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  • अनभुव परु�कार प�शन तथा प�शनर क�याण िवभाग �ारा पर्दान िकय ेजाते ह�, इसका उ��ेय सवेािनव�ृ कम�चािरयो ंको लखे के �ारा के अपनेम�ूयवान अनभुाव व सझुाव को साझा करने के िलए परे्िरत करना है।

    2015 म� प�शन तथा प�शनर क�याण �वभाग ने अनुभव पोट�ल शु��कया था, इसका उ�े�य सेवा�नवृ� अ�धका�रय� के मू�यवान अनुभवको �ड�जटल �प म� सुर��त रखना था। उनके यह अनुभाव भ�व�यक� पी�ढ़य� के काम आएगा। इस पहल के तहत 2016 म� एक

    पुर�कार योजना शु� क� गयी, अब तक यह पुर�कार तीन बार �दान�कये जा चुके ह�।

    #CURRENT_AFFAIRS

    इंदौर कौ�ट� एकेडमीजहाँ सफलता ही धम� है...

    "11 अ�ूबर 2019"

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    सा�ह� म� नोबेल पुर�ार 2019 क� घोषणा क� गयीपोल�ड क� ले�खका ओ�गा तोकाक� जुक ने सा�ह�य के �े� म� वष� 2018 के �लए नोबेल पुर�कार

    जीता। जब�क 2019 के �लए सा�ह�य म� नोबेल पुर�कार ऑ���या के लेखक पीटर हे�के ने जीता।

    ओ�गा तोकाक� जुक पोल�ड क� एक ले�खका, ए��ट�व�ट तथा बु��जीवी ह�। उ�ह�ने वॉरसॉ�व��व�ालय से मनो�व�ान म� ��श�ण �ा�त �कया है। उ�ह�ने कई क�वता� तथा उप�यास� क�रचना क� है। उनक� पु�तक “�लाइट्स” के �लए उ�ह� नाइक� अवाड� से स�मा�नत �कया गया था, यहपोल�ड के सबसे ��त��त सा�ह��यक पुर�कार� म� से एक है। शां�त तथा लोकतां��क �वकास के �लए

    इ�ह� जम�न पो�लश इंटरनेशनल ��ज पुर�कार से भी स�मा�नत �कया जा चुका है।

    ओ�ा तोकाक� जुक

    पीटर हे�केपीटर हे�के एक ऑ���यन नाटककार, अनुवादक तथा उप�यासकार ह�। उ�ह�ने इंटरनेशनल इ�सेनअवाड�, मूलहैमेर �ेमे�टकर�ेस, �ाज़ का�का पुर�कार समेत कई अवाड� जीते ह�। उ�ह�ने कई �फ�म�के �लए पटकथा लेखन का काय� �कया है, इनम� कुछ एक �मुख �फ़�म� इस �कार ह�: गोलक�पस�

    �फयर ऑफ़ पेन�ट�, द र�ग मूव, द ले�ट ह�डेड वीमेन, द ए�स�स इ�या�द।�पछले वष� एक �ववाद के कारण सा�ह�य म� नोबेल पुर�कार नही �दया गया था। दरअसलअकादमी सद�य केटरीना �ॉ�टेनसन के प�त जीन �लाउडे पर यौन शोषण के आरोप लगेथे। �जस कारण कई लोग� को पद �याग करना पड़ा था, इससे नोबल पुर�कार क� ग�रमाको ठेस प�ंची थी। 1901 से अब तक 110 बार सा�ह�य म� नोबेल पुर�कार �दया जा चुकाहै। गौरतलब है �क अब तक केवल 14 म�हला� ने सा�ह�य म� नोबेल पुर�कार जीता है।

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    भारत, चीन और पा�क�ान �ह�ू कुश �हमालय �े� म� जलवायुप�रवत�न के अ�यन के �लए �मलकर काय� कर�गे

    भारत, चीन और पा�क�तान �ह�� कुश �हमालय �े� म� जलवायु प�रवत�न के अ�ययन के �लए�मलकर काय� कर�गे। इसके �लए भारतीय मौसम �व�ान �वभाग चीनी तथा पा�क�तानी एज��सय� केसाथ �मलकर काय� करेगा। इस साझा काय� के �ारा �ह�� कुश �हमालय �े� म� मौसम पूवा�नुमान क�

    सु�वधा �दान क� जाएगी।यह क� � �व� मौसम�व�ान संगठन के अधीन काय� करेगा। इस क� � म� डाटा स�व�स, ��श�ण, तथा

    �मता �नमा�ण क� सु�वधा �दान क� जायेगी।�ह�ू-कुश �े�

    �ह�� कुश �े� को तृतीय �ुव के नाम से भी जाना जाता है, यह �व� के सबसे बड़े बफ� केभंडार म� से एक है। यह �े� अफ़ग़ा�न�तान, बां�लादेश, भूटान, चीन, भारत, �क�ग�ज�तान,मंगो�लया, �यांमार, नेपाल, पा�क�तान, ताजी�क�तान तथा उ�बे�क�तान म� फैला �आ है।

    यह �े� लगभग 5 �म�लयन वग� �कलोमीटर म� फैला �आ है।यह �े� जलवायु प�रवत�न क� ��� से अ�त मह�वपूण� है। हाल ही म� जलवायु प�रवत�न परअंतरसरकारी पैनल �ारा जारी �रपोट� म� �ह�� कुश �े� पर जलवायु प�रवत�न के खतरे कोरेखां�कत �कया गया था। इस �रपोट� म� पहाड़ी तथा गंगा के �े�� म� भारी बाढ़ क� आशंका

    जताई गयी है।

    सुर��त मातृ� आ�ासन योजना को लांच �कया गया

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    के���य मं�ी डॉ. हष�वध�न ने हाल ही म� सुमन योजना (सुर��त मातृ�व आ�ासन योजना) को लांच�कया। इस योजना के तहत गभ�वती म�हला� को �नशु�क दवाए ं�दान क� जायेगी। इसका उ�े�य

    देश म� मातृ�व मृ�यु दर तथा �शशु मृ�यु दर को कम करना है।मु� �ब� दु

    इस योजना के तहत �डलीवरी के 6 माह बाद तक म�हला तथा �शशु को मु�त �वा�यलाभ �मलेगा।

    इस योजना के तहत �मलने वाली �नशु�क लाभ �न�न �कार से ह� :कम से कम चार अंटे-नेटल चेक-अपपहली �तमाही के दौरान एक चेक-अप

    �धानमं�ी सुर��त मातृ�व अ�भयान के तहत एक चेक-अपआयरन फो�लक ए�सड स�लीम�टेशन

    �टटनेस �ड�थे�रया ट�काघर से अ�ताल तक �नशु�क प�रवहन सु�वधागभा�व�ा के दौरान ज�टलता� के कारण सी-से�न क� �नशु�क सु�वधा

    भारत म� 2004-06 म� मातृ�व मृ�यु दर ��त 1 लाख ज�म पर 254 थी, 2014-16 म� यहदर 130 ��त 1 लाख ज�म हो गयी। 2001 म� �शशु मृ�यु दर 1000 ज�म पर 66 मृ�यु

    थी, 2016 म� यह दर 34 मृ�यु ��त 1000 ज�म थी।

    थाईल�ड म� �कया जायेगा 9व� RCEP मं�ी�रीय बैठक का आयोजन

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    9व� RCEP मं�ी �तरीय बैठक का आयोजन थाईल�ड क� राजधानी ब�काक म� �कया जायेगा। इस बैठकम� भारत का ��त�न�ध�व के���य वा�ण�य मं�ी �पयूष गोयल �ारा �कया जायेगा। इसके बैठक का बाद

    4 नव�बर, 2019 को तृतीय लीडस� स�मट का आयोजन �कया जायेगा।�ापक �े�ीय आ�थ� क साझेदारी (RCEP)

    RCEP 10 आ�सयान देश� (�ूनेई, कंबो�डया, इंडोने�शया, लाओस, मले�शया, �यांमार,�फलीप�स, �स�गापुर, थाईल�ड और �वयतनाम) और इसके 6 FTA साझेदार� (ऑ��े�लया,

    �यूजील�ड, भारत, चीन, जापान और को�रया) के बीच एक ��ता�वत मु� �ापारसमझौता (Free Trade Agreement – FTA) है।

    इस �ापा�रक समझौते के �लए वाता� कंबो�डया म� 2012 के आ�सयान �शखर स�मेलन म�शु� �ई थी। इसम� व�तु�, सेवा�, �नवेश, आ�थ�क व तकनीक� सहयोग, बौ��क संपदा

    अ�धकार इ�या�द को शा�मल �कया जायेगा।RCEP के 16 सद�य देश� क� कुल जनसँ�या 3.4 अरब है, इसक� कुल जीडीपी (PPP)

    49.5 ���लयन डॉलर है, यह �व� क� कुल जीडीपी का 38% �ह�सा है।आ�सयान �व� के सबसे तेज़ी से बढ़ते �ए बाजार� म� से एक है, इन देश� म� भारत के �लए�ापार और �नवेश के काफ� अवसर उपल� ह�। 2017-18 म� आ�सयान भारत का �सरासबसे बड़ा �ापा�रक साझेदार था, इस दौरान भारत और आ�सयान के बीच 81.33 अरबडॉलर का �ापार �आ। यह भारत के वै��क �ापार का 10.58% है। RCEP को �ांस-

    पै�स�फक पाट�नर�शप के �वक�प के �प म� भी देखा जा रहा है।

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    के�ीय कौशल �वकास व उ�मशीलता मं�ालय ने आईआईएमबंगलु� के साथ महा�ा  गाँधी नेशनल फ़ेलो�शप �ो�ाम लांच

    �कयाहाल ही म� के���य कौशल �वकास व उ�मशीलता मं�ालय ने आईआईएम बंगलु� के साथमहा�मा गाँधी नेशनल फ़ेलो�शप �ो�ाम लांच �कया। यह काय��म दो वष�य होगा। यह

    �जला �तर पर कौशल �वकास के �लए आव�यक है।

    महा�ा  गाँधी नेशनल फ़ेलो�शप �ो�ामइस काय��म को के���य कौशल �वकास तथा उ�मशीलता मं�ी डॉ. मह�� नाथ पा�डेय केनेतृ�व म� तैयार �कया गया है। इस काय��म को Skills Acquisition and KnowledgeAwareness for Livelihood Promotion (SANKALP) काय��म के तहत �डजाईन

    �कया गया है।उ�े�

    रा�ीय, रा�य तथा �जला �टार पर �व�भ� काय��म� के �लए आव�यक कम�चा�रय� क� कमीक� सम�या को �र करना।

    युवा� का एक ��श�ण �ा�त कैडर तैयार करना।कोस� क� �वशेषताएं

    इस काय��म म� �जला �शासन के साथ ऑन-�ाउंड �ै��टकल अनुभव भी �मलेगा।

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    इस काय��म को गुजरात, मेघालय, उ�राखंड, कना�टक, राज�ान तथा उ�र �देश के 75�जल� म� पायलट बे�सस पर लांच �कया गया है।

    यो�ताइस काय��म का लाभ 21-30 आयुवग� के लोग उठा सकते ह�, लाभाथ� के पास भारत क�

    नाग�रकता होनी चा�हए।लाभाथ� के पास मा�यता �ा�त �व��व�ालय से �ेजुएशन �ड�ी होनी चा�हए। इसके अलावा

    �जस रा�य म� लाभाथ� को फ��वक� काय� करना है, लाभाथ� को उस रा�य क�आ�धका�रक भाषा का �ान होना चा�हए।

    �व� मान�सक �वा�य �दवस का आयोजन �व� मान�सक �वा�य संघ �ारा �व� �वा�यसंगठन के सहयोग �कया जाता है। इस �दवस का उ�े�य �व� भर म� मान�सक �वा�य केबारे म� जाग�कता फैलाना है। इस वष� �व� �वा�य संगठन के साथ अंतरा��ीय आ�मह�या

    रोकथाम संघ तथा United for Global Mental Health �मलकर काय� कर रहे ह�।थीम : आ�ह�ा रोकथाम

    इस वष� क� थीम के �ारा आ�मह�या रोकथाम पर फोकस �कया जा रहा है। �व� �वा�यसंगठन के अनुसार ��येक 40 सेकंड म� एक ��� क� मृ�यु आ�मह�या के कारण होती है।

    �व� मान�सक �ा� �दवस : 10 अ�ूबर

    मह��व� �वा�य संगठन के अ�सुआर ��तवष� �व� भर म� लगभग 8 लाख लोग� क� मौतआ�मह�या के कारण होती है। इसम� से 79% आ�मह�या क� घटनाए ँम�यम आय-वग�यदेश� म� होती ह�। आ�मह�या म� मरने वाले अ�धकतर लोग 15 से 29 आयुवग� के होते ह�।

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    आ�मह�या इस आयुवग� म� मौत का �सरा सबसे बड़ा कारण है।भारत म� आ�ह�ाएं

    लांसेट प��लक हे� जन�ल के मुता�बक 2018 म� भारत म� आ�मह�या के कारण 2.30 लाखमौत� ��। गौरतलब है �क भारत म� अभी भी आ�मह�या क� रोकथाम के �लए कोई मज़बूतनी�त नह� है। 1990 म� चीन म� आ�मह�या क� दर सबसे अ�धक थी। चीन सरकार �ाराक�टनाशक क� प�ँच सी�मत �कये जाने के बाद आ�मह�या क� दर म� काफ� कमी दज� क�

    गयी थी।�धानमं�ी ने भारतीय वायुसेना के माश�ल अज�न �स� ह के

    स�ान म� डाक �टकट जारी �कया�धानमं�ी नरे�� मोद� ने वायुसेना के माश�ल अज�न �स�ह के स�मान म� डाक �टकट जारी�कया। इसे वायुसेना के ‘एट होम’ काय��म के दौरान नई �द�ली म� जारी �कया गया।

    अज�न �स� ह15 अ�ैल, 1919 म� अज�न �स�ह का ज�म लायलपुर (अब फैसलाबाद, पा�क�तान) म� �आ

    था, उनका �नधन 16 �सत�बर, 2017 को नई �द�ली म� �आ था।वायुसेना क�रयर

    उ�ह� 19 वष� क� आयु म� रॉयल एयर फ़ोस� के ए�ायर पायलट ��श�ण कोस� के �लए चुनागया था। उ�ह�ने 15 अग�त, 1947 को �द�ली म� लाल �कले के ऊपर से एक सौ से अ�धक�वमान� के �लाई-पा�ट का नेतृ�व �कया था। वे अग�त, 1964 से 1969 तक वायुसेना �मुख

    रहे। 1966 म� वे एयर चीफ माश�ल का र�क �ा�त करने वाले पहले ��� बने थे।

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    1965 के भारत-पाक यु� म� उ�ह�ने भारतीय वायुसेना का नेतृ�व �कया। इस दौरान उ�ह�नेवायुसेना का ऑपरेशन ��ड �लैम लांच �कया था, इस ऑपरेशन के तहत पा�क�तान केमह�वपूण� नगर अखनूर को �नशाना बनाया गया था। अज�न �स�ह अग�त, 1969 को

    भारतीय वायुसेना से सेवा�नवृ� �ए।उ�ह�ने ��वट्ज़रल�ड म� भारत के ए�बेसडर के �प म� काय� �कया। 1989-90 के दौरान

    उ�ह�ने �द�ली के ले��टन�ट गवन�र के �प म� काय� �कया।पुर�ार व स�ान 

    भारत सरकार ने 2002 म� उ�ह� ‘माश�ल ऑफ़ द इं�डयन एयरफ़ोस�’ का र�क �दान �कयाथा। वे �थम तथा एकमा� ‘फाइव �टार’ र�क के वायुसेना अ�धकारी थे। उ�ह� प� �वभूषण सेस�मा�नत �कया गया था। उनके स�मान म� क� � सरकार ने 2016 म� प��म बंगाल के पानागढ़

    एयर फ़ोस� बेस का नाम बदलकर ‘एयर फ़ोस� �टेशन अज�न �स�ह ‘कर �दया था।�व� अ��र� स�ाह का समापन �आ

    10 अ�टूबर को �व� अ�त�र� स�ताह का समापन �आ, यह इव�ट 4 अ�टूबर को शु� �आथा। �व� अ�त�र� स�ताह अ�त�र� से स�बं�धत सबसे बड़ा इव�ट है, इसम� 80 से अ�धकदेश� ने �ह�सा �लया। इसक� थीम ‘च��मा :�सतार� का �ार’ है। �व� अ�त�र� स�ताह को 4अ�टूबर, 1957 को लांच �कया गया था। इस �दन �थम मानव �न�म�त उप�ह �ुत�नक 1

    को लांच �कय गया था।इ�तहास

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    �व� अ�त�र� स�ताह संघ ने 1980 म� �व� अ�त�र� स�ताह के सम�वय का काय� शु��कया। �ेस वीक के मु�यालय क� �ापना अमे�रका म� क� गयी थी। 1999 के बाद �व�

    अ�त�र� स�ताह का सम�वय संयु� रा� �ारा �कया जाने लगा।�ुत�नक

    �ुत�नक मानव �न�म�त पहला उप�ह था, इसके 1957 म� अ�त�र� म� लांच �कया गया था।इस उप�ह को सो�वयत संघ ने लांच �कया था। यह उप�ह पृ�वी क� �न�न क�ा म� प�र�माकरता था। तीन स�ताह के बाद इस उप�ह क� बैटरी ने काम करना बंद कर �दया था औरयह उप�ह �न���य हो गया था। इसके बाद सो�वयत संघ और अमे�रका के बीच शीतयु�

    काल म� अ�त�र� क� दौड़ शु� �ई।क� � सरकार ने लांच क� जै�मनी �डवाइस

    भारत सरकार ने जै�मनी नामक �डवाइस लांच क� है, इसके �ारा आपदा चेतावनी क�जानकारी �मलेगी। इस �डवाइस को �वशेष �प से मछुआर� के �लए बनाया गया है, इसके�ारा मछुआर� को तट से 10-12 �कलोमीटर �र होने पर �कसी आपदा क� जानकारी द� जा

    सकती है।जै�मनी �डवाइस

    जै�मनी �डवाइस का पूरा नाम Gagan Enabled Mariner’s Instrument forNavigation and Information (GEMINI) है। इस �डवाइस के �ारा आपातकालीन

    ���त, आपदा चेतावनी, संभा�वत �फ�श�ग जोन इ�या�द के बारे म� जानकारी �ा�त क� जासकती है।

  • 11 अ�ूबर 2019#Currentaffairs

    गगन (GAGAN)गगन (GAGAN) का पूरा नाम GPS Aided Geo Augmented Navigation है। यह देश म�सैटेलाइट बे�ड ने�वगेशन क� �दशा म� भारत सरकार के एक मह�वपूण� कदम है। GSAT-8

    तथा GSAT-10 उप�ह� म� 10 GAGAN पेलोड्स ह�।GAGAN ऑ��े�लया से लेकर अ��का तक के पूरे �े� को कवर करता है। इसके अलावा

    यह भारतीय �े� के ऊपर आयनमंडल का अ�ययन भी करता है।�ुव – �धानमं�ी इनोवे�टव ल�न� ग काय��म

    के���य मानव संसाधन �वकास मं�ी रमेश पोख�रयाल �नशंक इसरो से �ुव, �धानमं�ीइनोवे�टव ल�न�ग �ो�ाम  (PMLIP) को लांच कर�गे। इस काय��म का उ�े�य छा�� कोउनक� पूण� �मता का उपयोग करने के �लए �े�रत करना है तथा समाज म� उनका

    योगदान सु�न��त करना है।मु� �ब� दु

    इस काय��म का नाम �ुव तारे पर रखा गया है।इस का��कम के तहत मु�य �प से दो �े�� �व�ान तथा कला को कवर �कया गया है।

    इस काय��म को इसरो से लांच �कया जायेगा।देश भर से इस काय��म के �लए क�ा 9 से क�ा 12 के 60 छा�� को चुना गया है।

    इस काय��म का उ�े�य 5 ���लयन डॉलर क� अथ��व�ा के ल�य को �ा�त करना है।


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