महाभारत कथा – भाग १

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ममममममम ममम – ममम http://hindipatal.wordpress.com/%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%81/%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A5%80%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%81/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%97-%E0%A5%A7/ ममममममममम मम ममममममम मम मम मममममममम पपपपपप पप पपपपपप पपपपपपप पप पप पपपपप, पपपपप पप पपपपपपपप, पपपपपपपप पप पपप, पप पपप पप पपपपपपपप पपपपपपप पप पपपप पपपपपपपपपप पप पपप , पपप पप पपपप पपपप, पप पपपप पप पपपपप पपपपपपप पपपपपप पपपप पपप पपपप पप पपप पपप पपप पप पपप पप पपप पपप पपपप पपपप पपपपपपप पप पपप पपप प पप पपपप पपप पपपपपपप पप पपपपपपपपप पपपपप पपपपपपप प पपपप पप पपपप पपप पप पप – पपप पपपपपपपपपपपप पप पपपपपपप पप पपपपपपप पप पपपप पप पपपपपपप प पप पपपपपपप पप पपपपपपपपप पपप पपपप पप पपपपप पप पपपपपपपप पप पप पपपप पपप पपपपपपपपपपपप पप पपपपप पप पपपप पपपपपपपपप पप पपपपपप पपपपपपप पपप पपपप पपप पप पपपपपपप पपपपपप पप पपप पपपप पपपप पप पपपप पपप पपप पप पपपप पपपपपपपप पपपपप पपपपपपपपपप पपपपप पपपप पप पपपपपप पपपपपपपपपपप पप पपपपप पपपपपपप पपपप पपप पपपपपपपपपप पपपप पपपपपपप पपपप पपपपप पपपप पपप पपप पप पपप पप पपपपप पप पपपप पपप पप पपप पप पपप पपपप पपप पप प पप पपपप पपप पप पपपपप पपपप पप पपपप पपपपपप पपपपपपप पपपप पपपपप पपपपप प पपपपप पपपपप पप पप पपप पपपपपपपपप पपपपप पप पपपपप पप पपपप पप पपप, “पप पपपपप! पपपपपप पप पपपपप पपपपपप पप पपप पपप, पपपपपप पपपप पप पपपपप पपप पपपपपप पप” पप पपपपप पप पपप पप पपपपपप पपपपपपप पप पपपप, “पपपपपप! पप पपप पपप?” पपपपपप पप पपप, “पपपप पपप पपपपपपपप पप पप पपप पपपप पपप पप पपपपपप पपप” पप पपपपप पप पपप पपप पप पपपपपप पपपपपपप पपपपपपपपपपप पपपप पपपप, “पपपपपप पप पपपपप पपपपपपपपपप पपप पपप पप पपपप पपपपपप पपपप पपप?” पपपप पप पपपपपप पप पपपपप पपप पपपपपपपप पप पपप, “पपपपपप पपप पपपप पपपप-पपपप पपपपप पप पपपप पपपप पपपप पप पपपप पपपप पपपप पप पपपप पप पपप पपपप पपपप पप पपपप पप पपपपपप पपपप पपपपप पप पपपप पपपपप प पपप पपपप पपपप पपप प पपपप पपपप पपप पपपप पपप पप पपपपपप पपप पप पपपप पप पप पपपप पपपप प पपप पप पपप पपपपपपपप पप पपपप पपप -पपपप पपपपपपपप पपपप पपपप, पपपप पपपप पपपप पपप पपपप पपपप पपपप – पप पपपपप पप पपपप पपपप पपप पप पपपपपप पपपप पपप पपपप पपपप पपपपपपपपपपपप पप पपपपप पप पपपपप पपपपपप पपपपपपप पप पपप, “पपपपपपपप! पपप पपपपपपपप पपप पपपपपपपप पपपपपपपप पप पपप पप पपप पपपप पपपप पपपपपपप पपपपपप पप पपपप पपप पपपपपपप पपपप पपपपपप पप पपपपपप प पप पप पपप पपपपप पपपपप पपपप पपपपप पपप” पपपपपपपप पप पपपपपप पपपपपपप पप पपपपप पप पपपप पप, पपप प पपपप पपपपपपपप पपपपपप पप पप पपपपप प पपपपपपप पपपपप पप पपपप पपप

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Page 1: महाभारत कथा – भाग १

महा�भा�रत कथा� – भा�ग १http://hindipatal.wordpress.com/%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%81/%E0%A4%AA%E0%A5%8D%E0%A4%B0%E0%A4%BE%E0%A4%9A%E0%A5%80%E0%A4%A8-%E0%A4%95%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%A8%E0%A4%BF%E0%A4%AF%E0%A4%BE%E0%A4%81/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE/%E0%A4%AE%E0%A4%B9%E0%A4%BE%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%B0%E0%A4%A4-%E0%A4%95%E0%A4%A5%E0%A4%BE-%E0%A4%AD%E0%A4%BE%E0%A4%97-%E0%A5%A7/

चन्द्रवं�श से� क� रुवं�श तक क� उत्पत्ति�

पु�रा�णो� के अनु�सा�रा ब्रह्मा� जी� सा अत्रि�, अत्रि� सा चन्द्रमा�, चन्द्रमा� सा बु�ध, औरा बु�ध सा इला�नुन्दनु पु�रूरावा� के� जीन्मा हुआ। पु�रूरावा� सा आयु�, आयु� सा रा�जी� नुहुष, औरा नुहुष सा युयु�त्रि$ उत्पुन्न हुए। युयु�त्रि$ सा पु�रू हुए। पु)रू के वा*श मा, भरा$ औरा भरा$ के के� ला मा, रा�जी� के� रु हुए। के� रु के वा*श मा, श�न्$नु� के� जीन्मा हुआ। श�न्$नु� सा गं*गं�नुन्दनु भ�ष्मा उत्पुन्न हुए। उनुके द� छो�टे भ�ई औरा थे – चिच��*गंद औरा त्रिवाचिच�वा�यु6। यु श�न्$नु� सा सात्युवा$� के गंभ6 सा उत्पुन्न हुए थे। श�न्$नु� के स्वागं6ला�के चला जी�नु पुरा भ�ष्मा नु अत्रिवावा�त्रि8$ रा8 केरा अपुनु भ�ई त्रिवाचिच�वा�यु6 के रा�ज्यु के� पु�लानु त्रिकेयु�।भ�ष्मा मा8�भ�रा$ के प्रमा�ख पु��< मा, सा एके 8=। यु मा8�रा�जी� श�*$नु� के पु�� थे। अपुनु त्रिपु$� के� दिदयु गंयु वाचनु के के�राणो इन्8<नु आजी�वानु ब्रह्माचयु6 के� व्र$ चिलायु� थे�। इन्8, इच्छा�माAत्यु� के� वाराद�नु प्र�प्$ थे�।

एके बु�रा 8स्तिस्$नु�पु�रा नुराश दुष्यु*$ आखटे खलानु वानु मा, गंयु। जिजीसा वानु मा, वा चिशके�रा के चिलायु गंयु थे उसा� वानु मा, केण्वा ऋत्रिष के� आश्रमा थे�। केण्वा ऋत्रिष के दश6नु केरानु के चिलायु मा8�रा�जी दुष्यु*$ उनुके आश्रमा पुहुIच गंयु। पु�के�रा लागं�नु पुरा एके अत्रि$ ला�वाण्युमायु� केन्यु� नु आश्रमा सा त्रिनुकेला केरा के8�, “8 रा�जीनुJ! मा8र्षिषL $� $�थे6 यु��� पुरा गंयु 8=, त्रिकेन्$� आपुके� इसा आश्रमा मा, स्वा�गं$ 8M।” उसा केन्यु� के� दख केरा मा8�रा�जी दुष्यु*$ नु पु)छो�, “बु�चिलाके ! आपु केNनु 8=?” बु�चिलाके� नु के8�, “मारा� नु�मा शके� न्$ला� 8M औरा मा= केण्वा ऋत्रिष केO पु��� हूँI।” उसा केन्यु� केO बु�$ सा�नु केरा मा8�रा�जी दुष्यु*$ आश्चयु6चत्रिके$ 8�केरा बु�ला, “मा8र्षिषL $� आजीन्मा ब्रह्माच�रा� 8= त्रिRरा आपु उनुकेO पु��� केM सा 8ईं?” उनुके इसा प्रश्न के उत्तरा मा, शके� न्$ला� नु के8�, “वा�स्$वा मा, मारा मा�$�-त्रिपु$� मानुके� औरा त्रिवाश्वा�मिमा� 8=। मारा� मा�$� नु मारा जीन्मा 8�$ 8� मा�झे वानु मा, छो�ड़ दिदयु� थे� जी8�I पुरा शके� न्$ नु�माके पुक्षी� नु मारा� राक्षी� केO। इसा� चिलायु मारा� नु�मा शके� न्$ला� पुड़�। उसाके बु�द केण्वा ऋत्रिष केO दृमि\ मा�झे पुरा पुड़� औरा वा मा�झे अपुनु आश्रमा मा, ला आयु। उन्8<नु 8� मारा� भरानु-पु�षणो त्रिकेयु�। जीन्मा दनु वा�ला�, पु�षणो केरानु वा�ला� $थे� अन्न दनु वा�ला� – यु $�नु< 8� त्रिपु$� के8 जी�$ 8=। इसा प्रके�रा केण्वा ऋत्रिष मारा त्रिपु$� हुयु।”

शके� न्$ला� के वाचनु< के� सा�नुकेरा मा8�रा�जी दुष्यु*$ नु के8�, “शके� न्$ला! $�मा क्षीत्रि�यु केन्यु� 8�। $�म्8�रा साNन्दयु6 के� दख केरा मा= अपुनु� हृदयु $�म्8, अर्षिपुL$ केरा च�के� हूँI। युदिद $�म्8, त्रिकेसा� प्रके�रा केO आपुत्तित्त नु 8� $� मा= $�मासा त्रिवावा�8 केरानु� च�8$� हूँI।” शके� न्$ला� भ� मा8�रा�जी दुष्यु*$ पुरा मा�त्रि8$ 8� च�केO थे�, अ$` उसानु अपुनु� स्वा�केA त्रि$ प्रद�नु केरा दa। द�नु< नु, गंन्धवा6 त्रिवावा�8 केरा चिलायु�। के� छो के�ला मा8�रा�जी दुष्यु*$ नु शके� न्$ला� के सा�थे त्रिवा8�रा केरा$ हुयु वानु मा, 8� व्य$�$ त्रिकेयु�। त्रिRरा एके दिदनु वा शके� न्$ला� सा बु�ला, “त्रिप्रयु$मा! मा�झे अबु अपुनु� रा�जीके�यु6 दखनु के चिलायु 8स्तिस्$नु�पु�रा प्रस्था�नु केरानु� 8�गं�। मा8र्षिषL केण्वा के $�थे6 यु��� सा लाNटे आनु पुरा मा= $�म्8, यु8�I सा त्रिवाद� केरा� केरा अपुनु रा�जीभवानु मा, ला जी�उIगं�।” इ$नु� के8केरा मा8�रा�जी नु शके� न्$ला� के� अपुनु प्रमा के प्र$�के के रूपु मा, अपुनु� स्वाणो6 मा�दिद्रके� दa औरा 8स्तिस्$नु�पु�रा चला गंयु।

एके दिदनु उसाके आश्रमा मा, दुवा�6सा� ऋत्रिष पुध�रा। मा8�रा�जी दुष्यु*$ के त्रिवारा8 मा, ला�नु 8�नु के के�राणो शके� न्$ला� के� उनुके आगंमानु के� ज्ञा�नु भ� नु8f हुआ औरा उसानु दुवा�6सा� ऋत्रिष के� युथे�चिच$ स्वा�गं$ सात्के�रा नु8f त्रिकेयु�। दुवा�6सा� ऋत्रिष नु इसा अपुनु� अपुमा�नु सामाझे� औरा क्रो�मिध$ 8� केरा बु�ला, “बु�चिलाके ! मा= $�झे श�पु द$� हूँI त्रिके जिजीसा त्रिकेसा� के ध्यु�नु मा, ला�नु 8�केरा $)नु मारा� त्रिनुरा�दरा त्रिकेयु� 8M, वा8 $�झे भ)ला जी�युगं�।” दुवा�6सा� ऋत्रिष के श�पु के� सा�नु केरा शके� न्$ला� के� ध्यु�नु टे)टे� औरा वा8 उनुके चराणो< मा, त्रिगंरा केरा क्षीमा� प्र�थे6नु� केरानु लागं�। शके� न्$ला� के क्षीमा� प्र�थे6नु� सा द्रत्रिवा$ 8� केरा दुवा�6सा� ऋत्रिष नु के8�, “अच्छा� युदिद $रा पु�सा उसाके� के�ई प्रमा चिचन्8 8�गं� $� उसा चिचन्8 के� दख उसा $रा� स्माAत्रि$ 8� आयुगं�।”

Page 2: महाभारत कथा – भाग १

मा8�रा�जी दुष्यु*$ के सा8वा�सा सा शके� न्$ला� गंभ6वा$� 8� गंई थे�। के� छो के�ला पुश्च�$J केण्वा ऋत्रिष $�थे6 यु��� सा लाNटे $बु शके� न्$ला� नु उन्8, मा8�रा�जी दुष्यु*$ के सा�थे अपुनु गंन्धवा6 त्रिवावा�8 के त्रिवाषयु मा, बु$�यु�। इसा पुरा मा8र्षिषL केण्वा नु के8�, “पु���! त्रिवावा�त्रि8$ केन्यु� के� त्रिपु$� के घरा मा, रा8नु� उचिच$ नु8f 8M। अबु $रा पुत्रि$ के� घरा 8� $रा� घरा 8M।” इ$नु� के8 केरा मा8र्षिषL नु शके� न्$ला� के� अपुनु चिशष्यु< के सा�थे 8स्तिस्$नु�पु�रा त्तिभजीवा� दिदयु�। मा�गं6 मा, एके सारा�वारा मा, आचमानु केरा$ सामायु मा8�रा�जी दुष्यु*$ केO दa हुई शके� न्$ला� केO अIगं)ठीk, जी� त्रिके प्रमा चिचन्8 थे�, सारा�वारा मा, 8� त्रिगंरा गंई। उसा अIगं)ठीk के� एके माछोला� त्रिनुगंला गंई।

मा8�रा�जी दुष्यु*$ के पु�सा पुहुIच केरा केण्वा ऋत्रिष के चिशष्यु< नु शके� न्$ला� के� उनुके सा�मानु खड़� केरा के के8�, “मा8�रा�जी! शके� न्$ला� आपुकेO पुत्नु� 8M, आपु इसा स्वा�के�रा केरा,।” मा8�रा�जी $� दुवा�6सा� ऋत्रिष के श�पु के के�राणो शके� न्$ला� के� त्रिवास्माA$ केरा च�के थे। अ$` उन्8<नु शके� न्$ला� के� स्वा�के�रा नु8f त्रिकेयु� औरा उसा पुरा के� लाटे� 8�नु के� ला�Iछोनु लागं�नु लागं। शके� न्$ला� के� अपुमा�नु 8�$ 8� आके�श मा, जी�रा< केO त्रिबुजीला� केड़के उठीk औरा साबु के सा�मानु उसाकेO मा�$� मानुके� उसा उठी� ला गंई।

जिजीसा माछोला� नु शके� न्$ला� केO अIगं)ठीk के� त्रिनुगंला चिलायु� थे�, एके दिदनु वा8 एके माछो� आरा के जी�ला मा, आ RI सा�। जीबु माछो� आरा नु उसा के�टे� $� उसाके पुटे अIगं)ठीk त्रिनुकेला�। माछो� आरा नु उसा अIगं)ठीk के� मा8�रा�जी दुष्यु*$ के पु�सा भ,टे के रूपु मा, भजी दिदयु�। अIगं)ठीk के� दख$ 8� मा8�रा�जी के� शके� न्$ला� के� स्माराणो 8� आयु� औरा वा अपुनु केA त्यु पुरा पुश्च�$�पु केरानु लागं। मा8�रा�जी नु शके� न्$ला� के� बुहु$ ढुँ�Iढुँवा�यु� त्रिकेन्$� उसाके� पु$� नु8f चला�।

के� छो दिदनु< के बु�द दवारा�जी इन्द्र के त्रिनुमान्�णो पु�केरा दवा�सा�रा सा*ग्रा�मा मा, उनुकेO सा8�यु$� केरानु के चिलायु मा8�रा�जी दुष्यु*$ इन्द्र केO नुगंरा� अमारा�वा$� गंयु। सा*ग्रा�मा मा, त्रिवाजीयु प्र�प्$ केरानु के पुश्च�$J जीबु वा आके�श मा�गं6 सा 8स्तिस्$नु�पु�रा लाNटे रा8 थे $� मा�गं6 मा, उन्8, केश्युपु ऋत्रिष के� आश्रमा दृमि\गं$ हुआ। उनुके दश6नु< के चिलायु वा वा8�I रुके गंयु। आश्रमा मा, एके सा�न्दरा बु�लाके एके भयु*केरा सिंसाL8 के सा�थे खला रा8� थे�। मानुके� नु शके� न्$ला� के� केश्युपु ऋत्रिष के पु�सा ला�केरा छो�ड़� थे� $थे� वा8 बु�लाके शके� न्$ला� के� 8� पु�� थे�। उसा बु�लाके के� दख केरा मा8�रा�जी के हृदयु मा, प्रमा केO भ�वानु� उमाड़ पुड़�। वा उसा गं�द मा, उठी�नु के चिलायु आगं बुढ़े $� शके� न्$ला� केO साख� चिचल्ला� उठीk, “8 भद्र पु�रुष! आपु इसा बु�लाके के� नु छो� यु, अन्युथे� उसाकेO भ�जी� मा, बुIध� के�ला� डो�रा� सा�Iपु बुनु केरा आपुके� डोसा लागं�।” यु8 सा�नु केरा भ� दुष्यु*$ स्वायु* के� नु रा�के साके औरा बु�लाके के� अपुनु गं�द मा, उठी� चिलायु�। अबु साख� नु आश्चयु6 सा दख� त्रिके बु�लाके के भ�जी� मा, बुIध� के�ला� गं*डो� पुAथ्वा� पुरा त्रिगंरा गंयु� 8M। साख� के� ज्ञा�$ थे� त्रिके बु�लाके के� जीबु केभ� भ� उसाके� त्रिपु$� अपुनु गं�द मा, लागं� वा8 के�ला� डो�रा� पुAथ्वा� पुरा त्रिगंरा जी�युगं�। साख� नु प्रसान्न 8� केरा सामास्$ वाA$�न्$ शके� न्$ला� के� सा�नु�यु�। शके� न्$ला� मा8�रा�जी दुष्यु*$ के पु�सा आई। मा8�रा�जी नु शके� न्$ला� के� पु8च�नु चिलायु�। उन्8<नु अपुनु केA त्यु के चिलायु शके� न्$ला� सा क्षीमा� प्र�थे6नु� त्रिकेयु� औरा केश्युपु ऋत्रिष केO आज्ञा� लाकेरा उसा अपुनु पु�� सात्रि8$ अपुनु सा�थे 8स्तिस्$नु�पु�रा ला आयु।

मा8�रा�जी दुष्यु*$ औरा शके� न्$ला� के उसा पु�� के� नु�मा भरा$ थे�। बु�द मा, वा भरा$ मा8�नु प्र$�पु� साम्रा�टे बुनु औरा उन्8f के नु�मा पुरा 8मा�रा दश के� नु�मा भ�रा$वाष6 हुआ।

भा�ष्म क� जन्म तथा� भा�ष्म प्रतितज्ञा�

एके बु�रा 8स्तिस्$नु�पु�रा के मा8�रा�जी गं*गं� के त्रिकेनु�रा $पुस्यु� केरा रा8 थे। उनुके रूपु-साNन्दयु6 सा मा�त्रि8$ 8� केरा गं*गं� जी�Iघ पुरा बुMठी गंईं। गं*गं� नु के8�, “8 रा�जीनुJ! मा= ऋत्रिष केO पु��� गं*गं� हूँI औरा आपुसा त्रिवावा�8 केरानु आपुके पु�सा आई हूँI।” इसा पुरा मा8�रा�जी प्र$�पु बु�ला, “गं*गं! $�मा मारा� दत्रि8नु� जी�Iघ पुरा बुMठीk 8�। पुत्नु� के� $� वा�मा�*गं� 8�नु� च�त्रि8यु, द�त्रि8नु� जी�Iघ $� पु�� के� प्र$�के 8M अ$` मा= $�म्8, अपुनु पु��वाध) के रूपु मा, स्वा�के�रा केरा$� हूँI।” यु8 सा�नु केरा गं*गं� वा8�I सा चला� गंईं।

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अबु मा8�रा�जी प्र$�पु नु पु�� प्र�प्तिप्$ के चिलायु घ�रा $पु केरानु� आराम्भ केरा दिदयु�। उनुके $पु के Rलास्वारूपु उन्8, पु�� केO प्र�प्तिप्$ हुई जिजीसाके� नु�मा उन्8<नु श�न्$नु� राख�। श�न्$नु� के यु�वा� 8�नु पुरा उसा गं*गं� के सा�थे त्रिवावा�8 केरानु के� आदश द मा8�रा�जी प्र$�पु स्वागं6 चला गंयु। त्रिपु$� के आदश के� पु�लानु केरानु के चिलायु श�न्$नु� नु गं*गं� के पु�सा जी�केरा उनुसा त्रिवावा�8 केरानु के चिलायु त्रिनुवादनु त्रिकेयु�। गं*गं� बु�लाf, “रा�जीनुJ! मा= आपुके सा�थे त्रिवावा�8 $� केरा साके$� हूँI त्रिकेन्$� आपुके� वाचनु दनु� 8�गं� त्रिके आपु मारा त्रिकेसा� भ� के�यु6 मा, 8स्$क्षीपु नु8f केरा,गं।” श�न्$नु� नु गं*गं� के के8 अनु�सा�रा वाचनु द केरा उनुसा त्रिवावा�8 केरा चिलायु�। गं*गं� के गंभ6 सा मा8�रा�जी श�न्$नु� के आठी पु�� हुयु जिजीनुमा, सा सा�$ के� गं*गं� नु गं*गं� नुदa मा, ला जी� केरा बु8� दिदयु� औरा अपुनु दिदयु हुयु वाचनु मा, बुIध 8�नु के के�राणो मा8�रा�जी श�न्$नु� के� छो बु�ला नु साके । जीबु गं*गं� के� आठीवा�I पु�� हुआ औरा वा8 उसा भ� नुदa मा, बु8�नु के चिलायु ला जी�नु लागं� $� रा�जी� श�न्$नु� सा रा8� नु गंयु� औरा वा बु�ला, “गं*गं! $�मानु मारा सा�$ पु��< के� नुदa मा, बु8� दिदयु� त्रिकेन्$� अपुनु� प्रत्रि$ज्ञा� के अनु�सा�रा मा=नु के� छो नु के8�। अबु $�मा मारा इसा आठीवा, पु�� के� भ� बु8�नु जी� रा8� 8�। मा= $�मासा प्र�थे6नु� केरा$� हूँI त्रिके केA पु� केराके इसा नुदa मा, मा$ बु8�ओ।” यु8 सा�नु केरा गं*गं� नु के8�, “रा�जीनुJ! आपुनु अपुनु� प्रत्रि$ज्ञा� भ*गं केरा दa 8M इसाचिलायु अबु मा= आपुके पु�सा नु8f रा8 साके$�।” इ$नु� के8 केरा गं*गं� अपुनु पु�� के सा�थे अन्$ध्यु�6नु 8� गंईं। $त्पुश्च�$J मा8�रा�जी श�न्$नु� नु छोत्त�सा वाष6 ब्रह्माचयु6 व्र$ ध�राणो केरा के व्य$�$ केरा दिदयु। त्रिRरा एके दिदनु उन्8<नु गं*गं� के त्रिकेनु�रा जी� केरा गं*गं� सा के8�, “गं*गं! आजी मारा� इच्छा� उसा बु�लाके के� दखनु केO 8� रा8� 8M जिजीसा $�मा अपुनु सा�थे ला गंई थेf।” गं*गं� एके सा�न्दरा स्�� के रूपु मा, उसा बु�लाके के सा�थे प्रकेटे 8� गंईं औरा बु�लाf, “रा�जीनुJ! यु8 आपुके� पु�� 8M $थे� इसाके� नु�मा दवाव्र$ 8M, इसा ग्रा8णो केरा�। यु8 पुरा�क्रोमा� 8�नु के सा�थे त्रिवाद्वा�नु भ� 8�गं�। अस्� त्रिवाद्या� मा, यु8 पुराश�रा�मा के सामा�नु 8�गं�।” मा8�रा�जी श�न्$नु� अपुनु पु�� दवाव्र$ के� पु�केरा अत्युन्$ प्रसान्न हुयु औरा उसा अपुनु सा�थे 8स्तिस्$नु�पु�रा ला�केरा यु�वारा�जी घ�त्रिष$ केरा दिदयु�।

एके दिदनु मा8�रा�जी श�न्$नु� युमा�नु� के $टे पुरा घ)मा रा8 थे त्रिके उन्8, नुदa मा, नु�वा चला�$ हुयु एके सा�न्दरा केन्यु� दृमि\गं$ हुई। उसाके अ*गं अ*गं सा सा�गंन्ध त्रिनुकेला रा8� थे�। मा8�रा�जी नु उसा केन्यु� सा पु)छो�, “8 दत्रिवा! $�मा केNनु 8�?” केन्यु� नु बु$�यु�, “मा8�रा�जी! मारा� नु�मा सात्युवा$� 8M औरा मा= त्रिनुष�द केन्यु� हूँI।” मा8�रा�जी उसाके रूपु युNवानु पुरा रा�झे केरा $त्के�ला उसाके त्रिपु$� के पु�सा पुहुIच औरा सात्युवा$� के सा�थे अपुनु त्रिवावा�8 के� प्रस्$�वा त्रिकेयु�। इसा पुरा धfवारा (त्रिनुष�द) बु�ला�, “रा�जीनुJ! मा�झे अपुनु� केन्यु� के� आपुके सा�थे त्रिवावा�8 केरानु मा, के�ई आपुत्तित्त नु8f 8M पुरान्$� आपुके� मारा� केन्यु� के गंभ6 सा उत्पुन्न पु�� के� 8� अपुनु रा�ज्यु के� उत्तरा�मिधके�रा� बुनु�नु� 8�गं�।।” त्रिनुष�द के इनु वाचनु< के� सा�नु केरा मा8�रा�जी श�न्$नु� च�पुच�पु 8स्तिस्$नु�पु�रा लाNटे आयु।

सात्युवा$� के त्रिवायु�गं मा, मा8�रा�जी श�न्$नु� व्य�के� ला रा8नु लागं। उनुके� शरा�रा दुबु6ला 8�नु लागं�। मा8�रा�जी केO इसा दश� के� दख केरा दवाव्र$ के� बुड़� सिंचL$� हुई। जीबु उन्8, माप्तिन्�यु< के द्वा�रा� त्रिपु$� केO इसा प्रके�रा केO दश� 8�नु के� के�राणो ज्ञा�$ हुआ $� वा $त्के�ला सामास्$ माप्तिन्�यु< के सा�थे त्रिनुष�द के घरा जी� पुहुIच औरा उन्8<नु त्रिनुष�द सा के8�, “8 त्रिनुष�द! आपु सा8ष6 अपुनु� पु��� सात्युवा$� के� त्रिवावा�8 मारा त्रिपु$� श�न्$नु� के सा�थे केरा द,। मा= आपुके� वाचनु द$� हूँI त्रिके आपुकेO पु��� के गंभ6 सा जी� बु�लाके जीन्मा लागं� वा8� रा�ज्यु के� उत्तरा�मिधके�रा� 8�गं�। के�ला�न्$रा मा, मारा� के�ई सान्$�नु आपुकेO पु��� के सान्$�नु के� अमिधके�रा छोaनु नु पु�यु इसा के�राणो सा मा= प्रत्रि$ज्ञा� केरा$� हूँI त्रिके मा= आजीन्मा अत्रिवावा�त्रि8$ राहूँIगं�।” उनुकेO इसा प्रत्रि$ज्ञा� के� सा�नु केरा त्रिनुष�द नु 8�थे जी�ड़ केरा के8�, “8 दवाव्र$! आपुकेO यु8 प्रत्रि$ज्ञा� अभ)$पु)वा6 8M।” इ$नु� के8 केरा त्रिनुष�द नु $त्के�ला अपुनु� पु��� सात्युवा$� के� दवाव्र$ $थे� उनुके माप्तिन्�यु< के सा�थे 8स्तिस्$नु�पु�रा भजी दिदयु�।

दवाव्र$ नु अपुनु� मा�$� सात्युवा$� के� ला�केरा अपुनु त्रिपु$� श�न्$नु� के� साzपु दिदयु�। त्रिपु$� नु प्रसान्न 8�केरा पु�� सा के8�, “वात्सा! $)नु त्रिपु$Aभचि{ के वाश�भ)$ 8�केरा ऐसा� प्रत्रि$ज्ञा� केO 8M जीMसा� त्रिके नु आजी $के त्रिकेसा� नु त्रिकेयु� 8M औरा नु भत्रिवाष्यु मा, केरागं�। मा= $�झे वाराद�नु द$� हूँI त्रिके $रा� माAत्यु� $रा� इच्छा� सा 8� 8�गं�। $रा� इसा प्रके�रा केO प्रत्रि$ज्ञा� केरानु के के�राणो $) भ�ष्मा के8ला�युगं� औरा $रा� प्रत्रि$ज्ञा� भ�ष्मा प्रत्रि$ज्ञा� के नु�मा सा सादMवा प्रख्यु�$ रा8गं�।”

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उनुके जीMसा� वा�रा इसा सा*सा�रा मा, औरा के�ई नु8f 8M. वा� अपुनु जी�वानुके�ला मा, केभ� भ� त्रिकेसा� सा भ� पुरास्$ नु8f हुए. यु8�I $के त्रिके उनुके गं�रु औरा स्वायु* त्रिवाष्णो� के अवा$�रा भगंवानु पुराश�रा�मा भ� उनुसा २३ दिदनु< $के यु�द्ध केरानु के बु�द भ� उन्8, पुरास्$ नु8f केरा साके . भ�ष्मा नु अपुनु त्रिपु$� के सा�ख< के चिलाए रा�जी सिंसाL8�सानु के� त्यु�गं केरा दिदयु�. वा 8माश� च�8$ थे केO केNरावा औरा पु�*डोवा मिमाला जी�ला केरा रा8, लात्रिकेनु उनुके सामास्$ प्रयु�सा< के बु�द भ� मा8�भ�रा$ के� यु�द्ध हुआ।

चिच��*गंद बु�ल्यु�वास्था� मा, 8� चिच��*गंद नु�मा वा�ला गंन्धवा6 के द्वा�रा� मा�रा गंयु। त्रिRरा भ�ष्मा सा*ग्रा�मा मा, त्रिवापुक्षी� के� पुरा�स्$ केराके के�चिशरा�जी केO द� केन्यु�ओं – अ*त्रिबुके� औरा अ*बु�चिलाके� के� 8रा ला�यु। वा द�नु< त्रिवाचिच�वा�यु6 केO भ�यु�6एI हुईं। के� छो के�ला के बु�द रा�जी� त्रिवाचिच�वा�यु6 रा�जीयुक्ष्मा� सा ग्रास्$ 8� स्वागं6वा�सा� 8� गंयु। $बु सात्युवा$� केO अनु�मात्रि$ सा व्य�साजी� के द्वा�रा� अम्बिम्बुके� के गंभ6 सा रा�जी� धA$रा�ष्ट्र औरा अम्बु�चिलाके� के गंभ6 सा पु�ण्डो� उत्पुन्न हुए। धA$रा�ष्ट्र नु गं�न्ध�रा� के गंभ6 सा साN पु��< के� जीन्मा दिदयु�, जिजीनुमा, दुयु�धनु साबुसा बुड़� थे� औरा पु�ण्डो� के यु�मिध\रा,भ�मा,अजी�6नु,नुके� ला,सा8दवा आदिद पु�*च पु�� हुए।