वाबियत इतता के दर्पण मे · 2 वाबियत,...

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1 वहाबियत इततहास के दपण मे अऱहसनैन इऱामी नेटवकप

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Page 1: वाबियत इतता के दर्पण मे · 2 वाबियत, वास्तववकता व इतता वाबफमत की आधायशिरा

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वहाबियत इततहास क दरपण म

अऱहसनन इसऱामी नटवकप

Page 2: वाबियत इतता के दर्पण मे · 2 वाबियत, वास्तववकता व इतता वाबफमत की आधायशिरा

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वहाबियत, वासतववकता व इततहास

वहाबफमत की आधायशिरा यखन वार इबन तशभमा न अऩन ऩय जीवन भ फहत

सी ककताफ शरखीॊ औय अऩनी आसथाओॊ का अऩनी यचनाओॊ भ उलरख ककमा ह।

उनहोन ऐस अनक फतव ददए जो उनस ऩहर क ककसी बी भसरभान धभमगरओॊ न

नह ॊ ददए वविष रऩ स ईशवय क फाय भ। वहहाबफमो का भानना ह कक ईशवय वसा

ह ह जसा कक यआन की कछ आमतो भ उलरख ह हाराॊकक ऐसी आमतो की

यआन की दसय आमत वमाखमा कयती ह औय ऩामफय इसराभ व उनक ऩववतर

ऩरयजनो क कथनो स बी ऐसी आमतो की ताकम ऩणम वमाखमा की गमी ह। ककनत

इबन तशभमा औय दसय सरफी यआन की आमतो की वववचना व सऩषट कयण स

दय यह औय इस परकाय ईशवय क अॊग तथा उसक शरए ऩरयशसभा को भानन रग।

इबन तशभमा औय उनक परशसदध शिषम इबन ययमभ जौजी न अऩनी ककताफो भ

इस बफनद ऩय फर ददमा ह कक ईशवय सयषट की यचना कयन स ऩवम ऐस घन फादरो

क फीच भ था कक यजसक ऊऩय औय न ह नीच हवा थी, सॊसाय भ कोई बी वसत

भौजद नह ॊ थी औय ईशवय का अिम अथामत ईशवय की ऩयभ सतता का परतीक वविष

सथान ऩानी क ऊऩय था।

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इस फात भ ह ववयोधाबास भौजद ह। कमोकक एक ओय मह कहा जा यहा ह कक

ईशवय इसस ऩहर कक ककसी चीज को ऩदा कयता, घन फादरो क फीच भ था

जफकक फादर सवमॊ ईशवय की यचना ह। इसशरए मह कस भाना जा सकता ह कक

यचना अथामत फादर यचनाकाय स ऩहर सयषट भ भौजद यहा ह? कमा इसराभी

शिाओॊ स अवगत एक भसरभान इस फात को भानगा कक भहान ईशवय को ऐस

अयसततव की सॊऻा द जाए जो ऐसी फफस हो कक घन फादरो भ घघय हो औय

फादर उस ऩयभ व अननम अयसततव का ऩरयवषटन ककए हो? इसराभ क अनसाय

कोई बी वसत ईशवय ऩय वचमसव नह ॊ जभा सकती कमोकक यआनी आमतो क

अनसाय ईशवय का हय वसत ऩय परबतव ह औय ऩय सयषट उसक घनमॊतरण भ ह।

इबन तशभमा क ववचायो का इसराभी शिाओॊ स ववयोधाबास ऩणमत सऩषट ह।

वहहाबफमो की आसथाओॊ भ एक आसथा मह बी ह कक ईशवय ककसी वविष ददिा

व सथान भ ह। वहहाबफमो का भानना ह कक ईशवय क िय य क अघतरयकत

वमवहारयक वविषता बी ह औय िाय रयक तथा फाहम दयषट स बी आसभानो क

ऊऩय ह। इफन तशभमा भ अऩनी ककताफ शभनहाजससननह भ इस ववषम का इस

परकाय उलरख ककमा ह हवा, जभीन क ऊऩय ह, फादर हवा क ऊऩय ह, आकाि,

फादरो व धयती क ऊऩय ह औय ईशवय की सतता का परतीक अिम आकािो क ऊऩय

ह औय ईशवय इन सफक ऊऩय ह। इसी परकाय व ऩवामगरह क साथ कहत ह जो रोग

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मह भानत ह कक ईशवय ददखाई दगा ककनत ईशवय क शरए ददिा को सह नह ॊ

भानत उनकी फात फदधध की दयषट स असवीकामम ह।

परशन मह उठता ह कक इबन तशभमा का मह दयषटकोण कमा ऩववतर यआन क

सयए फया की आमत करभाॊक ऩॊदरह स सऩषट रऩ स ववरदध नह ॊ ह यजसभ ईशवय

कह यहा ह ऩयफ ऩयशचभ ईशवय का ह तो यजस ओय चहया घभाओग ईशवय वहाॊ ह।

ईशवय हय चीज ऩय छामा हमा व सवमऻ ह। औय इसी परकाय सयए हद द की आमत

करभाॊक चाय भ ईशवय कह यहा ह जहाॊ बी हो वह तमहाय साथ ह।

अफ सयए सजदा की इस आमत ऩय धमान द यजए ,,,औय कपय उसका सॊचारन

अऩन हाथ भ शरमा औय उसस हटकय न तो कोई तमहाया सॊयक औय न ह

उसक भ ाफर भ कोई शसफारयि कयन वारा ह।

सयए हद द की आमत करभाॊक 4 भ ईशवय कह यहा ह कपय सयषट का सॊचारन

सॊबारा औय जो कछ जभीन भ परववषट कयती ह उस जानता ह।

औय अफ सयए ताहा की आमत करभाॊक 5 ऩय धमान द यजए वह दमावान

यजसक ऩास ऩय सयषट की सतता ह।

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वहहाफी इन आमतो क ववददत रऩ क आधाय ऩय ईशवय की सतता क परतीक क

शरए वविष रऩ व आकाय को गढ शरमा ह कक यजसक सनन ऩय िामद हॊसी आ

जाए। वहहाबफमो का भानना ह कक ईशवय का बाय फहत अधधक ह औय वह अिम

ऩय फठा ह। इबन तशभमा कक यजसका सरफी अनसयण कयत ह, अनक ककताफो भ

शरखा ह कक ईशवय अऩन आकाय की तरना भ अिम क हय ओय स अऩनी चाय

अॊगर अधधक फडा ह। इबन तशभमा कहत ह ऩववतर ईशवय अिम क ऊऩय ह औय

उसका अिम गॊफद जसा ह जो आकािो क ऊऩय यसथत ह औय अिम ईशवय क

अधधक बाय होन क कायण ऊॊ ट की काठी बाॊघत आवाज घनकारता ह जो बाय

सवाय क कायण घनकारता ह।

इबन ययमभ जौजी जो इबन तशभमा क शिषम व उनक ववचायो क परचायक तथा

भोहमभद बफन अबदर वहहाफ क ऩौतर बी ह, अऩनी ककताफो भ ईशवय का इस

परकाय उलरख ककमा ह कक सनन वार उसक फचऩन की करऩनाएॊ माद आ जाती

ह। व कहत ह ईशवय का अिम कक यजसकी चौडाई दो आकािो क फीच की दय

यजतनी ह, आठ बड क ऊऩय ह कक यजनक ऩय क नाऽन स घटन तक की दय

बी दो आकािो क फीच की दय की बाॊघत ह। म बड एक सभदर क ऊऩय खड ह

कक यजसकी गहयाई दो आकािो क फीच की दय की यजतनी ह औय सभदर सातव

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आकाि ऩय यसथत ह। म फात ऐसी यसथघत भ ह कक न तो ऩववतर यआन की

आमत, न ऩामफय इसराभ औय न ह उनक सदाचाय साधथमो न इस परकाय की

घनयाधाय व अताककम क वविषताओॊ का उलरख ककमा फयलक उनका भानना ह कक

ईशवय कसा ह इसका उलरख असॊबव ह।

हय चीज स ईशवय क आवशमकताभकत होन की आसथा धभम व ऩववतर यआन

की भहतवऩणम शिाओॊ भ ह औय ऩववतर यआन की अनक आमतो भ इस ववषम

ऩय चचाम की गमी ह। जसा कक ऩववतर यआन क सयए फया की आमत करभाॊक

263 भ ईशवय कह यहा ह ईशवय आवशमकताभकत औय सहनिीर ह। इसी परकाय

सयए फया की आमत करभाॊक 267 भ हभ ऩढत ह ईशवय आवशमकताभकत औय

साय परिॊसा उसी स वविष ह।

ऩववतर यआन की इन आमतो भ इस परकाय क अथम को कवर धचॊतन भनन

दवाया ह सभझा जा सकता ह। ऩववतर यआन भानव सभाज को घनयॊतय तकम का

घनभॊतरण दता ह औय दावा कयन वारो स कह यहा ह कक मदद उनक ऩास अऩनी

फात की सतमता का कोई तकम ह तो उस फमान कय।

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उदाहयण सवरऩ तकम की दयषट स मह कस भाना जा सकता ह कक ईशवय आठ

बडो ऩय सवाय ह। कमोकक मदद ईशवय वासतव भ आठ बडो ऩय सवाय होगा तो उस

उनकी आवशमकता होगी। जफकक अननम ईशवय ऩववतर ह इस तरदट स कक उस ककसी

चीज की आवशमकता ऩड। इसी परकाय इस भरषट ववचाय क आधाय ऩय कक ईशवय

का अिम आठ बडो ऩय ह, मह घनषकिम घनकरगा कक म आठ बड बी जफ स ईशवय

ह औय जफ तक यहगा, भौजद यहगी। जफकक ईशवय सयए हद द की चौथी आमत भ

सवमॊ को हय चीज स ऩहर औय हय चीज क फाद फाी यहन वारा अयसततव कह

यहा ह औय सरकफमो क आठ बडो सदहत दसय कहाघनमो स सॊफॊधधत ककसी फात

का उलरख नह ॊ ह। ऩामफय इसराभ सलरर राह अरह व आरह व सलरभ

ईशवय की वविषता क सॊफॊध भ कहत ह त हय चीज स ऩहर था औय तझस ऩहर

कोई वसत नह ॊ थी औय त सफक फाद बी ह।

अिम ऩय ईशवय क होन का अथम ईशवय की सतता ह जो ऩय सयषट ऩय छामी हमी

ह औय ऩय सॊसाय का सॊचारन उसक हाथ भ ह। अिम स तातऩमम मह ह कक ईशवय

का ऩय सयषट ऩय घनमॊतरण औय हय वसत ऩय उसका िासन ह जो अननम ईशवय क

अशबभान क अनरऩ ह। इसशरए अिम ऩय ईशवय क होन का अथम सबी वसतओॊ

चाह आकाि मा जभीन, चाह छोट चाह फडी चाह भहतवऩणम औय चाह नगणम हो

सफका सॊचारन उसक हाथ भ ह। ऩरयणाभसवरऩ ईशवय हय चीज का ऩारनहाय औय

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इस दयषट स वह अकरा ह। यबफ स अशबपराम ऩारनहाय औय सॊचारक क शसवा

कोई औय अथम नह ॊ ह ककनत सरफी ईशवय क अिम की जो वविषता फमान कयत ह

वह न कवर मह कक धाशभमक भानदॊडो व फदधध स ववयोधाबास यखता ह फयलक उस

फकवास क शसवा औय कछ नह ॊ कहा जा सकता। सरफी इसी परकाय ईशवय क अिम

स ऐस खॊफ अशबपराम रत ह कक मदद उनभ स एक न हो तो ईशवय का अिम ढह

जाएगा औय ईशवय उसस जभीन ऩय धगय ऩडगा। हजयत अर अरदहससराभ यजनह

ऩामफय इसराभ न अऩन ऻान क नगय का दवाय कहा ह, ईशवय क अिम की

वमाखमा इन िबदो भ कयत ह ईशवय न अिम को अऩनी सतता क परतीक क रऩ भ

फनामा ह न कक अऩन शरए कोई सथान।

वहाबियत, वासतववकता व इततहास-2

भोहमभद बफन अबदर वहहाफ न कई ितायबदमो क फाद इबन तययभमा क भरषठ

ववचायो का परचाय कयना आयॊब कय ददमा। इनन तमशभमा क भरषठ, ारत औय पट

डारन वार ववचायो को १९वीॊ ईसवी िताबद क आयॊब भ इघतहास की फहत ह

ऽयाफ व ववषभ यसथघत भ परसतत ककमा गमा। उस सभम इसराभी जगत को चायो

ओय स ऩयशचभी सामराजमवाददमो क कड आकरभणो का साभना था। बिटन बायत क

फड बाग ऩय अऩना आधधऩतम जभान क साथ ऩयफ की ओय स पासम की खाडी को

अऩन घनमॊतरण भ कयन की चषटा भ था। उसकी सनाएॊ रगाताय दकषण औय

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ऩयशचभ की ओय स ईयान की ओय आग फढ यह थीॊ। फाॊशसशसमो न बी नऩोशरमन

क नततव भ शभसर, सीरयमा औय कपशरसतीन का अघतगरहण कय शरमा औय व बायत

भ परवि की चषटा भ थ। रस क जाय िासक बी ईयान औय उसभानी सामरजम ऩय

फायमफाय आकरभण कयक अऩनी सतता तरपर को कपशरसतीन औय पासम की खाडी

तक ववसतत कयना चाह यह थ। महाॊ तक कक अभरयकी बी उस सभम उततय

अफीा क इसराभी दिो ऩय रोब की दयषट रगाम हए थ। व र बफमा औय

अरजीरयमा क नगयो ऩय गोरा फाय कयक इसराभी जगत भ ऩठ फनान की जगत

भ थ। इस कदठन यसथघत भ भोहमभद बफन अबदर वहहाफ न भसरभानो को

नायसतक कहकय औय अऩन भरषठ ववचायो को ऩि कयक इसराभी एकता को कडा

आघात ऩहॊचामा जफकक उस सभम भसरभानो को ितरओॊ क भ ाफर भ एकता,

सभयसता औय एक दसय स सहमोग की अतमॊत आवशमता थी।

इस फात भ कोई सॊदह नह ॊ ह कक उस सभम बिटन भसरभान याषरो क भधम

ऩठ फनान औय उनह अऩना उऩघनवि फनान भ आग आग था। फढ सामराजम बिटन

की परशसदध व परबावी िर रोगो क भधम पट डारना औय उनकी समऩवतत व

सरोतो को रटना था। इसी ऩरयपरकषम भ बिटन का परमास इसराभी जगत भ धाशभमक

भतबदो को हवा दना था। इसी कायण कछ इघतहासकाय वहहाफी समपरदाम क गठन

को बिटन की गघतववधधमो स असॊफॊधधत नह ॊ भानत।

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इघतहास भ बिदटि जासस शभसटय HAMFAR औय भोहमभद बफन अबदर

वहहाफ क फीच सॊफॊधो का उलरख ककमा गमा ह। शभसटय हमपय इसराभी दिो भ

बिटन का जासस था जो ववददत भ इसराभी चोरा ऩहनकय भसरभानो क भधम

पट डारन क भागो की खोज भ था। हमपय न अऩनी ऩसतक भ शरखा ह कक

इया क दकषण भ यसथत फसया नगय भ उसकी बट भोहमभद बफन अबदर वहहाफ

स हई। हमपय भोहमभद बफन अबदर वहहाफ क फाय भ कहता ह" भझ, अऩना

खोमा भोहमभद बफन अबदर वहहाफ भ शभर गमा। वह धाशभमक घनमभो क परघत

कदटफदध नह ॊ था। उसभ अहॊ बया हआ था औय वह अऩन सभम क ववदवानो व

धभमगरओॊ स घणा कयता था वह सवमॊ को सह सभझता था महाॊ तक कक

भसरभानो क चाय ऽर पाओॊ को बी कोई भहतव नह ॊ दता था औय वह यआन

एवॊ सननत क फाय भ कवर अऩन अलऩ ववचायो व ऻान ऩय बयोसा कयता था। म

वविषताएॊ उसकी सफस फडी कभजोय थीॊ औय इनह ॊ क भाधमभ स भन उसभ

परवि ककमा औय उस ऩय काभ ककमा" सवमॊ हमपय क कथनानसाय "भन भोहमभद

बफन अबदर वहहाफ को वहहाफी नाभ का समपरदाम उतऩनन कयन क शरए उकसामा

औय उसक तथा भोहमभद बफन सऊद क परघत बिदटि सयकाय क सभथमन की

घोषणा की।

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जो चीज घनयशचत ह वह मह ह कक धभमगर औय ववदवान रोग महाॊ तक कक

भोहमभद बफन अबदर वहहाफ क वऩता औय उसक बाई बी भोहमभद बफन अबदर

वहहाफ क अताककम क एवॊ भरषठ ववचायो क भखय ववयोधी थ। इस परकाय स कक भातर

अऩन वऩता की भतम क फाद भोहमभद बफन अबदर वहहाफ न अऩन भरषठ ववचायो

को वमकत ककमा। आयॊब स ह उस अऩन भरषठ ववचायो क परकट कयन भ

धभमगरओॊ एवॊ रोगो क ववयोधो का साभना था ऩयॊत उसन अऩन भरषठ ववचायो को

नह ॊ छोडा। भोहमभद बफन अबदर वहहाफ सऊद अयफ क हयभरा नगय भ

वहहाबफमत का परचाय औय अऩन ारत ववचायो को फमान कयना आयॊब कय ददमा।

उसक इस कामम स रोग करोधधत व उततयजत हो उठ महाॊ तक कक वह इस नगय को

छोडन ऩय फाधम हो गमा। वह हयभरा नगय स ओअयमना नगय चरा गमा। उस

सभम ओअयमना नगय का िासक उसभान बफन भाअभय था। उसन अबदर वहहाफ

को अऩन महाॊ सवीकाय कय शरमा औय अबदर वहहाफ न बी इसक फदर भ वचन

ददमा कक नजद तर क यहन वार सभसत रोगो को उसभान बफन भाअभय का

आऻाऩारक फना दगा ऩयॊत अहसा तर क िासक की होशिमाय क कायण उसभान

न अबदर वहहाफ को ओअयमना नगय स फाहय घनकार ददमा।

११६० दहजय कभय भ ओअयमना स फाहय घनकार ददम जान क फाद भोहमभद

बफन अबदर वहहाफ नजद क परशसदध नगय दयइयमा की ओय चरा गमा। उस सभम

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भोहमभद बफन सऊद अथामत सऊद ऩरयवाय का दादा दयइयमा का िासक था।

भोहमभद बफन अबदर वहहाफ न नगय क िासक का आहवान ककमा कक वह उसक

साथ सहकारयता कय औय उसन भोहमभद बफन सऊद स वादा ककमा कक भरषठ

वहहाफी ववचायो को पराकय उसक िासन क तरपर को ववसतत कयगा। भोहमभद

बफन सऊद न अबदर वहहाफ क परसताव को सवीकाय कय शरमा औय ऩरयणाभ

सवरऩ दोनो न सभझौता ककमा कक सयकाय की फागडोय भोहमभद बफन सऊद क

हाथो भ यह औय वहहाफी ववचायो का परचाय अबदर वहहाफ कय। इस सभझौत को

भजफत फनान क उददशम स दोनो ऩरयवायो क भधम वववाह बी हो गमा।

अबदर वहहाफ न सऊद ऩरयवाय की सतता की छतरछामा भ अऩन ववचायो क परचाय

को ववसतत ककमा। िीघर ह घनकटवती नगयो एवॊ फीरो ऩय आकरभण आयॊब हो

गम। अबदर वहहाफ न ऩहरा कामम मह ककमा कक ओअयमना नगय क चायो ओय

ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरदह व आरदह व सलरभ क साधथमो की जो

सभाधधमाॊ व दिमनसथर थ उस धवसत कया ददमा औय उन भसरभानो को

अनकशवयवाद व भघतम की ऩजा कयन वारा कहा तथा उनक नायसतक होन का

पतवा ददमा जो ईशवय म दतो को भाधमभ फनाकय भहान ईशवय स दआ कयत थ।

अबदर वहहाफ इस परकाय क भसरभानो की हतमा को वध सभझता था तथा उनकी

धन- समऩवतत को जबत कय रन को मदध भ रटा साभान सभझता था। उसक फाद

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अबदर वहहाफ क अनमाई उसक इसी पतव को आधाय फनाकय हजायो घनदोष

भसरभानो की हतमा की। महाॊ ऩय मह जानना उधचत होगा कक उस सभम दयईयमा

क रोग फहत ह कदठन व घनधमनता की यसथघत भ जीवन गजाय यह थ ऩयॊत इन

आकरभणो व मदधो क कायण दयईयमा नगय भ दसय भसरभानो क रट साभानो

की बयभाय हो गमी।

आरसी सननी भसरभान इघतहासकाय ह औय उसका बी रझान अबदर वहहाफ

क ववचायो की ओय ह। वह "इबन फोिय नजद " नाभक इघतहासकाय की "ताय ऽ

नजद" नाभक ऩसतक क हवार स इस परकाय फमान कयता ह" भ अथामत इबन

फोिय आयॊब भ दयईयमा नगय क रोगो क फहत घनधमन होन का साी था ऩयॊत

फाद भ मह नगय सऊद क कार भ धनी नगय भ ऩरयवघतमत हो गमा महाॊ तक कक

इस नगय क हधथमाय बी सोन स ससयजजत कय ददम गम। नगय क रोग अचछ

घोडो ऩय सवाय कयत थ, भलमवान वसतर ऩहनत थ औय धन- दौरत की हय

आवशमकता स समभनन हो गम थ। इस सीभा तक कक जफान उन सफका उलरख

कयन स अभ ह। इन सफक साथ इबन फोिय न अऩनी ककताफ भ इस फात का

उलरख नह ॊ ककमा ह कक मह अऩाय समऩवतत कहाॊ स आई थी ऩयॊत इघतहास ऩय

दयषट डारन स मह सऩषट हो जाता ह कक नजद क यजन नगयो क भसरभानो व

फीरो न वहहाफी ववचायो को सवीकाय नह ॊ ककमा उन ऩय आकरभण ककमा गमा

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औय उनकी समऩवतत रटकय म दौरत हाथ आई थी। रट हए सभसत साभान िख

भोहमभद क अधधकाय भ होता था औय भोहमभद बफन सऊद बी उसकी अनभघत स

ह कछ र ऩाता था। इन रट गम साभानो क फटवाय भ अबदर वहहाफ की

भनभानी वार िर थी। वह भसरभानो क रट हए इन साभानो को कबी दो मा

तीन वमयकतमो को द दता था।

एकशवयवाद क फाय भ भोहमभद बफन अबदर वहहाफ का जो ारत ववचाय था

उस सवीकाय कयन क शरए वह ववशबनन नगयो क रोगो को आभॊबतरत कयता था।

जो उसक घनभॊतरण को सवीकाय कयता था उसकी जान भार सयकषत होती थी औय

जो उसक घनभॊतरण को सवीकाय नह ॊ कयता था उस अबदर वहहाफ इसराभ का ितर

सभझता था औय उसकी हतमा कय दन एवॊ उसक धन को हडऩ रन को वध

सभझता था। भरषठ ववचाय क वहहाफी, नजद भ औय नजद स फाहय जस मभन,

हजाज औय सीरयमा तथा इया क आस ऩास क तरो भ जो मदध कयत थ उसका

आधाय उनक मह भरषठ ववचाय थ। मदध क भाधमभ स यजस नगय ऩय बी व

अधधकाय कयत थ वहाॊ की हय चीज उनक शरए वध थी औय मदद व उस अऩन

समऩवतत भ िाशभर कय सकत थ तो सयमभशरत कयत थ अनमथा उस नगय को

रटन ऩय ह सॊतोष कयत थ। जो रोग भोहमभद बफन अबदर वहहाफ क ववचायो स

सहभत थ औय उसक घनभॊतरण को सवीकाय कयत थ उनह चाहम कक व उसकी

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आऻा ऩारन का वचन द औय जो रोग उसक भ ाफर क शरए उठ खड होत थ

उनकी हतमा कय द जाती थी। इस तय स अहसा नगय क पसर नाभ क एक

गाॊव क ३०० ऩरषो की हतमा कय द गमी औय उनकी समऩवतत को रट शरमा गमा।

वहाबियत, वासतववकता और इततहास-3

दहॊसा औय घनदममता भ परशसदध सऊद इबन अबदर अजीज न भकक ऩय बजा

कयन क दौयान सननी सभदाम क फहत स ववदवानो को अकायण ह भाय डारा

औय भकक क फहत स परशसदध व परघतयषठत रोगो को बफना ककसी आयोऩ क पाॊसी

ऩय चढा ददमा। परतमक भसरभान को, जो अऩनी धाशभमक आसथाओॊ ऩय डटा यहता

ह, ववशबनन परकाय की मातनाओॊ दवाया डयामा जाता ह औय नगय-नगय औय गाॊव-

गाॊव भ ऩकाय रगान वार बज जात थ औय व दढढोया ऩीट ऩीट कय रोगो स

कहत थ कक ह रोगो सऊद क धभम भ परववषट हो जाओ औय उसकी वमाऩक

छतरछामा भ ियण परापत कयो।

उसभानी िासन क नौसना परशिण कनदर क एक उचच अधधकाय अयमफ सफय

शरखत ह कक अबदर अजीज इबन सऊद न वहाफी फीरो क सयदायो की

उऩयसथघत भ अऩन ऩहर बाषण भ कहा कक हभ सबी नगयो औय सभसत

आफाददमो ऩय बजा कयना चादहए। अऩनी आसथाओॊ औय आदिो को उनह

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शसखाना चादहए। हभ अऩनी इचछाओॊ को वमवहारयक कयन क शरए सननी सभदाम

क उन धभमगरओॊ का जभीन स सपामा कयन ऩय वववि ह जो सननत नफवी औय

िय अत भहमभद अथामत ऩामफय इसराभ क चरयतर तथा भत का अनसयण कयन

का दावा कयत ह, वविषकय परशसदध व जान भान धभमगरओॊ को तो बफलकर नह ॊ

छोडग कमोकक जफ तक व जीववत ह, हभाय अनमामी परसनन नह ॊ हो ऩाएॊग। इस

परकाय स सफस ऩहर उन रोगो का सपामा कयना चादहए जो सवमॊ को धभमगर क

रऩ भ परसतत कयत ह।

सऊद इबन अबदर अजीज, भकक का अघतगरहण कयन क फाद अयफ उऩभहादवीऩ

क दसय भहततवऩणम नगयो ऩय बज क परमास भ यहा औय इस फाय उसन जददह

ऩय आकरभण ककमा। इबन फिय जो सवमॊ वहाफी ह, ताय ऽ नजद नाभक ऩसतक भ

शरखता ह कक सऊद, फीस ददनो स अधधक सभम तक भकक भ यहा औय उसक

फाद वह जददह ऩय बज क शरए भकक स घनकरा। उसन जददह का ऩरयवषटन

ककमा ककनत जददह क िासक न फहत स वहाबफमो को तोऩ स उडा ददमा औय

उनह बागन ऩय वववि कय ददमा। इस ऩयाजम क फाद वहाफी भकक नह ॊ रौट

फयलक व अऩनी भखम धयती अथामत नजद चर गम कमोकक उनहोन सना था कक

ईयान की सना न नजद ऩय आकरभण कय ददमा ह। मह यसथघत भकक को वहाबफमो

क हाथो स छडान का सनहया अवसय थी। भकक क िासक िय फ ााशरफ न, जो

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वहाबफमो क आकरभण क फाद जददह बाग गमा था, जददह क िासक क सहमोग

स बाय सॊखमा भ सघनको को भकक बजा। मह सघनक तोऩ औय गोरो स रस थ

औय वहाबफमो की छोट सी सना को ऩयायजत कयन औय भकक ऩय ववजम परापत

कयन भ सपर यह।

इसक फावजद सॊसाय क भसरभानो क सफस ऩववतर सथान भकक ऩय बज क

शरए वहाबफमो न मथावत परमास जाय यख। वषम 1804 भ सऊद क आदिानसाय

जो वहाबफमो का सफस ियकतिार िासक सभझा जाता ह, ऩववतर नगय भकक का

ऩन ऩरयवषटन कय शरमा गमा। उसन भककवाशसमो ऩय फहत अतमाचाय ककमा महाॊ

तक कक फहत स भककावासी बख औय अकार क कायण कार क गार भ सभा

गम।

सऊद क आदिानसाय, भकक क सभसत भागो को फॊद कय ददमा गमा औय

यजतन बी रोगो न भकक भ ियण र यखी थी, सफकी हतमा कय द गमी।

इघतहास भ आमा ह कक भकक भ फहत स फचच भाय गम औय भकक की गशरमो

भ उनक िव कई ददनो तक ऩड यह।

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भकक क िासक िय फ ााशरफ न यजसक ऩास वहाबफमो स सॊधध कयन क

अघतरयकत कोई अनम भागम नह ॊ था, वषम 1805 भ वहाबफमो स सॊधध कय र ।

इघतहासकायो न इस सॊदबम भ शरखा कक भकक क िासक न बम क भाय वहाबफमो

क आदिो का ऩारन ककमा। भकक ऩय उनक वचमसव क सभम वह उनक साथ

फहत ह अचछा वमवहाय कयता यहा औय उसन वहाफी धभमगरओॊ को फहत ह

भलमवान उऩहाय ददए ताकक अऩनी औय भककवाशसमो की जान की या कय।

वहाबफमो दवाया भकक क ऩन अघतगरहण क फाद उनहोन चाय वषो तक इयाी

तीथममाबतरमो क शरए, वतमभान सीरयमा अथामत िाभवाशसमो क शरए तीन वषो तक

औय शभसर वाशसमो क शरए दो वषो तक क शरए हज क आधमायतभक व भानवीम

सॊसकायो ऩय योक रगा द ।

भकक ऩय अघतगरहण क फाद सऊद न ऩववतर नगय भद न ऩय बजा कयन क

फाय भ सोचा औय इस ऩववतर नगय का बी ऩरयवषटन कय शरमा ककनत वहाबफमो की

भरषट आसथाओॊ व दहॊसाओॊ स अवगत, भद नावाशसमो न उनक भ ाफर भ कडा

परघतयोध ककमा। अॊतत वषम 1806 भ ऩववतर नगय ऩय बजा कय शरमा। वहाबफमो

न ऩामफय इसराभ सरलराहो अरह व आरह वसलरभ क यौज भ भौजद सभसत

भलमवान चीजो को रट शरमा ककनत सभसत भसरभानो क ववयोध क बम स

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यसर इसराभ सरलराहो अरह व आरह व सलरभ क ऩववतर यौज को धवसत न

कय सक। वहाबफमो न चाय ऩदटमो भ बय ह य औय भलमवान यतनो स फनी

ववशबनन परकाय की चीजो को रट शरमा। इसी परकाय भलमवान जभयमद स फन चाय

िभादान को यजनभ भोभफतती क फदर यात भ चभकन वार औय परकािभमी ह य

यख जात थ, चया शरमा। उनहोन इसी परकाय सौ तरवायो को बी चया शरमा यजनका

ाराफ िदध सोन का फना हआ था औय जो मात औय ह य जस भलमवान

ऩतथयो स ससयजजत थीॊ यजनका दसता जभयमद औय जफयजद जस भलमवान ऩतथयो

का था। सऊद इबन अजीज न भद न ऩय बजा कयन क फाद सभसत भद ना

वाशसमो को भयसजदननफी भ एकबतरत ककमा औय इस परकाय स अऩनी फातो को

आयॊब ककमा। ह भद नावाशसमो, आज हभन धभम को तमहाय शरए ऩरयऩणम कय

ददमा। तमहाय धभम औय ानन ऩरयऩणम हो गम औय तभ इसराभ की ववबघतमो स

तपत हो गम, ईशवय तभ स याजी व परसनन हआ, अफ ऩवमजो क भरषट धभो को

अऩन स दय कय दो औय कबी बी उस बराई स न माद कयो औय ऩवमजो ऩय

सरवात बजन स फहत फचो कमोकक व सफक सफ अनकशवयवाद ववचायधया अथामत

शियक भ भय ह।

सऊद न अऩनी सनम चढाइमो भ फहत स रोगो का नयसॊहाय ककमा। उसकी औय

उस सभम क वहाफी ऩॊथ की बीषण दहॊसाओॊ स अयफ जनता औय िासक बम स

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काॊऩत थ। इस परकाय स कक कोई भाय जान क बम स हज मा यजमायत क शरए

भकक औय भद न की मातरा कयन का साहस बी नह ॊ कयता था। भकक क िासक

न अऩनी जान क बम स, सऊद की इचछानसाय, भकक औय भद न भ ऩववतर

सथरो औय जननतर फीअ बिसतान को धवसत कयन का आदि ददमा। उसन

दहजाज भ वहाफी धभम को औऩचारयकता द औय जसा कक वहाफी चाहत थ, अजान

स ऩामफय इसराभ सरलराहो अरह व आरह व सलरभ ऩय सरवात बजन को

हटा ददमा। अयफ िासको औय हजाज क परघतयषठत रोगो न जो इस ऩथभरषट ऩॊथ

की आसथाओॊ औय जोयजफयदयसतमो को सहन कयन का साहस नह ॊ यखत थ, सफस

उचचाधधकाय अथामत उसभानी िासक को ऩतर शरखकय वहाबफमो की ददन परघतददन

फढती हई ियकत क ऽतयो स सचत ककमा। उनहोन फर ददमा कक वहाफी ऩॊथ

कवर सऊद अयफ तक ह सीशभत नह ॊ यहगा फयलक इसका इयादा सभसत

भसरभानो ऩय वचमसव जभाना औय ऩय उसभानी िासन ऩय बजा कयना ह।

हजाज, मभन, शभसर, कफशरसतीन, सीरयमा औय इया जसी इसराभी धयती ऩय

िासन कयन वार उसभानी सयकाय न शभसर क िासक को वहाबफमो स मदध कयन

का आदि ददमा। मह वह सभम था जफ सऊद 66 वषम की आम भ ददयइम नाभक

सथान ऩय क सय भ गरसत होकय भय गमा औय उसका अबदलराह नाभक ऩतर उसकी

जगह फठा।

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उसभानी सयकाय की ओऻ स रस शभसर का िासक भहमभद अर ऩािा वहाबफमो

को ववशबनन मदधो भ ऩयायजत कयन भ सपर यहा औय उसन वहाबफमो क चॊगर

स भकक, भद न औय ताएफ को सवतॊतर कया ददमा। शभसर क िासक न इन मदधो

भ वहाबफमो क फहत स कभानडयो को धगयफताय कय उसभानी िासन की याजधानी

इसताॊफोर बज ददमा। इस ववजम क फाद शभसर भ जनता न ऽशिमाॊ भनाई औय

ववशबनन सभायोहो का आमोजन ककमा ककनत वहाबफमो की ितानी अबी सभापत

नह ॊ हई थी। शभसर का िासक भहमभद अर ऩािा न सभदर भागम स एक फाय कपय

अऩनी सना हजाज बजी। उसन भकक को अऩनी सनम छावनी फनाई औय भकक

क िासक औय उसक ऩतर को दि घनकारा द ददमा औय उनक भार को जबत कय

शरमा। उसक फाद वह शभसर रौट आमा औय उसन अऩनी ह जाघत क इिाह भ

ऩािा नाभक वमयकत को रस कयक नजद की ओय बजा।

इिाह भ ऩािा न वहाबफमो क कनदर नजद क ददयइम नगय का ऩरयवषटन कय

शरमा। वहाबफमो न इिाह भ ऩािा क भ ाफर भ कडा परघतयोध ककमा। तोऩ औय

गभम हधथमायो स रस इिाह भ ऩािा न ददयइम ऩय बजा कय शरमा औय अबदलराह

इबन सऊद को धगयफताय कय शरमा। अबदलराह इबन सऊद को उसक साधथमो औय

घनकटवघतममो क साथ उसभानी िासक क ऩास बज ददमा ददमा गमा। उसभानी

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िासक न अबदलराह औय उसक साधथमो को फाजायो औय नगयो भ कपयान क फाद

उनह भतमदॊड द ददमा। अबदलराह इबन सऊद क भाय जान क फाद ततकार न

िसक आर सऊद औय उसक फहत स साधथमो न ववशबनन इसराभी जगहो ऩय

सभायोहो का आमोजन ककमा औय फहत ऽशिमाॊ भनाई।

इिाह भ ऩािा रगबग नौ भह न तक ददयइम नगय भ यहा औय उसक फाद उसन

इस नगय को वाशसमो स ऽार कयान का आदि ददमा औय उसक फाद नगय को

फफामद कय ददमा। इिाह भ ऩािा न भहमभद इबन अबदरवहहाफ औय आर सऊद की

जाघत औय उसक फहत स ऩौतरो को भयवा ददमा मा दि घनकारा द ददमा ताकक

कपय इस ऽतयनाक ऩॊथ का नाभ रन वारा कोई न यह। उसक फाद नजद औय

हजाज भ उसभानी िासक की सपरताओॊ का शरम शभसर क िासक भहमभद अर

ऩािा को जाता ह। इस परकाय स 1818 भ वहाबफमो का दभन हआ औय उसक

रगबग एक िताबद तक वहाबफमो का नाभ रन वारा कोई नह ॊ था।

सऊद अयफ भ नजद की धयती ऩय शभशसरमो की चढाई का फहत ह उलरखनीम

ऩरयणाभ घनकरा था। अबदर अजीज औय उसक ऩतर सऊद का ववसतत दि बफखय

गमा औय फहत स वहाफी भाय गम। वहाफी ऩॊथ का घनभॊतरण औय रोगो ऩय इस

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भरषट आसथा को थोऩन का करभ रक गमा औय वहाबफमो को रकय रोगो क ददरो

भ जो बम था, वह सभापत हो गमा।

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वहाबियत, वासतववकता और इततहास-4

यजन ववषमो क फाय भ वहहाबफमो न अतमधधक हो हलरा भचामा ह उनभ स

एक ईशवय क वपरम फॊदो स तवससर मा अऩन कामो क शरए उनक भाधमभ स

ईशवय स शसफारयि कयवाना ह। सरफी, तवससर को एकशवयवाद क ववरदध फतात

ह औय उनका कहना ह कक ऐसा कयन वारा अनकशवयवाद ह। अरफतता मह बी

इस कटटयऩॊथी भत की वचारयक ऩथभरषटताओॊ भ स एक ह कमोकक यआन भजीद

की आमतो औय ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ क कथनो

का तघनक बी ऻान यखन वारा हय सभझदाय वमयकत जानता ह कक तवससर न

कवर मह कक एकशवयवाद स ववयोधाबास नह ॊ यखता फयलक मह अननम ईशवय स

घनकट होन का भाधमभ ह औय इसी कायण भसरभान ऩामफय इसराभ औय ईशवय

क अनम वपरम फॊदो स तवससर कयत ह ताकक कऩािीर उनक भहान सथान क

वासत स उन ऩय कऩा दयषट डार औय उनकी पराथमनाओॊ को सवीकाय कय।

हय भसरभान जानता ह कक ईशवय अननम ह औय वह ववशव की सबी वसतओॊ

का सरोत औय हय घटना का भर आधाय ह। इसी परकाय िहभाॊड की सभसत वसतएॊ

कवर ईशवय की इचछा औय अनभघत स ह परबाव सवीकाय कयती ह। यआन

भजीद न अऩनी योचक िर भ फड ह सॊदय ढॊग स इस फात को फमान ककमा ह।

सयए अनफार की सतरहवीॊ आमत भ वह ऩामफय इसराभ को सॊफोधधत कयत हए

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कहता ह माद कीयजए उस सभम को जफ आऩन (मदध भ) तीय चरामा, तो

वसतत आऩन नह ॊ फयलक ईशवय न तीय चरामा। इस आमत भ ऩामफय इसराभ

सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ दवाया तीय चराए जान का भखम कायक

ईशवय को फतामा गमा ह। अथामत तीय ऩामफय न बी चरामा औय ईशवय न। मह

आमत सबी को मह फताना चाहती ह कक हय कामम का भखम कायक ईशवय ह औय

सबी फात व घटनाएॊ उसी की इचछा स होती ह तथा इस आमत भ ऩामफय उस

कामम अथामत तीय चरान का भाधमभ ह।

उदाहयण सवरऩ भनषम रभ दवाया कोई फात शरख तो रभ इस फात का

भाधमभ होता ह कक भनषम उसक दवाया शरखन का काभ कय। अफ परशन मह ह

कक कमा शरखन क सभम भनषम औय रभ दोनो का रतफा औय सथान एक ह

ह? खद क साथ कहना ऩडता ह कक वहहाफी भत क रोग तवससर क सॊफॊध भ

बी िफाअत की ह बाॊघत भराॊघत व ऩथभरषटता का शिकाय हो गए ह औय भाधमभ व

अननम ईशवय को एक ह सभझ फठ ह। इसी आधाय ऩय उनहोन भसरभानो को

काकफय एवॊ अनकशवयवाद फतामा ह जफकक तवससर, ऩामफयो को ईशवय का

सभक फतान नह ॊ अवऩत ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ

जस ऩववतर रोगो को अननम ईशवय क सभ अऩनी पराथमनाओॊ की सवीकघत क शरए

भाधमभ फनान को कहत ह।

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ईशवय का साशभपम, फॊदगी क भागम भ भनषम क शरए सफस उचच एवॊ समभानीम

दजाम ह। यआन भजीद न सयए भाएदा की 35वीॊ आमत भ सऩषट रऩ स कहा ह

कक भाधमभ व साधन क बफना ईशवय का साशभपम परापत नह ॊ ककमा जा सकता ह।

वह कहता ह। ह ईभान वारो! ईशवय (क आदि क ववयोध) स डयो औय (उसस

साशभपम क शरए) साधन जटाओ तथा उसक भागम भ जहाद कयत यहो कक िामद

तमह भो परापत हो जाए। इस आमत भ, यजसक सॊफोधन क ऩातर ईभान वार ह,

भो व कलमाण क शरए तीन वविष आदि ददए गए ह। म तीन आदि ह, ईशवय

स बम, ईशवय स साशभपम क शरए साधन जटाना औय ईशवय क भागम भ जहाद

कयना। अफ परशन मह ह कक इस आमत भ साधन स तातऩमम कमा ह? इस आमत

भ साधन का अथम अतमॊत वमाऩक ह ककॊ त हय यसथघत भ कोई वसत मा वमयकत

होना चादहए जो परभ व उतसाह क साथ ईशवय स साशभपम का कायण फन। ईशवय

तथा उसक ऩामफय ऩय ईभान, जहाद तथा नभाज, जकात, योजा व हज जसी

उऩासनाएॊ तथा दान दकषणा व ऩरयजनो स भर-जोर जसी फात बी ईशवय स

साशभपम का कायण हो सकती ह। ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व

सलरभ, उनक उततयाधधकारयमो तथा ईशवय क वपरम फॊदो स तवससर बी इनह ॊ

उऩासनाओॊ की बाॊघत ह औय यआन भजीद की आमतो क अनसाय वह बी ईशवय

स साशभपम का कायण फनता ह।

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यआन भजीद की कछ आमतो भ कहा गमा ह कक ऩामफय बी ईशवय क फॊदो

ऩय कऩा कयत ह। सयए तौफा की 59वीॊ आमत भ कहा गमा ह। औय मदद जो कछ

ईशवय औय उसक ऩामफय न उनह परदान ककमा ह उस ऩय व परसनन यहत औय

कहत कक ईशवय हभाय शरए काफी ह, ईशवय औय उसक ऩामफय िीघर ह अऩनी

कऩा स हभ परदान कयग औय हभ ईशवय की ओय स आिावान ह (तो घनयशचत रऩ

स मह उनक शरए फहतय होता)। जफ सवमॊ यआन न ऩामफय को परदान कयन

वारा फतामा ह तो कपय हभ उनस सहामता कमो न चाह औय उनक उचच सथान

को ईशवय क सभ भाधमभ कमो न फनाएॊ? मह कायण ह कक दमार व कऩार

ईशवय सयए घनसा की 64वीॊ आमत भ भसरभानो को ऩामफय इसराभ स शसफारयि

कयवान औय उनह भाधमभ फनान हत परोतसादहत कयता ह। इस आमत भ ऩामफय

इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ को सॊफोधधत कयत हए कहा गमा

ह औय जफ उनहोन अऩन आऩ ऩय अतमाचाय ककमा औय ईशवय म आदि की

अवऻा की थी तो मदद व आऩक ऩास आत औय ईशवय स भा माचना कयत औय

ऩामफय बी उनह भा कयन की शसफारयि कयत तो घनसॊदह व ईशवय को फडा

तौफा सवीकाय कयन वारा औय दमावान ऩात।

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वहहाफी भत क रोगो न तवससर का इनकाय कयन क शरए यआन भजीद की

कछ आमतो को परभाण भ परसतत ककमा ह। उदाहयण सवरऩ व सयए फाघतय की

14वीॊ आमत को परसतत कयत ह यजसभ कहा गमा ह (ह ऩामफय!) मदद आऩ उनह

ऩकाय तो व आऩकी ऩकाय नह ॊ सनग औय मदद व सन बी तो आऩकी फात

सवीकाय नह ॊ कयग औय पररम क ददन व आऩक सभक ठहयान (औय उऩासना)

का इनकाय कय दग। औय (जानकाय ईशवय की) बाॊघत कोई बी आऩको (तथमो स)

सधचत नह ॊ कयता। सयए फाघतय भ भघतममो की ऩजा कयन वारो को सॊफोधधत

कयती हई कई आमत ह औय मह आमत बी उनह भघतममो की ऩजा स योकती ह

कमोकक भघतममाॊ न तो अऩनी उऩासना कयन वारो की पराथमनाएॊ सन सकती ह औय

मदद सन बी सकतीॊ तो उनह ऩया कयन का उनभ साभथमम नह ॊ ह औय न ह

सॊसाय भ उनका तघनक बी कोई सवाशभतव ह ककॊ त कछ अघतवाद वहहाबफमो न

तवससर व िफाअत क भाधमभ स ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह

व सलरभ तथा ईशवय क अनम वपरम फॊदो स भसरभानो क सॊऩकम को सभापत कयन

क शरए इस आमत औय इसी परकाय की अनम आमतो का सहाया शरमा ह औय कहा

ह कक ईशवय को छोड कय ऩामफयो सदहत व सबी रोग, यजनह तभ ऩकायत हो,

तमहाय फात नह ॊ सनत ह औय मदद सन बी र तो उस ऩया नह ॊ कय सकत। मा

इसी परकाय सय आयाफ की आमत करभाॊक 197 भ कहा गमा ह औय यजनह तभ

ईशवय क सथान ऩय ऩकायत हो व न तो तमहाय सहामता कय सकत ह औय न ह

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अऩनी या कय सकत ह। वहहाफी इसी परकाय की अनम आमत परसतत कयक

ऩामफयो औय इभाभो स हय परकाय क तवससर का इनकाय कय दत ह औय इस

एकशवयवाद क ववऩय त फतात ह। जफकक वासतववकता मह ह कक इन आमतो स

ऩहर औय फाद वार आमतो ऩय एक साधायण सी दयषट डार कय बी इस

वासतववकता को सभझा जा सकता ह कक इन आमतो का तातऩमम भघतममाॊ ह कमोकक

इन सबी आमो भ उन ऩतथयो औय रकडडमो की फात की गई ह यजनह ईशवय का

सभक ठहयामा गमा था औय उनह ईशवय की ियकत क भ ाफर भ परसतत ककमा

गमा था।

कौन ह जो मह न जानता हो कक ऩामफय औय ईशवय क वपरम फॊद ईशवय क

भागम भ िह द होन वार उन रोगो की बाॊघत ह यजनक फाय भ यआन सऩषट रऩ

स कहता ह कक व जीववत ह। दसय ओय इस फात भ बी कोई सॊदह नह ॊ ह कक

इन ऩववतर हयसतमो स तवससर का अथम मह नह ॊ ह कक हभ इनह ईशवय क

भ ाफर भ सवाधीन ियकत का सवाभी सभझत ह फयलक रकषम ह कक उनक

समभान औय सथान क भाधमभ स ईशवय स सहामता चाह औय ईशवय की दयषट भ

उनकी जो भहानता ह उसक दवाया ईशवय स मह चाह कक वह हभाय पराथमना को

सवीकाय कय र औय मह फात एकशवयवाद औय ईशवय की फॊदगी स तघनक बी

ववयोधाबास नह ॊ यखती फयलक मह एकशवयवाद ह। इस आधाय ऩय जसा कक

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यआन भजीद न सयए फयह की आमत करभाॊक 255 भ शसफारयि क सॊफॊध भ

सऩषट रऩ स कहा ह कक कोई बी ईशवय की अनभघत औय आदि क बफना

शसफारयि नह ॊ कय सकता, ठीक उसी परकाय उनस तवससर बी इसी भाधमभ स

होता ह औय ईशवय की अनभघत क बफना नह ॊ हो सकता। मह कायण ह कक ईशवय

अऩन ऩामफय क भाधमभ स एक कथन भ कहता ह कक जान रो कक यजस ककसी

की कोई सभसमा ह औय वह उस दय कयना तथा कोई राब परापत कयना चाहता ह

मा ककसी अतमॊत जदटर व हाघनकायक घटना भ गरसत हो गमा ह औय चाहता ह

कक वह सभापत हो जाए तो उस चादहए कक भझ भहमभद व उनक ऩववतर ऩरयजनो

क भाधमभ स ऩकाय ताकक भ उसकी पराथमनाओॊ को उततभ ढॊग स सवीकाय करॊ ।

मह कायण ह कक हभ ऩामफय इसराभ क कार क वरयषठ भसरभानो तथा

अनम धाशभमक नताओॊ की जीवनी भ दखत ह कक व सभसमाओॊ क सभम ऩामफय

इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ की ि ऩय जात, उनस तवससर

कयत तथा उनकी ऩववतर आतभा क भाधमभ स ईशवय स सहामता चाहत थ। इस

सॊफॊध भ फहत सी हद स ह यजनह िीमा औय सननी दोनो की ववशवसत ककताफो भ

दखा जा सकता ह। इबन हजय भककी न अऩनी ककताफ सवाए भहरया भ

परखमात सननी धभमगर इभाभ िाफई क हवार स शरखा कक व ऩामफय इसराभ क

ऩरयजनो की परिॊसा भ कववजाएॊ शरख कय उनस तवससर कयत थ औय कहत थ

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कक ऩामफय क ऩरयजन भय भाधमभ ह, व ईशवय स साशभपम क शरए भया साधन

ह, भझ आिा ह कक पररम क ददन उनह ॊ क कायण भया कभमऩतर भय सीध हाथ भ

ददमा जाएगा औय भझ भो परापत होगा।

तवससर की एक अनम घटना ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व

सलरभ की ऩतनी हजयत आएिा स सॊफॊधधत ह। अफर जोजा क हवार स दायभी न

अऩनी ऩसतक सह ह भ शरखा कक एक वषम भद ना नगय भ बाय अकार ऩडा।

हजयत आएिा न रोगो स कहा कक व अकार की सभायपत क शरए ऩामफय

इसराभ स तवससर कय। उनहोन ऐसा ह ककमा औय कपय जभ कय वषम हई तथा

अकार सभापत हो गमा। सननी भसरभानो की सफस ववशवसत ककताफ सह ह

फऽाय भ वरणमत ह कक दसय ऽर फा उभय न अकार व सख क सभम ऩामफय

इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ क चाचा अबफास स तवससर

ककमा औय कहा कक परबवय! जफ बी हभ अकार भ गरसत होत थ तो ऩामफय

इसराभ स तवससर ककमा कयत थ औय वषाम होन रगती थी अफ भ तझ उनक

चाचा अबफास का वासता दता हॊ ताकक त वषाम को बज द। फऽाय न शरखा ह कक

इसक फाद वषाम होन रगी। सयननमो क एक फड धभमगर आरसी न यआन भजीद

की वमाखमा भ शरखी गई अऩनी ककताफ भ तवससर क सॊफॊध भ फडी सॊखमा भ

हद सो का वणमन ककमा ह। व इन हद सो की रमफी वमाखमा औय तवससर स

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सॊफॊधधत हद सो क फाय भ कडा रऽ अऩनान क फाद अॊत भ कहत ह कक इन साय

फातो क फावजद भय दयषट भ ईशवय क घनकट ऩामफय इसराभ स तवससर भ

ककसी परकाय की कोई रकावट नह ॊ ह, चाह उनक जीवन भ हो अथवा भतम क

ऩशचात। इसक फाद आरसी न मह बी शरखा ह कक ईशवय को ऩामफय क

अघतरयकत बी ककसी अनम का वासता दन भ कोई रकावट नह ॊ ह ककॊ त उसकी ितम

मह ह कक वह वासतव भ ईशवय क घनकट उचच सथान यखता हो।

वहाबियत, वासतववकता और इततहास-5

वहाबफमत की आधायशिरा यखन वार इबन तशभमा न अऩन ऩय जीवन भ फहत

सी ककताफ शरखीॊ औय अऩनी आसथाओॊ का अऩनी यचनाओॊ भ उलरख ककमा ह।

उनहोन ऐस अनक फतव ददए जो उनस ऩहर क ककसी बी भसरभान धभमगर न

नह ॊ ददए थ वविष रऩ स ईशवय क फाय भ। वहहाबफमो का भानना ह कक ईशवय

वसा ह ह जसा कक यआन की कछ आमतो भ उलरख ह हाराॊकक ऐसी आमतो

की यआन की दसय आमत वमाखमा कयती ह औय ऩामफय इसराभ व उनक

ऩववतर ऩरयजनो क कथनो स बी ऐसी आमतो की ताकम ऩणम वमाखमा की गमी ह।

ककनत इबन तशभमा औय दसय सरफी यआन की आमतो की वववचना व

सऩषट कयण स दय यह औय इस परकाय ईशवय क अॊग तथा उसक शरए सीभा को

भानन रग।

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इबन तशभमा औय उनक परशसदध शिषम इबन ययमभ जौजी न अऩनी ककताफो भ

इस बफनद ऩय फर ददमा ह कक ईशवय सयषट की यचना कयन स ऩवम ऐस घन फादरो

क फीच भ था कक यजसक ऊऩय औय न ह नीच हवा थी, सॊसाय भ कोई बी वसत

भौजद नह ॊ थी औय ईशवय का अिम अथामत ईशवय की ऩयभ सतता का परतीक वविष

सथान ऩानी क ऊऩय था।

इस फात भ ह ववयोधाबास भौजद ह। कमोकक एक ओय मह कहा जा यहा ह कक

ईशवय इसस ऩहर कक ककसी चीज को ऩदा कयता, घन फादरो क फीच भ था

जफकक फादर सवमॊ ईशवय की यचना ह। इसशरए मह कस भाना जा सकता ह कक

यचना अथामत फादर यचनाकाय स ऩहर सयषट भ भौजद यहा ह? कमा इसराभी

शिाओॊ स अवगत एक भसरभान इस फात को भानगा कक भहान ईशवय को ऐस

अयसततव की सॊऻा द जाए जो ऐसा फफस हो कक घन फादरो भ घघया हो औय

फादर उस ऩयभ व अननम अयसततव का ऩरयवषटन ककए हो? इसराभ क अनसाय

कोई बी वसत ईशवय ऩय वचमसव नह ॊ जभा सकती कमोकक यआनी आमतो क

अनसाय ईशवय का हय वसत ऩय परबतव ह औय ऩय सयषट उसक घनमॊतरण भ ह।

इबन तशभमा क ववचायो का इसराभी शिाओॊ स ववयोधाबास ऩणमत सऩषट ह।

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वहहाबफमो की आसथाओॊ भ एक आसथा मह बी ह कक ईशवय ककसी वविष ददिा

व सथान भ ह। वहहाबफमो का भानना ह कक ईशवय का िय य होन क अघतरयकत

उसकी वमवहारयक वविषता बी ह औय िाय रयक तथा फाहम दयषट स बी आसभानो

क ऊऩय ह। इफन तशभमा न अऩनी ककताफ शभनहाजससननह भ इस ववषम का इस

परकाय उलरख ककमा ह हवा, जभीन क ऊऩय ह, फादर हवा क ऊऩय ह, आकाि,

फादरो व धयती क ऊऩय ह औय ईशवय की सतता का परतीक अिम आकािो क ऊऩय

ह औय ईशवय इन सफक ऊऩय ह। इसी परकाय व ऩवामगरह क साथ कहत ह जो रोग

मह भानत ह कक ईशवय ददखाई दगा ककनत ईशवय क शरए ददिा को सह नह ॊ

भानत उनकी फात फदधध की दयषट स असवीकामम ह।

परशन मह उठता ह कक इबन तशभमा का मह दयषटकोण कमा ऩववतर यआन क

सयए फया की आमत करभाॊक ऩॊदरह स सऩषट रऩ स ववयोध नह ॊ यखता कक यजसभ

ईशवय कह यहा ह ऩयफ ऩयशचभ ईशवय का ह तो यजस ओय चहया घभाओग ईशवय

वहाॊ ह। ईशवय हय चीज ऩय छामा हमा व सवमऻ ह। औय इसी परकाय सयए हद द की

आमत करभाॊक चाय भ ईशवय कह यहा ह जहाॊ बी हो वह तमहाय साथ ह।

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अफ सयए सजदा की इस आमत ऩय धमान द यजए औय कपय उसका सॊचारन

अऩन हाथ भ शरमा औय उसस हटकय न तो कोई तमहाया सॊयक ह औय न ह

उसक भ ाफर भ कोई शसफारयि कयन वारा ह।

सयए हद द की आमत करभाॊक 4 भ ईशवय कह यहा ह कपय सयषट का सॊचारन

सॊबारा औय जो कछ जभीन भ परववषट होता ह वह उस जानता ह।

औय अफ सयए ताहा की आमत करभाॊक 5 ऩय धमान द यजए वह दमावान

यजसक ऩास ऩय सयषट की सतता ह।

वहहाबफमो न इन आमतो क ववददत रऩ क आधाय ऩय ईशवय की सतता क परतीक

क शरए वविष रऩ व आकाय को गढ शरमा ह कक यजस सन कय हॊसी आती ह।

वहहाबफमो का भानना ह कक ईशवय का बाय फहत अधधक ह औय वह अिम ऩय फठा

ह। इबन तशभमा न कक यजसका सरफी अनसयण कयत ह, अनक ककताफो भ शरखा

ह कक ईशवय अऩन आकाय की तरना भ अिम क हय ओय स अऩनी चाय अॊगर स

अधधक फडा ह। इबन तशभमा कहत ह ऩववतर ईशवय अिम क ऊऩय ह औय उसका

अिम गॊफद जसा ह जो आकािो क ऊऩय यसथत ह औय अिम ईशवय क अधधक बाय

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होन क कायण ऊॊ ट की काठी की बाॊघत चयभयाता ह जो चयभयाहट बाय सवाय क

कायण होती ह।

इबन ययमभ जौजी न जो इबन तशभमा क शिषम व उनक ववचायो क परचायक

तथा भोहमभद बफन अबदर वहहाफ क ऩौतर बी ह, अऩनी ककताफो भ ईशवय का इस

परकाय उलरख ककमा ह कक सनन वार को उसक फचऩन की करऩनाएॊ माद आ

जाती ह। व कहत ह ईशवय का अिम कक यजसकी भोटाई दो आकािो क फीच की

दय यजतनी ह, आठ ऐस ऩहाडी फकयो की ऩीठ ऩय दटका हआ ह कक यजनक ऩय क

नाऽन स घटन तक की दय बी दो आकािो क फीच की दय क फयाफय ह। म

ऩहाडी फकय एक सभदर क ऊऩय खड ह कक यजसकी गहयाई दो आकािो क फीच की

दय क फयाफय ह औय सभदर सातव आकाि ऩय यसथत ह। म फात ऐसी यसथघत भ

ह कक न तो ऩववतर यआन की आमत, न ऩामफय इसराभ औय न ह उनक

सदाचाय साधथमो न इस परकाय की घनयाधाय व अताककम क वविषताओॊ का उलरख

ककमा ह फयलक उनका तो भानना ह कक ईशवय कसा ह इसका उलरख कयना बी

असॊबव ह।

हय चीज स ईशवय क आवशमकताभकत होन की आसथा धभम व ऩववतर यआन

की भहतवऩणम शिाओॊ भ ह औय ऩववतर यआन की अनक आमतो भ इस ववषम

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ऩय चचाम की गमी ह। जसा कक ऩववतर यआन क सयए फया की आमत करभाॊक

263 भ ईशवय कह यहा ह ईशवय आवशमकताभकत औय सहनिीर ह। इसी परकाय

सयए फया की आमत करभाॊक 267 भ हभ ऩढत ह ईशवय आवशमकताभकत ह

औय साय परिॊसा उसी स वविष ह।

ऩववतर यआन की इन आमतो भ इस परकाय क अथम को कवर धचॊतन भनन

दवाया ह सभझा जा सकता ह। ऩववतर यआन भानव सभाज को घनयॊतय तकम का

घनभॊतरण दता ह औय दावा कयन वारो स कह यहा ह कक मदद उनक ऩास अऩनी

फात की सतमता का कोई तकम ह तो उस फमान कय।

उदाहयण सवरऩ तकम की दयषट स मह कस भाना जा सकता ह कक ईशवय आठ

ऩहाडी फकयो ऩय सवाय ह। कमोकक मदद ईशवय वासतव भ आठ फकयो ऩय सवाय

होगा तो उस उनकी आवशमकता होगी। जफकक अननम ईशवय ऩववतर ह इस तरदट स

कक उस ककसी चीज की आवशमकता ऩड। इसी परकाय इस भरषट ववचाय क आधाय

ऩय कक ईशवय का अिम आठ फकयो ऩय ह, मह घनषकषम घनकरगा कक म आठ फकय

बी जफ स ईशवय ह औय जफ तक यहगा, भौजद यहगी। जफकक ईशवय सयए हद द

की चौथी आमत भ सवमॊ को हय चीज स ऩहर औय हय चीज क फाद फाी यहन

वारा अयसततव कह यहा ह औय सरकफमो क आठ फकयो सदहत दसय कहाघनमो स

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सॊफॊधधत ककसी फात का उलरख नह ॊ ह। ऩामफय इसराभ सलरर राह अरह व

आरह व सलरभ ईशवय की वविषता क सॊफॊध भ कहत ह त हय चीज स ऩहर

था औय तझस ऩहर कोई वसत नह ॊ थी औय त सफक फाद बी ह।

अिम ऩय ईशवय क होन का अथम ईशवय की सतता ह जो ऩय सयषट ऩय छामी हमी

ह औय ऩय सॊसाय का सॊचारन उसक हाथ भ ह। अिम स तातऩमम मह ह कक ईशवय

का ऩय सयषट ऩय घनमॊतरण ह औय हय वसत ऩय उसका िासन ह जो अननम ईशवय

क अशबभान क अनरऩ ह। इसशरए अिम ऩय ईशवय क होन का अथम सबी वसतओॊ

चाह आकाि भ हो मा जभीन भ चाह छोट हो चाह फडी चाह भहतवऩणम औय चाह

नगणम हो सफका सॊचारन उसक हाथ भ ह। ऩरयणाभसवरऩ ईशवय हय चीज का

ऩारनहाय औय इस दयषट स वह अकरा ह। यबफ स अशबपराम ऩारनहाय औय

सॊचारक क शसवा कोई औय अथम नह ॊ ह ककनत सरफी ईशवय क अिम की जो

वविषता फमान कयत ह वह न कवर मह कक धाशभमक भानदॊडो व फदधध स

ववयोधाबास यखता ह फयलक उस फकवास क शसवा औय कछ नह ॊ कहा जा सकता।

सरफी इसी परकाय ईशवय क अिम स ऐस खॊफ अशबपराम रत ह कक मदद उनभ स

एक न हो तो ईशवय का अिम ढह जाएगा औय ईशवय उसस जभीन ऩय धगय ऩडगा।

हजयत अर अरदहससराभ यजनह ऩामफय इसराभ न अऩन ऻान क नगय का

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दवाय कहा ह, ईशवय क अिम की वमाखमा इन िबदो भ कयत ह ईशवय न अिम को

अऩनी सतता क परतीक क रऩ भ फनामा ह न कक अऩन शरए कोई सथान।

वहाबियत, वासतववकता और इततहास-6

वहाफी सभदाम का वचारयक सॊसथाऩक इबन तशभमा एकशवयवाद क सॊफॊध भ

ववशबनन आसथा यखता ह जो कबी तो भसरभानो की आसथाओॊ स शबनन होती ह

औय कबी ववयोधाबास यखती ह। ईशवय क फाय भ उसक ववचायो भ स एक उसन

ईशवय को धयती क अनम जीवो की बाॊघत चरता कपयता औय गघतिीर फतामा ह

औय उसका भानना ह कक ईशवय एक सथान स दसय सथान चरता यहता ह।

आसभान स उतयना औय चढना औय आकाि ऩय चरना तथा ववशबनन परकाय क

शसहाॊसनो ऩय फठना, अननम ईशवय क फाय भ इबन तशभमा की योचक फातो भ स

ह। इबन तशभमा शभनहाजससनना नाभक ऩसतक भ शरखता ह कक ईशवय हय यात भ

आकाि स जभीन ऩय उतयता ह औय अयफ की यात भ धयती स फहत घनकट हो

जाता ह ताकक अऩन फॊदो की आवाज सन औय घनकट स उस सवीकाय कय। ईशवय

ऩहर आसभान ऩय आकय ऩकायता ह कक कोई ह जो भझ ऩकाय औय भ उसकी

दआओॊ को सवीकाय करॊ ।

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वहाफी सभदाम क आधाय ऩय इसी परकाय ईशवय क शरए ववशबनन अवसयो ऩय

शबनन शसॊहासनो व कशसममो को दयषटगत यखा गमा ह। भजभउर फतावा नाभ

ऩसतक भ इबन तशभमा क परशसदध शिषम इबन ययमभ जौजी क हवार स फमान

हआ ह कक हय आसभान ऩय ईशवय क शरए एक शसॊहासन ह, जफ वह ऩहर

आसभान ऩय उतयता ह तो उस आसभान क वविष शसॊहासन ऩय फठता ह औय

कहता ह कक ह कोई परामयशचत कयन वारा ताकक उसको भ भा करॊ । वह सफह

तक वहाॊ यहता ह औय सफह क सभम ऩहर आसभान क वविष शसॊहासन को छोड

दता ह, ऊऩय जाता ह औय दसय कसी ऩय फठता ह।

भोयकको क परशसदध ऩममटक इबन फतता अऩन मातरा वताॊत भ इस सॊफॊध भ

वहाफी धभम गरओॊ की ओय स योचक कथा फमान कयत ह, व शरखत ह कक भन

दशभश की जाभ भयसजद भ इबन तशभमा को दखा जो रोगो को उऩदि द यहा था

औय कह यहा था कक ईशवय ऩहर आसभान ऩय उतयता ह, जसा कक भ अबी नीच

उतरॊ गा, कपय वह शभॊफय अथामत बाषण दन क वविष सथान स एक सीढ नीच

उतया। इबन तशभमा की इस फात ऩय वहाॊ उऩयसथत भाशरकी ऩॊथ क परशसदध

धभमिासतरी इबन जोहया न कडा ववयोध ककमा ककनत कछ साधायण रोग जो इबन

तशभमा की फातो ऩय ववशवास कय चक थ, शभॊफय क नीच स उठ औय इबन जोहया

की वऩटाई कयन रग। उनको हॊफर नमामाधीि की ओय स बी डाॊट पटकाय रगाई

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गमी ककनत हॊफर नमामधीि का ककरमाकराऩ दशभश क िाफई औय भारकी

नमामधीिो औय धभमिायसतरमो क कड ववयोध का कायण फना। इस आधाय ऩय इस

ववषम की सचना िासक को द गमी औय उसन बी इबन तशभमा को जर भ डार

दन का आदि जाय कय ददमा।

वासतव भ इबन तशभमा ईशवय क शरए चरन कपयन की फात को भानत हए

बौघतक जीवो की बाॊघत ईशवय को बी आवशमकता यखन वारा सभझता ह जो

अऩन फॊदो स सॊऩकम फनान क शरए आसभान स उतयता औय चढता ह। मह ऐसी

यसथघत भ ह कक गघत बौघतक सॊसाय स वविष होती ह औय सवमसभथम ईशवय को

अऩन फॊदो की फात सनन औय उनकी दआओॊ को ऩया कयन क शरए इधय उधय

जान औय ववशबनन शसॊहासनो ऩय फठन की आवशमकता नह ॊ होती। सयए ाफ की

आमत करभाॊक सोरह भ फर ददमा गमा ह कक ईशवय फॊद की गदमन की यग स बी

घनकट ह औय सयए फयह की आमत करभाॊक 115 भ कहा गमा ह कक औय

अलराह क शरए ऩयफ बी ह औय ऩयशचभ बी इसीशरए तभ यजधय बी रऽ कयोग

वह ॊ ईशवय भौजद ह वह छामा हआ बी ह औय ऻानी बी ह। इस आधाय ऩय मह

ऩरयणाभ घनकारा जा सकता ह कक ईशवय हय सथान ऩय भौजद ह औय उस सनन

औय हय कामम क शरए इधय उधय जान की आवशमकता नह ॊ ह। मह उऩयसथघत

सवमसभथम ईशवय की उसी ियकत औय ऻान स उतऩनन हई ह यजसक फाय भ ऩववतर

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यआन न फायमफाय फर ददमा ह। उदाहयण सवरऩ सयए फयह की आमत करभाॊक

284 भ आमा ह कक ईशवय सभसत वसतओॊ ऩय सभ ह। वासतव भ भता औय

ऻान ईशवय की परशसदध वविषताओॊ भ ह यजस ऩववतर यआन भ ाददय, आशरभ,

द य व अर भ जस िबदो क साथ फायमफाय परसतत ककमा गमा ह। इस दिा भ

इबन तशभमा स ऩछना चादहए कक कमा वासतव भ सॊसाय का यचघमता बौघतक जीवो

की बाॊघत अऩन फॊदो स सॊऩकम फनाता ह मा मह सॊऩकम , बफना िबद क भनषम क

रदम औय आतभा दवाया होता ह?

इबन तशभमा न अऩन भन भ ईशवय क शरए एक शसॊहासन मा गदद की

कलऩना कय र ह औय उसका महाॊ तक भानना ह कक ऩामफय इसराभ अऩन

यचघमता क फार भ एक कसी ऩय ववयाजभान होग जफकक ऩामफय इसराभ

सरलराहो अरह व आरह व सलरभ अऩनी सभसत िान औय वबव क फावजद

सवमॊ को ईशवय का एक घनचर दज का फॊदा कहन ऩय गवम कयत ह औय ऩववतर

यआन बी सयए कहफ की आमत करभाॊक 110 भ ऩामफय इसराभ (स) को

सॊफोधधत कयत हए कहता ह कक आऩ कह द यजए क भ तमहाय ह जसा एक

भनषम हॊ ककनत भय ओय ईशवय का वविष सॊदि वदह आता ह कक तमहाया ईशवय

एक अकरा ह इसीशरए जो बी उसस बट की आिा रगाए हए ह उस चादहए कक

बरा कभम कय औय ककसी को अऩन ईशवय की उऩासना भ बागीदाय न फनाए।

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इबन तशभमा औय उसका शिषम इबन ययमभ जौजी इन सफ फातो स बी आग

फढ गम औय उनहोन अऩनी ऩसतको भ ईशवय को एक नयि की बाॊघत फतामा।

भजभउर फतावा नाभक ऩसतक भ इनक हवार स आमा ह कक ऩयरोक क ददनो

भ िकरवाय क ददन ईशवय अऩनी ियकत क वविष सथान अथामत अिम स नीच

उतयगा औय शसॊहासन ऩय फठगा। ईशवय का शसॊहासन परकािभमी शभॊफयो क फीच

होगा औय ईशवय म दत इन शभॊफयो ऩय फठ हए होग। सोन क फन शसॊहासन इन

शभॊफयो को घय हए होग औय िह द औय ईशवय क सचच फॊद इस ऩय फठ हए होग।

ईशवय फठक क आमोजन औय सबा भ उऩयसथत रोगो स ववसतत फात चीत कयक

शसॊहासन स उठगा औय फठक को छोडकय अऩन वविष सथान अिम की ओय ऊऩय

यवाना हो जाएगा।

मह फात योचक ह कक वहाफी इस परकाय की असऩषट औय घनयाधाय फातो को

बफना ककसी आमत मा हद स क परभाण क परसतत कयत ह औय ववददत रऩ स

कवर अऩनी कलऩनाओॊ क तान फान फनत यहत ह। न तो ऩववतर यआन भ औय

न ह सहाए शसतता जसी सयननमो की भानमता परापत ऩसतको भ इस परकाय की फात

परसतत की गमी ह। इस फाय भ कवर मह कहा जा सकता ह कक ईशवय क फाय भ

इस परकाय की अवासतववक फात इबन तशभमा औय उसक अनमाइमो क भयसतषक

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की उऩज ह। उनहोन ईशवय को फॊदो की बाॊघत फतान औय उसक शरए िय य की

फात भानकय ईशवय क शरषठ व उचच सथान को घटा ददमा ह। सननी सभदाम क

परशसदध धभमगर इबन जोहफर का कहना ह कक इबन तशभमा यजस परकाय स दावा

कयता ह कक मह फात ईशवय, उसक दतो औय ईशवय म दतो क साधथमो न कह ह,

जफकक उसकी कह हई फातो को इनभ स ककसी न कदावऩ नह ॊ कह ह।

वहाबफमो की योचक आसथाओॊ भ स एक मह ह कक व कबर को ईशवय क

िाय रयक रऩ स उऩयसथत होन का सथान भानत ह औय उनका भानना ह कक

नभाज क सभम ईशवय हय नभायजमो क साभन खडा होता ह औय उनस कहता ह

कक नभायजमो को कबर की ओय नह ॊ थकना चादहए कमोकक ईशवय उसक साभन

खडा होता ह औय इस कामम क कायण ईशवय को ऩयिानी औय कषट होती ह। महाॊ

ऩय मह फात कहना चादहए कक कबर की ओय भॊह कयक खड होना, सभनवम औय

नभाज क सभम भोशभनो क धमान क उददशम स ह। न मह कक ईशवय उस ददिा

भ भौजद ह। ईशवय हय सथान ऩय भौजद ह औय हय वसत स अवगत ह। ऩववतर

यआन न बी फहत सी आमतो भ इस फात ऩय फर ददमा ह कक (व हआ अरा

कलर िइन द य) अथामत वह सभसत वसतओॊ ऩय सभ ह। एक असीशभत औय

अनॊत अयसततव, सभसत चीजो स अवगत ह औय उसक घनमॊतरण भ सॊसाय की ऩय

वसतएॊ ह। मदद ईशवय क शरए ककसी वविष सथान को भान शरमा जाए, इस फात

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क अघतरयकत कक उस सभम औय कार क शरए आवशमकता यखन वारा फताएॊ तो

हभन ईशवय को एक सथान औय सभम भ सीशभत कय ददमा। दसय ओय वहाफी

कठभलराओॊ दवाया ईशवय को ककसी वविष सथान औय सभम भ सीशभत कयन का

मह अथम होता ह कक ईशवय इस सभम दसय सथान ऩय भौजद नह ॊ ह औय मह

ईशवय की भता भ कभी का धचनह ह कमोकक ईशवय असीशभत औय अनॊत

अयसततव ह यजसभ कोई बी कभी मा अभता नह ॊ ऩाई जाती।

इबन तशभमा न ईशवय क फाय भ औय बी फहत सी फात फमान की ह औय

अऩनी दसाहसी फातो स उसन ईशवय की िान को कभ कयन का बयसक परमास

ककमा ककनत ईशवय इन जस तचछ रोगो की फातो स फहत ह उचच ह। ऩववतर

यआन एक सऩषट गवाह ह जो वासतववकता को धचॊतन भनन कयन वारो औय

ऻानी रोगो क सभ सऩषट कयता ह। सयए िया की आमत करभाॊक गमायह भ

आमा ह कक कोई बी वसत ईशवय जसी नह ॊ ह। िीमा भसरभानो क परशसदध

वरयषठ धभमगर औय ऩववतर यआन क वमाखमाकाय आमतलराह भकारयभ िीयाजी

इस आमत की वमाखमा कयत हए शरखत ह कक वासतववकता भ मह फात ईशवय की

सभसत वविषताओॊ को ऩहचानन का भखम आधाय ह कक यजस ऩय धमान ददए

बफना ईशवय की ककसी बी वविषता ऩय ववशवास नह ॊ ककमा जा सकता कमोकक

ईशवय की खोज कयन वारो क भागम भ ऩडन वार सफस ऽतयनाक ढार मह

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ईशवय को फॊद जसा फतान की ढार ह। इसी ववषम क कायण रोग अनकशवयवाद

की खाई भ धगय जात ह। दसय िबदो भ ईशवय ऐसा अयसततव ह जो हय दयषट स

अनॊत औय असीशभत ह तथा उसक अघतरयकत हय चीज की एक सीभा औय एक

अॊत ह। उदाहयण सवरऩ हभाय शरए फहत स कामम सयर ह औय कछ कदठन, कछ

वसतएॊ हभस घनकट ह तो कछ दय कमोकक हभाया अयसततव सीशभत ह ककनत उस

अयसततव क शरए जो हय दयषट स असीशभत ह, सदव फाी व जाय यहन वारा ह,

सदव स ह औय सदव यहगा, मह अथम कलऩना मोगम नह ॊ ह।

हजयत अर अरदहससराभ न बी नहजर फरााा भ ववशबनन सथानो ऩय ईशवय

की वविषताओॊ को फमान ककमा ह। हजयत अर अरदहससराभ की दयषट भ ईशवय

की अनॊत भता, ऐसी ह कक छोट फड, बाय हलक, ियकतिार औय कभजोय

सभसत जीव, सबी ईशवय की सयषट औय उसकी ियकत क सभ सभान ह।

सननी सभदाम क परशसदध धभमगर इबन हजय भककी अरफतावा अरहद सा

नाभक ऩसतक भ इबन तशभमा क फाय भ शरखत ह कक ईशवय न उस अऩभाघनत,

ऩथभरषट, अॊधा औय फहया कय ददमा ह औय सननी सभदाम क धभमगरओॊ औय

हनफी, भाशरकी औय िापई ऩॊथ क उसक सभकार न धभमगरओॊ न उसकी फातो

औय उसक ववचाय की भरषटता को सऩषट रऩ स फमान ककमा ह, इबन तशभमा की

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फात भलमो स यदहत ह औय वह धभम भ नई फात परववषट कयन वारा, ऩथभरषट,

ऩथभरषट कयन वारा औय असॊतशरत वमयकत ह। ईशवय उसक साथ अऩन नमाम क

अनसाय वमवहाय कय औय हभ उसकी आसथाओॊ की फयाइमो औय उसक सॊसकायो व

भागो स सयकषत यख।

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वहाबियत, वासतववकता और इततहास-7

जसा कक हभन वऩछर काममकरभ भ उलरख ककमा कक ईशवय क फाय भ वहाबफमो

का मह ववशवास कक ईशवय बौघतक वविषताओॊ का सवाभी ह, यान भजीद औय

ऩामफय इसराभ (स) क ऩववतर कथनो एवॊ साभानमफोध क परघतकर ह, कहा जा

सकता ह कक मह धायणा कवर इबन तशभमा औय उसक शिषमो एवॊ अनमाईमो की

भानशसक उऩज ह। इबन तशभमा क इनह ॊ ऩथभरषट ववचायो क कायण सननी

ववदवानो न उसका कडा ववयोध ककमा औय उस जर भ डार ददमा गमा। इबन

तशभमा अऩन ऩथभरषट ववचायो ऩय अटर यहा महाॊ तक कक जर भ उसकी भौत हो

गई औय कदावऩ उस सतमता की परायपत नह ॊ हई। एकशवयवाद क फाय भ वहाबफमो

क ववशवासो स सॊफॊधधत काममकरभ की एक अनम कडी रकय आऩकी सवा भ

उऩयसथत ह। इबन तशभमा न शभनहाज अरसननाह एवॊ अर अीदतर हभववयमा

नाभक ऩसतको भ एकशवयवाद स सॊफॊधधत अऩन दयषटकोण का उलरख ककमा ह।

उसका भानना ह कक ईशवय की वविषताओॊ भ स एक दौडना ह। उसका ववशवास ह

कक ईशवय अऩन सचच फॊदो की ओय दौडता ह ताकक उनक घनकट आ जाम। इबन

तशभमा अऩनी दाव को शसदध कयन हत ऩामफय इसराभ (स) की हद स परसतत

कयता ह कक ईशवय कहता ह कक मदद भया कोई फॊदा एक फाशरशत भय घनकट

आमगा तो भ आधा भीटय उसक घनकट जाऊॊ गा औय मदद कोई आधा भीटय भय

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ओय फढता ह तो भ एक भीटय स बी अधधक उसकी ओय फढॊगा। औय अगय कोई

धीय धीय चरकय भय ऩास आमगा तो भ दौडकय उसकी ओय जाऊॊ गा।

अऩन फॊदो की ओय ईशवय क दौडन को इबन तशभमा ठीक िाय रयक रऩ स

दौडना सभझता ह, जफकक वह हद स क वासतववक अथम स अनशबऻ ह। वासतव भ

इस हद स भ ईशवय क अऩन फॊदो स हाददमक एवॊ आधमायतभक रऩ स घनकट होन

की ओय सॊकत ककमा गमा ह औय इस भहतवऩणम बफ ॊद का उलरख ह कक जो फॊद

ईशवय स सॊऩकम कयत ह औय उसस सहामता भाॊगत ह ईशवय उनकी पराथमना सनता

ह औय उनकी सहामता कयता ह। अत जो बी कोई अधधक उऩासना एवॊ पराथमना

कयगा ईशवय उस ऩय औय बी अधधक कऩा कयगा।

इबन तशभमा दवाया इस भलमवान हद स का मह अथम घनकारन स ऩता चरता ह

कक वह औय उसक अनमाई वहाफी ईशवय को भनषमो क सभान सभझत ह, इस

शरए कक दौडना िय य स वविष ह औय िय य की वविषताओॊ भ स ह। सऊद अयफ

क भयफतमो की सवोचच ऩरयषद बी ईशवय क दौडन को सह भानती ह। सऊद

अयफ क एक वरयषठ भफती एक परशन क उततय भ फतवा दत हए कहत ह ईशवय क

चहय, हाथ, आॊख, वऩ ॊडर औय उॊ गशरमो क फाय भ यान औय हद स भ वणमन ह

औय इस ऩय सयननमो का ववशवास ह... तथा ऩामफय इसराभ (स) न ईशवय क

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अनरऩ उसकी इन वविषताओॊ को शसदध ककमा ह। मदमवऩ वहाफी सदव अऩनी

ारत फातो को ऩामफय इसराभ की हद सो औय महाॊ तक कक यान की आमतो स

जोड दत ह, जफ कक कह ॊ बी यान भ औय ऩामफय इसराभ की पराभारणक हद सो

भ ईशवय क दौडन की ओय सॊकत नह ॊ ककमा गमा ह फयलक इसराभी गरॊथो भ

ईशवय को भानव वविषताओॊ स भकत भाना गमा ह।

दमार ऩयभातभा न यान भजीद को एक ऐसी ऩसतक क रऩ भ बजा ह कक जो

सवमॊ उसकी ओय हभाया भागमदिमन कय ताकक ववशबनन ववचायो एवॊ दयषटकोणो औय

जीवन क बॊवय एवॊ बर बरयमो भ यासता न बटक जाम। हभ महाॊ आऩका धमान

यान भजीद की आमतो की ओय आकवषमत कयना चाहत ह ताकक ईशवय स बम

यखन वारो की ओय ईशवय क दौडन स ऩामफय इसराभ (स) का वासतववक तातऩमम

सभझ भ आ जाम। यान क अनकफत सय की 69वीॊ आमत भ ईशवय कहता ह

कक औय व कक जो हभाय भागम भ शरदधा स परमास कयग घनयशचॊत ह हभ उनह

अऩन भागम की ओय भागमदशिमत कयग, औय ईशवय बराई कयन वारो क साथ ह।

ईशवय अऩनी याह भ परमास कयन वारो को इस परकाय परघतपर परदान कयता ह औय

उन ऩय अऩनी वविष कऩा कयता ह औय वासतव भ ऩामफय इसराभ (स) की

हद स भ ईशवय का अऩन नक फॊदो की ओय दौडन स मह तातऩमम ह। यान भ

इस परकाय की आमत कक ईशवय अऩन फॊदो को सह यासता ददखाता ह अधधक ह

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ककनत न मह कक दौडकय मा ककसी भानव गघतववधध दवाया, इस शरए कक उस इस

परकाय की गघतववधधमो की आवशमकता नह ॊ ह।

इबन तशभमा का ववशवास ह कक ईशवय को दखा जा सकता ह। इस सॊदबम भ

उसका कहना ह कक हय वह वसत यजसका अयसततव यजतना सॊऩणम होता ह उतनी

ह दखन क शरए उऩमकत होती ह, औय चॊकक ईशवय सभसत जीवो भ सफस सॊऩणम

ह इस शरए सफस अधधक नजय आन क शरए उऩमकत बी ह ऩरयणाभसवरऩ ईशवय

ददखाई ददमा जाना चादहए। (शभनहाज अर सननाह,1-217)

ईशवय को दखन क ववषम भ वहाबफमो न सबी सीभाएॊ राॊघ कय ऐसा दयषटकोण

अऩनामा ह कक हय फदधधभान वमयकत आशचममचककत यह जाता ह। इबन तशभमा का

भानना ह कक पररम क ददन ईशवय बस फदरकय रोगो क साभन आमगा औय

अऩना ऩरयचम दगा औय कहगा कक भ तमहाया ईशवय हॊ। ऩयनत रोग उततय भ

कहग हभ तझ नह ॊ ऩहचानत औय तय भ फर भ अऩन ईशवय की ियण चाहत ह।

मदद हभाया ईशवय आ जाम तो हभ उस ऩहचान रग। कपय ईशवय अऩन असर रऩ

भ उनक साभन आता ह औय अऩना ऩरयचम दता ह। तो व रोग कहत ह कक हाॊ,

त हभाया ईशवय ह उसक फाद मह रोग ईशवय क साथ सवगम की ओय चर जात ह।

(भजभ अर फतावा, 6-492)

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कमा वहाबफमो न अऩनी इन फातो स ईशवय ऩय ऐस काभो का आयोऩ नह ॊ

रगामा ह कक यजनह अॊजाभ दन स एक फदधधभान वमयकत बी फचता ह? वासतव

भ उनहोन ईशवय को भजा फना शरमा ह। दसया परशन मह कक कमा रोगो न

दघनमा भ ऩहर कबी ईशवय को दखा ह कक जो पररम क ददन उस उसक असर

रऩ भ ऩहचान जामग? कमा आऩभ स ककसी न ईशवय को दखा ह मा ककसी ऐस

वमयकत को जानत हो कक यजसन ईशवय को दखा हो?

सॊबवत यान की यजस आमत भ सऩषट रऩ स ईशवय क ददखाई ऩडन को

असॊबव फतामा गमा ह वह सयए अनाभ की एक सौ छट आमत ह यजसभ ईशवय

कहता ह आॊख उस नह ॊ दखतीॊ ककनत वह सभसत आॊखो को दखता ह औय वह

सभसत अनकॊ ऩाओॊ का दाता एवॊ हय चीज का जानन वारा ह।

दसय आमत कक यजसभ बौघतक रऩ स ईशवय क ददखाई ऩडन की सॊबावना स

इॊकाय ककमा गमा ह सयए आयाफ की 143वीॊ आमत ह यजसभ ईशवय कहता ह कक

जफ भसा घनधामरयत सथान ऩय आम औय उनक ऩारनहाय न उनस फात की तो

उनहोन कहा, ह ऩारनहाय, त भझ अऩना दिमन कया ताकक भ तझ दख सकॊ ,

(ईशवय न) कहा, तभ भझ कदावऩ नह ॊ दख सकत।

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इन दो आमतो स ऩणमत सऩषट हो जाता ह कक इबन तशभमा की धायणा क

ववऩय त ईशवय को कबी नह ॊ दखा जा सकता।

इबन तशभमा औय दसय वहाबफमो न ईशवय क सॊफॊध भ औय बी ऐसी फात कह ॊ

ह यजन ऩय एक उचटती हई दयषट डारत ह। उनका कहना ह कक ईशवय भचछय ऩय

फठकय सवाय कयता ह, ईशवय एक ऐसा मवा ह कक यजसक घॊगयार फार ह, ईशवय

की आॊख आ जाती ह औय फरयशत उसकी दखबार क शरए जात ह, ईशवय ऩामफय

स हाथ शभराता ह, ईशवय क जत सोन क ह, ईशवय की कभय, फाज, औय उॊ गशरमाॊ

ह, उस आशचमम होता ह औय वह हॊसता ह इतमादद...

इस परकाय क अॊधववशवासो का हभ ऩहर ह उततय द चक ह कक ईशवय की भानव

सदहत ककसी बी चीज स तरना नह ॊ की जा सकती औय उसका िय य नह ॊ ह।

ऩन यान की सहामता रत ह। सयए अनकफत की 68वीॊ आमत भ ईशवय उन

रोगो को नायसतक कहता ह जो उस ऩय झट औय अनकशवयवाद आयोऩ रगात ह।

वह कहता ह कक उसस फडा अतमाचाय कौन ह कक जो ईशवय ऩय झटा आयोऩ

रगाम मा उस ऩय सतमता क उजागय हो जान क फाद उस झटरा द? कमा

नायसतको का सथान नकम भ नह ॊ ह?

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नहजर फरााा भ हजयत अर (अ) का दािमघनक कथन ह कक ... यान भ

एकशवयवाद क फाय भ आमा ह कोई बी वसत उसक सभान नह ॊ ह, अत ककसी बी

चीज को ईशवय क सभरऩ सभझना शभथमा एवॊ भरभ ह, औय यजस ककसी न बी

ईशवय को ककसी चीज क सभान सभझा उसन रकषम को गभ कय ददमा, मदद इस

परकाय ईशवय का गणगान ककमा कक यजसका ऩरयणाभ सभरऩता हो तो वासतव भ

उसन पराणी का वणमन ककमा न कक सवमॊ उसकाष इस शरए कक वह ककसी बी चीज

क सभान नह ॊ ह, इस शरए यजस ककसी न ईशवय को ककसी चीज क सदशम जाना

तो उसन ईशवय की अनबघत परायपत क भागम को छोड ददमा औय रकषम को गभ कय

ददमा, औय जो कोई ईशवय की ओय इिाया कय मा उस अऩन भन भ सोच तो

वासतव भ उसन उस नह ॊ ऩहचाना।

सयननमो क परशसदध ववदवान ाजार का कहना ह कक मदद कोई मह सोच कक

ईशवय का िय य ह कक जो अनक अॊगो स शभरकय फना ह तो वह फत ऩयसत ह,

इस शरए कक हय िय य पराणी औय सयजत ह औय हय कार क धाशभमक गरओॊ एवॊ

ववदवानो की आभ याम भ पराणी की उऩासना नायसतकता एवॊ फत ऩयसती ह। (अर

जाभर अवाभ अन इयलभर कराभ,209) अहर सननत क एक दसय वरयषठ धभम

गर यतफी कक यजनका 671 दहजय भय भ घनधन हआ उन रोगो क फाय भ

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कक जो ईशवय क िय य ऩय ववशवास यखत ह कहत ह कक सह फात मह कक जो मह

भानत ह कक ईशवय का िय य ह व नायसतक ह। इस शरए कक उन रोगो भ औय

फत ऩयसतो भ कोई अॊतय नह ॊ ह।

अनक भसरभान ववदवानो एवॊ इघतहासकायो का भानना ह कक इबन तशभमा

सदहत कछ भसरभान ईशवय क िय य होन क सॊफॊध भ महददमो स परबाववत ह।

िहरयसतानी अऩनी ऩसतक शभरर व नहर भ शरखत ह कक फहत स महद कक जो

इसराभ की ओय आकवषत हए उनहोन ईशवय क िय य स सॊफॊधधत अनक हद स

गढ ॊ औय उनह इसराभी यॊग द ददमा, ईशवय क िय य स सॊफॊधधत सभसत हद सो का

सरोत तोया ह। परशसदध इघतहासकाय इबन ऽरदन का बी कहना ह कक इसराभ क

परायॊशबक कार क भसरभान ऩढ शरख नह ॊ थ तथा िहभाणड की सयषट औय जीवन

क दिमन क फाय भ महद एवॊ ईसाइ धभमगरओॊ स परशन कयत थ। इबन ऽरदन का

भानना ह कक हद स की कछ परभारणत ऩसतको भ बी ऐसी हद सो की सॊखमा कभ

नह ॊ ह कक यजनह महददमो न गढा ह मा उनकी सहामता स गढा गमा ह।

वहाबियत, वासतववकता और इततहास-8

िफाअत अथामत शसफारयि क िबद स सबी ऩणमरऩ स अवगत ह। जफ बी

अऩयाध, ऩाऩ औय एक वमयकत की घनॊदा की फात होती ह औय कोई वमयकत

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भधमसथ फनता ह ताकक उस दॊड स भयकत ददराए तो कहत ह कक अभक वमयकत

न उसक शरए शसफारयि की।

िफाअत का अथम होता ह ककसी वमयकत को होन वार हाघन को दय कयन क

शरए भधमसथ फनना औय उसक दहतो की ऩघतम कयना ह। धाशभमक दयषट भ िफाअत

का अथम मह ह कक ईशवय क घनकट फॊदो भ स एक भनषम क शरए ऩाऩो की भा

माचना कयता ह औय ईशवय स ववतनी कयता ह कक अभक वमयकत क ऩाऩो को

भा कय द मा उसक परकोऩ को कभ कय द। अनम इसराभी सभदामो औय वहाफी

ऩॊथ क भधम ऩाम जान वार भतबदो भ स िफाअत बी का भददा ह। अरफतता

वहाफी बी भर शसदधाॊत क रऩ भ एक परकाय की िफाअत को सवीकाय कयत ह

ककनत उनका भानना ह कक िफाअत पररम क ददन स वविष ह कक िफाअत कयन

वार भसरभानो क ऩाऩो क सॊफॊध भ िफाअत कयग औय िफाअत क सॊफॊध भ

ऩामफय इसराभ का सफस अधधक बाग होगा। वहाबफमो की भर फात मह ह कक

ककसी बी भसरभानो को इस सॊसाय भ ऩामफय इसराभ औय ईशवय क घनकट फॊदो

स िफाअत भाॊगन का कोई अधधकाय नह ॊ ह। जफकक ऩामफय इसराभ औय ईशवय

क अनम घनकटवती फॊदो स िफाअत, ऩामफय इसराभ क कार स अफ तक

भसरभानो क भधम परचशरत यह ह। भसरभानो क ककसी बी फदधधजीवी औय

धभमगर न बी मोगम फॊदो स िफाअत की फात का खॊडन नह ॊ ककमा ह ककनत

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आठवीॊ दहजय भय क आयॊब भ इबन तशभमा औय उसक फाद भहमभद बफन

अबदर वहहाफ नजद न ईशवय क अघतरयकत ककसी अनम स िफाअत को वयजमत

घोवषत कय ददमा औय इस दयषटकोण क ववयोधधमो को काकफय औय अनकशवयवाद

फतामा।

इन दोनो का भानना था कक ऩामफय, फरयशत औय ईशवय क घनकटवती फॊद यजस

िफाअत क सवाभी ह उसका सॊसाय स कोई रना दना नह ॊ ह फयलक उनह कवर

पररम भ िफाअत का अधधकाय परापत ह। इस आधाय ऩय मदद कोई फॊदा इस सॊसाय

भ अऩनी आवशमकताओॊ को ऩया कयन क उददशम स अऩन औय ईशवय क भधम

भधमसथ फनाए औय उनकी िफाअत ऩय नजय यख हए हो तो उसका मह कामम

अनकशवयवाद भ धगना जाता ह औय वह ईशवय क अघतरयकत ककसी औय का फॊदा

सभझा जाता ह। हय फॊद को परतम रऩ स कवर ईशवय स आस रगाना चादहए

औय कह कक ईशवय भझ उन रोगो भ िभाय कय यजनकी भहमभद (स) िफाअत

कय। मह न कहो कक भहमभद, ईशवय क घनकट भय िफाअत कीयजए।

सरकफमो औय भहमभद बफन अबदर वहहाफ क अनमाघममो न िफाअत क ववषम

ऩय फहत अधधक हॊगाभा भचामा ह औय अफ तक िफाअत क ववषम ऩय आतॊक

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भचात चर आ यह ह औय िफाअत क भानन वारो क ववरदध फहत उटऩटाॊग फात

कयत ह।

सरकफमो न ईशवय क घनकटवती फॊदो स िफाअत न कयन ऩय कछ तकम ऩि

ककए ह। ऩहरा मह ह कक व इस काभ को अनकशवयवाद सभझत ह कमोकक उनका

भानना ह कक िफाअत भाॊगना, वासतव भ िफाअत कयन वार की उऩासना ह।

अथामत भनषम िफाअत की ववनती कयक भानो ईशवय क अघतरयकत ककसी अनम स

सहामता भाॊग यहा ह औय दसय को ईशवय का सभक ठहयाता ह।

वहाफी ऩॊथ क सॊसथाऩक भहमभद बफन अबदर वहहाफ न अऩनी ऩसतक

कशफशिफहात भ अनकशवयवाद की चचाम भ दावा ककमा ह कक िफाअत औय

तवससर अथामत ककसी को भधमसथ फनाना अनकशवयवाद का बाग ह औय इसीशरए

व फहत स भसरभानो को अनकशवयवाद कहत ह।

वासतव भ इस ऩॊथ का दयषटकोण इसराभ धभम भ परचशरत दयषटकोणो स ऩणम

रऩ स शबनन ह। सौबागम की फात मह ह कक हभ आऩको मह फताएॊ कक िफाअत

क ववषम भ वहाफी भराॊघतमो का शिकाय ह। इन भराॊघतमो क उततय भ मह कहना

चादहए कक ककसी बी वमयकत स िफाअत की ववनती को उसी सभम अनकशवयवाद

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भ धगना जाता ह जफ िफाअत कयन वार को ईशवय, सयषट का यचघमता औय रोक

ऩयरोक का सवाभी कहा जाए ककनत वासतव भ ईशवय क घनकट फॊदो स िफाअत

की इचछा अनकशवयवाद नह ॊ ह फयलक िफाअत भाॊगन वार िफाअत कयन वार

को ईशवय का घनकटवती फॊदा जानत ह जो न तो कदावऩ ईशवय ह औय न ह

ईशवय म काभ कयता ह फयलक चॊकक व ईशवय क घनकटवती थ इसीशरए उनभ

िफाअत की मोगमता ऩदा हो गमी। दसय ओय इसराभी शिाओॊ भ आमा ह कक

िफाअत कयन वार कवर ईशवय की अनभघत की ऩरयधध भ ह ऩावऩमो औय

एकशवयवाददमो की िफाअत कय सकत ह औय ईशवय स उनक ऩाऩो को भा कयन

का अहवान कयत ह।

ऩववतर यआन की आमतो क दयषटगत हभ मह ऩता चरता ह कक ऩामफय

इसराभ औय अनम सचच रोगो स िफाअत भाॊगना वासतव भ ईशवय म भामाचना

क शरए दआ ह। ईशवय क घनकट ऩामफय इसराभ औय ईशवय म फॊदो क घनकट

औय उचच सथान क दयषटगत भसरभान उनस चाहत ह कक व उनक शरए दआएॊ

कय कमोकक उनका भानना ह कक ईशवय अऩन ऩामफय औय घनकटवती फॊदो की

दआओॊ को यदद नह ॊ कयता औय उनकी दआओॊ को अवशम सवीकाय कयता ह औय

उनक भाधमभ स ऩावऩमो क ऩाऩ को भा कय दता ह।

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ऩववतर यआन गवाह दता ह कक रोगो क सॊफॊध भ ऩामफय इसराभ की भा

माचना ऩणम रऩ स परबावी औय राबदामक ह। सयए भहमभद की आमत करभाॊक

19 भ आमा ह कक अऩन ऩाऩो औय ईभान वारो क शरए भा माचना कयो। इसी

परकाय सयए तौफा की आमत सॊखमा 103 भ आमा ह कक उनक शरए दआएॊ कयो,

आऩकी दआएॊ उनकी िाॊघत का सरोत ह।

जफ रोगो क शरए ऩामफय इसराभ की दआएॊ इतनी राबदामक ह तो इस फात

भ कमा सभसमा ह कक उनस अऩन शरए दआएॊ कयन की ववनती की जाए। दसय

ओय दआ कयना िफाअत क अघतरयकत कमा कोई औय वसत ह?

हद स की ककताफो भ बी िफाअत िबद का परमोग दआ क अथम भ फहत अधधक

ककमा गमा ह। महाॊ तक कक सननी सभदाम की परशसदध ऩसतक सह फऽाय क

रखक न अऩनी ऩसतक भ िफाअत िबद स राब उठामा ह। सह फऽाय सननी

सभदाम की सफस भानमता परापत ऩसतको भ स एक ह यजसक रखक इभाभ

भहमभद फऽाय ह। उनहोन अऩनी ऩसतक क दो अधमामो भ शरखा कक ऩामफय

औय ईशवय क घनकटवती फॊदो स दआ कयन को िफाअत कहा जाता ह। व शरखत

ह कक जफ बी रोगो न इभाभ स िफाअत की कक व उनक शरए ईशवय स वषाम की

भाॊग कय तो उनह उनकी भाॊग को यदद नह ॊ कयना चादहए। इस आधाय ऩय सननी

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सभदाम क धभम गर बी ईशवय क अघतरयकत अनम रोगो स िफाअत को वध

सभझत ह।

एक अनम सऩषट साकषम जो इस फात का धचनह ह कक शिफाअत का अथम दआ

ह, इबन अबफास क हवार स ऩामफय इसराभ का कथन ह। इस कथन भ आमा ह

कक जफ बी कोई भसरभान भयता ह औय उसक जनाज ऩय चार स रोग यजनहोन

अनकशवयवाद नह ॊ ककमा, नभाज ऩढ तो ईशवय उसक सॊफॊध भ उनकी शिफाअत को

सवीकाय कयता ह।

भद क सॊफॊध भ चार स रोगो की शिफाअत इसक अघतरयकत कछ औय नह ॊ ह

कक उसक जनाज ऩय नभाज ऩढन क सभम उसक शरए ईशवय स भा माचना

कय। इस आधाय ऩय मदद शिफाअत की परववतत दआ कयना ह तो इस दआ की भाॊग

कयन को अनकशवयवाद कमो सभझा जाता ह?

शिफाअत क ववषम को यदद कयन भ वहाफी कठभलराओॊ का एक औय तकम मह

ह कक अनकशवयवाददमो क अनकशवयवाद का कायण, भघतममो स शिफाअत की

ववनती कयना ह औय ऩववतर यआन भ बी इस ववषम का वणमन ककमा गमा ह।

सयए मनस की आमत सॊखमा 18 भ आमा ह कक औय मह रोग ईशवय को छोडकय

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उनकी उऩासना कयत ह जो न हाघन ऩहॊचा सकत ह औय न राब औय मह रोग

कहत ह कक मह ईशवय क महाॊ हभाय शसफारयि कयन वार ह। इस आधाय ऩय

ऩामफय इसराभ औय ईशवय क घनकटवती फॊदो स हय परकाय की शिफाअत भाॊगना,

अनकशवयवाददमो क भघतम स शिफाअत की ववनती क बाॊघत ह।

वहाबफमो की इस आसथा क उततय भ मह कहना चादहए कक इन दोनो शिफाअतो

भ जभीन आसभान का अॊतय ह। अनकशवयवाद , भघतममो को अऩना ईशवय सभझत

ह इसीशरए व उनस शिफाअत की ववनती कयत ह जफकक एक भसरभान वमयकत,

ईशवय क घनकटवती फॊद क रऩ भ ईशवय क घनकट व सचच फॊदो स दआ औय

उनस शिफाअत की ववनती कयता ह।

भसरभानो का भानना ह कक ऩामफय इसराभ, िार न भोभीनो औय ईशवय क

घनकटवती फॊदो औय िह दो क शरए शिफाअत क सथान की ऩयषट हो गमी ह।

ककतना अचछा ह कक भनषम चाह रोक भ मा ऩयरोक भ ईशवय क घनकट फॊदो

औय उसक ऩामफय को ईशवय क सभ अऩना शिफाअत कयन वारा फनाए।

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वहाबियत, वासतववकता और इततहास-9

इसराभ धभम भ शिफाअत ईशवय की ओय स भनषमो ऩय एक ववबती फतामी गमी

ह। यजन रोगो न उऩासना क फॊधन को नह ॊ तोडा ह औय अनकशवयवाद का शिकाय

नह ॊ हए ह, ईशवय क घनकटवती फॊदो की शिफाअत उनक शरए आिा की ककयण ह

जो घनयािा को उनक ददरो स दय कयती ह औय ईशवय म दमा की ओय उनक ददरो

को पररयत व उतसादहत कयती ह ककनत शिफाअत क ववषम भ ववददत रऩ स

इसराभ की ओढनी ओढ कछ सॊपरदामो की भराॊघतमाॊ वह ववषम ह यजसकी सभीा

कयना अघतआवशमक ह। वऩछर काममकरभ भ शिफाअत क ववषम को नकायन क

सॊफॊध भ वहाबफमो की ओय स परसतत ककए गम कछ तको को ऩि ककमा औय

सननी सभदाम की भानमता परापत ऩसतको स परभाण औय यआनी तको को ऩि

कयक इन भराॊघतमो का ठोस उततय ददमा। इस काममकरभ भ बी हभ आऩको मह

फताएॊग कक ककन तको क कायण वहाफी शिफाअत क ववषम का ववयोध कयत ह

औय उसका तकम सॊगत उततय आऩक साभन ऩि कयग। कऩमा हभाय साथ यदहए।

वहाबफमो का मह भानना ह कक ऩववतर यआन क सऩषट आदिानसाय दआ क

सभम ईशवय क अघतरयकत ककसी औय स दआ नह ॊ कयनी चादहए औय ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय स शिफाअत की भाॊग कयना वासतव भ ईशवय क अरावा

ककसी औय स अऩनी भाॊग भाॊगना ह। वहाफी अऩनी इस फात क शरए सयए यजनन

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की आमत सॊखमा 18 की ओय सॊकत कयत ह यजसभ आमा ह कक ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय स न भाॊगो। इसी परकाय सयए ााकफय की आमत सॊखमा 60

भ आमा ह कक भझस दआ कयो भ सवीकाय करॊ गा।

सयए यजनन की अटठायहवीॊ आमत भ ऩववतर यआन भसरभानो स भाॊग कयता

ह कक ईशवय क अघतरयकत ककसी औय स न भाॊगो, इस परकाय स उसन ईशवय क

अघतरयकत ककसी अनम की उऩासना क ववषम को परसतत ककमा ह कमोकक ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय की उऩासना औय उसक शरए सजदा औय रकअ कयना,

अनकशवयवाद ह औय इस कामम को अॊजाभ दन वारा अनकशवयवाद होगा ककनत

महाॊ ऩय मह फात सऩषट कय दना आवशमक ह कक ईशवय क घनकटवती फॊदो स

शिफाअत की इचछा, उनकी उऩासना क अथम भ नह ॊ ह फयलक जो बी शिफाअत की

इचछा यखता ह उस मह ऩणम रऩ स ऻात होता ह कक कवर ईशवय की अनभघत स

ह शिफाअत सॊबव ह। इस परकाय क रोग ईशवय क घनकटवती रोगो औय सचच,

घनषठावान औय भोशभन फॊदो को भधमसथ फनात ह ताकक व ईशवय क घनकट उसक

शरए दआ कय कमोकक ईशवय अऩन ऩामफयो औय घनकटवती फॊदो की दआओॊ को

कबी बी यदद नह ॊ कयता।

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मदद कोई वमयकत ईशवय म दतो स मह चाह कक व उसक शरए दआ कय ताकक

ईशवय उसक ऩाऩो को भा कय द मा उसक भन की इचछा को ऩया कय द तो

उसन कबी बी ईशवय म दतो को ईशवय क सभान नह ॊ सभझा फयलक कवर उसन

उनह भधमसथ फनामा ह। इसराभ धभम क परशसदध ववदवान औय ऩववतर यआन क

वमाखमाकाय अलराभा तफातफाई इस आसथा क सॊफॊध भ कहत ह कक इभाभ स

अऩनी भाॊगो का भाॊगना उसी सभम अनकशवयवाद सभझा जाएगा जफ दआ भाॊगन

वारा इभाभ को ईशवय की बाॊघत परबावी औय अऩाय ियकत का सवाभी सभझ ककनत

उस मह ऻात ह कक सभसत चीज ईशवय क हाथ भ ह औय कवर वह परबावी ह,

इभाभ को कवर भधमसथा मा भाधमभ सभझता ह, तो इसभ अनकशवयवाद की

कोई फात ह नह ॊ ह।

अबदर वहहाफ की ओय स इसराभ क नाभ ऩय परामी गमीॊ भरषट आसथाएॊ,

इसराभ धभम की भानमता परापत हद सो, कथनो औय शिाओॊ स फहत ह सयरता

स अऩभाघनत औय खॊडडत हो जाती ह। वासतववकता मह ह कक भहमभद इबन

अबदरवहहाफ औय इसी परकाय इबन तशभमा उऩासना की गहयाई को सभझ ह नह ॊ

सक ह। उनहोन मह सभझा मा मह ददखान का परमास ककमा कक ईशवय क सचच

औय शिषटाचाय फॊदो स शिफाअत की भाॊग कयना, उनकी उऩासना क अथम भ ह।

उनह ऻात ह नह ॊ ह कक भर उऩासना, ईशवय क सभ ऩणम रऩ स ववनमर औय

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नतभसतक होना ह औय िार न व मोगम रोगो क समभान औय उनस ववनमरबाव

स दआ कयन की गणना उऩासना भ नह ॊ होती। वविषकय मदद मह रोग ईशवय म

दत औय ऩामफय इसराभ क ऩववतर ऩरयजन हो, जो सवमॊ ईशवय की उऩासना औय

आऻाऩारन क आदिम ह।

वहाबफमो न शिफाअत की यदद भ जो तकम परसतत ककए ह उनभ स एक मह ह

कक उनका भानना ह कक शिफाअत का अधधकाय कवर ईशवय को ह औय उसक

अघतरयकत ककसी को बी इस परकाय का अधधकाय परापत नह ॊ ह। उनहोन अऩन दाव

की ऩयषट क शरए ऩववतर यआन क सयए जभय की आमत सॊखमा 43 औय 44 को

ऩि ककमा यजसभ आमा ह कक कमा उन रोगो न ईशवय को छोडकय शसफारयि

कयन वार चन शरए ह तो आऩ उनस कह द यजए कक ऐसा कमो ह, चाह इन रोगो

क फस भ कछ न बी हो औय ककसी परकाय की फदधध न यखत हो? आऩ कह

द यजए कक शिफाअत का ऩया अधधकाय अलराह क हाथो भ ह, उसी क ऩास धयती

औय आकाि का साया परबतव ह औय इस क फाद तभ बी उसी की ओय ऩरटाए

जाओग।

इस आमत का मह तातऩमम नह ॊ ह कक आऩ कह कक कवर औय कवर ईशवय ह

शिफाअत कयता ह औय ककसी को शिफाअत कयन का अधधकाय नह ॊ ह कमोकक इस

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फात भ कोई सॊदह नह ॊ ह कक सदधाॊघतक रऩ स ईशवय कबी बी ककसी की ककसी

क घनकट शसफारयि नह ॊ कयता, ईशवय इन सफ चीजो स भहान औय फडा ह। फदधध

बी इस ववषम को सवीकाय नह ॊ कयती कक हभ मह कह कक ईशवय अभक वमयकत

का भधमसथ फना कक उसक ऩाऩ भा कय ददए गम कमोकक इसक तयॊत फाद भन

भ मह परशन उठता ह कक ईशवय ककसक घनकट भधमसथ फना? इस आमत भ चचाम

का बफनद मह ह कक ईशवय सवाभी औय शिफारयि सवीकाय कयन वारा ह औय वह

यजसभ बी मोगमता औय िार नता दखता ह उस इस फात की अनभघत दता ह कक

अभक वमयकत की शसफारयि कय। इस यसथघत भ इस आमत का वहाबफमो क दावो

स दय दय का बी सॊफॊध नह ॊ ह कमोकक इस आमत भ उन रोगो औय उन वसतओॊ

क फाय भ फात हो यह ह यजनभ फदधध मा सोचन की ियकत नह ॊ ह जफकक

ईशवय म दत औय ईशवय क घनकटवती फॊद इस दयषट स सवमशरषठ ह।

ऩामफय इसराभ (स) क कार स अफ तक भसरभान कवर ईशवय को ह

शिफाअत का सवाभी औय उस सवीकाय कयन वारा सभझत थ न उनक

उतयाधधकारयमो औय उनक घनकटवती साधथमो को। भसरभानो का मह भानना था

कक शिफाअत वह कय सकता ह यजस ईशवय न अनभघत द हो औय ऩववतर यआन

की आमतो औय हद सो भ बी मह शभरता ह कक ईशवय न ऩामफय को शिफाअत

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कयन की अनभघत द ह। इस परकाय स ऩामफय इसराभ (स) स शिफाअत की

अनभघत ऩान वार क रऩ भ शिफाअत की गहाय रगात ह।

घतयभीजी औय फऽाय जस सननी सभदाम क ददगगज धभमगरओॊ न अऩनी

हद सो की ककताफो भ कबी बी शिफाअत को अनकशवयवाद नह ॊ कहा। सोनन

घतयभीजी सननी भसरभानो क घनकट हद स की एक भानमता परापत औय सननी

सभदाम क सरोत सहाम शसतता भ िाशभर एक ऩसतक ह यजसको भहमभद घतयभीजी

न शरखा था। भहमभद घतयभीजी इस ऩसतक भ शिफाअत क फाय भ अनस बफन

भाशरक क हवार स शरखत ह कक भन ऩामफय इसराभ (स) स कहा कक पररम क

ददन भय शिफाअत कय, उनहोन सवीकाय कय शरमा औय कहा कक भ मह काभ

करॊ गा। भन ऩामफय इसराभ स कहा कक भ आऩको कहाॊ ढॊढगा? तो उनहोन कहा

कक सयात क ऩर क ऩास।

अनस न ऩय ववशवास क साथ ऩामफय इसराभ स अऩनी शिफाअत कयन को

कहा औय ऩामफय इसराभ न बी उनह इसका वचन ददमा। मदद अनस को मह

ऻात होता कक शिफाअत अनकशवयवाद ह तो वह कबी बी ऩामफय इसराभ स

शिफाअत क शरए न कहत औय ऩामफय इसराभ कबी बी उनको शिफाअत का

वचन न दत।

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ऩामफय इसराभ क अनम साथी यजनहोन उनस शिफाअत की इचछा परकट की

सवाद बफना आयजफ ह। उनहोन ऩामफय इसराभ की परिॊसा भ िय कह औय िय भ

ह उनहोन ऩामफय इसराभ स शिफाअत की भाॊग की। उनक िय का अनवाद ह ह

ऩामफय पररम क ददन भय शिफाअत कयन वार फन, यजस ददन ककसी अनम की

शिफाअत खजय की गठर क चीय की भातरा भ बी सवाद बफन आयजफ क काभ

नह ॊ आएगी।

सरफी भत क वचारयक गर इस परकाय की हद सो की ओय सॊकत नह ॊ कयत

औय उसकी वमाखमा नह ॊ कयत जस सयए घनसा की 64वीॊ आमत, यजसभ शिफाअत

क ववषम को सऩषट िबदो भ ऩि ककमा गमा ह। इस आमत भ हभ ऩढत ह कक

औय हभन ककसी ऩामफय को बी नह ॊ बजा ककनत कवर इसशरए कक ईशवय म

आदि स उसका अनसयण ककमा जाए औय काि जफ उन रोगो न अऩनी आतभा

ऩय अतमाचाय ककमा था तो आऩ उनक ऩास आत औय सवमॊ बी अऩन ऩाऩो क

शरए भा कयत औय ऩामफय बी उनक शरए ऩाऩो की भा कयत तो मह ईशवय

को फडा ह तौफा सवीकाय कयन वारा औय दमार ऩात।

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इस आमत भ ईशवय सऩषट िबदो भ फॊदो क ऩाऩो को भा कयन क शरए अऩन

ऩामफय को भाधमभ व भधमसथ फताता ह। सननी सभदाम क फड धभमगर

फरदद न याजी अऩनी ऩसतक तफसीय कशिाफ भ इस सॊफॊध भ शरखत ह कक

ऩामफय इसराभ न उनक शरए भा माचना की। इसका उददशम ऩामफय इसराभ

क सथान को शरषठ कयना ह। मह इस अथम भ ह कक व रोग उस वमयकत क ऩास

आए जो शरषठ सथान ऩय असीन औय ईशवय का दत ह। अनदख सॊसाय की

वासतववकता उस ऩय ईशवय म आदि वदह दवाया उतयती ह औय ईशवय क फॊदो क

फीच ईशवय का परघतघनधध ह कमोकक वह उस शरषठ सथान का सवाभी ह यजसभ

उनकी शिफाअत यदद नह ॊ होगी।

जफकक ईशवय न सवमॊ ह सऩषट रऩ स मह अधधकाय अऩन ऩामफय को ददमा ह

कपय वहाफी कमो इस यदद कयत ह? महाॊ ऩय उधचत ह कक इफन तशभमा की वह

फात बी सना जाए यजसभ वह कहता ह कक ईशवय न अऩन घनकटवती फॊदो को

शिफाअत का अधधकाय ददमा ह ककनत हभ इसकी भाॊग स योका ह। मह औधचतम

इस फात का सचक ह कक शिफाअत क ववषम भ सरफी फॊद गर भ ऩहॊच गम ह

कमोकक ईशवय न सयए घनसा की 64वीॊ आमत भ अऩन फॊदो स कहा ह कक वह

ऩामफय स शिफाअत की भाॊग कय। इस फात क अघतरयकत कमा मह सॊबव ह कक

ईशवय ककसी को ककसी वसत का अधधकाय द औय उसक परमोग स उस योक द? इस

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फात भ ह सऩषट रऩ स ववयोधाबास ह? मदद ईशवय न मह अधधकाय अऩन

घनकटवती फॊदो को ददमा ह तो मह इस अथम भ ह कक दसय इस अधधकाय स

राबायनवत हो, न मह कक इसकी भाॊग ह न कय। महाॊ ऩय एक कहन को ददर

चाह यहा ह कक सरकफमो की हय फातो व तको भ सदव फहत अधधक ववयोधाबास

ऩामा जाता ह जो इस फात की घनिानी ह कक इस ऩथभरषट सॊपरदाम का तकम फहत

ह कभजोय ह।

वहाबियत, वासतववकता और इततहास-10

इसराभ धभम भ शिफाअत ईशवय की ओय स भनषमो ऩय एक ववबती फतामी गमी

ह। यजन रोगो न उऩासना क फॊधन को नह ॊ तोडा ह औय अनकशवयवाद का शिकाय

नह ॊ हए ह, ईशवय क घनकटवती फॊदो की शिफाअत उनक शरए आिा की ककयण ह

जो घनयािा को उनक ददरो स दय कयती ह औय ईशवय म दमा की ओय उनक ददरो

को पररयत व उतसादहत कयती ह ककनत शिफाअत क ववषम भ ववददत रऩ स

इसराभ की ओढनी ओढ कछ सॊपरदामो की भराॊघतमाॊ वह ववषम ह यजसकी सभीा

कयना अघतआवशमक ह। वऩछर काममकरभ भ शिफाअत क ववषम को नकायन क

सॊफॊध भ वहाबफमो की ओय स परसतत ककए गम कछ तको को ऩि ककमा औय

सननी सभदाम की भानमता परापत ऩसतको स परभाण औय यआनी तको को ऩि

कयक इन भराॊघतमो का ठोस उततय ददमा। इस काममकरभ भ बी हभ आऩको मह

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फताएॊग कक ककन तको क कायण वहाफी शिफाअत क ववषम का ववयोध कयत ह

औय उसका तकम सॊगत उततय आऩक साभन ऩि कयग। कऩमा हभाय साथ यदहए।

वहाबफमो का मह भानना ह कक ऩववतर यआन क सऩषट आदिानसाय दआ क

सभम ईशवय क अघतरयकत ककसी औय स दआ नह ॊ कयनी चादहए औय ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय स शिफाअत की भाॊग कयना वासतव भ ईशवय क अरावा

ककसी औय स अऩनी भाॊग भाॊगना ह। वहाफी अऩनी इस फात क शरए सयए यजनन

की आमत सॊखमा 18 की ओय सॊकत कयत ह यजसभ आमा ह कक ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय स न भाॊगो। इसी परकाय सयए ााकफय की आमत सॊखमा 60

भ आमा ह कक भझस दआ कयो भ सवीकाय करॊ गा।

सयए यजनन की अटठायहवीॊ आमत भ ऩववतर यआन भसरभानो स भाॊग कयता

ह कक ईशवय क अघतरयकत ककसी औय स न भाॊगो, इस परकाय स उसन ईशवय क

अघतरयकत ककसी अनम की उऩासना क ववषम को परसतत ककमा ह कमोकक ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय की उऩासना औय उसक शरए सजदा औय रकअ कयना,

अनकशवयवाद ह औय इस कामम को अॊजाभ दन वारा अनकशवयवाद होगा ककनत

महाॊ ऩय मह फात सऩषट कय दना आवशमक ह कक ईशवय क घनकटवती फॊदो स

शिफाअत की इचछा, उनकी उऩासना क अथम भ नह ॊ ह फयलक जो बी शिफाअत की

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इचछा यखता ह उस मह ऩणम रऩ स ऻात होता ह कक कवर ईशवय की अनभघत स

ह शिफाअत सॊबव ह। इस परकाय क रोग ईशवय क घनकटवती रोगो औय सचच,

घनषठावान औय भोशभन फॊदो को भधमसथ फनात ह ताकक व ईशवय क घनकट उसक

शरए दआ कय कमोकक ईशवय अऩन ऩामफयो औय घनकटवती फॊदो की दआओॊ को

कबी बी यदद नह ॊ कयता।

मदद कोई वमयकत ईशवय म दतो स मह चाह कक व उसक शरए दआ कय ताकक

ईशवय उसक ऩाऩो को भा कय द मा उसक भन की इचछा को ऩया कय द तो

उसन कबी बी ईशवय म दतो को ईशवय क सभान नह ॊ सभझा फयलक कवर उसन

उनह भधमसथ फनामा ह। इसराभ धभम क परशसदध ववदवान औय ऩववतर यआन क

वमाखमाकाय अलराभा तफातफाई इस आसथा क सॊफॊध भ कहत ह कक इभाभ स

अऩनी भाॊगो का भाॊगना उसी सभम अनकशवयवाद सभझा जाएगा जफ दआ भाॊगन

वारा इभाभ को ईशवय की बाॊघत परबावी औय अऩाय ियकत का सवाभी सभझ ककनत

उस मह ऻात ह कक सभसत चीज ईशवय क हाथ भ ह औय कवर वह परबावी ह,

इभाभ को कवर भधमसथा मा भाधमभ सभझता ह, तो इसभ अनकशवयवाद की

कोई फात ह नह ॊ ह।

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अबदर वहहाफ की ओय स इसराभ क नाभ ऩय परामी गमीॊ भरषट आसथाएॊ,

इसराभ धभम की भानमता परापत हद सो, कथनो औय शिाओॊ स फहत ह सयरता

स अऩभाघनत औय खॊडडत हो जाती ह। वासतववकता मह ह कक भहमभद इबन

अबदरवहहाफ औय इसी परकाय इबन तशभमा उऩासना की गहयाई को सभझ ह नह ॊ

सक ह। उनहोन मह सभझा मा मह ददखान का परमास ककमा कक ईशवय क सचच

औय शिषटाचाय फॊदो स शिफाअत की भाॊग कयना, उनकी उऩासना क अथम भ ह।

उनह ऻात ह नह ॊ ह कक भर उऩासना, ईशवय क सभ ऩणम रऩ स ववनमर औय

नतभसतक होना ह औय िार न व मोगम रोगो क समभान औय उनस ववनमरबाव

स दआ कयन की गणना उऩासना भ नह ॊ होती। वविषकय मदद मह रोग ईशवय म

दत औय ऩामफय इसराभ क ऩववतर ऩरयजन हो, जो सवमॊ ईशवय की उऩासना औय

आऻाऩारन क आदिम ह।

वहाबफमो न शिफाअत की यदद भ जो तकम परसतत ककए ह उनभ स एक मह ह

कक उनका भानना ह कक शिफाअत का अधधकाय कवर ईशवय को ह औय उसक

अघतरयकत ककसी को बी इस परकाय का अधधकाय परापत नह ॊ ह। उनहोन अऩन दाव

की ऩयषट क शरए ऩववतर यआन क सयए जभय की आमत सॊखमा 43 औय 44 को

ऩि ककमा यजसभ आमा ह कक कमा उन रोगो न ईशवय को छोडकय शसफारयि

कयन वार चन शरए ह तो आऩ उनस कह द यजए कक ऐसा कमो ह, चाह इन रोगो

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क फस भ कछ न बी हो औय ककसी परकाय की फदधध न यखत हो? आऩ कह

द यजए कक शिफाअत का ऩया अधधकाय अलराह क हाथो भ ह, उसी क ऩास धयती

औय आकाि का साया परबतव ह औय इस क फाद तभ बी उसी की ओय ऩरटाए

जाओग।

इस आमत का मह तातऩमम नह ॊ ह कक आऩ कह कक कवर औय कवर ईशवय ह

शिफाअत कयता ह औय ककसी को शिफाअत कयन का अधधकाय नह ॊ ह कमोकक इस

फात भ कोई सॊदह नह ॊ ह कक सदधाॊघतक रऩ स ईशवय कबी बी ककसी की ककसी

क घनकट शसफारयि नह ॊ कयता, ईशवय इन सफ चीजो स भहान औय फडा ह। फदधध

बी इस ववषम को सवीकाय नह ॊ कयती कक हभ मह कह कक ईशवय अभक वमयकत

का भधमसथ फना कक उसक ऩाऩ भा कय ददए गम कमोकक इसक तयॊत फाद भन

भ मह परशन उठता ह कक ईशवय ककसक घनकट भधमसथ फना? इस आमत भ चचाम

का बफनद मह ह कक ईशवय सवाभी औय शिफारयि सवीकाय कयन वारा ह औय वह

यजसभ बी मोगमता औय िार नता दखता ह उस इस फात की अनभघत दता ह कक

अभक वमयकत की शसफारयि कय। इस यसथघत भ इस आमत का वहाबफमो क दावो

स दय दय का बी सॊफॊध नह ॊ ह कमोकक इस आमत भ उन रोगो औय उन वसतओॊ

क फाय भ फात हो यह ह यजनभ फदधध मा सोचन की ियकत नह ॊ ह जफकक

ईशवय म दत औय ईशवय क घनकटवती फॊद इस दयषट स सवमशरषठ ह।

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ऩामफय इसराभ (स) क कार स अफ तक भसरभान कवर ईशवय को ह

शिफाअत का सवाभी औय उस सवीकाय कयन वारा सभझत थ न उनक

उतयाधधकारयमो औय उनक घनकटवती साधथमो को। भसरभानो का मह भानना था

कक शिफाअत वह कय सकता ह यजस ईशवय न अनभघत द हो औय ऩववतर यआन

की आमतो औय हद सो भ बी मह शभरता ह कक ईशवय न ऩामफय को शिफाअत

कयन की अनभघत द ह। इस परकाय स ऩामफय इसराभ (स) स शिफाअत की

अनभघत ऩान वार क रऩ भ शिफाअत की गहाय रगात ह।

घतयभीजी औय फऽाय जस सननी सभदाम क ददगगज धभमगरओॊ न अऩनी

हद सो की ककताफो भ कबी बी शिफाअत को अनकशवयवाद नह ॊ कहा। सोनन

घतयभीजी सननी भसरभानो क घनकट हद स की एक भानमता परापत औय सननी

सभदाम क सरोत सहाम शसतता भ िाशभर एक ऩसतक ह यजसको भहमभद घतयभीजी

न शरखा था। भहमभद घतयभीजी इस ऩसतक भ शिफाअत क फाय भ अनस बफन

भाशरक क हवार स शरखत ह कक भन ऩामफय इसराभ (स) स कहा कक पररम क

ददन भय शिफाअत कय, उनहोन सवीकाय कय शरमा औय कहा कक भ मह काभ

करॊ गा। भन ऩामफय इसराभ स कहा कक भ आऩको कहाॊ ढॊढगा? तो उनहोन कहा

कक सयात क ऩर क ऩास।

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अनस न ऩय ववशवास क साथ ऩामफय इसराभ स अऩनी शिफाअत कयन को

कहा औय ऩामफय इसराभ न बी उनह इसका वचन ददमा। मदद अनस को मह

ऻात होता कक शिफाअत अनकशवयवाद ह तो वह कबी बी ऩामफय इसराभ स

शिफाअत क शरए न कहत औय ऩामफय इसराभ कबी बी उनको शिफाअत का

वचन न दत।

ऩामफय इसराभ क अनम साथी यजनहोन उनस शिफाअत की इचछा परकट की

सवाद बफना आयजफ ह। उनहोन ऩामफय इसराभ की परिॊसा भ िय कह औय िय भ

ह उनहोन ऩामफय इसराभ स शिफाअत की भाॊग की। उनक िय का अनवाद ह ह

ऩामफय पररम क ददन भय शिफाअत कयन वार फन, यजस ददन ककसी अनम की

शिफाअत खजय की गठर क चीय की भातरा भ बी सवाद बफन आयजफ क काभ

नह ॊ आएगी।

सरफी भत क वचारयक गर इस परकाय की हद सो की ओय सॊकत नह ॊ कयत

औय उसकी वमाखमा नह ॊ कयत जस सयए घनसा की 64वीॊ आमत, यजसभ शिफाअत

क ववषम को सऩषट िबदो भ ऩि ककमा गमा ह। इस आमत भ हभ ऩढत ह कक

औय हभन ककसी ऩामफय को बी नह ॊ बजा ककनत कवर इसशरए कक ईशवय म

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आदि स उसका अनसयण ककमा जाए औय काि जफ उन रोगो न अऩनी आतभा

ऩय अतमाचाय ककमा था तो आऩ उनक ऩास आत औय सवमॊ बी अऩन ऩाऩो क

शरए भा कयत औय ऩामफय बी उनक शरए ऩाऩो की भा कयत तो मह ईशवय

को फडा ह तौफा सवीकाय कयन वारा औय दमार ऩात।

इस आमत भ ईशवय सऩषट िबदो भ फॊदो क ऩाऩो को भा कयन क शरए अऩन

ऩामफय को भाधमभ व भधमसथ फताता ह। सननी सभदाम क फड धभमगर

फरदद न याजी अऩनी ऩसतक तफसीय कशिाफ भ इस सॊफॊध भ शरखत ह कक

ऩामफय इसराभ न उनक शरए भा माचना की। इसका उददशम ऩामफय इसराभ

क सथान को शरषठ कयना ह। मह इस अथम भ ह कक व रोग उस वमयकत क ऩास

आए जो शरषठ सथान ऩय असीन औय ईशवय का दत ह। अनदख सॊसाय की

वासतववकता उस ऩय ईशवय म आदि वदह दवाया उतयती ह औय ईशवय क फॊदो क

फीच ईशवय का परघतघनधध ह कमोकक वह उस शरषठ सथान का सवाभी ह यजसभ

उनकी शिफाअत यदद नह ॊ होगी।

जफकक ईशवय न सवमॊ ह सऩषट रऩ स मह अधधकाय अऩन ऩामफय को ददमा ह

कपय वहाफी कमो इस यदद कयत ह? महाॊ ऩय उधचत ह कक इफन तशभमा की वह

फात बी सना जाए यजसभ वह कहता ह कक ईशवय न अऩन घनकटवती फॊदो को

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शिफाअत का अधधकाय ददमा ह ककनत हभ इसकी भाॊग स योका ह। मह औधचतम

इस फात का सचक ह कक शिफाअत क ववषम भ सरफी फॊद गर भ ऩहॊच गम ह

कमोकक ईशवय न सयए घनसा की 64वीॊ आमत भ अऩन फॊदो स कहा ह कक वह

ऩामफय स शिफाअत की भाॊग कय। इस फात क अघतरयकत कमा मह सॊबव ह कक

ईशवय ककसी को ककसी वसत का अधधकाय द औय उसक परमोग स उस योक द? इस

फात भ ह सऩषट रऩ स ववयोधाबास ह? मदद ईशवय न मह अधधकाय अऩन

घनकटवती फॊदो को ददमा ह तो मह इस अथम भ ह कक दसय इस अधधकाय स

राबायनवत हो, न मह कक इसकी भाॊग ह न कय। महाॊ ऩय एक कहन को ददर

चाह यहा ह कक सरकफमो की हय फातो व तको भ सदव फहत अधधक ववयोधाबास

ऩामा जाता ह जो इस फात की घनिानी ह कक इस ऩथभरषट सॊपरदाम का तकम फहत

ह कभजोय ह।

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वहाबियत, वासतववकता और इततहास-11

वऩछर रख भ हभन कहा कक यजन ववषमो क फाय भ वहाबफमो न अतमधधक हो

हलरा भचामा ह उनभ स एक ईशवय क वपरम फॊदो स तवससर मा अऩन कामो क

शरए उनक भाधमभ स ईशवय स शसफारयि कयवाना ह। सरफी, तवससर को

एकशवयवाद क ववरदध फतात ह औय उनका कहना ह कक ऐसा कयन वारा

अनकशवयवाद ह। अरफतता मह बी इस कटटयऩॊथी भत की वचारयक ऩथभरषटताओॊ

भ स एक ह कमोकक यआन भजीद की आमतो औय ऩामफय इसराभ सलरलराहो

अरह व आरह व सलरभ क कथनो का तघनक बी ऻान यखन वारा हय

सभझदाय वमयकत जानता ह कक तवससर न कवर मह कक एकशवयवाद स

ववयोधाबास नह ॊ यखता फयलक मह अननम ईशवय स घनकट होन का भाधमभ ह औय

इसी कायण भसरभान ऩामफय इसराभ औय ईशवय क अनम वपरम फॊदो स तवससर

कयत ह ताकक कऩािीर उनक भहान सथान क वासत स उन ऩय कऩा दयषट डार

औय उनकी पराथमनाओॊ को सवीकाय कय।

हय भसरभान जानता ह कक ईशवय अननम ह औय वह ववशव की सबी वसतओॊ

का सरोत औय हय घटना का भर आधाय ह। इसी परकाय िहभाॊड की सभसत वसतएॊ

कवर ईशवय की इचछा औय अनभघत स ह परबाव सवीकाय कयती ह। यआन

भजीद न अऩनी योचक िर भ फड ह सॊदय ढॊग स इस फात को फमान ककमा ह।

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सयए अनफार की सतरहवीॊ आमत भ वह ऩामफय इसराभ को सॊफोधधत कयत हए

कहता ह माद कीयजए उस सभम को जफ आऩन (मदध भ) तीय चरामा, तो

वसतत आऩन नह ॊ फयलक ईशवय न तीय चरामा। इस आमत भ ऩामफय इसराभ

सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ दवाया तीय चराए जान का भखम कायक

ईशवय को फतामा गमा ह। अथामत तीय ऩामफय न बी चरामा औय ईशवय न। मह

आमत सबी को मह फताना चाहती ह कक हय कामम का भखम कायक ईशवय ह औय

सबी फात व घटनाएॊ उसी की इचछा स होती ह तथा इस आमत भ ऩामफय उस

कामम अथामत तीय चरान का भाधमभ ह।

उदाहयण सवरऩ भनषम रभ दवाया कोई फात शरख तो रभ इस फात का

भाधमभ होता ह कक भनषम उसक दवाया शरखन का काभ कय। अफ परशन मह ह

कक कमा शरखन क सभम भनषम औय रभ दोनो का रतफा औय सथान एक ह

ह? खद क साथ कहना ऩडता ह कक वहहाफी भत क रोग तवससर क सॊफॊध भ

बी िफाअत की ह बाॊघत भराॊघत व ऩथभरषटता का शिकाय हो गए ह औय भाधमभ व

अननम ईशवय को एक ह सभझ फठ ह। इसी आधाय ऩय उनहोन भसरभानो को

काकफय एवॊ अनकशवयवाद फतामा ह जफकक तवससर, ऩामफयो को ईशवय का

सभक फतान नह ॊ अवऩत ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ

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जस ऩववतर रोगो को अननम ईशवय क सभ अऩनी पराथमनाओॊ की सवीकघत क शरए

भाधमभ फनान को कहत ह।

ईशवय का साशभपम, फॊदगी क भागम भ भनषम क शरए सफस उचच एवॊ समभानीम

दजाम ह। यआन भजीद न सयए भाएदा की 35वीॊ आमत भ सऩषट रऩ स कहा ह

कक भाधमभ व साधन क बफना ईशवय का साशभपम परापत नह ॊ ककमा जा सकता ह।

वह कहता ह। ह ईभान वारो! ईशवय (क आदि क ववयोध) स डयो औय (उसस

साशभपम क शरए) साधन जटाओ तथा उसक भागम भ जहाद कयत यहो कक िामद

तमह भो परापत हो जाए। इस आमत भ, यजसक सॊफोधन क ऩातर ईभान वार ह,

भो व कलमाण क शरए तीन वविष आदि ददए गए ह। म तीन आदि ह, ईशवय

स बम, ईशवय स साशभपम क शरए साधन जटाना औय ईशवय क भागम भ जहाद

कयना। अफ परशन मह ह कक इस आमत भ साधन स तातऩमम कमा ह? इस आमत

भ साधन का अथम अतमॊत वमाऩक ह ककॊ त हय यसथघत भ कोई वसत मा वमयकत

होना चादहए जो परभ व उतसाह क साथ ईशवय स साशभपम का कायण फन। ईशवय

तथा उसक ऩामफय ऩय ईभान, जहाद तथा नभाज, जकात, योजा व हज जसी

उऩासनाएॊ तथा दान दकषणा व ऩरयजनो स भर-जोर जसी फात बी ईशवय स

साशभपम का कायण हो सकती ह। ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व

सलरभ, उनक उततयाधधकारयमो तथा ईशवय क वपरम फॊदो स तवससर बी इनह ॊ

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उऩासनाओॊ की बाॊघत ह औय यआन भजीद की आमतो क अनसाय वह बी ईशवय

स साशभपम का कायण फनता ह।

यआन भजीद की कछ आमतो भ कहा गमा ह कक ऩामफय बी ईशवय क फॊदो

ऩय कऩा कयत ह। सयए तौफा की 59वीॊ आमत भ कहा गमा ह। औय मदद जो कछ

ईशवय औय उसक ऩामफय न उनह परदान ककमा ह उस ऩय व परसनन यहत औय

कहत कक ईशवय हभाय शरए काफी ह, ईशवय औय उसक ऩामफय िीघर ह अऩनी

कऩा स हभ परदान कयग औय हभ ईशवय की ओय स आिावान ह (तो घनयशचत रऩ

स मह उनक शरए फहतय होता)। जफ सवमॊ यआन न ऩामफय को परदान कयन

वारा फतामा ह तो कपय हभ उनस सहामता कमो न चाह औय उनक उचच सथान

को ईशवय क सभ भाधमभ कमो न फनाएॊ? मह कायण ह कक दमार व कऩार

ईशवय सयए घनसा की 64वीॊ आमत भ भसरभानो को ऩामफय इसराभ स शसफारयि

कयवान औय उनह भाधमभ फनान हत परोतसादहत कयता ह। इस आमत भ ऩामफय

इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ को सॊफोधधत कयत हए कहा गमा

ह औय जफ उनहोन अऩन आऩ ऩय अतमाचाय ककमा औय ईशवय म आदि की

अवऻा की थी तो मदद व आऩक ऩास आत औय ईशवय स भा माचना कयत औय

ऩामफय बी उनह भा कयन की शसफारयि कयत तो घनसॊदह व ईशवय को फडा

तौफा सवीकाय कयन वारा औय दमावान ऩात।

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वहहाफी भत क रोगो न तवससर का इनकाय कयन क शरए यआन भजीद की

कछ आमतो को परभाण भ परसतत ककमा ह। उदाहयण सवरऩ व सयए फाघतय की

14वीॊ आमत को परसतत कयत ह यजसभ कहा गमा ह (ह ऩामफय!) मदद आऩ उनह

ऩकाय तो व आऩकी ऩकाय नह ॊ सनग औय मदद व सन बी तो आऩकी फात

सवीकाय नह ॊ कयग औय पररम क ददन व आऩक सभक ठहयान (औय उऩासना)

का इनकाय कय दग। औय (जानकाय ईशवय की) बाॊघत कोई बी आऩको (तथमो स)

सधचत नह ॊ कयता। सयए फाघतय भ भघतममो की ऩजा कयन वारो को सॊफोधधत

कयती हई कई आमत ह औय मह आमत बी उनह भघतममो की ऩजा स योकती ह

कमोकक भघतममाॊ न तो अऩनी उऩासना कयन वारो की पराथमनाएॊ सन सकती ह औय

मदद सन बी सकतीॊ तो उनह ऩया कयन का उनभ साभथमम नह ॊ ह औय न ह

सॊसाय भ उनका तघनक बी कोई सवाशभतव ह ककॊ त कछ अघतवाद वहहाबफमो न

तवससर व िफाअत क भाधमभ स ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह

व सलरभ तथा ईशवय क अनम वपरम फॊदो स भसरभानो क सॊऩकम को सभापत कयन

क शरए इस आमत औय इसी परकाय की अनम आमतो का सहाया शरमा ह औय कहा

ह कक ईशवय को छोड कय ऩामफयो सदहत व सबी रोग, यजनह तभ ऩकायत हो,

तमहाय फात नह ॊ सनत ह औय मदद सन बी र तो उस ऩया नह ॊ कय सकत। मा

इसी परकाय सय आयाफ की आमत करभाॊक 197 भ कहा गमा ह औय यजनह तभ

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ईशवय क सथान ऩय ऩकायत हो व न तो तमहाय सहामता कय सकत ह औय न ह

अऩनी या कय सकत ह। वहहाफी इसी परकाय की अनम आमत परसतत कयक

ऩामफयो औय इभाभो स हय परकाय क तवससर का इनकाय कय दत ह औय इस

एकशवयवाद क ववऩय त फतात ह। जफकक वासतववकता मह ह कक इन आमतो स

ऩहर औय फाद वार आमतो ऩय एक साधायण सी दयषट डार कय बी इस

वासतववकता को सभझा जा सकता ह कक इन आमतो का तातऩमम भघतममाॊ ह कमोकक

इन सबी आमो भ उन ऩतथयो औय रकडडमो की फात की गई ह यजनह ईशवय का

सभक ठहयामा गमा था औय उनह ईशवय की ियकत क भ ाफर भ परसतत ककमा

गमा था।

कौन ह जो मह न जानता हो कक ऩामफय औय ईशवय क वपरम फॊद ईशवय क

भागम भ िह द होन वार उन रोगो की बाॊघत ह यजनक फाय भ यआन सऩषट रऩ

स कहता ह कक व जीववत ह। दसय ओय इस फात भ बी कोई सॊदह नह ॊ ह कक

इन ऩववतर हयसतमो स तवससर का अथम मह नह ॊ ह कक हभ इनह ईशवय क

भ ाफर भ सवाधीन ियकत का सवाभी सभझत ह फयलक रकषम ह कक उनक

समभान औय सथान क भाधमभ स ईशवय स सहामता चाह औय ईशवय की दयषट भ

उनकी जो भहानता ह उसक दवाया ईशवय स मह चाह कक वह हभाय पराथमना को

सवीकाय कय र औय मह फात एकशवयवाद औय ईशवय की फॊदगी स तघनक बी

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ववयोधाबास नह ॊ यखती फयलक मह एकशवयवाद ह। इस आधाय ऩय जसा कक

यआन भजीद न सयए फयह की आमत करभाॊक 255 भ शसफारयि क सॊफॊध भ

सऩषट रऩ स कहा ह कक कोई बी ईशवय की अनभघत औय आदि क बफना

शसफारयि नह ॊ कय सकता, ठीक उसी परकाय उनस तवससर बी इसी भाधमभ स

होता ह औय ईशवय की अनभघत क बफना नह ॊ हो सकता। मह कायण ह कक ईशवय

अऩन ऩामफय क भाधमभ स एक कथन भ कहता ह कक जान रो कक यजस ककसी

की कोई सभसमा ह औय वह उस दय कयना तथा कोई राब परापत कयना चाहता ह

मा ककसी अतमॊत जदटर व हाघनकायक घटना भ गरसत हो गमा ह औय चाहता ह

कक वह सभापत हो जाए तो उस चादहए कक भझ भहमभद व उनक ऩववतर ऩरयजनो

क भाधमभ स ऩकाय ताकक भ उसकी पराथमनाओॊ को उततभ ढॊग स सवीकाय करॊ ।

मह कायण ह कक हभ ऩामफय इसराभ क कार क वरयषठ भसरभानो तथा

अनम धाशभमक नताओॊ की जीवनी भ दखत ह कक व सभसमाओॊ क सभम ऩामफय

इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ की ि ऩय जात, उनस तवससर

कयत तथा उनकी ऩववतर आतभा क भाधमभ स ईशवय स सहामता चाहत थ। इस

सॊफॊध भ फहत सी हद स ह यजनह िीमा औय सननी दोनो की ववशवसत ककताफो भ

दखा जा सकता ह। इबन हजय भककी न अऩनी ककताफ सवाए भहरया भ

परखमात सननी धभमगर इभाभ िाफई क हवार स शरखा कक व ऩामफय इसराभ क

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ऩरयजनो की परिॊसा भ कववजाएॊ शरख कय उनस तवससर कयत थ औय कहत थ

कक ऩामफय क ऩरयजन भय भाधमभ ह, व ईशवय स साशभपम क शरए भया साधन

ह, भझ आिा ह कक पररम क ददन उनह ॊ क कायण भया कभमऩतर भय सीध हाथ भ

ददमा जाएगा औय भझ भो परापत होगा।

तवससर की एक अनम घटना ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व

सलरभ की ऩतनी हजयत आएिा स सॊफॊधधत ह। अफर जोजा क हवार स दायभी न

अऩनी ऩसतक सह ह भ शरखा कक एक वषम भद ना नगय भ बाय अकार ऩडा।

हजयत आएिा न रोगो स कहा कक व अकार की सभायपत क शरए ऩामफय

इसराभ स तवससर कय। उनहोन ऐसा ह ककमा औय कपय जभ कय वषम हई तथा

अकार सभापत हो गमा। सननी भसरभानो की सफस ववशवसत ककताफ सह ह

फऽाय भ वरणमत ह कक दसय ऽर फा उभय न अकार व सख क सभम ऩामफय

इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ क चाचा अबफास स तवससर

ककमा औय कहा कक परबवय! जफ बी हभ अकार भ गरसत होत थ तो ऩामफय

इसराभ स तवससर ककमा कयत थ औय वषाम होन रगती थी अफ भ तझ उनक

चाचा अबफास का वासता दता हॊ ताकक त वषाम को बज द। फऽाय न शरखा ह कक

इसक फाद वषाम होन रगी। सयननमो क एक फड धभमगर आरसी न यआन भजीद

की वमाखमा भ शरखी गई अऩनी ककताफ भ तवससर क सॊफॊध भ फडी सॊखमा भ

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हद सो का वणमन ककमा ह। व इन हद सो की रमफी वमाखमा औय तवससर स

सॊफॊधधत हद सो क फाय भ कडा रऽ अऩनान क फाद अॊत भ कहत ह कक इन साय

फातो क फावजद भय दयषट भ ईशवय क घनकट ऩामफय इसराभ स तवससर भ

ककसी परकाय की कोई रकावट नह ॊ ह, चाह उनक जीवन भ हो अथवा भतम क

ऩशचात। इसक फाद आरसी न मह बी शरखा ह कक ईशवय को ऩामफय क

अघतरयकत बी ककसी अनम का वासता दन भ कोई रकावट नह ॊ ह ककॊ त उसकी ितम

मह ह कक वह वासतव भ ईशवय क घनकट उचच सथान यखता हो।

वहाबियत, वासतववकता और इततहास-12

यजमायत व दिमन का इसराभ भ वविष सथान ह औय वह भसरभानो क घनकट

एक अचछा कामम ह। भसरभान िफाअत अथामत पररम क ददन शसपारयि/ तवससर

अथामत सहाया व भाधमभ औय बर रोगो की िो क समभान को ऐसी चीज भानत

ह यजसभ ककसी परकाय का सॊदह नह ॊ ह। ऩामफय इसराभ औय ईशवय ऩय ईभान

यखन वारो की िो का दिमन भसरभानो क भधम परचशरत ह महाॊ तक कक

भसरभान, भहान धाशभमक हयसतमो की िो ऩय ईशवय स पराथमना व दआ कयत ह।

उदाहयण सवरऩ अतीत भ हाजी रोग ओहद नाभक मदध भ िह द होन वार

ऩामफय इसराभ क चाचा औय िह दो क सयदाय हजयत हमजा की ि की शभटट

स तसफीह अथामत भारा फनात थ। ६ठीॊ दहजय भय क भहान िामय ऽाानी

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ियवानी अऩन एक िय भ वतमभान इया भ यसथत भदामन नगय भ ऩामफय

इसराभ क भहान साथी सरभान पायसी की सभाधध का दिमन कयन वारो स

शसपारयि कयत ह कक व सरभान पासी की ि स तसफीह फनाम कमोकक इन

भहान हयसतमो की ऩववतर ि की शभटट आधमायतभक भलम व भहतव यखती ह।

सरपी एवॊ वहाफी ऩॊथ की फघनमाद यखन वारा इबन तययभमा ऩामफय इसराभ

की ऩावन सभाधध क दिमन को हयाभ औय ि का दिमन कयन क इयाद स की

जान वार मातरा को बी हयाभ सभझता ह। वह शभनहाजससननत नाभक अऩनी

ऩसतक भ कोई तकम सॊगत कायण फमान ककम बफना शरखता ह "”िो का दिमन

कयन क फाय भ ऩामफय इसराभ स जो हद स अथामत कथन आम ह व सफक सफ

झठ ह औय सफक सह होन का परभाण कभजोय ह। इबन तययभमा इसी परकाय

कहता ह”" ऩामफय इसराभ मा उनक अघतरयकत ककसी औय की ि क दिमन का

अथम ईशवय क शसवा ककसी औय को फराना ह तथा ईशवय म कामो भ दसय को बी

उसका सहबागी भानना ह औय मह कामम हयाभ एवॊ अनकशवयवाद ह” जफकक

ऩामफय इसराभ औय भहान धाशभमक हयसतमो की ि का दिमन ईशवय क घनकट

उनक उचच सथान क कायण ह न कक उसक कामो भ ककसी को उसका सहबागी

फनाना ह।

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वहाफी ऩॊथ की फघनमाद यखन वार इबन तययभमा औय भोहमभद इबन अबदर

वहहाफ िीमा भसरभानो ऩय आकरभण कयत औय उन ऩय आयोऩ रगात ह कक

िीमा अऩन इभाभो की िो एवॊ उनकी सभाधधमो क दिमन को हज स बी फडा

कामम सभझत ह! भोहमभद बफन अबदर वहहाफ अऩनी ऩसतक कशपशिफहात भ उस

समभान को, जो िीमा भसरभान ऩामफयो, इभाभो औय भहान हयसतमो की िो

की कयत ह, फहाना फनाता ह कक िीमा भसरभान ईशवय का सहबागी भानत ह

औय वह अनकशरवाद ऩय ववशवास यखत ह। वासतव भ इबन तययभमा , भोहमभद

इबन अबदर वहहाफ औय उनक अनमाइमो की एक सफस फडी कभजोय व सभसमा

मह ह कक व धभम क फाय भ अऩन भरषठ ववचायो को एकशवयवाद तथा दसयो क

अनकशवयवाद का भाऩदॊड भानत ह। व ईशवय म धभम इसराभ क फाय भ अऩन

ारत घनषकषम को दसयो क ववशवासो ऩय थोऩत ह जफकक ऩववतर यआन, इसराभी

शिाएॊ औय ववशवसत भसरभान धभमगर उनक ववचायो स शबनन दयषटकोण यखत

ह। िो क दिमन क फाय भ ऩामफय इसराभ कहत ह” कक िो को दखन जाओ

कक वह तमह ऩयरोक की माद ददराती ह”। इसी तयह ऩामफय इसराभ एक अनम

सथान ऩय कहत ह” िो को दखन जाओ कमोकक उसभ तमहाय शरए सीख ह।

भनषम िो को दखकय अऩनी अभता को सभझ जाता ह औय बौघतक

ियकतमो क नषट होन को घनकट स दखता ह। सभझदाय भसरभान िो को

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दखकय सभझ जाता ह कक िीघर सभापत हो जान वार जीवन को फखफय एवॊ

घनशचतना स फफामद नह ॊ कयना चादहम फयलक थोड स जीवन क सभम का

सदऩमोग कयक ऩयरोक क शरए कछ कयना चादहम।

ऩामफय इसराभ औय उनक ऩववतर ऩरयजनो क यौजो भ उऩयसथघत एक परकाय स

रोगो क भागमदिमन क शरए उठाई गमी उनकी कदठनाइमो व तमागो क परघत आबाय

औय उनक वचनो क ऩारन क परघत दोफाया वचनफदधता ह। ऩामफय इसराभ औय

उनक ऩववतर ऩरयजनो की िो का दिमन कयन वारा वासतव भ उनक साथ एक

परकाय की परघतऻा कयता ह कक वह उनक फताम गम भागम क अघतरयकत जीवन भ

ककसी अनम भागम ऩय नह ॊ चरगा।

इस फात भ कोई सॊदह नह ॊ ह कक िो को दखन जाना ऩामफय इसराभ का

आचयण ह। सननी भसरभानो की ककताफो भ शरखा हआ ह कक ऩामफय इसराभ

अऩनी भाता हजयत आशभना की ि ऩय जाकय योमा कयत थ। इसी परकाय अफ

हयया क हवार स शरखा ह कक ऩामफय इसराभ अऩनी भाता की ि का दिमन

कयत, वहाॊ ऩय योत औय दसयो बी ररात औय कहत थ कक” िो को दखन

जाओ कमोकक ि दख कय भौत की माद आ जाती ह।” ऩामफय इसराभ एक

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अनम सथान ऩय कहत ह”" िो का दखना सहानबघत, आॊखो स आॊस घनकरन

औय ऩयरोक की माद का कायण फनता ह तो िो को दखन जाओ"

ऩववतर यआन क सयम तकासय भ भहान ईशवय अनकशवयवाददमो क उस गट

की ओय सॊकत कयता ह जो िो को दखन तो गमा ऩयॊत सीख रन क उददशम स

नह ॊ। सयम तकासय की ऩहर औय दसय आमत भ हभ ऩढत ह यजसभ ईशवय

कहता ह" धन एवॊ कर की फहतामत न तभ रोगो को ईशवय की माद स घनयशचॊत

फना यखा ह महाॊ तक कक तभ रोगो न अऩन भय हए रोगो की ि को धगना"

”सऩषट ह कक सवमसभथम व भहान ईशवय िो की गणना कयक उस ऩय गवम

कयन को बफलकर ऩसॊद नह ॊ कयता ऩयॊत िो को दखन स ककसी परकाय भना नह ॊ

कयता। सातॊवी दहजय भय क परशसदध ऩववतर आमन क वमाखमाकताम भोहमभद

यतफी इन आमतो क सॊदबम भ कहत ह” "िो का दखना कठोय रदमो क शरए

सवोततभ औषधध ह कमोकक िो का दखना भौत औय ऩयरोक की माद का कायण ह

तथा भौत एवॊ ऩयरोक की माद आकाॊाओॊ क कभ होन तथा दघनमा स ववयकतता

औय उसभ फाी यहन की काभना छोड दन का कायण फनता ह।

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ईशवय म दतो की ऩववतर िो क दिमन क फाय भ इबन तययभमा की फातो स कछ

चीज घनषकषम क रऩ भ घनकरती ह। ऩहर चीज मह ह कक वह ऩामफयो व

ईशवय म दतो की िो क दिमन को हयाभ सभझता ह। इसी परकाय वह कहता ह कक

जो वमयकत ऩामफयो औय बर रोगो की िो का दिमन कयन, वहाॊ ऩय नभाज

ऩढन औय दआ कयन क उददशम स मातरा कयन का इयादा कय तो ऐस वमयकत न

हयाभ कामम कयन का इयादा ककमा ह औय उस चादहम कक वह नभाज ऩय ऩढ।

इबन तययभमा इस परकाय की मातरा को ऩाऩ सभझता ह जफकक वह मातरा हयाभ

होती ह यजसभ हयाभ कामम ककमा जाम। उदाहयण सवरऩ ियाफ फचन मा रोगो क

धन को रटन क शरए की जान वार मातरा हयाभ ह। इस आधाय ऩय इबन तययभमा

की फात क इस बाग भ बी सऩषट ककमा गमा ह कक ऩामफयो औय ईशवय म दतो

की िो का दिमन ऩाऩ व हयाभ ह। उलरखनीम ह कक इस परकाय क ववचाय न

कवर ारत एवॊ आधायह न ह फयलक फहत फय व शिषटाचाय स ऩय ह। नवीॊ दहजय

भय क सननी भसरभानो क वरयषठ शभसरी धभमगर इबन हजय असरानी अऩनी

ऩसतक "पतहर फाय " भ कहत ह कक” आशचमम उन रोगो स ह जो इबन तययभमा

को घनदोष व फय ददखान का परमास कयत ह औय उकत फातो को इबन तययभमा

ऩय आयोऩ भानत एवॊ कहत ह" इबन तययभमा न कवर दिमन क इयाद स की जान

वार मातरा को हयाभ कहा ह न कक ऩामफय इसराभ की ि का दिमन फयलक वह

तो ऩामफयो की िो क दिमन को ऩयॊऩया व अचछा कामम भानता ह।” महाॊ परशन

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मह उठता ह कक ककस परकाय इबन तययभमा ऩामफयो की िो क दिमन को ऩयॊऩया

व अचछा कामम भानता ह जफकक इन िो क दिमन क इयाद स की जान वार

मातरा को हयाभ व ऩाऩ भानता ह? कमा इस परकाय की फात भ ववयोधाबास नह ॊ ह?

कमा इबन तययममा दवाया ऩामफय इसराभ क उन कथनो को झठराना इस फात

का परभाण नह ॊ ह कक वह ऩामफयो की िो क दिमन ऩय ववशवास नह ॊ यखता ह?

फहत स सननी ववदवानो एवॊ धभमगरओॊ न ऩामफय इसराभ औय दसय ऩामफयो की

िो का दिमन कयन क सॊफॊध भ इबन तययममा क पतवो का यहसमोदघाटन ककमा

ह यजसभ उसन साप- साप कहा ह कक ऩामफयो की िो का दिमन हयाभ ह।

इबन तययभमा अऩन भरषठ ववचायो को सह शसदध कयन क शरए फहत सी

यवामतो व कथनो की अनदखी कयता औय झठ फोरता ह। ऩामफय इसराभ की

ऩववतर ि क दिमन क फाय भ फहत स कथन औय इसराभी शिाएॊ भौजद ह।

इबन अबफास न कहा ह कक ऩामफय इसराभ न कहा ह जो भय भयन क फाद भय

ि का दिमन कय वह उस वमयकत की बाॊघत ह यजसन भया दिमन भय जीवन भ

ककमा औय जो भय दिमन क शरए आम औय भय ि क ककनाय ऩहॊच जाम तो भ

पररम क ददन उसक शरए गवाह दॊगा"”

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अबदलराह बफन उभय ऩामफय इसराभ क हवार स कहता ह" जो वमयकत हज

कयन क शरए आम औय भय दहाॊत क फाद भय ि का दिमन कय तो भानो जीवन

भ उसन भया दिमन ककमा। अनस फन भाशरक बी कहत ह कक ऩामफय इसराभ न

कहा ह कक जो धमान औय भया दिमन कयन क इयाद स भद ना आम औय भया

दिमन कय तो भ पररम क ददन उसकी शिपाअत करॊ गा औय उसक दहत भ गवाह

दॊगा। फहत स सननी धभमगरओॊ न मह शसदध कयन क शरए इन कथनो का सहाया

शरमा ह कक ऩामफय इसराभ की ि का दिमन ऩयमऩया व अचछा कामम ह। यापई

अऩनी ऩसतक पतहर अजीज भ कहत ह जो वमयकत हज कयन जाता ह उसक

शरए भसतहफ व अचछा मह ह कक जभजभ का ऩानी ऩीम औय उसक फाद हज क

सॊसकायो क घनवामह क ऩशचात ऩामफय इसराभ की ि की यजमायत कय। कमोकक

ऩामफय इसराभ क हवार स एक कथन फमान ककमा गमा ह यजसभ आऩन कहा

ह कक जो वमयकत भय भयन क फाद भय दिमन क शरए आमगा वह उस वमयकत की

बाॊघत ह यजसन भय जीवन भ भया दिमन ककमा ह औय जो वमयकत भय ि का

दिमन कय उसका परघतदान सवगम ह। ऩामफय इसराभ की ऩववतर ि की यजमायत

कयन क इयाद स मातरा कयना वह चीज ह यजस ऩामफय इसराभ क साथी औय

उनक साधथमो को दखन वारो न जीवन बय ककमा। ऩामफय इसराभ क एक

परघतयषठत साथी औय उनक भअयजजन अथामत अजान दन वार फरार बफन यफाह ह

यजनहोन ऩामफय इसराभ की ऩववतर ि की यजमायत क शरए िाभ अथामत वतमभान

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सीरयमा स ऩववतर नगय भद ना की मातरा की। इबन असाककय कहत ह" फरार न

ऩामफय इसराभ को सवपन भ दखा कक उसस कह यह ह कक कमा अतमाचाय ह जो

तभ भय साथ कय यह हो? कमा वह सभम नह ॊ आमा कक तभ भय दिमन क शरए

आओ? फरार सवपन स उठ गम औय वह बध व द खी थ तथा वह सवमॊ स डय

यह थ। उसक ऩशचात फरार घोड ऩय सवाय हए औय िाभ स ऩववतर नगय भद ना

क शरए यवाना हो गम। जफ वह ऩामफय इसराभ की ि क ऩास ऩहॊच गम तो

ि क ककनाय योम औय अऩन चहय को ऩामफय इसराभ की ि स भर यह थ

कक अचानक इभाभ हसन औय इभाभ हसन वहाॊ आ गम। फरार न उनह अऩनी

गोद भ उठा शरमा औय उनह चभा। इभाभ हसन औय इभाभ हसन न उनस कहा

हभ वसी अजान सनना चाहत ह कक जसी अजान हभाय नाना क कार भ तभ बोय

भ ददमा कयत थ।

शभतरो उकत परभाणो औय परशसदध सननी धभमगरओॊ क कथनो क फमान क फाद

मह ककस तयह सवीकाय ककमा जा सकता ह कक भहान हयसतमो वविषकय ऩामफय

इसराभ की ऩववतर ि का दिमन व समभान हयाभ ह? कमा इबन तययभमा औय

भोहमभद इबन अबदर वहहाफ की ओय स उस चीज हो हयाभ फताना, यजस ईशवय

न हरार व वध कहा ह, भहाऩाऩ नह ॊ ह?

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वहाबियत, वासतववकता और इततहास-13

ऩामफयो, ईशवय म दतो औय भहान हयसतमो की िो ऩय भजाय एवॊ भयसजद का

घनभामण वह कामम ह यजसक फाय भ वहाफी कहत ह कक मह चीज धभम भ नह ॊ ह

औय इसक सॊफॊध भ व अकायण ह सॊवदनिीरता ददखात ह। मह फात सफस ऩहर

वहाबफमत की फघनमाद यखन वार इबन तययभमा औय उसक ऩशचात उसक शिषम

इबन यमभ जौजी न कह । उनहोन िो क ऊऩय इभायत घनभामण कयन को हयाभ

औय उसक धवसत कयन को अघनवामम होन का पतवा ददमा। इबन यमभ अऩनी

ककताफ "“जादर भाअद पी हदा ऽरयर एफाद"” भ शरखता ह िो क ऊऩय यजस

इभायत का घनभामण ककमा गमा ह उसका धवसत कयना अघनवामम ह औय इस कामम

भ एक ददन बी ववरॊफ नह ॊ ककमा जाना चादहम। इस आधाय ऩय भोहमभद इबन

अबदर वहहाफ दवाया भरषठ वहाफी ऩॊथ की फघनमाद यख जान औय सऊद ऩरयवाय

दवाया उसक सभथमन क फाद ऩववतर सथरो व सथानो ऩय बाय ऩभान ऩय आकरभण

ककम गम औय वहाबफमो न भहतवऩणम इसराभी सथरो को धवसत कयना आयॊब कय

ददमा। वषम १३४४ दहजय भय अथामत १९२६ भ वहाबफमो दवाया ऩामफय इसराभ क

ऩववतर ऩरयजनो औय साधथमो की िो क ऊऩय फन भजायो को धवसत ककम जान

को सफस अधधक दससाहसी कामम सभझा जाता ह जफकक वहाफी औय उनक

ववदवान आज तक अऩन इस अभानवीम कतम का कोई ताककम क व धाशभमक कायण

ऩि नह ॊ कय सक ह।

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इसराभ धभम की घनिाघनमो की सया औय उनका समभान भहान ईशवय की

शसपारयि ह। ऩववतर यआन क सयम हज की ३२वीॊ आमत भ भहान ईशवय न

ईशवय म धचनहो की सया क शरए भसरभानो का आहवान ककमा ह। इस सॊफॊध भ

भहान ईशवय कहता ह”जो बी ईशवय की घनिाघनमो व धचनहो को भहतव द तो मह

कामम ददरो भ ईशवय म बम होन का सचक ह”यजस तयह स सपा, भयवा, भिअय,

शभना औय हज क सभसत सॊसकायो को ईशवय म घनिाघनमाॊ फतामा गमा ह उसी

तयह ऩामफयो औय भहान हयसतमो की िो का समभान बी ईशवय म धभम इसराभ

क आदिो का ऩारन ह औय मह कामम भहान ईशवय स साशभपम परापत कयन क

ऩरयपरकषम भ ह। कमोकक ऩामफय इसराभ औय दसय ऩामफय व ईशवय म दत जभीन

ऩय भहान व सवमसभथम ईशववय की सफस फडी घनिानी थ औय इन भहान हयसतमो

क परघत आदयबाव एवॊ उनकी परघतषठा का एक तय ा उनकी िो की सया ह।

दसय ओय ऩामफयो औय भहान हयसतमो की िो की सया एवॊ उसका समभान,

इसराभ धभम क परघत भसरभानो क परभ, रगाव औय इसी तयह इन भहान हयसतमो

दवाया उठाम गम कषटो क परघत आबाय वमकत कयन का सचक ह। ऩववतर यआन

न बी इस कामम को अचछा फतामा ह औय सभसत भसरभानो को आदि ददमा ह

कक व न कवर ऩामफय इसराभ फयलक उनक ऩववतर ऩरयजनो स बी परभ कय।

ऩववतर यआन क सयम िया भ भहान ईशवय कहता ह"” ह ऩामफय कह दो कक भन

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जो ईशवय म आदि तभ रोगो तक ऩहॊचामा ह उसक फदर भ भ अऩन घनकट

सॊफॊधधमो स परभ कयन क अघतरयकत कछ नह ॊ चाहता”"

अफ महाॊ ऩय ऩछा जाना चादहम कक कमा ऩामफय इसराभ क ऩववतर ऩरयजनो की

यचनाओॊ, उनक जीवन सथरो औय उनकी िो की सया उनक परघत समभान नह ॊ

ह?

वपरम शरोताओ महाॊ मह जानना योचक होगा कक ऩववतर यआन भ बी न कवर

इन घनिाघनमो की सया की शसपारयि की गमी ह फयलक ऩववतर यआन न िो

क ऊऩय इभायतो क घनभामण को वध बी फतामा ह। इस फात को "असहाफ कहफ"

की एघतहाशसक घटना भ बी दखा जा सकता ह। जफ असहाफ कहप तीन सौ वषो

क फाद नीॊद स जाग औय उसक कछ सभम क ऩशचात व भय गम तो दसय रोग

आऩस भ फात कय यह थ कक उनकी ि क ऊऩय इभायत का घनभामण ककमा जाम

मा नह ॊ। उनभ स कछ रोगो न कहा कक इन रोगो क समभान क शरए उनकी

किो क ऊऩय इभायत का घनभामण कयना आवशमक ह जफकक कछ दसय कह यह थ

कक उनकी िो ऩय भयसजद का घनभामण ककमा जाना चादहम ताकक उनकी माद

फाी यह। इस ववषम का वणमन ऩववतर यआन क सयम कहप की २१वीॊ आमत भ

बी आमा ह जो इस फात का सचक ह कक िहभाॊड क यचघमता को बर रोगो की

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िो क ऊऩय इभायत क घनभामण स कोई ववयोध नह ॊ ह कमोकक मदद मह ववषम

सह नह ॊ होता तो घनयशचत रऩ स इसका वणमन ऩववतर कयआन भ होता। जसाकक

भहान ईशवय न ईसाईमो औय महददमो सदहत वऩछर कछ जाघतमो क वमवहाय को

नकाया औय उस सह नह ॊ फतामा ह। उदाहयण सवरऩ

भहान ईशवय ऩववतर कयआन क सयम हद द की २७वीॊ आमत भ कहता” ह"

यजस सनमास को ईसाईमो न उतऩनन ककमा था हभन उस अघनवामम नह ॊ ककमा था

मदद अघनवामम ककमा था तो कवर ईशवय की परसननता क शरए ऩयॊत उनहोन उसका

वसा घनवामह नह ॊ ककमा जसा घनवामह कयना चादहम था" मदद ईशवय भहान हयसतमो

एवॊ अऩन दतो की िो ऩय इभायत मा भयसजद फनाम जान का ववयोधी होता तो

घनयशचत रऩ स वह इस ववषम का इॊकाय ऩववतर यआन भ कयता औय इस अवपरम

कामम घोवषत कयता।

अचछ व बर रोगो की िो ऩय इभायत मा भजाय का घनभामण पराचीन सभम स

भसरभानो स भधम परचशरत यहा ह औय उसक धचनहो को सभसत इसराभी तरो भ

दखा जा सकता ह। िीमा भसरभानो न ऩामफय इसराभ क ऩववतर ऩरयजनो की

िो ऩय यौजो एवॊ जय ह अथामत वविष परकाय की जार का घनभामण ककमा। सननी

भसरभानो न बी िह दो औय अऩनी समभानीम हयसतमो की िो ऩय गॊमफद का

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घनभामण कयवामा तथा उनक दिमन क शरए जात ह। सीरयमा क दशभशक नगय भ

जनाफ जनफ सराभलराह का ऩववतर यौजा, शभसर भ वह यौजा जहाॊ हजयत इभाभ

हसन अरदहससराभ क ऩावन शसय को दफन ककमा गमा ह, इयाक क फादाद नगय

भ अफ हनीपा औय अबदर ाददय गीरानी का भजाय, सभयकनद भ सननी

भसरभानो की परशसदध ऩसतक” सह फखाय क रखक भोहमभद बफन इसभाईर

का भजाय औय भहान हयसतमो की सभाधधमो क ऊऩय फहत साय भयसजद व

इभायत इसक कछ नभन ह। भहान हयसतमो औय धाशभमक ववदवानो की सभाधधमो

क ऩास ऩववतर सथरो एवॊ भयसजदो

का घनभामण इसराभी भलमो की सया एवॊ उनक परघत भसरभानो क कदटफदध

यहन का सचक ह। भसरभान/ वविषकय ऩामफय इसराभ, ईशवय म दतो औय भहान

हयसतमो की िो क दिमन को भहान ईशवय स साशभपम परापत कयन का एक भागम

सभझत ह औय इस ददिा भ व परमास कयत ह। इस भधम ऩथभरषठ औय रदढवाद

ववचाय यखन वारा कवर वहाफी ऩॊथ ह जो दसय सभसत भसरभानो स ववयोध औय

इसराभी तरो भ ऩववतर सथरो व सथानो को धवसत कयन का परमास कयता ह।

ऩामफय इसराभ क सऩतर हजयत इिाह भ की ि औय उस भयसजद को धवसत कय

दना, यजस ऩामफय इसराभ क चाचा हजयत हभजा की ि ऩय फनामा गमा ह, व

कामम ह जो भहान हयसतमो की िो ऩय फनाई गमी इभायतो क परघत वहाबफमो की

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उऩा औय उनक अऩभान व दससाहस क सचक ह। वहाबफमा न अऩन इन कामो

स कयोडो भसरभानो की आसथाओॊ को आघात ऩहॊचामा ह औय अऩन घरणत कामो

क औधचतम भ कभजोय यवामतो व कथनो का सहाया रत औय उनकी ओय सॊकत

ह। भोहमभद बफन अबदर वहहाफ क अनमाईमो न न कवर इन ऩववतर सथरो को

धवसत ककमा ह फयलक इसस बी आग फढकय कहा ह कक जो रोग भहान हयसतमो

की िो की यजमायत कयत ह औय उनकी िो ऩय इभायत का घनभामण कयत ह व

काकपय व अनकशवयवाद ह। अरफतता इस ऩथभरषठ समपरदाम स, यजसक ऩास कोई

तकम समभत परभाण नह ॊ ह, इस परकाय क कामम व ववशवास अऩा स ऩय नह ॊ ह।

इस ऩथभरषठ समपरदाम क ववशवासो का फहत सतह होना, रदढवाद औय ऩऩात

इसकी सऩषट वविषताओॊ भ स ह औय इस ऩथभरषठ समपरदाम क ववचायो भ

फदधध, सोच ववचाय औय तकम का कोई सथान नह ॊ ह।

भसरभानो क शरए ऩामफयो, ईशवय म दतो औय भहान हयसतमो की िो की

सया न कवर समभानीम ह फयलक भसरभानो क शरए उन घयो व सथानो की

सया औय उनका समभान वविष भहतव यखता ह यजसभ ऩामफय इसराभ औय

दसय भहान हयसतमाॊ यह ह। भहान ईशवय न बी ऩववतर यआन भ सफका आहवान

ककमा ह कक उन सथानो की सया की जाम यजसभ उसका गणगान ककमा गमा हो

औय भसरभान इन सथानो का समभान कय। तो भयसजदो औय ऩामफयो क घयो

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की बाॊघत ऩामफय इसराभ, हजयत अर अरदहससराभ, हजयत पातभा जहया

सराभलराह अरहा औय उनक घनकट सॊफॊधधमो क भकान बी परघतयषठत ह कमोकक

म व घय ह जहाॊ ईशवय क बर फॊदो की उऩासना एवॊ दआ की आधमायतभक एवॊ

भधय धवघन गॊजी थी औय म व सथान ह जहाॊ परयशत आवा-जाह कयत थ। दसय

ओय इन भलमवान धयोहयो की या स धभम इसराभ की वविदधता भ वदधध होती

ह। मदद इन इभायतो औय मादगाय चीजो की अचछी तयह दखबाव व सया की

जाम तो भसरभान खर भन फड गवम स ववशव वाशसमो स कह सकत ह कक

ऩामफय इसराभ न भनषमो क भागमदिमन क शरए अनधगनत कदठनाइमाॊ उठाई ह।

उनहोन इसी साधायण औय छोट स घय भ जीवन बफतामा ह, मह घय उनकी

उऩासना एवॊ दआ का सथर ह ऩयॊत फड खद व द ख क साथ कहना ऩडता ह कक

इन भलमवान अविषो व धयोहयो को वहाबफमो न धवसत कयक उनकी परघतषठा को

फफामद कय ददमा। मह ऐसी यसथघत भ ह कक इस ऩथभरषठ समपरदाम क अयसततव भ

आन स ऩहर भसरभानो न ऩामफय इसराभ औय दसय ईशवय म दतो व भहान

हयसतमो की मादो की सया क शरए फहत परमास ककमा व कषट कषट ककमा था।

उदाहयण सवरऩ ऩामफय इसराभ की जीवनी स सॊफॊधधत ऩसतक क अघतरयकत

अॊगठी, जता, दातन, तरवाय औय कवच जसी ऩामफय इसराभ की वमयकतगत

वसतओॊ महाॊ तक कक उस कएॊ को बी सयकषत यखा गमा था यजसभ स ऩामफय

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इसराभ न ऩानी वऩमा था ऩयॊत खद की फात ह कक इनभ स कछ ह चीज फाी

ह। वहाबफमो दवाया इसराभी इघतहास की भहतवऩणम चीजो को नषट कयना वासतव

भ ऩयाततव अविषो को शभटाना ह जफकक सभसत याषर औय धभम ववशबनन व

पराचीन भलमो को सयकषत यख हए ह औय उस व अऩनी पराचीन सॊसकघत का बाग

फतात ह। वहाफी, सोच बफना औय कवर अऩनी भराॊघतमो क आधाय ऩय भलमवान

इसराभी भलमो व धयोहयो को नषट कय यह ह। मह ऐसी यसथघत भ ह जफ

अॊतयामषर म ाननो क आधाय ऩय इस परकाय की भलमवान इभायतो को मदध की

यसथघत भ बी नषट कयना वध व सह नह ॊ ह। महाॊ योचक बफनद मह ह कक जहाॊ

भरषठ वहाफी सॊपरदाम न ऩामफय इसराभ, उनक घनकट सॊफॊधधमो, साधथमो तथा

दसय भलमवान वसतओॊ को नषट कय ददमा ह वह ॊ मह धभमभरषठ सॊपरदाम इसराभ

औय भसरभानो क ितरओॊ क ऽफय नाभ क दगम को ऩववतर नगय भद ना क ऩास

मह कह कय या कय यहा ह कक मह एक एघतहाशसक धयोहय ह।

वहाबियत, वासतववकता और इततहास-14

परशसदध वहाफी रखक हाकफज वहफा, वहाबफमत क भर ववचायो व आसथाओॊ क

फाय भ इस परकाय शरखत ह। बफदअत अथामत धभम भ िाशभर की जान वार नई

फातो व ऩाऩो स सॊघषम वविष कय उन फातो स सॊघषम जो अनकशवयवाद की शरणी भ

आती ह जस ईशवय क वपरम फॊदो की यजमायत, तवससर औय उनस सॊफॊधधत

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वसतओॊ स ववबघत चाहना, उनकी िो क घनकट नभाज ऩढना, िो ऩय ददमा

जराना मा उन ऩय कछ शरखना, ईशवय क अघतरयकत ककसी की बी सौगॊध खाना,

मा उसस फीभाय ठीक कयन की आिा यखना मा उसस िफाअत कयन का अनयोध

कयना मह सफ शिकम मा अनकशवयवाद ह औय इनस सॊघषम ककमा जाना चादहए।

इबन तशभमा का बी कहना ह कक ककसी बी ि को, चाह ऩामफयो की ह कमो न

हो चभना मा हाथ रगाना अनकशवयवाद ह ककसी बी रऩ भ वध नह ॊ ह फयलक मह

एकशवयवाद क ववऩय त ह। इस परकाय की फात सवमॊ ह बफदअत क अघतरयकत कछ

नह ॊ कमोकक ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ क कार भ

उनक साथी उनस तथा उनकी वसतओॊ स ववबघत परापत कयन का परमास कयत थ

औय व बी उनह इस कामम स नह ॊ योकत थ। इसका परभाण सननी भसरभानो क

सफस फड धभमगरओॊ भ स एक इभाभ फऽाय का कथन ह। व कहत ह कक उयवा

इबन भसऊद ऩामफय इसराभ क साधथमो को दखत थ औय कहत थ कक ईशवय की

सौगॊध ऩामफय दवाया वज ककए जान क सभम जो ऩानी धगयता था उस उनक

साथ अऩन हाथ भ र रत थ औय अऩन चहय तथा िय य ऩय भर रत थ। जफ

बी ऩामफय वज कयत तो उनक वज का ऩानी रन क शरए उनक साधथमो क फीच

इस परकाय भ ाफरा होता था कक ऐसा परतीत होता था कक िीघर ह उनक फीच

टकयाव हो जाएगा।

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जफ ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ हज क अवसय ऩय

अऩन फारो को भॊडत थ तो उनक साथी उनक सबी फारो को एकबतरत कय रत थ

औय उनस ववबघत परापत कयत थ। इसी परकाय जफ कबी व ककसी छागर क भॊहान

स ऩानी ऩीत थ तो उनक साथ उस छागर क भॊहान को काट कय यख रत थ

ताकक उसस ववबघत परापत कय सक । उनक कवच, राठी, तरवाय, फतमन, भहय,

अॊगठी, फार व कफन स ववबघत परापत कयन सॊफॊधी हद स सह ह फऽाय क जहाद

एवॊ ऩामफय इसराभ की वविषताओॊ क अधमाम भ वरणमत ह। मदद म फात

अनकशवयवाद होतीॊ तो ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ,

भसरभानो को अवशम ह इस कामम स योकत औय इ सॊफॊध भ कडाई स काभ रत।

जसा कक जफ उनक ऩतर की भतम को चॊदरगहण स जोडन का परमास ककमा गमा तो

उनहोन फडी कडाई स इस ारत आसथा का ववयोध ककमा ककॊ त हभ सननी

भसरभानो की ककताफो भ दखत ह कक रोगो दवाया ऩामफय इसराभ औय उनकी

वसतओॊ स ववबघत परापत कयन क परमास क फाय भ अनक हद स ह जफकक ऩामफय

दवाया इसक ववयोध क फाय भ एक बी हद स ककसी बी ववशवसत ऩसतक भ नह ॊ

शभरती।

वसतत ककसी वमयकत मा उसकी वसत स ववबघत परापत कयन क परमास का अथम

मह होता ह कक वह वमयकत ईशवय क घनकट ऊॊ चा दजाम व साशभपम यखता ह ककॊ त

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इस सथामी आसथा क साथ कक वह ईशवय की अनभघत क बफना कोई बराई नह ॊ

ऩहॊचा सकता मा ककसी फयाई को दय नह ॊ कय सकता। ऩामफय इसराभ सलरलराहो

अरह व आरह व सलरभ क फठन क सथान मा शभमफय तथा उनकी ि स

ववबघत की काभना, उनकी ि को छना मा चभना, ऩामफय क घनधन क फाद

भसरभानो भ परचशरत यहा औय भद ना नगय क सफस फड धभमगरओॊ भ िाशभर

सईद बफन भसयमफ औय महमा बफन सईद बी ऐसा ककमा कयत थ। ईशवय क वपरम

फॊदो की िो व अनम वसतओॊ स ववबघत परापत कयन की काभना इस कायण ह कक

हभ इन वसतओॊ को उन वपरम फॊदो स सॊफॊधधत सभझत ह औय हभाया भानना ह

कक उनकी परघतषठा एवॊ भहानता क चरत उनकी वसतओॊ भ बी परघतषठा क बाव

ऩाए जात ह। जफ हभ यआन भजीद भ हजयत मसफ अरदहससराभ की घटना

ऩढत ह तो दखत ह कक हजयत माफ अरदहससराभ न अऩनी जमोघत यदहत आॊखो

को हजयत मसफ क कत स भरा औय उनकी आॊख रौट आई। मदद ईशवय क वपरम

फॊदो की वसतओॊ स ववबघत की काभना, अनकशवयवाद होती तो कमा यआन

भजीद हजयत माफ क इस कामम को ारत नह ॊ ठहयाता? ऩामफयो, इभाभो औय

ईशवय क वपरम फॊदो की वसतओॊ क ववबघतऩणम होन का एक ठोस परभाण ह।

ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ की ि को छन औय

चभन को अनकशवयवाद फताना बी वहाबफमत क भरषट ववचायो एवॊ बफदअतो भ स

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एक ह। सननी भसरभानो क सफस फड धभमगरओॊ भ स एक अहभद बफन हमफर

न कहा ह कक इस कामम भ कोई आऩवतत नह ॊ ह। अरफतता चॊकक ऩामफय इसराभ क

साथी सवमॊ उनक सॊऩकम भ यहत थ इस शरए व परमास कयत थ कक सीध उनस

औय उनस सॊफॊधधत वसतओॊ स ववबघत परापत कय ककॊ त हभ भसरभान जो उनक

जीवन स सीध राबायनवत नह ॊ हो सकत, उनकी ि क घनकट जा कय, उस छ

कय तथा चभ कय उनस ववबघत परापत कय सकत ह औय उनस अऩन गहय परभ का

परदिमन कय सकत ह।

सथानो की अऩन आऩभ कोई परघतषठा नह ॊ होती औय ईशवय क वपरम फॊदो दवाया

नभाज ऩढन, योजा यखन औय ईशवय की उऩासना कयन क कायण कछ सथानो भ

ऽास वविषताएॊ ऩदा हो जाती ह। अऩन अचछ फॊदो क बर कभो क कायण ईशवय

कछ सथानो को अऩनी दमा व कऩा का ऩातर फनाता ह, वहाॊ फरयशत आत ह औय

वहाॊ िाॊघत शभरती ह। मह वह ववबघत ह जो ईशवय उन सथानो को परदान कयता

ह। ईभान वारा वमयकत इन सथानो ऩय उऩयसथत होकय ईशवय ऩय अधधक धमान

क दरत कयता ह औय पराथमना व तौफा दवाया अऩन रदम क दवाय ईशवय म परकाि की

परायपत क शरए खोर दता ह। भयसजदननफी भ औय ऩामफय इसराभ सलरलराहो

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अरह व आरह व सलरभ तथा ईशवय क अनम वपरम फॊदो की िो क घनकट

उऩयसथत हो कय हभ उनक दवाया सहन की गई कदठनाइमो औय उनकी िदध

उऩासनाओॊ को माद कयत ह औय इस फात का परमास कयत ह कक सवमॊ को उनक

जसा फनाएॊ औय ईशवय की िदध रऩ स उऩसना क भागम ऩय चर।

ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ अऩनी भयाज की मातरा

भ, जो भयसजदर असा स आयॊब हई, भद ना, तय सीना औय फत रहभ भ रक

औय वहाॊ ऩय नभाज अदा की। ईशवय क घनकटवती फरयशत हजयत यजिईर न

उनस कहा कक आऩन भद ना नगन भ नभाज ऩढ कमोकक वह आऩक ऩरामन का

सथान ह, तय सीना ऩय नभाज ऩढ कमोकक वहाॊ ईशवय न हजयत भसा स फात की

थी, फत रहभ भ नभाज अदा की कमोकक वहाॊ हजयत ईसा भसीह का जनभ हआ

था। इस आधा ऩय ईशवय क ऩामफयो क जनभ अथव दफन होन क सथर ऩय

नभाज ऩढन भ कोई अॊतय नह ॊ ह फयलक रकषम, उन परघतयषठत रोगो स ववबघत

परापत कयना ह यजनक ऩववतर िय य उस शभटट औय उस सथान स जड यह ह चाह

उनकी आम क आयॊब भ मा अॊत भ।

घनयशचत रऩ स ईशवय क वपरम फॊदो महाॊ तक कक ऩामफय इसराभ सलरलराहो

अरह व आरह व सलरभ की ि ऩय सजदा कयना सह नह ॊ ह कमोकक सजदा

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भनषम की ववनमरता का चयभ बफ ॊद ह औय मह बावना कवर ईशवय क सभ ह

सवीकामम ह। तफसीय यतफी भ वरणमत ह कक ऩामफय इसराभ न कहा। न तो ि

की ओय नभाज ऩढो औय न ह उस ऩय फठो। अथामत िो को कफरा न फनाओ

कक उनकी ओय भख कयक नभाज ऩढो मा उन ऩय सजदा कयो। महददमो औय

ईसाइमो न ऐसा ह ककमा औय अॊतत व ि भ दफन वमयकत की उऩासना कयन

रग। ककॊ त ऩामफय इसराभ सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ की ि क

घनकट नभाज ऩढन का अथम उनस ववबघत चाहना ह। ईशवय ऩववतर यआन भ

हायजमो को आदि दता ह कक व भाभ इिाह भ को अऩनी नभाज का सथान

फनाएॊ। सयए फयह की आमत करभाॊक 125 भ कहा गमा ह। औय भाभ इिाह भ

स अऩन शरए उऩासना सथर का चमन कयो। अनम ऩामफयो की िो क घनकट

नभाज ऩढना, भाभ इिाह भ क घनकट नभाज अदा कयन जसा ह ह। अॊतय मह

ह कक हजयत इिाह भ अरदहससराभ का िय य एक मा कई फाय इस सथान स रगा

ह जफकक उन िो भ ऩामफयो क ऩववतर िय य सदा क शरए आयाभ कय यह ह।

यआन भजीद, सयए आर इभयान की सतरहवीॊ आमत भ ईशवय क कछ वपरम

फॊदो का उलरख इस परकाय कयता ह व सॊमभ यखन वार, सच फोरन वार, (ईशवय

क सभ) ववनमर, दान दन वार, आऻाऩारन कयन वार औय बोय सभम परामयशचत

कयन वार ह। अफ मदद कोई आधी यात को उठ कय नभाज क शरए खडा हो तथा

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धगडधगडा कय ईशवय स मह पराथमना कय कक परबवय! भ चाहता हॊ कक त बोय सभम

तझ स भा भाॊगन वारो क वासत भय ऩाऩो को भा कय द, तो कमा मह कामम

वध ह? अफ नईभ न अऩनी ककताफ दहरमतर औशरमा भ अनस इबन भाशरक का

कथन शरखा ह कक जफ हजयत अर अरदहससराभ की भाता फातभा बफनत असद

का घनधन हआ तो उनक शरए एक ि खोद गई। ऩामफय इसराभ हजयत

भहमभद सलरलराहो अरह व आरह व सलरभ सवमॊ ि खोदन क शरए नीच

उतय औय उनहोन अऩन हाथो स ि की शभटट फाहय प की। जफ ि ऩणम रऩ स

तमाय हो गई तो व उसभ रट गए औय कपय उनहोन कहा ईशवय ह ह जीवन व

भतम दता ह औय वह सवमॊ ऐसा जीववत ह यजसक शरए भतम की कलऩना नह ॊ की

जा सकती। परबवय! भय भाता फातभा बफनत असद को भा कय, उनह उनक तकम

स अवगत कया औय उनक सथान को ववसतत कय द। तझ तय ऩामफय औय भझस

ऩहर वार ऩामफयो का वासता कक त सफस अधधक दमावान ह।

कबी कहा जाता ह कक चॊकक यचघमता ऩय यचना का कोई अधधकाय नह ॊ होता

अत ईशवय को यचना का वासता दना वध नह ॊ ह। इसका उततय मह ह कक सवमॊ

कऩािीर ईशवय न अऩन वपरम फॊदो क शरए सवमॊ ऩय कछ अधधकायो को सवीकाय

ककमा ह। कयआन भजीद क सयए रभ की सतार सवीॊ आमत भ हभ ऩढत ह कक

औय ईभान वारो की सहामता कयना हभाय यज मभ एक सथामी अधधकाय ह। इसी

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परकाय सयए मनस की आमत सॊखमा 103 भ कहा गमा ह इसी परकाय हभाया

अधधकाय ह कक हभ ईभान वारो को भयकत द। यआन भजीद की इन आमतो क

अघतरयकत कछ हद स बी ह जो यचघमता ऩय यचना क अधधकाय की ओय सॊकत

कयती ह। परखमात सननी धभमगर जरारदद न समती की ऩसतक जाभउससाीय भ

वरणमत ह। ईशवय क शरए आवशमक ह कक उस वमयकत की सहामता कय जो अऩनी

ऩववतरता की या औय ईशवय म वजमनाओॊ स फचन क शरए वववाह कय। इसी परकाय

सनन इबन भाजा भ शरखा हआ ह कक तीन गटो की सहामता ईशवय क यजमभ ह।

वह भजादहद जो ईशवय की याह भ मदध कयता ह, वह दास जो ऩस दकय सवमॊ को

सवतॊतर कयान का परमास कय औय वह वमयकत जो अऩनी नघतक ऩववतरता की या

क शरए वववाह कय।

इन हद सो औय दआओॊ भ ईशवय ऩय फॊदो क अधधकाय का तातऩमम वह सथान

औय दजाम ह जो ईशवय उनक दवाया उसक आऻाऩारन क कायण उनह परदान कयता

ह औय मह फॊदो क अधधकाय नह ॊ फयलक ईशवय की दमा व कऩा क कायण ह।

अतमॊत सऩषट सी फात ह कक ककसी बी फॊद का चाह वह ितायबदमो तक ईशवय की

उऩासना कय, ईशवय ऩय कोई अधधकाय नह ॊ हो सकता कमोकक फॊदो को जो अनॊऩाएॊ

शभर ह व सफकी सफ ईशवय की ह द हई ह। इस आधाय ऩय यजस अधधकाय का

हभ ईशवय को वासता दत ह वह, वह अधधकाय ह यजस ईशवय न अऩनी दमा व

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कऩा स सवमॊ क शरए सवीकाय ककमा ह। दमावान ईशवय सयए फयह की आमत

करभाॊक 245 भ कहता ह कौन ह जो ईशवय को अचछा ऋण द? जफकक सबी

जानत ह कक जो कछ हभाय ऩास ह वह ईशवय का ह ददमा हआ ह। इस परकाय की

फात ईशवय दवाया अऩन वपरम फॊदो ऩय दमा व कऩा को दिामती ह, महाॊ तक कक वह

सवमॊ को फॊदो का ऋणी तक कहता ह। वसतत इस परकाय ईशवय रोगो को अऩन

आऻाऩारन क शरए परोतसादहत कयना चाहता ह। खद क साथ कहना ऩडता ह कक

कटटयऩॊथी औय सॊकीणम सोच वार वहाफी धभम भ ववशबनन परकाय की बफदअत ऩदा

कयक अधधकाॊि भसरभानो को काकफय एवॊ अनकशवयवाद औय कवर सवमॊ को

सचचा धभामवरमफी सभझत ह जफकक इसराभ क सचच धभमगरओॊ न अऩन फीच

गहय भतबदो क फावजद कबी बी एक दसय को काकफय मा ऩथभरषट नह ॊ कहा।

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वहाबियत और उसकी असलऱयत

ح ا كأنما ح اها من جمب عا الاا كأنما ا ب بي سااس نف س ب ب نفسا منجمب عا الاا

भामदा-32

कयआन कहता ह कक अगय कोई ककसी को जभम ककम बफना तर कय द तो

ऐसा ह ह स इसन सबी को तर कय ददमा हो औय अगय कोई यजनदा कयद तो

ऐसा ह ह जस उसन सबी को यजनदा कय ददमा।

ईयान भ इसराभी करायनत क सपर होन क फाद इसराभ क दशभन इसको ऽतभ

कयन क शरऐ जभा हो गम ताकक इसराभ को शभटा दो इसक शरऐ उनहोन ईयान

को बी घनिाना फनामा कमोकक मह करायनत ईयान भ आई थी। इसक शरऐ ऩहरा

काभ तो म ककमा की ईयान क ववरध जॊग छड द दसया काभ म ककमा कक ईयान

को आतॊकवाद का गढ फता कय तर भ ऽौप ऩदा कय ददमा। यजसस रोग इस

करायनत स दय यह ऩयनत ऐसा हो न सका औय दशभन को इसभ सपरता न शभर

सकी।

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दशभन को जफ इसभ सपरता न शभर सकी तो उसन भसरभानो को कभजोय

कयन क शरऐ भसरभानो भ पट डार कय एक दसय स अरग कय ददमा, अफ एक

भसरभान को दसय की ऽफय नह ह वो ककस हारत भ ह, एक दि को दसय की

ऽफय नह ह वो ककन कदठनाईमो का साभना कय यहा ह जफकक हजयत भहमभद

(स) की हद स ह आऩ पयभात ह

مسلم ل یجبه لم المسلم ن یا یلاای مسلما سمع من

अगय कोई भसरभान ककसी दसय भसरभान बाई की आवाज सन कक वो उसको

सहामता क शरऐ फरा यहा ह औय वो उसकी सहामता न कय तो वो भसरभान नह

ह।

इस हद स भ तो भसरभान आमा ह कक अगय एक भस रभान सहामता क शरए

फराम औय वो उसकी सहामता न कय तो वो भसरभान नह ह। दसय हद स भ

तो म ह कक अगय फरान वारा भसरभान न बी हो तफ बी अगय एक भसरभान

उसकी सहामता न कय तफ बी वो भसरभान नह ह। हजयत भहमभद (स) पयभात

مسلم ل یجبه لم المسلم ن یا یلاای جج سمع من

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इस हद स स म फात सभझ भ आती ह कक भसरभान वह ह जो दसयो कक

सहामता कयता ह, मह ॊ स म फात बी सभझ भ आती ह कक भसरभान ककसी को

न सान नह ऩहॉचाता, अफ अगय कोई ककसी को न सान ऩहॉचाकय म सभझता यह

कक वो भसरभान ह तो म ारत ह, इस हद स क आधाय ऩय वो भसरभान नह ॊ

हो सकता।

मह ॊ स म फात बी सभझ भ आती ह कक कोई बी भसरभान आतॊकवाद नह ॊ

होता, अगय कोई आतॊक परा यहा हो वो कछ बी हो भसरभान नह ह, वो

इसराभ औय भसरभानो को फदनाभ कयना चाहता ह। आतॊकवाद का इसराभ स

कोई रना दना नह ॊ ह, आज जो रोग भसरभानो को आतॊकवाद कह यह ह उनह

इसराभ क फाय भ ऩढना चादहम कपय पसरा कय कक कौन आतॊकवाद ह।

भसरभानो न कबी बी कोई मध आयमब नह ॊ ककमा, सॊसाय भ यजतन बी मध

हऐ ह चाह ककसी बी मध को रर उसस इसराभ औय भसरभानो का कोई

समफनध नह ॊ ह, कपय बी भसरभानो को फदनाभ ककमा जा यहा ह, जफकक वो रोग

जो एक दसय ऩय चढाई कयक हजायो औय राखो रोगो का साभदहक नयसॊहाय कय

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दत ह उनह कोई कछ नह कहता, ववनािकाय हधथमाय फनान वारो को कोई कछ

नह ॊ कहता, भसरभानो को एक जट हो कय इसका साभना कयना होगा।

अगय भसरभान एक जट हो जाऐ तो इस फदनाभी स घनऩटा जा सकता ह

ऩयनत आज भसरभान पट का शिकाय होकय आऩस भ रड यह ह, एक दसय को

काकपय कह यह ह, एक दसय को तर कय यह ह, भसरभान, अऩन भसरभान

बाई का शसय काट कय ऽि हो यहा ह, जफकक इसराभ म नह शसखाता, हद स तो

म कहती ह कक अगय कोई भसरभान ककसी दसय भसरभान बाई को सहामता क

शरऐ फरा यहा ह तो हय भसरभान का कतमवम ह कक उसकी सहामता कय अगय

उसकी सहामता न कय तो वो भसरभान कहरान का हदाय नह ह।

आज कपशरसतीन स र कय शसरयमा, मभन, ईया अपााघनसतान, ऩाककसतान....

.............भ भसरभान, भसरभान स रड यहा ह औय मह नह ॊ सभझ यह कक म

दशभन की चार ह, दशभन मह तो चाहता ह कक हभ आऩस ह भ रडत यह औय

वो अऩना काभ आयाभ स कयत यह।

इसराभ क दशभनो न जफ दखा कक जफ भसरभान आऩस भ रड यह ह तो

उनहोन बी इसस राब उठामा औय हधथमायो की सपराई आयमब कय द , यजसस

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उनह आधथमक राब बी हआ औय भसरभान बी कभजोय होत यह, अगय भसरभानो

की अफ बी आॉख नह खर तो बववषम भ बी कभजोय होत यहग।

इसराभ क दशभनो न इसराभ को शभटान क शरऐ अरग अरग तय को नम

नम हभर ककम उनहोन इसराभी कानन को फदरना आयमब कय ददमा यजसस

इसराभ का चहया फदरा जा सक जस कक यजहाद का अथम ह फदर डारा, इस

कामम भ कछ अनऩढ भसरभानो न उन का साथ बी ददमा यजसस उनका कामम औय

बी आसान हो गमा, ताशरफान, अरामदा औय आज क सभम भ वहाबफमत इसका

उदाहयण ह यजनहोन उनका काभ औय बी आसान कय ददमा। इन रोगो न इसराभ

का भखौटा रगा कय इसराभ को न सान ऩहॉचामा ह, आज इसराभी दिो भ कमा

कछ नह ॊ हो यहा, आज कपशरसतीन, शभसर, शसरयमा, मभन, ईया अपााघनसतान

औय ऩाककसतान इसी का शिकाय ह।

ऩहर तो मह था कक हभ कवर सनत थ कक इनहोन वहाॉ ऩय ऐसा कय ददमा,

वहाॉ ऩय ऐसा कय ददमा, इनक पतव बी फड अजीफ ाय फ होत ह, ऩयनत आज हभ

दख बी यह ह, फात पतवो की नह ॊ ह आज इन ऩय अभर बी ककमा जा यहा ह,

शसरयमा भ ऩाक सहाफा का भजाय उडा ददमा गमा

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ईया भ धाशभमक सथरो को फभ स उडामा गमा, एक भसरभान अलराहो अकफय

कह कय दसय भसरभान का शसय काट यहा ह, उसका सीना चाक कयक उसका

करजा चफा यहा ह जस कक हजय (स) क चचा हजयत हभजा का करजा चफामा

गमा था।

कमा ऐस रोग भसरभान हो सकत ह ? कबी नह ॊ, इनक कामो को दख कय हय

वमयकत दाॉतो भ उगॊर दफा रगा, म रोग इनसान नह ॊ ह।

अजीफ फात मह ह कक मह रोग अऩना ऽौपराक चहया सवमॉ दसयो को साभन

ऩि कय यह ह अऩन अभानवीम कामो क वीडडमो यकरऩ सवमॉ ह इनटयनट ऩय

डार यह ह जो की अगय कोई दसया वमयकत मह कामम कयना चाहता तो अयफो

डारय ऽचम कयक बी नह ॊ कय सकता था जो इनहोन सवमॉ कय ददमा।

िामद इनक ऐस कामो को दख कय ह इभाभ ऽभनी न कहा था कक हभ

अभरयका औय सददाभ को तो भाप कय सकत ह आर सऊद को नह ॊ, जफकक

सददाभ न ईयान ऩय हभरा ककमा था औय अभरयका न उसको हधथमाय ददम थ

औय ईयान क एक जहाज को फभ स उडा कय 250 स अधधक रोगो को भाय ददमा

था, कपय बी इनको भाप ककमा जा सकता ह तो आर सऊद को कमो नह ? वो

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इसशरऐ कक इनहोन इसराभ क ाननो को अऩन ऩयो स यौध डारा ह, हज भ

हायजमो को तर कय डारा जहाॉ ऩय एक चीॊट को भायन की बी आऻा नह ॊ ह।

ऐस कामो को जफ कोई दसया दखगा तो इसराभ स नपयत कयन रगगा मह

रोग कामम ह ऐस कय यह ह کب ہللا औय ہللا ال اھ ال कह कय भसरभान का शसय

काट यह ह, मह यकरऩ जफ कोई दसया दखगा तो इसराभ स नपयत कयगा,

भसरभानो को आतॊकवाद हा कहगा।

जफ इसराईर न दखा कक उसका नीर स पयात तक का सऩना चकनाचय हो गमा

तो उसन भसरभानो को आऩस भ रडा ददमा, वहाबफमो क दवाया शसरयमा औय

शभसर भ नाअभनी परा द , इसी स ऩता चरता ह कक वहाबफमो का शरॊक ककसस

ह, ककसन इनको ऩारा ह।

फड अपसोस क साथ कहना ऩड यहा ह कक वो रोग जो अऩन आऩ को इसराभ

का धभम परचायक कहत ह औय न जान ककतना ऩसा इसराभ क परचाय ऩय ऽचम

कयत ह वह रोग इसराभ को सफस अधधक न सान ऩहॉचा यह ह, मह रोग

ऐकशवयवाद की जगह फहईशवय वाद रोगो तक ऩहॉचा यह ह, सहाफा का अऩभान

बी मह रोग कय यह ह, शसरयमा औय शभसर भ मह रोग कमा कछ नह कय यह

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जफकक वहाॉ ऩय कछ नह कयना चादहम था, कपशरसतीन क शरऐ कछ नह ॊ ककमा

जफकक वहाॉ ऩय कछ न कछ अवशम कयना चादहम था।

इनक साभन एक एक भसरभान को खडा होना चादहऐ फात शिमो तक शसशभत

नह मह रोग सहाफा का अऩभान कय यह ह अगय इनको ना योका गमा तो कर

जो बी इनकी फात नह ॊ भानगा उसको तर कय दग, मह रोग ऩसो क शरऐ काभ

कयत ह।

रयवामतो भ ह कक जफ सपमानी आमगा तो वो शिमो को तर कयन क शरऐ

इनाभ यखगा कक जो कोई बी एक शिमा का शसय काट कय रामगा उसको इनाभ

ददमा जामगा, इसभ ऩहर तो शिमा ह भाय जामग ऩयनत फाद भ दसय रोग बी

नह फच ऩामग ऩसो क शरऐ उनका शसय काटा जामगा औय कहा मह जामगा कक

मह बी शिमा थ जो तइयमा कय यह थ, इनका फस चर तो मह रोग हजय (स)

का भजाय बी तोड डार कमोकक मह रोग हजय (स) क भजाय की यजमायत कयन

को शिकम सभझत ह, उसको चभन को शिकम सभझत ह, वहाॉ भननत भाॉगन को

शिकम सभझत ह।

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शभसर भ इनहोन हसन िहाता को िह द कय ददमा जफकक हसन िहाता एक

सचच भसरभान ह नह फयलक आऩ शभसर क अर-अजहय ववशवववददारम क फड

ववदधानो भ स थ, उन ऩय 2000 स अधधक रोगो न हभरा कयक िह द कय

ददमा, आऩक िव का बी अऩभान ककमा गमा उसको यससी भ फाॉध कय गशरमो भ

खीॊचा गमा, इसको दख कय कयफरा माद आ जाती ह, कयफरा भ बी मह कछ

हआ था वहाॉ ऩय बी रािो का अऩभान ककमा गमा था वहाॉ ऩय एक नह फयलक

72 िव थ यजनका अऩभान ककमा गमा था।

शसरयमा भ " हरफ " िहय क उततय उऩनगय भ शिमा आफाद वार दो गाॊव

"नफर" औय " अर-जहया " ऩय इनहोन हभरा कयक घय शरमा ह, नफर औय

अर-जहया रगबग 10 भह नो स आतॊकवाददमो क घय भ ह औय इस घय क चार

यहन स वहाॉ क नागरयको क शरऐ इस तर भ जीवन वमतीत कयना कदठन हो

गमा ह कमोकक इन दोनो गावो भ दवा औय खादद साभगरी का नाभोघनिान तक

नह ह, वहाॉ क रोग खान औय ऩानी क शरऐ तयस यह ह, मह भानव तरासद नह

तो औय कमा ह।

मह रोग एक फचच क हाथ भ तरवाय दकय कहत ह कक इसका शसय काट द,

मह फचचा आग चर कय एक करय वमयकत क शसवा ।।कमा फन सकता ह

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एक 3 मा 4 वषम क फचच क साभन उसक भाता वऩता को भाय दत ह उस फचच

का कमा होगा

मह रोग ना फचचो ऩय यहभ खात ह ना फडो ऩय, ना औयतो ऩय यहभ खात ह

ना ककसी औय ऩय, इनहोन एक 3 वषम क फचच को पाॉसी ऩय चढा ददमा ,एक फचच

को दजजार कह कय भाय डारा, मह रोग शसरयमा भ हजय (स) की नवासी हजयत

जनफ (स) क भजाय को उडान की धभकी द चक ह।

इन सफ चीजो को दखत हए हय वमयकत इनस नपयत कयन रगा ह, इनहोन

यजहाद घनकाह क नाभ ऩय सतरीमो का िोषण ककमा औय अबी तक हो बी यहा ह,

इनहोन यजहाद घनकाह क नाभ ऩय ववशव क साय आवाया सतरी ऩरष शसरयमा भ

जभा कय ददम ह।

मह कायण ह कक टमनीशिमा की कछ सतरीमो न जफ इनक इन कयततो को

दखा कक मह रोग ककस परकाय सतरीमो का िोषण कय यह ह तो उनहोन सतरीमो की

एक पोसम फनाई जो नॊगी यहती ह जो हय परकाय स इसराभ धभम का अऩभान कयती

ह??????

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उनक इस कायप का उततरदायी कौन होगा

शसरयमा भ पौज क हाथो ऩकडा गमा एक आतॊकी कहता ह कक हभ एक शिमा

का शसय काटन क शरऐ 700 डारय ददम जात थ।

इन सफ फातो को दखत हऐ हय भसरभान का कतमवम ह कक वो इनक ववरध

आवाज उठाम

आतॊकवाददमो क ववरध

उरट सीध पतव दन वार भपघतमो क ववरध

जो इन आतॊकवाददमो की सहामता कय यह ह उनक ववरध

अनत भ हभ इभाभ जभाना क जहय क शरऐ अलराह स दआ औय पराथमना कयत

ह कक आऩका जहय िीघर हो जाऐ यजसस सबी रोग चन की साॉस र सक ।

वहाबियत और मकिरो का तनमापण

ऩामफयो, ईशवय म दतो औय भहान हयसतमो की िो ऩय भजाय एवॊ भयसजद का

घनभामण वह कामम ह यजसक फाय भ वहाफी कहत ह कक मह चीज धभम भ नह ॊ ह

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औय इसक सॊफॊध भ व अकायण ह सॊवदनिीरता ददखात ह। मह फात सफस ऩहर

वहाबफमत की फघनमाद यखन वार इबन तययभमा औय उसक ऩशचात उसक शिषम

इबन यमभ जौजी न कह । उनहोन िो क ऊऩय इभायत घनभामण कयन को हयाभ

औय उसक धवसत कयन को अघनवामम होन का पतवा ददमा। इबन यमभ अऩनी

ककताफ "“जादर भाअद पी हदा ऽरयर एफाद"” भ शरखता ह िो क ऊऩय यजस

इभायत का घनभामण ककमा गमा ह उसका धवसत कयना अघनवामम ह औय इस कामम

भ एक ददन बी ववरॊफ नह ॊ ककमा जाना चादहम। इस आधाय ऩय भोहमभद इबन

अबदर वहहाफ दवाया भरषठ वहाफी ऩॊथ की फघनमाद यख जान औय सऊद ऩरयवाय

दवाया उसक सभथमन क फाद ऩववतर सथरो व सथानो ऩय बाय ऩभान ऩय आकरभण

ककम गम औय वहाबफमो न भहतवऩणम इसराभी सथरो को धवसत कयना आयॊब कय

ददमा। वषम १३४४ दहजय भय अथामत १९२६ भ वहाबफमो दवाया ऩामफय इसराभ क

ऩववतर ऩरयजनो औय साधथमो की िो क ऊऩय फन भजायो को धवसत ककम जान

को सफस अधधक दससाहसी कामम सभझा जाता ह जफकक वहाफी औय उनक

ववदवान आज तक अऩन इस अभानवीम कतम का कोई ताककम क व धाशभमक कायण

ऩि नह ॊ कय सक ह।

इसराभ धभम की घनिाघनमो की सया औय उनका समभान भहान ईशवय की

शसपारयि ह। ऩववतर यआन क सयम हज की ३२वीॊ आमत भ भहान ईशवय न

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ईशवय म धचनहो की सया क शरए भसरभानो का आहवान ककमा ह। इस सॊफॊध भ

भहान ईशवय कहता ह” जो बी ईशवय की घनिाघनमो व धचनहो को भहतव द तो

मह कामम ददरो भ ईशवय म बम होन का सचक ह” यजस तयह स सपा, भयवा,

भिअय, शभना औय हज क सभसत सॊसकायो को ईशवय म घनिाघनमाॊ फतामा गमा ह

उसी तयह ऩामफयो औय भहान हयसतमो की िो का समभान बी ईशवय म धभम

इसराभ क आदिो का ऩारन ह औय मह कामम भहान ईशवय स साशभपम परापत

कयन क ऩरयपरकषम भ ह। कमोकक ऩामफय इसराभ औय दसय ऩामफय व ईशवय म

दत जभीन ऩय भहान व सवमसभथम ईशववय की सफस फडी घनिानी थ औय इन

भहान हयसतमो क परघत आदयबाव एवॊ उनकी परघतषठा का एक तय ा उनकी िो

की सया ह। दसय ओय ऩामफयो औय भहान हयसतमो की िो की सया एवॊ

उसका समभान, इसराभ धभम क परघत भसरभानो क परभ, रगाव औय इसी तयह

इन भहान हयसतमो दवाया उठाम गम कषटो क परघत आबाय वमकत कयन का सचक

ह। ऩववतर यआन न बी इस कामम को अचछा फतामा ह औय सभसत भसरभानो

को आदि ददमा ह कक व न कवर ऩामफय इसराभ फयलक उनक ऩववतर ऩरयजनो स

बी परभ कय। ऩववतर यआन क सयम िया भ भहान ईशवय कहता ह"” ह ऩामफय

कह दो कक भन जो ईशवय म आदि तभ रोगो तक ऩहॊचामा ह उसक फदर भ भ

अऩन घनकट सॊफॊधधमो स परभ कयन क अघतरयकत कछ नह ॊ चाहता”"

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अफ महाॊ ऩय ऩछा जाना चादहम कक कमा ऩामफय इसराभ क ऩववतर ऩरयजनो की

यचनाओॊ, उनक जीवन सथरो औय उनकी िो की सया उनक परघत समभान नह ॊ

ह?

महाॊ मह जानना योचक होगा कक ऩववतर यआन भ बी न कवर इन घनिाघनमो

की सया की शसपारयि की गमी ह फयलक ऩववतर यआन न िो क ऊऩय इभायतो

क घनभामण को वध बी फतामा ह। इस फात को "असहाफ कहफ" की एघतहाशसक

घटना भ बी दखा जा सकता ह। जफ असहाफ कहप तीन सौ वषो क फाद नीॊद स

जाग औय उसक कछ सभम क ऩशचात व भय गम तो दसय रोग आऩस भ फात

कय यह थ कक उनकी ि क ऊऩय इभायत का घनभामण ककमा जाम मा नह ॊ। उनभ

स कछ रोगो न कहा कक इन रोगो क समभान क शरए उनकी किो क ऊऩय

इभायत का घनभामण कयना आवशमक ह जफकक कछ दसय कह यह थ कक उनकी

िो ऩय भयसजद का घनभामण ककमा जाना चादहम ताकक उनकी माद फाी यह। इस

ववषम का वणमन ऩववतर यआन क सयम कहप की २१वीॊ आमत भ बी आमा ह जो

इस फात का सचक ह कक िहभाॊड क यचघमता को बर रोगो की िो क ऊऩय

इभायत क घनभामण स कोई ववयोध नह ॊ ह कमोकक मदद मह ववषम सह नह ॊ होता

तो घनयशचत रऩ स इसका वणमन ऩववतर कयआन भ होता। जसाकक भहान ईशवय न

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ईसाईमो औय महददमो सदहत वऩछर कछ जाघतमो क वमवहाय को नकाया औय उस

सह नह ॊ फतामा ह।

उदाहयण सवरऩ भहान ईशवय ऩववतर कयआन क सयम हद द की २७वीॊ आमत भ

कहता” ह" यजस सनमास को ईसाईमो न उतऩनन ककमा था हभन उस अघनवामम

नह ॊ ककमा था मदद अघनवामम ककमा था तो कवर ईशवय की परसननता क शरए ऩयॊत

उनहोन उसका वसा घनवामह नह ॊ ककमा जसा घनवामह कयना चादहम था" मदद ईशवय

भहान हयसतमो एवॊ अऩन दतो की िो ऩय इभायत मा भयसजद फनाम जान का

ववयोधी होता तो घनयशचत रऩ स वह इस ववषम का इॊकाय ऩववतर यआन भ कयता

औय इस अवपरम कामम घोवषत कयता।

अचछ व बर रोगो की िो ऩय इभायत मा भजाय का घनभामण पराचीन सभम स

भसरभानो स भधम परचशरत यहा ह औय उसक धचनहो को सभसत इसराभी तरो भ

दखा जा सकता ह। िीमा भसरभानो न ऩामफय इसराभ क ऩववतर ऩरयजनो की

िो ऩय यौजो एवॊ जय ह अथामत वविष परकाय की जार का घनभामण ककमा। सननी

भसरभानो न बी िह दो औय अऩनी समभानीम हयसतमो की िो ऩय गॊमफद का

घनभामण कयवामा तथा उनक दिमन क शरए जात ह। सीरयमा क दशभशक नगय भ

जनाफ जनफ सराभलराह का ऩववतर यौजा, शभसर भ वह यौजा जहाॊ हजयत इभाभ

हसन अरदहससराभ क ऩावन शसय को दफन ककमा गमा ह, इयाक क फादाद नगय

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भ अफ हनीपा औय अबदर ाददय गीरानी का भजाय, सभयकनद भ सननी

भसरभानो की परशसदध ऩसतक” सह फखाय क रखक भोहमभद बफन इसभाईर

का भजाय औय भहान हयसतमो की सभाधधमो क ऊऩय फहत साय भयसजद व

इभायत इसक कछ नभन ह। भहान हयसतमो औय धाशभमक ववदवानो की सभाधधमो

क ऩास ऩववतर सथरो एवॊ भयसजदोका घनभामण इसराभी भलमो की सया एवॊ उनक

परघत भसरभानो क कदटफदध यहन का सचक ह। भसरभान/ वविषकय ऩामफय

इसराभ, ईशवय म दतो औय भहान हयसतमो की िो क दिमन को भहान ईशवय स

साशभपम परापत कयन का एक भागम सभझत ह औय इस ददिा भ व परमास कयत ह।

इस भधम ऩथभरषठ औय रदढवाद ववचाय यखन वारा कवर वहाफी ऩॊथ ह जो दसय

सभसत भसरभानो स ववयोध औय इसराभी तरो भ ऩववतर सथरो व सथानो को

धवसत कयन का परमास कयता ह। ऩामफय इसराभ क सऩतर हजयत इिाह भ की

ि औय उस भयसजद को धवसत कय दना, यजस ऩामफय इसराभ क चाचा हजयत

हभजा की ि ऩय फनामा गमा ह, व कामम ह जो भहान हयसतमो की िो ऩय

फनाई गमी इभायतो क परघत वहाबफमो की उऩा औय उनक अऩभान व दससाहस

क सचक ह। वहाबफमा न अऩन इन कामो स कयोडो भसरभानो की आसथाओॊ को

आघात ऩहॊचामा ह औय अऩन घरणत कामो क औधचतम भ कभजोय यवामतो व

कथनो का सहाया रत औय उनकी ओय सॊकत ह। भोहमभद बफन अबदर वहहाफ क

अनमाईमो न न कवर इन ऩववतर सथरो को धवसत ककमा ह फयलक इसस बी

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आग फढकय कहा ह कक जो रोग भहान हयसतमो की िो की यजमायत कयत ह

औय उनकी िो ऩय इभायत का घनभामण कयत ह व काकपय व अनकशवयवाद ह।

अरफतता इस ऩथभरषठ समपरदाम स, यजसक ऩास कोई तकम समभत परभाण नह ॊ ह,

इस परकाय क कामम व ववशवास अऩा स ऩय नह ॊ ह। इस ऩथभरषठ समपरदाम क

ववशवासो का फहत सतह होना, रदढवाद औय ऩऩात इसकी सऩषट वविषताओॊ भ

स ह औय इस ऩथभरषठ समपरदाम क ववचायो भ फदधध, सोच ववचाय औय तकम का

कोई सथान नह ॊ ह।

भसरभानो क शरए ऩामफयो, ईशवय म दतो औय भहान हयसतमो की िो की

सया न कवर समभानीम ह फयलक भसरभानो क शरए उन घयो व सथानो की

सया औय उनका समभान वविष भहतव यखता ह यजसभ ऩामफय इसराभ औय

दसय भहान हयसतमाॊ यह ह। भहान ईशवय न बी ऩववतर यआन भ सफका आहवान

ककमा ह कक उन सथानो की सया की जाम यजसभ उसका गणगान ककमा गमा हो

औय भसरभान इन सथानो का समभान कय। तो भयसजदो औय ऩामफयो क घयो

की बाॊघत ऩामफय इसराभ, हजयत अर अरदहससराभ, हजयत पातभा जहया

सराभलराह अरहा औय उनक घनकट सॊफॊधधमो क भकान बी परघतयषठत ह कमोकक

म व घय ह जहाॊ ईशवय क बर फॊदो की उऩासना एवॊ दआ की आधमायतभक एवॊ

भधय धवघन गॊजी थी औय म व सथान ह जहाॊ परयशत आवा-जाह कयत थ। दसय

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ओय इन भलमवान धयोहयो की या स धभम इसराभ की वविदधता भ वदधध होती

ह। मदद इन इभायतो औय मादगाय चीजो की अचछी तयह दखबाव व सया की

जाम तो भसरभान खर भन फड गवम स ववशव वाशसमो स कह सकत ह कक

ऩामफय इसराभ न भनषमो क भागमदिमन क शरए अनधगनत कदठनाइमाॊ उठाई ह।

उनहोन इसी साधायण औय छोट स घय भ जीवन बफतामा ह, मह घय उनकी

उऩासना एवॊ दआ का सथर ह ऩयॊत फड खद व द ख क साथ कहना ऩडता ह कक

इन भलमवान अविषो व धयोहयो को वहाबफमो न धवसत कयक उनकी परघतषठा को

फफामद कय ददमा। मह ऐसी यसथघत भ ह कक इस ऩथभरषठ समपरदाम क अयसततव भ

आन स ऩहर भसरभानो न ऩामफय इसराभ औय दसय ईशवय म दतो व भहान

हयसतमो की मादो की सया क शरए फहत परमास ककमा व कषट कषट ककमा था।

उदाहयण सवरऩ ऩामफय इसराभ की जीवनी स सॊफॊधधत ऩसतक क अघतरयकत

अॊगठी, जता, दातन, तरवाय औय कवच जसी ऩामफय इसराभ की वमयकतगत

वसतओॊ महाॊ तक कक उस कएॊ को बी सयकषत यखा गमा था यजसभ स ऩामफय

इसराभ न ऩानी वऩमा था ऩयॊत खद की फात ह कक इनभ स कछ ह चीज फाी

ह। वहाबफमो दवाया इसराभी इघतहास की भहतवऩणम चीजो को नषट कयना वासतव

भ ऩयाततव अविषो को शभटाना ह जफकक सभसत याषर औय धभम ववशबनन व

पराचीन भलमो को सयकषत यख हए ह औय उस व अऩनी पराचीन सॊसकघत का बाग

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फतात ह। वहाफी, सोच बफना औय कवर अऩनी भराॊघतमो क आधाय ऩय भलमवान

इसराभी भलमो व धयोहयो को नषट कय यह ह। मह ऐसी यसथघत भ ह जफ

अॊतयामषर म ाननो क आधाय ऩय इस परकाय की भलमवान इभायतो को मदध की

यसथघत भ बी नषट कयना वध व सह नह ॊ ह। महाॊ योचक बफनद मह ह कक जहाॊ

भरषठ वहाफी सॊपरदाम न ऩामफय इसराभ, उनक घनकट सॊफॊधधमो, साधथमो तथा

दसय भलमवान वसतओॊ को नषट कय ददमा ह वह ॊ मह धभमभरषठ सॊपरदाम इसराभ

औय भसरभानो क ितरओॊ क ऽफय नाभ क दगम को ऩववतर नगय भद ना क ऩास

मह कह कय या कय यहा ह कक मह एक एघतहाशसक धयोहय ह।

वहाबियत और लिफाअत

इसराभ धभम भ शिफाअत ईशवय की ओय स भनषमो ऩय एक ववबती फतामी गमी

ह। यजन रोगो न उऩासना क फॊधन को नह ॊ तोडा ह औय अनकशवयवाद का शिकाय

नह ॊ हए ह, ईशवय क घनकटवती फॊदो की शिफाअत उनक शरए आिा की ककयण ह

जो घनयािा को उनक ददरो स दय कयती ह औय ईशवय म दमा की ओय उनक ददरो

को पररयत व उतसादहत कयती ह ककनत शिफाअत क ववषम भ ववददत रऩ स

इसराभ की ओढनी ओढ कछ सॊपरदामो की भराॊघतमाॊ वह ववषम ह यजसकी सभीा

कयना अघतआवशमक ह।

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वऩछर काममकरभ भ शिफाअत क ववषम को नकायन क सॊफॊध भ वहाबफमो की

ओय स परसतत ककए गम कछ तको को ऩि ककमा औय सननी सभदाम की भानमता

परापत ऩसतको स परभाण औय यआनी तको को ऩि कयक इन भराॊघतमो का ठोस

उततय ददमा। इस काममकरभ भ बी हभ आऩको मह फताएॊग कक ककन तको क कायण

वहाफी शिफाअत क ववषम का ववयोध कयत ह औय उसका तकम सॊगत उततय आऩक

साभन ऩि कयग। कऩमा हभाय साथ यदहए।

वहाबफमो का मह भानना ह कक ऩववतर यआन क सऩषट आदिानसाय दआ क

सभम ईशवय क अघतरयकत ककसी औय स दआ नह ॊ कयनी चादहए औय ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय स शिफाअत की भाॊग कयना वासतव भ ईशवय क अरावा

ककसी औय स अऩनी भाॊग भाॊगना ह। वहाफी अऩनी इस फात क शरए सयए यजनन

की आमत सॊखमा 18 की ओय सॊकत कयत ह यजसभ आमा ह कक ईशवय क

अघतरयकत ककसी औय स न भाॊगो। इसी परकाय सयए ााकफय की आमत सॊखमा 60

भ आमा ह कक भझस दआ कयो भ सवीकाय करॊ गा।

सयए यजनन की अटठायहवीॊ आमत भ ऩववतर यआन भसरभानो स भाॊग कयता

ह कक ईशवय क अघतरयकत ककसी औय स न भाॊगो, इस परकाय स उसन ईशवय क

अघतरयकत ककसी अनम की उऩासना क ववषम को परसतत ककमा ह कमोकक ईशवय क

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अघतरयकत ककसी औय की उऩासना औय उसक शरए सजदा औय रकअ कयना,

अनकशवयवाद ह औय इस कामम को अॊजाभ दन वारा अनकशवयवाद होगा ककनत

महाॊ ऩय मह फात सऩषट कय दना आवशमक ह कक ईशवय क घनकटवती फॊदो स

शिफाअत की इचछा, उनकी उऩासना क अथम भ नह ॊ ह फयलक जो बी शिफाअत की

इचछा यखता ह उस मह ऩणम रऩ स ऻात होता ह कक कवर ईशवय की अनभघत स

ह शिफाअत सॊबव ह। इस परकाय क रोग ईशवय क घनकटवती रोगो औय सचच,

घनषठावान औय भोशभन फॊदो को भधमसथ फनात ह ताकक व ईशवय क घनकट उसक

शरए दआ कय कमोकक ईशवय अऩन ऩामफयो औय घनकटवती फॊदो की दआओॊ को

कबी बी यदद नह ॊ कयता।

मदद कोई वमयकत ईशवय म दतो स मह चाह कक व उसक शरए दआ कय ताकक

ईशवय उसक ऩाऩो को भा कय द मा उसक भन की इचछा को ऩया कय द तो

उसन कबी बी ईशवय म दतो को ईशवय क सभान नह ॊ सभझा फयलक कवर उसन

उनह भधमसथ फनामा ह। इसराभ धभम क परशसदध ववदवान औय ऩववतर यआन क

वमाखमाकाय अलराभा तफातफाई इस आसथा क सॊफॊध भ कहत ह कक इभाभ स

अऩनी भाॊगो का भाॊगना उसी सभम अनकशवयवाद सभझा जाएगा जफ दआ भाॊगन

वारा इभाभ को ईशवय की बाॊघत परबावी औय अऩाय ियकत का सवाभी सभझ ककनत

उस मह ऻात ह कक सभसत चीज ईशवय क हाथ भ ह औय कवर वह परबावी ह,

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इभाभ को कवर भधमसथा मा भाधमभ सभझता ह, तो इसभ अनकशवयवाद की

कोई फात ह नह ॊ ह।

अबदर वहहाफ की ओय स इसराभ क नाभ ऩय परामी गमीॊ भरषट आसथाएॊ,

इसराभ धभम की भानमता परापत हद सो, कथनो औय शिाओॊ स फहत ह सयरता

स अऩभाघनत औय खॊडडत हो जाती ह। वासतववकता मह ह कक भहमभद इबन

अबदर वहहाफ औय इसी परकाय इबन तशभमा उऩासना की गहयाई को सभझ ह नह ॊ

सक ह। उनहोन मह सभझा मा मह ददखान का परमास ककमा कक ईशवय क सचच

औय शिषटाचाय फॊदो स शिफाअत की भाॊग कयना, उनकी उऩासना क अथम भ ह।

उनह ऻात ह नह ॊ ह कक भर उऩासना, ईशवय क सभ ऩणम रऩ स ववनमर औय

नतभसतक होना ह औय िार न व मोगम रोगो क समभान औय उनस ववनमरबाव

स दआ कयन की गणना उऩासना भ नह ॊ होती। वविषकय मदद मह रोग ईशवय म

दत औय ऩामफय इसराभ क ऩववतर ऩरयजन हो, जो सवमॊ ईशवय की उऩासना औय

आऻाऩारन क आदिम ह।

वहाबफमो न शिफाअत की यदद भ जो तकम परसतत ककए ह उनभ स एक मह ह

कक उनका भानना ह कक शिफाअत का अधधकाय कवर ईशवय को ह औय उसक

अघतरयकत ककसी को बी इस परकाय का अधधकाय परापत नह ॊ ह। उनहोन अऩन दाव

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की ऩयषट क शरए ऩववतर यआन क सयए जभय की आमत सॊखमा 43 औय 44 को

ऩि ककमा यजसभ आमा ह कक कमा उन रोगो न ईशवय को छोडकय शसफारयि

कयन वार चन शरए ह तो आऩ उनस कह द यजए कक ऐसा कमो ह, चाह इन रोगो

क फस भ कछ न बी हो औय ककसी परकाय की फदधध न यखत हो? आऩ कह

द यजए कक शिफाअत का ऩया अधधकाय अलराह क हाथो भ ह, उसी क ऩास धयती

औय आकाि का साया परबतव ह औय इस क फाद तभ बी उसी की ओय ऩरटाए

जाओग।

इस आमत का मह तातऩमम नह ॊ ह कक आऩ कह कक कवर औय कवर ईशवय ह

शिफाअत कयता ह औय ककसी को शिफाअत कयन का अधधकाय नह ॊ ह कमोकक इस

फात भ कोई सॊदह नह ॊ ह कक सदधाॊघतक रऩ स ईशवय कबी बी ककसी की ककसी

क घनकट शसफारयि नह ॊ कयता, ईशवय इन सफ चीजो स भहान औय फडा ह। फदधध

बी इस ववषम को सवीकाय नह ॊ कयती कक हभ मह कह कक ईशवय अभक वमयकत

का भधमसथ फना कक उसक ऩाऩ भा कय ददए गम कमोकक इसक तयॊत फाद भन

भ मह परशन उठता ह कक ईशवय ककसक घनकट भधमसथ फना? इस आमत भ चचाम

का बफनद मह ह कक ईशवय सवाभी औय शिफारयि सवीकाय कयन वारा ह औय वह

यजसभ बी मोगमता औय िार नता दखता ह उस इस फात की अनभघत दता ह कक

अभक वमयकत की शसफारयि कय। इस यसथघत भ इस आमत का वहाबफमो क दावो

स दय दय का बी सॊफॊध नह ॊ ह कमोकक इस आमत भ उन रोगो औय उन वसतओॊ

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क फाय भ फात हो यह ह यजनभ फदधध मा सोचन की ियकत नह ॊ ह जफकक

ईशवय म दत औय ईशवय क घनकटवती फॊद इस दयषट स सवमशरषठ ह।

ऩामफय इसराभ (स) क कार स अफ तक भसरभान कवर ईशवय को ह

शिफाअत का सवाभी औय उस सवीकाय कयन वारा सभझत थ न उनक

उतयाधधकारयमो औय उनक घनकटवती साधथमो को। भसरभानो का मह भानना था

कक शिफाअत वह कय सकता ह यजस ईशवय न अनभघत द हो औय ऩववतर यआन

की आमतो औय हद सो भ बी मह शभरता ह कक ईशवय न ऩामफय को शिफाअत

कयन की अनभघत द ह। इस परकाय स ऩामफय इसराभ (स) स शिफाअत की

अनभघत ऩान वार क रऩ भ शिफाअत की गहाय रगात ह।

घतयभीजी औय फऽाय जस सननी सभदाम क ददगगज धभमगरओॊ न अऩनी

हद सो की ककताफो भ कबी बी शिफाअत को अनकशवयवाद नह ॊ कहा। सोनन

घतयभीजी सननी भसरभानो क घनकट हद स की एक भानमता परापत औय सननी

सभदाम क सरोत सहाम शसतता भ िाशभर एक ऩसतक ह यजसको भहमभद घतयभीजी

न शरखा था। भहमभद घतयभीजी इस ऩसतक भ शिफाअत क फाय भ अनस बफन

भाशरक क हवार स शरखत ह कक भन ऩामफय इसराभ (स) स कहा कक पररम क

ददन भय शिफाअत कय, उनहोन सवीकाय कय शरमा औय कहा कक भ मह काभ

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करॊ गा। भन ऩामफय इसराभ स कहा कक भ आऩको कहाॊ ढॊढगा? तो उनहोन कहा

कक सयात क ऩर क ऩास।

अनस न ऩय ववशवास क साथ ऩामफय इसराभ स अऩनी शिफाअत कयन को

कहा औय ऩामफय इसराभ न बी उनह इसका वचन ददमा। मदद अनस को मह

ऻात होता कक शिफाअत अनकशवयवाद ह तो वह कबी बी ऩामफय इसराभ स

शिफाअत क शरए न कहत औय ऩामफय इसराभ कबी बी उनको शिफाअत का

वचन न दत।

ऩामफय इसराभ क अनम साथी यजनहोन उनस शिफाअत की इचछा परकट की

सवाद बफना आयजफ ह। उनहोन ऩामफय इसराभ की परिॊसा भ िय कह औय िय भ

ह उनहोन ऩामफय इसराभ स शिफाअत की भाॊग की। उनक िय का अनवाद ह ह

ऩामफय पररम क ददन भय शिफाअत कयन वार फन, यजस ददन ककसी अनम की

शिफाअत खजय की गठर क चीय की भातरा भ बी सवाद बफन आयजफ क काभ

नह ॊ आएगी।

सरफी भत क वचारयक गर इस परकाय की हद सो की ओय सॊकत नह ॊ कयत

औय उसकी वमाखमा नह ॊ कयत जस सयए घनसा की 64वीॊ आमत, यजसभ शिफाअत

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क ववषम को सऩषट िबदो भ ऩि ककमा गमा ह। इस आमत भ हभ ऩढत ह कक

औय हभन ककसी ऩामफय को बी नह ॊ बजा ककनत कवर इसशरए कक ईशवय म

आदि स उसका अनसयण ककमा जाए औय काि जफ उन रोगो न अऩनी आतभा

ऩय अतमाचाय ककमा था तो आऩ उनक ऩास आत औय सवमॊ बी अऩन ऩाऩो क

शरए भा कयत औय ऩामफय बी उनक शरए ऩाऩो की भा कयत तो मह ईशवय

को फडा ह तौफा सवीकाय कयन वारा औय दमार ऩात।

इस आमत भ ईशवय सऩषट िबदो भ फॊदो क ऩाऩो को भा कयन क शरए अऩन

ऩामफय को भाधमभ व भधमसथ फताता ह। सननी सभदाम क फड धभमगर

फरदद न याजी अऩनी ऩसतक तफसीय कशिाफ भ इस सॊफॊध भ शरखत ह कक

ऩामफय इसराभ न उनक शरए भा माचना की। इसका उददशम ऩामफय इसराभ

क सथान को शरषठ कयना ह। मह इस अथम भ ह कक व रोग उस वमयकत क ऩास

आए जो शरषठ सथान ऩय असीन औय ईशवय का दत ह। अनदख सॊसाय की

वासतववकता उस ऩय ईशवय म आदि वदह दवाया उतयती ह औय ईशवय क फॊदो क

फीच ईशवय का परघतघनधध ह कमोकक वह उस शरषठ सथान का सवाभी ह यजसभ

उनकी शिफाअत यदद नह ॊ होगी।

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जफकक ईशवय न सवमॊ ह सऩषट रऩ स मह अधधकाय अऩन ऩामफय को ददमा ह

कपय वहाफी कमो इस यदद कयत ह? महाॊ ऩय उधचत ह कक इफन तशभमा की वह

फात बी सना जाए यजसभ वह कहता ह कक ईशवय न अऩन घनकटवती फॊदो को

शिफाअत का अधधकाय ददमा ह ककनत हभ इसकी भाॊग स योका ह। मह औधचतम

इस फात का सचक ह कक शिफाअत क ववषम भ सरफी फॊद गर भ ऩहॊच गम ह

कमोकक ईशवय न सयए घनसा की 64वीॊ आमत भ अऩन फॊदो स कहा ह कक वह

ऩामफय स शिफाअत की भाॊग कय। इस फात क अघतरयकत कमा मह सॊबव ह कक

ईशवय ककसी को ककसी वसत का अधधकाय द औय उसक परमोग स उस योक द? इस

फात भ ह सऩषट रऩ स ववयोधाबास ह? मदद ईशवय न मह अधधकाय अऩन

घनकटवती फॊदो को ददमा ह तो मह इस अथम भ ह कक दसय इस अधधकाय स

राबायनवत हो, न मह कक इसकी भाॊग ह न कय। महाॊ ऩय एक कहन को ददर

चाह यहा ह कक सरकफमो की हय फातो व तको भ सदव फहत अधधक ववयोधाबास

ऩामा जाता ह जो इस फात की घनिानी ह कक इस ऩथभरषट सॊपरदाम का तकम फहत

ह कभजोय ह।

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वहाबियत या जगऱीरन

दहॊसा औय घनदममता भ परशसदध सऊद इबन अबदर अजीज न भकक ऩय बजा

कयन क दौयान सननी सभदाम क फहत स ववदवानो को अकायण ह भाय डारा

औय भकक क फहत स परशसदध व परघतयषठत रोगो को बफना ककसी आयोऩ क पाॊसी

ऩय चढा ददमा। परतमक भसरभान को, जो अऩनी धाशभमक आसथाओॊ ऩय डटा यहता

ह, ववशबनन परकाय की मातनाओॊ दवाया डयामा जाता ह औय नगय-नगय औय गाॊव-

गाॊव भ ऩकाय रगान वार बज जात थ औय व दढढोया ऩीट ऩीट कय रोगो स

कहत थ कक ह रोगो सऊद क धभम भ परववषट हो जाओ औय उसकी वमाऩक

छतरछामा भ ियण परापत कयो।

उसभानी िासन क नौसना परशिण कनदर क एक उचच अधधकाय अयमफ सफय

शरखत ह कक अबदर अजीज इबन सऊद न वहाफी फीरो क सयदायो की

उऩयसथघत भ अऩन ऩहर बाषण भ कहा कक हभ सबी नगयो औय सभसत

आफाददमो ऩय बजा कयना चादहए।

अऩनी आसथाओॊ औय आदिो को उनह शसखाना चादहए। हभ अऩनी इचछाओॊ

को वमवहारयक कयन क शरए सननी सभदाम क उन धभमगरओॊ का जभीन स

सपामा कयन ऩय वववि ह जो सननत नफवी औय िय अत भहमभद अथामत

ऩामफय इसराभ क चरयतर तथा भत का अनसयण कयन का दावा कयत ह,

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वविषकय परशसदध व जान भान धभमगरओॊ को तो बफलकर नह ॊ छोडग कमोकक जफ

तक व जीववत ह, हभाय अनमामी परसनन नह ॊ हो ऩाएॊग। इस परकाय स सफस ऩहर

उन रोगो का सपामा कयना चादहए जो सवमॊ को धभमगर क रऩ भ परसतत कयत

ह।

सऊद इबन अबदर अजीज, भकक का अघतगरहण कयन क फाद अयफ उऩभहादवीऩ

क दसय भहततवऩणम नगयो ऩय बज क परमास भ यहा औय इस फाय उसन जददह

ऩय आकरभण ककमा।

इबन फिय जो सवमॊ वहाफी ह, ताय ऽ नजद नाभक ऩसतक भ शरखता ह कक

सऊद, फीस ददनो स अधधक सभम तक भकक भ यहा औय उसक फाद वह जददह

ऩय बज क शरए भकक स घनकरा। उसन जददह का ऩरयवषटन ककमा ककनत

जददह क िासक न फहत स वहाबफमो को तोऩ स उडा ददमा औय उनह बागन ऩय

वववि कय ददमा। इस ऩयाजम क फाद वहाफी भकक नह ॊ रौट फयलक व अऩनी

भखम धयती अथामत नजद चर गम कमोकक उनहोन सना था कक ईयान की सना न

नजद ऩय आकरभण कय ददमा ह। मह यसथघत भकक को वहाबफमो क हाथो स छडान

का सनहया अवसय थी। भकक क िासक िय फ ााशरफ न, जो वहाबफमो क

आकरभण क फाद जददह बाग गमा था, जददह क िासक क सहमोग स बाय

सॊखमा भ सघनको को भकक बजा। मह सघनक तोऩ औय गोरो स रस थ औय

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वहाबफमो की छोट सी सना को ऩयायजत कयन औय भकक ऩय ववजम परापत कयन

भ सपर यह।

इसक फावजद सॊसाय क भसरभानो क सफस ऩववतर सथान भकक ऩय बज क

शरए वहाबफमो न मथावत परमास जाय यख।

वषम 1804 भ सऊद क आदिानसाय जो वहाबफमो का सफस ियकतिार िासक

सभझा जाता ह, ऩववतर नगय भकक का ऩन ऩरयवषटन कय शरमा गमा। उसन

भककवाशसमो ऩय फहत अतमाचाय ककमा महाॊ तक कक फहत स भककावासी बख औय

अकार क कायण कार क गार भ सभा गम।

सऊद क आदिानसाय, भकक क सभसत भागो को फॊद कय ददमा गमा औय

यजतन बी रोगो न भकक भ ियण र यखी थी, सफकी हतमा कय द गमी।

इघतहास भ आमा ह कक भकक भ फहत स फचच भाय गम औय भकक की गशरमो

भ उनक िव कई ददनो तक ऩड यह।

भकक क िासक िय फ ााशरफ न यजसक ऩास वहाबफमो स सॊधध कयन क

अघतरयकत कोई अनम भागम नह ॊ था, वषम 1805 भ वहाबफमो स सॊधध कय र ।

इघतहासकायो न इस सॊदबम भ शरखा कक भकक क िासक न बम क भाय वहाबफमो

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क आदिो का ऩारन ककमा। भकक ऩय उनक वचमसव क सभम वह उनक साथ

फहत ह अचछा वमवहाय कयता यहा औय उसन वहाफी धभमगरओॊ को फहत ह

भलमवान उऩहाय ददए ताकक अऩनी औय भककवाशसमो की जान की या कय।

वहाबफमो दवाया भकक क ऩन अघतगरहण क फाद उनहोन चाय वषो तक इयाी

तीथममाबतरमो क शरए, वतमभान सीरयमा अथामत िाभवाशसमो क शरए तीन वषो तक

औय शभसर वाशसमो क शरए दो वषो तक क शरए हज क आधमायतभक व भानवीम

सॊसकायो ऩय योक रगा द ।

भकक ऩय अघतगरहण क फाद सऊद न ऩववतर नगय भद न ऩय बजा कयन क

फाय भ सोचा औय इस ऩववतर नगय का बी ऩरयवषटन कय शरमा ककनत वहाबफमो की

भरषट आसथाओॊ व दहॊसाओॊ स अवगत, भद नावाशसमो न उनक भ ाफर भ कडा

परघतयोध ककमा। अॊतत वषम 1806 भ ऩववतर नगय ऩय बजा कय शरमा। वहाबफमो

न ऩामफय इसराभ सरलराहो अरह व आरह वसलरभ क यौज भ भौजद सभसत

भलमवान चीजो को रट शरमा ककनत सभसत भसरभानो क ववयोध क बम स

यसर इसराभ सरलराहो अरह व आरह व सलरभ क ऩववतर यौज को धवसत न

कय सक। वहाबफमो न चाय ऩदटमो भ बय ह य औय भलमवान यतनो स फनी

ववशबनन परकाय की चीजो को रट शरमा। इसी परकाय भलमवान जभयमद स फन चाय

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िभादान को यजनभ भोभफतती क फदर यात भ चभकन वार औय परकािभमी ह य

यख जात थ, चया शरमा।

उनहोन इसी परकाय सौ तरवायो को बी चया शरमा यजनका ाराफ िदध सोन का

फना हआ था औय जो मात औय ह य जस भलमवान ऩतथयो स ससयजजत थीॊ

यजनका दसता जभयमद औय जफयजद जस भलमवान ऩतथयो का था। सऊद इबन

अजीज न भद न ऩय बजा कयन क फाद सभसत भद ना वाशसमो को भयसजदननफी

भ एकबतरत ककमा औय इस परकाय स अऩनी फातो को आयॊब ककमा। ह

भद नावाशसमो, आज हभन धभम को तमहाय शरए ऩरयऩणम कय ददमा। तमहाय धभम

औय ानन ऩरयऩणम हो गम औय तभ इसराभ की ववबघतमो स तपत हो गम, ईशवय

तभ स याजी व परसनन हआ, अफ ऩवमजो क भरषट धभो को अऩन स दय कय दो

औय कबी बी उस बराई स न माद कयो औय ऩवमजो ऩय सरवात बजन स फहत

फचो कमोकक व सफक सफ अनकशवयवाद ववचायधया अथामत शियक भ भय ह।

सऊद न अऩनी सनम चढाइमो भ फहत स रोगो का नयसॊहाय ककमा। उसकी औय

उस सभम क वहाफी ऩॊथ की बीषण दहॊसाओॊ स अयफ जनता औय िासक बम स

काॊऩत थ।

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इस परकाय स कक कोई भाय जान क बम स हज मा यजमायत क शरए भकक

औय भद न की मातरा कयन का साहस बी नह ॊ कयता था। भकक क िासक न

अऩनी जान क बम स, सऊद की इचछानसाय, भकक औय भद न भ ऩववतर सथरो

औय जननतर फीअ बिसतान को धवसत कयन का आदि ददमा। उसन दहजाज

भ वहाफी धभम को औऩचारयकता द औय जसा कक वहाफी चाहत थ, अजान स

ऩामफय इसराभ सरलराहो अरह व आरह व सलरभ ऩय सरवात बजन को हटा

ददमा। अयफ िासको औय हजाज क परघतयषठत रोगो न जो इस ऩथभरषट ऩॊथ की

आसथाओॊ औय जोयजफयदयसतमो को सहन कयन का साहस नह ॊ यखत थ, सफस

उचचाधधकाय अथामत उसभानी िासक को ऩतर शरखकय वहाबफमो की ददन परघतददन

फढती हई ियकत क ऽतयो स सचत ककमा। उनहोन फर ददमा कक वहाफी ऩॊथ

कवर सऊद अयफ तक ह सीशभत नह ॊ यहगा फयलक इसका इयादा सभसत

भसरभानो ऩय वचमसव जभाना औय ऩय उसभानी िासन ऩय बजा कयना ह।

हजाज, मभन, शभसर, कफशरसतीन, सीरयमा औय इया जसी इसराभी धयती ऩय

िासन कयन वार उसभानी सयकाय न शभसर क िासक को वहाबफमो स मदध कयन

का आदि ददमा।

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मह वह सभम था जफ सऊद 66 वषम की आम भ ददयइम नाभक सथान ऩय

क सय भ गरसत होकय भय गमा औय उसका अबदलराह नाभक ऩतर उसकी जगह

फठा।

उसभानी सयकाय की ओऻ स रस शभसर का िासक भहमभद अर ऩािा वहाबफमो

को ववशबनन मदधो भ ऩयायजत कयन भ सपर यहा औय उसन वहाबफमो क चॊगर

स भकक, भद न औय ताएफ को सवतॊतर कया ददमा।

शभसर क िासक न इन मदधो भ वहाबफमो क फहत स कभानडयो को धगयफताय

कय उसभानी िासन की याजधानी इसताॊफोर बज ददमा। इस ववजम क फाद शभसर

भ जनता न ऽशिमाॊ भनाई औय ववशबनन सभायोहो का आमोजन ककमा ककनत

वहाबफमो की ितानी अबी सभापत नह ॊ हई थी। शभसर का िासक भहमभद अर

ऩािा न सभदर भागम स एक फाय कपय अऩनी सना हजाज बजी। उसन भकक को

अऩनी सनम छावनी फनाई औय भकक क िासक औय उसक ऩतर को दि घनकारा

द ददमा औय उनक भार को जबत कय शरमा। उसक फाद वह शभसर रौट आमा औय

उसन अऩनी ह जाघत क इिाह भ ऩािा नाभक वमयकत को रस कयक नजद की

ओय बजा।

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इिाह भ ऩािा न वहाबफमो क कनदर नजद क ददयइम नगय का ऩरयवषटन कय

शरमा। वहाबफमो न इिाह भ ऩािा क भ ाफर भ कडा परघतयोध ककमा। तोऩ औय

गभम हधथमायो स रस इिाह भ ऩािा न ददयइम ऩय बजा कय शरमा औय अबदलराह

इबन सऊद को धगयफताय कय शरमा। अबदलराह इबन सऊद को उसक साधथमो औय

घनकटवघतममो क साथ उसभानी िासक क ऩास बज ददमा ददमा गमा। उसभानी

िासक न अबदलराह औय उसक साधथमो को फाजायो औय नगयो भ कपयान क फाद

उनह भतमदॊड द ददमा। अबदलराह इबन सऊद क भाय जान क फाद ततकार न

िसक आर सऊद औय उसक फहत स साधथमो न ववशबनन इसराभी जगहो ऩय

सभायोहो का आमोजन ककमा औय फहत ऽशिमाॊ भनाई।

इिाह भ ऩािा रगबग नौ भह न तक ददयइम नगय भ यहा औय उसक फाद उसन

इस नगय को वाशसमो स ऽार कयान का आदि ददमा औय उसक फाद नगय को

फफामद कय ददमा। इिाह भ ऩािा न भहमभद इबन अबदरवहहाफ औय आर सऊद की

जाघत औय उसक फहत स ऩौतरो को भयवा ददमा मा दि घनकारा द ददमा ताकक

कपय इस ऽतयनाक ऩॊथ का नाभ रन वारा कोई न यह। उसक फाद नजद औय

हजाज भ उसभानी िासक की सपरताओॊ का शरम शभसर क िासक भहमभद अर

ऩािा को जाता ह। इस परकाय स 1818 भ वहाबफमो का दभन हआ औय उसक

रगबग एक िताबद तक वहाबफमो का नाभ रन वारा कोई नह ॊ था।

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सऊद अयफ भ नजद की धयती ऩय शभशसरमो की चढाई का फहत ह उलरखनीम

ऩरयणाभ घनकरा था। अबदर अजीज औय उसक ऩतर सऊद का ववसतत दि बफखय

गमा औय फहत स वहाफी भाय गम। वहाफी ऩॊथ का घनभॊतरण औय रोगो ऩय इस

भरषट आसथा को थोऩन का करभ रक गमा औय वहाबफमो को रकय रोगो क ददरो

भ जो बम था, वह सभापत हो गमा।

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ववषयसची

वहाबफमत इघतहास क दऩमण भ .................................................................. 1

वहाबफमत, वासतववकता व इघतहास .............................................................. 2

वहाबफमत, वासतववकता व इघतहास-2 ........................................................... 8

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-3 ...................................................... 15

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-4 ...................................................... 24

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-5 ...................................................... 32

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-6 ...................................................... 39

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-7 ...................................................... 48

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-8 ........................................................ 55

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-9 ........................................................ 63

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-10 ...................................................... 71

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-11 ....................................................... 80

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-12 ...................................................... 88

वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-13 ....................................................... 97

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वहाबफमत, वासतववकता औय इघतहास-14 .................................................... 104

वहाबफमत औय उसकी असशरमत ............................................................... 114

वहाबफमत औय भफयो का घनभामण ............................................................. 124

वहाबफमत औय शिफाअत ......................................................................... 132

वहाबफमत मा जॊगर ऩन .......................................................................... 141

ववषमसची ........................................................................................... 150