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रोगियों हेतु वित्तीय सहायता कार्यक्रम

ट्रिनिटी हेल्थ - पश्चिमी क्षेत्र

प्रभावी होने की तारीख: 1 नवंबर, 2016

उद्देश्य:

ट्रिनिटी हेल्थ ऐसे व्यक्तियों का एक समुदाय है जो हमारे समुदायों में एक करुणामय, परिवर्तनकारी एवं आरोग्यकारी उपस्थिति के रूप में ईशु की शिक्षाओं की भावना के अनुसार साथ मिलकर सेवा करता है। हमारी मूल मान्यताओं, विशेष रूप से निर्धनों के प्रति प्रतिबद्धता की मान्यता के अनुरूप, हम ज़रूरतमंदों को देखभाल प्रदान करते हैं और जो सर्वाधिक असुरक्षित/कमज़ोर हैं उन्हें विशेष महत्व देते हैं। इसमें भुगतान करने में असमर्थ लोग भी शामिल हैं और ऐसे लोग भी जिनके साधन सीमित होने के कारण उपगत हुए स्वास्थ्य देखभाल व्ययों का भुगतान उनके लिए बहुत कठिन हो जाता है। ट्रिनिटी हेल्थ निम्नांकित के लिए प्रतिबद्ध है:

· जिन लोगों को हम सेवा देते हैं, विशेष रूप से हमारे समुदायों के निर्धनों और वंचितों के लिए करुणा, गरिमा एवं सम्मान के साथ गुणवत्ता युक्त स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं तक पहुँच प्रदान करना;

· सभी व्यक्तियों को देखभाल प्रदान करना, चाहे सेवाओं हेतु भुगतान करने की उनकी योग्यता कुछ भी हो; और

· ऐसे रोगियों की सहायता करना जो उन्हें मिलने वाली देखभाल के लिए आंशिक या पूर्ण रूप से भुगतान करने में असमर्थ हैं।

सेंट एग्नेस मेडिकल सेंटर, प्रत्येक व्यक्ति की पवित्रता एवं गरिमा का सम्मान करता है, लागू संघीय नागरिक अधिकार कानूनों का अनुपालन करता है, और संरक्षित वर्गों, जिनमें जाति/नस्ल, रंग, राष्ट्रीय मूल, आयु, अशक्तता या लिंग शामिल हैं पर वे इन्हीं तक सीमित नहीं हैं, के आधार पर भेदभाव नहीं करता है। अशक्त लोगों के लिए निःशुल्क सहायक उपकरण एवं सेवाएं उपलब्ध हैं, तथा जिन लोगों की मुख्य भाषा अंग्रेज़ी नहीं है उनके लिए निःशुल्क भाषा सेवाएं उपलब्ध हैं। (देखें प्रदर्श A.)

प्रक्रियाएँ:

यह रोगियों हेतु वित्तीय सहायता (एफ़एपी) कार्यविधि रोगियों द्वारा ट्रिनिटी हेल्थ रीजनल हेल्थ मिनिस्ट्रीज़ (आरएचएम) के माध्यम से सेवाएं प्राप्त करते समय उनकी वित्तीय सहायता की आवश्यकता को संबोधित करने के लिए डिजाइन की गई है। यह लागू राज्य या संघीय कानून के अंतर्गत यथा-प्रावधानित सभी पात्र सेवाओं पर लागू होती है। वित्तीय सहायता एवं समर्थन हेतु पात्रता का निर्धारण विशिष्ट मानदंडों का प्रयोग करते हुए वैयक्तिक आधार पर किया जाएगा तथा रोगी की और/या परिवार की स्वास्थ्य देखभाल संबंधी आवश्यकताओं, वित्तीय संसाधनों और दायित्वों/देनदारियों के आकलन के आधार पर उसका मूल्यांकन किया जाएगा।

I. वित्तीय सहायता के लिए अर्हकारी मानदंड

a. वित्तीय सहायता हेतु पात्र सेवाएं:

i. किसी चिकित्सीय स्थिति की रोकथाम, मूल्यांकन, निदान (डाइग्नोसिस) या उपचार के लिए आवश्यक सभी सेवाएं जो मुख्यतः रोगी या चिकित्सीय देखभाल प्रदाता की सुविधा के लिए न हों।

ii. आरएचएम के आपातकालीन विभाग में आने वाले सभी रोगियों को आपातकालीन चिकित्सीय देखभाल सेवाएं प्रदान की जाएंगी, चाहे रोगी की भुगतान करने की क्षमता कुछ भी हो।

b. वित्तीय सहायता हेतु अपात्र सेवाएं:

i. सौंदर्यात्मक (कॉस्मेटिक) सेवाएं, बाँझपन के उपचार एवं वे अन्य ऐच्छिक कार्यविधियां एवं सेवाएं जो चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक नहीं हैं।

ii. ऐसी सेवाएं जो आरएचएम द्वारा प्रदान एवं बिल नहीं की गई हैं (उदा. स्वतंत्र चिकित्सक की सेवाएं जिनमें आपातकालीन चिकित्सक, निजी ड्यूटी नर्सिंग, एंबुलेंस परिवहन, रिटेल चिकित्सीय आपूर्तियां, स्थानापन्न कोख (सरोगेसी) सेवाएं, पैथोलॉजी, लैबोरेटरी आदि शामिल हैं)।

iii. आरएचएम ऐसी सेवाओं को अपवर्जित कर सकते हैं जो किसी अन्य प्रदाता स्थान पर किसी बीमा कार्यक्रम द्वारा कवर्ड हैं पर ट्रिनिटी हेल्थ आरएचएम पर कवर्ड नहीं हैं। यह अपवर्जन रोगियों को बीमा कार्यक्रम कवरेज की सीमाओं के बारे में शिक्षित करने के प्रयास करने के बाद, तथा केवल तब किया जाता है यदि संघीय आपातकालीन चिकित्सीय उपचार एवं सक्रिय श्रम अधिनियम (एमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट एंड एक्टिव लेबर एक्ट, ई.एम.टी.ए.एल.ए.) के दायित्वों की संतुष्टि की गई हो।

iv. लागतों में मेडिकएड, मेडि-केल या अन्य सार्वजनिक सहायता कार्यक्रमों के अंश को उन सरकारी कार्यक्रमों का एक महत्वपूर्ण भाग माना जाता है। वित्तीय समर्थन लागत अंश के शेष पर लागू नहीं किया जा सकता है।

c. वित्तीय सहायता हेतु आवेदन करना

· आरएचएम, एफ़एपी आवेदनों को भर्ती या छुट्टी देने की प्रक्रिया के भाग के रूप में, और आपातकालीन विभागों, रोगी पंजीयन लॉबी क्षेत्रों, तथा इकाइयों के अंदर स्थित वित्तीय परामर्शदाताओं के कार्यालयों और बिलिंग कार्यालयों में उपलब्ध कराएंगे। जो स्थानीय जनसमूह, आरएचएम द्वारा समुदाय के निवासियों के 5 प्रतिशत अथवा 1,000 व्यक्तियों से अधिक हैं उनकी प्राथमिक भाषा में भी दस्तावेज़ उपलब्ध कराए जाएंगे।

· आवेदन आरएचएम की वेबसाइट से भी डाउनलोड किए जा सकते हैं या फिर वेबसाइट पर सूचीबद्ध आरएचएम के ग्राहक सेवा विभाग से संपर्क करके डाक द्वारा भेजे जा सकते हैं।

· प्रत्येक आरएचएम में स्थित वित्तीय परामर्शदाता, तथा टेलीफोन के जरिए ग्राहक सेवा प्रतिनिधि, आवेदन पूर्ण करने की प्रक्रिया में सहायता करने के लिए उपलब्ध हैं। रोगियों की आवश्यकतानुसार भाषा सहयोग उपलब्ध है।

· आरएचएम उन वैयक्तिक चिकित्सकों, अभ्यास समूहों या उन अन्य संस्थाओं के नाम सूचीबद्ध करेंगे जो आरएचएम में आपातकालीन या चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक देखभाल प्रदान कर रहे हैं। उन्हें या तो अस्पताल के साथ अनुबंध करने के लिए प्रयुक्त नामों से या फिर दी गई देखभाल हेतु रोगियों को बिल करने के लिए प्रयुक्त नामों से सूचीबद्ध किया जाएगा। वैकल्पिक रूप से, अस्पताल इकाई किसी विभाग या सेवा के प्रकार के संदर्भ द्वारा प्रदाता निर्दिष्ट कर सकती है, बशर्ते संदर्भ में यह स्पष्ट किया गया हो कि आरएचएम के एफ़एपी के तहत कौन-सी सेवाएं एवं प्रदाता कवर किए गए हैं। (देखें प्रदर्श B.)

· आरएचएम, उनके द्वारा सेवित समुदाय के लोगों को एफ़एपी के बारे में सूचित करने के उपाय करेंगे। ऐसे उपायों में, उदाहरण के रूप में, समुदाय के कम आय वाले जनसमूहों की स्वास्थ्य संबंधी आवश्यकताओं को संबोधित करने वाली स्थानीय सार्वजनिक एजेंसियों एवं गैर-लाभ संगठनों के बीच एफ़एपी का सारांश प्रदान करने वाले सूचना पत्रकों का वितरण करना शामिल हो सकता है।

· आरएचएम रोगियों को एक लिखित नोटिस प्रदान करेंगे जिसमें बताया गया होगा कि पात्र रोगियों के लिए वित्तीय सहायता उपलब्ध है, और उनमें उन असाधारण एकत्रण कार्रवाइयों (एक्स्ट्राऑर्डिनरी कलेक्शन एक्शंस, ई.सी.ए.) को स्पष्ट किया गया होगा जिन्हें आरएचएम (या अन्य अधिकृत पक्ष) देखभाल का भुगतान प्राप्त करने हेतु आरंभ करने का इरादा रखता है, और वह समय-सीमा बताई गई होगी जिसके बाद वह ई.सी.ए. आरंभ की जा सकती है, तथा यह समय-सीमा, लिखित नोटिस प्रदान करने की तिथि के बाद 30 दिनों से पहले की नहीं होगी। आरएचएम लिखित नोटिस के साथ एफ़एपी का एक साधारण भाषा सारांश शामिल करेंगे और रोगी को आरएचएम के एफ़एपी के बारे में और, एफ़एपी की आवेदन प्रक्रिया के संबंध में रोगी सहायता कैसे प्राप्त कर सकता है इस बारे में मौखिक रूप से सूचित करने के उचित प्रयास करेंगे।

· आरएचएम के एफ़एपी के तह कवर्ड एवं पूर्व में प्रदान की गई देखभाल के एक या अधिक बिलों का व्यक्ति द्वारा भुगतान नहीं किए जाने के कारण चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक देखभाल स्थगित या अस्वीकृत किए जाने या उसका भुगतान मांगे जाने की स्थिति में, आरएचएम उस व्यक्ति को अपने एफ़एपी के बारे में ईसीए आरंभ करने से 30 से कम दिन पहले सूचित कर सकता है। हालांकि, इस अपवाद का स्वयं प्रयोग करने के लिए यह आवश्यक है कि आरएचएम निम्नांकित कई शर्तों को पूरा करे:

रोगी को एफ़एपी आवेदन प्रपत्र प्रदान करे (ताकि सुनिश्चित हो कि यदि आवश्यक हो तो रोगी तत्काल आवेदन कर सके)। रोगी को पात्र व्यक्तियों के लिए वित्तीय सहायता की उपलब्धता एवं वह समय-सीमा (यदि कोई हो) जिसके बाद अस्पताल इकाई विषयाधीन, पूर्व में प्रदान की गई देखभाल के लिए रोगी द्वारा प्रस्तुत एफ़एपी आवेदन को स्वीकार एवं उसका प्रक्रमण नहीं करेगा, के बारे में लिखित में सूचित किया जाना है। यह समय-सीमा लिखित सूचना प्रदान किए जाने की तिथि के बाद 30 दिनों के बाद से पहले की या पूर्व में प्रदान की गई देखभाल का पहला छुट्टी-के-बाद-का बिलिंग विवरण प्रदान किए जाने की तिथि से 240 दिनों के बाद से पहले की नहीं हो सकती है। अतः हालांकि देखभाल के स्थगन या अस्वीकरण से युक्त ईसीए, अपेक्षित लिखित (एवं मौखिक) सूचना प्रदान किए जाने के तुरंत बाद हो सकती है, पर रोगी को पूर्व में प्रदान की गई देखभाल के लिए एफ़एपी आवेदन प्रस्तुत करने के लिए सूचना (नोटिस) के बाद कम-से-कम 30 दिन प्रदान किया जाना आवश्यक है।

रोगी को एफ़एपी का साधारण भाषा सारांश प्रदान करके तथा रोगी को अस्पताल इकाई के एफ़एपी के बारे में तथा एफ़एपी आवेदन प्रक्रिया के संबंध में रोगी सहायता कैसे प्राप्त कर सकता है इस बारे में मौखिक रूप से सूचित करके रोगी को एफ़एपी के बारे में सूचित करे।

आवेदन का प्रक्रमण शीघ्रता से करे, ताकि सुनिश्चित हो कि आवेदन प्रस्तुत किए जाने की स्थिति में चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक देखभाल में विलंब न हो।

संशोधित उचित उपाय, जिनकी चर्चा ऊपर की गई है, निम्नांकित मामलों में आवश्यक नहीं हैं

· यदि पूर्व में प्रदान की गई देखभाल के पहले छुट्टी-के-बाद-के बिल के बाद 150 दिन बीत चुके हों और आरएचएम ने रोगी को ईसीए करने के इरादे के बारे में पहले ही सूचित कर दिया हो।

· यदि आरएचएम ने पूर्ण एफ़एपी आवेदन के आधार पर यह पहले ही निर्धारित कर लिया हो कि विषयाधीन, पूर्व में प्रदान की गई देखभाल के लिए रोगी एफ़एपी-पात्र है या नहीं, अथवा उसने समुचित आधार वाले अनुमान के आधार पर यह निर्धारित कर लिया हो कि रोगी पूर्व में प्रदान की गई देखभाल के लिए एफ़एपी-पात्र है।

पूर्ण आवेदन, परिवार के आकार एवं पारिवारिक आय का निर्धारण करने हेतु समर्थक दस्तावेज़ों के साथ, निर्धारित समय के अंदर आरएचएम को भेजे जाने हैं और/या आवेदन पर दिए गए पते पर डाक से भेजे जाने हैं।

पूर्ण आवेदन प्राप्त हो जाने पर, वित्तीय आवेदन के प्रक्रमण एवं निर्धारण में 30 दिन तक का समय लग सकता है।

d. आय सिद्ध करने के लिए दस्तावेज़

i. रोगी और/या परिवार द्वारा आरएचएम को प्रदान की गई जानकारी में मासिक सकल वेतन, वेतन एवं स्व-रोज़गार आय समेत अर्जित आय; निर्वाह-व्यय (तलाक के बाद पूर्व-जीवनसाथी द्वारा देय), सेवानिवृत्ति लाभ, लाभांश, ब्याज एवं अन्य किसी स्रोत से आय (उदा. फ़ूड स्टाम्प) समेत अनर्जित आय; बचत एवं निवेश खातों समेत मौद्रिक आस्तियां जिनमें आंतरिक राजस्व संहिता (इंटरनल रेवेन्यू कोड) के तहत अर्ह सेवानिवृत्ति या स्थगित-क्षतिपूर्ति योजनाएं अथवा परिवार के सभी आश्रितों के लिए अनर्ह, स्थगित-क्षतिपूर्ति योजनाएं शामिल नहीं हैं; परिवार में आश्रितों की संख्या तथा एफ़एपी आवेदन पर मांगी गई अन्य जानकारी शामिल होनी चाहिए। पात्रता के निर्धारण में न तो मौद्रिक आस्तियों के पहले $10,000 को गिना जाएगा, और न ही पहले $10,000 के ऊपर की मौद्रिक आस्तियों के 50% को गिना जाएगा।

ii. सूचित जानकारी के समर्थन में समर्थक दस्तावेज़ जैसे वेतन पर्चियां (पेरोल स्टब), कर विवरणी (टैक्स रिटर्न), लाभ हानि विवरण तथा बैंक विवरण मांगे जाएंगे तथा उन्हें पूर्ण आवेदन एवं आकलन के साथ बनाए रखा जाएगा। आरएचएम, एफ़एपी अथवा एफ़एपी आवेदन प्रपत्र द्वारा विशिष्ट रूप से आवश्यक नहीं की गई जानकारी या दस्तावेज़ के लोप (अनुपस्थिति) के आधार पर वित्तीय सहायता से इनकार नहीं कर सकते हैं।

iii. अपूर्ण एफ़एपी आवेदन प्रस्तुत करने वाले रोगियों को आरएचएम एक लिखित नोटिस देंगे जिनमें उस अतिरिक्त जानकारी और/या दस्तावेज़ का वर्णन होगा जिसे एफ़एपी आवेदन पूर्ण करने के लिए लिखित नोटिस की तिथि से 30 दिनों के अंदर प्रस्तुत किया जाना आवश्यक है। नोटिस में अनुपस्थित जानकारी के संबंध में प्रश्नों हेतु संपर्क जानकारी दी जाएगी। यदि रोगी 30 दिनों की पुनः प्रस्तुति अवधि के अंदर अनुपस्थित जानकारी और/या दस्तावेज़ प्रस्तुत नहीं करता है और देखभाल के लिए आरएचएम द्वारा पहला छुट्टी-के-बाद-का बिलिंग विवरण प्रदान किए हुए कम-से-कम 150 दिन बीत चुके हैं तो आरएचएम, ईसीए आरंभ कर सकते हैं। यदि रोगी 240 दिनों की आवेदन अवधि के दौरान (या, यदि बाद में तो, 30 दिनों की पुनः प्रस्तुति अवधि के अंदर) अनुपस्थित जानकारी और/या दस्तावेज़ प्रदान कर देता है तो आरएचएम द्वारा एफ़एपी आवेदन का प्रक्रमण किया जाना आवश्यक है।

e. समुचित कारण वाले अनुमान के आधार पर सहायता

आरएचएम इस बात को मानते हैं कि आवश्यक नहीं कि सभी रोगी पूर्ण वित्तीय जानकारी प्रदान करने में समर्थ हों। इस कारण से, ट्रिनिटी हेल्थ ऐसे रोगियों, जो स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं का भुगतान करने के लिए संसाधन-विहीन हैं, की पहचान करने में सहायता के लिए बाहरी संसाधनों को भी संलग्न करता है। जब इस प्रकार का अनुमोदन स्वीकृत किया जाता है तो इसे “समुचित कारण वाले अनुमान के आधार पर सहायता” (प्रीज़म्पटिव असिस्टेंस) कहा जाता है।

i. पूर्वानुमानी मॉडल उन यथोचित उपायों में से एक है जिसे आरएचएम द्वारा ऐसे रोगियों, जो वित्तीय सहायता के लिए अर्ह हो सकते हैं, की पहचान करने के लिए, एकत्रण (वसूली) की कार्रवाइयों, अर्थात रोगी खाते को अशोध्य ऋण में बट्टे-खाते लिखना और उसे एकत्रण (वसूली) एजेंसी को भेज देना, आरंभ करने से पहले प्रयोग किया जाएगा। यह पूर्वानुमानी मॉडल ट्रिनिटी हेल्थ आरएचएम को वित्तीय दृष्टि से जरूरतमंद रोगियों की व्यवस्थित ढंग से पहचान करने में समर्थ बनाता है।

ii. समुचित कारण वाले अनुमानी आधार (प्रीज़म्पटिव) मामलों में निम्नांकित शामिल हैं:

· मृत रोगी जिनकी कोई ज्ञात संपदा नहीं है

· बेघर रोगी

· सार्वजनिक सहायता कार्यक्रमों के लिए अर्ह रोगियों को प्रदान की गईं गैर-कवर्ड, चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक सेवाएं (उदा. केवल आकस्मिक कवरेज वाले रोगियों के लिए अनाकस्मिक सेवाएं)

· वर्तमान में सार्वजनिक सहायता (उदा. फ़ूड स्टाम्प) पा रहे रोगी

· रोगी दिवालियापन

· धार्मिक संगठनों के ऐसे सदस्य जिन्होंने निर्धनता का व्रत किया हुआ है और जिनके पास वैयक्तिक रूप से या धार्मिक संप्रदाय के माध्यम से कोई संसाधन नहीं है।

एफ़एपी आवेदन प्रक्रिया पर प्रतिक्रिया नहीं देने वाले रोगियों के मामले में, वित्तीय आवश्यकता का वैयक्तिक आकलन करने के लिए जानकारी के अन्य स्रोतों, यदि उपलब्ध हों, का उपयोग किया जाना चाहिए। यह जानकारी आरएचएम को प्रतिक्रिया नहीं देने वाले रोगियों की वित्तीय आवश्यकता पर सुविज्ञ निर्णय लेने में समर्थ बनाएगी।

iv. वित्तीय दृष्टि से जरूरतमंद रोगियों की सहायता करने के प्रयोजन से, अशोध्य ऋण की वसूली या बट्टे-खाते लिखने से पहले वित्तीय सहायता का आकलन करने हेतु रोगी जानकारी की समीक्षा संचालित करने के लिए किसी तृतीय-पक्ष का उपयोग किया जा सकता है। इस समीक्षा में स्वास्थ्य देखभाल उद्योग की मान्यता प्राप्त एक ऐसे पूर्वानुमानी मॉडल का उपयोग किया जाता है जो सार्वजनिक अभिलेख डेटेबेसों पर आधारित होता है। ये सार्वजनिक अभिलेख आरएचएम को यह आकलन करने में समर्थ बनाते हैं कि रोगी के अभिलक्षण, ऐसे अन्य रोगियों से मेल खाते हैं या नहीं जो पारम्परिक आवेदन प्रक्रिया के तहत ऐतिहासिक रूप से वित्तीय सहायता के लिए अर्ह हुए थे। ऐसे मामलों में जिनमें सीधे रोगी द्वारा प्रदान की गई जानकारी की अनुपस्थिति है, और कवरेज उपलब्धता की पुष्टि करने के सभी प्रयास कर चुकने के बाद, पूर्वानुमानी मॉडल वित्तीय दृष्टि से जरूरतमंद रोगियों को समुचित कारण वाले अनुमानी आधार (प्रीज़म्पटिव) की पात्रता प्रदान करने की एक सुव्यवस्थित विधि प्रदान करता है।

v. यदि कोई रोगी पूर्वानुमानी मॉडल के तहत अर्ह नहीं होता है तो ऐसी स्थिति में बी रोगी, स्थापित समय-सीमाओं के अंदर समर्थक जानकारी प्रदान कर सकता है और पारम्परिक वित्तीय सहायता आवेदन प्रक्रिया के तहत उस पर विचार किया जा सकता है।

vi. सहायता स्वीकृत होने की सूचना रोगियों को दे दी जाएगी। सर्वाधिक उदार स्तर से कम की सहायता पाने वाले रोगी, नोटिस के 30 दिनों के अंदर अपील कर सकते हैं। कोई रोगी सर्वाधिक उदार से कम स्तर की सहायता के लिए पात्र है इस बात का निर्धारण समुचित कारण वाले अनुमानी आधार (प्रीज़म्पटिव) सहायता स्थिति या किसी पूर्व के एफ़एपी पात्रता निर्धारण के आधार पर किया जाता है। इसके अतिरिक्त, यदि रोगी नोटिस के 30 दिनों के अंदर अधिक उदार सहायता के लिए आवेदन नहीं करता है और देखभाल के लिए आरएचएम द्वारा पहला छुट्टी-के-बाद-का बिलिंग विवरण प्रदान किए हुए कम-से-कम 150 दिन बीत चुके हैं तो आरएचएम, ईसीए आरंभ या पुनः वहीं से आरंभ कर सकते हैं। रोगी 240-दिनों की आवेदन अवधि की समाप्ति तक, या यदि बाद में तो, अधिक उदार सहायता हेतु आवेदन करने के लिए दी गई 30-दिनों की अवधि की समाप्ति तक, जो भी नया एफ़एपी आवेदन प्रस्तुत करेगा, आरएचएम उसका प्रक्रमण करेंगे।

f. वित्तीय पात्रता सिद्ध करने हेतु समय-सीमा-आवेदन अवधि

i. प्रवेश या सेवा से पहले अथवा उस समय, रोगी की वित्तीय सहायता हेतु पात्रता का निर्धारण करने के लिए हर संभव प्रयास किया जाना चाहिए। आवेदन अवधि उस दिन से आरंभ होती है जिस दिन देखभाल प्रदान की गई थी और रोगी को छुट्टी-के-बाद-का पहला बिलिंग विवरण प्रदान किए जाने के बाद 240 दिन पूरे हो जाने पर या निम्नांकित में से किसी एक समय पर समाप्त हो जाती है:

· समुचित कारण वाले अनुमानी आधार (प्रीज़म्पटिव) स्थिति या पूर्व में किए गए किसी एफ़एपी पात्रता निर्धारण, और अधिक उदार वित्तीय सहायता के लिए किसने आवेदन किया है इस आधार पर, रोगी जिस अवधि तक सर्वाधिक उदार से कम स्तर की उपलब्ध सहायता हेतु पात्र है उस अवधि की समाप्ति; या

· लिखित नोटिस में प्रदान की गई वह समय-सीमा जिसके बाद ईसीए आरंभ की जा सकती है

आवेदन अवधि के दौरान किसी भी समय एफ़एपी आवेदन स्वीकार किए जाएंगे। पूर्ण आवेदन के आधार पर वित्तीय सहायता का स्वीकृत किया जाना, एफ़एपी पर पहचाने गए उन खातों के लिए प्रभावी होगा जो आवेदन अवधि के अंदर हैं एवं हस्ताक्षरित एफ़एपी आवेदन की तिथि से छः माह आगे तक प्रभावी रहेगा। समुचित कारण वाले अनुमानी आधार (प्रीज़म्पटिव) पर समर्थन स्थिति का स्वीकृत किया जाना उन खातों तक सीमित है जो आवेदन अवधि के अंदर हैं एवं केवल समीक्षित खाते(तों) की सेवा तिथि(यों) के लिए हैं बशर्ते कोई आवेदन प्राप्त न हुआ हो। अस्पताल किसी बी समय नियोजित शल्यक्रियाओं का पूर्व-अनुमोदन और/या अर्हताओं का पुनर्सत्यापन आवश्यक कर सकता है। आरएचएम आवेदन अवधि के बाहर प्रस्तुत किए गए किसी व्यक्ति के एफ़एपी आवेदन को मामला-दर-मामला आधार पर और आरएचएम के स्थापित अनुमोदन स्तरों द्वारा प्राधिकृत किए गए के अनुसार, स्वीकृत कर सकते हैं और उसका प्रक्रमण कर सकते हैं। खातों को आवेदन अवधि पूर्ण होने से पहले आरंभिक प्रक्रमण के लिए एकत्रण एजेंसी को भेजा जा सकता है।

ii. रोगी द्वारा देखभाल के लिए चुकाई गई वह राशि, जो एफ़एपी-पात्र रोगी के रूप में भुगतान करने के लिए व्यक्तिगत रूप से उत्तरदायी के तौर पर निर्धारित राशि से ऊपर है, उसकी वापसी आरएचएम (या अन्य अधिकृत पक्ष) द्वारा कर दी जाएगी, बशर्ते वह राशि आधिक्य $5 (या नोटिस द्वारा अथवा आंतरिक राजस्व बुलेटिन में प्रकाशित अन्य मार्गदर्शन द्वारा तय अन्य राशि) से कम न हो। भुगतान की वापसी (रिफ़ंड), देखभाल के केवल उन प्रकरणों के लिए आवश्यक है जिन पर एफ़एपी आवेदन लागू होता है।

iii. रोगी को सरकारी वित्तीय सहायता या अन्य कार्यक्रमों के लिए अर्ह बनाने के सभी प्रयासों को कर लिए जाने के बाद ही वित्तीय सहायता हेतु निर्धारण किया जाएगा। वित्तीय सहायता पात्रता को माने जाने के लिए, किसी सरकारी कार्यक्रम के संबंध में सहायता प्राप्त करने के प्रयास की प्रक्रिया का अनुपालन करने का अनुरोध किया जा सकता है। यदि कोई रोगी निजी या सार्जवनिक स्वास्थ्य बीमा प्राप्त करने का समुचित प्रयास कर रहा है तो उसकी पात्रता अस्वीकार नहीं की जाएगी।

iv. वित्तीय सहायता निर्धारण को समय से पूरा करने के लिए आरएचएम सभी संभव प्रयास करेंगे। यदि सहायता के अन्य स्रोतों से प्राप्ति के प्रयास किए जा रहे हैं, तो आरएचएम निर्धारण की प्रक्रिया एवं अपेक्षित समय-रेखा के संबंध में रोगी के साथ संवाद करेगा और उक्त निर्धारण किया जा रहा होने के दौरान एकत्रण (वसूली) के कोई प्रयास नहीं करेगा।

v. वित्तीय सहायता हेतु अर्हता का निर्धारण हो जाने पर, आरएचएम द्वारा यथा-निर्धारित यथोचित समयावधि के बाद अनुवर्ती सेवाओं हेतु सतत पात्रता के लिए समीक्षाएं की जानी चाहिए।

g. वित्तीय सहायता का स्तर

i. प्रत्येक आरएचएम सहायता के लिए रोगी की पात्रता का मूल्यांकन करने में नीचे स्थापित आय दिशा-निर्देशों का पालन करेगा। संघीय निर्धनता दिशा-निर्देशों (फ़ेडरल पॉवर्टी गाइडलाइन्स, एफ़पीएल) के किसी प्रतिशत, जिसे वार्षिक आधार पर अपडेट किया जाता है, का उपयोग रोगी की अर्हताओं के निर्धारण के लिए किया जाता है। (देखें प्रदर्श C.) हालांकि, अन्य कारकों पर भी विचार किया जा सकता है, जैसे रोगी की वित्तीय स्थिति और/या भुगतान करने की क्षमता, जो आकलन प्रक्रिया के माध्यम से निर्धारित हुई हो।

ii. परिवार की आय संघीय निर्धनता स्तर दिशा-निर्देशों की 200% या उससे कम:

· जिन रोगियों की पारिवारिक आय सबसे हाल के एफ़पीएल की 200% या उससे कम है उनके लिए सभी रोगी शेष पर 100% की छूट दी जाएगी।

iii. परिवार की आय संघीय निर्धनता स्तर दिशा-निर्देशों के 201% से 400%:

· जिन रोगियों की पारिवारिक आय एफ़पीएल के 201% से 400% के बीच है उन्हें उनके कुल प्रभारों में आरएचएम के मेडिकेयर हेतु औसत तीक्ष्ण देखभाल अनुबंधीय समायोजन (सामान्यतः बिल की जाने वाली राशियां (अमाउंट जनरली बिल्ड), “एजीबी”) के बराबर की छूट दी जाएगी। (देखें प्रदर्श C.)

· कैलिफ़ोर्निया के रोगियों के लिए, आपातकालीन चिकित्सक ऐसे अबीमित रोगियों या उच्च चिकित्सीय व्यय वाले रोगियों को छूट प्रदान करते हैं जिनकी आय एफ़पीएल के 350% से अधिक नहीं है।

· जिन रोगियों की आय एफ़पीएल के 350% से कम है और जिनके वार्षिक जेब-से-खर्च (आउट ऑफ़ पॉकेट कॉस्ट) उनकी वार्षिक आय के 10% से अधिक हैं, उन्हें आरएचएम के अभिलेखों के आधार पर और/या रोगी द्वारा पिछले 12 महीनों के दौरा चुकाए गए उनके स्वास्थ्य देखभाल व्ययों से संबंधित जानकारी प्रदान किए जाने पर अतिरिक्त सहायता प्रदान की जाएगी।

· आरएचएम की मेडिकेयर हेतु औसत अनुबंधीय समायोजन राशियों (एजीबी) की गणना सिस्टम ऑफ़िस या आरएचएम द्वारा वार्षिक आधार पर चुकाए गए दावों के योग में उन दावों के कुल या “सकल” प्रभारों द्वारा भाग देने की पश्चदर्शी गणना विधि का उपयोग करते हुए की जाएगी और इसके लिए रिपोर्ट की तिथि से सबसे हाल की छुट्टी तिथि तक 30 दिनों की पश्चता (लैग) के साथ प्रदत्त दावों के बारह महीनों का उपयोग किया जाएगा। (देखें प्रदर्श C.)

· कैलिफ़ोर्निया के रोगियों के लिए, यदि खाते का एक भाग परोपकारी है एवं बकाया राशि ऋण पर है, तो वह ऋण ब्याज-मुक्त होना चाहिए। पात्रता आवश्यकताओं को संतुष्ट करने वाले कैलिफ़ोर्निया के रोगियों के लिए, उन स्थितियों में जिनमें मोलभाव प्रक्रिया के दौरान भुगतान सहमति हासिल नहीं होती है, एक भुगतान योजना स्थापित की जाएगी जिसमें ऐसे मासिक भुगतान तय किए जाएंगे जो रोगी के “अनिवार्य जीवन व्ययों” हेतु कटौतियों को शामिल नहीं करते हुए रोगी की पारिवारिक मासिक आय के 10% से अधिक नहीं होंगे। अनिवार्य जीवन व्ययों को किराये या मकान के भुगतानों (रखरखाव व्यय शामिल), भोजन एवं घरेलू आपूर्तियों, यूटिलिटीज़ (बिजली, पानी आदि) एवं टेलीफोन, वस्त्र, बच्चों एवं जीवनसाथी के भरण-पोषण, परिवहन एवं मोटरवाहन व्ययों (बीमा, ईंधन एवं मरम्मतें शामिल), किश्त भुगतानों, वस्त्र धुलाई एवं सफाई व्ययों, तथा अन्य असाधारण व्ययों के रूप में परिभाषित किया गया है।

iv. चिकित्सीय दृष्टि से निर्धन सहयोग / विपत्तिपूर्ण: चिकित्सीय दृष्टि से निर्धन रोगियों के लिए भी वित्तीय सहायता उपलब्ध है। चिकित्सीय निर्धनता तब होती है जब कोई व्यक्ति अपने कुछ या सभी चिकित्सा बिलों का भुगतान करने में इसलिए असमर्थ होता है क्योंकि उसका चिकित्सा व्यय उसकी पारिवारिक या घरेलू आय के एक निश्चित प्रतिशत से अधिक हो जाता है (उदाहरण के लिए, विपत्तिपूर्ण व्ययों या स्थितियों के कारण), चाहे उसके पास ऐसी आय हो या न हो जो अन्यथा आरएचएम के एफ़एपी के तहत निःशुल्क या छूट-युक्त देखभाल की वित्तीय पात्रता आवश्यकताओं से अधिक है। विपत्तिपूर्ण व्यय या स्थितियां तब होती हैं जब रोज़गार चला जाए, मुख्य वेतन अर्जक की मृत्यु हो जाए, अत्यधिक चिकित्सीय व्यय हों या कोई अन्य दुर्भाग्यशाली घटना हो जाए। चिकित्सीय निर्धनता / विपत्तिपूर्ण परिस्थितियों का मूल्यांकन मामला-दर-मामला आधार पर किया जाएगा जिसमें रोगी की आय एवं व्ययों की समीक्षा शामिल है। यदि कोई बीमित रोगी विपत्तिपूर्ण परिस्थितियों का दावा करता है और वित्तीय सहायता के लिए आवेदन करता है, तो देखभाल के एक प्रकरण के चिकित्सीय व्ययों का आय के 20% से अधिक होने पर उस बीमित रोगी के सह-भुगतान (को-पे), कटौतियां, और सह-बीमा भुगतान, विपत्तिपूर्ण परोपकारी देखभाल के रूप में अर्ह होने के लिए अर्ह हो जाएंगे। अबीमित रोगी हेतु चिकित्सीय निर्धनता के लिए दी जाने वाली छूट, दी गई सेवाओं के लिए आरएचएम की मेडिकेयर हेतु औसत अनुबंधीय समायोजन राशि (एजीबी) या रोगी के विपत्तिपूर्ण चिकित्सीय व्यय तथा आय के अनुपात को पुनः 20% पर वापस लाने हेतु आवश्यक राशि से कम नहीं होगी। (देखें प्रदर्श C.)

v. हालांकि वित्तीय सहायता आरएचएम के स्थापित लिखित मानदंडों के अनुसरण में तय की जानी चाहिए, यह माना गया है कि कभी-कभार वैयक्तिक कारणों के आधार पर रोगियों को अतिरिक्त सहायता स्वीकृत किए जाने की आवश्यकता होगी। ऐसे वैयक्तिक कारणों को आरएचएम सीएफ़ओ द्वारा अनुमोदित एवं सिस्टम ऑफ़िस के मुख्य वित्त अधिकारी (चीफ़ फ़ाइनेंशियल ऑफ़िसर) को सूचित किया जाएगा।

a.

b.

c.

d.

e.

f.

g.

II. कवरेज के लिए अर्ह हो सकने वाले रोगियों की सहायता करना

a. रोगी जिन सार्वजनिक एवं निजी कार्यक्रमों के लिए अर्ह हो सकते हैं और जिनसे उन्हें स्वास्थ्य देखभाल सेवाएं प्राप्त करने एवं उनका भुगतान करने में मदद मिल सकती है ऐसे कार्यक्रमों हेतु आवेदन करने में आरएचएम रोगियों की मदद करने के लिए सकारात्मक रूप से प्रयास करेंगे। ट्रिनिटी हेल्थ की “क्यूएचपी प्रीमियम एवं रोगी देनदारियों का भुगतान” कार्यविधि के अनुसरण में विवेकाधीन आधार पर प्रीमियम सहायता भी स्वीकृत की जा सकती है। कैलिफ़ोर्निया के रोगियों को आवेदन प्रक्रिया में सहायता के लिए विधिक कार्यालयों (लीगल ऑफ़िस) में स्थित स्थानीय उपभोक्ता सहायता केंद्रों को भेजा जाएगा।

b. रोगी सार्वजनिक सहायता कार्यक्रमों या आरएचएम के एफ़एपी के लिए अर्ह हैं या नहीं यह निर्धारण करने में रोगियों की मदद के लिए आरएचएम के पास समझने में आसान, लिखित कार्यविधियां होंगी।

III. शुद्ध एवं एकरूप नीतियों का कार्यान्वयन

a. आरएचएम के रोगी वित्तीय सेवाओं एवं रोगी सुगम्यता विभागों के प्रतिनिधि, रोगियों के साथ समीपता से कार्य करने वाले स्टाफ़ सदस्यों (जिनमें रोगी पंजीयन एवं प्रवेश, वित्तीय सहायता, ग्राहक सेवा, बिलिंग एवं एकत्रण, चिकित्सक कार्यालयों में कार्य करने वाले व्यक्ति शामिल हैं) को बिलिंग, वित्तीय सहायता, एकत्रण नीतियों एवं कार्यप्रथाओं, तथा रोगियों की बीमा स्थिति या सेवाओं का भुगतान करने की क्षमता को महत्व दिए बिना सभी रोगियों का उपचार करुणा, गरिमा एवं सम्मान के साथ करने के संबंध में शिक्षित करेंगे।

b. आरएचएम पूर्ववर्ती दिशा-निर्देशों के अंतर्गत अनुमोदित की गईं वित्तीय सहायता प्रतिबद्धताओं का सम्मान करेंगे। उस पात्रता अवधि की समाप्ति पर इस कार्यविधि में स्थापित दिशा-निर्देशों का उपयोग करते हुए वित्तीय सहायता के लिए रोगी का पुनर्मूल्यांकन किया जा सकता है।

IV. अन्य छूट

a. स्व-भुगतान छूट: वित्तीय सहायता के लिए अर्ह नहीं हुए (उदा., एफ़पीएल के 400% से अधिक) सभी पंजीकृत स्व-भुगतान रोगियों के प्रभारों में से आरएचएम, चुकाई गई सर्वोच्च वाणिज्यिक दर के आधार पर एक मानक अबीमित छूट काटेंगे। (देखें प्रदर्श C.)

b. अतिरिक्त छूट: इस कार्यविधि में वर्णित प्रतिशत छूटों के साथ-साथ, मामला-दर-मामला आधार पर, खाते की आयु एवं एकत्रण-योग्यता का मूल्यांकन कर लेने और आरएचएम के स्थापित अनुमोदन स्तरों द्वारा अधिकृत कर दिए जाने पर अतिरिक्त समायोजन किए जा सकते हैं।

दायरा / लागू होने का क्षेत्र

यह कार्यविधि उन सभी ट्रिनिटी हेल्थ आरएचएम पर लागू होती है जो लाइसेंस-शुदा, कर-छूट-प्राप्त अस्पताल चलाते हैं। कर-छूट-प्राप्त, लाइसेंसशुदा अस्पताल नहीं चलाने वाले ट्रिनिटी हेल्थ संगठन, उनके द्वारा प्रदान की जाने वाली अन्य स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के लिए अपनी स्वयं की वित्तीय सहायता कार्यविधियां स्थापित कर सकते हैं और उन्हें प्रोत्साहित किया जाता है कि वे इस एफ़एपी कार्यविधि में स्थापित मानदंडों को मार्गदर्शक के रूप में प्रयोग करें।

यदि इस एफ़एपी का कोई प्रावधान, उस राज्य जिसमें ट्रिनिटी हेल्थ आरएचएम संचालन करता है, के किसी कानून की किसी आवश्यकता के विरुद्ध हुआ, तो राज्य कानून उस विरोधी प्रावधान पर प्रभावी होगा और आरएचएम लागू राज्य कानून के अनुपालन में कार्य करेगा।

परिभाषाएँ:

आवेदन अवधि - वह समयावधि जो उस दिन से आरंभ होती है जिस दिन देखभाल प्रदान की गई थी और रोगी को छुट्टी-के-बाद-का पहला बिलिंग विवरण प्रदान किए जाने के बाद 240 दिन पूरे हो जाने पर या निम्नांकित में से किसी भी एक समय पर समाप्त हो जाती है:

i. समुचित कारण वाले अनुमानी आधार (प्रीज़म्पटिव) स्थिति या पूर्व में किए गए किसी एफ़एपी पात्रता निर्धारण के आधार पर, सर्वाधिक उदार से कम स्तर की उपलब्ध सहायता हेतु अर्ह रोगियों को अधिक उदार सहायता हेतु आवेदन किए जाने के लिए दी जाने वाली 30-दिन की अवधि की समाप्ति।

ii. लिखित नोटिस में प्रदान की गई वह समय-सीमा जिसके बाद ईसीए आरंभ की जा सकती है।

सामान्यतः बिल की जाने वाली राशियां (अमाउंट जनरली बिल्ड, “एजीबी”) - वे राशियां जो आपातकालीन या चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक देखभाल को कवर करने वाला बीमा रखने वाले रोगियों को उक्त प्रकार की देखभाल के लिए सामान्यतः बिल की जाती हैं। आरएचएम की तीक्ष्ण (एक्यूट) एवं चिकित्सक एजीबी की गणना सिस्टम ऑफ़िस या आरएचएम द्वारा वार्षिक आधार पर चुकाए गए मेडिकेयर दावों के योग में उन दावों के कुल या “सकल” प्रभारों द्वारा भाग देने की पश्चदर्शी गणना विधि का उपयोग करते हुए की जाएगी और इसके लिए रिपोर्ट की तिथि से सबसे हाल की छुट्टी तिथि तक 30 दिनों की पश्चता (लैग) के साथ प्रदत्त दावों के बारह महीनों का उपयोग किया जाएगा। इसे वार्षिक अंतराल पर अपडेट किया जाएगा।

छूट-युक्त देखभाल - एफ़एपी के अंतर्गत अर्ह होने वाले रोगियों पर देय राशि में से काटी गई एक आंशिक छूट।

पात्र रोगी - वह व्यक्ति जो इस नीति में वर्णित पात्रता मानदंडों को संतुष्ट करता है, भले ही वह (1) अबीमित हो; (2) उसे किसी सार्वजनिक कार्यक्रम (उदा. मेडिकेयर, मेडिकएड, या किसी स्वास्थ्य जानकारी एक्सचेंज के माध्यम से खरीदी गई आर्थिक सहायता प्राप्त स्वास्थ्य देखभाल कवरेज) के माध्यम से कवरेज मिलती हो, या (3) वह सह-भुगतान (को-पे), कटौती, एवं सह-बीमा राशियों के साथ एक बीमित रोगी हो।

आकस्मिक - चिकित्सीय सेवाएं वे सेवाएं हैं जो किसी ऐसी स्थिति के लिए आवश्यक हैं जो प्राणघातक हो सकती है या जो किसी गंभीर चोट के परिणामस्वरूप उत्पन्न हुई है और जिसके लिए तत्काल चिकित्सीय सहायता आवश्यक है। यह चिकित्सीय स्थिति सामान्यतः आपातकालीन चिकित्सीय उपचार एवं सक्रिय श्रम अधिनियम (एमरजेंसी मेडिकल ट्रीटमेंट एंड एक्टिव लेबर एक्ट, ईएमटीएएलए) द्वारा अभिशासित होती है।

असाधारण एकत्रण कार्रवाइयां (एक्स्ट्राऑर्डिनरी कलेक्शन एक्शंस “ईसीए”) - किसी आरएचएम (या उसकी ओर से किसी एकत्रण एजेंसी) द्वारा की जाने वाली एकत्रण (वसूली) कार्रवाइयों में निम्नांकित कार्रवाइयां शामिल हैं:

· अस्पताल इकाई की एफ़एपी के अंतर्गत कवर होने वाली, पूर्व में प्रदान की गई देखभाल के एक या अधिक बिलों का रोगी द्वारा भुगतान नहीं किए जाने के कारण, चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक देखभाल को स्थगित करना, अस्वीकार करना या देने से पहले भुगतान आवश्यक करना। यदि कोई आरएचएम एक या अधिक बकाया बिलों वाले किसी व्यक्ति को देखभाल प्रदान करने से पहले भुगतान आवश्यक करता है, तो उक्त भुगतान आवश्यकता को व्यक्ति द्वारा बकाया बिल(लों) का भुगतान नहीं किए जाने के कारण अधिरोपित माना जाएगा बशर्ते वह आरएचएम यह प्रदर्शित न कर सकता हो कि उसने व्यक्ति के पिछले बिलों का भुगतान नहीं होने को छोड़कर अन्य कारकों के आधार पर, और उक्त भुगतान नहीं होने को महत्व दिए बिना, व्यक्ति द्वारा भुगतान किया जाना आवश्यक किया था।

· बकाया ऋणों की सूचना क्रेडिट ब्यूरो को देना।

· कोई निर्णय (यानि वेतनों की जब्ती (गार्निशमेंट), देनदार की परीक्षा) प्राप्त करने के लिए कानूनी कार्रवाई करना।

· व्यक्तियों की संपत्ति पर ग्रहणाधिकार रखना।

परिवार (अमेरिकी जनगणना ब्यूरो की परिभाषा के अनुसार) - ऐसे दो या अधिक लोगों का समूह जो साथ निवास करते हैं एवं जो जन्म, विवाह, या दत्तकग्रहण द्वारा संबंधित हैं। यदि कोई रोगी अपनी आयकर विवरणी (इनकम टैक्स रिटर्न) पर किसी व्यक्ति का उस पर आश्रित होने का दावा करता है, तो आंतरिक राजस्व सेवा (इंटरनल रेवेन्यू सर्विस) नियमों के अनुसार, आरएचएम के एफ़एपी के अंतर्गत पात्रता के निर्धारण के लिए उसे आश्रित माना जा सकता है।

पारिवारिक आय - व्यक्ति की पारिवारिक आय में गृहस्थी के सभी वयस्क परिजनों (जो जन्म, विवाह या दत्तकग्रहण द्वारा संबंधित हैं) की आय शामिल होती है। 18 वर्ष से कम आयु वाले रोगियों के लिए पारिवारिक आय में माता-पिता की और/या सौतेले-माता-पिता की, अथवा देखभाल करने वाले संबंधियों की पिछले 12 माह की अवधि या पिछले कर वर्ष में हुई वार्षिक आय, जो हाल की वेतन पर्चियों (पे स्टब) या आयकर विवरणियों (इनकम टैक्स रिटर्न) एवं अन्य जानकारियों द्वारा प्रदर्शित हो, शामिल होती है। वर्तमान अर्जन दर को विचाराधीन रख कर या पिछले वर्ष की कर विवरणी का उपयोग करते हुए, वर्षारंभ से अब तक की पारिवारिक आय को वार्षिकीकृत करके अर्जन का प्रमाण निर्धारित किया जा सकता है।

संघीय निर्धनता दिशा-निर्देश (फ़ेडरल पॉवर्टी गाइडलाइंस, “एफ़पीजी”) - वे दिशा-निर्देश जो संयुक्त राज्य अमेरिका स्वास्थ्य एवं मानव सेवाएं विभाग (यूनाइटेड स्टेट्स डिपार्टमेंट ऑफ़ हेल्थ एंड ह्यूमन सर्विसेज़) द्वारा यथा-निर्धारित, निर्धनता हेतु वार्षिक आय के स्तरों को स्थापित करते हैं। इन दिशा-निर्देशों को संघीय पंजी (फ़ेडरल रजिस्टर) में वार्षिक अंतराल पर अपडेट किया जाता है।

वित्तीय सहायता - उक्त सहायता के पात्रता मानदंडों को संतुष्ट करने वाले और सार्वजनिक एवं निजी भुगतानकर्ता स्रोतों का पूर्णतः उपयोग कर चुके ऐसे रोगियों को दिया गया सहयोग (परोपकारी सहायता, छूट आदि) जिनके लिए ट्रिनिटी हेल्थ द्वारा प्रदान की गईं, चिकित्सीय दृष्टि से अनिवार्य सेवाओं की पूरी लागत का भुगतान करना बहुत विपत्तिकारक होता।

वित्तीय सहायता नीति (फ़ाइनेंशियल असिस्टेंस पॉलिसी, “एफ़एपी”) - एक लिखित नीति एवं कार्यविधि जो §1.501(r)-4(b) में वर्णित आवश्यकताओं की पूर्ति करती है।

वित्तीय सहायता नीति (फ़ाइनेंशियल असिस्टेंस पॉलिसी, “एफ़एपी”) आवेदन - वह प्रपत्र एवं उसके साथ संलग्न दस्तावेज़ जो रोगी आरएचएम के एफ़एपी के अंतर्गत वित्तीय सहायता के लिए आवेदन करने हेतु प्रस्तुत करता है। आरएचएम व्यक्ति से लिखित या मौखिक रूप में (या दोनों के संयोजन के रूप में) जानकारी प्राप्त कर सकते हैं।

वित्तीय परामर्श - वह प्रक्रिया जिसका उपयोग किसी ट्रिनिटी हेल्थ आरएचएम द्वारा प्रदान की गईं सेवाओं का भुगतान करने के लिए उपलब्ध विभिन्न वित्तपोषण एवं स्वास्थ्य कवरेज विकल्पों की छानबीन करने में रोगियों की मदद के लिए किया जाता है। वित्तीय परामर्श मांग सकने वाले रोगियों में अबीमित, अल्पबीमित, और पूर्ण रोगी देनदारी का भुगतान करने में अमर्थता व्यक्त कर चुके रोगी शामिल हैं पर वे इन्हीं तक सीमित नहीं हैं।

बेघर - इसका अर्थ ऐसे व्यक्ति की स्थिति से है जो नीचे वर्णित स्थानों या स्थिति में से एक में निवास करता है:

· ऐसे स्थान जो मानव आवास के लिए नहीं हैं, जैसे कार, उद्यान, सड़क की पटरियां; या

· कोई आपातकालीन आश्रय; या

· मूलतः सड़कों या आपातकालीन आश्रय स्थलों से आए बेघर व्यक्तियों के संक्रमणकालीन या सहयोगी आवास; या

· उपर्युक्त में से कोई भी स्थान में, परंतु किसी अस्पताल या अन्य संस्थान में कोई अल्प समय (अधिकतम 30 क्रमागत दिन) व्यतीत कर रहा है।

आय - मजदूरी, वेतन, वेतन एवं स्व-रोज़गारी आय, बेरोज़गारी क्षतिपूर्ति, कर्मी क्षतिपूर्ति, सामाजिक सुरक्षा से प्राप्त भुगतान, सार्वजनिक सहायता, पूर्व-सैनिक के लाभ, निर्वाह-व्यय (तलाक के बाद पूर्व-जीवनसाथी द्वारा देय), उत्तरजीवी के लाभ, पेंशन, सेवानिवृत्ति आय, नियमित बीमा एवं वार्षिकी (एन्युटी) भुगतान, संपदा एवं न्यासों से प्राप्त आय, प्राप्त किराया, ब्याज/लाभांश, एवं अन्य विविध स्रोतों से प्राप्त आय।

चिकित्सीय अनिवार्यता – वे उपचार, कार्यविधियां, एवं सेवाएं जो प्रत्येक आरएचएम के राज्य के मेडिकएड प्रदाता नियमावली में परिभाषित एवं प्रलेखित हैं।

नीति - ट्रिनिटी हेल्थ के लिए रणनैतिक महत्व रखने वाले विषयों पर उच्च-स्तरीय निर्देशन का वक्तव्य या ट्रिनिटी हेल्थ के शासी दस्तावेज़ों की और विस्तार से व्याख्या करने वाला वक्तव्य। सिस्टम नीतियां अनुमोदक निकाय द्वारा स्वतंत्र या प्रतिबिंब नीति (मिरर पॉलिसी) के रूप में नामित हो सकती हैं।

एफ़एपी का साधारण भाषा सारांश- एक लिखित वक्तव्य जो स्पष्ट, संक्षिप्त, एवं समझने में आसान भाषा में रोगी को सूचित करता है कि अस्पताल इकाई एफ़एपी के तहत वित्तीय सहायता प्रदान करती है और निम्नांकित अतिरिक्त जानकारी प्रदान करता है:

· एफ़एपी के अंतर्गत पात्रता आवश्यकताओं और प्रस्तावित सहायता का संक्षिप्त वर्णन।

· एफ़एपी के अंतर्गत सहायता के लिए आवेदन कैसे करें इसका एक सारांश।

· उस वेब साइट का सीधा पता (या यूआरएल) एवं वे भौतिक स्थान जहां रोगी एफ़एपी और एफ़एपी आवेदन प्रपत्र की प्रतियां प्राप्त कर सकता है।

· रोगी डाक द्वारा एफ़एपी एवं एफ़एपी आवेदन प्रपत्र की निःशुल्क प्रति कैसे प्राप्त कर सकता है इसके निर्देश।

· एफ़एपी के बारे में जानकारी और एफ़एपी आवेदन प्रक्रिया में सहायता प्रदान कर सकने वाले अस्पताल इकाई कार्यालय या विभाग की संपर्क जानकारी जिसमें टेलीफोन नंबर एवं भौतिक स्थान शामिल हैं।

· यदि लागू हो तो, एफ़एपी, एफ़एपी आवेदन प्रपत्र और एफ़एपी के साधारण भाषा सारांश के अन्य भाषाओं में अनुवादों की उपलब्धता का वक्तव्य।

· एक वक्तव्य कि एफ़एपी-पात्र रोगी से आपातकालीन या अन्य चिकित्सीय दृष्टि से आवश्यक देखभाल के लिए एजीबी से अधिक का शुल्क नहीं लिया जा सकता है।

कार्यविधि - एक दस्तावेज़ जिसे किसी नीति के कार्यन्वयन के लिए डिजाइन किया गया है या विशिष्ट आवश्यक कार्रवाइयों या प्रक्रियाओं का एक वर्णन।

रीजनल हेल्थ मिनिस्ट्री (“आरएचएम”) - ट्रिनिटी हेल्थ का एक प्रथम वर्ग का (प्रत्यक्ष) अनुषंगी, संबद्ध या प्रचालन संभाग जो ट्रिनिटी हेल्थ सिस्टम के प्रचालनों के एक नामित अंश की दैनिक प्रबंधन निगरानी करने वाला एक शासी निकाय कायम रखता है। आरएचएम भौगोलिक बाजार पर या किसी सेवा पंक्ति अथवा व्यापार के प्रति समर्पण पर आधारित हो सकते हैं।

सेवा क्षेत्र - किसी आरएचएम के इर्द-गिर्द के बाजार क्षेत्र, जो प्राथमिक स्वास्थ्य देखभाल सेवाओं के लिए “आवश्यकता वाले समुदाय” का गठन करता है, का निर्माण करने वाली ज़िप कोडों की सूची।

अनुषंगी - एक कानूनी संस्था/इकाई/कंपनी जिसमें कोई ट्रिनिटी हेल्थ आरएचएम एकमात्र कॉरपोरेट सदस्य या एकमात्र शेयरधारक है।

अल्पबीमित - एक ऐसा व्यक्ति, जिसके पास स्वास्थ्य देखभाल कवरेज होने के बावजूद, यह पाता है कि बीमा प्रीमियमों, सहभुगतानों, सहबीमाओं और कटौतियों का भुगतान करने का दायित्व ऐसा उल्लेखनीय वित्तीय बोझ है कि जेब-से-खर्च (आउट-ऑफ़-पॉकेट कॉस्ट्स) के कारण वह आवश्यक स्वास्थ्य देखभाल सेवा में विलंब कर देता है या प्राप्त नहीं करता है।

अबीमित रोगी - ऐसा व्यक्ति जो अबीमित है, जिसके पास देखभाल की लागतों, जिनमें ऐसे बीमा जिनके लिए ट्रिनिटी हेल्थ प्रतिस्थापित है, पर केवल तब जब उक्त बीमा कंपनी द्वारा वास्तव में भुगतान किया गया हो, द्वारा कवर किए गए तृतीय-पक्ष-विरुद्ध दावे शामिल हैं, को पूर्णतः या आंशिक रूप से कवर करने के लिए किसी तृतीय-पक्ष वाणिज्यिक बीमाकर्ता की ओर से कोई तृतीय-पक्ष कवरेज, ईआरआईएसए प्लान, संघीय स्वास्थ्य देखभाल कार्यक्रम (जिसमें बिना किसी सीमा के मेडिकेयर, मेडिकएड, एससीएचआईपी, और सीएचएएमपीयूएस शामिल हैं), कर्मी क्षतिपूर्ति, या अन्य तृतीय पक्ष सहायता नहीं है।

असुरक्षित - वे व्यक्ति जिनके स्वास्थ्य एवं कुशल-क्षेम को सामाजिक-आर्थिक स्थिति, रुग्णता, नृजातीयता, आय�

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