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15 दसंबर 2019 समाचार वलेषण सामाय अययन- 2 राजयवथा और शासन मेघालय वेश के लए परमट लाग करने का यास: संदभ : मेघालय राय वेश करने वाले बाहर लोग के पंजीकरण के लए मेघालय सरकार वारा अयादेश पारत कया गया है ववरण: इनर लाइन परमट (ILP) णाल के समान संशोधत मेघालय नवासी संरा और रा वधेयक (MRRSA) 2019, मेघालय मंमंडल वारा नवंबर 2019 एक अयादेश के पारत कया गया था और अभी इसे रायपाल सहमत मलना बाक है भारत के उर राय नागरकता (संशोधन) अधनयम के खलाफ वरोध ठभ , मेघालय ने मांग है राय भी इनर लाइन परमट (ILP) तरह "रा" उपाय लाग कया जाएमणप , नागालड, अणाचल देश और मजोरम अभ ILP णाल लाग है और इह नागरकता कान गई है सरकार ने कहा है मेघालय वारा तावत कान बाहर लोग को राय का दौरा करने से रोक नहं सकता है यह एक चना संह तं के परकिपत कया गया है और जो कोई भी मेघालय जाना चाहता है , उसे पहले से ऑनलाइन या आगमन के बाद पंजीकरण करना होगायह के वल राय रा निचत करेगा बिक आने वाले यित भी रा निचत करेगाइनर लाइन परमट (ILP) णाल: इनर लाइन परमट (ILP) एक आधकारक याा दतावेज है , जो सरकार वारा एक सीमत अवध के लए एक संरत एक भारतीय नागरक को वेश अन मत देने के लए जार कया जाता है यह इस वशेष राय के बाहर के भारतीय नागरक के लए संरत राय वेश करने अन मत ात करने के लए अनवाय है वशेषताएं : वभन कार के इनर लाइन परमट , जैसे - एक पयटक के लए और एक अय लोग के लए, जो असर रोजगार के उदेय के लए लंबे समय तक रहना चाहते

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  • 15 �दसंबर 2019 समाचार �व�लेषण

    सामा�य अ�ययन- 2

    राज�यव�था और शासन

    मेघालय म� �वेश के �लए पर�मट लागू करने का �यास:

    संदभ�:

    मेघालय रा�य म� �वेश करने वाले बाहर� लोग� के पजंीकरण के �लए मेघालय सरकार �वारा अ�यादेश पा�रत �कया गया है।

    �ववरण:

    • इनर लाइन पर�मट (ILP) �णाल� के समान सशंो�धत मेघालय �नवासी सरं�ा और सरु�ा �वधेयक (MRRSA) 2019, मेघालय मं��मंडल �वारा नवबंर 2019 म� एक अ�यादेश के �प म� पा�रत �कया गया था और अभी इसे रा�यपाल क� सहम�त �मलना बाक� है।

    • भारत के उ�र पवू� रा�य� म� नाग�रकता (सशंोधन) अ�ध�नयम के �खलाफ �वरोध क� प�ृठभ�ूम म�, मेघालय ने मांग क� है �क रा�य म� भी इनर लाइन पर�मट (ILP) क� तरह कुछ "सरु�ा" उपाय लाग ू�कया जाए।

    • म�णपरु, नागाल�ड, अ�णाचल �देश और �मजोरम म� अ�भ ILP �णाल� लाग ूहै और इ�ह� नाग�रकता काननू म� छूट द� गई है।

    • सरकार ने कहा है �क मेघालय �वारा ��ता�वत काननू बाहर� लोग� को रा�य का दौरा करने से रोक नह�ं सकता है। यह एक सचूना सं�ह त�ं के �प म� प�रकि�पत �कया गया है और जो कोई भी मेघालय जाना चाहता है, उसे पहले से ऑनलाइन या आगमन के बाद पजंीकरण करना होगा। यह न केवल रा�य क� सरु�ा स�ुनि�चत करेगा बि�क आने वाले �यि�त क� भी सरु�ा स�ुनि�चत करेगा।

    इनर लाइन पर�मट (ILP) �णाल�:

    • इनर लाइन पर�मट (ILP) एक आ�धका�रक या�ा द�तावेज है, जो सरकार �वारा एक सी�मत अव�ध के �लए एक संर��त �े� म� एक भारतीय नाग�रक को �वेश क� अनमु�त देने के �लए जार� �कया जाता है।

    • यह इस कुछ �वशषे रा�य� के बाहर के भारतीय नाग�रक� के �लए सरं��त रा�य म� �वेश करने क� अनमु�त �ा�त करने के �लए अ�नवाय� है।

    �वशषेताएं:

    • �व�भ�न �कार के इनर लाइन पर�मट ह�, जसेै- एक पय�टक� के �लए और एक अ�य लोग� के �लए, जो अ�सर रोजगार के उ�दे�य� के �लए लबें समय तक रहना चाहत ेह�।

  • • आईएलपी संब�ंधत रा�य सरकार �वारा जार� �कया जाता है और ऑनलाइन या �यि�तगत �प से आवेदन करके �ा�त जा सकता है।

    • द�तावेज़ म� या�ा क� तार�ख� का उ�लेख होता है और यह उन �वशषे �े�� को �न�द��ट करता है, जहाँ इनर लाइन पर�मट धारक या�ा कर सकता है। पर�मट म� �दए गए समय के समा�त होने के बाद आगंतकु के �लए वहां ठहरना अवधै है।

    उ�दे�य:

    • ILP �णाल� का म�ुय उ�दे�य इन रा�य� म� अ�य भारतीय नाग�रक� क� बसाहट से �वदेशी आबाद� क� र�ा करना है। द�तावेज़ भारत के अतंररा���य सीमा के पास ि�थत कुछ �े�� म� आवाजाह� को �व�नय�मत करने का भी �यास करता है।

    �णाल� का �वकास:

    • यह बंगाल ई�टन� �ं�टयर रेगलेुशसं, 1873 का एक �ावधान है, िजसने "���टश �वषय�" को इन "संर��त �े��" म� �वेश करने से रोककर चाय, तले और हाथी के �यापार म� �ाउन के �हत क� र�ा क� (ता�क उ�ह� कोई �यावसा�यक उ�यम �था�पत करने से रोका जा सके)।

    1950 म� "���टश �वषय" श�दांश को भारत के नाग�रक �वारा ��त�था�पत �कया गया था। इस त�य के बावजदू �क ���टश सरकार �वारा ILP मलू �प से अपने �यावसा�यक �हत� क� र�ा के �लए अपनाया गया था, अब इसका उपयोग भारत म� पवू��र �े� म� आ�दवासी स�ंकृ�तय� क� र�ा के �लए आ�धका�रक तौर पर �कया जाता है। ।

    िजन �े�� म� लाग ूहै:

    • मलू �प से अ�णाचल �देश, नागाल�ड और �मजोरम रा�य� म� ILP �णाल� थी। हाल ह� म� म�णपरु भी ILP �णाल� को लाग ू�कया गया है।

    • ज�म ूऔर क�मीर म� लेह िजले के कुछ �ह�स� जसेै न�ुा घाट�, खारदुंग ला, प�ग�ग �सो, सोमर�र� आ�द के �लए एक ILP आव�यक है। बाहर� नाग�रक� को इस �े� के �लए ‘सरं��त �े� पर�मट’ �ा�त करना आव�यक है।

    संर��त �े� (�ोटे�टेड ए�रया) पर�मट (PAP):

    • �वदेशी �वषयक (संर��त �े�) आदेश 1958 म� कहा गया है �क गरै-भारतीय नाग�रक� को भारत म� कुछ �े�� क� या�ा करने के �लए एक संर��त �े� पर�मट (PAP) क� आव�यकता होती है।

    • PAP के तहत आने वाले �े�� म� �सि�कम, अ�णाचल �देश के कुछ भाग, �हमाचल �देश, ज�म ूऔर क�मीर, राज�थान और उ�राखडं शा�मल ह�।

  • • इस पर�मट को �ा�त करने के �लए कुछ अह�ताओ ंको परूा करना होगा। पय�टक� को कम से कम 2 के समहू� म� या�ा करना पड़ता है और केवल एक पजंीकृत �ैवल एज�ट के साथ या�ा करनी होती है। कुछ �े�� म� केवल कुछ �वेश/ �नकास �बदंओु ंक� अनमु�त है। कुछ �े�� म� गरै-भारतीय �ब�कुल �वेश नह�ं कर सकत ेह�। पा�क�तान, बां�लादेश, चीन और �यांमार के नाग�रक गहृ म�ंालय क� मजंरू� के बाद ह� PAP �ा�त कर सकत ेह�

    • इन �े�� म� �नवास नह�ं करने वाले भारतीय नाग�रक� को इन �थान� म� �वेश करने के �लए इनर लाइन पर�मट (ILP) क� आव�यकता होती है। इनर लाइन पर�मट �ा�त करना तलुना�मक �प से आसान है।

    ��तब�ंधत �े� पर�मट (RAP):

    • �वदेशी �े� (��तब�ंधत �े�) आदेश 1963 म� कहा गया है �क गरै-भारतीय� को भारत के कुछ �े�� म� जाने के �लए एक ��तब�ंधत �े� पर�मट (RAP) क� आव�यकता है।

    • क� � शा�सत �देश अडंमान और �नकोबार �वीप समहू और �सि�कम रा�य के कुछ �ह�स� के �लए RAP क� आव�यकता है।

    • PAP के �वपर�त, RAP आमतौर पर �यि�तगत या��य� के �लए उपल�ध है और �वदेशी दतूावास� �वारा जार� �कए जा सकत ेह�। भारतीय नाग�रक� को ��तबं�धत �े�� क� या�ा के �लए �वशषे अनमु�त क� आव�यकता नह�ं है।

    सामा�य अ�ययन 2

    राज�यव�था और शासन

    ‘डटेा संर�ण �वधेयक मसौदे के अन�ुप नह�ं’

    संदभ�:

    पस�नल डटेा �ोटे�शन �बल, 2019 को �दसबंर 2019 म� इले��ॉ�न�स और सचूना �ौ�यो�गक� म�ंी �वारा लोकसभा म� पेश �कया गया था।

    प�ृठभ�ूम:

  • पस�नल डटेा �ोटे�शन �बल, 2018 का मसौदा �वधेयक, स�ुीम कोट� के पवू� �यायाधीश बी.एन. �ी कृ�ण क� अ�य�ता म� एक उ�च-�तर�य �वशषे� स�म�त �वारा तयैार �कया गया था। ।

    �ववरण:

    • �यि�तगत डटेा वह डटेा है जो पहचान क� �वशषेताओ,ं ल�ण� या गणु� से सबं�ंधत है, िजसका उपयोग �कसी �यि�त क� पहचान करने के �लए �कया जा सकता है।

    • �वधेयक �यि�तय� के �यि�तगत डटेा को सरु�ा �दान करने का �यास करता है।

    वग�करण:

    • �वधेयक कुछ �यि�तगत डटेा को सवेंदनशील �यि�तगत डटेा के �प म� वग�कृत करता है। इसम� �ा�धकरण और संब�ंधत �े�ीय �नयामक के परामश� से �व�ीय डटेा, बायोमे��क डटेा, जा�त, �वा��य डटेा, धा�म�क या राजनी�तक �व�वास या सरकार �वारा �न�द��ट डटेा क� कोई अ�य �ेणी शा�मल है।

    �यो�यता:

    • �वधेयक म� �यि�तगत डटेा के �सं�करण को �नय�ं�त करने का अ�धकार इनके पास है: (i) सरकार (ii) भारत म� �नग�मत कंप�नयाँ और (iii) �वदेशी कंप�नयाँ जो भारत म� �यि�तय� के �यि�तगत डटेा से संबं�धत ह�।

    डटेा �यासी क� बा�यता:

    • �बल म� डटेा स�ंह �वारा �यि�तगत डटेा के स�ंह, भडंारण और �स�ंकरण पर �यापक �दशा-�नद�श �दए गए ह�। उदाहरण के �लए, �यि�तगत डटेा को केवल �व�श�ट, �प�ट और वधै उ�दे�य के �लए संसा�धत �कया जा सकता है। यह एक �नधा��रत आचार स�ंहता का पालन करता है।

    • सभी डटेा �यासी को कुछ पारद�श�ता और जवाबदेह� के उपाय करने चा�हए: जसेै (i) सरु�ा उपाय� (जसेै डटेा एि���शन और डटेा के द�ुपयोग को रोकना) को लाग ूकरना और (ii) �यि�तय� क� �शकायत� को दरू करने के �लए �शकायत �नवारण तं� �था�पत करना। ब�च� के सवेंदनशील �यि�तगत डटेा को ससंा�धत करत ेसमय उ�ह� आय ुस�यापन और माता-�पता क� सहम�त के �लए भी तं� �था�पत करना होगा।

    �यि�त के अ�धकार:

    • �वधेयक �यि�त के कुछ अ�धकार� को �नधा��रत करता है। इनम� �न�न अ�धकार शा�मल ह�: (i) यह स�ुनि�चत �कया जाना चा�हए �क �या उनके �यि�तगत डटेा का इ�तमेाल �कया गया है, (ii) �यि�तगत डटेा म� ��ुट, अपणू�ता, या परुाना हो जाने पर उसम� सधुार �कया जाये (iii) कुछ �वशषे प�रि�थ�तय� म� �या �यि�तगत डटेा को अ�य डटेा �यासी को �थानांत�रत कर �दया गया है और (iv) एक डटेा �यासी �वारा उनके �यि�तगत डटेा के �नरंतर �कट�करण को ��तब�ंधत करता है, य�द यह आव�यक नह�ं है या सहम�त वापस ले ल� गई है। इसम� भलुाये �दए जाने के अ�धकार का �ावधान है,

  • जहां �यि�त को �यि�तगत डटेा के �नरंतर �कट�करण को ��तबं�धत करने या रोकने का अ�धकार होगा।

    �नजी डटेा को ससंा�धत करने के �लए आधार:

    • �वधेयक केवल �यि�तय� �वारा सहम�त �दान �कए जाने पर ह� डटेा के �स�ंकरण क� अनमु�त देता है।

    • सहम�त को स�ूचत, �प�ट और �व�श�ट होना चा�हए।

    • हालां�क, कुछ प�रि�थ�तय� म�, �यि�तगत डटेा को सहम�त के �बना ससंा�धत �कया जा सकता है। इनम� शा�मल ह�: (i) य�द रा�य �वारा �कसी �यि�त को लाभ �दान करने के �लए आव�यक हो, (ii) काननूी काय�वाह�, (iii) �च�क�सा आपातकाल के समय।

    डटेा संर�ण �ा�धकरण:

    • �वधेयक एक डटेा संर�ण �ा�धकरण �था�पत करता है जो: (i) �यि�तय� के �हत� क� र�ा के �लए कदम उठाएगा, (ii) �यि�तगत डटेा के द�ुपयोग को रोकेगा, और (iii) �वधेयक का अनपुालन स�ुनि�चत करेगा।

    • इसम� एक अ�य� और छह सद�य शा�मल ह�गे, जो डटेा सरु�ा और सचूना �ौ�यो�गक� के �े� म� कम से कम 10 साल क� �वशषे�ता का अनभुव रखत ेह�गे। �ा�धकरण के आदेश� को एक अपील�य �याया�धकरण म� अपील क� जा सकती है। ���यनूल से अपील स�ुीम कोट� म� जाएगी।

    भारत के बाहर डटेा का �थानांतरण:

    • संवेदनशील �यि�तगत डटेा को �स�ंकरण के �लए भारत से बाहर �थानांत�रत �कया जा सकता है य�द कुछ अ�त�र�त शत� के अधीन �यि�त �वारा �प�ट �प से सहम�त द� जाती है, । हालां�क, इस तरह के सवेंदनशील �यि�तगत डटेा को भारत म� स�ंह�त �कया जाना चा�हए।

    • सरकार �वारा मह�वपणू� �यि�तगत डटेा के �प म� अ�धस�ूचत कुछ �यि�तगत डटेा को केवल भारत म� ह� संसा�धत �कया जा सकता है।

    छूट (अपवाद):

    • क� � सरकार अपनी �कसी भी एज�सी को अ�ध�नयम के �ावधान� से छूट दे सकती है: (i) रा�य क� सरु�ा, साव�ज�नक �यव�था, भारत क� स�ंभतुा और अखडंता और �वदेशी रा�य� के साथ म�ैीपणू� संबंध� के �हत म�, और (ii) उपरो�त मामल� से सबं�ंधत �कसी भी स�ेंय अपराध को �कये जाने के उकसावे को रोकने के �लए (यानी �गर�तार� वारंट के �बना)।

    • कुछ अ�य उ�दे�य� जसेै: (i) रोकथाम, जांच, या �कसी अपराध के अ�भयोजन, या (ii) �यि�तगत, घरेल,ू या (iii) प�का�रता �योजन� के �लए �यि�तगत डटेा के �स�ंकरण को भी �बल के �ावधान� से

  • छूट द� गई है। हालां�क, इस तरह के �स�ंकरण कुछ सरु�ा सरु�ा उपाय� के साथ एक �व�श�ट, �प�ट और वधै उ�दे�य के �लए होना चा�हए।

    अपराध:

    • �बल के तहत अपराध� म� शा�मल ह�: (i) �बल के �ावधान� उ�लंघन करत ेहुए �यि�तगत डटेा को संसा�धत करना या �थानांत�रत करना, (ii) डटेा ऑ�डट करने म� �वफलता।

    • सहम�त के �बना पहचान �कए गए �यि�तगत डटेा क� पनु: पहचान और �स�ंकरण दंडनीय है।

    सरकार के साथ गैर-�यि�तगत डटेा साझा करना:

    • क� � सरकार डटेा �यासी को �न�न�ल�खत को �दान करने के �लए �नद��शत कर सकती है: (i) गैर-�यि�तगत डटेा और (ii) सेवाओ ंके बेहतर ल�यीकरण के �लए अनाम �नजी डटेा (जहाँ डटेा ���ंसपल क� पहचान करना संभव नह�ं है)।

    अ�य काननू� म� सशंोधन:

    • �वधेयक �नजी डटेा क� सरु�ा म� �वफलता के �लए कंप�नय� �वारा देय मआुवजे से सबं�ंधत �ावधान� को हटाने के �लए सचूना �ौ�यो�गक� अ�ध�नयम, 2000 म� सशंोधन करता है।

    �चतंाय�:

    डटेा सरं�ण �ा�धकरण:

    • डाटा �ोटे�शन अथॉ�रट� ऑफ इं�डया के स�ंवधान के बारे म�, �ा�ट �बल म� �सफा�रश क� गई थी �क इस �ा�धकरण म� ऐसे लोग शा�मल होने चा�हए जो �वत�ं ह�, जो लोग �हतधारक� के ��त�न�ध ह� और साथ ह� कुछ सरकार� ��त�न�ध ह�।

    • हालां�क, नया �बल केवल सरकार� ��या�शय� क� �सफा�रश करता है, िजससे सरकार को अपने कामकाज म� बहुत अ�धक छूट �मलती है। यह देखत ेहुए �क सरकार� एक �मखु �हतधारक ह� और डटेा का द�ुपयोग कर त�काल�न सरकार� �वारा भी �वधेयक के मलू उ�दे�य से �वचलन सभंव है।

    सहम�त क� आव�यकता को दर�कनार:

    • स�ुीम कोट� के सेवा�नव�ृ �यायाधीश बी.एन. �ीकृ�ण ने कहा है �क वत�मान काननू इसक� �सफा�रश के अन�ुप नह�ं है, �य� �क �कसी भी �यि�त क� सहम�त के �बना कोई डटेा ससंा�धत नह�ं �कया जाना चा�हए।

    सरकार को �वाय�ता:

    • यह �वधेयक कई प�र��य� म� सरकार को �वाय�ता �दान करता है।

    • वत�मान �बल के तहत सरकार �यि�तय� को �ोफाइल कर सकती है और कई तर�क� से डटेा का द�ुपयोग कर सकती है। इस जानकार� को �कसी �यि�त क� सहम�त के �बना ए�सेस �कया जा सकता है िजसका उपयोग लोग� के �खलाफ ष�य�ं करने और उ�ह� आरो�पत करने म� �कया जा सकता है।

  • सरु�ा उपाय� का अभाव:

    • �बल का मसौदा तयैार करने वाल� स�म�त �वारा सझुाए गए सभी सरु�ा उपाय �बल का �ह�सा नह�ं ह�।

    �नजता के अ�धकार के �स�धांत के �खलाफ:

    • भारत के सव��च �यायालय ने �यायम�ूत� के.एस. प�ुटा�वामी (सेवा�नव�ृ) बनाम य�ूनयन ऑफ इं�डया केस म� माना है �क �नजता का अ�धकार अन�ुछेद 21 के तहत जीवन और �यि�तगत �वत�ंता के अ�धकार के आतं�रक भाग के �प म� और स�ंवधान के भाग III �वारा गारंट�कृत �वत�ंता के �ह�से के �प म� सरं��त है।

    • ऐसी �चतंाएं ह� �क �वधेयक अपने मौजदूा �व�प म� इस मामले म� तय �कए गए कुछ �स�धांत� के �खलाफ है और इसे उ�चतम �यायालय म� चनुौती द� जा सकती है।

    अ�त�र�त जानकार�:

    • जनरल डटेा �ोटे�शन रेगलेुशन (ईय)ू (जीडीपीआर) यरूोपीय सघं (ईय)ू और यरूोपीय आ�थ�क �े� (ईईए) के सभी �यि�तगत नाग�रक� के �लए डटेा सरं�ण और गोपनीयता पर यरूोपीय सघं के काननू� म� शा�मल �कया गया एक �व�नयमन है।

    सामा�य अ�ययन 3

    कृ�ष

    स�मेलन म� �कसान� ने खेती के �थानीय तर�क� पर �काश डाला

    संदभ�:

    • भारत म� कृ�ष संकट और जनजातीय सकंट क� प�ृठभ�ूम म� राज�थान के बांसवाड़ा म� “�ाइबल �वराज और सं�भतुा स�मेलन (सोवा�न�ट� कॉ��लेव) आयोिजत �कया गया।

    �ववरण:

    • द��णी राज�थान के जनजातीय �े� के �कसान� ने इस काय��म म� �थानीय कृ�ष प�ध�तय� को बचाने के साथ-साथ वषा� जल सचंयन, मदृा सरं�ण और औषधीय पौध� क� खेती के अपने �यास� को उजागर �कया।

    • यह आयोजन �थायी खेती और वन, भ�ूम और बीज� क� सरु�ा पर क� ��त है।

    आगे क� राह:

    पारंप�रक तर�क� पर जोर:

  • • �ाकृ�तक वषा� आधा�रत कृ�ष तकनीक� क� र�ा के �लए नए �सरे से जोर देने से गरै-उपजाए पौि�टक भोजन को बचाने और आ�दवासी �कसान� को आ�म�नभ�र बनाने म� मदद �मलेगी।

    • आ�दवा�सय� के पास भोजन इक�ठा करने, पहाड़ी खेती, पशपुालन, �म और ह�त�श�प पर �ान का एक "�वशाल भडंार" है।

    • �थायी �प से उ�पा�दत �व�थ और सां�कृ�तक �प से उपय�ुत भोजन �ा�त करने के �लए आ�दवासी �कसान� को अपने �वय ंके भोजन और कृ�ष �णा�लय� को प�रभा�षत करने के �लए �ो�सा�हत �कया जाना चा�हए।

    �थायी कृ�ष:

    • भारत म� जल संकट को �यान म� रखत ेहुए जल सचंयन के पारंप�रक तर�क� को बहाल करने के �लए एक साम�ूहक �ि�टकोण पर जोर �दया जाना चा�हए।

    • पया�वरण पर क�टनाशक� के हा�नकारक �भाव� और �कसान� पर आ�थ�क बोझ को देखत ेहुए, एक�कृत क�ट �बंधन के अ�धक �कफायती और पया�वरण के अनकूुल �ि�टकोण क� उपल�धता को देखत ेहुए क�टनाशक� के उपयोग को कम करना चा�हए।

    • अ�धक दधू के �लए दधुा� पशओु ंके ट�काकरण के हा�नकारक �भाव� पर �काश डालने वाले अ�ययन� के साथ-साथ पशपुालन म� पारंप�रक �थाओ ंको बनाए रखने क� आव�यकता है।

    • गोबर जसैी �थानीय �प से उपल�ध साम�ी का उपयोग उव�रक के �प म� करना चा�हए।

    आ�थ�क �प से परूक �यव�था:

    • �कसान� को पा�र��मक म�ूय स�ुनि�चत करने और सरकार के �लए राज�व उ�प�न करने के �लए �े� क� पारंप�रक फसल� का पेट�ट कराया जाना चा�हए।

    �वके���कृत समदुाय सचंा�लत �ि�टकोण:

    • �ाम पंचायत� को �वक� ��कृत �ि�टकोण के बाद सरकार के ह�त�ेप के �बना पारंप�रक कृ�ष �णा�लय� को पनुज��वत करना चा�हए। इस �दशा म� म�ुत �न�ध का उपयोग मदद कर सकता है। यह �ि�टकोण �कसी �वशषे �े� क� �वशषे ज�रत� को परूा कर सकता है।

    व�ैा�नक ह�त�ेप के �लए गुंजाइश:

    • पारंप�रक तर�क� को बनाए रखत ेहुए �कसान कुछ व�ैा�नक नवो�मेष के साथ उ�ह� परूक बना सकत ेह�। उ�ह� पहले �म�ट� पर��ण को अपनाने पर �वचार करना चा�हए और फसल� क� बवुाई से पहले अनपुि�थत पोषक त�व� के �लए �यास करना चा�हए।

    • कृ�ष उ�पाद� के �वपणन के �लए �कसान सगंठन� के गठन से �कसान� को बेहतर म�ूय �मलेगा।

  • एक�कृत �वकास:

    • भ�ूम �रण, सामदुा�यक वा�नक�, कुपोषण म�ुत जनजातीय �वकास, सामदुा�यक बीज �बधंन, च��य अथ��यव�था, बाल �म और �वास और आ�दवासी समदुाय� के सश�तीकरण के �लए �ाम सभा के मह�व के म�ुद� म� एक एक�कृत �ि�टकोण क� आव�यकता है।

    सामा�य अ�ययन 3

    अवसंरचना

    तीन लाख �ामीण बि�तय� म� पेयजल क� आप�ूत� अ�नय�मत

    संदभ�:

    लोकसभा म� जल शि�त मं�ालय �वारा ��ततु आकंड़।े

    प�ृठभ�ूम:

    • ��येक �ामीण घर क� घरेल ूज�रत� को परूा करने के �लए, जल जीवन �मशन (JJM) अग�त-2019 म� श�ु �कया गया है, िजसका उ�दे�य क� � और रा�य� के बीच सम�वय �वारा 2024 तक 55 lpcd (ल�टर ��त �यि�त ��त�दन) के �तर पर घरेल ूनल कने�शन (FHTC) के मा�यम से पीने यो�य पानी उपल�ध कराना है। ।

    • रा���य �ामीण पेयजल काय��म (NRDWP) का उ�दे�य ��येक �ामीण �यि�त को पीने, खाना पकाने और अ�य ब�ुनयाद� घरेल ूज�रत� के आधार पर पानी क� �यनूतम गणुव�ा मानक के साथ पया��त सरु��त पानी उपल�ध कराना है, जो आसानी से हर समय और सभी ि�थ�तय� म� सलुभ होना चा�हए।

    रा���य �ामीण पेयजल काय��म के �लए क� � और रा�य/ क� �शा�सत �देश� के बीच �न�ध-साझाकरण, एक क� � �ायोिजत काय��म के तौर पर क� � शा�सत �देश� के �लए 100%, �हमालयी और पवू��र रा�य� के �लए 90:10 और अ�य रा�य� के �लए 50:50 के अनपुात म� �कया जाना �नधा��रत �कया गया है। इसम� �व�व ब�क से �ा�त सहायता भी शा�मल है।

    • आस��नक और �लोराइड �भा�वत 27,544 �चि�हत �ामीण बि�तय� को सरु��त पेयजल उपल�ध कराने के �लए रा���य जल गणुव�ा उप-�मशन श�ु �कया गया।

    �ववरण और �चतंाएं:

    • देश भर म� तीन लाख से अ�धक �ामीण बि�तय� को सरकार के �यनूतम �नधा��रत �ावधान से ��त �दन 40 ल�टर ��त �यि�त (पीने का पानी) पीने के पानी क� �यनूतम गणुव�ा से व�ंचत रखा जाता है।

  • • मं�ालय ने उ�लेख �कया �क उ�चत दरू� पर मौजदू �ोत� के साथ �यनूतम 40 lpcd क� उपल�धता का �ावधान था। यह जल जीवन �मशन म� प�रकि�पत काया��मक घरेल ूनल कने�शन (FHTC) क� अवधारणा के अन�ुप नह�ं है।

    • राज�थान, पि�चम बगंाल, असम इस स�ुवधा से व�ंचत होने वाले रा�य� क� सचूी म� शीष� �थान पर है जहां कवरेज गणुव�ा के म�ुद� का सामना कर रहा है या कम आप�ूत� क� सम�या से पी�ड़त है। �बहार, पंजाब, कना�टक, त�मलनाडु और उ�राखडं अ�य रा�य ह�, जो इस सम�या से जझू रहे ह�।

    सामा�य अ�ययन 2

    अतंरा����य स�ब�ध

    इं�डयन ओ�सयन �रम एसो�सएशन (IORA) के रा��� को इंडो-प�ैस�फक के �लए एक समान �ि�टकोण अपनाना चा�हए

    संदभ�:

    इंडो-प�ैस�फक �े� म� भागीदार� पर �वदेश म�ंालय के '�द�ल� सवंाद' म� �वदेश म�ंी का सबंोधन।

    �ववरण:

    • यह सबंोधन इंडो-प�ैस�फक �े� म� वत�मान प�र��य और भ�व�य क� सभंावनाओ ंसे सबं�ंधत है।

    • गौरतलब है �क, हालां�क '�द�ल� डायलॉग' स�मेलन म� भारत के �वाड (4 का समहू) भागीदार�, अमे�रका, ऑ��े�लया और जापान के ��तभा�गय� ने भाग �लया था, �ी जयशकंर ने इंडो-प�ैस�फक रणनी�त को �वाड �यव�था से अलग रखने के सरकार के उ�दे�य के अन�ुप अपने सबंोधन म� �वाड का कोई उ�लेख नह�ं �कया।

    �चतंाय�:

    • इंडो-प�ैस�फक सम�ु� �े� म� साझदेार� बनाने म� सम�याओ ंम� से एक यह है, �क भारत तक �शांत �े� क� भौगो�लक सीमा" क� अवधारणा पर आम सहम�त क� कमी थी।

    • जब�क अमे�रका जसेै देश इंडो-प�ैस�फक को भारतीय उपमहा�वीप तक �व�ता�रत �प म� प�रभा�षत करत ेह�, जब�क भारत और जापान जसेै साझदेार इसके �व�तार को अ��का तक बढ़ात ेह�।

    • पवू� ए�शया �शखर स�मेलन और आ�सयान �े�ीय मचं जसेै तं� क� तलुना म� �ह�द महासागर तट�य �े� सघं (IORA) के अपवाद के अलावा भारत के पि�चम म� भारत-�शांत �े� म� इस तरह के ऐसे �कसी संगठन क� कमी है, िजसका �व�तार परेू �े� म� फैला हो।

  • आगे क� राह:

    �े� के �लए �ि�टकोण:

    • �हदं महासागर �े� (IORA) देश� को इस �े� और इसके लोग� के �लए एक सामा�य �ि�टकोण �वक�सत करने पर काम करना चा�हए।

    • इस �े� के �लए �ि�ट यह स�ुनि�चत करने के माग�दश�क �स�धांत पर आधा�रत होनी चा�हए �क �े� सं�भतुा, समानता और एक �नयम-आधा�रत �णाल� के मापदंड� के भीतर सभी के साथ समावेशी भागीदार� के �लए खलुा और �वत�ं बना रहे।

    कनेि�ट�वट� म� व�ृ�ध:

    • बेहतर भारत-�शांत साझदेार� के �नमा�ण के �लए कनेि�ट�वट� एक बड़ी चनुौती है, और �वकास प�रयोजनाओ ंके �व�तार को बढ़ाने क� पहल को तजे �कया जाना चा�हए।

    व�ैा�नक पहल:

    • IORA के �लए एक ��ड चलै�ज �क�म स�हत 100 पो�ट-डॉ�टरेट �व�वान� के �लए फेलो�शप योजना; एक दसूरे के महासागर�य अनसुधंान जहाज� पर आपसी भागीदार�; आ�द पहल� पर �वचार �कया जाना चा�हए।

    • भारत जसैी �े�ीय शि�तय� को भारत म� कम लागत, कम ऊजा� खपत वाल� �वलवणीकरण स�ुवधाओ ंक� मौजदूा तकनीक� को साझा करने पर �वचार करना चा�हए, जो �वशषे �प से �वीपीय देश� के �लए उपयोगी हो सकता है।

    सम�ु� सरु�ा:

    • इस �े� म� एक बड़ी चनुौती सम�ु� सरु�ा है।

    • सभी सद�य देश� को सम�ु� डोमेन डटेा साझा करने के �लए एक साथ काम करने क� आव�यकता है ता�क यह स�ुनि�चत हो सके �क सम�ु� सरु�ा समान �प से मजबतू हो।

    सामा�य अ�ययन 2

    अतंरा����य स�ब�ध

    ‘भारत के साथ सरु�ा सबंधं एक �ाथ�मकता है, ले�कन चीन अवसरंचना के �े� म� सहायक है’:मालद�व

    संदभ�:

    मालद�व के �वदेश म�ंी अ�द�ुला शा�हद का सा�ा�कार

  • �ववरण:

    • मालद�व के �वदेश मं�ी ने चार साल म� होने वाले पहले भारत-मालद�व सयं�ुत आयोग के �लए अपने समक� एस.जयशकंर से मलुाकात क�।

    • मं�ी ने कहा है �क �वकास प�रयोजनाओ ंपर भारत-मालद�व के ��वप�ीय सबंधं बहुत ह� तजेी से आगे बढ़ रहे ह�।

    भारत-मालद�व सबंधं:

    • 2015 के बाद से, दोन� देश� के बीच बातचीत क� औपचा�रक ���या के तहत भारत-मालद�व ने एक संय�ुत आयोग क� बठैक नह�ं क� है। यामीन सरकार के काय�काल म� दोन� देश� के बीच कई अनबन हुई।

    भारत क� �वकासा�मक सहायता:

    • नई सरकार के गठन के बाद से, भारत ने $ 8,000 �म�लयन क� �े�डट लाइन के अलावा बजट�य समथ�न म� $ 1.4 �ब�लयन क� घोषणा क� है।

    • भारतीय सहायता म� छोट� �वकास प�रयोजनाओ ं(एसडीपी) और बड़ी ब�ुनयाद� ढांचा प�रयोजनाओ ंदोन� पर �यान क� ��त �कया गया है। �यापक सामािजक �भाव वाल� प�रयोजनाओ ंपर �यान क� ��त �कया गया है। �वीप पर भारत �वारा सहायता �ा�त एक क�व�शन स�टर के साथ-साथ लोग� क� आजी�वका के �लए म��य �स�ंकरण प�रयोजनाओ ंको भी शा�मल �कया है।

    र�ा सहायता:

    • दोन� के बीच सरु�ा सबंधं दशक� से जार� ह�। भारत और मालद�व क� भौगो�लक ि�थ�त के अनसुार मालद�व क� �व�रत सहायता के �लए भारत क� अवि�थ�त सव��म है।

    • भारत के पास साधन और �थान है, ले�कन यह मालद�व के ��त उदार भी है, जो वा�तव म� सरु�ा संबंध� को एक वा�त�वकता बनाता है।

    चीन कारक:

    • चीन के ह�त�ेप ने �े� क� भ-ूराजनी�त को बदल �दया है। माले बदंरगाह म� चीनी य�ुधपोत क� डॉ�कंग, भारत म� गहर� असरु�ा पदैा करती है।

    • चीन ने मालद�व को कज� के जाल म� फंसाने के �लए आवास और ब�ुनयाद� ढांचा प�रयोजनाओ ंम� �नवेश �कया है। चीनी ऋण और प�रयोजनाओ ंको र�द करने, चीन के साथ एफट�ए को र�द करने और ऋण के पनुग�ठन के �लए घरेल ू�तर पर मांग क� जा रह� है।

    �हदं महासागर �े� म� मालद�व क� भ�ूमका:

  • • �े� के सभी प�� को यह स�ुनि�चत करने क� आव�यकता है �क �हदं महासागर का �े� शां�तपणू� रहे, जो मालद�व क� ि�थरता के �लए आव�यक है। य�द �हदं महासागर म� देश ��त�व�ं�वता करत ेह�, तो मालद�व को नकुसान होगा।

    • मालद�व एक बड़ा महासागर�य रा�य है, िजसम� भ�ूम क� तलुना म� महासागर�य �े� अ�धक ह�। इसके �लए ने�वगेशन क� �वत�ंता, इंडो-प�ैस�फक रणनी�त क� समावेशी अवधारणा सव�प�र है।

    लोग� से लोग� के संबधं:

    • लोग� के बीच आपसी सपंक� करने के �लए बढ़ावा देने के �लए भारत मालद�व को एक अतंरा����य ��केट रा�� के �प म� देखने का इ�छुक है और मालद�व म� एक ��केट �टे�डयम का �नमा�ण कर रहा है।

    सामा�य अ�ययन 3

    अथ��यव�था

    भारत के UPI का अनसुरण करे अमे�रक� फेडरल �रजव�: गगूल

    संदभ�:

    गूगल �वारा भारत क� एक�कृत भगुतान इंटरफ़ेस �णाल� (UPI) क� सराहना

    प�ृठभ�ूम:

    • नेशनल पेम��स कॉरपोरेशन ऑफ इं�डया (NPCI) ने 2016 म� एक �रयल टाइम भगुतान �णाल� य�ूनफाइड पेम�ट इंटरफेस (UPI) क� श�ुआत क�।

    UPI क� �वशषेताएं:

    • सबसे पहले, UPI एक इंटरब�क �ांसफर �स�टम है [श�ु म� भाग लेने वाले 9 ब�क� के साथ श�ु होने के बाद अब 140 से अ�धक सद�य ब�क ह�]।

    • दसूरा, यह एक �रयल टाइम �णाल� है।

    सफलता:

    • UPI को योजनाब�ध तर�के से �डजाइन �कया गया था और इसके �डजाइन के मह�वपणू� पहलओु ंने इसक� सफलता स�ुनि�चत क�।

  • • केवल तीन वष� के बाद, UPI के मा�यम से �वा�हत होने वाले लेनदेन क� वा�ष�क दर भारत के सकल घरेल ूउ�पाद का लगभग 10% है, िजसम� 800 �म�लयन मा�सक लेनदेन शा�मल ह�, िजसक� क�मत $ 19 �ब�लयन है।

    • इं�डया �डिजटल पेम��स �रपोट� - Q3 2019 ’नामक नवीनतम व�ड�लाइन �रपोट� के अनसुार, भारत म� Q-3 2019 म� यपूीआई लेनदेन क� कुल मा�ा 2.7 �ब�लयन हो गई, जो एक साल पहले क� तलुना म� 183% क� व�ृ�ध �दखाती है। म�ूय म�, UPI ने 4.6 ���लयन डॉलर क� व�ृ�ध दज� क�, जो �क Q-3 2018 क� तलुना म� 189% �यादा है।

    • हाल ह� म� एसोचमै-पीड�लसूी के एक अ�ययन के अनसुार, 2023 म� भारत म� �डिजटल भगुतान 2023 म� $ 64.8 �ब�लयन से $ 135.2 �ब�लयन हो जाएगा, िजसम� वा�ष�क व�ृ�ध 20.2% होगी।

    �ववरण:

    • भारत क� य�ूनफाइड पेम��स इंटरफेस (UPI) क� �शसंा करत ेहुए गगूल ने यएूस फेडरल �रजव� बोड� को �लखा है �क 'FedNow' के �नमा�ण के �लए भारत म� UPI- आधा�रत �डिजटल भगुतान के सफल उदाहरण का अनसुरण कर� –

    • गूगल ने भारत के �डिजटल भगुतान बाजार से अपने सबक सीखने के बाद कहा, उसने फेड �रजव� को "�रयल टाइम कम लागत वाले और उ�च म�ूय भगुतान का समथ�न करने, �व�ता�रत मेटाडटेा के साथ मानक�कृत मसेैिजगं �ोटोकॉल का उपयोग करने, और �प�ट मानक �दान करने के �लए �व�श�ट सझुाव �दए। एक एि�लकेशन �ो�ा�मगं इंटरफ़ेस (एपीआई) �तर, जो लाइस�स �ा�त गरै-�व�ीय सं�थान को इस भगुतान �णाल� म� आवेदन करने म� स�म बनाती है।

    सामा�य अ�ययन 2

    राज�यव�था और शासन

    पवू��र �य� उबाल पर है?

    संदभ�:

    असम, ��परुा और मेघालय रा�य� म� नाग�रकता (सशंोधन) अ�ध�नयम, 2019 पर �वरोध जार� है।

    प�ृठभ�ूम:

    ● नाग�रकता (संशोधन) अ�ध�नयम, 2019 �वधेयक 11 �दसबंर को रा�यसभा �वारा पा�रत �कया गया था और भारत के रा��प�त ने 12 �दसबंर को इस पर अपनी सहम�त दे द� ।

    ● नाग�रकता (संशोधन) अ�ध�नयम, 2019 के �खलाफ �हसंक �वरोध �दश�न हुए ह�।

  • ● कुछ रा�य� को अ�ध�नयम के दायरे से बाहर रखा गया, जो छठ� अनसुचूी और इनर लाइन पर�मट (ILP) �णाल� के तहत तीन देश�, बां�लादेश, अफगा�न�तान और पा�क�तान के �हदंओु ंऔर अ�य गैर-मिु�लम अ�पसं�यक� को नाग�रकता �दान कर�गे, ले�कन इस �े� क� जातीय �व�वधता के �लए इसका �या अथ� होगा, इस बारे म� आम लोग� के मन म� बेचनैी है।

    ●, उदाहरण के �लए, असम म� पय�वे�क� का कहना है �क अस�मया बोलने वाल� ��मप�ु घाट� और बंगाल� भाषी बराक घाट� के बीच �वभाजन गहरा होने क� सभंावना है; और ��परुा म� आ�दवा�सय� और बंगाल� भाषी बहुस�ंयक� के बीच सबंधं� को नकुसान होगा।

    ● इस संशोधन के �नयम िजसके तहत �हदं ूऔर अ�य अ�पस�ंयक� को राज�मा �मल सकती है, अभी तक �न�द��ट नह�ं �कए गए ह�।

    �ववरण:

    असम:

    इ�तहास:

    ● 1979 और 1985 के बीच, ऑल असम �टूड��स य�ूनयन (AASU) और ऑल असम गण स�ंाम प�रषद ने अवधै घसुप�ैठय� के �खलाफ एक आदंोलन चलाया, िजसके कारण यनूाइटेड �लबरेशन �ंट स�हत �व�भ�न सगंठन� को �यापक �हसंा और उ�वाद का सामना करना पड़ा।

    ● हजार� लोग� क� जान जाने के बाद, असम समझौत ेपर 1985 म� ह�ता�र �कए गए थे िजसका उ�दे�य अस�मया लोग� क� दो �मखु �चतंाओ ंको दरू करना था: बां�लादेश से "बाह�रय�" को रोकना और अस�मया नाग�रक� के �लए कुछ संवधैा�नक सरु�ा उपाय �दान करना।

    ● सबसे पहले, नाग�रक� को नाग�रकता हा�सल करने क� कट-ऑफ तार�ख 25 माच�, 1971 को �नधा��रत क� गई थी, हालां�क, श�ु म�, आदंोलन के नेता चाहत ेथे �क अवधै �वा�सय� को रा���य नाग�रक रिज�टर 1951 के अनसुार �न�का�सत कर �दया जाए; आदंोलन के नेताओ ंने 1967 क� कट-ऑफ �त�थ क� भी बात कह� थी; और समझौत ेके खडं 6 म� कहा गया है �क "सवंधैा�नक, �वधायी और �शास�नक सरु�ा उपाय, लाग ूह�गे, जो अस�मया लोग� क� सां�कृ�तक, सामािजक, भाषाई पहचान और �वरासत क� र�ा और सरं�ण के �लए �दान �कए जाएंगे।"

    छठ� अनसुचूी के तहत सरं�ण:

    ● CAA, 2019, एक नया उप-धारा 6B सि�म�लत करत ेहुए, तीन देश� के �हदं ूऔर अ�य गरै-मिु�लम अ�पसं�यक� को नाग�रकता के अ�धकार �दान करने के �ावधान� को सचूीब�ध करत ेहुए कहता है, "इस खंड म� कोई भी आ�दवासी �े� पर लागू नह�ं होगा [s] असम, मेघालय, �मजोरम या ��परुा जसैा �क सं�वधान क� छठ� अनसुचूी म� शा�मल है और बगंाल पवू� सीमा �नयमन, 1873 के तहत अ�धस�ूचत 'इनर लाइन' के तहत आने वाला �े� शा�मल है।

    ● छठ� अनसुचूी आ�दवासी �े�� म� �वाय� िजला प�रषद� के गठन क� अनमु�त देती है: असम (तीन), मेघालय (तीन), �मजोरम (तीन) और ��परुा (एक) - पवू��र म� सभी 10।

  • ● इस �कार असम म�, काब� आगंल�ग �वाय� प�रषद (काब� आ�ंल�ग िजला के �लए), द�मा हसाओ �वाय� प�रषद (द�मा हसाओ या त�काल�न उ�र कछार �ह�स िजले के �लए) और बोडोल�ड �ादे�शक प�रषद (बोडोल�ड �ादे�शक �े� िजला) ह�। । इन �े�� को अ�ध�नयम के दायरे से छूट द� गई है।

    CAA के साथ �चतंा:

    ● एएएसय ूने भारत के सव��च �यायालय म� एक या�चका दायर क� है िजसम� अ�ध�नयम को चनुौती द� गई है �क यह असम समझौत ेका उ�लंघन करता है।

    ● 2011 क� जनगणना के अनसुार, असम क� आबाद� 3.12 करोड़ है, िजसम� 61.47% �हदं ूऔर 34.22% मिु�लम ह�। बोडो और अ�य लोग� म� लगभग 12.44% आबाद� आ�दवासी है। पवू��र के जनजातीय रा�य� को असम के �वपर�त ILP �णाल� के साथ CAA से सरु�ा �मल� हुई है।

    ��परुा:

    इ�तहास:

    ● उ�वाद कम होने के बाद 2015 म� ��परुा सरकार ने सश�� बल (�वशषे अ�धकार) अ�ध�नयम या AFSPA को र�द कर �दया।

    ● AFSPA, जो 1997 से रा�य म� लाग ूथा, ��परुा आ�दवासी �े�� �वाय� िजला प�रषद के चनुाव� के बाद �नर�त कर �दया गया था। यह आ�दवासी दल� क� लबें समय से क� जा रह� मांग थी, जसेै �क इं�डिजनस नेशन�ल�ट पाट� ऑफ ��परुा और इं�डिजनस पीप�ुस �ंट ऑफ ��परुा।

    ● नाग�रकता (संशोधन) �वधेयक के पा�रत होने के बाद कम से कम चार िजल� म� �वरोध �दश�न श�ु हो गया।

    CAA के साथ �चतंा:

    ● लगभग 36 लाख क� आबाद� वाले ��परुा के लगभग 32% लोग आ�दवासी ह�।

    ● कुछ वग� ने इस त�य पर �यान �दया है �क रा�य म� �वा�सय� क� स�ंया बढ़ गयी है, पहले पवू� पा�क�तान से और बाद म� बां�लादेश से। अब, बगंाल� भाषी आबाद� ��परुा म� बहुमत म� है और रा�य के मामल� को �भा�वत करती है। यहाँ अशां�त क� आशकंा वा�त�वक और �यापक �प से �े� के सभी रा�य� म� होती है।

    मेघालय:

    ● छठ� अनसुचूी के कारण मेघालय का अ�धकांश भाग CAA से सरु��त है - राजधानी �शलांग के कुछ �े� हालां�क इस दायरे से बाहर ह�। ले�कन रा�य म� ILP का �व�तार करने क� मांग है।

    ● �दश�नकार� चाहत ेह� �क रा�यपाल एक ��ता�वत अ�यादेश को अपना समथ�न द�, जो रा�य म� आईएलपी के तहत बाहर� लोग� के �लए अ�नवाय� पजंीकरण क� मांग करता है।

  • म�णपरु:

    ● 1950 म� म�णपरु से ILP र�द कर �दया गया।

    ● रा�य सरकार के तीन �वधेयक� के मा�यम से इसे पनुः लाग ूकरने के �यास� के कारण 2015 म� आ�दवा�सय� �वारा �हसंक �वरोध �दश�न हुए।

    ● म�ुयमं�ी एन बीरेन �सहं ने 2018 म� इस �वचार को �फर रखा और म�णपरु पीप�ुस �ोटे�शन �बल, आ�दवा�सय� स�हत सभी �हतधारक� के साथ परामश� के बाद पा�रत �कया गया।

    ● ILP बंगाल पवू� सीमा �नयमन, 1873 के तहत बाहर� लोग� क� रा�य के भीतर क� या�ा को �नयं��त करता है। यह अब तक तीन पवू��र रा�य� अ�णाचल �देश, �मजोरम और नागाल�ड म� लाग ूथा, ले�कन हाल ह� म�, म�णपरु भी ILP शासन के अतंग�त लाया गया।

    ● 2011 क� जनगणना के अनसुार, म�णपरु क� जनस�ंया 28.56 लाख है, िजसम� 41.39% �हदं ूऔर 41.29% ईसाई और तांगखलु नागा और कूक� स�हत यह अ�य जनजा�तय� का �े� है।

    नागाल�ड:

    ● नागाल�ड, द�मापरु, रा�य का वा�णि�यक क� � जो ILP के बाहर था, को इसके दायरे म� लाया गया।

    ● द�मापरु म� गैर-आ�दवा�सय� क� बड़ी आबाद� है।

    ● नागाल�ड सरकार क� अ�धसचूना म� कहा गया है �क ��येक गरै-�थानीय �यि�त जो 21 नवबंर, 1979 को या उसके बाद द�मापरु म� बस गया या �वेश कर गया, उसे 90 �दन� के भीतर ILP �ा�त करना होगा। अब जब द�मापरु भी "आ�दवासी बे�ट" बन गया है, तो अब नागाल�ड के सभी 12 िजले ILP के अधीन ह�।

    ● �पछले साल असम म� नाग�रक� के रा���य रिज�टर को अपडटे �कया जा रहा था, नागाल�ड �ाइ�स काउं�सल, �ाइबल होहोस और नाग�रक सगंठन� के एक समहू ने औप�नवे�शक यगु के काननू (बगंाल पवू� सीमावत� �व�नयमन 1873) म� बदलाव लाने के �लए रा�य सरकार से या�चका दायर क� थी। परेू रा�य को बाहर� लोग� से "�वदेशी लोग�" क� र�ा करने के �लए ILP के तहत, िजसम� बां�लादेश से "अवधै �वासी" भी शा�मल ह�।

    सामा�य अ�ययन 2

    राज�यव�था और शासन

    तकनीक� �द�गज� पर �नगरानी

    संदभ�:

    अमेजन, गगूल, फेसबकु और ए� पल को अमे�रका म� एंट��� ट �ोब का सामना करना पड़ रहा है।

  • प�ृठभ�ूम:

    ● ऑनलाइन �व�ापन बाजार और �बग डटेा क� बढ़ती �ह�सेदार� �वारा सचंा�लत व�ृ�ध के बाद, अमेज़न, ऐ�पल, फेसबकु, और गगूल स�हत �स�लकॉन वलै� के �द�गज� को अब नी�त�नमा�ताओ ं�वारा अकुंश लगाने के �लए उनक� बाजार पर एका�धकार शि�त के �प म� एक अभतूपवू� चनुौती का सामना करना पड़ रहा है।

    ● इन चार टेक फम� से संब�ंधत तनाव के दो �ोत ह� िज�ह�ने परेू अमे�रका, यरूोप और अ�य जगह� पर तनाव पदैा �कया है:

    Ø सबसे पहले वे कई वष� से ��त�पध� ��त�पधा��मक �यवहार म� �ल�त ह�, इस �कार छोटे सभंा�वत ��त�व�ं�वय� को पीछे करके और एक बाजार क� �ह�सेदार� पर पकड़ बना सकत ेह�।

    Ø दसूरे, इस मेटा�टै�टक �वकास के प�रणाम�व�प, अब उनका �पे��म पर राजनी�त, नी�त और �यि�तगत ��त�ठा पर �यापक �भाव है, िजससे इन फम� �वारा डटेा गोपनीयता उ�लघंन� क� ि�थ�त को भयावह बना �दया गया है।

    ● जलुाई 2019 म� यनूाइटेड �टे�स जि�टस �डपाट�म�ट और हाउस �य�ूड�शयर� कमेट� ने गगूल, फेसबकु, अमेज़ॅन और ऐ�पल म� एंट���ट जांच क� घोषणा क�, िजसम� "�वशालकाय तकनीक� �लेटफाम� �वारा आयोिजत बाजार क� शि�त क� शीष�-से-नीचे तक समी�ा" का वादा �कया गया था।

    ● उ�ह�ने तकनीक� �े� म� ��त�पधा� और "अपमानजनक आचरण" और �वशषे �प से "बाजार-अ�णी ऑनलाइन �लेटफाम�" म� एक ��वदल�य जांच क� घोषणा क� है।

    ● अगले कुछ मह�न� म�, 50 अमे�रक� रा�य� और �े�� म� अटॉन�-जनरल ने गगूल और फेसबकु म� एक संय�ुत एंट���ट जांच क� घोषणा क�, और हाउस एंट���ट उपस�म�त ने सभी चार तकनीक� �द�गज� के �लए एक �व�ततृ जानकार� क� मांग क�, िजसम� 10 साल के अ�ध�हण और जांच से संबं�धत अ�य मामल� के �व�ततृ �रकॉड� का अनरुोध �कया गया। ।

    अ�व�वास (एंट���ट) के मामले का पवूा�नमुान:

    ● अमे�रका म� चार तकनीक� फम� के �खलाफ मामल� को सभंवतः शम�न और �लेटन एं�ट��ट अ�ध�नयम� के संभा�वत उ�लघंन� पर क� ��त �कया जाएगा - दो काननू जो फेडरल एंट���ट अ�भयोजन के मलू आधार ह�।

    �लेटन एंट���ट अ�ध�नयम:

    ● 1914 का �लेटन एंट���ट ए�ट, �लेटन ए�ट के साथ सयं�ुत रा�य अमे�रका के एंट���ट काननू का एक �ह�सा था, जो उनक� असगंतता म� ��त�पध�-�वरोधी �थाओ ंको रोकने क� मांग कर रहा था।

    ● अ�ध�नयम अन�ैतक �यावसा�यक �थाओ ंको प�रभा�षत करता है, जसेै �क म�ूय-�नधा�रण और एका�धकार और यह �म के �व�भ�न अ�धकार� का समथ�न करता है।

  • ● �लेटन एंट���ट ए�ट ��त�पध�-�वरोधी �वलय और भेदभावपणू� म�ूय �नधा�रण, और अन�ैतक कॉप�रेट �यवहार के अ�य �प� को ��तब�ंधत करता है।

    शम�न एंट���ट अ�ध�नयम:

    ● 1890 का शम�न एंट���ट ए�ट सयं�ुत रा�य अमे�रका का एक एंट���ट काननू है जो उ�यम� के बीच ��त�पधा� को �नय�ं�त करता है, िजसे ब�जा�मन है�रसन क� अ�य�ता म� कां�ेस �वारा पा�रत �कया गया था।

    ● शम�न अ�ध�नयम मोटे तौर पर (1) ��त�पध�-�वरोधी समझौत� और (2) एकतरफा आचरण पर रोक लगाता है जो एका�धकार या संब�ंधत बाजार पर एका�धकार करने का �यास करता है।

    �चतंाय�:

    अमेज़न:

    ● पारंप�रक खदुरा बाजार� और छोटे �व�ेताओ ंपर इसके ऑनलाइन �ब�� मचं के �वघटनकार� �भाव के प�रणाम�व�प वष� से काननू�वद� और कई देश� म� अमेज़न के क�थत �वरोधी-��त�पध� �थाओ ंपर रोक लगाने के �लए �नयम� पर �वचार �कया गया है।

    ● अ�सर इस बात पर सवाल उठाए गए ह� �क अ�य �व�ेताओ ंको अपनी �व�ापन सेवाओ ंया प�ूत � नेटवक� का उपयोग करने के �लए �या अमेज़ॅन उ�पाद खोज �दश�न� क� र��कंग के �वारा या अ�य �व�ेताओ ंके डटेा का उपयोग करके अपने �वय ंके �ांडडे उ�पाद� को तीसरे प� के �व�ेताओ ंक� तलुना म� अ�धक �मोट करता है ।

    ए�पल:

    ● �सतंबर 2019 म�, अमे�रक� कां�ेस के जांचकता�ओ ंने ए�पल से कंपनी के ऐप �टोर क� नी�तय� पर �काश डालने के �लए द�तावेज� क� मांग क�, �वशषे �प से इस बारे म� �क उस �लेटफ़ॉम� पर Apple कैसे खोज प�रणाम �ा�त करता है, आसपास के ��न ऐ�पल से इन-ऐप खर�दार� से होने वाले राज�व का �ह�सा कैसे �नधा��रत करत ेह�।

    उदाहरण के �लए, टेक पेर�ट �वारा �व-�न�म�त ��त�पध� सेवाओ ंको पेश करने के बाद, य.ूएस., यरूोप और �स म� एपल के क�थत ��तबधं के बारे म� कुछ परै�ट-कं�ो�लगं एि�लकेशन के पीछे उन लोग� ने �नयामक� को �शकायत� दज� क� ह�।

    फेसबकु:

    ● �नयामक� ने पूजंी बाजार� म� फेसबकु के अ�ध�हण पर अपना �यान क� ��त �कया है, उदाहरण के �लए, अमे�रक� संघीय �यापार आयोग (एफट�सी) ने इस बात क� जांच क� �क �या फेसबकु ने कुछ कंप�नय� को सोशल नेटव�क� ग �स�टम म� अपनी �मखु बाजार ि�थ�त को बनाए रखने के �लए र�ा�मक �प से खर�दा है।

  • ● �वशषे �प से, सवाल फेसबकु डटेा 2013 म� खर�दे गए डटेा �व�लेषण फम� ओनावो के साथ फेसबकु के संबंध� पर क� ��त ह�, जो तब संभा�वत ��त�वं��वय� को देखने के �लए सोशल मी�डया �द�गज को क�थत तौर पर मदद करत ेथे।

    गूगल:

    ● गूगल द�ुनया भर म� 90% से अ�धक ऑनलाइन सच� को सभंालता है, इस�लए �नयामक एक माइ�ो�कोप के तहत इसके खोज प�रणाम� के �वतरण को देख रहे ह�।

    ● हाल के वष� म� इस त�य पर �चतंा बढ़ गई है �क गगूल तजेी से उपयोगकता�ओ ंको अपनी साइट� पर अपने ��न� का उ�र देने के �लए भेज रहा है, िजसम� गगूल �लाइट और गगूल म�ैस जसेै उ�पाद शा�मल ह�।

    ● इस �कार, Google खदु को �नयामक� �वारा �नगरानी के अ�दर पाता है, चाहे वह अपने सच� के �भ�ुव का द�ुपयोग कर रहा हो। यरूोपीय सघं ने 2018 म� गगूल पर पहले ह� 5.1 �ब�लयन डॉलर का जमुा�ना लगाया है।

    �ारं�भक पर��ा के �लए ज�र� त�य:

    बे�न ूसे नमनेू एक��त �कये गए

    ● OSIRIS Rex �मशन नासा का पहला �मशन होगा, जो �ु��ह से नमनेू एक� करेगा और प�ृवी पर वापस आएगा। यह �दसबंर 2018 से �ु��ह बे�न ुक� प�र�मा कर रहा है।

    रा���य औष�ध म�ूय �नधा�रण �ा�धकरण (एनपीपीए) ने 12 आव�यक दवाओ ंक� सी�लगं �ाइस बढ़ाई:

    ● रा���य औष�ध म�ूय �नधा�रण �ा�धकरण (एनपीपीए) ने इन दवाओ ंक� उपल�धता स�ुनि�चत करने के �लए साव�ज�नक �वा��य काय��म म� 12 आव�यक �थम-पिं�त उपचार दवाओ ंक� सी�लगं �ाइस म� 50% क� व�ृ�ध क� है।

    ● रा���य औष�ध म�ूय �नधा�रण �ा�धकरण (NPPA) एक सरकार� �नयामक एज�सी है जो भारत म� फामा��य�ूटकल दवाओ ंक� क�मत� को �नय�ं�त करती है। एनपीपीए �नय�मत �प से दवाओ ंक� सचूी और उनक� अ�धकतम सी�लगं �ाइस को �का�शत करता है

    कुछ छोटे-मोटे त�य

    राज�थान क� नई औ�यो�गक नी�त क� �परेखा क� घोषणा

    ● राज�थान ने स�ूम, लघ ुऔर म�यम उ�योग� को बढ़ावा देने के �लए, सबं�ध �व� स�हत कई नवीन उपाय� को श�ु करने के अलावा, एक नई औ�यो�गक नी�त क� �परेखा क� घोषणा क� है, जो

  • �नवेश को आक�ष�त करेगा और वन-�टॉप समाधान और �शकायत� के समय पर �नपटान क� पेशकश करेगा।

    ● नी�त क� "अनठू� �वशषेताएं" रोजगार पदैा करेगी और रा�य के �वकास को ग�त देगी।

    ● 17 �वभाग� क� नई औ�यो�गक इकाइय� के �लए 104 �कार क� अनमु�तयाँ वन-�टॉप �वडंो पर उपल�ध ह�गी।

    ● �बजल�, पानी, �दषूण और राज�व से सबं�ंधत म�ुद� को हल करने के �लए पहले से ह� काय� योजना तयैार क� गई थी।

    ● रा�य सरकार ने रा�य-�तर�य �नया�त परु�कार� क� भी घोषणा क� है, िजसके तहत �व�भ�न �े�णय� म� 30 �नया�तक� का चयन �कया गया है।

    संसद स� उ�पादक, वाद-�ववाद क� गणुव�ा म� सधुार: व�कैया

    ● रा�य सभा का 250वां स� �थ�गत कर �दया गया, और इसम� शत-��तशत उ�पादकता दज� क� गयी।

    ● उपरा��प�त ने अपने वधैा�नक सबंोधन म� कहा �क ऊपर� सदन ने 49 वष� म� सव��े�ठ �दश�न �कया, िजसम� औसत 9.5 तारां�कत ��न ��त�दन मौ�खक �प से पछेू गए और 39% समय �बल पास करने म� �यतीत हुआ।

    ● अ�य� ने कहा �क स� के दौरान, �वधायी ���या म� 39% काया��मक समय, �व�भ�न उपकरण� के तहत ज�र� साव�ज�नक मह�व के मामल� को रखने और चचा� करने पर 25.4%, ��नकाल पर 13% और �नजी सद�य� के �बल� पर 5% समय खच� �कया गया।

    �ारं�भक पर��ा ��न:

    1. �न�न�ल�खत म� से कौन सा कथन सह� है?

    1. गंगा क� सफाई क� देखरेख के �लए 2016 म� रा���य गंगा प�रषद का गठन �कया गया था।

    2. उन रा�य�, िजनके मा�यम से गंगा बहती है, के म�ुयम�ं�य� म� से एक च��य आधार पर रा���य गंगा प�रषद का अ�य� बन जाता है।

    �वक�प:

    a) केवल 1

    b) केवल 2

    c) 1 और 2 दोन�

    d) न तो 1 और न ह� 2

  • उ�र: c

    �या�या:

    ● रा���य गंगा कायाक�प, सरं�ण और �बधंन प�रष� अ�टूबर 2016 म� गंगा नद� (कायाक�प, संर�ण और �बधंन) �ा�धकरण के आदेश, 2016 के तहत बनाया गया एक �ा�धकरण है, िजसने रा���य गंगा नद� बे�सन �ा�धकरण को भगं कर �दया है। इस प�ृठभ�ूम म�, रा���य गंगा प�रषद को एक �ा�धकरण के �प म� �था�पत �कया गया है और �व�छ गंगा के �लए रा���य �मशन को भी एक �ा�धकरण म� बदल �दया गया है।

    ● रा���य गंगा प�रषद, गंगा नद� के अधी�ण, �दशा, �वकास और �नय�ंण और नद� म� पया�वरण �दषूण के संर�ण, रोकथाम, �नयं�ण और उ�मलून के �लए (�व�ीय और �शास�नक मामल� स�हत) संपणू� नद� के �लए िज�मेदार होगी। इसक� �ाकृ�तक और �ाचीन ि�थ�त का कायाक�प और गंगा नद� म� �नरंतर पया��त जल �वाह स�ुनि�चत करना इसका उ�दे�य है।

    2 �न�न�ल�खत म� से कौन-सा कथन सह� है?

    1. �ेन-18, एक �वदेशी सेमी हाई-�पीड �ेन है।

    2. यह एक इंजन-र�हत �ेन है, िजसम� इलेि��क से�फ-�ोपे�लगं म�ट�पल य�ून�स होती ह�।

    �वक�प:

    a) केवल 1

    b) केवल 2

    c) 1 और 2 दोन�

    d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र: c

    �या�या:

    ● वंदे भारत ए�स�ेस, िजसे �ेन-18 के �प म� भी जाना जाता है, एक भारतीय सेमी हाई-�पीड इंटर�सट� इलेि��क म�ट�पल य�ूनट है। यह भारत सरकार क� मेक इन इं�डया पहल के तहत इंट��ल कोच फै��� (ICF) चे�नई �वारा 18 मह�न� म� तयैार क� गयी थी।

    ● इसम� एक अलग इंजन कोच शा�मल नह�ं है, ले�कन इसम� इलेि��क से�फ-�ोपे�लगं कई इकाइयां ह�।

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