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उत्तरप्रदेश (UP)

सामान्य परिचय

राजय -> उत्तर प्रदशे

राजधानी -> लखनऊ (1921 से )

परू्व नाम -> संयकु्त प्रान्त

राज्य की वर्वधक स्थापना -> 1 नर्म्बर, 1956

राजकीय भाषा-> विन्दी ( दसूरी उदूव)

राजकीय पश-ु> बारिवसंगा

राजकीय पक्षी-> सारस अथर्ा क्रौंच

राजकीय र्कृ्ष -> अशोक

राजकीय पषु्प-> पलाश ( जनर्री 2011 से )

राजकीय वचन्ि-> एक र्तृ्त में 2 मछली,1 तीर-धनषु ( यि वचन्ि 1938 से

स्र्ीकृत ि)ै

वर्धान मण्डल-> विसदनात्मक

वर्धान सभा सदस्यों की संख्या -> 403+1= 404 (एक एगं्लो इवण्डयन)

वर्धान पररषद ्सदस्यों की संख्या ->.99+1=100 (एक एगं्लो इवण्डयन)

लोक सभा सदस्यों की संख्या-> 80

राज्य सभा सदस्यों की संख्या -> 31

उच्च न्यायालय -> इलािाबाद (खडंपीठ - लखनऊ )

सम्भागों की संख्या -> 18

वजलों की संख्या -> 75

मिानगर (10 लाख से अवधक जनसंख्या)-> 6

तिसीलों की संख्या -> 316

ब्लाकों की संख्या-> 821

नगर एर्ं नगर समिू-> 630

नगर वनगमें-13 (नर्ीन वनगम-सिारनपरु 2009)

नगर पावलका पररषद े->194

नगर पचंायतें-> 423

वजला पचंायतें-> 75

क्षते्र पचंायतें-> 821

ग्राम पचंायतें-> 51,914

आबाद ग्राम -> 97,941

कुल ग्राम-> 1,06,774

न्याय पचंायतें-> 8,135

प्रथम मखु्यमंत्री -> प.ं गोवर्ंद बल्लभ पतं

प्रथम राज्यपाल-> श्रीमती सरोजनी नायडू

प्रथम वर्धान सभा का गठन-> 8 माचव, 1952

प्रथम वर्धान सभा अध्यक्ष-> राजवषव परुुषोत्तम दास टण्डन

प्रथम वर्धान पररषद सभापवत-> चन्रभान

प्रथम मखु्य न्यायाधीश-> न्यायमवूतव कमलाकान्त र्माव

प्रथम मविला मखु्यमंत्री-> श्रीमती सचुतेा कृपलानी

प्रथम दवलत मविला मखु्यमंत्री-> सशु्री मायार्ती

प्रथम लोकायकु्त-> वर्श्वम्भर दयाल

प्रथम वर्श्ववर्द्यालय-> इलािाबाद वर्श्ववर्द्यालय (1887)

उत्तिप्रदेश का इतिहास

राम कृष्ण की जन्म स्थली र्ाला यि राज्य गौरर्शाली इवतिास का मात्र

साक्षी िी निीं, बवल्क वनमावता भी ि।ै यिााँ के पौरावणक काल से आधवुनक

राजनीवतक काल तक की जो ऐवतिावसक गवतवर्वधया ंरिी िैं, उन्िें नकार

कर भारत के इवतिास की पणूवता की कल्पना िी निीं की जा सकती ि।ै उत्तर

र्ैवदक काल में इस प्रदशे को 'ब्रह्मर्षि देश' अथर्ा 'मध्यदेश' के नाम से

जाना जाता था। यि प्रदशे भारिाज,याज्ञर्ल््य, र्वशष्ठ, वर्श्वावमत्र तथा

बाल्मीवक इत्यावद सरीख ेमिान ऋवष-मवुनयों की तपोभवूम रिा। वर्श्व के दो

मिानतम मिाकाव्यों "रामायण" तथा "महाभारत" का मलू कथानक

इसी क्षेत्र पर आधाररत ि।ै भगवान बुद्ध ने अपना सविप्रथम उपदेश यहााँ

के 'सारनाथ' में र्दया और यहीं के 'कुशीनगर' में उन्होंने

महापररर्नवािण भी प्राप्त र्कया। तत्कालीन समय के 16 मिाजनपदों में से

8 मिाजनपदों का वर्स्तार र्तवमान उत्तर प्रदशे में िी था। इन 8 मिाजनपदों

एर्ं इनकी राजधावनयों के नाम वनम्नावंकत िैं->

महाजनपद-> कुरु (वदल्ली मेरठ, थानशे्वर)

राजधानी -> इरंप्रस्थ (वदल्ली के समीप इरंपाल)

महाजनपद -> शरूसेन (मथरुा के आसपास का क्षते्र)

राजधानी -> मथरुा

महाजनपद -> पाचंाल (फरुव खाबाद, बदायूं, बरेली)

राजधानी-> अविच्छत्र (बरेली) तथा कावम्पल्य (फरुव खाबाद) कौशाम्बी

महाजनपद-> र्त्स (इलािाबाद तथा आस-पास का क्षते्र)

राजधानी-> कौशाम् बी

महाजनपद-> मल्ल (वजला कुशीनगर)

राजधानी-> कुशीनगर तथा पार्ा

महाजनपद-> कोशल (अर्ध)

राजधानी-> साकेत तथा श्रार्स्ती

महाजनपद-> चवेद (बुंदलेखण्ड)

राजधानी-> शवुक्तमती (बादंा)

महाजनपद-> काशी (र्ाराणसी)

राजधानी-> र्ाराणसी

अगं्रेज शासकों ने 'अर्ध' नामक दो प्रान्तों को वमलाकर जो प्रान्त

बनाया, उसे "आगरा और अवध संयुक्त प्रान्त" के नाम से पकुारा गया।

वफर र्षव 1935 में इस प्रान्त को मात्र "संयुक्त प्रान्त" (United

Province) किा जाने लगा। दशे की स्र्तन्त्रता के पश्चात ्जनर्री, 1950 में

संयकु्त प्रान्त का नाम "उत्तर प्रदेश" कर वदया गया।

भौगोतिक परिदृश्य

वस्थवत-> 23 वडग्री 52' से 30 वडग्री 24' उत्तरी अक्षाशं 77 वडग्री 05' से 84

वडग्री 38" परू्ी दशेान्तर के मध्य

प्रमखु नवदयााँ-> गगंा, यमनुा, रामगगंा, गोमती और घाघरा

परू्व से पवश्चम की लम्बाई-> 650 वकमी

दवक्षण से उत्तर की चौडाई-> 240 वकमी

क्षेत्रफल-> 2,40,928 र्गव वकमी ( भारत का 7.33% )

प्राकृवतक वर्भाजन-> गगंा का मैदान, भार्र तथा तराई और दवक्षण का

पर्वत एर्ं पठार।

सीमार्ती राज्य (8 राज्य) -> विमाचल प्रदशे,िररयाणा, राजस्थान,

म.प्र.,छत्तीसगढ़, झारखण्ड, वबिार,उत्तराखण्ड, और एक केन्रशावसत प्रदशे

वदल्ली ि।ै

जलर्ाय-ु> उत्तर प्रदशे की जलर्ाय ुमखु्य रूप से उष्ण प्रधान शीतोष्ण

कवटंबधीय एर्ं मानसनूी ि ैजिा ंधरातलीय वर्षमताओ ंऔर समरु तल स े

वर्वभन्न स्थानों की अलग-अलग ऊंचाइयों के कारण यिााँ की जलर्ाय ुमें

वर्षमता वमलती ि।ै

नेपाल से सटे वजले (7) -> मिराजगजं,वसद्धाथवनगर,बलरामपरु,श्रार्स्ती,

बिराइच,लखीमपरु और पीलीभीत !

म.प्र. से सटे वजले (12)-> आगरा, इटार्ा, औरेया,जालौन, लवलतपरु,

झासंी,मिोबा, बादंा, वचत्रकूट, इलािाबाद, वमजावपरु और सोनभर

सर्ाववधक क्षेत्रफल र्ाला वजला -> लखीमपरु खीरी, सोनभ्रद

न्यनूतम क्षते्रफल र्ाला वजला-> संत रवर्दास नगर (भदोिी)

कुल र्न क्षते्र (2011 की र्न ररपोटव के अनसुार)-> 14,349 र्गव वकमी

(5.96%)

कुल र्न एर् ंर्चृ्छादन-> 8.82%

सबसे कम र्न र्ाला वजला : संत रवर्दास नगर (भदोिी)

सर्ाववधक र्न र्ाला वजला-> 2541 र्गव वकमी (37.43%), सोनभर

सर्ाववधक र्न प्रवतशत र्ाले 4 वजल-े> सोनभर, चन्दौली, पीलीभीत र्

वमजावपरु

र्नों के प्रकार-> समशीतोष्णा, उष्णकवटबंधीय,पणवपाती तथा कटीलें र्न !

राष्रीय उद्यान-> 1

र्न्य जीर् वर्िार-> 11

पक्षी अभ्यारण्य-> 13

प्रदेश में कें द्र सिकाि के प्रतिष्ठान

डीजल लोकोमोवटर् र््सव -> मडुआडीि, र्ाराणसी

वसंगरौली कोयला खान-> वसंगरौली, सोनभर

उर्वरक कारखाने-> इलािाबाद, गोंडा, गोरखपरु

मॉडनव बेकरीज-> कानपरु

इवंडयन टेलीफोन इडंस्रीज-> रायबरेली , नैनी

भारत पमं्स एडं कम्प्रसेसव वलं.-> नैनी, इलािाबाद

वत्रर्ेणी स्र्चरल्स वलं.-> नैनी, इलािाबाद

विदंसु्तान एयरोनॉवट्स वल.-> लखनऊ

डीप फ्रीज मीट पलाटं-> टंुडला

रासंफामवर फै्टरी-> झााँसी

सीमेंट कारखाना (चकुव एर्ं डाला)-> वमजावपरु

भारत इले्रावन्स वलं.->गावजयाबाद

भारतीय चमडा रंगाई तथा जतूा संस्थान-> कानपरु

तेल शोधक कारखाना-> मथरुा

विदंसु्तान एल्यवुमवनयम कारपोरेशन -> रेनकूुट (सोनभर )

परमाण ुशवक्त कें र-> नरौरा,बलुंदशिर

नेशनल थमवल पार्र पलाटं-> वसंगरौली (सोनभर)

कृवत्रम अगं वनमावण वल.->.कानपरु

मुख्यािय से तभन्न नाम वािे तििे

तििे का नाम मुख्यािय

अमेठी गौरीगजं

संतकबीर नगर खलीलाबाद

गौतमबदु्ध नगर नोएडा

कौशाबंी मंझनपरु

अबेंडकरनगर अकबरपरु

कुशीनगर पडरौना

कानपरु दिेात अकबरपरु माती

वसद्धाथव नगर नौगढ़

सोनभर राबटसवगजं

जालौन उरई

फरूव खाबाद फतिेगढ़

नगि तनगम वािे नगि

1. लखनऊ

2. आगरा

3. कानपरु

4. इलािाबाद

5. र्ाराणसी

7. गोरखपरु

8. बरेली

9. गावजयाबाद

10. अलीगढ़

11. मरुादाबाद

12. झासंी

13. सिारनपरु

शहिों के चतचिि उपनाम

लखनऊ -> नर्ाबों/बागों का शिर

मलीिाबाद-> आमों का शािर

मरुादाबाद-> पीतल नगरी

गोरखपरु -> नाथ नगरी

अलीगढ़ -> ताला नगरी

कानपरु-> उद्योग नगरी

मेरठ -> कैं ची नगरी/क्रावंत का शिर

कन्नौज -> इत्र नगरी

आगरा-> ताज नगरी

अयोध्या-> तीथव नगरी

वफरोजाबाद-> चडूी नगरी

र्ाराणसी-> घाटों और अखाडों का नगर

बरेली-> बेंत या बासं बरेली

गाजीपरु-> काशी की बिन (अफीम उत्पादक)

गावजयाबाद (नोएडा)-> वदल्ली का बच्चा

भदोिी -> कालीन उद्योग

प्रमुख धातमिक स्थि

बदाय ं-> अजमेर शरीफ के समान प्रवतवष्ठत इस स्थल पर िजरत

वनजामदु्दीन औवलया के वपता की मजार र् संत िजरत सलु्तानलु

आरफीन र् शाि वर्लायत की दरगािें िैं।

जौनपुर -> यि शकी शासकों िारा वनवमवत मवस्जदों ( अटाला

मवस्जद) की र्जि से वर्ख्यात ि।ै

देवबंद-> इस स्थल पर दगुाव मंवदर, दरे्ी कंुड तथा इस्लामी वशक्षा का

वर्श्व प्रवसद्ध केन्र दारुल उलमू आवद िैं।

देवा शरीफ (बाराबंकी)-> यिााँ प्रवसद्ध सफूी संत िाजी र्ाररस अली

शाि की मजार ि।ै

कुशीनगर-> भगर्ान बदु्ध न ेयिााँ मिापररवनर्ावण प्राप्त वकया था !

फतेहपुर सीकरी-> सफूी संत सलीम वचश्ती का प्राचीन मकबरा िोने

की र्जि से यि स्थल वर्ख्यात ि।ै

सारनाथ (वाराणसी)-> प्राचीन बौद्ध स्तलू एर्ं मिात्मा बद्ध के

पिले उपदशे (धमवचक्रप्रर्तवन) के कारण वर्ख्यात ि।ै

र्कछौछा (फैजाबाद)-> यिााँ संत सैय्यद मिमदू शाि अशरफ

जिागंीर की दरगाि ि।ै

बहराइच-> फकीर सैयद सलार मसदू गाजी की दरगाि िते ुवर्ख्यात

इस स्थल पर लोग फूलों की चादरें चढ़ाने आत ेिैं।

नैर्मषारण्य-> (सीतापरु) मिवषव दधीवच की तपोस्थली एर्ं सपु्रवसद्ध

ऋवष सतू जी की कमवस्थली नैवमषारण्य विन्द ूका पौरावणक तीथवस्थल

ि।ै

राजापुर-> गोस्र्ामी तलुसीदास की जन्मस्थली राजापरु वचत्रकूट से

38.4 वकमी. की दरूी पर वस्थत ि।ै यिााँ तलुसी स्मारक सवमवत की

ओर से एक सनु्दर स्मारक का वनमावण िुआ ि।ै

देवीपाटन (बलरामपुर)-> यिााँ तलुसीपरु रेलर्े स्टेशन के वनकट

पाटेश्वरी दरे्ी का प्रवसद्ध मवन्दर ि।ै किा जाता ि ैवक यिााँ पर दरे्ी की

स्थापना मिाराज वर्क्रमावदत्य ने की थी। यिा ंप्रवतर्षव मेला लगता ि।ै

काकण्डी -> यि स्थान दरे्ररया नगर स ेद.-प.ू वदशा में ि।ै यिााँ 9र्ें

जैन तीथवकर सवुर्धानाथ का जन्म िुआ था।

बाराबंकी-> बाराबंकी में लोधशे्वर मिादरे्, कंुतशे्वर

मिादरे्,कोटर्ाधाम आवद प्रवसद्ध तीथव स्थान िैं। किा जाता ि ैवक

मिादरे् की स्थापना स्र्यं मिाराज यवुधवष्ठर ने की थी। वकन्तरू ग्राम में

मिारानी कुन्ती िारा स्थावपत कुन्तशे्वर मवन्दर ि ै! इसी जनपद के ग्राम

बदोसराय में विन्द-ुमवुस्लम एकता की प्रतीक सलामत शाि का मजार

िैं।

उत्तिप्रदेश समान्य अध्ययन

1- नवपाषाणकालीन साक्ष्य राज्य के ककन किलों से किले हैं ?

Ans- इलाहाबाद, प्रतापगढ़ एवं कििाापरु

2- सैन्धव सभ्यता के कवस्तार की पवूी सीिा कहााँ तक ह?ै

Ans- आलिगीरपरु (िेरठ)

3- उत्तर प्रदशे वाले भ-ूभाग पर वैकदक सभ्यता का प्रसार कब हुआ ?

Ans- उत्तर वैकदक काल िें

4- ककस उत्तर वकैदक िदृभाडं के साक्ष्य सम्पणूा उत्तर प्रदशे स े

किले ह?ै

Ans- लाल िदृ भाडं

5- रािायण कथा ककस वंश स ेसंबंकधत ह?ै

Ans- इक्ष्वाकु वंश

6- िहािनपदों का ज्ञान ककस ग्रंथ से होता ह?ै

Ans- बौद्ध ग्रंथ- अगंत्तरकनकाय

7- बद्ध काल िें उत्तर प्रदशे िें ककतने गणराज्य थे?

Ans- 8

8- अशोक कालीन लेखों िें ककतने उत्तर प्रदशे िें अवकस्थत ह?ै

Ans- 5

9- कुषाणों की दसूरी रािधानी कहााँ थी?

Ans- िथरुा

10- धिाराकिका स्तपू कहााँ ह?ै

Ans- सारनाथ िें

11- अयोध्या कशलालेख सम्बकन्धत ह?ै

Ans- शुगंो से

12- िोरा (िथरुा) का ब्राह्मी लेख सम्बकन्धत ह ै?

Ans- शक क्षत्रपों से

13- िथरुा कला केन्रों का कवकास कब हुआ?

Ans- कुषाण काल िें

14- भारत सरकार का रािकीय किन्ह कहााँ से कलया गया हैं ?

Ans-सारनाथ लघ ुस्तम्भ शीषा स े

15- अवध सबूा कब और ककसके नेततृ्व िें स्वततं्र हुआ?

Ans- 1722 िें, सआदत खााँ बरुहान-उल-िलु्क

16- अवध की रािधानी ककसने फैिाबाद से लखनऊ कर दी?

Ans- शिुाउद्दौला ने

17- अकबर के 9 रत्नों िें 2 उत्तर प्रदशे के थे ?

Ans- बीरबल एव ंटोडरिल

18-सल्तनत काल िें कदल्ली से आगरा रािधानी ककसने पररवकतात की ?

Ans- कसकन्दर लोदी ने

19- आगरा (कसकरी) से पनु: कदल्ली रािधानी ककसके द्वारा पररवकतात की

गयी?

Ans- शाहिहााँ

20- िौनपरु िें स्वततं्र शकी राज्य की स्थापना की?

Ans- सरदार ख्वािािहााँ न े

21- कफरोि तगुलक ने उत्तर प्रदशे िें िौनपरु के अकतररक्त कौनसा नगर

स्थाकपत ककया?

Ans- कफरोिाबाद

22- िन ुके पतु्र इक्ष्वाकु ने अपनी रािधानी कहााँ बनायी थी?

Ans- अयोध्या

23- नहुष के पतु्र ययाकत, िो कक भारत के प्रथि िक्रवती सम्राट थे, के पािं

रािवंशों, यथा- कुरु वंश, यद ुवंश, गाकध वंश,वत्स वंश तथा क्षात्र वदृ्ध वंश

के राज्यों की रािधाकनया ंकहााँ थी?

Ans - हकस्तनापरु, िथरुा, कन्नौि कौशाम्बी तथा वाराणसी थी।

24- ककस िौखरर वशं के रािा ने हूणों को परास्त कर कन्नौि को पनुः िध्य

दशे का रािधानी बनाया था?

Ans- ईशानविान न े

25- हषावधान के बाद कन्नौि पर ककस शासक का आकधपत्य कायि हुआ

था?

Ans- यशोविान का

26- गिुार प्रकतहार, पाल तथा राष्ट्रकूट वंशों के बीि कन्नौि पणूा आकधपत्य

कायि करन ेिें हुए संघषा िें अन्ततः कौन सफल हुआ ?

Ans- गिुार प्रकतहार

27-1857 के प्रथि स्वततं्रता आन्दोलन की शरूआत कहााँ से

और कब हुई?

Ans-10 िई,िेरठ से

28- प्रथि स्वततं्रता संग्राि आन्दोलन के दौरान कानपरु का पशेवा ककसे

घोकषत ककया गया?

Ans- नाना साहब को

29- 1857 की क्राकन्त के दौरान ककस ेअवध का नवाब घोकषत ककया गया?

Ans- कबरकिश कदर को

30- उत्तर प्रदशे की रािधानी आगरा से इलाहाबाद कब बनी?

Ans- 1858 िें

31- उत्तर प्रदशे दशे के ककतने राज्यों से कघरा ह?ै

Ans- 8 राज्य एवं नपेाल

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