28 , 2014 1 2014 ÅðþuÙ â¢Øæ ÅðþuÙ ·¤æ Ùæ× ¥æÙð ·¤æ … ·...

1
ÅðþUÙ â¢ĩØæ ÅðþUÙ ·¤æ Ùæ× ¥æÙð ·¤æ ÚUßæÙ»è ·¤æ â×Ø â×Ø ÕæÇU¸×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU-ÁØÂéÚU-çÎËÜè 22477/78 ÁæðŠæÂéÚU-ÁØÂéÚU âéÂÚUȤæSÅU 10Ñ30 18Ñ00 12466/5 ÚU‡æÍńÖæñÚU âéÂÚUȤæSÅU 22Ñ15 0{Ñv® 1y}{y/zy/y}63/z3 ×L¤ÏÚU °€âÂýðâ 17Ñ50 ®~Ñy5 12464/3 (×¢,»é,àæ) âń·ü¤ ·ý¤æ¢çÌ °€â. 08Ñ25 19Ñ00 12462/1 ×¢ÇUæðÚU âéÂÚUȤæSÅU 07Ñy5 20Ñ00 1wx®|/®8 ãUæßǸUæ âéÂÚUȤæSÅU ®6Ñ25 20Ñ30 1y}}| ·¤æÜ·¤æ-ÕæǸU×ðÚU °€â. 16Ñ00 16Ñ15 wy}}| ãUçÚUmUæÚU-ÕæÇU¸×ðÚU °€â. 16Ñ00 16Ñ15 14888 ÕæÇU¸×ðÚU-·¤æÜ·¤æ °€â. 10Ñ10 10Ñyz wy}}} ÕæǸ×ðÚU-ãUçÚUmUæÚU °€â. 10Ñ10 10Ñyz 14889/90 (àæ) ÍæÚU °€âÂýðâ 23Ñ50 01Ñ®® 15013/14 Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-·¤æÆU»æðÎæ× 18Ñ20 06Ñ30 15631 (âæð,Õé) ÕæǸU×ðÚU-»éßæãUÅUè 0wÑ00 0wÑ1® 1z{xw (àæ,âæð) »éßæãUÅUè-ÕæÇU¸×ðÚU 0yÑ10 0yÑ20 vy{z~ çÎËÜè-ÁñâÜ×ðÚU °€â. 05Ñ05 0zÑ30 vy{{v çÎËÜè-ÕæÇU¸×ðÚU ×æÜæÙè 05Ñ05 0zÑ20 1y{{® ÁñâÜ×ðÚU-çÎËÜè °€â. 2wÑwz 2xÑ®0 vy{{w ÕæǸ×ðÚU-çÎËÜè ×æÜæÙè 2wÑ25 2xÑ®0 vy|®z/{ Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-çÎËÜè v~Ñ®® v®Ñ®0 15623/wy (×¢,àæé) Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-·¤æ×æØæ 2xÑv® v~Ñ10 v{}{y/{x (âæð,»éU) ×ÙæÚU»éÇ÷UÇUè-Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUèU v}Ñx® vyÑ®® 18243/44 (»é,àæ) çÕÜæâÂéÚU-Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè vwÑyz 05Ñv0 18573 (àæé) çßàææ¹æÂÅUÙ×-Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè 21Ñ55 22Ñ10 18574 (àæ) Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-çßàææ¹æÂÅUÙ× 14Ñ30 14Ñ45 wwxvz/v{ (»é,ÚU) çâØæÜÎæãU-ÁæðŠæÂéÚU °âè Âýèç×Ø×U v|Ñyz w®Ñzz wwy}v/w (Õé,ÚU) ÁæðŠæÂéÚU-çÎËÜè âéÂÚUȤæSÅU ®~Ñv® v~Ñ®® 22915 (âæð) Õ梼ýæ-çãUâæÚU âéÂÚUȤæSÅU 05Ñ25 05Ñ35 22916 (×¢) çãUâæÚU-Õ梼ýæ âéÂÚUȤæSÅU 23Ñ35 23Ñ45 18473/4 (àæ) ÂéÚUè °€âÂýðâ 1wÑ0® 1yÑvz 54809/10 ÁæðŠæÂéÚU-ÚðßæǸè 02Ñ00 00Ñ45 zy}vv/1w ÖæðÂæÜ Âðâð´ÁÚU 19Ñ3® ®}Ñ0z 5481x ÁæðÏÂéÚU-ÕæÇU¸×ðÚU Âðâð´ÁÚU v4Ñ00 ÕæÇU¸×ðÚU ®9Ñ®® ÁæðÏÂéÚU 548vy ÕæÇU¸×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU Âðâð´ÁÚ 09Ñ10 ÁæðÏÂéÚU ®5Ñ00 ÕæǸU×ðÚU 548vz ÁæðÏÂéÚU-ÕæÇU¸×ðÚU Âðâð´ÁÚU 18Ñx® ÕæǸU×ðÚU v3Ñvz ÁæðÏÂéÚ 548v{ ÕæÇU¸×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU Âðâð´ÁÚ v8Ñ15 ÁæðÏÂéÚU v3Ñ00 ÕæǸU×ðÚU 548v| ÁæðŠæÂéÚU-ÕæǸ×ðÚU Âðâð´ÁÚ 04Ñ®® ÕæǸU×ðÚU 23Ñ00 ÁæðÏÂéÚU 548v} ÕæǸ×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU Âðâð´ÁÚ 07Ñ®® ÁæðÏÂéÚU 12Ñx® ÕæǸU×ðÚU 54881/82 ÕæǸU×ðÚU-×éÙæÕæß 09Ñ40 ×éÙæÕæß ®|Ñ3® ÕæǸU×ðÚU v3Ñ00 ÕæǸU×ðÚ v®Ñ4® ×éÙæÕæßU zy}wz/w{ ÁæðŠæÂéÚU-çÕÜæÇ¸æ ®}Ñx® v}Ñwz 54823/24 çãUâæÚU Âñâð´ÁÚU 16Ñx5 vvÑv® ÁæðŠæÂéÚU-ÁñâÜ×ðÚ-Õè·¤æÙðÚU 14809/10 ÁæðÏÂéÚU-ÁñâÜ×ðÚU 12Ñ15 23Ñ4z vz®vx ·¤æÆU»æðÎæ×-ÁñâÜ×ðÚU v|Ñx} v|Ñy0 vz®vy ÁñâÜ×ðÚU-·¤æÆU»æðÎæ× ®{Ñx® ®{Ñxw vy|®v/02 ÁñâÜ×ðÚU-Õè·¤æÙðÚU ®yÑ30 w3Ñx® 14703/®y ÁñâÜ×ðÚU-ÜæܻɸU vxÑ®® vvÑv® vwx|w(»é)/|v(âæð) ÁñâÜ×ðÚU-ãUæßǸæ wxÑw® ®®Ñw® 5481~ ÁñâÜ×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU U 22Ñ45 ÁæðÏÂéÚU 16Ñ®0 ÁñâÜ×ðÚU 548w® ÁæðŠæÂéÚU-ÁñâÜ×ðÚU vzÑx® ÁñâÜ×ðÚU ®}Ñ2® ÁæðÏÂéÚU zy|®x/®y ¥ÕæðãUÚU Âðâð´ÁÚU vxÑvzU v3Ñ5® Õè·¤æÙðÚU-ÁæðŠæÂéÚU-¥ãU×ÎæÕæÎ-×éńÕ§ü 11090/89 (âô,×¢) Âé‡æð-ÁæðÏÂéÚU °€â. 17Ñ®0 05Ñ30 1wy|~/80 Õ梼ýæ-ÁæðÏÂéÚU âêØüÙ»ÚUè °€â. 06Ñ30 v}Ñyz 12489 (×´,àæ) Õè·¤æÙðÚU-ÎæÎÚU °€âÂýðâ 18Ñ05 18Ñ20 12490 (»é,âæð) ÎæÎÚU-Õè·¤æÙðÚU °€âÂýðâ ®|Ñy5 ®|Ñ55 1y|®| Õè·¤æÙðÚU-Õæ´Îýæ °€âÂýðâ 14Ñ30 v4Ñ45U 14708 Õæ´Îýæ-Õè·¤æÙðÚU °€âÂðýâ 0~Ñ50 10Ñ®0 1y}®v/®w (×´,àæé,ÚU) ÁæðŠæÂéÚU-»æ´ŠæèŠææ× °€â. ®6Ñ05 w0Ñ50 14803/4 (àæé,àæ) Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-¥ãU×ÎæÕæÎ 07Ñ10 09Ñ45 1{vwz/6 (âæð) ¿ñ‹Ù§ü °€âÂýðâ v0Ñ50 21Ñvz 16311 (Õé) Õè·¤æÙðÚU-·¤æð¿éßðÜè °€â. 0vÑ1z 0vÑx® 16312 (âô) ·¤æð¿éßðÜè-Õè·¤æÙðÚU °€â. 16Ñx0 16Ñy0 16507/8 (»é,àæ) Õ´»ÜéL¤U °€â. 16Ñ45 05Ñ30 16533/34 (Õé) Øàæß´ÌÂéÚU °€âÂðýâ 1{Ñ4z 05Ñ30 v{z}| (U×¢,àæ) ØàæߢÌÂéÚU-Õè·¤æÙðÚU ®vÑ®® ®vÑx® v{z}} (×¢,àæU) Õè·¤æÙðÚU-ØàæߢÌÂéÚU ®wÑyz ®xÑ®® v~®w| (ÚU) Õ梼ýæ-Áń×ê çßßð·¤ °€âÂýðâ ®yÑ2® ®yÑ3® v~®w} (×¢) Áń×ê-Õ梼ýæ çßßð·¤ °€âÂýðâ ®xÑ1z ®3Ñ35 17037 (»é,àæé) çâ·´¤ÎÚUæÕæÎ-Õè·¤æÙðÚU 1®Ñz0 1vÑ®® 1|®x} (àæé,ÚU) Õè·¤æÙðÚU-çâ·¢¤ÎÚUæÕæÎU 2vÑ®0 21ÑvzU v|{wx (àæé) Ùæ¢ÎðǸ-Õè·¤æÙðÚU °€âÂýðâU vyÑx® vyÑyz v|{wy (àæ) Õè·¤æÙðÚ-Ùæ¢ÎðǸU °€âÂýðâU wvÑ®® wvÑvz v~®zz/z{ (Õé) ÁæðŠæÂéÚU-ßÜâæÇU °€âÂýðâ vyÑx0 v{Ñx® 19063 (àæ) Õ梼ýæ-ÁñâÜ×ðÚU °€â. 07Ñ25 07Ñ35 19064 (àæ) ÁñâÜ×ðÚU-Õ梼ýæ °€â. 23Ñ35 23Ñ45 19065/66 (àæ) Õæ´Îýæ-ÁæðŠæÂéÚU 17Ñ1® 19Ñw® 1~v®| (ÚU) ¥ãU×ÎæÕæÎ-©UŠæ×ÂéÚU v|Ñ1® v|Ñ20 1~v®} (×´) ©UŠæ×ÂéÚU-¥ãU×ÎæÕæÎ wvÑ®® wvÑvz 1~ww3 ¥ãU×ÎæÕæÎ-Áń×êÌßè 19Ñ4® 20Ñvz 19224 Áń×êÌßè-¥ãU×ÎæÕæÎ 0zÑx5 06Ñ10 wwy|x (âæð) Õè·¤æÙðÚU-Õ梼ýæ âéÂÚUȤæSÅU v~Ñv® v~Ñw® wwy|y (Õé) Õ梼ýæ-Õè·¤æÙðÚU âéÂÚUȤæSÅU ®|Ñ2z ®|Ñ3z wwy|z (»é) Õè·¤æÙðÚU-·¤æðØńÕÅêUÚU °âè 10Ñz® v1Ñ0® wwy|{ (âæð) ·¤æðØńÕÅêUÚU-Õè·¤æÙðÚU °âè ®|Ñ2z ®|Ñ3z 54803/04 ¥ãU×ÎæÕæÎ-ÁæðÏÂéÚU Âðâð´ÁÚU w®Ñ20 08Ñy5 54821/22 ÁæðŠæÂéÚU-ÖèÜǸè Âñâð´ÁÚU wwÑ35 ®{Ñxz zy}®v/2 ÁæðÏÂéÚU-¥Á×ðÚU 19Ñ55 07Ñ00 54831/32 ÁæðŠæÂéÚU-ÖèÜǸè 13Ñ30 v|Ñx0 ãðUËÂÜæ§Ù Ù¢ÕÚU Ñ vx~ ßðÕâæ§Å Ñ http://www.indianrail.gov.in , enquiry.indianrail.gov.in °â°×°â Ñ Âè°Ù¥æÚU Sms PNR <10-digit PNR No.> to 54959 ÅþðUÙ ·¤è ÁæÙ·¤æÚUèÑ Sms TRNBT <Source> <Destination> to 54959 ÅþðUÙ ·¤æ â×Ø Ñ Sms TRNSH <Train No.> to 54959 ÅðþUÙæð´ ·¤è ÁæÙ·¤æÚUè ØãUæ¢ Öè ÅþðUÙæð´ ·¤è Ù§üU â×Ø âæçÚU‡æè ÎñçÙ·¤ ÖæS·¤ÚU §‹È¤æð ÙæðÅU Ñ ÅðþUÙæð´ ·¤è â×Ø âæçÚU‡æè ·ð¤ Âý·¤æàæÙ ×ð´ ÂêÚUè âæߊææÙè ÕÚUÌè »§ü ãñ´UÐ ¥¢çÌ× âê¿Ùæ §¢çÇUØÙ ÚÔUÜßð ·¤è ãUè ×æ‹Ø ãUæð»èÐ -â¢Âæη¤ 1 िसतंबर 2014 से लागू नसɨज की मांगɻ पर चचा

Upload: others

Post on 22-Mar-2020

9 views

Category:

Documents


0 download

TRANSCRIPT

  • जोधपुर 8जोधपुर . गु वार 28 अग त, 2014

    सवाल और सुझाव क िलए एसएमएस कीिजए 9200001174 पर या ई-मेल कीिजए

    [email protected]

    बार-बार हुए िववाद, 2012 म यूजीसी ने रज ट क बाद बदल िदया था कटऑफ

    यूजीसी ारा नेट क आयोजन क दौरान कई बार यह परी ा िववाद म रही। सबसे यादा िववाद 2012 म हुआ था जब िरज ट आने क बाद आयोग ने कटऑफ म बदलाव कर िदया था। हालांिक, अदालत ने उसक फसले को अवैध घोिषत कर िदया था। िरज ट को लेकर भी सवाल उठ। कई बार कम अंक वाले छा क्वािलफाई घोिषत कर िदए गए।

    फ स

    नेट क आयोजन पर िववादअब िशक्षक की यो यता भी

    परखेगी सीबीएसईइस साल जुलाई महीने म मानव संसाधन िवकास मं ालय ने कॉलेज और यूिनविसर्टी म लेक्चररिशप तथा जूिनयर िरसचर् फलोिशप क िलए ज री नेशनल एिलिजिबिलटी ट ट (नेट) क आयोजन की िज मेदारी सीबीएसई को दे दी। िदसंबर, 2014 से सीबीएसई इसे आयोिजत करेगी। फसले क बाद से ही इसका िवरोध भी शु हो गया है। नेट क आयोजन से जुड़ िववाद और ताजा फसले क िवरोध क अलग-अलग पहलु को जाना एजुकशन भा कर ने...

    1984 म हुई शु आत, 1988 म यूजीसी को िमला आयोजन का िज मा

    जूिनयर िरसचर् फलोिशप क िलए एिलिजिबिलटी ट ट का आयोजन 1984 म शु हुआ था। 22 जुलाई, 1988 को क सरकार ने यूिनविसर्टीज़ म लेक्चररिशप क िलए एिलिजिबिलटी ट ट क आयोजन की िज मेदारी यूजीसी को स पी। तब से ही साल म दो बार इस परी ा को यूजीसी आयोिजत कर रहा है।

    िशक्षक का तक, सीबीएसई को हायर एजुकशन का अनुभव नह

    सरकार का पक्ष, रा ीय तर की परीक्षाएं आयोिजत करने म ए सपट है सीबीएसई

    }सीबीएसई कवल एक कल बोड है और नेट क सभी परी ाथ पो ट ेजुएट होते ह। हायर एजुकशन म बोड को कोई अनुभव नह है।

    {सीबीएसई हर साल दसव और बारहव क िलए बोड परी ा आयोिजत करता ह।ै उसक पास इसक िलए ज री इं ा क्चर ह।ै

    }सीबीएसई क इवै यूएशन िस टम म ि िटकल एनािलिसस क िलए कोई जगह नह है, जबिक टीिचंग जॉब म इसकी ज रत होती है।

    {जेईई क जिरए सीबीएसई कंपीिटिटव ए जा स भी सफलतापूवर्क आयोिजत कर रही है। उसे इसका पयार् त अनुभव है।

    }आ सर् ीम क िश क बोड क मािकग िस टम को भी गलत बताते ह िजसक चलते हर साल कॉलेज म कटऑफ यादा हो जाता है।

    {इवै यूशन या मािकग िस टम का इससे खास लेना-देना नह है क्य िक नेट म सारे म टीपल चॉइस वाले होते ह।

    2016 से ऑनलाइन होगी जेईई-एडवांस परी ा

    कल म16 िसतंबर से शु होगा समेिटव असेसमट-1

    आईआईटीज़ क जॉइंट एडिमशन बोड ने 2016-17 से जेईई-एडवांस परी ा ऑनलाइन मोड म आयोिजत करने का फसला िकया है। 23 अग त को हुई मीिटंग म सहमित बनने क बाद इसक िलए तैयािरयां शु हो गई ह। इसक अलावा जेईई-एडवांस क क्वे चन पैटनर् म भी बदलाव हो सकता है। सभी 16 आईआईटीज़ म टीपल चॉइस क्वे चन फॉमट को बदलने पर िवचार कर रहे ह। आईआईटीज़ म वेश क िलए जॉइंट एं स ए जािमनेशन दो चरण म आयोिजत होता है। पहले चरण म जेईई-मेन क आधार पर 1.5 लाख छा जेईई-एडवांस क िलए चुने जाते ह।

    सीबीएसई से मा यता ा त कल म नए सेशन म पहला समेिटव असेसमट (एसए-1) 16 िसतंबर से शु होगा। एसए-1 नौव और दसव क ा क छा क िलए पेन और पेपर मोड म होती है। इसक िलए क्वे चन पेपर सीबीएसई ारा भेजे जाते ह। हालांिक, कल क्वे चन पेपर म बदलाव कर सकते ह। कल परी ा की तारीख भी अपनी सुिवधा से तय कर सकते ह, लेिकन इसे बोड ारा घोिषत ितिथ क करीब होना चािहए।

    आयोजन की िज मेदारी या परीक्षा क फॉमट म बदलाव की ज रत?

    यूजीसी ने 2012 म नेट क फॉमट म बदलाव िकया था। जुलाई, 2012 से तीन पेपर म ऑ जे क्टव क्वे चन पूछ जाने लगे। िश क का कहना है िक नेट का ए जाम पैटनर् मैकिनकल है। यह टीिचंग और िरसचर् क िलए यो यता परखने क अनुकल नह है। खासकर ूमैिनटीज क छा पुराने पैटनर् को ही बेहतर मानते ह िजसम तीसरा

    पेपर िड टव होता था। कई लोग नेट को पूरी तरह ख म करने क प म भी ह। उनका मानना है िक परी ा क आयोजन की िज मेदारी बदलने भर से सम या ख म नह होगी। इसक िलए परी ा क फॉमट म बदलाव करना होगा।

    नेट म सबसे पॉपुलर स जे ट िहंदी

    बोड की परीक्षा म हर साल बैठते ह 45 लाख छा

    { िदसंबर, 2013 म हुई नेट परी ा म करीब 26 हजार छा शािमल हुए थे। सबसे यादा 4680 छा ने िहंदी क िलए परी ा दी थी। दूसरे नंबर पर िह ी (4524) और तीसरे पर एजुकशन (3045) था।

    { सीबीएसई हर साल दसव और बारहव की बोड परी ा क अलावा जेईई और एआईपीएमटी का आयोजन करती है। बोड ारा आयोिजत परी ा म सालाना करीब 45 लाख छा शािमल होते ह।

    कडली ( ात:-5:30)

    ितिथ संव | भा पद, शु ल पक्ष तृतीया गु वार राि 02:10 तक, िव म संव 20७१, शाक 193६, िहजरी सन 143५, मु लम माह िज काद तारीख 1, सूयर् दिक्षणायन, शरद ऋतु, 28 अग त।सूयार्ेदयकालीन न | उ राफा गुनी नक्ष ात: 11:30 तक, इसक बाद ह त नक्ष रहेगा। सा य योग सायं 04:08 तक रहेगा। तैितल करण दोपहर 01:15 तक, इसक बाद गर करण रहेगा।ह िवचार | सूयर्-िसंह, चं -क या, मंगल-तुला, बुध-िसंह, गु -कक, शु -कक, शिन-तुला, राहु-क या, कतु-मीन रािश म थत ह।शुभाशुभ ान | हिरतािलका तीज त, साम ावणी

    आज का पंचांग कमर्, रोट तीज िदग बर जैन, ी वराह जयंती, म वािद, याम चरण जयंती, गु रामदास पु य िदवस ाचीन मत से, गौरी त उड़ीसा।आज िवशेष | हिरतािलका त क िनिम िशव-पावर्ती का पूजन कर और सौभा य य दान द तथा ा ण को भोजन कराक वयं भोजन कर तो सौभा य वृि होती है।राहुकाल (मध्यम मान क अनुसार) | दोपहर 01:3० से 03:0० तक।िदशाशूल | दिक्षण िदशा की तरफ।चौघिड़या मुहूतर् | ात: 06:08 से 07:43 तक शुभ का, ात: 10:53 से 12:28 तक चर का, दोपहर 12:28 से

    03:38 तक लाभ व अमृत का, सायं 05:13 से 06:48 तक शुभ का चौघिड़या रहेगा।आज जन्मे ब का नामा र व रािशसमय नक्ष चरण पाया रािश नामाक्षर06:08 उ राफा गुनी 4 रजत क या पी11:30 ह त 1 रजत क या पू18:05 ह त 2 रजत क या ष24:41 ह त 3 रजत क या णदैिनक ल एवं ितिथ मान आिद अक्षांश 26:53 एवं रेखांश 75:50 क अनुसार िदए गए ह।

    कल का रािशफल आज ही पिढ़ए www. dainikbhaskar.com पर

    5 बुध, सूयर्

    6 राहु, चं

    7 शिन, मंगल

    3

    1

    2

    4 गु , शु

    8

    12 कतु

    11

    10

    9

    भा कर न्यूज | जोधपुर

    पूवर् नरेश गजिसंह ने कहा "पयार्वरण संतुलन क िलए अिधकािधक पौधे लगाने ह गे। पृ वी को हरा-भरा बना कर ही हम उसका ऋण चुका सकते

    ह। िजतना हम बोएंगे, उससे अिधक ही पाएंगे।' वे बुधवार को

    उ मेद भवन म दैिनक भा कर क अिभयान "एक पेड़ एक िजंदगी' क तहत आयोिजत पौधरोपण कायर् म म बोल रहे थे। हेमलता रा ये ने भी पौधरोपण िकया और कहा िक पेड़ पौध से ही धरती का ंगार होता है। वृ खुद मौसम की मार सहकर

    पयार्वरण संतुलन क िलए लगाएं अिधकािधक पौधे: गजिसंह जोधपरु| गणशे चतथु क अवसर पर

    शहर क चहते े 94.3 माय एफएम की ओर स े‘मरे ेअनमोल गणशे’ ए क्टिवटी

    का आयोजन िकया जा रहा ह।ै ए क्टिवटी म भाग लने ेक िलए ोता िकसी भी व त ुसे

    भगवान गणशे की अनठूी ितमा बनाकर उस े 9828843943 कॉल कर पजंीयन करवा सकत े ह। इसक अितिरक्त वे िलखकरR my_ganeshaS मसैजे भी कर सकत ेह। ितमा का पजंीयन 29 अग त दोपहर 1 बज ेतक िकया जाएगा। सवर् े ठ ितमा को वीिडयोकॉन की तरफ स े एक वॉिशगं मशीन व दसूरे व तीसर े थान पर रहन ेवाल े ितभागी को ककन की तरफ स े िग ट है पर परु कार व प िदए जाएगं।े कायर् म की जानकारी क िलए ोता माय एफएम 9828843943 पर कॉल कर सकत ेह। िनयम व शत लाग ूहोगी।

    माय एफएम क ोता क िलए वॉिशंग मशीन जीतने का अवसर

    भा कर न्यूज | जोधपुर

    िजले की 625 म से ारंिभक िश ा की मजर् हुई 624 कल म एसएसए का रीिडंग कपेन और सीसीई लान जारी रहेगा। वह ामीण े की मजर् हुई कल क िश क को एसएसए ारा अग त माह का वेतन जारी होगा। इसक िलए एसएसए की ओर से रा य सरकार को करीब पं ह करोड़ पए की िडमांड भेजी जा चुकी है। इसम वे िश क जो ारंिभक सैटअप क ह, उनको वेतन देने की यव था शू य बजट से जारी होगी।

    सवर् िश ा अिभयान ारा िश ा म गुणव ा लाने क िलए वतर्मान म पहली से आठव क ा तक रीिडंग कपेन चलाया जा रहा है। चूंिक िजले की करीब एक सौ उ ाथिमक कल को मा यिमक व उ मा यिमक कल म िश ट िकया गया है। इसिलए अब इन आदशर् कल म भी यह लान चलता रहेगा। इसक िलए एसएसए ने 23 नोडल को िनंग भी दी है। इसी कार पहली से पांचव क ा की पौने छह सौ से यादा मजर् की गई ाथिमक कल म सतत एवं यापक मू यांकन कायर् म वषर्भर चलेगा।

    एकीकरण होने वाली कल म जारी रहेगा रीिडग कपेन

    ÅðþUÙ â¢�Øæ ÅðþUÙ ·¤æ Ùæ× ¥æÙð ·¤æ ÚUßæÙ»è ·¤æ â×Ø â×Ø

    ÕæÇU¸×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU-ÁØÂéÚU-çÎËÜè

    22477/78 ÁæðŠæÂéÚU-ÁØÂéÚU âéÂÚUȤæSÅU 10Ñ30 18Ñ00 12466/5 ÚU‡æÍ�ÖæñÚU âéÂÚUȤæSÅU 22Ñ15 0{Ñv®1y}{y/zy/y}63/z3 ×L¤ÏÚU °€âÂýðâ 17Ñ50 ®~Ñy5 12464/3 (×¢,»é,àæ) â�·ü¤ ·ý¤æ¢çÌ °€â. 08Ñ25 19Ñ0012462/1 ×¢ÇUæðÚU âéÂÚUȤæSÅU 07Ñy5 20Ñ001wx®|/®8 ãUæßǸUæ âéÂÚUȤæSÅU ®6Ñ25 20Ñ301y}}| ·¤æÜ·¤æ-ÕæǸU×ðÚU °€â. 16Ñ00 16Ñ15wy}}| ãUçÚUmUæÚU-ÕæÇU¸×ðÚU °€â. 16Ñ00 16Ñ1514888 ÕæÇU¸×ðÚU-·¤æÜ·¤æ °€â. 10Ñ10 10Ñyzwy}}} ÕæǸ×ðÚU-ãUçÚUmUæÚU °€â. 10Ñ10 10Ñyz14889/90 (àæ) ÍæÚU °€âÂýðâ 23Ñ50 01Ñ®®15013/14 Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-·¤æÆU»æðÎæ× 18Ñ20 06Ñ3015631 (âæð,Õé) ÕæǸU×ðÚU-»éßæãUÅUè 0wÑ00 0wÑ1®1z{xw (àæ,âæð) »éßæãUÅUè-ÕæÇU¸×ðÚU 0yÑ10 0yÑ20vy{z~ çÎËÜè-ÁñâÜ×ðÚU °€â. 05Ñ05 0zÑ30vy{{v çÎËÜè-ÕæÇU¸×ðÚUU ×æÜæÙè 05Ñ05 0zÑ201y{{® ÁñâÜ×ðÚUUU-çÎËÜè °€â. 2wÑwz 2xÑ®0vy{{w ÕæǸ×ðÚUUU-çÎËÜè ×æÜæÙè 2wÑ25 2xÑ®0vy|®z/{ Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-çÎËÜè v~Ñ®® v®Ñ®015623/wy (×¢,àæé) Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-·¤æ×æØæ 2xÑv® v~Ñ10v{}{y/{x (âæð,»éU) ×ÙæÚU»éÇ÷UÇUè-Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUèU v}Ñx® vyÑ®® 18243/44 (»é,àæ) çÕÜæâÂéÚU-Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè vwÑyz 05Ñv018573 (àæé) çßàææ¹æÂÅUÙ×-Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè 21Ñ55 22Ñ1018574 (àæ) Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-çßàææ¹æÂÅUÙ× 14Ñ30 14Ñ45wwxvz/v{ (»é,ÚUU) çâØæÜÎæãU-ÁæðŠæÂéÚU °âè Âýèç×Ø×U v|Ñyz w®Ñzz wwy}v/w (Õé,ÚU) ÁæðŠæÂéÚU-çÎËÜè âéÂÚUȤæSÅU ®~Ñv® v~Ñ®®22915 (âæð) Õ梼ýæ-çãUâæÚU âéÂÚUȤæSÅU 05Ñ25 05Ñ3522916 (×¢) çãUâæÚU-Õ梼ýæ âéÂÚUȤæSÅU 23Ñ35 23Ñ45 18473/4 (àæ) ÂéÚUè °€âÂýðâ 1wÑ0® 1yÑvz54809/10 ÁæðŠæÂéÚU-ÚðßæǸè 02Ñ00 00Ñ45zy}vv/1w ÖæðÂæÜ Âðâð´ÁÚU 19Ñ3® ®}Ñ0z5481x ÁæðÏÂéÚU-ÕæÇU¸×ðÚUU Âðâð´ÁÚU v4Ñ00 ÕæÇU¸×ðÚU ®9Ñ®® ÁæðÏÂéÚU548vy ÕæÇU¸×ðÚUU-ÁæðŠæÂéÚU Âðâð´ÁÚ 09Ñ10 ÁæðÏÂéÚU ®5Ñ00 ÕæǸU×ðÚU548vz ÁæðÏÂéÚU-ÕæÇU¸×ðÚUU Âðâð´ÁÚU 18Ñx® ÕæǸU×ðÚU v3Ñvz ÁæðÏÂéÚ548v{ ÕæÇU¸×ðÚUU-ÁæðŠæÂéÚU Âðâð´ÁÚ v8Ñ15 ÁæðÏÂéÚU v3Ñ00 ÕæǸU×ðÚU548v| ÁæðŠæÂéÚU-ÕæǸ×ðÚU Âðâð´ÁÚ 04Ñ®® ÕæǸU×ðÚU 23Ñ00 ÁæðÏÂéÚU548v} ÕæǸ×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU Âðâð´ÁÚ 07Ñ®® ÁæðÏÂéÚU 12Ñx® ÕæǸU×ðÚU54881/82 ÕæǸU×ðÚU-×éÙæÕæß 09Ñ40 ×éÙæÕæß ®|Ñ3® ÕæǸU×ðÚU v3Ñ00 ÕæǸU×ðÚ v®Ñ4® ×éÙæÕæßUzy}wz/w{ ÁæðŠæÂéÚU-çÕÜæÇ¸æ ®}Ñx® v}Ñwz54823/24 çãUâæÚU Âñâð´ÁÚU 16Ñx5 vvÑv®

    ÁæðŠæÂéÚU-ÁñâÜ×ðÚ-Õè·¤æÙðÚU

    14809/10 ÁæðÏÂéÚU-ÁñâÜ×ðÚU 12Ñ15 23Ñ4zvz®vx ·¤æÆU»æðÎæ×-ÁñâÜ×ðÚU v|Ñx} v|Ñy0vz®vy ÁñâÜ×ðÚU-·¤æÆU»æðÎæ× ®{Ñx® ®{Ñxwvy|®v/02 ÁñâÜ×ðÚU-Õè·¤æÙðÚU ®yÑ30 w3Ñx®14703/®y ÁñâÜ×ðÚU-ÜæܻɸU vxÑ®® vvÑv®vwx|w(»é)/|v(âæð) ÁñâÜ×ðÚU-ãUæßǸæ wxÑw® ®®Ñw®5481~ ÁñâÜ×ðÚU-ÁæðŠæÂéÚU U 22Ñ45 ÁæðÏÂéÚU 16Ñ®0 ÁñâÜ×ðÚU548w® ÁæðŠæÂéÚU-ÁñâÜ×ðÚU vzÑx® ÁñâÜ×ðÚU ®}Ñ2® ÁæðÏÂéÚUzy|®x/®y ¥ÕæðãUÚU Âðâð´ÁÚU vxÑvzU v3Ñ5®

    Õè·¤æÙðÚU-ÁæðŠæÂéÚU-¥ãU×ÎæÕæÎ-×é�Õ§ü

    11090/89 (âô,×¢) Âé‡æð-ÁæðÏÂéÚU °€â. 17Ñ®0 05Ñ301wy|~/80 Õ梼ýæ-ÁæðÏÂéÚU âêØüÙ»ÚUè °€â. 06Ñ30 v}Ñyz 12489 (×´,àæ) Õè·¤æÙðÚU-ÎæÎÚU °€âÂýðâ 18Ñ05 18Ñ2012490 (»é,âæð) ÎæÎÚU-Õè·¤æÙðÚU °€âÂýðâ ®|Ñy5 ®|Ñ551y|®| Õè·¤æÙðÚU-Õæ´Îýæ °€âÂýðâ 14Ñ30 v4Ñ45U14708 Õæ´Îýæ-Õè·¤æÙðÚU °€âÂðýâ 0~Ñ50 10Ñ®01y}®v/®w (×´,àæé,ÚU) ÁæðŠæÂéÚU-»æ´ŠæèŠææ× °€â. ®6Ñ05 w0Ñ5014803/4 (àæé,àæ) Ö»Ì ·¤è ·¤æðÆUè-¥ãU×ÎæÕæÎ 07Ñ10 09Ñ451{vwz/6 (âæð) ¿ñ‹Ù§ü °€âÂýðâ v0Ñ50 21Ñvz16311 (Õé) Õè·¤æÙðÚU-·¤æð¿éßðÜè °€â. 0vÑ1z 0vÑx®16312 (âô) ·¤æð¿éßðÜè-Õè·¤æÙðÚU °€â. 16Ñx0 16Ñy016507/8 (»é,àæ) Õ´»ÜéL¤U °€â. 16Ñ45 05Ñ3016533/34 (Õé) Øàæß´ÌÂéÚU °€âÂðýâ 1{Ñ4z 05Ñ30v{z}| (U×¢,àæ) ØàæߢÌÂéÚU-Õè·¤æÙðÚU ®vÑ®® ®vÑx®v{z}} (×¢,àæU) Õè·¤æÙðÚU-ØàæߢÌÂéÚU ®wÑyz ®xÑ®®v~®w| (ÚU) Õ梼ýæ-Á�×ê çßßð·¤ °€âÂýðâ ®yÑ2® ®yÑ3®v~®w} (×¢) Á�×ê-Õ梼ýæ çßßð·¤ °€âÂýðâ ®xÑ1z ®3Ñ3517037 (»é,àæé) çâ·´¤ÎÚUæÕæÎ-Õè·¤æÙðÚU 1®Ñz0 1vÑ®®1|®x} (àæé,ÚU) Õè·¤æÙðÚU-çâ·¢¤ÎÚUæÕæÎU 2vÑ®0 21ÑvzUv|{wx (àæé) Ùæ¢ÎðǸ-Õè·¤æÙðÚU °€âÂýðâU vyÑx® vyÑyzv|{wy (àæ) Õè·¤æÙðÚ-Ùæ¢ÎðǸU °€âÂýðâU wvÑ®® wvÑvzv~®zz/z{ (Õé) ÁæðŠæÂéÚU-ßÜâæÇU °€âÂýðâ vyÑx0 v{Ñx®19063 (àæ) Õ梼ýæ-ÁñâÜ×ðÚU °€â. 07Ñ25 07Ñ3519064 (àæ) ÁñâÜ×ðÚU-Õ梼ýæ °€â. 23Ñ35 23Ñ4519065/66 (àæ) Õæ´Îýæ-ÁæðŠæÂéÚU 17Ñ1® 19Ñw®1~v®| (ÚU) ¥ãU×ÎæÕæÎ-©UŠæ×ÂéÚU v|Ñ1® v|Ñ201~v®} (×´) ©UŠæ×ÂéÚU-¥ãU×ÎæÕæÎ wvÑ®® wvÑvz1~ww3 ¥ãU×ÎæÕæÎ-Á�×êÌßè 19Ñ4® 20Ñvz19224 Á�×êÌßè-¥ãU×ÎæÕæÎ 0zÑx5 06Ñ10wwy|x (âæð) Õè·¤æÙðÚU-Õ梼ýæ âéÂÚUȤæSÅU v~Ñv® v~Ñw®wwy|y (Õé) Õ梼ýæ-Õè·¤æÙðÚU âéÂÚUȤæSÅU ®|Ñ2z ®|Ñ3zwwy|z (»é) Õè·¤æÙðÚU-·¤æðØ�ÕÅêUÚU °âè 10Ñz® v1Ñ0®wwy|{ (âæð) ·¤æðØ�ÕÅêUÚU-Õè·¤æÙðÚU °âè ®|Ñ2z ®|Ñ3z54803/04 ¥ãU×ÎæÕæÎ-ÁæðÏÂéÚU Âðâð´ÁÚU w®Ñ20 08Ñy554821/22 ÁæðŠæÂéÚU-ÖèÜǸè Âñâð´ÁÚU wwÑ35 ®{Ñxzzy}®v/2 ÁæðÏÂéÚU-¥Á×ðÚU 19Ñ55 07Ñ0054831/32 ÁæðŠæÂéÚU-ÖèÜǸè 13Ñ30 v|Ñx0

    ãðUËÂÜæ§Ù Ù¢ÕÚU Ñ vx~ ßðÕâæ§Å Ñ http://www.indianrail.gov.in, enquiry.indianrail.gov.in°â°×°â Ñ Âè°Ù¥æÚU Sms PNR to 54959ÅþðUÙ ·¤è ÁæÙ·¤æÚUèÑ Sms TRNBT to 54959ÅþðUÙ ·¤æ â×Ø Ñ Sms TRNSH to 54959

    ÅðþUÙæð´ ·¤è ÁæÙ·¤æÚUè ØãUæ¢ Öè

    ÅþðUÙæð´ ·¤è Ù§üU â×Ø âæçÚU‡æèÎñçÙ·¤ ÖæS·¤ÚU §‹È¤æð

    ÙæðÅU Ñ ÅðþUÙæð´ ·¤è â×Ø âæçÚU‡æè ·ð¤ Âý·¤æàæÙ ×ð´ ÂêÚUè âæߊææÙè ÕÚUÌè »§ü ãñ´UÐ ¥¢çÌ× âê¿Ùæ §¢çÇUØÙ ÚÔUÜßð ·¤è ãUè ×æ‹Ø ãUæð»èÐ -â¢Âæη¤

    1 िसतंबर 2014 से लागू

    नसज की मांग पर चचार् जोधपरु | मथरुादास माथरु अ पताल म कायर्रत नसज की आमसभा राज थान नसज एसोिसएशन क िजला य यामलाल शमार् की अ य ता म सगंठन कायार्लय म हईु। बठैक म नसज की िविभ मागं पर चचार् की गई। बठैक को इकबाल एच कायमखानी, सपंतराज चौहान, कलाश रामावत, घमडंाराम चौधरी, भवानीशकंर, जयदवे, मजंलुता माथरु, सतंोष शमार्, मजं ूशमार्, व ण िवकास जोशी, शकतंला चौधरी न ेसबंोिधत िकया।

    जोधपरु | टीडीएस कटौती व ऑनलाइन आयकर िरटनर् फाइल करन े म होने वाली गलितय क ित जाग कता लाने क िलए आयकर िवभाग अब हर महीने की 25 तारीख को सिेमनार आयोिजत करगेा। िवभाग न े हाल म एसबीबीज,े एसबीआई, बक ऑफ बड़ौदा व यकूो बक क सबंिंधत अिधकािरय को सिेमनार म िश ण दकेर बताया िक टीडीएस कटौती व िरटनर् फाइल करन े म जरा सी गलती स ेिकतना नकुसान हो सकता ह।ै सिेमनार म सयंकु्त आयकर आयकु्त (टीडीएस) महशे कमार क नतेृ व म आयकर उपायकु्त (टीडीएस) पीआर िमधार्, आयकर अिधकारी थम सनुील अरोड़ा व आयकर अिधकारी ि तीय शखे अहमद अली न े िश ण िदया। गौरतलब ह ै िक िवभाग न ेइस बार 15 हजार स ेअिधक टीडीएस िरटनर् फाइल म गलितय पर नोिटस जारी िकए ह। कटाैतीकता से यहां हो रही गलितयां> ऑनलाइन चालान अपलोड करत ेसमय। > टीडीएस टटमट फाइल करन े म करदाता स ेसबंधंी िववरण फाइल करन ेम। > पने-िटन अिंकत करन ेम और िनधारण वष दशान ेम।

    टीडीएस कटौती क िश ण क िलए अब हर माह 25 को सेिमनार

    भा कर न्यूज | जोधपुर

    िजला उपभोक्ता मंच की कोट सं या एक-दो और येक माह लगने वाली रा य सिकट बच का कायार्लय हाईकोट पिरसर म ऊपरी मंिजल पर होने क कारण यहां आने वाले सीिनयर िसटीजन व िनशक्तजन को मु कल का सामना करना पड़ रहा है। ऊपर की मंिजल पर जाने क िलए न रप है, न िल ट। सीिढ़यां चढ़ने म असमथर् होने क कारण कई वृ व िनशक्त पिरवादी एवं आरोपी और अिधवक्ता या तो नीचे से लौट जाते है। कई बार कोट क रीडर व िलिपक को नीचे आकर पिरवाद लेने व उप थित दजर् करने की कारर्वाई करनी पड़ती है। कछ वृ जन लोग की सहायता से बमु कल ऊपर चढ़ पाते है।

    िजला उपभोक्ता मंच क काेट ऊपरी मंिजल पर होने से प रवाद पेश करने नहीं आ पाते वृ व िनशक्तजन

    िजले की 100 उ ा कल को मा यिमक व उमा कल म िश ट िकया गया है, उनम भी यह लान जारी रहेगा

    एसएसए ारा कल फिसिलटी ाटं यानी एसएफजी क िलए हर साल िमलन ेवाली पाचं से बारह हजार पए की रािश अब नह िमलगेी। एसएसए ारा ाथिमक कल को पाचं हजार, उ ाथिमक कल जहा ंपर छठी स ेआठव कक्षा चलती ह,ै को सात हजार तथा उ ाथिमक कल, जहा ंपर पहली स ेआठव कक्षा चलती ह,ै को बारह हजार पए िदए जात ेह।

    एसएसए की इन योजना का नह िमलेगा लाभ

    शून्य बजट जारी होगा | राज्य सरकार ने मजर् की गई ारंिभक िशक्षा िवभाग की कल क िशक्षक को वेतन देने क िलए शू य बजट जारी िकया है। यानी इस बार इनको वेतन देने क िलए िवभाग से िकसी कार की परिमशन या पूवर् मू यांकन नह िकया गया है। यह यव था िफलहाल एक माह क िलए की गई है। दूसरी ओर मजर् की गई कल क एसएसए मद से वेतन लेने वाले िशक्षक को अग त महीने का वेतन एसएसए देगा। िजले म मजर् की गई कल क करीब एक हजार टीचर है, जो िशक्षा िवभाग ारिंभक और एसएसए मद से वेतन ले रहे है।समानीकरण की कवायद जारी | बांसवाड़ा पैटनर् पर िजले क िशक्षक का भी समानीकरण होगा। आगामी दो-तीन िदन म इसकी कवायद पूरी हो जाएगी। इसक िलए डीईओ मा यिमक सभी बीईओ से टाफ, नामांकन, कल की जानकारी मांगी है।

    पूवर् नरेश ने दैिनक भा कर क "एक पेड़ एक िजंदगी' अिभयान को सराहा

    उ मेद भवन पैलेस म भा कर क "एक पेड़ एक िजंदगी' अिभयान क तहत पूवर् नरेश गजिसंह एवं हेमलता राजे ने पौधरोपण िकया ।

    हम फल देते ह। इसिलए हम भी उनक ित अपनी िज मेदारी िनभानी चािहए। इस कायर् म म उ मेद भवन पैलेस क महा बंधक िव सेट एडवड रामोस, एचआर मैनेजर

    िवजे कमार शमार्, लाइजन मैनेजर नटवरिसंह, मदरव ड फाउंडशन क राजे कमार गुजर्र, नमन यूल सटर क राजेश गुले छा व शुभम गुले छा सिहत अ य गणमा य उप थत थे।

    गणेश चतुथ महो सव

    जोधपुर | मेिडकल काउंिसल ऑफ इंिडया (एमसीआई) ने जोधपुर क दो डॉक्टर की ै क्टस पर छह माह क िलए रोक लगा दी है। इनम एक एमडीएमएच म सजर्री यूिनट हैड रहे डॉ. कपूर चौधरी और दूसरे यूरोलॉजी िवभाग क पूवर् अ य डॉ. मोद शमार् शािमल ह। डाॅ. चौधरी सेवािनवृ हो चुक ह, जबिक डॉ. शमार् का िनधन हो चुका है। यह रोक 8 अग त 2014 से लागू हो गई है। जोधपुर म गोपी का बेरा मंडोर िनवासी पदमिसंह ने िशकायत की थी िक मथुरादास माथुर अ पताल म डॉक्टर ारा लापरवाही बरतने क कारण उनको अपनी एक िकडनी िनकलवानी पड़ी। िशकायत की सुनवाई क दौरान डॉक्टर क उप थत नह होने पर एमसीआई ने उनकी ै क्टस पर रोक लगा दी। पदमिसंह ने बुधवार को ेस कॉ स म बताया िक उ ह 4 अक्टबर 2010 को दुघर्टना म घायल होने क बाद एमडीएम अ पताल म भत कराया गया था। डॉक्टर ने उसकी िरपोट सामा य बताते हुए छ ी दे दी। इसक चार िदन बाद ही उसे असहनीय ददर् होने लगा। वे दुबारा डॉ. चौधरी से िमले तो संतोष द जवाब नह िदया। इस पर उ ह अपोलो अ पताल अहमदाबाद क डॉक्टसर् को िदखाया। उ ह ने यूरीनोमा क कारण होने वाली बीमारी यूरोनोमा से िकडनी क डमेज होने की बात कही। पिरजन पदमिसंह को निडयाद ले गए, वहां िनजी अ पताल म जनवरी 2011 म पदमिसंह की खराब हो चुकी िकडनी को िनकाला गया।

    एमसीआई ने जोधपुर क दो डाॅक्टर की ै क्टस पर छह माह क िलए रोक लगाई

    {िशकायत पर सुनवाई क दौरान उप थत नह होने पर िदया फसला

    {एक डॉ टर की हो चुकी है मौत जबिक दूसरा सेवािनवृ

    मेिडकल कॉलेज व आरएमसी ने डॉक्टर को दी थी क्लीनिचटेस कॉ स म जागृित सं थान क संरक्षक पूवर् यायाधीश मुरलीधर वै णव ने व अ यक्ष नंदलाल यास ने बताया िक िशकायत पर डॉ. एनएन मेिडकल कॉलेज शासन ने एक जांच कमेटी बनाई थी। इसम डॉ टर को लीनिचट दी गई। इसक बाद राज थान मेिडकल काउिसल (आरएमसी) ने भी डॉ टर को लीनिचट दी तो एमसीआई म िशकायत की गई।

    आरोप पर नहीं, उप थत नहीं होने पर कारर्वाई^हमारे यहां से मरीज व थ होकर गया था। दुबारा िद कत होने पर उसे अ पताल म भत होने को कहा था, लेिकन वह भत नह हुआ। एमसीआई ने यह कारर्वाई आरोप पर नह , उप थत नह होने पर की है। एमसीआई क सभी प जालोर क पते पर आए थ,े इसिलए जानकारी नह िमली। म एमसीआई क समक्ष उप थत होकर प टीकरण दूंगा।-डॉ. कपूर चौधरी, पूवर् सजर्न, एमडीएमएच

    वृ अिधव ता व सरकारी अफसर भी परेशान, रीडर व िलिपक को नीचे जाकर दजर् करवानी पड़ती है उप थितसिचवालय क अिधकारी हो या िवभाग

    क वृ अिधकारी, सभी परेशानउपभोक्ता मामल म कंटम लगने पर रा य सरकार की ओर से आने वाले सिचवालय क अिधकारी हो या थानीय िवभाग म कायर्रत वृ अिधकारी, वे भी घुटने म ददर् की िशकायत क कारण मंच क काेट म पेश नह हो पाते। ऊपर चढ़ने म स म नह होने क कारण कई मामल म अफसर या तो खुद नह आते और आते भी ह तो मंच से उप थित नीचे दजर् करवाने का आ ह करते ह। बाद म अगली बार िवभाग क िकसी अ य अिधकारी को भेज माफी मांग लेते है। जलदाय िवभाग क एक्सईएन जीएम कोठारी को भी पैरालाइिसस हो गया था। पद पर रहते वे भी कोट म पेश होने क िलए ऊपरी मंिजल तक नह आ पाते थे। उनक िलए भी मजबूरन दूसरी यव था करनी पड़ती थी।

    दोन कोट को ाउड लोर पर िश ट करने से दूर होगी सम या

    मंच म पैरवी करने वाले वृ अिधवक्ता क अनुसार ाउंड लोर पर चल रहे रा य सरकार क कायार्लय को ऊपरी मंिजल पर और मंच क दोन कोट को उसकी जगह ाउंड लोर पर थानांतिरत करने से इस सम या का समाधान िनकल सकता है।

    इस सम या का िफलहाल कोई हल नह

    ^मंच क कोट ऊपरी मंिजल पर होने क कारण परेशानी तो आती है, लेिकन इसका िफलहाल कोई िवक प नह है। सीिनयर िसटीजन व िवकलांग क िलए रीडर को नीचे भेज देते ह।- सत्यदेव टाक, चेयरमैन, िजला उपभोक्ता मंच थम

    कस 1| सीिढ़यां नहीं चढ़ सकनाम : डाॅ.बीआर मीणाकौन : संयुक्त िनदेशक िचिक सा एवं वा य िवभाग, जयपुरहुआ क्या | ाथ कलाश नारायण पांड की ओर से सेवािनवृित क बाद बकाया भुगतान नह करने की िशकायत पर मंच म पेश होना था। लेिकन उपभोक्ता मंच का कोट ऊपरी मंिजल पर होने क कारण सीिढ़यां चढ़ने म असमथर्ता जताई और नीचे से ही उप थित दजर् करवाकर लौट गए।

    कस 2 | रप या िल ट नहीं होने से लौटनाम : अशोक देवड़ाकौन : आम िनशक्त उपभोक्ता, जोधपुरहुआ क्या | एक मोबाइल कंपनी क िखलाफ वादे क अनु प सेवा नह देने का पिरवाद मंच म पेश करना था। िनशक्त होने क कारण ाई साइिकल पर आए थे। ऊपरी मंिजल पर जाने क िलए रप या िल ट नह होने से पिरवाद पेश नह कर सक। बाद म रीडर व किन ठ िलिपक ने नीचे आकर पिरवाद ा त िकया।

    कस 3| गोद म उठाकर ले जाना पड़ानाम : घेवररामकौन : वयोवृ िकसान, देवातड़ा भोपालगढ़, हाल मदेरणा कॉलोनीहुआ क्या : िड कॉम ने गलती से 45 हजार पए का िबजली िबल भेज िदया। िशकायत पर िवभाग की ओर से सुनवाई नह होने पर मंच म पिरवाद पेश करने आए। लेिकन 66 वषर् की उ क कारण सीिढ़यां चढ़ते-चढ़ते बुरी तरह थक कर िनढाल हो गए। दो युवक ने गोद म उठाकर मंच कोट तक पहुंचाया।