सुख-दुख
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कंप्यूटर अधि�धि�त शि�क्षण विवषय : सुख-दुख
प्रस्तुतकर्त्ताा�:विवजीन्द्रा.शिस.यु
वि#न्दी क्रम संख्या:17014361034
इम्मानुवल कॉलेज आफ वि1एड ट्रइविनङ
लेखक :सुधिमत्रानंदन पंत जन्म :20 मई 1900 रचनाए ;ँ :शिचतं1रा,लोकायतनकाय�के्षत्र:अध्यापक, कविव मृत्यु :28 दिदसं1र 1977
मैं न#ीं चा#ता शिचर-सुखमैं न#ीं चा#ता शिचर-दुख
सुख दुख की खेल धिमचौनीखोले जीवन अपना मुख
सुख-दुख के म�ुर धिमलन से य# जीवन #ो परिरपूरन
विफर घन में ओझल #ो �शि�
विफर �शि� से ओझल #ो घन
जग पीविJत #ै अवित-दुख सेजग पीविJत रे अवित-सुख सेमानव-जग में 1;ट जाए;
दुख सुख से औ सुख दुख से
अविवरत सुख भी उत्पीJन
दुख-सुख की विन�ा-दिदवा में
सोता-जगता जग-जीवन
अविवरत दुख #ै उत्पीJन
य# सा;झ-उषा का आ;गन, आलिलंगन विवर#-धिमलन
का शिचर #ास-अश्रुमय आननरे इस मानव-जीवन का !
�न्यवाद