दो बैलों की कथा

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Page 1: दो बैलों की कथा
Page 2: दो बैलों की कथा

प्रे�मचं�द हिन्द� और उर्दू� के� म�नतम भा�रत�य ले�खके� म� से� एके �।म!ले न�म धनपत र�य श्री�वा�स्तवा वा�ले� प्रे�मचं�द के' नवा�ब र�य और म)�शी� प्रे�मचं�द के� न�म से� भा� जा�न� जा�त� ,। उपन्य�से के� क्षे�त्र म� उनके� य'गद�न के' द�खकेर ब�ग�ले के� हिवाख्य�त उपन्य�सेके�र शीरतचं�द्र न� उन्� उपन्य�से सेम्रा�ट केकेर से�ब'धिधत हिकेय� था�। प्रे�मचं�द न� हिन्द� के�न� और उपन्य�से के6 एके ऐसे� पर�पर� के� हिवाके�से हिकेय� जिजासेन� प!र� शीत� के� से�हित्य के� म�ग�दशी�न हिकेय�। आग�म� एके प!र� प�ढ़ी� के' गर�ई तके प्रेभा�हिवात केर प्रे�मचं�द न� से�हित्य के6 यथा�था�वा�द� पर�पर� के6 न=वा रख�। उनके� ले�खन हिन्द� से�हित्य के6 एके ऐसे� हिवार�सेत , जिजासेके� हिबन� हिन्द� के� हिवाके�से के� अध्ययन अध!र� 'ग�। वा� एके से�वा�दनशी�ले ले�खके, सेचं�त न�गरिरके, के) शीले वाक्ता� तथा� से)ध� से�प�दके था�।

ले�खक परि�चय

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प�ठ क� सा����श

द' ब,ले' �ं के6 केथा� से��के� हितके भा�षा� म� य से�द�शी द�त� , हिके मन)ष्य ' य� के'ई भा� प्रे�णी� ',स्वात�त्रत� उसेके� लिलेए बहुत मत्वा रखत� ,।स्वात�त्रत� के' प�न� के� लिलेए लेड़न� पड़� भा� त' हिबन� हिचंहिकेचं�ए लेड़न� चं�हिए। द' ब,ले� के6 केथा� म� ब,ले' के� म�ध्यम से� ले�खके अपन� हिवाचं�र सेम�जा के� सेमक्षे रखत� ,।इसे के�न� म� द' धिमत्र ब,ले अपन� स्वात�त्रत� बन�ए रखन� के� लिलेए से�घषा� केरत� �। य के�न� द' ब,ले� के� ब�चं म� घन्षिन्षाट भा�वा�त्मके से�ब�ध के' दशी��त� ,। य के�न� मन)ष्य और जा�नवार के� ब�चं उत्पन्न परस्पर से�ब�ध के� से)�दर लिचंत्र भा� प्रेस्त)त केरत� ,।

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बहुवि�कल्प�य प्रश्न

(1) ‘पर�के�ष्ठा�’ शीब्द के� क्य� अथा� ,?

(के) आस्था�(ख) र्दूसेर� के6 लेकेड़�(ग) सेवाSच्च से�म�(घ) प्रेके�शी

दब�एउत्तरV(ग) सेवाSच्च से�म�

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(2) ‘गध�’ शीब्द के� हिवाले'म क्य� ,?

(के) गध�(ख) म!ख�(ग) अज्ञ(घ) 'लिशीय�र

दब�एउत्तरV(घ) 'लिशीय�र

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(3) ‘दुब�ले’ शीब्द के� से�धिध-हिवाच्छे�द…….

(के) दुर[+बले(ख) दु+ब�ले (ग) दुब�+अले(घ) दुब�+ले

दब�एउत्तरV (ख)यशी'द� के'

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(4) ‘म!के’ शीब्द के� हिवाले'म क्य� ,?

(के) हिवाशी�ले(ख) वा�चं�ले(ग) अम!के(घ) म)\

दब�एउत्तरV (ख) वा�चं�ले

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(5) भा�रत�य� के6 के�\ दुद�शी� ' र� ,?

(के) अम�रिरके� म�(ख) अफ्री6के� म�(ग) जा�प�न म�(घ) के वा ख द'न� म�

दब�एउत्तरV(ख) अफ्री6के� म�

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प्रश्न-अभ्य�सा

प्रेशीन-(1)के��जा�^से म� के, द पशी)ओं के6 �जिजार� क्य� ले� जा�त� 'ग�?

उत्तर- के��जा�^से म� के, द पशी)ओं के6 �जिजार� इसेलिलेए ले� जा�त� 'ग� क्य�हिके-

(1)पशी)ओं के6 से�ख्य� के� ठीaके-ठीaके पत� चंले सेके� । (2) सेम! म� उत्प�त मचं�न� वा�ले� पशी)ओं के6 अलेग व्यवास्था� के6 जा� सेके� । (3) के'ई पशी) ब�म�र त' न= ,, इसेके� पत� लेग�य� जा� सेके� ।

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प्रेशीन- (2)छो'ट� बच्च� के' ब,ले� के� प्रेहित प्रे�म क्य� उमड़ आय�?

उत्तर- छो'ट� बच्च� के� ब,ले� के� प्रेहित प्रे�म उमड़न� के� हिनम्नलिलेखिखत के�रणी ,- (1)छो'ट� बच्च� के' उसेके6 से^त�ले� म�\ सेत�त� था�,य�\ गय� �र�-म'त� पर अत्य�चं�र केर र� था�।

(2) छो'ट� बच्च� के6 म�\ मर चं)के6 था�। उसे� अपन� से� हिबछोड़न� के� दुख के� ज्ञ�न था�।

(3)छो'ट� बच्च� छोले-प्रेप�चं से� अभा� र्दूर था�। उसेके� हिनश्छोले मन �र�-म'त� पर अत्य�चं�र द�ख द्रहिवात ' गय�,और प्रे�म उमड़ आय�।

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प्रेशीन- (3)प्रेस्त)त के�न� म� प्रे�मचं�द न� गध� के6 हिकेन स्वाभा�वागत हिवाशी�षात�ओं के� आध�र पर उसेके� प्रेहित रूड़ अथा� म!ख� के� प्रेय'ग न केर हिकेसे नए अथा� के6 ओर से�के� त हिकेय� ,?

उत्तर- गध� के' उसेके� स्वाभा�वा के� आध�र पर म!ख� के� पय��य सेमझा� जा�त� ,, पर ले�खके प्रे�मचं�द न� उसेके6 स्वाभा�वागत हिवाशी�षात�ओं, सेरलेत� और सेनशी�लेत� के� आध�र पर एके नए अथा� के6 ओर म�र� ध्य�न ख=चं� ,।से)ख-दुख, ले�भा-�हिन तथा� हिवापर�त परिरस्थिस्थाहितय� म� एके जा,से� बन� रन� के� ग)णी के� के�रणी ले�खके न� उसेके� सेरले और सेनशी�ले 'न� के6 ओर से�के� त हिकेय� ,।

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प्रेशीन-(4)हिकेन घटन�ओं से� पत� चंलेत� , हिके �र� और म'त� म� गर� द'स्त� था�?

उत्तर- अन�के घटन�ए\ �, जिजानसे� पत� चंलेत� , हिके �र� और म'त� म� गर� द'स्त� था� जा,से�-

(1)�र� और म'त� एके-र्दूसेर� के' चं�टकेर और से!\घकेर एके-र्दूसेर� के� प्रेहित अपन� प्रे�म प्रेकेट केरत� था�। (2)ले म� जा'त�-जा�त� सेमय द�न� के6 य� के'लिशीशी रत� था� हिके ज्य�द�-से�-ज्य�द� भा�र उसेके6 ओर � र�।

(3) मटर ख�त� सेमय म'त� के� पकेड़� जा�न� पर �र� भा� वा�पसे आ गय� और द�न� � के��जा�^से म� ब�द� बन�ए गए।

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प्रेशीन-(5) इतन� त' ' � गय� हिके न^ दसे प्रे�णिणीय� के6 जा�न बचं गई। वा� सेब त' आशी�वा��द द�ग�-म'त� के� इसे केथान के� आले'के म� उसेके6 हिवाशी�षात�ए\ बत�इए।

उत्तर-(1)म'त� स्वाभा�वा से� दय�ले) ,। (2)म'त� के� स्वाभा�वा पर'पके�र� ,। (3)म'त� सेच्च� धिमत्र ,। (4) म'त� अत्य�चं�र के� हिवार'ध� ,। (5)म'त� से�से� ,।

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प्रेशीन-(6) के�न� म� ब,ले� के� म�ध्यम से� के^न-के^न से� न�हित-हिवाषायके म!ल्य उभार केर आए �?

उत्तर- के�न� म� ब,ले� के� म�ध्यम से� अन�के न�हित-हिवाषायके म!ल्य उभार केर आए � । जा,से�-

(1) सेच्च� धिमत्रत�(2) धिमले-जा)लेकेर रन� के6 भा�वान�(3) पर'पके�र के6 भा�वान�(4) न�र� जा�हित के� सेम्म�न(5) स्वात�त्र-हिप्रेयत�(6) धम�-पर�यणीत�

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भा�षा�-अध्ययनप्रेशीन- के�न� म� जाग-जाग म)�वार� के� प्रेय'ग हुआ , ।के'ई प�\चं म)�वार� छो�\टिटए और उनके� वा�क्य' म� प्रेय'ग के6जिजाए।

मु�हा���� ��क्य प्रय"ग(i) जा� त'ड़ के�म केरन� मजार्दूर� के' जा� त'ड़ के�म केरन� पड़त� ,।

(ii) ईंट के� जावा�ब पत्थर से� द�न� प�हिकेस्त�न� घ)सेप,टिठीय� के' भा�रत�य वा�र� न� ईंट के� जावा�ब पत्थर से� द�केर खद�ड़ टिदय�।

(iii) ट�ले जा�न� पले� वा मदद केरन� के� आश्वा�सेन द�त� र� पर जारूरतके� सेमय ट�ले गय�।

(iv) जा�न से� �था ध'न� य)द्ध के� सेमय जा�र� जावा�न अपन� जा�न से� �था ध' ब,ठीत� �।

(v) न^ द' ग्य�र 'न� प)\लिलेसे के' आत� द�खकेर चं'रन^ द' ग्य�र ' गए।

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