अनार के संबंध म e अÈसर पूछे जाने वाले...

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1 अनार के संबंध मɅ अÈसर पूछे जाने वाले Ĥæनो×तर 1. रोपण सामĒी Ĥæन 1: कौन सी रोपण सामĒी बेहतर है ऊतक संवध[न अथवा एयर लेयर/हाड[वूड कǑटंग ? उ×तर : यǑद ऊतक संवध[न (TC) पौधɉ को सहȣ तरȣके से तैयार कर जैवकठोरȣकृ त कया जाये और समुचत देखभाल , छटाई तथा बाग èवÍछता का Úयान रखा जाए तो ऊ×तक बेहतर Ĥदश[न करते हɇ तथा पारàपǐरक रोपण सामĒी कȧ तरह हȣ अÍछे होते हɇ। Ĥæन 2: ऊतक संवध[न पौधे जीवाणु झुलसा व अÛय रोगɉ के ĤǓत कहȣं अधक संवेदनशील होते हɇ , Èया यह सहȣ है ? उ×तर : ऊतक संवध[त पौधे रोगमुÈत होते हɇ परंतु ĤǓतरोधी नहȣं होते , अत: वभÛन रोगɉ के ĤǓत ऊतक संवध[न पौधɉ कȧ ĤǓतĐया उसके मातृ पौधे कȧ तरह हȣ रहती है। ऊतक संवध[न से तैयार बागɉ के समीप यǑद एयर लेयर तथा हाड[वूड कǑटंग से तैयार बाग िजसमɅ जीवाणु झुलसा के रोग जनक हो तो संĐमण फैल सकता है , तथा वह रोग ऊतक संवध[न पौधɉ पर भी आ जाता है। Ĥæन 3: कसी भी नए ¢ेğ मɅ अनार फलोɮयान को लगाने के लए कस Ĥकार कȧ रोपण सामĒी कȧ सफाǐरश कȧ जाती है ? उ×तर : कसी भी नए अथवा गैर पारàपǐरक ¢ेğ मɅ बाग èथापत करने के लए हमेशा हȣ ऊतक संवध[न पौधɉ का हȣ रोपण करना चाǑहए। कसी भी नए ¢ेğ मɅ ऊतक संवध[न पौधे जीवाणु झुलसा के रोगजनकɉ के Ĥवेश को रोकने मɅ मह×वपूण[ होते हɇ। पारàपǐरक रोपण सामĒी मɅ , जीवाणु झुलसा रोगजनक (जैÛथोमोनास एÈसोनोपोडस पी.वी.ÜयूǓनकȧ) लेटɅट संĐमण के Ǿप मɅ हो सकते हɇ और जीवाणु झुलसा रोग से Ĥभावत पौधशालाओं मɅ तैयार कȧ गए एयर लेयर तथा हाड[वूड कǑटंग के नोɬस मɅ लेटेÛट संĐमण के तौर पर बने रह सकते हɇ। पारàपǐरक ¢ेğɉ मɅ जहां जीवाणु झुलसा रोग से संĐमत बाग 1-2 कमी. के दायरे मɅ होते हɇ , वहां कसी वæवसनीय Įोत से हȣ एयर लेयर अथवा हाड[वूड कǑटंग को लेने कȧ सलाह दȣ जाती है।

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Page 1: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

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अनार क सबध म अ सर पछ जान वाल नो तर

1 रोपण साम ी

न 1 कौन सी रोपण साम ी बहतर ह ndash ऊतक सवधन अथवा एयर लयरहाडवड क टग

उ तर य द ऊतक सवधन (TC) पौध को सह तर क स तयार कर जवकठोर कत कया जाय

और सम चत दखभाल छटाई तथा बाग व छता का यान रखा जाए तो ऊ तक

बहतर दशन करत ह तथा पार प रक रोपण साम ी क तरह ह अ छ होत ह

न 2 ऊतक सवधन पौध जीवाण झलसा व अ य रोग क त कह अ धक सवदनशील होत ह या यह सह ह

उ तर ऊतक सव धत पौध रोगम त होत ह परत तरोधी नह होत अत व भ न रोग

क त ऊतक सवधन पौध क त या उसक मात पौध क तरह ह रहती ह

ऊतक सवधन स तयार बाग क समीप य द एयर लयर तथा हाडवड क टग स

तयार बाग िजसम जीवाण झलसा क रोग जनक हो तो स मण फल सकता ह तथा वह रोग ऊतक सवधन पौध पर भी आ जाता ह

न 3 कसी भी नए म अनार फलो यान को लगान क लए कस कार क रोपण साम ी क सफा रश क जाती ह

उ तर कसी भी नए अथवा गर पार प रक म बाग था पत करन क लए हमशा ह

ऊतक सवधन पौध का ह रोपण करना चा हए कसी भी नए म ऊतक

सवधन पौध जीवाण झलसा क रोगजनक क वश को रोकन म मह वपण होत ह

पार प रक रोपण साम ी म जीवाण झलसा रोगजनक (ज थोमोनास ए सोनोपो डस

पीवी य नक ) लटट स मण क प म हो सकत ह और जीवाण झलसा रोग स

भा वत पौधशालाओ म तयार क गए एयर लयर तथा हाडवड क टग क नो स म

लट ट स मण क तौर पर बन रह सकत ह पार प रक म जहा जीवाण

झलसा रोग स स मत बाग 1-2 कमी क दायर म होत ह वहा कसी

व वसनीय ोत स ह एयर लयर अथवा हाडवड क टग को लन क सलाह द

जाती ह

2

न 4 ऊतक सवधन पौध क फल का छलका पतला होता ह अत उनक अ छ नधानी

आय नह होता या यह सह ह

उ तर एक जस मात पौध स तयार ऊतक सवधन अथवा एयर लयरहाडवड क टग स

तयार पौध म भी एकसमानता होगी य द फल क तड़ाई सह समय पर क जाती

ह तब उसम अपन मात पौध क समान ह छलक क मोटाई दखन को मलगी

न 5 नयात योजन क लए ऊतक सवधन पौध क फल को वीकार नह कया जाता या यह सह ह

उ तर अनक कसान ऊतक सवधन पौध स उ प न फल का नयात करक कह अ धक

म य हा सल कर रह ह य क इनक फल एकसमान आकार रग और चमक वाल

होत ह ऊतक सवधन आधा रत क ट वशन याओ का पालन करन और उ चत

प रप वता पर फल क तड़ाई करन स इस कार क मामल सामन नह आन

चा हए

न 6 रोपण साम ी क मा यम स कौन सा रोग सचा रत अथवा फल सकता ह

उ तर बना नजम कत मदा म मरझान रोगजनक (फफद य रोगजनक क ट नाशीजीव और

स क म) तथा हाडवड क टग अथवा एयर लयर पौध साम ी क नो स म जीवाण

झलसा रोगजनक रोपण साम ी पॉ टग म ण क मा यम स फल सकत ह

न 7 पॉ टग म ण क लए मदा नजम करण अथवा जीवाण र हत क व भ न व धया या ह

उ तर लगातार तीन दन तक एक घट क लए 1000 सि सयस तापमान पर भाप क

मा यम स नम मदा को जीवाण र हत करन स सभी कार क हा नकारक

स मजीव मर जात ह इस या को ट डलाइजशन कहत ह

न 8 या भा क अन प - रा अ अन क वारा रोपण साम ी क आप त क जाती ह य द हा तो कस कार क रोपण साम ी या न ऊतक सवधन अथवा एयर

लयरहाडवड क टग कपया ब कग क काय व ध और दर बताय

उ तर भाकअनप - रा य अनार अनसधान क वारा नजी भागीदार (एचय गगल ए ो

बायोटक अहमदनगर ) िज ह न यवसा यक वधन क लए हमार ऊतक सवधन

एव जवकोर करण ौ यो गक को लया ह क मदद स भगवा क जव कठोर कत

3

ऊतक सवधन पौध (पौध को लाभकार स मजीव क साथ कठोर बनाना) उपल ध

कराय जात ह दनाक सतबर 2018 क अनसार त पौधा क मत पय 30- ldquoभगवाrdquo क लए ह िजसम प रवहन लागत अ त र त ह फम का पता

nrcopomegranateicargovin पर उपल ध ह

न 9 या आप अनार क पौध तयार करन वाल अ छ पार प रक नस रय और ऊतक सवधन क प नय का सम पक ववरण उपल ध करा सकत ह

उ तर हम एजि सय को मा णत नह करत ह हाला क हमार वारा कए गए सव क

अनसार कछ नस रय का नाम सझाया जा सकता ह इसस सब धत जानकार

हमार कायालय म सब धत व ा नक स ा त क जा सकती ह ऊतक सवधन

पौध क ब जन इर गशन स ट स ल जलगाव एचय गगल ए ो बायोटक

अहमदनगर एबीसी बायोटक पण और क डला फामा य टक स अहमदाबाद वारा

क जाती ह उपल धता क लए इनस सपक कया जा सकता ह (इस उ तर क

मा यम स हम कसी भी क पनी स पौध खर दन का सझाव नह द रह ह)

न 10 या कसान अपनी वय क रोपण साम ी तयार कर सकत ह

उ तर य द आपका बगीचा और पड़ोसी बगीच म कम स कम एक कमी तक जीवाण

झलसा रोग नह ह और आपक पास पॉल हाउस अथवा छायादार नट हाऊस क

स वधाए ह तब आप एयर लयर अथवा हाडवड क टग क मा यम स अपनी वय

क रोपण साम ी तयार कर सकत ह एक नई तकनीक इन सीट हाडवड क टग क

मा यम स आप बह त कम लागत म बाग को बढ़ान क लए पौध बना सकत ह

न 11 रोपण साम ी को खर दन स पहल मझ या या सावधा नया बरतनी चा हए

उ तर कड़ माणन और ब काय व ध क गर मौजदगी म यह सफा रश क जाती ह

क वशषकर जन ndash अ तबर क मह न म जीवाण झलसा रोग क स मण क

जाच हत नसर क मात व को दखन क बाद ह पौध साम ी ल जाए य क

नए पौधो म कम स कम 5 ndash 8 माह क बाद ह ल ण दखाई दत ह दसरा यान द क खर द जान वाल नसर वारा पौध क पॉ टग म ण हत नज वीकत

म ी का योग कया जाना चा हए और अ छ बढ़वार वाल पौध ह लन चा हए

यह सलाह द जाती ह क अ छ टग वाल कम स कम 2-3 माह परान एयर

4

लयरगट अथवा थल म 4 माह परान ऊतक व धत पौध को खर दा जाय य द

उपल ध हो तो हमशा जव कठोर कत रोपण साम ी को ह खर द

न 12 रोपण साम ी क मा यम स कौन स रोग तथा क ट नाशीजीव फलो यान म वश कर सकत ह

उ तर जीवाण झलसा मर रोग और स क म मख रोग और क ट नाशीजीव ह िजनका

सार स मत रोपण साम ी तथा इसक पॉ टग म ण क मा यम स होता ह

5

2 नए फलो यान म रोपण करना

न 13 नए फलो यान लगान का उ चत समय या ह

उ तर वषा ऋत क तरत बाद जब मदा म उ चत नमी होती ह तथा तापमान भी अनकल

होता ह इस समय नए बाग का थापन करना चा हए इस समय लगाए गए पौध

अगल बरसात तक पर तरह था पत हो जात ह बरसात क त रत पहल पौधो

को न लगाए (जीवाण झलसा स मत म) य क नई कोपल पर जीवाण

झलसा स मण होगा तथा बरसात म यह तजी स फलगा

न 14 एक व थ एव रोगम त फलो यान क थापना करन म रोपाई करत समय कस

कार क याओ को अपनान और सावधा नया रखन क ज रत होती ह

उ तर सबस पहल यह जाच ल क या खत क म ी अनार क खती क लए उपय त ह

क नह उथल रतील द मट म ी अनार क लए अ छ होती ह अनार क

खती क लए काल म ी स बचा जाना चा हए अथवा उसम सधार कया जाना

चा हए अपनी म ी क जाच पोषक त व तथा पीएच मान और लवणता आ द

क लए करा ल ता क उसी क अनसार उपाय कए जा सक 50-100 माइ ोन

क पारदश लाि टक पलवार का उपयोग करत ह ए अपन म वष क सबस

गम मह न म 6 स ताह क लए मदा को क टाण र हत बना ल अथवा दो सबस

गम मह न म ग ढ़ा अथवा खाई को खोद ल पौध को र ड बड पर लगाय बड 1 फट ऊची तथा पौध क तन क दोन तरफ दो फ ट चौड़ी ह पौध को हमशा

वषाकाल क बाद लगाय न क वषाकाल स पहल

कसी भी नए फलो यान म रोपाई करन स पहल अ कन गदा सनई ढ़चा

वीट कॉन वार अथवा गह क फसल लना लाभकार होती ह य द हर खाद

वाल फसल सनई और स ब नया (ढ़चा) क हर खाद क प म खती क जाए

एव अगती प पन अव था म 8 - 10 स ताह क बढ़वार क बाद उ ह म ी म

ह दबा द तथा रोपण क समय अ छ तथा व वसनीय ज वक खाद एव जव

फामलशन का उपयोग कर रोग म त (जीवाण झलसा तथा मरझान) रोपण

साम ी क ह उपयोग कर

6

3 उ पादन

न 15 रोपण क बाद फल लन क आदश आय या ह

उ तर यह सलाह द जाती ह क रोपाई क तीन वष बाद प पन अथात बहार को नय त

कया जाए हाला क य द पौध क बढ़वार अ छ हो तो तब दो वष बाद भी बहार

लया जा सकता ह

न 16 अनार क फसल म कौन सी ऋत को प पन नयमन (बहार) क लए अ छा माना जाता ह

उ तर उ णक टबधीय और अध उ णक टबधीय म अनार म पर वष प पन होता ह अत जल ससाधन क उपल धता और बीमा रय क स मण को दखत ह ए

वषाकाल क लए बहार को जन-जलाई (मगबहार) म सद क मौसम क लए

सत बर ndash अ तबर (ह तबहार) तथा बसत ऋत क लए जनवर ndash फरवर

(अ बबहार) नय त कया जा सकता ह य द आपक बगीच म जीवाण झलसा

अथवा कोई अ य रोग ह तब ह तबहार को कम स कम 2-3 साल क लए कया

जाना चा हए

िजन कसान भाइय क पास स नि चत सचाई यव था नह ह उ ह मगबहार को अपनाना

चा हए

शीतो ण इलाक म ठडी क बाद फरवर ndash माच म प पन होता ह िजसस सत बर ndash अ तबर

म स दया श होन स पहल ह फल क तड़ाई हो जाती ह

न 17 कौन सी प पन नयमन अव ध अथवा बहार सबस अ धक लाभ द ह और य

उ तर य द आपक बगीच म कोई बड़ी सम या नह ह तब वषा पछती मगबहार म

बहतर प पन फल थापन व उपज होता ह तथा साथ ह अ छ गणव ता एव

अ धक मा ा म फल मलन स कह अ धक म य और लाभ होता ह

तथा प रोग और क ट नाशीजीव का कम कोप होन क कारण ह त बहार बहतर

रहती ह अत इसम छड़काव करन क ज रत कम पड़ती ह और साथ ह कह

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बहतर रग और कलघलनशील ठोस का वकास भी होता ह हाला क अ तबर माह

तक वषाकाल बढ़न पर ह त बहार म प पन नयमन म कभी कभी दर हो जाती

ह अत माच क बाद फल क तड़ाई म दर होन पर फल क गणव ता कम होन

लगती ह अनार क लए बाजार भाव आमतौर पर सतबर स जनवर म कम होत

ह य क उ पादक म इन मह न म यादा तड़ाई होती ह फरवर स अग त

क दौरान अ धक बाजार म य हा सल कया जा सकता ह बाजार अव था म

नरतर बदलाव होत रहत ह इस लए यह नणय माकट अव था और था नक

मौसम को यान म लकर लया जाए नयात क लए पछती मग बहार और ह त

बहार फसल बहतर होती ह

न 18 अनार फलो यान म प पन को कस नय त कर

उ तर सम चत र ट तथा तान वाल फलो यान म अ छा प पन होता ह तड़ाई क बाद आराम अव ध 2-3 माह क होनी चा हए और उसक बाद ह क मदा म एक माह

तक और भार काल मदा म 15 स 2 माह तक का सचाई रोक कर तान दना

चा हए

आराम अव ध म तड़ाई क त रत बाद आड़ी- तरछ शाखाओ मत एव सख तन तथा

लगभग 60 समी तक तना शीष को हटान क लए कटाई-छटाई अथवा नग

क जाती ह पौध म पण वष क हसाब स frac12 मा ा म सड़ी ह ई गोबर खाद frac12

पोटाश क मा ा frac12 फा फोरस क मा ा और 13 नाइ ोजन खाद क शफा रश क

गई मा ा दनी चा हए और उसक बाद पोषक त व अप हण हत नय मत अ तराल

पर ह क सचाई करनी चा हए

तान अव ध म जब तक पि तया पील पड़नी और गरन श नह हो जाती तब तक

सचाई को रोक दना चा हए भार मदा म तान म तजी लान क लए खरपी क

मदद स जड़ क पास ह क गड़ाई करनी चा हए उसक बाद तान क अनसार 1-2

मल ल टर क दर पर इथफॉन 39 तशत क छड़काव साथ वप ण कया जाना

चा हए तथा तन क शीषस 10-15 समी तक क ह क कटाई छटाई अथवा

नग क जाती ह अ धक तान होन पर कम मा ा म इथफॉन का इ तमाल कया

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जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

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मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 2: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

2

न 4 ऊतक सवधन पौध क फल का छलका पतला होता ह अत उनक अ छ नधानी

आय नह होता या यह सह ह

उ तर एक जस मात पौध स तयार ऊतक सवधन अथवा एयर लयरहाडवड क टग स

तयार पौध म भी एकसमानता होगी य द फल क तड़ाई सह समय पर क जाती

ह तब उसम अपन मात पौध क समान ह छलक क मोटाई दखन को मलगी

न 5 नयात योजन क लए ऊतक सवधन पौध क फल को वीकार नह कया जाता या यह सह ह

उ तर अनक कसान ऊतक सवधन पौध स उ प न फल का नयात करक कह अ धक

म य हा सल कर रह ह य क इनक फल एकसमान आकार रग और चमक वाल

होत ह ऊतक सवधन आधा रत क ट वशन याओ का पालन करन और उ चत

प रप वता पर फल क तड़ाई करन स इस कार क मामल सामन नह आन

चा हए

न 6 रोपण साम ी क मा यम स कौन सा रोग सचा रत अथवा फल सकता ह

उ तर बना नजम कत मदा म मरझान रोगजनक (फफद य रोगजनक क ट नाशीजीव और

स क म) तथा हाडवड क टग अथवा एयर लयर पौध साम ी क नो स म जीवाण

झलसा रोगजनक रोपण साम ी पॉ टग म ण क मा यम स फल सकत ह

न 7 पॉ टग म ण क लए मदा नजम करण अथवा जीवाण र हत क व भ न व धया या ह

उ तर लगातार तीन दन तक एक घट क लए 1000 सि सयस तापमान पर भाप क

मा यम स नम मदा को जीवाण र हत करन स सभी कार क हा नकारक

स मजीव मर जात ह इस या को ट डलाइजशन कहत ह

न 8 या भा क अन प - रा अ अन क वारा रोपण साम ी क आप त क जाती ह य द हा तो कस कार क रोपण साम ी या न ऊतक सवधन अथवा एयर

लयरहाडवड क टग कपया ब कग क काय व ध और दर बताय

उ तर भाकअनप - रा य अनार अनसधान क वारा नजी भागीदार (एचय गगल ए ो

बायोटक अहमदनगर ) िज ह न यवसा यक वधन क लए हमार ऊतक सवधन

एव जवकोर करण ौ यो गक को लया ह क मदद स भगवा क जव कठोर कत

3

ऊतक सवधन पौध (पौध को लाभकार स मजीव क साथ कठोर बनाना) उपल ध

कराय जात ह दनाक सतबर 2018 क अनसार त पौधा क मत पय 30- ldquoभगवाrdquo क लए ह िजसम प रवहन लागत अ त र त ह फम का पता

nrcopomegranateicargovin पर उपल ध ह

न 9 या आप अनार क पौध तयार करन वाल अ छ पार प रक नस रय और ऊतक सवधन क प नय का सम पक ववरण उपल ध करा सकत ह

उ तर हम एजि सय को मा णत नह करत ह हाला क हमार वारा कए गए सव क

अनसार कछ नस रय का नाम सझाया जा सकता ह इसस सब धत जानकार

हमार कायालय म सब धत व ा नक स ा त क जा सकती ह ऊतक सवधन

पौध क ब जन इर गशन स ट स ल जलगाव एचय गगल ए ो बायोटक

अहमदनगर एबीसी बायोटक पण और क डला फामा य टक स अहमदाबाद वारा

क जाती ह उपल धता क लए इनस सपक कया जा सकता ह (इस उ तर क

मा यम स हम कसी भी क पनी स पौध खर दन का सझाव नह द रह ह)

न 10 या कसान अपनी वय क रोपण साम ी तयार कर सकत ह

उ तर य द आपका बगीचा और पड़ोसी बगीच म कम स कम एक कमी तक जीवाण

झलसा रोग नह ह और आपक पास पॉल हाउस अथवा छायादार नट हाऊस क

स वधाए ह तब आप एयर लयर अथवा हाडवड क टग क मा यम स अपनी वय

क रोपण साम ी तयार कर सकत ह एक नई तकनीक इन सीट हाडवड क टग क

मा यम स आप बह त कम लागत म बाग को बढ़ान क लए पौध बना सकत ह

न 11 रोपण साम ी को खर दन स पहल मझ या या सावधा नया बरतनी चा हए

उ तर कड़ माणन और ब काय व ध क गर मौजदगी म यह सफा रश क जाती ह

क वशषकर जन ndash अ तबर क मह न म जीवाण झलसा रोग क स मण क

जाच हत नसर क मात व को दखन क बाद ह पौध साम ी ल जाए य क

नए पौधो म कम स कम 5 ndash 8 माह क बाद ह ल ण दखाई दत ह दसरा यान द क खर द जान वाल नसर वारा पौध क पॉ टग म ण हत नज वीकत

म ी का योग कया जाना चा हए और अ छ बढ़वार वाल पौध ह लन चा हए

यह सलाह द जाती ह क अ छ टग वाल कम स कम 2-3 माह परान एयर

4

लयरगट अथवा थल म 4 माह परान ऊतक व धत पौध को खर दा जाय य द

उपल ध हो तो हमशा जव कठोर कत रोपण साम ी को ह खर द

न 12 रोपण साम ी क मा यम स कौन स रोग तथा क ट नाशीजीव फलो यान म वश कर सकत ह

उ तर जीवाण झलसा मर रोग और स क म मख रोग और क ट नाशीजीव ह िजनका

सार स मत रोपण साम ी तथा इसक पॉ टग म ण क मा यम स होता ह

5

2 नए फलो यान म रोपण करना

न 13 नए फलो यान लगान का उ चत समय या ह

उ तर वषा ऋत क तरत बाद जब मदा म उ चत नमी होती ह तथा तापमान भी अनकल

होता ह इस समय नए बाग का थापन करना चा हए इस समय लगाए गए पौध

अगल बरसात तक पर तरह था पत हो जात ह बरसात क त रत पहल पौधो

को न लगाए (जीवाण झलसा स मत म) य क नई कोपल पर जीवाण

झलसा स मण होगा तथा बरसात म यह तजी स फलगा

न 14 एक व थ एव रोगम त फलो यान क थापना करन म रोपाई करत समय कस

कार क याओ को अपनान और सावधा नया रखन क ज रत होती ह

उ तर सबस पहल यह जाच ल क या खत क म ी अनार क खती क लए उपय त ह

क नह उथल रतील द मट म ी अनार क लए अ छ होती ह अनार क

खती क लए काल म ी स बचा जाना चा हए अथवा उसम सधार कया जाना

चा हए अपनी म ी क जाच पोषक त व तथा पीएच मान और लवणता आ द

क लए करा ल ता क उसी क अनसार उपाय कए जा सक 50-100 माइ ोन

क पारदश लाि टक पलवार का उपयोग करत ह ए अपन म वष क सबस

गम मह न म 6 स ताह क लए मदा को क टाण र हत बना ल अथवा दो सबस

गम मह न म ग ढ़ा अथवा खाई को खोद ल पौध को र ड बड पर लगाय बड 1 फट ऊची तथा पौध क तन क दोन तरफ दो फ ट चौड़ी ह पौध को हमशा

वषाकाल क बाद लगाय न क वषाकाल स पहल

कसी भी नए फलो यान म रोपाई करन स पहल अ कन गदा सनई ढ़चा

वीट कॉन वार अथवा गह क फसल लना लाभकार होती ह य द हर खाद

वाल फसल सनई और स ब नया (ढ़चा) क हर खाद क प म खती क जाए

एव अगती प पन अव था म 8 - 10 स ताह क बढ़वार क बाद उ ह म ी म

ह दबा द तथा रोपण क समय अ छ तथा व वसनीय ज वक खाद एव जव

फामलशन का उपयोग कर रोग म त (जीवाण झलसा तथा मरझान) रोपण

साम ी क ह उपयोग कर

6

3 उ पादन

न 15 रोपण क बाद फल लन क आदश आय या ह

उ तर यह सलाह द जाती ह क रोपाई क तीन वष बाद प पन अथात बहार को नय त

कया जाए हाला क य द पौध क बढ़वार अ छ हो तो तब दो वष बाद भी बहार

लया जा सकता ह

न 16 अनार क फसल म कौन सी ऋत को प पन नयमन (बहार) क लए अ छा माना जाता ह

उ तर उ णक टबधीय और अध उ णक टबधीय म अनार म पर वष प पन होता ह अत जल ससाधन क उपल धता और बीमा रय क स मण को दखत ह ए

वषाकाल क लए बहार को जन-जलाई (मगबहार) म सद क मौसम क लए

सत बर ndash अ तबर (ह तबहार) तथा बसत ऋत क लए जनवर ndash फरवर

(अ बबहार) नय त कया जा सकता ह य द आपक बगीच म जीवाण झलसा

अथवा कोई अ य रोग ह तब ह तबहार को कम स कम 2-3 साल क लए कया

जाना चा हए

िजन कसान भाइय क पास स नि चत सचाई यव था नह ह उ ह मगबहार को अपनाना

चा हए

शीतो ण इलाक म ठडी क बाद फरवर ndash माच म प पन होता ह िजसस सत बर ndash अ तबर

म स दया श होन स पहल ह फल क तड़ाई हो जाती ह

न 17 कौन सी प पन नयमन अव ध अथवा बहार सबस अ धक लाभ द ह और य

उ तर य द आपक बगीच म कोई बड़ी सम या नह ह तब वषा पछती मगबहार म

बहतर प पन फल थापन व उपज होता ह तथा साथ ह अ छ गणव ता एव

अ धक मा ा म फल मलन स कह अ धक म य और लाभ होता ह

तथा प रोग और क ट नाशीजीव का कम कोप होन क कारण ह त बहार बहतर

रहती ह अत इसम छड़काव करन क ज रत कम पड़ती ह और साथ ह कह

7

बहतर रग और कलघलनशील ठोस का वकास भी होता ह हाला क अ तबर माह

तक वषाकाल बढ़न पर ह त बहार म प पन नयमन म कभी कभी दर हो जाती

ह अत माच क बाद फल क तड़ाई म दर होन पर फल क गणव ता कम होन

लगती ह अनार क लए बाजार भाव आमतौर पर सतबर स जनवर म कम होत

ह य क उ पादक म इन मह न म यादा तड़ाई होती ह फरवर स अग त

क दौरान अ धक बाजार म य हा सल कया जा सकता ह बाजार अव था म

नरतर बदलाव होत रहत ह इस लए यह नणय माकट अव था और था नक

मौसम को यान म लकर लया जाए नयात क लए पछती मग बहार और ह त

बहार फसल बहतर होती ह

न 18 अनार फलो यान म प पन को कस नय त कर

उ तर सम चत र ट तथा तान वाल फलो यान म अ छा प पन होता ह तड़ाई क बाद आराम अव ध 2-3 माह क होनी चा हए और उसक बाद ह क मदा म एक माह

तक और भार काल मदा म 15 स 2 माह तक का सचाई रोक कर तान दना

चा हए

आराम अव ध म तड़ाई क त रत बाद आड़ी- तरछ शाखाओ मत एव सख तन तथा

लगभग 60 समी तक तना शीष को हटान क लए कटाई-छटाई अथवा नग

क जाती ह पौध म पण वष क हसाब स frac12 मा ा म सड़ी ह ई गोबर खाद frac12

पोटाश क मा ा frac12 फा फोरस क मा ा और 13 नाइ ोजन खाद क शफा रश क

गई मा ा दनी चा हए और उसक बाद पोषक त व अप हण हत नय मत अ तराल

पर ह क सचाई करनी चा हए

तान अव ध म जब तक पि तया पील पड़नी और गरन श नह हो जाती तब तक

सचाई को रोक दना चा हए भार मदा म तान म तजी लान क लए खरपी क

मदद स जड़ क पास ह क गड़ाई करनी चा हए उसक बाद तान क अनसार 1-2

मल ल टर क दर पर इथफॉन 39 तशत क छड़काव साथ वप ण कया जाना

चा हए तथा तन क शीषस 10-15 समी तक क ह क कटाई छटाई अथवा

नग क जाती ह अ धक तान होन पर कम मा ा म इथफॉन का इ तमाल कया

8

जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 3: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

3

ऊतक सवधन पौध (पौध को लाभकार स मजीव क साथ कठोर बनाना) उपल ध

कराय जात ह दनाक सतबर 2018 क अनसार त पौधा क मत पय 30- ldquoभगवाrdquo क लए ह िजसम प रवहन लागत अ त र त ह फम का पता

nrcopomegranateicargovin पर उपल ध ह

न 9 या आप अनार क पौध तयार करन वाल अ छ पार प रक नस रय और ऊतक सवधन क प नय का सम पक ववरण उपल ध करा सकत ह

उ तर हम एजि सय को मा णत नह करत ह हाला क हमार वारा कए गए सव क

अनसार कछ नस रय का नाम सझाया जा सकता ह इसस सब धत जानकार

हमार कायालय म सब धत व ा नक स ा त क जा सकती ह ऊतक सवधन

पौध क ब जन इर गशन स ट स ल जलगाव एचय गगल ए ो बायोटक

अहमदनगर एबीसी बायोटक पण और क डला फामा य टक स अहमदाबाद वारा

क जाती ह उपल धता क लए इनस सपक कया जा सकता ह (इस उ तर क

मा यम स हम कसी भी क पनी स पौध खर दन का सझाव नह द रह ह)

न 10 या कसान अपनी वय क रोपण साम ी तयार कर सकत ह

उ तर य द आपका बगीचा और पड़ोसी बगीच म कम स कम एक कमी तक जीवाण

झलसा रोग नह ह और आपक पास पॉल हाउस अथवा छायादार नट हाऊस क

स वधाए ह तब आप एयर लयर अथवा हाडवड क टग क मा यम स अपनी वय

क रोपण साम ी तयार कर सकत ह एक नई तकनीक इन सीट हाडवड क टग क

मा यम स आप बह त कम लागत म बाग को बढ़ान क लए पौध बना सकत ह

न 11 रोपण साम ी को खर दन स पहल मझ या या सावधा नया बरतनी चा हए

उ तर कड़ माणन और ब काय व ध क गर मौजदगी म यह सफा रश क जाती ह

क वशषकर जन ndash अ तबर क मह न म जीवाण झलसा रोग क स मण क

जाच हत नसर क मात व को दखन क बाद ह पौध साम ी ल जाए य क

नए पौधो म कम स कम 5 ndash 8 माह क बाद ह ल ण दखाई दत ह दसरा यान द क खर द जान वाल नसर वारा पौध क पॉ टग म ण हत नज वीकत

म ी का योग कया जाना चा हए और अ छ बढ़वार वाल पौध ह लन चा हए

यह सलाह द जाती ह क अ छ टग वाल कम स कम 2-3 माह परान एयर

4

लयरगट अथवा थल म 4 माह परान ऊतक व धत पौध को खर दा जाय य द

उपल ध हो तो हमशा जव कठोर कत रोपण साम ी को ह खर द

न 12 रोपण साम ी क मा यम स कौन स रोग तथा क ट नाशीजीव फलो यान म वश कर सकत ह

उ तर जीवाण झलसा मर रोग और स क म मख रोग और क ट नाशीजीव ह िजनका

सार स मत रोपण साम ी तथा इसक पॉ टग म ण क मा यम स होता ह

5

2 नए फलो यान म रोपण करना

न 13 नए फलो यान लगान का उ चत समय या ह

उ तर वषा ऋत क तरत बाद जब मदा म उ चत नमी होती ह तथा तापमान भी अनकल

होता ह इस समय नए बाग का थापन करना चा हए इस समय लगाए गए पौध

अगल बरसात तक पर तरह था पत हो जात ह बरसात क त रत पहल पौधो

को न लगाए (जीवाण झलसा स मत म) य क नई कोपल पर जीवाण

झलसा स मण होगा तथा बरसात म यह तजी स फलगा

न 14 एक व थ एव रोगम त फलो यान क थापना करन म रोपाई करत समय कस

कार क याओ को अपनान और सावधा नया रखन क ज रत होती ह

उ तर सबस पहल यह जाच ल क या खत क म ी अनार क खती क लए उपय त ह

क नह उथल रतील द मट म ी अनार क लए अ छ होती ह अनार क

खती क लए काल म ी स बचा जाना चा हए अथवा उसम सधार कया जाना

चा हए अपनी म ी क जाच पोषक त व तथा पीएच मान और लवणता आ द

क लए करा ल ता क उसी क अनसार उपाय कए जा सक 50-100 माइ ोन

क पारदश लाि टक पलवार का उपयोग करत ह ए अपन म वष क सबस

गम मह न म 6 स ताह क लए मदा को क टाण र हत बना ल अथवा दो सबस

गम मह न म ग ढ़ा अथवा खाई को खोद ल पौध को र ड बड पर लगाय बड 1 फट ऊची तथा पौध क तन क दोन तरफ दो फ ट चौड़ी ह पौध को हमशा

वषाकाल क बाद लगाय न क वषाकाल स पहल

कसी भी नए फलो यान म रोपाई करन स पहल अ कन गदा सनई ढ़चा

वीट कॉन वार अथवा गह क फसल लना लाभकार होती ह य द हर खाद

वाल फसल सनई और स ब नया (ढ़चा) क हर खाद क प म खती क जाए

एव अगती प पन अव था म 8 - 10 स ताह क बढ़वार क बाद उ ह म ी म

ह दबा द तथा रोपण क समय अ छ तथा व वसनीय ज वक खाद एव जव

फामलशन का उपयोग कर रोग म त (जीवाण झलसा तथा मरझान) रोपण

साम ी क ह उपयोग कर

6

3 उ पादन

न 15 रोपण क बाद फल लन क आदश आय या ह

उ तर यह सलाह द जाती ह क रोपाई क तीन वष बाद प पन अथात बहार को नय त

कया जाए हाला क य द पौध क बढ़वार अ छ हो तो तब दो वष बाद भी बहार

लया जा सकता ह

न 16 अनार क फसल म कौन सी ऋत को प पन नयमन (बहार) क लए अ छा माना जाता ह

उ तर उ णक टबधीय और अध उ णक टबधीय म अनार म पर वष प पन होता ह अत जल ससाधन क उपल धता और बीमा रय क स मण को दखत ह ए

वषाकाल क लए बहार को जन-जलाई (मगबहार) म सद क मौसम क लए

सत बर ndash अ तबर (ह तबहार) तथा बसत ऋत क लए जनवर ndash फरवर

(अ बबहार) नय त कया जा सकता ह य द आपक बगीच म जीवाण झलसा

अथवा कोई अ य रोग ह तब ह तबहार को कम स कम 2-3 साल क लए कया

जाना चा हए

िजन कसान भाइय क पास स नि चत सचाई यव था नह ह उ ह मगबहार को अपनाना

चा हए

शीतो ण इलाक म ठडी क बाद फरवर ndash माच म प पन होता ह िजसस सत बर ndash अ तबर

म स दया श होन स पहल ह फल क तड़ाई हो जाती ह

न 17 कौन सी प पन नयमन अव ध अथवा बहार सबस अ धक लाभ द ह और य

उ तर य द आपक बगीच म कोई बड़ी सम या नह ह तब वषा पछती मगबहार म

बहतर प पन फल थापन व उपज होता ह तथा साथ ह अ छ गणव ता एव

अ धक मा ा म फल मलन स कह अ धक म य और लाभ होता ह

तथा प रोग और क ट नाशीजीव का कम कोप होन क कारण ह त बहार बहतर

रहती ह अत इसम छड़काव करन क ज रत कम पड़ती ह और साथ ह कह

7

बहतर रग और कलघलनशील ठोस का वकास भी होता ह हाला क अ तबर माह

तक वषाकाल बढ़न पर ह त बहार म प पन नयमन म कभी कभी दर हो जाती

ह अत माच क बाद फल क तड़ाई म दर होन पर फल क गणव ता कम होन

लगती ह अनार क लए बाजार भाव आमतौर पर सतबर स जनवर म कम होत

ह य क उ पादक म इन मह न म यादा तड़ाई होती ह फरवर स अग त

क दौरान अ धक बाजार म य हा सल कया जा सकता ह बाजार अव था म

नरतर बदलाव होत रहत ह इस लए यह नणय माकट अव था और था नक

मौसम को यान म लकर लया जाए नयात क लए पछती मग बहार और ह त

बहार फसल बहतर होती ह

न 18 अनार फलो यान म प पन को कस नय त कर

उ तर सम चत र ट तथा तान वाल फलो यान म अ छा प पन होता ह तड़ाई क बाद आराम अव ध 2-3 माह क होनी चा हए और उसक बाद ह क मदा म एक माह

तक और भार काल मदा म 15 स 2 माह तक का सचाई रोक कर तान दना

चा हए

आराम अव ध म तड़ाई क त रत बाद आड़ी- तरछ शाखाओ मत एव सख तन तथा

लगभग 60 समी तक तना शीष को हटान क लए कटाई-छटाई अथवा नग

क जाती ह पौध म पण वष क हसाब स frac12 मा ा म सड़ी ह ई गोबर खाद frac12

पोटाश क मा ा frac12 फा फोरस क मा ा और 13 नाइ ोजन खाद क शफा रश क

गई मा ा दनी चा हए और उसक बाद पोषक त व अप हण हत नय मत अ तराल

पर ह क सचाई करनी चा हए

तान अव ध म जब तक पि तया पील पड़नी और गरन श नह हो जाती तब तक

सचाई को रोक दना चा हए भार मदा म तान म तजी लान क लए खरपी क

मदद स जड़ क पास ह क गड़ाई करनी चा हए उसक बाद तान क अनसार 1-2

मल ल टर क दर पर इथफॉन 39 तशत क छड़काव साथ वप ण कया जाना

चा हए तथा तन क शीषस 10-15 समी तक क ह क कटाई छटाई अथवा

नग क जाती ह अ धक तान होन पर कम मा ा म इथफॉन का इ तमाल कया

8

जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

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7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

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न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

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न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

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चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 4: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

4

लयरगट अथवा थल म 4 माह परान ऊतक व धत पौध को खर दा जाय य द

उपल ध हो तो हमशा जव कठोर कत रोपण साम ी को ह खर द

न 12 रोपण साम ी क मा यम स कौन स रोग तथा क ट नाशीजीव फलो यान म वश कर सकत ह

उ तर जीवाण झलसा मर रोग और स क म मख रोग और क ट नाशीजीव ह िजनका

सार स मत रोपण साम ी तथा इसक पॉ टग म ण क मा यम स होता ह

5

2 नए फलो यान म रोपण करना

न 13 नए फलो यान लगान का उ चत समय या ह

उ तर वषा ऋत क तरत बाद जब मदा म उ चत नमी होती ह तथा तापमान भी अनकल

होता ह इस समय नए बाग का थापन करना चा हए इस समय लगाए गए पौध

अगल बरसात तक पर तरह था पत हो जात ह बरसात क त रत पहल पौधो

को न लगाए (जीवाण झलसा स मत म) य क नई कोपल पर जीवाण

झलसा स मण होगा तथा बरसात म यह तजी स फलगा

न 14 एक व थ एव रोगम त फलो यान क थापना करन म रोपाई करत समय कस

कार क याओ को अपनान और सावधा नया रखन क ज रत होती ह

उ तर सबस पहल यह जाच ल क या खत क म ी अनार क खती क लए उपय त ह

क नह उथल रतील द मट म ी अनार क लए अ छ होती ह अनार क

खती क लए काल म ी स बचा जाना चा हए अथवा उसम सधार कया जाना

चा हए अपनी म ी क जाच पोषक त व तथा पीएच मान और लवणता आ द

क लए करा ल ता क उसी क अनसार उपाय कए जा सक 50-100 माइ ोन

क पारदश लाि टक पलवार का उपयोग करत ह ए अपन म वष क सबस

गम मह न म 6 स ताह क लए मदा को क टाण र हत बना ल अथवा दो सबस

गम मह न म ग ढ़ा अथवा खाई को खोद ल पौध को र ड बड पर लगाय बड 1 फट ऊची तथा पौध क तन क दोन तरफ दो फ ट चौड़ी ह पौध को हमशा

वषाकाल क बाद लगाय न क वषाकाल स पहल

कसी भी नए फलो यान म रोपाई करन स पहल अ कन गदा सनई ढ़चा

वीट कॉन वार अथवा गह क फसल लना लाभकार होती ह य द हर खाद

वाल फसल सनई और स ब नया (ढ़चा) क हर खाद क प म खती क जाए

एव अगती प पन अव था म 8 - 10 स ताह क बढ़वार क बाद उ ह म ी म

ह दबा द तथा रोपण क समय अ छ तथा व वसनीय ज वक खाद एव जव

फामलशन का उपयोग कर रोग म त (जीवाण झलसा तथा मरझान) रोपण

साम ी क ह उपयोग कर

6

3 उ पादन

न 15 रोपण क बाद फल लन क आदश आय या ह

उ तर यह सलाह द जाती ह क रोपाई क तीन वष बाद प पन अथात बहार को नय त

कया जाए हाला क य द पौध क बढ़वार अ छ हो तो तब दो वष बाद भी बहार

लया जा सकता ह

न 16 अनार क फसल म कौन सी ऋत को प पन नयमन (बहार) क लए अ छा माना जाता ह

उ तर उ णक टबधीय और अध उ णक टबधीय म अनार म पर वष प पन होता ह अत जल ससाधन क उपल धता और बीमा रय क स मण को दखत ह ए

वषाकाल क लए बहार को जन-जलाई (मगबहार) म सद क मौसम क लए

सत बर ndash अ तबर (ह तबहार) तथा बसत ऋत क लए जनवर ndash फरवर

(अ बबहार) नय त कया जा सकता ह य द आपक बगीच म जीवाण झलसा

अथवा कोई अ य रोग ह तब ह तबहार को कम स कम 2-3 साल क लए कया

जाना चा हए

िजन कसान भाइय क पास स नि चत सचाई यव था नह ह उ ह मगबहार को अपनाना

चा हए

शीतो ण इलाक म ठडी क बाद फरवर ndash माच म प पन होता ह िजसस सत बर ndash अ तबर

म स दया श होन स पहल ह फल क तड़ाई हो जाती ह

न 17 कौन सी प पन नयमन अव ध अथवा बहार सबस अ धक लाभ द ह और य

उ तर य द आपक बगीच म कोई बड़ी सम या नह ह तब वषा पछती मगबहार म

बहतर प पन फल थापन व उपज होता ह तथा साथ ह अ छ गणव ता एव

अ धक मा ा म फल मलन स कह अ धक म य और लाभ होता ह

तथा प रोग और क ट नाशीजीव का कम कोप होन क कारण ह त बहार बहतर

रहती ह अत इसम छड़काव करन क ज रत कम पड़ती ह और साथ ह कह

7

बहतर रग और कलघलनशील ठोस का वकास भी होता ह हाला क अ तबर माह

तक वषाकाल बढ़न पर ह त बहार म प पन नयमन म कभी कभी दर हो जाती

ह अत माच क बाद फल क तड़ाई म दर होन पर फल क गणव ता कम होन

लगती ह अनार क लए बाजार भाव आमतौर पर सतबर स जनवर म कम होत

ह य क उ पादक म इन मह न म यादा तड़ाई होती ह फरवर स अग त

क दौरान अ धक बाजार म य हा सल कया जा सकता ह बाजार अव था म

नरतर बदलाव होत रहत ह इस लए यह नणय माकट अव था और था नक

मौसम को यान म लकर लया जाए नयात क लए पछती मग बहार और ह त

बहार फसल बहतर होती ह

न 18 अनार फलो यान म प पन को कस नय त कर

उ तर सम चत र ट तथा तान वाल फलो यान म अ छा प पन होता ह तड़ाई क बाद आराम अव ध 2-3 माह क होनी चा हए और उसक बाद ह क मदा म एक माह

तक और भार काल मदा म 15 स 2 माह तक का सचाई रोक कर तान दना

चा हए

आराम अव ध म तड़ाई क त रत बाद आड़ी- तरछ शाखाओ मत एव सख तन तथा

लगभग 60 समी तक तना शीष को हटान क लए कटाई-छटाई अथवा नग

क जाती ह पौध म पण वष क हसाब स frac12 मा ा म सड़ी ह ई गोबर खाद frac12

पोटाश क मा ा frac12 फा फोरस क मा ा और 13 नाइ ोजन खाद क शफा रश क

गई मा ा दनी चा हए और उसक बाद पोषक त व अप हण हत नय मत अ तराल

पर ह क सचाई करनी चा हए

तान अव ध म जब तक पि तया पील पड़नी और गरन श नह हो जाती तब तक

सचाई को रोक दना चा हए भार मदा म तान म तजी लान क लए खरपी क

मदद स जड़ क पास ह क गड़ाई करनी चा हए उसक बाद तान क अनसार 1-2

मल ल टर क दर पर इथफॉन 39 तशत क छड़काव साथ वप ण कया जाना

चा हए तथा तन क शीषस 10-15 समी तक क ह क कटाई छटाई अथवा

नग क जाती ह अ धक तान होन पर कम मा ा म इथफॉन का इ तमाल कया

8

जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 5: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

5

2 नए फलो यान म रोपण करना

न 13 नए फलो यान लगान का उ चत समय या ह

उ तर वषा ऋत क तरत बाद जब मदा म उ चत नमी होती ह तथा तापमान भी अनकल

होता ह इस समय नए बाग का थापन करना चा हए इस समय लगाए गए पौध

अगल बरसात तक पर तरह था पत हो जात ह बरसात क त रत पहल पौधो

को न लगाए (जीवाण झलसा स मत म) य क नई कोपल पर जीवाण

झलसा स मण होगा तथा बरसात म यह तजी स फलगा

न 14 एक व थ एव रोगम त फलो यान क थापना करन म रोपाई करत समय कस

कार क याओ को अपनान और सावधा नया रखन क ज रत होती ह

उ तर सबस पहल यह जाच ल क या खत क म ी अनार क खती क लए उपय त ह

क नह उथल रतील द मट म ी अनार क लए अ छ होती ह अनार क

खती क लए काल म ी स बचा जाना चा हए अथवा उसम सधार कया जाना

चा हए अपनी म ी क जाच पोषक त व तथा पीएच मान और लवणता आ द

क लए करा ल ता क उसी क अनसार उपाय कए जा सक 50-100 माइ ोन

क पारदश लाि टक पलवार का उपयोग करत ह ए अपन म वष क सबस

गम मह न म 6 स ताह क लए मदा को क टाण र हत बना ल अथवा दो सबस

गम मह न म ग ढ़ा अथवा खाई को खोद ल पौध को र ड बड पर लगाय बड 1 फट ऊची तथा पौध क तन क दोन तरफ दो फ ट चौड़ी ह पौध को हमशा

वषाकाल क बाद लगाय न क वषाकाल स पहल

कसी भी नए फलो यान म रोपाई करन स पहल अ कन गदा सनई ढ़चा

वीट कॉन वार अथवा गह क फसल लना लाभकार होती ह य द हर खाद

वाल फसल सनई और स ब नया (ढ़चा) क हर खाद क प म खती क जाए

एव अगती प पन अव था म 8 - 10 स ताह क बढ़वार क बाद उ ह म ी म

ह दबा द तथा रोपण क समय अ छ तथा व वसनीय ज वक खाद एव जव

फामलशन का उपयोग कर रोग म त (जीवाण झलसा तथा मरझान) रोपण

साम ी क ह उपयोग कर

6

3 उ पादन

न 15 रोपण क बाद फल लन क आदश आय या ह

उ तर यह सलाह द जाती ह क रोपाई क तीन वष बाद प पन अथात बहार को नय त

कया जाए हाला क य द पौध क बढ़वार अ छ हो तो तब दो वष बाद भी बहार

लया जा सकता ह

न 16 अनार क फसल म कौन सी ऋत को प पन नयमन (बहार) क लए अ छा माना जाता ह

उ तर उ णक टबधीय और अध उ णक टबधीय म अनार म पर वष प पन होता ह अत जल ससाधन क उपल धता और बीमा रय क स मण को दखत ह ए

वषाकाल क लए बहार को जन-जलाई (मगबहार) म सद क मौसम क लए

सत बर ndash अ तबर (ह तबहार) तथा बसत ऋत क लए जनवर ndash फरवर

(अ बबहार) नय त कया जा सकता ह य द आपक बगीच म जीवाण झलसा

अथवा कोई अ य रोग ह तब ह तबहार को कम स कम 2-3 साल क लए कया

जाना चा हए

िजन कसान भाइय क पास स नि चत सचाई यव था नह ह उ ह मगबहार को अपनाना

चा हए

शीतो ण इलाक म ठडी क बाद फरवर ndash माच म प पन होता ह िजसस सत बर ndash अ तबर

म स दया श होन स पहल ह फल क तड़ाई हो जाती ह

न 17 कौन सी प पन नयमन अव ध अथवा बहार सबस अ धक लाभ द ह और य

उ तर य द आपक बगीच म कोई बड़ी सम या नह ह तब वषा पछती मगबहार म

बहतर प पन फल थापन व उपज होता ह तथा साथ ह अ छ गणव ता एव

अ धक मा ा म फल मलन स कह अ धक म य और लाभ होता ह

तथा प रोग और क ट नाशीजीव का कम कोप होन क कारण ह त बहार बहतर

रहती ह अत इसम छड़काव करन क ज रत कम पड़ती ह और साथ ह कह

7

बहतर रग और कलघलनशील ठोस का वकास भी होता ह हाला क अ तबर माह

तक वषाकाल बढ़न पर ह त बहार म प पन नयमन म कभी कभी दर हो जाती

ह अत माच क बाद फल क तड़ाई म दर होन पर फल क गणव ता कम होन

लगती ह अनार क लए बाजार भाव आमतौर पर सतबर स जनवर म कम होत

ह य क उ पादक म इन मह न म यादा तड़ाई होती ह फरवर स अग त

क दौरान अ धक बाजार म य हा सल कया जा सकता ह बाजार अव था म

नरतर बदलाव होत रहत ह इस लए यह नणय माकट अव था और था नक

मौसम को यान म लकर लया जाए नयात क लए पछती मग बहार और ह त

बहार फसल बहतर होती ह

न 18 अनार फलो यान म प पन को कस नय त कर

उ तर सम चत र ट तथा तान वाल फलो यान म अ छा प पन होता ह तड़ाई क बाद आराम अव ध 2-3 माह क होनी चा हए और उसक बाद ह क मदा म एक माह

तक और भार काल मदा म 15 स 2 माह तक का सचाई रोक कर तान दना

चा हए

आराम अव ध म तड़ाई क त रत बाद आड़ी- तरछ शाखाओ मत एव सख तन तथा

लगभग 60 समी तक तना शीष को हटान क लए कटाई-छटाई अथवा नग

क जाती ह पौध म पण वष क हसाब स frac12 मा ा म सड़ी ह ई गोबर खाद frac12

पोटाश क मा ा frac12 फा फोरस क मा ा और 13 नाइ ोजन खाद क शफा रश क

गई मा ा दनी चा हए और उसक बाद पोषक त व अप हण हत नय मत अ तराल

पर ह क सचाई करनी चा हए

तान अव ध म जब तक पि तया पील पड़नी और गरन श नह हो जाती तब तक

सचाई को रोक दना चा हए भार मदा म तान म तजी लान क लए खरपी क

मदद स जड़ क पास ह क गड़ाई करनी चा हए उसक बाद तान क अनसार 1-2

मल ल टर क दर पर इथफॉन 39 तशत क छड़काव साथ वप ण कया जाना

चा हए तथा तन क शीषस 10-15 समी तक क ह क कटाई छटाई अथवा

नग क जाती ह अ धक तान होन पर कम मा ा म इथफॉन का इ तमाल कया

8

जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 6: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

6

3 उ पादन

न 15 रोपण क बाद फल लन क आदश आय या ह

उ तर यह सलाह द जाती ह क रोपाई क तीन वष बाद प पन अथात बहार को नय त

कया जाए हाला क य द पौध क बढ़वार अ छ हो तो तब दो वष बाद भी बहार

लया जा सकता ह

न 16 अनार क फसल म कौन सी ऋत को प पन नयमन (बहार) क लए अ छा माना जाता ह

उ तर उ णक टबधीय और अध उ णक टबधीय म अनार म पर वष प पन होता ह अत जल ससाधन क उपल धता और बीमा रय क स मण को दखत ह ए

वषाकाल क लए बहार को जन-जलाई (मगबहार) म सद क मौसम क लए

सत बर ndash अ तबर (ह तबहार) तथा बसत ऋत क लए जनवर ndash फरवर

(अ बबहार) नय त कया जा सकता ह य द आपक बगीच म जीवाण झलसा

अथवा कोई अ य रोग ह तब ह तबहार को कम स कम 2-3 साल क लए कया

जाना चा हए

िजन कसान भाइय क पास स नि चत सचाई यव था नह ह उ ह मगबहार को अपनाना

चा हए

शीतो ण इलाक म ठडी क बाद फरवर ndash माच म प पन होता ह िजसस सत बर ndash अ तबर

म स दया श होन स पहल ह फल क तड़ाई हो जाती ह

न 17 कौन सी प पन नयमन अव ध अथवा बहार सबस अ धक लाभ द ह और य

उ तर य द आपक बगीच म कोई बड़ी सम या नह ह तब वषा पछती मगबहार म

बहतर प पन फल थापन व उपज होता ह तथा साथ ह अ छ गणव ता एव

अ धक मा ा म फल मलन स कह अ धक म य और लाभ होता ह

तथा प रोग और क ट नाशीजीव का कम कोप होन क कारण ह त बहार बहतर

रहती ह अत इसम छड़काव करन क ज रत कम पड़ती ह और साथ ह कह

7

बहतर रग और कलघलनशील ठोस का वकास भी होता ह हाला क अ तबर माह

तक वषाकाल बढ़न पर ह त बहार म प पन नयमन म कभी कभी दर हो जाती

ह अत माच क बाद फल क तड़ाई म दर होन पर फल क गणव ता कम होन

लगती ह अनार क लए बाजार भाव आमतौर पर सतबर स जनवर म कम होत

ह य क उ पादक म इन मह न म यादा तड़ाई होती ह फरवर स अग त

क दौरान अ धक बाजार म य हा सल कया जा सकता ह बाजार अव था म

नरतर बदलाव होत रहत ह इस लए यह नणय माकट अव था और था नक

मौसम को यान म लकर लया जाए नयात क लए पछती मग बहार और ह त

बहार फसल बहतर होती ह

न 18 अनार फलो यान म प पन को कस नय त कर

उ तर सम चत र ट तथा तान वाल फलो यान म अ छा प पन होता ह तड़ाई क बाद आराम अव ध 2-3 माह क होनी चा हए और उसक बाद ह क मदा म एक माह

तक और भार काल मदा म 15 स 2 माह तक का सचाई रोक कर तान दना

चा हए

आराम अव ध म तड़ाई क त रत बाद आड़ी- तरछ शाखाओ मत एव सख तन तथा

लगभग 60 समी तक तना शीष को हटान क लए कटाई-छटाई अथवा नग

क जाती ह पौध म पण वष क हसाब स frac12 मा ा म सड़ी ह ई गोबर खाद frac12

पोटाश क मा ा frac12 फा फोरस क मा ा और 13 नाइ ोजन खाद क शफा रश क

गई मा ा दनी चा हए और उसक बाद पोषक त व अप हण हत नय मत अ तराल

पर ह क सचाई करनी चा हए

तान अव ध म जब तक पि तया पील पड़नी और गरन श नह हो जाती तब तक

सचाई को रोक दना चा हए भार मदा म तान म तजी लान क लए खरपी क

मदद स जड़ क पास ह क गड़ाई करनी चा हए उसक बाद तान क अनसार 1-2

मल ल टर क दर पर इथफॉन 39 तशत क छड़काव साथ वप ण कया जाना

चा हए तथा तन क शीषस 10-15 समी तक क ह क कटाई छटाई अथवा

नग क जाती ह अ धक तान होन पर कम मा ा म इथफॉन का इ तमाल कया

8

जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 7: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

7

बहतर रग और कलघलनशील ठोस का वकास भी होता ह हाला क अ तबर माह

तक वषाकाल बढ़न पर ह त बहार म प पन नयमन म कभी कभी दर हो जाती

ह अत माच क बाद फल क तड़ाई म दर होन पर फल क गणव ता कम होन

लगती ह अनार क लए बाजार भाव आमतौर पर सतबर स जनवर म कम होत

ह य क उ पादक म इन मह न म यादा तड़ाई होती ह फरवर स अग त

क दौरान अ धक बाजार म य हा सल कया जा सकता ह बाजार अव था म

नरतर बदलाव होत रहत ह इस लए यह नणय माकट अव था और था नक

मौसम को यान म लकर लया जाए नयात क लए पछती मग बहार और ह त

बहार फसल बहतर होती ह

न 18 अनार फलो यान म प पन को कस नय त कर

उ तर सम चत र ट तथा तान वाल फलो यान म अ छा प पन होता ह तड़ाई क बाद आराम अव ध 2-3 माह क होनी चा हए और उसक बाद ह क मदा म एक माह

तक और भार काल मदा म 15 स 2 माह तक का सचाई रोक कर तान दना

चा हए

आराम अव ध म तड़ाई क त रत बाद आड़ी- तरछ शाखाओ मत एव सख तन तथा

लगभग 60 समी तक तना शीष को हटान क लए कटाई-छटाई अथवा नग

क जाती ह पौध म पण वष क हसाब स frac12 मा ा म सड़ी ह ई गोबर खाद frac12

पोटाश क मा ा frac12 फा फोरस क मा ा और 13 नाइ ोजन खाद क शफा रश क

गई मा ा दनी चा हए और उसक बाद पोषक त व अप हण हत नय मत अ तराल

पर ह क सचाई करनी चा हए

तान अव ध म जब तक पि तया पील पड़नी और गरन श नह हो जाती तब तक

सचाई को रोक दना चा हए भार मदा म तान म तजी लान क लए खरपी क

मदद स जड़ क पास ह क गड़ाई करनी चा हए उसक बाद तान क अनसार 1-2

मल ल टर क दर पर इथफॉन 39 तशत क छड़काव साथ वप ण कया जाना

चा हए तथा तन क शीषस 10-15 समी तक क ह क कटाई छटाई अथवा

नग क जाती ह अ धक तान होन पर कम मा ा म इथफॉन का इ तमाल कया

8

जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 8: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

8

जाए य द सार पि तया गर गई ह तब प पन उ प न करन क लए 05

मल ल इथफॉन का योग करना ह पया त होता ह इथफॉन क साथ 5

ामल टर क दर पर डीएपी या 05234 का योग करन स अ छ प रणाम

मलत ह वप ण उपचार स एक समान प पन को बढ़ावा मलता ह

य द सभी प रि थ तया अनकल ह तब वप ण क बाद प पन 22 ndash 28 दन म

श हो जाता ह और 45-50 दन म परा हो जाता ह

न 19 ह त बहार क दौरान अनार म प पन को कस उ प न अथवा उ रत कया

जाए

उ तर वषा कन क बाद 20 स 30 दन तक सचाई न कर इथफोन 39 क दो

छड़काव कर पहला 05 मल त ल क दर स प त क पीलपन क अनसार

तथा दसरा छड़काव 7 स 10 दन क अतराल पर 1 स 2 मल ल क दर स

इथफॉन 39 तशत + 5 ामल टर क दर स डीएपी या 05234 का उपयोग

करक वप ण कर अनार म एनएए फलधारण म काम आता ह इस लए वप ण

क 21 ndash 28 दन बाद बढ़वार नयामक न था लन-3-एसी टक अ ल (10

पीपीएम) का एक बार पण य छड़काव कर य द ज र हो तो 7 स 10 दन बाद

न था लन-3-एसी टक अ ल का दसरा छड़काव कया जा सकता ह एक छड़काव

स मपोषक त व क म ण का िजसम म नीज बोरॉन एव जीक होना चा हए

य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25पीपीम (25 मल ामल ) (टि नकल ड

जी ए-3) भी ल सकत ह

कपया यान द एनएए (1 ाम) को इथानॉल क पया त मा ा (2 ndash 4 मल ) म

घोलन क बाद 100 ल टर जल म अ छ तरह स मला ल

न 20 भार वषा क कारण प ती गरन क 2 माह उपरा त अथवा प ती गरन क त रत

बाद भी कोई प पन नह हो पाता ऐस म या करना चा हए

उ तर प ती गरन अथवा वप ण क तरत बाद भार वषा होन क कारण जड़ म लब

समय तक अ धक नमी बनी रहती ह इसस जड़ म अनक पोषक त व क मा ा बढ़ जाती ह और हाम स का असतलन हो जाता ह इसक कारण अ धक पण य बढ़वार होती ह और बह त कम अथवा ब कल प पन नह हो पाता ऐसा काल

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

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न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

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चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

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क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 9: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

9

मदाओ म अ सर दखन को मलता ह जब तक ज र न हो तो तब वषा क बाद सचाई न कर य द यह घटना म सामा य ह तब सीजन म बदलाव और काल मदा म सधार करना ह सबस अ छा वक प हो सकता ह

न 21 अनार क फसल म त व कतन फल लन चा हए

उ तर जब तक पौधा 2 साल का नह हो जाता तब कोई फसल न ल तीसर वष क बाद

स एक वष म कवल एक ह फसल लनी चा हए व क छ क आकार और बढ़वार

क अनसार पहल फसल (3 वष क पौधा आय) म 40 ndash 60 फल त पौधा दसर फसल (4 वष क पौधा आय) म 60 ndash 80 फल त पौधा तथा तीसर

फसल (5 वष क पौधा आय) म 80 स 100 फल त पौधा लन चा हए बाद म

जब पौधा 6 वष अथवा अ धक आय का हो जाए तब त पौधा 100 स 150

फल लय जा सकत ह

न 22 मर पड़ पर अ छा प पनफल थापन हआ था ल कन सभी फलफल गर रह ह ऐसा य ह

उ तर ारभ म नकलन वाल लगभग 80 तशत नर प प होत ह जसा क नर फल

को परागण क लए जाना जाता ह इस लए परागण अव ध क बाद सभी नर फल

गर जात ह परागण क अभाव म गर उव रत व लगी फल भी गर जात ह यह

एक ाक तक या और घबरान क ज रत नह ह

साधारणतःज वक काबन पया त मा ा म हो तो फलधारण म द कत नह आती ह

कभी कभी फ टलाइजशन क 2 स 4 स ताह क भीतर ह उव रत फल और प प

गरन लगत ह इस रोकन क लए बढ़वार नयामक 24 डाइ लोरो फनॉ सी

एस टक अ ल (24-डी) इ थल ई टर 45 जीआर 10 पीपीएम का छड़काव

करना उपयोगी रहता ह य द ज र हो तो 3-4 दन बाद दसरा छड़काव कया जा

सकता ह

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 10: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

10

न 23 घ टया अथवा कोई प प उ प न न होन क या कारण ह और इसस कस नपटा

जा सकता ह

उ तर अन चत तर क स क गई नग और असत लत पौध पोषण (कम ज वक काबन अ धक नाइ ोजन एव कम फॉ फोरस) दन स हारमोनल असतलन बढ़ता ह िजसक

कारण कभी या तो प पन और फल थापन होता ह नह ह अथवा बह त कम हो

पाता ह यादा सचाई स अ त र त नाइ ोजन का रसाव हो सकता ह फॉ फोरस

उवर करण को बढ़ान क लए प पन स पव वाल अव ध क दौरान घलनशील

फॉ फोरस का पानी क साथ उपयोग कया जाए (126100) स मजीव स यता

और मदा म उ चत पीएच मान को बनाय रखन क लए पया त ज वक खाद क

ज रत होती ह ता क पोषण त व क न कषण हत उनक घलनशीलता बनी रह

इसी कार प पन और फल थापन क लए धप तापमान और आ ता जस कारक

भी उ तरदायी होत ह ब ढ़या प पन क लए चमकदार धप 30-350 सि सयस क

आसपास तापमान कम सचाई और सत लत वातावरणीय आ ता क ज रत होती

ह तथा प अनार क एक ह व पर सभी कार क फल आत ह फर भी ास

परागण (मधम खी हवा आ द स हत क ट क कारण) स फल थापन और फल

क गणव ता म सधार आता ह

न 24 अ छा प पन और फल जमाव क लए मझ या करना चा हए

उ तर इसक लए कपया न स या 17 18 19 एव 20 का उ तर दख

न 25 य द प ती गरन क 2-3 माह बाद भी कोई प पन नह होता तब या मझ

दोबारा स इ ल का योग करना चा हए

उ तर इ ल (रासाय नक नाम इथफॉन 39 तशत एसएल) एक हारमोन ह कभी भी

अ धक हारमोन छड़काव नह करना चा हए य क इसस पादप क यक और

बढ़वार पर तकल भाव पड़ता ह और इसस अ य तकल भाव भी पड़त ह

पोषक त व और सचाई का असत लत योग करन क कारण अनक हारमोनल

असतलन काबन-नाइ ोजन अथवा अ य पोषक त व असतलन पौध म हो सकत ह

िजसस प पन बा धत हो सकता ह बगीच म ज वक काबन क पया त मा ा होना

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 11: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

11

फलधारण क सार सम याओ का समाधान ह अ धक मा ा म ज वक खाद लर

आ द का योग कर और जसा क उ तर 19 म बताया गया ह बढ़वार नयामक

एनएए का पण य छड़काव कर

न 26 कस कार फल जमाव अथवा फल थापना को बढ़ाया जा सकता ह और कस कार म कह अ धक मा ा म मादा फल को हा सल कर सकता ह

उ तर एक वष म कम स कम दो बार ज वक खाद का योग करक ज वक मा ा को

अ धक बनाय रख फल और कल नकलन स पहल तथा वप ण क 15-20 दनो

क बाद जब नई कोपल नकलन लगती ह तब जीक स फ़ट 03 म नीज

स फ़ट 06 बो रक अ ल (17 बोरॉन) 06 अथवा सोलबोर (20 बोरॉन) 025 तशत का एक बार छड़काव कर जसा क उ तर 19 म

बताया गया ह बढ़वार नयामक एनएए का पण य छड़काव कर य द ज र हो तो िज ाल क ए सड 25 पीपीम (25 मल ामल ) भी कल अव था म ल

सकत ह

न 27 कस कार धप स झलसनातज धप स होन वाल नकसान स फल को बचाया जा सकता ह

उ तर तज धप अथवा धप स झलसन क सम या गम सख मह न म दखन को मलती

ह अ धकतम सन कॉ ड स नकसान क सम या बाहय कनोपी पर ऊपर लग

फल म दखन को मलती ह ट मनल फलन को रोकन क लए उ चत तर क स

नग करनी चा हए ता क फल पि तय क छाया म सट हो और इसस उ ह तज

धप म झलसन स बचाया जा सक फलो यान म नमी को बनाय रखन क लए

नय मत तौर पर सचाई कर िजसस क तज धप का भाव कम हो धप म बाहर

दखन वाल फल म थल ब द करना अथवा उ ह ढ़कना भी अ छा वक प ह

इसम सफ़द बटर पपर बग अथवा अ छ गणव ता वाल गर बन पॉल ोपाइ लन

थल का उपयोग कया जा सकता ह समाचार प क कागज भर रग क कागज

का योग न कर य क इसस फल का रग वक सत नह हो पाता ह य द

कओ लन ल (इनट ल) का उ चत छड़काव कया जाए पहला 5 क दर स

अ य 25 दर स 15-20 दन क अतराल स करन पर भी सन क ड कम होता

ह तड़ाई उपरात फल को साफ करन क लए अ त र त समय लगता ह

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 12: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

12

न 28 अनार क फल म कछ बीजचोल का रग बगड़कर भरा हो जाता ह पर ऊपर स

फल व थ लगत ह इसका या उपाय ह

उ तर इस ए रल बाऊ नग अथवा आ त रक कडाउन कहा जाता ह यह सम या गम श क मह न म सामा य ह यह अ त अ धक पक ह ए फल म कह यादा दखन

को मलती ह अत फल क तड़ाई उ चत प रप वता अव था म करनी चा हए

पोषक त व क कमी क कारण यह कोप बढ़ता ह अत सह समय पर सभी

पोषक त व क स तत खराक का इ तमाल कर

श न 29 कौन सी प रि थ तया और पोषक त व फल और बीजचोल को गहरा लाल रग दत ह

उ तर अ धक आ ता क साथ गरम दन और ठडी रात फल तथा बीजचोल को अ छा

लाल रग दान करती ह यह सझाव भी दया जाता ह क य द जीवाण झलसा क

सम या आपक फलो यान म नह ह तब बीजचोल क उ चत रग वकास क लए

मगबहार फसल ल 15 दन क अ तराल पर दो बार तड़ाई क एक माह पव

(05234) पोटा सयम डाईहाइ ोजन आथ फॉ फट 10 ामल टर का छड़काव

कर िजसस कछ हद तक बीजचोल क रग को सधारन म मदद मलगी

न 30 बड़ आकार क फल और गहर लाल रग क छलक व बीजचोल वाल गणव ताय त फल क लए कौन स पोषक त व क ज रत होती ह

उ तर फल क आकार को बढ़ान म सहायक पोषक त व ह फॉ फोरस म नीज तथा

िजक 15 दन क अ तराल पर तीन बार पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट

10 ामल टर तथा म नीज स फ़ट 6 ामल टर का छड़काव करन

स फल आकार म बढ़ोतर होगी फॉ फट घलनशील जव उवरक का उपयोग

करक मदा म उपल ध फॉ फोरस क मा ा को बढ़ान स फल आकार म बढ़ोतर

करन म मदद मलती ह 025 तशत क दर पर बो रक अ ल का तीन बार

छड़काव करन एक प प कल नकलन स पहल और शष दो बार फल जमाव क

बाद 30 दन क अ तराल पर करन स फल उपज बढ़ती ह

कि सयम का िज सम क व प म 250 ा त पौधा पण फलधारण क 60

और 120 दन बाद मदा म योग करन पर फल क रग म सधार आता ह

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 13: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

13

अ बबहार फसल क लए बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन गर बन थल क

साथ फल क थलाबद करन स भी फल क रग म सधार आता ह

न 31 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म वक सत क गई ह

उ तर दो सकर त जा तया वक सत क गयी ह ताजा खान यो य एव स करण

योजन क लए ldquoसोलापर लालrdquo और अनारदाना स करण हत ldquoसोलापर

अनारदानाrdquo वक सत क गयी ह तथा स थान तर पर 2017 म रल ज क गई

न 32 सपर भगवा क म पववत भगवा क म स कस कार भ न ह

उ तर सपर भगवा क म 15-20 दन अगती पककर तयार हो जाती ह और इसम भगवा

क म क मकाबल म बहतर फल आकार तथा उ नत रग पाया जाता ह रा य

अनार अनसधान क म हाला क सपर भगवा क म क इस वष पहल फसल

लन क बाद ह प क तौर पर अतर बताया जा सकता ह तथा यह भी दखा गया ह

क कसान क बगान म भगवा और सपर भगवा म कछ खास अतर नह ह

न 33 भारत म वडरफल क म क दशन पर आपक या वचार ह

उ तर वडरफल सय त रा य अम रका स अनार क सबस परानी क म म स एक ह

इसक अनक प रवतलडर सस शीतो ण क साथ साथ उ णक टबधीय व व म फल

ह ए ह (वडरफल पोम वडर अल वडरफल इ ायल वडरफल पीजी 101-2 आ द) शीतो ण टाइप वडरफल क म म भारत क गम श क और अध श क

म फल नह आत अत यह क म इन इलाक म खती क लए उपय त नह ह

इसक अलावा क म वडरफल म काफ बड़ आकार क फल होत ह िजनका भार

लगभग 500 ाम होता ह इस क म म 17-180 स क घलनशील ठोस

मा ा आकषक लाल छलका व बीजचोल होता ह ल कन साथ ह इसम कह

अ धक अ लता (भगवा म कवल 04 तशत क तलना म 1 ndash 15 तशत) पाई

जाती ह और इसक बीज मलायम बीज वाल क म जस भगवा क तलना म

यादा कठोर होत ह यह क म स करण योजन क लए उपय त ह

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 14: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

14

न 34 या भगवा क म क मकाबल वडरफल क म बहतर ह या यह जीवाण झलसा

रोग क तरोधी ह

उ तर वडरफल क म भारतीय बाजार म ताज़ा खान क लए उपय त नह ह य क

भारतीय मीठा वाद और मलायम दान को पसद करत ह जो क भगवा क म म

होता ह रा य अनार अनसधान क म वडरफल क म क पौध दो वष स

अ धक परान ह िजनम अभी तक प पन नह आया ह और इनक प तीया जीवाण

झलसा क त सवदनशील ह

न 35 अनार का रोपण करन क लए कतना फासला बनाय रखन क सफा रश क जाती ह

उ तर भगवा क म क लए 45 मीटर (15 फ ट) x 3 मीटर (10 फ ट) का अ तराल

रखन क सफा रश क जाती ह िजसम त एकड़ लगभग 296 पौध समायोिजत

कए जा सकत ह रा य अनार अनसधान क म हाई ड सीट ला टग क लए

पर ण का काय ग त पर ह

न 36 अनार क फसल म कौन सी अतर फसल ल जा सकती ह और कन फसल स बचना चा हए

उ तर सनई तथा अ य हर खाद वाल फसल स ाक तक लाभकार स म लोरा म

सधार लान म मदद मलती ह और इ ह अतर फसल क प म आजमाया जाना

चा हए और बाद म इ ह म ी म दबा दना चा हए म का गह वार बाजरा सरस फसल स भी स क म स या म कमी आती ह लगातार 6-7 मह न तक

टज स एर टा (अ कन गदा) क म ndash ldquoपसा बसती गदाrdquo और ldquoपसा नारगी गदाrdquo

का रोपण करना भी स मत फलो यान म स क मय क स या को कम करन

म लाभकार होता ह भावी प रणाम क लए इ ह कम स कम लगातार 6 ndash 7

मह न तक बोया जाना चा हए

याज टमाटर मच आल शमला मच गाजर चना फल दार फसल (तर

उड़द मसर राजमा बी स तथा सोयाबीन आ द) खीरावग य फसल (खीरा व

तरबज) जरबरा ल डओलस आ द जसी फसल स स क म क स मण म व

होती ह और इस लए अतर फसल क प म इनस बचना चा हए साथ ह

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

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न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 15: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

15

खीरावग य फसल स क ट क सम या भी बढ़ती ह िजसक कारण अनक रोगजनक

फलत ह इस लए इन फसल क खती स भी बचा जाना चा हए अनक फलदार

फसल भी फल वधक ( यडो र स आइसो ट ज ) और अ य क ट-नाशीजीव क

परपोषी होत ह इस लए इनक खती स भी बचना चा हए इसी कार बागवानी

फसल ndash सि जय सजावाट फसल क साथ साथ फलदार फसल म स क

सम या भी आमतौर पर पाई जाती ह इस लए अतर फसल क प म इनक खती

नह करनी चा हए स जी तथा सजावट फसल अनक क ट व नाशीजीव को

मजबान क प म आ य दती ह इस लए अतर फसल क प म आमतौर पर

इनक खती करन स बचना चा हए

न 37 अ छा प पन और फल थापन पान क लए सट क नग व ध या ह एक वष म कतनी बार नग अथात कटाई-छटाई करनी चा हए

उ तर एक वष म सह तर क स दो बार कटाई-छटाई करन स उ चत कनोपी और फल

जमाव बनाय रखन म मदद मलती ह तड़ाई क तरत बाद म य नग क जानी

चा हए जब क प प नयमन क समय ह क नग (तनाशीष स 10-15 समी

तक) क जानी चा हए कभी भी वषाकाल क दौरान नग नह कर पौध क

ऊचाई पर नभर करत ह ए जमीन स 30-60 समी ऊपर तक म य टहनीय को

छोड़कर सभी टहनीय को हटा द अ य धक नग करन स बच पववत वष क

बढ़वार तक तथा स त अव था क दौरान नग को सी मत कर पड़ क चार

ओर यक वष नई टहनीय को नकलन द

न 38 अनार क फल क तड़ाई कब करनी चा हए

उ तर जसा क अनार क फल नॉन लाईमि क होत ह इस लए फल क तड़ाई पौध पर

पर तरह स प रप वता हा सल करन पर ह करनी चा हए भगवा क म म फल

जमाव स लगभग 6 माह और गणश क म म लगभग 5 माह का समय

प रप वता क लए लगता ह जलवाय प रि थ तय और बधन क अनसार

प रप वता अव ध म कछ स ताह का अ तर हो सकता ह

16

न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

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न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

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न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

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चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

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Page 16: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

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न 39 तान अथवा व ाम अव ध क दौरान या ऑपरशन चलाया जाए

उ तर सझाई गई उवरक मा ा (जसा क न 18) का योग कया जाए और सम चत

व ाम प रि थ तय को बनाय रखन क लए हलक सचाई क जाए तड़ाई क

त रत बाद गहर छटाई क जाए ज रत क अनसार क ट-नाशीजीव तथा रोग

बधन समय-सारणी का अनपालन कया जाए अ यथा कम स कम बोड म ण

1 या अ य कॉपरज य का छड़काव 10-15 दन क अतराल म कर

न 40 नए था पत बाग म नग को कब ारभ करना चा हए

उ तर आदश प स पौध को लगान क 3-6 माह क बीच कटाई क जाती ह अथवा जब

पौध अ छ बढ़वार क साथ लगभग 3 फ ट ऊच होत ह

न 41 व भ न आय अव था वाल पौध क लए नग क काय व ध या ह

उ तर नए बाग म फल आन स पहल क अव ध (2 वष तक) क दौरान पौध म नग

का काय कया जाए िजसम आडी- तरछ शाखाओ वाटर श स आ द को हटा दया

जाता ह पौध क प पन व फलन को नय मत करन क लए (2वष स यादा)

नग क जाती ह आमतौर पर फल और फल क लय ह क नग क जाती

ह िजसम प पन नयमन क समय रोह सर को 5-6 इच तक हटा दया जाता

ह तड़ाई क बाद मत एव सखी पि तय आडी- तरछ शाखाओ को हटान क साथ

गहर छटाई क बाद बसल उवरक डोस व ाम अव था म डालनी चा हए

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4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

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न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

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पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

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चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

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न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

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का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

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5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

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न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

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6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

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(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

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पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

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7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 17: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

17

4 मदा एव पोषण

न 42 हमार पास काल कपास मदा ह या इसम अनार क खती करना उ चत होगा

उ तर नह काल कपास मदा म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती य द

आपक पास कोई अ य वक प नह ह तब आपको अपनी मदा म अ धक मा ा म

ज वक खाद का योग करन और आसानी स जल नकासी होन का ावधान करना

होगा पौध को र ड बड पर लगाना होगा प पन उ प न करन क लए आपको

लब समय (3 स 4 माह) तक सचाई को रोकन क ज रत होगी

न 43 या म अपनी काल म ी म सधार करक उस अनार क खती क अनकल बना सकता ह

उ तर हाला क काल म ी म अनार क खती करन क सलाह नह द जाती फर भी

य द आपक पास कोई अ य वक प नह ह और आप काल म ी म ह अनार क

खती करना चाहत ह तब उसम पया त मा ा म (40 क ापौधावष) म ज वक

खाद मलाय और त वष हर खाद वाल फसल उगाय एव तदपरा त अपघटन क

लए पया त नमी क मौजदगी म उस मदा म दबा द इसस मदा क सर ता म

सधार आएगा और मदा क जल नकासी प रि थ त म सधार होगा अ छा प पन

उ प न करन क लए पौध म कम स कम 3-4 माह तक सचाई बद रख पौध

को 1 फ ट ऊचा और 4 फ ट चौड़ र ड बड पर लगाए

न 44 मन सभी पोषक त व का उपयोग कया ल कन पौधा बढ़वार अ छ नह ह ई अब मझ या करना चा हए

उ तर आपको अपनी म ी क जाच कराकर उसका पीएच मान तथा वधत चालकता (ईसी)

का पता लगाना चा हए य द पीएच मान 85 स अ धक ह तब आपको व नमय

यो य सो डयम तशत (ईएसपी) को जाचन क ज रत ह और य द यह 13

तशत स अ धक ह तब यह मदा क सॉडी सट को दशाता ह ऐस म मदा

व लषण कराकर ज र िज सम मा ा ( योगशाला म अनमा नत) क अनसार मदा

म िज सम को मलान क ज रत ह एव उसक बाद अ छ गणव ता वाल जल क

साथ रसाव कया जाए य द आपक मदा ार य नह ह तब उसम सड़ी ह ए

ज वक खाद य मक अ ल आ द क पया त मा ा मलान क ज रत ह

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 18: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

18

य द जड़ो म स क म का स ामण हो तो पौधा वकास म बाधा आती ह इस लए

स क म बधन भी ज र ह

न 45 कपया मझ आसान तर क स मदा क टाइप क बार म समझाइए साथ ह कपया सम या त मदा म सधार लान क उपाय भी बताय

उ तर म ी को ह का गीला कर ल और उस अपनी हथल पर एक गद जसा बना ल य द

(1) कोई गद नह बनती और म ी आसानी स अग लय वारा स टट जाती ह तब वह रतील मदा ह इस कार क मदा म काफ मा ा म ज वक खाद मलाय

(2) म ी चकनी ह तो आसानी स रोल हो जाती ह और उसक गद बन जाती ह तब वह म ी ल मदा ह इसम 50 तशत रत और ज वक खाद मलाय

(3) चकनी आ शक तौर पर कर कर मदा म आ शक प स चप चपी गद बनती ह

जो क आसानी स टट जाती ह तब वह द मट अथवा चकनी बलई मदा ह यह

रोपण क लए आदश मदा होती ह इसम ज वक खाद और पोषक त व क सझाई

गई मा ा को मलाय

लवणीय मदा पस क नीच मदा क सतह पर एक सफद परतलपन दखन का ता पय ह

क आपक म ी लवणीय ह लवणीय मदाओ म वशषकर यवा प तीय क सर

जल ह ए दख जा सकत ह स चत जल क साथ लवण का रसाव क कारण रोपाई

को मड़ क सीधी सतह क म य वाल थान पर करना चा हए न क मड़ क शीष

अथवा ऊपर

सो डक मदा मदा म अ धक मा ा म व नमय यो य सो डयम पाया जाता ह मदा म जल

भराव होता ह और बाद म जब यह सख जाती ह तब मदा क ऊपर सतह पर

लवण को पतल परत क प म दखा जा सकता ह 50 तशत िज सम

आव यकता ( योगशाला म व लषण वारा आकलन क आधार पर) का योग

और तदपरा त स चत जल क साथ लवण का रसाव करान क सफा रश क

जाती ह

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

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स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

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(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

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न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 19: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

19

न 46 उवरक का योग करन क उ चत व ध या ह

उ तर वषा काल क दौरान उवरक का योग वत अथवा गोल थाल म और अ य मौसम

म पस क नीच करना चा हए

न 47 हम फल म कि सयम क मा ा को कस बढ़ा सकत ह

उ तर कलक रयस अथवा कि सयम य त मदा म

1 अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद को पया त मा ा म मलाय और उसक बाद

सचाई कर 2 जड़ म इल म टल स फर को 20-30 ाम त पौधा क दर स मलाय और

उस म ी म अ छ तरह स मला द

गर-कलक रयस अथवा कि सयम र हत मदा म

1 मदा क पीएच मान पर नभर करत ह ए त पौधा 500-700 ाम क दर स

िज सम को मलाय

न 48 फल म फटाव को रोकन क लए या कि सयम और बोरोन का इ तमाल एक

साथ कया जा सकता ह

उ तर बहतर प रणाम क लए बोरोन का योग ऊपर स छड़काव करक कया जाना

चा हए जब क िज सम का मदा म योग करना फल म कि सयम क मा ा को

बढ़ान म सबस अ धक कारगर पाया गया ह

न 49 मन सभी कार क पोषक त व का योग कया ल कन अभी तक फल आकार

नह बढ़ा फल का छलका कठोर लगता ह मझ या करना चा हए

उ तर कभी कभी वशषकर अ ल य पीएच अथवा तज ताप कम आ ता और सचाई जल

क कारण कॉपर आधा रत क टनाशक का अ धक योग करन क कारण भी फल

का छलका कठोर बन जाता ह हमशा ावण का पीएच को जाच जो क 65-70

क बीच ह सभी कॉपर ज य का छड़काव 7 पीएच पर कर आपक फल आकार

बढ़ान क लए प पन क बाद 60 दन स श करक 15 दन क अ तराल पर

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 20: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

20

पोट शयम डाइहाइ ोजन ऑथ फॉ फट 10 ामल टर एव म नीज स फ़ट 6

ामल टर क तीन पण य छड़काव करन चा हए

न 50 या लवणीय मदा प रि थ तय म फ टगशन अथवा उवर करण करना उपयोगी ह

उ तर पन सल नाइजशन को रोकन क लए लवणीय मदा प रि थ तय क तहत

फ टगशन करन स बचना चा हए जल घलनशील उवरक का योग मदा लवणता

को बढ़ाता ह

न 51 धना यत स म पोषक त व क उपल धता को बढ़ान क लए राइजो फयर म मदा पीएच को कम करन क लए हम या कर सकत ह

उ तर िज सम ज रत क अनसार नॉन-कलक रयस अथवा कि सयम र हत ार य मदा म

िज सम का तथा कलक रयस अथवा कि सयम य त ार य मदा म इल म टल

स फर का उपयोग करन स थानीय मदा पीएच म कमी आएगी और स म पोषक

त व क उपल धता बढ़गी ( न 47 का उ तर दख)

न 52 बहतर पौधा व क लए लवणीय मदा म कस कार सधार कर

उ तर 21 क अनपात म अ छ गणव ता वाल ताजा जल क साथ कम गणव ता वाल

जल क डाइ य टड सचाई वारा जड़ क लवण अथवा नमक का रसाव

कराकर और त पौधा 60 ndash 70 क ा अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद

का उपयोग करक लवणीय मदाओ म सधार लाया जा सकता ह वी आक त वाल

मड़ क ढ़लान क म य म पौध को लगाकर जड़ म लवण क सचयन स बचा

जा सकता ह

न 53 या स म पोषक त व का योग मदा क मा यम स कया जा सकता ह

उ तर य द मदा म कसी वशष स म पोषक त व क कमी पाई जाती ह तब ऐस स म पोषक त व को अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाया जा सकता ह

और ह क आ ता क साथ छाया म 14 दन क लए उ मा यत कया जाता ह

इसक बाद इसका उपयोग स म पोषक त व क कमी को परा करन क लए जड़

म कया जा सकता ह

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 21: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

21

चल टड आयरन (लौह ndash ईडीडीएचए ) का योग उ च पीएच मान वाल मदा म कया

जा सकता ह जब क िजक म नीज कॉपर तथा बोरोन जस अ य स म पोषक

त व अपन अज वक लवण (जलघलनशील मश जीक स फ़ट म नीज स फ़ट

कॉपर स फ़ट बो रक ए सड) क पण य छड़काव म कह अ धक भावी होत ह

न 54 या जीक स फ़ट या अ य उवरक क अज वक लवण क तलना म जीक का इडीट ए चलट अ धक भावी होता ह

उ तर नह इडीट ए चल टड जीक क तलना म फल म जीक क मा ा को बढ़ान म जीक क अज वक लवण का पण य योग कह अ धक भावी होता ह यह अ य

उरवको भी लाग होता ह इडीट ए अण का आकार टोमटल अथवा सर ीय छद

क तलना म बड़ा होता ह अत पौधा सतह क मा यम स इसका अवशोषण कम

होता ह

न 55 या लर का योग करना लाभकार होता ह

उ तर य द लर को अ छ तरह स सड़ ह ए गाय क गोबर स तयार कया जाए तो इसका

योग करना बह त अ धक लाभकार होता ह य क इसस पोषक त व को तथा

अ य बढ़वार नयामक को जड़ तक पहचन म कह आसानी होती ह गाय क

ताजा गोबर स तयार लर का उपयोग नह करना चा हए य क इसस

राइजो फयर स स म पोषक त व ग तह न हो सकत ह अथवा वह बन रह सकत

ह इसक प रणाम व प पौध को अ थाई प स पोषक त व क कमी का सामना

करना पड़ता ह

न 56 म बड़ी मा ा म ज वक उवरक का योग कर रहा ह फर भी या मझ अज वक उवरक का योग करन क ज रत ह

उ तर हा अ धक उ पादकता हा सल करन क लए यह ज र ह कवल ज वक उवरक का

ह इ तमाल करन पर उ च उ पादकता तर को बनाय रखना बह त मि कल होता

ह य क इनम अज वक उवरक क तलना म त इकाई भार पोषक त व क

कम मा ा होती ह ज वक उवरक क साथ साथ अज वक उवरक का एक कत

योग करना उ पादकता और गणव ता को बढ़ान क दशा म सव ठ वक प ह

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 22: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

22

न 57 या नाइ ोजन का अ य धक योग करना नकसानदायक होता ह

उ तर हा नाइ ोजन का अ य धक योग करना पौध क लए नकसानदायक होता ह

उ च नाइ ोजन क कारण पौध शाक य म अ य धक व होती ह िजसस पौध म

कम स या म फल और फल उ प न होत ह इसक अलावा पौधा रोग और क ट

नाशीजीव वशषकर जीवाण झलसा क त कह अ धक सवदनशील बन जाता ह

न 58 व भ न कार क मदाओ म कौन सा नाइ ोजन उवरक इ तमाल कया जाना चा हए

उ तर कि सयम य त मदा म नीम ल पत य रया का इ तमाल कया जा सकता ह

हाला क अनार फसल क लए अमो नयम स फट नाइ ोजन का सबस ब ढया

वक प ह परत यह महगा होता ह गर कि सयम य त मदाओ म कि सयम

अमो नयम नाइ ट (सीएएन) का इ तमाल कया जा सकता ह

न 59 अनार क फसल म नाइ ोजन का बधन कस कया जा सकता ह

उ तर नाइ ोजन का इ तमाल हमशा ख डत मा ा म कया जाए सझाई गई मा ा क एक

तहाई नाइ ोजन को पौध क आय क अनसार पववत फसल म फल क तड़ाई क

त रत बाद इ तमाल कया जाना चा हए और शष दो- तहाई मा ा का इ तमाल पर

तरह स फल खलन क 60 दन बाद और 120 दन बाद समान मा ा म कया

जाना चा हए

न 60 या पण य छड़काव क लए िजक स फट (ZnSO4) म नीज स फट (Mn

SO4 ) बो रक अ ल और ब टर साइड का एकसाथ योग कया जा सकता ह

उ तर हा एक दसर म ह त प क बना इनका एकसाथ योग पण य छड़काव क लए

कया जा सकता ह

न 61 पलाश स सम मदा म या पोटाश अथवा पोट सयम का योग करन क ज रत होती ह

उ तर हा म ी और प ती व लषण रपोट क अनसार आपको यक फसल क बाद पोटाश दन

क आव यकता ह य द मदा म पोटाश क मा ा अनार क लए ज र मा ा स अ धक ह

तो अनश सत उवरक खराक का कवल 75 ह दया जाना चा हए अनार का फल पोटाश

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 23: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

23

का सवा धक अवशोषण करता ह अतः सतत उ पादन बनाय रखन क लए मदा म

अवशो षत मा ा डालनी च हए पोटाश क डाल गई मा ा न जन क तरह रसकर घटती

नह ह बि क मदा म फ स हो जाती ह जो बाद म पौध को मलती ह

न 62 फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान क लए पलाश का कौन सा ोत अ छा होता ह

उ तर अनार फल क भ डारण अव ध और गणव ता म सधार लान म स फट ऑफ

पोटाश ( K2 SO4 ) पोटाश का अ छा ोत होता ह

न 63 अनार क फसल म सल स लक अ ल क या भ मका होती ह इसका उपयोग कस और कतनी मा ा म कया जाए

उ तर सल स लक अ ल एक मख पौध डफस मा ल यल होता ह जो क बह त सी पादप

का यक याओ म शा मल रहता ह इसक वारा पौध को अनक रोग स लड़न

क तरो धता दान क जाती ह अनार म फल नकलन स पहल 30-40 दन

क अन तराल पर 300 पीपीएम (03 ामल ) क चार छड़काव करन क सलाह द

जाती ह य द अ धक मा ा का अथवा अ धक बार छड़काव कया गया तब इसस

पौधा व और वकास म स बि धत पादप का यक याऐ बा धत हो सकती ह

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

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क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 24: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

24

5 जव उवरकजव फामलशन

न 64 या प सचाई णाल क मा यम स जव उवरक जव फामलश स का योग

करन क सलाह द जाती ह इसक सह व ध या ह

उ तर नह प सचाई णाल क मा यम स कभी भी जव उवरक अथवा जव फामलशन

का योग नह करना चा हए बाजार म उपल ध उ पाद म अवयव को लब समय

तक भ डारण क स वधा क लए स त बना दया जाता ह इन अवयव को

अ छ तरह स सड़ी ह ई गोबर क खाद म मलाना चा हए और इनका राइजो फयर

म योग करन स पहल बहतर गणनीकरण क लए स य बढ़वार अव था म

लाना चा हए तथा सफल थापन क लए स य पापलशन क नमाण हत

उ मा यत करना चा हए उ चत व ध क अनसार अ छ तरह स सड़ी ह ई एक टन

गोबर क खाद म एक क ा (अथवा अ धक मा ा म जसा क पक पर अनदश

दए गए ह ) अथवा एक लटर पक को मला लना चा हए तथा इस 10-15 दन

क लए छाया म एक फ ट ऊच ढ़र क प म पॉल थन शीट स ढ़ककर छोड़ दना

चा हए यक 1-2 दन म ढ़र को उलट पलट करना चा हए और उसम वा छत

आ ता बनाय रखन क लए य द ज र हो तो पानी का छड़काव करना चा हए

10-15 दन बाद मदा क साथ म त कर जड़ म योग करना चा हए तथा

इ तमाल क बाद सचाई करना चा हए

न 65 या जव उवरक फामलशन तथा अज वक उवरक फामलशन का योग एकसाथ कया जा सकता ह

उ तर नह कभी भी जव उवरकफामलशन तथा अज वक उवरकफामलशन को आपस म

मलाना नह चा हए जव उवरक म सजीव अवयव अथवा जीव होत ह इ ह

कसी भी रसायन क साथ मलाना नह चा हए य क रसायन का स मजीव क

बढ़वार और उ तरजी वता पर य अथवा अ य नकारा मक भाव पड़ सकता

ह इनका योग रासाय नक योग क कम स कम 20-30 दन बाद करना

चा हए

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 25: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

25

न 66 बाजार म उपल ध कौन सा जव फामलशन अनार क फसल क लए अ छा ह

उ तर जव फामलशन म अब कलर मायकोरायझल कवक ( लोमसया इ ार डस

राइज़ोफगस इररगल रस) ए परिजलस नाइजर एएन 27 ाइकोडमा व रडी

तथा ाइकोडमा हाजनम प सलोमायसीज लल सनस तथा वट स लयम उप

जा त ह जो क मरझान क व ध अ छ मान जात ह और बढ़वार नयामक क

तरह भी काम करत ह ब सलस सब ट लस यडोमोनास लोरस स ाइकोडमा

जा त पण य रोग क व पण य छड़काव क लए अ छ ह हाला क फामलशन म स म जीव क गणना उपयोग करत समय कम स कम 10-7-8 त

ाम अथवा मील चा हए और यह व वसनीय ा ड स ह खर दा जाए और

इनका उ चत तर क स भ डारण कया जाए

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 26: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

26

6 सचाई

न 67 अनार क फसल म सचाई क उ चत व ध या ह

उ तर पहल दो वष तक सगल लटरल और दो पस क साथ और फर तीसर स चौथ

साल म दो लटरल और चार पस क साथ प सचाई कर और बाद म य द पड़

का आकार बड़ा ह तब दो लटरल और छ पस क साथ सचाई क जाए लटरल

को छायादार थान म रख

न 68 पौधा बढ़वार और उ पादन क व भ न अव थाओ क दौरान पौध म कतनी मा ा म सचाई करनी चा हए

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा ऋत और मदा क कार (काल मदा म कम और

रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर नभर

करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 ल टर तक भ न हो सकती ह आपक लॉट

क जल आव यकता को मानक कत करन का सव ठ तर का नीच न 69 म

दए गए उ तर क अनसार ह शष अव ध म तथा फसल अव ध क दौरान फल

थापन होन तक अ य धक सचाई करन स बच तड़ाई स पहल एक माह तक

फल द घ करण अव ध क दौरान धीर धीर सचाई क मा ा को बढ़ाय और तड़ाई क

समय इसम धीर धीर कमी कर

न 69 पौध क जल आव यकता को समझन क लए सबस आसान व ध कौन सी ह

उ तर अनार क लए जल क आव यकता पौध क आय पौध म फलनगर फलन क

अव था फल भार क मा ा सीजन और मदा क क म (काल मदा म कम

और रतील म अ धक) पर नभर करती ह जो क उपरो त बताय गए कारक पर

नभर करत ह ए त दन त पौधा 2 ndash 70 लटर तक भ न हो सकती ह

इस लए फलो यान क लए जल का मानक करण करन का सबस ब ढ़या और

आसान तर का इस कार ह

(1) बाग को एक घट क लए स चत कर

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

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4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

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न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 27: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

27

(2) अगल दन 24 घट क बाद अपनी म ी जड़ क 15 ndash 20 समी क गहराई स

मदा को लकर दबाए दबाए और नमी क जाच कर ल क) य द म ी ढ़ ल रहती ह और दबकर साच म नह बदलती तो पानी क कमी ह

फसल म सचाई कर ख) य द म ी को दबान स वह साच का प ल लती ह तब उस जमीन पर गरा द य द वह गरन क बाद ढ़ ल होकर बखर जाती ह तब पानी क मा ा ठ क ह

जाच करन क बाद अगल दन सचाई कर य द म ी यादा बखरन अथवा फलन क बजाय साच क व प म ह बनी रहती

ह तब पानी क मा ा अ धक ह ऐस म सचाई क ज रत नह ह नय मत प

स जाच करत रह और आपक फलो यान म जब सचाई क ज रत हो तब समय

और अ तराल का मानक करण करत ह ए उसी क अनसार सचाई कर यह

पर ण दोमट मदा क लए ह

न 70 प सचाई णाल म इमीटस क लॉ गग क या कारण ह

उ तर इमीटस क ला गग होन क कई कारण हो सकत ह जस क 1) भौ तक रत एव

गाद कण क कारण 2) ज वक कवक जीवाण अथवा शवाल क व क कारण 3) रसाय नक ख नज सचयन क कारण अपनी घलनशीलता सीमा स अ धक

होन क कारण रसाय नक पार प रकता और उ च ख नज सा ता क कारण

फ टगशन स प इमीटस क लॉ गग हो सकती ह सामा य तौर पर ज वक

तथा भौ तक लॉ गग एज ट सतह सचाई जल म मौजद रहत ह जब क

रसाय नक लॉ गग एज ट सचाई जल म उ च ख नज सा ता क कारण होत ह

न 71 इमीटस म ला गग को कस रोका जा सकता ह

उ तर सतह सचाई जल म इमीटस क ला गग अथवा इमीटस का अव होना अ धकाशतः ज वक तथा भौ तक क ला गग एजन ट क कारण होता ह जल क

गणवत ता क आधार पर एक उ चत फल शन णाल क इ तमाल स पस क

भौ तक प ल गग को रोका जा सकता ह प सचाई णा लय क ज वक क ला गग को रोकन म ब ल चग पाउडर का उपयोग करक सम चत क लोर नशन

तथा वस मण मख उपाय ह पौध बढ़वार अव ध क अत म लटरल म 5

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

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7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

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न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

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न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

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चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 28: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

28

पीएच वाला सल फ रक का अम ल घोल डाल और घोल को रात भर क लए छोड़ द तथा अगल दन इस लश कर द जल क पीएच को कम करन क लए अम ल क इज शन स प इमीटस क रासाय नक क ला गग को रोका जा सकता

ह नाइ क अम ल सवा धक भावी वलायक अथवा सोलबलाइजर ह हाला क सल फ रक हाइ ोक लो रक तथा फॉस फ रक अम ल का इस तमाल भी कया जा सकता ह पीएच 45 अम ल घोल क साथ एक घट क लए लाइन म ल शग

करना भी आमतौर पर भावी रहता ह हाला क य द कोई वशष कठोर तलछट बन गई ह तब घोल को रातभर क लए छोड़ा जा सकता ह इसक बाद पानी क साथ लाइन को लश कर द सीजन क अत म कठोर अथवा ती उपाय

क तलना म सधारात मक अथवा नवारक उपाय को आजमाया जाए मह न म

कम स कम एक बार इमीटस फल टस तथा लटरल स क जाच एव सफाई स हत नय मत रख रखाव कया जाए वषाकाल म भी कम स कम 10 मनट तक णाल को चलान स ऑपरशन अव ध म व होती ह और अव ता कम होती ह

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 29: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

29

7 रोग वक त एव नाशीजीव

न 72 जीवाण झलसा रोग क पर तरह स रोकथाम करन क लए या कोई भावी रसायन ह

उ तर ऐसा कोई अकला रसायन नह ह िजसक वारा जीवाण झलसा रोग को पर तरह स

रोका जा सक हाला क क चरल पोष णक एव पौध सर ा ऑपरशन स हत

एक कत ि टकोण अपनाकर जीवाण झलसा रोग को रोका जा सकता ह रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर तत

आईडीआईपीएम अनसची का पालन करक पहल वष तथा दसर वष म रोग को

मश 50 ndash 80 तशत एव 70 ndash 100 तशत तक कम कया जा सकता ह

बहरहाल भावी रसायन म शा मल ह जीवाणनाशक 2 ndash ोमो ndash 2 ndash

नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल ( ोनोपोल) 05 ामल टर एट बायो टक

टोमाय सन स फट 90 तशत + ट ासाइि लन हाइ ो लोराइड 10 तशत

05 ाम ल टर कॉपर ऑ सी लोराइड 50 WP 3 ामल टर कॉपर

हाइ ो साइड 538 WP 2 ामल टर तथा बोड म ण 05 ndash 1 तशत

जसा क आईडीआईपीएम म बताया गया ह इ ह बदल ndash बदल कर लन क

ज रत होती ह स ल सल क अ ल 03 ामल टर क एक माह क अ तराल पर

चार छड़काव करन जो क फल आन स पहल ारभ कर और स म पोषक त व

का छड़काव करन स पौध म रोग तरो धता बढ़ती ह और साथ ह फल उपज

और गणव ता म सधार आता ह

न 73 या आयडीआयपीएम अनसची कवल जीवाण झलसा रोग भा वत फलो यान क लए ह

उ तर अनार म आयडीआयपीएम अनसची सामा य तौर पर दखन वाल रोग व क ट

नाशीजीव क बधन क लए ह इस अनसची का उपयोग सामा य तौर पर कसी

भी सीजन म रोग एव क ट नकसान स म त उपज हा सल करन म कया जाता

ह हाला क य द फलो यान जीवाण झलसा रोग स म त ह और वह जीवाण

झलसा म त म ि थत ह तब कसान को टोसायि लन ( टोमाय सन

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

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न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 30: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

30

स फट 90 तशत + ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) तथा ोनोपोल (2 ndash

ोमो 2 ndash नाइ ो ोपन ndash 1 3 ndash डायोल) का उपयोग नह करना चा हए

न 74 अनक छड़काव करन क बावजद हम जीवाण झलसा रोग क रोकथाम करन म असमथ य ह

उ तर रोग क रोकथाम करन म जब कम मा ा म स तत जीवाणनाशक का छड़काव

कया जाता ह तब वह भावी नह रहता कई जीवाणनाशक म त छड़काव

(रोजाना छड़काव अथवा हर दसर दन छड़काव) करन स जीवाण झलसा रोग

बढ़ता ह य क जहा एक ओर जीवाणनाशक क बना अथवा जीवाणनाशक क कम

मा ा क साथ छड़काव करना झलसा जीवाण को न ट करन म भावी नह रहता

वह दसर ओर इसस कह अ धक पानी और आ ता मलता ह िजसस जीवाण को

अपना गणनीकरण करन म मदद मलती ह एक पौध स दसर पौध म फलन म

और नए म वश करन म मदद मलती ह अत आपको अनक बार छड़काव

करन क ज रत नह ह अ पत जीवाण झलसा क रोकथाम क लए सह समय

पर सह मा ा म छड़काव करन क ज रत ह

न 75 छड़काव करत समय क या ndash या साव धा नया बरतन क ज रत होती ह

उ तर

(1) कवल सझाई गई मा ा म ह ज रत आधा रत छड़काव कर अ धक छड़काव

करन स रोग बढ़ता ह (2) कोई भी छड़काव श करन स पहल स मत एव खराब फल को हटा द (3) स मत फल को अपन फलो यान म अथवा समीप नह फक य आपक खत म

स मण का ोत बन सकत ह इ ह ग ढ़ म दबा कर उस म ी स ढ़क द और

सड़न द (4) मौसम क प रि थ तय को दखत ह ए छड़काव क बीच म 7 स 14 दन का

फासला बनाय रख ससगता क अनसार जीवाणनाशक छड़काव क साथ

क टनाशक कवकना शय अथवा स म पोषक त व क छड़काव को शा मल कर

म ण वारा स पटट अथवा पौध पर पादप वषा तता उ प न नह होनी

चा हए

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 31: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

31

(5) भा वत लॉट म बना दर कय वषा क उपरा त जब पौध क सतह सख जाए

तो जीवाणनाशक का अ त र त छड़काव कर (6) हमशा (वषा अथवा वषा नह ) छड़काव क साथ अ छ गणव ता वाल नॉन

आयो नक डर ि टकर को मलाय बोड म ण क साथ डर ि टकर का

उपयोग नह कर (7) हमशा बोड म ण को ताजा तयार कर और उस उसी दन इ तमाल कर ल (8) छड़काव म ण तयार करन क लए यक रसायन क घोल को अलग स तयार

कर और कल छड़काव म शा मल कर ल य द तलछट जमती ह ( स पटट) तो

म ण रसायन ससगत नह ह अथवा पीएच उ चत नह ह (9) काफ समय तक वषा नह होन अथवा जीवाण झलसा क नह बढ़न क मामल म

छड़काव को 7 दन क बजाय 10-15 दन क अ तराल पर कया जा सकता ह (10) अ छ प रणाम क लए छड़काव घोल का 65 स 7 का पीएच मान होना चा हए (11) टोसायि लन म स य सघटक (ai) ह टोमाय सन स फट 90 तशत

+ ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत तथा ोनोपोल म 2ndash ोमो 2ndash नाइ ो ोपन-

1 3- डओल 95 तशत टोसायि लन और ोनोपोल दोन ह व भ न

क प नय म भ न नाम स उपल ध ह कपया जाच ल क य द स य घटक

कम ह तब उसक क अनसार खराक अथवा मा ा को बढ़ा ल (12) ऐस उ पाद नह खर द िजनम प कग पर तशतया स य घटकरसायन को

अ कत नह कया गया हो

न 76 जब जीवाण झलसा रोग स स मत फल को हटाया जाता ह तब इस रोग का

कोप कह यादा होता ह या यह सह ह

उ तर नह यह पर तरह स गलत ह य द आप जीवाण झलसा रोग स स मत फल क

साथ ह छड़काव करना जार रखत ह तब आप वा छत प रणाम हा सल नह कर

सकत जब आप जीवाण झलसा स स मत फल को नह हटात तब नए

स मत फल क पहचान आसानी स नह क जा सकती य क आसपास लग

अनक फल पर स मण होगा और आप सोचग क स मण म बढ़ोतर नह ह ई ह

ल कन जब आप यक छड़काव स पहल झलसा स सत फल को हटात ह और

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 32: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

32

ऐस म आप नए स मण को पात ह तब आप आसानी स दख सकत ह क फल

क हटान स झलसा स मण म व ह ई ह अथवा नह

न 77 जीवाण झलसा रोग क कारण पछल 2-3 वष स हम कोई भी उ पाद हा सल नह

कर पाए ह हमार बगीच म तन पर ककस ह या अब रोग को नय त करना सभव ह अथवा हम फलो यान को ह हटाना चा हए

उ तर झलसा रोग स स मत फलो यान को हटान क कोई ज रत नह ह झलसा

स मण एक थानीय स मण होता ह जो क यक वाइट क आसपास ऊतक

तक सी मत होता ह और यह एक णाल ब रोग नह ह इस लए इसका

ब ट रयम पौधा णाल क अ दर नह जाता ह तथा व को आईडीआईपीएम क

साथ नया जीवन दया जा सकता ह ता क व अ छ उपज द सक ऐस अनक

उदाहरण ह जहा म य तन पर ककस क मौजदगी क बावजद कसान सामा य

उपज हा सल कर रह ह

न 78 या जीवाण झलसा रोग क रोकथाम क लए कोई थायी उपचार ह

उ तर कसी भी फसल म जीवाि वक रोग क रोकथाम क लए रोग तरोधी क म का

वकास करना ह द घाव ध समाधान होता ह अभी तक अनार म जीवाण झलसा

रोग क कोई तरोधी क मजनन य नह ह इसक रोकथाम क लए

आईडीआईपीएम ह एकमा समाधान ह िजसस लगभग 90 ndash 100 तशत तक

रोकथाम क जा सकती ह

न 79 अभी तक रा य अनार अनसधान क वारा कोई भी जीवाण झलसा तरोधी क म य वक सत नह क गई

उ तर रा य अनार अनसधान क वारा सभी उपल ध जनन य (375 स भी अ धक)

सीड लग पॉ यलशन तथा वक सत सकर क नग क गई यह सभी भ न

तर पर जीवाण झलसा रोग क त सवदनशील ह इसक अलावा नकारा मक

फल गण (छोटा आकार वाद म ख ापन कठोर बीज अथवा लाल रग म बदलाव)

क साथ जनन य एव सकर म जीवाण झलसा कम होता ह अत हम इस बाधा

स पार पान क लए आनव शक तर पर काय कर रह ह ता क हम अ छ फल

गणव ता क साथ झलसा तरोधी क म हा सल कर सक

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

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क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 33: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

33

न 80 गभीर जीवाण झलसा रोग क कोप क लए सवा धक मख पयावरणीय प रि थ तया या ह

उ तर जीवाण झलसा रोग वकास क लए अनकलनीय कारक म यत 10-16 घट क

लए अनकल तापमान और आ ता का बन रहना ह जीवाण झलसा रोग 30

तशत स अ धक आ ता पर श होता ह और य द तापमान 2500 स 3500 क

बीच हो तो यह 50 तशत स अ धक आ ता पर ती ग त स फलता ह इसक

वकास क लए 01 ममी वषा अथवा छड़काव क मा यम स मलन वाला पानी

पया त होता ह और वषा क साथ साथ 35 मीसक ड क वाय ग त स भी इस

फलन और नए थान म वश करन म मदद मलती ह

जीवाण झलसा रोग वकास क लए तकल कारक म शा मल ह लब समय तक

तापमान का 200 सि सयस स नीच रहना अथवा 350 सि सयस स अ धक रहना

और आप क आ ता 30 तशत स कम बन रहना

न 81 या जीवाण झलसा रोग क ती ता क साथ पोषक त व का कोई सबध ह

उ तर हा न कवल जीवाण झलसा रोग बि क अ य रोग और वक तय स पौध को

बचान म पोषक त व का सत लत योग करना सवा धक मह वपण होता ह

पोषक त व यथा कि सयम म नी सयम आयरन म नीज व कॉपर को जब

सत लत अनपात म उपयोग कया जाता ह तब जीवाण झलसा रोग क ती ता म

कमी आती ह जब क नाइ ोजन क ज रत स यादा उपयोग स रोग क ती ता

बढ़ती ह

न 82 फलो यान को जीवाण झलसा रोग स म त रखन हत सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 हमशा रोग म त पौध साम ी का ह रोपण कर 2 हमशा वषा क त रत बाद नया बाग लगाए न क वषा स पहल 3 सह समय पर और सह मा ा म स तत खाद और उवरक का उपयोग कर पहल

दो वष क लए जब तक बहार नयमन नह हो जाता तब तक अज वक उवरक

क यादा इ तमाल स बच और ज वक उवरक का इ तमाल कर

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

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चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

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क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 34: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

34

4 फलो यान म सफाई बनाय रख 5 कसी भी स मत फलो यान स कसी यि त को अपन फलो यान म नग

अथवा अ य काम स घसन न द 6 पहल फसल लन स पहल कम स कम दो वष तक पौध को बढ़न द 7 त व अ धक फल क तडाई नह कर पौध क आय और बढ़वार क अनसार

अनकल फल स या हा सल कर 8 फसल को पया त व ाम द और यनतम सचाई क साथ व ाम अव ध म तड़ाई

क त रत बाद ज वक खाद स म पोषक त व पोटा सयम और फॉ फोरस का

योग कर 9 फलो यान क समीप बना दखभाल वाल स मत फलो यान को न ट कर द 10 वषभर ोफाइलि टक छड़काव कर फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क

बाद 11 योग करन वाल दन ह ताजा तयार कया गया बोड म ण (05 स 1

तशत) सव ठ यापक प म जीवाणनाशक तथा कवकनाशी ह 12 कोई भी अथवा कसी भी दवा का बना सोच समझ छड़काव नह कर

वा त वक अथवा मा णत रसायन का ह योग कर 13 जीवाण झलसा म त फलो यान म टोसायि लन ( टोसायि लन

स फट 90 तशत +ऑ सी ट ासाइि लन 10 तशत) का योग नह कर

न 83 एक बार फलो यान म जीवाण झलसा रोग होन क बाद इसका बधन करन क सवा धक मह वपण कदम या ह

उ तर

1 एक बार रोग पाए जान पर ह तअल ह तबहार फसल का ख कर 2 फसल को सम चत आराम द 3 अपन इलाक म एकसमान बहार तथा बधन अनसची को अपनाय 4 बना दखभाल वाल तथा स मत फलो यान को हटा द 5 फलो यान क व छता बनाय रख 6 सह समय पर तथा सह मा ा म स तत खाद व उवरक का इ तमाल कर

ज वक उवरक का भरपर इ तमाल कर

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7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 35: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

35

7 वषभर (फसल सीजन व ाम अव ध तथा वषा क बाद) सझाई गई मा ा म उ चत

छड़काव अनसची को अपनाय कोई भी तथा कसी भी दवा का बना सोच समझ

योग नह कर हमशा वा त वक अथवा मा णक रसायन का ह योग कर िजन

पर स य सघटक (ai) का तशत अ कत हो अथवा तशत क साथ सघटक

का ववरण दया गया हो

न 84 या जीवाण झलसा रोगजनक का कोई अ य वकि पक परपोषी ह

उ तर नह जीवाण झलसा रोगजनक ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस पीवी य नक क लए

कोई वकि पक परपोषी नह ह वकि पक परपोषी क प म नीम आ द को रपोट

कया गया ह िजनम झलसा ल ण वाल अ य जीवाण होत ह

न 85 या जीवाण झलसा कवल जीवाण वारा होता ह अथवा इसम अ य स मजीव भी शा मल ह

उ तर जीवाण झलसा रोग का कारण कवल ब ट रयम ज थोमोनास ए सोनोपॉ डस

पीवी य नक ह इसम कोई अ य अवयव अथवा स मजीव शा मल नह ह

न 86 ार भक अव था म जीवाण झलसा रोग क पहचान कस कर

उ तर ार भक ल ण म प तीय क नचल सतह पर छोट छोट जल सोखन वाल

(तल य) ध ब दखत ह िज ह काश क व प ट तौर पर दखा जा सकता ह

फल पर बाहर छलक पर जल सोखन वाल अथवा तल य ध ब दखत ह

टह नय पर आमतौर पर नई अथवा यवा टह नय पर नो स क आसपास जल

सोखन वाल मटमल ऊतक दख जा सकत ह बाद म य स य ध ब जल स त

कनार क साथ काल भर हो जात ह नमन क पि ट करन क लए उ ह

समीप थ योगशाला म ल जाए जहा योगशाला म जाच करक त रत क जीवाण

झलसा क पि ट क जा सकती ह फल व तन पर जीवाण जलसा क ध ब

चप चप महसस ह ग जब इ ह पानी क ब द क साथ पश कया जाएगा और

अगल क साथ रगड़ा जाएगा

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

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क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 36: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

36

न 87 एक बार जब इस रोग क रोगजनक पौध म घस जात ह तब कतन दन म रोग ल ण दख जा सकत ह

उ तर एक नए था पत फलो यान म िजसम क य द पौध साम ी वारा जीवाण का

लटट स मण लाया गया ह तो (आमतौर पर डठल स त क लय वारा जीवाण

को लाया जाता ह) म कछ पौध पर नो स का कालापन आमतौर पर 5-7 माह क

बाद दखा जा सकता ह जो क पयावरणीय प रि थ तय पर नभर करता ह जीवाण झलसा रोग स स मत फलो यान म नया स मण अनकल मौसम

प रि थ तय म फल एव प तीय म जीवाण क वश करन क 4-7 दन बाद दखा

जा सकता ह

न 88 अनार का एक रोगम त नया फलो यान था पत करन क लए या उपाय करन क ज रत ह

उ तर रोगम त अथवा पौधशाला स पौध साम ी ल और नोडल स मण क लए

फलो यान क लगातार नगरानी कर जसा क न 3 म दया गया ह यह अ छा

रहगा क स मत पौध को तरत ह उखाड द और उ ह जला द त काल ह 10-

15 दन क अ तराल पर अथवा वषा क त रत बाद टोसायि लन (5 ाम10

ल टर) कॉपर ऑ सी लोराइड (25 ाम10 ल टर) तथा बोड म ण (05

तशत) का बदल बदल कर सर ा मक छडकाव कर

न 89 या जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स फलता ह यह हवा म कतनी लबी दर तय करता ह

उ तर जीवाण झलसा रोग हवा क मा यम स तभी फलता ह जब तज वषा व तफान आता

ह अथवा जब हवा म अ धक आ ता होती ह य क जीवाण अथवा ब ट रया

श क हवा म मर जात ह हवा म इसक जीवाण आमतौर पर कम दर तक ह जा

पात ह और यह कछ मीटर पर ि थत बगल क पौध को ह स मत कर पात ह

हाला क वषा तफान इ ह लबी दर तक ल जा सकता ह

37

न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

38

न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 37: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

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न 90 इसक सार क व भ न व धया या ह

उ तर यह रोग स मत पौध साम ी स पौध स पौध स पक वषा जल क बहाव और

वषाजल छडकाव या बौछार बहती हवा म वषा बौछारस पौध क दखभाल करन

वाल यि त सद षत औजार और मण करन वाल क ट स फल सकता ह

न 91 या जीवाण झलसा रोग क स मजीव मदा म मौजद रहत ह और य द हा तो फर कतन समय तक या मदा भी जीवाण झलसा रोग जनक क वाहक हो सकती ह

उ तर जीवाण झलसा क रोग जनक रोग स सत पौध म अथवा जहा जीवाण झलसा स

स मत पौध को म ी म दबाया जाता ह वहा उपि थत रहत ह य 30 दन स

अ धक समय तक अनार पौध (पि तया फल अथवा तना) क बना नह बन रह

सकत अत मदा म सडाय गए पौध ऊतक म 25 ndash 30 दन क बाद जीवाण

झलसा रोग जनक ndash ज थोमोनास नह रहता ह इस लए य द पौध ऊतक को

सड़ा दया गया ह तब ब ट रया क सार क लए मदा मह वपण नह ह

न 92 मरा अनार फलो यान जीवाण झलसा रोग स बर तरह भा वत ह म इस हटाकर

एक नया फलो यान था पत करना चाहता ह जीवाण झलसा भा वत वतमान फलो यान को हटान क कतन समय बाद म नए फलो यान म रोपण का काय कर सकता ह

उ तर जसा क न स या 91 क उ तर म प ट करण दया गया ह मदा म बच सभी पादप ऊतक का अपघटन करन क दो माह बाद आप नए सर स रोपण का काय

कर सकत ह फलो यान स सभी कार क पौध अवशष वशषकर रोग स मत

फल और तन को हटा कर न ट कर द य क य आसानी स अपघ टत नह होत

और लब समय बन रहत ह कई बार जताई क लए मदा को उलट ndash पलट करक

उस धप दखाय ऐसा करन का सबस ब ढ़या समय वष क सबस गरम मह न ह

उसक बाद खत म वषा ारभ होन स त रत पहल ढ़चा आ द हर खाद वाल फसल

क बआई कर और 50-60 दन बाद हल चला द िजसस हर खाद मदा म दब

जाए और तब वषा क बाद रोपाई कर जब मदा म अ छ नमी होती ह और ठड

तापमान क दन म पौध रोग म त रहत ह और बहतर था पत होत ह

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 38: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

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न 93 म कोलटो ाइकम सड़न ( कसान वारा इस लग भी कहा जाता ह) क रोकथाम म असमथ ह

उ तर यह फल पर गम आ प रि थ तय म हमला करता ह और िजसक कारण भार

नकसान होता ह स मत फल को हटाकर न ट कर द अथवा जला द उ ह

फलो यान क आस पास न तो दबाय और न ह फक 7 दन क अ तराल पर (1)

ाइसाय लाझोल 18 तशत + म कोजब 62 तशत WP 25 ndash 3

ामल टर (2) ोपीकोनाजोल 1 म लल टर + लोरोथलो नल 75 तशत

WP 2 ामल टर का छड़काव कर फल आन स पहल क अव था स नवारक

उपाय क तौर पर त माह एक णाल ब और एक स पक कवकनाशी का योग

कया जाए य द रोगजनक पन क सराख क आसपास ह तब फल को चसन

वाल शलभ अथवा माथ क स मण क बाद कोलटो ायकम सहज होता ह फल

चसक शलभ क रोकथाम उ तर 100 क अनसार कर

न 94 फलन अव था क दौरान कोलटो ाइकम एव फाइटो थोरा क कारण होनी वाल फल सड़न क बीच म भ नता का पता कस लगाया जा सकता ह इसक रोकथाम उपाय या ह

उ तर कोलटो ाइकम (ए नॉज ) सड़न भर कठोर सड़न होती ह िजनम सतह पर कोई

बीजाणक जनन नह होता ल कन फाइटो थोरा सड़न गहर रग क होती ह जो क

कठोर नह बि क मलायम तथा पल पल होती ह यह बह त तजी स फलती ह

और 2 ndash 3 दन म पर फल को घर लती ह बाद म फल क सतह पर सफद

फफद को भी दखा जा सकता ह

न 95 पौधा मरझान क या कारण ह

उ तर कवक य रोगजनक सरटो सि टस फि यटा मरझान रोग का म य कारण होता

ह और यज रयम राइजो टो नया कलरो टयम म ोफो मना फाइटो थोरा

कभी कभी जड़ पाए जात ह कछ रतील मदाओ म जड़गाठ स क म

म वॉयडोगायन इनकाि नटा म य कारक हो सकता ह शॉट होल बोरर सी फि यटा क साथ जड़ा ह आ अथवा वत प स मरझान का कारक हो सकता

ह आ शक अथवा परा पौधा भी तना छ क (शॉट होल बोरर) क कारण मर सकता

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ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

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न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 39: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

39

ह इसक अलावा भी जल क कमी अथवा जल भराव स भी अ थाई अथवा थाई

प स मरझान रोग हो सकता ह

न 96 या मरझान क रोकथाम क लए कोई फल फ उपाय ह

उ तर य द मरझान का रोग कवक य रोगजनक क कारण ह तथा 25 ndash 30 तशत स

अ धक पौधा कनोपी को नकसान पह च चका ह तब रसाय नक उपचार क साथ

पौध को बचाना मि कल होता ह ोफाइलि टक व ध जस यक छ माह पर

भावी जव एज ट का उपयोग ह इसका सबस ब ढ़या समाधान ह

न 97 मरझान बधन क लए पकज ऑफ क टकसस या ह

उ तर सबस पहल रोग क सह पहचान करना और उसक बाद उ चत बधन तर क का

पालन करना ह मरझान रोग स सब धत सम याओ स बचन अथवा उनक

रोकथाम करन म सफलता क कजी ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क

लए कपया वबसाइट nrcpomegranateicargovin का पालन कर

न 98 जब मन मरझान स भा वत पौध को हटाया तब मरझान स मण और भी बढ़

गया ऐस कहना ह क मरझान रोग स भा वत पौध को हटान स यह और बढ़ता

ह या यह सह ह

उ तर नह यह सच नह ह सावधानीपवक मरझान स भा वत पौध को हटान स

मरझान स स मत पौध क स या म कोई बढ़ोतर नह होती सख मरझाय ह ए

पौध को हटाकर जला दना चा हए इ ह फलो यान म इक ा करक नह रखना

चा हए रोग क रोगजनक मत पौध म कई साल तक बन रह सकत ह और मदा

अथवा स मत पौध का मलबा हवा और वषा क मा यम स फलकर फलो यान म

नए पौध को स मत कर सकता ह जलान क लए स मत पौध को फलो यान

स उखाड़त समय य द प र जड़ स हत पौध को उवरक थल म नह डालग तो

मरझान रोगजनक वाल जड़ क मदा इधार उधर फलोघान म गर जाती ह िजसस

फलो यान म और अ धक पौध म मरझान रोग होन क सभावना बढ़ जाती ह मरझान रोग क लए व तत सलाह क लए कपया वबसाइट

nrcpomegranateicargovin का पालन कर

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

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चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 40: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

40

न 99 सया त क प चात मॉथ अथवा शलभ को पकड़न और मारन क सामा य व ध क अलावा फल चसक मॉथ क रोकथाम कस क जा सकती ह

उ तर बटर पपर अथवा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल स फल क थलाबद करना ह

फल चसक मॉथ अथवा शलभ क रोकथाम का अकला व वसनीय समाधान ह

फलो यान क आसपास गलवल ( टनो पोरा जा त) को हटा द य क य फल

चसक मॉथक लावा अव था क लए परपोषी होत ह स मत फल को नह हटाय

य क ऐस फल पर मॉथ दोबारा हमला करत ह जमीन पर गर ह ए फल को

इक ा करक न ट कर द तथा सड़न को रोकन क लए कवकनाशी का छड़काव

कर नायलोन स बन थल म कला अथवा अम द क बट को फलो यान म कई

थान पर लटका द य क मॉथ इन फल को पसद करत ह मॉथ स होन वाल

नकसान को वषा क बाद अग त स नव बर क बीच दखा जा सकता ह बहार म

बदलाव एक अ य वक प ह जमीन पर गर ह ए फल को इक ा करक न ट कर

न 100 थलाबद क या लाभ ह

उ तर थलाबद करन स फल क रग व गणव ता म सधार आता ह य द थलाबद को

सह समय पर और फल वकास क सह अव था म कया जाए तब फल को धप

म झलसन स बचाया जाता ह और उ ह फल चसक मॉथ अथवा शलभ और फल

छदक स सर ा मलती ह

न 101 थलाबद म कस कार क साम ी का उपयोग कया जाना चा हए त फल थलाबद क लागत या ह

उ तर बटर पपर तथा पॉल ोपाइ लन नॉन वोवन थल सबस ब ढ़या होती ह इन साम ी

क साथ त फल थल क लागत लगभग 1 पय आती ह

न 102 फल थलाबद क लए या सफा रश ह

उ तर थलाबद को ज रत क हसाब स करना चा हए फल चसक मॉथ क लए जस ह

मॉथ का पहला हमला दखाई द फल क थलाबद कर द जो क आमतौर पर

अग त क अत म अथवा सत बर म क जाती ह धप म झलसन स बचन क

लए थलाबद को जब फल नीब क आकार वाल हो जाए तब फरवर स मई क

41

दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

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8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 41: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

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दौरान कया जाता ह थलाबद स तरत पहल फल पर कवकनाशी + जीवाणनाशी

+ क टनाशी का छड़काव कर वषाकाल म और जीवाण झलसा रोग फल सड़न

तथा मील बग स स मत फलो यान म फल क थलाबद नह कर थलाबद

वाल फल जीवाण झलसा सड़न तथा मील बग क त कह अ धक सवदनशील

होत ह

न 103 या अ य कवकना शय क टनाशक अथवा स म पोषक त व क साथ बोड म ण को मलाना चा हए

उ तर नह बोड म ण म अ य रसायन को मलान क सलाह नह द जाती इसस

बोड म ण क भावशीलता कम होती ह

न 104 उ चत बोड म ण और बोड प ट कस कार तयार कर

उ तर बोड म ण य द सह तर क स बोड म ण तयार कया जाए तो यह एक अ त

भावी यापक प म वाला कवकनाशी ह एक अ छा बोड म ण तयार करन

क लए न न ल खत तर का अपनाय-

(क) सयोजन

रसायन मा ा कॉपर स फट (CuSO4 5H2 O) 1 क ा

ि वक चना (लाइम)कि सयम ऑ साइड (CaO) अथवा कि सयम हाइ ो साइड Ca(OH)2

(ताजा टॉक योग कर)

300 ndash 400 ाम माण श ता पर नभर करता ह

जल 100 लटर

05 तशत क लए कॉपर स फट और चन क मा ा आधी कर द (ख) व ध

पानी क आधी मा ा म रातभर कॉपर स फट को घोल ल (घोलन क लए उस एक

जट थल म लटका द)

42

चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

43

न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 42: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

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चन (कि सयम ऑ साइड) को ठडा कर इस पानी क शष आधी मा ा म घोल ल

और एक मह न छलनी स छान ल य द ि वक चना उपल ध नह ह तब

हाइ टड चना (Ca (OH)2 ) का इ तमाल कया जा सकता ह अब इन दोन घोल को एक नर क मदद स कसी तीसर बरतन अथवा छड़काव

टक म मला ल और लकड़ी क ड डी क मदद स तजी स लगातार हलाय (ग) बोड म ण क लए जाच आयरन ट ट तयार कए गए बोड म ण म अ धकता म कॉपर क मा ा नह होनी

चा हए य क यह पौध क लए वषा तकर होता ह इस जाचन क लए घोल

क ऊपर परत म कछ मनट क लए लोह क चाक अथवा क ल को ड़बो द लोह क चाक अथवा क ल क सतह पर लाल अथवा भरा सचयन होन पर म ण म

अ धकता म कॉपर क होन का पता चलता ह ऐसी प रि थ त म जब तक लोह

क चाक क सतह पर कोई र ट दखाई दना ब द नह हो तब तक म ण म चन

का घोल मलात रह

पीएच ट ट म ण क पीएच मान क जाच करन क लए अ छ गणव ता वाल

पोटबल पन टाइप पीएच मीटर का उपयोग कर और पीएच 7 क लए जाच कर

य द पीएच 7 स कम ह तब और अ धक चना मलाय और य द 7 स यादा ह

तब पीएच 7 लान क लए उसम कॉपर स फट मलाय (घ) याद रखन वाल ब द

म ण तयार करन क त रत बाद उसका छड़काव कर कॉपर स फट घोल तयार करन क लए लोह अथवा गलवनाइ ड बरतन का उपयोग

नह कर इसक लए लाि टक म ी अथवा लकड़ी स बन बरतन का योग कर बोड म ण को अ य रसायन अथवा क टनाशक क साथ नह मलाय म ण को छड़काव टक म मलान स पहल एक छलनी क मदद स छान ल

2 बोड प ट (10 तशत) दस ल टर पानी म एक क ा कॉपर स फट और एक क ा

हाइ टड चना का इ तमाल कर इस बनान क लए भी उपरो त बताई गई व ध

का ह योग कर ल कन इसम आयरन ट ट करन अथवा पीएच मान को जाचन

क ज रत नह ह

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

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न 105 या गम श क मह न म कॉपर कवकना शय का योग कया जा सकता ह

उ तर गम श क मह न म कॉपर कवकना शय क छड़काव घोल का पीएच 7 रखकर

इनका योग कया जा सकता ह आमतौर पर त माह अ धक स अ धक 2 बार

इसका योग करन क सलाह द जाती ह अ य धक उपयोग और कम पीएच (60 स

65 क नीच) तथा नमी वाल ि थ तय क दौरान कापर फाइटोटोि स सट हो सकती ह

य क बा रश ओस या क कारण सतह लगातार गील होती ह

न 106 फल म फटावचटकन होन क या कारण ह और इसका या उपाय ह

उ तर फल का चटकन का कारण अज वक (जल) क साथ साथ ज वक (जीवाण झलसा

अथवा अ य रोगजनक) हो सकता ह अज वक फल चटकन का म य कारण मदा

क नमी म अचानक होन वाला उतार-चढ़ाव होता ह लबी श क अव ध क बाद

सचाई करना अथवा वषा होन पर तथा मदा क नमी मा ा म होन वाल उतार-

चढ़ाव स या फर अचानक ह ई वषा स फल फटाव को बढ़ावा मलता ह य द फल

प रप वता क समय रात का तापमान एकाएक कम हो जाता ह तो भी फल फटाव

होता ह इसक उपाय म शा मल ह

प प कल नकलना ारभ होन पर 60 दन क अतराल पर 025 - 03 तशत

बो रक अ ल और 03 तशत िज़क स फ़ट का छड़काव कर िज सम का आवधन 250 ाम त पौधा एक बार 60 और दसरा पण प पन क 120

दन पर कर लाि टक अथवा ज वक पलवार का योग कर

फलन क समय मदा नमी म उतार-चढ़ाव को नय त कर

न 107 या बढ़वार नयामक क मदद स फल फटाव को रोका जा सकता ह

उ तर पर तरह स फल खलन क 2 व 8 स ताह बाद प लोब ाजोल 300 पीपीएम

(03 ामल टर अथवा GA3 80 पीपीएम (08 ामल टर) क दो छड़काव करन

स म म कछ शोधकत ओ वारा फल चटकन म उ लखनीय कमी आन क

रपोट दज क गई ह

44

न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 44: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

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न 108 फलन अव था क दौरान प य वारा कए जान वाल नकसान स कस बचा जा सकता ह

उ तर फल को पॉल ोपाइ लन थल स ढ़ककर अथवा प ी अवरो ध जाल क साथ पौध

या बाग को ढ़ककर बचाव कया जा सकता ह

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

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Page 45: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

45

8 स करण

न 109 अनार क फल का भ डारण करन क लए अनकल प रि थ तया या ह

उ तर अनार फल का भ डारण 50 सि सयस तापमान और 90-95 तशत साप

आ ता पर कया जाना चा हए

न 110 ऐस कौन स भ न भ न उ पाद ह िज ह अनार स तयार कया जा सकता ह

उ तर अनार का स करण जस आरट एस क यनतम स कत अनार क

दान अनार बीज तल अनार वाईन तथा छलका पाउडर आ द बनान म कया जा

सकता ह

न 111 जस स करण क लए फल म कस कार क गणव ता होनी चा हए

उ तर बना सड़ ड 2 एव ड 3 फल का उपयोग जस स करण क लए कया जा

सकता ह

न 112 एक ल टर जसरस नकालन म कतन फल क ज रत होती ह

उ तर एक लटर जस नकालन म अनार क यावसा यक क म lsquoभगवाrsquo क लगभग 25

स 30 क ा फल क ज रत होती ह

न 113 अनार फल म पानी क कमी क कारण फटाव आया ह या इन फल क बीजचोल स अनारदाना अथवा जस बनाया जा सकता ह

उ तर अनारदाना योजन क लए अ य धक अ ल य क म जस क दा अमल दाना

सोलापर अनारदाना आ द का उपयोग कया जाना चा हए इस भगवा अथवा अ य

ताज़ी खान वाल क म िजनम कम अ लता होती ह उनस तयार नह कया

जाना चा हए हाला क ऐस फल स जसरस नकाल सकत हबशत फटाव क

कारण रोगजनक का अ धक स मण या सड़न ना आया हो

न 114 अनार आधा रत यस और आरट एस क वकास पकिजग तथा भ डारण क लए लघ तर य इकाई को था पत करन म कल कतनी लागत आएगी

46

उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

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उ तर 100 ल घटा क मता वाल जस स करण इकाई को लगभग 40 लाख पय

(जमीन और ईमारत छोड़क) क नवश क साथ था पत कया जा सकता ह

न 115 गाव तर पर यनतम नवश क साथ अनार का कट र तर य स करण क लए सवा धक उपय त उ पाद कौन सा होगा

उत तर अनार आधा रत आरट एस क का स करण कट र तर पर कम नवश क साथ

कया जा सकता ह

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9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

49

न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

- - - - -

Page 47: अनार के संबंध म E अÈसर पूछे जाने वाले $æनो×तर रोपण साम ीnrcpomegranate.icar.gov.in/files/faq/FAQs Hindi.pdf2

47

9 नयात

न 116 नयात क लए कस कार क गणव ता वाल अनार का उ पादन कया जा सकता ह

उ तर नयात गणव ता वाल अनार का उ पादन करन क लए HORTINET

(httptraceabilityapedagovinhortinet) क तहत वबसाइट पर उपल ध ए पडा

वारा न द ट मानक का पालन करना ज र होता ह

न 117 अनार का नयात करन क लए पजीकत करान क या काय व ध ह

उ तर आपको रा य बागवानीक ष वभाग (अनारनट) क मा यम स अपन बाग को

पजीकत करान क ज रत ह और ए पडा वबसाइट

(httptraceabilityapedagovinhortinet) पर उपल ध उनक मानक का पालन

करना ज र ह

10 श ण एव ौ यो गक ह तातरण

न 118 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क खती क व भ न पहलओ

पर कसान अ धका रय व खत कमचार आ द को श ण दान कया जाता ह इसक या काय व ध ह और इसक लए कसस स पक कया जाए

उ तर रा य अनार अनसधान कन वारा कसान रा य क ष अ धका रय और अ य

गर सरकार सगठन क व भ न समह क लए अनार क खती पर 3-4 दन क

अ पाव ध श ण काय म आयोिजत कए जात ह उनक रहन तथा खान-पीन

का खचा और श ण फ स का वहन श णाथय अथवा ायोजक वारा वहन

कया जाता ह इस बार म आप कसी समह क त न ध क प म श ण क

लए नदशक को प लख सकत ह अपन अपन म कसान सघ क ष

व ान क आ मा अथवा रा य सरकार वारा श ण क लए कसान समह

को ायोिजत कया जा सकता ह इस सबध म आप रा य अनार अनसधान

48

क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

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क क नदशक को वा छत श ण पान वाल समह का ववरण और श ण

स बि धत आव यक पहलओ क जानकार क साथ प लख सकत ह

न 119 या रा य अनार अनसधान क वारा अनार क कोई नई क म जार क गई ह

उ तर हा रा य अनार अनसधान क वारा वष 2017 म अनार क क म सोलापर

लाल और सोलापर अनारदाना को स थान तर पर रल ज कया गया ह

11 नई क म lsquoसोलापर लालrsquo

न 120 सोलापर लाल क म क वशषताए या ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह िजसम लोह (56 - 61 म ा100

ाम दान) िज़क (064 - 069 म ा100 ाम दान) ए थोसाय नन (385-395

म ा100 ाम दान) एव वटा मन सी (194-198 म ा100 ाम दान)

भगवा क तलना म यादा होता ह इसक दान गहर लाल होत ह तथा कल

घलनशील ठोस (175 ndash 1770 स) ऊपज (23 ndash 27 टह) तथा बड़ दान जो

स करण एव ताजा खान क लए अ तउपय त ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद 165 दन म पककर तयार जो जाती ह जो क भगवा क म क मकाबल 15

दन अगती ह साथ ह इस क म म भगवा क म क तलना म एथोसाय नन

वटा मन सी आयरन तथा िजक क मा ा कह यादा पाई जाती ह इसक त

ह टर पदावार भी यादा ह

न 121 जव व धत क म का या आशय ह

उ तर ऐसी क म िजसम खान यो य ह स म पोषण त व ज वक यौ गक तथा

वटा मन ख नज आ द क पया त मा ा पाई जाती ह उस जव व धत क म

कहा जाता ह ऐसी कसम कपोषण स लड़न अ तउपयोगी होती ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

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न 122 या नई जार क ग क म जीवाण जलसा और मरझान रोग क तरोधी ह

उ तर नह अनार क नई जार क ग क म यथा सोलापर लाल और सोलापर

अनारदाना जीवाि वक अगमार एव मरझान रोग क तरोधी नह ह

न 123 नई क म क पौध साम ी अथवा सप लग को खर दन क काय व ध या ह

उ तर अनार क क म सोलापर लाल क पौध अथवा सप लग को खर दन क लए रा य

अनार अनसधान क क वबसाइट nrcpomegranateicargovin पर इसक

उपल धता होन पर एक ऑन-लाइन आवदन दना होता ह ऑन-लाइन आवदन

करन वाल को पहल आओ ndash पहल पाओ क आधार पर ब कग स या आव टत क

जाएगी और उ ह उपल धता होन पर रा य अनार अनसधान क स सप लग

अथवा पौध को लन क लए कहा जाएगा

न 124 सोलापर लाल क म भगवा स कस कार भ न ह

उ तर सोलापर लाल एक जवफो टफाइड क म ह और भगवा क तलना म इसक दान

यादा लाल होत ह और यादा कलघलनशील ठोस लोह िज़क ए थोसाय नन

और वटा मन सी होता ह और दान बड़ होत ह सोलापर लाल क म प पन क

बाद जहा लगभग 165 दन म पककर तयार हो जाती ह वह इसक मकाबल म

भगवा क म को 180 दन लगत ह

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