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  • 28 �सत�बर 2019 - समाचार �व�लेषण

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत राज�यव�था और शासन : पवू��र समहू� ने नाग�रकता �वधेयक को �फर से लागू करने के �खलाफ �वरोध �दश�न �कया :

    �संग : • पवू��र रा�य� म� गैर-सरकार� संगठन� ने नाग�रकता (संशोधन) �वधेयक को �फर से लागू करने के सरकार क� मंशा के �खलाफ �वरोध करने का फैसला �कया है।

    नाग�रकता संशोधन �वधेयक : • नाग�रकता संशोधन �वधेयक अफगा�न�तान, बां�लादेश और पा�क�तान से कुछ अ�पसं�यक समदुाय� से आए अवधै �वा�सय� को भारतीय नाग�रकता के �लए पा� होने क� अनमु�त देता है।

    • इस �वधेयक के ज�रए अफगा�न�तान, बां�लादेश और पा�क�तान के �हदंओु,ं �सख�, बौ�ध�, जनै, पार�सय� और ईसाईय� को �बना वधै द�तावेज के भारतीय नाग�रकता देने का ��ताव रखा है। इसके �लए उनके �नवास काल को 11 वष� से घटाकर छह वष� कर �दया गया है। यानी अब ये शरणाथ� 6 साल बाद ह� भारतीय नाग�रकता के �लए आवेदन कर सकत ेह�। वत�मान आव�यकता 12 वष� के �वास क� है।

    • �वधेयक यह �ावधान करता है �क भारत के �वासी नाग�रक काड�धारक� का पंजीकरण र�द �कया जा सकता है य�द वे �कसी काननू का उ�लंघन करत ेह�।

    • जनवर� 2019 म� ��ता�वत काननू को लोकसभा ने मंजरू� दे द� थी ले�कन रा�यसभा म� इसे पेश नह�ं �कया गया था।

    �चतंाएँ और आलोचनाएँ : • �वधेयक को �वदेशी समदुाय� के �लए एक जनसांि�यक�य खतरा माना जाता है।

    • बां�लादेश, पा�क�तान और अफगा�न�तान से गैर-मिु�लम अ�पसं�यक� को नाग�रकता देने के क� � के कदम को एक बड़ा खतरा माना जा रहा है, जो लोकतं� क� भावना को �भा�वत करेगा।

  • • �वधेयक अवधै �वा�सय� को धम� के आधार पर नाग�रकता के �लए यो�य बनाता है। यह सं�वधान के अन�ुछेद 14 का उ�लंघन कर सकता है जो समानता के अ�धकार क� गारंट� देता है।

    • �वधेयक के अनसुार अफगा�न�तान, बां�लादेश और पा�क�तान के अवधै �वासी जो मिु�लम ह�, अ�य अ�पसं�यक जो �बल म� व�ण�त समहू� से संबं�धत नह�ं ह� (जसेै यहूद�), या नाि�तक जो �कसी धा�म�क समहू के साथ पहचान नह� ंरखत ेह�, वे नाग�रकता के पा� नह�ं ह�गे, इसे भी अन�ुछेद 14 के उ�लंघन के �प म� देखा जाता है।

    • इस �वधेयक को इस �े� म� अवधै �वा�सय� क� नाग�रकता को �वाभा�वक बनाने का �यास माना जाता है। नाग�रक समाज समहू� ने ��ता�वत �वधेयक के वत�मान �व�प का कड़ा �वरोध �कया है जो भारतीय नाग�रक बनने के मानदंड� को �श�थल करके देश क� नाग�रकता और आ�जन मानदंड� म� भार� बदलाव करना चाहता है।

    • �वधेयक �कसी भी काननू के उ�लंघन के �लए OCI (भारत का �वदेशी नाग�रक) पंजीकरण को र�द करने क� अनमु�त देता है। इसम� कई �कार के उ�लंघन शा�मल हो सकत ेह�, िजनम� मामलू� अपराध (जसेै- नो-पा�क� ग ज़ोन म� पा�क� ग) शा�मल ह�।

    �या यह नाग�रक� के रा���य रिज�टर (NRC) के साथ �व��ध-उ�दे�य� पर है? • NRC को बां�लादेश और अ�य देश� से आए अवधै �वा�सय� को अलग करने के �लए नाग�रकता अ�ध�नयम के तहत अ�यतन �कया गया था।

    • �वरासत डटेा (1951 के NRC डटेा क� साम�ूहक सचूी) और 24 माच� 1971 तक मतदाता सचूी का �व�लेषण NRC को अपडटे करने के �लए �कया गया था।

    • संशोधन 1 जनवर� 1966 और 24 माच� 1974 के बीच बां�लादेश से असम आए गैर-मिु�लम अ�पसं�यक� को नाग�रकता �ा�त करने का माग� �श�त करता है।

    • जातीय अस�मया समहू� और �े�ीय दल� का कहना है �क यह NRC को नकारता है।

    �ववरण : • नॉथ� ई�ट फोरम फॉर इंडीजेनस पीपल (NEFIP) ने आठ उ�र-पवू� रा�य� क� सभी �वधानसभाओ ंको �वधेयक के �खलाफ ��ताव लाने को कहा है।

  • • उ�ह�ने क� � से �वदेशी लोग� के अ�धकार� पर संय�ुत रा�� घोषणा को लागू करने के �लए आव�यक कदम उठाने का आ�ह �कया है।

    • NEFIP सात पवू��र रा�य� के 250 सामािजक संगठन� का एक समहू है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत �वा��य : वाय ु�दषूण से �दल का दौरा पड़ने क� संभावना बढ़� :

    �संग : • एक अ�ययन से पता चला है �क वाय ु�दषूण �दय रोग� के �लए ध�ूपान के समक� हो सकता है।

    �चतंाएं : • अ�ययन म� पाया गया �क लगभग 35% रोगी, िजनम� कोई पारंप�रक जो�खम कारक नह�ं था, वाय ु�दषूण से जड़ु ेकारण� के कारण �दय रोग� (CAD) से पी�ड़त ह�।

    • इससे पहले, वाय ु�दषूण केवल �वसन रोग� से ह� जड़ुा हुआ था। • हाल के �दन� म�, कई नदैा�नक अ�ययन� ने �दय रोग� के कारण के �प म� वाय ु�दषूण क� भ�ूमका को सा�बत �कया है। • यह पाया गया है �क वाय ु�दषूण के कारण ध�ूपान से कह�ं अ�धक लोग �भा�वत होत� है। • एक लाख भारतीय� म� से, लगभग 200 लोग वाय ु�दषूण के कारण �दल क� बीमा�रय� से ��त ह�।

    �ववरण : • अ�ययन �ी जयदेव इं�ट��यटू ऑफ का�ड �योवा�कुलर साइंसेज एंड �रसच� �वारा आयोिजत �कया गया था, जो �क NIMHANS और स�ट जॉन �रसच� स�टर, ब�गल�ु जसेै सं�थान� के साथ जड़ुा हुआ है।

    • अ�ययन 29 �सतंबर को मनाये जाने वाले �व�व �दय �दवस से एक �दन पहले जार� �कया गया था।

    • उन लोग� पर गहन शोध �कया गया िजनम� कोई भी जो�खम वाले कारक नह�ं थे, िज�ह� �दय रोग थे, उ�ह�ने खलुासा �कया �क उनके र�त म� ह�मो�लो�बन का �तर अ�धक था। ले�कन िजस तरह के कारबॉ�सीहेमो�लो�बन का �तर �वशषे �प से �ाइवर� म� देखा गया है वह एक �व�थ कारक के �प म� वाय ु�दषूण को उजागर नह�ं करता है।

  • • अ�ययन इस त�य पर �काश डालता है �क अ�धकतर यवुा भारतीय �दय रोग� क� चपेट म� ह� और वाय ु�दषूण �दल के दौरे के �लए एक उभरता हुआ जो�खम कारक है।

    • �रपोट� म� कहा गया है �क ब�गल�ु म� प�रवहन उ�सज�न के �मखु �ोत� म� से एक है। ब�गल�ु म� PM10 का वा�ष�क औसत अभी भी रा���य प�रवेश वाय ुगुणव�ा मानक� से लगभग 1.5 गुना है, जो �वा��य पर ��तकूल �भाव डाल सकता है।

    रा���य प�रवेशी वाय ुगुणव�ा मानक : • रा���य प�रवेशी वाय ुगुणव�ा मानक क� ��य �दषूण �नयं�ण बोड� �वारा �नधा��रत प�रवेशी वाय ुगुणव�ा का मानक ह� जो देश भर म� लागू ह�।

    • क� ��य �दषूण �नयं�ण बोड� को वाय ु(�दषूण क� रोकथाम और �नयं�ण) अ�ध�नयम, 1981 �वारा यह शि�त �दान क� गई है।

    • वाय ुगुणव�ा क� माप आठ �दषूक�, अथा�त,् PM2.5, स�फर डाइऑ�साइड (SO2), नाइ�ोजन डाइऑ�साइड (NO2), PM10, लेड (Pb), काब�न मोनोऑ�साइड (CO), ओजोन, अमो�नया (NH3) पर आधा�रत है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत �वा��य : �स�लको�सस का इलाज कर�, न �क ट�बी का : म�य �देश खनन कम�

    �संग : • �स�लको�सस से पी�ड़त म�य �देश के गंज बासोड़ा िजले के ख�नक� ने इलाज हेत ुपया��त मआुवजे के �लए खदु को संग�ठत करने और तपे�दक के बजाय �स�लको�सस के सह� उपचार के �लए सरकार से अपील करने का फैसला �कया है।

    म�ुदा : • िजले के 40 गांव� के लगभग 10,000 ख�नक सांस क� बीमार� के खतरे का सामना कर रहे ह�।

    • गंज बासोड़ा के पथार गांव म�, जहाँ आ�दवासी सरपंच खदु एक ख�नक है, सह�रया जनजा�त के 600 लोग� म� 40 म�हलाओ ंने अपने प�त को �स�लको�सस बीमार� के कारण खो चकु� ह�।

  • • �स�लको�सस एक बीमार� है जो सांस लेने के दौरान �स�लका कण� और टूटे प�थर� क� धलू क� वजह से होती है। जाग�कता क� कमी के कारण इसे अ�सर तपे�दक समझा जाता है। • इस बीमार� को लाइलाज माना जाता है, ले�कन अगर समय पर सावधानी बरती जाए तो लोग खदु को इससे बचा सकत ेह�।

    • यह देखा गया है �क सरकार �स�लको�सस क� सीमा को �वीकार करने के �लए तयैार नह�ं है, और इसके बजाय ट�बी का इलाज करने के �लए तयैार है।

    �स�लको�सस : • यह एक �कार का �यावसा�यक फेफड़ा रोग है जो साँस लेने के दौरान �स�लका कण� के कारण होता है, और फेफड़� क� द�वार� पर धीरे-धीरे जम कर एक मोट� परत बना लेत ेह�। इससे फेफड़ ेठ�क से फैलना और �सकुड़ना बंद कर देत ेह�। इससे सांस लेने म� काफ� तकल�फ होती है। धीरे-धीरे सांस लेने क� परू� ���या को यह �भा�वत करता है और आ�खरकार आदमी क� मौत हो जाती है।

    • यह एक �कार का �यमूोको�नयो�सस है। • इसे ख�नक के फ�थस, �ाइंडर के अ�थमा, कु�हार के रोट आ�द के �प म� भी जाना जाता है। • �स�लको�सस के ल�ण सांस क� तकल�फ, खांसी, बखुार, और �सयानो�सस (नील� �वचा) है। • �स�लको�सस एक �थायी बीमार� है िजसका कोई इलाज नह�ं है।

    • �स�लको�सस को रोकने का सबसे अ�छा तर�का काय�-�थान क� ग�त�व�धय� क� पहचान करना है, जहाँ �वसनीय ���टल�य �स�लका धलू का उ�पादन होता हो और �फर धलू को ख�म या �नयं��त �कया जा सकता हो।

    • जहां धलू �नकलती है वहां वाटर ��े (पानी क� बौछार) का उपयोग �कया जा सकता है। श�ुक वाय ु�फ़�ट�रगं के मा�यम से भी धलू को भी �नयं��त �कया जा सकता है।

    • गुड़ (एक पारंप�रक चीनी) (JAGGERY) म� �स�लको�सस के �खलाफ एक �नवारक कार�वाई क� �मता है।

    �ववरण : • ��मक जोधपरु क� राज ूदेवी से �ेरणा ले रहे ह�, िज�ह�ने �स�लको�सस के कारण अपने प�त क� म�ृय ुके बाद, लगभग 25,000 ख�नक� को संग�ठत �कया और उनके अ�धकार� को हा�सल �कया।

  • • �यमूोको�नयो�सस (Pneumoconiosis) बोड� रो�गय� को �माणप� जार� करता है, िजससे वे सरकार क� �व�ीय सहायता हेत ुपा� बनत ेह�। • भारत म� �स�लको�सस को ख�म करने क� म�ुय चनुौती उ�योग� का अनौपचा�रक, अ�नयं��त �े�� म� होना है जो भारत के कारखाना अ�ध�नयम (1948) जसेै वधैा�नक काननू� के �नयं�ण म� नह�ं आत ेह�।

    • अनौपचा�रक �े� म� �स�लको�सस �भा�वत ��मक वधैा�नक संर�ण के हकदार नह�ं होत ेह�, जो उ�ह� खतरनाक वातावरण या ��तप�ूत � से वं�चत कर देगा िजसके कारण उ�ह� काम छोड़ना पड़ जाता है।

    • �नरंतर अनावरण से �च�क�सक� को बीमार� का �बंधन करना मिु�कल हो जाता है।

    • इसके अलावा, भारत म� अ�धकांश �ाथ�मक देखभाल �च�क�सक� को �यावसा�यक �वा��य रोग� के �बंधन के �लए ��श��त नह�ं �कया जाता है।

    • �स�लका के साथ लंबे समय तक संपक� म� रहने पर ��मक� म� तपे�दक सं�मण का खतरा बढ़ जाता है और पहले से मौजदू फु�फुसीय तपे�दक बढ़ जाता है। �वभेदक �नदान (Differential diagnosis) एक चनुौती बनी हुई है।

    भावी कदम : • �स�लका के संपक� म� आने वाले ��मक� को �ाथ�मक, मा�य�मक और ततृीयक �तर क� �वा��य स�ुवधाओ ंम� �न: श�ुक नदैा�नक और उपचार क� स�ुवधा के साथ-साथ रो�गय� को परामश� �दया जाता है �क वे धलू भर� साँस लेने से कैसे बच� और बीमार� क� ग�त को कैसे रोक� ।

    • �थानीय भाषा म� म�ु�त सचूना साम�ी के मा�यम से जाग�कता बढ़ाई जानी चा�हए।

    • �स�लको�सस-जो�खम वाले िजल� म� �स�लको�सस �वा��य देखभाल इकाइय� क� �थापना क� ज�रत है, जहां छाती का ए�स-रे और फु�फुसीय काय� पर��ण �कया जाता हो।

    • सम�ुचत �नगरानी स�ुनि�चत करने के �लए गैर-सरकार� संगठन� क� स��य भागीदार� के साथ �स�लका का उपयोग करने वाले उ�योग� का �नय�मत �नर��ण �कया जाना चा�हए।

  • • �स�लका धलू के �बंधन के �लए लागत �भावी इंजी�नय�रगं �नयं�ण उपाय� को �वक�सत करने और बढ़ावा देने क� आव�यकता है।

    • भारत म� एक �स�लको�सस �नयं�ण काय��म �था�पत �कया जाना चा�हए। • �स�लको�यबूर�लो�सस के बढ़ने जसैी संभावना वाले लोग� के �बंधन क� �दशा म� संशो�धत भारतीय रा���य तपे�दक �नयं�ण काय��म के तहत �यापक �दशा�नद�श� क� आव�यकता है।

    �न�कष� : • �स�लको�सस और �स�लको�यबूर�लो�सस के �बंधन म� कई नदैा�नक और प�रचालन चनुौ�तय� के बावजदू, भारत सरकार के पास रोकथाम, उपचार, पनुवा�स, मआुवजा और अनवुत� पर एक �यापक नी�त ढांचा तयैार करने का अवसर है। �स�लको�सस और �स�लको�यबूरकुलो�सस के बोझ के द�तावेजीकरण के �लए स��य मामले क� खोज पर कार�वाई क� ज�रत है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत अतंरा����य संबंध : पंचशील �स�धांत शां�त के �लए होना चा�हए :

    �संग : • चीनी दतू ने भारत से नेह�वाद� यगु म� शां�तपणू� सह-अि�त�व के �स�धांत का पालन करने का आ�ह �कया।

    �ववरण : • पीप�ुस �रपि�लक ऑफ चाइना क� �थापना क� 70 वीं वष�गांठ का ज�न मनाने के �लए आयोिजत एक साव�ज�नक �वागत समारोह म�, राजदतू ने कहा �क 2018 म� वहुान �शखर स�मेलन के बाद भारत-चीन ��वप�ीय संबंध� को एक नया बढ़ावा �मला है और परुाने मतभेद� को संबो�धत �कया जा रहा है।

    पंचशील सं�ध : • पंचशील सं�ध या शां�तपणू� सह-अि�त�व के पांच �स�धांत भारत और चीन के बीच संबंध� के आधार के �स�धांत� क� एक �ृंखला है।

    • पंचशील सं�ध का पहला औपचा�रक सं�हताकरण चीन के �त�बत �े� और भारत के बीच �यापार और सहयोग के �लए दोन� देश� के बीच समझौत ेके �प म� था।

  • • इस समझौत ेपर त�काल�न भारतीय �धानमं�ी जवाहरलाल नेह� और चीनी �धानमं�ी झोउ एनलाई (Zhou Enlai) ने 29 अ�लै 1954 को ह�ता�र �कए थे।

    • शां�तपणू� सह-अि�त�व के पांच �स�धांत ह�- 1. एक दसूरे क� �े�ीय अखंडता और सं�भतुा के �लए पार�प�रक स�मान 2. पार�प�रक गैर-आ�ामकता 3. पार�प�रक गैर-ह�त�ेप 4. समानता और पार�प�रक लाभ 5. शां�तपणू� सह-अि�त�व

    सामा�य अ�ययन ��न प� 3 से संबं�धत पया�वरण और पा�रि�थ�तक� : अप�श�ट �बंधन पर �यान क� ��त करने के �लए 10 वष�य �व�छता योजना :

    �संग : • जल शि�त मं�ालय के पेयजल और �व�छता �वभाग (DDWS) ने 10 वष�य �ामीण �व�छता रणनी�त (2019-2029) श�ु क� है।

    अब तक क� �ग�त : 2014 म� SBM-G के लॉ�च के बाद से, • �ामीण �े�� म� 10 करोड़ से अ�धक शौचालय बनाए गए ह�। • 5.9 लाख से अ�धक गांव�, 699 िजल� और 35 रा�य� / क� �शा�सत �देश� ने खदु को खलेु म� शौच म�ुत (ODF) घो�षत �कया है। • हाल के वष� म�, भारत म� एक �व�छता �ां�त देखी गई है, और SBM-G ने खदु को एक जन आदंोलन म� बदल �दया है।

    �ववरण : • �ामीण �व�छता रणनी�त �व�छ भारत �मशन �ामीण (SBM-G) के तहत �ा�त �व�छता �यवहार प�रवत�न को बनाए रखने पर �यान क� ��त करेगी और यह स�ुनि�चत करेगी �क कोई भी पीछे न छूटे।

  • • इसका उ�दे�य ठोस और तरल अप�श�ट �बंधन तक पहंुच बढ़ाना है।

    • 10 साल क� रणनी�त रा�य� / क� �शा�सत �देश� क� �मता को मजबतू बनाने, IEC (सचूना, �श�ा और संचार), ज�ैवक अप�श�ट �बंधन, �लाि�टक अप�श�ट �बंधन, �ेवाटर �बंधन और �लकै वाटर �बंधन के मा�यम से �मशन के लाभ को बनाए रखने के अपने �यास� को जार� रखने क� आव�यकता पर क� ��त है।

    • यह रणनी�त रा�य सरकार� और अ�य �हतधारक� के परामश� से DDWS �वारा तयैार क� गई है।

    • यह ODF �लस के �लए अपनी योजना म� �थानीय सरकार�, नी�त �नधा�रक�, काया��वयनकता�ओ ंऔर अ�य संबं�धत �हतधारक� का माग�दश�न करने के �लए एक �परेखा तयैार करता है, जहां हर कोई शौचालय का उपयोग करता है, और ��येक गांव म� ठोस और तरल अप�श�ट �बंधन होता है।

    • यह रणनी�त �वकास सहयो�गय�, नाग�रक समाज और अतंर-सरकार� भागीदार� के साथ संभा�वत सहयोग के बारे म� भी बताती है। यह �व�छता �व�पोषण के �लए अ�भनव मॉडल पर भी �काश डालती है।

    सामा�य अ�ययन ��न प� 2 से संबं�धत अ�तरा����य संबंध : संपादक�य : अन�ुछेद 370 पर इ�ला�मक सहयोग संगठन क� �ट�पणी :

    �संग : • नई �द�ल� �वारा ज�म ूऔर क�मीर के �वशषे दज� को र�द करने के फैसले के बाद इ�ला�मक सहयोग संगठन (OIC) ने भारत से क�मीर म� अपने काय� को "रोकने" और संय�ुत रा�� सरु�ा प�रषद के ��ताव� का पालन करने के �लए कहा।

    • क�मीर पर OIC संपक� समहू के �वदेश मं��य� ने संय�ुत रा�� महासभा के 74 व� स� क� बठैक के दौरान ज�म ूऔर क�मीर म� अन�ुछेद 370 को र�द करने के भारत सरकार के फैसले और दो क� � शा�सत �देश� म� रा�य के �वभाजन पर चचा� क�।

    �या इसका भारत पर कोई �भाव है?

  • • 1990 के दशक के म�य से, जब यह संपक� समहू बना था, तब इसने पा�क�तान क� ओर से कई बयान जार� �कए थे। सऊद� अरब, अज़रबजैान, तकु�, नाइजर जसेै देश� ने सरकार के काय� क� आलोचना करत ेहुए बयान जार� �कए ह�।

    • ले�कन 57 देश� क� सद�यता का दावा करने वाले संगठन का �व�व मामल� म� बहुत ह� मामलू� �भाव है। • समहू के सभी देश अपनी-अपनी �ाथ�मकताओ ं के आधार पर बयान जार� करत ेरहे ह�।

    • उदाहरण के �लए, संय�ुत अरब अमीरात ने अन�ुछेद 370 पर नई �द�ल� के कदम पर एक ह�त ेसे अ�धक समय बाद, �धानमं�ी नर�� मोद� पर अपने सव��च नाग�रक परु�कार, ऑड�र ऑफ जायद को स�मा�नत �कया और घो�षत �कया �क क�मीर भारत का आतं�रक मामला था। • OIC सद�य रा��� के बीच के म�ुद� क� बात आती है तो OIC का संघष� समाधान का �रकॉड� खराब है।

    • �यावहा�रक �प म�, ज�म-ूक�मीर के �लए एक �वशषे दतू �नय�ुत करने स�हत, क�मीर पर �यान क� ��त करने का समहू का �यास �नरथ�क है।

    भावी कदम : • इस संगठन का गठन धा�म�क तज� पर हुआ था, ले�कन भरूाजनी�तक �हत� क� प�ूत � के �लए, इसम� भीतर से सधुार क� आव�यकता है। यह पा�क�तान को आतंकवाद पर अपनी रा�� नी�त को बदलने के �लए कहकर इसक� श�ु कर सकता है।

    • य�द OIC अपने सद�य� के बेहतर �दश�न या सऊद� अरब और यमन के बीच म�य�थता करने के �लए कुछ उपयोगी उपाय करता है तो OIC आने वाले �दन� म� बहुत बेहतर करेगा।

    • इसी समय नई �द�ल� को भी द�ुनया को यह �दखाना होगा �क उसक� नई क�मीर नी�त सभी क�मी�रय� के �हत म� है।

    इ�ला�मक सहयोग संगठन (OIC) : • इ�ला�मक सहयोग संगठन (OIC) संय�ुत रा�� के बाद दसूरा सबसे बड़ा अतंर-सरकार� संगठन है िजसम� चार महा�वीप� के कुल 57 देश इसके सद�य है।

  • • इस संगठन क� �थापना 25 �सतंबर 1969 को मोर�को के राबट म� हुए ऐ�तहा�सक �शखर स�मेलन म� क� गई थी। OIC के चाट�र को 1972 म� अपनाया गया।

    • इसका म�ुयालय जे�दा (सऊद� अरब) म� ि�थत है।

    • इसका उ�दे�य सद�य देश� के म�य आ�थ�क सामािजक सां�कृ�तक, व�ैा�नक और अ�य मह�वपणू� �े�� म� इ�लामी एकजटुता को �ो�साहन देना तथा अतंररा���य संगठन� से जड़ु ेसद�य� के म�य परामश� क� �यव�था करना, �कसी भी �प म� �व�यमान उप�नवेशवाद क� समाि�त तथा जातीय अलगाव और भेदभाव क� समाि�त के �लये �यास करना, �याय पर आधा�रत अतंररा���य शां�त और सरु�ा के �वकास के �लये आव�यक कदम उठाना, �व�व के सभी मसुलमान� क� ग�रमा, �वतं�ता और रा���य अ�धकार� क� र�ा करने के �लये उनके संघष� को मजबतूी �दान करना तथा सद�य देश� और अ�य देश� के म�य सहयोग और तालमेल को �ो�सा�हत करने के �लये एक उपय�ुत वातावरण तयैार करना है।

    मह�वपणू� त�य :

    1. �व� आयोग : • �व� आयोग एक संवधैा�नक �नकाय है जो स�वधंान केअन�ुछेद 280 के तहत रा��प�त �वारा क� � से रा�य� के �लए �व�ीय संसाधन� के ह�तांतरण क� �सफा�रश करने हेत ुहर पांच साल म� गठन �कया जाता है।

    • आयोग उन �स�धांत� को भी तय करता है िजन पर रा�य� को अनदुान �दया जाएगा।

    • आयोग का यह कत��य है �क वह रा��प�त को उन कर� क� श�ुध आय के �वतरण, जो क� � और रा�य� के बीच �वभािजत क� जानी ह� या हो सकती ह�, और ऐसी आय से संबं�धत शयेर� के रा�य� के बीच आवंटन के �लए �सफा�रश� दे।

    • क� � और रा�य� के बीच �व�ीय संबंध� का वण�न करना भी �व� आयोग क� िज़�मेदार� है। यह गैर-योजना राज�व संसाधन� के �वचलन के उ�दे�य को भी परूा करता है।

    • इसका गठन रा��प�त �वारा �कया जाता है और आयोग म� सभी �नयिु�तयां भी रा��प�त �वारा ह� क� जाती ह�। व��मान �व� आयोग (15वां) का गठन �ी N.K. �सहं क� आ�य�ता म� �कया गया है।

  • • �व� आयोग म� एक अ�य� और चार अ�य सद�य होत ेह�, िज�ह� रा��प�त �वारा �नय�ुत �कया जाता है।

    2. आपदा ��तरोधी संरचना के �लए गठबंधन : • भारत ने आपदा ��तरोधी संरचना के �लए गठबंधन (CDRI) बनाने के अपने इरादे क� घोषणा क� है, जो देश� को ब�ुनयाद� ढांचा प�रयोजनाओ ंके �डजाइन और �नमा�ण म� मदद करेगा ता�क ये �ाकृ�तक आपदाओ ंऔर जलवाय ुप�रवत�न के �भाव का सामना कर सके।

    • यह पहल भारत �वारा य.ूके., ऑ��े�लया, �फजी और मालद�व जसेै देश� के साथ �ाकृ�तक आपदाओ ंसे मकुाबला करने हेत ुब�ुनयाद� ढांचे के �नमा�ण के �लए श�ु क� गई है।

    • CDRI एक �वचार के �प म� पहल� बार नवंबर 2016 म� आपदा जो�खम म� कमी पर एक ए�शयाई मं�ी�तर�य स�मेलन के उ�घाटन के अवसर पर भारत के �धानमं�ी �वारा उ�ले�खत �कया गया था।

    • इसे 35 से अ�धक देश� के साथ �वचार-�वमश� के मा�यम से �वक�सत �कया गया है। • CDRI ने पा�रि�थ�तक�य अवसंरचना म� लचीलता �वक�सत करने, �वा��य और �श�ा पर ठोस जोर देने के साथ सामािजक अवसंरचना और प�रवहन, दरूसंचार, ऊजा� और पानी पर �वशषे �यान देने के साथ आ�थ�क ब�ुनयाद� ढांचे पर �यान क� ��त करने क� योजना बनाई है।

    • गठबंधन का अ�थायी स�चवालय �द�ल� म� NDMA म�ुयालय से संचा�लत होगा, जो भारत सरकार �वारा CDRI के �लए अलग से �नधा��रत धनरा�श का उपयोग करेगा।

    • यह माना जाता है �क CDRI �ान का सजृन और आदान-�दान करने और सद�य देश� को तकनीक� ब�ुनयाद� स�ुवधा �णाल� �वक�सत करने म� तकनीक� सहायता, ��श�ण और वकालत �दान करने के �लए एक मंच के �प म� उभर सकता है।

    �वचार यह है- • यह �वचार इस बात पर है �क िजन देश� म� �ाकृ�तक या मानव �न�म�त आपदाओ ंका �भाव पड़ता है, वहां मौजदूा ब�ुनयाद� ढाँचा वत�मान संकट के साथ-साथ भ�व�य के जो�खम� का सामना करने के �लए �कस �कार ससुि�जत है।

  • • यह �वचार उन मानक� को �वक�सत करने के �लए है जो इन चनुौ�तय� का सामना कर सक� और लोग� को रेल, सड़क�, हवाई अ�ड� या पलु� जसेै ब�ुनयाद� ढांचे के �डजाइन और �नमा�ण के �लए ��श��त कर सक� जो आपदा के म�देनजर कम �भाव डाल�गे।

    • �ान सजृन और आदान-�दान के �लए एक मंच के �प म� �था�पत, CDRI देश-�व�श�ट और विै�वक ग�त�व�धय� का संचालन करेगा।

    • CDRI का उ�दे�य ब�ुनयाद� सेवाओ ंतक साव�भौ�मक पहंुच के �व�तार और सतत �वकास ल�य� म� �न�हत सम�ृ�ध को स�म करने के उ�दे�य� को �ा�त करना है, जब�क आपदा जो�खम �यनूीकरण के �लए स�दाई �ेमवक� और पे�रस जलवाय ुसमझौत ेके अतंथ��त�छेदन पर काम करना भी है।

    3. दशहरा उ�सव : • दशहरा 10 �दन� का �योहार है, िजसक� श�ुआत नवरा�� (नवरा�� का अथ� नौ-रात�) और आ�खर� �दन �वजयदशमी से होती है।

    • 15 वीं शता�द� क� श�ुआत म� �वजयनगर सा�ा�य के राजाओ ंके साथ दशहरा उ�सव श�ु हुआ था।

    • इस �योहार ने 14 वीं शता�द� के �वजयनगर सा�ा�य म� एक ऐ�तहा�सक भ�ूमका �नभाई, जहां इसे महानवमी कहा जाता था और उ�सव को ह�पी के हजारा राम मं�दर क� बाहर� द�वार क� कलाकृ�त म� �दखाया गया है। • महा नवरा�� दशहरा महो�सव क� श�ुआत मसैरू म� राजा वोडयेार �थम (Wodeyar-1) ने क� थी।

    • मसैरू द��ण भारतीय रा�य कना�टक के �मखु शहर� म� से एक है। आजाद� के बाद तक, यह मसैरू के त�काल�न महाराज वोडयेस� क� राजधानी थी।

    4. धा�म�क उ�दे�य� के �लए सड़क को अव��ध करने का अ�धकार नह�ं : उ�च �यायालय • कना�टक के उ�च �यायालय ने वहृद ब�गलोर महानगर पा�लका स�हत ब�गल�ू के सभी शहर� नगर �नगम� को साव�ज�नक सड़क� और फुटपाथ� का अ�थायी �प से उपयोग करने के �लए �सं�करण अन�ुयोग� पर �दशा�नद�श जार� �कए ह�।

  • • �यायालय ने घोषणा क� है �क धा�म�क �योहार� या काय� के �लए सड़क� और फुटपाथ� पर अ�थायी ढांचे लगाने क� अनमु�त से इनकार करना भारत के सं�वधान के तहत धम� के म�ुत पेश,े अ�यास और �सार के �लए �वतं�ता का अ�धकार उ�लंघन नह�ं होगा।

    • इस बात का उ�लेख करत ेहुए �क धा�म�क उ�दे�य के �लए �कसी को साव�ज�नक सड़क� और ग�लय� का उपयोग करने का अ�धकार नह�ं �मल सकता है, पीठ ने कहा �क "भारतीय सं�वधान के अन�ुछेद 25 (अतं:करण क� और धम� को अबाध �प से मानने, आचरण और �चार करने क� �वतं�ता: कोई भी �यि�त �कसी भी धम� को मान सकता है और उसका �चार-�सार कर सकता है) के तहत अ�धकार साव�ज�नक सड़क और फुटपाथ तक नह�ं है।

    • ब�च ने यह �प�ट �कया �क धा�म�क �योहार� और काय� पर इसका संदभ� सभी धम� और समदुाय� पर लागू है।

    • हालां�क, �यायालय ने ये भी कहा �क अ�थायी संरचनाओ ंको रखने क� अनमु�त केवल यह स�ुनि�चत करने के बाद ह� द� जा सकती है �क ऐसी संरचनाएं �कसी भी यातायात बाधा का कारण नह�ं बन�गी।

    5. चीफ ऑफ �टाफ कमेट� (COSC) : • चीफ ऑफ �टाफ कमेट� (COSC) म� थल सेना, नौसेना और वाय ुसेना के �मखु शा�मल ह� और सबसे व�र�ठ सद�य को इसका अ�य� �नय�ुत �कया जाता है।

    • COSC के अ�य� को तीन सेवाओ ंके बीच तालमेल स�ुनि�चत करने और देश के सामने मौजदू बाहर� सरु�ा चनुौ�तय� से �नपटने के �लए एक साझा रणनी�त तयैार करने का काम स�पा गया है।

    • यह एक अ�त�र�त भ�ूमका है और इसका काय�काल बहुत छोटा होता है। • सरकार ने हालां�क घोषणा क� है �क वह एक चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ (CDS) क� �नयिु�त करेगी, जो वत�मान ��कोणीय स�म�त (COSC) क� जगह लेगा।

    नोट : चीफ ऑफ �डफ� स �टाफ और चीफ ऑफ �टा�स कमेट� के बारे म� जानकार� के �लए 20 अग�त का समाचार �व�लेषण पढ़�।

    UPSC �ारं�भक पर��ा के �लए अ�यास ��न :

    ��न 1. "चाबहार बंदरगाह" के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�।

  • 1. चाबहार बंदरगाह अदन क� खाड़ी म� ि�थत है। 2. यह मकरान तट पर ि�थत है। 3. यह एकमा� ईरानी बंदरगाह है िजसक� सम�ु तक सीधी पहंुच है।

    �दए गए कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 और 3 (c) केवल 2 (d) केवल 3

    उ�र : b �प�ट�करण : चाबहार बंदरगाह ओमान क� खाड़ी म� ि�थत है। यह द��ण-पवू� ईरान म� मकरान तट, चाबहार पर ि�थत है। यह एकमा� ईरानी बंदरगाह है, िजसक� सम�ु तक सीधी पहंुच है।

    ��न 2. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. कॉल मनी, नो�टस मनी और टम� मनी द�घा�व�ध फंड ह�। 2. कॉल मनी दर म� �गरावट तरलता म� व�ृ�ध का संकेत देती है।

    �दए गए कथन� म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र : b �प�ट�करण : कॉल मनी, नो�टस मनी और टम� मनी लघअुव�ध फंड ह�। 1 �दन के �लए �न�धयां उधार लेने अथवा देने को ‘कॉल मनी’ कहा जाता है। जब 2 �दन से 14 �दन के बीच क� अव�ध के �लए धन उधार �लया अथवा �दया जाता है तो उसे ‘नो�टस मनी’ कहा जाता है। 14 �दन से अ�धक क� अव�ध के �लए �न�धयां उधार लेने / देने को ‘टम� मनी’ कहा जाता है। कॉल मनी / नो�टस मनी माक� ट सबसे अ�धक तरल मनी माक� ट है और �याज दर� के �लए �दन-��त�दन का सचूक है। कॉल मनी दर म� �गरावट तरलता म� व�ृ�ध का संकेत देती है।

  • ��न 3. इ�ला�मक सहयोग संगठन (OIC) के संबंध म� �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. OIC का संय�ुत रा�� म� �थायी ��त�न�धमंडल ह�। 2. यह संय�ुत रा�� के बाद दसूरा सबसे बड़ा अतंर-सरकार� संगठन है। 3. यह अतंररा���य शां�त और स�भाव को बढ़ावा देने क� भावना म� मिु�लम द�ुनया के �हत� क� र�ा और सरु�ा के �लए काम करता है।

    �दए गए कथन� म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 3 (c) केवल 1 और 2 (d) 1, 2 और 3

    उ�र : d �प�ट�करण : �व-�या�या�मक

    ��न 4. �न�न�ल�खत कथन� पर �वचार कर�। 1. नंदनकानन �ाणी उ�यान द�ुनया म� भारतीय प�गो�लन का एकमा� संर��त �जनन क� � है। 2. यह भारत का एकमा� �ा�ण उ�यान है जो वाज़ा (World Association of Zoos and Aquariums) का एक सं�थागत सद�य है।

    �दए गए कथन म� से कौन सा सह� है / ह�? (a) केवल 1 (b) केवल 2 (c) 1 और 2 दोन� (d) न तो 1 और न ह� 2

    उ�र : c �प�ट�करण : नंदनकानन, भवुने�वर, ओ�डशा के पास ि�थत है। सफ़ेद बाघ� और मेला�नि�टक बाघ� का �जनन वाला यह �व�व का पहला �च�ड़याघर है। नंदनकानन द�ुनया म� भारतीय प�गो�लन का एकमा� संर�ण �जनन क� � है। यह भारत का एकमा� �ा�ण उ�यान है जो वाज़ा (WAZA- World Association of Zoos and Aquariums) का

  • एक सं�थागत सद�य है। यह भारत का पहला �च�ड़याघर है जहाँ ल�ुत�ाय रैटल संर�ण म� पदैा हुआ था। यह ओ�डशा म� ओपन �ब�ड �टॉक� (वगुल�) के �लए दसूरा सबसे बड़ी अडं ेदेने का �थान है।

    UPSC म�ुय पर��ा के �लए अ�यास ��न :

    ��न 1. वत�मान प�र��य म� जहां �स�लको�सस खनन �े� म� एक �यावसा�यक �वा��य खतरा बना हुआ है, भारत को �भावी उपचार के �लए तपे�दक से �स�लको�सस के �वभेदक �नदान पर जोर देने के साथ एक �यापक �स�लको�सस �नयं�ण काय��म क� आव�यकता है। चचा� कर�। (15 अकं, 250 श�द)

    ��न 2. नाग�रकता संशोधन �वधेयक, 2019 से संबं�धत �ववाद� क� जांच कर�। पवू��र रा�य �यापक �प से इसका �वरोध �य� कर रहे ह�? (15 अकं, 250 श�द)


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