािा में ज्वज्वधिा को ध्यान में रखिरे हुए और ज्वजशष्ट ज़रूरिों करे जलए ज्वजभनन अल्पसंख्यक ्वगगों में शैक्जणक सशकिीकरण ्पर बल ्दरेनरे करे जलए िैसरे म्दरसों में गुण्वत्ा ्वाली जशक्ा प््दान करनरे करे ज लए सकीम (एस्पीक्यूईएम) और जि्यो ्पारसी (िौराजसट्र्यन) ्योिनाओ ंका आरंभ जक्या ग्या ह ै।

    ' राष्ट्री्य अल्पसंख्यक ज्वकास और ज्वत् जनगम (एनएमरीएफसी) की ्वरेबसाइट ्पर इस जलंक करे माध्यम सरे ्पहुिँा िा सकिा ह:ै

    ' नई रोशनी की ्वरेबसाइट ्पर इस जलंक करे माध्यम सरे ्पहुिँा िा सकिा ह:ै

    ' जि्यो ्पारसी की ्वरेबसाइट ्पर इस जलंक करे माध्यम सरे ्पहुिँा िा सकिा ह:ै

    ' अल्पसंख्यक संस्ानों में अ्वसंरिना ज्वकास (आईरीएमआई) की ्वरेबसाइट ्पर इस जलंक करे माध्यम सरे ्पहुिँा िा सकिा ह:ै

    प्र.8 देश में विवभनन धयावम्यक अल्पसखं्यकों की सयाक्रतया दर क्यया है ?उत्तर भारि की िनगणना 2011 करे अनुसार, ्दरेश में साक्रिा ्दर 74.04 प्जिशि और

    अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों में: मसुलमानों में 68.5 प्जिशि, ईसाइ्यों में 84.5 प्जिशि, जसखों में 75.4 प्जिशि, बौद्ध में 81.3 प्जिशि और िैन में 94.9 प्जिशि ह ै । ्पारसी (िौराजसट्र्यन) की साक्रिा ्दर िनगणना 2011 में उ्पलबध नहीं ह ै।

    प्र.9 कोई अल्पसखं्यक विद्ययार्थी अल्पसखं्यक प्रमयाण्पत्र कैसे प्रयाप्त कर सकतया है ?

    उत्तर अल्पसंख्यक का्यथि मंत्राल्य द्ारा का्याथिजन्वि कल्याणकारी ्योिनाओ ंका लाभ ्पानरे करे जलए ज्वद्ा्थी द्ारा स्व-घोिणा ्प्याथिप्ि ह ै । हालाँजक, संबंजधि राज्य की राज्य सरकार करे अधीन प्ाजधकारर्यों को भी अल्पसंख्यक प्माण्पत्र ्पानरे करे जलए सं्पकथि

    http://www.nmdfc.org/index.aspx?langid=2

    http://nairoshni-moma.gov.in/

    http://www.jiyoparsi.org/

    http://mhrd.gov.in/hi/idmi-hindi

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    जक्या िा सकिा ह ै। अल्पसंख्यक प्माण्पत्र राष्ट्री्य अल्पसंख्यक शैक्जणक संस्ा आ्योग की ्वरेबसाइट सरे राउनलोर जक्या िा सकिा ह ै।

    अल्पसखं्यक बहुल जिले (एमसीडी)

    अहिक जानकारी के हलए, कृपया दखेें:

    अल्पसंख्यक का्यथि मतं्राल्य, भारि सरकार Report of the National Commission for Religious and Linguistic Minorities (Ranganath Misra Commission Report). New Delhi.

    The Hindu.(26 July, 2016). "Parsi population dips by 22 per cent between 2001-2011: study". http://www.thehindu.com/news/national/other-states/Parsi-population-dips-by-22-per-cent-between-2001-2011-study/article14508859.ece सरे जल्या ग्या ह ै।

    भारि की िनगणना. (2011). C-1 Population By Religious Community. http://www.censusindia.gov.in/2011census/c-01.html सरे जल्या ग्या ह ै।

    Mallapur, C. (July 2016). "Muslims Lead Minority Literacy Rate Improvements Over Decade." India Spend.http:/ /www.indiaspend.com/making-sense-of-breaking-news/muslims-lead-minority-literacy-rate-improvements-over-decade-58184 सरे जल्या ग्या ह ै।

    सं्दभथि

    http://ncmei.gov.in/index.aspx?langid=2

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    अल्पसखं्यक बहुि वजिे प्र.10 अल्पसखं्यक बहुि वजिे कौन से हैं ?

    उत्तर िनगणना 1971 करे आँकड़ों करे अनुसार जिलरे में 20 प्जिशि ्या इससरे अजधक

    अल्पसंख्यक िनसंख्या करे एकल मान्दंर करे आधार ्पर 1987 में 41 अल्पसंख्यक

    बहुल जिलों (एमसीरी) की ्पहिान कर सूिी बनाई गई, िाजक सरकारी का्यथिक्रमों

    और ्योिनाओ ंमें इन जिलों ्पर ध्यान कें जद्रि जक्या िा सकरे । संघ सरकार द्ारा

    2001 की िनगणना करे िनसंख्या करे आँकड़ों और ज्पछड़रे्पन करे मा्प्दंरों करे आधार

    ्पर अल्पसंख्यक बहुल जिलों को िनुा ग्या ह ै। ज्पछड़रे्पन को सामाजिक-आज थ्िक

    संकरे िकों और बुजन्या्दी सुज्वधाओ ंकी उ्पलबधिा करे आधार ्पर मा्पा िािा ह ै।

    ' अल्पसंख्यक बहुल जिलों की ्पहिान करनरे करे जलए िनसंख्या मान्दरं – अल्पसंख्यकों करे कल्याण करे जलए प्धानमतं्री का न्या 15 सतू्री का्यथिक्रम करे सं्दभथि में प््यकु्त “्प्याथिप्ि अल्पसंख्यक िनसंख्या” का प््योग जक्या ग्या ह ै।

    ' अ्परेक्ाकृि ज्पछड़रे जिलों की ्पहिान करनरे करे जलए का्यथिक्रम: 29 राज्यों/संघ राज्य क्रेत्रों में अल्पसंख्यक बहुल जिलों की ्पहिान करे जलए अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों सरे संबंजधि कुल िनसंख्या का कम-सरे-कम 25 प्जिशि करे मान्दरं का उ्प्योग जक्या ग्या ह ै। इसकरे अजिररकि 29 राज्यों/संघ राज्य क्रेत्रों में 5 लाख सरे अजधक अल्पसंख्यक की बड़ी िनसंख्या ्वालरे जिलों, जकंि ु20 प्जिशि सरे 25 प्जिशि करे बीि अल्पसंख्यक िनसंख्या ्वालरे जिलों को अल्पसंख्यक बहुल जिलों करे रू्प में िनुा ग्या ह,ै िहाँ अल्पसंख्यक सम्ुदा्य बहुलिा में ह,ै िैसा जक 6 राज्यों/संघ राज्य क्रेत्रों में ह ै्वहाँ बहुसंख्यक करे रू्प में इस अल्पसंख्यक सम्ुदा्य करे अला्वा िो 15 प्जिशि अल्पसंख्यक सम्ुदा्य ह,ै उसको उस राज्य/ संघ राज्य क्रेत्र में मान्दंर करे रू्प में प््युकि जक्या ग्या ह ै।

    व्पछड़े्पन के मया्पदंड इस प्रकयार हैं:

    (क) धम्य - विवशष्ट सयामयावजक - आवर््यक सकेंतक: • साक्रिा ्दर;

    • मजहला साक्रिा ्दर;

    • का्यथि में भागी्दारी की ्दर; और

    • मजहलाओ ंकी का्यथि में भागी्दारी की ्दर

    (ख) बुवन्ययादी सवुिधयाओ ंके सकेंतक:• ्पककी ्दी्वारों ्वालरे घरों का प्जिशि;

    • शदु्ध ्परे्यिल ्वालरे घरों का प्जिशि;

    • जबिली ्वालरे घरों का प्जिशि; और

    • रबल्य/ूसी शौिाल्यों सजहि घरों का प्जिशि

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    प्र.11 वकतने अल्पसखं्यक बहुि वजियंाे (एमसीडी) की ्पहचयान की जया चुकी है ?उत्तर कें द्र सरकार द्ारा िनगणना 2001 करे आकँड़ों करे आधार ्पर सामाजिक-आज थ्िक

    ज्वकास और सजु्वधाओ ंकरे 8 संकरे िकों का उ्प्योग करिरे हुए 90 अल्पसंख्यक बहुल जिलों (एमसीरी) की ्पहिान की गई ह ै (अजधक िानकारी करे जलए संलगनक II ्दरेखें) ।

    प्र.12 अल्पसखं्यक बहुि वजियंाे (एमसीडी) के िग्य कौन-से हैं और उनके समूह बनयाने कया आधयार क्यया है ?

    उत्तर अल्पसंख्यक बहुल जिलों में मा्प्दरंों करे ्दोनों सरेट करे जलए राष्ट्री्य औसि सरे कम मान होनरे ्पर इनहें अ्परेक्ाकृि अजधक ज्पछड़ा हुआ माना िािा ह ैऔर ्वगथि ‘क’ (53 जिलों) करे रू्प में ्वगथीकृि जक्या ग्या ह ै। ऐसरे जिलरे िहाँ ज्पछड़रे्पन करे मा्प्दरंों करे ्दोनों सरेट में सरे जकसी एक का मान राष्ट्री्य औसि सरे कम ह ैिो उनहें ्वगथि ‘ख’ (37 जिलों) करे रू्प में ्वगथीकृि जक्या ग्या ह ै( संलगनक II ्दरेखें) ।

    प्र.13 अल्पसखं्यक बहुि वजिों (एमसीडी) के विकयास के विए क्यया प्रयािधयान वकए गए हैं ?

    उत्तर सरकारी का्यथिक्रमों और ्योिनाओ ं करे माध्यम सरे अल्पसंख्यक बहुल जिलों (एमसीरी) करे ज्वकास करे जलए अजधक ध्यान ज्द्या िािा है (अजधक िानकारी करे जलए कृ्प्या प्.41, ्पृष्ठ 28 ्दरेखें) ।

    http://www.minorityaffairs.gov.in/sites/default/files/pm15points_eguide.pdf

    अहिक जानकारी के हलए, कृपया दखेें:

    अलपसंखयक काय्य मतं्ालय, भारत सरकार. “बिु-के्त्ीय हवकास काय्यक्रम (एमएसिीपी) के संदभ्य में प्ाय: पदूछे जाने वाले प्श्न (एफएकयदू)”.http://www.minorityaffairs.gov.in/sites/default/files/FAQ%20for%20MSDP%20in%20Hindi.pdf सरे जल्या ग्या ह ै।

    सं्दभथि

    https://data.gov.in/

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    अल्पसखं्यकों के कल्याण के जलए प्रधानमंत्ी का न्या 15 सतू्ी का्य्यक्रम

    प्र.14 अल्पसखं्यकों के कल्ययाण के विए प्रधयानमंत्री कया न्यया 15 सतू्री कया्य्यक्रम क्यया है ?

    उत्तर प्धानमंत्री का न्या 15 सूत्री का्यथिक्रम अल्पसंख्यकों करे कल्याण करे जलए सकारातमक कारथि्वाई हरेिु एक व््या्पक का्यथिक्रम ह ै।

    का्यथिक्रम करे उद्रेश्य इस प्कार हैं:

    ' जशक्ा करे जलए अ्वसरों को बढ़ाना; ' मौिू्दा ्योिनाओ ंऔर नई ्योिनाओ ंकरे माध्यम सरे स्वरोज़गार करे जलए बढ़ी हुई

    ॠण सहा्यिा ि्ा राज्य और कें द्री्य सरकार की नौकरर्यों करे जलए भिथी, आज थ्िक गजिज्वजध्यों और रोज़गार में अल्पसंख्यकों करे जलए न्या्यसंगि सजुनजशिि करना;

    ' आधारभिू संरिना ज्वकास ्योिनाओ ं में अल्पसंख्यकों करे जलए उजिि जहससरे्दारी सजुनजशिि करिरे हुए उनकरे िी्वन सिर में सधुार; और

    ' सांप््दाज्यक असामंिस्य और जहसंा की रोक्ाम ए्वं जन्ंयत्रण । इसमें एक जनजशिि अनु्पाि में अल्पसंख्यक बहुल क्रेत्रों में ज्वकास ्परर्योिनाओ ं

    की ्पररकल्पना की गई ह ै । इसका लक्ष्य ्यह सजुनजशिि करना ह ै जक का्यथिक्रम में शाजमल ्योिनाओ ंकरे लाभ समान रू्प सरे अल्पसंख्यकों िक ्पहुिँें । इसमें ्यह भी बिा्या ग्या ह ैजक िहाँ भी संभ्व हो, ज्वजभनन ्योिनाओ ंकरे िहि लक्ष्यों और खिथि की 15 प्जिशि राजश अल्पसंख्यकों करे जलए जनजशिि की िानी िाजहए । अजधक िानकारी करे जलए कृ्प्या "अल्पसंख्यकों करे कल्याण करे जलए प्धानमंत्री का न्या 15 सूत्री का्यथिक्रम" ्दरेखें िो जक इस जलंक करे माध्यम सरे ्दरेखा िा सकिा ह:ै

    इन 15 सूत्रों करे मखु्य जबं्द ुइस प्कार हैं:1. एकीकृि बाल ज्वकास सरे्वा (आईसीरीएस) की समजुिि उ्पलबधिा;2. ज्वद्ाल्यी जशक्ा की उ्पलबधिा को सधुारना;3. उ्दूथि जशक्ण करे जलए अजधक संसाधन;4. म्दरसा जशक्ा का आधजुनकीकरण;5. अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों करे मरेधा्वी ज्वद्ाज थ्ि्यों करे जलए छात्र्वजृत्;6. मौलाना आज़ा्द जशक्ा प्जिष्ठान (एमएईएफ) करे माध्यम सरे शकै्जणक अ्वसंरिना को

    उननि करना;

    http://www.minorityaffairs.gov.in/sites/default/files/pm15points_hguide.pdf

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    7. गरीबों करे जलए स्वरोज़गार ि्ा मज़्दरूी रोज़गार ्योिना;8. िकनीकी जशक्ा करे माध्यम सरे कौशल उनन्यन;9. आज थ्िक जक्र्याकला्पों करे जलए अजभ्वजृद्धि ॠण सहा्यिा;

    10. राज्य ्व कें द्री्य सरे्वाओ ंमें भिथी;11. ग्रामीण आ्वास ्योिना में उजिि जहससरे्दारी;12. अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों ्वाली मजलन बजसि्यों की जस्जि में सधुार;13. सांप््दाज्यक घटनाओ ंकी रोक्ाम;14. सांप््दाज्यक अ्पराधों करे जलए अजभ्योिन; ि्ा 15. सांप््दाज्यक ्दगंा ्पीजड़िों का ्पनु्वाथिस ।

    प्र.15 अल्पसखं्यकों के कल्ययाण के विए प्रधयानमंत्री के न्ेय 15 सतू्री कया्य्यक्रम उनकी वशक्या हेतु क्यया ्पररकल्पनया करते हैं ?

    उत्तर अल्पसंख्यकों करे कल्याण करे जलए प्धानमतं्री करे न्यरे 15 सतू्री का्यथिक्रम अल्पसंख्यकों की जशक्ा हरेि ुकई ्योिनाओ ंकी ्पररकल्पना करिरे हैं िैसरे:

    एकीकृत बयाि विकयास सेिया– एकीकृि बाल ज्वकास सरे्वा (आईसीरीएस) ्योिना का उद्रेश्य ह ैउ्परेजक्ि ्वगगों करे बचिों, गभथि्विी मजहलाओ/ं्दधू ज्पलानरे ्वाली मािाओ ंका सं्पणूथि ज्वकास । इसकरे जलए आगँना्वाड़ी कें द्रों करे माध्यम सरे सरे्वाए ँउ्पलबध कराई िािी हैं; िैसरे- ्पोिण, स्वासथ्य िाँि, प्जिरक्ीकरण, औ्पिाररक ्व अनौ्पिाररक जशक्ा । आईसीरीएस ्परर्योिना और आगँन्वाड़ी कें द्र एक जनजशिि संख्या में अल्पसंख्यक घनी िनसंख्या ्वालरे गाँ्व/बललॉकों (प्खरंों) में स्ाज्पि जकए िाएगँरे िाजक इस ्योिना का लाभ ऐसरे सम्ुदा्यों को भी उजिि रू्प सरे जमल सकरे ।

    विद्ययाि्यी वशक्या की उ्पिबधतया को सधुयारनया– स्वथि जशक्ा अजभ्यान (एसएसए), कसिरूबा गाँधी बाजलका ज्वद्ाल्य (करे िीबी्वी) ्योिना और ऐसी अन्य सरकारी ्योिनाओ ंकरे िहि ्यह सजुनजशिि जक्या िाएगा जक ऐसरे ज्वद्ाल्यों की एक जनजशिि संख्या अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों की घनी िनसंख्या ्वालरे गाँ्वों/क्रेत्रों में स्ाज्पि की िा्यरे ।

    उदू्य वशक्ण के विए अवधक ससंयाधन– उन प्ा्जमक और उचि प्ा्जमक ज्वद्ाल्यों में उ्दूथि भािा करे जशक्कों की भिथी और िैनािी करे जलए कें द्री्य सहा्यिा ्दी िाएगी, िो उस भािा ्वगथि सरे संबंजधि कम-सरे-कम एक-िौ्ाई िनसंख्या की सरे्वा करिरे हों ।

    मदरसया वशक्या कया आधुवनकीकरण– क्रेत्र-गहन और म्दरसा आधजुनकीकरण का्यथिक्रम की कें द्री्य ्योिना में शकै्जणक दृजष्ट सरे ज्पछड़रे हुए अल्पसंख्यक बहुल क्रेत्रों

    http://www.minorityaffairs.gov.in/hi

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    में बजुन्या्दी शैक्जणक अ्वसंरिना उ्पलबध करािी ह ै ि्ा म्दरसा जशक्ा करे आधजुनकीकरण करे जलए भी संसाधन उ्पलबध करािी ह ै।

    अल्पसखं्यक समुदया्यों के मेधयािी विद्ययावर््य्यों के विए छयात्रिवृ त्त्ययँा– अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों करे ज्वद्ाज थ्ि्यों करे जलए मजैट्रक-्प्ूवथि, मजैट्रकोतिर और मरैरट-सह-साधन छात्र्वजृत््याँ ्योिना बनाई और लाग ूकी िाएगँी ।

    मौियानया आजयाद वशक्या प्रवतष््यान के मयाध्यम से शै क्वणक अिसरंचनया को उननत करनया– सरकार मौलाना आज़ा्द जशक्ा प्जिष्ठान (एमएईएफ) को सभी संभ्व सहा्यिा ्दरेगी िाजक ्यह अ्पनरे का्यथिकला्प को अजधक प्भा्वी रू्प सरे सदुृढ़ ्व व््या्पक कर सकरे ।

    प्र.16 प्रधयानमंत्री के न्ेय 15 सतू्री कया्य्यक्रम को आगे बढ़याने के विए कौन-सी ्योजनयाए ँअल्पसखं्यकों को उ्पिबध करयाई गई हैं ?

    उत्तर जनमनजलजखि ्योिनाए ँअल्पसंख्यकों करे कल्याण करे जलए उ्पलबध कराई गई हैं –

    प्रधयानमंत्री के न्ेय 15 सतू्री कया्य्यक्रम के तहत ्योजनयाओ/ं्पहिों कया वििरण:

    क ्योिनाए ँिो अल्पसंख्यकों करे जलए 15% करे जनधाथिरण करे जलए उत्र्दा्यी हैं:

    i) स्वथि जशक्ा अजभ्यान (एसएसए), कसिरूबा गाँधी बाजलका ज्वद्ाल्य (करे िीबी्वी) ्योिना और ऐसी अन्य सरकारी ्योिनाए;ँ

    ii) आगँन्वाड़ी कें द्र करे माध्यम सरे एकीकृि बाल ज्वकास सरे्वाएं ँ (आईसीरीएस) ्योिना की सरे्वाए ँप््दान करना (मजहला और बाल ज्वकास मतं्राल्य);

    iii) राष्ट्री्य ग्रामीण आिीज्वका जमशन (एनआरएलएम) (भिू्प्ूवथि स्वणथि ि्ंयिी ग्राम स्वरोज़गार ्योिना/आिीज्वका) (ग्रामीण ज्वकास मतं्राल्य);

    iv) राष्ट्री्य शहरी आिीज्वका जमशन (एन्यएूलएम) (भिू्प्ूवथि स्वणथि ि्ंयिी शहरी रोज़गार ्योिना) (आ्वासन और शहरी का्यथि मतं्राल्य);

    v) सं्पणूथि ग्रामीण रोज़गार ्योिना (एसिीआर्वाई) [भिू्प्ूवथि राष्ट्री्य ग्रामीण रोज़गार गारंटी का्यथिक्रम (एनआरईिी्पी)] (ग्रामीण ज्वकास मतं्राल्य);

    vi) न्यरे और मौि्ूदा सभी औद्ोजगक प्जशक्ण संस्ान (आईटीआई) का उनन्यन;(कौशल ज्वकास और उद्जमिा मतं्राल्य)

    vii) प्ा्जमकिा क्रेत्र करे ॠण करे िहि बैंक ॠण (ज्वत्ी्य सरे्वा ज्वभाग);

    viii) इजं्दरा आ्वास ्योिना (आईए्वाई) (ग्रामीण ज्वकास मतं्राल्य);

    ix) एकीकृि आ्वास ए्ंव सलम ज्वकास का्यथिक्रम (आईएिएसरी्पी) और ि्वाहरलाल नरेहरु राष्ट्री्य शहरी न्वीकरण जमशन (िरेएनएन्यआूरएम)

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    अहिक जानकारी के हलए, कृपया दखेें:अल्पसंख्यक का्यथि मतं्राल्य, भारि सरकार. अलपसंखयकों के कलयाण के हलए प्िानमतं्ी का नया 15 सदूत्ीय काय्यक्रम-अनपुालन िते ुहदशा हनददेश. http://www.minorityaffairs.gov.in/sites/default/files/pm15points_hguide.pdf सरे जल्या ग्या ह ै।

    अल्पसंख्यक का्यथि मतं्राल्य, भारि सरकार. संशोजधि अल्पसंख्यकों करे कल्याण करे जलए प्धानमतं्री का न्या 15 सतू्री्य का्यथिक्रम-अन्ुपालन हरेि ुज्दशा-जन्दजेशhttp://www.minorityaffairs.gov.in/sites/default/files/15pp-hindi.pdf सरे जल्या ग्या ह ै।

    अल्पसंख्यक का्यथि मतं्राल्य, भारि सरकार. ्पत्र सिूना का्याथिल्य. (July 2016). Implementation of PM’s 15 Point Programme. http://pib.nic.in/newsite/mbErel.aspx?relid=147449सरे जल्या ग्या ह ै।

    सं्दभथि

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    अल्पसखं्यकों के सवैंधाजनकअजधकार और सरुक्ा उ्पा्य

    प्र.17 अल्पसखं्यक समूहों की वशक्या के विए कौन-सी सकयारयातमक कयार्यियाइ्ययँा की गई हैं ?

    उत्तर अल्पसंख्यकों की जशक्ा करे जलए अनरेक सकारातमक कारथि्वाइ्याँ की गई हैं । भारि करे संज्वधान करे अनचुछरे्द 29 और 30 में अल्पसंख्यक समहूों द्ारा अ्पनरे संस्ान को िलानरे करे प्ा्वधान जनजहि हैं । इसकरे अजिररकत्, राष्ट्री्य अल्पसंख्यक आ्योग अजधजन्यम, 1992 (एनसीएम) और राष्ट्री्य अल्पसंख्यक शकै्जणक संस्ान आ्योग अजधजन्यम, 2004 (एनसीएमईआई) (्य्ा संशोजधि 2006 और 2010 में) को संस्द द्ारा ्पाररि अजधजन्यमों करे िहि लाग ूजक्या ग्या ह ै।

    (क) मान्व संसाधन ज्वकास मतं्राल्य द्ारा कई महत्व्पणूथि क्दम उठाए गए हैं, िैसरे:

    ' म्दरसों में गणु्वत्ा ्वाली जशक्ा प््दान करनरे की सकीम (एस्पीक्यईूएम); ' जनिी सहा्यिाप्ाप्ि/गैर-सहा्यिाप्ाप्ि अल्पसंख्यक संस्ानों की अ्वसंरिना ज्वकास करे जलए सकीम (आईरीएमआई);

    ' स्वथि जशक्ा अजभ्यान (एसएसए); ' कसिरूबा गाँधी बाजलका ज्वद्ाल्य (करे िीबी्वी); ' म्दरसों/मक़िबों में मध्याह्न भोिन (एमरीएम) ्योिना का ज्वसिार; ' साक्र भारि; ' िन जशक्ण संस्ान (िरेएसएस); ' राष्ट्री्य माध्यजमक जशक्ा अजभ्यान (आरएमएसए); ' राष्ट्री्य उ्दूथि भािा ज्वकास ्पररि्द ्(एनसी्पी्यएूल) का सदुृढ़ीकरण; ' राष्ट्री्य अल्पसंख्यक शकै्जणक संस्ा आ्योग (एनसीएमईआई) की स्ा्पना; ' राष्ट्री्य अल्पसंख्यक जशक्ा जनगरानी सजमजि (एनएमसीएमई) की स्ा्पना; ' अल्पसंख्यक बहुल जिलों (एमसीरी) की ्पहिान; ' बाजलका छात्रा्वास की ्योिना; ि्ा ' माॅरल सकूलों की स्ा्पना ।

    स्ंदभथिअहिक जानकारी के हलए, कृपया दखेें:

    मान्व संसाधन ज्वकास मतं्राल्य, भारि सरकार. अलपसंखयकों का शहैक्क हवकास. http://mhrd.gov.in/hi/educational-development-minorities-hindi सरे जल्या ग्या ह ै।

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    (ख) अल्पसंख्यकों करे शैक्जणक ज्वकास करे जलए अल्पसंख्यक का्यथि मतं्राल्य नरे कई क्दम उठाए हैं, िैसरे:

    ' मैजट्रक-्पू्वथि छात्र्वजृत्; ' मजैट्रकोतिर छात्र्वजृत्; ' मैररट-सह-साधन आधाररि छात्र्वजृत्; ' न्या स्वरेरा (जन:शलुक कोजिंग और संबद्ध ्योिनाएँ); ' ज्वज्ान ज्वि्य करे मरेधा्वी ज्वद्ाज थ्ि्यों करे जलए न्यरे घटक (कोजिंग ्योिनाएँ); ' नई उड़ान— ्यू्पीएससी, एसएससी, राज्य लोक सरे्वा आ्योग आज्द द्ारा

    संिाजलि आरंजभक ्परीक्ा ्पास कर िकुरे ज्वद्ाज थ्ि्यों को मखु्य ्परीक्ा की िै्यारी करे जलए सह्योग;

    ' ्पढ़ो ्पर्दरेश— ज्व्दरेश में ्पढ़ाई करे जलए शैक्जणक ॠण ्पर ब्याि सजबसरी; ' मौलाना आज़ा्द राष्ट्री्य अध्यरेिा्वजृत्(एमएएनएफ); ' मौलाना आज़ा्द जशक्ा प्जिष्ठान (एमएईएफ); ' अल्पसंख्यक साइबर ग्राम (जरजिटल साक्रिा); ' सीखो और कमाओ (लनथि एंर अनथि)— अल्पसंख्यकों करे जलए कौशल ज्वकास

    ्पहल; ' ्पारं्पररक कलाओं/ंजशल्पों करे ज्वकास हरेिु कौशल ज्वकास ए्ंव प्जशक्ण ्योिना

    (उसिा्द-USTTAD); ' नई मंजज़ल— इस ्योिना करे िहि अल्पसंख्यक सम्ुदा्य करे ्यु्वाओ ंको जशक्ा

    और कौशल प्जशक्ण प््दान जक्या िािा ह;ै ' राष्ट्री्य अल्पसंख्यक ज्वकास ए्ंव ज्वत् जनगम (एनएमरीएफसी) करे माध्यम सरे

    रर्या्यिी ॠण; ' हमारी धरोहर— अल्पसंख्यकों की समदृ्ध धरोहर और संसकृजि को संरजक्ि

    करना; ' नई रोशनी— अल्पसंख्यक मजहलाओ ं करे नरेितृ्व ज्वकास करे जलए एक

    ्योिना ।

    अहिक जानकारी के हलए, कृपया दखेें:अल्पसंख्यक का्यथि मतं्राल्य, भारि सरकार. अलपसंखयक काय्य मतं्ालय द्ारा अलपसंखयकों के कलयाण के हलए शरुू की गई और प्िानमतं्ी के नये 15 सदूत्ी काय्यक्रम तथा सच्चर सहमहत की हसफाररशों के अिीन कवर की गई योजनाओ/ंकाय्यक्रमों/पिलों के बययौरे. http://www.minorityaffairs.gov.in/sites/default/files/Schemes%20for%20welfare%20of%20minorities.pdf सरे जल्या ग्या ह ै।

    सं्दभथि

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    विशिविद्ययाि्य अनुदयान आ्योग (्ूयजीसी) 11िीं और 12िीं ्योजनया के दौरयान कें द्ी्य विशिविद्ययाि्यों में अल्पसंख्यक समुदया्यों के विए वनमनविवखत ्योजनयाए ँियागू कर रहया है –

    i) िीन कें द्री्य ज्वश्वज्वद्ाल्यों में उ्दूथि माध्यम करे जशक्कों करे व््या्वसाज्यक ज्वकास करे जलए कें द्र;

    ii) िार कें द्री्य ज्वश्वज्वद्ाल्यों और एक माजनि ज्वश्वज्वद्ाल्य में अल्पसंख्यकों, अनसुजूिि िाजि/अनसुजूिि िनिाजि और मजहलाओ ं करे जलए आ्वासी्य कोजिगं अका्दमी की स्ा्पना;

    iii) अरबी और फारसी में सनािक और सनािकोत्र का्यथिक्रमों करे जलए सैटरेलाइट ्पररसर की स्ा्पना;

    iv) अलीगढ़ मजुसलम ज्वश्वज्वद्ाल्य करे ्दो ्पररसरों की स्ा्पना; v) मौलाना आज़ा्द राष्ट्री्य उ्दूथि ज्वश्वज्वद्ाल्य करे ज्वसिार क्रेत्र करे अिंगथिि माॅरल

    सकूल, औद्ोजगक प्जशक्ण संस्ान (आईटीआई), बी.एर. काॅलरेिों और ्पाॅजलटैजकनकों की स्ा्पना;

    vi) ज्वश्वज्वद्ाल्य अन्ुदान आ्योग नरे 2009 सरे अल्पसंख्यक ज्वद्ाज थ्ि्यों करे जलए अल्पसंख्यक का्यथि मतं्राल्य, भारि सरकार द्ारा ज्वत्-्पोजिि मौलाना आज़ा्द राष्ट्री्य अध्यरेिा्वजृत् ्योिना को लाग ूजक्या ह ै। इस ्योिना करे िहि, ्यिूीसी ्दरेश में ज्वश्वज्वद्ाल्य/काॅलरेि/संस्ान और गैर-संस्ानों में एम. जफल./्पीएि.री. अनसुंधान को आगरे बढ़ानरे करे जलए अल्पसंख्यक सम्ुदा्यों सरे ि्यजनि उममी्द्वारों को ज्वत्ी्य सहा्यिा प््दान करिा ह;ै

    विशिविद्ययाि्य अनुदयान आ्योग (्ूयजीसी) की अन्य ्योजनयाए ँ वजनसे अल्पसखं्यकों को ियाभ हो सकें –

    vii) अनसुजूिि िाजि/अनसुजूिि िनिाजि/अन्य ज्पछड़ा ्वगथि (नाॅन-क्रीमी लरे्यर) और अल्पसंख्यक सम्ुदा्य करे ज्वद्ाज थ्ि्यों करे जलए सधुारातमक कोजिगं;

    viii) अनसुजूिि िाजि/अनसुजूिि िनिाजि/अन्य ज्पछड़ा ्वगथि (नाॅन-क्रीमी लरे्यर) और अल्पसंख्यक सम्ुदा्य करे ज्वद्ाज थ्ि्यों करे जलए नरेट/सरेट/सलरेट करे जलए कोजिगं;

    ix) अनसुजूिि िाजि/अनसुजूिि िनिाजि/अन्य ज्पछड़ा ्वगथि (नाॅन-क्रीमी लरे्यर) और अल्पसंख्यक सम्ुदा्य करे ज्वद्ाज थ्ि्यों करे जलए सरे्वाओ ंमें प््वरेश करे जलए कोजिगं कक्ाए;ँ ि्ा

    x) अल्पसंख्यक/अनसुजूिि िाजि/अनसुजूिि िनिाजि और मजहलाओ ं करे जलए आ्वासी्य अका्दजम्यों करे जलए कोजिगं ्योिना ।

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    प्र.18 अल्पसखं्यकों के अवधकयारों की रक्या कौन से सिैंधयावनक प्रयािधयान करते हैं ?

    उत्तर संज्वधान मंरे ्दरेश करे अल्पसंख्यकों की रक्ा करनरे करे जलए कई सुरक्ा उ्पा्यों को अ्पना्या ग्या है । इन अजधकारों में सरे कुछ अल्पसंख्यकों सजहि सभी नागररकों करे जलए हैं । ्यरे अजधकार संज्वधान करे जनमनजलजखि अनुचछरे्दों में जनजहि हैं:

    ' अनचुछरे्द 15 धमथि, नसल, िाजि, िेंरर ्या िनम स्ान करे आधार ्पर भरे्दभा्व ्�