ू ीलीव जिम्ेा सोर्सिंग ीति · 2017...

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नीलीवर जिमेदार सोसग नीति हमारे आप तिकतािओं के साथ भागीदारकाि करना 2017 हंदी संकरण

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यनीलीवर जिममदार सोरसिग

नीति हमार आपरत िकतािओ क साथ भागीदारी म कारि करना

2017 हहदी ससकरण

पररचय

जिममदार सोरसिग (उतपाद व सवाओ क सपलारर ढढना) पर आधाररत हमारी भागीदारररा हमारी सपलाई चन और

इसक बििनस को मजित िनाती ह। र िोखिम कम करन और सटकहोलडर (हहतधारक) म भरोसा कारम करन

म हमारी मदद करती ह।

रनीलीवर की जिममदार सोरसिग नीरत (RSP) 2017 म अपडट की गई थी ताकक हमार आपरतिकतािओ क साथ

लमि समर तक, सभी पकषो क रलए सथारी और सफल भववषर क रलए काम करन की हमारी पररतिदधता को िल

रमल। RSP स रह पकका करन म मदद रमलती ह कक हम दरनरा-भर म अपनी सपलाई चन म लािो लोगो क

िीवन पर अचछा सामाजिक असर डालत हए और हमार परािवरण असर को कम करत हए अपन वरावसाररक

उददशरो को परा कर। र आकाकषाए हमार रनीलीवर ससटनिल रलववग पलान (USLP) क क दर म ह।

RSP म कछ अरनवारि िररतए ह जिनह हमार आपरतिकतािओ को रनीलीवर क साथ वरवसार करन म सकषम

होन क रलए परा करन की जररत होती ह। इसक अलावा, हम अपन आपरतिकतािओ को अरनवारि िररतो स आग

िढत हए अचछ वरवहार, और उसस भी आग िात हए िहतरीन वरवहार करन क रलए परोतसाहहत करत ह --

लगातार सधार की इस रातरा म हमार आपरतिकतािओ क साथ काम करन क रलए रनीलीवर वचनिदध ह।

हम परा ववशवास ह कक रह रातरा रनीलीवर और हमार आपरतिकताि भागीदारो, दोनो क रलए फारदमद होगी –

समदारो की सहारता करक और परािवरण को िहतर िनाकर, हम वरवसार म लि समर तक हटकन वाली उननरत क रलए सही हालतरा िनात ह।

धवल बच

मखर अधधपराजपत अधधकारी/चीफ परोकररमट ऑकफसर

मासला मनबनस

वजशवक उपाधरकष

इटीगरटड सोशल ससटनबिरलटी

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बतनयादी रसदधााि

इस नीरत का हर पहल िरनरादी रसदधातो का पालन करन और उन पर लगातार चलत रहन स िडा ह, िो जिममदारी स वरवसार करन की हमारी इचछा की नीव और ववजन दोनो ह। ििकक हम उन आपरतिकतािओ क

साथ काम करग िो अपन वरवसार और अपनी ववसताररत सपलाई चन म इन रसदधातो का पालन करत ह और

इनक रलए पररतिदध रहत ह, हम िदलाव लान म सकषम होग।

र रसदधात रनीलीवर क 'िनाए' हए रसदधात नही ह। इनह अतरािषरीर मानरता परापत मानदडो स हारसल ककरा गरा ह।

हम र.एन. गाइडडग वपररसपलस ऑन बिजनस एड हरमन राइटस (वरवसार और मानवाधधकार सिधी सरकत

राषर मागिदशिक रसदधात) का समथिन करत ह और अपन सभी ऑपरशस म उनको लाग कर रह ह। िरनरादी रसदधातो क मताबिकमताबिक, हमारी मानवाधधकार पररतिदधता का आधार मानवाधधकारो का अतरािषरीर

कानन ह, जिसम मानवाधधकारो की वजशवक घोषणा, नागररक और रािनीरतक अधधकारो पर अतरािषरीर

समझौता औरऔर आधथिक, सामाजिक, और सासकरतक अधधकारो पर अतरािषरीर समझौता; और कारिसथल क

अधधकारो पर अतरािषरीर शरम सगठन क िरनरादी करार शारमल ह। हम िहराषरीर उपकरमो और लाग काननो क

पालन स िडी वचनिदधता और सभी तरह क भरषटाचार स लडन क रलए ओईसीडी गाइडलाइस का समथिन करत

ह।

रही निरररा हमारी तीसर पकष की अनर अनपालन नीरतरो, िास तौर पर जिममदार वरवसार भागीदार नीरत

म हदिाई दता ह।

मलयााकन और आकलन

2017 रनीलीवर जिममदार सोरसिग नीरत (RSP) हमारी पहल की 2014 रनीलीवर जिममदार सोरसिग नीरत का नवीनतम रप ह। रनीलीवर आपरतिकताि की सव-घोषणा, ऑनलाइन आकलन और – िताए गएि रादा िोखिम

वाल िास दशो औरऔर आपरतिकताि क रलए – तीसर पकष क ऑडडट सहहत सवततर सतरापन स RSP की अरनवारि िररतो क लाग करन सिधीमताबिक काम करन और इनक लाग होन को सतरावपत करगा।

लाग करन सिधीलाग करन की परककररा म छोट वरवसारो क साथ ही अचछ अनपालन कारिकरम वाल िड

वरवसारो क रलए भी उपरकत परककररा शारमल होगी।

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बतनयादी रसदधााि तनमन ह:

1.

2.

3.

4.

5.

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7.

8.

9.

10.

11.

12.

वयवसाय कानन क मिाबबक और ईमानदारी क साथ ककया िाए

रोजगार की मकि रप स सहमि और दसिावज म रलखी शिो क आधार पर काम ककया िाए

सभी कममचाररयो क साथ समान रप स और सममान और गररमा क साथ वयवहार ककया िाए

कायम सवजछिक आधार पर ककया िाए

सभी कममचारी उपयकि आय क हो

सभी कममचाररयो को उचचि भतत ददए िाए

सभी कममचाररयो का कायम समय उचचि हो

सभी कममचारी कममचारी साघ बनान और/या उनम शारमल होन या ऐसा करन स मना करन और सामदहक रप स

समझौि करन क अपन अचधकारो का उपयोग करन क रलए सविातर हो।

कायामलय म सभी कममचाररयो क सवासय और सरकषा की रकषा की िािी ह

तनषपकष परकियाओा और समाधानो िक सभी कममचाररयो की पहच होिी ह

मल तनवारसयो सदहि, समदायो क भरम अचधकारो को सरकषा और परोिसाहन ददया िाएगा

वयवसाय इस परकार स ककया िाए जिसस कक ससटनबबरलटी (पराकतिक सासाधनो क लाब समय िक उपयोग क

निररए) को अपनाया िाएऔर पयामवरणीय परभाव म कमी आए

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ववषय वसि:

रनीलीवर अपन ऑपरशस ईमानदारी, सचचाई और िलपन क साथ और मानवाधधकारो का सममान करत हए

तथा हमार कमिचारररो क हहत म करता ह। इसी तरह हम उन लोगो क मानरउधचत हहतो का सममान करत ह जिनस हमार सिध ह। हमारी साि एक सपवि ह, िो कक हमार लोगो और हमार बाडस जितनी ही मलरवान ह। हम अपन सभी कमिचारररो, आपरतिकतािओ, उनक कमिचारररो और हमार साथ वरवसार करन वाल सभी लोगो स वरवहार क उचचतम मानको की अपकषा करत ह। एक आपरतिकताि िनकर, आप रह सपषट करत ह कक आप

हमार िरनरादी रसदधातो म शारमल मलरो का पालन करत ह।

अनभाग I

अनभाग I म हमारी अरनवारि िररतए मौिद ह।

रनीलीवर क सभी आपरतिकतािओ को रनीलीवर क साथ वरवसार शर करन रा िारी रिन क रलए इन अरनवारि िररतो का सममान और पालन करना होगा।

अनभाग II

अनभाग II म परकटीकरण (डडसकलोजर) और ररपोहटिग सिधी िररतए शारमल ह।

हम अपन आपरतिकतािओ स उस समर इन िररतो का पालन करन की उममीद करत ह िि नीरत का उललघन

हो रहा हो।

अनभाग III

अनभाग III म लगातार सधार क हदशारनदश और लाग करन सिधी सझाव मौिद ह।

अरनवारि नही होन की जसथरत म, र हदशारनदश अरनवारि, अचछ और सवोिम वरवहार सतर पर एक वरापक और

मजित परककररा लाग करन सिधीलाग करन सझाव दत ह।

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I. यनीलीवर क साथ वयवसाय करन क रलए अतनवायम िररिए

इस अनभाग म, हम परतरक िरनरादी रसदधात क रलए उन सिधधत उन अरनवारि िररतो क िार म ितात ह जिनह हमार आपरतिकतािओ को रनीलीवर क साथ वरावसाररक सिध िनान और उस िनाए रिन क रलए परा करना होता ह।

रनीलीवर क साथ रा उसकी ओर स कारि करन वाल सभी आपरतिकतािओ स हम रह अपकषा करत ह कक व इन

अरनवारि िररतो का सममान और अनपालन कर।

1. वयवसाय कानन क मिाबबक और ईमानदारी क साथ ककया िाए

कानन का पालन

सभी काननो और रनरमो का उन दशो क मताबिक अनपालन ककरा िाता ह जिनम आपरतिकताि काम करत ह। लाग होन वाल अनर सभी अतरािषरीर काननो और रनरमो का अनपालन ककरा िाता ह जिनम अतरािषरीर वरापार

(िस कक वो वरापार िो पररतिध, रनराित रनरतरण और ररपोहटिग दाररतवो स सिधधत हो), डटा सरकषा और एटी-रसट/पररतसपधाि कानन स िड कानन और रनरम शारमल होत ह। ररशवि

ककसी भी और सभी परकार की ररशवतिोरी, भरषटाचार, ििरदसती वसली रा धोिाधडी पररतिधधत ह और आपरतिकताि दवारा पर ककए गए सभी वरावसाररक सौदो म ररशवतिोरी को रोकन क रलए परािपत परककरराए मौिद ह। दहिो का टकराव (कॉजनललकट ऑफ इाटरसट)

रनीलीवर क साथ ककसी भी वरावसाररक सौद म हए सभी और ककनही भी हहतो क टकराव, जिसक िार म आपरतिकताि को पता हो, रनीलीवर को सधचत ककए िारग ताकक रनीलीवर उन पर उधचत कारिवाई कर सक। ककसी आपरतिकताि क वरवसार म ककसी सरकारी अधधकारी, ककसी रािनीरतक दल क पररतरनधध रा ककसी रनीलीवर

कमिचारी क ककसी भी सवारमतव रा लाभकारी हहत क िार म रनीलीवर क साथ कोई भी वरावसाररक सिध िनान

क पवि ही रनीलीवर को सधचत ककरा िाता ह। उपहार और मिबानी रनीलीवर क साथ ककसी भी वरावसाररक मनोरिन रा मििानी की परकरत को तकि सगत रिा िाता ह, िो कक

परतरा अचछ वरावसाररक सिधो को िनाए रिन क उददशर क रलए होत ह और इनका मकसद रनीलीवर दवारा भववषर म वरवसार परदान करन क रनीलीवर क रनणिरो को ककसी भी परकार स परभाववत करना नही होता ह। उपहार दना कम स कम होना चाहहए और हमशा मानर और कपनी की नीरतरो क मताबिक होना चाहहए।

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गोपनीय और परतिसपधी सचना सभी पररतसपधी सचना परापत की िाती ह और काननी रप स उपरोग की िाती ह और इसम सभी लाग काननो और

ववरनरमो का अनपालन ककरा िाता ह। रनीलीवर क सामन इसक पररतसपधधिरो क िार म कोई भी िानकारी परकट

करन की कोरशश नही की िाती ह। इसी तरह, रनीलीवर की गोपनीर सचना को ककसी तीसर पकष क साथ ति तक

साझा नही ककरा िाना चाहहए िि तक रनीलीवर दवारा सीध तौर पर इसकी अनमरत नही दी गई हो।

ववततीय ररकॉरम, मनी लॉजनराग और इनसाइरर टरडर ाग

सभी वरावसाररक और वाखणजयरक सौद पारदरशिता क साथ पर ककए िात ह और आपरतिकतािओ की िहहरो और

ररकॉडि म सटीक रप स दिि ककए िात ह। मनी लॉजनरग रानी काल धन को सफद करन म कोई वासतववक

भागीदारी रा इसका पररास नही ककरा िाता। रनीलीवर क सिध म आपरतिकताि क पास मौिद ककसी भी गोपनीर

िानकारी का उपरोग इनसाइडर रडडग म शारमल होन रा इसका समथिन करन क रलए नही ककरा िाता ह।

सचना और सापवतत की रकषा करना रनीलीवर की गोपनीर िानकारी, कारि करन क तरीक और इटलकचअल परॉपरी का सममान और इसकी रकषा की िाती ह। रनीलीवर दवारा उपलबध कराई गई सभी सचनाए िो कक सावििरनक नही ह, गोपनीर मानी िाती ह और इनका उपरोग कवल इनक अभीषट और िताए गए उददशर क रलए ककरा िाता ह। वरजकतरो िस कक

रनीलीवर क उपभोकता रा कमिचारररो क िार म सभी और ककसी भी वरजकतगत िानकारी को उनकी गोपनीरता क रलए और सभी सिधधत गोपनीरता काननो और रनरमो की रकषा क रलए पर सममान क साथ सभाला िाता ह।

उतपाद गणवतता और जिममदार इनोवशन

उतपाद और सवाओ को सिधधत अनिध दसतावजो म िताए गए सपरसकफकशन और गणविा और सरकषा मानदडो को परा करत हए परसतत ककरा िाता ह और व उनक लकषकषत उपरोग क रलए सरकषकषत होत ह। शोध और ववकास

(ररसचि एड डडवलपमट) उिरदाररतव क साथ ककए िात ह और र अचछ नदारनक आचरण (जकलरनकल परजकटस)

और आम तौर पर सवीकत वजञारनक, तकनीकी और नरतक रसदधातो पर आधाररत होत ह।

समसयाओा की ररपोदटिग और नॉन ररटरलएशन (बदल की भावना स कारमवाई न करना) सभी कमिचारररो (चाह सीध रनरकत हो रा नही हो) को लाग िररतो और परककरराओ म स ककसी क िार म भी अपनी धचताए परकट करन वाल ऐस माधरम िररतोउपलबध कराए िात ह ताकक धचता परकट करन वाल और

अचछी भावना स आवाि उठान वाल कमिचारररो को ककसी भी िदल की कारिवाई स िचारा िाना सरनजशचत हो।

2. कायम को रोजगार की सविातरिापवमक सहमि और रलखखि शिो क आधार पर ककया िाए

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उन सभी कमिचारररो, सथारी और असथारी दोनो, को रोजगार दसतावज हदए िात ह िो सवततर रप स सहमत

होत ह और अपन काननी और कॉनरकट क अधधकारो का सममान करत ह।

3. सभी कममचाररयो क साथ समान रप स और सममान और गररमा क साथ वयवहार ककया िाए

सभी कमिचारररो क साथ सममान और गररमा क साथ वरवहार ककरा िाता ह। ककसी भी कमिचारी क साथ कोई

भी शारीररक, लधगक, मनोवजञारनक रा मौखिक उतपीडन, दवरिवहार नही ककरा िाता ह, रा अनर परकार की कोई

धमकी नही दी िाती ह। भती, कषरतपरत ि, परगरत, अनशासन, ििािसतगी रा सवारनववि सहहत रोजगार म कोई

भदभाव नही होता ह। िारत, िातीरता, उमर, भरमका, रलग, रलग पहचान, रग, धमि, मल दश, रौन हदलचसपी, ववाहहक जसथरत, गभािवसथा, आधशरतो, अपगता, सामाजिक वगि, ररनरन की सदसरता रा रािनीरतक दजषटकोणो क आधार पर भदभाव पररतिधधत ह। ववशष रप स, ऐस कमिचारररो क अधधकारो पर धरान हदरा िाता ह जिन पर

भदभाव का अधधक खतरा होता ह।

4. कायम अपनी मिी स ककया िािा ह

आपरतिकताि ककनही भी हालत म ििरन मजदरी नही कराएगा, चाह वह अरनवारि रा गरकाननी मजदरी क रप म हो, ठक पर मजदरी, िधआ मजदरी रा अनर रपो म हो। मानरसक और शारीररक ििदिसती, गलामी और मानव

तसकरी पररतिधधत ह।

5. सभी कममचारी उपयकि आय क हो ककसी भी हालत म कोई आपरतिकताि 15 वषि स कम आर रा कफर कारि रा अरनवारि रशकषा क रलए सथानीर काननी नरनतम आर, िो भी अधधक हो, स कम आर क ककसी भी कमिचारी को रनरकत नही करगा। रवा कमिचारररो को रनरकत ककए िान पर उनह ऐस कारि नही करन चाहहए िो मानरसक, शारीररक, सामाजिक रा नरतक रप स

खतरनाक रा हारनकारक होत ह रा उनह सकल िान क अवसर स वधचत रिकर उनकी रशकषा म रकावट पदा करत ह।

6. सभी कममचाररयो को उचचि भतत ददए िाि ह सभी कमिचारररो को कल पररतफल पकि हदरा िाता ह जिसम भि, समरोपरर भिा (कारि का अरतररकत समर)

भगतान, अनर लाभ और वतन सहहत अवकाश शारमल होता ह िो काननी नरनतम मानको रा उपरकत परचरलत

उदरोग मानको, िो भी उचच हो, को परा करता ह रा उसस अधधक होता ह, और काननी रप स िाधर सामहहक

समझौता अनिधो दवारा तर पररतफल शतो का ककररानरवन और उनका अनपालन ककरा िाता ह।

7. सभी कममचाररयो क कायम क घाट उचचि होि ह

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कमिचारररो को उनकी रनरजकत वाल दश क कानन स मिरी रमल रनररमत और समरोपरर भिा समर स अधधक

कारि करन की िररत नही होती ह। कमिचारररो दवारा सभी समरोपरर भिा कारि उनकी इचछा स ककए िात ह।

8. सभी कममचारी कममचारी साघ बनान और/या उनम शारमल होन या ऐसा करन स मना करन और सामदहक रप

स समझौि करन क अपन अचधकारो का उपयोग करन क रलए सविातर होि ह। सगठन िनान की सवततरता और सामहहक समझौतो क कमिचारररो क अधधकारो को माना िाता ह और उनका सममान ककरा िाता ह। ककसी भी सगठन म शारमल होन रा शारमल होन स मना करन क कमिचारररो क अधधकारो का उपरोग करन क रलए उनह धमकारा रा परताडडत नही ककरा िाता ह।

9. कायामलय म सभी कममचाररयो क सवासय और सरकषा की रकषा की िािी ह

कारि क दौरान रा रनरोकता क कामो की विह स रा उसस सिदध दघिटनाओ और चोट को रोकन क रलए एक

सवसथ और सरकषकषत कारिसथल परदान ककरा िाता ह।

10. सही परकियाओा और समाधानो सभी कममचाररयो की पहच होिी ह

सभी कमिचारररो को पारदशी, उधचत और गोपनीर परककरराए परदान की िाती ह जिनकी विह स उनक कारि स

िडी कहठनाइरो क तरत, रनषपकष और उधचत समाधान रमलत ह।

11. मलतनवासी लोगो सदहि, समदायो क भरम अचधकारो को सरकषा और परोिसाहन ददया िाएगा वरजकतरो, मलरनवासी लोगो और सथानीर समदारो की सपवि और भरम क अधधकारो और सवारमतव का सममान ककरा िाता ह। सपवि रा भरम क उपरोग और सथानातरण सहहत उनस सिधधत सभी समझौत

सवततरता, पहल स परी िानकारी दकर सहमरत लन, अनिध की पारदरशिता और परकटीकरण (सभी शत सामन

रिन) क रसदधातो का पालन करत हए ककए िात ह।

12. वयवसाय इस परकार स ककया िाए जिसस कक ससटनबबरलटी परापि हो और पयामवरणीय परभाव म कमी आए

ऑपरशस, सोरसिग, रनमािण, उतपादो का ववतरण और सवाओ की आपरति क कारि परािवरण की सरकषा और सरकषण

करन क लकषर क साथ ककए िात ह ।

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II. उललाघनो पर ररपोदटिग

1. इस नीरत क अनपालन म ककसी भी ववफलता (रनीलीवर क ककसी कमिचारी रा रनीलीवर की ओर स

कारि करन वाल ककसी वरजकत दवारा की गई ककसी भी ववफलता सहहत), जिसक िार म आपरतिकताि को िानकारी ह, क िार म रनीलीवर को िलद स िलद ररपोटि की िानी चाहहए। ऐसा न करना इस RSP का उललघन होगा।

2. हम वासतववक रा सहदगध उललघनो की ररपोटि करन वाल लोगो क ववरदध िदल की कारिवाई क भर क

बिना आपरतिकतािओ और उनक कमिचारररो दोनो क रलए आवाज उठान की ससकरत का भरपर समथिन

करत ह।

3. आपरतिकताि, उनक कमिचारी रा ठकदार इस जिममदार सोरसिग नीरत क वासतववक रा सहदगध उललघनो की फोन रा ऑनलाइन क माधरम स रनीलीवर को ररपोटि कर सकत ह। ररपोट गोपनीर और अनाम रप

स (िहा कानन दवारा अनमरत दी गई हो) सिरमट की िा सकती ह। अधधक िानकारी क रलए, धचता परकट कर पर जकलक कर।

4. रनीलीवर उठाई गई समसरा की िाच करगा और परापत रनषकषो पर आपरतिकताि क साथ चचाि करगा। ऐसी ककसी भी िाच म आपरतिकताि को सहरोग करना चाहहए और उधचत रप स मागी गई ककसी भी िानकारी तक पहच परदान करनी चाहहए।

5. रहद समाधान िररी ह, तो आपरतिकताि इस पर ववचार करगा और अपन सधारातमक कारि और लाग

करन सिधी सिधी रोिनाओ तथा उललघन क परभावी और ततकाल समाधान की समरसीमा क िार म रनीलीवर को सधचत करगा।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

अपन आप को और अपन कममचाररयो को RSP स और यनीलीवर को साददगध उललाघन की ररपोटम करन क

िरीक क बार म पररचचि कराए।

यनीलीवर खरीद या सामाजिक िवाबदही क साबाचधि वयजकियो स उन ववषयो पर चचाम करन क रलए कह जिनह आप नहीा समझि ह।

यह सतनजशचि करन क रलए कक आप पर नीति क ककसी भी परकार क उललाघन का खिरा नहीा ह, अपन उस

मौिदा वयवहार की समीकषा कर िो नीति क ववरदध हो सकिा ह।

12

III. सिि सधार स िड ददशातनदश और सझाव

इस अनभाग म RSP म शारमल ककए गए सभी िरनरादी रसदधात स िड ऐस हदशारनदश और सझाव शारमल ह िो आपरतिकतािओ क अरनवारि, अचछ और सवोिम आचरण म सहारक ह ताकक उनकी कपरनरो म लगातार सधार होता रह।

✓ हदशारनदश अनपालन सिधी हमारी अरनवारि िररतो को परा करन म सहारक एक वरापक और मजित

परककररा क लाग करन सिधी क रलए हमार सझाव होत ह।

✓ र हदशारनदश एक उधचत समर सीमा क भीतर अचछा और सवोिम वरवहार हारसल करन म आपरतिकतािओ की सहारता भी कर सकत ह। हम इस सतर तक पहचन म अपन आपरतिकतािओ की मदद

करन क रलए उनक साथ सवोिम वरवहार और नवीनतम मागिदशिन को साझा करत रहग। इसी तरह,

हम आपरतिकतािओ स मददगार इनपट परापत करन को हमशा तरिीह दत ह।

✓ र हदशारनदश वरापक लककन सपणि नही ह। इनम ऐस महतवपणि बिद शारमल होत ह जिनकी आम तौर

पर अरनवारि िररतो को परा करन और अचछ और सवोिम वरवहार की ओर परगरत करन क रलए सलाह

दी िाती ह।

इस पर अनभाग म, RSP क अनपालन म रनीलीवर क आपरतिकतािओ की सहारता करन क रलए लाग करन

सिधी सिधी सझाव अरतररकत िानकारी और सझाव क तौर पर हदए िात ह। िहा सहारता की िररत हो, उपरकत पशवरो स सवततर सचना ली िानी चाहहए। ववशष िात ह कक सझावो म काननी सलाह शारमल नही ह

और र आपरतिकतािओ को कॉनरकट की शतो और दाररतवो पर, और उनक कारि करन वाल दशो म उनक रलए

सिधधत सभी काननो और ववरनरमो का पालन करन क तरीको पर, काननी पशवरो स उपरकत सलाह लन स

मकत नही करत ह। इसक अलावा, सझाव आपरतिकतािओ को उन िातो स आग िान स नही रोकत िो उनह सझाई

गई ह।

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1. वयवसाय काननी रप स और सतयतनषठा क साथ ककया िािा ह

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

1.1. रह सरनजशचत करन क रलए कक आपरतिकताि और उसक कमिचारी सभी लाग काननो और ववरनरमो का अनपालन कर, परककरराओ को वरवसार क आकार और िोखिम बरौर क मताबिक िनारा िाता ह।

1.2. वररषठ परिधन िडा रहता ह और उनक अनपालन ढाच की ववषर वसत और लाग करन सिधी कारिवाई पर

नजर रिता ह। 1.3. सभी परकार क घस और भरषटाचार को बिलकल िदािशत नही करन की सपषट पररतिदधता होती ह। 1.4. अनपालन क परमि िोखिमो की पहचान क रलए रनररमत रप स िोखिम का आकलन ककरा िाता ह। 1.5. सतररनषठा की ससकरत सथावपत करन और परमि िोखिमो को कम करन क रलए सपषट और परभावी आतररक

पररशकषण और/रा हदशारनदश होत ह, उदाहरण क रलए; उपहार और मििानी, हहतो क टकराव, पररतसपधी की िानकारी स रनपटन और पररतसपधी ववरोधी वरवहार पर। इस परकार क हदशारनदश आपरतिकताि क

कमिचारररो क रलए आसानी स उपलबध होत ह। 1.6. तीसर पकष क सिधो क मामल म उपरकत डर डडलीिस (सतिकता िाच) की िाती ह, जिसस रह सरनजशचत

हो सक कक व समान मानको को परा करत ह। 1.7. आपरतिकताि क कमिचारररो दवारा ककसी लाग कानन, ववरनरम रा नीरत का अनपालन नही करना उपरकत

पररतिध और समाधान परककरराओ क अधीन होता ह। 1.8. वविीर परककरराए सभी वविीर लनदन की उधचत ररकॉडडिग सरनजशचत करती ह, और ककसी भी सहदगध मनी

लॉजनरग गरतववधध की पहचान को आसान िनाती ह। र सरनजशचत करती ह कक कोई भी गपत रा अरलखित

िाता, कोष रा सपवि सथावपत न हो रा िनाए नही रिी गई ह। 1.9. रह सरनजशचत करन की परककरराए और वरवसथा मौिद ह कक सभी गोपनीर िानकारी, चाह वह वरावसाररक

हो रा उतपाद सिधधत, कवल िानन की िररत क आधार पर सीरमत पहच अधधकारो क साथ सरकषकषत रप

स सगरहीत की िाती ह। 1.10. रह सरनजशचत करन की परककरराए उपलबध ह कक आपरतिकताि रा उसकी सपलाई चन स पदा होन वाल ककसी

भी उतपाद गणविा रा सरकषा समसराओ की सचना तरत रनीलीवर को दी िाती ह। 1.11. िोलन को परोतसाहहत करन की ससकरत क हहसस क रप म, िदल की कारिवाई को िीरो टोलरस (कतई

िदािशत नही) ककरा िाता ह, धचता वरकत करन क इचछक वरजकतरो की गमनामी की रकषा कानन दवारा मिर सीमा तक की िाती ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 1.12. इस RSP क परतरक बिद को समटन वाली आचार सहहता, हदशारनदश, नीरतरा और/रा पररशकषण उपलबध

ह और इनह कमिचारररो को आसानी स महरा करारा िाता ह। 1.13. आचार सहहता, हदशारनदश, नीरतरो और/रा पररशकषण की परभाववता को ितान, रनगरानी करन और मापन

की परककरराए उपलबध ह।

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1.14. आपरतिकतािओ क परचालनो, उतपादो रा वरवसार सिधो क माधरम स सीध तौर पर िड पररतकल परभावो स िड रकषातमक और उपचारातमक उपार ककए िात ह।

1.15. आपरतिकताि क पास उसक परतरकष आपरतिकतािओ क रलए एक आचार-सहहता रा जिममदार सोरसिग नीरत

मौिद होती ह, िो इस RSP की िररतो क मताबिक होती ह। इसक अलावा, इस अपन सभी परतरकष

आपरतिकतािओ को ितान और इन परतरकष आपरतिकतािओ दवारा अनपालन की रनगरानी क रलए एक परककररा होती ह।

1.16. आपरतिकताि क कारिकारी परिधन और नततवकतािओ को अनपालन और सतररनषठा क साथ वरवसार

चलान क रलए उिरदारी ठहरारा िाता ह, साथ ही रनषपकष और उपरकत मानक क रलए उपरकत

वरजकतगत पररतिध लाग ककए िात ह। 1.17. कमिचारररो को कई रशकारत माधरम उपलबध ह। 1.18. रशकारतो की िाच क रलए परककरराए ववकरसत की गई ह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 1.19. परमि सटकहोलडर (हहतधारको) क साथ परामशि करक सिधधत नीरतरो और परककरराओ क परभावी होन म

लगातार सधार क रलए अरतररकत कदम उठाए िात ह, और इसक दवारा: i. काननो का अनपालन नही करन स िड सभी िोखिमो स रनपटना सरनजशचत ककरा िाता ह;

ii. रनदशक मडल रा समककष रनकार दवारा इस परकार की नीरतरो क लाग करन सिधी क रलए

जिममदारी तर की िाती ह;

iii. ठकदारो और आपरतिकतािओ को भी रथोधचत पररशकषण हदरा िाता ह; और

iv. सवततर आशवासन सकषम ककरा िाता ह। 1.20. आपरतिकताि क तीसर पकष वरवसार क भागीदार अपनी धचताए गमनाम तरीक स परकट करन म सकषम होत

ह। 1.21. आपरतिकताि नरतक मददो पर सावििरनक पद लन को तरार रहता ह और रथोधचत सामहहक कारिवाई म

शारमल होता ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

अनपालन सामचियो क बार म कममचाररयो की उममीद क मिाबबक, उनह समझ म आन वाली भाषा म सपषट

रप स बिाया िाना चादहए।

वररषठ परबाधन की ओर स खरीददारी क सपषट तनदश और शीषम नितव की ओर स मिबि सवर सतनजशचि कर।

सामन आए वासिववक िोखखमो क साथ उपयकि सासाधन आवादटि कर।

यदद बाहरी पशवर समथमन का उपयोग करना उपयकि हो िो अनपालन की करमयो क रलए वयावसातयक

वयवहारो का तनयरमि मलयााकन कर।

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2. कायम को रोजगार की सविातरि सहमति और रलखखि शिो क आधार पर ककया िाए

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

2.1. रनरोकता/कमिचारी सिध क परमि घटक िस कक घट, समरोपरर भिा, वतन, अनर लाभ, अवकाश,

अनशासनातमक और रशकारत परणारलरा र होत ह: (i) दोनो पकषो दवारा सवततर रप स सहमत; (ii) रलखित

रप स दसतावि म दिि; और (iii) रनरोकता और कमिचारी दवारा हसताकषररत। 2.2. आपरतिकताि सरनजशचत करग कक रोिगार अनिधो क रनरम और शत कमिचारी को समझ म आन वाली भाषा

म हो और िररी होन पर उनह मौखिक रप स ितारा िाए। 2.3. रनरोकता और कमिचारी दोनो क दवारा पररवतिनो पर रलखित सहमरत होती ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 2.4. भती, रशकारत, अनशासन, पदोननरत, और ििािसतगी िस परमि परिधन कारो म सपषट नीरत फरमवकि ,

लाग करन क तरीक और उनह ककरराजनवत करन हत उिरदारी पररशकषकषत कमिचारी होता ह। उपरकत दसतावि

रि िात ह। 2.5. भती क दौरान कमिचारररो को इन नीरतरो और तरीको क िार म ितारा िाता ह और इनह कमिचारररो क

मनरअल म शारमल ककरा िाता ह, और कमिचारररो को इनह समझन और इनका उपरोग करन क रलए

पररशकषकषत ककरा िाता ह। 2.6. सभी शरखणरो क कमिचारररो क कौशल को ववकरसत और वरापक करन क रलए िारी पररशकषण अभरास

उपलबध कराए िात ह ताकक व अपन रोजगार म उननरत करन म सकषम हो।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 2.7. कमिचारी और परिधन सचार की एक सपषट और पारदशी परणाली ह िो कमिचारररो को परिधन स परामशि लन

और उनक साथ एक परभावी सवाद करन म सकषम िनाती ह। 2.8. लघ-अवधध, आकजसमक रा अरभकरण कमिचारररो को ऐसी जसथरत म रनररमत ककरा िाता ह िि शारमल

कारि सपषट रप स रनररमत परकरत वाला हो और उसकी वषिभर िररत हो। 2.9. इन रोजगार सिधी नीरतरो और तरीको की समर-समर पर समीकषा की िाती ह और कोई भी िररी सधार

ककए िात ह ताकक रह सरनजशचत ककरा िा सक कक अनिध जसथरत पर धरान हदए बिना, कमिचारररो की सभी शरखणरो क पास अपन कारि म समान अधधकार और पातरताए ह। लघ-अवधध, आकजसमक और एिसी कमिचारररो और महहलाओ, परवारसरो, ववकलागो, काननी रवा कमिचारररो, और इटनि/पररशकषओ िस

अरकषकषत समहो पर ववशष धरान हदरा िाता ह ताकक रह सरनजशचत ककरा िा सक कक ऐस कमिचारररो क

पास वही पातरताए ह िो परकारलक सथानीर कमिचारररो क पास ह। 2.10. मानव ससाधन कारि सपर रोजगार सिध म काननी अनपालन को सरनजशचत करता ह और कमिचारररो को

ववकरसत, परररत करता ह, उनकी पहचान करता ह और उनह परसकत करता ह तथा उनह सामाजिक सवाद

म शारमल करता ह।

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लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

कममचाररयो क रोजगार अनबाधो म सभी िररी िानकारी होनी चादहए िाकक कममचारी िान कक कया अपकषा की िािी ह। अनबाधो क बार म कममचाररयो को उनक समझ म आन वाली भाषा म बिाया िाना चादहए। रोजगार

अनबाधो पर कममचाररयो और आपतिमकिाम की सहमति होनी चादहए और उनक दवारा हसिाकषररि होनी चादहए।

नीतिया और परकियाए रोजगार साबाध क सभी परमख पहलओा पर ववकरसि की िानी चादहए। एक ऐसी कममचारी पजसिका बनाएा जिसम रोजगार साबाधी नीतिया और परकियाए शारमल हो। सभी कममचाररयो को पररशकषण परदान कर िाकक व िान कक नीतिया और परकियाए उनपर कस लाग होिी ह।

सतनजशचि कर कक सभी कममचाररयो क साथ समान वयवहार ककए िाए चाह उनक साथ ककसी भी परकार का अनबाध ककया गया ह। इसम अलपकारलक और एिसी क कममचारी, मदहलाए, आपरवासी, ववकलााग और यवा कममचारी शारमल होि ह।

3. सभी कममचाररयो क साथ समान रप स और सममान और गररमा क साथ वयवहार ककया िाए

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

3.1. िारत, िातीरता, उमर, भरमका, रलग, रलग पहचान, रग, धमि, मल दश, रौन हदलचसपी, ववाहहक जसथरत,

गभािवसथा, आधशरतो, अपगता, सामाजिक वगि, ररनरन की सदसरता, रा रािनीरतक दजषटकोणो क आधार

पर भदभाव क ककसी भी रप पर पररतिधध लगान वली नीरतरा मौिद ह, और उनह लाग करन की कारिववधधरा भी ह।

3.2. इन नीरतरो म ऐस ककसी भी कमिचारी क अधधकारो की रकषा करन क उपार ह िो भदभाव क पररत असरकषकषत

माना िाता ह

3.3. गभािवसथा िाच रा सवासर परीकषण क अनर रपो जिनक कारण भदभाव हो सकता ह, को िदािशत नही ककरा िाता (रसवार उस जसथरत क िि ऐस सवासर परीकषण सथानीर काननो क तहत अरनवारि हो)।

अचछ वरवहार की ओर िढना 3.4. सभी मानव ससाधन रनणिरो क चरन मापदड ठोस और पारदशी होत ह और मनमान रनणिरो को रोकन क

रलए रनरतरण मौिद ह। 3.5. कमिचारररो की भती, वतन, पररशकषण, उननरत, अनशासन, और ििािसतगी क रलए उिरदारी सटाफ सदसर

उनक दाररतवो पर करत हए भदभाव स िचन क रलए पररशकषकषत होत ह। 3.6. सभी कमिचारी और उनक परिधक उतपीडन, दवरिवहार और अनर परकार की धमककरो की पहचान करन और

उनह रोकन क रलए पररशकषकषत होत ह। 3.7. परिधक, अगरणी रनरीकषक, उतपादन सटाफ, गणविा रनरतरक और सरकषा गाडि भदभाव को रोकन क रलए

पररशकषकषत होत ह।

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शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 3.8. मानव ससाधन ररकॉडि रि िात ह और वरवहार म समानता परदान की िाती ह, रह सरनजशचत करन हत

आकडो का ववशलषण होता ह। 3.9. रनररमत मलराकन आरोजित ककए िात ह और सामन आन वाली करमरो रा तरहटरो पर मापन रोगर

पररणामो क साथ एक कारिवाई रोिना क तहत कारि ककरा िाता ह। 3.10. परषो और जसतररो क िीच समानता लान क रलए ववरशषट और मापन रोगर लकषर रनधािररत होत ह और

उनह परापत करन क रलए सकारातमक कारिवाई की िाती ह। 3.11. सिस सवदनशील कमिचारररो की िररतो को सिोधधत करन वाल कारिकरम, िस कक सववधािनक समर

ववकलप, िाल और आधशरत दिभाल और परामशिदाता कारिकरम मौिद ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

अपनी गर-भदभाव नीति को बिाए। सतनजशचि कर कक सभी कममचाररयो क साथ सममानपणम वयवहार ककया िाए चाह उनक अनबाध का परकार कोई भी हो। सतनजशचि कर कक भिी करि समय, परतिफल, परोननति या अनशासन साबाधी फसल, साथ ही बखामसिगी करि

समय िाति, िािीयिा, उमर, भरमका, रलाग, रलाग पहचान, राग, धमम, मल दश, यौन ददलचसपी, ववादहक

जसथति, गभामवसथा, आचििो, अपागिा, सामाजिक वगम, यतनयन की सदसयिा, या रािनीतिक दजषटकोणो क

आधार पर भदभाव परतिबाचधि हो। यह सतनजशचि करन क रलए पररशकषण परदान कर कक तनरीकषको और गारो सदहि परबाधक समझ कक उनह बबना भदभाव क अपना काम कस करना ह।

भदभाव क साभाववि कषतरो की पडिाल करि समय मानव सासाधन रटा को एकबतरि और उसका ववशलषण करि

हए अपनी नीति और पररशकषण की परभावविा की िााच कर।

4. कायम अपनी मिी स ककया िाए

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

4.1. कमिचारी मकत और समान सतर पर रोजगार म परवश कर रह ह और उनकी इचछा होन पर उनह रोजगार छोडन

स नही रोका िाएगा रह सरनजशचत करन क रलए भती नीरतरा, कारिववधधरा, और पररशकषकषत सटाफ मौिद

ह। 4.2. कमिचारररो क पास इधर-उधर आन-िान की सवततरता होती ह और व डोरमरी रा उपलबध कराए गए आवास

सहहत आपरतिकताि क पररसर तक सीरमत नही होत ह। 4.3. कमिचारररो को उनक पहचान पतरक िमा करन की िररत नही होती ह। िहा पहचान पतरको को अवधारण

करन की काननी िररत होती ह, वहा रह सरनजशचत करन की वरवसथाए की िाती ह कक कमिचारी उनक

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पहचना पतरको पा सकत ह, उनह कारिसथल स िान स रोका नही िाएगा और रोजगार की समाजपत पर उनक

कागजात उनह तरत लौटा हदए िाएग। 4.4. कमिचारररो को रोजगार परापत करन क रलए ककसी शलक का भगतान करन की िररत नही होनी चाहहए

(परवासी कमिचारररो रा ककसी एिसी दवारा भती रा आपरति ककए गए कमिचारररो सहहत)। सभी शलक और

िचो क भगतान का उिरदाररतव आपरतिकताि क ऊपर होना चाहहए। अपन रोजगार क सिध म कमिचारररो को िमारारशरो का भगतान करन की िररत नही होती ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 4.5. िहा तक ममककन हो, कमिचारररो की भती परतरकष और पारदशी रप स की िाती ह, रा कवल ऐसी भती

एिरसरो क माधरम स जिनहोन तसकरी और िगारी स रनपटन क रलए नीरतरा और रणनीरतरा ववकरसत

की ह। 4.6. ऐसी जसथरतरो म सवजचछक कारावास शरम का उपरोग ककरा िा सकता ह िहा कहदरो क पनवािस रा ररहाई

क रलए उनह पररशकषकषत ककरा िा रहा हो और िहा उनक रोजगार क रनरम व शत मकत शरम िाजार क रनरमो व शतो क समान हो।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 4.7. परवारसरो की भती म रनरमो, शतो और ककसी भी रोजगार लागत क िार म परी पाररदरशिता शारमल होती ह,

और परवारसरो की रलखित सहमरत परापत करन स पहल कारि क सथान पर लाग होन वाल शरम काननो क िार

म उनह सधचत ककरा िाता ह। 4.8. नीरतरो, तरीको और पररशकषण की रनररमत समीकषा की िाती ह ताकक रह सरनजशचत ककरा िा सक कक व

असवाभाववक शरम को रोकन म परभावी ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

यह सतनजशचि करन क रलए सपषट परकियाएा अपनाएा कक कममचाररयो को आन-िान की सविातरिा ह और व सववधा पररसरो िक सीरमि नहीा ह, जिसम कममचारी आवास, िहाा ददया गया हो, शारमल ह।

यदद आप कममचाररयो की आपतिम क रलए िरमक दलाल या एिरसयो का उपयोग करि ह, िो यह सतनजशचि

कर कक आप उनकी नीतियो और परकियाओा को परी िरह समझि ह और िानि ह कक व िबरन या िसकरी क

िरमको का उपयोग नहीा कर रह ह। सतयावपि कर कक कममचारी अपन रोिगार अनबाध सरकषकषि करन क रलए

शलक नहीा दि ह और यह कक उनह परापि कायम क तनयम और शिो क बार म सही िरीक स सचचि कर ददया गया ह और व सभी कीमिो स अवगि ह।

5. सभी कममचारी उपयकि आय क हो

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

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5.1. रोजगार की नरनतम आर िताए गए करन वाली एक रोजगार नीरत मौिद ह, जिसक साथ इस नीरत को ककरराजनवत करन क रलए परभावी कारिववधधरा और आर सतरापन क साधन भी ह।

5.2. उस नीरत का कोई भी उललघन पता लगन पर उिरदारी समाधान उपार तरत ककरराजनवत कर हदए िात ह। 5.3. सभी हालत म रवा कमिचारररो क सवासर और सरकषा पर ववचार ककरा िाता ह और उसकी रकषा की िाती

ह। इस सरकषा क तहत उनह रनजशचत परकार क कारो िस कक खतरनाक रा राबतर क कारि स अलग रिा िाना चाहहए और इसक रलए अरतररकत दिभाल और पररतिदधता की िररत होती ह।

5.4. अतरािषरीर शरम सगठन क िाल शरम क रनकषटतम परकार सिधी करारो म रनधािररत लकषर और िररत परी की िाती ह।

5.5. अतरािषरीर शरम सगठन नरनतम आर करार म रनधािररत लकषर और िररत परी की िाती ह जिनम नरनतम

आर, रवा कमिचारररो क रलए उपरकत परकार क कारि, कारि क घट, सवासर और रशकषा समसराओ स

सिधधत िात शारमल होती ह। 5.6. नीरतरो म सपषट रप स कहा गरा ह कक 15 वषि स कम आर क वरजकतरो को उन कारि पररसरो म िान की

अनमरत नही ह िहा ितर हो सकत ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 5.7. सभी सिधधत परिवकषको को रवा कमिचारररो, नौरसखिरो और पररशकषओ क परावधानो का सममान करन,

ववशष रप स कारि क समर, राबतर की पारररो, सपताहात क कारि और भारी रा खतरनाक कारि क सिध म उनह पररशकषकषत ककरा िाता ह।

5.8. ककशोर कमिचारररो, नौरसखिरो और पररशकषओ को आवधधक सवासथर िाच उपलबध करवाई िाती ह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 5.9. कानन दवारा रनधािररत िचचो क अधधकारो (िस कक दिभाल, सरकषा, रशकषा और ववकास सिधी िचचो क

अधधकारो सहहत ककत इनही तक सीरमत नही) क अलावा उनक अधधकारो पर आपरतिकताि दवारा शरम

एिरसरो क माधरम स परतरकष रा परोकष रप स पडन वाल रा उनक दवारा सहरोग ककए गए ककसी भी पररतकल परभाव क रलए, आपरतिकताि दवारा मानर परककरराओ क माधरम स उपचारातमक कारिवाई परदान की िाती ह, रा वह इस परकार की कारिवाई म सहरोग करता ह।

5.10. आपरतिकताि की परणाली की परभाववकता की रनररमत रनगरानी की िाती ह ताकक अवरसको की भती को रोका िा सक और िचचो क अधधकारो की रकषा करन क पररासो की परािपतता को िाचा िा सक।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

नौकरी क आवदको की आय का सतयापन महतवपणम चरण होिा ह, यह सतनजशचि करन क रलए कक आपन कम

उमर क कममचाररयो की भिी नहीा की ह। अपनी परकिया को परलखखि कर।

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यदद आप ठका मिदर का उपयोग करि ह, िो सतनजशचि कर कक आपकी एिसी क पास आय सतयापन की परकिया भी ह।

काननी िौर पर अचधकि यवा कममचाररयो की भिी करि समय अतिररकि सावधानी बरिी िानी चादहए। कममचाररयो और परबाधन दोनो क रलए आपकी नीतियो, परकियाओा और पररशकषण म यवा कममचाररयो की सरकषा क रलए िररी अतिररकि चरण होन चादहए। यवा कममचाररयो की भिी करि समय, उनक काम करन स उनक पाररवाररक िीवन, रशकषा और सामाजिक ववकास

पर पडन वाल परभाव को धयान म रख। परभाव का आवचधक मलयााकन कर और समसयाओा को साबोचधि कर।

6. सभी कममचाररयो को उचचि भतत ददए िाए

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

6.1. कमिचारररो को परतरक वतन अवधध क रलए एक वतनपची परापत होती ह जिसम भिो, लाभ, इसहटव/िोनस

और ककसी भी कटौती की सटीक रारश सहहत कषरतपरत ि क घटको का सपषट वववरण होता ह। 6.2. भिो का भगतान समर पर और पर रप म ककरा िाता ह। 6.3. सभी कारि की कषरतपरत ि की िाती ह िो कक कम स कम काननी नरनतम मानको रा उपरकत परचरलत उदरम

मानको, िो भी उचच हो, क मताबिक होती ह, जिसम पररशकषओ/ववदराधथिरो को उनक कारि क रलए रमलन

वाली अकादरमक रारश शारमल होती ह। 6.4. काननी रप स अरनवारि सभी कटौरतरा िस कक कर रा सामाजिक िीमा को परतरक वतन अवधध म काननी

रप स रनधािररत िातो म रा एिरसरो म और कानन की िररत मताबिक िमा ककरा िाता ह। 6.5. काननी रप स आदरशत कटौरतरो क अलावा, भिो स की गई सभी अनर कटौरतरा कवल कमिचारररो की

परतरकष और रलखित सहमरत क साथ ही की िाती ह। 6.6. परवासी कमिचारररो क धन भिन क आदश रलखित रप म सवीकत होत ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 6.7. समान कारि क रलए समान भगतान को सरनजशचत करन हत रनररमत समर पर मलराकन की एक परणाली

मौिद ह। 6.8. उधचत पाररशररमक क रलए एक िीववका भिा दजषटकोण ह जिसम कमिचारररो की मलभत िररतो को परा

करन क रलए भिो क परािपत होन का रनररमत समर पर मलराकन करन और कछ वववकाधीन आर परदान

करन क रलए एक परणाली शारमल ह।

सवोिम वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 6.9. सभी कमिचारररो क रलए सवोिम वरवहार उधचत पररतफल परणाली मौिद ह। रह परणाली रोगरता, कौशल

और अनभव क मताबिक कमिचारररो को वगीकत करती ह; परदशिन क रलए उनह मानरता और वतन और

गर-वतन अनर लाभो/इसहटव स परसकत करती ह; उनक वतन का िीवनरापन क िच, िरनरादी जररतो,

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वववकाधीन आरआर, सिधधत िाजार मानको और उपकरम क परदशिन क मताबिक रनररमत रप स आकलन

करती ह और समारोजित करती ह; और पररतफल परशनो पर रनररमत सावििरनक वातािलाप स िडी होती ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

आपकी परतिफल परणाली आपक कममचाररयो क रलए पारदशी होनी चादहए। सभी कममचाररयो को भौतिक या इलकटॉतनक भगिान पची रमलनी चादहए। विन पची म ककए गए काम क घाट, परापि अनय लाभ और की गई

कटौतियो सदहि परतिफल क सभी ितवो का वववरण होना चादहए। पयामपि पररशकषण परदान कर िाकक कममचारी अपनी परतिफल को समझ सक । सतनजशचि कर कक कममचारी सभी कटौतियो को समझ ल और उसपर सहमि हो।

समय-समय पर मलयााकन कर कक आप िो विन दि ह वह कममचाररयो की जररिो को कस परा करिा ह। िहाा आपको कमी ददख, करमयो को परा कर।

अपयामपि विन की भरपाई क रलए समयोपरर भतता का उपयोग नहीा होना चादहए।

विन म िीवनयापन क खच, कममचारी और का पनी क परदशमन म बदलाव क मिाबबक बदलाव कर।

7. सभी कममचाररयो का कायम समय उचचि हो

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

7.1. समरोपरर भिा पर रनणिर लन और कमिचारी की सहमरत को सरकषकषत करन की रनधािररत तरीको क साथ,

कारि क रनररमत और समरोपरर भिा समर क सिध म सपषट नीरतरा ककरराजनवत की िाती ह। 7.2. कानन नही होन की जसथरत म, आपरतिकताि काम क घट और समरोपरर भिा पर अतरािषरीर शरम सगठन

करार म रनधािररत लकषरो और िररतो को परा करन क रलए समरोपरर भिा लाग करन क कदम उठाएगा ताकक कारि क रनररमत सपताह 48 घट स अधधक नही हो और असाधारण हालत क अलावा, एक सपताह म रनररमत काम और समरोपरर भिा क घटो का रोग 60 घट स अधधक नही हो। िहा सामानर हालत म एक

सपताह म रनररमत और समरोपरर भिा क घटो का रोग 60 घट स अधधक होता ह, वहा इस लकषर की हदशा म चरणिदध तरीक स लाग करन और हटकाऊ कमी लान की रोिना अवशर होनी चाहहए।

7.3. परतरक सात-हदन की अवधध म कमिचारी कम स कम लगातार 24 घटो क आराम क हकदार होत ह। रहद

उतपादन रा सवा की रनरतरता की वासतववक िररत क कारण कमिचारररो को ककसी ववशराम क हदन भी कारि करना पडता ह, तो इसक ठीक िाद म कमिचारररो को उसी अवधध क समान ही परक ववशराम रमलना चाहहए।

7.4. रहद रोजगार अनिध म अनिध पर समरोपरर भिा की अनमरत ह, तो कमिचारी सपषट रप स इसक रलए

सहमरत दत ह। कमिचारररो दवारा सभी समरोपरर भिा कारि सवजचछक आधार पर होत ह।

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7.5. सभी समरोपरर भिा कारि क रलए कम स कम कानन दवारा रनधािररत दर स भगतान ककरा िाता ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 7.6. कारि क समर और समरोपरर भिा क सिध म अतरािषरीर शरम सगठन क करारो म रनधािररत उददशरो और

िररतो को परा ककरा िाता ह ताकक रनररमत कारिसपताह की अवधध 48 घटो स अधधक की न हो, और

समरोपरर भिा की अवधध 12 घटो स अधधक न हो। अपवादसवरप हालत म, एक सपताह म रनररमत और

समरोपरर भिा घटो का रोग 60 घटो स अधधक नही होता ह। 7.7. सभी समरोपरर भिा कारि क रलए कानन रा परचरलत उदरम मानको, इनम स िो भी उचच हो, क मताबिक

उपरकत परीरमरम दर पर भगतान ककरा िाता ह, और कारि क समर की रनगरानी करन क रलए एक परभावी ततर ह।

7.8. चरम वरसतता की अवधधरो को इस परकार स तर ककरा िाता ह कक अरतररकत समरोपरर भिा स िचा िा सक। समरोपरर भिा को शररमको की कमी स रनपटन रा अधधक मातरा क ऑडिर पर करन क माधरम क रप

म ववसताररत अवधधरो क रलए उपरोग नही ककरा िाता ह। 7.9. रहद परािपत कमिचारी रनरकत नही ककए िा सकत ह, तो नए कारि समर की वरवसथाओ को आजमारा िाता

ह जिसस समरोपरर भिा रनरम क ििार अपवाद ही िना रह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 7.10. कारि-अधररन, लागत और शडररलग परणारलरा मौिद होती ह िो उतपादन की रोिना इस परकार िनाती

ह ताकक अपवाद की हालत को छोडकर, समरोपरर भिा स िचा िा सक। 7.11. काम क घट की वरवसथाए कारि-िीवन म सतलन की अनमरत दती ह। लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

समयोपरर भतता का उपयोग आपक दवारा अपना वयवसाय चलान क मानक िरीक स नहीा बजलक एक अपवाद

क रप म ककया िाना चादहए। समयोपरर भतता और कममचारी दवारा वयकि सवीकति को परलखखि कर। समयोपरर भतता की विह स साभाववि समसयाओा का पवामनमान कर, िस कक मशीन राउनटाइम, आपतिमकिाम डरलीवरी म ववलाब, िाहक क ऑरमर म पररविमन, अनपजसथि कममचारी और मातरा म वदचध। परतयक समसया क

रलए, समयोपरर भतता कम करन की योिना हो। असाधारण हालि (7.2 क सादभम म) म उदाहरणसवरप य शारमल ककए िा सकि ह: मौसमी (सीिनल)

उतपादन का चरम, उतपादन क असाधारण ऑरमर पर करना, या हडिाल क बाद िब उतपादन सधर रहा हो, मशीन खराब होना, या उस समय िब कई घाट या ददनो िक बबिली नहीा रही हो।

8. सभी कममचारी टरर यतनयन बनान और/या उनम शारमल होन या ऐसा करन स मना करन और सामदहक रप स

समझौि करन क अपन अचधकारो का उपयोग करन क रलए सविातर हो।

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अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

8.1. दरनक ऑपरशस म सिदध होन की सवततरता को सरनजशचत करन क रलए सपषट नीरतरा, कारिववधधरा और

कमिचारररो और परिधको का पररशकषण मौिद ह।

8.2. परिधक, परिवकषक और सरकषा गाडि मकत रप स आपस म सिदधता कारम करन क परतरक कमिचारी क

अधधकार का सममान करन क रलए पररशकषकषत होत ह। 8.3. काननी रप स मानरता परापत पररतरनधध एिटस क अनरोध पर सामहहक सौदिाजी की वातािए की िाती ह

और सामहहक समझौत ककर िात ह। 8.4. कमिचारररो को उनक अधधकारो की िानकारी और समझ होती ह, व उनका उपरोग करन म आशवसत होत ह

और कोई भी अनर कमिचारी रा परिधक उनह उस अधधकार का लाभ लन स नही रोकगा।

अचछ वरवहार की ओर िढना 8.5. भती, अनशासन, उननरत, भिो, कारि समर, रशकारतो और ििािसतगी को शारमल करन वाली नीरतरा परी

तरह रह सपषट करती ह कक कोई रड ररनरन िनान रा ककसी सघ म शारमल होन क कमिचारी क रनणिर क

कारण कारिसथल पर उनक साथ समान वरवहार म कोई कमी नही होगी।

8.6. कारिसथल पर मानरता परापत रड ररनरनो की गरतववधधरो को रनरबतरत करन वाल सपषट रनरम मौिद ह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 8.7. सगठन िनान और सामहहक सौदिाजी की सवततरता पर अतरािषरीर शरम सगठन क करारो म िताए गए

उददशर और िररत परी की िाती ह।

8.8. कमिचारररो क साथ कारि करन क सभी पहलओ पर सामाजिक वातािलाप सथावपत ककरा िाता ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

ऐसी नीतियाा और कायमववचधयाा बनाएा िो कममचाररयो क सविातरिापवमक सागठन बनान और सामदहक रप स

सौदबािी करन क अचधकार का परदशमन करिी हो। कममचाररयो को उस सविातरिा का सममान करन क रलए

पररशकषकषि कर।

सतनजशचि कर कक भिी, पदोननति और बखामसिगी साबाधी आपकी नीतियाा साघ, टरर यतनयन की सदसयिा या उसस िडी गतिववचधयो की सविातरिा को बाचधि नहीा कर।

काननी रप स बाधयकारी सामदहक सदबािी समझौिो का परभावी लाग करन साबाधी सतनजशचि कर।

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9. कायामलय म सभी कममचाररयो क सवासय और सरकषा की रकषा की िािी ह

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

9.1. पशवर सवासर और सरकषा क रलए सपषट और परभावी नीरतरा और कारिववधधरा मौिद ह और व रनररमत

समर पर अपडट होती ह। 9.2. पशवर सवासर और सरकषा नीरतरो और तरीको को वरापक रप स ितारा िाता ह। 9.3. परिधको, रनरीकषको, कमिचारररो और सरकषा गाडो सहहत भी कमिचारररो को िारी सरकषा पररशकषण हदरा िाता

ह। 9.4. वरावसाररक पररसर म परवश करन वाल सभी कमिचारररो और अनर लोगो को कारिसथल स िड खतरो क

िार म उधचत रप स ितारा िाता ह और उनह इन खतरो स िचन क रलए परािपत जञान और वरजकतगत सरकषा उपकरण हदए िात ह।

9.5. पररसर म दाखिल होन वाल रा उतपादो क साथ कारि करन वाल सभी कमिचारररो को कोई सवासर और

सरकषा घटना हो िान पर की िान वाल उपरकत कारिवाइरो क िार म ितारा िाता ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 9.6. पशवर सवासर और सरकषा नीरतरा और कारिववधधरा कमिचारी की गाइड म शारमल होती ह। 9.7. पर पररसर की अिडता और कारिसथल की आग स सरकषा पर समर-समर पर ववशष धरान हदरा िाता ह

और उनह अपडट रिा िाता ह। 9.8. पशवर सवासर और सरकषा सरमरतरा िनाई िाती ह और सभी कमिचारररो और परिधको को उनकी भरमकाए

सपषट रप स जञात होती ह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 9.9. सवासर और सरकषा सरमरतरो का साथिक सचालन सरनजशचत करन क रलए रनररमत मलराकन आरोजित

ककए िात ह। 9.10. िोखिम मलराकन रनररमत रप स आरोजित ककए िात ह और कारिसथल की िदलती िोखिम परोफाइल

को दशािन क रलए परणारलरो को अपडट ककरा िाता ह। 9.11. खतरनाक पदाथो स सपकि म आन क कारण आस-पास क परािवरण म होन वाल िोखिम का रनररमत

मलराकन ककरा िाता ह और रनधािररत होन वाल िोखिमो को परिधधत करन हत कदम उठाए िात ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

कोई ववसिि सरकषा योिना बनाए। आपकी योिना म आपक ऑपरशास क रलए साबाचधि सरकषा शारमल होनी चादहए। अपनी योिना म सरकषा साबाधी घटना या दघमटना म कमी क लकषय बनाए। काम करन क रलए ककसी भी िररी माधयम का उपयोग करि हए डरल, सरकषा वािामओा और सऱकषा कायम क

दवारा तनयरमि रप स अपनी योिना का परीकषण कर। का पनी-परदतत कममचारी आवास और उपकरण सदहि

सरकषा साबाधी समसयाओा क रलए अपन ऑपरशास का तनयरमि मलयााकन कर।

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अपनी सरकषा योिना का परबाधन और उसकी दखरख करन क रलए परबाधन का वररषठ सदसय तनयकि कर।

आपक कममचाररयो दवारा आपक सरकषा साबाधी तनयमो को समझन और उसका पालन सतनजशचि करन क रलए

सरकषा योिना क सभी ितवो पर पररशकषण साचारलि कर।

आपक ऑपरशास क रलए साबाचधि सरकषा क सभी ितवो पर तनयरमि पररशकषण साचारलि कर। उदाहरणो म य

शारमल हो सकि ह: अजगन और ववदयि सरकषा, सीरमि सथान, खिरनाक रसायन और वयजकिगि रकषातमक

उपकरण का उपयोग। अपन कममचाररयो को अछि सवासय और सरकषा अभयास बनाए रखन क रलए परोतसादहि कर।

कममचाररयो और समदाय पर अपनी गतिववचध क साभाववि परभाव का आकलन कर और ककसी भी नकारातमक

परभाव को कम करन या टालन क रलए कदम उठाए।

10. उचचि िरीको और उपचारो िक सभी कममचाररयो की पहच होिी ह

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

10.1. तरीक (i) कमिचारररो को रशकारत करन, सझाव दन और पररवाद दारर करन क परभावी, पहच रोगर

माधरम परदान करती ह; और (ii) मामलो की पर िाच करन को िररी िनाती ह, तथा पररणामसवरप तवररत,

रनषपकष, और उधचत समाधान परदान करती ह। 10.2. रशकारत ततर माधरमो को वरापक रप स ितारा िाता ह और व रशकारतकताि की गोपनीरता (रहद ऐसी

इचछा की गई हो) और पररतकार को पररतिधधत करन की गारटी दत ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना 10.3. कमिचारररो की गाइड म रशकारत ततर शारमल ह। 10.4. रशकारतो और पररवादो को सभालन की नीरतरो और तरीको क रलए सभी कमिचारररो और परिधको को

पररशकषकषत ककरा िाता ह। कमिचारी इस िात को लकर आशवसत होत ह कक ककसी भी रशकारत को ठोस और

रनषपकष रप स दिा िाएगा। 10.5. उतपीडन का ववरोध करन वाल रशकारतकतािओ की रकषा क रलए ववशष उपार मौिद ह। परतरारोप स िचन

क रलए सभी परिधको को पररशकषकषत ककरा िाता ह। 10.6. उपचार समर पर उपलबध होत ह और अपील क रलए िल होत ह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 10.7. रशकारतो की पराजपत और उनह सभालन क डटा का रिरिाव और ववशलषण ककरा िाता ह ताकक रशकारत

ततर की कषमता को सरनजशचत ककरा िा सक। 10.8. मानरता परापत रड ररनरनो क होन की जसथरत म, उनक सदसरो की रशकारतो को सभालन म शॉप परभारररो

और ररनरन पदाधधकारररो की भरमका सपषट रप स िताए गए होती ह।

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10.9. लधगक उतपीडन रा हमलो स िड मामलो क रलए पररशकषकषत कमिचारररो दवारा परिधधत की िान वाली पथक

तरीक उपलबध ह। व तरीक शारमल सभाववत आघात और िोखिमो पर धरान दती ह और पीडडत क रलए

िररतनसार सलाह और अनर समथिन क परावधान करती ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

रशकायि वयकि करन और सझाव दन क रलए कममचाररयो को पयामपि और गोपनीय चनल परदान करकर। सतनजशचि कर कक कममचारी इस बाि स पररचचि हो कक रशकायिो की ररपोटम और उनह सासाचधि कस कर।

कममचाररयो क रलए समसयाओा या चचािाओा को वयकि करन क कई िरीक रखन की अनशासा की िािी ह

(सझाव बकसो को ववशष रप स परभावी रशकायि उपकरण नहीा माना िािा ह)। इसक अतिररकि, सभी िातरो को परशारसि ककया िाना चादहए िाकक कममचारी उनका उपयोग करन म सविातरिा महसस कर और परतिशोध क

बार म कोई चचािा नहीा कर।

रशकायिो को सकारातमक रप स ल – य हर वयवसाय क दहसस होि ह। रचनातमक चनौतियो क रलए खला रह और और उनका उपयोग एक शजकिशाली फीरबक लप क रप म कर।

रशकायिो स बचन क रलए कममचाररयो को नरम कौशल (लोगो स बाि कस कर, सहानभति, चचािा, इतयादद

परदरशमि कर) म पररशकषकषि कर।

दसिावज का परीकषण और रशकायिो का समाधान।

सझाव परसिि करन को परोतसादहि कर और अपनान और लाग करन साबाधी लाग करन साबाधी को सपषट कर।

11. मलतनवासी लोगो सदहि, समदायो क भरम अचधकारो को सरकषा और परोिसाहन ददया िाएगा

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

11.1. िीरो लड गरबिग (शनर भरम हधथराना) नीरत ककरराजनवत की िाती ह।

11.2. िहा लाग हो, वरजकतरो रा मलरनवासी लोगो क सपवि और भरम क सथावपत अधधकारो को िनाए रिन क

रलए उधचत सतकि ता िरती िाती ह।

11.3. िहा लाग हो, सभी सिधधत सटाफ सदसरो को रनशलक, पवि और सधचत सहमरत (एफपीआईसी) का आवधधक पररशकषण हदरा िाता ह।

11.4. सपलाई चन म िमीन हधथरान क पररत िीरो टोलरस होती ह और रह िात आपरतिकताि क आचार सहहता (रा समान दसतावि) म कही िाती ह।

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अचछ वरवहार की ओर िढना 11.5. भरम समसराओ स िड समदारो क रलए िोखिमो और परभावो को उिागर और परकट करन क रलए उधचत

सतकि ता की एक परणाली मौिद ह। 11.6. भरम सवारमतव और भरम पर पहच क सिध म महहलाओ क अधधकार मानरता परापत होत ह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना 11.7. परभाववत समदारो की पर भागीदारी क साथ परभाव मलराकन ककए िात ह और उनह परभाववत समदारो की

पहच रोगर सवरप और भाषा म परकारशत ककरा िाता ह। मलराकन डटा को रलग, राषरीर मल, वणि रा िारत क मताबिक ववभाजित ककरा िाता ह।

11.8. उिरदारी कवष सिधी रनवशो, अवधध क उिरदारी परशासन और पर पालन पर सरकत राषर सवजचछक

हदशारनदशो का सककरर रप स समथिन करन क रलए सावििरनक पररतिदधता दशािई िाती ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

भरम अचधकार वहाा साबाचधि होि ह िहाा आपक वयवसाय क रलए भरम को अचधिहीि करन, पटट पर लन या उपयोग करन की जररि होिी ह।

एक जिममदार वयवसाय क िौर पर, यकीन कर कक आप िानि ह कक काननी, पयामवरणीय और सामाजिक

िररिो का मलयााकन और िहाा साबाचधि हो वहाा परबाचधि ककया िाना सतनजशचि करन क रलए कया कारमवाई

करनी ह और ककसस परामशम लन की जररि ह।

सतनजशचि कर कक भरम अचधिहण, या भरम क उपयोग म परविमन क रलए उततरदायी वयजकि उन पररविमनो क

परभाव को परी िरह समझि हो और मलयााकन क पररणामो क दवारा उचचि भरम अचधकार और अनबाध

पारदरशमिा का परदशमन कर सक ।

12. वयवसाय इस परकार स ककया िाए जिसस कक ससटनबबरलटी परापि हो और पयामवरणीय परभाव म कमी आए

अरनवारि िररतो क लाग करन सिधी सिधी हदशारनदश

12.1. इसक ऑपरशस क रलए सभी िररी मौिदा और मानर काननी सवीकरतरा ली िाती ह।

12.2. सभी िररी काननी सवीकरतरो की िानकारी दन और उनका अनपालन सरनजशचत करन क रलए सभी सिधधत कमिचारररो को पररशकषण हदरा िाता ह।

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12.3. िल, ऊिाि, खतरनाक सामगरी, वार की गणविा और उतसििन, वनोनमलन, अपरशषट और अनर महतवपणि िोखिमो क सिध म परािवरणीर परिधन नीरतरा और तरीक मौिद ह।

अचछ वरवहार की ओर िढना

12.4. परभावी लाग करन सिधी और अनपालन सरनजशचत करन क रलए सभी कमिचारररो को परािवरणीर नीरतरो और तरीको का पररशकषण हदरा िाता ह।

12.5. परािवरणीर रनषपादन म पारदरशिता सरनजशचत की िाती ह।

शरषठ वरवहार परापत करना और उसका रिरिाव करना

12.6. सथाररतव वरवहार आपरतिकताि क ऑपरशस और गरतववधधरो म शारमल होत ह जिनका लकषर होता ह कक

(i) अपरशषट को कम ककरा िा सक और शनर भरावकषतर को परापत ककरा िाए; (ii) गरीनहाउस गस उतसििन

को कम ककरा िाए और काििन नररल समाधान परापत ककए िाए; (iii) िल क उपभोग को कम ककरा िाए;

(v) परकरत और िवववववधता की रकषा और उनका ववकास ककरा िा सक; और (vi) वनोनमलन को रोका िा सक।

12.7. उपरकत नीरतरा और तरीक उपलबध ह रा नही और इस ववषर म रिाककत लकषरो को परापत करन क रलए

व कारि कर रही ह रा नही, रह रनधािररत करन क रलए अनभवी सरकषणकतािओ क समथिन और सथानीर

समदारो क िडाव क साथ आपरतिकतािओ क सथाररतव वरवहारो और परािवरणीर परिधन परणारलरो की एक ववधधवत समीकषा रनररमत रप स की िाती ह।

लाग करन साबाधी साबाधी सझाव:

अपन पास वयवसाय साबाधी योिना रख जिसम सपषट पयामवरणीय परदशमन लकषय शारमल हो।

सतनजशचि कर कक आपक पयामवरणीय लकषयो क मलयााकन और लाग करन साबाधी क रलए उततरदायी कममचारी पयामवरणीय मानको स साबाचधि सथानीय, राषटरीय और अािरामषटरीय कानन की सभी नयनिम िररिो को परी िरह समझि हो।

आपकी का पनी क पास सासाधनो क उपयोग और तनपटान क रलए मानय साबाचधि पररमट होन चादहए।

अपन पयामवरणीय परदशमन म सिि सधार क रलए आािररक और बाहय दहिधारको क सहयोग स कायम कर।

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अपन पयामवरणीय लकषयो और पररणामो को सावमितनक परतिबदधिा बनाि हए नितव कषमिा का परदशमन कर। अपन कायमसथल और इसकी परकियाओा क पयामवरणीय परभाव क बार म िागरकिा को बढावा द।

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परररशषट

इस जिममदार सोरसिग नीरत को तरार करन म रनमन रसदधात, मानक और करारो का उपरोग ककरा गरा और

र अरतररकत िानकारी क उपरोगी सरोत हो सकत ह:

✓ अतरािषरीर शरम सगठन: www.ilo.org रनमनरलखित क ववशष सदभि सहहत:

- सगठन और सामहहक सौदिाजी की सवततरता पर अतरािषरीर शरम सगठन क करार। - काम क घट क सिध म अतरािषरीर शरम सगठन क करार

- नरनतम आर पर अतरािषरीर शरम सगठन क करार

- िाल शरम क रनकषटतम रपो पर अतरािषरीर शरम सगठन क करार

- ििरररा शरम पर अतरािषरीर शरम सगठन क करार

- ििरररा शरम क उनमलन पर अतरािषरीर शरम सगठन क करार

- समान पाररशररमक पर अतरािषरीर शरम सगठन क करार

- भदभाव (रोजगार और पशा) पर अतरािषरीर शरम सगठन क करार

✓ रासपरसी इटरनशनल दवारा िनाए गए ररशवतिोरी ववरोधी वरावसाररक रसदधात

www.transparency.org

✓ इटरनशनल चिर ऑफ कॉमसि एसएमई क रलए भरषटाचार ववरोधी गाइड:

http://www.iccwbo.org/Data/Policies/2015/ICC-Anti-corruption-Third-Party-Due-

Diligence-A-Guide-for-Small-and-Medium-sized-Enterprises/

✓ सरकत राषर क सथारी ववकास लकषर: https://sustainabledevelopment.un.org/sdgs

✓ नरतक वरापार पहल: www.ethicaltrade.org/

ककसी भी परशन क रलए, कपरा रनीलीवर क एकीकत सामाजिक जसथरता समह क एक अग सामाजिक िवािदही टीम को ईमल कर।

नोट:

रह जिममदार सोरसिग नीरत वपछली जिममदार सोरसिग नीरत (2014 म िारी) और वपछली आपरतिकताि सहहता को हटाकर उनका सथान लती ह। आपरतिकताि क साथ ककसी भी दसतावि रा अनिधो म जिममदार सोरसिग नीरत,

RSP और/रा आपरतिकताि सहहता क ककसी भी सदभि का अथि इस जिममदार सोरसिग नीरत का सदभि लन स होता ह।