jaipur news

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ÎñçÙ·¤ ÖæS·¤ÚU â×êãU v4 ÚUæ…Ø | 58 â¢S·¤ÚU‡æ वर 19 | अंक 92 | महानगर BÎñçÙ·¤ ÖæS·¤Ú मधदेश | छसगढ़ | राजसान | नई ददल | पंजाब | चंडगढ़ | हरराणा | दहमाच देश | उराखंड | झारखंड | जमम-कशमर | दबहार B गुजरात | महारा B महारा B गुजरात | राजसान B 7 राज | 17 सशन जयपुर सोमवार, 23 मार, 2015, रै शुक प-4, 2072 आप पढ़ रहे ह देश का नंबर 1 अखबार राजसान कुल पृष 22 | मूल ~ 3.00 भोपाल | दुपहिया वािन के हिए अब तीन साि के हिए बीमा हिया जा सकेगा। अभी यि केवि एक साि के हिए िोता िै। नई पॉहिसी जीरो डेहहसएशन वािी िगी। यानी पििे और तीसरे साि गाडी पर एक-सा किेम हमिेगा। बीमा कंपनी नय इंहडया इंशयोरस की यि पॉहिसी 1 अैि से उपिब िोगी। नई पॉहिसी पििे से चि रि सािाना ररनयअि वािी पॉहिसी से 20- 25 फीसदी तक ससती हमिगी। अब तीन साल के लए होगा दोपलहा वाहन बीमा एक अै से ममेगी सुमवधा जपुर | ऑि इंहडया मुससिम पसनि िॉ बोड ने सरकारी सकि म सय नमसकार और योगा कराने व गीता पढ़ाने का हवरो हकया िै। मुससिम छा पर इनकी अहनवायता के हििाफ जरत पडने पर बोकोर की शरण िेगा। बोड के दो हदवसीय अहवेशन के बाद रहववार को यिां ेस कॉनस म बोड कमिासहचव अबदुि रिमान कुरैशी व सदसय जफरयाब हजिानी ने यि बात किी। शेष | पेज 6 (पेज 8 भी पढ़) सकल म सू नमसकार के लखलाफ कोर म जाएंगे मुससम पसन ॉ बोर का बयान नज इनबॉक पहले गुड नज आईएएस, आईपीएस की उ सीमा दो सा बढ़ी नई लदली| राजय सेवा आईएएस, आईपीएस की हनयुसकत की उ सीमा दो साि बढ़ा दी गई ि। इसे 54 से 56 साि हकया गया िै। यि िाभ केवि जनवरी से हदसंबर 2015 के बीच की रसकतय पर िाग िोगा। 6 ाख म मबकी तरुककी अंमतम टेसट की जजोधपुर|सहचन तडुिकर के अंहतम रेसर मैच (200व) म पिनी िुई जस 6 िाि पए म हबकी। नीिामी उमेद भवन म रहववार को िुई। इसे मिाराज गज हसंि के बेरे हशव राज हसंि ने िरीदा। मैच नवंबर 2013 म वेसरइंडीज के हििाफ िेिा था। मशलपा शेी के मखाफ धोखाधड़ी का मामा दज कोलकाता|अहभनेी हशलपा शेी के हििाफ ोिाडी का मामिा दज हकया गया िै। कोिकाता की एक कंपनी एमके मीहडया ाइवेर हिहमरेड ने हशकायत की थी। हशलपा पर 9 करोड पए की ोिाडी का आरोप िगाया िै। नसज व एएनएम भत की मैररट जारी जपुर | हचहकतसा हवभाग ने हपछिे दो साि से अरकी नसज व एएनएम की करीब 14 िजार पद की भत के हिए रहववार देर रात मैर सची जारी कर दी। वो अब भी खड़ा है खेत म अरूर दझाई गांव के 60 व जनाराण क सरस क फस तबाह हो चुक है, पर वो ूा नह है, खड़ा है, फस बचाने के दए। उ के इस पड़ाव तक जनाराण ने ऐस कई आपदा का सामना दका है, उनह अनुभव से हौसा बना है। अब वो खराब फस क बाद से अपन उममद के दाने चुन रहा है। उसके पांच बघा खेत म सरस क फस खराब हुई है। अब फसल को बचाना ही मकसद दसरोह के वण का मकसद नुकसान पर रोना नह है, खेत म फस को बचाना है। इसके दए परा पररवार मेहनत कर रहा है, दजतन फस उगाने म क , उससे भ जादा। खराबा एक-दो बघा का नह है परे 55 बघा का है। वण ने तन ाख पए का ोन ेकर बुआई क । 34 साल म 32 बार अकाल ऐसे मिलेगा िुआवजा : मौजदा दनम के अनुसार फस खराबे का दकस भ दकसान को 10 हजार से जादा मुआवजा नह दम सकेगा। पशु पाक को भ चार भेड़ ा अदिकतम एक ाख पए तक का ह मुआवजा दम पाएगा। अब सरकार ये करे सरकार दनम म बदाव करे और नुकसान का वासतदवक आंकन दका जाए। उस दहसाब से मुआवजा ददा जाए। हौसले की लमसा| आपदा से जीतना राजसान के लकसान के डीएनए म है, कभी सूखा तो कभी अलतवृषषर...आफत कोई भी हो लेलकन... हमारा लकसान लगरता, रूरता है पर कभी हारता नह आनंद चौधरी | जपुर वो हगरता िै, उठता िै, हफर हगरता िै और हफर िडा िो जाता िै, पर वो िारता नि ि, िमेशा जीतता िै। यिी िै िमारे देश का हकसान। ये पररभाषा आज तय नि िुई िै बसलक ये गुण उनके डीएनए म ि। उनिने तपते रेहगसतान म सिे िेत और बेमौसम बाररश म फसि को समाह िेते िुए देिा ि। अकाि म भि बदाशत की िै और अहतवृसर म परवार की जान भी बचाई ि। कृहत से उनिने एक बार नि कई बार मुकाबिा हकया िै, िेहकन राजसथान को कभी हवदभ नि बनने हदया। यिी वजि िहक ओिावृसर से राजय के हकसान िारनि ि, बसलक दोगुनी ताकत के साथ हफर ित म हदन-रात फसि को बचाने म जुरे ि। हसयासी राित और सिानुभहत का उनि भरोसा नि िै, कयहक उनि पता िै हक इस मामिी राित से उनका दद कम नि िोगा। वे िुद िेत म अपनी िडाई िड रिे ि। भासकर ने सुदर गांव म िेत तक पिुंचकर हकसान का िौसिा देिा िै। पहढ़ए, हकसान के इन िौसि की किाहनयां6 मज के 32 गांव से भासकर टीम ने रुनी 5 कहामनयां, मजनसे राजसान की तसवीर पता रती है आंकड़े बताते ह इतनी आफत झेी मफर भी जीते मकसान खेत म भरे पानी ने बढ़ाई लहमत खंडवा (क) दनवास कमा क 5 बघा म गेहं क फस खराब हो गई है, पर वो क नह है। खेत म भरे पान से सपने ू नह ह बललक उममद जग ह। जो हुआ उसका तो दुख है ह, ेदकन अ सुबह से रात तक हा म दरांत ामे वह गेहं क एक-एक बा सहेजत है। पदत पोखर भे ह दहममत हार रहा हो, ेदकन कमा क आस ने उसका भ हौसा बढ़ा ददा है। ^ कमा को भरोसा है दक जलद ह उनक दजंदग क गाड़ पर पर ौग और उनके भ अचछ ददन आएंगे। हारी बाजी जीतने की तैारी े गुजरावास (जोिपुर) कगुमानदसंह ह। पशुिन (भेड़) रोज-रो का जरा है। 64 भेड़ मर चुक ह, पर उनके बे दजंदा ह। चेहरे पर नुकसान क दचंताएं तो ह, ेदकन वे हारे नह ह। अब भेड़ के ब क जान बचाने म जु ह। उसक आंख म दद के आंस ह, ेदकन दजंदग क ड़ाई ड़ने का हौसा भ कम नह है। भासर लाइव मजद जबा अमरग अनुभव बेलर ने भुला दी दद की दासतां नागौर के गंगाराम जापत और प कमा को तन बेद के हौसने नुकसान का सदमा भुा दा है। इस बार गंगाराम ने तन बेद क शाकरने क सोच रख । पर ओ ने बंाई से उगाई फस को चौप कर ददा। बेदां अब खुद दसर के खेत म काम कर नुकसान क भरपाई करने म जु ह। ेरणा फोरो : राजेश कुमावत नई लदली | इस सा देश म जन से दसतंबर के दौरान मानसन सामान रहेगा। करब 102% बारश होग। ह दावा उोग संगठन एसोचैम और सकामे क संुकत ररपो म दका गा है। ररपो के मुतादबक, अ-ननो इस सा मानसन के दौरान नकारातमक असर नह डा सकेगा। शेष | पेज 6 इस साल मानसून सामान रहने की आस एसोरैम व सकायमेट की ररपोट म दावा 32 म से पंह सा 25 से जादा दज म अका रहा 1991 व 1994 म दकस भ दजे म अका नह पड़ा। 1981 से 2015 के दौरान राज म 32 सा अका रहा 2008, 2011, 2013, 2014, 2015 म अदतवृल-ओावृल बफ का सरलडम, बफ की ही लपच; हां फुलरॉस ही होती है हर बॉल लशमला | े बौ दभु है। रदववार को वलड कप का मैच नह ा तो बफ म ह खेने गे, जब तापमान 5 दड ा। फोाे दशमा के महास पक का है। रात का पारा माइनस 10 दड तक हो जाता है। बफ क दपच पर दके के दनम अग ह। वैसे तो कमर से ऊपर की बॉल नो बॉल होती है। पर हां हर बॉल फुलरॉस फकी जाती है। वरना नो बॉल। कदक, बफ पर दगरने से बॉ बलेबाज तक पहुंचत ह नह है। दो रन, चौके और छके के दए अग बाउं है। - फोरो सतनाम लग2750 म. ऊंचाई पर कुफर म े दके खेते ह। अग से स कोड क भ जरत नह है। एक जैसा पारंपरक परिान ह सकोड है। 04 महने तक हां बफ जम रहत है। ोग को हां घोड़ से आना पड़ता है, पर बे रोज दौड़ते हुए आ जाते ह। पही बार रासता बदकर मनकी गणगौर की सवारी जपुर | दस पैेस क जनान ोढ़ से रदववार शाम गणगौर क सवार दनक। मेो के काम के कारण 300 सा म पह बार हुआ दक सवार दपोदा बाजार म छो चौपड़ क ओर नह मुड़। (लवसतृत लसरी र पेज) सबसे छोटी म मशीन वेललंगरन | नजड के इंजदनर ांस एबरने ने 3ड दं र से सबसे छो पावर द मशन बनाई है। ह 1.3 सेम क है। ह हलक चज को द करने म सम है। भासर ख़ा सीकर के छोर से गांव रामलसंह की ढाणी की बड़ी सामालजक पहइकलौती बेरी तो ामीण कराएंगे 25 हजार की एफडी धम नाावत | सीकर सीकर हजिे म 2500 की आबादी वािा गांव रामहसंि की ढाणी। यिां बेरी बचाने और पढ़ाने का रवाज सबको सीि देने वािा िै। दरअसि गांव ने इकिौती बेरी पर 25 िजार पए की एफडी करवाने की परंपरा शु की िै। कोई भी बेरी पढ़ने से वंहचत नि रिे, इसहिए घर-घर से बुिाकर बेहरय को दाहििा हदिाया जाता िै। इसी का नतीजा िै हक गांव की सरकारी सकि म बेर से जयादा संखया बेहरय की िै। अचछे काम पर परा गांव सामहिक फैसिा िे, इसके हिए 25 गणमानय िोग की ाम सेवा सहमहत बना रिी िै। सात महीने पहले बनाा फड, अब तक 60 हजार पए जमा ामण हनुमान दसंह तंवर के मुतादबक, सात महनपहे एफड कराने का फैसा दका ा। इसकदए फंड भ बनाा। उसम अब तक 60,000 . जमा हो चुके ह। गांव के 10 पररवार क पहचान भ कर गई है। दजनक बेद के नाम पर पैसा जमा कराना है। बेटी बराओ, बेटी पढ़ाओ य हनुमान दसंह तंवर ाम सेवा सदमदत के अध ह। बताते ह, ‘पहाड़ और खनन े होने क वजह से गांव दपछड़ा ा। गुमनाम सा और कुछ बदनाम भ। इस ठपपे काे हाना बड़ चुनौत । इसदए सबसे पहे हमने गांव के 25 ोग क सदमदत बनाई। हम जानते े दक बेदां पढ़ग तो पररवार, समाज गांव, सब बढ़गा। इसदए घर-घर जाकर ोग को बताा दक बेद को पढ़ाना क जर है? नतजा े दक आज आठव तक के सरकार सक म 55 बेदां और 36 बे ह। आदक प से कमजोर परवार क बेद को दनफॉम और सशनर भ मुफत ददाते ह। बेद को मां के पे म ह न मार ददा जाए, इसक अग से अख जगाई। उस दसदसे को बढ़ाते हुए अब इकौत बेद के नाम एफड कराने का फैसा दका है।’ गांव की सारता 60 फीसदी से ऊपर सदमदत दतभावान ब को ाम र पुरसकार देत है। इसके तहत ब को नकद रकम द जात है। आदक प से कमजोर परवार क बेद को दनफॉम और सशनर मुफत द जात है। इस कारण दो सा म गांव क सारता दर 60% से ऊपर पहुंच गई है। संसद पररसर म आग, गृहमंाय ने ररपोट मांगी पढ़ देश-दवदेश पेज

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