संस्थान - iimc.nic.in form/prospectus hindi.pdf · उतनी ही...

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1 सन मीडिया और संचार आज एक मुख क प म उभर ह और समाज क डिकास और सशडकरण म इनका बहुत योगदान है। सूचना ोडगकी कांडत न मीडिया और संचार माधयम क डिसतार म मुख भूडमका डनभायी है। इसक साथ-साथ मीडिया तं को समझन और उसक डिषण म जनसंचार क डिाडथय, डशक और संचार कडमय क डिए कई चुनडतयाँ भी सामन आयी ह। ोडगकी म डजतनी तजी स बदिाि आ रहा है, उतनी ही तजी स इस शा का सिप भी बदि रहा है जो डशा क अनय स इस अिग करता है। भारतीय जन संचार संसथान न संचार क म उतक सथान ात डकया है। संसथान संचार को डिकास का उतरक मानता है और डिसतरीय डशण, डशण और शोध क ारा समाज को िाभ पहुँचान क डिए डतब है। यह संचार क म डिि म वयात डतसपधाओं का सामना करन क डिए डश ओं/डिान/डिाडथय को तैयार करता है और इसक शैडणक और डशण काय कम इनह चु नडतय और डिकासशीि दश की जरत को धयान म रखकर बनाए गए ह। यही िजह है डक भारतीय जनसंचार संसथान दश और डिदश म सथाडपत अनय जनसंचार डशण कन स अपनी अिग पहचान बना पाया है। भारतीय जन संचार संसथान को मीडिया और संचार क डशण, डशण और शोध क म गरिपूण सथान ा है। सूचना उोग म बती हुई पहि कदडमय और चुनडतय स डनपन क डिए सं सथान अपन काय कम म निीनता िान और उनक अतन म सतत यतनशीि रहता है। आई.आई. एम.सी. सोसाईी एक सिायशासी डनकाय है जो संसथान का संचािन करती है। यह सडमडत सोसाईी पंजीकरण कानून 1867 क अनतगत पंजीकत है डजसम अधय, संसथान क महाडनदशक, संकाय क डतडनडधय क अिािा डिखयात संचारकम शाडमि होत ह। संसथान को भारत सरकार क सूचना और सारण मंािय स पूण डिततीय सहायता ात होती है। शुआत भारतीय जन संचार संसथान की सथापना 17 अगसत 1965 को हुई थी। उस समय इसक छो स साफ म युनसको क दो सिाहकार भी शाडमि थ। शुआती िष म संसथान न मुखयतः क नीय सूचना सिा क अडधकाररय, राजय क सूचना एिं चार अडधकारय और डिकासशीि दश क डिदशी डश ओं क डिए डशण काय कम का आयोजन डकया। कुछ शोध पररयोजनाओं का काम भी डकया था। िष 1969 म अीकी-एडशयाई दश क मधयम दज क मजीिी पकार क डिए पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम शु डकया गया डजसम डिकासशीि दश क यु िा पकार को िश डदया गया। इसक बाद कन और राजय सरकार तथा सािजडनक क उम क चार/जनसंपक स जु ड हुए संचारकडमय क डशण की आियकताओं को धयान म रखत हुए एक साह स तीन महीन की अिडध क कुछ डिशष पाठ्यकम शु डकय गए। गत िष म संसथान का डिसतार हुआ और यह अंजी और डहनदी म सनातकोर पकारता डििोमा पाठ्यकम क अिािा डिापन एिं जनसंपक तथा रडियो और ीिी म डनयडमत सनातकोर डििोमा दान करन िगा। विसतर डदलिी क बाद, पू ि भारत की जरत को धयान म रखत हुए 1993 म ढकानाि (ओडिशा) म पहिा ीय पररसर खोिा गया। इस समय िहाँ अंजी और उडडया म सनातकोर पकारता डििोमा पाठ्यकम चिाय जा रह ह। ततपात् संसथान क चार और परसर खोि गए। महारा म अमरािती तथा डमजोरम म आईजोि पररसर खोि गए। इन दोन परसर न शैडक िष 2011-12 स काम करना शु डकया। शैडक िष 2012-13 स जममू (जमू एिं कमीर) तथा कोायम (करि) म संसथान क दो और पररसर शु डकए गए। इनम पकारता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (अंजी) का संचािन डकया जा रहा है। शैडक िष 2017-18 म मराठी और मियािम म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम कमशः अमरािती और कोायम म शु डकय जा रह ह। शैडक स 2016-17 स डदलिी पररसर म संचाडित उद पकाररता क डििोमा पाठ्यकम को पाँच महीन क पाठ्यकम की बजाय एक िष की अिडध क सनातकोर डििोमा पाठ्यकम कर डदया गया है। शैविक एिं वशि गवतविवियं (क) शैविक कयमः सनतकोर विपोम पठ्यम (2017-18) 1. पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (अंजी) 2. पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (डहनदी) 3. पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (उडडया) 4. रडियो और िीडिजन पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (माधयमः डभाषी- अंजी एिं डहनदी) 5. डिापन एिं जनसंपक म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (माधयमः डभाषी – अंजी एिं डहनदी) 6. पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (उद ) 7. पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (मराठी) 8. पकाररता म सनातकोर डििोमा पाठ्यकम (मियािम) (ख) भरतीय सूचन सेि के अविकररय के वए कयमः भारतीय जन संचार सं सथान भारतीय सूचना सिा क डिए डशण अकादमी है। संसथान भारतीय सूचना सिा क समूह ‘क’ और ‘ख’ क अडधकाररय क डिए मीडिया और संचार म परचयातमक/अडभमुखीकरण डशण क संचािन क साथ-साथ ररशर काय कम का संचािन भी करता है।

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    ससं्थान

    मीडिया और संचार आज एक प्रमखु क्षेत्र कषे रूप में उभरषे हैं और समाज कषे डिकास और सशडतिकरण में इनका बहुत योगदान ह।ै सचूना प्ररौद्ोडगकी कांडत नषे मीडिया और संचार माधयमों कषे डिसतार में प्रमखु भडूमका डनभायी ह।ै इसकषे साथ-साथ मीडिया तंत्र को समझनषे और उसकषे डिश्षेषण में जनसंचार कषे डिद्ाडथथियों, डशक्कों और संचार कडमथियों कषे डिए कई चनुरौडतयाँ भी सामनषे आयी हैं। प्ररौद्ोडगकी में डजतनी तषेजी सषे बदिाि आ रहा ह,ै उतनी ही तषेजी सषे इस शास्त्र का सिरूप भी बदि रहा ह ैजो डशक्ा कषे अनय क्षेत्रों सषे इसषे अिग करता ह।ै

    भारतीय जन संचार संसथान नषे संचार कषे क्षेत्र में उतककृ ष्ट सथान प्राप्त डकया ह।ै संसथान संचार को डिकास का उतप्रषेरक मानता ह ै और डिश्वसतरीय डशक्ण, प्रडशक्ण और शोध कषे द्ारा समाज को िाभ पहुचँानषे कषे डिए प्रडतबद्ध ह।ै यह संचार कषे क्षेत्र में डिश्ि में वयाप्त प्रडतसपधाथिओ ंका सामना करनषे कषे डिए प्रडशक्ओु/ंडिद्ानों/डिद्ाडथथियों को तैयार करता ह ैऔर इसकषे शकै्डणक और प्रडशक्ण कायथिकम इनहीं चनुरौडतयों और डिकासशीि दषेशों की जरूरतों को धयान में रखकर बनाए गए हैं। यही िजह ह ैडक भारतीय जनसंचार संसथान दषेश और डिदषेश में सथाडपत अनय जनसंचार प्रडशक्ण कषे नद्ों सषे अपनी अिग पहचान बना पाया ह।ै

    भारतीय जन संचार संसथान को मीडिया और संचार कषे डशक्ण, प्रडशक्ण और शोध कषे क्षेत्र में गरौरिपणूथि सथान प्राप्त ह।ै सचूना उद्ोग में बढ़ती हुई पहि कदडमयों और चनुरौडतयों सषे डनपटनषे कषे डिए ससंथान अपनषे कायथिकमों में निीनता िानषे और उनकषे अद्तन में सतत प्रयतनशीि रहता ह।ै आई.आई.एम.सी. सोसाईटी एक सिायत्तशासी डनकाय ह ैजो संसथान का संचािन करती ह।ै यह सडमडत सोसाईटी पंजीकरण काननू 1867 कषे अनतगथित पजंीककृ त ह ै ड जसमें अधयक्, संसथान कषे महाडनदषेशक, संकाय कषे प्रडतडनडधयों कषे अिािा डिखयात संचारकममी शाडमि होतषे हैं। संसथान को भारत सरकार कषे सचूना और प्रसारण मतं्रािय सषे पणूथि डिततीय सहायता प्राप्त होती ह।ै

    शुरूआत

    भारतीय जन संचार संसथान की सथापना 17 अगसत 1965 को हुई थी। उस समय इसकषे छोटषे सषे सटाफ में यनुषेसको कषे दो सिाहकार भी शाडमि थषे। शरुूआती िषषों में संसथान नषे मखुयतः कषे नद्ीय सचूना सषेिा कषे अडधकाररयों, राजयों कषे सचूना एि ंप्रचार अडधकाररयों और डिकासशीि दषेशों कषे डिदषेशी प्रडशक्ओु ंकषे डिए प्रडशक्ण कायथिकमों का आयोजन डकया। कुछ शोध पररयोजनाओ ंका काम भी डकया था। िषथि 1969 में अफ्ीकी-एडशयाई दषेशों कषे मधयम दजजे कषे श्रमजीिी पत्रकारों कषे डिए पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम शरुू डकया गया डजसमें डिकासशीि दषेशों कषे यिुा पत्रकारों को प्रिषेश डदया गया। इसकषे बाद कषे नद् और राजय सरकारों तथा सािथिजडनक क्षेत्र कषे उद्मों कषे प्रचार/जनसंपकथि सषे जडुषे हुए संचारकडमथियों कषे प्रडशक्ण की आिश्यकताओ ंको धयान में रखतषे हुए एक सप्ताह सषे तीन महीनषे की अिडध कषे कुछ डिशषेष पाठ्यकम शरुू डकयषे गए। गत िषषों में संसथान का डिसतार हुआ और यह अगं्षेजी और डहनदी में सनातकोत्तर पत्रकाररता डिप्िोमा पाठ्यकमों कषे अिािा डिज्ापन एिं जनसंपकथि तथा रषेडियो और टीिी में डनयडमत सनातकोत्तर डिप्िोमा प्रदान करनषे िगा।

    विसतथार

    डदलिी कषे बाद, पिूमी भारत की जरूरतों को धयान में रखतषे हुए 1993 में ढेंकानाि (ओडिशा) में पहिा क्षेत्रीय पररसर खोिा गया। इस समय िहाँ अगं्षेजी और उडडया में सनातकोत्तर पत्रकाररता डिप्िोमा पाठ्यकम चिायषे जा रहषे हैं। ततपश्ात ्संसथान कषे चार और पररसर खोिषे गए। महाराष्ट्र में अमरािती तथा डमजोरम में आईजोि पररसर खोिषे गए। इन दोनों पररसरों नषे शडैक्क िषथि 2011-12 सषे काम करना शरुू डकया। शडैक्क िषथि 2012-13 सषे जमम ू(जमम ूएिं कश्मीर) तथा कोट्ायम (कषे रि) में संसथान कषे दो और पररसर शरुू डकए गए। इनमें पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (अगं्षेजी) का संचािन डकया जा रहा ह।ै शडैक्क िषथि 2017-18 में मराठी और मियािम में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम कमशः अमरािती और कोट्ायम में शरुू डकयषे जा रहषे हैं। शडैक्क सत्र 2016-17 सषे डदलिी पररसर में संचाडित उदुथि पत्रकाररता कषे डिप्िोमा पाठ्यकम को पाँच महीनषे कषे पाठ्यकम की बजाय एक िषथि की अिडध कषे सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम कर डदया गया ह।ै

    शैक्षविक एिं प्रवशक्षि गवतविवियथंा

    (क) शैक्षविक कथाय्यक्रमः

    सनथातकोत्तर विप्ोमथा पथाठ्यक्रम (2017-18)

    1. पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (अगं्षेजी)2. पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (डहनदी)3. पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (उडडया)4. रषेडियो और टषेिीडिजन पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम

    (माधयमः डद्भाषी- अगं्षेजी एिं डहनदी)

    5. डिज्ापन एिं जनसंपकथि में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (माधयमः डद्भाषी – अगं्षेजी एिं डहनदी)

    6. पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (उदुथि)7. पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (मराठी)8. पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम (मियािम)(ख) भथारतीय सचूनथा सेिथा के अविकथाररयों के व्ए कथाय्यक्रमःभारतीय जन संचार संसथान भारतीय सूचना सषेिा कषे डिए प्रडशक्ण अकादमी ह।ै संसथान भारतीय सचूना सषेिा कषे समहू ‘क’ और ‘ख’ कषे अडधकाररयों कषे डिए मीडिया और संचार में पररचयातमक/अडभमखुीकरण प्रडशक्ण कषे संचािन कषे साथ-साथ ररफ्षे शर कायथिकमों का संचािन भी करता ह।ै

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    भारतीय जन संचार संस्ान

    (ग) विकथास पत्रकथाररतथा में अंतरथा्यष्ट्ीय कथाय्यक्रमःयह डिप्िोमा पाठ्यकम एडशया, अफ्ीका, िातीन अमररका और पिूमी यरूोपीय दषेशों कषे श्रमजीिी पत्रकारों में बहुत िोकडप्रय ह।ै इसमें प्रतयषेक बैच में औसतन 25 संचारकममी डिए जातषे हैं। संसथान हर साि चार-चार महीनों कषे ऐसषे दो पाठ्यकमों का आयोजन करता ह।ै इस पाठ्यकम सषे अब तक 123 दषेशों कषे 1524 पत्रकार िाभाडनित हुए हैं।

    (घ) सरकथारी और गैर-सरकथारी के्षत्रों के व्ए अलपकथा्ीन पथाठ्यक्रमः

    भारतीय जन संचार संसथान डनमनडिडखत कायथिकमों का सचंािन करता हःै1. पुडिस और पैरा-डमडिटरी बिों सडहत सषेना कषे अडधकाररयों

    तथा अनय कषे नद्ीय तथा राजय सरकारी संगठनों कषे डिए मीडिया अडभमखुीकरण पाठ्यकम।

    2. सरकारी मंत्राियों/डिभागों और सािथिजडनक क्षेत्र कषे उद्मों कषे संचारकममी अडधकाररयों कषे डिए पाठ्यकम।

    (ि.) सथामुदथावयक रेवियो सशवतिकरि एिं स्ोत केन्द्ः

    दषेश में सामदुाडयक रषेडियो को प्रोतसाहन दषेनषे कषे डिए यह कषे नद् सामदुाडयक रषेडियो कषे क्ष्ोत्र में डिषय-िसत,ु प्ररौद्ोडगकी और राजसि िकृडद्ध कषे डिए अलपकािीन पाठ्यकम का संचािन करता ह।ै यह दरूदराज और ग्ामीण क्षेत्रों में और शडैक्क संसथाओ,ं गैर सरकारी संगठनों, मीडिया डशक्कों आडद में सामदुाडयक रषेडियो कषे बारषे में जागरूकता पैदा करनषे कषे डिए भी प्रयास करता ह।ै

    सथामुदथावयक रेवियो स्ेशनः

    संसथान कषे डदलिी पररसर में सामदुाडयक रषेडियो सटषेशन, “अपना रषेडियो 96.9 एफ एम” ह।ै सटषेशन में प्रडशक् ुअडधकाररयों और डिद्ाडथथियों को रषेडियो पत्रकाररता का प्रडशक्ण डदया जाता ह।ै

    सकंथाय

    भारतीय जन संचार संसथान कषे संकाय में डिडशष्ट डशक्ाडिद, शोधकताथि और मीडिया पषेशषेिर शाडमि हैं डजनहोंनषे डिशषेषज्ता कषे अपनषे क्षेत्र में महतिपणूथि योगदान डदया ह।ै

    संसथान में डशक्ण और प्रडशक्ण कषे डिए तीन सतरीय संकाय-पद्धडत ह ै डजसमें संसथान कषे मखुय संकाय, मीडिया उद्ोग पषेशषेिर और िररष्ठ मीडियाकममी शाडमि हैं डजनहें समय-समय पर बिुाया जाता ह ै डजससषे डिद्ाथमी/प्रडशक्ु उद्ोग की गडतडिडधयाँ जान सकें और डिशषेषज्ों कषे अनभुिों सषे िाभ उठा सकें ।

    शोि

    जन संचार का कमबद्ध अधययन भारतीय जन संचार संसथान की शडैक्क प्रणािी का अडनिायथि अगं ह।ै दषेश में जागरूकता पैदा करनषे और वयािहाररक पररितथिनों कषे डिए जनसंचार और संचार की रणनीडतयों और कायथिकमों की पहुचँ और प्रयास को समझनषे कषे डिए शोध डकए जातषे हैं। शोधकताथिओ ंका उद्षेश्य मीडिया और संचार अधययन कषे क्षेत्रों में सैद्धाडनतक और वयािसाडयक मदु्ों को परसपर समबद्ध करना ह।ै संसथान का संचार शोध

    डिभाग छात्रों, वयिसायी संचारकों और मीडिया उद्ोग कषे सदसयों कषे सहयोग सषे शोध प्रयासों पर कायथि करता ह ैडजससषे शडैक्क अिसर प्राप्त होतषे हैं और उत्तम प्रयासों कषे मानक सथाडपत होतषे हैं। संसथान में डिद्ाडथथियों और प्रडशक्ओु ंका उनकषे शोध कायषों में मागथिदशथिन डकया जाता ह ैताडक िषे मीडिया और संचार शोध को जान सकें और शोध को अपनषे वयािसाडयक िक्ष्यों सषे समबद्ध कर सकें ।

    संसथान में डिकास, प्रसारण, प्रषेस नीडतयों, जन सिास्थय, वयिहार एिं सामाडजक पररितथिन, चनुाि, बहुमाधयम अडभयानों, सामाडजक नयाय एिं सशडतिकरण, गैर पारमपररक उजाथि, प्रिासन, डफलम सेंसरडशप इतयाडद सषे सबंंडधत डिडभनन क्षेत्रों पर 175 सषे भी अडधक मलूयांकन अधययन डकए गए हैं। इसकषे अिािा सचूना और प्रसारण मतं्रािय की डिडभनन मीडिया यडूनटों कषे मीडिया अडभयानों और गडतडिडधयों का मलूयांकन शोध गडतडिडधयों का अडभनन अगं ह।ै

    सगंोवठियथँा और सममे्न

    संसथान में डिडभनन डिषयों और मीडिया सषे जडुषे सामडयक मदु्ों पर समय-समय पर संगोडष्ठयों और सममषेिनों का आयोजन डकया जाता ह।ै शीषथि मीडिया संगठनों और िररष्ठ संचार कडमथियों को महतिपणूथि मदु्ों पर डिचार-डिमशथि और चचाथि कषे डिए ड नयडमत आमडंत्रत डकया जाता ह।ै इन आयोजनों नषे संसथान में डिचारों और अडभवयडतियों कषे आदान-प्रदान कषे डिए एक मचं बनाया ह ै डजससषे छात्रों कषे डिए संदभथि सामग्ी कषे डिकास में मदद डमिी ह।ै भारतीय जन संचार संसथान संकाय प्रडशक्ओु ँऔर डिद्ाडथथियों को वयाखयान दषेनषे और उनसषे िैचाररक आदान प्रदान करनषे कषे डिए भारत और डिदषेश सषे डिडभनन वयिसायों सषे जडुषे प्रखयात वयडतियों को डनयडमत तरौर पर आमडंत्रत करता ह।ै

    पत्रकथाररतथा में सनथातकोत्तर विप्ोमथा पथाठ्यक्रम

    भारतीय जन संचार संसथान अगं्षेजी/डहनदी/उदुथि/उडडया/मराठी/मियािम में पत्रकाररता में सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम प्रसततु करता ह।ै

    पाठ्यक्रमों के सामानय उद्शेय निमिनिनित हैं:

    ♦ भारत में वयापक पररप्रषेक्ष्य में संचार की समझ डिकडसत करना।

    ♦ दषेश कषे सितंत्रता संग्ाम और सामाडजक-राजनीडतक आदंोिनों जैसषे डक आपातकाि कषे बाद कषे समय कषे दरौरान मीडिया की भडूमका सडहत भारत की प्राचीन संचार परमपराओ ंऔर इडतहास की जानकारी दषेना।

    ♦ प्रभािी संचार कषे माधयम सषे समबद्धता और भागीदारी कषे प्रोतसाहन में पत्रकारों की भडूमका रषेखांडकत करना।

    ♦ डिषय िसत ुएिं प्ररौद्ोडगकी में डिडभनन संचार करौशिों की जानकारी दषेना।

    ♦ दषेश कषे डिए महतिपणूथि प्राथडमक क्षेत्रों पर उडचत संचार नीडत तैयार करना।

    ♦ उभरती हुई प्ररौद्ोडगकी को धयान में रखतषे हुए पत्रकारों/संचार कडमथियों कषे डिए अिसरों को पररभाडषत करना।

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    वििरविका - 2017-2018

    ♦ ररपोटथि िषेखन/संपादन/प्रोिकशन एिं डितरण की नई/उभरती हुई प्ररौद्ोडगकी की जानकारी दषेना।

    ♦ सितंत्र और डनष्पक् मीडिया कषे प्रोतसाहन कषे डिए नैडतकता और मलूय की समझ प्रदान करना।

    ♦ डिकास प्रडकया में मीडियाकममी-फोसथि-मलटीप्िायसथि हषेत ुसमाज और दषेश कषे प्रडत प्रडतबद्धता को उतपनन करना।

    ♦ सरकारी मीडिया संगठनों और डनजी प्रयासों की भडूमका की जानकारी दषेना।

    दो सत्ों वािे पाठ्यक्रम में सामानय तौर पर निमिनिनित प्रश्नपत् शानमि हैं:

    पत्रकथाररतथा में सनथातकोत्तर विप्ोमथा विन्दी/उदु्य/उव़ियथा/मरथाठी/म्यथा्म

    1. संचार अिधारणा, प्रडकया और शोध2. पत्रकाररता का इडतहास, काननू एिं आचार-संडहता 3. संिाद संकिन (ररपोडटिंग) – अिधारणा एिं प्रडकया4. संिाद संकिन (ररपोडटिंग) – वयािहाररक अभयास5. समपादनः अिधारणा और प्रडकया 6. समपादनः वयािहाररक अभयास7. जनसंपकथि , डिज्ापन एिं समाचार पत्र प्रबंधन8. रषेडियो एिं टीिी पत्रकाररता9. डिकास पत्रकाररता

    10. नय ूमीडिया एिं साइबर पत्रकाररता

    पत्रकथाररतथा में सनथातकोत्तर विप्ोमथा (अंगे्जी)

    1. संचार अिधारणा और प्रडकया 2. पत्रकाररता का इडतहास, काननू एिं आचार-संडहता 3(क) ररपोडटिंगः अिधारणा और प्रडकया3(ख) डिशषेषः ररपोडटिंग4. संपादनः अिधारणा एिं प्रडकया5. जनसंपकथि , डिज्ापन एिं मीडिया प्रबनधन6. ररपोडटिंगः वयािहाररक अभयास7. संपादनः वयािहाररक अभयास8. रषेडियो एिं टीिी9. डिकास पत्रकाररता10. नय ूमीडिया एिं साइबर पत्रकाररता

    रेवियो एिं ्ीिी पत्रकथाररतथा में सनथातकोत्तर विप्ोमथा पथाठ्यक्रम

    पाठ्यक्रम के उद्शेययः

    ♦ उचचाररत शबद और दृश्य सामग्ी कषे द्ारा सकृजनातमक संचार में दक्ता कषे उचच सतर का डिकास करना।

    ♦ पत्रकाररता करौशि डिकडसत करना और पत्रकाररता आचार संडहता की समझ।

    ♦ संचार में तकनीकी, डिपणन और नीडत प्रडकयाओ ंको समझाना।

    ♦ िैडश्वक प्रसारण और टषेिीडिजन प्ररौद्ोडगडकयों कषे बारषे में जागरूकता पैदा करना।

    ♦ रषे डियो/टीिी ररपोडटिंग/एंकररंग/डनमाथिण एिं प्रसतुतीकरण कषे नयषे करौशिों को डिकडसत करना।

    ♦ नान िीडनयर संपादन प्रणािी, कैमरा संचािन, िीडियो संपादन, साउंि ररकॉडििंग और समकािीन श्रवय/दृश्य सॉफटिषेयर कषे प्रयोग में दक्ता प्रदान करना।

    दो सत्ों वािे पाठ्यक्रम में सामानय तौर पर निमिनिनित प्रश्नपत् हैं:

    1. संचार और मीडिया डसद्धानत2. संचार और मीडिया शोध3. पत्रकाररताः इडतहास, आचार संडहता एिं काननू4. मदु्ण पत्रकाररता5. टषेिीडिजन पत्रकाररता6. रषेडियो पत्रकाररता7. सामदुाडयक रषेडियो8. डिकास पत्रकाररता9. रषेडियो एिं टषेिीडिजन पत्रकाररता

    10. नय ूमीडिया11. डिज्ापन, जनसंपकथि और काॅरपोरषेट संचार

    विज्थापन एिं जनसपंक्य में सनथातकोत्तर विप्ोमथा पथाठ्यक्रम

    पाठ्यक्रम के उद्शेययः

    ♦ यिुा छात्र-छात्राओ ंमें डिज्ापन एिं जनसंपकथि की गहरी समझ पैदा करनषे कषे डिए संचार, डिपणन, डिज्ापन और जनसंपकथि /काॅरपोरषेट संचार कषे डसद्धानतों तथा अिधारणाओ ंकी जानकारी दषेना।

    ♦ वयापक अथथि में संचार की भडूमका और क्मता की समझ बनानषे में मदद करना।

    ♦ संगठन कषे िक्ष्यों और नीडतयों की प्राडप्त हषेत ु संचार कषे डिडभनन उपकरणों की जानकारी दषेना।

    ♦ सचंार की किा और डिज्ान कषे बीच तािमषेि हषेत ुसंचार कषे आधडुनक उपकरणों, खास तरौर सषे तकनीकी साफटिषेयर, इंटरनषेट और सचूना प्ररौद्ोडगकी सषे पररडचत कराना।

    ♦ संचार प्रबंध में अचछषे नषेतकृति प्रदान करनषे/उडचत फैसिा करनषे योगय बनाना।

    ♦ सामाडजक-आडथथिक मदु्ों पर सकारातमक जनमत/वयिहार/मनोिकृडत्त को आकार दषेनषे कषे डिए जनसपंकथि /डिज्ापन करौशि का उपयोग प्रदान करना।

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    भारतीय जन संचार संस्ान

    दो सत्ों वािे पाठ्यक्रम में सामानय तौर पर निमिनिनित प्रश्नपत् हैं:

    1. संचार डसद्धानत एिं शोध2. डिज्ापनः डसद्धानत, अिधारणा एिं प्रबंधन3. जनसंपकथि और काॅरपोरषेट संचारः डसद्धानत, उपकरण एिं तकनीक4. डिपणन5. मरौडखक एिं दृश्य संचार6. डिज्ापन, डिपणन एिं जनसंपकथि शोध

    भाग कः सत्र 1 (डसद्धानत)भाम खः सत्र 2 (शोध पररयोजना)

    7. प्रोिकशन, तकनीक एिं पद्धडतयां8. डिडजटि जनसंपकथि एिं काॅरपोरषेट संचार9. मीडिया प्िाडनंग

    10. रचनातमकता और अडभयान आयोजन11. सरकारी संचार12. सािथिजडनक सषेिा डिज्ापन

    सनथातकोत्तर विप्ोमथा पथाठ्यक्रमों कथा अकथादवमक के े्ंिर

    प्र्म सत्र – अगसत से वदसम्बरववितीय सत्र – जनिरी से मई

    प्रथम सत्र का प्रारमभ 1 अगसत 2017

    ढेंकानाि पररसर कषे डिए मधय सत्रािकाश

    दगुाथि पजूा तयरौहार कषे डिए 25 सषे 29 डसतमबर 2017

    नई डदलिी, आइजोि, अमरािती, जमम ूऔर कोट्ायम पररसर कषे डिए

    दीपाििी तयरौहार कषे डिए16 सषे 20 अतूिबर 2017

    प्रथम सत्र की परीक्ा 18 सषे 22 डदसमबर 2017

    शीतकािीन अिकाश 23 डदसमबर 2017 सषे 1 जनिरी 2018 डद्तीय सत्र का प्रारमभ 2 जनिरी 2018डद्तीय सत्र की परीक्ा 23 सषे 27 अपै्रि 2018वयािहाररक प्रडशक्ण (चार सप्ताह कषे डिए) मई 2018

    परीक्ा पररणामों की घोषणा और शडैक्क सत्र की समाडप्त

    मई का अडंतम सप्ताह या जनू का प्रथम सप्ताह, 2018

    *सामानय तौर पर पांच प्रशि पत् प्रथम सत् की परीक्ा में और बाकी दसूरे सत् की परीक्ा में होते हैं।

    पथात्रतथा

    नागरिकताः सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकमों कषे डिए भारतीय नागररक होना आिश्यक ह।ै इसकषे अिािा, अडनिासी भारतीयों/अडनिासी भारतीयों द्ारा सपांसर डकयषे गए उममीदिारों कषे डिए प्रतयषेक पाठ्यकम में पाँच सथान उपिबध हैं। (अडनिासी भारतीय/अडनिासी भारतीयों द्ारा सपांसर डकयषे जो अभयथमी गैर-अडनिासी भारतीय या अडनिासी श्रषेडणयों दोनों कषे डिए आिषेदन दषेना चाहतषे हैं उनहें प्रतयषेक श्रषेणी कषे डिए अिग सषे आिषेदन प्रसततु करना होगा)। गैर अडनिासी सीटों का आधार अडनिायथि योगयता, डिडखत प्रिषेश परीक्ा की योगयता सचूी और उसकषे बाद होनषे िािी

    सामडूहक चचाथि/साक्ातकार अथिा दोनों कषे आधार पर होगा (डिडखत परीक्ा पास करनषे कषे उपरांत)। अडनिासी/अडनिासी भारतीयों द्ारा सपांसर डकयषे गए छात्रों को डिडखत परीक्ा में बैठनषे की आिश्यकता नहीं ह ैतथाडप उनहें सामडूहक चचाथि/साक्ातकार या दोनों कषे डिए उपडसथत होना होगा।

    अननवार्ः डकसी भी डिषय में सनातक उपाडध/डजनहोंनषे सनातक की परीक्ा दी ह ैया दषेनषे जा रहषे हैं, िषे भी आिषेदन कर सकतषे हैं। चयन होनषे पर उनहें संबंडधत पाठ्यकम में असथायी प्रिषेश डदया जाएगा डजसकषे अतंगथित उनहें सथायी प्रिषेश कषे ड िए 31 अगसत 2017 तक या उससषे पिूथि अपनषे डिश्वडिद्ािय/महाडिद्ािय कषे प्रोडिजनि प्रमाण पत्र की मिूप्रडत प्रसततु करनी होगी अनयथा उनका असथायी प्रिषेश रद् कर डदया जाएगा।

    जन्मनतनिः सामानय श्रषेणी कषे अभयडथथियों कषे डिए 1.8.1992 या बाद की। अनसुडूचत जाडत/जनजाडत/शारीररक डदवयांगों कषे डिए 1.8.1987 या बाद की। अनय डपछडषे िगथि कषे डिए 1.8.1989 या बाद की।

    कु् स्थान

    पाठ्यकम नई डदलिी ढेंकानाि अमरािती आइजोि जममू कोट्ायम

    पत्रकाररता (डहनदी) 62 -- -- -- -- --

    पत्रकाररती (अगं्षेजी) 62 62 15 15 15 15

    रषेडियो एिं टीिीपत्रकाररता

    46 -- -- -- -- --

    डिज्ापन एिं जनसंपकथि 70 -- -- -- -- --

    पत्रकाररता (उडडया) -- 23 -- -- -- --

    पत्रकाररता (उदुथि)

    15 -- -- -- -- --

    पत्रकाररता (मराठी) -- -- 15 -- -- --

    पत्रकाररता(मियािम) -- -- -- -- -- 15

    सी्ों कथा आरक्षि

    अ.जा/अ.ज.जा/शारीररक डदवयांग/अ.डप. िगथि अभयडथथियों कषे डिए आरक्ण भारत सरकार कषे आदषेशों कषे अनसुार मानय होगा।

    उममीदिथारों कथा चयन

    सभी पात्र उममीदिारों को उनकषे सियं कषे खचजे पर 28 मई 2017 को नई डदलिी/अहमदाबाद/आईजोि/बेंगिरूू/भोपाि/भिुनषेश्वर/चषेननई/गिुाहाटी/जमम/ूहदैराबाद/कोिकाता/ कोडचच/िखनऊ/ममुबई/नागपरु/पटना/रांची/रायपरु/श्रीनगर में डिडखत परीक्ा कषे डिए बिुाया जाएगा। प्रशासडनक कारणों सषे डकसी भी उममीदिार को डिडखत परीक्ा कषे डिए उसकी पसंद कषे अिािा अनय डकसी कषे नद् पर बिुानषे का अडधकार संसथान कषे पास सरुडक्त ह।ै उदुथि में पत्रकाररता पाठ्यकम कषे डिए डिडखत परीक्ा 27 मई 2017 को नई डदलिी/भोपाि/जमम/ूहदैराबाद/कोिकाता/िखनऊ/ममुबई

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    वििरविका - 2017-2018

    में होगी। उडडया/मराठी/मियािम में पत्रकाररता पाठ्यकम कषे डिए डिडखत परीक्ा 27 मई 2017 को कमशः भिुनषेश्वर, नागपरु एिं कोडचच में होगी।

    डिडखत परीक्ा दषेनषे िािषे सभी आिषेदकों की प्राप्त अकंों कषे आधार पर योगयता-सचूी बनाई जाएगी। प्रतयषेक पाठ्यकम की अिग-अिग (प्रतयषेक पाठ्यकम में आरडक्त सीटों िािषे उममीदिारों कषे डिए अिग-अिग योगयता सचूी सडहत) योगयता-सचूी बनाई जाएगी। योगयता-सचूी िािषे उममीदिारों को उनकषे सियं कषे खचजे पर, जनू कषे अडंतम सप्ताह/जिुाई 2017 कषे पहिषे सप्ताह में नई डदलिी में साक्ातकार/सामडूहक चचाथि कषे डिए बिुाया जाएगा। पि्ी िरीयतथा के आिथार पर के्षत्रीय पररसरों में प्रिेश के व्ए आिेदकों की सखंयथा पयथा्यप्त िोने पर स्ंंबवित के्षत्रीय पररसर यथा के्षत्र के वकसी अन्य शिर में सथाक्षथातकथार कथा सचंथा्न वकयथा जथा सकतथा िै। सथाक्षथातकथार से पूि्य आिेदक को स्थान के ्बथारे में सवूचत वकयथा जथाएगथा।

    पाठ्यकमों में प्रिषेश कषे डिए डिडखत परीक्ा, सामूडहक चचाथि और साक्ातकार में प्राप्त अकंों कषे आधार पर आिषेदकों की योगयता सचूी बनाई जाएगी। डिडखत परीक्ा और सामडूहक चचाथि/साक्ातकर में प्राप्त अकंों कषे का अनपुात 85:15 होगा।

    मितिपूि्य

    सनथातकोत्तर पत्रकथाररतथा विप्ोमथा पथाठ्यक्रम (अंगे्जी) के आिेदकों के व्ए यि ्बतथानथा मितिपूि्य िै वक नई वदल्ी, ढेंकथानथा् (ओविशथा), आइजो् (वमजोरम), अमरथािती (मिथारथाष्ट्), जममू (जममू और कशमीर) यथा कोट्थायम (केर्) पररसरों की अपनी िरीयतथा को फथाम्य में ्बनथाए गए कॉ्म में सपष्ट रूप से दशथा्यए।ं केन्द्ों कथा आिं्न मैरर् और चयन के आिथार पर िोगथा जो आिेदक के प्रिेश परीक्षथा के अंकों पर आिथाररत िोगथा। यवद आिेदक ने िरीयतथा निीं दशथा्यई िै तो ससं्थान सिवििेकथानुसथार केन्द् कथा वनिथा्यरि करेगथा। एक ्बथार अंवतम चयन िो जथाने पर केन्द् पररित्यन स्ंंबिी वकसी आिेदन पर विचथार निीं वकयथा जथाएगथा।

    िाक में दषेरी होनषे या िाक खो जानषे की डजममषेदारी संसथान की नहीं होगी। डििाद होनषे पर मकुदमा कषे िि डदलिी कषे नयायािय में चिाया जा सकषे गा।

    पथाठ्यक्रम शुलक

    पथाठ्यक्रम वशक्षथा शुलक अवनिथासी शे्िी के भथारतीयों के व्ए वशक्षथा शुलक

    पत्रकाररता (डहनदी)पत्रकाररता (अगं्षेजी)

    72,000/- रुपयषे US $ 8,000

    रषेडियो एिं टषेिीडिजन पत्रकाररता

    1,32,000/- रुपयषे US $ 12,000

    डिज्ापन एिं जनसंपकथि 1,02,000/- रूपयषे US $ 12,000पत्रकाररता (उडडया) 39,000/- रुपयषे

    पत्रकाररता (उदुथि) 39,000/- रुपयषे

    पत्रकाररता (मराठी) 39,000/- रुपयषे

    पत्रकाररता (मियािम)

    39,000/- रुपयषे

    अवनिथासी भथारतीय शे्िी के आिेदकों को सथामूविक चचथा्य एिं सथाक्षथातकथार के भुगतथान के रूप में आिेदन पत्र के सथा् US $ 50 कथा विमथंाि ड्थाफ् जो ''भथारतीय जन सचंथार ससं्थान, नई वदल्ी'' के पक्ष में व्खथा गयथा िो, सं् गन करनथा िोगथा।

    भुगतथान तथाव्कथा

    डिद्ाडथथियों को शलुक का भगुतान दो डकसतों में करना होगा। प्रथम डकसत का भगुतान जिुाई 2017 में संसथान द्ारा दी गई डतडथ पर करना होगा। प्रथम डकसत का शलुक दषेनषे कषे उपरांत, यडद अभयथमी 10.8.2017 तक संसथान को डबना सचूना डदए कक्ा में उपडसथत नहीं होगा तो उसका दाडखिा रद् हो जाएगा और उसका खािी सथान योगयता कम सचूी कषे अगिषे अभयथमी को दषे डदया जाएगा तथा उसके विथारथा जमथा शुलक जबत िो जथाएगथा।

    डशक्ा शलुक की दसूरी डकसत का भगुतान 15 जनिरी 2018 तक करना होगा।

    15 जनिरी 2018 कषे बाद 20 रुपयषे प्रडतडदन कषे डहसाब सषे डििमब शलुक डिया जाएगा। डशक्ा शलुक और डििमब शलुक नहीं दषेनषे पर 31 जनिरी 2018 को पाठ्यकम की सचूी में सषे छात्र का नाम काट डदया जाएगा। 15 फरिरी 2018 सषे पहिषे पनुः प्रिषेश कषे डिए 500 रुपयषे दषेनषे होंगषे। पनुः प्रिषेश दषेनषे का अडधकार संसथान कषे पास सरुडक्त ह।ै यवद कोई छथात्र ्बीच में पढथाई छो़ि देतथा िै, तो उसके विथारथा वजन वकसतों कथा भुगतथान वकयथा जथा चुकथा िै िे िथावपस निीं की जथाएगंी।

    शुलक की िथापसी

    यडद कोई डिद्ाथमी पाठ्यकम की कक्ाए ंप्रारमभ होनषे सषे पिूथि पाठ्यकम सषे अपना नाम रद् करिाता ह ैतो उसषे 1000/- रुपयषे प्रोसषेडसंग शलुक काटनषे कषे पश्ात ्शषेष शलुक राडश िाडपस कर दी जाएगी।

    छथात्र कलयथाि वनवि

    प्रिषेश कषे समय प्रतयषेक छात्र को छात्र कलयाण डनडध कषे डिए 3000/- रुपयषे जमा करानषे होंगषे।

    वित्तीय सिथायतथा और पुरसकथार

    संसथान में जरूरतमदं डिद्ाडथथियों को डित्तीय सहायता दषेनषे का प्रािधान ह।ै डदलिी और सभी क्षेत्रीय पररसरों में डिद्ाडथथियों की योगयता कषे आधार पर प्रतयषेक सनातकोत्तर डिप्िोमा पाठ्यकम कषे डिए अधथि/चरौथाई फ्ीडशप उपिबध ह।ै इसकषे डिए प्रथम सत्र कषे पररणाम और उपडसथडत कषे आधार पर मरैरट बनाई जाती ह।ै

    प्रडतिषथि, फ्ीडशप हषेत ुछात्र आिषेदकों में सषे सपुात्र आिषेदकों का चयन करनषे कषे डिए एक सडमडत का गठन डकया जाता ह।ै

    फ्ीवशप िेतु आिेदन करने के व्ए, आिेदन प्रपत्रों में दशथा्यई गई िथाव ््यक घरे्ू आय को, आिशयक प्रथाविकथाररयों विथारथा जथारी आय प्रमथािपत्र के सथा् िी प्रसतुत वकयथा जथानथा चथाविए। छथात्रिवृत्त/फ्ीवशप के व्ए आिेदन के सथा् प्रसतुत घरे्ू आय की कोई अन्य घो्िथा यवद पि्े प्रसतुत घो्िथा से वभन्न िै तो उस आिेदन पत्र पर कोई कथार्यिथाई निीं की जथाएगी।

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    भारतीय जन संचार संस्ान

    छथात्रिवृत्तयथँा

    ‘रवत अग्िथा् छथात्रिवृत्त’ डहनदी पत्रकाररता पाठ्यकम की प्रडतभाशािी छात्रा को उसकषे प्रिषेश परीक्ा कषे प्रदशथिन कषे आधार पर प्रदान की जाएगी।

    ‘स्थार ्ीिी छथात्रिवृत्त’ रषेडियो एिं टषेिीडिजन पत्रकाररता पाठ्यकम कषे डिए एक प्रडतभाशािी डिद्ाथमी को उसकषे प्रिषेश परीक्ा कषे प्रदशथिन कषे आधार पर प्रदान की जाएगी।

    ‘अवचन गथंागुव् छथात्रिवृत्त’ डिज्ापन एिं जनसंपकथि पाठ्यकम कषे डकनहीं दो प्रडतभाशािी डिद्ाडथथियों को प्रिषेश परीक्ा एिं पाठ्यकम की समाडप्त कषे अडंतम पररणाम कषे आधार पर प्रदान की जाएगी।

    ‘जसविन्दर वसिं मेमोररय् छथात्रिवृत्त’ दो प्रडतभाशािी डिद्ाडथथियों – एक डहनदी पत्रकाररता तथा एक रषेडियो एिं टषेिीडिजन पत्रकाररता, को उनकषे प्रिषेश परीक्ा और प्रथम सत्र कषे डनष्पादन कषे आधार पर प्रदान की जाएगंी।

    विद्थाव ््ययों की उपवस्वत

    प्रतयेक सत्र की परीक्षथा में ्ैबठने के व्ए प्रतयेक विद्था्थी की कम से कम 75 प्रवतशत उपवस्वत अवनिथाय्य िै। वजन विद्थाव ््ययों की उपवस्वत इससे कम िोगी उन्िें सत्र की परीक्षथा में ्ैबठने निीं वदयथा जथाएगथा।

    यडद महाडनदषेशक इस बात सषे संतषु्ट हों डक उपडसथडत में कमी ऐसषे कारणों सषे हुई थी जोडक डिद्ाथमी कषे साम्थयथि कषे बाहर थषे तब उपडसथडत में पाँच प्रडतशत तक की कमी को माफ डकया जा सकता ह।ै

    संसथान में सत्र कषे अनत की परीक्ा की उत्तर पडुसतका का पनुः मलूयांकन का प्रािधान नहीं ह।ै छात्र द्ारा डिडखत अनरुोध करनषे पर तथा 100/- रुपयषे प्रडत पडुसतका कषे डहसाब सषे शलुक दषेनषे पर कुि अकंों कषे योग की पनुः जाँच या/और इस बात की जाँच की जा सकषे गी डक डकसी प्रश्न का मलूयांकन छूटा तो नहीं ह।ै

    पूरक परीक्षथा

    परूक परीक्ा में बैठनषे कषे डिए िही डिद्ाथमी पात्र होंगषे ड जनकी उपडसथडत कम सषे कम 50 प्रडतशत होगी। डिद्ाथमी की उपडसथडत 50 प्रडतशत सषे कम होनषे पर उसषे परूक परीक्ा में बैठनषे नहीं डदया जाएगा और उसका नाम संसथान की सचूी में सषे काट डदया जाएगा।

    यडद कोई डिद्ाथमी एक या अडधक प्रश्न पत्रों की परीक्ा नहीं दषे पाया हो या एक या अडधक डिषयों में नयनूतम उत्तीणथि अकं पानषे में डिफि रहा हो या कम उपडसथडत की िजह सषे रोका गया हो, तो शडैक्क सत्र कषे परूा होनषे पर मामिषे कषे गणु दोषों कषे आधार पर परूक परीक्ा में बैठनषे कषे अनरुोध पर डिचार डकया जाएगा। ऐसषे डिद्ाडथथियों को प्रडत प्रश्नपत्र पाँच सरौ रूपयषे शलुक दषेना होगा और उनकषे उत्तीणथि होनषे पर ही डिप्िोमा प्रदान डकया जाएगा। आिश्यक कुि उपडसथडत कषे मानदिं को परूा करनषे िािषे डिद्ाथमी को ही परूक परीक्ा में बैठनषे डदया जाएगा। डिद्ाथमी को परूक परीक्ा में बैठनषे का एक ही अिसर प्राप्त होगा जो अगिषे शडैक्क सत्र में प्रथम सत्र कषे साथ होगा।

    परूक परीक्ा की अकं ताडिका में ‘परूक’ डिखा जाएगा। इसकषे डिए अिग सषे कोई अकं ताडिका जारी नहीं की जाएगी।

    विप्ोमथा के व्ए पथात्रतथा

    डिप्िोमा प्रमाणपत्र पानषे कषे डिए डिद्ाथमी द्ारा प्रथम और डद्तीय सत्र की सभी परीक्ाए ंदषेनी होंगी और प्रतयषेक डिषय में नयनूतम 40 प्रडतशत अकं प्राप्त करनषे होंगषे।

    विद्था्थी अनुशथासन

    • डिद्ाडथथियों को संसथान द्ारा समय-समय पर बनाए जानषे िािी मलूयांकन प्रणािी, शडैक्क दक्ता कषे सतर, अनशुासन, उपडसथडत इतयाडद सषे संबंडधत डनयमों और डिडनयमों का कडाई सषे पािन करना होगा ताडक अधययन कायथिकम संतोषजनक रूप सषे पणूथि हो।

    • ससंथान में ‘भारतीय जन संचार संसथान कषे डिद्ाडथथियों कषे डिए आचार संडहता’ ह ैजो संसथान की िषेबसाईट पर उपिबध ह।ै आिषेदकों को सिाह दी जाती ह ै डक िषे डिद्ाडथथियों कषे डिए आचार संडहता को धयानपिूथिक पढ़ें डजसमें सोशि मीडिया कषे उपयोग की नीडत, संसथान की डिद्ाडथथियों सषे अपषेक्ाएं, अनुशासडनक कायथििाही और अनशुासडनक प्रडकया कषे आधार डदयषे गए हैं। प्रिषेश कषे समय डिद्ाथमी को हसताक्र करनषे होंगषे डक िषे उपरोति आचार संडहता का पािन करेंगषे।

    • डकसी भी डिद्ाथमी का आचरण संतोषजनक न पायषे जानषे पर उसषे डनष्काडसत करनषे का अडधकार संसथान कषे पास सरुडक्त ह।ै

    • संसथान कषे सभी डिप्िोमा पाठ्यकम पणूथिकाडिक पाठ्यकम हैं और इनकषे डिद्ाडथथियों को डकसी भी अनय पणूथिकाडिक या अशंकाडिक कायथि या अधययन करनषे की अनमुडत नहीं ह।ै इसकषे अिािा उनहें इस अिडध कषे दरौरान परूषे डदन की अथिा अशंकाडिक कोई भी नरौकरी करनषे की अनमुडत नहीं ह।ै विद्था्थी विथारथा इस वयिस्था कथा उल्ंघन करने की वस्वत में उसके वख्थाफ उवचत अनुशथासवनक कथार्यिथाई की जथा सकती िै वजसमें पथाठ्यक्रम से वनकथा्था जथानथा भी शथावम् िै। वशकथायत वनिथारि सवमवत विद्था्थी विथारथा सपंक्य वकये जथाने पर विद्था्थी की वशकथायत पर विचथार कर उवचत कथार्यिथाई करेगी।

    शून्य सिनशी्तथा

    भारतीय जन संचार संसथान में यरौन उतपीडन और अनुसडूचत जाडत/अनसुडूचत जनजाडत पर अतयाचार कषे संबंध में शनूय सहनशीिता की नीडत अपनाई जाती ह।ै उलिंघन कषे ऐसषे मामिषे को दषेखनषे और उस पर कडी कारथििाई करनषे कषे डिए एक आतंररक डशकायत सडमडत और अ.जा./अ.ज.जा. प्रकोष्ठ बनाए गए हैं।

    पिचथान पत्र

    नामांकन कषे बाद संसथान द्ारा डिद्ाथमी को पहचान पत्र जारी डकया जाता ह।ै पाठ्यकम समाप्त होनषे पर यह पहचान पत्र िरौटा डदया जाना चाडहए। खोनषे या खराब होनषे पर 100/- रुपयषे का भगुतान करनषे पर दसूरा पहचान पत्र जारी डकया जाता ह।ै

    रोजगथार एिं इं् न्यवशप

    शडैक्क सत्र की समाडप्त पर ससंथान रोजगार/इंटनथिडशप पखिाडषे का आयोजन करता ह ैताडक उद्ोग और डिद्ाडथथियों में परसपर िाताथििाप की सडुिधा

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    वििरविका - 2017-2018

    प्रदान की जा सकषे । तथाडप, संसथान अपनषे डिद्ाडथथियों को रोजगार एिं इंटनथिडशप की गारंटी नहीं दषेता ह।ै

    पुसतकथा्य

    संसथान का पसुतकािय जनसंचार का दषेश का सबसषे बडा पसुतकािय ह।ै इसमें जनसंचार और उससषे संबंडधत डिषयों पर िगभग 30,000 पसुतकें और सडजलद पडत्रकाए ंहैं। पसुतकािय पणूथितः कंप्यूटरीककृ त ह ैऔर इसनषे अपनी हाउसकीडपंग और सषेिा-संचािन को सिचाडित डकया ह।ै आनिाईन पडबिक एकसषेस कैटषेलॉग (ओपषेक) और आनिाइन पडत्रकाए ंडिद्ाडथथियों और संकाय-सदसयों कषे डिए उपिबध हैं। पुसतकािय नषे डिद्ाडथथियों, संकाय एिं शोध डिद्ानों कषे डिए बहुमाधयम, संदभथि एिं शोध अनभुाग भी डिकडसत डकयषे हैं।

    पसुतकािय सोमिार सषे शडनिार तक प्रातः 9.00 बजषे सषे सायं 7.00 बजषे तक खिुा रहता ह।ै और छुट्ी कषे डदनों में बंद रहता ह।ै प्रतयषेक डिद्ाथमी को पसुतकािय डसकयरुरटी कषे डिए 5,000/- रुपयषे जमा करानषे होंगषे जो उसषे पाठ्यकम कषे अनत में पसुतकािय की कोई डकताब या सामान न खोनषे/खराब होनषे पर िरौटा डदयषे जाएगंषे। प्रतयषेक डिद्ाथमी एक बार में एक सप्ताह कषे डिए दो पसुतकें िषे सकता ह।ै यडद कोई डिद्ाथमी पसुतकािय की कोई पसुतक खो दषेता ह ैतो उसषे या तो नई पसुतक दषेनी होगी अथिा उसका मलूय चकुाना होगा। जमानत कषे रूप में जमा राडश की िापसी हषेत ुपसुतकािय सषे ‘अदषेयता प्रमाण पत्र’ प्राप्त करना आिश्यक ह।ै यडद पाठ्यकम परूा होनषे कषे तीन िषथि कषे भीतर जमा राडश की िापसी हषेत ुदािा नहीं डकया जाता ह ैतो यह जमा राडश जबत कर िी जाएगी।

    उपकरि एिं सवुििथाएं

    संसथान कषे पास संचार की डिडभडनन शाखाओ ंका वयािहाररक प्रडशक्ण दषेनषे हषेत ुपयाथिप्त सडुिधाए ंहैं। संसथान कषे पास पणूथितः सडजजत धिडन और टीिी प्रयोगशािाए ंऔर अनय श्रवय-दृश्य सडुिधाए ंहैं। टीिी और िीडियो कायथिकम प्रोिकशन कषे डिए डिडजटि ई.एन.जी कैमरषे , बहुमाधयम प्रयोगशािाएं, डसंक और डिशषेष प्रभाि िािषे जषेनरषेटरों कषे साथ कैमरा डनयंत्रण यडूनटें, संपादन कंसोि और टीिी सूटडियो में कूि िाईट इतयाडद सडुिधाए ंहैं। । संसथान कषे पास डिडजटि धिडन संपादन/ररकाडििंग और नान िीडनयर डिडजटि िीडियो संपादन सडुिधाए ंहैं। िीडियो संपादन सडुिधा में सिथिर आधाररत नषेटिडकिं ग और फाइिन कट प्रो मशीनें शाडमि हैं।

    संसथान की वयापक सडुिधाओ ंमें दो दजथिन िी.एस. एि.आर कैमरषे हैं डजन पर डिद्ाडथथियों को प्रडशक्ण डदया जाता ह।ै सभी कक्ाए ंप्रोजषेकटसथि और अनय शकै्डणक सडुिधा उपकरणों सषे समपनन हैं।

    संचार कषे क्षेत्र में होनषे िािी प्रगडत, डिशषेष तरौर पर कमप्यूटर आधाररत संपादन एिं प्रकाशन को धयान में रखतषे हुए संसथान डिद्ाडथथियों को पसथिनि कमप्यूटर, बहु माधयम प्रणािी, िीडियो संपादन उपकरणों, डकिप िीडियो कैमरषे, िाईस ररकािथिर इतयाडद कषे उपयोग की सडुिधाए ंदषेता ह ैडजससषे िषे इिषेकट्राडनक संपादन और कमप्यूटर आधाररत ग्ाडफक िषे-आउट, डिजाइन और प्रकाशन सीख सकें ।

    डिद्ाडथथियों को डिडभनन साफटिषेयरों जसैषे एिोबषे पषेजमषेकर, किाकथि -एकसप्रषेस, एटोबषे फोटोशोप, कोरि ड्ा, मैकोमीडिया िायरषेकटर, कुि एडिट प्रो, नयजूरैप, एिोबषे इनडिजाइन इतयाडद में प्रडशक्ण डदया जाता ह।ै

    संसथान कषे पररसर में िाई-फाई सडुिधा उपिबध ह।ै

    भथारतीय जन सचंथार ससं्थान के प्रकथाशन

    (क) पवत्रकथाएंसंसथान दो डतमाही शोध पडत्रकाओ ंअगं्षेजी में ‘कमयडुनकषे टर’ और डहनदी में ‘संचार माधयम’ का प्रकाशन करता ह।ै

    (ख) पुसतकेंसंसथान जनसंचार पर शोध संकिनों, संपाडदत िालयमु और नयजू िैटर कषे अिािा अगं्षेजी और डहनदी में पसुतकों का प्रकाशन करता ह।ै

    पे्रस

    संसथान कषे डदलिी पररसर में डपं्रडंटग प्रषेस ह ैडजसमें ऑफसषेट और सकीन डपं्रडंटग की सडुिधाए ंहैं।

    सथंासकृवतक गवतविवियथंा

    गणतंत्र डदिस, सितंत्रता डदिस कषे अिािा ससंथान अपना सथापना डदिस, राष्ट्रीय प्रषेस डदिस, राष्ट्रीय यिुा डदिस, अधयापक डदिस, अतंराथिष्ट्रीय मडहिा डदिस इतयाडद कषे अिसर पर सांसककृ डतक, साडहडतयक कायथिकमों का आयोजन करता ह।ै संसथान समय-समय पर प्रखयात ितिाओ/ंकिाकारों कषे वयाखयानों/प्रसततुीकरणों का आयोजन करता ह।ै

    सपूंि्य सिथास्थय केन्द्

    डदलिी पररसर में संपणूथि सिास्थय कषे नद् डकयाशीि ह ै जहाँ सोमिार सषे शडनिार तक एिोपैडथक, आयिुजेडदक और होमयोपैथी िाकटरों कषे साथ-साथ एक किीडनकि मनोिैज्ाडनक भी आतषे हैं। ढेंकानाि कषे नद् में भी डचडकतसक आतषे हैं जबडक सभी पररसरों सें आपात डचडकतसकीय सडुिधाए ँउपिबध कराई जाती हैं।

    योग

    सामानय सिास्थय और कलयाण को बढ़ािा दषेनषे कषे डिए ससंथान में डनयडमत रूप सषे योग प्रडशक्ण सत्र आयोडजत डकए जातषे हैं।

    छथात्रथािथास सवुििथा

    नई डदलिी में छात्रािास की सीडमत वयिसथा कषे िि छात्राओ ंकषे डिए ह।ै ढेंकानाि में छात्रािास सुडिधा छात्रों और छात्राओ ंदोनों कषे डिए ह।ै अमरािती, जमम ूऔर कोट्ायम में छात्र और छात्राओ ंदोनों कषे डिए सीडमत छात्रािास सुडिधा उपिबध हैं। आइजोि में छात्रािास सुडिधा अनुरोध करनषे पर उपिबध कराई जाती ह।ै

    मैस और कैं ्ीन

    ससंथान कषे छात्रािासों में भोजन कक् (मषेस) सडुिधा ह ैजहाँ अचछी गणुित्ता िािा भोजन उडचत दरों पर उपिबध ह।ै संसथान कषे डदलिी पररसर में एक कैं टीन ह ैजहाँ भोजन और नाश्ता सभी कायथिडदिसों में उडचत दरों पर उपिबध कराया जाता ह।ै

    खे् सवुििथाएं

    संसथान कषे डदलिी पररसर में िॉन टषेडनस, बषेिडमंटन और िािीबाि कोटथि हैं। इसकषे अिािा टषेबि टषेडनस खषेिनषे की सडुिधा भी ह।ै ढेंकानाि पररसर में बैिडमंटन और टषेबि टषेडनस सडुिधाए ंहैं।

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    भारतीय जन संचार संस्ान

    ्बैंक और ए ्ी एम

    संसथान कषे डदलिी पररसर में बैंक और ए टी एम सडुिधाए ंहैं।

    अन्य सवुििथाएं

    ससंथान कषे डदलिी पररसर में एक सभागार 'महातमा गाँधी मंच' ह ैडजसकी क्मता 400 सषे भी अडधक ह।ै साथ ही 100 वयडतियों की क्मता िािा िोकमानय बािगगंाधर डतिक डमनी सभागार भी ह।ै संसथान में कई संगोष्ठी एि ंसममषेिन कक्ों कषे अिािा एक ओपन एफंीडथयषेटर (मषेघदतू) भी ह।ै इसकषे अिािा संसथान में उद्ान और िॉन हैं। सिामी डििषेकानंद समारक डशिा को डिशषेष रूप में इस तरह डिकडसत डकया गया ह ैजहाँ डिद्ाथमी खािी समय में पढ़ सकतषे हैं।

    रे् और विमथान वकरथायों में ररयथायत

    रषेि और डिमान सषे यात्रा करनषे िािषे डिद्ाथमी छुरट्यों कषे दरौरान अपनषे घर जानषे कषे डिए ररयायत सडुिधा का िाभ डनयमानसुार उठा सकतषे हैं।

    इिंसट्ी इं् रफेस एिं पूि्य छथात्र

    संसथान नषे अपनषे अडसतति कषे पाँच दशकों में एक मजबतू इिंसट्री इंटरफषे स का डनमाथिण डकया ह।ै संसथान कषे पिूथि छात्र आज मीडिया, सरकार, कारॅपोरषेट और गैर सरकारी संगठनों कषे शीषथि सथानों पर डनयतुि हैं।

    सोश् मीवियथा िैंिलस

    ससंथान का अपना फषे सबकु पषेज, य ू्टयबू चनैि और ्टडिटर हैंिि ह ैडजनसषे शडैक्क/सांसककृ डतक/प्रशासडनक सचूना को संकाय-सदसयों, कमथिचाररयों, डिद्ाडथथियों, पिूथि छात्रों और जनता तक फैिाया जा सकता ह।ै

    डिद्ाथमी डनमनडिडखत को फोिो/िाइक/सबसकाईब कर सकतषे हैं:

    फषे सबकु : https://www.facebook.com/IIMC1965्टडिटर : https://twitter.com/IIMC_Indiaय ू्टयबू : https://www.youtube.com/channel/ UCmA45KCykBbOLpOG4p71 AA

    िरथा भरथा और सिच्छ आई.आई.एम.सी

    अराििी पिथित श्रकृखंिा की गोद में डसथत संसथान का डदलिी पररसर हरा भरा, सिसथ और शांत िातािरण प्रसततु करता ह।ै हररयािी में अडभिकृडद्ध कषे डिए डनयडमत िकृक्ारोपण अडभयान चिाए जातषे हैं। ढेंकानाि पररसर पैडनहोिा (उडडया में झिूता पानी) घाटी में डसथत ह ैजो एक ऐश्वयथि समपनन दृश्य प्रसततु करता ह।ै

    िूम्रपथान वन्ेि के्षत्र

    संसथान का डदलिी पररसर पणूथि रूप सषे धमू्रपान डनषषेध क्षेत्र ह।ै यहाँ शराब/दिा एिं नशीिषे पदाथषों पर कडा प्रडतबंध ह।ै उलिंघन काननू कषे अनसुार दिंनीय ह।ै

    कथाय्य समय

    संसथान सोमिार सषे शकुिार तक प्रातः 9.30 बजषे सषे सायं 6.00 बजषे तक खिुा रहता ह ैऔर भारत सरकार द्ारा डदलिी कषे डिए घोडषत सभी छुरट्यों का अनसुरण करता ह।ै क्षेत्रीय पररसर डदलिी कैिषेणिर का अनसुरण करतषे

    हैं, तथाडप डदलिी मखुयािय सषे परामशथि करकषे संबंडधत कषे नद्ों द्ारा कुछ पररितथिन डकयषे जा सकतषे हैं।

    मितिपूि्य वतव्यथँा

    आिषेदन पत्रो की डबकी का आरंभ 3 अपै्रि, 2017आिषेदन पत्रों की डबकी समाडप्त 5 मई, 2017भरषे गए आिषेदन पत्र सिीकार करनषे की अडंतम डतडथ 5 मई, 2017सभी पाठ्यकमों की प्रिषेश परीक्ा (उदुथि, उडडया, मराठी और मियािम को छोडकर)

    28 मई, 217

    पत्रकाररता (उदुथि, उडडया, मराठी और मियािम) की प्रिषेश परीक्ा

    27 मई, 2017

    प्रिषेश परीक्ा पररणामों की घोषणा जनू, 2017 का प्रथम या डद्तीय सप्ताह

    साक्ातकार डतडथयां जनू अडंतम सप्ताह/जिुाई प्रथम सप्ताह

    अडंतम चयन की घोषणा जिुाई 2017 दसूरा सप्ताह/तीसरा सप्ताह

    शलुक की पहिी डकसत जमा करनषे की अडंतम डतडथ जिुाई, 2017 तकृतीय सप्ताह

    *सनातक अकं सचूी/उपाडध-पत्र जमा करानषे की अडंतम डतडथ डजसकषे न डमिनषे पर असथायी प्रिषेश रद् कर डदया जाएगा

    31 अगसत, 2017

    शडैक्क सत्र प्रारंभ जिुाई का अडंतम या अगसत, 2017 का प्रथम सप्ताह

    *उन आिषेदकों कषे डिए डजनहोंनषे अडंतम िषथि की परीक्ा दी हो परनत ुपररणाम घोडषत न हुआ हो।

    महतिपणूथिः संसथान सभी डनडदथिष्ट डतडथयों में आिषेदन पत्र डिकय और सिीकार करषेगा। सािथिजडनक छुट्ी घोडषत होनषे पर अगिा कायथिडदिस अडंतम डतडथ माना जाएगा।

    प्रिेश प्रवक्रयथा

    1. सभी पाठ्यकमों में प्रिषेश हषेत ु चयन डिडखत परीक्ा और डनजी साक्ातकार/सामडूहक चचाथि कषे आधार पर होगा। पत्रकाररता (डहनदी) और पत्रकाररता (अगं्षेजी) कषे डिए प्रिषेश परीक्ा और प्रश्नपत्र समान होंगषे। आिषेदक या तो पत्रकाररता (डहनदी) और पत्रकाररता (अगं्षेजी) कषे डिए आिषेदन कर सकता ह ैऔर अपनषे उत्तर कमशः डहनदी या अगं्षेजी में डिख सकता ह।ै आिषेदक पत्रकाररता (उदुथि), पत्रकाररता (उडडया), पत्रकाररता (मराठी) और पत्रकाररता (मियािम) में सषे डकसी एक पाठ्यकम कषे डिए प्रिषेश परीक्ा में बैठ सकता ह।ै रषेडियो और टीिी पत्रकाररता, डिज्ापन एिं जनसंपकथि कषे डिए प्रश्नपत्र और परीक्ा अिग-अिग होंगषे।

    2. डिडखत परीक्ा और डनजी साक्ातकार/सामडूहक चचाथि का अनपुात 85:15 होगा।

    3. उममीदिार का डनमनडिडखत क्षेत्रों में आकिन डकया जाएगाः

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    वििरविका - 2017-2018

    क) पत्रकथाररतथा के व्एःi) सामान्य़ जागरूकता, सामाडजक गडतशीिता की जानकारी,

    सामाडजक एिं सांसककृ डतक इडतहास, काननूी एिं संिैधाडनक प्रािधान, नागररक अडधकार, डिकास मुद्षे डिशषेष तरौर पर सिास्थय, डशक्ा, पररडसथडत-डिज्ान, अथथिवयिसथा, अतंराथिष्ट्रीय डिकास और भारत में उनकषे प्रभाि।

    ii) अडभरूडच और मानडसक रुझानiii) भाषा क्मता तथा मरौडखक एिं िषेखन करौशिiv) डिश्षेषणातमक एिं समझ करौशिv) सामाडजक मदु्ों कषे प्रडत संिषेदनशीिताvi) नैडतकता और मलूयख) विज्थापन एिं जनसपंक्य के व्एःi) डिकास और सािथिजडनक मदु्ों कषे संबंध में सामानय जागरूकताii) अडभरुडच और मानडसक रुझानiii) भाषा क्मताiv) डिश्षेषणातमक एिं समझ करौशिv) बांि जागरूकता एिं ररकािvi) सामाडजक चषेतनाvii) सोच क्मताएं

    4. डिडखत परीक्ा अडखि भारतीय आधार पर नई डदलिी, अहमदाबाद (गुजरात), आईजोि (डमजोरम), भुिनषेश्वर (ओडिशा), बेंगिूरू (कनाथिटक), भोपाि (म.प्र.), चषेननई (तडमिनािु) गिुाहाटी (असम), जमम ू और श्रीनगर (जमम ू और कश्मीर), हदैराबाद (आधं्र प्रदषेश, तषेिंगाना)