विजन स्टेटमेंटस रक षक क कलम स (एम. क . झ ल )...

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  • विजन स्टेटमेंट

    हित तथा अपना उदे्दश्य “सुरक्षा सिोपररर” को दृविगत रखते िुए, मुख्य विस्फोटक ननयंत्रक तथा उनकी टीम उपलब्ध मानि संसाधन तथा ई-तकननक का अनुकूल उपयोग करते िुए पूर्ण पारदनशणता लाने तथा तत्पर कायणपध्दनत को समाहित करते िुये सभी अनुज्ञनिधारकों,

    जनसाधारर् तथा उद्योंगों को कुशल, दक्ष तथा विनम्र सेिा देने के नलए सदैि प्रनतबध्द िै ।

  • संरक्षक एिं प्रेरक श्री एम. के. झाला, संयुक् त मुख् य विस् फोटक ननयंत्रक (संगठन प्रमुख)

    प्रधान संपादक श्री एस. डी. नमश्रा, विस्फोटक ननयंत्रक एिं संपकण हिन् दी अनधकारी

    कायणकारी संपादक श्रीमती िैशाली एस. निरडे, हिन्दी अनधकारी

    विभागीय राजभाषा कायाणन् ियन सनमनत, नागपुर क्र. नाम तथा पदनाम 1. श्री एम. के. झाला, संयुक् त मुख् य विस् फोटक ननयंत्रक (संगठन प्रमुख) 2. श्री िी. के. नमश्रा, उप मुख्य विस्फोटक ननयंत्रक 3. श्री पी. सीनीराज, उप मुख्य विस्फोटक ननयंत्रक 4. श्री ए. बी. तामगाडगे, विस्फोटक ननयंत्रक 5. श्री एस.डी. नमश्रा, विस्फोटक ननयंत्रक एिं संपकण हिन् दी अनधकारी 6. श्री के. श्रीननिासा राि, विस्फोटक ननयंत्रक 7. श्री जमुनालाल राउत, उप विस्फोटक ननयंत्रक 8. डॉ जीिरथीनम डी., उप विस्फोटक ननयंत्रक 9. श्री नननाद गािडे, उप विस्फोटक ननयंत्रक 10. श्रीमती िैशाली निरडे, हिन्दी अनधकारी 11. श्री पी. बी. िाकोडीकर, प्रशासननक अनधकारी 12. श्री आर. एम. सिारे, लेखा अनधकारी

    13. श्री डी. डी. धकात,े कायाणलय अधीक्षक

    )अनुज्ञनि शाखा प्रमखु (

    14. श्री एस. टी. पौनीकर, सिायक ( तकनीकी शाखा प्रमखु)

    15. श्री के. जी. पानतािर्े, कायाणलय अधीक्षक

    )सामान्य शाखा प्रमखु (

    16. श्री सुनमत ठाकुर, कननष्ठ तकनीकी सिायक

  • संरक्षक की कलम से

    (एम. के. झाला) संयुक् त मुख् य विस् फोटक ननयंत्रक

    (संगठन प्रमुख)

    कोई भी देश स् िभाषा के वबना अपने राष्ट रीय व् यवित् ि को मौनलक रूप में पररभावषत निीं कर सकता। जजस देश के नागररक आपनी भाषा में सोिें और नलखें, उस देश को सभी सम् मानजनक दृवि से देखते िै। हिन् दी को सघं की राजभाषा के रूप में जो दजाण नमला िै उसे और अनधक पुष्ट ट करने में िमारी सहिय भूनमका बिुत की आिश् यक िै। हिन् दी भाषा अत् यंत सरल एिं सिज भाषा िै। िम सबकी यि कोनशश िोनी िाहिए हक सरकारी काम काज में सरल हिन् दी शब् दों और आम प्रिनलत शब् दों का प्रयोग करें जजसे समझन ेमें आसानी िो।

    संगठन में राजभाषा हिन् दी के प्रिार प्रसार में उत् तरोत् तर प्रगनत के विविध प्रयास हकए जा रिें िै जजसका प्रत् यक्ष प्रमार् नराकास, नागपुर, द्वारा राजभाषा कायाणन् ियन एिं हिन् दी पवत्रका में लगातार नमल रिें परुस् कारों की श्ररखंला में इस िषण हिन् दी पवत्रका विस् फोटक दपणर् अकं 18 को प्रथम पुरस् कार नमला िै। इसके साथ िी सगंठन के आगरा कायाणलय को राजभाषा कायाणन् ियन में प्र थम पुरस् कार नमला िै। राजभाषा के प्रिार प्रसार में वपछल ेिषण सगंठन का कोलकाता कायाणलय, जो अहिन् दी भाषायी क्षेत्र िै, से पिली बार अपनी गरि पवत्रका का प्रकाशन हकया गया और इस बार मुंबई कायाणलय द्वारा यि प्रयास हकया जा रिा िै और उम् मीद िै, आगे सभी अंिल कायाणलय अपनी राजभाषायी गनतविनधया ंदशाणती ई- गरि पवत्रकाओं का प्रकाशन करेगी।

    मुझे अत् यतं िषण िो रिा िै हक संगठन की हिन् दी गरि पवत्रका विस् फोटक दपणर् का अंक 19 इस िषण ई पवत्रका के रूप में प्रकानशत हकया जा रिा िै। पवत्रका ननजित रूप स ेसंगठन के कनमणयों में हिन् दी नलखने के प्रनत रूझान पैदा करेगी और पाठकों एिं रिनाकारों दोनों का ज्ञानिधणन करेगी। संगठन के सभी अनधकाररयों ि कमणिाररयों से मेरा अनुरोध िै हक ननयमों के अंतगणत सुरक्षा सुननजित करन ेके साथ साथ राजभाषा के प्रिार प्रसार में पूर्ण योगदान दें और अनधक से अनधक कायण हिंदी में करन ेका प्रयास करें ।

    पवत्रका के सोदे्दश् य प्रकाशन एिं सपंादक मंडल के अथक प्रयास के नलए िाहदणक शुभकामनाएं।

  • संदेश

    (नशिचन्द नमश्रा) विस्फोटक ननयंत्रक एिं संदभण हिन् दी आनधकारी

    यि अत्यंत गौरि की बात िै हक पेसो, नागपुर द्वारा इस िषण अपनी हिंदी गरि पवत्रका, ई-पवत्रका के रूप में प्रकानशत करने का ननर्णय नलया िै। हिंदी की इस गौरिमयी यात्रा के नलय पेसो के समस्त पररिार को िाहदणक बधाई।

    हकसी भी संस्था की ऐनतिानसक परवष्ठभूनम के नलए उसका सहित्य िी उसका दपणर् िोता िै। इस पवत्रका में हिंदी की अविरत यात्रा के उत्थान में सिायक आलेख, रिनाएं एिं मित्िपूर्ॅ जानकाररयो को प्राथनमकता दी गई िै। यि ननिय िी पथ प्रदशणक नसद्ध िोगी। आज के भौनतकिादी युग में इस उदे े्श् य में संलग्न सभी सियोनगयों को साधुिाद।

  • संपादकीय

    डॉ. िशैाली एस नचरडे हिन्दी अनधकारी

    का- मु- वि- नन- नागपरु

    हिन्दी के प्रिार प्रसार की मित े् उदे्दश्य को लेकर प्रनतिषण प्रकानशत की जान ेिाली संगठन की हिन्दी गरि पवत्रका विस्फोटक दपणर् का इस िषण उन् नीसिां अकं ई पवत्रका के रूप में आप सभी के समक्ष प्रस्ततु करत ेिुए बेिद खुशी िो रिी िै। प्रनतिषण की िी भांनत िमने बिुआयामी रिनाओं और सगंठन से सबंंनधत जानकारी युि एक संग्रिर्ीय संकलन बनाने का प्रयास हकया िै। अपनी निीनतम सरजनात् मकता को समेटकर पुनः आपके समक्ष प्रस् ततु िै।

    विश्व में ििीं देश उन्ननत कर सकता िै, जजसकी भाषा विज्ञानसंगत िो। इसके नलए आिश्यक िै हक िम इसे अनधकतम उपादेय एिं प्रभािी बनाने के नलए आम जनता को तकनीकी विषयो की जानकारी उनकी अपनी भाषा हिंदी में प्रस्ततु करें ताहक अनके तकनीकी एिं िैज्ञाननक तथ्यों को जन साधारर् द्वारा सरलता स ेसमझा जा सकें । पेसो संगठन एक तकनीकी संगठन िै और इसके अतंगणत कई ऐसे विषय िोते िै जजसकी जानकारी केिल अंग्रेजी में िी उपलब्ध िोती िै। इस पवत्रका में िमारे तकनीकी अनधकाररयों द्वारा विनभन्न तकनीकी विषयों पर पाठकों के नलए सरल हिंदी में लेख नलखकर राजभाषा स ेतकनीकी विषयों को जोडने का प्रयास हकया गया िै। इसके अलािा संगठन के अनधकाररयों द्वारा नलखी गई सरल कविताओं/ किाननयों/ लेखो ने पवत्रका को सुदंरता प्रदान की िै । निीनतम आदेशों/ का.ज्ञा. को भी पवत्रका में समाहित हकया गया िै ताहक संगठन के सभी राजभाषा अनधकाररयों को राजभाषायी कायाणन् ियन में आसानी िो। आशा िै हक सभी इस जानकारी से लाभाजन्ित िोंगे और राजभाषा के प्रिार प्रसार का िमारा प्रयास सफल िोगा।

    पवत्रका प्रकाशन के नलए िमारे संगठन प्रमुख/ सयंुक् त मुख्य विस्फोटक ननयंत्रक मिोदय, विस् फोटक ननयंत्रक एिं संपकण हिन् दी अनधकारी मिोदय का समय समय पर बिुमूल्य मागणदशणन नमला, जजनकी म ैआभारी िंू। मै संगठन के उन सभी रिनाकारों का आभार व्यि करती िंू जजनकी रिनाओं ने िमेशा िी िमें पवत्रका िेत ुलेख/ कविताएं, आहद भेजते िुए अपना बिुमूल् य योगदान हदया िै, फलस् िरूप विस् फोटक दपणर् अंक 18 को नगर राजभाषा कायाणन् ियन (का-1) द्वारा प्रथम पुरस् कार प्रदान हकया गया िै। इस उपलजब्ध के नलए सभी बधाई के पात्र िैं। आईए इसी तरि िम सभी अपना योगदान देकर राजभाषा हिन् दी को एक नई उॅंिाई पर ले जाए।ं

  • जल जैसा

    श्री.एम. के. झाला,

    सं.मु.वि.नन. (संगठन प्रमखु)

    मैं जल जैसा सरल और ननमणल बन जाना िािता िूूँ पिणत पर हिम बनकर झरने सा झरना िािता िूूँ।

    खेत खनलिानो में बाग बगीिो में अमरत जल बन बरसना िािता िूूँ। नदी निर झील सरोिर हकनारे हफर से

    पजक्षयों की ििििािट बच्िों की अ ठखेनलया देखना िाह्ता िूूँ। जीिन दानयनी नहदयों कुएं बािहडयो जो मरतप्रायः सी प्रदषूर् से ,

    उन्िे पुनः पुराने रुप में जीिंत करना िािता िूूँ। पनघट पर पननिाररन का जमघट।

    िॅंसी हठठोली हफर से सुनना िािता िूूँ। जल स्त्रोतो को कूडादान बनने से बिाना िािता िूूँ।

    इस धरा पर जल जग की जंग न िो भािी पीढ़ी के नाती पोते खडे रिे जल राशन की कतारों में।

    न वबछे लाशे जल के नलए देश प्रदेश में न िो मारामारी, न िो

    ररश् ते नातो में और बैर खुशनुमा आनंहदत िातािरर् में

    संसार की प्यास और जरुरत को पूरी करने के नलए जीना िािता िूूँ

    जन जीिन के सुनेपन और मायुसी में निजीिन संिररत करना िािता िूूँ मैं जल जैसा सरल और ननमणल िन

    जीना िािता िूूँ मैं जल जैसा सरल और ननमणल बन

    जीना िािता िूूँ।

  • “विनत मनुहार”

    श्रािणी गांगुली कननष् ठ हहन् दी अनुिादक

    कायाालय संयुक् त मुख् य विस् फोटक ननयंत्रक मध यांचल, आगरा

    मेघ तुम इस तप् त भू पर कुछ तो खाओ तरस ।

    करो अिनन का हृदय तरप् त तुम, जमकर बरस-बरस ।।

    िसुधा को तुमस ेआस, करोगे प् लावित सब ननझणर । बूंदों संग अठखेली कर िोगी प्रकर नत नव् य-सुन् दर ।। नि-जीिन पा उल् लास वबखरेेंगी हदशाएं िंस-िंस ।

    करो अिनन का हृदय तरप् त तुम, जमकर बरस-बरस ।।

    िर कर् िोगा शीतल, करेंग ेनरत् य पश-ुखगदल । सरगम छेडेंगी ििाएं, मिाएगंी प्रनतपल िलिल ।। नमट जाएगी िर एक क्षुधा, जो बरसा जीिन रस ।

    करो अिनन का हृदय तरप् त तुम, जमकर बरस-बरस ।।

    सोि निीं सकती िसुन् धरा, कोई शरंगार तुम वबन । वबखरेंगी जब मोती सम बंूदें , यंू ररमजझम ररमजझम ।।

    धरती पा नि-शरगंार, करेगी तब नतणन बरबस । करो अिनन का हृदय तरप् त तुम, जमकर बरस-बरस ।।

    उमड-घुमड कर अम् बर को, अपना िो रूप हदखाओ न ।

    घन से िो आच् छाहदत अम् बर, िो स् याि केश लिराओ न ।। अनभनसंनित िो जाए धरा, मौसम िो जाए सरस ।

    करो अिनन का हृदय तरप् त तुम, जमकर बरस-बरस ।।

    कर षक जोिते बाट तुम् िारी, उनको दो जीिनदान तुम । बरसो ताबडतोड ििंु हदशा, उनको दो सम् मान तुम ।। उनको खनुशयां दे, जीिन के कर दो तुम दरू तमस । करो अिनन का हृदय तरप् त तुम, जमकर बरस-बरस ।।

  • छोटी-सी असािधानी पररणाम स्िरुप बडा पछतािा

    डॉ. एम.आई.ज़ेड असंारी, उप-मुख् य विस् फोटक ननयंत्रक, गुिािाटी

    भारतीय तेल ननगम के बोंगईगांि जस्थत ररफाईनरी में हदनांक 21/08/2018 को घहटत दघुणटना पर एक रोिक एिं सीख लेने योग्य ररपोटण।

    प्रस्तािना - िम सबने एक किाित बिपन से सुनी िै हक सािधानी िटी और दघुणटना घटी। उसी का एक जीता-जागता उदािरर् हदनांक 21/08/2019 को देखने में आया। जब भारतीय रेल ननगम के बोंगईगांि जस्थत ररफाईनरी में एक जानलेिा दघुणटना घहटत िुई । िजि बिुत छोटी सी थी, परंतु भारत की इस मिारत् न कम्पनी को इसका बडा पछतािा िुआ क्योंहक बोंगईगांि जस्थत ररफाईनरी की इस दघुणटना से उनकी सुरक्षा संबंधी सारे मित्िपूर्ण ररकाडण ध्िस्त िो गएं । आपको यि जानकर आियण िोगा हक यि ररफाईनरी उत्तर-पूिण क्षते्र की िी निीं, बजल्क पूरे भारतिषण में सुरक्षा के मामल ेमें सिणप्रथम स्थान रखन ेिाली एक मात्र ररफाईनरी िै, जजसने इस छोटी सी दघुणटना से पूिण तक 16 िषण 5 माि एिं 29 हदन तक दघुणटनारहित (एल.टी.ए. फ्री) रिने का अपना एक अलग कीनतणमान स्थावपत हकया था जो एक छोटी सी असािधानी के कारर् हदनाकं 21/08/2018 को ध्िस्त िो गया जजसका उन्िें सदैि अफसोस रिेगा। यि ररफाइनरी न्यू बोंगईगांि शिर में एन.एि027 पर सन े् 1980 से स्थावपत िै तथा यि ररफाईनरी उत्तर-पूिण के बोडो लैंड क्षेत्र में एक बडी औद्योनगक इकाई के रूप में जानी जाती िै। इसकी तेल शोधन क्षमता 4.5 नमनलयन नमहरक टन प्रनत िषण (MMTPA) िै।

    दरु्ाटना का वििरण :- यि दघुणटना हदनांक 21/08/2018 को लगभग 20:30 बजे ररफाईनरी में TGTU ( Tail gas treating unit ) के WWQCL ( Waste water quench column line ) में िुई , जो SRU ( Sulfur recovery unit ) का एक मित्िपूर्ण अगं िै । इस दघुणटना में एक व्यवि की मरत्यु 65 प्रनतशत जलने से िो गयी। जब हदनांक 18/08/2018 को DHDT को HSD से ATF मोड पर बदला गया तथा SRU को फ्यूल गैस मोड पर हकया गया तो WWQCL डे्रन करने िेतु िाटर फ्लनशगं तथा N2 परजजगं की गयी। परंतु TSP डोजजंग एिं स्रीनमंग के पिात भी बोटम नोजल िोक िोने के कारर् कुछ भी बािर निी ंआ रिा था, तब रात लगभग 20:00 बज ेL शपे्ड रोड स ेबोट्म नोजल को डी-िोक करने का फैसला नलया गया तथा उि िेतु कोल्ड परनमट जारी कर कारेंक्ट िकण र को समस्त कायण दस पयणिेक्षकों की मौजूदगी में TGTU लाइन के बोट्म नोजल को खोल कर डी-िोक करने िेतु लगाया गया परंतु काफी कोनशशों के बाद भी जब L शोपड रोड स ेडी- िोहकंग निीं िुई तभी ििां उपजस्थत एक अन्य कांरेक्ट िकण र ने जल्दी से स्रेट शेप्ड रोड लेकर िोहकंग शुरू करने की कोनशश हक जजसके फलस्िरूप अिानक काफी प्रिाि के साथ खौलता पानी उसके पूरे शरीर पर नगर गया एिं दसूरे िकण र के पैर पर भी पडा, जजसके कारर् उस िकण र का लगभग 60 प्रनतशत शरीर

  • उसी समय जल गया। फलस्िरूप उस ेतत्काल सफे्टी शािर देकर ररफाईनरी के टाउनशीप अस्पताल में भती कराया गया। हफर उि िकण र को शिर के अस्पताल में और बाद में गुिािाटी के एक बडे अस्पताल के बनण िाडण में भती कराया गया, जिां बाद में उसकी मौत िो गयी।

    दरु्ाटना का विशे्लषण :- इस छोटी-सी दघुणटना ने जिां 16 िषण 5 माि एिं 29 हदन तक दघुणटनारहित रिने का ररफाईनरी का अतलु्य ररकाडण एक झटके में ध्िस्त कर हदया, जजस ेशायद आज-कल के दौर में पुन: बनाना नामुमहकन लगता िै। उि दघुणटना की जांि िेतु उप मुख्य विस्फोटक ननयंत्रक, गुिािाटी को कांरेक्ट िकण र की मौत के बाद हदनांक 31/08/2018 को सनूित हकया गया तथा िे हदनांक 01/09/2018 को घटनास्थल पर पिंुि,े जिा ंRHQ, ED(HSE) द्वारा गहठत जाूँि टीम पिल ेसे मौजदू थी। जाूँि स ेजजन तथ्यों का खुलासा िुआ िि िाकई में िौकाने िाले थे , क्योंहक दस पयणिके्षकों की मौजदूगी में यि दखुद घटना िुई थी। अतः ऐसा भी निीं किा जा सकता िै हक "लैक ऑफ कम्पीटेट सुपरविजन' की कमी थी , क्योंहक उि जॉब िेतु कोल्ड परनमट जारी हकया गया था अतः OISD - 105 की शतो का भी उल्लंघन निीं िुआ था। िूंहक डी-िोहकंग जैसी जहटल प्रहिया में खतरा िमेशा बना रिता िै। अतः उसे कम करने के नलए िाटर फलशींग के साथ TSP केनमकल्स का भी प्रयोग हकया जाता रिा िै, परंत ुडी-िोहकंग करने में खौलता िुआ पानी ननकलना काफी स्िभाविक िोता िै । अत: उि को काबू में करने िेतु जॉब सेफ्टी एनानलनसस (JAS) हकया जाना िाहिए था जबहक मौके पर बिुत अनधक संख्या में तकनीकी, कुशल एिं सक्षम व्यवि मौजदू थे, परंत ुहकसी का भी ध्यान इस ओर निीं गया हक िोक पोशनण के अप-स्रीम में कोई आईसोलेशन िाल्ि निीं िै जजससे हक खौलते पानी को अिानक से डी-िोक करते समय नगरने से रोका जा सके। TGTU कालम में लगे लेिल इंडीकेरर या हकसी अन्य साधन से यि सुननजित निीं हकया गया हक स्रीनमंग के पिात कालम खाली िो गया िै या डी-िोहकंग करने िेतु पोहकंग शुरू करते िि कालम में गमण तरल भरा िै या निीं। प्रोडक्शन एिं मैनेजमेंट विभाग की यि लापरिािी जानलेिा सावबत िुई एिं उनकी इसी लापरिािी के कारर् कंपनी का 16 िषण 5 माि एिं 29 हदनों तक दघुणटनारहित रिने का अतुल्य हकनतणमान एक झटके में ध्िस्त िो गया।

    दरु्ाटना से सीख - सभी जहटल कायों िेतु जॉब सफे्टी एनालीनसस (JAS ) अिश्य हकया जाना िाहिए। िकण परनमट जारी करत ेसमय सभी गनतविनधयों को नलखा जाना िाहिए। सेफ जॉब एजक् जक् यूशन िेतु जजम्मेदार एिं कुशल पयणिेक्षकों को कायणस्थल पर ननयुि हकया जाना िाहिए। अप्रनशजक्षत कांरेक्ट िकण रों को जॉब का पूर्ण वििरर् तथा उसे पूरा करने में लगने िाली समस्त गनतविनधयों का नसलनसलेिार ज्ञान जरूर देना िाहिए। मौके पर जोजखम भरा कायण करत ेसमय कंपनी के 10 मित्िपरू्ण पयणिके्षको की उपजस्थनत असमान्य लगती िै तथा इससे िहकिं ग प्लेटफॉमण पर इनकी सुरक्षा को भी खतरा िो सकता िै इस बात का खास ध्यान रखा जाना िाहिए। इस तरि की दघुणटनाओं के पिात जल्दबाजी तथा अफरा-तफरी से फॉल फोम िाइट िोने का खतरा सदैि बना रिता िै जजसस ेऊंिाई स ेनीि े नगरने की संभािना से इंकार निी ं हकया जा सकता िै । यि दघुणटना ऐसी िै हक सब कुछ जानते िुए भी छोटी-छोटी असािधाननयां बरती गई और बाद

  • में घटना घहटत िोने के पिात एक बडे पछताये के उदािरर् के रूप में प्रस्तुत हकया जा सकता िै । कर पया पाठक इस दघुणटना से संबंनधत अपने सुझािों एिं आलोिनाओं को सीधे लेखक के इमेल mansari@explosives .gov. in पर प्रेवषत कर सकते िै।

    ननयमों का उल्लर्नं –ननयम 12 (1): समय रिते दघुणटना से बिने िेतु समस्त उपाय निीं हकए गए। ननयम 12 (2) C : दघुणटना से बिने िेतु दसूरे व्यवि को गलत कायण करने से निीं रोका गया। ननयम 118 :दघुणटना से बिने िेतु व्यििाररक प्रनशक्षर् कांरेक्ट िकण रों को निीं हदया गया जजसके अभाि में उि दघुणटना घहटत िुई।

    रीइन्फोस् डा थमोप्लास्ट पाइप (Reinforced Thermoplast Pipe - RTP) पररचय: रीइन्फोस् डण थमोप्लास्ट पाइप लिीला एिं लम्बी किाईल िाला पाइप िोता िै । जजसे कम खिण पर एिं आसानी से स्थावपत हकया सकता िै। ये उच्ि घनत्ि पोलीइथाइलीन के संक्षारर् प्रनतरोध, उच्ि तन्यता, उच्ि प्रभाि के नसंथहेटक फाइबर एि ंतापमान प्रनतरोधी िोने के कारर् इसे ऑइलहफल्ड फलोलाईन में, अपनशि जल ननकासी एिं इंजेक्शन लाइन अनुप्रयोगों के नलए आदशण रूप से अनुकूल माना जाता िै । इसका मध्य एनशया , दजक्षर्-पूिण एनशया एि ंयूरोप में 20 िषों का व्यापक ररकाडण रिा िै। बनािट : - आर.टी.पी. तीन परतों िाला पाइप िोता िै।

    1. उच्ि घनत्ि पॉलीइथाइलीन लाइनर पाइप तरल पदाथों के ररसाि को रोकता िै । 2. एक सुदृढीकरर् परत जजसमें फाइबर सुदृढीकरर् एक समान रूप के परतों को नमलाकर बनाया जाता

    िै। आमतौर पर इसमें उच्ि शवि िाले अरानमड फाइबर का उपयोग हकया जाता िै, क्योंहक यि कर वत्रम फाइबर सामग्री के अहदितीय संयोजन को हदखाता िै। बिुत उच्ि तन्यता, कम रेंगन, पूर्ण सकं्षारर्, प्रनतरोध एिं उच्ि प्रभाि शवि का संयोजन आहद जैसे प्रकर नत हकसी और फाइबर सामग्री में निीं पाया जाता िै। उदािरर् ग्लास फाइबर। अरानमड फाइबर का तापमान बिुत अच्छा और यि अजग्न प्रनतरोधक भी िोता िै। िैकजल्पक रूप से अरानमड फाइबर के बदले उच्ि तन्यता ताकत िाले स्टील के तार का उपयोग

    आर.टी.पी. को मजबूत बनाने के नलए हकया जा सकता िै। अतः िैकजल्पक रूप में हकए गए उपयोग के कारर् सकं्षारर् का जोजखम भी बढ़ जाता िै, जजससे अनधक पररिालन दिाब देखा जा सकता िै । 3. फाइबर के सदुृढीकरर् को बािरी क्षनत, घषणर् एिं पैराबैगनी हकरर्ों से बिाने के नलए उस पर एक सुरक्षात्मक बािरी एि.डी.पी.ई. परत िोता िै । आमतौर पर बािरी परत पर सफेद यौनगक िोता िै जो सूयण के प्रकाश को परािनतणत कर देता िै और इसे सूयण के ताप से बिाता िै । इसी कारर् आर.टी.पी. को

  • विगत 20 िषों से रेनगस्तान और उष्टर्कहटबंधीय जैस ेजस्थनतयों में भी सिंानलत हकया जाता िै । भूनम के अंदर गिराई में स्थावपत आर.टी.पी. की उम्र लगभग 50 िषों की िोती िै । इसके लिीलापन , कम कठोरता और कम तापमान के कारर् इसे आसानी से कम खिण पर स्थावपत हकया जा सकता िै । इसके लिीलेपन के कारर् इसे सडक पररििन द्वारा इसे किीं भी ले जाने में आसानी िोती िै । िालांहक धात ुकी हफहटंग के कारर् यि संक्षाररत िो सकता िै, परंत ुननयनमत ननरीक्षर् और सिी रख - रखाि से इससे बिा जा सकता िै।

    पाइप लाइफ को प्लाजस्टक कम्पोजजट हफहटंग हडजाइन पर िुना जाता िै। जो इलके्रा हफयुजन के नसद्धांत पर आधाररत िै। जो ननम्न दाब एि.डी.पी.ई.के इलेक्रा हफयुजन नसलि एि.डी.पी.ई नसलय से बना िुआ िोता िै । जो एि.डी.पी.ई. के सति को आर.टी.पी. से जोडे िुए रखता िै । एि.डी.पी.ई. नसलि के अंदर तांबे का गमण कंुडली िोता िै , जो विद्युत शवि से नसलि और पाइप के हकनारो को एक मजबूत पकड प्रदान कराता िै। बट िेजल्डंग और इलेक्रा हफयुजन िेजल्डंग प्रहिया पूरी तरि स ेस्ििानलत कम्पयूटरों द्वारा ननयंवत्रत की जाती िै ताहक मानि िस्तक्षेप और हकसी भी त्रुहट से बिा जा सके। कम्पयूटरों िर िेल्ड के िेजल्डंग मापदंडों का ररकाडण रखता िै। हकसी भी त्रुहट को आसानी से पता लगाया जा सकता िै । आर.टी.पी. अच्छा अजग्नप्रनतरोधी िोता िै । आर.टी.पी. के परीक्षर् के दौरान यि 1100 हडग्री सेनलनसयस की अजग्न को भी 6 नमनट तक सिन कर सकता िै। यद्यवप परीक्षर् के दौरान उसका बािरी परत जलता िै, हकन्तु प्रबनलत परत और पॉलीइथालीन के उष्टमारोधी गरु् के कारर् अरानमड फाइबर के सुदृढीकरर् को रोकता िै। आर.टी.पी. के इसी गरु् के कारर् इसे भविष्टय में अजग्न संिेदलशील क्षते्रों में उपयोग हकया जा सकता िै। हकए गए अनेक परीक्षर्ों स ेयि प्रमाजर्त िो िुका िै हक आर०टी०पी० स्टील पाइप और ग्लासफाइबर इपोक्सी पाइप से बेितर िै। इसके लिीलेपन के कारर् इसे 400 मीटर तक के किाईल में भी आपूनतण हकया जा सकता िै। यि बिुत िी कम खिण एिं आसानी से भूनम के सति पर और नीिे स्थावपत हकया जा सकता िै। इसे भूनम के अदंर 1 घंटे में 1 हकलोमीटर तक आसानी से वबना हकसी सिारे के स्थावपत हकया जा सकता िै । इसे भूनम की सति पर स्ििानलत रेनिग तकनीक के द्वारा 1 घंटे में लगभग 100 मीटर तक स्थावपत हकया जा सकता िै । आर.टी.पी. का प्रयोग सन े् 2000 से तेल और गैस उद्योग के क्षेत्र में भी हकया जाता रिा िै । तेल क्षेत्र में पाइपों में िोने िाले संक्षारर् को रोकने के नलए आर.टी.पी. का प्रयोग बिुत िी हकफायती समाधान िै। ितणमान समय में मात्र 6 मीटर पररनध िाले आर.टी.पी. उपलब्ध िै । अरानमड आर0टी0पी0 100 बार के दबाि को सिन कर सकता िै जबहक स्टील लवेपत आर.टी.पी. पाइप 150 बार के दबाि एिं 65 हडग्री सेजल्सयस तापमान को िी सिन कर सकते िैं ।

  • पयाािरण मदृलु कुमार पाण्डेय

    विस्फोटक ननयंत्रक,िण्डीगढ़

    पयाणिरर् दो शब्दों का संगम - परर जो िमारे िारों ओर िै और आिरर् जो िमें िारों ओर से घेरे िुए िै । पयाणिरर् सभी भौनतक, रासायननक एिं जवैिक कारकों की समागत इकाई िै जो हकसी जीिधारी को प्रभावित करते िै और उनके रूप, रंग एिं जीिन शैली को समीर से िी सम्पूर्ण सरवि ि जीिन शैली को तय करते िैं।

    इस संबंध में पुरातन काल से िी यि किा गया िै जक्षनत, जल , पािक , गगन ि समीर से िी सम्पूर्ण सरवि ि जीिन िै । पुरातन काल में प्रकर नत ि मानि एक दसूरे के बिुत ननकट थे । मानि प्रकर नत को पूंजता था जो िो प्रकर नत प्रदान करती थी उसको ग्रिर् करता था । मानि की असीनमत इच्छाशवि िोने ि आबादी बढ़ने के कारर् विनभन्न प्रकार की सभ्यताएूँ बनी ि मानि विकास के मागण पर आग ेबढ़ता गया । भौनतक सुखों ि संसाधनों की िाि में मानि ने औद्योनगक क्षेत्रों में कदम रखा। पररर्ामतः प्रकर नत का दोिन आरम्भ िुआ।

    अननयंवत्रत औद्योगीकरर् के कारर् िमें आज िायु प्रदषर्, जल प्रदषूर्, ध्िनन प्रदषूर्, मरदा प्रदषूर्, भूमंडलीय उष्टर्ीकरर्, रेहडयो धमी प्रदषूर् जैसे शब्द सुनने को नमल रिे िै। जिरीली गैसों के कारर् सांस लेना कहठन िो रिा िै, जल प्रदषूर् के कारर् जीि जन्तु मनलयाूँ िगैरि तडप रिे िै। विनभन्न रासायननक उत्पादों का पयाणिरर् में उत्सजणन िोने से ओजोन परत का क्षय िो रिा िै और बडी मात्रा में पराबैंगनी हकरर्े परथ्िी पर पिंुि रिी िै। इसके पररर्ामस्िरूप मानि शरीर में मोनतया वबंद और कैं सर जैसी बीमाररयां िो रिी िै ि जीि जन्तुओ में भी विकार उत्पन्न िो रिे िै। इतना रेहडयोधमी किरा इकट्ठा िो गया िै हक उसको ननपटाना एक समस्या बन िुकी िै। सारांश यि िै हक िमारा पयाणिरर् प्रत्येक क्षेत्र में प्रदवूषत िोता जा रिा िै। इसी प्रकार प्रदषूर् यहद बढ़ता रिा तो परथ्िी पर जीिन संकट में पड जाएगा।

    िम मानि िै इसनलए िाथ पर िाथ रखकर बैठे निीं रि सकते िै। पयाणिरर् स्िच्छ रखने ि बेकार किरे का ननपटारा करने के नलए िमारे देश में बिुत सारे कदम उठाये जा रिे िै। परथ्िी का क्षते्रफल ि प्राकर नतक उत्पाद सीनमत िै और यि प्राकर नतक उत्पाद एक िि में घूमते िै। इस िि से छेड्छाड करने पर प्रकर नत अपनी आपदा हदखती िै।

    इस अंधी औद्योनगक विकास की दौड में पयाणिरर् और मानि को सामंजस्य बनाकर रखना िोगा अन्यथा प्रदवूषत पयाणिरर् के दषु्टपररर्ाम भी झेलने िोंगे। िमारे देश में जनसंख्या िरवद्ध पयाणिरर् के नलए बिुत बडी समस्या िै। इस पर रोक लगाना िोगा क्योंहक यहद िम रोटी, कपडा मकान की आिश्यकताओं में उलझे रिे तो आगे कुछ सोि निीं पायेंगे। बेकार उत्पादों की पुनरािरवत्त ि किरा प्रबंधन को विकनसत करना िोगा। विकास की अंधी दौड में िम किीं पयाणिरर् को इतना प्रदवूषत न कर दें हक िमारा मानि जीिन ि परथ्िी गरि का अजस्तत्ि िी खतरे में पड जाये। इसनलए िम सभी का कातणव्य िै हक िम पयाणिरर् को स्िच्छ रखें।

  • पेट्रोनलयम और प्राकृनतक गसै पाइपलाइन इंटीनिटी प्रबंधन

    जमुनालाल राउत, (उनके हडजाइन सविास जीिन के बाद)

    उप-विस् फोटक ननयंत्रक, नागपुर

    पेरोनलयम उत्पादों और कच्िे तेल के पररििन का तरीका पररििन के अन्य तरीकों की तुलना में पाररजस्थनतक रूप से सुरजक्षत और इको फ्रें डली िै। एक बंद प्रर्ाली िोने के कारर्, िैंडनलंग और पारगमन के नुकसान न्यूनतम िैं, इसनलए पाइपलाइन को पररििन का सबसे अच् छा तरीका भी माना जाता िै। िॉस-कंरी पाइपलाइन िमारे देश की ऊजाण सुरक्षा की लाईफ लाइन िैं। पेरोनलयम उत्पादों के प्रभािी पररििन के नलए, देश में पाइपलाइन का एक विशाल नेटिकण कई िषों से बना िै। पाइपलाइन से ररसाि, छलकन, आग आहद स ेिाइड्रोकाबणन के पररििन से जुडे अंतननणहित खतरे िैं। सािणजननक स्थानों पर वबछाई गई पाइपलाइन और उनके पुराने िोने के साथ अनतररि सुरक्षा जोजखम भी िैं। भारत में तेल उद्योग की िॉस-कंरी पाइपलाइनों में से कुछ 25 साल से भी अनधक पुरानी िैं। ऐसे में, हडजाइन लाइफ में प्रिानलत पाइपलाइनों के मुकाबले इस तरि की िॉस-कंरी पाइपलाइनों का सख् ती से ननरीक्षर् और रखरखाि आिश्यक िै। इन जोजखमों को कम करने के नलए, यि आिश्यक िै हक इन पाइपलाइनों की प्रामाजर्कता का आकलन करने के नलए संरनित हदशाननदेशों का पालन हकया जाए।

    पुराने पाइपलाइनों के ऑपरेटरों को सबसे पिल ेआधारभूत सिेक्षर् करना िोगा, जजससे पाइपलाइन के प्रदशणन का अंदाजा लगाया जा सकता िै। इसमें एक स्माटण वपग रन, ऑपरेहटंग ररकॉडण की समीक्षा, आहद शानमल िैं। यि समझना िोगा हक एक सटीक मूल्याकंन पाइपलाइन सविणस लाइफ पर एकवत्रत गुर्ित्तापूर्ण डेटा पर ननभणर करता िै।

    इंहटनिटी असेसेमेंट के प्रकार- िॉस कंरी पाइपलाइन के शुरू में अनुमाननत हडजाइन लाइफ के पूर्ण िोने के बाद, उपयुि तरीकों का उपयोग करके, एक िषण के भीतर पाइपलाइन की इंहटनग्रटी की ननम्ननलजखत माननटररंग /असेसमेंट की जानी िाहिए:

    • इन-लाइन ननरीक्षर्, क. संक्षारर् जांि, कूपन, पाइप लाइन में रखा सेंसर द्वारा गर्ना के अनुसार जंग की दर ख. वपग अिशेषों की रासायननक जांि ग. एक िाई-ररजॉल्यूशन उपकरर् के द्वारा वपनगंग घ. ननरीक्षर् से संबंनधत ररकॉडण, जैसे बािरी या आंतररक रेखा की जस्थनत

  • • दाब परीक्षर्

    • सीपी प्रर्ाली की समीक्षा

    • लीक, बस् टण और मरम्मत के ररकॉडण की समीक्षा

    • प्रत्यक्ष मूल्यांकन, या अन्य नई तकनीक।

    इंहटनिटी असेसेमेंट टेस् ट की हिक् िेंसी : पेरोनलयम पाइपलाइनों के नलए 25 िषण के हडजाइन लाइफ के बाद हकए जाने िाले परीक्षर्ों की हफ्रक् िेंसी का वििरर् ननम्ननलजखत तानलका में विस्तरत िै।

    परीक्षण के प्रकार/ विशे्लषण

    25 िषों के हडजाइन लाईफ के बाद हकए जाने िाले

    फीड गुर्ित्ता विश्लेषर्

    CO2, H2 S, Cl, S, नमी / पानी, घनीभूत, pH मान आहद के नलए िषण में एक बार विश्लेषर् हकया जाना िाहिए।

    स्िेपर वपनगंग (i) नॉन एटीएफ पेरोनलयम उत्पाद पाइपलाइन - छि मिीने में एक बार। (ii) एटीएफ पाइपलाइन अन्य पेरोनलयम उत्पादों को भी ले जाने िाली- तीन

    मिीने में एक बार। (iii)समवपणत एटीएफ पाइपलाइन - िषण में एक बार । (iv) िूड ऑयल पाइपलाइन - तीन मिीने में एक बार। (v) टू फेज/ मल्टीफेज फ्लो - िषण में एक बार (या आिश् यक िोने पर अनधक) (vi) ड्राय गैस के नलए - 5 िषण की अिनध में एक बार (vii) एलपीजी गैस - िषण में एक बार

    वपग अिशेष का विश्लेषर् जमा (वपग अिशेष) की मात्रा और गुर्ित्ता का ररकाडण

    पाइपलाइन संक्षारर् / क्षय की प्रिरवत्त के संदभण में प्रत्येक वपनगंग के मक (लीद) और अिशेषों के विश्लेषर् की मात्रा की तुलना की जानी िाहिए और एक रेंड का विश्लेषर् हकया जाना िाहिए। यहद मक/ सकं्षारर् उत्पाद, अन्य संक्षारक संकेत, जैसे हक सल्फर, पीएि, एि 2 एस आहद की मात्रा में िरवद्ध िोती िै, तो वपनगंग हफ्रक् िेंसी बढ़ाई जानी िाहिए और संक्षारर् दर ननधाणररत हकया जाना िाहिए। संक्षारर् उत्पाद में िरवद्ध का रेंड, यि संकेत देता िै हक संक्षारर् का पता लगाने के नलए गुर्ित्ता का तुरंत विशे्लषर् हकया जाए।

    आंतररक संक्षारर् माननटररंग

    • यहद क्षरर् की दर 1 MPY (प्रनत िषण नमल्स प्रिेश) से अनधक िै, तो संक्षारर् अिरोधक की उपयुि डोज को इंजेक्ट हकया जाए और संक्षारर् दर माननटररंग कायणिम लाग ूहकया जाना िाहिए।

  • • िेट नेिरुल गैस को संक्षारक मानते िुए संक्षारर् अिरोधक की प्रभािशीलता की माननटररंग के साथ िी शुरुआत से िी अिरोधक डोजींग जारी रखनी िाहिए।

    पाइप की मरम्मत / प्रनतस्थापन तय करने के नलए आंतररक संक्षारर् डेटा को आईपी पररर्ामों और हफटनेस मूल्यांकन वििरर्ों के साथ सत्यावपत हकया जाना िाहिए। • यहद आंतररक सकं्षारर् दर 5 MPY से अनधक िै, तो लाइन की जस्थनत का आकलन करने के नलए अगली आइपीएस उपयुि रूप से विकनसत िोगी।

    प्रभािीवपनगंग सिेक्षर् हडजाइन लाईफ के पूरा िोने के तुरंत बाद एक साल के भीतर, IPS हकया जाएगा और ननष्टकषों के आधार पर हफ्रक् िेंसी तय की जाएगी, हकंतु आठ (8) िषों के अंतराल के बाद निीं। िालाूँहक, यहद हकसी भी ऑपरेटर ने वपछले पाूँि (5) िषों के दौरान IPS हकया िै, तो उसी पर वििार हकया जाएगा और अनंतम IPS के ननष्टकषों के आधार पर अगला आइपीएस हकया जाएगा, लहेकन आठ (8) िषों के अंतराल के बाद निीं।

    • तेल और गैस पाइपलाइनों के नलए शेष जीिन का आकलन ASME B31.8S की तानलका 3 के अनुसार हकया जा सकता िै।

    • इसके अलािा, इस डेटा का उदे्दश्य और भविष्टय में उपयोग के नलए हफट िोने के नलए विश्लेषर् हकया जाना िाहिए।

    कैथोहडक संरक्षर्, माननटररंग , उन्नयन और प्रभािशील परीक्षर्

    • स्थावपत स्थायी सीपी इकाइयों की प्रभािशीलता की माननटररंग • पूरी पाइपलाइन (पोलराइज् ड/धु्रिीकर त) के नलए नमट्टी की क्षमता के नलए पाइप को (-) 0.85 िोल्ट स े(-) 1.20 िोल्ट तांबे/ कॉपर सल्फेट आधे सेल के संबंध में बनाए रखने की आिश्यकता िै।

    • िर छि मिीने में पूरे पाइप लाइन के टेस्ट लीड पॉइंट (टीएलपी) पर तत्काल पीएसपी ऑन के साथ पीएसपी ऑफ की ररहडंग ली जाएगी।

    • प्रत्येक पाइपलाइन के नलए िावषणक स् तर पर ितणमान खपत डेटा / ितणमान घनत्ि डेटा / लाइन का सरंक्षर् स्तर आहद, विश्लेषर् हकया जाना िै, और उपिारात्मक उपायों जैसे हक प्रभावित ितणमान सीपी स्टेशन को ननष्टकषों के आधार पर मजबूत करना, आहद हकया जाना िाहिए।.

    मरदा परीक्षर् • हडजाइन लाईफ के पूरा िोने के तुरंत बाद एक िषण के भीतर, मरदा प्रनतरोधकता सिेक्षर् हकया जाएगा।

    • उसके बाद, दस साल में एक बार मरदा प्रनतरोधकता परीक्षर् हकया जाएगा

  • दाब परीक्षर् (िाइड्रो टेजस्टंग)

    • पाइपलाइन के हडजाइन लाईफ में एकवत्रत हकए गए आंकडों के आधार पर, ऑपरेटर द्वारा संपूर्ण पाइपलाइन / पाइप लाइन के अनुभाग का दाब परीक्षर् (िाइड्रो परीक्षर्) करने का ननर्णय नलया जाना िै। ननम्ननलजखत आंकडों पर वििार हकया जाना िाहिए: क. ररसाि, बस् टण और मरम्मत के ररकॉडण की समीक्षा ख. पाइप लाइन में रखे क्षरर् कूपन के आधार पर संक्षरर् की दर की गर्ना। ग. एक उच्ि-ररजॉल्यूशन टूल के माध्यम से कुशल वपनगंग।

    • दाब परीक्षर् (िाइड्रो टेस्ट) के आधार पर पाइप लाइन की मरम्मत / प्रनतस्थापन कारणिाई की जाए।

    जोजखम मूल्यांकन िास्तविक आबादी को ध् यान में रखते िुए जोजखम को पििानने के नलए मात्रात्मक जोजखम मूल्याकंन (QRA) 5 िषों में एक बार हकया जाना िै ताहक और उच्ि जोजखम िाले क्षते्र या कम जोजखम िाला क्षते्र आबादी और स्थायी बजस्तयों में िरवद्ध के कारर् उच्ि जोजखम क्षेत्र बन गया िै। जोजखम में कमी के उपायों को कायाणजन्ित हकया जाना िाहिए।

    फैहटग (श्राजन्त) परीक्षर् (ईआरडब्ल्यू और एलएसएिाई पाइपों के नलए)

    हकसी भी पाइपलाइन / पाइपलाइन अनुभागों में फैहटग की विफलता के पुराने मामलों के आधार पर, विफलता एलएसएिी और ईआरडब्ल्यू सीम पाइप की फैहटग शवि स्थावपत करने के नलए फैहटग परीक्षर् हकया जाएगा।

    एक एजजंग पाइपलाइन नसस्टम में दोषों और क्षनत का आकलन करना- पाइपलाइन में उपरोि तरीकों स ेपििाने गए हकसी भी दोष का आकलन हफटनेस-फॉर- पपणज मथेड विनधयों का उपयोग करके हकया जा सकता िै। विश्लेषर् और हकसी भी पररर्ामी मरम्मत ननम् ननलजखत पर ननभणर करता िै: i. हडफेक् ट की गंभीरता: स्थान, गिराई, लंबाई, ओररयंटेशन, अनभविन्यास, ii. पाइपलाइन का वित्तीय / स् रेहटजजक िलै् यू(रर्नीनतक मूल्य), iii. पयाणिरर् और जन संपको के नलए थ्रटे(खतरा), iv. विननयामक / कानूनी / बीमा , v. विफलता के पररर्ाम। उपरोि परीक्षर् पररर्ाम, पाइपलाइन ररपेयर/मरम् मत / ररप् लसेमेंट कारणिाई की जाए।

  • रीइन् फोस् डा थमोप्लाजस्टक पाइप

    गगन अििाल, उप विस्फोटक

    ननयतं्रक, गिुाहाटी

    पररचयः रीइन् फोस् डण थमोप्लाजस्टक पाइप लिीला एिं लम्बी किाईल िाला पाइप िोता िै, जजसे कम खिण पर एिं आसानी से स्थावपत हकया सकता िै। ये उच्ि घनत्ि पोलीइथाइलीन के संक्षारर् प्रनतरोध, उच्ि तन्यता, उच्ि प्रभाि के नसथंेहटक फाइबर एिं तापमान प्रनतरोधी िोने के कारर् इसे ऑइलहफल्ड फ्लोलाईन में, अपनशि जल ननकासी एिं इंजेक्शन लाइन अनुप्रयोगों के नलए आदशण रूप स ेअनुकूल माना जाता िै। इसका मध्य एनशया, दजक्षर्-पूिण एनशया एिं यूरोप में 20 िषों का व्यापक ररकाडण रिा िै।

    बनािटः-

    आर.टी.पी. तीन परतों िाला पाइप िोता िै।

    1. उच्ि घनत्ि पॉलीइथाइलीन लाइनर पाइप तरल पदाथों के ररसाि को रोकता िै।

    2. एक सुदृढीकरर् परत जजसमें फाइबर सुदृढीकरर् एक समान रूप के परतों को नमलाकर बनाया जाता िै। आमतौर पर इसमें उच्ि शवि िाले अरानमड फाइबर का उपयोग हकया जाता िै, क्योंहक यि कर वत्रम फाइबर सामग्री के अहद्वतीय संयोजन को हदखाता िै। बिुत उच्ि तन्यता, कम रेंगन, पूर्ण संक्षारर्, प्रनतरोध एिं उच्ि प्रभाि शवि का संयोजन आहद जैसे प्रकर नत हकसी और फाइबर सामग्री में निीं पाया जाता िै। उदािरर् ग्लास फाइबर। अरानमड फाइबर का तापमान बिुत अच्छा और यि अजग्न प्रनतरोधक भी िोता िै। िैकजल्पक रूप से अरानमड फाइबर के बदले उच्ि तन्यता ताकत िाले स्टील के तार का उपयोग आर0टी0पी0 को मजबूत बनाने के नलए हकया जा सकता िैं। अतः िैकजल्पक रूप में हकए गए उपयोग के कारर् संक्षारर् का जोजखम भी बढ़ जाता िै, जजससे अनधक पररिालन दिाब देखा जा सकता िै।

  • 3. फाइबर के सुदृढीकरर् को बािरी क्षनत, घषणर् एिं पैराबैगनी हकरर्ों से बिाने के नलए उस पर एक सुरक्षात्मक बािरी एि0डी0पी0ई0 परत िोता िै। आमतौर पर बािरी परत पर सफेद यौनगक िोता िै जो सूयण के प्रकाश को परािनतणत कर देता िै और इसे सूयण के ताप स ेबिाता िै। इसी कारर् आर0टी0पी0 को विगत 20 िषों से रेनगस्तान और उष्टर्कंहटबंधीय जैसे जस्थनतयों में भी संिानलत हकया जाता िै। भूनम के अंदर गिराई में स्थावपत आर0टी0पी0 की उम्र लगभग 50 िषों की िोती िै। इसके लिीलापन, कम कठोरता और कम तापमान के कारर् इसे आसानी से कम खिण पर स्थावपत हकया जा सकता िै। इसके लिीलेपन के कारर् इसे सडक पररििन द्वारा इसे किीं भी ले जाने में आसानी िोती िै। िालांहक धातु की हफहटंग के कारर् यि संक्षाररत िो सकता िै, परंतु ननयनमत ननरीक्षर् और सिी रख-रखाि से इससे बिा जा सकता िै।

    4. पाइप लाइफ को प्लाजस्टक कम्पोजजट हफहटंग हडजाइन पर िुना जाता िै। जो इलेक्रा फ्युजन के नसद्धांत पर आधाररत िै। जो ननम्न दाब एि0डी0पी0ई0 के इलेक्रा फ्यजुन नसलि एि0डी0पी0ई0 नसलि से बना िुआ िोता िै। जो एि0डी0पी0ई0 के सति को आर0टी0पी0 स ेजोडे िुए रखता िै। एि0डी0पी0ई0 नसलि के अंदर तांबे का गमण कंुडली िोता िै, जो विद्युत शवि से नसलि और पाइप के हकनारो को एक मजबूत पकड प्रदान कराता िै। बट िेजल्डंग और इलेक्रा फ्यजुन िेजल्डंग प्रहिया पूरी तरि से स्ििानलत कम्पयूटरों द्वारा ननयंवत्रत की जाती िै ताहक मानि िस्तक्षेप और हकसी भी त्रुहट स ेबिा जा सके। कम्पयूटरा िर िेल्ड के िेजल्डंग मापदंडों का ररकाडण रखता िै। हकसी भी त्रुहट को आसानी स ेपता लगाया जा सकता िै। आर0टी0पी0 अच्छा अजग्नप्रनतरोधी िोता िै। आर0टी0पी0 के परीक्षर् के दौरान यि 1100 हडग्री सेनलनसयस की अजग्न को भी 6 नमनट तक सिन कर सकता िै। यद्यवप परीक्षर् के दौरान उसका बािरी परत जलता िै, हकन्तु प्रबनलत परत और पॉलीइथालीन के उष्टमारोधी गुर् के कारर् अरानमड फाइबर के सुदृढीकरर् को रोकता िै। आर0टी0पी0 के इसी गुर् के कारर् इसे भविष्टय में अजग्न संिेदलशील क्षेत्रों में उपयोग हकया जा सकता िै। हकए गए अनेक परीक्षर्ों से यि प्रमाजर्त िो िुका िै हक आर0टी0पी0 स्टील पाइप और ग्लासफाइबर इपोक्सी पाइप से बेितर िै। इसके लिीलेपन के कारर् इसे 400 मीटर तक के किाईल में भी आपूनतण हकया जा सकता िै। यि बिुत िी कम खिण एिं आसानी से भूनम के सति पर और नीिे स्थावपत हकया जा सकता िै। इसे भूनम के अंदर 1 घंटे में 1 हकलोमीटर तक आसानी से वबना हकसी सिारे के स्थावपत हकया जा सकता िै। इसे भूनम की सति पर स्ििानलत रेंनिग तकनीक के द्वारा 1 घंटे में लगभग 100 मीटर तक स्थावपत हकया जा सकता िै। आर0टी0पी0 का प्रयोग सन े् 2000 से तेल और गैस उद्योग के क्षेत्र में भी हकया जाता रिा िै। तेल क्षेत्र में पाइपों में िोने िाले संक्षारर् को रोकने के नलए आर0टी0पी0 का प्रयोग बिुत िी हकफायती समाधान िै। ितणमान समय में मात्र 6 मीटर पररनध िाल ेआर0टी0पी0 उपलब्ध िै। अरानमड आर0टी0पी0 100 बार के दबाि को सिन कर सकता िै जबहक स्टील लेवपत आर0टी0पी0 पाइप 150 बार के दबाि एिं 65 हडग्री सेजल्सयस तापमान को िी सिन कर सकते िैं।

  • अन् तरााष् ट्रीय पठै बनाते हहन् दी के नए शब् द ( भारतीय अनुिाद पररषद के ‘’अनुिाद’’ पुस् तक के जनिरी-मािण 2017 : अकं 170 स ेसाभार )

    श्रािणी गांगुली

    कननष् ठ हहन् दी अनुिादक कायाालय संयुक् त मुख् य विस् फोटक ननयंत्रक

    मध यांचल, आगरा

    डाविणन और उसके सियोगी िक् सले, ‘’विजविड’’ और ‘’कोनननफार’’ का यि मानना था हक ‘’भाषा

    ईश् िर का हदया िुआ उपिार निीं िै, भाषा शनै: - शनै: ध् िन् यात् मक शब् दों और बोली से उन् ननत करके इस दशा को पिुूँिी िै ।‘’ इसी तरि कई भाषा-िैज्ञाननकों का मत िै हक मनुष्ट य बिुत काल तक गूूँगा रिा, संकेत और भ-ूप्रक्षेप से काम िलाता रिा, जब काम न िला तो भाषा बना ली और परस् पर संिाद करके शब् दों के अथण ननयत कर नलए । अथाणत े् भाषा के माध् यम से संिाद करने की िाि में मनुष्ट य ने सदैि नए नए शब् दों को अपनाया िै । उदािरर् के नलए शारीररक रूप स ेअक्षम लोगों के नलए ‘’विकलांग’’ के स् थान पर ‘’हदव् यांग’’ शब् द के प्रयोग के आग्रि को देखा जा सकता िै । ‘’हदव् यागं’’ शब् द दो शब् दों से बना िै – हदव् य + अंग । हदव् य का तात् पयण िै दैिीय, पवित्र, अपूिण, सनु् दर, उत् कर ष्ट ट ( divine heavenly ) । इसी तरि अंग का अथण िै – संघटक, उपादान, अियि, देि, शि, काया, सनमनत, जजस् म, भाग, खण् ड तथा अंश (limb, organ, part) । इस तरि हदव् यांग शब् द का तात् पयण िुआ – ‘’िि काया या शरीर जजसे हदव् य अथिा अपूिण शजक् त एिं क्षमता प्राप् त िै’’ । कुल नमलाकर इस शब् द में सकारात् मक भाि पैदा िोता िै ।

    समय के साथ-साथ नए शब् दों का जन् म िोता रिता िै, कुछ शब् दों को मान् यता प्राप् त िो जाती िै,

    कुछ शब् द अपने आप पररिेश में जगि बना लेते िैं तो कई शब् द नकार हदए जात ेिैं और धीरे-धीरे विलुप् त िो जाते िैं । समय अबाध गनत से िलता रिता िै और समय के साथ-साथ जस् थनतयाूँ और पररजस् थनतयाूँ बदलती जाती िैं । बदलती पररजस् थनतयों के अनुरूप िी अंग्रेजी के बाद अब हिन् दी भी बदल रिी िै । अंग्रेजी के बिु-प्रिनलत शब् दों को अब हिन् दी अपनाने जा रिी िै । ‘नथंक टैंक’, ‘पोस् टल आडणर’ और ‘ड्राफ्ट’ जैस ेशब् द िाल िी में हिन् दी के शब् दकोशों में शानमल िो गए िैं । ििी ं‘ब् यूरो’ ‘रेस् तराूँ, ‘डीलक् स’, ‘टेबल’, ‘पेन’ जैसे शब् दों को भी हिन् दी में मान् यता दी गई िै । ‘क् लानसकल’ को हिन् दी में ‘क् लानसकी’ और ‘कोहडफायर’ को ‘कोडकार’ नलखा जा सकता िै ।

    बािरी भाषा के शब् दों को लेकर अंग्रेजी का रुख लिीला रिा िै । यिी कारर् िै हक ऑक् सफोडण

    हडक् शनरी िर साल जिाूँ हिन् दी और अन् य भाषाओं के कई शब् दों को लेती रिी िै ििीं हिन् दी अब तक इस मामले में अपेक्षाकर त रूहढ़िादी रिी िै परन् त ुइंटरनेट के दौर में अंग्रेजी के प्रिनलत शब् द हिन् दी शब् दािली का अनभन् न अंग बनते जा रिे िैं । ऐसे में अंग्रेजी शब् दों को हिन् दी शब् दकोश के नलए िजै्ञाननक तथा तकनीकी शब् दािली आयोग की ओर से मान् यता दे दी गई िै । आयोग ने अन् तराणष्ट रीय स् तर के प्रिनलत शब् दों को उनके प्रिनलत अंग्रेजी रूप में िी अपनाना शुरू कर हदया िै । आयोग ने अब तक 8.5 लाख

  • तकनीकी शब् दों के हिन् दी पयाणय हदए िैं । कुछ तकनीकी शब् द ऐसे िैं जजनका हिन् दी पयाणय निीं नमला । ऐसे में इन् िें अंग्रेजी में स् िीकार हकया गया िै । तत् ि और यौनगक के नाम जैस ेिाइड्रोजन, ऑक् सीजन, काबणन-डाई-आक् साइड के अलािा तौल और माप की ईकाइयाूँ डाइन, कैलोरी, एजम् पयर िैं । इनके अलािा ऐसे शब् द जो हकसी व् यजक् त के नाम पर रखे गए िैं जैसे बायकॉट ( कैप् टन बायकॉट ), गैरीमेंडर (नमस् टर गैरी) फारेनिाइट तथा रेहडयो, रडार, इलेक् रान, प्रोटोन, न् यूरान, गजर्त के शब् द साइन, को-साइन, टेंजेंट, लॉग नसग् नल भी हिन् दी में यिी रिेंगे । इसके अलािा आयोग ने बीस िजार शब् द संकनलत हकए िैं जजन् िें अजखल भारतीय शब् दािली के रूप में स् िीकार हकया जाएगा ।

    मेरा मानना िै हक जजन अगं्रेजी के शब् दों का पयाणय हिन् दी में िैं तथा जो शब् द जनसाधारर् की

    भाषा में प्रिनलत िो गए िैं, उन् िें हिन् दी में नलखा जाना िाहिए । आजकल तकनीकी अनुिाद पर बिुत अनधक बल हदया जा रिा िै । लेहकन तकनीकी अनुिाद से मूल भाि व् युत् पन् न निीं हकया जा सकता िै । एक ऐसा िी िाकया मिाराष्ट र सरकार के सनििालय में आया जब गूगल की सिायता से हकए गए अनुिाद ने मूल पररपत्र का अथण िी बदल हदया । दरअसल 27 अगस् त 2016 को जारी एक पत्र को गूगल स ेरान् सलेट हकया गया था जजससे उसका अथण िी बदल गया था । मिाराष्ट र में अब सरकारी कामकाज के नलए गूगल का रान् सलेशन टूल ‘’गूगल रान् सलटे’’ इस् तमेाल निीं हकया जा सकेगा, क् योहक मिाराष्ट र सरकार ने अपने अनधकाररयों और कमणिाररयों को इस टूल के इस्