एलपीजी वितरकों के एकीकृत...

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एलपीजी वितरक के चयन हेतु एकᳱकृ त ᳰिशावनिेश पर ोशर शहरी वितरक, आर-अबन वितरक ामीण वितरक एिं िबम ेीय वितरक जून 2017 िर. 1.4 नोटः (यह वहिी ोशर अंेजी संकरण का वहिी अनु िाि है वजसे सामाय समझ के वलए नाया या है। यᳰि वहिी संसकरण म कोई विसंवत पाई जाती है तो ऐसी विवत म वहिी संकरण कᳱ तुलना म अंेजी संकरण म उवलवित वनयम एिं शत को िरीयता िी जाएी।)

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  • एलपीजी वितरकों के चयन हते ु

    एकीकृत दिशावनिशेों पर

    ब्रोशर

    शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक ग्रामीण वितरक

    एि ं

    िरु्बम क्षते्रीय वितरक

    जनू 2017

    िर. 1.4

    नोटः (यह वहन्िी ब्रोशर अगं्रजेी ससं्करण का वहन्िी अनिुाि ह ैवजस ेसामान्य समझ के वलए र्नाया र्या है। यदि वहन्िी ससंकरण में कोई

    विसरं्वत पाई जाती ह ैतो ऐसी वस्िवत में वहन्िी ससं्करण की तुलना में अगं्रेजी ससं्करण में उवललवित वनयम एि ंशतों को िरीयता िी

    जाएर्ी।)

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    क्र. स.ं वििरण पषृ्ठ स.ं 1 पररभाषाए ं 3 2 एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप के संचालन के वलए आिश्यक रु्वनयािी सुविधाएं 7 3 लोकेशनों की पहचान 9

    4 आरक्षण 9

    5 लोकेशनों का रोस्टर र्नाना 10

    6 र्ैर-िर्ीकरण 11 7 चयन का तरीका 11

    8 आिेिकों के वलए पात्रता मानििं 12

    9 आिेिन 21

    10 र्ैर-िापसी योग्य आिेिन शलुक 22 11 आिेिन जमा करन ेकी आविरी तारीि और समय 22

    12 एक लोकेशन हते ुप्रवत आिेिक एक आिेिन 22 13 एक से अवधक लोकेशनों हते ुआिहन करन ेिाले आिेिक 23

    14 आिेिन करने की प्रदक्रया 23 15 ड्रॉ ऑफ लॉट्स 23

    16 ड्रॉ ऑफ लॉट्स की प्रदक्रया 24 17 चयवनत उम्मीििार द्वारा एफिीसी से पहले जमा दकए जान ेिाले िस्तािेज और रावश 25 18 फीलि िेररदफकेशन ऑफ के्रिेंवशयलस (एफिीसी) 31 19 आशय पत्र (एलओआई) 32 20 पुनः ड्रॉ की शतब 32

    21 अजा / अजजा के आशय पत्र (एलओआई) धारकों के वलए वित्तीय सहायता की योजना 32 22 सुरक्षा जमा रावश 33

    23 व्यविर्त वनर्रानी 34

    24 विस्रीब्यूटरवशप की कवमशननर् 34

    25 विस्रीब्यूटरवशप की अिवध 34

    26 र्लत सूचना िेना 35

    27 व्यिा / वशकायत वनिारण प्रणाली 35 28 समाचार-पत्र और wwwlpgvitrakchayan.in पोटबल में प्रिर्शशत विज्ञापन में असमानता 36 29 पररवशष्ट 1 37

    30 पररवशष्ट 2 39

    31 पररवशष्ट 3 ए 41

    32 पररवशष्ट 3 र्ी 42

    33 पररवशष्ट 3 सी 43

    34 पररवशष्ट 3 िी 44

    35 पररवशष्ट 3 ई 49

    36 पररवशष्ट 4 50

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    एलपीजी विस्रीब्यटूरवशप के चयन हते ुदिशावनिेश (जनू 2017 स ेसभी विज्ञावपत/पनु:विज्ञावपत लोकेशनों हते ुलार्)ू

    इस ब्रोशर में रसोई र्ैस (एलपीजी) के वितरकों के चयन हतेु (इसके र्ाि मामलानुसार इन्हें ‘एलपीजी वितरक’ और ‘एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप’ के रूप में संिर्शभत दकया जाएर्ा) दिशावनिेश हैं, जो जून 2017 से एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप की वनयुवि हतेु विज्ञावपत सभी लोकेशनों हतेु लार्ू होंर्े ।

    1. पररभाषाएं

    ब्रोशर में वनम्नवलवित पररभाषाएं लार् ूहोंर्ी:

    ए. वजला: इस िस्तािेज में, ‘वजला’ शब्ि की पररभाषा संरं्वधत राज्य सरकार के राजस्ि विभार् से अनुसार "वजला" की पररभाषा के अनुरूप होर्ी ।

    र्ी. उप-मिंल: इस िस्तािेज में, ‘उप-मंिल’ शब्ि की पररभाषा संरं्वधत राज्य सरकार के राजस्ि विभार् के अनुसार होर्ी ।

    सी. विस्रीब्यटूरवशप क्षते्र के प्रकार:

    i. शहरी वितरक : इस िस्तािेज में, ‘शहरी क्षेत्र’ शब्ि की पररभाषा 2011 की जनर्णना में ‘शहरी’ के अनुसार होर्ी । ‘शहरी के्षत्र’ में वस्ित एलपीजी वितरक मेरो वसटी/नर्र/शहर की नर्रपावलका सीमा के भीतर वस्ित एलपीजी ग्राहकों को अपनी सेिा प्रिान करेंर्े और इन्हें शहरी वितरक कहा जाएर्ा ।

    ii. आर-अर्बन वितरक : इस िस्तािेज में, ‘ग्रामीण शहरी’ शब्ि का अवभप्राय ह ै‘शहरी के्षत्र’ में वस्ित एलपीजी विस्रीब्यूटर, जो वनर्दिष्ट ग्रामीण क्षेत्र में भी एलपीजी ग्राहकों को सेिा प्रिान कर रह ेहैं और संरं्वधत ओएमसी द्वारा वनर्दिष्ट क्षेत्र और/अििा एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप के 15 दकलोमीटर के अंिर आन ेिाल ेशहर और वितरण स्िान और र्ांिों में वस्ित एलपीजी उपभोक ताओं को सेिा प्रिान करेंर्े । इस क्षेत्र में सेिा प्रिान करने िाल ेएलपीजी वितरकों को आर-अर्बन वितरक कहा जाएर्ा ।

    iii. ग्रामीण वितरक : इस िस्तािेज में, ‘ग्रामीण क्षेत्र’ शब्ि की पररभाषा 2011 की जनर्णना में ‘ग्रामीण’ के अनुसार होर्ी । ‘ग्रामीण के्षत्र’ में वस्ित एलपीजी विस्रीब्यटूरवशप को ग्रामीण वितरक कहा जाएर्ा और यह वनर्दिष्ट ग्रामीण क्षेत्र के एलपीजी ग्राहकों को सेिा प्रिान करेर्ा । प्रायः ग्रामीण वितरक संरं्वधत ओएमसी द्वारा वनर्दिष्ट क्षेत्र और/अििा एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप की सीमा के 15 दकलोमीटर के अंिर आन ेिाल ेर्ांिों को किर करता ह ै।

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    iv. िरु्बम क्षते्रीय वितरक (िीकेिी) : िरु्बम और विशेष क्षेत्रों (जैसे पिबतीय के्षत्र, िन के्षत्र, आदििासी आर्ािी के्षत्र, कम आर्ािी, अशांत क्षते्र, द्वीप, िामपंिी उग्रिाि (एलिब् ल यईू) प्रभावित के्षत्र) में वस्ित एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप, जहां ग्रामीण और आर-अर्बन वितरक की स्िापना संभि नहीं ह ै । इस िस्तािेज में ऐसे एलपीजी वितरकों को िरु्बम क्षते्रीय वितरक (िीकेिी) कहा जाएर्ा । िे संरं्वधत ओएमसी द्वारा यिा वनर्दिष्ट िीकेिी क्षेत्रों में एलपीजी उपभोक ताओं को सेिा प्रिान करेंर्े ।

    िी. एकीकृत चयन दिशावनिेश (यएूसजी) : इस िस्तािेज में एकीकृत चयन दिशावनिेश (यूएसजी) का अवभप्राय ह ैवनम्नवलवित श्रेणी के वितरकों, अिाबत “शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक, ग्रामीण वितरक और िरु्बम क्षेत्रीय

    वितरक” हते ुएकसमान चयन प्रदक्रया के साि चयन दिशावनिेश ।

    ई. मरेो वसटी : इस िस्तािेज में ‘मेरो वसटी’ का अवभप्राय ह,ै वित्त मंत्रालय द्वारा दिनांक 21.07.2015 को जारी कायाबलय ज्ञापन एफ.सं. 2/5/2014-ई.॥(र्ी) के आधार पर र्ृह दकराया भत्ता दिए जाने के उदे्दश्य से "X" के रुप में िर्ीकृत नर्र, अिाबत दिलली (UA), ग्रेटर मुंर्ई (UA), चेन्नई (UA), कोलकाता (UA), हिैरार्ाि (UA), अहमिार्ाि (UA), र्ेंर्लुरू (UA) और पणुे (UA) ।

    एफ. नर्र : इस िस्तािेज में ‘नर्र’ का अवभप्राय ह,ै िे सभी नर्र, जो वित्त मंत्रालय द्वारा दिनाकं 21.07.2015 को जारी कायाबलय ज्ञापन एफ.सं. 2/5/2014-ई.॥(र्ी) के आधार पर ‘िाई’ श्रेणी में िर्ीकृत हैं ।

    जी. शहर : इस िस्तािेज में ‘शहर’ का अवभप्राय ह,ै िे सभी शहर, जो उपरोक त नर्ि ु1.4 और 1.5 के अंतर्बत ‘मेरो वसटी’ और ‘शहर’ की पररभाषा के अतंर्बत शावमल नहीं हैं ।

    एच. र्ािं : इस िस्तािेज में ‘र्ांि’ का अवभप्राय ह,ै ग्रामीण क्षेत्रों की मूल इकाई, जो वनवित सिेक्षण सीमाओं िाला राजस्ि र्ांि ह ै। राजस्ि र्ांि में कई र्वस्तयां हो सकती हैं ।

    आई. ‘एलपीजी सुविधा कें द्र’ र्ांि में ही अस्िाई रूप से वनर्शमत एक ऐसा स्िान ह ै वजसका संचालन संरं्वधत िरु्बम क्षेत्रीय वितरक द्वारा दकया जाता ह ै । एलपीजी सुविधा कें द्र पर एलपीजी ग्राहकों को एलपीजी से संरं्वधत उत्पाि एिं सेिाएं जैसे - नए एलपीजी कनेकशन, एलपीजी वसलेंिर ररदफल की आपूर्शत, एलपीजी ररसाि संरं्धी वशकायतें िरू करना, एलपीजी र्ैस स्टोि/हॉटप्लेट की सर्शिनसर्, एलपीजी उपयोर् हतेु जार्रूकता फैलाना आदि सेिाएं प्रिान की जाती हैं । तले विपणन कंपवनयों के आग्रह पर इसे कभी भी समाप्त दकया जा सकता ह ै।

    ज.े र्ाजार : इस िस्तािेज में, ‘र्ाजार’ का अवभप्राय ह,ै महानर्र, नर्र, शहर या इलाका या र्ांि, जहां एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप वस्ित ह ै।

    के. िर्शजन माकेट : इस िस्तािेज में ‘िर्शजन माकेट’ का अवभप्राय ह ै ऐसा शहर या र्ांि, जहां कोई एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप नहीं ह ैऔर ओएमसी के दकसी एलपीजी वितरक द्वारा सेिा प्रिान नहीं की जाती है । र्ांिों के समूह में ऐसे र्ााँि शावमल हैं, जहां ग्रामीण वितरक अििा िरु्बम क्षेत्रीय वितरक की स्िापना के व् यिहायबता अ् ययन पर ररदफल वर्क्री की संभािना पाई र्ई ह ै।

    एल. 200-प् िाइंट रोस् टर का मतलर् ह ै1 से 200 तक क्रम संख्याओं का सेट, वजसमें प्रत्येक क्रम संख्या को इस प्रकार से आरक्षण श्रणेी आरं्रटत की र्ई ह ैरोस्टर में 200 वितरकों की योजना र्नाते ही प्रत्येक श्रेणी का आरक्षण प्रवतशत हावसल हो जाता ह ै। यह वसद्ांत उन लोकेशनों पर लार् ूनहीं होर्ा वजन्हें विपणन योजना में शावमल नहीं दकया

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    र्या ह ैअििा िें िरु्बम क्षेत्रीय वितरक के अतंर्बत आन ेिाले लोकेशन्स ह ैजहां सरकार द्वारा संचावलत कॉ-ओपरेरटि सोसाइटी/संर्ठनों को नामांकन आधार पर विस्रीब्यूटरवशप प्रिान दकया जाना ह ै।

    एम. प्रचालन क्षते्र : इस िस्तािेज में एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप के प्रचालन के्षत्र का अवभप्राय ह ैऐसा के्षत्र, वजसमें इलाका/र्ांि/र्ांिो का समूह/नर्र या शहर शावमल ह,ै वजसमें एलपीजी वितरक को संरं्वधत ओएमसी द्वारा एलपीजी उपभोक ताओं को सेिा प्रिान करन ेकी अनुमवत िी र्ई ह ै।

    एन. सीनलर् सीमा का मतलर् ह ैउस र्ाजार हतेु वनवित प्रवत माह 14.2 दक.ग्रा. क्षमता िाल ेघरेलू एलपीजी वसलेंिरों की अवधकतम ररदफल वर्क्री, वजसमें एलपीजी वितरक वस्ित ह।ै

    ओ. वजला स्तरीय सवमवत (िीएलसी) का अवभप्राय 03 फीलि अवधकाररयों की ऐसी सवमवत से ह,ै वजसमें र्ीपीसी, एचपीसी और आईओसी से एक-एक अवधकारी होते हैं, वजनके पास उस वजले में एलपीजी विपणन की वजम्मेिारी होती ह ै।

    पी. राज् य स् तरीय सवमवत (एसएलसी) का अवभप्राय 03 अवधकाररयों की ऐसी सवमवत से ह,ै वजसमें र्ीपीसी, एचपीसी और आईओसी से एक-एक अवधकारी होते हैं, वजनके पास संरं्वधत राज्य में एलपीजी विपणन की वजम्मेिारी होती ह ै।

    कय.ू मखु् यालय स् तर की सवमवत (एचएलसी) का अवभप्राय 03 अवधकाररयों की ऐसी सवमवत से ह,ै वजसमें र्ीपीसी, एचपीसी और आईओसी से एक-एक अवधकारी होते हैं, वजनके पास तेल विपणन कंपवनयों के प्रधान कायाबलयों में एलपीजी विपणन की वजम्मेिारी होती ह ै।

    आर. फील ि िरेरदफकेशन ऑफ के्रिेंवशयल (एफिीसी) : इस िस्तािेज में फील ि िेररदफकेशन ऑफ के्रिेंवशयल (एफिीसी) से अवभप्राय ह ैओएमसी अवधकाररयों की सवमवत द्वारा आिेिक के आिेिन प्रपत्र में दिए र्ए वििरण सवहत तथ्य यों का

    सत् यापन और र्ोिाम ि शोरूम (यिा प्रयोज्य) हते ुआिेिक द्वारा प्रस्तावित जमीन की उपयुक तता की जांच ।

    एस. सपंकब मार्ब : इस िस्तािेज में सपंकब मार्ब का अवभप्राय ह,ै सभी प्रकार के मौसम में एलपीजी वसलेंिर रक के एलपीजी र्ोिाम तक समुवचत रूप से पहचंने के वलए न् यनूतम 2.5 मीटर चौडाई का िाहन मार्ब (सािबजवनक मार्ब को जोडने िाला सािबजवनक अििा वनजी सडक) ।

    टी. र्ह-िीलरवशप/विस् रीब् यटूरवशप मानिंिों का तात् पयब ह ै दक आिेिक या ‘पररिार इकाई’ के दकसी अन्य सिस् य के पास पीएसयू तेल कंपनी के दकसी प्रकार का िीलरवशप/एलपीजी विस् रीब् यूटरवशप/ या िीलरवशप/एलपीजी विस् रीब् यटूरवशप हतेु आशय पत्र (एलओआई) नहीं होना चावहए अिाबत ‘पररिार इकाई’ को पीएसयू तेल कंपनी के केिल एक ही ररटेल आउटलटे/एसकेओ-एलिीओ िीलरवशप/एलपीजी विस् रीब् यटूरवशप की अनुमवत होर्ी । तिावप, विज्ञापन के महीन े तक तत् काल पूिब के 12 महीनों के िौरान 75 दक.ली. एसकेओ प्रवतमाह के औसत एलोकेशन से कम पररचालन िाले तले विपणन कंपवनयों के मौजूिा एसकेओ िीलसब आिेिन हतेु पात्र होंर्े और चयन

    होने पर शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक, ग्रामीण वितरक तिा िरु्बम क्षेत्रीय वितरक के वलए वनयुवि-पत्र जारी होने के पहले उन् हें केरोसीन िीलरवशप सरेंिर करना होना । शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक, ग्रामीण वितरक तिा िरु्बम क्षेत्रीय वितरक के वलए आिेिन करन ेिाले एसकेओ िीलर को मामल ेके अनुसार तले विपणन कंपनी के राज् य सरकार/प्रभार्ीय/प्रिशेीय/क्षेत्रीय कायाबलय के आरं्टन प्रावधकारी द्वारा जारी केरोवसन आरं्टन का िस् तािेजी प्रमाण प्रस् ततु करना होर्ा ।

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    य.ू र्ह-िीलरवशप/विस् रीब् यटूरवशप मानिंि हते ु‘पररिार इकाई’ से वनम्नवलवित अवभप्राय ह ै:

    i. वििावहत व्यवि/आिेिक के मामले में, "पररिार इकाई" में स्िय ं िह, उसका/उसकी जीिनसािी और उसके अवििावहत पुत्र/पुवत्रयां शावमल हैं ।

    ii. अवििावहत व्यवि/आिेिक के मामले में, "पररिार इकाई" में स्ियं िह, उसके माता उसके वपता और अवििावहत भाई तिा अवििावहत र्हन शावमल हैं ।

    iii. पररत्यिा के मामल े में, "पररिार इकाई", में स्िय,ं अवििावहत पुत्र(पुत्रर्ण)/अवििावहत पुत्री(पुवत्रयां) वजनका संरक्षण उस संर्वन्धत व्यवि/आिेिक के अधीन ह ै।

    iv. विधुर/विधिा के मामल े में, "पररिार इकाई" में स्ियं िह, अवििावहत पुत्र(पुत्रर्ण)/अवििावहत पुत्री(पुवत्रयां) शावमल हैं ।

    िी. तेल विपणन कंपवनयों के दकसी कमबचारी के पररिार के सिस् य का तात् पयब ह ै:

    कमबचारी के पवत या पत् नी (जैसा भी मामला हो), चाह े उसके साि रह रह े हों अििा नहीं, परंत ु इसमें सक्षम न्यायालय की विक्री या आिेश द्वारा कमबचारी से अलर् हो चुके पवत या पत् नी (जैसा मामला हो) शावमल नहीं होंर्े । कमबचारी के पुत्र या पुत्री या सौतेला पुत्र या सौतेली पुत्री जो दक उस पर पणूबत: आवश्रत हों,परंतु ऐसे पुत्र या पुत्री या सौतेला पुत्र या सौतेली पुत्री जो दक दकसी भी रूप में कमबचारी पर आवश्रत नहीं ह,ै या ऐसे पुत्र या पुत्री या सौतेला

    पुत्र या सौतेली पुत्री वजसकी अवभरक्षा दकसी कानून द्वारा या दकसी कानून के अधीन कमबचारी से िंवचत ह ै- ये सभी शावमल नहीं होंर्े ।

    कोई अन् य व् यवि वजसका कमबचारी से रिसंरं्ध ह ैअििा वििाह द्वारा कमबचारी से अििा कमबचारी के पवत या पत्नी से संरं्वधत ह ैऔर िह व्यवि कमबचारी पर पूरी तरह से आवश्रत हो ।

    िब्लय.ू शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक, ग्रामीण वितरक एिं िरु्बम क्षेत्रीय वितरक हतेु र्ोिाम /शोरूम के स्िावमत्ि का तात्पयब ह ै-

    ए. संपवत्त का स्ित्िावधकार

    अििा

    र्ी. विज्ञापन की वतवि के र्ाि दकसी भी दिन से लेकर विज्ञापन या शुवद्पत्र (यदि कोई हो) में यिाउवललवित आिेिन जमा करके की अंवतम वतवि तक न् यूनतम 51 िषों की िैध लीज अ िवध का रवजस्टिब लीज िीि हो।

    इसके अवतररि, आिेिक द्वारा विज्ञापन की वतवि से पहले दकसी भी दिन को दकए रवजस्टिब लीज िीि पर भी विचार दकया जा सकता है, र्शते लीज विज्ञापन की वतवि से न् यनूतम 51 िषब की अिवध हते ुिैध हो ।

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    विज्ञापन या शुवद् पत्र (यदि कोई हो) में यिाउवललवित आिेिन जमा करने की अंवतम वतवि को आिेिक के पास उसके नाम से/पररिार इकाई के सिस्य (पात्रता मानििं के र्ह-िीलरवशप/विस्रीब्यूटरवशप वनयम में यिापररभावषत)/माता-वपता (सौतेले वपता/सौतेली माता शावमल ह)ै एिं िािा-िािी (मातृपक्ष एिं वपतृपक्ष िोंनों), भाई/र्हन (सौतेले भाई ि सौतेली र्हन शावमल हैं), पुत्र/पुत्री (सौतेला पुत्र/सौतेली पुत्री शावमल ह)ै, आिेिक या जीिनसािी (वििावहत आिेिक के मामले में) के िामाि/र्ह के नाम उपरोि शब्ि ‘स्िावमत्ि’ के अंतर्बत यिापररभावषत स्पष्ट स्िावमत्ि आिेिक के पास होना चावहए । ऊपर यिाउवललवित पररिार के सिस्यों द्वारा स्िावमत्ि/सह स्िावमत्ि के मामले में पररिार के सिस्यों की सहमवत संरं्धी घोषणा आिश्यक होर्ी ।

    यदि जमीन आिेिक/आिेिक के पररिार इकाई (र्ह-िीलरवशप/विस्रीब्यूटरवशप वनयम में यिापररभावषत) के सिस्य/माता-वपता एिं िािा-िािी (मातृपक्ष एिं वपतृपक्ष िोनों) या दकसी अन्य व्यवियों के नाम संयुि स्िावमत्ि की ह ैऔर आिेिक/आिेिक के पररिार के इकाई माता-वपता एिं िािा-िािी (मातृपक्ष एिं वपतृपक्ष िोनों) के नाम की जमीन का वहस्सा आिश्यक िाइमेंशन सवहत जमीन की आिश्यमकता को पूरा करता हैं तो र्ोिाम एिं शोरूम की िह जमीन भी अपने जमीन के रूप में पात्रता के वलए योग्य ह,ै र्शते अन्य स्िावमयों से नोटरी दकय ेहए शपि पत्र के रूप में ‘अनापवत्त प्रमाण-पत्र’ जमा दकए जाएं ।

    एकस. आवश्रत - पात्र ‘आवश्रत’ के वनधाबरण में केिल कें द्रीय सरकार की स्िास्थ्यय योजना (सीजीएचएस) के अंतर्बत ‘आवश्रत पाररिाररक सिस्य’ पर ही विचार दकया जाएर्ा ।

    िाई. लोकेशन - इस िस्तािेज में ‘लोकेशन’ शब्ि से अवभप्राय ह,ै नए एलपीजी वितरक की स्िापना हते ु वचवन्हत क्षेत्र । यह एक इलाका/र्ांि/र्ांिों का समूह/शहर या नर्र हो सकता ह ैजो एलपीजी वितरकों की वनयुवि हतेु जारी नोरटस में उवललवित ह ै। 2. एलपीजी विस्रीब्यटूरवशप के पररचालन हते ुआिश् यक र्वुनयािी सवुिधाएं

    ए. चयवनत उम् मीििार द्वारा एलओआई में उवललवित समयािवध में एलपीजी भंिारण के वलए वनधाबररत क्षमता का एलपीजी र्ोिम र्निाना होर्ा या र्ना-र्नाया र्ोिाम उपलब्ध करना होर्ा और पेरोवलयम एिं विस्फोटक सुरक्षा संर्ठन (पीईएसओ) सवहत सांविवधक वनकायों से आिश्यक अनुमोिन प्राप्त करना होर्ा ।

    र्ी. यदि आिेिन में उम्मीििार द्वारा प्रस्तावित जमीन अििा फीलि िेरीदफकेशन (एफिीसी) के समय उम्मीििार द्वारा प्रस्तावित िैकवलपक जमीन विज्ञापन में वनधाबररत उन सभी विशेषताओं को पूरा करती ह ै वजसके आधार एलओआई जारी दकया र्या ह,ै तो एलओआई धारक विज्ञावपत लोकेशन में विवशष्ट आकार के र्ोिाम के वनमाबण हतेु एक िैकवलपक/नई जमीन का प्रस्ताि ि ेसकता ह,ै वजस पर रे्हतर सुरक्षा/संरक्षा, रे्हतर टाइटल (पटे्ट के र्जाय स्िावमत्ि), सुविधाजनक लोकेशन, कम पररचालन लार्त आदि के आधार पर विचार दकया जाएर्ा । चयवनत उम्मीििार को यह सुवनवित करना होर्ा दक र्ोिाम के वलए प्रस्तावित जमीन तक एलपीजी वसलेंिर रक के पहचंने के वलए न्यनूतम 2.5 मीटर चौडी सभी मौसम में र्ावियां आ जा सकने िाली (सािबजवनक सडक या सािबजवनक सडक से जोडने िाली वनजी सडक) सडक हो । सािबजवनक सडक से जोडन ेिाली वनजी सडक के मामले में यह या तो स्िावमत्ि/रवजस्टिब लीज कराई र्ई हो या भू-मावलक के पास उस जमीन

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    से होकर आन-ेजाने का अवधकार होना चावहए । जहां भी राज्य सरकार द्वारा अवधक लंर्ाई-चौडाई िाला संपकब मार्ब वनधाबररत दकया र्या हो तो इसे आिेिक द्वारा उपलब्ध कराना होर्ा ।

    सी. सशतब एलओआई स्िीकार करन ेके समय उम्मीििार को यह शपि पत्र िनेा होर्ा दक एलओआई में उवललवित समय सीमा के अन् िर यिावनर्दिष्ट संपकब मार्ब उपलब्ध करा दिया जाएर्ा । वनयुवि पत्र जारी करन ेसे पूिब संम् पकब मार्ब के

    सुविधाजनक होने की जांच की जाएर्ी । चयवनत उम् मीििार की यह वजम् मेिारी होर्ी दक एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप

    की स् िापना के र्ाि एलपीजी र्ोिाम तक संपकब मार्ब के मा् यम से हमेंशा एलपीजी वसलेंिर की वनर्ाबध पहचं

    सुवनश् च त करें । चयवनत उम् मीििार द्वारा संम् पकब मार्ब की उपलब् ध करान ेमें असफल रहन ेपर एफिीसी पूिब ली र्ई

    जमानत रावश का 10% जब्त दकए जाने के साि-साि एलओआई को रद्द कर दिया जाएर्ा । वर्ना उवचत संपकब मार्ब के र्ोिाम के वनमाबण में उम् मीििार द्वारा दकए र्ये दकसी वनिेश के वलए ओएमसी वजम् मेिार नहीं होर्ी ।

    िी. शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक और ग्रामीण वितरक हतेु चयवनत उम्मीििार को एलओआई में उवललवित समय अिवध के अंिर मानक लेआउट और कलर स्कीम के अनुसार एलपीजी शोरूम का वनमाबण करना होर्ा या र्ना-र्नाया शोरूम उपलब्ध कराना होर्ा । शोरूम आम जनता की सुर्मता के वलए संपकब मार्ब द्वारा आसानी से जुडा होना चावहए ।

    ई. यदि आिेिन में उम्मीििार द्वारा प्रस्तावित जमीन अििा फीलि िेरीदफकेशन (एफिीसी) के समय उम्मीििार द्वारा प्रस्तावित िैकवलपक जमीन विज्ञापन में वनधाबररत उन सभी विशेषताओं को पूरा करती ह ै वजसके आधार एलओआई जारी दकया र्या ह,ै तो र्ाि में एलओआई धारक विज्ञावपत लोकेशन में विवशष्ट आकार के र्ोिाम के वनमाबण हते ुएक िैकवलपक/नई जमीन का प्रस्ताि ि ेसकता ह,ै वजस पर रे्हतर सुरक्षा/संरक्षा, रे्हतर टाइटल (पटे्ट के र्जाय स्िावमत्ि), सुविधाजनक लोकेशन, कम पररचालन लार्त आदि के आधार पर विचार दकया जाएर्ा ।

    एफ. संरं्वधत तले विपणन कंपनी (ओएमसी) के एररया प्ररं्धक/टेर्ररटरी प्ररं्धक/ररजनल प्ररं्धक की वलवित अनुमवत के र्ाि ही एलपीजी र्ोिाम और/अििा शोरूम का वनमाबण कायब शुरू होर्ा ।

    जी. शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक और ग्रामीण वितरक हतेु चयवनत उम्मीििार द्वारा एलपीजी वसलेंिरों की होम विलीिरी के वलए एलओआई में ओएमसी द्वारा यिावनधाबररत पयाबप्त विलीिरी इंफ्रास्रकचर विकवसत करना होर्ा । इसके अलािा, चयवनत उम्मीििार को सांविवधक विवनयमों के अनुसार ग्राहकों को वसलेंिर का सही िजन दििान ेके वलए पयाबप्त संख्या में आिश्यक विवनिेश का इलेकरॉवनक पोटेर्ल िजन तराजू िरीिना होर्ा ।

    3. लोकेशनों की पहचान :

    उपलब् ध ररदफल वर्क्री क्षमता के आधार पर एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप की स् िापना हते ुऐसे लोकेशनों की पहचान की

    जाती ह,ै जो दकसी एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप के पररचालन के वलए आर्शिक रूप से वस्िरता प्रिान कर सकें । तले

    विपणन कंपवनयों (ओएमसी) का लक्ष्य ह ैदक िेश के सभी क्षते्रों को किर करें तादक िेश के सभी घरों में एलपीजी की पहचं सुवनवित की जा सके । वचवन्हत लोकेशनों पर एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप एक व्यािसावयक प्रस्ताि ह,ै वजसमें जोविम ह ैऔर इसमें दकसी सुवनवित लाभ या आय की र्ारंटी नहीं ह ै। नए एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप की स्िापना

    हतेु संभाव्यता अ्ययन ररदफल वर्क्री की क्षमता पर आधाररत होता ह।ै नए एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप की स्िापना

    हतेु ररदफल वर्क्री की क्षमता घरों की संख्या, प्रवत व्यवि िपत, एलपीजी किरेज और मौजूिा/प्रस्तावित पीएनजी कनेकशन, यदि कोई हो, पर आधाररत होता ह ै।

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    4. आरक्षण :

    अरूणाचल प्रिेश, मेंघालय, नार्ालैंि और वमजोरम के अलािा सभी राज् यों में प्रमुि श्रेवणयों के वलए आरक्षण वनम्नानुसार होर्ा:-

    ए िुली श्रणेी (ओ) 50.5% र्ी अनुसूवचत जावत/ अनुसूवचत जनजावत (अ.जा./अ.ज.जा.) 22.5% सी अन् य वपडडा िर्ब (अ.वप.ि.) 27.0%

    उपयुबक त श्रेवणयों में से प्रत् यके में वनम्नानुसार उप-श्रेवणयां होंर्ी :

    उप-श्रणेी आरक्षण श्रवेणया ं (% में) अ.जा./अ.ज.जा. अ.वप.ि. िलुी कुल

    सरकारी कार्शमक श्रेणी (जी.पी.), वजसमें रक्षा, केन् द्र/राज् य सरकार तिा केन् द्रीय/राज् य पीएसय ूकमबचारी/पूिब सैवनक/विशेष र्ल शावमल हैं

    2 2 4 8

    वनःशि कार्शमक (पी.एच.) / दिव्यांर् 1 1 1 3 संयुक त श्रेणी (सी.सी.) वजसमें, उत् कृष् ट विलाडी(ओएसपी), स् ितंत्रता सेनानी(एफएफ) शावमल हैं

    0 0 1

    1

    मवहला 7 9 17 33 अनारवक्षत - संरं्वधत श्रणेी से कोई भी व् यवि 12.5 15 27.5 55 कुल 22.5 27 50.5 100

    संरं्वधत श्रेवणयों के अंतर्बत आरक्षण अ.जा./अ.ज.जा.(जी.पी.)-2%, अ.जा./अ.ज.जा.(पी.एच.)-1%, अ.जा./अ.ज.जा.(िब्लय)ू-7%, अ.जा./अ.ज.जा.-12.5%, ओर्ीसी(जी.पी.)-2%, ओर्ीसी(पी.एच.)-1%, ओर्ीसी(िब्लय)ू-9%,ओर्ीसी-15%,िुली(जी.पी.)-4%, िुली(पी.एच.)-1%, िुली(सी.सी.)-1%, िुली(िब्लयू) 17%, िुली-27.5% ह ै।

    अरूणाचल प्रिेश, मेंघालय, नार्ालैंि और वमजोरम के वलए पूिोत्तर राज् यों में आदििासी क्षेत्रों में आरक्षण वनम्नानुसार ह ै-

    राज् य सभी प्रकार के एलपीजी वितरकों हतेु आरक्षण का %

    कुल अजजा अजजा (िब्लयू) िुली िुली(िब्लयू)

    अरूणाचल प्रिेश 49 21 21 9 100

    मेंघालय 56 24 14 6 100

    नार्ालैंि 56 24 14 6 100

    वमजोरम 63 27 7 3 100

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    5. लोकेशनों का रोस् टर र्नाना

    ए. ऊपर उवललवित आरक्षणों का प्रवतशत सुवनवित करन े हते ु विवभन्न श्रेवणयों के अंतर्बत एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप स्िावपत करने के वलए वचवन्हत लोकेशनों (अरूणाचल प्रिेश, मेंघालय, नार्ालैंि और वमजोरम को डोिकर सभी राज्यों में) को उद्योर् आधार पर (आईओसीएल, र्ीपीसीएल तिा एचपीसीएल को वमलाकर) विवभन्न श्रेवणयों हतेु प्रत्येक राज्य के वलए ‘200 प्िाइंट’ रोस्टर के अनुसार विवभन्न आरक्षण श्रेवणयों के अंतर्बत रिा जाएर्ा तादक प्रत्येक श्रेणी के वलए पेरोवलयम और प्राकृवतक र्ैस मंत्रालय द्वारा वनधाबररत आरक्षण प्रवतशत को प्राप्त करना सुवनवित दकया जा सके ।

    र्ी. ‘200-प् िाइंट रोस् टर’ में क्रम संख्या को इस प्रकार से आरक्षण श्रणेी आरं्रटत की र्ई ह ैरोस्टर में 200 वितरकों की योजना र्नाते ही प्रत्येक श्रणेी (आरवक्षत) का आरक्षण प्रवतशत हावसल हो जाता ह।ै ‘200-प् िाइंट रोस् टर’ में वनरंतरता र्रकरार रािी जाती ह ैऔर एक र्ार 200 रोस् टर क्रम संख् या पूरी होन ेके र्ाि रोस् टर पनु: क्रम संख् या 1 से शुरू होर्ा ।

    सी. ‘200 प् िाइंट रोस् टर’ का रोनलर् आधार पर अनुपालन दकया जाता ह ै । अजा और अजजा के र्ीच आरवक्षत लोकेशनों का वितरण संरं्वधत राज् य में अजा और अजजा की जनसंख् या अनपुात के अनुसार दकया जाता ह ै।

    िी. आईओसीएल के प्रधान कायाबलय में अविल भारतीय स्तर पर ‘200-प् िाइंट रोस् टर’ तैयार दकया जाएर्ा - "शहरी वितरक और आर-अर्बन वितरक" के वलए एक संयुि रोस्टर, ग्रामीण वितरक हतेु एक और िरु्बम क्षेत्रीय वितरक के वलए एक ।

    ई. अरूणाचल प्रिेश, मेंघालय, नार्ालैंि और वमजोरम राज्यों के वलए 100 प् िाइंट रोस् टर तैयार दकया जाएर्ा और इंवियन ऑयल कॉपोरेशन एओिी राज्य कायाबलय, र्ुिाहाटी द्वारा इसका रि-रिाि दकया जाएर्ा । वितरकों के चयन हते ुएकीकृत दिशावनिेशों के तहत रोस्टर क्रम संख्या 1 से शुरू होर्ा ।

    6. र्रै-िर्ीकरण :

    यदि लोकेशन आरवक्षत श्रणेी के अंतर्बत ह ैऔर दकसी आिेिक के पात्र न पाए जान ेकी वस्िवत में लोकेशन का र्रै-िर्ीकरण वनम्नवलवित मानिंिों के अनुसार दकया जाएर्ा :

    ए. आरवक्षत उप-श्रेणी लाकेशनों हतेु “जी.पी.” (केन् द्र/राज् य सरकार तिा केन् द्रीय/राज् य पीएसय ू के रक्षा कार्शमक/अधबसैवनक र्ल/पूिब सैवनक/विशेष र्ल/कमबचारी), ‘पी.एच.’ और ‘सी.सी.’(ओएसपी/एफएफ)” तिा मवहला से, यदि विज्ञापन िेने पर भी “शून् य” आिेिन आत ेहैं या कोई पात्र उम् मीििार नहीं वमलता ह ैया कोई उम् मीििार योग् य न हो या कोई चुना हआ उम् मीििार एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप लर्ान े में सक्षम न हो तो उस

    लोकेशन को वर्ना उप-श्रेणी के संरं्वधत श्रेणी में पनु: विज्ञावपत दकया जाएर्ा अिाबत लोकेशनों को यिालार् ूअ.जा./अ.ज.जा., अ.वप.ि., िुली श्रणेी के रूप में विज्ञावपत दकया जाएर्ा ।

    र्ी. ‘अ.जा./अ.ज.जा.’ या अ.वप.ि. श्रणेी के अंतर्बत विज्ञावपत/पनु: विज्ञावपत लोकेशन के वलए यदि ‘शून् य’ आिेिन आता ह ै या कोई पात्र उम् मीििार नहीं वमलता या कोई उम् मीििार योग् य नहीं ह ै या कोई भी चुना हआ उम् मीििार

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    एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप लर्ाने में सक्षम न हो तो उस लोकेशन को ‘िुली श्रणेी’ के अतंर्बत पुन: विज्ञावपत दकया

    जाएर्ा ।

    सी. तिावप, यह सुवनवित दकया जाएर्ा दक ‘अ.जा./अ.ज.जा.’ और ‘अ.वप.ि.’ श्रेणी के वलए रोस् टर से ‘िुली’ श्रेणी के अंतर्बत एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप लोकेशनों की इसी संख् या को पररिर्शतत करके पहल ेके रोस् टर से लोकेशनों का र्रै-श्रेणीकरण करत े समय संरं्वधत ओएमसी द्वारा संपणूब रूप से आरक्षण को र्नाए रिा जाएर्ा। िसूरे शब् िों में

    अजा/जजा और अ.वप.ि. श्रणेी में कमी को भविष् य की विपणन योजना में सुरवक्षत रिा जाएर्ा तादक अ.जा./अ.ज.जा.-22.5%, अ.वप.ि.-27% और िुली-50.5% का आरक्षण र्नाए रिना सुवनवित दकया जा सके ।

    िी. आरवक्षत श्रेवणयां ‘जी.पी.’, ‘पी.एच.’, ‘सी.सी. और मवहला’ के संरं्ध में आरक्षण प्रवतशत केिल प्रारंवभक श्रेणीकरण के समय रिा जाएर्ा । िसूरे शब् िों में एक र्ार प्रिम विज्ञापन के र्ाि ऐसे लोकेशनों की श्रणेी में पररितबन

    कर दिया जाता ह,ै यदि कोई उम् मीििार आिेिन न करे या कोई पात्र उम् मीििार न वमले, या कोई उम् मीििार योग् य न हो या कोई चुना हआ उम् मीििार एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप लर्ान ेमें सक्षम न हो, तो भािी विपणन योजना के

    अंतर्बत रोस् टर में दकसी भी तरह का समायोजन नहीं दकया जाएर्ा ।

    7. चयन का तरीका

    ए. एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप का चयन समाचार-पत्रों में उपयिु श्रणेी के अतंर्बत विज्ञापन/अवधसूचना के मा्यम से आिेिन आमंवत्रत करके दकया जाएर्ा । विज्ञावपत लोकेशनों के वििरण तेल कंपवनयों की िेर्साइट अिाबत

    www.iocl.in, www.ebharatgas.com, www.hindustanpetroleum.com, www.bharatpetroleum.in और www.lpgvitarakchayan.in. पोटबल पर भी उपलब्ध होंर्े ।

    र्ी. ‘शहरी वितरक’ अििा ‘आर-अर्बन वितरक’ अििा ‘ग्रामीण वितरक’ अििा ‘िरु्बम क्षेत्रीय वितरक’ के अंतर्बत आन ेिाले लोकेशनों हतेु सभी आिेिकों को िेर् आधाररत पोटबल www.lpgvitarakchayan.in. पर अपने आिेिन रवजस्टर करने होंर्े और अपवेक्षत आिेिन शलुक (ऑनलाइन नकि अंतरण द्वारा जमा करना होर्ा) के साि ऑनलाइन आिेिन जमा करना होर्ा । इन प्रकार के एलपीजी वितरकों का चयन उस लोकेशन हतेु सभी पात्र

    आिेिकों के र्ीच कंप्यूटराइज्ि ड्रॉ ऑफ लॉट्स के द्वारा दकया जाएर्ा ।

    8. आििेकों हते ुपात्रता मापिंि

    पात्रता मापिंि को पूरा करन ेिाले सभी आिेिक एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप के चयन के वलए ड्रॉ हते ु पात्र होंर्े । शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक अििा ग्रामीण वितरक तिा िरु्बम क्षेत्रीय वितरक हतेु पात्रता मापिंि वनम्नानुसार ह ै:-

    ए. सामान् य पात्रता मापिंि :

    ए. आिेिक भारत का नार्ररक होना चावहए तिा िह भारत में वनिास करता हो ।

    र्ी. आिेिक को दकसी मान्यता प्राप्त र्ोिब से न्यूनतम 10िीं कक्षा पास होना चावहए । शैक्षवणक योग् यता का आधार स् ितंत्रता सेनानी (एफएफ) श्रेणी के आिेिकों पर लार् ूनहीं होर्ा ।

    http://www.iocl.in/http://www.ebharatgas.com/http://www.hindustanpetroleum.com/http://www.bharatpetroleum.in/http://www.lpgvitarakchayan.in/http://www.lpgvitarakchayan.in/

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    सी. आिेिक की उम्र विज्ञापन के प्रकावशत होने की वतवि को 21 िषब से कम और 60 िषब से अवधक न हो । स् ितंत्रता सेनानी (एफएफ) श्रणेी के अतंर्बत आरवक्षत लोकेशनों के वलए आिेिन करने िाल ेआिेिकों के वलए उम्र की कोई सीमा नहीं हैं ।

    िी. आिेिक आिेिन की वतवि को ‘तेल विपणन कंपवनयों के कमबचारी के पररिार का सिस् य’ नहीं होना चावहए ।

    ई. र्ह-िीलरवशप/विस्रीब्यूटरवशप मानििंों को पूरा करता हो, वजसका अवभप्राय ह ैआिेिक या ‘पररिार इकाई’ के दकसी भी सिस्य के पास सािबजवनक क्षेत्र की दकसी भी तेल कंपनी का िीलरवशप/एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप या िीलरवशप/एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप हतेु आशय-पत्र नहीं होना चावहए ।

    75 दक.ली. एसकेओ प्रवतमाह के औसत एलोकेशन से कम ओएमसी पररचालन िाले ितबमान एसकेओ िीलरों पर र्ह-िीलरवशप / विस्रीब्यूटरवशप मानिंि लार्ू नहीं होर्ा । चुने जान ेपर शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक, ग्रामीण वितरक तिा िरु्बम क्षेत्रीय वितरक के वलए वनयुवि-पत्र जारी होने के पूिब उन् हें केरोसीन िीलरवशप सरेंिर करना होना । शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक, ग्रामीण वितरक तिा िरु्बम क्षेत्रीय वितरक के वलए आिेिन करने िाल ेएसकेओ िीलर को मामले के अनुसार तले विपणन कंपनी के राज् य सरकार / प्रभार्ीय / प्रिेशीय / क्षेत्रीय कायाबलय के आरं्टन प्रावधकारी द्वारा जारी केरोवसन आरं्टन का िस् तािेजी प्रमाण प्रस् तुत करना होर्ा ।

    इसी प्रकार, एनिीएनई (र्ैर घरेलू, र्ैर आिश् यक) एलपीजी वसनलिरों के विशेष विपणन के वलए पीएसय ूतेल कंपवनयों द्वारा वनयुक त एनिीएनई (र्रै घरेलू, र्रै आिश् यक) ररटेलसब/वितरक पर उपरोि उवललवित र्हल िीलरवशप / विस्रीब्यूटरवशप वनयम लार् ूनहीं होंर्े ।

    चयन होने पर, वनयुवि-पत्र जारी होने के पूिब ओएमसी के मौजूिा एसकेओ िीलरों को अपना केरोसीन िीलरवशप सरेंिर करना होना ।

    इसी प्रकार, अपन ेनाम या “पररिार इकाई” के दकसी सिस् य के नाम पर दकसी ओएमसी के एनिीएनई एनिीएनई ररटेलरवशप / विस्रीब्यूटरवशप िाल े आिेिक का यदि चयन हो जाता ह ै तो एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप वनयुवि-पत्र जारी होने के पूिब उसे अपना एनिीएनई ररटेलरवशप / विस्रीब्यूटरवशप सरेंिर करना होर्ा ।

    एफ. आिेिक व्यिसाय चलाने के वलए शारीरक एिं मानवसक रूप से स् िस् ि होना चावहए । अिाबत व्यवि पूरी तरह से लकिाग्रस्त और मानवसक रूप से अस्िस्ि नहीं होना चावहए, जो पार्लपन से ग्रस्त हो और संज्ञानात्मक मानवसक शवि से िंवचत हो ।

    जी. आिेिक नैवतक पतन / आर्शिक अपराधों में शावमल दकसी आपरावधक मामलें में दकसी न् यायालय द्वारा न तो िंवित दकया र्या हो न ही आरोप लर्ाया र्या हो ।

    एच. आिेिक विस्रीब्यूटरवशप / िीलरवशप के वलए हस् ताक्षरकताब न हों या िीलर / वितरक चयन दिशावनिेशों में यिापररभावषत अपने / अपनी पररिार के दकसी सिस् य के पक्ष में िीलरवशप / विस्रीब्यूटरवशप हस्तांतररत करने के वलए दकसी तेल कंपनी के िीलरवशप / विस्रीब्यूटरवशप के प्रोप्राइटरवशप से इस् तीफा न दिया हो या दकसी तेल कंपनी के किाचार / वमलािट के प्रमावणत मामले के कारण नौकरी से र्िाबस्त कर दिया र्या हो ।

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    आई. र्ोिाम : आिेिक के पास विज्ञापन या शवुद्पत्र (यदि कोई हो) में यिावनधाबररत आिेिन जमा करने की अंवतम वतवि

    को एलपीजी र्ोिाम र्नान े हतेु नीचे वनर्दिष्ट न्यूनतम आकार का जमीन का प् लॉट अििा र्ना र्नाया एलपीजी वसलेंिर र्ोिाम होना चावहए ।

    एलपीजी र्ोिाम की क्षमता, प्लॉट का न्यनूतम आकार और लोकेशन वनम्नानुसार होना चावहए ।

    क्षमता : आिेिफक के पास एलपीजी वसलेंिरों के भंिारण के वलए एलपीजी र्ोिाम (परेोवलयम तिा विस् फोटक सुरक्षा संर्ठन (पीईएसओ) के मुख् य वनयंत्रक द्वारा अनमुोदित एिं लाइसेंस प्राप्त) की न्यूनतम क्षमता नीचे िी र्ई ह ै:

    I. शहरी वितरक एिं आर-अर्बन वितरक के पास न्यूनतम 8000 दक.ग्रा. एलपीजी क्षमता का भंिारण र्ोिाम होना चावहए ।

    II. ग्रामीण वितरक के पास न्यूनतम 5000 दक.ग्रा. एलपीजी क्षमता का भंिारण र्ोिाम होना चावहए ।

    III. िरु्बम क्षेत्रीय वितरक के पास न्यूनतम 3000 दक.ग्रा. एलपीजी क्षमता का भंिारण र्ोिाम होना चावहए ।

    र्ोिाम हते ुजमीन का न्यनूतम आकार : जमीन का न्यनूतम आकार और र्ोिाम का लोकेशन नीचे दिया र्या ह:ै

    केरल के अलावा सभी राज्य और कें द्र शाससत प्रदेश के सलये

    I. ग्रामीण वितरक हते ु उम्मीििार के पास विज्ञावपत लोकेशन के 15 दक.मी. के अंिर न्यनूतम 21मी. X 26मी. आकार के जमीन के प्लॉट का स्िावमत्ि होना चावहए ।

    II. िरु्बम क्षेत्रीय वितरक हते ु उम्मीििार के पास विज्ञावपत लोकेशन में न्यूनतम 15 मी. X 16 मी. आकार के जमीन के प्लॉट का स्िावमत्ि होना चावहए ।

    III. शहरी वितरक और आर-अर्बन वितरक हतेु उम्मीििार के पास शहर में अििा लोकेशन के 15 दक.मी. के अंिर उसी राज्य में प्रस्तावित लोकेशन में न्यूनतम 25मी. X 30मी. आकार के जमीन के प्लॉट का स्िावमत्ि होना चावहए ।

    IV. ‘X’ एिं ‘Y’ श्रेणी के महानर्र/नर्र/राज्य के अतंर्बत आन े िाले शहरी वितरक ि आर-अर्बन वितरक लोकेशनों को विज्ञावपत लोकेशन के नर्र/शहर की नर्रपावलका सीमा के 15दक.मी. र्ाहर तक र्ोिाम के वनमाबण की अनुमवत ह ै । वितरक द्वारा र्ोिाम की स्िापना नर्रपावलका सीमा के र्ाहर दकए जाने के कारण शहर/नर्र में अििा इससे र्ाहर एलपीजी वसलेंिर लान-ेले जाने का वित्तीय भार वितरक को िहन करना होर्ा, यदि संचलन अतंरराज्यीय आधार प दकया जा रहा हो ।

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    केरल राज्य के सलये

    I. ग्रामीण वितरक हते ु उम्मीििार के पास विज्ञावपत लोकेशन के 15 दक.मी. के अंिर न्यनूतम 24मी. X 29मी. आकार के जमीन के प्लॉट का स्िावमत्ि होना चावहए ।

    II. िरु्बम क्षेत्रीय वितरक हतेु उम्मीििार के पास विज्ञावपत लोकेशन में न्यनूतम 22 मी. X 23 मी. आकार के जमीन के प्लॉट का स्िावमत्ि होना चावहए ।

    III. शहरी वितरक और आर-अर्बन वितरक हतेु उम्मीििार के पास शहर में अििा लोकेशन के 15 दक.मी. के अंिर उसी राज्य में प्रस्तावित लोकेशन में न्यनूतम 26मी. X 31मी. आकार के जमीन के प्लॉट का स्िावमत्ि होना चावहए ।

    IV. ‘X’ एिं ‘Y’ श्रेणी के महानर्र/नर्र/राज्य के अतंर्बत आन े िाले शहरी वितरक ि आर-अर्बन वितरक लोकेशनों को विज्ञावपत लोकेशन के नर्र/शहर की नर्रपावलका सीमा के 15दक.मी. र्ाहर तक र्ोिाम के वनमाबण की अनुमवत ह ै । वितरक द्वारा र्ोिाम की स्िापना नर्रपावलका सीमा के र्ाहर दकए जाने के कारण शहर/नर्र में अििा इससे र्ाहर एलपीजी वसलेंिर लान-ेले जाने का वित्तीय भार वितरक को िहन करना होर्ा, यदि संचलन अतंरराज्यीय आधार प दकया जा रहा हो ।

    र्ोिाम के वनमाबण के वलए जमीन समतल ि वमली हई होनी चावहए और लाइि ओिरहिे विदु्यत तारों या टेलीफोन लाइनों से मिु होनी चावहए । प्लॉट से नहर / डे्रनेज / नाला नहीं र्ुजरना चावहए।

    चयवनत उम् मीििार की यह वजम् मेिारी होर्ी दक िह र्ोिाम/एलपीजी र्ोिाम तक शोरूम / शोरूम के वनमाबण के वलए जमीन के संरं्ध में समय-समय पर लार् ू सभी वनयमों और विवनयमों, सरकारी या नर्रपावलका या ऐसे कानूनों, विवनयमों, उपवनयमों के प्रािधानों का अनुपालन एिं वनष् पािन करें ।

    सांविवधक प्रािधानों के उल लंघन से संरं्वधत दकसी मामल ेमें, उपयुि कारिाई हते ुइसकी जांच के वलए इसे संरं्वधत प्रावधकारी के पास भेजा जाएर्ा ।

    जमीन के लोकेशन के साि-साि विज्ञावपत विवनिेशों के संरं्ध में दकसी भी वििाि / अस्पष्टता होन ेपर इस मामल ेको वजला राजस्ि अवधकाररयों के पास भेजा जाएर्ा, वजनका वनणबय अंवतम होर्ा ।

    दकसी लोकेशन के वलए विज्ञापन पर एक से अवधक आिेिक द्वारा र्ोिाम के वलए उसी जमीन का प्रस् ताि नहीं दकया

    जा सकता । यदि दकसी भी स् तर पर यह पाया जाता ह ैदक एक से अवधक आिेिक द्वारा एक ही लोकेशन के विज्ञापन पर र्ोिाम के वलए उसी जमीन या शोरूम के वलए उसी जमीन का प्रस्ताि दिया र्या ह ैतो सभी ऐसे आिेिनों को

    अस्िीकार कर दिया जाएर्ा अििा यदि चयन दकया जा चुका ह ैतो इसे वनरस्त कर दिया जायेर्ा ।

    सपंकब मार्ब : चयवनत उम्मीििार को यह सुवनवित करना होर्ा दक आशय पत्र में यिा वनर्दिष्ट वनधाबररत समयािवध में र्ोिाम / एलपीजी र्ोिाम के वलए प्रस्तावित जमीन तक एलपीजी वसलेंिर रक के पहचंने के वलए न्यूनतम 2.5 मीटर चौडी सभी मौसम में र्ावियां आ जा सकने िाली (सािबजवनक सडक या सािबजवनक सडक से जोडने िाली वनजी सडक) सडक हो । सािबजवनक सडक से जोडने िाली वनजी सडक के मामले में यह या तो स्िावमत्ि / रवजस्टिब लीज कराई र्ई हो या भू-मावलक के पास उस जमीन से होकर आन-े

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    जाने का अवधकार होना चावहए । यदि एलपीजी र्ोिाम / संम्पकब मार्ब के वलए कोई राज्य विशेष आिश्यकताएं / मानििं लार्ू हैं तो यह संरं्वधत राज्य के विज्ञापन में यिावनर्दिष्ट प्लॉट की संशोवधत न्यनूतम लंर्ाई-चौडाई / संपकब मार्ब की चौडाई सवहत संरं्वधत विस्रीब्यूटरवशप लोकेशन पर भी लार् ू होर्ा । वजन राज्यों में कृवष योग्य जमीन के र्रै कृवष योग्य जमीन में रूपांतरण में काफी समय लर्ता ह ैऔर ऐसे मामल ेलंवर्त हैं, वजसकी िजह से कुड राज्यों में कमीशननर् लंवर्त ह,ै चयवनत उम्मीििार से क्षवतपूर्शत ली जाएर्ी दक िह र्ैर कृवष योग्य जमीन में रूपांतरण करिाएंर्े और विस्रीब्यूटरवशप का कवमशन दकया जाएर्ा ।

    एलओआई की स्िीकृवत के समय उम्मीििार को यह शपि पत्र िेना होर्ा दक एलओआई में उवललवित समय सीमा के अन् िर यिावनर्दिष्ट संपकब मार्ब उपलब्ध करा दिया जाएर्ा । वनयुवि पत्र जारी करन े से पूिब संम् पकब मार्ब के

    सुविधाजनक होने की जांच की जाएर्ी । चयवनत उम् मीििार की यह वजम् मेिारी होर्ी दक एलपीजी विस्रीब्यूटरवशप

    की स् िापना के र्ाि एलपीजी र्ोिाम तक संपकब मार्ब के मा् यम से हमेंशा एलपीजी वसलेंिर की वनर्ाबध पहचं

    सुवनश् च त करें । चयवनत उम् मीििार द्वारा संम् पकब मार्ब की उपलब् ध कराने में असफल रहने पर एफिीसी पूिब ली र्ई

    जमानत रावश को जब्त दकए जाने के साि एलओआई को रद्द दकया जा सकता ह ै(लार् ूसुरक्षा जमा का 10%) ।

    वर्ना उवचत संपकब मार्ब के र्ोिाम के वनमाबण में उम् मीििार द्वारा दकए र्य ेदकसी वनिेश के वलए ओएमसी वजम् मेिार नहीं होर्ी।

    ज.े शोरूम : (केिल शहरी वितरक, आर-अर्बन वितरक तिा ग्रामीण वितरक पर लार् ू; िरु्बम क्षते्रीय वितरक पर लार् ूनहीं)

    आिेिक के पास विज्ञापन या शुवद्व-पत्र (यदि कोई हो तो) में यिावनर्दिष्ट आिेिन जमा करने की अंवतम वतवि को र्ाहरी िाइमेंशन में 3 मीटर × 4.5 मीटर न्यनूतम आकार की उवचत िकुान या 3 मीटर x 4.5 मीटर न् यनूतम आकार के शोरूम के वनमाबण के वलए जमीन का प्लॉट विज्ञावपत लोकेशन, अिाबत विज्ञापन में लोकेशन कॉलम के अन् तबर्त उवललवित नर्रपावलका / शहर / र्ांि की सीमा में होना चावहए ।

    यदि विज्ञापन में ‘लोकेशन’ कॉलम के अन् तबर्त स्िान का भी उल लेि दकया र्या हो तो उक त क्षेत्र में मानक ल-ेआऊट के अनुसार विज्ञापन या शुवद्व-पत्र (यदि कोई हो) में दकए र्ए उल लेि के अनुसार आिेिन जमा करने की अंवतम वतवि को र्ाहरी िाइमेंशन में 3 मीटर x 4.5 मीटर न् यूनतम आकार की उवचत िकुान या 3 मीटर x 4.5 मीटर न् यनूतम आकार के शोरूम के वनमाबण के वलए जमीन का प्लॉट होना चावहए । यह आम लोर्ों के सुर्म आिार्मन हते ुउवचत संपकब मार्ब द्वारा जुडा होना चावहए ।

    यदि विज्ञापन में लोकेशन कॉलम के अन् तर्बत विज्ञा वपत लोकेशन या के्षत्र में आिेिक के पास विज्ञापन या शुवद्-पत्र (यदि कोई हो) में उवललवित अनुसार आिेिन प्रस् तुत करन ेकी अंवतम वतवि को न् यनूतम 3 मीटर x 4.5 मीटर आकार के एक से अवधक शाप हों या 3 मीटर x 4.5 मीटर न् यनूतम आकार के शोरूम के वनमाबण के वलए जमीन का प्लॉट हो तो इसका वििरण भी आिेिन में दिया जा सकता ह ै।

    विज्ञापन या शुवद् पत्र (यदि कोई हो) में यिाउवललवित आिेिन जमा करने की अंवतम वतवि को आिेिक के पास उसके नाम से / पररिार इकाई के सिस्य (पात्रता मानिंि के र्ह-िीलरवशप / विस्रीब्यूटरवशप वनयम में यिापररभावषत) / माता-वपता (सौतेले वपता / सौतेली माता शावमल ह)ै एिं िािा-िािी (मातृपक्ष एिं वपतृपक्ष िोंनों), भाई / र्हन (सौतेले भाई ि सौतेली र्हन शावमल हैं), पुत्र / पुत्री (सौतेला पुत्र / सौतेली पुत्री शावमल ह)ै, आिेिक या जीिनसािी (वििावहत आिेिक के मामले में) के िामाि / र्ह के नाम उपरोि शब्ि ‘स्िावमत्ि’ के अंतर्बत यिापररभावषत स्पष्ट स्िावमत्ि आिेिक के पास होना चावहए ।

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    ऊपर यिाउवललवित पररिार के सिस्यों द्वारा स्िावमत्ि / सह स्िावमत्ि के मामले में पररिार के सिस्यों की सहमवत संरं्धी घोषणा आिश्यक होर्ी ।

    आिेिकों द्वारा विज्ञापन की वतवि से पहले दकसी भी दिन दकए र्ए रवजस्टिब लीज िील पर भी विचार दकया जा सकता ह,ै र्शत ेलीज विज्ञापन की वतवि से 15 िषों की न् यनूतम अिवध के वलए िैध हो ।

    विज्ञापन के र्ाि दकसी लोकेशन के वलए एक से अवधक आिेिक द्वारा र्ोिाम के वलए उसी जमीन का प्रस् ताि नहीं

    दकया जा सकता। यदि दकसी भी स् तर पर यह पाया जाता ह ै दक एक से अवधक आिेिक द्वारा एक ही लोकेशन के

    विज्ञापन पर र्ोिाम के वलए उसी जमीन या शोरूम के वलए उसी जमीन का प्रस्ताि दिया र्या ह ै तो सभी ऐसे

    आिेिनों को अस्िीकार कर दिया जाएर्ा अििा यदि चयन दकया जा चुका ह ैतो इसे वनरस्त कर दिया जायेर्ा ।

    र्ोिाम और / अििा शोरूम के वलए िकैवलपक जमीन का प्रस्ताि िेन ेका अिसर

    यदि चयवनत उम् मीििार द्वारा आिेिन में र्ोिाम के वलए प्रस् तावित जमीन और / अििा शोरूम के वलए प्रस् तावित जमीन विज्ञापन / ब्रोशर / आिेिन में वनधाबररत पात्रता शतों / आिश्यकताओं को पूरा नहीं करता ह ैतो चयवनत उम् मीििार विज्ञापन या शुवद् पत्र (यदि कोई हो) में यिाउवललवित आि�